‘About 68 lakh youth have applied for government jobs’
Sales doubles from ₹18 crore a month to ₹55 crore during lockdown
CSR project of Tata Projects in Kasaragod to have 400-bed quarantine ward, 96-bed isolation ward
The government has given the nod for establishing COVID First-line Treatment Centres (CFTC) in the State as a contingency measure. The CFTC will be th
They landed at Kozhikode and Kochi airports
Police confused over appropriate provisions to be invoked against offenders
VACB squads to conduct checks across State
They have only minimum equipment for self protection
State may have to renew vigil and strengthen containment: CM
Two persons who arrived from the Gulf tested positive for SARS-CoV-2
‘A lot of people have lost income due to the lockdown’
रविवार सुबह वेल्लोरे औरबेंगलुरुसे दो स्पेशल ट्रेन रांची के हटिया स्टेशन पहुंची। दोनों ट्रेनों में राज्य के करीब 2500 लोग सवार थे। इनमें अलग-अलग जिलों के मरीज, उनके परिजन, स्टूडेंट्स और श्रमिक सवार थे। पहली ट्रेन तमिलनाडू केवेल्लोरे सेसुबह सात बजे जबकि दूसरी ट्रेन बेंगलुरुसे सुबह 11 बजे हटिया स्टेशन पहुंची। सभी के यहां पहुंचने के बाद उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद जांच के लिए सभी का सैंपल भी लिया गया। फिर बसों और एंबुलेंस के जरिए उन्हें घर भेज दिया गया।
श्रमिकों से वसूला गया किराया
बंगलुरु से रांची पहुंचे मजदूरों से किराया वसूला गया है। कुछ मजदूरों ने टिकट दिखाया जिसपर 820 रुपए किराया लिखा था, लेकिन उनसे 960 रुपए लिए गए। मजदूरों ने बताया कि उनके साथ बच्चे भी थे, बच्चों का भी 960 रुपए किराया वसूला गया है। कुछ मजदूरों ने बताया कि उनसे एक हजार रुपए वसूला गया है। मजदूरों के आने की सूचना पर हजारीबाग के बड़कागांव से कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद भी हटिया स्टेशन पर मौजूद रही। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया किमजदूरों से पैसा लिया जा रहा है जो गलत है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात करने बात कही।
अब राज्य में कुल पॉजिटिव केस बढ़कर 157 हो गए हैं। राजधानी रांची में अकेले 94 कोरोना संक्रमण का मामला अब तक सामने आ चुका है। वहीं कोरोना संक्रमित चार मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है जबकि राज्य के विभिन्न जिलों के केविड-19 सेंटर से 78 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। वायरस का संक्रमण राज्य के 13 जिलों में पहुंच चुका है।
लॉकडाउन में फंसे 17 मजदूर ट्रक से जा रहे थे यूपी, सड़क हादसे में बाइक सवार समेत तीन की मौत
रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुटूपालु घाटी में रविवार को सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। इसमें एक बाइक सवार जबकि दो मजदूर शामिल हैं। दरअसल, ट्रक के माध्यम से 17 मजदूर जमशेदपुर से यूपी जा रहे थे और रास्ते में यह हादसा हुआ। ट्रक अनियंत्रित होकर आगे चल रही बाइक से टकराई और फिर सड़क किनारे खड़े हाइवा से जा टकराया। हादसे में दो मजदूरों ट्रक के नीचे दब गए जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।यूपी के मुजफ्फरनगर और बिजनौर जा रहे थे।
झारखंड में 17 के बाद लॉकडाउन में मिलेगी छूट, कल हो सकता है फैसला
झारखंड के लोगों के लिए अच्छी खबर है। राज्य में 17 मई के बाद लॉकडाउन में छूट मिलेगी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आला अधिकारियों इस संबंध में जरूरी गाइडलाइन तैयार करने का निर्देश दिया है। निर्देश के बाद अधिकारियों ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। हालांकि छूट देने से पहले राज्य सरकार अन्य राज्यों में अपनाई जा रही व्यवस्था और केंद्र की ओर से 18 मई से दी जानेवाली छूट का आकलन करेगी। इससे तय हो गया है कि हॉटस्पॉट वाले इलाके को छोड़कर ग्रामीण इलाकों में दुकानें खुलेंगी। शहरी इलाकों में भी निर्धारित अवधि में दुकानें खोली जाएंगी। कौन सी दुकानें कितनी देर खुलेंगी, इसका फॉर्मूला तैयार किया जा रहा है। सोमवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य कार्यसमिति की बैठक होने की उम्मीद है।
कोरोना अपडेट्स
रांची: राज्य के रेड जोन में शामिल जिले में 94 लोगों में कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है। रांची जिला में प्रवेश करने वाले बाहरी जिला और अन्य राज्य से आने वाले लोगों के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से कराने की तैयारी जिला प्रशासन ने की है। जो लोग रेड जोन से आएंगे, उनकी स्वाबिंग की जानी अनिवार्य होगी। स्वाबिंग के बाद उन्हें क्वारैंटाइन किया जाएगा।
बोकारो: जिले में अब तक 10 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं, जिनमें एक की मौत हो चुकी है। अन्य 9 मरीजों के ठीक होने के बाद प्रशासन ने उन्हें घर भेज दिया है। जिले में 20 हजार से अधिक मजदूर दूसरे राज्यों से आएंगे। दक्षिण भारत के मेंगलोर और नागापल्ली इलाके में फंसे राज्य के 1100 मजदूरों लेकर दो अलग-अलग श्रमिक स्पेशल ट्रेनें 10 और 11 मई को बोकारो रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। रविवार की शाम 6.30 बजे नागापल्ली से ट्रेन पहुंचेगी। जबकि, सोमवार दोपहर 3.30 बजे मेंगलोर से आने वाली ट्रेन के आने की सूचना है। उतरने के बाद सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग कर संबंधित जिलों के लिए खुलने वाली बसों में सवार कर उनके गृह जिले और प्रखंडों तक भेजा जाएगा।
धनबाद: जिले में अब तक चार संक्रमित मिले हैं, जिनमें दो स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। जिले में शनिवार को कोरोना के दो और पॉजिटिव मिले। दोनों मां-बेटे धनबाद के जामाडोबा जोरापोखर के हैं। डीसी अमित कुमार ने बताया कि महिला कैंसर से पीड़ित है। दो दिन पहले बेटा मां का मुंबई में इलाज कराकर एंबुलेंस से धनबाद लौटे थे। वे लोग सीधे बेटी के घर कुमारधुबी स्थित बाघाकुड़ी जा रहे थे। उन्हें निरसा में रोक लिया गया। स्क्रीनिंग के बाद सैंपल जांच के लिए पीएमसीएच धनबाद भेज दिया गया। दोनों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। शनिवार को दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद इन्हें कोविड अस्पताल में भर्ती कर लिया गया।
जमशेदपुर: जिले में अबतक 2279 से अधिक लोगों का सैंपल लिया जा चुका है। इसमें 2069 का रिपोर्ट निगेटिव है। 210 की रिपोर्ट आनी बाकी है। गुजरात में फंसे करीब 1234 मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशन ट्रेन रविवार शाम 4.30 बजे टाटानगर पहुंचेगी। यह ट्रेन गुजरात के मोरबी स्टेशन से शनिवार सुबह 11 बजे खुली।
हजारीबाग: जिले में अब तक तीन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। तीनों स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। शनिवार तक जिले में कुल स्क्रीनिंग का आंकड़ा 22197 पहुंच गया है । इसमें 18957 दूसरे राज्यों से आए प्रवासी शामिल हैं। कोविड-19 महामारी के संक्रमण की रोकथाम के लिए गृह मंत्रालय ने कई आदेश राज्यों को दिए हैं। गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत अनुदेशों को देखते हुए उपायुक्त डॉक्टर भुवनेश प्रताप सिंह ने संपूर्ण हजारीबाग जिला में 144 निषेधाज्ञा लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि महामारी को नियंत्रित करने के उद्देश्य से पूरे जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है, जो 17 मई तक प्रभावी रहेगा।
