साहित्यिक, सांस्कृतिक, वैचारिक एवं सामाजिक संस्था परिवेश के संयोजक पंच मंदिर चौक, हजारीबाग निवासी विजय केसरी ने मुख्यमंत्री को साहित्यकार नाटककार पत्रकार अशोक पागल के बेहतर चिकित्सा के लिए शीघ्र बेल्लौर ले जाने एवं आवश्यक सहयोग प्रदान करने को लेकर पत्र लिखा है। पत्र की प्रति मुख्य सचिव, स्वास्थ्य मंत्री, झारखंड सरकार को भी भेजा है। पत्र में कहा है कि अशोक पागल झारखंड के प्रतिष्ठित साहित्यकार, नाटककार एवं पत्रकार हैं। वे किडनी रोग से गंभीर रूप से ग्रसित हैं। आगे का इलाज के लिए उन्हें बेल्लौर जाना अति आवश्यक है। लॉकडाउन के कारण आने-जाने पर पाबंदी लगी हुई है। उन्हें वेल्लाैर ले जाने की तत्काल अनुमति एवं उचित सहायता की जरूरत है। स्थाई रूप से रांची के निवासी हैं। देश भर में लोकप्रिय भी हैं। उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन झारखंड में ही साहित्य सृजन, नाटक, संस्कृति, पत्रकारिता के विकास में समर्पित कर दिया हैं। उनके सांस्कृतिक, साहित्यिक, नाटकीय और पत्रकारिता के अवदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
जिले के बड़कागांव एवं केरेडारी के जंगलों में वन विभाग की कार्रवाई ने कोयला एवं कत्था के अवैध कारोबार होने की पुष्टि कर दी है। इन दोनों थाना क्षेत्रों से पिछले सात दिनों के दौरान सात कोयला लदा ट्रैक्टर जब्त कर वन विभाग ने पुलिस को कठघरे में खड़ा कर दिया है। बड़कागांव थाना क्षेत्र के मोतरा घाटी, मल्डी घाटी एवं केरेडारी थाना क्षेत्र के मनातू जंगल से कोयला लदा ट्रैक्टर तथा इसी थाना क्षेत्र के बुंडू जंगल से करीब पांच क्विंटल कत्था अलग-अलग तिथियों में सहायक वन संरक्षक उदय चंद्र झा ने जब्त किया है। जब्त किए गए ट्रैक्टर और कत्था को बड़कागांव रेंज ऑफिस के परिसर एवं मालखाने में रखा गया है। सभी मामले की प्राथमिकी बड़कागांव रेंज ऑफिस में दर्ज की गई है। नव प्रोन्नत सहायक वन संरक्षक श्री झा ने बताया कि उक्त अवैध कारोबार के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी। सभी मामलों में दर्ज प्राथमिकी पर कार्रवाई की जा रही है। रेंज ऑफिस का परिसर जब्त ट्रैक्टर्स से भर गया है।
मालूम हो कि सहायक वन संरक्षक ने कोयले और कत्था के अवैध कारोबार के विरुद्ध जितनी भी कार्रवाई की, उसमें संबंधित पुलिस का सहयोग नहीं लिया। अपने वनरक्षियों को साथ में रखकर उन्होंने छापामारी की है। कुछ गुप्तचरों ने बताया कि पुलिस को बताकर छापामारी करने पर सफलता नहीं मिलती। पुलिस के नॉलेज में कोयले एवं कत्था का अवैध कारोबार होने के कारण वन विभाग ने अपने स्तर से ये कार्रवाई की है। इस संबंध में नव प्रोन्नत सहायक वन संरक्षक ने बताया कि जब जरूरत पड़ती है तो पुलिस बल उपलब्ध कराया जाता है। वन विभाग की इस कार्रवाई पर बड़कागांव के एसडीपीओ भुपेंद्र रावत ने कहा कि रेड करने के बाद वन विभाग की ओर से जानकारी दी जाती है। जब्ती के बाद थाना स्तर पर सूचना दी गई होगी।
पुिलस को बिना सूचना दिए वन विभाग कर रहा कार्रवाई
वन विभाग पुलिस को बताये बिना कोयले के अवैध कारोबार के खिलाफ छापामारी कर रहा है और वन विभाग को सफलता भी मिल रही है। संबंधित पुलिस इस मामले में कहां कमजोर पड़ रही है अथवा पुलिस किन कारणों से छापामारी नहीं कर पा रही है। यह भी कि पुलिस से ज्यादा वन विभाग का नेटवर्क मजबूत है। ऐसे कई सवाल हैं जिसपर आम लोगों के बीच बहस छिड़ी हुई है।
चौपारण वन क्षेत्र पदाधिकारी के नेतृत्व में प्रखंड के मधगोपाली अधिसूचित वन में अवैध रूप से अर्धनिर्मित एक दर्जन मकानों को जेसीबी मशीन के द्वारा तोड़कर गिरा दिया गया। इस संबंध में वन पदाधिकारी कुरो बारा ने बताया कि लगातार सूचना मिल रही थी कि बड़ी संख्या में वन भूमि को कब्जा करने की नियत से मकान बनाया जा रहा है। बताया कि हालांकि इस तरह के कार्यों पर लगातार विभागीय कार्रवाई हो रही है। उसके बावजूद काफी समय से बेतरतीब ढंग से अवैध रूप से जंगल भूमि में मकान बनाने में लगे थे। बताया कि सभी मकान मधगोपाली ग्राम के बाहर के लोग द्वारा बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कई मकानों में अवैध रूप से बनाकर लोग रहना भी प्रारंभ कर दिए हैं। उनके ऊपर वनवाद दायर करके कानूनन आगे की कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही सभी अतिक्रमणकारियों को हटाकर जंगल को पूर्ण रूप से अतिक्रमण मुक्त किया जाएगा। मालूम हो कि एक तरफ चौपारण के वनों मे लकड़ियों की कटाई लगातार तस्करों के द्वारा किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ भूमि माफियाओं के द्वारा जंगल भूमि हथियाने का घोर प्रयास भी किया जा रहा है। जिस पर विराम लगाना वन कर्मियों के लिए बड़ी चुनौती है। रेंजर ने माफियाओं के द्वारा किसी भी कार्य को सफल नहीं होने देने की बात कह। इस अभियान में वनपाल श्याम सुंदर सिंह, वनरक्षी पंकज कुमार, सिकंदर नायक, सुखदेव यादव, राजकिशोर यादव सहित अन्य कर्मी उपस्थित थे। वही सूत्रों के अनुसार बताया जाता है कि वन विभाग द्वारा चिन्हित कर करवाई किया गया है।
ईचाक प्रखंड के लुंदरू गांव के जन वितरण प्रणाली दुकान में व्याप्त अनियमितता की जांच करने एमओ सुरेंद्र दास शुक्रवार को गांव पहुंचे। उन्होंने सैकड़ों कार्डधारियों की मौजूदगी में वितरण में अनियमितता से जुड़े कई बिंदुओं पर डीलर कपूर्ण निशा और महादेव यादव से पूछताछ की। इसके बाद उन्होंने कार्डधारियों से जानकारी प्राप्त की। इसमें कपूर्ण निशा के कार्डधारियों द्वारा कम राशन देने व अधिक राशि लेने का आरोप को सत्य पाया गया। कार्डधारियों ने कपूर्ण निशा के खिलाफ अप्रैल माह में 40 रुपए प्रति लीटर केराेसिन बेचने का भी आरोप लगाया था, जो सही पाया गया। जबकि महादेव जाधव के कार्डधारियों ने वितरण में किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं होने की बात कही। जांच के बाद मार्केटिंग ऑफिसर सुरेंद्र दास ने कहा कि कपूर्ण निशा के खिलाफ प्राप्त शिकायत के आलोक में वरीय अधिकारियों को लिखा जाएगा। जबकि महादेव यादव को क्लीन चिट दे दी गई।
हजारीबाग सांसद सह पूर्व नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री भारत सरकार जयंत सिन्हा के सौजन्य से पसई पंचायत भवन में कटकमदाग प्रखण्ड के सभी बूथों में सौ-सौ मास्क वितरण किया गया। मास्क वितरण विधान सभा सांसद प्रतिनिधि अशोक यादव की उपस्थिति में किया गया। सभी पंचायत प्रभारियों को मास्क उपलब्ध कराया गया। इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष कवीन्द्र यादव, बीस सूत्री अध्यक्ष इन्द्र नारायण कुशवाहा, प्रखंड प्रमुख अशोक यादव, सांसद प्रतिनिधि अजय कुमार राणा, पूर्व मुखिया सह मंडल उपाध्यक्ष हुलास प्रसाद कुशवाहा, प्रखंड उपाध्यक्ष अरूण कुमार राणा, सतपाल सिंह, प्रखंड महामंत्री नवराज राम, युवा मोर्चा अध्यक्ष वीरेंद्र साव, लखन गोप, चेतलाल गोप, मनोज कुमार सिन्हा, धीरज कुमार राणा, जगन्नाथ प्रजापति, योगेन्द्र कुमार, अवध यादव के अलावे अन्य प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नगर निगम, हजारीबाग के द्वारा शुक्रवार को निगम के सात वार्डों में सफाई मित्रों के बीच पीपीई किट, ग्लब्स एवं साबुन का वितरण किया। निगम क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नंबर 11, 13, 14, 15, 34, 35 एवं 36 में नगर निगम की महापौर रोशनी तिर्की के हाथों कीट का वितरण किया गया। कीट का वितरण करते हुए महापौर ने कहा कि सभी सफाई कर्मियों को पीपीई किट, ग्लब्स एवं साबुन बांटा जा रहा है ताकि जब भी सफाई कर्मी क्वारेंटाइन सेंटर, होम क्वारेंटाइन के आसपास के इलाकों या संक्रमण संभावित क्षेत्रों में सफाई के लिए जाते हैं तो पीपीई किट का इस्तेमाल निश्चित रूप से करें और खुद को भी सुरक्षित रखें। सफाई कर्मियों से अपील करते हुए कहा कि सफाई करते समय पीपीई किट ग्लब्स आदि का इस्तेमाल अवश्य करें। किट वितरण के मौके पर संबंधित वार्ड वार्षद, नगर प्रबंधक स्नेहा श्री, राजीव रंजन, सफाई हेड जमादार दीपक कुमार गोस्वामी, स्वच्छ भारत मिशन कर्मी अरुण आदि मौजूद थे ।
