29 अप्रैल को स्थानीय सिविल प्रशासन ने राजस्थान से आए 176 व्यक्तियों को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (कन्या), गिद्दड़बाहा में क्वारेंटाइन किया था। इनमें से प्रशासन ने 33 व्यक्तियों को उक्त क्वारेंटाइन सेंटर से शिफ्ट कर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), गिद्दड़बाहा में भेज दिया था। आज इन बाकी बचे 143 व्यक्तियों को ओम प्रकाश एसडीएम गिद्दड़बाहा के नेतृत्व में प्रशासन द्वारा विभिन्न बसों द्वारा इनके घरों को भेज दिया है, जहां यह व्यक्ति अपने-अपने घरों में क्वारेंटाइन रहेंगे।
इस संबंधी पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए एसडीएम ओम प्रकाश ने बताया कि सरकार से आज प्राप्त हुई नई हिदायतों के अनुसार इन क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करके इन्हें अपने अपने घरों में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इन 143 व्यक्तियों में कोरोना वॉयरस संबंधी कोई भी लक्षण नहीं थे।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के देशभर में पैर पसारने के बाद प्रत्येक राज्यों व शहरों में इसका फैलाव लगातार जारी है। इस बीच फिरोजपुर में लोगों को भूखमरी से बचाने व उन्हेंं जल्द से जल्द स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने में रेडक्रॉस का अहम योगदान रहा है। प्रत्येक वर्ष 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है जिसमें रेडक्रॉस द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की जाती है मगर इस बार कोरोना वायरस महामारी के बीच रेडक्रॉस ने जो भूमिका निभाई है व काबिले तारीफ है।
रेडक्रॉस की ओर से जिलेभर में किए गए सेवा कार्यों की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है। भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी की जिला शाखा फिरोजपुर ने कोरोना वायरस महामारी के बीच सोसायटी के अध्यक्ष डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह के निर्देशानुसार व सचिव अशोक बहल के नेतृत्व में बहुत ही सराहनीय कार्य किए हैं। इसमें रेडक्रॉस शाखा की ओर से जिले की समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से 28 मार्च से 30 अप्रैल तक लगातार 45 से 50 हजार जरूरतमंद लोगों को रोजाना भोजन मुहैया करवाया गया।
इसके अलावा समाज सेवी संस्थाओं के सहयोग से 5 हजार परिवारों को कच्चा राशन वितरित किया गया। इस दौरान सोसायटी की ओर से मास्क, पीपीई किट, गलब्स, व दूसरे राज्यों से आए व्यक्तियों के लिए स्थापित किए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे करीब 600 लोगों को निजी प्रयोग के लिए बाल्टियां, साबुन, ऑल आउट, तौलिए, टूथपेस्ट, ब्रश, सर्फ व अन्य सामान मुहैया करवाया। इस सामान पर सोसायटी की ओर से करीब 3 लाख रुपए की राशि खर्च की गई। वहीं इन क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों के लिए विभिन्न एनजीओ की सहायता से भोजन की भी व्यवस्था की गई।
वहीं लॉकडाउन के रक्तदान कैंप नहीं लग रहे इसके लिए रेडक्रॉस की ओर से आम लोगों को अपील की गई कि वह थैलिसीमिया, कैंसर, गर्भवती महिलाओं व दुर्घटनाओं में घायल हुए मरीजों के लिए रक्तदान करें। रेडक्रॉस के इस प्रयास से इन दिनों में सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में 200 से अधिक वालंटियरों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।
कश्मीर में हिजबुल मुजाहिद्दीन के मारे गए कमांडर रियाज अहमद नायकू के करीबी हिलाल अहमद वागे के 2 साथियों को अमृतसर से गिरफ्तार किया है। बुधवार को पुलिस ने यह जानकारी दी। मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई है। गौर है कि हिलाल को पंजाब पुलिस ने 25 अप्रैल को अमृतसर से ही गिरफ्तार किया था, जहां वह नायकू के निर्देश पर पैसे लेने आया था। गिरफ्तार दोनों भाइयों की पहचान बिक्रम सिंह उर्फ विक्की और मनिन्दर सिंह उर्फ मनी निवासी गुरु अमरदास ऐवन्यू, अमृतसर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास 1 किलो हेरोइन और 32 लाख रुपए की भारतीय करंसी बरामद की है। इसमें से 20 लाख इनके पास से गिरफ्तारी के समय व 12 लाख बाद में उनके घरों से बरामद किए गए हैं।
बिक्रम ने ही दिए थे हिलाल को रुपए
पुलिस के अनुसार बिक्रम वह शख्स था जो उस दिन स्कूटी पर 29 लाख हिलाल को देने आया था, जिस दिन हिलाल को अरेस्ट किया था। बिक्रम यह पैसे रंजीत सिंह, इकबाल सिंह और सरवन सिंह के निर्देश पर देने आया था। पूछताछ में पता चला है कि बिक्रम, मनिंदर, उनके रिश्ते में भाई रंजीत, इकबाल व सरवन सीमा पार से तस्करी कर नशा व हथियार का सौदा करते हैं।
इधर, नायकू के मारे जाने के बाद पुलवामा में पथराव, कई जगह कर्फ्यू और इंटरनेट बंद
श्रीनगर | सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद उसके गृहनगर पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में पथराव की कई घटनाएं हुई। इस कारण कश्मीर के कई हिस्सों में ऐहतियातन कर्फ्यू लगाना पड़ा। कई जगह मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। नायकू के गांव के आसपास के इलाकों में कुछ युवाओं के समूहों ने वीरवार को पथराव किए। पथराव की ऐसी ही घटनाएं बुधवार को भी हुई थीं, जिसमें 16 लोग घायल हो गए थे। घायलों में से चार को गोली लगी थी।
अंतर्राष्ट्रीय फायर फाइटर दिवस के उपलक्ष्य में फायर फाइटर्स का हौसला बढ़ाने के लिए मयंक फाउंडेशन ने फायर ब्रिगेड के दफ्तर, नगर कौंसिल फिरोजपुर में उनकाे उपहार देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर परिमंदर सिंह ईअाे, सुखपाल सिंह सैनेटरी इंस्पेक्टर, गुरिंदर सिंह सैनेटरी इंस्पेक्टर, छिंदरपाल सिंह एसएफओ, विजय कुमार लीडिंग फायर मेन, सुखदेव सिंह, गगनदीप सिंह, परमिंदर सिंह फायरमैन, जसविंदर सिंह, सनी शर्मा, जोबनप्रीत सिंह और अन्य लोग उपस्थित थे।
मयंक फाउंडेशन की तरफ से दीपक शर्मा ने फायर फाइटर्स की तरफ से किए जाते कामों की प्रशंसा की और जनता की जान माल की रक्षा समय से करने के लिए उनका धन्यवाद किया। ईओ द्वारा मयंक फाउंडेशन को सम्मान के लिए धन्यवाद किया और कहा कि इससे लोगों का उनके प्रति विश्वास और बढ़ेगा। इस अवसर पर फायर फाइटर की पूरी टीम हाजिर थी। मयंक फाउंडेशन ने इससे पहले भी कोरोना महामारी के इस काल में पिछले लगभग डेढ़ महीने से अहम रोल निभा रही है। इसमें सफाई सेवकों व पुलिस कर्मियों का भी सम्मान किया जा चुका है।
सदस्यों द्वारा डीसी को 20 पीपीई किट्स, 100 सैनिटाइजर भेंट किए गए ताकि ये जरूरतमंदों तक पहुंचाई जा सके। दीपक ग्रोवर, राकेश कुमार डॉ. तनजीत बेदी ने बताया कि फाउंडेशन के वालंटियर द्वारा डेढ़ माह से जरूरतमंदों की सहायता हेतु विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही प्रशासन को उनके द्वारा उत्तम क्वालिटी के मास्क भी भेंट किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा अभी तक 1500 से ज्यादा परिवारों को सूखा राशन देने के अलावा 31025 लोगों तक पका हुआ भोजन, कम्युनिटी किचन के माध्यम से मुहैया करवाया जा चुका है।
विपुल नारंग ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ चल रही जंग में मयंक फाउंडेशन द्वारा अहम योगदान अदा किया जा रहा है। इस कार्य में कमल शर्मा, दीपक ग्रोवर, विपुल नारंग, सुबोध कक्कड़, प्रिंसिपल संजीव टंडन, गजलप्रीत सिंह, दविंद्र नाथ, कमल शर्मा, विकास गुप्ता, अमित अरोड़ा, मनोज गुप्ता, अश्वनी शर्मा, मितुल भंडारी, विपिन कुमार, हरिंदर भुल्लर, पंडित अंशु देवगन, आकाश, दीपक गुप्ता, गुरप्रीत, तरसेम, गुरजीत सिंह, स्वीटन अरोड़ा, चरणजीत सिंह, सनी होंडा द्वारा भी अहम योगदान दिया जा रहा है।
पीसीआर महिला मुलाजिमाें ने बाजार में बिना मास्क घूम रहे लाेगाें काे बांटे मास्क
कोरोनावायरस के फैलने से बचाव की खातिर जिला मुक्तसर में जारी कर्फ्यू के दौरान पंजाब पुलिस के पीसीआर की महिला कांस्टेंबलों की ओर से भी अपनी ड्यूटी निभाते हुए बिना मॉस्क घूमते लोगों को मास्क पहनाकर उन्हें कोरोनावायरस के प्रति जागरूक किया जा रहा है। गिद्दड़बाहा में पीसीआर की कुल आठ महिला कर्मियों में से पांच की तैनाती की गई है, जोकि इलाके में विभिन्न नाकों पर तैनात है। जिसके दौरान प्रत्येक असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ-साथ पीसीआर महिला पुलिसकर्मियों की ओर से ड्यूटी के साथ सेवा भी निभाई जा रही है।
जिसके तहत उनकी ओर से कामकाज की खातिर आने वाली बुजुर्ग महिलाओं को स्कूटी के जरिए उनकी मंजिल तक छोड़ा जाता है। इस संबंध में पीसीआर कास्टेबल लवप्रीत कौर चहल ने बताया कि उनकी ओर से बुजुर्ग औरतें जो चलने फिरने में असमर्थ हैं की सहायता अपने स्तर पर की जाती है। उन्होंने बताया कि पीसीआर स्कूटी के लिए उन्हें सरकारी तौर पर भी तेल मिलता है,जबकि इस सेवा भावना के लिए उनकी ओर से जरूरत पड़ने पर अपनी जेब से भी तेल डलवाया जाता है। इस दौरान बुजुर्गों की सेवा के बदले उनसे मिले आर्शीवाद से उनका हौंसला और ज्यादा बढ़ जाता है। इसके अलावा उनकी ओर से दोपहिया वाहनों की चेकिंग के दौरान बिना मास्क के घरों से निकले लोगों को मास्क वितरित किए जा रहे हैं।
वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव को लेकर प्रदेशभर में जारी कर्फ्यू के बीच कोई भूखा न सोए के उद्देश्य से विभिन्न समाजसेवी संस्थाओं की ओर से लंगर व राशन वितरित कर समाजसेवा की गई। इसी कड़ी में मल्लांवाला खास की लाईफ सेवर वेल्फेयर सोसायटी की ओर से बीते करीब 2 माह से लंगर सेवा की जा रही है तो वहीं सूखे राशन की 300 किट भी जरूरतमंदों को वितरित की गई।
इस बारे जानकारी देते हुए सोसायटी के चेयरमैन मनप्रीत सिंह ने बताया कि संस्था की ओर से बीते करीब 2 माह सेलगातार जरूरतमंदों तक लंगर पहुंचाने के लिए सेवा की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस दौरान सोसायटी के सदस्य हाथों में दस्ताने व मुंह पर मास्क लगाकर लंगर पैक करते हैं व सोशल डिस्टैंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 11 बजे कस्बे में रेलवे लाईन के आसपास व झुग्गियों में रहने वालेजरूरतमंदों को राशन वितरित किया जा रहा है।
इसके अलावा 300 जरूरतमंदों को सूखे राशन की किट भी वितरित की गई है। वहीं सोसायटी के प्रधान ने बताया कि इसके साथ ही सोसायटी की ओर से करीब 300 सैनिटाईजर व मास्क भी वितरित किए जा चुके हैं। सोसायटी के सदस्य सुबह सवेरे एरिया में जाकर जरूरतमंदों का चयन करते हैं व उसके बाद उन तक लंगर पहुंचाया जा रहा है। इस दौरान करीब 15 नौजवान लगातार इस सेवा कार्य में जुटे हैं।
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब की ओर से प्रांतीय सचिव की ऑनलाइन मीटिंग कान्फ्रेंस कॉल के जरिए प्रांतीय अध्यक्ष दविंदर सिंह पूनिया की अध्यक्षता में हुई, जिसमें कोरोना महामारी के दौरान अध्यापकों एवं विद्यार्थियों को पेश आ रही मुश्किलों पर चर्चा की गई, जिसमें शुक्रवार 8 मई को पंजाब के सभी जिला केन्द्रों से मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री को संबोधित करते हुए मांगपत्र भेजने व हल न निकलने पर जल्द संघर्ष का मैदान अख्तियार करने का फैसला किया है।
इस संबंधी जानकारी देते हुए महासचिव जसविंदर सिंह झबेलवाली ने बताया कि ऑनलाइन मीटिंग हुई, जिसमें विचार हुई, जिसमें जिला अधिकारियों द्वारा बड़ी गिनती में अध्यापकों की लाॅकडाउन के दौरान 12-12 घंटे फील्ड ड्यूटियां लगाई जा रही है, जिनमें पुलिस नाके, अनाज मंडियों जैसी अध्यापक वर्ग के मान सम्मान को कम करने जैसी ड्यूटी शामिल हैं, जिस दौरान अध्यापक के समाज बीच के रूतबे को अनदेखा किया जा रहा और कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया नहीं करवाया जा रहा।
उन्होंने कहा कि ड्यूटी लगाते समय अन्य विभागों से अनुपात गिनती रखने, ड्यूटी का समय 6 घंटे रोजाना से अधिक न रखने, कोरोना से बचाव के लिए निजी सुरक्षा का सामान मुहैया करवाने, आपातकालीन ड्यूटी दे रहे अध्यापकों व अन्य कर्मियों को कोरोना वॉरियर का दर्जा देते 50 लाख के स्वास्थ्य बीमे की सुविधा लागू करने, स्कूलों की बजाए सरकारी एवं निजी स्वास्थ्य केन्द्रों को एकांतवास केन्द्रों के रूप में उपयोग करने आदि मांगों को लेकर पंजाब सरकार से मांग पत्र भेजने के बावजूद कोई कदम न उठाए गए तो सरकार के खिलाफ अगला पड़ाव संघर्ष शुरू किया जाएगा।
पंजाब में कर्फ्यू के दौरान केंद्र द्वारा भेजे अनाज को लेकर सियासी घमसान छिड़ गया है। केंद्र व सूबा सरकार अनाज वितरण को लेकर किए जा रहे एक-दूसरे के दावे को झुठला रहे हैं। वहीं, विपक्षी दल भी सरकार पर अनाज को लेकर निशाने साध रहे हैं। केंद्र का कहना है कि पंजाब ने केंद्र से भेजे गए पूरे राशन को नहीं बांटा है। वहीं, सूबा सरकार ने इन दावों को खारिज कर उलटा केंद्र पर हमला करते कहा है कि केंद्र की ओर से 50 फीसदी दाल कम दिए जाने की वजह से गेहूं के वितरित नहीं होने की बात कही है।
सिर्फ 1% अनाज किया वितरित
पीएमजीकेएवाई योजना के तहत अप्रैल के लिए आंबटित 70 हजार 725 टन अनाज में से पंजाब ने मात्र 1%अनाज ही वितरित किया है। 1.30 लाभपात्रों को केवल 688 टन अनाज ही बांटा गया। सरकार इसमें तेजी लाए। -राम विलास पासवान, केंद्रीय मंत्री
वितरण का काम अभी चल रहा
केंद्र द्वारा सप्लाई किए अनाज का वितरण चल रहा है। पंजाब को दाल की मात्रा 50% कम मुहैया कराई है। 1 मई तक 10 हजार 800 मीट्रिक टन दाल की जगह केंद्र ने 2500 मीट्रिक टन ही मुहैया कराई है।-कैप्टन अमरिंदर सिंह, मुख्यमंत्री
विपक्ष, आंकड़े छिपा रही सूबा सरकार, लोगों को मूर्ख बना रहे
अकाली नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा सूबा सरकार केंद्र के भेजे गए अनाज को लेकर आंकड़े छिपा रही है। आंकड़े सार्वजनिक करें। आप नेता विपक्ष हरपाल चीमा बोले केंद्र व पंजाब सरकार लोगों को मूर्ख बना रही हैं।
मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर मेल की तरफ से मांगों को पूरा न करने के रोष में अपनी बाजू पर काली पट्टियां बांधकर सरकार के खिलाफ रोष जाहिर किया। मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर जिला फिरोजपुर के मनजीत सिंह, कुलजीत सिंह, गुरमीत सिंह, हरीश ने बताया कि उन्हें जांच के अधीन समय के दौरान 10,300 रुपये बेसिक वेतन दिया जा रहा है, जबकि कोरोना महामारी के दौरान वह अहम रोल निभा रहे हैं। वह अपनी जान की परवाह किए बिना लोगों के घर-घर जाकर मरीजों की पहचान कर उनकी जानकारी विभाग को दी जा है।
उनके द्वारा अपना जांच का समय पूरा करने तथा रेगुलर पे स्केल देने बारे संबंधी प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन भी सौंपा जा चुका है, लेकिन अभी तक उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांग पर ध्यान ना दिया तो वह बड़े स्तर पर संघर्ष करेंगे। इस मौके पर लखविंदर, हरजिंदर, सतीश, संजीव, जगतार, नरिंदर आदि उपस्थित थे।
