डीईओ जितेंद्र कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को प्रखंड में शैक्षणिक गतिविधियों का जायजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से ली। उन्होंने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी अरविंद प्रसाद, बीपीओ पंकज कुमार गुप्ता, बीआरपी, सीआरपी व कई विद्यालयों के शिक्षकों से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर शैक्षणिक गतिविधियों का जायजा लिया व कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों को व्हाट्सएप्प ग्रुप बनाकर ऑन लाइन पढ़ाई का निर्देश दिया व अब तक की गतिविधियों से अवगत हुए।
मार्केटिंग सिस्टम के निजीकरण की सरकारी मंशा का विरोध करते हुए किसानों ने 100 से ज्यादा गांवों में पोस्टर प्रदर्शन कर गेहूं, सरसों के अलावा सभी फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदने का मुद्दा उठाया। शुक्रवार को सीएम को भेजे मांग-पत्र में किसान सभा ने प्रत्येक खाते 7500 रुपए के मान से पैसा जारी करने की बात भी कही है।
किसान सभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अशोक तिवारी ने डोंगरपुर में किसानों के पोस्टर प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार मार्केटिंग सिस्टम का निजीकरण करने जा रही है। इससे किसानों को भविष्य में खाद-बीज उधार मिलने का संकट खड़ा हो जाएगा। अभी खाद व्यापारी उर्वरकों की कालाबाजारी करते हैं आने वाले समय में मार्केटिंग सिस्टम भी इसमें लिप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए सभी फसलों की खरीद समर्थन मूल्य पर कराने की व्यवस्था की जाना चाहिए। प्रत्येक किसान के खाते में 7500 रुपए पहुंचाए जाएं।
किसान सभा के जिला उपाध्यक्ष गयाराम सिंह धाकड़ ने कहा कि फसल खरीदी का पूरा भुगतान करने समय पर किया जाए ताकि पैसा किसान के काम आ सके। लॉकडाउन के दौर में बैंक ,बिजली, सोसाइटी सहित सभी तरह की वसूली स्थगित करने के आदेश जारी किए जाएं। उन्होंने मंडी एक्ट में किए संशोधन वापस लेने की बात कही। किसान नेता धाकड़ ने प्रवासी मजदूरों की वापसी की व्यवस्था का ेसहज करने की मांग की। शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन कार्रवाईयों में किसान सभा के जिला अध्यक्ष रामनिवास शर्मा,सहायक महासचिव ओमप्रकाश श्रीवास, महेश प्रजापति, बैजनाथ पिप्पल , हरी सिंह माहौर, रेखा पचौरी, सिंचाई अध्यक्ष रामलखन धाकड, सियाराम सिंह ,सुरेश धाकड़, छात्र नेता राजवीर सिंह ,इब्राहीम शाह , पवन सिंह शामिल रहे। किसान नेताओं ने गन्ना उत्पादक किसानों के बकाया एक करोड़ रुपए का भुगतान करने का मुद्दा भी उठाया।
पाथाखेड़ा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. कृष्णा मोदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर किसानों का कर्ज माफ करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ भोपाल के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने किसानों का कर्ज माफ करने संबंधित आग्रह किया था। जिसके समर्थन में किसानों के कर्ज माफी की मांग करते हैं। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कृष्णा मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014 से आज तक उद्योगपतियों के खाते की जाे राशि माफ की है, वह राशि किसानों के कर्ज से कम ही होगी। मौसम की मार की वजह से किसान पहले से ही टूट चुके हैं। ऐसे में लॉकडाउन समाप्त होने से किसानों के आत्महत्या का दौर शुरू हो जाएगा। जिसे देखते हुए किसानों के कर्ज काे माफ करना चाहिए।
शहर की दत्तपुरा स्थित सब्जी मंडी आवास तोड़कर उनके स्थान पर 100 नए आवास बनाने का काम लॉकडाउन के बाद शुरू होगा। इसके लिए लिए शासन की साधिकार समिति से उक्त निर्माण कार्य के अनुमोदन का इंतजार है।
जानकारी के मुताबिक, गृह निर्माण मंडल दत्तपुरा सब्जी मंडी के 89 आवास तोड़कर वहां 1.21 हेक्टेयर जमीन पर तीन मंजिला शॉपिंग माॅल का निर्माण कराएगा। आवासों में रह रहे कर्मचारियों के लिए बटालियन क्षेत्र में नए 100 आवासाें का निर्माण हाउसिंग बोर्ड कराए जाने का प्रस्ताव शासन की साधिकार समिति के विचाराधीन है। गृह निर्माण मंडल का कहना है कि इस काम का जो ठेका होगा उसका ठेकेदार पहले वीआईपी के किनारे आबंटित सरकारी जमीन पर 100 नएआावास बनाकर प्रशासन के हैंडओवर करेगा। उसके बाद पुराने 98 आवासों को तोड़कर वहां शॉपिंग मॉल बनाने का काम शुरू कराया जाएगा। नएआवास बनने के बाद प्रशासन उनको कर्मचारियों के लिए उपलब्ध कराएगा जो अभी सब्जी मंडी आवासों में रह रहे हैं। इस प्रोजेक्ट की फायनल डीपीआर स्वीकृति के लिए हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर को भेजी गई है।
पिछले करीब एक सप्ताह से दिल्ली-गुड़गांव सीमा पर एंट्री करने को लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। गुड़गांव से सटे कापसहेड़ा क्षेत्र में कोरोना वायरस के काफी केस मिले हैं। यही नहीं दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी से भी बड़ी संख्या में गुड़गांव की सब्जीमंडी में कोरोना के पॉजिटिव केस मिल चुके हैं।
ऐसे में राजधानी के सभी बॉर्डर पर पुलिस तैनात करते हुए एंट्री बंद कर दी है। लेकिन गुड़गांव के उद्योग विहार व कापसहेड़ा में मात्र एक से दो किलोमीटर का दूरी है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग गुड़गांव की कंपनियों में काम करने आते हैं, जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं।
शुक्रवार सुबह सभी कर्मचारियों को गुड़गांव की उद्योग विहार पुलिस ने रोक दिया। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारियों ने पुलिस का विरोध किया। पुलिस ने साफ कह दिया कि कोई भी कर्मचारी गुड़गांव की कंपनियों में काम करने आए तो उसे यहीं रहना होगा, रोजाना आना-जाना नहीं करने दिया जाएगा, यह सरकारी आदेश हैं, वे इसमें कुछ नहीं कर सकते।
इंटर स्टेट एंट्री पर रोक
गुड़गांव में गत 4 मई से लॉकडाउन में ढील दिए जाने के साथ ही गुड़गांव के उद्योग विहार सहित सभी कंपनियों में 30 फीसदी तक कर्मचारी प्रोडक्शन में लगा दिए गए हैं। लेकिन इंटर स्टेट एंट्री पर रोक लगाई हुई है। खासकर दिल्ली से गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर आदि जिलों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ गए हैं। ऐसे में दिल्ली के बॉर्डर से लगते क्षेत्रों में पुलिस तैनात कर दी गई है। गुड़गांव के उद्योग विहार थाना प्रभारी देवेन्द्र सिंह ने बताया कि दो-तीन मई से ही गुड़गांव में दिल्ली से आने वाले लोगों के सभी मूवमेंट पास रद्द कर दिए गए थे। साथ ही डीसी अमित खत्री ने आदेश दिए थे कि कोई भी व्यक्ति रोजाना दिल्ली से गुड़गांव में आकर काम नहीं कर सकता। ऐसे में अब कोई पास मान्य नहीं है।
बंद किए गए हैं दिल्ली के बॉर्डर
गुड़गांव से लगते दिल्ली के सभी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। जिसके पीछे बड़ा कारण कोरोना वायरस को ट्रेवल करने से रोकना है। दिल्ली की आजादपुर सब्जी मंडी के माध्यम से अब तक गुड़गांव में 12 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इसके अलावा तब्लीगी जमात के लोग भी निजामुद्दीन से आए थे। इसके अलावा सोनीपत, झज्जर, फरीदाबाद आदि में भी सब्जीमंडी से पॉजिटिव केस सामने आए हैं। ऐसे में सभी एंट्री रोकी गई है।
डूंडाहेड़ा-कापसहेड़ा बॉर्डर पर दूसरी बार रोके गए कर्मचारी
एसीपी वेस्ट ब्रह्म पोसवाल ने बताया कि तीन दिन पहले भी इन कर्मचारियों को रोका गया था। लेकिन ये कच्चे रास्ते होते हुए गुड़गांव में एंट्री कर गए थे। लेकिन शुक्रवार को करीब पांच हजार कर्मचारियों को बॉर्डर पर सुबह 8.30 बजे रोक दिया गया। इसके बाद उन्हें समझाया गया कि इंटर स्टेट एंट्री बंद की गई है। यह आदेश सरकारी हैं, ऐसे में वे कुछ नहीं कर सकते। लेकिन इसके बाद भी कर्मचारी बॉर्डर पर ही डटे रहे, करीब दो घंटे बाद वहां से वापस लौट गए।
क्या कहते हैं उद्योगपति
गुड़गांव के उद्योगपति पवन यादव ने बताया कि गुड़गांव में दिल्ली के कर्मचारियों के बिना भी काम हो सकता है। हमें मैनपॉवर की ऐसी कोई बड़ी दिक्कत नहीं है। दिल्ली में छह हजार कोरोना पॉजिटिव हैं, जबकि गुड़गांव में 126 हैं। ऐसे में हमें दिल्ली से बचाव करना ही बेहतर है। यही वजह है कि सरकार ने इंटर स्टेट पास भी रद्द किए हुए हैं। हम अभी सरकार से मांग कर रहे हैं कुछ एंट्री पास दिए हैं, ऐसा नहीं भी होता है तो भी काम चल सकता है। वैसे हम खुश हैं कि कोरोना महामारी से बचाव जरूरी है।
खांडसा मंडी से कोरोना वायरस का संक्रमण सहजावास गांव पहुंचा
खांडसा सब्जी मंडी से कोरोना संक्रमण का खतरा सोहना के गांव सहजावास भी पहुंच गया है। यहां देवनगर कॉलोनी का रहने वाला एक व्यक्ति खांडसा मंडी में आढ़ती है। यह व्यक्ति संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आया था। पिछले दो-तीन दिन से इसमें लक्षण दिखाई देने लगे है। इससे ही इसके परिवार को भी संक्रमण का खतरा है। आढ़ती की बेटी ने बताया कि पिताजी को कई दिनों से खांसी,जुकाम के अलावा कोरोना के संदिग्ध लक्षण दिखाई दे रहे हैं। इन्हीं से भाई और मां को भी कोरोना होने की संभावना है। परिवार के चारों सदस्यों को कोरोना हो सकता है। कई दिनों से स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी गई थी, लेकिन विभाग की ओर से कोई एंबुलेंस नहीं भेजी गई। कई बार फोन करने पर शुक्रवार को एंबुलेंस लेने पहुंची। सभी को सेक्टर-10 के सिविल हॉस्पिटल में रखा गया है। लेकिन सैंपल आदि अभी भी नहीं लिए गए। स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस कंट्रोल रूम के नोडल अधिकारी ने बताया कि कोविड के लिए चार एंबुलेंस रिजर्व रखी गई है। लेकिन मरीजों का दबाव बहुत अधिक है। एंबुलेंस पहुंचने में थोड़ा विलंब हो जाता है।
शहर के नाली निकासी का प्रमुख स्रोत अलगाना नाला की उड़ाही का कार्य शुरू कर दिया गया है। जिसे बरसात के पूर्व पूरी तरह से पूरा करा लिया जाएगा। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने इसके लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। गत दिनों हुई बारिश के बाद नाला भरे रहने से मेन रास्ता पर पानी का जमाव हो गया था। जिससे आवागमन मे लोगों को परेशानी उठानी पड़ी थी। जिसके बाद नगर परिषद ने शुक्रवार को मलहचक- एरोड्रम जाने वाली रोड मे बाल्टी फैक्ट्री मोड़ के पास जेसीबी लगाकर अलगाना नाला उड़ाही का काम शुरू कराया है।
वहां पर स्थित नाला पूरी तरह से कचरा से भरा पड़ा था। जिससे पानी निकासी नहीँ हो पा रही थी। हाल में हुई बारिश के बाद पानी सडक पर आ गया था। आसपास के कई मुहल्ला मे भी जलजमाव हो गया था। जिसके बाद नगर परिषद की सफाई एजेंसियों ने उसे प्राथमिकता के आधार पर सफाई कार्य शुरू कराया है। नाला की उड़ाही होने से बाल्टी फैक्ट्री का इलाका रामगढ़, लोक नगर, शांति नगर कुटिया पर, मलहचक समेत अन्य मोहल्लों मे जलजमाव की समस्या समाधान होगी। लोगों को आवागमन में सुविधा मिलेगी और घरों के पानी भी आसानी से निकलेगा। कार्यपालक पदाधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि हरहाल में बरसात के पूर्व अलगाना नाला की पूरी तरह से उड़ाही कार्य पूरा करा लिया जाएगा। नाला उड़ाही होने पर शहर के अधिकांश मोहल्लों की पानी आसानी से निकल जाएगी।
जिले के 7 कंटेनमेंट एरिया में से शुक्रवार को बोहरा बाखल व नांदलेटा का कंटेनमेंट खुला। गुरुवार रात 12 बजे लोहार रोड कंटेनमेंट खोला था।
बोहरा बाखल में 65 वर्षीय बुजुर्ग के कोरोना पॉजिटिव निकलते ही 15 अप्रैल को इसे कंटेनमेंट बनाया था। कलेक्टर ने शुक्रवार शाम को कंटेनमेंट एरिया खोल दिया। दाऊदी बोहरा समाज ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ क्षेत्र के रहवासियों की सेवा में लगे सवाब कमेटी व बुरहानी गार्ड के सदस्यों का सम्मान किया। समाज के प्रवक्ता सलीम आरिफ ने बताया कंटेनमेंट में 815 घर व 3250 की आबादी शामिल थी।
इधर नांदलेटा में नागदा जंक्शन के तीन लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के साथ 16 अप्रैल को कंटेनमेंट कर दिया था। शुक्रवार दोपहर में कंटेनमेंट खोल दिया गया। यहां कंटेनमेंट में 40 घर शामिल थे। गांव में लगा कर्फ्यू भी हटा लिया। इसका लाभ गांव के 900 घर व 4000 की आबादी को मिला है। तहसीलदार स्वाति तिवारी, पिपलौदा थाना टीआई अंशुल अयंक मिश्र, सरपंच इंद्रजीतसिंह सिसौदिया, सचिव मुकेश पाटीदार ने एएनएम भानुमति चौहान सहित ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों का फूल देकर सम्मान किया।
