ग्राम पंचायत राजपुरा के निवासियों ने सरपंच हीरालाल गाडरी के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर सिंदेसर खुर्द माइंस के अधिकारियों के लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाने, कर्मचारियों को वेतन भुगतान समय पर नहीं करने को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि भारत सरकार, राजस्थान सरकार द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए की किसी भी कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों को महामारी के दौरान समय पर वेतन दिया जाए, लेकिन हिंदुस्तान जिंक की इकाई सिंदेसर खुर्द माइंस ने कर्मचारियों की मजदूरी भुगतान नहीं किया। लॉकडाउन के नियमों की पालना भी नहीं कर रहे हैं। नियम के अनुसार जो व्यक्ति कार्य कर रहे हैं, उनको परिसर के अंदर ही रह कर कार्य करवाना है, लेकिन कई कर्मचारी कार्य करके प्रतिदिन अपने घर पर वापस जा रहे हैं।
एसके माइंस की कई कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को भुगतान करने से मना कर दिया है। इस कारण लॉकडाउन के बावजूद कई कर्मचारी अपनी नौकरी बचाने के लिए चोरी-छिपे काम पर जा रहे हैं। ग्राम पंचायत राजपुरा द्वारा कई बार प्रयास करने के बावजूद बाहर से काम पर आने वाले व्यक्ति नहीं रुक रहे है। इस कारण वायरस फैलने की पूरी संभावना हैं। बाहर से आने वाले व्यक्ति के कारण किसी भी प्रकार का वायरस फैलता है, तो समस्त जिम्मेदारी एसके माइंस की होगी।
इस दौरान सरपंच हीरालाल गाडरी, ग्रामीण बालूराम, अन्य ने कंपनी से लॉकडाउन के नियमों की पालना कराते हुए जिन जिन कंपनी द्वारा कर्मचारियों को भुगतान नहीं किया गया हैं, उन्हें तत्काल भुगतान दिलाने की मांग की।
श्रीजी प्रभु की हवेली में श्रीदाऊजी महाराज कृत चार स्वरूप का उत्सव परंपरानुसार मनाया। उत्सव के भाव से प्रभु को शृंगार धरा कर राग, भोग, सेवा के लाड लड़ाए। शृंगार की झांकी में मुखिया बावा द्वारा श्रीजी प्रभु को श्रीचरणों में मोती के तोड़ा धराए। श्रीअंग पर केसर प्रतिबिंबित पिछोड़ा अंगीकार कराया। श्री मस्तक पर फैंटा, मोरशिखा के संग कतरा और शीषफूल सुशोभित किया। श्रीकर्ण में मकराकृत कुंडल, मोती के आभरण धराए। श्रीजी को छेड़ा का शृंगार धरा कर कंदराखंड में वस्त्रानुसार पिछवाई धराई। राजभोग की झांकी में मुखिया बावा ने बालस्वरूपों की आरती उतारी। कीर्तनकारों ने विविध पदों का गान किया। बता दें कि विक्रम संवत 1878 ज्येष्ठ कृष्णपक्ष द्वितीया को चार स्वरूप श्रीमथुरानाथजी कोटा, श्रीविठ्ठलनाथजी नाथद्वारा तथा श्रीगोकुलनाथजी गोकुल से नाथद्वारा पधारे थे। श्रीनाथजी में श्रीनवनीतलालजी के संग बिराज कर भव्य मनोरथ हुआ था।
झालों की मंदार ग्राम पंचायत के तालाबों का भीलवाड़ा के 17 परिवारों के नाम 3 साल पहले खाद्य सुरक्षा योजना से काट दिए गए थे। वापस नाम जुड़वाने के लिए इन लोगों ने ई-मित्र और एसडीएम कार्यालय में फार्म भरकर आवेदन किए, लेकिन इन परिवारों के नाम अभी तक खाद्य सुरक्षा में नहीं जुडे़ हैं। यह परिवार सरकारी योजनाओं से भी वंचित हैं। ग्रामीण उपखण्ड अधिकारी कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालयों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 2015 में ग्राम पंचायत ने पात्र परिवारों के नाम खाद्य सुरक्षा से हटवा दिए थे। इन 17 परिवारों में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनका इस समय में घर का गुजारा मुश्किल हो गया है।
घर का गुजारा हुआ मुश्किल
तुलसी सिंह : तीन माह पूर्व गांव गुड़ा ई-मित्र से खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया, लेकिन अभी तक मेरा नाम खाद्य सुरक्षा में नहीं जुड़ा है। बस में कंडक्टरी का काम करता था। लॉकडाउन होने की वजह से दो महीने से घर पर ही हूं। इस समय में परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो गया है।
कार्यालय से संतुष्ट जवाब नहीं मिल रहा
विजयसिंह : खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए करीब 6 माह पूर्व एसडीएम कार्यालय में फार्म भर कर देकर आया हूं। दो बार वापस कार्यालय जाकर जानकारी मांगी, लेकिन संतुष्ट जवाब नहीं मिला। अभी तक मेरे परिवार का नाम खाद्य सुरक्षा में नहीं जुड़ पाया।
सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा
उदय सिंह- 23 फरवरी 2019 को ई-मित्र के माध्यम से खाद्य सुरक्षा में नाम जुड़वाने के लिए ऑनलाइन फार्म भरवाया, लेकिन अभी तक नाम नहीं जुड़ा। अहमदाबाद में होटल में नौकरी करता था। लॉकडाउन से डेढ़ माह से घर पर ही हूं। मेरे परिवार में 5 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया है। खाद्य सुरक्षा में नाम नहीं होने से सरकारी योजनाओं का पात्र लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है।
पति पांच माह से बीमार है
कंकु बाई - मेरे पहले बीपीएल का राशन कार्ड था, फिर भी मेरा नाम खाद्य सुरक्षा से हटा दिया गया। मेरे पति करीब 5 माह से घर में बीमार हैं। परिवार में कुल 4 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया। एक औरत होते हुए भी परिवार का पालन पोषण कर रही हूं।
जिले में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कुंवारिया ग्राम पंचायत में शनिवार देर शाम को सरपंच ललित श्रीमाली, थानाधिकारी पेशावर खान के नेतृत्व में कस्बे वासियों की आवश्यक बैठक रखी गई जिसमें सभी ने रविवार को अपनी-अपनी दुकानें 11 बजे तक खुली रखने का निर्णय लिया। उसके बाद साेमवार से 3 दिनों तक कुंवारिया कस्बे की संपूर्ण दुकानें पूरी तरह से बंद रखने का निर्णय
लिया गया।
कुंवारिया कस्बे के सभी गली मोहल्ले में शनिवार देर शाम को अवरोधक डालकर पूर्णतया रास्ते राेके गए। सरपंच ललित श्रीमाली ने बताया कि केवल मुख्य मार्ग ही खुला रहेगा बाकी सभी कस्बे के सभी गली मोहल्ले पूर्णतया बंद कर दिए गए हैं। रविवार के बाद 3 दिनों तक सभी दुकानें बंद करने का निर्णय लिया गया है।
इस दौरान थानाधिकारी पेशावर खान ,ओम प्रकाश चावला ,एडवोकेट महेश सेन ,यशवंत पीपाड़ा, ग्राम विकास अधिकारी महावीर सिंह, परमानंद दाधीच ,वार्ड पंच बद्री लाल, सालवी ,शेषमल प्रजापत, गोवर्धन दास वैष्णव, गणेश लाल पोरवाल, देवेंद्र तातेड़, किशनलाल, गिरीश झा, गोपाल पालीवाल, ललित कच्छारा आदि मौजूद थे।
मचींद सरपंच अम्बा कुमारी मीना की मौजूदगी में राणा पुंजा मेला ग्राउंड स्थल पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना का काम किया। उपसरपंच पंकज सोनी ने बताया कि सात बजे से एक बजे तक श्रमिकों ने श्रम संसाधनों के साथ काम किया। इस मौके पर ग्राम विकास अधिकारी बालमुकुंद माली, कनिष्ठ लिपिक यशवंत मेघवाल, आदिवासी वनावल चाैखला अध्यक्ष तखतमल भील ने सभी श्रमिकों, मेट को निशुल्क मास्क वितरित किए। इससे पहले कार्य स्थल पर महिला मेट बाबूड़ी देवी के सानिध्य में कुल 42 श्रमिकों ने पंजीयन करवा कर सुबह सात बजे एक स्वर में श्रम के गीत गाकर काम करना शुरू किया। पेयजल, छाया का पंचायत प्रशासन ने उचित प्रबंधन किया।
कोरोना महामारी के मौजूदा दौर में जन सुरक्षा की खातिर कोरोना योद्धा के रूप में शहर सहित अन्य क्षेत्रों में चौराहों-मार्गों पर तैनात पुलिस जवानों को तपती धूप से बचाने के लिए चंदा बाई धोबी और . बालूलाल मिस्त्री की स्मृति में परिजनों ने छाते वितरण किए।
मदनलाल, सत्यनारायण, ओमप्रकाश, किशनलाल सहित बोहरा परिवार के सदस्यों ने पुलिस कार्मिकों को छाते मुहैया कराना तय किया। इस पर नगर परिषद पार्षद हेमंत रजक (लच्छू भाई), परिवारजनों ने जलचक्की, टीवीएस चौराहा, पुराना बस स्टैण्ड, जेके मोड़, मुखर्जी चौराहा, द्वारकेश चौराहा, विवेकानंद चौराहा, जेके सर्कल और राजनगर के सभी मार्गों पर स्थापित चेक पोस्ट (जांच स्थल) पर मुस्तैद जवानों को 35 छाते प्रदान किए। कई जगह मास्क भी वितरण किए। पार्षद हेमंत रजक ने बताया कि नगर परिषद प्रतिपक्ष नेता अशोक टांक सहित जनप्रतिनिधियों के साथ वे पिछले डेढ़ महीने से शहरी क्षेत्र में लॉकडाउन के कारण संकटग्रस्त, जरूरतमंदों को भोजन मुहैयाकराने में जुटे है।
कस्बे के समीपवर्ती क्वारेंटाइन सेंटर में लोगों को शनिवार काे मेवाड़ा युवा समाज के पदाधिकारियों ने भोजन कराया। महावीर मेवाड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर आस-पास के क्षेत्रों के अलावा शनिवार को लसानी में मेवाड़ा युवा मंडल के पदाधिकारियों ने भोजन खिलाया। इस दौरान मेवाड़ा युवा के भावेश मेवाड़ा, महेंद्र मेवाड़ा, गौतम मेवाड़ा सहित पदाधिकारियों ने सेवा दी। महावीर मेवाड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते किसी भी क्वारेंटाइन सेेंटर पर सूचना मिलते ही मेवाड़ा युवा ग्रुप सेवा देने के लिए तत्पर रहते हैं।
हर पल संक्रमण का खतरा, परिवार से दूर, पूरे समय पीपीई किट में, लेकिन ड्यूटी ही कर्म है। इसी भावना से काम करते हैं। सुबह-शाम भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि कोरोना का संकट जल्द खत्म हो। लोग अमन और शांति से रहे तथा भविष्य में कोरोना जैसी बीमारी भारत देश में पुनः ना आए। यह कहना है नरदास का गुड़ा निवासी सागर त्रिवेदी पुत्र राधेश्याम त्रिवेदी का, जो उदयपुर के गीतांजली हॉस्पिटल में कोविड-19 वार्ड में पिछले कई दिनों से लगातार ड्यूटी दे रहे हैं।
