(सुशील भार्गव)लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ने लगा है। पिछले चार दिनों में ही यह कई जिलों में दोगुना हो गया है। छह जिले ऐसे हैं जहां पर यह 150 के पार पहुंच चुका है। हालांकि इन दिनों में यह अमूमन इससे भी अधिक होता रहा है। अबकी बार करीब 45 दिनों तक चले लॉकडाउन में यह सभी जिलोंमें 100 के नीचे पहुंच गया था। पर्यावरण वैज्ञानिकों के अनुसार ऐसा वर्ष 1970 से 1980 के बीच रहा है। वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है और इनसे जो धूल उड़ती है, इससे भी प्रदूषण बढ़ता है। औद्योगिक गतिविधियां भी शुरू हो गई हैं, वहीं रबी फसल की कटाई के बाद शुक्रवार को प्रदेशभर में 355 जगह फसल अवशेष जलाए गए। इससे भी प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है।
8 मई को कहां अधिक जले फसल अवशेष
फतेहाबाद में 26, हिसार में 34, झज्जर में 98, जींद में 25, रोहतक में 34, पानीपत में 17, सिरसा मंे 21, सोनीपत में 40, कुरुक्षेत्र में 10, कैथल में 12 जगहों पर फसल अवशेष जलाए गए हैं।
इटारसी स्टेशन परिसर पर भले सन्नाटा है, लेकिन पटरियों पर इंजनों का शोर बता रहा है कि लॉकडाउन खुलने के बाद ट्रेनों की रफ्तार कम नहीं होगी। लाॅकडाउन में ट्रेनें बंद हैं, लेकिन ट्रेनों को रफ्तार देने वाले इंजनों को हर दूसरे दिन एक से दाे घंंटे तक वॉर्मअप किया जा रहा है। डीजल और इलेक्ट्रिक लोको (इंजन) की बैटरी न उतरे, काेई तकनीकी खराबी न आए इसलिए रेलकर्मी उन्हें स्टार्ट कर चेक कर रहे हैं। इटारसी में लगभग 100 इंजनाें का डीजल और एसी (विद्युत) लोको शेड के रेलकर्मी 45 दिन मेंटेनेंस कर रहे हैं। विद्युत लोको शेड, डीजल शेड, जीसी-4, जीसी-5 और रेलवे स्टेशन परिसर में जगह-जगह रेलवे ट्रैक पर दर्जनों डीजल और इलेक्ट्रिकल लोको एक के पीछे एक कतार में खड़े हैं।
लोको इंजन की बैटरी ना उतरे और खराबी ना आए इसके लिए करीब 15 रेलकर्मी (शंटर्स) कहीं 1 घंटे ताे कहीं 2 घंटे जरूरत के हिसाब से प्रतिदिन इंजनाें काे स्टार्ट करके रखते हैं। इन कर्मचारियाें की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।
इतने इंजनाें का मेंटेनेंस
चौकी सेमरी थाना सोहागपुर के अंतर्गत आने वाले ग्राम जमुनिया में शुक्रवार की दोपहर शार्ट सर्किट से रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित मकानों में आग लग गई। आग से तीन मकान चपेट में आ गए। आग से तीनों मकान में घर के अंदर रखा सामान जलकर नष्ट हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जिस समय आगजनी की घटना हुई उस समय घर पर कोई मौजूद नहीं था।
तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम ने बताया कि आगजनी की घटना में श्यामाबाई पति मोहन नाथ उम्र 40 वर्ष, मांगीलाल पिता शंकरलाल उम्र 30 वर्ष एवं संजूनाथ पिता रघुनाथ उम्र 28 वर्ष सभी निवासी रेलवे स्टेशन के पास जमुनिया गांव के रहने वाले थे। तहसीलदार ने बताया कि जिस समय आगजनी की घटना हुई सभी लोग नजदीक के गांव में मूंग की रखवाली करने गए थे। आगजनी की घटना में तीनों परिवारों का घर गृहस्थी का सामान खाने-पीने सामग्री ओढ़ने बिछाने के कपड़े और रहने का मकान जलकर नष्ट हो गया है। तहसीलदार ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद वास्तविक नुकसान का पता लग सकेगा। प्रशासन द्वारा प्रारंभिक तौर पर तीनों परिवारों को पंचायत के माध्यम से आर्थिक मदद उपलब्ध कराई गई है। प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
बेगूंगुलाना गांव में पांच दिन पहले युवक की हत्या के बाद उसकी पत्नी और जेठ को पुलिस ने गिरफ्तार किया। ऐसे में जेठ की 4 वर्षीय बालिका परी अकेली रह गई। क्योंकि उसकी मां पहले ही पिता को छोड़कर चली गई थी। पिता और चाची के जेल चले जाने से बालिका की परवरिश करने वाला नहीं रहा। ऐसे में बच्ची बुआ और फूफा परी को ले गए। परी की मां दो साल पहले छोड़कर चली गई थी। बालिका के पिता मदनलाल शर्मा और चाची को चाचा भागचंद की हत्या के मामले में जेल भेज दिया गया। ऐसे में परी के संरक्षक उसके बुआ और फूफा बने। भीलवाड़ा जिले की जहाजपुर तहसील भीलड़ी निवासी छोटूलाल शर्मा और संतोष देवी शर्मा परी के बुआ-फूफा है। घटना के दूसरे ही दिन ये गुलाना पहुंचे और परी को ले गए। छोटूलाल ने बताया कि जिसकी गलती है उसे सजा मिले, बालिका की परवरिश हम करेंगे। हमारे एक बेटा है। परी की बेटी की तरह देखभाल करेंगे। घटना के दिन परी घर में मौजूद थीं। घटना को याद कर वह रो पड़ती है।
शिवपुर में एक आरक्षक की दबंगई से लोग परेशान हैं। ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को आवेदन सौंपकर आरक्षक पर कार्रवाई करने की मांग की है।ग्रामीणों ने थाना प्रभारी रविंद्र पाराशर को बताया कि उक्त आरक्षक हर किसी को रोककर डंडे मारता है। महिलाओं के साथ भी आरक्षक द्वारा अभद्रता की जा रही है। वहीं कलारी के सामने किसी व्यक्ति को पाइप फेंककर मारा, जाे उस व्यक्ति को न लगकर अशोक धनवारे पिता मिश्रीलाल धनवारे के बच्चे को लगा। जिससे बच्चे को चोट आई है। बच्चेे के माता-पिता जब आरक्षक को समझाइश तो आरक्षक ने उनके साथ अभद्रता की। इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को आवेदन देकर आरक्षक पर कार्रवाई कीमांग की है।
थाना प्रभारी रविंद्र पाराशर ने कहा कि ग्रामीणाें की शिकायत पर हम इस मामले की निष्पक्ष जांच करा रहे हैं और साक्ष्य मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते प्रशासन द्वारा आवश्यक सेवाएं एवं किराना दुकानों को होम डिलीवरी के अलावा अन्य दुकानें खोलकर बाजार में भीड़ बढ़ाने की अनुमति प्रदान नहीं की गई है, बावजूद इसके शहर के दुकानदार शासन के उक्त आदेश का पालन ना करते हुए ग्राहकों को सामान बेच रहे हैं। शुक्रवार की सुबह प्रशासन को जैसे ही इस बात की जानकारी लगी पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा और जो व्यापारी आधी शटर खोलकर दुकान से सामान बेच रहे थे उन्हें अंतिम चेतावनी देकर दुकानें बंद कराई। एसडीएम वंदना जाट एवं तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम ने व्यापारियाें काे चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इसके बाद दुकानें खुली मिली ताे दुकानों को सील करने की कार्रवाईकी जाएगी।
माल्हनवाड़ा चेकपोस्ट पर पुलिस ने गुरुवार को एक युवक को देशी शराब तस्करी करते हुए पकड़ा है। आरोपी यूरिया की सफेद प्लास्टिक की बोरी में शराब छुपा कर जा रहा था। इसमें 180 मिली के 50 नग रखे थे। एएसआई गौरीशंकर मांझी ने बताया कोरोना वायरस के चलते माल्हनवाड़ा चेकपोस्ट पर चेकिंग की जा रही है। इसी दौरान राहुल पिता लखनलाल कुशवाहा (21) ग्राम सलैयाफज्जू निवासी को रोककर पूछताछ की गई। राहुल प्लास्टिक की बोरी में सीलबंद 50 नग पाव (9 लीटर) देशी शराब रखे था। जिसकी कीमत करीब 2500 रुपए है। आरोपी शराब के संबंध में किसी प्रकार के दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका। पुलिस ने मामला दर्ज कर शराब जब्त की है। आरोपी को मुचलके पर छोड़ दिया गया है।
लॉकडाउन में मेडिकल स्टाेर पर किडनी एवं मानसिक राेगियाें की दवा की डिमांड बढ़ी है। जिलेभर के मेडिकल दूर से इन दिनाें सेटनेटाइजर एवं मास्क बेचने की दुकानाें की तरह नजर अा रहे हैं। जिले में 350 मेडिकल स्टाेर पर राेज 7000 मास्क एवं 150 लीटर सेनेटराइजर बिक रहा है। हालांकि ट्रांसपाेर्टेशन सुविधा जारी रहने से अब जिले में मास्क एवं सेनेटराइजर की कमी नहीं है। डाेर टू डाेर भी दवा पहुंचाने का सिलसिला जारी है। कैंसर एवं किडनी सहित गंभीर बीमारियाें से ग्रसित करीब 30 मरीजाेंकाे औसतन दवा उनके घर के पास के मेडिकलाें तक पहुंचाने की पहल भी वरदान साबित हाे रही है।
लाॅकडाउन के शुरुआत के दिनाें में ट्रांसपाेर्टेशन बंद था। भीलवाड़ा जिला काेराेना जाेन बना ताे हमारे जिला मुख्यालय के मेडिकल स्टाेर पर मास्क एवं सेनेटाइजर खत्म हाे गए थे। 10 रुपए वाले थ्री लेयर मास्क की कीमत भी 20 रुपए हाे गई थी। ट्रांसपाेर्टेशन चालू हाेने पर मास्क एवं सेनेटराइजर की सप्लाई पटरी पर आई। अब थ्री लेयर मास्क आसानी से 8-10 रुपए में मिलने लगे। इन दिनाें दर्द के साथ किडनी, कैंसर, शुगर की दवा पहले के मुकाबले अधिक बिक रही है। कारण गंभीर राेगी उदयपुर, अहमदाबाद या अन्य शहराें में जा नहीं पा रहे हैं। जिला मुख्यालय पर लाेगाें काे घर पर दवा उपलब्ध कराने के लिए अलग से कंट्राेल रूम भी है।
घर बैठे दवा पहुंचाने का जिम्मा अाैषधि नियंत्रक अधिकारी रामकृष्ण सिंह ने उठाया, पहुंचा रहे दवा
गांवाें में रहने वाले किडनी, मिर्गी, कैंसर व मानसिक राेगियाें काे घर बैठे दवा पहुंचाने का जिम्मा औषधि नियंत्रक अधिकारी रामकृष्ण सिंह ने उठा रखा है। उनके माेबाइल नंबर 9461782201 कंट्राेल रूम के लिए दे रखे हैं। जयपुर, अहमदाबाद, उदयपुर, काेटा से दवा मंगवाकर राेगी के गांव के पास वाले मेडिकल तक भिजवाई जा रही है। अब तक करीब 300 से अधिक मरीजाें काे दवा भेज चुके हैं। कंट्राेल रूम में ड्रग इंस्पेक्टर रामकृष्ण सिंह प्रभारी एवं अनुपम भंडारी सहायक प्रभारी है। कुंभानगर हाउसिंग बाेर्ड क्षेत्र में केमिस्ट एसाेसिएशन के सचिव सुशील अग्रवाल, सिटी क्षेत्र में ओम भंडारी, चामटीखेड़ा कैलाशनगर, नगर पालिका काॅलाेनी में जानकारीलाल साेनी, प्रतापनगर रेलवे स्टेशन क्षेत्र में धमण आनंद, सेंती क्षेत्र में प्रशांत डगवार, मधुवन सेगवा हाउसिंग बाेर्ड में भारत चांदवानी, चंदेरिया क्षेत्र में अरुण कुमार, गांधीनगर क्षेत्र में अनुराग द्विवेदी, महेशनगर, शास्त्रीनगर, कीरखेड़ा एवं भाेईखेड़ा क्षेत्र में अरविंद समदानी डाेर टू डाेर दवा उपलब्ध करा रहे।
