मजदूर नेता राजेश सिंह ने कहा कि लॉकडाउन का फायदा उठाकर संवेदक के द्वारा मनमाना तरीके से काम कराया जा रहा है। वहीं मजदूरों को कम मजदूरी देने के मामले को लेकर उन्हाेंने कहा कि क्षेत्र में मजदूरों के साथ शोषण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले काे लेकर उपायुक्त से मिलने की बात कही। कोबांग गांव में जाकर पानी टंकी में काम किए गए मजदूरों की समस्याएं मजदूर नेता ने सुनीं। मजदूरों ने कहा कि लंबे समय से पानी टंकी का काम जारी था। मजदूरों को उनका भुगतान नहीं मिला। इसके बाद जो कंपनी काम कर रही थी वह फरार हो गई। बाद में दूसरी कंपनी इस पर काम कर रही है। सिंह ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द सभी बकाया भुगतान कराया जाएगा।
कोरोना संकट के दौरान निजी विद्यालयों द्वारा अभिभावकों से ट्यूशन फीस लेने पर रोक लगाने की चर्चा है। इस संबंध में सरकार द्वारा अभी कोई लिखित आदेश जारी नहीं हुआ है, लेकिन इस सम्बन्ध में मिल रहे संकेतों ने शिक्षकों की चिंता बढ़ा दी है। निजी विद्यालयों के शिक्षकों का कहना है कि सरकार का ऐसा निर्णय उचित नहीं होगा। निजी विद्यालयों के शिक्षक भी लॉकडाउन से उत्पन्न समस्याओं को झेल रहे हैं। वे तीन माह तक परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे, यह बड़ा सवाल है। डीएवी स्कूल के प्राचार्य राकेश शर्मा ने कहा कि यदि ऐसा निर्देश आएगा तो सबसे पहला सवाल तो यही होगा कि शिक्षकों को सैलरी कहां से देंगे।
यदि ऐसा कोई आदेश आएगा तो उसके अनुसार जरूरी निर्णय लिया जाएगा। ब्रिलिएंट हाई स्कूल के प्राचार्य गोरखनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे निर्णय से राज्य में हजारों शिक्षक आर्थिक बदहाली के कगार पर पहुंच जाएंगे। सरकार को संवेदनशीलता पूर्वक विचार करना चाहिए। जूनियर कैंब्रिज स्कूल के निदेशक शीतल प्रसाद ने कहा कि ऐसी स्थिति में सरकार की ओर से सभी प्रभावित शिक्षकों को सहायता राशि दी जानी चाहिए।सरकार इस मामले में गम्भीरतापूर्वक विचार करे। बिरसा आवासीय विद्यालय की प्राचार्या कृति अर्चना का कहना है कि ऐसे फैसले से उत्पन्न होनेवाली स्थिति पर गम्भीरतापूर्वक विचार करके ही सरकार कोई निर्णय ले।
लॉकडाउन-3 का सख्ती से पालन कराने के लिए गुरुवार से प्रशासन कड़ा रुख अख्तियार करेगी। एसडीओ कुवर सिंह पाहन ने कहा कि जिला मुख्यालय में कुछ दुकानदारों और लोगों के द्वारा लॉकडाउन की शर्तों का उल्लंघन किए जाने की शिकायत मिली है। उन्होंने कहा कि फेज थ्री में राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश के तहत आवश्यक सामग्री की दुकानें सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक खुली रहेगी। अन्य दुकानें जिसे खोलने की इजाजत सरकार द्वारा नहीं दी गई है। उनकी दुकान बंद रहेगी। उन्होंने कहा कि बेहद जरुरी काम के लिए ही लोग घर से बाहर निकले। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष से अधिक आयु वाले बुजुर्ग और दस वर्ष से कम आयु वाले बच्चों का घर से बाहर निकलने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। एसडीओ ने कहा कि बाइक में भी एक ही व्यक्ति को घूमना है और मास्क और हेलमेट पहनना जरुरी है। गुरुवार को जांच अभियान चलाकर निर्देश का उल्लंघन करने वाले लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात एसडीओ ने कही।
