जिले में काेराेना का एक पाॅजिटिव केस मिलने के बावजूद लाेग लाॅक डाउन की पालना काे लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। लाॅक डाउन के उल्लंघन पर अब तक पुलिस 3 हजार 311 वाहन चालकाें के चालान बनाकर 5 लाख 79 हजार रुपए वसूल चुकी है। 20 लाेगाें काे गिरफ्तार कर 7 के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मामला भी दर्ज किया है। 5 लाेग बिना मास्क घूमते मिलने, लाॅक डाउन उल्लंघन कर शराब परिवहन करते भी 9 लाेगाें काे गिरफ्तार किया है।
402 बाइक, चारपहिया वाहनाें काे जब्त किया जा चुका है, जाे लाॅक डाउन के बाद छाेड़े जाएंगे। 60 युवा पुलिस मित्र और 122 समाजसेवी पुलिस का कंधे से कंधा मिलाकर लाॅकडाउन काे सफल बनाने के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस की सख्ती के बावजूद लाेग समझ नहीं रहे हैं। एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि लाॅक डाउन की अवहेलना पर जिलेभर में कार्रवाई की जा रही है।
364 निजी वाहनाें की दी स्वीकृति: परिवहन विभाग से लाॅक डाउन में अब तक 1573 आवेदन वाहनाें से यात्रा करने की मंजूरी देने के लिए आचुके हैं। इस पर ज्यादा जरूरी हाेने पर 364 निजी वाहनाें काे यात्रा करने की अनुमति दी गई। डीटीओ अनिल पांड्या ने बताया कि ज्यादा जरूरी हाेने पर ही यात्रा की अनुमति दी जा रही है।
60 पुलिस मित्र सहित 182 लाेग कर रहे पुलिस की सहायता: एसपी यादव ने बताया कि लाॅकडाउन में 60 पुलिस मित्र और 122 समाजसेवी धूप में भी पुलिसकर्मियाें की सहायता कर रहे हैं। वे जवानाें काे जरूरत वाली वस्तुएं भी दे रहे हैं।
क्षेत्र की बड़ा भाणुजा ग्राम पंचायत में गुरुवार सुबह करीब 8 बजे एक मादा तेंदुआ दो शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में आ गई। इससे ग्रामीणों में हलचल मच गई। मादा तेंदुआ और शावकों को देख कर लोग उनको भगाने के लिए लकड़ियां लेकर पीछे भागने लगे, जिससे एक शावक खेतों से होकर पहाड़ी की तरफ भाग गया और दूसरा शावक भागता हुआ झाड़ियों में फंस गया। वहीं मादा तेंदुआ एक मकान के कमरे में जाकर दुबक गई। उदयपुर से आई रेस्क्यू टीम ने मादा तेंदुआ और एक शावक को ट्रेंक्युलाइज किया और दोनों को पिंजरे में बंद कर राजसमंद ले गए, जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया। ट्रेंक्युलाइज किए मादा तेंदुआ की उम्र 4 वर्ष और मादा शावक की उम्र करीब एक वर्ष बताई जा रही है।
बड़ा भाणुजा में अस्पताल के पीछे की पहाड़ियों से सुबह करीब 8 बजे एक मादा तेंदुआ दो शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में आ गई। सुबह बाड़े में काम कर रही महिलाएं मादा तेंदुए को देख कर हल्ला मचाने लगी। तेंदुए के आबादी क्षेत्र में आने की खबर पूरे गांव में फैल गई। ग्रामीण मादा तेंदुआ और दो शावकों के पीछे लकड़ियां लेकर दौड़ने लगे, जिससे एक शावक जंगल की तरफ भाग गया और मादा तेंदुआ आबादी क्षेत्र से होकर एक बाड़े में घुसी। वहां से छलांग लगाकर भेरूलाल पुत्र धनरूप पुरोहित के मकान की छत से पर पहुंच गई। वहां से नीचे बने एक कमरे की खिड़की में घुस गई। मकान मालिक ने मादा तेंदुआ को खिड़की से अंदर घुसते देखकर कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। एक शावक के पीछे दौड़ते हुए ग्रामीण उसे जंगल की तरफ ले गए, जहां कुछ दूरी पर शावक झाड़ियों के बीच फंस कर घायल हो गया।
मशहूर बाॅलीवुड अभिनेता ऋषि कपूर और उनके परिवार की श्रीनाथजी में अगाध आस्था रही है। अंतिम बार पूरे परिवार सहित 20 फरवरी 2013 को रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, नीतूसिंह कपूर, राजीव कपूर तथा बबीता कपूर सहित रिश्तेदारों ने श्रीजी प्रभु की उत्थापन झांकी के दर्शन किए थे। इसके बाद भी ऋषि कपूर यहां आते रहे हैं। गुरुवार को मुंबई में उनके निधन पर नाथद्वारा में उनसे जुड़ी यादें ताजा हो गईं। कई लोगों ने घरों में ही रह कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
फाग में उन्हाेंने गुनगुनाया था हाथी घाेड़ा पालकी जै कन्हैयालाल की...: मंदिर के प्रवक्ता गिरीश सांचीहर बताते हैं कि 20 फरवरी 2013 काे श्रीजी की हवेली में फाग में शामिल हुए थे। उन्होंने हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की धुन गुनगुनाना शुरू की। फाग में जन्माष्टमी-सा आनंद छा गया। 2017 में उदयपुर में शादी में शरीक होने आए ऋषि कपूर नाथद्वारा भी आए थे। तब उन्होंने खुद की आत्मकथा ऋषि कपूर खुल्लम खुल्ला श्रीजी को भेंट की थी।
शहर के बाजार गुरुवार काे सुबह छह बजे से 11 बजे तक खुले रहे। छूट मिलने पर कइर् लाेग बिना काम शहर में निकल गए। ज्यादा जरूरी नहीं हाेने पर भी लाेग समूह में खरीदारी करने के लिए अाए। नया बाजार, चाैपाटी, पुरानी सब्जी मंडी, छीपा माेहल्ला, मुख्य बाजार सहित शहर के अंदरुनी इलाकाें में 11 बजे तक काफी भीड़ रही। किराणा स्टाेर, डेयरी, इलेक्ट्रिक सहित जरूरी सामान की दुकानाें पर लाेगाें की भीड़ दिखी। अधिकांश जगहाें पर लाेग साेशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करते हुए दिखे। कई लाेगाें ने मास्क तक नहीं पहने और दुकानाें पर एक-दूजे से सट कर खड़े रहे। साेशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना करते लाेगाें काे समझाने के लिए पुलिस, प्रशासन भी सतर्क नहीं दिखा।
आरके अस्पताल में गुरुवार को छह नए संदिग्ध मरीज भर्ती हुए। इसमें गुरुवार को दंपती और इनका बेटा अहमदाबाद से आए थे। वहीं जोधपुर से आए मां और बेटा एवं जोधपुर से ही आए एक वृद्ध को आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। गुरुवार को आरके से 13 और नाथद्वारा अस्पताल से 20 सैम्पल भेजे गए। रेपिड रेस्पोंस टीम ने 81 कोरोना सैम्पल लेकर उदयपुर मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजे हैं।
सीएमएचओ डाॅ. जेपी बुनकर ने बताया कि जिले में अब तक कुल 838 सैम्पल लिए गए, जिसमें से एक पॉजिटिव और 590 सैम्पल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं आरके अस्पताल, नाथद्वारा अस्पताल और रेपिड रेस्पोंस टीम की तरफ से भेजे गए 133 सैम्पल की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। आरके अस्पताल के पीएमओ डाॅ. ललित पुरोहित ने बताया कि गुरुवार को गोवलिया निवासी युवक (33) अपनी पत्नी (32) व तीन साल के बेटे के साथ गुरुवार को अहमदाबाद से आया था। इनको आइसोलेशन वार्ड में भर्ती िकया। वहीं भाटोली के मां (65) और बेटा (27) जोधपुर से गुरुवार को आए। वहीं एक वृद्ध भी गुरुवार को जोधपुर से आया। इन सभी को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है।
केलवाड़ा थाना पुलिस ने गुरुवार को वारिण्ड गांव में दबिश देकर नदी पेटे में अवैध रूप से लगाई गई 6-7 शराब की भट्टियां नष्ट की। साथ ही करीब 2 हजार लीटर के महुआ वॉश नष्ट किया।
थानाधिकारी शैतानसिंह नाथावत ने बताया कि वारिण्ड गांव में नदी पेटे में अवैध रूप से हथकढ़ शराब बनाने की शिकायत आ रही थी, जिस पर थानाधिकारी मय जाब्ता हैड कांस्टेबल नाहर सिंह, लक्ष्मणसिंह , इन्द्रसिंह, कांस्टेबल नरेन्द्र कुमार,चन्द्रशेखर, बनवारीलाल, रामचन्द्र, रोहिताश्व, विक्रमसिंह की टीम ने सुबह 5 बजे जगह-जगह हथकढ़ शराब की अवैध रूप से लगी भट्टियां लगा कर शराब बनाई जा रही थी। पुलिस ने ड्रमों में करीब 2 हजार लीटर महुआ वॉश रखी थी। मुख्य तस्कर महेन्द्र सिंह पुत्र नाहरसिंह सोलंकी निवासी वारिण्ड मौके से फरार हो गया। वॉश और उपकरण नष्ट कर दिए। मौके पर भारी मात्रा में देशी हथकढ़ शराब भी मिली। इस संबंध में के खिलाफ आबकारी अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज किया है।
लॉकडाउन और धारा 144 के तहत दिवेर पुलिस ने नाकाबंदी के दाैरान एक लाख की अवैध मिराज तंबाकू ले जाते और 20 लीटर अवैध देशी हथकड़ शराब पकड़ी। थानाधिकारी लक्ष्मणसिंह चुंडावत ने बताया कि एएसआई नारायण सिंह की टीम ने बुधवार रात थाने के सामने नाकाबंदी कर रखी थी। इस दाैरान गौमती की तरफ से आ रही एक कार को रुकवा चैक किया तो कार में 5 कार्टन
में भरे 4200 मिराज तम्बाकू की पुड़िया भरी पाई गई, जिसकी लॉकडाउन के दौराने बाजार कीमत एक लाख रुपए बताया गया है। अवैध मिराज तम्बाकू व कार को जब्त किया। कार में सवार देवगढ़ निवासी रईस मोहम्मद पुत्र शफी मोहम्मद और अमीर साेहेल पुत्र साेहेल मोहम्मद काे गिरफ्तार किया।
इसी प्रकार गुरुवार काे हैड कांस्टेबल रामेश्वरलाल की टीम ने टोकरा रोड बांसाबारी जाने वाले रास्ते पर एक मोटर साइकिल पर बैठे मुकेश सिंह पुत्र नारायणसिंह रावत निवासी देवपुरिया थाना दिवेर अाैर राजपाल सिंह पुत्र किशन सिंह रावत निवासी देवपुरिया थाना दिवेर एक जरीकेन में 10 लीटर अवैध देशी हथकढ़ शराब ले जाते पकड़ा। शराब जब्त कर हर दोनों को गिरफ्तार किया अाैर न्यायालय में पेश किया, जहां से दाेनाें काे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। हेड कांस्टेबल बलूराम की टीम ने कमेरी के पास धर्मनाथ पुत्र हमीरनाथ निवासी कमेरी थाना दिवेर को अवैध रूप से 10 लीटर देशी हथकढ़ शराब ले जाते पकड़ा। शराब जब्त कर अाराेपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जिसे न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनांतर्गत अप्रेल महीने के लिए आवंटित दाल और खाद्य सुरक्षा योजनांतर्गत एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनांतर्गत मई महीने के लिए आवंटित गेहूं का वितरण शुक्रवार से शुरू किया जाएगा। जिला रसद अधिकारी संदीप माथुर ने बताया कि मई माह के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना में चयनित प्रत्येक लाभार्थी परिवार को 5 किलो प्रति यूनिट, खाद्य सुरक्षा योजनांतर्गत अंत्योदय कार्ड पर 35 किलोग्राम एवं अन्य चयनित परिवारों को 5 किलो प्रति यूनिट गेहूं निशुल्क वितरण किया जाएगा। इसी के साथ खाद्य सुरक्षा योजनांतर्गत चयनित परिवार को 1 किलो दाल प्रति राशनकार्ड से वितरण करवाई जाएगी।
