प्रदेश में कच्ची शराब बनानेऔर अवैध तरीके से शराब की तस्करी करने वालों पर दूसरे दिन भी छापेमारी जारी रही।पुलिस ने प्रदेश के 5 जिलों में 10 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर कच्ची शराब समेत लाहन भी बरामद किया है। लॉकडाउन में शराब बिक्री पर रोक है। ऐसे में कुछ माफिया इसका फायदा उठाकर जहरीली शराब बेच रहे हैं। भास्कर ने स्टिंग के माध्यम से इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद से लगातार सरकार हरकत में है और पुलिस व आबकारी विभाग की टीमें विभिन्न जिलों में छापेमारी कर रही हैं।
सिरसा : पीछा करते हुए भट्ठी तक पहुंचे
रोड़ी थाना पुलिस ने गांव रंगा में घग्घर पुल पर एक बाइक व एक्टिवा पर सवार 4 लोगों से कैनी में भरी 10 लीटर कच्ची शराब व एक्टिवा से 2 लीटर शराब बरामद हुई। पूछताछ में इन्होंने बताया कि वे यह शराब घग्घर किनारे खेत में बनी एक ढाणी से लेकर आए हैं। इसके आधार छापेमारी करते हुए 3 हजार लीटर लाहन, 20 बैग गुड़, 25 बोतल कच्ची शराब, 6 गैस सिलिंडर, 2 भट्ठियां, 19 ड्रम बरामद किए हैं।
कैथल: 7 हजार लीटर लाहन बरामद
विशेष रूप से गठित टीम ने डेरा गरजा सिंह में 12 मामलों में 13 शराब तस्कर काबू किए,जिनसे 26 ड्रम व 4 प्लास्टिक टंकियों से 7 हजार लीटर लाहन और 50 बोतल हथकढ़ी शराब बरामद की गई। कई अन्य जगहों पर भी छापेमारी की है।
कुरुक्षेत्र: चार शराब तस्कर पकड़े
जिले में अलग-अलग जगह से घर पर शराब निकालने के आरोप में 4 लोग पकड़े। आरोपियों से 265 लीटर लाहन व 17 बोतल शराब बरामद की। रोहटी निवासी अमरीक सिंह के घर से 230 लीटर लाहन व एक बोतल शराब बरामद की।
करनाल : ट्यूब में भरी मिली अवैध शराब
घरौंडा में पुलिस ने गढ़ीभरल के पास दो बाइक सवारों को 70 बोतलें अवैध देसी शराब के साथ काबू किया है। आरोपी रबड़ की ट्यूब में अवैध तरीके से शराब बेचने के लिए जा रहे थे।
जींद : युवक काे दबोचा
शहर थाना पुलिस ने शहर में एक युवक को शराब की 18 बोतलों के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी और उसी के आधार पर कार्रवाई की है।
केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 2.0 में बड़ी राहत दी है। हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन से बाहर मोबाइल फाेन, स्टेशनरी, गारमेंट्स और हार्डवेयर जैसे सामान की दुकानें खुल सकेंगी। हालांकि, मार्केट कॉम्प्लेक्स और शॉपिंग मॉल 3 मई तक बंद रहेंगे। सैलून, बार्बर शॉप, स्पा, रेस्टोरेंट और शराब की दुकानें भी नहीं खुलेंगी। केंद्र ने शुक्रवार रात यह छूटें दी थीं। लेकिन दुकानदारों और राज्यों को स्पष्ट नहीं हुआ था कि कौनसी दुकानें खुलेंगी। इस पर गृह मंत्रालय ने शनिवार को स्पष्टीकरण जारी किया।
लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने की छूट पंजाब में लागू नहीं किए जाने का एलान
जबकि पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने लॉकडाउन के दौरान दुकानें खोलने की छूट को पंजाब में लागू नहीं किए जाने का एलान किया है। सीएम ने साफ किया है कि सूबे में दुकानें खोलने की छूट को लेकर 30 अप्रैल को कैबिनेट की मीटिंग में ही कोई फैसला लिया जाएगा। सरकार के मुताबिक सूबे में 3 मई को कर्फ्यू को खोलने को लेकर सरकार द्वारा बनाई गई एक्सपर्ट कमेटी ने ड्राफ्ट रिपोर्ट दे दी है। लेकिन अंतिम रिपोर्ट आने में अभी 3 दिन का और समय लगेगा। सीएम एक्सपर्ट कमेटी के 20 सदस्यों से हर पहलू पर चर्चा के बाद कैबिनेट मंत्रियों के साथ मीटिंग में चर्चा करके ही कोई फैसला लेंगे।
कैप्टन कल उठाएंगे पीएम से शराब बिक्री का मुद्दा
सूबे के राजस्व के नुकसान की भरपाई के लिए सीएम सोमवार को पीएम मोदी के साथ मीटिंग में शराब बिक्री का मुद्दा उठाएंगे।पंजाब को 6200 करोड़ का राजस्व शराब बिक्री से मिलता है।
सूबे के कई जिलों के डीसी ने किया इनकार
जालंधर मोहाली समेत सूबे के कई जिलों के डीसी ने अपने जिलों में दुकानें खोलने की इजाजत देने से मना कर दिया, क्योंकि कोई भी अधिकारी नहीं चाहता है कि वहां मरीजों की संख्या में इजाफा हो।
4 पॉइंट्स में समझें कहां पर क्या खुलेगा
सर्विस नहीं, सिर्फ सामान बेचने की छूट
14 राज्यों में दुकानें खुलेंगी, लेकिन 4 राज्य अभी दुकानें खोलने के खिलाफ
महाराष्ट्र, तेलंगाना, तमिलनाडु व चंडीगढ़ ने दुकानें नहीं खोलने का फैसला किया है। वहीं, एमपी, यूपी, दिल्ली, हिमाचल, हरियाणा, राजस्थान, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात और कर्नाटक सहित 14 राज्यों ने हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन से बाहर दुकानें खोलने की मंजूरी दे दी। वहीं, बिहार, असम, झारखंड और पश्चिम बंगाल सहित छह राज्यों ने अभी दुकानें खोलने पर कोई फैसला नहीं किया है।
सूबे में कोरोना से शनिवार काे जालंधर में 42 वर्षीय व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। हरदेव नगर के रहने वाले सहदेव काे शरीर में खून कम हाेने पर भर्ती कराया गया था। मौत के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जालंधर में यह तीसरी और सूबे में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। शनिवार को 15 नए केस आए। जालंधर व पटियाला में 6-6, लुधियाना, नवांशहर व पठानकोट में 1-1 केस आया। आंकड़ा अब 313 हो गया है। जालंधर सूबे में अब टॉप पर पहुंच गया है। यहां मरीजों की संख्या 69 हो गई है। दूसरे नंबर पर मोहाली 63 व तीसरे पर पटियाला 61 है।
पटियाला के राजपुरा में जिन 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई वह 16 अप्रैल को पॉजिटिव महिला के करीबी हैं। पठानकोट में महिला डॉक्टर संक्रमित पाई गई। लुधियाना में बीडीपीओ नवदीप कौर के पति प्रभजोत की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वह फूड सप्लाई विभाग में इस्पेक्टर हैं। नवांशहर के बलाचौर में एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सूबे में अब तक 13270 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं। इसमें 9392 की रिपोर्ट निगेटिव और 3569 की पेंडिंग है।
जालंधर में 10 दिन में 44 लोग संक्रमित ..जिले में 17 से ज्यादा इलाके हॉट स्पॉट हैं। शनिवार को जिन 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें 4 बस्ती गुजां के पॉजिटिव मरीज रूपेश के परिवार के सदस्य हैं। शहीद भगत सिंह नगर में 60 वर्षीय व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए। जिले में पिछले 10 दिन में 44 संक्रमित हो चुके हैं।
पटियाला: 6 केस, राजपुरा में महिला से 10 दिन में 42 संक्रमित
राजपुरा में 16 अप्रैल को पॉजिटिव आई महिला से अब तक 42 संक्रमित हो चुके हैं। इससे पहले मोहाली में एक व्यक्ति 38 लोग संक्रमित हुए थे। शनिवार को 6 केस आए। सभी महिला के करीबी हैं।
नवांशहर:1 केस, जम्मू से ट्रक लेकर लौटा युवक पॉजिटिव
नवांशहर में 29 दिन बाद नया केस आया। बलाचौर के गांव बूथगढ़ में जेएंडके से सब्जी का ट्रक लेकर लौटे 25 वर्षीय युवक जतिंदर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
पठानकाेट: 1 केस, रिपोर्ट आने से पहले मरीजों को देख रही थी
शहर के एक अस्पताल की महिला डॉक्टर भी पॉजिटिव आई है। 21 को सैंपल लिए थे। रिपोर्ट आने से पहले उन्होंने अस्पताल में 22 के करीब मरीजों को देखा है।
घरों की छतों से परमात्मा को अरदास
होशियारपुर मेंअरदास दिल से हो और पूरे नियम से हो तो परमात्मा भी इसे स्वीकार करते हैं। होशियारपुर के गांव सज्जना में लोग इसी आस में कोरोना के खात्मे के लिए अरदास कर रहे हैं। सरपंच परविंदर सिंह रोजाना शाम 7 बजे अरदास से पहले चौपई साहिब का पाठ करते हैं और गांव के लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर घरों की छतों पर चढ़कर पाठ का जाप करते हैं। पिछले 20 दिन से आबादी वाले गांव सज्जना के 400 लोग रोजाना इस अरदास में शामिल हो रहे हैं।
सुखद : कपूरथला भी हुआ कोरोना मुक्त, दोनों मरीज ठीक
कपूरथला शनिवार को कोरोना मुक्त हो गया। पहले मरीज अफजल शेख के बाद एलपीयू की छात्रा नीतू चौहान भी कोरोना को हराने में सफल रही है। शनिवार को नीतू की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। मानसा में भी एक जमाती की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे सिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उधर, अमृतसर के कृष्णानगर इलाके में कढ़ाई कारीगर बलबीर के ठीक हो जाने के बाद शनिवार को उनकी पत्नी ने भी काेराेना काे मात दे दी।
पड़ोसी राज्य
डिस्ट्रिक्ट मंडी अफसर जसबीर कौर की बीडीपीओ बेटी नवदीप कौर के पति प्रभजोत सिंह(35) भी कोरोना पॉजीटिव आए हैं। उनका पांच साल का बेटा निगेटिव आया है। कोरोना पाॅजिटिव डीएमओ जसबीर कौर और बीडीपीओ नवदीप कौर दोनों ही सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। जिन्हें फिलहाल किसी तरह के लक्षण सामने नहीं आए हैं। प्रभजोत सिंह को भी सिविल हॉस्पिटल लाया गया है। नवदीप कौर के पति फूड व सप्लाई विभाग में बतौर फूड इंस्पेक्टर कार्यरत हैं।
गिल रोड स्थित दाना मंडी के पीछे स्थित फूड सप्लाई दफ्तर में इनकी तैनाती है। जानकारी के मुताबिक 10 अप्रैल को इनके घर में फैमिली फंक्शन था। 17 अप्रैल को उनकी सास के पॉजिटिव आने के बाद से उन्होंने खुद को घर में ही होम क्वारेंटाइन कर लिया था। डीएफएससी सुखविंदर सिंह गिल ने बताया कि 9 अप्रैल के बाद से प्रभजोत घर पर ही थे और दफ्तर नहीं आए थे। वहीं, बीडीपीओ नवदीर कौर के ड्राइवर व चौकीदार की रिपोर्ट पेंडिंग हैं।
मां डीएमओ भी सिविल में शिफ्ट हालत स्थिर
शुक्रवार को पॉजिटिव आईं बीडीपीओ नवदीप कौर सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। नवदीप ने बताया कि उनकी सेहत ठीक है। उन्होंने बताया कि उनकी मम्मी जिला मंडी अफसर जसबीर कौर को भी सिविल हॉस्पिटल में ही शिफ्ट करवा लिया है। उन्होंने बताया कि वो खुद सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं इसी के कारण उन्होंने अपनी मम्मी को भी शिफ्ट करवा लिया। ताकि उनकी भी केयर सामने ही हो सके। वहीं, बीडीपीओ नवदीप कौर के संपर्क में आए सरकारी कर्मचारी भुपिंदर सिंह को उनके घर में सेहत विभाग द्वारा क्वारेंटाइन किया गया। कूमकलां सेहत विभाग की टीम गांव संघे में कर्मचारी भुपिंदर सिंह के घर गई। फिलहाल, उसके या संबंधित किसी भी पारिवारिक मेंबर में कोरोना के लक्षण नहीं मिले।
मौलवी, गणेश नगर का युवक स्वस्थ, आज होंगे डिस्चार्ज
वहीं, गणेश नगर का 24 वर्षीय सौरभ और रामगढ़ का मौलवी रियासत अली भी स्वस्थ हो गए हैं। सिविल सर्जन डॉ.राजेश बग्गा ने बताया कि जिले में अब तक 7 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। दोनों को रविवार को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। सौरभ के कुल 3 सैंपल लिए गए। जिसमें से 2 सैंपल निगेटिव आए हैं। सौरभ ने बताया कि शनिवार को ही उसे डिस्चार्ज कर दिया जाना था लेकिन मोटरसाइकिल चोरी का मामला होने के कारण उसे रविवार को ले जाया जाएगा।
124 लोगों की स्क्रीनिंग, तीन के लिए गए सैंपल
सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर पर पिछले 24 घंटों में 45 शिकायतें मिली हैं। जिसमें से 124 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। 3 के सैंपल लिए गए हैं और 76 को क्वारेंटाइन किया गया है। डॉ. बग्गा ने बताया कि सेहत विभाग द्वारा बनाई टीमें पॉजिटिव केसेस व उनके रिहायशी इलाकों का सर्वे के अलावा स्क्रीनिंग व सैंपल ले रही हैं। अमरपुरा में 173 घरों में 717, चौकीमान में 40 घरों में 223, गांव गुडे में 120 घरों में कुल 620 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। जहां किसी भी व्यक्ति में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए।
ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी से ले सकते मदद
डीसी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के मद्देनजर सूबे के लोगों को सेहत सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए टेलीमेडिसिन मॉड्यूल ई-संजीवनी ऑनलाइन ओपीडी की शुरुआत की गई है। जिसमें मरीज डॉक्टर्स से संपर्क कर अपनी समस्याओं का हल जान सकते हैं। सिविल सर्जन डॉ.राजेश बग्गा ने बताया कि वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए माहिर डॉक्टर्स से सेहत संबंधी आम समस्याएं और इलाज के संबंध में जानकारी ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि सूबे के सरकारी डॉक्टर्स से सलाह पूरी तरह मुफ्त है।
सिविल में दो बच्चियों समेत तीन की मौत
सिविल हॉस्पिटल में दाखिल हुई शिमलापुरी की 12 वर्षीय बच्ची नैंसी की मौत हो गई। बच्ची को बुखार व दस्त की शिकायत बताई जा रही है। फिलहाल बच्ची के स्वैब लिए गए हैं और रिपोर्ट आने के बाद ही क्लियर किया जाएगा। वहीं, सिविल में शुक्रवार रात एडमिट हुए ढंडारी कलां के राजिंदर सिंह(34) की मौत सुबह 4 बजे हो गई। उसके भी स्वैब लिए गए हैं। इसके अलावा शनिवार रात को राहों रोड स्थित इंदिरा कॉलोनी से अंजलि(10) को सिविल लाया गया। जहां इलाज से पहले ही उसकी मौत हो गई। उसे दो महीने से बुखार और खांसी ठीक नहीं हो रही थी। इसलिए वो सिविल हॉस्पिटल 7 दिन पहले लाए थे। तब दवा देकर भेज दिया था। इसके अलावा सिविल हॉस्पिटल की मॉर्चरी में 5 अन्य शव भी पहुंचे। इन सभी की मौत घर पर हुई बताई जा रही है जिनके एहतियातन सिविल हॉस्पिटल में लाकर स्वैब लिए गए हैं।
हम रुक नहीं रहे, कोरोना बढ़ता जा रहा
गुरपाल नगर में राशन न मिलने के कारण लोगों ने डाबा रोड स्थित निर्मल पैलेस के आगे रोड जाम कर दिया। इस दौरान लोग एक दूसरे के साथ-साथ खड़े रहे। प्रशासन के मिसमैनेजमेंट के चलते ही लोग परेशान हो कर घर से बाहर निकल रहे हैं और कोरोना फैलता जा रहा है।
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए शहर के सभी बड़े अधिकारियों की मीटिंग में जिस मुद्दे को अहम मानकर उठाया गया और उसे इंप्लीमेंट करने के लिए सुझाव दिए गए, उसे लुधियाना के केमिस्ट मानने को तैयार नहीं। क्योंकि न कोई दुकानदार दवाई लेने वालों का रिकाॅर्ड रख रहा और न ही मरीज को क्या-क्या दिक्कत है, इसके बारे में कुछ पता है। बस धड़ाधड़ दवाई बेची जा रही है। जोकि कहीं न कहीं पुलिस व प्रशासन दोनों के काम को प्रभावित कर रहे हैं। बताते चलें कि कुछ दिन पहले सभी विभागों की एक कंबाइंड मीटिंग हुई थी, जिसमें इस बात को प्रमुख्ता से उठाया गया था कि ज्यादातर जिनमें कोरोना के लक्ष्ण दिखे वो पहले तो मेडिकल स्टोर से ही दवाई लेकर खाते रहे, जिसकी वजह से मरीजों का पता नहीं चला।
लिहाजा ये निर्णय लिया गया कि मेडिकल स्टोर वाले खांसी और बुखार की दवाई लेने के लिए आने वालों का रिकाॅर्ड अपने पास रखेंगे, ताकि विभाग उन्हें क्राॅसचेक कर सके। तब तो हामी भर दी गई, लेकिन दैनिक भास्कर ने इसकी ग्राउंड रियलिटी चेक की तो पता चला कि 90 फीसदी दुकानदार इसे फाॅलो नहीं कर रहे, या फिर यूं कहें कि विभाग ने इसके बारे में दुकानदारों को अवेयर किया ही नहीं।
स्थान: हैबोवाल मेन रोड समय: 11 बजे
एक के साथ एक यहां 6 से 7 दुकानें सिर्फ दवाइयों की हैं। हम एक-एक कर इन सभी दुकानों पर गए, एक से खांसी की, दूसरे से बुखार और तीसरे से जुखाम की दवाई ली। लेकिन इनमें से किसी ने हमें कोरोना के लक्षणों से संबंधित होने का शक जाहिर किया। दुकानदार ने 30 की दवाई के 60 रुपए लिये और आगे बढ़ा दिया। यही दवाई अगली दुकान से 45 में और एक ने तो 30 में दी। हालांकि इसी रोड पर चंदर नगर की एक मेडिकल शाॅप के मालिक ने हमारा बुखार चेक किया और उसके बाद डिटेल नोट कर दवाई दी।
स्थान: दुगरी समय: 3.15 बजे
दुकान का आधा शटर खोलकर बैठे एक शख्स से हमने खांसी की दवाई मांगी, तो उसने एक शीशी निकालकर थमा दी। मैंने कहा जनाब बुखार, खांसी और जुकाम सब है। मैंने तो अखबार में पढ़ा था कि अगर किसी ने दवाई लेनी है तो पहले अपनी डिटेल दुकानदार के पास लिखवानी होगी। तो दुकानदार का जवाब था कि केहड़ी डिटेल बाई जी, सानू तां नीं पता केहड़ी डिटेल लिखणी हुंदी आ। तूं दवाई लै ते जा यार।
`यार लाॅकडाउन दा सियापा मुक्के तां छुट्टी ते जावां, मेरी तां हुण बस्स ही हो गइ ए’ कोरोना वायरस के अटैक के चलते धड़ाधड़ ड्यूटी कर रहे मुलाजिमों को अब रिलेक्स की जरूरत है। इसके चलते इन दिनों विभाग में कुछ इस तरह की बातें हो रही हैं। कुछ मुलाजिमों ने तो छुट्टी के लिए बहाने और लंबी-चौड़ी एप्लीकेशन्स भी तैयार कर ली हैं। फिलहाल ये एप्लीकेशन्स निम्न स्तर के अधिकारियों के टेबल पर हैं। बताते चलें कि 3700 के करीब मुलाजिम कोरोना की इस भयंकर जंग से लड़ रहे हैं। जोकि सुबह से रात तक और कुछ 24-24 घंटे की ड्यूटी दे रहें है।
