पंजाब में खतरनाक वायरस कोरोना के संक्रमण की वजह से फैली महामारी कोविड-19 से निपटने के लिए पिछले 13 दिन से कर्फ्यू का माहौल है। लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। बावजूद इसके यह खौफ और भी बढ़ता जा रहा है। दो दिन पहले दम तोड़ चुके श्री दरबार साहिब के पूर्व हुजूरी रागी निर्मल सिंह की बेटी की रिपोर्ट भी शनिवार को पॉजिटिव आई है। इसी के साथ राज्य में संक्रमण के अब तक कुल 65 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे बड़ा खतरा हाल ही में विवादों में चल रहे तब्लिगी जमात के लोग नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को सामने आए कुल नौ पॉजिटिव केसों में 5 जमातियों के हैं। यह हैं ताजा अपडेट...
कहां कब हुई मौत
ये हैं सबसे बड़ी चुनौतियां
दिल्ली की तब्लीगी जमात में शामिल होने वाले लुधियाना के दो और लोगों को शुक्रवार को पुलिस ने ढूंढ लिया है। जमालपुर से एक जबकि दुगरी से मिले दूसरे जमाती व उसका परिवार के तीन लोगों को देर रात 12 बजेे सेहत विभाग की टीम सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। दोनों जमाती जमालपुर के मंसूर आलम और गांव दुगरी का मोहम्मद गुलाब है। गौर हो कि लुधियाना से तब्लीगी जमात में शामिल होकर 17 लोगों के लौटने की सूचना थी। इनमें से 8 लोगों को वीरवार को ही ढूंढ कर क्वारेंटाइन किया जा चुका है। वहीं शुक्रवार को दो लोगों के और मिलने के बाद अब तक कुल दस लोगों को क्वारेंटाइन किया जा चुका है जबकि 7 लोगों की तलाश जारी है। वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देर रात तक सिविल अस्पताल में इन लोगों के संपर्क में आए 40 और लोगों के आने की खबर मिली है।
जमालपुर से एक को उठाया
चौकी मुड़ियां कलां पुलिस को सूचना मिली थी कि जमात में शामिल होकर आया मंसूर आलम जमालपुर में रह रहा है। इसके चलते पुलिस ने सेहत विभाग के साथ उसके घर जाकर उसे हिरासत में लिया। मंसूर आलम का कहना है कि वह सात मार्च को दिल्ली अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए एयरपोर्ट गया था। जबकि वह 9 तारीख को वापस आ गया। उसके टेस्ट भी कराए गए।
दुगरी से एक जमाती और 3 फैमिली मेंबर्स उठाए
दूसरी तरफ शुक्रवार शाम करीब 5.00 बजे थाना दुगरी की पुलिस को एक अन्य जमाती मोहम्मद गुलाब के बारे में पता चला। एएसआई प्रीतपाल सिंह के अनुसार पुलिस टीम तुरंत उसके घर पहुंची और सेहत विभाग को सूचना दी। रात करीब 12 बजे उन्हें एंबुलेंस से सिविल अस्पताल ले जाया गया। पुलिस द्वारा मोहम्मद गुलाब के संपर्क में आए उसके पिता मोहम्मद तस्लीम, मां जैबुल और नूसरत को भी क्वारेंटाइन किया गया है। गुलाब का कहना है कि वह 15 मार्च को दिल्ली गया था और 17 तारीख को वापस घर पहुंच गया।
88 सस्पेक्टेड में से 83 निगेटिव, 4 पेंडिंग
वीरवार के 52 और शुक्रवार के 36 सस्पेक्टेड केस मिलाकर कुल 88 मरीजों के सैंपल में से 83 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 4 की रिपोर्ट आनी बाकी है। अब तक लिए गए कुल 236 सैंपलों में से 227 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिले में कुल 5 मरीज पॉजिटिव आए हैं। इनमें से एक की मौत हो चुकी है। चार मरीज डीएमसी, सीएमसी, फोर्टिस और सिविल हॉस्पिटल में एडमिट हैं। जानकारी के मुताबिक 69 वर्षीय महिला के पॉजिटिव आने के बाद शिमलापुरी इलाके के फतह सिंह नगर और सतगुरु नगर को भी सील कर दिया गया। वहीं, डीसी प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि जिले में अब तक 236 सस्पेक्टेड मरीजों के नमूने लिए जा चुके हैं।
पाॅजिटिव महिला के बेटे-बहू क्वारेंटाइन
सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने बताया कि लुधियाना में 236 रैपिड रिस्पाॅन्स टीमें काम कर रही हैं। शुक्रवार को 114 टीमों ने 466 मरीजों की स्क्रीनिंग की और 198 मरीजों को क्वारेंटाइन किया। वीरवार को पॉजिटिव आई शिमलापुरी की महिला का इलाज फोर्टिस में जारी है। महिला के संपर्क में आने वाले फैमिली मेंबर्स, पड़ोसियों, फोर्टिस के स्टाफ और मोहाली में रहने वाले पारिवारिक मेंबर्स की तलाश जारी है। महिला के बेटे-बहू का सैंपल ले घर में ही क्वारेंटाइन कर दिया है। महिला लुधियाना में किसी अन्य के संपर्क में नहीं आई। उसके संपर्क में आने वाले 6 अन्य लोगों के सैंपल सेहत विभाग मोहाली द्वारा लिए जाएंगे।
भतीजी के पास गई थी महिला
फोर्टिस में एडमिट पॉजिटिव महिला ने 17 मार्च को मोहाली के लिए वोल्वो बस से सफर किया था। 23 मार्च को उन्हें खांसी और बुखार के लक्षण सामने आए। 27 मार्च को उनकी भतीजी और पोते को भी फ्लू के लक्षण सामने आए। मरीज को 3 दिन बाद डायरिया की समस्या हुई। इसके बाद उन्हें फोर्टिस हॉस्पिटल लुधियाना में एंबुलेंस से शिफ्ट किया गया। महिला को अटेंड करने वाले ड्राइवर, क्लास फोर कर्मचारी को भी क्वारेंटाइन किया गया है।
कोरोना से तीन की मौत की अफवाह फैलाने वाला काबू
लुधियाना| गांव नीची मंगली में एक व्यक्ति ने लोगों में दहशत फैलाने के लिए पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर तीन लोगों की करोना वायरस से मौत होने की अफवाह फैला दी और फोन बंद कर लिया। सूचना मिलते ही पुलिस में भगदड़ मच गई। पुलिस द्वारा जांच करने पर बात झूठी पाई गई। पुलिस ने फोन के ईएमआई नंबर से आरोपी को ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया। थाना फोकल पाॅइंट पुलिस ने जनकपुरी के संदीप भट्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। चौकी ईश्वर नगर के इंचार्ज एएसआई सुरजीत सिंह सैनी ने बताया कि एक अज्ञात नंबर से पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर तीन लोगों के मरने की कॉल आई थी।
लॉकडाउन के दौरान खाने पीने की चीजों, दवाइयों सहित अन्य रोजमर्रा की जरूरी चीजों की सप्लाई के लिए रेलवे ने पार्सल स्पेशल ट्रेन चलाई है। 20 डिब्बों वाली ये ट्रेन बांद्रा टर्मिनल से लुधियाना तक 1 से लेकर 15 अप्रैल तक चलेगी। इसके 10 स्टाॅपेज हैं। ये स्टाॅपेज लुधियाना के बाद अंबाला, दिल्ली, जयपुर, अजमेर, अहमदाबाद, आनंद, वड़ोदरा, भरूच, सूरत, वापी के बाद बांद्रा टर्मिनल हैं। इन सभी स्टेशनों पर स्टाॅपेज आधे घंटे का है तो दिल्ली में स्टाॅपेज 3 घंटे है।
पहले दिन पहुंचे 17 नग
शुक्रवार को स्पेशल ट्रेन लुधियाना पहुंची। इसमें हुटामकी पीपीएल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के 17 नग लुधियाना आए हैं। इसमें दवाइयों का राॅ मैटिरियल है। वहीं, लुधियाना से बांद्रा के लिए 23 नग बुक हुए हैं। ये खाने की चीज को तैयार करने वाला सामान एसजेआई कंपनी का है।
ये है शेड्यूल
यह ट्रेन 3, 5, 8, 10, 13 व 15 अप्रैल को लुधियाना से बांद्रा तो 1,3,6,8,11,13 अप्रैल को बांद्रा से लुधियाना के लिए चलेगी
97792339522 पर कराएं बुकिंग
बुकिंग करवाने वालों से 4.70 रुपए/ किलो के हिसाब से लिया जा रहा है जिसके साथ 2% डेवलेपमेंट, 5 प्रतिशत जीएसटी लिया जाएगा। इस गाड़ी में माल की बुकिंग शाम 4 बजे तक ही होगी। सीपीएस लुधियाना विजय सैनी ने बताया कि लुधियाना से बुकिंग कराने के लिए लोग मुख्य पार्सल सुपरवाइजर से 9779233952 संपर्क कर सकते हैं।
कर्फ्यू में भी घरों से बाहर निकलने वालों पर अब पुलिस द्वारा ड्रोन से नजर रखी जाएगी। इसके लिए शुक्रवार को कई इलाकों में ड्रोन उड़ाकर ट्रायल लिए गए। अब शनिवार से इसकी शुरूआत कर दी जाएगी। इसके लिए ड्रोन सर्विलांस टीम गठित की गई है। नियम तोड़ते हुए ड्रोन में कैच किए गए व्यक्ति का डाटा निकालकर उस पर एफआईआर होगी। शनिवार से 15 ड्रोन उड़ाए जाएंगे।
उसके बाद ज़रुरत के मुताबिक 40 ड्रोन चलाए जाएंगे। गौर हो कि पुलिस को रोजाना हेल्पलाइन नंबरों पर नियमों का उल्लंघन करने संबंधी शिकायतें आ रही थी। इसके चलते पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल की ओर से लुधियाना पुलिस के फेसबुक पेज पर पोस्ट डाली गई थी। लोगों द्वारा दिए गए सुझाव के बाद सीपी के आदेशों पर ड्रोन उड़ाकर ट्रायल लिया गया।
सेफ सिटी कैमरों की ली जाएगी मदद
पता चला था कि सुबह 5 बजे से 9 बजे तक लोग ज्यादा वॉयलेशन करते हैं। ड्रोन से फोटो क्लिक करने के साथ-साथ सेफ सिटी प्रोजेक्ट के कैमरों की भी सहायता ली जाएगी। उससे भी उल्लंघन करने वालों की तस्वीरें ली जाएगी। उसकी तस्वीर से एड्रेस निकाल एफआईआर की जाएगी।
हर गली व चौराहे पर रखेगी सर्विलेंस टीम नजर
सीपी ने बताया सर्विलांस टीम में एक ड्रोन पर ऑपरेटर और एक पुलिस मुलाजिम तैनात रहेगा। ये टीमें शहरभर में घूम-घूम कर ड्रोन ऑपरेट करेंगी। ड्रोन के जरिए हर गली व चौराहे पर नजर रखी जाएगी। यहां तक कि तंग होने के कारण जिस गली में पुलिस गश्त नहीं कर पाती, वहां पर भी ड्रोन की मदद ली जाएगी।
पंजाब में लॉकडाउन का आज दसवां दिन है। सख्ती की वजह से लोग इसका पालन कर रहे हैं। प्रशासन और समाजसेवी संस्थाएं जरूरी चीजें उन तक पहुंचाने में लगी हैं। हालांकि, कई शहरों में अब जरूरी सामान की किल्लत शुरू हो गई है। सप्लाई चेन प्रभावित होने के चलते औरप्रशासन की कोशिशों के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हो रही है। उधर, लोगों को जरूरतमंद चीजें मुहैया कराने के लिए कई संस्थाएं और प्रशासन लगातर काम कर रहा है। इस बीच, पंजाब में संक्रमितों की संख्या 51 पहुंच गई है। वहीं, पांचलोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा है कि 14 अप्रैल के आगे राज्य में कर्फ्यू बढ़ाने का निर्णय राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति पर निर्भर करेगा।
पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन मरकज में गए थे: डीजीपी
पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि अलग-अलग समय पर पंजाब से 200 व्यक्ति निजामुद्दीन मरकज में गए थे और वापस लौटे। इस तरह 12 जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। उनको ढूंढने के अलावा दूसरे राज्यों के व्यक्तियों को भी ढूंढा जा रहा है जो तबलीगी जमात के काम के लिए पंजाब आए हैं। स्वास्थ्य विभाग को भी बता दिया गया है और उनको ढूंढने की कोशिशें जारी हैं। अब तक कोरोना प्रभावित ऐसा कोई केस सामने नहीं आया। राज्य में कई जगह कर्फ्यू को कामयाब बनाने के लिए पुलिस प्रशासन ने ड्रोन से निगरानी का क्रम शुरू कर दिया है। जालंधर शहर में भी ड्रोन से निगरानी की गई।
लुधियाना में अब तक संक्रमण के 4 मामले, चारों महिलाएं
लुधियाना में अब तक कुल चार महिलाओं को संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से एक महिला की मौत भी हो गई है। महिला अमरपुरा इलाके में रहती थी। उस इलाके को सील कर दिया गया है। प्रशासन की तरफ से पलायन कर रहे श्रमिकों के लिए जिले के विभिन्न हिस्सों में 50 शेल्टर होम बनाए गए हैं। यहां उनके खाने-पीने, रहने के अलावा मेडिकल सुविधा की व्यवस्था भी की गई है।इसके अलावा कस्बा खन्ना की सब्जी मंडी को दो रोस्टरों में बांट दिया है। एक दिन सब्जी बिकेगी तो दूसरे दिन फलों की बिक्री होगी।
राशन वितरण पर उठ रहे हैं सवाल
दिल्ली के मरकज में शामिल लोगों ने भी बढ़ाई दिक्कत
फिरोजपुर: रेलवे ने कोच में बनाए आइसोलेशन वार्ड
कोरोना की महामारी से निपटने के लिए रेलवे ने भी तेजी से तैयारी शुरू कर दी है। रेलवे कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर रही है। हर कैबिन में नीचे की बर्थ की दो सीटें मरीजों के लिए उपलब्ध होंगी, यानि हर कोच में 8 केबिन के हिसाब से कुल 16 मरीजों को रखा जा सकेगा। फिरोजपुर डिविजन के अधिकारियों ने बताया कि टॉयलेट के नजदीक एक केबिन को स्वास्थ्य विभाग के इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया है। ऊपर की बर्थ पर मरीजों का सामान रखने के लिए उपलब्ध रहेंगी। वहीं, बीच की बर्थ को हटा दिया गया है।
पंजाब में कोरोना संक्रमण के चलते गुरुवार को पांचवीं मौत हुई। अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के पूर्व रागी पद्मश्री निर्मल खालसा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मंगलवार को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। पंजाब सरकार ने संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए पूरे राज्य में 11 दिन से कर्फ्यू लगा रखा है। इसके बाद भी जालंधर में लोग इसका उल्लंघन कर रहे थे। इसे देखते हुएमंगलवार शाम को जिले के कुछ इलाकों में सीआरपीएफ तैनात कर दी गई। पंजाब में अब तक संक्रमण के 46 मामले सामने आ चुके हैं। इन सभी हालात से निपटने के मकसद से मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार से जीएसटी का बकाया जल्द जारी किए जाने की मांग की है। हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त होने के चलते वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथवीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल नहीं हो पाए। उनकी जगह पंजाब के मुख्य सचिव करण अवतार सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता ने विडियो कांफ्रेंसिंग को अटेंड किया।
कैप्टनने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीको पत्र लिखकर 2 अक्टूबर,2019 से जीएसटी के बकाया पड़े 6752.83 करोड़ रुपए तुरंत जारी करने की मांग की हैकि वह कोविड-19 के संकट के कारण पैदा हुई गंभीर स्थिति के मद्देनजर यह बकाया राशि पहल के आधार पर जारी करने के लिए केंद्रीय वित्त मंत्रालय को निर्देश दें।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पंजाब में कंपनियों को अपने कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के फंड बरतने की इजाजत देने की अपील की है, जिससे राज्य सरकार द्वारा कोविड-19 के विरुद्ध किए जा रहे यत्नों को और बल मिल सके। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कैप्टन ने कहा कि राष्ट्रीय हित में कंपनीज एक्ट-2013 में सीएसआर की सूची में मुख्यमंत्री राहत कोष को शामिल करने के लिए वह कॉर्पोरेट मामलों संबंधी मंत्रालय को निर्देश दें।
लुधियाना:पुलिस ने विभिन्न जगह कार्रवाई करते हुए शराब तस्करी करते हुए 4 लोगों को गिरफ्तार किया, जबकि दो लोग शराब और स्कूटर छोड़कर भाग निकलने में सफल हो गए। तस्करों के कब्जे से 124 बोतल शराब बरामद हुई है। सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस फरार हुए तस्करों की तलाश में जुटी हुई है।कर्फ्यू के चलते बहादुर के रोड स्थित सब्जी मंडी बंद थी। अलबत्ता मालेरकोटला से आए व्यापारियों ने सब्जी मंडी के बाहर ही अपनी गाड़ियों में सब्जी बेचनी शुरू कर दी। जिससे वहां खरीदारों का जमघट लग गया। मौके पर पहुंची थाना सलेम टाबरी पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
