धाेली बावड़ी इलाके में दाे युवकाें के काेराेना संक्रमित हाेने के बाद जिला प्रशासन मुस्तैद हाे गया है। एसपी भुवन भूषण यादव साेमवार शाम काे खुद ही कार ड्राइव कर केलवा पहुंचे। इस दाैरान वे सादी वर्दी में थे। एसपी ने काेराेना संक्रमित क्षेत्र हाेने से इलाके में तैनात पुलिस जवानाें के लिए थानाधिकारी लालसिंह से पीपीई किट के बारे में जानकारी ली। एसपी ने थानाधिकारी काे जवानाें काे पीपीई किट उपयाेग के बाद डिस्पाेजल करने की भी जानकारी देने को कहा।
साथ ही केलवा में पर्याप्त पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है। इसमें कमी नहीं आने दी जाएगी। एसपी ने बताया कि दाेनाें काेराेना संक्रमित युवकाें की काॅल डिटेल भी ली जा रही है ताकि यह पता किया जा सके कि ये मुंबई से राजसमंद में आने संबंधी काेई गलत जानकारी ताे नहीं दे रहे। इसके साथ ही राजसमंद एसडीएम सुशील कुमार ने भी केलवा ग्राम पंचायत में ग्रामीणाें के साथ बैठक की। उन्हाेंने ग्रामीणाें काे समझाया कि कर्फ्यू लगा दिया गया है। इस कारण पूर्णतया बाजार बंद रहेंगे।
जब तक संक्रमित युवकाें से संपर्क में आए लाेगाें की रिपाेर्ट नहीं आ जाती तब तक दूध से लेकर सब्जी अाैर किराना की दुकानें भी बंद रहेंगी। ग्रामीण बाहर से आने वाले व्यक्ति को न छिपाएं। चिकित्सा टीम जाे घर-घर जांच करेगी उसका पूरा सहयाेग करने की अपील की। इस दाैरान डीएसपी नरपत िसंह, केलवा थानाधिकारी आदि माैजूद थे।
कस्बे में धाेलीबावड़ी क्षेत्र के दो युवकों की काेराेना पॉजिटिव रिपाेर्ट आई है। धाेली बावड़ी क्षेत्र सहित 3 किमी दायरे में कर्फ्यू लगा दिया है। बाजार बंद रहे। कस्बे काे जाेड़ने वाले रास्ताें काे सील कर दिया है। दोनों युवक मुंबई में कपड़े की दुकान पर काम करते हैं। जहां से दोनों ट्रक में बैठ कर 1 मई को उदयपुर उतरे थे। इनमें से 20 साल का एक युवक ट्रक में बैठ कर सीधे ही केलवा उतरकर अस्पताल पहुंचा था। 19 साल के दूसरे युवक को लेने के लिए उसके पिता और पड़ाेसी दो मोटरसाइकिल लेकर देलवाड़ा के पास नेगड़िया टोल नाका पहुंचे थे।
जहां पर एक मोटरसाइकिल तो मुंबई से आए युवक को दे दी और पिता तथा पड़ाेसी युवक दूसरी मोटरसाइकिल पर वापस केलवा आए थे। हालांकि दाेनाें युवकाें ने सावधानी बरती और घर नहीं जाकर सीधे केलवा सीएचसी पहुंचे थे। जहां पर दोनों युवकों की डाॅ. सुरेन्द्र सिंह निठारवाल ने जांच की और लक्षण दिखने के बाद इन्हें 104 एंबुलेंस से आरके अस्पताल भेजा था।
आरके अस्पताल से दाेनाें के स्वाब लेकर जांच के लिए उदयपुर के आरएनटी मेडिकल काॅलेज भेजे गए थे। जिले में अब संक्रमित चार केस हाे गए हैं। देलवाड़ा पंचायत समित के कराेली और नेगड़िया में एक-एक पाॅजिटिव आए थे। युवकाें की रिपाेर्ट सुबह पाॅजिटिव आने पर राजसमंद एसडीएम सुशील कुमार सहित जिला प्रशासन और चिकित्सा विभाग का लवाजमा केलवा में पहुंचा। सभी घरों के बाहर सेनेटाइजर का छिड़काव कराया गया। दाेनाें 15 मार्च काे ही केलवा से मुंबई गए थे। इसके बाद 22 मार्च से लॉकडाउन शुरू हाेने से मुंबई में फंसे हुए थे।
कोरोना वायरस संक्रमण के रविवार को आए नए मामलों के बाद बंबोरी और पीपलखूंट क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोगों को इंस्टीटयूशनल क्वारेंटीन किया गया है। बंबोरी में कोरोना पॉजिटिव आए व्यक्ति के परिचित और परिवार के 54, पीपलखूंट के पावटी पाडा के पॉजिटिव मरीज के 25 परिजन और पड़ासियों के सैंपल कोरोना टेस्ट के लिए भेजे जाएंगे। सोमवार को इनमें से 38 लोगों के सैंपल भेजे जा चुके हैं। जिनकी रिपोर्ट अभी आना बाकी है।
इसी तरह राजकीय अस्पतातल के जनरल वार्ड में भर्ती रहकर मरने वाले काेरोना पॉजिटिव के संपर्क संभावित 15 मेडिकल स्टाफ और वार्ड में भर्ती 30 के करीब लोगों के सैंपल भी चिकित्सा विभाग लेगा। इन्हें भी जांच के लिए भेजा जाएगा। अभी मेडिकल वार्ड में पिछले दिनों में भर्ती लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। गौरतलब है कि छोटीसादड़ी तहसील में बंबोरी निवासी व्यक्ति जबकि दूसरा पीपलखूंट में पावटीपाडा निवासी एक 35 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव निकले। पावटी पाडा निवासी युवक की शनिवार दोपहर में जिला अस्पताल में ही मौत हो गई। उसकी मौत के दौरान चिकित्सा विभाग के कार्मिकों को उसमें कोरोना के लक्षण नजर आए। मौत होने के बाद उसका सैंपल लेकर उदयपुर लैब भेजा गया था। इसमें रविवार सुबह उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई थी। छोटीसादड़ी के बंबोरी में भी रविवार को जो कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आया, उसकी कांटेक्ट और ट्रेवल हिस्ट्री से पता चला है कि वह निंबाहेड़ा में कोरोना की चपेट में आने वाले मृतक के भाई के संपर्क में आया था। वह खुद भी निंबाहेड़ा में काम करता है और वहां लगातार आया और गया था। वहीं से उसे संक्रमण हुआ है। हालांकि चिकित्सा विभाग ने उसे पहले होम क्वारेंटीन किया। इसके बाद जब उसकी तबीयत बिगड़ी तो उसने खुद चिकित्सा विभाग को फोन कर जानकारी दी।
ट्रकों में भरकर छोटी सरवा पहुंचे श्रमिक
पुलिस ने कस्बे में मिनी ट्रक में जाते मजदूरों को रुकवाया। ये मजदूर छोटीसादड़ी से कुशलगढ़ के छोटीसरवा जा रहे थे। मेडिकल टीम ने स्क्रीनिंग के बाद उन्हें जाने दिया। इसी तरह बारावरदा से भी आए दिन मजदूरों के पैदल गुजर रहे हैं। निंबाहेड़ा से मजदूर परिवार अभी लगातार कच्चे रास्ते या अन्य रास्तों से यहां प्रवेश कर रहे हैं।
पाॅजिटिव युवक की माैत से एक ही दिन में ग्रीन से ऑरेंज जाेन में पहुंचा प्रतापगढ़
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच हुई लापरवाही के चलते जिला अब फिर से ग्रीन जोन से हटकर ऑरेंज जोन में आ चुका है। दो दिन तक ग्रीन जोन में रहने के चलते सोमवार से शुरू हुए लॉक डाउन 3.0 में काफी राहत मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब सभी उम्मीदें फिर से एक बार धूमिल हो चुकी है क्योंकि रविवार को जिले में कोरोना पॉजिटिव के दो मामले एक साथ आए और इनमें से एक की तो मौत ही हो गई। इसलिए राहत अब नहीं मिलेगी। कलेक्टर अनुपमा जोरवाल ने बताया कि जिले में जितनी सहुलियत पहले दी जा रही थी, वही बरकरार रखी जाएगी। केस आने वाली जगहों पर कर्फ्यू जारी रहेगा और दूसरी जगहों पर भी सख्ती जारी रहेगी।
कच्चे रास्ते खोदे तो बॉर्डर पर नए रास्ते बना लिए
अवलेश्वर क्षेत्र में मध्यप्रदेश बॉर्डर के नजदीक राजस्थान के लगते राजपुरिया गांव में बोर्डर के इस तरफ और उस तरफ के लोगों ने आने जाने के लिए नई तरीके पर निकाल दिए हैं। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर यहां के कच्चे रास्तों को बंद कर दिया था। इसलिए अब आने जाने वाले या तो इन कच्चे रास्तों के ऊपर मिट्टी डालकर इन्हें वापस सही करके आ-जा रहे हैं या फिर खेतों में से नए रास्ते बनाकर उनका उपयोग करने में जुट गए हैं। ऐसे में प्रतापगढ़ जिले के लिए यह एक बड़ी समस्या है।
ट्रेवल हिस्ट्री तलाशने में लगा विभाग
सीएमएचओ डॉ. वीके जैन ने बताया कि मृतक की ट्रेवल हिस्ट्री और कांटेक्ट हिस्ट्री निकालने में विभाग लगा है। पुलिस की भी मदद ली जा रही है। हालांकि पिछले डेढ़ साल से वह टीबी की बीमारी से ग्रसित था। बांसवाड़ा के घाटोल में उसका उपचार चल रहा था। पिछले डेढ़ माह से वह कहीं बाहर नहीं गया ऐसे में ये संभव है कि उसके घर आए किसी व्यक्ति में कोरोना संक्रमण हो और उसी से उसे ये बीमारी लगी। इसके बारे में पता लगाया जा रहा है। इस युवक के परिजनों और मिलने वालों की मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद काफी हद तक स्थिति साफ हो जाएगी।
सोमवार को कोरोना कर्फ्यू में दी गई राहत फिर से वापस ले ली गई है। यहां सशर्त कर्फ्यू की पालन करने मेंलोग विफल रहे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का जमकर माखौलउड़ाया गया। इसके चलते 3 बजे ही बाजार बंद करवा दिए गए।गौरतलब है कि लॉकडाउन के फेज-3 के चलते आज से आमजन को कुछ राहत दी गई थी।
जानकारी अनुसार, कर्फ्यू में राहत मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर निकल गए। बाजारों में पहले की तरह भीड़भाड़ नजर आने लगी। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं किया गया।कुछ दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले भी नहीं बनाए गए। कलेक्ट्रेट पर भी बड़ी संख्या में लोग राशन कार्ड पर सील लगवाने पहुंचे।
इससे पहले रविवार को कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया था कि भीलवाड़ा शहर को दो भागों में बांटा है। रेलवे लाइन के पूर्व दिशा में जोन ए कहलाएगा। यहां सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को लोग दुकानों से सामग्री खरीद सकेंगे। मंगलवार, गुरुवार एवं शनिवार को संबंधित दुकान संचालकों को होम डिलीवरी करनी होगी। रेलवे लाइन के पश्चिम दिशा को जोन-2 नाम दिया है। इसमें मंगलवार, गुरुवार एवं शनिवार को दुकानों से सामग्री खरीद सकेंगे। सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को दुकानदार होम डिलीवरी करेंगे। बिना काम से शहर में कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में आवागमन नहीं कर सकेंगे। रविवार को दोनों जोन में सभी तरह की गतिविधि एवं आवागमन प्रतिबंधित रहेगी।
दुकानदारों को ये नियम मानने जरूरी होंगे
ऐसे व्यक्ति को सामान नहीं बेच सकेंगे, जिसने मुंह पर मास्क, रुमाल या गमछा नहीं लगा रखा हो। दुकानदार को मास्क भी रखने होंगे। यदि किसी व्यक्ति के पास नहीं है तो उचित मूल्य पर उसे देना है।