ये कंटेनमेंट एरिया खुलने के इंतजार में : मोचीपुरा, जवाहर नगर, जावरा फाटक व शिवनगर।
महीनेभर बाद खुले कंटेनमेंट एरिया के लोगों ने सुनाई आपबीती, कहा- पूरे समय परेशान होते रहे
सब्जी का पैकेट 50 रुपए से कम का मिला ही नहीं। किराना
मंगवाओ तो 500 से कम का पैकेट दे ही नहीं रहे थे। हम मजदूर हैं, इतना रुपया थोड़े ही रहता है कि बार-बार 500 का सामान मंगवा लें। कचरा गाड़ी महीने में तीन बार से ज्यादा नहीं आई। चारा नहीं मिला तो हमारे मवेशी मर गए। महीनेभर तक ऐसी ही परेशानियों से जूझते रहे। यह आपबीती लोहार रोड क्षेत्र के लोगों ने एक महीने बाद कंटेनमेंट एरिया खुलने
पर सुनाई।
शासन के निर्देश पर खोला कंटेनमेंट
शासन के नए निर्देशों पर कंटेनमेंट एरिया खोला गया। अब आखिरी पॉजिटिव मिलने के 21 दिन बाद तक यदि कोई और केस सामने नहीं आता है तो कंटेनमेंट खोले जा रहे हैं।
रुचिका चौहान, कलेक्टर
500 रुपए का किराना कैसे लेते
500 रुपए से कम का किराना मिल नहीं रहा था। दो बार मंगवाया। तीसरी बार पड़ोसी से व्यवस्था की। हम कम रुपयों का किराना नहीं मंगवा पा रहे थे।
मनोज व्यास,लोहार रोड
चारा नहीं मिला तो मेरी भैंस मर गई
कंटेनमेंट शुरू होने के दस दिन तक मवेशियों के चारे की व्यवस्था ही नहीं हो पाई। भैंस की मौत हो गई। अधिकारियों ने शुरू में ध्यान ही नहीं दिया।
जब्बार गोसी, गोशाला रोड
मजदूर वर्ग ज्यादा परेशान रहा
सब्जी चाहिए तो 50 से कम नहीं, किराना चाहिए तो 500 से कम नहीं। मजदूरी कर पेट भरने वाले यह सब कहां से करते, रिश्तेदारों से मांगकर काम चलाया।
साबिर गोसी, मराठों का वास
फोन लगाया तब कचरा गाड़ी भेजी
शुरू के 15 दिन तो एक बार भी कचरा गाड़ी नहीं आई। बदबू बढ़ी तो निगम को कॉल किए तब कचरागाड़ी आई। कचरा नहीं उठने से परेशान होते रहे।
बसंत पंड्या,ब्राह्मणों का वास
सावधान रहे... लॉकडाउन-2 के मुकाबले लॉकडाउन-3 में संक्रमण चार गुना ज्यादा तेजी से सामने आ रहा है। शुक्रवार को तीन नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं, ये सभी शिवनगर में 8 दिन पहले मिले पॉजिटिव के पड़ोसी है। इधर, खतरा इसलिए बरकरार है क्योंकि शिवनगर का पॉजिटिव युवक अपने दो दोस्तों के साथ रहता था, उनका अब तक पता नहीं चल सका है।
शिवनगर में 1 मई को एक 25 वर्षीय युवक पॉजिटिव मिला था। युवक के आसपास रहने वालों का सैंपल लिया तो शुक्रवार को तीन नए संक्रमित सामने आए। तीनों संक्रमित एक ही परिवार से है। पूछताछ में नए पॉजिटिव ने बताया कि पहले संक्रमित मिला युवक उनके घर पर आता-जाता रहता था। कई बार वह घर पर खाना खाता था। इधर, नया खुलासा यह भी हुआ है कि 1 मई को पॉजिटिव मिले युवक के साथ दो दोस्त रहते थे। हालांकि, वह कौन है... अब स्वास्थ्य विभाग इसकी तलाश में जुट गया है।
लॉकडाउन-2 में सबसे कम 21 % की दर से बढ़ रहा था संक्रमण
लॉकडाउन-3 की शुरुआत 4 मई से हुई है। इस दौरान अब तक 7 कोरेाना पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। इधर, लॉकडाउन-2 में सबसे कम 4 केस सामने आए है। इसमें 19 दिनों में संक्रमण 21 प्रतिशत की दर से सामने आया है, जोकि सबसे कम है। लॉकडाउन-1 में 12 पॉजिटिव मामले सामने आए थे, इन 21 दिनों में 57 प्रतिशत की दर से संक्रमित मिले थे। इधर, लॉकडाउन-3 में 6 मई को 4 पॉजिटिव केस तो वहीं 8 मई को 3 पॉजिटिव केस आए है, इस मान से अब तक 87 प्रतिशत की दर से संक्रमित मिले हैं।
कोरोना से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, प्रधानमंत्री की अपील के बाद भी प्रवासियों के घर लौटने का सिलसिला थम नहीं रहा है, सुविधा न मिलने के कारण कोई श्रमिक पैदल तो कोई साइकिल पर सवार होकर अपने घरों की तरफ लौटने लगे हैं, वहीं कुछ लोग बड़े वाहन लेकर वापस आ रहे हैं।
हालांकि कई शहरों, महानगरों में फंसे मजदूरों और अन्य लोगों को ट्रेन, बस आदि से लाने का सिलसिला भी शुरू हाे गया है। इसी क्रम में शुक्रवार को गुजरात के अहमदाबाद से लगभग 100 मजदूर मेटाडोर में सवार होकर अंबाह आए। यह सभी मजदूर आस पास के गांवों बताए जाते हैं। तहसीलदार सर्वेश यादव ने सभी मजदूरों को सिविल अस्पताल में ले जाकर उनकी जांच कराई। साथ ही उनको भोजन पानी भी उपलब्ध कराया। मजदूरों ने बताया कि काम धंधा नहीं होने के कारण वह 5 मई को गुजरात से चले और आज यहां आ पाए हैं। तहसीलदार ने सभी मजदूरों को समझाते हुए अपने-अपने घरों में 14 दिन तक अकेले रहने के साथ-साथ बार-बार हाथ धोने की सलाह भी दी।
शनिवार से 14 मई तक शहर में सब्जी-फल की सप्लाई बंद रहेगी। होम डिलीवरी सेवा भी नहीं चालू होगी। सब्जी-फल को छोड़कर सभी सेवाएं पहले की तरह चालू या बंद रहेंगी। सभी क्षेत्रों में अनाज, किराना, मेडिकल स्टोर, दूध बिक्री की दुकानें और अाटा चक्की चालू रहेगी। मनपा अायुक्त बंछानिधि पाणी ने बताया कि सब्जी को छोड़कर सभी सेवाएं यथावत रहेंगी। 365 दिन चालू रहने वाली एपीएमसी (सरदार मार्केट) लाॅकडाउन के दौरान दो बार बंद हो चुका है। सब्जी वाले और एपीएमसी के वर्करों के कोरोना रिपोर्ट पाॅजिटिव आने पर प्रशासन द्वारा एपीएमसी मार्केट बंद रखने का निर्णय लिया है। इससे एपीएमसी के पदाधिकारियों और किसानों में काफी रोष है। किसानों का कहना है कि बिना कोई वैकल्पिक व्यवस्था किए लगातार इतने दिन तक एपीएमसी को बंद रखने से उन्हें बड़ा नुकसान होगा। इससे पहले कर्फ्यू पास के लिए उमड़ी भीड़ के कारण एपीएमपी को कई दिनों को लिए बंद कर दिया गया था। काफी भीड़ की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग टूट गई थी। पुलिस को लाठियां बरसानी पड़ी थी।
लॉकडाउन में अन्य सेवाएं पहले की तरह रहेंगी
मनपा ने कहा कि एपीएमसी मार्केट बंद होने से शहर में सिर्फ सब्जी की सप्लाई प्रभावित होगी। बाकी सभी सेवाएं पहले की तरह होंगी। सभी क्षेत्रों में अावश्यक वस्तुअों की दुकानें खुली रहेंगी। लाॅकडाउन के दौरान सूरत में प्रतिदिन 1300 से 1400 टन सब्जी की खपत हो रही है। करीब 2 करोड़ रुपए का प्रतिदिन टर्नओवर है। सब्जी सप्लाई पूरी तरह बंद रहने से लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
द. गुजरात के किसान लोगों को सीधे आम बेच पाएंगे
शनिवार से एपीएमसी मार्केट बंद रहने के बावजूद दक्षिण गुजरात के किसान सीधे लोगों को अाम बेच पाएंगे। इस संबंध में व्यवस्था बनाई गई है। किसान शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर आम बेच सकते हैं, लेकिन लोगों को पूरा एक कैरेट खरीदना होगा।
एपीएमसी: अलग-अलग राज्यों से रोज यहां आती हैं सब्जियों की 40 गाड़ियां
सूरत के एपीएमसी मार्केट में दक्षिण गुजरात और गुजरात समेत एमपी, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश से बड़ी मात्रा में सब्जियां आती हैं। यहां प्रतिदिन मटर, टमाटर, गोभी, प्याज, अालू और मिर्ची की करीब 40 गाड़ियां आती हैं। एपीएमसी बंद रहने से बाहर की मंडियों से सब्जियां लाने वालों का काम रुक जाएगा। इससे उन्हें काफी समस्या का सामना करना पड़ेगा।
दिक्कत: एपीएमसी माॅल से भी बंद रहेगी सब्जियों की होम डिलीवरी
सरदार मार्केट बंद रहने से सोमवार को सब्जी नहीं आएगी। इस कारण कृषि बाजार (एपीएमसी माॅल) से फ्री होम डिलीवरी सेवा भी बंद रहेगी। लाॅकडाउन के बाद से अब तक बड़े पैमाने पर सब्जी डिलीवरी की गई है। सब्जी सप्लाई करने वाले, सब्जी खरीदने वाले, टेम्पो-ट्रक चलाने वालों को मिलाकर कुल 3 लाख परिवारों का एपीएमसी मार्केट से गुजारा होता है। इन सभी की परेशानी बढ़ जाएगी।
लॉकडाउन के बाद बाजार खुलने पर यह देखा जा रहा है कि लोग आपस में जरूरी भौतिक दूरी बनाकर नहीं रखते है। कई बार ऐसा भी होता है कि बैंक, राशन दुकान, किराना दुकान आदि के सामने भौतिक दूरी के साथ धूप में लंबी लाइन लगना संभव नहीं होता है। समाजवादी जन परिषद के अनुराग मोदी ने कहा कि इसके लिए बाजार में आने वाले या अपने घर से निकलने वाला हर व्यक्ति काे छाते लेकर निकलना अनिवार्य किया जाए।
उन्होंने मांग की है कि इस बारे में जिला कलेक्टर तुरंत आदेश जारी करें। लोग छाता लेकर निकलेंगे तो उससे इस चिलचिलाती धूप से भी बचेंगे और इससे जरुरी भौतिक दूरी अपने आप हो जाएग। इस बार जिस तरह से गर्मी पड़ रही है और डॉक्टर भी कोविड की बीमारी से बचने के लिए तेज धूप से भी बचने की सलाह दे रहे हैं। तेज धूप में शरीर में पानी की भी भारी कमी हो जाती है, जो हानिकारक हो सकता है।
शासन अपने सभी कर्मचारियों को तुरंत छाते वितरित करे
इस मामले में शासन काे पहल करते हुए अपने सभी कर्मचारियों काे तुरंत छाते बंटवाना चाहिए। देखने में आया है कि केरल राज्य के अलपुझा की एक पंचायत के अध्यक्ष ने अपनी पंचायत में इसके लिए 10 हजार छाते मुफ्त बांटे हैं।
लॉकडाउन में आंशिक छूट मिलने और दुकानें खुलने के बाद लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करना भूल गए। दुकानदारों ने दुकानों के सामने सामग्री रखकर बेचना शुरू कर दिया। शुक्रवार दोपहर में मुख्य मार्ग के किनारे स्थित दुकानों में जमकर भीड़ रही। बाजार में भीड़ और सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं होने की सूचना मिलने पर एसडीएम सीएल चनाप और सीएमओ राहुल शर्मा राजस्व और नपा के कर्मचारियों के साथ कार्रवाई करने निकले। किराना, रेडिमेड दुकान, जनरल स्टोर सहित अन्य दुकानों के सामने दुकानदारों ने सामग्री रखकर अतिक्रमण कर रखा था। जिससे सामान खरीदने वालों को दुकान के बाहर खड़े रहने के लिए भी जगह नहीं थी। खरीदी करने आए लोग दुकानों के अंदर जाकर सामान खरीद रहे थे। दुकान के अंदर सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा था। एसडीएम सीएल चनाप और सीएमओ राहुल शर्मा ने दुकानों के सामने सामग्री रखने वालों को फटकार लगाई। इसके साथ नपा के कर्मचारियों को दुकान के बाहर रखी सामग्री जब्त करने को कहा। यह सुनकर दुकानदारों ने दुकानों के सामने रखी सामग्री हटाना शुरू कर दिया। एसडीएम चनाप ने दुकानों के अंदर भीड़ रहने पर भी दुकान संचालकों पर नाराजगी व्यक्त की। समझाइश के बाद भी जिन दुकानदारों ने सामग्री नहीं हटाई, उन पर जुर्माना किया। दोबारा दुकान के बाहर सामग्री रखने और दुकान के अंदर सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
साहब! लॉकडाउन के चलते डेढ़ माह से हमारा व्यवसाय बंद है, जमा पूंजी भी खर्च हो गई। ऐसे में घर-परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा है। दुकान खुलवाने के संबंध में हम लोग शुक्रवार को कलेक्टर से मिलने गए। लेकिन वहां खड़े दरबानों ने कलेक्टर से मिलने नहीं दिया। तब हम लोग एडीएम से मिलने पहुचें। लेकिन उनके कार्यालय के दरवाजे पर खड़े कर्मचारियों ने एडीएम का फोन नंबर देकर कहा कि वे आप से नहीं मिलेंगे। आप केवल उनसे फोन पर चर्चा कर सकते हैं। फोन पर चर्चा करते समय एडीएम ने कहा कि आप लोग तीन-चार दिन बाद अना। इस हाल में हम कहां जाएं तथा किसको अपनी फरियाद सुनाएं।
यह पीड़ा कलेक्टर प्रियंका दास से मिलने आए सेन समाज के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को दैनिक भास्कर से व्यक्त की। सेन समाज के प्रदेश अध्यक्ष मातादीन सविता का कहना है कि सेन समाज के कारीगरों को मेडिकल परीक्षण के बाद दुकान खोलने की अनुमति प्रदान करना चाहिए। क्योंकि डेढ़ माह से दुकान बंद होने के कारण बच्चों व परिजन का पेट पालना दूभर हो रहा है। सविता ने बताया कि जिलेभर में दो हजार से अधिक नाई की दुकानें हैं। 45 दिन से यह दुकान बंद रहने से सेन समाज के लोग बेरोजगार हो गए हैं तथा वे अब पत्नी व बच्चों का पेट कैसे पाले।
हलवाई का काम करने वाले कारीगर भी घर बैठे
हलवाई संघ के पदाधिकारी सतीश जैन ने बताया कि लॉक डाउन के कारण दुकानों में रखी लाखों रुपए की मिठाई खराब हो गई। जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है। उधर 45 दिन से दुकान नहीं खुलने के कारण उनका व्यवसाय पुरी तरह ठप हो गया है। जबकि उन्हें दुकान का किराया हर महीने देना पड़ रहा है। यहां बता दें कि लॉकडाउन के चलते इस बार अधिकांश शादी-विवाह रद्द हो गए। ऐसे में हलवाईयों के सामने भी जीवन-यापन करने का संकट खड़ा हो गया है। क्योंकि शादी-विवाह के सीजन में जो कमाई होती है उससे हलवाई पूरी साल घर चलाते हैं। हलवाई संघ की मांग है कि लॉकडाउन के नियम का पालन करने की शर्त पर उन्हें दुकान खोलने की अनुमति प्रदान की जाए।