जालंधर:दिल्ली में मरकज में शामिल लोगों की जानकारी जुटाने के कारणप्रशासन की दिक्कतें बढ़ गई हैं। जालंधर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई मस्जिदों जमातियों की तलाश की। जो स्वस्थ्य मिला, उसके हाथ पर क्वारैंटाइन की सील लगाई गई। मुक्तसर में भी एक मस्जिद में 14 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। बताया जा रहा है कि मेरठ के रहने वाले ये लोग दिल्ली के मरकज के बाद 18 मार्च को यहां आए थे।
राशन डिपो पर नशा और असलहा बेच रहा था कनाडा काएनआरआई
जालंधर पुलिस ने राशन की दुकान परपिस्टल, हेरोइन औरकारतूस बेचने के आरोप में कनाडियन सिटीजन समेत 3 लोगों कोगिरफ्तार किया है। इनमें एक आरोपी की फैमिली कनाडा में सेटल है। उसके पास खुद भी कनाडा की नागरिकता है। उधर, जालंधर में बुधवार कोकर्फ्यू तोड़ने वाले 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पूर्व रागी निर्मल खालसाकी मौत ने बढ़ाई दो जिलों की टेंशन
पूर्व रागीकी संक्रमण से मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीमजालंधर जिले के गांव लोहियां में उनके पुश्तैनी घर पहुंची।यहां टीम ने निर्मल सिंह के पिता, माता, बहू, बेटी और पोते को सिविल अस्पताल जालंधर केआइसोलेशन में रखा है। वहीं,अमृतसर में निर्मल सिंह का घर है। उनके घर के आसपास के इलाके को भी पुलिस ने सील कर दिया है।
पंजाब और चंडीगढ़ में कोरोना संक्रमण के बुधवार तक 62केस सामने आ चुके हैं। चार संक्रमितों की मौत हो चुकी है। संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन है। पंजाब में 10 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है। लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस हेडक्वार्टर ने पूरे पंजाब में तमाम नेताओं और अफसरों की सुरक्षा में लगे1900 पुलिसकर्मियों को बुला लिया है। सिर्फ लुधियाना में ऐसे 193 पुलिसकर्मी हैं।
इसी बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रियों के साथ कोविड-19 की तैयारियों की समीक्षा की थी। इसके बाद गृह विभाग को नए आदेश जारी किए गए हैं। इनमें कर्फ्यू को 14 अप्रैल तक बढ़ाने की बात कही गई है। हालांकि, इस दौरान डाकघर और कुरियर सेवाएं खुली रहेंगी। बैंक और एटीएम भी खुलेंगे। साथ ही, मेडिकल स्टाफ और मरीजों को भी इस अवधि में कर्फ्यू पास बनवाने की जरूरत नहीं होगी।
विदेश से आने वाले नियम नहीं मानेंगे तो होगी सख्ती
सरकार ने सभी जिलों के अधिकारियों को आदेश दिया है कि विदेश से आए लोगों को निर्धारित प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करवाया जाए। जिनमें कोरोना के लक्षण नजर नहीं आ रहे,उन्हें घर में क्वारैंटाइन किया जाए और लक्षण सामने आने पर तुरंत अस्पताल में भर्ती करें। उधर, पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता की विदेश से लौटी बेटी का होम क्वारैंटाइन खत्म हो गया है। वह 16 मार्च को आई थीं।
जालंधर के कुछ इलाकों में सीआरपीएफ तैनात
जालंधर में पंजाब पुलिस को सपोर्ट करने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स तैनात की गई है। कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि शहर में मकसूदां सब्जी मंडी, दिलकुशा मार्केट और दाना मंडी समेत कई हॉट स्पॉट को तुरंत प्रभाव से कवर कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि बेवजह कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को नियंत्रित करने के लिए सीआरपीएफ लगाई गई है। इससे पहलेजालंधर की मकसूदां सब्जी मंडी में उमड़ रही भीड़ और नियमों का पालन न करने पर मंगलवार रात प्रशासन ने पांच दुकानदारों लाइसेंस रद्द कर दिए। हिदायत दी कि अगर सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन नहीं किया तो मंडी को बंद करवा दिया जाएगा। हालांकि, बुधवार की जो तस्वीरें आईं,उसमें भी मंडी में किसी तरह की सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई।
लुधियाना में 4 अस्थायी जेल तैयार, 6000 लोगों को बंद करने की व्यवस्था
लुधियाना में पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि शहर में कर्फ्यू तोड़ने वालों के लिए चार अस्थायी जेलें तैयार की गई हैं, जिनमें 6 हजार लोगों को बंद किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को 200 लोगों को अस्थायी जेलों में भेजा गया था। हालांकि माफी मांगने के बाद इन्हें चेतावनी देते हुए छोड़ दिया गया।
फूड सप्लाई विभाग से गेहूं खरीद सकते हैं स्वयंसेवी
अगर कोई स्वयंसेवी संस्था जरूरतमंद लोगों को आटे का वितरण करना चाहती है तो वह बाजार से खरीदने के बजाय फूड सप्लाई विभाग से 2080 रु.प्रति क्विंटल के कंट्रोल रेट पर गेहूं खरीद सकती है।मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार फूड सप्लाई विभाग से एक समय में कम से कम 100 और अधिकतम 50 हजार क्विंटल गेहूंखरीदा जा सकता है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी मरकज में शामिल पंजाब के सभी नौ लोगों की पहचान कर ली गई है। इनमें से कोई भी अभी पंजाब नहीं पहुंचा था और सभी दिल्ली में क्वारैंटाइन कर लिए गए लोगों में शामिल हैं। इनमें चार लुधियाना, दो संगरूर, एक बरनाला, एक पठानकोट व एक गुरदासपुर जिले से है। पंजाब के कोरोना कंट्रोल रूम के सदस्य डॉ. राजेश भास्कर ने बताया कि सभी लोगों से बात हो गई है। सभी इस समय दिल्ली में हैं। इनके पारिवारिक सदस्यों की प्राथमिक जांच कर ली गई है। किसी में भी कोरोना के लक्षण नहीं हैं। इन्हें पंजाब पहुंचने पर फिर से क्वारैंटाइन किया जाएगा।
कोरोना वायरस के मद्देनजर राज्य में लागू कर्फ्यू को देखते हुए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मंत्रियों की सुरक्षा में लगे 1300 पुलिसकर्मियों को फील्ड में तैनात करने का फैसला किया है। अब ये फील्ड में ही ड्यूटी देंगे। कर्फ्यू के कारण मंत्रियों की मूवमेंट न के बराबर है और इसी कारण इन पुलिसकर्मियों की सेवा फील्ड में लिया जाएगा। मंत्री अपने-अपने घरों से ही विभाग चला रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने 31 मार्च तक सेवानिवृत्त होने वाले पुलिसकर्मियों व होमगार्ड्स का सेवाकाल 31 मई तक बढ़ा दिया है।
इस समय 44,546 पुलिस मुलाजिम फील्ड में सेवाएं दे रहे है। कफ्र्यू के कारण इन मुलाजिमों पर खासा दबाव है। पुलिस को 12 से 14 घंटे ड्यूटी देनी पड़ रही है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इससे पहले डीजीपी दिनकर गुप्ता को उनके समेत सभी वीवीआइपी की सुरक्षा में तैनात पुलिस फोर्स में भी जरूरत के अनुसार बुलाने के लिए अधिकृत किया था।
पिछले कई दिनों से बिना आराम के ड्यूटी निभा रहे हजारों पुलिस कर्मियों के कल्याण व मनोबल की चिंता करते हुए मुख्यमंत्री ने आदेश दिए कि सुरक्षा ड्यूटी से हटाकर अधिक से अधिक पुलिस फोर्स जुटाई जाए। डीजीपी ने कहा कि जहां तक संभव हो सके पुलिस कर्मचारियों को उनके घरेलू जिलों में तैनात करने का ख्याल रखा जा रहा है। वहीं, सेवानिवृत्त की अवधि बढ़ाने की नोटिफिकेशन के मुताबिक वृद्धि के समय के दौरान यह मुलाजिम किसी भी तरक्की या अतिरिक्त भत्तों के लिए योग्य नहीं होंगे।
कर्फ्यू, होम क्वारैंटाइन के उल्लंघन पर 132 गिरफ्तार
डीजीपी दिनकर गुप्ता के मुताबिक कर्फ्यू, होम क्वारैंटाइन का उल्लंघन करने पर 107 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 132 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्यूटी निभा रहे पुलिस मुलाजिमों को संवेदनशील ढंग से बंदिशों का पालन करवाने के लिए सख्त हिदायतें जारी की हैं।
जालंधर. पंजाब में कोरोना संक्रमण सेमंगलवार को एक 65 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई। मोहाली के रहने वाले इस बुजुर्ग का चंडीगढ़ में इलाज चल रहा है। इसके साथ राज्य में संक्रमण से मौत कायह चौथा मामला है। वहीं, राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 41 तक पहुंच गया।कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिएदेश में 21 दिन का लॉकडाउन है। वहीं,पंजाब में नौ दिन सेकर्फ्यू लगा है।
घर से काम करें मंत्री-विधायक: अमरिंदर
आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग की थी किवह अपने मंत्रियों और विधायकों को समझाएं। ये लोग लाव-लश्कर के साथ बाहर निकल रहे हैं यह ठीक नहीं है। इसके बाद कैप्टन नेअगले तीन दिन तक सभी मंत्री-विधायकों को घर सेही काम करने की कहा है। उन्होंने कहा किपुलिस और प्रशासन पहले ही बहुत व्यस्त है, ऐसे में ध्यान रखें की आप लोग जनता के बीच जाकर मुश्किलों को और न बढ़ाएं।
हफ्तेभर से नहीं मिला राशन, 70 परिवारों ने दिया धरना
गुरदासपुर में राशन न मिलने से 70 परिवार धरने पर बैठ गए। इनमें ज्यादातर परिवर मजदूरी और रिक्शा चलाने वाले हैं। इन लोगों का कहना है कि थोड़ा-बहुत जो राशन था वो खत्म हो चुका है। हफ्तेभर से किसी के घर में कोई राशन नहीं है।
पंजाब में पांचवीं के छात्र अगली कक्षा में प्रमोट होंगे
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने पांचवीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को अगली क्लास में प्रोमोट करने का आदेश जारी किया है। प्रदेश के सभी जिलों के शिक्षा अधिकारियों को यह जानकारी अभिभावकों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं।
इससे पहले सोमवार रात कोफिरोजपुर में एक युवक को संदिग्ध मानते हुए उसके अंतिम संस्कार में लोगों ने अड़ंगा अड़ाया। तनाव के बीच सोमवार देर रातकरीब 11 बजे उसका अंतिम संस्कार किया गया। इसके अलावा ज्यादातर शहरों मेंलोग घरों में ही बंद हैं। दो दिन के लिए बैंक खुले तो एक घंटे के लिए पब्लिक डीलिंग खुली होने के चलते मंगलवार कोलगातार दूसरे दिन जगह-जगह भीड़ देखी गई।
फरीदकोट में भर्ती था30 साल का व्यक्ति
फरीदकोट के गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज में भर्ती फिरोजपुर के 30 वर्षीय व्यक्ति की सोमवार को मौत हो गई। शाम को उसका शव आया, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने रात में ही अंतिम संस्कार करने की बात कही। उसके परिजनके अलावा स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की टीम को लोगों ने घेर लिया। इतना ही नहीं, शव को तीन अलग-अलग जगह स्थित श्मशानों में ले जाया गया, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं हो पाया। बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच रात करीब 11 बजे उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जरूरी चीजें पहुंचने के बावजूद लापरवाही करते दिखे लोग
राज्य के दूसरे शहरों की तरह जालंधर में भी जरूरतमंदों तक जरूरी चीजें पहुंचाए जाने का क्रम जारी है।लोगों को जरूरी सेवाएं मिलती रहें, इसके लिए सरकार ने कुछ नरमी बरती तो लोग इसका गलत फायदा उठाकर सड़कों पर आने शुरू हो गए। दूसरी ओर निजात्म नगर में महिला के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरा इलाका सील कर दिया है।जालंधर मेंतेल कंपनियों द्वारा गैस सिलेंडरों को सैनिटाइज करके सप्लाई देने के आदेशों के चलते वेटिंग लिस्ट बढ़ रही है।
लुधियाना. कोरोना वायरस से संक्रमित लुधियाना की एक महिला की मौत के बाद देर रात महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया। साथ ही इसके बाद मंगलवार को 1 लाख की आबादी वाले उसके इलाके अमरपुरा को प्रशासन की तरफ से सील कर दिया गया है। लोगों को घरों से बाहर न निकलने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस की गाड़ी इलाके में अनाउंसमेंट करती रही कि घरों से बाहर न निकले, नहीं तो केस दर्ज कर लिया जाएगा। सोचने वाली बात है कि इन लोगों और महानगर के सिविल अस्पताल प्रशासन ने पहले ही सावधानी बरती होती तो अब पुलिस केस का खौफ दिखाने की नौबत खड़ी नहीं होती।
दरेसी की होजरी में किया काम
महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है और वह कैसे कोरोना संक्रमण की चपेट में आई, इसकी जानकारी अभी पता नहीं लगा रहा है। पता चला है कि कर्फ्यू लगने से पहले महिला ने दरेसी में होजरी इकाई में बतौर हेल्पर काम किया था। ऐसे में वहां पर काम करने वाले और लोग भी संक्रमण के शिकार हो सकते हैं।
इस तरह से चला लापरवाही का दौर
दरअसल, 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दिन से ही कोरोना से बचाव के लिए सरकारों और जिला प्रशासन ने सावधानियां बरतने के लिए आदेश जारी किए। साथ ही सेहत विभाग के अधिकारियों को एहतियात बरतते हुए कोरोना संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए व्यवस्था करने के लिए कहा गया, लेकिन जिले के सबसे बड़े सिविल अस्पताल के सेहत अधिकारियों की बड़ी लापरवाही की वजह से न जाने कितने लोग संक्रमण की चपेट में आ गए होंगे। सवाल उठता है कि 24 मार्च से अस्पताल की ओपीडी में रेगुलर इलाज करवा रही इस महिला के वक्त रहते सैंपल क्यों नहीं लिए गए और इसे क्वारैंटाइन क्यों नहीं किया गया।
29 मार्च को उसकी तबीयत और बिगड़ी तो उसके बाद भी इसके स्थानीय स्तर पर सैंपल लिए जाने की कोई जानकारी मीडिया के पास नहीं है। जब उसे यहां से पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल भेजा गया और लिए गए सैंपल में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई तो लुधियाना अस्पताल प्रशासन अपनी खाल बचाते नजर आया। अगर कोई फोन कॉल उठाता तो ही यह बता पाता कि रविवार को पटियाला रेफर करने से पहले आइसोलेशन सेंटर में उसके सैंपल लिए गए या नहीं।
घर नहीं लाए शव, देर रात किया अंतिम संस्कार
इलाका पार्षद गुरदीप नीटू के अनुसार कोरोना पॉजिटिव महिला के शव को परिजन देर रात पटियाला से निकले और रात करीब दो बजे महिला का अंतिम संस्कार गोशाला रोड स्थित श्मशानघाट में सेहत विभाग, जिला और पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया। शव को घर नहीं ले जाया गया। इस दौरान वहां पुलिस बल तैनात रहा।
इलाके में देर रात पहुंची16 डॉक्टरों की टीम
महिला की मौत के बाद डीसीपी अश्वनी कपूर, डीसीपी वरियाम सिंह और एडीसीपी गुरप्रीत सिंह सिकंद पुलिस टीम के साथ अमरपुरा में पहुंचे। देर रात 16 डॉक्टरों की टीम इलाके में जांच के लिए पहुंची। महिला जिस घर में रहती थी, वहां के आसपास के कुछ घरों में रहते लोगों के सैंपल लिए गए। महिला के दो बेटे और एक बेटी है। 22 साल का बेटा ड्राइवर, 20 साल का बेटा पंजाबी भवन में चपरासी है। लड़की छोटी है। पूरे परिवार को क्वारंटाइन कर दिया गया है। विभाग ने महिला की दो बहनों, जीजा, उसकी बेटी, बेटों का सैंपल ले लिया है। इसके अलावा मृतका के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की सूची तैयार की जा रही है।
3 घंटे तक एंबुलेंस ही नहीं मिली
मृतका के रिश्तेदार ने बताया कि रविवार शाम करीब छह बजे जब महिला को रेफर किया गया तो स्टाफ तीन घंटे तक 108 एंबुलेंस को फोन करता रहा। नौ बजे के बाद उन्होंने खुद चार हजार रुपए में पटियाला के लिए एंबुलेंस की और उसे वहां लेकर गए। वहां महिला को अस्पताल में छोड़ आए और सोमवार को उन्हें उसकी मौत की सूचना मिली।
एसएनसीयू में पांच वैंटिलेटर पर वो भी सफेद हाथी बने