कैसे मिलेगा राशन : उन्होंने बताया कि भारत सरकार की योजनाओं एनएफएसए और पीएमजीकेएवाए के तहत दिए जाने वाले राशन सामग्री का वितरण पॉश मशीन में आधार कार्ड नंबर दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से ही गेहूं वितरण किया जाएगा। लाभार्थी को राशन सामग्री प्राप्त करने के लिये राशनकार्ड में पंजीकृत आधार कार्ड ही साथ में लाना अनिवार्य होगा। उचित मूल्य दुकानदार द्वारा आधार कार्ड नंबर पूछकर पॉश मशीन में दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से लाभार्थी को खाद्यान्न वितरित किया जायेगा। यदि लाभार्थी पढ़ने और लिखने में असमर्थ हो तो आधार कार्ड से नंबर पॉश मशीन में दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से लाभार्थी को खाद्यान्न वितरण किया जा सकेगा।
दुकानदार को रखनी होगी यह सावधानियां : उचित मूल्य दुकानदार को खाद्यान्न वितरण के बाद आधार कार्ड लाभार्थी को लौटा दिया जाएगा। दुकानदार द्वारा लाभार्थी के आधार कार्ड का इन्द्राज या संधारण किसी भी प्रकार के रजिस्टर, डिजिटल फॉर्म एवं सॉफ्ट कॉपी में संधारित नहीं किया जायेगा एवं ना ही लाभार्थी से आधार कार्ड की फोटो कॉपी या छायाप्रति ली जाएगी।
कस्बे में गुरुवार को कोरोना महामारी से बचाव को लेकर पुलिस प्रशासन एवं ग्राम पंचायत के सहयोग से चिकित्सा विभाग की टीम ने डाेर टू डोर ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की गई। डिप्टी सीएमएचओ राजकुमार खोलिया और थानाधिकारी पेशावर खान के नेतृत्व में थाना परिसर से स्क्रीन का कार्य शुरु हुआ। उसके बाद टीम एसबीआई शाखा बैंक के पास पहुंची जहां पर आसपास की महिलाओं की स्क्रीनिंग की एवं सोशल डिस्टेंस की पालना करवाई।
थानाधिकारी ने बताया कि सुबह से दोपहर तक स्क्रीनिंग का कार्य किया। कल भी स्क्रीनिंग की जाएगी। पुलिस वार्ड 4 में डोर टू डोर ग्रामीणों के घर के बाहर पहुंचकर आवाज लगाई तो एक बार सहम गए थोड़ी देर तक लोग बाहर नहीं निकले। बाद में पुलिस ने स्क्रीनिंग करने की जानकारी दी तब जा लोगों ने बाहर निकल कर एक एक कर स्क्रीनिंग करवाई। सदर बाजार और बस स्टेंड माेहल्ले में लोगों की स्क्रीनिंग की गई। थानाधिकारी खान ने मास्क पहनने की हिदायत दी गई।
कांकराेली कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीद शुरू हुए दाे दिन हाे गए हैं, लेकिन दूसरे दिन गुरुवार काे भी किसानों के गेहूं मानदंड के अनुरूप नहीं बताकर नहीं खरीदे गए। इससे किसानों में खासा राेष व्याप्त हाे गया। इधर, कलेक्टर ने कहा कि गेहूं के दो बार सैंपल लिए गए, लेकिन दोनों पर फेल हो गए। अब केंद्र से मार्गदर्शन मांगा है।
गुरुवार काे भी माेही के किसान 200 क्विंटल से अधिक गेहूं ट्रैक्टर ट्रॉली में लेकर कांकराेली कृषि उपज मंडी पहुंचे थे, लेकिन एफसीआई के अधिकारियों ने गेहूं की चमक कम बताकर लेने से मना कर दिया। ऐसे में कुछ किसान अपने गेहूं वहीं पर खाली कर चले गए, जबकि कुछ अपने गेहूं लेकर लाैट गए। इससे किसानाें का एक बार फिर ट्रैक्टर किराया अाैर उसमें गेहूं डलवाने का किराया सहित पंद्रह साै रुपए बेकार हाे गए। किसानाें का कहना था कि अगर हमारे गेहूं तौलने के बजाय शुक्रवार काे दूसरों के गेहूं तौले गए ताे वे उग्र प्रदर्शन करेंगे। पहले हमारे गेहूं तौले जाएंगे, उसके बाद दूसरे किसानाें का गेहूं तौलने दिया जाएगा। गौरतलब है कि बुधवार काे भी किसानाें के गेहूं खराब बताकर खरीद नहीं की गई थी।
किसान सुबह 10 बजे पहुंच गए थे मंडी : सुबह 10 बजे ये किसान मंडी पहुंच गए थे, लेकिन 11 बजे एफसीआई के कर्मचारी किसानाें काे संतोषजनक जवाब दिए बिना ही चले गए। इस दाैरान जयपुर से भी एफसीआई के अधिकारियाें की टीम ने माैके पर अाकर जांच की। इस दाैरान तहसीलदार ज्ञानचंद भी माैके पर पहुंचे। दाेपहर दाे बजे तक किसान भूखे-प्यासे अधिकारियाें का इंतजार करते रहे। गेहूं खरीद नहीं करने पर किसान आक्रोशित हाे गए।
(मनीष पुरोहित)। बड़ा भाणुजा ग्राम पंचायत में गुरुवार को एक मादा पैंथर अपने दो शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में आ गई। पैंथर के आबादी क्षेत्र में आने से ग्रामीणों में हलचल मच गई। लोग लकड़ियां लेकर उनके पीछे भागने लगे।
इससे एक शावक खेतो में होकर पहाड़ी की तरफ भाग गया और एक शावक आबादी के पास खेतों में घायल होकर गिर गया। उदयपुर से पहुंची रेस्क्यू टीम मादा पैंथर व एक शावक को ट्रेंकुलाइज कर राजसमन्द लेकर गई जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर वन क्षेत्र में छोड़ दिया। ट्रेंकुलाइज किए मादा पैंथर की उम्र चार वर्ष व मादा शावक की उम्र करीब एक वर्ष बताई जा रही है।
बड़ा भाणुजा में अस्पताल के पीछे की पहाड़ियों से एक मादा पैंथर अपने दो शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में आ गई। सुबह बाड़े में काम कर रही महिलाओं ने पैंथर को देख हल्ला मचाना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए और तेंदुए और शावकों के पीछे लकड़िया लेकर दौड़ने लगे। इससे एक शावक जंगल की तरफ भाग गया और पैंथर आबादी क्षेत्र में होते हुए एक एक कमरे की खिड़की में घुस गई। मकान मालिक ने पैंथर को खिड़की में घुसते देख कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। वहीं एक शावक के पीछे ग्रामीण दौड़ते हुए उसे जंगल की तरफ ले गए। कुछ दूरी पर शावक झाड़ियों के बीच घायल होकर गिर गया।
ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचना दी जिस पर राजसमंद डीएफओ फतेह सिंह, सहायक वन संरक्षक विनोद कुमार राय, नाथद्वारा रेंजर मोहम्मद इस्माइल शेख, वनपाल राजेश कुमार मेहता, वनरक्षक रामचंद्र पालीवाल, वनपाल रतनलाल, सहायक वनपाल लोकेंद्र सिंह, वनरक्षक नंद लाल गमेती, शंभू नाथ वहां पहुंचे और कमरे में बंद पैंथर को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया।
पिंजरे में कुत्ते को बिठाकर पैंथर को पकड़ने की कोशिश की लेकिन वह बाहर नहीं आई। इसके बाद डीएफओ फतेह सिंह झाड़ियों में फंसे शावक के वहा पहुंचे। शावक झाड़ियों में फंसा हुआ था। शावक को पकड़ने जैसी स्थिति नहीं होने से डीएफओ ने उदयपुर के शूटर को सूचना दी। करीब डेढ़ घंटे बाद उदयपुर से शूटर डीपी शर्मा, वनरक्षक जितेंद्र सिंह, लाल सिंह, शैलेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे और शावक को ट्रेंकुलाइज किया। ट्रेंकुलाइज करने के करीब 30 मिनिट बाद भी शावक ने झाड़ियों में हलचल शुरू कर दी। उसे फिर ट्रेंकुलाइज किया गया। वन विभाग की टीम ने शावक को झाड़ियों से निकाल पिंजरे में डाल दिया।
फिर वन विभाग की टीम मकान के कमरे में फंसी पैंथर को पकड़ने के लिए गांव में गई। कमरे के गेट पर छेद कर कर पैंथर को देखा और उसे भी ट्रेंकुलाइज किया। शरीर में दवाई के जाने के करीब 30 मिनिट बाद वह खुद ही बाहर आकर पिंजरे में कैद हो गई। वन विभाग ने पिंजरे को बंद कर दिया। दोनों का पशु चिकित्सक डॉ कुल्दीप कौशिक ने स्वास्थ्य परीक्षण किया। वन विभाग की टीम दोनों को राजसमन्द ले गई जहां एक बार ओर स्वास्थ्य परीक्षण करवाकर शावक व उसकी मां को जंगल मे छोड़ दिया गया।
आरके अस्पताल के सफाई कर्मचारियाें ने बुधवार काे एक घंटे काम का बहिष्कार कर गर्भवती से इशारे करने के मामले में वास्तविक दाेषी काे पकड़ने तथा कार्रवाई करने की मांग की है। बताया गया कि आइसोलेशन वार्ड में गर्भवती के साथ अश्लील इशारे करने के मामले में महिला ने जिस सफाई कर्मचारी का नाम लिया, वह सफाई कर्मचारी उस रात को ड्यूटी पर नहीं था। इन्हाेंने वास्तविक दोषी को पकड़ने की मांग करते हुए पीएमओ डाॅ. ललित पुरोहित को ज्ञापन दिया। पीएमओ ने पांच सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश दे दिए। बताया गया कि कोरोना आइसोलेशन में लगे सीसीटीवी फुटेज में नर्सिंगकर्मी दिखाई दे रहा है।
बुधवार को भारतीय वाल्मिकी नवयुवक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भगवान प्रकाश वाल्मिकी के नेतृत्व में आरके अस्पताल में संविदा पर कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने पीएमओ डाॅ. पुरोहित को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि महिला ने जिस सफाई कर्मचारी लाखन का नाम लिया है, उस दिन उसकी ड्यूटी सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक ही थी। इसके बाद वह घर चला गया। जबकि आइसोलेशन वार्ड के सीसीटीवी फुटेज में नर्सिंगकर्मी दिखाई दे रहा है। बताया कि महिला से अश्लील इशारा करते हुए नर्सिंगकर्मी दिखाई दे रहा है। हालांकि अभी तक अस्पताल प्रशासन ने इसकी पुष्टि नहीं की है। सफाई कर्मचारियों के विरोध करने पर आरके प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज देखे। इसमें साफ तौर पर नर्सिंगकर्मी दिखाई देना बताया जा रहा है।
टीम में ये शामिल : डाॅ. एचसी सोनी, डाॅ. रमेश रजक, डिप्टी कंट्रोलर डाॅ. सुनीता महात्मा, नर्सिंग अधीक्षक रायसिंह को शामिल कर तीन दिन में रिपोर्ट साैंपने के आदेश दिए।
हमें महिला ने लिखित में सफाई कर्मचारी का नाम लिखकर दिया था। इसलिए हमने उस पर कार्रवाई की है। लेकिन अब जांच टीम बना दी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी के बारे में बताया जाएगा।
डाॅ. ललित पुरोहित, पीएमओ आरके अस्पताल
आरके अस्पताल में सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक होती है। रात काे सफाई कर्मचारी की ड्यूटी नहीं होती। इस प्रकार गलत आरोप लगाकर कर्मचारियों को बदनाम किया। हम कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए काम पर लौट आए हैं। जबकि सीसीटीवी में नर्सिंगकर्मी साफ दिखाई दे रहा है। वास्तविक दोषी पर कार्रवाई हो।
भगवान प्रकाश वाल्मिकी, प्रदेश महामंत्री, भारतीय वाल्मिकी नवयुवक कांग्रेस
