अब ई-पास का लोगाें ने दुरुपयोग भी शुरू कर दिया है। वहीं ई-पास बनाने में लापरवाही के मामले भी सामने आने लगे है। इसी से जुड़ा एक मामला शनिवार को सामने आया। जब रेड जोन में रहने वाले एक व्यक्ति के ई-पास को ग्रीन जोन में जाने का अप्रूव मिल गया। हालांकि मामला तुरंत संज्ञान में आने के बाद ई-पास जारी होने के पूर्व ही इसे प्रशासनिक व्यवस्था के तहत रद्द कर दिया गया। रेड जोन वाली रांची के हाॅटस्पाॅट हिंदपीढ़ी में रहने वाले एक व्यक्ति काे लोहरदगा आने को लेकर ई-पास एप्रुवल मिल गया था। बाद में इसकी जानकारी होने पर कार्यपालक पदाधिकारी व डीटीओ द्वारा पास को रद्द कर दिया गया। हालांकि पास को एप्रुवल भी उक्त पदाधिकारियों द्वारा ही दी गई थी। ज्ञात हो कि ई-पास ऑनलाइन आवेदन को लेकर जांच पड़ताल कार्यपालक पदाधिकारी तालिनी डोला मिंज के द्वारा किया जा रहा है। जिसके बाद आवेदन सही पाने पर ई-पास डीटीओ द्वारा जारी किया जा रहा है। इसपर डीटीओ अमित बेसरा ने बताया कि रेड जोन में रहने वाले व्यक्ति का एप्रूवल तकनीकी खराबी के कारण हो गया था। जिसकी जानकारी होने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पास उक्त व्यक्ति तक पहुंचने से पूर्व ही रद्द कर दिया गया है। आगे अन्य आवेदनों पर कड़ी जांच पड़ताल के बाद ही ई-पास जारी किया जाएगा।
जिले में इन दिनों रुक रुक कर हो रही बारिश व तेज हवा चलने के कारण जहां ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं शहरी क्षेत्र के लोगों से कड़ी धूप से राहत की सास ली है। प्रखंड क्षेत्रों में तेज व बारिश से कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी के अलावा आर्थिक क्षति भी पहुंची है। जिले में शनिवार दोपहर बाद अचानक बदले मौसम से शहरी क्षेत्र हल्की फुल्की बूंदा बांदी को छोड़ ग्रामीण क्षेत्रों में जोरदार बारिश हुई। रुक रुक कर हो रही बारिश से जहां एक ओर कृषि कार्य में जुटे किसानों के चेहरे पर पटवन से राहत मिलने की खुशी है तो वहीं दूसरी ओर तापमान में गिरावट होने से लोगों को मई माह की इस चिलचिलाती गर्मी से भी राहत मिली है। तापमान में उतार-चढ़ाव होने से लोगों को खांसी सर्दी भी हो रही है। एक ओर कोविड-19 के प्रकोप से लोगों में दहशत है तो वहीं दूसरी ओर लोग मौसमी सर्दी खांसी का शिकार होते हुए अस्पताल नहीं जाकर आसपास के दवा दुकानों से दवा लेकर काम चला रहे है।
किस्को में सोशल मीडिया फेसबुक में समुदाय विशेष पर आपत्तिजनक पोस्ट व कमेंट पर उत्पन्न हुए विवाद को पुलिस की तत्परता ने शांत करा लिया है। विवाद उत्पन्न होता देख मामले की जानकारी पुलिस को दी गई थी। जिसके बाद पुलिस के द्वारा युवक को थाने लाकर पूछताछ एवं मोबाइल का छानबीन किया गया। जिसमें युवक के आईडी से अन्य बिहार के व्यक्ति के द्वारा समुदाय विशेष पर शाहीन बाग को लेकर अभद्र तरह की कमेंट और शेयर किया गया पाया गया। जिसके बाद से पुलिस कार्रवाई में जुटी है।
ज्ञात हो कि बीते दिनों किस्को में समुदाय विशेष पर कमेंट और शेयर किए जाने के बाद उक्त फेसबुक आईडी में कॉल किए जाने के बाद किस्को के युवक के द्वारा कॉल रिसीव किया गया। जिसके बाद विवाद उत्पन्न होने लगा और मामला तूल पकड़ता देखते हुए और इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। जिसके बाद पुलिस ने युवक को थाने ले गई। जहां से पूछताछ करने के बाद युवक के मोबाइल से कमेंट और शेयर नहीं होने पर छोड़ दिया गया। वहीं किस्को इंस्पेक्टर चंद्रमोहन हंसदा ने कहा कि सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट और फॉरवर्ड करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान ना देते हुए किसी तरह की मामला सामने आने पर जानकारी पुलिस को दें।
सांसद सुदर्शन भगत ने गुमला जिले के रहने वाले मंगरा उरांव की मृत्यु पर दु:ख जताया। उन्होंने कहा की सूचना मिली थी कि गुमला जिला निवासी मंगरा उरांव की मृत्यु राजस्थान के अलवर जिले में शनिवार को हुई है। वह मजदूरी का कार्य करता था। उसके बीमार होने पर स्थानीय चिकित्सा विभाग द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाने के कारण उसकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के पश्चात उसके पार्थिव शरीर को उसके घर झारखंड के गुमला जिला तक लाने के लिए कोई एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को पत्र के माध्यम से कहा कि एक प्रवासी गरीब मजदूर के प्रति इतनी बड़ी लापरवाही और उपेक्षा उचित नहीं है। उन्होंने इस मामले पर उच्चस्तरीय जांच करवाने तथा मृतक के परिजनों को उचित राहत राशि प्रदान करते हुए अविलंब झारखंड में इनके गांव भेजने की व्यवस्था की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि झारखंड के काफी प्रवासी लोग राजस्थान के विभिन्न शहरों में फंसे हुए है। जिन्हें अविलंब झारखंड भेजने की समुचित व्यवस्था की जाए। सांसद ने दूसरा पत्र तेलंगाना मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव काे भी लिखा। जिसमें उन्होंने कहा कि झारखंड के विभिन्न जिलों के सैकड़ों प्रवासी मजदूर जो तेलंगाना राज्य के मिडचर जिले में फंसे है। वहां वे लोग जिन जिन संस्थानों में कार्य कर रहे थे वहां से उन्हें निकाल दिया गया है। जिसपर भी कार्रवाई कराते हुए उक्त प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक भेजने की व्यवस्था अविलंब कराने की मांग की।
वीर शिरोमणि कुंवर महाराणा प्रताप की जयंती शनिवार को जिले के भंडरा प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक भवन भैसमुंदाे में मनाया गया। कार्यक्रम क्षत्रिय महासभा के बैनर तले बालकृष्णा सिंह के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनाया गया। मौके पर सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप वर्षों तक महल छोड़कर जंगल में भटके। घास की रोटी खायी, लेकिन मुगलों की अधीनता स्वीकार नहीं की और फिर से चित्तौड़ को प्राप्त करने के लिए जंगल जंगल भटक कर भील और लोहारों को एकत्र कर अपनी सेना तैयार किए। ऐसे वीर प्रतापी महाराणा प्रताप सिंह को नमन करते है।कहा आने वाली पीढ़ी को उनकी देशभक्ति उनके आदर्शों को आत्मसात करना होगा तभी हम एक सच्चा देश भक्त कहलाएंगे। मौके पर विवेक सिंह, सतानंद सिंह, राहुल सिंह, अभिषेक सिंह, रूपेश सिंह, मनोज कुमार एवं राहुल कुमार उपस्थित थे।
शहर के थाना चौक स्थित जामा मस्जिद में संचालित जिला कार्यालय में अंजुमन इस्लामिया की बैठक शनिवार को हाजी शकील अहमद की अध्यक्षता में हुई। जिसमें ईद के चांद की तस्दीक को लेकर जिले के पांच आलिम व मुफ्ती के नेतृत्व में रुवत ए हेलाल कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ईद को लेकर चांद की तस्दीक करेंगे। रुवत ए हेलाल कमेटी के तस्दीक के बाद ही ईद की नमाज व समय की घोषणा की जाएगी। कमेटी में मुफ्ती मो जाकिर नोमानी, मुफ्ती मो उमर फ़ारूक़, कारी शमीम रिज़वी, मिन्हाज़ुल हक क़ासमी, हाजी शाहिद फिदाई का चयन सर्वसम्मति से किया गया। मौके पर अंजुमन इस्लामिया के कन्वेयर हाजी शकील अहमद ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से देश जूझ रहा है। इस वायरस पर अब तक पूरी तरह से काबू नहीं पाया गया है। हम सब ऐसी विकट परिस्थिति में आगामी ईद पर्व सादगी और भाईचारगी से मनाएंगे। ऐसे विकट परिस्थिति में नौजवान साथियों से लोगों को सहयोग करने की अपील की।
साथ ही लोगों को सहयोग कर रहे हैं नौजवानों को मुबारकबाद भी दी। बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया। साथ ही लोगों से अपील किया गया कि लॉक डाउन का पूरी सख्ती के साथ पालन करें। उन्होंने जिलेवासियों से अपील किया कि सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सएप पर किसी भी तरह का कोई भड़काऊ पोस्ट ना करें। जिससे समाज में विद्वेष पैदा हो। सभी पुलिस व प्रशासन का सहयोग करें। बैठक में हाजी लुकमान अहमद, मुफ्ती मो जाकिर नुमानी, मुफ्ती उमर फारूक, कारी शमीम रिज़वी, मिन्हाज़ुल हक क़ासमी, हाजी सऊद आलम, सैय्यद खालिद शाह, शाहिद अहमद बेलू, मनीर अंसारी, हाजी अलीम कुरैशी, हाजी शाहिद फिदाई, नेहाल कुरैशी, मो वारिश, अफरोज कुरैशी, असगर तेगी, साबिर खलीफा, फिरोज अंसारी सहित अन्य उपस्थित थे।
कोरोना वायरस संक्रमण की लड़ाई ने प्रमंडलीय हॉस्पिटल एचएमसीएच अस्पताल से लोगों को मिलने वाली सुविधाओं पर ग्रहण लगा दिया है। इस अस्पताल को पूरी तरह से कोविड-19 हॉस्पिटल में तब्दील किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। तत्काल इस अस्पताल में सर्जिकल वार्ड और मेडिसिन वार्ड सक्रिय रहेगा। सर्जिकल वार्ड को ट्रामा सेंटर में और मेडिसिन वार्ड को मेडिसिन ब्लॉक के पहले तले में शिफ्ट कराया जा रहा है। तत्काल बच्चा वार्ड को यक्ष्मा विभाग के भवन में शिफ्ट किए जाने की तैयारी चल रही है, वही करोड़ों रुपए की लागत से रीजनल बिल्डिंग में बनाए गए नवजात शिशु के इलाज के लिए एसएनसीयू वार्ड को भी किसी दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट कराने की तैयारी चल रही है। रीजनल बिल्डिंग को पूरी तरह से खाली कराकर उसे कोविड-19 वार्ड में तब्दील किया जा रहा है, वही पुरुष सर्जिकल वार्ड को पहले ही आइसोलेशन वार्ड के रूप में तब्दील किया जा चुका है । नेत्र विभाग के भवन को तत्काल कोविड-19 वार्ड के रूप में उपयोग किया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक बाहर से आ रहे लोगो के सैंपल जांच में पॉजिटिव रिपोर्ट बढ़ने की संभावना को लेकर ऐसा किया जा रहा है। प्रमंडल में इकलौता यह अस्पताल है जहां प्रमंडल के कई जिले के लोग इलाज से लाभान्वित होते हैं। इस अस्पताल के कोविड-19 हॉस्पिटल के रूप में तब्दील हो जाने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण से हटकर अन्य बीमारी के इलाज को लेकर लोगों की परेशानी और बढ़ने वाली है।
