राजगढ़ में हरियाणा सीमा पर पुलिस चौकी का निरीक्षण करने के बाद नोहर जाते समय शुक्रवार देर शाम आईजी जोश मोहन व संभागीय आयुक्त छगनलाल श्रीमाली ने साहवा थाने का निरीक्षण किया। आईजी व संभागीय आयुक्त ने पुलिस जवानों से लॉकडाउन की पालना करवाने तथा बिना कारण घरों से बाहर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एसपी तेजस्विनी गौतम व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजगढ़ भरतराज को थाने में बनी हवालात व रसोई को हटाकर दूसरी जगह बनाने के निर्देश दिए।
राजगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भरतराज ने शुक्रवार शाम को साहवा पहुंचकर कोविड-19 टीम के वॉलंटियर की ओर से बनाए गए राशन गोदाम का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने एएसपी को बताया कि कस्बे के 23 वार्डों में अब तक करीब सात लाख रुपए की राशन सामग्री का वितरण किया जा चुका है। टीम घर-घर जाकर जरूरतमंदों को राशन सामग्री बांट रही है।
खरवा क्षेत्र में कोरोना महामारी धीरे धीरे पांव पसारती जा रहा है। केसरपुरा में एक गर्भवती सहित दाे, कान्हा खेड़ा में एक पॉजिटिव आने के बाद आज फिर जसवंतपुरा में एक युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली है।
खरवा चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. राधाकृष्ण शर्मा ने बताया कि जिन 32 संदिग्ध लोगों के 7 मई को सैंपल लिए गए थे उनमें से जसवंतपुरा के एक युवक की आज पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। पॉजिटिव पाया गया युवक पहले से ही ब्यावर में क्वॉरेंटाइन में था।
रिपोर्ट आने के बाद उसे आज अजमेर जेएलएन भेज दिया गया। चिकित्सा टीम ने पॉजिटिव पाए गए युवक के परिवार के 9 लोगों को होम आइसोलेट कर दिया। इनके सैंपल लिए जा रहे हैं।
दूसरी तरफ पहले से ही सर्वे में जुटी टीम ने चिकित्सा विभाग की 15 टीमों ने आज जसवंतपुरा सहित लूलवा, नीम गढ़, लहरी, गुवारड़ी, खरवा खरी में 1450 घरों में 6870 लोगों का सर्वे किया। चिकित्सा टीम में डॉ. रंजीत, डॉ. लोकेश और डॉ. विपिन कुमार और संयुक्त पैरामेडिकल स्टाफ शामिल रहा।
प्रशासन ने किया दौरा
जसवंतपुरा में युवक को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद मसूदा प्रशासन भी हरकत में आ गया। एसडीएम मसूदा मोहनलाल खटनावलिया के निर्देश पर मसूदा तहसीलदार प्रभात त्रिपाठी, नायब तहसीलदार धर्म सिंह, भू अभिलेख निरीक्षक लोकेश कुमार, पटवारी प्रेम प्रकाश और ग्राम विकास अधिकारी हैदर काठात मौके पर पहुंचे।
दोपहर तक नहीं हुआ सेनेटाईजेशन
क्षेत्र में पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद भी प्रशासन इतना सतर्क नहीं है जितना होना चाहिए। इसका सीधा उदाहरण यह है कि सुबह 9:00 बजे जसवंतपुरा में युवक के पॉजिटिव आने की रिपोर्ट के बाद भी वहां सेंनेटाइजेशन कार्य नहीं करवाया गया। केसरपुरा में पहले ही गर्भवती महिला पॉजिटिव पाए जाने के बाद से ही जसवंतपुरा भी कर्फ्यू की परिधि में आया हुआ है। जहां 30 अप्रैल से ही कर्फ्यू प्रभावित है।
सप्ताह में एक ही बार किराणा दुकानें खाेले जाने के किराणा कारोबारियों के फैसले से शनिवार काे ब्यावर प्रशासन बैकफुट पर अा गया। प्रशासन ने शनिवार काे कारोबारियों से चर्चा कर उनकी परेशानियों के बारे में जाना।
चर्चा के बाद किराणा कारोबारियों ने अपनी दुकानें खाेलने का निर्णय किया। अब दुकानें रविवार से प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक खुलेंगी। प्रशासन कारोबारियों की कुछ प्रमुख समस्याओं काे देखते हुए उनकी बात मानने काे तैयार हाे गया है।
प्रशासन दुकान तक सामान खाली कराने और चढ़ाने के लिए ट्रक व लोडिंग टेम्पो सहित अन्य वाहनों को आने की छूट देने, दुकान के नजदीकी गली में स्कूटर रखने की छूट देने पर सहमत हाे गया है।
मालूम हो कि दो दिन पहले ही एसोसिएशन सदस्यों ने प्रशासन के रवैये काे देखते हुए तय किया था कि मुख्य बाजार में लागू किए गए कर्फ्यू को ध्यान में रखते हुए फिलहाल एक सप्ताह तक किराणा दुकानें बंद रखेंगे। एसोसिएशन के इस निर्णय के बाद दो दिन से किराणा दुकानें बंद थीं।
बताते हैं कि कुछ लोगों ने प्रशासन के समक्ष इन दुकानों के बंद होने से परेशानी होने की बात कही थी। जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए शनिवार को एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में मीटिंग की।
उपखंड अधिकारी और पुलिस उप अधीक्षक ने व्यापारियों को यह आश्वासन दिया कि कोरोना की इस जंग में नागरिकों को खाद्य सामग्री के परेशान न होना पड़े, इसके लिए व्यापारियों की समस्याओं का समाधान तत्काल किया जाएगा।
मीटिंग में उपखंड अधिकारी जसमीत सिंह संधू, पुलिस उप अधीक्षक हीरालाल सैनी, तहसीलदार रमेशचंद बहेड़िया, सिटी थाना प्रभारी रमेंद्र सिंह हाडा, किराणा मर्चेंट एसोसिएशन अध्यक्ष रमेश बंसल, उपाध्यक्ष रामरतन भूतड़ा और सचिव राकेश खंडेलवाल मौजूद थे।
ग्रीन ब्यावर संस्था मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर लॉकडाउन के चलते मंदिर बंद होने से पुजारियों पर आए आर्थिक संकट के दौरान उनकी सहायता करने की मांग की गई है।
मुख्यमंत्री को भेजे गए संदेश में ग्रीन ब्यावर ने कहा कि लॉकडाउन के बाद से ही धार्मिक स्थल बंद हैं। भक्तों के आने पर पूरी तरह से पाबंदी है।
मंदिर में आने वाले चढ़ावे से गुजर बसर करने वाले पंडितों के सामने गहरा आर्थिक संकट खड़ा हो गया। मुख्यमंत्री को भेजे गए संदेश में मंदिरों में भगवान की सेवा करने वाले पुजारियों को हर माह विशेष सहायता प्रदान किए जाने की मांग की गई है। जिससे पंडित अपने परिवार का भरण पोषण
कर सकें।
विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से शनिवार को वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता मेवाड़ी गेट बाहर स्थित महाराणा प्रताप सर्किल पहुंचे।
यहां सभी लॉकडाउन की पालना करते हुए महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। महाराणा प्रताप जिंदाबाद के नारे लगाए।
इस मौके पर सुधीरसिंह तोमर, बलवानसिंह चौहान, राजेन्द्रसिंह तथा गजेन्द्रसिंह सहित अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे। अधिकांश कार्यकर्ताओं ने लॉकडाउन के चलते घर पर रहकर ही महाराणा प्रताप के शौर्य और बलिदान को याद किया, बच्चों को उनके प्रेरक प्रसंग सुनाए।
शहर में अचानक कोरोना वायरस के केस बढ़ने से सब्जी मंडी के व्यापारियों मे भी चिंता छा गई हैं। इसी का नतीजा है कि मंडी मे रोजाना सुबह लगने वाली भीड़ को देखते हुए मंडी व्यापारियों ने एकमत होकर आगामी तीन दिन मंडी बंद रखने का निर्णय किया है।
ऐसे मे व्यापारियों ने लाखों रुपये का नुकसान को ना देखते हुए रविवार, सोमवार व मंगलवार तक सब्जी मंडी बंद रखने का निर्णय किया है। मंडी बंद रखने के निर्णय के बाद शनिवार को आमजन व सब्जी विक्रेताओं की भीड़ सब्जी खरीदने के लिए रही।
दी होल फल सब्जी मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम जगवानी ने बताया कि मंडी बंद रखने के पीछे मुख्य उद्देश्य मंडी परिसर में भीड़ जमा नहीं करने की है ताकि संक्रमण को रोका जा सके। इन तीन दिनों तक आमजन के इलाकों में सब्जी विक्रेता आते रहेंगे। इन तीन दिन फल मंडी खुली रहेगी।
समीपवर्ती ग्राम जसवंतपुरा निवासी एक और व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है।
चिकित्सा विभाग द्वारा शनिवार सुबह जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार जसवंतपुरा निवासी एक 50 वर्षीय व्यक्ति के भी कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई। जिससे ब्यावर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 13 हो गई।
नूंद्री मेंद्रातान ग्राम पंचायत के दुर्गा कॉलोनी निवासी एक 50 वर्षीय व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की शुक्रवार देर रात पुष्टि होने के बाद एक बार फिर अफरा तफरी मच गई।
शुक्रवार देर रात जारी रिपोर्ट में नूंद्री मेंद्रातान ग्राम पंचायत क्षेत्र की दुर्गा कॉलोनी निवासी व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि होने के बाद चिकित्सा विभाग की टीमों को शनिवार सुबह दुर्गा कॉलोनी
भेजा गया।
टीम ने क्षेत्र में 57 लाेगों के रेंडम सेंपल लिए। वहीं चिकित्सा विभाग के निर्देश पर शनिवार सुबह 108 एंबुलेंस में पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में रहे 23 परिजनों को राजकीय अमृतकौर अस्पताल के क्वारेंटाइन वार्ड में भर्ती किया गया। इनके सेंपल भी जांच के लिए भिजवाए गए हैं।
शनिवार को कुल 110 लोगों के सेंपल जांच के लिए भिजवाए गए हैं। शनिवार को नूंद्री मेंद्रातान क्षेत्र के दुर्गा कॉलोनी क्षेत्र में सेंपल लेने वाली टीम में जवाजा बीसीएमएचओ डॉ. अमित सोनी, डॉ. पुष्पा मीणा, डीपीएम वाजिद अख्तर, ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र चौरोटिया, सरपंच प्रतिनिधि, लैब टैक्निशियन पुष्पेंद्र चौरोटिया समेत अन्य लोग शामिल थे।
मजदूरी करता है पीड़ित
