चिरैया थाना क्षेत्र के बेलाघाट में एक ही परिवार के पॉजिटिव मिली एक दंपती की आठ माह की बेटी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अब जिले में कुल मरीजों की संख्या 9 हो गई है। जबकि एक की मौत हो चुकी है। दंपती की बेटी सहित एक ही परिचार के चार लोग कोरोना पीड़ित हो गए हैं। वहीं यह राहत की बात यह है कि इस परिवार के संपर्क में आए अन्य 38 लोगों की रिपोर्ट पहले हीं निगेटिव आ चुकी है।
अभी जिला के मिले 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज में से एक शिवहर में मिला था, जिसकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके अलावे मुंबई से कैंसर पीड़ित मरीज के साथ दो अन्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। इसमें से कैंसर पीड़ित मरीज की मौत इलाज के दौरान हो गई थी, जबकि दो पॉजिटिव मरीज की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है। साथ हीं अरेराज में मिले कोरोना पॉजिटव मरीज की भी पहली जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी सबों को आइसोलेशन में रखा गया है। इस परिवार के संपर्क में आए सभी 38 लोगों को क्वारेंटाइन रखा गया है। इनका पहली रिपोर्ट निगेटिव आई है. तीन रिपोर्ट निगेटिव आने या 21 दिन तक किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने के बाद उन्हें क्वारेंटाइन से निकाला जाएगा। पकड़ीदयाल थाना के चैता ब्राह्मण टोली की एक महिला के संपर्क में आए 10 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिन्हें क्वारेंटाइन में रखा गया है।
जिले के मिले सभी कोरोना पॉजिटिव मरीज एंबुलेंस से आए थे अपने घर
अबी तक जिले में मिले सभी 10 कोरोना पॉजिटिव मरीज एंबुलेंस से आए थे। जटवा में मिले कोरोना पॉजेटिव मुंबई से कैंसर के मरीज को लेकर आए थे। अरेराज में मिला कोरोना पॉजिटिव मरीज दिल्ली से एक मरीज के साथ पश्चिम चंपारण आया था। पकड़ीदयाल के ब्राह्मण टोली में मिला पॉजिटिव महिला भोपाल से तथा शिकारगंज के बेला घाट में मिले चार कोरोना पॉजिटिव मरीज दिल्ली से एंबुलेंस से आए थे।
लॉकडाउन के दौरान वाहनों से जिले की पुलिस ने वसूला 75 लाख जुर्माना
मोतिहारी|लॉक डाउन के दौरान जिला पुलिस लगातार वाहनों से जुर्माना की वसूली कर रही है। लॉकडाउन के 45 दिनों के भीतर पुलिस ने 75 लाख रुपए जुर्माना के रुप में वसूल किया है। वाहनों के परिचालन पर रोक लगने के बाद जिला प्रशासन द्वारा सभी थाना क्षेत्रों में गहन वाहन चेकिंग चलाया जा रहा है। इसके बावजूद सड़को पर वाहनों का लगातार परिचालन हो रहा है। इसको लेकर जिला प्रशासन ने कड़ाई करने का आदेश दिया है।
आठ माह की बच्ची कोरोना पॉजिटिव पाई गई है जो शिकारगंज के बेलाघाट के पॉजिटिव दंपति की पुत्री है। उसे डायट सेंटर स्थित आइसोलेशन सेंटर में आइसोलेट कर इलाज किया जा रहा है।
-डॉ. रिजवान अहमद, सिविल सर्जन, पूर्वी चंपारण
थाना क्षेत्र के पिड़ारी गांव के सरेह में स्थित पोखर में शुक्रवार को स्नान करने गयी एक बच्ची की मौत डूबने से हो गयी है। मृतक बच्ची पिड़ारी गांव निवासी रूपा मांझी की 10 वर्षीय पुत्री नन्दनी कुमारी थी। वह गांव के बच्चों के साथ पोखर मे स्नान करने गयी थी। इसी दौरान वह पोखर के गहरे पानी में चली गई, जहां पानी में डूबने से उसकी मौत हो गयी। घटना की खबर मिलते ही पुलिस ने पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु मोतिहारी भेज दिया है। इधर मृतक के पिता रुपा माझी चिमनी भट्ठा पर मजदूरी करने के लिए आदापुर थाना क्षेत्र के किसी चिमनी पर ईंट बनाने गया हुआ है। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले पोखर में जेसीबी मशीन से मिट्टी काटा गया था। इसके कारण वह गहरा हो चुका है।
शहर के चिनवलिया मुहल्ले में लॉकडाउन की बंदिशों के बीच एक शादी हुई़। बरियारपुर निवासी दूल्हा बने अभिषेक व दुल्हन बनी अनुराधा ने मास्क पहन कर वरमाला डाला व फेरे लिए। समाजसेवी अखिलेश उर्फ बबलू मिश्रा की पहल पर प्रशासन से शादी की अनुमति मिली।
कल्याणपुर-केसरिया पथ पर ट्रैक्टर की ठोकर से युवक की मौत के बाद नाराज लोगों ने थाना परिसर में शव रख कर हंगामा किया। नाराज परिजन दोषियों पर त्वरित कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे। हालांकि, थानाध्यक्ष रवि रंजन कुमार ने परिजनों को समझा कर थोड़ी देर में मामला शांत करा लिया। समाचार लिखे जाने तक मामले प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई थी।
बताया जाता है कि थाना क्षेत्र के मनोहरा गांव निवासी ललन राय अपने चचेरा भाई जियालाल राय के साथ बाइक से कही जा रहा था। रास्ते में खोखरा चौक के समीप ललन राय पेशाब करने के लिए रूका। वह सड़क किनारे खड़ा होकर पेशाब करने लगा। तभी ईट लदे ट्रैक्टर ने उसे ठोकर मार दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उसका भाई ग्रामीणों के सहयोग से उसे इलाज के लिए मोतिहारी ले जा रहा था। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जिससे नाराज परिजन शव को लेकर थाना पहुंच गए। घटना से नाराज लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव के ही एक चिमनी मालिक का ट्रैक्टर ईट लेकर कल्याणपुर की ओर जा रहा था। रास्ते में उसने ललन राय को ठोकर मारा। जिससे उसकी मौत हो गई। परिजन चिमनी संचालक व चालक पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सूचना पर पूर्व जिला पार्षद राजेंद्र राय, जदयू नेता वीरेंद्र पटेल, पैक्स अध्यक्ष चनई यादव आदि ने पुलिस के सहयोग से हंगामा कर रहे लोगों को समझा कर शांत कराया। थानाध्यक्ष ने बताया कि मामले में आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
बीएमपी-14 पर काेराेना की आफत आगई। दूसरे दिन शुक्रवार काे बीएमपी-14 के पांच आर जवान पाॅजिटिव हाे गए। गुरुवार काे जाे रिटायर जवान पाॅजिटिव हुए थे, उन्हीं से इन लाेगाें के संक्रमण की आशंका जताई जा रही है। 60 साल के रिटायर हवलदार के पाॅजिटिव आने के बाद उनके साथ बैरेक में रहने वाले 16 जवानाें काे पाटलिपुत्र खेल परिसर में क्वारेंटाइन किया गया और सैंपल लिया गया जिनमें 30 साल, 36 साल, 50 साल, 52 साल व 57 साल के जवान की रिपाेर्ट शुक्रवार की रात काे पाॅजिटिव आगई।
इस तरह पटना में काेराेना मरीजाें की तादाद 47 से बढ़कर 52 हाे गई। इधर, एक साथ पांच जवानाें के पाॅजिटिव आने के बाद बीएमपी 14 परिसर में ही स्थित बीएमपी 5 व 10 के जवानाें में हड़कंप मच गया। इन तीनाें बीएमपी में करीब तीन हजार जवान रहते हैं। इधर, डीएम कुमार रवि ने बताया कि जाे पांच नए जवान पाॅजिटिव हुए हैं, सभी बीएमपी -14 में ही रहते हैं। प्रशासन बीएमपी जाकर जांच करने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी।
वहीं सिविल सर्जन डाॅ. आरके चाैधरी ने बताया कि पांचाें जवान एसिम्टाेमेटिक हैं। इन्हें पाटलिपुत्र खेल परिसर से पाटलिपुत्र हाेटल लाया गया है। जिन जवानाें की रिपाेर्ट निगेटिव आई है, वे अभी पाटलिपुत्र खेल परिसर में ही क्वारेंटाइन में रहेंगे। उनकी अभी और जांच हाेगी।
बीएमपी 5 और 10 में भी था आना-जाना
दरअसल लाॅकडाउन में शहर में विधि-व्यवस्था और साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए बीएमपी के करीब 70 जवानाें की प्रतिनियुक्ति की गई थी। पिछले माह की 12 तारीख ये जवान ड्यूटी कर रहे थे। हरेक जवान के साथ आठ-दस जवानाें की टीम रहती थे। सूत्राें के अनुसार, इन जवानाें काे मीठापुर सब्जी मंडी, बाजार समिति फलमंडी, दीघा सब्जी मार्केट, बहादुरपुर, मां शीतला मंदिर, दलदली समेत शहर के कई मेन सब्जी बाजार व अन्य स्थानाें पर लगाया गया था। हर दिन इनकी ड्यूटी बदलती रहती थी। ये नहीं इन जवानाें का आना-जाना बीएमपी 5 और 10 में भी था। मेस में भी जाते थे। इन पांच में एक-दाे जवान पुलिस लाइन भी आए थे। पांचाें के पॉजिटिव आने के बाद पुलिस लाइन में इस बात काे खंगाला जा रहा था कि और कहा-कहां इन लाेगाें ने ड्यूटी की। संबंधित थाना से भी जानकारी लेने में अधिकारी जुटे थे।
रिटायर्ड जवान गए थे खाजपुरा, वहीं से संक्रमित हाेने की आशंका
जिस तरह से इन लाेगाें ने जवानाें के साथ राजधानी के विभिन्न बाजार, हाट, सब्जी मंडी, फलमंडी व अन्य स्थानाें पर ड्यूटी की है, इससे आशांका जताई जा रही है बीएमपी-14 का चेन और बढ़ सकता है। जाे जवान गुरुवार काे पाॅजिटिव हुए थे, उनके बारे में ऐसी चर्चा है कि वे एक-दाे बार जरूरत का सामान खरीदने खाजपुरा भी गए थे। हाे सकता है कि वह रिटायर जवान खाजपुरा चेन से संक्रमित हुआहाे। वैसे काेई भी अधिकारी इस बाबत कुछ बताने काे तैयार नहीं हैं।
पीपराकोठी थाना क्षेत्र के पीपराकोठी चौक पर शुक्रवार को लॉकडाउन का उल्लंघन कर चाय दुकान चलाने के आरोप में युवक की पुलिस ने निर्मम पिटाई कर दी। इसके विरोध में जमकर हंगामा करते हुए लोगों ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ एएच-42 व एनएच-27 को जाम कर दिया और धरना पर बैठ गए।
बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधि व पुलिस के बीच वार्ता तथा सदर एसडीपीओ अरुण कुमार गुप्ता के आश्वासन पर मामला शांत हुआ। इस दौरान पीपराकोठी चौराहा से गोपालगंज, रक्सौल व मुजफ्फरपुर की तरफ जाने वाली सड़कों पर सैकड़ों गाड़ियों का तांता लग गया। जिससे आवागमन चार घंटे से अधिक तक बाधित हो गया। बताया जाता है कि शुक्रवार की सुबह पीपराकोठी स्थित आईसीएआर भवन के मुख्य द्वार पर चाय दुकानदार थाना क्षेत्र के बरकुरवा गांव निवासी राकेश सिंह अपनी दुकान पर था। इस दौरान जमादार श्रीनिवास राम वहां पहुंचकर राकेश सिंह की पिटाई कर दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। बाद में पुलिस ने उसका इलाज करवाया।
सादे कागज पर कराया हस्ताक्षर
पुलिस ने थाने पर राकेश के खून लगे कपड़े को निकलवा दिया और उसे तब तक रोके रखा जब तक उसने एक सादा कागज पर हस्ताक्षर नहीं किया। हस्ताक्षर कराने के बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया। मारपीट व सादे कागज पर हस्ताक्षर कराए जाने की जानकारी जैसे ही गांव वालों को मिली कि लोग आक्रोशित हो उठे तथा चौक पर जमा होने लगे। इस दौरान लोगों ने चौक पर जम कर हंगामा किया और मुख्य चौराहा पर आकर सुबह छह बजे एएच-42 व एनएच-27 को जाम कर दिया। इससे तीनों दिशाओं में वाहनों की लंबी कतारें लग गई। इस क्रम में आक्रोशित दोषी पुलिसकर्मी के निलंबन की मांग कर रहे थे।
सदर एसडीपीओ ने दोषी पर कार्रवाई की बात की
सड़क जाम के करीब चार घंटे बाद स्थानीय मुखिया रविन्द्र सहनी, भाजयुमो के प्रखंड अध्यक्ष राजू सिंह, पुजेश श्रीवास्तव, सुनील पटेल व थानाध्यक्ष संजीव कुमार के बीच हुई वार्ता के बाद सड़क जाम समाप्त हुआ। बताया जाता है कि वार्ता के क्रम में सदर एसडीपीओ अरुण कुमार गुप्ता ने आश्वासन दिया कि जमादार श्रीनिवास राम को शाम तक पीपराकोठी थाना से हटा दिया दिया जाएगा। इसके अलावा घायल राकेश सिंह के द्वारा दिए गए आवेदन पर घटना में दोषी पुलिसकर्मी के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज करने का आश्वासन दिया। तब आक्रोशित लोग मान गए।
लॉकडाउन को लेकर वातावरण से प्रदूषण समाप्त होने के बाद से जिले में लगातार वर्षा का माहौल बना हुआ है। इस बीच पूसा के मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार अगले 48 घंटे तक मौसम शुष्क बना रहेगा। जबकि 13 मई तक कभी भी वर्षा होने की संभावना है। बताया जाता है कि अगले 2-3 दिनों तक जिले में आसमान प्राय: साफ रह सकता है। इस दौरान तेज हवा के साथ आंधी आने की भी संभावना जताई गई है। वहीं इस अवधि में 15-18 किलोमीटर की रफ्तार से पूरबा हवा चलेगी जबकि इस दौरान अधिकतम तापमान 33-35 व न्यूनतम 22-24 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिक सह पूसा मौसम विभाग के नोडल पदाधिकारी अब्दुस सत्तार ने बताया कि मौसम में प्रदूषण की मात्रा कम होने से बारिश का माहौल बना हुआ है। जिससे आगामी 13 मई तक कभी भी बारिश हो सकती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 4.6 डिग्री कम होकर 32 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री कम रहा।
राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की जांच बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद रैंडम चेकिंग की भी शुरुआत होगी। जांच रफ्तार बढ़ाने के लिए सरकार ने टीबी की जांच मशीन सीबी नेट से भी कोरोना जांच शुरू करने का निर्देश दिया है। आईसीएमआर ने भी इससे हरी झंडी देने के साथ दिशानिर्देश भी जारी किया है। राज्य में इसकी शुरुआत पटना और दरभंगा से होगी। जल्द ही सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में भी सीबी नेट से कोरोना की जांच शुरू हो जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने कार्टिलेज खरीद के लिए आर्डर भी दिया है। इससे कम समय और अधिक संख्या में कोरोना संक्रमण की जांच हो सकेगी।
एक से दो घंटे में ही आ सकती है जांच रिपोर्ट
दरअसल, अभी कोरोना जांच में न्यूक्लिक एसिड (आरएनए) मरीज के स्वैब को लैब में निकाला जाता है। यह काम रियल टाइम मैथेड से मैनुअल किया जाता है। न्यूक्लिक एसिड निकालकर उसे पीसीआर मशीन में रन करना होता है। पूरी प्रक्रिया चार से पांच घंटे लग जाते हैं जबकि सीबी नेट कार्टेज बेस्ड न्यूक्लिक एसिड टेस्ट मशीन है। सीबी नेट में मैनुअल काम का झंझट नहीं है। एक बार सैंपल लगाकर मशीन चला दें, एक-दो घंटे में जांच पूरी हो जाती है।
कार्टिलेज व कैसेट बदलने की जरूरत
राज्य में कोरोना जांच के नोडल संस्थान आरएमआरआई के निदेशक डॉ. प्रदीप दास बताते हैं कि सीबी नेट मशीन से भी कोरोना जांच की जाती है। टीबी जांच मशीन में कोरोना जांच के लिए केवल कार्टिलेज व कैसेट बदलने की जरूरत पड़ती है। यह सुविधा सभी जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेज में है।
मजदूरों की घर वापसी पर गोपाल राय के ट्वीट का राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने ट्वीट से ही करारा जवाब दिया है। झा ने कहा है कि राय सफेद झूठ बोल रहे हैं कि मजदूरों का किराया केजरीवाल सरकार भुगतान कर रही है। जब ऐसी बात है तो फिर बिहार सरकार से 6.5 लाख रुपए ट्रेन का किराया क्यों मांग रहे हैं। झा ने किराया वापसी को लेकर दिल्ली सरकार की ओर से राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव प्रत्यय अमृत को संबोधित पत्र को भी सार्वजनिक किया है। उन्होंने कहा है कि नीतीश सरकार न सिर्फ श्रमिकों का किराया अदा कर रही है बल्कि लौटने वाले मजदूरों को अतिरिक्त 500 रुपए का भुगतान भी कर रही है।
ये था मामला
दिल्ली के परिवहन मंत्री गोपाल राय ने ट्वीट कर कहा कि शुक्रवार को श्रमिकों को लेकर दिल्ली से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए रवाना ट्रेन में सवार 1200 श्रमिकों का किराया केजरीवाल सरकार ने दिया है। राय ने कहा कि अपने मूल प्रदेश जाने के इच्छुक प्रवासियों की सूचना राज्यों को दी गई लेकिन जवाब नहीं आया तो दिल्ली सरकार ने यह किराया भुगतान का फैसला लिया। केंद्र सरकार के नियमानुसार, प्रवासी जिस प्रदेश के रहने वाले हैं, उस राज्य सरकार को ट्रेन यात्रा का खर्च उठाना है। राय ने कहा कि श्रमिकों को खाने के पैकेट, पानी की बोतलें दी गईं। साथ ही उन्हें बिस्किट और केला समेत मेवे भी दिए गए।
कोरोना से परेशान यात्रियों से पानी का पैसा लिए जाने का विरोध को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने शुक्रवार शाम जालंधर से दरभंगा जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को नि: शुल्क पानी व बिस्कुट का पैकेट उपलब्ध कराया। पूर्व में रेलवे द्वारा पानी व बिस्कुट के बदले राशि वसूल की जा रही थी। इसका विरोध यात्रियों ने किया था। यात्रियों से पानी का पैसा लिए जाने के संबंध में दैनिक भास्कर लगातार खबर कर रही है। इसके बाद रेलवे प्रशासन ने श्रमिकों को फ्री में पानी व बिस्कुट की सुविधा प्रदान की है। जानकारी अनुसार आज आंध्रप्रदेश के निडाडावॉली से 07206 नंबर की ट्रेन दोपहर करीब दो बजे स्थानीय स्टेशन पर पहुंची थी। ट्रेन का इंजन बदले जाने के कारण करीब 20 मिनट तक ट्रेन समस्तीपुर में रुकी थी। इस ट्रेन में सवार यात्रियों से पानी बोतल के बदले राशि की मांग की गई। इसके बाद यात्रियों ने नाराजगी व्यक्त की। कुछ यात्रियों ने पानी की खरीदारी की भी। बाद में जलंधर से दरभंगा जा रही 04624 नंबर की ट्रेन को इंजन बदले जाने के लिए स्टेशन पर करीब 20 मिनट तक रुकना पड़ा। इस समय आईआरसीटीसी व रेलवे के वाणिज्य विभाग के कर्मियों ने खुद यात्रियों के बीच पानी बोतल व बिस्कुट नि: शुल्क वितरण किया। रेलवे के इस कार्य की सराहना की जा रही है। सीनियर डीसीएम सह मीडिया प्रभारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि इस दौरान आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय अधिकारी प्रमोद कुमार, डीसीआई दिलीप कुमार आदि उपस्थित थे।
कलेक्ट्रेट स्थित वीसी रूम में शुक्रवार को डीएम शशांक शुभंकर ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए बनाए गए सभी कोषांग व वरीय अधिकारियों के साथ किए जा रहे काम की समीक्षा की। इस दौरान डीएम ने क्वारेंटाइन कैंपों में बाहर से आए लोगों को स्वच्छ व पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने को लेकर मेस कमेटी का गठन करने का निर्देश दिया।
वहीं क्वारेंटाइन कैंपों में रहने वाले हर व्यक्ति खासकर बच्चों व महिलाओं को दिन में दो बार दूध देने को कहा। बताया गया कि सुधा की ओर से जिला प्रशासन को मिल्क पाउडर उपलब्ध कराया गया है। इससे दूध बनाकर आवासित व्यक्तियों को उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं डीएम ने सभी वरीय पदाधिकारी को प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन कैंपों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया। साथ ही डीईओ को क्वारेंटाइन कैंपों में चलाए जा रहे टीवी की समीक्षा की। बैठक के दौरान डीएम ने कैंपों में साफ-सफाई खासकर आइसोलेशन वार्ड आदि की समीक्षा की।
क्वारेंटाइन कैंपों में कराया जाएगा अतिरिक्त शौचालय निर्माण
डीएम ने कैंपों में अतिरिक्त शौचालय निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने पीएचईडी अधिकारी को कहा कि पूर्व से विद्यालयों या अन्य जगहों एक-दो शौचालय ही मौजूद हैं। जबकि कैंप में ज्यादा लोगों के रहने के कारण अतिरिक्त शौचालय की आवश्यकता है।
स्किल मैपिंग करने का निर्देश
वहीं डीएम ने श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी को क्वारेंटाइन कैंपों में रहने वाले मजदूरों के स्किल मैपिंग का निर्देश दिया। वहीं कहा कि बाहर से आए लोगों के कार्य क्षमता को जानना आवश्यक है। ताकि क्वारेंटाइन अवधि के बाद उन्हें काम उपलब्ध कराया जा सके।
सीबीएसई की 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बचे हुए विषयों की परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच होगी। परीक्षा की डेटशीट जल्द ही जारी की जाएगी। देशभर में 12वीं के 12 विषयों की परीक्षा होगी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शुक्रवार शाम यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि देशभर में सीबीएसई के 10वीं के विद्यार्थियों के लिए बाकी बचे विषयों की कोई परीक्षा नहीं ली जाएगी। 10वीं के 6 और 12वीं के 11 विषयों की परीक्षा सिर्फ नॉर्थ ईस्ट व दिल्ली के विद्यार्थियों के लिए आयोजित होगी। मालूम हाे, 5 मई को आयोजित वेबिनार में केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि सीबीएसई की परीक्षाओं की तिथि की घोषणा दो दिन के अंदर की जाएगी।
रिजल्ट अगस्त में
सीबीएसई 10वीं तथा 12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अगस्त के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक जारी होगा। जेईई एडवांस्ड 23 अगस्त को है। उससे पहले रिजल्ट जारी होने की संभावना है। बोर्ड कॉपियों के मूल्यांकन का काम भी जल्द ही शुरू करेगा।
जिले में संचालित 91 क्वारेंटाइन केंद्रों पर दूसरे राज्यों से आने वाले निर्माण श्रमिकों को चिन्हित करके उन्हें श्रम विभाग की ओर से संचालित योजना के तहत निबंधन किया जाएगा। बताया जाता है कि अनुमंडल स्तर पर 15 जबकि पंचायत व प्रखंड स्तर पर 76 क्वारेंटाइन केंद्रों पर बाहर से श्रमिक आ रहे हैं। इन श्रमिकों में से निर्माण कार्य करने वाले श्रमिकों को चिह्नित कर उन्हें बताया जाएगा कि वे क्वारेंटाइन केंद्रों से घर जाने पर अपने आसपास 90 दिन तक काम करते हैं तो उनका निबंधन होगा। इससे बिहार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड योजना के माध्यम से निबंधन कर निर्माण श्रमिकों को औजार खरीदने, चिकित्सा सहायता, बच्चों की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता, वार्षिक चिकित्सा सहायता व पेंशन आदि दिया जाएगा। इसके लिए श्रम विभाग की ओर से टीम गठित कर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। टीम के सदस्य अलग-अलग प्रखंडों में संचालित क्वारेंटाइन केंद्रों पर निर्माण श्रमिकों को चिह्नित कर उन्हें योजना के बारे जागरूक करने के अलावा केंद्र में 14 तक दिन रहने के बारे जानकारी दी जाएगी। इस मुहिम को सफल बनाने के लिए टीम का गठन किया गया है।
जिले में संचालित क्वारेंटाइन केंद्रों पर बाहर से आ रहे निर्माण श्रमिकों को चिन्हित किया जाएगा। उनके घर पर रहकर आसपास क्षेत्रों में 90 दिन तक काम करने पर उनका निबंधन कर योजना का लाभ दिलाया जाएगा। श्रमिकों को चिन्हित करने के लिए टीम गठित किया गया है।
रंजीत कुमार, प्रवासी मजदूर सहायता कोषांग, नोडल पदाधिकारी
थाना क्षेत्र के केवटा गांव में शुक्रवार को भूमि विवाद में एसिड अटैक की घटना को अंजाम दिया गया है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने एसिड से झुलसे एक ही परिवार के 9 लोगों को इलाज के लिए अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया है। घायलों में वार्ड संख्या नौ निवासी धूपा राय का पुत्र जीवछ राय (74 वर्ष) उसकी पत्नी अनूठी देवी (60 वर्ष) भाई भूपदेव राय (53 वर्ष), पुत्र अरुण राय (35 वर्ष) उसकी पत्नी गनिता देवी (24 वर्ष), प्रेम कुमार राय (40 वर्ष) उसकी पत्नी चन्द्रकला देवी ( 32 वर्ष) पुत्र निर्भय कुमार (15 वर्ष), बोढ़न राय की पत्नी राम दुलारी देवी ( 40 वर्ष) शामिल है। घटना में दूसरे पक्ष से दुपा राय के ही पुत्र विष्णु राय ( 50 वर्ष) भी जख्मी हो गए। वहीं उसकी पत्नी तारा देवी (40 वर्ष), पुत्री प्रियंका कुमारी (18 वर्ष) आंशिक रूप से घायल हो गई। अस्पताल में मौजूद चिकित्सक डॉ. अनिमा रंजन ने दूसरे पक्ष से मां व बेटी को छोड़ सभी 10 लोगों को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल समस्तीपुर रेफर कर दिया। इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार मिश्र, दारोगा अनिल कुमार, एएसआई रतन दास पुलिस बल के साथ पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गए। एसडीपीओ कुंदन कुमार भी अस्पताल पहुंचकर जायजा लेते हुए पुलिस को दिशा-निर्देश दिया।
