बड़कागांव प्रखंड के मुसलमान रमजान के पाक माह में रोजा रख रहे हैं । इस्लाम धर्म के मुताबिक रमजान के महीने को नेक महीना और खुद पर संयम रखने का महीना माना जाता है। माना जाता है कि रोजे रख भूखे रहने से दुनियाभर के गरीब लोगों की भूख और दर्द को समझा जाता है। रमजान को लेकर सीरमा पंचायत के पूर्व मुखिया अत्ताउल्लाह खान बताते हैं कि रमजान के महीने में अल्लाह अपने बंदों को बेशुमार रहमतों से नवाजता है। और जहन्नम के दरवाजे बंद करके जन्नत के दरवाजे खोल देता है। महूदी ग्राम निवासी पारा शिक्षक शमशेर आलम ने कहा कि माहे रमजान पर मुस्लिम समुदाय के लोग पूरी पाकीजगी से रोजा रख रहे हैं लॉकडाउन एवं सोशल डिस्टेंस का ख्याल रखते हुए रोजेदार शहरी ,तरावी, इफ्तार में शामिल होते हैं। ना ही सामूहिक तौर पर इफ्तार हो रहा है और ना ही सामूहिक तौर पर नमाज अदा की जा रही है। जंग-ए-बदर से एक माह और कुछ दिन पूर्व रमजान के रोजे की फजीहत का हुक्म नाजिल हुआ।
तब से पूरी दुनिया के मुसलमान 29या 30 दिन के रोजे रखते हैं। बादम ग्राम निवासी जमाल सगीर एवं मजदूर मो नईम ने कहा कि सूरज निकलने से पहले और सूरज डूबने तक किसी भी तरह की चीज खाने पीने से परहेज करते हैं। यह सिलसिला पूरे माह चलता रहता है।और रमजान खत्म होते ही दूसरे दिन ईद का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसलिए लाॅकडाउन को ध्यान में रखते हुए लोग मस्जिदों को आबाद रखने के साथ घरों में नमाज अदा कर रहे हैं। मो वाहिद हुसैन ने कहा कि इस्लाम को मानने वालों के लिए रमजान फर्ज है। जो लोग इस महीने में नेक काम करते हैं। फिरोज आलम ने कहा कि रोजेदार के लिए इस माह का लम्हा लम्हा नेकियों का है। माहे रमजान मुबारक को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहला हिस्सा रहमत दूसरा बक्शीश और आखरी हिस्सा जहन्नुम से निजात का है। आलीमों ने अंतिम हिस्से को बड़ी महत्व बताई है। प्रखंड में कोरोना वायरस से एक भी लोग पॉजिटिव नहीं हुए हैं। रोजा मुख्य रूप से बड़कागांव, बलिया, सिरमा महुदी, बादम, डाड़ी, सिंदुवारी चंदौल, महुगाई, नापो, मिर्जापुर, हाहे, पिपराडीह, नगड़ी, कनोदा आदि गांव के मुसलमान रोजा रख रहे हैं।
केरेडारी प्रखंड अंतर्गत बेलतू के उप स्वास्थ्य केंद्र एवं माता स्थान मंदिर प्रांगण कंडाबेर के कार्य में बरती जा रही अनियमितता को लेकर जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने उपायुक्त को आवेदन दिया है तथा जांचोपरांत उचित कार्रवाई करने की मांग की है। पंचायत प्रमुख नीतू कुमारी, बेलतू मुखिया जितनी देवी, कर्मचारी कुमार साव, संजय कुमार भारती, नकुल साव, पिन्टू साव आदि के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन में कहा गया है कि बेलतू उपस्वास्थ्य केंद्र लगभग 30 वर्ष पुराना एवं जर्जर अवस्था में है लेकिन संवेदक पवन कुमार साव के द्वारा जैसे तैसे कार्य किया जा रहा है। वहीं माता स्थान मंदिर कंडाबेर आस्था का केंद्र है, उसमें भी सुन्दरीकरण का कार्य किया जा रहा है, वह कार्य भी इसी संवेदक द्वारा जैसे तैसे कार्य किया जा रहा है। जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय लोगों ने मामले को संज्ञान में लेकर जांचोपरांत उचित कार्रवाई करने तथा दोनों कार्य अच्छी से करवाने की मांग की है।
कोरोना जंग के खिलाफ भारतीय न्यास अधिनियम के तहत निबंधित अनुमंडल पत्रकार एकता मंच ट्रस्ट अपनी सामाजिक दायित्वों का निर्वहन करते आ रहा है। लोगो को कोरोना से जागरूक करने का मुहिम भी चलाए हुए है। अपेम द्वारा रसोइया धमना पंचायत में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया। मंच के चीफ एडवाइजर जाने माने चिकित्सक डाॅ अनिल कुमार ने मरीजों का निःशुल्क जांच की और दवाइयां बांटी। उनके साथ सहयोग करने अपेम संरक्षक रंजीत चंद्रवंशी, अपेम सचिव दयानंद चाैरसिया, सदस्य रितेश कुमार, अनुज यादव, पंकज कुमार, पप्पू केशरी शामिल थे।
अपेम ने जरूरतमंदों तक दवा उपलब्ध कराने की बीड़ा उठाया है। ट्रस्ट के अध्यक्ष कृष्णा प्रजापति ने बताया कि डाॅ अनिल कुमार के द्वारा ऑनलाइन परामर्श की सुविधा भी दी जानी है। मोबाइल नंबर 9934337941 पर काॅल कर चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया जा सकता है। वहीं संरक्षक रंजीत चंद्रवंशी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बीच कई ऐसे भी लोग हैं, जिनका इलाज ग्रामीण क्षेत्रों में नही हो पा रहा हैं। मौके पर मो. तैयब, जमुना देवी, प्रयाग राम, भगिया देवी, कांति देवी, रेखा देवी, जमुनी देवी, मीठी देवी, श्वेता कुमारी, रीना देवी, कौशल्या देवी, सावित्री देवी, वंशराज, जशवा देवी, रीता देवी, हुड़धूल देवी, नेहा कुमारी, विंदु देवी, प्रिया कुमारी सहित दर्जनों मौजूद थे।
जिले का सबसे बड़ा प्रखंड चौपारण में संचालित जनवितरण प्रणाली एवं महिला मंडल दुकानों में गरीबों का निवाला को बेखौफ निगलने का सिलसिला जारी है। उक्त जानकारी बीसीओ सह एमओ भूपनाथ महतो ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि कोरोना जैसे संकट काल में भी डीलर की मनमानी का मामले उजागर होने से चौपारण प्रखंड का नाम कालाबाजारियों की सूची में अव्वल है। उन्होंने कहा कि कार्डधारियों के शिकायत के आधार पर जांचोपरांत प्रखण्ड के कई डीलर अबतक निलंबित कर दंडित किये जा चुके हैं।
उसके बावजूद जनवितरण प्रणाली विक्रेता महिला जागृति मण्डल ग्राम बनउ राशन वितरण में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया। जिसके आधार पर एमओ महतो ने स्थल पर पहुंचकर उपस्थित कार्डधारियों से पूछताछ करने पर कुछ कार्डधारकों द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का अनाज नहीं दिया गया है। वहीं कुछ ने बताया कि मई 2020 का अनाज नहीं दिया गया है। तो कुछ कार्डधारकों ने बताया कि निर्धारित मानकों से कम राशन दिया जाता है। आरोप के आलोक में जनवितरण प्रणाली विक्रेता महिला जागृति मण्डल अनुज्ञप्ति संख्या 07/09 ग्राम बनउ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए नजदीकी जनवितरण प्रणाली दुकानदार ब्रजेश सिंह को अनुज्ञप्ति संख्या 01/2010 को अगले आदेश तक सम्बद्ध किया गया। साथ ही निलंबित जागृति महिला मंडल से उक्त सम्बन्ध में एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण समर्पित करने को कहा गया है।
कटकमदाग प्रखंड के सुल्ताना में बीडीओ सह प्रभारी एमओ जितेंद्र कुमार मंडल ने अख्तर हुसैन का पीडीएस दुकान की जांच की। दुकान की जांच सुल्ताना मुखिया की शिकायत के आधार पर की गई। मुखिया ने लिखित शिकायत की थी कि अंजु कुमारी को दो वर्ष से राशन नहीं दिया जा रहा है। साथ ही लाभुकों को राशन कम देने की मौखिक शिकायत की गई थी। जांच के दौरान उप मुखिया, पूर्व मुखिया प्रतिनिधि अख्तर नूरी सहित कई लाभुकों ने पीडीएस दुकान से राशन सही मात्रा में मिलने की बात कही। जबकि अंजु कुमारी को राशन नहीं मिलने की बाबत बीडीओ ने बताया कि उसका नाम उक्त राशन दुकान की सूची में नहीं पाया गया।
चौपारण प्रखण्ड के रामपुर पंचायत भवन में बुधवार को मुखिया वीणा देवी के नेतृत्व में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक की गई। मुखिया ने कहा कि मनरेगा के तहत पंचायत में भरपूर रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा। बैठक में पंचायत के सभी वार्ड सदस्यों के साथ महिला समूह दीदी ने भाग लिया। मुखिया ने बताया कि मनरेगा के निबंधित श्रमिकों को राज्य सरकार ने पंचायत में ही काम देने की योजना बना रही है। लॉकडाउन से हुए श्रमिकों के नुकसान की भरपाई के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए पंचायत की अहम भूमिका निभाने का समय है। वहीं मुखिया वीणा देवी ने पंचायत के कई जनवितरण प्रणाली दुकानों का भ्रमण के दौरान रणवीर कुमार के दुकान का निरीक्षण किया। मुखिया के साथ समाजसेवी शिवशंकर पंडित, बलभद्र राम, विवेक कुमार, मनोज प्रसाद, गणेश प्रसाद, छोटेलाल चंद्रवंशी, सिकंदर राम, सुनील सिंह सहित कई लोग शामिल थे।
जिले के विभिन्न प्रखंडों के मजदूर राज्य के बाहर लॉकडाउन में फंसे हैं । कंपनी बंद हो गई है । बाहर फंसे मजदूरों को खाने पीने में दिक्कतें हो रही हैं । अब वे किसी तरह अपना घर आना चाहते हैं । मजदूरों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि जिस कंपनी में काम कर रहे थे लॉकडाउन के कारण बंद हो गई है । कंपनी बंद होने से मालिक भी हाथ खड़ा कर दिया है हमलोग किसी तरह भी घर आना चाहते हैं। घर में सभी परिवार चिंतित हैं। जिले के बरकट्ठा, चौपारण, ईचाक, दारू, चुरचू, कंडसार, केरेडारी सहित विभिन्न प्रखंडों के मजदूर, दिल्ली, उड़ीसा, मुंबई, पुना, पंजाब सहित देश के विभिन्न इलाकों में फंसे है । उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है । झारखंड सरकार के निर्णय ने मजदूरों को घर लौटाने का रास्ता साफ कर दिया है । लिए गए निर्णय के अनुसार सीमावर्ती राज्यों के मजदूर बस से और दूर दराज के इलाकों में फंसे मजदूरों को ट्रेन से लाने का प्रबंध किया गया है । कई क्षेत्रों से छात्र और मजदूर आना शुरू भी कर दिए है । प्रवासी मजदूरों ने स्थानीय प्रशासन व अपना गृह जिला में बने हेल्पलाइन से सम्पर्क कर रहे हैं।
केरेडारी थाना क्षेत्र के बेलापेटो गांव के मजदूरों ने दूरभाष पर बताया कि हमलोग मुंबई में फंसे हुए हैं। खाने पीने का समान खत्म हो गया है। हमलोग 25 लोग से अधिक है। फंसे मजदूरों में मो इदरिश, मो इब्राहिम, सहादत, मो एकबाल, मो परवेज, मो नेजाम व कटकमसांडी कंडसार के विकास कुमार साव, संजय कुमार भुईयां, संतोष कुमार राम, ईश्वर राम, सकेन्द्र राम, धर्म राम ने बताया कि एक एक दिन बाहर में रहना अब दुर्लभ हो रहा है। पैसे भी खत्म हो गए हैं। स्थिति अब भूखे मरने जैसी हो गई है। कंडसार के मजदूर उड़ीसा संबलपुर गांव चारमाल में हैं। ये सभी मजदूर पुल निर्माण कंपनी में काम करते थे । इसी तरह देश के अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों की घर वापसी के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है ।