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की हालत यह है कि कोरोना को लेकर यहां बनाए 12 बिस्तर के आइसोलेशन वार्ड में एक भी वैंटिलेटर नहीं है। मदर एंड चाइल्ड हॉस्पिटल के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में पांच वैंटिलेटर हैं, लेकिन स्टाफ न होने के कारण वह सफेद हाथी साबित हो रहे हैं।
स्टाफ को बताया ही नहीं, कोरोना की संदिग्ध थी महिला
सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात महिला स्टाफ नर्स और अन्य कर्मियों का कहना है कि रविवार की शाम को चार बजे महिला की तबीयत बिगड़ी थी। उसे नीचे इमरजेंसी में रेफर किया गया, क्योंकि उसकी सांस फूल रही थी और उसे ऑक्सीजन दी जानी की थी। वह एक घंटे तक इमरजेंसी के वेटिंग एरिया में रही। स्टाफ नर्स का कहना है, उन्हें बताया ही नहीं गया कि यह कोरोना की संदिग्ध मरीज है। उसके बाद वह परिवार के साथ रही और खाना खाया। उन्हें डर है कि कहीं वह भी संक्रमित न हो गए हों। उसके टेस्ट तक नहीं किए गए। इमरजेंसी में ही तैनात डॉक्टर व अन्य स्टाफ महिला की मौत की सूचना के बाद खौफ में हैं।
अब पूरे स्टाफ और उनके परिवार के सैंपल लेंगे
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार सुबह से सोमवार तक सिविल अस्पताल की इमरजेंसी, ट्रामा वार्ड, मेल वार्ड, फीमेल वार्ड, आइसोलेशन वार्ड में काम करने वाले डॉक्टरों, नर्सिग स्टाफ, क्लास फोर, एक्सरे टेक्नीशियन, ईएमओज के साथ-साथ उनके पारिवारिक सदस्यों के सैंपल लिए जांएंगे।
महिला के संपर्क में आने वाले रिश्तेदार लगाते रहे फोन
जैसे ही महिला के रिश्तेदारों को पता चला कि वह कोरोना से संक्रमित थी तो वह स्वास्थ विभाग के अफसरों को फोन करते रहे। शिमलापुरी में रहने वाले रिश्तेदारों ने बताया कि वह महिला के संपर्क में आए और लगातार स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के नंबरों पर कॉल कर सूचना देने की कोशिश करते रहे। जो भी फोन उठाता था, वह आगे नया नंबर दे देता था। रिश्तेदारों ने बताया कि वह महिला को अस्पताल में दाखिल करवा कर आए थे। अब उन्हें भी डर लगा है।
लुधियाना. लुधियाना की एक महिला की सोमवार को कोरोना के संक्रमण के चलते मौत हो गई। लुधियाना में संक्रमण का यह दूसरा मामला है। इससे पहले एक और महिला भी कोरोना सेसंक्रमित है, जो एक बड़े स्टील कारोबारी की पत्नी है। डीएमसी में दाखिल इस महिला ने लोगों को संक्रमण बांटने में कसर नहीं छोड़ी। हालांकि अभी तक इसके संपर्क में आए तमाम लोग नेगेटिव पाए गए हैं, लेकिनगैरजिम्मेदाराना हरकत बीते दिनों मर चुके नवांशहर के रागी बुजुर्ग और बॉलीवुड की सिंगर कनिका कपूर से मिलती-जुलती हैं। यह भी अपनी बीमारी को छिपाते हुए खूब लोगों के संपर्क में आई। एक तो बुटीक चलाने की वजह से इसके पास न जाने कितनी महिलाओं का आना-जाना रहा, दूसरा कई धार्मिक कार्यक्रमों भी गई। जब इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो दूसरे लोगों को ठीक करने वाले दयानंद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर भी संदिग्धों की श्रेणी में आ गए थे।
डीएमसी में दाखिललुधियाना के गुरदेव नगर की 55 वर्षीयकोरोना संक्रमित महिला के पति लुधियाना की बड़ी स्टील कंपनी के मालिक हैं। जब इसे कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई तो लुधियाना का यह पहला मामला सामने आया था। मिली जानकारी के अनुसार महिला बीते दिनों स्पेन से आई थी। कुछ दिन बाद तबीयत खराब हुई, मगर जिस तरह से बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव होते हुए पार्टी करती घूमी, ठीक उसी तरह लुधियाना की इस महिला ने भी अपना स्टेटस छिपाया। पता चला है कि वह कई बुटीक चलाती थी, वहीं कई धार्मिक कार्यक्रमों में भी शिरकत की। इसके बाद जब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसका खुद का घर सील कर दिया गया। साथ ही पूरे डीएमसी में हड़कंप मच गया।
डीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. संदीप पुरी की मानें तो 16 मार्च को मेडिसन विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश महाजन के पास यह महिला आई थी। इसके बाद 19 मार्च को दोबारा से महिला डीएमसी में पहुंची तो प्रिंसिपल डॉ. पुरी ने चेकअप किया था। सांस लेने में दिक्कत के चलते एक्सरे और अल्ट्रासाउंड के बाद कोविड-19 के लक्षण मानते हुए सैंपल लिए तो 26 मार्च को पुणे से उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। डॉ. पुरी का कहना है, 'हालांकि ऐसा नहीं है कि हमने किसी तरह की कोई सुरक्षा इस्तेमाल नहीं की थी। मैने मास्क, दस्ताने पहन रखे थे। डीएमसी के डॉक्टर पिछले एक महीने से सारे प्रोटोकोल का पालन कर रहे हैं।'
इसी बीच महिला की हालत खराब हो जाने के चलते उसे पटियाला के राजिंद्रा अस्पताल रेफर कर दिया गया। विभाग ने उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके संपर्क में आए सभी लोगों की पहचान के बाद उन्हें क्वारैंटाइन किए जाने के प्लान पर काम किया गया। इन लोगों में डॉ. पुरी और डॉ. महाजन समेत भी शामिल थे।
जालंधर.पंजाब में कोरोनावायरससंक्रमण सेसोमवार को लुधियाना की 42 साल की महिला की मौत हो गई। राज्य में संक्रमण के चलते यह तीसरी मौत है।वहीं, सोमवार शाम तक राज्य मेंसंक्रमितों की संख्या 41 पर पहुंच गई है।इसी बीच, सोमवार को अमृतसर से 180 लोग मलेशिया के लिएरवाना हुए। इनमें से ज्यादातर भारतीय मूल के लोगहैं, जिन्हें मलेशिया की नागरिकता हासिल है। मलेशिया सरकार ने इन्हें वहां बुलाने के लिए विशेष विमान भेजा।रवाना होने से पहले एयरपोर्टपहुंचे जतिंदर सिंह ने बताया कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द होने के कारण हम यहां फंसे थे।
उधर,कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने प्रवासी श्रमिकों के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाने की मांग के लिए प्रधानमंत्री मोदी को पत्रलिखाहै। तिवारी ने इसमें लिखा है किएयरपोर्ट की तर्ज पररेलवे स्टेशनों पर उनकी स्क्रीनिंग की व्यवस्था भी की जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर किसी को भी क्वारैंटाइन किया जा सके।
क्रिकेट खेलने से रोका तोपुलिस पर पथराव
संगरूर जिले के मालेरकोटला में सोमवार को कर्फ्यू के बीच क्रिकेट खेल रहे युवकों को पुलिस ने रोका तो उन्होंने पथराव कर दिया। इसमें तीन पुलिसवाले घायल हुए हैं। बाद में पुलिस ने क्रिकेट खेल रहे कुछ युवकों को पकड़ लिया, जबकि कुछ मौके से भाग गए।वहीं, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं अगले आदेश तक एक बार फिर टाल दी गई है। इससे पहले बोर्ड ने तीन अप्रैल से परीक्षाएं शुरू करने की घोषणा की थी।
बैंक के बाहर अभ्यर्थियों की भीड़
प्रदेश में 1600 एलिमेंट्री टीचर्स ट्रेंड और 3 हजार बीएड टीचर्स की भर्ती निकाली गई थी, जिसके आवेदन की आखिरी तारीख 31 मार्च है। प्रदेश सरकार की तरफ इस आवेदन के संबंध में कोई सूचना जारी नहीं की गई कि तारीख मेंबदलाव होगा या नहीं। कर्फ्यू के सातवें दिन सोमवार को बैंक खुले तो फार्म भरने वालों की लगभग हर जगह भीड़ देखी गई। उनकी यह परेशानी उस वक्त और बढ़ गई, जब बैंक नेड्राफ्ट बनाने से इनकार कर दिया।
बठिंडा में सब्जी को लेकरव्यापारियों में विवाद
सोमवार सुबह बठिंडा की सब्जी मंडी में दुकानदारों के बीच विवाद हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों को शांत कराया। इसके अलावा पुलिस ने कर्फ्यू के दौरान लोगों को गुमराह करने औरनाके पर तैनात पुलिस कर्मचारी से दुर्व्यवहार करने के आरोप में 6 लोगों कोनामजद कर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ग्रामीणों को 10 रुपए किलो भी नहीं मिल रहा भाव
सुल्तानपुर, शाहकोट, नकोदर, मलसियां कपूरथला और आसपास के गांवों से सब्जी बेचने आए जिम्मेदारों को मंडी के सबसे पिछले हिस्से में सब्जी बेचने के लिए कहा गया। इनका कहना है कि यहां 10 रुपए किलो का रेट भी नहीं मिल रहा। पुरानी इलाकों मेंबिक रही सब्जियों के दाम ज्यादा हैं।मंडी अधिकारियों को शिकायत करते हुए कहा कि प्रशासन का एक रेट लिस्टहोने का दावा अव्यावहारिक है।
गुरदासपुर में नांदेड़ से लौटे 49 लोग होम क्वारैंटाइन
गुरदासपुर जिले के गाजीकोट के 49लोग कर्फ्यू में फंस जाने की वजह से 6 दिन तक परेशान हुए। इन्हें गुरुद्वारे की तरफ से ट्रक बुक करके भेजा गया। सोमवार सुबहगुरदासपुर पहुंचे तो सिविल अस्पताल में चैकअप किया गया। किसी में भी कोरोनाके लक्षण नहीं हैं, फिर भी ऐहतियातन 14 दिन के लिए घरों में ही रहने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग भी निगरानी रखेगा।
फाजिल्का .कोरोनावायरस के बढ़ रहे खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार द्वारा पंजाब में कर्फ्यू लगाया गया है इस कर्फ्यू के दौरान सबसे ज्यादा कोई प्रभावित हो रहा है तो वह है दिहाड़ीदार मजदूर लोग, जिनकी रोजी-रोटी पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। इस दौरान अरनीवाला पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया। पुलिस कर्मियों ने फरिश्ता बनकर गरीब, असहाय और घरों में फंसे लोगों तक जरूरी सामान पहुंचाया। मसीहा बने वर्दीधारियों के इस नेक कार्य को जिले भर के लोगों ने जमकर सराहा। बुजुर्गों ने जहां पुलिस कर्मियों को अपना आशीर्वाद दिया। इस संबंधी अरनीवाला के एसएचओ नवदीप भट्टी ने बताया कि कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए पंजाब भर में कर्फ्यू लगाया गया है। पुलिस-पब्लिक को घरों में रहने की नसीहत दे रही है। जिससे लोग घरों में कैद हो गए हैं। उनके पास आम जरूरत की वस्तुएं खत्म हो गईं।
घर से बाहर निकलने पर पुलिस का खौफ सता रहा था। एसएचओ ने बताया कि उनको पता चला कि इन लोगों को खाना नहीं मिल रहा जिसके चलते अरनीवाला पुलिस के प्रभारी नवदीप सिंह भट्टी खुद पुलिस बल के साथ इन झुग्गी-झोपड़ियों में पहुंचे और लोगों के लिए दोपहर के खाने का प्रबंध किया, लाइनों में खड़े झुग्गी-झोपड़ियों के इन गरीब लोगों को खाना मिलने से उन्हें लगा कि उनके लिए फरिश्ता आया है क्योंकि पिछले कई दिनों से उनके बच्चे भूखे थे। उन्होंने अपनी मौजूदगी में जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री का वितरण कराया। जरूरी सामान पाकर गरीब, बुजुर्गों के चेहरे खुशी से चमक उठे। वह पुलिस कर्मियों को आशीर्वाद देते थक नहीं रहे थे। यही नहीं उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव के बारे में उन्होंने उक्त लोगों को जानकारी भी दी। सामान लेने आने वाले लोगों को दूरी बरकरार रखते ही सामान उपलब्ध कराने की बात कही।
रोजाना खाना मुहैया करवाने को अधिकारियों की लगाई ड्यूटी
अरनीवाला के थाना प्रभारी नवदीप सिंह भट्टी ने बताया कि उन्होंने इन गरीब वर्ग के लोगों के लिए दोपहर के खाने के रोजाना इंतजाम के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगा दी है। उधर जब लोगों से इस बारे में पंजाब पुलिस द्वारा उन्हें खाना मुहैया करवाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के इस कदम से उनके भूखे बच्चों को खाना मिल गया है जिससे वह बेहद खुश हैं। उन्होंने सरकार से मूलभूत सुविधाओं की मदद के लिए गुहार भी लगाई।
लुधियाना ।लॉकडाउन के चलते शहर में जिन लोगों को फल-सब्जी और करियाना सामान बेचने की परमिशन मिली है। उनमें से कुछ लोगों ने कालँाबाजारी शुरू कर दी है। इन शिकायतों के आधार पर जिला मजिस्ट्रेट कम डिप्टी कमिश्नर प्रदीप कुमार अग्रवाल ने हिदायतें जारी की हैं कि फल-सब्जी विक्रेता घर-घर जाकर सामान बेचने वाले भाव की सूची को रेहड़ियों पर लगाकर रखें। उन्होंने ये भी बताया कि निर्धारित रेट से ज्यादा का सामान बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ-साथ उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। डीसी ने स्पष्ट किया जिले में जरूरी वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। जिलावासियों को उनकी जरूरत के अनुसार खाद्य पदार्थ मुहैया करवाए जा रहे हैं। अब प्रशासन की तरफ से निजी कंपनियों जैसे रिलायंस फ्रैश की सभी ब्रांच, विशाल मेगा मार्क की सभी ब्रांच, बेस्ट प्राइज, स्विगी और अमजोन आदि के सहयोग से घर-घर सप्लाई भी शुरू करवा दी गई है। लोग इन कंपनियों की ऑनलाइन साइट्स पर जाकर आॅर्डर कर सकते हैं।
लाइसेंसधारी दुकानों के बाहर बनाए सफेद घेरे
निगम कमिश्नर केपी बराड़ ने स्पष्ट किया कि सोमवार से निगम द्वारा म्युनिसिपल फंड का यूज किया जाएगा। इसके अलावा वाॅर्डों में करियाना, केमिस्ट और वेंडरों को लाइसेंस जारी कर दिए हैं। जबकि शनिवार से जिन दुकानों को लाइसेंस जारी किए गए हैं, उनके बाहर सफेद कली से राउंड शेप बनाए गए हैं, ताकि लोग एक-दूसरे से दूरी बनाकर रहें।
ब्रेड बनाने वाली कंपनियों को 50% स्टाफ रखने की छूट
जिला प्रशासन की तरफ से स्पष्ट कर दिया गया है कि जरूरी वस्तुओं के होलसेलर को खुली छूट दी गई कि वह दुकानदारों को सप्लाई करने वाले सामान की खुद लोडिंग-अनलोडिंग कर सकते हैं। इसी तरह ब्रेड, केक और बिस्कुट आदि तैयार करने वाली कंपनियों को राहत देते हुए उन्हें फैक्टरियों में 50 फीसदी स्टाफ से काम करवाने की परमिशन दी है। लेकिन वर्करों में कम से एक मीटर की दूरी, मास्क, दस्ताने आदि लगाना अनिवार्य है। काम वाले स्थान पर सेनेटाइजर और साबुन आदि रखना होगा। फैक्टरी के क्षेत्र को साफ रखना जरूरी होगा।
मरीज ले जाने के लिए अपॉइंटमेंट लेटर या प्रिसक्रिप्शन स्लिप होनी जरूरी
जरूरतमंदों को सामान मुहैया कराने के लिए अब नगर निगम रोजाना 1 लाख और लाॅक डाउन दौरान 20 लाख तक म्युनिसिपल फंड से खर्च कर सकेगा। वहीं, नगर कौंसिल और ग्राम पंचायतों काे भी फंड से पैसे यूज करने की परमिशन दी गई है। सरपंचों को एमरजेंसी के हालात में रात के समय शाम 7 से सुबह 6 बजे तक का कर्फ्यू पास जारी करने का अधिकार भी जारी किया है। जबकि मरीज के साथ एक अन्य साथी भी साथ जा सकता है। ये पास उसी रात के लिए वैलिड होगा। जबकि दिन में पास जिला प्रशासन से ही जारी होगा। वहीं, शहर में बीमारों के लिए सहूलियत दी गई है। किसी बीमार को ले जाने के लिए किसी पास की जरूरत नहीं होगी। आपके पास डॉक्टर का अपॉइंटमेंट लेटर या प्रिसक्रिप्शन स्लिप होनी जरूरी है।
ड्राइ राशन आज से डीसी ने बताया कि ड्राइ राशन के 20 हजार पैकेट तैयार किए गए हैं जो जरूरतमंदों को आज से बांटे जाएंगे। निगम और सभी एसडीएम को इसे इलाकों की शिनाख्त करने को कहा जहां जरूरतमंद हैं। इसके अलावा सभी नाइट शैल्टरों को दुरुस्त करते हुए वहां पर बेखर लोगों को पहुंचाया जाए और खाने की व्यवस्था की जाए।
4 ओपन जेल डीसी ने ओपन जेल बनाने के भी आदेश दिए हैं, जिसमें लाॅक डाउन का उल्लंघन करने वालों को रखा जाएगा। इसके िलए पक्खोवाल रोड पर इनडोर स्टेडियम, गुरुनानक स्टेडियम, वाल्मीकि भवन और बहादुरके रोड स्थित एसडी स्कूल को रखा गया है।
