पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार को दिन में ही शाम जैसा नजारा दिखा। काले बादलों से आसमान घिर गया। दोपहर 3:30 से 4:30 बजे तक आंधी तूफान के साथ मूसलाधार 15 एमएम बारिश हुई। जबकि हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रही।
आंधी तूफान और बारिश से पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इस बारिश से मक्का किसानों की भी परेशानी बढ़ गई है। अचानक आए आंधी और बारिश ने खलिहानों में मक्का की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। आम के टिकोला को भी नुकसान हुआ है। आंधी और पानी से मक्का और आम के किसानों को काफी नुकसान हुआ है। हालांकि बारिश से गरमा धान को फायदा हुआ है। मक्का की खड़ी फसल खेतों में गिर गई और जिन फसलों की तैयारी हो रही थी वह पानी से खराब हो गया।
आंधी से पूरे जिले की विद्युत आपूर्ति प्रभावित हुई। कुछ स्थानों पर तार टूट गए तो कहीं विद्युत तार पर बांस और पेड़ की टहनी गिर गए। जिन्हें बारिश रुकने के बाद दुरुस्त किया गया। डंडखोरा में विद्युत तार पर बांस और पेड़ की टहनी गिरने से विद्युत आपूर्ति पूरी तरह ठप रही। हालांकि बारिश के रुकने के बाद दुरुस्त करने का कार्य युद्धस्तर पर जारी था।
अधिकतम तापमान में आई चार डिग्री की गिरावट
बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई है। इससे आम लोगों को गर्मी से राहत मिली है। गुरुवार दोपहर तक जिले का अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस था, जबकि बारिश के बाद तापमान गिरकर 28 डिग्री सेल्सियस हो गया। जबकि हवा में 80 फीसदीनमी रही।
मौसम में जारी रहेगा उतार-चढ़ाव
पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के कारण बारिश हुई है। मौसम को लेकर पूर्व में ही अलर्ट जारी कर दिया गया था। वर्तमान में मौसम में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
स्वीटी कुमारी, मौसम वैज्ञानिक, कटिहार
कोरोना महामारी को लेकर राज्य सरकार द्वारा बनाए गए राहत कोष में बेगूसराय लोहियानगर स्थित शिवकुमारी अयोध्या आयुर्वेदिक कॉलेज परिवार द्वारा आर्थिक दान किया गया है। जिसमें कुल चार लाख चार हजार पांच सौ पचहत्तर रुपए की राशि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए सीएम राहत कोष में चेक के माध्यम से प्रदान की है। कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रो. उमाशंकर चतुर्वेदी और डॉ. प्रो विजय शंकर दुबे अध्यक्ष बिहार आयुर्वेदिक शिक्षक संघ ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को पटना में चेक सौंपा है।
इस अंश दान में डॉ. प्रो. उमा शंकर चतुर्वेद प्राचार्य सह अधीक्षक राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज ने सबसे अधिक 51 हजार रुपए का अंश दान दिया है। जबकि पूर्व प्राचार्य डॉ. विनोद पाठक ने 21 हजार, डॉ. वीके पांडेय, डॉ. शशिकांत चतुर्वेद, डॉ. शशि भूषण झा, डॉ. विजय बहादुर सिंह, डॉ. कृष्ण देव प्रसाद झा, डॉ. दिलीप कुमार वर्मा, डॉ. गीता रानी ने 21-21 हजार जबकि अन्य चिकित्सक और कर्मियों ने भी दान दिया।
(नवीन कुमार/कन्हैया कुमार झा)कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन में जिला प्रशासन द्वारा लागू किए गए धारा 144 की दैनिक भास्कर संवाददाता ने पड़ताल की। गुरुवारकी अहले सुबह 4 बजे लोहियानगर आरओबी पर 10 लोग टहलते नजर आए। वहीं आयुर्वेद कॅालेज से लेकर प्रखंड कार्यालय तक एसएच 55 पर महिलाएं, युवती और युवा दौड़ते व टहलते नजर आए। लेकिन एक भी लोग मास्क नहीं लगाए हुए थे। साढ़े चार बजते ही दर्जनों लोग आरओबी पर मॉर्निंग वॉक करने के लिए पहुंच गए। भास्कर संवाददाता ने करीब 70 मिनट तक स्थिति का जायजा लिया। मॉर्निंग वॉक के दौरान लोगों ने ना तो मास्क लगाना जरूरी समझा ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना ही।
समय- सुबह 5ः30 बजे- स्टेशन चौक पर 10 की संख्या में लोग इधर-उधर बैठे नजर आए, लेकिन एक भी मास्क नहीं पहने हुए थे। 10 मिनट बाद पावर हाउस चौक पहुंचे, यहां भी 15 से 20 की संख्या में महिला और पुरुष टहलते हुए दिखे, वहीं 5ः45 बजे टाउनशिप गेट से 50 मीटर पहले तरबूज व फल विक्रेता ने दुकान खोल रखी थी। हालांकि एक भी ग्राहक नजर नहीं आए। सुबह 6 बजे काली स्थान पहुंचे। यहां से वाहन चालक बेरोक-टोक गुजरते नजर आए। चौक के समीप ज्यादातर दुकानें खुली मिलीं।
सुबह- 6ः10 बजे- गांधी स्टेडियम पहुंचे, नबाव चौक से नगर निगम कार्यालय की ओर जाने वाली सड़क पर 20 युवाओं की झुंड दिखाई पड़ी। कुछ देर में हम डीएम ऑफिस रोड पर पहुंचे जहां पर दर्जनों लोग बगैर मास्क लगाए मॉर्निंग वाक करते नजर जाए। हालांकि यहां वाक कर रहे लोगों में दूरी दिखी। लेकिन गांधी स्टेडियम के अंदर 50 से अधिक लोग दौड़ते और टहलते दिखे तो कुछ युवा फुटबाल खेलते नजर आए। सुबह 6ः55 बजे कचहरी रोड पर पहुंचे इस दौरान 95 प्रतिशत दुकानें बंद मिलीं। अंबेडकर चैक के पास किराना की दुकानें ही खुली मिलीं। दैनिक भास्कर संवाददाता ने सुबह 4 बजे से 7ः15 बजे तक शहर की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान धारा 144 का धज्जी उड़ाने वाले लोग तो सैकड़ों नजर आए। लेकिन धारा 144 का पालन करवाने वाली पुलिस कहीं नजर नहीं आई।
क्षेत्र के कुरहा बाजार ढाला के समीप एनएच 31 पर गुरुवार को सड़क पार करने के दौरान अज्ञात वाहन की चपेट में आने से एक वृद्ध गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इलाज के दौरान वृद्ध की मौत हो गई। मृतक की पहचान साहेबपुरकमाल पूर्वी पंचायत के विन्दटोली गांव निवासी करीब 65 वर्षीय वृद्ध माली सिंह के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, वृद्ध अपने घर से आवश्यक घरेलू सामग्री की खरीदारी के लिए पैदल ही कुरहा बाजार जा रहे थे। कुरहा पूर्वी ढाला के समीप पहुंचने पर बाजार जाने के लिए एनएच 31 सड़क पार कर रहे थे। इसी दौरान खगड़िया की तरफ से तेजगति से आ रहे एक अज्ञात एम्बुलेंस की चपेट में आ गए।
जिससे लगी ठोकर से सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। खाली व सुनसान सड़क का फायदा उठाते हुए चालक उक्त एम्बुलेंस को लेकर फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों की नजर पड़ी तो वे लोग दौड़कर दर्द से छटपटा रहे घायल वृद्ध व्यक्ति को उठाकर इलाज के लिए पीएचसी भेजा। परिजनों ने बताया कि स्थानीय लोगों से मिली सूचना पर वे लोग पीएचसी पहुंचे। जहां मौजूद चिकित्सक ने घायल की गंभीर स्थिति देख प्राथमिक उपचार बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान वृद्ध व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
कुरसेला दियारा क्षेत्र में एक बार फिर गाेलीबारी हुई है। तीन दिनों के भीतर गाेलीबारी की यह दूसरी घटना है। बुधवार की मध्य रात्रि कुरसेला के गोबराही दियारा में मारपीट के बाद गोलियां चली, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ है। बता दें कि इसके पूर्व भी रंगदारी और दहशत फैलाने को लेकर कुरसेला के बाघमारा में गोलीबारी हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी हुआ था। ताजा मामले में भी एक को गोली लगी है जो बुरी तरह घायल है। जानकारी अनुसार कुरसेला में गंगा के उस पार गोबराही दियारा में एक दहियार को आपसी रंजिश में एक मित्र ने घर से बुलाकर एक किमी दूर ले गया और सहयोगियों के साथ मारपीट करते हुए गोली मार दी।
बताया जाता है कि 30 वर्षीय गौतम महतो घर में सोया था। गांव के ही आलोक महतो तथा सुमन कुमार घर से बुलाकर उसे एक किमी दूर ले गए। दोनों ने फोन से एक अन्य को भी बुलाया और गौतम महतो के साथ मारपीट की। जैसे ही गौतम ने भागने की कोशिश की, अपराधियों ने उसका पीछा कर फायरिंग शुरू कर दी। जिसमें से एक गोली गौतम को जा लगी। गौतम गोली लगने के बाद गिर गया। अपराधी उसे मरा समझकर फरार हो गए। घायल को जब होश आया तो वह गोबराही दियारा पुलिस कैंप पहुंचा तथा पुलिस को घटना की जानकारी दी। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन भी पुलिस कैंप पहुंचे।
पुलिस और परिजनों को सूचना मिलने में लग गए कई घंटे
पुलिस द्वारा डॉक्टर को बुलाकर जख्मी का प्राथमिक उपचार कराया गया। लेकिन उसकी बिगड़ती हालत को देखकर उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया। बता दें कि मामला गंगा के उस पार का था, इसलिए पुलिस और परिजनों तक पहुंचने में कई घंटे लग गए। घायल गौतम महतो के अनुसार अपराधी उसे मारकर गंगा में फेंकने वाले थे। लेकिन उसने अंधेरे का लाभ लेकर बेहोशी की हालत में छिप गया। होश आते ही उसने दियारा पुलिस कैंप पहुंचकर सहायता ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घटना से आमलोग सहित किसानों में दहशत
दियारा क्षेत्र में लगातार घटना होने से आमलोग सहित किसानों में दहशत है। तीन दिन पूर्व कुरसेला के बाघमारा बहियार में दहशत फैलाने तथा रंगदारी को लेकर खेत में काम कर रहे किसान को अपराधियों ने गोली मारी थी। जिसमें वह घायल हुआ था। अभी भी वह इलाजरत है। थाना क्षेत्र में इन दिनों बदमाशों का आतंक बढ़ गया है। बदमाश जब चाहे, जहां चाहे, चोरी, रंगदारी, गोलीबारी की घटना को अंजाम दे रहे हैं।
दियारा क्षेत्र में कई लोगों की जा चुकी है जान
गंगा के पार गोबरा दियारा क्षेत्र में जल, जलकर जमीन पर अधिपत्य को लेकर वर्षों से गिरोह आपस में टकराते रहे हैं। इससे पूर्व में भी दियारा क्षेत्र में वर्चस्व की लड़ाई में कई लोगों की जान जा चुकी है। दियारा के बड़े भू-भाग में जल, जलकर जमीन और काला सोना के नाम से चर्चित कलाई की फसलों पर आधिपत्य जमाने को लेकर बदमाशों में वर्षों से संघर्ष होता रहा है। वर्चस्व की इस लड़ाई में कई बार निर्दोष की भी जानें गई हैं।
अपराधियों की पहचान कर हो रही छापेमारी
घटना की जानकारी मिली है। कुरसेला पुलिस को घटनास्थल पर भेजा गया है। अपराधियों की पहचान कर छापेमारी की जा रही है।
विकास कुमार, एसपी, कटिहार
मिथिलांचल इलाके के प्रसिद्ध झमटिया धाम गंगा घाट पर बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भी वैश्विक महामारी कोरोनावायरस का असर देखने को मिला। बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर झमटिया धाम गंगा घाट गुरुवार को वीरान रहा। गुरुवार को मुश्किल से एक या दो श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंचे थे।
झमटिया गंगा घाट स्थित मंदिर के पुजारी कहते हैं कि मिथिलांचल के इस सुप्रसिद्ध झमटिया गंगा घाट पर प्रत्येक अमावस्या, पूर्णिमा समेत अन्य दिनों गंगा स्नान करने तथा मंदिरों में पूजा अर्चना करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती थी जिससे श्रद्धालु मंदिरों में दान किया करते थे। आज कोरोना जैसी महामारी में सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के कारण लोग घर से निकल नहीं रहे हैं। इस कारण हम पुजारी के सामने भी भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अन्य राज्यों से वापस आने वाले प्रवासियों के क्वारान्टीन के लिए प्रखंड में 11 केन्द्र बनाए गए हैं। बीडीओ अजय कुमार व सीओ कुमार नलिनीकांत ने बताया कि मिडिल स्कूल प्रखंड कॉलोनी, बाइट भगवानपुर, निरीक्षण भवन परिसर, बीएड कॉलेज चंदौर, आरवीएस कॉलेज तेयाय, एमएस केजीबीभी पासोपुर, हाईस्कूल चक्का सहिलोरी, मंडन मिश्र संस्कृत कॉलेज संजात, एसएनपी कॉलेज संजात, एमएस बुचौली व एमएस दुलारपुरमठ को क्वारान्टीन केन्द्र बनाया गया गया है। चिह्नित स्थल पर केन्द्रवार तीन शिफ्ट में कार्यों के सफल संचालन के लिए 11 केंद्र प्रभारी, 66 कर्मियों व 8 पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
पर्यवेक्षकीय पदाधिकारी के रूप में बीसीओ शत्रुघ्न कुमार व महेंद्र कुमार पासवान, जेएसएस जितेंद्र कुमार, बीएओ जितेंद्र कुमार सिंह, कृषि समन्वयक विभेष कुमार, रंजय कुमार व रतीश कुमार गुप्ता की प्रतिनियुक्ति की गई है। केंद्र पर लाउडस्पीकर, सीसीटीवी कैमरा, भोजन आदि की व्यवस्था रहेगी। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन होगा। इसके साथ ही सूचना व सहायता संग्रहण करने हेतु शिक्षक शम्भूनाथ ठाकुर के नेतृत्व में प्रखंडस्तरीय कंटोल रूम का गठन किया गया है जहां 6 कर्मी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। आपदा कोषांग से संबंधित कार्यों के लिए 6 अन्य कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई
वीरपुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय पकड़ी मुनीचक में कोरोनावायरस महामारी को ले बनाये गये क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य की जांच गुरुवार को वीरपुर पीएचसी के डॉक्टर द्वारा की गयी। स्वास्थ्य की जांच पीएचसी के डॉ. हादी फारुक द्वारा किया गया। इस दौरान बाहर से आये व्यक्तियों का रजिस्ट्रेशन भी किया गया। साथ ही विभिन्न राज्यों से आये लोगों का ट्रेवल हिस्ट्री लिया गया व उसकी सूची बनायी गयी। बीडीओ अखिलेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में कुल 43 लोग रह रहे हैं। जिसमें कई लोग दूसरे प्रदेशों में रहकर मजदूरी करते थे। इसमें से 5 व्यक्ति का सैम्पल जांच हेतु भेजा गया। मौके पर सीओ नवीन कुमार चौधरी, हेल्थ मैनेजर आनंद ईश्वर, शिक्षक मो. शफी आलम, जगदीश प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे।
क्वारान्टीन सेंटर में रह रहे मजदूर को जांच के लिए भेजा सदर अस्पताल
कन्या मिड्ल स्कूल नावकोठी में क्वारान्टीन किए गए गाजियाबाद से आए छतौना के एक मजदूर को सर्दी, खांसी व तेज बुखार रहने से जांच के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। वह गाजियाबाद में पूर्णिया के पॉजिटिव रोगी के साथ ही काम करता था तथा एक ही कमरे में रहता था। प्रखंड के प्रवासी मजदूर के क्वारान्टीन के लिए दूसरा केन्द्र मिड्ल स्कूल नावकोठी में मजदूरों को रखा जा रहा है। बीडीओ निरंजन कुमार ने बताया कि यूपी, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान आदि प्रदेशों से आए 9 मजदूरों को क्वारान्टीन किया गया है। अब तक नावकोठी के दो स्कूलों में बनाए गए क्वारान्टीन सेन्टर में विभिन्न प्रांतों से आए 101 प्रवासी मजदूरों को क्वारान्टीन किया गया है।
प्राणपुर थाना क्षेत्र के रेलवे स्टेशन रोड के निर्माणाधीन ब्रिज के समीप प्राणपुर पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर दो गांजा तस्कर को 4 किलो 260 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया है।
जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष रंजय कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति ने पूछताछ के दौरान अपना नाम 48 वर्षीय मोहम्मद सईमुद्दीन बताया है, जो लाभा का रहने वाला है। जबकि दूसरा 29 वर्षीय अमित कुमार भगत कटिहार का रहने वाला बताया जाता है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार दोनों तस्कर एनएच 81 के रास्ते गांजा से भरा कार्टन को लेकर लाभा की ओर जा रहा था। जिसे गुप्त सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेजा दिया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि थाना क्षेत्र में लगातार अवैध कारोबारी के विरुद्ध पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है। पुलिस अन्य तस्करों की तलाश में जुटी है।