दुर्गा कॉलोनी क्षेत्र निवासी 50 वर्षीय व्यक्ति की दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। परिजनों के अनुसार कोविड 19 से ग्रसित व्यक्ति करीब 20 दिनों से अस्पताल में ही क्वारेंटाइन है। सर्दी खांसी की शिकायत होने पर उसे अस्पताल दिखाया गया था। जानकारी मिली है कि वायरस ग्रसित व्यक्ति मिस्त्री का काम करता है तथा खुली मजदूरी करता है। अब चिकित्सा विभाग और प्रशासन यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्वारेंटाइन होने से पहले उसने कहां कहां कार्य किया और उसके संपर्क में और कितने लोग आए।
44 जनों को किया भर्ती
गौरतलब है कि 30 दिन पूर्व तक ब्यावर में एक भी व्यक्ति कोरोना ग्रसित नहीं था। लेकिन अब लगातार आंकड़ा बढ़ रहा है। अभी तक 2 जने ब्यावर शहरी क्षेत्र तथा 2 पेराफेरी क्षेत्र समेत बाकी ग्रामीण क्षेत्र में मिलाकर कुल 13 लोग पॉजिटिव आ चुके हैं। राजकीय अमृतकौर अस्पताल प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसर शनिवार को कुल 44जनों को राजकीय अमृतकौर अस्पताल वार्ड में भर्ती किया गया। इनके सेंपल भी जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं 6 जनों को क्वारेंटाइन सेंटर भिजवाया गया है।
यह फोटो अच्छे से देखिए और आप तय कीजिए कि इस परिवार ने शनिवार को कितनी बड़ी लापरवाही की है। लॉकडाउन में कोरोना से बचना है तो 5 साल तक के बच्चों को बाजार नहीं आना चाहिए, फिर भी महिलाएं इनको लेकर मार्केट पहुंचीं। 1 महिला ने मास्क भी नहीं पहना था। ये अच्छी बात नहीं है, हमें अपने बच्चों की चिंता होनी चाहिए। उम्मीद है भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी गलती नहीं करेगा। भास्कर की आपसे अपील है कि कोई ऐसी गलती करता दिखे तो आप आगे आकर ऐसे लोगों को टोक दें, क्योंकि ये हमारे मासूम नौनिहालों की जान जीवन का सवाल है।
सतर्कता क्या होती है इस जागरूक व्यक्ति से जानो
जो लोग लापरवाही कर रहे हैं, इस व्यक्ति से सीखो। घर से निकलने से पहले इसने मुंह पर मास्क और सिर पर साफी बांध ली थी। वाहन को बाजार से दूर खड़ा किया और पैदल सामग्री खरीदने पहुंचा। हाथों और कंधे पर सामग्री खरीदकर नियम का पालन करते हुए वापस लौटा।
विद्युत लाइनों की आवश्यक रखरखाव व मरम्मत के चलते रविवार को अजमेर रोड जीएसएस से जारी 11 मिल रोड फीडर से जुड़े क्षेत्रों की विद्युत व्यवस्था बाधित रहेगी।
इस दौरान रीको हाउसिंग कॉलोनी, छावनी फाटक बाहर, मिल कॉलोनी, मिल रोड, श्यामगंज कॉलोनी, गहलोत कॉलोनी व नूंद्री मेंद्रातान से जुड़े क्षेत्रों की बिजली बंद रहेगी।
रेवेन्यू बोर्ड अजमेर के अतिरिक्त रजिस्ट्रार और कोविड-19 तहसील प्रभारी लोकेश मीणा ने जवाजा पंचायत समिति की राजियावास ग्राम पंचायत स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का शनिवार काे निरीक्षण किया।
मीणा ने पीएचसी के नियमित ओपीडी, दवा की उपलब्धता तथा चिकित्सक की सेवाओं के बारे में जानकारी ली। बताया जा रहा है कि पीएचसी पर लंबे समय से आयुष चिकित्सक द्वारा नियमित सेवाएं दी जा रही हैं जिसकी ग्रामीणों ने भी सराहना की।
वनवासी कल्याण परिषद के रामकिशन मित्तल ने शादी की सालगिरह पर गौशाला में गायों की पूजा अर्चना की। पुलिसकर्मियों का सम्मान किया। पार्षद संजय रेठूदिया, गोविंद गुप्ता ने बताया कि मित्तल ने गायों को दलिया बनाकर खिलाया। तेंदुआ बस्ती के बच्चों को खाद्य सामग्री वितरित की।
कोटा बैरियर चौराहे पर पुलिसकर्मियों को तिलक लगाकर और मालाओं से सम्मान किया। 50 साबुन, 100 मास्क भेंट किए। आरके मित्तल, रायबहादुर, नंदकिशोर राठौर ने कहा कि कोरोना फाइटर्स, पुलिस, डाॅक्टर, चिकित्साकर्मियों, जिला प्रशासन, सफाईकर्मियों, सामाजिककार्यकर्ताओं, हाॅकरों, पत्रकारों का हमें सम्मान करना चाहिए। जो इस विषम परिस्थिति में अपनी जान की परवाह ना करते हुए हमारी सेवा कर रहे हैं।
इसी प्रकार रामरसोड़ा ग्रुप की ओर से 447 भोजन के पैकेटों का वितरण विभिन्न बस्तियों में जरूरतमंदों को किया गया। इस मौके पर शशिकांत दशोरा, रमेश गौतम, हारुन पठान, अजयकुमार विश्वा, केके चतुवेदी, मनोज डागुर, अनिल मेहता, फिरोज खान, आरएस शेखावत, लोकेश बैरागी, गिरधरलाल मीणा, गिरधरसिंह मीणा, नीलेश गदिया, मंजीतसिंह चावड़ा, विनोद गौतम, रणजीतसिंह बंजारा, घमंडीसिंह, विजय सैनी, प्रहलादसिंह तंवर, भुवनेश नागर, मनोहर आंजना, राकेश कलाल, मनोहर आंजना ने सेवाएं दी। वहीं, बिधुड़ी रसोई से शनिवार को जरूरतमंदों को भोजन कराया गया। मास्क वितरण किए गए।
सुकेत में सम्मान किया
कोरोना टीम में कार्यरत युवाओं को सम्मानित किया। मेडिकल कॉलेज स्टूडेंट जयेश गौतम, विशाल छंदक, अजय बैरागी, व कन्हैया रेगर का हिन्द वैलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने माला पहनाकर स्वागत किया व उनके कार्य व देश के प्रति कर्तव्य निष्ठा की सराहना की।
रोज 90 परिवारों को खाना वितरित कर रहे
विधायक राजेंद्रसिंह बिधुड़ी के निर्देशानुसार प्रतिदिन 90 परिवार को 400 पैकेट खाना वितरित किया जा रहा है। बिधुड़ी रसोई में सिलेंडर लक्ष्मीनारायण पंचोली, एक तेल का डिब्बा बसंतीलाल अहीर ने दिया। सेवा देने वालों में इकाई अध्यक्ष अजय सोनी, आशीष शर्मा, उपाध्यक्ष केके दुबे, बनवारी अहीर, नारायण, सुभाष नंदवाना, हंसराज, घनश्याम जांगिड़, भंवरीबाई भील, दुर्गालाल, अरविंद तोमर, प्रकाश शर्मा, जमील अहमद, दीपक जांगिड़, संदीप, वासु, सरपंच चतरा भील, ग्राम विकास अधिकारी जयप्रकाश शर्मा, दिनेश भट्ट, टीटू, शामिल थे।
राशन सामग्री बांटी, भोजन के पैकेट का वितरण
महाराणा प्रताप की जयंती के उपलक्ष्य में तरुण छाबड़ा ने बिधुड़ी रसोई में एक तेल का डिब्बा, 3 दिन सब्जी की व्यवस्था की। उन्होंने 7 जरूरतमंदों को राशन सामग्री किट वितरित किए। वहीं, रावतभाटा में कोरोना वायरस संक्रमण के चलने जरूरतमंदों को 150 भोजन के पैकेटों का वितरण किया। यह भोजन पूर्व में रावतभाटा एएसपी कार्यालय में कार्यरत बलवीर चौधरी ने पुत्र पवन चौधरी के जन्मदिन पर शनिवार को जरूरतमंदों को वितरण किए। इस मौके पर बलवीर चौधरी, गोवर्धनलाल चौधरी, मुकेश गुर्जर, रोहित बोयत, रोहित जैन मौजूद थे।
लॉकडाउन के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के प्रावधानों के तहत पोषाहार को संक्रमण मुक्त रखने के लिए कैलोरी व प्रोटीन युक्त सूखा (साबुत) पोषाहार दिया जा रहा है।
शहर के देलवाड़ा रोड स्थित गजानंद मिनी आंगनबाड़ी केंद्र पर नामांकित लाभार्थियों को सूखा पोषाहार बांटा गया। केंद्र संचालिका साधना सारस्वत ने बताया कि विभाग के आदेशों से लाभार्थी गर्भवती, धात्री महिला व 6 वर्ष तक के नामांकित बच्चों को गेहूं व चावल का वितरण किया गया।
क्षेत्र की पोलाईकलां ग्राम पंचायत में मनरेगा मस्टररोल में मजदूरों के नामों से छेड़छाड़ करने पर बीडीअाे ने दाे मेटाें काे ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। ग्रामीणाें की शिकायत पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जया मीणा ने इस मामले से विधायक भरतसिंह काे अवगत कराया। विधायक के पत्र के आधार पर पंचायत समिति के अधिकारियों से करवाई गई जांच में दाेनाें मेट दोषी पाए गए। सुल्तानपुर बीडीओ फिरोज अहमद ने बताया कि पोलाईकलां पंचायत में जारी की गई मनरेगा मस्टररोल में मेटों ने छेड़छाड़ की थी। उक्त मामले की जांच करने के दाैरान पंचायत प्रसार अधिकारी कादिर मोहम्मद ने पोलाईकलां ग्राम पंचायत के बरगु गांव में कुराड़ी रोड से श्मशान तक स्वीकृत मनरेगा ग्रेवल सड़क कार्य का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में पाया गया कि मेट हेमंत कुमार एवं दिनेश मीणा ने मनरेगा मस्टररोल पर मजदूरों की उपस्थिति में मजदूरों के नामों में काट छांट की थी।
जिले के डेगाना व जायल क्षेत्र के गांव रोहिणा, ऊंचाईडा, सांजू, दोतिना, पिंडियां में भी शनिवार दोपहर को टिड्डीदल देखा गया। टिडि्डयों ने जायद की फसलों के साथ ही खेजड़ी, बबूल आदि वृक्षों पर बैठकर उनकी पत्तियों को नष्ट कर दिया। किसानों के अनुसार शनिवार दोपहर और शाम को डेगाना क्षेत्र के सांजू, भावला व जायल के पिंडिया, ऊंचाईडा सहित आसपास के संपूर्ण क्षेत्र में टिड्डी दल अनगिनत संख्या में पड़ाव डालकर फसलों व पेड़ों की पत्तियों को चट कर गया। इस बार पहला टिड्डी दल मई के पहले सप्ताह में देखा गया, इसके साथ ही कृषि विभाग भी हरकत में आ गया था। टिडि्डयों की खास बात यह है कि यह हवा के अंदर 150 किलोमीटर एक सांस में उड़ सकते हैं। इस संबंध में डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा ने बताया कि टिड्डी से होने वाले नुकसान से सरकारी सहायता देने को लेकर बताया कि कीटनाशकों की लागत पर 50 प्रतिशत की सरकार सब्सिडी दे रही है। 500 रुपए प्रति हेक्टेयर दिया जा रहा है। किसान पंजीकृत दुकान से ही दवा की खरीदारी कर टिड्डी दल क्षेत्र में छिड़काव करें तो दवाई की लागत का 50 प्रतिशत सरकार सब्सिडी देती है। दवाई के छिड़काव की लागत की रसीद विभाग को देकर सब्सिडी प्राप्त कर सकते है। वहीं इस संबंध में जायल एसडीएम रविन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारियों के द्वारा हर सम्भव कोशिश की जा रही है। टिड्डी के दल पर जल्द ही काबू पाकर इसको नियंत्रण में लिया जाएगा।