कंट्रोल रूम पर 24 घंटे मौजूद रहेंगे मुलाजिम : डीसी ने बताया कि एडीसी डेवलपमेंट के दफ्तर में वार रूम और कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कंट्रोल रूम को 24 घंटे चलाने का काम अलग-अलग विभागों के 138 अधिकारी/कर्मचारी देख रहे हें। लोग समस्याओं को लेकर 0161-2401347, 2402347, 2444193, 9417228520, 9115601158,4 9464596757 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग में स्थापित कंट्रोल रूम(संपर्क नंबर 0161-4622276), एसडीएम पायल (0162-8244292, 276892), निगम लुधियाना (0161-4085039), खन्ना पुलिस (95929-14053), लुधियाना ग्रामीण पुलिस (8556019100), जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक (0161-2453202, 2454202) से संपर्क किया जा सकता है। लेकिन इतने दिनों बाद भी प्रशासन सिंगल पॉइंट कंट्रोल रूम नहीं बना पया है।
डिलीवरी ब्वॉयज पुलिस ने आॅफिशियल फेसबुक पेज पर लिखा है कि कंपनियों को डोर-टू-डोर सामान भेजने वाले डिलीवरी ब्वाॅयज की जरूरत है। कोई शख्स जिसकी उम्र 50 से कम की है और सेहत ठीक है तो वो फार्म भर सकता है। जिसके बदले कंपनी हर आॅर्डर का 60 रुपए या फिर 80 फीसदी देगी।
लुधियाना। कोरोना के संक्रमण को रोकने की जंग में शनिवार को सबसे चिंताजनक तस्वीर सामने आई। फैक्टरियों में कामधंधा और कर्फ्यू में दिहाड़ी बंद होने से यूपी-बिहार के लाखों कामगार अपने घरों को लौटने लगे हैं। 50-100 के जत्थे में ये कामगार सुबह से देर रात तक शहर के अलग-अलग हिस्सों से पैदल ही निकलते रहे। जत्थे में महिलाएं और बच्चे भी हैं।
इनके सामने कमरे का किराया, राशन और बीमारी की स्थिति में इलाज को लेकर सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। अफसोस शासन-प्रशासन के पास इनकी परेशानियों का कोई ठोस हल नहीं है। कहने को तो शहर में लंगर व खानेपीने की चीजों बांटी जा रही हैं, लेकिन किसे मिले रहा, किसे नहीं, इसका कोई सिस्टम नहीं। कंप्लीट शटडाउन के बीच लोगों का इस तरह से भ्रमण महामारी के खतरों को और बढ़ाएगा ही। बचाव के सारे उपास बेमानी साबित होंगे।
हे प्रशासन!कुप्रबंधन की चेन तोड़ो
1. कालाबाजारी है जारी : होम डिलीवरी के जरिए राशन व अन्य सामान की सुविधा मिलने के बावजूद लगातार आेवरचार्जिंग की शिकायतें मिल रही हैं। रेहड़ी-फड़ी वाले दो-तीन गुनी ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं।
2. एक्सपायरी सामान भी बेच डाला : जहां फिलहाल तक होम डिलीवरी का प्रबंध नहीं है, वहां चोरी-छिपे दुकानें खुली तो कई जगह एक्सपायरी सामान बेचने की शिकायतें भी मिली हैं।
3. दवा की होम डिलीवरी में आनाकानी : सबसे व्यवहारिक दिक्कत दवाइयों की होम डिलीवरी में है। केमिस्ट शॉप से सौै-पचास रुपये की दवाई मंगवाने पर दुकानदार आनाकानी कर रहे हैं।
4. ज्यादातर हेल्पलाइन पर नहीं सुनवाई : ये शिकायत भी बरकार है कि संबंधित विभागों से किसी भी प्रकार की मदद लेने या शिकायत करने के लिए हेल्पलाइन नंबर उठ नहीं रहे।
5. जनप्रतिनिधि इलाकों में नहीं या गायब : सबसे नजदीकी मददगार इलाका कौंसलर या विधायक को मानते हुए लोग उनसे भी संपर्क के प्रयास कर रहे हैं। लेकिन ज्यादातर जनप्रतिनिधि इलाके से गायब हैं।
जालंधर/अमृतसर.कोरोनावायरस के संक्रमण से निपटने के लिए देश में किए गएलॉकडाउन का शनिवार को चौथा दिन है। हालांकि,पंजाब में राज्य सरकार ने पहले से ही कर्फ्यू लगा रखा है। पुलिस की सख्ती के बाद अबशहरी क्षेत्रों मेंकर्फ्यू का असर नजर आ रहा है। लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। सरकार की तरफ सेसमाजसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर लोगों के घरोंतक तमाम जरूरी चीजें पहुंचाने की बात कही जा रही है। लेकिन,हकीकत इसके विपरीतहै। इधऱ, जालंधर की बाजवा कॉलोनी में 3 महीने की बच्ची की तबीयत बिगड़ गई। बच्ची की मां के फोन करने पर ड्रग कंट्रोल अफसर कमल कंबोज खुद दवा लेकर उनके घऱ पहुंचे। वहीं, गुरदासपुर और मोहाली में ज्यादा कीमत वसूलने पर प्रशासन ने 5 दवा दुकानों के संचालकों पर कार्रवाई की।राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के 39 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें नवांशहर में एक बुजुर्ग की मौत हो चुकी है।
राज्य में कई जगहों पर दूध, सब्जियों और दवाइयों की सप्लाई ठीक है। कई जगहों पर ज्यादा रेट वसूलने की शिकायतें आई हैं। अमृतसर मेंशनिवार सुबह दुकान नहीं खोलने को लेकर कुछ लोगों का दुकानदार से विवाद हो गया। इसके बाद वहां फायरिंग हुई।
अमृतसर: पहले मारपीट की, फिर गोली चलाई
पुलिस के मुताबिक, मनदीप सिंह नाम का दुकानदार राशन की दुकान नहीं खोल रहा था। गुस्साए 10-12 लोगों ने पहले मारपीट की और फिरगोली चलाई।दुकानदार ने भागकर जान बचाई। हमले में पड़ोसीजख्मी हो गया। यहां सरकार नेडोर-टू-डोर सप्लाई के दावे किए हैं। हालांकि, वे अभी जमीन पर नहीं उतरते नहीं दिख रहे।
लोगों का कहां क्या मिल रहा है?
अमृतसर, लुधियाना, रोपड़, मुक्तसर और फिरोजपुर में सिर्फ दवाएं लोगों को मिल पा रही हैं। दूसरी जरूरी चीजें जैसे दूध, फल-सब्जी और राशन नहीं मिलने से लोगों को खासी दिक्कत आ रही है। जालंधर और फरीदकोट में ऐसी कोई सुविधा लोगों तक नहीं पहुंच पा रही।
बाहर के राज्यों में भी फंसे लोग
लुधियाना. लुधियाना में शुक्रवार रात केंद्रीय जेल से चार कैदी फरार हो गए। बताया जाता है कि ये कंबल के सहारे पहले साथ सटी महिला जेल में दीवार फांद गए और इसके बाद बचते-बचाते भाग गए। हैरानी की बात है कि राज्य में कोरोना की महामारी के चलते पिछले 6 दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है और इतनी कड़ी सुरक्षा-नाकाबंदी के बावजूद इस तरह जेल से कैदी फरार हो गए। घंटों बाद जब इस बारे में गिनती के वक्त पता चला तो जेल प्रशासन के साथ-साथ बाहर तैनात पुलिस के भी हाथ-पैर फूल गए। बहरहाल चारों फरार कैदियों की तलाश जारी है।
156 कैदियों को रिहा भी किया गया
उधर, महामारी के खौफ के चलते जिले की विभिन्न जेलों से 156 कैदियों को रिहा भी किया जा चुका है। इनमें सेंट्रल जेल से 127, ब्रोस्टल जेल से 17, महिला जेल से 11 व आब्जर्वेशन होम से एक कैदी शामिल हैं। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस-कम-कानूनी सेवाएं ऑथोरिटी पंजाब चेयमरैन आरके जैन के निर्देशों पर गठित समिति में शामिल अतिरिक्त सेशन जज मुनीष अरोड़ा, कुलभूषण कुमार और मैजिस्ट्रेट किरण ज्योति ने कोर्ट में कैम्प लगाकर इन कैदियों को रिहा कराया है।
प्रदेशभर में 6 हजार कैदियों को किया जाना है रिहा
दरअसल, मौजूदा स्थिति में पंजाब की जेलों में कुल 23000 कैदियों को रखने की क्षमता हैं, लेकिन इस समय जेलों में 24600 कैदी बंद हैं। दूसरा कोरोना की महामारी के चलते राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा देशभर की जेलों में बंद कैदियों के बारे में लिए स्वत: संज्ञान के बाद इस मुद्दे पर विचार शुरू किया है। इस फैसल के मुताबिक छोटे अपराधों के लिए 7 साल से कम की कैद के चलते जेलों में बंद सूबे के जेलों 6 हजार कैदियों को रिहा किया जाना है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से रोज सुनी जाएंगी समस्याएं
इस बारे में लुधियाना जिला कानूनी सेवाएं ऑथोरिटी की सचिव-कम-चीफ ज्यूडीशियल मैजिस्ट्रेट प्रीति सुखीजा ने बताया कि जेलों में कैदियों की रिहाई के लिए रोज अतिरिक्त सेशन जज द्वारा कोर्ट लगाई जाएगी, जिसमें हाईकोर्ट के निर्देशानुसार अलग-अलग कैटेगरी के कैदियों के मामलों को देखकर कानूनी प्रक्रिया पूरी करके रिहा किया जाएगा। लुधियाना की जेलों से प्रतिदिन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कैदियों-हवालातियों की समस्याओं को भी सुना जाएगा। इसके अतिरिक्त किसी बंदी को निःशुल्क कानूनी सहायता या मेडिकल सुविधा की जरूरत है तो वह भी जल्द से जल्द उपलब्ध करवाई जाएगी।
जालंधर. जालंधर में शनिवार सुबह एक सड़क हादसे में पंजाब पुलिस के एएसआई की मौत हो गई। हादस उसवक्त का है, जब वह कर्फ्यू में ड्यूटी देने के लिए लुधियाना जा रहा था। यहां हाईवे पर भरा पानी कार के शीशे पर पड़ा तो आगे देख नहीं पाने के चलते गाड़ी बेकाबू होकर पलट गई। इससे पुलिस कर्मचारी की मौत पर ही मौत हो गई। सूचना के बाद थाना रामा मंडी की पुलिस ने मौके का मुआयना किया और शव को मोर्चरी भिजवाया।
मृतक पुलिसकर्मी की पहचान अमृतसर के रिचर्ड मसीह के रूप में हुई है, वह पंजाब पुलिस में एएसआई के पद पर कार्यरत थे। शनिवार सुबह वह अपनी स्विफ्ट कार (पीबी02डीसी1476) में अमृतसर से कर्फ्यू ड्यूटी के लिए लुधियाना जा रहे थे।
जालंधर-अमृतसर हाईवे पर हुए हादसे के बारे में मौके पर पहुंचे थाना रामा के एएसआई परमजीत सिंह ने बताया कि उन्हें जेसी रिजॉर्ट के पास चौगिट्टी फ्लाईओवर पर हादसे की सूचना मिली थी। यहां पहुंचने के बाद पाया कि हाईवे पर बारिश का पानी जमा था। अचानक तेज रफ्तार कार अचानक बेकाबू हुई और पलटकर दूसरी तरफ आ गई। इस घटना में एएसआई रिचर्ड मसीह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
नाभा (राकेश कुमार).कोरोना के खिलाफ जंग छेड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में 21 दिन के लॉक डाउन का ऐलान किया है। लेकिन, पंजाब के पटियाला जिले के अगेता गांव के लोगों ने खुद को 21 दिन के लिएक्वारंटाइन करने का निर्णय जनता कर्फ्यू के दौरान ही ले लिया था। गांव के एक किसान नेता और महिला प्रधान ने इसके लिए गांव को तैयार किया और यह भी यकीन दिलाया कि उन्हें कोई परेशानी नहीं आने देंगे।
गांव में 750 लोग रहते हैं
नाभा में स्थित पंजाब की सबसे हाई सिक्युरिटी जेल की तरफ से जाते रास्ते पर अगेता गांव पड़ता है, इसमेंसिर्फ 750 लोग रहते हैं। इस गांव में दो रिटायर्ड फौजी, तीन हालिया भर्ती जवान और एक सरकारी शिक्षक हैं। गांव के लोग भी ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं हैं, सिर्फ 10 प्रतिशत ही यहां शिक्षित हैं। इस गांव को तीन सड़कें (वाया अगेती, कलामाजरा और मेहस से होकर निकलने वाली) नाभा से जोड़ती हैं।
इन्होंने बनाई आम सहमति
किसान यूनियन ब्लॉक प्रधान हरविंदर सिंह अगेता, गांव की महिला सरपंच हरप्रीत कौर, गांव निवासी बहादर सिंह, हरजीत सिंह नंबरदार, सतगुर सिंह, बिंदर सिंह, परगट सिंह, दलजीत सिंह, बलजिंदर सिंह और बलवंत सिंह के मुताबिक पूरे गांव की आम सहमति के बाद सभी ने अपने आप को गांव में लॉक करने का फैसला किया है।ग्रामीणों की मानें तो इन्होंने जनता कर्फ्यू में ही अपने गांव को बचाने की ठान ली थी। तय किया गया कि न कोई गांव से बाहर जाएगा और न ही कोई गांव के अंदर घुसने दिया जाएगा।
गांव को सील और सैनिटाइज किया
सबसे पहले बाजार से छिड़काव को दवाओं से भरी केन लाई गई और पूरी तरह खुद की बैरिकेड्स लगाकर हालात बदलने की शुरुआत की। गांव की हर गली, मंदिर, गुरुद्वारा चौक-चौराहे व तमाम रास्तों पर संक्रमण से बचाव को दवा का छिड़काव इंजन पंप से किया। यह हालात ठीक होने तक रोज किया जाया करेगा।
हर जरूरत गांव में होगी पूरी, निकलना भी पड़े तो पहले एंट्री करें
अगर किसी भी इमरजेंसी में कोई गांव से जाएगा तो जाने और वापसी के वक्त सैनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा, जाने से पहले से और वापसी की रजिस्टर में एंट्री करनी होगी। तीन पब्लिक नाकों पर ग्रामीण शिफ्ट के हिसाब से पहरा देंगे। इन सभी के अलग शिफ्ट में काम कर रहे सेवादार लंगर मुहैया कराएंगे। गांव के बाहर मजदूरी को जाने वाले परिवारों के मवेशियों के लिए हरा चारा जरूरतमंद परिवारों को खाना और दवाएं गांव में ही मुहैया कराई जाएंगी। गांव के किसी भी परिवार को कोई भी जरूरी सामान, नकदी या दूसरी सेवा चाहिए तो वह भी गांव की सीमा के अंदर ही मुहैया कराई जाएगी।
लुधियाना. कर्फ्यू के बावजूद नशे की मंडी के तौर पर पर जाने जाते तलवंडी कलां में नशे की तस्करी और नशा करना जारी है। हैरत की बात है कि नशेड़ी अपनी लत को पूरा करने के लिए कर्फ्यू के बावजूद तलवंडी कलां पहुंच रहे हैं। पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को काबू किया है। महिला नशे की डिलीवरी देने के लिए जा रही थी और युवक नशे की का सेवन करते हुए पकड़े गए हैं। पुलिस ने दोनों के खिलाफ थाना सलेम टाबरी में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
एएसआई जनक राज ने बताया कि वह पुलिस पार्टी के साथ जीटी रोड कट पर गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि एक महिला अपने ग्राहकों को नशा सप्लाई करने का काम करती है। इस पर वहां दबिश देकर तलवंडी कलां की रहने वाली महिला को काबू किया गया है। उसके पास से 4.5 ग्राम हेरोइन बरामद की गई है।
उधर, इसी दौरान तलवंडी कलां में ही नशे का सेवन कर रहे अमन नगर निवासी जगजीत सिंह और भट्टियां निवासी तरसेम लाल को काबू किया गया है। वह गांव में ही बैठकर नशे का सेवन कर रहा था, उसके पास से एक लाइटर, पन्नी, 10 रुपए का नोट और सिल्वर पेपर बरामद किया गया है।
लुधियाना. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन अब किसी तरह की चूक नहीं होने देगा। सबसे पहले नौ मार्च या उसके बाद विदेश से आए लोगों को हर हाल में क्वारंटाइन में रहना होगा।डीसी प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि विदेश से आए सभी लोग कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हैं, लेकिन उन्हें ऐहतियात के तौर पर होम क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। लोग 104, 112 या 0161-2444193 पर इस बारे में जानकारी दे सकते हैं। साथ ही डीसी ने चेतावनी भी दी कि विदेश से आने वाले जानकारी नहीं देते हैं तो उन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।इसी तरह आसपास के दूसरे शहरों में भी कर्फ्यू का पालन कराने के लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद नजर आ रही है।
लुधियाना. कोरोना की महामारी हो हराने के लिए आपका शहर लुधियाना 31 मार्च बंद कर दिया गया है। अभी तक जिले में एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है, लेकिन ऐहतियात जरूरी है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए जरूरी है कि लोग अपने घरों में ही रहें, इसलिए सीमाएं सील कर दी गई हैं। बहुत ही इमरजेंसी हालात में और पुलिस-प्रशासन की अनुमति से ही अब कोई शहर से बाहर जा सकेगा या प्रवेश कर सकेगा। इसी तरह से सरकारी दफ्तरों सहित सभी दुकानें, कारखाने, बाजार बंद रहेंगे। धारा 144 के तहत 5 से ज्यादा लोग एक जगह इकट्ठा हुए तो कार्रवाई होगी।
दूध, सब्जी, करियाना, दवाई जैसी रोजमर्रा की जरूरत के सामान और अस्पताल, पेट्रोल पंप जैसी जरूरी सेवाएं भी जारी रहेंगी। इसके अलावा आम आदमी की जानकारी के लिए कुछ जरूरी सवाल-जवाब इस तरह से हैं:-
लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने क्या खास इंतजाम किया गया है?