देवगढ़ क्षेत्र की पारड़ी पंचायत के पछाैर का कुंआ में पुराने जमीन विवाद काे लेकर बुधवार दाेपहर काे खेत की मेड़ पर पाइप लाइन डालते वक्त उपजे विवाद में धारदार हथियार के वार से युवक की हत्या कर दी। मरने वाले युवक के छाेटे भाई अाैर पत्नी सहित अन्य भी हमले में गंभीर घायल हाे गए। घायलावस्था में देवर-भाभी काे देवगढ़ अस्पताल ले गए, जहां से प्राथमिक उपचार कर राजसमंद रेफर कर दिया। सूचना पर भीम डीएसपी समुंद्रसिंह सहित पुलिस जाब्ता माैके पर पहुंचा। शव काे अस्पताल की माेर्चरी में रखवाया। जहां पाेस्टमार्टम कर शव परिजनाें काे साैंप दिया।
थानाधिकारी नानालाल ने बताया कि काेटड़ा पारड़ी निवासी सायरनाथ 26 पुत्र भैरूनाथ की जमीन विवाद के चलते धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी। हमले में सायरनाथ का भाई दिनेशनाथ 25 पुत्र भैरूनाथ, माेहनीदेवी पत्नी सायरनाथ, चंदा पत्नी दिनेशनाथ काे भी चाेटें आईं। गंभीर घायल हाेने पर दिनेश अाैर माेहनी काे देवगढ़ अस्पताल से प्राथमिक उपचार कर आरके अस्पताल रेफर कर दिया। सायरनाथ ट्रैक्टर चलाता था। वह दाेपहर 2 बजे ट्रैक्टर, जेसीबी मशीन लेकर खेत पर पाइप लाइन डलवाने के लिए गया था। इस दाैरान सायरनाथ के चाचा भीमनाथ पुत्र रामनाथ, महेशनाथ, शांतिनाथ, राकेशनाथ, देवनाथ पुत्र भीमनाथ, सुखी पत्नी शांतिनाथ, विमला पत्नी वन्नानाथ, उर्मिला पत्नी रूपनाथ सहित अन्य लाेगाें ने लठ, कुल्हाड़ी सहित धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी अाैर तीन लाेगाें काे घायल कर दिया।
यह था मामला : पुलिस के अनुसार भैरूनाथ अाैर भीमनाथ दाेनाें भाइयाें के बीच लम्बे समय से जमीन विवाद काे लेकर झगड़ा चल रहा था। पहले भी कई बार दाेनाें पक्षाें के बीच झगड़ा हाे चुका है। दाेनाें की जमीनाें पर तारबंदी कर अलग-अलग हाे गए थे। बुधवार दाेपहर भैरूनाथ के दाेनाें बेटे सायरनाथ अाैर दिनेशनाथ अाैर पत्नी माेहनीदेवी सहित परिवार के सदस्याें के साथ खेत पर थे। खेत की मेड़ पर पिलाई करने पाइप लाइन डालने के लिए नाली खुदाई की मशीन बुलाई थी। जेसीबी मशीन से पाइप लाइन डालने के लिए नाली खाेदना शुरू करने ही वाला था कि भीमनाथ के परिजन अाए अाैर विवाद हाे गया। विवाद में सायरनाथ पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे दाेनाें भाई सहित मां घायल हाे गए अाैर सायरनाथ की माैत हाे गई।
सिर, गले सहित सीने पर आई धारदार हथियार की 6 चाेटें
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया जमीन विवाद के चलते हत्या हाेना पाया है। खेत पर पाइप लाइन दबाने का काम करते समय दाेनाें परिवाराें के बीच झगड़ा हाे गया। इससे युवक की हत्या हाे गई। भीमनाथ के परिवारजनाें ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। इससे सायरनाथ के सिर पर दाे, गले पर एक अाैर सीने पर तीन चाेटें धारदार हथियार से लगी हैं। गले पर वार से गले की हड्डी कटने से सायरनाथ की माैके पर ही माैत हाे गई।
लॉकडाउन में लोगों का दूर दराज से पैदल आने का क्रम जारी है। बुधवार सुबह 30 लोगों का जत्था पैदल जैसलमेर से नगर में पहुंचा। ये सभी उत्तर प्रदेश के बूंदीकला गांव के रहने वाले हैं। जो जैसलमेर में मजदूरी करते हैं। लॉकडाउन की वजह से पैदल ही घर के लिए निकल गए। करीब दस दिन से पैदल चलकर सुबह कामलीघाट पहुंचे। आगरा जिले के बूंदीकला निवासी महरबान पुत्र मांगीलाल ने बताया कि हम परिवार सहित जैसलमेर में जीरे की खेती में काम करते हैं। लेकिन इन दिनों लॉकडाउन होने से परिवार के लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में पैदल परिवार के साथ रवाना हो गए।
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिकित्सा विभाग मुस्तैद हो गया है। बाहर से आने वाले प्रवासियों के स्वास्थ्य जांच के साथ ही लगातार सैंपल लिए जा रहे हैं। आरके अस्पताल से बुधवार को 24 और नाथद्वारा अस्पताल से 28 संदिग्ध लोगों के सैंपल लेकर उदयपुर भेजे गए हैं। गौरतलब है कि नाथद्वारा के पास कराेली गांव के मुंबई से आए युवक में कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उसके संपर्क में आए परिजनों और साथ में ट्रक में सफर करने वाले सभी लोगों के सैंपल जांच किए जा चुके हैं। सभी के सैंपल निगेटिव अाए हैं। सीएमएचओ डॉ. जेपी बुनकर ने बताया कि जिले से अब तक 724 संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। इनमें से करौली गांव के एक युवक का पॉजिटिव आया था, जबकि 590 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 134 लोगों की रिपोर्ट आना अभी शेष है। रेपिड रिस्पांस टीम की तरफ से डिप्टी सीएमएचओ डॉ. राजकुमार खोलिया और एपिडिमोलॉजिस्ट डॉ. हरीश कुमार लगातार रेंडम सैंपल ले रहे हैं। फरारा में 40 और देवगढ़ के पास पार्टी डांगली में 41 रेंडम सैंपल लिए गए। आरके अस्पताल के पीएमओ डॉ. ललित पुरोहित ने बताया कि आरके अस्पताल से 24 नए संदिग्ध रोगियों के सैंपल लिए हैं जबकि चार पुराने रोगियों के रिपीट सैंपल लिए हैं। आरके अस्पताल में 30 मरीज जबकि नाथद्वारा अस्पताल में 60 संदिग्ध मरीज आइसोलेशन में भर्ती है। 252 रोगी होम आइसोलेशन में है।
सांचौर से 50 प्रवासियों को लाए, संबंधित पंचायताें के क्वारेंटाइन सेंटर भेजा : प्रवासियाें की घर वापसी के निर्देश के बाद जिला प्रशासन बाहर से आने वाले प्रवासियों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर में व्यवस्थाओं के लिए जुट गया है। मंगलवार देर रात जालौर जिले के सांचौर क्षेत्र से आए 50 प्रवासियों को राजसमंद लाया गया। जालौर जिला प्रशासन की तरफ से ही उनके लिए बसों का प्रबंध किया था। देर रात को प्रवासियों के राजसमंद आने के बाद उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसके बाद उन्हें अपनी-अपनी पंचायताें में क्वारेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया। जहां उन्हें 14 दिन के लिए रखा जाएगा।
एसडीएम सुशील कुमार ने बताया कि प्रवासियाें में रेलमगरा, भीम आदि क्षेत्र के लाेग हैं। गौरतलब है कि मंगलवार सुबह भी गुजरात बॉर्डर पर फंसे 79 प्रवासियों को राजसमंद लाया गया था।
सड़क से गुजर रहे एक व्यापारी पर बदमाश ने चाकू से वार कर उसे घायल कर दिया और मौके से फरार हो गया। बाद में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार मंगलवार रात करीब 8 बजे 55 वर्षीय व्यापारी दिनेश दोशी अपने घर से पैदल पेट्रोल पंप के पास से जा रहा था। इस दौरान मूंगाणा निवासी तिलक भोई धारदार चाकू से दिनेश के पेट और सीने पर हमला कर भाग छूटा। अचानक हुए हमले से दिनेश गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को मूंगाणा सीएचसी लाया गया जिसे प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रैफर किया। वहीं दिनेश की गंभीर हालत देखते हुए उसे अहमदाबाद ले जाया गया। दिनेश पर अचानक हुए हमले से कस्बे में अफरातफरी मच गई। जैसे ही लोगों को सूचना मिली तो उनमें दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। लोग घरों से बाहर आ गए। सूचना पर तथा अस्पताल और पुलिस चौकी पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस की समझाइश से लोग घरों को लौटे। प्राणघातक हमला होने और लोगों की भीड़ जमा होने की सूचना पर धरियावद पुलिस उपाधीक्षक अरविंद विश्नोई, पारसोला थानाधिकारी मोहन सिंह चंद्रावत सहित मूंगाणा चौकी स्टाफ भी मौके पर आया और मामले की जानकारी ली। पुलिस ने बताया कि घायल के परिजन मयंक दोशी की रिपोर्ट पर आरोपित तिलक भोई को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोरोना संकट को टालने के लिए पुलिस ने सख्ती तेज कर दी है। नाकाबंदी को ज्यादा प्रभावी बनाया गया है। जिले की सीमा में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति से गहनता से पूछताछ की जा रही है। समुचित और पर्याप्त जवाब नहीं देने वालों के वाहन जब्त किए जा रहे हैं। बुधवार को नगर परिषद क्षेत्र में पुलिस ने नाकाबंदी तेज की। नीमच नाका से महावीर कॉलोनी, मालवा कॉलोनी सहित आसपास की कॉलोनियों में जाने वाले रास्तों पर बेरिकेडिंग व अवरोधक लगाकर वाहनों से अनावश्यक घूमने वालों पर रोक लगाई गई। कई स्थानों पर कंटीली झाडियां लगाई गई। दूसरी ओर अब कॉलोनीवासी भी जागरुक हो रहे हैं। मालीखेड़ा जाने वाले और यहां से गुजरने वाले रास्तों पर लोगों ने कंटीली झाड़ियां लगाकर रास्ता अवरुद्ध कर दिया है ताकि बाहर से कोई व्यक्ति कॉलोनी में प्रवेश नहीं करे और कॉलोनी के रास्ते अन्य स्थान पर नहीं जाए। पुलिसकर्मी भी लोगों को मुंह पर मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस की पालना करने के प्रति जागरुक कर रहे हैं।
अंबामाता सीमा पर पुलिस ने की नाकाबंदी : बारावरदा. धमोत्तर थाना क्षेत्र की सीमा अंबामाता पर बुधवार को पुलिस द्वारा नाकाबंदी की गई। जिसमें आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग की गई। पुलिसकर्मियों ने चालकों को धारा 144 और सोशल डिस्टेंसिंग की जानकारी देते हुए समझाइश की। सीमा पर बाहर से आने जाने वाले प्रत्येक लोगों की गहनता से जांच की गई। धमोतर थाना क्षेत्र बारावरदा में पुलिस कांस्टेबल दशरथ मीणा की टीम सहित गांव में पूरी तरह से टीम सक्रिय रही। पुलिस चौकी बारावरदा से दिनेश, हैड कांस्टेबल हिम्मतदान और कांस्टेबल दिनेश दास, बालचंद सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक तैनात रहे।
कस्बे में लॉकडाउन के दौरान मंगलवार को बाजार में भारी भीड़ जुट गई थी, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ गई। भास्कर में इस संबंध में खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया। बुधवार को प्रशासन हरकत में आया और बस स्टैंड, महल रोड़, गौतमेश्वर रोड़, रतलाम रोड़ और प्रतापगढ़ रोड़ पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए, जिन्होंने बाजार से अनावश्यक भीड़ को हटाया। साथ ही बेवजह घूमने वालों को हिदायत देकर घरों को भेजा। सभी चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों ने कस्बे के बाहर ही मोटर साइकिलों व वाहनों को रोक दिया और पैदल ही खरीदारी करने को कहा, जिससे बाजार में भीड़ नहीं दिखाई दी।