हजारीबाग जिले में कोरोना के बाद अब लोगों को पेयजल ने परेशान करना प्रारंभ कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र में गंदे पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। गर्मी के बढ़ने पर पेयजल की समस्या बढ़ती जाएगी। इधर चाहकर भी लोग बोरिंग नहीं कर पा रहे हैं। हजारीबाग जिले में पेयजल और कृषि कार्य के लिए बोरिंग गाड़ी के परिचालन की अनुमति नहीं है। पड़ोसी जिला बोकारो में बोरिंग की अनुमति जिला प्रशासन ने दी है। हजारीबाग रिंग एसोसिएशन ने अनुमंडल पदाधिकारी हजारीबाग को आवेदन देकर पेयजल और सिंचाई के लिए बोरिंग करने के लिए वाहन परिचालन की अनुमति मांगी है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव पूर्व सांसद हजारीबाग ने प्रेस बयान जारी कर कहा कि सरकार की घोषणाओं के बावजूद जरूरतमंद लोगों को दस किलो अनाज नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि 10 अप्रैल को रांची में सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि सभी जरूरतमंद लोगों को प्रति व्यक्ति दस किलो अनाज दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि जिसका कार्ड है उन्हें भी राशन , जिसका कार्ड अप्लाई है उन्हें भी राशन, जिसके पास कोई कार्ड नहीं है और जरूरतमंद हैं उन्हें भी राशन दिया जाएगा। आज तालाबंदी की स्थिति में किसानों, मजदूरों गरीबों के लिए आफत सा हो गया है और सरकार की जो सरकारी घोषणाएं हैं वह जमीन पर भी नहीं उतर रहा है। इसीलिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य सरकार से जिला प्रशासन से मांग करती है की मुख्यमंत्री एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री के सर्वदलीय बैठक में घोषित योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करें । उन्होंने मुख्यमंत्री मुख्य सचिव को पत्र लिखकर घोषित योजनाओं को पूरा करने की मांग की है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड के पीएलवी संजय कुमार ने शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के ग्राम देवरिया व जितनी मोड़ का दौरा किया। इस दौरान गांव के रीना देवी पति पिंटू भुइया, पिंटू भुइयां पिता टोंडवा भुइयां व क्रांति देवी पति विकास भुइयां ने उन्हें बताया कि हम लोगों का राशन कार्ड नहीं बना हुआ है।कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन में भोजन इत्यादि में कठिनाई हो रही है ।हम सभी रोज कमाने खाने वाले हैं। पिछले देढ़ माह से लॉकडाउन है। इसके कारण हम सभी को काम नहीं मिल रहा है। ऐसे हालात में हम सभी के समक्ष रोजी- रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। पीएलवी ने इन सभी को ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड में बुलाकर आवेदन लिए।इसके बाद उन्होंने सभी का नया राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन करवाया । पीएलवी ने इन सभी को अगले दिन शनिवार को 10 किलोग्राम अनाज दिलाने के लिए विधिक सहायता केंद्र बुलाया है।तत्पश्चात ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र चतरा सदर प्रखंड में बुलाकर आवेदन लेकर नया राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन कराया। कार्यालय परिसर में दो वरिष्ठ नागरिक भी पहुंचे। इसमें एक मूक-बधिर था। पीएलवी ने दोनों को रेड क्रॉस सोसाइटी ले जाकर भोजन करवाया गया।
बैंकों में रुपए निकालने के दौरान लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। शुक्रवार को मेन रोड गुदरी बाजार स्थित इलाहाबाद बैंक में महिला और पुरुष की भीड़ देखी गई । बैंक के बाहर महिला-पुरुष सामाजिक दूरी बनाए बगैर खड़े थे।इन लोगों में किसी प्रकार का कोरोना संक्रमण का भी भय नहीं देखा गया। बैंक के बाहर सभी अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इसी तरह अन्य बैंकों में कमोबेश यही स्थिति थी।उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण को लेकर बैंक अधिकारी और कर्मी अलर्ट है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से बैंक के अंदर एक- एक प्रवेश कराया जा रहा है। ताकि पैसा निकालने के समय लोगों का सोशल डिस्टेंसिंग बना रहे। लेकिन बैंक के बाहर नजारा अलग है। लोग बिना सामाजिक दूरी बनाए बेतरतीब खड़े रहते हैं।
शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय सभागार में बीडीओ पूनम कुजूर ने मनरेगा कर्मियों के साथ बैठक की। बैठक में उपस्थित मनरेगा कर्मियों को कई अहम जानकारी दिया गया। बीडीओ ने बताया कि सभी पंचायतों में तीन तरह की योजनाओं का चयन किया जाना है। जिसमें नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना व वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना शामिल है। बैठक में बीपीओ जितेंद्र कुमार, सहायक अभियंता मनोज कुमार, कनीय अभियंता रूपेश कुमार व उपस्थित थे। वहीं पत्थलगडा प्रखंड कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता बीडीओ मोनी कुमारी ने की। उन्होंने सभी योजनाओं के क्रियान्वयन के जल्द से जल्द अभिलेख खोलने का निर्देश दिया। बैठक में बीपीओ सुबोध पासवान, मुखिया मेघन दांगी, कुसुमलता कुशवाहा, सतीश कुमार, भरत भोक्ता सहित, सभी रोजगार सेवक व पंचायत सेवक उपस्थित थे।
प्रखंड मुख्यालय स्थिति सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारेंटाइन केंद्र बनाया गया। गुरुवार के शाम बंगलोर से लौटे प्रवासी मजदूर अनिल गोस्वामी की स्वास्थ्य जांच शुक्रवार को किया गया।स्वास्थ्य जांच क्वारेंटाइन केंद्र प्रभारी सह जीपीएस खिरोधर मेहता के निर्देश पर किया गया।प्रवासी मजदूर की स्वास्थ्य की जांच एएनएम नीलमणि सोरेन व उनके सहयोगी कर्मियों ने किया।उन्होंने बताया सरकार के निर्देशानुसार प्रत्येक दिन एक बार स्वास्थ्य जांच किया जाएगा। चौकीदार रामप्रवेश पासवान ने भोजन करवाया। क्वारेंटाइन केंद्र की सुरक्षा के लिए चौकीदार महेन्द्र पासवान की तैनाती की गई है।
सदर प्रखंड के देवरिया पंचायत भवन में शुक्रवार को पंचायत कार्यकारिणी की बैठक हुई ।यह बैठक 15 वें वित्त आयोग के अनुसंधान के आलोक में ग्राम पंचायतों के विकास की योजनाएं (जीपीडीपी) 2020-21 में यथोचित सुधार को लेकर बुलाई गई थी।इस बैठक की अध्यक्षता देवरिया पंचायत के मुखिया रीना सिंह ने किया। बैठक में जीपीडीपी के पूर्व में ली गई योजनाओं में सुधार किया गया। इस योजना में कोविड -19 को देखते हुए सामान्य पक्की योजनाओं के साथ स्वच्छता एवं पेयजल से जुड़ी योजनाएं ली गई। मुखिया रीना सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायतों के विकास की योजनाएं ग्राम स्तर पर तैयार की जा चुकी है । पंचायतीराज विभाग ने प्रत्येक ग्राम पंचायत को अपने गांव के विकास के लिए अपनी जरूरतों के मुताबिक ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) तैयार करने की शक्ति प्रदान की है ।पिछले 13 वें और 14 वें वित्त आयोग की राशि जीपीडीपी के तहत योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया था।
उन्होंने बताया कि 15 वें वित्त आयोग की योजनाएं जीपीडीपी के तहत ली गई थी। लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर पंचायती राज विभाग ने पूर्व में ली गई योजनाओं में स्वच्छता और पेयजल से जुड़ी योजनाओं को शामिल करने का आदेश मिला है। मुखिया ने बताया कि 50 प्रतिशत योजनाएं पक्के का एवं 25 प्रतिशत योजना स्वच्छता से संबंधित और पेयजल से संबंधित 25 प्रतिशत योजना लेने को कहा गया है। बैठक में पहले ली गई योजनाओं में स्वच्छता और पेयजल से संबंधित योजनाओं को शामिल किया गया। बैठक में उप मुखिया सविता देवी व पूर्व मुखिया कुमार विवेक सिंह व कार्यकारिणी के अन्य सदस्य मौजूद थे।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल 190 बटालियन ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत खाद सामग्री का वितरण किया। प्रखंड के कल्याणपुर पंचायत अंतर्गत नईपारम दुंदवा व तेतरटांड़ के गरीब असहाय तथा जरूरतमंदों को अनाज दिया गया। कमांडेंट पवन कुमार बसन के निर्देश पर बटालियन के निरीक्षक ऋषिकेश पुष्टि के नेतृत्व मे जरूरत मंद लोगो को सेनिटाइज कर व मास्क पहना कर खाद सामग्री चावल, दाल, चना व नमक के अलावे कोविड19 से बचने के लिए मास्क सेनिटाइजर व साबुन दिया गया। इस दौरान लोगो को कोरोना वायरस जैसे जानलेवा बिमारी से बचने के लिए कई दिशा निर्देश दिया गया। जिसमे मुख्य रुप से लॉक डाउन का पालने करते हुए अपने घरो मे ही रहने, हर व्यक्ति से दो मीटर की दूरी हमेशा बनाए रखने, आवश्यकता पड़ने पर ही घर से निकलने, हमेशा मास्क का उपयोग करने आदि का अपील किया। मौके पर बीडीओप्रताप टोप्पो, पुलिस इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी सुधीर कुमार चौधरी, पूनम देवी, जीडी राम, अयोध्या सिंह समेत कई सीआरपीएफ जवान शामिल थे।