कोडरमा: 28 दिनों के बाद शुक्रवार की रात कोडरमा में दो और कोरोना पॉजिटिवि मरीज मिले। प्रशासन के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डोमचांच स्थित महिला कॉलेज में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड से रातों-रात उन्हें 108 एंबुलेंस की मदद से होली फैमिली में बनाए गए कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट कराया। जिन दो लोगों के रिपोर्ट पॉजिटिव आए हैं उसमें एक डोमचांच प्रखंड के के बगरीडीह निवासी है। दूसरा जयनगर प्रखंड अंतर्गत तमाय पंचायत के धरायडीह का रहने वालाहैं। इससे पहले कोडरमा अपने एकमात्र संक्रमित मरीज की अस्पताल से छुट्टी के बाद ग्रीन जोन में आ गया था, मगर अब वह वापस ऑरेंज जोन में चला गया है।
गढ़वा: जिले में अब तक 23 लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है। तीन स्वस्थ्य हो चुके हैं। शनिवार को बंशीधरनगर के अधौरी गांव में प्रवासी मजदूरों के आने की सूचना पर मुखिया और रोजगार सेवक गांव में पहुंचकर सभी को क्वारैंटाइन सेंटर ले जाने के लिए पहुंचे। क्वारैंटाइन सेंटर न जाने की बात कह प्रवासी मजदूरों ने मुखिया के साथ हाथापाई की। दो सिपाही के गांव में पहुंचने पर भी प्रवासी मजदूर नहीं माने और पुलिस से धक्का-मुक्की की। फिर थाना प्रभारी पंकज तिवारी गांव में पहुंचकर श्रमिकों को समझाया तब उन्हें क्वारैंटाइन सेंटर ले जाया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि किसी भी पुलिसकर्मी को इस हाथापाई में चोटें नहीं आई हैं। सिर्फ धक्का-मुक्की का प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा गलत अफवाह फैलाई जा रही है कि लाठीचार्ज और पथराव किया गया है।
सिमडेगा: जिले के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। उन्हें 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। जिले में अब तक 575 लोगों के सैंपल लिये जा चुके हैं जिसमें से 301 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। 267 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक यहां 29 लोगों को क्वारैंटाइन जबकि 770 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
पलामू: पलामू जिले में कोरोना के अब तक आठ केस मिले हैं। इनमें से तीन ठीक हो चुके हैं। शनिवार को तीनों ठीक हो चुके लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पांच नए संक्रमितों को पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। लेस्लीगंज प्रखंड के तीन कोरोना मरीज को 25 अप्रैल की रात में नवजीवन अस्पताल तुंबागड़ा के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था।
गिरिडीह: जिले के दोनों कोरोना संक्रमित मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। जिले में अब तक 705 सैंपल जांच के लिए भेजे जा चुके हैं जिनमें से दो रिपोर्ट पॉजिटिव जबकि 289 रिपोर्ट निगेटिव आई है। 415 रिपोर्ट का इंतजार है। वहीं, कुल 96 संदिग्धों को क्वारैंटाइन सेंटर जबकि 3985 लोगों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
दुमका: जिले में मिले 2 संक्रमित मरीज के संपर्क में आए सभी 12 लोगों का कोरोना जांच के लिए सैम्पल भेजा गया था।सभी हाई रिस्क कांटेक्ट में आये लोग थे।सभी 12 लोगों का रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया है। क्वारैंटाइन सेंटर में अनधिकृत लोगों का प्रवेश वर्जित है। सिर्फ ड्यूटी में लगे लोग ही प्रवेश कर सकते हैं।
वेल्लोर व बंगलुरु से रविवार को दो स्पेशल ट्रेन हटिया स्टेशन पहुंची। यहां से सभी को बसों के माध्यम से उनके जिले के लिए रवाना किया गया। वहीं, बंगलुरु से आए मजदूरों ने कहा कि उनसे टिकट के ज्यादा पैसे लिए गए। टिकट पर 820 रुपए लिखा है पर उनसे 960 और एक हजार रुपए तक वसूले गए। इधर, राजधानी रांची के लिए दो दिन राहत भरा रहा। इन दो दिनों में एक भी नए कोरोना संक्रमित मरीज नहीं मिले। फिलहाल रेड जोन रांची में 94 संक्रमित मरीज हैं।
कंटेनमेंट जोन में पास के लिए नहीं हो पाएगा आवेदन
रांची के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में फंसे लोहरदगा के एक व्यक्ति का ई-पास इश्यू होने का मामला शनिवार को खूब चर्चित रहा। लोहरदगा डीटीओ द्वारा जारी पास को लेकर पड़ताल की गई तो पता चला कि कंटेनमेंट जोन में कोई ई-पास मान्य नहीं है। बाद में इसे रद्द कर दिया गया। अब एनआईसीद्वारा कंटेनमेंट एरिया को साइट पर ही प्रतिबंधित कर दिया जाएगा जिसके बाद इस इलाके में आवेदन नहीं हो पाएगा। इसको लेकर रांची डीसी राय महिमापत रे की ओर से भी एनआईसी को पत्र भेजा गया है।
सोमवार से सैनिटाइजेशन के साथ मच्छर मारने के लिए स्पेशल ड्राइव
इधर,राजधानी में दो माह बाद साेमवार से मच्छर मारने के लिए विशेष अभियान चलेगा। नगर निगम ने इसके लिए राेस्टर बना लिया है, ताकि सभी वार्डाें में नियमित छिड़काव हाे सके। मच्छर मारने के लिए दाे तरह के किटनाशक का प्रयाेग किया जाएगा। लार्वा खत्म करने के लिए एमिफाॅस व व्यस्क मच्छराें काे मारने के लिए डेल्टा मैट्रिन का छिड़काव होगा।
रामगढ़ थाना क्षेत्र के चुटूपालु घाटी में रविवार को सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। इसमें एक बाइक सवार जबकि दो मजदूर शामिल हैं। दरअसल, ट्रक के माध्यम से 17 मजदूर जमशेदपुर से यूपी जा रहे थे और रास्ते में यह हादसा हुआ। ब्रेकफेल होने से ट्रक अनियंत्रित होकर आगे चल रही बाइक से टकरायाऔर फिर सड़क किनारे खड़े हाइवा कोठोकरमार दी। हादसे में दो मजदूरों का शव ट्रक के नीचे दब गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घायल मजदूरों ने बताया कि वो जमशेदपुर से यूपी के मुजफ्फरनगर और बिजनौर जा रहे थे। ट्रक को तिरपाल से ढंक उसपर 17 मजदूर बैठे थे। जैसे ही ट्रक चुटूपालु घाटी में पहुंचा, उसका ब्रेक फेल हो गया। इसी दौरान सबसे पहले ट्रक ने अपने आगे चल रही बाइक को जबरदस्त टक्कर मारा। बाइक सवार की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद ट्रक सड़क किनारे खराब पड़े एक हाइवा से जा टकरायाऔर गड्ढ़े में जा गिरा।
इससे ट्रक में सवार दो मजदूर उसके नीचे दब गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक के नीचे दबे शवों को बाहर निकाला।
जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र स्थित न्यू कॉलोनी में ममता शर्मसार हो गई। जहां एक मां ने खुद अपने 4साल के बच्चे की धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं इस घटना में घायल हुए पति की भी मौत हो गई। फिलहाल महिला फरार है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। घटना रविवार अहले सुबह की है।
मिली जानकारी के अनुसार न्यू कॉलोनी में रहने वाले लुकास गुड़िया और उसकी पत्नी सुषमा गुड़िया में शनिवार की देर रात किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों के बीच मारपीट हो गई। इसके बाद दोनों सोने चले गए। इसी क्रम में सुषमा गुड़िया ने धारदार हथियार से अपने चार साल के बेटे अमितकी हत्या कर दी। इस दौरान बीच-बचाव में आए लुकासपर भी उसने धारदार हथियार से हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
सुबह करीब 5:00 बजे घर से चिल्लाते हुए वह बाहर निकला तब मौके पर आसपास के लोग जमा हुए और पुलिस भी पहुंची। पुलिस ने उसे एंबुलेंस से हॉस्पिटल भेजा। लेकिन वहां पहुंचने के क्रम में ही उसकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर दंपती के बीच झगड़ा होता था। लेकिन महिला ऐसी घटना को अंजाम देगी यह किसी ने नहीं सोचा था।
बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले शराब के नशे में लुकास गुड़िया ने पत्नी की पिटाई भी की थी। पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई है। घटनास्थल पर पहुंची फॉरेंसिक टीम गहराई से हर एक पहलू की जांच कर रही है। घटना में प्रयुक्त हथियार को जब्तकर लिया गया है।