अवलेश्वर : कालका माता मंदिर जाने वालों पर कार्रवाई, कच्चे रास्ते जेसीबी से खोदे
राजस्थान व मध्यप्रदेश की सीमाएं पूरी तरह से सील कर दी गई हैं। कच्चे रास्तों को भी जेसीबी की सहायता से खोद दिया गया है। राजस्थान और मध्यप्रदेश के बॉर्डर राजपुरिया पर पुलिस 24 घंटे अनावश्यक आने-जाने वालों पर निगरानी रख रही है। वही मंदसौर-प्रतापगढ़ रोड पर बसाड़ गांव में भी हथुनिया पुलिस के द्वारा कालका मंदिर व आसपास अनावश्यक आने-जाने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। पुलिसकर्मी बिना जरुरी कारण घर से बाहर नहीं निकलने की हिदायत दे रहे हैं। साथ ही बेवजह वाहन द्वारा घूमने वालों के वाहनों को जब्त करने की चेतावनी दी जा रही है।
कोराना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन के दौरान जयपुर से अपने घर लौट रहे मध्यप्रदेश के बाजना संगेचरा अाैर राजस्थान के कुशलगढ़ के 130 लोगों को रोडवेज बसों से जाते समय बांसवाड़ा जिले की खमेरा थाना पुलिस ने पीपलखूंट माही नदी के पार बसों से उतारकर पीपलखूंट थाना सर्कल मे भेज दिए था। पीपलखूंट प्रशासन द्वारा इन लोगों को 30 मार्च से राणा पूंजा भील बालक आश्रम छात्रावास अाैर रानी देवली मीणा बालिका आश्रम छात्रावासों मे क्वारेंटाइन किया गया। इनमें से कुशलगढ़ के 107 लोगों को राजस्थान सरकार के आदेशानुसार छोड़ दिया गया। गौरतलब है कि पूर्व में मध्यप्रदेश के मजदूरों को केन्द्र सरकार के आदेश नहीं मिलने पर 107 मजदूरों ने घर जाने के लिए भूख हड़ताल की थी। पीपलखूंट एसडीएम द्वारा समझाकर भूख हड़ताल तुड़वाई थी। 29 दिन बाद तीन बसों के साथ हर बस मे एक कांस्टेबल व एक इंचार्ज को साथ में भेजा गया।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा विभाग मुस्तैद नहै। घर-घर सर्वे के साथ ही स्क्रीनिंग कार्य में तेजी लाई गई है। नर्सिंग स्टाफ सुबह से शाम तक डोर टू डोर सर्वे कर लोगों से स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेने में जुटा है। कोरोना के संभावित लक्षण वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है। वहीं जुकाम, बुखार और खांसी से पीड़ित लोगों को तत्काल चिकित्सकीय सलाह लेने के लिए कहा जा रहा है।
चिकित्सा कर्मी स्क्रीनिंग के कार्य में भी जुटे हुए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीके जैन ने बताया कि 63879 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। होम आइसोलेशन में 827 लोगों को रखा गया है। बुधवार तक जिले में 389 सैंपल लिए गए, इनमें से 381 की रिपोर्ट आई है। सभी रिपोर्ट निगेटिव है। इसके अतिरिक्त 6 सैंपल की रिपोर्ट आना शेष है। मोबाइल ओपीडी यूनिट टीम भी लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है। डॉ. जैन ने बताया कि टीम द्वारा 1091 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। नर्सिंग स्टाफ भी प्रत्येक घर का सर्वे कर विदेश से आने वालों की जानकारी जुटा रहा है। जिन लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है, उनकी एक बार फिर से स्क्रीनिंग की जा रही है। दूसरी ओर करोनो पर विजय पाने के लिए गांवों में भी सेनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है। बारावरदा, घंटाली, दलोट, अरनोद, बड़ीसाखथली, पारसोला, छोटीसादड़ी आदि स्थानों पर मुख्य बाजारों में सेनिटाइजर का छिड़काव कराया गया। चिकित्साकर्मी लोगों से मुंह पर मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस बनाने की अपील कर रहे हैं।
61 सैंपल लिए, सभी जांच में निगेटिव आए
राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के मनोहरगढ़ धरियावद और छोटीसादड़ी से चिकित्सा विभाग ने 61 सैंपल लिए थे। सभी सैंपल जांच में निगेटिव आए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीके जैन ने बताया कि राज्य सरकार ने जिले में तीन जगह से सैंपल लेकर चिकित्सा विभाग से जांच के लिए मंगवाए थे।
जिला चिकित्सालय के आइसाेलेशन वार्ड में तैनात डॉ. बसंत बामनिया एक माह से वार्ड में डयूटी पर हैं। माता-पिता घाटोल के पास ऑडवाल गांव में रहते हैं। उन्होंने बताया कि मां एक माह से बीमार है, जोकि हर्ट पेशेंट है। पत्नी कला मीणा नर्स है, जिनकी डयूटी भी कोरोना में लगी हुई है। दो बच्चे हैं। पुत्र 8 साल का और पुत्री 5 साल की है। दोनों बच्चों को पड़ौसी के भरोसे छोड़कर डयूटी दे रहे हैं।
राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा संघ ने एसडीएम रमेशचंद्र सीरवी काे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर उन्हें काेविड-19 से निपटने में सहयाेग करने के लिए आयुर्वेद विभाग काे अपनी पैथी आधारित चिकित्सा के लिए जरूरी संसाधन, अधिकार दिलाने, बजट मुहैया करवाने, प्रासंगिक राज्यादेश काे निरस्त करने की मांग की है। मावली अ श्रेणी आयुर्वेद औषधालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. रमेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान में काेविड-19 महामारी में देशभर में आयुर्वेद चिकित्सक, नर्सिंग कर्मचारी, कंपाउंडर पहली पंक्ति में एलाेपैथी डाॅक्टराें के साथ हैं। इसके बावजूद आयुर्वेद कर्मचारियाें काे काेइर् प्राेत्साहन राशि या पूरा वेतन नहीं मिल रहा है। ज्ञापन में आयुर्वेद कर्मचारियाें काे वेतन स्थगन से मुक्त रखने, प्राेत्साहन राशि तथा जरूरी सुरक्षा उपकरण दिलाने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में डाॅ. सांवरलाल कुमावत, डाॅ. उदयराम जाट, डाॅ. नरेशकुमार रेगर, डाॅ. राजकिरण अार्य, डाॅ. विनाेद, डाॅ. सरिता अहारी, डाॅ. कैलाश शामिल थे।
राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा संघ ने एसडीएम रमेशचंद्र सीरवी काे मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर उन्हें काेविड-19 से निपटने में सहयाेग करने के लिए आयुर्वेद विभाग काे अपनी पैथी आधारित चिकित्सा के लिए जरूरी संसाधन, अधिकार दिलाने, बजट मुहैया करवाने, प्रासंगिक राज्यादेश काे निरस्त करने की मांग की है। मावली अ श्रेणी आयुर्वेद औषधालय के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डाॅ. रमेंद्रकुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान में काेविड-19 महामारी में देशभर में आयुर्वेद चिकित्सक, नर्सिंग कर्मचारी, कंपाउंडर पहली पंक्ति में एलाेपैथी डाॅक्टराें के साथ हैं। इसके बावजूद आयुर्वेद कर्मचारियाें काे काेइर् प्राेत्साहन राशि या पूरा वेतन नहीं मिल रहा है। ज्ञापन में आयुर्वेद कर्मचारियाें काे वेतन स्थगन से मुक्त रखने, प्राेत्साहन राशि तथा जरूरी सुरक्षा उपकरण दिलाने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल में डाॅ. सांवरलाल कुमावत, डाॅ. उदयराम जाट, डाॅ. नरेशकुमार रेगर, डाॅ. राजकिरण अार्य, डाॅ. विनाेद, डाॅ. सरिता अहारी, डाॅ. कैलाश शामिल थे।
कोरोना पॉजिटिव निकले आरएसी जवान की गर्भवती पत्नी, दो साले, कटिंग करने वाले नाई सहित आठ संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जनाना अस्पताल अधीक्षक डॉ. मधुबाला चौहान ने बताया कि जवान की साढ़े आठ माह की गर्भवती पत्नी भले ही निगेटिव निकली है, लेकिन उसके प्रसव प्रक्रिया कोरोना वायरस संक्रमण से पूरे एहतियात बरतते हुए की जाएगी। पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी आरएनटी मेडिकल कॉलेज प्रशासन से गर्भवती की सेहत की जानकारी ली है।
सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि जवान के क्लोज कॉन्टैक्ट वाले 50 में से 8 संदिग्ध निगेटिव निकले हैं। इसमें 4 चिकित्सक और 8 पुलिस कर्मी भी हैं, जिन्हें क्वारेंटाइन कर जांच की जा रही है। गारियावास में कोरोना संक्रमित निकली 48 वर्षीय महिला के क्लोज कॉन्टैक्ट वाले एमबी अस्पताल के कैंसर रोग विभाग की दो नर्स और एक वार्ड आया को क्वारेंटाइन कर दिया है। महिला के संपर्क वाले 14 में से किसी की भी रिपोर्ट नहीं आई है। उसके पति से 5 दिन में करीब 50 लोगों के संपर्क में आए थे। पति सवीना मंडी में मुनीम है। विभाग अब इन 114 संदिग्धों को होम क्वारेंटाइन कर जांच में जुटा है। इनमें से 106 की रिपोर्ट आनी बाकी है। बुधवार को उदयपुर के 115 संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। कलेक्टर आनंदी ने देबारी और गारियावास में संक्रमित मिले मरीजों के निवास की 1-1 किमी की परिधि में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी है। इस दायरे में लोग घरों के बाहर नहीं निकल सकेंगे। सख्ती प्रतापनगर और हिरणमगरी थाना क्षेत्र के 5 किमी एरिया में भी सुखेर थाना क्षेत्र की तरह ही रहेगी। एमबी में वेंटिलेटर पर चल रहे निम्बाहेड़ा के युवक के संपर्क वाले आठ और पॉजिटिव निकले हैं। निंबाहेड़ा की लखारा गली में अब 16 पॉजिटिव निकल चुके हैं। इनका इलाज एमबी अस्पताल में चल रहा है।
19 नए कोरोना संदिग्ध भर्ती, रिपोर्ट का इंतजार
एमबी अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी में गायरियावास की 5 साल की बच्ची, 15 साल की किशोरी, 30 साल की महिला, 17 वर्षीय किशोर, 44 वर्षीय पुरुष, 27 वर्षीय युवक, पायड़ा की 50 वर्षीय महिला, फतह नगर का 14 साल का किशोर, मावली की 70 वर्षीय महिला, 26 वर्षीय युवक, देवारी निवासी 44 वर्षीय पुरुष, मीरा नगर निवासी 50 वर्षीय पुरुष, लसाड़िया निवासी 55 और 35 वर्षीय पुरुष, बेदला निवासी 43 वर्षीय पुरुष, वल्लभनगर निवासी 21 और 25 वर्षीय युवक, शहर के 42 वर्षीय पुरुष सहित 19 कोरोना संदिग्ध भर्ती किए गए हैं। इनकी रिपोर्ट का इंतजार है।
5 दिन में 50 लोगों के संपर्क में आया था संक्रमित महिला का पति, आरएसी जवान ने 50 को संदिग्ध बनाया