बुधवार को जिला अध्यक्ष कांग्रेस हजारीबाग अवधेश कुमार सिंह ने पेट्रोल- डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह फैसला गलत है। इसे तुरंत वापस लेना चाहिए बहुत ही शर्म की बात है कि जहां देश कोरोना महामारी के संकट से गुजर रहा है वहीं केंद्र सरकार जनता को लूटने में लगी हुई है। एक तरफ जहां विश्व बाजार में तेल का दाम कौड़ी का हो गया है तो वही अपने देश में पेट्रोल -डीजल का दाम बढ़ाना कहां तक उचित है। यह मामला पूरे तरीके से देश के जनता को लूटने शोषण करने का है हम कांग्रेसी कार्यकर्ता इस मामले को आर्थिक अपराध मानते हैं । देश की जनता इस गलत निर्णय के लिए उचित समय पर मोदी सरकार को जवाब देगी। ऐसे मुश्किल घड़ी में केंद्र सरकार को आम लोगों के लिए आगे आना चाहिए था। इस महामारी की जंग में मोदी सरकार को अपने अमीर दोस्तों को छोड़कर मेहनतकश लोगों की रोजी रोटी के मार झेल रहे आम लोगों के मदद के लिए आगे आना चाहिए था लेकिन उल्टे मेहनतकश लोगों के लिए इस तरह का निर्णय लेकर मुश्किल खड़ी कर दी हैं। इस मुश्किल घड़ी में यह निर्णय जनविरोधी निर्णय है।
कार्डधारियों के शिकायत पर उड़नदस्ता टीम के सदस्यों ने डाढा के जन वितरण प्रणाली दुकान की जांच बुधवार को किया। टीम के सदस्यों ने गांव पहुंच कर कार्ड धारियों की शिकायत सुनकर वहां के डीलर परमेश्वर महतो से गहन पूछताछ की। जांच में पाया गया कि कुछ लाभुक डीलर से असंतुष्ट हैं जबकि अधिकांश ने राशन वितरण में संतुष्टि जताया। कार्ड धारियों के शिकायत को देखते हुए बीडीओ उषा मिंज ने डीलर को दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब देने को कहा गया है। वही अधिक दूरी होने के कारण उड़नदस्ता टीम के सदस्य लुन्दरू गांव नहीं पहुंच सके। जिसके चलते कार्ड धारियों के शिकायत की जांच नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि लंदूर के डीलर कपूर्ण निशा और महादेव जादव के खिलाफ कार्ड धारियों ने डीसी को आवेदन सौंपा है ।जिसकी जांच गुरुवार को एम ओ सुरेंद्र दास करेंगे । उन्होंने कहां के जांच में कार्ड धारियों के शिकायत सही मिली तो डीलर के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई किया जाएगा ।
नगर निगम हजारीबाग के सफाई मित्रों के सम्मान में सम्मान भोज का आयोजन खान परिषद कार्यालय में किया। इसमें बड़ी संख्या में सफाई मित्र शामिल हुए एवं भाेजन का आनंद उठाया। भोज का आयोजन जयंत सिन्हा फैंस क्लब ने किया। इस अवसर पर नगर निगम हजारीबाग के लोकल इंप्लाइज मजदूर यूनियन के अध्यक्ष चुमो राम ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी सफाई मित्र सैनिटाइजर और मास्क की जरूरत महसूस कर रहे थे । उस समय ना ही नगर निगम ने ना ही जिला प्रशासन ने उपलब्ध करवाया उस समय भी जयंत सिन्हा फैंस क्लब ने सभी सफाई मित्रों को सैनिटाइजर एवं मास्क उपलब्ध करवाया । कार्यक्रम में क्लब की ओर से राजेश रंजन सिन्हा, टोनी जैन, अनिल प्रसाद, रवि रंजन सिंह, सोनू गुप्ता, मनोज सिन्हा, अंकित अग्रवाल, रुद्र राज, गुंजन गुप्ता आदि मौजूद थे जबकि नगर निगम के दीपक गोस्वामी, विवेक बाल्मीकि, गौतम, विशाल बाल्मीकि आदि अनेक लोग उपस्थित थे।
चुरचू प्रखंड तथा कोयलांचल क्षेत्र में बीते देर रात मंगलवार को करीब 11:30 बजे अचानक आसमान में बादल छा गए, और भारी अंधड़ -तूफान व ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश होने लगी। इस वारिस और आंधी-बारिश के कारण क्षेत्रों में कई पेड़-पौधे के गिरने से बिजली बाधित हो गई। साथ ही कई घरों के छप्पर उड़ गए। तथा कई जगहों पर बिजली के तार और खंभे भी टूट कर जमीन पर गिर पड़े। आंधी और बर्फबारी के कारण क्षेत्र के किसानों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है। खेतों में लगे जेठवा फसल नष्ट हो गए हैं। चुरचू, आंगो, चरही, चनारो, भेलवाटांड़, सिरकोल, इंद्रा, जरबा, बासाडीह, सरवाहा, कारुखाप, मुकरू, नीमाडीह, दासोखाप, बहेरा, कजरी, फुसरी इत्यादि क्षेत्रों में बीते रात से ही बिजली गुल हो गई है। जिस कारण दर्जनों गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। समाचार लिखे जाने तक क्षेत्र में कही भी बिजली नहीं थी।
स्वयंसेवी संस्था नवभारत जागृति केंद्र हजारीबाग ने एक बार फिर हजारीबाग मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को कोरोना से लड़ने के लिए चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराई है। बुधवार को एनबीजेके के अध्यक्ष गिरिजा सतीश ने सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार को चिकित्सा सामग्रियों को हैंडओवर किया। संस्था से दी गई सामग्री में 1200 ट्रिपल लेयर मास्क, 100 एन95 मास्क, 300 बाेतल 500 एमएल के हैंड सैनिटाइजर, 1200 हैंड ग्लब्स, 400 सेट पीपीई किट, आठ इन्फ्रारेड थर्मामीटर शामिल है। पिछले माह भी एनबीजेके ने ऐसी ही चिकित्सा सामग्रियों को सौंपा था।
सिविल सर्जन के बाद उन्होंने हजारीबाग मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. केके लाल को 500 एमएल की 200 बाेतल सैनिटाइजर, 100एन-95 मास्क, 500 सेट डेंटल किट सौंपा । गिरिजा सतीश ने जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा को 1200 ट्रिपल लेयर मास्क, 300 बाेतल हैंड सैनिटाइजर, 1200 हैंड ग्लब्स प्रदान किया । मेडिकल सामग्री प्रदान करने के अवसर पर परियोजना प्रबंधक रंजन कुमार के साथ कार्यकर्ता टीम के दिलीप हजाम, अशोक मिश्र, सोहर गोप, गोविन्द भी उपस्थित थे ।
चौपारण प्रखंड में संचालित बैंकों में इक्का-दुक्का बैंक ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर खाताधारियों की राशि का भुगतान कर रहा है। सभी बैंकों में ग्राहकों की लंबी-लंबी कतारें देखी जा रही है। दर असल कोरोना आपदा के बाद हुए लॉकडाउन में सभी बैंकों में ज्यादातर पैसे निकासी को लेकर भीड़ लग रही है। लोग अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दिन भर बैंकों में खड़े होकर पैसे निकाल रहे हैं। जीटी रोड चौपारण बाजार का बैंक ऑफ इंडिया परिसर में आसपास के साथ-साथ सुदूरवर्ती क्षेत्रों के ग्राहक काफी संख्या में बैंक परिसर में कतारबद्ध खड़े होकर सामाजिक दूरी बनाकर अपनी बैंकिंग संबंधी कार्य को पूरा करते नजर आ रहे है। इसमें मुख्य भूमिका शाखा प्रबंधक मिस्टर जायसवाल और बैंककर्मी पवन कुमार का है। इन्होंने बताया कि बैंकों में लगातार सुबह से लेकर शाम तक ग्राहकों की भीड़ रहती है। ऐसे में उन सभी की जरूरतों को पूरा करने के लिए आए हुए सभी ग्राहकों को सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एक बार में एक या दो ग्राहक को सेवाएं दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा ही बचाव है और सरकार के दिए गए गाइडलाइंस को पूरी तरह से अमल में लाने का कर्तव्य हम सबों की है।
सदर थाना क्षेत्र के ओबरा गांव निवासी कामेश्वर यादव के पुत्र रंजीत कुमार यादव (30)की हत्या मंगलवार की रात प्रेम प्रसंग के मामले को लेकर कर दी गई। बताया जाता है कि ओबरा गांव निवासी रंजीत कुमार यादव का प्रेम प्रसंग टीकर बजराही गांव निवासी स्वर्गीय गज्जू दांगी की पुत्री चंचला उर्फ मुन्नी कुमारी के साथ पिछले डेढ़ वर्ष से चल रहा था। चंचला के भाइयों को जब इस प्रेम प्रसंग की जानकारी हुई तो चंचला के तीन भाइयों ने रंजीत कुमार यादव की हत्या करने का प्लान तैयार किया।
मंगलवार की देर रात लगभग दस बजे भाइयों के कहने पर चंचला ने अपने प्रेमी रंजीत कुमार यादव को फोन कर मिलने के लिए गांव के बाहर बगीचे में बुलाया। अपनी प्रेमिका के बुलावे पर बगैर कोई सोचे समझे रंजीत यादव मिलने बताए स्थान पर पहुंच गया। वहां चंचला की जगह उसके तीन भाई उपेंद्र दांगी, उमेश दांगी व संदीप दांगी मौजूद थे। तीनों आरोपियों ने रंजीत यादव की हत्या पीट-पीटकर कर दी। इसके बाद आरोपियों ने शव को एक डंपर पर लोड किया और उसे ठिकाने लगाने के लिए देल्हो जंगल पहुंचे। आरोपी देल्हो घाटी में शव को फेंक कर वापस घर लौट आए।
थाना क्षेत्र अंतर्गत लोटा फैक्ट्री गली में से पुलिस ने विवाहिता निशा देवी (25) का शव संदिग्ध अवस्था में घर से बरामद किया है। घटना बुधवार की सुबह 6 बजे की है। घटना को लेकर मृतका के पिता दासो प्रसाद यादव फतेहपुर थाना क्षेत्र घरगोहा गांव निवासी की ओर से मृतका के पति गोविंद कुमार यादव, ससुर योगेंद्र यादव, सास रेखा देवी, भसुर बिंदा प्रसाद यादव पर दहेज के खातिर हत्या करने का मामला दर्ज कराया है।
थाने में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि उनकी पुत्री निशा की शादी वर्ष 2016 में झुमरी तिलैया देवीमंडप रोड निवासी गोविंद यादव के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही उनके दामाद व ससुराल वाले उनकी बेटी को दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ना करने लगे और छोटी छोटी बातों को लेकर उसे हमेशा परेशान करते थे। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा दो बार 50-50 हजार रुपए दिया गया, ताकि उनकी पुत्री ससुराल में सही से रह सके।
लेकिन ससुराल वालो में किसी भी प्रकार का सुधार नहीं हुआ। इसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई। इसी बीच उनकी पुत्री को एक बेटी व एक बेटा हुआ। बुधवार की सुबह 5 बजे उनके पास मोबाइल से फोन आया और उनकी पुत्री ने रोते हुए बताया कि उसका पति, सास, ससुर व भसुर मिलकर बुरी तरह से मारपीट कर रहे हैं और उसकी जान मरने की योजना बना रहे हैं।इस बात पर जब परिवार वालों से संपर्क स्थापित करने का प्रयास कर ही रहे थे कि उनकी बेटी की क्या स्थिति है, तो कोई फोन नहीं उठाया। करीब 8 बजे मनीष कुमार यादव द्वारा फोन से बात होने पर पता चला कि उनकी बेटी की इन लोगों ने हत्या कर दी है। जिसकी सूचना पर वे तुरंत पुत्री की ससुराल पहुंचे तो देखा कि उनकी पुत्री के शरीर पर चोंट के निशान थे।
नवलशाही थाना क्षेत्र अन्तर्गत कोडरमा- गिरिडीह मुख्य मार्ग पर देवीपुर जंगल स्थित लेवडाबर यात्री शेड के समीप से बुधवार की सुबह 5 बजे पुलिस ने एक वृद्ध का शव बरामद किया है। मृतक की पहचान गिरिडीह जिला के राजधनवार थाना क्षेत्र अन्तर्गत डोरंडा मस्जिद मुहल्ला निवासी मो कल्लू खान(65वर्ष) के रूप मे की गयी है। जानकारी अनुसार पुलिस गश्ती दल हर रोज की तरह उक्त जंगल की ओर गश्ती पर थी। इसी दौरान उक्त यात्री शेड के समीप वृद्ध के शव को देखा और इसकी जानकारी थाना प्रभारी अब्दुल्लाह खान को दी सूचना मिलने पर थाना प्रभारी मौके पर पंहुचे। आसपास के ग्रामीणों को बुलाकर पूछताछ की लेकिन शव को नहीं पहचान नही हो सकी।