थानों और पुलिस लाइन से 80 फीसदी फोर्स को हमने फील्ड में उतार दिया है, जोकि बाहर से आने-जाने वाली हर गाड़ी की चैकिंग करेगी और लोगों पर नजर रखेंगे। शहर के चप्पे-चप्पे को सील कर दिया गया है। 2268 मुलाजिमों को सड़कों पर तैनात रहेंगे। लुधियाना पुलिस तैयार है, अब बस लोगों हमारा साथ दें और घरों में ही रहें।
किन हालात में लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं,बिना काम के कोई सड़क पर नजर आता है तो...?
हेल्थ संबंधी और किसी की पारिवारिक एमरजेंसी है तो उन्हें शहर में और बाहर जाने से कोई रोक-टोक नहीं है। अगर बिना किसी जायज या जरूरी काम से लोग सड़कों पर निकलते हैं तो पुलिस उन्हें फोर्सफुली भी घर भेंजेगी। अगर कानूनी कार्रवाई भी करनी पड़ी तो करेंगे। क्योंकि हमारा मकसद लोगों को सेफ करना है, उसके लिए हर मुलाजिम डटा हुआ है।
विदेश से आने वालों की ट्रैकिंग के लिए क्या सिस्टम है?
अम्बैसी के साथ हमारा टाइअप है, विदेश से जो भी लुधियाना आ रहें है, उनकी डिटेल इकट्ठा की जा रही है। हमारे पास पूरा रिकॉर्ड है और उसे रेगुलर, स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ मिलकर चैक किया जा रहा है। लोग भी ऐसी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम पर शेयर करें।
चोरी, लूट, मारपीट की शिकायत के लिए क्या लोग थाने आ सकते हैं?
नहीं, उन्हें इन छोटे मामलों के लिए थाने आने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन हमें शिकायत भेज सकतें है। हम एक्शन लेंगे। हां, अगर कोई बड़ा मामला या क्राइम है तो लोग थाने आ सकते हैं। उसके लिए उन्हें कोई रोक-टोक नहीं है।
ऑनलाइन मिलने वाली सुविधाएं बंद की गई थी, क्या अब आगे भी ऐसा ही रहेगा?
ऑनलाइन सभी चीजों की डिलिवरी की जाएगी। लोगों को राशन, खाने-पीने और दवाइयों संबंधी कोई दिक्कत नहीं आएगी।
रविवार को अखबारों के एजेंट्स व वेंडरों को जबरन उठाया दिया गया जबकि ये भी तो लोगों की जरूरत की सेवा में लगे हैं, अखबारों के माध्यम से देश-दुनिया की सही व सटीक खबरें घरों तक पहुंचाते हैं, इनके साथ पुलिस का ऐसा रवैया क्यों?
नहीं, ऐसा नहीं है। उन्हें इसलिए उठाया गया, क्योंकि वे एक झुंड में थे। अखबार के एजेंट्स, वेंडर अपना काम कर सकतें है, लेकिन एक-दूसरे से एक मीटर तक का फासला बना कर रखें। भीड़ जमा न करें। इसी तरह से सब्जी वाले, दूधवाले और बाकी के दुकान वाले बिना भीड़ जमा किए, अपना काम कर सकते हैं।
लुधियाना .जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार को लुधियाना पुलिस ने बंद को सफल बनाने में ट्रैफिक मार्शल्स की मदद ली। इसके तहत 500 मार्शल शहर के 70 चौकों और इलाकों में कमान संभाली और लोगों को घर रहने के लिए जागरूक किया। वहीं, कुछ लोगों के साथ मामूली कहासुनी भी हुई, लेकिन 90 फीसदी लोगों को पुलिस ने घरों में भेज दिया। जिन 10 फीसदी लोगों को जाने दिया गया वो एमरजेंसी केस थे। जानकारी के मुताबिक कर्फ्यू को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मुलाजिमों की जरूरत थी, लिहाजा ट्रैफिक मार्शल्स से संपर्क किया गया तो उन्होंने साथ देने की बात कही।
रविवार रात ही पुलिस द्वारा मार्शल्स को उनकी ड्यूटी समझा दी गई थी, जिसके बाद सुबह 7 बजे से सभी अपनी ड्यूटी पर तैनात मिले। पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि ट्रैफिक मार्शल्स की मदद भी कर्फ्यू में ली गई है। उन्हें लोगों से डील करने की जानकारी है, क्योंकि वो सड़क पर ही रहते हैं। बाकी काफी अच्छी तरह से वो ड्यूटी निभा रहे हैं।
सेफ्टी किट के साथ एक चौक में 7 से 8 मार्शल्स किए तैनात
हर एक चौक में 7 से 8 मार्शल्स को तैनात किया गया। जिन्हें उनकी सेफ्टी के लिए मास्क और सेनेटाइजर दिए गए, ताकि वो खुद को भी सेनेटाइज करते रहे। इसके अलावा उनके खाने-पीने का इंतजाम भी चौक में ही किया गया। उन्हें कुछ एक्स्ट्रा मास्क और सेनेटाइजर भी दिए गए ताकि अगर कोई सड़क पर आता है और उसने मास्क नहीं पहना तो उन्हें मास्क दे सकें। अपनी हर एक्टिविटी को वो पुलिस द्वारा मार्शल्स ग्रुप में शेयर कर रहे थे। ताकि सीपी को पता चलता रहे कि वो क्या काम कर रहें है। इसमें सीपी ने उन्हें लिखा, कीप ईट अप एंड थैंकू।
महिला कर्मीभी मुस्तैद
मार्शल्स के साथ-साथ मुलाजिमों को भी चौकों में उनके साथ लगाया गया। जिसमें महिला मुलाजिमों का अहम योगदान रहा। उनका काम सिक्योरिटी के सिस्टम को सैट करने के साथ-साथ वो आफिशियल वाट्सएप ग्रुप में नाकों और पुलिस मुलाजिमों की चौकसी की तस्वीरों को भेजने का काम महिला मुलाजिमों के हवाले ही रहा। वहीं, इस बंद के दौरान बहुत से लोग सड़कों पर नजर आए, जिन्हें पुलिस ने हाथ जोड़कर कहा, बाई जी प्लीज घर बैठो, सड़कां ते ना घुम्मो।
लुधियाना (रागिनी कौशल) .पीएयू के बीएससी एग्रीकल्चर फाइनल इयर के स्टूडेंट्स अनुपमा और पवनप्रीत सिंह ने माइक्रो ग्रीन व वैजी तैयार की है। जोकि न सिर्फ खाने में हेल्दी हैं बल्कि सिंथेटिक मल्टीविटामिन और मिनरल की जगह भी इस्तेमाल की जा सकती है। यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की इस पहल को न सिर्फ सराहना मिल रही है। बल्कि एग्री स्टार्टअप इवेंट में ख्याति भी मिल चुकी है। अनुपमा ने बताया कि मोहाली में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने स्टार्टअप का आइडिया रखा था।
जिसे पसंद किया गया और इस आइडिया को 40 हजार की इनाम राशि मिली। इस राशि का इस्तेमाल कर ही दोनों स्टूडेंट्स ने गोरमेका ग्रीन प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कंपनी की शुरुआत की। पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में स्थित स्किल डेवल्पमेंट सेंटर के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. टीएस रियाड़ द्वारा पूरा सपोर्ट करने के अलावा एंटरप्रेन्योर्स के साथ संपर्क करवाया गया। पंजाब एग्री बिजनेस इनक्यूबेटर(पीएबीआई) के तहत ये स्टार्टअप शुरू किया गया। स्टार्टअप शुरू करने से पहले पीएबीआई के तहत दो महीने की ट्रेनिंग स्टूडेंट्स ने हासिल की। इसमें एंटरप्रेन्योर्स से मिलने के साथ ही उन्हें मार्केटिंग, पैकेजिंग के बारे में पूरी ट्रेनिंग दी गई।
क्या है माइक्रो ग्रीन या वेजी?
माइक्रो ग्रीन सब्जियों और हर्ब्स का छोटा वर्जन है। जिन्हें बीजने के कुछ दिनों बाद ही काट लिया जाता है। ये सबसे छोटी फॉर्म में रहती हैं। स्टूडेंट्स द्वारा ब्रोकली, चुकंदर, मूली, पालक, सनफ्लावर, धनिया, मेथी, चौलाई का छोटा वर्जन तैयार किया जा रहा है। इस स्टेज पर खाने से इनकी न्यूट्रीशियन भरपूर मिलती है। इन सब्जियों को काफी पसंद किया जाता है। इसके अलावा रॉकेट और गार्डन क्रेस्ट दो वैरायटी हैं जो सिर्फ इनके द्वारा उगाई जा रही हैं। गार्डन क्रेस्ट में विटामिन सी भरपूर मात्रा में है। अनुपमा ने बताया कि पूरी तरह से उगी हुई बड़ी लाल बंदगोभी को मुकाबले माइक्रो लाल बंदगोभी में 6 गुणा ज्यादा विटामिन सी और 40 गुना ज्यादा विटामिन ई उपलब्ध है। ब्रोकली माइक्रो ग्रीन में कैंसर से बचाव में मददगार है। अनुपमा ने बताया कि उनके द्वारा सैलेड बॉक्स तैयार किए जाते हैं। इसमें स्विस चार्ड, केल, रेड लेटिस इत्यादि रहती है।
5 एकड़ के इलाके में उगा रहे माइक्रो ग्रीन
अनुपमा ने बताया कि रोपड़ में उन्होंने किराए पर जमीन ली है। जिसमें 5 एकड़ के इलाके में माइक्रो ग्रीन उगाई जा रही है। इन्हें सूबे के विभिन्न शहरों में बेचा जा रहा है। अपनी डाइट का खास ख्याल रखने वाले लोगों द्वारा माइक्रो ग्रीन को काफी पसंद किया जाता है। सैलेड के बॉक्स में केल, लाल लेटस, काली और हरी बेसिल, बेबी ब्लैक कैरेट, स्विस चार्ड, डिल की पत्तियां, पालक, रॉकेट की पत्तियां होती हैं। मिक्स माइक्रो ग्रीन में चुकंदर, पालक, सनफ्लावर, रॉकेट, मूली, एमारेंथ जैसी माइक्रो ग्रीन, ग्रीन क्रेस, अल्फा-अल्फा शामिल रहती है। जल्द ही स्टूडेंट्स द्वारा अपना स्टोर भी शुरू किया जाएगा।
लुधियाना. कंफरडेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआईआई) पंजाब के चेयरमैन और रजनीश इंडस्ट्री के डायरेक्टर राहुल आहुजा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले यात्रियों को बुरी तरह से परेशान किए जाने की बात कही है। उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्ताक्षेप की मांग की है। उन्होंने पीएमओ कार्यालय को पत्र लिखकर तत्काल एयरपोर्ट अथॉरिटी को संज्ञान लेने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर यात्री बच्चे बुजुर्ग या महिलाएं आ रहें हैं, तो उन्हें चैकिंग के दौरान सुविधाएं देने पर भी काम किया जाए।
दरअसल, दिल्ली टर्मिनल थ्री पर वह अपने बेटी वंशिका आहुजा को लेने के लिए गए थे। उनकी बेटी यूएसए शिकागो से वापस आई थी। उनकी बेटी फ्लाइट आने के 17 घंटे बाद बाहर आई। एयरपोर्ट में हजारों की संख्या में यात्री थे, न तो किसी यात्री को कुछ खाने को दिया गया और न ही पानी तक दिया गया।
इमीग्रेशन को पासपोर्ट दिया, जोइमीग्रेशन के बाद हैल्थ अधिकारी के पास जाना था, लेकिन प्रबंध सहीं न होने की वजह गुम हो गया और बेटी को दो घंटे तक पासपोर्ट ढूंढना पड़ा। कई बार कहने के बावजूद एयरपोर्ट अथॉरिटी ने किसी यात्री के परिजनों कोे कोई जानकारी नहीं दी और न ही बच्चों के लिए खाना तक देने दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि इस घड़ी में विदेश से वापस आने वाले बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों के लिए विशेष प्रबंध किए जाने की जरूरत है।
लुधियाना। काेरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार ने एडवायजरी जारी कर दी है। आपात स्थिति में सहायता के लिए रहवासी किस तरह संपर्क कर सकते है। इसके उपर भास्कर की विस्तृत रिपोर्ट...
