रोजगार के अभाव में बच्चों से भीख मंगवाने का एक मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय स्थित सुंदर नगर में भीख मांग रहे बच्चो को चाइल्ड लाइन की टीम ने अपने संरक्षण में लेते हुए सीडब्ल्यूसी सूचित किया और निर्देशानुसार सभी 8 बच्चों को उसके अभिभावकों को सौंप दिया गया। बच्चों की आर्थिक स्थिति के आकलन के क्रम में यह तथ्य उभर कर सामने आए कि लॉकडाउन के कारण बच्चो के अभिभावकों को मजदूरी नहीं मिल रही है। इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई। इसपर फूड बैंक से राशन देने की तैयारी की जा रही है। यह जानकारी चाइल्ड लाईन के समन्वयक इंद्रमणि साहू ने दी है। उन्होंने बताया कि चाइल्ड लाइन के टाल फ्री नंबर 1098 पर भी भूख से परेशान बच्चों के द्वारा कॉल किए जा रहे है। इस तरह के 62 मामले की सूचि उपायुक्त को सौंपी गई है।
काराखूंट से पुलिस ने एक 15 वर्षीय किशोरी ने कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना शनिवार 1.30 बजे की है। शव की पहचान डोमचांच निवासी महेश सुंडी की पुत्री आशा कुमारी 15 वर्षीय के रूप में की गई है। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार किशोरी ने कुंए में कूदकर आत्महत्या की है। जानकारी अनुसार किशोरी दिन के 12 बजे से गायब थी। घटनास्थल के समीप कुछ महिलाओें व ग्रामीणों ने किशोरी कोबजे के करीब अकेले घूमते देखा था। महिलाओं ने उससे पूछताछ भी की। लेकिन वह कुछ नहीं बोली। और एकांत कुएं की ओर चली गई। ग्रामीणों ने किशोरी को कुएं में कूदते हुए देख उसे बचाने के लिए शोर मचाया। जिसके बाद ग्रामीणों के जुटने के बाद किशोरी को कुएं से निकाला गया। लेकिन तबतक उसकी मौत हो चुकी थी। घटनास्थल से मृतका के घर की दूरी करीब 3 किलोमीटर है। सोशल मीडिया पर मृतका का फोटो वायरल होने के बाद लड़की का भाई अमित सुंडी घटना स्थल पर पहुंचा। वहीं डोमचांच थाना प्रभारी दशरथ यादव अपने दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया । परिजनों के तरफ से किसी प्रकार का आवेदन डोमचांच थाना में नहीं दिया गया है।
समर्पण व टीडीएच संस्था की ओर से शनिवार को डोमचांच के माइका-माइंस क्षेत्र के ढोढाकोला व बंगाखलार पंचायत के 154 परिवारों के बीच खाद्यसामग्री, सुरक्षा किट का वितरण किया गया।
मौके पर सीडब्ल्यूसी के सदस्य प्रवीण कुमार सिन्हा, ढोढाकोला पंचायत की मुखिया सीता देवी, ढाब थाना प्रभारी संजय कुमार शर्मा मौजूद थे। मौके पर मुखिया देवी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अब इस पंचायत में कोई भूखा नहीं रहेगा। सरकार के साथ-साथ हम जनप्रतिनिधि व संस्थाएं विकट परस्थितियों में जीने वाले के साथ खड़े हैं। सीडब्ल्यूसी के सदस्य प्रवीण कुमार सिन्हा ने जरूरतमंदों को मनरेगा के तहत काम मांगने एवं सामाजिक
दूरी बनाते हुए कार्य करने की सलाह दी।
सचिव इंद्रमणि साहू ने कहा कि हमारी संस्था न सिर्फ लॉकडाउन के समय बल्कि इस क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास के लिए कटिबद्ध है। शिविर को सफल बनाने में वार्ड सदस्य प्रमुख सिंह, पवन पॉल किंडो, विक्की कुमार ,संस्था के विशाल कुमार, सन्नी कुमार, मेरियन सोरेन,कुंदन कुमार,आरती कुमारी,चाइल्डलाइन की बसंती देवी एवं उमेश कुमार का विशेष योगदान रहा।
इस थाना क्षेत्र के ढेबादेरी गांव में कई लोग प्राइवेट वाहन से मुम्बई से लौटे हैं। उनमें से मात्र दो लोग ही मुखिया राजकुमार मेहता के प्रयास से आंगन बाड़ी केंद्र में क्वारेंटाइन हुए हैं। अन्य कई व्यक्ति सीधे अपने घर चले गए हैं। इससे ग्रामीण भयभीत हैं। स्थानीय पुलिस व प्रशासन को सूचना देने के बाद भी प्रवासी मजदूर अपने घरों में डटे है। इससे भयभीत ग्रामीणों ने मुखिया की अध्यक्षता में बैठक की। बैठक में मुख्य रूप से वैसे परिवारों को बुलाया जिनके घरों में प्रवासी मजदूर आये हैं।सर्व सम्मति से निर्णय लिया कि गांव का विद्यालय को क्वारेंटाइन केंद्र बनाएंगे। वहां रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी। जो व्यक्ति आएंगे 14 दिनों तक केंद्र में रहेंगे। चिकित्सीय जाँच के बाद अपना घर लौटेंगे। सर्वसम्मति से लिये गये निर्णय पर कोई भी व्यक्ति अमल नही करेगा तो उसे सामाजिक दंड दिया जाएगा। दंड समाज के निर्णय पर मिलेगा। इस मौके पर मुखिया राजकुमार मेहता,केदार मेहता, जयनारायण प्रसाद, अमृत मेहता, मथुरा मेहता,चिकईत मेहता, नरेश,मेहता,राजू मेहता,मनोज कुमार,रवि कुमार,तपेश्वर मेहता, राजेश कुमार,सिकंदर राणा समेत कई ग्रामीण मौजूद थे।
पुलिस ने पत्थलगडा प्रखंड में प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल लेंबोईया पहाड़ी मंदिर में बगैर अनुमति के लॉकडाउन का उल्लंघन कर शादी करने एवं समारोह में भाग लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई की है। थाना कांड संख्या 21/2020 में 20 लोगों को नामजद और 25-30 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। थाना प्रभारी निरंजन कुमार मिश्रा ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण फैल रहा है। क्षेत्र में धारा 144 लगा हुआ है और सभी तरह के आयोजन पर पाबंदी है। ऐसी स्थिति में लेंबोईया पहाड़ी में शादी व समारोह आयोजित कर लोगों ने कानून को हाथ में लिया है। पुलिस ने वर-वधू सहित बाराती, शराती, पंडित और बजनिया समेत 20 लोगों पर भारतीय दंड विधान की धारा 188, 268, 269 और 270 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। सभी आरोपी ग्राम तेतरिया, सिंघानी और शीतलपुर के रहने वाले हैं। 7 मई को लेंबोईया पहाड़ी में सभी वैवाहिक समारोह में शामिल हुए थे।
वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश मे लगे लॉक डाउन मे टंडवा के 35 प्रवासी मजदूर छत्तीसगढ़ मे फंसे है। फंसे मजदूरों ने राज्य सरकार के साथ जिला प्रशासन व क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सांसद व विधायक से घर वापसी को लेकर गुहार लगाई है। मजदूरों का कहना है कि लॉक डाउन के कारण वे सभी छत्तीसगढ़ में फंसे हैं। जो अपने घर वापसी को लेकर परेशान हैं।मजदूरों मे धननगडा लेम्बुआ के प्रेमचंद भुइयां, सराढु के शिवा राम, नईम अंसारी, सिरा भुइयां, करम भुइयां, रामायण कुमार, घनगडा के अर्जुन कुमार,राहम के आशिक अंसारी,कैलाश भुइयां, मनदीप सिंह, गाड़ीलौंग के अर्जुन कुमार, पिंटू कुमार, हिरमा भुइयां, राहम के मो निजाम समेत कुल 35 मजदूर फंसे हुए है। ये सभी छत्तीसगढ़ में कंपनी मे दिहाड़ी मजदूरी का काम करते थे।
विधायक किशुन कुमार दास ने प्रखंड के चप्पे, तिबाब, बानासाडी, पीरी, हुरनाली, बड़गांव आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर लोगों के बीच फेस मास्क ओर मोदी आहार का वितरण किया। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील किया कि चतरा जिला ग्रीन जोन होने के बावजूद भी हमें सावधानियां बरतने की आवश्यकता है। ताकि हमारा जिला और सिमरिया विधानसभा क्षेत्र हमेशा कोरोना वायरस के संक्रमण से दूर रहे और इसी प्रकार ग्रीन जोन में रहते हुए कोरोना चक्र के समय को पार कर विजय बने। उन्होंने लोगों से कहा की आने वाले कुछ महीनों तक ग्रीन जोन के सभी लोगों को सोशल डिस्टेंस का भलीभांति पालन करना अति आवश्यक है नहीं तो किसी भी प्रकार का खतरा बढ़ने पर ग्रीन जोन की श्रेणी में हम नहीं रह पाएंगे। मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता सह मुखिया संघ जिला अध्यक्ष अक्षयवट पांडे, मंडल अध्यक्ष लीलाधर महतो, अखलेश उपाध्याय, राजीव कुमार, अमित कुमार, विजय चौबे, संजीत कुमार गुप्ता सहित अन्य लोग मौजुद थे।
शिक्षण संस्थान अपलोम्ब व सर्वोदय चेतना केंद्र के सयुंक्त तत्वावधान में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। शनिवार को संस्था के कार्यकर्ता करमा बिरहोर टोला में बिरहोर समुदाय के लोगों को जागरूक किया और उन्हें भोजन कराया। अपलोम्ब के अध्यक्ष प्रसेन सिन्हा ने बताया कि अभियान के के तहत प्रति दिन संस्थान से जुड़े कार्यकर्ता ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को कोरोना जैसे महामारी से बचने के तरीके बता रहे हैं। ग्रामीणों को सोशल डिस्टेनसिंग, मास्क का उपयोग करने, हाथ धोने के तरीके, घर मे सुरक्षित तरीके से रहने की जानकारी दी जा रही है। यह कार्यक्रम लाॅकडाउन की अवधि तक नियमित रूप से जारी रहेगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्थान के उपाध्यक्ष भागीरथ प्रशाद सिन्हा , सुशांत मित्तल, शंकर कुमार, रंजन मिश्रा आदि लगे हुए हैं।
प्रखंड सभागार में शनिवार को बीडीओ विजय कुमार की अध्यक्षता में मनरेगा रोजगार से संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।आयोजित कार्यशाला में बीडीओ विजय कुमार द्वारा कहा गया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा मनरेगा अंतर्गत तीन नई योजनाओं का संचालन किया गया है। जिसके तहत लगातार हो रहे लॉकडाउन में घर पर बैठे मजदूरों को रोजगार मुहैया कराया जा सके। जिससे उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी हो। कार्यशाला में कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा तीन योजनाएं शुरू किया गया है।इसमें नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि योजना।विरसा हरित ग्राम योजना एवं वीर शहीद पोटो खेल विकास योजना का नाम शामिल है।आयोजित कार्यशाला में कहा गया कि इटखोरी प्रखंड में जो भी व्यक्ति बाहर से आए हैं,और बेरोजगार हैं,वह सभी अपने संबंधित पंचायत या प्रखंड कार्यालय में आकर मनरेगा के तहत रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।उन्हें प्रतिदिन ₹194 की दर से मजदूरी दी जाएगी एवं उन्हें अपने ही ग्राम पंचायत में काम भी दिया जाएगा।मौके पर बीसीओ जितेन्द्र वर्मा,बीपीओ निरंजन कुमार सिंह व बीपीएम जेएलपीएस मनोज यादव के अलावा सभी पंचायतों को मुखिया और पंचायत सेवक तथा रोजगार सेवक उपस्थित थे।
लोहार बेलाटांड निवासी गोपी राजवंशी ने शनिवार को थाने में आवेदन देकर कैरी गांव के 4 नामजद सहित 20 अन्य लोगों के विरूद्ध अपने पुत्री का अपहरण करने व मारपीट करने का मामला दर्ज कराया है। थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि 7 मई को ग्राम कैरी निवासी सूरज यादव, वीरू कुमार यादव, पटल कुमार यादव, गुड्डू कुमार व अन्य 20 महिला-पुरूष घर में घुसकर उनकी पत्नी कारी देवी व बहु विनीता देवी के साथ मारपीट किया और घर के छप्पर पर चढ़कर छप्पर को तोड़ने लगा। हल्ला सुनकर थनाही निवासी राहुल राजवंशी वहां पहुंचे, जहां सूरज यादव लाठी से माथे पर हमला कर दिया। जिसे काफी खून बहा और वह बेहोश होकर गिर गया। इसी दौरान उपरोक्त व्यक्तियों ने जान से मारने की धमकी देते हुए उनकी 18 वर्षीय पुत्री को जबरदस्ती अपने साथ ले गया। जिसका आज तक कोई पता नहीं चला सका है। ऐसा में अनहोनी होने की आशंका है।
