सरकार की तरफ से मोबाइल ओपीडी सेवा की शुरूआत होने से लोगों को गांवों में चिकित्सा सुविधाएं मिलना शुरू हो चुकी है। बेकरिया क्षेत्र में मोबाइल ओपीडी सेवा में एलोपैथी और आयुष चिकित्सक सेवाएं दे रहे है। इसमें डॉ.वंदना कुमावत के अगुवाई में उपलावास, सेमला थला गांव में कैंप लगाकर लोगों की जांच कर उपचार किया। इधर, डॉ. आदित्य लखारा की मौजूदगी में वेराकातरा, वागावत आदि गांव में कैंप लगाकर लोगों का उपचार किया। कैंप में गर्भवती महिलाओं की जांच और मौसमी बीमारी से जुड़े मरीज पहुंचे। इस दौरान एएनएम सविता, हेमलता उपस्थित थी।
ग्राम पंचायत महुड़ा में खेत पर पेड़ से टहनियां काट रहे किसान की करंट लगने से मौत हो गई। घासा थानाधिकारी सज्जन सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे महुड़ा निवासी सोहनसिंह (50) पुत्र गिरवर सिंह अपने खेत पर पेड़ की टहनियां काट रहा था। पेड़ के पास से 11 केवी बिजली की लाइन गुजर रही थी। पेड़ की टहनियां काटने के दौरान किसान बिजली की लाइन की चपेट में आ गया। करंट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना पर घासा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मावली सीएचसी लाया गया। जहां पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुुर्द किया। परिजनों ने बताया कि मृतक के चार लड़कियां अाैर एक लड़का है। मृतक का इकलौता बेटा मुंबई में काम करता है। जो हाल ही में लाॅकडाउन के चलते वहीं पर फंसा हुआ है। जिस कारण वह अपने पिता को मुखाग्नि नहीं दे पाया।
कोटड़ा| बाइक से हादसे का शिकार हुए बुजुर्ग को सीएचसी से अपने गांव तक झोली में ले जाना पड़ा। पाथरपाड़ी निवासी देवा पुत्र जीता खेर को बाइक सवार ने टक्कर मार दी। इससे वह घायल हो गया। एंबुलेंस से परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे उदयपुर रेफर कर दिया। इस दौरान एंबुलेंस किसी अन्य मरीज को उदयपुर लेकर जा रही थी। वहीं परिजनों ने अपने पास अधूरे दस्तावेज का हवाला देते हुए जाने से इंकार कर दिया।
एंबुलेंस अन्य मरीज को लेकर रवाना हो गई। इसके बाद घायल को ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला और ना ही सरकारी एंबुलेंस उपलब्ध हो पाई। अपराह्न तीन बजे परिजन लकड़ी पर साड़ी से झोली तैयार की और उसमें बुजुर्ग को बैठाकर पाथरपाड़ी अपने घर के लिए रवाना हो गए। तेज गर्मी के कारण परिजनों को परेशानी उठानी पड़ी। लॉकडाउन के चलते अन्य कोई निजी वाहन भी मदद के लिए नहीं मिल पाया। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था की उन्हें उदयपुर के लिए रेफर किया था। लेकिन उन्होंने ले जाने से इंकार कर दिया।
कोरोना संक्रमण के चलते दुकान के बाहर भीड़ इकट्ठी करने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने पर एसडीएम ने नोटिस जारी कर किराणा व्यवसायी को 3 मई तक दुकान नहीं खोलने के आदेश जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह 10 बजे एसडीएम अनिल कुमार कस्बे में निरीक्षण करने गए। कस्बे के पुलिस थाना मार्ग स्थित बसंत किराणा स्टोर की दुकान के बाहर लोगों की भीड़ लगी हुई थी। सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं थी। जिस पर एसडीएम ने कार्रवाई करते हुए दुकान मालिक को 25 अप्रैल से आगामी 3 मई तक दुकान नहीं खोलने के आदेश जारी किए।
एसडीएम नीलम लखारा और रसद निरीक्षक विनोद पाटीदार ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए दुकानों को सील किया। दुकानदार लॉकडाउन के बावजूद सरकार के निर्देश अवहेलना करते हुए दुकान खोल रखी थी। दुकान से तंबाकु, गुटका बरामद किया गया। एसडीएम ने संयुक्त व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष को पाबंद करते हुए बताया कि भविष्य में यदि व्यापारियों ने लॉकडाउन की पालना नहीं की तो ऐसी कार्रवाई की जाएगी और मुकदमा दर्ज करवाया जाएगा। साथ ही बताया कि बाहरी राज्यों से आए लोगों को अभी होम आइसोलेशन में है ऐसे में कोई भी लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
थाना क्षेत्र के सुरखंड खेड़ा में बुधवार शाम को तहसीलदार के झोलाछाप क्लीनिक सील करने के बाद शुक्रवार को औषधि नियंत्रक अधिकारी ने दवाइयां और उपकरण जब्त कर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस में मामला दर्ज करवाया। शुक्रवार सुबह करीब दस बजे सराड़ा बीसीएमओ डॉ. सुरेश मण्डावरिया, औषधि नियंत्रक अधिकारी उदयपुर ललिता आच्छवानी, तहसीलदार और चिकित्सा प्रभारी डॉ. कोमल मीणा ने झोलाछाप अजीतकुमार विश्वास के क्लीनिक से दवाइयां बीपी इंस्ट्रूमेंट, स्टेथोस्कोप, नेबूलाइजर मशीन आदि उपकरण जब्त किए। चिकित्सा विभाग की ओर से सराड़ा थाना पुलिस को कार्रवाई के लिए रिपाेर्ट दर्ज करवाई।
जिला कलेक्टर आनंदी और जिला पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद्र बिश्नोई सहित पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियों ने शुक्रवार को उदयपुर- डूंगरपुर जिले की सीमा का निरीक्षण किया। साथ ही संक्रमित क्षेत्र से आने वाले वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने, लॉकडाउन का सख्ती से पालन करने की बात कहते हुए निर्देश दिए। इस दौरान एडिशनल एसपी अताउर्रहमान, सलूंबर एसडीएम मणिलाल तीरगर, डिप्टी एसपी रतन चावला, तहसीलदार नारायण लाल जीनगर, झल्लारा नायब तहसीलदार गोपाल शर्मा, आरटीएस श्यामसिंह चारण उपस्थित थे। कलेक्टर ने झल्लारा थानाधिकारी शिवसिंह चौहान, एसडीएम मणिलाल तीरगर से अन्य जिलों से आने वाले वाहनों को रोकने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी लेते हुए सीमा पर वाहन एंट्री के लिए बने रजिस्टर की जांच की। मुख्य मार्ग के अलावा जिले में आने वाले रास्तों के बारे में जानकारी जुटाते हुए उन पर प्रशासन की तरफ से किए जा रहे प्रयासों को लेकर सवाल किए। इस पर एसडीएम ने ग्रामीण क्षेत्र में बने ऐसे सभी रास्तों को सील करने और खोदकर अवरोधक करने की जानकारी दी।
सराड़ा| कलेक्टर आनंदी ने शुक्रवार को सराड़ा क्षेत्र का दौरा किया। कलेक्टर थरोड़ा से केजड़ और चावंड होते हुए परसाद पहुंची।
कलेक्टर ने कातनवाड़ा मोड़ के पास सड़क पर बिना मास्क के जा रही महिलाओं और युवकों को रूकवाया। लॉकडाउन में घूमने की जानकारी मांगी तो महिलाओं ने अस्पताल जाने की बात कही। इस पर प्रशासन ने हिदायत देकर रवाना कर दिया।
ऋषभदेव| उपखंड मुख्यालय पर शुक्रवार को जिला कलेक्टर आनंदी, जिला पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्नोई ने निरीक्षण किया। शाम 7 बजे पहुंचे कलेक्टर ने कस्बेवासियों से बातकर समस्या जानी। इस दौरान एडीशनल एसपी ग्रामीण अताउर रहमान, डिप्टी विक्रमसिंह, एसडीएम नीलम लखारा, थानाधिकारी शैलेन्द्र सिंह मौजूद थे।
(संजय बसेर)। डूंगरपुर जिले में निठाउवा थाना क्षेत्र के वलाई गांव के पास शुक्रवार को दो युवकों की माही नदी में डूबने मौत हो गई। दोनों अपनी दादी का निधन हो जाने पर सुतकारे (परिजनके निधन पर बाल देने का संस्कार) की क्रिया में शामिल होने के बाद नदी में नहा रहे थे। इस दौरान वीडियो बनाते समय दोनों की डूबने से मौत हो गई। मौत से कुछ मिनट पहले का वीडियो सामने आया है।
जानकारी के अनुसार बांसवाड़ा जिले के मोटा गांव थाना क्षेत्र के चचेरे भाई कल्पेश उर्फ प्रिंस कलाल (19) पुत्र धनपाल और भाविक (20) कलाल पुत्र गोपाल की दादी का 15 अप्रैल को निधन हो गया था। निधन के आठवें दिन सुतकारा किया जाता है।
सुतकारा के लिए दोनों अपने परिजनों के साथ बांसवाड़ा जिले में रणछोड़ मंदिर के पास स्थित श्मशान आए थे। बाल देने की क्रिया के बाद वे दोनों माही में नहाने उतरे थे। नदी का एक छोर बांसवाड़ा और दूसरा डूंगरपुर में पड़ता है जिसका विभाजन वलाई पुल से होता है।
परिजनों ने सोचा मजाक कर रहे होंगे
दोनों नहाते समय पुलिस के उस पार चले गए यानी डूंगरपुर वाले हिस्से में। इस दौरान दोनों वीडियो बनाने लगे और इस दौरान गहरे पानी में चले गए। वे डूबने लगे तो परिजनों ने सोचा मजाक कर रहे होंगे,लेकिन पांच मिनट तक पानी में ऊपर नहीं आए तो परिजनों ने उन्हें पानी से निकाला।