दुकान के बाहर छह-छह फीट में लोगों के खड़े रहने के लिए पांच गोले बनाए जाएंगे। पांच से अधिक लोग मान्य नहीं होंगे।
दुकान के बाहर सैनेटाइजर रखना होगा। सामग्री देने के बाद उपभोक्ता को सैनेटाइज करना होगा।
धार्मिक स्थानों पर लोगों के आने पर प्रतिबंध
सभी धार्मिक स्थानों में लोगों के आने पर प्रतिबंध रहेगा, लेकिन प्रबंधन की ओर से सफाईऔरपूजना-अर्चना के लिए अधिकतम पांच व्यक्ति रह सकेंगे।
भीलवाड़ा-गुलाबपुरा में नहीं खुलेगी शराब की दुकान
भीलवाड़ा शहर औरगुलाबपुरा में शराब की दुकानें नहीं खुल सकेंगी। बाकी जगह दुकानों को खोलने की अनुमति होगी।
इनको अनुमति नहीं दी
माॅल्स में रिलायंस मार्केट, रिलायंस स्मार्ट, डी मार्ट, सिटी सेंटर माॅल जैसे माॅल पूरी तरह बंद रहेंगे। इनमें केवल आवश्यक वस्तु से संबंधित दुकान ही खाेली जा सकेगी। बाकी पर प्रतिबंध रहेगा। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रेस्टाेरेंट हाेटल भाेजनालय, सैलून, पार्लर, शैक्षणिक, काेचिंग संस्थान, माॅल, शाॅपिंग माॅल, मार्केट, काॅम्पलैक्स, सिनेमा हाॅल, खाेमचे, खाने-पीने की वस्तुएं रखने वाले ठेले, फेरी वाले बंद रहेंगे। व्यायाम शालाएं, स्पाेर्ट्स काॅम्पलेक्स, स्वीमिंग पूल, मनाेरंजन पार्क, ऑडिटाेरियम, एसेंबली हाॅल, पान, गुटखा व तंबाकूविक्रय पर प्रतिबंध, सैलून, स्पा एवं रैली, जुलूस, सभा, धार्मिक सम्मेलन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे।
कोविड-19 महामारी से भूपालसागर का स्टाफ भी सहमा है। यहां आने वाले सामान्य रोगी काने दूर से चैक कर दवा लिख रहे हैं। राहत नहीं मिलने पर सामान्य रागियां काने अन्य अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार उकेरेना से मुक्ति के लिए लॉकडाउन के साथ करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। सेवा में जुटे कर्मचारियों के लिए लाखों के बीमा की घोषणा की। तहसीलदार अशोक कुमार सोनी, एसएचओ संग्राम सिंह के सानिध्य में पुलिस कर्मचारी सेवा में जुटे हैं। जबकि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामान्य मरीजों काने भी इलाज नहीं मिल रहा है।
डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ हर मरीज काने संदिग्ध समझकर इलाज से दूरी बना रहे हैं। कई बार सीएमएचओ से शिकायत की लेकिन समाधान नहीं हुआ। शनिवार महिला एवं बाल विकास परियोजना के तहत कार्यरत कार्यकर्ता काने बदन दर्द की शिकायत होने से अस्पताल पहुंची। उसका चैक कप नहीं कर टेबलेट दे दी। जिससे उसे रविवार को अन्यत्र इलाज के लिए जाना पड़ा।
पीपरड़ा चुंगी नाका पर शनिवार रात तेंदुए का एक शावक ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गया। बिजली के तारों के संपर्क में आने से करंट लगने से उसकी मौत हो गई। रविवार सुबह पास के एक पेट्रोल पम्प पर काम करने वाले कर्मचारियों ने बिजली निगम के जेईएन और वन विभाग के कर्मचारियों को सूचना दी। वन विभाग के कर्मचारियों ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। जानकारी के अनुसार सवा साल की मादा तेंदुआ शावक रात में शिकार की तलाश में आया था। एक पेट्रोल पम्प के पास वह ट्रांसफॉर्मर पर चढ़ गया और 11 केवी लाइन के संपर्क में आने से शावक झुलस गया और उसकी मौत हो गई। वन विभाग की टीम शावक के शव को लेकर पीपरड़ा नर्सरी पहुंची, जहां पशु चिकित्सक डाॅ. सुनील जाखड़, डाॅ. पुरुषोत्तम पथकी, डाॅ. जगदीश जीनगर ने शावक के शव का पोस्टमार्टम किया। पीपरड़ा के आस-पास तेंदुए के ठिकाने हैं, जहां रात में मादा तेंदुआ शावकों को शिकार करवाने के लिए साथ में लेकर जाती है। हालांकि इस मृतक शावक के साथ अन्य कोई तेंदुआ दिखाई नहीं दिया।
धीरे-धीरे गर्मी अपना असर दिखाने लगी है। गत तीन दिनों से मौसम एकदम साफ होने से न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में पंखे भी गर्म हवा देने लगे हैं, जबकि दिन में भी सूरज अपना तेवर दिखाने लगा है, लेकिन तीन दिनों से अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री यथावत बना हुआ है। इन दिनों लॉकडाउन होने से लोग घरों में ही कैद होने से प्राकृतिक वातावरण से भी दूर हैं, जबकि गर्मी के दिनों में लोग सुबह और शाम को नौ चौकी पाल, जेके गार्डन और इरिगेशन गार्डन में परिवार सहित घूमकर गर्मी से राहत पात थे। वहीं अभी लोग शाम के समय घर की छतों पर दिखाई देते हैं।
जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पूर्व 27 अप्रैल को अधिकतम तापमान 35.2 और न्यूनतम 18.5 डिग्री था। वहीं 28 अप्रैल को अधिकतम तापमान में 1 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 36.4, न्यूनतम में 4 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 22.6 हो गया। 29 अप्रैल को अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री यथावत बना रहा, जबकि न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री की गिरावट के साथ 19.8 हो गया था। 30 अप्रैल को अधिकतम व न्यूनतम तापमान दोनों में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अधिकतम 2 डिग्री बढ़कर 38.7 एवं न्यूनतम तापमान 2 डिग्री बढ़कर 22 डिग्री हो गया। तापमान में यह बढ़ोत्तरी जारी रही। 1 मई को अधिकतम तापमान 1 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 39.5, न्यूनतम तापमान भी 1 डिग्री गिरकर 21 डिग्री हो गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 39.5 और न्यूनतम में 1 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 22.2 हो गया। वहीं रविवार को अधिकतम तापमान 39.8 डिग्री रहा, जबकि न्यूनतम तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोत्तरी के साथ 24.5 हो गया। रात का तापमान बढ़ने से रात में पंखे भी बेसर हो गए। लोग कूलर, एसी का उपयोग करने लगे हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में लोग छतों पर सोने लगे हैं।
प्रवासी लोगों के आने सूचना की जिम्मेदारी युवाओं ने संभाल रखी है। सरपंच चन्द्रभान सिंह चूंडावत ने बताया कि प्रत्येक राजस्व गांव में 50 युवा अपने-अपने गांव में जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। इसी बदौलत टेगी में गुजरात से आए प्रवासी लोगों को बस स्टैंड से सीधे देवगढ़ सीएचसी ले गए। स्क्रीनिंग के बाद मुख्यालय पर क्वारेंटाइन किया। 10 प्रवासी लोगों को स्कूल में शिफ्ट किया। टेगी में दो महिलाओं को होम आइसोलेशन पर रखा। सरपंच ने बताया कि सोमवार से 18 मई तक क्वारेंटाइन व्यक्तियों के लिए भोजन का मेन्यू अलग-अलग तैयार किया। इसी प्रकार से राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल विजयपुरा के क्वारेंटाइन केन्द्र में आने वाले लोगों के लिए व्यापार मंडल कामलीघाट ने भाेजन व्यवस्था की जिम्मेदारी ली। विजयपुरा ग्राम पंचायत के बाहर से आने वाले लोगों को विजयपुरा स्कूल में रखा गया। यहां कामलीघाट व्यापार मंडल ने भोजन की व्यवस्था की जिम्मेदारी ली।
कस्बे में एक अधेड़ की पेड़ से गिरने से मौत हो गई। वह पेड़ पर भैंसों के लिए डालियां काटने गया था। बैलेंस बिगड़ने से वह सिर के बल नीचे गिरकर घायल हो गया। उसे अस्पताल ले गए, लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।जानकारी के अनुसार शंभूसिंह (48) पुत्र सोहन सिंह रावणा राजपूत रविवार सुबह करीब सात बजे डांग का भैरू मार्ग स्थित अपने खेत पर भैंसों के लिए डालियां काटने के लिए बबूल के पेड़ पर चढ़ा। डालियां काटने के दौरान उसका बैलेंस बिगड़ गया और वहां जमीन पर सिर के बल गिरा।
नीचे गिरते ही शंभू सिंह के नाक व मुंह से खून निकलने लगा। पास ही खेत पर काम कर रहे शंभूसिंह के भाई बाबूसिंह व मोहनसिंह दौड़ कर आए और भाई को घायल अवस्था में देखकर फोन कर कार मंगवाई। उसे सरदारगढ़ स्थित अस्पताल ले गए। अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों ने आमेट अस्पताल ले जाने को कहा। आमेट ले जाते वक्त रास्ते में शंभू सिंह ने दम तोड़ दिया। आमेट अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक शंभू सिंह के दो लड़के और एक लड़की है। एक लड़का अभी बेंगलुरू में दुकान पर काम करता है। मृतक शंभू सिंह पेशे से ड्राइवर था।
एक राज्य से दूसरे राज्य में आने-जाने की अनुमति देने के बाद रविवार को जिले में 1426 लोग आए। शुक्रवार रात 8 बजे से रविवार दोपहर 2 बजे तक 40 घंटे में जिले में कुल 2429 प्रवासी आए हैं। बाॅर्डर पर आने वाले प्रवासियों की 24 घंटे जांच की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्यकर्मी लगातार ड्यूटी दे रहे हैं। बाॅर्डर पर प्रशासन की तरफ से सुविधा उपलब्ध नहीं होने पर डाॅक्टर और मेडिकल स्टाफ कार और टेंट में ही सो कर ड्यूटी दे रहे हैं।
जिले की उदयपुर से लगने वाली सीमा पर बने प्रशासन के चेक पोस्ट पर लोगों का आना लगातार जारी है। यहां तैनात चिकित्सा कर्मियों ने लोगों की स्क्रीनिंग की। पुलिसकर्मियों के साथ मिल कर सभी के नाम, पते, मोबाइल नंबर लिए गए। राजसमंद जिले के निवासियों को ही रोक कर उनकी जांच की जा रही है। अन्य जिले के निवासियों को आगे जाने दिया गया। बॉर्डर पर आने वाले प्रत्येक प्रवासी का रिकार्ड संधारण किया जा रहा है। शनिवार दोपहर 2 बजे से रविवार दोपहर 2 बजे तक बॉर्डर पर 1426 प्रवासी आए। प्रवासी रोडवेज बस, ट्रक, मोटरसाइकिल सहित अन्य साधनों से आ रहे हैं।