प्रतापपुर सीआरपीएफ जी 190 बटालियन ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत योगियारा के विभिन्न गांवों के गरीब ,असहाय एवं जरूरतमंद के बीच 125 फूड पैकेट का वितरण शिविर लगाकर किया। इसके अन्तर्गत खाद्य सामग्री के फूड पैकेट में चावल, दाल, चना, तेल,नमक सहित प्रति परिवार चार मॉस्क,तीन नहाने का मार्गो साबुन,एवं दो सेनेटाईजर दिये गये। सीआरपीएफ के द्वारा बांटे गये खाद्य सामग्री के फुड पैकेट को देखने से मालूम होता है कि एक परिवार के दो सदस्य इस राशन सामग्री को लगभग 15 दिन रोज प्रयोग कर सकते हैं। इस मौके पर सीआरपीएफ जी 190 बटालियन के सहायक कमांडेड शिवा रेड्डी ने गरीबो,असहायो जो साेशल डिस्टेंसिंग बनाकर राशन लेने के लिए आये थे उन्हें कोविड 19 से बचने के लिए उपाय बताए। मुखिया गीता देवी एवं मुखिया पति बसंत पासवान को आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।
सदर अस्पताल के सभागार में शनिवार को जिले के सभी प्रखंडों के चिकित्सा पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. अरुण कुमार पासवान ने की। बैठक में उपस्थित स्वास्थ्य अधिकारियों को आरटी- पीसीआर ( रैवरेज ट्रांसपिरेशन पाॅलिमेराज चेन रिएक्शन) एप की जानकारी दी गई । सिविल सर्जन ने चिकित्सा पदाधिकारियों को बताया कि अब रेड जोन से आने वाले सभी मजदूरों की जानकारी मोबाइल एप के जरिए कोरोना सैंपल की आरटी-पीसीआर एप पर अपलोड किया जाएगा। ताकि राज्य और केंद्र सरकार तक यह जानकारी ससमय पहुंच सके। उन्होंने सभी को इस एप के जरिए ही रिपोर्टिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कई बार ज्यादा सैंपल होने के चलते उनकी जानकारी में दोहराव या अधूरे फार्म भेज दिए जाने जैसी दिक्कतें हो रही थीं, जो अब नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि जांच केंद्र पर सैंपल पहुंचते ही एप के माध्यम से सैंपल कलेक्शन, जांच और रिपोर्ट का समय व दिन सभी तरह की जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को एक अलग यूजर आईडी व पासवर्ड दिया गया है। ताकि सैंपल से जुड़ा डाटा सुरक्षित रखा जा सके। इस एप के माध्यम से कम समय में पर्याप्त जानकारी राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक पहुंच सकेगी। सीएस ने बताया कि प्रखंड स्तर से लेकर जिला स्तर तक एप पर कोविड से संबंधित जानकारी अपलोड किया जाएगा। मौके पर डीएसओ डॉ. राजदेव कुमार, सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. हरिद्वार सिंह, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. पंकज कुमार, डॉ. अशुतोष कुमार सहित सभी चिकित्सा पदाधिकारी, बीडीएम व स्वास्थ्य केंद्रों के कंप्यूटर ऑपरेटर उपस्थित थे।
ग्राम चौथा में लोगों ने मछली पकड़ने के लिए लॉक डाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा दी। क्षेत्र में नोवेल कोरोना की वजह से धारा 144 लगा हुआ है। एक जगह 4 से अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी है। इसके बावजूद ग्राम चौथा के सकरोंधा आहर में मछली मारने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। लोग दिनभर के आहर के किनारे जमावड़ा लगाए रहे। यहां सोशल डिस्टेंसिंग की ग्रामीणों ने धज्जियां उड़ा दी। लोग यहां कानून को हाथ में लेकर भीड़ का हिस्सा बने रहे। मछली मारने को लेकर जुटी भीड़ की खबर पुलिस को मिला। मौके पर पुलिस पहुंची तो लोग मछली व मछली मारने के जाल व अन्य सामग्री लेकर फरार हो गए। थाना प्रभारी निरंजन कुमार मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करनेवालों पर कार्रवाई की जायेगी।
रेड जाेन से आए 14 प्रवासी मजदूरों के शारीरिक हाल जानने को लेकर शनिवार को कुंदा बीडीओ सह सीओ श्रवण राम व चिकित्सा प्रभारी अनुरोदय कुमार कुंदा हाई स्कूल स्थित क्वारेंटाइन सेंटर पहुंच कर हाल-चाल लिया। उन्होंने सभी मजदूरों को सोशल डिस्टेंस के बीच कोरोना जैसे संक्रमण बीमारी का लक्षण के प्रति मजदूरों में जागरूकता लाया। बीडीओ ने कहा कि किसी भी तरह के परेशानी होने पर मेरे नंबर पर संपर्क कर जानकारी दें।आपको किसी भी तरह कोई परेशानी नहीं होने दिया जाएगा। मजदूरों को खाने की मेन्यू में सुबह के नाश्ता में पूड़ी-सब्जी,दोपहर में चावल,दाल,सब्जी जबकि रात्रि भोजन में रोटी भुजिया या सब्जी दिये जाने की बात कही।साथ ही नहाने-धोने का एक एक साबुन,रुमाल,मॉस्क, बिस्किट,मच्छड़ क्वाइल समेत कई आवश्यक सामग्री भी उपलब्ध कराया। बीडीओ व थाना प्रभारी ने क्वारेंटाइन सेंटर से दो मीटर के इर्द-गिर्द किसी भी व्यक्ति को नजर नहीं आने का निर्देश जारी किया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड के कड़गु गांव का दौरा किया। इस दौरान इस गांव के ललिता देवी पति नवल यादव ने बताया कि मेरा परिवार का राशन नहीं बना हुआ हैं। राशन कार्ड नहीं रहने से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। इन परिवारों को विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड चतरा में बुलाकर आवेदन लिया गया। पहले से दो महिला रेनू देवी, मसो.किरण देवी विधिक सहायता कार्यालय परिसर में राशन कार्ड ऑनलाइन करवाने हेतु बैठी हुई मिली। इनसे भी आवेदन लेकर सुरही मोहल्ला स्थित प्रज्ञा केंद्र में सहायता स्वरूप राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन करवाया गया ।पीएलवी ने सभी को सोमवार के दिन विधिक सहायता कार्यालय बुलाया है। ताकि आवेदन कर्ता को 10 केजी अनाज दिलवा सके।
झारखंड में कोरोना संक्रमण के दिन प्रतिदिन बढ़ते कदम को लेकर बीडीओ विजय कुमार और सीओ वैद्दनाथ कामती तथा थाना अधिकारियों ने शनिवार को पितिज में लगने वाली साप्ताहिक शनिवार बाजार में जागरूकता अभियान चलाया। अभियान के दौरान बीडीओ और सीओ ने ध्वनि यंत्र पर बाजार के दुकानदारों को एक दूसरे से 15 फीट कर दूरी पर सब्जी या अन्य दुकान लगाने का निर्देश दिया। साथ हीं कहे की दुकानदार भी मास्क लगाकर सामग्रियों की बिक्री करें। जो ग्राहक मास्क लगाए हैं, उन्हें ही सामान्य दें। उन्होंने कहा कि हर ग्राहक को अपने-अपने दुकान के सामने छह फीट की दूरी पर लाइन लगाकर उन्हें सामाजिक दूरी के अनुसार हीं सामान दें। बीडीओ ने आगे कहा कि एक बाइक पर एक ही आदमी मास्क और हेलमेट लगाए बाजार आ सकते हैं।ऐसा नहीं करने पर उनके विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया जाएगा।इस बीच बीडीअाे और सीओ ने बिना हेलमेट और मास्क के शनिवार बाजार आए 24 बाइक को जप्त कर उसके संचालक का नाम और पता लिखकर उन्हें हिदायत देकर छोड़ दिया।
इंदुमति टिबड़ेवाल सरस्वती विद्या मंदिर में शनिवार को बच्चों के बीच कोविड- 19 विषय पर ऑनलाइन चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में विद्यालय के एक सौ से अधिक छात्र- छात्राओं ने हिस्सा लिया। बच्चों ने स्कैच के माध्यम से कोविड- 19 की समस्या व इससे बचाव के उपायों को कैनवास पर उतारने का प्रयास किया। छात्र- छात्राओं ने चित्रों के माध्यम से कोरोना वायरस के प्रभाव, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, मुंह पर मास्क बांधने, कोरोना योद्धाओं डॉक्टर,नर्स व पुलिस प्रशासन के प्रति सम्मान देने आदि का संदेश दिया। प्रतियोगिता में वाटिका खंड में सोनाली कुमारी प्रथम ,कमल आर्दश द्वितीय व अभिनंदन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
शिशु खंड में खुशबू ,स्वेता सिंह व इच्छा जायसवाल क्रमशः प्रथम,द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहे। विद्या मंदिर खंड के बाल वर्ग में शिवम प्रथम,चंदन कुमार,अनू कुमारी संयुक्त रूप से द्वितीय व कुमकुम तृतीय स्थान प्राप्त किया। किशोर वर्ग में आर्यन प्रथम, राजनंदनी व सूरज द्वितीय तथा कुमारी मनीषा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। विद्यालय के प्राचार्य पवन कुमार दास ने कहा कि कला संदेश सम्प्रेषण का एक सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों को लाभ मिल रहा है। लाॅकडाउन शुरू होने के साथ ही विद्यालय में ऑनलाइन पढाई शुरू कर दिया गया है। ताकि बच्चों का सिलेबस सही समय पर पुरा कराया जा सके।
कोविड 19 के तीन मरीज का अंतिम रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद शनिवार को नव जीवन अस्पताल तुंबागडा से पलामू डीसी शांतनु कुमार अग्रहरि ने फूल देकर स्वागत किया और तीनों को कपड़ा, बच्चों के लिए मिठाई व अन्य सामान देकर विदाई दी। इसके पूर्व अस्पताल के प्रबंधक, डॉक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों ने मांदर की थाप पर गीत के माध्यम से नए जीवन की कामना करते हुए अस्पताल भवन से तीनों लोगों का स्वागत किया।
डीसी पलामू ने तीनों से विदाई देते हुए पूछा कि आप इतने दिनों तक अस्पताल में रहे, आप कैसा महसूस कर रहे हैं, इस सवाल पर तीनों ने कहा कि हम लोग अच्छा महसूस कर रहे हैं। डीसी ने कहा कि यहां से जाने के बाद आप लोग घर पर रहेंगे। सीएस जॉन ऑफ केनेडी ने तीनों को 14 दिन घर पर रहने, अपने से सेविंग करने, दिन में कई बार साबुन से हाथ धोने, हाथ को सेनेटाइज करते रहने, बाल छोटा रखने, साफ सफाई का ख्याल रखने को कहा है, साथ ही किसी प्रकार की समस्या होने पर तुरंत कॉल करने की बात कही। मौके पर अस्पताल प्रबंधक डॉ. हेलेन पॉल, सुपरिटेंडेंट डॉ. शिशिर, कोविड प्रभारी डॉ रोहित पांडेय, रेशम प्रधान, डॉ. गौरव, डीपीएम दीपक कुमार, बीडीओ संजय कुमार बाखला, थाना प्रभारी रूपेश कुमार दुबे, एसआई रीतलाल, लाल बाबू रजक समेत पूर अस्पताल के स्टाफ मौजूद थे। बताते चलें कि लेस्लीगंज प्रखंड के तीन कोरोना मरीज को 25 अप्रैल की रात में नवजीवन अस्पताल तुंबागड़ा के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था।
हुसैनाबाद | पलामू जिला के विभिन्न क्षेत्रों के 102 मजदूर राजस्थान से बस व फिर पैदल यात्रा कर घर पहुंचने को विवश हैं।हुसैनाबाद प्रखंड के कचरा गांव के मजदूर ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान हम सभी मजदूर राजस्थान में फंस गए थे।पलामू जिले के हुसैनाबाद, कोसियारा,बिश्रामपुर, रेहला, डाल्टनगंज व लालगढ़ के मजदूर एक कंपनी में काम करते थे।उन्होंने बताया कि राजस्थान के दरिवा में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड जो सोना व चांदी का काम होता था, उसी में हम सभी काम करते थे। कंपनी के ठेकेदार ने बताया कि कंपनी सील हो रहा है और आप सभी अपने अपने घर चले जाएं। अचानक रात्रि में तीन बस आया और हम सभी को एक बस में 34-34 लोगों को तीन बस में बैठाकर भेज दिया। मजदूरों ने बताया कि हम सभी से प्रति व्यक्ति करीब तीन हज़ार व प्रति बस एक लाख चार हज़ार रुपये किराया वसूला गया है। बस वाला झारखण्ड के सीमा से कुछ दूर पहले छोड़कर चला गया। बस वाला बताया कि बस का परमिट यहां तक ही मिला है। इसके बाद सभी मजदूर सीमा पर पहुंचकर जांच कराई और फिर हम सभी पैदल अपने-अपने घर को चल दिए।