कोरोना लॉकडाउन में कई लाेग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। जरूरतमंद गरीब, और मजदूराें के लिए विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा के मार्गदर्शन में 45 दिनों से भोजन पैकेट वितरित किए जा रहे हैं। अब विधायक की पहल पर हर जरूरतमंद परिवार को 10 से 15 दिन की राशन सामग्री दी जाएगी। इसके लिए शुक्रवार काे विधायक ने प्रशासनिक अधिकारियाें के साथ बैठक की। राशन पैकेट में आटा, दाल, चावल, तेल मसाले साबुन और मास्क भी दिया जाएगा। इसकी माॅनिटिरिंग एसडीएम आदित्य रिछारिया, सीएमओ माधुरी शर्मा करेंगी। बैठक में पीयूष शर्मा, एसडीएम आदित्य रिछारिया, सीएमओ माधुरी शर्मा, तहसीलदार शैलेन्द्र बडोनिया, एसडीओपी मोहन सारवान, थाना प्रभारी विक्रम रजक, पीयूष शर्मा, प्रकाश शिवहरे, आनंद पारे, महेश चौकसे, लक्ष्मण सिंह, अशोक द्विवेदी, हरि शर्मा, मनोहर बढ़ानी, महेंद्र चौकसे, हंस राय, मुकेश श्रीवास्तव सहित बिल्डर एसोसिएशन, लोहा सीमेंट व्यापारी संघ, किराना व्यापारी संघ, सहित समाजसेवी शामिल रहे।
बिजली कंपनी द्वारा लाइन में सुधार के लिए पेड़ों की टहनियां छंटनी का काम किया जा रहा है, इससे पूरे शहर में कचरा फैल रहा है। सीएमओ विनोद कुमार प्रजापति ने नाराजगी जताते हुए बिजली कंपनी से कचरे को हटवाने या नपा को सूचना देकर छंटाई का काम करने के लिए कहा है। बिजली कंपनी के जेई उमाकांत यादव ने कहा है कि वे स्टाफ को इस बारे में निर्देश देंगे कि शहर की सड़कों पर कचरा ना फैले।
इन दिनों बिजली कंपनी के द्वारा बारिश के मौसम के पहले की जाने वाली मरम्मत का काम किया जा रहा है। जेई उमाकांत यादव ने बताया कि हर वर्ष बारिश के पूर्व बिजली कंपनी पेड़ की उन शाखाओं को छांट देती है जो बिजली के तारों तक आ रही होती हैं। इन दिनों बिजली कंपनी यही कार्य कर रही है। सीएमओ प्रजापति ने बताया कि बिजली कंपनी के सुधार कार्य के चलते शहर के पचमढ़ी रोड, सांडिया रोड और रेलवे फाटक क्षेत्र में पेड़ों की शाखाओं को काटा जा रहा है। बिजली कंपनी का स्टाफ़ पेड़ों की छंटनी करने के बाद आगे बढ़ जाता है। पेड़ों की कटी हुई टहनियां मुख्य रोड पर पड़ी रहती हैं जिनके कारण पूरे शहर में मुख्य रोड पर कचरा हो रहा है। जो भी वाहन चल रहे हैं उन्हें चलाने में परेशानी हो रही है।
इस बारे में नगरपालिका की ओर से एक पत्र भी बिजली कंपनी को दिया गया था। जिसमें उन्होंने कहा कि पेड़ों की टहनियों का कचरा बिजली कंपनी अपने वाहन से उठवा ले। अगर बिजली कंपनी को इसमें कोई परेशानी आ रही है तो वह नगर पालिका को पूर्व में सूचना दे सकती है। बिजली कंपनी जेई उमाकांत यादव ने कहा कि वे इस बारे में स्टाफ को सचेत कर रहे हैं कि टहनियों का कचरा उठा लिया जाए। अगर कचरे की मात्रा अधिक हो जाती है तो नपा की सफाई शाखा से उसे हटाने के लिए सहयोग ले लिया जाए।
समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, सरसों, मसूर की खरीदी चल रही है, इसलिए इनके दाम बाजार दाम से अधिक हैं। लंबे समय से भंडारित फसलों को समर्थन मूल्य पर बेच कर व्यापारी मोटा मुनाफा कमाते हैं। पिछले साल इसी तरह की गड़बड़ी कई जगह सामने आई थी। इस वर्ष शासन से एक आदेश जारी किया गया है। खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण के संचालक अविनाश लवानिया ने आदेश जारी करते हुए गेहूं, चना, सरसों, मसूर की निकासी पर रोक लगा दी है। अति जरूरी होने पर कलेक्टर अथवा उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी की पूर्व अनुमति के बिना गोदाम फसलों का समर्थन मूल्य पर खरीदी जा रही हैं, व्यापारी नहीं निकाल सकेंगे।
(मनोज कुमार)सोनीपत शराब घोटाले की पड़ताल के लिए तीन सीनियर अफसरों की एसआईटी का गठन मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे। एसआईटी में शामिल होने वाले अफसरों के नामों की सिफारिश गृह मंत्री अनिल विज की ओर से कर दी गई है। इसमें पुलिस महकमे से स्टेट विजिलेंस ब्यूरो के एडीजीपी सुभाष यादव और एक्साइज एंड टेक्सेशन डिपार्टमेंट से एडिशनल कमिश्नर विजय सिंह का नाम है। एसआईटी का नेतृत्व करने के लिए तीन सीनियर आईएएस के नाम भेजे हैं।
विज की ओर से भेजे गए तीन सीनियर आईएएस में 1986 बैच के संजीव कौशल, 1987 बैच के टीसी गुप्ता और 1991 बैच के अशोक खेमका का नाम शामिल हैं। गृह मंत्री ने खेमका का नाम प्राथमिकता पर रखा है। विज ने दूसरे नंबर पर तीनों में सीनियर आईएएस संजीव कौशल का नाम लिखा है, वे भी काफी सीनियर और सुलझे अफसर हैं। वे एक्साइज एंड टेक्सेशन डिपार्टमेंट रह चुके हैं और विभाग के बारे में अंदर तक बखूबी जानते हैं। टीसी गुप्ता इस समय बिजली समेत कई विभागों के साथ ही सीएम अनाउंसमेंट भी देख रहे हैं।
यह है पूरा मामला
सीएम नाम फाइनल करेंगे : विज
गृह मंत्री अनिल विज ने बतायाकितीन सीनियर आईएएस, एडीजीपी और एक्साइज डिपार्टमेंट अफसरों के नाम सीएम को भेजे हैं। वे हीं एसआईटी में अफसरों के नाम फाइनल करेंगे। मेरी प्राथमिकता आईएएस में अशोक खेमका हैं। दूसरे नंबर संजीव कौशल का नाम है। एसआईटी ऐसे संभावित अन्य मामलों की भी जांच करेगी।
महाराष्ट्र, तेलंगाना व हैदराबाद के अलावे अन्य कई प्रान्तों से आए प्रवासियों व स्थानीय समेत कुल 124 लोगों की स्क्रीनिंग शुक्रवार को सदर अस्पताल भभुआ में की गई। दरअसल प्रवासी बीते दिनों दूसरे प्रांत से आए हैं।
इनमें शामिल महाराष्ट्र से आए भभुआ थाना क्षेत्र के अखलासपुर गांव निवासी परवेज़ खान, गुडगांव से अपने गांव तिवई आए महाबली, सिकंदराबाद से अखलासपुर गांव आए बबलू, हैदराबाद से ओदार गांव आए रंजन कुमार, तेलंगाना से गांव कोहारी आए रामभरोसे, हैदराबाद से दारौली गांव आए छठु प्रजापति, पंजाब से दारौली गांव आए पारसनाथ समेत स्थानीय लोगों की थर्मल जांच की गई। थर्मल जांच कर रहे थर्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को जिन 124 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई उनमें महाराष्ट्र और हैदराबाद समेत विभिन्न प्रान्तों से कैमूर के विभिन्न गांव लौटे लोगों के अलावे स्थानीय लोग शामिल हैं।
शहर में संक्रमित क्षेत्र में चल रहा सैनिटाइज्ड अभियान
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का फैलाव शहर में न हो इसलिए सैनिटाइज्ड अभियान चलाया जा रहा है। दरअसल कोरोना का कहर भभुआ शहर से लेकर चैनपुर और जिले के दुर्गावती और नुआंव इलाके में भी पहुँच चुका है। इससे लोगों को नगर और जिला प्रशासन लागातार सचेत रहने के लिए चेता रही है। इधर, नगर को कोरोना से बचाव के लिए सेनेटाइज्ड किया जा रहा है। नगर के संक्रमित वार्ड के अलावे विभिन्न वार्डों में निवास करने वाले लोगों को वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घरों में ही रहने की अपील जिला और नगर प्रशासन कर रहा है।
पंजाब ने नहीं संभाला तो बच्चों और सामान को पीठ पर लादकर करीब 400 प्रवासी श्रमिक 6 दिन पैदल चलकर लुधियाना से अम्बाला पहुंच गए। बॉर्डर से करीब 8 किलोमीटर आगे 5-7 पुलिस कर्मियों ने डंडे अड़ाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। श्रमिकों की भीड़ नहीं रुकी तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो डरे श्रमिक इधर-उधर भागने लगे। बाद में पुलिस ने कुछ को पकड़कर ट्रकों से वापस पंजाब बॉर्डर के आसपास छोड़ दिया।
अब लॉकडाउन के तीसरे चरण में और बढ़ा पलायन
अब श्रमिक परिवारों के साथ बड़े समूहों में जा रहे हैं। कुछ इस उम्मीद में हैं कि रास्ते में उन्हें न कहीं कहीं से बस या ट्रेन मिल जाएगी। फिलहाल पैदल चलने के साथ ही मौसम की गर्माहट और पेट की आग दिक्कत बढ़ा रही है।
जिले के 98 अपग्रेड हाई स्कूलों में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। अपग्रेड स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बेहतर बनाने के लिए राज्य स्तर से मिले दिशा निर्देश के आलोक के अपग्रेड स्कूलों में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति को लेकर जिला स्तर पर प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी सूर्यनारायण ने बताया कि सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से उनके प्रखंड क्षेत्र में स्तिथ प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में स्कूलों में कार्यरत स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की सूची मांगी गई है।
जिसके बाद कई प्रखंडों से जिला कार्यालय को स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराई जा चुकी है। अपर सचिव सह निदेशक माध्यमिक शिक्षा गिरवर दयाल सिंह। 11 मई को। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए स्थिति का जायजा लेंगे। जिला स्तर पर वर्तमान शैक्षणिक सत्र में सभी पंचायतों में वर्ग 9 के संचालन की तैयारी की अद्यतन स्थिति के बारे में जानकारी ली जाएगी।इसके अलावा हड़ताल समाप्ति की घोषणा के मद्देनजर फरवरी 2020 के कार्यरत अवधि के लिए शिक्षकों के वेतन भुगतान की स्थिति का जायजा लिया जाएगा।
प्रतिनियुक्त शिक्षकों को देनी होगी रिपोर्ट
वैसे पंचायतों की संख्या जहां वर्ग 9 का संचालन वर्तमान शैक्षणिक सत्र से प्रारंभ किया जाना है। उसकी भी रिपोर्ट देनी होगी। ऐसे पंचायतों में अवस्थित कितने विद्यालयों के लिए स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति हेतु चिन्हित किया जा चुका है इसकी जानकारी देनी होगी। इसके अलावा कितने विद्यालयों के लिए शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के लिए आदेश निर्गत किया जा चुका है इसकी भी जानकारी मांगी गई है।
अपग्रेड स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था बदहाल