इन्हीं में से कुछ मुलाजिमों की दो दर्जन के करीब एप्लीकेशन्स एसीपी और एसएचओ के टेबल पर पहुंच गई हैं। लेकिन फर्क सिर्फ इतना है कि मुलाजिमों ने इन्हें अपने तक रोक रखा है। इन एप्लीकेशन्स में कांस्टेबल और एएसआई शामिल हैं। वहीं, विभाग भी इस पर विचार कर रहा है कि लाॅकडाउन के बाद इन्हें कैसे थोड़ी रिलेक्सेशन दी जाए। हालांकि पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है कि अभी उनके संज्ञान में ऐसा कुछ नहीं आया है।
ज्यादातर ने बीपी और शूगर ज्यादा बताई वजह
सूत्रों के मुताबिक विभाग में घूम रही इन एप्लीकेशन्स में 90 फीसदी मुलाजिम वो हैं, जोकि फील्डवर्क कर रहे हैं। 5 फीसदी अफसरों के गनमैन और बाकी के 5 फीसदी थानों के मुंशी व संतरी शामिल हैं। इन सब में एक ही चीज काॅमन है, वो है बीमारी का बहाना। ज्यादातर मुलाजिमों ने बीपी और शूगर का बहाना बनाकर डाॅक्टर से रैस्ट लिखवाई है। इन मुलाजिमों की उम्र 40 से ऊपर की है। फिलहाल विभाग द्वारा उनकी इस बीमारी को भी वेरीफाई करने की प्लानिंग चल रही है। इन मुलाजिमों में कुछ ऐसे भी है, जिन्होंने बच्चों के पास विदेश जाने के लिए छुट्टी भरी है।
कुछ इस तरह से हो रही बातें
यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) ने उन योजनाओं की सूची जारी की है, जिनके लिए वह कोरोना वायरस महामारी के चलते 30 सितंबर तक फंडिंग जारी रखेगा। इस संबंध में आयोग की आधिकारिक वेबसाइट www.ugc.ac.in पर नोटिस भी जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन के मुताबिक जिन योजनाओं को जारी रखने का फैसला किया गया है।
इनमें कई फेलोशिप और स्कॉलरशिप शामिल हैं, जैसे- यूजीसी रिसर्च अवॉर्ड्स फॉर फैकल्टी, फेलोशिप फॉर पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्चर्स, फेलोशिप फॉर डॉक्टोरल स्टूडेंट्स, स्कॉलरशिप फॉर पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट्स, मौलाना आजाद नेशनल फेलोशिप फॉर माइनोरिटी स्टूडेंट्स, नेशनल फेलोशिप फॉर स्टूडेंट्स विद डिसेबिलिटी, नेशनल फेलोशिप फॉर एससी स्टूडेंट्स, नेशनल फेलोशिप फॉर ओबीसी और अन्य।
साहित्यिक चोरी को लेकर चेतावनी
इस बीच यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन ने शिक्षाविदों और शोधार्थियों को आगाह किया है कि उनके द्वारा खुद के शोध कार्य को पुन: प्रकाशित करना या उसका पूर्व में उपयोग होने का उल्लेख किए बगैर किसी अन्य संदर्भ में इस्तेमाल करना साहित्यिक चोरी के समान होगा। आयोग ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश दिया है कि पदोन्नति, चयन और शोध उपाधियां प्रदान करना आवेदक के प्रकाशित शोधकार्यों के मूल्यांकन के आधार पर होना चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पदोन्नति और चयन के लिए जमा किए गए दस्तावेज उन्होंने पूर्व में उपयोग नहीं किया हो।
सचिव ने सभी विविको लिखा पत्र
यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने विश्वविद्यालयों को लिखे पत्र में यह कहा है। यूजीसी ने किसी शोधार्थी द्वारा अपने शोध कार्य का पूर्व में उपयोग होने का उल्लेख किए बगैर किसी अन्य संदर्भ में उसका इस्तेमाल किए जाने को अपनी ही कृति की साहित्यिक चोरी के रूप में परिभाषित किया है।
जिला प्रशासन ने राजपुरा काे बफर जाेन घाेषित कर दिया है, क्याेंकि यहां काेराेना संक्रमण थमता नहीं दिखा रहा है। शुक्रवार काे 6 नए पाॅजिटिव केस सामने आए। विभाग के मुताबिक सबसे पहले पाॅजिटिव महिला के संपर्क में आने वाले लाेगाें के वीरवार काे सैंपल लिए थे। यह पाॅजिटिव केस उन्हीं में से हैं। नए केस आने के बाद केवल राजपुरा में संक्रमित लाेगाें का आंकड़ा 36 पर पहुंच चुका है, जबकि जिले में कुल संख्या 55 हाे गई है। लगातार बढ़ते काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें की संख्या काे गंभीरता से लेते हुए डीसी ने कुमार अमित ने राजपुरा नगर कौंसिल की हदों के अंदरूनी शहर को बफर क्षेत्र घाेषित कर दिया है।
राजपुरा से न कोई व्यक्ति शहर से बाहर जा सकेगा और न कोई राजपुरा के अंदर आसकेगा। लाेगाें को रोजमर्रा की ज़रूरी वस्तुओं की सप्लाई एसडीएस टी. बेनिथ की निगरानी में नगर कौंसिल मुहैया कराएगी। आदेश के मुताबिक राजपुरा की सब्जी मंडी बंद रहेगी। पेट्रोल पंप अाैर अनाज मंडी, जहां गेहूं खरीद चल रही है, खुली रहेगी।
ये ठीक नहीं : मैरिज एनिवर्सरी पर शैलर मालिकने दी पार्टी, 15 महिलाओं समेत 37 गिरफ्तार
काेरोना से हालात कितने भयावह हैं लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे मजाक में ले रहे हैं। शेरपुर में शैलर मालिक ने अपनी मैरिज एनिवर्सरी पर पार्टी दी। इसकी खबर लगते ही पुलिस ने मालिक समेत पार्टी का लुत्फ उठा रहे 37 लोगों पर केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। इसमें 15 महिलाएं हैं।
काेराेना की महामारी, लाॅकडाउन और कर्फ्यू के बीच घराें में बैठे स्टूडेंट्स के लिए लुधियाना में स्मार्ट प्लान तैयार किया है। शिक्षा विभाग ने जिले के हर स्कूल काे अपने-अपने बच्चाें के लिए विषय के टीचराें की मदद से स्कूल की फेसबुक आईडी हाेमवर्क देने के निर्देश जारी किए हैं। आदेश के तहत टीचर सुबह के समय अपने विषय से जुड़ा हाेमवर्क फेसबुक पर पाेस्ट करेंगे। इसके बाद दाेपहर के समय उसे जांचेंगे और फिर शाम के समय उस पर अपने सुझाव देंगे।
कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता विभाग
दरअसल, शिक्षा विभाग अपने स्टूडेंट्स को घर बैठे शिक्षा मुहिया करवाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ता। स्टूडेंट्स को क्वाॅलिटी एजुकेशन देने का विभाग हर संभव प्रयत्न कर रहा है। इस संबंध में स्टेट ऑफिस से नोडल आफिसर दलबीर कौर की अगुवाई में जिला शिक्षा ऑफिसर एलिमेंट्री राजिंदर कौर और उप जिला शिक्षा आफिसर कुलदीप सिंह, समूह ब्लाक के बीपीओतथा सेंटर हेड टीचरों की ऑनलाइन मीटिंग हुई।
शिक्षा विभाग के अधिकारियाेंसंग मीटिंग के बाद लिया फैसला
उप जिला शिक्षा आफिसर कुलदीप सिंह ने बताया कि विभाग की मीटिंग हुई है। हर स्कूल की फेसबुक आईडी है। हर स्कूल सुबह होमवर्क देगा। दोपहर में बच्चों के अपलोड़ किए होमवर्क को चेक किया जाएगा। इसके बाद शाम को सुझाव दिए जाएंगे ताकि बच्चे और बढ़िया रुचि लेकर घर बैठे पढ़ाई करें। बच्चों के माता-पिता से भी बातचीत और सुझाव मांगे जाएंगे।
मेरिटोरियस स्कूल में दाखिला परीक्षा की रजिस्ट्रेशन 10 मई
मेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं के दाखिले के लिए रजिस्ट्रेशन की तारीख में तब्दीली की गई है। विभाग की मेरिटोरियस सोसायटी की ओर से स्टूडेंट्स को सूचित किया गया है कि मौजूदा सेशन के लिए पंजाब के सभी मेरिटोरियस स्कूलों में 11वीं कक्षा के दाखिला परीक्षा की रजिस्ट्रेशन करवाने की तारीख बढ़ा कर 10 मई शाम 5 बजे तक कर दी गई है।
सीए फाइनल स्टूडेंट्स के लिए फ्रीऑनलाइन रिवीजन क्लास की शुरू
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने स्टूडेंट्स की पढ़ाई को हो रहे नुकसान को देखते हुए फैसला लिया कि जून में होने वाली आईसीएआई की परीक्षा के लिए ऑनलाइन रिवीजन कराया जाएगा। इसके लिए फ्री क्लासेस शुरू लगाई जाएंगी। 2 मई से 18 मई के बीच होने वाली परीक्षा पोस्टपोन हो गई है। अब यह एग्जाम 19 जून से 4 जुलाई के बीच होने हैं।
सूबे भर में चार कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाएंगे। जिसमें से लुधियाना में मैरिटोरियस स्कूल में सेंटर बनेगा। स्कूल में पहले से ही 500 बेड्स का आइसोलेशन वॉर्ड है। इन केंद्रों में उन पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा जिन्हें कोई लक्षण नहीं हैं या फिर हल्की खांसी ही है। ये सेंटर 25 अप्रैल तक स्थापित हो जाएंगे। सेहत व परिवार कल्याण विभाग पंजाब द्वारा जारी आदेश के मुताबिक सिविल सर्जन को कोविड केयर सेंटर के लिए अलग से सीनियर मेडिकल अफसर की ड्यूटी लगाने के लिए कहा गया है।
साथ ही ये भी कहा गया है कि इन सीनियर मेडिकल अफसर को किसी अन्य ड्यूटी का इंचार्ज नहीं बनाया जाएगा। हेल्थ विभाग के स्पोक्सपर्सन डॉ. राजेश भास्कर ने बताया कि हम हॉस्पिटल्स में बनाए गए आइसोलेशन वॉर्ड्स को खाली रखना चाहते हैं। जिससे कि वहां पर सिर्फ बहुत गंभीर मरीजों को ही रखा जाए। अगर इन कोविड केयर सेंटर्स में दाखिल किसी मरीज की तबीयत बिगड़ती है तो उन्हें हॉस्पिटल में शिफ्ट किया जाएगा।
आइसोलेशन वॉर्ड : दूसरे फेज में खन्ना, जगराओं के सरकारी हॉस्पिटल में बेड की क्षमता बढ़ेगी
आइसोलेशन वॉर्ड बनाने के दूसरे फेज में भी जिले के दो हॉस्पिटल्स का चुनाव किया गया है। इसमें सब डिविजनल हॉस्पिटल खन्ना व जगराओं में आइसोलेशन वॉर्ड स्थापित किया जाएगा। सब डिविजनल हॉस्पिटल्स को 150 बेड्स के आइसोलेशन वॉर्ड में बदला जाएगा। इसमें खन्ना की एमसीएच बिल्डिंग के 100 और जगराओं के 50 बेड आइसोलेशन वॉर्ड के लिए बनाए जाएंगे। खन्ना के एसएमओ डॉ. राजिंदर गुलाटी ने बताया कि मदर चाइल्ड हॉस्पिटल के ऊपर के दो फ्लोर पर वॉर्ड बनाया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर और फ़र्स्ट फ्लोर पर जनरल ओपीडी और लेबर रूम चलेगा। एमसीएच के 100 बेड आइसोलेशन वॉर्ड में बदले जाएंगे। वहीं, खन्ना और जगराओं में 30 बेड का आइसोलेशन वॉर्ड पहले से ही है।
सिविल में पहुंची वॉशिंग मशीन, एसी
सिविल हॉस्पिटल लुधियाना में पुरानी बिल्डिंग को आइसोलेशन वॉर्ड में तैयार करने के लिए काम जारी है। हॉस्पिटल को हर 25-30 बैड के लिए 1 वॉशिंग मशीन लगाने के आदेश दिए गए थे। 150 बैड वाले आइसोलेशन वॉर्ड के लिए 5 वॉशिंग मशीन पहुंचीं हैं। जिन्हें हॉस्पिटल के वॉर्ड में लगाया गया है। साथ ही नर्सिंग स्टेशन के लिए एसी भी मंगवाए गए हैं। इसके अलावा म्युजिक सिस्टम, टीवी, एक्जॉस्ट फैन, सिलिंग फैन भी बिल्डिंग में लगाए जाएंगे।
कोरोना ठीक हो सकता है, बस मरीज हौसला न छोड़ें
सिविल हॉस्पिटल लुधियाना में एडमिट दो मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। भास्कर द्वारा मरीजों का इलाज करने वाली हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग की डॉ. अमनप्रीत कौर से बात कर इलाज के बारे में जानकारी हासिल की। डॉ. अमनप्रीत ने बताया कि ये हमारे लिए और हमारे स्टाफ के लिए बहुत ही खुशी की बात है। दोनों मरीज पूरे ट्रीटमेंट के दौरान पॉजिटिव रहे हैं। दोनों ही मरीजों ने पूरा सहयोग भी दिया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर्स द्वारा तो इलाज किया ही जा रहा है। लेकिन मरीजों को भी हौसला नहीं छोड़ना चाहिए। कोरोना की बीमारी ठीक हो सकती है। बस मरीजों को 14 दिन अपना ख्याल रखना है और डॉक्टर्स को सहयोग करना है।
सिविल से डिस्चार्ज होने वाले अली हसन दूसरे मरीज
चौकीमान निवासी व तब्लीगी जमाती अली हसन (55) 6 अप्रैल को पॉजिटिव आए थे। उनकी दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। उनका इलाज सिविल हॉस्पिटल में चल रहा था। डिस्चार्ज होकर अपने घर लौटने वाले अली हसन दूसरे मरीज हैं। मंगलवार को राजगढ़ के लियाकत अली को डिस्चार्ज किया गया था।
सीएमसी में भर्ती पॉजिटिव महिला ठीक हो हुई डिस्चार्ज
सीएमसी में एडमिट जालंधर की कोरोना पॉजिटिव महिला को डिस्चार्ज कर दिया गया है। स्वर्ण कांता(72) को सांस लेने में दिक्कत थी। जिन्हें नॉन इनवेसिव वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। उनकी दो रिपोर्ट्स लगातार निगेटिव रही। मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. नवजोत सिंह ने कहा कि कोविड-19 एक गंभीर बीमारी है लेकिन इससे बचाव हो सकता है अगर हम मिलकर काम करें।
बुधवार को लिए गए 35 सैंपल
बुधवार तक 1196 सस्पेक्टेड मरीजों के सैंपल लिए गए। अब तक 1125 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बुधवार को 35 मरीजों के सैंपल लिए गए। जिले में अब तक 19 पॉजिटिव केस आए हैं। जिसमें से 1 जालंधर, 1 बरनाला और 1 फिरोजपुर से संबंधित हैं। 4 घर लौट चुके हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि 46 रैपिड रिस्पाॅन्स टीमों ने 85 लोगों की स्क्रीनिंग की। जिसमें से 71 को क्वारेंटाइन किया गया। अमरपुरा में 523 घरों में 1891, चौकीमान में 122 घरों में 629, गुडे में 67 घरों में 289 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। गांव कुलार में 48 घरों में 224, गांव पबिया में 25 घरों में 136, सोहिया में 20 घरों में 103, सिधवां खुर्द में 41 घरों में 200 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।
इधर, आइसोलेशन वाॅर्ड में दाखिल व्यक्ति की मौत
सिविल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती होने के लिए आए तरलोचन सिंह(55) की आधे घंटे बाद ही मौत हो गई। वे फाजिल्का के लाडुके गांव के रहने वाले हैं। उनका सैंपल भेजा गया है। वहीं, विजय नगर निवासी गोपाल की मौत घर पर हुई थी। परिजनों द्वारा उन्हें कोरोना का सस्पेक्ट माना जा रहा है। उनके सैंपल लिए गए हैं।
एसपीएस में था भर्ती, 13 कर्मियों के लेंगे सैंपल
21 अप्रैल को पीजीआई चंडीगढ़ में कोरोना पॉजिटिव आने वाले छह महीने के बच्चे का इलाज करने वाले एसपीएस हॉस्पिटल के 13 मुलाजिमों का भी सैंपल लिया जाएगा। बच्चे को एसपीएस हॉस्पिटल में 1 मार्च को दाखिल कराया गया था। जिसे परिजन 9 अप्रैल को रेफर करवा पीजीआई ले गए थे। जांच में बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया। एसपीएस हॉस्पिटल के एमएस डॉ. राजीव कुंद्रा ने बताया कि बच्चा फगवाड़े का रहने वाला है। बच्चे के पॉजिटिव आने के बाद हमने अपने स्टाफ के 13 कर्मचारियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं।
126 पुलिस मुलाजिम होम क्वारेंटाइन
कोरोना के चलते 15 दिन के दौरान 126 के करीब जवान को होम क्वारेंटाइन किया गया है। इनके परिवारों पर भी पुलिस ने नजर रखी हुई है। वहीं, सीपी द्वारा विभाग के सभी मुलाजिमों को उनकी सेफ्टी रखने के लिए मास्क और ग्लव्ज पहनने की सख्त हिदायत दी है। वहीं, नाकों पर खड़े मुलाजिमों को अगर दस्तावेज चेक करने हैं तो मोबाइल से फोटो खींचकर दस्तावेज चेक कर सकते हैं। इसके अलावा मुलाजिमों से कहा गया है कि वो अगर घर जा रहे हैं तो अपने कमरे को अलग कर लें और अंदर जाने से पहले नहाकर ही जाएं।
कर्फ्यू के दौरान जरूरी काम के लिए जाने को तैयार होने वाले ई-पास को ईजी बनाने के लिए लुधियाना पुलिस द्वारा उसे और भी आसान बना दिया है। जिसे लोगों तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने उसे सोशल मीडिया के जरिए वायरल कर दिया है। जहां लोग आसानी से इसका इस्तेमाल कर कर्फ्यू में आ जा सकते हैं।
आकंड़ों की बात करें तो रोज पुलिस की इस साइट पर 2 से 3 हजार लोग पास के लिए अप्लाई करते हैं। अभी तक 52 हजार से ज्यादा लोग इसे क्लिक कर चुके हैं। जिनके दस्तावेज चेक करने के लिए दो दर्जन के करीब मुलाजिमों की टीम है। जोकि शिफ्ट में 24 घंटे काम करते हैं। एक पास बनाने के लिए वो 2 से 4 घंटे का समय लेते हैं और उनके मोबाइल पर ही इसका लिंक भेजते हैं।
जिसे डाउनलोड कर या फिर स्क्रीनशाॅट लेकर इसे लेकर किसी भी नाके पर दिखा सकते हैं और शहर में मूव कर सकते हैं। वहीं, मेडिकल एमरजेंसी से संबंधित पास को आधे घंटे में भेज दिया जाता है। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल का कहना है किपास उसे ही मिलता है, जिसे जरूरत हो। इस पर नजर रखने के लिए हमारे अधिकारी व मुलाजिम एक्टिव रहते हैं।
http://epasscovid19.pais.net.in/ पर भरें फॉर्म
पुलिस द्वारा जारी किए गए लिंक http://epasscovid19.pais.net.in/ पर क्लिक करने के बाद आपको पुलिस का फार्म दिखने लगेगा। जब उसे खोलेंगे तो उसमें डिस्ट्रिक, कौन सा पास चाहिए, पास की कैटेगिरी, पास की सब कैटेगिरी, एड्रेस, ईमेल, आवेदक का नाम, मोबाइल नंबर, नेशनेलिटी, दो तरीके के प्रूफ, एक स्पोर्टिव प्रूफ, वाहन कौन सा है, उसका नंबर, आवेदक की तस्वीर और एक रीजन जिसके लिए पास चाहिए।
इन सब को भरने के बाद नीचे लिखा गया है कि अगर इसमें से कोई भी दस्तावेज गलत हुआ या पास बनवाने का कारण झूठा निकला तो आवेदक पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। इन सब के बाद आवेदक के मोबाइल पर मैसेज के साथ लिंक आएगा, जिसे क्लिक करने पर आपको अपना ई-पास मिल जाएगा। इसके लिए आवेदक को कहीं भी जाना नहीं पड़ेगा। अगर फार्म में कोई गलती है तो फार्म के टाॅप पर लाल रंग में लिखा आएगा कि उनके फार्म में किस चीज की गलती है।
गलत इंफाॅर्मेशन भरने वालों पर होगा पर्चा
जिन लोगों के रीजन साॅलिड होता है, उनका तो पास दस्तावेजों के आधार पर बन जाता है। लेकिन जो फेक पास बनवाने की कोशिश करते हैं, उन्हें पकड़ने के लिए फार्म के दस्तावेजों को क्राॅस चेक भी किया जाता है। वो जैसे ही पकड़ में आए तो उसके घर पर उसके इलाके के थाने की पुलिस एफआईआर रजिस्टर कर देती है।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए पंजाब में पिछले एक महीने से कर्फ्यू लगा है। ज्यादातर इलाकों में लोग कर्फ्यू का पालन कर रहे हैं, लेकिन कुछ लोग अभी भी सड़कों पर बिना किसी वाजिब वजह के घूम रहे हैं। पुलिस के बार-बार कहने पर भी लोग हरकतों से बाज नहीं आ रहे। ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और उनके खिलाफ पर्चे भी दर्ज हो रहे हैं। अब इसी बीच पुलिस ने कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को समझाने के लिए खुद यमराज की मदद ली है।