जिले में कोरोना पॉजिटिव के छह नए मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमा में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों में चार रोसड़ा के ढठ्ठा व दो हसनपुर के बसंतपुर गांव के रहने वाले हैं। सभी तीन दिन पूर्व किसी तरह छिपते हुए कोलकाता से रोसड़ा पहुंचे थे। बताया गया है कि सभी कोलकाता के एक मंदिर में पुजारी का काम करते थे। सभी लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद देर रात स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन लोगों को शहर के एक होटल में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में भर्ती किया है। सिविल सर्जन आरआर झा ने बताया कि सभी पॉजिटिव लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उपचार शुरू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी पुजारी 5 मई की रात कोलकाता से रोसड़ा पहुंचे थे। इसी दौरान पुलिस ने सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में रखते हुए कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा था। गुरुवार देर रात सभी लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रोसड़ा से समस्तीपुर लाया गया है।
कोलकाता से छुपते-छुपाते पहुंचे थे रोसड़ा
कोलकाता में तबीयत खराब होने पर सभी ने कोलकाता में जांच कराई थी। जांच सैंपल लेने के बाद सभी को होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा गया था। इसी दौरान सभी लोगों की काेराेना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने की भनक लग गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचने से पूर्व सभी वहां से फरार हो गए। कोलकाता से बचते हुए सभी झारखंड पहुंच गए। फिर किसी तरह रोसड़ा। इस दौरान कोलकाता से पॉजिटिव मरीज के भागने की सूचना पर पुलिस ने सभी लोगों को ट्रैक कर लिया। सूचना पर रोसड़ा पुलिस ने 5 मई की रात सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में ला कर रखा।
वसंतपुर पहुंची अधिकारियों की टीम, संक्रमित के कपड़े लाने वाले के परिवार के 13 लोगों को किया गया होम क्वारेंटाइन
हसनपुर | प्रखंड के वसंतपुर के दो लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर शुक्रवार को अधिकारियों की टीम वसंतपुर पहुंची। अधिकारियों सहित मेडिकल टीम ने दोनों मरीजों के घर पर पहुंच कर परिजनों से पूछताछ की। इस दौरान एक मरीज के संपर्क में आए उसके भाई को मेडिकल जांच के लिए अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया। साथ ही परिवार के 13 लोगों को होम क्वारेंटाइन कर दिया। ये दोनों तीन दिन पहले कोलकाता से वापस लौटे थे। प्रशासनिक पदाधिकारियों की पहल पर दोनों को मेडिकल जांच के बाद रोसड़ा क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था। इस दौरान दोनों में से एक व्यक्ति के भाई ने वसंतपुर से रोसड़ा पहुंच कर उससे मुलाकात किया। साथ ही उसके कपड़े को साफ-सफाई के लिए घर लाया। जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद जब अधिकारियों की टीम पूछताछ के लिए वसंतपुर पहुंची, तो पता चला कि संपर्क में आने वाला भाई गांव में ही किराना दुकान भी चलाता है। वह गांव में एक भंडारा में भी शामिल हुआ था। साथ ही बगल के ही एक गांव जगन्नाथपुर में काम कर रहे पांच मजदूरों के भी संपर्क में आया था।
बीडीओ ने कहा- संपर्क में आने वाले भाई की जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है, तो गांव को तीन किलोमीटर के दायरे में किया जाएगा सील
बीडीओ दुनिया लाल यादव ने बताया कि कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव पाए जाने वाले दो व्यक्तियों में से एक व्यक्ति के संपर्क में आने वाले उसके भाई को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। यदि रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है तो गांव को तीन किलोमीटर के दायरे में सील कर दिया जाएगा।
संक्रमित के भाई के संपर्क में आनेवालों की भी होगी जांच
प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विमल राय ने बताया कि कोरोना जांच रिपोर्ट पाॅजिटिव पाए जाने वाले युवक के संपर्क में आने वाला उसका भाई जिन लोगों के संपर्क में आया। सभी लोगों के जांच कराने की तैयारी की जा रही है। टीम के सदस्यों के द्वारा जानकारी हासिल कर सूचीबद्ध किया जा रहा है।
जदयू प्रखंड अध्यक्ष सत्येन्द्र नारायण सिंह, युवा नेता राणा आशुतोष दीप अाैर भाजपा मंडल अध्यक्ष हेमंत कुमार मिश्रा ने प्रखंड क्षेत्र के तीन क्वारेंटाइन सेंटर का हाल जाना। इन केन्द्रों पर की गई व्यवस्था में कई कमियां देखी। इसको लेकर इन्होंने नाराजगी जताई। इन नेताआें ने मध्य विद्यालय बड़हरवा के क्वारेंटाइन केंद्र पर रह रहे 14 लोगों से भोजन, दैनिक उपयोगी सामग्री आदि से संबंधित सुविधाओं को लेकर पूछताछ की। इस पर सभी लोगों ने बताया कि दैनिक उपयोगी संबंधी कोई सामग्री नहीं दी गई है। परिसर में गंदगी लगा रहती है। नियमित रूप से साफ-सफाई नहीं की जाती है। वहीं, विद्यालय प्रांगण में बारिश से जलजमाव की स्थिति है। पानी जमा रहने से वह सड़ने लगा है। जमा पानी से बदबू निकल रहा है। जलजमाव के निकट काई भी लग गया है। पानी के निकट जाने पर बदबू महसूस होता है। इससे संक्रमण का डर लगता रहता है। लोगों ने कहा कि निरीक्षण में आए अंचलाधिकारी से उन लोगों ने इसकी शिकायत भी की थी। पर, अधिकारी ने साफ तौर पर कह दिया कि जैसी व्यवस्था है उसी में रहें। बताया जाता है कि अख्ता मध्य विद्यालय के केन्द्र 16 मजदूर रह रहे हैं।
जदयू युवा अध्यक्ष राणा आशुतोष दीप ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर पर स्थानीय प्रशासन की व्यवस्था बहुत खराब है। क्वारेंटाइन सेंटर पर रहने वाले लोगों को बाल्टी, साबुन, सेनेटाइजर, जग अाैर तौलिया दिया जाना है। लेकिन, यहां किसी को ये सुविधाएं नहीं दी गई है। इस कारण यहां रह रहे लोगों में नाराजगी है। जदयू प्रखंड अध्यक्ष सत्येन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार कहते रहे हैं कि क्वारेंटाइन सेंटर पर किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
शिक्षा विभाग के निर्देश पर शुक्रवार को मुख्यालय डुमरा स्थित डीपीओ माध्यमिक कार्यालय में संदेह उपस्थित होते हुए जिले के 488 माध्यमिक शिक्षकों ने योगदान दिया। जबकि 100 माध्यमिक शिक्षकों ने लॉकडाउन में फंसे रहने का हवाला देते हुए व्हाट्सएप के माध्यम से याेगदान करने कही डीपीओ को जानकारी दी। वहीं सदेह योगदान करने वाले 53 शिक्षकों को क्वारेंटाइन सेंटर में ड्यूटी दी गई है। डीपीओ माध्यमिक शिक्षा जिलाउल होदा खान के नेतृत्व में शिक्षकों ने योगदान किया। डीपीओ ने बताया कि जो शिक्षक लॉकडाउन में अन्य जिले में फंसे हैं, उन्हें निर्देश दिया गया है कि जिलाधिकारी से पास प्राप्त कर शीघ्र ही डीपीओ कार्यालय पहुंचकर उपस्थिति दर्ज कराएं।
रक्सौल में रहकर पढ़ाई के साथ ई-काॅमर्स का काम कर रहे 12 छात्र काम और पढ़ाई बंद होने के कारण पैदल ही रेलवे लाइन पकड़कर सीतामढ़ी स्टेशन पहुंचे। यहां से सभी मधुबनी स्थित अपने घर के लिए पैदल ही रवाना हो गए। मधुबनी निवासी सभी छात्र लॉकडाउन में रक्सौल में ही फंसे थे। वे रक्सौल में पढ़ाई के साथ ही ऑनलाइन व ऑफलाइन काम करते थे। लॉकडाउन के कारण काम भी बंद हो गया। लॉकडाउन के कारण उनके पैसे भी खत्म गए थे। उन्हाेंने किसी प्रकार ताे दो लॉकडाउन झेल लिया लेकिन इसके बाद उन्हाेंने वापस जाने का मन बना लिया और गत 6 मई को रेलवे लाइन पकड़ कर घर की ओर रवाना हो गए। वे 7 मई को बैरगनिया पहुंचे। वहां इन लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर मोहर लगाई गई और सीतामढ़ी जाने की इजाजत दे दी गई। बैरगनिया से पुन: सभी पैदल चलकर शुक्रवार की सुबह 6 बजे सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन पहुंचे। छात्र गणेश कुमार यादव, अनिल कुमार, सुरेंद्र कुमार यादव, सुजीत कुमार शर्मा ने बताया कि रक्सौल में काम बंद हो गया था। इधर पढ़ाई भी बंद है। लॉकडाउन की अनिश्चितता को देखते हुए हम लोगों ने घर वापसी काे ही बेहतर विकल्प समझा।
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को उस रिट याचिका को खारिज कर दिया, जिसमें बिहार सरकार व बिहार संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा बोर्ड के उस निर्णय को चुनौती दी गई थी कि पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल काउंसिलिंग में वही छात्र-छात्रा शामिल होंगे, जिसने एमबीबीएस व बीडीएस बिहार के संस्थान से किया हो। याचिका में एमसीआई की नियमावली 9 के तहत ग्रामीण व दूरदराज के छात्रों के लिए 30 फीसदी वेटेज की भी मांग की गई थी। न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह की एकल पीठ ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से डॉ. केशव व डॉ. अमृता रश्मि की ओर से दायर रिट याचिका पर सुनवाई के बाद अपने आदेश में कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के अन्य मामलों में दिए गए फैसले के आलोक में इस याचिका में कोई दम नहीं है, इसलिए इसे खारिज किया जाता है। राजकीय अिधवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार का आदेश सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप है।
जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देश के बाद लॉकडाउन के 48वें दिन शुक्रवार को बाजार की दुकानें खुलीं। इससे बाजार में रौनकता देखी गई। कहीं जाम का नजारा दिखा तो वहीं, वैसी भी दुकानें खुली रही जिसकी अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी थी। सुबह से ही व्यापारी वर्ग के लोग अपने-अपने प्रतिष्ठानों के सामने खड़े होकर शहर की गतिविधियाें पर नजर बनाए हुए थे। जिला प्रशासन द्वारा जारी निर्देश में कपड़े की दुकान को शामिल नहीं किया गया था। इसके बावजूद कई कपड़े की दुकानें, प्रसाधन सामग्री आदि की दुकानें भी खोली गई। इससे सड़कों पर लॉकडाउन से पहले की स्थिति बनी रही। कई जगह जाम की स्थिति रही। इससे आवाजाही में लोगों को परेशानी हुई। इस दौरान विभिन्न तरह की गाड़ियां सड़क पर रेंगती दिखी। कहीं भी पुलिस की मुश्तैदी नहीं दिखी। शहर के सभी सड़क मार्गों व चौक-चौराहों पर लोग बेरोक-टोक आवाजाही करते रहे।
प्रशासन द्वारा दुकान खोलने के लिए समय निर्धारित किया गया है। हर हाल में निर्देश के आलोक में दुकान खोली जाएगी। सभी दुकानदारों को शर्तों का अनुपालन करना है जिन दुकानाें को खोलने की अनुमति नहीं है और वैसी दुकान खोली जाती है तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसकी मॉनिटरिंग शुरू कर दी गई है। सभी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया गया है।
- डॉ. कुमार वीर धीरेंद्र, डीएसपी सदर
सीतामढ़ी को तंबाकूमुक्त मॉडल जिला बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार कार्य कर रहा है। लेकिन, फिर भी कुछ लाेग तंबाकू का सेवन कर जहां-तहां थूक रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार काे तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुनिल कुमार सिन्हा ने सघन अभियान चलाकर सदर अस्पताल परिसर में तंबाकू खाकर जहां-तहां थूक रहे एक दर्जन से अधिक लाेगाें से जुर्माना वसूला। साथ ही दूसरी बार तंबाकू खाते हुए पकड़े जाने पर जेल भेजने की हिदायत दी गई। श्री सिन्हा ने बताया कि लाेगाें काे जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर शहर में विभिन्न स्थानाें पर पाेस्टर व बैनर लगाए गए हैं।