टिड्डी दल के मेड़ता क्षेत्र में आने की सूचना पर टिड्डी विभाग एवं कृषि विभाग सतर्क हो गए है। टिड्डी दल से निपटने की पूरी तैयार की गई है। कृषि अधिकारी रामप्रकाश बेड़ा ने बताया कि कृषि विस्तार कृषि सहायक अधिकारी अणदाराम के दिशा निर्देशन में विभाग के समस्त क्षेत्र में अधीनस्थ पर्यवेक्षकों व विभाग से जुड़े सभी कार्मिकों को सर्तक कर दिया गया है। विभाग की ओर से टिड्डी दल पर पूरी निगरानी रखी जा रही है। कृषि अधिकारी बेड़ा ने बताया कि शनिवार को यह टिड्डी दल जोधपुर से होते हुए खारिया गांव से गोटन गांव में प्रवेश हुआ। जहां से डूकियों की ढाणी, टालनपुर, लाम्बा जाटान एवं गंठिया आदि गांवों में मंडराता नजर आया है। इस दल के आगे मेड़ता सिटी की ओर बढ़ने की आंशका जताई गई है। टिड्डी दल का लगभग डेढ़ किलोमीटर की परिधि में फैलाव है। इससे पहले जहां टिड्डी दल रात में अपना पड़ाव डालेगा। उस समय टिड्डी विभाग के सहयोग से कृषि विभाग की ओर से टिड्डी दल पर क्लोरोपाइरी फॉस कीटनाशक दवा कर छिड़काव किया जाकर टिडि्डयों को मारा जाएगा।
खाटू क्षेत्र में भी टिड्डी दल पर किया गया स्प्रे
बड़ी खाटू, छोटी खाटू सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों में दोपहर को अचानक टिड्डी दल के हमले ने लोगों को दहशत में डाल दिया। टिड्डी दल बड़ी खाटू से छोटी खाटू होते हुए मंडूकरा, खरवालिया की ओर तोषीणा की तरफ बढ़ गया।
इधर...,मकराना-मेड़ता विधायक ने टिड्डी रोकथाम के उपाय के निर्देश दिए
विधायक रूपाराम मुरावतिया ने मकराना क्षेत्र के दर्जनों गांवों में शनिवार को टिड्डी दल के प्रकोप को देखते हुए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिए है। उन्होंने इस बारे में कलेक्टर नागौर व उपखण्ड अधिकारी मकराना को फोन कर टिड्डी के प्रकोप से बचाव व उसे काबू में करने के लिए विशेष कार्ययोजना बनाने एवं दवाईयों का छिड़काव करने का आग्रह किया है। इसके अलावा किसानों को हुए नुकसान का आंकलन कर राज्य सरकार को भिजवाने के लिए भी कहा है। उन्होंने बताया कि आसरवा, रायथलिया, धानणवा सहित दर्जनों गांव प्रभावित हुए है। इसी तरह मेड़ता विधायक इंदिरा देवी बावरी ने भी प्रशासनिक अधिकारियों की टिड्डी से बचाव को लेकर जरूरी निर्देश दिए।
लॉकडाउन अवधि में रोक के बावजूद दुकानें खोलना शनिवार को मकराना के सिनेमा गली व्यापारियों के लिए भारी पड़ गया। पुलिस के हत्थे चढ़े दो दुकानदारों को जेल की हवा खानी पड़ी है। पुलिस ने उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं महामारी अध्यादेश 2020 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। मालूम होवे कोरोना महामारी के चलते मकराना में किराना, फल, मेडिकल, कृषि व सब्जी की दुकानों के अलावा किसी भी प्रकार की व्यापारिक व व्यवसायिक गतिविधि पर रोक है। छूट के अलावा अन्य किसी प्रकार की वस्तु का व्यापार करना एवं प्रतिष्ठान खोलना कानून की अवहेलना की श्रेणी में है, जिसमें सख्त सजा का प्रावधान है। शहर के सिनेमा गली बाजार में जूता चप्पल, मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकानें है। यहां के दुकानदार पिछले कुछ दिनों से किराणा व सब्जी खरीद की छूट के समय सुबह 8 बजे से 11 बजे तक अपने प्रतिष्ठानों को संभालने के बहाने आते थे एवं बगैर प्रतिष्ठान खोले आपस में बात कर चले जाते थे। दो दिनों से कुछ दुकानदारों ने छूट अवधि में जूता चप्पल की दुकानें खोलना शुरू कर दी, जिसे पुलिस द्वारा समझाईश कर बंद करवा दिया गया। शनिवार को सुबह सिनेमा गली बाजार में अमूमन अधिकांश दुकानें व्यापारियों ने खोल दी एवं ग्राहकी करने बैठ गए। इत्तला मिलने पर थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह चारण पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंचे एवं आनन फानन में दुकानदारों को लताड़ पिलाना शुरू िकया। पुलिस की सख्ताई देखकर अनेक दुकानदार शटर नीचे कर वहां से रफूचक्कर हो लिए।
घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन करें : थानाधिकारी
इस दौरान पुलिस ने जूता चप्पल विक्रेता राहुल अग्रवाल पुत्र गुलाब निवासी अपेक्स कॉलेज के पास एवं महावीर पुत्र भंवरलाल ब्राह्मण निवासी जोशियों का जाव को गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ आपदा प्रबंधन व महामारी अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह चारण ने बताया कि किराणा व फल सब्जी की दुकानें भी तय समय में ही खोली जा सकती है। उन्होंने बताया कि जिन सामग्री की छूट है उसके अलावा अन्य सामग्री का बेचान करते हुए पाए जाने वाले दुकानदारों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाएंगे। ऐसे में व्यापारी घरों में ही रहकर लॉकडाउन का पालन करें।
कस्बे के आदर्शनगर बाइपास से लेकर लेगा की ढाणी तक बनाई जा रही सड़क निर्माण में घटिया निर्माण सामग्री का आरोप लगाते हुए ग्रामीण आक्रोशित हो गए। भड़के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कार्य काे रुकवा दिया तथा जांच की मांग करते हुए विधायक विजयपाल मिर्धा से इसकी शिकायत की। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क में कोटेशन के हिसाब से कम एवं घटिया गुणवत्ता की सामग्री उपयोग में ली जा रही है। आक्रोशित ग्रामीणों ने कई जगह सड़क की खुदाई करते हुए इसकी गहराई की भी जांच की, जो कि कोटेशन के हिसाब से बहुत कम निकली। ग्रामीणों ने सड़क की लेबोरेटरी से जांच करवाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि कमजोर सड़क बारिश में टूट जाएगी। इंजीनियर प्रभुदयाल ने बताया कि शिकायत को देखते हुए सड़क निर्माण में सुधार करवाया जा रहा है। ग्रामीणों की संतुष्टि पहली प्राथमिकता है। सरपंच पुखराज चौकीदार, कांग्रेस इकाई अध्यक्ष बाबू खां दायमा, सुल्तान मो, चैनाराम प्रजापत, मजीत खान, लक्ष्मण सैनी, सुलेमान चौहान, सरवर तेली आदि मौजूद थे।
जनता रसोई के स्वयंसेवकों ने कोरोना जांच करवाई। शनिवार काे जनता रसोई के स्वयंसेवकों ने अपनी कोरोना जांच करवाई।
संयोजक पार्षद चंद्रेश सांखला ने बताया कि जनता रसोई में काम करने वाले स्वयंसेवक जो 24 मार्च से लाॅकडाउन में लगातार जन सेवा कर रहे हैं। उनका चिकित्सा विभाग से काेरोना महामारी को लेकर कोरोना की जांच करवाई गई।
पार्षद नीरज जैन ने बताया कि 45 दिन से जनता रसोई का संचालन किया जा रहा है। अब तक 82,000 से ज्यादा भोजन पैकेट का वितरण पार्षदों के सहयोग से कराया गया है। इसके अलावा 14 सौ परिवारों तक खाद्य सामग्री के पैकेट भी पहुंचाए गए।
प्रवक्ता अतुल पाटनी ने बताया स्वयंसेवकों की जांच करवाने वालाें में पार्षद रमेश सोनी, चंद्रेश सांखला, नीरज जैन, हिम्मत सिंह, कपिल झुरानी कुंदन सिंह सोलंकी, गौरव अग्रवाल, पवन शर्मा, गंगाराम सैनी, अशोक पारीक, राजू सेन प्रमुख रूप से शामिल थे।
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार यादव ने शनिवार को जसवंतगढ़ स्थित आइसोलेशन एवं क्वारिन्टाइन सेंटरों का निरीक्षण किया। उन्होंने इस अवसर पर सूरजमल तापड़िया मेमोरियल सुप्रीम फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे भोजन वितरण एवं भंडार कक्ष आदि का भी निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं की जानकारी ली। कलेक्टर ने ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे समेकित प्रयासों- तैयार जरूरतमंदों को भोजन सामग्री एवं तैयार भोजन के पैकेटों के वितरण एवं अन्य राहत कार्यों की सराहना की। इस अवसर पर ट्रस्ट की ओर से 21 लाख रुपए की राशि का चेक प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए कलेक्टर को सौंपा गया और इसके साथ ही लक्ष्मी माता मंदिर ट्रस्ट की ओर से भी 1 लाख रुपए का चेक प्रधानमंत्री राहत कोष के लिए उन्हें दिया गया। इस अवसर पर उनके साथ उपखंड अधिकारी मुकेश चौधरी, विकास अधिकारी हरफूल सिंह चौधरी, मुख्य ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मूलचंद चौधरी, मुख्य ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी श्रीचंद कुलहरि एवं नायब तहसीलदार लाडनूं व निम्बी जोधां उपस्थित रहे।
भामाशाह जांगिड़ ने विद्यालय में लगाई सेनिटाइजर मशीन
शहीद रामकरण थाकण राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय हरनावां में स्थानीय भामाशाह बंशीलाल जांगिड़ सहित परिजनों ने अपने पिता स्व. भंवरलाल जांगिड़ की यादगार में शुक्रवार शाम एक सेनिटाइजर मशीन भेंट की। भामाशाह जांगिड़ ने बताया कि वैश्विक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए परिजनों की मंत्रणा के बाद गांव के कोरोना वॉरियर्स की सुरक्षा के लिए यह मशीन लगवाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र सिंह राठौड़ ने परिवार का आभार जताया। इस अवसर पर पीईईओ महेश पचार, कंपाउंडर सतवीर सिंह यादव, भामाशाह परिवार से चुन्नीलाल जांगिड़, सीताराम, गुलाब, राजू सहित परिवार के सदस्य मौजूद रहे।