प्रखंड क्षेत्र के सुदूर किनारे में बसा है कुंभी गांव। आज इस पंचायत तक पहुंचने वाली सभी सड़कें जर्जर हालत में हैं। स्थिति इतनी खराब है कि हल्की सी भी वर्षा में सड़कों में बने गड्ढों में पानी जमा हो जाता है और लोगों के लिए बड़ी परेशानी शुरु हो जाती है। चेरियाबरियारपुर से छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र जाने वाले बहुत सारे लोग भी अपने गांव जाने के लिए इन रास्तों का उपयोग करते हैं। लिहाजा यात्रा के दौरान उनको भी फजीहत झेलनी पड़ती है। इस समस्या को लेकर कई बार ग्रामीणों द्वारा विभागीय पदाधिकारियों से लेकर पथ निर्माण मंत्री तक को पत्र लिख कर पुनर्निर्माण की मांग की गई लेकिन कोई लाभ नहीं मिला।
इन सड़कों की नारकीय दशा के कारण यहां के बच्चों को स्कूल जाने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। लोगों को अपने दैनिक कार्यों से लेकर मवेशियों का चारा लाने, बीमार लोगों को अस्पताल पहुंचानें समेत तमाम अन्य कार्यों में काफी दिक्कत होती है। विदित हो कि विगत 19 जनवरी 2020 को राज्यव्यापी मानव श्रृंखला कार्यक्रम का यहां के लोगों ने यह कह कर विरोध किया था कि सड़क नहीं तो मानव श्रृंखला नहीं। उस समय स्थानीय अधिकारियों द्वारा समस्या निराकरण का आश्वासन मिलने के बाद लोगों नें मानव शृंखला कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। लेकिन आज तक इस स्थिति मे कोई सुधार नहीं हो सका। कई ग्रामीणों ने बताया कि अब उनके धैर्य का बांध टूटने लगा है। उनका मानना है कि अब सड़क के लिए चरणबद्ध आंदोलन ही विकल्प बचा है।
प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपने-अपने क्षेत्राधीन गर्भवती महिलाओं के घर जाकर उनकी गोद भराई की रस्म अदायगी की। बिहार सरकार के तहत समाज कल्याण विभाग पटना से प्राप्त आदेश के आलोक में सेविकाओं ने अपने पोषक क्षेत्र के गर्भवती महिलाओं के घर पर जाकर उक्त कार्य को किया गया। इसकी जानकारी देते हुए सीडीपीओ मीनाक्षी प्रभा ने बताया कि कोविड-19 वैश्विक महामारी का रूप अख्तियार कर चुकी है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए सेविकाओं को यह निर्देश दिया गया है।
पत्र के आलोक में उन्होंने सेविकाओं को यह भी निर्देश दिया था कि कार्यक्रम के दौरान सामाजिक दूरी का पालन होना चाहिए और यह तभी सम्भव होगा जब उस कार्यक्रम में आंगनबाड़ी सेविका, आशा और गर्भवती महिला के अलावा उसके परिजन ही शामिल होंगे। गोद भराई की रस्म अदायगी उपरान्त सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिला सहित उनके परिजनों को कोरोना वायरस के प्रकोप के बारे में विस्तृत जानकारियां दी गयी। साथ ही उससे बचने के उपाय से भी सेविकाओं के द्वारा उनलोगों को उपलब्ध करवाया गया।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के बावत प्रभा ने बताया कि सेविकाओं को कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाव को लेकर पूर्व में मोबाइल पर जानकारियां दी जा चुकी है। सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं को रूटीन वर्क की जानकारी देने के साथ साथ कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए एहतियातन सामाजिक दूरी का पालन करना, बराबर डिटॉल साबुन से हाथ धोना,लॉक डाउन को पालन करने के लिए कुछ खास वजह के करण ही घर से निकले,बाहर की कोई भी वस्तु को न छूने, गर किसी कारणवश छूने की नौबत आ पड़े, तो उसे छूने के बाद तत्क्षण अपने हाथों को साबुन पानी से धोने आदि संबंधित आदि जानकारियां भी दी जा चुकी है।
साथ स्वतः मास्क का प्रयोग करें,दूसरे को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें। सर्दी खांसी बुखार वाले लोगो के पास न जाये तथा सर्दी जुकाम से पीड़ित लोगों के बारे में अविलम्ब सूचना स्थानीय सरकारी अस्पताल को दे। ताकि समय रहते उस व्यक्ति की जांच पड़ताल हो सके।
डीएम ने शुक्रवार से कुछ दुकानों को सशर्त खोलने का आदेश दिया है। शहर में दो कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शहर का बड़ा इलाका कंटेनमेंट एवं बफर जोन में है। जहां यह नियम लागू नहीं होगा। इससे पूर्व दुकान खुलवाने के लिए सदर विधायक तारकिशोर प्रसाद, चेंबर अध्यक्ष बिमल सिंह, रेडक्रॉस सोसायटी और नागरिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष अनिल चमरिया डीएम से मिलकर दुकान खुलवाने का अनुरोध किया था। विधायक ने बताया कि गुरुवार को आदेश निर्गत किया गया है। जिसके तहत शुक्रवार से शर्तों का अनुपालन करते हुए दुुकानें खुल सकती हैं। हालांकि चेंबर ने यह भी सुझाव दिया है कि निजी कार्यालय को भी शर्तों के साथ खाेलने की अनुमति दी जाए।
इन दुकानों को खोलने की मिली है अनुमति
नए आदेश के तहत कुल 27 प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति मिली है। जिसमें इलेक्ट्रिकल गुड्स के विक्रय एवं मरम्मत की दुकान सहित ऑटो मोबाइल्स के टायर एवं टयूब्स, लूब्रिकेंट्स, मोटर वाहन, मोटर साइकिल, स्कूटर मरम्मत समेत मोबाइल, कम्प्यूटर लैबटॉप, सेल एवं भवन निर्माण सामग्री की दुकानें खुल सकेंगी। वहीं निर्माण सामग्री के भंडारण एवं बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठान यथा सीमेंट, स्टील, बालू, स्टोन, गिट्टी, ईंट, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर, सैनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट, शटरिंग सामग्री की बिक्री हो सकेगी। जबकि ऑटो मोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकानें, गैरेज एवं वर्क शॉप, प्रदूषण जांच केंद्र खुले रहेंगे। ग्राहकों के इच्छानुसार टेलिफोन पर ऑर्डर लेने और होम डिलवरी की सेवा सुनिश्चित की जा सकेगी।
इन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं
कपड़ा दुकान, मॉल, जूते के दुकान सहित कई बड़े प्रतिष्ठान नहीं खुलेंगे। दुकान दो पालियों में खोले जा सकेंगे। कुछ दुकानें सुबह 6 बजे से 1 बजे तक और फिर 1 बजे से लेकर 6 बजे शाम तक खुलेंगी। कुछ दुकानों के लिए दिन भी निर्धारित किया गया है। बताया गया है कि संबंधित एसडीओ को इसका पालन करवाना होगा। जो दुकानें खुलेंगी, उसमें संचालकों का यह दायित्व होगा कि वह अपने प्रतिष्ठान और दुकान में सोशल डिस्टेंस का पालन करवाएं एवं कर्मचारियों को मास्क के साथ ड्यूटी पर रखें। दुकानों में सैनिटाइज की व्यवस्था होनी चाहिए। जिस दुकान के कर्मचारी को सर्दी, खांसी होगा उसे काम करने या काउंटर के पास आने की अनुमति नहीं होगी। जो दुकानदार शर्त का पालन नहीं करेंगे, उनपर कार्रवाई ही नहीं, बल्कि उनके दुकान को भी सील किया जा सकता है।
नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या- 34 में गुरुवार को मेयर उपेंद्र प्रसाद सिंह द्वारा निजी कोष से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक सौ गरीब एवं असहाय परिवारों के बीच सूखा राशन का वितरण किया गया। मेयर यूपी सिंह ने कहा कि लॉकडाउन में नगर निगम क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के घर में चूल्हा जलते रहे, इसी उद्देश्य से राहत वितरण अभियान चलाया जा रहा है। उपमेयर राजीव रंजन ने बताया कि शहर में बनाए गए सभी क्वारान्टीन सेंटर एवं आइसोलेशन सेन्टर को सैनिटाइज कराया जा रहा है।
अग्निशमन वाहन से वार्ड संख्या-30 एवं 32 के स्टेशन रोड, तिलक नगर, मवेशी अस्पताल सड़क, सुपर सकर मशीन से वार्ड संख्या-27 के पनहांस से पहाड़ चक जानेवाली सड़क सहित अन्य सड़कों पर सोडियम हाइपरक्लोराइड मिश्रण से सैनिटाइज कराया गया। वहीं स्वचालित स्प्रे मशीन से शहर के सभी सरकारी कार्यालय, बैंक, समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत चलनेवाली संस्था, प्रधान डाकघर, मूल्यांकन केन्द्र व अन्य सार्वजनिक संस्थानों को सैनिटाइज कराया गया। इस अवसर पर राजेश कुमार, पूर्व प्रधानाध्यापक रामाज्ञा सिंह, राम उजागर सिंह, विरेंदर सिंह, पंचानंद सिंह, मो, गियास, पूर्व टैक्स दारोगा राजेश्वर सिंह उपस्थित थे।
गरीबों के बीच बांटी सामाग्री
आईआईटी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर ऋषिकांत की टीम ने गुरुवार को विष्णुपुर में जरूरतमंद परिवारों के बीच राहत सामाग्री का वितरण किया। उन्होंने कहा कि हमारी टीम इस वैश्विक आपदा की घड़ी में लगातार जरूरतमंदों की मदद कर रही है। साथ ही कहा कि यही समय हैं अपनी मातृभूमि के निः सहायों, दिव्यांगजनों, रिक्शा चालकों, ठेला चालकों, दैनिक मजदूरों एवं विधवा माताओं-बहनों की सेवा करने का। ऋषिकांत ने कहा कि मीडियाकर्मियों को भी 50 लाख का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया जाना चाहिए। क्योंकि समाज में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका हैं।
घर बैठे आज हमलोग देश विदेशों की खबरें जान लेते हैं, उस खबर के लिए मीडियाकर्मी अपनी जान की परवाह किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए दिन-रात लगे रहते हैं। इसलिए कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मी, मीडियाकर्मी, सफाईकर्मी, बैंकर्स, सेना, डाक कर्मी, पुलिस आदि का दिल से सम्मान करे। राहत वितरण में आईआईटी दिल्ली के रिसर्च स्कॉलर प्रो. रवि कुमार, प्रो. अनुराग राठौर,कविता पांडेय, स्वाति वार्ष्णेय, कृष्णा कांत, प्रो. आशीष , विक्रम राज, सुशील पुनिया, प्रो. दीप श्री,मधुमिता सिंह, हर्ष राज, साक्षी नरूला , प्रो. सुमंत, प्रो. समता जैन आदि शामिल है।
एआईवाईफ ने जरूरतमंद रोजेदारों के बीच बांटा फल
बेगूसराय| लॉकडाउन के चलते रोज कमा कर खाने वाले मुस्लिम तबके के लोग दिन भर रोजा रखकर शाम में इफ्तार भी ठीक से नहीं कर पाते हैं। उक्त बातें एआईवाईएफ के जिला संयोजक अमीन हमजा ने रोजेदारों के बीच फल और खजूर वितरण करते हुए कही। साथ ही कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर मुस्लिमों की एक लिस्ट बनाकर एआईवाईएफ ने इफ्तार का सामान मुहैया कराने का मुहिम शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि पटेल चौक स्थित जिला कार्यालय में 50 लोगों के बीच फल एवं खजूर बांटा गया। सीपीआई नेता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि लगातार जरूरतमंद असहाय लोगों के बीच राहत वितरण का काम पार्टी कर रही है। मौके पर कैसर रेहान मो. ताजुद्दीन, जन्मेजय कुमार उपस्थित थे।
आनंद मार्ग के संस्थापक श्रीश्री आनन्द मूर्ति का 99वां जन्म दिवस उनके अनुयायियों द्वारा धूमधाम से मनाया गया। हालांकि लॉकडाउन के कारण आश्रम के बदले लोगों को यह आयोजन अपने-अपने घरों में ही करना पड़ा। आनन्द मार्ग के प्रधान अजय कुमार देव एवं आचार्य सत्य नारायण ने आनन्द मार्ग के संस्थापक गुरुदेव श्रीश्री आनन्द मूर्ति जी के बारे में भक्तों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुरु जी के अनुसार मनुष्य त्रिसत्तात्मक प्राणी है। जिसे शरीर, मन और आत्मा में विभाजित किया गया है। इन तीनों मेंं सामंजस्य बनाने के बाद ही मनुष्य परम पिता परमात्मा के सानिध्य में आ सकते हैं।
आज सारा संसार जड़वादी, अध्यात्म मानव को संकीर्ण भावना से दूर करता है : तनमय
संस्था के मीडिया प्रभारी तनमय कुमार ने बताया कि आज जहां सारा संसार जड़वादी, स्वकेन्द्रित और भाव जड़ता पर आधारित विचारधारा के अधीन है। इससे लोगों में ईर्ष्या, उग्र मनोभाव सहित कई प्रकार के विकार उत्पन्न हो रहे हैं। इससे संकीर्ण मनोभावों से ग्रस्त हो मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं से दूर होकर मानव धर्म भूल जाता है। उन्होंने कहा कि गुरु जी का अनुसरण करने वाले आनन्द मार्गी सभी मानव जाति को एक मानते हैं। उन्होंने कहा कि मानव का धर्म एक है। ईश्वर केन्द्रित विचारधारा को पूरी दुनियां मेंं चरितार्थ करने के लिए हजारों जीवन दानी सन्यासी, लाखों सक्रिय कार्यकर्ता और अनुयायी के साथ कार्यरत हैं। इस मौके पर सुशील रंजन , रीता कुमारी, स्वीटी, एसके भारती ने आनंद मार्ग के विचारों को आत्मसात करने का निर्णय लिया।
गुजरात के अलग-अलग शहरों एवं आंध्र प्रदेश में फंसे बिहारियों को वापस अपने जिला तक लाने के लिए चलाई गई अलग-अलग तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेन गुरुवार को बरौनी पहुंची। ट्रेन के बरौनी पहुंचने पर इससे आए सभी रेल यात्रियों को बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म पर ही स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा स्वास्थ्य संबंधित पूछताछ, थर्मल स्क्रीनिंग एवं रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर सभी रेल यात्रियों को नाश्ते का एक-एक पैकेट व शुद्ध पेयजल की सील बंद बोतल मौके पर देकर स्टेशन के बाहर सर्कुलेटिंग एरिया में खड़ी उनके जिले के बसों पर बैठा कर उनके गृह जिलों के लिए भेज दिया गया।
जबकि इस ट्रेन से आए बेगूसराय जिला के लोगों को अलग-अलग बसों से उनके प्रखंड मुख्यालय में बने क्वारान्टीन सेंटर पर सुरक्षित पहुंचाया गया है। बस से इन लोगों को अपने गृह जिला तक ले जाने के लिए प्रत्येक बस पर उनके जिला से ड्यूटी पर तैनात किए गए एक-एक नोडल पदाधिकारी के अलावे चार से पांच सुरक्षा बल के जवान तैनात थे। इसके अलावे ट्रेन के बरौनी जंक्शन पहुंचने पर उस से प्लेटफॉर्म पर उतरने वाले यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंस बनाए रखने एवं रजिस्ट्रेशन व थर्मल स्कैनिंग की प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से पूरा करवाए जाने के लिए बरौनी जंक्शन पर आरपीएफ, आरपीएसएफ, जीआरपी के जवानों के अलावे जिला पुलिस के तैनात जवान ड्यूटी पर मुस्तैदी से लगे हुए थे।
यात्रा के बदले 710 रुपए रेल भाड़ा की करनी हो पड़ी अदायगी
सूरत से बरौनी तक आए बिहार के इन लोगों को इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1706 किलोमीटर की यात्रा में तकरीबन 28 घंटे का समय लगा। जिसके लिए इन रेल यात्रियों से कुल 710 रुपए प्रति रेल भाड़ा के रूप में अदायगी करनी परी। इसके बदले प्रत्येक रेल यात्रियों को ट्रेन के सुपरफास्ट एक्सप्रेस के स्लीपर बोगी का टिकट उपलब्ध करवाया गया। हालांकि इन किसी भी टिकटों पर इन यात्रियों के लिए आरक्षित बोगी संख्या या बर्थ संख्या अंकित नहीं था। लेकिन यात्रियों ने बताया कि सभी यात्रियों को अलग अलग बोगी संख्या एवं बर्थ संख्या बता कर ही ट्रेन के सीटों पर बैठाया गया था।
बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सिमरिया गंगा तट पर हजारों लोगों ने गंगा स्नान कर विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की। हालांकि लॉकडाउन की वजह से सिमरिया गंगा तट पर वह भीड़ नहीं देखी जो आम दिनों में देखी जाती रही है। सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ मां काली धाम सिमरिया में स्वामी चिदात्मन महाराज के मार्गदर्शन में हवन और पूजन किया गया। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए 2 दर्जन से अधिक पंडितों द्वारा हवन और पूजन किया गया। इस अवसर पर स्वामी चिदात्मन महाराज ने कहा कि इस वक्त सरकार के निर्देश का पालन करना है सबसे बड़ी भारतीयता है और यही हमारी संस्कृति है।
उन्होंने कहा कि हम कहीं भी गंगा नाम का केवल स्मरण कर लेते हैं तो हमें पुण्य की प्राप्ति होती है। भौतिक और आध्यात्मिक रूप से हम अपने देश कि संस्कृति को बनाए रखें क्योंकि आज करोना वायरस संक्रमण के इस दौर में भारत ने अपने अतीत के गौरव को स्थापित करने का काम किया है। दुनिया ने एक बार फिर से भारत की संस्कृति में अपनी छवि देखी है।
उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम का जिक्र किए बगैर कहा कि जो प्रजा को सुरक्षित रखने में कामयाब हो वही राजा प्रधान होता है। आज विश्व स्तर पर प्रधानमंत्री के कार्यों की चर्चा की जा रही है। इस अवसर पर सर्वमंगला के व्यवस्थापक रविन्द्र ब्रह्मचारी, मीडिया प्रभारी नीलमणि रंजन, रजनीश झा, हंस झा, आचार्य नारायण झा, पंडित रमेश झा, राजेश पाठक, दिनेश पाठक, रामशंकर झा, डॉ. राजकुमार चौधरी, श्याम झा, राम झा, संजय सिंह, सदानन्द झा सहित अन्य के द्वारा हवन किया गया।
लॉकडाउन में लगातार गरीब जरूरतमंदों के बीच राहत सामाग्री का वितरण कर रहे पूर्व मेयर सह वार्ड नंबर 21 के पार्षद संजय कुमार और वार्ड नंबर 17 की पार्षद पिंकी देवी को अब आमलोग भी आर्थिक मदद कर सम्मानित कर रहे हैं। पूर्व मेयर ने कहा कि कल तक जो महिलाएं मदद लेने के लिए लाइन में खड़ी हो जाती थी, आज तमाम छोटी मोटी खुशियों को कुर्बान कर मदद की ज्योति के लिए 21 सौ रुपए दान दी हैं। इसलिए जहां समाज में ऐसे जिंदादिल लोग हैं उस समाज को कोई महामारी हरा नहीं सकता है। उन्होंने बताया कि पत्ता पुर के हुनरमंद युवाओं ने अपने दैनिक जीवन के जरूरतों के साथ समझौता कर समाज के लिए 11 हजार रुपए का दान दिया है।
पूर्व मेयर ने कहा कि यह दान नहीं है, बल्कि समाज की नवीन कल्पना है। उन्होंने बताया कि जदयू पार्टी परिवार की तरफ से इस सेवा भाव के लिए जदयू महानगर जिला अध्यक्ष मुकेश जैन और छात्र जदयू जिलाध्यक्ष सौरभ शांडिल्य एवं रतनपुर सेक्टर अध्यक्ष मनीष कुमार द्वारा मुझे सम्मानित किया गया। यह सम्मान निश्चित रूप से मेरे मनोबल को संबल प्रदान करेगा और मदद के भाव को और ऊंचा करेगा। पार्षद पिंकी देवी ने बताया कि लॉकडाउन लागू होते ही लगातार मदद का कारवां चल रहा है और बिना किसी भेदभाव के लोगों तक मदद पहुंचाई जा रही है। वार्ड नंबर 16 के पार्षद प्रतिनिधि उमेश ठाकुर द्वारा सफाईकर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, आंगनबाड़ी सेविका, गैस वेंडर, विधवा, दिव्यांग के लिए मदद करने की अनुरोध किया गया।
लॉकडाउन के बाद पहली बार पूर्णिया जंक्शन यात्रियों से गुलजार दिखा। सूरत से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन छह घंटे की देरी से गुरुवार की रात 8 बजे राज्य के विभिन्न जिलों के 1200 से अधिक श्रमिक को लेकर पूर्णिया स्टेशन पहुंची। इस ट्रेन में पूर्णिया के सिर्फ 10 प्रवासी मजदूर ही आए है। पूर्णिया जंक्शन पर पहुंचते ही यात्रियों की आंखों से आंसू टपकने लगे।
यात्रियों ने बताया कि ट्रेन में उन लोगों के लिए किसी भी प्रकार के खाने पीने का इंतजाम नहीं था। रास्ते में किसी ने खाना तो दूर पानी तक के लिए भी नहीं पूछा। साथ में छोटे-छोटे बच्चे थे जो भूख से बिलखते रहे। यहां तक कि सूरत में प्राइवेट कंपनी द्वारा सूरत से पूर्णिया तक का किराया छह सौ से लेकर एक हजार तक वसूला गया। अधिकांश यात्रियों का कहना था कि ट्रेन में ज्यादा यात्री पटना और उसके आस-पास के जिले के थे। ऐसे में ट्रेन को किसी ऐसे स्टेशन पर रोकना था, जहां से उन्हें लोग आसानी से अपने घर जा सकते थे। पूर्णिया स्टेशन के विधि व्यवस्था की कमान खुद जिलाधिकारी राहुल कुमार और एसपी विशाल शर्मा ने संभाल रखी थी। ट्रेन आने से पहले स्टेशन परिसर को पूरी तरह से सील करते हुए पूरे कैंपस को सेनेटाइज करवाया गया था। जैसे ही ट्रेन आने की सूचना मिली वैसे ही सभी कर्मी अपने-अपने जगहों पर अलर्ट मोड में आ गया। यात्रियों के स्क्रीनिंग की व्यवस्था प्लेटफॉर्म पर ही किया गया था। थर्मल स्कैनर से यात्रियों के स्क्रीनिंग के लिए 8 मेडिकल टीम की तैनाती की गई थी। यात्रियों को उनके गृह जिला भेजने के लिए पहले से ही बाहर में विभिन्न जिलों से पहुंची बसों को तैनात रखा गया था।
स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को बाहर निकलने की थी अनुमति
प्रशासन ने पुरानी गलतियों से सीखते हुए इस बार स्टेशन पर बेहतर इंतजाम किया था। श्रमिकों के स्वागत से लिए स्टेशन को काफी आकर्षक तरीके से सजाने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के लिए जगह-जगह सफेद चूना से गोल घेरा भी बनवाया गया था। पिछली बार जनता कर्फ्यू के दौरान 22 मार्च को जब सीमांचल एक्सप्रेस पूर्णिया पहुंची थी, उस समय बाहर से आने वाले कई लोग बिना स्क्रीनिंग के ही बाहर निकल गए थे, लेकिन इस बार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम मुस्तैद दिखी। स्टेशन पर बाहर से आने वाले किस ी भी यात्री को बिना स्क्रीनिंग के बाहर निकलने की अनुमति नहीं थी।
पहले से तैनात खड़ी थी बस, नाश्ते का भी किया गया था इंतजाम
सूरत से आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बांका, खगड़िया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल को छोड़कर बांकी सभी जिलों के श्रमिक शामिल थे। प्रशासन के द्वारा अन्य जिलों के श्रमिकों को भेजने के लिए पहले से ही स्टेशन पर गाड़ी को तैनात कर रखा था। इसके अलावा प्रशासन के द्वारा स्टेशन पर अग्निशमन विभाग की गाड़ी, एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई थी। प्रशासन के द्वारा श्रमिकों के लिए लिट्टी, सब्जी, फल के अलावा पानी की भी व्यवस्था की गई थी। प्रशासन के द्वारा सभी श्रमिकों को दो-दो पैकेट नास्ता दिया गया। नाश्ता पाकर श्रमिकों को थोड़ी राहत मिली।
जलालगढ़ में मिले पॉजिटिव युवक के संपर्क में आए 7 की रिपोर्ट निगेटिव
पूर्णिया/जलालगढ़| जिले के लिए राहत की खबर है। जलालगढ़ से मिले कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजन और उसके सीधे संपर्क में आए सभी 7 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सीएस ने इसकी पुष्टि की है। हालांकि प्रशासन ने अभी भी पीड़ित युवकों के परिजनों को आइसोलेशन में रखा है। पांच दिन बाद एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग ने दोनों कोरोना पॉजिटिव युवकों का सैंपल जांच में भेजा जाएगा। जलालगढ़ में मिले कोरोना पॉजिटिव युवक के परिजनों की रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
कंटेनमेंट जोन घोषित होने के बाद दूसरे दिन भी इलाके में हाउस होल्ड सर्वे का काम जारी रहा। मथुरा के एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में काम करने वाला एक युवक एक मई को पूर्णिया पहुंचा था। चार मई को प्रशासन के द्वारा युवक का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। 5 मई को युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद 6 मई को कोरोना संक्रमित युवक की मां, दादी, पत्नी, दो बहनें और दो वर्षीय भांजा और एक युवक भी शामिल है। इसके बाइक पर बैठकर पीड़ित युवक अपने गांव पहुंचा था और सभी 7 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। गुरुवार को सभी की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है। जलालगढ़ से मिले कोरोना पॉजिटिव युवक का दूसरा सैंपल जांच के 12 मई को एक बार फिर से जांच के लिए भेजा जाएगा।
सात मेडिकल टीम कंटेनमेंट जोन में सर्वे, आम लोगों तक पहुंचाई जा रही सामग्री : जलालगढ़ के कंटेनमेंट जोन में दूसरे दिन भी डोर-तो डोर सर्वेक्षण का काम जारी रहा। बीडीओ मोनालिसा प्रियदर्शनी और सीओ अशोक कुमार मंडल क्षेत्र में लगातार सभी विभागों के साथ बैठक करने और आमलोगों को कोई तकलीफ नहीं हो, इसकी जानकारी ले रहे हैं। बीडीओ ने बताया कि सभी तरह के आवश्यक सामानों की दुकानों के मोबाइल नम्बर सार्वजनिक रूप से जगह-जगह लगाया गया है। इसके माध्यम से लोग सब्जी-फल, राशन, दवा और दूध मंगा भी रहे हैं। क्षेत्र में सैनिटाइजेशन का काम बुधवार से शुरू कर दिया गया है। गुरुवार को भी दो बार सेनिटाइजेशन का काम किया गया है।
लॉकडाउन थ्री के चौथे दिन 43 दिन बाद बाजार खुले, लेकिन ग्राहक काफी कम पहुंचे। हालांकि शहर के कारोबारियों को इससे थोड़ी राहत मिली है। प्रशासन के निर्देश पर जिले की कई दुकानें खुलीं।
इनमें वाहन रिपेयरिंग सेंटर, स्पेयर पार्ट्स, गैरेज वर्कशॉप, इलेक्ट्रीकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स जैसे मोबाइल, लैपटॉप आदि की दर्जनों दुकानें खुलीं। सोने चांदी एवं कपड़े आदि सहित कई अन्य दुकानों के खाेले जाने की अनुमति प्रशासन के द्वारा अभी तक नहीं दी गई है। आईटी सेक्टर के दुकानदार जयनाथ मिश्रा ने बताया कि लॉकडाउन के बीच पहली बार दुकान खोलने का मौका मिला है। दुकानदार गौतम कुमार ने बताया कि आईटी में पूरे जिले को मिलाकर लगभग 2 लाख के आसपास कारोबार हुआ है। पूर्णिया मोबाइल डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन कुमार के अनुसार जिले में ग्रामीण क्षेत्रों को मिलाकर लगभग 10 लाख रुपए का कारोबार हो सका है।
अॉटोमोबाइल के सभी शोरूम बंद हैं। टीवीएस शोरूम के प्रोप्राइटर चिरंजीव खेमका ने कहा कि केंद्र व सूबाई सरकार को ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को ले थोड़ी राहत जरूर देनी चाहिए।
15 लाख का हुआ कारोबार
लॉकडाउन के चौथे दिन बाजार खुलने से बहुत ज्यादा लाभ नहीं हुआ है। सभी सेक्टर की दुकानों से अनुमानित तौर पर 15 लाख का कारोबार हुआ है। बेमौसम बारिश और मई में भी तेज गर्मी नहीं पड़ने से पंखा, एसी, कूलर का व्यापार प्रभावित हुआ है। कार एवं बाइक की बिक्री भी नहीं हो रही है। खेमका ने बताया कि बाजार में कपड़े, सोने चांदी व कॉस्मेटिक्स की दुकानें खुलने के बाद ही रौनक लौटेगी।
नीरज खेमका, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स
हिमालय क्षेत्र में उच्च दबाव और मैदानी क्षेत्र के निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण गुरुवार को मौसम में काफी ज्यादा बदलाव देखने को मिला। दोपहर 3 बजे बाद तेज रफ्तार से चली धूल भरी आंधी और हल्की बूंदाबांदी बारिश हुई।
शाम पांच बजे अचानक से आसमान साफ़ हुआ। अचानक से आई तेज आंधी से शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हाल के दिनों में लगातार आंधी और बारिश से किसानों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गुरुवार दोपहर 3 बजे के बाद करीब 20 मिनट तक 60 किलोमीटर की रफ्तार से तेज हवा भी चली। हवा की रफ्तार घटने से साथ बूंदाबादी शुरू हो गई। गुरुवार को शहर का न्यूनतम तापमान 22 डिग्री दर्ज किया गया। तेज आंधी और बारिश के बाद भी तापमान में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली। गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान बुधवार के अधिकतम तापमान से 0.6 डिग्री चढ़ कर 32.6 डिग्री दर्ज किया गया। इस दौरान शहर में 0.8 मिमी बारिश भी दर्ज की गई। मौसम केंद्र पूर्णिया से मिली जानकारी के अनुसार मौसम विभाग के द्वारा अगले 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया गया है।
अब फिर लो प्रेशर जोन बनना शुरू
पूर्णिया मौसम केंद्र के सहायक वैज्ञानिक वीरेंद्र कुमार झा ने बताया कि गुरुवार को तेज धूप निकलने के कारण से मैदानी इलाके में लो प्रेशर का क्षेत्र बना गया था। इस समय हिमालय रीजन में उच्च दवाब का क्षेत्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि एक बार फिर से इस इलाके में लो प्रेशर का क्षेत्र बनाना शुरू हो गया है। आने वाले 48 घंटे में फिर से धूल भरी आंधी चल सकती है।
लॉकडाउन की मजबूरी और कोरोना संक्रमण के भय के बीच राजस्थान के कोटा में फंसे 1064 छात्र-छात्राओं का जत्था गुरुवार को करीब 17 घंटे का सफर तय कर बिहारशरीफ पहुंचा। दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर स्पेशल ट्रेन बिहारशरीफ स्टेशन पर रूकी। ट्रेन रूकते ही स्टेशन पर मौजूद लोगों ने स्वागत किया। सबसे पहले बिहारशरीफ के विद्यार्थियों को ट्रेन से एक-एक कर उतारा गया और स्क्रीनिंग करायी गयी। बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर बनाए गए 23 सुविधा काउंटरों पर सभी विद्यार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गयी।
वहां मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने सभी को होम क्वारान्टीन की हिदायत दी। साथ ही वहां मौजूद शिक्षक सभी छात्रों को आरोग्य सेतु एप लोड करने को बोल रहे थे। साथ ही कर्मियों द्वारा छात्रों के फॉर्म को भी चेक किया जा रहा था और जिन छात्रों के पास फॉर्म उपलब्ध नहीं थे उन्हें फॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा था। सभी का पहले थर्मल स्कैनिंग और मेडिकल चेकअप किया गया। उसके बाद छात्रों से शपथ पत्र लिया गया। जिसमें होम क्वारान्टीन रहने की बात कही गयी थी।
बच्चों को दिया नाश्ता और खाने का पैकेट
सभी को नाश्ता-खाने का पैकेट और पानी का बोतल देकर स्टेशन के बाहर खड़ी बस में बैठने के लिए रवाना किया गया। नाश्ते के पैकेट में मास्क भी था। वहां से बाहर जिले के विद्यार्थी उस जिले के बैनर लगे बस में बैठे। नालंदा के विद्यार्थी संबंधित प्रखंडों के बस में बैठे। रेलवे स्टेशन पर बने गए सुविधा काउंटर पर अधिकारियों की पूरी टीम पहले से ही तैनात थी।
चेहरे पर दिखी खुशी: कोटा से बिहारशरीफ़ छात्रों का जत्था पहुंचने पर छात्र-छात्राओं की खुशी देखते ही बनती थी। बिहारशरीफ की छात्रा अक्षरा ने ने बताया कि कोटा में पिछले 40 दिन जिस तरह से बीता है वह बताने में भी डर लगता है।
17 घंटे बाद मिला खाना
बिहारशरीफ की विद्या रौशन कृति, स्वीटी आदि ने बताया कि कोटा से बुधवार की रात 9 बजे चलने के समय खाना दिया गया था। फिर रास्ते में एक जगह मात्र बिस्कुट और पानी दिया गया। इसके बाद बिहारशरीफ में ही नाश्ता और खाना का पैकेट मिला।
मेस हो गया था बंद, खाने की थी मुश्किल: सौरभ व उनके अन्य साथियों ने बताया कि दूसरे राज्यों के छात्र पहले ही चले गये थे। संख्या कम होने के कारण हॉस्टल का मेस पहले तो कुछ दिन बंद रहा, फिर अनियमित रूप से चलाया जाने लगा। कई दिन पानी व बिस्कुट खाकर रहना पड़ा। दो दिन बाद किसी तरह मैगी का इंतजाम हुआ।
प्रखंड मुख्यालय स्थित आदर्श मध्य विद्यालय अमौर में बने क्वारेंटाइन कैंप में रहने वाले प्रवासी मजदूर कैंप का दीवार फांद कर खुलेआम बजार में घूम रहा है। इससे यहां का पुलिस प्रशासन बेखबर है। गुरुवार को इस क्वारेंटाइन सेंटर पर दो मई से रह रहे कुछ लोगों को बाहर देखा गया और उनमें से जब एक युवक से थोड़ी देर बातचीत की गई तो इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े होने लगे। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है।
बाहर घूम रहे लोगों से बातचीत करने पर राजस्थान से आए बरबट्टा निवासी एक युवक ने बताया कि वह बाल कटाने बाहर आया था। जब भी जरूरत महसूस होती है वे लोग स्कूल की दीवार कूद कर बाहर आ जाते हैं और जरूरत के सामान खरीदकर फिर उसी रास्ते से एक-दूसरे की मदद से अंदर चले जाते हैं। इस तरह अंदर-बाहर करने का सिलसिला चलता रहता है। इससे पहले कि उससे और कुछ पूछा जाता वह युवक भाग गया। गौरतलब है कि अमौर थाने से महज 20 मीटर की दूरी पर यह क्वारेंटाइन सेंटर है। समाजसेवी शहाबुजम्मा भारतीय उर्फ लड्डू ने अमौर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्न चिह्न खड़ा करते हुए कहा कि जब क्वारेंटाइन में रहने वाले लोगों को पुलिस सुरक्षा नहीं दे सकती है तो फिर समाज के लोगों को पुलिस क्या और कितनी सुरक्षा देगी। इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस सुरक्षा व्यवस्था देने में नाकाम है तो क्षेत्र के युवाओं के जिम्मे सुरक्षा व्यवस्था सौंपी जाए। उन्होंने कहा कि जब अमौर थाने से महज 20 मीटर की दूरी पर स्थित इस क्वारेंटाइन सेंटर में इस तरह की लचर सुरक्षा व्यवस्था है तो फिर क्षेत्र के अन्य दूर-दराज के विभिन्न स्कूलों में बने क्वारेंटाइन सेंटर में क्या सुरक्षा व्यवस्था होगी?