दोनों को किनारे लाया गया, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस वहां पहुंची तथा आसपुर चिकित्सालय में पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौँप दिए।दोनों युवक परिवार के इकलौते पुत्र थे। दादी की मौत से परिवार में शोक डूबा था वहीं इस हादसे ने परिवार को हिला कर रख दिया। वहां मौजूद परिजनों सहित सभी लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था।
नगर के कुंहारवाड़ा सुकली नदी, कल्याणपुरा बाईपास, जलदाय विभाग समीप चाेर रास्ते सहित अन्य रास्तों की सुरक्षा स्वयं मोहल्लेवासी ही देखेंंगे। जिस पर प्रत्येक बीट प्रभारी भी नियुक्त कर दिए हैं। सीआई भगवानलाल मेघवाल ने बताया कि नगर में दूर दराज के कई गांव व ढाणियों से बाइक पर सवार होकर आने वाले ग्रामीण ने नगर सीमा के बाहर अपने वाहन खड़े कर पैदल खरीदारी के लिए नगर मेें प्रवेश किया। इस बीच पुलिस ने केवल पासधारी वाहन और इमरजेंसी केस में नुमति प्रदान की। बाजार में बेवजह घुमने पर 3 बाइक जब्त की।
अरनोद में कृषि उपज गौण मंडी में गुरुवार से किसानों के गेहूं की खरीद प्रारंभ हुई। यह गेहूं की खरीद कृषि उपज गौण मंडी अरनोद में ना होकर क्रय विक्रय समिति अरनोद में विधायक रामलाल मीणा की उपस्थिति में प्रारंभ की गई। गेहूं की बोली क्रय विक्रय समिति में लगाई गई। इसके बाद व्यापारियों ने तोल अपने-अपने गोदाम पर जाकर करवाया। कृषि उपज मंडी की तरफ से बुधवार को बताया गया था कि सेनेटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग और भी नियमों का ध्यान रखा जाएगा, लेकिन यहां भीड़ को देखते हुए इसके ठीक उलट हुआ। सभी लोग भीड़ के रूप में गेहूं की बोली में भाग ले रहे थे। विधायक रामलाल मीणा बार-बार लोगों को समझा रहे थे कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करें, लेकिन व्यापारी और लोग ऐसा नहीं कर रहे थे। विधायक रामलाल मीणा शुभारंभ करवा कर प्रतापगड़ के लिए रवाना हो गए। उनके जाने के बाद भी लोगों ने यहां पर किसी बात का ध्यान नहीं रखा और ना ही क्रय विक्रय समिति के व्यवस्थापक या और किसी अधिकारी ने व्यापारियों और लोगों को सतर्क किया। ज्यादातर लोगों के मास्क तक लगे नजर नहीं आए।
जब पूछा तो कहा कि हमने अपील की, पुलिस नहीं पहुंची
विक्रय समिति के व्यवस्थापक कृष्ण दास बैरागी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने लगातार लोगों से अपील की। अब इसकी पालना कठोरता से करवाई जाएगी। किसी भी हाल में सभी नियम कायदों को सभी को मानना होगा। मंडी में आने वाले सभी वाहनों और किसानों को सेनेटाइज किया गया। समिति में गेहूं की खरीद 1701 रुपए से 1771 रुपए तक हुई। भीड़ नियंत्रण और व्यवस्था के लिए पुलिस थाने में भी सूचना दी गई, लेकिन पुलिस का कोई भी जवान यहां नहीं आया।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सा विभाग मुस्तैद नजर आ रहा है। गुरुवार को औरंगाबाद से कुछ मजदूर एमपी से होते हुए राजपुरिया बॉर्डर पर पहुंचे तो यहां तैनात पुलिस टीम ने उन्हें रोका और तुरंत ही चिकित्सा विभाग को सूचित किया। सूचना पर एंबुलेंस की सहायता से सभी मजदूरों को राजकीय अस्पताल पहुंचाया गया और स्क्रीनिंग के बाद इनके जांच सैंपल लिए गए। सभी को क्वारेंटाइन किया गया है। कोरोना से बचने के लिए प्रतिदिन स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं। साथ ही प्रत्येक घर का सर्वे कर विदेश से आने वालों की जानकारी जुटाई जा रही है। जिन लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है उनकी एक बार फिर से स्क्रीनिंग की जा रही है। अब तक 18 लाख के करीब लोगों को की रि स्क्रीनिंग हो चुकी है। कोरोना के लक्षण नजर आते ही चिकित्सा टीम उनके उपचार में जुट रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीके जैन ने बताया कि मंगलवार तक होम क्वारेंटाइन लोगों की संख्या 4401 से घटकर 1673 हो गई। इसी प्रकार इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन की संख्या 15 से बढ़कर वापस 36 गई है।
मौके पर की स्क्रीनिंग : अवलेश्वर क्षेत्र के मध्यप्रदेश - राजस्थान की बॉर्डर राजपुरिया पर गुरुवार को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से आ रहे 3 मजदूरों को राजपुरिया बॉर्डर पर रोका गया। स्वास्थ्य विभाग के मेल नर्स सुनील पासवान के द्वारा उनकी कोरोना को लेकर स्क्रीनिंग की गई। 108 एंबुलेंस प्रतापगढ़ से बुलाकर जिला चिकित्सालय भेजा गया। कोरोना की जांच के लिए इन तीनों मजदूरों के सैंपल भी लिए गए हैं। ये सभी धरियावद तहसील के पारसोला के अड गांव के निवासी हैं। यह औरंगाबाद मजदूरी करने के लिए गए हुए थे। इन तीनों ने बताया कि 14 अप्रैल से पैदल ही चल रहे हैं। कई जगह पर पुलिस स्टाफ के द्वारा उन्हें खाना खिलाया गया। कई जगह उनकी जांच भी की गई।
(अजय पारीक).कोरोना वायरस संक्रमण से पूरा देश जूझ रहा है। अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। प्रतापगढ़ की बात करें तो यहां आइसोलेशन वार्ड खुद आईसीयू में है। यहां भर्ती लोगों को न तो मीनू के अनुसार भोजन दिया जा रहा है और न ही अन्य सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। वार्ड में भर्ती लोगों ने बताया कि प्रतिदिन चार कच्ची रोटियां खाने में दी जा रही है। दाल भी छोटे डिस्पोजल दोने में एक चम्मच दी जा रही है। यह स्थिति तब है जबकि आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग के शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन के आदेशानुसार प्रति व्यक्ति प्रतिदिन 600 रुपए खाना और नाश्ते के निर्धारित कर रखे हैं। इतना ही नहीं क्वारेंटाइन और आइसोलेशन वार्ड में चिकित्सकों को फोर या फाइव स्टार होटल जैसी सुविधाएं देने के निर्देश के बावजूद उन्हें धर्मशाला जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही।
जिला चिकित्सालय के प्रथम तल पर कोरोना का आइसोलेशन वार्ड बना रखा है। पुरुष और महिला वार्ड के बीच कॉमन वॉश वेसन लगा है। पुरुष वार्ड में भर्ती नंगला तेरई भरतपुर निवासी लेखराज जाट ने बताया कि उसे परिवार सहित 21 अप्रैल से आइसोलेशन वार्ड के बैड नं. 2 में भर्ती कर रखा है। सुबह व शाम के खाने में प्रतिदिन चार रोटी दी जाती है जोकि या तो कच्ची होती है या पूरी तरह जली होती है। साथ ही डिस्पोजल दोने में एक चम्मच दाल दी जा रही है, जोकि पर्याप्त नहीं होती। चावल भी गुणवत्तापूर्ण नहीं है।
महिला वार्ड में भर्ती हरदेवी जाट ने बताया कि सुबह 9 और शाम 5 बजे डिस्पोजल कप में चाय दी जाती है, जोकि पॉलीथिन में आती है। मास्क और सेनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं है। बैड की चादर प्रतिदिन नहीं बदली जाती। वार्ड में पानी का एक कैंपर रख दिया जाता है, लेकिन डिस्पोजल गिलास नहीं रखा जाता। महिला और पुरुष वार्ड के बीच कॉमन वॉश वेसन है, जहां साबुन और सेनिटाइजर की कोई व्यवस्था नहीं होने से संक्रमण का अंदेशा बना हुआ है। शाम को खाने में जो सब्जी दी जाती है, वह भी पानी जैसी होती है।
हथूनियां निवासी मदनलाल प्रजापत ने बताया कि अस्पताल प्रशासन द्वारा कच्ची रोटी खाने में दी जा रही है। लेकिन क्या करें, भूख बड़ी चीज है। भूखा पेट भरने के लिए कच्ची रोटी खाना मजबूरी बना हुआ है। वार्ड में कोई व्यवस्था नहीं है। यही शिकायत 13 अप्रैल से पुरुष वार्ड में भर्ती कूपड़ा निवासी मुकेश निनामा ने की। निनामा ने बताया कि पेयजल के लिए 80 रुपए निर्धारित हैं, इसके बावजूद बाजार से बोतल खरीदनी पड़ रही है।
डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले में कोरोना पॉजिटिव केसों में बढ़ोतरी के साथ ही उदयपुर- डूंगरपुर जिले की सीमा को लॉक कर दिया गया है। इसके बाद से दोनों जिलों की पुलिस टीम 24 घंटे सीमा पर तैनात रहकर कोरोना महामारी को हराने में जुटी हुई है। इस महामारी की लड़ाई में चिकित्सा विभाग, पुलिस विभाग और सफाईकर्मी पर्दे के मुख्य नायक है। वहीं पर्दे के पीछे के भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इन कर्मचारियों के लिए समय-समय पर चाय-पानी और अल्पाहार सहित भोजन की भी व्यवस्था कर इन कार्मिकों का हौंसला अफजाई कर रहे हैं।