कृषि और वनोत्पाद आधारित अर्थव्यवस्था वाले सिमडेगा जिले के जंगलों में ग्रामीणों ने केंदु पत्ते की तोड़ाई शुरू कर दी है। पहले लॉकडाउन के कारण ग्रामीण शंका और भय के कारण केंदु पत्ता नहीं तोड़ रहे थे। इस बारे में सही जानकारी देते हुए दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। विभिन्न माध्यमों से जागरुकता और वन निगम के अधिकारियों की कोशिशों के अलावा विधायक भूषण बाड़ा और पूर्व मंत्री विमला प्रधान ने भी ग्रामीणों से अपील करके पत्ता तोड़ाई शुरू करने को कहा था। सामूहिक प्रयास अब रंग लाता दिख रहा है। ठेठईटांगर के तारबोगा पंचायत के कुरुमडेगी गांव में दर्जनों लोग जिनमें बच्चे और वृद्ध भी शामिल थे जंगल से केंदु पता तोड़कर लाते और चट्टान पर सुखाते दिखे। इन लोगों ने बताया कि पत्तों का बंडल बनाकर बोरा में भरकर संग्राहक समिति को देने पर उन्हें नगद रुपए मिलेंगे। कृषक बंधु संस्था के सचिव प्रभात कुमार ने कहा कि संकट की इस घड़ी में जरूरतमंदों को रोजगार से जोड़ना पुण्य कार्य की तरह है।
52 पत्तियों का बनता है पोला, सौ पोले के मिलते हैं एक सौ इक्कीस रुपए
सौ पोले इक्कट्ठा करने मजदूर को एक सौ इक्कीस रुपए मिलते हैं। एक पोले में 52 पत्ते रखे जाने के पीछे चाहे जो भी सोच रही हो लेकिन लॉकडाउन के संकट के समय ये 52 पत्ते ग्रामीणों को कोरोना से जंग जीतने में सहायक साबित होते दिख रही हैं। वन निगम के द्वारा जिले के मजदूरों के बीच कुल 35 करोड़ रुपए मजदूरी के रुपए वितरित होंगे। करीब 30 हजार मजदूरों को एक माह तक रोजगार मिल सकेगा। गरीब मजदूरों को नगद मिलेगी मजदूरी : केंदू पत्ता संग्रहण में लगे मजदूरों को बैंक जाने की असुविधा को देखते हुए नगद भुगतान की सुविधा होगी। तारबोगा पंचायत के कुरुमडेगी के मुंशी कमल प्रधान ने बताया कि पत्ता तोड़ाई और सुखाने में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है। वन निगम के क्षेत्र पदाधिकारी ने कहा कि सभी मजदूरों को दो दिन के भीतर भुगतान की सुविधा है।
सरकारी स्कूल के बच्चे दूरदर्शन पर पढ़ाई करेंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस संबंध में दूरदर्शन के साथ करार किया है। यह पढ़ाई 11 मई से 10 जून तक लगातार जारी रहेगी। नियमित रूप से सोमवार से शुक्रवार तक प्रतिदिन दो पालियों में तीन घंटे तक पढ़ाई होगी। कोरोना संक्रमण की वजह से स्कूलों के बंद होने पर विभाग ने यह पहल की है। सरकारी स्कूलों के बच्चों को दूरदर्शन के माध्यम से डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराए जाएंगे। बुधवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और दूरदर्शन के बीच करार हुआ। जेईपीसी के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह और दूरदर्शन के प्रतिनिधियों के बीच यह एकरारनामा हुआ।
स्कूली बच्चों के लिए सोमवार से शुक्रवार तक हर दिन तीन घंटे तक दूरदर्शन में डिजिटल कंटेंट का प्रसारण होगा। सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और दोपहर एक बजे से दो बजे तक इसका प्रसारण किया जाएगा। दूरदर्शन हर दिन एक घंटे का प्रसारण निशुल्क करेगा, जबकि दो घंटे के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद से 12 हजार और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ 14,160 रुपए प्रतिदिन के आधार पर लेगा। एक महीने में 2,83,200 रुपए का भुगतान दूरदर्शन को किया जाएगा। दूरदर्शन को कंटेंट उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी जेईपीसी ने डॉक्टर अभिनव कुमार और जेसीईआरटी के कीर्तिवास कुमार को दी गई है। साथ ही, दूरदर्शन के निदेशक से भी नोडल पदाधिकारी मनोनित करने की मांग की गई है। जेईपीसी के राज्य परियोजना निदेशक उमाशंकर सिंह ने डिजिटल कंटेंट तैयार कराने के लिए 6 लोगों की तकनीकी समिति भी गठित की है।