एचएमसीएच अस्पताल के डिप्टी सुप रिटेंडेंट डा एके सिंह ने कहा कि कोविड-19 को लेकर रीजनल बिल्डिंग को खाली कराया जा रहा है। सर्जिकल और मेडिसिन वार्ड को ट्रामा सेंटर में शिफ्ट किया जा रहा है। एसएनसीयू कि शिफ्टिंग को लेकर विचार किया जा रहा है।
हजारीबाग जिला के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के हेठली बोदरा में शुक्रवार रात धनेश्वर यादव के घर चोरी हो गई। चोर को देख तोता चिल्लाने लगा तो चोरों ने पिंजरे से निकालकर तोता को मार डाला, फिर बारी-बारी से ताला तोड़कर कमरों मेंघुसे। वहां रखे चार बक्से घर से आधा किलोमीटर दूर खेत में ले गए। उसमें रखे 20,000 नकद समेत एक लाख से अधिक कीमत के सोने-चांदी के आभूषणों को निकाल, बक्सों को खेत में छोड़कर चलते बने। घटना की जानकारी गृहस्वामी धनेश्वर यादव की पत्नी को तब हुई जब अंदर एक कमरे में सो रहे बेटे ने मां को आवाज देकर कमरे के बाहर कुंडी लगे होने की बात बताई। छत पर सो रही धनेश्वर की पत्नी छत से उतरीं तो कमरों का खुला दरवाजा तथा एक कमरे में बाहर से कुंडी बंद देख परेशान हो उठी। कमरे में बंद बेटे को बाहर निकाला फिर सभी कमरों की तलाशी ली तब उन्हें उसे समझ में आया कि चोरी हुई है। उस समय रात के 1.30 बज रहे थे। बताया कि 15000 रु. उधार लेकर घर पर रखे थे। जबकि 5000 पहले से था। चोर घर के बाहर मचान पर लगे सीढ़ी के सहारे घर के मुख्य दरवाजे पर पहुंचे। जहां लोहे के दरवाजे की कुंडी तोड़ दी फिर घर के अंदर प्रवेश कर गए। बताया कि कोरोना लॉकडाउन के कारण उसके पति मुंबई में हैं। घर पर पुतोहू और एक बेटा है। घटना की जानकारी पाकर पुलिस शनिवार सुबह तकरीबन 9 बजे गांव पहुंची।
हजारीबाग के पुस्तक विक्रेता यहां लॉकडाउन का पालन करते रहे और पटना के ज्ञान संसार पुस्तक विक्रेता ने सदर बीडीओ के रहमो करम पर यहां मार्केटिंग कर ली। जब यहां के पुस्तक विक्रेताओं को इस मार्केटिंग की जानकारी हुई तो सभी एकजुट होकर पटना से हजारीबाग पहुंचकर कनहरी रोड में किताब कॉपी बेच रहे ज्ञान संसार पुस्तक विक्रेता को धर दबोचे। हजारीबाग के पुस्तक विक्रेताओं ने सवाल खड़ा किया कि हजारीबाग शहरी क्षेत्र के 72 पुस्तक विक्रेता यहां लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं तो आपको यहां किताब कॉपी बेचने की अनुमति कहां से मिल गई। पुस्तक विक्रेता ने सदर बीडीओ की चिट्ठी दिखाई तो हजारीबाग के पुस्तक विक्रेता भड़क गए और कहा कि एसडीओ के अलावा किसी को इस तरह की अनुमति देने का अधिकार नहीं है। पुस्तक विक्रेताओं ने सदर बीडीओ से भी सवाल किया तो उन्होंने यहां के पुस्तक विक्रेताओं से कहा कि कोई भी इस तरह की अनुमति प्राप्त कर सकता है। जब बीडीओ को कोविड-19 के नॉर्म्स बताया गया तो बीडीओ सकते में आ गए और उन्होंने पटना से हजारीबाग पहुंचे ज्ञान संसार पुस्तक विक्रेता की अनुमति रद्द करने की बात कही।
हजारीबाग के पुस्तक विक्रेताओं ने बताया कि शनिवार को ज्ञान संसार पुस्तक विक्रेता ने हजारीबाग में 55286 रुपए की किताब कॉपी की बिक्री की है। जबकि लॉकडाउन की घोषणा के दूसरे दिन 23 मार्च से आठ मई तक उसने यहां 171042 रुपए की किताब कॉपी बेची है। यहां के पुस्तक विक्रेताओं ने कहा कि हमलोगों का हक मारा गया। हमारी दुकानें यहां नहीं खुलने दी गई और पटना से आए दुकानदार को यहां किताब कॉपी बेचने की छूट दे दी गई। बताया गया कि ज्ञान संसार का ट्रेड लाइसेंस भी नहीं है। ऐसी हालत में भी उसे यहां मार्केटिंग की छूट मिल गई। जिले भर में 297 पुस्तक दुकान हैं और कुछ दुकानों को छोड़कर लगभग सभी दुकानों ने यहां लॉकडाउन का पालन किया।
पाठ्य पुस्तकों की बिक्री या नामांकन के लिए अभिभावकों को विद्यालय बुलाना प्रतिबंधित
जिला शिक्षा पदाधिकारी हजारीबाग ने सभी सरकारी, गैर सरकारी, मान्यता प्राप्त/ गैर मान्यता प्राप्त, निजी विद्यालयों, मदरसों सहित समस्त कोचिंग संस्थानों को किसी भी परिस्थिति में शैक्षणिक संस्थानों के परिसर में अभिभावकों अथवा छात्रों को पाठ्यपुस्तक अथवा नामांकन संबंधित कोई भी कार्य न करने की हिदायत दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी लुदी कुमारी ने आदेश जारी कर सभी तरह के शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्य, प्रबंधकों को अगले आदेश तक शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने एवं किसी भी सूरत में छात्रों या अभिभावकों को ना बुलाने की सख्त निर्देश दिया है। साथ ही आदेश की अवहेलना करने वाले शैक्षणिक संस्थानों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के सुसंगत धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को वामदलों ने विभिन्न स्तरों पर धरना का आयोजन किया। हजारीबाग जिला स्तर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यालय मंजूर भवन में राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता की अध्यक्षता में आयोजित धरना में सीपीआई, सीपीएम, मासस, भाकपा माले एवं फॉरवर्ड ब्लॉक के कार्यकर्ता मौजूद थे। लोगों को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव सह पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा है कि पूरे झारखंड राज्य में केंद्र सरकार के प्रति आम जनता में आक्रोश पनप रहा है। उन्होंने कहा कि बगैर तैयारी के एकाएक तालाबंदी की घोषणा करने से देश में करोड़ों लोग परेशान हैं। झारखंड से ही 9.30 लाख मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं । उनको लाने के लिए सरकार मजदूरों को किराए का भुगतान करे । उन्होंने हेमंत सोरेन को बधाई देते हुए कहा कि देश में सबसे पहले मजदूरों को लाने की शुरुआत झारखंड सरकार ने की है परंतु केंद्र सरकार को यह जिम्मेदारी लेते हुए पीएम केयर फंड से मजदूरों की किराया की भुगतान हो और तेजी से मजदूरों को वापस लाने के लिए सुविधाजनक ट्रेनों की मुहैया केंद्र सरकार को करानी चाहिए।
आयकर रिटर्न भरने वाले को छोड़कर बाकी सभी लोगों को दस हजार रुपये प्रतिमाह गुजारा भत्ता पीएम केयर फंड से केंद्र सरकार को देना चाहिए। श्री मेहता ने कहा कि केंद्र सरकार ब्लैक आउट के तहत देश के 50 बड़े कंपनियों के 68607 करोड रुपए माफ कर दिए तो फिर किसानों का कर्ज भी माफ करने के साथ किसानों को दस हजार रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन भत्ता देना चाहिए। इन्हीं सवालों को लेकर राज्य में सीपीआई, सीपीआई एम, सीपीआई माले, मासस, फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी आदि लाल झंडे के संगठनों ने आंदोलन की शुरुआत की है और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को मांगपत्र भेजा है । इस धरना में सीपीआई के निजाम अंसारी, महेंद्र राम, चांद खान, अब्दुल मजीद अंसारी, सीपीएम के जिला सचिव गणेश कुमार सीटू, विजय मिश्र, विपिन कुमार सिन्हा, लक्ष्मी नारायण सिंह, हाजी मोख्तार खान, स्वदेशी पासवान, मोख्तार अंसारी, मिथिलेश कुमार दांगी, अमन रजा, शमीम खान, इम्तियाज अहमद, वरुण रजक, लालजी शर्मा आदि शामिल थे ।
चौपारण प्रखंड के पांडेयबारा विश्वकर्मा मंदिर में शनिवार को प्रेमी-प्रेमिका विवाह बंधन में बंधे। बताया जाता है कि दो दिन पूर्व प्रखंड के ग्राम पडरिया निवासी पिन्टू भुइयां पिता स्व बालेश्वर भुइयां ने मयूरहंड प्रखंड के इकतारा से एक लड़की को भगाकर अपने घर ले आया। कोरोना के डर से गांव वालों ने थाना को खबर कर दिया। जिसके बाद शनिवार को प्रेमी जोड़े को थाना लाया गया और दोनों पक्षों के अभिभावकों को बुलाया गया। जिसके बाद पडरिया मुखिया पप्पू रजक एवं कांग्रेस नेता अशोक सिंह के पहल पर दोनों के अभिभावकों ने प्रेम के रिश्ते काे शादी करवाने पर राजी हो गए और उनकी शादी हिन्दू रीति रिवाज से पूरे विधिविधान से विश्वकर्मा मंदिर में करवा दिया गया।
बड़कागांव थाना के सहायक थाना डाडीकलां के थाना प्रभारी धनंजय सिंह के नेतृत्व में चेपाकला जंगल में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी के दौरान तीन अवैध कोयला लदा ट्रैक्टर जब्त किया किया है। उक्त मामले में ट्रेक्टर चालक और गाड़ी के मालिक पर कांड संख्या 67/20 दर्ज करते हुए कोल माइंस एक्ट 33 इंडियन फारेस्ट एक्ट के तहत गिरफ्तारी के लिए छापामारी चल रही है। बताते चलें कि इस लॉकडाउन में पिछले सात दिनों के अंदर प्रखंड से लगभग 10 कोयला लदा ट्रैक्टर जब किए गए। इसके अलावा कई अभी कोयला खदानों को भरा गया। मामले को संज्ञान में लेते हुए थाना प्रभारी धनंजय सिंह ने अवैध कोयला कारोबारियों को सचेत करते हुए कहा कि जो भी इस अवैध कारोबार में संलिप्त हैं किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
