कोरोना वायरस संक्रमण के साइड इफेक्ट राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में संविदा पर लगे रिटायर्ड कार्मिकाें को झेलने पड़े हैं।
बोर्ड में कार्यरत ऐसे 38 कार्मिकों को एक ही आदेश में बोेर्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। माना जा रहा है कि इससे बोर्ड के कामकाज पर भी असर पड़ सकता है।
बोर्ड सचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि अध्यक्ष के आदेश की अनुपालना में सेवानिवृत कार्मिकों को जाॅब बेसिस पर कार्य करने के लिए अनुबंध निष्पादित कर कार्य पर लगाया गया। कार्य व्यवस्था की दृष्टि से अनुबंध की शर्तों के अनुसार इनका अनुबंध तुरंत प्रभाव से समाप्त किया जाता है।
बोर्ड ने जिन शाखाओं से इन कार्मिकाें को हटाया है उसमें सबसे अधिक 11 कार्मिक परीक्षा द्वितीय शाखा से हटाए गए हैं। इसके अलावा लेखा और लेखा ऑडिट शाखा से भी 11 कार्मिक हटाए गए हैं। शैक्षिक, विधि, संबद्धता से प्रत्येक से 3-3, जबकि प्रकाशन, निर्माण शाखा, पूछताछ और आईटी सेल से एक-एक कार्मिक को हटाया गया है। इनमें दो महिला कार्मिक भी शामिल हैं।
बोर्ड की सभी शाखाओं के संबंधित विभागाध्यक्षों को भी निर्देश दिए गए हैं कि इन कार्मिकाें के पास जो भी चार्ज पत्रावलियां आदि हैं वे प्राप्त कर कार्यमुक्त करें तथा संपूर्ण रिकॉर्ड व चार्ज प्राप्त होने के बाद ही भुगतान किया जाए।
बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बोर्ड में लंबे समय से नए कार्मिकों की भर्ती हो नहीं रही है। ऐसे में रिटायर्ड व्यक्तियों से ही कार्य लिया जा रहा था। अब इन्हें भी हटा दिया गया है, ऐसे में परीक्षा द्वितीय और लेखा शाखा में कामकाज पर असर पड़ सकता है।
वामदेव रोड से सटी नाग पहाड़ी की तलहटी में बीती रात अज्ञात जंगली जानवर ने बछड़े का शिकार किया। इससे क्षेत्रवासियों में दहशत फैल गई। लोगों ने पैंथर द्वारा बछड़े का शिकार करने की आशंका जताई जबकि मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने घटना स्थल के आस-पास पैंथर के पगमार्क मिलने से इंकार किया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार अलसुबह नागपहाड़ी की तलहटी पर एक बछड़ा मरा हुआ मिला था। उसके पिछले पैर पर गहरा जख्म था। क्षेत्रवासियों ने पैंथर द्वारा बछड़े का शिकार करने की आशंका जताते हुए बताया कि सुबह करीब 4 बजे नाग पहाड़ी पर विचरण करने वाले लंगूरों व अन्य वन्य जीवों में हलचल मची थी। वहीं सुबह सूचना मिलने पर वनकर्मी मौके पर पहुंचे तथा मौका मुआयना किया। फोरेस्टर कैलाश चंद गुजर ने पैंथर द्वारा बछड़े का शिकार करने से इंकार किया है।
गोठ्यां बड़ी गांव में शुक्रवार को 25 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इधर, शनिवार को थाने में मृतक की बहन की रिपोर्ट पर युवक की पत्नी सहित चार लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज हुआ। पुलिस के अनुसार कमलेश पत्नी स्व. किशनकुमार जाट निवासी न्यांगल बड़ी हाल सिवानी ने रिपोर्ट दी कि उसकी व भाई सतपाल की शादी अदला-बदली में हुई थी। उसके पीहर के घर पड़ाेस में सुखवीर व मंगलाराम का मकान है।
उसकी भाभी निशा उर्फ प्रमिला के सुखवीर के साथ अवैध संबंध थे। उन्होंने इस बात को लेकर परिचित सुबेसिंह महला निवासी बुद्धशैली को उलाहना दिया, तो सुखवीर, मंगलाराम, निशा व राजेश उसके भाई सतपाल को डराने-धमकाने लगे। लॉकडाउन होने के कारण उसका भाई घर पर रहने लगा। 15 दिन पूर्व राजेश व निशा ने सतपाल के साथ मारपीट की थी। निशा अपने पीहर चली गई, तो सुखवीर व मंगलाराम ने उसके भाई काे जान से मारने की धमकी दी। उसका भाई उसे फोन पर सारी बातें बताता था। शुक्रवार को सुखवीर, मंगलाराम घर में घुस गए और उसके भाई सतपाल व मां के साथ मारपीट करने लगे। इसके बाद उसके भाई ने डर के मारे अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
एडीजी एसीबी आईपीएस अधिकारी दिनेश एमएन ने शनिवार को चूरू पुलिस के फेसबुक पेज पर जिले की जनता के साथ लाइव जन संवाद किया। उन्होंने इस मुहिम के लिए चूरू पुलिस की टीम और टीम की कप्तान एसपी चूरू तेजस्वनी गौतम की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने फेसबुक को कोरोना से लड़ने का हथियार बना दिया। उन्होंने अपने निजी अनुभवों के जरिए कोरोना लॉकडाउन के जूझने के लिए उपयोगी टिप्स भी दिए।
दिनेश एमएन ने जेल में बिताए अपने सात सालों की तुलना कोरोना लॉकडाउन से करते हुए कहा कि सब्र और हौसला ही बुरे वक्त से लड़ने का हथियार है। दिनेश एमएन ने कहा कि सबसे पहले जो समस्या आपके सामने है उसे कुछ हिस्सों में बांट लेना चाहिए। फिर अपनी हेल्थ और फिटनेस पर ध्यान देना चाहिए। उसके बाद जिस परिस्थिति से आप जूझ रहे हैं उससे निपटने पर मंथन शुरू कर देना चाहिए। दिनेश एमएन ने कहा कि राजस्थान के खून में ही सेना और पुलिस सेवा बसती है। यहां पर चुनौती को पूरा करना हमेशा से ही जोश और जुनून रहा है। राजस्थान पुलिस हमेशा चुनौतियों का सामना करती है और सफलतापूर्वक काम को अंजाम देती है। राज्य की जनता कोरोना काल में इसका अनुभव भी कर रही है।
निगम की सरह नथानिया स्थित नंदी गाेशाला को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। अव्यवस्थाओं को लेकर चल रही जांच का एक माह बाद भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। अब जांच जिला स्तरीय कमेटी को सौंपी जा रही है। इस बीच महापौर के निर्देश पर निगम ने संचालक का दो माह का करीब 80 लाख रुपए का अनुदान भी रोक दिया है।
महापौर सुशीला कंवर ने चार अप्रैल को गाेशाला का निरीक्षण किया था। उस दिन वहां 25-30 पशु मृत पाए गए। गाेशाला में अव्यवस्थाओं की जांच सात दिन में कराने के लिए महापौर ने आयुक्त को पत्र लिखा। उन्होंने पशुओं के लिए छाया-पानी की व्यवस्था नहीं होने और गेहूं की बिजाई पर आपत्ति जताई। सीसीटीवी कैमरे, पशु चिकित्सक लगाने सहित चारे की गुणवत्ता की जांच कराने की अनुशंसा की थी। महापौर ने लिखा था कि एमओयू के अनुरूप व्यवस्थाएं होने तक फर्म को भुगतान नहीं किया जाएगा। उसके बाद आयुक्त ने जांच दल गठित किया। एक माह बाद भी उसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी। इस विवाद के चलते सोहनलाल बुला देवी ओझा गाेशाला समिति ने नंदी गाेशाला से हाथ खींचने का फैसला कर लिया है।
नंदी गाेशाला के जांच दल को लेकर ही विवाद बना हुआ है। महापौर इस दल में कांग्रेस और बीजेपी के पार्षदों को भी शामिल करना चाहती हैं, जबकि आयुक्त ने इसे क्षेत्राधिकार के बाहर होने का कहकर मना कर दिया है। आयुक्त डॉ. खुशाल यादव ने गाेशाला के भौतिक सत्यापन के लिए पांच स्वास्थ्य निरीक्षकों की कमेटी बनाई है। इसमें पार्षदों को शामिल नहीं करने पर महापौर ने उप महापौर के नेतृत्व में अलग से एक और जांच दल बना दिया। बात यहीं नहीं रुकी। आयुक्त ने जिला कलेक्टर से जिला स्तरीय जांच कमेटी गठित करने की सिफारिश भी कर डाली। अब राजूवास, पशुपालन विभाग, कलेक्ट्रेट और निगम के अधिकारी मिलकर गाेशाला की जांच करेंगे।
दो माह में क्या हुआ
नंदी गाेशाला में मार्च में 594 और अप्रैल में 543 पशु मरे थे। इसे लेकर कई बार विवाद हुआ। पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के दल से पोस्टमार्टम कराया गया। पशुओं की मौत का कारण पॉलीथिन सामने आया। निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारी, महापौर और पार्षदों ने लगातार वहां जाना शुरू किया। नतीजा, पशुओं के लिए छाया की व्यवस्था हुई। बीमार पशुओं को उनके स्थान पर ही चारा-पानी दिया जा रहा है। पशुपालन विभाग के चिकित्सकों की नियुक्ति की दी गई। सीसीटीवी कैमरे और होमगार्ड के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
^गाेशाला में अव्यवस्थाओं की जांच निगम का दल कर रहा है। महापौर उस दल में पार्षदों को भी शामिल करना चाहती हैं, जबकि यह संभव नहीं है। इस प्रकार के संयुक्त दल का गठन निगम बोर्ड या सरकार कर सकती है। बड़े स्तर पर जांच के लिए जिला कलेक्टर को लिखा गया है। एक जिला स्तरीय कमेटी बनाकर गाेशाला की जांच कराई जाएगी। गायों का अनुदान महापौर के निर्देश पर रोका गया है।
डॉ. खुशाल यादव, आयुक्त
^हमने 28 फरवरी को निरीक्षण करने के बाद गाेशाला का भौतिक सत्यापन कराने के लिए आयुक्त को लिख दिया था। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसके बाद चार फरवरी को अधिक पशु मृत मिले। अनुदान जानबूझकर नहीं रोका। व्यवस्थाएं सुधारना चाहते हैं। लेकिन जांच सही दिशा में नहीं हो रही है। इसलिए पार्षदों का दल बनाया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि गाढ़वाला में कम और यहां ज्यादा पशु क्यों मर रहे हैं?