दूरदर्शन में पढ़ाई का शिड्यूल
यूट्यूब पर भी होगा प्रसारण
दूरदर्शन पर होने वाले प्रसारण को यूट्यूब पर भी प्रसारित किया जाएगा ताकि अधिक संख्या में छात्र-छात्राएं इसका लाभ उठा सकें साथ ही सभी लोकल केबल नेटवर्क वालों को भी दूरदर्शन के चैनल को निशुल्क प्रसारित करने को कहा गया है। दूरदर्शन के जरिए उपलब्ध कराए जाने वाले डिजिटल कंटेंट की जानकारी दूरदर्शन और आकाशवाणी के माध्यम से दी जाएगी।
बुधवार को रांची के दो मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें से एक हिंदपीढ़ी व दूसरी रिम्स की नर्स शामिल है। नर्स,रिम्स कोविड वार्ड में ड्यूटी पर थी। दोनों नए पॉजिटिव केस आने के बाद झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर128हो गई है। जबकि रांची में कोरोना के मामले बढ़कर 94 हो गए हैं। वायरस का संक्रमण राज्य के 12 यानी 50 फीसदी जिलों में पहुंच चुका है। नए जिलों में दुमका की एंट्री हुई है।
उधर, दुमका में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद यह ग्रीन से ऑरेंज जोन में आ गया है। इसके साथ ही ग्रीन जोन के जिलों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।राज्य के कुल कोरोना संक्रमितों में से 4 की मौत हो चुकी है। 33 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी में मंगलवार शाम आठ नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
उधर, बुधवार सुबह तीन श्रमिक ट्रेन दूसरे राज्यों से झारखंड के अलग-अलग जिलों में पहुंची। इन ट्रेनों में एक धनबाद, एक पलामू के डालटनगंज जबकि एक रांची के हटिया स्टेशन पहुंची है। इनमें सवार श्रमिकों की स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद सभी को बसों के जरिए घर भेजा जाएगा।
टेक्नीशियन हड़ताल पर, विभाग अब सैंपल जांचेगा, कलेक्शन नहीं करेगा
रांची के रिम्स में टेक्नीशियन के संक्रमित हो जाने के तीन दिनों बाद मंगलवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब खुली। जांच शुरू हुई। लेकिन, आउटसोर्सिंग के 22 टेक्नीशियन चौथे दिन भी हड़ताल पर रहे। उनका कहना है कि जब तक स्थाई नियुक्ति नहीं होगी, तब तक ड्यूटी पर नहीं जाएंगे। फिलहाल लैब 12 परमानेंट तकनीशियनों के सहारे चल रहीहै। माइक्रोबायोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि विभाग की जिम्मेवारी अब केवल कलेक्टेड सैंपलों की जांच करने की है। सैंपल कलेक्शन कराने कि जिम्मेवारी रिम्स अधीक्षक और टास्क फोर्स की टीम की है।
कोरोना अपडेट्स
राज्य में कुल 128संक्रमित: रांची के 94, बोकारो 10, पलामू 03, हजारीबाग 03, गढ़वा 03, धनबाद 02, गिरिडीह, 02, सिमडेगा 02, देवघर 04, जामताड़ा में 02, दुमका में 02 और गोड्डा में 01 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।
राज्य में स्वस्थ्य हुए 33 मरीज: रांची में 15, बोकारो में छह, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, सिमडेगा में एक जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोनावायरस की चेन को तोड़ने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है। लेकिन रेड जोन होने के बावजूद रांची में लोग मानने को तैयार नहीं है। हर दिन कहीं ना कहीं सोशल डिस्टेंसिंग की चेन टूट रही है। बुधवार को शहर के पीडीएस शॉप पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही थी। राशन वितरण का जायजा लेने के लिए जब मेयर आशा लकड़ा वार्ड नंबर 8 स्थित एक जन वितरण प्रणाली की दुकान पर पहुंची तो वहां लगी भीड़ देख राशन डीलर नित्यानंद प्रसाद पर आग बबूला हो उठी।