11 तारीख के बाद प्रयास करेंगे
प्रियंका दास, कलेक्टर मुरैना के मुताबिक,कुछ जिलों में सेन समाज के प्रोफेसन के वजह से संक्रमण फैला है। अगर 11 अप्रैल तक हम रेड जोन में नहीं आए तो हम इनका स्वास्थ्य परीक्षण कराकर पंजीयन कर दुकान खुलवाने का प्रयास करेंगे। फिलहाल मुरैना जिला ऑरेंज रेंज में चल रहा है।
पहाडगढ़ ब्लॉक के खिटौरा प्रावि स्कूल में पदस्थ एक शिक्षक को अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी बीआरसी बनकर कॉल किया और उसे धमकाते हुए कहा कि-तुम स्कूल नहीं जाते, घर पर ही सोते रहते हो। तुम्हारा पांच दिन का वेतन काट दूंगा। जब शिक्षक ने बीआरसी बृजेश तिवारी से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि मैने तो कोई कॉल नहीं किया। इस पर शिक्षक ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ थाने में आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई है। जानकारी के अनुसार प्रावि खिटौरा के शिक्षक सूर्यकांत त्यागी ने बताया कि शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच मेरे मोबाइल नंबर 98264-04102 पर किसी अज्ञात शख्स ने 98934-30796 ने पांच-छह कॉल किए। जब शिक्षक ने नंबर पर रिप्लाई किया तो अज्ञात व्यक्ति ने शिक्षक से कहा कि-तुम स्कूल नहीं जा रहे, घर पर सोते रहते हो, मैं तुम्हारा पांच दिन का वेतन काट दूंगा। बीआरसी के नाम पर किए गए कॉल को सुनकर शिक्षक के होश उड़ गए। उसने तत्काल अपने जन शिक्षक तथा बीआरसी पहाड़गढ़ बृजेश तिवारी ने संपर्क किया। जब दोनों ने कहा कि कॉल करने वाला शख्स कोई और है तब शिक्षक ने पहाड़गढ़ थाने में लिखित आवेदन देकर फर्जी बीआरसी बनकर हड़काने वाले व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
गर्मी में पानी की दिक्कत खत्म करने के लिए निगम अधिकारियों ने एक्शन प्लान तैयार किया है। जिससे मुख्यालय में पानी के लिए मटके न फूटें। पानी के किल्लत वाले इलाकों में टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाएगी। पूरे शहर में पानी सप्लाई करने के लिए करीब 200 टैंकरों के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। अगले सप्ताह तक वर्क अलॉट कर दिया जाएगा। इसके साथ ही सभी एक्सईएन से अपने-अपने क्षेत्र के ट्यूबवेलों की रिपोर्ट दो दिन में मांगी गई है।
दूसरी ओर शहर में अवैध रूप से चल रहे आरओ प्लांट के खिलाफ भी अभियान शुरू कर दिया गया है। यह भी विचार किया जा रहा है कि जिन इलाकों में पानी की अधिक उपलब्धता है वहां से कुछ पानी अन्य इलाकों में भी दिया जाए ताकि शहरवासियों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल सके। निगम अधिकारियों के अनुसार पानी सप्लाई करने वाले टैंकरों को जीपीएस से लैस किया जाएगा ताकि उनकी मॉनिटरिंग की जा सके। यानी अब टैंकर से पानी सप्लाई करने वाले ठेकेदार गड़बड़ी नहीं कर सकेंगे।
नगर निगम का यह है एक्शन प्लान
निगम के इंजीनियरिंग ब्रांच ने इस बार जो एक्शन प्लान बनाया है उसके तहत जहां सुबह-शाम दोनों टाइम पानी की सप्लाई हो रही है। वहां से कुछ पानी की कटौती कर प्रभावित इलाकों में भेजा जाएगा। खासकर उन इलाकों में जहां पानी दो-तीन दिन में एक बार ही मिल पाता है। निगम प्रशासन ने सभी एक्सईएन से इस बारे में रिपोर्ट तैयार करा ली है। साथ ही टैंकरों से पानी सप्लाई कराने के लिए टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। अगले सप्ताह तक वर्क अलॉट हो जाएगा। निगम अधिकारियों के अनुसार हमारा प्रयास होगा कि इस बार लोग पानी संकट से परेशान नहीं होंगे। इसके अलावा शहर में अवैध रूप से चल रहे आरओ प्लांट्स के खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है। जाे ट्यूबवेल खराब होंगे उन्हें तत्काल ठीक कराया जाएगा।
8 से 10 हजार टैंकर पानी सप्लाई
निगम अधिकारियों की मानें तो हर साल गर्मी के सीजन में 8 से 10 हजार टैंकर पानी नगर निगम को विभिन्न इलाकों में सप्लाई करना पड़ता है। हालांकि निगम के पास पर्याप्त टैंकर नहीं हैं। ऐसे में उन्हें किराए पर टैंकर लेकर पानी पहुंचाना पड़ता है। सबसे अधिक टैंकरों से पानी की सप्लाई वार्ड नंबर 3, 4, 5,6, 8, 9, लक्कड़पुर, एसजीएम नगर, वार्ड 16 और 17 के कुछ इलाकों में भी होती है।
इन क्षेत्रों में पर्याप्त पानी रहता है
नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक बदरपुर बॉर्डर से बल्लभगढ़ तक बसे सभी सेक्टरों में पानी की उपलब्धता पर्याप्त है। यानी सेक्टर 31, 37, 35, 9, 10, 11, 12, 2, 64, 65, सेक्टर 45, 44, 46, सेक्टर 21 ए, बी, सी व डी आदि में दोनों वक्त पर्याप्त पानी पहुंचता है। इसके अलावा बड़खल क्षेत्र के एनआईटी एक, दो, तीन व पांच में भी पानी की उपलब्धता है।
गर्मी में ये इलाके रहते हैं प्रभावित
शहर में सबसे ज्यादा पानी की किल्लत एनआईटी विधानसभा में रहती है। यहां की जवाहर कॉलोनी, पर्वतीय कॉलोनी, जनता कॉलोनी, कपड़ा कॉलोनी, डबुआ कॉलोनी, नंगला, सारन, एसजीएम नगर, संजय कॉलोनी सेक्टर 23, सेक्टर 55, जीवन नगर, गौंछी, प्रेस कॉलोनी, ग्रीन फील्ड कॉलोनी, दयालबाग, शिवदुर्गा विहार, सैनिक कॉलोनी, संत नगर, एसजीएम नगर, हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-21 डी, सुभाष कॉलोनी, त्रिखा कॉलोनी, सराय ख्वाजा, सेक्टर 55 आदि इलाकों में पानी का संकट रहता है। इसके अलावा बड़खल के ऊंचाई वाले इलाकों में भी पानी की समस्या रहती है।
काेराेना संक्रमण के दाैरान लाॅकडान 3.0 के शुरू हाेने के साथ ही नगर निगम भी सफाई काे लेकर एक्शन माेड में आ गया है। मानसून काे देखते हुए शहर के 80 वार्डों में नालाें की सफाई का काम शुरू किया गया है। इसे जून अंत तक पूरा करने का टारगेट है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पिछले साल शहर के दाे बड़े बरसाती नालाें की सफाई क्याें नहीं हा़े सकी। इसलिए इस बार भी बारिश के दिनाें में जनता काे परेशान हाेना पड़ेगा।
नगर निगम ने मानसून पूर्व शहर के करीब 15 नालाें की सफाई का काम शुरू किया है। निगम की जेबीसी, ट्रैक्टर, डम्पर के मदद से सिल्ट निकाली जा रही है। बीकानेर में जुलाई के दूसरे सप्ताह मानसून की आहट हाेती है। उसे देखते हुए यह काम जून अब अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। निगम की इस व्यवस्था पर अब सवाल उठने लगे हैं। काम समय पर पूरा करने के लिए पूर्व व पश्चिम विधानसभा के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य अधिकारी भी नियुक्त किए हैं। उसके बाद भी आयुक्त डाॅ. खुशाल यादव काे खुद ही माॅनिटरिंग करनी पड़ रही है। दाेनाें विधानसभा क्षेत्राें के लिए अलग-अलग संसाधन दिए गए हैं। पार्षद जावेद पड़िहार का कहना है कि दाे स्वास्थ्य अधिकारी लगाने के बाद भी आयुक्त काे जाना पड़ता है। इसका मतलब है कि काम सही नहीं हा़े रहा है।
दाे स्वास्थ्य अधिकारी लगाए
सफाई व्यवस्था के लिहाज से इस बार पूर्व व पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए हैं। पूर्व में नेक मोहम्मद और पश्चिम में अशाेक व्यास काे स्वास्थ्य अधिकारी लगाया गया है। इससे पहले यह जिम्मेदारी उपायुक्त रणजीत बिजारणिया अकेले संभाल रहे थे। उन्हें सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाने के लिए निगम में व्यवस्थाएं बदली गई हैं। इससे पहले प्रशिक्षु आरएएस अर्चना व्यास यह काम देख रही थीं।
मानसून पूर्व नालाें की सफाई का काम इस बार जल्दी शुरू कराया है। जून अंत तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पुरानी गिन्नाणी के नालों का भी साफ-सफाई कराई जा रही हैं। इस बार बारिश में आमजन काे पानी निकासी की परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
-डाॅ. खुशाल यादव, आयुक्त, नगर निगम, बीकानेर
बरसाती नालाें की सफाई अधूरी
नगर निगम ने पिछले साल शहर के चार बड़े बरसाती नालाें की सफाई शुरू कराई थी। इसके लिए करीब चार कराेड़ का टैंडर लगाया था, लेकिन काम एक कराेड़ 20 लाख का ही हुआ। एमएन हाॅस्पिटल से डीपीएस और सर्किट उसे पीबीएम हाॅस्पिटल तक के दाेनाें नालाें की सफाई इसलिए नहीं हा़े पाई कि उन पर अतिक्रमण हैं। नाले के दाेनाें तरफ मकान बने हुए हैं। गाड़ियां जाने की ही जगह नहीं है। सादुल काॅलाेनी में ताे नाले पर ही मकान, दुकान, हाॅस्पिटल बना दिए। यूआईटी ने पट्टे तक जारी कर रखे हैं। निगम प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की काेशिश भी की लेकिन विरोध के कारण नहीं ताेड़ सके। जूनागढ़ से सदर थाना और पुलिस लाइन से एमएन हाॅस्पिटल तक का ही नाला साफ हा़े सका। इसके अलावा बल्लभ गार्डन से पीबीएम हाॅस्पिटल तक नाले की सफाई कराई गई थी।
कोरोना के आपातकाल में जिले को पहुंचे नुकसान की भरपाई के लिए जिला प्रशासन हर तरह की कोशिशों में जुटा है। जिलाधिकारी नवीन कुमार ने बताया कि विपरीत हालात को अवसर के रूप में तब्दील करने की मानसिकता हर किसी को विकसित करनी होगी। उन्होंने जिलेवासियों से फिर अपील करते हुए कहा कि लॉकडाउन थ्री में सरकार द्वारा मिली सहूलियतों को बेजा इस्तेमाल से बचें और हर जगह हर पल सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के प्रति खुद को अनुशासित रखने के लिए दृढ़ संकल्पित रहें क्योंकि वर्तमान हालात मानव जीवन के अस्तित्व को बचाने से जुड़ा असाधारण मसला है।
उन्होंने कहा कि अब भी हालात सामान्य होने में कुछ और वक्त लगेगा, जिसके लिए हर किसी को धैर्य व संकल्प के साथ जीवन की गाड़ी काे सावधानी के साथ आगे बढ़ाने के लिए खुद को तैयार करने की आदत डालनी होगी। कोरोना के अनुशासन को जीवन में उतारना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन में ढिलाई बरती गई तो फिर प्रशासन अपने काम से कतई समझौता नहीं करेगा।
अब तक 398 के सैंपल भेजे गए, 331 की रिपोर्ट निगेटिव
जहानाबाद : जिले में कोरोना वायरस के अब तक कुल 398 संदिग्धों के जांच सैंपल पटना भेजे गए हैं जिसमे से 321 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। 72 लोगों की रिपोर्ट का अब भी इंतजार किया जा रहा है जबकि पांच लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। शनिवार को लालसे बिगहा के संक्रमित मरीज के संपर्क में आए तथा अन्य इलाकों के सर्वे में मिले संदिग्धों को मिलाकर कुल अड़तीस लोगों के सैंपल जांच को भेजे गए हैं। इधर जिले में पिछले तीन चार दिनों में कुल लगभग ग्यारह सौ प्रवासी कामगार व स्टूडेंट्स दूसरे राज्यों से वापस आए हैं। कोरोना वायरस के कारण राज्य के बाहर से आने वाले व्यक्तियों का क्रम अब भी जारी है। गया-जहानाबाद बॉर्डर (धरनई) से शुक्रवार तक 245 व्यक्ति जिले में आये हैं। इसी प्रकार पटना-जहानाबाद बॉर्डर (कड़ौना) से शुक्रवार तक 373 व्यक्ति आये हैं। वहीं अरवल-जहानाबाद बॉर्डर (झुनाठी) से आज 11 व्यक्ति जिले में प्रवेश किए हैं। जिलाधिकारी ने क्वारेंटाइन तथा होम आवासित सभी व्यक्तियों लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए सामाजिक दूरी को बनाए रखने की अपील की है। जिला प्रशासन ने उनके नियमित तौर पर चिकित्सीय परीक्षण कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया है।
स्कील सर्वे के बाद रुचि और ज्ञान के अनुसार हर प्रवासी कामगारों को मिलेगा रोजगार
डीएम ने बैठक के बाद बताया कि जिला प्रशासन फिलहाल पूरा फोकस जिले की आर्थिक हालात को पटरी पर लाने में कर रहा है। इसके तहत बाहर से आए कामगारों का स्किल डेवलपमेंट कराने की योजना की रूप रेखा तय करने पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि सोमवार से बाहर से आए कामगारों को उनके संबंधित क्वारेंटाइन सेंटरों पर जाकर सबसे पहले उनके स्किल विशेषज्ञता का सर्वेक्षण शुरू होगा। उसके बाद पूरे सर्वे का कंप्लाएंस कर श्रम प्रवर्तन विभाग के अधिकारी व जिले के कुछ अन्य चुने हुए विशेषज्ञ अधिकारियों की टीम उनके स्किल डेवलपमेंट के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। उसके बाद संबंधित स्किल्ड मजदूरों का उपयोग संबंधित इलाके के मजदूरों को प्रशिक्षित कराने में लगाया जाएगा। प्रशिक्षण का चरण पूरा होते ही संबंधित प्रवासी कामगारों को उनकी रूचि के अनुसार काम दिलाई जाएगी।
पड़ोसी जिला है रेड जोन में, पूरी सतर्कता बरतने की जरूरत