एनएसयूआई अध्यक्ष ने बांटे 1 हजार मास्क
ग्राम कालेटड़ा में एनएसयूआई अध्यक्ष ने एक हजार मास्क बनवाकर वितरित किए। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष नवीन सोनी ने बताया कि सभी कार्यकर्ताओं से अपील है कि सभी कार्यकर्ता कम से कम 100 मास्क बनवाकर बांटे, जिससे इस कोरोना जैसी महामारी से बचाव हो सके। साथ ही कार्यकर्ताओं से अपील की है कि हम सब लाॅकडाउन की पालना करते हुए जरूरतमंदों की हर मदद करने का संकल्प लें। सोनी ने कहा कि एनएसयूआई का हर कार्यकर्ता इस महामारी में हर संभव जरूरतमंदों की मदद से जुटा है।
फलोदी से सीकर के लिए पैदल रवाना हुए 6 मजदूर शनिवार सुबह बाइपास पहुंचे। यहां देवसेना अध्यक्ष राजूराम बारवाल ने उनके भोजन आदि की व्यवस्था की। मजदूर 3 दिन पहले फलौदी से पैदल रवाना हुए थे। इस पर उनके लिए भोजन की व्यवस्था की गई।
जरूरतमंदों को राशन किट और मास्क बांटे
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए चल रहे लॉक डाउन में जगदंबा नवयुवक मंडल का 45वें दिन शनिवार को भी सेवा कार्य जारी रहा। नवयुवक मंडल के राजकुमार फौजी ने बताया कि बालाजी मित्र के सचिव चुन्नीलाल जालवाल ने घर पर बनाकर मास्क कोरोना योद्धाओं को वितरित करने के लिए जगदंबा नवयुवक मंडल को सौंपे। फौजी ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर 25 मार्च से 9 मई तक 909 परिवारों को निशुल्क राशन किट एवं 520 मास्क का वितरण किया। इसी तरह महाराणा प्रताप की जयंती पर स्टेशन रोड स्थित प्रताप नगर, भामावाली कोठी, पिरोतावाली कोठी, बडोड़ा कुआं में 33 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट वितरित किए।
श्रमिकों को बांटे मास्क
निकटवर्ती ग्राम गुढा साल्ट में शनिवार को शिवानी शर्मा पत्नी बसंत कुमार शर्मा ने कोरोना वायरस जनित बीमारी से बचाव के लिए मनरेगा में कार्य करने वाले श्रमिकों को मास्क व सेनेटाइजर वितरित किए। शिवानी शर्मा ने अपने ससुर वीरेश कुमार की प्रेरणा से घर पर मास्क बनाकर ग्राम सेवक लोकेश मीणा को देकर श्रमिकों में वितरित करवाए तथा नरेन्द्रसिंह व बिस्मिल्लाह बानो के साथ सेनिटाइजर वितरित किया।
लायंस क्लब तत्वावधान में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ का सम्मान किया गया। इस दौरान नीलकमल, शांति अग्रवाल के सौजन्य से प्रभारी अधिकारी डॉ. ओमप्रकाश ठोलिया के सान्निध्य में कोरोना वारियर्स पर पुष्प वर्षा कर चाय, बिस्किट तथा मिनरल वाटर बोतल भेंट कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष रामेश्वरलाल टाक, डॉ. किशन कटारिया, सचिव बिरमाराम मुरावतिया, श्रवण सिंह, डॉ. शैलेश शर्मा, मेल नर्स बजरंग लाल, राकेश गोरा, सुरेश गोदारा, धर्मेंद्र चौधरी, राजेन्द्र सिंह, अनवर, सरोज, 108 के पायलेट कैलाश बेड़ा व समस्त स्टाफ सदस्यों का स्वागत किया गया। इस दौरान क्षेत्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र सोनी, रमेश बोहरा, अब्बास पठान, लक्ष्मण सिंह सांचोर आदि ने तालियां बजाकर अस्पताल स्टाफ का हौसला बढ़ाया।
अजयमेरू जिला फोटोग्राफर्स संगठन और हरिओम कॉलोनी विकास समिति चंद्रवरदाई नगर अजमेर के तत्वावधान में शनिवार को महाराणा प्रताप जयंती मनाई गई।
इस माैके पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय काॅलेज परिसर में लगी महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर दूरी बनाकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम संयोजक रमेश लालवानी ने बताया कि मुख्य अतिथि एसपीसी जीसीए के प्राचार्य डाॅ. एमएल अग्रवाल थे।
इस माैके पर काॅलेज की आचार्य डाॅ. रेणु पूनिया ने भी महाराणा प्रताप के जीवन से शिक्षा लेने की बात कही। उन्हाेंने महाराणा प्रताप को महान योद्वा बताया। इस दाैरान ब्रिजेश गोयल, उपाध्यक्ष किशन गिरी, नीरज मेघवंशी, विशाल शर्मा और अन्य ने महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं दी।
महाराणा प्रताप काे किया याद
विधायक वासुदेव देवनानी ने शनिवार को महाराणा प्रताप की जयंती पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्हाेंने अपने घर पर महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। इस माैके पर उन्हाेंनें क्षेत्रवासियाें को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्र के गौरव, शौर्य और वीरता की प्रतिमूर्ति, राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महाराणा प्रताप का संपूर्ण जीवन हमारे लिए प्रेरणादायी है।
भाजयुमाे ने महाराणा प्रताप काे किया नमन
महाराणा प्रताप जयंती के माैके पर शहर में कई जगह आयाेजन किए गए। इसी क्रम में पुष्कर घाटी स्थित महाराणा प्रताप स्मारक पर भाजयुमो शहर जिला अजमेर की ओर से पुष्पांजलि अर्पित की गई। युवा मोर्चा अध्यक्ष दीपक सिंह राठौर ने बताया कि मेवाड़ की मिट्टी काे भी इस माैके पर नमन किया गया, जिसने महाराणा प्रताप जैसे वीर स्वाभिमानी सपूत को जन्म दिया, साथ ही हम सबको गौरवान्वित किया। इस माैके पर संकेत वर्मा, अंकित, सुरेन्द्र सिंह, योगेंद्र सिंह भी माैजूद थे।
भाजपा किसान मोर्चा के संभाग प्रभारी रामाकिशन खीचड़ व जितेन्द्र सिंह जोधा के नेतृत्व में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन एडीएम प्रभातीलाल जाट को देकर राज्य सरकार द्वारा कृषि उपज पर लगाए गए 2 प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क को वापस लेने के साथ किसानों के विद्युत बिल माफ कर राहत पैकेज की घोषणा करने की मांग की हैं। रामाकिशन खीचड़ ने बताया कि राज्यपाल के नाम दिए गए ज्ञापन में संगठन की ओर से मांग की गई है कि वर्तमान में कोरोना के कहर से आम आदमी बेहद परेशान हैं, कमर तोड़ महंगाई ने आर्थिक हालात पूर्ण रूप से बिगाड़ दिए हैं ऐसी स्थिति में किसानों का जीना मुश्किल हो रहा है। फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है और सरकार ने हाल ही में 2 प्रतिशत मंडी टैक्स लगाया है जो किसान विरोधी हैं। इसके अलावा कृषकों के बिजली बिल भी माफ किए जाए।
पुष्कर में स्थित गुलाब दास आश्रम में शनिवार को कोरोना मुक्ति की कामना को लेकर घी के 121 दीपक जला कर वैदिक मंत्रोचारण के बीच स्वस्तिवाचन किया गया।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय डूंगरिया खुर्द की शिक्षिका रोशन दीप श्रीमाली ने बताया कि कोरोना महामारी से पूरे विश्व में अंधकार छाया हुआ है। इस अंधकार को प्रकाश ही दूर कर सकता है। इसके चलते गुलाब दास आश्रम में घी के दीप जलाकर स्वस्तिवाचन एवं वैदिक मंत्रों जाप किया गया।
इस दौरान आश्रम के संत भगवान दास, राजाराम महाराज, रामेश्वर दास, सामाजिक कार्यकर्ता सर्वेश्वर शास्त्री, हनुमान मेघवाल,पंकज देवड़ा, ओमप्रकाश बाकोलिया आदि मौजूद थे।
परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया ग्रामीण क्षेत्र का दौरा कर आमजन को कोविड-19 के बारे में जागरूक कर रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर समाधान करवा रहे हैं।
उन्होंने शनिवार को ग्राम पंचायत बडू के राजीव गांधी सेवा केंद्र में सरकारी कार्मिकों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। क्षेत्र में बाहर से आए व्यक्तियों के बारे में प्रशासन को सूचना देने एवं होम क्वारेंटाइन की जांच में लगे कार्मिकों को जागरूकता एवं सक्रियता के साथ ही अपनी जिम्मेदारी का कर्तव्य पूर्वक पालन करने के निर्देश दिए। कार्मिकों के साथ बैठक आहूत कर ग्राम में गरीब परिवारों को मिलने वाली रसद सामग्री की जानकारी लेकर जरूरतमंदों को सामग्री पहुंचाने एवं समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए। विधायक गावड़िया गांव-ढाणियों में मास्क व सेनिटाइजर भी वितरित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी में जरूरतमंदों की मदद के साथ ही आमजन को जागरूक करने से हम इसको हरा पाएंगे। उन्होंने कहा कि इसको लेकर प्रतिदिन आमजन की समस्याओं का समाधान करवाने के साथ ही विकास के कार्यों की भी समीक्षा की जा रही है।