सेहत. सिविल अस्पताल में रैपिड रिस्पॉन्स टीम
पानी-सीवरेज
सिक्योरिटी. पुलिस कमिश्नर ने बनाईं 11 टीमें
पावरकट : पावरकॉम के चीफ इंजीनियर दिलप्रीत इंदरपाल सिंह गरेवाल ने स्पष्ट किया कि हेल्पलाइन नंबर 1912 के अलावा कंप्लेंट सेल पूरी तरह से काम करते रहेंगे।
जमाखोरी की यहां करें शिकायत: जिला प्रशासन ने ब्लैक मार्केटिंग की शिकायत दर्ज कराने के लिए 24 घंटे का हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। 0161-2402347 और 94172-28520 पर शिकायत कराई जा सकती है। ये जानकारी एडीसी(डेवलपमेंट) अमृत सिंह ने दी। शिकायतकर्ता को यूनीक कंप्लेंट आईडी भी जारी की जाएगी। वहीं दुकानों पर अगर कोई महंगे दाम में सामान बेचता है या पेट्रोल पंप की कंप्लेंट या जानकारी संबंधी डीएफएससी 8729070333, 9328800786 से संपर्क कर सकता है।
फायर ब्रिगेड: आगजनी जैसी किसी दुर्घटना की स्थिति में फायर ब्रिगेड की सहायता के लिए हेल्पलाइन 101 पर संपर्क किया जा सकता है।
लुधियाना .नगर निगम की तरफ से शहर में अब सोडियम हायड्रोक्लोराइड केमिकल के साथ स्प्रे किया जाएगा। इसकी मंजूरी मेयर बलकार सिंह संधू ने शनिवार को दी है, जबकि शहर के अलग-अलग रूट बनाते हुए मशीन के सहारे पूरी रात स्प्रे किया जाएगा। इस मशीन को इंजीनियर जगजीत सिंह पासी ने बनाया है और इसके बारे में निगम सेक्रेटरी जसदेव सिंह सेखों को बताया। इसके बाद सेखों की तरफ से इस मशीन के कारण कोरोना वायरस को लेकर शहर में स्प्रे करने के लिए प्रपोजल मेयर बलकार सिंह संधू और निगम कमिश्नर केपी बराड़ के समक्ष रखा।
प्रपोजल को मंजूरी मेयर और कमिश्नर ने दे दी है। जबकि इस मशीन के लिए निगम की तरफ से ही ड्राइवर, मुलाजिम, तेल और केमिकल दिया जा रहा है, जिससे शहर के कॉमन प्लेस जैसे पार्क से लेकर अन्य सारी जगह जहां पर पब्लिक का आना-जाना ज्यादा रहता है, वहां पर स्प्रे किया जाएगा। इस काम की देखरेख सेक्रेटरी जसदेव सिंह सेखों और नोडल अफसर अश्वनी सहोता के जिम्मे है।
ये रहेगा रूट जहां स्प्रे किया जाएगा :शनिवार रात 10 बजे स्प्रे की शुरूआत कर दी गई। शनिवार की रात के साथ रविवार का पूरा दिन लगातार स्प्रे किया जाएगा।
लुधियाना .कोरोना वायरस के मरीजों पर नजर रखने के िलए लुधियाना पुलिस व प्रशासन की तरफ से चलाए जॉइंट ऑपरेशन के तहत शनिवार को शहर के अलग-अलग इलाकों में टीमों ने अपना काम किया। जहां विदेशों से आए कुछ लोगों का टेस्ट किया गया और कुछ को क्वारेंटाइन कर दिया गया। फिलहाल दो केसों में रिपोर्ट नेगेटिव आई है और दो केसों की रिपोर्ट पेंडिंग है।
घंटाघर के नजदीक एक होटल के रूम में रह रहे जर्मन पयर्टक की सूचना मिलने पर पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिसकी सूचना होटल प्रबंधकों ने ही पुलिस को दी। फिर थाना कोतवाली के एसएचओ और बाकी की टीम होटल में पहुंचे, जहां रूके हुए पयर्टक का कोरोना वायरस का टेस्ट किया गया। हालांकि वो नेगेटिव मिला। उक्त पर्यटक ने बताया कि वो जर्मनी से श्रीलंका, बंगलुरु, दिल्ली और फिर दो दिन पहले लुधियाना आया था।
इसे देखते हुए पुलिस ने उसे 14 दिन के लिए होटल के कमरे में ही रहने को कहा गया। इसके बाद मॉडल टाउन की एक महिला के बारे में किसी ने पुलिस को सूचना दी कि इंग्लैंड से आई एक महिला का टेस्ट नहीं हुआ। जिसके बाद टीम उक्त महिला के पास गई, जिन्होंने उसके लक्ष्ण देखे लेकिन एेसा कुछ नहीं मिला। लेकिन उक्त महिला को भी अगले 15 दिनों के लिए क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
डेहलों के नजदीक गांव और बैंक मुलाजिम का भी करवाया टेस्ट
वहीं, डेहलों के नजदीक यूके से आए एक शख्स को भी पुलिस ने ढूंढ निकाला है जोकि एक महीने से लुधियाना में है। फिलहाल सेहत विभाग उसकी भी जांच कर रही है। इसके अलावा पक्खोवाल रोड स्थित एक प्राइवेट बैंक में हंगामा हो गया। जब किसी ने व्यक्ति जोकि बैंक में काम करता था, उसे सस्पेक्टिड बताया। पुलिस ने उसका टेस्ट करवाया। रिपोर्ट आनी है।
चंडीगढ़.पंजाब में अगले तीन वर्षो के दौरान 3 मेडिकल कॉलेज शुरू होने से पंजाब मेडिकल शिक्षा का केंद्र बन जायेगा। मोहाली, कपूरथला और होशियारपुर में मेडिकल कॉलेजों पर काम शुरू हो चुका है और ये कॉलेज अगले 3 सालों में शुरू हो जाएंगे।
इन कॉलेजों के बनने से राज्य के स्टूडेंट्स को डॉक्टर बनने का मौका और मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा। मोहाली के मेडिकल कॉलेज में शिक्षा सत्र इस साल 2020-21 में, होशियारपुर में 2021-22 में और कपूरथला में 2022-23 में शुरू हो जाएगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार प्रदेश के लोगों को विश्वस्तरीय सेहत सुविधाएं और बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने के लिए वचनबद्ध है। इसी कड़ी के अंतर्गत पंजाब सरकार की तरफ से गरीब लोगों के लिए आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना की शुरुआत की गई है।
आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना में 692 अस्पताल सूचीबद्ध
पंजाब के 692 अस्पतालों को इस स्कीम के तहत सूचीबद्ध किया गया है और 1,87,735 लाख लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया करवाई गई है जिस पर लगभग 218.93 करोड़ खर्च किए गये। पंजाब सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार की तरफ से 3000 सब सेंटरों को सेहत और वेलनेस सेंटर के रूप में अपग्रेड करने की प्रक्रिया चल रही है, जहां शिक्षित नर्सिंग अफसरों व कम्युनिटी सेहत अफसरों की तरफ से बढ़िया सेहत सुविधाओं मुहैया करवाई जाएंगी। उन्होंने एन.आर.आई से अपील की कि राज्य में बढ़िया सेहत सहूलतें और बुनियादी ढांचा मुहैया करवाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं। डाक्टरी पेशे को सदियों से ही मानवता की भलाई वाला पेशा समझा जाता रहा है और इसलिए हमें इस क्षेत्र की पुरातन शान को बहाल रखना चाहिए।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गत पंजाब सरकार से लिया गया है)
चंडीगढ़. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के निर्देशों के तहत राज्यों के सभी जिलों के सरकारी अस्पतालों में 24 घंटें आपातकालीन चिकित्सा उपचार और 1 से 5 वर्ष की आयु की बालिकाओं को मुफ्त उपचार की सुविधा निरंतर जारी है।
मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने यह भी प्रतिबद्वता प्रगट की है कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में यह स्वास्थ्य सुविधाऐं जारी रहेंगी। इस संबंधी राज्य के सभी सिविल सर्जनों को निर्देश पहले ही जारी करदिए गए थे।
ओपीडी में बढ़ी मरीजों की संख्या
पंजाब में अब तक स्वास्थ्य केन्द्रों में 35,62,492 मरीजों की ओपीडी दर्ज की गई है। इन केन्द्रों में सेवाओं में विस्तार करने के लिए 27 दवाएं और 6 डाइगनोस्टिक टेस्ट जैसे एचबी टेस्ट, ब्लड शुगर टेस्ट, गर्भ टेस्ट किट, यूरीन एलबुमिन टेस्ट, थूक के टेस्टों के साथ-साथ लम्बी चलने वाली बीमारियों के लिए दवाएं प्रदान की जा रही हैं जिससे लोगों को इलाज और दवाएं प्राप्त करने के लिए दूर न जाना पड़े। सभी सिविल सर्जनों को इन केन्द्रों में दवाओं की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए हिदायतें भी दीं। गैर-संचारित बीमारियों से ग्रसित मरीजों संबंधी रोशनी डालते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि स्क्रीनिंग प्रोग्राम के दौरान हाईपरटेंशन (ब्लड प्रेशर) के 1,25,776 मरीज, शुगर के 73,150 मरीज, मुंह के कैंसर के 403 मरीज, ब्रेस्ट कैंसर के 522 मरीज, बच्चेदानी के कैंसर के 504 मरीज पाए गए। हाईपरटेंशन वाले मरीजों को इन केन्द्रों में कम-से-कम 10 दिनों के लिए दवा दी गई।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गत पंजाब सरकार से लिया गया है)
नाभा (राकेश कुमार). कोरोना वायरस से निपटने के लिए एक ओर सरकार की तरफ से जनता कर्फ्यू में सहयोग की बात की जा रही है, वहीं पंजाब में सरकार के ऐहतियाती दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के भी मामले सामने आने लगे हैं। नाभा में एक पिज्जा शॉप और एक बेकरी शॉप में लोगों को अंदर बिठाकर डाइनिंग कराई जा रही थी। इन दोनों दुकानदारों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दरअसल, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर सावधानी के लिहाज से सरकार की तरफ से लोगों के इकट्ठा होने से बचने के संबंध मेंदिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। पंजाब में पिछले दो दिन सेहोटल, रेस्टॉरेंट, मॉल और ऐसे ही दूसरे सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के इकट्ठा होने पर रोक है, जिसके चलते ग्रुप डाइनिंग नहीं की जा सकती। सिर्फ होम डिलीवरी और टेक अवे की छूट दी गई थी।
शुक्रवार को नाभा में इसी निर्देश का पालन जांचने के लिए एसडीएम सूबा सिंह, डीएसपी वरिंदरजीत सिंह और सेहत विभाग अधिकारियों की संयुक्त टीम ने छानबीन की। इस दौरान एक पिज्जा शॉप और एक बेकरी के अंदर डाइनिंग करने यानि कई ग्राहकों को एक साथ बिठाकर खिलाने-पिलाने के मामले सामने आए। टीम ने यहां आए लोगों को घर भेज दिया, वहीं दोनों दुकानदारों के खिलाफ धारा 188 के तहत थाना कोतवाली में केस दर्ज कर लिया गया है।
पटियाला. पटियाला में पुलिस रेड करने पहुंची तो सट्टा चलाने वाला हंगामे पर उतर आया। पुलिस को गाली-गलौच करते हुए वह साफ-साफ कह रहा था कि उसने कोई बड़ा जुर्म नहीं किया। शहर में और पूरे पंजाब में क्राइम हो रहा है। गिरफ्तार ही करना है तो दूसरे लोगों को किया जाए। इस युवक ने सहयोगियों की मदद से वीडियो वायरल कर पुलिस वालों पर पैसे लेने के आरोप लगाए। युवक हंगामा करता रहा और पुलिस वाले एकदम चुप नजर आए।
मामला पटियाला के सनौरी गेट का है। मिली जानकारी के अनुसार थाना डिविजन नंबर 2 की पुलिस गुरुवार शाम को यहां एक दुकान पर छापा मारने पहुंच गई। आरोप है कि यहां एक दुकान पर सट्टे का धंधा चलता है। जब पुलिस यहां तो दुकान का मालिक पुलिस टीम के साथ गाली-गलौच और हाथापाई पर उतर आया। उसने पुलिस की रेड पर कई सारे सवाल उठाए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिखाई दे रहे युवक की मानें तो उसकी दुकान थाना कोतवाली के अंतर्गत है, ऐसे में यहां थाना डिविजन नंबर 2 की पुलिस का रेड करने का कोई हक नहीं है। इसके अलावा युवक ने हवलदार की वर्दी पहने एक पुलिस कर्मचारी पर उसकी दुकान से 300 रुपए लेकर जाने का आरोप लगाया। उसने यह भी कहा कि उसके पास बड़े-बड़े अधिकारियों के पैसे लेने के ढाई सौ के करीब वीडियो हैं। उसने कोई बड़ा जुर्म नहीं किया। पंजाब में जगह-जगह क्राइम हो रहा है और पुलिस है कि सिर्फ उसकी दुकान पर आकर परेशान करती है।
साथ ही इस पूरे प्रकरण के दौरान पास खड़ी पुलिस मूकदर्शक बनी रही। कुछ पुलिस वाले मौके से इधर-उधर होते दिखाई दिए। वह चीखते-चिल्लाते कह रहा है कि पुलिस उससे इस काम के बदले पैसा वसूल करती है। युवक ने सरेआम कहा कि पुलिस उसे गिरफ्तार करे, लेकिन पुलिस बचती नजर आई। फिलहाल इस मामले में आगे की कार्रवाई को लेकर पुलिस की तरफ से कोई क्रिया-प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
लुधियाना.फाइनेंस कंपनी के मैनेजर दीपक शुक्ला की मौत मामले में कोर्ट की तरफ से ज्यूडिशियल जांच के बाद उसकी मौत टार्चर से होने की बात कही गई है। रिपोर्ट में कोर्ट की ओर से कहा गया है कि पुलिस अफसरों ने दीपक को गैर कानूनी ढंग से कस्टडी में रखकर पीटा गया। इससे उसकी जेल में मौत हो गई।
कोर्ट ने जांच के बाद पुलिस कमिश्नर को थाना डिवीजन पांच एसएचओ रिचा रानी, चौकी कोचर मार्केट इंचार्ज एएसआई जसकरन सिंह, एएसआई चरनजीत सिंह, कांस्टेबल मनदीप सिंह समेत अन्य मुलाजिमों पर संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई करने के आदेश दिया है। कोर्ट के आदेश के बावजूद अभी तक पुलिस की तरफ से कार्रवाई नहीं की गई है। दीपक की पत्नी प्रीति शुक्ला ने बताया कि कार लीगल तरीके से खरीदने के बावजूद दीपक पर चोरी का मामला दर्ज कर उसे बुरी तरीके से पीटा गया कि मौत हो गई।
मृतक की पत्नी बोली, पुलिस आरोपी को बचा रही
प्रीति ने बताया कि कोर्ट की जांच के बाद छह मार्च को कार्रवाई के आदेश दिए गए थे। एडीसीपी के पास गए, तो उन्होंने एसीपी को रिपोर्ट भेज कार्रवाई करने की बात कही। फिर वह 14 मार्च को गए तो उन्हें सोमवार तक एफआईआर दर्ज करने की बात कह वापिस भेज दिया। लेकिन 12 दिन बाद भी पुलिस ने कोर्ट के आदेशों के बावजूद पुलिस एसएचओ समेत सभी अफसरों को बचाने में जुटी है।
कार्रवाई की जाएगी : कमिश्नर
पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने कहा किकोर्ट की तरफ से ज्यूडिशियल जांच की रिपोर्ट आई है। कोर्ट के आदेशों की तामील करते हुए यथोचित कार्रवाई की जाएगी।
खन्ना (लुधियाना). कोविड-19 के संक्रमण का खतरा मौत के बाद भी भारी पड़ रहा है। इसी के चलते एक बुजुर्ग का अंतिम संस्कार भी पूरे पांच दिन के बाद हो सका है। पिता की मौत की सूचना पाकर इटली में रह रहा बेटा तुरंत निकल पड़ा, लेकिन यहां दिल्ली में उतरते ही उसे रोक लिया गया। चार दिन तक मिलिट्री कैंप में रखकर सभी टैस्ट किए गए। जब रिपोर्ट नेगेटिव आई तो उसे खन्ना आने की इजाजत मिली। गुरुवार को पुलिस-प्रशासन के कड़े इंतजामात के बीच उसने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। प्रशासन की तरफ से अंतिम यात्रा में शामिल लोगों को मास्क लगाने को कहा गया, वहीं बेटे के पास किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा था।
मृतक के रिश्तेदार ने बताया कि पांच दिन पहले उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। बेटे के इटली के होने के चलते अंतिम संस्कार को पांच दिन रुकना पड़ा। दिल्ली में करोना वायरस के सभी टैस्ट लिए गए, टैस्ट नेगेटिव आने पर वह खन्ना पहुंचा जिसके बाद प्रशासन के इंतजामों के बीच अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के मौके पुलिस टीम के साथ शमशान घाट पहुंचे डीएसपी एच शमशेर सिंह ने कहा कि करोना वायरस के चलते ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे। मृतक के बेटे के सभी टैस्ट हो गए हैं, सभी रिपोर्ट नेगेटिव आईं हैं। ऐहतियात के तौर पर प्रबंध किए गए थे किसी को पैनिक होने की जरूरत नहीं है।
युवक को 14 दिन तक अलग कमरे में रखा जाएगा
एसएमओ राजिंदर गुलाटी ने लोगों से अपील की कि युवक के सभी टैस्ट हो चुके हैं, वह बिल्कुल ठीक है। सभी प्रबंध ऐहतियात के तौर पर किए जा रहे हैं। युवक को 14 दिन के लिए अलग कमरे में रहने की सलाह दी है। किसी से बात ना करने को भी कहा गया है। चूंकि वह शादीशुदा और दो बच्चों का पिता है, ऐसे में उन्हें भी उससे दूर रहने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर रोज सरकारी अस्पताल से एक डॉक्टर घर वालों से बात करेगा।
चंडीगढ़. राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अब बेहतर इलाज सुविधाएं मिलेंगी। राज्य भर में सभी तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केंद्र (एच.डब्ल्यू.सी.) में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के मद्देनजर, पंजाब सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर 300 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को टेली मेडिसिन हब के साथ जोडऩे का फैसला किया है। इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है।