डीएम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि लॉकडाउन थ्री में मिले सरकारी सहूलियतों को सही परिप्रेक्ष्य में हर किसी को लेना होगा। उन्होंने कहा कि अब भी यह जिला ऑरेंज जोन में है। पड़ोसी जिले रेड जोन में हैं। ऐसे में हर किसी को लॉकडाउन के नियमों के प्रति सतर्क रहना ही होगा। आम जन जीवन को पटरी पर लाने के लिए जिला प्रशासन ने कई इलेक्ट्रानिक व ऑटोमोबाइल सहित कई अन्य दुकानों को खोलने का आदेश सशर्त दिया है, इसका पूरा ख्याल रखना होगा। जिन नई दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया है वे एक दिन बीच कर के ही अपनी दुकान खोल सकेंगे। यानि सप्ताह में मात्र तीन दिन ही दुकानें खोली जाएगी। संबंधित दुकानदारों एवं ग्राहकों को हर हाल में सोशल डिस्टेंशिंग का अनुपालन करने की हिदायत जारी की गई है। डीएम ने कहा कि यदि किसी दुकानदार की लापरवाही से भीड़ लगती है तो उस दुकान को तुरंत बंद करते हुए उसे सील कर दिया जाएगा। साथ ही उस पर अनुशासनिक कार्रवाई भी की जाएगी।
देश में फैली कोरोना वायरस नामक बीमारी से बचने के उपायों की शपथ दिलाई गई। शपथ ग्रहण में 24 ग्राम पंचायतों के युवा कार्यकर्ता शामिल हुए, जो अपनी ग्राम पंचायत में रह रहे लोगों को कोरोना से बचने के उपाय बताएंगे। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी प्रतिज्ञा समाज कल्याण समिति व श्री राम कालेज अटेर रोड़ के सयुंक्त तत्वाधान में ब्लॉक की युवाओं को कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी को जागरूक करने व अपनी पंचायत को जागरूक करने के लिए शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन श्री राम कॉलेज परिसर में किया गया, जिसमें एसडीएम विनोद सिंह, तहसीलदार राजकुमार नागौरिया, नायब तहसीलदार ओपी श्रीवास्तव, आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रभारी बीएस चौहान, एसआई पवन सिंह भदौरिया, समिति अध्यक्ष अनिल उपाध्याय, पटवारी सांन्तेश सिंह तोमर, राधा कृष्ण लहरिया, संदीप उपाध्याय आदि ने संयुक्त रूप से शपथ दिलाई। साथ ही सभी उपस्थित युवाओं को गमछा प्रदान किया। इस अवसर पर मनीष शिवहरे, गिर्राज लहारिया, राजू गुप्ता, भूपेश शिवहरे, राजू श्रीवास्तव, संदीप उपाध्याय, धर्मेंद्र उपाध्याय, मोनू लहारिया, आशीष तिवारी, बीजेपी नगर मंडल अध्यक्ष राम कुमार गुप्ता, वासुदेव तोमर, खुशी तोमर, धर्मेंद्र तोमर, दीपू दुबे व नेतराम शर्मा, भीकम सिंह दोहरोटा, शीशपाल सिंह, रामकुमार रेफरी, लालजीत सिंह तोमर बुधारा आदि मौजूद रहे।
नांदेड़ से आए सभी 18 श्रद्धालुओं के रिपीट सैंपल ले लिए गए हैं जिनमें से 16 की रिपोर्ट निगेटिव जबकि 2 के रिपीट सैंपल पुन: पॉजिटिव आ गए हैं। अब स्वास्थ्य विभाग दोनों पॉजिटिव मरीजों के सैंपल चार दिन बाद पुन: भेजेगा। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजे गए दो वेंटिलेटर भी सिरसा अस्पताल पहुंच चुके हैं और उन्हें स्थापित भी कर दिया गया है।
नांदेड़ से आए 18 श्रद्धालुओं में से 16 को डबवाली के राजकीय कॉलेज में क्वारेंटाइन किया गया है जबकि दो पॉजिटिव मरीजों को सिरसा सिविल अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। यहां उनका इलाज चल रह है। 7 दिन के इलाज के बाद इन सभी के सैंपल जांच के लिए दोबारा भेजे गए। रिपोर्ट सभी की आ चुकी हैं। सभी 16 की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि सिरसा अस्पताल में दाखिल दोनों पॉजिटिव की रिपीट रिपोर्ट भी पॉजिटिव ही आ गई है। अब पुन: चार दिन बाद इनके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
वेंटिलेटर चलाने की ट्रेनिंग भी दिलाई जा चुकी है
अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग की विभाग की ओर से दो नये वेंटिलेटर्स मिल गए हैं। गुरुवार देर रात ये सिरसा पहुंच गए। शुक्रवार को सिविल अस्पताल में दोनों वेंटिलेटर को स्थापित कर दिया। इसके साथ ही डॉक्टर काे भी तैनात कर दिया है। एक डॉक्टर को वेंटिलेटर चलाने की ट्रेनिंग भी दिलाई जा चुकी है, जरूरत पड़ने पर इसका प्रयोग किया जा सके।
रैपिड किट से 5 नए लोगों की जांच पुलिस कर्मियों का भी चेकअप
गुरुवार को 43 नए सैंपल भेजे गए हैं। गुरुवार को पेंडिंग 101 में से 44 की रिपोर्ट निगेटिव भी आई है जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली है। अब 97 की रिपोर्ट का प्रशासन को इंतजार है। शुक्रवार को रैपिड किट से 5 लोगों की जांच की गई है। फ्लू ओपीडी में 288 लाेगों की जांच की गई। स्लम सर्वे में 435 लोगों की जांच हुई है। 44 सब्जी विक्रेताओं और 55 अखबार वितरकों की भी स्क्रीनिंग हुई है।
रेंडमली जांच की जा रही है: सिविल सर्जन
स्वास्थ्य विभाग की 102 टीमें लगातार जिला भर में अभियान चलाए हुए है। इन दौरान जो भी आशंकित मिलता है, उसका इलाज शुरू किया जाता है और सैंपल भी लिए जाते हैं। नांदेड़ से आए दोनों पॉजिटिव श्रद्धालुओं की रिपीट रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ गई है।'' -डॉ. सुरेंद्र नैन, सिविल सर्जन, सिरसा।
अमूमन अप्रैल से ही तेवर दिखाने वाली गर्मी अभी तक नरमी बरते हुए है। मई शुरू हाेने के बावजूद लू की बजाय बारिश हो रही है। मार्च अप्रैल में सामान्य से नीचे रहने वाला अब जाकर सामान्य से करीब आया है। माैसम विशेषज्ञ गर्मी में राहत के पीछे बारिश बता रहे है। माैसम विभाग के आंकड़ोंके अनुसार 1 मार्च से 7 मई तक राजस्थान में सामान्य से 224 फीसदी ज्यादा बारिश हुई। सामान्य औसत बारिश आंकड़ा 9.8 मिमी है। अब तक प्रदेश में 31.8 मिमी बारिश हाे चुकी है। जयपुर में मार्च में 38 से 40 डिग्री तक पहुंचने वाला पारा 35 डिग्री औैर अप्रैल में 42 से 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने वाला तापमान 41 डिग्री के पार नहीं गया। हालांकि बीते दाे दिन में शहर के अधिकतम तापमान में 6.6 डिग्री सेल्सियस बढ़ाेत्तरी हुई औैर शुक्रवार काे 41.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
आगे... ऐसा रहेगा माैसम
माैसम विभाग के अनुसार 14 मई तक अधिकतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ाेत्तरी हाेगी। इस दाैरान लू भी चलेगी। वहीं कई इलाकाें में अांधी, अंधड के साथ बारिश हाेने की संभावना है।
अपने राज्य बिहार में वापस जाने के इंतजार में बैठे 54 मजदूरों को शुक्रवार के दिन एक बार फिर निराशा ही हाथ लगी। उन्हें जिला प्रशासन ने सुबह दो बसों में सवार करके रोहतक भेजा था। वहां से शाम सवा 5 बजे बिहार के लिए ट्रेन चलनी थी, मगर वहां जाने के बाद अन्य जिलों से आए मजदूरों की भी संख्या इतनी बढ़ गई कि सिरसा से गए मजदूरों को फिर जगह नहीं मिली तो वहीं इसलिए वहीं रुकना पड़ा। पिछले चार दिनों से मजदूरों के साथ यही हो रहा है। पहले उन्हें हिसार लेकर गए थे।
वहां ट्रेन में जगह नहीं मिलने पर वापस लाया गया। इसके बाद अंबाला से भेजने की तैयारी की गई, मगर वह भी बात सिरे नहीं चढी। अब एक बार फिर शुक्रवार को रोहतक से चलने वाली ट्रेन के लिए उन्हें सुबह दो बसों में भेजा था। डीएसपी ने बताया कि मजदूरों ट्रेन में जगह नहीं मिल पाने के कारण रोहतक में रोक दिया। अब शनिवार करे रोहतक से चलने वाली ट्रैन से भेजा जाएगा। यहां बता दें कि जिला में दो हजार से ज्यादा ने अब तक वापस अपने राज्य में जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं।
तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने भरतपुर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की उपलब्धता के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।
उन्होंने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति निरन्तर बनाए रखें। जो ट्यूबवैल, हैंडपंप एवं आरओ संयत्र खराब पड़े हैं, अभियान चलाकर उनकी मरम्मत कराकर चालू कराएं।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पेयजल की आपात योजना के तहत स्वीकृत कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ कराकर पूर्ण कराएं। पेयजल से अभावग्रस्त जिन गांवों में किसी भी स्त्रोत से पानी उपलब्ध कराना संभव नहीं है, ऐसे गांवों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए जलदाय विभाग के सभी सहायक एवं कनिष्ठ अभियन्ता पूर्ण जिम्मेदारी एवं निष्ठा के साथ कार्य करें और अपने मोबाइलों को खुला रखें। जिस अधिकारी की इस कार्य में लापरवाही मिलेगी उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने जिले में पेयजल की उपलब्धता एवं विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी और विश्वास दिलाया कि गर्मियों के मौसम में सभी क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता बनाए रखी जाएगी। इसके पश्चात तकनीकी एवं संस्कृत शिक्षा राज्य मंत्री डाॅ. सुभाष गर्ग ने शहर के कफ्र्यू ग्रस्त क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया।
रमजान के पाक माह में यही सच्ची नेकी है। रमजान में गरीब लोगों की मदद से अच्छा कुछ नहीं हो सकता। प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सह बीबीसी स्कूल बरौली के निदेशक फैज अहमद ने शुक्रवार को जख्मी तस्लिम से मिल उसे इलाज के लिए पटना भेजवाया। इसके साथ ही परिवार के लोगों को खाने का सामान दिया।साथ ही तस्लिम के तीनों बच्चे असरफ, फैयाज और फातिमा को मुफ्त शिक्षा, किताबें ,पोषाक आदि देने की जिम्मेवारी लेते ही उनको गोद लिया।
हादसे में तस्लीम हुआ था जख्मी,पैसे के अभाव में नहीं हो रहा था इलाज
बरौली थाना क्षेत्र के सिसई गांव निवासी तस्लीम कुछ दिन पहले एक हादसे में जख्मी हो गया था। तस्लीम की नाजुक हालत देखते हुए फैज अहमद ने गोपालगंज के हड्डी रोग स्पेशलिस्ट डॉ अमर कुमार से बात कर बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच भेजवाया। उन्होंने कहा कि इंसान ही इंसान के लिए मददगार होता है। समाज के प्रबुद्ध लोगों को आगे आकर गरीब और कमजोर लोगों की मदद करे। कोरोना जैसी महामारी से जहां विश्व परेशान है। वहीं भारत के लोग इस महामारी से लड़ने में एक दूसरे की मदद कर रहे है।
भाजपा पार्षद और सूरत महानगर पालिका की गटर समिति के अध्यक्ष अमित सिंह राजपूत का भाई अजीत सिंह राजपूत यूपी जाने वालों से एक-एक हजार रुपए लेकर ट्रेन का टिकट बेच रहा है। एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें अमित सिंह राजपूत का भाई लोगों से प्रयागराज भेजने के लिए टिकट का किराया 1000 रुपए मांग रहा है। वह वीडियो में कहते हुए दिखाई दे रहा है कि जो पैसा देगा उसे तुरंत टिकट मिलेगा। इस काम के लिए पार्षद के भाई ने बिचाैलिया भी रखा है।
वीडियो में दिख रहा है कि एक व्यक्ति अमित सिंह के ऑफिस पर जाता है। उसके साथ कई लोग हैं। वह एक लिस्ट देता है जिसमें 80 लोगों का नाम लिखा है। अमित सिंह का भाई लिस्ट देखने के बाद कहता है कि एक व्यक्ति का किराया 1000 रुपए लगेगा। 80 आदमी का किराया 80000 रुपए दोगे तो ही टिकट मिलेगा। वह यह भी कहता है कि अगर अभी पैसे दोगे तो अगले ही दिन ट्रेन मिल जाएगी। 1000 से एक भी रुपए कम नहीं लगेगा। इतना पैसा पास में नहीं होने से लोग वापस लौट जाते हैं। कुछ लोगों का अारोप है कि अजीत ने कुछ लोगों से पैसे ले लिए लेकिन गांव नहीं भेज रहा। पैसे मांगने पर गाली देकर भगा देता है।
दावा: 4 मई को बनाया वीडियो, पैसे वापस मांगे तो गाली देकर भगा दिया
एक व्यक्ति ने दावा किया कि यह वीडियो उसने 4 मई को बनाया था। वह खुद अपने कुछ साथियों के साथ अमित सिंह राजपूत के ऑफिस गया था। उन्होंने टिकट के बारे में पूछताछ की तब किराया एक हजार रुपए बताया गया। उत्तर प्रदेश जाने का किराया 700 से ज्यादा नहीं होता। अगले दिन मैंने अपने चार साथियों का टिकट उनके ऑफिस से बनवाया, जिसका किराया उन्हें 4000 रुपए दिया गया। इसका भी वीडियो मेरे पास है। उन्हें जो रसीद दी गई थी उस पर भी 4000 रुपए लिखा है। 5 मई को हमें गांव भेजने का वादा किया गया था लेकिन अब ना गांव भेज रहे ना रुपए लौटा रहे हैं। ऑफिस पर पैसे मांगने गए तो गाली देकर भगा दिया। कहा गया कि पैसे जमा हो चुके हैं, अब नहीं मिलेंगे। हां, अगर ट्रेन मिलेगी तो भेज देंगे।
ऐसा आश्वासन: पार्षद का भाई हूं, डरो नहीं भरोसा करो
वीडियो में अजीत राजपूत कह रहा है कि वह अमित सिंह राजपूत का भाई है, इसलिए आप लोग भरोसा करो, डरने की कोई जरूरत नहीं है। पैसे देंगे तो टिकट जरूर मिल जाएगा। अजीत सिंह राजपूत लोगों से पैसे लेने के बाद उसकी स्लिप भी दे रहा है। इस तरह से टिकट की ठगी जारी है। 20 से ज्यादा दलाल लोगों के 10 लाख से ज्यादा रुपए लेकर फरार हो चुके हैं। लिंबायत और डिंडोली में कुछ लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