कई स्कूलों में विषयवार शिक्षकों का घोर अभाव है। इसके अलावा हाई स्कूलों में शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया भी स्थगित है। अपग्रेड किए गए हाई स्कूलों में विषयवार शिक्षकों का घोर अभाव है। छात्रों के शिक्षण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। लॉक डाउन के समाप्ति के बाद विद्यालय खुलेंगे। स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति विद्यालयों में होने से हजारों छात्र इससे लाभान्वित होंगे।
प्रक्रिया की जा चुकी है शुरू: डीईओ
अपग्रेड हाई स्कूलों में स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की दिशा में विभागीय कार्यवाही शुरू की जा चुकी है। विज्ञान,गणित और सामाजिक विज्ञान के स्नातक प्रशिक्षित शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति अपग्रेड हाई स्कूलों में की जाएगी। शिक्षण व्यवस्था को बेहतर करने के लिए राज्य स्तर से मिले दिशा निर्देश के आलोक में स्नातक शिक्षकों के प्रतिनियुक्ति के संबंध में कार्यवाही की जा रही है। -सूर्यनारायण, जिला शिक्षा पदाधिकारी कैमूर
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव से बचाव और नियंत्रण में लगे स्वयंसेवकों के सम्मान में 2 मिनट तक तालियां बजायी गई। मौका था, विश्व रेडक्रास दिवस का। इस परिपेक्ष्य में शुक्रवार को भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी जिला शाखा भभुआ में विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया गया। शाखा के स्वयंसेवक एवं गणमान्य जन की उपस्थिति में सोशल डिस्टेंसिंग का सम्यक अनुपालन करते हुए सादा समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेयरमैन डा. रामेश्वर प्रसाद सिंह ने रेडक्रॉस को विश्व मानवता की सेवा में अग्रणी संगठन बताया। नोबल कोरोना महामारी के समय फ्रंटलाईन वारियर्स एवं पीड़ित लोगों की बढ़ चढ़कर सहायता के लिए उन्होंने शाखा अध्यक्ष डीएम डा. नवल किशोर चौधरी के अहर्निश प्रयत्नों की मुक्तकंठ से सराहना की एवं स्वयंसेवकों को उनके निष्ठापूर्ण परिश्रम एवं सहयोग के लिए सम्मानित किया।
उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए संस्था को तीन बार मिल चुका है नोबेल शांति पुरस्कार: सचिव प्रसून कुमार मिश्र ने कहा कि विश्व मानवता की सेवा को समर्पित अंतरराष्ट्रीय संगठन रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना हेनरी ड्यूनेण्ट द्वारा सन् 1863 में जेनेवा में की गई। उत्कृष्ट सेवा कार्यों के लिए संस्था को तीन बार 1917, 1944 एवं 1963 में नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है। रेडक्रॉस संस्थापक हेनरी ड्यूनेण्ट के जन्मदिन 8 मई को विश्व रेडक्रॉस दिवस मनाया जाता है। उन्होंने शाखा के स्वयंसेवकों एवं सहयोगियों को कोरोना महामारी के नियंत्रण में अभूतपूर्व योगदान के लिए धन्यवाद दिया।
जिलावासियों से रेडक्रॉस में सहयोग की अपील की गई
जिलावासियों से रेडक्रॉस में अधिकाधिक सहयोग की अपील की। कोषाध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि कोरोना महामारी में शाखा 200 लीटर सेनेटाइजर, 10 हज़ार फेस मास्क, काफी मात्रा में राहत सामग्री मूल्य लगभग चार लाख रुपए फ्रंटलाईन वारियर्स एवं पीड़ित लोगों के बीच वितरित कर चुकी है। कार्यक्रम में प्रदेश प्रतिनिधि छोटेलाल शुक्ल, वरीय स्वयंसेवक सुनील तिवारी, अरविन्द कुमार जायसवाल, जितेन्द्र उपाध्याय, सुरेश अग्रवाल गुड्डू, विपिन बिहारी पाण्डेय मुन्ना, राकेश कुमार, संजय माली आदि लोग थे।
मोहनिया में पदस्थापित सिंचाई विभाग के एक हेड क्लर्क के अकाउंट से साइबर क्रिमिनलों ने एक 11 लाख रुपए हैक कर लिए। पीड़ित के मोबाइल पर कैश हैक होने के मैसेज की खबर जब पीड़ित को लगी वे स्तब्ध रह गए। इस मामले को लेकर पीड़ित क्लर्क ने सदर थाना भभुआ में अज्ञात साइबर क्रिमिनलों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर के आवेदन में पीड़ित हेड क्लर्क रवीश कुमार पांडेय ने कहा है कि मेरा वेतनभोगी खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा भभुआ में है।
8 मई को मेरे मोबाइल नंबर 9431684 585 पर मेरे बैंक अकाउंट से कुल 11 लाख रुपए निकासी की सूचना मैसेज द्वारा प्राप्त हुआ जबकि उक्त निकासी मेरे द्वारा नहीं की गई है। थाने को दिए गए आवेदन में सिंचाई यांत्रिकी प्रमंडल के हेड क्लर्क ने कहा है कि वे तीन दिन पहले यानी 5 मई को मुगलसराय उत्तर प्रदेश में मेरे द्वारा एटीएम से कुल 10 हज़ार रुपए निकासी की गई। परंतु यह रुपया मुझे प्राप्त नहीं हुआ।
एनी डेस्क एप्लिकेशन इंस्टॉल करने के बाद हुआ हैक
पीड़ित ने कहा है कि एनी डेस्क एप्लीकेशन इंस्टॉल करने के पश्चात मेरा 10 हज़ार रुपए वापस तो नहीं आया, लेकिन 8 मई को खाते से कुल 11 लाख रुपए गलत तरीके से निकासी हो गई। इस मामले को लेकर पीड़ित ने अज्ञात साइबर क्रिमिनल के विरुद्ध एफआईआर का आवेदन देकर थाना पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। सदर थाना इंस्पेक्टर रामानंद मंडल ने कहा है कि पुलिस वारदात की तफ्तीश में जुट गई है।
कोरोना लॉकडाउन के बीच प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद जिले के बाहर से लोग अपने घरों के लिए वापसी कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर प्रशासन द्वारा विशेष नजर रखी जा रही है। शुक्रवार सुबह तहसील कार्यालय में स्थानीय मेडिकल स्टाफ एवं पुलिस स्टाफ की एक बैठक हुई। इसमें तहसीलदार पुष्पेंद्र निगम ने बताया कि अभी तक ब्लॉक में कुल 13 लोगों ने घर वापसी की है, सभी का मेडिकल चेकअप होने के बाद उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है। बाहर से आए लोगाें को 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन करने का निर्देश दिए है। बैठक में सोहागपुर बीएमओ रेखा सिंह गौर, टीआई अजय तिवारी सहित मेडिकल और पुलिस स्टाफ मौजूद था।
नगर में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद भी मेडिकल टीम कर्मवीरता दिखाते हुए लगातार सैंपल लेने में जुटी है। हॉटस्पॉट नया बाजार, इंद्रा कॉलोनी, लखारा गली आदि जहां संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों के बस स्टैंड परिसर, पुराना रेफरल अस्पताल पुलिस चौकी के पास सैंपल लिए जा रहे। इस काम में हॉस्पिटल के एक मात्र लैब टेक्नीशियन इरशाद खान सबसे महत्वपूर्ण कोरोना वॉरियर्स है। जो अपने परिवार की चिंता किए बिना भारी भरकम सिक्योरिटी ड्रेस पहन लगातार चार से पांच 5 घंटे सैंपलिंग कर रहे है। इस कारण वह पिछले 13 दिन से अपने घर भी नहीं गए। बच्चे, माता-पिता व पत्नी से मोबाइल पर ही बात कर लेते हैं। यहां अब तक दो हजार से अधिक सैंपल लिए जा चुके हैं।
कर्मयोद्धा राकेश अहमदाबाद में कर रहा संक्रमितों की सेवा
जाटों का खेड़ा का युवक राकेश जाट अहमदाबाद में काेराेना संक्रमिताें की सेवा कर रहा है। नर्सिंगकर्मी राकेश लगातार प्रतिदिन 10 घंटे कोरोना संक्रमिताें की सेवा में लगा है। राकेश ने बताया कि प्रतिदिन विभिन्न स्थानों के सैंपल में पॉजिटिव आने वालाें की सेवा में कर रहा हूं। प्रतिदिन 10 घंटे काम करना पड़ता है। खाने का समय भी नहीं मिल पाता है। संक्रमिताें की बढ़ती संख्या को देखते खाने की इच्छा भी नहीं होती है। हमारा लक्ष्य संक्रमिताें की सेवा, पाॅजिटिव माहाैल देना और उनका हाैसला बढ़ाना है। इसी कारण अब तक पीड़ितों में से करीब 46 फीसदी लोग निगेटिव होकर घर जा चुके हैं। वृद्ध माता-पिता पर फोन पर बातचीत करते हैं। हालचाल पूछ लेता हूं। राकेश ने क्षेत्र के लोगों से अपील की है कि घर में ही रहें। आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर निकले। मुंह पर मास्क या रूमाल जरूर लगाएं।
भारी भरकम सिक्योरिटी ड्रेस पहन लगातार चार से पांच 5 घंटे सैंपलिंग कर रहे है। इस कारण वह पिछले 13 दिन से अपने घर भी नहीं गए। बच्चे, माता-पिता व पत्नी से मोबाइल पर ही बात कर लेते हैं। यहां अब तक दो हजार से अधिक सैंपल लिए जा चुके हैं।
आखिरकार स्कूल शिक्षा विभाग ने वाॅट्सएप ग्रुप के माध्यम से सरकारी स्कूल के स्टूडेंट्स काे ऑनलाइन पढ़ाई करवाना संभव नहीं है। लाेक शिक्षण संचालनालय के उच्च अधिकारियाें ने जारी अपने आदेश में कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्राें में पढ़ने वाले सरकारी और निजी स्कूलाें के स्टूडेंट्स दूरस्थ क्षेत्राें में रहते हैं। जिनके पास माेबाइल और इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
ऐसे में अब लाेक शिक्षण संचालनालय ने ग्रामीण क्षेत्राें के स्टूडेंट्स तक नई कक्षाओं के विषय की कक्षाएं पहुंचाने के लिए दूरदर्शन पर कक्षाएं संचालित करने के निर्देश दिए हैं। अब 11 मई से 30 मई तक दूरदर्शन पर कक्षाएं संचालित हाेंगी। दूरदर्शन पर क्लासरूम के नाम से यह कक्षाएं संचालित हाेंगी।
जनरल प्रमाेशन पाने वाले स्टूडेंट्स के लिए लगेगी क्लास
जाे स्टूडेंट्स काे जनरल प्रमाेशन मिलने से अगली कक्षा में पहुंच गए हैं। उन्हें नई कक्षा के विषय में आधार ज्ञान के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। क्याेंकि सत्र समय पर शुरु नहीं हाेने के कारण नई कक्षाओं में अध्यापन का समय कम मिलेगा। ऐसे में बाेर्ड कक्षाओं में जनरल प्रमाेशन से पहुंचने वाले स्टूडेंट्स का रिजल्ट ना बिगड़े इसी बात काे ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग नई कक्षाओं की पढ़ाई शुरु करने के प्रयास कर रहा है।