डूंगरपुर जिले के आसपुर निवासी भैरूलाल सुथार रोजाना अपनी स्कूटी पर अपने घर से पानी का कैंपर और चाय लेकर उदयपुर- डूंगरपुर जिले की सीमा पर तैनात कर्मचारियों तक पहुंचाता है। भैरूलाल प्रतिदिन तीन बार दोनों जिलों की सीमा सहित अन्य जगह कार्यरत कर्मचारियों तक पानी और चाय पहुंचाता है। इसी प्रकार जैताणा निवासी भैरूलाल कलाल, लाली बाई इन कर्मचारियों के लिए अल्पाहार पहुंचाते हैं । सीमा पर निवास करने वाले लालजी मीणा और उनके पुत्र कर्मचारियों के खाने की व्यवस्था नहीं होने पर खुद अपने घर से बना कर भेजते हैं।
कस्बे में गुरुवार से किराणा सामान की दुकानें राेज खुलना शुरू हाे गई। यह दुकानें नियमित सुबह 7 से दाेपहर 12 बजे तक खुलेंगी। व्यापार मंडल तथा पुलिस प्रशासन ने लाेगाें से सामान लेने के लिए पैदल ही आने की अपील की है। थानाधिकारी चंद्रशेखर के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता मुख्य चाैराहा, गैंगहट चाैराहा, बड़ियार चेक पाेस्ट पर तैनात रहा। बिना काम बाहर निकलने वाले लाेगाें काे पुलिस ने समझाकर वापस रवाना किया। लाेगाें से घराें में रहने की अपील की गइर्। इधर, पुलिस ने सुबह कस्बे में ड्राेन कैमरे से निगरानी करवाई। कस्बे के मुख्य चाैराहे पर ड्राेन कैमरा उड़ाकर बिना काम के बाहर निकलने वालाें, गलियाें में बेवजह घूमने वालाें पर पुलिस ने नजर रखी। इसके बाद गादाेली गांव में भी ड्राेन कैमरे से निगरानी की गई।
थानाधिकारी ने बताया कि कस्बे के साथ गांवाें में पुलिस ड्राेन कैमरे से निगरानी कर रही है। इससे गली-माेहल्लाें में बेवजह बाहर निकलने वालाें पर नजर रखी जाएगी। थानाधिकारी ने लाेगाें से बिना काम बाहर नहीं निकलने की अपील की है। पुलिस जाब्ता मुख्य चाैराहे पर दिनभर तैनात रहा। इधर, बाजार में किराणा के सामान की दुकानें खुलने पर लाेग खरीदारी करने पहुंचे। इस दाैरान लाेगाें ने साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा। दुकानदाराें काे मास्क लगाने तथा ग्राहकाें से भी मास्क पहनकर खरीदारी करने के लिए आने की अपील की जा रही है। हालांकि लाेग जरूरी हाेने पर ही बाहर निकल रहे हैं। शाम के वक्त लाेग छताें पर परिवार के साथ फुटबाॅल, टेनिस, सताेलिया खेलकर समय बीता रहे हैं। लाेगाें का अधिकांश समय घराें पर ही बीत रहा है। सरकारी कार्यालय खुल रहे हैं, लेकिन इनमें अभी जरूरी काम ही हाे रहा है। लाॅकडाउन में काेराेना से राहत देने से जुड़े कार्यालयाें में ही काम हाे रहा है।
कुराबड़ थाना क्षेत्र में बीती रात राशन के गेहूं से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर पुलिया से नदी में गिर गया। गनीमत रही कि नदी में पानी कम होने से चालक की जिंदगी बच गई। थानाधिकारी पवन सिंह ने बताया कि बीती रात राशन केन्द्रों के लिए गेहूं और दाल से भरा ट्रक बंबोरा और सुलावास क्षेत्र में जा रहा था। तभी रात करीब 12.30 बजे सुलावास पुलिया पर ट्रक अनियंत्रित होकर नदी मे पलट गया। इससे केबिन में फंसे चालक ने बड़ी मुश्किल से जान बचाई। हादसे में चालक मामूली रूप से घायल हो गया। वहीं गेहूं और दाल के कट्टे पानी में भीगने से खराब हो गए। हालांकि सुबह पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से कुछ गेहूं के कट्टे निकाले। मगर इसके बावजूद हादसे में नुकसान होना सामने आया। इधर, सुबह नदी पर लोगों की भीड़ एकत्रित होने पर पुलिस ने लोगों को मौके से हटाया।
वल्लभनगर विधायक और प्रदेश कांग्रेस महासचिव गजेन्द्र सिंह शक्तावत ने उपखंड कार्यालय वल्लभनगर में हुई अधिकारियों की बैठक में ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी महेन्द्र लोहार की मांग पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी दिनेश खराड़ी ने लगभग 21 लाख के प्रस्ताव को विधायक निधि स्वीकृति के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा। ब्लाॅक अध्यक्ष सुनील कुकड़ा ने बताया कि 21 लाख की स्वीकृति में वल्लभनगर विधान सभा क्षेत्र में एक एम्बुलेंस, वेंटिलेटर, बैड, कृत्रिम वातावरण से ऑक्सीजन लेने के उपकरण और अन्य छोटे-मोटे आवश्यकतानुसार उपकरण खरीदे जाएंगे।
शक्तावत ने इसके अलावा कानोड़ चिकित्सालय में 50 बैड तक सुविधा राज्य सरकार के माध्यम से करवाई। इस माैके पर शक्तावत ने कहा की क्षेत्र में कोरोना महामारी के समय में किसी भी चीज की कमी नहीं हाेने दी जाएगी। साथ ही अन्य प्रदेशों में फंसे प्रवासियों को अपने घर वापसी काे लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट से भी वार्ता की जा रही है। शक्तावत ने कहा की कोरोना महामारी से घबराने की जरूरत नहीं है। सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने से प्रशासन और चिकित्सा विभाग की दी जा रही जानकारी के पालन से इसपर नियंत्रण किया जा सकता है।
कस्बे के नेशनल हाईवे-27 पर स्थित टोल नाके के समीप शराब की दुकान पर बुधवार रात्रि को जिला स्पेशल टीम ने छापामार कर लॉकडाउन के दौरान अवैध रूप से बेची जा रही शराब जब्त की। गोगुंदा थानाधिकारी गोपाललाल शर्मा ने बताया कि डीएसटी टीम की सूचना पर मौके पर पहुंचे तो देखा की शराब की दुकान पर आबकारी विभाग ने लॉकडाउन के चलते मुख्य दरवाजे पर सील लगा रखी थी।
पुलिस टीम ने मौके से 1506 बोतलें विभिन्न ब्रांड की बीयर, अंग्रेजी शराब की 96 बोतले, 336 पव्वे जब्त कर सैल्समेन लोकेंद्र पुत्र महिपाल सिंह निवासी झीलवाड़ा को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है। मामले में अग्रिम अनुसंधान जारी है। कार्रवाई के दौरान डीएसटी टीम के हैड कांस्टेबल विक्रमसिंह, कांस्टेबल योगेश कुमार, प्रहलाद कुमार, अनिल कुमार, रविंद्र बुडवार, तपेंद्र भादू और मनमोहन सिंह उपस्थित थे।
^मामले में लाइसेंसधारी को ब्लैकलिस्ट कर धरोहर राशि 7 लाख रुपए जब्त की जाएगी। सील डेट से स्टॉक का मिलान कर कम हुए स्टॉक की वसूली की जाएगी।
हेमेन्द्र नागर, जिला आबकारी अधिकारी, उदयपुर
उदयपुर-जयसमंद स्टेट मेगा हाइवे पर स्थित केवड़े की नाल के जंगल मे आग लगने से करीब 200 से अधिक हैक्टेयर क्षेत्र और जयसमंद अभयारण्य में 50 हैक्टेयर क्षेत्र जलकर राख हो गया। जानकारी के अनुसार बुधवार दोपहर के बाद केवड़े की नाल में ऊपरी क्षेत्र की पहाड़ियों में लगी आग तेज हवा के कारण गुरुवार देर शाम तक करीब 200 हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फैल गई। आग से घास-फूस, सूखी वनस्पति, बांस के पौधे, पक्षियों के घोंसले जलकर राख हो गए। वहीं रेंगने वाले छोटे जीवों के भी नष्ट होने की आशंका जताई जा रही है। देर शाम तक आग पर काबू पाने मे छह वनकर्मी अाैर चार ग्रामीण लगे रहे। रेंजर मोहनलाल ने बताया कि हवा के कारण आग पर काबू पाने में परेशानी हो रही है। वहीं गुरुवार दोपहर जयसमंद अभयारण्य में कस्बे के समीप स्थित पहाड़ी क्षेत्र में आग लगने से करीब 50 हैक्टेयर क्षेत्र जलकर राख हो गया।
वनकर्मियों ने आग बुझाने का प्रयास किया। मगर देर रात तक पहाड़ी धधकती रही। आग से सूखी घास-फूस और वनस्पति को नुकसान पहुंचा। जानकारी के अनुसार करीब एक पखवाड़े से जयसमंद, केवड़ा, ओडा, खारवां, वगुरूवा, सालरघाटी, झामरकोटड़ा अाैर कुराबड़ वन क्षेत्र में आग लगने से काफी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं करीब 1500 हैक्टेयर से अधिक जंगल को नुकसान पहुंचा है।
क्षेत्र के चारनिया से एक दिन पहले लापता हुई महिला और उसकी सात महीने की बेटी के शव बुधवार सुबह कुएं में पड़े मिले। पुलिस प्रथम दृष्टया खुदकुशी का मामला मान रही है। पुलिस ने हाइड्राे क्रेन की मदद से दाेनाें के शव को बाहर निकाला। पुलिस आत्महत्या के कारणाें काे लेकर जांच कर रही है।द्वितीय थाना प्रभारी प्रेमसिंह चूंडावत ने बताया कि नारायणी 28 पत्नी कैलाश गुर्जर अाैर उसकी सात महीने की बेटी गणेशी की कुएं में डूबने से माैत हाे गई। नारायणी का बड़ा भाई कुंदवा पंचायत के भचेडिया निवासी भैरूलाल और उसकी पत्नी साेमवार काे घर आए हुए थे। मंगलवार सुबह नारायणी ने उन्हें नाश्ता कराया और वे रवाना हो गए। इसके बाद नारायणी का पति पाइप खरीदने के लिए 5 हजार रुपए लेकर बाजार गया, वापस आया ताे पत्नी, बच्ची घर पर नहीं थे।