ससुराल में झगड़े के चलते शहर के फिरोजपुर रोड स्थित श्रीराम शरणम कालोनी में एक विवाहिता ने अपने मायके घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक नाज कुक्कड़ पुत्री राकेश कुक्कड़ का शव पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए फाजिल्का भेज दिया है।
नाज कुक्कड़ के पारिवारिक मेंबरों ने बताया कि उनकी शादी करीब 4 साल पहले समीर वर्मा पुत्र सुरेंदर वासी जलालाबाद के साथ हुई थी। नाज कुक्कड़ का एक बेटा भी है मगर घरेलू झगड़े के चलते अकसर नाज का ससुराल परिवार में विवाद रहता था। उन्होंने बताया कि बुधवार को इसी झगड़े के चलते वह अपने मायके घर आ गई। वीरवार सुबह वह अपने बेटे को लेने के लिए ससुराल घर गई मगर ससुराल परिवार ने उसके बेटे को नहीं दिया और घर से निकाल दिया। जिसके बाद निराशाजनक हालत में नाज कुक्कड़ मायके घर वापस आई और करीब 12:30 बजे उसने घर की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
उधर, एसएचओ अमरिंदर सिंह ने बताया कि नाज कुक्कड़ के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए फाजिल्का भेज दिया गया है और पारिवारिक मेंबरों का बयान दर्ज कर लिए गए है और उसके आधार पर बनती कार्रवाई की जाएगी।
वीरवार को बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. राज बहादुर ने विधायक रमिंदर आवला के निवास पर बैठक की। उनके साथ जलालाबाद के अस्पताल के इंचार्ज एचएस बावा, सिविल सर्जन डॉ. हरचंद सिंह, हरीश सेतिया, डॉ. चंद्रमोहन कटारिया भी थे।
जिले भरे से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को जलालाबाद के अस्पताल में आइसोलेट किए जाने और बाबा फरीद यूनिवर्सिटी द्वारा डॉक्टर व अन्य स्टाफ न भेजे जाने के विरोध में जलालाबाद के सिविल अस्पताल स्टाफ ने हड़ताल कर दी थी और बाद में विधायक के आश्वासन पर उन्होंने हड़ताल समाप्त कर दी थी। इसी मामले के सुलझने के बाद डॉ. राज बहादुर ने विधायक आवला के साथ प्रबंधों को लेकर चर्चा की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि जलालाबाद सिविल अस्पताल बाबा फरीद यूनिवर्सिटी के अधीन चल रहा है और वहां किसी तरह की कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि अस्पताल में आइसोलेशन वार्डों में 100 बैड का प्रबंध किया गया है और जहां पर 39 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं। उन्होंने विधायक रमिंदर आवला को विश्वास दिलाया कि भविष्य में इस अस्पताल में जलालाबाद हलके से संबंधी कोरोना पॉजिटिव मरीज ही भर्ती होंगे और जो भी सीरियस मरीज होगा, उसे इस अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। जिले के बाकी शहरों में आने वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को फाजिल्का, अबोहर व अन्य जहां भी आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है, वहीं उन्हें रखा जाएगा।
डॉ. राज बहादुर ने बताया कि जलालाबाद के अस्पताल मेडिसन डॉक्टर, स्टाफ नर्स, पैरामेडिकल व सफाई सेवकों को पूरा स्टाफ कर दिया गया है, जिसकी निगरानी हमारे डायरेक्टर एचएस बावा कर रहे है। भविष्य में अस्पताल में किसी तरह की कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।
डॉ. राज बहादुर के साथ हुई बैठक के बाद विधायक आवला ने कहा कि अस्पताल में जो भी जरूरी जरूरतें है, उन्हें बताया जाए ताकि पंजाब सरकार से मुहैया करवाई जा सकें। बैठक के बाद विधायक रमिंदर आवला ने प्रबंधों का जायजा लिया और तसल्ली व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जलालाबाद अस्पताल में किसी तरह की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और वह रोजाना अस्पताल में प्रबंधों का निरीक्षण करते रहेंगे।
पंजाब के पुलिस महानिदेशक रह चुके सुमेध सिंह सैनी गुरुवार को फिर से विवादों में आ गए। सुबह जहां हिमाचल प्रदेश-पंजाब बॉर्डर पर पुलिस ने उनकेहिमाचल प्रदेश में प्रवेश करने से रोक दिया। वहीं, शाम को29 साल पहले तब के आईएएस अधिकारी दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह के अपहरण और मौत के मामले में सैनी पर पुलिस केस दर्ज हो गया। सुमेध सिंह सैनी पर बलवंत सिंह का अपहरण करवाने और हत्या की साजिश में शामिल होने समेत कई आरोप हैं।
सैनी ने कहा- एफआईआर राजनीति से प्रेरित, सीएम ने किया खंडन
29 साल पुराने मामले मेंएफआरआईदर्जहोने के बादट्विटर पर बहस छिड़ गई। सैनी ने इस मामले को मुख्यमंत्री कार्यालय की राजनीति की बताया तो इसके ठीक उलट मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह नेभी ट्वीट करके इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई राजनैतिक विद्वेष नहीं है। सैनी गलत बयान जारी कर रहे हैं।
दरअसल, मामला 1990 के दशक का है,जब सुमेध सिंह सैनी चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) थे। 1991 में उन पर एक आतंकी हमला हुआ, जिसमेंहमले में सैनी की सुरक्षा में तैनात चार पुलिकर्मी मारे गए थे, वहीं सैनी खुद भीजख्मी हो गए थे। बाद में तत्कालीन आईएएस अधिकारी दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
हालांकि इस मामले में पुलिस की तरफ से बलवंत के पुलिस कस्टडी से भाग जाने की बात कही गई, लेकिन परिजनों की मानें तो पुलिस ने उसे गुरदासपुर जिले के कादियां थाने में इतना टॉर्चर किया कि उसकी मौत हो गई। बाद में पुलिस ने उसके भाग जाने की झूठी कहानी बनाई। इस संबंध मेंमुल्तानी के भाई ने एक शिकायत दर्ज करवाई गई थी।इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर सैनी के खिलाफ 2007 में कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन बाद में इसे सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द कर दिया था।
इसी मामले में गुरुवार को सैनी के खिलाफचंडीगढ़ मेंधारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), 344 (गलत तरीके से कारावास), 330 और 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज किया गया है।
एसपी ने पंजाब के पूर्व डीजीपी को हिमाचल में प्रवेश करने से रोका
इससे पहले सुमेध सिंह सैनी और उनके कुछ साथियों ने गुरुवार सुबह करीब चार बजे बिना कर्फ्यू पास के स्वारघाट सीमा से हिमाचल प्रदेश में दाखिल होने की कोशिश की। बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना एसपी बिलासपुर दिवाकर शर्मा को दी। सैनी ने भी दिवाकर शर्मा को फोन करके कहा कि उन्हें मंडी जिले के करसोग क्षेत्र में जाना है और उन्हें जाने दिया जाए, लेकिन दिवाकर शर्मा ने उन्हें नियमों का हवाला देकर प्रदेश सीमा में प्रवेश करने के लिए साफ मना कर दिया। स्वारघाट में सैनी लगभग दो घंटे तक अपने रुतबे की धौंस जमाते हुए करसोग जाने के लिए प्रवेश लेने की कोशिश करते रहे। वहीं एसपी बिलासपुर ने उन्हें किसी भी सूरत में हिमाचल की सीमा में प्रवेश देने से इनकार कर दिया। इसके बाद सुमेध सिंह सैनी वापस पंजाब की ओर निकल गए।
अकाली-भाजपा सरकार में सबसे कम उम्र के डीजीपी बने थे
सैनी को पिछली अकाली-भाजपा सरकार ने 54 साल की उम्र में ही डीजीपी की कुर्सी पर बिठा दिया था। इससे पहले इतनी कम उम्र में डीजीपी किसी को नहीं बनाया गया था। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ 2002 में मतभेद होने के बाद सैनी को एक बार विभाग में नजरअंदाज करके रखा गया था। इसके चलते पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल के साथ उनके करीबी रिश्ते बने और सुखबीर ने उन्हें पंजाब पुलिस की कमान सौंप दी थी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ सिटी सेंटर व अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट घोटाले के केस दर्ज करवाने को लेकर भी सैनी काग्रेसियों के निशाने पर आए थे।
पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के ‘कही अनकही विचार मंच’ की ओर से शुक्रवार 8 मई को राष्ट्रीय वेब काव्य गोष्ठी ‘मेरी आवाज सुनो‘ का आयोजन किया जाएगा।
विभागाध्यक्ष डॉ. गुरमीत सिंह ने बताया कि दोपहर 2:30 बजे से आरम्भ होने वाली इस गोष्ठी में विशेष रूप से देश के विभिन्न हिस्सों की युवा कवयित्रियों को आमंत्रित किया गया है। इनमें आगरा से नेहा त्यागी, नागपुर से हर्षिता पंचारिया, पिंजौर से नेहा गुलाटी, मुम्बई से सुप्रिया मिश्र एवं कोलकाता से मधुरिमा शामिल हैं। काव्य गोष्ठी का संचालन विभाग का विद्यार्थी मयंक करेगा। हिंदी विभाग की तरफ से लॉकडाउन के बावजूद हर शुक्रवार को निरंतर ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है और यह गोष्ठी उसी की कड़ी है।
लुधियाना में महिला कैदी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद पठानकोट की जेल को खाली करवाकर वहां महिला जेल बना दी गई है, वहीं अब जिला गुरदासपुर में कोरोना के संदिग्ध व पॉजिटिव कैदियों को रखने के लिए एक अस्थायी जेल तैयार की गई है। हालांकि जिला गुरदासपुर में अभी तक कोई भी कैदी संदिग्ध या पॉजिटिव नहीं है, लेकिन प्रशासन पहले से ही इसके लिए तैयार है।
डीसी मोहम्मद इश्फाक ने बताया कि अभी तक जिला गुरदासपुर में कोई भी कैदी कोरोना पाजीटिव नहीं पाया गया। जिले में कोरोना पॉजिटिव आए मरीजों में अधिकतर नादेड़ से लौटे श्रद्धालु हैं। लुधियाना में जहां एक महिला कैदी पॉजिटिव रही है, उसके बाद पठानकोट जेल को महिला जेल बना दिया गया है, ताकि उक्त महिला व उसके संपर्क में आने वाली महिला कैदियों को वहां रखा जा सके। इसी तर्ज पर खुदा न खास्ता अगर हमारी जेल में कोई कैदी संदिग्ध या पॉजिटिव निकल आता है तो उसे अलग से रखने के लिए गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के रिजनल कैंप में स्थित गर्लस हास्टल में अस्थायी जेल बना दी गई है। इसके चलते वहां पर सभी प्रबंध कर लिए गए हैं और पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है।
गुरदासपुर जिले में एक सड़क हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई। घटना गांव नौशहरा मझा सिंह में बुधवार देर शाम उस वक्त की है, जब ये महिलाएं गुरुद्वारे जा रही थी। रास्ते में अचानक एक ट्रक इन तीनों को रौंदते हुए पलट गया। एक-दूसरीकी पड़ोसन इन तीनों महिलाओं ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। सूचना के बाद पुलिस ने आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। साथ ही गुरुवार को तीनों महिलाओं के शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए हैं।
मृतक महिलाओं की पहचान राजवंत कौर, परमजीत सिंह कौर व सतवंत कौर के रूप में हुई है। तीनों एक-दूसरी की पड़ोसन और अच्छी करीबी बताई जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार गुधवार देर शाम ये तीनों घर से गुरुद्वारे में माथा टेकने जा रही थी। पीछे से तेज-रफ्तार रेत से भरे टिप्पर (ट्रक) चालक ने महिलाओं को अपनी चपेट में ले लिया। बाद में बेकाबू टिप्पर सड़क के किनारे खेतों में पलट गया। हादसे में इन तीनों महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई।
मौके पर पहुंचे लोगों ने आरोपी टिप्पर चालक जिसकी पहचान काहनूवान के सतिंद्र सिंह के रूप में हुई है, को काबू करके थाना सेखवां की चौकी नौशहरा मझा सिंह की पुलिस के हवाले कर दिया। चौकी इंचार्ज एएसआई बलजिंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने सतिंद्र सिंह के खिलाफ लापरवाही से ट्रक चलाने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है।
उधर हादसे के बाद गांव में हर तरफ माहौल गमगीन हो गया। खासकर मृतकों के घरों में मातम छा गया। परिजन एक-दूसरे के साथ विलाप करते दिखाई दिए। गांव के हर शख्स ने कहा कि मरने वाली तीनों महिलाओं की आपस में पक्की दोस्ती थी। गुरुद्वारे में सेवा करने और किसी धार्मिक समागम में शिरकत एक साथ करती थी। अब सिर्फ उनकी गांव में यादें ही बची हैं।
देशभर में कोरोना संकट के बीच तीसरे फेज का लॉकडाउन गुरुवार को चौथे दिन में प्रवेश कर गया। पंजाब में भी कर्फ्यू जारी है। केंद्र की मंजूरी के बाद गुरुवार सुबह 7 बजे से राज्य में शराब के ठेके भी खुलगए हैं। साथ ही दूध, दवाई और राशन की दुकानें भी अब सुबह 9 बजे की बजाय 2 घंटे पहले यानि 7 बजे और दोपहर बाद 1 बजे की अपेक्षा 3 बजे तक खुली रहेंगी। पिछले तीन दिन से अमृतसर, जालंधर और लुधियाना से विशेष ट्रेनें चलाकर प्रवासी लोगों को भी उनके गृहराज्य भेजा जा रहा है।
दूसरी ओर तमाम प्रयासों के बाद भीकोरोना का संक्रमणरुकने का नाम ही नहीं ले रहा। बुधवार देर शाम के बाद गुरुवार सुबह तक 97 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सबको मिलाकर राज्य के सभी 22 जिलों में अब तक 1624 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं और इनमें से 27 की मौत भी हो चुकी है।
राज्य के छह जिलों में ठेकेदारों ने बिक्री से इन्कार किया, 3 में कोई फैसला नहीं
पंजाब सरकार ने 42 दिन बाद शराब ठेके खोलने की इजाजत है, लेकिन इस फैसले पर ठेकेदार बंट गए हैं। छह जिलों अमृतसर, मुक्तसर, पठानकोट, गुरदासपुर, होशियारपुर व तरनतारन में ठेकेदारों ने ठेके खोलने से साफ इन्कार कर दिया है। उनकी मांग है कि पहले सरकार डेढ़ माह का टैक्स माफ करे। वहीं, मोगा, बरनाला, व कपूरथला में ठेकेदारों ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। अन्य जिलों में ठेके सुबह 7 बजे से खुल गए।
सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कैप्टन बोले- अप्रैल में पंजाब को 88 फीसदी राजस्व का नुकसान
पंजाब को अप्रैल महीने में 88 फीसदी राजस्व घाटा हुआ है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार देर शाम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान शेयर की। उन्होंने बताया कि कर्फ्यू के चलते राज्य सरकार को विभिन्न टैक्स से कोई आय नहीं हुई और मौजूदा समय में कुल औद्योगिक इकाइयों का लगभग 1.5 हिस्सा ही कार्यशील है। केंद्र सरकार से सहायता न मिलने के कारण पंजाब मुश्किल वित्तीय हालातों का सामना कर रहा है। इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कैप्टन ने पंजाब द्वारा कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की जानकारी भी दी।
हमलों के खिलाफराज्य के 26 हजार डिपो होल्डर्स अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
राज्य के 35 लाख नीले कार्डधारकों में केंद्रीय राहत वितरण के दौरान अपने ऊपर लगातार बढ़ रहे हमलों के खिलाफ पंजाब के डिपो होल्डर गुरुवार से अनिश्चिकालीन समय के लिए हड़ताल पर चले गए। उन्होंने सरकार से सभी डिपो होल्डरों के लिए 50 लाख रुपए का बीमा और आवश्यक सुरक्षा प्रबंधों की मांग की है। पंजाब स्टेट डिपो होल्डर्स संघ के अध्यक्ष गुरजिंदर सिंह सिद्धू ने कहा कि लोगों में राहत सामग्री वितरित करते समय डिपो होल्डरों परहमले किए जा रहे हैं। कपूरथला में एक डिपो होल्डर की मौत हो गई। इसके अलावा अमृतसर में भी एक बुरी तरह जख्मी हो गया। एक तरफ सरकार लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने की सलाह दे रही है तो दूसरी तरफ 26 हजार डिपो होल्डरों को बिना कोई सुरक्षा प्रदान किए राशन वितरण पर लगा दिया। अपने सिर पर लगातार मंडराते खतरे के माहौल में वह कैसे काम कर सकते हैं?