किस जगह के कितने प्रवासी आए : इनमें आमेट के 375, कुंभलगढ़ के 29, चारभुजा के 27, देलवाड़ा के 2, खमनोर के 37, नाथद्वारा के 54, देवगढ़ के 382, भीम के 184, राजसमंद के 230, कुंवारिया के 34 और रेलमगरा के 72 लोग सहित कुल 1426 लोग जिले की सीमा पर पहंुचे, जिनकी मेडिकल टीम द्वारा जांच करने के बाद उन्हें जिले में प्रवेश की स्वीकृति दी गई। सभी को अपने गांव, शहर में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में 14 दिनों के लिए रहना होगा।
जिले में रेड जोन एरिया से लोगों की आवाजाही लगातार बनी हुई है। ऐसे में जिला अभी ऑरेंज जोन में है, जबकि प्रशासन ने रेड जोन एरिया से प्रवासियों को नहीं आने देने के लिए पाबंद कर रखा था। इसके बावजूद लगातार मुम्बई, दिल्ली और जयपुर रेड जोन एरिया से आने वाले प्रवासियों की जिले में संख्या बढ़ रही है। आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रविवार को 12 नए संदिग्ध आने के साथ ही 24 संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। इनमें से 8 संदिग्धों के सैम्पल उदयपुर भेजे गए। वहीं नाथद्वारा अस्पताल में 29 संदिग्ध भर्ती हैं। इसमें एक संदिग्ध रविवार को भर्ती हुआ है। वहां से कोई सैंपल उदयपुर नहीं भेजा गया।
रविवार को मुम्बई से आया पाली निवासी युवक (20), रेड जोन एरिया दिल्ली से आया भीम निवासी युवक (20), देवगढ़ पिपली नगर निवासी दो भाई, पत्नी, बच्ची- पति (30), पत्नी (24), बच्ची (2), भाई (28) सूरत से आए, एक युवक पिपली नगर निवासी भी सूरत से आया, भीलवाड़ा जिले के गंगापुर निवासी युवक (20) रविवार को सूरत से आया, चार युवक अलग-अलग जगहों से भीम आए, इसें दो युवक (30), (33) रविवार को सूरत से आए, एक युवक (19) रेड जोन एरिया जयपुर से रविवार को आया और एक युवक (23) को सर्दी जुकाम की शिकायत पर आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया। शनिवार को 35 सैम्पल भेजे गए थे, सभी निगेटिव आए हैं।
जिले में अब तक 943 सैंपल लिए : जिलें में कोरोना रोकथाम के लिए चिकित्सा विभाग ने अब तक कुल 943 सैम्पल लिए हैं। इनमें से कुल 893 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दो युवक कोरोना पॉजिटिव आए थे। इनमें से एक की रिपोर्ट वापस निगेटिव आई है। वहीं 48 संदिग्धों की रिपोर्ट आना शेष है।
राजसमंद जिला ऑरेंज जोन में होने से अब मॉडिफाइड लॉकडाउन में राज्य व केंद्र सरकार के निर्देशानुसार कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने कहा कि शहर में इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक, मोबाइल, चश्मा, स्टेशनरी, डेयरी, सीमेंट, निर्माण सामग्री, किराना और खाद्यान्न की दुकानें प्रतिदिन सुबह 6 से 2 बजे खुली रहेंगी। इसके साथ ही शराब की दुकानें राज्य सरकार द्वारा निर्धारित समय के अनुसार ही खुलेंगी। होम डिलीवरी पूर्व की भांति नियमित जारी रहेगी। दुकानदार और ग्राहक को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
रविवार दोपहर ढाई बजे जिले के विभिन्न व्यापारिक संगठनों की राजसमंद एसडीएम, राजसमंद बीडीओ भुवनेश्वर सिंह चौहान ने बैठक ली। बैठक में कपड़ा एसोसिएशन के दीपक जैन कपड़े के व्यापारियों को भी छूट देने की मांग की। एसडीएम ने कहा कि इस प्रकार की दुकान खोलने के लिए राज्य, केेंद्र सरकार से एडवाइजरी जारी नहीं हुई। ज्वैलर्स व्यापारी नवीन चोरडिय़ा ने कहा कि छोटे ज्वैलर्स जो आभूषण बनाते हैं उनको भी एक दिन छोड़कर दूसरे दिन दुकान खोलने की अनुमति देनी चाहिए।
जनरल मर्चेंट के लोकेश बाफना ने कॉसमेटिक, जनरल सामग्री, शूज आदि व्यापारियों को भी राहत देने की मांग की। बर्तन व्यापारी एसोसिएशन के नंदलाल पूर्बिया ने बर्तन के व्यापरियों को भी छूट देने की मांग की। प्रशासन ने बर्तन की दुकान नहीं खोलने की बात कही। राजनगर व्यापार महासंघ के अध्यक्ष प्रहलाद वैष्णव ने सभी प्रकार के दुकानों को एक दिन छोड़कर दूसरे दिन खोलने की मांग रखी। कांकरोली खाद्यान्न व्यापार मंडल के अध्यक्ष राकेश पूर्बिया ने भी दुकान खोलने का समय बढ़ाने की मांग की। बताया कि सुबह छह बजे दुकानें नहीं खुलती है। 6 से 11 बजे तक का समय बहुत कम होता है। इसको बढ़ाना चाहिए। जिला खाद्यान्न व्यापार मंडल अध्यक्ष प्रकाश जैन भी पूरे जिले में खाद्यान्न व्यापारियों का समय बढ़ाने की मांग रखी। बेकरी व्यापारी गोपाल परियाणी ने भी बेकरी आदि को भी प्रतिदिन खोलने की मांग रखी। इसके बाद एसडीएम ने रविवार शाम को कलेक्टर से चर्चा करके राहत देने का आश्वासन दिया था।
राजस्थान शिक्षक एवं पंचायती राज कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष महेंद्रसिंह चूंडावत ने राज्य सरकार को मेल से ज्ञापन भेजकर मांग की है कि शिक्षक कोरोना वैश्विक महामारी में जिले के सभी ब्लाॅक में निगरानी दल, कंट्रोल रुम, क्वारेंटाइन केंद्र, डोर टू डोर सर्वे, होम आइसोलेशन के निरीक्षण अादि में कार्यरत हैं। समय-समय पर इनकी ड्यूटी रोटेशन प्रणाली से लगानी चाहिए। जिला सभाध्यक्ष मनोजकुमार शर्मा ने कहा कि जो शिक्षक 55 साल से ऊपर हैं। उनकी ड्यूटी केवल कंट्रोल रुम या कार्यालय में ही लगाएं। जिला मंत्री दिनेश खटीक ने बताया कि जिन अध्यापिका के 5 साल से कम आयु के बच्चे हैं। उनकी फील्ड में ड्यूटी ना लगाएं। जिला संरक्षक पुष्करलाल बैरागी, राजाराम यादव, जिला महिला मंत्री कृष्णा यादव, रामचरण सिंह, भरत मीणा, भगवती लाल ने कहा कि इससे शिक्षक अपना कर्तव्य पूर्ण निष्ठा अाैर ईमानदारी के साथ निभा सकेंगे।
सेमल ग्राम पंचायत की फला की भागल में रविवार सुबह कुएं से पानी निकालते समय पैर फिसलने से कुएं में गिरी महिला की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंपा। थानाधिकारी सुरेश पालीवाल ने बताया कि कालू लाल की पहले वाली पत्नी का करीब 6 महीने पहले डिलेवरी के दौरान मौत हो गई थी, इसके बाद कालू लाल मादड़ी के पावटी की पिन्टूड़ी के साथ करीब 4 महीने पहले नाता विवाह किया।
रविवार सुबह 6 बजे पिन्टूड़ी पति कालूलाल के साथ खेत पर बनी पहले वाली पत्नी की समाधि पर पानी चढ़ाने जा रहे थे। घर से कुछ दूरी पर कुएं से पिंटूड़ी पानी लेने गई। कुएं से पानी निकालते समय पिंटूड़ी का पैर फिसलने से कुएं में गिर गई। कालूलाल ने आसपास के लोगों को सूचना दी। खमनोर थाने से एएसआई अर्जुन सिंह, कांस्टेबल हीराराम देवासी मौके पर पहुंचे और पीहर पक्ष को सूचना दी। करीब 2 घंटे बाद पीहर पक्ष के मौके पर पहुंचने के बाद शव को कुएं से बाहर निकलवाकर खमनोर मोर्चरी रखवाया। डॉक्टरों ने पुलिस की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सुपुर्द किया। पिंटूड़ी की मां की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
कोरोना संक्रमण के दौर में रेलमगरा उपखंड क्षेत्र के बामनिया कला में रविवार सुबह रामेश्वर लाल मालीवाल, जगदीश चंद्र मालीवाल के सहयोग से रुद्रावतार श्रीबालाजी मंदिर में विश्व कल्याण के लिए महामृत्युंजय मंत्रों से यज्ञ किया। इसमें श्रीराम बायोसीड जेनेटिक्स के प्रतिनिधि सत्यनारायण मालीवाल ने विशेष योगदान दिया। आचार्य महावीर व्यास तथा मंदिर के पुजारी कैलाश वैष्णव का सानिध्य प्राप्त हुआ। मांगीलाल कुमावत, बालूराम सुथार लॉकडाउन की पालना करते हुए हवन में भाग लिया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जन्मदिन पर रविवार सुबह नगर कांग्रेस कमेटी ने साेशल डिस्टेंसिंग का पालन करके गाेशाला में गायों को रजका डाला। पक्षियों के लिए परींडे बांधे, सब्जीमंडी में सब्जी विक्रेताओं को मास्क वितरित कर मास्क लगाकर सब्जी बेचने के लिए प्रेरित किया। राजसमंद झील में मछलियों को दाना डाला, प्रभु श्री द्वारिकाधीश मंदिर क्षेत्र में पक्षियों को दाना डालकर सेवा कार्य कर प्रभु से गहलोत के लम्बी उम्र की कामना की। नगर अध्यक्ष बहादुर सिंह चारण, जिला कांग्रेस सचिव कुलदीप शर्मा, पूर्व नगर अध्यक्ष देवेंद्र कच्छारा, समीर सुराणा, प्रमोद पालीवाल, सुनील मेवाड़ा, गिरधर गुर्जर आदि माैजूद थे।
भारतीय जैन संघटना ने कोरोना महामारी में जनता की सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों, सफाई कर्मियों एवं चिकित्साकर्मियों का स्वागत किया। विवेकानंद चौराहा, मुखर्जी चौराहा, जेके मोड़, मुख्य चौपाटी, पुराना बस स्टैंड, जलचक्की चौराहा, टीवीएस चौराहा, 100 फीट रोड, बजरंग चौराहा, सेवाली, राजनगर बस स्टैंड, पुरानी कलेक्ट्री आदि स्थानों पर तैनात पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी एवं चिकित्साकर्मी का उपरना ओढ़ाकर स्वागत किया। सभी को सेनेटाइजर एवं शीतलपेय भी दिया। प्रांतीय समन्वयक भूपेंद्र चोरडिया, संरक्षक देवेंद्र कच्छारा, अध्यक्ष कमलेश कच्छारा, कोषाध्यक्ष ललित बापना, सचिव दीपक चोरडिया, महावीर जैन, विनोद गिडिया, कमलेश पोखरना, राजकुमार चोरडिया, चिराग सोनी आदि माैजूद थे।
उपखंड क्षेत्र में अलग-अलग प्रकरणों में 5 लोगों को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी मुकेश खटीक ने बताया कि शनिवार शाम सरदारगढ़ रेलवे फाटक के पास गश्त के दौरान तीन लोग बिना मास्क लगाए मिले। इस पर उन्हें मास्क पहने के लिए कहने पर तीनों ही व्यक्ति पुलिस से उलझ पड़े। लॉकडाउन के उल्लंघन पर सरदारगढ़ निवासी हरीश पुत्र वरदीचंद खटीक, मदन सिंह पुत्र पन्ना सिंह रावत, प्रकाश पुत्र रामलाल गवारिया काे शांतिभंग के अाराेप में गिरफ्तार किया।