सागर इस हॉस्पिटल में सीनियर आईसीयू नर्सिंग अधिकारी हैं। सागर ने बताया कि पहले दिन ड्यूटी पर जाने से पहले बडे़ भाई अखिलेश ने आत्मविश्वास पैदा करते हुए कहा कि देश की सीमा पर खडा़ जवान भी मौत का डर नहीं रखता, वहीं जज्बा अपने दिल में रखकर इन सभी मरीजों को स्वस्थ करके घर भेजने तक पूरी निष्ठा से सेवा करना। इसके अलावा सागर का पूरा परिवार कोविड-19 में सेवा दे रहा है। बड़ा भाई पीयूष त्रिवेदी आमेट मॉडल स्कूल में तकनीकी सहायक हैं। पिता वरिष्ठ अध्यापक हैं। बड़ी बहन डिम्पल त्रिवेदी अपने ससुराल बामनिया कला में पंचायत सहायक के रूप में सेवाएं दे रही हैं।
राजसमंद में अब गर्मी का असर तेज हो रहा है। शुक्रवार को बढ़े तापमान के बाद शनिवार को भी तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। दोपहर तक मानो आसमान से आग बरसने लग गई। हालांकि दिन में तापमान एक डिग्री बढ़ा लेकिन न्यूनतम तापमान में .5 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज होकर पारा 23.5 डिग्री सेल्सियस हाे गया। इससे रात में भी गर्मी का असर बढ़ गया। लॉकडाउन के चलते लोग घरों में ही है लेकिन गर्मी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं।
गर्मी ने आमजन का हाल बेहाल कर दिया। तेज गर्मी होने के साथ ही हवा नहीं चलने के कारण लोगों की घरों में रहने के बाद भी स्थित खराब दिखाई दी। लोगों का घरों में बैठना मुश्किल हो गया। दोपहर में लोगों का हाल बेहाल कर दिया। तेज धूप के साथ ही गर्म हवा चलने से लू का प्रकोप भी बढ़ा। घरों में एसी अाैर कूलर चलने लग गए।
तहसील क्षेत्र के जनावद पंचायत के राजस्व गांव में शनिवार काे ननद और भाभी की नदी पर नहाने के दाैरान डूबने से माैत हाे गई। गर्मी के कारण पहले ननद नहाने उतरी उसे बचाने के लिए भाभी भी नदी में कूद पड़ी। लेकिन दाेनाें की डूबने से माैत हाे गई। पुलिस के अनुसार ननद भागु बाई (15) पुत्री सुरेश नाथ और उसकी भाभी विमला (20) पत्नी कैलाशनाथ निवासी अायत्री की माैत हाे गई। ये गोमती नदी में अपने खेत काे संभालने गई थी। जहां पर गर्मी के कारण दोनों ने नहाने का मन किया तथा नदी पर गई। जहां पर ननद भागु नहाते समय पांव फिसलने से डूब गई। उसे बचाने के लिए भाभी विमला बचाने गई, लेकिन वह भी डूब गई।
दोनों की मौके पर ही मौत हो गई । गौमती चौकी के एएसआई जयसिंह ने बताया कि भागु बाई 9 वीं की छात्रा थी। प्रत्यक्षदर्शी भागु बाई की छोटी बहन 10 वर्षीय ममता नाथ दौड़ कर गांव में आई तथा ग्रामीणों व परिजनों को सूचना दी। ग्रामीण व परिजन मौके पर पहुंचे तथा पुलिस को फोन किया। पुलिस माैके पर पहुंची। ग्रामीणों की सहायता से दोनों को बाहर निकाला तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। दोनों का चारभुजा सीएससी पर डाक्टरों ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को साैंप दिए।
भवानी वाटिका क्वारैन्टाइन सेंटर पर क्वारेन्टाइन हुए सभी व्यक्तियों सहित सभी ने कोरोना महामारी जब तक हार कर समाप्त नहीं हो जाती तब तक लोकडाउन, कर्फ्यू, सील बंद इलाकों पर लागू शासन प्रशासन के नियमों की पूर्ण पालना करने एवं शांति, धैर्य एवं आत्मविश्वास निडरता बनाए रखने की आज शपथ ली। पारी प्रभारी सत्य नारायण डीडवानिया ने सभी क्वारेन्टाइन व्यक्तियों को सामाजिक दूरी बनाकर एक सकारात्मक वार्ता के द्वारा कोरोना महामारी से मन में बढते भय की मानसिक दशा को नियंत्रित कर मनोवैज्ञानिक तरीकाें तथ्यों के द्वारा अपने को व अन्य को शारीरिक और मानसिक रूप स्वस्थ रखने के उपायों को प्रयोगात्मक रूप में बताया।
कस्बे के समीपवर्ती बग्गड़ में शुक्रवार शाम खेत पर फसल पिलाई करने गए किसान की कुएं में डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि बग्गड़ निवासी अमरसिंह (30) पुत्र भैरूसिंह रावत खेत पर पिलाई कर रहा था। इस दौरान इंजन चालू करते समय पैर फिसल जाने से कुएं में जा गिरा। कुएं में पानी ज्यादा होने से उसे खाली किया। अमरसिंह को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मृत्यु हो चुकी थी। सूचना मिलने पर एएसआई नरोत्तम पुरी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की सहायता से कुएं से बाहर निकाल शव को पोस्टमार्टम कराकरपरिजनों को सौंपा।
लॉकडाउन में व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाने के सख्त आदेशों के बावजूद भी कई व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर उल्लंघन की सूचना पर ग्राम पंचायत ने व्यापारियों को पाबंद कर नियमों के तहत कार्य करने कीचेतावनी दी।
सरपंच आशा जाट ने बताया कि कस्बे में महामारी फैलने की आशंकाओं को ध्यान में रखते हुए नियमों की अवहेलना कर रहे व्यापारिक प्रतिष्ठानों को 17 मई तक खाद्य सामग्री की दुकानों के अलावा बंद रखने के निर्देश दिए गए। व्यवसायिक प्रतिष्ठान खुले पाए जाने पर पंचायत प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सरपंच ने बताया कि कस्बे के सब्जी मंडी सहित अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर प्रतिदिन बढ़ रही है, भीड़ सोशल डिस्टेंस की पालना भी नहीं कर रही है और दुकानों पर खरीददारी के लिए आने वाले लोग बिना मास्क लगाए आ रहे हैं। सरकार तथा जिला प्रशासन के सोशल डिस्टेंस एवं मास्क लगाने के सख्त आदेश के बावजूद भी इन आदेशों का कोई पालन नहीं हो रहा है। अब किसी भी व्यापारी द्वारा नियमों की अवहेलना की जाती है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। दुकानों पर भी सोशल डिस्टेंस रखने तथा बिना मास्क लगाकर सामग्री लेने आए व्यक्तियों को सामग्री नहीं देने के निर्देश दिए गए। इस दौरान उपसरपंच नवरत्न सेन, सरपंच प्रतिनिधि भरत जाट, व्यापार संघ अध्यक्ष यशवंत सोनी, नितेश पारीक आदि मौजूद थे
बीडीओ भुवनेश्वर सिंह चाैहान ने स्कूल में बने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण कर प्रवासियों से चर्चा की। लॉकडाउन नियमों की पालना, ठहराव की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। खाने की भी व्यवस्था देखी। सहायक ग्राम विकास अधिकारी संजय आचार्य, सरपंच रतनलाल, उपसरपंच दिग्विजयसिंह भाटी, करण सिंह साेलंकी, सुरेश कीर, सुरेश पूर्बिया, गणपतलाल कीर, संतोष मीणा मौजूद थे।
घर-घर जाकर फास्ट फूड बेचने वाला कांकराेली के हाथीनाड़ा का रहने वाले युवक के अब तक 600 लाेगाें संपर्क में आने की बात कही गई है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियाें का कहना है कि हालांकि इस युवक में काेराेना संक्रमण के लक्षण नहीं आए हैं। महज पेट दर्द हाेने पर यह कमला नेहरु अस्पताल गया था। जहां से उसे आरके अस्पताल भेजा गया। जहां जांच के बाद पथरी हाेना सामने अाया। इस पर युवक पथरी का ऑपरेशन कराने पर भी राजी हाे गया। युवक पथरी का ऑपरेशन भी जल्द कराना चाह रहा था। हालांकि इस दाैरान चिकित्सकों ने एहतियात के ताैर पर काेराेना टेस्ट कराने के लिए कहा और सैंपल लिए, लेकिन जांच में इसके काेराेना पॉजिटिव हाेना सामने आया । इस पर चिकित्सा विभाग ने इस युवक के साथ उसके माता-पिता, पत्नी और भाई काे आरके अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर इनके भी स्वाब लिए गए, जिनकी रिपाेर्ट आनी बाकी है।
द्वारकेश वाटिका के बाहर लगाता था लाॅरी :
जानकारी के अनुसार काेराेना संक्रमित युवक अपने पूरे परिवार के साथ फास्ट फूड बेचता था। युवक मूलत: उदयपुर में धानमंडी का रहने वाला है। वहां से आकर करीब 7 साल से कांकराेली में लाॅरी पर फास्ट फूड बेचता है, लेकिन लाॅकडाउन में धंधा बंद हाेने पर खाद्य सामग्री घर-घर सप्लाई करने लगा। एहतियात के ताैर पर चिकित्सा विभाग अब जांच कर रहा है कि अधिकतम 14 दिनाें में काेराेना संक्रमित युवक जिन लाेगाें से संपर्क में आया उनकी जांच प्राथमिकता रहेगी। काेराेना पॉजिटिव संक्रमित युवक लाॅकडाउन शुरू हाेते ही 22 मार्च से ही फास्ट फूड घर-घर जाकर बेच रहा था। इधर, कलेक्टर अरविंद पाेसवाल ने शुक्रवार काे अपील की थी कि काेराेना पाॅजिटिव युवक से चाट-पकाैड़ी अाैर कचाेरी, समाेसा की खरीद की गई है ताे तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष और उपखंड स्तरीय नियंत्रण कक्ष के दूरभाष पर संपर्क करे ताकि काेराेना के फैलाव की चेन काे ताेड़ा जा सके। इस पर 100 से अधिक लाेगाें ने कंट्राेल रूम पर फाेन कर युवक के संपर्क में अाने की जानकारी दी है। देर शाम तक लाेगाें के कंट्राेल रूम पर सूचना दे रहे थे।
कलेक्टर अनुपमा जोरवाल ने आईटी केन्द्र में वीसी के माध्यम से ब्लाॅक स्तरीय एवं जिला स्तरीय अधिकारियोंकी बैठक ली और संशोधित लाॅक डाउन की पालना सुनिश्चित करने, चैक पोस्ट सील करने, अन्य राज्यों से आने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रवेश नहीं करने की कड़ाई से पालना करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी उपखण्ड अधिकारियों से कहा कि वे संशोधित लाॅक डाउन की पालना सुनिश्चित करें और चैक पोस्ट सील रखें। अन्य राज्यों में जाने वालों की राज्य वाईज सूची बनाएं। उन्होंने कहा कि अपन-अपने क्षेत्रों में स्थापित क्वारेनटाइन सेन्टर में सारी तैयारियां रखे। उन्होंने आवश्यक पीपी कीट, सेनेटाईजर, सामाजिक दूरी, समय पर जारी दिशा निर्देशों की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले में सभी उपस्वास्थ्य केन्द्रों पर एएनएम और जीएनएम की नियुक्ति की गई है। वे इन केन्द्रों का निरीक्षण करें और किसी भी ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों और स्वास्थ्य कर्मियांे के अवकाश स्वीकृत नहीं करें। उन्हें मुख्यालय पर रहकर कार्य करने को पाबंद करें। उन्होंने कोरोना सेवाओंके अलावा टीकाकरण, गर्भवती और धात्री महिलाओंकी देखभाल और अन्य चिकित्सा सेवाएं सुचारू रूप से शुरू करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में सभी उपखण्ड अधिकारियोंसे जिले में मनरेगा में अधिकाधिक रोजगार देने, क्षेत्र में पेयजल एवं बिजली आपूर्ति सहित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा भी की।