करीब तीन घंटे बाद सोशल मीडिया पर वृद्ध के शव का फोटो वायरल होने के बाद उसके परिजन नवलशाही थाना पंहुचे तथा शव की पहचान की। पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए कोडरमा भेज दिया। मृतक के परिजनों के अनुसार मृतक कल्लू खान पहले से डोमचांच स्थित अपनी बड़ी बहन के यहां रह रहा था। रविवार की शाम अपने खाते से वृद्धा पेंशन की राशि की निकासी की बात कह कर करीब 50 किलोमीटर दुर डोरंडा पैदल निकला था । मृतक डोमचांच से पैदल चलते हुए उक्त जंगल तक पहुंचा काफी थकान के बाद उक्त यात्री शेड मे ठहरा हुआ था। कई लोगों ने बताया की मृतक मंगलवार की शाम करीब चार बजे भूख व प्यास का इशारा करते हुए कुछ खाने के लिए मांग भी रहा था। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पानी व बिस्कुट भी वृद्ध को लाकर दिया था। वहीं दूसरे दिन बुधवार की सुबह पुलिस ने उसका शव उक्त जगह से बरामद किया है।
यह तस्वीर 80 वर्षीय सूरजी देवी की है। सूरजी देवी सदर प्रखंड के लरकूवा गांव की रहने वाली हैं। मंगलवार को पांच सौ रुपए वृद्धा पेंशन उठाने के लिए उसे दस किलोमीटर का मुश्किल सफर तय करना पड़ा।
सूरजी देवी को खटोला से बने डोली में बैठा कर उसके पुत्र सुकून भारती व सरयू भारती शहर लाए थे। दोनों बेटों ने वृद्ध को गांव से दस किलोमीटर दूर केनरा बैंक लाया। इसके बाद सूरजी देवी ने बैंक से पांच सौ रुपए की निकासी की।
प्रखंड के मयूरहंड पंचायत परोरिया गांव की ग्यारह महिलाओं को राशन नहीं मिला। इससे नाराज महिलाएं सड़क पर बैठ गईं। इन महिलाओं में राजकुमारी देवी, उषा देवी, शोभा देवी, शांति देवी, शिला देवी, मालती देवी, कंचन देवी, शारदा देवी, धागों देवी, संगीता देवी, सुनीता देवी शामिल हैं। इन्होंने बताया कि हम लोग के पास किसी प्रकार का राशन कार्ड नही है।
राशन कार्ड के लिए सभी महिलाओं ने ऑन लाइन फार्म भरा था।
लेकिन राशन कार्ड निर्गत नहीं होने की आशा देखते देखते थक गई। महिलाओं ने केरोसिन तेल व अनाज की मांग के लिए वार्ड सदस्य रेखा देवी के पास गुहार लगाई। उन्होंने सीधे प्रखंड कार्यालय मयूरहंड भेज दिया। फिर महिलाएं प्रखंड कार्यालय पहुँच कर प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार से मिली। बीडीओ ने एक दिन के अंदर पंचायत भवन में राशन उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। फिर भी महिलाओं को तत्काल राहत मिलते नही दिखाई दिया। थक हार कर मयूरहंड थाना ब्लॉक सड़क पर पेंड़ के नीचे बैठ गए। इसकी सूचना स्थानीय मुखिया ईश्वर पासवान व प्रखंड विकास पदाधिकारी को मिला। जेएमएम नेता दिनेश सिंह ने महिलाओं को बात फोन पर मुखिया व बीडीओ से करवाया। गुरुवार को राशन मिलने की आश्वासन पर महिलाएं अपना घर वापस गयी।
मरकच्चो प्रखंड के डगरनवां पंचायत अंतर्गत ग्राम झंावातरी में राष्ट्रीय झारखंड सेवा संस्थान के द्वारा बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए एक बेहतर वातावरण का निर्माण किया जा रहा है। बच्चों के द्वारा एक सकारात्मक प्रयास किया गया है। ग्राम के लगभग 25 बच्चे प्रतिदिन सामाजिक दूरी को मेनटेन करते हुए झारखंड सरकार द्वारा प्रारंभ किए गए ऑनलाईन क्लास के माध्यम से पढ़ाई कर रहे है, इसको मूर्त रूप ग्राम शिक्षा मित्र झांवातरी के नीरज कुमार ने दिया।
मौके पर बाल मंच के सीनियर बच्चो में कविता कुमारी, पूनम कुमारी, पप्पू कुमार, विक्रम कुमार ने पांच समूह को समय से पढ़ाई करवा रही है। इस कार्य में पंसस गोविंद प्रसाद यादव के अलावा पारा शिक्षक केदार यादव और कई ग्रामीणों का सहयोग मिल रहा है। बाल मंच के सचिव कविता कुमारी ने ऑनलाईन पढ़ाई की व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रति आभार जताया है। पूरे कार्यक्रम राष्ट्रीय झारखंड सेवा संस्थान के सचिव मनोज दांगी के निर्देशन में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि समन्वयक उदय गोस्वामी, नकुल कुमार, विपिन कुमार व ग्राम उत्प्रेरक नीरज कुमार का अथक मेहनत का परिणाम है कि इस कार्य में सफलता मिल रही है।
जिला प्रशासन की ओर से कोडरमा बाजार में लगने वाले सब्जी बाजार को बागीटांड में शिफ्ट किए जाने के विरोध में विक्रेताओं का हड़ताल दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। हड़ताल होने से लोगों के बीच सब्जियों की किल्लत हो गई है। कोडरमा बाजार में पुन: सब्जी मंडी शिफ्ट किए जाने की मांग को लेकर सब्जी -फल विक्रेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल विधायक डा. नीरा यादव से मिल अपनी समस्याओं से अवगत कराया। उल्लेखनीय हो कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम व सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लॉकडाउन 3 फेज में कोडरमा बाजार के फुटपाथ पर लगने वाले सब्जी व फल विक्रेताओं को बागीटांड स्टेडियम में शिफ्ट कराया गया था।
बागीटांड की दूरी अधिक होने व आवागमन के साधनो के अभाव में स्थानीय लोग सब्जी खरीदने वहां नहीं पहुंच रहे है। खासकर महिलाओं व बुजुर्गों के लिए सब्जी मंडी पहुंचना आसान नहीं है। ऐसे में सब्जी की बिक्री नहीं होने के कारण सब्जी विक्रेताओं के बचत तो दूर लागत भी आना मुश्किल हो गया था। दुकानदारों का कहना है कि बागीटांड में शेड, पेयजल सुविधा नहीं होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों से हो रही बारिश के कारण उन्हें काफी नुकसान हुआ है और उनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उन्होंने कहा कि कोडरमा बाजार से सब्जी मंडी हटाकर बागीटांड शिफ्ट किए जाने के कारण आसपास के ग्रामीण इलाकों से सब्जियां बाजार तक नहीं पहुंच पा रही है। ऐसे में आम जनता नहीं बल्कि सब्जी उत्पाद करने वाले किसान भी परेशान है। सब्जी विक्रेताओं की समस्याओं को लेकर विधायक ने उपायुक्त से इस संबंध में बात कर दुर्गा मंडप बोनाकाली परिसर में सब्जी मंडी को शिफ्ट कराने का अनुरोध किया। प्रतिनिधिमंडल में मुंशी पंडित, सुबोध राम, उमेश पंडित, अजीत साव, बंशी पंडित, किशुन पंडित, लोहा सिंह, अर्जुन पासवान, महेंद्र पंडित, परमेश्वर पंडित, ममता देवी, आरती देवी, कंचन देवी सहित अन्य लोग शामिल थे।
कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के दौरान जिले में किसी भी गरीब, बेसहारा व अनाथ की भोजन के अभाव में मौत न हो, इसके लिए पंचायतों में निर्बाध रूप से दीदी किचन का संचालन किया जा रहा है। जानकारी अनुसार पिछले 3 अप्रैल से 5 मई तक जिले के विभिन्न पंचायतों में संचालित कुल 169 दीदी किचन के माध्यम से 2 लाख 75 हजार 688 लोगों की भोजन की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध कराया गया है।
जेएसएलपीएस के डीपीएम सुरेश सिंह के अनुसार सरकार के आदेशानुसार पूर्व में किचन के संचालन की समय सीमा 3 मई तक निर्धारित की गई थी। लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण सरकार स्तर से इसके संचालन की तिथि अगले 17 मई तक बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया कि दीदी किचन के माध्यम से प्रतिदिन 10 हजार से अधिक लोग भोजन की सुविधा का फायदा उठा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतापपुर प्रखंड अन्तर्गत मनरेगा योजना में कमीशनखोरी व अन्य अनियमितता संबंधित मामला संज्ञान में आते ही डीसी जितेंद्र कुमार सिंह ने मामले की प्रशासनिक स्तर पर गहन जांच कराने के लिए टीम का गठन किया है।
इस टीम में अपर समाहर्ता संतोष कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में प्रशासनिक व तकनीकी पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। टीम में एसी के अलावा जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, उप निर्वाचन पदाधिकारी,पथ प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता, एनआरईपी के सहायक अभियंता व ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कनीय अभियंता को शामिल किया गया है उपायुक्त ने गठित टीम को वित्तीय वर्ष 2018-19, 2019-20 व 20-2021 में मनरेगा अंतर्गत स्वीकृत व पूर्ण योजनाओं की गहन जांच करने का आदेश दिया है।
इन टीम को प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत सहित रेंडम-वाइज के आधार पर सभी पंचायत का कम से कम तीन योजनाओं की जांच करने का निर्देश दिया गया है । डीसी ने टीम को प्रखण्ड की मनरेगा योजना की क्रियान्वयन की कार्य पद्धति व कार्य संस्कृति को विशेष रूप से जांच-पड़ताल कर 15 मई तक जांच प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है । उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सोशल मीडिया पर जिले के प्रतापपुर प्रखंड के रामपुर पंचायत के मुखिया का ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें मनरेगा में बतौर कमीशन बीडीओ, मनरेगा बीपीओ, जेई, पंचायत सेवक व मुखिया के बीच बांटने वाले हिस्से उल्लेख हुआ था। इस ऑडियो के संज्ञान में आते ही डीसी ने इसे गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया है। इस टीम को डीसी मुखिया के ओडियो वायरस वाले पंचायत सहित प्रखंड के सभी पंचायत में कम से कम तीन योजनाओं की जांच का निर्देश दिया है।
लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेसिंग को लेकर लोग अबतक नासमझ बने हुए है। बैंक व अल्ट्रासाउंड सेंटरों में लगातार सोशल डिस्टेसिंग का अनुपालन नहीं किया जा रहा है। उल्लेखनीय हो कि पूरे देश में कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन 3 फेज का आज तीसरे दिन बुधवार को बैंकों में जनधन सहित अन्य राशि की निकासी को लेकर बैंकों के बाहर सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ बिना सामाजिक दूरी की लगी रही। यहीं स्थिति अल्ट्रासाउंड केंद्रो पर भी देखने को मिला, जहां सैकड़ों की संख्या में मरीज अपनी पारी का इंतजार करते देखे गए।
उल्लेखनीय हो कि शहर में अधिकांश अल्ट्रासाउंड बंद है। मात्र 2-3 अल्ट्रासाउंड ही संचालित है। जिसके कारण मरीजों की भीड़ अल्ट्रासाउंड के लिए जुट रही है। भदानी अल्ट्रासाउंड सहित बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक के बाहर लोगों की काफी भीड़ लगी थी। जहां डिस्टेसिंग का अनुपालन नहीं कराया जा रहा है।