रविवार सुबह जिलोला ग्राम पंचायत के भादला गांव की लादी 25 पत्नी शंकरलाल लाेहार ने आमेट थाने में प्रकरण दर्ज कराया कि डाली पत्नी उदयलाल, उदयलाल पुत्र दल्ला पूर्बिया गाडरी ने मकान के बाहर रास्ता रोक पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट कर चोटें पहुंचाई। इस पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। आराेपियों को शांतिभंग के अाराेप में गिरफ्तार कर पाबंद किया। इधर, युवक से मारपीट करने के आराेप में गरियावास मुरंडा निवासी भेरा पुत्र गोमा भील काे शांतिभंग के आराेप मेंगिरफ्तार किया।
कस्बे के समीपवर्ती ग्राम पंचायत पारड़ी के काेटड़ा गांव में जमीन विवाद के चलते हत्या करने के फरार आरोपियों काे गिरफ्तार किया। थानाधिकारी नानालाल सालवी ने बताया कि भीमनाथ (60) पुत्र रामनाथ, राकेशनाथ (21) पुत्र भीमनाथ, महेशनाथ (34) पुत्र भीमनाथ को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया। अब तक पुलिस ने भीमनाथ, राकेशनाथ, महेशनाथ, देवनाथ पुत्र भीमनाथ, संतोष पत्नी महेशनाथ, सुखी पत्नी शान्तिनाथ, विमला पत्नी वन्नानाथ, संगीता पुत्री भीमनाथ, दीपिका उर्फ लक्ष्मी पुत्री भीमनाथ काे गिरफ्तार किया। सभी आराेपियाें ने ग्राम पंचायत पारड़ी के काेटड़ा गांव में 29 अप्रैल दोपहर 2 बजे खेत पर पाइप लाइन डालते समय जमीन विवाद काे लेकर अापसी झगड़े में सायरनाथ की हत्या कर दी थी। साथ ही दिनेशनाथ, मोहनी पत्नी सायरनाथ और चन्दा पत्नी दिनेशनाथ घायल हाे गए थे, जिनका उपचार चल रहा है।
निजी विद्यालय संगठन राजस्थान ने मेल से मुख्यमंत्री काे ज्ञापन भेजकर राहत पैकेज जारी करने की मांग की। प्रदेश सचिव मांगीलाल करवाल और प्रदेशाध्यक्ष देवेंद्र सिंह चाैहान ने ज्ञापन में बताया कि निजी स्कूलों की प्रमुख आय छात्राें की ट्यूशन फीस ही है। लॉकडाउन के चलते छात्राें के अभिभावक भी आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में वो फीस चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्र के कई निजी स्कूल आर्थिक संकट से बंद होने की स्थिति में हैं। इससे इनमें काम करने वाले हजारों कर्मचारियों के सामने भी रोजगार का संकट पैदा हो जाएगा। ऐसे में स्कूल और छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार को राहत पैकेज देने की जल्द से जल्द घोषणा करनी चाहिए। यह जानकारी संगठन के प्रदेश प्रवक्ता लाल सिंह झाला ने दी।
कोरोना महामारी से बचाव के लिए जहां देशभर में लॉकडाउन लागू हैं। वहीं पंचायतेें भी अपने स्तर पर कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने लिए प्रयास कर रही है। इसी के तहत कस्बे में पंचायत की ओर जाने वाले रास्ते एवं यादव मोहल्ले में जाने वाले रास्ते को सील कर दिया है। सरपंच ललित श्रीमाली ने बताया कि बाहर से कोई युवक या राहगीर इन मोहल्लों से नहीं गुजरे, कोरोना से मोहल्ला सुरक्षित रहे, इसे लेकर पंचायत प्रशासन की ओर से फिलहाल लॉकडाउन के तहत दो मोहल्लों के रास्तों को बांस की बल्ली और बबूल की कांटेदार झाड़ियां लगाकर मोहल्ले को सील कर दिया है। धीरे-धीरे सभी रास्तों पर बांस की बल्लियां लगाकर सील किया जाएगा। इसकी निगरानी आस-पड़ोस के लोगों को सौंपी गई है। इस दौरान सरपंच ललित श्रीमाली, ग्राम विकास अधिकारी महावीर सिंह, वार्डपंच गोवर्धनदास वैष्णव, बद्रीलाल सालवी, शेषमल प्रजापत, मांगीलाल सेन, बद्रीलाल कीर, गिरीश झा माैजूद थे।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने एवं इस जानलेवा महामारी से आमजन के बचाव के लिए सेवाभावी कार्यकर्ता अपने-अपने ढंग से राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। राजनगर क्षेत्र में ऐसे ही कुछ सेवाभावी कार्यकर्ता गली-मोहल्लों में जाकर लोगों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कराकर उन्हें इसकी उपयोगिता समझा रहे हैं ताकि इनके इर्द-गिर्द कोरोना संक्रमण के सम्भावित खतरे को इस तकनीक से जानकर समय रहते टाला जा सके।
कार्यकर्ता दीपक सोनी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत दिनों उक्त बेहद उपयोगी एप लांच करते हुए कोरोना संक्रमण के प्रति जनजागृति के लिए हरेक देशवासी के मोबाइल में यह एप इंस्टॉल करने का आह्वान किया था। इसके बावजूद जागरूकता की कमी के चलते समाज का बड़ा वर्ग इससे अब भी अनभिज्ञ है। यह देख उन्होंने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर लोगों को इस एप से जोड़ने का निश्चय किया। इसके तहत दीपक सोनी, भावेश बाबेल, दीपेश नंदवाना, कविता यादव, दुर्गेश यादव, शिवम, नितेश आदि कार्यकर्ता अब तक 457 लोगों के मोबाइल में एप इंस्टॉल करा चुके हैं। अभियान में जुटे कार्यकर्ता मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रख रहे हैं।
विधायक सुरेंद्रसिंह राठौड़ ने रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए लगाए लॉकडाउन के तहत रविवार काे आराध्य भगवान श्री जयसिंह श्याम मंदिर जाकर दर्शन किए। इसके बाद नगर का दौरा कर पार्टी पदाधिकारियों, वरिष्ठजनों, नागरिकों से मुलाकात कर राहत कार्यों के साथ ही आ रही समस्याओं की जानकारी ली और अधिकारियों से फोन पर बात कर समाधान के निर्देश दिए।
प्रवक्ता माधवसिंह पंवार ने बताया कि विधायक राठौड़ ने रविवार को लॉकडाउन के तहत नगर के वरिष्ठजनों, पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के घर जाकर मुलाकात की एवं नगर में पार्टी की तरफ से किए राहत कार्यों की जानकारी ली।
साथ ही भविष्य में भी इसी तरह से नगर के असहाय, दिहाड़ी मजदूरों के लिए में पार्टी कार्यकर्ता, भामाशाह और दानदाताओं द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों को लागू रखने के लिए सभी से आग्रह किया। विधायक राठौड़ वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता बाबूलाल गांधी, प्रतापसिंह मेहता, नारायणलाल कंसारा, राजेंद्र लाेहार, शंकरलाल डांगी, पार्षद दिनेश सारनोत के घर पहुंचे। साथ ही नगर के विभिन्न वार्डों में नागरिकों से सोशल डिस्टेसिंग रखते हुए मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और नगर की समस्याओं के बारे में जानकारी लेकर उच्चाधिकारियों से फोन पर वार्ता कर समाधान के निर्देश दिए। भाजपा महामंत्री सुनील गांधी, नगर युवा मोर्चा के अध्यक्ष रमन कंसारा दौरे में साथ थे।
क्षेत्र की ग्राम पंचायत शिशवी में रविवार शाम को राशन डीलर के कम राशन देने का मामला सामने आया है। उपभोक्ताओं का आरोप है कि राशन डीलर प्रताप सिंह ने करीब 40 परिवारों को राशन वितरित किया। इसमें राशन डीलर ने इलेक्ट्रिक कांटे में गड़बड़ी कर कम गेहूं और दाल दी। उपभोक्ताओं का कहना है कि घर जाकर तराजू पर राशन तोला गया तो हर उपभोक्ता के करीब 8 से 10 किलो गेहूं और करीब 300 ग्राम दाल कम निकली। इधर राशन डीलर का कहना है कि इलेक्ट्रिक कांटे की पिन खराब हो गई थी। मैं कम दिया गया गेहूं और दाल वापस देने को तैयार हूं।
उपभोक्ताओं ने बताया कि राशन देते वक्त राशन डीलर ने मनमर्जी से राशन तोल कर दिया। जब उपभोक्ताओं को पता चला कि राशन डीलर ने सभी परिवारों को गेहूं और दाल कम दी है तो उपभोक्ता राशन डीलर की दुकान पर पहुंचे, तब तक राशन डीलर दुकान बंद कर घर चला गया था। उपभोक्ताओं ने सरपंच वरजु बाई को सूचना दी। सरपंच, उनके पति पप्पू लाल डांगी मौके पर पहुंचे और उच्चाधिकारियों को राशन डीलर की गड़बड़ी के बारे में जानकारी दी।
12 किलो गेहूं और 300 ग्राम दाल कम मिली : उपभोक्ता मांगी बाई का कहना है कि मेरे बीपीएल का राशन कार्ड है। परिवार में 7 सदस्य हैं। मुझे 70 किलो गेहूं और 1 किलो दाल मिलनी चाहिए थी। राशन डीलर ने राशन और दाल काटे पर वजन करके दी, लेकिन घर जाकर वजन किया तो 12 किलो गेहूं और 300 ग्राम दाल कम मिली।
पीपलखूंट क्षेत्र के पावटी पाड़ा गांव निवासी 35 वर्षीय काेराेना पाॅजिटिव युवक की शनिवार दाेपहर काे माैत हाे गई। उसे टीबी की शिकायत हाेने पर शुक्रवार काे प्रतापगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती किया था। माैत के बाद काेराेना संक्रमण से मिलते-जुलते लक्षण देख कर अस्पताल प्रशासन ने सैंपल जांच के लिए उदयपुर भेजा ताे रविवार सुबह रिपाेर्ट में वह पाॅजिटिव निकला। प्रतापगढ़ जिले में काेराेना पाॅजिटिव की माैत का यह पहला मामला है। परिवार वाले उसके अंतिम दर्शन तक नहीं कर पाए। दाेपहर बाद अंतिम संस्कार किया गया, लेकिन इस दाैरान परिवार का कोई भी सदस्य माैजूद नहीं था। नगर परिषद दाे कर्मचारियाें और माेक्षधाम के एक व्यक्ति ने अंतिम संस्कार की क्रियाएं निभाई। इस संबंध में जिला अस्पताल के पीएमओ का कहना है कि उन्हाेंने परिवार वालाें काे माैत की सूचना भेज दी थी, लेकिन उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। 40 दिन से एक भी नया राेगी नहीं मिलने पर केंद्र सरकार ने एक दिन पहले ही प्रतापगढ़ काे ऑरेंज से ग्रीन जाेन में शामिल किया था। रविवार सुबह ही जिले में छाेटीसादड़ी क्षेत्र के बंबाेरी निवासी एक युवक काेराेना पाॅजिटिव आया है।
पावटी पाड़ा गांव निवासी 35 वर्षीय युवक के पिता ने भास्कर काे बताया कि उनका बेटा करीब डेढ़ साल से टीबी से पीड़ित था। उसका घाटाेल के किसी प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। लाॅकडाउन हाेने के कारण वह डेढ़ महीने से दवाइयां लेने घाटाेल नहीं जा पा रहा था। पिता ने बताया कि वे एक बार दवाइयां लेने के लिए गए भी थे, लेकिन पीपलखूंट से आगे बांसवाड़ा जिले में खमेरा की चेक पाेस्ट से उन्हें पुलिस ने वापस घर भेज दिया। लंबे समय से दवाइयां नहीं लेने से उसकी हालत ज्यादा खराब हाेने पर 1 मई काे 108 एंबुलेंस से उसे पीपलखूंट अस्पताल ले गए, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया था। यहां शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे उसकी मौत हो गई।