कृषि उपज मंडी में समर्थन मूल्य पर प्रतिदिन 1200 बाेरी जिंस की खरीद की जा रही है। यहां कईकिसान उपज लेकर पहुंच रहे हैं। लेकिन साेशल डिस्टेंसिंग की पालना को लेकर मंडी समिति नियत समय तक ही खरीद कर रहा है। मंडी में प्रतिदिन गेहूं, चना और सरसों लेकर किसान पहुंच रहे हैं। ज्यादा किसानों के आने के कारण कई बार देर रात तक तुलाई जारी रहती है और किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
इस कारण दिन भर किसान कतारों में इंतजार करते हैं। इस कारण किसानों में नाराजगी दिखने लगी है। किसानों को सुबह 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक मंडी दरवाजे पर इंतजार करना पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि इस दौरान मंडी के दरवाजे पर चाय, पानी या नाश्ते तक का इंतजाम नहीं होने से गर्मी के कारण उनकी परेशानी बढ़ रही है। मंडी व्यवस्थापक कृष्ण दास बैरागी का कहना है कि किसानों को इंतजार नहीं करना पड़े इसके लिए देर रात तक मंडी में काम चलता है। जल्दी ही किसानों की अन्य समस्या का भी हल किया जाएगा। रजिस्ट्रेशन भी ज्यादा होने से प्रतिदिन 60 से ज्यादा किसानों के माल की तुलाई में भी समय लग रहा है।
दक्षिण भारत से सीकर और जोधपुर जाने वाले लोग अब प्रतापगढ़ की सीमाओं से प्रवेश करने में लगे हैं। शनिवार को राजस्थान-मध्यप्रदेश की सीमा पर राजपुरिया बॉर्डर पर तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र और अन्य कई जगहाें से 10 से ज्यादा गाड़ियों में निकलते 50 लोगाें काे पुलिस ने बिना पास प्रवेश देने से राेक दिया। पहले ये लोग नीमच साइड से प्रतापगढ़ में प्रवेश करने पहुंचे तो पुलिस ने इन्हें अवलेश्वर के पास राजपुरिया-मंदसौर बॉर्डर की तरफ भेज दिया।
इसके बाद ये लोग राजपुरिया बॉर्डर पहुंचे तो पुलिस ने इन्हें यहां से वापस लौटा दिया, क्योंकि इनके पास ई पास नहीं था। ये वाहन प्रतापगढ़ जिले की सीमाओं के चक्कर लगा रहे हैं और इनका कहना है कि इन्हें अंदर नहीं आने दिया जा रहा है जबकि पुलिस का तर्क है कि सरकार ने गृह विभाग की बिना अनुमति के जिले में बाहरी राज्याें से वाहनाें में आने वालाें के प्रवेश पर राेक लगा रखी है। गाड़ियों में कुछ बच्चे और महिलाएं भी हैं। पुलिस ने एहतियातन इनको बिना पास जिले में प्रवेश नहीं दिया।
7 मई को निकले थे, अब चक्कर काट रहे, बोले खाना भी नहीं है : इन लोगों ने राजपुरिया बॉर्डर पर पुलिस को बताया कि उन्हें खाना नहीं मिला है। वे 7 मई को इन राज्यों से राजस्थान के लिए निकले थे। इनमें से कुछ लोग सीकर तो कुछ जोधपुर के रहने वाले हैं और प्रतापगढ़ से उदयपुर, चित्तौड़ होते हुए निकलना चाह रहे हैं। लेकिन ई-पास नहीं होने के कारण पुलिस इन्हें अंदर नहीं आने दे रही।
पीपलखूंट के पावटी पाड़ा के कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए अस्पताल स्टाफ की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसके बाद चिकित्सा विभाग ने राहत की सांस ली है। पिछले दिनों बंबोरी और पीपलखूंट के पावटी पाडा में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले। इसमें पावटी पाडा निवासी युवक टीबी से भी पीड़ित था और उसकी मौत हो गई। उसकी मौत के बाद पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव था। वह राजकीय अस्पताल में जनरल वार्ड में भर्ती रहा और इस दौरान 14 डॉक्टर और नर्सिंग कर्मी भी उनके संपर्क में आए थे।
इन सभी की कोरोना रिपोर्ट अब नेगेटिव आ गई है। ये सभी राण पूंजा छात्रावास में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों में थे। क्वारेंटाइन किए गए 14 स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद प्रमुख चिकित्सा अधिकारी द्वारा इन स्वास्थ्य कर्मियों को होम क्वारेंटाइन करने के आदेश जारी किए गए है। 3 मई को जिले के पावटी पाडा निवासी एक मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके उपचार में लगे सभी स्वास्थ्य कर्मियों को रेपिड रिस्पांस टीम के नोडल अधिकारी और सदस्यों से चर्चा के बाद क्वारेंटाइन किया गया था।
जानिए कोरोना में जिले के हालात : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ वीके जैन ने बताया कि लगातार स्क्रीनिंग और सर्वे के माध्यम से चिकित्सा टीम कोरोना के खिलाफ लड़ रही है। जिले में अब तक कुल 564 सैंपल लिए गए है। इनमें से 554 सेंपल निगेटिव रहे हैं और 6 की रिपोर्ट अब तक पेंडिंग है। शनिवार को होम क्वारेंटाइन की संख्या बढ़कर 1977 हो गई। इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन में 83 व्यक्ति है।
ओपीडी से राहत के प्रयास : चिकित्सा टीमें न केवल स्क्रीनिंग और सर्वे कर रही है बल्कि मोबाइल ओपीडी के जरिए भी लोगों तक चिकित्सा सुविधा पहुंचाई जा रही है। अब डोर स्टेप मेडिकल सुविधा के लिए जिले में 13 जगहों पर मोबाइल वैन से लोगों को चिकित्सा सुविधा दी जा रही है। सीएमएचओ डॉ वीके जैन ने बताया कि शनिवार को 1155 मरीजों की इस ओपीडी में जांच कर निशुल्क दवाएं दी गई और इनमें से 609 रोगियों की विभिन्न तरह की जांच भी निशुल्क की गई है। अगले आदेश तक ये ओपीडी सुविधा इसी तरह घरों में बंद लोगों को डोर स्टेप पर मिलती रहेगी।
श्रीजी प्रभु की हवेली में श्रीदाऊजी महाराज कृत चार स्वरूप का उत्सव परंपरानुसार मनाया। उत्सव के भाव से प्रभु को शृंगार धरा कर राग, भोग, सेवा के लाड लड़ाए। शृंगार की झांकी में मुखिया बावा द्वारा श्रीजी प्रभु को श्रीचरणों में मोती के तोड़ा धराए। श्रीअंग पर केसर प्रतिबिंबित पिछोड़ा अंगीकार कराया। श्री मस्तक पर फैंटा, मोरशिखा के संग कतरा और शीषफूल सुशोभित किया। श्रीकर्ण में मकराकृत कुंडल, मोती के आभरण धराए। श्रीजी को छेड़ा का शृंगार धरा कर कंदराखंड में वस्त्रानुसार पिछवाई धराई। राजभोग की झांकी में मुखिया बावा ने बालस्वरूपों की आरती उतारी। कीर्तनकारों ने विविध पदों का गान किया। बता दें कि विक्रम संवत 1878 ज्येष्ठ कृष्णपक्ष द्वितीया को चार स्वरूप श्रीमथुरानाथजी कोटा, श्रीविठ्ठलनाथजी नाथद्वारा तथा श्रीगोकुलनाथजी गोकुल से नाथद्वारा पधारे थे।
झालों की मंदार ग्राम पंचायत के तालाबों का भीलवाड़ा के 17 परिवारों के नाम 3 साल पहले खाद्य सुरक्षा योजना से काट दिए गए थे। वापस नाम जुड़वाने के लिए इन लोगों ने ई-मित्र और एसडीएम कार्यालय में फार्म भरकर आवेदन किए, लेकिन इन परिवारों के नाम अभी तक खाद्य सुरक्षा में नहीं जुडे़ हैं। यह परिवार सरकारी योजनाओं से भी वंचित हैं। ग्रामीण उपखण्ड अधिकारी कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालयों के चक्कर काटने पर मजबूर हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 2015 में ग्राम पंचायत ने पात्र परिवारों के नाम खाद्य सुरक्षा से हटवा दिए थे। इन 17 परिवारों में कुछ ऐसे भी परिवार हैं, जिनका इस समय में घर का गुजारा मुश्किल हो गया है।
पति पांच माह से बीमार है
कंकु बाई - मेरे पहले बीपीएल का राशन कार्ड था, फिर भी मेरा नाम खाद्य सुरक्षा से हटा दिया गया। मेरे पति करीब 5 माह से घर में बीमार हैं। परिवार में कुल 4 सदस्य हैं। इस समय में परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया। एक औरत होते हुए भी परिवार का पालन पोषण कर रही हूं।
वैश्विक समस्या बने कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन के दौरान लोगों की दिनचर्या में बदलाव आया है। लॉकडाउन में लोग पुराने समय की तरह वस्तुओं का उपयोग कर रहे है। नईजर गांव की भंवरी देवी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण घर से बाहर नहीं निकल पार रहे है। पशुओं के लिए दलिया और घर पर रोटी बनाने के लिए पत्थर की चक्की से ही आटा पीस कर काम में लिया जा रहा है। वहीं झूनीझर गांव की मोहनी देवी ने बताया कि सब्जी बेचने वालों से सब्जी लेना बंद कर घर पर ही मिर्च, लहसुन और आम की चटनी बनाकर सब्जी के रूप में प्रयोग कर रहे है। जावद गांव में सालवी समाज की महिलाओं ने बताया कि धागा बुनने के चरखे अनुपयोगी बने हुए थे। लॉकडाउन के चलते घर में और कोई काम नहीं होने से हमने फिर इने चरखे से धागा बनाने का काम शुरू कर दिया है। वहीं कई गांवों में महिलाएं घरों में ही पुराने कपड़ों का उपयोग कर बिस्तर तैयार करने में लगी हुई है। वहीं कई युवा बाहरी राज्यों से आकर खेती और पुश्तैनी कामों में लगे हुए है।
पंचायत समिति सभागार में एसडीएम मंगलाराम ने गांव के लोगों सहित सरकारी कर्मचारियों की बैठक ली। बैठक में लोगों से बाहर से आने वालों की जानकारी देने और सभी की जांच करवाने की बात कही। साथ ही पुलिस और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। ग्राम पंचायत कोटड़ा की तरफ से कस्बे में आठ पॉइंट जहां मार्गों को जोड़ने ते वहां चेक पोस्ट लगाने की बात कही। यहां युवा आने जाने वालों की निगरानी रखेगें। इस दौरान डिप्टी भूपेंद्र, आरएएस प्रशिक्षु उपेंद्र शर्मा, बीडीओ धनपतसिंह, बीएमओ डॉ.शंकरलाल चव्हाण, सांख्यिकी अधिकारी बनवारीलाल बुंबरिया उपस्थित थे।