कोरोना महामारी के दौरान जनहित एवं मानव जीवन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यहां आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 एवं राजस्थान एपिडेमिक डिजीज एक्ट-1957 के अन्तर्गत कलेक्टर के आदेश अनुसरण में समस्त बूथ स्तरीय ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में कोर ग्रुप का गठन किया गया है। उपखंड मजिस्ट्रेट एवं इंसीडेंट कमांडर मुकेश चौधरी के अनुसार इस बूथ स्तरीय कोर ग्रुप में अपने बूथ की सीमा तक बूथ लेबल अधिकारी (बीएलओ), बीएलओ के अतिरिक्त प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक या उच्च माध्यमिक विद्यालय से एक अध्यापक, संबंधित ग्राम या नगरपालिका में पदस्थापित एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी एवं संबंधित हल्का पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, एवं बीट कांस्टेबल भी पंचायत स्तरीय या नगरपालिका स्तरीय कोर ग्रुप के साथ-साथ बूथ स्तरीय कोर ग्रुप के भी सदस्य होंगे। एसडीएम ने इस संबंध में एक आदेश जारी करके बूथ स्तरीय ग्रामीण कोर ग्रुप का गठन संबंधित ग्राम पंचायत के पंचायत प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी, एवं शहरी बूथ स्तरीय कोर ग्रुप का गठन नगरपालिका के अधिशाषी अधिकारी द्वारा शहरी क्षेत्र के विद्यालयों के प्रधानाध्यापक या प्रधानाचार्य के समन्वय से किया जायेगा। बीएलओ की संस्थागत विद्यालय क्वारेंटाइन केन्द्रों पर ड्यूटी नहीं लगाई जायेगी। कमेटी के सहयोग के लिये संबंधित ग्राम, कस्बा, वार्ड, मोहल्ले के निवासरत पूर्व सैनिक, सेवानिवृत्त सरकारी या अर्द्ध सरकारी संस्थाओं के कार्मिक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं अन्य सकारात्मक सहयोग करने वाले लोगों को लगाया जा सकता है। बूथ स्तरीय कोर ग्रुप पर प्रभावी पर्यवेक्षण के लिये ग्राम पंचायत स्तर पर समस्त भू अभिलेख निरीक्षक, विकास अधिकारी, महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी, पंचायत प्रसार अधिकारी, आंगनबाड़ी सुपरवाइजर अपने-अपने क्षेत्र में प्रभावी पर्यवेक्षण का कार्य करेंगे। उपखंड स्तरीय कोर ग्रुप सम्पूर्ण क्षेत्र में आदेश की पालना में प्रभावी मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करेंगे एवं एसडीएम कार्यालय को समय-समय पर सूचना देंगे।
चंद्रवरदाई नगर सी ब्लॉक सामुदायिक भवन में आयाेजित समाराेह में कोरोना योद्धाओं का सम्मान किया। जवाहर की नाड़ी, सियाराम नगर, हरि ओम कॉलोनी, उमरावती नगर, प्रगति नगर व चन्द्रवरदाई नगर के क्षेत्रवासियों, पार्षद व उप महापौर संपत सांखला की ओर से आयाेजित समाराेह में सेटेलाइट हॉस्पिटल के मेडिकल स्टाफ, नगर निगम कर्मचारियों व रामगंज थाना पुलिस स्टाफ का स्वागत किया।
कार्यक्रम में मुकेश खींची, रामसिंह सैनी, अंकित गुजर बंटी नायक, निखिल खींची, रमेश लालवानी, पदम सिंह चौहान, एसएन गौरव, देवदत्त डाबरा, हेमलता डाबरा, राधेश्याम शर्मा, अमित राव, गौरव खींची, हरीश चौरसिया, पिंटू गुर्जर, संपत रावत सहित अन्य क्षेत्रवासियों ने सम्मानित किया।
लॉकडाउन में कोरोना से बचाव हेतु बाइक पर सवार के अलावा अन्य सवारी बैठाने पर पाबंदी है। अगर बाइक पर एक से अधिक सवारी बैठी मिले तो उससे नकद जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने को लेकर यह कदम उठाया गया है। ऐसे में मकराना में दो बाइक पर बैठे चार जनों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। थानाधिकारी जितेंद्र सिंह चारण ने बताया कि गुणावती निवासी जयराम मेघवाल व प्रदीप मेघवाल एवं आरिफ निवासी माताभर एवं अब्दुल रफीक निवासी इकबालपुरा दो अलग-अलग बाइक पर बैठकर जा रहे थे। प्रत्येक से 100 रुपए नकद जुर्माना राशि वसूल की गई। इसी प्रकार बिना मास्क मिलने पर कमल खटीक निवासी मंगलाना एवं सीताराम मेघवाल निवासी जूसरिया से 200 रुपए जुर्माना राशि वसूल की गई।
शहर के विभिन्न संताें की मदद से जरूरतमंद परिवारों तक राशन सामग्री सब्जियां पहुंचाने का काम किया जा रहा है।
इसी के तहत शनिवार काे कोटडा, फाॅय सागर काॅलोनी सहित अजयनगर हाउसिंग बोर्ड, नाका मदार, अर्जुनलाल सेठी नगर, मलूसर रोड और शहर के कर्फ्यू्ग्रस्त क्षेत्राें खारी खुई, देहली गेट, डिग्गी बाजार में राशन सामग्री बांटी गई। जिसमें ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम, अजयनगर के महंत स्वरूपदास उदासीन, जतोई दरबार के फतनदास, संत गौतमदास, निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास, सांई ईसरदास, ईश्वर गोविंदधाम, श्रीराम विश्वधाम के सांई अर्जुनदास के सानिध्य में 312 परिवारों को राशन वितरण किया गया। दरबारों में आरती के समय विशेष प्रार्थना भी की जा रही है।
गोपुत्र सेना के कार्यकर्ता विकास सोनी ने अपने जन्मदिवस पर रक्तदान कर एक परिवार की सहायता की। यहां गोपुत्र सेना के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली कि लाडनूं के किसी जरूरतमंद को 3 यूनिट की आवश्यकता है, तब गोपुत्र सेना के कार्यकर्ता विकास सोनी ने अपने जन्मदिन पर आगे आकर रक्तदान किया। उसके अलावा दो यूनिट रक्त की और जरूरत होने पर गोपुत्र सेना के ही शिवकरण रेगर व अमित डांवर ने उनका सहयोग करते हुए रक्तदान किया। यहां के आशीष सोलंकी ने अपने वाहन से तीनों कार्यकर्ताओं के खून को ब्लड बैंक तक पहुंचाया ताकि जरूरतमंद को समय पर खून मिल सके। इस पुनीत कार्य में स्थानीय पुलिस प्रशासन का भी उन्हें सहयोग रहा और मात्र एक फोन पर ही उन्हें अनुमति मिल सकी।
अपना घर भोजनालय की ओर से शनिवार को जवाहर लाल नेहरु अस्पताल प्रशासन को 5 हजार पानी की बोतल भेंट की गई।
अपना घर भोजनालय के सुबोध जैन एवं गौरव गर्ग ने बताया यह सामग्री चिकित्साकर्मियों के लिए जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अतिरिक्त प्राचार्य डॉ.संजीव माहेश्वरी, डॉ. अनिल सामरिया को भेंट की गई।
इसके अलावा भाेजनालय की तरफ से 24 मार्च से लगातार नियमित तौर वितरित किए जा रहे फूड पैकेट के तहत शनिवार को 1800 फूड पैकेट वितरित किए गए। लाॅकडाउन में अब तक करीब 75 हजार फूड पैकेट वितरण किए जा चुके है।
जिला प्रशासन को 10 हजार किलो आटा और 500 किलो चने की दाल भी जरूरतमंदों के लिए भेंट की जा चुकी है। फूड पैकेट वितरण सेटेलाइट अस्पताल, जनाना अस्पताल, जेएलएन अस्पताल सहित अन्य कई जगहों पर करवाया गया। भोजन पैकेट वितरण करवाने में प्रशांत अग्रवाल, ,रमेशचंद अग्रवाल, विष्णु प्रकाश गर्ग, हेमराज गोयल, गोविंद गर्ग, मनीष शर्मा, पार्षद ज्ञानचंद सारस्वत, अनिल कोठारी आदि का सहयोग रहा।
बीसीएमओ डाॅ. डीपी जोशी ने भड़सिया स्थित चेकपोस्ट व स्कूल में स्थापित क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान चिकित्सा कर्मियों को मास्क व सेनिटाइजर भी उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने होम क्वारेंटाइन किए गए लोगों की रेंडम सैंपलिंग के निर्देश भी दिए। इसके पश्चात कालेटड़ा स्कूल के क्वारेंटाइन सेंटर, बाजवास सीएचसी, रिड़ पीएचसी का निरीक्षण कर बाहर से आने वाले लोगों को चिकित्सा विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं व स्क्रीनिंग का कार्य देखा जो संतोषजनक पाया गया। शनिवार को ग्रामीण क्षेत्रों से लाए गए 38 लोगों की परबतसर में सैंपलिंग की गई। इसके साथ ही शहरी क्षेत्र के 4 लोगों की भी सैंपलिंग की गई। ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों से गठित टीम द्वारा डाॅ. शैलेष शर्मा के निर्देशन में कार्य किया गया। इस कार्य में बीपीएम राकेश गोरा, बाबूलाल चौधरी, एसएलटी चेतनदान, डाॅ. वंदना व्यास, बन्नाराम आदि ने सहयोग किया।
क्षेत्र के एडीएम प्रभातीलाल जाट ने लॉकडाउन के दौरान मोर्चा संभाल रखा है। प्रतिदिन डीडवाना क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में तो कभी परबतसर, मकराना, नावां, कुचामन, लाडनूं आदि क्षेत्रों का दौरा कर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटरों व चेक पोस्ट का निरीक्षण कर रहे हैं। एडीएम प्रभातीलाल ने शनिवार को भी अनेक जगह का दौरा किया, जिसमें चेक पोस्ट पर कार्यरत कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि बाहरी व्यक्तियों के पास अगर परमिशन नहीं है तो उन्हें रोक दिया जाए। इसके अलावा जो कर्मचारी काम के प्रति लापरवाह है उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। एडीएम ने गांव छापरी कलां में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। गांव में दो दुकानदारों द्वारा सरकार की एडवाइजरी की पालना नहीं करने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की गई। इसके अलावा स्कूल में प्रिंसिपल, एक व्याख्याता एवं एक शिक्षक अनुपस्थित पाए जाने पर सीबीईईओ को कार्रवाई के निर्देश भी दिए। इसके अलावा पंचायत का एक कनिष्ठ सहायक भी अनुपस्थित था, जिसके खिलाफ विकास अधिकारी मौलासर को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार निमोद में रोजगार सहायक एवं कनिष्ठ सहायक अनुपस्थित रहने पर मौलासर बीडीओ को कार्रवाई के निर्देश दिए गए।
लाॅकडाउन 1 व 2 के बाद लगातार लाॅकडाउन-03 के चलते जिलेभर में बंद पड़ी एमएसएमई इकाईयाें काे वापस शुरू करने में स्पेयर पार्टस और लुब्रीकेंट की जरूरत है, लेकिन हार्डवेयर सहित अन्य संबंधित दुकानें बंद हाेने के कारण इनकी पूर्ति नहीं हाे पा रही है।
काराेबारियाें ने जिला उद्याेग केंद्र के जीएम रविश कुमार शर्मा ने आग्रह किया है कि शहर में इंडस्ट्रीज काे स्पेयर पार्ट और लुब्रीकेंट सप्लाई करने वाली चुनिंदा दुकानाें काे खाेलने की अनुमति दिलाई जाए ताकि लगातार बंद पड़ी इंडस्ट्रीज शुरू की जा सकें।
लघु उद्याेग भारती के सचिव प्रवीण गुप्ता ने बताया कि शहर में ज्यादातर इंडस्ट्रीज मशीनाें के स्पेयर पार्ट, लुब्रीकेंट सहित अन्य छाेटे-बड़े सामान की आपूर्ति खाईलैंड मार्केट स्थित कन्हैया कबाड़ी, पृथ्वीराज मार्ग स्थित लक्ष्मी कृषि यंत्रालय और परबतपुरा स्थित डी एंड सी बेयरिंग काॅर्पाेरेशन से हाेती है। लाॅकडाउन में इन दुकानाें काे खाेलने की अनुमति अब तक नहीं दी गई है। इस वजह से कई इंडस्ट्रीज बंद पड़ी हैं, यदि यह दुकानें खाेलने की अनुमति दे दी जाती है ताे इंडस्ट्रीज शुरू हाे जाएंगी। करीब 45 दिनाें से इंडस्ट्रीज बंद हाेने से कई पार्ट्स पर जंग लग गया, मशीनाें काे लुब्रीकेंट नहीं मिला।