मृतक का परिवार सब्जी की खेती और ईंट-भट्टे का काम करता है
मृतक देवचंद परिवार में सबसे बड़ा था। पत्नी, एक बेटी, 2 बेटे, चार भाई हैं। दूसरे नंबर के भाई मणिलाल की भी 2 बेटियां, तीसरे नंबर के भाई ईश्वर के एक बेटी और एक बेटा है। दो भाई गटू और प्रकाश अविवाहित हैं। मृतक के परिजनों का कहना है कि देवचंद को कोरोना जैसी कोई बीमारी नहीं है। देवचंद टीबी का मरीज था। वह घर से बाहर नहीं निकला और न ही कोई परिवार के लोग किसी बाहरी लोगों के संपर्क में आए। चिकित्सा विभाग देवचंद के संपर्क में आने वाले लोगों की पुष्टि कर स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। मृतक का परिवार सब्जी की खेती, ईंट भट्टा का कार्य करता है। लाॅकडाउन में भी रिश्तेदारों के यहां आवाजाही जारी रही। बांसवाड़ा सीएमएचओ डॉ. एच एल ताबियार ने बताया कि मृतक देवचंद की दो बहनें हैं। एक बहन तोली पत्नी विक्रम राठौड़ निवासी खमेरा जो उसके संपर्क में थे। जो वर्तमान में पावटी गांव में हैं। जिनकी प्रतापगढ़ में सैंपलिंग होगी। दूसरी बहन इंद्रा पत्नी लक्ष्मण निवासी वाड़गुन जो बच्चों के साथ पावटी में थे। लक्ष्मण पत्नी को पीहर में रखकर अपने दो बच्चों को वाड़गुन छोड़कर पुनः पावटी चला गया। लक्ष्मण के दोनों बच्चों सहित माता-पिता व उसकी बहन की सैंपलिंग घाटोल सीएचसी में की गई। लक्ष्मण व पत्नी इंद्रा की सैंपलिंग प्रतापगढ़ में होगी।
घाटोल से सटी सीमा होने के कारण बढ़ाई सतर्कता
पीपलखूंट के पावटी गांव की सीमा बांसवाड़ा और घाटोल से सटी होने के कारण घाटोल में डीएसपी कमल कुमार एवं खमेरा थानाधिकारी ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है। वहीं दुकानदारों ने बाजार बंद कर दिया गया। बांसवाड़ा से सटी सीमा होने से मुख्य चिकित्सा अधिकारी एचएल ताबीयार, डाॅ. प्रवीण वर्मा, बीसीएमओ भीमसिंह बांगड़ी के नेतृत्व में चिकित्सा विभाग की टीम ने घाटोल में सर्वे प्रारंभ कर दिया है।
बिना हाथ लगाए सीधे स्ट्रेचर से चिता पर पलटा शव
अस्पताल प्रशासन ने परिवार वालाें काे युवक की माैत की सूचना दे दी थी, लेकिन रविवार तक परिवार का काई भी व्यक्ति नहीं पहुंचा। इस कारण माेक्षधाम में पीपीई किट पहने तीन लोगों ने ही अंतिम क्रियाएं की। शव को प्लास्टिक में अच्छे से पैक किया हुआ था। माेक्षधाम में शव काे बिना छुए सीधे स्ट्रेचर से ही एंबुलेंस से उतारा गया। चिता पर शव रखने की बजाय स्ट्रेचर को ही पलट दिया। इसके बाद कपूर और लकड़ियों से शव का अंतिम संस्कार किया। माेक्षधाम में अंतिम संस्कार करने के लिए शव काे एंबुलेंस में ले जाने वाले चिकित्सा कर्मचारियाें, नगर परिषद के कर्मचारियाें काे अधिकारियाें ने पहले पूरी प्रक्रिया समझाई। जलाने के दौरान भी दूरी बनाए रखने काे कहा गया। मृतक जिला अस्पताल के जनरल वार्ड में भर्ती था, ऐसे में स्टाफ व अन्य मरीजों में भी संक्रमण की आशंका है।
(गिरीश शर्मा). यहांएमबी अस्पताल के कोरोना वार्ड में ममता ने मानो कोरोना को मात देने की ठानी है। कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) की दो मांएं इस मोर्चे पर हैं और इनकी ढाल है पीपीई किट। एक की छह महीने की दूधमुंही बच्ची संक्रमण के कारण भर्ती है।हालांकि मां स्वस्थ है। दूसरी मां संक्रमित हैं, लेकिन 9 महीने की बेटी कोरोना निगेटिव। दोनों ही हालात में संक्रमण का जोखिम है।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि यह बच्ची असिमटोमेटिक है। यानी उसे बुखार-खांसी-जुकाम जैसी कोई परेशानी नहीं है। वह मां के बिना वार्ड में नहीं रहती। उसके साथ मां को रखने के लिए स्पेशल वार्ड की सुविधा विकसित की है। कोरोना निगेटिव मां पीपीई किट, मास्क और दस्ताने पहनकर बेटी का ध्यान रख रही हैं। इस बच्ची के पिता में 24 दिन पहले संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
इधर, मां संक्रमित...
इसी वार्ड में कुशलगढ़ की ही संक्रमित महिला भी भर्ती है। उसकी 9 माह की बेटी कोरोना निगेटिव है। यह बिटिया भी किसी अनजान के पास नहीं रहती। मां अमूमन दूर से प्यार जताती है, लेकिन जब बच्ची मचलने लगती है, तब पीपीई किट पहनकर उसे दुलारती और फीड कराती है।
विशेषज्ञ भी यह दावा कर चुके हैं कि मां के दूध से कोरोना ट्रांसमिशन का अंदेशा नहीं है। इधर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. लाखन पोसवाल ने बताया कि कॉलेज और अस्पताल प्रशासन की अलग-अलग टीमें दोनों बच्चियों और उनकी मांओं की मॉनिटरिंग कर रही हैं।
भीलवाड़ा रेड स्थित राजसमंद कृषि उपज मंडी में काेराेना संक्रमित हाई रिस्क जाने गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश के अलावा पड़ाेसी जिले भीलवाड़ा से फल, सब्जियां खूब आ रही है। बाहरी राज्यों से ट्रकों में यह माल लाया जा रहा है। चालक लॉकडाउन के नियमों की पालना नहीं कर रहे है। ये न ताे मास्क लगा रहे है और न साेशल डिस्टेंसिंग की पालना। ऐसे में अगर एक भी बाहर के राज्य का चालक या खलासी काेराेना संक्रमित हाेने पर कृषि मंडी के व्यापारी और खरीदार के संपर्क में आ जाए ताे जिले के लिए खतरा हाे सकता है।
गौरतलब है कि कृषि उपज मंडी के मुख्य गेट पर ताे पुलिसकर्मी तैनात रहते है लेकिन अंदर हालात व्यवस्थित करने के लिए समुचित प्रबंध नहीं किए जा रहे है। होलसेल सब्जी विक्रेताओं से रिटेल खरीदारों की भीड़ आ जाती है। जैसे सुबह-सुबह कृषि मंडी में भीड़ का आलम लगा रहता है। शनिवार काे भी गुजरात, भीलवाड़ा से आए खरबूजों से भरे ट्रक आए थे। इनके चालक और खलासी लॉकडाउन के नियमों की अनदेखी करते हुए मास्क लगाए बिना घूम रहे थे। ये साेशल डिस्टेंसिंग के नियमों की अनदेखा कर रहे थे।
आरके अस्पताल काे काेराेना आइसाेलेशन वार्ड बनाने के बाद यहां पर जिलेभर से आने वाली गर्भवतियाें की सिजेरियन डिलेवरी नहीं हाे पा रही है। इस कारण लाेागें काे निजी अस्पतालाें में मुंह मांगे दामाें पर सिजेरियन करवाना पड़ रहा है। 20 मार्च से आरके अस्पताल काे काेराेना अस्पताल घाेषित करने के बाद ऑपरेशन थियेटर काे बंद करने से 43 गर्भवतियाें के सिजेरियन नहीं हाे पाए हैं। राेज छाेटे-माेटे 8 से 10 ऑपरेशन हाेने पर अभी तक 240 ऑपरेशन नहीं हाे पाए।
साेनाेग्राफी नहीं हाेने से करीब 1200 लाेग निजी क्लीनिकाें पर जांच कराने काे मजबूर है। आरके अस्पताल में ओटी और साेनाेग्राफी बंद हाेने से निजी क्लीनिक महंगे दामाें में साेनाेग्राफी कर रहे हैं और गर्भवती महिलाओके परिजनाें से मुंह मांगे पैसे ले रहे हैं। आरके अस्पताल में प्रतिदिन 40 से 50 साेनाेग्राफी हाेती है। जाे 40 दिन से बंद पड़ी है। अप्रैल में आरके अस्पताल में 325 गर्भवतियां डिलेवरी के लिए आई । इसमें से 296 महिलाओंकी नाॅर्मल डिलेवरी हुई है जबकि 29 महिलाअाें काे ऑपरेशन थियेटर नहीं चलने के कारण सिजेरियन के लिए रेफर किया गया। इन महिलाओंने निजी अस्पतालाें में सिजेरियन डिलेवरी करवाई।
निर्धन तबके के लाेगाें काे हाे रही परेशानी : गाैरतलब है कि सरकारी अस्पताल में सिजेरियन नहीं हाेने से निर्धन तबके के लाेगाें काे परेशानी हाे रही है। जिलेभर के विभिन्न अस्पतालाें से 30 गर्भवतियाें काे आरके अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन यहां पर सर्जरी नहीं हाेने पर वापस अागे रेफर कर दिया गया। बाद में लाेगाें काे निजी अस्पतालाें में जाना पड़ रहा है।
दिवेर थाना क्षेत्र चांदेला की गुंआर छापली में शुक्रवार रात पति और सास की दिन-रात किच-किच से मानसिक तथा शारीरिक परेशान महिला ने दाे बच्चाें सहित कुएं में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह ग्रामीणों और पुलिस के सहयोग से तीनों मां बेटे का शव बाहर निकाला और पोस्टमार्टम कर परिजनों काे साैंपा।
थानाधिकारी लक्ष्मणसिंह चूंडावत ने बताया कि तारा 30 साल पत्नी रतन सिंह रावत, पुत्र अजयपाल सिंह 7 साल और पुत्री मनीषा 4 के साथ छापली नयाघर के बीड़े के कुएं में कूद जाने से माैत हाे गई। महिला का शव पीहर पक्ष के परिजनों काे साैंप दिया तथा दाेनाें बच्चाें का शव बड़े पिता डाऊसिंह काे साैंप दिया। महिला के भाई काेट किराणा पीथा का खेड़ा सेदड़ा पाली निवासी धर्मेंद्र सिंह की रिपोर्ट पर सास पन्नू पत्नी नारायण सिंह और पति रतन सिंह के खिलाफ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। पीथा का खेड़ा निवासी मृतका का भाई धर्मेद्र सिंह ने रिपोर्ट देकर बताया कि शुक्रवार सुबह 11 बजे बहन तारा का फाेन आया कि पति रतन सिंह शराब के नशे में झगड़ा कर रहा है और घर से निकलने काे कहता है। इस पर भाई ने ढांढस बंधाया और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। लेकिन झगड़ा बढ़ने पर तारा बच्चाें काे लेकर घर से निकल गई।
देर शाम तारा वापस नहीं आने पर परिजनों सहित ग्रामीणों ने तलाश की। इस पर घर से करीब ढ़ाई किलोमीटर दूर छापली नयाघर के बीहड़ में बने हुए कुएं में देखा तो एक बच्ची का शव कुएं में तैर रहा था। इस पर पुलिस काे सूचना दी ताे रात 11 बजे पुलिस माैके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से बच्ची का शव रात 12 बजे बाहर निकाला। शेष दाेनाें शवाें के लिए प्रयास के लिए लेकिन शनिवार सुबह करीब सवा 8 बजे शव का कुएं से बाहर निकाला जा सका। शव निकाल कर देवगढ़ अस्पताल ले गए जहां मॉर्चरी में रखवाए और पीहर पक्ष काे सूचना दी। शनिवार काे मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया। पोस्टमार्टम करवाने के बाद मृतका के पीहर पक्ष व ससुराल पक्ष वाले तीनों के शव ले जाने के लिए आपस में उलझ गए। इस पर थानाधिकारी लक्ष्मण सिंह ने दोनों पक्षों में समझाईश कर कानून की जानकारी देकर महिला का शव पीहर पक्ष और बच्चाें का शव बड़े पिता डाऊ सिंह को साैंपे।