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से आजमगढ़, दरभंगा और बहराइच के लिए विशेष ट्रेनें होंगी रवाना
जालंधर में कर्फ्यू में फंसे बाहरी राज्यों के यात्रियों को घर पहुंचाने के लिए गुरुवार को भी तीन ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पहली ट्रेन दोपहर 12 बजे आजमगढ़ के लिए रवाना हुई। वहीं इसके बाद शाम 5 बजे दरभंगा के लिए दूसरी तो रात 11 बजे बहराइच के लिए तीसरी ट्रेन भी जाएंगी। इन लोगों को चुनिंदा स्थानों पर इकट्ठा करके मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट और ट्रेन की टिकट दी जा रही है। बसों में बिठकर प्रशासन सिटी रेलवे स्टेशन पर ला रहा है। वहां भी एक बार फिर से स्क्रीनिंग के बाद ट्रेन में बैठने के लिए अंदर भेजा जा रहा है।
अमृतसर में मेडिकल स्क्रीनिंग के दौरान उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां
अमृतसर में फंसे बाहरी राज्यों के 650 मजदूरों ने गृहराज्य जाने से पहले बुधवार को अपनी मेडिकल स्क्रीनिंग करवाई। सेवा धर्म जन कल्याण मंडल के प्रधान राम भुवन गोस्वामी ने बताया कि डीसी ने जिले में 24 स्क्रीनिग सेंटर बनाए जाने संबंधी पत्र जारी किया है। दूसरी ओर मजदूरों को सिविल अस्पताल, सारागढ़ी स्कूल या सरकारी सीनियर सेकंडरी स्कूल छेहरटा के अलावा किसी अन्य सेंटर की जानकारी नहीं है। ज्यादातर लोग स्क्रीनिग के लिए सिविल अस्पताल पहुंच रहे हैं। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी। कई लोगों ने तो मास्क भी नहीं पहन रखा था। पुलिस ने उन्हें एक-दूसरे के बीच दूरी बनाए रखने की हिदायतें दी, मगर पहले स्क्रीनिंग करवाने के चक्कर में वहां लोगों के बीच खूब धक्का-मुक्की हुई।
देहात पुलिस के सीआईए स्टाफ ने कर्फ्यू में चिट्टे की तस्करी करने वाले दंपति को पकड़ कर 5 लाख रुपए और 20 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। लुधियाना के ग्यासपुरा के मोहल्ला प्रेम नगर के संजय दास और उसकी पत्नी ज्योति के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। यह दंपति नाभा जेल में बंद हवालाती इंदरजीत सिंह वासी गांव तगड़ (नूरमहल) के एरिया बिलगा में नशा देने लुधियाना से सूमो में आए थे। पुलिस इंदरजीत को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ करेगी।
एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि मंगलवार शाम सीआईए स्टाफ के इंचार्ज शिव कुमार और सब-इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह अपनी टीम के साथ कर्फ्यू को लेकर सतलुज पुल पर हाईटेक नाके पर चेकिंग कर रहे थे। लुधियाना की ओर से आई सूमो को चेकिंग के लिए रोका गया। जब ड्राइवर की तलाशी ली तो जेब से 20 ग्राम चिट्टा निकला। साथ बैठी उसकी पत्नी ज्योति की लेडी कांस्टेबल जसविंदर कौर ने चेकिंग की तो उससे पांच लाख रुपए मिले। इसके बाद दोनों को अरेस्ट कर लिया गया। पूछताछ में संजय ने माना कि वह पहली बार 2009 में कत्ल केस में जेल गया था। केस में बरी हो चुका है।
जेल से आने के बाद उसके तार नशा माफिया से जुड़ गए थे। शराब और चिट्टे की तस्करी का काम करना शुरू कर दिया। बीते साल उसे चिट्टे के साथ एसटीएफ ने पकड़ा था। उसे नाभा जेल भेज दिया गया था। नाभा जेल में उसकी दोस्ती इंदरजीत सिंह से हो गई थी। वह जमानत पर आ गया। जमानत पर आने के बाद उसने दोबारा चिट्टे का काम शुरू कर लिया। जेल से इंदरजीत उसे आर्डर बुक करके देता था और वह बीवी को साथ लेकर डिलीवरी देने चला जाता था। उससे बरामद चिट्टा उसने बिलगा में देना था। इससे पहले वह चिट्टा बेचकर पांच लाख रुपए लेकर आए थे। एसएसपी ने कहा कि संजय के पूरे नेटवर्क को ब्रेक करने के लिए जांच चल रही है।
कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ने के कारण सिटी में नए बने हॉट स्पॉट इलाकाें के घरों से कूड़ा उठाने का निगम टीम प्रबंध कर रही है। मंगलवार को निगम के हेल्थ ब्रांच के एएचओ डाॅ. राजकमल की अगुवाई में मिट्ठापुर रोड के गुरमीत नगर में लोगों के घर जाकर विशेष तरह के बनाए गए बैग वितरित किए गए। डोर-टू-डोर बैग वितरित करने वाले सफाई सेवकों को वायरस से सुरक्षा के लिए पीपीई किट दी गई हैं। संक्रमित पाए गए माेहल्लाें में लोग अपने घरों का कूड़ा इस बैग में इकट्ठा कर रखेंगे जिसे बायो वेस्ट की ठेका कंपनी कलेक्ट कर ले जाएगी।
इस मौके पर पार्षद बलराज ठाकुर और सेनेटरी सुपरवाइजर किशन लाल मौजूद रहे। इसी दौरान कोरोना महामारी के दौरान वार्ड नंबर 20 में अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे सफाई सेवकों का फूल बरसाकर स्वागत किया गया। भाजपा मंडल 6 के प्रधान अजय चोपड़ा की अगुवाई में इलाके के लोगों ने सफाई सेवकाें पर फूल बरसाए। इस मौके पर सेनेटरी सुपरवाइजर बिनोद कुमार मौजूद थे।
पंजाब सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को घर भेजने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाई गई थी। बुधवार को दोपहर 1:00 बजे अलावलपुर में रहने वाले मजदूरों को कॉल आई कि अयोध्या सीतापुर और गोरखपुर को जाने वाले 50 मजदूर स्थानीय पेट्रोल पंप पर पहुंचे। जहां बस लेने आ रही है। खबर मिलने पर 70 प्रवासी मजदूर करीब 3:00 बजे पेट्रोल पंप पर पहुंच गए। पुलिस द्वारा कागजी कार्रवाई की जा रही थी कि जालंधर से फोन आया कि सिर्फ गोरखपुर और अयोध्या जाने वाले मजदूरों को ही बस में भेजा जाए।
करीब आधे घंटे बाद फिर फोन आया कि अयोध्या जाने वाले मजदूरों की ही बस में भेजा जाया। इस कारण 70 में से सिर्फ 10 मजदूर ही थे, जिनको अयोध्या जाना था। बाकी 60 मजदूर वापस लौट गए। अयोध्या जाने वाले 10 मजदूरों की थर्मल स्कैन से जांच की गई और शाम 5:30 बजे बस से जालंधर बल्ले बल्ले फार्म के लिए रवाना किया गया। मगर जब 10 मजदूर स्टेशन पर पहुंचे तो उनको भी ट्रेन में जगह न होने का कहकर वापस भेज दिया गया। मजदूरों का कहना है कि प्रशासन उनकी भावनाओं के साथ भद्दा मजाक कर रहा है। प्रशासन जब भेजना हो तभी बुलाए। हालांकि प्रशासन द्वारा मजदूरों के एक-दो दिन में भेजने का भरोसा दिया गया है।
इधर; एक को मैसेज आया तो 25 लोग ट्रक में सवार होकर पहुंच गए जालंधर
बुधवार दोपहर 3 बजे जालंधर नेशनल हाईवे पर एक ट्रक को रोककर 25 मजदूर सवार हो गए। गांव जाने की खुशी में यह सब कोरोना को भी भूल चुके थे। ट्रक में चढ़ते समय जब एक व्यक्ति से बात की तो उसने बताया कि हमारे एक साथी को मैसेज आया था कि आप जल्दी जालंधर के बल्ले बल्ले फार्म में पहुंचे। जहां मेडिकल के बाद आपको गांव के लिए ट्रेन में बिठा दिया जाएगा। एक साथी को मैसेज आने पर 25 लोगों का ग्रुप अपना सामान लेकर हाईवे पर पहुंच गया। जालंधर की तरफ जाते एक ट्रक को हाथ देकर रोकने के बाद सभी उसमें सवार हो गए। अब यह पता नहीं 25 में से कितने लोगों को टिकट मिलती है या बैरंग वापस लौटते हैं।
निगम के सफाई सेवकों का 8 दिनों के बाद फिर से कोरोना जांच का काम बुधवार को शुरू हुआ। वार्ड नंबर 15 में लाडोवाली रोड के जुनेजा पार्क में सेहत विभाग के नोडल अफसर डाॅ. हरीश भारद्वाज की अगुवाई वाली टीम ने वार्ड के 42 सफाई सेवक और सीवरमैन सहित सेनेटरी इंस्पेक्टर और सुपरवाइजरों के सैंपल लिए। इस दौरान सेंट्रल हलका के एमएलए राजिंदर बेरी, निगम के हेल्थ एंड सेनिटेशन कमेटी के चेयरमैन पार्षद बलराज ठाकुर, पार्षद डॉली सैनी मौजूद रहे। 28 अप्रैल को सैंपल रिपोर्ट की पेंडेंसी बढ़ने के कारण सफाई सेवकों की जांच रोक दी गई थी।
कमेटी चेयरमैन बलराज ठाकुर ने बताया कि 270 लोगों के सैंपल लिए गए थे। उसमें से अब तक 5 लोग की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी, जो सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल हैं। अगला कैंप वीरवार को वार्ड नंबर 38 के मॉडल हाउस में पार्क के सामने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में लगाया जाएगा।
सुल्तानपुर लोधी के गांव पमण में लंबे समय से छप्पड़ की सफाई न होने के कारण गंदा पानी गलियों में भरा हुआ है। लोगों ने पानी की निकासी न होने पर प्रशासन व विभाग की अनदेखी के खिलाफ नारेबाजी की। गांव की गलियों से लोगों का गुजरना मुश्किल है और पानी के कारण कई घरों की दीवारों को नुकसान पहुंचने लगा है। लोगों ने बताया कि 6 सालों से गांव के छप्पड़ की सफाई नहीं हुई है।
गांव निवासी कमलजीत कौर, निर्मल सिंह सहित अन्य लोगों ने कहा कि गंदे पानी की बदबू से जीना मुहाल हो गया है।
बुजुर्ग और बच्चे घरों की छतों के रास्ते कहीं आते-जाते है। लोगों ने कहा कि कोरोना महामारी में घरों में गंदे पानी बदबू के बीच रहना मुश्किल हो गया है और मच्छरों से बीमारियां फैलने का खतरा है। लोगों ने कहा कि घरों से बाहर निकलने पर कोरोना वायरस और अंदर रहने पर पानी की दुर्गंध व मच्छर सता रहे हैं। मगर इस समस्या को दूर करने के लिए सरपंच व विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। गांव निवासी जगजीत सिंह, कमलजीत सिंह, अर्शदीप सिंह, गुरचरण सिंह, सतनाम सिंह, बलकार सिंह, अमरजीत कौर, महिंदर सिंह, बलविंदर सिंह, बलदेव सिंह, जसविंदर सिंह, परमजीत सिंह, हरजिंदर सिंह, मेहर सिंह ने विधायक नवतेज सिंह चीमा से पानी निकासी के लिए जल्द कदम उठाने के आदेश देने की मांग की है।
इस संबंधी सरपंच कश्मीर सिंह ने कहा कि पंचायत के पास कोई फंड मौजूद नहीं है। गांव वासियों की परेशानी सही है मगर वह मजबूर हैं। नए छप्पड़ के निर्माण के लिए निशानदेही की गई थी मगर पहले बाढ़ आने, फिर 550वें प्रकाश उत्सव समागम और अब कोरोना वायरस के चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। सरपंच ने कहा कि मामला विधायक चीमा और बीडीपीओ के संज्ञान में है। उम्मीद है कि जल्द इस समस्या को दूर करेंगे। उधर, बीडीपीओ गुरप्रताप सिंह गिल ने कहा कि गांव वासियों की समस्या का जल्द निपटारा किया जाएगा।
राज्य में आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए पंजाब सरकार ने शराब के ठेके खोलने की परमिशन दे दी है। कैप्टन सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिख कर शराब की बिक्री करने की अनुमति मांगी थी लेकिन अमित शाह ने न कर दी थी। अब वीरवार को प्रदेश में शराब के ठेके खुल रहे हैं। इसे लेकर सरकार ने शराब ठेकेदारों को एडवाइजरी जारी की है, जिसमें ठेके खुलने का समय सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक दिया है। उसके बाद 1 से शाम 6 बजे तक शराब की होम डिलीवरी की जाएगी।
यानि सरकार आपके द्वार तक शराब पहुंचाने का काम करेगी। होम डिलीवरी में 2 लीटर से अधिक शराब डिलीवर नहीं की जाएगी। इसके अलावा 1 ग्रुप में सिर्फ 2 लोग ही होम डिलीवरी कर सकेंगे। ठेकों पर सोशल डिस्टेंसिंग रखने की खास तौर पर हिदायत की गई है। बता दें कि सरकार को पिछले साल शराब से 5150 करोड़ रुपए एवेन्यू हासिल हुआ था। इस बार 6201 करोड़ रुपए लक्ष्य रखा गया है।
पंजाब सरकार ने लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में खुले शराब के ठेकों पर जमा हुई भीड़ को देखकर प्रदेश में ठेकों को खोलने के लिए एडवाइजरी जारी की है। डिप्टी एक्साइज एंड टेक्सेशन कमिश्नर शालिन सिंह का कहना है कि सरकार के आदेश के मुताबिक शराब के ठेके कर्फ्यू में दी गई राहत के समय यानि 9 से 1 बजे तक खोले जाएंगे।
ठेकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग रखने के लिए 5 से अधिक लोग जमा नहीं होंगे। एक ग्रुप के 2 लोग घर-घर जाकर शराब की होम डिलीवरी करेंगे। होम डिलीवरी के लिए किसी ग्रुप पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। जिस शराब ठेकेदार की मर्जी होगी, वह होम डिलीवरी कर सकता है। यह आदेश लॉकडाउन यानि 17 मई तक जारी रहेगा। अगर सरकार लॉकडाउन की तिथि आगे बढ़ाती है तो शराब के ठेकों को खुले रखने के लिए इन आदेशों पर भी गौर किया जा सकता है।
शराब ठेकेदारों ने मीटिंग कर किया फैसला-नहीं खोलेंगे ठेके, कहा-सरकार नुकसान की भरपाई करे
इधर, देर शाम को कपूरथला में शराब ठेकेदारों ने मीटिंग करके फैसला किया है कि वे कल से ठेके नहीं खोलेंगे। हालांकि उन्होंने अधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा नहीं की है मगर ज्यादातर ठेकेदार शराब के ठेके न खोलने के हक में है। ठेकेदारों की मानें तो पंजाब सरकार ठेकेदारों को कोई छूट नहीं दे रही है। पहले 21 मार्च से 31 मार्च तक सरकार ने बंद ठेके के रेवेन्यू के बारे ठेकेदारों को कुछ नहीं बताया। जबकि ठेकेदार सरकार को 50 प्रतिशत तक फीस दे चुके हैं। उसके बाद 1 अप्रैल से लेकर अब तक शराब के ठेके बंद है। उन्होंने कहा कि होम डिलीवरी करने के लिए उनके पास स्टाफ नहीं है क्योंकि उनका सारा स्टाफ हिमाचल का है जोकि वापस जा चुका है। इसके साथ ही सरकार अहातों का रेवेन्यू भी पूरा लेगी जोकि पूरी तरह से धक्का है। शराब ठेकेदारों ने कहा कि जब से ठेके बंद है, उन दिनों की फीस भी सरकार ने माफ नहीं की है। शराब ठेकेदारों का यह भी कहना है कि 4 घंटे ठेके खोल कर वह कैसे सेल निकालेंगे। ऐसे में उन्होंने ठेके न खोलना ही बेहतर समझा है। अब देखना यह होगा कि एक्साइज विभाग शराब के ठेकेदारों को ठेके खोलने के कैसे मनाएगा।