सफाई: पार्षद बोले- किसी ने हमारे खिलाफ साजिश की है
वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा पार्षद अमित सिंह राजपूत ने सफाई दी। उन्होंने एक वीडियो मैसेज के माध्यम से कहा कि उनके भाई का जो वीडियो वायरल किया गया है वह पुराना है। उस वक्त ट्रेन की टिकट का खर्च कितना है वो पता नहीं था, इसलिए अंदाजन रकम ली जा रही थी। किसी ने उनके खिलाफ साजिश की है और उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और ना ही किसी से ज्यादा पैसे लिए हैं।
मध्य प्रदेश किसान सभा के प्रांत व्यापी आव्हान पर जिले में किसानों की ओर से मांग दिवस मनाया गया। इस मौके पर सबलगढ़ के कई गांवों में विरोध प्रदर्शन आयोजित किए गए। जिसमें सोशल डिस्टेंस व कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया। विभिन्न गांवों में, खेतों में, खलियानो में, घरों से किसानों ने विरोध किया, जिसमें पोस्टर लेकर मांग की गई।
मुख्यत: सरसों सहित सभी फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीदी सुनिश्चित करने, फसल खरीदी का पूरा भुगतान करने, बैंक, बिजली, सोसायटी सहित सभी तरह की वसूली स्थगित करने, प्रत्येक खाते में 7500 जमा कराने, मंडी एक्ट में किए गए संशोधन वापस लेते हुए विपणन व्यवस्था का निजीकरण रद्द करने मांग की गई। साथ ही प्रवासी मजदूरों की वापसी की व्यवस्था शासन स्तर पर सुनिश्चित कराने और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा देने मांग की गई। इन विरोध प्रदर्शन में सबलगढ़ से किसान सभा जिला महासचिव मुरारी लाल धाकड, कंस बाली छत्री पर इसराइल खां, बैनीपुरा में अशोक राठौर, प्रभू दयाल सगर, सबलगढ़ के छात्र नेता अरविंद सगर, केम्पुरा गांव में दौजीराम, केसरिया सरपंच बाबड़ी में नरेश रावत, मांगरोल में सुरेंद्र जाटव, डोंगरपुर में गोविंदा जाटव, झुंडपुरा में आदिराम आर्य एवं कैमारी, डूढापुरा, बकसपुर सहित आदि गांवों में किसान नेताओं ने अगवाई की।
जिला के युवा चिट्टा यानि हेरोइन की लत में ऐसे फंस गए हैं कि अब अपनी लत पूरी करने के लिए खुद के घर में ही चोरी जैसी वारदातों को अंजाम देने लगे हैं। ऐसी ही एक घटना जिला के गांव मोचीवाली में हुई। जब एक बेटे ने अपने ही घर से 24 लाख रुपये की कीमत का 530 ग्राम सोना चोरी करके सुनार और दोस्तों को बेच दिया। युवक चिट्टा का नशा करता है। इसलिए पुलिस ने भी इस मामले को 24 घंटे में ही सुलझाकर आरोपी युवक और सुनार को गिरफ्तार कर लिया है। डिंग थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने आरोपी युवक रविकांत, उसके दोस्त इंद्रपाल निवासी डिंग मंडी व मोचीवाली निवासी सुनार मोहनलाल पुको गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर लाखों रुपये का 393 ग्राम सोना बरामद कर लिया है ।
थाना प्रभारी ने बताया कि प्रांरभिक पूछताछ में पता चला है कि रविकांत नशे की पूर्ति के लिए ही उसने अपने पिता घनश्याम के घर से उक्त वारदात को अंजाम दिया।
6 मई को पिता ने करवाई थी अज्ञात पर शिकायत दर्ज
मोचीवाली निवासी घनश्याम सिंह ने डिंग थाना में 6 मई को शिकायत दी थी कि रात को उसके घर से सोना चोरी हो गया है। पुलिस ने शिकायत पर अज्ञात लोगों के पर केस दर्ज करके जांच शुरू की थी। पुलिस ने पहले घर के ही लोगों की डिटेल खंगाली। जिसमें से बेटे रविकांत की हिस्ट्री नशे के आदी के रूप में मिली। शक के आधार पर उसे उठाया गया और गहनता से पड़ताल की तो वह चिट्टे का आदी निकला और उसने कबूल किया।
नशे के नेटवर्क को तोड़ने का प्रयास कर रही पुलिस
एसपी डॉ. अरुण नेहरा ने बताया कि नशे की लत का शिकार होकर ही बच्चे क्राइम की दुनिया में कदम रख रहे हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि जिला से नशा खत्म किया जाए। इसी के तहत हमने लॉकडाउन में भी नशा के खिलाफ सिरसा जिला में नशा तस्करों के खिलाफ जबरदस्त एक्शन हुआ है। पिछले 45 दिन में पुलिस ने 318 तस्कर गिरफ्तार किए हैं। जिसमें से 195 लोग शराब तस्करी में और 123 लोग एनडीपीएस में गिरफ्तार हुए।
कोरोना एडवाईजरी का लोग सख्ती से पालन करें। इसे जीवन में उतार ले। खतरे में हम सभी है, लापरवाही नहीं करें। यह बात एसडीएम नानूराम सैनी ने पंचायत समिति सभागार में आयोजित बैठक में कही। कहा, व्यापारी व लोग शिक्षित व समझदार है, लेकिन कुछ लोग लापरवाही कर रहे है। इनके लिए जागरूकता अभियान जारी रहेगा, लेकिन साथ ही प्रशासन और पुलिस सख्ती दिखाएगी। कहा कि व्यापारियों ने आज से तीन दिन तक किराणा व्यापार संघ व 10 दिन के लिए सब्जी मंडी को बंद करने का फैसला किया जो जनहित में गलत है। व्यापारियों को चाहिए कि वे इस संबंध में पुन: बैठक कर आमजन की सुविधाओं को देखते हुए निर्णय करें, लेकिन सरकारी एडवाइजरी की पालना अक्षरश: करें, इस बात की सुनिश्चितता अवश्य हो। डीएसपी दिनेश यादव ने कहा कि ब्लॉक में जनसहभागिता से लॉकडाउन की पालना को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करवाया जा रहा है।
इन पर नहीं है प्रतिबंध
17 मई तक लॉकडाउन-3 चरण चल रहा है। सभी चिकित्सकीय संस्थान, मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप, घरेलू गैस, सार्वजनिक वितरण प्रणाली की दुकानें, किराणा, आटा चक्की, फल सब्जी, दूध डेयरी, खाद बीज व कृषि उपकरणों से संबंधित दुकानें खुली रहेगी, लेकिन अनुमत वाहनों के अलावा सायं 7 से सुबह 7 बजे तक आवाजाही पर प्रतिबंध रहेगा।
पुलिस-प्रशासन वसूलेगा जुर्माना
एसएचओ नरेन्द्र कुमार ने कहा कि बिना मास्क पहने, थूकने वाले व्यक्ति, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने वालों से जुर्माना वसूला जाएगा। इसमें मास्क नहीं पहनने पर 200 रुपए, दुकानदार द्वारा किसी व्यक्ति को फेसमास्क नहीं पहने हुए किसी भी वस्तु को बेचने पर 500 रुपए, पान-तंबाकू, गुटखा या अन्य गैर तंबाकू वस्तु को चबाने के बाद सार्वजनिक स्थान पर थूकने पर 200 रुपए, सार्वजनिक स्थान पर शराब का सेवन करते पाए जाने पर 500 रुपए , सार्वजनिक स्थान पर पान गुटखा, तंबाकू का सेवन करते पाए जाने पर 200 रुपए, शराब, पान, गुटखा, तंबाकू बेचने वाले दुकानदार, दुकान या काउंटर में 5 से अधिक व्यक्तियों पर 500 रुपए, सार्वजनिक स्थान पर सामाजिक दूरी न्यूनतम 6 फुट नहीं बनाने पर 100 रुपए, बिना अनुमति शादी, समारोह करने पर 5 हजार रुपए, विवाह संबंधी किसी भी समारोह का आयोजन और 50 से अधिक मेहमानों के होने पर 10 हजार रुपए का जुर्माना वसूल किया जाएगा।
तहसीलदार अनूप सिंह, तहसीलदार अभिषेक सिंह, किराणा व्यापार समिति के अध्यक्ष हरिराम सैनी, महामंत्री सुरेश मोठूका, नगर व्यापार महासंघ के महामंत्री रमेश जिंदल, मनोज कुमार अग्रवाल, गुरूप्रसाद अग्रवाल, जुगल शर्मा, फुटवियर एसोसिएशन अध्यक्ष कृष्ण चंद बंसल, वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष सुभाष चंद मित्तल, अरविंद शरण बंसल, आयरन हार्डवेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष नवल खंडेलवाल, जगदीप धनकड़, रतनलाल गुप्ता, मक्खनलाल सैनी, श्याम लाल सोनी, फल सब्जी मंडी के अध्यक्ष रमेश सैनी, सचिव अमरसिंह सैनी , गिरधारी लाल गोयल, विमल गर्ग, दिनेश कुमार संघई, जितेन्द्र चौधरी आदि व्यापारी उपस्थित थे।
पावटा में आज से आवश्यक सामग्री की ही दुकानें खुलेंगी
पावटा| कस्बे में कोरोना वायरस के बचाव के लिए आवश्यक सामग्री वाली दुकानें ही लाकडाउन 3.0 में एडवाइजरी की पालना के साथ खुलेंगी। एडवाइजरी की पालना नहीं करने वालाें के खिलाफ शनिवार से मामला दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी। तहसीलदार अभिषेक सिंह ने बताया कि किराना और जनरल व्यापार मंडल का एक शिष्टमंडल तहसील भवन में अाकर ज्ञापन सौंपा था। उन्हाेंने सर्वसम्मति से किराना व जनरल दुकानाें का समय लाकडाउन के चलते सुबह 7 से दाेपहर 1 बजे तक परमिशन देने की मांग की। एसडीएम कोटपूतली व उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर ही निर्णय देने की बात कही। शुक्रवार को कोटपूतली एसडीएम नानूराम सैनी ने लाकडाउन- 3 में पावटा के लिए आवश्यक सामग्री की दुकानें खुलेगी। प्रतिबन्धित दुकान खोलकर व चोरी छिपे सामान बेचते पाए जाने पर संबंधित दुकानदाराें के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। तहसीलदार अभिषेक सिंह ने बताया कि एडवाइजरी के तहत आगामी आदेश तक अावश्यक सामग्री किराना, कृषि, निर्माण सामग्री में काम आने वाला सामान, दूध, दवा, सब्जियां अादि की दुकानें तय समयानुसार खोली जाएगी। प्रागपुरा थाना प्रभारी कुंदन कावरिया ने बताया कि लाकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुएं एवं सेवाओं के अलावा प्रतिष्ठान को खोलना कानूनन अपराध है।
राहत भरी खबरों की बीच एक बड़ी चिंता भी सामने आई है। 6 मई तक आए 1075 मरीजों में से 304 मरीज यानी 28% ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना के डर से टेस्ट तो कराया लेकिन अपना पता या फोन नंबर सही नहीं दिया। ताकि अस्पताल में भर्ती न होना पड़े। हालांकि केस पॉजिटिव मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को जानकारी दी और इनका पता लगाकर अस्पतालों मेंभर्ती कराया गया, लेकिन तब तक ये ‘कोरोना बम’ बाहर ही रहे। यही नहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कोई जानकारी दिए बिना ही टेस्ट करा लिया या फाॅर्म में पता नहीं भरा। रैंडम सैंपलिंग के समय भी मरीज से कोई एड्रेस प्रूफ नहीं लिया जा रहा। ऐसे में मरीज के पॉजिटिव मिलते ही पुलिस को उसे ढूंढने में काफी समय लग जाता है। तब तक कई लोगों तक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। चिकित्सा विभाग ने ऐसे 304 लोगों को अन्य की सूची में डाला। इनमें से 121 सही हो चुके हैं। शेष अस्पतालों में भर्ती हैं।
इस बारे में सीएमएचओ डॉ. नरोत्तम शर्मा का कहना है कि पॉजिटिव आने के बाद तुरंत संबंधित व्यक्ति व उसके संपर्क में आए लोगों को क्वारेंटाइन कर दिया जाता है। कोई गलत एड्रेस या फोन नंबर भरता है और पॉजिटिव आता है तो उसकी सूचना पुलिस को दी जाती है। पुलिस उसे वेरीफिकेशन करती है और सूचना देती है। इसके बाद केस को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। सरकार और उच्चाधिकारी पूरे मामले पर नजर रखे हैं।
भास्कर अपील- इंदौर की तर्ज पर सैंपल के लिए आधार जरूरी हो
इंदौर में 11 मरीज ऐसे थे जिन्होंने सैंपल देते समय पता गलत लिखाया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो पुलिस को ऐसे लोगों को ढूंढने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसलिए अब इंदौर प्रशासन ने सैंपल के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। यही नहीं एक माेबाइल एप भी लॉन्च किया है जिसमें सैंपल लेने से पहले मरीज की सारी जानकारी भरी जाती है। जयपुर में भी प्रशासन को सैंपल लेने के लिए आधार अनिवार्य करना चाहिए। क्योंकि यहां सैंपल देते समय गलत जानकारी भरने वाले मरीजों की संख्या एक तिहाई से भी अधिक है।
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के सदस्य सचिव, अशोक जैन के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बीकानेर द्वारा ‘किशोर न्याय अधिनियम’ के संबंध में शुक्रवार को वेबिनार का आयोजन किया गया। जिला एवम् सेशन न्यायाधीश मदन लाल भाटी ने बताया कि वेबीनार के मुख्य वक्ता राहुल चौधरी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, बीकानेर रहे जिन्होंने सभी प्रतिभागियों को किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों व किशोर बालकों को न्याय प्रदान करने संबंधी सभी प्रक्रियात्मक पहलुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा प्रतिभागियों की शंकाओं का निवारण भी वेबीनार के समापन सत्र में किया गया। वेबीनार में राजस्थान के समस्त जिला विधिक सेवा प्राधिकरणों के समस्त सचिव एवं राजस्थान के समस्त पैनल अधिवक्ताओं ने भाग लिया गया। कार्यक्रम में प्रतिभागियों की कुल संख्या 386 रही। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के समय में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग की पूर्णतया पालना करते हुए तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल करते हुए कार्य करने की पद्धति विकसित की जा रही है जिसकी कङी में सभी पैनल अधिवक्तागणों की कार्य-क्षमता बढाने व किशोर न्याय से संबंधित विधि के प्रावधानों की बारीकियों से अवगत कराने हेतु यह वेबीनार आयोजित की गई।