विभाग द्वारा डीपीसी प्रक्रिया शुरू की जा रही है। लेकिन प्रबोधकों की पदोन्नति नहीं होने से प्रबोधकों में नाराजगी व्याप्त है। प्रबोधक संघ ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को ई-मेल भेजकर प्रबोधकों की पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। राजस्थान प्रबोधक संघ खेरवाड़ा के विकास व्यास ने बताया कि राजस्थान पंचायती राज प्रबोधक सेवा निमय-2008 में योग्यताधारी प्रबोधकों की 9 सेवा अनुभव के बाद प्रबोधकों को पदोन्नति कर वरिष्ठ प्रबोधक बनाया जाना था। लेकिन अब तक सरकार ने प्रबोधकों की पदोन्नति नहीं होने से प्रबोधकों में नाराजगी है। कोविड-19 विश्वव्यापी महामारी के चलते प्रबोधकों की पदोन्नति िकए जाने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री को ज्ञापन भेजकर पदोन्नति की मांग की जा रही है।
उपखंड क्षेत्र में मसीहा भरपूर सेवा संस्थान ने कोरोना महामारी के बीच लॉकडाउन में जरूरतमंदों को खाद्य किट बांटे। संस्थान के निदेशक बेंजामिन डोडियार ने बताया झाड़ोल एसडीएम अक्षय गोदारा की स्वीकृति और निर्देशानुसार तहसील क्षेत्र के 14 गांवों में 104 खाद्य किट बांटे गए। ये किट क्षेत्र के माणस गांव में 11, आमड़ा में 18, भैसाणा में 13, गुराड़ में 4, वायावाड़ा में 4, कोट में 2, परमेर में 1, शिलामाता में 1, तलाई में 12, खाटीकमदी में 6, बिजली में 8, दमाणा में 4 किट बांटे। इस दौरान गांव के ग्राम प्रभारी मौजूद थे।
गांव में शनिवार सुबह से आसमान में बादल छाए रहे। शाम 7 बजे अचानक मौसम पलटते हुए तेज हवाओं के साथ बिजली चमकने लगी। हवाओं के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। इससे सड़कें गीली हो गई। हल्की बारिश के बाद बिजली गुल हो गई। समाचार लिखे जाने तक बिजली सुचारू नहीं हो पाई। आसपास के गांवों में भी बारिश का दौर चला बारिश से सड़कें गीली हो गई।
जिला मुख्यालय पर कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती देखकर शनिवार को माणस व्यापार मंडल ने आपात बैठक की। इसमें 17 मई तक कस्बे के बाजार पूर्णतया बन्द करने का निर्णय लिया। कस्बे के सभी प्रवेश मार्गों पर बेरिकेड्स लगाकर बाहरी लोगों के कस्बे में प्रवेश पर रोक लगाने का भी निर्णय लिया। व्यापार मंडल अध्यक्ष गिरीश सोनी ने बताया कि उदयपुर में लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए सभी व्यापारियों की सहमति पर शनिवार को आपात बैठक बुलाई गइर्। बैठक में 17 मई तक कस्बे में सभी व्यापारिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया। कस्बे काे जाेड़ने वाले गाेगुंदा मार्ग, बिरोठी मार्ग, झाड़ोल मार्ग, भूरा मार्ग पर बेरिकेड्स लगाकर बाहरी लोगों के कस्बे में पूर्णरूप से प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया। केवल मरीजों को प्रवेश दिया जाएगा। निर्णय के बारे में व्यापार मंडल पुलिस, प्रशासन को सूचना दे दी है। ग्रामीणों को आगामी दिनों में लापरवाही नहीं बरतते हुए घरों में ही रहने की अपील की है।
वल्लभनगर के भोपालपुरा गांव में शनिवार को एक महिला के कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट सामने आने के बाद पुलिस और प्रशासन ने वल्लभनगर थाना क्षेत्र के भोपालपुरा, कीरखेड़ा क्षेत्र को सील कर कर्फ्यू लगा दिया। एसडीएम शैलेष सुराणा ने बताया कि महिला और उसका पति 5 मई को सूरत से अपने गांव आए थे।
वल्लभनगर अस्पताल में स्क्रीनिंग के बाद इनको होम क्वारेंटाइन किया गया था। महिला के पॉजिटिव होने कि रिपोर्ट आने के बाद संपर्क में आए 18 लोगों के सैंपल जांच के लिए उदयपुर भेजे है। साथ ही बताया कि रिपोर्ट आने के बाद भोपालपुरा क्षेत्र में रात को ही टीमें गठित कर दी है। वल्लभनगर सीआई महिपाल सिंह ने बताया कि पॉजिटिव महिला के घर से एक किमी के एरिया को सील कर आगामी 14 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा दिया है। वहीं वल्लभनगर कस्बा आगामी आदेश तक आवश्यक सेवाओं को छोड़कर पूर्णतया बंद रहेगा।
क्षेत्र के राव मादड़ा गांव में शनिवार को वन विभाग ने जरख का रेस्क्यू किया। एक खेत में जरख होने की सूचना पर उदयपुर वनविभाग की रेस्क्यू टीम के सदाशिव तिवारी, शूटर द्वारकाप्रसाद, शैलेंद्रसिंह मौके पर पहुंचे। वहीं रेस्क्यू सोसाइटी के पदमसिंह राठौड़ भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान जरख पास ही बने गड्ढे में चला गया। लोगों ने बताया कि जरख ने खेत में बच्चे को जन्म दिया है। रेंजर सचिन शर्मा ने बताया कि जरख और उसके बच्चे को रेस्क्यू कर सज्जन गढ़ बायोलॉजिकल पार्क पहुंचाया गया।
पिछले महीने लॉन्च हु्ए एपल आईफोन SE (2020) की बिक्री जल्द ही भारतीय बाजार में शुरू होने वाली है। ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपनी मोबाइल ऐप पर इसका बैनर रिलीज कर दिया है। लोगों का रूझान जानने के लिए फ्लिपकार्ट ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। हालांकि कंपनी ने फिलहाल भारत में इसकी सेल डिटेल्स और उपलब्धता के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। भारत में फोन की शुरुआती कीमत 42500 रुपए है। अमेरिका की तुलना में भारत में यह 39 फीसदी तक महंगा मिलेगा।
ऐप पर शुरू हुए रजिस्ट्रेशन
आईफोन SE (2020): भारत में वैरिएंट वाइस कीमत
आईफोन SE (2020): अमेरिका की तुलना में भारत में 39% तक महंगा मिलेगा
वैरिएंट | भारत कीमत | यूएस कीमत | % मंहगा |
64GB | 42500 रु. | 30600 रु. | 39% |
128GB | 47800 रु. | 38200 रु. | 25% |
256GB | 58300 रु. | 45000 रु. | 30% |
आईफोन SE (2020): बेसिक स्पेसिफिकेशन
राजस्थान में रविवार सुबह 33 नए पॉजिटिव केस मिले। इनमें जयपुर में 10, उदयपुर और कोटा में 9-9, पाली और अजमेर में 2-2, डूंगरपुर में 1 संक्रमित पाया गया। अब राज्य में कुल3741 संक्रमित हैं। जयपुर में आजएक व्यक्ति की मौत भी हो गई। इसके साथ ही राज्य में इस बीमारी से मौत का आंकड़ा 107 हो गया।
बिहार और झारखंड के मजदूरों को शनिवार को भरतपुर के पास रारह में मथुरा प्रशासन ने रोक दिया। यहां से सिर्फ उत्तर प्रदेश के नागरिकों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। इसके लिए आधार कार्ड दिखाना अनिवार्य है। ऐसे में यहां दूसरे राज्यों केकरीब 300 मजदूर फंस गए। उन्होंने इसके विरोध मेंप्रदर्शन किया। एक मजदूर ने कहा कि ऐसा लग रहा है हम भारत-पाकिस्तान की समा पर फंस गए हैं। फिलहाल इन मजदूरों के भरतपुर में ही रहने-ठहरने का इंतजाम किया गया है।
जोधपुर: स्वस्थ पिता बच्चों के लिए 11 दिन हॉस्पिटल में रुके
उदय मंदिर के रविंद्र चांवरिया के तीन बच्चेप्रतिभा (6), विनीत (12), उदिता (13) औरभांजा मयंक (11) 18 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। पूरे परिवार को क्वारैंटाइन किया गया। चारों बच्चों कोकोरोना की जंग जिताने के लिए रविंद्र ने स्वस्थ होते हुए भी एमडीएम हॉस्पिटल में रुकने का फैसला किया। बच्चों को योग-प्रार्थना, खेल औरआराम करवाकर शारीरिक औरमानसिक रूप से मजबूत रखा। 29 अप्रैल को रविंद्र के तीनों बच्चे ठीक हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई। हालांकि, भांजे की रिपोर्ट पॉजिटिव तब भी पॉजिटिव आई। बाद में भांजे के ठीक होने पर ही रविंद्रघर गए।
सीएम ने प्रदेश के एनआरआई से कहा- आपको तकलीफ नहीं होने देंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्ररेंसिंगके जरिए 50 देशों के 115 राजस्थानी एनआरआईसे बात की। उनसेसुझाव भी लिए। गहलोत ने कहा कि आने वाले दिनों में 8 से 10 हजार प्रवासी राजस्थान आएंगे। आपको किसी तरह की परेशानी नहीं आने देंगे। सरकार आपके साथ है।
जिलों में आने-जाने को एसडीएम ऑफिस औरथाने से भी पासमिलेंगे
राज्य सरकार ने पास बनाने की प्रक्रिया को पहले के मुकाबले सरल किया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार काे कहा कि बहुत जरूरी होने पर एक से दूसरे जिले में जाने के लिए ई-पास के साथ ऑफलाइन पास भी बनाए जाएंगे। सीएम ने कहा कि इसके लिए संबंधित थाने और एसडीएम कार्यालय को भी अधिकृत किया जाए। इसके लिए लोगों को दफ्तर नहीं जाना पड़े, बल्कि पास संबंधित व्यक्ति के माेबाइल पर भेजा जाए। राज्य में पिछले 6 दिनों में 19 लाख प्रवासियाें ने आवेदन किया है। इनमें से सिर्फ60 हजार कोई-पास जारी हुए हैं।
जयपुर में अब तक 39 सुपर स्प्रेडर्स संक्रमित
सुपर स्प्रेडर्स की रैंडम सैंपलिंग के बाद इनके कोरोना पॉजिटिव मिलने का सिलसिला लगातार जारी है। अब इनकी संख्या 39 पहुंच गई है। इनमें 27 सब्जीवाले, 11 अन्य दुकानदार शामिल हैं। पहली बार डेयरी संचालक भी संक्रमित पाया गया है। सुपर स्प्रेडर ज्यादा लोगों के संपर्क में आने वालों को कहा जाता है। इनमें डेयरी, किराना, ड्राइविंग और सब्जी व्यवसाय से जुड़े लोग प्रमुख रूप से शामिल होते हैं।
जोधपुर में 55 और स्वस्थ हुए, रिकवरी दर बढ़कर 45% पहुंची
जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल औरबोरानाडा कोविड केयर सेंटर से एक साथ 55 लोगोंकेदो रिपीट सैंपल निगेटिव आने पर डिस्चार्ज किया गया। शहर में अब कुल संक्रमिताें का आंकड़ा 862 पर पहुंच गया है।इनमें 45% यानी 394 मरीजठीक हाेकर डिस्चार्ज हाे चुके हैं। अब तक 17 मरीज जान गंवा चुके हैं।
माउंटआबू: न्यूजर्सी से शादी में आयापरिवार 70 दिन तक फंसारहा