झारखंड के लाेगाें के लिए अच्छी खबर है। राज्य में 17 मई के बाद लाॅकडाउन में छूट मिलेगी। आर्थिक गतिविधियाें काे बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन ने आला अधिकारियाें काे इस संबंध में जरूरी गाइडलाइन तैयार करने का निर्देश दिया है। उनसे कहा गया है कि राज्य में आम जनजीवन काे सामान्य बनाने और आर्थिक गतिविधियाें काे धीरे-धीरे पटरी पर लाने के लिए ऐसा करना जरूरी हाे गया है। सीएम के निर्देश के बाद अधिकारियाें ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। हालांकि छूट देने से पहले राज्य सरकार अन्य राज्याें में अपनाई जा रही व्यवस्था और केंद्र की ओर से 18 मई से दी जानेवाली छूट का आकलन करेगी। इससे तय हाे गया है कि हाॅटस्पाॅट वाले इलाके काे छाेड़कर ग्रामीण इलाकाें में दुकानें खुलेंगी। शहरी इलाकाें में भी निर्धारित अवधि में दुकानें खाेली जाएंगी। काैन सी दुकानें कितनी देर खुलेंगी, इसका फाॅर्मूला तैयार किया जा रहा है।
उधर, साेमवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य कार्यसमिति की बैठक होने की उम्मीद है। इसी बैठक में तय होगा कि किसे छूट दी जाए और कहां सख्ती बढ़ाई जाए। कार्यसमिति की बैठक में फैसला लेने के बाद ही दिशा-निर्देश जारी किए जाने की संभावना है।
52 सीट की बस में 25 यात्री ही दोगुना किराया देकर करेंगे सफर
झारखंड बस ओनर्स एसोसिएशन लॉकडाउन-3 हटने के बाद राज्य के ही अंदर बसों का परिचालन करने पर मंथन कर रहा है। अभी इसे लेकर रांची जिला बस ओनर्स एसाेसिएशन ने एक प्रस्ताव तैयार कर लिया है। बस मालिकों के साथ चर्चा के बाद इसे सरकार को सौंपा जाएगा, ताकि पूरे राज्य में बस परिचालन के लिए एक ही माॅडल तय हाे सके। एसोसिएशन के सचिव किशाेर मंत्री ने बताया कि लाॅकडाउन समाप्त हाेने के बाद ही बसें चलेंगी, लेकिन परिवहन सेवा में कई बड़े बदलाव हाेंगे। करीब 52 सीटों वाली एक बस में 25 से अधिक यात्री नहीं बैठाए जाएंगे। यानी एक सीट पर एक ही यात्री बैठेंगे। कम यात्री बैठाने जाने से यात्रियों को डेढ़ से दाेगुना अधिक किराया चुकाना होगा। एसोसिएशन सोशल डिस्टेंसिंग के पालन पर संजीदगी से विचार कर रहा है।
एप से बसों के टिकट होंगे बुक
किशाेर मंत्री ने बताया कि बस मालिक अब अपने खर्च में बड़े पैमाने पर कटाैती करेंगे। बस की सीट बुकिंग में कई ब्राेकर काम करते हैं। उन्हें बाहर करने के लिए माेबाइल एप डेवलप किया जा रहा है। यह सर्वमान्य हुआताे एप से ही बसाें के टिकट बुक हाेंगे। लाेगाें काे न ताे काउंटर आना हाेगा और न ही अलग-अलग काउंटर खाेलना हाेगा। एक ही काउंटर हाेगा, जहां से ऑफलाइन काम हाेगा।
ये फायदा : एप से टिकट बुकिंग से यात्रियाें के नाम, पता, माेबाइल नंबर का डाटाबेस बनेगा।
नंबर से बस चलाने का प्रस्ताव
राज्य के अंदर चलने वाली बसों को पर्याप्त यात्री मिल जाएं, इसके लिए नंबर सिस्टम डेवलप किया जाएगा। यानी बसों को टाइमिंग की बजाय नंबरिंग के आधार पर चलाए जाने का प्रस्ताव है।
ये फायदा : यात्री भरने को लेकर मारामारी बंद होगी। बस संचालक को भी लाभ मिलेगा।
जून से सिर्फ मेल ट्रेनें, कंपार्टमेंट में 4 यात्री, तिगुना होगा किराया
लॉकडाउन-3 हटने के बाद ट्रेनों के परिचालन की तैयारी हो रही है। रेलवे बोर्ड सोशल डिस्टेंसिंग समेत संक्रमण रोकने के तमाम उपायों के साथ ट्रेनों के चलाने पर मंथन कर रहा है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, जून के पहले सप्ताह से चरणबद्ध तरीके से ट्रेनें चलाने की संभावना है। पहले चरण में केवल मेल एक्सप्रेस ट्रेनें चल सकती हैं। इनमें केवल स्लीपर और जनरल बोगी होंगी। वातानुकूलित कोच नहीं होंगे। हालांकि, किराया में भारी वृद्धि की आशंका है, क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए पूरी क्षमता से ट्रेनों के परिचालन की संभावना कम है। एक बोगी के एक कंपार्टमेंट में 8 सीट होती हैं, जिनमें केवल तीन-चार यात्री ही रहेंगे। यानी 4 खाली बर्थ का भाड़ा सफर कर रहे यात्रियों से वसूले जा सकते हैं। इस कारण एक यात्री को दोगुना से तिगुना किराया देना पड़ सकता है।
प्रीमियम ट्रेनें नहीं चलेंगी
रेलवे सूत्रों के अनुसार रेल मंत्रालय प्रथम चरण में प्रीमियम ट्रेनों का परिचालन नहीं करेगा। रेलवे अभी तैयारी कर रहा है कि यात्री को अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग समेत सुरक्षा के सारे उपाय किए जाएं। रेलवे बोर्ड का भी तर्क है कि देश की इकोनाॅमी के लिए पब्लिक मूवमेंट जरूरी है, इसके लिए ट्रेनें चलाना बेहद ही जरूरी है।
ये प्रीमियम ट्रेनें : राजधानी, दूरंतो, शताब्दी, वंदे भारत एक्स., गरीब रथ एक्सप्रेस व अन्य एसी ट्रेनें
राज्यों से बात कर रहा रेलवे
रेल मंत्रालय ट्रेन परिचालन पर राज्यों से बात कर रहा है। स्टेशन पहुंचाने, ट्रेन में बैठाने और यात्रियों को गंतव्य तक छोड़ने सहित हर छोटी-छोटी बात पर राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ विमर्श हो रहा है।
इन पर वार्ता : ट्रेनों में हैंड वाॅश, पानी की उपलब्धता, तबीयत खराब होने पर इलाज आदि।
प्रखंड में बाहर से आनेवाले लोगों की स्वास्थ्य जांच कर उनके लिए उचित व्यवस्था करने का काम जारी है। इधर लॉकडाउन के दौरान प्रखंड में फंसे बाहर के लोगों को भी उनके घर भेजा जा रहा है। गुरुवार को चार प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हुई। प्रखंड की हेठमा पंचायत अंतर्गत आसनबेड़ा गांव के चार युवक केरल से लौटे थे। यहां उनकी मेडिकल जांच कराकर 21 दिनों के होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। इधर लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश का एक परिवार कुरडेग में फंसा हुआ था। प्रखंड प्रशासन द्वारा सभी सरकारी प्रक्रिया पूरी करते हुए कुरडेग सीएचसी में डॉ जगत बड़ाईक से उनकी स्वास्थ्य जांच कराई गई और उन लोगों को वापस उत्तर प्रदेश भेजा गया।
केंद्रीय मंत्री सह खूंटी के सांसद अर्जुन मुंडा ने सिमडेगा विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन से जुड़ी समस्याओं को लेकर ई मुलाकात के जरिए बात की। सांसद मुंडा ने दिल्ली से सोशल मीडिया कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला, मंडल और पंचायत स्तर के भाजपा कार्यकर्ताओं से बात करते हुए जिले में प्रवासी मजदूरों के लौटने, गरीबों को मिल रहे भोजन और राशन वितरण के अलावा एवं जन जागरुकता कार्यक्रम के बारे में जानकारी ली। मुंडा ने बताया कि केंद्र सरकार गंभीरता से हर पहलुओं पर नजर बनाए हुए है तथा कार्यकर्ताओं से मिल रही जानकारी पर जरूरी कदम उठाया जाएगा। सांसद ने बताया कि सिमडेगा जिला के प्रवासी मजदूरों को वापस लाने या फिर अगर वो वहीं रहना चाहते हैं, तो उन्हें भोजन और रोजगार की व्यवस्था हो रही है। उन्हाेंने कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे सेवा कार्य को और आगे बढ़ाने को कहा।
कार्यकर्ताओं ने सांसद काे बताया कि लॉकडाउन के दौरान अभी जरूरतमंद लोगों के बीच मोदी आहार, सूखा राशन, मास्क और सेनिटाइजर का वितरण किया जा रहा है। सांसद से बात कर रहे उनके प्रतिनिधि सुशील श्रीवास्तव सहित सभी भाजपा नेताओं ने कहा कि अभी जो गांव में प्रवासी मजदूरों और बाहर फंसे लोगों का आना शुरू हुआ है, उससे जिले में संक्रमण की आशंका बढ़ गयी है। जिला प्रशासन द्वारा उन्हें होम क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है लेकिन वे लोग इसका अनुपालन नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मुश्किलें बढ़ सकती है। भाजपा नेताओं ने कहा कि अभी तक जितने लोग भी बाहर से आए हैं, उनमें अधिकांश लोग स्वास्थ्य एवं गृह मंत्रालय के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं और न ही प्रशासन अनुपालन करा पा रहा है।