दरअसल इंडस्ट्रीज जब चालू हाेती हैं ताे राेजाना मशीनाें की ऑयलिंग व ग्रीसिंग की जाती है। गुप्ता ने कहा कि प्रशासन भले ही इन दुकानाें काे कुछ घंटे के लिए ही खाेलने की अनुमति दे, ताकि इंडस्ट्रीज अपना जरूरी सामान खरीद सकें।
लॉकडाउन के दौरान क्षेत्र में बाहर से आने वाले व्यक्तियों को क्वारेंटाइन व होम आइसोलेट किए जाने के साथ ही घर से निकलने पर मोबाइल ट्रेस की सूचना के आधार पर क्षेत्र के एसडीएम अंशुल सिंह बेनीवाल ने चिकित्सा विभाग, थानाधिकारी व तहसीलदार को निर्देश देकर लोकेशन ट्रेस व्यक्तियों को पाबंद किए जाने के लिए कहा है। बेनीवाल ने बताया कि राज कोविड इन्फो ऑनलाइन वेबसाइट से जानकारी में आया है कि क्षेत्र में बाहर से आए व्यक्तियों को चिकित्सा विभाग द्वारा होम क्वारेंटाइन व क्वारेंटाइन किया जाकर एक बांड भरवाकर पाबंद किया गया था, जिसके बावजूद भी कुछ व्यक्तियों द्वारा इसका उल्लंघन किया जा रहा है, जो व्यक्तियों के मोबाइल ट्रेस लोकेशन से जानकारी मिली है। ऐसे व्यक्तियों को कलेक्टर के निर्देशानुसार पुन: पाबंद किया जाए।
एसडीएम ने आदेश तो दे दिए मगर अनेक लोग ऐसे हैं जिन्होंने हॉस्पिटल में स्क्रीनिंग करवाने के दौरान विभाग द्वारा भराए गए बांड में भूलवस मोबाइल नम्बर अनेक लोगों ने अपने परिवार के मुखिया के दिए है, ऐसी स्थिति में जिनको पाबंद किया गया है वो तो घर पर है और जिनके मोबाइल नम्बर दिए गए है वो बाहर भी निकल रहे हैं ऐसी स्थिति में मोबाइल लोकेशन ट्रेस दिए गए नम्बर की ही होगी, जिससे कुछ परिजन भयभीत भी है। इस संदर्भ में एसडीएम ने बताया कि जो व्यक्ति बाहर से आया है गलती से अगर परिवार के मुखिया के मोबाइल नम्बर दे दिए गए है तो संबंधित बीएलओ को अवगत करवाकर स्वयं के नम्बर दिए जा सकते हैं।
विधायक वासुदेव देवनानी ने जिला प्रशासन काे पत्र भेजकर आग्रह किया है कि दरगाह के आसपास के क्षेत्र में सघन अभियान चलाकर वहां स्थित गेस्ट हाउस व होटल के संचालकों, कर्मचारियों और क्षेत्रवासियों की जांच कराई जाए।
उन्हाेंने पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज्ड कराने की मांग की है। देवनानी ने कहा कि पिछले दिनाें अजमेर से असम लौटे जायरीन का पाॅजिटिव निकलना चिंता का विषय है। जिला प्रशासन को इसे गंभीरता से लेना चाहिए नहीं तो इसके दुष्परिणाम सामने आ सकते है।
उन्होंने कहा कि वे जायरीन जिन गेस्ट हाउसों में ठहरे थे उन्हें तत्काल सेनेटाइज कराते हुए गेस्टहाउस के संचालक और कार्मिकों की जांच करानी चाहिए। इसके साथ ही दरगाह सहित अन्य क्षेत्राें में जाे जायरीन फंसे हुए हैं उनकी जांच भी करानी चाहिए।
सेनिटाइजर मशीनें भेंट
सिंधी शिक्षा विकास समिति और सिंधी संगीत समिति के संरक्षक मनाेहर माेटवानी ने आठ सेनिटाइजर मशीनें भेंट की है। इस मशीन से पैडल के जरिए हाथ काे सेनिटाइज किया जा सकता है। यह मशीनें शहर के प्रमुख स्थानाें पर लगाई जाएंगी। इन मशीनाें काे विधायक वासुदेव देवनानी काे साैंपा गया है।
कस्बे के निकटवर्ती ग्राम नृसिंह बासनी में शनिवार सुबह एक खेत में भालू नजर आने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। ग्रामीणों की सूचना पर थांवला से वनकर्मी मौके पर पहुंचे। सूचना पर मेड़ता क्षेत्रीय वन अधिकारी भी मय जाब्ता मौके पर पहुंचे। इस दौरान वनकर्मियों ने ग्रामीणों के सहयोग से भालू को पकड़ने की कोशिश की मगर सफल नहीं हो पाए। इस दौरान भालू ने हमला कर दो वनकर्मियों को हमला कर नाखून गड़ा दिए। वही वन विभाग की ओर से शाम को जोधपुर से टीम बुलाई गई। इस दौरान भालू को ट्रेंक्युलाइज करने की कोशिश की गई मगर अंधेरा का फायदा उठाकर भालू ओझल हो गया।
जानकारी के अनुसार नृसिंह बासनी निवासी अशोक वैष्णव को शनिवार सुबह खेत में भालू नजर आया। इस पर उन्होंने वन विभाग थांवला को सूचना दी। वही गांव में भालू की खबर फैलते ग्रामीण दहशत में आ गए। बड़ी संख्या में ग्रामीण व युवा खेतों में पहुंच गए। और भालू को पकड़ने की कोशिश करते हुए इधर-उधर दौड़ाया। सूचना पर वनपाल यशोदा चौधरी मौके पर पहुंची। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8 बजे के करीब पहली बार भालू नजर आया। इस पर कैटल गार्ड चतराराम को मौके पर भेजने के साथ ही मेड़ता क्षेत्रीय वन अधिकारी मुकलेश कुमार सागवान को सूचना दी। सूचना पर क्षेत्रीय वन अधिकारी सहित पूरा स्टाफ मौके पर पहुंचा और उसे पकड़ने की कोशिश की मगर सफल नहीं हो पाए। वही सूचना पर एसडीएम सुरेश कुमार व तहसीलदार धीरज झाझड़िया ने मौका मुआयना किया। इस पर जोधपुर रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई। सूचना शाम करीब 6 बजे जोधपुर से रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और ट्रेंक्युलाइज करने का प्रयास किया। इस दौरान भालू ने मेड़ता के वनरक्षक सहदेव व कैटल गार्ड सवाई सिंह गुर्जर पर हमला कर दिया। हल्की चोटें आई। इससे दोनों घायल हो गए। वही भालू अंधेरा का फायदा उठाकर ओझल हो गया। वही रेस्क्यू टीम रातभर कार्रवाई में जुटी रही।
नजदीकी पहाड़ी क्षेत्र से खेतों में आया भालू
ग्राम नृसिंह बासनी के पास अजमेर जिले के नांद व गोविंदगढ़ की अरावली की पहाड़िया है। ऐसे में यह भालू पहाड़ी क्षेत्र से शनिवार सुबह नृसिंह बासनी के खेतों में आ गया। अचानक खेत में भालू देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई। वनपाल यशोदा चौधरी ने बताया कि भालू को पकड़ने के प्रयास जारी है।
सीनियर सिटीजन सोसायटी अजमेर की सदस्य (समूह दाे) शकुंतला बाघमार की ओर से पीएम केयर फंड में एक लाख रुपए की राशि का सहयाेग किया गया। बाघमार की ओर से दान की राशि का चेक विधायक वासुदेव देवनानी काे साैंपा गया।
रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी शकुंतला बाघमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान और विधायक देवनानी के आग्रह पर अपनी बचत राशि में से एक लाख की राशि कोरोना आपदा में सहयोग के लिए दी है। देवनानी ने इसके लिए उनका और सोसायटी के सदस्यों का आभार व्यक्त किया है।
इस माैके पर सोसायटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चिरंजीलाल शर्मा, समूह दो के संयोजक कैलाश जोशी और पार्षद धर्मेंद्र शर्मा माैजूद थे।
गालड़ गांव में गर्मी की शुरुआत के साथ ही पेयजल संकट गहराने लगा है। गांव में सप्ताह में दो दिन पेयजल सप्लाई की जा रही है, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं हो रही है। गांव के श्रवण कुमार, मुकेश, भूपसिंह ने बताया कि मजबूरी में ग्रामीणों को आसपास के क्षेत्रों से टैंकर मंगवाकर काम चला रहे हैं। अभी तक घर-घर पेयजल योजना का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिला है। सप्ताह में दो दिन सप्लाई आने के दौरान सार्वजनिक नलों के आगे मटकों की लाइन लगी रहती है। ग्रामीणों ने बताया कि अगर जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलनात्मक कदम उठाएंगे।
जिंदगी में कितनी भी मुश्किलें आ जाए, मां कभी हौसला नहीं हारती और न ही अपने बच्चों को हारने देती है। कोरोना के कहर से जब दुनिया दहल गई है, तब अनेक कोरोना संक्रमित नव प्रसुताओं को जन्म देते ही अपने कलेजे के टुकड़े को दूर रखना पड़ा। आज मदर्स डे पर भास्कर आपको ऐसी ही दो मांओं से मिलवा रहा है जो अपने बच्चे के जीवन की खातिर जन्म देते ही उससे दूर हो गई। इन कोरोना संक्रमित गर्भवती मांओं से जन्म लेने वाले नवजात भी कोरोना पॉजिटिव थे। दोनों माताओं व उनके नवजात के बीच की दूरी व कोरोना से जंग जीतने की संघर्ष की कहानी बासनी से जुड़ी है। इन नवजातों व मांओं को एक दिन पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली है।10 दिन की नवजात व मां ने एक-दूसरे से दूर रह जीती जंगयह 10 दिन की मासूम जोया है। दुनिया में आते ही कोरोना पॉजिटिव पाई गई। मां भी कोरोना से संक्रमित थी। तब से अस्पताल में मां के आंचल से इन्हें दूर कर दिया गया। इलाज के बाद संक्रमित मां व नवजात की दो बार रिपोर्ट निगेटिव आई। अस्पताल में दिन में कई बार मासूम रोती तो उसकी मां उसे दूर से ही चुप कराने का प्रयास करती। हालांकि नवजात को संभालने के लिए अस्पताल का स्टाफ जुटा रहा। आखिर दोनों ने कोरोना से जंग जीत ली। बासनी निवासी जावेद, पत्नी नगीना, तीन साल की बच्ची गोसिया, एक दिन का नवजात सहित परिवार के 10 सदस्य कोरोना पॉजिटिव थे। अब अधिकतर स्वस्थ हो चुके हैं।