नानपुर थाना क्षेत्र के सिंघाचौरी गांव के फकीर तकिया टोला के पास बकरी चराने के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हाे गई। इस घटना में एक आदमी की मौत हो गई जबकि दो महिला समेत 9 लोग जख्मी हो गए। सभी घायलाें को इलाज के लिए बोखड़ा सामुदायिक केन्द्र में भर्ती कराया गया जहां गंभीर रूप से जख्मी भरत दास को बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। इसके बाद परिजन उसे दरभंगा डीएमसीएच ले गए जहां उपचार के बाद चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया। पटना में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं घटना को लेकर दोनों पक्षों में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई। दोनों पक्षों के बीच उत्पन्न तनाव को देखते हुए बोखड़ा पुलिस के अलावा नानपुर, पुपरी, चोरौत अाैर रुन्नीसैदपुर थाने की पुलिस, रैपिड एक्शन फोर्स अाैर जिले से भेजी गई पुलिस कैंप कर रही थी। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहम्मद शफीक उर्फ भोला को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि गुरुवार की शाम भरत दास के खेत में सिंघाचौरी गांव के फकीर तकिया टोल के मोहम्मद शफीक उर्फ भोला की बकरी सिया देवी के खेत में मूंग खा रही थी। इसी को लेकर दोनों में विवाद हो गया। फिर देखते ही देखते दो पक्षों के लोग आ जुटे और झड़प हाे गई। घटना में एक पक्ष के दो महिला समेत 9 लोग जख्मी हो गए, जबकि दूसरे पक्ष का एक व्यक्ति जख्मी हो गया। जख्मियाें में शिव दयाल दास, भरत दास, सिया देवी, अजय दास, मंजू देवी, रामू चौपाल, गीता देवी, बुझावन दास व कृष्ण कुमार दास को बोखड़ा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने भरत दास को इलाज के लिए दरभंगा डीएमसीएच रेफर कर दिया था।
नानपुर थाने में दर्ज कराई गई प्राथमिकी, एक गिरफ्तार
गंभीर रूप से जख्मी भागवत दास की पत्नी सिया देवी के आवेदन पर नानपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मोहम्मद शफीक उर्फ भोला को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, शुक्रवार को पुपरी एसडीओ धनंजय कुमार की अध्यक्षता में सिंघाचौरी बाजार के समीप शांति समिति की बैठक हुई जिसमें आपसी सौहार्द व शांति व्यवस्था बनाए रखने का संकल्प लिया गया। बैठक में बीडीओ अमरेंद्र पंडित, सीओ अवधेश कुमार श्रीवास्तव, पुलिस इंस्पेक्टर विजय कुमार, नानपुर थानाध्यक्ष राम प्रवेश उरांव, अवर निरीक्षक इम्तेयाज खान, सिंघाचारी मुखिया मोहम्मद निजामुद्दीन उर्फ नूर, परवेज अहमद, शकील अहमद, सरपंच महेन्द्र प्रसाद, मोहम्मद जावेद अख्तर, उप प्रमुख आफताब आलम मिंटू, नन्द कुमार यादव, पूर्व प्रमुख हुकुमदेव नारायण यादव, सुजीत कुमार, कुलदीप यादव, यजुआर पश्चमी के मुखिया भोगेन्द्र सहनी उर्फ भोली सहनी व प्रमुख प्रतिनिधि व पूर्व मुखिया सीताराम यादव के अलावा कई लोग मौजूद थे। इधर, शुक्रवार की शाम पुपरी डीएसपी संजय कुमार पांडेय ने सिंघाचौरी गांव पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया व लोगों से भाईचारा बनाए रखने की अपील की।
थाना क्षेत्र के खड़हारा गांव में शुक्रवार देर शाम बच्चों के विवाद में परिजन भी उलझ पड़े। दोनों पक्षों में मारपीट के दौरान चाकू से हमला कर दिया, जिसमें 3 लोग जख्मी हो गए। शुक्रवार की देर शाम मुस्लिम टोला में बच्चे आपस में खेल रहे थे। इसी बीच बच्चे-बच्चे में विवाद हो गया और आपस में मारपीट करने लगा। जब इनकी सूचना बच्चे के परिजन को मिली।
आक्रोशित परिजन के एक पक्ष दूसरे पक्ष पर चाकू से हमला कर दिया। जिसमें एक ही पक्ष के नाज परवीन 16 उम्र पिता मो. सगीर , मो. नादरा उम्र 17 पिता मो. सगीर जिसमें मामला गंभीर हो गया। आक्रोशित परिजन चाकू से हमला करते हुए 3 लोग जख्मी हो गये। मो. सगीर के सिर पर चाकू लगने से बुरी तरह जख्मी कर दिया।
जबकि दोनों युवती को हल्की चोट आई है। परिजनों के द्वारा आनन-फानन में सभी जख्मी को बाराहाट उप स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉ. आकाश कुमार के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद फिलहाल तीनों खतरे से बाहर है। खबर लिखे जाने तक थाना को लिखित आवेदन नहीं दिया गया है।
लॉकडाउन के तीसरे दौर में कोरोना से जंग के लिए रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदलने की तैयारी है। पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर आइसोलेशन वार्ड में बदले गए 268 कोच को तैयार रखा गया है। पटना जंक्शन समेत बिहार के 15 रेलवे स्टेशन कोरोना केयर सेंटर में कन्वर्ट होंगे। एक कोच राजेंद्र नगर कोचिंग कॉम्पलेक्स में है। देश भर में 5231 कोच को आइसोलेशन वार्ड में कन्वर्ट करने के बाद अब रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदला जा रहा है।
बिहार में फिलहाल पटना जंक्शन, दानापुर, राजेंद्र नगर, मुजफ्फरपुर, गया समेत एक दर्जन से अधिक रेलवे स्टेशनों को केयर सेंटर में बदलने की योजना है। कई तरह के बदलाव किए भी गए हैं। पिछले दिनाें पटना जंक्शन पर पूर्व मध्य रेल के जीएम एलसी त्रिवेदी ने निरीक्षण भी किया था। जब ये केयर सेंटर फंक्शनल होंगे तो किसी भी बाहरी व्यक्ति की एंट्री प्रतिबंधित होगी। अभी भी इन स्टेशनों पर किसी भी बाहरी का प्रवेश बंद है। समय-समय पर सेनेटाइजेशन हो रहा है।
बाहरी लोग नहीं जा सकेंगे
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि जिन-जिन स्टेशनों पर आइसोलेशन कोच रखे जाएंगे उसे कोविड केयर सेंटर नाम दिया गया है। जिन सेंटर में कन्वर्ट किया जाएगा, वहां किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध होगा। हालांकि इस संदर्भ में सब कुछ केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को तय करना है। यह तार्किक है कि कोविड केयर सेंटर चालू होने पर वह स्टेशन आम यात्रियों के लिए बंद कर दिया जाएगा। केयर सेंटर रहने तक स्टेशन चालू नहीं रहेगा।
सेंटर पर रहेंगी ये सुविधाएं
केयर सेंटर पर खाने-पीने की सुविधा के साथ बिजली, पानी और सुरक्षा रेलवे करेगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार सुविधाएं हाेंगी। केयर सेंटर में बदले गए स्टेशन पर आइसाेलेशन वार्ड में बदले गए कोच खड़े रहेंगे। उन कोचों में संदिग्धों को क्वारेंटाइन किया जाएगा। रेल मंत्रालय के अनुसार मरीजों को उनके लक्षणों के आधार पर कोचों में भर्ती करवाया जाएगा।
रहमतों की बारिश लेकर आये रमजान के दूसरे जुमे की नमाज लोग अपने-अपने घरांे में बड़े अकीदत और एहतराम के साथ अदा की। इस बार कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रमजान माह में जुम्मे की नमाज अपने-अपने घरों में ही अदा कर रहे हैं।
वहीं शहर के जामा मस्जिद, मल्लिकटोला जामा मस्जिद, खड़िहारा गांव के मस्जिद, मशुरिया मस्जिद शहर की भीतरी क्षेत्रों में स्थित सभी मस्जिदों में सिर्फ इमाम साहब व मौलाना साहब के द्वारा ही नमाज अदा की गई। जुमे की अजान से पहले पेश इमाम व मौलाना ने रमजान की अहमियत, शबाब और दीनी
बातों पर तकरीर की।
इस दौरान रोजों की फजीलत पर रोशनी डाली गयी। नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अपने घरों से काेरोना बीमारी को नष्ट कर देश के अमन-चैन, खुशहाली के लिये अल्लाह से दुआएं मांगी।
इस्लाम में जुमा की फजीलत बड़ी
इस्लाम में जुमा की बड़ी फजीलत है।
आम जुमा में भी नमाजियों की तायदाद काफी रहती है, लेकिन रमजान महीने की जुमा में बहुत बड़ी तायदाद में लोग नमाज पढ़ाने के लिए आते हैं। इस बार कोरोना वायरस को लेकर लगाए गए लॉकडाउन
को लेकर लोग घरों में ही अदा करते हैं। किन्हीं कारणों से पहले जुम्मे पर रोजा न रखने वालों ने भी दूसरे जुम्मे पर रोजा रखा। रोजा रखने वाले हर मुसलमान को इससे सीख मिलती है कि पूरी जिंदगी हराम और बुरे कामों से दूर रहो।
बांका थाना क्षेत्र के मजलिशपुर व नपटोलिया गांव के ग्रामीणों के बीच गुरुवार को हुए हिंसक झड़प के बाद शुक्रवार को टाउन थाना पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। टाउन थानाध्यक्ष राजेश कुमार झा ने बताया कि दोनों पक्ष से आवेदन दिया गया है। एक पक्ष के मो. हसनैन अंसारी, मो. साबीर, गुड्डु अंसारी, नसीम अंसारी, बीबी सहेला, मो. अमीन, मो. कुदरूस, मो. असीम व दूसरे पक्ष के गोपाल यादव, आरती देवी पति बजरंगी यादव व संगीला देवी पति बुल्लो यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। मालूम हो कि गुरुवार को चांदन नदी पार कराने को लेकर मजलिशपुर व नपटोलिया गांव के लोगों के बीच बमबाजी व राेड़ेबाजी हुई थी। जिसमें 21 लोग जख्मी हुए थे।
घटना के बाद अनुमंडल पदाधिकारी मनोज चौधरी, एसडीपीओ दिनेशचंद्र श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष व जवानों के साथ मौके पर पहुंच घटना की जांच की थी। गुरुवार को ही 11 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया था, शुक्रवार को इनलोगों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। मालूम हो कि चांदन नदी क्षतिग्रस्त होने के बाद ही नपटोलिया के कुछ युवकों द्वारा बाइक चालकों से नदी पार कराने के लिए वसूली हो रही थी। नदी पार कराने के लिए किसी से 20 तो किसी से 40 रुपए वसूली की जा रही थी।
21 लोग हुए थे घायल
मजलिशपुर गांव के एक युवक को जब इसकी जानकारी मिली तो वे लोग मौके पर पहुंच इसका विरोध करने लगे। नपटोलिया गांव के युवकों ने मजलिशपुर में बमबाजी व रोड़ेबाजी हुई जिसमें 21 जख्मी हुए।
शंभूगंज प्रखंड के सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव के बाद नवजात की मौत से आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया। जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। तकरीबन आधे घंटे तक वहा मरीज के परिजन व चिकित्सकों के बीच नोंक-झोंक होती रही। जहां अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय शर्मा व स्वास्थ्य प्रबंधक संजय कुमार सिंह के समझाने के बाद आक्रोशित परिजन शांत हुए। जानकारी के अनुसार शंभूगंज प्रखंड क्षेत्र के खोजड़ी गांव के प्रसव मरीज रिंकु कुमारी पति पवन कुमार अपना सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सुबह पांच बजे ही सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शंभूगंज में भर्ती हुई थी। जहां चार घंटा के बाद प्रसव होते ही बच्चा की स्थिति नाजुक देखकर चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया। जहां इलाज के लिए बाहर ले जाने के क्रम में ही उसकी रास्ते में ही मौत हो गया।
पेट में ही मिकोनियम पीन से गई जान
परिजनों का कहना था कि जब पेट में ही मरने के बाद प्रसव हुआ तो उसे बेवजह ऑक्सीजन लगाकर रेफर कर दिया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अजय शर्मा ने बताया कि बच्चे ने पेट में ही मिकोनियम पी लिया था, जिससे मौत हुई।
जिले में कोरोना का एक और मरीज शुक्रवार को मिला। मरीज की उम्र 38 वर्ष है। इसके साथ ही जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। शुक्रवार को मिला कोरोना का पांचवां मरीज बांका थाना क्षेत्र के कोरियंधा गांव का रहने वाला है। उक्त मरीज अपने पिता के साथ कोलकाता में रहता था। कुछ दिनों पहले उसके पिता की कोलकाता में मौत हुई थी।
जिसके बाद वह कोलकाता से कार रिजर्व कर भागलपुर आया, जहां 6 मई को मोजाहिदपुर थाना पुलिस ने जांच के क्रम में उसे रोका। उसकी तबियत खराब देख उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया और सैंपल जांच को भेजा। जांच के बाद 8 जून को उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव मिली। हालांकि जिले के राहत की बात यह है कि उक्त युवक बांका नहीं आया था। फिलहाल उसका इलाज मायागंज में किया जा रहा है।