प्रखंड के तेलियाडीह गांव मे लॉक डाउन का उल्लंघन कर मछली मारने के मामले मे प्राथमिकी दर्ज किया गया। इस मामले मे प्रखंड विकास पदाधिकारी सह कोविड19 के प्रखंड प्रभारी प्रताप टोप्पो ने टंडवा थाना कांड संख्या 64/20 के तहत डेढ़ दर्जन लोगों को नामजद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराया। जिसमे जिसमे पूर्व जिला परिषद सदस्य बनवारी साव, संजय साव, जानकी साव, कामेश्वर साव, अशेषवर कुमार, वकील साव, दामोदर साव, जगु साव, भरत साव, अर्जुन भुइयां, गुलाब साव, संतोष साव, दासो साव, महाबीर साव, किशोर यादव, सुरेश सुंडी, नरेश साव, गुलाब सुंडी समेत अन्य पंद्रह सौ अज्ञात लोगो पर मामला दर्ज किया है। इस मामले मे दस लोगो को पुलिस ने गिरफ्तार कर थाने ले गई। सभी को थाना से ही जमानतदार के जमानत पर गिरफ्तार सभी 10 लोगों को देर शाम को छोड़ा गया।
प्रतापपुर मे दूसरे राज्यों में कमाने गए मजदूरों का प्रखण्ड मे आना जारी है। शुक्रवार को दो बसो से बाहर कमाने गये 73 मजदूरों को जिला से प्रखण्ड कार्यालय लाया गया। सभी मजदूर लुधियाना, बस्तर, सूरत सहित कई अन्य जगहों पर काम करते थे। सभी मजदूरों को मुख्यालय के हाई स्कूल मे बनाये गये क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। जहां सभी मजदूरों को डॉ. पवन कुमार के द्वारा स्क्रीनिंग किया गया। मजदूरों को स्क्रीनिंग के बाद संबंधित पंचायतों में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया। गुरुवार की रात में भी बस से 49 मजदूर प्रखण्ड मुख्यालय आये थे। जिन्हें संबंधित पंचायतों के पंचायत सचिवालय मे बनाए गए सेंटराें में भेजा गया। मजदूरों ने बताया कि जहां वे रहते थे, वहां तथा चतरा मे भी जांच किया गया। मौके पर रामपुर मुखिया खेदु यादव, प्रखण्ड नाजिर रामदेव ठाकुर राजेश्वर दबगर,सहित अन्य लोग शामिल थे।
पितिज पंचायत के टिपरटांड स्थित मंगरदाहा आहर इन दिनों विवाद के घेरे में है। शुक्रवार को गांव के कुछ ग्रामीणों ने आहर पर पहुंचकर हो हंगामा भी किया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव के कुमुदलाल इस सामाजिक आहर में कोई भी काम करने से हमलोगों को बाधा डालते हैं। यह आहर पूर्वजों से गांव का एक धरोहर है। इसलिए हमलोग हेमंत सरकार से मीडिया के माध्यम से निवेदन करते हैं,कि यह आहर किसी व्यक्ति विशेष के कब्जे में ना रहे। इस आहर से हमलोगों के पूर्वज सभी तरह के सामाजिक कार्य करते आएं हैं। साथ ही इस आहर से खेतों में पटवन भी किया करते थे।जिस पर कुछ सालों से उक्त व्यक्ति द्वारा रोकने का प्रयास किया जा रहा हैं।ग्रामीणों ने बताया कि एक साल पहले मुखिया द्वारा इसी आहर का 51 हजार रुपये में डाक करवाकर ग्रामीणों को सुपुर्द की थी।
वंही इस गांव के कुमुदलाल ने कहा कि यह संपत्ति मेरे नानी अमेरिका देवी के नाम से है।जो सदियों से दखल कब्जा में है।इसमें मेरे द्वारा बराबर मछली भी डाला जा रहा है।उन्होंने कहा कि पानी या कोई भी सामाजिक कार्य के लिए मेरे द्वारा किसी भी व्यक्ति को मना नहीं किया जाता हैं।उन्होंने कहा कि मेरे नानी के नाम से रसीद भी निर्गत है।इधर इस मामले को लेकर गांव के कुछ ग्रामीणों द्वारा हाल ही में न्याय के लिए स्थानीय प्रशासन को आवेदन दिया गया है। मुखिया कुसुम देवी से पूछे जाने पर बताया कि पूर्व में ग्रामीणों द्वारा मछली मारा जाता था।लेकिन बाद में पता चला की उक्त आहर विवाद के घेरे में है।जो प्रशासन द्वारा जांच का विषय है।
इटखोरी नंगवा रेफरल अस्पताल में क्वारेंटाइन किए गए लातेहार बालूमाथ के 22 दिहाड़ी मजदूरों की क्वारेंटाइन की अवधि शुक्रवार को समाप्त हो गई।इसके बाद उन्हें इटखोरी प्रशासन द्वारा उनके गंतव्य स्थान तक छोड़ दिया गया है। ये मजदूर पिछले 19 अप्रैल को कोलकाता से पैदल चलकर इटखोरी चौक पहुंचे थे। यहां इटखोरी प्रशासन की नजर उन पर पड़ी और प्रशासन ने इन दिहाडी मजदूरों से पूछताछ की।इसके बाद इन्हें इटखोरी चौक स्थित दाल भात केंद्र में भोजन करवाए।फिर इन्हें समझा-बुझाकर अगले 14 दिनों के लिए नंगवा रेफरल अस्पताल में क्वारेंटाइन करवा दिए थे।जंहा इन मजदूरों का शुक्रवार को क्वारेंटाइन की अवधि समाप्त हो गई थी।जिसके बाद स्थानीय प्रशासन ने गृह जिला चतरा द्वारा उपलब्ध कराए गए बस सेवा से इन मजदूरों को इनके अपने-अपने घर लातेहार बालूमाथ भेज दिया गया है।इनमें अधिकांश दिहाड़ी मजदूर गंझू समाज के थे।
अंतराष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य पर डीएवी पब्लिक स्कूल में ऑनलाइन अंतरवर्गीय चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के लिए बच्चों को बाल, किशोर और प्रबुद्ध वर्ग में बांटा गया था। छात्र-छात्राओं ने डोनेट ब्लड से लाईफ विषय पर ऑनलाइन चित्रकारी किया। शिक्षक नवीन गोस्वामी के निर्देशन में आयोजित ऑनलाइन प्रतियोगिता में 250 छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। बाल वर्ग में आर्यन विश्वकर्मा ने प्रथम, संस्कृति सिंह व वैभव कुमार गुप्ता ने द्वितीय, आयुष केशरी, कुमार तेजस्वी आरव ने तृतीय, किशोर वर्ग में अदिति कुमारी ने प्रथम, अनुभव कुमार व सृष्टि आर्या ने द्वितीय, सृष्टि गोस्वामी व समर सुलेमानी ने तृतीय,प्रबुद्ध वर्ग में वागीशा दयाल ने प्रथम, प्रियांशु कुमार वर्मा व वंशिका राज ने द्वितीय, श्वेता कुमारी व अरिजित सिन्हा ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्राचार्य सैयद एजाज अहमद ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि रेड क्रॉस सोसाइटी समाज के प्रत्येक वर्गों के लिए ब्लड के लिए बैंक मुहैया कराती है। आपदा के समय में समाज के वंचित वर्गों के लिए कार्य करती है । उन्होंने छात्रों के कलात्मक अभिरुचि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कला मानवीय मूल्यों के सम्प्रेषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। प्राचार्य ने बच्चों को लॉक डाउन के विषम परिस्थितियों में धैर्य रखने तथा समय का सदुपयोग करने की अपील किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार चतरा के निर्देश पर प्रखंड के कौलेश्वरी मंदिर कानूनी सलाह केंद्र के द्वारा शुक्रवार को पीएलवी कुमार विवेक रंजन के द्वारा पांडेपूरा के स्टालिन नगर, हंटरगंज के दर्जी मोहल्ला और हंटरगंज बाजार में जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान स्टालिन नगर में सांसद के माध्यम से मास्क और ब्लीचिंग पाउडर का वितरण कराया गया।
वितरण के कार्य में शिक्षक पवन कुमार गुप्ता और समाजसेवी संतोष साव ने सहयोग किया। इस दौरान पीएलवी कुमार विवेक रंजन के द्वारा ग्रामीणों को वितरित किए गए ब्लीचिंग पाउडर के उपयोग की जानकारी विस्तृत रूप से दी गई। साथ ही मास्क का इस्तेमाल नियमित रूप से करने की सलाह भी दिया। और डोर टू डोर जाकर ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जागरूक किया गया। कोरोना वायरस के इस महामारी में सरकार के द्वारा दिए जा रहे लाभ से अवगत कराते हुए लोगों को सरकार के द्वारा उपलब्ध कराए गए सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए उत्प्रेरित किया गया। वही हंटरगंज बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर लोगों को जागरूक किया गया। इस दौरान बाजार युवा संघ के विजेंद्र कुमार, रंजीत कुमार उर्फ बंटी, सरदार धर्मेंद्र सिंह, पिंकू गुप्ता, आशीष गुप्ता सहित अन्य लोगों के सहयोग से लोगों के बीच सामग्री का वितरण भी किया गया।
इटखोरी-पदमा पथ के करनी में गुरुवार देर शाम एक बाइक पर सवार साला और बहनोई अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गए। घटना के बाद आसपास के लोगों ने 108 एंबुलेंस को फोन के जरिए घटनास्थल पर बुलाए। यहां सूचना के बाद पंहुची एम्बुलेंस में आसपास ने दोनों घायलों को लादकर इटखोरी अस्पताल लाए। जहां बाइक चालक की पहचान कन्हाचट्टी प्रखंड के मदगड़ा गांव निवासी 35 वर्षीय जितेंद्र यादव वहीं दूसरे की पहचान इटखोरी प्रखंड के बाघमुंडी गांव के 36 वर्षीय दीपू यादव के रूप में किया गया। इन दोनों का इटखोरी अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया।जंहा जीतेन्द्र के सर पर गंभीर चोटें आने के कारण उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। जबकि हल्की-फुल्की चोटें आने के कारण दीपू को अस्पताल से हीं छुट्टी दे दी गई।रिम्स में जीतेन्द्र की स्थिति सामान बताई जा रही है। दोनों रिश्ते में साला-बहनोई हैं।ये दोनों एक हीं बाइक पर सवार होकर बघमुंडी जा रहे थे,इसी बीच उक्त स्थल पर स्वयं अनियंत्रित होकर दुर्घटना ग्रस्त हो गए। जितेन्द्र दीपू का बहनोई है।