भारत नगर चौक पर कर्फ्यू के दौरान जो लोग नियमों की अनदेखी कर रहे थे। उन्हें एसीपी पुलिस कर्मियों के साथ रोक रहे थे। इन्हें समझाने के लिए पुलिस यमराज को लेकर भारत नगर चौक पर पहुंची। वहां कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को यमराज के सामने पेश किया गया। यमराज ने उन्हें दो टूक कह दिया कि अगर पुलिस की नहीं मानी तो वह उन्हें लेने आ जाएंगे। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पेज पर भी लाइव किया, ताकि लोग जागरूकता मुहिम को देख सकें। एसीपी ट्रैफिक गुरदेव सिंह ने टीम युवा के प्रमुख कुमार गौरव के साथ मिलकर यह जागरूकता अभियान शुरू किया।
यमराज बने कुमार गौरव सामने आकर लोगों को कर्फ्यू का पालन करने के लिए प्रेरित कर रहे थे। जब दो युवा बिना मास्क व ग्लव्ज पहने हुए आते दिखे तो उन्हें यमराज ने कह दिया कि मास्क, ग्लब्ज और सैनिटाइजर ही मेरे (यमराज) से दूर रख सकते हैं, इसलिए पुलिस की मानो और घरों में बैठे रहो, नहीं तो कोरोना वायरस उन्हें यमराज के पास पहुंचा देगा। एक एसीपी कोरोना से जंग लड़ते हुए शहीद हो गए। कुछ पुलिस अफसर इसे हराने में लगे हैं। सभी घरों में रहें और पुलिस कर्मचारियों व अफसरों की मदद करें।
लॉकडाउन में लोगों को बाजारों में घूमने में रोकने के लिए लगाए करीब 200 से अधिक नाकों पर तैनात वॉलंटियर्स का जज्बा काबिल-ए-तारीफ है। मगर कुछ वॉलंटियर्स खुद पुलिस के लिए आफत भी बन सकते हैं। ये न तो ये गाइडलाइन को फाॅलो कर रहे हैं और न ही ट्रैफिक नियमों को। हालात ये हो चुके हैं कि नाकों पर वॉलंटियर लोगों से बात करना तक भूल गए हैं। न बड़ों से बोलने का लिहाज, न ड्यूटी का ढंग। बस इसी बदइंतजामी के साथ कुछ नाकों पर वॉलंटियर ड्यूटी कर रहे हैं।
अधिकांश नाकों पर वॉलंटियर्स न तो मास्क पहनते हैं न ग्लब्स। ऐसे ही लोगों को रोक रहे हैं और पुलिस मुलाजिमों की जान भी खतरे में डाल रहे हैं। बताते चलें कि मुलाजिमों के साथ करीब 2000 वॉलंटियर्स को तैनात किया गया है। ये कहना गलत नहीं होगा कि ज्यादातर नाके इन्हीं के हवाले हैं। भास्कर टीम ने रियलटी चेक किया तो कई स्तर पर लापरवाही सामने आई। हालांकि कुछ नाकों पर वॉलंटियर्स नियमों का पालन करते भी दिखे।
पब्लिक से गैर-जरूरी उलझने की भी आ रहीं शिकायतें
शहर में करीब 200 नाके लगाए गए हैं। इसमें पुलिस मुलाजिमों के साथ वॉलंटियर भी तैनात हैं। या यूं कहें कि वॉलंटियर्स की गिनती 80% है, लेकिन ये वॉलंटियर खुद बिना हेलमेट वाहनों पर ट्रिपलिंग करते देखे गए हैं। माता रानी चौक और राजपुरा चौक में कुछ बुलेट पर आकर पटाखे बजाते देखे जा रहे हैं। वहीं, किसी वाहन चालक को रोकने या उनसे पास पूछने का तरीका ही अलग है। ऐसे में वो खुद को अधिकारी से कम नहीं समझते। हालात ये हैं कि जो वाहन मौके से आंख बचाकर निकले, उनके वाहन पर तो डंडा तक वॉलंटियर्स ने मार दिया। बस कुछ इसी तरह की बदसलूकी लोग रोज बर्दाश्त करने को मजबूर हैं। यहां तक कि कुछ तो मुलाजिमों की तरह दस्तावेज भी चेक कर रहे हैं।
नाम-पता पूछा और कर लिया भर्ती
पुलिस ने कर्फ्यू इन्फोर्समेंट अफसर बिना वेरिफिकेशन रखे गए हैं। उनसे आईडी प्रूफ तक नहीं लिया। इस कारण यह सबसे बड़ा खतरा बन सकते हैं। कुछ शरारती और अपराधी लोग भी इसका फायदा उठा रहे हैं। बतौर वॉलंटियर ड्यूटी देने वाले कई युवक पहले काफी मामलों में शामिल हैं। कई लोगों की शिकायत है कि सड़कों पर तफरी करने वाले वॉलंटियर बन रौब झाड़ रहे हैं। वहीं, कुछ शरारती सिर्फ घर से बाहर निकलने के लिए इसका सहारा ले रहे हैं। हैबोवाल में कुछ युवक पास बना गलत काम करते पाए गए। कुछेक को लोगों से हाथापाई करते देखा गया है। प्रताप चौक के पास 1-2 वॉलंटियर्स को एक्टिवा पर डंडा लेकर युवकों के पीछे भागते देखा गया। जबकि इनके पास ऐसा करने की परमिशन नहीं है।
कई इलाकों से नदारद हैं वॉलंटियर्स
लगभग सभी थानों से रोज सुबह वॉलंटियर्स को पास जारी किए जाते हैं। पुलिस अफसर बताते हैं कि वॉलंटियर जिस इलाके का होता है, उसे उसी एरिया में ड्यूटी लगाई जाती है। इसके बावजूद कई इलाके ऐसे हैं, जहां आजतक वॉलंटियर्स नहीं हैं और सड़कों पर लोग घूम रहे हैं। शेरपुर, मोती नगर, ढोलेवाल, विश्वकर्मा कॉलोनी, मुस्लिम कॉलोनी, राजगुरु नगर, बीआरएस नगर, सेक्टर-32, जमालपुर, मुंडियां कलां, जमालपुर पुलिस कॉलोनी और आसपास के इलाके प्रमुख से शामिल हैं।
मंगलवार को सुखद खबर आई। पहली बार ही एक दिन में 3 मरीज ठीक हुए। अब तक जिले में कोरोना वायरस 19 पॉजिटिव केस सामने आए थे, जिसमें से 5 की मौत हो चुकी है। वहीं,1 मरीज संगीता जैन पहले ठीक हो चुकी हैं। सिविल अस्पताल में दाखिल राजगढ़ के 26 साल के लियाकत अली ठीक होकर घर पहुंच गए। वहीं, जालंधर की 72 साल की स्वर्णकांता सबसे बुजुर्ग महिला हैं, जो रिकवर हुईं। वह अभी सीएमसी में दाखिल हैं। वहीं, चौकीमान के 55 साल के अली हसन भी ठीक हो चुके हैं। ऐसे में अब जिले में एक्टिव केस 9 ही बचे हैं। इसके अलावा एक और मरीज का इलाज फिरोजपुर में जारी है।
1. लियाकत अली: दोराहा राजगढ़ के 26 साल के लियाकत अली भी सिविल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिए गए। उन्होंने बताया कि अस्पताल में उनका ख्याल रखा गया। सुविधाएं भी मिली। पहली रिपोर्ट पॉजिटिव आई, लेकिन उन्हें कोई भी लक्षण सामने नहीं आए। उन्होंने सोच पॉजिटिव रखी और दिन में 2 बार कसरत करनी नहीं छोड़ी। उनकी पहली रिपोर्ट 2 अप्रैल को पॉजिटिव आई थी। दूसरी 18 और तीसरी 19 अप्रैल को ली गई, जोकि निगेटिव आई।
उन्होंने बताया कि हालांकि इस दौरान उनके कारोबार का काफी नुकसान हुआ, लोगों ने दूध लेना बंद कर दिया, यहां तक कि उन्हें गांव की दुकान से राशन भी नहीं मिलता। इसके लिए उनके परिवार के सदस्यों को दूसरे गांव जाना पड़ रहा है। अभी डिस्चार्ज होने के बाद भी उन्हें डॉक्टर्स ने 14 दिन घर के अंदर ही रहने की हिदायत दी है।
2. स्वर्णकांता खाना खा करती थीं सैर
स्वर्णकांता के बेटे रवि ने बताया कि उनकी मां ने निजात्म नगर के धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था, जहां पर कई जिलों से लोग आते हैं। शायद इसी दौरान ही वो किसी पॉजिटिव व्यक्ति के संपर्क में आ गईं। उनकी मां को कभी किसी तरह की समस्या नहीं रही और वो फिट हैं। कभी-कभार बीपी की समस्या होती थी। खाना खाने के बाद वो रोजाना सैर भी करती थीं। अभी वो रिकवर हो गई हैं।
3. अली हसन पढ़ते थे 5 समय की नमाज
चौकीमान के 55 वर्षीय अली हसन की आखिरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उन्हें इतने दिन किसी तरह के लक्षण नहीं आए। अस्पताल में उन्हें दवाई दी जाती थी। समय बिताने के लिए वो 5 समय की नमाज पढ़ते। बात करने को कोई नहीं होता तो नमाज ही पढ़ते थे। उनके घर में उनकी पत्नी, एक बेटा, सात बेटियां हैं।
संगीता जैन:पहली पॉजिटिव महिला सबसे पहले ठीक भी हुईं
जिले में 24 मार्च को सबसे पहला पॉजिटिव केस आया था। 55 साल की गुरदेव नगर की संगीता जैन पॉजिटिव आई थीं। सबसे पहले रिकवर होकर घर जाने वालों में भी वहीं हैं।
इधर, चिंता: रैपिड टेस्ट में 3 पॉजिटिव
रैपिड रिस्पांस किट से जांच के बाद मंडी के 3 लोग पॉजिटिव पाए गए। इन्हें कंफर्म करने के लिए उन्हें सिविल अस्पताल में लाकर उनका स्वैब टेस्ट लिया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि ये लोग रैपिड रिस्पांस किट में पॉजिटिव आए हैं। इसमें एक आईजीजी पॉजिटिव और दो आईजीएम पॉजीटिव हैं, लेकिन हम इन केसों को कंफर्म करने के लिए इनके स्वैब टेस्ट लेंगे। इसकी रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
एएसआई के मामले में सिविल सर्जन बोले- नहीं हुई लापरवाही
यूसीएचसी वर्धमान से रेफर होकर सिविल अस्पताल, फिर एसपीएस में एडमिट होने वाले एएसआई सुखदेव सिंह ने बताया कि उन्होंने सीनियरों को बताया था कि उनका इलाज सही से नहीं हो पा रहा। उन्होंने बताया कि मौके पर कोई डॉक्टर नहीं आया। उन्होंने बताया कि यूसीएचसी वर्धमान में शुगर लेवल बढ़ गया था। वहां पर कोई इंजेक्शन लगाने नहीं था। इस कारण उन्हें सिविल अस्पताल भेज दिया गया। यहां भी समस्या सामने आई तो सिविल से फिर उन्हें शिफ्ट कर एसपीएस लाया गया है।
सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शुगर लेवल बिगड़ा तो उन्हें सिविल भेज दिया गया। मगर फिर मरीज ने फिर एसपीएस जाने की बात कही और वहां भेजा गया।
सीएमसी ने जालंधर की महिला का बनाया 7 लाख बिल
जालंधर की महिला के बेटे रवि छाबड़ा ने सीएमसी द्वारा उन्हें दिए 7 लाख के बिल का मुद्दा सीएम के समक्ष उठाया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल वो और उनका बेटा हॉस्पिटल में दाखिल हैं। सीएमसी के डॉ. विनिथ जैसन ने बताया कि मरीज को आइसोलेशन आईसीयू में रखा गया था, मरीज को सांस लेने में परेशानी थी। इसलिए उन्हें नॉन इनवेजिब सपोर्ट में रखा गया था। मरीज 21 मार्च को आए। काफी समय ये आईसीयू में रहे, तब से उनका इलाज भी किया गया। ये बिल इलाज के मुताबिक है।
मंगलवार को 18 मरीज निगेटिव मिले
अब तक 1161 शकी मरीजों के सैंपल भेजे हैं। मंगलवार को 18 मरीजों के सैंपल भेजे गए, जो निगेटिव मिले। अब 26 मरीजों की रिपोर्ट पेंडिंग है। इसके अलावा सब्जी मंडी वालों में 80 और 15 मीडिया कर्मियों की भी जांच की गई। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि 36 रैपिड रिस्पांस टीमों ने 95 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 44 को क्वारेंटाइन किया गया है। हॉटस्पॉट अमरपुरा में 394 घरों में 1579 लोगों की जांच की गई। 39 रैपिड टेस्ट किए, जो निगेटिव आए। चौकीमान में 150 घरों में 640, गुड़े में 68 घरों में 343 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।
कोरोनाकाल में जहां हर कोई परेशान है। वहीं, मेडिकल सुविधाएं लेने में भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ प्राइवेट अस्पतालों इस समय में ओपीडी की जगह एमरजेंसी केस मान उसी तरह की फीस ली जा रही है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। डीएमसी में फिलहाल जनरल ओपीडी की 50 रुपए फीस के बजाय 200 रुपए लिए जा रहे हैं। इस बारे में पीआरओ आयुष ने बताया कि फ्लू कॉर्नर में हर मरीज की जांच करने के बाद ही उन्हें अस्पताल में भेजा जाता है। फ्लू कॉर्नर के लिए 130 रुपए, 2 मास्क भी दिए जाते हैं और 50 रुपए की फीस ओपीडी की है।
केस-1: इलाज को पैसे जुटाने के लिए भटकता रहा रातभर
युवक टोनी ने बताया कि उसके चाचा को हाई ब्लड प्रेशर और शुगर की दिक्कत आई। उन्हें 19 अप्रैल को जीटीबी ले गए। वहां पर पहले चाचा को एमरजेंसी में रखा। इंजेक्शन लगाने पर शुगर और ब्लड प्रेशर ठीक हो गया। मगर फिर भी अस्पताल में रखा गया। टोनी के अनुसार चाचा को एमरजेंसी से आईसीयू में शिफ्ट किया गया, क्योंकि अस्पताल में एमरजेंसी, स्पेशल वॉर्ड और आईसीयू में ही मरीज रखे जा रहे हैं। टोनी ने बताया कि शुरुआत में 6 हजार रुपए लिए गए। फिर सुबह आईसीयू समेत अन्य चीजों की पेमेंट करने को कहा, लेकिन दिहाड़ीदार होने के कारण कर्फ्यू की वजह से उनके पास इतने पैसे नहीं थे।
मरीज की सभी रिपोर्ट नॉर्मल आने पर अकाउंटेंट ने कहा कि मरीज को आईसीयू और स्पेशल वॉर्ड में रखेंगे। पेमेंट भी उसके मुताबिक चार्ज होगी। इस कारण टोनी पैसे जुटाने के लिए इधर-उधर भटकता रहा। 3 हजार रुपए जुटाए, लेकिन अगले दिन एमरजेंसी के अलग और आईसीयू के 6 हजार रुपए प्रति दिन समेत अन्य टेस्ट के पैसे दिए। टोनी के अनुसार अस्पताल में टेस्ट, ओपीडी, रहने समेत सभी चीजों पर ज्यादा पैसे लिए जा रहे हैं।
केस-2: पैसे लेने के बाद बोले- अब नहीं लेंगे
विश्वकर्मा कॉलोनी के रहने वाले मनिंदर सिंह ने बताया कि 18 अप्रैल की रात उसके पिता की छाती में दर्द होने लगा। इस कारण उन्हें ढोलेवाल के श्री रामा चेरिटेबल अस्पताल ले जाया गया। पहले एमरजेंसी में मरीज को लाने के चार्ज लगते थे। जबकि एडमिशन फीस भी 150 रुपए थी, लेकिन अस्पताल ने एमरजेंसी के 1500 रुपए लेने के अलावा उनसे अलग अलग चीजों के बताकर कुल 2800 रुपए ले लिए। जबकि एडमिशन फीस 300 रुपए ली। रात 12 बजे मरीज को लेकर गए और सुबह 7 बजे ले आए। वहां सिर्फ एक मेडिसन खाने को दी और इंजेक्शन लगा। मनिंदर के अनुसार अस्पताल ने 5100 रुपए बिल बना दिया।
पंजाब पुलिस के एक कांस्टेबल ने लाॅकडाउन में एक फौजी और उसके परिवार को अपनी गाड़ी में लुधियाना से ग्वालथाई उनके घर पहुंचा दिया।वर्दी पहनकर और गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर लगाकर आए कांस्टेबल ने कोविड-19 के चलते हिमाचल की सीमा पर लगे नाके पर फौजी के परिवार को अपने रिश्तेदार बताते हुए यह झूठी जानकारी भी दी कि वह उन्हें नंगल से लेकर आया है।
मामले का खुलासा होने पर पुलिस ने पंजाब पुलिस के कांस्टेबल तथा फौजी व उसके परिवार के खिलाफ लाॅकडाउन की अवहेलना का मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।मिली जानकारी के मुताबिक कोट थाना पुलिस को सोमवार शाम यह जानकारी मिली कि जम्मू के उधमपुर में तैनात ग्वालथाई निवासी फौजी सन्नी रविवार को अपनी पत्नी, सास और बच्चों के साथ घर पहुंचा है।
छानबीन करने पर पता चला कि उक्त फौजी गत 2 मार्च को 25 दिन की छुट्टी लेकर आया था और अपने परिवार के साथ लुधियाना में क्वार्टर में रह रहा था। इसी बीच कोरोना से बचाव के मद्देनजर किए गए लाॅकडाउन के चलते वह वापस नहीं आ पाया। गत 19 अप्रैल को वह उसकी पत्नी, सास व बच्चे पंजाब पुलिस के कांस्टेबल नरेंद्र सिंह के साथ उसकी गाड़ी में अपने घर आए थे।
बोले एसपी दिवाकर शर्मा
पुलिस की जांच में यह खुलासा भी हुआ कि पंजाब पुलिस का कांस्टेबल वर्दी पहनकर और अपनी गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर लगाकर आया था। कोविड-19 के चलते हिमाचल की सीमा पर लगाए गए नाके पर एंट्री करवाते समय उसने जानकारी दी थी कि गाड़ी में सवार लोग उसके रिश्तेदार हैं और वह उन्हें नंगल से ग्वालथाई छोड़ने जा रहा है। पुलिस की वर्दी होने और गाड़ी पर ‘ऑन ड्यूटी’ का स्टीकर होने की वजह से नाके पर तैनात पुलिस टीम ने भी उससे ज्यादा पूछताछ नहीं की। एसपी दिवाकर शर्मा ने बताया कि लाॅकडाउन की अवहेलना के चलते पंजाब पुलिस के कांस्टेबल के साथ ही फौजी, उसकी पत्नी व सास के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
लॉकडाउन को आज एक महीना बीत गया। रोज कमाकर परिवार का गुजारा करने वाले लाखों दिहाड़ीदारों-कामगारों पर इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी है। बाहर सबकुछ बंद है, ऐसे में इन्हीं जरूरतमंदों के लिए तीन माह तक फ्री सरकारी राशन देने की स्कीम शुरू की गई है, लेकिन सिस्टम ही संक्रमित है। जरूरतमंदों का न कोई सर्वे, न कोई डाटा। संकट के इस दौर में भूख और जरूरत की पार्टीबंदी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि राशन देने में भी वोट बैंक की राजनीति हावी है। राशन न मिलने से लोग जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि प्रशासन का दावा है, 1.50 लाख को बांटा जा चुका है।
हकीकत में ज्यादातर वेहड़े कांग्रेसी, भाजपा व शिअद के विधायकों, पार्षदों, स्थानीय नेताओं और इनसे जुड़े रसूखदारों के हैं। इसलिए इनमें रहने वाले दिहाड़ीदारों को वोट के चश्मे से देखा जा रहा है। सत्ताधारी कांग्रेस से जुड़े इलाकों में राशन पहुंच चुका है, जबकि दूसरे दलों के लोगों की सुनी नहीं जा रही है। भूख में ऐसे भेदभाव का आरोप विपक्ष ही लगा रहा है। केंद्र की ओर से घोषित फ्री राशन जिला प्रशासन को सर्वे कराकर घर-घर बंटवाना था। लेकिन स्कीम शुरू होते ही सारा सिस्टम बदल गया है।
सिस्टम ही संक्रमित
प्रशासन के मुताबिक 10 किलो आटा, 2 किलो चीनी व 2 किलो दाव की सरकारी अनाज की किट करीब 2 लोग जरूरतमंद परिवारों में फ्री बांटी जानी है। इसमें अभी तक 1.50 जरूरतमंदों को राशन दिया जा चुका है। उत्तर भारत के सबसे बड़े औद्योगिक शहर की अर्थव्यवस्था चलाने वाले दिहाड़ीदारों, कामगारों की संख्या सिर्फ 2 लाख! वहीं, आटा-दाल स्कीम के तहत रजिस्टर्ड 3.90 लाख नीले राशन कार्ड धारकों को भी हर माह राशन मिलता है।
इसमें हर परिवार को 5 किलो गेंहू व एक किलो दाल प्रति मेंबर के हिसाब से। जिम्मेदारी जिला खाद्य आपूर्ति महकमे की है। अब क्रेडिट लेने की सियासत और केंद्र व राज्य सरकारों का राशन। किसी का तो खा खाकर हाजमा बिगड़ जाएगा और किसी की भूख से अंतड़ियां सिकुड़ जाएंगी। केंद्र ने 80 करोड़ परिवारों को कोरोनाकाल के 3 महीनों में हर माह 5 किलो अनाज व एक किलो दाल फ्री बांटने की घोषणा की। अब ये राशन किस पैकेट में और कौन सा लेबल लगाकर बांटा जा रहा है?