जिले में ई-पास के लिए लाेगाें काे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अब पाेर्टल पर ई-पास के आवेदन ही नहीं हाे पा रहे हैं। जिले में फंसे राजस्थान के लाेगाें काे अब वापसी के लिए पास नहीं मिलेंगे। राजस्थान सरकार ने अपनी सीमाओं काे सील कर दिया है। इसके चलते अब कई लाेग परेशान हैं। एसपीएम के अनूप मीणा काे अपने परिवार काे लेने के लिए राजस्थान जाना था। ई-पास नहीं मिलने से अब वह फैमली काे नहीं ला पा रहे हैं। ई- पास के पाेर्टल पर भी राजस्थान के लिए पास काे बंद कर दिया गया है। उत्तराखंड के मनाेज डबराल ने बताया दाे दिन से वह साइट पर ई पास के लिए आवेदन करना चाह रहा है। पर आवेदन हाेने के बाद समिट नहीं हाे रहा। सर्वर डाउन हाेने से लाेगाें काे परेशानी हाे रही है। जिला ई गर्वेनेंस अधिकारी संदीप चाैरसिया ने बताया की सर्वर नहीं चलने से पास जारी करने की समस्या आ रही है। ई-पास के लिए मेपआइटी के सीईओनंदकुमारन ने बताया की एक साथ हजाराे लाेगाें के आवेदन एक साथ करने से साइट सर्वर धीमा चलता है। पहले हम 10 हजार आवेदन एक दिन में ले रहे थे। अब हमारी क्षमता 40 हजार की हाे गई है।
राज्य सरकार की एनआईसी ने कोरोना जांच के लिए एक आरटी-पीसीआर एप लांच किया है। इस एप पर सारा डिटेल लैब टेक्नीशियनों को डालना है और फिर सैम्पल जांच के लिए भेजना होगा। जिस व्यक्ति का सैंपल लिया जाएगा, उसके मोबाइल नम्बर पर एक विशेष ओटीपी जाएगा। उक्त ओटीपी को ही लैब टेक्नीशियन अपने मोबाइल एप पर डालेगा, उसके बाद प्रक्रिया शुरू होगी। मरीज के मोबाइल पर ही जांच रिपोर्ट सीधे पहुंच जाएगी। राष्टीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक डॉ एसके चौरसिया ने सभी सिविल सर्जन को अनिवार्य रूप से एप का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया है।
जादू-टोना और भूत-प्रेत करने के शक पर एक महिला की टांगी व चाकू घोंप नृशंस हत्या कर दी गई थी। पुलिसिया अनुसंधान में महिला की हत्या का आरोप उसके पड़ोसी पर ही आया है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार आरोपित अधौरा थाना क्षेत्र के जमुनीनार गांव निवासी मुकेश कुमार पिता अरविंद राम उर्फ कमला राम है। दरअसल बीते 3 मई को घर से महुआ चुनने जंगल की ओर निकली महिला की अधौरा थाना क्षेत्र के जमुनीनार गांव स्थित पटपरवा के पास हत्या कर दी गई थी। इस बाबत एसपी दिलनवाज अहमद ने कहा है कि अनुसंधान के क्रम में जमुनीनार की एक महिला ने हत्या करते देखे जाने की बात बताई पर, लेकिन महिला की हत्या का आरोपित उसका पड़ोसी ही निकला है। एसपी ने बताया है कि महिला ने मृतका के पति पर हत्या का आरोप लगा रही थी।
महिला एवं ग्रामीणों से पूछताछ के क्रम में मृतका के पति के ऊपर हत्या करने का आरोप गलत साबित हुआ। 3 मई को करीब 9 बजे अज्ञात अपराधियों ने मनतोड़ा देवी उम्र 55 वर्ष पति छोटेलाल राम ग्राम जमुनीनार थाना अधौरा की धारदार हथियार से गला, पेट एवं छाती पर कई बार हमला कर नृशंस हत्या कर दी थी। इस संबंध में अधौरा थाना में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध पुलिस ने कांड दर्ज किया था। इधर, पुलिसिया पूछताछ के दौरान मृतका के पति द्वारा गांव के ही कुछ लोगों पर पुरानी दुश्मनी के कारण हत्या का आरोप लगाया गया।
घटना में प्रयुक्त चाकू को बरामद कर लिया गया है
गिरफ्तार आरोपित की निशानदेही पर अधौरा थाना क्षेत्र के डूंगरबांध बरगद के पास से घटना में प्रयुक्त चाकू को बरामद कर लिया गया है। आरोपित मुकेश कुमार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेजे जाने की पुलिस कार्रवाई कर रही है। महिला की हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती थी, लेकिन घटना के महज पांच दिनों के भीतर उद्भेदन कर लिया। -दिलनवाज अहमद, एसपी, कैमूर
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रकल्प सेवा भारती और स्व. भैया चैन्ने स्मृति सेवा न्यास इटारसी द्वारा शुक्रवार को रक्तदान शिविर लगाया गया। आयोजन नर्मदापुर नगर में शुक्रवार रेडक्रास पर किया गया। इसमें 31 स्वयंसेवकों ने रक्तदान किया। समें 3 मातृशक्ति भी थी। वहीं 50 से अधिक स्वयंसेवकों की रक्तदान के लिए सूची तैयार की गई, जो आवश्यकता पड़ने पर रक्तदान करेंगे। शिविर में संघ के नगर सेवा प्रमुख अधिवक्ता एसएस बमनाथ ने अपनी पत्नी के साथ विवाह की 17 वी वर्षगांठ पर दोनों ने साथ रक्तदान किया। इस आयोजन में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया। इस अवसर पर डॉ. रविंद्र गंगराड़े सिविल सर्जन जिला चिकित्सालय होशंगाबाद, एसडीएम आदित्य रिछारिया, शैलेंद्र बडो़निया तहसीलदार होशंगाबाद, डॉ. रवि शर्मा रक्त कोष अधिकारी, डॉ. प्रवीण शर्मा पैथोलॉजिस्ट, आरएसएस के विभाग संपर्क प्रमुख डॉ. अतुल सेठा, जिला कार्यवाह पिपरिया जीवन दुबे, जिला कार्यवाह नर्मदापुर देवी सिंह मीणा एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे। स्वसंसेवकाें ने बताया कोरोना महामारी और अन्य बीमारी से पीड़ित मरीज की मदद के लिए रक्तदान किया है।
होशंगाबाद, हरदा, बैतूल जिले के हाईवे और रेलवे पटरियों पर कोई मजदूर नहीं सोएं इसके लिए पुलिस को विशेष निगरानी रखने के लिए कमिश्नर रजनीश श्रीवास्तव ने निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को महाराष्ट्र में मालगाड़ी से कटने से 16 मजदूरों की मौत के बाद कमिश्नर ने तीनों एसपी काे फोन पर यह निर्देश दिए हैं। कमिश्नर ने कहा कि बाहर जाने वाले मजदूरों के रात्रि विश्राम को लेकर उन्हें समझाइश भी दी जाए कि वह सड़क किनारे नहीं सोएं। यदि कोई सोता दिख जाए तो उन्हें उठाकर खुले मैदान में शिफ्ट किया जाए। मजदूरों को निशुल्क ओआरएस का घोल बांटें।
इसे दिवंगत पिता का आशीर्वाद माने या विकट हालात से लड़ने का जज्बा। जो युवक शुक्रवार की रिपोर्ट में नेगेटिव निकला, वो दो रातों से सो भी नहीं पाया था। बुधवार देर रात इसी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती पिता की मौत हो गई थी। शुक्रवार शाम वो खुद अंतिम संस्कार के दौरान मोक्षधाम में गया।
कोरोना हॉट स्पॉट बने निम्बाहेड़ा के लिए शुक्रवार काफी सुकून भरा रहा। उदयपुर में भर्ती 62 वर्षीय महिला और 24 वर्षीय युवक ने कोरोना से जंग लगभग जीत ली। लगातार दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आने से दोनों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके अलावा पांच संक्रमितों की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आने से उनको सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। खास बात यह कि ये सब हॉट स्पॉट लखारा गली-नया बाजार निवासी है।
शुक्रवार अल सुबह भीलवाड़ा से अच्छी खबर के साथ दिन की शुरुआत हुई। कलेक्टर चेतन देवड़ा ने बताया कि निम्बाहेड़ा से 6 मई को जो 144 सैंपल पहली बार भीलवाड़ा भेजे गए थे, उन सबकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। चित्तौड़गढ़ जिला अस्पताल से भेजे गए 40 सैंपल की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई।
उधर, उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती अधिकांश मरीज भी रिकवर हो रहे हैं। नया बाजार निवासी 63 वर्षीय महिला और 24 वर्षीय युवक की गुरुवार को दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आ गई। खास बात यह कि दोनों सबसे हॉट स्पॉट लखारा गली-नया बाजार के ही है। यह युवक पार्षद का छोटा भाई है। पार्षद सहित इस परिवार के छह-सात लोग संक्रमित हो गए थे। इसी परिवार का 19 वर्षीय भर्ती युवक भी पहली रिपोर्ट में नेगेटिव आ गया पर दूसरी रिपोर्ट रीपिट सैंपल बताने से अभी उसे छुटटी नहीं मिल पाई।
उदयपुर में भर्ती मरीजों सहित उनके परिवारों में तब और उत्साह संचारित हुआ, जब यह पता चला कि पांच और संक्रमितों की पहली रिपोर्ट नेगेटिव आ गई। इनमें लखारा गली निवासी 26 वर्षीय युवक, नया बाजार निवासी 53 वर्षीय महिला, 41, 26 और 25 वर्षीय युवक शामिल है। इसके बाद इन सबको सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
कोरोना के कारण शहर में फंसे कई लोग नगर निगम के रैन बसेरा में हैं। ये लोग अपने घर परिवार से लंबे समय से दूर हैं। निगम द्वारा इन्हें भोजन और अन्य सुविधाएं तो दी ही जा रही हैं, इसके साथ अब वे अपने परिवारजनों के साथ विडियो कॉल पर बात भी कर पा रहे हैं। इससे उन्हें अपने परिजनों को देखने की तसल्ली भी है।
निगम के शहर में 6 रैन बसेरा हैं। ये रैन बसेरा ऐसे लोगों के लिए ही हैं जो किसी काम से शहर में आए लेकिन ठहरने की कोई दूसरी व्यवस्था उनके पास नहीं है। वे रैन बसेरा में रात गुजार सकते हैं। ये रैन बसेरा अब उन लोगों के लिए आश्रय स्थल बने हुए हैं जो कोरोना के लॉकडाउन के कारण शहर में फंस गए।
परिजनों से बात कर भावुक हुए
लखनऊ के हरीसिंह वीडियो पर परिवार के साथ बातचीत करते भावुक हो गए। उनकी स्थिति को देखते आयुक्त ने उनके जाने की परमिशन कराई। फाजलपुरा रैन बसेरा के मेहरबानसिंह बताते हैं कि यहां 13 लोग रुके हैं। इनमें मुंबई, ग्वालियर, गुना, इंदौर, नागदा, सागर, भानपुरा, आगर के लोग हैं। 5 लोग ऐसे हैं जो यात्री हैं। बाकी वे लोग हैं जो मजदूरी के लिए आए थे और लॉकडाउन में फंस गए। वे लोग घर लौटना चाहते हैं लेकिन उन्हें परमिशन नहीं मिल पाई है। इधर मुंबई के हेयर स्टाइलिस्ट अमरसिंह राठौर 40 दिन से रैन बसेरा में है। वे भोपाल जा रहे थे। उज्जैन में दर्शन के लिए रुके तो लॉकडाउन हो गया। वे कहते हैं वीडियो कॉलिंग पर बात हुई थी। अच्छा लगा। अब लौटने का बंदोबस्त हो रहा है।
यहां पर तकलीफ तो नहीं लेकिन परिजनों की याद आती है
लॉकडाउन में फंसे लोगों को निगम ने आश्रय देने के साथ ही भोजन और अन्य सुविधाओं का प्रबंध किया है। निगमायुक्त ऋषि गर्ग बताते हैं लॉकडाउन में फंसे लोग लंबे समय से परिवार से दूर हैं। वे यहां तकलीफ में तो नहीं है लेकिन उन्हें परिजनों की याद आती है। उनकी भावनाओं को ध्यान में रख कर उन्हें वीडियो कॉल के माध्यम से घर-परिवार वालों से बातचीत की सुविधा शुरू की है। रैन बसेरा प्रभारी राजेश तिवारी के अनुसार 6 रैन बसेरा में 100 से ज्यादा लोग हैं। इनमें राजस्थान, पंजाब, गुजरात के भी लोग हैं।