प्रतापपुर थाना क्षेत्र के मोन्या मे आपसी विवाद मे दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से कुल 19 लोगों थाने मे मामला दर्ज कराया गया है। मोन्या के पूर्व मुखिया एवं वर्तमान मुखिया पति सीता यादव ने थाने मे आवेदन देकर मारपीट के खिलाफ तथा 9 लोगो पर मामला दर्ज करवाया है। जिन लोगो पर मामला दर्ज किया गया है,उनमें टुनटुन यादव ,पिन्कु यादव,अमीत यादव उर्फ लालू यादव (तीनो के पिता सतेन्द्र यादव),सतेन्द्र यादव,रामविलास यादव,यमूना यादव,मन्टूयादव (चारो के पिता रामदेव यादव),कलावति देवी पति सतेन्द्र यादव,तथा रेखा देवी पति यमुना यादव का नाम शामिल है।सभी मोन्या गांव के रहने वाले हैं। थाने मे दिये आवेदन मे कहा गया है कि दिल्ली से आए राहुल ठाकुर एवं राकेश ठाकुर को बाहर तथा अपने घर के पास घूमने से मना करने पर वाद विवाद बढ़ गया। बाद में दिल्ली से आए दोनों युवकों ने आरोपी बनाए गए लोगों को बुलाया। घर मे घुस गया कर महिलाओं से धक्का-मुक्की और मारपीट की। वही दूसरे पक्ष के टुनटुन यादव ने भी थाने मे आवेदन देकर मोन्या मुखिया सहित दस लोगों पर मुर्गी शेड एव कुंआ निर्माण का बकाया राशि मांगे जाने पर गाली गलाैज एवं मारपीट कर भगाने का आरोप लगाया है। टुनटुन यादव ने जिन लोगो पर मामला दर्ज करवाया है उनमें मोनिया पंचायत की मुखिया फुलमन्ती देवी, मुखिया पति सीता यादव, नारायण यादव, महादेव यादव, हरे कृष्णा यादव,रामाशंकर यादव,रोहित यादव सभी ग्राम मोन्या थाना प्रतापपुर,जबकि आरोपी बीरेन्द्र यादव हंटरगंज इन्द्राही ,दीपक कुमार बिहार इमामगंज के कोयरिया गांव तथा उपेन्द्र यादव प्रतापपुर थाना के कारूडीह गांव के निवासी हैं। प्रतापपुर पुलिस के द्वारा दोनों पक्षों के आवेदनों पर जांच कर रही है।
इग्नू की जून में होने वाली सत्रांत परीक्षा कोविड- 19 के कारण अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया है। यह जानकारी चतरा काॅलेज के प्राचार्य सह इग्नू के समन्वयक डाॅ. रामानंद पाण्डेय ने दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की ओर से सत्रांत परीक्षा तिथि की घोषणा बाद में की जाएगी। जिसकी सूचना शिक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 15 दिन पहले एसएमएस, व्हाट्सएप एवं समाचार पत्रों के माध्यम से दे दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चतरा कॉलेज चतरा के इग्नू में अध्ययनरत छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय के वेबसाइट www.ignou.ac.in एवं rcranchi.ignou.ac.in पर भी परीक्षा से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती 17 लोगों में से 5 का सैंपल पॉजिटिव निकलने पर प्रशासन हाई अलर्ट मोड में आ गया है। डीसी शांतनु कुमार अग्रहरि ने इस संबंध में पलामू सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। इसके तहत आइसोलेशन वार्ड व कोविड-19 केयर में व्यापक सुरक्षा प्रबंध और निर्धारित मानदंड को पूरा करने का सख्त निर्देश दिया गया है। सूत्रों के अनुसार देर रात तक संक्रमित मरीजों से चिकित्सकों ने अलग-अलग पूछताछ कर उसका कांटेक्ट हिस्ट्री निकालने का प्रयास किया। इसकी सूचना छत्तीसगढ़ प्रशासन को भी दी गई है। इन सभी को 30 अप्रैल की रात डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में किया भर्ती गया था। 1 मई को उन सभी का स्वाब टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया था, जिसकी रिपोर्ट गुरुवार काे मिली है। जानकारी के अनुसार लॉकडाउन होने के कुछ दिन बाद नासिक से झारखंड के मजदूरों की टोली छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव पहुंची। जहां उन सभी को क्वारेंटाइन कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार राजनंदगांव से 18 अप्रैल को झारखंड के 46 मजदूरों को 14 दिन के बाद छोड़ दिया गया। इसके बाद सभी मजदूरों को छत्तीसगढ़ के कोरिया जिला में पुलिस ने पकड़ लिया और फिर वहां क्वारेंटाइन कर दिया। वहां मजदूरों का स्वाब टेस्ट भी कराया गया। लेकिन दो मजदूरों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 29 अप्रैल को आने से पहले ही वे सेंटर से भाग गए। वहीं 10वें दिन बचे हुए 44 मजदूरों को जिला प्रशासन के द्वारा झारखंड के लिए रवाना कर दिया था। झारखंड के बॉर्डर रामानुजगंज से 10 किलोमीटर पहले इन मजदूरों को छत्तीसगढ़ शासन ने छोड़ दिया था जहां से पैदल ही रामानुजगंज तक पहुंचे। फिर वहां से एक पिकअप वाहन द्वारा 21 मजदूर डालटेनगंज के लिए 30 को चले जो करीब मध्य रात्रि चैनपुर पुलिस के द्वारा सलतुआ में रोक लिया गया। सूत्रों के अनुसार इस बीच छत्तीसगढ़ प्रशासन ने भी झारखंड के दो कोरोना पॉजिटिव की जानकारी पलामू जिला प्रशासन को दे दी थी। इसके बाद प्रशासन अलर्ट हो गया। सभी को घर पहुंचने से पहले ही प्रशासन ने पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया था।
सेंटरिंग का काम करते थे मजदूर
नासिक में झारखंड के यह सभी मजदूर एक ठेकेदार के संपर्क में रहकर सेटरिंग का काम करते थे किंतु लोग लॉकडाउन में शटरिंग का काम बंद होते ही इन मजदूरों की टोली में शामिल 40 मजदूरों का जत्था पैदल ही नासिक से चल दिया। चिकित्सकों के अनुसार इन मजदूरों में कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं दिखे हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार इनको कभी नहीं रहा है। चिकित्सकों के अनुसार पुलिस ने इसमें अहम रोल अदा किया। इस कारण से उन सभी को बीच में ही रोक लिया गया, अगर वह घर जाते तो इससे बड़ा खतरा झेलना पड़ सकता था।
8 मई को जांच के लिए भेजे गए 750 मजदूरों के सैंपल
स्वास्थ विभाग के द्वारा विभिन्न राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के सैंपल को लेकर रिम्स भेजे जाने की प्रक्रिया जारी है। इसी कड़ी में 8 मई दिन शुक्रवार को 750 प्रवासी मजदूरों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया। बताया गया कि अब तक पलामू जिले से कुल 2039 सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है। इसमें से 1330 निगेटिव और 8 पॉजिटिव निकला है। शेष सैंपल का रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
दिल्ली से आए एक ही परिवार के 9 लोगों को गांव में घुसने से रोका गया, 8 घंटा बाद होम क्वारेंटाइन
कोरोना वायरस संक्रमण का डर होने के कारण हरिहरगंज नगर पंचायत के सियरभुका ग्राम में शुक्रवार को दिल्ली से अपने घर आए एक ही परिवार के 9 लोगों को ग्रामीणों ने गांव में घुसने से रोका। बाद में प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिशंकर बारीक तथा पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी दीपक कुमार के प्रयास से सभी को होम क्वारेंटाइन कराया गया। इस दौरान वे सभी लगभग 8 घंटे तक गांव के बाहर खड़े रहे। मालूम हो कि दिल्ली में निजी काम करने वाले प्रमोद साव दो ऑटो पर सवार होकर अपने भतीजा सनोज कुमार, अक्षय कुमार, रूबी कुमारी, रानी कुमारी, भाई श्रवण साव, अपनी बहू तथा दो बच्चों के साथ घर के लिए चला था। लगभग 36 घंटे की यात्रा करने के बाद शुक्रवार की सुबह करीब 10 बजे वह हरिहरगंज अंतरराज्यीय सीमा पर पहुंचे। यहां उन सभी का स्वस्थ्य परीक्षण के बाद होम क्वारेंटाइन की सलाह दी गई। परंतु कोरोना संक्रमण के डर से गांव वाले घर में घुसने नहीं दिया।
पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर में भर्ती पांचों कोरोना पॉजिटिव मरीज के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने के लिए दिन में तीन बार काढ़ा पीने को दिया जा रहा है। इसके साथ ही हल्दी मिला दूध, च्यवनप्राश, विटामिन सी और जिंक टैबलेट दिया जा रहा है। वहीं दवा के तौर पर हाइड्रोक्लोरोक्वीन और पैरासिटामोल की टेबलेट दी जा रही है। डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए एक एलोपैथिक डॉक्टर, चार आयुष चिकित्सक और चार एएनएम को प्रतिनियुक्त किया गया है। पीएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर केएन सिंह बताते हैं कि डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर क्षमता 20 बेड की है, जहां 17 लोग भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि कोविड केयर सेंटर एक की क्षमता 13 बेड की है, जिसके विरुद्ध 8 लोग भर्ती हैं। वहीं जीएनएम हॉस्टल में बने कोविड केयर सेंटर दो की क्षमता 150 बेड की है, यहां 8 लोग भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस भवन में 32 बेड का क्वारेंटाइन सेंटर बना है।