बाहर निकलने के मामले की होगी जांच
क्वारेंटाइन सेन्टर की सुरक्षा-व्यवस्था पूरी तरह चुस्त- दुरुस्त है। इसके बावजूद अगर क्वारेंटाइन सेंटर से कुछ लोग बाहर निकल रहे हैं तो इसकी जांच करने के बाद ही आगे कोई कार्रवाई की जाएगी। ये लोग कैसे और कब निकले,इसका पता लगाया जाएगा।
रघुनंदन आंनद,बीडीओ
मानपुर थाना अंतर्गत अलौदियासराय गांव में सिरफिरे बीएसएफ जवान ने गुरुवार को कोहराम मचा दिया। जवान गांव में अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। फायरिंग में गोली लगने से अधेड़ मजदूर की मौत हो गई। जबकि गोली लगने से दो अन्य लोग भी जख्मी हुए। वारदात के बाद दो पक्षों में तनाव हो गया। जिसके बाद रोड़ेबाजी होने लगी। रोड़ेबाजी में भी आधा दर्जन लोग जख्मी हुए। मृतक स्व. सौखी सिंह के 50 वर्षीय मजदूर पुत्र मदन सिंह हैं। गोली से जख्मी दीपक व चंद्रभान को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया।
दोनों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। हत्या की सूचना पाकर डीएसपी तीन थानों की पुलिस के साथ मौके पर आ गए। हालांकि, वारदात को अंजाम दे सभी आरोपी अंडरग्राउंड हो गया। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल लाया गया। गांव में परिजन की चीत्कार गूंज रही है। खेत में मंदबुद्धि बच्चे द्वारा शौच करने से नाराज जवान ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
ताबड़तोड़ फायरिंग कर गिरा दी लाश: कुछ ग्रामीण गांव में बैठकर ताश खेल रहे थे। उसी दौरान बीएसएफ जवान लाइसेंसी बंदूक ले अपने सहयोगियों के साथ आ गया और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा। जिससे भगदड़ मच गई। उसी क्रम में मजदूर के सीने में गोली लगने से उसकी मौके पर जान चली गई। इसके अलावा दो ग्रामीण गोली का छर्रा लगने से जख्मी हो गए। वारदात को अंजाम दे जवान अपने सहयोगियों के साथ फरार हो गया।
ग्रामीणों के विरोध पर कर दिया बड़ा कांड: घटना के संबंध मेंं बताया जा रहा है कि बीएसएफ जवान विक्रम सिंह उर्फ मन्नू सिंह कुछ दिन पहले छुट्टी में गांव आया था। बुधवार को गांव के एक मंदबुद्धि बच्चे ने जवान के भिंडी की खेत में शौच कर दिया। जिससे आक्रोशित होकर जवान ने बच्चे की पिटाई कर दी थी। मंदबुद्धि बच्चे की पिटाई करने पर ग्रामीणों ने जवान को आगाह किया था कि इस तरह की घटना दोबारा हुई तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जवान को ग्रामीणों की धमकी नागवार गुजरी। इसी खुन्नस में उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया।
हत्या के बाद आक्रोश, रोड़ेबाजी
मजदूर की हत्या व दो ग्रामीणों को गोली से जख्मी होने के बाद गांव के दो पक्षों में तनाव फैल गया। दोनों गुट के लोग आमने-सामने होकर रोड़ेबाजी करने लगे। जिससे गांव रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। रोड़ेबाजी में आधा दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए। वारदात की सूचना के बाद डीएसपी इमरान परवेज, थानाध्यक्ष एस.के. जायसवाल, दीपनगर और गिरियक थाना पुलिस दलबल के साथ आ गई।
मजदूर का विवाद से नहीं था कोई सरोकार
मजदूर की हत्या के बाद गांव में कोहराम मच गया। परिजन शव से लिपट कलेजा पीट रहे थे। पत्नी कंचन देवी ने बताया कि उनके पति का विवाद से किसी तरह का सरोकार नहीं था। बिना कारण बीएसएफ जवान ने उनके पति को मौत के घाट उतार दिया।
जवान समेत पांच लोग बने आरोपित, छापेमारी जारी: थानाध्यक्ष एस.के जायसवाल ने बताया कि खेत में शौच जाने के विवाद में घटना को अंजाम दिया गया। मृतक के भाई के फर्द बयान पर केस दर्ज किया गया है। जिसमें बीएसएफ जवान समेत पांच आरोपित हैं। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर रेड कर रही है। एहतियातन गांव में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दैनिक भास्कर द्वारा ग्रामीण इलाकों में चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अरियावां पंचायत के अख्तियारपुर गांव में ग्रामीणों को जागरूक किया गया। दैनिक भास्कर के स्थानीय रिपोर्टर अजनबी भारती ने ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण फैलने का कारण, संक्रमित होने का लक्षण और इसके संक्रमण से बचने का उपाय के बारे में जानकारी दी। ग्रामीणों को बताया कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सावधानी के अलावा कोई दवा नहीं है। सरपंच अमरजीत सिंह ने ग्रामीणों से कहा कि सभी अपने-अपने घर में रहें। जरूरी हो तब घर से एक ही व्यक्ति बाहर निकलें।
गमछा, मास्क का प्रयोग करें। घर के बच्चे और बुजुर्गों पर विशेष ध्यान दें। ग्रामीणों ने कहा कि लॉकडाउन का पालन करने के लिए दूसरों को जागरूक करेंगे। घर से बाहर जाने के पहले और आने के बाद सेनेटाइजर या साबुन से हाथ जरूर साफ करें। ऐसी चीज जिसे किसी और ने स्पर्श किया हो उसे छूने से बचें। यदि उसे आपने भी स्पर्श किया हो तो हाथ जरूर धोएं। अच्छी तरह से हाथ धोए बगैर चेहरा छूने से बचें। इस मौके पर रामप्रवेश सिंह, ललित कुमार सिंह, छठु नारायण सिंह, मीणा देवी, बबन कुमार सिंह, पिंटू कुमार, नागेन्द्र कुमार, देवेश्वर कुमार, सुजीत कुमार, दयानंद सिंह, आदित्य कुमार आदि उपस्थित थे।
जहां-तहां न थूकें
ग्रामीणों को जहां-तहां नहीं थूकने और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकने की सलाह दी गयी। कहा गया कि थूक से कोरोना वायरस ही नहीं और भी दूसरी संक्रामक बीमारियों का खतरा रहता है।
हैंडवॉश का अभ्यास: ग्रामीणों को संक्रमण से बचाव के लिए हाथ धोने के तरीकों की जानकारी दी गयी। साथ ही दूसरों को भी सही तरीका सिखाने के लिए कहा गया। ग्रामीणों को बताया गया कि किसी भी तरह का संक्रमण एक दूसरे को छूने और खांसने छीकने से फैलता है। घर में हमेशा स्टेप वाई स्पेट साबुन से हाथ धोकर प्रवेश करें। कम से कम 30 सेकेंड तक हाथ जरूर साफ करें। बार-बार हैंडवॉश करने से ही संक्रमण की 70 प्रतिशत संभावना समाप्त हो जाती है। मास्क का प्रयोग करने से भी संक्रमण की संभावना नहीं होती।
प्रशासन को करेंगे सहयोग
ग्रामीणों ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर प्रशासन के सभी निर्देशों को मानकर सहयोग करने का संकल्प लिया। ग्रामीणों ने कहा कि बाहर से आये लोगों की जानकारी प्रशासन को देंगे। यदि किसी में संक्रमण का कोई लक्षण दिख रहा हो तो इसे भी छुपाने के बजाय प्रशासन को बतायेंगे। ताकि उसकी जांच कर उपचार शुरू किया जा सके। इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों का प्रतिशत अधिक है। सभी ने सार्वजनिक स्थान पर अनिवार्य रूप से मास्क या गमछा के प्रयोग का भी संकल्प लिया।
सोशल डिस्टेंस बना लिया संकल्प
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ग्रामीणों ने थोड़ी-थोड़ी दूर पर खड़े होकर लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने का संकल्प लिया। सभी को संकल्प दिलाया गया कि घर से बाहर निकलने और वापस आने पर हाथ जरूर साफ करेंगे। बिना जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकलने का भी ग्रामीणों ने संकल्प लिया। कहा कि बहुत जरूरी होगा तो अकेले ही बाजार जायेंगे। घर से बाहर निकलने पर मुंह पर मास्क या गमछा लगाने का भी ग्रामीणों ने संकल्प लिया।
लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गयी 1.70 लाख करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की सफलता के बारे में जानकारी देते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि देश के गरीबों, किसानों, महिलाओं, वृद्धों आदि को लॉकडाउन से होने वाली परेशानी से उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ किया गया गयी गरीब कल्याण पैकेज आज सफलता के नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इस योजना के तहत समाज के कमजोर वर्गों को लॉकडाउन के समय में भी बुनियादी सुविधाएं निरंतर और निर्बाध रूप से मिल रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस पैकेज के तहत अभी तक लगभग 2.82 करोड़ वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांगजनों को करीब 1,405 करोड़ रुपये वितरित किये जा चुके हैं। वहीं 8.19 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि की पहली किश्त के तहत दो-दो हजार रुपये प्रदान किये गये हैं। सरकार द्वारा 22 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों का बीमा भी कराया जा चुका है। पैकेज के तहत निर्माण कार्यों में लगे 2.20 करोड़ मजूदरों को 3,493 करोड़ रुपये और 20 करोड़ से अधिक जनधन खातों में पांच-पांच सौ रुपये भेजे जा चुके हैं।
इसके अलावा 45 लाख ईपीएफओ खातों में 24 प्रतिशत की दर से सरकार द्वारा 698 करोड़ का अंशदान किया गया। कुल मिलाकर इस पैकेज के तहत अभी तक 39 करोड़ से अधिक लाभार्थियों के खातों में 34, 800 करोड़ की राशि भेजी जा चुकी है। श्री रंजन ने कहा कि लॉकडाउन संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा भेजे गये पैसे डीबीटी के माध्यम से दिए जा रहे हैं, जिससे बिना बिचौलियों के हाथ लगे, पूरी की पूरी राशि लाभुकों के खातों में पहुंच रही है। देश के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी राशि, बिना किसी घोटाले के लोगों के पास पहुंच जाना, अपने आप में अभूतपूर्व है।
सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत काम शुरू होगया है।प्रथम फेज में500मजदूर लगाए गए हैं। पाइन की खुदाई एवं निजी पोखर की खुदाई का काम हो रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। सभी मजदूरों को मास्क दिया गया है।मास्क लगाकर ही मजदूर काम कर रहे हैं।बीडीओराकेश कुमार ने बताया कि राजगीर प्रखंड के सभी पंचायतों में मनरेगा के तहत काम शुरू करदिया गया है। 500मजदूरों को लगाया है।
प्रतिदिन194 रुपयाके हिसाब सेभुगतान किया जायेगा।प्रत्येक सप्ताहमजदूरों केखाते में राशिभेजदी जाएगी। उन्होंने कहा कि दूसरे प्रदेश से आने वाले मजदूरों का भी सर्वे किया जा रहा है। अब उनका मेडिकल प्रक्रिया होने के बाद इच्छुक होंगे तो मनरेगा के तहत काम दिया जाएगा।
एक वर्ष पूर्व चकाई थानाक्षेत्र के धमनाडीह गांव में एक नाबालिग युवती को नशीला समोसा खिलाकर उसकी सगे चाचा-चाची ने गांव के कुछ दलाल की मदद से उसे दिल्ली में बेच दिया। एक साल बाद वो मिली है। लॉकडाउन में घर आए कुछ मजदूरों ने लड़की की तस्वीर उसकी मां को दिखाते हुए उसकी पहचान करवाई। तस्वीर देखते ही मां का कलेजा फट गया।
पीड़ित परिवार अपनी बेटी को सकुशल लाने के लिए चकाई थाने में गुहार लगाई लेकिन पुलिस से उसे कोई मदद नहीं मिली। बताया कि एक साल पहले उसकी बेटी गांव से लापता हो गई थी। इसे लेकर जब वह थाने में शिकायत दर्ज कराने गए तो चकाई थाने की पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से मना कर दिया और कहा पहले पूरी तरह से खाेजबीन कर लें, अगर नहीं मिलेगी तब प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। पीड़ता ने मां को फोन पर इसकी जानकारी दी, बताया कि चाचा-चाची नशीला समोसा खिलाकर बेहोस कर दिया और यहां लाकर बेच दिया। गरीबी और लाचारी के कारण पीड़ित परिवार तब से अपनी बेटी की तालाश में जुटा था। लॉकडाउन की वजह से कुछ मजदूरों ने उसे उसकी बेटी से मिलवा दिया। पुत्री दिल्ली के एक फैक्ट्री में है, इस बात का पता चलते ही पीड़ित परिवार थाने में मदद की गुहार लगाने पहुंची, लेकिन लॉकडाउन की वजह से पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ लिया और लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार करने की बात कही
लॉकडाउन के कारण असमर्थता जताई दिल्ली व चकाई पुलिस
एक साल बाद पुत्री का पता चलने के बाद माता पिता परिवार के साथ चकाई थाना पहुंचे और बेटी को घर लाने की गुहार लगाने लगे। लेकिन चकाई पुलिस ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए कुछ भी कर पाने में अपनी असमर्थता जताई है। इधर काम कर रही लड़की के बारे में उसके मालिक ने दिल्ली पुलिस को भी सूचना दी। सेठ के द्वारा बताया गया कि उसके फैक्ट्री में काम करने वाली एक लड़की को जबरन यहां लाकर बेचा गया है। सेठ की बात पर दिल्ली पुलिस ने उसे लॉकडाउन तक अपने फैक्ट्री में ही रखने की बात कहते हुए उसकी दलाली करने वाले की तालाश करने का आश्वासन दिया। इधर पुलिस की असमर्थता के कारण पिंकी के माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। पिंकी घर आने के लिए बेचैन है, वह एक साल तक अपने परिवार से अलग कैसे रही इसका अंदाजा उसके आंसुओं से लगाया जा सकता है। पिंकी बार-बार फोन पर बस अपने घर पहुंचा देने की बात कर रही थी। लेकिन लॉकडाउन में उसकी गुहार सुनने वाला कोई नहीं था।
एक फैक्ट्री में साफ-सफाई का काम करती है युवती
पीड़ित पिता धमना गांव निवासी तलका तुरी उर्फ बसंत तुरी व मां फुलवा देवी ने बताया कि पुत्री पिंकी कुमारी से जब फोन पर बात हुई तो पता चला कि उसके चाचा मनोज तुरी व चाची गुंगरी देवी गांव के ही कुलदीप तुरी की मदद से उसे दिल्ली में बेच डाला है। पिंकी जहां काम करती है उसके काम का सारा पैसा दलाल व उसके चाचा मनोज तुरी आपस में बांटते हैं। फोन पर रोती-गिड़गिड़ाती पुत्री ने मां को घर लाने की गुहार लगाई है। पुत्री ने बताया कि उसकी चाची उसे समोसे में नशीली दवा देकर उसे बेहोस कर दिया और फिर ट्रेन से उसे दिल्ली लेकर चली आई। दिल्ली में एक सेठ के यहां उसे बेच दिया गया है। सेठ की एक फैक्ट्री है, जहां वह साफ-सफाई का काम करती है।
रुक-रुककर हो रही बारिश किसानों के लिए आफत बन गयी है। गुरुवार को भी दोपहर में अचानक मौसम का तेवर बदला और तेज गरज के साथ बारिश होने लगी। तेज हवा भी चली। कई किसानों के खलिहान में रखे गेहूं की फसल भींग गयी। किसानों के खेत में खड़ी मक्के की फसल और प्याज को भी नुकसान की आशंका बढ़ गयी है। वज्रपात से दो युवक भी जख्मी हुए हैं।
वज्रपात से दो युवक जख्मी
सिलाव: गुरुवार को अचानक आयी तेज आंधी पानी के दौरान हुए वज्रपात से थाना क्षेत्र के सुरूमपुर गांव के चार युवक चपेट में आ गया। जिसमें सुरूमपुर गांव के दो युवक 21 वर्षीय वरुण कुमार एवं 20 वर्षीय करण कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। जख्मी हालत में दोनों को इलाज के लिये पीएचसी सिलाव लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद विशेष इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया।