मां नगीना: मुझे कोरोना हुआ तो मैं डर गई थी। 14 अप्रैल को प्रसव होते ही मेरा नवजात बच्चा भी पॉजिटिव निकला। जेएलएन में मुझे व मेरे बेटे को अलग-अलग कर भर्ती कर दिया। मैं किसी भी सूरत में बच्चे से दूर नहीं रहना चाहती थी। जिद भी किया मगर डॉक्टरों ने मुझे कहा, ऐसा करने से नवजात की जान काे खतरा हो सकता है। मैं सिहर उठी। मन में ममत्व हिलोरे ले रहा था मगर बच्चे की जान के लिए मैंने दिल पर पत्थर रख लिया। 25 दिन तक अपने नवजात को न दूध पिला पाई न दुलार पाई। अस्पताल में कहीं भी कोई बच्चा रोता तो लगता मेरे वाला ही रो रहा होगा। बच्चों में इम्युनिटी पावर कम होता है, ऐसे में हर समय मैं आशंकित रही। शुक्रवार जुम्मा के दिन डॉक्टरों ने आकर कहा- आपके नवजात और आपकी लगातार दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। तो मैं बच्चे से मिलने को बेताब थी। मैं सीधी बच्चे के पास गई और उसे आंचल से लिपटा लिया। तीन साल की बड़ी बहन ने भी जी भरके दुलारा।
मां जुलेखां: तस्वीर बासनी के क्वारेंटाइन सेंटर की है। मां जुलेखां व उसकी नवजात बच्ची कोरोना से जीत चुकी है। अस्पताल में एक-दूसरे के बीच दूरी के बाद अब नवजात मां का आंचल पाकर खुश है। मां नवजात को पाकर दुलार रही है।90% जिले में मिले 120 में से 107 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके है। जिले की 90% रिकवरी रेट हो गई है।
जेएलएन अस्पताल के डॉक्टरों की बदौलत यह लक्ष्य हासिल किया है।
55 से ज्यादा माताएं जीत चुकी है जंग
जिले में 120 केस में से 106 बासनी से जुड़े हैं। अब तक 107 पॉजिटिव मरीज ठीक हो चुके। 62 में से 55 से ज्यादा महिलाएं स्वस्थ हैं। 3 कोरोना पॉजिटिव महिला कांस्टेबल जंग जीत चुकी है।
मेड़ता ब्लॉक के ग्राम देशवाल के राशन डीलर द्वारा खुद के ही एक से अधिक राशन बनाकर सामग्री उठाकर गबन करने पर डीएसओ पार्थ सारथी ने उसे निलंबित कर दिया। डीएसओ पार्थ सारथी ने बताया कि देशवाल के डीलर अर्जुन राम द्वारा राशन डीलर द्वारा मार्च माह में 100 क्विंटल गेहूं व 800 लीटर केरोसीन को खुले बाजार में बेचकर ग्रामवासियों को कोरोना महामारी के समय गेहूं व केरोसीन से वंचित कर दिया। साथ ही फर्जी राशनकार्ड बना रखे हैं। जिसमें स्वयं ही वर्षों से गेहूं का गबन कर रहा है। डीलर के खिलाफ मिली ग्रामीणों की शिकायत में बताया गया कि डीलर ने स्वयं 3 फर्जी राशनकार्ड बना रखे हैं। और वर्ष 2016 से राशन वर्षों से उठा रहा है। इस पर क्षेत्रीय प्रवर्तन निरीक्षक को जांच के लिए भेजा गया। जांच में दोषी पाए जाने पर डीलर को निलम्बित कर जांच शुरू कर दी है।
काेटड़ा और आसपास के क्षेत्राें में सड़क किनारे झाेंपड़ पट्टियाें में रहकर जीवन बसर कर रहे यूपी के रहने वाले 78 श्रमिक शनिवार काे यहां से पैदल ही अपने गांवाें के लिए निकल पड़े।
ये श्रमिक चूने-भाटे का काम करते हैं, काेराेना महामारी फैलने से पहले वैशाली नगर, पंचशील, काेटड़ा, पुष्कर राेड, माकड़वाली राेड सहित अन्य क्षेत्राें में मल्टी स्टाेरी बिल्डिंग, कांप्लेक्स, अपार्टमेंट आदि का निर्माण कार्य तेजी से हाे रहा था। उस समय बड़ी संख्या में यूपी, बिहार सहित अन्य राज्याें के श्रमिक यहां पहुंचे थे।
लाॅकडाउन के दाैरान काम नहीं मिलने के कारण दाे वक्त की राेटी का जुगत नहीं हाे पा रही थी, शुरूआत में कई सामाजिक संस्थाएं मदद के लिए आगे आई थीं। लेकिन अब हालात बद से बदतर हाे गए। श्रमिक यहां से पैदल निकल गए।
60-60 रुपए एकत्रित कर 600 रुपए में खरीदी साइकिल
यूपी के बलिया जिले के रहने वाले राजेश अपने गांव के 20 श्रमिकाें के साथ अजमेर से पैदल निकला है। अन्य श्रमिक भी अपने-अपने गांव के श्रमिकाें के साथ टाेलियाें में निकले हैं। राजेश ने बताया कि पिछले कई दिनाें से कहा जा रहा था कि ट्रेनें चलेंगी, बसाें से भी श्रमिकाें काे भेजा जाएगा लेकिन कुछ नहीं हुआ, यहां एक-एक दिन गुजारना मुश्किल हाे रहा था। ऐसे में पैदल ही निकलना पड़ा। श्रमिकाें से 60-60 रुपए एकत्रित कर 600 रुपए में एक पुरानी साइकिल खरीदी। इस पर खाने-पीने और जरूरत का अन्य सामान लादा और निकल पड़े।
8 से 10 दिनाें में पहुंचेंगे
यूपी स्थित बांदा निवासी सुरेशचंद ने बताया कि यहां से गांव पहुंचने में करीब 8 से 10 दिन लगेंगे। थाेड़ी बहुत रसद सामाग्री है, रास्ते मेें पेड़ाें से लकड़ियां काटकर चूल्हा जलाएंगे और श्रमिकाें साथियाें के लिए खाने की व्यवस्था करेंगे। राहगीराें से मदद लेंगे। श्रमिकाें के दल में महिला और बच्चे भी शामिल हैं।
महाराष्ट्र में रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी की चपेट में आने से मजदूराें की माैत की दिल दहलाने वाली घटना के बाद देश भर में रेलवे सुरक्षा बल अलर्ट हाे गया है।
अजमेर रेल मंडल के मुख्य सुरक्षा आयुक्त पंकज के अनुसार अजमेर रेल मंडल में रेलवे ट्रैक पर निगरानी बढ़ा दी है। जीआरपी और रेलवे के सभी विभागाें से रेलवे ट्रैक पर लाेगाें की आवाजाही के बारे में सूचना देने काे कहा गया है। दूसरी ओर शनिवार काे पलायन करने वाले मजदूराें का जत्था सड़काें पर नजर आया।
मध्यप्रदेश के मूल निवासी यह मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए जा रहे हैं। मजदूराें का कहना है कि उन्हाेंने ऑनलाइन आवेदन की काेशिश की है, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। गांधी भवन चाैराहे पर मजदूराें का दल नसीराबाद राेड की ओर रवाना हाे गया। काेटड़ा पत्रकार काॅलाेनी के आसपास झुग्गी झाेपड़ियाें में रहने वाले मजदूर भी अब पलायन कर रहे हैं। ज्यादातर मजदूर एमपी के मूल निवासी हैं।
पुष्कर एवं आसपास के गांवों में बाहरी राज्यों व जिलों से बड़ी संख्या में लोग व प्रवासी मजदूर पलायन कर लगातार पहुंच रहे है तथा इनकी आवक दिनों दिन बढ़ रही है।
कुछ लोग तो ऑनलाइन अनुमति लेकर आ रहे हैं, लेकिन कई लोग बिना अनुमति ही अपने घरों में पहुंच रहे हैं। इसके चलते प्रशासन ने चिकित्सा, राजस्व, शिक्षा कर्मियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से
फिर से पुष्कर एवं आस-पास के गांवों में डोर-टू-डोर सर्वे शुरू किया है।
कर्मचारी घर-घर जाकर यह पता लगा रहे हैं कि कोई नया व्यक्ति बाहर से तो नहीं आया है। किसी को खांसी, सर्दी, जुकाम व बुखार तो नहीं है। सर्वे में पता चलने वाले संबंधित व्यक्ति की स्क्रीनिंग कर उसे होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है।
अहमदाबाद से आए 13 जनों को किया होम क्वारेंटाइन | शनिवार को अहमदाबाद से 13 जनें पलायन कर पुष्कर पहुंचे। सभी को स्क्रीनिंग कर होम क्वारेंटाइन किया गया। चिकित्सा प्रभारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि अहमदाबाद से 7 व्यक्ति पावर हाऊस की ढ़ाणी तथा 6 जनें निकटवर्ती ग्राम किशनपुरा पहुंचे। इसकी जानकारी मिलते ही सभी की स्क्रीनिंग की गई तथा उन्हें एतिहात के तौर पर होम क्वारेंटाइन किया गया। बताया गया है कि सभी संबंधित जिला प्रशासन से अनुमति लेकर आए थे।
पुलिस ने बढ़ाई चौकसी
बाहरी राज्यों व जिलों से आने वाले लोगों की निगरानी के लिए पुलिस प्रशासन ने शहर की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। संदिग्ध व बिना अनुमति के आने वाले लोगों को पुष्कर क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। पास के साथ आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करा कर होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। डीएसपी विनोद कुमार व थानाधिकारी राजेश मीणा भी दिन भर शहर के साथ-साथ आस-पास के गांवों का राउंड लेकर लोगों को बाहर से आने वाले व्यक्तियों की तत्काल सूचना पुलिस को देने के लिए जागरूक कर रहे है।
लाॅकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकाें के सब्र का बांध अब टूट रहा है। शनिवार काे एक बार फिर बिहार-झारखंड के प्रवासी श्रमिक सड़क पर उतर आए। लक्ष्मीनाथ मंदिर क्षेत्र जत्थे के रूप में रवाना हाे गए। कलेक्ट्रेट के पास तक पहुंच गए जहां महिला मंडल स्कूल के आगे पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियाें ने इन्हें राेका। एसडीएम रिया केजरीवाल, सीओ पवन भदाैरिया आदि ने समझाया। खाने का बंदाेबस्त कर एकबारगी वापस भेजा। यह लगातार दूसरा दिन है जब श्रमिक सड़क पर उतरे हैं। इससे पहले शुक्रवार काे गंगाशहर क्षेत्र में भी एेसे ही हालात हुए।
हालांकि लाॅकडाउन शुरू हाेते ही श्रमिकाें ने यहां से रवानगी में रुचि दिखाई और लगभग 20 हजार लोगाें ने जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा लिए। इनमें से ज्यादातर श्रमिक वे हैं जाे दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। मसलन, शादी-ब्याह, पार्टियाें में वेटर से लेकर, बर्तन मांजने और रसाेइये से लेकर डेकाेरेशन तक के काम में लगे हैं। कुछ श्रमिक घराें, भवनाें में सफाई का काम करने वाले हैं ताे कई लाेग दुकानाें, कारखानाें में भी काम करते हैं। सबके हाथ से काम छूट गया। ऐसे में इन्हें अब घर जाने के अलावा काेई रास्ता नहीं दिखा रहा। चूंकि इन्हें लाॅकडाउन में फंसे स्ट्रेंडेड श्रमिक मानकर भेजा नहीं जा सकता। ऐसे में प्रशासन-सरकार काे ऐसे कामकाज तलाशने हाेंगे जहां से राेटी के साथ राेजगार मिल सके।
भास्कर अपील... अभी ना जाओ
चिलचलाती धूप। सिर पर गठरी। महिला के गाेद में और पुरुष की अंगुली थामे बच्चा। कभी पानी खत्म ताे कभी खाने का इंतजाम नहीं। बसें-ट्रेनें बंद। जगह-जगह नाकाबंदी। ऐसे में बगैर बंदाेबस्त रवाना हुए ताे तकलीफ-परेशानी और अनहाेनी की आशंका का यह सफर कहां खत्म हाे इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए अभी जाना ठीक नहीं।