कोविड -19 वैश्विक आपदा के समय चान्हो ओरिया निवासी मुन्ना सिंह ने अपने भाई रविकांत सिंह के जन्म दिन पर शनिवार को स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया। यह आयोजन रेडक्रॉस के सचिव तनवीर सिंह एवं पूर्व सचिव नीरज कुमार के अनुरोध पर जरूरतमंदों को रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया गया। जिला रेडक्रॉस द्वारा संचालित कार्यक्रम रक्तदान अब आपके द्वार तक के माध्यम से चानो ओरिया हजारीबाग के मुन्ना सिंह के प्रांगण में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। आयोजित शिविर में मुन्ना सिंह ने रक्त दान कर शिविर का प्रारंभ किया गया। रक्तदान करने वालों में संजीत सिंह, आकाश मेहता, ध्रुव सिंह, गौतम सिंह, प्रकाश कुमार, दिनेश कुमार, हिमांशु शेखर सिंह, हर्ष राज सिंह, उमंग सिंह, राजेंद्र सिंह, पीयूष कुमार, आलोक कुमार, राज कुमार, रविंद्र सिंह, दिलीप कुमार पासवान, प्रकाश पासवान, अभिनय राज, विष्णु कुमार सुमन, बिक्रम कुमार सिंह, अविनाश कुमार पासवान ,मनीष कुमार सिंह, मनोज कुमार, शुभम सिंह, लाल देवराम, आदर्श कुमार, ज्ञानी कुमार दास ,उज्जवल प्रताप, प्रदीप कुमार, शुभम जैन, उज्जवल कुमार, रजनीश कुमार, आदित्य राज, देवेंद्र कुमार, शेखर कुमार, सौरभ श्याम कुमार सहित 37 रक्त दाताओं द्वारा रक्तदान किया गया।
शिविर के सफल आयोजन में मेडिकल जांच एवं रक्त संग्रह का कार्य प्रयोगशाला प्राविधिक आर खैरी, जिला रेडक्रॉस के पवन कुमार ने योगदान दिया। जिला रेडक्रॉस के सचिव तनवीर सिंह पूर्व सचिव नीरज कुमार द्वारा वैश्विक आपदा के समय जनहित में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजन के लिए टीम मुन्ना सिंह के सभी रक्तदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया। इस आपदा के समय रक्तदान में आई कमी को ध्यान में रखकर रक्त की कमी से ग्रसित मरीजों को विशेषकर थैलेसीमिया रोग से ग्रसित मरीजों को रक्त की आपूर्ति करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया।
चुरचू प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को चरही घाटो मोड़ और मृतक के आश्रितों की समस्याओं को लेकर हजारीबाग के उपायुक्त से मिलकर चार सूत्री मांग पत्र सौपा। जनप्रतिनिधियों में जिला परिषद सदस्य अग्नेशिया सांडी पूर्ति, प्रमुख अनुक्षी देवी, उपप्रमुख चोलेश्वर महतो व चरही मुखिया महादेव सोरेन ने उपायुक्त डॉ. भुवनेश प्रताप सिंह से मिलकर चार सूत्री मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में मुख्य रूप से चरही घाटो मोड़ पर ओवरब्रिज व उसके आस-पास एनएचएआई की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाने, चरही आकाशगंगा से श्यामपट्टी तक सर्विस रोड का निर्माण करवाने, बाजारटांड़ से श्यामपट्टी तक फ्लाईओवर बनाने व चरही घाटो मोड़ में तत्काल पुलिस की व्यवस्था करने, चरही घाटो मोड़ पर सड़क दुर्घटना में मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा व पीडीएस दुकान जल्द से जल्द देने सहित अन्य कई मांग पत्र के माध्यम से सौंपे गए। उपायुक्त ने जनप्रतिनिधियों को भरोसा दिया कि आपकी मांग पर अविलंब ध्यान दिया जाएगा।
बड़कागांव प्रखंड अंतर्गत सभी नौ संकुल के प्राइमरी अाैर अपर प्राइमरी विद्यालयों के शिक्षक अाैर अभिभावकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शिक्षा पर विशेष बातचीत कर विशेष पहल की गई। कॉन्फ्रेंसिंग प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी घनश्याम साहू की अध्यक्षता में 11:20 पूर्वाह्न बजे से किया गया। इसमें रवि प्रकाश गुप्ता पीरामल फाउंडेशन बीआरपी अभय कुमार के द्वारा विशेष रूप से संचालन किया गया। इसका मूल उद्देश्य है कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़कागांव अव्वल रहे। शिक्षकों में ऑनलाइन शिक्षा को लेकर नई ऊर्जा भरना और ऑनलाइन प्रत्येक कार्य एवं समस्या का समाधान करना। साथ ही अधिक से अधिक बच्चों एवं अभिभावकों से जुड़कर अधिक से अधिक जानकारी बच्चों को सुचारू रूप से शिक्षा दिया जाए। शिक्षक शिक्षण कार्य शुरू करने से पूर्व यह तैयारी कर ले कि बच्चों को ऑनलाइन क्या पढ़ाना है और अगले दिन के लिए क्या होमवर्क देना है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी घनश्याम साहू ने कहा कि समय के अनुसार अपने आप को परिवर्तन करने की आवश्यकता है।इसके माध्यम से हम समाज के निचले स्तर तक के बच्चों के साथ अपने आप को जोड़ सकते हैं। आज हमें अपने आप को अपने कार्य को दिखाने एवं सिद्ध करने की आवश्यकता है। बच्चा हमारा है। और हम सब बच्चों के लिए हैं। आज हमें ऑनलाइन शिक्षा के महत्व को स्वीकार करने एवं प्राप्त सुविधा का लाभ उठाने की आवश्यकता है।
रवि प्रकाश गुप्ता के द्वारा बताया गया कि प्रखंड के 131 विद्यालयों में से 106 विद्यालयों में व्हाट्सएप ग्रुप दिख रहा है। शेष विद्यालयों के द्वारा डाटा फीड नहीं करने के कारण शेष विद्यालय नहीं दिख रहे हैं। डेली मॉनिटरिंग फॉर्म फीड बैक फॉर्म भरना, कॉन्टेंट शेयर करना, अभिभावकों छात्रों से बात करना उनकी समस्याओं का निराकरण करना जरूरी है। प्रधानाध्यापक द्वारा सही डाटा अपलोड करना आवश्यक है। बच्चों के लर्निंग आउटकम्स बढ़ाने पर जोर दिया गया। लगभग दो घंटे से चले इस कॉन्फ्रेंसिंग कार्यक्रम में सभी बीआरपी सीआरपी सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक सच्ची प्रत्येक विद्यालय से एक-एक सहायक शिक्षक एवं अभिभावक उपस्थित हुए।कार्यक्रम में रवि शंकर पाठक कन्या मध्य विद्यालय बड़कागांव,संतोष कुमार यू एम एस काड़तरी के द्वारा अपने विद्यालयों में किए जा रहे कार्यों के बारे में विस्तार से बताया। जो कि अन्य विद्यालयों के लिए अनुकरणीय था। पाठक के द्वारा निर्मित वीडियो पौधों में पोषण का प्रदर्शन भी किया गया। शिक्षक की समस्या भी बताएं जिसका सीधे तौर पर समाधान का तरीका पदाधिकारी के माध्यम से बताया गया। व्हाट्सएप पुष्टिकरण फॉर्म को प्रत्येक शिक्षक भरें। अंत में अभय कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन करते हुए वीडियो कांफ्रेंसिंग समाप्त किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सीआरपी दीपक कुमार, देवदत्त कुमार पाठक, शमशेर आलम, रवि कुमार, रामप्रकाश, बीआरपी सीआरपी सहित दर्जनों शिक्षक एवं अभिभावक ऑनलाइन जुड़े हुए थे।
कोरोना वैश्विक महामारी को देखते हुए देश सहित राज्यों में भी इससे बचाव को लेकर आगामी 17 मई तक लॉकडाउन जारी है। राज्य में निजी सहित सभी सरकारी विद्यालय में तालाबंदी है। सरकारी विद्यालयों में नामांकित बच्चों की पढ़ाई पूर्णरूपेण बाधित नहीं है इसके लिए सरकार की ओर से बच्चों एवं अभिभावकों को व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था की जा रही है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग कायम रह सके। शिक्षकों के द्वारा भी प्रयास जारी है। समय-समय पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मॉनिटरिंग भी की जा रही है परंतु सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब अभिभावकों के पास एंड्राइड मोबाइल उपलब्ध नहीं होने के कारण शिक्षकों के लिए शत प्रतिशत सफलता हासिल करने में कठिनाई भी हो रही है। ऐसी परिस्थिति में विभागीय आदेशों का अनुपालन एक बड़ी चुनौती है। शिक्षकों को प्रतिदिन ऑनलाइन रिपोर्टिंग भी करना है।
चार मई को टाटीझरिया के धरमपुर गांव से घर से भागा सोनू कुमार 17 वर्ष पिता स्व.नेमीचन्द राम को पटना के मीठापुर बस स्टैंड से बरामद किया गया। युवक के पिता का देहांत कई साल पहले हाे चुका है । बरामद युवक को उसकी मां मसोमात सरिता को सुपुर्द कर दिया गया । थाना प्रभारी चन्दन कुमार साव ने बताया कि चार मई को यह लड़का अपने मन से धरमपुर गांव स्थित अपने घर से अचानक गायब हो गया था और पैदल ही चलकर पटना तक पहुंच गया। इसके गायब होने के बाद पांच मई तक इसके परिजनों के द्वारा हर जगह खोज बीन की गई। घर वालों ने थक हारकर लड़का के नहीं मिलने पर इसके परिजनों के द्वारा टाटीझरिया थाना में पांच मई को गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया गया। एएसआई विजय सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। इस टीम के गठन के बाद चार दिनों में बिहार के पटना स्थित मिठापुर बस स्टैंड से उसे बरामद कर लिया।
बड़कागांव प्रखंड में दो बच्चियों ने काेरोना वायरस को देखते हुए अपना जन्मदिन विशेष रूप से मनाया। बड़कागांव आदर्श विद्यालय की शिक्षिका नीलू कुमारी की सात वर्षीय पुत्री क्लास वन की छात्रा पीहू कुमारी ने दर्जन भर बच्चों के बीच मास्क वितरण कर अपना जन्मदिन को यादगार बनाया। पीहू के द्वारा बच्चों के बीच मास्क वितरण कर कोरोना वायरस को लेकर एक विशेष संदेश देने का प्रयास किया गया। पीहू ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि कोरोना से बचना है तो लॉकडाउन में अपने परिवार के साथ घर पर रहें । वहीं नापोखुर्द मुखिया सोनी देवी की पांच वर्षीय पुत्री केजी की छात्रा एंजल गुप्ता ने 10 गरीबों के बीच अनाज एवं 100 लोगों के बीच मास्क का वितरण। दो फलदार पौधे लगाकर अपने जन्मदिन को विशेष रूप से यादगार बनाया।
चौपारण प्रखंड में कोरोना संकट से निपटने के लिए सांसद जयंत सिन्हा ने 26 पंचायतों के लिए शनिवार को 18000 मास्क उपलब्ध करवाया गया है। जिसे पंचायत प्रभारियों एवं संयोजकों के माध्यम से बुजुर्गों एवं महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर वितरण किया जाएगा। भाजपा जिलाध्यक्ष टुन्नू गोप, जिला मीडिया प्रभारी अनिल सिन्हा ने भाजपा मंडल अध्यक्ष चौपारण पश्चिमी राजेश सहाय एवं पूर्वी गजाधर प्रसाद की उपस्थिति में पंचायत प्रभारियों को सौपा। गोप ने कहा कि कोरोना आपदा से बचाव के लिए सांसद जयंत सिन्हा क्षेत्र के लोगों के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और अपने स्तर से हर संभव सहयोग करने को तत्पर हैं। भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील साहू, मंडल महामंत्री मुकेश सिन्हा, राजेश गुप्ता, भरत सिंह, सत्येंद्र सिंह, भाजयुमो अध्यक्ष मनीष सिन्हा, रामाधीन पांडेय, अशोक गुप्ता, बीरेन्द्र रजक, राजेंद्र चंद्रवंशी, बिनोद साव, निर्मल दांगी, कृष्ण कुमार साव, रंजीत पांडेय सहित अन्य सभी पंचायत प्रभारियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मास्क प्राप्त किया।