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रेडक्रॉस सोसायटी चतरा का प्रयास जारी है। भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से कुंदा प्रखंड के डांडू गांव के तालही टोला में बुधवार को बैगा व बिरहोरों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग के पालन करते हुए कच्चा खाद्य सामग्री एवं साबुन का वितरण किया गया। कच्चा सामग्री के रूप में पाँच किलो चूड़ा व एक किलो गुड़ का वितरण किया गया। इस मौके पर सोसाइटी के कोषाध्यक्ष स्नेह राज ने सभी को कोरोना महामारी से बचाव के प्रति जागरूक किया साथ ही घर व आसपास में साफ सफाई रखने को कहा। वही युवा समाजसेवी लालू प्रसाद यादव ने बिरहोर परिवारों को समझाते हुए लॉकडाउन का पालन करने को कहा साथ ही शारीरिक दूरी का पालन व नियमित रूप से मास्क लगाने को कहा और खाने से पूर्व व बाहर से आने के बाद अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोने के बारे में समझाया। इस मौके पर सोसायटी के सदस्य शुभम कुमार गुप्ता आशीष कुमार यादव चंदन कुमार उपस्थित थे।
धनबाद मंडल की ओर से वैश्विक महामारी के दौरान महत्वपूर्ण योगदान देने को लेकर पिपराडीह रेलवे स्टेशन के स्टेशन प्रबंधक सह ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के शाखा सचिव बीबी सिंह को कोरोना योद्धा के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पिपराडीह स्टेशन में सुचारू ढंग से रैक प्वाइंट का संचालन व रैंक प्वाइंट के संचालन के दौरान सोशल डिस्टेसिंग के पालन, माल गोदाम, व्यापारी कक्ष व स्टेशन का नियमित सेनिटाइज के अलावा अनलोडिंग कार्य में लगे मजदूरो को सोशल डिस्टेसिंग के तहत कार्य करवाना और अन्य परिचालन संबंधित कार्य को सफलता को लेकर धनबाद मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अनिल कुमार मिश्रा ने कोरोना योद्धा के रूप में पुरस्कार से नवाजा।
उल्लेखनीय हो कि इसके पूर्व सिंह को महाप्रबंधक मंडल रेल के द्वारा प्रबंधक प्रधान परिचालन प्रबंधक जैसे पुरस्कार से भी नवाजा गया है। कोडरमा, हजारीबाग टाउन रेलखंड में स्थित पिपराडीह रेलवे स्टेशन में पदस्थापित स्टेशन प्रबंधक बीबी सिंह को कोरोना संक्रमण के दौरान रैक प्वाइंट में बेहतर ढंग से कार्य को संपादित करने व सोशल डिस्टेसिंग के तहत मजदूरो से कार्य कराने व पिपराडीह लेबर शेड में ट्रक एसोसिएशन के सहयोग से मजदूरो को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए भोजन की व्यवस्था कराने व खाद्य सामग्री का अनलोडिंग में महत्वपूर्ण योगदान देने को लेकर यह पुरस्कार दिया गया है।
ग्रामीण विकास विभाग के प्रधान सचिव अविनाश कुमार व मनरेगा आयुक्त सिद्धार्थ त्रिपाठी ने बुधवार को विडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मनरेगा योजनाओं की समीक्षा की । विडियो कांफ्रेंसिंग में समाहरणालय स्थित झारनेट कक्ष से उप विकास आयुक्त मुरली मनोहर प्रसाद, डीआरडीए निदेशक अरुण कुमार एक्का, परियोजना पदाधिकारी फनिन्द्र कुमार गुप्ता व डीपीएम जेएसएलपीएस, निशांत एक्का सहित सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी ने शामिल थे।
प्रधान सचिव ने डीडीसी को हाल ही में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा चालू की गई नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना व वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी । उन्होंने डीडीसी को बताया कि नीलाम्बर-पीताम्बर योजना के तहत टीसीबी , फील्ड बंड, नाला का पुनर्जन्म व सोख्ता गड्ढा का निर्माण कराना है। बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत रैयती जमीन पर आम बागवानी, मिश्रित फलदार वृक्ष, तसर, गैरमजरूआ जमीन पर वृक्षारोपण की योजना तथा सड़क किनारे रेखीय वृक्षारोपण की योजनाएं ली जाएंगी।
प्रधान सचिव ने कहा कि कोविड-19 के दौरान जो प्रवासी मजदूर या स्थानीय मजदूर हैं, उनके लिए रोजगार का एक बहुत बड़ा साधन मनरेगा है । इसमें अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ना है। उन्होंने अगले चार दिनों में प्रत्येक ग्राम में कम से कम पांच मनरेगा की योजनाएं चालू करने की बात कही। ये सभी नई योजनाएं शुरू करने को कहा। इसके लिए अगले दो तीन दिनों के अंदर प्रशासनिक स्वीकृति देने को कहा। उन्होंने मजदूरों को निर्धारित समय सीमा जो कार्य के आठवां दिन के अन्दर भुगतान के लिए प्रखण्ड व पंचायत स्तर से सारी प्रक्रिया पूर्ण कर लेने की बात कही । उन्होंने कहा कि मजदूरों को विलम्ब से भुगतान के लिए प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सीधे जवाबदेह होंगे।
मनरेगा में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं, दोषी पर होगी कार्रवाई
प्रधान सचिव ने यह भी बताया गया कि मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगी। इसके लिए जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मशीन का उपयोग मनरेगा कार्य में कदापि न हो, यह सुनिश्चित किया जाय। मनरेगा आयुक्त ने हरित ग्राम योजना के तहत ली जाने वाली योजनाओं में गड्ढे की खुदाई व घेरान का कार्य पूर्ण कर लेने की बात कही। उन्होंने ट्रांजेक्शन में जो रिजेक्ट हुए हैं या होते हैं तो उन्हें दो दिनों के अन्दर आवश्यक सुधार करते हुए पुन: एफटीओ करने की बात कही। उन्होंने प्रखण्ड स्तर तक 4 प्रतिशत से अधिक प्रशासनिक व्यय नहीं करने की हिदायत दी। पूर्व की लंबित सभी योजनाओं को यथाशीघ्र कार्य पूर्ण करते हुए एमआईएस में पूर्ण करने को कहा। पानी वाले जगहों का ही वृक्षारोपण की योजनाओं का चयन करना सुनिश्चित करने की बात कही। वृक्षारोपण में लगने वाली सामग्री की निविदा दो-तीन दिनों के अन्दर जिला स्तर से कर लेने को कहा । वृक्षारोपण की योजनाओं में जेएसएलपीएस से भी सहयोग लेने का निदेश दिया गया।
देश मे लगे लॉक डाउन के कारण टंडवा के चालीस प्रवासी मजदूर कर्नाटक में फंसे हैं। इसके अलावा पलामू व लातेहार जिले के साढ़े चार सौ प्रवासी मजदूर फंसे हैं। इस बाबत टंडवा हरिनगर निवासी श्रवण कुमार ने भास्कर को बताया कि झारखंड के चतरा समेत पलामू व लातेहार जिले के लगभग पांच सौ प्रवासी मजदूर कर्नाटक के बेंगलूरु में फंसे हैं। टंडवा प्रखंड के चालीस मजदूरों के अलावा लातेहार जिला के मनिका प्रखंड के साढ़े तीन सौ तथा पलामू जिला के पांकी प्रखंड के एक सौ प्रवासी मजदूर फंसे हैं।
समय बीतने के साथ हम सब के समक्ष खाने-पीने रहने आदि की समस्या भी बढ़ती जा रही है। हम सबने अपने घर वापसी को लेकर एक सप्ताह पहले झारखंड सरकार से अनुमति को लेकर अपना पंजीकरण कराया है, पर आज तक कर्नाटक के बेंगलूरु प्रशासन को किसी प्रकार का निर्देश व सूचना नही मिली है। जिससे महीनों से फंसे प्रवासी मजदूरों की परेशानियां बढ़ने के साथ मायूसी देखी जा रही है। हताश व मायूस प्रवासी मजदूरों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व राज्य के श्रम नियोजन व प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोक्ता तथा सांसद सुनील कुमार सिंह से जल्द पहल कर प्रवासी मजदूरों को वापस लाने की मांग की।
प्रतापपुर प्रखंड के बभने पंचायत के महुंगाई गांव के लगभग 20 मजदूर लखनऊ के शाहजहांपुर क्षेत्र में फंसे हैं। मजदूरों ने पंचायत के मुखिया उमेश रविदास से अपनी व्यथा सुनाई तथा अपनी बात झारखण्ड सरकार व मंत्री सत्यानन्द भोक्ता तक पहुंचाने का निवेदन किया। लखनऊ में फंसे प्रतापपुर महुंगाई के मजदूरों ने बताया कि लॉकडाउन में फैक्ट्रियां बंद हो जाने के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। खाने-पीने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। घर में तो किसी तरह रह रहें हैं, लेकिन खाने-पीने की सामग्री लेने में दिक्कत आ रही है। कोरोना से बचने के लिए घर में रहना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में हम सब भूखे रहने को मजबूर हैं। मजदूरों ने बताया कि आर्थिक तंगी के कारण हमलोग एक टाइम ही किसी तरह खाना खाते हैं। इस स्थिति में यूपी सरकार हमें कोई सहयोग नहीं दे रही है। हमलोगों ने झारखण्ड सरकार के निर्देशानुसार अपना खाता व आधार गांव के माध्यम से भेजा था लेकिन अभी तक कोई पैसा हमलोगों के खाता में नहीं आया है। झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री व श्रम मंत्री से पुकार करने वाले मजदूरों में गुड्डू यादव, संजय यादव, मुकेश यादव ,नरेश यादव, कुन्दा के देवेन्द्र सिंह, कमलेश सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल हैं।
प्रखंड की दो अलग-अलग पंचायतों के डीलरों द्वारा कार्डधारियों को कम अनाज दिए जाने का मामला प्रकाशन में आया है। इनमें पहला मामला परसौनी पंचायत का है। जहां डीलर विजय नारायण पांडे द्वारा कुछ कार्डधारियों को 3 से 5 किलो कम अनाज दिए जाने पर वे लोग दुकान के बाहर हंगामा करने लगे। इसकी सूचना बीडीओ विजय कुमार को भी दी गई। सूचना के कुछ देर बाद बीडीओ विजय कुमार वहां पहुंचे।
जहां उन्होंने कई कार्डधारियों से पूछताछ भी की। पूछताछ के दौरान कार्डधारियों ने 3 से 5 किलो कम अनाज दिए जाने की बात कही। इस पर बीडीओ ने पत्रकारों से हुई बातचीत में कहा कि पूरे मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट चतरा उपायुक्त के पास भेजी जाएगी। इधर करनी पंचायत के बाघमुंडी में संचालित अखंड ज्योति सरस्वती एसएचजी द्वारा संचालित जन वितरण प्रणाली दुकान के भी कुछ ग्राहक कम अनाज दिए जाने पर हंगामा करने लगे।बाद में इस पंचायत के मुखिया ने समझौता करने का प्रयास किया । जहां डीलर के पति ने भरी सभा में गलती मानते हुए हाथ जोड़कर माफी भी मांगी। यहां सबसे बड़ी बात यह है कि मैनेज के लिए की गई बैठक के दौरान लोग लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए सोशल डिस्टेंस नियम की धज्जियां उड़ाते दिखे। इस समझौता बैठक में बच्चे,वृद्ध और युवक एक दूसरे के पीठ पर लदे दिखे। यह दोनों मामला मंगलवार का है। दोनों मामलों में कुछ लोगों द्वारा रफा-दफा करने का खूब प्रयास किया गया। मगर इन दोनों जगह के पूरे मामले के वायरल वीडियो ने अनाज कालाबाजारी की पोल खोल दी है।