तलाश की तो कहीं नहीं मिले। बुधवार सुबह गुमशुदगी की रिपोर्ट देवगढ़ थानेे में दर्ज कराने के लिए परिवार के लोग पहुंचे। इसके बाद सुबह दस बजे किशन सालवी के नीमडी वाले कुएं में बेटी का शव दिखा। पास ही सीढ़ियाें में चप्पल भी पड़े मिले। सूचना पर पुलिस जाब्ता पहुंचा, ग्रामीणों और पुलिस ने हाेइड्राे क्रेन की मदद से बेटी और मां के शव काे डेढ़ घंटे की मशक्कत से बाहर निकाला। पुलिस ने शवाें काे पाेस्टमार्टम करा परिजनाें काे साैंपे। पीहर पक्ष ने घटना के कारणाें के पीछे की निष्पक्ष जांच की मांग की है। जांच अधिकारी चूंडावत ने बताया कि प्रथम दृष्टया खुदकुशी का मामला लग रहा है। हालांकि कारण अब तक स्पष्ट नहीं हाे पाए हैं। मृतका का बड़ा भाई भी एक दिन पहले पत्नी के साथ आकर गया था। उसने भी पति-पत्नी के बीच वर्तमान में काेई विवाद हाेना नहीं बताया है। हालांकि कुछ समय पूर्व अनबन हाेने पर पति से नाराज हाेकर पीहर जाने की बात सामने आई है। महिला के दाे मासूम बेटियां भी है। कारणाें काे लेकर पुलिस जांच कर रही है।
जिला सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष संदीप श्रीमाली और जिला महामंत्री योगेंद्र सिंह चाैहान ने कलेक्टर अरविंद पोसवाल को ज्ञापन साैंपकर हिंदुस्तान जिंक के लाॅकडाउन की अवहेलना किए जाने पर कार्रवाई की मांग की। श्रीमाली ने बताया कि नियमों के विपरीत काम करने पर कार्रवाई करने और जिंक को दी गई छूट तत्काल निरस्त करते हुए खनन का लाइसेंस रद्द करने की मांग की। कोरोना महामारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के आदेशानुसार बड़ी कंपनियों में 750 लाेग प्रति पारी में काम कर सकते है और इन व्यक्तियों के रहने की व्यवस्था कंपनी के अंदर ही करनी होगी, लेकिन जिंक में इस संख्या से कई अधिक व्यक्ति काम कर रहे हैं।
संस्था को जिले से बाहर के व्यक्तियों के बुलाने पर पाबंदी हैं, लेकिन जिंक ने जिले से बाहर के व्यक्तियों को भी दबाव बनाकर काम करने के लिए बुलाया हैं। जिंक में कार्यरत कंपनियों ने कार्मिकों को काम नहीं तो वेतन नहीं और काम पर नहीं आने वाले को चेतावनी जारी की हंै। मोनोमार्क इंजीनियरिंग, एसएमएस लिमिटेड, एडिको, रिलायंट ड्रिलिंग प्राइवेट लिमिटेड सहित अन्य कई कंपनियों ने कार्मिकों को नोटिस जारी कर कार्य पर तत्काल आने के निर्देश जारी किए हैं। इसकी जांच की मांग की। उपखंड प्रशासन के द्वारा इन लोगों को पास जारी किया जाए। कंपनियां अपने स्तर पर ही कार्मिकों को काम पर आने जाने के लिए पास जारी कर रही हैं।
बीडीओराकेश पुरोहित की अपील पर जनरल व्यापार संघ स्टेशन तथा व्यापार संघ रामद्वारा ने बच्चों के खाने के लिए भाेजन के 100 पैकेट दिए। इस दाैरान रमन कंसारा, धूलजी हिरण, मनोहरलाल पितलिया, नारायण सिंह भाटी, ने सहायता के लिए आश्वस्त किया। आमेट के अनिल त्रिवेदी ने बच्चों के लिए नाश्ते के 100 पैकेट पंचायत समिति को सुपुर्द किए।
शहर के नाथद्वारा राेड साेमनाथ चाैराहा स्थित मातेश्वरी हाेटल में बुधवार सुबह छापा मार कर करीब 20 हजार रुपए की अंग्रेजी शराब और खरगाेश पकाते हुए चार युवकाें काे गिरफ्तार किया। वन विभाग ने वन्यजीव शिकार की धाराओं में कार्रवाई करते हुए 21 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। आबकारी पुलिस ने चाराें काे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जमानत पर रिहा किया। कार्रवाई एसडीएम सुशीलकुमार, जिला आबकारी अधिकारी जगदीशप्रसाद रंगा, सहायक आबकारी अधिकारी विजय जाेशी के नेतृत्व में की गइर्।
आबकारी थानाधिकारी अाेमसिंह चूंडावत ने बताया कि हाेटल संचालक कांकराेली निवासी दयाल टांक पुत्र शंभुलाल टांक, धाेईन्दा निवासी सुनील कुमावत पुत्र शांतिलाल कुमावत, अनिल पुत्र शांतिलाल कुमावत, गाेविंद पुत्र गाेवर्धन कुमावत काे अवैध शराब का व्यापार करते गिरफ्तार किया। आराेपी सभी लाॅकडाउन में प्रतिबंध हाेने के बाद भी हाेटल में अंग्रेजी शराब और बीयर बेच रहे थे। हाेटल की रसाेई में खरगाेश भी पका रहे थे। इस पर एसडीएम सुशीलकुमार ने वन विभाग के अधिकारियाें काे माैके पर बुलाया और कार्रवाई के निर्देश दिए। इस पर वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए हाेटल मालिक पर 21 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। चाराें काे आबकारी विभाग ने गिरफ्तार कर थाने ले गए। आबकारी विभाग ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 70 बाेतल बीयर, 26 अद्दे, 25 पव्वे अंग्रेजी शराब के मिले थे।
लम्बे समय से शराब बेचने की आ रही थी शिकायत: एसडीएम ने बताया कि साेमनाथ चाैराहा पर अंग्रेजी शराब बेचने की लम्बे समय से शिकायत आ रही थी। इस पर मुखबीर लगाया अाैर लाॅकडाउन में प्रतिबंध हाेने के बाद भी अंग्रेजी शराब और बीयर बेचने का सत्यापन हुआताे आबकारी विभाग काे साथ लेकर छापा मारा। करीब 20 हजार रुपए की विभिन्न कंपनियाें की अंग्रेजी शराब सहित बीयर बरामद हुई।
चार गुना रेट पर बेच रहे शराब: लाॅकडाउन में शराब की दुकानें बंद हाेने पर शहर में शराब नहीं मिल रही है। ऐसे में शराब माफिया शराब का स्टाॅक निकालकर चार गुना दामाें में बेच रहे हैं। 500 रुपए में बिकने वाली शराब की बाेतल एक हजार से 1200 रुपए में बेच रहे हैं। 130 रुपए में बिकनी वाली बीयर की बाेतल 250 से 300 रुपए में बेच रहे हैं।
वायरस से फैले संकटकाल के दौरान हर आम नागरिक अपने अपने तरीके से देश प्रेम की भावना के साथ सहयोग कर रहा है। राज्य के कलाकारों ने कला, संस्कृति विभाग के सहयोग से 7 दिवसीय ऑनलाइन कला शिविर लगाया। कला संस्कृति की विविध संस्थाओं के सौजन्य से हो रहे एकांत में सृजन के तहत राज्य से 90 कलाकारों को सृजन के लिए आमंत्रित किया गया। शहर के मृण शिल्पी डाॅ. गगन दाधीच अपने घर में ही माटी से बनाए मटकेनुमा आकार पर बुद्ध की मुखाकृति को रूपांकित कर रहे है। डाॅ. दाधीच ने बताया कि मटके के एक तरफ बुद्ध का रूपांकन है, दूसरी तरफ वे उनका आत्मचित्र बना रहे है। विश्व संकटकाल के अनुरूप बुद्ध का चेहरा भावहीन दिख रहा है। 23 अप्रैल को शिविर का समापन होगा तथा 25 अप्रैल से 15 दिवसीय कला प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें बिक्री से प्राप्त समस्त धन राशि मुख्यमंत्री कोरोना फंड में दी जाएगी।
तासोल के पर्वत खेडी में बुधवार सुबह बीड़ में 19 संदिग्ध माेराें की माैत हाे गई और 3 मोर घायल अवस्था में मिले। राष्टीय पक्षी मोर की मृत्यु पर पुलिस और वन विभाग सहित पशु चिकित्सकों की टीम माैके पर पहुंची और घायल माेराें का उपचार किया। मृत माेराें का पोस्टमार्टम कर वीश्रा सैंपल लेकर जयपुर प्रयोगशाला भेजा ताकि माेराें की माैत हाेने के कारणाें की जानकारी मिल सके। पोस्टमार्टम के दाैरान माेराें के शरीर से काेई दाना, बंदूक की गाेली और अन्य प्रकार की चाेट के निशान नहीं मिले। थानाधिकारी लालसिंह शक्तावत ने बताया कि वन विभाग की टीम को भी सूचना दी। पशु विभाग से डाक्टर सुनिल जाखड़, टीम मौके पर पहुंची।
मृत, घायल मोरों को राजसमंद जिला मुख्यालय ले गए। ग्रामीण प्रकाश पालीवाल ने बताया कि सुबह करीब 9 बजे बड़ी संख्या में मोर उड़ते समय नीचे गिरने लगे। 15 मौत मृत थे और 7 घायल थे। चिकित्सा टीम पहुंची तब तक 4 मोर की और मौत हो चुकी थी। डाॅ. सुनील जाखड़ ने कहा कि अभी यह नहीं बता सकते है कि मौत कैसे हुई।
अचानक बढ़ी गर्मी से हाे सकती है माैत : डीएफओवन्यजीव फतह सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया माेराें के माैत काेई जानकारी ताे नहीं लग पाई है लेकिन माेराें का शिकार नहीं किया है अाैर ना हीं जहरीले दाने खाने से माैत हुई हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे जानकारी हाे सकेगी। हाे सकता है कि अचानक गर्मी बढ़ने से भी पानी नहीं मिला हाे और माैत हाे गई।