राज्य भर में 1365 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को मिले भारी प्रोत्साहन के बाद पंजाब सरकार अब ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए 300 केन्द्रों को टेली मेडिसिन हब के साथ जोड़ने जा रही है। इससे लोगों को हर बार इलाज के लिए बड़े अस्पताल जाने की जरूरत कम पड़ेगी।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि चंडीगढ़ के सेक्टर 11 में 5 डॉक्टरों और 1 टेली मेडिसिन ऑपरेटर (टी.एम.ओ.) की निगरानी अधीन टेली मेडिसिन हब स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीएमओज को सीडेक मोहाली द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। टी.एम.ओज़ आगे सी.एच.ओज़ (कम्युनिटी हेल्थ अफ़सर) को प्रशिक्षण देंगे जिससे गांवों में टी.एम.एच. प्रोग्राम को सुचारू ढंग से चलाया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 12 बीमारियों के इलाज के अलावा जोखिम वाली आबादी में ‘कम्युनिटी बेसड असेसमेंट चेकलिस्ट’ पर ए.एन.एमज़ और आशा द्वारा ग़ैर-संचारित बीमारियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जिन लोगों में गैर-संचारित बीमारियों का ख़तरा पाया गया, उनकी जांच स्वास्थ्य केंद्र-सब सेंटर में जांच के लिए आऊटरीच कैंपों, पीएचसी/सीएचसी में भेजा गया।
इसके इलावा सभी जांच किये मरीजों को ऑपरेशन और सर्जरी की सेवाएं मुहैया करवाने के लिए आगे रेफर किया गया और दूसरे दर्जे की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इलाज भी शुरू किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि रोजाना के स्वास्थ्य केन्द्रों के पोर्टल पर पूरे रिकॉर्ड का डिजिटाइजेशन भी किया जा रहा है।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गत पंजाब सरकार से लिया गया है)
लुधियाना.नोवल कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार द्वारा सभी गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूलों में 31 मार्च तक छुट्टियां घोषित कर दी हैं। वहीं, बाहरी एक्टिविटिज, सिनेमा हॉल, मॉल्स इत्यादि भी बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। ऐसे में सबसे बड़ा डर पेरेंट्स के लिए ये रहता है कि बच्चे मोबाइल, पीसी या लैपटॉप पर ज्यादा समय न बिताएं। इसे देखते हुए अब पेरेंट्स द्वारा बच्चों को घर पर ही एक्टिव रखने और बोरियत से बचाने के लिए तरह-तरह की एक्टिविटीज की जा रही हैं। ताकि बच्चे बाहर जाने की जिद भी न करें और घर के अंदर ही सुरक्षित भी रहें। इंडोर गेम्स को बढ़ावा देने के अलावा बच्चों को लाइफ स्किल्स और नई रुचियों में उनके रुझान को भी बढ़ाया जा रहा है।
क्राफ्ट एक्टिविटी, केसियो बजाना सिखा रही हूं
छुट्टियां होने पर वो बोर न हो इसके लिए मैं ब्रेन गेम्स, क्राफ्ट एक्टिविटीज पर ध्यान देने के अलावा उसे केसियो बजाने के लिए भी प्रेरित कर रही हूं। - डॉ. शीबा टक्कर छाबड़ा, प्रोफेसर, हीरो डीएमसी हार्ट इंस्टीट्यूट
कुकिंग, कपड़े धोना तक बेटे को सिखा रहा हूं
मेरा बेटा 8 साल का है उसके लिए मैं इस समय लाइफ स्किल्स और क्रिएटिव एक्टिविटीज पर ध्यान दे रहा हूं। जिसमें कुकिंग, कपड़े धोना तक बेटे को सीखा रहा हूं। - शोभन सोई, सीईओ, क्ले प्री स्कूल
बच्चों के साथ समय बिताएं डाइट का भी ख्याल रखें
मेरा बेटा 4 साल का है। उसके साथ घर पर बोर्ड गेम्स, क्रिकेट, ब्लॉक गेम्स खेलते हैं। फ्लू भी काफी फैला है तो एेसे में खुद की और बच्चों की भी डाइट का ख्याल रखें। -डॉ. रोहित रामपाल, स्किन स्पेशलिस्ट, लुधियाना
लुधियाना/ खन्ना (राकेश कुमार). लुधियाना के समराला में सरकारी सेवा केंद्र से लाखों रुपए की मशीनरी चोरी हो जाने का मामला सामने आया है। घटना पुलिस थाने के ठीक सामने की है, जहां से बायोमेट्रिक मशीन, कैमरे और एलईडी चोरी किए गए हैं। हालांकि चोरी की यह घटना सीसीटीवी कैमरों में भी कैद हो गई है, जिसके आधार पर पुलिस चोरों की पहचान में जुटी है।
कस्बासमराला में एसडीएम दफ्तर के नजदीक स्थापित सब डिविजन स्तर के सरकारी सेवा केंद्रके इंचार्ज परमजीत सिंह ने बताया कि उनके अलावा इस सेवा केंद्र में पांच ऑपरेटर और एक सिक्युरिटी गार्ड हैं। बुधवार सुबह सुबह करीब पौने 9 बजे जब सिक्युरिटी गार्ड ड्यूटी पर आया तो उसे सेवा केंद्र के ताले टूटे हुए मिले। अंदर पड़ा सारा सामान गायब था। गार्ड की जानकारी के बाद इंचार्ज परमजीत सिंह खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने भी मौके का मुआयना किया।
पुलिस को दिए बयान में परमजीत की मानें तो आधार कार्ड बनाने के लिए लगाई करीब 3 लाख रुपए कीमत की दो बायोमैट्रिक मशीन, आंखों की स्कैनिंग के लिए लगाए दो स्कैनर, कैमरे और 2 एलईडी पर चोरों ने हाथ साफ किया है। उनकी शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू की तो पाया कि यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैछ हो गई है, जिसकी फुटेज को जांच का हिस्सा बनाया गया है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने किसानों के लिए कृषि को अधिक लाभदायक बनाने के लिए खादों की गुणवत्ता और उनके संतुलित उपयोग पर विशेष ध्यान दिया है। जिसके नतीजे लगातार बेहतर हो रहे हैं। साल 2018 की धान की फसल में यूरिया की खपत 86000 मीट्रिक टन और डीएपी की खपत 46,000 टन कम करने और साल 2019 में यूरिया की खपत 82000 मीट्रिक टन और डीएपी की खपत 33,000 टन कम करने में सफलता मिली है।
सिर्फ खाद और डीएपी में लाई गई इस कमी से किसानों को करीब 365 करोड़ रुपए की बचत हुई है। किसानों को ये पैसा अपने परिवार और दूसरे कामों में लगाने के लिए मिल सकता है। जबकि इससे पहले तक यूरिया और डीएपी के गैर जरूरी उपयोग के कारण ये पैसा बेकार जा रहा था। इस कदम से राज्य में होने वाली फसलों में रसायनों का अंश भी कम हुआ है और उनको अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने में मदद मिली है। इससे राज्य और देश की आबादी के स्वास्थ्य को भी लाभ मिला है।
इसके साथ ही राज्य में नकली बीजों, नकली या घटिया कृषि रसायनों की बिक्री को पूरी तरह से रोक दिया गया है और इन का कारोबार करने वाले लोगों पर सख्ती से कार्रवाई की गई है। इसके परिणामस्वरूप राज्य में कपास और अन्स फसलों पर कीटों या किसी अन्य फसलीय बीमारी के किसी बड़े हमले को दर्ज नहीं किया गया है। इस एक कदम से किसानों को आर्थिक तौर पर काफी अधिक मदद मिली है।
सरकार प्रयास कर रही है कि कृषि संबंधित कोई भी रसायन बिना बिल के ना बेचा जाए। किसान के पास बीज या रसायन की खरीद का बिल होने पर, उसमें कोई गड़बड़ी पाए जाने पर विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई करना आसान हो जाता है। इसके साथ ही नदीननाशक के तौर पर व्यापक स्तर पर उपयोग में लाया जाता रहा ग्लाईफोसेट पर भी अब पाबंदी लगा दी गई है। इस कैमिकल के कारण इसके संपर्क में आने वाले लोगों को कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
कई कीटनाशकों के उपयोग को कम किया गया
कृषि विभाग के प्रयासों से पांच कीटनाशकों के उपयोग को कम करने में मदद मिली है। इनमें ऐसिफोट, कारबाडिज्म, ट्रियोजोफोस, थियामैटोजाम और ट्राईसाइक्लिोजोल शामिल हैं। इससे पंजाब में होने वाली बासमती को वैश्विक मापदंडों पर खरा उतरने में मदद मिली है। इससे बासमती का दाम भी पिछले साल के 2600-3000 रुपए प्रति क्विंटल के मुकाबले इस बार 3600-4000 रुपए प्रति क्विंटल तक रहा।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गतपंजाब सरकार से लिया गया है)
चंडीगढ़. हाल ही में पंजाब सरकार की तरफ से बागवानों के लिए तोहफे दिए गए हैं, जिसमें बागवानों को 55000 हैक्टर एरिया बागवानी फसलों के लिए दिया गया। इस क्षेत्र को 2 हिस्सों में बांटा गया है एक तो 10000 हैक्टेयर फलों के लिए और 44000 हैक्टेयर सब्जियों के लिए दिया गया।बागवानों को यह तोहफा देने का मुख्य कारण किसानों की आय में बढ़ोत्तरी करना है।
बागवानी फसलों को बढ़ावा देने के लिए 30 कोल्ड स्टोरेज स्थापित करवाए गए, जिसमें 30 करोड़ की वित्तीय सहायता प्रदान की गई। इसके अलावा 50 पोली हाउसिस और 28632 शहद की मक्खियों के बक्से भी दिए गए हैं जिस पर लगभग 67 करोड़ और 39 करोड़ की राशि खर्च की गई।
मशरूम की पैदावार को बढ़ाना भी सरकार की प्राथमिकता रही है जिसमें 10 यूनिट पैदावार स्थापित की गई, जिसमें 71 लाख की राशि खर्च की गई। 63 कम्यूनिटी वाटर स्टोरेज और 8 राइपनिंग चैंबरों को स्थापित करना पंजाब सरकार की मुख्य उपलब्धि रही है।
फ्लौरीकल्चर को बढ़ावा देने के लिए 770 लाख रुपये की लागत से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, जो लुधियाना के दोराहा में स्थापित किया जा रहा है जहां पर डच टैकनीक के माध्यम से हाईटैक पोली हाउस, फूलों की हाइटैक नर्सरी स्थापित की जा रही है, ताकि इसका मुख्य उद्देश्य फूलों की नई-नई टैकनीक को बढ़ावा देना और किसानों की आय को बढ़ावा देना है। जिससे एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा और विदेशी मुद्रा भी अर्जित की जा सकती है।
राज्य में एक एकड़ के पोली हाउस के करीब 33 से 35 लाख का खर्च है और सरकार की तरफ से 16.88 लाख सब्सिडी दी जाती है। पंजाब के बठिंडा, फाजिल्का, मानसा, फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब क्षेत्र के किसानों ने पिछले समय के दौरान किन्नू, मालटा, अंगूरों के बागों की तरफ रूचि दिखाई गई थी।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गतपंजाब सरकार से लिया गया है)
चंडीगढ़. किसान और मंडियों का गहरा संबंध है और किसान साल में दो बार लाजिमी और उसके बाद अन्य फसलों को बेचने के लिए भी मंडी का रूख करता है। ऐसे में सरकार ने मंडियों की विकास और नई मंडियों को तैयार करने की तरफ विशेष ध्यान दिया है। इस संबंध में कई बड़े फैसले किए गए हैं और अच्छा खासा बजट भी रखा गया है।
राज्य में 10 नई अनाज मंडियों की स्थापना और इस उद्देश्य के लिए 800 करोड़ आरक्षित रखे गए हैं। 37 मंडियों में ई-नैम को लागू किया जा रहा है और इनमें से 19 मंडियां शुरू हो चुकी हैं। 18 भारत सरकार की अनुमति की प्रतीक्षा में हैं। मक्की, आलू, किन्नू, कपास, बासमती, हरे मटर और मूंग दाल का व्यापार पंजाब में तेजी से बढ़ रहा है। 2,10,436 किसान रजिस्टर्ड किए गए हैं। 5174 आढ़तिए रजिस्टर्ड हैं। 1306 व्यापारी रजिस्टर्ड हैं।
पंजाब भर के लिए ‘सिंगल ट्रेडिंग लाइसेंस’ शुरू हो चुका है, जिससे अनाज व्यापारियों को राज्य में कहीं पर भी अनाज का कारोबार करने की सुविधा है। 200 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत के साथ 1000 तंग पुलियों और पुलों को अपग्रेड करना, इस काम को 31 मार्च, 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। 675 करोड़ रुपए की लागत वाला ‘मंडी विकास प्रोग्राम’ शुरू किया, जिसको 31 मार्च, 2020 तक पूरा किया जाएगा। इसके तहत 151 प्रमुख फड़, 284 छोटे फड़ और 1935 खरीद केन्द्रों को अपग्रेड किया जाएगा।
अन्य कृषि सुधार
कृषि उत्पादन मंडीकरण में सुधारों और तकनीक के अधिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट्स एक्ट में संशोधन किया। जमीन के अधिकतम क्षेत्र का मालिक या अपने अधिकार में रखने की अनुमति दी गई ताकि अमरूद, केला और अंगूरों की बागबानी करने वाले फार्मर्स को बागबानी करने वाले फार्मर्स के बराबर लाया गया। किसान भाईचारे के हितों की सुरक्षित बनाने के लिए ‘पंजाब राज्य किसान कमिशन एक्ट-2017’ बनाया है। राज्य में कृषि शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए स्टेट काउंसिल फॉर एग्रीकल्चरल एजुकेशन की स्थापना की गई है। इस काउंसिल की स्थापना ‘द पंजाब स्टेट काउंसिल फॉर एग्रीकल्चरल एजुकेशन एक्ट-2017’ के तहत की गई है। गन्ना उत्पादकों को सीधे तौर पर 25 रुपए प्रति क्विंटल दिए गए। इसके अलावा किसानों को बकाया का भुगतान करने के लिए निजी चीनी मिलों के मालिकों द्वारा लिए गए कर्जे के ब्याज के लिए 65 करोड़ रुपए का तुरंत भुगतान की घोषणा की। वेरका में नाशपाती एस्टेट, सुजानपुर में लीची एस्टेट, वजीदपुर में अमरूद एस्टेट और फरीदकोट में बागबानी एस्टेट स्थापित किए जा रहे हैं।
ग्रामीण सड़कों की बेहतरी
3000 करोड़ रुपए खर्च कर 29,000 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों की मरम्मत का काम जारी है, जिससे किसानों के लिए मंडियों तक या शहर तक आना जाना आसान होगा। पहले चरण में 15,626 किलोमीटर को कवर किया जा रहा है, जिसमें 88 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दूसरे चरण में 12,919 किलोमीटर को कवर किया जाएगा, जिसमें 20 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।
(उपरोक्त कंटेंट दैनिक भास्कर स्पेस मार्केटिंग इनिशिएटिव के अंतर्गतपंजाब सरकार से लिया गया है)
लुधियाना.पक्खोवाल रोड स्थित आम विहार इलाके में एक पति ने अपनी पत्नी की इसलिए हत्या कर दी, क्योंकि उसके भतीजे के साथ अवैध संबंध थे। सुबह जब पड़ोसियों ने खून से लथपथ तारा देवी (35) को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी मौत हो गई। लोगो ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची थाना सदर की पुलिस ने शव कब्जे में लेकर आरोपी विजय प्रकाश (36) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर दिया है।
भतीजे को पत्नी के साथ गलत हालत में देखा
एडीसीपी जसकरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि तारा देवी का पति विजय प्रकाश लेबर का काम करता है। उनकी एक 13 साल की बेटी है। कुछ दिन पहले विजय ने तारा को उसके भतीजे दीपक के साथ आपत्तिजनक हालत में देख दिया था, जिसके बाद से विजय का खून खौल रहा था। रविवार को उसने प्लानिंग के तहत अपनी बेटी को उसकी सहेली के घर रात रहने के लिए भेज दिया।
रात भर मरी पत्नी के साथ सोया आरोपी
उसके बाद उसने दीपक को घर शराब पीने के लिए बुलाया। रात को शराब पीते हुए उसकी दीपक और पत्नी के साथ उनके संबंधों को लेकर बहस हो गई। फिर उसने दीपक को पीटना शुरू कर दिया, तब वो जान बचाकर वहां से भाग निकला। जिसके बाद विजय तारा को पीटने लगा, तभी उसने तवा उठाया और तारा के सिर में मार दिया और वो बेहोश होकर गिर गई। विजय ने शराब पी और फिर उसी के साथ सो गया। सुबह जब उठा तो देखा कि तारा मर चुकी थी। जिसके बाद वो वहां से भाग निकला। तभी विजय के पड़ोसी घर आए तो देखा कि तारा की मौत हो गई थी। जिन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस के मुताबिक आरोपी अभी फरार है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है।
पटियाला. ऑस्ट्रेलिया से आए 4 लोग बिना स्क्रीनिंग के पटियाला जिले के समाना पहुंच गए। स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। अब स्वास्थ्यविभाग विदेश से आए लोगों और वह किस-किस से मिले हैं इसकी जांच में जुट गए हैं। दरअसल ऑस्ट्रेलिया में कुछ दिन पहले सड़क हादसा हुआ था। वहां गांव नमादा के चाचा/चाची व भतीजे की मौत के बाद उनके शव गांव पहुंचे।
साेमवार काे इनका संस्कार करने से पहले आस्ट्रेलिया में रहते 6-7 लाेग समाना पहुंचे हैं। वहीं, सेहत विभाग के नाेडल अफसर डाॅ. युवराज नारंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया से आए एनआरआईकी हमारे सूचना नहीं है। फिर भी संबंधित एसएमओकाे सूचना दे दी है। दरअसल, गांव नवादा का नौजवान सरवनजीत ऑस्ट्रेलिया रहता था। उसने भाभी गुरमीत कौर और भतीजे इश्मीत को घूमने के लिए ऑस्ट्रेलिया बुलाया। वापस आ रहे थे तो हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान पढ़ने गए 15 स्टूडेंट कोरोना के खौफ से लौटे
अमृतसर में कोरोना वायरस के खौफ और दुनिया भर में दूसरे मुल्कों के लोगों को लेकर लगी पाबंदी के बाद पाकिस्तान में पढ़ाई करने गए जम्मू-कश्मीर के स्टूडेंट भी वापस आने लगे हैं। सोमवार को 15 स्टूडेंट अटारी-वाघा रास्ते वापस आए। कोरोना वायरस के केंद्र सरकार ने शुक्रवार से अपने यहां विदेशियों के आने पर रोक लगा दी है।
लुधियाना. लुधियाना में सोमवार दोपहर एक हौजरी में आग लग गई। क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। आग लगने के बाद तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई और इसके बाद मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने आग बुझाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं।