गायरियावास की संक्रमित महिला 18 अप्रैल को एमबी के कैंसर रोग विभाग में पहुंची थी। वह दो नर्स और एक वार्ड आया के संपर्क में आई। हालांकि इसके अलावा वह और कहीं नहीं गई, लेकिन इस दौरान उसका पति पांच दिन तक सवीना मंडी में आलू भंडार पर नौकरी पर गया था। वह रोज करीब 10 ग्राहकों से कैजुअल कॉन्टैक्ट में रहा। दंपती के मकान मालिक, 10 परिवार जनों, 4 सहकर्मियों सहित 14 अन्य संदिग्धों को क्वारेंटाइन किया हैं। इनकी जांच रिपोर्ट का इंतजार है। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि सलूंबर के बस्सी सामचोत निवासी 27 वर्षीय आरएसी जवान के क्लोज कॉन्टैक्ट वाले 4 चिकित्सक और 8 पुलिसकर्मियों सहित 50 संदिग्धों को क्वारेंटाइन कर दिया है। सबकी जांच कराई जा रही है। पड़ताल में पता चला है कि जवान ने गत 1 से 18 अप्रैल तक सलूंबर पुलिस चौकी में ड्यूटी दी। इस दरमियान वह सलूंबर पुलिस चौकी और बस्सी सामचोत आता-जाता रहा। 18 अप्रैल को मुख्यालय जयपुर से ड्यूटी ज्वाइन करने के आदेश मिले तो 18 से 27 अप्रैल तक देबारी में पत्नी के साथ रहा। 18 से 27 अप्रैल तक रोज कृष्णा डेयरी से दूध आदि लेकर आता था। 21 अप्रैल को अमोलक लैब पर पत्नी की जांच कराई। 23-24 को डॉ. नीलेश मेहता हॉस्पिटल में पत्नी को दिखाने पहुंचा, 27 को नाई से कटिंग कराई, प्रतापनगर थाना में एएसआई और दो कांस्टेबल से मिला। फिर 27 को चालक हीरालाल के साथ जयपुर पहुंचा, जहां आमद दर्ज कराने से पहले। एसएमएस अस्पताल में जांच में कोरोना पॉजिटिव निकला।
इन कंटेनमेंट एरिया में टीमों ने घर-घर स्क्रीनिंग शुरू की
(सर्वेश शर्मा )इरफान खान ठीक एक साल पहले पिछले अप्रैल में यहां उदयपुर थे। उन्हाेंने 5 अप्रैल से 1 मई तक यहां अंग्रेजी मीडियम फिल्म की शूटिंग की थी। ये उनकी अंतिम फिल्म और आखिरी अभिनय था। इस एक महीने में इरफान ने उदयपुर काे भरपूर जीया। उन्हाेंने फतहसागर, गुलाबबाग, उदयसागर और बड़ी तालाब पर रात काे घंटाें बिताए। उन्हें कुदरत से, पेड़-पाैधाें से, जानवराें से बेहद लगाव था। शूटिंग के दाैरान लाेगाें से इतनी अपणायत हाे गई कि उन्हें करीब से देखने-जानने वाले उनके बारे में जिक्र करते ही सुबक रहे हैं। भरी आंखें और रुंधे गले से कहते हैं-इरफान जिंदादिल थे। इतने बड़े कलाकार हाेने के बाद भी वे आप-हम सबकी तरह ही आम इंसान थे। उनकी सादगी और संजीदगी के किस्साें की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। उदयपुर काे आज रह-रह कर बशीर बद्र की ये पंक्तियां याद आरही हैं।वाे अब वहां है जहां रास्ते नहीं जाते,मैं जिसके साथ यहां पिछले बरस आया था।बदन काे छाेड़कर जाना है आसमां की तरफ, समंदराें ने हमें सबक पढ़ाया था।
इरफान खान के यहां उदयपुर में ड्राइवर रहे नरपत सिंह आसिया करीब 45 दिन तक उनके साथ रहे। आप उनके सबसे करीब रहे, कैसे थे इरफान...सवाल सुनते ही नरपत के शब्द लड़खड़ाने लगे। गला रुंध गया। आंखें डबडबा आईं। साहब...वाे...वाे...जिंदादिल...। कुछ देर बाद खुद काे संभालते हुए। मुझ से उनका घर जैसा रिश्ता जुड़ गया। मेरे गांव कड़िया भी आए थे। खेत में घूमे, बाड़े में गाय-बछड़ाें काे दुलारने लगे। मां ने श्रीनाथजी की तस्वीर दी ताे सिर के लगा ली। बाेले-मां, तुम्हारी चाय बिलकुल मेरी अम्मी जैसी है। एक और पिलाओना। वे पहले कुछ दिन हाेटल रेडिशन फिर बाद में हाेटल देवरा में रुके थे। हाेटल से जैसे ही हम निकलते वे पहले महादेव के मंदिर जाते। जल चढ़ाते। गायाें काे चारा और कुत्ताें काे राेटी खिलाते। ये उनका रुटीन था। इसके बाद ही वे शूटिंग पर जाते। उन्हाेंने बताया कि डाॅक्टराें ने मुझे ऑर्गेनिक खाने के लिए बाेला है। मैं राेज उनके लिए गांव से बकरी का दूध और सब्जियां लेकर आता था। उन्हें गाय का घी और मक्की बहुत पसंद थी। ये ताे वे मुझसे शूटिंग के बाद मुंबई भी रेगुलर मंगवाते रहते थे।
रुमाल से अपना चेहरा ढककर घायल पिल्ले काे बाइक पर ले गए अस्पताल
नरपत बताते हैं कि-एक दिन हाेटल के गेट से कुछ ही दूरी पर एक पिल्ला जख्मी हालत में था। उन्हाेंने गाड़ी रुकवाकर कहा कि इसे साइड में छाेड़ दाे। मैं उन्हें हाेटल छाेड़ बाइक से गांव के लिए निकल गया। मैं चेतक सर्कल पहुंचा ही था कि फाेन आया-यार, तुम जल्दी हाेटल आओ। मैं तुरंत हाेटल पहुंचा ताे देखा कि वे उस पिल्ले के पास बैठे थे। कहा-इसकी हालत गंभीर है। हाॅस्पिटल ले जाना हाेगा। मैंने कहा ठीक है। गाड़ी ले जाता हूं। बाेले-नहीं, बाइक से ही चलेंगे। चेहरे काे रुमाल से ढका ताकि काेई उन्हें पहचान न सके और पिल्ले काे गाेद में उठाकर मेरे साथ बाइक पर पीछे बैठ गए। चेतक स्थित पशु चिकित्सालय ले जाकर उसका इलाज करवाया।
मैंने कहा-साहब, मुझे भी एक्टिंग करनी है...और दिला दिया एक छाेटा सा राेल : नरपत ने बताया कि एक दिन मैंने मजाक में कहा-साहब मुझे भी एक्टिंग करनी है। वे हंसने लगे। कुछ दिन बाद मैं उन्हें शूटिंग लाेकेशन पर छाेड़कर गाड़ी में बैठा था। एक बंदे ने आकर कहा कि इरफान साहब बुला रहे हैं। जैसे ही मैं गया-मुझे कहा, जल्दी आओतुम्हारा राेल आगया। मैं सकपका गया। साहब एक्टिंग नहीं आती। उन्हाेंने कहा-कुछ नहीं तुम्हें इनके साथ बात करते-करते दुकान के पास से निकलना है। बस।
संजय भाई-मुझे जीभर कर जीना है, और ये एक्टिंग ही ताे मेरी जिंदगी है : द क्रू प्राॅडक्शन के संजय साेनी उदयपुर में उनके सबसे करीबी रहे। संजय बताते हैं कि मेरा उनसे थियेटर के वक्त से ही परिचय था। वे मजहबी दीवाराें काे नहीं मानते थे। एक किस्सा बताता हूं। मैं उन्हें यहां घंटाघर में मेरे मित्र पुरुषाेत्तम जाेशी के घर लेकर गया। वहां उनके घर में देवरा है। उन्हाेंने कहा-मैं दर्शन करना चाहता हूं। हाथ-पैर धाेए औरकाफी देर तक शांत भाव से बैठे रहे। मैंने पूछा क्या मांगा। बाेले संजय भाई-अब क्या मांगू इससे। मुझ जैसे छाेटे से इंसान काे इतना सब ताे दे दिया है इसने। शूटिंग के लंबे शेड्यूल पर टाेकने पर कहते, संजय भाई-मुझे जीभर कर जीना है। और, ये एक्टिंग ही तो मेरी जिंदगी है।
कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अब सड़काें पर पेंटिंग से संदेश दिया जा रहा है। बुधवार शाम युवक धर्मेश आर्य ने मीरा सर्किल पर लॉकडाउन में घर में ही रहने का संदेश देने के लिए पेंटिंग बनवाई। धर्मेश ने कस्बे के अन्य क्षेत्रों में भी पेंटिंग बनवाने का संकल्प है। पेंटिंग बनाने पर करीब 2500 रुपए खर्च हुए। पंचायत प्रशासन ने भी लोगों से नियमों का पालन करने की अपील की है।
शहर की रजा कॉलोनी के भाई-बहन 28 दिन बाद मंगलवार को कोरोना को हराकर अपने घर लौट गए हैं। सुपर स्पेशियलिटी विंग में तैनात स्टाफ ने तालियां बजाकर भाई-बहन का स्वागत किया। दोनों ने ही थैंक्स डॉक्टर्स बोलकर कोरोना वॉरियर्स का आभार प्रकट किया। इनकी नर्स ताई और ताऊ अभी-भी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे हैं, जिनकी पॉजिटिव होने की वजह से छुट्टी नहीं हो सकी। भाई-बहन 14 होम क्वारेंटाइन में रहेंगे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को दल जैसे ही भाई-बहन को घर लेकर पहुंचा तो देखते ही मां की आंखों से खुशी के आंसू टपकने लगे, लेकिन एहतियात के तौर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और मां अपने बेटे-बेटी को गले नहीं लगा सकी। मंगलवार काे कुशलगढ़ के भी 6 रोगियों को कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि पॉजिटिव मिली एमबी अस्पताल के कोरोना निगेटिव वार्ड प्रभारी न्यू भूपालपुरा के पन्ना विहार निवासी 55 वर्षीय नर्स के क्लोज कॉन्टैक्ट में आने वाले 4 साल के दोहते, डायबिटीज पेशेंट पति, पारस जेके हॉस्पिटल के तीन मेल नर्स सहित सभी आठों संदिग्धों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
राहत : उदयपुर के 39 संदिग्ध निगेटिव निकले हैं, निम्बाहेड़ा का युवक तीसरे दिन भी वेंटिलेटर पर
सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि उदयपुरा के 39 लोगों संदिग्धों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। थामला के अलावा तीसरा सिंदू निवासी युवक की दो जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। नर्स के सम्पर्क में आए 8 संदिग्धों सहित मावली युवक के सम्पर्क में आई उसकी मां व बहन को भी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद ओटीसी में क्वारेंटाइन कर दिया है। अहमदाबाद में पॉजिटिव पाए गए सलूंबर के बस्सी जूझावत गांव के 15 वर्षीय किशोर की दोनों रिपोर्ट देर रात को नेगेटिव आईं। एमबी अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन ने बताया कि निम्बाहेड़ा का युवक तीसरे दिन भी वेंटिलेटर पर भर्ती है। अब इसकी पत्नी और 15 साल की बेटी को भी भर्ती करा दिया गया है। हालांकि उदयपुर के हार्ट पेशेंट की सांस में परेशानी के चलते मौत हो गई, जिसकी डेड बॉडी मोर्चरी में रखा दी गई है, जांच रिपोर्ट कोरोना निगेटिव आने के बाद ही डेडबॉडी परिजनों को सौंपी जाएगी।
क्षेत्र के सलोदा गांव में मंगलवार काे सप्लाई हुए एलपीजी सिलेंडर में गैस कम मिलने पर रसद विभाग ने सिलेंडर सप्लाई करने वाली नाथद्वारा की सोनल गैस एजेंसी पर 15 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। यहां छह उपभाेक्ता काे दिए गए सिलेंडर में कम गैस मिलने पर विभाग के प्रवर्तन अधिकारी ने सिलेंडर जब्त कर लिए। गैस एजेंसी की गाड़ी सलोदा में उपभोक्ताओं को गैस सिलेंडर की सप्लाई देने अाइर् थी। गाड़ी के साथ एजेंसी के अकाउंटेंट जय प्रकाश गुर्जर थे। सलोदा चौराहे पर स्थानीय हाॅकर भूरीलाल जैन, जय प्रकाश गुर्जर ने 26 उपभोक्ताओं को सिलेंडर दिए। उपभोक्ताओं ने घर जाकर सिलेंडर का वजन किया तो करीब 12 सिलेंडर में 1 से 3 किलो गैस कम पाई गई।