शराब के शौकीन बोले-होम डिलीवरी का फैसला सही
शराब पीने के शौकीन लोगों को अब ठेके खुलने का इंतजार है कि कब शराब के ठेके खुले और उनके द्वार पर शराब आनी शुरू हो। कुछ लोग सरकार के इस फैसले को ठीक बता रहे है तो कुछ लोग गलत ठहरा रहे है। शराब पीने के शौकीन एक व्यक्ति ने कहा कि शराब के ठेके पर लाइन में लगने से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है। इससे बढ़िया है कि घर बैठे ही होम डिलीवरी के जरिए उनको शराब मिल जाए तो मजा आ जाए। इसी तरह अन्य व्यक्ति ने कहा कि होम डिलीवरी से समय की तो बचत होगी और साथ ही घर बैठे अपना मनपसंद ब्रांड मंगवा सकते है। उन्होंने कहा कि शराब की डिलीवरी जल्द शुरू की जाए। क्योंकि उनका लॉकडाउन में न दिन निकल रहा है और न ही रात।
शिवसेना बाल ठाकरे पंजाब के सीनियर उपाध्यक्ष जगदीश कटारिया ने जिले में 5 नए लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर दीप्ति उप्पल और एसएसपी सतिंदर सिंह से मांग की कि कर्फ्यू के दौरान बिना किसी जरूरी काम के घर से निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि कोरोना महामारी से बे-फिकरे लोग निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए जिले में वायरस फैला दें। जगदीश कटारिया ने सरकार, सिविल व पुलिस प्रशासन से मांग की कि कोरोना वायरस को हराने के लिए मुहिम तेज की जाए और लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाए।
कोरोना महामारी से जंग लड़ने वाले फ्रंट लाइन पर डटे सेहत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाना और उनकी मदद करना समय की जरूरत है। यह बात स्थानीय सिविल अस्पताल में पहुंचे विधायक राणा गुरजीत सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के साथ लड़ने वाले लोगों के साथ उनके 10 वालंटियर साथ देंगे। ये वालंटियर लगातार 15 दिन सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक सिविल अस्पताल में मरीजों की सेवा करेंगे। विधायक राणा ने कहा कि इस दौरान वह खुद 2-3 घंटे सिविल अस्पताल में श्रमदान करेंगे।
उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल स्टाफ की सहायता के लिए 300 के करीब वालंटियर तैयार किए जाएंगे। इन वालंटियरों को डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ के सहायकों द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी और हर 15 दिन के बाद नए वालंटियर तैनात किए जाएंगे।
इस मौके पर जिला योजना बोर्ड के चेयरमेन अनूप कल्हन, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमेन मनोज कुमार भसीन, मार्केट कमेटी के उप चेयरमेन राजिंदर कौड़ा, अमरजीत सिंह सैदोवाल, नरिंदर सिंह मनसू, विशाल सोनी, दविंदर पाल सिंह हंसपाल, करन महाजन, तरलोचन सिंह, सुरिंदरपाल खालसा, कुलदीप शर्मा, डॉ. संदीप धवन, डॉ. संदीप भोला सहित स्टाफ मौजूद था।
नशा छुड़ाओ केंद्र में कांट्रेक्ट बेस पर कार्यरत स्टाफ की सैलरी रिलीज करवा मामला सुलझाया : विधायक
विधायक राणा गुरजीत सिंह ने बताया कि बुधवार को वालंटियरों ने फ्लू कॉर्नर व लैब में ड्यूटी निभाई। वालंटियरों ने मरीजों को सोशल डिस्टेंसिंग यकीनी बनाने, ट्रैफिक कंट्रोल करने, मरीजों को अन्य वार्डों में शिफ्टिंग करने के अलावा दवाइयां, चादरें व अन्य सामान आदि दूसरी जगहों पर पहुंचाने के लिए मेडिकल स्टाफ की सहायता की। विधायक ने बताया कि इन वालंटियरों द्वारा अस्पताल के किसी एक वार्ड की साफ सफाई की जिम्मेवारी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में हमें सभी को, अपने परिवार व समाज के लिए सरकार और प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। उनके हर निर्देशों की पालना करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि नशा छुड़ाओ केंद्र में कांट्रेक्ट बेस पर कार्यरत स्टाफ की सैलरी भी रिलीज करवाकर मामला सुलझा दिया गया है। सिविल अस्पताल में बायो मेडिकल वेस्ट की लिफ्टिंग के लिए 2 ट्रालियां भेजने का भी ऐलान किया।
पंजाब सरकार ने गेहूं की नाड़ को जलाने पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद किसान नाड़ को आग लगाने से बाज नहीं आ रहे है। अब पुलिस ने सख्ती शुरू कर दी है। जिले में एक ही दिन में पुलिस ने विभिन्न गांवों के 6 किसानों के खिलाफ जिला मजिस्ट्रेट के आदेश के उल्लंघन का केस दर्ज किया है।
थाना कबीरपुर के एएसआई मलकीत सिंह ने बताया कि वह गांव हुसैनपुर बूले से आहली कलां जा रहे थे। रास्ते में देखा किसान गुरबीर सिंह निवासी आहली कलां ने नाड़ को आग लगा रखी थी। पुलिस ने मौके पर किसान पकड़ लिया। बाद में देर शाम उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसी थाने के एएसआई बलविंदर सिंह ने गश्त के दौरान गांव लोधीवाल के सरकारी स्कूल के पास एक युवक को नाड़ जलाते हुए पकड़ा। युवक की पहचान बलविंदर सिंह उर्फ निक्का निवासी कबीरपुर के रूप में हुई है।
वहीं, थाना तलवंडी चौधरियां के सब इंस्पेक्टर गुरमेज सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि गांव ठट्टा नवां में एक किसान ने नाड़ को आग लगाई हुई है। पुलिस ने तुरंत मौके पर जाकर उसे दबोच लिया। किसान की पहचान सुरिंदर सिंह निवासी ठट्टा नवां के रूप में हुई है। उधर, दीपक भाटिया निवासी सुल्तानपुर लोधी ने पुलिस के पास दर्ज करवाई शिकायत में बताया कि बलविंदर सिंह और केवल सिंह निवासी सुल्तानपुर लोधी ने अपने खेतों में नाड़ को आग लगा कर उसका आर्थिक नुकसान किया है।
ऐसे में दोनों व्यक्तियों के सरकार के आदेश का उल्लंघन किया है। इसी तरह सुल्तानपुर लोधी के खेतीबाड़ी अफसर परमिंदर कुमार ने बताया कि गांव हैदराबाद बेट में किसान मलकीत सिंह ने नाड़ को आग लगा कर उल्लंघन किया है। जांच के बाद पुलिस ने किसान मलकीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
पंजाब में धान सावन ऋतु की मुख्य फसल है। पिछले साल राज्य में धान का रकबा 30.46 हेक्टेयर था, जिसमें से 188.63 लाख टन (126.38 लाख टन चावल) पैदावार हुई थी। औसतन झाड़ 61.93 क्विंटल प्रति हेक्टेयर (24.77 क्विंटल प्रति एकड़) रहा। पंजाब में कुछ रकबा बासमती की फसल के अधीन भी होता है जोकि मार्केट की मांग अनुसार घटता-बढ़ता रहता है।
पंजाब में बासमती की उगाई जाने वाली पीएयू द्वारा सिफारिश किस्मों में से पूसा बासमती 1121 (79.53 फीसदी रकबा) व पूसा बासमती 1509 (12 फीसदी रकबा) ने करीब 95 फीसदी रकबा लिया हुआ है। पिछले साल 68 फीसदी रकबे में पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी लुधियाना द्वारा सिफारिश की गई किस्मों की बिजाई की गई।
इनमें से पीआर 121 किस्म अधिक झाड़ व कम खर्च के कारण किसानों में सबसे अधिक मकबूल हुई थी। क्योंकि एक तो इस किस्म ने झुलस रोग का बढ़िया ढंग से सामना किया और दूसरा इस किस्म ने बिजाई से 140 दिनों में पकने के बाद अक्टूबर माह के मध्य तक किसानों के खेत अगली फसल की बिजाई के लिए खाली कर दिए थे। यह बात डाॅ. प्रदीप कुमार जिला प्रसार माहिर फार्म सलाहकार सेवा केंद्र जेजे फार्म कपूरथला और भूमि विज्ञानी गन्ना खोज केंद्र कपूरथला के डाॅ. राजन भट्ट ने कही।
उन्होंने कहा कि धान की पूसा 44 किस्म (पीएयू द्वारा गैर प्रमाणित) तकरीबन 18 फीसदी रकबे में बीजी गई थी। इस किस्म का झाड़ चाहे थोड़ा अधिक है पर इसका उत्पादन खर्च लंबा समय लेने कारण पीएयू लुधियाना की परमल धान की किस्मों से ज्यादा है। यह किस्म तकरीबन 160 दिनों में पकती है और झुलस रोग का शिकार हो सकती है।
लंबा समय लेने कारण इसकी पराली की संभाल में भी दिक्कत आती है और गेहूं की बिजाई भी लेट हो सकती है। पूसा 44, पीली पूसा किस्में पीआर किस्मों से 15-20 फीसदी अधिक पानी व 2-3 स्प्रे अधिक मांगती है। इनकी पराली भी अधिक होती है। जिससे मुनाफा घटता है। एचकेआर 147 व एचकेआर 127 किस्में झुलस रोग का सामना नहीं कर सकती।
खेतीबाड़ी माहिरों ने कहा कि धान व बासमती के अधिक झाड़ के लिए किसानों को कद्दू करने से पहले खेत को लेजर कराहे से लैवल कर लेना चाहिए। धान की नई किस्म पीआर 127 की काश्त कलराठियां जमीन व गंदे पानी वाले इलाकों में नहीं करनी चाहिए। धान की अच्छी फसल लेने के लिए बीज का रोग रहित होना बहुत जरूरी है। बीज को साफ करने के लिए टब या बाल्टी में जरूरत के अनुसार पानी में डाले और अच्छी तरह से हिलाए।
जो हलका बीज पानी पर तैर जाए, उसे बाहर फेंक दें। 8 किलो भारी बीज से बीजी पनीरी एक एकड़ के लिए काफी होती है और पनीरी के पौधे स्वस्थ व एक जैसे होते है। चुने हुए बीज को 24 ग्राम स्परिंट (कारबेंडाजिम+मनकोजेब) के 10 लीटर पानी के घोल में बिजाई से 8-10 घंटे पहले डुबो लें और बिजाई से पहले छाया में सूखा लें। धान की पनीरी बीजने से 10 दिन पहले खेत में सरसों की खाल 40 ग्राम प्रति वर्ग मीटर के हिसाब से मिलाने से नीमाटोड की संख्या कम हो जाती है और पौधों की संख्या में सुधार होता है।
ज्यादा झाड़ व अच्छी क्वालिटी के लिए पीआर 124 व पीआर 126 किस्मों की 30 दिनों की पनीरी खेत में 1 इंच गहरी लगानी चाहिए। क्योंकि 2017 में पीआर 126 किस्म की 40-50 दिनों की पनीरी किसानों द्वारा खेतों में 3-4 इंच गहरी लगाने के कारण कम झाड़ की समस्या आई थी। ऐसा गहराई पर बीजे बीज का ज्यादा जोर लगने व अधिक उम्र की पनीरी लगाने कारण हुआ था। पनीरी बीजने का सही समय 15 से 30 मई है। परमल धान की पीआर 124 व पीआर 126 किस्म की पनीरी 25 से 30 मई के दौरान व बाकी किस्मों की पनीरी मई के तीसरे सप्ताह लगानी चाहिए।
कपूरथला के मोहल्ला किलेवाला में सरकारी गेहूं की पर्चियां बांटने को लेकर हुए विवाद में डिपो होल्डर के भाई की हत्या पर फगवाड़ा के डिपो होल्डरों के शिष्टमंडल विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल से मिला और खाद्यापूर्ति मंत्री भारत भूषण के नाम ज्ञापन सौंपा।
डिपो होल्डरों ने कहा कि कपूरथला में हुई इस हत्या के बाद सभी डिपो होल्डरों में दहशत है। उन्होंने मांग की कि जो भी दोषी है, उसको सख्त सजा दी जाए। डिपो होल्डर के परिवार को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने मांग की कि अनिल महाजन के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि डिपुओं पर गेहूं की सप्लाई समय पुलिस तैनात की जाए। उन्होंने मांग की कि जिन लोगों के नीले कार्ड की सूची से नाम कट गए हैं जांच कर उन्हें दोबारा शामिल किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में सुरिंदर मोहन, राज नारायण यादव, बीरा राम बलजोत, रुप लाल, भगवान दास, नरिंदर कुमार, जसपाल सिंह, अमरीक सिंह, कश्मीरी लाल व अन्य शामिल थे।
सरकारी गेहूं के वितरण के समय सुरक्षा के प्रंबध पुख्ता किए जाएं : भारत भूषण आशु
पंजाब के खाद्य और सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने सरकारी गेहूं वितरण के समय हर जिले में प्रशासन को सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के लिए कहा है। कपूरथला में डिपो होल्डर के भाई अनिल महाजन की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए मंत्री आशु ने कहा कि सरकारी गेहूं के वितरण को जल्द करने के लिए अपने डिपो होल्डर भाई की मदद कर रहे अनिल महाजन की पीट-पीटकर हत्या करना निंदनीय और कायराना है। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसलिए सभी जिलों के प्रशासन को आदेश जारी करते हुये कहा कि सरकारी गेहूं के वितरण के समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाए और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सामाजिक दूरी संबंधी जारी नियमों की पालना को यकीनी बनाया जाए। उन्होंने जिला खाद्य और सिविल सप्लाई अफसरों को हिदायत की कि वह सरकारी गेहूं के वितरण के समय विजिलेंस कमेटी की मौजूदगी को यकीनी बनाएं।
कपूरथला के मोहल्ला किलेवाला में सरकारी गेहूं की पर्चियां बांटने को लेकर हुए विवाद में डिपो होल्डर के भाई की हत्या पर फगवाड़ा के डिपो होल्डरों के शिष्टमंडल विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल से मिला और खाद्यापूर्ति मंत्री भारत भूषण के नाम ज्ञापन सौंपा।
डिपो होल्डरों ने कहा कि कपूरथला में हुई इस हत्या के बाद सभी डिपो होल्डरों में दहशत है। उन्होंने मांग की कि जो भी दोषी है, उसको सख्त सजा दी जाए। डिपो होल्डर के परिवार को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने मांग की कि अनिल महाजन के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने यह भी मांग की कि डिपुओं पर गेहूं की सप्लाई समय पुलिस तैनात की जाए। उन्होंने मांग की कि जिन लोगों के नीले कार्ड की सूची से नाम कट गए हैं जांच कर उन्हें दोबारा शामिल किया जाए। ज्ञापन सौंपने वालों में सुरिंदर मोहन, राज नारायण यादव, बीरा राम बलजोत, रुप लाल, भगवान दास, नरिंदर कुमार, जसपाल सिंह, अमरीक सिंह, कश्मीरी लाल व अन्य शामिल थे।