उत्पाद विभाग व प्रतापपुर पुलिस ने मंगलवार देर शाम अभियान चलाकर थाना क्षेत्र के लोधिया व काशीवार में कुल नौ अवैध शराब भट्ठी को ध्वस्त कर दिया है। मौके पर सैकड़ों लीटर शराब व जावा महुआ को नष्ट कर दिया गया। वहीं शराब बनाने में प्रयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के उपकरणों को बर्बाद कर दिया गया। शराब बनाने वाले तस्कर पुलिस को देखते ही भाग गए। पुलिस ने बताया कि झारखण्ड व बिहार सीमा पर स्थित लोधिया व काशीवार गांव में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अवैध शराब भट्ठी संचालित कर भारी मात्रा में शराब को बिहार में भेजने का कारोबार किया जा रहा था। इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा बार-बार सूचना मिल रही थी कि लोधिया व काशीवार में अवैध शराब भट्ठी संचालित है तथा भारी मात्रा में शराब बिहार में खपाई जा रही है। शराब बनाने व शराब का तस्करी करने वाले को चिह्नित किया जा रहा है। इस अभियान में उत्पाद अधीक्षक शैलेन्द्र कुमार,निर्मल मुण्डा, श्रीराम पंडित,सीडी राम समेत कई अन्य पुलिस बल के जवान शामिल थे।
चतरा में योगदान देने के बाद बुधवार को पहली बार एसपी ऋषभ कुमार झा ने क्राइम की समीक्षा बैठक की। बैठक में जिलों के सभी थानों के थाना प्रभारी व इंस्पेक्टर उपस्थित थे। बैठक में एएसपी निगम प्रसाद, डीएसपी वरुण देवगम, एसडीपीओ वरुण रजक, कुमार सत्यम आदि उपस्थित थे। बैठक में सबसे पहले एसपी ने सभी थाना प्रभारियों, इंस्पेक्टर व पुलिस के अन्य पदाधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। इसके बाद गत माह जिले में हुई क्राइम की समीक्षा की गई। एसपी ने जिले में लॉक डाउन को लेकर लागू धारा 144 पर चर्चा करते हुए पूरे जिले में सख्ती से लॉग डाउन का पालन कराने का निर्देश थाना प्रभारियों को दिया। इसके बाद जिले में उग्रवादी गतिविधियों पर चर्चा हुई।
एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को उग्रवादियों के विरुद्ध नियमित रूप से अभियान जारी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी उग्रवादी संगठन को जिले में पनपने नहीं दिया जाएगा। जिले में कहीं से भी उग्रवादी गतिविधियों की सूचना प्राप्त होती है तो इसके विरुद्ध अविलंब कार्रवाई करें। जिले में किसी भी उग्रवादी संगठन का कोई स्थान नहीं है। सभी उग्रवादी संगठनों के विरुद्ध समानांतर कार्रवाई करें। किसी भी उग्रवादी संगठन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इसके बाद अफीम तस्करों के विरुद्ध अभियान चलाने का निर्णय लिया गया। जिले में अफीम तस्करों के विरुद्ध नियमित रूप से अभियान चलाकर उनकी गिरफ्तारी करने तथा तस्करों का नेटवर्क ध्वस्त करने का निर्देश एसपी ने थाना प्रभारियों को दिया।
मंगलवार की रात 9:30 बजे करीब अचानक 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी आई। इसके साथ ही करीब आधे घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। 14 से 15 मिनट के बीच चली आंधी से शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर कई पेड़ पौधे उखड़ गए और कई पेड़ों की टहनियां भी टूट गई। इसके साथ ही आम और महुआ के पेड़ों में बचे खुचे फल भी गिर गए। आंधी पानी से खेतों में लगी गरमा फसल और गरमा सब्जी की खेती को काफी नुकसान पहुंचा।
आधा घंटा के दौरान करीब 10 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बारिश से प्लास्टिक और कचरा से भरी नालियों का पानी सड़क पर बहने लगा। हालांकि रात होने के कारण किसी को परेशानी नहीं हुई। बुधवार को नहीं हुई जलापूर्ति आंधी के बाद बिजली कटने से बेलवाटिका पंप हाउस में लगे पम्प को बिजली नहीं मिली। जिससे रात में पंप के नहीं चलने से पानी का स्टोरेज नहीं किया जा सका। इस कारण बुधवार को जलापूर्ति नहीं हो सकी। बताया गया कि बुधवार को दिन में बिजली मिलने के बाद पानी का स्टोरेज किया जाएगा। उसके बाद शाम को प्राथमिकता के आधार पर जलापूर्ति की जाएगी।
रात 9.30 बजे चली आंधी, बिजली गुल
आंधी से कई पेड़ उखड़ कर बिजली के पोल पर गिर गए और कई पेड़ की डाली टूट कर बिजली के तारों पर गिर गई। इससे शहरी क्षेत्रों में घंटों बिजली आपूर्ति ठप रही। सहायक विद्युत अभियंता (शहरी) अमित कुमार खेस्स ने बताया कि आंधी चलने से सुदना सब ग्रिड को रेड़मा सब स्टेशन से जोड़ने वाली 33 केवीए लाइन पर बीसफुटा पुल के पास पेड़ का डाली टूट कर गिर गया था। मौसम खुलने के बाद में रात में ही डाली को हटाकर टूटे तार को ठीक किया गया। उसके बाद रात के 1.30 बजे से विद्युत आपूर्ति बहाल हो गई। 11 केवीए हॉस्पिटल फीडर में परिसदन के पास तार पर गिरे पेड़ की टहनी को हटाया गया,तब जाकर 1:00 बजे रात से विद्युत आपूर्ति बहाल हो सकी।
आंधी से शहर में गायत्री मंदिर रोड में पेट्रोल पंप के पास, कचहरी परिसर में, वन विभाग परिसर में, भगवती अस्पताल, रांची रोड के पास, डीसी आवास के अंदर, पांकी रोड चरकी भाटा के पास बिजली के पोल, तार पर पेड़ और टहनी के जाने से विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। वहीं कई स्थानों पर डिस्क पंचर हो गया। रात होने के कारण कई स्थानों पर फॉल्ट पता नहीं चला। बुधवार को युद्ध स्तर पर टूटे पोल और तार को बदलकर बिजली आपूर्ति बहाल करने का कार्य किया गया।
आंधी से 50 घराें काे हुआनुकसान
विश्रामपुर | आंधी से नप में 50 निर्धन परिवार का आशियाना उजड़ जाने से बेघर हो गए। बिजली के दर्जनाधिक खंबे उखड़ व टूट जाने तथा ट्रांसमिशन लाइन पर पेड़ गिर जाने से बिजली सप्लाई पूरी तरह बंद है। इससे वाटर सप्लाई भी ठप हो गया है। रेहला स्थित पावर सब स्टेशन के अधिकारी ने बताया सामान्य विद्युत व्यवस्था करने में पूरे सप्ताह लग जाएंगे। नप मुख्यालय व प्रमुख कस्बा रेहला में सीमित पावर सप्लाई के लिए कई लाइनमैन लगे हुए हैं। रेहला ग्रासिम संस्थान के एसबेस्टस बने छत को दूर उड़ा ले गया। गढ़वा रोड मॉडल स्टेशन और जोगीबीर कॉलोनी में चार पुराने पीपल के दरख्त उजड़कर रेलकर्मी के क्वार्टर पर जा गिरे।
इससे रेल विद्युत विभाग के कामगार व रेलवे यूनियन नेता सुनील सिंह के क्रमशः बाइक, फ्रिज व वाशिंग मशीन जद में आने से डैमेज हो गए। रेहला थाना में आधा दर्जन पेड़ भी गिर गए। स्टेशन चौक संतोषी माता मंदिर के सबसे पुराना बरगद का दरख्त रास्ते व मकान पर गिर जाने से आवागमन के लिए नप के जेसीबी को लगाया गया। गढ़वा रोड मॉडल स्टेशन कार्यालय व बगल के सिग्नल पोस्ट पर भी पेड़ गिरने से परेशानी हुई।
आंधी और बारिश से मौसम बना खुशनुमा
आंधी के साथ बारिश होने से बुधवार को मौसम खुशनुमा रहा। सोमवार दोपहर व मंगलवार को सुबह भी बारिश हुई थी। बारिश से सोमवार को अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री की गिरावट देखी गई थी। मंगलवार को 2 डिग्री का इजाफा हुआ।वही मंगलवार की रात में बारिश होने से बुधवार को मौसम खुशनुमा रहा। अधिकतम तापमान में 2 डिग्री की गिरावट हुई।
कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण घोषित लॉक डाउन के दौरान उतर भारत में फंसे श्रमिकों को 6़ मई 2020 को पलामू लाया गया। डालटनगंज श्रमिक सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन जालंधर (पंजाब) से झारखंड राज्य के सभी प्रमंडल के प्रवासी श्रमिकों को लेकर झारखंड के पलामू स्थित डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची। इसमें 24 कोच लगाये गये थे। इस स्पेशल ट्रेन से 1188 श्रमिक पलामू पहुंचे हैं। यहां पहुंचे श्रमिकों में उत्साह का माहौल था। प्लेटफार्म पर ट्रेन को रुकते ही श्रमिकों ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। श्रमिकों के साथ महिलाएं एवं बच्चे भी थे। स्टेशन से श्रमिकों को पलामू जिला प्रशासन ने बसों से श्रमिकों को स्थानीय चियांकी एयर बेस परिसर में बने सहायता केन्द्र में पहुंचाया गया। मौके पर पलामू के उपायुक्त डॉ शांतनु कुमार अग्रहरि एवं पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा स्वयं सारी व्यवस्थाओं की निगरानी में थे। डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद सभी श्रमिकों का मेडिकल थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की जांच कराई गयी। साथ ही श्रमिकों का हाथ सेनेटाइज कराते हुए उन्हें मास्क उपलब्ध कराए गए।
स्पेशल ट्रेन प्रातः करीब 9ः30 बजे डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची थी। इसके पूर्व पलामू उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि स्टेशन पहुंचकर सारी तैयारियों का जायजा लिया।उन्होंने श्रमिकों के आगमन को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी, मेडिकल स्क्रीनिंग, मास्क की उपलब्धता इत्यादि सभी आवश्यक तैयारियों को देखा और इसका सख्ती से अनुपालन करने का निदेश दिया। वहीं श्रमिकों पर विशेष ध्यान रखने की बातें कही। पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा भी रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे। उनकी देखरेख में जवानों ने सुरक्षा की कमान संभाले हुए थे। स्टेशन पर पुलिस अधीक्षक सहित नगर आयुक्त दिनेश प्रसाद, अपर समाहर्ता प्रदीप कुमार प्रसाद, सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ केनेडी आदि पदाधिकारी भी मौजूद थे।
स्टेशन व चियांकी हवाई अड्डा परिसर को किया गया था सेनेटाइज
स्पेशल ट्रेन से श्रमिकों को डालटनगंज आगमन को लेकर स्टेशन परिसर व उसके आसपास तथा चियांकी स्थित हवाई अड्डा परिसर को अग्निसमन की वाहन एवं टैंकर से सेनेटाइज किया गया था। ट्रेन आने के पूर्व स्टेशन के प्लेटफार्म से लेकर बाहर तक सेनेटाइज किया गया। श्रमिकों को पलामू आगमन को लेकर चियांकी हवाई अड्डा परिसर में विशेष व्यवस्था की गयी थी। जालंधर से पलामू के डालटनगंज पहुंचे सभी श्रमिकों को रेलवे स्टेशन से सम्मान रथ पर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाकर चियांकी स्थित हवाई अड्डा परिसर में बने सहायता केन्द्र स्थल पहुंचाया गया। वहां सभी श्रमिकों को भोजन पैकेट दिया गया। श्रमिकों को खाने के लिए हवाई अड्डा परिसर में मिल्स ऑन विल्स को लगाया गया था।