न्यूयार्क स्थित फोर्ट्रीज बैंक में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विशाल गट्टानी अपने परिवार के साथ 29 फरवरी को माउंटआबू में अपने ससुर होटल व्यवसायी महेन्द्र बंसल के यहां शादी में शामिल होने आए थे। 23 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन होने सेवे वापस नहीं जा सके थे। अब यह परिवार वंदे भारत मिशन के तहत चलाई जा रही फ्लाइट सेरविवार रात दिल्ली से वॉशिंगटन रवाना होगा।
33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1210 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 909 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 242, अजमेर में 213, टोंक और चित्तौड़गढ़ में 136-136, नागौर में 119, भरतपुर में 116, उदयपुर में 112, बांसवाड़ा में 66, पाली में 62, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 17, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाई माधोपुर में 10, डूंगरपुर में 10, सीकर में 9, जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ और बाड़मेर में 4-4,सिरोही में 3 औरबारां में एकसंक्रमित मिला। इसके साथ जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं।
अब तक 107 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 107लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर 59 (इनमें दो यूपी से), जोधपुर 17, कोटा 10, अजमेर 4, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नागौर, सीकर और भरतपुर में 2-2, करौली, प्रतापगढ़, अलवर, बीकानेर, सवाई माधोपुर, टोंक और चूरू में एक-एक की जान गई।
राजस्थान में कोरोनावायरस के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। रविवार को भी जयपुर में 10, उदयपुर और कोटा में 9-9, पाली और अजमेर में 2-2, डूंगरपुर में 1 संक्रमित पाया गया। जिसके बाद कुल संक्रमित लोगों की संख्या 3741 पहुंच गई। वहीं जयपुर में एक व्यक्ति की मौत भी हो गई। जिसके बाद मौत का कुल आंकड़ा 107 पहुंच गई।
इससे पहले शनिवार को 129 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 24, जयपुर में 51, अजमेर में 15, चितौड़गढ़ में 10 जोधपुर में 11, पाली में 5, जालौर में 3, चूरू में 3, राजसमंद में 2, सिरोही, सवाई माधोपुर, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। वहीं तीन मौत भी रिकॉर्ड की गई। इनमें 2 जयपुर और 1 चूरू में हुई।
33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1210 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 909 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 242, अजमेर में 213, टोंक और चित्तौड़गढ़ में 136-136, नागौर में 119, भरतपुर में 116, उदयपुर में 112, बांसवाड़ा में 66, पाली में 62, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, मरीज मिले हैं। उधर, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 17, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाई माधोपुर में 10, डूंगरपुर में 10, सीकर में 9, जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ और बाड़मेर में 4-4 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। सिरोही में 3, बारां में 1 संक्रमित मिला है। इसके साथ जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं।
अब तक 107 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 106 लोगों की मौत हुई है। इनमें 10 कोटा, 2 भीलवाड़ा, 2 चित्तौड़गढ़ 59 जयपुर (जिसमें दो यूपी से), 17 जोधपुर, 4 अजमेर, दो नागौर, दो सीकर, दो भरतपुर, एक चूरू, एक करौली, एक प्रतापगढ़, एक अलवर, एक बीकानेर, एक सवाई माधोपुर और एक टोंक में हो चुकी है।
मुरलीपुरा, करधनी और मुहाना थाना क्षेत्र में कर्फ्यू
कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद शनिवार को कमिश्नरेट के तीन थाना क्षेत्र के चिह्नित क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में दादी का फाटक विकास नगर सी कॉलोनी, करधनी थाना इलाके में नांगल जैसा बोहरा के रिद्धि-सिद्धि नगर और मुहाना थाना में अनिता कॉलोनी में कर्फ्यू लगाया गया है।
लॉकडाउन उल्लंघन में 61 वाहन जब्त, 35 गिरफ्तार
लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर 61 वाहन जब्त किए गए। वहीं कर्फ्यू उल्लंघन व विभिन्न प्रकरणों में 35 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अब तक 16,314 वाहन और 932 लोगों को गिरफ्तार किया है। कमिश्नरेट के 35 थाना क्षेत्रों में पूर्ण व आंशिक कर्फ्यू लागू किया गया है। 448 स्थानों पर दिन में व 118 स्थानों पर रात को नाकाबंदी कर लॉकडाउन की पालना कराई जा रही है।
रेड जोन वाले शिक्षकों को अब मुख्यालय नहीं बुलाएंगे
शिक्षा विभाग ने रेड जोन और आवागमन के लिए निषिद्ध क्षेत्रों में रह रहे शिक्षकों को राहत प्रदान की है। अब रेड जाेन में आवागमन की अनुमति नहीं मिलने तक एेसे शिक्षकाें काे मुख्यालय पर उपस्थिति नहीं देनी हाेगी। विकल्प होने की स्थिति में अब रोजेदार शिक्षकों की भी कोरोना में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी। दिव्यांग, असाध्य रोग से ग्रसित, विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला, दो वर्ष से कम आयु की संतान वाली शिक्षिका, दो साल से कम सेवानिवृृत्ति की अवधि वाले कर्मचारियाें को भी कोरोना की ड्यूटी में नहीं लगाया जाएगा। शिक्षा मंत्री गाेविंद सिंह डाेटासरा के निर्देशाें के बाद शनिवार काे माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने इस संबंध में आदेश जारी किए। इससे पहले शिक्षा विभाग ने गुरुवार काे आदेश जारी किया था कि मुख्यालय से बाहर रह रहे 54 हजार शिक्षकों को 15 मई तक मुख्यालय पर उपस्थिति देनी है।
शहर में रविवार को 10 नए कोराना पॉजिटिव केस सामने आए। इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 1206पहुंच गया। रविवार को एक और मरीज ने दम तोड़ दिया। इससे कोरोना संक्रमितमृतकों का आंकड़ा57हो गया। रविवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जारी कोरोना अपडेट्स के आंकड़ों के अनुसार शहर में अब तक 35 हजार 805 सैंपल लिए जा चुके है। वहीं, जयपुर में संक्रमित हुए कुल 1206 में से 772 मरीज रिकवर हो चुके हैं। अब उनकी मेडिकल रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। इनमें 699 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। इसके बाद अब 377एक्टिव केस बचे हैं, जिनकाअस्पताल में उपचार जारी है।
27 मार्च को रामगंज में 1केस आने पर 7 थाना क्षेत्रों में लगा था कर्फ्यू, अब 35 क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू
आपको बता दें,राजधानी में लॉकडाउन 3.0 के दौरान अब शहर के 35थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। यहां कोरोना संक्रमित केस आने से एक किलोमीटर के दायरे मेंकर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, परकोटे के सभी थाना इलाकों में कर्फ्यू जारी है। यहां एंट्री प्वाइंट्स पर नाकाबंदी जारी है।परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में सबसे पहले 27 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया था। इसके बाद अब शहर के 35 थाना क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण फैलने से यहां भी कर्फ्यू जारी है। शनिवारात को कोरोना संक्रमितों के नए केस आने के बाद मुरलीपुरा, करधनी व मुहानाथाना इलाकों में चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लगाया गया।
एक दिन पहले चार सब्जी व फल बेचने वाले संक्रमित मिलने पर मच गया था हड़कंप
शनिवार को शहर के सांगानेर इलाके में चारसुपर स्प्रेंडर्स भी सामने आए। इनमें बाजार मेंठेले पर दो सब्जी बेचने वाले, एक फल बेचने वाला और एक उनका साथी है। इसके बाद पुलिस ने सांगानेर में इलाके को सील कर दिया और 120 लोगों को क्वारेंटाइन किया। ब्लॉक सीएमएचओ धनेश्वर शर्मा के मुताबिक मेडिकल टीम ने 80 सैंपल लिए थे। इनमें तीन फल सब्जी वाले पॉजिटिव आए। इनमें एक सब्जी वाला सांगानेर के पटेल मार्केट, पंचायत समिति के सामने मकान में किराए से रहता है। यहां 52 किराएदार और 20 मकान मालिक के पारिवारिक सदस्य है। इन सभी को क्वारेंटाइन किया गया है। पुलिस ने वहां सख्ती से लोगों की आवाजाही बंद कर दी।
शहर के 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि शहर में 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। 3 मई से एक आदेश जारी कर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक सभी क्षेत्रों में आवाजाही पर पूरी तरह से निषिद्ध किया गया है। शहर में लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स, ज्वैलर्स, बैंगल्स एवं हेयर ड्रेसर की दुकानों के खुलने पर कार्रवाई की जा रही है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक जयपुर में 932लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी तरह, शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रोन से निगरानी जारी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 16 हजार 314वाहन जब्त किए गए हैं। वहीं, शहर के क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखे गए लोगों की निगरानी के लिए आरएसी बल के जवानों कीतैनातगी जारी है।
कर्नल आशुतोष के जितना भारत मां से प्यार था उतनी ही जन्म देने वाली भी अजीज थी। इतना प्यार की मां के लिए आए दिन कुछ न कुछ लिखते ही रहते थे...शहादत के कुछ दिन पहले भी उन्होंने मां के लिए चंद लाइनें लिखी थीं...