कटकमसांडी प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत खुटरा के ग्राम सुलमी से धरहरा तक दो किलो मीटर से अधिक सड़क निर्माणकार्य किया जा रहा है। सड़क निर्माण कार्य ग्रामीण विकास विभाग हजारीबाग के द्वारा बनवाया जा रहा है। इस सड़क निर्माण कार्य में बरती जा रही अनियमितता के खिलाफ धरहरा के ग्रामीणों ने हजारीबाग उपायुक्त को आवेदन सौंपा है। ग्रामीणों ने आवेदन में लिखा है कि सड़क निर्माण कार्य कराने वाले संवेदक लॉकडाउन का फायदा उठाकर सड़क निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने आवेदन में यह भी लिखा है कि संवेदक लोकल बालू तथा मिट्टी एवं डस्ट युक्त स्टोन चिप्स का प्रयोग पीसीसी की ढलाई में कर रहा है। ग्रामीणों का क्या भी कहना है कि इस तरह के निर्माण कार्य से सड़क की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है और यह सड़क जल्दी टूट-टूट कर बिखर जाएगी ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने संवेदक की कार्यप्रणाली की जांच अविलंब करने की मांग उपायुक्त एवं विभागीय अधिकारियों से की है। आवेदन में प्रवीण मिश्रा, संजय पांडेय, अरुण पांडेय, नारायण, सुरेश, सुरेन्द्र दास, कामना देवी, रेखा देवी, मुकेश राम, आशीष पासवान सहित दर्जनों ग्रामीणों का हस्ताक्षर है।
जीटी रोड चौपारण बाजार में प्रखंड प्रशासन ने सभी दुकानदारों को अपने-अपने दुकान के बाहर ग्राहक जोन में एक मीटर का सर्कल बनाकर ही सामान बेचने का दिशा निर्देश दिया। अभियान में बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव, सीओ नितिन शिवम गुप्ता एवं थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह मौजूद होकर चैथी मोड़ से लेकर चतरा मोड़ तक जीटी रोड के दोनों तरफ सभी दुकान के संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिया कि झारखंड में कोरोना के लगातार बढ़ते संक्रमण को देखते हुए फैलाव को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अतिआवश्यक है। बीडीओ श्रीवास्तव ने कहा कि सिर्फ और सिर्फ रजिस्टर्ड दुकानदारों के द्वारा ही केवल जरूरी सामान ही बेची जाएगी और अन्य दुकानें बंद रहेगी। वही सीओ गुप्ता ने कहा कि जब से लॉक डाउन शुरू हुआ है। तब से स्थानीय प्रशासन के द्वारा सरकार के आदेशों का पूरी तरह सभी निर्देशित गाइड लाइंस का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। जिसका लाभ है कि हम सब अबतक सुरक्षित है। उन्होंने कहा एसेंशियल सर्विसेज की दुकानें ही सिर्फ खुलेगी। यदि इन दुकानों सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही की गई तो दुकान के संचालक के खिलाफ सरकारी आदेशों की अवहेलना के साथ-साथ कोरोना फैलाव का बडा कारक मानकर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों के द्वारा सभी दुकानों के बाहर वाइट राउंड पेंट सर्किल बनाया गया।
203 कोबरा वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल बरही द्वारा निरंतर जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री व हैंडवाश, साबुन, मास्क, सैनिटाइजर का वितरण किया जा रहा हैं। शनिवार को 203 कोबरा वाहिनी ने ग्राम कारीमाटी व माधोपुर पंचायत पंचमाधव के 198 जरूरतमंद लोगों के सामग्री का वितरण किया। वितरण के दौरान साेशल डिस्टेंस का पालन किया गया। द्वितीय कमान अधिकारी 203 कोबरा वाहिनी अमित कुमार के मार्गदर्शन में 198 जरूरतमंद परिवारों को सामग्री दी गई। इस अवसर पर उपस्थित बिजेंदर कुमार दास सहायक कमांडेंट ने ग्रामीणों को बताया कि कोरोना महामारी से बचाव को लेकर सामाजिक दूरी का पालन करनें, अपने हाथों को 20 सेकंड तक हैंडवाॅश से साफ करने की जानकारी दी। माैके पर प्रति परिवार डेटॉल, हैण्डवॉश-02, फेस- मास्क 02 प्रति परिवार प्रति सदस्य, हैंड सैनिटाइजर 01 व डिटॉल साबुन 04 वितरित किया गया । इस अवसर पर बिजेंदर कुमार दास सहायक कमांडेंट, शर्मा करण अजय सहायक कमांडेंट, स्थानीय मुखिया हरेंद्र गोप, निरीक्षक राजेंदर सरोज, उपनिरीक्षक मिथिलेश यादव, सुनील कुमार, विजय सिंह मीना, सहा उपनिरीक्षक रोहित कुमार, हवलदार ब्रिजेश यादव, दिनेश कुमार, राजेश कुमार, सिपाही लक्की हिब, सतीश कुमार, अमित कुमार आदि उपस्थित थे।
करियातपुर के सात युवकों की एक टीम पिछले दो सप्ताह से गरीब, बेबस एवं लाचार राहगीर जो अपने घर जाने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल यात्रा करने को मजबूर हैं। उनके लिए सूखा नाश्ता व बिसलेरी पानी की व्यवस्था कर रही हैं। वे अब तक स्वयं के खर्च पर लगभग 400 से अधिक राहगीरों को नाश्ता करवा चुके हैं। उक्त कार्य कर रहे टिंकू केशरी, रूपेश कुमार, आशीष केशरी, अविनाश केशरी, राजा केशरी, संदीप केशरी, रितेश केशरी ने लोगो से अपील करते हुए कहा हैं कि घर में रहे, सुरक्षित रहे। जरूरतमंदों का सहयोग कर आत्म संतुष्टि मिलती है।
हजारीबाग कंट्रोल रूम पूरी तरह से एक्टिव है। कोविड -19 से जारी जंग में अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण काल अवधि में अब तक 100 डायल पर मदद के लिए 1500 से अधिक काॅल आए हैं। जिनमें अधिकतर कॉल बाहर में फंसे लोगों के रहे हैं। जिनकी समस्या रजिस्ट्रेशन की रही है। जबकि 300 से अधिक काॅल जिला स्तर से आए हैं जिनमें कार्रवाई लॉकडाउन उल्लंघन के मामले अधिक रहे हैं। सीसीआर डीएसपी अमिता लकड़ा इसकी माॅनिटरिंग कर रही हैं। कहा कि हर सूचना पर त्वरित की जा रही है। लोग घर से बाहर ना निकलें। सीनियर सिटीजन और बच्चे तो बिलकुल नहीं निकलें। पुलिस उनकी मदद के लिए चौबीस घंटे तैयार है। लोग पुलिस से मदद लें। कहा कि वैसे लोग जो घर में अकेले या बुजुर्ग दंपति हैं उन्हें दवा सहित जरूरत के जो सामान की आवश्यकता हो कंट्रोल रूम को सूचना दें पुलिस तत्काल उन्हें दवा या सामग्री उपलब्ध कराएगी। अगर वे पैसे की भुगतान कर सकते हैं तो भुगतान करें अन्यथा पुलिस टीम ही आपस में मिल कर बियर कर लेगी। पर उनकी समस्या को दूर किया जाएगा। कहा कि लोग अगर मार्केटिंग के लिए घर से बाहर निकलते हैं तो हर एक सामान की खरीदारी के लिए कई बार घर से ना निकलें । एक बार निकलें तो सारे काम करके घर लौट जाएं ।
लाेगाें की जरूरत पूरी करने में लगी है पुलिस
अमिता लकड़ा ने बताया कि कोरोना के खिलाफ जंग में पुलिसकर्मी दिन रात ड्यूटी कर रहे हैं। साथ में फोन, व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर पर लोगों की जरूरत भी पूरी करने में डटी हैं। लॉकडाउन में जहां बुजुर्ग के जन्मदिन पर एयरफोर्स में तैनात बेटे की गुहार पर हजारीबाग पुलिस केक पहुंचा कर लोगों की खुशियां बढ़ा रही है। वही पुलिस जनता को हर मदद करने को तैयार भी दिख रही है। सीसीआर डीएसपी अमिता लकड़ा कहती है 100 नंबर पर फोन दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर और छात्रों के आ रहे हैं, जो वापस हजारीबाग लौटना चाहते हैं या फिर 100 नंबर पर किसी मोहल्ले में सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन करने की जानकारी दी जा रही है। आपातकालीन नंबर पर क्रिकेट, फुटबॉल खेलने और दुकान खोलने की जानकारी दी जा रही है। जबकि 100 नंबर पर पुलिस किसी भी सीनियर सिटीजन, अकेले फंसी महिला, बच्चे को मदद करने को तैयार है। ताकि हजारीबाग की जनता लॉक डाउन में असुरक्षित महसूस नहीं करें। बुजुर्गों ने जब भी राशन, सब्जी, दवा के लिए कॉल किया। पीसीआर के वाहन बाजार से खरीद कर उन तक पहुंचाने का प्रयास करती है। जो समर्थ बुजुर्ग हैं।वे पैसे देते हैं तो ठीक है नहीं तो पुलिस विभाग के लोग अपने से भी पैसे लगाकर उनकी लगातार सहायता कर रही है ।
जाे भी समस्याएं आरही हैं उसका समाधान किया जा रहा है : डीएसपी
सीसीआर डीएसपी ने बताया कि कोरोना संकट के दौरान 100 नंबर पर जो भी कॉल आ रहे हैं। उससे पूरी जानकारी इकट्ठा कर कोविड-19 को लेकर जिला प्रशासन के बनाए गए जिला नियंत्रण कक्ष को उपलब्ध कराई जा रही है। लॉक डाउन उल्लंघन पर प्राथमिकी दर्ज करने के साथ आर्थिक दंड के भी प्रावधान किए गए हैं। जिले के सभी थाना और ओपी को जिला नियंत्रण कक्ष से जोड़ने की तैयारी चल रही है। जल्द ही यह धरातल पर दिखने लगेगा। ऐसा तकनीक विकसित किया जा रहा है कि जिले के किसी भी क्षेत्र में अपराध दुर्घटना की जानकारी जिला नियंत्रण कक्ष को तुरंत मिल जाएगी। इस पर वरीय अधिकारी तुरंत निर्णय भी लेंगे। इसके साथ प्रतिदिन घटना की जानकारी राज्य सरकार को भी जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से दी जाएगी। कहा कि अब तक जिले में 300 से अधिक साइबर मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जिसका आंकड़ा कंट्रोल रूम को उपलब्ध हुआ है। अब कंट्रोल रूम को व्यापक तरीके से विकसित किया जा रहा है ।
चुरचू प्रखंड के बहेरा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय से 6 क्विंटल चावल की चोरी बीते शुक्रवार को अज्ञात चोरों ने की। जब अगले सुबह ग्रामीणों ने विद्यालय का दरवाजा खुला देखा तो इसकी जानकारी ग्रामीणों ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक महेंद्र प्रसाद राणा को दी। जानकारी मिलते ही महेंद्र प्रसाद राणा विद्यालय पहुंच कर देखा तो पाया कि छात्र-छात्राओं के मध्याह्न भोजन का छह क्विंटल चावल चोरी हो चुका है। उक्त चोरी की सूचना बहेरा मुखिया बबली पीटर होरो को दी गई। इस संबंध में प्रधानाध्यापक महेंद्र प्रसाद राणा ने चरही थाना में आवेदन देकर मामला दर्ज कराया है। मौके पर जांच करने के क्रम में मुखिया बबली पीटर होरो, वार्ड सदस्य फुलकेरिया किशोरिया, पूर्व वार्ड सदस्य विजय महतो, शिक्षक शुभांकर मिश्रा, अध्यक्ष जितेंद्र राय, मुखिया प्रतिनिधि डब्ल्यू किशोरिया सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