सुशीला कंवर राजपुरोहित, महापौर
^गाेशाला का संचालन हाथ में लिए सातवां महीना हो गया है। इस दौरान निगम ने ढाई करोड़ रुपए दिए हैं। दो बार चैक रिटर्न हो गए। अब तक 53 लाख निगम को जमा करा चुके हैं। पशुओं की मौत का कारण पॉलीथिन है यह बात भी साफ हो चुकी है। व्यवस्थाएं सुधारने के बाद भी 80 लाख का अनुदान रोक दिया है। अभी चारे की व्यवस्था में काफी दिक्कतें आ रही हैं। फिर भी परेशान किया जा रहा है। इसलिए गाेशाला नहीं चलाने का फैसला किया है। -अनिल औझा, गाेशाला संचालक
मेगा हाईवे पर पीके फार्म हाउस के पास शुक्रवार देर रात करीब एक बजे गाय को बचाने के प्रयास में चारे से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई। हादसे में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। शनिवार को जेसीबी मशीन के जरिए ट्रैक्टर ट्रॉली को हाईवे पर से हटाया गया।
रामनगर के संतरामदास स्कूल नवकार नगर में एक खानाबदोश के आने से दहशत फैल गई। बाद में उसे अस्पताल भिजवाया गया।
पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत ने बताया कि सुबह 7 बजे करीब सफाई कर्मचारियों ने इस खानाबदोश से पूछताछ कर जानकारी लेना चाही तो वह आनाकानी करने लगा। इसके बाद पुलिस एवं कंट्रोल रूम को सूचना देकर खानाबदोश को अस्पताल भिजवाया गया।
क्षेत्रवासियों में खानाबदोश के आने की सूचना के बाद में दहशत फैल गई। मालूम हो कि गत दिनों भी इस क्षेत्र में दो खानाबदोश आ गए थे, जो एम्बुलेंस के आने के पहले ही यहां से भाग निकले थे।
सुजानदेसर में निर्माणाधीन फ्लेट पर सेल्फी ले रही महिला चाैथी मंजिल से नीचे गिर गई जिससे उसकी माैत हाे गई। घटना के समय महिला का पति भी साथ था जिसने पुलिस काे जानकारी दी। गंगाशहर पुलिस थाना एसएचओ अरविन्द भारद्वाज ने बताया कि पुरानी गिन्नाणी निवासी कमल तंवर और उसकी पत्नी का सुजानदेसर स्थित गंगा रेजीडेंसी की चाैथी मंजिल पर निर्माणाधीन फ्लेट है। शनिवार काे दाेनाें पति-पत्नी फ्लेट की प्राेग्रेस देखने गए थे। पति कमल ने पुलिस काे बताया है कि फ्लेट पर कुसुम अपने माेबाइल से सैल्फी ले रही थी। इस दाैरान वह निर्माणाधीन दीवार से नीचे गिर गई जिससे उसकी माैत हाे गई। पुलिस ने शव काे पीबीएम अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है।
राजस्थान में टिड्डी दल का प्रकाेप प्रारंभ हाे चुका है। भाेपालगढ़ व गाेटन में टिड्डी दल देखे गए हैं, जिनका नजदीकी जिले अजमेर में आने की आशंका है। इस के लिए जिले के कृषि पर्यवेक्षकों एवं सहायक कृषि अधिकारियों काे निगरानी रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
जिले के कृषकाें से आह्वान किया गया कि सामूहिक रूप से टिड्डी नियंत्रण में सहयाेग करें। टिड्डी नियंत्रण के लिए क्लाेरपाइरीफाॅस 20 प्रतिशत, ईसी 1200 एमएल अथवा डेल्टामाेथ्रिन 2.8 प्रतिशत, ईसी 480एमएल अथवा लेम्बडासायहे लाेथ्रिन 5 प्रतिशत ईसी 400 एम अथवा मेलाथियान 50 प्रतिशत ईसी1850 एमएल प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव किया जा सकता है।
रसगुल्ला व भुजिया के ठप पड़े कारोबार को शुरू करवाने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। इस संबंध में बीकानेर व्यापार उद्योग मण्डल के सचिव वेदप्रकाश अग्रवाल व मक्खनलाल अग्रवाल ने संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से यहां के रसगुल्ला और भुजिया कारोबार उद्योग को लॉकडाउन में थोड़ी शिथिलता देते हुए चालू कराने की मांग की है। अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन के बाद से मिठाई, भुजिया व पापड़ का व्यवसाय ठप्प सा पड़ा है और इनकी उत्पादन इकाइयों को बंद कर दिया गया है। जिससे करोड़ों रूपए का घाटा व्यापारी, उद्यमी झेल चुके हैं। अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन के नहीं खुलने से यदि पैक्ड रसगुल्ले की बिक्री नहीं हुई तो वह भी खराब हो जाएगा साथ ही साथ रसगुल्ले उद्योग से जुड़े दूध व्यापारियों की अर्थव्यवस्था भी पटरी से उतर चुकी है। एक आंकड़े के अनुसार प्रतिदिन बीकानेर में प्रतिदिन दो लाख किलो से अधिक रसगुल्ले तैयार होते थे और इतना ही दूध खपत होता था। वेदप्रकाश अग्रवाल ने विश्वास दिलाते हुए यह भी कहा कि कोरोना वायरस रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन की पालना भी व्यापारी-उद्योगपति करेंगे साथ ही साथ सोशियल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनकर श्रमिक अपने कार्य को अंजाम पहुंचाएंगे।
चने-सरसों की बाजार से अधिक कीमत मिलने के बावजूद किसान सरकारी खरीद का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। जिले की छह तहसीलों में 30-30 किसानों को टोकन जारी किए गए थे, जिनमें सरसों के 54 एवं चने के 39 किसानों ने खरीद केंद्र पहुंचकर समर्थन मूल्य पर जिंस बेच पाए हैं। इसका कारण 23 में से 17 केंद्रों पर खरीदशुरू हो पाना व सरकारी खरीद में झंझट ज्यादा होना सहित कई अन्य कारण हैं।
दूसरी ओर सहकारी समितियां के उप रजिस्ट्रार राजेंद्र सैनी का कहना है कि शुरुआत में केंद्रों पर किसान कम आए जरूर हैं। अब राजफैड ने पहले से दोगुने टोकन जारी करने का निर्णय किया है। इस बार सरसों के 420 व चने के 402 किसानों को टोकन जारी किए हैं। अब खरीद में तेजी आएगी। उन्होंने बताया कि 23 में से 6 जीएसएस बनाए गए केंद्र पर खरीद कुछ टेक्निकल प्राॅब्लम के कारण नहीं हो सकी। इसमें केंद्र की राजफैड से आईडी वेरीफिकेशन नहीं सहित अन्य कारण हैं।
दस्सुसर रोड पर बालाजी नगर के लोगों ने रतनगढ़ एसडीएम गौरव सैनी ने ज्ञापन देकर आबादी क्षेत्र में स्थित शराब ठेके को हटाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि यहां पर चार सालों से शराब ठेका चल रहा है। पूर्व में यहां आबादी नहीं थी, लेकिन अब अधिकतर खाली जगह पर लोगों ने मकान बनवा लिए हैं और ठेका आबादी क्षेत्र के बीच आ गया है। स्कूल की दूरी भी मात्र 200 मीटर है। ज्ञापन देने वालों में चंद्रप्रकाश घिंटाला, नगराज, विजयकुमार, रमेशकुमार, फुलीदेवी, गीगीदेवी, मानादेवी आदि शामिल थे।
खान और गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने शनिवार काे वीडियाे कांफ्रेंसिंग के जरिए आयाेजित समीक्षा बैठक में कहा कि कोरोना से संघर्ष में सख्त लॉकडाउन, सतर्क चिकित्सा व्यवस्था और सुचारू अर्थव्यवस्था ही जीत का मूलमंत्र है। हम सब भी अपनी पूरी ताकत से इस लड़ाई में जुटें। जिले में कोरोना से संबंधित व्यवस्थाओं के साथ ही अन्य कार्यों की गति भी तेज की जाए।
भाया ने अजमेर जिले में कोरोना महामारी से बचाव के लिए किए जा रहे कामों और अन्य व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बैठक में प्रभारी सचिव भवानी सिंह देथा, जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने उन्हें अजमेर जिले में अब तक की गई व्यवस्थाओं और प्रगति की जानकारी दी। मंत्री भाया ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशों के अनुसार कर्फ्यू और लॉकडाउन वाले क्षेत्रों में नियमों की सख्ती से पालना करानी है। इसके लिए प्रशासन और पुलिस मिलकर प्रभावी कार्रवाई करें।
लॉकडाउन से संबंधित क्षेत्रों में प्रशासन अनुमति प्राप्त गतिविधियों और उद्योगों आदि के लिए गाइडलाइन की पालना करें। उन्होंने शेल्टर होम, क्वारेंटाइन सेंटर, श्रमिक, जायरीन, राशन वितरण अाैर अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी दिशा-निर्देश दिए। प्रभारी सचिव देथा ने मंत्री को बताया कि अजमेर जिले में शनिवार तक 213 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।
इनमें से 74 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है। हॉटस्पॉट अाैर बफर जोन से संबंधित इलाकों में सैंपलिंग और स्क्रीनिंग की विशेष व्यवस्था की गई है। देथा ने बताया कि जिले में अन्य बीमारियों के मरीजों को पूरा उपचार करने पर भी जोर दिया जा रहा है।
जिले में कोविड केयर सेंटर की भी तैयारी की जा रही है। जिला कलेक्टर विश्वमोहन शर्मा ने प्रभारी मंत्री को बताया कि जिले में प्रवासी श्रमिक, क्वारेंटाइन सेन्टर, शेल्टर होम से संबंधित व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल रही है। अजमेर जिले से हजारों जायरीन व श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में भेजा गया है। जहां श्रमिकों को रखा गया है उन सभी जगहों पर भोजन, सफाई एवं चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है।
काेराेना संकटकाल में देशभर में लाॅकडाउन चल रहा है। ऐसे में सब काम धंधे बंद पड़े हैं। इस समय गरीब तबके के लोगों को अत्यधिक संघर्ष करना पड़ रहा है। रोज कमाकर खाने वाले लोगों के पास न काम है ना ही जेब में पैसा। ऐसे में दो वक्त की रोटी खाना भी एक चुनौती बन गया है। पवनपुरी शनि मंदिर के पास चिलचिलाती धूप में अपने बेटे काे गाेद में लिए स्वयंसेवी संगठनों की ओर से दिए जाने वाले खाने का इंतजार करती महिला। बेटे के तन पर भले ही लिबास न हाे लेकिन मां ने उसके मुंह पर मास्क इसलिए लगा दिया ताकि उसे संक्रमण के खतरे से जरूर बचा सके।
(अखिलेश दाधीच) .सुजानगढ़ की 65 वर्षीय श्यामलता पांडे के जीवन की कहानी संघर्ष, हिम्मत और जज्बे से भरी हुई है। इन्होंने हर लम्हा बेटे-बेटियों को सफल बनाने के लिए जीया। पाई-पाई जोड़कर चार बच्चों को काबिल बनाने की जिद को पूरा किया। मां के इस समर्पण की ये कहानी काफी प्रेरणा देने वाली है।