पाकी प्रखंड के बुनियादी विद्यालय क्वारेंटाइन सेंटर, जरही चौकी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय क्वारेंटाइन सेंटर, मध्य विद्यालय नुरू क्वारेंटाइन सेंटर एवं मध्य विद्यालय मंगलपुर के क्वारेंटाइन सेंटर से 252 लोगों को कोरोना जांच का सैंपल लेने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। यह जानकारी देते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी फुलेश्वर मुर्मू ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय में बनाए गए विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटर से लोगों को छोड़ दिया गया है। छोड़े गए लोग अपने घरों में ही 14 दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन में रहेंगे। क्वारेंटाइन सेंटर से छोड़ने के पूर्व सभी लोगों को संक्रमण को लेकर सुरक्षा संबंधित सुझाव भी दिए गए हैं। वहीं लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग एवं लॉक डाउन का पालन करने की अपील भी की गई है।
पिपरा थाना क्षेत्र के घासीखाप गांव में एनएच 98 के किनारे स्थित सिद्धार्थ कंस्ट्रक्शन क्रशर प्लांट में शुक्रवार की रात भाकपा माओवादी के नक्सलियों ने धावा बोलकर 13 वाहनों को फूंक डाला। रात करीब 10:45 बजे एक दर्जन की संख्या में आए हथियार से लैस नक्सलियों ने नाइट गार्ड, हाइवा चालकों तथा अन्य कर्मियों को कब्जा में कर प्लांट पर खड़े आठ हाइवा, एक लोडर, तीन ट्रेलर ट्रक तथा एक 12 चक्का ट्रक कुल 13 वाहनों आग के हवाले कर दिया।
वहीं क्रेशर मशीन के प्राइमरी तथा सेकेंडरी भाग को विस्फोट कर क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही हस्तलिखित पोस्टर छोड़कर भाकपा माओवादी ने घटना की जिम्मेवारी लेते हुए क्रशर संचालकों से लेवी की मांग की है। नक्सली लगभग 45 मिनट तक घटना को अंजाम देते रहे। इस दौरान आग बुझाने का प्रयास करने वाले हाईवा ट्रक के मालिक चंद्रवंश सिंह की पिटाई भी की। नाइट गार्ड मुन्ना सिंह ने बताया कि अत्याधुनिक हथियार से लैस 10 से 12 नक्सली प्लांट में घुस आए। आते ही उन लोगों ने उसके साथ-साथ हाइवा चालक अमरेश कुमार, मंदीश कुमार सहित अन्य कर्मियों को अपने कब्जा में ले लिया। साथ ही कहा कि तुम्हारा मालिक लेवी नहीं देता है।
नक्सलियों ने प्लांट पर खड़े वाहनों से डीजल निकालकर सभी को आग के हवाले कर दिया। बाद में सभी नक्सली भाकपा माओवादी जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दक्षिण पूर्व दिशा की ओर चले गए। घटना की सूचना मिलते ही छतरपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी शंभू कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल रात में ही घटनास्थल पर पहुंच कर पूछताछ तथा नक्सलियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी भी की। शनिवार की सुबह पलामू एसपी अजय लिंडा, अभियान एसपी अरुण कुमार सिंह घटनास्थल पर आकर छानबीन की तथा नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। पुलिस व सीआरपीएफ द्वारा नजदीकी सुदूरवर्ती इलाकों में सर्च अभियान जारी है।
बाेलेराे अाैर दाेपहिया वाहन से आए थे नक्सली
भाकपा माओवादियों ने एनएच 98 के किनारे तथा छतरपुर, पिपरा, हरिहरगंज तीन थाना क्षेत्रों के सीमा पर स्थित क्रशर प्लांट पर धावा बोलकर क्षेत्र में अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है। घटना को अंजाम देने में नक्सलियों द्वारा बोलेरो तथा दो पहिया वाहन का इस्तेमाल किए जाने तथा घटना में करीब दो दर्जन नक्सलियों के शामिल रहने की बात कही जा रही है। अमूमन नक्सली किसी भी घटना को अंजाम देने के लिए पैदल ही चला करते हैं। नक्सलियों द्वारा वाहन का इस्तेमाल करने से पुलिस भी इनकार नहीं कर रही है। छतरपुर डीएसपी ने बताया कि घटना को अंजाम दे कर नक्सली जिस तेजी से क्षेत्र से बाहर निकल गए। वह पैदल चलकर संभव नहीं है। ग्रामीणों के अनुसार घटना के वक्त क्रशर प्लांट के बाहर मेन रोड पर भी कुछ हथियारबंद नक्सली चहलकदमी कर नजर रख रहे थे।
माओवादी नितेश और अभिजीत के दस्ते ने दिया अंजाम : डीएसपी
डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने बताया कि भाकपा माओवादी द्वारा लेवी को लेकर इस घटना को माओवादी नितेश तथा अभिजीत का दस्ता द्वारा अंजाम दिया गया है। हालांकि क्रशर मालिक रामाशीष सिंह के अनुसार इससे पहले नक्सलियों द्वारा लेवी की मांग नहीं की गई थी। माओवादी घटना को अंजाम दे झारखंड तथा बिहार के गया औरंगाबाद सीमावर्ती क्षेत्र की ओर भागे हैं । उग्रवादियों के छिपे होने की सभी संभावित क्षेत्रों में बिहार तथा झारखंड के सीआरपीएफ तथा पुलिस बल की संयुक्त टीम द्वारा छापामारी की जा रही है।
प्रखंड के चंदवा पूर्वी पंचायत अंतर्गत देवी मंडप मोहल्ला निवासी सूरज बहादुर थापा (35) की मृत्यु शनिवार की सुबह हो गई। मृतक की पत्नी मीना देवी ने बताया कि सूरज पिछले महीने ही कानपुर से लौटा था। इसके बाद उसे क्वारेंटाइन सेंटर पर भर्ती कराया गया था। उसका कोविड-19 जांच भी रांची भेजा गया था। इसी माह चार मई को उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके बाद छह मई को उसे घर भेज दिया गया। परिजनों ने बताया कि गुरुवार की देर रात उसे पेटदर्द की शिकायत हुई। उसे लेकर चंदवा अस्पताल पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो गई। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. निर्मला शांति लकड़ा ने बताया कि उसका इलाज मेरे यहां नहीं किया गया। सूत्रों की मानें तो उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। हालत खराब होने पर उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। हालांकि, उसकी पत्नी निजी अस्पताल में इलाज कराने की बात स्वीकार नहीं करती है। सवाल है जब रात में ही उसे पेट दर्द की शिकायत थी तो उसका इलाज सुबह तक कहीं न कहीं अवश्य हो रहा था। आखिर किन कारणों से परिजन अन्यत्र इलाज कराने की बात स्वीकार नहीं करते ये तो वही बता सकते हैं, लेकिन वे नहीं बता रहे हैं। स्थानीय देवनद नदी तट पर उसका अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही थी। कुछ परिजनों की आने के बाद अंतिम संस्कार करने की बात कही गई। मृतक अपने पीछे दो पुत्र छोड़ गया है। बड़े पुत्र की उम्र 12 वर्ष है। अपने परिवार का वह एक मात्र कमाऊ सदस्य था।
कोरोना को लेकर विभिन्न चरणों मे बंद विद्यालयों की बन्दी की अवधि और लंबी हो सकती है। इस संबंध में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा जारी पत्र में यह कहा गया है कि बंदी के उपरांत पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत ग्रीष्मावकाश की छुट्टी को लेकर विद्यालयों की बंदी को विस्तारित किया जाएगा। इस संबंध में जारी पत्र में कहा गया है कि वर्ग 1 से 12 तक संशोधित अकादमिक सत्र एवं विद्यालय समय के निर्धारण के तहत 14 जून तक ग्रीष्मावकाश होगा। लेकिन नए सत्र में लॉक डाउन के दिशा निर्देश के आलोक में वर्ग 1 और 6 के लिए नामांकन की प्रक्रिया व प्रमाणपत्र निर्गत करने के कार्यालय के कार्य भी शुरू किए जाएंगे। साथ ही विभिन्न चरणों में लॉकडाउन के कारण 17 मई तक विद्यालय बंद होने के कारण वर्ग 5 से 7 तक की वार्षिक परीक्षा भी नहीं संपन्न कराई जा सके। इसके बाद सरकार के निर्देश के आलोक में वर्ग 1 से 7 तक के बच्चों को प्रोन्नत किया गया। डीएसई मसूदी टुडू ने बताया कि 8, 10 व 12 के छात्रों का क्लास एक जून से इसके साथ ही सरकार के अपर सचिव द्वारा जारी इस पत्र में बताया गया है कि चूंकि वर्ग 8, 10 और 12 के छात्रों को बोर्ड की परीक्षा देनी होती है, इसलिए 1 जून से उनका क्लास चलाया जाए। एक क्लास में 15 से अधिक बच्चे न हों। सामाजिक दूरी के निर्देश का पालन करते हुए, वर्ग को संचालित किया जाए। 15 जून से पहले कक्षा संचालन का समय 6.30 से 11.30 तथा 15 जून से 9 बजे से 4 बजे तक संचालित करने का निर्देश जारी किया गया है।
नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर सेमरटांड़ में गुरुवार की रात में श्यामा चौधरी पर गोली चलान घटना को अंजाम देने वाले छह आरोपी में से एक नाबालिग सहित सेमरटांड़ निवासी राजन कुमार एवं देव आनंद साव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि श्यामा चौधरी के फर्द बयान के आधार पर मामला दर्ज करते हुए एसपी के निर्देशानुसार टीम गठित कर कार्रवाई की गई। पूछताछ के क्रम में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वर्चस्व की लड़ाई को लेकर सेमरटांड़ निवासी जीतू विश्वकर्मा, राजेश कुमार, संतोष कुमार राजा कुमार सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर घटना का अंजाम दिया गया है। पूर्व में सभी लोग एक साथ मिलकर काम किया करते थे। बताया जाता है कि सभी आरोपी श्यामा चौधरी के निर्देशों के अनुसार ही कोई भी कार्य करते थे लेकिन पिछले साल एक हत्या के मामले में श्यामा चौधरी जेल चला गया था। श्यामा चौधरी जब जेल से छूटा तो भी सभी आरोपियों के साथ अपना वर्चस्व कायम करना चाहा लेकिन उन सभी आरोपियों को यह मंजूर नहीं था। छापामारी दल में एसडीपीओ संदीप कुमार, इंस्पेक्टर राजीव रंजन सहित थाना प्रभारी सुनीत कुमार, पुलिस निरीक्षक जय प्रकाश पासवान, नंद किशोर दास, मंतोष महतो सहित अन्य लोग मौजूद थे।
इप्टा की पलामू इकाई ने शनिवार को श्रद्धांजलि सह सांकेतिक धरना आयोजन किया। रेड़मा रेलवे कॉलोनी के समीप आयोजित कार्यक्रम में 8 मई को महाराष्ट्र के करमाड में ट्रेन हादसे में मारे गए 16 मजदूरों को श्रद्धांजलि दी गई। मौके पर ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और परिजनों को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति देने तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की गई। श्रद्धांजलि के उपरांत सांकेतिक धरना भी दिया गया। इसमें सामाजिक दूरी का पालन करते हुए वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