नंदी गाेशाला में पशुओं की लगातार हा़े रही माैताें काे लेकर निगम सक्रिय हा़े गया है। आयुक्त डाॅ. खुशाल यादव ने शुक्रवार काे गाेशाला का निरीक्षण किया और बीमार पशुओं काे उनके स्थान पर ही चारे की व्यवस्था कराई।
निगम आयुक्त शुक्रवार दाेपहर गाैशाला गए। वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। बीमार पशुओं काे एक स्थान पर रखा गया था। उनके लिए वहीं पर चारे-पानी की व्यवस्था कराई गई। आयुक्त ने वहां काम करने वाले श्रमिकों काे हिदायत दी है कि बीमार पशुओं काे चारे-पानी के लिए उठकर नहीं जाना पड़े। इसका ध्यान रखा जाएग। गर्मी काे देखते हुए उनके लिए छाया की भी अलग से व्यवस्था की गई है। नंदी गाेशाला का संचालन सोहनलाल बुला देवी ओझा गाेशाला संघ काे दिया हुआ है। पिछले काफी समय से गाेशाला में हर दिन 10-12 पशुओं की माैत हा़े रही है, जिसे लेकर पार्षदों ने राेष व्याप्त है। आए दिन कुछ पार्षद और नेता गाेशाला पहुंच रहे हैं। इसी मुद्दे काे लेकर उनका संचालक से भी विवाद चल रहा है। संचालक ने गाेशाला वापस निगम काे हैंडओवर करने की तैयारी कर ली है। इन सभी मामलों की पड़ताल अब राजूवास, पशुपालन विभाग सहित पांच विभिन्न विभागों के अधिकारियों की कमेटी करेगी, जिसका गठन जिला कलेक्टर काे करना है।
ग्राम बैड़ी में बुधवार रात करीब 10 बजे महाराष्ट्र से करीब 11 लाख रुपए का 250 क्विंटल चना बुलाने के मामले में मंडी सचिव की शिकायत पर किसान फागुन सारन के खिलाफ केस दर्ज किया है। वहीं इस मामले में किसान ने कलेक्टर काे आवेदन देकर कहा कि 16 किसानों ने बाेवनी के लिए चना बुलाया था। इसमें काेई गड़बड़ी नहीं की है।
ट्रक, ट्रैक्टर ट्रॉली मालिक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज
ग्राम बैड़ी में ट्रक से ट्रैक्टर ट्रॉली में चना खाली करने के मामले में ट्रक एवं ट्रैक्टर ट्रॉली मालिक के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज हुई है। महाराष्ट्र से चना बुलाने के मामले में कलेक्टर ने जांच टीम भेजी थी। मंडी सचिव किशोर माहेश्वरी ने बताया कि 6 मई की रात 10 बजे बैड़ी गांव के किसान फागुन सारन के खेत पर ट्रक क्रमांक एमपी 09 एचएफ 9852 मिला जिसमें 417 बोरा, 250.52 क्वि. चना रखा था। जिसकी अनुमानित कीमत 10.89 लाख 675 रुपए है। माहेश्वरी ने बताया कि माैके पर न्यू हालैंड 5500 नीला ट्रैक्टर मय ट्राली (जिस पर मुहाल कृषि फर्म बैडी अंकित है) मिला। इसमें 2.17 लाख रुपए का करीब 50 क्वि. चना मिला। यह चना ट्रक से ट्रैक्टर में खाली करते हुए पकड़ा गया।
किसान ने कहा : इधर किसानों ने कलेक्टर काे आवेदन देकर कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र से उन्नत किस्म का चना बाेवनी के लिए 16 किसानों के लिए 250 क्विंटल फागुन सारंग के नाम से बुलाया था।
वाहन के साथ बिल व मंडी की रसीद सभी जरूरी दस्तावेज थे। ट्रैक्टर से किसान अपना-अपना बीज ले जाने की तैयारी में थे। तभी मंडी सचिव नायब तहसीलदार पहुंचे। जिन्होंने वाहन व चना जब्त किया। किसानों ने कहा कि मंडी सचिव काे सारा मामला बताया लेकिन उन्होंने केवल फागुन के ही बयान लेकर जब्ती कर ली। इससे हमें परेशानी हाे रही है। उन्होंने जांच के बाद बीज देने व धूप से बचाने की मांग की जिससे उसकी अंकुरण क्षमता प्रभावित न हाे।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या के बीच शुक्रवार को अच्छी खबर आई। आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) ने रतलाम मेडिकल कॉलेज में स्थापित की गई लैब को कोरोना के रूटीन टेस्ट करने की परमिशन दे दी है।
ऑनलाइन पोर्टल का यूजर आई और पासवर्ड आने के बाद शनिवार से जांच होने लगेगी। टेस्ट में 7 से 8 घंटे लगेंगे। रोजाना 50 सैंपल टेस्ट होकर शाम तक रिपोर्ट भी आ जाएगी। अभी भोपाल से तीन से चार दिन में रिपोर्ट आ रही थी, वह भी रोजाना 12 से 15 संदिग्धों की। फिलहाल 62 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। विधायक चेतन्य काश्यप की कोशिश से महज चार साल में बनकर तैयार हुए कॉलेज ने सिर्फ तीन सप्ताह में कोरोना टेस्ट लैब शुरू करके एक और रिकॉर्ड बना लिया है। 31 मार्च को विधायक काश्यप के प्रयासों से ही सरकार ने लैब की मंजूरी दी थी। कॉलेज को 18 अप्रैल को आरटी-पीसीआर (रियल टाइम पॉलीमरेज चेन रिएक्शन) मशीन मिली थी। शनिवार से रूटीन टेस्ट शुरू हो जाएंगे। लैब में रतलाम के साथ ही मंदसौर और नीमच के सैंपल की भी जांच होगी।
आरएनए की ऑटोमैटिक मशीन आने के बाद 200 टेस्ट रोजाना हो सकेंगे
200 जांच किट और मंगाई
मेडिकल कॉलेज के पास 150 जांच किट है। इससे शनिवार से टेस्टिंग प्रारंभ कर दी जाएगी। 200 किट का ऑर्डर दे दिया है, जो तीन से चार दिन में पहुंच जाएगी। लैब को सारी टेस्ट किट इंदौर से मिलेगी।
दूसरे वायरस की भी जांच हो सकेगी यहां पर
लैब बॉयो सेफ्टी लेवल टू की है। कोरोना वायरस नहीं बल्कि जरूरत होने पर अन्य दूसरे प्रकार के बिना पहचान वाले वायरस, एचआईवी, डेंगू, चिकनगुनिया सहित अन्य वायरस की जांच की जा सकेगी।
आईसीएमआर की इजाजत के बाद शुक्रवार को एम्स भोपाल ने कोरोना टेस्ट करने की परमिशन दे दी है। अभी 50 टेस्ट रोजाना हो सकेंगे। आरएनए की ऑटोमैटिक मशीन आने के बाद यह संख्या 200 तक पहुंच जाएगी।
डॉ. संजय दीक्षित, डीन
लैब शुरू होने से वायरस के फैलाव को रोकने में मदद मिलेगी क्योंकि हर रोज ज्यादा सैंपल के टेस्ट हो सकेंगे। रिपोर्ट भी 7 से 8 घंटे में मिल जाएगी। इससे रोकथाम के आगामी कदम जल्द उठाए जा सकेंगे। परमिशन के लिए लगातार कोशिश कर रहे थे।
चेतन्य काश्यप, विधायक
नगर के गंज क्षेत्र में बन रहे शॉपिंग कॉॅम्प्लेक्स के प्रोजेक्ट में बदलाव नहीं करने की मांग भाजपाइयों ने की है। इस संबंध में पूर्व नपाध्यक्ष अलकेश आर्य के नेतृत्व में तात्कालीन पार्षदों के एक प्रतिनिधि मंडल ने सांसद दुर्गादास उइके, प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक हेमंत खंडेलवाल की उपस्थिति में कलेक्टर एवं नपा प्रशासक राकेश सिंह को एक पत्र सौंपकर दोनों प्रोजेक्ट पूर्व स्वीकृत योजना अनुसार कार्य कराए जाने की मांग की।
योजना के तहत गंज में शॉपिंग कॉॅम्प्लेक्स का कार्य भी शुरू हो गया था और अभिनंदन सरोवर के पीछे वाले शॉपिंग कॉॅम्प्लेक्स की तकनीकी तथा प्रशासकीय स्वीकृति प्राप्त कर ई-टेंडर भी हो गया था। परंतु सरकार बदलते ही कांग्रेस सरकार ने दोनों प्रोजेक्ट में रुकावटें डाली।
पूर्व नपाध्यक्ष अलकेश आर्य ने कलेक्टर को बताया कि 22 फरवरी को विषय क्रमांक 41, प्रस्ताव क्रमांक 231 गंज सब्जी मंडी शॉपिंग कॉॅम्प्लेक्स की स्वीकृत योजना को निरस्त कर पुनरीक्षित योजना का प्रस्ताव पारित किया। जिसकी उन्हें एवं पार्षदों को कोई जानकारी नहीं थी। इसी तरह अभिनंदन सरोवर के पीछे बनने वाले शॉपिंग कॉॅम्प्लेक्स में भी परिषद की बिना जानकारी के निरस्त कर साप्ताहिक बाजार स्थानांतरित करने का प्रस्ताव पारित कर लिया गया है।
पार्षद संजय शुक्ला ने चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग को पत्र लिखकर शहर में बंदरों के आंतक की समस्या से अवगत कराते हुए इस मामले में नगर निगम से कार्रवाई कराने के निर्देश दिए हैं।
शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पार्षद शुक्ला ने बताया कि शहर में आवारा पशुओं और बंदरों का आतंक है। शहर में रहने वाले लोग छतों या बालकानियों में खड़े नहीं हो सकते।
बंदरों का बहुत ही ज्यादा प्रकोप होने के बाद भी नगर निगम इन्हें पकड़ने को कोई प्रभावी पहल नहीं करता। इससे शहर में बंदरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्ला ने राज्यमंत्री डॉ सुभाष गर्ग को लिखे पत्र में कहा है कि वे मेयर व आयुक्त को बंदरों को पकड़ने के निर्देश दें।
शिल्पा शेट्टी लॉकडाउन का समय हंसी-खुशी और मस्ती-मजाक के साथ बिता रही हैं। यही वजह है कि वह पति राज कुंद्रा के साथ अक्सर सोशल मीडिया पर मजेदार वीडियो शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उनका एक टिकटॉक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में दोनों की मजेदार केमिस्ट्री देखने को मिली है।
वीडियो में शिल्पा राज के लिए आलू के पराठे बनाती हैं। लेकिन, राज उन पराठों को देखकर कहते हैं कि आलू के पराठे में आलू कहां है? शिल्पा इसका जबरदस्त मजेदार देती हैं और कहती हैं, कश्मीरी पुलाव में कश्मीर और बनारसी साड़ी में बनारस दिखता है? इस वीडियो को एक घंटे के अंदर ही 388000 व्यूज मिल गए। शिल्पा ने इस वीडियो को फ्राइडे फन कैप्शन के साथ शेयर किया।
हिट है दोनों की कॉमेडी:इससे पहले शिल्पा और राज का एक और टिकटॉक वीडियो सामने आया था जिसमें भी दोनों की बेहतरीन कॉमेडी देखने को मिली थी।इस वीडियो में राज शिल्पा से पूछते हैं, सुनो अगर मेरी लॉटरी लग जाए तो, तुम क्या करोगी। इसके जवाब में शिल्पा कहती हैं-आधी रकम लूंगी और हमेशा के लिए अपने मायके चली जाऊंगी। यह सुनकर राज खुशी से झूम उठते हैं और कहते हैं, 1000 की लॉटरी लगी है आज। ये ले आधी रकम और निकल यहां से।
##देश में जारी लॉकडाउन के बीच एक्ट्रेस नीना गुप्ता को एक अच्छी खबर मिली, जिसके बारे में उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया। उन्होंने बताया कि इंस्टाग्राम पर उनके 5 लाख फॉलोअर्स हो गए हैं। इस बात के लिए उन्होंने अपने फॉलोअर्स को झूमते हुए धन्यवाद भी दिया।
वीडियो में नीना झूमते हुए कहती हैं, 'आपकी वजह से हुए 5 लाख, 5 लाख... आपकी दुआओं से हुए 5 लाख, 5 लाख... आपके ही प्यार से 5 लाख, 5 लाख... आपके ही कमेंट्स से 5 लाख, 5 लाख... थैंक यू... थैंक यू... 5 लाख, 5 लाख। इंस्टाग्राम में मेरे 5 लाख फॉलोअर्स हो गए, थैंक यू।'
इन दिनों मुक्तेश्वर में हैं नीना
नीना गुप्ता लॉकडाउन शुरू होने से पहले सेउत्तराखंड के मुक्तेश्वर में स्थित अपने घर पर हैं और वहीं से अपनी रुटीन लाइफ के फोटोज और वीडियोज सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए फैंस को अपडेट कर रही हैं। उनके ये अपडेट्स फैंस को बेहद पसंद भी आ रहे हैं। इससे पिछले वीडियो में उन्होंने मुक्तेश्वर की प्राकृतिक सुंदरता को दिखाया था।
##कोरोनावायरस की वजह से देश में लागू लॉकडाउन के बीच सरकार ने रामानंद सागर की 'रामायण' का दूरदर्शन पर दोबारा प्रसारण किया। अब यह शो स्टार प्लस पर दिखाया जा रहा है। दैनिक भास्कर ने रामानंद सागर की पड़पोती साक्षी चोपड़ा से बात की, जो अमेरिका के लॉस एंजिलिस में म्यूजिक सीख रही हैं। उनसे हुई बातचीत के अंश:-
रामानंद सागर परिवार से होने का कोई दबाव?
कोई दबाव नहीं। मुझे लगता है कि हम सभी अपने मतभेदों से जीवन में बढ़ते हैं। मेरे साथ भी कुछ ऐसा ही है।
क्या दूरदर्शन पर 'रामायण' का कोई एपिसोड देखा?
जी नहीं। लेकिन हां, मैंने यूट्यूब परकुछ एपिसोड देखे हैं, जिसके लिए मैं आभारी हूं।
लॉस एंजिलिस में क्या कर रही हैं?
मैं काफी समय से लॉस एंजिलिस में हूं और अपने पहले एल्बम पर काम कर रही हूं। लंबे समय से मेरे अंदर कई इमोशंस हैं। ऐसी कई विचार हैं, जिन्हें मैं लोगों के सामने अपने म्यूजिक के जरिए लाना चाहती हूं। इसे बनाने के लिए अलग-अलग म्यूजिक कम्पोजर्स के साथ रिकॉर्डिंग कर रही हूं। इसे लेकर मैं बहुत एक्साइटेड हूं।
कोरोना महामारी के बीच लॉस एंजिलिस में माहौल कैसा है?
यहां किसी तरह का आधिकारिक लॉकडाउन लागू नहीं किया गया है। लेकिन मैं पूरी सावधानी बरत रही हूं। अपना पूरा समय घर में ही बिता रही हूं। अपना ज्यादातर समय म्यूजिक और डांस को दे रही हूं। अपनी जिंदगी को एन्जॉय कर रही हूं। जितना हो सके, उतना पॉजिटिव रहती हूं।
परिवार से कैसे जुड़ी हुई हैं?
हमने व्हाट्सअप पर एक फैमिली ग्रुप बनाया है, जिसमे मैं काफी एक्टिव रहती हूं। अपनी दिनचर्या से जुड़ी सभी बातें उस ग्रुप में शेयर करती हूं। ग्रुप के बाकी सदस्य भी अपनी बातें वहां साझा करते हैं, जिससे मैं सभी से कनेक्टेड फील करती हूं। साथ ही हम फेस टाइम के जरिए भी जुड़े रहते हैं। यहां मैं अपने परिवार वालों को बहुत मिस करती हूं। लेकिन टेक्नोलॉजी ने हमें जोड़ रखा है।
सोशल मीडिया पर मिल रहीं आलोचनाओं को कैसे फेस करती हैं?