शादी के 15 साल बाद श्यामलता के पति सहित सास-ससुर एक साथ दुनिया छाेड़कर चले गए थे। पीछे आठ से लेकर एक साल तक के दाे बेटे और दाे बेटी के साथ वे अकेली पड़ गईं। इतना बड़ा पहाड़ टूटने के बाद मां पांडे ने हार नहीं मानी। तय किया कि वे बेटे-बेटियाें काे वे इतना काबिल बनाएगी कि वे कभी जीवन में उनकी तरह तकलीफाें का सामना न करें। सभी बच्चाें काे उच्च शिक्षा दिलाकर अफसर बनाने की मां श्यामलता पांडे की जिद पूरी भी हुई। आज सभी बेटे-बेटी ऊंचे ओहदे पर कार्यरत हैं। आज मदर्स-डे पर दैनिक भास्कर में पढ़िए एक मां के जीवन के संघर्ष की कहानी...।
श्यामलता ने सबसे पहले गर्ल्स काॅलेज में कैंटीन चलाई। दो साल तक काम करने के बाद आर्थिक मजबूती नहीं मिलने व बेटे-बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने की जिद पूरी नहीं होती देख घर पर आटा चक्की की मशीन लगाई। इसके लिए 25 हजार रुपए का लोन लिया। साथ में मसाले बेचे। जैसे-तैसे रुपए जुटाकर सभी बच्चाें काे पढ़ाई जारी रखी। लोन की रकम भी चुकाई। फिर बच्चों को उच्च शिक्षा से लेकर बड़े शहराें में काेचिंग तक के लिए भेजा।
मां श्यामलता बताती हैं कि उनके बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़े। हमेशा क्लास में प्रथम आते। श्यामलता का सबसे बड़ा बेटा आशुतोष पांडे अजमेर पुलिस में सीआई के पद पर कार्यरत हैं। पहले ये सीआईडी में रहे। बड़ी बेटी शिवानी पांडे जयपुर के केंद्रीय विद्यालय में लेक्चरर हैं। तीसरी बेटी रिचा पांडे आएएस बनीं, वे अभी दिल्ली में फाइनेंस विभाग में कार्यरत हैं। सबसे छाेटे बेटे अभिषेक पांडे काे इंजीनियरिंग करवाई, जो सुजानगढ़ में खुद की स्कूल चलाते हैं। सभी बच्चों को काबिल बनाने के बाद करीब सात साल पहले श्यामलता ने आटा चक्की चलाने का काम छोड़ दिया। चारों की शादी कर दी।
लॉकडाउन की वजह से अजमेर में फंसे बिहार के मजदूर एवं जायरीन को लेकर एक स्पेशल ट्रेन आज शाम चार बजे पूर्णिया के लिए रवाना होगी। जिला प्रशासन पूर्णिया क्षेत्र में जाने वाले मजदूरों को रवाना करने के लिए कई दिनों से तैयारी कर रहा था।
मुख्यालय से इस ट्रेन के लिए अनुमति मांगी थी। सूत्रों के अनुसार शाम 4 बजे यह ट्रेन 1105 लोगों को लेकर रवाना होगी, जिसमें अजमेर के 304 मजदूर, 259 जायरीन, नागौर के 321, जयपुर के 178, पाली के 35, सिरोही के 8 मजदूर शामिल हैं।
शिक्षकों की ड्यूटी लगाई
दरगाह क्षेत्र से जायरीन को व्यवस्थित तरीके से बसों के जरिए रवाना करने, कोच में यात्रियों को बैठाने सहित अन्य कामों के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी देवी सिंह कच्छावा ने बताया कि 5 प्रभारी अधिकारियों के नेतृत्व में 36 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है।
4 बजे होगी रवाना
बिहार के पूर्णिया के लिए रविवार शाम 4 बजे ट्रेन रवाना की जाएगी, जिसमें जायरीन और मजदूरों को रवाना किया जाएगा।
- गजेंद्र सिंह राठौड़, सीईओ, जिला परिषद एवं प्रभारी
कृषक कल्याण फीस के विरोध में शनिवार चौथे दिन भी बीकानेर सहित प्रदेश की 247 मंडियां पूर्णतया बंद रही। शनिवार को आटा, दाल, तेल मीलों ने भ आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रदेशस्तरीय बंद रखी। रविवार को व्यापारियों की होने वाली प्रदेशस्तरीय मीटिंग में अनिश्चितकालीन बंद करने पर निर्णय हो सकता है।
कृषक कल्याण फीस को निरस्त करने की मांग को लेकर शनिवार को बीकानेर सहित जिले की सभी मंडियां बंद रही। कृषि उपजों की नीलामी व खरीद फरोख्त भी नहीं हुई। आटा मील, दाल मील व तेल मीलों ने भी मंडी के साथ ही माल की सप्लाई बंद कर दी जिससे उपभोक्ता एवं किराणा व्यवसायियों को माल की उपलब्धता नहीं रख पा रहे। श्री बीकानेर कच्ची आढ़त व्यापार संघ के पूर्व अध्यक्ष मोतीलाल सेठिया ने बताया कि कृषक कल्याण फीस के कारण प्रदेश के किसानों पर उपज का मूल्य कम होगा। इसका सीध असर प्रदेश के उद्योगों पर पड़ेगा। ऐसे में सरकार को किसानों के हित को देखते हुए यह अतिरिक्त शुल्क तुरंत वापस लेना चाहिए।
श्री बीकानेर अनाज कमेटी के अध्यक्ष जयकिशन अग्रवाल ने बताया कि मंडी में व्यापार बंद होने से अब तक 20 से 25 करोड़ के व्यापार का नुकसान हुआ है। प्रतिदिन मजदूरी करने वाले मजदूराें, गाड़ेवालों, पल्लेदारों के सामने भी रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। सरकार ने जल्द ही इसे वापिस नहीं लिया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल भी हो सकती है। राष्ट्रीय किसान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष महावीर पुरोहित ने बताया कि कृषक कल्याण फीस के कारण किसानों की कृषि उपजों का बाजार भाव निश्चित रूप से कम होगा। सरकार को तुरंत इसकी अधिसूचना को निरस्त कर किसानों को राहत देनी चाहिए।
लॉकडाउन के दौरान साइबर ठग गिरोह सक्रिय है। गिरोह के गुर्गे जरूरतमंद लोगों को सरकारी सहायता का लालच देकर उनके बैंक खातों से लाखों रुपए हड़प रहे हैं। शातिर ठगों ने पुष्कर में शिवजी का रूप धारण करने वाले एक साधु को अपना शिकार बनाया।
अजमेर रोड स्थित नगर पालिका के यात्री कर नाके के सामने झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले पीड़ित साधु ने बताया कि शातिर ठगों ने सबसे पहले 9 अप्रैल को मोबाइल फोन पर संपर्क किया। उन्हाेंने प्रधानमंत्री राहत कोष से आर्थिक सहायता के रूप में रुपए बैंक खाते में जमा कराने का लालच दिया।
शातिर ठगों के लालच में फंसे साधु ने पहले बैंक से एटीएम कार्ड लिया। इसके बाद उसने ठगों को कार्ड की डिटेल दी। खास बात यह है कि शातिर ठग साधु को आर्थिक सहायता की लालच देता गया और उसके खाते से दो-दो हजार रुपए उड़ाता गया।
करीब एक माह में ठगों ने साधु के बैंक खाते से करीब एक लाख रुपए ऑनलाइन उड़ा लिए। इसकी जानकारी पीड़ित को उस वक्त लगी जब वह अपने खाते की जानकारी लेने बैंक पहुंचा। पीड़ित ने इस संबंध में थानाधिकारी राजेश मीणा को रिपोर्ट देते हुए आरोपितों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
नाला गांव स्थित रावतों की ढाणी की गर्भवती के कोरोना पॉजिटिव आने से पुष्कर में हड़कंप मच गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़िता के पति के सैंपल लेकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है तथा सास, ससुर, देवर समेत ससुराल पक्ष के 10 जनों को स्क्रीनिंग के बाद होम क्वारेंटाइन किया गया।
कोरोना पॉजिटिव मिली रावतों की ढाणी की गर्भवती बहू गत 27 अप्रैल को ससुराल से बड़लियां पीहर गई थी। गुरुवार को अजमेर के सेटेलाइट हॉस्पिटल में सैंपल लेकर कोरोना संक्रमण की जांच की गई।
सराधना गांव के मुहाने पर स्थित तिल फैक्ट्री से राेजाना निकल रहा पानी वहीं एक गहरे गड्ढे में एकत्र हाे रहा है। यह पानी जमीन के अंदर जाने से कुओं बावडिय़ों का पानी हरा व नीला हाेने लगा है। मवेशी भी पानी से अा रही दुर्गंध के कारण नहीं पी रहे हैं।
सरपंच ने इस मामले में जिला कलेक्टर काे शिकायत भेजकर कार्रवाई की मांग की है। सराधना सरपंच हरिकिशन जाट ने बताया कि एचपीसीएल प्लांट के निकट राहुल एग्रो के नाम से तिल की फैक्ट्री है। इस फैक्ट्री में राेजाना हजाराें किलाे तिल काे केमिकल से साफ किया जाता है।
नियमों के तहत यह पानी नाली के जरिए कहीं अाैर छाेड़ा जाना चाहिए था लेकिन फैक्ट्री संचालक ने पानी काे आगे एक खाली भूखंड में छाेड़ रखा है।
प्रदेश में पहली बार खिलाड़ियों को ऑनलाइन फिजिकल फिटनेस टेस्ट के जरिए इस वर्ष के सत्र में एकलव्य तीरंदाजी एकेडमी में प्रवेश दिया जाएगा। कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन है, ऐसी स्थिति में मैदान सूने पड़े हैं मैदान पर कोई भी गतिविधि नहीं हो रही है, लेकिन डिजिटल यूग के समय में बहुत से संस्थान ऑनलाइन सेमिनार सहित अन्य गतिविधियां आयोजित कर रहे हैं। एकलव्य तीरंदाजी एकेडमी बीकानेर की ओर से 11 मई को जूम एप्लीकेशन के माध्यम से खिलाड़ियों का ऑनलाइन फिजिकल फिटनेस टेस्ट लिया जाएगा। एकेडमी के अध्यक्ष योगेंद्र कल्ला ने बताया कि ऑनलाइन फिजिकल फिटनेस टेस्ट के स्पेशल गेस्ट अर्जुन अवार्ड विजेता अभिषेक वर्मा होंगे। साथ ही साथ अभिषेक खिलाड़ियों से तीरंदाजी के विषय पर चर्चा करने के साथ खिलाड़ियों के प्रश्न का भी जवाब देंगे। फिजिकल फिटनेस टेस्ट के जज पैनल निर्णायक में द्वारिका शारीरिक शिक्षण संस्थान के पूर्व प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र पुरोहित, अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज प्रशिक्षक अनिल जोशी, तीरंदाजी प्रशिक्षक मार्कंडेय पुरोहित व सौरभ रंगा होंगे।
चह छह पीएचएम में अपनी मां पुष्पा के साथ मिलकर पिता श्याम सुंदर कुम्हार को जिंदा जलाने वाली बेटी बालिग निकली। यह खुलासा पुलिस जांच में हुआ। बेटी के बालिग होने की जानकारी पुख्ता होते ही पुलिस ने मां-बेटी को शनिवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट शैलेंद्र राज गोस्वामी के सामने पेश किया। जहां से उन्हें बीकानेर जेल भेज दिया गया। एसएचओ विक्रम चौहान ने बताया कि श्याम सुंदर की बेटी ने सात मई को राउंड अप होने पर अपनी उम्र 15 साल बताई थी। मगर, हमें उसकी उम्र पर शक हुआ। उसकी स्कूल गए, अन्य दस्तावेज जांचे तो उसकी उम्र 19 साल निकली। इसकी सूचना हमने मजिस्ट्रेट को दी तो उन्होंने मां के साथ बेटी को भी जेल भेजने के आदेश दिए।
ब्यावर रोड स्थित कृषि उपज मंडी में शनिवार को चौथे दिन भी हड़ताल रही और कारोबार बंद रहा। मंडी खाद्य जिंसों की कोई भी दुकान नहीं खुली।
हम्माल और लोडिंग वाहन चालकों ने भी हड़ताल को समर्थन दिया।अजमेर होलसेल मर्चेंट एसोसिएशन संघ के आह्वान पर कृषि मंडी पूरी तरह बंद है। एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सभी होलसेल व्यापारियों, मंडी के हमालों व लोडिंग टेम्पो चालकों ने बंद रखकर एसोसिएशन को पूर्ण सहयोग दिया।