डीजीपी भूपेंद्रसिंह ने कहा है कि काेराेना संकट के इस दाैर में प्रदेश में राजसमंद और चित्ताैड़ की बेहतर स्थिति है। काेराेना संक्रमण कहीं पर भी आ सकता है। जनता काे सतर्क रहने की आवश्यकता है। राजसमंद का काम प्रदेश में बेहतर हाेने के साथ ही संभाग में भी बहुत अच्छा है, लेकिन काेराेना संक्रमण काे लेकर काम की तुलना करना ठीक नहीं है। प्रदेश में सभी पुलिसकर्मी अच्छा काम कर रहे हैं। काेराेना संक्रमण रेड जाेन क्षेत्र में पुलिसकर्मियाें की सुरक्षा के लिए मास्क, सेनेटाइजर सहित पीपीई किट सहित पूरी सुरक्षा दी जा रही है। जहां पर ऑरेंज और ग्रीन जाेन है, वहां पर भी काेराेना से बचाव के लिए पुलिसकर्मियाें काे विशेष गाइड लाइन के साथ बचाव के निर्देश जारी कर रखे हैं।
डीजीपी सिंह ने यह बात बुधवार काे राजसमंद के अल्प प्रवास के दाैरान दैनिक भास्कर से बातचीत में कही। उन्हाेंने बताया कि काेराेना संक्रमण किसी भी समय कहीं भी अा सकता है। राजसमंद में अभी तक नहीं आया, लेकिन मानसिक ताैर पर तैयार रहना चाहिए और सावधानी पूरी बरतनी चाहिए। संक्रमण से काेई स्थिति पैदा हाेती है ताे उसका सामना कैसे करें, इसके लिए पुलिस अफसराें अाैर जवानाें काे पूरी तैयारियां करनी हाेगी। काेराेना संक्रमण से बचाव के लिए प्रदेशभर में पुलिस अधिकारी, पुलिस कर्मचारियाें काे विशेष निर्देश जारी कर रखे हैं। पुलिस कर्मियाें काे पीपीई किट सहित फेस कवर भी उपलब्ध करवा रखे हैं। फिर भी संक्रमण हाेने की संभावना हाेने पर क्वारेंटाइन और आइसोलेशन करते हुए चिकित्सा विभाग की गाइड की पालना करवाई जाएगी।
आरके अस्पताल में बुधवार को 4 पुलिसकर्मियाें सहित 13 नए संदिग्ध मरीजों काे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। जबकि मंगलवार काे देवगढ़ के एक ही परिवार के चार लाेगाें सहित मुंबई, बैंगलूरू, भीलवाड़ा से आए 16 लाेगाें की जांच रिपाेर्ट निगेटिव आई है। आरके अस्पताल से बुधवार काे 13 संदिग्ध लाेगाें के सैंपल जांच के लिए उदयपुर भेजे गए। जबकि नाथद्वारा अस्पताल से एक भी सैम्पल जांच के लिए नहीं भेजा। जिले में अब तक 297 लोगों के सैंपल निगेटिव आए हैं। सीएमएचओ डाॅ. जेपी बुनकर ने बताया कि बुधवार काे 13 लाेगाें के सैंपल जांच के लिए उदयपुर भेजे हैं। इनकी जांच रिपाेर्ट गुरुवार काे आए। जबकि अब तक 297 लाेगाें की सैंपल की जांच रिपोर्ट आ चुकी है।
सभी की रिपाेर्ट निगेटिव आई है। आरके अस्पताल के पीएमओ डाॅ. ललित पुरोहित ने बताया कि मंगलवार को देवगढ़ के एक ही परिवार के 4 सदस्याें सहित प्रवासियाें की 16 संदिग्ध मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। इन सभी की रिपाेर्ट निगेटिव आई है। बुधवार काे भर्ती हुए संदिग्धाें में राजसमंद पुलिस लाइन से 25 साल का एक जवान 20 अप्रैल काे जयपुर से आया था। पुलिस लाइन में रहने वाले 19 साल के सिपाही बीकानेर से 20 अप्रैल काे आए।
20 अप्रैल काे ही बीकानेर से आए 26 साल के पुलिसकर्मी, 20 अप्रैल काे अजमेर से आए पुलिस लाइन के 45 साल के जवान शामिल हैं। 19 अप्रैल से आए सिविल लाइन लक्ष्मीनगर के 26 साल के युवक, एक महीने पहले मुंबई से आए पीपली आचार्यान निवासी 20 साल के युवक, रेलमगरा में चराणा निवासी 25 साल के युवक, जवाजा अजमेर निवासी तीन युवक जाे 22 अप्रैल काे अहमदाबाद से आए थे। उदयपुर से 10 अप्रैल काे आए आमेट के 26 साल के युवक, शास्त्रीनगर कांकराेली निवासी बुजुर्ग दंपती शामिल है, जाे 22 अप्रैल काे मुंबई से अाए। हनुमानगढ़ से 22 अप्रैल काे आए हाउसिंग बाेर्ड निवासी युवक काे आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।
(कमल शेख).राजसमंद-पाली बॉर्डर पर पाली की तरफ से श्रमिकाें के पैदल आने का क्रम बदस्तूर चल रहा है। दो दिन से इस बॉर्डर से लाेग समूह में आ रहे हैं। मंगलवार को करीब 50 से 60 लोगों का दल पाली की तरफ से आया। एक बार तो बॉर्डर पर तैनात कांस्टेबल ने समझाइश कर इन्हें भेज दिया। कुछ देर सभी लोग पत्थर लेकर आ गए। ऐसे में बेबस कांस्टेबल, दो शिक्षकों ने उन्हें आगेजाने दिया। यही क्रम बुधवार सुबह भी जारी रहा।
देवगढ़ से करीब 8-9 किमी दूर राजसमंद-पाली बॉर्डर है। जिला बॉर्डर का गांव वीरमगुड़ा गांव तो देवगढ़ थाना क्षेत्र में आता है जबकि उपखंड क्षेत्र भीम लगता है। लॉक डाउन के बाद से बॉर्डर पर पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया। लेकिन पाली की तरफ से आने वाले लोग कालीघाटी के जंगलों के रास्ते होते हुए कामलीघाट, देवगढ़ पहुंच रहे हैं। मंगलवार काे दाेपहर में यहां पर देवगढ़ थाने के कांस्टेबल सतीश कुमार, दो शिक्षकों की ड्यूटी लगा रखी थी।
पाली में अधिकांश फैक्ट्रियों पर काम करने वाले श्रमिक मध्यप्रदेश के हैं। लॉकडाउन बढ़ने के बाद से ये श्रमिक जैसे-तैसे अपने गांव पहुंचना चाहते हैं। पाली की तरफ से कालीघाटी के जंगलों के रास्ते से होकर कामली घाट चौराहा तक पहुंच रहे हैं। जहां से वाहनों से आगे सफर तय करते हैं। मंगलवार सुबह भी जोधपुर से जैसलमेर पैदल चलकर वीरमगुड़ा चौकी पर करीब 50 से 60 लोगों का समूह पहुंचा। जहां तैनात कांस्टेबल ने एक बार तो उनको समझाकर रवाना कर दिया। कुछ देर बाद में इस समूह के लोग पत्थर लेकर आ गए। लोग हल्ला करते हुए रोकने की कोशिश पर पत्थर फेंकने की धमकी देने लग गए। ऐसे में कांस्टेबल, अध्यापक ने उनको जाने दिया।
(गिरीश शर्मा)आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर के महाराणा भूपाल चिकित्सालय की सुपर स्पेशियलिटी विंग के कोरोना पॉजिटिव वार्ड में कुशलगढ़, बांसवाड़ा के 2 से 13 साल के 10 संक्रमित बच्चे भर्ती हैं। इनमें 2, 4 और 5 साल की तीन बच्चियां, 6 से 13 साल के 5 बच्चे और 2 बच्चियां शामिल हैं।
इन बच्चों को जब कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया तो ये रोने लगे, क्योंकि इन्हें परिजनों से भी नहीं मिलने दिया गया। ये बच्चे इतने घबरा गए थे कि दो दिन तक इन्हें न नींद आई, न खाना खा सके। बच्चे घबराने की वजह से ब्लड प्रेशर, नींद नहीं आने, भूख कम लगने, रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने जैसी परेशानियों से भी ग्रसित होने लगे।
अस्पताल अधीक्षक ने कहा- अब बच्चे खुश और स्वस्थ हैं
अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरएल सुमन बताते हैं कि बच्चों को इस दहशत से निकालने के लिए तम्बोला खेलने, अंताक्षरी के साथ पहेली बूझने, ड्रॉइंग के जरिए खुश रख रहे हैं। बच्चों को खुश करने के लिए वार्ड में तैनात डॉक्टर बच्चों के साथ खेलते भी हैं। इसी का नतीजा है कि अब बच्चे खुश और स्वस्थ हैं।
(नरपत सिंह चौहान)। राजसमंद जिले में पर्वत खेड़ी की पहाड़ी पर बुधवार को 19 मोरों की मौत हो गई। तीन मोरों की हालत नाजुक है। मोरों की मौत कैसे हुई यह अभी पता नहीं चला है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा। हालांकि माना जा रहा है कि या तो मौसमी बिमारी या फिर गर्मी के कारण राष्ट्रीय पक्षी की मौत हुई है।
जानकारी के अनुसारतासोल के पास पर्वत खेड़ी की पहाड़ी पर ग्रामीणों ने एक साथ कई मोरों को मृत अवस्थामें पाया। तीन मोर हिल-डुल रहे थे। ग्रामीणों ने उनको पानी पिलाया। सूचना पर पर पुलिस व वन विभाग की टीम वहां पहुंची। वन विभाग की टीम ने पाया कि 19 मोरों की मौत हो चुकी है। आस-पास कोई दाना भी नहीं मिला जिससे यह लगे कि शिकारियों ने जहरीला दाना खिलाकर मोरों का शिकार कियाहो। अब पोस्टमार्टम के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा।
उल्लेखनीय है कि गत आठ अप्रैल को बीकानेरजिले में कोलायत के लोहिया गांव में जहरीला दाना खाने से 21 मोर व आठ तीतर सहित 32 पक्षियों की मौत हो गई थी। इससे पहले नागौर के जानना गांव में जहरीला दाना खाने से पांच मोरों के शव मिले थे। राष्ट्रीय पक्षी का शिकार लगातार जारी है।