महाराष्ट्र से अकेले पैदल आ रही अपनी बेटी के सुरक्षित घर पहुंचने की आस में एक मां शनिवार को सरकारी दफ्तर का चक्कर काटती मिली। कृषक बंधु संस्था सचिव को जब इस महिला की पीड़ा की जानकारी मिली तो उन्होंने लड़की को वापस लाए जाने का प्रयास शुरू किया है। महाराष्ट्र में एनटीपीसी में मजदूर सुकांति को करीब 200 किलोमीटर पैदल चलने के बाद पुलिस ने एक ट्रक पर बिठा दिया था। ट्रक से तुपुदाना रांची पहुंच रात भर वह वहीं बैठी रही। सुबह किसी भले व्यक्ति ने उसे खूंटी तक जा रहे वाहन में बिठाया और फिर कृषक बंधु सचिव की कोशिश से खूंटी पुलिस ने सुकांति को कोलेबिरा तक आ रहे एक ट्रक में बिठाया है। प्रभात ने बताया कि बेटी के लिए दुखी मां कलावती देवी भावनाडिपा पंचायत ताराबोगा की रहने वाली है। वह ठेठईटांगर ब्लॉक गई थी। बीडीओ नहीं मिले और कर्मचारियों ने कुछ सुना नहीं।
कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम की दिशा में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने ई-मुलाकात के माध्यम से सभी बीडीओ एवं अंचलाधिकारी के साथ बैठक की। बैठक में उपायुक्त ने कहा का लॉकडाउन 3.0 में सरकार के द्वारा कोविड-19 के फैलाव को देखते हुए राज्य में कोई छुट नहीं दी गई है। सरकार के नए दिशा-निर्देश की पूर्ण जानकारी ग्राम स्तरीय सर्विलांस टीम को नहीं है इस लिए सभी बीडीओ स्वयं एवं कर्मियों के द्वारा सभी ग्राम स्तरीय सर्विलांस टीम को पूर्ण प्रशिक्षण दें दे, जिससे कि वे कार्य को सुचारू रूप से कर सके। राशन कार्डधारियों के बीच कम खाद्यान्न वितरण करने वाले पीडीएस दुकानों के विरूद्ध उपायुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कम खाद्यान्न वितरण की शिकायत जांच में सही पाई जाती है तो पीडीएस दुकान के विरूद्ध दो तरह की कार्रवाई की जाएगी। गबन किए गए कुल किलोग्राम का 40 रुपए की दर से जुर्माना राशि वसूली करते हुए दुकान को निलंबित किया जाएगा।
गबन किए गए खाद्यान्न का जुर्माना राशि नहीं जमा करने पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए अनुज्ञप्ति रद्द करने की कार्रवाई करें। समीक्षा के दौरान उपायुक्त ने बताया कि बाहर राज्यों एवं जिलों से आ रहें सभी श्रमिकों, छात्र-छात्राओं का सैम्पल लेते हुए मेडिकल जांच हेतु भेजा जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति छुट गए हैं, तो वार्ड एवं ग्राम स्तरीय सर्विलांस टीम उसकी रिर्पोट समर्पित करेंगे, ताकि उनका भी सैंपलिंग कराया जा सके। बैठक में डीसी ने कहा कि बाहर राज्यों एवं जिलों से वापस अपने घर सिमडेगा आ रहे प्रवासी मजदूरों को रोजगार दिया जाएगा, इसके लिये बीडीओ जरूरी कदम उठाएंगे। बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
राशन दुकानों में प्रतिनियुक्त शिक्षक रहते हैं अनुपस्थित
डीसी ने कहा कि जिला नियंत्रण कक्ष से जानकारी प्राप्त हुई है कि पीडीएस दुकान में प्रतिनियुक्त शिक्षक दुकानों में अनुपस्थित रहते है। इसके आलोक में उपायुक्त ने कहा कि पीडीएस दुकान से समन्वय स्थापित करते हुए प्रतिनियुक्त शिक्षक तय तिथि अनुसार उपस्थित होकर राशन का वितरण कराना सुनिश्चित करेंगे। सभी बीडीअाे इसे सुनिश्चित करें। पीडीएस दुकान में अनुपस्थित रहने वाले शिक्षक की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। बीडीअाे बोलबा विशेष कर स्वंय से पीडीएस दुकानों की जांच करते हुए जांच प्रतिवेदन समर्पित करेंगे।
गर्मी के माैसम काे देखते हुए उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने गोपनीय कार्यालय कक्ष में बैठक की। बैठक में उपस्थित कार्यपालक अभियंता पीएचईडी ने बताया कि मार्च से 8 मई तक साधारण मरम्मत के तहत 657 चापाकलों की मरम्मति की जा चुकी है। वर्तमान में कुल पांच वाहन एवं छह मरम्मति गैंग द्वारा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के चापाकलों की मरम्मति की जा रही है। बताया गया कि मुख्यमंत्री जन जल योजना अन्तर्गत एससी, एसटी बहुल टोलों में 392 सोलर आधारित लघु जलापूर्ति योजना के तहत जलापूर्ति बहाल की गई है।
कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद ने बताया कि छिन्दा जलाशय (केलाघाघ डैम) से कुल 813 घरों में सुबह 6 बजे से पानी की सप्लाई की जा रही है। नगर परिषद क्षेत्र अन्तर्गत 640 चापाकल है। 384 खराब चापाकलों की मरम्मति करते हुए पेयजल सुविधा बहाल की जा चुकी है। वर्तमान में पांच टैंकरों के द्वारा वार्डों में आवश्यकतानुसार पेयजलापूर्ति की जा रही है। उपायुक्त ने कहा कि गर्मी के मौसम में जिलावासियों को पेयजल की किसी भी प्रकार की समस्या न हो, कार्यपालक अभियंता पीएचडी एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद इसे सुनिश्चित करें। बैठक में उपविकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता पीएचडी एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद्, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी उपस्थित थे।
नगर परिषद की वार्ड स्तरीय सर्विलांस टीम की बैठक में उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने कोविड-19 कोरोना वायरस के राज्य में फैलाव को देखते हुए नगर परिषद वार्ड स्तरीय सर्विलांस टीम को कई दिशा निर्देश दिए। जिला नियंत्रण कक्ष के माध्यम से प्रतिदिन नगर परिषद व ग्रामीण क्षेत्रों के वार्ड सर्विलांस टीम के द्वारा संबंधित प्रतिवेदन लेने की बात कही गई। नगर परिषद क्षेत्र से बेहतर ग्रामीण क्षेत्र के वार्ड स्तरीय सर्विलांस टीम कार्य कर रही है। शहर की टीम को भी गंभीर होने की जरूरत है क्योंकि जिले को कोरोना से सुरक्षित रखने में उनकी अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि जिला में वर्तमान में पॉजीटिव केस की संख्या शून्य है। खैरन टोली में बाहर से आकर छुप कर रहे व्यक्ति की सूचना समय रहते प्रशासन को प्राप्त नहीं हुई, जिसके कारण संबंधित एरिया को सील किया गया। कई दिन बीत जाने के उपरांत प्रशासन के द्वारा व्यक्ति की पहचान की गई। उन्हें क्वारेंटाइन कर उनका सैंपल लेते हुए मेडिकल जांच कराया गया, जहां व्यक्ति पॉजीटिव पाया गया था। वहां की सर्विलांस टीम सही से कार्य करता तो, व्यक्ति के बाहर से आने के तुरन्त बाद क्वारेंटाइन किया जाता। जिससे खैरन टोली के लक्षित एरिया को सील नहीं करना पड़ता।डीसी ने कहा कि यह आपकी जिम्मेवारी है कि आपके वार्ड में बाहर से काैन व्यक्ति आ रहे हैं, उस पर निगरानी रखें।
आने की सूचना तुरन्त जिला नियंत्रण कक्ष को दें। वहीं उपायुक्त ने यह भी कहा कि सभी के सहयोग से आज सिमडेगा जिला ऑरेंज जोन में आ चुका है। जिला को ग्रीन जोन में लाने की दिशा में जिला प्रशासन का सहयोग करें। उपायुक्त ने कहा कि सरकार के द्वारा लाॅकडाउन के कारण झारखण्ड राज्य से बाहर फंसे झारखण्ड वासियों को राज्य एवं जिला लाने की दिशा में कार्य की जा रही है। जिसमें रेड जोन से भी व्यक्ति आ रहे है। झारखण्ड में रांची रेड जोन की श्रेणी में है। रांची से जो व्यक्ति आ रहे है उन्हें जिला प्रशासन के द्वारा क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। वहीं ऑरेंज एवं ग्रीन जोन के व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। जिला में बाहर से आने वाले रेड, ऑरेंज एवं ग्रीन जोन के सभी व्यक्तियों का सैंपल लेते हुए मेडिकल जांच कराने की कार्रवाई की जा रही है। रेड जोन के व्यक्ति की जांच रिर्पोट नेगेटिव पाए जाने पर होम क्वारेंटाइन किया जाएगा। संदिग्ध पाए जाने पर आईसोलेट किया जाएगा।
अवैध शराब की चुलाई के विरूद्ध करें कार्रवाई