मेयर ने एक ही जगह पर भीड़ लगा कर खड़े लोगों को फटकारा भी लगाई। उन्होंने डीलर को कहा कि जब सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करा सकते तो राशन देना बंद कर दें। चावल देने के चक्कर में लोगों को बीमारी न बांटे। इसके बाद उन्होंने राशन दुकान के सामने 5 फीट की दूरी पर चूना से घेरा लगाने का निर्देश दिया। साथ ही एक ही स्थान पर खड़े लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए गोल घेरा में खड़ा होकर राशन लेने की नसीहत भी दी।
मेयर ने सभी पीडीएस दुकानदारों को दुकान के सामने घेरा बनाने का निर्देश दिया। ताकि लोग एक निश्चित दूरी पर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करें। इसके अलावा दुकान पर सैनिटाइजर की व्यवस्था भी करने के लिए कहा गया ताकि राशन लेने पहुंचे लोगों के हाथों को सैनिटाइज कराया जा सके।
राजधानी रांची में बुधवार शाम को दो और संदिग्धों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। पहला संक्रमण का मामला हिंदपीढ़ी का है जबकि दूसरा मामला रिम्स का है। यहां के एक नर्स में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। नर्स रिम्स के कोविड-19 वार्ड में तैनात थी। दोनों नए मरीजों की ट्रैवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। वहीं एतिहात के तौर पर उनके परिजनों का भी सैंपल लिया जाएगा। इससे पहले रांची सदर अस्पताल की पांच नर्स और रिम्स के एक लैब टेक्नीशियन में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है जिनका कोविड-19 सेंटर में इलाज जारी है।
दो नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है। राज्य के कुल कोरोनावायरस संक्रमितों में से 4 की मौत हो चुकी है। 33 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। रांची में दो नए कोरोना संक्रमण के मामले आने के बाद यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 94 हो गई है। वहीं वायरस का संक्रमण राज्य के 12 यानी 50 फीसदी जिलों में पहुंच चुका है। नए जिलों में दुमका की एंट्री हुई है। मंगलवार शाम यहां दो नए संदिग्धों में कोरोनावायरस संक्रमण की पुष्टि हुई। वहीं मंगलवार को ही हिंदपीढ़ी के आठ संदिग्धों में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
पूरे झारखंड में राजधानी रांची में अब तक सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। ऐस में पुलिस-प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है। हालांकि कई जगहों पर अब भी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं। बुधवार को सड़कों पर भी लॉकडाउन के दौरान वाहनों के आवागमन जारी है। हालांकि इनमें से कई लोगों का कहना है कि वो आवश्यक कार्य की वजह से घरों से निकल रहे हैं। वहीं, एर्णाकुलम से श्रमिकों को लेकर आज एक स्पेशल ट्रेन हटिया स्टेशन पहुंची। इसके बाद बसों के माध्यम से श्रमिकों को उनके संबंधित जिलों में भेजा गया। वहीं,मजदूरों का कहना है कि उन्हेंझारखंड आने के लिए 825 रुपए का टिकट खरीदना पड़ा।
हिंदपीढ़ी की 36 वर्षीय संदिग्ध महिला फरार