सरकारी गेहूं के वितरण के समय सुरक्षा के प्रंबध पुख्ता किए जाएं : भारत भूषण आशु
पंजाब के खाद्य और सिविल सप्लाई मंत्री भारत भूषण आशु ने सरकारी गेहूं वितरण के समय हर जिले में प्रशासन को सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने के लिए कहा है। कपूरथला में डिपो होल्डर के भाई अनिल महाजन की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए मंत्री आशु ने कहा कि सरकारी गेहूं के वितरण को जल्द करने के लिए अपने डिपो होल्डर भाई की मदद कर रहे अनिल महाजन की पीट-पीटकर हत्या करना निंदनीय और कायराना है। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसलिए सभी जिलों के प्रशासन को आदेश जारी करते हुये कहा कि सरकारी गेहूं के वितरण के समय सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाए और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सामाजिक दूरी संबंधी जारी नियमों की पालना को यकीनी बनाया जाए। उन्होंने जिला खाद्य और सिविल सप्लाई अफसरों को हिदायत की कि वह सरकारी गेहूं के वितरण के समय विजिलेंस कमेटी की मौजूदगी को यकीनी बनाएं।
सरकारी अस्पताल के ठेके पर कार्यरत कर्मचारियों द्वारा तनख्वाह न मिलने के विरोध में लगाया जा रहा धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। वहीं किसान मजदूर मुलाजिम तालमेल संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने इन कर्मचारियों के पक्ष में समर्थन करते हुए 11 मई से संघर्ष में शामिल होने का फैसला लिया है। संघर्ष कमेटी के प्रधान नोपाराम व महासचिव जरनैल सिंह ने बताया कि सिविल अस्पताल में काम करते इन कर्मचारियों को डीसी रेट से कम वेतन दिया जाता है। अब जब कोरोना महामारी से ये लोग सेवाएं दे रहे थे तो इन्हें कई माह से वेतन न देकर तंग परेशान किया जा रहा है। उन्होंने चेतावनी देते कहा कि अगर शीघ्र इस मसले का हल न किया गया तो उनकी संघर्ष कमेटी 11 मई से इनके संघर्ष में शामिल होगी।
कपूरथला के गांव बरिंदपुर का बस ड्राइवर कोरोना पॉजिटिव होने पर जालंधर के सरकारी अस्पताल से दाखिल है। अब उसे कपूरथला आइसोलेशन वार्ड में लाने की तैयारी चल रही है। यह ड्राइवर 29 अप्रैल को हजूर साहिब से श्रद्धालु लेकर जहां पहुंचा था। मंगलवार को टेस्ट रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया था।
इधर, सेहत विभाग ने बुधवार को सामने आए 4 पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 46 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए। सभी सैंपल जांच को भेज दिए है। रिपोर्ट 5 दिन बाद आने की संभावना है लेकिन सभी लोग 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहेंगे। वहीं, श्री हजूर साहिब से लौटे फगवाड़ा के गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बुधवार को सेहत विभाग का ज्यादातर फोक्स शहर के नरोत्तम विहार में रहा क्योंकि जहां का पॉजिटिव आया श्रद्धालु 14 दिन शहर में घूमता रहा था। नरोत्तम विहार में आने की खबर उसने पुलिस, सेहत विभाग और प्रशासन को भी नहीं दी थी। वह इतने दिनों में कहां-कहां गया, कितने लोगों को मिला, किस को मिला। सभी की संपर्क डिटेल बन रही है। मोहल्ले में आने वाले सभी रास्ते सील है। सेहत विभाग की टीमें घर घर में सर्वे करने में लगी है। अभी तक सेहत विभाग को शहर के पॉजिटिव मरीज के संपर्क में 22 लोगों के आने का पता चला है। सभी के सैंपल लेकर जांच को भेज दिए गए है।
हजूर साहिब से लौटे 42 पुलिस कर्मियों की टेस्ट रिपोर्ट आज आने की संभावना
सेहत विभाग ने बुधवार को जिला कपूरथला में 46 संदिग्धों के सैंपल लिए है। सबसे ज्यादा सैंपल कपूरथला से लिए गए है। जहां से विभाग ने 22 संदिग्धों के सैंपल लिए है। इसके अलावा फगवाड़ा से 13 व भुलत्थ से 11 सैंपल लिए गए है। सभी सैंपल जांच को भेज दिए गए है। अब यह 5 दिन बाद रिपोर्ट आएगी। लेकिन सभी को 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहना होगा। यह सभी सैंपल उन लोगों के लिए गए है जो पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में रहे है। हजूर साहिब से संगत के साथ कपूरथला में वीरवार रात को 42 पुलिस कर्मी भी आए थे, जिनको पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में क्वारेंटाइन किया गया है। इन कर्मचारियों की हजूर साहिब में ड्यूटी थी। शुक्रवार से सभी कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। आज वीरवार इनकी रिपोर्ट आने की संभावना है। चर्चा है कि यह रिपोर्ट को इतना समय कैसे लग गया है। कहीं इसे जान बूझ कर छिपाया तो नहीं जा रहा।
राजस्थान से लौटे 11 लोग फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वॉरेंटाइन
श्री हजूर साहिब से लौटे गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है। मंगलवार को 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अभी फगवाड़ा में करीब 52 लोगों की रिपोर्ट आनी पेंडिंग है। उधर, बुधवार को राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वारेंटाइन किया गया है। बता दें कि मंगलवार को फगवाड़ा के कुल 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दिल्ली से लौटे गांव नरूड़ का की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
मंगलवार को उनकी फैमिली के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल उनको 14 दिनों के लिए अस्पताल में ही रहना पड़ेगा। नोडल अफसर डॉ. रघुवीर सिंह ने बताया पवन कुमार के घर के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे। हरदीप लाल पिता बच्चन कौर दादी और भूपिंदर कौर बहन जिनको सिविल फगवाड़ा भर्ती कराया था। आज तीनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन उन्हें 14 दिनों के लिए अभी में रहना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि जो 20 व्यक्तियों के सैंपल लिए थे उनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
उधर, गाजियाबाद से लौटे फगवाड़ा के अर्बन स्टेट सीआरपी कालोनी के लोगों की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वही, गांव भुल्लाराई में हजूर साहब से लौटे लोगों के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को आई रिपोर्ट में फगवाड़ा के लखपुर के रहने वाले 6 लोगों की ओर रिपोर्ट निगेटिव आई है। बताया जा रहा है। सभी लोग श्री हजूर साहब से लौटे थे। उन्हें डीएनए में बने आइसोलेटेड वार्ड में रेफर कर दिया गया है। फगवाड़ा के सिविल अस्पताल के नोडल अफसर ने बताया कि फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में 53 लोग आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती है।
जीएनए में भी 18 लोग क्वारेंटाइन किए गए हैं। बुधवार को 6 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जो श्री हजूर साहब से लौटे थे। जिसमें जसपाल सिंह (37), दीदार सिंह (62), मुस्कान (12), सुखबीर (16), माही (8), मनीषा (32) सभी निवासी गांव लखपुर फगवाड़ा की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनको जीएनए में रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया फगवाड़ा में राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल में क्वारेंटाइन भी किया गया है।
कर्फ्यू में ढील के बाद बाजारों में बढ़ती भीड़ को देख सिटी कपूरथला पुलिस ने लिंक सड़कों को किया सील
डिप्टी कमिश्नर द्वारा कर्फ्यू में ढील का लगातार विस्तार किया जा रहा है। 7 से 11 बजे तक खुलने वाले सरकारी, गैर सरकारी विभाग अब 9 से 1 बजे खुलने के आदेश है। मंगलवार को आदेश लागू हुए मगर तब तक ग्राहकों की भीड़ बाजारों में जमा हो चुकी थी क्योंकि लोगों ने न्यूज पेपर सुबह पढ़ा। तब तक लोग खरीदारी के लिए निकल चुके थे। सोशल डिस्टेंसिंग की तो कहीं भी पालना नजर नहीं आई। पुलिस प्रशासन ने छूट के दौरान बुधवार को पूरे शहर की लिंक सड़कों और कई मुख्य मार्गों को सील कर दिया। पुलिस ने रेलवे रोड, सदर बाजार, सत्य नारायण बाजार की लिंक सड़कें सील कर दी मगर लोग संकरी गलियों व मोहल्लों से होकर बाजारों में पहुंच गए। बता दें कि 9 से 1 बजे तक सभी दुकानदारों को दुकानें खोलने की मंजूरी नहीं है।
सुबह 9 बजे के करीब बाजार खुल रहा था। भीड़भाड़ भी कोई खास नहीं थी। इस दौरान राहगीर सड़क पर गिरे 500 के दो नोट देखे तो हैरान रह गए। हालांकि नोटों से किसी तरह की कोई दहशत या चर्चा नहीं हुई। किसी ने फोन पर पुलिस को बुला लिया। पुलिस कर्मियों ने 500 के नोटाें की ईंटें रख घेराबंदी की और हाथों में दस्ताने पहन कर नोट उठाए।
बता दें कि सदर बाजार दोनों तरफ से पुलिस ने सील किया हुआ था, इसलिए भीड़ तो नहीं थी मगर आवाजाई जारी थी। इस दौरान शहीद भगत सिंह चौक के पास राहगीरों ने 500 के दो नोट गिरे दिखे तो पुलिस को सूचना दी। हेड कांस्टेबल अमरीक सिंह के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
इससे पहले 2 अप्रैल को चहल पहल वाले बाजार में स्कूटी सवार 500 व 2000 के नोट फेंक कर फरार हो गया था। जब तक पुलिस पहुंची दो नोट कोई व्यक्ति उठा कर भाग चुका था। नोटों को ऐसे बाजार में फेंकने के कारण शहर में दहशत का माहौल था। 4 दिन बीत जाने पर भी पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंचने में असफल रही है और अभी तक बरामद किए नोटों की फोरेंसिंग लैब से रिपोर्ट भी नहीं आई है। अब सदर बाजार में दो नोट मिलने से लोग हैरान है कि ऐसा काम किस उद्देश्य से किया जा रहा है।
थाना प्रभारी हरजिंदर सिंह बताया कि 2 अप्रैल को बाजार में नोट फेंकने वाले आरोपी और दो नोट उठाने वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। मगर बुधवार को सदर बाजार से 500 के दो नोट मिलने के कुछ समय बाद एक रेहड़ी चालक यह कह कर नोट ले गया कि वह जल्दी-जल्दी रेहड़ी लेकर सामान लेने जा रहा था कि अचानक ऊपर वाली जेब से नोट गिर गए। जो उसे लौटा दिए गए है।
कपूरथला के गांव बरिंदपुर का बस ड्राइवर कोरोना पॉजिटिव होने पर जालंधर के सरकारी अस्पताल से दाखिल है। अब उसे कपूरथला आइसोलेशन वार्ड में लाने की तैयारी चल रही है। यह ड्राइवर 29 अप्रैल को हजूर साहिब से श्रद्धालु लेकर जहां पहुंचा था। मंगलवार को टेस्ट रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया था।
इधर, सेहत विभाग ने बुधवार को सामने आए 4 पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 46 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए। सभी सैंपल जांच को भेज दिए है। रिपोर्ट 5 दिन बाद आने की संभावना है लेकिन सभी लोग 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहेंगे। वहीं, श्री हजूर साहिब से लौटे फगवाड़ा के गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बुधवार को सेहत विभाग का ज्यादातर फोक्स शहर के नरोत्तम विहार में रहा क्योंकि जहां का पॉजिटिव आया श्रद्धालु 14 दिन शहर में घूमता रहा था। नरोत्तम विहार में आने की खबर उसने पुलिस, सेहत विभाग और प्रशासन को भी नहीं दी थी। वह इतने दिनों में कहां-कहां गया, कितने लोगों को मिला, किस को मिला। सभी की संपर्क डिटेल बन रही है। मोहल्ले में आने वाले सभी रास्ते सील है। सेहत विभाग की टीमें घर घर में सर्वे करने में लगी है। अभी तक सेहत विभाग को शहर के पॉजिटिव मरीज के संपर्क में 22 लोगों के आने का पता चला है। सभी के सैंपल लेकर जांच को भेज दिए गए है।
हजूर साहिब से लौटे 42 पुलिस कर्मियों की टेस्ट रिपोर्ट आज आने की संभावना
सेहत विभाग ने बुधवार को जिला कपूरथला में 46 संदिग्धों के सैंपल लिए है। सबसे ज्यादा सैंपल कपूरथला से लिए गए है। जहां से विभाग ने 22 संदिग्धों के सैंपल लिए है। इसके अलावा फगवाड़ा से 13 व भुलत्थ से 11 सैंपल लिए गए है। सभी सैंपल जांच को भेज दिए गए है। अब यह 5 दिन बाद रिपोर्ट आएगी। लेकिन सभी को 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहना होगा। यह सभी सैंपल उन लोगों के लिए गए है जो पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में रहे है। हजूर साहिब से संगत के साथ कपूरथला में वीरवार रात को 42 पुलिस कर्मी भी आए थे, जिनको पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में क्वारेंटाइन किया गया है। इन कर्मचारियों की हजूर साहिब में ड्यूटी थी। शुक्रवार से सभी कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। आज वीरवार इनकी रिपोर्ट आने की संभावना है। चर्चा है कि यह रिपोर्ट को इतना समय कैसे लग गया है। कहीं इसे जान बूझ कर छिपाया तो नहीं जा रहा।
राजस्थान से लौटे 11 लोग फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वॉरेंटाइन
श्री हजूर साहिब से लौटे गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है। मंगलवार को 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अभी फगवाड़ा में करीब 52 लोगों की रिपोर्ट आनी पेंडिंग है। उधर, बुधवार को राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वारेंटाइन किया गया है। बता दें कि मंगलवार को फगवाड़ा के कुल 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दिल्ली से लौटे गांव नरूड़ का की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