सोमवार रात्रि को जाेधपुर-पाली से 21 मजदूर पैदल-पैदल धरियावद पहुंचे। उपखंड अधिकारी हेमंत कुमार, डीएसपी अरविंद विश्नाेई के नेतृत्व में सीआई भगवानलाल मेघवाल ने सभी मजदूरों के ठहरने की व्यवस्था की। चिकित्सा प्रभारी डॉ. अवधेश बैरवा के नेतृत्व में टीम ने सभी की जांच की। इसके बाद उन्हें भाेजन करवाया। ये सभी मजदूर बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ तहसील क्षेत्र के निवासी हैं, जाे लॉकडाउन होने के पश्चात खाना पानी की व्यवस्था नही होने पर अपने घर के लिए पैदल ही चल पड़े। लॉकडाउन तोड़ने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं करने के आरोप में मुख्य बाजार स्थित कपड़ा व्यापारी सुनील कुमार भाेपावत काे पकड़ा। माॅडीफाइड लाॅकडाउन की पालना कराने के लिए पुलिस काे खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
मॉडिफाइड लॉक डाउन में लाेग बिना काम सड़कों पर इधर-उधर घूमते नजर आए। नतीजा यह हुआ कि पुलिस ने शहर के सूरजपोल सहित विभिन्न जगहों पर मंगलवार से इसकी पालना और कठोरता से करवाना सुनिश्चित कर दी है। शहर, गांव और कस्बों में पुलिस की सख्ती काफी बढ़ गई। हर आने-जाने वाले पर बारीकी से नजर रखी गइर्। बेवजह बाहर आने वालों से पुलिस को सख्ती से निपटना पड़ा। पुलिस बार-बार यह समझाती दिखी कि लॉकडाउन हटा नहीं है, 3 मई तक यह पहले के नियम-कायदों पर ही चलेगा।
सरहद से लेकर गांव और कस्बों तक में पुलिस मुस्तैद दिखी। विभिन्न जगहों पर पुलिस लॉक डाउन के दौरान लोगों को साेशल डिस्टेंसिंग की सीख देते हुए घरों में रहने की अपील भी कर रही है। लेकिन इन सबके बावजूद कई जगहों पर लोग अब भी साेशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाने में लगे हैं। हालांकि जरूरी सेवाओं किराणा, राशन, दूध, सब्जी, मेडिकल, बैंक आदि सुचारू रहे। पुलिस ने हर जगह अनाउंसमेंट कर लोगों को मॉडिफाइड लॉक डाउन के बारे में समझाया।
क्रय विक्रय सहकारी समिति अरनोद कार्यालय पर मदन लाल गुर्जर सचिव कृषि उपज मंडी प्रतापगढ़ की अध्यक्षता में अरनोद व्यापार मंडल की आवश्यक बैठक मंगलवार को हुई। इसमें क्रय-विक्रय सरकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक कृष्ण दास बैरागी ने बताया कि संस्था को राजस्थान सरकार ने निजी गौण मंडी घोषित की गई है। उन्होंने बताया कि गुरुवार से क्रय-विक्रय सहकारी समिति की निजी गौण मंडी में नीलामी का कार्य शुरू किया जाएगा। मंडी सचिव ने राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 को देखते हुए सभी व्यापारियों को पाबंद किया कि किसानों के जिंसों का उचित दाम मिले इसके लिए मंडी में नीलामी लगाए। मंडी में सोशल डिस्टेन्स का विशेष ध्यान रखा जाए।
इस मौके पर व्यापारियों की ओर से सुझाव दिए गए। व्यापारियों ने बताया कि केश की किल्लत की वजह से पेमेंट चैक से या आरटीजीएस से किया जाएगा। किसानों को आधार कार्ड और बैंक खाता डायरी लाना अनिवार्य है। मंडी परिषद किसानों को सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ई-प्रवेश देगी। नीलामी 11:30 से शुरू हो जाएगी ट्रैक्टर के साथ एक किसान और एक ड्राइवर दोनों ही को ही प्रवेश दिया जाएगा। गेहूं ट्राली में खुले ही लेकर आए नहीं तो प्रवेश नहीं दिया जाएगा। मंडी में सिर्फ गेहूं की खरीद होगी। सभी किसानों काे सिर्फ गेहूं लेकर ही परिसर में प्रवेश करें। मंडी में सैनिटाइजर की भी व्यवस्था की जाएगी।
पीपलखूंट के राणा पूंजा भील आश्रम छात्रावास, रानी देवली मीणा बालिका आश्रम छात्रावास में क्वारेंटाइन में रखे एमपी के 107 मजदूराें ने मंगलवार काे घर भेजने की मांग करते हुए सांकेतिक भूख हड़ताल कर दी। हालांकि सूचना पर पीपलखूंट एसडीएम सहित चिकित्सा अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश कर इन्हें पोहे खिलवाए। लेकिन मजदूर घर जाने पर अड़े हुए हैं और बुधवार से भूख हड़ताल की चेतावनी दे रहे हैं। इन श्रमिकाें काे 30 मार्च से पीपलखूंट प्रशासन ने क्वारैंटाइन कर रखा है। सभी मजदूर रतलाम जिले की बाजना तहसील के संगेचरा के आसपास के गांवों के हैं। जो राजस्थान सीमा के नजदीक है। करीब 22 दिन बीत के बाद अब ये अपने घर जाने की जिद करने लगे हैं। वर्तमान स्थिति के अनुसार प्रदेश से बाहरी राज्यों में तो दूर एक से दूसरे जिले में लोगों को जाने की मनाही है। ऐसे में राज्य से बाहर भेजने की इनकी यह जिद प्रशासन, चिकित्सा, पुलिस को परेशानी में डाल रही है।
प्रशासन ने पीपलखूंट के दो अलग-अलग छात्रावास में इन 107 मजदूरों को क्वारेंटाइन किया हुआ है। हालांकि क्वारेंटान की सीमा भी 28 दिन की है जबकि इन्हें अब तक 22 दिन हुए हैं। परिसर में बाहर आकर भूख हड़ताल की चेतावनी देने पर पीपलखूंट एसडीएम दिनेश मंडाेवरा मौके पर पहुंचे और समझाइश से सभी की भूख हड़ताल तुड़वाते हुए पोहे खिलवाए, लेकिन दोपहर तक वे बाहर ही बैठे रहे।
सिंघानिया यूनिर्वसिटी में क्वारैंटाइन अन्य राज्याें से आए लाेग अब सिलाई कर मास्क तैयार कर रहे हैं। उपखंड अधिकारी शैलेष सुराणा ने बताया कि सिंघानिया में कुल 518 लोग क्वारैंटाइन है।
इसमें लगभग 50 महिलाएं हैं। यहां माैजूद कई महिलाएं मास्क बना रही हैं। सुराणा ने बताया कि माल की उपलब्धता नहीं होने के कारण एक दिन काम बन्द रहा था। अन्यथा राेजाना अपनी इच्छानुसार मास्क बनाए जा रहे हैं। अबतक 1100 मास्क बना दिए गए हैं। रोजाना 400 से 600 मास्क बनाने का लक्ष्य है।
सुराणा ने बताया कि कोई काॅटन का कपडा, धागा, इलास्टिक उपलब्ध करा दे ताे ये मजदूर 4 रुपए प्रति मास्क की कीमत पर मास्क बना रहे हैं। वहीं 10 रुपए प्रति मास्क बेचे जा रहे हैं। अबतक 500 से ज्यादा मास्क बेचे जा चुके हैं। सुराणा ने बताया कि हम उच्च क्वालिटी के मास्क तैयार करवा रहे हैं। अब जब मास्क बिकने लगे हैं उन्हें देखते हुए अन्य सिलाई करने वाले लाेगाें में भी सिलाई करने की इच्छा जागृत हुई है। फिलहाल 13 लाेग सिलाई के काम में लगे हैं।
उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा ने रविवार को उदयपुर संसदीय क्षेत्र के डैया अंबासा क्षेत्र का दौरा कर ग्रामीणों की समस्याओं का जायजा लिया। मीणा ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचने के लिए ग्रामीणों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने, मुंह पर मास्क पहनने, समय-समय पर साबुन और सैनिटाइजर से हाथों को साफ करने, बेवजह घरों से बाहर न निकलने की अपील की। मीणा ने महामारी के दौरान राज्य अाैर केन्द्र सरकार की ओर से जरूरतमंदों और असहायों को दी जा रही मदद के बारे में भी जानकारी दी। इस दौरान पूर्व प्रधान सालीगराम खराड़ी सहित अन्य लाेग माैजूद रहे।
झल्लारा गांव के बस स्टैंड पर बने स्पीड ब्रेकर से बाइक के उछलने से पीछे बैठी महिला गिर गई। इससे उसके सिर में गंभीर चोंटें आई। मंगलवार दोपहर झल्लारा गांव के पोस्ट ऑफिस के निकट बने स्पीड ब्रेकर पर बाइक के अचानक उछलने से पीछे बैठी महिला गिर गई। बाइक से गिरने से महिला को गंभीर चोंटे आई।सूचना पर झल्लारा थाने से कांस्टेबल गणेशाराम विश्नोई, प्रवीण सिंह मौके पर पहुंचे और घायल को झल्लारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद महिला की गंभीर स्थिति देखते हुए उदयपुर रेफर किया । डॉ. सुमित वर्मा ने बताया कि हादसे में महिला के सिर में गंभीर चोंटे आई है।
स्पीड ब्रेकर नहीं दिखाई देने से हो रहे हादसे: लोगों ने बताया कि गांव के बस स्टैंड पर बने स्पीड ब्रेकर दूर से दिखाई नहीं देते है। इससे सड़क से गुजरने वाले दो पहिया और चारपहिया वाहन चालक सड़क समझ कर सामान्य गति से गुजरते है। इससे ब्रेकर आने पर अचानक गति पर काबू नहीं हो पाता है और वाहन उछल जाता है। आए दिन इन ब्रेकरों पर हादसे होते है। लोगों ने कई बार ब्रेकर पर रेडियम या सफेद लाइनिंग करवाने की मांग की है पर विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के चलते इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया।