शांतिपूर्ण बंद के दौरान मंडी में समस्त जिंस, आटा, मैदा, सूजी, अनाज, शक्कर, गुड, दालें, चावल, तेल, घी आदि का करोबार नहीं हुआ। एसाेसिएशन के अध्यक्ष माणक चंद सिसोदिया व सचिव अजय थदानी ने बताया कि हड़ताल को लेकर रविवार सुबह 11 बजे जयपुर संघ की मीटिंग होगी। इस बैठक में लिए निर्णय के आधार पर ही आगे की रूपरेखा तैयार की जाएगी।
जारी है हड़ताल
थदानी ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा लगाए 2 प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क के विरोध में राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ, जयपुर के आह्वान पर यह हड़ताल जारी है। इस शुल्क के विरोध में अजमेर सहित प्रदेश की समस्त 247 मंडियों में पांच दिन पूर्णतया बंद रखा जा रहा है।
लॉकडाउन के दौरान सरकार ने राष्ट्रीय निर्माण के कार्यों को शुरू करने की छूट दी थी। इसी छूट के आधार पर बीकानेर जिले से निकल रही भारत माला सड़क योजना का काम भी शनिवार से ग्रामीण अंचल में शुरू हुआ। इसके शुरू होते ही विरोध भी होने लगा। कारण, सड़क निर्माण के लिए अवाप्त की गई भूमि का मुआवजा, किसानों को बाजार दर से नहीं देना। बगैर मुआवजा दिए ही किसानों की सहमति के बगैर उनके खेतों की तारबंदी तोड़कर काम शुरू होने की सूचना मिलते ही रायसर व पांचू में किसान एकत्रित हो गए। उन्होंने कार्य रुकवा दिया।
गुसांईसर गांव में नापासर एसएचओ संदीप पूनिया के साथ ही निर्माण ठेकेदार किसानों के खेतों में पहुंचा। बगैर किसी को सूचना दिए उन्होंने किसानों के खेतों की तारबंदी उखाड़कर वहां जेसीबी चलानी शुरू कर दी। किसानों ने अपनी जमीन पर बगैर अनुमति काम देखा तो उसका विरोध शुरू कर दिया। पूरे दिन यही घटनाक्रम चला। दोपहर बाद तहसीलदार पीतांबर राठी, नायब तहसीलदार कैलाश दान व हलका पटवारी रामदेव सारण मौके पर पहुंचे। किसानों ने उन्हें बताया कि बाजार दर से मुआवजा देने के बाद ही वे यहां काम कर सकते हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की माेबाइल एटीएम वैन अब दरगाह के बाहर सप्ताह में तीन दिन दाे घंटे के लिए खड़ी हाेगी।
अब तक ये वैन एक घंटे के लिए खड़ी हाे रही थी, इसके बाद आगे की क्षेत्र अंदरकाेट व अन्य में वैन काे खड़ा हाेना था लेकिन दरगाह से इन क्षेत्राें के रास्ते में दुकानाें के बाहर लगे टेंट वैन के आवागमन में रुकावट डाल रहे हैं।
इस कारण यहां के क्षेत्रवासियाें के लिए भी वैन दरगाह के बाहर की खड़ी हाेगी।
मूंगफली की फसल से खरीद की बिजाई शुरू करने वाले जैसलमेर के किसान पहली बार कपास की खेती का स्वाद भी चखना चाहते हैं। इसीलिए कुछ दिन पहले वहां के किसानों ने सिंचाई के पानी की मांग की जो पहले उनको नहीं दिया जा रहा था। क्योंकि पूर्व में कभी भी वहां के किसानों ने कपास की बिजाई नहीं की। इस बार 4 समूह में पानी मिलने के बाद वहां के किसान भी कपास की बिजाई शुरू करने लगे हैं। इसको देखते हुए इंदिरा गांधी नहर अभियंताओं ने 15 सौ क्यूसेक पानी जैसलमेर जॉन को देना शुरू कर दिया है। इस 1500 क्यूसेक पानी में से 200 क्यूसेक पानी पीने के काम आता है और शेष 1300 क्यूसेक पानी खेती के काम आएगा। अमूमन वहां के किसान मूंगफली की फसल से खरीफ की बिजाई शुरू करते थे ट्यूबवेल मानसून की बारिश के पानी मिलने के बाद से बिजाई शुरू होती थी भीषण तपिश और मई-जून में किसान कम ही बिजाई करते थे लेकिन अब हनुमानगढ़ और बीकानेर जॉन की देखा देखी वहां के किसान भी खेती में रुचि लेने लगे हैं और इस बार कपास की बिजाई जैसलमेर तक पहुंच गई है। रेगुलेशन विंग के मुख्य अभियंता विनोद चौधरी का कहना है कि जैसलमेर में 1563 पानी की खपत होना इस बात का संकेत है कि वहां अभी बिजाई शुरू हो गई है क्योंकि पीने के लिए 200-300 क्यूसेक पानी की ही जरूरत होती है।
(मनीष सिंह चौहान)
डॉ. अनिल सामरिया...। पत्नी डॉ. मीनाक्षी सामरिया। दोनों अजमेर संभाग के सबसे बड़े अस्पताल जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय में कार्यरत हैं। डॉ. मीनाक्षी जनाना अस्पताल में काम करती हैं। जेएलएन संभाग का सबसे बड़ा कोविड सेंटर भी है। यहीं पर जिले भर के कोरोना संक्रमितों का इलाज हो रहा है।
डॉ. सामरिया जेएलएन के डॉक्टर्स की उस महत्त्वपूर्ण टीम के अहम और प्रमुख सदस्य हैं जो कोरोना संक्रमितों का इलाज कर रही है। अजमेर में पिछले कुछ दिनों से लगातार गर्भवती महिलाएं संक्रमित हो रही हैं उसमें डॉ. मीनाक्षी की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। जनाना अस्पताल भी संभाग का सबसे बड़ा जनाना अस्पताल है।
मां गर्व करती हैं... बेटा और बहू निभा रहे कर्तव्य
डॉ. दंपती बताते हैं कि वे अपनी जिम्मेदारियों इसलिए निभा पा रहे हैं क्योंकि घर पर हमारी मां है। मां सुशीला देवी न केवल हमारे बच्चों अथर्व और पर्ल का पूरा ध्यान रख रही हैं बल्कि हम खाने पीने के मामले में भी पूरी तरह निश्चिंत हैं।
डॉ. सामरिया बताते हैं कि कोरोना को लेकर जो खबरें मार्च के आरंभ में आ रही थीं, उससे मां बहुत चिंतित थी। वे जानती थीं कि ऐसे मरीजों को जेएलएन में ही लाया जाएगा। जब 26 मार्च की सुबह जब फोन आया कि अजमेर के खारी कुई इलाके में पहला कोरोना पॉजिटिव पाया गया है और उसे वार्ड में शिफ्ट किया जाना है तो मां अत्यंत चिंतित हो उठी। मां ने साफ कह दिया-छुट्टी ले ले, कहीं नहीं जाना है।
मां की दुआएं मिलेंगी
रोजाना फोन करती हैं-खाना खा लिया कि नहीं। कहती है जो बीमार आ रहे हैं वे भी किसी मां के बेटे हैं। उन्हें ठीक करोगे तो उनकी मां की दुआएं मिलेंगी। आज मां जब अखबारों, टीवी चैनलों पर देखती है कि देशभर में लोग डॉक्टरों पर किस तरह फूल बरसा कर उन्हें सम्मान दे रहे हैं तो उसके चेहरे पर गर्व का भाव आ जाता है। मां के कारण ही हम दोनों पति पत्नी अपने काम को पूरी शिद्दत से कर पा रहे हैं।
स्थानीय आकाशवाणी में कार्यक्रम प्रमुख पर हमला करने वाले प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव के खिलाफ कार्रवाई कर उच्च अधिकारियों ने उसे निलंबित कर दिया। उल्लेखनीय है कि बुधवार अपराह्न बाद हुआ यह घटनाक्रम वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था और इसी आधार पर कार्यक्रम प्रमुख रामकरण मीणा की रिपोर्ट पर महामंदिर थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। साथ ही बदसलूकी कर हमला करने वाले प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव श्यामलाल पंवार के खिलाफ विभागीय स्तर पर भी शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची थी। इस पर प्रारंभिक पड़ताल में भी पंवार द्वारा ऑफिस में ही किए गए कृत्य को निंदनीय मानते हुए चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर शशिशेखर वांपती ने पंवार को निलंबित कर दिया।
पीपाड़ शहर में चिकित्सा विभाग द्वारा वार्डों के कोरोना के सर्वे में लगाए गए मेडिकल स्टाफ को लेकर शनिवार को नगरपालिका अध्यक्ष महेंद्रसिंह कच्छवाह ने एक वीडियो जारी कर बताया कि इस स्टाफ में ऐसी कई नर्सें हैं, जो जोधपुर के रेड जोन इलाके में सेवाएं दे चुकी है। उनका 14 दिन का क्वारेंटाइन भी नहीं हुआ और अब पीपाड़ में सर्वे के लिए लगा दिया है। उन्होंने इस वीडियो में शहरवासियों को सतर्क किया और साथ ही चिकित्सा विभाग के अधिकारियों पर सवाल खड़े किए। देखते ही देखते यह वीडियो वायरल हो गया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर घूमते घूमते ब्लॉक सीएमएचओ जितेंद्रसिंह चारण के पास पहुंचा तो वे हैरान रह गए।
उन्होंने विभाग पर लगे आरोपों की सफाई देने के लिए जवाब में वीडियो जारी कर इसे कोरी अफवाह बताया। मामला यहीं नहीं थमा, इस वीडियो के जवाब में नगरपालिका अध्यक्ष ने दुबारा वीडियो जारी कर बताया कि प्रशासन ने मेरे विरोध करने के बाद नया आदेश निकाला है, जिसमें दूसरे स्टाफ को लगाया। नगरपालिका अध्यक्ष के इस वीडियो पर बीसीएमएचओ का कहना है कि नए आदेश में तो सर्वे जल्दी कराने के लिए अतिरिक्त स्टाफ लगाने की बात है।
शहर में शनिवार को पारा 42.6 डिग्री पर पहुंच गया। गर्मी के तीखे तेवराें ने शहरवासियों का हाल-बेहाल कर दिया। न्यूनतम पारे में 4.8 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
दोपहर में धूप की तेजी ने शहर को तपा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। शनिवार को अधिकतम पारा 42.6 तथा न्यूनतम पारा 30.4 डिग्री रहा।
शुक्रवार को अधिकतम पारा 42.3 तथा न्यूनतम पारा 25.6 डिग्री रहा। शनिवार को सुबह की आर्द्रता 33 और शाम की आर्द्रता 10 प्रतिशत रही। शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को अधिकतम पारे में 0.3 और न्यूनतम पारे में 4.8 डिग्री की बढ़ोतरी हुई।
लॉकडाउन की अवधि में कोरोना महामारी के संकट से बचने के लिए लोग परिवार सहित अपने घरों में बंद है। अनेक परेशानियों से जूझते हुए। ऐसे में शहर के सेवाभावी लोग और संस्थाएं निरंतर सेवा सहायता के कार्य कर रही है। जरूरतमंद परिवारों तक भोजन और राशन सामग्री की व्यवस्था कर उनके घरों तक पंहुचा रहे है। वहीं पशु पक्षियों के लिए चारा चुग्गे व पानी की व्यवस्था भी की जा रही है। राका चैरिटेबल ट्रस्ट, भाजपा, राजीव यूथ क्लब, धरणीधर मंदिर ट्रस्ट, धनुषधारी हनुमान मंदिर मोहता सराय कॉलोनीवासी सहित शहर के हर हिस्से में लोग और संस्थाएं सेवा कार्य में जुटे है। इसी क्रम में पीबीएम हैल्प कमेटी की ओर से संचालित जनता रसोई केन्द्र में शनिवार को 49 वें दिन भी भोजन वितरण जारी रहा। इस मौके पर जनता रसोई केन्द्र को नोखा के समाजसेवी गौभक्त पद्माराम कुलरिया व कानाराम, शंकर कुलरिया,धर्माराम कुलरिया ने अवलोकन किया। इस दौरान पीबीएम हैल्प कमेटी के संयोजक एडवोकेट बजरंग छींपा व अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित ने कमेटी के द्वारा आज तक किए कार्य की जानकारी दी। तेरापंथ महिला मंडल बीकानेर की अध्यक्ष शांता भूरा एवं मंत्री प्रेम नौलखा ने 40 पीपीआई.किट मेडिकल कॉलेज में कोरोना टीम के हेड डॉ. संजय कोचर को सौंपे तथा 50 पीपीआई किट तुलसी कैंसर रिसर्च सेंटर के हेड डॉ. बरडिया के सुपुर्द किए।