नगरपालिका पंडित दीनदयाल रसोई योजना से जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट वितरित करा रही है। कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देश पर सीएमओ माधुरी शर्मा ने शुक्रवार को दीनदयाल रसोई योजना के किचिन का निरीक्षण किया। नपा अधीक्षक डॉ. प्रशांत जैन ने बताया रसूलिया स्थित बालक छात्रावास में 16 व्यक्तियों को, अग्रवाल धर्मशाला में 35 लोगों को क्वॉरेंटाइन किया है। सभी काे भोजन बांटा जा रहा है। इसके अलावा कई लोग शहर में रह रहे हैं। अब तक लगभग 27,000 जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित किया जा चुका है।
लाॅक डाउन का नेत्रदान अभियान पर भी असर है। भीलवाड़ा में सालों से नेत्रदान हो रहा है, लेकिन 2010 के बाद सक्रिय रूप से हर माह नेत्रदान किया जाता है। पहली बार हुआ है कि जब डेढ़ माह से एक भी नेत्रदान नहीं हो सका। हालांकि परिजनों के मरणोपरांत नेत्रदान के लिए संस्था काे फाेन करके आग्रह कर रहे हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के संबंध में जारी गाइडलाइन में इसके लिए स्पष्ट मना कर रखा है।
राम स्नेही के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश भदादा ने बताया कि भीलवाडा में हर माह औसत करीब सात नेत्रदान होते थे। भीलवाड़ा में कई ऐसे परिवार हैं, जो आगे आकर संकट की घड़ी में भी नेत्रदान करवाते है। डॉ. सुरेश भदादा अब तक 740 नेत्र उत्सर्जन कर चुके हैं। भीलवाड़ा में नेत्रदान, अंगदान, देहदान के लिए काम करने वाली संस्था भारत विकास परिषद, लॉयन्स क्लब, महावीर इंटरनेशनल, महावीर नवयुवक मंडल, सर्व सिंध समाज महासभा आदि हर महीने औसत सात नेत्रदान करवाते थे। अब जयपुर में भी कॉर्निया ट्रांसप्लांट का काम भी पूरी तरह से बंद है। सब कुछ सामान्य होने के बाद भी एक दो महीने बाद ही कॉर्निया संग्रहण का कार्य शुरू हो सकेगा। आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान जयपुर के अनुसार अभी भी सामान्य स्थिति लाने में अगले दो-तीन माह और लगेंगे।
कोरोना के दौरान लाेग नेत्रदान, देहदान के भर रहे संकल्प पत्र
कोरोनो महामारी के दाैरान नेत्रदान ताे नहीं हाे पा रहे, लेकिन लाेगाें में इसके प्रति जागरूकता बढ़ी है। इन दिनाें कई लोगों ने नेत्रदान के संकल्प पत्र भरे भी है। सर्व सिंधी समाज महासभा के राजकुमार खुशलानी ने बताया कि इन दिनों लोग नेत्रदान का संकल्प पत्र भर रहे है। अभी नेत्रदान का कार्य बंद है।
जिले के कोरोना हॉट स्पॉट निम्बाहेड़ा में संक्रमित मिलने का सिलसिला रुक नहीं रहा। शुक्रवार शाम आई रिपोर्ट में 10 और पॉजिटिव मिले। इनमें से एक का सैंपल उदयपुर में ही लिया था। शेष 9 सैंपल निंबाहेड़ा से भीलवाड़ा भेजे थे। नए संक्रमितों में से 7 एक और कांग्रेस पार्षद के परिवार या पड़ाेस से हैं। इन्हें मिलाकर निंबाहेड़ा में पॉजिटिव 126 हो गए। जिनमें से दो की मौत हो चुकी। हालात को देखते हुए सांसद सीपी जोशी के बुलावे पर केंद्रीय टीम पहुंची।
भीलवाड़ा मेडिकल कॉलेज से शुक्रवार शाम जारी रिपोर्ट में निंबाहेड़ा के 9 पॉजिटिव केस आए। इनमें छोटा कसाई मोहल्ला निवासी तीन वर्षीय बालक, 50 वर्षीय व्यक्ति, 48 वर्षीय महिला, 28, 24 व 18 वर्षीय युवक और 16 वर्षीय किशोर शामिल हैं। इनमें से 7 कांग्रेस पार्षद के परिवार से और एक पड़ाेसी है। इसी पार्षद का एक भाई व तीन पड़ाेसी 4 मई को संक्रमित मिले थे। लखारा गली निवासी अन्य कांग्रेस पार्षद सहित उसके परिवार के सात लोग पहले पॉजिटिव आ चुके। हालांकि इनमें से दो की पहली रिपोर्ट निगेटिव है। शाम को उदयपुर में भी निंबाहेड़ा का एक और पॉजिटिव केस सामने आया।
बताया गया कि पूर्व में पत्नी के पॉजिटिव आने से यह उसे लेकर उदयपुर चला गया था। वहां जाकर खुद का भी सैंपल दिया। इन 10 नए केस के साथ निंबाहेड़ा के संक्रमितों का आंकड़ा 126 हो गया। इधर, भादसोड़ा प्राकटय स्थल पर लिए 50 और निंबाहेड़ा में लिए 10 सैंपल रिजेक्ट होने से दोबारा लेने पड़े।
कलेक्टर ने केंद्रीय टीम को बताया: प्रथम केस के निकट संपर्क वाले 51 परिवारों में फैला अधिकतम संक्रमण
कोरोना हाट स्पॉट बने निंबाहेड़ा का जायजा लेने केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम शुक्रवार दोपहर पहुंची। वहां मात्र 12 दिन में 116 पॉजिटिव केस की गंभीरता को देखते हुए सांसद सीपी जोशी ने केंद्रीय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री से टीम भेजने का आग्रह किया था। दिल्ली से टीम चित्तौड़ पहुंची। राष्ट्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्था महामारी विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो. जयंत कुमार दास, डॉ. दिपेन बनर्जी और राजस्थान प्रजननएवं शिशु स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक लक्ष्मणसिंह ओला तीन बजे कलेक्ट्रेट में कलेक्टर चेतन देवडा व सांसद सीपी जोशी से मिले। एडीएम मुकेश कलाल, सीएमएचओ डाॅ इंदजीतसिंह, निंबाहेड़ा एसडीएम पंकज शर्मा व विशेषाधिकारी हेमेंद्र नागर सहित जिले के अधिकारियों के साथ अलग से बैठक की। टीम ने प्रशासन से कई रिपोर्ट लेकर मुख्य कारणों को समझने की कोशिश की। टीम निंबाहेड़ा का भी दौरा करेगी। कलेक्टर ने टीम को पूरी जानकारी दी। 51 परिवारों में ही अधिकतम संक्रमण फैला जो प्रथम संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क या संबंध में थे। संक्रमितों में 55 प्रतिशत पुरुष और 45 प्रतिशत महिलाएं हैं। पहला केस मिलते ही कर्फ्यू लगा दिया था। निंबाहेड़ा में 59 सीसीटीवी कैमरे लगाकर स्थिति पर निगाह रखी जा रही है।
प्रभावी व्यक्तियों के साथ मिलकर जन जागरुकता पर फोकस का सुझाव
केंद्रीय स्वास्थ्य टीम के प्रमुख प्रो. दास ने जिला प्रशासन के साथ समीक्षा के बाद कहा कि प्रारंभ में फैले डर के बावजूद नियंत्रण का प्रभावी प्रयास किया। उनकी स्वयं की टीम को गंगरार चैकपोस्ट पर कड़े निरीक्षण से गुजरना पड़ा। दास ने समुदाय के प्रभावी व्यक्तियों के साथ मिलकर जनता को भी जागरूक करने का सुझाव दिया ताकि कोरोना संक्रमण को रोका जा सके। दास ने बिना लक्षणों वाले संक्रमितों को क्वारेंटाइन करने के बारे में जानकारी लेकर सुझाव दिया।
हॉट स्पॉट निंबाहेड़ा में संक्रमितों का आंकड़ा 126 पर पहुंचा, भादसोड़ा में लिए सभी सैंपल रिजेक्ट हुए
बरखेड़ा के संक्रमित के संपर्क में आए लोगों की जांच का नतीजा तीसरे दिन भी सामने नहीं आ पाया। कारण, सभी 50 सैंपल फेल हो गए। चिकित्सा विभाग ने 5 नए संदिग्धों सहित 55 सैंपल दोबारा लेकर भीलवाड़ा भेजे। पाॅजिटिव मरीज के संपर्क में आए 50 जनाें के सैंपल बुधवार को भीलवाड़ा भेजे थे। गुरुवार शाम तक भी प्रशासन को रिपोर्ट काइंतजार था। शाम को पता चला कि सैंपल रिजेक्ट हो गए। विभाग ने शुक्रवार सुबह प्राकट्य स्थल क्वारेंटाइन सेंटर पर इनके वापस सैंपल लिए। नए 5 संदिग्धों के भी सैंपल लिए। डाक्टर्स के अनुसार रिजेक्ट होने का कारण ट्रांसपोर्टेशन या सही प्रकार से सील पैक नहीं होना हो सकता है। क्वारेंटाइन सेंटर काएसडीएम अंशुल आमेरिया, तहसीलदार शिव सिंह ने निरीक्षण कर बीसीएमओ खेमचंद सैनी, डॉ मोहम्मद अलीम खा काे निर्देश दिए। एसएचओ भवानीशंकर सुथार, सरपंच शंभूलाल सुथार माैजूद रहे।
कैंची चौराहा निवासी 85 वर्षीय महिला में संक्रमण का कारण 23 वर्षीय दोहिता माना जा रहा है। महिला के पति का सैंपल पहले से जांच में है। उसके साथ रहने वाली 80 वर्षीय बहन दोनों पैर से विकलांग होने से अभी सैंपल देने नहीं जा सकी। चंदन चौक निवासी इनका दोहिता लखारा गली निवासी पार्षद परिवार के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ था। बाद में उसके परिजन व पडौसी भी संक्रमित मिले। अब 85 वर्षीय महिला के सपति का सैंपल पहले से जांच में है।
आरोग्य सेतु एप के अलावे गणितीय संकल्पना के आधार पर जिले के भभुआ अनुमंडल क्षेत्र में तीन गुप्त (सीक्रेट ) कोरोना हॉटस्पॉट बन रहे हैं। इन जगहों को चिन्हित कर सील करने के अलावे गहन सर्वेक्षण कराए जाएंगे। यह आदेश जिलाधिकारी ने सदर एसडीएम को जारी किया है। विभाग के आधिकारिक जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में बन रहे गुप्त हॉटस्पॉट की पहचान आरोग्य सेतु एप के जरिए की गई है।
इस आदेश में इन स्थलों के अक्षांश व देशांतर भी दर्शाए गए हैं। जिला अधिकारी के द्वारा सदर एसडीएम को निर्देश दिया गया है कि इन जगहों को चिन्हित कर सील करते हुए क्षेत्र में विशेष सर्वेक्षण कराई जाए। सर्वेक्षण कराने का दायित्व सिविल सर्जन को दिया गया है।
भभुआ, भेरिया व सिकठी है नए सीक्रेट हॉटस्पॉट
प्रशासनिक अधिकारियों की माने तो आरोग्य सेतु एप के जरिए चिन्हित किए गए लोकेशन भभुआ शहर, सीकठी व चांद प्रखंड के भेरिया गांव को दिखाया गया है। इन स्थलों को चिन्हित करने कर सील करते हुए अग्रेतर कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
कराया जाएगा सर्वेक्षण
बता दें कि पहचान की गई इन गुप्त हॉटस्पॉटों के आसपास के हिस्से को सील कर गहन सर्वेक्षण कराई जाएगी। इस हिस्से में आने वाले घरों के सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। उनसे उनके स्वास्थ्य की स्थिति सर्दी खांसी बुखार की भी जानकारी लेकर सूची तैयार की जाएगी। प्रत्येक 2 दिनों पर उनके स्वास्थ्य की जांच भी की जाएगी।