मॉडिफाइड लाॅकडाउन लागू हाेने के दूसरे दिन लाेगाें काे इसकी गंभीरता समझाने के लिए एसडीएम रमेशचंद्र सीरवी मंगलवार काे खुद मुख्य चाैराहे पर अाकर व्यवस्था संभालने में जुट गए। वे काफी देर तक यहां थानाधिकारी चंद्रशेखर तथा पुलिस जाब्ते के साथ खड़े रहे। बिना काम बाहर निकलने वाले दुपहिया वाहन चालकाें काे एसडीएम ने अगली बार बाहर नहीं निकलने के लिए पाबंद किया।
एसडीएम ने लाेगाें काे समझाया कि माेडिफाइड लाॅकडाउन में भी 3 मइर् तक वैसी ही सख्ती रहेगी। इसमें किराणा के सामान से जुड़ी दुकानाें के साथ इसमें माेटर वाहनाें की मरम्मत, टायर पंक्चर निकालने वालाें, खाद-बीज, कृषि से जुड़ी दुकानें खाेलने की अनुमति दी है।
एसडीएम ने बिना काम के बाहर निकलने वाले लाेगाें काे वापस लाैटा दिया। एसडीएम तथा थानाधिकारी ने लाेगाें काे समझाया कि लाॅकडाउन काेराेना काे हराने के लिए लगाया गया है। इसकी पालना नहीं करेंगे और बेवजह बाहर निकलने पर यह फैल सकता है। एक बार यह संक्रमण फैलने के बाद राेकना मुश्किल हाेगा। इसलिए लाेगाें काे घर में रहने, ज्यादा जरूरी हाेने पर मास्क लगाकर बाहर निकलने की सलाह दी जा रही है। एसडीएम दाेपहर तक यहां खड़े रहे। थानाधिकारी जाब्ते के साथ शाम तक यहीं रहे। उन्हाेंने बाद में भी कस्बे की गश्त कर लाेगाें काे बाहर नहीं निकलने के लिए समझाया। उल्लेखनीय है कि माेडिफाइड लाॅकडाउन लागू हाेने के बाद लाेग असमंजस में बाहर निकल रहे हैं।
विश्व्यापी कोरोनावायरस आपदा में विदेशों में काम करने वालो प्रवासियों को घरों में रहकर समय बिताना पड़ रहा है। दुबई में कुकिंग का काम करने वाले बद्री कमावत ने बताया कि हम 10 लोग लॉकडाउन के चलते घरों में कैद है। जहां नौकरी करते है वहां से भी काम छूट गया। सभी लोग भारत अपने घर आने के लिए बेचैन है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा बंद होने से अपने घर नहीं आ पा रहे हैं। हमने भारतीय दूतावास से भी बात की। वहां से हमे बताया कि 3 मई के बाद कुछ हो सकता है। मोहन जोशी बताते है कि राशन के सामान के लिए पहले फोन पर सुपर मार्केट में लिस्ट बतानी पड़ती है। बिल्डिंग से बाहर निकलते वक्त सामान लेने जाने वाले व्यक्ति को सैनेटाइज किया जाता है। इसके बाद वह सुपरमार्केट पहुंचते है। वहां पर अंदर जाने से पहले सैनेटाइज कर अंदर जाने दिया जाता है और सामान पैक किया हुआ मिलता है। वापिस फ्लैट में आने से पहले सैनेटाइज कर अंदर जाने दिया जाता है। जगदीश मेनारिया, टेकचंद माली बताते है कि सभी लोग घर आने को तैयार है।
(राकेश पटवारी)। पुलिस ने मंगलवार को शंभूपुरा क्षेत्र के खोर गांव में एक खेत पर छापा मार कर कच्ची शराब बनाने की छह भट्टियां और 3000 लीटर वॉश नष्ट की। पुलिस को देखकर माफिया हवा में फायरिंग करते हुए भाग निकले। पुलिस ने पीछाकिया, लेकिन,दोनों बच निकले। पुलिस ने मौके से शराब बनाने की सामग्री व उपकरण जब्त किए।माफिया महुआ में यूरिया मिलाकर अवैध शराब बना रहे थे।
एसपी दीपक भार्गव ने बताया कि शहर व आसपास के क्षेत्रों में अवैध शराब बनाने का कारोबार चलने की शिकायत मिली थी। शंभूपुरा थाना क्षेत्र के खोर गांव में खोर निवासी दुर्गा सिंह पुत्र शिव सिंह राजपूत के खेत पर अवैध शराब बनाने का कारोबार चल रहा था। शराब बनाने की भट्टियां चल रही थीं। टीम को देखकर दो शराब माफिया पुलिस को धमकाने के लिए हवा में फायर कर बाइक से भाग निकले।
महुआ, गुड़ और 15 लीटर कच्ची शराब भी मिली
पुलिस ने खेत पर 22 ड्रम में भरा करीब 3000 लीटर वॉश व 6 भटि्टयां नष्ट कीं। 22 प्लास्टिक के ड्रमों में वाश गला हुआ था और नौ स्टील की देगचीयां, एक यूरिया खाद का कट्टा, बीस किलो गुड़, बीस किलो साबूत महुवा के फूल,15 लीटरबनी हथकड़ शराब भी जब्त की। मौके से बड़ी मात्रा में यूरिया भी बरामद किया है।पुलिस ने खेत मालिक दुर्गासिंह पुत्र शिवसिंह राजपूत व पुलिस पर फायरिंग करने वाले आरोपियों के खिलाफ शंभूपुरा थाने में मामला दर्ज कराया है।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण करीब एक माह से बंद उद्योगों में सोमवार को आंशिक रूप से उत्पादन शुरू हो गया। हालांकि राज्य सरकार की गाइड लाइन की पालना करते हुए मिलों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए श्रमिकों को सेनिटाइज्ड कर, मास्क पहनाकर और हाथ धुलाने के बाद ही प्रवेश दिया। सिंटेक्स मिल के वाइस प्रेसीडेंट कार्मिक दीपक मेनारिया ने बताया कि सोमवार से मिल में दो शिफ्टों में काम शुरू किया है। 12-12 घंटे के लिए शुरू की गई शिफ्ट में केवल 20 प्रतिशत श्रमिकों को ही बुलाया जा रहा है। मिल की कॉलोनी और शहरी क्षेत्र में रहने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को ही काम के लिए बुलाया जा रहा है।
वहीं आरएसडब्ल्यूएम लिमिटेड बिजनेस हेड राजीव जैन ने एलएनजे ग्रुप भीलवाड़ा की ओर सेबताया कि उद्योगों को चलाने की एडवाइजरी आने के बावजूद हमने मयूर मिल के लोधा और मोरड़ी प्लांट को बंद रखने का निर्णय लिया है। कोरोना वायरस से छिड़ी इस लड़ाई में कोई भी रिस्क लिए बना ही जिला प्रशासन और सरकार के निर्देशों की पालना करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजिंग का ध्यान रखते हुए हम प्लांट शुरू करेंगे। बिजनेस से हो रहे बड़े नुकसान से भी बढ़कर कोरोना वायरस मुक्त देश बनाना ही हमारा उद्देश्य है और होना भी चाहिए। जब चलाने का निर्णय आएगा तब हम लगभग 25% ही अपने प्लांट को चलाएंगे।
सारंगपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड सारंगपुरा में कृषि उपज गौण मंडी का सोमवार को शुभारंभ किया। इस दौरान सहकारी समिति अध्यक्ष नारायणलाल जाट, पूर्व प्रधान करणसिंह कोठारी, ऋषभ ट्रेडिंग कंपनी कानोड़, विनायक ट्रेडिंग कंपनी कानोड़, संतोषकुमार बाबूलाल धींग कानोड़, नाकोड़ा ट्रेडिंग कंपनी कानोड़, कीकावत ब्रदर्स लूणदा आदि व्यापारी की मौजूदगी में शुभारंभ हुआ। दी उदयपुर सेंट्रल को-ओपरेटिव बैंक शाखा भींडर के ऋण पर्यवेक्षक देवदत्त शर्मा, भींडर क्रय-विक्रय समिति के मैनेजर नरेंद्रसिंह देवल की मौजूदगी में किसान भैरूलाल जाट के 10 क्विंटल गेहूं की व्यापारियों ने बोलिया लगाई। अंतिम बोली ऋषभ ट्रेडिंग कंपनी कानोड़ के नाम पर रही। समिति अध्यक्ष ने बताया कि गौण मंडी में 3000 हजार मैट्रिक टन अनाज की आवक का अनुमान है। गौण मंडी में सरसों, चना, गेहूं की खरीद की जाएगी। इस मौके पर समिति व्यवस्थापक पोखरलाल जाट, सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश मीणा, दौलतराम मीणा, शांतिलाल मेनारिया उपस्थित थे।
अबतक उपखंड खेरवाड़ा क्षेत्र खेरवाड़ा में कोरोना वायरस पॉजिटिव केस नहीं मिलने आश्वस्त नजर आ रहा प्रशासन गुजरात में बड़ी संख्या में पॉजिटिव मिलने के बाद एक बार फिर अलर्ट हाे गया है। पिछले दिनाें गुजरात के जिन इलाकाें से पॉजिटिव केस सामने आए उन इलाकाें में मजदूरी करने वाले स्थानीय लाेग भी खेरवाड़ा लाैटे हैं। खेरवाड़ा बीसीएमओ डॉ. अरूण मीणा इन दिनों 16 से 18 घंटे ड्यूटी दे रहे हैं। इन दिनों गुजरात के कुशालपुरा गांव में महिला की कोविड-19 से मौत हो गई। मृतक महिला के खेतों में गेहूं कटाई का काम कर क्षेत्र में लौटे मजदूरों ने विभाग की नींद उड़ा दी है। डॉ. अरूण मीणा के नेतृत्व में टीम लगातार क्षेत्र के पैदल पगडंडी मार्ग से आ रहे मजदूरों की जांच में जुटी है। मजदूरों की स्क्रीनिंग कर उन्हें आइसोलेट किया जा रहा है। बता दें कि बालिका सहित नौ मजदूर कुशालपुरा क्षेत्र से गेहूं की कटाई कर लौटे थे। टीम ने प्राथमिक जांच के बाद मजदूरों को जांच के लिए उदयपुर भेजा। बता दें कि डाॅ. अरुण की पत्नी डॉ. सारिका मीणा डूंगरपुर मेडिकल कॉलेज में अपनी सेवाअाें में जुटी हैं।
जयसमंद पुलिस ने साेमवार काे गीली लकड़ी से भरे ट्रैक्टर को पकड़ा। जानकारी के अनुसार ट्रैक्टर मे करीब तीन टन नीम सहित विभिन्न प्रकार की गीली लकड़ी थी। चालक लकड़ी भरकर खेत से घर ले जा रहा था। इसी दाैरान कुराबड़ थानाधिकारी पवन सिंह ने ट्रैक्टर को रुकवाते हुए वन विभाग को सूचना दी। इस पर वन्यजीव अधिकारी विजेंद्र सिंह के निर्देश पर वनकर्मियों ने ट्रैक्टर को जब्त करते हुए आरोपी गुड़ली निवासी रूपलाल डांगी के खिलाफ कार्रवाई की।