काम न मिलने से परेशान श्रमिकाें काे मिला राशन
लिस ने दानदाताओं के सहयाेग से भीनासर और उसके आसपास रहने वाले श्रमिकाें के लिए राशन की व्यवस्था की है। शुक्रवार काे काम ना मिलने से परेशान भीनासर, मुरली मनाेहर मंदिर, सुजानदेसर और आसपास के श्रमिक घराें से बाहर निकल आए थे और प्रदर्शन किया था। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियाें ने उनके भाेजन-राशन की व्यवस्था का आश्वासन देकर वापस घराें में भेजा था। गंगाशहर पुलिस थाने के एसएचओ अरविन्द भारद्वाज ने बताया कि शनिवार काे भाजपाई शिवजी अग्रवाल, गाेपाल अग्रवाल और माेहन सुराणा के सहयाेग से इन श्रमिकाें काे राशन उपलब्ध करवाया गया है। श्रमिकाें काे साढ़े तीन क्विंटल चावल, तीन क्विंटल आटा और 50 किलाे सब्जी उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा श्रमिकाें के लिए भाेजन की भी व्यवस्था गई है।
1100 मटकियों के ठंडे पानी से बुझेगी राहगीरों की प्यास
रामलाल सूरज देवी रांका चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से शनिवार को मटकियों का वितरित किया गया। ट्रस्ट के पवन महनोत ने बताया कि ट्रस्ट द्वारा 1100 मटकियां वितरित की गई व अनेक सार्वजनिक स्थानों पर रखवाई गई है। गंगाशहर के शान्तिलाल रांका द्वारा उपलब्ध करवाई गई मटकियों के वितरण का शुरूआत पूर्व विधायक एवं संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल और नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका द्वारा किया गया। रांका ने बताया कि भीषण गर्मी के चलते सार्वजनिक स्थानों पर भी मटकियां रखवाई गई है जिससे राहगीर की प्यास बुझाई जा सके। इस दौरान अरविन्द रांका, पूर्व पार्षद राजेन्द्र शर्मा, मधुसूदन शर्मा, भगवतीप्रसाद गौड़, सुभाष गोयल, रवि गहलोत, पंकज गहलोत, मोहम्मद ताहिर, शंकरसिंह राजपुरोहित, कुलदीप यादव, रमेश भाटी, गौरीशंकर देवड़ा, प्रणव भोजक, आनन्द सोनी, पवन सुथार, टेकचन्द यादव, शम्भू गहलोत आदि उपस्थित रहे।
रांका ट्रस्ट ने राशन की 500 किट वितरित की
रामलाल सूरजदेवी रांका चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से शनिवार को राशन की 500 किट वितरित की गई। ट्रस्ट के कुलदीप यादव ने बताया कि भाजयुमो अध्यक्ष विक्रम सिंह को सूखे राशन की पांच सौ किट पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल तथा नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका के आतिथ्य में सौंपे गए। इन 500 राशन किट का वितरण जरूरतमंदों में किया जाएगा। इस दौरान नवरतन सिंह, अंकित तंवर, सुभाष वाल्मिकी, अंकुर नागपाल आदि मौजूद थे।
नयाशहर पुलिस थाने में लगाई सेनेटाइजर मशीन
भाजपा नेता जेपी व्यास के सान्निध्य में वार्ड 2 की पार्षद सुधा आचार्य के नेतृत्व में नयाशहर पुलिस थाना में हैड सेनेटाइजिंग मशीन लगवाई गई। इस मशीन का निर्माण मुरलीधर व्यास काॅलोनी के राजकुमार व श्यामसुंदर हर्ष की ओर से लॉकडाउन पीरियड में किया गया है। दोनों भाई पेशे से प्लंबर है। इस मशीन में स्प्रिंग सिस्टम का उपयोग किया गया है। नयाशहर थानाधिकारी भूपेंद्र सिंह ने मशीन को समाजोपयोगी बताया। इस अवसर पर जस्सूसर मंडल अध्यक्ष मुकेश ओझा, राजकुमार पारीक, पार्षद प्रवीण उपाध्याय, रघुनाथ सिंह शेखावत भी उपस्थित रहे।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया ने लॉकडाउन के हालात के चलते प्रभावित हुए न्यायिक कार्य के कारण वकीलों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए एक करोड़ रुपए राशि मंजूर की थी। अब इस राशि में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान ने अपने स्तर पर 2 करोड़ रुपए शामिल करने का फैसला किया है। इस तरह कुल 3 करोड़ राशि से प्रदेश के करीब 6 हजार वकीलों को पांच-पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाएगी।
जरूरत होने पर आर्थिक सहायता की राशि में बढ़ोतरी करने का भी प्रस्ताव पारित किया गया है। बीसीआर की साधारण सभा की आपात बैठक अध्यक्ष सैय्यद शाहिद हसन की अध्यक्षता में हुई। इसमें सभी सदस्य हिस्सा ले सके, इसके लिए हाईकोर्ट जोधपुर पीठ व जयपुर पीठ की वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग सुविधा का उपयोग किया गया, जबकि कुछ सदस्य विभिन्न जिलों के एनआईसी के वीसी सेंटर से बैठक में शामिल हुए। संभवत: पहला अवसर होगा जब वीसी के जरिए साधारण सभा की बैठक हुई। बैठक की शुरुआत में ही चेयरमैन हसन ने राजस्थान के अधिवक्ताओं को देशभर में लागू लॉकडाउन की वजह से हो रही परेशानियों को ध्यान में रखते हुए उन्हें आर्थिक सहायता देने का प्रस्ताव रखा। इस पर विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से 2 करोड़ की राशि बार कौंसिल ऑफ राजस्थान के फंड से स्वीकृत किए जाने का निर्णय किया गया। इससे पूर्व बीसीआई ने आर्थिक सहायता देने के लिए एक करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी।
महाराणा प्रताप की जयंती पर बीकानेर ने उनका श्रद्धामय स्मरण करते हुए उनके आदर्शों को जीवन में आत्मसात करने का संकल्प लिया।
काेराेना सामाजिक राहत केन्द्र लूणकरणसर के तत्वावधान में महाराणा प्रताप की जयंती पर स्मरण किया एवं उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। साेशल एक्टिविस्ट डूंगर सिंह तेहनदेसर और किसान नेता महीपाल सारस्वत ने कहा कि महाराणा प्रताप ने आम लाेगाें का साथ लेते हुए मात्र भूमि की रक्षा के लिए दुश्मन से लाेहा लिया।
इस माैके पर विक्रम स्वामी, अयाज मालावत, मनीष खारड़ा, दीपक शर्मा, सिकंदर अली व गंगासागर सारस्वत सहित युवाओं ने ऐतिहासिक याेगदान के लिए महाराणा प्रताप काे याद किया। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय मीणा महासभा ने महाराणा प्रताप की जयंती सादगी से अपने-अपने घराें में रहकर परिवार के साथ मनाई। जिलाध्यक्ष संताेष कुमार मीणा और महासचिव भगवान सहाय मीणा ने आदिवासी भील मीणा समाज के याेगदान काे याद करते हुए बताया कि आदिवासी समाज ने खुलकर महाराणा प्रताप की युद्ध में जी जान लगाकर सहायता की। अखिल विश्व क्षत्रिय महासभा व सावधान इंडिया 077 की ओर से महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर महेन्द्र सिंह सेंगर, सुखवीर सिंह चाैहान, अरविंद सिंह सेंगर, चन्द्र सिंह भदाैरिया, नंदू सिंह भदाैरिया, शिवम सिंह भदाैरिया आदि उपस्थित थे। भाजपा जस्सूसर मंडल कार्यकर्ताओं की ओर से प्रताप बस्ती में 51 गाड़ियां लाैहार परिवाराें काे राशन सामग्रियाें के किटाे का वितरण किया गया। इस माैके पर मंडल के अध्यक्ष मुकेश ओझा ने कहा कि महाराणा प्रताप स्वाभिमान के प्रतीक रहे और गाड़ियां लाैहार भाइयाें ने उनका विपत्ति में साथ दिया था। इस अवसर पर मुकेश ओझा, जेपी व्यास, राजकुमार पारीक, पार्षद सुधा आचार्य, प्रदीप उपाध्याय, रघुनाथ सिंह शेखावत, चन्द्र प्रकाश सुथार आदि कार्यकर्ता माैजूद थे।
रेगिस्तान में तपती रेत और लू के थपेड़ों का असर इंसानों के साथ पशुओं पर भी दिखने लगा है। फलौदी में शनिवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री दर्ज किया गया। ऐसी तपिश में पीने को पानी मिल जाए तो मानो यहीं समंदर है। इसी जद्दोजहद में शनिवार को प्रतापसर के देवराजगढ़ गांव में लगे एयरवॉल पर अपने सूखे कंठ को तरबतर करने की कोशिश में करता दिखा रेगिस्तान का जहाज़ ऊंट।
रड़का बेरा के धोलियानाडा में दो परिवारों के बीच चल रहे जमीनी विवाद में हुई हरीश विश्नोई की मौत के मामले में पुलिस ने पांच दिन में मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी व निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने हरीश का शव उठा लिया।
मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है लेकिन मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शव नहीं उठाने पर अड़ गए। शनिवार को भोजासर थाना अधिकारी डॉ मनोहर विश्नोई ने मृतक के परिजनों को आश्वासन दिया कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी आरोपियों को पांच दिन में गिरफ्तार करने व निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया। इसके बाद शव उठाकर अंतिम संस्कार किया।
राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड मण्डल मुख्यालय बीकानेर द्वारा अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा रचना भाटिया को बीकानेर संभाग के हेडक्वार्टर कमिश्नर (गाइड) के मानद पद पर नियुक्त किया गया है। बीकानेर मण्डल के मंडल चीफ कमिश्नर डा. विजयशंकर आचार्य ने स्वागत करते हुए कमिश्नर स्कार्फ पहनाकर अभिनंदन किया। मंडल सचिव देवानन्द पुरोहित ने मंडल गतिविधियों से अवगत करवाया। सहायक राज्य संगठन आयुक्त स्काउट मानमहेन्द्रसिंह भाटी ने मंडल प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर मंडल कमिश्नर स्काउट ओमप्रकाश सारस्वत, सीओ स्काउट जसवन्तसिंह राजपुरोहित, स्थानीय संघ गंगाशहर के प्रधान भवानीशंकर जोशी, महेश शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा आदि मौजूद थे।