मौके पर भाकपा के पूर्व प्रदेश सचिव केडी सिंह ने कहा कि रेलवे ट्रैक पर हुए इस हादसे पर दुख जताने के लिए कोई शब्द नहीं है। उनकी संवेदनाएं पीड़ितों के परिजनों के परिवारों के साथ हैं। इप्टा के प्रदेश सचिव सचिव उपेंद्र मिश्रा ने कहा कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल दुर्घटना अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। इस हादसे में अपनों को खोने वालों के प्रति उनकी संवेदना है। एक ओर सरकार भूखे, बेबस और लाचार लाखों प्रवासी मजदूरों के साथ घोर अमानवीय व्यवहार करते हुये उनसे किराया भाड़ा वसूल कर रही है, लेकिन दूसरी तरफ अमीरों के लिये दयावान बनी हुई है। सरकार विदेशों में फंसे अमीर लोगों के लिए हवाई जहाज भी भेज रही है लेकिन गरीब मजदूरों के लिये कोई व्यवस्था नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि सरकारों के सलाहकार उद्योगपति और कॉरपोरेट घराने बने हुए हैं। उनके दबाव में सरकार श्रम कानून को निरस्त कर रही है। मजदूरों से 8 घंटे की बजाए 12 घंटे काम करने का प्रावधान किया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ऐसा करने से देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा, जबकि हकीकत यह है कि सरकार की मंशा उद्योगपतियों और कारपाेरेट घरानों की की अर्थव्यवस्था को सुधारना है। मौके पर राजीव रंजन, प्रेम प्रकाश, अजीत ठाकुर, प्रेमचंद्र मिश्रा, समरेश सिंह, शशि पांडे, सुरेश ठाकुर आदि मौजूद थे।
पलामू टाइगर रिजर्व के 446 ट्रैकर और टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स को 5 माह से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है। इसमें पलामू टाइगर रिजर्व अंतर्गत उत्तरी प्रमंडल के 251 और दक्षिणी प्रमंडल के 195 ट्रैकर और टाइगर फोर्स शामिल है। एक ट्रैकर ने बताया कि उन लोगों को जनवरी माह से मजदूरी नहीं मिला है। वे लोग कई मर्तबा रेंजर के पास मजदूरी भुगतान कराने की मांग को लेकर गए लेकिन उनको हर बार आवंटन उपलब्ध नहीं होने की बात कही गई। मानदेय नहीं मिलने से लॉकडाउन में उनलोगों की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है, जिससे उनका घर परिवार चलाना दुष्कर हो गया है। इस संबंध में पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र निदेशक मुख्य वन संरक्षक दास ने बताया कि आवंटन का दूसरा किस्त नहीं मिलने के कारण टाइगर रिजर्व में कार्यरत ट्रैकर और टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स को मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा सका है। उन्होंने बताया कि मार्च माह में मिलने वाला था, जो लॉक डाउन के कारण नहीं मिल सका। उन्होंने दोनों प्रमंडल के डीएफओ से कार्य करने वाले ट्रैकर और टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का मजदूरी भुगतान के संबंध में प्रस्ताव मांगा है। प्रस्ताव मिलने के बाद दूसरे मद से उन लोगों को मजदूरी का बकाया भुगतान किया जाएगा।
कहा जाता है कि हमारे जीवन में हमारे पड़ोसी अगर अच्छे हों तो हमारी छोटी-बड़ी हर बातों की फिक्र खत्म हो जाती है। दूसरी ओर पड़ोसी अगर मन लायक नहीं हो तो मन भी खिन्न रहता है। कई पड़ोसी ऐसे मिलेंगे जो अपनों से ज्यादा आप के सुख-दुख में साथ निभाएंगे। कई ऐसे भी मिलेंगे जो आपसे बात कर दूसरों की चुगली करेंगे। आपका विचार जानेंगे, और फिर दूसरे के पास आपकी की गई हुई बातों की चर्चा करेंगे। ऐसी बातों को जानकर लोग दुखी भी होते हैं। टेंशन में भी आते हैं, गुस्सा में भी होते हैं और आपस में झगड़े भी होते हैं। लॉकडाउन में इन दिनों दूरी जरूरी हो गई है। यही कारण है कि पड़ोसी एक दूसरे से मिलजुल नहीं पा रहे हैं । इस कारण नाली गली के कारण होनेवाले झगड़े भी बंद हैं। डेढ़ महीने में एक भी लड़ाई झगड़े का मामला नहीं आया है। आपस में पीठ पीछे निंदा और चुगली के मामले कम हो रहे हैं। यही कारण है कि पड़ोसियों के बीच चुगली को लेकर होने वाले झगड़े कम हो गए हैं।
लॉकडाउन में पड़ोसियों का एक दूसरे के घर पर आना-जाना नहीं हो पा रहा है। कोरोना की डर से लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। आस-पड़ोस के लोगों से मिलना जुलना तो दूर लोग बातें करने से भी परहेज करने लगे हैं। ना तो अब कोई अपने बच्चे के बर्थडे पर पड़ोसी को बुला रहा है। और ना ही कोई पड़ोसी के घर बात करते-करते जाकर चाय पी रहा है। हालांकि पड़ोसी के सुख-दुख में साथ निभाने के मामले पूरी तरह से खत्म तो नहीं हुए हैं
एक-दूसरे की समाज में प्रतिष्ठा धूमिल करने के मामले में आई है गिरावट
अब जब पड़ोसी एक दूसरे से मिलजुल नहीं रहे हैं, तो आपस में बातचीत भी कम हो रही है। लोग एक दूसरे के पास चुगली या पीठ पीछे शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं। हालांकि कई लोग एक दूसरे से सोशल मीडिया और मोबाइल के जरिए पास-पड़ोस की बातें और घटना की जानकारी लेते देखे जा रहे हैं । अजी, सुना है आपने, किसी से कहिएगा मत, सिर्फ आपको बता रहे हैं। ऐसे मामलों को लेकर की गई काना फूसी से होने वाली लड़ाई झगड़ा कम हो रहे हैं। पड़ोसियों के बीच एक दूसरे को बदनाम करने और समाज में प्रतिष्ठा धूमिल करने वाले मामलों में गिरावट आई है।
आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में आजसू के जिला मीडिया प्रभारी संतोष महतो की गिरफ्तारी के विरोध में आजसू पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकर शनिवार को आजसू द्वारा चितरपुर स्थित पार्टी के प्रधान कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया।इसमें मुख्य रूप से मौजूद चितरपुर उत्तरी पार्षद गोपाल चौधरी, दक्षिणी पार्षद पवन शर्मा, आजसू के कार्यकारी जिलाध्यक्ष अमृतलाल मुंडा, केंद्रीय सचिव इंतेखाब आलम व प्रखंड अध्यक्ष दिवाकर नायक ने संतोष महतो की गिरफ्तारी की घोर निंदा करते हुए एक स्वर में कहा कि यह गिरफ्तारी राजनीति दबाव और षड्यंत्र का नतीजा है। संतोष महतो आजसू पार्टी के एक कर्मठ और जुझारू सिपाही हैं। बदले की भावना से ग्रसित होकर आजसू पार्टी के कार्यकर्ता को एक षड्यंत्र के तहत राजनीतिक दबाव में आकर जेल भेजा गया।
जबकि विधानसभा चुनाव के बाद द्वेष और ओछी राजनीत से प्रेरित होकर गिरिडीह के सांसद व राज्य के पूर्व मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी पर धार्मिक भावनाओं पर आघात करते हुए आपत्तिजनक पोस्ट एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया में वायरल किया गया था।जिसका विरोध करते हुए आजसू पार्टी ने चिह्नित लोगों पर कार्रवाई की मांग को लेकर जिलेभर के थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। बावजूद इसके अबतक उस मामले पर ना तो कोई कार्रवाई हुई और ना ही दोषियों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन आजसू के जिला मीडिया प्रभारी संतोष महतो को आपत्तिजनक पोस्ट के मामले में अपराधी की तरह हथकड़ी लगाकर जेल भेजा गया। इसके लेकर आजसू नेताओं ने सरकार व प्रशासन से अविलंब संतोष महतो को रिहा करने की मांग की। नहीं तो लॉकडाउन के बाद सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।
तीन काेराेना पाॅजिटिव की तीसरी जांच रिपाेर्ट निगेटिव आने पर शनिवार काे उन्हें काेविड अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। ढाेल-मांदर की थाप पर अस्पताल के प्रबंधक, डॉक्टर, नर्स व अन्य कर्मचारियों ने झूमर नृत्य करते हुए तीनाें काे विदा किया।
पलामू डीसी शांतनु कुमार अग्रहरि ने तीनों को कपड़ा, बच्चों के लिए मिठाई देकर विदाई दी। सिविल सर्जन जॉन ऑफ केनेडी ने 14 दिनाें तक घर पर रहने की सलाह दी। तीनाें लेस्लीगंज के रहनेवाल हैं। 25 अप्रैल काे काेराेना पाॅजिटिव पाए जाने के बाद उन्हें तुंबागड़ा के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था।
झारखंड के डीजीपी एमवी राव की मां पुष्पावती देवी का निधन हो गया। वे 92 वर्ष की थी। शनिवार सुबह 4.30 बजे विजयवाड़ा में अंतिम सांस ली। वे अपने पीछे पांच पुत्र सहित एक भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। उनके छोटे पुत्र एमवी राव (डीजीपी) ने उन्हें मुखाग्नि दी। पुष्पावती देवी 21 अप्रैल से ही बीमार चल रही थीं। 22 को अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर ले जाया गया था। दो दिन से उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई थी। अस्पताल में मां की स्थिति गंभीर होने की सूचना पर डीजीपी एमवी राव सड़क मार्ग से विजयवाड़ा के लिए निकल गये थे।
झारखंड पुलिस में शोक का माहौल
डीजीपी एमवी राव आंध्रप्रदेश के गुंटूर जिला के रहने वाले हैं। डीजीपी की माता की मृत्यु की सूचना के बाद झारखंड पुलिस में शोक का माहौल है। डीजीपी ने पहले ही छुट्टी का आवेदन दिया था। लेकिन कोरोना ड्यूटी के कारण वे छुट्टी पर नहीं जा पाए थे। मगर मां की गंभीर स्थिति की सूचना के बाद 15 दिनों का अवकाश लेकर गए है। उनकी गैरमौजूदगी में मुख्यालय डीजी पीआरके नायडू डीजीपी का काम देख रहे हैं।
सीएम ने शोक जताया
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के पुलिस महानिदेशक एमवी राव की मां के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम ने कहा कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करें।
डीजीपी ने ट्वीट कर लिखा- धरती पर भगवान का विकल्प मां है
डीजीपी ने ट्वीट कर लिखा कि आज (शनिवार) सुबह चार बजकर 30 मिनट पर वो हमें छोड़कर स्वर्ग में चलीं गईं। धरती पर भगवान का विकल्प मां है। उन्होंने लिखा कि उनके पांच बच्चों में मैं सबसे छोटा हूं। मां और पिता मेहनती किसान थे। हालांकि उन्होंने कभी स्कूल के आगे कभी पढ़ाई नहीं की लेकिन उन्होंने हमें शिक्षित किया, अच्छे संस्कार दिए।
राजधानी भोपाल में रविवार कोकोरोना के 20 नए मामले सामने आए। इनमें भाजपा के पूर्व विधायक औरअब कांग्रेस नेता जितेंद्र डागा भी शामिल हैं। नए मरीजों को मिलाकर भोपाल में संक्रमित मरीजों की संख्या 724 हो गई है। पूर्व विधायक के पूरे परिवार को क्वारैंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम डागा की ट्रैवल हिस्ट्री बना रही है।
जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक ने लॉकडाउन के दौरान कई ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया है। इसके अलावा वे कई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मिले। ये भी बताया जा रहा है कि डागा के परिवार के कुछ सदस्यों को हल्की सर्दी और खांसी की शिकायत है। रिपोर्ट आने के बाद डागा को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं,एयरपोर्ट के नजदीक उनके निवास स्थान के तीन किलोमीटर इलाके को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया है। इस इलाके में बैरिकेटिंग की जा रही है। शाम तक कुछ और सैंपल की रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