वो अक्सर घर को सम्भालती, संवारती रहती है; मेरी मां, मेरे आने की राह निहारती रहती है। लौट कर आऊंगा पंछी की तरह मैं भी एक दिन, वो बस इसी उम्मीद में दिन गुजारती रहती है। वो कहती नहीं, पर उसकी आँखों में दिखता है, मुझे उसके दिल के तूफ़ान का रोष दिखता है। उससे मिले हुए गुज़र गया पूरा साल मगर, उसकी बातों में मेरे सरहद पर होने का ग़ुरूर दिखता है।
कहता था-मां ऐसा काम करूंगा कि फख्र करोगी
डबडबाई आंखें लेकर सुधा जी बताती हैं कि वो तो कहता था..देखाना मां एक दिन देखना मैं ऐसा काम करूंगा जिससे आप को मेरे ऊपर फख्र होगा। और आज उसने ये करके दिखा ही दिया है। आर्मी को लेकर उसमें ऐसा जुनून था इन छः सालों में उसने एक बार भी किसी दूसरी जॉब के लिए ट्राई नहीं किया। 13वीं बार में उसने सलेक्शन पाकर ही दम लिया।
वो जब भी घर आता था सब घर वालों को सरप्राइज ही देता था। दो साल पहले अपनी गुड़िया के जन्मदिन पर वह केवल 24 घंटे के लिए जम्मू से घर आया था। घर के बाहर आकर पत्नी से फ़ोन पर कहा कि मैं घर आ गया हूं गुड़िया को मत बताना। कहां- आप लोग केवल गुड़िया का रिएक्शन रिकॉर्ड करना। इसी तरह लास्ट टाइम 2019 में होली पर आया था। होली दहन के बाद अचानक घर के बाहर गाड़ी रुकी और अंदर जाने लगा। तब उसके बड़े भाई पीयूष ने सब घर वालों को आवाज़ लगायी कि देखो मां आशुतोष आया है। हम सबको यह एक मज़ाक लग रहा था, इस वजह से घर के बाहर देखने कोई भी नहीं किया। ख़ुद चलकर जब अंदर आया तो सब घर वाले हक्के बक्के रह गए।’
आम आदमी और श्रमिकों की पीड़ा को देखते हुए राज्य सरकार ने पास बनाने की प्रक्रिया को पहले के मुकाबले सरल और सुगम कर दिया है। मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत ने शनिवार काे कहा कि अत्यावश्यक कार्य होने पर अंतर जिला आवागमन के लिए ई-पास के साथ ऑफलाइन पास की प्रक्रिया शुरू की जाए। इसके लिए संबंधित थाने और एसडीएम कार्यालय को भी अधिकृत किया जाए। यह व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए कि लोगों को थाने और एसडीएम कार्यालय नहीं जाना पड़े।
उन्हें मोबाइल के माध्यम से ही पास प्राप्त हो जाए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मेडिकल इमरजेंसी, मृत्यु या अत्यावश्यक कार्यों के मामलों में सहानुभूतिपूर्वक जल्द से जल्द पास जारी करें ताकि लोगों को अनावश्यक पीड़ा नहीं झेलनी पड़े।गौरतलब है कि पिछले 6 दिनों में 19 लाख प्रवासियाें ने आवेदन किया है। इनमें से महज 60 हजार को केवल ई-पास जारी हुए हैं। पास जारी न होने के कारण प्रवासियों को परेशानी हो रही है। इसको देखते हुए सीएम अशोक गहलोत के स्तर पर यह कदम उठाया गया है।
प्रदेश के ग्रामीण विकास विभाग ने प्रधानमंत्री आवास याेजना में मनरेगा में प्रगति पर चल रहे कार्याें में मानव सृजित दिवस का औसत 38 प्रतिशत रहने पर नाराजगी जाहिर की है। प्रदेश के 11 जिलों में औसत 38 प्रतिशत से भी कम काम हाेने पर 11 कलेक्टराें काे विशेष रूप से याेजना की रफ्तार बढ़ाने के लिए निर्देश दिए है। ये निर्देश प्रगति पर चल रहे कार्याें की 7 मई की रिपाेर्ट के अाधार पर दिए है। इन जिलाें में जाेधपुर व टाेंक के अलावा बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर डूंगरपुर, जैसलमेर, कराैली व प्रतापगढ़ शामिल है।
पिछले साल भी 79% ही मानव दिवस सृजित हुए
वित्तीय वर्ष 2019 - 20 में जिन जगहाें पर काम पूरे हाे चुके है। उन जगहाें मानव सृजित दिवस सृजित का औसत 79 प्रतिशत रहा है। करीब 30 लाख मानव दिवस सृजित हुए है। जिले औसत प्रतिशत से कम रहे। इनमें बांसवाड़ा, बीकानेर, जाेधपुर, डूंगरपुर कराैली, प्रतापगढ़ और उदयपुर शामिल है। वहीं जिन जगहाें पर काम चल रहा है। वहां पर करीब एक कराेड़ 18 लाख मानव दिवस सृजित करने में 38 प्रतिशत ही औसत आ रहा है। इसमें 11 जिले शामिल है।
राज्य स्तर पर रैंकिंग शुरू हाेगी: विभाग के विशिष्ट सचिव पीसी किशन ने कलेक्टराें व इस प्राेग्राम काे संभाल रहे अधिकारियाें से पत्र में कहा है कि नियम अनुसार 90 मानव दिवस सृजित करने ही है ताकि मनरेगा में लाभ दिया जा सकें। चूंकि अब राज्य स्तर पर रैकिंग की भी जारी हाेगी। एेसे में इस दिशा में टारगेट काे ध्यान में रखते हुए काम किया जाएं। उन्हाेंने अपने आदेश में करीब 15 जिलाें की परर्फाेमेंस का जिक्र किया। जहां याेजना का फायदा पूरी तरह से मनरेगा के तहत नहीं दिया जा रहा है।
आबकारी विभाग की सख्त हिदायत के बावजूद शराब विक्रेता एमआरपी से ज्यादा कीमत वसूल रहे है। आबकारी टीम ने शनिवार काे शहर के अलग-अलग इलाकाें में अाेवर वसूली की कार्रवाई की। जिला आबकारी अधिकारी सुनील भाटी ने बताया कि ओवर रेट की शिकायतें मिलने पर विशेष टीम गठित कर मदिरा दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दाैरान बनीपार्क, दूध मंडी, झाेटवाड़ा राेड़, जाेशी मार्ग, रावण गेट अाैर कालवाड़ स्थित शराब की दुकान पर बाेगस ग्राहक भेजकर मदिरा खरीदने पर कुल 6 दुकानों पर ओवर रेट मिलने पर अनुज्ञधारियों के विरुद्ध आबकारी अधिनियम में मुकदमें दर्ज किए।
कोरोना लॉक डाउन के दौरान आवेदकों से पैसे लेकर राशन सम्बन्धी 300 से अधिक फर्जी शिकायतें करने का दोष सिद्ध हो जाने पर आमेर उपखण्ड के एक ई-मित्र का लाइसेंस 15 दिन के लिए निलम्बित करते हुए 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
आमेर उपखण्ड अधिकारी एवं इंसीडेंट कमाण्डर लक्ष्मीकांत कटारा ने बताया कि फ्रेंडस काॅलोनी, नाई की थड़ी आमेर में संचालित एक ई-मित्र केन्द्र के बारे में काफी समय से शिकायतें मिल रही थीं। इस जानकारी पर वे स्वयं, तहसीलदार जगदीश आशिया , नायब तहसीलदार महेश ओला टीम के साथ इस ईमित्र पर पहुँचे। तस्दीक में इसके संचालनकर्ता असलम खान ने रुपये लेकर शिकायत दर्ज करने की बात स्वीकारी तथा करीब 300 से अधिक शिकायतें बिना शिकायतकर्ता की पहचाने के राशन कार्ड, आधार कार्ड या अन्य दस्तावेज के किए जाने की बात सामने आई।
लॉकडाउन का असर जयपुर डेयरी पर भी नजर आने लगा है। लॉकडाउन के बाद जयपुर डेयरी की दूध सप्लाई 2 लाख लीटर घट गई है। घटे दूध का डेयरी आउट सोर्स के जरिए घी और पाउडर बनवा रहा है। दोनों की रेट मार्केट में गिरने की वजह से डेयरी को हर महीने करोड़ों रुपए का नुकसान हो रहा है। वहीं दूध की सप्लाई सुबह-शाम शुरू कर दे तो कुछ हद तक इस घाटे को कवर किया जा सकता है। डेयरी अभी परकोटे में शाम और बाकी जगह सुबह दूध सप्लाई कर रही है।
लॉकडाउन से पहले डेयरी के पास करीब 16 लाख लीटर दूध समितियों से आ रहा था। शहर में 8.5 लाख लीटर सप्लाई किया जा रहा था। वहीं 4 लाख लीटर दूध का पटियाला और यूपी में हाथरस घी और पाउडर बनवाया जा रहा था। अब 11.25 लाख लीटर दूध आ रहा है। वहीं 6.5 लाख लीटर शहर में सप्लाई किया जा रहा है। 1.5 लाख लीटर का दूध का हाथरस में घी और पाउडर बनवाया जा रहा है। इससे डेयरी को हर महीने करीब 20 करोड़ का नुकसान हो रहा है। दोनों समय दूध सप्लाई होने से करीब 1.5 लाख लीटर की मार्केट में खपत हो सकती है ओर घी-पाउडर बनने को रोक कर घाटा कम किया जा सकता है। दूसरी ओर, अफसरों का कहना है कि इस मामले में बीच का क्या रास्ता निकल सकता है तलाश करेंगे।
काेराेना वायरस संक्रमण का देशभर में लाॅक डाउन जारी है। इस बीच शहर से निकलने वाले सीवरेज के गंदे पानी का ट्रीट करने का प्लांट भी फाइलाें में ही लाॅक हाेे गया। नगर निगम ने प्लांट के लिए टैंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली थी। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी काेराेना संक्रमण के कारण निगम मुख्यालय में नहीं अाने के कारण प्लांट की कार्य याेजना ही अटक गई। दरअसल नगर निगम द्वारा दहलावास में 90 एम-एलडी का नया एसटीपी प्लांट का काम लाॅक डाउन से पहले शुरू करना था। इससे पहले यहां पर एसटीपी की 2 यूनिट लगी हुई है। इन दोनों की क्षमता 62-62 एम-एलडी की है। इनमें से एक तो 15 साल पुराना हो गया, जो प्रोपर ट्रीट करने में असक्षम है।