कटकमसांडी थाना क्षेत्र के कटकमसांडी चट्टी गांव में भूमि विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट की घटना घटी। इस घटना में संजय कुमार अग्रवाल गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल संजय कुमार अग्रवाल का कटकमसांडी सीएचसी में प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया। इस संबंध में संजय कुमार अग्रवाल ने कटकमसांडी थाना में आवेदन देकर विवेक कुमार अग्रवाल, अभिषेक कुमार अग्रवाल उर्फ मुकुल दोनों पिता राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल राजेश कुमार केसरी ,पिता स्वर्गीय कृष्ण कुमार केसरी तथा राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल पिता स्वर्गीय फूलचंद साव पर जान से मारने की नीयत से हमला करने तथा पैकेट से 5 हजार छीनने का आरोप लगाया है साथ ही साथ गले से सोने का चेन भी छीनने की बात आवेदन में लिखी गई है। घायल संजय कुमार अग्रवाल के माथे पर गहरी चोट लगी हैं।
बड़कागांव विस क्षेत्र के विधायक अम्बा प्रसाद ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ केरेडारी प्रखण्ड के पचड़ा गांव पहुंची। इस गांव के मृतक रूपनी देवी के आश्रितों को सामाजिक दूरी बनाकर खाद्य सामग्री दिया । कहा कि किसी भी परिस्थिति में हम आपलोग के साथ है । हरसंभव मदद करने का प्रयास करेंगे। साथ ही कोरोना वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाकर रहने की बात कही एवं लॉकडाउन तक घर मे रहने का आग्रह किया। ज्ञात हो कि रूपनी देवी की मौत महुआ चुनने के क्रम में बिजली के गिरे हुए तार से करेंट लगने से हुई थी। मौके पर प्रखण्ड अध्यक्ष रविन्द्र गुप्ता, विधायक प्रतिनिधि सुरेश साव, विधायक मीडिया प्रभारी मनोज सिंह, दिलदार अंसारी, अफजल हुसैन समेत कई लोग पहुंचे थे।
मार्क्सवादी समन्वय समिति कटकमदाग प्रखंड इकाई की ओर से ग्राम मयातु में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक की गई। बैठक में राज्य सरकार व जिला प्रशासन से पांच मांगे की गई। जिसमें अन्य गंभीर बीमारियों की इलाज के लिए हजारीबाग शहर में चिकित्सकों को ओपीडी एवं नर्सिंग होम खोलने का आदेश देने, कोरोना वायरस के बचाव के लिए स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्र तथा गांवों में सैनिटाइजर, मास्क व किट की व्यवस्था करने, प्रवासी मजदूरों व छात्रों को लाने में किराया नहीं लेने, जो मजदूर अपने किराया से लौटे हैं उन्हें भुगतान करने, जिन लोगों के पास बीपीएल कार्ड नहीं है या कार्ड आॅनलाइन नहीं किया गया है उनके खाता में जीविकोपार्जन के लिए 10 हजार भेजने, श्रम कानून में बदलाव पर रोक लगाते हुए प्रवासी मजदूरों को अपने क्षेत्र में रोजगार मुहैया करने की मांग शामिल है। बैठक में मासस के पूर्व जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम राम, निर्मल प्रजापति, राज कुमार कुशवाहा, जगलाल महतो, परमेश्वर प्रसाद, अंकित कुमार, मनीष कुमार, कौलेश्वर रवि आदि मौजूद थे।
बरही अंतर्गत बरसोत में रामसागर तालाब में बरसोत निवासी रामप्रसाद राम के 40 वर्षीय पुत्र उदय राम की मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार मृतक तालाब में मछली मारने के उद्देश्य से गया था, परंतु पानी की गहराई अधिक रहने के कारण युवक असंतुलित हो गया। जानकारी मिलते ही बरही एसडीपीओ मनीष कुमार, अंचलाधिकारी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव, पुनि सह थाना प्रभारी ललित कुमार, एएसआई उपेंद्र कुमार सिन्हा व सुनील तिवारी ने बरही से कई गोताखोरों की सहायता से लाश को खोजने का प्रयास किया, परंतु कई घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अंचलाधिकारी ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव ने चाैपारण से अन्य गोताखोरों की टीम को बुलाकर लाश को ढूंढ़कर देर रात निकाला। जानकारी के अनुसार मृतक मत्स्य विभाग द्वारा प्रशिक्षित बताया जा रहा है। मौके पर भाजपा नेता मोतीलाल चाैधरी, मुखिया प्रतिनिधि विष्णुधारी प्रसाद, पसंस वनबिहारी चंद्रवंशी, संतोष रजवार, मुकेश बक्सी, अजित चंद्रवंशी, उमेश चंद्रवंशी, विजय राम, जयनाथ राम, प्रभात कुमार, बादल पाठक, बरही के गोताखोर इंद्रदेव निषाद, राहुल निशफ, सन्नी निसाद उपस्थित थे।
झारखंड-बिहार के समेकित चेकपोस्ट चोरदाहा पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी मवि अहरी के शिक्षक शकील अहमद पर कार्य में लापरवाही, दूसरे को बहकाने तथा अन्य कार्यरत कर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत पर प्रशासन ने कार्रवाई की। शनिवार को प्रखंड कार्यालय पत्रांक संख्या 471 के द्वारा लापरवाह शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया। इस संबंध में बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि चेकपोस्ट पर कोविड-19 नोवेल कोरोना वायरस के नियंत्रण कार्य के लिए उक्त शिक्षक को प्रतिनियुक्त किया गया है। शिक्षक द्वारा पूर्व से ही कार्य के प्रति लापरवाही व अन्य कार्यरत कर्मियों को बहकाने तथा अभद्र व्यवहार करने का आरोप था। पिछले दिनों सामुदायिक अस्पताल प्रभारी डॉ धीरज कुमार और आपदा मित्र द्वारा बॉर्डर पर फूड पैकेट्स पहुंचाने गए सदस्यों के साथ अभद्र व्यवहार किया था। बीडीओ ने कहा कि 24 घंटे में स्पष्टीकरण देने और जांच के बाद संतुष्ट नही होने के बाद उक्त शिक्षक पर विधि संगत कानूनी कारवाई की जाएगी।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला समिति एवं युवा विंग की ओर से गरीब, असहाय लोगों के बीच लगातार राशन का वितरण किया जा रहा है। यादो बाबू चाैक के समीप महासभा के अध्यक्ष गिरिवर नंदन प्रसाद के आवास पर शनिवार को गरीबों के बीच सूखा राशन आटा, चावल, आलू, दाल व अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया। इस मौके पर अध्यक्ष प्रसाद ने बताया कि लाॅकडाउन के कारण किसी भी समाज के गरीबों को भोजन की परेशानी न हो इसके लिए निरंतर खाद्य सामग्रियों का वितरण किया जा रहा है। युवा विंग के अध्यक्ष शशिकांत सिन्हा ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हम सबका कर्तव्य है कि जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आएं। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा केवल समाज के लिए ही नहीं व अन्य लोगों के लिए भी हमेशा खड़ी रही है। मौके पर सभा के महामंत्री बीएन प्रसाद, रणवीर बक्शी, माया प्रसाद, मदन प्रसाद, सचिन सहाय, अजय अंबष्ठ, गौतम किशोर, प्रभात कुमार, नवीन कुमार सिन्हा, आशीष सिन्हा, सुनील सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा आदि मौजूद थे।
खतियानी परिवार के सदस्यों ने शनिवार को ऑनलाइन कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की। सबसे पहले महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मालगाड़ी से कटकर 16 श्रमिकों के दर्दनाक मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस राष्ट्रीय आपदा के समय प्रधानमंत्री सहायता कोष में उपलब्ध करोड़ों रुपये की राशि मजदूरों के रक्षार्थ राज्य सरकारों को उपलब्ध कराया जाना चाहिए। प्रवासी मजदूर जो भूखे प्यासे व्यवस्था के अभाव में हजारों किलोमीटर पैदल, साईकिल से अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे हैं उनपर पुलिस बर्बरता ने देश को शर्मसार किया है। खतियानी परिवार की नजर में यह निंदनीय और घृणित कार्य है । इस कांफ्रेसिंग में डाॅ. सीपी दांगी, डाॅ. गोकुल नारायण दास, डाॅ. भुवनेश्वर महतो, मो. तनवीर अख्तर, मो. मुश्ताक हसन, बाबूभाई विद्रोही, नरेश कुशवाहा, संजय कुमार मेहता, मो. हकीम, मो. शाबिर, तपेश्वर राम, शंभू प्रसाद अधिवक्ता आदि शामिल थे ।
कोरोना महामारी को देखते हुए चुरचू प्रखंड के चनारो पंचायत के तिताही गांव में सीसीएल हजारीबाग कोयला क्षेत्र चरही के माध्यम से प्राप्त अनाज का वितरण गरीबों और जरूरत मंद लोगों के बीच किया गया। ग्रामीणों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की सलाह दी गई। इस मौके पर उप प्रमुख चोलेश्वर महतो, मुखिया रेशमी देवी, वार्ड सदस्य चेतो मांझी, दुलकी देवी, मोती मांझी, रत्नी देवी, छोटकी देवी, सुरजी देवी, जासो देवी, रुकमणी देवी सहित कई लाभुक और ग्रामीण उपस्थित थे।
कोरोना जैसे वैश्विक आपदा के मौके पर तकनीक उपलब्धता वरदान साबित हो रही है। इसका जितना प्रचार-प्रसार होगा जीवन उतना ही सुरक्षित होगा। इस तथ्य को जन-जन तक पहुंचाने का दायित्व उठाया है केबी महिला कॉलेज बीसीएस विभाग ने। बैचलर ऑफ कॉर्पोरेट सेक्रेट्रीशिप के रितिका सिन्हा और ऋचा जैसी छात्राएं पहले से ही तकनीकों के इस्तेमाल बढ़ाने के कार्य में तन्मयता से जुड़ी है लेकिन वर्तमान आपदा के वक्त सक्रियता बढ़ गई है। रितिका बताती हैं कि आरोग्य सेतु के इस्तेमाल को बढ़ाने की जरूरत है। हम इस प्रयास को सोशल मीडिया के ट्वीटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सशक्त माध्यम तक ले आए हैं। हमें भरपूर समर्थन भी मिल रहा है। वहीं ऋचा बताती हैं कि विभाग के प्रमुख डॉ. बीडी त्रिवेदी, सौरभ कुमार, संजय कुमार केसरी जैसे शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी हमें भरपूर समर्थन मिल रहा है। लोग जुड़ भी रहे हैं। बीसीएस विभाग आईटी और मैनेजमेंट की शिक्षा भी देता है। तकनीक और प्रबंधन के इस माहौल का प्रभाव इस पूरे अभियान पर भी दिखता है। वर्तमान दौर खुद को सुरक्षित रखने का है। इसके लिए जागरूकता का स्तर और बढ़ाने की जरूरत है ।