इस पर उपभोक्ता सिलेंडर वापस चाैराहेे पर लेकर आए और रसद विभाग को सूचना दी। प्रर्वतन अधिकारी के पहुंचने से पहले ही गैस एजेंसी के डीलर ने नाथद्वारा से पूरे भरे हुए सिलेंडरों की गाड़ी मंगवा दी और उपभोक्ताओं से समझाइश भी की गई, लेकिन उपभोक्ता नहीं माने। कुछ देर बाद प्रवर्तन निरीक्षक लोकेश जोशी, विधिक बाट माप अधिकारी रामा अवतार पूनिया, आईआई कमलेश शर्मा, घनश्याम धाभाई, पटवारी रेखा, गोपेश गहलोत, ग्राम विकास अधिकारी अनिता डामोर, कांस्टेबल चोखाराम, सरपंच वरदा गमेती, उपसरपंच लोकेश सिंह मौके पर पहुंचे। विधिक बाट माप अधिकारी ने इलेक्ट्रॉनिक कांटे पर 12 सिलेंडर का वजन किया।
इनमें से 6 सिलेंडर में 1 से 2 किलो गैस कम पाई गई। उपभोक्ता अनिता भाट के सिलेंडर में 2.45 किलो, सोहन लाल जोशी के 1.71 किलो, प्रेमी बाई के 1.92 किलो, भंवरलाल कुम्हार के 2.5 किलो, गंगाबाई के 1.7 किलो, रमेश गायरी काे दिए सिलेंडर में 1.5 किलो गैस कम पाई गई। पूनिया ने उपभोक्ताओं को पुनः भरा हुआ सिलेंडर डीलर से दिलवाया। पूनिया ने विधिक बाट माप अधिनियम 2009 के प्रावधानों का उल्लंघन करने पर 15 हजार रुपए का जुर्माना लगाया तथा गैस कम मिलने वाले करीब 6 सिलेंडर को जब्त किया गया। इधर, इस संबंध में पक्ष जाने के लिए संबंधित गैस एजेंसी संचालक काे काॅल किए, लेकिन उन्हाेंने काॅल रिसीव नहीं किया।
कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने राजस्थान-गुजरात सीमा के रतनपुर क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने राजसमंद प्रवासियों को सुरक्षित, सुव्यवस्थित व महामारी से बचाव के सभी उपाय कर जिले में लाने के लिए वहां की गई व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।
कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी प्रवासियों की ट्रेकिंग की जाएगी तथा उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए सभी जरूरी परीक्षण कर जिले में लाने के उपरान्त नियमानुसार उन्हें क्वारैंटाइन में रखा जाएगा। कलेक्टर ने वहां मौजूद प्रवासियों की संख्या के आधार पर उनको लाने के लिए परिवहन व्यवस्था, वहां मौजूद प्रवासियों के भोजन आदि व्यवस्थाओं को देखा, जिसके आधार पर समुचित व्यवस्थाओं को संपादित किया जा सके। कलेक्टर ने वहां बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर का भी अवलोकन किया।
शहर के अखिल भारतीय माहेश्वरी सेवा सदन में बने क्वारेंटाइन सेंटर में ठहरे 68 मजदूरों को प्रशासन ने सोमवार रात को मध्यप्रदेश के लिए रवाना किया। बता दें कि लॉकडाउन के बाद प्रवासी मजदूर परिवार सहित पोकरण से मध्यप्रदेश पैदल जा रहे थे, जिन्हें प्रशासन ने 4 अप्रेल कोे माहेश्वरी सेवा सदन स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में रखा था। 23 दिन बाद प्रशासन ने 2 बसों में मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के 68 मजदूरों को रवाना किया। अक्षय पात्र संस्था की तरफ से प्रत्येक मजदूर के परिवार को 30 दिन का राशन किट दिया गया। इस दौरान तहसीलदार मनसुख डामोर, पटवारी प्रवीण महात्मा, अक्षयपात्र के मैनेजर राहुल झा सहित पुलिस के जवान, होटल का स्टाफ आदि मौजूद थे।
गलवा के उच्च माध्यमिक स्कूल में रात को मुंबई से काबरी का युवक देवेंद्र गिरि 50 ट्रक चेंज कर जुगाड़ करता हुआ गांव पहुंचा और सरपंच को सूचित कर गलवा पीएससी में आइसोलेट करवाया। डॉ. आदित्य आचार्य ने आइसोलेट करने के बाद निगरानी दल के प्रधानाचार्य महावीर प्रसाद मीणा, टीना वैष्णव, किशनलाल कुमावत ने स्कूल के कमरे में क्वारेंटाइन किया। काबरी के देवेंद्र गिरि ने बताया कि मुंबई ठाणा से 5 दिन पहले सवा 3 बजे निकला था। वहां से 15 किलोमीटर रिक्शा में चला, 10 किलोमीटर पैदल तलासरी से वापी ट्रक में आया। किसी ट्रक में वह मुंबई से राजस्थान आने में करीब 50 ट्रकें चेंज कर दी। किसी ट्रक में 5 किलोमीटर, किसी में 15 किलोमीटर, किसी ने 50 किलोमीटर तक लेकर आई हैं। रास्ते में चैकिंग के दौरान कोई पुलिस मिलती तो वह ट्रक में सोकर छुप जाता था। यही नहीं उसके मुंबई से निकलने के बाद ही पिता को सूचना भी दी।
बाहरी राज्यों से प्रवासियों को लाने का क्रम मंगलवार से शुरू हो गया है। रोडवेज की चार बसों से इनको जिले में लाया गयाद। संबंधित क्षेत्र के अस्पताल में लेजाकर इनकी स्क्रीनिंग कर इनको उसी क्षेत्र के क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। राजस्थान-गुजरात सीमा के रतनपुर बॉर्डर पर पिछले एक महीने से जिले के प्रवासी लोग फंसे हुए थे। ऐसे में उनको रोडवेज बस से लाने का क्रम शुरू हो गया है। मंगलवार अल सुबह जिले में 79 लोगों को लाया गया, जिनको लाने के बाद स्वस्थ्य परीक्षण के बाद बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है।
रोडवेज बसों को नेगड़िया टोल नाके से संबंधित ब्लॉक के तहसीलदार अपने-अपने ब्लॉक में लेकर गए। वहीं कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने नेगड़िया टोल नाके की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने बताया कि जिले के सभी प्रवासियों की ट्रेकिंग की जाएगी। उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए सभी जरूरी परीक्षण कर जिले में लाने के उपरांत नियमानुसार उन्हें क्वारंेटाइन में रखा जाएगा। बॉर्डर पर अवलोकन के दौरान कलेक्टर ने वहां मौजूद प्रवासियों की संख्या के आधार पर उनको लाने के लिए परिवहन की व्यवस्था की। वहां मौजूद प्रवासियों के भोजन आदि की व्यवस्थाओं को देखा। कलेक्टर ने क्वारंेटाइन सेंटर का भी अवलोकन किया।
आमेट नगर पालिका क्षेत्र में मंगलवार काे पालिका की टीम ने 22 कुत्ताें काे पकड़ कर जंगल में छाेड़ा। नगरपालिका जमादार चमन सिंह ने बताया कि सोमवार को गोपी लाल कीर ने नगर पालिका में शिकायत दर्ज कराई कि आवारा कुत्ते ज्यादा हो गए हैं, जो बाड़े में घुसकर मवेशियों को मार रहे हैं। नगर पालिका चेयरमैन कैलाश मेवाड़ा ने कार्रवाई कर नगर पालिका जमादार से टीम बनाकर कुत्तों को पकड़ने का आदेश दिया। मंगलवार दोपहर 2 बजे टीम के साथ जमादार ने सबसे पहले कीरों का मोहल्ले, रेगर मोहल्ले से कुल 22 कुत्तों को पकड़ कर जंगल में छोड़ा। यह अभियान बुधवार को भी जारी रहेगा। इस अवसर पर दिनेश, गोपाल, ईश्वर आदि सफाई कर्मचारी मौजूद थे।
टीम जीवनदाता राजसमंद की रक्तदान की गतिविधियों से प्रेरित होकर आमेट के रणजीत सिंह ने अपनी शादी की सालगिरह पर राजसमंद आरके अस्पताल में रक्तदान किया। साथ में ही टीम जीवनदाता के सदस्य सरदारगढ़ के मुकेश परिहार, धूकल खेड़ा के भगवान लाल सालवी, एमडी के मुकेश कुमार लोहार ने भी रक्तदान किया। इस अवसर पर टीम जीवनदाता के सदस्य भरत सरगरा, गोविंद सिंह, राजकमल लोहार, तेजप्रकाश सेन आदि मौजूद थे।
लावासरदारगढ़ में भामाशाह विनोद मेवाड़ा के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को स्थानीय हरिहर कीर्तन मंडल सरदारगढ़ के पांच सदस्यों ने आरके चिकित्सालय राजसमंद में स्वैच्छिक रक्तदान कर मेवाड़ा के दीर्घायु होने की कामना की।
नंदावट स्थित राजकीय कॉलेज छात्रावास के क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती सभी लोगों को समण संघीय महामंत्री सौभाग्य मुनि, रमेश मुनि, तपाचार्या गुरुमाता जयमाला की आज्ञानुवर्ती साध्वी आनंदप्रभा, साध्वी चंदनबाला, साध्वी चंद्रप्रभा, साध्वी डॉ. रविरश्मि आदि ने वहां पहुंच कर एसडीएम सुमन सोनल, नायब तहसीलदार हितेन्द्र त्रिवेदी, मेडिकल टीम एवं जय आनंद जन परमार्थ संस्थान के पदाधिकारियों की उपस्थिति में उन्हें मंगलपाठ का श्रवण कराया।
लोगों ने भी सामाजिक दूरी रखते हुए वार्ड की बालकनी से ही मंगलपाठ सुना। साध्वी आनंदप्रभा ‘आशा’ ने सभी को इस संकट के समय में धैर्य बनाए रखने का उपदेश दिया। जय आनंद जन परमार्थ संस्थान ने गुरु भगवंतों और गुरुणीमैय्या की प्रेरणा से साध्वी डॉ. चन्द्रप्रभा ‘चन्द्रिका’ के दीक्षा दिवस के उपलक्ष्य में सेंटर में भर्ती लोगों के लिए एक समय के भोजन की व्यवस्था की गई। इससे पूर्व एसडीएम ने सेंटर एवं भोजनशाला का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जय आनन्द जन परमार्थ संघ मंत्री रतनलाल मारू, जैन स्थानक संघ मंत्री भीकमचंद कोठारी, ओसवाल मंदारियो साहजनान मंत्री सुरेश प्रकाश मेहता, व्यवस्थापक किशन मेवाड़ा आदि माैजूद थे।
कोरोना से बचाव के लिए देवगढ़ सीएचसी के डाॅ. अनुराग शर्मा ने जुगाड़ से इंसुलेटर चैम्बर बनवाया है, जिसमें कोरोना मरीजों के संपर्क में आने से बचा जा सकता है। वहीं मरीज को पूरी सुरक्षा के साथ उसका उपचार किया जा सकता है। यह जुगाड़ का चैम्बर कोरोना मरीज के लिए खासा उपयोगी है। इसको देखकर पूर्व गृह राज्य मंत्री लक्ष्मण सिंह रावत ने भीम और देवगढ़ अस्पताल के लिए बनवाने के लिए एक लाख की आर्थिक मदद की है।
सीएचसी प्रभारी डॉ. अनुराग शर्मा ने बताया इस प्रकार की सुविधा विदेशों के अस्पताल में देखी गई। एक बार टीवी पर विदेशी अस्पताल के सुरक्षा उपायों के बारे में बताया जा रहा था, जहां सैम्पल कलेक्शन चैम्बर इस प्रकार दिखाया गया। इससे आइडिया लेकर एक सुथार से यह चैम्बर बनाने को कहा। देवगढ़ के कारपेंटर मूलचंद सुथार ने हल्के प्लास्टिक के पाइप, पारदर्शी प्लास्टिक को चारों ओर लगाकर इसको चैन लगाकर पैक कर दिया। वहीं एक चैम्बर में एल्युमिनियम की शीट लगाकर इसमें दो गोल छेद करके उसके आगे भी प्लास्टिक लगा दिया, जिससे डॉक्टर के हाथ भी थैली से कवर रहँ। इसके नीचे की ओर व्हील भी लगा दिए, जिससे आसानी से इसको कहीं भी घुमाया जा सकता है। इसको बनाने में पांच हजार का खर्चा आया। यह जुगाड़ का चैम्बर डाक्टरों को संक्रमण से बचाने के लिए कारगर है।
चारभुजा तहसील मुख्यालय स्थित माहेश्वरी सेवा सदन काे काेराेना महामारी के तहत क्वारैंटाइन सेंटर बना रखा है। साेमवार रात काे रतलाम, मध्यप्रदेश बाॅर्डर से प्रवासी लाेगाें काे राेडवेज बस से क्वारेंटाइन सेंटर लाते समय देर रात काे सेंटर काे नहीं खाेलने पर विवाद हाे गया। सेंटर नहीं खुलने पर राजस्व विभाग की टीम में पटवारी शिवराम और अन्य कर्मचारी छाेटे गेट से कूद कर अंदर गए ताे सदन के कर्मचारी और पटवारी के बीच धक्का-मुक्की हाे गई।