मंगलवार को उनकी फैमिली के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल उनको 14 दिनों के लिए अस्पताल में ही रहना पड़ेगा। नोडल अफसर डॉ. रघुवीर सिंह ने बताया पवन कुमार के घर के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे। हरदीप लाल पिता बच्चन कौर दादी और भूपिंदर कौर बहन जिनको सिविल फगवाड़ा भर्ती कराया था। आज तीनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन उन्हें 14 दिनों के लिए अभी में रहना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि जो 20 व्यक्तियों के सैंपल लिए थे उनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
उधर, गाजियाबाद से लौटे फगवाड़ा के अर्बन स्टेट सीआरपी कालोनी के लोगों की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वही, गांव भुल्लाराई में हजूर साहब से लौटे लोगों के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को आई रिपोर्ट में फगवाड़ा के लखपुर के रहने वाले 6 लोगों की ओर रिपोर्ट निगेटिव आई है। बताया जा रहा है। सभी लोग श्री हजूर साहब से लौटे थे। उन्हें डीएनए में बने आइसोलेटेड वार्ड में रेफर कर दिया गया है। फगवाड़ा के सिविल अस्पताल के नोडल अफसर ने बताया कि फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में 53 लोग आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती है।
जीएनए में भी 18 लोग क्वारेंटाइन किए गए हैं। बुधवार को 6 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जो श्री हजूर साहब से लौटे थे। जिसमें जसपाल सिंह (37), दीदार सिंह (62), मुस्कान (12), सुखबीर (16), माही (8), मनीषा (32) सभी निवासी गांव लखपुर फगवाड़ा की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनको जीएनए में रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया फगवाड़ा में राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल में क्वारेंटाइन भी किया गया है।
कर्फ्यू में ढील के बाद बाजारों में बढ़ती भीड़ को देख सिटी कपूरथला पुलिस ने लिंक सड़कों को किया सील
डिप्टी कमिश्नर द्वारा कर्फ्यू में ढील का लगातार विस्तार किया जा रहा है। 7 से 11 बजे तक खुलने वाले सरकारी, गैर सरकारी विभाग अब 9 से 1 बजे खुलने के आदेश है। मंगलवार को आदेश लागू हुए मगर तब तक ग्राहकों की भीड़ बाजारों में जमा हो चुकी थी क्योंकि लोगों ने न्यूज पेपर सुबह पढ़ा। तब तक लोग खरीदारी के लिए निकल चुके थे। सोशल डिस्टेंसिंग की तो कहीं भी पालना नजर नहीं आई। पुलिस प्रशासन ने छूट के दौरान बुधवार को पूरे शहर की लिंक सड़कों और कई मुख्य मार्गों को सील कर दिया। पुलिस ने रेलवे रोड, सदर बाजार, सत्य नारायण बाजार की लिंक सड़कें सील कर दी मगर लोग संकरी गलियों व मोहल्लों से होकर बाजारों में पहुंच गए। बता दें कि 9 से 1 बजे तक सभी दुकानदारों को दुकानें खोलने की मंजूरी नहीं है।
सुबह 9 बजे के करीब बाजार खुल रहा था। भीड़भाड़ भी कोई खास नहीं थी। इस दौरान राहगीर सड़क पर गिरे 500 के दो नोट देखे तो हैरान रह गए। हालांकि नोटों से किसी तरह की कोई दहशत या चर्चा नहीं हुई। किसी ने फोन पर पुलिस को बुला लिया। पुलिस कर्मियों ने 500 के नोटाें की ईंटें रख घेराबंदी की और हाथों में दस्ताने पहन कर नोट उठाए।
बता दें कि सदर बाजार दोनों तरफ से पुलिस ने सील किया हुआ था, इसलिए भीड़ तो नहीं थी मगर आवाजाई जारी थी। इस दौरान शहीद भगत सिंह चौक के पास राहगीरों ने 500 के दो नोट गिरे दिखे तो पुलिस को सूचना दी। हेड कांस्टेबल अमरीक सिंह के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
इससे पहले 2 अप्रैल को चहल पहल वाले बाजार में स्कूटी सवार 500 व 2000 के नोट फेंक कर फरार हो गया था। जब तक पुलिस पहुंची दो नोट कोई व्यक्ति उठा कर भाग चुका था। नोटों को ऐसे बाजार में फेंकने के कारण शहर में दहशत का माहौल था। 4 दिन बीत जाने पर भी पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंचने में असफल रही है और अभी तक बरामद किए नोटों की फोरेंसिंग लैब से रिपोर्ट भी नहीं आई है। अब सदर बाजार में दो नोट मिलने से लोग हैरान है कि ऐसा काम किस उद्देश्य से किया जा रहा है।
थाना प्रभारी हरजिंदर सिंह बताया कि 2 अप्रैल को बाजार में नोट फेंकने वाले आरोपी और दो नोट उठाने वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। मगर बुधवार को सदर बाजार से 500 के दो नोट मिलने के कुछ समय बाद एक रेहड़ी चालक यह कह कर नोट ले गया कि वह जल्दी-जल्दी रेहड़ी लेकर सामान लेने जा रहा था कि अचानक ऊपर वाली जेब से नोट गिर गए। जो उसे लौटा दिए गए है।
सुबह 9 बजे के करीब बाजार खुल रहा था। भीड़भाड़ भी कोई खास नहीं थी। इस दौरान राहगीर सड़क पर गिरे 500 के दो नोट देखे तो हैरान रह गए। हालांकि नोटों से किसी तरह की कोई दहशत या चर्चा नहीं हुई। किसी ने फोन पर पुलिस को बुला लिया। पुलिस कर्मियों ने 500 के नोटाें की ईंटें रख घेराबंदी की और हाथों में दस्ताने पहन कर नोट उठाए।
बता दें कि सदर बाजार दोनों तरफ से पुलिस ने सील किया हुआ था, इसलिए भीड़ तो नहीं थी मगर आवाजाई जारी थी। इस दौरान शहीद भगत सिंह चौक के पास राहगीरों ने 500 के दो नोट गिरे दिखे तो पुलिस को सूचना दी। हेड कांस्टेबल अमरीक सिंह के साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
इससे पहले 2 अप्रैल को चहल पहल वाले बाजार में स्कूटी सवार 500 व 2000 के नोट फेंक कर फरार हो गया था। जब तक पुलिस पहुंची दो नोट कोई व्यक्ति उठा कर भाग चुका था। नोटों को ऐसे बाजार में फेंकने के कारण शहर में दहशत का माहौल था। 4 दिन बीत जाने पर भी पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंचने में असफल रही है और अभी तक बरामद किए नोटों की फोरेंसिंग लैब से रिपोर्ट भी नहीं आई है। अब सदर बाजार में दो नोट मिलने से लोग हैरान है कि ऐसा काम किस उद्देश्य से किया जा रहा है।
थाना प्रभारी हरजिंदर सिंह बताया कि 2 अप्रैल को बाजार में नोट फेंकने वाले आरोपी और दो नोट उठाने वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो पाई है। मगर बुधवार को सदर बाजार से 500 के दो नोट मिलने के कुछ समय बाद एक रेहड़ी चालक यह कह कर नोट ले गया कि वह जल्दी-जल्दी रेहड़ी लेकर सामान लेने जा रहा था कि अचानक ऊपर वाली जेब से नोट गिर गए। जो उसे लौटा दिए गए है।
कपूरथला के गांव बरिंदपुर का बस ड्राइवर कोरोना पॉजिटिव होने पर जालंधर के सरकारी अस्पताल से दाखिल है। अब उसे कपूरथला आइसोलेशन वार्ड में लाने की तैयारी चल रही है। यह ड्राइवर 29 अप्रैल को हजूर साहिब से श्रद्धालु लेकर जहां पहुंचा था। मंगलवार को टेस्ट रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया था।
इधर, सेहत विभाग ने बुधवार को सामने आए 4 पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आए 46 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए। सभी सैंपल जांच को भेज दिए है। रिपोर्ट 5 दिन बाद आने की संभावना है लेकिन सभी लोग 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहेंगे। वहीं, श्री हजूर साहिब से लौटे फगवाड़ा के गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बुधवार को सेहत विभाग का ज्यादातर फोक्स शहर के नरोत्तम विहार में रहा क्योंकि जहां का पॉजिटिव आया श्रद्धालु 14 दिन शहर में घूमता रहा था। नरोत्तम विहार में आने की खबर उसने पुलिस, सेहत विभाग और प्रशासन को भी नहीं दी थी। वह इतने दिनों में कहां-कहां गया, कितने लोगों को मिला, किस को मिला। सभी की संपर्क डिटेल बन रही है। मोहल्ले में आने वाले सभी रास्ते सील है। सेहत विभाग की टीमें घर घर में सर्वे करने में लगी है। अभी तक सेहत विभाग को शहर के पॉजिटिव मरीज के संपर्क में 22 लोगों के आने का पता चला है। सभी के सैंपल लेकर जांच को भेज दिए गए है।
हजूर साहिब से लौटे 42 पुलिस कर्मियों की टेस्ट रिपोर्ट आज आने की संभावना
सेहत विभाग ने बुधवार को जिला कपूरथला में 46 संदिग्धों के सैंपल लिए है। सबसे ज्यादा सैंपल कपूरथला से लिए गए है। जहां से विभाग ने 22 संदिग्धों के सैंपल लिए है। इसके अलावा फगवाड़ा से 13 व भुलत्थ से 11 सैंपल लिए गए है। सभी सैंपल जांच को भेज दिए गए है। अब यह 5 दिन बाद रिपोर्ट आएगी। लेकिन सभी को 21 दिन तक क्वारेंटाइन रहना होगा। यह सभी सैंपल उन लोगों के लिए गए है जो पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में रहे है। हजूर साहिब से संगत के साथ कपूरथला में वीरवार रात को 42 पुलिस कर्मी भी आए थे, जिनको पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी में क्वारेंटाइन किया गया है। इन कर्मचारियों की हजूर साहिब में ड्यूटी थी। शुक्रवार से सभी कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए थे। आज वीरवार इनकी रिपोर्ट आने की संभावना है। चर्चा है कि यह रिपोर्ट को इतना समय कैसे लग गया है। कहीं इसे जान बूझ कर छिपाया तो नहीं जा रहा।
राजस्थान से लौटे 11 लोग फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वॉरेंटाइन
श्री हजूर साहिब से लौटे गांव लखपुर के 6 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई है। मंगलवार को 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अभी फगवाड़ा में करीब 52 लोगों की रिपोर्ट आनी पेंडिंग है। उधर, बुधवार को राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में क्वारेंटाइन किया गया है। बता दें कि मंगलवार को फगवाड़ा के कुल 16 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दिल्ली से लौटे गांव नरूड़ का की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
मंगलवार को उनकी फैमिली के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल उनको 14 दिनों के लिए अस्पताल में ही रहना पड़ेगा। नोडल अफसर डॉ. रघुवीर सिंह ने बताया पवन कुमार के घर के 3 मेंबरों के सैंपल लिए थे। हरदीप लाल पिता बच्चन कौर दादी और भूपिंदर कौर बहन जिनको सिविल फगवाड़ा भर्ती कराया था। आज तीनों की रिपोर्ट निगेटिव आई है लेकिन उन्हें 14 दिनों के लिए अभी में रहना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि जो 20 व्यक्तियों के सैंपल लिए थे उनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।
उधर, गाजियाबाद से लौटे फगवाड़ा के अर्बन स्टेट सीआरपी कालोनी के लोगों की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वही, गांव भुल्लाराई में हजूर साहब से लौटे लोगों के संपर्क में आए लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को आई रिपोर्ट में फगवाड़ा के लखपुर के रहने वाले 6 लोगों की ओर रिपोर्ट निगेटिव आई है। बताया जा रहा है। सभी लोग श्री हजूर साहब से लौटे थे। उन्हें डीएनए में बने आइसोलेटेड वार्ड में रेफर कर दिया गया है। फगवाड़ा के सिविल अस्पताल के नोडल अफसर ने बताया कि फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में 53 लोग आइसोलेटेड वार्ड में भर्ती है।
जीएनए में भी 18 लोग क्वारेंटाइन किए गए हैं। बुधवार को 6 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जो श्री हजूर साहब से लौटे थे। जिसमें जसपाल सिंह (37), दीदार सिंह (62), मुस्कान (12), सुखबीर (16), माही (8), मनीषा (32) सभी निवासी गांव लखपुर फगवाड़ा की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उनको जीएनए में रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया फगवाड़ा में राजस्थान से लौटे 11 लोगों को फगवाड़ा के सिविल में क्वारेंटाइन भी किया गया है।
कर्फ्यू में ढील के बाद बाजारों में बढ़ती भीड़ को देख सिटी कपूरथला पुलिस ने लिंक सड़कों को किया सील
डिप्टी कमिश्नर द्वारा कर्फ्यू में ढील का लगातार विस्तार किया जा रहा है। 7 से 11 बजे तक खुलने वाले सरकारी, गैर सरकारी विभाग अब 9 से 1 बजे खुलने के आदेश है। मंगलवार को आदेश लागू हुए मगर तब तक ग्राहकों की भीड़ बाजारों में जमा हो चुकी थी क्योंकि लोगों ने न्यूज पेपर सुबह पढ़ा। तब तक लोग खरीदारी के लिए निकल चुके थे। सोशल डिस्टेंसिंग की तो कहीं भी पालना नजर नहीं आई। पुलिस प्रशासन ने छूट के दौरान बुधवार को पूरे शहर की लिंक सड़कों और कई मुख्य मार्गों को सील कर दिया। पुलिस ने रेलवे रोड, सदर बाजार, सत्य नारायण बाजार की लिंक सड़कें सील कर दी मगर लोग संकरी गलियों व मोहल्लों से होकर बाजारों में पहुंच गए। बता दें कि 9 से 1 बजे तक सभी दुकानदारों को दुकानें खोलने की मंजूरी नहीं है।
जिले में कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते बाहरी राज्यों से आए लोगों के रोजाना सैंपल लिए जा रहे हैं। जिसके तहत फिरोजपुर जिले में अब तक 1230 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं जिनमें से 736 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और 44 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मुक्तसर जिले में अब तक 1159 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं जिनमें से 666 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है और 66 लोगों पॉजिटिव आई है। पॉजिटिव आने वाले मरीजों को जिले के सिविल अस्पताल में एडमिट करवा दिया गया है।