इस मौके पर मण्डल मुख्यालय बीकानेर एवं नेशनल ग्रीन कोर योजना के अर्न्तगत विश्व प्रवासी पक्षी दिवस पर कई आयोजन जिले में विभिन्न स्थानों पर किये गये। मंडल मुख्यालय बीकानेर पर अतिरिक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा रचना भाटिया ने पक्षियों के लिए परिंडे लगाए। इस मौके पर इको क्लबों के सदस्यों के लिये कक्षा 6 से कॉलेज स्तर तक तीन वर्गों में प्रवासी पक्षियों पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित की गई।
उपखंड क्षेत्र के बाना का बास गांव स्कूल में रेड जोन जोधपुर से एक कर्मचारी के आने की सूचना पर उपखंड अधिकारी रतनलाल रेगर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ प्रदीप चौधरी, नेत्र चिकित्सा सहायक नरपत डोगियाल, भगाराम भाटी, शैलेंद्र व चेराई स्वास्थ्य केंद्र के मेल नर्स दिनेश व उनकी टीम को भेजा। एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जोधपुर के प्रताप नगर क्षेत्र से शनिवार सुबह ही आया। जिस पर कर्मचारी को कोरोना जांच के लिए जोधपुर भेजा गया।
साथ ही स्कूल की एक महिला अध्यापिका जो जोधपुर से अप डाउन करती हैं उन्हें हिदायत दी कि जोधपुर से आवाजावी बंद करें। आस पास मौजूद ग्रामीणों ने भी अध्यापिका के रोज़ जोधपुर जाने के बारे में बताया। अस्पताल प्रभारी डॉ प्रदीप चौधरी ने पूरे मामले से उपखंड अधिकारी को अवगत कराया। वहीं, लैब तकनीशियन अनोपसिंह, मेल नर्स तेजाराम हुड्डा ने रेंडम जांच के लिए करीब 20 जनों के सैंपल लिए। इनमें बाहर से आए लोग भी शामिल है।
भाेर के प्रहरी यानी सपोर्ट का आज इस संकट के दाैर में हमें सपाेर्ट करना चाहिए। इससे न केवल हम अपडेट रहेंगे वहीं सुरक्षित घर में भी रहेंगे। इस दाैर में भी हॉकर अपने काम में प्रति सजग रहता है। हर परिस्थिति में भी अखबार पहुंचाने में तत्परता दिखाता है और खुश खुश रहता है। यही उसके उत्साह का कारण भी है। कोरोना संकटकाल में हॉकरों का उत्साह बना रहे हमें भी प्रयास करने चाहिए। आज के इस दौर में हम उनका उत्साह बढ़ाने के लिए समय पर भुगतान करे। अगर हमारे पास नकद भुगतान नहीं है तो ऑनलाइन भुगतान कर उसका उत्साह बढ़ाना चाहिए। क्योंकि आजकल सोशल मीडिया पर पल पल में खबरें आती रहती है। इन खबरों की विश्वसनीयता पर हर दिन सवाल उठाते हैं। इन स्थितियों मेंअखबार ही ऐसा माध्यम है जो हमें सच्ची और पुष्ट खबरें बताता है। इसलिए आज भी अखबारों की विश्वसनीयता बरकरार है। अखबार हमारे तक पहुंचाने वाले भोर के प्रहरी भी इस कोरोना महामारी के दौर में योद्धा के तरह अपने काम में जुटे हुए हैं। अपनी परवाह किए बगैर हर स्थिति से निपटते हुए हमारे तक अखबार पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसलिए हमारा यह फर्ज बनता है कि हम उनको समय पर भुगतान करे।
केन्द्रीय मंत्री ने हाॅकर्स के लिए भेजी राशन सामग्री किट
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भाेर के प्रहरियाें के लिए राशन सामग्री की किट भेजी है। केन्द्रीय मंत्री मेघवाल का कहना है कि हाॅकर हमें हर दिन नई सूचनाओंसे अपडेट करता है। कठिन परिश्रम कर हमारे घरों तक अखबार पहुंचाता है। हॉकर एसोसिएशन के अध्यक्ष पुखराज स्वामी ने इसके लिए केन्द्रीय मंत्री का आभार जताया है
अजमेर जिले में शनिवार को 14 और काेराेना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें 4 प्रसूताएं भी शामिल हैं। बीते 24 घंटे में छह प्रसूताएं संक्रमित हो चुकी हैं, इसमें से एक प्रसूता ने शनिवार काे नवजात काे जन्म दिया है।
शनिवार को 14 नए मामले सामने आने के साथ ही अजमेर जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 213 पहुंच गई है। क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती पांच लाेगाें की रिपोर्ट भी शनिवार को पॉजिटिव मिली है। बीते 48 घंटों पर गौर करें तो जिले में 29 काेराेना पॉजिटिव सामने आए हैं।
अजमेर जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव 27 मार्च को मिला था। 25 दिन बाद यानी, 22 अप्रैल को संक्रमितों की संख्या 100 के पार पहुंच गई। वहीं 17 दिन बाद यानी, 9 मई को जिले में पॉजिटिव 213 हो गए। आंकड़ाें के अनुसार जिले में पहले 100 पॉजिटिव मरीज जहां 25 दिन में सामने आए, वहीं दूसरे 100 पॉजिटिव महज 17 दिन में ही हो गए।
पिछले एक सप्ताह में 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है। बीते 24 घंटे के आंकड़े देखें ताे अजमेर के आदर्श नगर, पर्वतपुरा बाइपास, वैशाली नगर, पंचशील, अजयनगर, नसीराबाद, किशनगढ़ शहर नए काेराेना क्षेत्र बनकर सामने आए हैं। चिकित्सा विभाग ने शनिवार काे 108 लाेगाें के सैंपल लिए हैं।
एक ने बच्चे का जन्म दिया
आदर्श नगर स्थित सेटेलाइट अस्पताल में भर्ती 6 गर्भवती पॉजिटिव हाे चुकी हैं। शुक्रवार काे दाे और शनिवार काे चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसमें से जेएलएन में भर्ती एक गर्भवती ने शनिवार काे नवजात काे जन्म दिया। देवपुरी व कृष्णापुरी नए हॉटस्पाॅट| अरांई से सटे देवपुरी में एक महिला, किशनगढ़ शहर के कृष्णापुरी में युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
सेटेलाइट अस्पताल गए लाेग रहें अलर्ट
बीते 48 घंटों में यदि काेई सेटेलाइट अस्पताल जाकर आए ताे वह अलर्ट रहें। इन लाेगाें काे अपने अाप काे हाेम क्वारेंटाइन कर लेना चाहिए। घर पर भी अपने मुंह पर मास्क लगाकर रहें। यदि बुखार, खराश, खांसी की स्थिति है ताे तुरंत चिकित्सकों काे दिखाकर जांच करवाएं।
झाक ग्राम स्थित मदरसे के शौचालय में शुक्रवार रात धमाका हो गया। जिससे शौचालय गिर गया और पत्थर दूर दूर जा गिरे। धमाके की आवाज करीब तीन किमी एरिया में सुनाई दी। इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना पर शनिवार सुबह एसपी ग्रामीण सहित पुलिस जाब्ता, एफएसएल टीम व डॉग स्क्वायड, बंब डिस्पोजल टीम मौके पर पहुंची। टीम ने सैंपल एकत्रित किए। थानाधिकारी मनीष देव ने बताया कि बीती रात को ग्राम झाक में स्थित दाउतुल इस्लाम मदरसा में विस्फोट होने की सूचना पर मौके पर गए थे। मदरसे में बाहरी दीवार हत्थे के एक कौने पर बने शौचालय की दीवार में विस्फोट होने से दीवार में छेद होकर आसपास मलबा व पत्थर बिखर गए। मौलवी सहजाद ने बताया कि रात को करीब साढ़े ग्यारह बजे अचानक विस्फोट हुआ।
झाक गांव में चौकीदारों के मोहल्ले के पास स्थित मदरसा दावतुल इस्लाम परिसर के एक कौने में बने शौचालय में एकाएक हुए धमाके से आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई। शोर तीन किलोमीटर तक सुनाई दी। रात में भीड़ जुट गई। धमाका इतना तेज था कि पत्थर 15-20 फ़ीट की दूर जा गिरे। शेराराम खोजा ने सरपंच ललिता खोजा व बिलाड़ा पुलिस को सूचना दी। जोधपुर से आई एफएसएल टीम ने डॉग स्क्वायड व मेटल डिटेक्टर की मदद से धमाके वाले स्थान ,मदरसा परिसर सहित आसपास के दर्जनभर घरों की जांच की।
जिले के प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि गर्मी के मौसम में पीने के पानी की आपूर्ति निर्बाध रूप से हो तथा विद्युत कनेक्शन के अभाव में जलापूर्ति बाधित न हो यह सुनिश्चित कर लिया जाए। प्रभारी मंत्री ने मनरेगा में श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोविड-19 महामारी, लॉक डाउन और निषेधाज्ञा आदेश की पालना सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जिले के प्रभारी सचिव डॉ. आर वेंकटेश्वरन जयपुर से जुड़े थे। अब नई परिस्थिति में प्रशासन को चाहिए कि जो लोग जिले और प्रदेश के बाहर से आ रहे हैं, उन सबके लिए होम क्वारेंटाइन में रहने की पुख्ता व्यवस्था करें।
बीकानेर में हुआ बेहतर कार्य
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जब जिले की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा प्रभारी मंत्री कर रहे थे तो उन्होंने मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि बीकानेर में कोरोना से बचाव तथा इलाज सहित बाहर से आने वाले व्यक्तियों के लिए जो त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई। समीक्षा बैठक में जयपुर से जुड़े जिले के प्रभारी सचिव डॉ. आर. वेंकटेश्वरन ने कहा कि सरकार द्वारा मालवाहक ट्रक के यातायात पर रोक नहीं लगाई है। जिले में स्थित सभी निजी चिकित्सालय भी निर्धारित समय में खोलें जाएं और इलाज हो। बैठक में जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने बताया कि बाहर से आने वाले व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन किया गया है। साथ ही ग्राम स्तरीय सतर्कता समितियों का गठन किया गया है तथा मेडिकल टीम द्वारा ऐसे लोगों पर कड़ी पर निगरानी रखी जा रही है। मनरेगा के माध्यम से वर्तमान में 65 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध करा रखा है। बीकानेर जिले में सभी अनुमत उद्योग इकाइयों ने काम प्रारंभ कर दिया है। जरूरत के मुताबिक ऑनलाइन पास ही जारी किए जा रहे हैं। इसी तरह वर्तमान में राज्य सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी की पालना में लॉक डाउन के दौरान खाद्य आधारित आटा, मसाला, दालें, पापड़, भुजिया, मैदा, बेसन इकाइयां कार्य कर रही हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) एएच गौरी, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद नरेंद्र पाल सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पवन मीणा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के दीपक बंसल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीएल मीणा, नीलम प्रताप सिंह, उपखंड अधिकारी रिया केजरीवाल, जिला परिवहन अधिकारी जुगल किशोर माथुर, उपनिदेशक आईटी सत्येंद्र सिंह भी उपस्थित थे।