कपड़े नहीं धाेने काे लेकर झगड़े थे पति-पत्नी और सास : पीहर पक्ष और आस पास ग्रामीणों ने बताया कि रतनसिंह बाहर रहता है जब भी घर आता है ताे महिला से साथ झगड़ा करता रहता हैं। दाेनाें पति पत्नी आपस में झगड़े रहते और तारा काे मानसिक व शारीरिक प्रताडि़त करता हैं। लॉकडाउन के चलते रतन सिंह 15-20 दिनाें से घर पर रहता हैं। शुक्रवार काे कपड़े धाेने काे लेकर दाेनाें के बीच कहा सुनी हाे गई। जिस पर झगड़ा इतना बढ़ गया कि तारा के पीहर पक्ष काे फाेन कर झगड़ा करने की जानकारी दी। फाेन पर सास और पति से झगड़ा हाेने की जानकारी दी।
शनिवार को पहले दिन जिले में 1 हजार 3 लोग आए। अनंता अस्पताल के आगे प्रशासन ने चेक पोस्ट बनाया है। शुक्रवार रात 8 से शनिवार दोपहर 2 बजे तक निजी वाहनों, सहित बस, ट्रक में यह बार्डर पर पहुंचे। यहां चिकित्सा कर्मियों ने उनकी स्क्रीनिंग की। पुलिस कर्मियों के साथ मिल कर सभी के नाम, पते, मोबाइल नंबर लिखे। आमेट के 239, कुंभलगढ़ के 51, चारभुजा के 34, देलवाड़ा के 14, खमनोर के 16,नाथद्वारा के 51, देवगढ़ के 308, भीम के 90, राजसमंद के 150, कुंवारिया के 19, रेलमगरा के 31 लोग जिले की सीमा पर पहुंचे। सभी को अपने गांव शहर में बनाए गए क्वारेंटीन सेंटर में आगामी 14 दिनों के लिए रहना होगा।
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस को ले कर गत 40 दिनों से लाॅकडाउन चल रहा है। लाॅकडाउन में कई प्रवासी मजदूर अन्य राज्यों में फंस गए है। शुक्रवार को दोपहर को रतनपुर बार्डर से लोगों को भेजा गया, रात करीब 8 बजे से लोगो का जिले की बाॅर्डर पर पहुंचा शुरू हुआ जो रात भर जारी रहा। रात को पुलिस और चिकित्सा विभाग की टीम ने लोगो की जांच और रिकार्ड संधारण कर उन्हें जिले में जाने दिया गया। अन्य जिले में जाने वाले वाहनों को बार्डर से सीधे जाने दिया गया। करीब 25 हजार से अधिक प्रवासियों के जिले में आने की संभावना जताई जा रही है।
यहां सीएचसी पर 2 दिन से प्रवासियों के आने का क्रम बना हुआ है। शुक्रवार को यहां सूरत, गुजरात से परिवार सहित 127 लोग आए, जिन्हें अपने-अपने पंचायतों के क्वारेन्टाइन सेंटरों पर भेज दिया। शनिवार दोपहर 3 बजे तक प्रवासियों के परिवारों के साथ कुल 200 लोग सीएचसी पहुंचे और जांच व स्क्रीनिंग की गई। ज्यादातर लोग कड़िया,संदूको का गुड़ा, ओडा, कांकरवा क्षेत्र से हैं। कड़िया राउमावि के क्वारेन्टाइन सेंटर पर अव्यवस्थाओं का आलम है।
यहां पर फर्श पर गद्दे बिखरे पड़े हैं। बेड़ नहीं हैं। यहां आए सूरत के करीब 70 लोगों का कहना है कि हम अब तक तो सही सलामत हैं पर यहां 14 दिन रहे तो जरूर बीमार पड़ जाएंगे। खाने को सूखी रोटी, बेकार सब्जी मिली है। लोगों के बीच मात्र एक शौचालय है जो गंदा है, एक भी व्यवस्था ठीक नहीं हैं। हम इसी गांव के रहने वाले हैं हमारे घर में बंद करके सरकार चाबी ले लेवे। हम बाहर नहीं निकलेंगे। हमने सब जगह पर जांच करवाई हैं। दाहोद गुजरात से आए परिवार का कहना है कि हमें 28 दिन दाहोद में क्वारेन्टाइन किया हमारे पास सर्टिफिकेट है वहां के कलेक्टर का। हमें व्यवस्था नहीं दे सकते तो घर में होम आइसोलेट करवा दो। केलवाड़ा के अंबेडकर छात्रावास में 6 पुलिस के जवान सहित केलवाड़ा तहसील का कर्मचारी क्वारेन्टाइन किया हैं।
नेगड़िया स्कूल में बने क्वारैंटाइन सेंटर में रह रहे युवक के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद शनिवार को स्कूल के हर कमरे और परिसर को सेनेटाइज किया गया, वहीं स्वास्थ्य विभाग की 29 टीम के 58 सदस्यों ने नेगड़िया सहित आसपास के गांवों के घर घर में सर्वे किया। टीम ने करीब 600 परिवारों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उल्लेखनीय है कि देलवाड़ा तहसील की नेगड़िया पंचायत के रठूंजना निवासी मुंबई से आए युवक की रिपोर्ट शुक्रवार सुबह पॉजिटिव आई थी।
रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने नेगड़िया पंचायत मुख्यालय जहां की स्कूल के क्वारेंटीन सेंटर पर युवक को रखा गया था वहां कफ्र्यू लगा दिया। इधर पूर्व में करोली में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज के बाद से इलाके में लगातार सर्वे जारी है, एक बार सर्वे का काम पूरा हो गया है, वहीं कुछ गांवों में दूसरी बार सर्वे शुरू किया जा रहा है। करोली के 7 किमी के दायरे में नेगड़िया भी आ रहा है, वहां भी कुल 3 बार सर्वे किया जाएगा। सचिव वीरेंद्र छाजेड़ ने बताया कि मरीज के साथ सेंटर में रुके 7 अन्य लोगों, मरीज के भाई सहित सेंटर में कार्यरत अध्यापकों, पंचायत कर्मियों को भी नाथद्वारा ला कर जांच की गई। सभी को क्वारेंटीन किया है।
जिले के पहले कोरोना पॉजिटिव युवक की रिपोर्ट शनिवार को निगेटिव आई है। यह युवक मुम्बई से आकर खमनोर ब्लॉक के करोली गांव के उच्च माध्यमिक स्कूल में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहा था। 25 अप्रेल को इस युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। युवक आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती था। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया है। इधर, आरके अस्पताल में शनिवार को
23 नए संदिग्ध मरीज भर्ती किए गए : सीएमएचओ डॉ जेपी बुनकर ने बताया कि आरएनटी मेडिकल कॉलेज में युवक को कोरोना आइसोलेशन वार्ड से दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। युवक को अभी कुछ दिन और निगरानी में रखा जाएगा। जिले में अब तक 935 सैंपल लिए गए हैं, जिसमें से 2 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तथा 831 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं 102 सैम्पल की रिपोर्ट आनी शेष है। जिले में शनिवार को 61 सैम्पल लिए गए, जिसमें से 35 आरके अस्पताल के और 26 नाथद्वारा सामान्य अस्पताल से लिए गए। आरके में 63 तथा नाथद्वारा अस्पताल में 44 मरीज भर्ती हैं। जिले में होम क्वारेंटाइन में अभी 237 व्यक्ति हैं।
गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश सहित बाहरी राज्याें में फंसे 1000 से ज्यादा प्रवासी शुक्रवार रात से शनिवार दाेपहर तक जिले में पहुंचे। बॉर्डर पर फंसे इन प्रवासियाें काे बसाें से राजसमंद लाया गया। जिले के नेगड़िया बॉर्डर पर बसाें से उतारकर एक-एक प्रवासी की स्वास्थ्य जांच कर सभी काे आरके अस्पताल, नाथद्वारा राजकीय अस्पताल में भेजा जाता रहा। यहां दाेबारा इनकी स्वास्थ्य जांच कर सभी प्रवासियाें काे अपने-अपने क्षेत्र में क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती किया जा रहा है। यह क्रम दिनभर चला। इसमें चिकित्सा विभाग, प्रशासन सहित पुलिस का भी सहयाेग रहा। प्राथमिक जांच में अब तक इन प्रवासियाें में काेइर् भी काेराेना संक्रमित नहीं पाया है।
नेगड़िया टाेल नाके सहित आरके अस्पताल, नाथद्वारा अस्पताल में इनकी स्वास्थ्य जांच के लिए कतार रही। इनमें राजसमंद पंचायत समिति और शहरी क्षेत्र में 300 प्रवासी गुजरात, महाराष्ट्र और एमपी से आए हैं। आमेट क्षेत्र में 310 प्रवासियाें काे क्वारेंटाइन सेंटर पर लाया गया।शहर और राजसमंद पंचायत समिति की 33 पंचायताें में 300 से ज्यादा प्रवासी आचुके हैं। इनमें शहरी क्षेत्र के जवाहर नवाेदय केंद्र और पंचायत स्तर के क्वारेंटाइन सेंटर पर भर्ती कराया गया है।
उपली ओड़न के राशन डीलर ने ही गरीब के गेहूं लेकर अपने घर पहुंचा दिए थे। शनिवार को रसद विभाग के प्रवर्तक निरीक्षक लोकश जोशी जांच के लिए उपली ओड़ण पहुंचे। उन्होंने राशन डीलर ललित खराड़ी और प्रार्थी जगदीश मेघवाल से जानकारी ली। प्रार्थी ने गेहूं नहीं मिलने की बात कहीं। इस पर निरीक्षक जोशी ने राशन डीलर का स्टाॅक चेक करने को कहा। तब राशन डीलर ललित ने उपभोक्ता का गेहूं स्वयं के पास होने की बात रसद विभाग के अधिकारी के सामने कबूल कर ली। निरीक्षक ने डीलर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार 1 मई के अंक में भास्कर ने लॉकडाउन में बंद हुआ काम, घर में दो बच्चे और विकलांग पत्नी, खत्म हुआ राशन, परिवार एपीएल श्रेणी में, शीर्षक के साथ प्रमुखता के साथ खबर प्रकाशित की थी। रसद विभाग के प्रर्वतक निरीक्षक लोकेश जोशी शनिवार को उपली ओड़न पहुंचे और जांच शुरू की।
जोशी ने मौके पर प्रार्थी जगदीश मेघवाल के बयान दर्ज किए। मेघवाल ने बताया कि उसे अपने राशन कार्ड पर एक भी बार गेहूं नहीं दिया। जोशी ने दुकान के सहायक संचालक ललित से भी बयान लिए। ललित ने 3 अप्रैल को मेघवाल के राशन कार्ड से गेहूं उठाने और मेघवाल को नहीं देने की बात कबूल की। प्रर्वतक निदेशक ने स्टाॅक की जांच कर राशन डीलर के खिलाफ मामला दर्ज किया।
विधानसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक डॉ. सीपी जोशी ने शनिवार को नाथद्वारा नगर पालिका उपाध्यक्ष श्यामलाल गुर्जर से दूरभाष पर क्षेत्र की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कोरोना को लेकर लगाए गए लॉक डाउन में शहरी क्षेत्र की स्थिति के बारे में पूछा। इस पर पालिका उपाध्यक्ष ने जरूरतमंद लोगों को वितरित की जा रही राशन सामग्री, भोजन के पैकेट सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में अवगत करवाया। विधानसभा अध्यक्ष ने नगरपालिका उपाध्यक्ष को जन्मदिन की बधाई भी दी।