दिहाड़ीदारों-कामगारों का न कोई सर्वे और न ही डाटा
जरूरतमंदों का कोई सर्वे नहीं किया गया। एक-एक जरूरतमंद को घर-घर राशन पहुंचाने का जिम्मा प्रशासन का है। प्रशासन ने हलका वाइस ईआरओ तैनात भी किए थे। बीएलओ लगाए थे। इन्हें सूची बनानी थी, फिर सुपरवाइजर को जांच करके राशन पहुंचाना था लेकिन दिहाड़ीदारों, कामगारों, मजदूरों, माइग्रेंट लेबर को वक्त पर दो जून की रोटी मिले न मिले, वोट की भूख शांत होनी चाहिए। सिस्टम खुद ही संक्रमित है तो प्रशासन पीछे-पीछे और नेता जी आगे-आगे। फिलहाल अभी तो खामियां ही खामियां हैं-
भेदभाव के ये चंद उदाहरण
सरकारी राशन बांटने में पिक एंड चूज नीति का आरोप लगा मेयर को घेरा
निगम के 95 वॉर्डों में 33 विपक्ष के कौंसलर हैं। इनमें से अकाली-भाजपा और लिप पार्टी के कौंसलरों ने सत्ताधारियों पर आरोप लगाए कि उनके वॉर्डों में सरकारी राशन नहीं पहुंचाया जा रहा है, जबकि हारे हुए कांग्रेसी नेताओं के जरिए चहेतों तक राशन पहुंच रहा है। जोन-डी में मीटिंग के दौरान मेयर बलकार संधू को घेरते हुए कौंसलरों ने पिक एंड चूज की नीति को छोड़ने की बात कही। मीटिंग में हरभजन डंग, जसपाल ग्यासपुरा, सुरिंदर अटवाल, इंद्र अग्रवाल, विजय दानव, चौधरी यशपाल, सर्बजीत लाडी, सुरजीत सिंह राय, हरविंदर कलेर, कुलदीप सिंह पनेसर, आरडी शर्मा, स्वर्णदीप चाहल, ओम प्रकाश रतड़ा, मनिंदर कौर, सुनीता रानी आदि मौजूद थे।
जसपाल सिंह ग्यासपुरा
वॉर्ड 30 में ग्यासपुरा के सरकारी स्कूल में रोजाना 3 हजार बोरी राशन की उतर रही है। उस राशन को कांग्रेसी ओएसडी अपने चहेतों तक पहुंचा रहा है। जबकि लोग रोज सुबह 6 बजे ही उनके दफ्तर के बाहर राशन की मांग करने पहुंच रहे हैं।
हरभजन सिंह डंग
विपक्ष के कौंसलरों के साथ पक्षपात किया जा रहा है। उनके वॉर्ड-46 को छोड़ कर इसके साथ लगते सभी कांग्रेसी वॉर्डों में सरकारी राशन पहुंचाया जा चुका है। निगम कमिश्नर केपी बराड़ को फोन पर कहा था कि उन्हें 500 लंगर की थैलियां पहुंचा दें, लेकिन आज तक नहीं पहुंची। ये मतभेद दूर हो।
स्वर्णदीप चाहल
वॉर्ड 50 में विपक्ष के कौंसलरों के दफ्तरों में बैठकर सरकारी अफसरों ने फार्म भरवाए, लोगों से आधार कार्ड और वोटर कार्ड की फोटो कॉपी ली है, अब वो लोग रोजाना उनके दफ्तर के बाहर जमा हो रहे हैं। सरकार ने कौंसलरों को नई मुसीबत में डाल दिया है।
सोमवार तक जिले से कुल 1143 शकी मरीजों के सैंपल भेजे गए। जिसमें से 1098 निगेटिव आए हैं। सोमवार को 71 सैंपल लिए गए जिनमें से 68 निगेटिव आए। कुल 26 सैंपल्स की रिपोर्ट पेंडिंग है। लुधियाना में अब तक 19 केस पॉजिटिव आए हैं। जिसमें से एक जालंधर, 1 बरनाला, 1 फिरोजपुर और 16 लुधियाना से हैं। पहले एएसआई को गुरदासपुर में माना जा रहा था। लेकिन बाद उन्हें भी जिला लुधियाना का ही माना गया है। इसमें से एक महिला ठीक होकर घर जा चुकी है। वहीं, सीएमसी में भर्ती जालंधर की महिला की चौथी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है।
जिनके कल डिस्चार्ज होने की संभावना है। वहींं, देर रात दुगरी इलाके से पिछले कुछ दिनों से सर्दी जुकाम से पीड़ित एक व्यक्ति को उठा कर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि रैपिड किट से हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्टिंग चल रही है। सोमवार को भी 44 सैंपल इसी से टेस्ट किए गए। अमरपुरा, चौकीमान और गुडे के अलावा कुलार, पबिया, सोहिया, सिधवां खुर्द में भी स्क्रीनिंग की गई है। 48 रैपिड रिस्पॉन्स टीमों ने 160 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 81 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है।
वहीं, अमरपुरा में 1878 घरों में 7520 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। जिसमें से 9 व्यक्तियों में जुकाम-खांसी के लक्षण सामने आए हैं। चौकीमान में 875 घरों में 4447 लोगों की, गांव गुडे में 682 घरों में 3430 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। गांव कुलार में अब तक 278 घरों में 1353 लोगों की, गांव पबिया में 315 घरों में 1366 लोगों की, गांव सोहिया में 383 घरों के 2076 लोगों और सिधवां खुर्द के 259 घरों के 1045 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।
अमरपुरा से अब तक 17 में खांसी-जुकाम के लक्षण
अमरपुरा से तीन लोग पॉजीटिव आ चुके हैं। जिसमें से 42 साल की पूजा रानी की 30 मार्च को मौत हो चुकी है। 1 अप्रैल को इसी इलाके की व पूजा रानी की पड़ोसन 72 वर्षीय महिला पॉजिटिव आई। वहीं, 9 अप्रैल को पूजा रानी का 20 वर्षीय बेटा भी पॉजिटिव आ चुका है। जिला प्रशासन द्वारा इस इलाके को हॉटस्पॉट घोषित करने के बाद सेहत विभाग द्वारा 12 अप्रैल से यहां पर स्क्रीनिंग की शुरुआत की थी। इस इलाके में स्क्रीनिंग के बाद से लेकर अब तक 17 लोगों में खांसी-जुकाम के लक्षण सामने आ चुके हैं। जिनके सैंपल लिए जा चुके हैं।
डीएमसी में सीधे जाएंगे तो 4500, सरकारी संस्था के जरिए जाने पर टेस्ट के देने होंगे 2500
डीएमसी में सोमवार से वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत कर दी गई। डीएमसीएच के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक जो लोग हमारे पास सीधे आएंगे उन्हें टेस्ट के लिए 4500 रुपये चुकाने होंगे। वहीं, जो सैंपल सरकारी संस्थान की तरफ से आएंगे उन्हें 6000 में से 3500 की छूट देते हुए 2500 रुपये चुकाने होंगे। सोमवार को 14 ही सैंपल आया था। अन्य सैंपल मंगलवार से आने शुरू होंगे। प्रेम गुप्ता ने बताया कि सरकारी संस्था से जो भी सैंपल आएंगे उनका भुगतान सरकार द्वारा ही किया जाएगा। वहीं, अगर कोई खुद भी सैंपल देने आता है तो हम उसकी रिपोर्ट भी सेहत विभाग को भेजेंगे। उन्हीं के द्वारा ही सारी रिपोर्ट्स की घोषणा की जाएगी।
बच्ची की मौत, हार्ट अटैक से एएसआई की गई जान
सिविल हॉस्पिटल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती 8 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बच्ची के पिता सुनील कुमार ने बताया कि बच्ची को पिछले कुछ दिनों से बुखार था और टाइफाइड भी आया था। जिसके बाद वे उसे डीएमसी लेकर गए लेकिन खर्चा ज्यादा लगने के कारण वहां से रेफर करवा कर सिविल हॉस्पिटल ले आए। जहां बच्ची की मौत हो गई। बच्ची का शव फिलहाल उन्हें नहीं सौंपा नहीं गया है और सैंपल लिए गए हैं। वहीं, डेहलों के 57 वर्षीय एएसआई हरबंस सिंह की हार्ट अटैक से मौत हो गई। शव को सिविल हॉस्पिटल भेज उनका स्वैब लिया गया है।
मेडिकल स्टोर पर खांसी और जुकाम की दवाई बेचने वालों को अब सारा रिकॉर्ड रखना होगा। कब, किसे और कितनी दवाई दी, इन सब के लिए रिकॉर्ड रजिस्टर लगाया जाएगा। फिलहाल ये काम सिर्फ हेल्थ विभाग करेगी, लेकिन पुलिस भी इस पर नजर रखेगी। जिस पर मुहर लगाने की तैयारी की जा रही है। सिस्टम पूरा तैयार होने के बाद पुलिस इस पर कार्रवाई करेगी। अभी तक हेल्थ विभाग इसे लागू करवाने के लिए सभी दुकानदारों को दिशा-निर्देश जारी करेगा। फिर इस पर नजर रखनी शुरू होगी।
बीते दिनों अधिकारियो की मीटिंग के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया था, जिस पर सभी अधिकारियों ने हामी भर दी। जिसकी तैयारी में अधिकारी जुट गए हैं। पुलिस व प्रशासन ने भी इस मीटिंग में अपनी रजामंदी देते हुए, इस पर काम शुरू करने की बात कही। वहीं सीपी राकेश अग्रवाल ने कहा कि हेल्थ विभाग इस पर काम कर रहा है। हमें कार्रवाई के लिए कहा जाएगा तो एक्शन लेंगे।
हर दुकान पर चेकिंग
इस सिस्टम को फॉलो करते हुए सभी दुकानदारों को सख्त हिदायतें दी जाएंगी। जिसमें बताया जाएगा कि वो अपनी दुकान पर आने वाले हर उस शख्स का रिकॉर्ड मेंटेन करेंगे। उसने दवाई कितनी ली और कब से उसे ये परेशानी हो रही है। ये भी उससे पूछेंगे। फिर उक्त शख्स का मोबाइल नंबर और घर का पता भी, इसी में नोट करना पड़ेगा। ताकि अगर वो संदिग्ध हुए तो उन्हें ढूंढना आसान होगा।
स्टिंग भी किया जाएगा
ऐसा होने के बाद हेल्थ विभाग और पुलिस इनकी चेकिंग के लिए उनका स्टिंग भी कर सकती है। अगर ऐसे में कोई पकड़ा जाता है और उसका रिकॉर्ड मेंटेन नहीं होता तो उसके खिलाफ हेल्थ व पुलिस विभाग दोनों की तरफ से कार्रवाई की जाएगी।
क्यों पड़ी जरूरत
पुलिस को अभी तक 40 ऐसे लोग मिले जिन्होंने बिना बताए बाहर से दवाई ले ली, जोकि संक्रमित थे। वो काफी दिन तक ऐसे ही करते रहे, जिसकी वजह से पुलिस को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में काफी परेशानी झेलनी पड़ी है। ऐसा होने से संदिग्ध भी जल्दी कॉन्टेक्ट में आ जाएंगे।
कोरोना वायरस के चलते टीकाकरण शेड्यूल को जारी रखने की कोशिश की जा रही है। मगर पहले जहां आंगनबाड़ी सेंटर्स, गुरुद्वारों या धर्मशालाओं में भी जाकर एक जगह पर लोगों को जुटाकर बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा था, उसे फिलहाल बंद कर दिया गया है। टीकाकरण सिर्फ सरकारी डिस्पेंसरी या उन अस्पतालों में किया जा रहा है, जहां पर मातृसेवा सुविधाएं उपलब्ध हैं। जिला इम्युनाइजेशन अफसर डॉ. किरन आहलुवालिया ने बताया कि बच्चों का टीकाकरण शेड्यूल होता है। हम इसको करने में देरी नहीं कर सकते।
ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग, सेनेटाइजेशन का ख्याल रख सिर्फ मातृ सेवा सुविधाओं से लैस अस्पतालों में ही टीकाकरण कर रहे हैं। यहां हम कोरोना वायरस के लिए अपनाई जाने वाली सारी हिदायतों का गंभीरता से पालन भी कर पा रहे हैं। नवजन्मे बच्चे को जीरो डोज तो अस्पताल में ही लग जाते हैं। शेड्यूल वाले टीकाकरण को हम लगातार कर रहे हैं।
हर बुधवार सुबह 8 से दोपहर 2.00 बजे तक होती वैक्सीनेशन
यूनिवर्सल इम्युनाइजेशन प्रोग्राम के तहत बच्चे के पैदा होने से लेकर 16 साल के होने तक बीसीजी, ओरल पोलियो वैक्सीन, हेपेटाइटिस बी, रोटावायरस, पैंटावलेंट, निमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन, मिसल व रूबेला, डीपीटी, टेटनस टोक्साइड, टेटनस व एडल्ट डिप्थीरिया के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। जिसे लगाने का दिन बुधवार और समय सुबह 8.00 से दोपहर 2.00 बजे तक निश्चित किया गया है। जिससे कि एक ही दिन बच्चों की वैक्सीनेशन हो सके।
आशा वर्कर को भी लिस्ट बनाने के देंगे आदेश, एक बच्चे के साथ होगा सिर्फ एक ही व्यक्ति
डीआईओ डॉ. किरन ने बताया कि हम आशा वर्कर को भी लिस्ट बनाने के लिए आदेश देंगे। जिससे कि जिन बच्चों के टीके नहीं लग सके हैं उन्हें तय समय दिया जाएगा। जिससे कि वो एएनएम के साथ संपर्क कर तय समय पर बच्चे को इंजेक्शन लगवा सकें। उन्होंने कहा कि हमने एक बच्चे के साथ सिर्फ एक व्यक्ति को आने के लिए कहा है। ताकि भीड़ न जुटे और सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा सके। वहीं, अगर किसी एएनएम की रैपिड रिस्पाॅन्स टीम में ड्यूटी लगी है तो हम उसे देखते हुए ही बच्चों को इंजेक्शन लगवाने के लिए बुलाएंगे।
पेरेंट्स मास्क, ग्लब्स पहन कर ही जाएं
अगर बहुत ज्यादा जरूरी है तभी इम्युनाइजेशन के लिए जाएं। पहले ही डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लें। ताकि ज्यादा भीड़ न मिले। पेरेंट्स खुद मास्क और ग्लब्स पहन कर ही आएं। बच्चों को दुपट्टे से ढक लें। जिन बच्चों को बूस्टर्स लगने हैं जैसे दो साल के बच्चों को वो 15-20 दिन का इंतजार कर सकते हैं। हाइजीन का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। - डॉ. नीरज थापर, कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन, सुमन हॉस्पिटल
शहर में कोरोना वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं। जालंधर बाइपास स्थित शहर की सबसे बड़ी सब्जी मंडी में सोमवार से शनिवार तक आढ़ती, किसानों और वेंडरों का आना जाना लगा रहता है और यहां पर कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बना रहता है। कोरोना से जान गंवाने वाले एसीपी अनिल कोहली के भी सब्जी मंडी से ही संक्रमित होने का शक है। इतना ही नहीं मीटिंग के दौरान उनके संपर्क में आई एसएचओअर्शप्रीत कौर, एएसआई सुखदेव सिंह, जिला मंडी अफसर जसबीर कौर और एसीपी का ड्राइवर भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन सबक नहीं ले रहा। इस गलती से मंडी में आने वाले अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा है। 25 मार्च से अब तक सिर्फ तीन या चार बार ही मंडी में सेनेटाइजेशन किया गया है। डीएमओजसबीर कौर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद रविवार को मंडी में सेनेटाइजेशन की गई।
मंडी में आढ़ती, किसान, वेंडर को मिला कर 4 हजार लोगों का आना जाना
प्रशासन की ओर से सप्ताह में तीन दिन किसानों और तीन दिन वेंडर के आने के आदेश जारी किए गए है ताकि अधिक भीड़ न हो और सोशल डिस्टेंस मेंटेन करके ही सब्जियां खरीदी व बेची जाएं। किसानों के आने के लिए सोमवार, बुधवार और शुक्रवार का समय रखा गया है, जबकि वेंडरों के लिए मंगलवार, वीरवार और शनिवार का। सब्जी मंडी में 450 आढ़ती हैं। एक आढ़ती के साथ दो पल्लेदार और दो मुनीम शामिल होते हैं।
जिनकी संख्या 2250 के करीब हो जाती है। 95 वॉर्डों के वेंडर के साथ एक पल्लेदार होता है। जिसकी संख्या 200 तक पहुंच जाती है। इसके अलावा सब्जी मंडी में 500-700 के करीब गाडिय़ां सब्जी व फ्रूट की आती हैं जिसमें दो या तीन व्यक्ति शामिल होते हैं। सब्जी मंडी में महाराष्ट्र, पुणे, गुजरात, इंदौर, नासिक, पटियाला आदि जगहों से सामान लाया जाता है। परंतु इनकी किसी भी तरह की टेस्टिंग नहीं की जाती। इसके बावजूद भी यहां किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं है।
इन चीजों की है कमी
चोरी छिपे दीवार फांद कर रेहड़ी वाले ले जा रहे सब्जियां
सब्जी मंडी में भीड़ जमा न हो इसलिए वेंडर को चुना गया है ताकि वे रेहड़ी वालों को उनके वॉर्डों में ही जा सब्जियां पहुंचा सकें। इससे मंडी में भीड़ भी नहीं होगी और संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं होगा। परंतु रेहड़ी वाले आढ़ती से सीधे सस्ते दाम कर सामान लेने के लिए चोर रास्ते के सहारे सड़क पर ही रेहड़ी लगाकर मंडी में घुस जाते हैं। आढ़ती भी अपना सामान बेचने के चक्कर में उन्हें सामान बेच देते हैं ताकि उनका सामान अधिक से अधिक बिके।
रात को बेचने लगते सब्जी
किसानों के मंडी में आने के लिए तीन दिन निर्धारित किए गए है। जबकि अगले दिन सुबह वेंडर मंडी में आकर सामान खरीदते है। परंतु कुछ आढ़ती जिस दिन सब्जियां व फल मंडी में आते हैं उसी दिन ही बेचना शुरू कर देते हैं। जिससे रात को ही मंडी में लोगों का आना जाना शुरू हो जाता है। दूसरा कारण ये भी है कि रात के समय 8 बजे के बाद सड़कों पर पुलिस अधिकारी नहीं होते। इसका फायदा आढ़ती व सप्लायर उठा रहे हैं। जोकि प्रशासनिक गाइडलाइन के खिलाफ है।
रोजाना हो सेनेटाइजेशन
न्यू मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान गुरकोमल सिंह इल्लू ने बताया कि मार्किट कमेटी व प्रशासन को चाहिए कि वे यहां पर अलग-अलग जगहों से आने वाले लोगों को चेक करें, क्योंकि यह उनकी जिम्मेवारी बनती है। मंडी में सेनेटाइजर व ग्लब्स तो दूर पानी व साबुन तक की सुविधा नहीं है। जिससे मंडी में बीमारी फैलने का खतरा अधिक है। मंडी में रोजाना सेनेटाइजेशन किया जाना चाहिए।
मंडी के आसपास के लेंगे सैंपल
रविवार को सब्जी मंडी को बाकायदा सेनेटाइज किया था। रैपिड टेस्ट किट काफी मात्रा में मिल चुकी है। सिविल सर्जन को हिदायत की गई है कि सब्जी मंडी के आसपास अधिकतर इलाकों में रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए सैंपल लिए जाए। -प्रदीप कुमार अग्रवाल, डिप्टी कमिश्नर
शहर के थाना फोकल पॉइंट से कोरोना संक्रमित चोरी का आरोपी गिरफ्तारी के बाद सेंट्रल जेल भेजने के दौरान पकड़ में आने के बाद बड़ा एहतियाती कदम उठाया गया है। आइंदा ऐसे खतरे को रोकने की मंशा से सेंट्रल जेल के साथ बनी ब्रोस्टल जेल को क्वारेंटाइन होम में तब्दील कर दिया गया है। बताते हैं कि सूबे के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के आदेश पर जेल प्रशासन ने इस संक्रमण बचाव योजना पर अमल किया है।
जिसके तहत ब्रोस्टल जेल में मौजूद कुल 241 बंदियों में से 200 फरीदकोट जेल में शिफ्ट कर दिए गए हैं। वहीं लंगर-घर में सेवा कार्य करने वाले बाकी 41 बंदियों को यहीं रोक लिया गया है। ताकि सेंट्रल जेल में भी भेजे जाने वाले बंदियों का पहले यहां मेडिकल टेस्ट होने के दौरान उनके भोजन का प्रबंध भी सुचारु तरीके से होता रहे।
200 हवालाती फरीदकोट जेल में शिफ्ट
बताया जाता है कि नई व्यवस्था के तहत जो बंदी कोरोना के शकी मरीज पाए जाएंगे, उनको तत्काल प्रभाव से क्वारेंटाइन किया जाएगा। टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद पॉजिटिव मरीजों को मेडिकल टीम द्वारा तत्काल अस्पताल भिजवा दिया जाएगा। काबिलेजिक्र है कि बीते दिनों चोरी का आरोपी गिरफ्तारी के बाद थाना फोकल पॉइंट पुलिस अदालत में पेश कर सेंट्रल जेल ले गई थी। जांच में उसके कोरोना संक्रमित होने का शक होते ही जेल प्रशासन ने उसे लौटा दिया था। बाद में उसकी टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद संबंधित पुलिस स्टाफ की भी जांच के साथ ही थाने व चौकी का सेनेटाइजेशन किया गया था।
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पंजाब सरकार ने सूबे की कुल 13 इंडस्ट्रियल यूनिट्स में पीपीई किट्स बनाने के लिए मंजूरी दी है। काबिलेजिक्र है कि इनमें से 12 यूनिट्स इंडस्ट्रियल सिटी लुधियाना की हैं। जबकि इनमें एक यूनिट फगवाड़ा स्थित जेसीटी मिल्स शामिल है।जानकारी के अनुसार कोरोना संकट से निपटने को बचाव अभियान के तहत पीपीई किट्स बनाने के लिए इंडस्ट्रियल यूनिट्स के नाम राज्य सरकार को भेजे गए थे। इनमें से तेरह यूनिट्स को यह जिम्मेदारी निभाने के लिए मंजूरी मिली है।
ऐसी पर्सनल प्रोटेक्टिव एक्यूपमेंट (पीपीई) किट्स बनाने वाली इंडस्ट्रियल यूनिट्स में लुधियाना के फोकल पॉइंट फेज आठ स्थित स्वामी टेक्सटाइल्स के अलावा शिवा टैक्स फैब इंडस्ट्रियल एरिया, एवर शाइन इंडस्ट्रीज मॉल रोड, शिंगोरा टैक्सटाइल, हाइटेक इंटरनेशनस नजदीक साहनेवाल एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके साथ ही कुद्दू निट फोकल पॉइंट फेज आठ, श्रवण कलैक्शन, श्रवण एंक्लेव जालंधर बाईपास, यंगमैन गांव सीरां, ग्रैंड-वे इन्कार्पोरेटेड सलेमटाबरी, यूवी एंड डब्ल्यू राहों रोड और अभिवन इंपेक्स, कैलाश नगर में पीपीई किट्स बनाई जाएंगी।
लॉकडाउन से पिछले 27 दिनों से शहर की एक लाख इंडस्ट्रियल यूनिट्स, करीब 13 लाख वाहनों के सड़कों पर न दौड़ने से प्रदूषण की मात्रा घटकर रविवार को 36 पॉइंट रिकॉर्ड हुई। वहीं, फसल की कटाई शुरू हो गई है और मंडियों में अनाज आना शुरू हो गया है। कोरोना को हराना है तो हमें घरों में कुछ दिन और इंतजार करना होगा। यकीन मानिए, आज नहीं तो कल ऐसी ही उम्मीदों की सुनहरी सुबह देखने को जरूर मिलेगी।