जिले में कलाऊ से प्रवेश करने वाली टिडि्डयां अब सवा सौ से डेढ़ सौ किमी एरिया में पहुंच गई है। शनिवार को कलाऊ से लेकर बावड़ी के बिराई गांव तक टिडि्डयां पेड़ों पर जम गई। टिडडी नियंत्रण विभाग काबू करने का प्रयास कर रहा है लेकिन वह रोजाना नए एरिया में ठिकाना बना रही है। मथानिया क्षेत्र के जुड़ गांव में टिडि्डयां आई। प्रगतिशील किसान मोहनराम बिश्नोई ने ओसियां एसडीएम रतनलाल रेगर को इसकी जानकारी दी। वहीं, बिराई गांव व आसपास के क्षेत्र में लोगों ने ढोल थाली उड़ाया।
इधर, ओसियां के मांडियाई व गोपासरिया की तरफ से टिड्डियों के बड़े-बड़े दल नेवरा रोड़ में घुसे। नेवरा रोड़ से टिड्डी दल रिनीया,किरमसरिया, खुडियाला होते हुए वापस मुड़कर थोब, हरिपुरा, सिरमण्डी, श्रीरामनगर, खाबड़ा होते शेरगढ़ की तरह निकल गई। तिंवरी क्षेत्र के गगाडी, चण्डालिया, घेवड़ा में स्प्रे किया। कृषि विभाग के उप निदेशक वीरेन्द्रसिंह सोलंकी ने बताया कि यहां से नागौर जिले में प्रवेश करने के समाचार है। इधर, देर शाम 7 बजे के बाद लोहावट के कुशलावा गांव क्षेत्र में टिडि्डयां आ पहुंची। ग्रामीण यहां धुआं करके उड़ाने में लगे थे ताकि पड़ाव नहीं करे।
अजमेर जिले में लगातार काेराेना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से पुलिस और जिला प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। अब तक जिले में करीब 14 थाना क्षेत्रों में हाॅट-स्पाॅट बन चुके हैं।
शनिवार काे शहर में जो पॉजिटिव केस सामने आए, उनमें से आदर्श नगर, अजयनगर, परबतपुरा, बड़ल्या, पंचशील और मानसिंह होटल के क्वारेंटाइन सेंटर के लोग हैं। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के लिए अजमेर में अजयनगर के एक किमी क्षेत्र में और आदर्शनगर थाना क्षेत्र के कुछ इलाकाें में कर्फ्यू लगा दिया गया है। केकड़ी में भी कर्फ्यू लगा दिया गया हैं।
यहां काजीपुरा क्षेत्र से एक कोरोना संक्रमित पॉजिटिव आया है। शनिवार काे यहां पुलिस अधीक्षक कुंवर राषट्रदीप ने दौरा भी किया। नसीराबाद शहर एवं अजमेर उपखण्ड के जाटिया गांव व आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया है। नसीराबाद शहर का सम्पूर्ण सीमा क्षेत्र ‘जीरो मोबिलिटी एरिया’ घोषित किया गया है।
जाटिया गांव व आसपास भी कर्फ्यू लगाया गया है तथा आदर्श नगर थाना क्षेत्र के कुछ इलाकों में प्रशासन ने सख्ती से कर्फ्यू लागू करने तथा इस दौरान आमजन को राहत देने के लिए राशन, दूध व सब्जी वितरण की पूरी तैयारी कर ली है।
अजयनगर कालाेनी के आसपास इन इलाकाें में कर्फ्यू
अजयनगर कॉलोनी के चारों ओर एक किलोमीटर के क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू की गई है। यह क्षेत्र अब जीरो मोबिलिटी जोन में होगा। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट शहर विशाल दवे ने बताया कि अजयनगर कॉलोनी को केंद्र बिन्दु मानते हुए इसके चारों ओर के एक किलोमीटर के दायरे को जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित किया गया है।
इसे लॉकिंग एरिया मानते हुए जन साधारण का सख्ती से आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। पीर बाबा की मजार का क्षेत्र, झूलेलाल कॉलोनी, साई बाबा कॉलोनी, यूआईटी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, संस्कार कॉलोनी, बाढ़ पीडित कॉलोनी, विवेकानंद कॉलोनी, अजयनगर चौराहा, जीवतराम कॉलोनी और सांसी बस्ती से भगवानगंज स्कूल तक दांयी तरफ का क्षेत्र कर्फ्यू में शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों के व्यक्ति कोई आवागमन नहीं करेंगे। चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर सभी औद्योगिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान, सामूहिक मानवीय आवागमन प्रतिबंधित रहेगी। इस क्षेत्र के एंट्री प्वाइंट्स पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था रहेगी। दैनिक आवश्यकताओं की पूर्ति जिला रसद अधिकारी द्वारा डोर-टू-डोर डिलेवरी के माध्यम से ही कराई जाएगी।
यह भी बन गए हाॅट-स्पाॅट
पॉजिटिव पंचशील गणेश ग्वाडी क्षेत्र में भी पाए जाने से क्रिश्चियन गंज पुलिस थाना क्षेत्र भी इसकी जद में आ गया है। पूर्व में अजमेर के कोतवाली, क्लाक टावर, गंज, दरगाह पुलिस थाना क्षेत्रों में ही कर्फ्यू लगा हुआ था। इस दौरान अलवर गेट व रामगंज क्षेत्र में कर्फ्यू जैसी ही सख्ती की गई थी। अब गणेश ग्वाली क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मिलने से क्रिश्चियन गंज थाना क्षेत्र में भी सख्ती बढ़ा दी गई है।
पंचशील नगर गणेश गुवाड़ी क्षेत्र में महिला के पॉजिटिव मिलने से अब क्रिश्चियनगंज पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में दुकानें बंद करवा दी हैं। वैशाली नगर में हाेटल मानसिंह में क्वारेटाइन सेंटर में एक व्यक्ति पाॅजीटिव पाया गया है, चूंकि यह पहले से ही क्वारेंटाइन था, इसलिए आसपास के लाेगाें का इसका संपर्क नहीं हुआ, इसलिए इस क्षेत्र में जीराे माेबिलिटी की जरूरत नहीं मानी जा रही है।
जिले के 14 थाना क्षेत्र में कर्फ्यू जैसे हालत हैं। इन इलाकाें में दुकानें बंद कराई गई है और लोगों को घरों पर ही आवश्यक वस्तुएं सप्लाई किए जाने की व्यवस्था की गई है। आदर्शनगर थाना क्षेत्र में नसीराबाद राेड से बालूपुरा राेड पर तिरूपति वाॅटर केम्पर के दाहिनी तरफ मकान नंबर 81 से 84 ए तक और बाएं और मकान संख्या 86 से 90 तक सतगुरु प्राेविजन स्टाेर तक के इलाके काे कर्फ्यू ग्रस्त घाेषित किया गया है।
कोरोना संक्रमण काल के चलते पिछले 2 माह से रुका प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान शनिवार से फिर शुरू कर दिया गया। भावी माताओं और आने वाले मेहमानों की स्वास्थ्य सुनिश्चितता के लिए सोशल डिस्टेसिंग के नियमों की पालना के साथ पीएमएसएमए विशेष एएनसी शिविर आयोजित किए गए। इस दौरान आशा और एएनएम द्वारा घर-घर सूचना देकर गर्भवतियों को डॉक्टरी जांच के लिए स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। सीएमएचओ डॉ. बीएल मीणा ने बताया कि सभी सीएचसी, पीएचसी, यूपीएचसी, शहरी डिस्पेंसरी और जिला हॉस्पिटल सहित जिले भर के 85 अस्पतालों में चिकित्सकों द्वारा कुल 1,399 गर्भवतियों की गुणवत्तापूर्ण एएनसी जांचें की गई। जिला हॉस्पिटल में डॉ. बीएल हटीला के नेतृत्व में 55 गर्भवतियों की एएनसी की गई 18 की एचआईवी और वीडीआरएल जांचें हुई। शहरी यूपीएचसी में 252, खण्ड बीकानेर में 209, श्रीडूंगरगढ़ में 152, नोखा में 218, कोलायत में 204, लूणकरणसर में 243 व खाजूवाला में 67 गर्भवतियों की जांचे हुई। जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुशील कुमार ने बताया कि गर्भवतियों को खून की जांच, हीमोग्लोबिन, रक्तचाप, शुगर, पेशाब की जांच, सोनोग्राफी, वजन की जांच, ऊंचाई, पेट की जांच इत्यादि जांचों सहित आवश्यक औषधियों की निशुल्क सेवाएं भी उपलब्ध कराई गई।
चीफ इंजीनियर ने लॉकडाउन के दाैरान बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने वाले फाॅयसागर राेड स्थित फिल्टर प्लांट के एईएन बृजेंद्र मीणा को निलंबित कर दिया है।
एईएन के बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने से आए दिन फिल्टर प्लांट से जुड़े इलाकों में पानी की सप्लाई बार-बार बाधित हो रही थी। दैनिक भास्कर ने 9 मई को शीर्षक ‘पारा 40 डिग्री पार, 60 हजार से ज्यादा आबादी को 60 से 72 घंटे में मिल रहा पानी’ से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया था।
चीफ इंजीनियर संदीप शर्मा ने शनिवार को एईएन बृजेंद्र मीणा को वैश्विक महामारी में मुख्यालय पर नहीं रहने और राजकीय कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर नागौर के मुख्य अभियंता कार्यालय में उपस्थिति देने के निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि फॉयसागर राेड स्थित फिल्टर प्लांट से जुड़ी तीन टंकियों बीके कौल नगर, हरिभाऊ उपाध्याय नगर एवं पत्रकार कॉलोनी कोटड़ा में पानी पहुंच ही नहीं पाता था। इस वजह से लोगों को गर्मी में जल संकट का सामना करना पड़ रहा था।
गौर करने लायक बात यह भी है कि सीएम अशोक गहलोत एवं जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने कस्बाें तक 48 घंटे में पानी देने के निर्देश दे रखे हैं, ऐसे में शहर के एक हिस्से में आबादी काे तकनीकी खामियाें एवं इंजीनियर-कर्मचारियों की लापरवाही से पानी की किल्लत से जूझना पड़ रहा था।
फिल्टर प्लांट के पूर्व एईएन भी हाे चुके हैं निलंबित
फाॅयसागर राेड स्थित फिल्टर प्लांट में एईएन बृजेंद्र मीणा के पहले एईएन रहे वीके शर्मा भी निलंबित हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि सब डिवीजन के जेईएन एवं कर्मचारियों और एईएन में तालमेल नहीं होने के कारण ही जल वितरण व्यवस्था बिगड़ती रहती है। चार-पांच बार बीके कौल नगर की पानी की टंकी ओवर फ्लो होने के कारण पानी की बर्बादी हो चुकी है। मगर कर्मचारियों पर आज तक कार्रवाई नहीं हो पाई।
फिल्टर से जुड़े 15 जोन में 48 घंटे में पानी
एक्सईएन राजीव कुमार ने बताया कि फिल्टर से जुड़े क्षेत्रों में शनिवार से 48 घंटे में पानी देने की शुरुआत कर दी गई। जल वितरण व्यवस्था पहले की तरह सामान्य हो गई है।
कार्रवाई की
एईएन के मुख्यालय पर नहीं होने की रिपोर्ट एडिशनल चीफ इंजीनियर को सौंपी गई थी। शनिवार को एईएन को चीफ इंजीनियर ने निलंबित कर दिया है।
- सीएल जाटव, एसई, जलदाय विभाग, अजमेर