मेरा मानना है कि किसी की भी नफरत मुझे नहीं तोड़ सकती। न ही किसी का प्यार मुझे बना सकता है। मुझे इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि कौन मेरे बारे में क्या सोचता है? मैं बस अपने जीवन का एक डॉक्यूमेंट बना रही हूं, जिसे मेरे जाने के बाद भी याद किया जाए। मेरे पास बस यही है, मेरे पीछे छोड़ने के लिए। मैं सिर्फ खुद को एक्सप्रेस करती हूं और मेरे लिए यह क्षणिक है।
रविवार के दिन मदर्स डे के खास मौके पर आयुष्मान खुराना'मां' टाइटल पर बना एक गाना शेयर करने वाले हैं।इसके अलावा सिंगर शंकर महादेवन और शान ने भी इस मौके को खास बनाने की पूरी तैयारी की है।
आयुष्मान ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा,'एक मां अपने बच्चे पर बिना शर्त अपने प्यार की बौछार करती है और जो बलिदान देती है उसके लिए हर एक दिन को मदर्स डे कहा जाना चाहिए, हालांकि एक खास दिन अपनी मां के नाम समर्पित करना वाकई में काफी प्यारा है'।
मदर्स डे पर अपना प्लान बताते हुए आयुष्मान ने कहा, 'इस बार मैं सभी माताओं को डेडीकेट करते हुए मां टाइटल पर से एक गाना पोस्ट करने जा रहा हूं। मदरहुड की भावना ने मुझे हमेशा हैरान किया है। मैं हमेशा ध्यान रखने वाली, परवरिश करने वाली शक्ति की तारीफ में सम्मानपूर्वक गाता रहूंगा'।
आयुष्मान अपने दोस्त और संगीतकार रोचक कोहली के साथ मिलकर इस गाने पर काम कर रहे हैं। रोचक उनके साथ मिलकर दिल को छू लेने वाले इस ट्रैक को अपनी आवाज भी देंगे। गाने के बोल गुरप्रीत सैनी ने तैयार किए हैं।
सिंगर शंकर महादेवन और शान ने 'गो नट्स' एप्प का इस्तेमाल करते हुए मदर्स डे के लिए पर्सनलाइड वीडियो तैयार की है जिसमें उन्होंने अपनी खूबसूरत आवाज में गाना भी गाया है। अपने प्लान्स पर बात करते हुए शंकर बताते हैं, 'हमारे लिए बिना रुके काम करने वालीं मां हर परिवार की नींव हैं। ये जरुरी है कि हम उनकी सराहना करें और उनके लिए सेलेब्रेट करें'।
अपनी बेबाक बातों खुलकर सामने रखने वालीं सिंगर सोना मोहापात्रा अक्सर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का शिकार हो जाती हैं। हाल ही में भास्कर को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि वो किस तरह से ट्रोलर्स का सामना करती हैं।
क्या लोगों के दिलों में वाकई इतनी नफरत है
जब भी मैं सोशल मीडिया पर अपने कुछ विचार डालती हूं तो बहुत सारे लोग मुझे ट्रोल करते हैं। मेरे खयाल से कोई भी इंसान इतना इम्यून नहीं होता कि उसे तकलीफ ना पहुंचे। मैं कई बार अंदर से हिल जाती हूं और यह सोचती हूं कि क्या लोगों के दिलों में वाकई इतनी नफरत भरी होती है कि वो मुझे जान से करने की धमकी भी से सकते हैं।
रंगोली ने मुझे 2 साल के ब्लॉक किया हुआ है
कंगना की बहन रंगोली ने मुझे करीब 2 साल से ट्विटर पर ब्लॉक कर रखा था मुझे सच में कुछ नहीं पता था कि वह ट्विटर पर मेरे बारे में क्या लिख रही थी। लेकिन मुझे हमेशा यह लगता है कि जब भी कोई इंसान आपको ट्रोल करें आपकी बेइज्जती करें आपके स्वाभिमान को ठेस पहुंचाए तो आपको आवाज उठानी चाहिए और मैं हमेशा वही करती हूं।
मेरे वजन से लोगों को अक्सर बड़ी तकलीफ होती है
जब न्यू ईयर पर मैंने एक स्विमिंग कॉस्टयूम में फोटो डाली थी जिसके बाद मुझे ट्विटर पर लोगों ने खूब बॉडी शेमिंग और ट्रोल किया था। आखिर किसी को मेरे वजन पर कमेंट करने का क्या हक बनता है? मैं खुद मेहनत करती हूं अपनी कमाई का खाना खाती हूं तो लोगों को इतनी तकलीफ क्यों होती है। अगर उन्हें इतनी तकलीफ है तो फिर वह मुझे फॉलो करना छोड़ दें लेकिन मेरे वजन या मेरी बॉडी के बारे में बात करने वाले वो कौन होते हैं।
लोग क्या सोचते हैं इसकी परवाह नहीं है
आप अपनी आंखें बंद कर लीजिए लेकिन किसी इंसान को उसकी जिंदगी कैसे जीना है यह आप नहीं बता सकते। अपने स्वाभिमान के लिए मैं हमेशा खड़ी होती हूं। मैंने खुद को पतला दिखाने की कोशिश नहीं की, न ही मैंने कोई फिल्टर लगाया है। मैं जैसी हूं मैंने वैसे ही अपने आप को दर्शाया। लोग मेरे बारे में क्या सोचते हैं मुझे इसकी कोई परवाह नहीं। पिछले जमाने में अगर देखा जाए तो हीरोइन कितनी खूबसूरत हुआ करती थी आज जहां दुनिया जीरो फिगर के पीछे भाग रही है उस समय हीरोइन हेल्दी हुआ करती थी जीरो फिगर नहीं।
खुद के लिए वजन कम करुंगी
मैंने बस यही सोचा है कि अगर मुझे जिंदगी में कभी वेट भी कम करना है क्योंकि कॉन्सर्ट में हमें 3-4 घंटे खड़े रहना पड़ता है तो भी मैं अपनी खुशी के लिए अपनी मर्जी से उस वेट को कम करना चाहूंगी ना की किसी की आंखों को खुश करने के लिए।
पॉपुलर फिल्ममेकर अनुराग बसू आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। ऐसे में भास्कर से हुई खास बातचीत में उन्होंने बताया कि वो हर साल अपना जन्मदिन कैसे मनाते हैं। साथ ही अनुराग ने टीवी सीरियल से लेकर फिल्मों के निर्देशन तक के सफर से जुड़ीकुछ दिलचस्प बातें भी शेयर की हैं।
परिवार के साथ मनाते हैं जन्मदिन
जन्मदिन सुनते ही लगता है कि उम्र में एक साल का और इजाफा हो गया। हर साल मेरा बर्थडे लॉकडाउन जैसा ही होता है। मैं कभी बर्थडे पर बाहर नहीं निकलता। परिवार के साथ ही सेलिब्रेट करता हूं। कभी पार्टी वगैरह नहीं करता। हां कभी शूट टाइम पर जन्मदिन आता है तो केक वगैरह काट लेते हैं।
छोटे से थिएटर ग्रुप से की थी शुरुआत
मैं इंडस्ट्री में बहुत छोटे शहर भिलाई से आया था। वहां हमारा एक छोटा सा थिएटर ग्रुप था और मेरे पैरेंट्स दिन भर नौकरी और शाम को थिएटर करते थे। एक दिन श्याम बेनेगल ने पापा को ‘भारत की एक खोज’ के लिए बुला लिया और कुछ समय बाद मैंने भी मुंबई आकर ग्रेजुएशन कंप्लीट किया। कंफ्यूज्ड था, तो अपने आपको एक साल का वक्त दिया। इस दौरान थिएटर करने लगा और एक्टिंग, राइटिंग और डायरेक्शन तीनों साथ करने लगा। टीवी पर आया तो डायरेक्शन और कैमरा वर्क करने लगा।
फिल्मों से पहले टीवी शो का किया है निर्देशन
फिल्मों में आने से पहले मैंने टीवी सीरियल्स के बहुत सारे एपिसोड डायरेक्ट किए। इतनी शूटिंग करता था कि कई बार तो घर ही नहीं जाता था। 7- 8 साल ऐसे निकल गए कि पता ही नहीं चला। उसके बाद जब फिल्मों में आया तो साल-डेढ़ साल में सुकून से एक फिल्म बनाता था। मुझे भाग-भागकर फिल्में बनाने की जरूरत महसूस नहीं होती।
फिल्मों में एक्टर देखने आते हैं दर्शक
17 साल के फिल्मी करिअर में ये कभी नहीं जान पाया कि दर्शकों को क्या पंसद आएगा। एक जगह पहुंचकर मैं सोचना बंद कर देता हूं कि किसको क्या अच्छा लगेगा। थोड़ा स्वार्थी हो जाता हूं। हालांकि मुझे इतना जरूर पता है कि इंडियन दर्शक फिल्म नहीं सितारे देखने आते हैं। वे फिल्म देखने आएंगे तो फिल्मों की क्वालिटी पर पैसा इन्वेस्ट होगा। लोग एक्टर को पूछते हैं इसलिए फिल्म का 70 परसेंट बजट एक्टर लेकर जाते हैं। यही वहज है कि फिल्मों में क्वालिटी वर्क नहीं हो पाता।
सोनम कपूर और आनंद आहुजा आज अपनी शादी की दूसरी सालगिरह मना रहे हैं। साल 2018 में शादी के बाद से ही दोनों अपनी बेहतरीन केमिस्ट्री से सोशल मीडिया में चर्चा में रहते हैं। इस खास मौके पर भी सोनम ने अपनी पहली मीटिंग की कुछ खूबसूरत यादें शेयर करते हुए आनंद के लिए एक इमोशनल नोट लिखा है।
'जोया फैक्टर' एक्ट्रेस ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से आनंद के साथ ली गई पहली तस्वीर शेयर की है जिसमें वो उन्हें गालों पर किस करती दिख रही हैं। वहीं आनंद भी तस्वीर में अजीब एक्सप्रेशन दे रहे हैं। इस क्यूट तस्वीर के साथ सोनम लिखती हैं, 'हमारी साथ वाली पहली तस्वीर। चार साल पहले आज के दिन में एक शाकाहारी से मिली थी जो काफी पेचिदा योगा करता था और जो आराम से बिजनेस और रीटेल की बातें करता था। मुझे ये काफी कूल और सेक्सी लगे थे'।
आगे उन्होंने लिखा, 'मेरे साथ चार सालों तक खड़े रहने के लिए शुक्रिया। ये मेरे लिए सबसे ज्यादा सफल साल थे। हैप्पी एनिवर्सरी हसबैंड। मुझे काफी खुशी है कि मैं तुम्हें जिंदगी भर अपने साथ रख सकती हूं। मैं आपसे सबसे ज्यादा प्यार करती हूं और जानती हूं कि आप भी करते हैं। ये वादा मेरे लिए सबसे बेहतरीन गिफ्ट है'।
आनंद दे चुके हैं प्री एनिवर्सरी गिफ्ट
बीते दिन सोनम कपूर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो शेयर करते हुए बताया कि आनंद ने उन्हें तोहफे में एक नाइनटेंडो का वीडियोगेम दिया है। ये गिफ्ट पाकर सोनम काफी एक्साइटेड नजर आ रही थीं। साथ ही उन्होंने लिखा कि आनंद उन्हें बहुत अच्छे से जानते हैं।
शादी के हुए 2 साल
सोनम और आनंद ने करीब दो सालों तक रिलेशनशिप में रहने के बाद साल 2018 में शादी की थी। मुंबई में हुई शानदार शादी में बॉलीवुड के तमाम सेलेब्स शामिल हुए थे। दोनों ने सिख रीति रिवाजों के साथ शादी की है। सोनम शादी के बाद लंदन में रहती हैं मगर लॉकडाउन से चलते वो दिल्ली में रह रही हैं।
करीना कपूर खान इंस्टाग्राम पर एंट्री लेते ही इंस्टा क्वीन बन चुकी हैं। शेयर की गई तस्वीरों के साथ उनके मजेदार कैप्शन भी लोगों का खूब ध्यान खींच रहे हैं। लॉकडाउन में एक लंबे समय से घर में बंद एक्ट्रेस ने पुरानी ग्रुप फोटो के साथ पुराने दिनों को याद किया है।
करीना ने शुक्रवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'अच्छे पुराने दिन, कोई सोशल डिस्टेंसिंग नहीं सिर्फ प्यार। मगर अभी के लिए दो गज की दूरी और घर पर रहना। तस्वीर में करीना सरसो के खेतों में नजर आ रही हैं, उनके साथ उनकी मेकअप और स्टाइलिंग टीम भी पोज करती दिख रही है।
लॉकडाउन के पहले करीना फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' की चंडीगढ़ में शूटिंग कर रही थीं मगर लॉकडाउन के चलते शूटिंग रोक दी गई थी। तस्वीरों में नजर आ रहे खेत और करीना के लुक को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये उसी फिल्म की शूटिंग की तस्वीरें हैं। फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' को क्रिसमस के मौके पर रिलीज किया जाएगा जो कि हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गम्प' की रीमेक है।
इन दिनों दूरदर्शन पर 80 और 90 के दशक के कई पुराने सीरियल्स फिर से टेलीकास्ट किए जा रहे हैं। इनमें कॉमेडी सीरियल 'श्रीमान श्रीमती' भी शामिल है, जिसका पहली बार प्रसारण 1994 में शुरू हुआ था। शो में दिलरुबा का किरदार निभाने वाले अभिनेता राकेश बेदी ने दैनिक भास्कर से बातचीत में इससे जुड़ी यादें ताजा की। इस दैरान वे अपने को-स्टार जतिन कनकिया और रीमा लागू को याद कर भावुक हो गए। जतिन और रीमा शो में उनके पड़ोसी बने थे और दोनों ही एक्टर इस दुनिया में नहीं हैं।
जिसे हंसते हुए देखा, उन्हें कैंसर की चपेट में देखा नहीं जा रहा था
1999 में जतिन कनकिया की पैंक्रिअटिक कैंसर से मौत हो गई। उस वक्त को याद करते हुए राकेश ने कहा, "जतिन के आखिरी दिनों में मैं उनसे बांद्रा के एक अस्पताल में मिलने गया था। मुझे याद है कि उस दिन उन्हें सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी। वे आईसीयू में भर्ती थे। जिस इंसान को मैंने हमेशा हंसते हुए देखा था, उसे इस कंडीशन में मुझसे देखा नहीं जा रहा था।"
"जब मैं उनसे मिलने जा रहा था, तब उनका इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने मुझसे कह दिया था कि आप जतिन से मिल लो। उनके पास ज्यादा वक्त नहीं है। उनके शरीर के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। डॉक्टर की बात सुनकर मैं मेरे आंसू निकल आए थे। लेकिन मैंने जतिन के सामने किसी तरह अपने वे आंसू छुपा लिए थे।"
"उनके कमरे में जाते ही मैं अपने चेहरे पर मुस्कान लाया और उन्हें आखिरी वक्त में हंसाने की कोशिश की। लेकिन वे भी तो एक्टर थे न। जानते थे कि मैं नाटक कर रहा हूं, उन्हें हंसाने की कोशिश कर रहा हूं। हम दोनों की आंखें नम हो गईं और फिर मैं वहां से निकल पड़ा। दूसरे दिन दुख भरी खबर आ गई।"
रीमाजी बहुत ही ज़िंदादिल औरत थी
रीमा लागू के बारे में राकेश बेदी बताते हैं, "रीमाजी बहुत ही जिंदादिल औरत थीं। उनके साथ काम करना हमेशा ही पॉजिटिविटी से भरा रहा। शो के बाद भी मैं उनके साथ लगातार संपर्क में था। अब जब 'श्रीमान श्रीमती' देख रहा हूं तो पुराने दिन फिर से याद आ रहे हैं।"17 मई 2017 को कार्डियक अरेस्ट से रीमा का निधन हो गया था।
'न जाने क्यों जतिन से संपर्क में नहीं रह पाया'
राकेश कहते हैं, "शायद ही किसीने ये सोचा होगा कि 'श्रीमान श्रीमती' फिर से टीवी पर लौटेगा। तकरीबन 21 साल बाद इसकी वापसी हुई है। हमने 5 साल तक इसकी शूटिंग की थी। सेट पर मैंने अर्चना पूरन सिंह, रीमा लागू और जतिन कनकिया के साथ लंबा वक्त बिताया था। हमारे बीच कभी कोई मनमुटाव नहीं हुआ। जब भी शूट करते, दिल खोलकर मजे करते। शो खत्म होने के बाद मैं रीमाजी और अर्चना से लगातार संपर्क में रहा। लेकिन पता नहीं क्यों जतिन से संपर्क नहीं रह पाया।"
जतिन से अपने रिश्ते के बारे में राकेश बताते हैं, "वे मुझसे काफी जूनियर थे और हमेशा सर कहकर ही बुलाते थे। सच कहूं तो हमारा 'दोस्त' जैसा कोई रिश्ता नहीं था। हम सिर्फ कलीग थे या यूं कहो कि सिर्फ अच्छे को-स्टार्स थे। लेकिन हां जितना भी वक्त साथ बिताया, वह काफी यादगार रहा।"
रामानंद सागर की 'रामायण' के लक्ष्मण सुनील लहरी ने सीरियल के मिथिला सीक्वेंस के तीन किस्से शेयर किए। इनमें एक किस्सा पुष्प वाटिका की शूटिंग का है। लहरी के मुताबिक, जब राम (अरुण गोविल) और सीता (दीपिका चिखलिया) के पुष्प वाटिका वाले सीन की शूटिंग की जा रही थी। तब शॉट के बीच में बार-बार एक कुत्ता सेट के अंदर घुस आता था। तीन-चार बार शॉट खराब हुआ तो 5-7 लोगों को निगरानी में लगाया गया, तब कहीं जाकर सीन पूरा शूट हो पाया था।
दूसरा किस्सा: बार-बार गिर रहा था मुकुट
सुनील लहरी कहते हैं कि जब राम और लक्ष्मण मिथिला पहुंचते हैं और वे राजा जनक (मूलराज राजदा) को झुककर प्रणाम करते हैं। तब उनका (लक्ष्मण) मुकुट बार-बार गिर जाता था और शॉट खराब हो जाता था। तब मुकुट में पैकिंग लगाकर उसे टाइट कर शॉट पूरा किया गया था।
तीसरा किस्सा: 'विश्वामित्र' के पैर दबाने से पीछा छुड़ाया
सुनील लहरी के मुताबिक, एक शॉट में राम और लक्ष्मण विश्वामित्र के पैर दबाते हैं। लेकिन विश्वामित्र का किरदार निभा रहे अभिनेता श्रीकांत सोनी को पैर दबवाने में बड़ा मजा आ रहा था। तब लहरी ने उन्हें सबक सिखाने का प्लान बनाया। उनकी मानें तो उन्होंने अभिनेता के पैरों में गुदगुदी करना शुरू कर दिया, जिससे उनकी हंसी छूटने लगी। हारकर सोनी ने वादा किया कि वे आगे से ठीक से शॉट देंगे।
फिल्म इंडस्ट्री को लॉकडाउन हुए करीब 51 दिन हो चुके हैं।जनता कर्फ्यू से पहले से चल रहे लॉकडाउन के कारण इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों और टीवी शो की शूटिंग रुकी हुई है। इनमें अक्षय, सलमान, वरुण और रणवीर सिंह की चार बड़ी फिल्में भी शामिल हैं। इनकी शूटिंग, रिलीज डेट और प्लेटफॉर्म को लेकर कई कयास लग रहे हैं।
तरण आदर्श ने किया अपडेट
इन सभी फिल्मों के बारे में ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने एक पोस्ट किया है, जिसमें इन सभी की मौजूदा स्थिति बताई है।तरण लिखते हैं- बहुत सारे लोग जो फिल्म इंडस्ट्री में और उसके बाहर हैं, वो ये जानना चाहते हैं कि आने वाली बड़ी फिल्मों कीस्थिति क्या है। कई सारे अनुमान भी लगाए जा रहे हैं।
जैकलिन फर्नांडीज लॉकडाउन का समय सलमान खान के पनवेल फार्महाउस पर बिता रही हैं। वह कुछ काम के सिलसिले में वहां गई थीं लेकिन लॉकडाउन घोषित होने के बाद वहीं फंस गईं और तब से वहीं हैं। जैकलिन ने अपनी फार्महाउस पर बीत रही ज़िंदगी की झलक का एक वीडियो बनाया है। इस वीडियो को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है।
तकरीबन साढ़े तीनमिनट के इस वीडियो में जैकलिन कभी पेड़ पर चढ़ने की कोशिश करते तो कभी घुड़सवारी का लुत्फ उठती नजर आ रही हैं। कभी वह घास पर लेटकर आराम फरमाती दिख रही हैं तो कभी किताब पढ़ने में व्यस्त नजर आ रही हैं। वीडियो में उन्हें कपड़े धोकर सुखाते हुए और बेर खाते देखा जा सकता है। जैकलिन ने वीडियो में खूबसूरत फार्महाउस की झलक भी दिखाई है। साथ ही यहां काम करने वाले स्टाफ के साथ भी जैकलिन की अच्छी दोस्ती हो गई है।
फार्महाउस पर करवाया था फोटोशूट: जैकलिन ने पिछले दिनों हार्पर बाजार मैगज़ीन के लिए फार्महाउस पर ही एक फोटोशूट करवाया था। उन्होंने इस मैगज़ीन से बातचीत में कहा था, महामारी के बढ़ते मामले चिंता का विषय हैं। ऐसे में भाग्यशाली हूं कि मैं इस फार्म पर सुरक्षित और अच्छे से जिंदगी बिता रही हूं।
अभिनेता अभिषेक बच्चन ने 'फ्लैशबैक फ्राइडे'के तहत इस बार अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर करीब 39 साल पुराना एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उनके पिता अमिताभ बच्चन स्टेज शो के दौरान अपने दोनों बच्चों का परिचय कराते दिखे।इस वीडियो के साथ अभिषेक ने एक बड़ी सी पोस्ट भी लिखी, जिसमें उन्होंने इन स्टेज शोज के बारे विस्तार से बताया। उनके मुताबिक इन शोज में अभिनेताओं के जाने का चलन उनके पिता ने ही शुरू किया था।
अभिषेक ने जो वीडियो शेयर किया, उसमें अमिताभ बच्चन अपने बच्चों का परिचय लोगों से कराते हुए कहते हैं, 'मेरे दो बच्चे भी यहां आए हुए हैं, मैं आप सबको उनसे मिलवाना चाहता हूं। इनका नाम अभिषेक हैं, सबको हैलो कहो। ये मेरी बेटी हैं, इनका नाम श्वेता है।' पिता के कहने पर दोनों बच्चे लोगों से हैलो भी करते हैं।
अभिषेक ने अपनी पोस्ट में लिखा...