बैठक के दौरान उपायुक्त ने उपस्थित वार्ड पार्षदों से कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम की दिशा में वार्डों की वस्तु स्थिति से अवगत हुये। वार्ड पार्षदों ने वार्ड स्तर पर अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री को बन्द कराने की बात कही। साथ ही शराब की बिक्री होने से संबंधित गांवों में अधिक लोगों का आना-जाना लगा रहता है। जिससे सामाजिक दूरी के अनुपालन नहीं हो पाता है। उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी कुंवर सिंह पाहन को सघन छापामारी अभियान चलाते हुए अवैध शराब की चुलाई एवं बिक्री को बन्द कराने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने सभी पीडीएस दुकानों में प्रतिनियुक्त शिक्षकाें की उपस्थिति में हीं राशन कार्ड धारियों के बीच खाद्यान्न का वितरण कराने का निर्देश दिया। बैठक में उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नगर परिषद वार्ड स्तरीय सर्विंलास टीम के सदस्य उपस्थित थे।
बाहर से आकर चाेरी छिपे रहने वालाें के खिलाफ हाेगी प्राथमिकी : उपायुक्त ने कहा कि बाहर राज्यों एवं जिलों से आ रहे व्यक्ति जिला प्रशासन को बिना सूचित किये छुप कर रहेंगे तो प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी। अबतक छह व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। ऐसी समस्या न हो वार्ड स्तरीय सर्विलांस टीम अपने वार्डों के लाेगाें को जागरूक करें।
कोरोना अपडेट
जिला | सिमडेगा |
कुल सैम्पल | 575 |
सैम्पल रिजेक्ट | 05 |
नेगेटिव | 301 |
पॉजिटिव | 02 |
रिपोर्ट पेंडिंग | 267 |
डिस्चार्ज | 2 |
क्वारंटाइन | 29 |
होम क्वारंटाइन | 770 |
राज्य में शनिवार तक कोरोना वायरस के संक्रमण के 153 मरीजों के सामने आने के बाद सावधानी बरतने की जगह लापरवाही बढ़ती जा रही है। हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर अब भी लोग लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जी उड़ा रहे है। ऐसे लोगों में जागरुकता की भारी कमी दिख रही है। पुलिस प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद लोग बगैर खास जरूरतों के आम दिनों के तरह के सड़कों पर सैर करने के लिए निकल पड़ रहे हैं। इस दौरान ऐसे लोगों के द्वारा न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व मास्क सेनेटाइजर का उपयोग किया जा रहा हैं। इतना ही नहीं सबसे भयावह स्थिति शहरी क्षेत्र के बाजारटांड़ में लगने वाले साप्ताहिक शनिवार व मंगलवार बाजार में देखने को मिलती है।
लाख कोशिशों के बावजूद लॉकडाउन के बढ़ते दिनों के साथ यहां भीड़ भी बढ़ती जा रही है। शनिवार को लगे साप्ताहिक बाजार में एक बार फिर यहां ऐसा ही नजारा देखने को मिला। बाजार में अहले सुबह 5 बजे से ही सब्जी की खरीदारी के लिए बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। एक एक दुकानों पर लाेग भीड़ लगाकर खरीदारी करते रहे। बाजार में कहीं भी सुरक्षा बल के जवान नहीं दिखे। लोगों की यह लापरवाही हजारों लोगों की जान को जोखिम में डालती नजर आती है।
दुकानदार चोरी-छिपे खोल रहे हैं अपनी-अपनी दुकानें
शहर में कुछ गैरजरूरी वस्तुओं के दुकानदार भी दुकान खोलकर लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे है। इससे कुछ दुकानदारों में गहरा असंतोष है। साथ ही वे संक्रमण के खतरे से भी डरे हुए है। मुख्य मार्ग के साथ गली के दुकानदार दिनभर प्रशासन को चकमा दे कर दुकानदारी कर रहे है। इन दुकानों में प्राय जूता चप्पल, श्रृंगार, हार्डवेयर, फर्नीचर, पार्ट्स, रेडीमेड कपड़े, छड़ सीमेंट, बिजली उपकरण, साइकल स्टोर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ढुस्का पकौड़ा, फुच्का ठेला, चाय नमकीन की दुकानें शामिल है। दुकानदार दुकान का शटर गिरा कर अपने दुकान के बाहर ही खड़े रहते है। जैसे ही कोई खरीददार पहुंचता है। वे शटर उठा कर व्यवसाय करने में जुट जाते है। भास्कर की पड़ताल में पाए गए कुछ चिन्हित स्थान जहां चोरी छुपे दुकानों को खोल कर दुकानदारी की जाती है। इनमें मधुबाला गली, थाना रोड, मेन रोड, लोहरदगा रोड, पालकोट रोड, जशपुर रोड, हाई स्कूल रोड, सरना टोली, आजाद बस्ती, इस्लामपुर, चांदनी चौक, एलआईसी गली, डीएसपी रोड आदि प्रमुख है।
सजने लगी गैर जरूरी सामानों की दुकानें : लॉकडाउन के बाद शहर में कई ऐसे लोग भी हैं जो अब अपने पेशेवर रोजगार के ठप्प होने के बाद सब्जी बेचकर परिवार चलाने के लिए विवश हैं। सब्जी के करोबार में इनके प्रवेश व गांव के किसानों के आगमन में कमी आने के बाद साप्ताहिक हाट में इनकी दुकानों की संख्या में बढ़ गई है।
शहर में भीड़ उमड़ती देख अब मजदूर भी गांव से निकलकर काम की तलाश में शहर पहुंच रहे है। मजदूर पालकोट रोड स्थित चौराहा पर खड़े होकर काम की तलाश करते देखे गए। इस चौराहा को मजदूर चौक भी कहा जाता हैं। शनिवार को चौराहे पर खड़ी महिला दिहाड़ी मजदूर सुनीता उरांव, क्रिस्टीना एक्का, जीरा मणि लकड़ा, सरिता तिर्की, सूरज मनी देवी ने कहा कि कोरोना महामारी उनके लिए अभिशाप बनकर आया है। अब खाने पीने का लाले पड़ चुके है। उनके पास राशन कार्ड भी नहीं है। घर का अनाज अब वह भी खत्म होने के कगार पर है। उनका जॉब कार्ड भी नहीं है और न ही गांव में मनरेगा के तहत रोजगार मिलते है। इधर घंटों मजदूरी मिलने की आस में इंतजार करने के बाद कुछ मजदूरों को काम मिला, तो कुछ काे बैरंग वापस घर लौटना पड़ा।
उपायुक्त के निर्देश के आलोक में डीआरडीए निदेशक मोहम्मद हैदर अली और उत्पाद अधीक्षक ने शहर के शराब दुकानों की जांच की। जांच में दुकान का शटर बंद पाया गया। जांच अधिकारियों ने दुकान को सील किया ताकि लॉकडाउन पीरियड तक दुकान का नहीं खोलना सुनिश्चित हो सके। उपायुक्त शशि रंजन ने डीआरडीए निदेशक को लाइसेंसी शराब दुकान का स्टॉक रजिस्टर सेल तथा सीसीटीवी फुटेज की जांच करने का निर्देश दिया था। उपायुक्त को शिकायत मिली थी कि लाइसेंसी शराब दुकानों के द्वारा लॉकडाउन में जहां सरकारी शराब की दुकानें बंद हैं। वही दुकानदार द्वारा बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाने के लिए कालाबाजारी कर रहे है। डीआरडीए निदेशक ने बताया कि पटेल चौक स्थित शराब दुकान की जांच की गई। जिसमें पाया गया कि शराब दुकान तो बंद था, किंतु वहां दुकान का किसी प्रकार का बोर्ड नहीं लगा हुआ था। जिससे पता चल सके कि वहां सरकारी लाइसेंसी शराब दुकान है। उन्होंने उत्पाद अधीक्षक को भी इस संदर्भ में दुकानदार को आवश्यक निर्देश देने को कहा।
बिशुनपुर प्रखंड के गांव जालिम में 60 वर्षीय आदिम जनजाति बुजुर्ग टीमना असुर की बीती रात शुक्रवार को अज्ञात अपराधियों ने पत्थर से कूचकर हत्या कर दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार जालिम गांव में सरहुल पर्व था। टीमना असुर वहां सरहुल मनाने गए थे और लौट कर नहीं आए। जिसके बाद परिजनों को यह लगा कि वे गांव में ही किसी के घर में सो गए होंगे। इधर शनिवार की सुबह पता चला कि हाडुप व जालिम के तीन सीमान पर टीमना का शव पड़ा हुआ है। जिसके बाद आनन फानन में परिजन बिशुनपुर थाने पहुंचकर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई।
सिसई थाना क्षेत्र के बरगांव पंचायत अंतर्गत सोंगरा जंगल दक्षिणी कोयल नदी तट के समीप शनिवार सुबह अज्ञात महिला का अधजला शव मिला है। अहले सुबह सोंगरा व मकुंदा गांव के कुछ नवयुवक रोज की तरह दौड़ने के लिए नदी की ओर जा रहे थे। नदी पहुंचने से ठीक पहले ही लड़कों की नजर महिला के शव पर पड़ी। शव होने की सूचना मिलते ही मुखिया अाैर थाना प्रभारी श्यामनंद मंडल दल बल के साथ घटना स्थल पहुंचे। शव के शिनाख्त करने के लिए स्थानीय लोगों से कहा गया। चेहरा बूरी तरह कुचला अाैर जला हाेने के कारण शव की पहचान नहीं हाे पाई। कुछ लोगों ने आशंका जाहिर किया की उक्त महिला जेएसएलपीएस संस्था से जुड़ी हो सकती है। जिसकी सूचना मिलने पर जेएसएलपीएस की बीपीएम रिजवाना और कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष बैबुल अंसारी घटना स्थल पहुंचे। उनके द्वारा भी शव की पहचान नहीं की जा सकी।
स्कूटी पर 3 युवकों के साथ देखी गई थी महिला