आंधी-पानी से आम बर्बाद
हिलसा: आंधी और बारिश से हजारों रुपये का आम बर्बाद हो गया। प्रखंड के जैतीपुर गांव के संजय कुमार ने बताया कि आंधी और बारिश से पेड़ में लगा आम भी पूरी तरह बर्बाद हो गया है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष आम पेड़ में मंजर देखने से लग रहा था कि अच्छी खासी आमदनी होगी लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश से पेड़ में लगा फल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।
राजगीर में ओलावृष्टि
राजगीर: पर्यटन स्थल राजगीर में गुरुवार को आंधी बारिश के साथ ओलावृष्टि हुआ। ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हुआ है। खेत में लगे सब्जी एवं प्याज फसल को नुकसान हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में तार टूट जाने से कई जगहों पर विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी।
आंधी-पानी और ओलावृष्टि ने मचाई तबाही
इस्लामपुर: प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को अचानक आयी आंधी-पानी और ओलावृष्टि से कई फुस की झोपड़ी उड़ गयी। इसके अलावा खेतों में लगी मक्के की फसल और पान वरेजा गिरकर क्षतिग्रस्त हो गया। चरनटई गांव में राजकुमार मांझी के 7 सुअर और संतोष कुमार के 5 मुर्गी की मौत हो गयी। बौरीसराय, इमादपुर, डौरा आदि गांवों में पान का वरेजा गिर गया। पान किसान रविंद्र कुमार, श्रवण कुमार, दिनेश प्रसाद आदि ने बताया कि ओलावृष्टि से पान फसल को काफी नुकसान हुआ है। उधर खुदागंज थाना के वौरीसराय गांव की एक महिला बरती देवी ओलावृष्टि की चपेट में आने से चोटिल हो गयी।
बिंद: गुरुवार की दोपहर आंधी के साथ आयी तेज बारिश से बाजार में जलजमाव हो गया। जिससे लोगों को जाने-जाने में काफी परेशानी हुई।
प्रखंडों में बने क्वारान्टीन सेंटर पर लोगों के आने का सिलसिला जारी है। सभी क्वारान्टीन सेंटर पर खाने-पीने से लेकर जरूरी सुविधाएं दी गयी है। हालांकि चंडी में स्थानीय पदाधिकारियों की लापरवाही के कारण जरूरी सुविधाएं नहीं मिलने के कारण प्रवासी मजदूरों ने हंगामा किया। देर शाम तक कोटा से आये विद्यार्थियों का भी अपने-अपने प्रखंड में पहुंचने का सिलसिला जारी था। लॉकडाउन का उल्लंघन से अभी भी लोग बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने कई जगहों पर कार्रवाई भी की है।
क्वारान्टीन सेंटर में कुव्यवस्था से नाराज लोगों ने किया हंगामा
नालंदा इंजीनियरिंग कॉलेज चंडी में बनाये गये क्वारान्टीन सेंटर में कुव्यवस्था से नाराज प्रवासी मजदूरों ने गुरुवार को जमकर हंगामा किया। प्रवासी मजदूर सेंटर में किसी प्रकार की सुविधा नहीं होने का आरोप लगा रहे थे। हंगामे की खबर मिलते ही थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पीओ धीरज कुमार और सीओ राजीव रंजन ने क्वारान्टीन सेंटर पहुंचकर हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की रात दूसरे राज्य से 21 प्रवासी मजदूर चंडी पहुंचे थे। उन्हें इंजीनियरिंग कॉलेज स्थित क्वारान्टीन सेंटर में ठहराया गया था। रात तो किसी तरह कट गयी।
गुरुवार की सुबह 9 बजे तक तौलिया, ब्रश, पेस्ट और नहाने के लिए साबुन भी नहीं मिला तो कुछ मजदूर हंगामा करने लगे। दिलीप, गुड्डू, आकाश, शैलेश, राहुल, विकाश, संजीव, रिशु, मुकेश, रंजीत भोला आदि ने बताया कि यहां किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। बुधवार की रात से ठहरे हैं लेकिन गुरुवार को 9 बजे सुबह तक मुंह धोने के लिए न पेस्ट, ब्रश न ही गमछा दिया गया था। सुबह से कोई देखने तक नहीं आया है। मजदूरों ने क्वारान्टीन सेंटर में दोरंगी नीति अपनाने की भी शिकायत की। कहा कि किसी को भिंडी की सब्जी तो किसी को आलू सोयाबीन की सब्जी दी गयी। प्रवासियों ने बताया कि एसडीओ हिलसा को दूरभाष पर शिकायत करने के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ।
सिलाव: कोटा से आये विद्यार्थियों में खुशी की लहर
प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांव के 43 छात्र छात्रा कोटा से गुरुवार को अपने घर वापस पहुंचे। विद्यार्थी कोटा से विशेष ट्रेन से बिहारशरीफ पहुंचे। इसके बाद सभी को बस से अपना प्रखंड भेजा गया। बीडीओ डा. अंजनी कुमार, नालंदा थानाध्यक्ष शशिरंजन, सिलाव थानाध्यक्ष मनोज कुमार की देखरेख में सभी को बस से उतरने के बाद अभिभावक को सौंप दिया गया। सभी को 14 दिन होम क्वारान्टीन रहने के लिए कहा गया। कोटा से आये विद्यार्थी अभिभावक से मिलकर काफी खुश थे।
परबलपुर:लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में दो दुकानदारों पर प्राथमिकी
स्थानीय बाजार में लॉकडाउन उल्लंघन के आरोप में दो दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। सीओ अजय कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर प्रशासन पूरी तरह सचेत है। जिला प्रशासन द्वारा दिये गये निर्देशों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। जो लोग इसका पालन नहीं कर रहे उन पर कार्रवाई की जा रही है। दुकानदार पप्पू रजक, चप्पल दुकान एवं मो. इश्तियाक घड़ी दुकान खोल रखा था। इस संबंध में दोनों के खिलाफ प्राथिमकी दर्ज करायी गयी है।
राजगीर: पुलिस एकेडमी के 25 प्रशिक्षु डीएसपी की ई क्लास शुरू
लॉक डाउन में राजगीर स्थित बिहार पुलिस एकाडमी द्वारा 25 प्रशिक्षु डीएसपी के लिए ई. क्लास शुरू किया गया है। क्लास की शुरूआत डीजी (ट्रेनिंग) सह अकादमी निदेशक भृगु श्रीनिवास, प्राचार्य डीआइजी डा. परवेज अख्तर ने की। इस अवसर पर डीजी (ट्रेनिंग) ने कहा कि लॉकडाउन के बीच विभिन्न जिलों में प्रतिनियुक्त प्रशिक्षु डीएसपी के लिए ई. क्लास की शुरुआत की गयी है। उन्होने प्रशिक्षुओं से पूरी कर्मठता के साथ काम करने को कहा। उन्होंने बताया कि उनके लिए लिए ई. क्लास की शुरूआत की गयी है। लैपटॉप और स्मार्ट फोन के जरिए ऑन लाइन क्लास पूरी की जायेगी। डीआइजी ने पहले दिन गृह क्राइम कंट्रोल विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि आप लोगों पर बड़ी जवाबदेही है। पुलिस मुख्य रूप से स्थानीय अपराध को रोकने और उनकी जांच करने तथा कानून एवं व्यवस्था बहाल रखने का काम करती है। उन्होंने कहा कि जो भी मामले आये उस पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर जल्द से जल्द निष्पादन का प्रयास करें। उन्होने कहा कि पुलिस स्टेशन पुलिस के कामकाज की बुनियादी इकाई होता है। अपराधों को रजिस्टर करना, पेट्रोलिंग, जांच, कानून और व्यवस्था से जुड़ी विभिन्न स्थितियों से निपटना, खुफिया सूचनाएं एकत्र करना और अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले क्षेत्र की सुरक्षा सहित कई कामों की जिम्मेवारी पुलिस के कंधे पर होती है।
लॉकडाउन -3 में सरकार की और से जारी एटवाइजरी पर अमल करते हुए जिला प्रशासन ने आवश्यक सेवाओं में थोड़ी छूट देने और दुकानों के खुलने का निर्देश जारी किया है। अब आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी आज से खुलेगी।
डीएम धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि लाॅकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के दौरान कतिपय आवश्यक सेवाओं के संचालन में छूट प्रदान करने के लिए सरकार ने दिशा निर्देश जारी किया। जिसके आलोक में जमुई में भी आम लोगों की सुविधाओं को देखते हुए निश्चित समयावधि में दुकानें खुलेंगी। वहीं आवश्यक वस्तुओं की दुकानें पूर्व की तरह खुली रहेंगी।
शासन-प्रशासन के इस निर्णय से आम लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और कई आवश्यक सेवाओं का लाभ उन्हें मिलेगा। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से 4 बजे तक दुकानें खुलेंगी, जिसमें इलेक्ट्रिकल गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, ऑटो मोबाइल, टायर, मोटरसाइकिल दुकान व गैरेज, निर्माण संबंधित सामग्री, ऑटो मोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकानें, प्रदूषण जांच केंद्र आदि शामिल होगा।
सैनिटाइजर, हैंडवास और मास्क का उपयोग जरूरी
आवश्यक सेवाओं की दुकानों अथवा प्रतिष्ठानों के संचालन अवधि में सभी कर्मियों द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क, सैनिटाइजर व हैंडवॉस का उपयोग करना अनिवार्य होगा। प्रतिष्ठान के अंदर सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा। साथ ही प्रतिष्ठान पर आने वाले सभी क्रेता व उपभोक्ता द्वारा भी मास्क पहनना आवश्यक होगा। इनकी अवहेलना करने पर कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार को खुली रहीं दुकानें सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं
गुरुवार काे महाराजगंज बाजार में इलेक्ट्रॉनिक्स की कई दुकानें खुल गई थी। वहीं मोबाइल की दुकानें भी खुली थी। दुकान पर सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं किया जा रहा था जो खतरे का संकेत था। जिला प्रशासन का सख्त निर्देश है कि दुकान पर सोशल डिस्टेंस का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए। लेकिन इसे करवाने के लिए अब जिला प्रशासन को सख्ती बरतनी पड़ेगी।
मानित विश्वविद्यालय नव नालंदा महाविहार में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास के पूजा कक्ष में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बुद्ध जयंती मनाई गई। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बैद्यनाथ लाभ, कुलसचिव प्रो. राजेश रंजन, डीन एकेडमिक डा. श्रीकांत सिंह, डा. हरेकृष्ण तिवारी, डा. निहारिका लाभ के अलावा विवि के प्राध्यापक, कर्मचारी एवं बौद्ध भिक्षु छात्र शामिल हुए। उपस्थित लोगों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया। इस अवसर पर बौद्ध भिक्षुओं ने मंगल पाठ भी किया। लोगों ने बुद्ध के विचारों पर चर्चा भी की।
भगवान बुद्ध के विचार शांतिपूर्ण जीवन की राह प्रशस्त करते हैं
कुलपति ने कहा कि भगवान बुद्ध का संदेश आज भी प्रासंगिक है। बुद्ध पूर्णिमा का ऐतिहासिक महत्व है। बौद्ध शिक्षण की विभिन्न परंपराओं और सनातन परंपरा से उसकी तुलना करते हुए कुलपति ने उसकी उपयोगिता और प्रासंगिकता पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि आज के वैश्विक महामारी से भयाक्रांत और पीड़ित दुनिया में बुद्ध के करुणा, प्रेम, मैत्री और अहिंसा का संदेश काफी प्रासंगिक हो रहा है। बुद्ध के विचार शांतिपूर्ण जीवन की राह प्रशस्त करता है।
चिंतन करें सभी प्राणी
श्री लाभ ने कहा कि वर्तमान समय में समस्त प्राणी को चिंतन करने की आवश्यकता है। बुद्ध और मानव में एक ही अंतर है। बुद्ध का जन्म हुआ और उनकी मृत्यु भी हुई। समस्त प्राणियों का जीवन चक्र भी इसी तरह जीवन और मृत्यु का होता है। लेकिन एक बात बुद्ध को सामान्य प्राणियों से अलग बनाती है। वह है उन्हें सत्य का ज्ञान होना। सत्य का ज्ञान होना सामान्य लोगों के लिए दुर्लभ है। बुद्ध को सत्य का ज्ञान हुआ था जिसके कारण वह पूज्यनीय हैं।
बिहारशरीफ: भगवान बुद्ध की जयंती मनायी गयी
नालंदा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा गुरुवार को बुद्ध जयंती मनाई गई। इस मौके पर सदस्यों ने महात्मा बुद्ध के चित्र पर माल्यार्पण किया। जिलाध्यक्ष अनिल कुमार अकेला ने कहा कि महात्मा बुद्ध के उपदेशों को दुनिया के कई देशों ने अपनाया है। इस मौके पर उदय सिन्हा, उप सचिव सुनिल कुमार, नालंदा जिला खुदरा व्यवसायी संघ के अध्यक्ष संजीत कुमार गुप्ता, शहरी फुटपाथ दुकानदार संघ के जिलाध्यक्ष सत्यनारायण प्रसाद, महासचिव रविरंजन कुमार, युवा तैलिक सभा के अध्यक्ष रौशन कुमार, शिवम भारती आदि उपस्थित थे।
रायपुरा पंचायत अंतर्गत भौंड गांव में एक कलयुगी बेटे ने अपनी मां को मारपीट कर घायल कर दिया। जिसके बाद पीड़िता ने खैरा थाना पहुंचकर आवेदन देकर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
बाबत खैरा थाना में दिए आवेदन में भौंड गांव निवासी घनश्याम सिंह की पत्नी कांति देवी ने बताया कि उसका बेटा अमित सिंह उर्फ लाटो सिंह और उसकी पत्नी बराबर मारपीट करता है। गुरुवार सुबह 7 बजे वह अपने घर में बैठी थी तभी अमित सिंह अपनी पत्नी के साथ आया और कुल्हाड़ी से मारपीट करने लगा तथा जान से मारने की धमकी देने लगा जिससे उसके चेहरे पर गंभीर चोट भी आई है। बाद में स्थानीय लोगों के जमा होने पर वे लोग भाग गए। साथ ही जाते-जाते वह मुझे जान से मारने की धमकी देते गए हैं। आवेदिका ने मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की छानबीन में जुट गई है।
कोरोना काल में संदिग्धों को सैंपल देना आसान हो जाएगा। अब उन्हें अपने गांव के नजदीक पीएचसी पर जाकर सैंपल देना होगा। वहां टेक्नॉलॉजिस्ट टीम के लोग सैंपल को सील कर जांच सेंटर पर भेजेंगे। एक दो दिनों के अंदर इसके लिए टेक्नॉलॉजिस्ट टीम का गठन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग मरीजों को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया है, ताकि उन्हें कही आने जाने में आसानी हो जाए। पूर्व में कोरोना संदिग्धों को नारायण मेडिकल जमुहार ले जाना पड़ता था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ कोरोना संदिग्धों को भी काफी परेशानी होता था। स्वास्थ्य विभाग कि मानें तो इस पर पहल शुरु कर दिया गया है। टेक्नॉलॉजिस्ट विभाग के साथ बैठक कर प्रखंड स्तर पर सैंपल कलेक्ट करने की मंथन शुरु कर दिया गया है। बस एक दो दिनों में अमलीजामा पहना दिया जाएगा।
सैंपल कलेक्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग रखेगा दो एंबुलेंस: पीएचसी पर सैंपल कलेक्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो एंबुलेंस रखा जाएगा। एक तकनीकी कर्मी के लिए तो दूसरा संदिग्ध मरीजों के लिए होगा। इंसान और वायरस के बीच जंग लड़ रहे टेक्नीशियन टीम कोरोना योद्धा की भूमिका में अपने कर्तव्यों को ईमानदारी पूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। जो ड्यूटी के बाद घर तो जाते हैं, लेकिन अपने ही घर में बेगाने की तरह रह रहे हैं। खुद को होम क्वारिन्टाइन कर रहे हैं। डेढ़ माह से घर के एक ही कमरे में खाना सोना बच्चों व पत्नी से दूर है। महिला योद्धाओं के बच्चों को उनके पति संभाल रहे हैं और यह खुद को कोरोना हराने के लिए दिन रात एक कि है कोई दो साल तो कोई 5 साल के बच्चे से महीनों से नहीं मिल रही है। पूछने पर कहती है कोरोना को हराना है तो यह सब करना होगा। टीम के सदस्य मैनुल हक कहते है कि जब से सैंपल ले रहे है तब से वह और उनके सभी सहयोगी अपने को घर मे क्वारेंटाइन कर लिया है। बच्चे करीब आना चाहते हैं तो हम भी मना कर देते व परिवार के हम सदस्य हम से दूर खींच लेते।