उल्लेखनीय है कि नगरपालिका उपाध्यक्ष गुर्जर अपनी तरफ से भी कई जरूरतमंदों तक राशन सामग्री, श्रीजी मंदिर का महाप्रसाद बांट चुके हैं। जिले में सबसे पहले सफाई कर्मचारियों का सम्मान करने की शुरुआत पालिका उपाध्यक्ष ने ही नाथद्वारा से की थी। उन्होंने सफाई कर्मचारियों काे काेराेना वॉरियर्स बताते हुए सम्मान किया था। इसके बाद राज्य सरकार के निर्देश पर जिलेभर में चिकित्साकर्मियाें, पुलिसकर्मियाें, सफाइर्कर्मियाें का सम्मान करना शुरू किया था।
लॉकडाउन के चलते मंदिरों में दर्शन बंद कर रखे हैं। हालांकि निज मंदिर के अन्दर रहने वाले पुजारी अपने नित्य के समय पर अकेले ही समय पर पूजा-अर्चना कर रहे हैं। सैवंत्री पंचायत के गांव कसार में खेड़ा देवी मंदिर में कई बडे़ नेता भी आकर मन्नत मांगते हैं। पूर्व में दो बार प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मन्नत पूरी होेने पर धाेक देने पहुंची थी। लॉकडाउन के चलते मंदिर पर सनातन वैदिक संस्थान के पंडित और मंदिर के पुजारी हार्दिक दवे नित्य दोनों समय मां खेड़ा देवी की पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
राजस्थान असंगठित मजदूर संघ इंटक के जिलाध्यक्ष कैलाश चन्द्र शर्मा ने क्षेत्र मे चल रहे नरेगा कार्यों का निरीक्षण किया।शर्मा ने बताया की निरीक्षण के दौरान राज्य सरकार भवन एवं अन्य संनिर्माण श्रमिक कल्याण मण्डल मे पंजीकृत श्रमिकों को 2500 रुपयों की राशि कुछ सहायता कोविड-19 मे मिल गई है। जबकि अधिकांश श्रमिकों को यह सहायता राशि नहीं मिली है। खाद्य सुरक्षा से वंचित श्रमिकों को खाद्य सुरक्षा का लाभ भी दिलाने एवं नरेगा श्रमिकों की संख्या बढ़ाने की मांग रखी गई । इस अवसर पर मंत्री लक्ष्मण लाल रेगर, मेट सोहनसिंह, नाथूसिंह, पुष्पाबाई, कमली बाई,भंवरीबाई, सोहनीदेवी आदि मौजूद थे।
बन्ना ब्रदर्स प्रोडक्शन, स्मार्ट राजसमंद एवं साउंड एंड वेव्स के साझे में राज्य स्तरीय ऑनलाइन गायन प्रतियोगिता लॉकडाउन के सूरमा के ऑडिशन शुरू हो गए हैं। हर्षवर्धन सिंह कछवाहा एवं डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रतियोगी अपना 1.30 मिनट का वीडियो बन्ना ब्रदर्स के ऑफिसल फेसबुक पेज पर दिए गए नंबरों या मेल कर सकते हैं एवं गूगल फॉर्म भरकर अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। प्रतियोगिता में 11 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रतियोगी भाग ले पाएंगे। साउंड एंड वेव्स के मनोज पोरवाड़ ने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए कोई शुल्क नहीं है। प्रतियोगिता तीन चरणों में हाेगी। प्रथम चरण में ऑडिशन होंगे। उसमें चुने गए प्रतिभागी अगले चरण में अपने वीडियो भेज कर भाग ले सकेंगे। विजेता प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार एवं स्वयं की आवाज में गाना रिकॉर्ड करने का मौका दिया जाएगा। प्रतियोगिता में ऑडिशन के लिए वीडियो भेजने की अंतिम तारीख 5 मई है।
राज्य कर्मचारियों के अप्रैल 2020 के वेतन से कोविड-19 के तहत कोई कटौती नहीं करने पर राजस्थान शिक्षक संघ युवा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का आभार जताया है। इस संबंध में संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र जाखड़ ने कहा कि पिछले कई दिनों से यह खबर आ रही थी कि राज्य के शिक्षकों के अप्रैल 2020 के वेतन से भी कोविड-19 के दृष्टिगत वेतन कटौती की जाएगी। इससे शिक्षकों में काफी निराशा थी ।
संघ ने शिक्षकों की इस भावना से मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेज अवगत कराया था। प्रदेश उपाध्यक्ष योगेंद्र बिलोनिया ने राज्य सरकार का आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया। एक अन्य बयान में प्रदेशाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री से मांग की है कि मार्च 2020 के वेतन स्थगन की राशि को भी शिक्षकों के खातों में शीघ्र जमा कराया जाए। साथ ही समर्पित अवकाश पर लगी अघोषित रोक को भी बहाल किया जाए। जुलाई से देय डीए एरियर भी शीघ्र दिया जाए।
राज्य सरकार की ओर से खाद्य सुरक्षा योजना गरीबों के लिए चलाई गई है ताकि वे अपना गुजारा कर सकें, लेकिन इसके विपरीत इस योजना का फायदा सरकारी कर्मचारी और अधिकारी, पेंशनर उठा रहे हैं, जिनके किसी बात की कमी नहीं है। ऐसा ही मामला कुंभलगढ़ उपखंड क्षेत्र में प्रशासनिक सर्वे में सामने आया है। यहां आयुर्वेद विभाग उदयपुर के उपनिदेशक से लेकर 115 सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों के नाम इस योजना में शामिल हैं।
सरकार ने गरीबाें काे राहत देने के लिए खाद्य सुरक्षा याेजना चलाई, जिसमें उन्हें 2 रुपए किलाे गेहूं दिया जाता है। खाद्य सुरक्षा के तहत गरीबों का गेहूं पात्र लोगों को देने के लिए पंचायतवार उचित मूल्य की दुकान पर वितरण किया जाता है, लेकिन इस योजना में पंचायत के कई गरीब परिवार आज भी नाम नहीं होने से वंचित हैं और उन्हें अपने घर गुजारे के लिए बाजार से ऊंचे दामों में गेहूं खरीदना पड़ रहा है। वहीं सरकारी कर्मचारियों के साथ उच्च अधिकारी भी इस योजना का फायदा उठा रहे हैं। हाल ही में प्रशासन ने पंचायत वार कराए सर्वे में अपात्र लोगों की सूची बनाई, जिसमें सरकारी कर्मचारी भी इस योजना में पात्र बन कर गेहूं उठाते पाए हैं। इनमें से कई केवल पात्रता सूची में अपना नाम अंकित कराने के बाद शर्म के मारे गेहूं नहीं उठा रहे हैं।
प्रशासन के सर्वे में सामने आया कि 52 विभिन्न पद पर सरकारी कर्मचारी, 32 पेंशनर और 31 ऐसे परिवार जिनके सदस्य सरकारी नौकरी में हैं उनके नाम भी इस योजना में शामिल हैं। आश्चर्य की बात है कि समीचा पंचायत की खाद्य सुरक्षा सूची में राजसमंद आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक हीरालाल पानेरी का नाम भी आया है। सर्वे की सूची में शिक्षा विभाग के सबसे ज्यादा 34 नाम आए हैं, जिसमें कहीं सैकंड ग्रेड अध्यापक भी शामिल हैं। वहीं पंचायतीराज के 4 कार्मिक, डाक विभाग के 3, चिकित्सा विभाग के 3, बैंक के 2, पीडब्ल्यूडी, पीएचडी, आबकारी, पशुपालन, जीवन बीमा विभाग के एक-एक कार्मिक भी गेहूं उठा रहे हैं। वहीं 32 पेंशनर के साथ 31 ऐसे परिवार के मुखिया भी खाद्य सुरक्षा के गेहूं उठा रहे हैं, जिनके राशन कार्ड में परिवार के सदस्य सरकारी नौकरी में तैनात हैं।
एसडीएम परसाराम टांक ने बताया की ऐसे सरकारी कर्मचारियों की सूची बनाकर जिला प्रशासन को सौंप दी है, जो लंबे समय से सरकारी नौकरी में होते हुए भी खाद्य सुरक्षा के गेहूं उठा रहे हैं। उन्होंने बताया की इन सभी कर्मचारियों से उठाए गेहूं के 27 रुपए किलो के हिसाब से रिकवरी की जाएगी।
कुंवारिया सर्कल के बिनोल और वनाई गांव के उमावि में क्वारेंटाइन सेंटर का शनिवार को राजसमंद एसडीएम सुशील कुमार और बीडीओभुवनेश्वर सिंह चौहान ने जायजा लिया। इस दाैरान निगरानी दल के कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।पटवारी हरलाल पूर्बिया ने बताया कि एसडीएम ने बिनोल में उज्जैन से आए लोगों से बात की एवं व्यवस्था के बारे में पूछा। इस दौरान प्रभारी संस्था प्रधान चतुर्भुज गुर्जर, ग्राम विकास अधिकारी उदयलाल गुर्जर सहित निगरानी दल के सदस्य मौजूद थे। इसके बाद एसडीएम और बीडीओ वनाई स्कूल में पहुंचे जहां पर क्वारेंटाइन में एक युवक था। उससे बात की। मौके पर क्वारेंटाइन प्रभारी बृजेंद्र सिंह, अध्यापिका चित्रा बड़गुर्जर, ग्राम विकास अधिकारी निधि आचार्य आदि से व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। एसडीए ने बीडीअाे को स्कूल में शौचालय का निर्माण करवाने के निर्देश दिए। ग्रामीणों को कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंस रखने काे कहा। इस दौरान भूअभिलेख निरीक्षक हस्तीमल महात्मा, कल्पना देवी, उषा राजेश खंडेलवाल आदि मौजूद थे।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, मेरीलैंड विश्व का सबसे बड़ा बायोमेडिकल, पब्लिक हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट है। इसमें खमनोर के डॉ. प्रियांश जैन का चयन हुआ है। ट्रेनिंग के लिए 50 हज़ार से भी ज्यादा आवेदन जाते हैं। इनमें से पूरे विश्व के केवल 30 छात्रों का चयन होता है। भारत से केवल एक छात्र को ही इस ट्रेनिंग में जाने का मौका मिलता है। विश्व के सबसे बड़े रिसर्च इंस्टीट्यूट की यह ट्रेनिंग यूएसए सरकार द्वारा स्पोंसर रहती है। प्रियांश का दूसरा प्रयास सफल रहा। जुलाई 2021 में जाना संभावित है। इसकी प्रक्रिया फरवरी 2021 से शुरू होगी। जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय, अजमेर में जनरल मेडिसिन सीनियर रेजिडेंट डॉ. प्रियांश जैन मूलतः खमनोर, राजसमंद के है। कोरोना के चलते अभी अजमेर चिकित्सालय में ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोरोना बढ़ने की आशंका के चलते साथ रह रहे अपनी पत्नी अाैर 1 साल के बच्चे को बहुत पहले ही घर भेज चुके थे, और इसलिए कोरोना से लड़ने के लिए मानसिक रूप से पूरी तरह पहले ही तैयार थे। डॉ. जैन ने बताया कि घर गए हुए लगभग 4 महीने हो चुके हैं।
कोविड-19 महामारी में प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, शिक्षा विभाग के शिक्षक, सफाईकर्मी, समाज सेवी संगठन समाज सेवा और इस बीमारी से लड़ने के लिए 24 घंटे सेवा के लिए तत्पर हैं। इन कोविड-19 योद्धाओं का भाजपा आमेट नगर मंडल की ओर से सम्मान किया गया। उपखंड कार्यालय में एसडीएम संजय कुमार गोरा का उपरणा ओढ़ाकर सम्मान किया। तहसीलदार भागीरथ सिंह, थाना अधिकारी मुकेश खटीक, बीडीओराकेश पुरोहित, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी, सफाई कर्मियों, डॉ. सिप्पी सूर्या, चिकित्सा विभाग के कर्मचारियों का उपरणा ओढ़ाकर सम्मान किया। इस अवसर पर युवा मोर्चा अध्यक्ष रमण कंसारा, संयोजक सुनील गांधी, महामंत्री राधेश्याम खटीक, पार्षद दिनेश लक्षकार, मांगीलाल रेबारी, भाजपा कार्यकर्ता प्रकाश लाेहार, लक्ष्मीनारायण पालीवाल आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