'#यादोंवालाशुक्रवार 1981 में मेरे पिता ने भारतीय फिल्म एक्टर्स द्वारा स्टेज शो करने और अपने गानों पर परफॉर्म करने का चलन शुरू किया था। इससे पहले तक केवल पार्श्व गायकों ने ही ऐसा किया था।'
'मेरे पास अलग-अलग शहरों की ऐसी बहुत सी यादें हैं, जिनमें वे, उनके सह-कलाकार और महान कल्याणजी-आनंदजी और उनका 40 सदस्यों वाला आर्केस्ट्रा जिसका संचालन एक युवा विजू शाह (कल्याण जी के बेटे और भविष्य के बड़े संगीतकार) कर रहे थे, शामिल रहे। रिहर्सल्स, साउंड चैक्स, शो के बाद मेरे माता-पिता के सुइट में आधी रात को होने वाला डिनर, जहां गुजराती खाने के टिफिन (जिन्हें बड़े प्यार से आयोजकों के रिश्तेदारों और दोस्तों द्वारा तैयार किया जाता था या क्रू सदस्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर बनाया जाता था, चाहे वे किसी भी शहर में परफॉर्म कर रहे हों) सभी कलाकारों और संगीतकारों को परोसे जाते थे। वहां हर कोई शो के बारे में चर्चा करता रहता, फिर वहां एक युवा, अपेक्षाकृत अज्ञात (तब) और भविष्य का स्टैंडअप कॉमेडियन आता और घंटों तक लोगों को मंत्रमुग्ध करके बैठाए रखता, फिर उसकी मिमिक्री और कॉमेडी तब तक चलती रहती, जब तक कि अगले शहर की फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट निकलने का वक्त नहीं आ जाता था। उस कॉमेडियन का नाम जॉनी लीवर था।'
'उड़ान के दौरान हर कोई इकोनॉमी क्लास लेता था और फ्लाइट में सभी सीटों को आगे की तरफ झुका लेते थे, ताकि एक विशाल गद्दे जैसी व्यवस्था बन जाए। इसके बाद संगीतकार, गायक और पापा झूमते-गाते थे, ताकि कोई नया गाना बन जाए जिसे उसी रात को अगले शहर में परफॉर्म किया जा सके। ये रुटीन सीधे 3 दिनों तक चला। मुझे ठीक से याद नहीं लेकिन उन सप्ताहांतों में वे कुल मिलाकर 2 घंटे सोए होंगे। विशुद्ध रूप से उन्होंने एड्रेनालाइन पर काम किया और सप्ताह के दौरान आराम किया। इसके बाद यही रुटीन शुक्रवार से फिर शुरू हो गया।'
'वो भी क्या दौर था। एक बच्चा सपनों को संजोए, विस्मय और आश्चर्य के साथ शो को देख रहा था। उस समय इस बात का अहसास नहीं था कि मैं भाग्यशाली था जो इन लीजेंड्स को लाइव परफॉर्म करते देख रहा हूं। एकबार जब मैं बड़ा हो गया तो एकबार मैंने गुपचुप खुद के स्टेज पर होने की कल्पना की। जैसा कि आप इस वीडियो से देख सकते हैं, मेरी बहन ने मंच से उतरने के लिए इंतजार नहीं किया, और मैं जो करना चाहता था, सिर्फ उसी के आसपास चिपके रहना चाहता था।'
'इस वीडियो को मुझ तक पहुंचाने के लिए मोसेस सापिर आपका धन्यवाद। इसने कई अद्भुत यादों को वापस ला दिया।'
अनिल कपूर इन दिनों लॉकडाउन का समय अपने परिवार के साथ बिता रहे हैं। हाल ही में उन्होंने इन्स्टाग्राम पर वाइफ सुनीता के साथ कैरम खेलते हुए तस्वीरें शेयर की हैं। उन्होंने इन्हें शेयर करते हुए लिखा, और विनर है..जाहिर तौर मैं। अनिल ने अपनी सोलो तस्वीर के लिए सुनीता को क्रेडिट दिया जिसमें वह रानी पर निशाना लगाते दिख रहे हैं जबकि दूसरी तस्वीर को उनकी बेटी रिया ने क्लिक किया है।
सोनम ने किया कमेंट: सोनम जो इस वक्त पति आनंद आहूजा के साथ दिल्ली में हैं, उन्होंने तस्वीरों को देखकर कमेंट किया, आप दोनों को बहुत मिस कर रही हूं और आपसे मिलने के लिए और इंतजार नहीं कर सकती। अनिल कपूर को स्लीपर्स में देखकर जूतों का बिजनेस करने वाले उनके दामाद आनंद आहूजाने चुटकी लेते हुए कमेंट में लिखा, अच्छे शूज हैं। वहीं, शिल्पा शेट्टी ने लिखा, वाह!! आप बॉल पर जिस तरह से बैलेंस बनाकर बैठे हैं, वह काबिलेतारीफ है। क्या बात है।
अनिल ने लॉकडाउन में बनाई बॉडी: इससे पहले 63 साल के अनिल कपूर ने सोशल मीडिया कुछ तस्वीरें शेयर करते हुए बताया था कि उन्होंने लॉकडाउन में खाली समय का इस्तेमाल करते हुए अपनी फिटनेस पर ध्यान दिया और बॉडी बनाई। तस्वीरों में अनिल अपने बाइसेप्स दिखाते नजर आए थे।
फिल्म 'पीकू' को रिलीज हुए शुक्रवार को पांच साल पूरे हो गए। फिल्म में अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण के अलावा इरफान खान ने अहम भूमिका निभाई थी। इस मौके पर दीपिका ने इरफान को खास अंदाज में याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। उन्होंने इसी फिल्म के एक गाने 'लम्हें गुजर गए' के भावुक बोल शेयर करते हुए उन्हें याद किया।
दीपिका ने अपनी पोस्ट में गाने के बोल लिखने के बाद आखिरी में लिखा, 'आपकी आत्मा को शांति मिले मेरे प्रिय मित्र #राणा'। बता दें कि 'पीकू' में इरफान द्वारा निभाए गए किरदार का नाम 'राणा' ही था।अपनी पोस्ट के साथ दीपिका ने फिल्म की शूटिंग के दौरान लिया गया एकफोटो भी शेयर किया।शूजित सरकार द्वारा निर्देशित ये फिल्म 8 मई 2015 को रिलीज हुई थी और बॉक्स ऑफिस पर बेहद सफल साबित हुई थी।
दीपिका ने लिखे ये बोल...
'''लम्हें गुज़र गये
चेहरे बदल गये
हम थे अंजानी राहो में... पल में रुला दिया
पल में हंसा के फिर
रह गये हम जी राहों में थोड़ा सा पानी है रंग है
थोड़ी सी छांव है
चुभती है आँखो में धूप
ये खुली दिशाओं में... और दर्द भी मीठा लगे
सब फ़ासले ये कम हुए
ख्वाबों से रस्ते सजाने तो दो
यादों को दिल में बसाने तो दो
लम्हें गुज़र गये
चेहरे बदल गये
हम थे अंजानी राहो में... थोड़ी सी बेरूख़ी जाने दो
थोड़ी सी ज़िंदगी
लाखों सवालों में ढूंढूं क्या
थक गयी ये ज़मीन
जो मिल गया ये आसमां
तो आसमां से मांगू क्या
ख्वाबों से रस्ते सजाने तो दो
यादों को दिल में बसाने तो दो -Piku''
मुंबई (किरण जैन). 'रामायण' और 'चिड़ियाघर' फेम टीवी एक्ट्रेस देबिना बनर्जी के लिए फिटनेस एक लाइफस्टाइल है और इस लाइफस्टाइल को मेंटेन करने के लिए वे काफी मेहनत करती हैं। दैनिक भास्कर से बातचीत में देबिना ने कहा, "फिटनेस एक लाइफस्टाइल है। यह मेरा लक्ष्य नहीं है, बल्कि मेरी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा है।" उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश:-
सवाल: आपका फिटनेस मंत्र क्या है?
जवाब: रोज किसी भी तरह की कसरत करनी चाहिए। जम्पिंग, दौड़ना, वजन उठाना, इनका मिक्सचर मेरे वर्कआउट में शामिल है। मैं शुद्ध और हेल्दी भोजन भी लेती हूं।
सवाल : आप अपने दिमाग और शरीर के बीच बैलेंस कैसे बनाती हैं?
जवाब: हम जिस नजर से चीजों को देखते और महसूस करते हैं, उसका हमारे दिमाग पर बड़ा असर होता है। मैंने देखा है कि जब मैं शुद्ध आहार नहीं लेती तो मेरे वजन में उतार-चढ़ाव होता है। मुझे अच्छा नहीं लगता। अगर आप केवल स्वाद के लिए ऐसी चीजें खाते हैं, जो आपके शरीर के लिए हेल्दी न हों तो आपका पेट ऐसे हार्मोन छोड़ने लगता है, जो आपको डिप्रेशन में ले जाते हैं और आपको खुद के बारे में अच्छा महसूस नहीं होता है। शुद्ध भोजन करने से दिमाग और शरीर का बैलेंस सही बना रहता है।
सवाल: आपने कहा कि यदि हम अच्छे नहीं दिखते हैं तो अच्छा महसूस भी नहीं करते हैं। क्या इसका इंडस्ट्री से कुछ लेना-देना है?
जवाब: वास्तव में ऐसा नहीं है। अपने प्रोफेशन के कारण अच्छा दिखने के लिए मैं हमेशा शुद्ध भोजन करती हूं। लेकिन अभी चूंकि हम घर में हैं और हमारा जीवन अचानक बदल गया है तो खुद को एंगेज रखने के लिए मैं स्वादिष्ट भोजन करने लगी हूं, जो हमेशा से खाना चाहती थी। इसलिए, हम हर दिन एक नई डिश बनाते हैं, लेकिन इसका मेरे शरीर पर असर पड़ रहा है। मुझे अच्छा नहीं लग रहा था और मेरी सोच बदलने लगी थी। इस लॉकडाउन से पता चला कि ऐसे समय में और शूटिंग नहीं होने के बावजूद मुझे ‘शुद्ध खाने और स्वस्थ रहने’ का मंत्र नहीं भूलना चाहिए।
सवाल : आपका वर्कआउट बडी कौन है?
जवाब : गुरमीत (चौधरी, देबिना के पति) मेरा वर्कआउट बडी है। पहले हम साथ में कसरत नहीं करते थे। क्योंकि हमारा अप्रोच अलग है। लेकिन अभी घर पर रहने के कारण हम साथ में कसरत करते हैं और इंटरनेट पर वीडियो देखकर भी कुछ कसरत सीखते हैं।
सवाल: कोई ऐसी चीज, जिसे खाने से आप खुद को नहीं रोक पाती हैं?
जवाब: ऐसी बहुत सी चीजें नहीं हैं। लेकिन चूंकि अभी हम घर पर हैं, तो मैंने वह सब कुछ बनाया, जो मैं खाना चाहती थी, जैसे पूरी भाजी, पानी पूरी, आदि। मैं खुद को आम खाने से भी नहीं रोक पाती।
सवाल: फैंस के लिए कोई मैसेज?
जवाब: कुछ समय के लिए फिटनेस के तरीकों का पालन करें। भले ही आपको वह पसंद न हो। क्योंकि कुछ समय बाद आपका शरीर ही आपसे इसकी मांग करेगा। इसके अलावा, घर पर रहें और सुरक्षित रहें।