घटना लुधियाना के जालंधर बाईपास इलाके में स्थित ओक्टेव नामक कंपनी की है। जानकारी के अनुसार, सोमवार दोपहर यूनिट की बेसमेंट में अचान आग लग गई। आनन-फानन में सूचना के बाद फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आग फैक्ट्री में और भी जगी फैल चुकी थी। आग किन कारणों से लगी है, उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। मौके पर मेयर बलकार सिंह संधू समेत कई अन्य अधिकरी पहुंचे हुए हैं और आग बुझाने के प्रयासों का जायजा ले रहे हैं।
लुधियाना.एक ट्रक ड्राइवरट्रांसपोर्ट मालिक को लाखों का चूना लगाकर फरार हो गया।आरोपी ने 80 हजार का भाड़ा,डेढ़ लाख के टायर और 50 हजार से अधिकका अन्य सामान बेच दिया।पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर स्थित राजकोट गोल्डन लॉजेस्टिक के मैनेजर शाम शर्मा की शिकायत पर उनके खिलाफ केस दर्ज किया। एएसआई रणजीत सिंह ने बताया कि आरोपियों की पहचान तरनतारन के गांव मनण झबाल निवासी सरबजीत सिंह और लुधियाना निवासी क्लीनर लाडी के रूप में हुई है।
शिकायतकर्ता ने बताया कि ट्रक चलाने के लिए उसने सरबजीत सिंह को ड्राइवर रखा हुआ था। लाडी उसके साथ क्लीनर का काम करता था। आरोपित 22 फरवरी को लुधियाना से कठुआ (जम्मू) के लिए सामान लोड करके गए। वहां से वे गुजरात के मुंद्रा पोर्ट के लिए एक्सपोर्ट के धागे का कंटेनर लोड करके निकल गए। लुधियाना से कठुआ और कठुआ से मुंद्रा तक का किराया सीधा ट्रांसपोर्ट के अकाउंट में आता है।
मुंद्रा से गाड़ी खाली करने के बाद आरोपी ने ट्रक लुधियाना के लिए लोड कर ली, जिसका किराया 80 हजार रुपए बनता है। 9 मार्च की रात ट्रक खाली करने के बाद वो उसे दफ्तर के बाहर खड़ा करके बिना बताए चले गए। अगली सुबह जब शाम शर्मा ने चेक किया तो ट्रक में एक महीना पहले लगवाए डेढ़ लाख कीमत के टायर गायब थे। उनकी जगह किसी कबाड़ी से हजार-दो हजार में खरीदकर बेकार टायर लगा दिए गए थे। ट्रक में पड़ा लोहे का चैन, जैक, बेल्ट व अन्य कीमती सामान गायब था। रणजीत सिंह ने कहा कि आरोपियों की तलाश में उनके ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
नाभा (राकेश कुमार).भारतीय रेलवे में कार्यरत गुरमीत सिंहखेती से लाखों का मुनाफा कमा रहेहैं।5 साल पहले जिस जमीन की कीमत एक लाख रुपए प्रति एकड़ नहीं थी आज उसकी कीमत 15 लाख प्रति एकड़ हो गई है।मुक्तसर जिले के कटियांवालीगांव के रहने वाले गुरमीत सिंह भारतीयरेलवे में टीटीई हैं। उनके पास कुल 9 एकड़ कृषिभूमि थी। इसमें सेशोरा होने के कारण4 एकड़ जमीन बंजर थी। 2014 में गुरमीत ने अनुभवी किसानों और इंटरनेट से खेती की जानकारी हासिल की।
किसान मेले से जुटाई जानकारी
गुरमीत सिंह ने दिल्ली स्थित पूसा कृषि अनुसंधान केंद्र में लगने वाले किसान मेलोंसे जानकारी जुटानी शुरू की। वे मेले में अपने साथ उस बंजर जमीन की मिट्टीले गए। वहां डिपार्टमेंट ऑफ माइक्रो बायोलॉजी के प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. लवलीन शुक्ला से मुलाकात हुई तो अपनी जमीन की समस्या बताई। डॉ. शुक्ला ने गुरमीत सिंह को मिट्टी की जांच के बाद खेती की तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए डी कंपोजर कल्चर इंजेक्शन दिए। वापस आकर गुरमीत सिंह ने अपनी जमीन में वो इंजेक्शन इस्तेमाल किएऔर खेती शुरू कर दी।
2 साल बाद 20 फीसदीपैदावारबढ़ी
2 साल बाद उसी बंजर जमीन से 20 फीसदी पैदावार मिलनी शुरू हो गई। इसके बादपूसा इंस्टीट्यूट के साथ तालमेल बिठाया। इससेफसल की गुणवत्ता और अधिक बेहतर हो गई।इसके बाद उन्होंने2 एकड़ जमीन में किन्नू के बाग लगा दिए।बाकी 7 एकड़ जमीन पर गेहूं की वैरायटी बीबीडब्ल्यू 187 बीबीडब्ल्यू 222 एचडी 3271 और धान और बासमती की 1509 और 1121 किस्म की खेती करना आरंभ कर दिया।
नवोन्मेषी कृषक पुरस्कार से सम्मानित
1 से 3 मार्च तक पूसा इंस्टीट्यूट में आयोजित कृषि मेले में केंद्रीयकृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरीने गुरमीत सिंह को नवोन्मेषी कृषक पुरस्कार से नवाजा। इसके साथ हीउन्हें पिछले सप्ताह पूसा की तरफ से उन्नत किसान के खिताब से नवाजा गया है।
पराली नहीं जलाते, 9 लाख सालाना मुनाफा
गुरमीत पराली और नाड़ को जलाते नहीं हैं। वेमिट्टी में ही मिलाकर उसकी उपजाऊ शक्ति बढ़ाते हैं।नतीजतन, 5 साल पहले जिस जमीन के एक लाख रुपए प्रति एकड़ से ज्यादा नहीं मिल रहे थे, वहीं आज कीमत 15 लाख प्रति एकड़ है।प्रोग्रेसिव किसान एवं टीटीई गुरमीत सिंह फल और दूसरी फसलों से एक लाख प्रति एकड़ के हिसाब से 9 लाख सालाना मुनाफा कमा रहे हैं।
ऐसे निकालते हैं खेती के लिए वक्त
गुरमीतइंटरनेट पर खेती के बारे में लगातार जानकारी हासिल करते रहते हैं।वे अपने मोबाइल ऐप्प से ट्यूबवैल की मोटर को कहीं से भी कंट्रोल कर लेते हैं।ट्रेन में टिकट चैक करने के दौरान वे अपने काम के लिए कुछ वक्त निकाल लेते हैं। इसके साथ ही उन्हें जब भी छुट्टी मिलती है वेअपने खेत में पहुंच जाते हैं।
कुछ इस तरह से किए अनुभव साझा
बीते दिनों नाभा में किसान साथियों से मिलने पहुंचे गुरमीत सिंह ने दैनिक भास्कर के साथ खास बातचीत में बताया कि सरकारी विभाग में एक अच्छी जॉब होने के बावजूद उन्हें शुरू से खेती से बेहद लगाव रहा है। यह डगर उस वक्त मुश्किल नजर आने लगी थी, जब बंजर हो चुकी जमीन को बेचने तक की नौबत आ गई। खरीदार भी न के बराबर कीमत दे रहे थे। फिर कृषि विज्ञान और रिसर्च केंद्र पूसा इंस्टीट्यूट पहुंच वहां प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. लवलीन, गेहूं की एचडी 3226 के खोजकर्ता डॉ. राजवीर यादव एचडी 3271 के खोजकर्ता डॉ. पीके सिंह और डॉ. हरिमोहन के मार्गदर्शन के चलते यह राहआसान हो गई।
लुधियाना/होेशियारपुर.गिल रोड पर 30 किलो सोने की लूट के मामले में आर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट की टीम ने इस वारदात में शामिल दो अन्य गैंगस्टर फिरोजपुर के मक्कू गांव के हरप्रीत सिंह और होशियारपुर के गढ़दीवाल निवासी प्रदीप सिंह को गिरफ्तार किया है। जिनके पास से एक पिस्तौल भी बरामद हुआ है। वहीं, गैंगस्टर जयपालभुल्लर, उसके भाई अमृतपाल सिंह और गुरसेवक सिंह को नामजद किया गया। जैसे कि दैनिक भास्कर ने पहले ही जयपाल को इस लूटकांड का मास्टरमाइंड बताया था, उसपर पुलिस ने भी मोहर लगाई है।
गैंगस्टर गगनदीप ने पुलिस पूछताछ में बताया है कि उनके साथ हरप्रीत और प्रदीप भी शामिल थे। वारदात से चार दिन पहले वे फिरोजपुर हरप्रीत के घर रूके। वारदात करने के लिए वो लुधियाना आए और वारदात के बाद दोबारा हरप्रीत के पास चले गए। जहां रात रूकने के बाद वो आगे निकले। जबकि प्रदीप पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। उसके पास से पुलिस को वो पिस्तौल मिला है, जोकि उन्होंने लूट के दौरान इस्तेमाल किया था।
प्रदीप का नाम 2013 में तब चर्चा में आया था, जब कसबा गढदीवाल में निशान सिंह शाना नाम के एक नौजवान का गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद प्रदीप पर फरवरी 2019 में हमला हुआ था। इस पर पुलिस ने उसे दो गनमैन दिए थे, जोकि अब भी उसके पास थे। उधर, ओक्कू के आईजी कुंवर विजय प्रताप ने कहा कि हरप्रीत और प्रदीप को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद लुधियाना पुलिस को सौंपा है।
जयपाल ने भाई को गैंग में किया शामिल
गगन ने पुलिस को बताया कि लूटकांड में जयपाल ने अपने भाई अमृतपाल अौर मोगा के गुरसेवक काे भी साथ लिया, जोकि जयपाल का जिगरी दोस्त रहा है। वारदात के बाद वो कुछ देर के लिए गुरसेवक के मोगा स्थित ठिकाने पर भी रूके थे। इनके साथ ही इस कांड में दो और लोगों के नाम सामने आएंगे, जिसका खुलासा पुलिस जल्द ही करेगी।
गगन बोला, मैं ता फ्रैशर आं ज्यादा नीं पता
सूत्रों के मुताबिक रविवार को भी ओक्कू की टीम ने गगन से करीब 3 घंटे पूछताछ की। इसमें उससे पुलिस ने बार-बार जयपाल के बारे में पूछा तो उसने कहा कि मैं तां फ्रैशर आं सर मैनू ज्यादा नीं पता। मैंनू तां ऐहे वी नीं पता उस दिन लुट्ट करण साड्डे नाल कौण-कौण सी, मैंनू बस नाम ते एड्रेस पता।
लुधियाना.नूरवाला रोड स्थित पंचशील कॉलोनी में एक दादी ने अपने दो साल की पोती को बेचने की कोशिश की। लेकिन न बेच पाने पर उसने बच्ची के दोनों हाथ उबलते हुए गर्म तेल में डाल दिए। जिस कारण बच्ची बुरी तरह से झुलस गई। लेकिन मां के मौके पर पहुंचने के चलते उसने बच्ची का बचाव किया और तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया। अब बच्ची की हालत में सुधार है। थाना बस्ती जोधेवाल की पुलिस ने नूरवाला रोड के संगीता की शिकायत पर पंचशील कॉलोनी के दर्शना रानी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बच्ची को पसंद नहीं करती थी दादी: बच्ची की मां
पुलिस ने शनिवार सुबह महिला को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी पुलिस ने इस बात की पुष्टि नहीं की है। एएसआई रमेश कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता महिला का पति दीपक कुमार रेलवे विभाग का मुलाजिम है और ग्यासपुरा फाटक पर उसकी गेटमैन की ड्यूटी है। उनके दो बच्चे एक 10 साल का बेटा पीयूश और दो साल की बेटी रोजल है। उक्त आरोपी महिला दर्शना रानी उसकी सास है। वह दाई का काम करती है। शिकायतकर्ता के अनुसार उसकी सास दर्शना उनकी बेटी रोजल को पसंद नहीं करती थी। वह अक्सर कहती थी कि उसे बेटा चाहिए। इसी कारण वह अक्सर बेटी को बेच देने की बातें करती थी। पहले कई बार झगड़ा हुआ। जिसके चलते दोनों एक ही घर में अलग अलग रहते थे।
खेल रही बच्ची को ले जाकर तेल डाला
बच्ची का पिता दीपक काम पर गया। जबकि शिकायतकर्ता अपने कमरे में बैठी थी। इसी दौरान दर्शना बच्ची रोजल को उठाकर किचन में ले गई। वहां पर ले जाकर उसने रोजल का एक हाथ कढ़ाई में पड़े गर्म तेल में डाल दिया। जिस कारण उसका हाथ बुरी तरह से झुलस गया। बच्ची ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शिकायतकर्ता बच्ची की आवाज सुनकर भागकर किचन में पहुंची। तब दर्शना बच्ची का दूसरा हाथ भी कढ़ाई में डाल रही थी।
कमरे में बंद कर दिया था, पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बच्ची को बचाया था
दीपक कुमार ने बताया कि उसकी मां आरोपी महिला ने पहले भी रोजल को मारने की कोशिश की थी। 2018 में वह रोजल को उठाकर कमरे में ले गई और अंदर से शिकायतकर्ता को आवाज मारकर कहा कि मैंने तेरी बेटी मार दी है। शिकायतकर्ता ने शोर मचाना शुरू किया और बेहोश हो गई। इतने में इलाके के लोगों को इकट्ठे होकर बहुत कोशिश की। लेकिन आरोपी ने गेट नहीं खोला। फिर लोगों ने पुलिस को सूचित किया। मौके पर पहुंची उस समय की एसएचओ माध्वी शर्मा के आदेशों पर दरवाजा तोड़कर बच्ची को निकाला गया। तब बच्ची अंदर कपड़ों के नीचे बेहोश पड़ी थी। इसके बाद भी उसने दो बार बच्ची को मारने की कोशिश की थी।
आरोप-सास कहती थी; बेच दो, अच्छे पैसे भी दिला दूंगी
शिकायतकर्ता ने बताया कि आरोपी दर्शना रानी अक्सर उन्हें बेटी को बेचने की बात कहती थी। लेकिन उनके मना करने पर वह कहती थी कि उसे पोता चाहिए, लेकिन पोती हो गई। जिसके चलते इसे बेचकर दोबारा से पोता लेना चाहती हूं। लेकिन न बेच पाने पर उसने बच्ची को मारने की कोशिशें करनी शुरू कर दी। लेकिन शिकायतकर्ता द्वारा अपनी बच्ची की जान को खतरे में देख पुलिस को शिकायत दी।
चंडीगढ़. पंजाब सरकार ने शुक्रवार को सभी शिक्षण संस्थानो को 31 मार्च तक बंद रखने की घोषणा के बाद शनिवार को प्रदेश के सभी सिनेमा हॉल, रेस्तरां और जिमको बंद करने का फैसला किया। इसकी घोषणा स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिंद्धू ने की। वहीं, सरकार ने सभी जन समारोह पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर दी है।
विवि में नहीं लगेगी क्लासेस
दूसरी ओर पंजाब यूनिवर्सिटी में भी 31 मार्च तक सभी क्लासेस बंद रहेंगी। पीयू के शिक्षण विभागों में पीसीपी, टीचिंग क्लासेस के अलावा रीजनल सेंटर्स, समेत सभी संस्थान बंद रहेंगे। छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स को हॉस्टल खाली कराने के लिए कहा गया है। सभी इंटर्नल, मिड सेमेस्टर टेस्ट को स्थगित कर दिया गया है।हालांकि प्राशासनिकपरीक्षाएं होंगी।सभी सेमिनार, कॉन्फ्रेंसेस, वर्कशॉप्स को भी स्थगित कर दिया गया है।
लुधियाना.एजूकेशन डिपार्टमेंट ने समूह ब्लॉक प्राइमरी शिक्षा अफसर को लेटर जारी कर सूचित किया कि सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से 12वीं के सभी स्टूडेंट्स को किताबें, जिनकी छपाई पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से करवाई जाती हैं, वे मुफ्त मुहैया करवाई जाएंगी। बोर्ड ने सूचित किया है कि क्षेत्रीय दफ्तरों के लिए किताबों की सप्लाई शुरू हो चुकी है और 16 मार्च से ब्लॉक को सप्लाई शुरू कर दी जाएगी।
इसके लिए किताबों की सप्लाई शुरू होने से पहले जहां किताबें रखी जानी हैं, उन कमरों को अच्छी तरह से साफ करवा ली जाए। इसके अलावा स्कूल स्तर पर स्टूडेंट्स को प्राप्त, बकाया और स्टॉक में मौजूद किताबों की गिनती ई-पंजाब पोर्टल पर अपलोड की जाती हैं। इस बार ब्लॉक स्तर पर भी किताबें प्राप्त करने, सप्लाई, स्टॉक की सूचना ब्लॉक दफ्तर की ओर से साथ-साथ अपलोड करनी होगी। मुख्य ऑफिस की ओर से इसका रोजाना विश्लेषण किया जाएगा, ताकि स्टूडेंट्स को स्कूल स्तर पर किताबों की समय पर सप्लाई यकीनी बनाई जाए।
स्कूल ने नतीजे 31 से पहले
वहीं, एजुकेशन डिपार्टमेंट ने सभीस्कूलोंको नतीजे31 मार्च से पहले ऐलान करने के लिए कहा है। शिक्षा विभाग के सचिव ने कहा है कि कुछ स्कूलों से सुझाव प्राप्त हुए हैं कि स्कूल का नतीजा 31 मार्च से पहले एलान करना चाहिए और अगले सेशन 2020-21 की कक्षाएं भी साथ ही 31 मार्च से पहले शुरू कर देनी चाहिए। इस सुझाव पर विभाग ने फैसला लिया है कि जो स्कूल मुख्य अपने स्कूल का नतीजा 31 मार्च से पहले, जब भी संभव हो घोषित करना चाहते हैं तो वह नतीजा घोषित कर सकते हैं। मुख्य सचिव ने कहा बच्चों के पेरेंटस से मीटिंग कर अगले दिन सेशन शुरू कर दिया जाएगा ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके।
किताबें रखी जाने वाली जगह को साफ-सुथरा रखने के निर्देश
पत्र में निर्देश दिया गया कि जहां किताबें रखी जानी हैं वह जगह साफ-सुथरी, सीलनमुक्त और खुला हो, ताकि किताबें रखते और उठाते समय दिक्कत न हो। पत्र में कहा गया किताबों को रखने वाली जगह का चयन करते समय अधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जगह अच्छी हो।
लुधियाना.फिरोजपुर रोड स्थित पीएयू गेट नंबर 2 के सामने लाजुली स्पा में स्पा व मसाज की आढ़ में जिस्मफरोशी का धंधा किया जा रहा था। पुलिस ने रेड करके 5 महिलाओं, 3 ग्राहकों और एकदलाल कोगिरफ्तार किया है। लेकिन दोनों मालिक मौके से फरार हो गए।
थाना डिवीजन नंबर पांच की पुलिस ने गुड़गांव के रहने वाले मुनीश शर्मा, तपिश दास, गुरदेव नगर के रणजीत कुमार, विशाल नगर के अजीत कुमार, पीटर रोशन लिपचा, दुगरी के सलभ, सुखदेव नगर के गौरव अग्रवाल, राजगुरु नगर की जुवेदा, गुड़गांव की छन्नों बेगम, इंद्रापुरी की संगीता यादव और सुखदेव नगर की मोनिका लैथरीना, प. बंगाल की पिंकू जाना के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने 9 आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया है। जबकि फरार आरोपी मालिक तपिश दास और मुनीष की तलाश की जा रही है।
इंस्पेक्टर पवन कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि उक्त आरोपी तपिश दास और मुनीष शर्मा की ओर से पीएयू गेट नंबर दो के सामने रोड की दूसरी तरफ बनी बिल्डिंग में लाजुली स्पा के नाम से स्पा सैंटर चलाया जा रहा है। जिसमें मसाज व स्पा करने के बहाने लड़कियों को ग्राहकों के आगे पेश कर जिस्मफरोशी का धंधा किया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस की टीम द्वारा रेड की गई। जिसके चलते आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।