डीएसमी हॉस्पिटल में वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत सोमवार से हो जाएगी। इसकी पुष्टि डीएमसीएच के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने की। उन्होंने कहा कि हमें हर जगह से अनुमति मिल चुकी है। पीजीआई द्वारा भी हमारे भेजे गए सैंपल्स की जांच कर ली गई है। हम सोमवार से वायरल लोड टेस्टिंग की शुरुआत कर देंगे। इसके लिए हॉस्पिटल में लैब भी पूरी तरह से लैस है। अभी हम किट की क्षमता के अनुसार ही टेस्टिंग करेंगे। जैसे-जैसे हमारे पास किट्स आती रहेंगी टेस्टिंग बढ़ती रहेगी। काबिलेजिक्र है कि डीएमसी हॉस्पिटल की लैब को तीन स्तर पर लैब की परमिशन मिली है।
इसमें एनसीबीएल की ओर से हॉस्पिटल की लैब को 8 अप्रैल को अनुमति मिल गई थी। इसके बाद पंजाब सरकार द्वारा भी अनुमति दे दी गई थी। आखिरी चरण में आईसीएमआर की ओर से परमिशन मिली थी। लेकिन सैंपल्स को हॉस्पिटल की लैब कितने सही ढंग से जांच कर पाती है इसके लिए आईसीएमआर द्वारा पीजीआई चंडीगढ़ को सैंपल्स की रिपोर्ट देखने के लिए कहा था। जिसके बाद डीएमसी द्वारा इस पड़ाव को भी पार कर लिया गया।
वायरल लोड टेस्टिंग की अनुमति पाने वाली जिले के पहली लैब है डीएमसीएच
डीएमसीएच वायरल लोड टेस्टिंग के लिए जिले की पहली लैब है। यहां पर होने वाली टेस्टिंग से टेस्टिंग की प्रक्रिया में तेजी आएगी। सुबह सैंपल भेजे जाने पर कुछ घंटों में ही रिपोर्ट मिल जाएगी। अहम सैंपल्स को डीएमसी में भेजा जा सकेगा। ताकि रिपोर्ट भी जल्दी मिल सके।
सिविल हॉस्पिटल से आएंगे सैंपल
डीएमसीएच मैनेजिंग कमेटी के सेक्रेटरी प्रेम गुप्ता ने बताया कि फिलहाल हमारे पास सैंपल सिविल हॉस्पिटल के जरिए ही आएंगे। वहां पर एंट्री होने के बाद ही हम टेस्टिंग करेंगे। इसी तरह से रिपोर्ट आने पर हम पहले सिविल हॉस्पिटल को भेजेंगे। वहां पर एंट्री के बाद हम एक रिपोर्ट विभाग को और एक मरीज को देंगे। उन्होंने बताया कि सैंपल हमारे पास सुबह आएंगे तो हम उसी दिन शाम तक रिपोर्ट दे दिया करेंगे। हम अपने जिले के सैंपलों की जांच तो करेंगे ही साथ ही हमारी जो भी क्षमता होगी हम अन्य जिलों की टेस्टिंग भी करेंगे।
पंजाब के लुधियाना में शनिवार को कोरोना संक्रमित असिस्टेंट कमिश्नर (एसीपी)अनिल कोहली की मौत हो गई। 52 साल के कोहली 6 अप्रैल से हॉस्पिटल में एडमिट थे। कुछ दिन पहले हालत गंभीर हुई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। शनिवार को उन्हें प्लाजमा दिया जाना था। हालांकि, ये दिया गया या नहीं। इस बारे मेंसिविल सर्जन ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। कोराेना संक्रमण से यह राज्य में 16वीं मौत है।इससे पहलेकानूनगो गुरमेल सिंह की भी जान चली गई थी।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने एसीपी अनिल कोहली और कानूनगो गुरमेल सिंह के परिवार को 50-50 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। सरकार ने कहा है कि कोरोना ड्यूटी के दौरान किसी अफसर या कर्मचारी की संक्रमण से मौत होती है तो उसके परिवार को 50 लाख का मुआवजा देगी।
पहले निगेटिव आई थी रिपोर्ट
एसीपी कोहली में संक्रमण के लक्षण देखे गए थे। 9 अप्रैल को उनका टेस्ट हुआ। रिपोर्ट निगेटिव आई। हालत में सुधार नहीं हुआ तो दूसरा सैंपल लिया गया। इसकी जांच पटियाला में हुई। 13 अप्रैल को आई रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। अब तक ये साफ नहीं हो सका है कि कोहली कैसे संक्रमित हुए। उनकीहिस्ट्री ट्रेस नहीं की जा सकी है।संपर्क में आने वाले चार लोग पॉजिटिव मिले हैं। शुक्रवार को उनकी पत्नी,ड्राइवर और एक महिला सब इंस्पेक्टर और उनकेड्राइवर को भी पॉजिटिव पाया गया।
सभी संक्रमित अब अस्पताल में
स्वास्थ्य विभाग नेथाना प्रभारी और सब इंस्पेक्टर, एसीपी के गनमैन, एसीपी की पत्नी, एसएचओ के ड्राइवर को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया है।महिला सब इंस्पेक्टर लुधियाना की निवासी हैं। उनके परिवार केसदस्यों की भी जांच की जा रही है। गनमैन फिरोजपुर के एक गांव का रहने वाला है। माता-पिता, पत्नी और डेढ़ साल का बेटा है। इनका भी चेकअप किया जा रहा है।सिविल सर्जन ने कहा कि स्वास्थ्यविभाग की टीम सभी पॉजिटिव मरीजों की हिस्ट्री और लिंक चेक कर रही हैं।
लुधियाना में 16 संक्रमित
लुधियाना जिले में अब तक संक्रमण के16 मामले सामने आ चुके हैं। तीन की मौत हो चुकी है। एसीपी से पहलेदो महिलाओं की संक्रमण से मौत हुई थी।
28 मार्च को सब्जी मंडी को बंद रखने व इसकी कार्यप्रणाली को जारी रखने के लिए हुई मीटिंग में शामिल हुए सभी अधिकारियों के भी सैंपल लिए गए। जोकि निगेटिव आए हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि मीटिंग में शामिल डिप्टी कमिश्नर, पुलिस कमिशनर, मंत्री समेत मीटिंग में शामिल अन्य अधिकारियों के भी सैंपल लिए गए। सभी निगेटिव आए हैं। उन्होंने बताया कि एसएचओ बस्ती जोधेवाल के संपर्क में आए 126 लोगों को ट्रेस किया जाएगा।
इन सभी की सैंपलिंग भी की जानी है। फिलहाल एसएचओ अर्शप्रीत कौर की स्थिति सही है। लुधियाना में 50 के तकरीबन रैपिड टेस्टिंग किट्स पहुंची थी। जिनसे शुक्रवार रात को डीसी, सीपी, मंत्री, एसपी, डीएसपी व अन्य उच्च अधिकारियों की टेस्टिंग की गई। इन्हीं टेस्टिंग से सभी अधिकारियों के रिजल्ट निगेटिव आए हैं। वहीं, कौंसलर सुखदेव बावा और उनके पार्टनर सनी आहुजा को क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
दो महिलाओं का होगा अब चौथा टेस्ट
सीएमसी में दाखिल जालंधर की महिला(72) की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। पहली दो रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अब चौथी बार सैंपल भेजे जाएंगे। वहीं, सिविल हॉस्पिटल में भी एडमिट अमरपुरा की महिला (72) की भी तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। पायल के कानूनगो के 6 पारिवारिक सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव है। 48 वर्षीय डिस्ट्रिक्ट मंडी अफसर जसबीर कौर के 7 पारिवारिक सदस्यों के अलावा ड्राइवर के भी सैंपल लिए हैं। वहीं, उनके पड़ोसी भी अपने सैंपल देकर आए हैं। वहीं, जसबीर कौर फोर्टिस में एडमिट हैं।
इधर, दो लोगों की हुई मौत, लिए गए सैंपल
इकबाल सिंह नगर के रहने वाले 75 वर्षीय हरबंस सिंह की शनिवार को घर पर ही मौत हो गई। लेकिन परिजनों द्वारा कोरोना वायरस के सैंपल लेने की बात कही गई। जिसके बाद उनके शरीर को सिविल लाया गया और सैंपल लिए गए हैं। प्रेम नगर ग्यासपुरा के 42 वर्षीय राजू की मौत हुई है। मौत के कारणों के बारे में जानकारी नहीं मिली है। लेकिन उनके भी सैंपल लिए गए हैं। वहीं, 16 अप्रैल को ईएसआई हॉस्पिटल में 40 वर्षीय व्यक्ति की मौत के बाद लिए सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं।
शनिवार को 59 के लिए गए सैंपल, 67 पेंडिंग
शनिवार को 59 मरीजों के सैंपल भेजे गए। अभी तक 67 की रिपोर्ट पेंडिंग है। अब तक जिले में 19 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। एक महिला मरीज ठीक होकर घर लौट चुकी हैं। सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि शनिवार को 53 रैपिड रिस्पाॅन्स टीमों ने 350 लोगों की स्क्रीनिंग की। इसमें से 134 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया। वहीं, हॉटस्पॉट घोषित अमरपुरा में 248 घरों के 6144 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। चौकीमान में 818 घरों में 4160 और गुडे में 663 घरों में 3178 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इसमें किसी में भी बीमारी के लक्षण नहीं पाए गए।
कोरोना अपडेट
कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते पूरे विश्व में हजारों जाने जा चुकी हैं। यह वायरस इतना खतरनाक है कि लगातार लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। फिर भी लोग घर से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। आम आदमी के साथ ही इनकी सुरक्षा में लगे कोरोना वॉरियर्स भी अपनी जान गंवा रहे हैं। लुधियाना के 2 अफसरों ने भी इस संक्रमण से अपनी जान गवाई है।
कोहली देश के पहले पुलिस अफसर, जिनकी कोरोना से मौत
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एसीपी नार्थ अनिल कोहली शहीद हो गए। 13 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी और वह एसपीएस अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार दोपहर उनका निधन हो गया। इसके बाद ढोलेवाल स्थित श्मशानघाट में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। कोहली पंजाब सहित देश के संभवत: पहले पुलिस अफसर हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई। लॉकडाउन में ड्यूटी के दौरान उनकी तबियत बिगड़ी थी। वहीं, लुधियाना अब तक दो अफसर खो चुका है। शुक्रवार को कोरोना संक्रमित कानूनगो गुरमेल सिंह की मौत हुई थी।
आतंकवाद जैसे कोरोना खत्म करना है
एसीपी के अंतिम संस्कार के बाद पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने एक वीडियो जारी किया। कहा, ‘अफसोस है कि हमारे एक ईमानदार ऑफिसर कोरोना की जंग में शहीद हो गए हैं। उन्होंने अपनी ड्यूटी तहेदिल से की। हमारा पूरा डिपार्टमेंट इस शहीदी को नमन करता है। अब हमें ड्यूटी और भी ज्यादा सख्ती से करनी है और इससे जीतना है। लेकिन हमें ड्यूटी के दौरान अब सेफ्टी का पूरा ध्यान रखना है। मास्क और ग्लब्ज पहने, इसके साथ ही हाथों को धोते रहें। हमें सोशल डिस्टेंस को मेनटेन रखना है। पंजाब पुलिस ने आतंकवाद का खात्मा जिस दिलेरी से किया, अब इसी तरह से कोरोना का खात्मा करना है।’
हर वो व्यक्ति जो 15-20 दिनों के अंदर संपर्क में आया, जांच को खुद आगे आए
कोरोना के विरुद्ध युद्ध में एक कर्तव्यपरायण पुलिस अफसर शहीद हो गए। एसीपी कोहली की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं थी। संकट की इस घड़ी और लॉकडाउन में वह तो लगातार ड्यूटी कर रहे थे। देश-समाज की सेवा में डटे हुए थे। उन्हें संक्रमित किया हमारे बीच में से ही किसी लापरवाह ने। इस लापरवाह ने कोरोना के जानलेवा खतरों को बहुत हल्के में लिया और लक्ष्मण रेखा लांघी। उस एक अकेले अंजान लापरवाह ने देखिए, कैसे पूरे शहर और कई महकमों के अफसरों-मुलाजिमों के लिए कितना बड़ा खतरा पैदा कर दिया। क्या हम अब भी नहीं संभलेंगे! दरवाजे पर दस्तक दे रही महामारी को क्या अब भी कम समझेंगे? आज हम सभी को संकल्प लेना होगा कि अब ऐसी घातक लापरवाही कोई नहीं करेगा।
हद दर्जे तक संयम बरतना होगा। इसलिए, अपने कदम रोकें, घर में ही रहें और संक्रमण रोकने के नियमों का पालन करें। ताकि हम सब मिलकर संक्रमण की इस चेन को यहीं तोड़ सकें। यह तभी संभव है जब हर वो व्यक्ति जो पिछले 15-20 दिनों में एसीपी के संपर्क में आया, खुद से आगे आए और अपनी जांच कराए। भले ही वह स्वस्थ ही क्यों न हो? इसमें डरने या छुपाने वाली कोई बात नहीं है। टेस्ट कराएंगे तो आप खुद भी संक्रमण से बचेंगे, अपने परिवार को और अन्य कई दूसरे लोगों को भी बचाएंगे। एक जांबाज पुलिस अफसर को यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। लुधियाना के जिम्मेदार निवासियों! अपने कदम रोकिए, घरों में रहिए और नियमों का पालन कीजिए ताकि कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके, कोरोना को हराया जा सके...।
एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली की मौत के बाद एक वीडिया सामने आया है, जिसमें ‘खुद से पहले फर्ज’ को रखने की मिसाल झलकती है। एसीपी, मंडी बोर्ड की अधिकारी, एसएचओ बस्ती जोधेवाल अर्शप्रीत कौर समेत 15 के करीब लोगों की टीम के साथ आढ़ियों से मुखातिब थे। जालंधर बाईपास स्थित सब्जी मंडी में रोज उमड़ती भीड़ और कोराेना संक्रमण को लेकरि बढ़ते खतरे को देखते हुए कोहली समझाते हैं, ‘मंडी बंद होना जरूरी है। अगर मंडी बंद भी होगी तो भी हमें ड्यूटी करनी है। बस, इतना फर्क है कि तब हमारा ध्यान मंडी पर नहीं, बाहर शहर में होगा। ये सब करने के पीछे हमारा फायदा नहीं, बल्कि आपका ही फायदा है, आप सुरक्षित रहेंगे।
लोग कहेंगे कि लंगर के सामान के लिए मंडी खोलिए, तो मैं स्पष्ट करता हूं कि मैं लोगों की जान का रिस्क नहीं ले सकता।’ करीब 1 मिनट 55 सेकंड मिनट की इस वीडियो में वह यही बताते हैं कि मंडी में किसानों, रेहड़ी-फड़ियों और आम लोगों को आने से कितना बड़ा खतरा है। इसके बाद से ही मंडी आम लोगों के लिए बंद कर दी गई थी। चुनिंदा वेंडर ही सब्जी-फल खरीदने आते हैं और फिर शहर में ये छोटे-छोटे बिक्रेताओं को सप्लाई करते हैं। यह भी माना जा रहा है कि मंडी और ऐसी बैठकों से ही वो कोरोना संक्रमित हुए होंगे।
1990 में एएसआई रैंक पर भर्ती हुए थे कोहली
एसीपी अनिल कोहली पंजाब के जिन जिलों में ड्यूटी करते रहे है, वो उन्हें याद करते हैं। जालंधर कैंट एक साधारण से परिवार में 1968 में जन्में कोहली के पिता हरनामदास रेलवे मुलाजिम थे। कोहली शुरू से परिवार में चहेते थे, लिहाजा परिजनों को उनसे उम्मीदें भी ज्यादा थीं। पिता उन्हें पुलिस अधिकारी बनता देखना चाहते थे। ग्रेजुएशन में स्पोर्ट प्लेयर होने के साथ ही उन्होंने पुलिस भर्ती का एग्जाम दिया और 1990 में एएसआई रैंक पर भर्ती हुए। पहली पोस्टिंग जालंधर में रही। फिर 92 में उन्होंने खन्ना में बतौर एसएचओ जाॅइन किया। फतेहगढ़ साहिब, पटियाला और होशियारपुर में भी एसएचओ रहे। 24 साल तक वह बतौर एसएचओ फर्ज निभाते रहे।
2016 में वह पीपीएस प्रमोट हुए और एसीपी बन गए। एसीपी बनने के बाद पहली जाॅइनिंग फतेहगढ़ साहिब रही, उसके बाद बलाचौर और फिर 2019 में लुधियाना में तैनात हुए। यहां वह एसीपी क्राइम और फिर एसीपी नाॅर्थ के पद पर रहे। उनका बड़ा बेटा काफी समय पहले कनाडा में स्टडी बेस पर सैट हो गया था, जबकि दूसरा बेटा उनके साथ ही लुधियाना में रह रहा था। उसकी 12वीं की पढ़ाई पूरी हो चुकी है, इसलिए अब वह उसे भी बड़े बेटे के साथ वहीं भेजने की तैयारी कर रहे थे।
आतंकवाद के समय सीनियर अफसरों के साथ डटे रहे थे कोहली, हर कोई सन्न
आतंकवाद के समय में बड़े अधिकारियों के साथ कोहली ड्यूटी देते रहे हैं। आईजी नौनिहाल सिंह और परमराज सिंह उमरानंगल के साथ मिलकर उन्होंने पंजाब से आतंकवाद का खात्मा किया था। उनकी मौत की खबर आते ही पंजाब पुलिस के कई बड़े-बड़े अधिकारियों ने फोन और मैसेज के जरिए इस दुख की घड़ी में परिवार का साथ दिया। उधर, कुछ साथी कर्मचारियों ने बताया कि एसीपी अनिल कोहली धार्मिक प्रवृति के शख्स थे। सुबह और शाम दो समय उन्होंने ऐसे रखे थे, जब मंदिर या किसी भी धार्मिक स्थल पर माथा टेकने जाते थे। विभाग में यह आम है कि उन्हें जब कोई भी शख्स जागरण का न्योता देता था, तो वह वहां जरूर पहुंचते थे, भले ही किसी की शादी में चाहे न जा पाएं।
इधर, कोरोना संक्रमित पत्नी की हालत स्थिर
एसीपी नॉर्थ की पत्नी पलक भी संक्रमण के चलते शनिवार रात 8 बजे के फोर्टिस हॉस्पिटल में एडमिट हुई थीं। उनकी तबीयत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है।
दिलेर, सुलझे इंसान थे, मेरा भाई चला गया
मुझेयाद है 1990 का वो दिन जब मैं और अनिल एक साथ भर्ती के लिए आए थे। वही थे, जो मेरे इस करियर में पहले दोस्त बने। दोस्त नहीं, एक बड़े भाई। हम दोनों ने एक साथ ट्रेनिंग की थी । प्रेक्टि्स से फ्री होते थे तो ट्रेनिंग सेंटर की कैंटीन में बैठकर गप्पें मारा करते थे। हमें गप्पें मारते देख बाकी के लोग भी पहुंच जाते और खूब महफिल जमती थी। सुबह उठकर रनिंग से लेकर रात के खाने तक हम एक साथ ही रहते थे। उनका साथ इसलिए अच्छा लगता था कि वो एक दोस्त के साथ-साथ बड़े भाई की तरह मुझे गाइड किया करते थे। कुछ महीनों की ट्रेनिंग पूरी हुई तो हमे अलग-अलग जिलों में बतौर एएसआई तैनात किया गया। एक बड़े भाई की कमी लगती थी, लिहाजा रोज, दिन में 5 से 6 बार मैं अनिल भाई को फोन करता था और वो भी। जब उनकी शादी हुई तो मैं भी गया था, शादी वाले घर की कई जिम्मेदारियां मुझे भी दी गई थी, क्योंकि परिवार ने कभी मुझमें और उनमें कोई फर्क नहीं समझा था।
मैंने जिंदगी के सभी अहम फैसलों में उन्हें शरीक किया। ये उनका बड्डपन था कि उन्होंने कभी भी मुझे गलत सलाह नहीं दी। ड्यूटी के प्रति ईमानदारी की बात करें तो दिलेरी और एक सुलझा हुआ इंसान कोई ही शख्स बन सकता है, लेकिन ये दोनों क्वालिटी उनमें थी। मुझे याद है, जब अनिल आतंकवाद के समय ड्यूटी पर रहे। तब वो आईजी परमराज सिंह की टीम में भी रहे। तब उन्होंने दिलेरी के साथ 14 आतंकवादियों के ठिकाने पर फ्रंट लाइन में रहकर मुकाबला किया था। तब 8 आतंकी मार गिराए थे। उन्होंने अपनी जिंदगी की परवाह किए बिना बड़े ही सुलझे हुए तरीके से इस ऑप्रेशन को अंजाम दिया था। ये उनकी दिलेरी और सुझवान होने की एक मिसाल थी। मगर इस बात का मलाल रहेगा कि कभी उन्हें डिस्ट्रिक लेवल पर सम्मान नहीं मिला। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि उनकी मौत हो गई। आज एक दोस्त नहीं, बल्कि मेरे भाई की मौत हुई है। (इतना बोलने के बाद वे रोने लगे और फोन काट दिया) -जैसा कि डीएसपी मोहाली रमनदीप सिंह ने बताया
सोशल मीडिया पर ऐसे किया नमन
‘हमारे पास एसीपी कोहली 7 अप्रैल को एडमिट हुए थे। उस समय उनके खून में ऑक्सीजन की मात्रा 84 थी जोकि आमतौर पर 90 होती है। हमने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए एडमिट किया। जब वो हमारे पास पहुंचे थे तो उनके शरीर को वायरस ने काफी नुकसान पहुंचा दिया था। उसके बाद एक्स-रे, ब्लड टेस्ट, सीटी स्कैन इत्यादि किया। उनके दोनों फेफड़ों में समस्या थी। उसके बाद हमने इन्हें आईसीयू में एडमिट किया और ट्रीटमेंट की शुरुआत की। पहला टेस्ट उनका नोवल कोरोना वायरस का निगेटिव आया। ऑक्सीजन लेवल सही न होने के कारण 11 अप्रैल को उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। निगेटिव आने के बावजूद भी हमने सैंपल दोबारा भेजे थे व ट्रीटमेंट जारी था।
रविवार(12 अप्रैल) देर रात उनकी रिपोर्ट मिली जिसमें ये पॉजीटिव पाए गए। दवाइयां जारी थी, लेकिन उनके ऑर्गन फेल होने शुरू हो गए। फेफड़ों की समस्या तो पहले से ही थी उसके बाद लीवर, किडनी खराब होने शुरू हो गए। फिर बीपी कम होने लगा। विश्व भर में जो भी ट्रीटमेंट किसी मरीज का किया गया वो हमने देने की कोशिश की ताकि उन्हें ठीक कर सकें, लेकिन इस बीच एसीपी की बॉडी ने रिस्पाॅन्स करना बंद कर दिया। शनिवार दोपहर तकरीबन सवा दो बजे उन्होंने आखिरी सांसें ली। उनकी मौत की वजह भी मल्टीपल ऑर्गन फेलियर रही। हम एसीपी की प्लाज्मा थैरेपी का प्लान कर रहे थे, पर शुक्रवार रात को उनकी तबीयत काफी खराब हो गई और वो प्लाज्मा थैरेपी के लिए फिट भी नहीं थे।’(जैसा कि अफसर का इलाज करने वाले डॉक्टर ने भास्कर को बताया।)
डॉ. गौतम अग्रवाल, सीनियर कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डिपार्टमेंट, एसपीएस हॉस्पिटल