पड़वा थाना क्षेत्र के कजरी पंचायत के मुखिया रेणु देवी का पुत्र 13 वर्षीय अंकित कुमार गुरुवार के तीन बजे से लापता था, जिसे 12 घंटे के अंदर ही पुलिस ने बिहार के डेहरी से बरामद कर लिया। मालूम हो कि इस संबंध में मुखिया पति रणधीर सिंह ने पंडवा थाना में लापता होने का लिखित मामला दर्ज कराया था। मामले को ले पंडवा थाना प्रभारी श्यामलाल हंसदा, डीएसपी संदीप गुप्ता, पाटन इंस्पेक्टर आनंद मिश्रा की संयुक्त टीम ने 12 घंटे में ही अंकित को परिजनों को सौंप दिया। पुलिस निरीक्षक आनंद मिश्रा ने बताया कि अंकित घर से बैग मोबाइल लेकर निकल गया। पंडवा मोड़ से ट्रक के ड्राइवर से बात कर डेहरी शहर थाना के आस-पास ही साथ पढ़ने वाले दोस्त के घर पहुच कर वहीं रुका था। घर से निकलने से पूर्व दोनों दोस्तों में बात भी हुई थी। अंकित अपने मां का मोबाइल लेकर चला गया था जिसका ट्रेस पर पुलिस वहां पहुंच सकी।
सरकार की तरफ से प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को कुल 298 प्रवासी मजदूर पलामू पहुंचे। जहां स्थानीय चियांकी एयरफील्ड पर जिला प्रशासन द्वारा उनका स्वागत किया गया। इससे पूर्व 163 मजदूर केरल से स्पेशल ट्रेन के माध्यम से देवघर के जसीडीह स्टेशन पहुंचे। वहां से पलामू जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध बस पर सवार होकर सभी मजदूर चियांकी पहुंचे। इसी तरह उड़ीसा के मयूरभंग से बस के माध्यम से 35, उड़ीसा के ही क्योंझर जिले से 65 एवं धनबाद से 35 मजदूर चियांकी पहुंचे। इस दौरान चियांकी हवाई अड्डे में बनाए गए सहायता केंद्र में मौजूद प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया।
बसों के माध्यम सभी मजदूर पहुंचे पलामू
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी द्वारा विभिन्न पड़ोसी राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों को लाने हेतु बसों की व्यवस्था की गई है। सभी मजदूर इन्हीं बसों से चियांकी पहुंचे।चियांकी पहुंचते ही इन सभी को पानी व बिस्किट दिया गया। इसके अलावे भी मजदूरों के लिए अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई थी। सामाजिक दूरी के पालन हेतु सभी काउंटर्स के आगे सर्किल बनाकर चिह्नित किया गया था।
चिकित्सकों ने की मजदूरों की मेडिकल स्क्रीनिंग
चियांकी स्थित सहायता केंद्र में मजदूरों की स्क्रीनिंग के लिए कई काउंटर्स पर चिकित्सकों की टीम को लगाया गया था। चिकित्सकों द्वारा सभी मजदूरों की जांच की गई एवं मास्क भी उपलब्ध कराया। चिकित्सकों द्वारा मजदूरों में सर्दी, बुखार जैसे लक्षणों की जांच की गई।जांच के बाद ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें होम क्वारेंटाइन में भेजा गया। सभी मजदूरों को 14 दिनों तक होम क्वारेंटाइन में रहने को कहा। साथ ही साथ काउंटर पर मजदूरों से आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल कराया गया।
झारखंड के पलामू जिला अंतर्गत हुसैनाबाद प्रखंड समेत गढ़वा आदि जगहों के चार सौ से अधिक मजदूर लाॅकडाउन की वजह से नेपाल में फंस गये हैं। इनमें बिहार व यूपी के भी मजदूर शामिल हैं।उन्होंने बताया है कि जिस सीमेंट प्लांट में काम करते थे, वह पूरी तरह से बंद हो गया है। मजदूरों ने कहा है कि सभी सीजी सीमेंट, सरदवा, पालपा, नेपाल में काम करते थे। उन्होंने पैदल बिहार के रास्ते घर आने का प्रयास किया था। मगर उन्हें बिहार बॉर्डर से वापस भेज दिया गया। लाॅकडाउन की वजह से प्लांट का काम बंद हो गया है तो आस पास में भी दुकानें नहीं खुली हैं। उन्हें खाने पीने की काफी परेशानी हो रही है।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर उपायुक्त जिशान कमर के निर्देश पर उत्पाद अधीक्षक के शिव प्रसाद साहू के नेतृत्व में गठित उड़नदस्ता दल ने शुक्रवार को छामामारी अभियान चलता। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने एवं मास्क का उपयोग नहीं करनेवाले तीन बाइक सवार को पकड़ बाइक जब्त करते हुए सभी पर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। उड़नदस्ता दल द्वारा विश्वनाथ भगत केडू, पारितोष उरांव एवं अशोक भुइयां बहेराटांड़ पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। वहीं, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करवाने के लिए सब्जी बाजार में पहुंचकर दुकानदार एवं सब्जी की खरीददारी करने पहुंचे लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कर सुरक्षित रहने को लेकर जागरूक किया गया। इस दौरान उत्पाद अधीक्षक शिव प्रसाद साहू ने आमजनों को कोरोना से बचाव के लिए नियमों की जानकारी दी।
नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर वार्ड नंबर 33 सेमरटांड मे गुरुवार की रात आपसी रंजिश में गोली चालन की घटना में सेमरटांड़ निवासी राज कुमार चौधरी का 35 वर्षीय बेटा श्यामा चौधरी जख्मी हो गया है। उसे इलाज के लिए मेदिनीनगर पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां प्रारंभिक इलाज के बाद उसकी गंभीर स्थिति देखते हुए। रांची रिम्स रेफर कर दिया गया रिम्स में ऑपरेशन के द्वारा कमर में फंसे गोली निकालने का प्रयास किया जा रहा है । एसडीपीओ संदीप कुमार गुप्ता ने बताया कि आपसी रंजिश में गोली चलने की बात सामने आ रही है। श्यामा चौधरी के फर्द बयान के आधार पर चार नामजद सहित दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि घटनास्थल से चार खोखा भी बरामद किया गया है।
बेतला नेशनल पार्क फरवरी में बाघिन की मौत के बाद राष्ट्रीय सुर्खियों में था। एक बार फिर लगातार दो बाईसन की मौत के बाद बेतला पार्क सुर्खियों में आ गया है। जानकारी के अनुसार बेतला नेशनल पार्क के वन क्षेत्र में एक सप्ताह के अंदर दो बाईसन की मौत हो गई है, जिसके बाद वन विभाग द्वारा पशु चिकित्सक से दोनों बाईसन का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें दफना दिया गया है। पूरे मामले की जांच को लेकर शुक्रवार को वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक शशि नदकुलियार, पलामू व्याघ्र परियोजना के निदेशक वाईके दास समेत कई आला अधिकारियों ने बेतला पहुंचकर बाईसन के मौत की जांच शुरू की और घटनास्थल का जायजा लिया।
घटनास्थल का जायजा लेने के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक शशि ने वन विभाग के सभागार में वन विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ पशुपालन विभाग के चिकित्सकों के साथ बैठक की। इस दौरान कई बिंदुओं पर चर्चाएं भी हुई। बाईसन की मौत के मामले को लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि मौत प्रथम दृष्टया संक्रमण के कारण हुई है। विशेष जांच के लिए मुख्य अंगों के अवशेष को जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। वनाधिकारियों ने बताया कि बैठक में यह निष्कर्ष निकला है कि किस तरह से बेतला नेशनल पार्क में आसपास के गांव में जो पालतू जानवर रहते हैं, उन्हें कैसे अंदर आने से रोका जाए। बाइसन में जो संक्रमण हुआ है, उसे रोकने को लेकर अन्य बाईसन की गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी, ताकि एहतियात बरती जा सके।
संक्रमण से बचने के लिए लाेगाें काे जागरूक करें
प्रधान मुख्य संरक्षक द्वारा सभी वनाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वन क्षेत्रों और उसके आसपास के गांवों में जाकर लोगों को जागरूक करें कि अपने जानवरों को इन क्षेत्रों में न भेजें, ताकि इस तरह का संक्रमण उन जानवरों में न फैले। ऐसे लक्षण दिखनेवाले जानवरों को चिह्नित कर पशुपालन विभाग द्वारा उसके इलाज की समुचित व्यवस्था कराई जाए। मौके पर वन विभाग के निदेशक वाईके दास, पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंदन, डीएफओ कुमार आशीष, रेंजर प्रेम प्रसाद, वनपाल मणि यादव समेत वन विभाग के कई आला अधिकारी मौजूद थे।
राज्य व केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से जलांधर, लुधियाना व चतरा से गुरुवार देर रात व शुक्रवार को 134 मजदूर हुसैनाबाद लौटे। सभी मजदूरों को क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया है। विदित हो कि ये सभी मजदूर स्पेशल श्रमिक ट्रेन से मेदिनीनगर पहुंचे और वहां से जिला प्रशासन ने सुरक्षित बस के द्वारा हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल भेजा, जहां उन्हें स्क्रीनिंग हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी डॉ. रत्नेश कुमार के मौजूदगी में डॉ. शशिभूषण, डॉ. अरुण सिंह ने की। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें सीधा क्वारेंटाइन में भेजा गया।