शनिवार को मिले थे 47 मरीज:शहर में शनिवार को कोरोना के 47 नए मरीज मिले थे। यह एक दिन में मिले अब तक के सर्वाधिक मरीज हैं। इनमें जहांगीराबाद क्षेत्र के 15 लोग शामिल हैं। इसी के साथ जहांगीराबाद प्रदेश में सर्वाधिक कोरोना पॉजिटिव मरीज वाला क्षेत्र बन गया है। यहां अब तक 165 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके पहले इंदौर के खजराना इलाके में सबसे ज्यादा 164 मरीज मिले थे।
महिला की मौत: मिसरोद टीआई, हमीदिया के दो डॉक्टर संक्रमित
जबलपुर में दो नए संक्रमित मिले, संख्या 121 हुयी
जिले में दो नए कोरोना संक्रमित मिलने के साथ ही प्रभावितों की संख्या 119 से बढ़कर 121 हो गयी, जिसमें चार की अब तक मृत्यु हुयी है। कल रात 59 सेंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुयी, जिसमें दो नए कोरोना पॉजिटिव पाए गए, जिसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 121 हो गयी है। दोनों चॉदनी चौक कंटेनमेंट जोन के निवासी है, जो पूर्व में संक्रमितों के संपर्क में आए थे। वहीं 29 मरीज अब तक स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। वर्तमान में 88 मरीजों का अस्पताल में उपचार जारी है।
डिंडोरी में एक कोरोना पॉजिटिव मिला
जिले के शहपुरा कस्बे में एक कोरोना पॉजिटिव मिला, जिसके बाद यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2हो गई। सीएमएचओ डॉ. आरके मेहरा ने बताया कि बाहर से आने पर एक व्यक्ति को क्वारैंटाइन किया गया था। सैंपलकी जांच में कल कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर अब मरीज को डिंडोरी जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में रखा गया है। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री तलाश की जा रही है। इससे पहले एक कोरोना संक्रमित यहां मिला था, जो उत्तर प्रदेश से आया था।
मध्यप्रदेश के 52 जिलों में से 39 में कोरोनावायरस का संक्रमण पहुंच गया है। भोपाल में रविवार कोकोरोना के 20 नए मामले सामने आए। इनमें भाजपा के पूर्व विधायक और अब कांग्रेस नेता जितेंद्र डागा भी शामिल हैं। भोपाल में संक्रमितों की संख्या 724 हो गई है। डागा के परिवार को क्वारैंटाइन किया गया है। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान कई गांवों का दौरा किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से भी मिले हैं। ये भी बताया जा रहा है कि डागा के परिवार के कुछ सदस्यों को हल्की सर्दी और खांसी की शिकायत है। शाम तक कुछ और सैंपल की रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
प्रदेश मेंअब संक्रमितोंकी संख्या 3477 हो गई है। इनमें से 1480 की इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी हो चुकी है और211 की मौतहुईहै। जबकि बीते 24 घंटे में प्रदेश में कोरोना से11 लोगाें की जान गई।
नरसिंहपुर: ट्रक पलटने से 5 मजदूरों की मौत
नरसिंहपुर के पाठा गांव के पासट्रक पलटने से 5 लोगों की मौत हो गई। 11 लोग घायल हुए हैं। इनमें दो की हालत गंभीर है। ट्रक में 2 ड्राइवरों और एक कंडक्टर समेत18 लोग सवार थे। इनमें से 15 हैदराबाद में मजदूरी करते थे। सभी आम से भरे इस ट्रक में छिपकर आगरा जा रहे थे। हादसा एनएच 44 पर नरसिंहपुर और सिवनी सीमा के बीच हुआ।
महाराष्ट्र से यूपी पैदल जा रहे 3 मजदूरों की मौत
सेंधवा में शनिवार रात3 प्रवासी मजदूरों की तबीयत खराब होने सेमौत हो गई। वे महाराष्ट्र से उत्तर प्रदेश स्थित अपने पैतृक गांव पैदलजा रहे थे। जिले की सीमा में अब तक 7 प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है।
365 छात्रजम्मू-कश्मीर रवाना
जम्मू-कश्मीर के 365 छात्रों को शनिवार शाम भोपाल से 15 बसों से रवाना किया गया। इन्हें गांधीनगर स्थित एक निजी स्कूल में इकट्ठा किया गया था।इस मौकेपर कलेक्टर तरुण पिथोडे, डीआईजी इरशाद वली औरनिगम आयुक्त विजय दत्ता ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कश्मीरी छात्रों को रवाना करने से पहले सभी बसों को सैनिटाइज किया गया।
कोरोना अपडेट्स
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक3457 संक्रमित:इंदौर 1780, भोपाल 704, उज्जैन 224, जबलपुर 119, खरगोन 81, धार 79, रायसेन 64, खंडवा 56, मंदसौर 51, बुरहानपुर 47, होशंगाबाद 36, देवास 36, बड़वानी 26, रतलाम 23, मुरैना 22, विदिशा औरआगरमालवा 13-13, ग्वालियर 17, नीमच 10, शाजापुर 8, सागर 6, छिंदवाड़ा 5, श्योपुर 4, अलीराजपुर, अनूपपुर, हरदा, शहडोल, टीकमगढ़ औरशिवपुरी में 3-3, रीवा और सतना 2-2, अशोकनगर, बैतूल, डिंडोरी, पन्ना, झाबुआ, सीहोर, गुना और भिंड में एक-एक संक्रमित मिला।
जल्द से जल्द करोड़पति बनने के लिए शहर में एक युवक ने नकली नोट छापना ही शुरू दिया। गोदावरी ग्रीन काॅलोनी में एक किराए से मकान में रखने वाले राहुल लोधी लॉकडाउन के दौरान घर पर नकली नोट छापने में लगा हुआ था। इस लॉकडाउन में आरोपी राहुल ने शहर में कई लोगों को ये नकली नोट खपा भी दिए।
नकली नोटों की धोखाधड़ी का शिकार एक कूलर विक्रेता और काॅलोनी के रहवासियों की सूझबूझ से शनिवार की सुबह आरोपी राहुल पकड़ में आ गया। इसके बाद सूचना देकर सिविल लाइंस पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने आरोपी के घर से जहां 51 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं, वहीं नोट छापने में इस्तेमाल किया गया एक कलर प्रिंटर, लेपटॉप और एक मोबाइल भी जब्त किया है। पुलिस आरोपी से और सुराग जुटाने के लिए पूछताछ कर रही है।
त्याेंदा के घटेरा का रहने वाला है युवक, 3 माह पहले ही विदिशा आया
विदिशा जिले की त्योंदा तहसील के घटेरा गांव का निवासी राहुल लोधी करीब तीन महीने से गोदावरी ग्रीन में किराए से मकान लेकर रह रहा था। आरोपी ने नकली नोट छापने के लिए करीब तीन महीने पहले कलर प्रिंटर खरीदा था। इस प्रिंटर की मदद से उसने बड़ी संख्या में 200 के नकली नोट छापे। कुछ दिन पहले आरोपी राहुल ने विक्रेता ब्रजेश श्रीवास्तव से एक कूलर खरीदा था। कूलर खरीदने पर आरोपी राहुल ने विक्रेता ब्रजेश श्रीवास्तव को 200-200 के नकली नोट थमा दिए। इसकी जानकारी लगने पर शनिवार की सुबह दुकानदार ब्रिजेश श्रीवास्तव आरोपी का पता लगाकर उसके घर जा पहुंचे। इसी दौरान कालोनी के रहवासी आशीष मिश्रा डेवलपमेंट ऑफिसर एलआईसी विजय परमार अन्य लोग भी मौके पर आ गए। रहवासी आशीष मिश्रा ने बताया कि जब वे आरोपी के घर के अंदर पहुंचे तो कलर प्रिंटर, नकली नोट की गड्डी दिखाई दी। इसके बाद रहवासियों ने पुलिस को सूचना देकर आरोपी को पकड़वाया।
आसान तरीका तलाशा... यूट्यूब पर करोड़पति बनने के वीडियो देखकर नोट छापने का मिला आइडिया
सीएसपी विकास पांडे ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी राहुल लोधी ने बताया है कि जल्द से जल्द दौलत कमाना चाहता था। करोड़पति बनने के लिए वह यू ट्यूब पर अक्सर ऐसे वीडियो देखता था कि जिससे वह जल्दी और ज्यादा पैसा कमा सके। मालदार बनने के लिए राहुल को नोट छापना सबसे आसान तरीका लगा। इसलिए आरोपी ने नोट छापना शुरू कर दिया। सीएसपी ने बताया कि 90 जीएसएम का बांड पेपर इस्तेमाल करता था। नोट छापने के लिए आरोपी ने केवल एक ही 200 के नोट का इस्तेमाल किया है। उसी 200 के नोट की एक ही सिरीज के 200-200 जाली नोट आरोपी राहुल ने कलर प्रिंटर से प्रिंटर की मदद से छाप डाले।
सिर्फ आरोपी के ये थे टारगेट.. बुजुर्ग, सब्जी और छोटे दुकानदारों को ठिकाने लगाता था नोट
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया है कि आरोपी राहुल जाली नोटों को बुजुर्ग, छोटे दुकानदार, दूध विक्रेता और सब्जी विक्रेताओं को ठिकाने लगाए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी लॉकडाउन के चलते जाली नोटों को ज्यादा नहीं चला पाया है। जबकि शनिवार को कार्रवाई के दौरान इस आरोपी द्वारा जाली नोट चलाने से ठगी के शिकार हुए कई दुकानदार सामने आ गए थे। सीएसपी पांडे का कहना है कि आरोपी से अभी पूछताछ चल रही है। जांच में पता चलेगा कि इसने अभी तक कुल कितने नोट छापे हैं और कितने जाली नोट कहां-कहां चलाए हैं। सीएसपी ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
जिले में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण होने के बाद भारत सरकार की गाइड लाइन के तहत कलेक्टर ने शनिवार को जिले में और आंशिक छूट के आदेश जारी किए हैं। अब जनरल स्टोर, फोटो कॉपी, वाहन स्पेयर पार्ट्स की दुकानों को खोलने के संबंध में कलेक्टर ने आंशिक छूट के आदेश जारी किए हैं।
जिले में अब जनरल प्रोविजन स्टोर को भी ग्रोसरी की श्रेणी में मानकर सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। इसके अलावा न्यायालयीन, शासकीय कार्यों में दस्तावेजों की फोटोकॉपी की आवश्यकता को ध्यान में रखकर फोटा कॉपी की दुकानें सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खोली जा सकेंगे। इसी तरह समस्त प्रकार के वाहनों के स्पेयर पार्ट्स की दुकानें भी सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खोलने की अनुमति दी है।
व्यक्तिगत कामगार के रूप से कार्य करने वाले फोटोग्राफर और वीडियोग्राफर भी पहले की तरह की काम करते रहेंगे। कलेक्टर ने संबंधित दुकान संचालकों और आम लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और मास्क लगाने के निर्देश दिए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन और मास्क नहीं लगाने पर संबंधित प्रतिष्ठानों की सील करने की चेतावनी भी दी गई है।
श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना से 1160 मजदूरों को लेकर शनिवार शाम को रेलवे स्टेशन पहुंची। एक दिन पहले भी 2 स्पेशल ट्रेनों से 2391 मजदूरों को विदिशा लाया गया था। अपने गृह प्रदेश पहुंचकर श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। सभी 30 जिलों के श्रमिकों को उनके गंतव्य जिलों की ओर बसों से रवाना किया गया। कलेक्टर डा. पंकज जैन ने स्वयं मजदूरों के लिए की गई व्यवस्था पर नजर रखी और श्रमिकों के हालचाल भी पूछे। वे वहां पर मौजूद चिकित्सा पैरामेडिकल स्टाफ के कार्यों पर भी नजर रखे हुए थे। क नम्बर प्लेटफार्म के बाहरी प्रवेश द्वार पर कुरवाई विधायक हरिसिंह सप्रे, विदिशा नगरपालिका अध्यक्ष मुकेश टंडन एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने मास्क और सैनिटाइजर बांटा।
इन जिलों के मजदूर ट्रेन में थे सवार