हुसैनाबाद के महुडंड पंचायत के दर्जनों मजदूर कर्नाटक तुरंगल जिला में जिंदल कंपनी में नवंबर माह से कार्य कर रहे हैं। इस मजदूरों के पास न तो खाने का पैसा है न ही इन्हें घर वापसी का कोई विकल्प मिल रहा है। कई मजदूरों ने अपनी व्यथा सुनाते हुए कहा कि झारखंड सरकार अगर हमलोगों पर दया कर झारखंड बुला लेती है तो हमलोग भूखों मरने से बच जाएंगे।मजदूरों ने अपनी व्यथा में कहा कि पेट भरने के लिए घर से हजारों किलोमीटर दूर पहुंचकर यहां मजदूरी करने पहुंचे थे। किंतु कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लाॅकडाउन है, जिससे हम लोग अपने-अपने घर वापस नहीं हो सकते हैं। मजदूरों ने कहा कि देश में फसे कई मजदूरों को सरकार ने वापस बुलाने का कार्य कर रही है। मजदूरों ने यह भी कहा कि हमें कम पढ़े लिखे होने के कारण यहां की भाषा समझने की भी समस्या है, जिस कारण सरकार तक अपनी सूचना को ऑनलाइन नहीं कर पा रहे हैं। फंसे मजदूरों में संतोश पासवान, कंचन पासवान, अजय पासवान, अर्जुन परहिया, दशरथ परहिया आदि शामिल हैं।
बरवाडीह में फंसे मजदूरों ने लगाई घर वापसी की गुहार
लॉकडाउन में बरवाडीह प्रखंड मुख्यालय में पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले के एक दर्जन से अधिक मजदूर गढ़वा से पश्चिम बंगाल पैदल जाने के क्रम में शरण लिए हुए हैं। मजदूरों की मानें तो वे काम की तलाश में पश्चिम बंगाल से गढ़वा आए हुए थे, जहां लॉकडाउन के कारण काम नहीं मिला और वे फंस गए। बरवाडीह पुलिस द्वारा खाने तथा रहने की व्यवस्था कराई गई। मजदूरों ने इस संकट की घड़ी में पश्चिम बंगाल सरकार से वापस बंगाल अपने घर भिजवाने की फरियाद की है।
झारखंड में लॉकडाउन-3.0 में किसी तरह की छूट नहीं दी गई है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने 17 मई तक सुबह 7 बजे से शाम 7 तक आवागमन और परिवहन पर पूरी तरह से राेक लगा दी है। उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने बताया कि डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के प्रवासी श्रमिकों का आवागमन लगातार हो रहा है। एेसे में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
यह व्यवस्था बुधवार शाम से सख्ती से लागू होगी। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों, 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों और गर्भवती माताओं को किसी भी समय घर से बाहर निकलना प्रतिबंधित है। सिर्फ चिकित्सा कारणों से संबंधित व्यक्तियों को घर से बाहर निकलने की अनुमति रहेगी। कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए आपदा प्रबंधन में लगे सरकारी वाहन इस आदेश से मुक्त रहेंगे। विशेष परिस्थिति में सक्षम पदाधिकारी से अनुमति प्राप्त करना जरूरी होगा। आदेश का पालन नहीं करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा-51 से 60 तक और भारतीय दंड संहिता की धारा 188 व महामारी से संबंधित धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
तरहसी प्रखंड में घटिया निर्माण के कारण भारतीय खाद्य निगम का गोदाम का छत उखड़ जाने के कारण लाभुकों को देने के लिए रखा गया लाखों रुपए का दाल बर्बाद हाे गया। मंगलवार की देर रात आंधी के कारण भारतीय खाद्य निगम का गोदाम जो तरहसी प्रखंड कार्यालय के बगल में स्थित है उसका छत उड़ जाने के कारण लाभुकों को वितरण करने के लिए रखा गया लाखों रुपए का दाल भीग कर बर्बाद हो गया। इसकी जानकारी जैसे ही पांकी विधायक डॉ. शशि भूषण मेहता काे मिली तब उन्होंने अपने प्रतिनिधि लाला प्रसाद यादव, मनदीप मेहता व प्रभारी ओम प्रकाश दुबे को स्थल पर भेजकर जानकारी ली। जानकारी में पता चला कि घटिया किस्म का एस्बेस्टस लगाने के कारण आंधी में टिक नहीं सका और उखड़ गया, जिससे नुकसान हुआ। उन्होंने संबंधित ठेकेदार (भवन निर्माण विभाग) एवं दोषी पदाधिकारी को चिह्नित कर उचित कार्रवाई करवाने की बात कही।
चैनपुर : ग्रामीण इलाकाें में आज आएगी बिजली
चैनपुर क्षेत्र में कई लोगों की घर के करकट व पानी की टंकी तक उड़ गए तथा कई छोटे बड़े पेड़ उखड़ गए। पूरे इलाके में बिजली कट हाे गई। बिजली कर्मियों ने नगर निगम क्षेत्र के शाहपुर व चैनपुर के बिजली आपूर्ति बुधवार के दोपहर कर दी है। ग्रामीण इलाकाें में बिजली आपूर्ति गुरुवार तक किए जाने की संभावना है।
आंधी से रबदा पंचायत के विनोद चौधरी, द्वारिका चौधरी, बिरेंद्र भुइया, सुल्तान अंसारी, इंद्रदेव चौधरी, कैलाश चौधरी, कामेश्वर भुइया आदि लोगों का घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है तथा चांदो गांव में धनेश्वरी के घर पर विशाल पीपल
का पेड़ गिर जाने से घर क्षतिग्रस्त हो गया है। खुराकला गांव प्रसाद चौधरी एवं महुगांवा के बाबूलाल चौरसिया का भी घर छतिग्रस्त गया है।
पाटन में आंधी-तूफान में कई घर हुए ध्वस्त
प्रखंड के लगभग सभी गांव में तेज आंधी और तूफान से कई घर गिर गए। कितने पेड़ टूट कर घर पर गिर गए। बिजली के तार पोल भी टूटे। वहीं 24 घंटे से बिजली नदारद है। किशुनपुर के पूर्णा टोली बरडीहा समेत कई गांव में भी बिजली का पोल तार टूट गए। वहीं किशनपुर के भवानी कुंवर के घर पर पेड़ गिर गया।
पांकी में भी आंधी, कई घराें के छप्पर उड़े
प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में मंगलवार की रात आई आंधी तूफान के साथ तेज बारिश ने जमकर तबाही मचाई। आंधी तूफान के साथ बारिश ने प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों मकानों के छप्पर उड़ा दिए। वहीं वर्षों पुराने सैकड़ों विशाल पेड़ पौधे के साथ बिजली के खंभे भी क्षतिग्रस्त हो गए जिसके परिणाम स्वरूप बिजली सेवा भी बाधित हो गई, रात में आई अचानक तबाही से कई लोगों के आशियाने उजड़ जाने से लोगों ने खुले आसमान के नीचे रात बिताई व बुधवार को दिनभर लोग मकान के छप्पर की मरम्मत करते दिखाई दिए। प्रखंड के कोनवाई के सुनील सिंह, मनोज सिंह, अनिल सिंह, देवनंदन सिंह का मकान बिल्कुल क्षतिग्रस्त हो गया।
वहीं ढुब पंचायत के रामप्रीत साव के मकान का सीमेंट चादर की छप्पर पूरी तरह टूट कर क्षतिग्रस्त हो गई। यही नहीं तेज आंधी तूफान ने घरों एवं दुकानों के बाहर के छज्जों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ मौसमी फलों व सब्जियों को भी नुकसान पहुंचाया। कुल मिलाकर मंगलवार की रात कयामत की रात रही। वहीं लोगों ने तूफान खत्म होने के बाद राहत की सांस ली। बुधवार की सुबह प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर लोगों का हालचाल जाना व क्षति का आकलन किया।
पलामू जिला कांग्रेस कमेटी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उपायुक्त पलामू को पत्र लिखकर जिला स्तर पर एवं प्रखंड स्तर पर एक टास्क फोर्स गठन कर मनरेगा को गतिशील बनाने की मांग की है। जिला अध्यक्ष बिट्टू पाठक ने कहा की कोविड-19 के कारण पूरे देश में 22 मार्च से लॉक डॉन चल रहा है। ऐसे में अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को झारखंड लाया जा रहा है। इसके अलावा स्थानीय मजदूर भी काफी परेशान हो रहे हैं। उनके लिए रोजगार की समस्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने मनरेगा के तहत मजदूरों को काम देने का वादा किया है।
राज्य सरकार तेजी से इस दिशा में काम कर रही है। पलामू जिला में मनरेगा के तहत मजदूरों को ज्यादा से ज्यादा काम मिले इसके लिए जिला प्रशासन को पहल करने की जरूरत है। मजदूरों के लिए हर दिन रोजगार सृजन हो। रोजगार लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार हो जिससे मजदूरों को निराशा खत्म खत्म होगा।इस दिशा में जिला प्रशासन को तेजी से काम करना चाहिए। सोशल मीडिया के माध्यम से मांग पत्र भेजने वालों में प्रमुख रूप से मिथिलेश सिंह जितेंद्र कमलापुरी अजय साहू राजेश चौरसिया शैलेश कुमार विपिन सिंह दयाशंकर तिवारी का नाम
शामिल है।
राज्य सरकार ने नार्थ कर्णपुरा कोल ब्लॉक के समेकित प्राणी प्रबंधन योजना के अंतिम प्रतिवेदन में वित्तीय प्रावधान को 2050 करोड़ से घटाकर 225 करोड़ करने से संबंधित जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए नेचर कंजर्वेशन सोसायटी, डालटनगंज के सचिव डॉ. श्रीवास्तव को वन विभाग के सभी समितियों से हटा दिया गया है। वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के संयुक्त सचिव अभय कुमार के द्वारा जारी पत्रांक 1021 के अनुसार 26.09. 2015 को गठित पलामू व्याघ्र संरक्षण फाउंडेशन के शासी निकाय में नेचर कंजर्वेशन के सचिव डॉ डीएस श्रीवास्तव की सदस्यता को समाप्त कर दिया है। पत्रांक 1022 के अनुसार 14.09.2015 को पलामू टाइगर रिजर्व के लिए गठित कार्यकारिणी समिति से नेचर कंजर्वेशन सोसायटी के सचिव डॉ डीएस श्रीवास्तव की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया है। पत्रांक 223 के अनुसार 27.08. 2018 को पुनर्गठित राज्य वन्य जीव बोर्ड में नेचर कंजर्वेशन सोसायटी के प्रतिनिधि की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया है। गौरतलब है कि दैनिक भास्कर ने नेचर कंजर्वेशन सोसायटी के सचिव डॉ. डीएस श्रीवास्तव के द्वारा नॉर्थ करणपुरा ब्लॉक की समेकित वन्य प्राणी प्रबंधन योजना के अंतिम प्रतिवेदन में वित्तीय प्रावधान को 2050 करोड़ से घटाकर 225 करोड़ रुपए करने के संबंध में खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
संपूर्ण लॉकडाउन होने के बावजूद पांकी प्रखंड के टाटीदीरी अमानत नदी के किनारे बीते कई हफ्तों से अवैध क्रशर का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इन अवैध क्रशरों में प्रतिदिन क्रेशर संचालकों के निर्देश पर दर्जनों मजदूर झुंड बनाकर सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए बिना सुरक्षा के कार्य कर रहे हैं। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार इन अवैध क्रशरों में बरूनाही के जंगलों से अवैध पत्थरों की भारी मात्रा में ढुलाई कर इन्हें खपाया जा रहा है। इस अवैध धंधे में क्रशर संचालक के साथ साथ दर्जनों ट्रैक्टर ऑनर जंगलों को नष्ट करने में लगे हुए हैं। लॉक डाउन को लेकर जहां एक ओर सभी लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं व अधिकारियों की गतिविधि कम होने से क्रेशर संचालक दिन-रात पत्थरों को तोड़कर कर इस अवैध धंधे से चांदी काट रहे हैं।
नावाबाजार में दाे अवैध क्रशर ध्वस्त, एक सील
नावाबाजार के अंदरूनी संवेदनशील इलाके में अवैध तरीके से लंबे अर्से से संचालित अलग-अलग स्थानों में तीन क्रशर में से दो क्रशर को ध्वस्त किया गया। जबकि एक को सील कर दिया गया है। जिला खनन पदाधिकारी मनोज कुमार टोप्पो के नेतृत्व में गठित टॉस्क फोर्स कमिटी ने इस अवैध व गैरकानूनी गोरखधंधे को बेनकाब कर संचालित कर रहे धंधेबाजों के विरुद्ध खनन अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