मारवाड़ी युवा मंच, सूरत की ओर से लगातार तीसरे दिन सूरत के पुलिसकर्मियों और ट्रैफिक कर्मियों काे नींबू पानी की सेवा दी गई। मंच के राष्ट्रीय सहमंत्री रंजीत चौधरी, गुजरात प्रांत उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, सूरत शाखा अध्यक्ष प्रकाश सुल्तानिया, पूर्व सचिव अरविंद गाड़ियां, उपाध्यक्ष राहुल बजाज के साथ पूरी टीम ने मिलकर पार्ले पॉइंट, आठवां गेट, उधना दरवाजा, सूरत रेलवे स्टेशन, उधना मगदल्ला, पांडेसरा और वेसू विस्तार में तैनात सभी पुलिसकर्मियों अाैर ट्रैफिक कर्मियों को नींबू पानी पिलाया।
राज्य में कोरोना संकट गहराता जा रहा है। शुक्रवार को पानीपत में 20 साल की युवती की मौत हो गई। जिले में कोरोना से यह तीसरी मौत है, जबकि राज्य में 10वीं। 24 घंटे में 28 नए केस सामने आने के साथ अब संक्रमितों का आंकड़ा 657 पर पहुंच गया है। हालांकि राहत की बात यह भी है कि तीन दिन बाद हरियाणा में 24 मरीज ठीक होकर घर भी लौटे हैं। नए मामलों में गुड़गांव के 9, फरीदाबाद-सोनीपत में 4-4, रेवाड़ी-जींद में3-3, फतेहाबाद में दो, पानीपत, झज्जर व रोहतक का एक-एक केस शामिल है। जबकि फरीदाबाद से 11, झज्जर से पांच, नूंह से चार, सोनीपत से तीन और पानीपत में एक मरीज ठीक हुआ है। राज्य में ठीक होने वालों की संख्या 284 हो गई है। बता दें कि दिल्ली से सटे गुड़गांव में अब तक 126, फरीदाबाद में 88, सोनीपत में 76, झज्जर में 74 और नूंह में 41 अन्य जिलों की अपेक्षा सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं।
24 घंटे का अपडेट
राज्य में 24 घंटे में 3251 संदिग्ध मरीजों के सैंपल लिए गए हैं। जबकि 431 लोगों ने अपना सर्विलांस का समय पूरा कर लिया है। सर्विलांस पर 21 नए लोगों को लिया गया है। राज्य में 2479 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
जानिए... आज तक की स्थिति
रिकवरी रेट 43.12 फीसदी
हरियाणा में सिर्फ दो पेशेंट ऑक्सीजन पर: विज
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि यह सही है कि कुछ दिनों से केस बढ़े हैं। इनकी बड़ी वजह दिल्ली है। लेकिन, अभी हमारे सिर्फ दो मरीज ऐसे हैं जो ऑक्सीजन पर हैं। बाकी सभी की हालत ठीक है। कुछ दिन लगेंगे। रिकवरी रेट सुधरेगा। अभी रैपिड टेस्ट किट को लेकर किए गए प्रयोग की रिपोर्ट सीएमओ से ली जा रही है।
कोरोना संक्रमण के विपदा की इस घड़ी में भी आम जन मानस की मुलभूत जरूरतों में से एक बिजली की सुदृढ़ एवं सुचारू रूप से निर्वाध आपूर्ति जारी रखने के लिए बिजली विभाग चुनौतियों का सामना कर अपने कई कार्यों को तेज गति से करने की कोशिशों में जुटा है। कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना के कहर से से मंद पड़े उपभोक्ताओं के जरूरी कार्यों मसलन मीटर लगाने, विभागीय कलेक्शन काउंटर खोलने,रिकंडक्टिंग का कार्य आदि को पुनः शुरू करने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इसके पूर्व ही विभाग ने राजस्व को लेकर मीटर रिडिंग का कार्य एवं प्रोजेक्ट का कार्य चालू हो गया है। अब मौसम के परिवर्तन एवं संभावित बरसात के मौसम को देखते हुए अब प्रोजेक्ट के कार्य मे तेजी लाना है। कार्यपालक अभियंता ने बताया कि विभाग द्वारा सर्वप्रथम उन सभी उपभोक्ताओं को मीटर लगाने का फैसला लिया है, जो नये विधुत कनेक्शन के लिए आवेदन कर चुके है और मीटर नहीं लगने के कारण बिजली का उपयोग नही कर पा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि कोविड 19 को लेकर मानसिक तौर पर सभी को मजबूत होना होगा। सभी लोगो को अपने जीवन शैली में परिवर्तन करते हुए सभी कार्य को चालू करना होगा। कोरोना के नाम पर बिजली कंपनी में कार्य ना हो ऐसा करने से बिजली कंपनी नही चल पाएगा।
राजस्व संग्रह का काम बाधित रहने से बढ़ी चिंताएं
उन्होंने कहा कि विभाग विपरीत हालात में भी अच्छा बिजली आपूर्ति कर रहा है लेकिन राजस्व का संग्रहण काफी कम हो रहा है। ऐसे में राजस्व का संग्रहण अच्छा करना पड़ेगा एवं प्रोजेक्ट के कार्य को भी युद्ध स्तर पर सम्पादित करते हुए कार्य को समय सीमा के अंदर पुरा करना होगा ताकि बरसात के पूर्व हमलोग अपने कार्य को अंजाम तक पहुंचा सके।उन्होंने सभी नये उपभोक्ता से अपील करते हुए कहा कि मीटर लगाने हेतु प्रयोग में आने वाली आवश्यक सामग्री यथा तार,सर्किट,बोर्ड एवं अन्य सामग्री खरीद कर अपने पास रख ले।ताकि मीटर लगाने के लिए जब कर्मी उनके पास जाये तो मीटर लगाकर आप के दुकान अथवा घर में विधुत बहाल कर सकें।साथ ही साथ उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ही विभाग के कलेक्शन काउंटर को भी चालू कर दिया जायेगा। उन्होंने लोगो से अपील किया है कि अपने बकाया बिजली बिल को निश्चित तौर पर जमा करते रहे ताकि लोगो पर एकाएक आर्थिक बोझ नही पड़े।अभी ऑनलाइन बिजली जमा करने पर दो फीसदी की छूट मिल रही है। इसके पूर्व भी ग्रामीण इलाकों में मीटर रीडर द्वारा रेवन्यू कलेक्शन एवं शहरी इलाकों में सीएससी द्वारा राजस्व का संग्रहण किया जा रहा है।
पूर्ण लॉकडाउन में अब पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। सुबह कुछ लोग शहर में बेवजह घूमने निकले। पुलिस ने जब इन्हें रोका तो कुछ पास दिखाने लगे। पुलिस ने पास अमान्य करते हुए इन लोगों को खदेड़ दिया। दोपहर बाद शहर की सड़कें सूनी नजर आई। कोरोना से लड़ने के लिए हमें ऐसे ही सन्नाटे की जरूरत है लेकिन समाज के दुश्मन दूसरों की जिंदगी भी दांव पर लगाकर कर्फ्यू में भी बेवजह सड़कों पर घूमने निकल जाते हैं।
महामारी कोरोना से जंग जीत कर जिले के 25 पॉजिटिव मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। उन्हें अब होम क्वॉरेंटाइन पर रखा जाएगा। इस बात की पुष्टि करते हुए जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने कहा कि कैमूर में कुल 32 कोरोना संक्रमित मरीज पाए गए। जिनमें 25 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। इस जिले में दो आइसोलेशन सह ट्रीटमेंट सेंटर हैं। इनमें अभी सात कोरोना संक्रमित मरीज आइसोलेटेड हैं।
आइसोलेशन के कुल 23 मरीजों में से 16 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। उन्हें मुक्त किया जा चुका है। जबकि 9 मरीज अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज, गया में इलाजरत थे। जिनके स्वस्थ होने के बाद उन्हें मुक्त किया जा चुका है। जिलाधिकारी ने इस पर हर्ष व्यक्त करते हुए कोरोना संक्रमण के दौरान जिम्मेदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करनेवाले प्रशासनिक अफसर, कर्मचारी, स्वास्थ्यकर्मी,पुलिस सहित मीडिया कर्मियों के अलावा विशेष रुप से कैमूर के लोगों को भी धन्यवाद दिया। कोरोना पॉजिटिव मरीजों का स्वस्थ होना जिले के लोगों के लिए सकारात्मक संदेश है।
583 व्यक्तियों में 551 लोगों का सैंपल टेस्ट निगेटिव
कोविड-19 के खिलाफ जिला प्रशासन द्वारा उठाए कदम के बारे में जानकारी देते हुए डीएम ने बताया अब तक कुल 583 व्यक्तियों के सैंपल का टेस्ट कराया गया है। जिसमें से कुल 551 व्यक्तियों का रिपोर्ट नेगेटिव पाया गया। जिले में 111 क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जिसमें कुल 13935 व्यक्तियों को रखने की क्षमता है। अब तक जिले में कुल 613 व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। होम क्वॉरेंटाइन में कुल 6912 व्यक्तियों को रखा गया है।
लॉकडाउन में वसूला गया 32.52 लाख रुपए जुर्माना
ब्लॉक हेल्थ क्वॉरेंटाइन सेंटर जिले के नौ प्रखंडों में कार्यरत है। जिसकी क्षमता 54 है। लॉक डाउन की अवधि में पुलिस एवं परिवहन विभाग के द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। जिसमें अब तक 4857 वाहनों की जांच की गई है। जिसमें 43 प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जबकि 719 वाहनों को जब्त किया गया है। 247 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। जबकि 583 वाहनों से जुर्माने के रूप में। 32 लाख 52 हजार 500 रुपए वसूल किया गया।
आठ जिलों के लिए ट्रांजिट स्टेशन
बाहर से आए व्यक्तियों को विभिन्न जिलों में भेजे जाने के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि अभी तक 9691 व्यक्ति बाहर से जिला में आए। जिन्हें बसों द्वारा।गंतव्य जिला में भेजा जा रहा है। छात्र,मजदूर,पर्यटक, श्रद्धालु सभी शामिल हैं। प्रवासी लोगों को यूपी, बिहार बाॅर्डर से भेजने के लिए जिला स्तर पर आठ ट्रांजिट स्टेशन बनाए गए हैं, जहां से बोधगया, नालंदा,भोजपुर, हाजीपुर,समस्तीपुर, मोतिहारी,मुंगेर,खगड़िया बसों को भेजा जा रहा है। बसों की क्षमता के अनुसार प्रवासी लोगों को उनके गंतव्य स्थल पर भेजा जा रहा है।
कांग्रेस ने गया जिला के टेकरी थाना के सिंदुआरी गांव में पिछले दिनों हुए गरीब किसानों की हत्या की कड़ी निंदा की है। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पालीगंज के भूतपूर्व विधायक जनार्दन शर्मा, जहानाबाद जिला परिषद के पूर्व चेयरमैन अजय सिंह टून्नू एवं जिला चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष प्रवीण कुमार शर्मा ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए इसे राज्य सरकार की विफलता का परिणाम बताया है। पार्टी नेताओं ने राज्य सरकार से यथाशीघ्र घटना की उच्च स्तरीय जांच करा कर उसमें शामिल अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