क्याेंकि हर जगह काेराेना-लाॅक डाउन है
प्रशासन-सरकारें अभी काेई पुख्ता व्यवस्था नहीं कर पाई है। जहां जाना चाहते हैं वहां की सरकारें भी लेने काे तैयार नहीं है। काेराेना लगभग सब जगह हैं, इस लिहाज से देखें ताे बीकानेर अब तक देश के सुरक्षित शहराें में से एक हैं। राेजगार-धंधे वहां भी बंद हैं जहां जाना चाहते हैं। ऐसे में सिर्फ अपने लिए ही नहीं परिवार, बच्चाें, बुजुर्गाें की सलामती के लिए सलाह है कि अभी ना जाओ।
उद्याेग, श्रम, प्रशासन के अधिकारियाें की एक टास्क फाेर्स बनाई है। रविवार से यह उद्यमियाें से बात करने के साथ ही विभिन्न औद्याेगिक संस्थाओं का मुआयना भी करेगी। वहां मजदूराें की माैजूदगी, आवश्यकताओं का आकलन करेगी। इसके अलावा राेजगार के दूसरे संसाधनाें, कामकाज के बारे में भी कार्ययाेजना बन रही है। वैसे अभी जाे लाेग माैजूद हैं उनके रहने-खाने के बंदाेबस्त स्वयंसेवी संगठनाें के सहयाेग से पूरे कर दिए गए हैं।
कुमारपाल गाैतम,जिला कलेक्टर बीकानेर
शहर के गैर कर्फ्यूग्रस्त घनी आबादी वाले इलाकाें में लाेग साेशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं, यह काेराेना से लड़ाई में घातक माना जा रहा है।
पालबीसला, जादूगर, अलवर गेट के कच्ची बस्ती इलाके, लाेहार बस्ती, गुर्जरटीला, गुर्जर धरती, प्रकाश राेड, राबड़िया माैहल्ला, नाेनकरण का अहाता अाैर बैरवा बस्ती, धाेलाभाटा, सहित अन्य बस्तियाें में लाेग अब लाेग लाॅकडाउन के नियमाें की अवहेलना करने लगे हैं।
बीकानेर में एक बार फिर काेराेना से जुड़ी अच्छी खबर आई है। खबर यह है कि काेविड हाॅस्पिटल में भर्ती इकलाैती काेराेना राेगी की 24 घंटे में लगातार दूसरी बार रिपाेर्ट नेगेटिव आ चुकी है। मतलब यह अब पूरी तरह ठीक है। ऐसे में नेगेटिव हाे चुकी इस महिला काे अब रविवार काे क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया जाएगा। जहां 14 दिन रहने के बाद घर जा सकेगी। इसके साथ ही फिलहाल बीकानेर में काेई काेराेना राेगी नहीं है। हालांकि इससे पहले भी बीकानेर काेराेना-फ्री हुआ था लेकिन तीन मई की रात आई रिपाेर्ट में इस महिला में बीमारी की पुष्टि हुई थी। अच्छी बात यह रही इसके परिवार सहित संपर्क वाले जितने लाेगाें की जांच की गई उनमें से किसी में बीमारी नहीं मिली। यह पाॅजिटिव महिला भी छह दिन में ठीक हाे चुकी है।
दूसरी ओर श्रीडूंगरगढ़ के कालूबास सहित पूरे ब्लाॅक में देशभर से आए प्रवासियाें में से जिन 185 लाेगाें के सैंपल की जांच की गई थी उनमें से 184 की रिपाेर्ट नेगेटिव आ चुकी है। एक व्यक्ति की रिपाेर्ट अभी बाकी है। बीकानेर में फिलहाल चिंता का सबसे बड़ा विषय प्रवासियों काे लेकर हैं। देश के अलग-अलग हिस्साें से आए लगभग 15 हजार लाेग जिले में कई स्थानाें पर घराें में रह रहे हैं। ऐसे में पहले नाेखा में 104 लाेगाें की जांच की गई जहां सभी की रिपाेर्ट नेगेटिव आई।
चूरू में दो कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद शनिवार को एसडीएम गौरव सैनी, तहसीलदार फारूक अली, पुलिस अधिकारी सतीश यादव ने पुलिस जाब्ते के साथ बाजारों में पैदल गश्त की। घंटाघर के पास दो राशन की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रहने तथा दुकानदारों द्वारा लापरवाही बरतने पर उन दुकानों को बंद करवाया गया। वहीं अधिकारियों ने कपड़ा, बर्तन, ज्वैलरी, जूते चप्पल, सैलून, कॉम्प्लेक्स में संचालित दुकानों को बंद करवाया।
एसडीएम ने बताया कि बुक स्टोर संचालक व मिठाई विक्रेता अपने सामान की होम डिलेवरी कर सकेंगे। वहीं दवा, डेयरी, राशन, जनरल स्टोर, बीज भंडार, मोबाइल, पंखे-कूलर की दुकानें यथावत खुली रहेगी। बाजार के समय में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया गया है। पूजा मार्केट में बिना मास्क बंद दुकानों के आगे बैठे युवाओं पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए वहां से हटाया।
चूरू-रतनगढ़ सीमा पर वाहनों की जांच फिर शुरू : हाईवे पुलिस ने चूरू रोड पर दयालु हनुमान मंदिर के पास नाकाबंदी शुरू की है। चूरू की ओर से आने वाले वाहनों को रोका जा रहा है तथा स्थानीय होने पर ही उन्हें शहर में प्रवेश दिया जा रहा है। शुक्रवार को चूरू में दो कोरोना पॉजिटिव मिल जाने के बाद यह सुरक्षा व्यवस्था बरती जा रही है।
आदर्श नगर स्थित सेटेलाइट अस्पताल में शुक्रवार काे दाे काेराेना पॉजिटिव गर्भवती मिलने के बाद चिकित्सा विभाग की और से बंद किए गए अस्पताल काे शनिवार सुबह फिर से चालू कर दिया गया।
अस्पताल प्रशासन ने पूरे अस्पताल काे सेनिटाइज करवाए जाने के साथ फ्यूमिगेशन करवाया। अस्पताल प्रशासन ने पोर्च में टेंट लगवाकर खांसी जुकाम के मरीजों का उपचार यहीं किया जा रहा है। दूसरे मरीजों के लिए अलग-अलग ब्लाॅक बनवाए गए हैं, जहां पर चिकित्सक मरीजों की जांच कर रहे हैं।
सेटेलाइट अस्पताल के अधीक्षक डाॅ. राकेश पाेरवाल ने बताया कि शनिवार काे भी मरीज आए थे, लेकिन फिर से मरीजों की रफ्तार साेमवार से ही बढ़ेगी। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि डरने की ज़रुरत नहीं है। पूरे अस्पताल काे संक्रमण रहित कर दिया गया है। मरीज आसानी से आकर अपना उपचार करवा सकते हैं।
लॉक डाउन के दौरान मुख्यालय से बाहर गए कार्मिकों को 15 मई तक मुख्यालय पहुंचने के आदेश में शिक्षा विभाग ने शिथिलन प्रदान किया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। आदेश के मुताबिक दिव्यांग, असाध्य रोग से ग्रसित कार्मिक, विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला , 2 वर्ष से कम आयु की संतान वाली महिला कार्मिक, 2 वर्ष से कम सेवानिवृत्ति अवधि वाले कार्मिकों को ड्यूटी में शिथिलन दिया गया है। इसके अलावा रमजान माह के दौरान रोजेदार कार्मिकों को भी अन्य कार्मिकों का विकल्प होने की स्थिति में ड्यूटी से मुक्त रखा जाएगा। वही वर्तमान में आवागमन निषिद्ध क्षेत्र व रेड जोन में निवास करने वाले कार्मिकों के मुख्यालय पर उपस्थिति के संबंध में आने जाने की अनुमति प्राप्त होने तक शिथिलन मिला है। शिथिलन प्राप्त श्रेणियों के अलावा लॉक डाउन अवधि में मुख्यालय से बाहर गए कार्मिकों को प्राथमिकता से ड्यूटी पर लगाया जाएगा। हालांकि माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने समस्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि जिला प्रशासन से समन्वय करते हुए कोविड-19 से संबंधित ड्यूटी के लिए व्याप्त कार्मिकों की उपलब्धता सुनिश्चित करें। शेष कार्मिकों को जरूरत होने पर फोन पर सूचना देकर मुख्यालय पर उपस्थित होने के लिए पाबंद करें। विदित रहे कि माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 6 मई को एक आदेश जारी कर मुख्यालय से बाहर गए शिक्षकों को 15 मई तक मुख्यालय पर पहुंचने के निर्देश दिए थे। हालांकि राज्य में लॉक डाउन के चलते संसाधनों का अभाव होने से शिक्षकों ने मुख्यालय पर पहुंचने में असमर्थता जताई थी। शिक्षक संगठनों ने भी इस प्रकरण को शिक्षा मंत्री के समक्ष रखा था। जिसके बाद विभाग ने शिथिलन के आदेश जारी किए हैं।
गीता देवी, शिवप्रसाद सर्राफ चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से शहर के सभी वार्डों व ग्रामीण क्षेत्रों में सेनेटाइजर छिड़काव का शुभारंभ करवाया गया। गांधी चौक में एसडीएम रीना छींपा ने अभियान का शुभारंभ किया। अभियान में सरदारशहर प्रेरणा मंच, कर्मभूमि सेवा संस्थान, लोकरंजन परिषद, बाबा रामदेव पैदल यात्री संस्था व ताल ट्रस्ट की ओर से सहयोग किया जाएगा। इस दौरान थानाधिकारी महेंद्र दत्त शर्मा, ईओ देवेंद्र कौशिक, ट्रस्ट प्रतिनिधि प्रहलादराय सर्राफ, हंसराज सिद्ध, मानक भाटी, शोभाकांत स्वामी, शंकर एंड शंकर, शम्भूदयाल पारीक, सम्पतराम जांगिड़ आदि मौजूद थे।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बीकानेर में काेराेना की गंभीरता, लाेगाें की जरूरतें, प्रशासनिक इंतजाम आदि की जानकारी लेने ‘भास्कर’ से फाेन पर बात की। राजे ने कहा, यह जानकार अच्छा लग रहा है कि बीकानेर में यह बीमारी काफी हद तक कंट्राेल में रही है और लगातार इस दिशा में प्रयास हाे रहे हैं। खतरा अभी टला नहीं है, ऐसे में इस जिले के लाेगाें काे भी साेशल डिस्टेंसिंग सहित सभी सावधानियां जारी रखनी हाेगी। राजे ने कहा, बीकानेर में भी प्रवासी श्रमिकाें के सड़काें पर आने की जानकारी मिली थी। प्रदेश के बाकी हिस्साें सहित यह देशभर से जुड़ा मसला है। उम्मीद है राज्य सरकार ऐसे मसलाें पर सहानुभूति के साथ विचार कर उचित निर्णय लेगी। केन्द्र सरकार भी इस दिशा में लगातार काम कर रही है। इस दाैर में ऐसे संवेदनशील मसलाें पर राजनीति नहीं हाेने चाहिए। भाजपा कार्यकर्ताओं, नेताओं की तारीफ करते हुए कहा, प्रदेशभर में भाजपा कार्यकर्ता आम लाेगाें के दुख-तकलीफें बांटने का काम कर रहे हैं। उन्हाेंने नेताओं से कहा-हर संभव मदद लाेगाें काे पहुंचाएं। साेशल डिस्टेंस रखें। गाइडलाइन का पालन करें और लाेगाें काे भी समझाएं।