स्थानीय थाना अंतर्गत ग्राम कादल कुर्मी निवासी राजमोहन मेहता के खेत में रखे गेहूं की फसल आग लगने के कारण जलकर खाक हो गई। इस संबंध में पीड़ित किसान द्वारा मोहम्मदगंज थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें गांव के ही 4 लोगों को आरोपित किया गया है। पीड़ित किसान का कहना है कि बीते दिनों आपसी विवाद के क्रम में आरोपियों ने उन्हें सबक सिखाने की बात कही थी। जिसके बाद बीते सोमवार को उनके गेहूं के फसल में आग लगा दी गई। उन्हें अंदेशा है कि आग लगाने की घटना के पीछे उन चारों आरोपियों का ही हाथ है।
उन्होंने आगे कहा कि आरोपियों द्वारा अक्सर उनके परिवार के साथ लड़ाई झगड़ा एवं गाली गलौज की जाती है। जिससे वे तंग आ चुके हैं, विगत फरवरी माह में भी आरोपियों के विरुद्ध पीड़ित किसान एवं उनकी पत्नी द्वारा डायन-बिसाही के मामले को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई थी, पर पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता एवं आरोपियों के बीच भूमि-विवाद को असली वजह बताकर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। वहीं आगजनी की घटना के बाबत शिकायत को 2 दिन बीत चुके हैं, पर पुलिस द्वारा अब तक मामले की जांच नहीं की गई है। इस संबंध में पीड़ित किसान द्वारा इस मामले को लेकर उच्च अधिकारियों का दरवाजा खटखटाने की बात कही गई है।
पिपरा प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मधुबाना पंचायत के श्रीपालपुर ग्राम में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 29 की सेविका पर मेनू से कम पोषाहार देने का आरोप ग्रामीणों ने लगाया है। इसे लेकर अमेरिका राम, रामस्वरूप राम, समुद्री देवी, ज्ञानती देवी, शंकर राम, सीता राम, भुनेश्वर राम, राजेश्वर राम, राजीव रंजन, विनोद राम, चिंता देवी, अनपुंता देवी सहित कई लोगों ने बीडीओ, मुखिया, उपमुखिया से जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि जनवरी माह का पोषाहार जेएसएलपीएस के माध्यम से धात्री महिंला, कुपोषित तथा 6 से 36 माह के बच्चों को मेनू के अनुसार चावल, दाल, गुड़ और चना दिया गया था, जबकि सेविका शमला देवी द्वारा पोषाहार मेनू से कम दिया जा रहा है। उधर सेविका ने उक्त आरोप को निराधार बताया है। आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका सुमित्रा देवी ने कहा कि शिकायत मिलने पर जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
दस साल से लापता मध्यप्रदेश के बागली तहसील के चंवरागुवाड़ी का 20 वर्षीय देवी सिंह काेराेना की वजह से अपने परिवार काे मिल गया। 30 अप्रैल काे वह लातेहार जिले के वरवाटी थाना क्षेत्र में मिला था। मंगलवार काे परिजन युवक काे लातेहार से लेकर गांव पहुंचे। इससे पहले चापड़ा में लाेगाें ने युवक का पुष्प वर्षाकर और तालियां बजाकर स्वागत किया। दैनिक भास्कर ने 1 मई के अंक में देवी सिंह के संबंध में खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद बागली एसडीएम अजीत श्रीवास्तव, जनपद सीईओअमित व्यास व टीआई दिनेश चाैहान ने मामला संज्ञान में लिया और युवक काे झारखंड से ले जाने की कवायद शुरू की गई। मध्यप्रदेश के जिला प्रशासन ने युवक काे लाने की अनुमति के साथ वाहन के लिए डीजल की व्यवस्था करवाई। बागली से देव सिंह, सूरज और ओम यादव काे देवी सिंह काे लाने लातेहार गए। वहां एसआई उरांव से मिले। उन्हाेंने युवक काे परिजनाें के साथ रवाना कर दिया। मंगलवार दाेपहर करीब 2 बजे चापड़ा पहुंचने पर लाेगाें ने देवी सिंह का स्वागत किया।
युवक काे परिवार से मिलाने वाले असली हीराे एएसआई महादेव उरांव
युवक काे उसके परिवार वालाें से मिलाने में लातेहार के वरवाटी थाने के एएसआई महादेव उरांव की महत्वपूर्ण भूमिका रही। देवी सिंह काे भी झारखंड में क्वारेंटाइन किया गया था। क्वारेंटाइन पीरियड पूरा करने पर एएसआई उरांव ने जब युवक काे घर जाने का कहा ताे पता चला कि वह ताे मध्यप्रदेश के देवास जिले का रहने वाला है। इसके बाद उन्हाेंने दैनिक भास्कर के माध्यम से युवक के घर का पता लगवाया। इस तरह एएसआई ने युवक काे उसके परिवार वालाें से मिलाया।
घर पहुंचने पर बहन ने लगाया तिलक, पिता बाेले-आज जीवन का खुशी वाला दिन
मंगलवार का दिन चंवरागुवाड़ी के बुजुर्ग दंपती शेर सिंह व उनकी पत्नी प्रेमबाई के लिए खास रहा। क्योंकि दस साल से लापता बेटा देवी सिंह घर आरहा था। उसे देखते ही परिजनाें की आंखाें में आंसू झलक आए। बहनों ने खुशी-खुशी तिलक लगाकर पुष्पमाला पहनाई। युवक ने सबसे पहले अपने माता-पिता के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस दाैरान बड़ी संख्या में ग्रामीण भी माैजूद थे। लॉकडाउन के चलते रिश्तेदार नहीं आ पाए, लेकिन उन्होंने फोन पर ही देवीसिंह के हालचाल पूछे। युवक की बहन मधु, देवका, सदू व दाे बड़े भाई देवकरण व छोटा देवराज है। भास्कर से चर्चा में पिता शेरसिंह ने कहा कि हमें उम्मीद ही नहीं थी कि हमारा बेटा कभी हमें मिल भी पाएगा। आज का दिन जीवन में सबसे ज्यादा खुशी देने वाला है। उसके मिलने की जानकारी मिलते ही उसके घर आने का इंतजार था।
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने के लिए बुधवार को अनुपालन के लिए जिला स्तरीय उड़न दस्ता दल ने जिला खेल स्टेडियम व डूरुआ स्टेशन बाजार में लगने वाले अस्थायी सब्जी बाजार समेत शहर के कई दुकानों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बिना मास्क पहने हुए बाइक चालकों पर भी कार्रवाई की गई। एक बाइक जब्त किया गया। जबकि, दो बाइक चालकों व स्टेशन रोड बाईपास स्थित चंदन मोबाइल दुकानदार द्वारा दुकान खुला रखने पर प्राथमिकी दर्ज करने की अनुशंसा की गई। अन्य दुकानों में खरीदारी करने वाले लोगों व दुकानदारों को सामाजिक दूरी का अनुपालन करने का निर्देश दिया।
इस दौरान उत्पाद अधीक्षक शिवकुमार साहू के सभी दुकानदारों को निर्देश दिया कि अपने दुकानों के आगे भीड़ न लगने दें एवं लोगों से आग्रह करें कि वे सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करते हुये सामानों का क्रय करें। सोशल डिस्टेंस के निर्देशों को सख्ती से लागू कराने हेतु जिला प्रशासन के द्वारा सब्जी बाजार में चूना से घेरा बनाया गया एवं लोगो को निर्देशित किया गया कि वे सभी इन घेरों में रहकर सामाजिक दूरी का पालन करते हुये खरीददारी करें। इसके अलावे शहर के सभी बाजार व दुकानों में प्रतिनियुक्त सुरक्षाकर्मियों को निदेशित किया गया कि वे सजग रहते हुए पूरी तत्परता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें एवं बाजार में आने वाले सभी लोग से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करायें। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि लोग दुकान के सामने भीड़ न लगायें एवं लोग सड़कों के किनारे यत्र-तत्र वाहन पड़ाव न करें। वाहन पार्किंग कराते वक्त भी इस बात का ध्यान रखें कि एक जगह पर बहुत सारे व्यक्ति इकट्ठा होकर वाहन पड़ाव न करें। थोड़ी-थोड़ी दूरी पर लोगों से वाहन पड़ाव करायें।
पांच लोगों पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज
जिले में गठित उड़नदस्ता दल द्वारा बुधवार को मास्क नहीं पहनने व सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करनेवाले पांच लोगों पर सदर थाना में लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। उड़नदस्ता दल ने शहर के राजू राम, बिट्टू कुमार, सफल राज एवं प्रदीप कुमार पर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का उपयोग नहीं करने पर मामला दर्ज कराया है। जबकि बाईपास रोड स्थित धीरज टेलीकॉम नामक मोबाइल दुकान के चंदन कुमार पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कराया गया है। उड़नदस्ता दल के दंडाधिकारी शिवकुमार साहू द्वारा लिखित आवेदन पर मामला दर्ज किया गया है। उड़नदस्ता दल में प्रभात कुमार, राहुल कुमार गुप्ता, संदीप कुमार गुप्ता एवं पुलिस अवर निरीक्षक अवधेश कुमार सिंह शामिल थे। पुलिस निरीक्षक अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि सदर थाना में अब तक लॉकडाउन उल्लंघन के कुल 12 मामले दर्ज किए गए हैं।
जिले के नक्सल प्रभावित गारू प्रखंड के जामझरिया गांव के समीप स्थित बकुलाबंध जंगल में नक्सल अभियान के दौरान जमीन में खोदकर रखे गए आईडी बम को सीआरपीएफ ने बुधवार को जब्त किया है। बताया जाता है कि बकुलाबंध के जंगल में सीआरपीएफ 214 ए कंपनी द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा था। को जमीन मे लगाकर रखे आईडी (बम) बरामद किया। जानकारी के अनुसार सीआरपीएफ 214 बटालियन के गारू के कमांडेंट ऋषि राज के निर्देश पर डोमाखांड, बकुलाबंध एवं इससे सटे जामझरिया के जंगल मे सर्च अभियान चलाया गया।
इस दौरान बकुलाबंध के जंगल मे नक्सली संगठन भाकपा माओवादी द्वारा जमीन मे लगाकर रखे आईडी बरामद किया गया। समझा जा रहा है कि माओवादियों ने पुलिस को नुकसान पहुंचाने की नीयत से आईडी को जमीन के अंदर खोदकर लगा रखा था। बरामद आईडी को सीआरपीएफ के बम निरोधक दस्ते द्वारा मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया गया है। सीआरपीएफ 214 ए कंपनी के सहायक समादेष्टा अनिल कुमार मीना ने बताया कि डिफ्यूज आईडी काफी शक्तिशाली था। डिफ्यूज के दौरान पुरा बकुलाबंध का जंगल थर्रा गया। अभियान मे जिला पुलिस बल के जवान मनोज झा के नेतृत्व बम डिफ्यूज किया गया। अभियान में सीआरपीएफ के काफी संख्या में शामिल थे।
सदर थाना क्षेत्र के सासंग गांव के तुरीटोला में चाची मांगो देवी की हत्या करनेवाला भतीजा कला भुइयां को पुलिस ने बुधवार को जेल भेज दिया है। पुलिस निरीक्षक अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि भतीजा कला भुइयां की पत्नी उसे पांच माह पहले ही छोड़कर चली गई है। इस दौरान वह अकेला घर में रहता था। घटना के दिन मंगलवार को चाचा, चाची और भतीजा तीनों ने मिलकर एकसाथ शराब पी थी। शराब पीने के बाद चाचा और चाची अपने घर चले गए। इसके बाद चाची मांगो देवी अपने भतीजा कला भुइयां के घर दोबारा शराब पीने गई। दोनों ने मिलकर पुनः शराब पी।