परिवार से दूर खुद को किया क्वांरेटाइन
टीम में शामिल खुशबू रंजन कहती हैं कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए खुद के क्वारेंटाइन कर लिया है। परिवार से मिलने का मन करता है पर सोचते हैं कोरोना को पहले हरा दें। पीएचसी पर कोरोना संदिग्धों की जांच सैंपल कलेक्ट करने के लिए टीम पहुंच वहां से सील कर जांच सेंटर पार्सल करेगी।
एक दो दिनों में सैंपल लेना हो जाएगा शुरू
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ जनार्दन शर्मा से पूछे जाने पर बताया कि पीएचसी पर कोरोना संदिग्धों के सैंपल कलेक्ट करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के साथ बैठक कर रणनीति बना लिया गया है।। संभवतः एक दो दिनों के अंदर पीएचसी से कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेना शुरु कर जाएगा।
कोरोना काे लेकर लॉकडाउन का कहर झेल रहे प्रवासियों को प्रकृति के मार का भी सामना करना पड़ा। गुरुवार को शहर के श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम मैदान में गुजरात के विभिन्न शहरों से पहुंचे प्रवासी मजदूर अभी पंडाल में प्रवेश किया ही था, कि अचानक तेज आंधी आई और उसकी चपेट में आकर स्टेडियम के अंदर बना पंडाल धराशायी हो गया। इस दौरान भगदड़ की स्थिति बन गई। कुछ मजदूर गिरे पंडाल के नीचे दब गए, तो कुछ आंधी के बीच मैदान में भागकर पंडाल में दबने से बचे। बताया जाता है कि दोपहर 2:45 बजे गुजरात के सूरत, आनंद सहित अन्य शहरों से 137 मजदूर ट्रेन के माध्यम से बरौनी पहुंचे, जहां से जिला प्रशासन द्वारा बस के माध्यम से उन्हें जमुई लाया गया। बस स्टेडियम मैदान पहुंची और प्रवासी मजदूर उतरकर पंडाल में प्रवेश किया, तभी यह घटना घटी। प्रवासी मजदूरों में शामिल सोनो प्रखंड के सरधोडीह गांव के 28 लोगों में शामिल संजय ठाकुर, पवन ठाकुर, छोटू ठाकुर, मनोज कुमार, अंजली कुमारी, रामकुमार यादव, झाझा बरमसिया के माे. हुसैन, सभी पंडाल में दब गए। हालांकि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और दबे प्रवासियों को हल्की चोट पहुंची। इस दौरान ड्यूटी पर तैनात डॉ. अरविंद कुमार व चार अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी पंडाल से निकल कर अपना बचाव किया। प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग की और उन्हें संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन केंद्र भेजा गया।
लॉकडाउन अवधि में भी बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नहीं हो इसके लिए जेके इंटरनेशनल स्कूल प्रबंधन द्वारा नियमित रूप से ऑनलाइन शिक्षा दी जा रही है। इस दौरान लगातार नये-नये तकनीकों का प्रयोग भी किया जा रहा है। जो कोरोना संकट काल में भी छात्रों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है।
स्कूल के एकेडमिक डायरेक्टर अभिमन्यु मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन में भी स्कूल की पढाई में कोई रुकावट नही आ रही है ई लर्निंग के माध्यम से स्टूडेंट्स अब घर बैठे पढ़ाई कर रहे हैं। तथा अपनी सिलेबस को पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं स्वंय कक्षा नौ व दस के स्टूडेंट्स को पढ़ा रहा हूँ। स्कूल प्रबंधन गुगल इंकार्पोरेशन के सहयोग से जेके गुगल क्लास रुम प्लेटफार्म का उपयोग कर रहा है। जहां स्कूल के शिक्षक स्टूडेंट्स को कोर्स से संबंधित शैक्षणिक सामग्री एंव असाइनमेंट पोस्ट कर रहे है। जिसके माध्यम से स्टूडेंट्स अपनी पढाई को जारी रखे हुए हैं।
वहीं स्कूल के प्रधानाचार्य संतोष कुमार मिश्रा ने कहा की लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद है। लेकिन जूम एप के सहयोग से डिजिटल क्लास चलाया जा रहा है। स्कूल के मैनेजर मनोज कुमार राय ने स्कूल में पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट्स व अभिभावक से लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने घरों में ही रखने की अपील की है। एकेडमिक डायरेक्टर अभिमन्यु मिश्रा ने बताया कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों को कोरोना से बचाव को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है। उन्हें बताया जा रहा है कि घरों में फिजिकल डिस्टेंस बनाकर रहे एवं दूसरों को भी रहने की अपील करें। खाना खाने से पहले अच्छी तरह से हाथ को धोएं। उन्होंने बताया कि अभिभावकों से भी आग्रह की जा रही है कि घर में बच्चों का ध्यान रखें की वो ऑनलाइन पढ़ाई सही ढंग से कर रहे हैं की नहीं।
संवाद कक्ष में गुरुवार को जिला प्रशासन की ओर जानकारी देते हुए डीडीसी अरुण कुमार ठाकुर ने बताया कि जिले में किसानों पर किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं है वे अपना कृषि कार्य आराम से कर सकते हैं।
वहीं स्कूल के खुलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 13 मई से गर्मी छुट्टी की घोषणा कर दी गई है अब गर्मी छुट्टी के बाद उस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कोरोना से निपटने की तैयारियों की चर्चा करते हुए कहा कि बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन में रखना एक चुनौती है। वे लोग हफ्तों से बेसहारा रह रहे थे, ट्रेन से आने के दौरान भी उनको राहत नहीं मिली। ऐसे मे घर के करीब आकर 21 दिनों तक क्वारेंटाइन में रखे जाएंगे यह एक चुनौती पूर्ण कार्य है। डीडीसी ने बताया कि अभी तक स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 305 संदिग्ध लोगों के सैम्पल की जांच की गई है। जिसमें से 280 की रिर्पोट निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में 1050 पीपीई किट मौजूद है। साथ ही आइसोलेशन सेंटर बनाए गए अतिथि पैलेस होटल में 101 लोगों को रखा गया है।
इसकी क्षमता 150 लोगों के रखने की है। इसी प्रकार चिकित्सक द्वारा 559 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है जबकि एएनएम के द्वारा 1557989 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई है। मौके पर एडीएम कुमार संजय प्रसाद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी संतोष कुमार, डीपीआरओ भीम शर्मा, आपदा प्रबंधन पदाधिकारी शशि शंकर व प्रशिक्षु उप समाहर्ता भारती राज मौजूद थी।
बाहर से आए हुए लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद प्रखण्ड मुख्यालय स्थित उच्च विद्यालय गोड़ारी व स्थानीय बाजार स्थित मध्य विद्यालय काराकाट में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में वेलकम किट के साथ भेज दिया गया। बुधवार के शाम से लेकर गुरुवार तक कुल 30 लोगों को प्रशासनिक अधिकारियों के सहयोग से क्वारेंटाइन सेंटर लाए गए थे। बीडीओ प्रशांत कुमार के अनुसार क्वारेंटाइन में रहने वालों की संख्या 142 है।
इसमें सबसे अधिक उच्च विद्यालय गोड़ारी में कुल 85 व मध्य विद्यालय काराकाट में 15 लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बाकी के लोग मध्य वि. गोड़ारी, मध्य वि. बुढ़वल, एपीएस पब्लिक स्कूल बुढ़वल सहित विभिन्न पंचायतों में बनाए गए केंद्रों पर क्वारेंटाइन हैं । तेलंगना, केरल, मध्यप्रदेश, गुजरात, हरियाणा व यूपी से आने वाले लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग कराने के बाद आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराया गया ।साथ ही स्वास्थ्य सुधार के लिए परामर्श देते हुए 21 दिनों तक क्वारेंटाइन रहने की सलाह दी गई है।
डीएम-एसपी ने किया सेंटर का निरीक्षण
संझौली मेंप्रखंड मुख्यालय स्थित के के उच्च विद्यालय क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण डीएम व एसपी ने किया। डीएम पंकज दीक्षित एवं एसपी सत्यवीर सिंह ने क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी लोगों से पूछा कि आपको यहां पर कोई परेशानी तो नहीं है। प्रवासी मजदूरों से कई सवाल पूछते हुए वहां पर उपस्थित बीडीअाे कुमुद रंजन, सीओ आशीष कुमार, थानाध्यक्ष को निर्देशित किया की किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए इन लोगों को।
कहा- सेंटर में किसी को नहीं हो परेशानी
संझौली में प्रखंड मुख्यालय स्थित के के उच्च विद्यालय क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण डीएम, एसपी ने किया। डीएम पंकज दीक्षित एवं एसपी सत्यवीर सिंह ने क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे प्रवासी लोगों से पूछा कि आपको यहां पर कोई परेशानी तो नहीं है। प्रवासी मजदूरों से कई सवाल पूछते हुए वहां पर उपस्थित बीडीओ कुमुंद रंजन, सीओ आशीष कुमार, थानाध्यक्ष को निर्देशित किया कि किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बकनौरा में बनाई गई आइसोलेशन सेंटर से बुधवार की रात को दो मजदूर भाग गए। प्राथमिक विद्यालय बकनौरा सेंटर में बाहर से आए व्यक्तियों को आइसोलेट करने का प्रावधान है। जिसके अनुरूप ग्राम सुंदरगंज के ललन चौधरी,पिता त्रिवेणी चौधरी एवं अभय कुमार साह, पिता वैद्यनाथ साह को प्राथमिक विद्यालय बकनौरा में आइसोलेशन सेंटर में रखा गया था, परंतु बिना अधिकारियों को सूचित किए हीं बुधवार की रात असुविधा का कारण बताते वे अपने घर चले गए। प्राथमिक विद्यालय बकनौरा के आइसोलेशन सेंटर से भागे मजदूर ललन चौधरी एवं अभय कुमार साह ने बताया कि हमें क्वारेंटाइन सेंटर में किसी तरह की सुविधा मुहैया नहीं कराई गई।
सेंटर पर खाने पीने की व्यवस्था नही थी। रात में उन्हें मच्छर काटते थे। विद्यालय में पंखा की व्यवस्था रहते हुए भी बिजली नदारद थी। अंधकार में रात बितानी पड़ती थी। जिससे वे भयभीत हो घर भाग गए। उन्होंने यह भी कहा कि जब सारे व्यवस्थाएं घर से ही करनी है तो घर पर ही क्यों ना रहे। बीडीओ मनोज पासवान ने बताया कि उक्त दोनों व्यक्तियों को दूसरे दिन तुंबा आईटीआई में स्थापित आइसोलेशन सेंटर में रखा गया। जहां उन्हें खाने-पीने की सारी व्यवस्था उपलब्ध है। बाहर से आ रहे सभी लोगों को तुंबा आईटीआई क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। जहां उन्हें सारी सुविधाएं उपलब्ध है।
पैसे के जरिए कोरोना वायरस का संक्रमण फैलाने की अफवाह के बीच झाझा थानाक्षेत्र के धमना काशिकुण्ड गांव स्थित मुख्य सड़क पर 50, 100, 200 रुपए के कई नोट बिखरे पड़े थे। जिससे मोहल्ले में दहशत फैल गई और देखते ही देखते सड़क के किनारे भीड़ जमा होने लगी। हालांकि लोगों ने कोरोना संक्रमित होने के डर से रुपए को नहीं छुआ। नोट हवा के झोंके से उड़ कर किसी के शरीर में सट न जाए इसको लेकर भयभीत ग्रामीणों ने बड़ी सावधानी बरतते हुए नोट को पत्थर से दबा दिया। वहीं लोगो ने गांव के पुलिस चौकीदार को सूचना दिया। झाझा थानाध्यक्ष सिध्देश्वर पासवान से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि इस तरह की कोई जानकारी ग्रामीणों के द्वारा नहीं प्राप्त हुआ है। ग्रामीणों को किसी भी तरह की अफवाह से बचने के साथ इन तरह की गतिविधियों की जानकारी पुलिस प्रशासन को देने की अपील की। दोपहर बाद पता चला कि किसी महिला ने सभी नोट को उठाकर चली गई है।
कोरोना पॉजिटिव पहले मरीज की मौत हो गई है। गुरुवार को मरीज के पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आने से पहले उसकी मौत हो चुकी थी। सासाराम के धौडाड़ निवासी 70 वर्षीय वृद्ध को मंगलवार देर रात नारायण मेडिकल कॉलेज जमुहार में भर्ती कराया गया था। जिसकी मौत गुरुवार सुबह हो गई। भर्ती कराए गए उक्त मरीज के सैंपल बुधवार को जांच के लिए पटना भेजा गया था। जिसकी रिपोर्ट उसकी मौत के बाद गुरुवार दोपहर पहुंची तो पता चला कि सांस लेने में बेहद तकलीफ के कारण अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराए गए मरीज कोरोना का पॉजिटिव था।
सिविल सर्जन डॉ जनार्दन शर्मा ने 70 वर्षीय वृद्ध कोरोना पॉजिटिव मरीज के मौत होने की पुष्टि कर दी है। साथ में नारायण मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रभात कुमार ने भी इसकी जानकारी देते हुए बताया है कि दो दिन पूर्व आईसीयू में भर्ती कराए गए उस मरीज की मौत हो गई है। कोरोना पॉजिटिव 70 वर्षीय वृद्ध की मौत के बाद रोहतास प्रशासन उनकी ट्रैवल हिस्ट्री खंगालने में जुट गया है।
मंगलवार को कोरोना संक्रमण होने की आशंका के बाद इलाज से लेकर वेंटिलेटर पर ले जाने में अस्पताल प्रबंधन ने सावधानी जरूरी बरती, परंतु इससे पहले किन-किन अस्पतालों में ले जाया गया, कितने लोगों से संपर्क हुआ। इसकी जानकारी ली जा रही है। साथ में प्रशासन ने पूरे परिवार के लगभग छह लोगों को तत्काल क्वारेंटाइन सेंटर भेजने का निर्णय लिया है। अंतिम संस्कार के बाद उसमें शामिल सभी लोगों को सासाराम के किसी क्वारेंटाइन सेंटर में रखा जाएगा।
54 संक्रमित मरीजों में से अब तक 24 लौट चुके घर
गुरुवार को दो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद रोहतास जिला में यह संख्या 54 हो गई है। 1 मई को आई अंतिम रिपोर्ट में लगभग छह दिनों तक थोड़ी राहत दी। परंतु सातवें दिन दो मरीजों के पॉजिटिव होने और उसमें से एक की मौत होने पर लोग एक बार फिर दहशत के साए में चले गए। राहत की बात यह है कि 54 में से 24 मरीज ठीक होकर वापस घर लौट चुके हैं। जिन्हें लगातार तीन दिनों तक नारायण मेडिकल कॉलेज से अलग-अलग किस्तों में छोड़ा गया। फिर भी अभी अन्य मरीज नारायण मेडिकल कॉलेज, नालंदा मेडिकल कॉलेज पटना में इलाज करा रहे हैं। जिले की पहली कोरोना मरीज महिला की स्थिति अभी थोड़ी स्थिर हुई है। डॉक्टर निगरानी में लगे हुए हैं।
पहले से स्थिति गंभीर थी, दमा के भी मरीज थे
कोरोना पॉजिटिव उक्त 70 वर्षीय वृद्ध को पहले से सांस लेने में तकलीफ थी। जिसके कारण जब मंगलवार को मरीज अपने परिजनों के साथ सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचा तो वहां संक्रमण की आशंका देख जांच सैंपल लेकर नारायण मेडिकल काॅलेज जमुहार में रेफर कर दिया गया। डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि आए हुए मरीज की हालत उस समय बेहद चिंता जनक थी। उसे सांस लेने में काफी कठिनाई हो रही थी। परिजनों ने बताया कि पहले से वृद्ध दमा के मरीज थे। तत्काल वृद्ध को वेंटिलेटर पर रखा गया। ऑक्सीजन का सपोर्ट दिया गया, परंतु कोई सुधार नहीं हुआ।