उन्हें बताया गया है कि वह 14 दिनों तक क्वारेंटाइन में रहेंगे, इसके बाद जांच रिपोर्ट आने के बाद घर भेजा जाएगा। वही यह भी बताया गया कि क्वारेंटाइन के बाद घर जाने पर किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर स्थानीय सहिया, एएनएम या आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से सूचना देने का काम करेंगे। जलांधर, लुधियाना व चतरा से अपने गृह स्थान पहुंचे मजदूरों में काफी खुशी है। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार को धन्यवाद किया है। हुसैनाबाद आने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्हें बहुत ही अच्छी तरह से खाने पीने के साथ लाया गया है। उन्होंने बताया कि उनके लिए आज का दिन सबसे खास है।
उन्होंने सोचा भी नहीं था की वह लाॅकडाउन के दरम्यान घर पहुंच पायेंगे। मजदूरों की बस को रिसीव करने बीडीओ इमानुएल जय बिरस लकड़ा, थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद, एसआई सच्चितानंद चौधरी, बीरबहादुर सिंह, बीपीओ अमन कुमार, डॉ. पीएन सिंह,कार्यक्रम प्रबंधक विभूति गुप्ता,स्वास्थ्य कर्मी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
10 संदिग्ध मरीजों का सैंपल भेजा गया रिम्स
हुसैनाबाद के नवनिर्मित अनुमंडलीय अस्पताल में बने क्वारेंटाइन सेंटर से 10 संदिग्ध मरीजों का सैंपल शुक्रवार को लिया गया और सभी का सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजा गया है। विदित हो कि हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र से 100 से अधिक संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रिम्स के लिए भेजा, जिसमें से एक भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं पाया गया, जो क्षेत्र के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
गुरुवार की देर शाम तीन बसों से हैदरनगर पहुंचे 75 मजदूरों को स्थानीय पीएचसी में स्क्रीनिंग के बाद उन्हें उनके घर पहुंचा दिया गया। उन्हें प्रखंड कर्मियों ने बस से रिसीव किया। स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने एक-एक कर मजदूरों व उनके साथ आने वाली महिला व बच्चों की भी स्क्रीनिंग की। सभी से एक फार्म पर हस्ताक्षर लेकर उन्हें होम क्वारेंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है। चिकित्सा पदाधिकारी डा. अशोक कुमार ने उन्हें बताया कि वह अपने फोन में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर लें। साथ ही अपने घर पूरी सावधानी के साथ 14 दिन तक एकांतवास में रहें। परिवार के अन्य सदस्यों के संपर्क में भी नहीं आएं। किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर तुरंत स्वास्थ्य सहिया, एएनएम या आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से सूचना दें। यहां पहुंचने वाले मजदूरों ने घर वापसी पर खुशी का इजहार किया है। उन्होंने सरकार का धन्यवाद भी किया। मजदूरों ने बताया कि ट्रेन व बस में उन्हें बहुत अच्छी तरह खाना पानी देकर लाया गया। स्वास्थ्य केंद्र से प्रखंड विकास पदाधिकारी राहुल देव के निर्देश पर प्रखंड नाजिर रूंजय कुमार ने ऑटो की व्यवस्था कर मजदूरों को घर तक भेजा। मौके पर थाना प्रभारी सुरेंद्र प्रसाद, एसआई निर्भय कुमार, स्वास्थ्यकर्मी नवीन किशोर, दिलीप कुमार समेत कई लोग उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में स्टील कंपनी में काम करने वाले बिहार के मुंगेर जिले के 8 मजदूर लॉकडाउन के दौरान घर जाने हेतु साइकिल से निकल पड़े 8 दिन के सफर तय करने के बाद शुक्रवार की दोपहर वे पांकी पहुंचे, मुख्य चौक के समीप सभी साइकल सवार लोगों को देख पांकी पुलिस उनसे पूछताछ की जहां लोगों ने बताया कि वे छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के स्टील कंपनी में कार्य करते थे, लॉकडाउन होने के बाद कंपनी का कार्य बंद कर दिया गया एवं उन लोगों को कंपनी के लोगों ने पैसे एवं खाद्य सामग्री देने भी बंद कर दिए जिससे उन्हें लॉक डाउन के दौरान खाद्य सामग्री एवं पैसे को लेकर दिक्कत होने लगी। इसके बाद सभी लोगों ने मन बनाकर साइकल से ही अपने घर जाने की ठान ली व वे वहां से निकल पड़े। लगातार 8 दिन साइकिल चलाने के बाद वे पांकी पहुंचे हैं।
पांकी पुलिस के द्वारा सभी लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई व भोजन करने के बाद वे निर्धारित रास्ते की जानकारी कर वहां से निकल पड़े।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर पूरे भारत मे 17 मई तक लाॅकडाउन हैं। लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद ,निसहाय, विधवा, विकलांग एवं गरीबों के बीच सीआरपीएफ द्वारा खाद्यान्न वितरण का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को डगरा ओपी पर पदस्थापित 134वीं सीआरपीएफ बटालियन ने नौडीहा बाजार थाना के अंतर्गत डगरा पंचायत के नक्सल प्रभावित सुदूरवर्ती जंगलों मे बसा गांव सीढ़हा, कटोरवातरी, रायबार के गांवों में जाकर निर्धन जरूरतमंदों परिवारों के बीच मास्क, सेनेटाइजर और खाद्य सामग्री का निशुल्क वितरण किया। यह कार्यक्रम सीआरपीएफ 134वीं बटालियन के कमांडेंट अरुणदेव शर्मा के मार्गदर्शन में किया गया। इस दौरान सीआरपीएफ 134वीं बटालियन के कंपनी कमांडर राजेंद्र सिंह भंडारी ने आरोग्य सेतु एप के बारे में ग्रामीणों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। साथ ही कोरोना वायरस से बचाव के लिए ग्रामीणों को सामाजिक दूरी मेंरहने, लगातार हाथों को साबुन से धोने, सेनेटाइजर का इस्तेमाल और मास्क लगाने के बारे में बताया गया। लाॅकडाउन के दौरान ग्रामीणों को शारीरिक दूरी का सख्ती से पालन करने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर ना निकलने की अपील की गई। कमांडर राजेंद्र सिंह ने इस दौरान ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि आने वाले दिनों में भी मास्क, सैनिटाइजर और खाद्य सामग्री का वितरण किया जाएगा मौके पर मुखिया सिकंदर सिंह, सउनिर शैलेंद्र सिंह मौजूद थे।
कोविड 19 से उपजी समस्या से प्रखंड के पोल्ट्री फार्म चला रहे लोगों को करीब 30 लाख का घाटा हो गया है,लोगों को सरकार से उम्मीद है कि इस बिजनेस से जुड़े लोगों को सहायता मिलेगी। पोल्ट्री फार्म के थोक व्यवसायी सतबरवा निवासी मो. नाजिर ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। लॉक डाउन की घोषणा ने पोल्ट्री फार्म से जुड़े लोगों के लिए काल बन गया। हवा ऐसी उड़ी कि लोग मुर्गा खरीदना तो दूर लोग उस गली का रास्ता ही बदल दिए। खरीददार नहीं मिलने पर जैसे तैसे दस रुपये किलो मुर्गा बेच दिया। प्रखंड क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में 30 लोग पोल्ट्री फार्म खोल कर अपना जीवन यापन करते थे, पर इस लॉकडाउन में हर एक व्यक्ति को करीब 50 से 60 हजार का नुकसान हुआ है। मेरा केवल अकेले लगभग 15 लाख का नुकसान हो गया। 30 लाख मार्केट में लोगों के पास बकाया है। लोगों से कर्ज लेकर इस उम्मीद में चूजा पोल्ट्री फार्म में डाल दिए हैं की लॉकडाउन खुलने के बाद बिजनेस चल पड़ेगा। चेरी डबरा के धनंजय कुमार यादव ने कहा कि इस कोरोना वायरस ने हम गरीब को बर्बाद कर दिया। पोल्ट्री फार्म में करीब 60 हजार का घाटा हुआ है। अब हम लोग अपना जीविका कैसे चलाएंगे, यह बड़ी कठिन परिस्थिति उत्पन्न हो गई है। सरकार हम पोल्ट्री फार्म वालों को बिजनेस स्टार्ट करने में सहयोग करें, यह उम्मीद हम लोग कर रहे हैं।