इस पर पटवारी ने हल्ला किया ताे तहसीलदार पर्वत सिंह राठौड़ की गाड़ी में बैठे अन्य कर्मचारी गेट से कूद कर अंदर गए और दाेनाें पक्षाें में मारपीट हाे गई। हालांकि पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है। दाेनाें पक्षाें की ओर से काेई केस दर्ज नहीं है। माहेश्वरी सेवा सदन के कर्मचारी से मारपीट हाेने पर राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने तहसीलदार पर नशे में मारपीट करने का आराेप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत के आदेश पर प्रवासी लाेगाें काे रतलाम, एमपी बाॅर्डर से राेडवेज बस में बिठाकर राजसमंद लाया जा रहा था। पटवारी शिवराम और दाे लिपिक राेडवेज बस में माैजूद हाेकर क्वारेंटाइन सेंटर (माहेश्वरी सेवा सदन) पर गेट खाेलने की सूचना दी गई। राेडवेज बस तहसीलदार पर्वत सिंह राठौड़ के सानिध्य में सेंटर पहुंची ताे गेट बंद था। इस पर तहसीलदार की गाड़ी अाैर राेडवेज बस का हाॅर्न बजाया और फाेन किए, लेकिन काेई जवाब नहीं मिला ताे पटवारी सदन के छाेटे गेट से अंदर घुसे। इस पर सदन के कर्मचारियों ने पूछा की तुम काैन हाे। यह कहते हुए अापस में उलझ गए। इस पर पटवारी ने हल्ला किया ताे तहसीलदार की गाड़ी में बैठे अन्य कर्मचारी छाेटे गेट से कूद कर अंदर पहुंचे। दाेनाें पक्ष में मारपीट हाे गई। इस पर सदन के कर्मचारी पंकज माली के काफी चाेटें अाई। सेंटर खाेलने के बाद सभी प्रवासियों काे अंदर ले लिया गया।
काेराेना के साथ-साथ सब्जियों और दलहनी फसलों पर कीटों की मार ने किसानों की समस्या दाेगुनी बड़ा दी है। कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से पहले गांव दर गांव जाकर किसानों को फसल कीटाें से बचाने की सलाह दे रहे हैं। लाॅकडाउन के चलते पहले ही सब्जियां जिले से बाहर नही जा पा रही है। इसके चलते भाव काफी नीचे गिर गए हैं। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इधर मूंग, ग्वार और भिंडी भी तरह तरह के रोगों ओर कीटों की चपेट मे आ गई है।
कृषि विज्ञान केन्द्र वल्लभनगर के प्रधान वैज्ञानिक रामेश्वरलाल सोनी ने बताया कि हाल ही में माैसम बदला तो फसलों पर रोग कीट का प्रकोप भी बढ़ गया है। सोनी ने बताया कि माैसम विभाग से मिली सूचना के आधार पर आगामी चार दिनों में आसमान में बादल छाए रहने और1 मई को हल्की बूंदाबांदी की संभावना भी व्यक्त की गई है। साेनी ने बताया कि कई वैज्ञानिक तरीकाें और दवाओंसे फसलाें काे कीट लगने से बचाया जा सकता है।
बीसी और ई-मित्र सेंटर्स पर लॉकडाउन का उल्लंघन कर भीड़ एकत्र करने की शिकायत पर जांच के लिए पहुंचे प्रशासन को बीसी सेन्टर अनाधिकृत तरीके से चलते मिले। इस पर प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दो को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं। वहीं तीन ई-मित्रों को तथ्यों में हेर-फेर कर डॉक्यूमेंट तैयार करने के मामले में आईडी बन्द करने के लिए एसडीएम को लिखा गया है। विकास अधिकारी अनिल पहाड़िया ने बताया कि सराड़ा कस्बे के ग्रामीणों से शिकायत मिली कि कुछ बैंक ग्राहक सेवा केंद्र जिनको अन्य ग्राम पंचायत आवंटित की गई है वे अनाधिकृत रूप से सराड़ा मुख्य बाजार में बैंक ग्राहक सेवा केंद्र खोलकर बैंकिंग का काम कर रहे हैं।
बैंक ग्राहक सेवा केन्द्रों पर दूर-दराज इलाकों से पहुंचे लोगों की भीड़ से लॉकडाउन का उल्लंघन हो रहा है। इसके चलते संक्रमण का खतरा बना हुआ है। विकास अधिकारी ने सांख्यिकी अधिकारी भरत कुमार जोशी, सांख्यिकी लिपिक प्रकाश भट्ट और सूचना सहायक रमेश कुमार मीणा की निरीक्षण टीम गठित कर जांच की। इसमें एसबीआई सराड़ा के बीसी ललित पटेल को अनाधिकृत रूप से सराड़ा कस्बे में केंद्र चलाने की जानकारी मिली। इधर जनआधार कार्ड में जन्मतिथि औरउम्र में हेर-फेर कर गलत दस्तावेज तैयार करने के मामले में तीन ई-मित्र संचालकों नारायण लाल पटेल, राजेश गायरी और नरेश पटेल को कारण बताओ नोटिस के तहत स्पष्टीकरण पेश नहीं करने पर सराड़ा उपखंड अधिकारी को तुरंत प्रभाव से अनाड़ी बन्द करने को लिखा गया है।
बीती रात का दुकान में आग लगने से उसमें रखा सामान और दुकान जलकर राख हो गई। बेकरिया ग्राम पंचायत के भगाराम पुत्र सामीरा गरासिया की दुकान में आग लग गई। आग से दुकान में रखा सामान जलकर राख हो गया। साथ ही दुकान में रखी नकदी भी जल गई। सूचना पर बेकरिया पूर्व सरपंच चंपालाल गरासिया मौके पर पहुंचे और परिवारों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। मामले में पीड़ित ने थानाधिकारी को रिपोर्ट दी है।
झल्लारा थाना क्षेत्र के बांदरवाड़ा गांव में मंगलवार सुबह मवेशियों को पानी पिलाने गई महिला का संतुलन बिगड़ने से कुएं में गिर गई। जिससे उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई। लोगों ने कुएं से महिला का शव बाहर निकालकर घटना की सूचना पुलिस को दी। थानाधिकारी शिवसिंह चौहान ने बताया कि मूवी देवी (35) पत्नी सोहनलाल मीणा मंगलवार सुबह खेतों में स्थित कुएं पर मवेशियों को पानी पिला रही थी। इस दौरान सीढ़ियों पर पैर फिसलने से उसका संतुलन बिगड़ गया और वह कुएं में जा गिरी। जिससे उसकी पानी में डूबने से मौत हो गई। महिला के घर नहीं लौटने पर परिजन तलाश करते हुए कुएं पर पहुंचे।
कुएं के पास मवेशियों को पानी पिलाने के बर्तन पड़े होने पर शंका के आधार पर कुएं में महिला के शव की तलाश करते हुए शव बाहर निकाला। कुआ गहरा होने से लोगों को शव बाहर निकालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। सूचना पर थानाधिकारी शिवसिंह चौहान, एएसआई सलीम खान, गणेशाराम विश्नोई मौके पर पहुंचे और घटना की सूचना महिला के पीहर पक्ष थाना क्षेत्र के नोकली गांव में परिजनों को दी। पीहर पक्ष ने घटना पर किसी प्रकार का संशय नहीं जताया। पुलिस ने शव को सलूंबर के राजकीय सामान्य चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाते हुए शव परिजनों को सुपुर्द किया। साथ ही महिला के पति सोहन पुत्र रूपा मीणा की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज करते हुए जांच शुरू की । बताया गया कि महिला का पति खेती कार्य करता है। इसके 4 बच्चियां और 1 मासूम बेटा है।
बाड़े में आग से तीन गाय सहित भूसा जल कर राख हाे गया। लसाड़िया तहसील क्षेत्र के अणदियों का गुड़ा में मंगलवार दोपहर अचानक आग लग जाने से भूसा और तीन गाय जिन्दा जल गई। अणदियों का गुड़ा प्राथमिक विद्यालय के पास स्थित दीप सिंह तंवर के घर के पीछे बने मवेशियों के बाड़े में दोपहर को अचानक आग लग गई। बाड़े में पड़ा सुखला जलकर राख हो गया। आग की लपटें इतनी तेज थी कि बाड़े में बंधी तीन गाय भी आग के हवाले हो गई। तीनों गाय जिन्दा जल गई। आग की लपटें देख ग्रामीण आग बुझाने दाैड़े, लाईट नहीं होने से मोटर भी नहीं चल पाई। सूचना पर कूण पावर हाउस से बिजली शुरू कराकर दो-तीन मोटरों से पानी डाला, तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका। तब तक गाय और वहां पड़ा भूसा जल चुका था। सूचना मिलने पर कूण सरपंच धर्मचन्द मीणा, ग्राम विकास अधिकारी मनोज गुर्जर सहित अन्य अधिकारी और चिकित्साकर्मी पहुंचे। पुलिस चौकी कूण से एएसआई शंभू सिंह राव सहित अन्य ने माैका मुआयना किया।
बस्सी झुंझावत में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद करीब 5 दिन बाद मंगलवार को गांव में कर्फ्यू जैसे हालात बने रहे। बस्सी झुंझावत और सामचोत पूरी तरह सीज है। वहीं आसपास के करीब एक दर्जन गांव और फलो में पुलिस तैनात है। सलूंबर सीआई मय जाब्ता लोगों को धारा 144 की पालना में घर पर ही रहने को पाबंद किया जा रहा है। एहतियात के लिए उदयपुर से अतिरिक्त सुरक्षा बल भी चौकसी कर रहा है, जिसके चलते लोग घरों में ही दुबके है और सड़कों पर सन्नाटा पसरा है। इधर, बस्सी में जरूरी चीजों की आपूर्ति के लिए प्रशासन ने व्यवस्था की है। दूध, फल सब्जी लोगों तक पहुंचाए जा रहे है। पुलिस और प्रशासन की निगरानी में प्रशासन ने अधिकृत टैंपो के जरिए गली, मोहल्लों में सब्जी का विक्रय किया जा रहा है। एसडीएम मणिलाल तिरगर, डिप्टी रतन चावला, तहसीलदार नारायण जीनगर, बीडीओ विशाल सीपा निगरानी दलों की मॉनिटरिंग कर रहे है।
गत शनिवार को बस्सी और इसके आसपास के गांवों की सीमाओं को सील करने के बाद चिकित्सा विभाग की 26 टीमें सघन सर्वे में जुट गई है। ब्लॉक सीएमओ डॉ. गजानंद गुप्ता ने बताया बस्सी के आसपास के 5 किमी को 3 स्टेज में विभक्त कर डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन के अनुरूप सर्वे किया जा रहा है। इसमें बस्सी सहित आसपास के लगभग एक दर्जन राजस्व गांव व फलो को चिह्नित किया है। सर्वे अगले 10 दिनों तक सतत चलेगा। उदयपुर आरएनटी मेडिकल कॉलेज और सलूंबर अस्पताल की 2 रेपिड टीमें पीपीई किट के साथ जुटी है। वहीं स्वास्थ्यकर्मियों की 24 टीमें भी डोर टू डोर सर्वे कर रही है।
निंबाहेड़ा कस्बे की लखारा गली जयपुर के रामगंज और भीलवाड़ा के बांगड़ अस्पताल की तरह कोरोना एपिक बनती दिख रही है। सोमवार को 7 और पॉजिटिव केस आ गए। एेसे में काेराेना पाॅजिटिव की संख्या अाठ हाे गई। इनमें शनिवार को पॉजिटिव मिले सर्राफा व्यापारी की पत्नी व बेटी के साथ बाकी पांचों पड़ोसी है। निंबाहेड़ा के 4 डाॅक्टरों सहित अस्पताल स्टाफ के अधिकांश सैंपल निगेटिव है। इससे यह साफ होने लगा है कि कोरोना लखारा गली से ही फैला। संभवत: सबसे पहले यह सर्राफा व्यापारी चपेट में आया।
उदयपुर से सोमवार दोपहर जिले के 70 सैंपल की रिपोर्ट आई। इनमें चित्तौड़गढ़ जिला अस्पताल से भेजे गए सभी सैंपल तो निगेटिव थे, लेकिन निम्बाहेड़ा के 25 में से 6 पॉजिटिव आए। सभी 6 पॉजिटिव लखारा गली के ही थे। इनमें पहले से संक्रमित सर्राफा व्यापारी की पत्नी व 19 वर्षीय बेटी, 21 वर्षीय बालिका व उसकी 40 वर्षीय मां सहित 26 व 21 वर्षीय दो युवक हैं। ये चारों लखारा गली में रहते हैं। करीब दो घंटे बाद ही कल तक भेजे शेष सभी सैंपल की रिपोर्ट भी आ गई। जिनमें एक और पॉजिटिव निकला। यह भी लखारा गली निवासी ही है। रिपोर्ट आते ही सभी को निंबाहेड़ा के अस्थायी क्वारंटाइन सेंटर से एक होटल में तैयार आइसोलेशन वार्ड में ले जाया गया। सभी की तबीयत सामान्य है।