गजपुर चौकी पुलिस ने शनिवार को कोयल तिराहा पर भारी मात्रा में अवैध देशी महुआ की हथकढ़ शराब बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर एक मोटरसाइकिल जब्त की।केलवाड़ा थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान अवैध शराब परिवहन की सूचना पर गजपुर चौकी से प्रभारी हैडकांस्टेबल इंद्रसिंह डोडिया मय जाप्ता कांस्टेबल रोहिताश्व, विक्रमसिंह की टीम ने कोयल तिराहा पर नाकाबंदी की।
इस बीच सायों का खेड़ा की तरफ से एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए, जो नाकाबंदी देखकर भागने लगे। संदिग्ध होने से पुलिस पे दोनों व्यक्तियों को घेरा डालकर पकड़ा। पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम दयालसिंह उर्फ भैरूसिंह पुत्र भंवरसिंह राजपूत, सुरेन्द्र सिंह पुत्र जसवंत सिंह राजपूत निवासी वाड़िया की भागल परावल थाना खमनोर जिला राजसमंद बताया। उनके पास दो प्लास्टिक के कट्टों में पाउच बना कर अवैध हथकढ़ शराब भरी पाई गई। मौके पर नाप किया गया तो उक्त अवैध हथकढ़ शराब 40 लीटर पाई गई। अवैध शराब और मोटरसाइकिल को जब्त किया गया। इस संबंध में दोनों अभियुक्तों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया, जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया। दोनों अभियुक्तों को जेसी के आदेश पर जिला कारागृह राजसमंद में भेजा गया।
अवैध शराब की तस्करी करते दो आराेपी गिरफ्तार
पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के मामले में दाे आरेापियों काे गिरफ्तार किया है। भीम थानाधिकारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि राजसमंद एसपी भुवन भूषण यादव के आदेशानुसार जिले में अवैध शराब की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत भीम पुलिस डीएसपी समंदर सिंह के दिशा-निर्देश पर शुक्रवार को अवैध शराब के अलग- अलग मामलों में देर रात नाकाबंदी की गई। चूना का भट्टा के पास नाकाबंदी के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार प्रकाश सिंह पुत्र पूरण सिंह रावत निवासी समेलिया थाना भीम से 10 लीटर देशी हथकढ़ शराब व घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को जब्त किया। दूसरी ओर गांगाजी का खेड़ा से कुंडाल की गुआर जाने वाले रास्ते पर नाकाबंदी के दौरान एक बिना नम्बर के स्कूटी पर सवार प्रवीण सिंह पुत्र वीरम सिंह रावत निवासी कुंडाल की गुआर को संदिग्ध होने पर चैक किया तो उसके कब्जे से 5 लीटर हथकढ़ देशी शराब मिली। पुलिस ने अवैध शराब और दुपहिया वाहन को जब्त कर आरोपी को गिरफ्ततार किया।
(विपिन सोलंकी)।उदयपुर की सुखड़िया नगर कच्ची बस्ती के पास मोक्षधाम में शनिवार को एक युवक का अधजला शव मिला है। युवक को मारने के बाद वहां जल रही एक चिता पर डाल कर जलाने की कोशिश की गई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हिरणमगरी थानाधिकारी हनुमान सिंह ने बताया कि श्मशान में किसी युवक का अर्द्धनग्न शव पड़ा होने की सूचना पर पुलिस वहां पहुंची। मृतक की उम्र करीब 30 सालहै। उसके सिर पर वार कर हत्या की गई है। घटनास्थल पर शराब की बोतल भी पड़ी हुई थी। इससे संभावना जताई जा रही है की पार्टी के दौरान विवाद होने पर युवक की हत्या की गई है। हालांकि युवक कौन है इसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। मृतक के चेहरे पर चोट के निशान हैं।
ऐसा लगता है कि शराब पीने के दौरान युवक का आरोपी या आरोपियों से झगड़ा हुआ होगा। इस पर उन्होंने उसकी हत्या कर दी। उसकी पहचान छिपाने के लिए शव को श्मशान में ले जाकर वहां कुछ घंटों पहलेजली एक चिता पर डाल दिया। अंगारे गर्म होने सेउसे मरा हुआ समझ कर आरोपी वहां से चले गए। वह मरा नहीं था और कुछ देर बाद चिता से उठ कर शराब पार्टी वाले स्थान पर आ गया। वहीं उसकी मौत हो गई। पुलिस मृतक की शिनाख्त के प्रयास कर रही है।
हत्यारों से बुरी तरह झगड़ा हुआ
पुलिस का मानना है कि मृतक के शरीर पर चोट के निशान हैं। उसका जूता भीफटा हुआ है। इससे लगता है कि उसे बुरी तरह मारा गया है। संघर्ष से एसा भी लगता है कि हत्यारा एक या दो से ज्यादा नहीं रहे होंगे। मौके पर चार-पाचं जगह खून के निशान भी मिले हैं।
कुंभलगढ़ पंचायत समिति की ग्राम पंचायत समीचा में विगत दस दिनाें से तेंदुए का आतंक है, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है। विगत दस दिनाें में तेंदुआ आबादी इलाके में घुसकर मवेशियाें काे मार रहा है। गुरुवार रात 2 बजे तेंदुआ आबादी क्षेत्र में समीचा के कालकी माेवड़ी में केसर सिंह पुत्र पृथ्वी सिंह के बाडे़ में घुसा और एक बछड़ी काे मार डाला। जिस बाड़े में तेंदुआ आया उससे सटी आबादी बस्ती है। ग्रामीणाें ने वन विभाग से पिंजरा लगाने की मांग की है। गौरतलब है कि गत सप्ताह ही तेंदुआ उपला भीलवाड़ा में ही तेजाराम भील के बाड़े से एक बकरी, किशन सिंह के बाड़े से एक बकरी का शिकार कर चुका है। इसके साथ ही कन्नाराम के बाडे़ में जब तेंदुआ घुसा ताे जाग हाेने पर तेंदुआ भाग गया था।
लॉकडाउन और कोरोना महामारी में भी उपली ओडण पंचायत प्रशासन और राशन डीलर की मनमानी की शिकायतें सामने आ रही हैं। उपली ओडण बस स्टैण्ड निवासी जगदीश मेघवाल का परिवार एपीएल श्रेणी में अता है। कार्यालय रिकार्ड के अनुसार उसके नाम का गेहूं गत 3 अप्रेल को ही उठ चुका था, लेकिन उस तक नहीं पहुंचा। जगदीश मूल रूप से मध्यप्रदेश के उज्जैन का निवासी है, गत करीब 15 से अधिक सालों से वह उपली ओडण में किराए पर रह रहा है। उसके 2 छोटे-छोेटे बच्चे हैं और पत्नी विकलांग है।
लाॅकडाउन में जगदीश काे बुधवार को सूचना मिली कि उज्जैन में उसकी मां का निधन हो गया है। उज्जैन जाने के लिए वह अनुमति लेने नाथद्वारा एसडीएम कार्यालय आया था, वहां से उसे ऑनलाइन आवेदन करने को कहा गया। ऑनलाइन आवेदन नहीं कर पाने से वह निराश हो गया और तहसीलदार कार्यालय परिसर में रोने लगा। लॉकडाउन शुरू हुआ तो पंचायत सरपंच सुरेश जलानिया ने भामाशाह की तरफ से आए राशन का पैकेट दिया था, उससे गुजारा चलाया। वह सामान 7 दिन में समाप्त हो गया तो मकान मालिक ने राशन दिया, 15 दिन बाद जब सरपंच जलानिया के पास पंचायत कार्यालय में राशन लेने गया तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बसें चलाई हुई हैं, तुम उज्जैन क्यों नहीं गए। यह धर्मशाला नहीं है और वहां रखी लकड़ी उठा कर उसे पंचायत से भगा दिया।
परिवार एपीएल श्रेणी में, 3 अप्रैल को उठा गेहूं
भास्कर पड़ताल में ज्ञात हुआ कि जगदीश का परिवार एपीएल श्रेणी में खाद्य सुरक्षा में है। सरकार ने कोरोना महामारी में जरूरतमंद एपीएल परिवार जो खाद्य सुरक्षा में है उनको भी राशन देने के निर्देश दिए थे। कार्यालय से कम्प्यूटर पर जांच करने से पता चला कि जगदीश के राशन कार्ड पर गत 3 अप्रेल को शाम 5 बज कर 40 मिनट पर 20 किलो गेहूं दिया जाना अंकित है, जबकि जगदीश का कहना था कि उसे गेहूं नहीं मिला है।
क्षेत्र में अवैध हथकढ़ शराब बनाने के उपकरण के साथ एक अाराेपी काे गिरफ्तार किया, जबकि एक फरार हाे गया। पुलिस ने इस दाैरान 1500 लीटर देसी महुए की वाश को नष्ट किया। थानाधिकारी मुकेश खटीक ने बताया कि अवैध कच्ची शराब की धरपकड़ का अभियान के तहत डीएसपी कुंभलगढ़ नरपत सिंह के दिशा-निर्देशन में उनके नेतृत्व में लगातार दूसरे दिन एक टीम बनाई। आमेट के समीप आइडाणा ग्राम पंचायत के बांडा गांव में प्रेम सिंह पुत्र जय सिंह सोलंकी निवासी बांडा अपने खेत पर सत्तू पुत्र गणेश भील निवासी काबरा मंगरा के साथ भट्टी लगाकर गुड़, महुए की शराब बना रहे थे।
टीम के पहुंचने पर मौके से दोनों ने भागने का प्रयास किया, जिसमें पुलिस टीम ने सत्तू भील को पकड़ लिया, जबकि प्रेम सिंह भाग गया। पुलिस ने मौके से 5 लीटर शराब जब्त की अाैर 1500 लीटर वाश, 25 मटके, दो प्लास्टिक के केन में भरी महुए की वाश नष्ट कर आरोपी सत्तू को आमेट थाने लेकर आए। टीम में एसआई निसार खान, हेड कांस्टेबल अशोक कुमार अंबालाल, कांस्टेबल कुलदीप, गोविंद, संजय, जयनारायण शामिल थे।
पारड़ी ग्राम पंचायत के कोटड़ा के पंछोर का कुंआ में पुराने जमीनी विवाद को लेकर बुधवार दोपहर को खेत की मेड़ पर पाइपलाइन डालते वक्त धारदार हथियार के वार से युवक की हत्या के मामले में चार महिलाओं सहित पांच आरोपियों काे पुलिस ने गिरफ्तार किया। थानाप्रभारी नानालाल सालवी ने बताया कि कोटड़ा पारड़ी निवासी सायरनाथ 26 पुत्र भैरू नाथ की कुल्हाड़ी और हथियार से गला काटकर हत्या कर दी।
हमले में सायरनाथ का भाई दिनेशनाथ, मोहनी देवी पत्नी सायरनाथ, चंदादेवी पत्नी दिनेश नाथ के भी चोटें आई। इस मामले में देवगढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देवा नाथ 24 पुत्र भीमनाथ, सन्तोष 29 पत्नी महेशनाथ, सुखी 25 पत्नी शांति नाथ, विमला 27 पत्नी वन्नानाथ, संगीता 27 पत्नी भैरू नाथ निवासी अलकावास पुलिस थाना करेड़ा जिला भीलवाड़ा को गिरफ्तार किया। देवा नाथ को पुलिस रिमांड पर भेजा और अन्य 4 को जेल भेजा। एक नाबालिग को राजसमंद प्रिंसिपल कोर्ट में पेश किया। गौरतलब है कि हमलावर पक्ष सायरनाथ के रिश्ते में चाचा भीमनाथ और उसका परिवार है। पुलिस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।