जानकारी देते हुए डीसी फिरोजपुर कुलवंत सिंह ने बताया कि बुधवार को 3 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं अभी 447 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है और सेहत विभाग के अधिकारियों की लैब रिपोर्ट की कार्रवाई को तेज करवाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। फिरोजपुर में बड़ी तादाद में दूसरे राज्यों से लोग वापस फिरोजपुर लौटे हैं, जिन्हें प्रशासन की तरफ से स्थापित किए गए विभिन्न क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा गया है। यहां इन सभी लोगों की सैंपलिंग की जा रही है, साथ ही इनका पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उन्हें सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए शिफ्ट किया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ. नवदीप सिंह ने बताया कि जिले में इस वक्त कुल 42 एक्टिव केस हैं, इसके अलावा 6 संदिग्ध मरीजों का भी इलाज चल रहा है, जिनके सैंपल टेस्टिंग के लिए भेजे गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी मरीज डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में हैं और उन्हें बढ़िया इलाज मुहैया करवाया जा रहा है।
कोविड-19 महामारी के दाैरान स्कूल घर बैठे विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ा रहे हैं। डीएवी स्कूल हरिपुरा में विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ रचनात्मक गतिविधियां करवाई जा रही हैं, जिसमें सभी विद्यार्थी बड़े ही उत्साह से भागीदारी निभा रहे हैं। इस सप्ताह कक्षा तीसरी से पांचवी तक कहानी सुनाने, कक्षा छठी से आठवीं तक पत्र लेखन प्रतियोगिता तथा 9वीं से 12वीं तक स्लोगन लेखन प्रतियोगिता करवाई गई। कक्षा तीसरी में प्रनीत ने पहला, तनवीर सिंह ने दूसरा अाैर असीम देव ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा चौथी में मनवीर कौर ने पहला, मानवी ने दूसरा और अंजलि ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। कक्षा पांचवी में इकमन कौर ने पहला गुर सोहम कौर ने दूसरा अाैर महक दीप सिंह व जिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
कक्षा छठी में अवनूर ने प्रथम, निकिता ने द्वितीय अाैर ऐशनूर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा सातवीं में नयनतारा ने प्रथम, अशनूर ने द्वितीय एवं सनंदन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा आठवीं में खुशबू ने प्रथम, अनु ने द्वितीय तथा लीलाक्षी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा नवमी में प्रियंका ने पहला, बानी ने द्वितीय तथा गौतम ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा दसवीं में सहजदीप कौर ने प्रथम, चनप्रीत ने द्वितीय तथा अनामिका शर्मा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
कक्षा ग्यारहवीं में अनीशा ने प्रथम, हरप्रीत कौर ने द्वितीय तथा पायल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा 12वीं में शालू ने प्रथम, सिमरन ने द्वितीय अाैर गीतांजलि ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी विजयी विद्यार्थियों को अध्यापिका हरदीप कौर, अध्यापक अमनदीप सिंह, अध्यापक तरुण विज अाैर को-ऑर्डिनेटर जसबीर सिंह, किरण कंबोज, सुमनलता अाैर प्रीति बिश्नोई के प्रयास स्वरूप ई-सर्टिफिकेट से सम्मानित किया। इस अवसर पर प्राचार्य सुखदेव सिंह एवं विद्यालय के चेयरमैन बलबीर सिंह दानेवालिया ने सभी विजयी विद्यार्थियों को बधाई दी व भविष्य में सफलता प्राप्ति का आशीर्वाद प्रदान किया।
शहर में हुए विभिन्न झगड़ों में दो महिलाओं सहित चार लोग घायल हो गए। जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। नई आबादी निवासी रेणु पत्नी आकाश ने आरोप लगाया कि गत दिवस उसका बच्चों को लेकर पड़ोसियों से विवाद हुआ तो पड़ोसियों ने उसे मारपीट कर घायल कर दिया। देर रात्रि जब उसका पति अपनी रेहड़ी लेकर गली में आ रहा था तो पड़ोसियों ने उससे भी मारपीट की। इसी प्रकारे नई आबादी निवासी हनी ने आरोप लगाया कि गत दिवस वह गली में बेसहारा पशु को चारा डाल रहा था तो पड़ोसियों ने उससे मारपीट शुरू कर दी। जब बीच बचाव में उसकी पत्नी मीनाक्षी आई तो उसे भी घायल कर दिया। सभी घायलों को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
गांव महातम नगर सरकारी मिडल स्कूल की अाेर से शुरू की गई ऑनलाइन शिक्षा विद्यार्थियों के लिए बेहद लाभप्रद साबित हो रही है और ऑनलाइन शिक्षा में सरकारी मिडल स्कूल महातम नगर सभी स्कूलों से आगे निकल गया है। मुख्य अध्यापक कमल गर्ग ने बताया कि स्कूल की तरफ से समूह स्टाफ सदस्यों के सहयोग से विद्यार्थियों के लिये ऑनलाइन शिक्षा शुरू की गई है, जिसके तहत बच्चों को उनका कक्षा का सिलेबस नहीं बल्कि उन्हें उनकी रुचि के अनुसार पढ़ने और प्रतिभा को निखारने का मौका दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि स्कूल के अध्यापक विशाल कुमार गणित, बलजीत कौर सोशल स्टडीज, महिंदर कुमार अंग्रेजी, निधि सुखीजा हिन्दी, राखी हिन्दी व सोमा रानी शारीरिक शिक्षा विषय के बारे में ऑनलाइन शिक्षा मुहैया करवा रहे हैं। विद्यार्थियों में आत्मविश्वास और प्रतिभा को निखारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत ‘आगाज’ प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। ‘आगाज’ प्रोजेक्ट के जरिए अब तक विद्यार्थियों के सर्वपक्षीय विकास से जुड़ी 7 विशेष एक्टीविटी करवाई जा चुकी हैं, जिसमें लेखन, सुलेख मुकाबले, रंगोली विद फैमिली, हिन्दी हैंडराइटिंग, पंजाबी हैंडराइटिंग, अंग्रेजी हैंडराइटिंग, व्यायाम व योगा आदि करवाए जा चुके हैं।
विद्यार्थियों को कोविड-19 के प्रति जागरूक करते हुए घरों में रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। गर्ग ने बताया कि विद्यार्थियों को हर रोज प्राइवेट स्कूलों की भांति ऑनलाइन होमवर्क दिया जाता है और उसी दिन काम को भी चेक किया जाता है।
पूरे देश में करुणा नाम की महामारी के चलते अलग-अलग जगहों पर लोगों को एहतियात के चलते क्वरेंटाइन सेंटर स्थापित किए गए हैं। इसी कड़ी के तहत जलालाबाद के लाला जगत नारायण एजुकेशन कॉलेज में भी क्वरेंटाइन सेंटर स्थापित किया गया है है यहां पर 20 लोगों को उनकी सुरक्षा के चलते क्वरेंटाइन किया गया है। इन लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए लाला जगत नारायण एजुकेशन कॉलेज के चेयरमैन अशोक अनेजा अपने साथियों सहित वहां पर लोगों को सैनिटाइजर एवं बिस्किट वितरित किए।
गौरतलब है की सेवा कार्यों की कड़ी को लगातार चलाते हुए पीछे भी उन्होंने श्री राम शरणम् मिशन की ओर से एक रोटी बैंक का सेवा कार्य अपने देखरेख में स्थापित किया था। जहां पर तकरीबन 24 दिन 800 लोगों को सुबह शाम पका हुआ भोजन वितरित किया जाता था श्री अशोक अनेजा ने बातचीत करते हुए कहा कि जो भी आने वाले समय में सेवा उनके जिम्मे होगी वह पूरे दिल से उसका निर्वाह करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि कुक्कड, रमन छाबड़ा एवं और भी प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
दो विधानसभा, आबादी 5 लाख के करीब, एक एसडीएम और वो भी ऐसे मुश्किल समय में तहसीलदार को अतिरिक्त चार्ज देकर काम चलाना, पंजाब सरकार की प्रशंसा नहीं बल्कि खराब सिस्टम को उजागर कर रही है। मार्च के अंतिम सप्ताह अबोहर के एसडीएम विनोद बांसल को सरकार ने हटा तो दिया लेकिन उनकी जगह पर तहसीलदार जसपाल बराड़ को कार्यभार सौंपकर लोगों के लिए बड़ी समस्या पैदा कर दी है। एक तरफ सरकार प्रदेश में कर्फ्यू को धीरे-धीरे हटा रही है ताकि सरकार का रेवन्यू बढ़ सके लेकिन तहसीलदार जसपाल बराड़ को एसडीएम का चार्ज देने के बाद रजिस्ट्रियों का कार्य ठप पड़ा है।
लापरवाही के आरोप में एसडीएम का किया था तबादला
कर्फ्यू में सरकार द्वारा कुछ ढील देते हुए दुकानें खोलने के आदेश जारी किए हैं। ऐसे में पिछले कुछ दिनों से पंजाब में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या भी एक चिंता का विषय बनी हुई है। इस स्थिति को संभालने और लोगों को कर्फ्यू के नियमों का पालन करवाने के लिए एसडीएम बराड़ के पास स्टाफ की भी कमी है। अगर वह एसडीएम का काम देखते हैं, तो लोग तहसीलदार के काम की शिकायतें करने लगते हैं।
ये आ रहीं परेशानियां
}लोगों को तहसील से खाली हाथ वापस जाना पड़ता है
} बल्लुआना विधानसभा में सही ढंग से राशन नहीं बंट रहा
} लोगों को उचित समय पर परमिशन का न मिलना
} एसडीएम-कम-तहसीलदार का दफ्तर में न मिलना
} इलाके का दौरा न होना
} कर्फ्यू के नियमों का उल्लघंन
} सारा बोझ पुलिस पर आना
} रजिस्ट्रियां नहीं होना, सरकार के रेवन्यू का नुकसान
} 80 फीसदी जनता की शिकायत कार्य सही नहीं होने लोग हो रहे परेशान
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंधु ओर सिविल सर्जन हरचन्द सिंह के दिशा-निर्देशों व सीनियर मेडिकल अफसर डॉक्टर चन्द्र मोहन कटारिया की देखरेख में सीएचसी डब्वाला कलां के अधीन बने क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगो का कोविड टेस्ट के सैंपल लेने का काम युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है। इसके तहत कुल 3 सेंटरों से 59 लोगों के कोविड टेस्ट के सैंपल लिए गए। जिन्हें फरीदकोट भेज दिया गया है। डब्वाला कलां के अधीन क्वारेंटाइन सेंटरों में बनाई गई टीम में डॉक्टर अमित गुगलानी, डॉक्टर पंकज वर्मा, डॉक्टर अमित जसूजा, डॉक्टर संजू लेब टेक्निशयन प्रभजीत कौर और दिनेश शर्मा शामिल हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए ब्लॉक मॉस मीडिया इंचार्ज दिवेश कुमार ने बताया कि डब्वाला कलां के अधीन कुल 5 सेंटर बने हुए हैं। जिसमे कंबोज पैलेस, मिलन पैलेस, रेडियंट पब्लिक स्कूल, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल अरनिवाला, सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनवाला हनुवंता शामिल हैं। सेंटरों में चेकअप भी मेडिकल टीम द्वारा रोजाना किया जा रहा है जिसमें लोगों को रौटीन की दवाइयां दी जा रही हैं।
एक तरफ सरकार और प्रशासन कोविड-19 के चलते कोरोना जैसी महामारी से जंग लड़ने में लगा है। वहीं अचानक पाकिस्तान की ओर से आसमान के जरिए लाखों की तादाद में टिड्डी दल ने भारत में दस्तक दे दी है। लाखों की तादाद में आसमान में पाकिस्तान की ओर से उड़कर फिर से टिड्डी दल ने भारत की फसलों पर हमला बोला है। ये टिड्डी दल लगभग 160 पेड़ों पर डेेरे डाल कर बैठा हुआ है। हालांकि, प्रशासन को सूचना मिलते ही प्रशासन मौके पर पहुंच गया और इस पर स्प्रे कर इसे मारा जा रहा है।
फाजिल्का जिले के भारत-पाकिस्तान सरहद के साथ सटे रूपनगर और वारेका गांव में भारी तादाद में टिड्डी दल पाकिस्तान की ओर से भारत में दाखिल हुआ है। किसान बर्तन खड़का उसको उड़ा रहे हैं। प्रशासन स्प्रे करवाने में जुटा है, मिली जानकारी के मुताबिक इन गांवों में लगभग 150 से अधिक वृक्षों पर टिड्डी दल का समूह इकट्ठा हो गया था।
फाजिल्का में स्थापित अलग-अलग क्वारेंटाइन केन्द्रों में रोगाणु नाशक दवा का छिड़काव करवाया जा रहा है जिससे यहां रहने वाले श्रद्धालुओं और अन्य लोगों को कोरोनावायरस से बचाया जा सके। यह जानकारी जिले के डिप्टी कमिश्नर अरविन्द पाल सिंह संधू ने दी। उन्होंने कहा कि समूह कर्मचारी सैनिटाइजर का छिड़काव करने और सफाई कार्य करते समय क्वारेंटाइन सेंटरों में पीपीई किटें डाल कर जाते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की हिदायतों के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा के साथ सभी नियमों का पालन किया जा रहा है और यह यकीनी बनाया जा रहा है कि इन केन्द्रों में रह रहे लोग पूरी तरह सुरक्षित और तंदरुस्त रहें और अपना एकांतवास का समय पूरा करके खुशी के साथ अपने घरों को लौटें।
नगर कौंसिल के सैनिटरी इंस्पेक्टर नरेश खेड़ा ने बताया कि शहर की अलग-अलग स्थानों पर सफाई कार्यों और सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव संबंधी मुहिम लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि शहर के साथ फाजिल्का में स्थापित क्वारेंटाइन सेंटरों में भी रोगाणु मुक्त दवा का छिड़काव करवाया जा रहा है और सफाई प्रबंधों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके अलावा मच्छरों की रोकथाम के लिए क्वारेंटाइन सेंटरों में फॉगिंग भी करवाई जा रही है।