रिम्स प्रबंधन की एक बार फिर से लापरवाही सामने आई है। मामला मंगलवार की देर रात की है। हिंदपीढ़ी की रहने वाली 36 वर्षीय महिला संदिग्ध महिला रिम्स के पेइंग वार्ड में स्थित आइसोलेशन वार्ड से फरार हो गई। सिस्टर इंचार्ज ने बताया कि महिला चेस्ट पैन की समस्या को लेकर मंगलवार की रात 10:30 बजे इलाज के लिए रिम्स अाई। चूंकि, महिला कोराेना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी के नाला रोड की रहने वाली थी। इस कारण उसे इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। चिकित्सकों ने उसका इलाज किया। इलाज के दौरान उसमें कोरोना के कुछ लक्षण दिखने के कारण उसका सैंपल लिया गया। सैंपल लेने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने के लिए के लिए ले गए। महिला के साथ में उसके घर के कोई एक सदस्य और रिम्स के दो स्टाफ भी थे। आइसोलेशन वार्ड जाने के क्रम में दोनों स्टाफ एक लिफ्ट में और महिला व उसके परिजन को दूसरी लिफ्ट में चढ़े। इस बीच महिला और उसके परिजन आइसोलेशन वार्ड में जाने के बजाय लिफ्ट से फरार हो गए। दोनों स्टाफ महिला और उसके परिजन को ढूंढ़ते रह गए, लेकिन वे नहीं मिले।वहीं, इसी आइसोलेशन वार्ड में 48 वर्षीय कोरोना संदिग्ध मरीज की मौत हो गई। इस मरीज की भी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। यह मरीज किडनी की बीमारी से ग्रसित था।
इधर, झारखंड में मरीजाें की संख्या बढ़कर 128और रांची में 94हाे गई है।इनमें से सबसे ज्यादा मरीजों की संख्या हिंदपीढ़ी में है। स्वास्थ्य सचिव डाॅ. नितिन कुलकर्णी ने रांची के डीसी-एसपी काे हिंदपीढ़ी में लाॅकडाउन का शत-प्रतिशत पालन कराने काे कहा है। इधर,गुजरात के सूरत और पंजाब के जालंधर से दो औरश्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार सुबह धनबाद और पलामूपहुंची। दोनोंट्रेन में राज्य के विभिन्न जिलों के मजदूर सवार थे। सभी को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत स्टेशन से बाहर और फिर बस के जरिए उनके घर भेजा गया है। सभी को एतिहात के तौर पर 14 दिनों तक होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। केरल के एर्नाकुलम से रांची पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में झारखंड के विभिन्न जिलों के करीब 1167 श्रमिक सवार थे। वहीं, पंजाब के जालंधर से पलामू के डालटनगंज पहुंची ट्रेन में 1188 और सूरत से धनबाद पहुंची ट्रेन में 1233 श्रमिक सवार थे। जानकारी के मुताबिक, सूरत से धनबादपहुंची ट्रेन में सवार श्रमिकों से भीकिराया वसूला गया है। उधर, रांची के पास चान्हो के हुटार बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखी। लोगों ने भीड़ लगाकर सब्जी की खरीदारी की। इस दौरान मौके पर कोई भी पुलिस जवान तैनात नहीं था।
रायडीह थाना क्षेत्र के सिलम चढ़ान के पास मां-बेटी के साथ लूट की वारदात का पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। लूट में शामिल मास्टरमाइंड समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उनके अन्य साथियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। साथ ही आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने लूटी गई रकम में से 20,100 रुपए बरामद भी किए हैं।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को पालकोट रोड स्थित एसबीआई ब्रांच से रुपए की निकासी कर बक्सपुर गांव लौट रही वृद्ध महिला एस क्लैरिस्तिका कुजूर व उनकी बेटी प्रभा लकड़ा के साथ लूटपाट की गई थी। अपराधियो ने दोनों मां-बेटी से थैला में रखे 45,000 रुपए की लूट की थी। थैला में रुपए के अलावा उनका बैंक पासबुक, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड व अन्य जरूरी दस्तावेज भी ले गए थे। लूट की इस घटना के बाद मां-बेटी ने गांव के ही ऑटो चालक संतोष लोहरा पर संदेह जाहिर किया था। चूंकि दोनों संतोष के ही ऑटो में सवार होकर बैंक से रुपए निकालने जाती थीं।