वहीं दूसरी यूनिट 4 साल पहले लगाई गई थी। मौजूदा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कम क्षमता का व पुराने होने की वजह से 45 एम-एलडी से अधिक सीवर का पानी बिना ट्रीट ही बायपास हो रहा है। 90 एम-एलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के लिए 206 करोड़ की लागत तय की गई थी। टैंडर जारी हाेने के बाद भी निगम के अधिकारियाें ने चार माह से अभी तक प्लांट का काम शुरू नहीं किया है। दूसरी ओर, 90 एम-एलडी का प्लांट बनाने के साथ में पुराने प्लांट को नई तकनीक के हिसाब से अपग्रेड किया जाना था। इस पर 44 लाख खर्च हाेने थे, लेकिन अफसराें ने पुराने प्लांट काे भी अपग्रेड नहीं किया। जयसिंहपुरा खोर में स्थित एसटीपी 50 एम-एलडी क्षमता का है और ब्रह्मपुरी स्थित एसटीपी 8 एम-एलडी का बना हुआ है। जयसिंहपुरा में पहले 35 एलएलडी का था जिसकी क्षमता बढ़ा दी है। इनमें परकोटे क्षेत्र का सीवरेज जाता है।
पिछले दो माह में अति संक्रमित हाई रिस्क वाले 12 जिलों में 11 जिलों में ठीक होने वाले मरीज भर्ती राेगियाें की तुलना में 20 गुना तक बढ़ गए हैं। इन पुराने संक्रमित जिलाें में जोधपुर में पिछले दो सप्ताह में भारी संख्या में नए रोगी मिलने से समीकरण बिगड़े हैं। वहां भर्ती मरीजाें की संख्या ज्यादा है और ठीक होकर जाने वाले कम मरीज हैं। नए संक्रमित चार जिलाें अजमेर, चित्ताैड़गढ़, पाली व उदयपुर में पिछले एक सप्ताह में काेराेना उग्र हुआहै।
इनमें भर्ती मरीज ज्यादा है और ठीक होने वालों का 14 दिन बाद ही पता चल पाएगा। इस तरह प्रदेश के 16 जिलों में भारी संक्रमण हैं या रह चुका है। इनमें से 11 में हालात सुधरे हैं, जबकि 5 में बिगड़े हैं। तीन जिले ऐसे हैं जहां सारे रोगी ठीक हो चुके हैं। 2 जिले अब भी ग्रीन जोन में ही हैं। वहां 70 दिन में एक भी रोगी नहीं मिला। शुक्रवार तक छह जिले थे, जिनमें कोरोना रोगी ठीक हो गए, लेकिन 24 घंटे में ही चार शून्य रोगी वाले जिलों में फिर रोगी आ गए। अब सारे रोगी ठीक वाले जिले हनुमानगढ़ और झुंझुनूं रह गए हैं। अब तक श्रीगंगानगर और बूंदी में कोई भी कोरोना रोगी नहीं मिला है।
प्रदेश में 58% रोगी ठीक हो चुके
प्रदेश में 3708 रोगी हुए। इनमें से 2162 ठीक हो चुके हैं। यह कुल का 58.3% है। अब 1440 लोग भर्ती हैं। यह कुल का 38.8% है। 16 अप्रैल तक 14%, 26 अप्रैल तक 28% व इसके बाद 13 दिन में 9 मई तक ठीक होने वाले दोगुने 58.31% हुए।
13 जिले छिटपुट संक्रमण वाले
अलवर, बारां, जालौर, सिरोही, बाड़मेर, चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, करौली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सीकर में एक-दो रोगी रह-रह कर सामने आ रहे हैं। इनमें से किसी के भी एपि सेंटर बनने लायक खतरा नहीं दिख रहा। यहां 135 कोरोना रोगी हैं।
काेराेना ने चार साल की एक मासूम को मां से उसके कलेजे का टुकड़ा छीन लिया। मां आखिर तक बेटी की जिंदगी के लिए लड़ती रही लेकिन सांसों ने जवाब दे दिया। शास्त्रीनगर के लंकापुरी भाेमिया का टीला निवासी लक्ष्मी की चार साल की मासूम अनिका के पेट में 3 मई काे तेज दर्द हुआ। मां लक्ष्मी और पिता हेमराज तुरंत कांवटिया अस्पताल लेकर गए। प्राथमिक उपचार के बाद भी हालत नहीं सुधरी तो 4 मई काे जेकेलाेन अस्पताल रैफर किया।
यहां ने कुछ जांच करवाई ताे पता चला कि बच्ची के पेट में गांठ थी, जाे फट गई। ऑपरेशन की बात कहकर 5 मई काे बच्ची, मां और पिता सहित अन्य रिश्तेदाराें की कोरोना जांच कराई गई। माता-पिता की रिपोर्ट तो निगेटिव आई लेकिन अनिका पॉजिटिव पाई गई। यह सुनते ही माता-पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। मासूम को एसएमएस अस्पताल के काेविड वार्ड में भेज दिया गया, लेकिन मां तो मां होती है। बच्ची को अकेली नहीं छोड़ सकती थी इसलिए कोविड वार्ड में ही बच्ची के साथ रहने लगी। 8 मई काे बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हुई और शनिवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। मां ने बच्ची की आखिरी सांस छूटने तक हिम्मत नहीं हारी। खुद की रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद भी कोरोना वार्ड में यह सोचकर डटी रही कि थी नन्हीं अनिका आंगन में फिर खिलखिलाएगी। ...लेकिन काेराेना मासूम काे निगल गया औैर मां की उम्मीद का पालना टूट गया। जिसकी देखभाल के लिए बिना खाैफ खाए मां काेराेना वार्ड तक पहुंच गई वाे मां मासूम की माैत के बाद जी भरकर गले भी नहीं लगा सकी...और रूंधे गले....नम आंखाें से विदाई दी।
जयपुर में चार साल की मासूम ने कोरोना से जंग जीत लिया है। महात्मा गांधी अस्पताल से शनिवार को मासूम स्वस्थ होकर घर लौटी तो हर किसी के चेहरे पर खुशी और मुस्कान बिखेर गई। जयपुर और कोराेना की लड़ाई में अब हम संभल गए हैं। बीते 24 घंटे में 56 और रोगी रिकवर हुए जबकि 58 को डिस्चार्ज कर दिया गया। अब जयपुर में रिकॉर्ड 772 रोगी रिकवर व 699 डिस्चार्ज हो चुके हैं। सबसे सुखद बात यह है कि शनिवार को 52 नए केस आने के बाद भी एक्टिव केसों की संख्या कम हुई। शुक्रवार को 371 एक्टिव केस थे जबकि शनिवार को 368 ही बचे। कोरोना के एपिसेंटर रहे रामगंज में 70.92% मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
जयपुर में शनिवार को 52 नए मरीज मिले। 19 दिन बाद यह पहला मौका है जब एक दिन में 50 से अधिक मरीज मिले हों। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि संक्रमितों में 6 सुपर स्प्रेडर्स भी शामिल हैं। सांगानेर में 4 सब्जी विक्रेता, मुरलीपुरा दादी का फाटक में किराना दुकानदार औैर डेयरी संचालक में कोरोना निकला। इसके अलावा एसएमएस अस्पताल में महिला रेजीडेंट व नर्स भी काेराेना पाॅजिटिव आई है। नए मामलाें के साथ ही शहर में काेराेना पाॅजिटिव का आंकड़ा 1196 पहुंच गया है। शनिवार को तीन कोरोना पॉजिटिव की मौत भी हो गई।
राशन किट बांटने को लेकर लगातार धांधली हो रही है पहले सेल्फ डिफेंस के लोग सूखा राशन बांट रहे थे उसके बाद कांग्रेसी नेताओं ने निगम को जिम्मा दे दिया फिर डीएसओ को अधिकार दे दिए गए। शनिवार को पुरानी बस्ती के जाट के कुए का रास्ता में दूसरे चौराहे पर राशन बांटने के लिए निगम गाड़ी पहुंची। उनियारा के रास्ते के निवासी भी राशन लेने के लिए पहुंच गए। निगम टीम 150 किट लेकर पहुंची थी जिसमें 78 तो जाट को एक का रास्ता के निवासी और शेष अन्य रास्तों के निवासियों काे देने थे। लिस्ट में उनियारों के रास्ते के 20 परिवारों के ही नाम दर्ज थे। जिन्हें किट बांटे जा रहे थे।जबकि उनियाराें के रास्ते के 45 परिवार राशन लेने पहुंच गए। पार्षद विजय सोनी ने किट बांटना शुरू किया उसी दाैरान हंगामा हो गया।
उनियारा के रास्ते और जाट के रास्ते के लोगों में मारपीट हो गई और गाड़ी निगम मुख्यालय भेज दी। स्थानीय निवासी अनिल शर्मा का कहना है प्रशासन और निगम काे सूचनाएं दी जा रही है मगर कुछ घराें में दाे से तीन बार राशन किट पहुंचा दिए गए जबकि कुछ परिवाराें काे अभी तक एक बार भी राशन नहीं मिला। जाट के कुए के रास्ते में जब गाड़ी आई लेकिन राशन किट बांटे नहीं गए। उनियारों के रास्ते के निवासियों ने बताया एक महीने से निगम स्थानीय विधायक और डीएसओ के यहां शिकायत कर चुके हैं लेकिन उन्हें राशन के किट एक बार भी उपलब्ध नहीं करवाए गए। मामले में पार्षद विजय साेनी ने बताया कि सूची में जिन लाेगाें का नाम था उन लाेगाें काे राशन बांटने के लिए निगम से गाड़ी मंगवाई गई थी। मगर कुछ अन्य लाेग जिनका नाम नहीं था उन्हाेंने हंगामा शुरू कर दिया।