दूसरी ओर शुक्रवार शाम श्रमिक स्पेशल ट्रेन 1250 प्रवासी कामगारों को लेकर तेलंगाना से बांका पहुंची। जहां सभी को जांच के बाद प्रखंड में क्वारेंटाइन करने के लिये बस से भेज दिया गया। इस दौरान बांका के डीएम सुहर्ष भगत और एसपी अरविन्द कुमार गुप्ता उपस्थित थे।लिंगमपल्ली से आई इस विशेष रेलगाड़ी से आने वाले सभी व्यक्तियों का बांका जंक्शन पर जिला प्रशासन की कड़ी निगरानी में स्वास्थ्य कर्मियों ने थर्मल स्क्रीनिंग की उसके बाद प्रखंड में बने क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।
थर्मल स्क्रीनिंग के बाद क्वारेंटाइन सेंटर भेजा
एक-एक व्यक्ति को स्टेशन परिसर में बने गोल घेरे में खड़ा कर उनका थर्मल स्क्रीनिंग कराया गया। जिसके बाद पुलिस पदाधिकारी के साथ उन्हें बस तक ले जाया गया जहां से मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति कर उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। माइकिंग के द्वारा सभी को सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने का भी हिदायत दिया गया। लिंगमपल्ली से आए 1250 लोगों को जिला प्रशासन द्वारा नाश्ता पानी भी दिया गया।
सभी प्रवासियों का किया गया रजिस्ट्रेशन
लगातार दूसरे दिन तेलंगाना के लिंगमपल्ली से एक विशेष ट्रेन बांका जंक्शन पहुंची। 1250 लोग बांका जिले के अलावा अन्य जिलों के भी थे, जिन्हें संबंधित जिला भेज दिया गया। वही जितने भी लोग ट्रेन से पहुंचे उनका स्टेशन पर ही रजिस्ट्रेशन कराया गया। जिससे कि आने वाले दिनों में अगर कोई परेशानी होती है तो उनका ट्रैवल हिस्ट्री के माध्यम से जानकारी प्राप्त हो सके।
बेलहर का रेल कर्मी दूसरा कोरोना पॉजिटिव
इधर एम्बुलेंस में साथ चल रहे दूसरे युवक बेलहर के थे, जो मुंबई में रेलवे कर्मचारी हैं। प्रशासन ने बेलहर के विशनपुर गांव से युवक सहित उनके परिवार के छह सदस्य और चेन में आये लोगों को बांका में क्वारेंटाइन कर दिया। इन लोगों का सेंपल बांका से जांच के लिये पटना भेज दिया गया। जांच के बाद 24 अप्रैल को युवक का रिपोर्ट जहां पॉजिटिव पाया गया, वहीं उनके परिवार के छह सदस्यों सहित अन्य ग्रामीणों का रिपोर्ट निगेटिव पाया गया। जो यहां के लोगों के लिये एक राहत भरी खबर थी। हालांकि प्रशासन ने युवक का रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही बेलहर के बिशनपुर गांव को कन्टेंमेंट जोन घोषित करते हुए तीन किलोमीटर को सील किया गया था।
शंभूगंज की युवती छपरा में मिली थी पॉजिटिव
शंभूगंज की युवती छपरा में कोरोना पॉजिटिव मिली है। संदेह पर उसे छपरा इंजीनियरिंग कॉलेज में क्वारेंटाइन किया गया है और उसका सैंपल जांच के लिये भेजा गया था। मंगलवार को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। शंभूगंज की 20 वर्षीय युवती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद शंभूगंज ही नहीं, पूरे जिले में हड़कंप मच गया था लेकिन उसके बांका नहीं आने की सूचना पर लोगों ने राहत की सांस ली। युवती छपरा में सेल्स का काम करती थी। इस दौरान किसी काम से वह यूपी के देवरिया गयी थी। जहां से लौटने के बाद उसे छपरा में क्वारेंटाइन किया गया था।
महाराष्ट्र से बांका में हुई थी कोरोना की इंट्री
जिले में कोरोना का पहला केस महाराष्ट्र से आए युवक से आई थी। अमरपुर के मैनमा गांव की महिला की मुंबई में मौत हुई थी। 18 अप्रैल को मृत महिला के पुत्र के साथ एम्बुलेंस से चार व्यक्ति मुंबई से बांका के लिए चले थे। भागलपुर के विक्रमशिला पुल पर चिकित्सक ने थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान युवक को कोरोना के संदेह के आधार पर एम्बुलेंस से उतारकर मायागंज अस्पताल भेज दिया था। जहां युवक का मायागंज अस्पताल से सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया था। 22 अप्रैल को युवक का जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया। इस चेन से 70 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया था।
भाजपा नेता रिंकू सोनी के वार्ड 35 में उनके निवास स्थान से शुरू होकर विभिन्न गलियों में कोरोनावायरस के रूप में सफाई कर्मियों को अंग वस्त्र देकर एवं उन पर फूल वर्षा कर महिलाओं ने स्वागत किया।
वार्ड में लोगों ने उनका स्वागत किया। इन योद्धाओं को बर्तन, हाथ धोने के लिए साबुन, शीतल पेय पदार्थ के साथ मोहल्ले वासियों ने भी ताली बजाकर स्वागत किया। तत्पश्चात भारत देश के चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकार बंधुओं का भी अंग वस्त्र से सम्मान किया गया। इस सम्मान समारोह में सभी मोहल्ले वासियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
भाजपा नेता रिंकू सोनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज करोना जैसी महामारी विश्व में जिस तरह फैली हुई है, उसमें चिकित्सक पुलिस प्रशासन एवं सफाई कर्मी व मीडिया के बंधुओं की अहम भूमिका को देखते हुए हम मोहल्ले वासियों के साथ सम्मान किये।
लॉकडाउन के बीच रमजान का पाक महीना चल रहा है। इस मुबारक महीने को बरकत वाला महीना भी कहा जाता है। शहर के हुसैन चौक स्थित जामा मस्जिद के इमाम मुफ्ती मोहम्मद अकबर अली कासमी ने बताया कि रमजान का पहला आसरा जो कि रहमत का था, वह बीत चुका है।
जिन्होंने इस आसरे में गुनाहों से तौबा किया और हर इबादत करके अल्लाह को राजी कर लिया। उसके लिए रमजान का पहला आसरा रहमत ही रहमत है। बताया कि बहुत से इमान वाले ऐसे भी होते हैं, जिनके जिम्में कोई गुनाह नहीं होता है। उसके लिए रमजान का पहला आसरा शुरु से ही रहमत ही रहमत है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो अपने गुनाहो से तौबा इस्तीगफार करके अपने को रबे कायनात से माफ करवा लेते हैं। उनके लिए पहला आसरा रहमत ही रहमत है। अब जबकि दूसरा आसरा मगफिरत का चल रहा है। जो मुसलमान पहले आसरे को किसी वजह से कदर नहीं कर सके। उनके लिए अब मौका है कि इस मगफिरत वाले आसरे में अपने गुनाहों से तौबा करके अल्लाह से अपनी मगफिरत करवा लें। साथ ही उन्होंने रोजेदारों से वैश्विक काेरोना जैसी महामारी से लोगों को निजात दिलाने के लिए भी खुदा से इबादत की बात कही।
वे शख्स बदनसीब हैं, रमजान में जिनके मगफिरत ना हो : मुफ्ती कासमी ने बताया कि हदीश-ए-पाक में आता है कि रमजान में भी जिसके मगफिरत ना हो, वे शख्स बदनसीब होते हैं। इसलिए तमाम मुसलमानों चाहिए कि इस मगफिरत वाले आसरेे में तमाम गुनाहों से तौबा करके नमाज, तरवदी, तिलावत व दिगर-ए-इबादत के जरिए अल्लाह से अपनी मगफिरत करवा लें। इस आसरे में अहम बात ये है कि हम रोजा रखकर अल्लाह से अपने गुनाहों को माफ करवा लें। उन्होंने कहा कि रोजा का मतलब यह नहीं है कि सुबह से शाम तक भूखा रहना। बल्कि अपने तमात आजा को नासाइस्ता हराकात से बचाएं।
हर जरूरतमंदों की करें मदद: ईमाम मुफ्ती कासमी ने बताया कि राेजा रखकर भूख व प्यास का पता चलता है। इसलिए रोजेदार को हर मजबूर इंसान की अपनी हैसियत के हिसाब से मदद करें। कहा जो मजबूर, फकीर और बहुत गरीब होते हैं। जिनके पास खाने, पीने के समान और पैसे नहीं हैं।
इन छह चीजों से पूरा होता है रोजा
मुफ्ती कासमी ने बताया कि रोजा छह चीजों से पूरा होता है। जिसमें पहला रोजेदारों को अपनी आंखों से हर ऐसी चीजों से बचाना चाहिए, जो खुदा की तरफ से दिल को फेरती है। बेफाइदा बातों से जुबान को बचाना, तीसरा कानों से बुरी बातों को नहीं सुनना चाहिए। क्योंकि घीवत व झूठ को सुनने वाले भी कहने वाले के गुनाह में शरीक होते हैं। चौथा हाथ-पांव बगैरह आजा को गुनाहों से बचाएं, पांचवा इफ्तार के वक्त हराम और मुस्तवा चीजे नहीं खाएं।
समाजसेवी सोनू सिंह ने अपने जन्मदिन पर डेहरी विधान सभा के अकोढ़ीगोला सहित डिहरी डालमिया नगर परिषद में खाद्य सामग्री के साथ सफाई कर्मियों की मदद कर अपना जन्मदिन मनाया। कोरोना वायरस की महामारी फैलने के बाद समाजसेवी राजीव रंजन उर्फ सोनू सिंह व उनकी पत्नी नीतू सिंह अकोढ़ी गोला जिला पार्षद द्वारा थाना परिसर में कोरोना योद्धा की भूमिका में दिन रात ड्यूटी कर रहे जवानों को सेनेटाइज, मास्क, साबुन व गमछा देकर सम्मानित किया गया।
प्रखण्ड क्षेत्र में घर-घर जाकर सैकड़ों जरूरतमंद परिवार को राशन वितरण किया गया। पूरे डेहरी विधानसभा में यह कार्य लगातार लॉक डाउन के बाद जारी है। अधिकारी से लेकर शहर के जनता सभी इनके कार्यों को प्रशंसा कर रहे हैं।समाजसेवी राजीव रंजन उर्फ सोनू सिंह जन्मदिन था उन्होंने अपना जन्मदिन पर डेहरी नगर परिषद व अनुमंडल प्रशासन के द्वारा गरीब असहाय प्रतिदिन काम करने वाले मजदूरों के लिए एक सामुदायिक किचन चलाया जा रहा है। उससे हजारों लोगों के प्रति दिन भोजन दिया जा रहा है।
दाउदनगर के दुर्गा क्लब में विश्व रेड क्रॉस दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अंचलाधिकारी स्नेह लता कुमारी ने नगर परिषद दाउदनगर में सफाई कर्मियों को माला व अंगवस्त्र, फल देकर देकर और पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इस आपदा में सफाई कर्मी ही रियल होरो है। रेड क्रॉस सोसायटी के सचिव डॉ प्रकाश चन्द्रा ने कहा कि रेड क्रॉस ने कितने लोगों को खून देकर उनकी ज़िन्दगी बचाई है।
देश मे आपदा के समय रेड क्राॅस सोसाइटी सब से आगे मदद करने के लिए खड़ी रहती है। इस अवसर पर रोट्रेक्ट क्लब मौर्या औरंगाबाद के अध्यक्ष रामजी प्रसाद गुप्ता ,कुमार मुकेश ,अमित गुप्ता,संतोष गुप्ता,अंकित कुमार, रामजी प्रसाद, संतोष प्रसाद के साथ रेड क्रॉस शाखा दाउदनगर के मनोज कुमार, बसन्त कुमार, समाजसेवी चिंटू मिश्रा, संदीप कुमार, सनोज यादव, प्रशांत कुमार, दिनेश कुमार, हिमांशु राज नीरज कुमार, गुलाम रहबर उपस्थित रहे ।
जाप कार्यकर्ता ने रफीगंज व मदनपुर प्रखंड के विभिन्न गांवों में घूम घूम कर जरूरतमंदो को राशन वितरण किया। जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के प्रदेश महासचिव संदीप सिंह समदर्शी ने कहा कि महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल हादसे में मारे गए प्रवासी मजदूरों के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं। इस दुःख की घड़ी में जाप टीम मृतकों के आश्रितों के साथ है।
ईश्वर मृतकों के आत्मा को शांति प्रदान करें। इस वैश्विक महामारी में उन गरीब मजदूर को जागरूक करने की जिम्मेवारी ली है। कोरोना महामारी से जंग जितने के लिए सरकार के गाइड लाइन को पालन करने और पुलिस प्रशासन को सहयोग करने की अपील की।
इसी क्रम में रफीगंज प्रखण्ड के गोरडीहा पंचायत के गोरडीहा सूर्य मन्दिर तालाब के निकट कुंवर बिगहा, बदोपुर, मई, लहास, सिम्मा, गेवल बिगहा, मदारपुर, औरवां, बशारतपुर, गोरडीहा तथा कासमा बाजार में बस स्टैंड के निकट तेतरिया सहित दर्जन भर निकटवर्ती गांव के जरूरतमंद लोगों को आटा, चावल, आलू नमक सहित अन्य जरूरत की समान निःशुल्क वितरण किया गया। इस मैके पर पूर्व राजद प्रखंड अध्यक्ष उपेन्द्र कुमार यादव, पार्टी के योगेंद्र यादव, अनिल कुमार ,कार्यालय सचिव सुभाष राय, मुन्ना कुमार, संजय कुमार, सूबेदार कुमार, बिंदेश्वर यादव, धर्मेन्द्र कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
नगर के हटिया चाैक से सुभाष चाैक हाेते हुए डाॅ. रामानंद प्रसाद के क्लीनिक तक पक्की सड़क चाैड़ीकरण व वार्ड-9 में निर्मली यादव के घर से प्राथमिक विद्यालय पासवान टोला तक पक्की नाली सह ढक्कन निर्माण कार्य का मुख्य पार्षद दुलारी देवी ने शुक्रवार काे शिलान्यास किया। माैके पर उपमुख्य पार्षद रंजीत नायक, मुख्य पार्षद प्रतिनिधि जगरनाथ कामत, वार्ड पार्षद माे. भट्टू, संजय कुमार, समाजसेवी शंभु राय, शशि शेखर, िनर्मल साह मुकेश साह, विवेकानंद, जेई विनाेद कुमार चाैधरी, मंटू कुमार सहित अन्य माैजूद थे। इस दाैरान मुख्य पार्षद ने बताया कि नगर के हटिया चाैक से सुभाष चाैक हाेते हुए डाॅ. रामानंद प्रसाद के क्लीनिक तक 34 लाख 13 हजार रुपए की लागत से पूरब अाैर पश्चिम दिशा से सड़क चाैड़ीकरण का काम हाे रहा है। इसके अलावे वार्ड नंबर 9 के निर्मल यादव के घर से प्राथमिक विद्यालय पासवान टोला तक 6 लाख 47 हजार की लागत से पक्की नाली व ढक्कन का निर्माण हाेगा। इसके साथ ही नगर के विभिन्न वार्डाें में भी पक्की नाली व सड़क का निर्माण हाेगा। नगर में विकासात्मक कार्य काे लेकर वार्डवार सूची बनाई जा रही है।