कोरोना से डरो ना, डिजिटल करों के मंत्र को सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान देने का बीड़ा उठाया है। सेमेस्टर तीन की शिवानी सैनी और श्वेता कुमारी जैसी छात्राएं बताती है कि अलग अलग एप के इस्तेमाल के द्वारा सुरक्षित तरीकों से कोरोना जैसे संकट के दिनों में सुरक्षा का उपाय लोगों को बताते हैं । बीसीएस विभाग के प्रमुख डॉ त्रिवेदी कहते हैं कि तकनीकों का इस्तेमाल आगे और बढ़ेगा। इस दिशा में प्रयास बहुत करनी है। कोरोना जैसी आपदा चुनौती है। हमारी छात्राएं इस दिशा में अभियान के रूप में काम कर रही है। इस प्रयास को सराहना भी मिल रही है। उम्मीद है आगे आने वाला कल बेहतर होगा।
लॉकडाउन के बीच सदर विधायक मनीष जायसवाल द्वारा क्षेत्र में किए जा रहे जनकल्याण के कार्यों को उनके गैरमौजूदगी में भी शनिवार को भाजपा कार्यकर्ताओं, विधायक प्रतिनिधियों और उनके समर्थकों ने सुचारू रखा और नमो आहार केंद्र व नमो चलंत भोजनालय के माध्यम से जरूरतमंदों तक भोजन और मास्क पहुंचाया। विधायक श्री जायसवाल के करीबी रिश्तेदार के निधन होने के कारण वे क्षेत्र में चल रहे सेवा कार्यों की किसी भी गतिविधि में शनिवार को शरीक नहीं हुए। उनकी अनुपस्थिति में भी विधायक कार्यालय अवस्थित नमो आहार केंद्र के माध्यम से करीब 500 लोगों को खिचड़ी खिलाया गया ।
वहीं कुल आठ नमो चलंत भोजनालय के माध्यम से क्षेत्र के विभिन्न इलाके में हजारों जरूरतमंदों के बीच स्वादिष्ट पौष्टिक युक्त खिचड़ी और मास्क बांटा गया। नमो चलंत भोजनालय कटकमदाग कटकमदाग, बांका, महरोरिया, कटकमसांडी प्रखंड के शाहपुर, दुधमटिया आदिवासी टोला, मनार बस्ती, मनार भुइयां टोली, मनार यादव टोली, लुपुंग बस्ती, लुपुंग दलित मुहल्ला, डाड दलित मुहल्ला, सदर प्रखंड के पौता, तुरांव, मरहेता, चंदवार, दारू प्रखंड के पिपचो, सुल्तानी यादव टोला, बड़वार बिरहोर टोला, पेटो रोड़ पर और नगर निगम क्षेत्र के कुम्हारटोली स्थित दश्घरवा टोला में खिचड़ी और मास्क भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायक प्रतिनिधियों के नेतृत्व में बांटा गया ।
28 दिनों के बाद शुक्रवार की रात कोडरमा में दो और कोरोना पॉजिटिवि मरीज मिले। प्रशासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डोमचांच स्थित महिला कॉलेज में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से रातों-रात उन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से होली फैमिली में बनाए गए कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट कराया। जिन दो लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव आए हैं उसमें एक डोमचांच प्रखंड के के बगरीडीह निवासी है। वही दूसरा जयनगर प्रखंड अंतर्गत तमाय पंचायत के धरायडीह का रहने वाले हैं। बगरीडीह गांव के पॉजिटिव पाए गए युवक हाल ही में बनारस के रास्ते दिल्ली से लौटा था। उनके साथ अन्य 2 लोग थे। जिसमें 2 लोगों में स्क्रीनिंग जांच में बीमारी के लक्षण पाए जाने पर आइसोलेशन में भर्ती करते हुए जांच के लिए सैंपल भेजा गया था। जिसमें एक का रिपोर्ट पॉजिटिव व दूसरे का रिपोर्ट निगेटिव आया है। वही जयनगर के दूसरे पॉजिटिव मरीज गत 6 मई को बस से सूरत से आया था। उस बस पर कुल 53 लोग सवार थे। जिनमें कोडरमा जिला के 37 लोग शामिल थे। चंदवारा में बस को प्रशासन के द्वारा रोके जाने के बाद बस पर सवार सभी लोगों को जेजे कॉलेज में स्क्रीनिंग कराई गई थी। जिसमें बस पर सवार 6 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करते हुए इनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। जिनमें 5 का रिपोर्ट नेगेटिव व 1 का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। शुक्रवार की देर रात रांची व धनबाद लैब से आई सैंपल के रिपोर्ट आने के बाद जिला में पॉजीटिव केस को लेकर पूरी रात प्रशासनिक गतिविधियां चलती रही। करीब रात 12 बजे 2 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि होने के बाद प्रशासन स्तर से स्वास्थ्य विभाग को आइसोलेशन वार्ड डोमचांच कॉलेज में भर्ती दोनों मरीजों को रात में ही कोविड-19 शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया। यह कार्रवाई उपायुक्त रमेश घोलप के निर्देश पर पूरी की गई।
कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि होने के बाद शनिवार को उपायुक्त रमेश घोलप व पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारिब ने डोमचांच प्रखंड अंतर्गत बगरीडीह गांव का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में बगरीडीह गांव को सील कर उसे कॉन्टेंमेंट जोन घोषित करते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। बीडीओ को पूरे गांव के हर गली, चौक-चाैराहों पर बेरिकेडिंग करने का निर्देश दिया। वहीं गांव को सेनिटाइज करने का निर्देश भी दिया गया। उपायुक्त ने सर्विलांस टीम को घर-घर जाकर लोगों को जांच करने का निर्देश दिया। मौके पर उपायुक्त ने बताया कि जिला में 2 कोरोना संक्रमित मरीज के मिलने के बाद दोनों मरीजों को कल रात में ही कोविड अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने कोडरमा वासियों को पैनिक ना होने व अपने-अपने घरों में ही रहने और आवश्यक कार्य हो तब ही बाहर निकले की अपील की। उन्होंने दूसरे राज्यों से आए हुए व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन अवधि पूर्ण होने तक घरों से बाहर बिलकुल नहीं निकले की बात कही। मौके पर एसी अनिल तिर्की, एसडीओ विजय वर्मा, एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद, बीडीओ मनीष वर्मा व अन्य लोग मौजूद थे।
बगरीडीह का कोरोना पॉजिटिव टैंकर से बरही पहुंचा, बोलेरो से गया था घर
डोमचांच के बगरीडीह के कोरोना पॉजिटिव युवक 2 मई को दिल्ली के दुर्गा विहार खानपुर अरौली से लौटा है। वे दिल्ली में बिल्डिंग आर्केटिंग का काम करता है। यह युवक 25 अप्रैल की सुबह 4 बजे बाइक सवार के साथ हरियाणा बॉर्डर पर अपराह्न 12.30 बजे पहुंचा। उसी दिन अपराह्न 3.30 बजे टैंकर के ड्राइवर के साथ बैठकर शाम 6 मथुरा पहुंचा। वह 26 व 27 दो दिन मथुरा में रहा। जहां गैस की लोडिंग हो रही थी। 27 की शाम 4 बजे मथुरा से 28 अप्रैल की शाम जोनपुर आया। जहां 30 अप्रैल तक लाईन होटल में रूका। 1 मई को जोनपुर से बरही के लिए टैंकर से चला। 2 मई की सुबह 3 बजे वह बरही पहुंचा। जहां से बोलेरो से वह बगरीडीह आया और मोटरसाइकिल से सुबह सदर अस्पताल आया। जहां जांच के दौरान उसे 3 मई को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। उसी दिन शाम में वह आइसोलेशन से घर भाग गया। भागने पर पुलिस उसे पकड़कर घर से लाया। इसी बीच वे अपने दो बच्चो के संपर्क में आया। उसका सैंपल 3 मई की शाम भेजी गई थी। जिसका परिणाम पॉजिटिव आया।
लॉकडाउन के कारण कोलकाता से वापस घर आ रहा टंडवा का एक मजदूर की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई। मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के तेसरचेपा गांव निवासी फुलदेव भुइयां कोलकाता दुर्गापुर होते साइकिल से घर आ रहा था। इसी बीच दुर्गापुर के अंडाल थाना क्षेत्र में ट्रक के चपेट मे आने से गंभीर रुप से घायल हो गया। जिसे स्थानीय लोग दुर्गापुर हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर उसके परिजन अपनी गरीबी के कारण शव लाने से असमर्थ हैं। जिसके कारण शव दुर्गापुर अस्पताल में पड़ा है। जिला परिषद सदस्य दुलारचंद साहू ने बताया कि घटना की सूचना जिला प्रशासन को मिलते ही प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया। जिसके बाद सिमरिया एसडीयो दीपू कुमार व टंडवा बीडीओप्रताप टोप्पो के पहल पर शव लाने को लेकर लोग दुर्गापुर जाएंगे। परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
सोंस गांव में एक तालाब में मछली मारने गए लोगों के हाथ एक नवजात बच्चे का शव आ गया। शव को एक पत्थर से दबा दिया गया था। गांव के जसवीर गंझू ने बताया कि शनिवार की सुबह हेडुम पंचायत के सोंस गांव में कुछ ग्रामीण मंगरदाहा तालाब में मछली मारने के लिए उतरे थे। इसी बीच एक युवक को पैर के नीचे कोई मुलायम वस्तु का स्पर्श हुआ। उसने मछली समझकर उसे पकड़कर खींचने लगा तब उसे वहां वह वस्तु पत्थर के नीचे होने का अनुभव हुआ। फिर उसने एक हाथ से पत्थर को हटाया और झटके से बाहर निकाला तो मछली मारने वाले सभी लोग तब सन्न रह गए जब उस युवक के हाथ में मछली की जगह एक नवजात बच्चे का शव था। उसे लेकर वह तालाब से बाहर आया। फिर ग्रामीणों से राय मशविरा करने के बाद उसे मिट्टी देकर दफना दिया। दुर्भाग्य की बात तो यह है कि यह मामला पुलिस प्रशासन की नजर में भी नहीं आया। अब लोगों में नवजात की हत्या के पाप का डर भी नहीं रह गया है। इन्हें सपोर्ट करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर भी प्रशासन एवं प्रतिनिधियों की नजर नहीं है।