महिला की जली हुई हरे रंग की छींटदार सलवार सूट, काला रंग का चप्पल कुछ कदम की दूरी पर रेत डालकर छुपाने की कोशिश की गई थी। घटनास्थल से एक पत्थर, टूटी हुई कलम और स्कूटी के टायर के निशान मिले है। जिससे लगता है की मृत महिला कामकाजी महिला थी। शव की पहचान नहीं होने के उपरांत पुलिस द्वारा शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेजा गया। सोंगरा के ग्रामीणों ने बताया कि शुक्रवार शाम करीब सात बजे एक स्कूटी गाड़ी में एक महिला समेत तीन लोग सवार हो कर इसी जंगल की ओर जा रहे थे। हो सकता है कि वहीं महिला की हत्या हुई है। घटना को लेकर थाना प्रभारी श्यामनंद मंडल ने बताया की घटना स्थल सिसई और घाघरा के सीमांत पर घने जंगल के बीच है। अपराधियों द्वारा साक्ष्य छुपाने के मकसद से महिला का चेहरा कुचल कर जलाने का प्रयास किया गया है।
जिला एवं राज्य से बाहर जाने के लिए ई पास की व्यवस्था लागू होने के पश्चात प्रखंड और अनुमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में भीड़ लगना बंद हो गया है। उपायुक्त शशि रंजन ने कहा कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से पूरे देश में लागू लॉकडाउन बीच यदि लोगों के कहीं जाना हो, तो उसके लिए जिला प्रशासन द्वारा ऑनलाइन ई पास की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन ई पास के माध्यम से लोगों को दूसरे राज्य एवं जिले में आवागमन करने हेतु छूट दी जाएगी। ज्ञातव्य है कि ऑनलाइन ई पास प्राप्त करने हेतु आवेदक ऑनलाइन स्वयं को पंजीकरण कराकर ई पास प्राप्त कर सकते हैं। उपायुक्त ने बताया कि ई पास प्रणाली के तहत तीन तरह के पास निर्गत किए जाएंगे। जिसमे राज्य से बाहर, राज्य के किसी भी जिले में जाने हेतु एवं गुमला जिला अंतर्गत सभी स्थानों के लिए पास निर्गत किए जाएंगे।
शुक्रवार को देर शाम करीब 7 बजे एक नाबालिग के साथ गांव के ही निवासी 50 वर्षीय वृद्ध पतरस कुजूर द्वारा दुष्कर्म किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोपी चार बेटी व तीन बेटे का बाप है। घटना के बाद भरनो पुलिस ने पीड़ित नाबालिग को अपने संरक्षण में लेकर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पीड़िता के बयान पर आरोपी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। दर्ज प्राथमिकी में पीड़िता ने कहा है कि उनकी मां का निधन हो चुका है। जबकि पिता रांची में रहकर मजदूरी करते है। बीच बीच में घर आकर खाने पीने का सामान रख जाते है। मगर लॉकडाउन के बाद से वह नहीं आए है। वह घर पर अकेली रहती है। साथ ही खुद से खाना बना कर खाती है। जबकि रात होने के बाद प्रत्येक दिन वह पड़ोसी के यहां सोने चली जाती है।
मुखिया की तत्परता से पकड़ा गया आरोपी
शुक्रवार को वह भी वह घर पर अकेली थी। साथ ही शाम सात बजे खाना बना रही थी। इसी दौरान आरोपी उसके घर आ धमका। सब्जी की मांग करते वह उसे पकड़ लिया। इसके बाद शोर नहीं मचाने को कहा। शोर मचाने पर जान से मारने की धमकी दी। वह उसके धमकी से पूरी तरह डर गई। जिसके बाद आरोपी ने उसे घंटों कब्जे में रखकर दुष्कर्म किया। फिर मौका पाकर वहां से भाग निकला। इधर घटना के बाद पीड़िता ने घटना की जानकारी पड़ोस के एक महिला को दी। उक्त महिला ने पीड़िता से इसकी जानकारी मुखिया को देने को कहा। पीड़िता ने पूरी घटना की जानकारी रात में ही मुखिया मनी देवी को दिया। मुखिया ने सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पहुंच कर आरोपी को उसके घर से पकड़कर कर शनिवार को जेल भेज दिया।
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच तेलंगाना से आए एक व्यक्ति प्राथमिक जांच कराने के उद्देश्य से पालकोट सीएचसी पहुंचे। लेकिन पालकोट प्रखंड के अधिकारियो को उक्त कोरोना संदिग्ध को बिना प्राथमिक जांच के ही गुमला भेजना पड़ा। क्योंकि इस कोरोना काल में भी पालकोट सीएचसी में सिर्फ ओपीडी चल रहा है और कोई भी चिकित्सक सुबह दस से तीन के ओपीडी के बाद उपलब्ध नहीं रहते है। पालकोट बीडीओ शंकर एक्का व पालकोट थाना के एसआई आशुतोष कुमार सिंह उक्त कोरोना संदिग्ध को लेकर शुक्रवार शाम छह बजे पालकोट सीएचसी पंहुचे तो, उपस्थित कर्मचारियों के द्वारा बताया गया की कोई भी चिकित्सक नहीं है। सभी ओपीडी करने के बाद वापस रांची चले जाते है। मजबूरी में पालकोट बीडीओ शंकर एक्का ने उक्त मरीज को बिना प्राथमिक जांच के गुमला भेज दिया।
ज्ञानदान मिशन के तहत सहायक समाहर्त्ता मनीष कुमार ने आईटीडीए भवन के सभागार में सभी सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के साथ बैठक की। बैठक में शिक्षकों को यू ट्यूब चैनल पर ज्ञानदान वीडियो क्लिप के माध्यम से प्रतिदिन 10 वीं के छात्रों के लिए गणित और विज्ञान के विषयों की जानकारी साझा करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन स्कूलिंग के माध्यम से बच्चों की बौद्धिक एवं मानसिक विकास को बढ़ावा देना है। उन्होंने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं से गणित एवं विज्ञान के विषयों को आपस में विभाजित करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने प्रत्येक शिक्षक द्वारा गणित अथवा विज्ञान के एक-एक विषय पर अधिकतम 10 से 15 मिनटों का वीडियो क्लिप बनाने का भी निर्देश दिया। बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला शिक्षा अधीक्षक सुरेंद्र पाण्डेय, एडीपीओ पीयूष कुमार, जिलांतर्गत सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षक-शिक्षिकाएं व अन्य उपस्थित थे।
गुरुवार की रात 11:30 बजे नागफेनी पुल के समीप तीन अपराधियों ने हथियार के बल पर इस्लामपुर निवासी सब्जी विक्रेता परवेज खान और शमशाद खान से 50 हजार नगद और दाे मोबाइल लूट लिया। अपराधियों ने परवेज से 40 हजार और शमशाद से दस हजार रुपए सहित दो मोबाइल लूट लिया। इस संबंध में दोनों ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि दोनों अपने वाहन से जमशेदपुर के घाटशिला सब्जी खरीदने जा रहे थे। इसी क्रम में जैसे ही वे नागफेनी पुल के पास पहुंचे, घात लगाए बैठे तीन हथियारबंद अपराधियों ने बाइक से पीछा कर ओवरटेक कर पिकअप वाहन को रोक दिया। इसके बाद हथियार के बल पर लूटपाट कर फरार हो गए।
वाम दल और भाकपा माले के संयुक्त तत्वाधान में एक्टू के कार्यकर्ताओं द्वारा महाराष्ट्र में ट्रेन की चपेट में आने से मजदूरों की हुई मौत के मामले में उनके परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर अधिकार दिवस मनाया गया। इस मौके पर भाकपा माले के जिला सचिव गजेंद्र सिंह मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और प्रभावित परिवारों को सब प्रकार का समर्थन दें। मौके पर जुगल मुंडा, महेंद्र जंक्शन, सुमति देवी समेत अन्य लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए शोक व्यक्त किया।
देश में कोरोना आफत के मद्देनजर प्रवासी मजदूरों के अपने घर वापसी को देखते हुए राज्य सरकार ने मनरेगा के तहत प्रत्येक गांवों में मजदूरों को रोजगार देने के लिए कई योजनाओं के क्रियान्वयन पर बल दिया है। गांव में ही मजदूरों को रोजगार मिले अथवा उन्हें आजीविका का साधन उपलब्ध हो। इसके लिए सरकार इस बार प्रत्येक गांव पंचायत में मनरेगा से एक खेल मैदान का निर्माण कराया जाएगा। यह योजना वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के माध्यम से कराया जाएगा। करीब चार लाख रुपए की उक्त योजना में खेल मैदान का निर्माण मनरेगा से तथा खिलाड़ियों के लिए चेंजिंग रूम और शौचालय का निर्माण कन्वर्जन के माध्यम से 14वें वित्त आयोग अथवा 15वें वित्त आयोग की राशि से कराया जाएगा। उसी प्रकार बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत भी प्रत्येक पंचायत में ट्रेंच खुदाई और मेढबंदी का कार्य भी किया जाएगा। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के निर्देशानुसार गुमला जिला प्रशासन ने सभी बीडीओ एवं मनरेगा के बीपीओ को अपने प्रखंड क्षेत्र में एक सप्ताह के भीतर योजनाओं का चयन करने का निर्देश दिया है।