शराब पीने के बाद चाची भतीजा के घर में ही सो गई। इसके बाद नशे में धुत भतीजा कला भुइयां अपनी चाची के साथ जबरदस्ती करने लगा, जिसका विरोध मांगो ने किया तथा यह बात जगजाहिर करने की बात कही। इससे झल्लाए कला ने घर में रखे पसूल व हसुआ से मांगो की गर्दन पर प्रहार कर दिया, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। घटना के बाद कला ने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर दिया। ग्रामीणों ने जब दरवाजा खुलवाया तो कला भुइयां के पूरे शरीर पर खून के छींटे देखे और चाची का गला रेता हुआ पाया। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन में लोग जहां अपने घरों मे दुबके हैं, वहीं साइबर हैकर मोबाइल पर कॉल कर रुपये ऐंठने में लगे हैं। ऐसी घटना बारियातू बस्ती निवासी मो. अयूब के साथ घटी है। मो. अयूब से साइबर हैकरों ने मोबाइल पर फोन कर ओटीपी लेकर एसबीआई खाते से 18 हजार रुपये निकाल लिए। मो. अयूब ने बताया कि पांच मई को पूर्वाह्न करीब 11:30 बजे मेरे मोबाइल नंबर 8521209991 पर 7909018488 नंबर से कॉल आया कि आपका एसबीआई खाते से एलआईसी का प्रीमियम नहीं कट पाया है तो मैंने कहा कि आधे घंटे बाद फोन कीजिए। इसके बाद दोपहर 4:30 बजे मोबाइल नंबर 8670293625 से पुनः फोन कर कहा गया कि आपका एलआईसी का प्रीमियम नहीं कट रहा है। आप अपना आधार नंबर व एटीएम का पीछे लिखे तीन नंबर बताइये। इसके बाद मैंने अपना आधार नंबर व एटीएम के पीछे लिखा तीन अंकों का नंबर बताया। इसपर कहा गया कि आपके मोबाइल पर एक मैसेज गया है, उसका नंबर बताइये। मैंने मोबाइल पर आए पांच अंकों के ओटीपी नंबर को बता दिया। इसके पश्चात साइबर हैकरों ने बैंक खाता से एक बार में 17 हजार तथा दूसरी बार में एक हजार कुल 18 हजार रुपए की निकासी कर ली।
चंदवा-माल्हन मैक्लुस्कीगंज पथ पर स्थित दुबी गांव के पास मोटरसाइकिल (जेएच 02 एफ-4893) व स्कूटी (जेएच10 यू- 5824)के आमने-सामने की टक्कर में दोनों चालक शेर मोहम्मद एवं मुख्तार अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को चंदवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के पश्चात बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर कर दिया गया।गंभीर रूप से घायल शेर मोहम्मद की मौत रिम्स जाने के क्रम में कुड़ू के पास ही हो गई। उसी एंबुलेंस में दोनों घायल थे, नतीजतन एंबुलेंस रिम्स चला गया।
मृतक का पोस्टमार्टम रिम्स में ही किया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि माल्हन से मुख्तार अंसारी पिता इशहाक अंसारी अपने मोटरसाइकिल से चंदवा आ रहे थे, जबकि स्कूटी में सवार होकर शेर मोहम्मद चंदवा से खलारी जा रहे थे। दुबी गांव के पास दोनों आपस में टकरा गए। इसमें दोनों को गंभीर चोट आई थी। पुलिस ने मोटरसाइकिल व स्कूटी को अपने कब्जे में ले लिया है। मृतक शेर मोहम्मद के दो पुत्र व दो पुत्री हैं। परिजनों का रोते रोते बुरा हाल है। मृतक बाजार में जूता चप्पल बेचने का काम करता था।
रेड जाेन वाले राजधानी रांची में काेराेना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हिंदपीढ़ी के सुरक्षा घेरा काे ताेड़ कोलेबिरा पहुंचे दंपति और उनके बच्चे को प्रशासन ने आइसोलेशन में रखा है। यह दंपति मंगलवार की रात करीब दस बजे स्कूटी से अपने एक बच्ची के साथ कोलेबिरा पहुंचा था। जिसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा प्रखंड प्रशासन को बुधवार की सुबह दी गई। इधर जिला मुख्यालय में 15 लोग ओडि़शा के जाजपुर से पहुंचे। जाजपुर के रेड जोन में होने को देखते हुए प्रशासन ने सभी का कोरोना टेस्ट कराने के लिये सैंपल लिया है। बताया गया कि इनकी रिपोर्ट आने तक सभी को क्वारेंटीन किया गया है। उसके बाद ये होम क्वारेंटाइन में भेजे जाएंगे।
हिंदपीढ़ी की सुरक्षा घेरे पर उठे सवाल
कोलेबिरा में हिंदपीढ़ी का परिवार पहुंचने की सूचना मिलते ही कोलेबिरा के बीडीओअखिलेश कुमार, सीओप्रताप मिंज, थाना प्रभारी रामेश्वर भगत, एसआई रंजीत महतो दल बल एवं एंबुलेंस के साथ उक्त दंपति के घर पहुंचे। दंपति एवं उसके बच्चे को प्रशासन के द्वारा कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। इधर स्थानीय ग्रामीणों को जब सूचना मिली की हिंदपीढ़ी से एक दंपती कोलेबिरा आया हुआ है तो लोगों की चिंता बढ़ गई। लोगों का कहना है कि रांची का हिंदपीढ़ी पूरे राज्य में रेड जोन घोषित है।
हिंदपीढ़ी में सरकार के द्वारा जिला पुलिस एवं सीआरपीएफ के द्वारा व्यापक सुरक्षा घेरा बनाया गया है। उस सुरक्षा घेरा को तोड़कर एक दंपती सवा सौ किलोमीटर दूर स्कूटी से कोलेबिरा चला आया। प्रखंड प्रशासन के द्वारा दंपती और उसके बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने के बाद पूरे मोहल्ले एवं एंबुलेंस को सेनिटाइज कराया गया।
लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालाें से कराई उठक-बैठक
लाॅक डाउन का पालन सख्ती से कराने के लिए अधिकारियों ने बुधवार की सुबह गश्ती की। बगैर किसी काम के घूमने वाले लाेगाें के साथ अधिकारियों ने सख्ती दिखाइ। कई लाेगाें काे प्रशासन ने उठक बैठक कराकर लाॅक डाउन का उल्लंघन नहीं करने के चेतावनी दी। बीडीओने कहा कि काेराेना वायरस काे मात देने के लिए सबाें का सहयाेग जरूरी है। बिना वजह लाेग अपने घराें से नहीं निकलें। अगर ऐसा काेई करता है ताे उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराइ जाएगी।
डीसी बाेले-लॉकडाउन का सख्ती से कराएं पालन
लॉकडाउन-3 का सख्ती से पालन किये जाने का आदेश उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश को जिला प्रशासन के द्वारा त्वरित गति से कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम की दिशा में अथक प्रयास किये जा रहे है। उपायुक्त ने कहा कि कोरोना प्रभावित दूसरे राज्यों से जिले में आ रहे श्रमिकों एवं अन्य व्यक्ति को देखते हुए एहतियात के तौर पर अभी आम-जनों के लिए सिर्फ आवश्यक सामग्रियों की दुकानें खुली रहेंगी।
उपायुक्त ने जिलावासियों से अपील की कि सभी लाॅक डाउन का पालन करें, एवं घर से बाहर न निकले। आवश्यक सामग्रियों की होम डिलीवरी हेतु ज्यादा से ज्यादा झारखण्ड बाजार एप का इस्तेमाल करें। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को शुरू करने की दिशा में उपायुक्त बरणवाल के द्वारा ई-मुलाकात के माध्यम से सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारियों को पहल शुरू करने का निर्देश दिया गया। साथ ही इस दिशा में मनरेगा, पीएम आवास एवं जिला योजना विभाग के द्वारा प्रखण्ड वार स्वीकृत योजनाओं को क्रियान्वयन धरातल पर शुरू कर दी गई है।
सिमडेगा में हिंदीपीढ़ी से आए दंपती पर दर्ज कराया गया केस
कोलेबिरा में बिना सूचना रांची से पहुंचे दंपति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिला जनसंपर्क पदाधिकारी ने बताया कि कोलेबिरा के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने जानकारी दी थी कि 5 मई की रात में तीन व्यक्ति रांची के ग्राम पत्थलकुदवा आजाद बस्ती से स्कूटी के द्वारा कोलेबिरा आ गए हैं। जिसकी जानकारी ग्रामीणों ने बीडीओ को दी। चूंकि उन्होंने नियम का उल्लंघन करते हुए बिना अनुमति जिला में प्रवेश किया था इसलिए उनपर प्राथमिकी दर्ज की गई।
दूसरे कोरोना पॉजिटिव युवक की तीसरी जांच निगेटिव आई
जिले में मिले दूसरे कोरोना पॉजिटिव युवक की तीसरी जांच रिपोर्ट कोरोना नेगेटिव पाई गई है। 17 वर्षीय यह युवक बीरू हॉस्पिटल में भर्ती है। उसकी दूसरी जांच भी नेगेटिव मिली थी। उम्मीद की जा रही है कि डॉक्टर अब उक्त युवक को अस्पताल से छुट्टी दे सकते हैं। गौरतलब है कि सिमडेगा जिले में पिछले 17 दिनों से कोई कोरोना पॉजीटिव केस सामने नहीं आया है। आगामी कुछ दिनों में यदि पॉजीटिव केस नहीं आते हैं तो सिमडेगा ऑरेंज जोन से निकलकर ग्रीन जोन में तब्दील हो सकता है। हालांकि जनता जान रही है कि अभी कोई भी जोखिम लेने का समय नहीं है क्योंकि कोरोना का खतरा बहुत बड़ा है।
ई-मुलाकात के माध्यम से उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उपायुक्त ने बताया कि सरकार के द्वारा लाॅक डाउन 3.0 में पूरे भारत को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन में बांटा गया है। रेड जोन में रहने वाले व्यक्तियों को बस के माध्यम से जिला नहीं लाना है। ट्रेन के द्वारा दूसरे राज्यों के रेड जोन से आये व्यक्तियों को क्वारेंटाइन सेंटर में रखना है।
उनका तुरन्त सैम्पल लेकर जांच हेतु भेजना है। जांचोपरांत अगर रिर्पोट नेगेटिव आते है तब उन्हें स्टैंपिंग करते हुए 21 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन में रखना है, जहां वार्ड स्तरीय टीम प्रतिदिन उनकी निगरानी रखेगी। वर्तमान में सिमडेगा जिला ऑरेंज जोन में है। बाहर राज्यों एवं जिलों से अपने घर सिमडेगा आ रहे व्यक्तियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करते हुए स्वस्थ पाये जाने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। होम क्वारेंटाइन करने के दौरान जिला मुख्यालय में बनाए गए रिसिविंग सेन्टर में बाहर से आए व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन की जानकारी दी जा रही है।
पश्चिम बंगाल के लिए फिलहाल नहीं दिया जाएगा पास : डीसी
उपायुक्त ने कहा पश्चिम बंगाल जाने वाले व्यक्तियों का पास फिलहाल सिमडेगा जिला से निर्गत नहीं हाेगा। छत्तीसगढ़ एवं ओडिशा के बॉर्डर पर व्यक्तियों को छोड़ दिया जा रहा है। बाहर से जिला अपने घर वापस आने वाले व्यक्तियों के पास अगर राशन कार्ड नहीं है, तब उन्हें प्रखण्ड विकास पदाधिकारी 15 दिनों के लिए सूखा राशन (चुड़ा, गुड़, चना) दें।
विधायक भूषण बाड़ा ने बुधवार को प्रखंड के बढ़नीजोर, मकर्घरा, जराटांड़, मुडि़याडीह, ढोड़ीजोर गांव जाकर हाथी प्रभावित ग्रामीणों का हालचाल लिया। मौके पर ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि जंगली हाथियों के आतंक से वे लोग काफी परेशान हैं। हाथियों का झूंड पिछले दिनों कई घरों को क्षतिग्रस्त करते हुए घर में रखे अनाज को भी खा गया था। जिसपर विधायक ने ग्रामीणों का हर संभव मदद करने का भरोसा दिया। साथ ही ग्रामीणों के बीच टॉर्च और मास्क भी वितरण किया। विधायक ने कहा कि वन विभाग द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को जल्द मुआवजा भुगतान कराया जाएगा। बाड़ा ने कहा कि इन क्षेत्रों में जंगली हाथियों का आतंक सालों भर रहता है।