मानकों के अनुसार किया जाएगा अंतिम संस्कार
पहले से दमा के मरीज रह चुके 70 वर्षीय वृद्ध की मौत होने की खबर रोहतास प्रशासन और सिविल सर्जन को दे दी गई है। वहां से अधिकारियों के आने के बाद भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के मानकों के अनुसार अंतिम संस्कार कराया जाएगा।-डॉ. प्रभात कुमार, अधीक्षक, नारायण मेडिकल कॉलेज
संपर्क वाले लोग क्वारेंटाइन किए जाएंगे: सिविल सर्जन
पॉजिटिव आए मरीजों में सासाराम शहर बरादरी मोहल्ला से 56 वर्षीय महिला और धौडाड़ के 70 वर्षीय इसमें शामिल हैं। जिसमें वृद्ध की मौत हो चुकी है। वृद्ध को पहले से दमा की शिकायत भी थी। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री का पता लगवाया जा रहा है। संपर्क वाले लोगों को क्वारेंटाइन किया जाएगा।-जनार्दन शर्मा, सिविल सर्जन, रोहतास
लॉक डाउन में पुलिस प्रशासन की सख्ती का निरीक्षण करने निकले डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय आमलोगों के लिए किसी प्रकार की छूट देने से साफ मना किए हैं। वे गुरुवार को सासाराम सर्किट हाउस में पत्रकारों से मिलने के बाद बता रहे थे कि मई का पूरा महीना बिहार के लिए क्रिटिकल है। इसमें किसी प्रकार की छूट आम लोगों को देना खतरनाक होगा। गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि लॉकडाउन थ्री में 17 मई तक हर हाल में पहले लॉक डाउन की तरह सख्ती रहेगी।
इसके लिए सभी पुलिस अधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि सरकारी निर्देशों के मुताबिक लॉक डाउन का पालन कराना सुनिश्चित रखें। बक्सर के रास्ते कैमूर में यूपी बॉर्डर का निरीक्षण कर सासाराम पहुंचे गुप्तेश्वर पांडेय ने सर्किट हाउस में शाहाबाद के डीआईजी पी कन्नन और रोहतास एसपी सत्यवीर सिंह के साथ बैठक करते हुए उन्हें 17 मई तक किसी प्रकार का ढील देने से स्पष्ट मना किया। साथ हीं पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आम लोगों तक कोरोना से बचाव और उपाय संबंधित संदेश मीडियाकर्मी आसानी से पहुंचा सकते हैं। तभी सरकार और प्रशासन इस पर नियंत्रण पा सकती है।
पटना गृह विभाग के आदेश के बाद डीएम पंकज दीक्षित ने कंटोनमेंट जोन को छोड़कर जिले के सभी क्षेत्रों में शुक्रवार से इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल और हार्डवेयर के दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है। जिलाधिकारी की तरफ से जारी किए गए आदेश के अनुसार दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को ही खुलेगी।
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, मार्केट और मॉल की कोई भी दुकानों को खोलने की इजाजत नहीं है। जो दुकानें खुलेंगी वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा। दुकान के आगे दो गज की दूरी पर निशान लगाना होगा जहां लोग खड़े होंगे। डीएम ने बताया कि जो दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए दुकान को तुरंत बंद कराया जाएगा। दुकानदार, कर्मचारी और ग्राहकों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
दुकान के लोगों और ग्राहकों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। सासाराम नगर परिषद क्षेत्र, मुरादाबाद, कोचस, राजपुर को कंटोनमेंट जोन में रखा गया है। इन क्षेत्रों को छोड़कर जिले के सभी स्थानों की दुकानें साेमवार, बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10 बजे से 4 बजे तक खुलेंगी। जिन दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया है। उसमें इलेक्ट्रॉनिक गुड्स, पंखा, कूलर, एसी, मोबाइल, कंप्यूटर, यूपीएस, बैट्री की दुकानें और सर्विस सेंटर शामिल हैं। इसके साथ ही ऑटोमोबाइल, टायर-ट्यूब, ल्यूब्रिकेंट की दुकानें भी खुलेगी।
कोरोना वायरस बहरूपिया की तरह काम कर रहा है। इसके बदले रूपों से मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कोरोना मरीजों के स्वस्थ होने के रिकॉर्ड बदलने लगे हैं। हाल में मुंबई से लौटे तीन मरीजों में वायरस के एल स्ट्रेन ने डॉक्टरों की परेशानी बढ़ा दी है। उनकी रिपोर्ट निगेटिव आने में लम्बा वक्त लग रहा है।रिकॉर्ड के अनुसार, अब तक पांच दिन में कोरोना को हराकर मरीज लौट रहे थे। लेकिन 22 अप्रैल को भर्ती चार मरीजों की पहली रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि एक की रिपोर्ट 14 दिन बाद निगेटिव आई। वायरस इस स्ट्रेन से हालात बिगड़ सकते हैं। मुंबई समेत दूसरे राज्यों से आने वालों में भी वायरस का ऐसा बदलता रूप मिलने पर मुसीबत बढ़ सकती है। लॉकडाउन में मिली ढील के बीच ऐसे वायरस को नियंत्रित करना जिला प्रशासन अाैर स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी चुनाैती बन गई है। उनकी चिंता है कि सोशल डिस्टेंसिंग कैसे मेंटेन हो ताकि संक्रमण पर रोक लग सके।
इलाज में बदलाव से एक मरीज की पहली रिपोर्ट निगेटिव
अाइसाेलेशन वार्ड के नाेडल पदाधिकारी डाॅ. हेमशंकर शर्मा ने बताया, मुंबई की ट्रैवल हिस्ट्री वाले तीन मरीजों में वायरस का एल-स्ट्रेन है। यह काफी स्ट्रांग है। 22 अप्रैल को भर्ती के बाद अब तक चार टेस्ट कराए। आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार जितनी दवा दी जा सकती थी, दी गई। फिर भी मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आई। उनकी हालत देख लगता है कि उन पर वायरस के एल-स्ट्रेन का असर है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी रिस्परेटरी फेल्याेर हाेने पर हाे सकती है। अमेरिका में 90 प्रतिशत डेथ रेट है, इसलिए अब इलाज के पैटर्न बदले हैं। गर्म पानी और चाय की मात्रा बढ़ाई है। संक्रमण खत्म करने के अन्य तरीके भी अपनाए जा रहे हैं। तरीका बदलने पर 14 दिन बाद एल-स्ट्रेन वाले महाराष्ट्र से लौटे बांका के अमरपुर-कौशलपुर के युवक की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई।
इन मरीजों में है नए वायरस की आशंका
20 अप्रैल को भर्ती बांका के अमरपुर कौशलपुर के युवक की रिपोर्ट 22 अप्रैल को पॉजिटिव आई। वह महाराष्ट्र से आया था। बांका के ही बेलहर का 26 साल का मरीज महाराष्ट्र से लौटा था। वह बांका में ही पॉजिटिव पाया गया। 27 अप्रैल को उसे मायागंज में भर्ती हुआ। 20 अप्रैल को भर्ती सन्हौला के महियामा के 46 साल का मरीज की भी ट्रैवल हिस्ट्री महाराष्ट्र मिली। 22 अप्रैल को भर्ती बिहपुर की एक महिला की पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फिर रिपोर्ट निगेटिव हुई और बाद में फिर वह पॉजिटिव हो गई। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री खगड़िया से लौटने की है। उसमें भी एल-स्ट्रेन वायरस का असर बताया जा रहा है।
एस-स्ट्रेन से ज्यादा जानलेवा एल-स्ट्रेन वायरस
जानकारी के अनुसार, भारतीय मरीजों में वायरस का पांचवां बदलाव देखने को मिला है। उनमें अब तक 17 से भी ज्यादा देशों के वायरस मिल चुके हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों का मानना है कि भारतीय मरीजों में अब तक मिले वायरस किसी एक देश के वायरस जैसे नहीं हैं। केरल में एस स्ट्रेन वाले वायरस ने तबाही मचाई। मध्यप्रदेश और गुजरात में एल-स्ट्रेन वाले वायरस से लगातार मौतें हुईं। रिसर्च के अनुसार, एल-स्ट्रेन वायरस एस-स्ट्रेन से ज्यादा जानलेवा है।
महाराष्ट्र से लौटे तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव नहीं आ रही। बिहपुर की एक महिला की पहली रिपोर्ट निगेटिव आई, फिर वह पॉजिटिव हो गई। सभी का इलाज चल रहा है।
- डाॅ. आरसी मंडल, अधीक्षक, जेएलएनएमसीएच
लॉकडाउन का पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से पालन कराने के लिए एड़ीचोटी का जोर लगा रही है। इसके बाद भी दुकानदार और खरीदार इसकी धज्जियां उड़ा रहे है। धर्मशाला रोड में किराना व मेडिकल की दुकानें खोले जाने हैं। जिसका खुलने का समय भी प्रशासन द्वारा तय किया गया है। जो सुबह 7 से 10 बजे तथा शाम 4 से 6 बजे तक खोले जाने का आदेश अनुमंडल प्रशासन ने तय भी किए है।
इसके बाद भी लोगो द्वारा लॉकडाउन की धज्जियां उड़ानें की सूचना पर गुरुवार को जिला मुख्यालय में प्रतिनियुक्त सीआईडी विभाग के एएसपी राजेश कुमार दल बल के साथ धर्मशाला रोड पहुंचे, वहाँ आवश्यक वस्तुओं की खुली दुकानों को बंद करने की अपील की। पुलिस गाड़ी से बाहर निकलकर सभी दुकानदारों से दुकान का शटर गिरने को कहा। पुलिस लगातार बाजार में घूम घूमकर प्रशासन द्वारा तय मानक समय के अनुसार दुकानों को खोले रखने की हिदायत दी, दुकानें तय समय तक ही खुले इस पर पुलिस निगाह रखे हुए है।
कुछ दुकानदारों ने पुलिस देख गिराए दुकान के शटर
सुबह से ही धर्मशाला रोड में दुकानें खुल जा रही, खरीदारी करनेवाले लोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रखा जा रहा और भीड़ इकट्ठा होकर कानून की धज्जियां उड़ा रहे है। जहां पुलिस मौके पर पहुंचकर दुकानों को बंद कराया। इस दौरान कुछ दुकानदारों ने पुलिस के आते ही शटर गिरा दिए। लोगों से भी घर से न निकलने की अपील की जा रही है। गुरुवार को दुकानदारों ने लॉकडाउन का उल्लंघन कर दुकानें खोल भीड़ जुटा ली। दुकानें खुली देख खरीदार भी उमड़ पड़े।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल के 87 पीजी डाॅक्टराें पर अनुशासनहीनता और हंगामा के आराेप में कार्रवाई की शुरुआत हाे चुकी है। प्रिंसिपल डाॅ. हेमंत कुमार सिन्हा ने उन्हें शोकॉज कर दो दिनों में जवाब मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने और ड्यूटी पर नहीं लाैटने पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और एपेडेमिक डिजाॅस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी।
डॉक्टर 23 अप्रैल से लगातार बिना सूचना ही अनुपस्थित हैं। इससे अस्पताल और काेराेना मरीजाें का इलाज प्रभावित हाे रहा है। अधीक्षक के आवास पर उनका अशाेभनीय व्यवहार का भी जिक्र शोकॉज में किया गया है। बता दें कि मेडिसीन विभाग में काम करने वाले पीजी डाॅक्टर के काेराेना पाॅजिटिव होने की सूचना के बाद से सभी पीजी स्टूडेंट अधीक्षक डाॅ. आरसी मंडल के आवास पर हंगामा करने लगे थे। फिर अपनी मर्जी से ही सभी ने काेराेना जांच के लिए सैंपल दिया और होम क्वारेंटाइन हो गए। आइसाेलेशन वार्ड में उनकी ड्यूटी थी पर वे काम पर नहीं आए। प्रिंसिपल डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने बताया, काॅलेज काउंसिल के फैसले के बाद उन्हें शोकॉज किया है। दो दिनों में ठीक जवाब न मिलने पर कार्रवाई होगी।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण गुरुवार दोपहर आयी तेज आंधी और बारिश से मौसम जहां खुशनुमा हो गया। वहीं आेलावृष्टि के कारण मूंग सहित सब्जी के फसल को नुकसान हुआ। मौसम विभाग ने 22 एमएम बारिश के साथ इस सप्ताह रूक रूक कर बारिश होने की संभावना जतायी है। गुरुवार सुबह धुप निकलने से लोगों ने सोचा कि आज बारिश नहीं होगी लेकिन अचानक मौसम बदल गया।
आसमान में बादल छाए रहे और दोपहर बाद तेज आंधी और जोरदार बारिश हुई। वहीं जिले के कुछ हिस्से में तेज आंधी बारिश के बीच ओलावृष्टि भी हुई। हालांकि आंधी में कोई खास नुकसान की खबर नहीं है। बांका कटोरिया मुख्य मार्ग पर जगतपुर के समीप इस आंधी बारिश में सड़क किनारे एक पेड़ गिरने से करीब चार घंटे तक शहर में बिजली आपूर्ति बाधित रही। सूचना मिलते ही विद्युत विभाग के अधिकारी ने बिजली के तार पर गिरे पेड़ को अविलंब हटवाते हुए बिजली आपूर्ति बहाल करायी।
असमय आंधी बारिश ने किसानों की तोड़ दी कमर, आम के टिकोले गिरे
इस असमय बारिश ने यहां के किसानों का मानो कमर ही तोड़ कर रख दिया है। ऐसे मौसम में बारिश होने के कारण किसान के तिलहन और सब्जी की फसल को यहां काफी नुकसान पहुंच रहा है। वहीं आंधी बारिश ने आम के फल पर भी काफी असर ड़ाला है। आम के टिकोले तेज हवा के कारण टूट कर बिखर गये हैं। ज्ञात हो कि बांका सहित आसपास का क्षेत्र आम के पैदावार के लिये काफी लोकप्रिय है। यहां आम के अच्छे पैदावार होते हैं। काफी संख्या में किसानों का जीविका यहां आम के फल पर ही निर्भर करता है। ऐसे किसानों के सामने गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है।
खेत में पानी नहीं जमने दें किसान
पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में एेसा बदलाव आया है। इस सप्ताह रूक रूक कर बारिश होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। मूंग और सब्जी लगाने वाले किसान को सलाह दिया जाता है कि वे खेत में पानी जमने नहीं दें। इससे फसल को नुकसान होगा।
- जुबली साहु, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र बांका।
बिजली व्यवस्था चरमराई एक दर्जन गांव में अंधेरा
शंभूगंज | क्षेत्र में पिछले एक सप्ताह से विद्युत की स्थिति ठीक नहीं है। हल्की हवा के झोके से कई गांव की विद्युत आपूर्ति ठप हो जाती है। गुरुवार को करसोप, केहनीचक, केशोपुर, बिरनौधा, कुर्माडीह इत्यादि एक दर्जन गाव में आंधी बारिश आते ही आपूर्ति ठप हो गई। उपभोक्ताओं को काफी परेशानी हुई। स्थानीय गौरव मिश्र, राजेश साह, पवन कुमार, अरविंद सिंह, दीपक कुमार सहित अन्य ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से बिजली के आंख मिचौली का खेल जारी है।
लॉकडाउन के दौरान तेलंगाना राज्य के लिंगमपल्ली से जिले के 1250 श्रमिकों/व्यक्तियों को लेकर विशेष श्रमिक ट्रेन गुरुवार को अपराह्न 5.15 बजे बांका जक्शन पहुंची। सभी श्रमिको/व्यक्तियों का स्टेशन पर पंजीकरण एवं मेडिकल जांच कराने के पश्चात बस से उनके संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया। विशेष रेलगाड़ी से आए लोगों को बांका जंक्शन पर सुरक्षित उतारने एवं क्वारेंटाइन सेंटर में भेजने हेतु स्टेशन परिसर में दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी/पुलिस बल की प्रतिनियुक्त थे। इधर बांका डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि शुक्रवार को भी एक स्पेशल ट्रेन प्रवासियों को लेकर तेलंगाना से बांका आएगी। जिनकी स्क्रीनिंग कर क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा।