पंजाब में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। पिछले 5 दिनों से कोरोना से जंग लड़ रहे 52 साल के एसीपी अनिल कोहली ने शनिवार को शहीद हो गए। एसीपी का राजकीय सम्मान के साथ संस्कार किया गया। प्रदेश में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है। पटियाला में एक दिन में 15 पॉजिटिव मरीज आए। इनमें सिटी से 9 और राजपुरा से 6 केस सामने आए। शनिवार को राज्य में कोरोना के 20 नए पाजिटिव केस दर्ज किए गए हैं।
शहर में 20 अप्रैल से किसी तरह की छूट नहीं
वहीं चंडीगढ़ प्रशासन ने शनिवार को शहर को कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया। प्रशासक वीपी सिंह बदनोर के साथ हुई मीटिंग में यह फैसला किया गया। अब शहर में 20 अप्रैल से किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी। प्रशासन के अनुसार बीमारी को फैलने से रोकने के लिए ऐसा किया गया है। साथ ही कहा गया है कि चंडीगढ़ में आने वाले बाहरी लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा जाएगा, चाहे उनमें कोरोना के लक्षण हों या नहीं। लुधियाना में ही शुक्रवार को कानूनगो गुरमेल सिंह की मौत हुई थी। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए लुधियाना के डिप्टी कमिश्नर प्रदीप अग्रवाल ने भी खुद को क्वारेंटाइन कर लिया है। सीएम कैप्टन ने लुधियाना के एसीपी नार्थ अनिल कोहली और कानूगो गुरमेल सिंह के देहांत पर गहरा दुख जताते हुए इनके वारिसों को 50-50 लाख रुपए देने का एलान किया।
अस्पताल पहुंचने तक काफी नुकसान पहुंचा चुका था वायरस
एसपीएस अस्पताल में पिछले 5 दिनों से कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे एसीपी अनिल कोहली ने शनिवार की दोपहर दम तोड़ दिया। परिजनों को सूचना देने के बाद शव को श्मशानघाट ले जाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। डॉक्टर ने बताया कि जब वो अस्पताल पहुंचे थे तब तक उनके शरीर को वायरस ने काफी नुकसान पहुंचा दिया था। उनके दोनों फेफड़ों में समस्या थी। 11 अप्रैल को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा।
रविवार (12 अप्रैल) देर रात उनकी रिपोर्ट मिली जिसमें ये पॉजीटिव पाए गए। इसके बाद लिवर, किडनी खराब होने शुरू हो गए। शनिवार दोपहर तकरीबन सवा दो बजे उन्होंने आखिरी सांसें ली।
पटियाला तीसरा हॉटस्पॉट बना सिर्फ 2 लोगों से 15 लोग पॉजिटिव
पटियाला जिले में एक दिन में 15 काेराेना केस पाॅजिटिव आए। ये 15 लोग सिर्फ दो लोगों से पॉजिटिव हुए हैं। इनमें सिटी से 9 और राजपुरा से 6 केस हैं। शहर के ये सभी 9 मरीज बुक्स मार्केट से हैं। शुक्रवार को बुक्स मार्केट में पुस्तक महल दुकान के जिस मालिक कृष्ण लाल अग्रवाल व उनके 3 पारिवारिक मैंबर्स की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, आज उनके भतीजे, भतीजे की मां, उसकी पत्नी और करीबन 10 साल की बेटी भी पॉजिटिव आई हैं। कृष्ण लाल अग्रवाल के साथ रहते एक अन्य सिगरेट की दुकान करने वाले व्यक्ति का परिवार भी कोराना पॉजीटिव आया है। इसमें यह व्यक्ति, उसकी पत्नी, बेटा (यह बेटा पंचकूला में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और इन दिनों पटियाला आया हुआथा), पुत्रवधू और उनकी साढ़े 4 साल की बेटी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।
सेहत विभाग ने बुक्स मार्केट से कुल 11 लोगों के सैंपल लिए
शुक्रवार को सेहत विभाग ने बुक्स मार्केट से कुल 11 लोगों के सैंपल लिए थे जिनमें से 9 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इन सभी को राजिंदरा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। इधर, राजपुरा की काेराेना पाॅजिटिव महिला का पटियाला के रजिंदरा अस्पताल में इलाज चल रहा है। विभाग ने कमलेश रानी के घर के 15 सैंपल लिए थे। शनिवार देर शाम 6 बजे महिला के घर के 6 लाेग पाॅजिटिव मिले। इनमें ढाई साल का बच्चा भी शामिल है। इन 6 लाेगाेंमें एक बच्चा, बेटा, बेटे की बहू, दामाद, बेटी सहित एक परिवार का और मेंबर है। जानकारी के मुताबिक महिला के बेटे ने बीते दिनाें लंगर बांटा था।
डॉक्टरों पर पूरा भरोसा रखा, हर निर्देश माना: हरजिंदर
गुरु नानकदेव अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती होशियारपुर के कोरोना पॉजिटिव हरजिंदर सिंह (58) की दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। वह 16 दिन पहले रैफर होकर गुरु नानकदेव अस्पताल आए थे। शुक्रवार को उनका दूसरा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। शनिवार को टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने हरजिंदर सिंह को छुट्टी दे दी गई। बकौल हरजिंदर, 2 अप्रैल को भर्ती होने के बाद उन्होंने डॉक्टरों पर पूरा भरोसा रखा और उनका हर निर्देश मानते हुए हौसला नहीं छोड़ा। यहां इलाज के पहले दो दिन उन्हें सांस में तकलीफ महसूस हुई मगर बाद में वह ठीक होते चले गए। अब घर जाते हुए वह बेहद खुश हैं।
राज्य में 14 और ठीक हुए, सौ याेद्धाओं ने कोरोना काे हराया
देश में कोरोना पॉजिटिव केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। फिर भी राहत की बात यह है कि ठीक होने वालों का आंकड़ा इससे बेहतर है। पिछले 24 घंटे में अम्बाला में एक, फरीदाबाद में तीन, नूंह में चार, पलवल में छह मरीजों के ठीक होने के साथ ही अस्पताल से घर लौटने वालों का आंकड़ा 100 पर पहुंच गया है। करीब 45.45 फीसदी मरीज स्वस्थ हो चुकी हैं। शनिवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक, पलवल में चार, सोनीपत में तीन, नूंह-अम्बाला में एक-एक केस पॉजिटिव आया है।
अब तक कुल 235 मरीज मिल चुके हैं। नए मरीजों में अम्बाला की नर्स भी शामिल है। इस समय अस्पताल में 132 लोग भर्ती हैं। इनमें करीब 120 जमाती हैं। राहत की बात यह भी है कि सात जिलों में पिछले 14 दिनों में एक भी नया केस सामने नहीं आया है। इनमें भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रोहतक, सिरसा और यमुनानगर शामिल हैंं। यहां अभी कोई केस भी नहीं है।
प्रदेश मेंकल से खुलेंगे सरकारी कार्यालय
सोमवार से प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों को खोल दिया जाएगा। ए और बी ग्रेड के सभी अधिकारी-कर्मचारी दफ्तर आएंगे। ग्रुप-बी और डी के कर्मचारियों की उपस्थिति 33 फीसदी रहेगी, जो साप्ताहिक रोस्टर प्रणाली के तहत तय की जाएगी। इसे लेकर मुख्य सचिव की ओर से सभी एचओडी को आदेश जारी किए गए हैं। कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। गेट पर सैनीटाइजर का इंतजाम होगा। अधिकारी और कर्मचारियों के लिए मास्क अनिवार्य रहेगा।
हमीरपुर में दाे और ऊना में एक व्यक्ति संक्रमित 250 के लिएसैंपल
हिमाचलमें काेराेना पाॅजिटिव के मामले 39 तक पहुंच गए हैं। शनिवार काे जिला ऊना के अंब उपमंडल के जम्मन कफबाली गांव में एक व्यक्ति काेराेना पाॅजिटिव पाया गया। शनिवार काे प्रदेश में 250 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें से 56 की रिपाेर्ट नेगेटिव पाई गई। शुक्रवार देर रात काे हमीरपुर जिला में दाे लाेग काेराेना पाॅजिटिव आए। ऐसेमें अब तक हिमाचल में 39 केस आचुके हैं। जला ऊना के जम्मन कब्बाली गांव का 60 वर्षीय रहीम बक्श कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। रहीम बख्श सात से 10 मार्च तक दिल्ली गया था। उसके बाद यह लॉक डाउन के दौरान ही अपने पुश्तैनी गांव आया था। रहीम बख्श काफी अर्से से चंडीगढ़ सैटल था।
लुधियाना शहर के टिब्बा रोड पर स्थित मायापुरी एरिया के पंजाबी बाग में धनिवार को दो पक्षों में झड़प हुई है। दोनों पक्षों की ओर से एक दूसरे पर ईंट-पत्थर और तेजधार हथियारों से हमला किया है। पहले शुक्रवार देर रात एक पक्ष ने दूसरे पर हमला किया था और शनिवार सुबह दूसरे पक्ष ने पहले पर हमला किया। दोनों पक्षों के दर्जन से भी ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मौके पर एडीसीपी-4 अजिंदर सिंह की अगुवाई में तीन थानों की पुलिस मौजूद है और ड्रोन की सहायता से पूरे इलाके पर निगाह रखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, मोहल्ले की निवासी सुनीता नामक महिला का बेटा सब्जी का रेहड़ा लगाता है। शुक्रवार देर शाम मोहल्ले के ही एक युवक ने उससे सब्जी का भाव पूछा और सब्जी का मोल ज्यादा बताने को लेकर दोनों में कहासुनी हो गई थी।
बात इतनी बढ़ गई कि राजू, सुनील, काला, रवि और कालू नामक युवक ने देर रात सुनीता रानी के घर पर हमला कर दिया। इस दौरान उनकी ओर से ईंट-पत्थर मारे गए थे। इसमें सुनीता, नीशा, तस्लीम आदि लोग घायल हुए थे। उनकी ओर से इसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी। शनिवार सुबह दोनों पक्षों में समझौते की बात चल रही थी कि अचानक सुनीता के पक्ष के लोगों ने रात को हमला करने वाले लोगों के परिवार पर अचानक से हमला कर दिया। इस दौरान हमलावरों ने तेजधार हथियार, ईंट-पत्थर चलाए हैं।
सूचना मिलते ही एडीसीपी अजिंदर सिंह की अगुवाई में तीन थानों की पुलिस, एआरपी के जवान और अन्य पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे हैं। लाठी बल से लोगों को उनके घरों में भेजा गया है। पूरे एरिया में ड्रोन की सहायता से निगाह भी रखी जा रही है। एडीसीपी अजिंदर सिंह के अनुसार किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इन लोगों ने कर्फ्यू का भी उलंघन किया है और इस पर कार्रवाई जरूर होगी।
सूबे में शुक्रवार की सुबह किसानों के लिए परेशानियां लेकर आईं। कोरोना से बचाव के तमाम उपाय अपनाते हुए मंडियों में पहुंचे किसान को मौसम के बदले तेवरों का भी सामना करना पड़ा। कोरोना से बचाव को प्राथमिकता में रखने वाले प्रशासन व आढ़तियों का ध्यान कुदरत की ओर नहीं होने के चलते अपने बच्चों की तरह पाली फसल को बचाने के लिए किसान मंडियों में मोर्चा लेते दिखे। घर में बोरियों से बनाई जुगाड़ु तिरपालों से गेहूं को बचाने की कोशिश की गई।
जबकि सूबे के कई जिलों में कई जगह सुबह से ही बूंदाबांदी व तेज हवाओं के चलने से किसान परेशान हुए। मलोट के गांव लंबी, वनवाला, मेहना, भीटीवाला, ढाणी तेलिया दी, कंदखेड़ा सहित विभिन्न गांवों में ओले गिरने व बारिश से गेहूं की पकी फसल समेत सब्जियों की फसल को नुकसान हुआ है।
आज भी आंधी के आसार, 22 तक ऐसा ही रहेगा मौसम
दूसरी तरफ चंडीगढ़ के वेदर स्टेशन पर डायरेक्टर डॉ सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर महीन बूंदाबांदी हो सकती है। मध्यम गति की हवाएं चलेंगी। अभी 22 अप्रैल तक इसी तरह का मौसम रहेगा। लेकिन दोपहर को तीखी धूप का असर बरकरार रहेगा।
इसी दौरान जालंधर में एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन में हवाएं चलने से शाम 4:00 बजे टेंपरेचर में कमी दर्ज की है। जहां 1 दिन पहले 35 डिग्री टेंपरेचर चल रहा था आज वह 27 पर आ गया। रात का टेंपरेचर 20 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। मौसम विभाग के अनुसार अभी मुख्य तौर पर दोपहर को तीखी धूप का सामना करना पड़ेगा।
कटाई शुरू होते ही कम हुई हवा की गुणवत्ता
गेहूं की कटाई शुरू होते ही खेतों से उठने वाली धूल से एयर क्वालिटी इंडेक्स फिर से बढ़ना शुरू हो गया है। 4 दिन पहले जहां हवा का क्वालिटी इंडेक्स 35 चल रहा था, वह शुक्रवार को बढ़कर 58 पहुंच गया है। यानी कि प्रति घन मीटर हवा में 58% पोलूशन के कण हैं। फिलहाल वाहनों से पैदा होने वाली गैसों की बजाए धूल के कणों के कारण हवा खराब हो रही।
लुधियाना में कोरोना का कहर जारी है। कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस के एसीपी लुधियाना नॉर्थ की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। अब एसीपी की पत्नी, एसएचओ और ड्राइवर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। जिले में अब तक कुल 15 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिनमें से दो महिलाओं की बीते दिनों मौत हो चुकी है। वहीं आज मौत कायह आंकड़ा 3 होगया। आज 58 वर्षीय कानूनगो की कोरोना से मौत हो गई।जिले के कस्बा पायल निवासी गुरमेल दिल की बीमारी के अलावा खांसी-बुखारसे पीड़ित हो 14 अप्रैल से डीएमसी अस्पताल में भर्ती थे। एसीपी का ड्राइवर फिरोजपुर का रहने वाला है। सेहत विभाग ने फिरोजपुर के जिला प्रशासन को सूचित किया है और वहां भी कुछ लोगों क्वारैंटाइन किया जा रहा है।
52 वर्षीय एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली पिछले 6 अप्रैल से एसपीएस अस्पताल में भर्ती चल रहे थे। 9 अप्रैल को कोरोना के लक्षण पाए जाने पर टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा से सैंपल लेकर पटियाला के राजिंदरा अस्पताल भेजा गया। 13 अप्रैल को यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालांकि अभी तक उनकी हिस्ट्री ट्रेस नहीं की जा सकी है, लेकिन इसके बाद चार दिन के अंतराल में चार केस सामने और आ गए।
22 मार्च से ड्यूटी पर नहीं थे कानूनगो गुरमेल, 14 अप्रैल से थे डीएमसी में भर्ती
पुलिस जिला खन्ना की सब डिविजन पायल निवासी कोरोना पॉजिटिव 58 वर्षीय कानूनगो गुरमेल को 14 अप्रैल को तबीयत बिगड़ने पर डीएमसी अस्पताल में लाया गया था। कानूनगो की तबीयत खराब होने के कारण 22 मार्च के बाद ड्यूटी पर नहीं बुलाया गया था। वह तब से ही अपने निवास पर क्वारैंटाइन थे, वहीं हालत ज्यादा खराब होने के चलते बाद में अस्पताल लाया गया।
सेहत विभाग का कहना-कानूनगो से मिलने के लिए 60-70 लोग आए थे
परिवार में कानूनगो के पिता, माता, बेटा और बेटी हैं। बताया जाता है कि उनकी सास भी कुछ समय के लिए उनके निवास पर आई थीं। उनके बेटे का कहना है कि उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और न ही वह किसी व्यक्ति विशेष के संपर्क में आए थे। उधर, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कानूनगो से मिलने के लिए 60-70 लोग आए थे। विभाग की टीमें उन लोगों की पहचान कर रही हैं। उनकी स्क्रीनिंग भी की जाएगी। लक्षण पाए गए तो उन्हें आइसोलेट भी किया जाएगा।
क्या कह रहे हैं सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा
सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा का कहना है कि शुक्रवार को एसीपी अनिल कोहली की पत्नी, ड्राइवर और संपर्क में रहे एक एसएचओ को कोरोना संक्रमण की बात सामने आई है। उन्हें भी पुलिस अधिकारी से पता चला है।सिविल सर्जन ने बताया कि एसपीएस अस्पताल में भर्ती एसीपी अनिल कोहली के साथ रहने वाले कॉन्स्टेबल व एएसआई की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि अब 86 सैंपलों की रिपोर्ट पेंडिंग है। वहीं एसीपी की हालत स्थिर बनी हुई है।
अगले अकादमिक वर्ष से सेंटर बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) 9वीं से 12वीं क्लास की एग्जाम की मार्किंग के लिए नया पैटर्न अपनाने जा रहा है। जारी पत्र के मुताबिक थ्योरी पेपर में 20% सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप होंगे। इसमें मल्टीपल चॉइस वाले सवाल भी शामिल हैं। इसी तरह से 20% और 10% केस बेस्ड या सोर्स बेस्ड इंटीग्रेटेड सवाल पूछे जाएंगे।
ये बदलाव क्लास 9वीं, 10वीं और 12वीं के लिए हैं। फाइनल एग्जाम में बाकी बचे सवाल शॉर्ट और लॉन्ग आंसर फॉर्मेट में होंगे। 2019-20 में 9वीं-10वीं के लिए केस बेस्ड औरसोर्स बेस्ड इंटीग्रेशन सवाल इंट्रोड्यूस किए गए, लेकिन तब इनकी निर्धारित संख्या तय नहीं थी। साल 2020 के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम की थीम कॉम्पिटेंसी बेस्ड एजुकेशन है।
असेस्मेंट में फेल स्टूडेंट्स अगली कक्षा में होंगे प्रमोट
सीबीएसई ने उन सभी स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में प्रमोट करने के निर्देश दिए हैं, जो स्कूल के इंटरनल असेस्मेंट में फेल हो गए हैं। कई स्कूलों ने ऐसे स्टूडेंट्स का रिजल्ट रोक दिया है। इसे लेकर बोर्ड ने सभी स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि जो छात्र इंटरनल असेस्मेंट में फेल हो गए हैं, उनका स्कूल अपने स्तर पर दोबारा ऑनलाइन या ऑफलाइन टेस्ट लें और अगली कक्षा में प्रमोट करें।
नीट और जेईई के आवेदन फार्म में परीक्षार्थी तीन मई तक करें सुधार
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने एक बार फिर नीट और जेईई परीक्षा के लिए एप्लीकेशन फॉर्म में सुधार प्रक्रिया की आखिरी तारीख को बढ़ा दिया है। अब स्टूडेंट्स 3 मई तक एप्लीकेशन फॉर्म में करेक्शन करवा सकते हैं। एनटीए ने 19 मार्च से करेक्शन प्रोसेस रिओपन कर दी थी। उम्मीदवार अपने फॉर्म में बदलाव ऑफिशियल वेबसाइट ntaneet.nic.in और jeemain.nta.nic.in पर जाकर कर सकते हैं। इससे पहले एनटीए ने सुधार करने और एग्जाम सेंटर बदलने की आखिरी तारीख 14 अप्रैल रखी थी।
ऐसे करें सुधार
खन्ना के गांव भमद्दी के एंट्री प्वाइंट पर प्रवासी को जाने से रोका तो वह थूकने लगा। लोगों ने पकड़ने की कोशिश की तो वह भागकर 50 फुट ऊंची बिजली की हाईपावर एक्सटेंशन खंभेपर चढ़ गया। जिस खंभे पर वह चढ़ा वह लाइन चालू नहीं थी। कोरोना संदिग्ध मान पुलिस व सेहत विभाग को सूचना दी गई।तीन घंटे तक चले ड्रामे में जब वह व्यक्ति नीचे नहीं उतरा तो बिजली विभाग के दो कर्मचारी पीपीई किट पहनाकर खंभे पर चढ़े। यूपी के सहारनपुर का यह युवक अपनी पैंट के जरिये तारों पर आगे बढ़ने लगा, पर गिर गया।
युवक उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का रहने वाला बताया जा रहा है। इस बारे मेंडीएसपी राजन परमिंदर सिंह ने बताया कि सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को नीचे उतरने के लिए काफी अपील की, लेकिन जब वह नीचे नहीं उतरा तो बिजली निगम के कर्मियों को पीपीई किट पहनाकर ऊपर भेजा गया।
उसे नीचे उतारे जाने की कोशिशों के बीच वह अपनी पैंट के सहारे तारों पर चलने लग गया, लेकिन इसी दौरान संतुलन बिगड़ा और वह नीचे गिर गया। गनीमत रही कि नीचे खेत में गिरा, नहीं तो जान भी जा सकती थी। उधर इस बारे में सेहत विभाग की रैपिड कोविड टीम के अधिकारी हरविंदर कौर ने बताया कि उसे लुधियाना सिविल अस्पताल भेज दिया है जहां उसके सैंपल लिए जाएंगे।
लुधियाना के पॉश इलाके भाई रणधीर सिंह नगर के आई-ब्लॉक में एक महिला की हत्या कर दिए जाने का मामला सामने आया है। पता चला है कि पति के साथ विवाद के बाद वह यहां किराये के मकान में अकेले रह रही थी और हत्या की वारदात से पर्दा तब उठा, जब काम वाली आई। शव को देख उसने शोर मचाना शुरू कर दिया और इसके बाद वहां जमा हुए पड़ोसियों नेपुलिस बुलाई ली। पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में हत्या गला दबाकर या फिर सांस रोककर की गई लगती है। महिला के चेहरे पर एक लिफाफा भी ढका मिला है।
मिली जानकारी के अनुसार, 44 वर्षीय गीता ने हैदराबाद के रामा कृष्णन से फेसबुक के जरिये मुलाकात के बाद दूसरी शादी की थी। इन दिनों पति हैदराबाद में ही नौकरी कर रहा था, जबकि गीता यहां आयुर्वेदिक प्रोडक्ट की दुकान चलाती थी। दो दिन पहले मकान मालिकों ने उसे देखा था, लेकिन उसके बाद वह नजर नहीं आई। मकान मालिकों ने सोचा कि कोरोना वायरस को लेकर चल रहे कर्फ्यू के कारण गीता कमरे में ही होगी। मंगलवार सुबह उसके घर काम करने वाली महिला आई तो अंदर गीता का शव पड़ा हुआ था।