मार्च- अप्रैल में ओला वृष्टि से किसानों की रबी की फसल तबाह हो गई थी। किसान खून के आंसू रो रहें थे। किसानों के आंसू पोछने के लिए सरकार ने इनपुट सब्सिडी के माध्यम से किसानों को अधिकतम साढ़े तेरह हजार क्षतिपूर्ति देने की घोषणा किया था। इसके लिए किसानों को सरकारी बेव पोर्टल इनपुट सब्सिडी रबी मौसम (आकस्मिक वर्षा/ओलावृष्टि) 2019 - 20 पर ऑनलाइन आवेदन करना था। जिसका तिथि 6 अप्रैल से 18 अपैल तक था। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉक डाउन व प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण जानकारी के अभाव में ज्यादातर किसान आवेदन नहीं कर पाए।
जिसको देखते हुए किसानों के शिकायत पर सरकार ने दुबारा तिथि निर्धारित की। जो 4 मई से 11 मई है। जिसमे शर्त रखा गया कि आवेदन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक ही पोर्टल खुलेगा। नई तिथि के घोषणा तो कर दिया गया लेकिन सर्वर डाउन रहने के कारण पोर्टल खुल ही नहीं रहा है। किसान सुबह से शाम तक ऑनलाइन दुकान के आगे इंतजार करते परेशान हो रहें है। कोरोना संक्रमण के चलते सोशल डिस्टेन्स का भी पालन करना है। ऐसे में किसान दिन भर धूप में खड़े होकर बीमार हो रहें है।
दाउदनगर में भी किसानों को हुआ नुकसान, किसानों की बढ़ी चिंता
दाउदनगर प्रखंड में भी किसानों को मार्च माह में हुए ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ था। जिससे किसान परेशान थे। वहीं इधर कोरोना वायरस ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी। विभागीय जानकारी के अनुसार प्रखंड में ओलावृष्टि से 79 हेक्टेयर में लगा जौ, 240 हेक्टेयर में लगा चना, 562 हेक्टेयर में लगा मसूर, 64 हेक्टेयर में लगा मटर व 48 हेक्टेयर में लगा सरसो का फसल बर्बाद हुआ था। जिसका सर्वे भी कराया गया था। इससे हजारों किसान प्रभावित हुए थे। वहीं लाॅकडाउन लागू होने के कारण गेहूं की कटाई भी काफी प्रभावित हुई है। जिससे किानां पर दोहरी मार पड़ी है। हालांकि दाउदनगर प्रखंड में पिछले बार ही लगभग एक हजार से ज्यादा किसानों ने क्षतिपूर्ति मुआवजा के लिए आवेदन किया था। नए तिथि घोषणा हाेने के बाद कितने किसानों ने विभाग के पोर्टल पर आवेदन किया है। इसकी जानकारी नहीं है।
हसपुरा में चार दिनों में मात्र 6 किसानों का ही हो पाया ऑनलाइन आवेदन
परेशानी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हसपुरा प्रखंड में इनपुट सब्सिडी चार दिनों के अंदर शुक्रवार तक प्रखंड में मात्र 5 से 6 किसानों का ही आवेदन जमा हो पाया है। ऐसे में किसान अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। ऑनलाइन संचालक राजेश कुमार ने बताया कि पहले 24 घंटे पोर्टल पर आवेदन लिया जा रहा था। जिसके कारण रात व सुबह 6 बजे तक जब नेट का ट्रैफिक कम रहता था तो किसानों का ऑनलाइन हो जाता था। अब एक भी किसान का ऑनलाइन नहीं हो पा रहा है। वहीं ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि में महज तीन से चार दिन का समय बचा है। इस स्थिति में उनका आवेदन हो पाएगा की नहीं। जबकि हजारों निबंधित किसान हैं।
बोले कृषि पदाधिकारी-प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि पोर्टल पर क्षतिपूर्ति मुआवजा के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाना है। जो किसान आवेदन करेंगे। उन्हें जांच के बाद खाते में ही क्षतिपूर्ति के तहत मुआवजा की राशि मिलेगी।
आठ मई को रेड क्रॉस डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन इंटरनेशनल रेडक्रॉस के संस्थापक जिन हेनरी यूनान का जन्मदिन है। इस वर्ष इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के स्थापना के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं। दुर्भाग्य है कि इस समय मानव समुदाय कि जीवंतता पर प्रश्न चिह्न खड़ा है।
विश्व में मानव समुदाय कोरोना वायरस से भय में है। इस संक्रमण के समय इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी लखीसराय समाज सेवा के लिए कटिबद्ध है। इसी क्रम में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी लखीसराय की शाखा ने कोरोना वारियर्स के रूप में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे सफाईकर्मियों के बीच टाउन हॉल परिसर में 300 मास्क का वितरण किया।
डॉ. रामानुज ने सफाईकर्मियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के उपाय बताए। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हाथ की सफाई पर बहुत जोर दिया। उन्होंने बताया कि हाथ को कैसे साफ रखना है। काम के दौरान इन कर्मियों को बिना हाथ साफ किए चेहरा का भाग नहीं छूना है। इन सभी को घर वापसी के पश्चात अच्छे तरीके स्नान करके और कपड़ों को साफ करके घर में जाना है।
वाइस चेयरमैन ने बताया कि तली हुई चीज और बाजार के सामान खाने से बचें। प्रो. मनोरंजन ने बताया कि कोरोना के संक्रमण से खुद को बचाए रखना ही सबसे सुरक्षित उपाय है। अपनी नौकरी के दायित्वों के निर्वहन के अलावा जरूरी काम होने पर बाहर निकलें।
नप सभापति अरविंद पासवान ने कहा कि कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित कर डाॅ. रामानुज सिंह ने सबका उत्साह बढ़ाया। वितरण करने में सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. रामानुज सिंह, वाइस चेयरमैन अमरेंद्र सिंह, पूर्व सचिव मनोरंजन आदि मौजूद रहे।
सोसाइटी के कार्यों से कराया गया रूबरू
इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी के कार्यालय में झंडोत्तोलन किया गया। मौके पर सोसाइटी के चेयरमैन डॉ. रामानुज प्रसाद सिंह, वाइस चेयरमैन अमरेंद्र सिंह, सचिव अरविंद कुमार भारती, सिद्धेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो. मनोरंजन कुमार, डॉ. अरुण कुमार, चुन्नू भाई, शैलेन्द्र सिंह व कई वॉलंटियर्स मौजूद रहे। सोसाइटी द्वारा किए गए कार्यों के बारे में सचिव द्वारा बताया गया। सोसाइटी के दो वॉलेंटियर अमरेन्द्र सिंह व चुन्नू भाई को संकट की घड़ी में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
चौसा पूर्वी पंचायत के एक व्यक्ति जो किशनगंज रेलवे में काम करते हैं, उसके कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद यहां लोगों में हड़कंप है। चौसा प्रशासन की पहल पर शुक्रवार की दोपहर करीब दो बजे स्वास्थ्य विभाग व पुलिस की टीम ने गांव पहुंचकर रेलवे कर्मी के परिवार सहित 15 लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया।
फिलहाल उक्त गांव जाने वाले मुख्य रास्ते पर जगह-जगह ग्रामीण पुलिस को तैनात कर दिया गया है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ने गांव के वार्ड सदस्य सहित 15 लोगों को चौसा पूर्वी पंचायत सरकार भवन में क्वारेंटाइन के लिए भर्ती कराया है। पीएचसी पदाधिकारी डॉक्टर अमित कुमार सिंह ने बताया कि क्वारेंटाइन किए गए लोगों में कोरोना संक्रमित रेलकर्मी के परिवार के दो अन्य भाई, वहां का वार्ड सदस्य सहित 15 लोग शामिल हैं।
दो दिन बाद जिले से मेडिकल टीम पहुंचकर सभी 15 लोगों का कोवेडि-19 के लिए सैंपल लेगी। दूसरी ओर, महाराष्ट्र से आए चौसा के 55 प्रवासी मजदूरों को चौसा पीएससी में स्वास्थ्य परीक्षण कर क्वारेंटाइन
किया गया।
परिवार से संबंध रखने वालों के भी स्वास्थ्य की जांच की जा रही है
बताया गया कि उक्त रेलकर्मी किशनगंज से ड्यूटी कर छुट्टी बिताने 15 मार्च को अपने घर आए थे। इसके बाद लॉकडाउन हो जाने पर यहीं रह गए। परिजनों के अनुसार इस बीच एक मई को वे भागलपुर जिले के कहलगांव के आमापुर में अपनी बहन के यहां गए थे। जबकि दो मई को दूसरी बहन के यहां कहलगांव के मजदाहा धमोरा गांव गए थे। उसके बाद वहां से ही उसी दिन वे अपने ससुराल झंडापुर चले गए। इसके साथ ही 3 मई को वहां से मधेपुरा जिले के चौसा थाना क्षेत्र के चौसा पूर्वी पंचायत के अपने घर आ गए। यहां से 4 मई को वे किशनगंज ड्यूटी ज्वाइन करने गए। जहां पर टेस्ट में उन्हें कोरोना संक्रमित पाया गया। मामले की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन द्वारा गांव को सील किया जा रहा है। परिवार से संबंध रखने वाले लोगों के भी स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
क्वारेंटाइन सेंटर से भाग रहे लोगों की अफवाह पर शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे बाबा विशु राउत कॉलेज सेंटर पर ड्यूटी कर रहे चौकीदारों को चौसा सीओ द्वारा लाठी-डंडे से मारपीट कर घायल कर देने का मामला प्रकाश में आया है। मारपीट की घटना के बाद आनन-फानन में घायल चौकीदार को दूसरे चौकीदार की मदद से चौसा पीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां उसका इलाज किया गया।
इसमें एक बुजुर्ग जख्मी चौकीदार का हाथ टूट जाने की बात कही जा रही है। चौसा पीएचसी के डॉक्टरों ने फिलहाल दर्द निवारक दवा देकर चौकीदार को एक्स-रे कराने की सलाह दी है। एक्स-रे रिपोर्ट आने के बाद सही जानकारी मिल पाएगी कि सीओ द्वारा की गई पिटाई से चौकीदार का हाथ टूटा है या नहीं। दूसरी ओर, घटना को लेकर चौकीदारों में उक्त पदाधिकारी के खिलाफ आक्रोश है। बताया गया कि बाबा विशु राउत इंटर काॅलेज में दूसरे प्रदेशों से आए लगभग 100 श्रमिकों को क्वारेंटाइन किया गया है। इनकी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने काॅलेज के मुख्य द्वार पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ पुलिस अधिकारी और चौकीदार को तैनात किया है।
भर्ती लोगों से परिजन सड़क किनारे खड़े होकर कर रहे थे बात
शुक्रवार की सुबह लगभग साढ़े सात बजे क्वारेंटाइन किए गए कुछ लोगों से मिलने के लिए उनके परिजन आए हुए थे। वे लोग कॉलेज के मुख्य द्वार के पास सड़क किनारे से खड़े होकर सेंटर कैंपस के भीतर खड़े अपने लोगों से बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने सेंटर में रह रहे लोगों के भागकर पास की दुकान पर जाकर चाय-नाश्ता करने की सूचना प्रशासन को दे दी। पीड़ित चौकीदार जयकरण पासवान और नरेश पासवान ने रोते हुए बताया कि इसी दौरान स्थल पर पहुंचे सीओ आशुतोष कुमार ने क्वारेंटाइन सेंटर के मुख्य द्वार पर तैनात रहे उन दोनों को लाठी से पीटना शुरू कर दिया। इसमें चौकीदार जयकरण पासवान गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद आनन-फानन में दूसरे चौकीदार की मदद से घायल को पीएचसी में भर्ती कराया गया। पीड़ित चौकीदार जय करण पासवान ने बताया कि बिना कारण गार्ड से लाठी छीन कर सीओ ने पीटा। उसने बताया कि सीओ ने उनका नाम, पता और मोबाइल नंबर लेकर जेल भेजने की धमकी भी दी है।
पीएचसी के डॉक्टर ने दी एक्स-रे कराने की सलीह
पीएचसी में तैनात डाॅक्टर राजेश यादव ने घायल चौकीदार का प्राथमिक उपचार किया। उन्होंने चौकीदार को दाएं हाथ का एक्स-रे कराने की सलाह दी। दूसरी ओर, इस घटना को चौकीदारों में काफी आक्रोश है। चौकीदारों ने एसपी संजय कुमार से सीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उनलोगों का कहना है कि अव्वल तो ड्यूटी पर तैनात चौकीदार को सीओ को पीटना नहीं चाहिए था। चौकीदार संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात चौकीदार के साथ मारपीट करने के मामले को लेकर एसपी को जानकारी देकर उचित न्याय के साथ ही साथ दोषी अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की गई है।