थाना क्षेत्र अंतर्गत मरचोई व राजाबर में 6 मई को लॉकडाउन के दौरान झुंड बनाकर शादी समारोह में शामिल होने व मजमा बनाकर ताड़ी पीने को लेकर सतगावां थाना में 8 मई को 2 अलग अलग 15 लोगों पर मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में थाना प्रभारी अरबिंद कुमार ने बताया कि मरचोई के चौकीदार विनोद राम व राजाबर के चौकीदार ब्रहमदेव राय के लिखित आवेदन के आधार पर सतगावां थाना में 15 लोगों पर लॉकडाउन के दौरान झुंड बनाकर जानबूझकर शादी समारोह में शामिल होना व मजमा बनाकर ताड़ी पीने को लेकर मामला दर्ज किया गया। जिसमें मरचोई के दिनेश सिंह,श्याम सुंदर सिंह, स्नेही कुमार, टुनटुन सिंह, मुकुंद सिंह, सच्चिदानंद सिंह के अलावा राजाबर के ननकू चौधरी, चमक चौधरी, सुभाष मुसहर, रामस्वरूप यादव, राजो राय, ब्रहदेव राय, कामेश्वर राय, दासो तुरी, मोहन तुरी, भागो राय के नाम शामिल है। मरचोई में दिनेश सिंह अपनी पोती की शादी कर रहे थे वहीँ दूसरी ओर राजाबर में ननकू चौधरी के द्वारा लॉकडाउन का उल्लंघन कर ताड़ी बेचा जा रहा था जिसमे सुभाष मुसहर, रामस्वरूप यादव, राजो राय, ब्रहदेव राय, कामेश्वर राय झुंड बनाकर ताड़ी पी रहे थे।
कोरोना संक्रमण को लेकर लागू लॉकडाउन में गुजरात राज्य के अहमदाबाद व बड़ोदरा में झारखंड के 258 मजदूर फंसे हैं। इनमें चतरा जिले के 40 मजदूर शामिल हैं। चतरा जिले के मजदूर अहमदाबाद के यूनाइटेड पॉलीफैब लिमिटेड में कपड़े की धागा बनाने का काम करते हैं। इन सभी मजदूरों को कंपनी की और से टिंबा गांव में रहने की व्यवस्था है। इसी आवासीय परिसर में मजदूरों का कंपनी की ओर से खाने पीने की व्यवस्था की जाती है। लेकिन लॉकडाउन के कारण कंपनी का कार्य बंद है। ऐसे हालात में मजदूरों को न तो ठीक से खाना दिया जा रहा है और नहीं मजदूरों को उनके घर वापस भेजने की व्यवस्था की जा रही है। यहां तक की कंपनी के लोग मजदूरों को प्रताड़ित करते हैं। मजदूरों का कहना है कि वे सभी अपना घर जाना चाहते हैं। लेकिन कंपनी के लोग उन्हें घर नहीं जाने दे रहे हैं।मजदूर उमेश यादव, मुकेश यादव, शिवनारायण यादव, अमन यादव, विशाल कुमार, अनिल कुमार यादव, सोमनाथ यादव, अखिलेश यादव व विनोद यादव ने मोबाइल पर बताया कि कंपनी का स्टाफ ने टिंबा गांव के मुखिया एवं सरपंच को बोल दिये हैं कि उनके मजदूरों को घर जाने का अनुमति नहीं दे। जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार से घर पहुंचाने की मांग की है।
ओडिशा से 18 की संख्या में मजदूर विगत 4 दिनों से साइकिल से बिहार राज्य के वैशाली जिले राघवपुर के लिए निकल पड़े है। सभी मजदूर एनटीपीसी उड़ीसा में कार्य करते थे। लॉक डाउन के बाद सारे पैसा खत्म हो हो गए। जिसके बाद सभी मजदूर साइकिल से ही अपने गांव के लिए निकल पड़े। शनिवार शाम काे काेडरमा पहुंचे मजदूरों में शामिल रणधीर कुमार ने बताया कि पिछले 4 दिनों से सभी मजदूर लगातार साइकिल चला रहे हैं। उन्होंने बताया की ओडिशा में कहीं भी खाने को नहीं मिला। झारखंड पहुंचने पर 2-3 जगह खाने को मिला। वही मजदूर नीतीश कुमार ने बताया कि 4 दिनों से लगातार भूखे पेट साइकिल चलाने को मजबूर है। पैसे की घोर कमी आ गई थी। इसी लिए वह से निकलना पड़ा। अगर सही सलामत घर पहुंच गए तो भगवान का कृपा होगी। वहीं संजय राय ने कहा कि सरकार की ओर से कोई भी मदद नहीं मिला है,रास्ते में भय का माहौल बना रहता है। थक जाने पर रास्ते पर ही सोने को मजबूर हैं।
एक मई से अब तक कुल 1164 लोगों को सकुशल चतरा लाया गया। इनमें कुल 539 लोग रेड जोन से लौटे हैं। इनपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्हें सरकारी क्वारेंटाइन केंद्रों में रखा जा रहा है। सभी की सैंपल टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है। टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद हीं उन्हें होम क्वारेंटाइन में रहने की अनुमति दी जाएगी। यह जानकारी डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने शनिवार को समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 के कारण पूरे देश में लोकडाउन लागू है। 28 अप्रैल को केन्द्र सरकार ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को राज्य वापस लाने की अनुमति दी।इसके बाद लॉकडाउन के कारण विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड राज्य के प्रवासी मजदूरों,व्यक्तियों,छात्रों एवं पर्यटकों को चरणबद्ध तरीके से रेल गाड़ी और बसों के माध्यम से राज्य वापस लाया जा रहा।रेलवे से यह सभी आये दिन राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंच रहें हैं। वहां से प्रवासी मजदूरों,व्यक्तियों,छात्रों एवं पर्यटकों को समुचित व्यवस्था के साथ पूरे ससम्मान से रिसीव कर बसों के माध्यम से सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए चतरा लाया जा रहा।यहां लाने के बाद उन्हें नव निर्मित अनुमंडल कार्यालय में बने कोविड केयर सेंटर में ले जाया जा रहा हैं। यहां सभी को स्वास्थ्य टीम अच्छे से स्क्रीनिंग कर रही है।
स्क्रीनिंग में सामान्य पाए जाने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन का मुहर लगाया जा रहा। साथ हीं उन्हें 10 किलो आटा एवं दो किलो दाल का पैकेट देकर उन्हें घर तक छोड़ते हुए आगले 21 दिनों तक के लिए होम क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है।उपायुक्त ने बताया कि जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री मौजूद है। हर जरूरत मंद व्यक्ति तक पपीडीएस के तहत राशन एवं अन्य राहत सामग्री पहुंचाया जा रहा है। साथ हीं मास्क, पीपीई, सैनिटाइजर समेत अन्य जरूरी सामग्री भी पर्याप्त है। जिले में मुख्यमंत्री दीदी किचन एवं दाल भात योजना केंद्र संचालित है, जिनमें असहाय एवं जरूरत मंद व्यक्तियों को भोजन कराया जा रहा है। साथ हीं कई एनजीओ द्वारा भी जरूरतमंद लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जोमैटो ,हिन्दुस्तान लीवर, पारले-जी, एनटीपीसी एंव टाटा ट्रस्ट की ओर से विभिन्न सामग्री उपलब्ध कराई गई है। जो सराहनीय है। उन्होंने बताया कि जोमैटो की और से उपलब्ध कराए गए राहत सामग्री में से प्रत्येक प्रवासी मजदूर को10 केजी आटा एवं 2 केजी दाल दिया जा रहा।
14 बस से 292 लोगों को ओडिशा-छत्तीसगढ़ से लाया गया
जिले से ओडिशा के लिए 6 बस एवं छत्तीसगढ़ के लिए 8 बसों को भेजा गया था। इनमें कुल 292 लोगों को चतरा लाया गया। इनमें 202 लोग चतरा जिले के एवं 90 लोग अन्य जिलों के थे। अन्य जिलों के लोगों को सकुशल जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उनके जिले तक पहुंचाया गया है।उन्होंने बताया कि विभिन्न क्वारेंटाइन केन्द्रों में र3,919 लोगों का 28 दिन पूरा हुआ।इस दौरान उनमें किसी भी प्रकार का कोई लक्षण नहीं पाया गया। इसके बाद उन्हें उनके घर में भेज दिया गया है।डीसी ने बताया कि अब तक जिले में कुल 191 टेस्ट सैंपल भेजें गए है। इनमें अब तक कुल 48 रिपोर्ट पेंडिंग है।शेष सभी रिपोर्ट नेगेटिव पाए गए।
चतरा कारा मंडल में जेल के बंदी बना रहे हैं फेस मास्क
चतरा कारा मंडल में भी एहतियातन तौर पर क्वारेंटाइन केंद्र सहित मास्क, सैनिटाइजर एवं अन्य व्यवस्था कि गई है। जेल में कैदियों द्वारा मास्क तैयार किया जा रहा है। बंदियों ने अब तक कुल 250 कपड़े का मास्क बनाया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जेल में कुल 335 कैदी है।इनमें 323 पुरूष एवं 12 महिला है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिन्हा, स्थापना उप समाहर्ता धीरज ठाकुर, सहायक जन संपर्क पदाधिकारी अमित कुमार केशरी मौजूद थे।
थाना क्षेत्र के महथाखैरा निवासी भोला चौधरी ने गांव के ही पांच लोगों पर मारपीट करने व घर के बक्शे से नकदी सहित अन्य सामान चोरी करने का मामला दर्ज कराया है। जिनके विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है उनमें रंजीत चौधरी, गुजर चौधरी, रेखा देवी,बिंदु कुमारी, खुशबू देवी के नाम शामिल है। घटना गुरूवार शाम 6 बजे की है। थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनके घर के पीछे जमीन में उपरोक्त लोगों द्वारा घोरान घेरा जा रहा था, जिसका विरोध उनकी भाभी पार्वती देवी ने किया, तो रंजीत चौधरी गाली गलौज करते हुए टांगी से मुंह पर मार दिया। वहीं गुजर चौधरी रड से भाभी को मारा। इसी बीच उपरोक्त आरोपी ने बक्सा में रखे 25 हज़ार रुपये नकद, एक कर्णफूल ले लिया। पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही है।
प्रवासी मजदूरों की मुफ्त घर वापसी, आयकर के दायरे में नहीं आने वाले लोगों के एकाउंट में तत्काल 10 हजार रुपए भेजने, सहित अन्य मांगों को लेकर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत राज्यव्यापी विरोध दिवस को लेकर वाम दल के नेता, कार्यकर्ता व समर्थकों ने अपने अपने घरों मे धरना प्रदर्शन किया। मौके पर लोगों ने सभी प्रवासी मजदूरों को फ्री मे घर वापस लाने, रेल पटरी मे मारे गए मजदूरों के परिवार को दस लाख का मुआवजा देने की मांग को लेकर नारे लगाते हुए अपने आवास पर धरना दिया। मौके पर सीपीएम राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय पासवान ने कहा कि मजबूरी व भुखमरी से परेशान होकर अपने घरों की ओर चल पड़े मजदूरों को एक त्वरित अभियान चलाकर केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों के सहयोग से उनके घरों तक पहुंचाने और उनके स्वास्थ्य की देखरेख सुनिश्चित करने होगा।वही मुनाफे की हवस में औद्योगिक सुरक्षा मे बरती गयी लापरवाही के चलते पिछले दो दिनों में विशाखापट्टनम व रायपुर मे औद्योगिक हादसा हुई है, जिसमे दर्जनों मजदूर की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार कोविड लॉक डाउन मे प्रवासी मजदूरों की प्रवाह नहीं कर रही है, जिसके कारण भूखे, प्यासे मजदूर हजारों मिल पैदल चलने को मजबूर है और जिसके कारण सैकड़ों लोगों को अपनी जान गवाना पड़ रहा है।वही भाकपा जिला मंत्री प्रकाश रजक ने कहा की मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते पहले से ही अर्थव्यवस्था की कमर टूटी हुई है और कोरोना संकट मे और तबाह हो गया है, ऐसे अर्थव्यवस्था को पुनः चालू करने के लिए योजना बनाना होगा। लॉक डाउन का सख्ती से पालन करते हुए विरोध दिवस कार्यक्रम में डीवाईएफआई के यादव, सुरेन्द्र राम, शिवपुजन पासवान, कामेश्वर राणा, भुनेश्वर राणा, रविंद्र ठाकुर, मथुरा रजक सहित अलग अलग जगह मे दर्जनों लोग शामिल हुए।