उसके मुंह के ऊपर लिफाफा चढ़ा हुआ था, जिसे देख नौकरानी ने शोर मचा दिया और आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। सूचना मिलने के बाद एसीपी वैस्ट समीर वर्मा थाना सराभा नगर पुलिस, सीआइए टीम, डॉग स्कवॉयड, फिंगर प्रिंट टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। महिला की मौत कोरोना वायरस से न हुई हो, उसकी पुष्टि के लिए पुलिस प्रशासन ने पहले कोविड-19 टीम को बुलाकर जांच करवाई। हालांकि ऐसा कुछ नहीं मिला, तब कहीं पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। थाना सराभा नगर पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
एसीपी समीर वर्मा ने बताया कि अब तक की जांच में हत्या गला दबाकर या फिर सांस रोककर की गई लगती है, बाकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्थिति स्प्ष्ट हो जाएगी। साथ ही जिसने भी हत्या की है, वह गीता देवी का जानकार रहा होगा, क्योंकि घर में ली गई एंट्री फ्रैंडली लगती है। आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए जा रहे हैं। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल भी खंगाली तो कुछ नंबर मिले हैं।
दो दिन पहले पटियाला में निहंगों के हमले में पंजाब पुलिस के एएसआई की कलाई कट जाने के बाद विवादित बयान देना लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को भारी पड़ गया। लोक इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष बैंस की सुरक्षा वापस लेने के फैसले के साथ इसमें लगे चार पुलिस मुलाजिमों को तुरंत प्रभाव से पुलिस लाइन में ड्यूटी जॉइन करने को कहा गया है। इतना ही नहीं, अक्सर विवादित बयान देने के बाद लोगों की वाहवाही लूटने वाले बैंस दो दिन से सोयाल मीडिया पर भी अकेले से पड़े नजर आए।
दरअसल, बैंस ने पटियाला की सब्जी मंडी में हुई घटना के लिए पुलिस को दोषी ठहरा दिया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा था कि बीते दिनों पुलिस ने लोगों के साथ जैसा सुलूक किया, यह उसकी प्रतिक्रिया थी। वीडियो में बैंस ने उल्टा सवाल दाग दिया कि जांच इस एंगल से होनी चाहिए कि आखिरकार निहंगों को कृपाण क्यों निकालनी पड़ी।
यह है पूरी हकीकत
हालांकि हकीकत में साफ दिख रहा है कि किस तरह बिना कर्फ्यू पास के सब्जी मंडी पहुंचे निहंग पुलिस के रोके जाने के बाद बैरिकेड तोड़कर भागने का प्रयास करते हैं। एक बैरिकेड पर गाड़ी के अगले हिस्से के फंस जाने के चलते मजबूरन उन्हें रुकना पड़ा। इस पर उन्होंने किसी तरह तलवारें लहराते हुए एएसआई हरजीत की कलाईही उसकी बाजू से अलग कर दी और दूसरे पुलिस वालों की पिटाई भी की।
हो रहे पुलिस वाले की बहादुरी के चर्चे
एक तरफ बैंस के खिलाफ मैसेज के जरिये सख्त शब्दों के प्रयोग का क्रम जारी रहा तो दूसरी ओर सोशल मीडिया पर पीड़ित एएसआई हरजीत सिंह की बहादुरी का जिक्र करते हुए लोगों द्वारा उसे हीरो के तौर पर पेश किया गया। इसमें मुख्य रूप से कहा गया कि यह बहादुर सिपाही दुपहिया वाहन पर ही अपना कटा हुआ हाथ लेकर दस किलोमीटर दूर अस्पताल पहुंच गया।
जवाब के लिए घनघनाती रहीमीडिया के फोनों की घंटियां
वीडियो के बारे में विधायक सिमरजीत सिंह बैंस की प्रतिक्रिया लेने के लिए मीडिया ने कई प्रयास किए। सिर्फ एक बार फोन कॉल अटेंड हुई, जिस दौरान बैंस के पीए ने विधायक के व्यस्त होने की बात कहते हुए बाद में कॉल करवाने की बात कही। इसके बाद भी इस नंबर पर कोई जवाब नहीं मिल रहा। उधर इस मसले पर पंजाब पुलिस के उच्चाधिकारियों ने संज्ञान लेते हुए सख्ती बरती है। कर्फ्यू के बीच बैंस की सुरक्षा में लगे चार पुलिस मुलाजिमों को तुरंत प्रभाव से पुलिस लाइन में जॉइन करने संबंधी निर्देश जारी हुए हैं।
डीजीपी बोले-नफरत फैलाने वालों पर होगी ऐसी कार्रवाई
इस मामले अक्सर विवादित बयान देकर वाहवाही बटोरने वाले लोक इंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस इस बार बुरी तरह फंस गए हैं। साथ ही पुलिस ने इसी घटना की आड़ में धार्मिक नफरत फैलाने वाले मोगा, होशियारपुर, मलोट व बटाला के रहने वाले चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने चेतावनी भी दी है कि धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों पर इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।
पावरकॉम ने बिजली उपभाेक्ताओंसे अब औसतन बिल नहीं बल्कि रीडिंग के हिसाब से ही बिल वसूलेगा। इससे पहले पावरकाॅम ने बिजली का औसतन बिल भेजने की याेजना बनाई थी। उपभाेक्ताओंके विराेध के बाद खास इंडस्ट्रियल उपभाेक्ताओंने एवरेज बिल का विराेध किया था। इसके बाद फैसला बदला गया। इसके बाद भी पावरकाॅम 10 हजार रुपए से अधिक का बिल ऑनलाइन भुगतान करने वाले उपभोक्ता काे 1 प्रतिशत बिल में रियायत दे रही है।
लॉक डाउन व कर्फ्यू की वजह से फैक्ट्रियां बंद हैं और उनके ना चलने पर भी एवरेज के हिसाब से बिजली का बिल भरना कारोबारियों काे मुश्किल था। पावरकॉम के चेयरमैन कम डायरेक्टर (सीएमडी) इंजीनियर बलदेव सिंह सरां ने वीडियो कांफ्रेंसिंग कर समस्याएं सुनी थीं, जिसमें उद्योगपतियों ने समस्याओं के बारे में बताया था।
एडवांस बिजली बिल जमा कराओ, हर माह 1 फीसदी ब्याज पाओ
पंजाब स्टेट पावर काॅरपोरेशन लिमिडेट (पीएसपीसीएल) ने 15 लाख से अधिक कंज्यूमर को एडवांस में बिल जमा करवा कर उस पर ब्याज लेने का सुनहरा मौका दिया है। एडवांस बिल जमा करने पर पावरकाॅम उपभोक्ता को महीने का 1 फीसदी यानी साल का 12 फीसदी ब्याज देगा। एडवांस में बिजली बिल का भुगतान 7-8 साल पहले भी किया जाता था। परंतु किसी कारण वश इसे बंद कर दिया गया। अब पावरकॉम ने बिजली बिल की एडवांस पेमेंट दोबारा से शुरू कर दी है। चीफ इंजीनियर दलजीत इंदरपाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि उपभोक्ता अपने बिजली बिल के साल की एवरेज बिल के मुताबिक एडवांस बिल जमा करवा सकता है।
ऐसे भरें बिजली बिल
बिजली बिल 2 तरह से भर सकते हैं Paytm और PhonePe से। आप चाहे तो वेबसाइट www.pspcl.in पर जाकर भी बिल भर सकते हैं। आप एप्लीकेशन से बिल ऑनलाइन भरें, क्याेकि एप्लीकेशन से बिल भरना एक एकदम आसान है। अगर आपके पास समार्ट फाेन नहीं है तो अपने कंप्यूटर या ऐसा मोबाइल जिसमें इंटरनेट चलता हो उसमें आप Paytm या PhonePe की वेबसाइट जाकर करके बिजली का बिल ऑनलाइन भर सकते हैं।
इधर, गोबिंदगढ़ में एक फीसदी छूट के लिए 10 करोड़ एडवांस पेमेंट जमा कराई
लॉक डाउन के कारण पावरकॉम में फाइनेंशल क्राइसेस चल रहा है। गोबिंदगढ़ में एक व्यक्ति ने एडवांस पेमेंट जमा करवाई गई है। उन्हें उसका साल का 12% ब्याज मिलेगा। इसी तरह लुधियाना की इंडस्ट्री से भी अपील है कि वो भी एडवांस बिल जमा करवाए ताकि उनका साल का इकट्ठा बिल जमा होने से टेंशनफ्री होंगे वहीं पावरकॉम साल का ब्याज भी देगा। जिससे इंडस्ट्री को फायदा मिलेगा।
इस हिसाब से प्रति यूनिट देना हाेता है बिजली बिल
यूनिट | बिल/यूनिट |
200 | 4.99 रुपए |
300 | 6.59 रुपए |
500 | 7.20 रुपए |
800 | 7.41 रुपए |
2 किलो वाट तक रुपए 35/यूनिट और 2-7 किलो रुपए 45/यूनिट फिस्क चार्ज है।
अंबाला मंडल ने आवश्यक वस्तुओं को नागरिकों तक पहुंचाने हेतु विशेष पार्सल गाड़ियों का संचालन 25 अप्रैल तक बढ़ाया है। लुधियाना-बांद्रा यह गाड़ी बांद्रा से 15, 17, 20, 22 और 24 अप्रैल को रात 8.00 बजे चलेगी और लुधियाना पहुंचेगी। इसमें 5 पार्सल यान और 1 एसएलआर होंगे। वहीं लुधियाना से 17, 19, 22, 24 और 26 अप्रैल को 23.30 बजे चलेगी और बांद्रा टर्मिनस जायेगी। मुंबई सेंट्रल–फिरोजपुर गाड़ी : मुंबई सेंट्रल से 14, 16, 18,19, 21, 23 और 25 अप्रैल को 19.45 पर चलेगी और फिरोजपुर जाएगी। यही गाड़ी फिरोजपुर से 14, 16, 18, 20, 21, 23, 25 और 27 अप्रैल को 08.00 बजे चलेगी और मुंबई सेंट्रल जाएगी।
हैदराबाद-अमृतसर: यह गाड़ी हैदराबाद से 17 और 24 अप्रैल को 19.30 पर चलेगी और अमृतसर जाएगी और अमृतसर से 20 व 27 अप्रैल को 05.00 बजे चलेगी और हैदराबाद जाएगी। अमृतसर-हावड़ा यह गाड़ी अमृतसर से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 18.40 बजे चलेगी और हावड़ा जाएगी। यही गाड़ी हावड़ा से 28 अप्रैल तक प्रतिदिन 19.10 पर चलेगी और अमृतसर आएगी। दिल्ली–जम्मूतवी यह गाड़ी दिल्ली से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 22.30 पर चलेगी और जम्मूतवी जाएगी और जम्मू से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 18.10 पर चलेगी।
कालका-अंबाला-कालका पार्सल गाड़ी
यह गाड़ी कालका से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 20.00 बजे चलेगी और अम्बाला 21.50 बजे पहुंचेगी और अम्बाला से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 04.00 बजे चलकर 05.50 बजे कालका पहुंचेगी और मार्ग में दोनों दिशाओं में चंडीगढ़ स्टेशन पर ठहराव लेगी।
देहरादून-दिल्ली-देहरादून दैनिक पार्सल गाड़ी
यह गाड़ी देहरादून से 25 अप्रैल तक प्रतिदिन 10.00 बजे चलेगी और दिल्ली पहुचेगी। वहीं दिल्ली से 26 अप्रैल तक प्रतिदिन 16.10 बजे चलेगी और देहरादून पहुंचेगी।
लुधियाना के असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस नॉर्थ (एसीपी) अनिल कोहली को कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वह खांसी, सांस लेने में परेशानी और बुखार की शिकायत के बादपिछले एक सप्ताह से यहां के एक हॉस्पिटल में एडमिट थे। चार दिन पहलेउनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, तबीयत में सुधार नहीं होने के बाद डॉक्टरों ने दोबारा सैंपल जांच के लिए भेजेथे। सोमवार को आई रिपोर्ट में उन्हें संक्रमण की पुष्टि हुई है। लुधियाना में अब तक संक्रमण के 11 केस आ चुके हैं। इसमें दो संक्रमित महिलाओं की मौत हो चुकी है।
पंजाब में पुलिस अधिकारी के संक्रमण होने का यह पहला मामला है। अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके संपर्क में रहकर काम करने वाले कई थाना प्रभारियों व अन्य को होम क्वारैंटाइन कर दिया गया है। एसीपी मूल रूप से खन्ना जिले के रहने वाले हैं। लुधियाना की पॉश कॉलोनी सन सिटी में रहते हैं। एसीपी का बड़ा बेटा कनाडा में रहता है।
अस्पताल में भर्ती चल रहे थे 52 वर्षीय एसीपी
लुधियाना के सिविल सर्जन राजेश बग्गा ने बताया कि 52 वर्षीय एसीपी नॉर्थ अनिल कोहली पिछले एक सप्ताह से एसपीएस अस्पताल में भर्ती चल रहे थे। 4 दिन पहले ही कोरोना के लक्षण पाए जाने पर टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन हालत ठीक नहीं होने पर दोबारा से सैंपल लेकर पटियाला के राजिंदरा अस्पताल भेजा गया। अब यह रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सिविल सर्जन का कहना है कि संक्रमण की रिपोर्ट के बाद उनकी हिस्ट्री ट्रेस की जा रही है।
सिविल अस्पताल में दम तोड़ने वाली बच्ची व महिला की रिपोर्ट निगेटिव
दो दिन पहले सिविल अस्पताल में दम तोड़ने वाली 10 वर्षीय बच्ची की रिपोर्ट निगेटिव है। सैंपल रिपोर्ट के इंतजार के कारण बच्ची का शव दो दिन से सिविल अस्पताल में पड़ा था। वहीं सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दम तोड़ने वाली 59 वर्षीय एक अन्य संदिग्ध महिला मरीज की सैंपल रिपोर्ट भी निगेटिव पाई आई है। लुधियाना में सबसे पहले संक्रमित हुई स्टील कारोबारी की पत्नी डीएमसी में इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट चुकी हैं।
शहर में लगातार बढ़ रहे डॉक्टरों के साथ करोना वायरस के शकी मरीजों व अन्य लोगों द्वारा झगड़ने के मामलों आने पर लुधियाना पुलिस ने टीमें गठित की है। कोविड कमांडो के नाम से गठित टीम में 20 पुलिस मुलाजिम तैनात किए गए हैं। इस टीम को चार हिस्सों में बांटा गया है। हर टीम में पांच मुलाजिम होगें। इसमें एक महिला मुलाजिम की भी ड्यूटी लगाई गई है। यह टीमें डॉक्टरों के साथ कही शकी मरीज को चेक करने जाने व उसे लेकर आने के दौरान साथ जाएंगी।
मरीज व उनकी फैमिली कोटीमें खुद संभालेगी
इस दौरान डॉक्टरों को आने वाली समस्याओं, मरीज व उनकी फैमिली कोटीमें खुद संभालेगी। सभी मुलाजिमों को स्पेशल सूट व कीटे दी गई है। सभी मुलाजिमों को डीएमसी अस्पताल से स्पेशल ट्रेनिंग दिलाई गई है। जिसके बाद ही इन्हें बुधवार से फिल्ड में उतारा गया है। इसके नोडल अफसर एडीसीपी सचिन गुप्ता हैं जबकि एसीपी राजन शर्मा टीम की देखरेख करेगें।
50 मुलाजिमों को दी ट्रेनिंग, जरूरत पड़ने पर किए जाएंगे दोगुने : सीपी
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि अभी कुल 50 मुलाजिमों को इस टीम में तैनात किया गया है। लेकिन 20 मुलाजिम ही फील्ड में उतारे गए है। इन्हें डीएमसी अस्पताल से स्पेशल ट्रेनिंग के साथ कमांडो ट्रेनिंग दी गई है। ताकि व हर स्थिति से निपट सके। वहीं जरूरत के मुताबिक इनकी गिनती दोगुना भी की जा सकती है।
हैजमैंट सूट, फेस शील्ड, मास्क समेत कई चीजें दी
सभी कमांडों को व्हाइट हैजमेंट सूट दिए गए है। ताकि वह पूरी तरह से सेफ रहे। इसके अलावा उन्हें फेस शील्ड, मास्क, सैनेटाइजर, ग्लव्स व अन्य सेफ्टी कीट मुहैया करवाई गई है। इसके अलावा अलग से प्रोटेक्शन सूट भी दिया गया है।
कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों को देखते हुए पंजाब में कर्फ्यू व देशभर में लॉकडाउन लगाया हुआ है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए अब गांव के लोग भी आगे आने लगे हैं। लुधियाना जिलेके कई गांवों ने बाहरी लोगों के प्रवेश में प्रतिबंध लगा दिया है और गांव के लोग बाहर भी नहीं जा रहे हैं। जिलेके मलकपुर व अन्य देहाती इलाकों के गांव के लोग खुद के बचाव के लिए आगे आए हैं। लुधियाना ही नहीं,राज्य के छोटे-बड़े कुल 13 हजार 240 गांवों में8 हजार के करीबगांवोंने बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिएग्रामीण क्षेत्रों में अच्छी पहल की है।
गांव के युवा सुबह से शाम तक गांव जाने वाले रास्तों पर पहरा दे रहे हैं, ताकि कोई बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश न कर सके। रात के समय भी पहरेदारी के लिए युवाओं की तैनाती सुनिश्चित की गई है। युवा किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में घुसने से रोक रहे हैं।कोरोना वायरस से बचाव को लेकर कर्फ्यू के निर्देशों का गांवों में भी पूरा पालन होता है। जगराओं तहसील अधीन आते गांव कमालपुरा, गांव मददेपुरा व गांव अखाड़ा के सरपंचों व लोगों से बातचीत की तो उन सभी ने कहा कि जिंदगी किसको प्यारी नहीं होती है। हम सब कर्फ्यू के मद्देनजर अपने घरों में ही सावधानियां बरतते हैं।
घर-घर पहुंच रहा जरूरत का सामान
अखाड़ा गांव की सरपंच जसविंदर कौर ने बताया कि गांव के युवकों हरविंदर सिंह, जगरूप सिंह, जगराज सिंह, रणजीत सिंह, भूपिंदर सिंह, बलविंदर सिंह ने मिलकर गांव वालों की इस कर्फ्यू में मदद के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया है। इसमें करियाना, आटा-चक्की, मेडिसन व राशन की सुविधा देने की कोशिश की है। यह वाट्सएप नंबर गांव वालों जारी कर दिया है जिसमें जिसको कोई जरूरत होगी उसके पास जरूरत का सामान पहुंच जाएगा। इसके अलावा दुकानों के बाहर सफेद कली से गोलचक्करबना दिए गए हैं कि यदि कोई सामान लेने आएगा तो एक-दूसरे से दूरी जरूर बनाएं और संक्रमण से बचें।
लुधियाना में कर्फ्यू के बीच एक स्कूल की दीवार तोड़ दिए जाने की घटना सामने आई है। वजह जमीन को लेकर चल रहे झगड़े को बताया जा रहा है। फिलहाल कुल 7 में दो आरोपियों बाप-बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि परिवार के बुजुर्ग समेत 4 की तलाश जारी है।
अपने बयान में उसने बताया कि एक साल पहले उसने पटवारी भगत सिंह से 4 कनाल 12 मरले और जगतार सिंह से 80 वर्ग गज जमीन खरीदी थी। उसके चारों तरफ 4 फीट ऊंची दीवार करके अंदर स्कूल बनाया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण चलते लगे कर्फ्यू के कारण उन्हें स्कूल बंद करना पड़ा, मगर 1 अप्रैल की सुबह उसे पता चला कि आरोपियों का जगतार सिंह के साथ कोई जमीनी विवाद है। उसी की रंजिश में आरोपियों ने उसके स्कूल की दीवारों को तोड़ डाला।
इस बारे में थाना जमालपुर की मुंडियां चौकी के एसआई हरभजन सिंह ने बताया कि पुलिस ने मुंडियां खुर्द निवासी गुरदीप सिंह की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। पकड़े गए आरोपी अवतार सिंह व उसका बेटा शविंदरपाल सिंह हैं, जबकि अवतार सिंह के पिता प्रीतम सिंह समेत 4 अज्ञात लोगों की पुलिस को तलाश है।
लुधियाना के टाइगर सफारी में पूरा ऐहतियात बरता जा रहा है। दरअसल अमेरिका के न्यूयार्क में चिड़ियाघर में एक बाघिन के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भारत में भी चिड़ियाघरों को भी अलर्ट कर दिया गया है। ऐसे में यहां लुधियाना केटाइगर सफारी की खास आकर्षण बाघिन इंजरा और चिराग को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। बाघों के पिंजरों को सुबह-शाम सैनिटाइज किया जा रहा है।
डिवीजनल फॉरेस्ट अफसर (वाइल्ड लाइफ) खुशविंदर सिंह गिल ने बताया कि नई दिल्ली स्थित सेंट्रल जू ऑथोरिटी से गाइडलाइंस भेजी गई हैं।इसमें बाघ और पक्षियों के रहने के स्थान की विशेष तौर पर साफ सफाई रखने, बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के लिए कहा गया है। इसके अनुरूप टाइगर सफारी में व्यवस्था की गई है।
वैसे 16 मार्च से ही टाइगर सफारी बंद है। टाइगर सफारी के संचालकों का कहना है कि दोनों बाघिन पूरी तरह स्वस्थ हैं। फिर भी उनके रक्त के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। उनकी देखरेख करने वाली टीम के सदस्यों के अलावा किसी अन्य को उनके पास जाने की इजाजत नहीं है। टाइगर सफारी के संचालक नरिंदर सिंह खुद भी बाहर से ही सारा संचालन करते हैं।
ये किए जा रहे उपाय
दोनों बाघिन की देखरेख में तीन टीमें कार्यरत हैं। टाइगर को खाना-पानी देने के लिए जो टीम अंदर जाती है, वह पहले खुद सैनिटाइज होती है, ताकि उन तक कोई वायरस न पहुंच पाए। बाघ के पिंजरों को भी सुबह-शाम सैनिटाइज किया जा रहा है। टाइगर्स को ताजा और क्वालिटी वाला चिकन व मटन ही दिया जा रहा है। इसके अलावा टाइगर सफारी के अन्य पक्षियों और पशुओं की भी सफाई के विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं।
कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश के साथ-साथ पंजाब की जनता भी कुदरती उजियारा फैलाकर एकजुटता का संदेश देती नजर आई।लोगों में खूब उत्साह देखने को मिला। हर किसी ने अपने-अपने हिसाब से ठीक वैसे ही तैयारी कर रखी थी, जैसे 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बीच कोरोना वॉरियर्स को तालियां और थालियां बजाकर धन्यवाद कहा था। कारण भले ही कुछ भी हो, पर हकीकत में किसी भी नजरिये से मन को विश्वास नहीं हो रहा था ये बैसाख का महीना चल रहा है। ऐसा लग रहा था, मानो 6 महीने आई दिवाली गुजरी ही नहीं है।कुछ इस तरह से रहा सोहणे पंजाब कामाहौल...