एनपी जल समृद्धि योजना से होगा नाला का पुनोद्धार
राज्य के ग्रामीण विकास विभाग ने मनरेगा योजना से ही नीलांबर पीतांबर जल समृद्धि योजना के तहत प्रत्येक गांव पंचायत के नालों को पूर्नजीवित करने करने का निर्णय लिया है। इसमें नाला गाद की सफाई, सोख्ता के लिए गड्ढा निर्माण के साथ एक नाला पर कम से कम एक मिनी चैकडेम भी बनाया जाएगा। उसमें भी गड्ढा खोदने का कार्य मनरेगा से तथा सोख्ता के लिए ईंट बिछाने एवं चेकडेम निर्माण का कार्य कन्वर्जन के माध्यम से किया जाएगा।
रैयती जमीन पर भी किया जाएगा पाैधरोपण
मनरेगा योजना से बिरसा मुंडा आम बागवानी योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायतों मे रैयती एवं गैरमजरूआ जमीन पर भी फलदार एवं अन्य वृक्षों का पौधरोपण किया जाएगा। गैरमजरूआ जमीन पर पौधरोपण के लिए ग्रामसभा के माध्यम से लाभुकों के बारे में निर्णय लिया जाएगा। गैरमजरूआ जमीन पर लगे फलदार एवं अन्य पौधों का लाभ उसी गांव के गरीब एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोगों मिलेगा। इसके लिए ग्राम सभा के माध्यम से वैसे लोगों को गैरमजरूआ जमीन का पट्टा निर्गत किया जाएगा। साथ ही इस योजना में लाख उत्पादन को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
घाघरा जग बगीचा में घरेलू भारत गैस का वितरण बीडीओ विष्णु देव कच्छप और सीओ दिनेश प्रसाद गुप्ता की उपस्थिति में जगदंबा भारत गैस एजेंसी घाघरा के द्वारा शनिवार को किया गया। घरेलू गैस वितरण में आए दिन बढ़ती भीड़ के मद्देनजर प्रशासन द्वारा सोशल डिस्टेंस के साथ भारत रसोई गैस का वितरण जग बगीचा में कराया गया। साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस भी तैनात किए गए।
इस दौरान बीडीओ ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए प्रत्येक नागरिक अपने मुंह व नाक पर मास्क व तौलिया का उपयोग हमेशा करें। साथ ही जरूरी सामान के लिए घर से निकलते ही सामाजिक दूरी के साथ ही अपनी जरूरत की समान लें। मौके पर बीटीएम आईपी पांडे, अनिरुद्ध चौबे, वितरक ओम गुप्ता
उपस्थित थे।
कोरोना संक्रमण के दौर में अस्थमा रोग से पीड़ित रोगियों को ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इस संबंध में सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर आनंद किशोर उरांव ने बताया कि सांस लेने में परेशानी और खांसी होना इसके प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा कभी-कभी बुखार लगना और दम फूलना भी दमा के रोगियों के लक्षण है। ऐसे रोगियों को अचानक सांस लेने में परेशानी होती है। दमा के रोगियों को ऐसे में इस तरह की परेशानी महसूस होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करना चाहिए और चिकित्सक की सलाह से जांच आदि कराकर दवा का सेवन करना चाहिए। उन्हाेंने कहा कि रोगियों के इलाज के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में व्यवस्था की गई है। कोरोना के संक्रमित रोगियों को भी श्वसन तंत्र में सबसे पहले इंफेक्शन होता है। कोरोना के अधिकांश मरीजों को सांस लेने में तकलीफ होती है और उन्हें वेंटिलेटर की जरूरत पड़ती है। ऐसे में जाहिर तौर पर अस्थमा के रोगियों के लिए वर्तमान समय ज्यादा सावधानियों वाला है।
किस्को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने एएनएम के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मौके पर डॉ दिलीप कुमार बेहरा ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के दौरान बच्चे और गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किए जाने के दौरान एएनएम मास्क और ग्लब्स लगाएंगी। भीड़ इकट्ठा ना करते हुए 5-5 लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए टीका लगाएंगी। मौके पर बीपीएम चंद्र किशोर मानकी, उपेंद्र कुमार, बीटीटी अजीज जानी एवं सभी एएनएम उपस्थित थीं।
लोहरदगा के सामाजिक कार्यकर्ता आलोक कुमार साहू ने देश के प्रधानमंत्री से कोरोना संकट के इस दौर में प्रिंट मीडिया के लिए राहत पैकेज देने की मांग की है। साथ ही केंद्र के सभी राज्यों और सार्वजनिक उपक्रमों से अप्रैल 2020 तक के विज्ञापनों का भुगतान अखबारों को करने की अपील की है। साहू ने कहा कि पिछले दो महीनों से न्यूज़ पेपर इंडस्ट्री को लगभग अरबों रुपए का नुकसान हुआ है। आर्थिक गतिविधियां लगभग ठप हो चुकी है और विज्ञापन भी नहीं मिल रहा है। कोरोना के इस महामारी में प्रिंट मीडिया के लोग और वेंडर खुद जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं और जनता को घरों में उन तक सही और सच्ची जानकारी पहुंचा रहे हैं। उन्हाेंने यह भी कहा कि पूरे देश में न्यूज़ पेपर इंडस्ट्री प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 28 लाख लोगों को रोजगार देने का काम कर रही है। न्यूज़ पेपर इंडस्ट्रीज को घाटे के वजह से अपने कर्मचारियों को सैलरी एवं वेंडर को भुगतान करने में भारी दिक्कत हो रही है। केंद्र सरकार से तत्काल न्यूज़ प्रिंट में 5 प्रतिशत आयात शुल्क हटाने एवं सरकारी विज्ञापनों के रेट में 50 प्रतिशत बढ़ोतरी करने की मांग की है।
संत पात्रिक महागिरजाघर गुमला पल्ली काथलिक सभा महिला संघ ने अपने स्तर से जमा किए खाद्य सामग्रियों का गुमला एवं आस पास के विभिन्न टोलों मुहल्लों में वितरण किया। इससे पहले गुमला धर्मप्रांत के विकर जरनल फादर सिप्रियन कुल्लु ने संग्रहित चावल, दाल, तेल आलू व सोयाबीन आदि खाद्य सामग्रियों पर आशीष की प्रार्थना कराई।
मौके पर काथलिक सभा गुमला पल्ली अध्यक्ष ललित तिग्गा, रोबर्ट टोप्पो, कालेतुस तिर्की, अजीत तिर्की, सुखदेव लकड़ा, सचिव प्रेम एक्का, धर्मप्रांतीय अध्यक्ष सेत कुमार एक्का, धर्मप्रांतीय सभा नेत्री फ्लोरा मिंज, सचिव जयंती तिर्की,दिब्या सरिता मिंज, मंजू बेक, लीली कल्याणी, सिस्टर ग्लोरिया, पल्ली पुरोहित फादर जेरोम एक्का व स्नेल एक्का आदि उपस्थित थे।
बसिया प्रखंड सभागार में बीडीओ रविन्द्र कुमार गुप्ता ने मनरेगा कर्मियों के साथ बैठक कर योजना चयन के दिशा निर्देश दिए। इस अवसर पर बीडीओ ने कहा कि कोरोना महामारी में बाहर काम करने वाले मजदूर के साथ ही हमारे गांव के मजदूर को मनरेगा के द्वारा रोजगार मुहैया कराना सरकार का उद्देश्य है। उसे हमें जमीन पर उतारना है। इसके लिए डोभा, मेड़ बन्दी, नाला निर्माण, जल संचयन के लिये मिट्टी बांध, फलदार वृक्ष के लिए पाैधरोपण, टीसीवी गड्डा खोदाई का योजना पंचायत से कराएं। साथ ही योजना अधिक ले काम की कमी नहीं होनी चाहिये।
सरकारी जमीन गैर मजरूआजमीन पर भी प्रखण्ड आम बागवानी कार्य दिया जाएगा। जिसका किसान फल बेचकर आत्मनिर्भर बन सके। वही प्रदान के कर्मी मनीष ने कहा कि बसिया प्रखण्ड में 500 एकड़ से अधिक भूमि पर लक्ष्य लेकर वृहत पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य किया जाएगा। इससे किसानों को व्यवसायिक रूप से मजबूत बनाना हमारी पहली
प्राथमिकता होगी।
विश्व रेड क्रॉस डे के अवसर पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला इकाई द्वारा सदर अस्पताल में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया गया। ब्लड डोनेशन कैंप में सोसायटी के अध्यक्ष सह उपायुक्त आकांक्षा रंजन ने कहा कि आप सभी के सहयोग से ही लोहरदगा जैसे छोटे जिले में ब्लड की कमी नहीं रहती है। कार्यक्रम का विषय प्रवेश कराते हुए सचिव अरुण राम ने बताया कि सोसाइटी हमेशा समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है। खास करके कोविड-19 जैसी महामारी के दौरान लॉकडाउन की स्थिति में गरीबों को अनाज मुहैया कराने से लेकर के भोजन उपलब्ध कराने का कार्य कर रही है।