लॉक डाउन के मद्देनजर झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार पलामू जिला व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को प्रभारी पीडीजे पंकज कुमार द्वारा व्यवहार न्यायालय के मुख्य गेट के पास थर्मल स्क्रीनिंग व हैंड सेनेटाइजेशन सेंटर का उदघाटन किया गया। मौके पर प्रभारी पी डी जे पंकज कुमार ने बताया कि भारत सरकार द्वारा कोविद 19 में दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत पालन करना जरूरी है।उन्होंने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के दिशा निर्देश से मुख्य गेट पर मुव्वकिल व अधिवक्ताओं को सुरक्षा के दृष्टिकोण से थर्मल स्केनिंग व हैंड सेनिटाइजेशन किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि अब अधिवक्ता प्रातः 8:00 से 10:00 बजे तक ड्राप बॉक्स में अपने मुव्वकिल के पिटीशन को जमा कर सकेंगे । इसे सुनवाई के लिए तिथि निर्धारित होने के बाद उन्हें सूचना दूरभाष या मेल या वाट्सएप नंबर पर दी जाएगी। 18 प्रकार के मामले में सुनवाई किया जाएगा। इसके तहत शारीरिक दूरी का पूर्ण रूप से पालन करना सबको जरूरी है।उन्होंने कहा कि सभी कार्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही संपादित होंगे। इसके लिए अधिवक्ताओं द्वारा दर्ज पिटीशन पर सुनवाई की तिथि व समय कोर्ट के द्वारा दूरभाष या मेल या वाट्सएप पर उन्हें दी जाएगी। तभी अधिवक्ता कोर्ट में उपस्थित होंगे। न्यायिक कार्यों में अग्रिम जमानत ,नियमित जमानत, रिलीज, फैसला आदि 18 प्रकार के कार्य होगा।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में पलामू जिले के तीनों अनुमंडल मेदिनीनगर, छतरपुर व हुसैनाबाद में अबतक 208 व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। वहीं 431 वाहनों को जब्त करने एवं 1448 व्यक्तियों के खिलाफ शो-कॉज नोटिस जारी करने संबंधी कार्रवाई की गयी है। पलामू जिला प्रशासन की ओर से आईपीसी की धारा-188 के तहत कार्रवाई की गयी है। अपर समाहर्ता-सह-लॉक डाउन क्रियान्वयन कोषांग के वरीय पदाधिकारी प्रदीप कुमार प्रसाद ने बताया कि जिले के तीनों अनुमंडल क्षेत्र मेदिनीनगर सदर, छतरपुर एवं हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में लॉक डाउन का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा-188 के तहत निरंतर कार्रवाई जारी है। कोटपा एक्ट के तहत पलामू में अबतक कार्रवाई कार्रवाई करते हुए 50 हजार रुपए का जुर्माना वसूला जा चुका है। उल्लेखनीय है कि सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पादन अधिनियम (कोटपा)-2003 की धरा-4 के तहत अनुसार सभी सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान प्रतिबंधित है। इसका उल्लंघन करने पर 200 रुपए तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान है। कोरोना वायरस से बचाव एवं जन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पलामू जिले के सभी सरकारी/गैर सरकारी कार्यालय एवं परिसर, सभी स्वास्थ्य संस्थान एवं परिसर, सभी शैक्षणिक संस्थान एवं परिसर तथा सभी थाना एवं परिसर में किसी भी प्रकार का तम्बाकू पदार्थ का उपयोग पूर्णतः प्रतिबंधित है।
वैश्विक महामारी के इस दौर में विधायक प्रतिनिधि लाला प्रसाद यादव कोरोना वारियर्स की भूमिका में नजर आ रहे हैं। वे प्रतिदिन गांवों में घूम घूमकर सरकार द्वारा संचालित जन वितरण प्रणाली, आंगनबाड़ी तथा सरकारी विद्यालयों के बच्चों के बीच वितरण होने वाले सूखा राशन एवं पोषाहार राशि आदि विकास योजनाओं को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। शुक्रवार को उन्होंने लेस्लीगंज मध्य विद्यालय के बच्चों के घर घर जाकर सूखा राशन एवं पोषाहार की राशि का वितरण कराया।
मौके पर उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से काम धंधे बंद रहने से गरीब असहाय लोगों खासकर दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। ऐसे में गरीब असहाय लोगों से जुड़ी जन वितरण प्रणाली तथा आंगनबाड़ी केंद्र एवं विद्यालय मद से सूखा राशन एवं पोषाहार की राशि आदि योजनाओं को संचालित करने वाले लोग ईमानदारी पूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए ससमय एवं निर्धारित मात्रा में वितरण कराना सुनिश्चित करें, जिससे आपदा की इस घड़ी में गरीब असहाय लोगों को राहत मिल सके।
इस अवसर पर चैंबर अध्यक्ष छोटेलाल प्रसाद सोनी, समाजसेवी बजरंगी प्रसाद, अजय पासवान, मीडिया प्रभारी ओम प्रकाश दुबे, विद्यालय के प्रधानाध्यापक संत कुमार तिवारी, सहायक शिक्षक अरविंद राम समेत कई लोग मौजूद थे।
छिपादोहर थाना क्षेत्र अंतर्गत चुंगरु पंचायत का चहल निवासी फुलेश्वर सिंह का 20 वर्षीय बेटा संजय सिंह को गांव की एक लड़की से प्यार करना उसकी जान के लिए महंगा पड़ गया। ज्ञात हो कि 18 अप्रैल को छिपादोहर पुलिस ने चहल डैम से संजय सिंह का शव बरामद किया था, जिसके बाद शव को देख हत्या की आशंका जताई जा रही थी। शुक्रवार को छिपादोहर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में एसडीपीओ अमरनाथ एवं छिपादोहर थाना प्रभारी फगुनी पासवान ने बताया कि चहल गांव की ही एक लड़की से एक साल से संजय का प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी बीच पिछले साल सरहुल परब के दौरान गांव का ही माधो परहिया ने संजय सिंह की प्रेमिका के साथ छेड़छाड़ की थी।
इस बीच संजय सिंह और माधो परहिया एवं विरोधन सिंह के साथ नोकझोंक भी हुई थी, तभी से इनलोगों के बीच दुश्मनी चल रही थी।
एसडीपीओ ने बताया कि 16 अप्रैल को विरोधन सिंह, माधो सिंह एवं लड़की के चचेरे भाई त्रिलोकी सिंह शाम को चहल डैम में मछली मार रहे थे, तभी संजय सिंह डैम के रास्ते कहीं जा रहा था। इस क्रम में संजय सिंह को अकेला देख तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट की और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। संजय सिंह की हत्या करने के बाद उसके शव को पहले डोभा में फेंक दिया। उसके बाद 17 अप्रैल की सुबह चार बजे शव को वहां से उठाकर डैम में फेंक दिया गया। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लातेहार जेल भेज दिया गया है।
चंदवा थाना क्षेत्र के एनएच 39 स्थित हुटाप गांव के समीप लातेहार से मरीज को छोड़कर वापस जा रहे एंबुलेंस को अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी। इसमें एंबुलेंस वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इस घटना में एंबुलेंस चालक के अलावा सड़क पर चल रहे एक युवक धर्मेंद्र कुमार (आरा, बिहार) गंभीर रूप से घायल हो गया है। टक्कर इतना जबरदस्त था कि चालक एंबुलेंस में ही फंस गया। घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची चंदवा थाना पुलिस ने आधे घंटे की मशक्कत के बाद चालक को किसी तरह बाहर निकाला व दोनों घायलों को इलाज के लिए सीएचसी चंदवा लाया गया है। चालक की पहचान विश्वजीत भारती के रुप में की गयी है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि उक्त एंबुलेंस रिम्स रांची से पंजीकृत है। गुरुवार को एक मरीज को लातेहार पहुंचाकर वापस रांची लौट रहा था। तभी यह घटना हुई। पुलिस दुर्घटना को अंजाम देकर भागने वाले वाहन का पता लगाने का प्रयास कर रही है। प्रारंभिक इलाज के बाद दोनों घायलों को चिकित्सकों ने बेहतर चिकित्सा के लिए रिम्स रांची रेफर कर दिया है। दुर्घटना के कारण लगभग एक घंटे तक सड़क पर यातायात बाधित रहा।
डीडीसी माधवी मिश्रा ने शुक्रवार को कोरोना महामारी को लेकर बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर का औचक निरीक्षण किया। सेंटर में प्रतिनियुक्त कर्मियों से विधि व्यवस्था की जानकारी ली एवं सेंटर में रह रहे श्रमिकों को पूरी सुविधा देने का निर्देश दिया।
इस दौरान उन्होंने नवोदय विद्यालय, नर्सिंग काॅलेज एवं होटवाग स्थिति छात्रावास में बने सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर बनाए गए सभी नियमों का अनुपालन करवाने को लेकर प्रतिनियुक्त पदाधिकारी को निर्देश दिए एवं स्वास्थ्य संबंधित सभी जांच समय-समय पर करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया। इस दौरान कर्मियों ने डीडीसी को अपनी समस्याएं बताई। इसपर उन्होंने अविलंब कार्रवाई को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया। मौके पर सादर बीडीओ गणेश रजक मौजूद थे।
उपायुक्त जिशान कमर ने लाॅकडाउन में फंसे रेड, अाॅरेंज व ग्रीन जोन से आने वाले प्रवासी मजदूरों पर विशेष निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार को रेड, अाॅरेंज एवं ग्रीन जोन से आने वाले मजदूरों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए एवं रेड जोन से आए मजदूरों को लेकर विशेष सतर्कता बरतने एवं क्वाॅरटाइन के दौरान मानक सुरक्षा में रखने की बात कही। उपायुक्त ने होम क्वारेंटाइन किए गए मजूदरों की भी निगरानी को लेकर संबंधित पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी को प्रवासी मजदूरों के लाने समेत अन्य सुविधा देने के लिए निर्देशित किया। मौके पर जिला परिवहन पदाधिकारी बंधन लाॅग, जिला खनन पदाधिकारी आनंद कुमार समेत कई पदाधिकारी मौजूद थे।
लाॅकडाउन के दौरान विशेष परिस्थिति में लोगों के आवागमन को लेकर उपायुक्त जिशान कमर ने जिला परिवहन पदाधिकारी को ई-पास निर्गत करने के लिए नियुक्त किया है। उन्हें जिला सूचना पदाधिकारी दीपक कुमार से आपसी समन्वय स्थापित कर ई-पास निर्गत करने के लिए निर्देशित किया है। उपायुक्त के निर्देश पर जिला परिवहन पदाधिकारी ने ई-पास निर्गत करने के लिए अपना कमान संभाल लिया है।