सूबे में कोरोना संक्रमित 2 अाैर की माैत हाे गई। लुधियाना में 69 वर्षीय महिला ने फोर्टिस अस्पताल और अमृतसर में पठानकोट की 75 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा। पिछले 19 दिनों में 7 की मौत हो चुकी है। रविवार को अमृतसर में 2 व बरनाला में 1 पॉजिटिव केस आया। इससे आंकड़ा अब 70 हो गया है। अमृतसर में जिन दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई उनमें एक 3 अप्रैल को पॉजिटिव पाए कढ़ाई कारीगर की 60 वर्षीय पत्नी है। दूसरा चाट्टीविंड गांव का रहने वाला 65 वर्षीय बुजुर्ग है। खांसी-जुखाम के चलते 23 मार्च को उसे भर्ती कराया था।
बरनाला में रविवार को पहला केस आया। सेखां रोड में किराये के मकान में रह रही महिला पॉजीटिव निकली। वह 15 दिन पहले चंडीगढ़ से लौटी थी। वहीं, पंजाब में तब्लीगी जमात के 432 लोगों में से 422 को ट्रेस कर लिया है। 350 के सैंपल लिए हैं। इनमें 6 की रिपोर्ट पॉजिटिव और 117 की निगेटिव आई है। 227 की आनी बाकी है। वहीं, देश में काेरोना से मौतों का आंकड़ा 127 हो गया है।
दोनों डायबिटीज से थीं पीड़ित, दूसरे लोगों से संक्रमित होने की अाशंका
केस-1... लुधियाना
खांसी के चलते 31 मार्च को हुई थी भर्ती, हार्ट अटैक से मौत
2 अप्रैल को पाॅजिटिव पाई 69 वर्षीय महिला सुरिंदर कौर की रविवार काे फोर्टिस अस्पताल लुधियाना में हार्ट अटैक से माैत हाेे गई। महिला 17 मार्च को मोहाली में भतीजी के पास गई थी। 23 मार्च को बुखार व खांसी के चलते लुधियाना में भर्ती कराया था। महिला शुगर, ब्लड प्रेशर और दिल की बीमारी से पीड़ित थी।
केस-2... पठानकोट
बुजुर्ग को बुखार के बाद कराया था भर्ती, अमृतसर में तोड़ा दम
बुखार व सांस लेने की दिक्कत के बाद 2 अप्रैल को अमृतसर रेफर की गई पठानकोट के सुजानपुर की 75 वर्षीय राजरानी ने रविवार को दम तोड़ दिया। महिला की शनिवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बताया जा रहा है कि 21 मार्च को महिला के घर चंडीगढ़ से उसका दोहता आया था। इससे पहले महिला पठानकोट व लुधियाना अस्पताल में भर्ती थी।
दो और मरीजों की हालत गंभीर
सूबे में अभी तक 2208 संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें 1711 की रिपोर्ट निगेटिव जबकि 429 लोगों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। दो की हालत गंभीर बनी हुई है। 4 मरीज ठीक हो चुके हैं।
हिमाचल : डीजीपी का जमातियों को अल्टीमेटम, 5 बजे तक सूचना न दी तो दर्ज होगा हत्या के प्रयास का केस
डीजीपी हिमाचल ने तब्लीगी जमात से लौटे लोगों को अल्टीमेटम देते कहा कि वह शाम 5 बजे तक अपनी जानकारी प्रशासन को दें। नहीं देने पर उनकी वजह से किसी अन्य के बीमार होने पर हत्या के प्रयास व मौत पर हत्या का केस दर्ज होगा।
हरियाणा : रविवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई। यह तीसरी मौत है। 76 लोग पॉजिटिव हैं।
हिमाचल : टांडा में नया पॉजिटिव केस सामने अाया। 14 मरीज हो गए हैं। इनमें 2 की मौत हो चुकी है।
कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर देश के साथ-साथ पंजाब की जनता भी एकजुटता का उजियारा फैलाने को तैयार है। हर किसी ने अपने-अपने हिसाब से ठीक वैसे ही तैयारी कर रखी है, जैसे 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बीच कोरोना वॉरियर्स को तालियां और थालियां बजाकर धन्यवाद कहा था। आज प्रकाश के इस जयघोष से कुछ ही घंटे पहले गणमान्य लोगों की टिप्पणियां सामने आई, जो बेहद महत्वपूर्ण हैं।
उधर पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के पंजाब प्रधान प्यारा लाल सेठ, राज्य महासचिव सुनील मेहरा, राज्य सेक्रेटरी महिंदर अग्रवाल, जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्क्ड़ ने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा सभी देशवासियों से बिजली बंद करके घर के बाहर मोमबत्तियां और दीये जलाने की जो अपील की है, वह काबिल-ए-तारीफ है।
राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा कि हम सभी को प्रधानमंत्री रात 9 बजे अपनी बालकनी, छत से मोमबत्तियों, दीये, मोबाइल लाइट्स से एक प्रकाश पुंज तैयार करना है, जिससे कोरोना जैसी महामारी का अंधकार दूर हो सके। अगर 130 करोड़ भारतीय मन में यह संकल्प लें कि हम अकेले नहीं हैं, हम सब साथ हैं तो अवश्य ही कोरोना जैसी महामारी से निजात मिल जाएगी।
घर के आगे नहीं, मन की मोमबत्ती को जलाने की जरूरत: घुग्गी
उधर फिल्म कलाकार गुरप्रीत घुग्गी ने प्रधानमंत्री की तरफ से किए गए आह्वान की आलोचना की है। उन्होंने कहा, 'क्या लगता है-9मिनट मोमबत्ती या दीया जलाने से कोरोना भाग जाएगा, नहीं। हमें असल में घर के आगे मोमबत्ती जलाने की बजायमन की माेमबत्ती जलाने की-अपने अंदर की चेतना को जागृत करने की जरूरत है कि हम कहां गलत हैं और कहां सही। पिछले कुछ दिनों से कुदरत यह संदेश देना चाहती है कि हम उसे जितना नुकसान पहुंचा चुके हैं, अब वही संतुलन कुदरत खुद बनाने की दिशा में चल रही है।'
ये है दीये जलाने का धार्मिक और रसायन विज्ञान की दृष्टि से महत्व
अतिप्राचीन श्लोक, 'दीपं ज्योति परम् ज्योति, दीप ज्योतिर्जनार्दन:। दीपो हरतु मे पापम् , दीपज्योतिर्नमोस्तुते।। शुभम् करोति कल्याणम् आरोग्यम् धन सम्पदा शत्रुबुद्धि विनाशाय दीपज्योति नमोस्तुते।।' का मतलब है कि दीप शुभ और मंगल का कारक है। कल्याण का कारक है। दीपक जलाने से रोगमुक्त होते हैं, वातावरण स्वच्छ होता है, हवा हल्की होती है। ऐसा केवल हमारा प्राचीन ज्ञान ही नहीं वरन देश के श्रेष्ठ विज्ञान संस्थानों के केमिकल इंजीनियरों का भी यही कहना है। इनका कहना है कि चूंकि इस बार मार्च-अप्रैल का औसत तापमान कमोबेश अक्टूबर जैसा ही है, इसलिए हवा भारी है। सरसों के तेल में मैग्नीशियम, ट्राइग्लिसराइड और एलाइल आइसो थायोसाइनेट होता है। एलाइल जलने पर कीट-पतंगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। वो लौ की चपेट में आकर जल जाते हैं। तेल में मौजूद मैग्नीशियम हवा में मौजूद सल्फर और कार्बन के आक्साइड के साथ क्रिया कर सल्फेट और कार्बोनेट बना लेता है। यह विषैले भारी तत्व इस तरह जमीन पर आ गिरते हैं, इसीलिए जले दीपक के आसपास हल्की सफेद राख सी दिखती है। हवा हल्की हो जाती है। इसके चलते सांस लेने में सुगमता का अनुभव होता है।
पंजाब में कोरोना वायरस के संक्रमण के खौफ से निपटने के लिए राज्य की सरकार ने पिछले 13 दिन से कर्फ्यू लगा रखा है। एकाध जगह को छोड़कर प्रदेशभर के लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं। जो नहीं मानता, उस पर सख्ती बरती जा रही है, बावजूद इसके संक्रमण का खौफ बढ़ता ही जा रहा है। रविवार को राज्य में एक तब्लीगी समेत 3 लोगों को संक्रमण की पुष्टि हुई, वहीं लुधियाना की 69 वर्षीय महिला की मौत के बाद अब तक आंकड़ा 6 हो चुका है। हालांकि अब तक सामने आए कुल 68 मामलों में 4 लोग ठीक भी हो चुके हैं। ऐसे हैं राज्य के हालात...
कहां कब हुई मौत
सबसे पहले 18 मार्च को नवांशहर जिले के गांव पठलावा के बुजुर्ग पाठी की मौत हुई, जो बीते दिनों जर्मनी से आया था। उसके संपर्क में आने के चलते 29 मार्च को होशियारपुर के एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह अमृतसर में भर्ती था। इतना ही नहीं, पाठी के अपने जिले नवांशहर के अलावा होशियारपुर और जालंधर में उसके संपर्क में आने के चलते संक्रमित हुए 24 और लोग उपचाराधीन हैं।
30 मार्च को लुधियाना की 42 साल की महिला की पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल में भर्ती कराए जाने और संक्रमण की पुष्टि होने के कुछ ही घंटे बाद मौत हो गई थी तो 31 मार्च को चंडीगढ़ पीजीआईएमईआर में भर्ती मोहाली के 65 साल के व्यक्ति ने दम तोड़ दिया।
इसके बाद 3 अप्रैल को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती श्री हरिमंदिर साहिब के पूर्व रागी भाई निर्मल सिंह का भी निधन हो गया। हालांकि 20 मार्च को निर्मल सिंह की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी, लेकिन दोबारा तबीयत बिगड़ने के बाद फिर से अस्पताल में भर्ती कराया गया। 1 अप्रैल को शाम को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो 2 अप्रैल की सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली।
ये हैं बड़ी चुनौती
लुधियाना में शनिवार रात को गैस लीकेज की वजह से 5 लोग गए। इनमें पति-पत्नी के अलावा तीन बच्चे भी शामिल हैं। घटना गुरु अर्जुन देव नगर की है, जिसके तुरंत बाद पड़ोसियों ने मौके पर पहुंचकर घायलों को आग से निकाला और अस्पताल पहुंचाया। हालांकि फायर ब्रिगेड भी घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन उससे पहले लोग आग पर काबू पा चुके थे। फिलहाल इलाके की पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
घायलों की पहचान राज कुमार, उसकी पत्नी सोनाली, बेटी नेहा, शोभा और बेटे दीपक के रूप में हुई है। यह प्रवासी परिवार काफी लंबे समय से यहां रह रहा है। शनिवार देर शाम सोनाली घर में खाना बना रही थी। अचानक न जाने कब लीक हुए सिलेंडर ने आग पकड़ ली और इससे पहले कि कुछ समझ में आता, जोरदार धमाका हुआ। इसी बीच परिवार की चीख-पुकार भी सुनाई देने लग गई। मौके पर पहुंचे पड़ोसियों ने देखा कि सिलेंडर फटने से पूरे घर को आग लगी हुई थी।
आनन-फानन में बचाने की कोशिशें शुरू की गई, वहीं फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई, लेकिन इसके पहुंचने से पहले ही लोग आग पर काबू पा चुके थे। साथ ही उन्होंने दरवाजा तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला, जो मामूली झुलसे हुए हैं। इसके अलावा इस दौरान उनके माता-पिता गंभीर रूप से झुलस गए। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। उधर सूचना पाकर थाना डिविजन नंबर 7 की पुलिस ने भी हालात का जायजा लेते हुए घायलों के बयान दर्ज किए हैं।
पंजाब में शनिवार तक सामने आएकोरोना संक्रमण के 65 मामलोंमें सेपांच मरीजोंकी मौत हो चुकी है तो तीन लोग ठीक हो चुके हैं। बीमारों में 5 तब्लीगी जमात के लोग हैं तो 4 पूर्व रागी निर्मल सिंह की बेटी और अन्यपरिचित हैं। राज्य सरकार ने हालात से निपटने के लिए पूरे राज्य में पिछले 13 दिन से कर्फ्यू लगा रखा है। इसके बाद भी कई शहरों में बड़ी संख्या में लोग बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने के लिए पंजाब पुलिस ने 10 जिलों में ड्रोन से निगरानी शुरू की है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि राज्य में 21 अस्थायी जेलें बनाई गई हैं।बीते 48 घंटे में कर्फ्यू के उल्लंघन के मामले में करीब 900 एफआईआर दर्ज कर 1250 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा 800 वाहन जब्त किए गए हैं। जालंधर में सबसे ज्यादा 119 और अमृतसर में 93 एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से खर्चे में कटौती करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा- कर्फ्यू कब हटेगा अभी कहना मुश्किल
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को सभी विभागों को खर्चों में कटौती की बात कही है। आने वाले कुछ सप्ताह के लिए खर्चे कम करने संबंधी ये प्रस्ताव 8 अप्रैल तक देने हैं। शनिवार को मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, 'हमें लोगों को बचाना है, जो हम सबकी प्राथमिकता होनी चाहिए।'
उन्होंने कोरोना की महामारी से निजात पाने के प्रयासों को एक युद्ध का रूप देते हुए कहा कि इसके लिए हमारे पास सिर्फ खर्चों को कम करना ही एकमात्र रास्ता है। पंजाब में अभी 14 अप्रैल तक कर्फ्यू है। इससे पहले सीएम अमरिंदर सिंह नेशुक्रवार को बताया थाकि कर्फ्यू 14 अप्रैल को हटा दिया जाएगा यह कहना अभी मुश्किल है। 10 अप्रैल को स्थिति का रिव्यू किया जाएगा।अगर हालात काबू में नहीं आए तो फिर सरकार के पास पाबंदियां लगाने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं होगा।
अमृतसर:कोरोना वायरस की दहशत में दंपति ने की खुदकुशी
अमृतसर जिले के सठियाला गांव में शुक्रवार कोएक दंपति ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने के शक मेंआत्महत्या कर ली। बुजुर्ग फोटो स्टूडियो चलाता था, वहीं उसकी पत्नी सेवानिवृत शिक्षिका थी। उन्होंने सुसाइड नोट में लिखाकि लगता है, उनको कोरोना वायरसहै। डॉक्टरों ने शवों का पोस्टमॉर्टम करने से इनकारकर दिया है। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है।
जालंधर:24 फल-सब्जियों के रेट तय
जालंधर में सब्जियों की कीमत लगातार बढ़ रही थी। इसे देखते हुए प्रशासन नेसब्जियों और फलों कीरेट लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 24 तरह की फल सब्जियों को शामिल किया गया है। अगर कोई इससे महंगे रेट से बेचता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। उससे कर्फ्यू पास भी छीन लिया जाएगा। इसके साथ ही,कालाबाजारी की शिकायत डीसी कंट्रोल रूम को 0181-2224417 या पुलिस कंट्रोल रूम पर 95929-18502 कर सकते हैं।
संगरूर: मदरसे में 40 बच्चों को गुरुद्वारा करा रहा भोजन
संगरूर जिले के डेढ़ लाख की आबादी वाले मुस्लिम बाहुल्यकस्बा मालेरकोटला में लॉकडाउन की वजह से मदरसे के 40 बच्चे फंस गए।स्थानीय गुरुद्वारा ने इन बच्चों के लिए खाने की व्यवस्था की।गुरुद्वारे के प्रमुख ग्रंथी नरेंद्र सिंह का कहना है कि किसी भी जरूरतमंद को भूखा नहीं रहने दिया जाएगा।