कांग्रेस नेताओं ने मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख,व घायलों को तीन-तीन लाख रुपए तुरंत मुआवजा देने की मांग की है। पार्टी नेताओं ने कहा कि घटना राज्य सरकार की विफलता का परिणाम है। उन्होंने दावा किया कि यह घटना पूर्व नियोजित था। स्थानीय थाना यदि चाहता तो घटना को रोका जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पार्टी नेताओं ने घटना की डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से अपनी निगरानी या किसी निष्पक्ष एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। घटना की निंदा करने वालों में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आलोक हर्ष ,मनीष कुमार शर्मा, लव कुमार शर्मा, कौशलेंद्र शर्मा, सुधीर शर्मा, दीपक शर्मा, सतीश शर्मा, शंकर शर्मा सहित कई अन्य का नाम शामिल है।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार द्वारा संचालित गायत्री परिवार गायत्री मंदिर की अाेर से पुलिसकर्मी और सफाईकर्मियाें काे छाछ वितरित किया गया। गायत्री परिवार की ओर से यह कार्य जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा जब तक चलाया जाएगा।। छाछ का वितरण अणुव्रत द्वार, श्री श्याम मंदिर, पांडेसरा पुलिस कॉलोनी, पीयूष पॉइंट, उधना मेन रोड, उधना दरवाजा, मजूरागेट, अठवागेट, अठवालाइंस आदि जगहों पर 300 से अधिक कोरोना वारियर्स को किया जा रहा है।
वैश्विक महामारी में ड्यूटी देकर लोगों की जान की रक्षा कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों को शहर कांग्रेस कमेटी की ओर से डॉक्टर सहित स्वास्थ्यकर्मियों को माधवनगर और जिला अस्पताल में में पीपीई किट प्रदान की गई। मीडिया प्रभारी विवेक सोनी ने बताया शहर अध्यक्ष महेश सोनी और वरिष्ठ नेता डॉ. बटुकशंकर जोशी द्वारा अहमदाबाद वस्त्र उद्योग अनुसंधान संस्थान द्वारा निर्मित पीपीई किट प्रदान की गई। कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र गोयल लालचंद भारती, शिव लशकरी आनंद मीणा, विजय यादव, इकबाल भाई, सुनील कछवाय, राकेश गिरजे, दीपक मित्तल, अंकित सोनी, बबलू पठान उपस्थित थे
खंड फिरोजपुर झिरका के गांव खेड़लाकलां में बिजली के शार्ट सर्किट से आग लग गई। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू तो पा लिया मगर जब तक भूसे से भरे दर्जनों बोंगा व ईंधन जल कर राख हो गया। दर्जनों हरे पेड़ भी आग की चपेट में आकर झुलस गए।
गांव खेड़लाकला में शुक्रवार दोपहर एक बजे दलित बस्ती में शार्ट सर्किट से आग गई। खंबे में लगे दो मीटर जलकर राख हो गए। लगभग डेढ़ घंटे के अरसे में बिजली के शार्ट सर्किट से ही गांव के फिरनी के रास्ते के पास ग्रामीणों के भूसा से भरे बोंगा आग से जलकर राख हो गए। लगभग आधा घंटे के बाद फायर ब्रिगेड पहुंचकर आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर बाद ही फायर मशीन का पानी खत्म हो गया। मशीन का ज्यों ही पानी खत्म हुआ हवा ने भी अपनी रफ्तार बढ़ा दी, हवा का रुख भी गांव की तरफ हो गया, आग इतनी भयंकर थी की लोगों को दिखाई देना ही बंद हो गया।
घंटों मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। साहापुर की बिजली टंकी से जाने वाली बिजली की लाइन जर्जर हालात में है, कई बार हल्की आंधी से ही तार टूटकर जमीन पर गिर जाते हैं। फिर दोबारा उन्हीं को जोड़कर लाइन चालू कर दी जाती है। जल्द ही तार नहीं बदले गए तो कोई और भी बड़ा हादसा घटित हो सकता है।
कोविड-19 संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक शक्ति मजबूत हो और इस दिशा में आयुर्वेदिक औषधियां काफी कारगर सिद्ध हो रही हैं।
आयुष विभाग जिला में अब तक लगभग 18 हजार 500 लोगों तक ये आयुर्वेदिक औषधियां पहुंचा चुका है। विश्व स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के पश्चात किए गए अध्ययन में यह सामने आया है कि वायरस का प्रभाव उस व्यक्ति पर कम होता है जिसके शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति मजबूत होती है।
अभियान के तहत यह दवा कोरोना योद्धाओं अर्थात् प्रथम पंक्ति में कोरोना से लड़ने वाले कर्मियों जैसे, डाॅक्टर, पुलिस,पैरामेडिकल स्टाफ और सफाईकर्मी आदि को दी गई। जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. मंजू बांगड़ के अनुसार विभाग की ओर से घुड़ुची, गिलोय, घनवटी व अणु तेल की किट बनाकर भेजी गई है जिसका वितरण किया जा रहा है।
आयुष विभाग की टीमों द्वारा देवीलाल कॉलोनी, झाड़सा, ओम नगर व सनसिटी में बनाए गए सभी कंटेनमेंट जॉन में रह रहे लोगों की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए इन्हें वितरित किया गया।
इस तरह से इम्यूनिटी बढ़ा सकते हैं: डाॅ. मंजू
डॉ. मंजू बांगड़ ने बताया कि मानव शरीर में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए पूरा दिन गर्म पानी पिएं। प्रतिदिन आधा घंटा योगासन, प्राणायाम व ध्यान करें। हल्दी, जीरा, धनिया एवं लहसुन आदि मसालों का नियमित रूप से भोजन में प्रयोग करें। दूध के साथ च्यवनप्राश रोजाना ले सकते हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। डा. बांगड़ ने बताया कि तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ व मुनक्का से बनी हर्बल चाय या काढ़ा दिन में दो बार ले सकते हैं। इसमें स्वादानुसार नींबू का रस या गुड़ मिलाया जा सकता है। एक गिलास दूध को गर्म करके आधा चम्मच हल्दी का चूर्ण दिन में एक या दो बार ले सकते हैं।
खांसी या गले में खराश होने पर यह करें
खांसी या गले में खराश होने पर दिन में कम से कम एक बार पुदीने के पत्ते या अजवायन डालकर पानी की भाप लें। लौंग के चूर्ण में गुड़ या शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार लें। आयुष मंत्रालय अनुसार गले में खुश्की या खराश दूर करने के लिए अजवाइन के पत्तों की भाप भी ली जा सकती है। इसके साथ ही जिले की सभी आयुर्वेदिक एवम होम्योपैथिक औषधालयों में कोरोना से बचाव और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने के लिए गिलोयघन वटी, अगस्त्य हरीतकी आदि अनेक दवाएं आम लोगों को वितरित की जा रही हैं।
गुड़गांव जिला में अब तक सरकारी एजेंसियों द्वारा 5 लाख 12 हजार 260 क्विंटल गेहूं तथा 2 लाख 5 हजार 980 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है।
सरकारी एजेंसियों द्वारा मंडियों में खरीद प्रक्रिया निरंतर जारी है। जिले के डीसी अमित खत्री ने बताया कि जिला की मंडियों में खरीद कार्य व्यवस्थित व सुचारू चल रहा है। हरियाणा वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन द्वारा जिला में अब तक 2 लाख 2 हजार 730 क्विंटल व हैफेड द्वारा 3 लाख 9 हजार 530 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। इसी प्रकार, हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा अब तक जिला में 58 हजार 400 क्विंटल तथा हैफेड द्वारा 1 लाख 47 हजार 580 क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी है।
देर सांय प्राप्त सरकारी आंकड़ों के अनुसार 7 मई को जिला की हेलीमंडी में 16 हजार 130 क्विंटल, खोर मंडी में 1190 क्विंटल तथा सोहना मंडी में 1660 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई। इस प्रकार, जिला की मंडी में 18 हजार 980 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई।
खत्री ने बताया कि जिला की फर्रुखनगर मंडी में 4759 क्विंटल, हेलीमंडी में 6450 क्विंटल , सोहना मंडी में 4710 क्विंटल सरसों की खरीद की गई। इस प्रकार जिले में एक दिन में 15 हजार 910 क्विंटल सरसों की खरीद हुई। डीसी ने बताया कि जिला में खरीद प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी। किसानों की सुविधा के लिए मंडियों में व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए हैं ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
बिहार के कटिहार के सिंहपुर टोला मंगतपुर निवासी विजय शर्मा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के एक कंपनी में काम करता था। शुक्रवार को चक्रधरपुर पहुंचा। लॉकडाउन में वह फंस गया था। विजय शर्मा को जब घर जाने को लेकर वाहनों की सुविधा नहीं मिली तो वह पैदल ही घर जाने को सोच लिया। वह रेलवे ट्रैक के किनारे चलना शुरू कर दिया।
कोरोना की महामारी के बीच दुष्कर्म का शिकार बनी नाबालिग की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर गुजरात हाईकोर्ट ने गर्भपात की अनुमति दे दी है।
14 साल की किशोरी से ज्यादती हुई थी, जिससे वह गर्भवती हो गई थी। पीड़िता के परिवार वालों ने किशोरी के गर्भपात की अनुमति हाईकोर्ट से मांगी थी। कोर्ट में मामले के चलते यह तथ्य सामने आया कि किशोरी की कोरोना रिपोर्ट पॉजीटिव आई है। इसके बाद हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाया कि किशोरी का गर्भपात करवा दिया जाए।
कोरोना के संक्रमण काल में सरकार द्वारा जहां इसकी रोकथाम के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं अन्य जरुरी स्वास्थ्य सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है। इस दिशा में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर यहां परिवार नियोजन सुविधाओं में भी एक नया बदलाव किया है। दरअसल वर्ष 2011 में आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर गर्भनिरोधक साधनों की होम डिलीवरी करने के मकसद से वर्ष में ‘होम डिलीवरी ऑफ़ कंट्रासेपटिव’(एचडीसी) योजना की शुरुआत की गयी थी, जो अभी भी चलायी जा रही है। सिविल सर्जन डा. विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि अब केंद्र सरकार ने इस योजना में बदलाव किया है। इसको लेकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार के जॉइंट कमिश्नर डॉ. सुमिता घोष के योजना में किये गए संशोधन के विषय में जानकारी दिए जाने के बाद इस पर अमल शुरू किया जा रहा है।
सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर गर्भनिरोधकों की हो रही थी दो तरीके से सप्लाई