कलेक्टर ने बताया कि तेलगांना के वीवी नगर से विदिशा पहुंची श्रमिक एक्सप्रेस में प्रदेश के अनूपपुर, अशोकनगर, बड़वानी, बैतूल, भिंड, छतरपुर, दमोह, दतिया, देवास, धार, गुना, ग्वालियर, हरदा, होशंगाबाद, झाबुआ, कटनी, मंदसौर, मुरैना, निवाडी, पन्ना, रायसेन, राजगढ़, रतलाम आिद जिलों के मजदूर थे।
जब पुलिस अफसरों ने दिव्यांग को ट्रेन से उतारा
प्रवासी मजदूरों में निःशक्त मातादीन पाल बोगी से उतर नहीं पा रहे थे। जैसे ही उन पर पुलिस वालों की नजर पड़ी तो तत्काल मदद करने पहुंच गए। सब इंस्पेक्टर नरेन्द्र त्रिपाठी और उनके सहयोगी की मदद से दिव्यांग मातादीन पाल को सीढ़ियों से होते हुए 4 नं प्लेटफार्म के बाहर निवाड़ी जाने वाली बस में बिठाया।
कोतवाली थानांतर्गत गांव बड़नगर में पुलिस जवानों को घेरकर मारपीट करने वाले 11 आरोपियों में से 3 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि 8 आरोपी अब भी फरार है। शनिवार को तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस अन्य आरोपियों बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को नायब तहसीलदार ने पुलिस को पाइंट दिया कि गांव बमूलिया में मेडिकल टीम के साथ ग्रामीण अभद्रता कर रहे हैं और उन्हें काम नहीं करने दे रहे हैं। जिस पर कोतवाली से प्रधान आरक्षक सुभाष कटारे और आरक्षक तेजपाल वर्मा मोबाइल जीप से रवाना हुए। रास्ते में जब वे गांव बड़नगर से निकले तो हरिजन बस्ती में मंदिर के पास उन्होंने भीड़ देखी। उन्होंने गाड़ी रोककर ग्रामीणों को अपने-अपने घर जाने के लिए कहा और मास्क लगाने की समझाइश दी तो ग्रामीणों ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेरकर मारपीट की और उनकी वर्दी फाड़ दी।
इस मामले में पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पुलिसकर्मियों को घेर कर रखना, शासकीय कार्य में बाधा, बलवा और मारपीट तथा आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया है। मामले में पुलिस ने विनोद, राजेश और बल्लू को को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
सीहोर में मिली कोरोना पॉजिटिव महिला की भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार भोपाल के भदभदा विश्राम घाट पर किया गया। मुखाग्नि बड़े बेटे ने दी जो मृतिका के साथ ही अस्पताल में था। दूसरी तरफ अंतिम संस्कार से पहले सीहोर से महिला के पति और दो बेटों को भी एंबुलेंस से भोपाल विश्राम घाट ले जाया गया था लेकिन महामारी ऐसी कि इन तीनों को मृतिका के अंतिम दर्शन भी गाड़ी के अंदर से ही कराए गए। बीमारी के डर से इन तीनों को दूर रखा गया। इसके बाद उसी एंबुलेंस से उन्हें सीधे सीहोर लाया गया जहां उन्हें क्वारेंटाइन किया गया है।
बुधवार 6 मई को इंदिरा नगर निवासी एक महिला को उसका बेटा जिला अस्पताल इलाज के लिए लेकर गया था। सुबह के समय इस महिला को अस्पताल ले जाया गया था जहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उसे देखा और फिर उसका इलाज किया। कुछ देर बाद उसकी हालत गंभीर होने के कारण भोपाल के हमीदिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया था। वहां पर उसका कोरोना टेस्ट किया गया था जिसमें महिला पॉजिटिव निकली थी। इसकी सूचना गुरुवार को मिलते ही स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन व पुलिस हरकत में आई और फिर पूरे इंदिरा नगर को सील कर दिया गया। तभी से पीड़ित महिला वेंटीलेटर पर थी और शनिवार सुबह करीब 7.30 बजे उसने अंतिम सांस ली।
महामारी ऐसी कि अपनों को भी दूर से करना पड़े अंतिम दर्शन
कोरोना महामारी का खौफ इस कदर है कि अंतिम संस्कार से पहले सीहोर से मृतिका के पति और दो बेटों को एंबुलेंस से ले जाया गया था। ये एंबुलेंस सीधे भदभदा विश्राम घाट पर पहुंची। वहां पर पहले से ही मृतिका का बड़ा बेटा मौजूद था। उसने भास्कर को बताया कि शव को नगर निगम के वाहन से दो कर्मचारियों ने उतारा। सीहोर से गए उसके पिता और दोनों भाईयों को अंतिम दर्शन कराए गए लेकिन एंबुलेंस के अंदर से ही। इसके बाद उन्हें उसी तरह वापस सीहोर ले जाया गया। मुखाग्नि बड़े बेटे ने दी। वह अकेला ही वहां कुछ देर तक बैठा रहा। बाद में वह वहां से हमीदिया अस्पताल आया।
बड़ी लापरवाही: शनिवार शाम तक भी नहीं लिया बेटे का सैंपल
भोपाल में सबसे बड़ी लापरवाही यह रही कि जब महिला भोपाल में कोरोना पॉजिटिव आई तो उसके बाद भी उसके साथ रह रहे उसके बेटे का सैंपल नहीं लिया गया। उसके बेटे ने बताया कि शनिवार शाम तक भी उसका सैंपल नहीं लिया जा सका। भास्कर संवाददाता को उसने बताया कि उसका किसी ने सैंपल नहीं लिया। उसने हमीदिया अस्पताल में मास्क मांगा तो भी नहीं दिया गया। यहां तक कि वह भूखा था तो उसे दूसरे दिन किसी ने खाना दिया।
ड्राेन से रख रहे नजर
इंदिरा नगर काे पूरी तरह से सील कर दिया गया है। यहां के रहवासियाें काे सब्जी, दूध अादि सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है। शनिवार को भी नगर पालिका की टीम ने यहां के लोगों को उक्त सामग्री मुहैया कराई। यहां पर ड्रोन कैमरे से नजर रखी जा रही है। पुलिस पूरी बाउंड्री पर तैनात कर दी गई है। अंदर जाने के रास्तें बंद कर दिए हैं।
43 के लिए हैं सैंपल
अभी तक इंदिरा नगर में मिली कोरोना पॉजिटिव महिला के मामले में 43 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से 15 इंदिरा नगर के रहने वाले हैं। इंदिरा नगर की जनसंख्या 1600 है। यहां 427 परिवार रहते हैं। सूत्रों के अनुसार अभी तक 40 लोगों को चिन्हित किया गया है जिन्हें हाई रिस्क में रखा गया है। इनमें 10 गर्भवती महिलाएं बताई गई हैं। इस पूरे मामले में जो भी लोग सामने आए हैं जिनमें डॉक्टर, स्टाफ नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ सभी को क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
बड़े बेटे को भोपाल एंबुलेंस से लाया गया
बड़ा बेटा इसलिए परेशान था कि वह अब सीहोर कैसे आए। उसने बताया कि बाद में जब वह हमीदिया अस्पताल पहुंचा तो फिर सीहोर से एंबुलेंस उसे लेने के लिए आई।
शनिवार को दिन में तेज धूप रही, वहीं शाम होते-होते पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से बादल छा गए। दोपहर के समय दो घंटे तक पारा 41 डिग्री से अधिक बना रहने से दिन भर गर्मी और उमस से लोग परेशान रहे। स्थिति यह रही कि दिन के अधिकतम तापमान में सीधे 3 डिग्री की बढ़ोत्तरी दर्ज हुई, हालांकि रात के समय तेज हवा चलने से न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई है। ऐसे में शनिवार के अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पिछले तीन दिनों से बादल और हवा में नमी हाेने से तापमान में गिरावट हो रही थी, लेकिन शनिवार को मौसम साफ रहा, ऐसे में दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक हवा थमने से 2 घंटे तक पारा 41 डिग्री के ऊपर रहा जिससे लोग गर्मी और उमस से बेहाल रहे।
हालांकि शाम के समय बादल छाने से बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग का मानना है कि अब फिर से पश्चिमी विक्षोभ का असर दिखेगा। ऐसे में रविवार और सोमवार को तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है। आरएके कॉलेज स्थित ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र के डॉ. सत्येंद्र तोमर ने बताया कि रविवार से फिर मौसम बदलेगा। तेज हवा के साथ बारिश भी होने की संभावना है। मौसम विभाग का स्पष्ट कहना है कि 10 मई से बूंदाबांदी और आंधी का दौर आएगा। इससे तापमान में थोड़ा गिरावट आएगी। बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। जबकि शनिवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
आगे क्या : तेज हवा बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना
आरएके कॉलेज स्थित ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र के डॉ. तोमर के अनुसार दो दिन तक मौसम का मिजाज बदला रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादल छाए रहेंगे और तेज हवा के साथ हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में ओले गिरने की भी संभावना बन रही है।
जिले में बाहर से आने वाले 34 हजार 136 लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है, जबकि अभी तक 30 हजार 75 लोग क्वारेंटाइन अवधि से बाहर आ चुके हैं। पिछले 24 घंटों की बात करें तो इस दौरान 626 लोग अन्य राज्यों व जिलों से आए हैं।
स्वास्थ्य विभाग का अमला घर-घर जाकर सर्वे का काम कर रहा है। विदेश से सीहोर जिले में लौटे तथा अन्य जिलों व राज्यों से आए लोगों की खोजबीन की जा रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में अन्य राज्यों व अन्य जिलों से आए करीब 626 लोगों की पहचान व पता लगाकर उनकी तत्काल स्क्रीनिंग की गई। उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है। सीहोर जिले में अन्य जिलों अथवा राज्यों से लौटे हुए यात्रियों की संख्या अब तक कुल 34136 हो चुकी है। उन्हें होम क्वारेंटाइन से संबंधित गाइड लाइन की जानकारी देकर सख्त हिदायत दी गई है कि गाइड लाइन का कड़ाई से पालन करें। सीएमएचओ डॉ. सुधीर डेहरिया ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान 626 ऐसे लोगों की पहचान की है जो अन्य राज्यों और जिलों से लौटे थे। इन सभी की तत्काल स्क्रीनिंग कर इन्हें 9 मई को ही होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है। जिले में अब तक होम क्वारेंटाइन किए लोगों की संख्या 34136 है।
65 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी
जिले से अब तक कुल 334 सैँपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से 263 की रिपोर्ट अब तक निगेटिव आई है।शनिवार को 26 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इन्हें मिलाकर कुल 65 सैंपल की रिपोर्ट आना शेष है। आज की स्थिति में हास्पिटल आइसोलेशन में भर्ती मरीजों की संख्या 7 है।
नसरुल्लागंज के नीलकंठ घाट पर दो बालकों की डूबने से मौत के बाद शुक्रवार को गोपालपुर थाने के तहत ग्राम छीपानेर में दो चचेरे भाई निर्माणाधीन पुल के पिलर के सहारे नर्मदा नदी पार करते समय बह गए थे। इस बीच एक भाई तो उस पार पहुंच गया लेकिन दूसरा तेज धार में बह गया था। उसकी तभी से तलाश की जा रही थी। बाद में एसडीआरएफ की टीम ने इसे शनिवार को निकाला। छीपानेर निवासी दोनों चचेरे भाई रिश्तेदारी में एक गमी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस घर लौट रहे थे। इस दौरान नर्मदा नदी को पार करने की कोशिश की। बताया जाता है कि इनमें से पवन अटरिया तो किनारे पर लग गया लेकिन दीपक अटरिया 20 वर्ष नर्मदा नदी की तेज धार में बह गया। बीच नदी में बहाव अधिक था। जिससे वह संभल नही पाया और उसका संतुलन बिगड़ गया। तेज बहाव के चलते वह नर्मदा की धार में बह गया।