सीओ ने पिटाई से किया इंकार
घटना को लेकर सीओ आशुतोष कुमार ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर से लोगों के भागने की सूचना मिली थी। इसके बाद वे क्वारेंटाइन सेंटर पर पहुंचे। वहां तैनात चौकीदारों को डांटा-फटकारा। उन्होंने इस बात को नकार दिया कि उन्होंने चौकीदारों की पिटाई की। कहा कि चौकीदारों के साथ मारपीट करने का आरोप गलत है।
कोटा से मधेपुरा स्टेडियम पहुंचे छात्रों का सब्र शाम को उस समय फूट पड़ा, जब मंच से किसी ने छात्रों के बारे में कुछ अपशब्द कह दिया। आधे घंटे तक वहां हंगामा होते रहा।
छात्रों का कहना था कि वे दिनभर भूखे-प्यासे रहे। किसी-किसी को खाना, तो किसी-किसी को चूड़ा-मुढ़ी दिया गया। छात्रों ने खाना खराब हो जाने की बात कहकर मंच समेत इधर-उधर फेंक दिया। आधे घंटे बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक पदाधिकारी छात्रों को शांत राए। छात्रों को उनके परिजन अपने वाहन से ले गए, तो कई प्रशासन की बस से रात को घर गए। कोटा स्टेशन से लेकर सहरसा आने तक तो उन्हें रास्ते में कोई परेशानी नहीं हुई, पर सहरसा स्टेशन पर ट्रेन की बोगी में ही उन्हें सुबह के साढ़े नौ बजे से लेकर डेढ़ बजे तक बैठना पड़ा। न पीने के लिए पानी मिला और न ही नाश्ता। दोपहर तीन बजे के बाद बसों से मधेपुरा के बीएन मंडल स्टेडियम पहुंचे। पहले सहरसा के छात्रों को बाद में सुपौल के छात्रों को निकाला। आखिरी में उनलोगों को निकाला गया। जब उन्हें बस में बैठाया जा रहा था तो उन्हें लगा कि खाना दिया जाएगा, लेकिन दो केला, एक पीस सोनपापड़ी और आधा लीटर पानी दिया गया। जबकि ट्रेन में बैठते समय और फिर रास्ते में कानपुर में उन्हें खाना दिया गया था।
व्यवस्था में हो रही देरी और फिर मंच ओर से किसी कर्मचारी द्वारा अपशब्द कह दिए जाने के बाद हंगामा शुरू हो या। बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों को बुलाना पड़ गया। हंगामे में कुछ कुर्सियों के टूटने और धक्का-मुक्की की भी बात कही जा रही है।
ग्वालपाड़ा के एमएमवी कॉलेज क्वारेंटाइन सेंटर पर रह रहे लोगों को घटिया खाना खिलाने और अव्यवस्था को लेकर डीएम नवदीप शुक्ला ने वहां से सीओ से शो-कॉज किया है। इसके अलावा अन्य सेंटरों पर की अव्यवस्था को लेकर डीएम ने वरीय अधिकारियों को क्वारेंटाइन सेंटरों की जांच कर वहां सुविधाओं को बहाल कराने का आदेश दिया है।
विदित हो कि ग्वालपाड़ा के एमएमवी कॉलेज सेंटर पर मंगलवार को लोगों को थर्मोकोल के पत्तल में दोपहर में चावल, पतली वाली दाल और आलू का चोखा खाने के लिए दिया गया था। सीओ रवीश कुमार यह भी कह रहे थे कि खाने की व्यवस्था करने के लिए काफी कम रुपए का प्रावधान है।
दैनिक भास्कर में इससे संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए ग्वालपाड़ा के सीओ रवीश कुमार को शो-कॉज पूछा है। उदाकिशुनगंज प्रखंड अंतर्गत सभी क्वारेंटाइन सेंटर पर ही अब रसोइया खाना बनाकर लोगों को खिलाएंगे।
आज 18 लोग किए जाएंगे सेंटर से डिस्चार्ज
सीओ विजय कुमार राय ने बताया कि अपग्रेड उच्च विद्यालय उदा में 119, चंद्रकांता कॉलेज में 77 एवं केपीएन पिपरा करोति उच्च विद्यालय में 76 लोग हैं। उनके लिए कुशल रसोइया को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि खाने की गुणवत्ता में कमी की लोगों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया है। वहां लोगों को आवश्यक सामग्री की आपूर्ति कर दी गई है। प्रत्येक दिवस पर अधिकारी और डॉक्टरों की टीम जायजा लेगी। समय पूरा हाे जाने के बाद मध्य विद्यालय बालक से सभी 18 लोगों को आज डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। यूवीके इंटर कॉलेज उदाकिशुनगंज में भी अन्य प्रदेशों से आ रहे प्रवासी लोगों को भेजने की प्रक्रिया जारी है।
परदेस से आकर सीधे अब कोई अपने गांव में नहीं घुस सकता है। इसे लेकर मुख्य सचिव का आदेश पत्र आने के बाद जिला प्रशासन ने भी अपने स्तर से पत्र जारी किया है।
कहा गया है किग्राम पंचायत के मुखिया, ग्राम कचहरी के सरपंच, सभी वार्ड सदस्य एवं सभी वार्ड पंच अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में बाहर से आने वाले व्यक्तियों के आवागमन पर नजर रखेंगे।
किसी गांव में आने वाले ऐसे व्यक्ति के बारे में सूचना मुखिया, सरपंच के माध्यम से थाना प्रभारी को दी जाएगी। गांव में आने वाले हर नागरिक को सर्वप्रथम प्रखंड स्तरीय शिविर में भेजा जाएगा। बिना शिविर में जाए कोई भी नागरिक गांव में प्रवेश नहीं कर पाएं, इसे सुनिश्चित किया जाएगा। पंचायतों के मुखिया भी सुनिश्चित करेंगे कि गांव में बिना जांच कराएं आने वाले व्यक्तियों को उचित परिवहन के माध्यम से प्रखंड स्तरीय शिविर में भिजवा दिया जाए। उक्त उद्देश्य की प्राप्ति के लिए ग्राम पंचायत क्षेत्र में ग्राम पंचायत के मुखिया द्वारा संलग्न आम सूचना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि गांव का हर नागरिक इस रोग से बचाव की मुहिम में पहरेदार के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा सके। प्रत्येक ग्राम पंचायत क्षेत्र में कोई भी नागरिक इन निर्देशों का उल्लंघन कर अपने घर में आकर नहीं रहे। ऐसा होने पर संबंधित जनप्रतिनिधियों को उसके लिए उत्तरदायी ठहराया जाएगा। राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों और विद्यार्थियों एवं अन्य नागरिकों की सर्वप्रथम प्रखंड स्तरीय शिविरों में अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य जांच की जानी है। दूसरी ओर वैसे व्यक्ति जो बिना जांच के विभिन्न मार्गों से ग्राम पंचायत क्षेत्र में पहुंच जाते हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से प्रखंड स्तरीय शिविर में भेजा जाएगा। डीजीपी के स्तर से सभी थाना प्रभारियों को भी निर्देश दिया गया कि पंचायतीराज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ उचित समन्वय एवं संवाद की व्यवस्था स्थापित करें।
प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर में जांच अनिवार्य
डीएम नवदीप शुक्ला ने आम सूचना जारी किया है। राज्य के बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों या छात्रों या अन्य नागरिकों को सीधे गांव में प्रवेश नहीं करना है। ताकि हम सब कोरोना के संक्रमण से बचे रहें। राज्य सरकार का निर्देश है कि राज्य के बाहर से आने वाले सभी नागरिकों का सर्वप्रथम प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन शिविरों में अनिवार्य रूप से स्वास्थ्य जांच कराई जानी है। स्वास्थ्य जांच के दौरान ऐसे व्यक्तियों को अलग कर दिया जाएगा, जिनमें बुखार, सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ आदि के लक्षण हैं। अन्य व्यक्तियों को प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन शिविर में 21 दिन तक रखा जाएगा।
पिछले छह माह से सिंहेश्वर के जलमीनार से कीचड़ युक्त पानी निकलने से लोगों के सामने पीने के पानी की समस्या गंभीर हो गई है। पानी भी ऐसा की लोग कपड़ा तो छोड़ दीजिए बर्तन भी साफ करने में परेशानी महसूस कर रहे हैं। जहां वर्षों से लोग सिंहेश्वर में स्वच्छ पानी पीते रहे, वहीं अभी पानी गंदा तो निकल ही रहा है, उसमें बदबू भी रहती है। जगह-जगह सड़क खोदकर प्लास्टिक की पाइप के सहारे 10 हजार लीटर पानी लोगों तक पहुंचाने की कवायद की जा रही है। सिंहेश्वर गौरीपुर पंचायत के निवासी अमरनाथ ठाकुर उर्फ लाल बाबा ने बताया कि गौरीपुर वार्ड 8, 9 में सीएम के आगमन पर लगाया गया नल कुछ ही दिनों बाद ही पानी देना बंद कर दिया। सरकार सिर्फ दिखावे के लिए योजना लाती है। धरातल से उसका कोई मतलब नहीं होता है।
गौरीपुर के व्यवसायी प्रकाश जायसवाल ने कहा कोसी में मीठे जल के लिए जाना जाने वाला पीएचईडी के जलमीनार से अब कीचड़ युक्त पानी निकलता है। हाथी गेट गौरीपुर निवासी प्रमोद चौधरी ने कहा हर घर नल का जल योजना छलावा है। करोड़ों की जलमीनार के बिछी पाइप लाइन से शुद्ध पानी नहीं निकलना इस बात का परिचायक है कि जिम्मेदार आमजन के हितों का ध्यान नहीं रखते हैं। इसके कारण पहले जो पानी आता था उसे भी किस मकसद से गंदा कर दिया गया है। जबकि अधिकारी शिकायत के बाद भी नहीं सुनते हैं। लोगों का कहना है कि जो पानी पीने के काम आता था, आज वह पानी कपड़ा धोने में भी ठीक से इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
दो दर्जन परिवारों के समक्ष प्यास बुझाने का संकट, जिम्मेदारों के प्रति आक्रोश
सिंहेश्वर बाजार के पेट्रोल पंप से लेकर नारियल फॉर्म इलाके के लोगों के लिए इन दिनों प्यास बुझाने की समस्या उत्पन्न हो गई है। आस-पास के कई लोगों ने डीएम नवदीप शुक्ला को भी वाट्सएप के जरिये शिकायत और आवेदन पत्र भेजा था। यहां के लोगों का कहना है कि डीएम ने संज्ञान लेकर पीएचईडी के अधिकारियों को उनलोगों के घर पर भेजा था। लेकिन काम ठीक होने के बजाए आजकल गंदा पानी भी नहीं आ रहा है। मजदूरों से जानकारी मिल रही है कि पाइप ही अभी कट गई है। लोगों का कहना है कि उस इलाके के चापाकल का पानी काफी गंदा है। कई लोगों के घरों में चापाकल भी नहीं। इस कारण उनके समक्ष दूसरों के घरों से पूरे दिन बाल्टी में पानी भरकर लाना पड़ता है। काेरोना संक्रमण के खतरे को लेकर लोग एक-दूसरे के घरों में जाने से भी कतराते हैं। कुछ महिलाओं ने डीएम से इस समस्या के समाधान की मांग की हैं।
नाला खुदाई के कारण बंद है पानी की सप्लाई
पाइप लाइन को ठीक करने के लिए मिस्त्री को लगाया गया है। तीन जगह पाइप लीक थी, जिसे दुरुस्त कर दिया गया है। रोड नंबर- 18 में नाला निर्माण का काम चल रहा है। इस कारण से बाजार में पानी की आपूर्ति नहीं हाे रही है। नाला खुदाई के बाद अगर कहीं पाइप में टूट-फूट होगी, तो उसे तत्काल ठीक कर पानी आपूर्ति शुरू की जाएगी।
सुनील मांझी, जेई, पीएचईडी
प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की दोपहर में आई आंधी व बारिश से कई लोगों के आशियाने उजड़ गए। इसके अलावा कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे भी गिर गए। बरदाहा पंचायत के पथरा गांव वार्ड नंबर-सात में लालो पंडित, मोहनपुर वार्ड नंबर-पांच में सिकंदर भगत का घर पूरी तरह से उजड़ गया। वहीं तेज आंधी से किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। खेतों में पानी लगने से मूंग की फसल सूखने लगी है। अंचलाधिकारी मनोरंजन प्रसाद ने बताया कि आंधी से संबंधित कुल 32 मामले अभी तक आए हैं। उन लोगों को प्रावधान के अनुसार मुआवजा दिया जाएगा।
45 दिनों से जारी लॉकडाउन के बाद शुक्रवार को जिला प्रशासन के आदेश पर इलेक्ट्रोनिक्स, इलेक्ट्रिक, हार्डवेयर और सिमेंट की दुकानें खुलीं। पहले दिन दुकानों में ग्राहकों की छिटपुट भीड़ रही। दुकानदार प्रशासन के अादेशों का पालन करते हुए दुकानों में ग्राहकों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था कर रखे थे। ग्राहकों की भीड़ कम रहने से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था।
आवश्यक सेवाओं की दुकानें खुलने से बाजार में रौनक रही। लोगों का सड़कों पर आवागमन जारी है। काफी दिनों के बाद ठेला व रिक्शा माल ढोते नजर आए। जिला प्रशासन द्वारा गुरुवार की देर शाम आदेश जारी होने के कारण दुकानदार सुबह से ही दुकान खोलकर बैठे रहे।
लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार सामग्री खरीदी। इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक, हार्डवेयर व सिमेंट, ऑटोमोबाइल, गैरेज की दुकान खुली। इसके पूर्व बाजार में किराना, गल्ला, किताब की कुछ दुकानें खुली हैं।
दुकान खुलने से मिली राहत, सामानों को व्यवस्थित करते में लगे दुकानदार