कोराेना संक्रमण से हुए लॉकडाउन में सभी क्षेत्रों में काम करने के तरीकों को बदल दिया है और अधिकांश लोग अपना कामकाज फील्ड की बजाय वर्क टू होम और ऑनलाइन के माध्यम से कर रहे है। इसी तरह से अब खेलों की दुनिया में भी अब ऑनलाइन प्रतियोगिताएं होने लगी है।
इसी के तहत उदयपुर में चेस इन लेकसिटी ने भी ली चेस सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन चेस कॉम्पीटीशन की शुरुआत की है, जिसके तहत एक प्रतियोगिता 16 को और सोमवार को हुर्इ। सोमवार को हुए कॉम्पीटीशन में देशभर से 105 शातिरों ने भाग लिया और इसमें गुजरात के अनाद कर्तव्य विजेता बने। चेस इन लेकसिटी के सचिव व प्रशिक्षक विकास साहू ने बताया कि लॉकडाउन में खिलाड़ियों को घर बैठे ही दिमागी कसरत के लिए उदयपुर में ऑनलाइन चेस कॉम्पीटीशन की शुरूआत की है।
अब देशभर में ऑनलाइन प्रतियोगिता ली चेस व चेस.कॉम दो एप के माध्यम से कराई जा रही है। अब 2 मई को तीसरी ऑनलाइन प्रतियोगिता उदयपुर में कराई जाएगी। सोमवार को हुए कॉम्पीटीशन में उदयपुर, यूपी, एमपी, दिल्ली, गोआ, तमिलनाडू, गुजरात और महाराष्ट्र के खिलाड़ियों ने अपना दम दिखाया। बताया गया कि ऑनलाइन प्रतियोगिता 90 मिनट की होती है। प्रत्येक राउंड 6 मिनट का होता है। हर राउंड के बाद मिले पाइंट के बाद सर्वाधिक पाइंट के आधार पर विजेता तय होता है। एक राउंड में खेलने वाले दो खिलाड़ियों को 3 मिनट का समय दिया जाता है।
कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉक डाउन को देखते हुएशहर के अमल का कांटा, लक्ष्मी मार्ग निवासी मोहित सनाढ्य का अक्षय तृतीया पर रावजी का हाटा निवासी चित्रा सनाढ्य के साथ विवाह ऐसे सादगी से हुआ।ब्रह्मपुरी स्थित औदीच्य भवन में दोनों परिवारों के प्रमुख परिवारजनों की उपस्थिति में विवाह की रस्में पूरी हुईं। वर-वधु के अधिकांश परिवारजनों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये वर-वधु को आशीर्वाद दिया। विवाह के समय परिवारजनों ने सोशल डिस्टेंस की पालना की तो वर-वधु भी मास्क लगाए रहे। पंडित जी ने भी मास्क लगाकर फेरे करवाए
स्थापना दिवस पर उदयपुर के इतिहास एवं चुनाैतियां विषय पर ऑनलाइन संगोष्ठी हुई। इसमें ऑनलाइन प्लेटफार्म पर शहर के कई इतिहासकाराें ने भाग लिया। संगोष्ठी में प्रो. गिरीशनाथ माथुर ने कहा कि महाराणा उदय सिंह ने नगर की स्थापना मेवाड़ पर होने वाले आक्रमण का सामना करने के लिए की। इसके परिणाम स्वरुप ही पहाड़ों के बीच छापामार युद्ध कर मुगलों का सामना करने में सफल रहे। डॉ. मनोहर सिंह राणावत ने उदयपुर-चित्ताैड़ पाटनामा में उल्लेखित उदयपुर स्थापना के तथ्यों की जानकारी दी।
डॉ. राजेंद्रनाथ पुरोहित ने निजी संग्रह की बहियों और वंशावलियों के आधार पर नगर स्थापना के महत्व को बताया। डॉ. गोविंदलाल मेनारिया ने ताम्रपत्रों के आधार पर नगर स्थापना के बारे में जानकारी दी। डॉ. ईश्वर सिंह राणावत ने नगर के जलीय स्राेतों के बारे में बताते हुए नगर स्थापना में महत्व बताया। डॉ. पुष्पेंद्र सिंह राणावत ने नगर स्थापना के पीछे भौगोलिक कारणाें की विवेचना की। डॉ. अजातशत्रु शिवरती ने पिछोला झील के किनारे नगर स्थापना के मुहूर्त की जानकारी दी। डॉ. भानु कपिल ने नगर के योजनाबद्ध विकास से जुड़ी जानकारी दी। इसके साथ ही संगोष्ठी में डॉ. देव कोठारी, प्रताप सिंह तलावदा, संजय अग्रवाल, जय किशन चौबे ने भी अपने विचार रखे।
सोमवार को शहर से सटे ढिकली गांव के जागरूक युवाओं की टीम ने हाइवे और गांव से सीधे जुड़े प्रमुख रास्तों पर कांटे, खम्भे लगाकर ब्लॉक कर दिये। इनका कहना है कि रास्ते ब्लॉक होने से बाहर से कोई व्यक्ति चुपके से आकर गांव में रहने में सफल नहीं हो सकेगा।
रास्ते ब्लॉक होने से वह किसी न किसी से सम्पर्क जरूर करेगा। इससे गांव वालों को पता चल सकेगा कि अमुक व्यक्ति आज बाहर से आया है। जागरूक युवाओं ने यह कदम इसलिए उठाया की पिछले कुछ दिनों से सब्जी या अन्य सामग्री बेचने के नाम पर गांव में बाहर के लोगों की आवाजाही भी बढ़ गई थी। सब्जी के लिए गांव के ही एक व्यक्ति को जिम्मेदारी दी गई है कि वह मोहल्ले में जाकर सप्लाई करे। सोमवार को जागरूक युवा घर घर जाकर लोगों से यह अपील भी करते रहे कि कोई भी बाहर का व्यक्ति आये तो तुरंत पंचायत या प्रशासन को बताए।
राजसमंद जिले के भीम स्थित रोडवेज बस स्टैंड निवासी पूर्व अध्यापक भैरूलाल पंडायत के परिवार के 7 सदस्य कोरोना संक्रमित की सेवा में लगे हुए हैं। भैरूलाल पंडायत के पुत्र कुंज बिहारी कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेल नर्स प्रथम के पद पर सेवा दे रहे हैं, जबकि उनकी पत्नी कंचन कंवर कस्बे के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक स्कूल में शिक्षिका एवं उनके पुत्र प्रहलाद कुमार विद्युत निगम में कनिष्ठ अभियंता के रूप में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं।
भैरूलाल का दूसरा पुत्र गोविंद प्रसाद कस्बे के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल, धर्मेश पुरी में शारीरिक शिक्षक के के रूप में कोविड-19 में सेवाएं दे रहे हैं। इसी के साथ उनकी दो बहनें पिस्ता कंवर एवं संतोष कंवर भी अध्यापिका के रूप में क्षेत्र में परिवार की देखरेख के साथ ही पिस्ता कंवर के पति देवीलाल विद्युत निगम में क्लर्क एवं संतोष कंवर के पति जगदीश प्रसाद शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
अवैध शराब परिवहन करते हुए पाए जाने पर प्रतापनगर पुलिस ने 6 युवकों काे गिरफ्तार किया है और 61 देशी शराब के कार्टून जब्त किए हैं। थानाधिकारी विवेक सिंह ने बताया कि सेक्टर 3 भाेपामगरी निवासी विजय कुमार पुत्र रतन लाल, सुनिल पुत्र प्रभूलाल, रौनक पुत्र प्राकाश, प्रतापनगर श्रीराम काॅलाेनी निवासी अरविन्द पुत्र भगवती लाल, सेक्टर 3 निवासी खेमराज पुत्र चैनराम और सेक्टर 3 कनक हाॅस्पिटल के पास निवासी किशन पुत्र चैनाराम काे गिरफ्तार किया है। उन्हाेंने बताया कि सूचना मिली कि देबारी की तरफ से एक टैम्पो आ रहा है। प्रतापनगर चाैराहे पर नाकाबंदी की गई। टैम्पो काे राेका ताे उसने सुखेर की तरफ भगाया। पुलिस टीम ने पीछा कर टैम्पो काे रुकवाया। अंदर 6 युवक बैठे हुए थे। टैंपाें से तिरपाल हटाकर देखा ताे अंदर शराब के कार्टून पड़े हुए थे।
राज्य सरकार के निर्देश पर बाहरी राज्यो में रहने वाले प्रवासियों को उदयपुर जिले में प्रवेश की व्यवस्था शुरू हो गई है। कलेक्टर आनन्दी ने बताया कि अन्य राज्यों से अपने मूल जिले में आने वाले व्यक्तियों को अनिवार्य रूप से 14 दिनाें के लिए होम क्वारेन्टाइन में रहना होगा। सभी एसडीओ, विकास अधिकारी और ब्लॉक मुख्य चिकित्साधिकारी को इस पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं।
यदि कोरोना पॉजिटिव पाए गए स्थान, क्षेत्र से कोई व्यक्ति उदयपुर की सीमा में आ रहा है और वो घर के लिए रवाना हो गया है तो संबंधित उपखण्ड अधिकारी, ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से समन्वय स्थापित करके उस व्यक्ति को एम्बुलेन्स के माध्यम से हाई-वे से ही पिकअप कर जांच के लिए एमबी अस्पताल लाने की व्यवस्था करेंगे। किसी भी परिस्थिति में किसी भी प्रवासी व्यक्ति को स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं भेजा जाना है। कोई व्यक्ति निजी वाहन से आता है तो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की टीम उस वाहन को सेनेटाइजेशन के बाद ही वाहन उस व्यक्ति को देंगे।
रतनपुर बॉर्डर पर तैनात मेडिकल टीम
अब ज्यादा सख्ती : कलेक्टर आनंदी ने बताया कि होम क्वारेंटाइन के दौरान व्यक्ति घर से बाहर निकला ताे उस पर केस होगा। 14 दिन के लिए उनको जो भी सामग्री की आवश्यकता है, वह स्थानीय पंचायत या प्रशासन घर तक पहुंचाएगा। अवहेलना पर आमजन कंट्रोल रूम 0294-2414620 या पंचायत में सूचना दे सकता है।
न्यू भूपालपुरा क्षेत्र की महिला नर्स के कोरोना पॉजिटिव आने और कर्फ्यू के बीच आसपास के 50 से ज्यादा इलाकों में घर-घर स्क्रीनिंग होगी। सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी ने बताया कि इन सभी क्षेत्रों में चित्रकूटनगर, भूपालपुरा, प्रतापनगर, आयड़ और बीसीएमओ की टीमें, जबकि ग्रामीण क्षेत्र में चिकित्सा अधिकारी बड़गांव की टीमें जाएंगी।
जिले के मूल निवासी जो वर्तमान में महाराष्ट्र राज्य में प्रवासियों या श्रमिकों के रूप में रह रहे हैं, उन्हें आगामी 3 मई तक राजसमंद आने की स्वीकृति महाराष्ट्र सरकार ने नहीं दी है। कलेक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल ने ऎसे लोगों से अपील की है कि वे आगामी आदेशों तक जहां पर हैं वहीं पर सुरक्षित रहें।
कलेक्टर ने बताया कि अन्य राज्यों के हॉट स्पॉट जिलों से भी प्रवासियों को आगामी आदेशों तक राजसमंद आने की स्वीकृति नहीं दी गई है, इसलिए अहमदाबाद एवं सूरत आदि हॉट स्पॉट स्थानों के प्रवासियों को भी राजसमंद आने की स्वीकृति आगामी आदेशों तक स्थगित रखी गई है, परन्तु वे जिले जो हॉट स्पॉट नहीं हैं, वहां से राजसमंद आने वाले प्रवासी, श्रमिक अपना पंजीकरण एकीकृत कॉल सेंटर जिसका नम्बर 1800 1080 6127 पर अथवा emitra.rajasthan.gov.in तथा rajcovid.info मोबाइल एप पर करवा सकेंगे।
पंजीकरण प्रक्रिया के बाद संबंधित राज्य की सहमति होने पर ही राजसमंद आ सकेंगे। कलेक्टर ने बताया कि राजसमंद के प्रवासियों, श्रमिकों की घर वापसी के लिए महाराष्ट्र सरकार से वार्ता की जा रही है, इसलिए उन्होंने ऐसे लोगों से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और प्रदत्त निर्देशों की पालना करें।