इस दौरान सूचना के बाद प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और स्थानीय गोताखोरों की मदद से देर रात तक युवक की तलाश की गई, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर पुलिस ने भोपाल से एसडीआरएफ की स्पेशल टीम को बुलाया। शनिवार सुबह एसडीआरएफ टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया। बताया जाता है कि करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद नर्मदा नदी से दीपक के शव को तलाश कर लिया गया। जिस जगह से युवक बहा था वहां से करीब 600 मीटर दूर एक चट्टान में इसका शव फंसा हुआ मिला।
एसडीआरएफ को मिली सफलता : शुक्रवार को दो चचेरे भाई की नर्मदा के तेज बहाव में बह गए थे। वही एक युवक तो बच गया लेकिन दूसरे युवक की तलाश जारी थी। लेकिन कोई कामयाबी नही मिली। राजस्व अमला सहित एसडीओपी प्रकाश मिश्रा, गोपालपुर थाना प्रभारी उषा मरावी ने पूरे घटना क्रम पर नजर बनाए रखी। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया टीम ने युवक के शव को ढूंढ निकाला।
इन दिनों मप्र, मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड सांची अपने अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों की बिजली व्यवस्था सुचारू बनाने के लिए तथा बरसात पूर्व तैयारियों में रात-दिन जुटा हुआ है। इससे अलग-अलग क्षेत्रों की बिजली बंद करना पड़ रही है जिससे लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है मंडल अधिकारियों ने नागरिकों से सहयोग की अपील की है ।बिजली कंपनी के उपप्रबंधक प्रांजल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि आनेवाली बारिश के मद्देनजर इन दिनों सांची क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली लाइनों का तथा 33 केवी तथा 11 केवी का मेंटेनेंस कार्य तेजी से चलाया जा रहा है। इससे आने वालेदीवानगंज मुड़िया खेड़ा सलामतपुर सांची बांसखेड़ा गुलगांव सहित क्षेत्रांतर्गतआने वाले गांव सहित कस्बों नगरों की विद्युत लाइनों के मरम्मत कार्य तेजी से चलाया जा रहा है, ताकि बारिश के मौसम में बिजली व्यवस्था सुचारू बनाई जा सके। इस मेंटेनेंस कार्य के चलते बार-बार परमिट जारी करना पड़ता है श्री शर्मा ने क्षेत्रांतर्गत आने वाले सभी उपभोक्ताओं से अपील की है इस मेंटनेंस कार्य में मंडल का सहयोग करें ताकि बारिश के दिनों में विद्युत व्यवस्था सुचारू बनाई जा सके।
यूं तो शिक्षकों की ड्यूटी कई क्षेत्रों में लगाई जा रही है कोरोना वायरस के चलते भी शिक्षकों की ड्यूटी लगी हुई है। लेकिन ऐसे में एक शिक्षक कमलेश धाकड़ की ड्यूटी बोरास पुल की चेक पोस्ट पर लगी हुई है ड्यूटी के साथ-साथ पुण्य लाभ भी कमा रहे हैं और अनोखे अंदाज में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
कमलेश धाकड़ वर्तमान में अकेले हैं उनकी पत्नी और बच्चे घर पर नहीं हैं। ड्यूटी से पूर्व वह स्वयं गैस पर अपने हाथों से पूरी निकालते हैं और अचार के साथ कई पूरी के पैकेट बनाते हैं और इन खाने के पैकेट को चेक पोस्ट पर अपने साथ ले जाते हैं।
चेक पोस्ट पर आने जाने वाले गरीबों के मजदूरों तथा मां नर्मदा के तट पर रहने वाले श्रद्धालुओं को वितरित करते हैं। उल्लेखनीय है कि कमलेश धाकड़ शिक्षक की ड्यूटी बोरास रोड की चेकपोस्ट पर रात्रि 12:00 से सुबह 6:00 तक है उनके इस प्रकार ड्यूटी के साथ दीन हीनो की सेवा में जुटे हुए हैं। इस तरह वे गरीबों की सेवा कर रहे हैं।
इन दिनों सुल्तानगंज और आसपास के गांव में बार-बार बिजली जाने को लेकर ग्रामीण परेशान हो रहे थे जिसकी शिकायत वह कई बार मौखिक और लिखित रूप से अफसरों को दे चुके थे बावजूद इसके बिजली की समस्या का समाधान नहीं हो रहा था।
भास्कर ने ग्रामीणों की इस समस्या को प्रमुखता से उठाकर इस परेशानी को अफसरों के संज्ञान में लाए तब जाकर अफसरों ने एक दल बनाकर सुल्तानगंज भेजा जिन्होंने सब स्टेशन का निरीक्षण कर तकनीकी खामियों को दूर किया ताकि ग्रामीणों को बिजली की समस्या से परेशान ना होना पड़े। बिजली कंपनी की टीम ने सुल्तानगंज सब स्टेशन का निरीक्षण किया, जिसमें उन्होंने सारे पॉवर सप्लाई करने वाले ट्रांसफार्मर और मशीनों की जांच की, जिसमें कुछ मशीनों में तेल कम था जिसे पूरा कर दिया गया है। और आगे भी समय समय पर निरीक्षण किया जाने की तैयारी कर ली है। गौरतलब है कि क्षेत्र में बार बार बिजली की ट्रिपिंग होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, जिसको लेकर दैनिक भास्कर ने इस खबर को प्रमुखता से छापा था। इस सम्बन्ध में जे ई अमित कुमार प्यासी ने बताया कि समस्या के संज्ञान में आते ही हमने एक दल को सुल्तानगंज भेजा था जिसने जांच कर तकनीकी खामियां दूर कर दी है आगे से ट्रिपिंग की समस्या नहीं आएगी।
बारिश की तैयारी के लिए परमिट लेकर लाइन के आसपास के पेड़ों बगैरा को छांटने के लिए थोड़ी कटौती होगी जिसकी सूचना लोगों को पहले देंगे। ताकि असुविधा से बचा जा सके।
नगर के पड़ान मोहल्ला में आपसी विवाद को लेकर दो युवकों में विवाद हो गया। इस विवाद में एक युवक सिर में लाठी लगने से वह घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए नगर के सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद घायल युवक को रेफर किया गया।
जानकारी के अनुसार पड़ान मोहल्ला में बीती रात गोलू व दीपेश में किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद में गोलू ने दीपेश के सिर पर लाठी मार दी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने फरियादी दीपेश की रिपोर्ट पर आरोपी गोलू के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर विवेचना में लिया है।
समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी के लिए इस वर्ष अलग अलग केंद्र की बजाय एक ही केंद्र पर किसानों की उपज खरीदी जा रही है। लेकिन सायलो बैग की स्थापना अब किसानों के लिए सिर दर्द बनती जा रही है। केंद्र पर तुलाई की धीमी रफ्तार ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है।
एक तरफ सायलो केंद्र पर तुलाई के लिए किसानों के वाहनों की लंबी लाइनें लग रहीं है तो वहीं एसएमएस के इंतजार में अभी भी सैकड़ों किसान अपने घरों में बैठे है। जबकि गेहूं तुलाई का यह कार्य 22 मई तक पूरा किया जाना है ऐसे में समयावधि में कार्य कैसे पूरा होगा। क्षेत्र में सायलो बैग केन्द्र खुलने से किसानों में बड़ी सुविधा की आस जगी थी। तथा उन्हें उम्मीद थी कि अब इस बार आसानी से कम समय में उनकी उपज तुलाई का कार्य हो जाएगा। परन्तु इसके स्थान पर सायलो बैग किसानों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। पहले के केन्द्रों की तुलना में ही सायलो केन्द्र पर भी तुलाई का लंबा इंतजार किसानों को करना पड़ रहा है। यही नही तुलाई की धीमी रफ्तार के चलते प्रशासन द्वारा किसानों को रोजाना भेजे जाने वाले एसएमएस की संख्या भी कम है। वहीं कई किसान अभी भी अपनी उपज की तुलाई करने एसएमएस के इंतजार में बैठे हुए है। सायलो बैग केन्द्र से जुड़े 9 समर्थन मूल्य समितियों के लगभग 6068 किसान अपनी उपज बेचने के लिए पंजीकृत है। जबकि तुलाई की समयावधि समाप्त होने को कुल 12 दिन शेष बचे है। ऐसे में उपज की तुलाई को लेकर चिंता एवं बेचैनी है। आलम यह है कि केन्द्र से पांच किमी की दूरी तक किसानों के उपज से भरे हुए वाहनों की लंबी लंबी कतारे रोजाना लग रहीं है। इस केन्द्र पर पहले तुलाई में गड़बड़ी और मशीनों की खराबी के चलते तुलाई का कार्य प्रभावित हुआ। तो अब संसाधनों की कमीं और तुलाई की धीमी रफ्तार किसानों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। किसान संगठन द्वारा मशीनों की संख्या बढ़ाए जाने एवं डंपिंग बिट अतिरिक्त रूप से लगाने की मांग को भी सायलो प्रबंधन लगातार नजर अंदाज कर रहा है।
सुनाई आपबीती
किसान पुरषोत्तम साहू, बतैशी बाई, सुरेश कुमार, काशीराम रजक, अफजल खां, जसवंत सिंह, प्रेमनारायण एवं देवीलाल आदि ने बताया कि वे लंबे समय से तुलाई के लिए एसएमएस का इंतजार कर रहे है लेकिन उन्हें अब तक एसएमएस नही मिला है। अगर समयावधि में उन्हें केंद्र पर नहीं बुलाया गया तो मजबूरन वे व्यापारियों को कम दरों पर अपनी उपज बेचने के लिए बाध्य होंगे। खरीदी केन्द्र पर तुलाई कराने आए रामचरण, गंगाराम, राम बाई प्रवेन्द्र कुमार आदि ने बताया कि वे दो दिनों से तुलाई के लिए अपनी उपज लेकर केन्द्र पर खड़े है, यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जल्द होगा सुधार
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक मयूर मरकाम का कहना है कि सायलो केंद्र पर तुलाई में देरी सहित एसएमएस पहुंचने की समस्या से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार होगा।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की अवधि में प्रदेश के विद्यार्थी अपने घर पर नियमित अध्ययन कर सकें, इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार 11 मई से विशेष शैक्षिक टीवी कार्यक्रम ‘क्लास रूम’ प्रारंभ किया जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रति सप्ताह 5 दिन सोमवार से शुक्रवार, दिन में दो बार प्रसारित होगा। जिससे प्रदेश के विद्यार्थी दूरदर्शन के माध्यम से, घर पर रहते हुए नियमित अध्ययन कर सकेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी आलोक खरे ने बताया कि लोक शिक्षण संचालनालय ने इस कार्यक्रम को दूरदर्शन के सहयोग से, 10वीं एवं 12वीं कक्षाओं के लिए विषयगत अवधारणों पर तैयार किया है।
लॉकडाउन को 46वांं दिन होने को आया है ऐसे में भी में मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नही ले रहा मुंबई के नाला सुपारा से पैदल चलकर उप्र जा रहे इस परिवार में 2 बच्चे सहित माता-पिता और एक अन्य व्यक्ति पैदल ही अपनी मंजिल की ओर चल पड़े हैं। तकरीबन 900 किलोमीटर की कष्टदायक यात्रा के बाद बरेली पहुंचे हैं।
अब यहां से उप्र 400 किलोमीटर और चलकर अपने गांव पहुंचेंगे। रास्ते मे इनको किसी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली। नमकीन खाकर आठ दिन लंबा सफर गुजार दिए। देवचंद्र गुप्ता ने बताया कि रास्ते में जहां कहीं भी वाहन की व्यवस्था हो गई तो कुछ सफर वाहनों से कर लिया एवं वाहन नहीं मिलने की स्थिति में आगे का सफर पैदल करते हुए आ रहे हैं।