रक्तदान शिविर को सफल बनाने में लोहरदगा क्रिकेट एसोसिएशन के खिलाड़ी, एमरजेंसी केयर एवं युवा शक्ति संगठन के सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। रक्तदान करने वालों में राजीव रंजन, अभय कुमार अग्रवाल, प्रदीप कुमार महतो, जयजीत चौबे, चंद्रशेखर मेहता, महावीर प्रसाद, जगतपाल केशरी, प्रवीण कुमार, आशीष, अमित कुमार, शुभम प्रसाद, उत्तम कुमार मुखर्जी, गौरव सिंघल, हिमांशु केशरी समेत 50 लोग शामिल हैं। कैंप को सफल बनाने में सोसाइटी के सचिव अरुण राम, कोषाध्यक्ष राहुल कुमार, कार्यक्रम प्रभारी देशराज गोयल, सजल कुमार एवं विक्रम चौहान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। मौके पर चेयरमैन डॉ गणेश प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, पूर्व चेयरमैन डॉ प्रमोद कुमार पुजारी, पूर्व सचिव डॉ आईलीन, प्रवीण कुमार, तरुण कुमार, प्रदीप महतो, आलोक कुमार, ब्लड बैंक के प्रभारी उमेश प्रसाद उपस्थित थे।
लोहरदगा जिला के विभिन्न जगहों में वामदल एकता मंच के बैनर तले सरकार की ओछी राजनीति एवं मालगाड़ी तथा गैस त्रासदी- जनसंहार के विरूद्ध शोक एवं धिक्कार दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें सीपीआई, सीपीएम तथा भाकपा(माले) के सदस्यों ने भाग लिया। इस क्रम में अकाल कवलित मजदूरों व लोगों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई। लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी बनाते हुए नारेबाजी में प्रवासी मजदूरों की हत्या बन्द करो, लाॅक डाउन के कारण मजदूरों सहित दूसरे राज्यों में फंसे छात्रों व लोगों को मुफ्त एवं सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करो, 12 घंटे काम लेने की नीति को रद्द करो, वैजाग (आंध्रप्रदेश) और औरंगाबाद(महाराष्ट्र) में मारे गए शहीदों के परिवार को 10-10 लाख रुपए मुआवजा देना होगा, मजदूरों एवं गरीबों को लॉकडाउन अवधि तक 10-10 हजार रुपए प्रतिमाह खुराकी दो जैसे नारे लगाए गए। साथ ही हाथ से लिखे पोस्टर एवं काला बैच लगा कर नारेबाजी के साथ प्रतिवाद किया गया।
उड़ीसा और आंध्र प्रदेश से छत्तीसगढ़ के रास्ते पैदल गुमला पहुंचे बिहार के बांका जिला निवासी मजदूर चार दिनों से गुमला में फंसे हैं। मजदूराें ने बताया कि वे हैदराबाद से पैदल चलकर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे। उनका मेडिकल जांच भी नहीं कराया गया है। 24 घंटे में केवल दो बार भोजन दिया जाता है। बांका के पांच मजदूर यहां फंसे हैं। राउरकेला से गुमला पहुंचे लातेहार जिला के 8 मजदूराें की भी है। वे दो दिन से यहां पड़े हुए हैं। वहीं गढ़वा जिले के 16 मजदूर जो उड़ीसा में कमाने गए थे उन्हें प्रशासन के द्वारा पालकोट से गुमला लाया गया है।
प्रशासन इजाजत दे ताे पैदल चले जाएंगे हम घर
गुमला में फंसे बिहार के बांका जिला के मजदूरों ने बताया कि जिला प्रशासन उन्हें घर जाने की न तो कोई सुविधा मुहैया करा रही है और न जाने की अनुमति दे रही है। उनका यहां मेडिकल टेस्ट भी नहीं कराया गया है। यदि प्रशासन उन्हें घर जाने की अनुमति दे तो वे पैदल एक सप्ताह में घर पहुंच जाएंगे।
मजदूरों को घर भेजने की हो रही है व्यवस्था : डीसी
उपायुक्त शशिरंजन ने बताया कि दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों को गुमला जिला प्रशासन द्वारा शरण देेने का कार्य किया जा रहा है। उसमें गुमला जिला के मजदूरों को प्राथमिकता के आधार पर उनके घर होम क्वारेंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। जिन बाहरी मजदूरों के घर वापसी की व्यवस्था नहीं हुई है। उन्हें गुमला में रहने एवं खाने की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। घर वापसी के लिए वाहन व्यवस्था हाेते ही उन्हें भेज दिया जाएगा।
कोविड 19 से बचाव को लेकर जहां हर एक दृष्टिकोण से संक्रमण चैन को तोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक गंभीर मरीज व अन्य अति आवश्यक कार्य को छोड़ घर से बिना कारण बाहर खड़े होने पर कठोरता बरती जा रही है। लोहरदगा चूंकि अब भी ग्रीन जोन में है इसलिए यह रेड जोन में परिवर्तित ना हो इस दिशा में सख्ती बरती जा रही है। इधर लॉकडाउन के शुरूआती दौर में बंद की गई बच्चों के टीकाकरण का कार्य पुनः सुचारू कर दिया गया है।
जिले में अलग अलग प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों व आंगनबाड़ी में टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। शहर में सदर अस्पताल में टीकाकरण का कार्य शुरू कर दिया गया है। इसकी पुष्टि करते हुए सीएस डाॅ विजय कुमार ने बताया कि विभागीय निर्देश के बाद टीकाकरण का कार्य शुरू किया गया है। जिस क्रम में सोशल डिस्टेंस व मास्क लगाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि लगातार मांग के बावजूद किट उपलब्ध नहीं होने के कारण संदिग्धों की भेजी जा रही रक्त सैंपल के रिपोर्ट आने में अब भी चार से पांच दिनों का समय लगेगा। चूंकि इस ओर अबतक कोई किट उपलब्ध नहीं हो सका है। जिसके कारण अब भी सैंपल ईटकी स्थित लैब भेजा जा रहा है।
लाॅकडाउन उल्लंघन पर 4 वाहन मालिकाें से 20 हजार रुपए वसूला गया जुर्माना
जिले में लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में शनिवार को चार वाहनों से 20 हजार रुपए जुर्माना वसूला गया। सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने, मास्क नहीं पहनने के मामले में सेन्हा थाना में एक एफआईआर दर्ज किया गया। ई-पास के अंतर्गत इंटर स्टेट के 53, इंटर डिस्ट्रिक्ट के 197 और अंडर डिस्ट्रिक्ट के 23 पास निर्गत किए गए। इसके अतिरिक्त बगडू थाना में लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में एक वाहन को जब्त किया गया।
संस्थान व क्वारेंटाइन सेंटर में होगा हर्बल टी क्वाथ का प्रयोग
आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा जारी निर्देश के बाद सिविल सर्जन कार्यालय द्वारा आयुर्वेद इम्युनिटी बूस्टर के अंतर्गत हर्बल टी, क्वाथ का प्रयोग सभी कार्यालय, संस्थान, क्वारेंटाइन सेंटर में किए जाने का निर्देश दिया गया है। जिसका फार्मूला तुलसी पत्ता 4 भाग, दालचीनी 2 भाग, शुंठि 2 भाग, काली मिर्च 1 भाग के तीन ग्राम चूर्ण को 150 एमएल पानी में उबाल कर दिन में एक या दो बार लिया जा सकता है। कहा गया स्वाद के अनुसार इसमें गुड़/द्राक्षा/निम्बू का रस प्रयोग किया जा सकता है।
भंडरा प्रखंड के विभिन्न जन वितरण प्रणाली दुकान में राशन वितरण का निरीक्षण सीओ महेन्द्र कुमार और बीसीओ संजय भगत ने किया। इस दौरान कुंदो, बड़गाई, तिलसिरी में राशन वितरण दुकानों पर निःशुल्क 10 किलो प्रति व्यक्ति चावल और एक किलो दाल प्रति कार्ड वितरण किया गया। राशन दुकान पहुंच सीओ ने लाभुकों को सामाजिक दूरी बनाते हुए, मास्क पहनकर या चेहरे पर गमछा बांधकर अनाज लेने की बात कही। साथ ही लाभुकों को मिल रहे अनाज का वजन भी कराया। राशन डीलर को निर्देश देते हुए सीओ ने कहा कि जो मास्क नहीं पहनते है उन्हें राशन न दें। मास्क पहन कर आने के बाद ही अनाज का वितरण करें। उन्होंने सभी डीलरों से कहा कि राशन वितरण में अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कम राशन मिलने की शिकायत पर डीलर का लाइसेंस रद्द भी किया जा सकता है। सभी राशन दुकान मेंं निगरानी के लिए एक एक शिक्षक नियुक्त किया गया है। उन्हीं की देख रेख में राशन दिया जाय।
किस्को के खरकी पंचायत क्षेत्र में मनरेगा बीपीओ अभिषेक किशोर ने मनरेगा अंतर्गत नीलाम्बर पीतांबर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना एवं वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना शुरू करने को लेकर स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खरकी पंचायत के डटमा, खरकी एंव बानपुर गांव मे नीलाम्बर पीतांबर जन समृद्धि योजना, मेड़बंदी, नाला पुनर्जीवन कार्य एंव सोख्ता गड्ढा के माध्यम से वर्षा का पानी रोककर जल संचयन, बिरसा हरित ग्राम योजना में फलदार वृक्षारोपण, वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना को लेकर स्थल का निरीक्षण किया।