कोविड: 19 के संक्रमण में लॉक डाउन के चलते प्रदेश के जरूरतमंद व युवा वकीलों की आर्थिक मदद के लिए बीसीआर ने दो करोड़ रुपए मंजूर किए हैं। यह निर्णय बीसीआर की शनिवार को हाईकोर्ट परिसर में हुई साधारण सभा की बैठक में लिया। इन दो करोड़ रुपए से 4000 वकीलों को पांच-पांच हजार रुपए की आर्थिक मदद मिलेगी। वहीं पूर्व में बीसीआई की ओर से स्वीकृत एक करोड़ रुपए से 2000 वकीलों की आर्थिक मदद होगी। ऐसे प्रदेश के छह हजार जरूरतमंद वकीलों को पांच-पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बीसीआर चेयरमैन एस.शाहिद हसन की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक में सभी 25 सदस्यों ने बीसीआई से स्वीकृत एक करोड़ रुपए सहित आपदा फंड को तीन करोड़ रुपए करने का प्रस्ताव रखा।
वहीं पीएम व सीएम को भी वकीलों के लिए बजट आवंटित करने की मांग की। बैठक में जयपुर से चेयरमैन हसन सहित सुशील शर्मा, जी डी बंसल, सज्जनराज सुराणा, संजय शर्मा, घनश्याम सिंह, कपिल माथुर, भुवनेश शर्मा, हरेन्द्र सिंह सिनसिनवार मौजूद रहे। जबकि जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर, भीलवाड़ा, श्रीगंगानगर सहित अन्य जिलो से 15 सदस्य वीसी के जरिए मौजूद रहे। अधिवक्ता दीपक चौहान ने कहा है कि महामारी के दौरान जरूरतमंद वकीलों की आर्थिक मदद करना बीसीआई व बीसीआर का दायित्व है और दोनों संस्थाएं तुरंत ही युवा वकीलों की आर्थिक मदद करें। दी बार एसोसिएशन जयपुर के पूर्व उपाध्यक्ष महेश दत्तात्रेय व अधिवक्ता विकास सोमानी ने भी कहा है कि लॉक डाउन में युवा वकील डेढ़ महीने से परेशान हैं, उनकी आर्थिक मदद में अब और देरी नहीं होनी चाहिए
शहर में सब्जी वालाें से काेराेना संक्रमण फैल रहा है। रिटेल में सब्जी बेचने वाले व मंडी में पपीता व्यापारी काेराेना पाॅजिटिव मिलने के बाद मुहाना मंडी समिति ने एंट्री पास बनाने के लिए आवेदन ताे मांग लिए, लेकिन दूसरे ही दिन मंडी समिति ने मना कर दिया कि बिना पास ही एंट्री देंगे। क्याेंकि किस आधार पर पास बनाएं जाएं और नहीं बनाएं जाएं। मुहाना मंडी समिति सचिव करण सिंह का कहना है कि मुहाना थाेक मंडी है, यहां पर शहर के अलावा आस पास के कस्बाें से भी सब्जी के खरीदार आते है।
वहीं किसान भी अपनी फसल का बेचान करने के लिए राेजाना आते है। इसलिए हम असमंजस में है कि किसका पास बनाएं और किसका नहीं बनाएं, वहीं कैसे पहचान करें की यह पहले से सब्जी बेच रहा है या अभी ही बेचना शुरु किया है। इसलिए बिना पास के ही सभी काे एंट्री दी जाएगी।जयपुर फल व सब्जी थाेक विक्रेता संघ अध्यक्ष राहुल तंवर ने बताया कि शहर में अन्य काम करने वाले लाेग भी सब्जियां बेचने में लग गए। जिससे मंडी में काेराेना संक्रमण का खतरा बढ गया है। मंडी प्रशासन निश्चित संख्या में पास जारी करे। दूसरी ओर, मुहाना मंडी में फल व सब्जी ब्लाॅक रविवार काे बंद रहेंगे।
जब से फल-सब्जी वाले कोरोना की चपेट में आए हैं तो आमजन में भी इनसे खरीदारी को लेकर भय-आशंका व्याप्त हो रही है। लेकिन घरों में कैद लोगों के लिए सब्जियां खरीदने का संकट भी है। ऐसे हालात में जरूरी हो गया है कि इस काम से जुड़े लोगों की अग्रिम जांच की जाए, ताकि उनसे संक्रमण का खतरा दूर हो। जनप्रतिनिधियों ने भी सरकार से मांग की है। आदर्श नगर विधायक रफीक खान ने कलेक्टर से मिलकर पत्र सौंपा है।
केंद्र और कांग्रेस द्वारा ट्रेनों में श्रमिकों के किराए का मुद्दा बढ़ने के कारण श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन कम हो गया है। जयपुर से 9 दिनों में 2 श्रमिक स्पेशल का संचालन हुआ है। श्रमिकों को उनके राज्य में भेजने के लिए 1 मई से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था। 1 मई को पटना के लिए विशेष ट्रेन चलाई गई। लेकिन इसके बाद श्रमिकों से किराया वसूलने को लेकर विवाद बढ़ गया। केंद्र सरकार ने कहा कि वह श्रमिकों से किराए की बड़ी राशि नहीं ले रही है। श्रमिकों को किराए में 85% की छूट दी जा रही है। राज्यों ने आरोप लगाया कि केंद्र टिकट के पूरे पैसे उनसे ले रहा है। रेलवे भी प्रति यात्री टिकट बुकिंग करने की बजाय पूरी ट्रेन बुक कर किराया जिला प्रशासन से वसूल कर रहा है। ऐसे में प्रदेश की गहलोत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए श्रमिकों के किराए की पूरी राशि वहन करने की बात कही है।
हाईकोर्ट ने शाहपुरा कोर्ट परिसर के पास 132 केवीके ग्रिड के निर्माण व पर रोक लगाते हुए ऊर्जा सचिव, जेवीवीएनएल के एमडी व सचिव सहित अन्य अफसरों से चार सप्ताह में जवाब मांगा है। जस्टिस एके गौड़ ने यह अंतरिम निर्देश दी बार एसोसिएशन शाहपुरा के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह शेखावत व महासचिव शिव कुमार शर्मा की याचिका पर दिया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महेन्द्र शांडिल्य, महासचिव अंशुमान सक्सेना, पूर्व पदाधिकारी प्रेमचंद देवंदा व मोहन चौधरी ने पक्ष रखा।
यह आपबीती है उस डॉक्टर की जो 40 डिग्री तापमान में भी लगातार 18-18 घंटे कोरोना मरीजों के बीच में काम कर रही थी। मरीज का इलाज करने में न तो कोई कोताही और ना ही कोई अंतर। सिर्फ एक ही धर्म...मरीज को हर हाल में ठीक करके घर भेजना है। लेकिन एक दिन उस डॉक्टर को पता चला वह खुद कोरोना संक्रमित हो चुकी है। दवा और दुआ से ठीक हुई और फिर खुद 14 दिन का होम क्वारैंटाइन पूरा किया और एक बार फिर बिना डरे अपने धर्म के पालन के संकल्प के साथ सोमवार से फिर एसएमएस अस्पताल पहुंचेगी। जानिए पूरी कहानी कोरोना को हराने वाली रेजिडेंट डॉ. नवलीन खुराना की जुबान से...।
मेरी ड्यूटी एसएमएस में थी। सुबह से लेकर देर रात तक मरीजों के इलाज का सिलसिला चलता रहता था। मेरी ड्यूटी इमरजेंसी ऑपरेशन थियेटर में थी। एक पेशेंट का ऑपरेशन था। दो दिन बाद उस मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिर डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का भी टेस्ट कराया गया। न बुखार ना ही खांसी यानी कोरोना के कोई लक्षण तो थे नहीं इसलिए निश्चिंत थी। 18 अप्रैल को रिपोर्ट आई। रिपोर्ट पॉजिटिव थी। डॉक्टर हूं डरी तो नहीं फिर भी थोड़ी घबराहट हुई। पर मुझे डॉक्टरों और भगवान पर भरोसा था।
मेरी मजबूत इच्छा शक्ति हमेशा कहती-कुछ नहीं होगा...और सच मानिए चार दिन में ही यानी 22 अप्रैल को डिस्चार्ज हो गई। मेरे परिवार और पड़ोसियों को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया। अब तक तो सब ठीक था...परेशानी तो मेरे घर आने के बाद शुरू हुई। कुछ घटिया मानसिकता के लोगों ने मेरे फोटोज वायरल किए। विरोध किया। पुलिस में शिकायत की। सब्जी वालों को रोक दिया कि मेरे घर सब्जी न दें। भला हो पुलिस व एसएमएस प्रशासन का जिन्होंने मेरी मदद की। मेरा सवाल है क्या कोरोना होना पाप है...या फिर डॉक्टर होना अपराध है। कोरोना संक्रमितों का इलाज करना मेरा धर्म है।
बीमारी का इलाज हो सकता है पर बीमार सोच का नहीं
बीमारी से डरिए। बीमारों से मत डरिए। बीमारी का इलाज हो सकता है...बीमार सोच का इलाज नहीं है। पॉजिटिव सोच और सरकार की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के पालन से ही कोरोना को हराया जा सकता है। अच्छा खाएं...रोज हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें और पॉजिटिव सोच रखे।
संदेश :डॉक्टर आपकी ही सेवा के लिए हैं। अपनी जिंदगी दांव पर लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं...। इनका सम्मान तो बनता है।