उन्होंने भोजन की समस्या को लेकर बताया कि एक किसान अपना भोजन लेकर खेत जा रहा था हमारी मजबूरी देखते हुए अपने हिस्से की सारी रोटी हमें दे दी जिससे हम अपने दो मासूम बच्चों का पेट भर सके। अपने मां-बाप के साथ पैदल चलते हुए 10 वर्षीय आशीष गुप्ता के पैर में छाले पड़ गए जिसकेेेे कारण मासूम पैदल नही चल पा रहा ऐसे में उसके पिता उसे अपने कंधे पर बिठा कर चल रहे है जहां अस्पताल पड़ता है वहा बच्चे के पैर की मरहम पट्टी करवा लेते है। सिस्टम से लाचार मजदूर आखिर कब तक पैदल चलेगा सरकार अपने यहां के मजदूरों को बुलाने की बात कर रही है लेकिन इन तस्वीरों से ऐसा लगता है सरकार कुछ मजदूरों को बुलाकर अपनी पीठ थपथपा रही है पैदल पलायन की यह वीभत्स तस्वीर 42 डिग्री तापमान में देखने को मिल रही है। असंवेदनशीलता की हद देखिए महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश ओर फिर उत्तर प्रदेश आखिर क्यो इन मजदूरों को पैदल पलायन करना पड़ रहा है। मजदूर पिता ने बताया हम मुम्बई नाला सुपारा के पास स्टील फैक्ट्री में काम करते थे वहां खाने की दिक्कत हुई काम बन्द हुआ तो हम भूखे मरने की बजाय गांंव जाना जरूरी लगा और पति-पत्नी 2 बच्चों और अपने साथी के साथ 1300 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने की ठान ली।
शहर में बड़ी संख्या में पुलिस तैनात है, इसके बावजूद भी वार्ड नंबर 9 के तालाब मोहल्ला में एक घर में बीती रात चोरी हो गई। चोर एक एलईडी टीवी, गैस सिलेंडर, दो बोरी सोयाबीन और बर्तन कपड़े चोरी कर ले गए। डाबर गांव के किसान राजकुमार बघेल के बच्चे यहां रहकर पढ़ाई करते थे। जो लॉकडाउन के कारण अपने गांव चले गए थे। वहीं राजकुमार भी गुरुवार को गांव चले गए थे।
घर पर ताला लगा हुआ था। चोरी दरबाजे का कब्जा हटाकर घर के अंदर प्रवेश कर गए। उसके घर का पूरा सामान बिखेर दिया। वे सूने घर से एक बड़ी एलईडी टीवी सहित 60 हजार रुपए का सामान चोरी कर ले गए।
देर शाम तक घटना स्थल पर नहीं पहुंची पुलिस: राजकुमार बघेल ने बताया कि चोरी जानकारी मिलने पर वे गांव से वापस रायसेन आए। इसके बाद वे शनिवार को सुबह 11 बजे कोतवाली थाने पहुंचे वहां पुलिस ने चोरी की एफआईआर नहीं लिखी। आवेदन लेकर उन्हें चलता कर दिया। इतना ही नहीं घटना सुबह 3 बजे की होने के बाद भी पुलिस देर शाम तक चोरी की घटना की जांच करने नहीं पहुंची।
जिले में 157 गेहूं के खरीदी केंद्र बनाए गए हैं, इनमें बाड़ी और ओबेदुल्लागंज गेहूं की खरीदी को लेकर अधिक परेशानियां आ रही हैं। जहां एक और बाड़ी क्षेत्र में गेहूं में मिट्टी अधिक आ रही है तो वहीं दूसरी और ओबेदुल्लागंज में मजदूर न मिलने से गेहूं की तुलाई में दिक्कत आ रही है।
हालांकि बाड़ी की समस्या का हल निकाल लिया गया है। वहां अब छह समितियों के खातों में गेहूं से मिट्टी साफ करने वाली मशीनों के लिए 4.5- 4.5 लाख रुपए राशि जमा करा दी गई है। इस राशि से सहकारी समितियां मशीन खरीदकर खरीदी केंद्रों को उपलब्ध कराएंगी। वहीं कुछ केंद्रों ने ये मशीनें किराए पर लेकर काम भी शुरू कर दिया है। इसके अलावा गेहूं मिट्टी का प्रतिशत देखकर उतनी प्रतिशत उपज तौल में कम मानकार किसानों को राशि की भुगतान कर दिया जाएगा। यह परेशानी एक महीने से चली आ रही है। इसको लेकर बाड़ी के 27 खरीदी केंद्रों पर गेहूं की तुलाई नहीं हो पा रही है। इससे यहां के किसान सबसे ज्यादा परेशान हैं। वे खरीदी केंद्रों पर अपनी उपज डंप करके 24 घंटे उसकी रखवाली में तैनात हैं। इससे पहले बाड़ी क्षेत्र के खरीदी केंद्रों पर आ रही समस्या को लेकर वहां राज्य स्तरीय दल और कमिश्नर भी भ्रमण कर चुके हैं।
ओबेदुल्लागंज में मजदूरों की आ रही समस्या
ओबेदुल्लागंज के जिस क्षेत्र कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। उस क्षेत्र से खरीदी केंद्रों पर काम करने वाली लेबर आती हैं। लेकिन वहां के गांव वाले लोग कोरोना संक्रमण के डर से मजदूरों को गांव से बाहर नही जाने दे रहे हैं। उनके मुताबिक मजदूर बाहर जाकर गांव लौटते हैं, इससे गांव में कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। इसलिए वहां मजदूरों की कमी आ गई है। इसके चलते वहां किसानों के गेहूं की तुलाई समय पर नहीं हो पा रही है।
समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी के लिए इस वर्ष अलग अलग केंद्र की बजाय एक ही केंद्र पर किसानों की उपज खरीदी जा रही है। लेकिन सायलो बैग की स्थापना अब किसानों के लिए सिर दर्द बनती जा रही है। केंद्र पर तुलाई की धीमी रफ्तार ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है।
एक तरफ सायलो केंद्र पर तुलाई के लिए किसानों के वाहनों की लंबी लाइनें लग रहीं है तो वहीं एसएमएस के इंतजार में अभी भी सैकड़ों किसान अपने घरों में बैठे है। जबकि गेहूं तुलाई का यह कार्य 22 मई तक पूरा किया जाना है ऐसे में समयावधि में कार्य कैसे पूरा होगा। क्षेत्र में सायलो बैग केन्द्र खुलने से किसानों में बड़ी सुविधा की आस जगी थी। तथा उन्हें उम्मीद थी कि अब इस बार आसानी से कम समय में उनकी उपज तुलाई का कार्य हो जाएगा। परन्तु इसके स्थान पर सायलो बैग किसानों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। पहले के केन्द्रों की तुलना में ही सायलो केन्द्र पर भी तुलाई का लंबा इंतजार किसानों को करना पड़ रहा है। यही नही तुलाई की धीमी रफ्तार के चलते प्रशासन द्वारा किसानों को रोजाना भेजे जाने वाले एसएमएस की संख्या भी कम है। वहीं कई किसान अभी भी अपनी उपज की तुलाई करने एसएमएस के इंतजार में बैठे हुए है। सायलो बैग केन्द्र से जुड़े 9 समर्थन मूल्य समितियों के लगभग 6068 किसान अपनी उपज बेचने के लिए पंजीकृत है। जबकि तुलाई की समयावधि समाप्त होने को कुल 12 दिन शेष बचे है। ऐसे में उपज की तुलाई को लेकर चिंता एवं बेचैनी है। आलम यह है कि केन्द्र से पांच किमी की दूरी तक किसानों के उपज से भरे हुए वाहनों की लंबी लंबी कतारे रोजाना लग रहीं है। इस केन्द्र पर पहले तुलाई में गड़बड़ी और मशीनों की खराबी के चलते तुलाई का कार्य प्रभावित हुआ। तो अब संसाधनों की कमीं और तुलाई की धीमी रफ्तार किसानों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। किसान संगठन द्वारा मशीनों की संख्या बढ़ाए जाने एवं डंपिंग बिट अतिरिक्त रूप से लगाने की मांग को भी सायलो प्रबंधन लगातार नजर अंदाज कर रहा है।
सुनाई आपबीती
किसान पुरषोत्तम साहू, बतैशी बाई, सुरेश कुमार, काशीराम रजक, अफजल खां, जसवंत सिंह, प्रेमनारायण एवं देवीलाल आदि ने बताया कि वे लंबे समय से तुलाई के लिए एसएमएस का इंतजार कर रहे है लेकिन उन्हें अब तक एसएमएस नही मिला है। अगर समयावधि में उन्हें केंद्र पर नहीं बुलाया गया तो मजबूरन वे व्यापारियों को कम दरों पर अपनी उपज बेचने के लिए बाध्य होंगे। खरीदी केन्द्र पर तुलाई कराने आए रामचरण, गंगाराम, राम बाई प्रवेन्द्र कुमार आदि ने बताया कि वे दो दिनों से तुलाई के लिए अपनी उपज लेकर केन्द्र पर खड़े है, यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
जल्द होगा सुधार
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक मयूर मरकाम का कहना है कि सायलो केंद्र पर तुलाई में देरी सहित एसएमएस पहुंचने की समस्या से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है। जल्द ही व्यवस्थाओं में सुधार होगा।
शहरवासियों के लिए अच्छी खबर है, लोगों की परेशानी को देखते हुए जिला प्रशासन ने अब प्रतिबंधित श्रेणी का व्यवसाय छोड़कर सभी दुकानों पूरे 10 घंटे खोलने की छूट मिली है।अब तक दुकानें खोलने का समय सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक का था, लेकिन इस दौरान ग्राहकों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने दुकानें खोलने का समय सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक करने का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि प्रतिबंधित श्रेणी के व्यवसायों पर अब भी रोक बनी रहेगी। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन चल रह हौ। सीहोर जिले में भी लॉकडाउन का तीसरा फेस चल रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने तीन दिन पहले प्रतिबंधित श्रेणी के व्यवसाय को छोड़कर अन्य सभी दुकानें बाजार क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे खोलने के आदेश जारी किए थे। सुबह के समय मात्र 4 घंटे दुकानें खुलने से बाजार में अचानक ग्राहकी उमड़ आती है, जिससे दुकानों पर भीड़ लग जाती है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पा रहा था। लेकिन प्रशासन ने बाजार में होने वाली भीड़ को रोकने और आमजनों की सुविधा के 5 मई को जारी आदेश में संशोधन करते हुए अब बाजार क्षेत्र में उन दुकानों को सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खोलने की छूट दी। हालांकि शनिवार को यह आदेश दोपहर 12 बजे सार्वजनिक हुआ, तब तक शहर की सभी दुकानें बंद हो चुकी थीं। इसलिए अब रविवार से दुकानें शाम 6 बजे तक खुली रहेंगी। हालांकि एडि. एसपी समीर यादव का कहना है कि आमजनें को जो ढील दी जा रही है, उसमें साेशल डिस्टेंसिंग का पुलिस सख्ती से पालन करवाएगी। कंटेनमेंट एरिया में इस तरह कोई ढील लागू नहीं होगी।
काेरोना से बचने सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी
कलेक्टर अजय गुप्ता ने बताया आमजनों को परेशानी न हो, इसलिए बाजार क्षेत्र में प्रतिबंधित व्यवसाय को छोड़कर अन्य दुकानें सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खोलने की छूट दी गई है। लेकिन आमजनों को भी यह याद रखना होगा कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर करें। सभी लोग घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाएं या गमछे से अपना मुंह-नाक जरूर ढंककर रखें। उन्होंने आमजनों को चेतावनी भी दी कि यदि संक्रमण बढ़ा तो यह छूट वापस भी ले ली जाएगी।
ये अब भी बंद रहेंगे
सिनेमा हॉल, मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, स्वीमिंग पुल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असैंबली हॉल तथा मैरिज गार्ड पूरी तरह बंद रहेंगे।
सभी प्रकार के शैक्षणिक प्रशिक्षण, कोचिंग संस्थान बंद रहेंगे।
जिले के होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट आदि पूरी तरह बंद रहेंगे।
हेयर कटिंग की दुकानें, सलून, स्पा एवं ब्यूटीपार्लर बंद रहेंगे।
बाजार में इन नियमों का करना होगा पालन
सभी तरह की सेवाओं के संचालन के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षा नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य गाइड लाइन का पालन नहीं करने वाले किसी भी प्रतिष्ठान या उद्योग को तहसीलदार, थाना प्रभारी व अन्य अधिकारी द्वारा सील किया जा सकेगा।
कोविड 19 में दिए दिशा निर्देशों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य होगा।