लिंगमपल्ली से विशेष श्रमिक रेलगाड़ी द्वारा आनेवाले व्यक्तियों को स्टेशन के मेनगेट से संबंधित प्रखंड के लिए चिन्ह्ति बसों में भी बैठाने की व्यवस्था दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों ने की। इधर गुरुवार अपराह्न 3 बजे डीएम एवं एसपी अरविंद कुमार गुप्ता द्वारा बांका जंक्शन पर स्थित दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी, मेडिकल टीम को संयुक्त ब्रिफ्रिंग में दायित्व पूरा करने का निर्देश दिया।
दोनों वरीय पदाधिकारी ने कहा कि सभी अपने कर्तव्य का निष्ठा के साथ पालन करेंगे। रेलगाड़ी से आने वाले किसी भी मजदूरों को परेशानी न हो। इसके अलावे सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूपेण पालन किया जायेगा।
जंक्शन पर की गई थी नाश्ते और पेयजल की व्यवस्था
रेलगाड़ी से आने वाले मजदूरों के लिए रजिस्ट्रेशन काउन्टर, सैनिटाइजर, मास्क, पीने का पानी, अल्पाहार देने का काउन्टर अलग-अलग बनाया गया था। जिले के प्रवासी श्रमिकों के विशेष ट्रेन द्वारा बांका जिला में आगमन के पश्चात स्क्रीनिंग/मेडिकल जांच हेतु आवश्यक संख्या में मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति सभी चिकित्सीय उपकरणों के साथ बांका जंक्शन पर की गयी थी। सभी बसों एवं वाहनों के सेनेटाईजेशन हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था करायी गयी थी। इसके अलावा श्रमिकों के लिए अल्पाहार एवं पेयजल की व्यवस्था की गई थी।
प्रवासी का किया गया रजिस्ट्रेशन और स्क्रीनिंग
बांका जक्शन पर ट्रेन पहुंचने के पश्चात सभी श्रमिकों को कतारबद्ध कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी प्रवासी का रजिस्ट्रेशन किया गया एवं सभी का स्क्रीनिंग किया गया। इसके आलावे प्रवासी लोगों को अल्पाहार, पानी, मास्क का वितरण करते हुए संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेन्टर के लिए संबंधित प्रखंड के लिए निर्धारित बसों से रवाना किया गया। प्रखंड क्वारेंटाइन सेन्टर में 21 दिन रखने के बाद प्रवासी में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं पाये जाने पर उन्हें अपने घरों के लिए भेज दिया जाएगा। बांका जिले के 11 प्रखंडों के लिए कुल 50 बस की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की गयी थी।
बंगलाैर से पहुंचे 81 मजदूर काे किया गया क्वारेंटाइन
कटोरिया | देश के विभिन्न प्रदेश से कटोरिया क्षेत्र में प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को बंगलौर से 81 मजदूर, छात्र व अन्य प्रवासी लोगों कटोरिया पहुंचे। गुरुवार को संध्या पांच बजे तक कोरेनटाइन सेंटरों पर प्रवासियों की संख्या कुल 137 थी। जिसमें से एक सौ को कटोरिया हाई स्कूल व 37 बाजार के सुईया रोड स्थित कांवरिया धर्मशाला में बनाये गए कोरेनटाइन सेंटर में रखा गया है। इधर प्रवासियों के लिए कटोरिया में प्रशासन द्वारा दुरुस्त व्यवस्था की गई है। कटोरिया इंटरस्तरीय उच्च विद्यालय स्थित कोरेंटाइन सेंटर में मजिस्ट्रेट के के साथ-साथ रेफरल अस्पताल की चिकित्सा टीम तैनात है। केंद्र पर वार्ड में बेड के बीच पर्याप्त दूरी रखी गई है। इधर कांवरिया धर्मशाला स्थित सेंटर पर व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी लोगों को भेजा गया क्वारेंटाइन
बांका जिला के विभिन्न प्रखंडों के प्रवासी मजदूरों को लेकर आयी स्पेशल ट्रेन से उतरते ही सभी लाेगों का थर्मल स्क्रीनिंग किया गया। ट्रेन के स्टेशन पर रूकते ही सभी यात्रियों को कोच में ही रहने का निर्देश दिया गया। सभी लोगों को एक-एक कर गोल घेरे में रखकर उनका स्क्रीनिंग किया गया। जिसके बाद सभी लोगों को संबंधित प्रखंड के गाड़ी में बैठाकर क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया। जिला प्रशासन ने सभी लोगों को संबंधित प्रखंड के क्वारेंटाइन सेंटर में पहुंचाने के लिए 50 गाड़ियों की व्यवस्था की गयी थी। सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सभी लोगों को बस में बैठाकर क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया।
बिना किराया लिए ही प्रवासी मजदूरों को भेजा गृह जिला
जिले के कुल 1248 लोग तेलांगाना से ट्रेन के माध्यम से बांका जंक्शन पहुंचे। प्रवासी मजदूरों ने बताया कि उनसे बिना किराये लिये ही यहां तह पहुंचाया गया। शंभूगंज व अमरपुर के प्रवासी मजदूर ने बताया कि वह बुधवार को सुबह 6 बजे सिकंदराबाद स्टेशन से ट्रेन में चढ़े। जहां उन्हें चावल दाल खाने में दिया गया। रास्ते में खाना पीना का भी व्यवस्था की गयी थी। लेकिन दूसरे दिन उन्हें आसनसोल में सुबह 6 बजे बिस्कुट, पाव रोटी नाश्ते में दिया गया। जिसके बाद पूरा दिन उन्हें कुछ खाने में नहीं दिया गया।
रमजान के दूसरे जुमे में लाॅकडाउन जारी है। दूसरे जुम्मे नमाज 14 वां रोजा के दिन होगा। कोरोना को लेकर लगाए लॉकडाउन को लेकर इस बार रमजान माह में मुस्लिम समुदाय के लोगों के द्वारा तरावीह व जुम्मे की नमाज घर में अदा की जा रही है।
शहर के जामा मस्जिद, मल्लिकटोला जामा मस्जिद, खड़िहारा गांव के मस्जिद, मशुरिया मस्जिद में इमाम साहब व मौलाना के द्वारा सिर्फ नमाज अदा किया जा रहा है। खड़िहारा गांव के जामा मस्जिद के मौलाना गुलाम सरवर ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से अपील करते हुए कहा कि जुम्मे की नमाज अपने-अपने घरों में अदा कर कोरोना जैसे महामारी को नष्ट करने का दुआ करें। मौलाना ने आगे कहा कि इस पाक महीने में इस बार चार जुमे आएंगे। चौथा जुमा, जुमातुल विदा होगा। रमजान के पाक महीने में जकात देना व दान-पुण्य करना होता है। इसलिए इस महीने को नेकियों व इबादत का महीना कहा गया है। रमजान का महीना कभी 29 दिन का तो काफी 30 दिन का होता है। यह समाज के गरीब और जरूरतमंद बंदो के साथ हमदर्दी का है। इस महीने को माह-ए-िसयाह भी कहते है। इस महीने के गुजरने के बाद शव्वाल की पहली तारीख को ईद- उल- फिन्नत मनाते है।
नफिल का सवाब फर्ज के बराबर : मौलाना मो. युनुस
वहीं मल्लिक टोला स्थित जामा मस्जिद के मौलाना मो. युनुस सलीम ने बताया कि महीने में एक नफिल का सवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब 70 गुणा कर दिया जाता है। मक्का में नमाज पढ़ना एक लाख नमाज पढ़ने के बराबर है। इस महीने लोग उमरा करने सऊदी अरब जाते हैं, क्योंकि इस महीने में एक नमाज का सवाब 70 लाख नमाजों के बराबर है। रोजा और नमाज के बाद इस महीने अधिक से अधिक कुरान की तिलावत करें।
इस वर्ष पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा द्वारा संयुक्त रूप से वृहद स्तर पर पौधारोपण किया जाएगा। जल जीवन हरियाली कार्यक्रम के तहत इस बार पौधा वन विभाग उपलब्ध कराएगी। स्थानीय प्रखंड मुख्यालय सभागार में मनरेगा कर्मियों और वन विभाग के संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रेंजर बूंदी मांझी ने बताया कि इस योजना के तहत एक दिन में प्रदेश भर में 2 करोड़ 51 लाख पौधा लगाने का लक्ष्य है। मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी गजेंद्र प्रसाद के मुताबिक प्रति पंचायत कम से कम 2 हजार पौधा लगाना है।
बताया कि अभी से ही वन पोषक का चुनाव कर लें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में डेहरी, अकोढ़ी गोला और तिलौथू के मनरेगा कर्मी व पदाधिकारी सहित वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। तकनीकी ज्ञान को साझा किया: वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि एक पौधा पर 10 ग्राम डीएपी देना है। 3 वर्ष तक पौधे को सुरक्षा देनी है फिर वह सरवाइव कर जायेगा। 2 ग्राम कीटनाशक दिया जा सकता है ताकि पौधे में दीमक न लगे। उन्होंने कहा कि गड्ढा खोदने का कार्य अभी ही कर लेना है। झाड़ी सफाई करा लेनी है। एक बाई एक मीटर होगी। एक से दूसरे पौधे की दूरी 2 मीटर रहेगी इसे ग्रोथ अच्छा होता है।
जुलाई में वनरोपण करना आसान
अधिकारियों ने बताया कि वर्षा कालीन वन रोपण आसान होता है यह जुलाई में ठीक रहेगा। नर्सरी की जानकारी देते हुए कहा कि ऐसे स्थान पर लगाना चाहिए जहां भूमि ऊंचा और जल की सुविधा मौजूद हो। आधारभूत संरचना के लिए चारों तरफ से फिनिशिंग करना चाहिए यह सुरक्षा के दृष्टिकोण से जरूरी होता है। डीएपी देने के 3 महीने बाद यूरिया देंगे। किसी कारण पौधा मर जाए तो रिप्लेसमेंट करना है। 220 पौधा का एक इकाई होता है। संरक्षण करने वाले को 8 दिन का पैसा दिया जाएगा और उसे 30 दिन रखवाली करनी है। इस काम के लिए दो आदमी रखना है।
रोहतास और नौहट्टा प्रखंडका प्रशिक्षण आज
वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को रोहतास एवं नौहट्टा प्रखंड का प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा। प्रशिक्षण के दौरान कनीय अभियंता, पंचायत तकनीकी सहायक, पंचायत रोजगार सेवक एवं बीएफटी भाग लिए। प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्यवस्था डेहरी मनरेगा ने किया था। कर्मियों को सभागार में जाने से पहले साबुन से हाथ धुलाई कराने के बाद सेनेटाइजर दी गयी। बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी किया गया।
वैश्विक महामारी के संक्रमण के कारण लॉकडाउन अवधि में जब हममें से किसी को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है और सोशल डिस्टेंसिंग समय की मांग है। तब इस कठिन परिस्थिति में हमें अपने विद्यालय के ऑनलाइन नामांकन पोर्टल को लॉन्च करने में खुशी एवं गर्व की अनुभूति हो रही है। ऑनलाइन नामांकन पोर्टल की इस नई सुविधा से भावी छात्रों को हमारे स्कूल परिसर में आए बिना संत पॉल स्कूल में दाखिला लेने में मदद मिलेगी। उक्त बातें संत पाॅल स्कूल के चेयरमैन डॉ एसपी वर्मा ने नामांकन पोर्टल का उद्घाटन करते हुए कहा। विद्यालय के प्रबंधक रोहित वर्मा ने बताया कि संत पॉल स्कूल में दाखिला लेने के लिए अभिभावकों को हमारे स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट www.stpaulsschool.co.in पर जाकर लाॅगिन करना होगा।
तत्पश्चात मुख्य पृष्ठ पर वेबसाइट के मध्य फ्रेम पर दाईं ओर Online Admission हरे रंग के बटन पर क्लिक करना होगा। उसके बाद जब आप Online Admission पर क्लिक करते हैं तो नया पृष्ठ खुल जाएगा और इस पृष्ठ पर दर्शाए गये काॅलम को भरकर पंजीकरण फॉर्म पर क्लिक करना होगा। विद्यालय के शिक्षक सह मीडिया प्रभारी अर्जुन कुमार ने बताया कि ऑनलाइन नामांकन पोर्टल को लांच करते हुए विद्यालय के चेयरमैन डॉ एसपी वर्मा ने बताया कि विद्यार्थियों में सर्वांगीण विकास एवं उन्हें क्वालिटी एजूकेशन प्रदान करने के लिए पिछले 11अप्रैल से विद्यालय के शिक्षक - शिक्षिकाओं द्वारा ऑनलाइन क्लासेज का नियमित एवं सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।
21 अप्रैल को विद्यालय का पोर्टल लांच किया गया था। जिसमें अभिभावक अपने बच्चों का सम्पूर्ण विवरण, उपस्थिति, फी का वितरण, होमवर्क एंड असाइनमेंट आदि की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इस पोर्टल के लांच होने से अभिभावकों में हर्ष है तथा वे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए घर बैठे अपने बच्चों के फी का भुगतान ऑनलाइन जमा कर रहे हैं।
गृह मंत्रालय भारत सरकार के मार्ग निर्देश के आलोक में बिहार सरकार के गृह विभाग पटना के द्वारा दिए गए आदेश के आलोक में डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने गुरुवार की देर शाम आवश्यक सामग्रियों वाले दुकानों के खुलने को लेकर आदेश जारी किया है। जिला गोपनीय प्रशाखा के द्वारा जारी आदेश के आलोक में स्पष्ट किया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक गुड्स अर्थात मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप,यूपीएस, बैटरी की बिक्री वाली दुकान और मरम्मत संबंधी दुकान सोमवार,बुधवार और शुक्रवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक खुलेंगे। जबकि इलेक्ट्रॉनिक गुड्स अर्थात पंखा, कूलर, एयर कंडीशनर की बिक्री और मरम्मत वाली दुकान सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक खोलने का आदेश होगा।
वहीं ऑटोमोबाइल, टायर व ट्यूब्स, मोटर वाहन, मोटरसाइकिल, स्कूटर मरम्मत वाले गेराज मंगलवार,गुरुवार और शनिवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक के लिए खुला रहेगा। निर्माण सामग्री के भंडारण बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठान सीमेंट,स्टील, बालू ,गिट्टी ,स्टोन ,ब्लॉक, ईट, प्लास्टिक पाइप, हार्डवेयर, सैनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट की सामग्री शहरी क्षेत्र में मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को 10 बजे से 2:00 बजे तक के लिए निर्धारित किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्राें के लिए रहेगी पहले की गाइड लाइन
ग्रामीण क्षेत्रों में इन चीजों की दुकानें पूर्व में दिए गए निर्देश के आलोक में खुलेंगे। डीएम ने आदेश में कहा है कि ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकान मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को 10:00 बजे से 2:00 बजे तक, जबकि गैराज और वर्कशॉप प्रतिदिन सुबह 10:00 से 2:00 बजे तक खुलेगा। हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की दुकान खोलने का जिला परिवहन पदाधिकारी के स्तर से आदेश जारी किया जाएगा। वहीं प्रदूषण जांच केंद्र के लिए प्रतिदिन 10:00 से 2:00 बजे तक के लिए दुकान खोलने का निर्देश जारी किया गया। डीएम ने आदेश में स्पष्ट कहा है कि लॉक डाउन अवधि में निर्धारित किए गए समय अवधि में खुलने वाले दुकानों और प्रतिष्ठानों में संचालकों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा और दुकान में सैनिटाइजर और हैंडवाश रखना निश्चित किया गया है। इसके अलावा मोटरसाइकिल और साइकिल पर एक ही व्यक्ति और चार चक्का वाहन पर एक चालक समेत तीन व्यक्ति ही बैठ सकते हैं।
फारबिसगंज एसडीओ ने प्रतिदिन दुकान खाेलने का जारी किया आदेश
डीएम प्रशांत कुमार सीएच ने गुरुवार की शाम आदेश जारी कर गृह विभाग के आदेश के आलोक में दुकानों को खोलने का दिन निर्धारित किया है। वहीं फारबिसगंज एसडीओ योगेश कुमार सागर ने कुछ दुकानों को प्रतिदिन खोलने का आदेश दे दिया है।जबकि डीएम ने तीन दिन ही तय किया है। सिर्फ ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकानों को एसडीओ फारबिसगंज ने सोमवार,बुधवार और शुक्रवार को खोलने की अनुमति दी है। अब सवाल यह उठता है कि एक ही जिले में दो तरह का आदेश कैसे जारी हो सकता है।