लॉक डाउन के बीच प्रवासी मजदूरों का पैदल घर लौटने का सिलसिला जारी है। शनिवार को बिहार राज्य के नवादा जिला अंतर्गत सिरदला प्रखण्ड में मजदूरी कर रहे दर्जनों मजदूर सतगावां के रास्ते पैदल अपने घर बंगाल के लिए निकल पड़े है। सतगावां पुलिस के द्वारा चेकपोस्ट पर रोककर सभी मजदूरों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टर के द्वारा जांचोपरांत होम क्वारेंटाइन का स्टाम्प लगाकर घर जाने की अनुमति दे दिया गया। सभी मजदूर बासोडीह बाजार होते हुए झारखण्ड बॉर्डर से होते हुए पाकुड़ जिला की ओर रवाना हो गया। मजदूरों ने पूछने पर बताया की हमलोग कई महीनों से सिरदला प्रखण्ड में मजदूरी कर रहे थे। लॉक डाउन होने के बाद हमारे पास किसी तरह का आय का साधन नही है। जिससे भुखमरी की स्थिति बन गई है। जिसके कारण हमलोग पैदल ही घर के लिये निकल पड़े है। सिरदला प्रखण्ड से चलकर मजदूर करीब 50 किलोमीटर का सफर तय कर सतगावां पहुंचा थे, ये करीब 300 किलोमीटर की दूरी इस चिलचिलाती धूप में तय करने को मजबूर है।
भाकपा माले की ओर से विशाखापट्टनम में गैस लीक से हुई मौत व औरंगाबाद जिला में ट्रेन से कटकर हुई मजदूरो की मौत के विरोध में राष्ट्रीय अभियान के तहत शनिवार को झुमरी तिलैया व बेकोबार में सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए काला झंडा व काली पट्टी लगाकर शोक व धिक्कार दिवस मनाया। मौके पर लॉकडाउन के दौरान जिन मजदूरो व नागरिकों की मौत हुई है उनमें सर्वप्रथम श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने हाथों में पोस्टर लेकर धरना दिया। मौके पर संदीप कुमार ने कहा कि सरकार सभी प्रवासी मजदूरो को बिना भाड़ा लिए घर वापसी की गारंटी करे और मजदूरो के खाते में तत्काल 10 हजार रुपए व 50 किलो राशन देना सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण मारे गए आमलोगों व मजदूरो को 10 लाख रुपए मुआवजा दे व सभी गरीब व मध्य वर्ग के लोगों को बिना राशन के आधारकार्ड के आधार पर 50 किलो राशन उपलब्ध कराएं। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान सभी सरकारी व निजी स्कूलों का फीस माफ करने की भी मांग की। मौके पर चरणजीत सिंह, तुलसी राणा, अजय पांडेय, नागेश्वर प्रसाद, शंभू, अमरजीत, वीरेंद्र पांडेय, मनीष, रूपेश, नसीम सहित अन्य लोग मौज्ूद थे।
जयनगर : दो मिनट का मौन रखा
भाकपा माले ने शनिवार को जयनगर प्रखंड के चंद्रा पिपराडीह, पिपचो, एवं नौकाडीह में लॉक डाउन जनसंहार के खिलाफ शोक धिक्कार दिवस मनाया। विशाखापट्टनम में गैस रिसाव व महाराष्ट्र के औरंगाबाद के समीप रेलवे दुर्घटना में मारे गए प्रवासी मजदूरों के प्रति 2 मिनट का मौन रखा। मौके पर जिला कमेटी सदस्य इब्राहिम अंसारी ने कहा कि प्रवासी मजदूरों को केंद्र सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया है। मजदूरों को घर वापस के लिए अधिक ट्रेनों को चलाया जाय। अध्यक्षता प्रखंड सचिव अशोक यादव ने किया। मौके पर मुन्ना यादव, अजय यादव, कौलेश्वरी राणा, चांद अख्तर, सुरेंद्र सिंह सहित कई लोग मौजूद थे।
कोरोना वैश्विक महामारी को लेकर लॉकडाउन पार्ट-3 में झुमरी तिलैया राजगढिया रोड के समीप चल रहे नमो भोजनालय में रोजाना 250-300 लोग भोजन कर रहे है। भोजनालय सांसद अन्नपूर्णा देवी के सहयोग से भाजपा नगर मंडल की ओर से चलाई जा रही है। मौके पर सांसद अन्नपूर्णा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान किसी भी जरूरतमंदों को अन्न की कमी नहीं होने दी जाएगी। नमो भोजनालय के माध्यम से जरूरतमंदों को भोजन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कोडरमा जिला की तरह गिरिडीह के जमुआ चौक पर भी नमो भोजनालय का संचालन किया जा रहा है। लॉकडाउन पार्ट-3 के छठे दिन शनिवार को नमो भोजनालय के संचालन में भाजपा जिला मंत्री शिवेंद्र नारायण सिंह, चंद्रशेखर जोशी, अनूप जोशी, देवनारायण मोदी, संजय शर्मा, उदय सिंह, अजय झा, अमर सिंह, बबलू सिंघानिया, रामबालक चौधरी, मुरली राम, अंकित कुमार, इंद्रदेव मोदी, मनोज जैन, सुरेश गुप्ता, अमित वर्मा सहित अन्य लोग सक्रिय भूमिका निभा रहे है।
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार की ओर से गुटखा ,बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू की खरीद बिक्री पर पूरी तरह पाबंदी लगाने के बावजूद प्रखंड के विभिन्न चौक चौराहों पर चोरी-छिपे गुटका व पान मसाला बेचा जा रहा है। गुटका के थोक व खुदरा विक्रेताओं द्वारा ऊंचे दामों में गुटखा बेचकर भारी भरकम रुपए लोगों से वसूल रहे हैं। गुटखा बेचने पर प्रतिबंध लगने के बाद खुदरा व्यापारी ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य सामग्री लाने और ले जाने की आड़ में इसकी आपूर्ति कर रहे है। वहीं दुकानदार लॉक डाउन का फायदा उठाते हुए लोगों से ऊंचे दामों में गुटखा बेंच कर मोटी कमाई कर रहे हैं। वहीं पुलिस प्रशासन भी इसके प्रति गंभीर नहीं हैं। प्रखंड के मरकच्चो बंधन चौक, ज़ामु, दरदाही, बिचारिया, नावाडीह, नवलशाही स्थित किराना दुकानों में चोरी छिपे तो कई दुकानों में सामने लटकाकर तंबाकू को बेचा जा रहा है। पांच रुपए में मिलने वाली गुटखा बारह रुपए में बिक रहा है। इसी तरह दस रुपए का सिगरेट बीस रुपए में, रजनी गंधा चालीस रुपए में बेचा जा रहा है। इतने मंहगे दाम पर मिलने के बाद भी लोग किसी तरह का विरोध किए बगैर तंबाकू और सिगरेट को खरीद रहे हैं।
कोरोना महामारी का जिले में फैलाव रोकने को लेकर प्रशासनिक अमला द्वारा जिले के सभी क्षेत्रों में प्रोएक्टिव सर्विलांस की कि गई व्यवस्था काफी कारगर सिद्ध हो रही है। इसके कारण न सिर्फ बाहर से आने वाले लोगों की पहचान की जा रही है, बल्कि इस बीमारी के वैसे लोगों द्वारा परिवार व अपने गांवों में फैलाने वाले संक्रमण को भी रोकने में सफलता मिल रही है। इसमें जिले के उपायुक्त द्वारा अपनाई जा रही रणनीति काफी सफल रही है। इनके द्वारा इस बीमारी को लेकर जारी किए गए गाइडलाइन से उपर उठकर एहतियात के तौर पर कई कार्य क्षेत्रों में कराए जा रहे है। इसमें सबसे बड़ी बात गांव गांव में प्रशासन के द्वारा लगातार चलाए जा रहे सर्वे के कार्य के रूप में सामने आई है। जानकारी के अनुसार जारी गाइडलाइन में कंटोनमेंट जोन में सर्वे कराने के दिए गए निर्देश के विपरीत जिला प्रशासन द्वारा इस महामारी के रोकथाम को लेकर पूर्व से ही पूरे जिले में सहिया, सेविका, एएनएम, वीटीटी के माध्यम से घर घर सर्वे का कार्य कराया जा रहा है। साथ ही सर्वे कार्य के जिला स्तर पर उपायुक्त के अलावा अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा भी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। ऐसे में बाहर से आए किसी व्यक्ति द्वारा बिना जांच के घर में रहने की गुंजाइश लगभग खत्म हो गई है।
वहीं प्रशासन स्तर से रेड जॉन से आने वाले लोगों के अलावा ऑरेंज व ग्रीन जोन से आने वाले व्यक्तियों में जरा सा भी इस बीमारी के लक्षण दिखते है उन्हें तत्काल सरकारी क्वारेंटाइन में रखे जाने व जरूरत पड़ने पर उनकी सैंपलिंग कराने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा जिले के सभी सीमाओं के मुख्य सड़कों की भी पूर्ण रूप से घेराबंदी कर सघन जांच अभियान जारी रखी गई है। प्रशासन स्तर से किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए सभी क्षेत्रों के सरकारी भवनों को चिन्हित करने के अलावा वहां लोगों के रखे जाने की पहले से ही रणनीति पूरी की जा चूकी है। वहीं रेड जॉन से आने वाले किसी भी व्यक्ति की बिना जांच के घर नहीं भेजे जाने पर सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए है। प्रोएक्टिव सर्विलांस को लेकर 100 व्यक्तियों पर एक कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है।
जयनगर प्रखंड के धरायडीह गांव निवासी कोरोना पॉजिटिव पाया गया व्यक्ति भाड़े की बस से कुल 53 लोगों के साथ सूरत से 2 मई को कोडरमा के लिए रवाना हुआ था। वह वाहन के पहले पंक्ति वाले सीट पर बैठा था। उसी सीट पर बरकट्ठा के घटकोड़ी निवासी उसका साढु भी बैठा था। साथ ही उसके नजदीक बरकट्ठा के पेसरा गांव का एक व्यक्ति भी बैठा था। बस महाराष्ट्र व गुजरात के बाॅर्डर पर रुकी थी, जहां सभी लोगों ने खाना खाया था। 6 मई को बस के बरही पहुंचने पर उसपर सवार 15 लोग उतर गए थे, बाकी 38 लोग जेजे कॉलेज पहुंचे। जहां उनसे मिलने तमाय पंचायत के मुखिया भी पहुंचे। बस के सभी यात्रियों की वहां स्क्रीनिंग की गई। साथ ही कोरोना वायरस के संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर 6 लोगों को वहां से सदर अस्पताल फ्लू कॉर्नर भेजा गया। उसी दिन इनका सैंपल लेकर जांच के लिए रिम्स भेजा गया था। आइसोलेशन वार्ड में रखे जाने के दौरान 2 लोग उसके कमरे में रहे थे। वहीं सूरत से लौटे बस पर सवार शेष लोगों काे जयनगर प्रखंड में ही बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।