जरूरी सेवाओं की दुकानें खुलने से दुकानदारों और ग्राहकों को राहत मिली। सुबह से ही दुकानदार दुकानों को व्यवस्थित करने में लगे रहे। हार्डवेयर दुकानदार अमित ड्रोलिया ने बताया कि इतने दिनों के बाद पहली बार दुकान खुलने से राहत रही। पहले दिन ग्राहकों की सामान्य भीड़ रही। बाजार को ग्रोथ करने में काफी समय लगेगा। सिमेंट व छड़ दुकानदार मुकेश कुमार ने कहा कि 45 दिनों से दुकान बंद रहने के कारण सारा सिस्टम ठप पड़ा था।
बड़हिया बाजार में पसरा रहा सन्नाटा, नहीं आए ग्राहक
बड़हिया नगर स्थित मोबाइल, कंप्यूटर पार्ट्स बिक्री, इलेक्ट्रिक मरम्मत की दुकानें व इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, पंखा, कूलर, कंप्यूटर, लैपटॉप, टायर, ऑटोमोबाइल, स्पेयर पार्ट्स की दुकानें खुल गईं, लेकिन ग्राहक नहीं अाए। दुकान पर सन्नाटा पसरा रहा। दुकानदार ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान उनके घर की आर्थिक हालत बहुत खराब हो गई थी।
अन्य दुकानदारों को भी प्रतिष्ठान की देखरेख करने की मिलनी चाहिए छूट
लखीसराय चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आभूषण व कपड़ा दुकानों को भी छूट देने की मांग की है। चैंबर के महासचिव सुबीन वर्मा ने डीएम से मांग किया कि स्वर्ण व्यवसायी को दुकान की देखभाल के लिए लॉकडाउन में कुछ छूट दी जाए। कपड़ा व्यवसायी को भी दुकान की साफ-सफाई और माल की देखरेख की छूट दी जाए। दुकान में बिक्री की अनुमति नहीं हो, लेकिन कोई आपदा-विपदा नहीं हो इस कारण इन दोनों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की देखरेख के लिए कुछ समय के लिए लॉकडाउन तक छूट दी जानी चाहिए। क्योंकि 40 दिन 42 दिन से लगातार दुकानें बंद हैं।
सूर्यगढ़ा बाजार में आधी से अधिक दुकानें नहीं खुलीं
शुक्रवार को स्थानीय बाजार में दुकानें खुलीं, लेकिन समय सीमा तय रहने के कारण दुकानदार मायूस थे। इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्राॅनिक्स समेत मोबाइल, कम्प्यूटर के दुकानदारों ने सुबह 10 से दोपहर 2 तक दुकान खोलने के अलावे दिन के निर्धारण के आदेश पर आपत्ति जताई। दुकानदारों का कहना थ कि ग्राहक अक्सर दोपहर एक बजे के बाद ही दुकानों में खरीदारी करने आते है, लेकिन दुकान खोलने व बंद करने का समय गलत निर्धारित किया गया है। इधर, दुकानों में ग्राहक की भीड़ नहीं रही।
रौता पंचायत की मुखिया पूनम देवी ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पंचायत के सभी 15 वार्डों में घर-घर जाकर मास्क और साबुन का वितरण संबंधित वार्ड सदस्य के नेतृत्व में कराईं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि फिलवक्त वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के चलते लोगों में भय का माहौल है। इससे बचाव के लिए हम सबको सजग और तैयार रहना है।
लॉकडाउन का पालन करते हुए सरकार की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का हर हाल में पालन करें। कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए जारी जंग में सोशल डिस्टेंसिंग काफी अहम है। जरूरतमंद लोगों के बीच सहायता पहुंचाने का कार्य आगे भी किया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के साथ ही सामाजिक दूरी बनाकर रहें, तभी जाकर बीमारी से बचा जा सकता है। इस अवसर पर मुखिया प्रतिनिधि अशोक मेहता, उपमुखिया प्रतिनिधि भूपेंद्र शर्मा, रंजीत कुमार, राधेश्याम मंडल, रवींद्र साह, सुरेश यादव और राजीव कुमार सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित कृषि भवन में रबी मौसम अप्रैल माह में असमय वर्षा आंधी ओलावृष्टि के कारण प्रभावित रवि फसलों को लेकर जिला कृषि पदाधिकारी ने कृषि सलाहकारों के साथ बैठक कर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की।
इस दौरान जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने कृषि सलाहकारों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि ऑनलाइन फॉर्म भरने के 20 दिन के अंदर आपको फॉर्म का सत्यापन एवं भौतिक सत्यापन कर फॉर्म को एक्सेप्ट या रद्द करना है। 20 दिन के भीतर अगर आपने किसानों के द्वारा भरे गए फॉर्म को लेकर रिपोर्ट नहीं किए तो आपकी कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लग जाएगा। उन्होंने बताया कि यह योजना मधेपुरा सहित 19 जिलों के चिन्हित प्रखंडों के लिए मान्य है। बताया कि आलमनगर प्रखंड से कुल 13500 प्रति हेक्टेयर मक्के की फसल के क्षति की रिपोर्ट गई है। मक्के की फसल के क्षतिग्रस्त के सत्यापन में फोटो की आवश्यकता नहीं है। जिनके पास मोबाइल की सुविधा है वह घर पर ही रहकर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान रबी मौसम के फरवरी एवं मार्च माह में फसल क्षति के लिए आवेदन कर चुके हैं तो कृपया अप्रैल माह में हुए फसल क्षति के लिए आवेदन नहीं करें। इस अवसर पर प्रमुख धर्मेंद्र कुमार मंडल, प्रखंड कृषि पदाधिकारी रवि लाल मुखिया व राजेश्वर राय ने भी कई बिंदुओं पर अपने सुझाव दिए। मौके पर प्रखंड को-ऑर्डिनेटर ओमप्रकाश आदित्य, अवधेश कुमार, किसान सलाहकार सुनील कुमार, सत्यदेव पंडित व नवीन कुमार सहित अन्य भी थे।
बाबा फर्टिलाइजर कंपनी के प्रांगण में बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के प्रखंड अध्यक्ष सह बाबा फ्यूल सेंटर के प्रोपराइटर दिलिप खंडेलवाल ने वैश्विक महामारी करोना वायरस के दौर में समाचार पत्र विक्रेताओं के बीच बुध पूर्णिमा के अवसर पर राशन किट का वितरण किया। सिंहेश्वर के दैनिक भास्कर संवाददाता से मिली प्रेरणा के बाद उन्होंने राशन किट वितरित करने का फैसला किया। कहा कि ऐसी विकट स्थिति में भी समाचार पत्र विक्रेता अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों के घर-घर जा कर अखबार पहुंचाकर लाेगाें काे देश-दुनिया की खबरों से अपडेट रख रहे हैं। इस दौरान सिंहेश्वर और शंकरपुर के 21 समाचार-पत्र विक्रेताओं के बीच पांच किलो चावल, एक किलो दाल, एक किलो नमक, आधा किलो सरसों तेल, मसाला पाउडर, साबुन और मास्क दिया गया। इस अवसर पर पशुपति पारस, किशोर कुमार, मुन्ना कुमार, राज किशोर, कुमुद झा, नागेंद्र झा, प्रमोद झा आदि थे।
जिले में मार्च तथा अप्रैल माह में बेमौसम आंधी, ओलावृष्टि व बारिश के कारण लगभग 10075 हेक्टेयर खेतों में लगी गेहूं, मक्का, मौसमी सब्जी तथा फलदार पौधों को नुकसान हुआ है। नुकसान के मुआवजा के लिए अधिकांश किसानों ने अावेदन किया है। प्राप्त आवेदन की जांच कर सही पाए गए आवेदनों की अनुशंसा भी कर दी गई है। किंतु विभाग को यह सूचना मिली की अभी तक कतिपय किसान ऐसे हैं जो मुआवजा के लिए आवेदन नहीं कर पाए हैं। लिहाजा विभाग के निर्देश पर मुआवजा के लिए आवेदन की तिथि बढ़ा दी गर्द है। पंजीकृत किसान विस्तारित तिथि के अनुसार आवेदन कर मुआवजा का दावा कर सकते हैं। उक्त बातें जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन ने कही। उन्होंने बताया कि मार्च माह में हुई फसल क्षति के मुआवजा के लिए किसान 11 मई तथा अप्रैल माह में हुई फसल क्षति की मुआवजा के लिए किसान 20 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अगर किसी किसान को दोनों माह में आई आपदा के कारण फसल की क्षति हुई है तो वे अलग-अलग आवेदन कर मुआवजा का दावा कर सकते हैं। ज्ञज्ञत हो कि जिले में मक्का की खेती किए किसाानों को काफी नुकसान हुआ है। कई किसान तो कर्ज लेकर खेती किए थे।
असिंचित तथा सिंचित क्षेत्र को ले अलग-अलग मिलेगा मुआवजा
बालन ने बताया कि सिंचित क्षेत्र के लिए प्रभावित किसानों को 6800 तथा असिंचित क्षेत्र के लिए 13500 रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से मुअावजा मिलेगा। इसके अलावा शाश्वत फसल के लिए 18 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने का प्रावधान है। मुआवजा के लिए किसान राज्य सरकार की वेबसाइट www.krishi.bih.nic.in पर दिए गए लिंक DBT in Agriculture पर मार्च एवं अप्रैल के लिए दिए गए अलग-अलग लिंक पर आवेदन कर इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। रबी फसल के मुआवजा के लिए केवल एक ही बार आवेदन कर सकते हैं। यह अनुदान प्रति किसान केवल दो हेक्टेयर के लिए ही देय होगा।
आठ घंटे के मेगा ब्लॉक के बाद शुक्रवार की देर शाम नए पुल पर ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया। झाझा से दानापुर को झाझा जाने वाली स्टाफ स्पेशल ट्रेन को किऊल के प्लेटफॉर्म तीन से रवाना किया गया।
किऊल से चलकर नए पुल से होकर लखीसराय पहंुची। डाउन में यही ट्रेन पुराने पुल होकर किऊल पहुंची थी। नए पुल पर परिचालन शुरू करने के लिए शुक्रवार की सुबह 10 से शाम 6 तक का ब्लॉक लिया गया था। इस अवधि में नए पुल पर परिचालन शुरू करने की औपचारिकताएं की गईं। आरआरआई कार्य को लेकर किऊल में 19 मार्च से ट्रेनों का परिचालन बंद हैं। केवल मालगाड़ियां चल रही थीं। शुक्रवार को अप लाइन पर अाठ घंटे तक ट्रेनें नहीं चलीं। पूर्व में रेलवे ने 24 मार्च को ही नए पुल पर परिचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा था। लॉकडाउन से संभव नहीं हाे सका था। 29 दिन काम बंद रहने के बाद रेलवे द्वारा 21 अप्रैल से प्री एनआई फिर से शुरू किया गया। 17 दिनों में शेष कामों को पूरा कर नए पुल पर पहली ट्रेन के रूप में स्टॉफ स्पेशल ट्रेन दौड़ाई गई।
नए पुल पर गुजरती ट्रेन को देखने आए थे लोग
किऊल के प्लेटफॉर्म तीन से शाम 7:50 बजे ट्रेन खुली व पुराने पुल को अलविदा कहते हुए नए पुल में घुसी तो लोग देखने के लिए लखीसराय स्टेशन की ओर भागने लगे। लखीसराय स्टेशन पर 7:55 बजे ट्रेन पहुंची। कुछ लोग पहले से ही स्टेशन पर जाकर नये पुल से ट्रेन के आने का इंतजार करते रहे। ट्रेन जैसे ही नये पुल से होकर स्टेशन पहुंची तो लागों में खुशी देखी गई।
ट्रेन परिचालन की 150 साल पुरानी व्यवस्था समाप्त
लखीसराय| किऊल में ट्रेनों के परिचालन की 150 साल पुरानी व्यवस्था शुक्रवार से खत्म हो गई। ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल केबिन को बंद कर दिया गया। एनआई के तीसरे दिन लाइन नंबर चार और पांच को नए पुल से गुजरने वाले ट्रैक को जोड़ने का काम पूरा हुआ।
यार्ड रिमॉडलिंग के तहत दो दिनों में लाइन नंबर छह से 11 तक के एनआई पूरा किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों के बताया कि इसके बाद कमिशनिंग का काम होगा। 17 मई तक एनआई कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। लखीसराय स्थित किऊल वेस्ट केबिन को ध्वस्त किया गया। एक-दो दिनों में सेंट्रल केबिन भवन को भी तोड़ा जाएगा। उस जगह पर ट्रैक प्वाइंट के जरिए डाउन यार्ड लाइन को जोड़ने का काम होगा। ईस्ट केबिन को रेलवे को रेल हट बनाने की योजना है।
गुजरात, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र से शुक्रवार को 121 लोग बालगुदर स्थित जांच शिविर में लाए गए। यहां इनकी स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को संबंधित प्रखंड क्षेत्र क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिनाें के लिए भेज दिया गया।
गुजरात, पश्चिम बंगाल व महाराष्ट्र से बरौनी और भागलपुर रेलवे स्टेशन पर लोग उतरे जहां से जिला प्रशासन द्वारा बस से बालगुदर स्थित जांच केंद्र पर लाया गया। स्क्रीनिंग के दौरान भी मजदूरों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। स्क्रीनिंग के बाद वाहन से उनके संबंधित प्रखंड स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। आने वाले लोग लखीसराय, हलसी, सूर्यगढ़ा, पिपरिया, चानन आदि प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले है।