आईजीएनपी की पूगल ब्रांच से निकलने वाला 40 साल पुराना कंकराला माइनर जर्जर होकर शुक्रवार रात को टूट गया। इससे आरडी 9 के आस-पास के खेतों में पानी भर गया। माइनर में करीब 35 फीट का कटाव आ गया। हालांकि खेतों में सरसों, चना व गेहूं की फसलें निकालने के बाद कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन आगामी फसलों की बिजाई के लिए तैयार की गई जमीन खराब हो गई। कई किसानों की बिजाई की वरीयता टूट गई। किसानों ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों व क्षेत्रीय विधायक गोविंदराम मेघवाल को माइनर टूटने की जानकारी दी। इसके बाद शनिवार को विभागीय अधिकारी व खाजूवाला प्रधान सरिता चौहान मौके पर पहुंची। टूटे माइनर को सही करने का कार्य प्रारंभ किया गया। वहीं दूसरी ओर किसान मुमताज खान पड़िहार ने माइनर टूटने से बाधित हुई वरीयता का पानी दुबारा देने की मांग की है। माइनर की पूर्ण मरम्मत की मांग भी उठाई है। माइनर की मरम्मत के लिए विधायक गोविंदराम मेघवाल ने दो लाख रुपए स्वीकृत किए हैं।
गर्मी अब रौद्र रूप दिखाने लगी है। इसके साथ ही पेयजल की डिमांड पर बढ़ने लगी है। इंसानों के साथ ही पशु-पक्षियों के लिए भी पेयजल अब सबसे बड़ी जरूरत बन गया है। मगर, जलदाय विभाग के ट्यूूबवैल में आ रही छाेटी-छाेटी तकनीकी खामी से हजारों घरों में पानी नहीं पहुंच रहा। उन्हें इस गर्मी के मौसम में भी पानी का कहीं न कहीं से जुगाड़ ही करना पड़ रहा है।
भादला रोही का बागिंडा नाड़ी का ट्यूबवैल पिछले 15 दिन से केवल स्विच बोर्ड के जलने के कारण बंद पड़ा है। ढाणी के मदन लाल सारण ने बताया कि इतनी छोटी-सी तकनीकी खामी के कारण हम 15 दिन से पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी वे कोई सुनवाई नहीं कर रहे।
कस्बे के मध्य स्थित बिग्गाबास के वार्ड 18 में पेयजल व्यवस्था लड़-खड़ाई हुई है। यहां महिलाओं को निजी कुएं से पानी सिर पर ढोकर लाना पड़ रहा है। केऊ नया, केऊ पुराना, जाखासर नया, जाखासर पुराना, इंदपालसर हीरावतान बास, लालासर, अमृतवासी, मिंगसरिया, राणासर, कल्याणसर नया, बापेऊ, दुलचासर, लिखमीसर उत्तरादा, नौसरिया, दुसारणा, बिग्गा आदि में भी ट्यूबवैल में खराबी के कारण पेयजल व्यवस्था बिगड़ी हुई है। इस संबंध में विधायक गिरधारी महिया ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर समस्या के स्थाई समाधान की मांग की है। उन्होंने समाधान नहीं होने तक टैंकर से पानी वितरण करवाने की मांग की है।
शुक्रवार को सूरजड़ा रोही में हिरण शिकार की सूचना पर वन विभाग की टीम और जीव रक्षा संस्था टीम के कार्यकर्ता आपस में ही उलझ गए। इसको लेकर दोनों पक्षों ने देर रात्रि को स्थानीय थाने में परस्पर मामले दर्ज करवाए हैं।
एसएचओ अमर सिंह ने बताया कि पहला मामला जितेन्द्र कुमार राजपूत हाल क्षेत्रीय वन अधिकारी कोलायत ने जीव रक्षा संस्थाध्यक्ष मोखराम धारणिया, कार्यकर्ता रामनिवास, विनोद, सुनील गोदारा व 30 अन्य के खिलाफ दर्ज करवाया है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सूरजड़ा गांव रोही में चिंकारा हिरण के शिकार की सूचना पर वे टीम सहित मौके पर पहुंचे। वहां पर हिरण का शव बरामद कर लिया। इस दौरान मोखराम धारणिया नीली बत्ती की गाड़ी लेकर मौके पर पहुंचे, उनके साथ ही 30 अन्य लोग भी आ गए। उन्होंने आते हमारे साथ धक्का-मुक्की व मारपीट शुरू कर दी। स्टाफकर्मी वेद प्रकाश, मुरारी मीणा को जातिसूचक गालियां दी। वनपाल किशोर सिंह की वर्दी फाड़ दी। मोखराम, रामनिवास, विनोद, सुनील गोदारा ने सरकारी वाहन में रखा चिंकारा हिरण का शव उतारकर अपनी गाड़ी में रख लिया। पुलिस ने राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज करवाया है।
वहीं दूसरा मामला कोलायत थाना के गांव खारिया पतावन निवासी मूलाराम नायक ने कोलायत क्षेत्रीय वन अधिकारी जितेन्द्र सिंह, वनपाल किशोर सिंह के खिलाफ दर्ज करवाया है। उसने बताया कि शुक्रवार सुबह आठ बजे सूरजड़ा गांव रोही में चिंकारा हिरणों के शिकार की सूचना पर जीव रक्षा संस्था कार्यकर्ता होने के चलते मौका पर गया। वन विभाग और पुलिस टीम की शिकारियों को पकड़वाने में सहायता कर रहा था। जीव रक्षा संस्था के अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद थे। वन विभाग व पुलिस की लापरवाही के चलते दो शिकारी भागने में कामयाब हो गए। वन विभाग रेंजर जितेन्द्र सिंह, वनपाल किशोर सिंह ने उसे गालियां देते हुए मारपीट की। जान से मारने की धमकियां दी। जीव रक्षा संस्था के कार्यकर्ताओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया।
अगनेऊ में हुए हिरण शिकार के मामले में कार्रवाई नहीं करने पर जीव प्रेमियों ने रोष जताया है। देहात कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष कैप्टन मोहन लाल गोदारा ने इस मामले में नामजद आरोपियों को बचाने के लिए जीव प्रेमियों पर दर्ज हुए मुकदमे को भी वापस लेने की मांग की है।
इधर... कोलायत में पुलिस के हस्तक्षेप से हुआ पोस्टमार्टम
सूरजड़ा की रोही में हुए शिकार में मारे गए हिरण का पोस्टमार्टम शनिवार को मेडिकल टीम ने किया। शनिवार शाम तक वन विभाग और जीव रक्षा के संस्था का विवाद जारी रहा। जीव रक्षा के कार्यकर्ता अपनी गाड़ी में हिरण का शव लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टर से उसका पोस्टमार्टम करने को कहा। डॉक्टर ने बगैर पुलिस कार्रवाई के ऐसा करने से मना कर दिया। मामला काफी लंबा चला। इसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप से मेडिकल टीम ने हिरण के शव का पोस्टमार्टम किया। उसके शरीर से एक गोली बरामद हुई है।
हिंदुस्तान जिंक की सखी परियेाजना से जुड़ी 26 हजार से अधिक महिलाएं प्रदेश के पांच जिलाें में लॉकडाउन के ऐसे समय में कच्ची बस्ती में रहने वाले लाेगाें के लिए अन्नपूर्णा बनकर सामने आई हैं।
प्रदेश के पांच जिलाें में यह महिलाएं दाे हजार से अधिक सहायता समूह चला रही हैं। इन सहायता समूह ने एक विशेष प्रकार का बैंक तैयार किया है, जिसमें नाेटाें की बजाए अनाज एकत्र हाेता है।
यह अनाज भी महिलाएं अपने स्तर पर एकत्र करती हैं, जाे ऐसे विपरीत समय में गरीबों व अन्य की मदद के काम लिया जाता है। इस बैंक में अभी 10 हजार टन से अधिक खाद्यान्न सामग्री एकत्रित है। इस बैंक के जरिए प्रदेश के विभिन्न जिलें की बस्तियों में वितरण कराया जा रहा है।
लाॅकडाउन के समय में आत्मनिर्भरता के लिए महिलाओं ने एक लाख से अधिक मास्क बनाकर वितरित कर दिए हैं। यह महिला समूह काेराेना कर्मवीर बनकर आत्मनिर्भरता व सहयोग भावना की मिसाल पेश कर रहा है।
जिले में छह गांव में दौड़ रही याेजना
हिंदुस्तान जिंक की इस योजना में अजमेर जिले के 145 समूह जुड़े हुए हैं। जिसमें 1800 साै महिलाएं काम कर रही हैं। यह समूह कायड़, घूघरा, गगवाना, चाचियावास, लाेहागल और माकड़वाली में काम कर रहा है। इस समूह ने 4 क्विंटल ग्रेन बैंक में अनाज जमा किया है।
पीपीई की पूर्ति में भी सहयोग
खाद्यान्न और भोजन के साथ इस समूह की महिलाएं पीपीई मास्क भी बना रही है। अब तक सवा लाख मास्क बनाए जा चुके हैं। यह मास्क पुलिस, आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और कोरोना वाॅरियर्स काे निशुल्क दे रहे हैं। अब तक 150 से अधिक महिलाओं ने 8 लाख से अधिक के मास्क बेच दिए हैं।
बैंकाें से भी मिली सहायता
सखी परियोजना से जुड़ी महिलाओं के काैशल काे निखारने के लिए बैंकों से सहायता भी दी जा रही है। अप्रैल तक परियोजना में 2161 स्वयं सहायता समूहों की 26 हजार 560 महिलाओं ने जुड़कर 9 कराेड़ 35 लाख रुपए की बचत के साथ 26 कराेड़ 94 लाख रुपए की संचयी अंतर ऋण राशि और बैंकों से ली गई 41 कराेड़ 5 लाख रुपए की क्रेडिट सुविधा प्राप्त की।
इन जिलाें में संचालित किया जा रहा है सखी समूह
हिंदुस्तान जिंक का प्रोजेक्ट उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा और अजमेर सहित उत्तराखंड के पंतनगर में सखी परियोजना के तहत संचालित किया जा रहा है। प्रोजेक्ट में शामिल महिलाओं को मंजरी फाउंडेशन के सहयोग से रूचि के अनुसार प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
क्या है ग्रेन बैंक, कैसे करता है काम
पांच से छह गांवों के बीच की महिलाओं का एक समूह बनाया जाता है। इस समूह में हर वर्ग की महिला शामिल रहती है। यह महिला अपने खेत पर हाेने वाले अनाज का कुछ भाग इस बैंक में समय-समय पर जमा कराती रहती हैं। इस बैंक में अनाज एकत्र हाेने के बाद ऐसे ज़रुरतमंद लाेगाें काे चिह्नित किया जाता है जिन्हें इनकी सबसे अधिक जरूरत रहती है। इस समूह ने अपना एक व्हाट्सएप ग्रुप बना रखा है। ये महिलाएं गांवों में जानकारी एकत्र कर ऐसे लाेगाें काे खाद्यान्न की कच्ची सामग्री और अपनी रसाेई योजना से पका हुआ भाेजन भी मुहैया करवाती हैं।
कोरोना महामारी के संकट के समय में अपनी जान जोखिम में डाल कर समाज की सेवा करने वाले कोरोना योद्धाओं का शनिवार को पंचशील चित्रगुप्त समाज एवं मंदिर समिति ने सम्मान किया।
समिति के संरक्षक शुभ नारायण मीनावत, अध्यक्ष एन के माथुर, सचिव अतीष माथुर ने पंचशील स्थित मेडिकल डिस्पेंसरी के डॉक्टर कुलदीप शर्मा का व अन्य सभी स्टाफ सदस्यों के साथ क्षेत्र के सफाई कर्मियों का भी स्वागत किया। पंचशील ए ब्लॉक उपाध्यक्ष एम के भार्गव के साथ डीपी माथुर, मनीष माथुर, प्रहलाद मीनावत, रतन माथुर ने सभी वारियर्स को अल्पाहार के पैकेट वितरित किए।
इस मौके पर कायस्थ समाज के उन कोरोना वारियर्स का भी शॉल ओढ़ा कर सम्मान किया गया जिन्होंने जरूरतमंदाें काे भोजन व आवश्यक सामग्री घर-घर वितरित की। इसके लिए निखिल माथुर, गौरव माथुर, नरेश माथुर, ब्रिजेश माथुर, जगदीश एवं मन्नु माथुर का अध्यक्ष जीके माथुर ने माल्यार्पण कर मास्क भेंट किए।