फाइनेंस कर्मचारियों से लूट के मामले मे फरार चल रहे आरोपी को जावरमाइंस पुलिस ने दबिश देते हुए गिरफ्तार किया। थानाधिकारी कमलेंद्र सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर सोमवार सुबह देवपुरा गांव मे दबिश देकर सराड़ा में लूट के प्रकरण मामले मे वांछित आरोपी झरीयाणा निवासी हरीश कुमार पुत्र अमरचंद मीणा को गिरफ्तार किया। जहां पूछताछ में आरोपी ने अपने अन्य साथियों के बारे में बताया। इसपर पुलिस ने फुलावत फला पलोदड़ा निवासी लिंबाराम उर्फ साहिल मीणा पुत्र फुला मीणा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने माताजी खेड़ा में लूट की वारदात को अंजाम देने की बात बताई। पुलिस के अनुसार आरोपी हरीश मीणा सराड़ा थाना क्षेत्र में डिंगरी के नजदीक लूट के मामले में वांछित था। साथ ही आरोपी के खिलाफ नाबालिग लड़की को भगाने अाैर फाइनेंस कर्मचारी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने के मामले भी दर्ज हैं। आरोपियाें से पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।
कस्बे में लॉकडाउन का पालन नहीं करने और बिना पास नगर में वाहनों के संचालन पर थानाधिकारी श्रवण जोशी ने कार्रवाई करते हुए 34 बाइक और दो कारों को सीज किया। साथ ही निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी जोशी ने कहा कि बिना मास्क, बिना पास नगर और थाना सर्किल में वाहन चलाने पर वाहनों को सीज करने की कार्यवाही की जाएगी। साथ नगर और पुलिस थाना कानोड़ सर्कल के समस्त किराणा स्टोर , फल-सब्जी, दूध-डेयरी, और अन्य आवश्यक सेवाएं हर दूसरे दिन सिर्फ सुबह 5 बजे से 10 बजे तक संचालित होगी।
मावली| माेडिफाइड लाॅकडाउन में भी कस्बे में किराणा के सामान की दुकानें पहले की तरह एक दिन छाेड़कर एक दिन ही खुलेगी। प्रशासन तथा व्यापार मंडल के बीच बैठक कर यह निर्णय लिया है कि काेराेना का संक्रमण राेकने के लिए व्यापारी दुकानें एक दिन छाेड़कर एक दिन ही खाेलेंगे। इधर, माेडिफाइड लाॅकडाउन काे लाेग ढील मानकर बाहर निकल गए। जबकि लाॅकडाउन अभी 3 मइर् तक इसी तरह चलना है। माेडिफाइड लाॅकडाउन में राज्य सरकार ने कृषि से जुड़ी दुकानाें, टायर पंक्चर, हाईवे पर ढाबे, माेटर वाहनाें की मरम्मत करने वाले मिस्त्रियाें काे दुकानें खाेलने की छूट दी है। हालांकि प्रशासन तथा व्यापारियाें की पहले से सहमति के कारण बाजार नहीं खुले, लेकिन बाहर में लाेगाें की आवाजाही बढ़ गई।
इस कारण पुलिस काे सख्ती दिखानी पड़ी। मुख्य चाैराहे पर थानाधिकारी चंद्रशेखर खुद दिनभर तैनात रहे। बेवजह बाहर निकलने वाले 30 दुपहिया वाहनाें काे जब्त किया गया। खेती सहित अन्य जरूरी कामाें से बाहर निकले लाेगाें से संताेषप्रद जवाब मिलने पर उन्हें जाने दिया गया। पुलिस दिनभर लाेगाें से समझाइश करती दिखी। चारपहिया वाहनाें काे भी राेककर बिना काम बाहर नहीं निकलने की बात कही गइर्। थानाधिकारी ने कहा कि लाेगाें काे 3 मइर् तक बिना काम बाहर नहीं निकलना है। प्रशासन तथा पुलिस ने लाेगाें काे मास्क लगाकर बाहर निकलने, बेवजह बाहर नहीं अाने की अपील की है। साेमवार से पंचायत समिति कार्यालय, आंगनबाड़ी कार्यालय, पीएचइर्डी, बिजली कार्यालय सहित दूसरे दफ्तर भी खुले। यहां जरूरी काम ही हुए। कर्मचारियाें के लिए सेनेटाइजर की व्यवस्था की है।
बैंक के बाहर भीड़ रही: कस्बे के एसबीआई शाखा के बाहर पेंशन के रुपए निकलवाने वालाें की भीड़ रही। ग्राहकाें काे साेशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाते हुए गाेलाें में बैठाया गया। बैंक गार्ड लाेगाें काे दूर-दूर बैठने की हिदायत देता रहा।
कस्बे में लॉकडाउन के चलते किराणा स्टोर और सब्जियों की दुकानें के खुलने का समय प्रशासन ने निर्धारित कर रखा है।इसके बावजूद सोमवार को गोगुंदा कस्बे में मोडिफाइड लॉकडाउन का हवाला देते हुए अन्य दुकानदारों जैसे मोबाइल, कपड़े, स्टील सहित सभी प्रकार की दुकानें व्यापारियों ने खोल दी। इससे कस्बे मेें भीड़ एकत्र हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और सख्ती दिखाते हुए लोगों को वहां से हटाया। साथ ही लोगों को घर में रहने की अपील की। थानाधिकारी गोपाललाल शर्मा ने मय पुलिस जाब्ता दिनभर कस्बे में गश्त की।
खेरवाड़ा| प्रदेश सरकार के सोमवार से प्रदेश में मॉडिफाइड लॉकडाउन के तहत कस्बे के पंचायत समिति, ग्राम पंचायत सहित सभी सरकारी दफ्तर खुले रहे। मगर सभी कार्यालयों में 30 फीसदी कर्मचारी ही ड्यूटी पर आए। वहीं ड्यूटी के दौरान अति आवश्यक काम करते दिखे।
वहीं कस्बे में स्थानीय प्रशासन और व्यापार मंडल की ओर से लागू व्यवस्था पहले की तरह ही रही। इस दौरान सोमवार को दूध डेयरी और मेडिकल स्टोर के अतिरिक्त सभी दुकानें और सब्जीमंडी बन्द रही। वहीं स्थानीय पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बिना अनुमति के कस्बे में घूमने वाले वाहनों को रोकने और जब्त करने की कार्यवाही जारी रखी।
फतहनगर| मोडिफाइड लॉकडाउन को लेकर क्षेत्रवासियों में सोमवार को भ्रम की स्थिति बनी रही। प्रशासनसोमवार को ढील देने की अपेक्षा प्रशासन अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा सख्त दिखा। बाजार पूर्व की भांति एक दिन छोड़कर एक दिन खुला।सोमवार को बाजार सुबह 7 से 12 बजे तक खाद्य सामग्री, सब्जी, दूध डेयरी आदि खुले। सोमवार को पुलिस प्रशासन ने वाहनों पर अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा सख्ती की।
पलाना कला में सोमवार को शिव नगरी में स्थित शिव मंदिर पर भगवान शिव को पंडित हितेश शर्मा ने विशेष शृंगार धराया। साथ ही पूजा-अर्चना कर पूरे में फैली कोरोना महामारी से बचाने की मन्नत मांगी।
कुराबड़ वन रेंज के अंतर्गत चासदा वन खंड में भीषण आग लग गई। क्षेत्रीय वन अधिकारी विजेंदर सिंह सिसोदिया ने बताया कि चासदा वन खण्ड में सुबह आग सुलग गई थी। मगर हवा के तेज होने के बाद आग ने विकराल रूप ले लिया। पूरे चासदा से झामर कोटड़ा माइंस तक आग फैल गई। वहीं चासदा से पूरी टीम मौके पर गई और आग बुझाने का प्रयास किया। मगर आग बढ़ गई। बाद में आरएसएमएम झामर कोटडा माइंस की दमकल के फेरे लगाने पर अाग पर काबू पाया गया। तकरीबन 5 से ज्यादा फेरे लगाने पर रोड़ के किनारे फैली आग पर काबू पाया गया। मगर पहाडिय़ों की तरफ फैली अाग काबू में नही आ पाई। इस दौरान 150 हेक्टेयर जंगल जलकर खाक हो गया।
समीपवर्ती ग्राम घाटी में सड़क पर संदिग्ध अवस्था में दो नोट सड़क पर पाए गए। ग्रामीणों ने शनिवार को दो नोट 500 अाैर 10 रुपए के संदिग्ध अवस्था में पड़े मिले। नोट को संदिग्ध मानते हुए अनहोनी की आशंका के चलते ग्रामीणों ने गांव को ही सड़क पर मेड़बंदी कर दी। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर अनजान लाेगाें की जीप भी राउंड लगा रही हैं। गांव में लगे सीसीटीवी कैमरे में अनजान वाहन के फुटेज रिकार्ड हुए हैं। घाटी सरपंच सहित घाटी, थाणा, आड़ीवली, डेचरा गांव के मोतबीर रविवार को पहाड़ा थानाधिकारी से मिले और संदिग्ध नोटों अाैर अनजान वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
पंचायत समिति नयागांव के ग्राम पंचायत सरेरा से गुजरात में गेहूं कटाई करने गए 26 मजदूर रविवार को पैदल लौट आए। सूचना पर आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और मजदूरी कर लौटे ग्रामीणों को की स्क्रीनिंग कर हाेम क्वारैंटाइन किया गया। गुजरात के खुमानपुर क्षेत्र में गेहूं की कटाई करने गए 11 मजदूर 60 किलोमीटर पैदल यात्रा कर सरेरा के बंबला गांव पहुंचे। वहीं रविवार को 15 मजदूर और पहुंचे। सूचना पर ग्राम पंचायत सरेरा की आपदा प्रबंधन टीम के एएनएम भावना अहारी, उपसरपंच मोहन अहारी, आशा सहयोगिनी रेखा देवी, शिक्षा विभाग की और से डोर टू डोर सर्वे कर रहे शिक्षक सुरेश कुमार, दिलीप कुमार और शिवलाल सहित टीम मौके पर पहुंची और मजदूरों की स्क्रीनिंग कर 14 दिनों के लिए होम आइसोलेट किया गया।