डीटीओ ने कमान संभालने के साथ ही जिले में 63 ई-पास की स्वीकृति प्रदान की है। उनके द्वारा ई-पास निर्गत करने के लिए आने वाले आवेदनों पर त्वरित कार्रवाई के लिए एक कमेटी व हेल्प डेस्क का भी निर्माण कराया गया है, ताकि किसी भी व्यक्ति को ई-पास बनाने में किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। जिला समाहरणालय स्थित एनआइसी के समीप हाॅल में हेल्प डेस्क बनाया गया है।
तीन प्रकार के पास होंगे निर्गत
लाॅक डाउन के दौरान विशेष परिस्थिति में आवागमन के लिए तीन प्रकार के ई-पास निर्गत किए जाएंगे। डीटीओ ने बताया कि जिले के अंदर, दूसरे जिले एवं राज्य से बाहर जाने के लिए पांच निर्गत किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अबतक जिले के अंदर आवागमन के लिए आए 24 आवेदन में सात, जिले से बाहर के लिए 179 में 46 तथा झारखंड राज्य से अन्य दूसरे राज्य में जाने के लिए आए 69 में दस आवेदनों को स्वीकृति दी गई है।
ई-पास निर्गत करने के लिए हेल्प डेस्क का नंबर किया जारी
डीटीओ बंधन लाॅग ने जिलेवासियों के सहुलियत के लिए ई-पास बनाने के लिए हेल्प डेस्क का गठन किया है। इसका नंबर भी जारी किया है। अबूल फ़ैज़ के मोबाइल नंबर 7488514946 व अमरदीप यादव के मोबाइल नंबर 7903346757 पर संपर्क कर जानकारी लिया जा सकता है।
रेड जोन के लिए नहीं निर्गत होगा पास
डीटीओ लाॅग ने कहा है कि रेड जोन के लिए ई पास निर्गत नहीं किए जाएंगे। केवल अाॅरेंज एवं ग्रीन जोन के लिए ही पास निर्गत किए जा सकते हैं। उन्होंने आम जनता से अति आवश्यक कार्य के लिए ही ई-पास बनाने की अपील की है।
आनंद मार्ग के प्रवर्तक श्रीश्री आनंदमूर्ति जी का 99वां जन्मोत्सव शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र के अमझरिया के कीर्तन स्थल पर श्रद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर कीर्तन एवं पुष्प अर्पित कार्यक्रम किया गया। आसपास के गांवों के गरीब बच्चों के बीच कॉपी व पेन वितरित किया गया। मौके पर आचार्य प्रज्ञानंद अवधूत ने कहा कि याद रखो, मनुष्य अति अल्पकाल के लिए इस धरती पर आया है, इसलिए तुम अपने समय और सुयोग का पूर्ण रूप से सत्य व्यवहार करो। यथार्थ सेवा का मनोभाव पोषण करो। जगत की सेवा करते जाओ।
जागतिक, मानसिक और आध्यात्मिक जीवन के सभी स्तरों में सर्वाधिक सेवा का कार्य चलाते जाओ। इस अवसर पर भंडारा का भी आयोजन किया गया था। बड़ी संख्या में लोगों ने भंडारे में प्रसाद स्वरूप भोजन किया। कार्यक्रम के दौरान कोरोना वायरस से बचाव के लिए दो गज की दूरी का अनुपालन करते हुए लोगों ने मास्क व गमछे का प्रयोग किया। कार्यक्रम में यूनिट संरक्षक बालेश्वर गंझु, शिव प्रसाद मेहता, मोहन गंझु, दिलीप गंझु, सुरेंद्र उरांव, रूपन गंझु, मंदिला देवी समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
मनिका प्रखंड के हुमामारा गांव में आरती महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे राशन दुकान से लाभुकों को 10 किलो तक कम राशन देने की खबर बुधवार को दैनिक भास्कर में छपने के बाद मनिका प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अनिल गुप्ता हुमामारा गांव पहुंचे। मौके पर उन्होंने कार्डधारियों का बयान दर्ज किया। इस दौरान प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अनिल गुप्ता पूरी तरह से जनवितरण दुकानदार का बचाव करते दिखे। कई ग्रामीणों ने बताया कि डीलर की उपस्थिति में एमओ द्वारा बगैर कोई जानकारी दिए हमलोगों से रजिस्टर में जबरन हस्ताक्षर करा लिया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि डीलर मोहन ठाकुर की उपस्थिति में कार्डधारी शिकायत करने में डरते हैं, क्योंकि डीलर द्वारा बार-बार कहा जाता है कि अगर कोई कम राशन मिलने की शिकायत करेगा तो कार्ड से उसका नाम काट दिया जाएगा। इसलिए, ग्रामीणों ने दबाव में आकर रजिस्टर में हस्ताक्षर कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि समूह का दुकान चला रहे मोहन ठाकुर दबंग प्रवृत्ति का व्यक्ति है। इस संदर्भ पूछे जाने पर मनिका एमओ अनिल गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट वरीय अधिकारी को सौंपी जाएगी। डीलर जब दोषी पाया जाएगा तभी कार्रवाई होगी। इधर, ग्रामीणों ने लातेहार के कर्तव्यनिष्ठ अनुमंडल पदाधिकारी सागर कुमार से इस मामले की पुनः निष्पक्ष जांच करने की गुहार लगाई है।
सदर प्रखंड के बेंदी पंचायत के गोदना गांव स्थित ठेकहीटांड़ के दर्जनाधिक ग्रामीणों ने समाहरणालय पहुंचकर डीलर द्वारा राशन नहीं देने की शिकायत की है। उपायुक्त जिशान कमर को आवेदन देकर डीलर पर कार्रवाई की मांग की है। दिए गए आवेदन में ग्रामीणों ने गांव के डीलर पूरन प्रसाद पर राशन नहीं देने का आरोप लगाया है। ग्रामीण महिला जेती देवी, बबीता देवी, सरिता मसोमात, शीला देवी समेत दर्जनभर कार्डधारियों ने बताया कि हमलोगों का राशन कार्ड है।
इसके बावजूद वर्ष 2016 से अब तक डीलर द्वारा राशन नहीं दिया गया है, जिस कारण हमलोगों के समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। ग्रामीणों में शामिल दशरथ राम, गुंजरी मसोमात, मीना देवी का राशन कार्ड नहीं है। इन्हें भी डीलर द्वारा कार्ड नहीं रहने के कारण राशन देने से वंचित रखा गया है। जबकि वर्तमान समय में ऐसे लोगों को भी 10 किलोग्राम खाद्यान्न उपलब्ध कराना है।
गौरतलब हो कि कोरोना आपदा से निपटने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा लोगों को हर हाल में खाद्य सामग्री उपलब्ध कराना है, चाहे जरूरत मंद के पास कार्ड हो या नहीं। ग्रामीणों ने उपयुक्त से उक्त डीलर पर कार्रवाई करते हुए राशन उपलब्ध कराने की मांग की है। आवेदन में कई ग्रामीण महिलाओं के हस्ताक्षर अंकित हैं।
माकपा के पूर्व जिला सचिव अयूब खान की पहल पर सीएचसी में इलाज के बाद अब कुछ ठीक हुए प्रवासी मजदूर पप्पू शर्मा को शुक्रवार को उसके घर बिहार राज्य के नवादा जिले के सिंघना गांव भेज दिया गया है। बीडीओ अरविंद कुमार, सीओ मो. मुमताज अंसारी, चिकित्सा प्रभारी निर्मला शांति लकड़ा ने एम्बुलेंस की व्यवस्था की। दो साथियों के साथ उन्हें घर के लिए रवाना किया।
इनके साथ अस्पताल में इनके सहयोग में फंसे नौ साथी मजदूरों ने भी पांचवें दिन राहत की सांस ली है। इसके बाद वे भी साइकिल से ही अपने-अपने घर के लिए रवाना हुए। सूचना मिलने पर गुरुवार शाम को इन प्रवासी मजदूरों से माकपा नेता अयूब खान मिलने अस्पताल पहुंचे थे, इनका हाल जाना था। बेड में पड़े मजदूर पपू शर्मा ने उन्हें बताया था कि उड़ीसा झारसुगुड़ा स्टील प्लांट में हम सभी मजदूर काम करते थे। लॉकडाउन के कारण काम बंद हो गया। खाने की समस्या होने लगी थी, तभी हम सभी मजदूरों ने अपने घर सिंघना, थाना रुपाव, जिला नवादा (बिहार) साइकिल से लौट रहे थे। इसी क्रम में चंदवा के बोदा घाटी में गिरकर घायल हो गये थे। स्थानीय पुलिस तथा साथियों के सहयोग से चंदवा हॉस्पिटल इलाज के लिए लाया गया, तबसे मेरा इलाज चल रहा है। आंख के सामने तथा सीने में चोट लगने से दर्द हो गया था। इलाज के बाद अब कुछ ठीक है।
वैश्विक महामारी कोरोना के बचाव के लिए प्रशासन द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में कई निराश्रित और असहाय परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस संकट को खत्म करने के लिए केसपार माइक्रो क्रेडिट संस्था द्वारा जन अभियान के माध्यम से गुरुवार को गरीब परिवारों के घर तक राशन सामग्री और भोजन पहुंचाया गया। गुरुवार की सुबह प्रशासन की अनुमति से प्रखंड के 20 जरूरतमंदों तक राशन पहुंचाया गया। मौके पर केसपार संस्था के शाखा प्रबंधक सत्येन्द्र कुमार ने लोगों से सोशल डिस्टेंस का पालन करने व बार-बार हाथ धोने के अलावा घर में रहने की अपील की। मौके पर एएसआई भोला प्रसाद यादव, जितेंद्र कुमार, सोनू कुमार, बैजंती कुमारी, रंभा, गोलू सरदार समेत कई लोग उपस्थित थे।
भाजपा नेता पवन कुमार गुप्ता व अमरजीत सिंह ने शुक्रवार को चतरा सांसद सुनील सिंह के द्वारा उपलब्ध कराये गये मास्क का वितरण जरूरतमंद लोगों के बीच किया। उन्होंने सदर प्रखंड क्षेत्र के परसही, पोचरा, होटवाग, मोंगर, सेमरिया व इचाक समेंत कई गांवों में मास्क का वितरण किया। गुप्ता ने बताया कि लातेहार प्रखंड क्षेत्र में 25 हजार मास्कों का वितरण किया जा चुका है। सिंह व गुप्ता ने नगर पंचायत अध्यक्ष सीतामणि तिर्की समेत कई पंचायतों के मुखिया व जनप्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्र में वितरण करने हेतु मास्क प्रदान किया गया। गुप्ता ने लोगों ने लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की अपील की।