उन्होंने बताया कि सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल लड़कियां और लड़के, शाह पैलेस, राधा स्वामी सत्संग डेरा फिरोजपुर रोड, डीसी मॉडल स्कूल और एमआर कॉलेज आदि क्वारेंटाइन सेंटरों में रोगाणु मुक्त स्प्रे करवाया गया। सफाई कार्यों और सैनिटाइजर के छिड़काव के समय हमारे स्टाफ की सुरक्षा हमारी बड़ी प्राथमिकता होती है और वर्जित क्षेत्र में जाने के समय हमारे कर्मचारी पीपीई किट डाल कर जाते हैं और यह यकीनी बनाया जाता है कि वह अंदर किसी भी वस्तु को छुएं न और न ही अंदर के किसी व्यक्ति के सीधे संपंर्क में आएं।
कर्फ्यू के दौरान लोगों को खरीदारी के लिए बेशक प्रशासन ने 9 बजे से एक बजे तक की ढील दे दी है, लेकिन इस ढील की लोगों द्वारा जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है। दुकानों पर भीड़ जमा हो रही है, वहीं दुकानदार समय से पहले व बाद तक दुकानें खोलकर रख रहे हैं। इसके अलावा प्रशासन ने बाजारों में पैदल जाने की ही हिदायत दे रखी हैै, लेकिन इसके बावजूद लोग अपने वाहनों पर बाजारों में पहुंचते हैं जिसे रोकने के लिए पुलिस सख्ती बरत रही है।
लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो चुका है, लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले में बढ़ोतरी लगातार जारी है। कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामले से आम लोगों में भी दहशत का माहौल है। हालांकि प्रदेश सरकार की ओर से कंटेनमेंट जोन और रेड जोन को छोड़कर कर ग्रीन व आरेंज जोन में कुछ राहतें दी गई हैं। अगर जिला फाजिल्का की बात करें तो डिप्टी कमिश्नर अरविन्द पाल सिंह संधू की ओर से जारी आदेशों के बाद से सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक कर दिया गया है।
शहर में बाजारों में एकाएक भीड़ देखी जा रही है। इस दौरान न तो लोग फेस मास्क का उपयोग कर रहे हैं और न ही शारीरिक दूरी के नियमों का पालन करे रहे हैं। ऐसे में इस तरह की लापरवाही कहीं शहर वासियों को भारी न पड़ जाए और प्रदेश सरकार व लोगों की अब तक की मेहनत शून्य न हो जाए।
बाजारों में 70 पुलिस जवान तैनात
थाना सिटी पुलिस ने कर्फ्यू के दौरान बिना मंजूरी घूमने वाले 3 युवकों पर मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी बलकार सिंह ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के दौरान लॉकडाउन व कर्फ्यू के संबंध में कर्फ्यू ड्यूटी के संबंध में सिटी एरिया फाजिल्का रवाना हुए। जब पुलिस पार्टी गश्त करती हुई साइकिल बाजार पहुंची तो 3 युवक घूमते दिखाई दिए जिन्होंने अपना नाम समीर उर्फ गुड्डू, अंकुश, सुरिंदरपाल उर्फ शिंदा वासी आर्य नगर बताया। जिनके पास बाहर घूमने संबंधी कोई मंजूरी नहीं थी। सिटी थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि प्रशासन के आदेशों की उल्लंघना न हो इसके लिए उनके द्वारा 70 से अधिक पुलिस बल पूरी मुस्तैदी से बाजारों पर नजर रख रहा है। बाजारों में प्रशासन के आदेशों की पालना के लिए 11 नाके, 7 पेट्रोलिंग व पीसीआर लगाए गए हैं। उनके व डीएसपी जगदीश कुमार द्वारा सुबह 9 से 1 बजे तक बाजारों में चेकिंग की जा रही है।
जिले में अब तक 39 श्रद्धालु संक्रमित
सिविल सर्जन डॉ. हरचन्द सिंह ने बताया कि अब तक 1634 व्यक्तियों के सैंपल लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि 6 मई को 6 रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से नांदेड़ साहिब से लौटे एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने बताया कि अब तक 1634 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 608 निगेटिव हैं और 987 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 39 कोरोना एक्टिव केस पाए गए हैं।
डिप्टी कमिश्नर कुलवंत सिंह के दिशा-निर्देशानुसार एसडीएम अमित गुप्ता के नेतृत्व में गांव लोहगढ़ में पंजाब के बाहरी राज्यों से आए व्यक्तियों के कोरोना टेस्ट की प्रक्रिया शुरू की गई। इस मौके पर एसएमओ फिरोजशाह वनिता भुल्लर के नेतृत्व में मेडिकल टीम की ओर से सोढी नगर, तखतूवाला और लोहगढ़ में क्वारंटाइन किए गए व्यक्तियों की गांव लोहगढ़ में टेस्टिंग की गई। जानकारी देते हुए नायब तहसीलदार यादविंद्र सिंह ने बताया कि क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों की सेहत का ध्यान रखने के लिए प्रशासन की ओर से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में व्यक्तियों को किसी प्रकार की मुश्किल पेश नहीं आने दी जाएगी और हर रोज गांव वाइज टेस्टिंग की जाएगी। इस अवसर पर ब्लाॅक और पंचायत अधिकारी घल्लखुर्द गुरजिन्दर सिंह, कौर सिंह और मनोहर लाल आदि उपस्थित थे।
रेलवे राज्य सरकारों द्वारा मांगी गई ट्रेनों को चला रही है। रेलवे केवल राज्य सरकार द्वारा निर्धारित यात्रियों को स्वीकार कर रहा है, अन्य किसी यात्री समूह या व्यक्ति को स्टेशन पर नहीं आना है। लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को अपने मूलस्थान पर जाने के लिए जालंधर से गाजीपुर सिटी के लिए एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन पांच मई की रात चलाई गई। जालंधर सिटी से लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के लिए एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन आज चलाई गई जो कि 1200 यात्रियों के साथ दोपहर में रवाना हुई।
सम्पूर्ण व्यवस्था सुचारू ढंग से की गई थी, बोर्डिंग के समय प्रत्येक यात्री द्वारा सामाजिक दूरी का पालन एवं मास्क पहनना, कतारबद्ध तरीके से चढ़ना, प्रत्येक कोच में यात्रियों की संख्या को सीमित करना सुनिश्चित किया गया था। ट्रेन को एस्कॉर्ट
करने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के जवानों को नियुक्त किया गया है।
करोनावॉयरस बीमारी के चलते गत 45 दिनों से लगातार दिन रात अपनी सेवाएं निभा रहे पुलिस कर्मचारियों की जिला पुलिस द्वारा चेकिंग की जा रही है व जरूरत का सामान मुहैया करवाया जा रहा है। आज इसी संबंध में अरुण कुमार मित्तल आईजी बठिंडा रेंज, बठिंडा द्वारा जिला मुक्तसर में लगे पुलिस नाकों का जायजा लिया व उन्होंने वहां आ रही मुश्किलों को सुना व नाकों के दौरान ड्यूटी करने के लिए जरूरत अनुसार सामान मुहैया करवाया गया। आईजी ने कहा कि पुलिस कर्मचारी कफ्र्यू के दौरान गत 45 दिनों से लगातार ड्यूटी कर रहे हैं व यह पुलिस कर्मचारी बहुत बढ़िया व लगन से अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
उन्होंने पुलिस कर्मचारियों की दुख तकलीफें सुनी व मौके पर ही निपटारा किया। उन्होंने कहा कि गर्मी का मौसम आ गया है व नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को ड्यूटी दौरान कोई मुश्किल न आए इसलिए उनको गर्मी से बचने के लिए बडी छतरियां लगाकर दी गई हैं व पानी वाली बोतलें दी गई हैं। पुलिस कर्मचारियों की शारीरिक सामर्थ्य को बरकरार रखने के लिए विटामिन सी की दवाएं दी गई। उन्होंने कहा कि नाकों पर पुलिस कर्मचारियों को चाय वाली केतली, पानी के वाटर कूलर व रिफ्रेशमेंट दिए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों के पास पुलिस टीमों के साथ मेडिकल टीमें भेजकर उनका शारीरिक टैस्ट भी करवाया जा रहा है। नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को सेनिटाइजर, मास्क व दस्ताने भी बांटे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मचारियों को हिदायत की गई है कि वह अपनी ड्यूटी दौरान प्रत्येक से शारीरिक दूरी बनाकर रखें। इस समय एसएसपी राजबचन सिंह संधू ने बताया कि नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को कोई मुश्किल न आए इसके लिए हमारे द्वारा थोड़े थोड़े समय बाद जाकर उनसे बातचीत की जा रही है व उनको जरुरी सामान मुहैया करवाया जा रहा है।
इस समय गुरमेल सिंह एसपी (एच), कुलवंत राए एसपी (पीबीआई), बलविंदर सिंह एसपी (अप्रेशन), गुरतेज सिंह डीएसपी गिद्दडबाहा, तलविंदर सिंह डीएसपी मुक्तसर, एसआई अमनदीप सिंह मुख्य अफसर थाना सिटी मुक्तसर, संजीव गुप्ता प्रधान व विनोद बांसल वाइस प्रधान अग्रवाल सभा मुक्तसर आदि उपस्थित थे।
कैमिस्ट एसोसिएशन ने मरीजों को मुफ्त दवा वितरित की। इस मौके मरीजों को मुफ्त दवा देने की शुरूआत एडीसी (विकास) रजिंदर बत्रा ने की। कैमिस्ट एसोसिएशन के प्रधान प्रेम चंद गर्ग, सचिव पंकज गुप्ता ने कहा कि पीजीआई चंडीगढ़ से कुछ माह पहले गुर्दे बदलवा कर आए मरीज को एसोसिएशन ने 25 हजार रुपए की दवा दी। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन सदस्य एसोसिएशन के सदस्यों के सहयोग से जिला प्रशासन व जिला ड्रग विभाग के निर्देशों के तहत ही जरूरतमंदों को दवा वितरित कर रहे हैं।
एसोसिएशन अभी तक 70 हजार रुपए की दवा जरूरतमंदों को वितरित कर चुकी है। इस मौके पर एडीसी (विकास) रजिंदर बत्रा, ड्रग इंस्पेक्टर सुधा देहल ने कहा कि हर संस्था को प्रशासन के सहयोग से जरूरतमंदों की सहायता करनी चाहिए।
(पूजा सिंह)कोरोना के केस बढ़ने के साथ-साथ लाॅकडाउन भी बढ़ता जा रहा है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं तो बच्चों के साथ पैरेंट्स में भी तनाव बढ़ रहा है। इसी काे देखते हुए नेशनल काउंसिल फॉर एजूकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एनसीईआरटी) की ओर से टैलीफोनिक काउंसिलिंग शुरू की गई है। इसके तहत हर क्षेत्र में काउंसिलर नियुक्त किए गए हैं। इनकी रीजन वाइज लिस्ट वेबसाइट ncert.nic.in पर उपलब्ध है। नाॅर्थ रीजन में भी 56 काउंसिलर्स के कांटेक्ट लिस्ट दी गई है। जिसमे पेरेंट्स व स्टूडेंट्स अपनी परेशानी डिस्कस कर रहे हैं।
ऑनलाइन क्लासेस के दाैरान वीडियाे बंद करके घूमता रहता है, कैसे समझाएं?
काउंसिलर दीपिका शर्मा के मुताबिक कई बार ऑनलाइन क्लास में बच्चे टिककर नहीं बैठते। वीडियाे बंद कर देते हैं। ऐसे बच्चों के साथ पैरेंट्स को खुद भी बैठना चाहिए। जब भी बच्चा क्लास ले रहा हाे ताे आप भी क्लास में इंट्रेस्ट दिखाएं। टीचर काे रिक्वेस्ट करें कि वीडियाे कांफ्रेंस में हर बच्चे के साथ आई कांटेक्ट रखें।
बच्चा 12वीं में है, टीवी से ध्यान नहीं हटता, डांटो तो कमरा बंद कर लेता है?
ऐसे बच्चों को घर में एक्टिविटीज में इनवॉल्व करें। टाइम टेबल बनाएं, जिसमें टीवी, नेटफलिक्स, इंडाेर एक्टिविटी व पढ़ने आदि का समय निर्धारित हाे। खास बात है कि उसे प्यार से समझाएं। कई बार 12वीं की परीक्षा पड़ी होने के कारण भी बच्चे का मन नहीं लगता। न समझ पाता है कि आगे कहां एडमिशन लेनी है।
क्लासरूम जैसा माहाैल नहीं मिलता, इसलिए फाेकस नहीं बन पा रहा?
ऑनलाइन टीचिंग व क्लासरूम टीचिंग में दिन-रात का अंतर है अभिभावक राेज बच्चाें से क्लास में क्या पढ़ाया, इस बारे पूछे। रिवीजन टेस्ट लें। इसका बड़ा कारण यह है कि बच्चों को क्लासरूम जैसा माहौल नहीं मिल पा रहा होता। घर में बैठकर पढ़ना मुश्किल है लेकिन धीरे-धीरे प्रेक्टिस के बाद यह ठीक हो जाएगा।
काेराेनावायरस के कारण कहीं हमारा भविष्य ताे नहीं खराब हाे जाएगा?
काउंसिलर गुरप्रीत काैर ने बताया कि कई कॉल्स ऐसी आती हैं, जिनमें बच्चे परीक्षाओं को लेकर डरे हुए हैं। उन्हें भविष्य खराब होने का डर सता रहा है। वे ऐसे बच्चों को समझाती हैं कि हालात अभी मुश्किल जरूर हैं, लेकिन ऐसे माहाैल में भी पाॅजीटिविटी बनाएं रखें। आपकी परीक्षाएं भी हाेंगी। कुछ समय की बात है, फिर सब ठीक हाेगा।
कर्फ्यू में शराब तस्करी कर रहे भार्गव कैंप के रहने वाले तस्कर राजकुमार राजू की एक्सीडेंट में मौत हो गई। हादसे में उसका साथी वरुण जख्मी हो गया है। हादसा बुधवार बाद दोपहर करीब 3:30 बजे 66 फुटी रोड पर हुआ। इस दौरान सिटी की ओर से रहे ट्रक के बीच में एक्टिवा टकरा गई। थाना-7 की पुलिस ने करतारपुर के गांव कुद्दोवाल के रहने वाले ट्रक ड्राइवर जसपाल सिंह के बयान पर शराब तस्करी और कर्फ्यू तोड़ने और तेज रफ्तार में वाहन चलाने का केस दर्ज किया है। केस में राजकुमार के साथी वरुण को आरोपी बनाया है। वरुण को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
ट्रक ड्राइवर के बयान पर शराब तस्करी, कर्फ्यू उल्लंघन और तेज रफ्तार ड्राइविंग का केस दर्ज
ट्रक ड्राइवर जसपाल सिंह ने पुलिस को बताया कि वह सरिया छोड़ कर शहर की तरफ आ रहा था। 66 फुटी रोड पर पंजाब एवेन्यू से मिट्ठापुर को जाती सड़क वाले चौक को उसका ट्रक पार कर रहा था कि तेज रफ्तार एक्टिवा उसके ट्रक में आ टकराई। हादसे में शराब की बोतलें टूट गईं। एंबूलेंस को कॉल कर जख्मी को सिविल अस्पताल पहुंचाया। थाना-7 के एसएचओ नवीन पाल सिंह ने कहा कि वरुण ने माना कि वह डीजे पर लेबर का काम करता है। कर्फ्यू के कारण कोई काम नहीं था तो राजू को साथ मिलकर फोलड़ीवाल एरिया से शराब लेकर आए थे।
कर्फ्यू में शराब की तस्करी करते हुए वे लोग गंदे नाले के पास से होते हुए पंजाब एवेन्यू पहुंच गए थे। वहां से 66 फुटी रोड पर जाना था। राजू तेज रफ्तार से एक्टिवा चला रहा था। उसे पुलिस का डर था। इस दौरान चौक में पता ही नहीं चला कि कब एक्टिवा ट्रक से टकरा गई। एसएचओ ने कहा कि वरुण से गहराई से पूछताछ की जाएगी, ताकि पता चल सके कि शराब किस तस्कर से लेकर आए थे। शव पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल में भेजा गया है।