दंपतियों के लिए उनके घर पर ही गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के मकसद से वर्ष 2011 में ‘होम डिलीवरी ऑफ़ कंट्रासेपटिव’(एचडीसी) योजना की शुरुआत की गयी थी। जिसमें आशा घर-घर जाकर योग्य दंपतियों को गर्भनिरोधक देती थी। अभी भी यह योजना देश में लागू है जिसमें गर्भ निरोधकों की सप्लाई दो तरीके से की जा रही थी. पहले तरीके में घर-घर जाकर गर्भनिरोधक की सप्लाई आशा द्वारा की जा रही थी जिसे ‘एचडीसी’ सप्लाई नाम दिया गया है. इसके लिए लाभार्थी को एचडीसी पैकेट पर अंकित मूल्य के हिसाब से भुगतान करना पड़ता था। वहीँ फ्री सप्लाई कंपोनेट के तहत गर्भनिरोधक साधनों की सप्लाई स्वास्थ्य उपकेंद्रों सहित अन्य सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध करायी जा रही थी।
बचे हुए एचडीसी सप्लाई की खपत करें सुनिश्चित
विभागीय निर्देश में यह भी उल्लेख किया गया है कि फ्री सप्लाई पैकेजिंग में कंडोम, ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स एवं इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स शामिल होंगे। साथ अब ड्यूल पैकेजिंग की तहत सिंगल पैकेजिंग ही की जाएगी। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को इस संशोधित योजना को कार्यान्वित करने के निर्देश दिए गए हैं एवं पूर्व में बचे हुए एचडीसी सप्लाई की भी खपत करने की सलाह दी गयी है। जानकारों का मानना है कि इस योजना के पूरी तरह जमीन पर उतरने से निश्चित ही परिवार नियोजन अभियान को फायदा होगा।
योजना के तहत अब की जाएगी सिंगल पैकेजिंग: सीएस
जिले के सिविल सर्जन ने बताया कि नई प्लानिंग के अनुसार एचडीसी योजना के तहत एचडीसी सप्लाई एवं फ्री सप्लाई के दो विभिन्न पैकेजिंग की जा रही थी ताकि एचडीसी एवं फ्री सप्लाई में अंतर किया जा सके। लेकिन योजना की समीक्षा में यह पाया गया कि दो विभिन्न पैकेजिंग के कारण इसकी सप्लाई की ट्रैकिंग में भी समस्या देखी गयी। कभी-कभी एचडीसी सप्लाई पैक्स नहीं रहने की दिशा में आशाओं को फ्री सप्लाई पैक्स ही दी जाती थी। जिससे रिपोर्टिंग में दिक्कत होती थी एवं इसकी सप्लाई करने पर आशा लाभर्थियों से कोई चार्ज भी नहीं कर पाती थी। इसलिए इसे ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है कि गर्भ निरोधकों की अब केवल फ्री सप्लाई ही की जाएगी. एचडीसी सप्लाई ,जिसमें लाभार्थी को उनके घर जाकर आशा द्वारा गर्भनिरोधक दी जाती थी, उसकी जगह केवल फ्री सप्लाई की सिंगल पैकेजिंग की जाएगी। हालांकि यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि नई प्लानिंग को विभागीय अधिकारी कितने प्रभावी ढंग से लागू कर पाते हैं।
लॉकडाउन में लोग बाहर नहीं निकल पा रहे हैं, जिसके कारण दूसरे शहरों में मिलने वाली दवाइयों को हासिल करने को लेकर लोगों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है लेकिन संकट के समय डाक विभाग अपनी सेवाओं के माध्यम से जरूरतमंदाें तक दवाइयां पहुंचा रहा है।
शहर के लिए आने वाले पार्सल में प्रतिदिन 30 से 35 पार्सल दवाओं के हैं। प्रवर अधीक्षक (डाकघर) एसएन कुमावत ने बताया डाक कर्मियों के माध्यम से दवाओं के यह पार्सल संबंधित लोगों तक पहुंचाए जा रहे हैं। आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत अब तक लॉकडाउन में भी डाकघर खुले हैं। डाक घर में सभी कार्य भी धीरे-धीरे शुरू हो गएहैं। एमएल नगर सहित अन्य डाकघर एवं उपडाकघर पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोगों के कार्य किए जा रहे हैं। उज्जैन के अंतर्गत 56 डाकघर के अलावा ग्रामीण इलाकों के 311 डाक घर हैं। शहर में 3 डिलीवरी पोस्ट ऑफिस के अलावा 9 पोस्ट ऑफिस हैं, जहां ट्रांजेक्शन आदि कार्य होते हैं। प्रवर अधीक्षक कुमावत ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग के अंतर्गत डाक घरों में 50 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारियों की रोटेशन के आधारपर ड्यूटी लगाई गई है।
दिल्ली-गुजरात तक से आ रही हैं दवाइयां
उज्जैन में दवाइयों के पार्सल कई दूसरे शहरों से आ रहे हैं। इंदौर, भोपाल के अलावा नईदिल्ली, गाजियाबाद, अहमदाबाद से भी पार्सल प्राप्त हो रहे हैं। ऋषिनगर के पीएल शर्मा ने बताया पत्नी की स्किन ट्रीटमेंट की दवाएं इंदौर में मिल पाती हैं। ऑर्डर देने पर दो से तीन दिन में पार्सल घर बैठे मिल रहा है। वसंत विहार के साहा परिवार में भी अर्जेंट दवाओं का पार्सल उज्जैन आया। तीन दिन पहले मेडिकल कॉलेज के एक डॉक्टर को भी पीपीई किट का पार्सल उपलब्ध कराया गया।
जिले के करीब 150 मजदूर रायपुर व रांची से चाईबासा पहुंचे हैं। दाेपहर करीब 2 बजे सभी मजदूराें रांची से काे बस से लाया गया है। यहां सभी मजदूराें काे गर्म खाना खिलाने के बाद जांच की जा रही है। जांच प्रक्रिया देर शाम तक चलती रही। इसमें जाे मजदूर रेड जाेन से अाए हुए हैं उन मजदूराें काे स्वाब लिया गया है। इसके अलावा कुछ मजदूर बाेकाराे, गिरिडीह, गढ़वा, धनबाद समेत अन्य जिले भी यहां फंसे हुए हैं। चूंकि ये लाेग सभी बाहर जिले के रहने वाले हैं। जिसके कारण गंतव्य तक पहुंचाने में देरी हाे रही है।
नगर थाना क्षेत्र के लालसे बिगहा गांव में प्रशासन से अनुमति लिए बिना मैरिज पार्टी आयोजन करने के मामले में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दर्ज एफआईआर में सूचक अधिकारी ने उल्लेख किया है कि उन्हें सूचना मिली थी कि लालसे बीघा गांव में विजय यादव नाम का एक युवक कोरोना से संक्रमित है। सूचना मिलने के बाद वे अन्य पुलिस पदाधिकारी और जवानों के साथ गांव पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद स्थानीय लोगों से जानकारी मिली कि गांव में बिना अनुमति के शिवशरण यादव और लक्ष्मण यादव के यहां मैरिज पार्टी आयोजित हुई थी।
इस पार्टी में कोरोना से संक्रमित युवक विजय यादव भी शामिल हुआ था। दोनों पार्टी में 40-50 आदमी सम्मिलित हुए थे। जब मोबाइल पर विजय यादव से मैरिज पार्टी सम्मिलित होने की बात पूछी गई तो उसने पार्टी में शामिल होने की पुष्टि की। इधर, गांव में मैरिज पार्टी के आयोजन में कोरोना से संक्रमित विजय यादव के शामिल होने की बात सामने आने के बाद गांव के लोगों में भी हड़कंप मच गया है।
सूचक ने उल्लेख किया है कि गत 6 मई को शिवशरण यादव के बेटे रवि कुमार का वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न हुआ था। इसके पहले 5 मई को शिवशरण यादव ने गांव के लोगों को बारात में शामिल होने के लिए भोज आयोजित किया था जिसमें 35 से 40 लोग सम्मिलित हुए थे। इसके पहले 4 मई को लक्ष्मण यादव के यहां वैवाहिक समारोह आयोजित की गई थी जिसमें 40 से 50 लोग सम्मिलित हुए थे। प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के दौर में इस तरह के समारोहों की बिना अनुमति आयोजन को काफी गंभीरता से लिया है।
जिले के सिंगोली चारभुजा समेत भीलवाड़ा अफीम जिले के अफीम तौल केंद्रों पर तौल की प्रक्रिया को शीघ्र संपादित करने का आग्रह चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर किया।
पत्र में जोशी ने कहा कि लोक डाउन के दौरान भी केंद्र सरकार किसान हितैषी होने के कारण अफीम तौल का कार्य प्रारंभ कर चुकी है। परन्तु सोशल डिस्टेंसिंग के कारण अभी बहुत लंबा समय इसे पूरा होने में लगेगा। समय लगने के कारण अगले महिने तक यह प्रक्रिया पूरी होगी। अफीम की फसल को निकाले हुए कई समय हो गया अब धीरे-धीरे यह सूख रही है। इस फसल का तौल शीघ्र पूर्ण होना आवश्यक है। इसलिए यदि किसानों की फसल लंबी प्रक्रिया न अपनाकर जल्दी ले ली जाए और प्रतिदिन आने वाले किसानों की संख्या को बढ़ा दे तो अच्छा रहेगा। क्योंकि तौल केंद्र पर प्रत्येक किसान की अफीम तौलने की प्रक्रिया बहुत लंबी होती। तौल केन्द्र में अफिम की तौल एवं जांच प्रक्रिया लम्बी है। और इसके बाद भी अंतिम परिणाम तो नीमच और गाजीपुर फैक्ट्री के द्वारा निकालें गए सैंपल के परिणाम को ही माना जाता है। इसलिए अभी फसल लेकर उनका तौल कर लिया जाए। सैंपल की प्रक्रिया फेक्ट्री में पूरी कर ले। इसके अलावा वर्तमान में फसल हकवाई के आवेदन बहुत लंबित है, उनके लिए विभाग द्वारा जो टीमें काम कर रही है उनकी संख्या बहुत कम है। इसलिए ग्वालियर या नीमच से अतिरिक्त टीमे भेजने से किसानों को राहत मिलेगी। किसान अपने खेतों में फसल की निगरानी कर रहा है।
दमण-दीव कांग्रेस प्रमुख ने शुक्रवार को प्रदेश में फंसे प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए 10 बसों का इंतजाम किया है। दमण-दीव कांग्रेस प्रमुख ने दमण कलेक्टर डॉ राकेश मिन्हास को एक पत्र सौंपते हुए कहा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्षा सोनिया गांधी के आदेशानुसार देश के सभी प्रदेश अध्यक्षों को यह निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने राज्यों से जो भी परप्रांतीय श्रमिक कोवीड-19 के लॉकडाउन में फंसे हुए है उन्हें सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाया जाए, जिसके लिए तमाम वाहनों की व्यवस्था की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्षों के कंधों पर साैंपी है। दमण-दीव से श्रमिक मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए दमण-दीव कांग्रेस प्रमुख के तौर पर उन्होंने 10 बसों का इंतजाम किया है।
केतन पटेल ने कलेक्टर से अपील की है कि परप्रांतीय मजदूर श्रमिक जो कई महीनों से रोजी-रोटी रोजगार से जूझतिे हुए प्रदेश में फंसे हुए है और अपने घरों में सुरक्षित जाना चाहते है उन्हें किस तरह से आप प्रशासन सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाता है इसकी अतिशिघ्र आप व्यवस्था करें। आपके आदेशानुसार जिन 10 बसों का इंतजाम कांग्रेस की तरफ से किया है उसकी विधिवत सूची प्रशासन चाहे तब उन्हें सौंप दी जाएगी। यह मजदूर श्रमिक अतिशिघ्र अपने राज्य के घरों में पहुंचे उसकी त्वरीत व्यवस्था करें। बता दें कि, दानह में भी सैंकड़ों श्रमिक फंसे हुए है। उन श्रमिकों की मांग है कि उन्हें भी उनके वतन भेजने की व्यवस्था की जाए।