लूट की वारदात की खबर के बाद एसपी हृदीप पी जनार्धनन ने मामले के खुलासे को लेकर एक छापामारी दल का गठन किया। टीम ने पहले ऑटो चालक संतोष लोहरा को गिरफ्तार किया। फिर सख्ती से पूछताछ करने पर उसने वारदात को अंजाम दिलाने का जुर्म कबूला। फिर उसके निशानदेही पर पुलिस की टीम ने ऑटो चालक के साथी संदीप कुजूर को भी गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल, दोनों के अन्य साथियों की तलाश में छापामारी जारी है।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम का नेतृत्व एसडीपीओ कुलदीप कुमार कर रहे थे। जबकि एसडीपीओ के अलावा टीम में थाना प्रभारी संजय कुमार, प्रशिक्षु सब इंस्पेक्टर नीतीश कुमार, उज्ज्वल कुमार, कृष्णा कुमार, एएसआई फागु उरांव, नागमणि सिंह, हवलदार कुल मेहतर, जवान रविन्द्र महतो, बिरसा सुरीन, संदीप उरांव, लेदा मुंडा शामिल थे। एसपी ने टीम को तीन हजार का नगद रिवार्ड देकर सम्मानित किया है।
रांची के हिंदपीढ़ी से कोलेबिरा पहुंचे दंपती और उनकी बच्ची को प्रशासन ने आइसोलेसन में रखा है। यह दंपती मंगलवार की रात करीब दस बजे स्कूटी से अपने एक बच्ची के साथ कोलेबिरा पहुंचा था। इसकी सूचना स्थानीय ग्रामीणों द्वारा प्रखंड प्रशासन को बुधवार की सुबह दी गई। इधर, जिला मुख्यालय में 15 लोग ओडिसा के जाजपुर से पहुंचे। जाजपुर के रेड जोन में होने को देखते हुए प्रशासन ने सभी का कोरोना टेस्ट कराने के लिए सैंपल लिया है। बताया गया कि इनकी रिपोर्ट आने तक सभी को क्वारैंटाइन किया गयाहै। उसके बाद ये होम क्वारैंटाइन में भेजे जाएंगे।
हिंदपीढ़ी की सुरक्षा घेरे पर उठे सवाल
कोलेबिरा में हिंदपीढ़ी का परिवार पहुंचने की सूचना मिलते ही कोलेबिरा बीडीओ अखिलेश कुमार, अंचलाधिकारी प्रताप मिंज, थाना प्रभारी रामेश्वर भगत, एसआई रंजीत महतो दल बल एवं एंबुलेंस के साथ उक्त दंपती के घर पहुंचे। दंपती एवं उसके बच्चे को प्रशासन द्वारा कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया।
हिंदपीढ़ी में की गई है सीआरपीएफ की तैनाती
इधर, स्थानीय ग्रामीणों को जब सूचना मिली की हिंदीपीढ़ी से एक दंपतीकोलेबिरा आया हुआ है तो लोगों की चिंता बढ़ गई। लोगों का कहना है कि रांची का हिंदपीढी पूरे राज्य में रेड जोन घोषित है। हिंदपीढ़ी में सरकार द्वारा जिला पुलिस एवं सीआरपीएफ द्वारा व्यापक सुरक्षा घेरा बनाया गया है। उस सुरक्षा घेरा को तोड़कर एक दंपती सवा सौ किलोमीटर दूर स्कूटी से कोलेबिरा चला आया। वहीं, प्रखंड प्रशासन द्वारा पूरे मोहल्ले एवं एंबुलेंस को सैनिटाइज कराया गया है।
लाॅकडाउन का उल्लंघन करने वालाें काे कराया गया उठक बैठक
इधर, लाॅकडाउन का पालन सख्ती से कराने के लिए अधिकारियाें ने बुधवार की सुबह गश्ती की। बगैर किसी काम के घूमने वाले लाेगाें के साथ अधिकारियोंने सख्ती दिखाई। कई लाेगाें काे प्रशासन ने उठक-बैठक कराकर लाॅकडाउन का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी दी।
जालंधर से श्रमिकों को लेकर एकस्पेशल ट्रेन बुधवार को पलामू पहुंची। इस ट्रेन में1188 श्रमिक सवार थे। प्लेटफॉर्म पर ट्रेन केरुकते ही श्रमिकों ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। डालटनगंज रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद सभी श्रमिकों का मेडिकल थर्मल स्क्रीनिंग कर स्वास्थ्य की जांच की गई। साथ ही श्रमिकों का हाथ सैनिटाइज कराते हुए उन्हें मास्कउपलब्ध कराया गया। श्रमिकों के साथ महिलाएं एवं बच्चे भी थे। स्टेशन से श्रमिकों को पलामू जिला प्रशासन ने बसों से स्थानीय चियांकी एयर बेस परिसर में बने सहायता केन्द्र में पहुंचाया। मौके पर पलामू के डीसी डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि एवं एसपी अजय लिंडा स्वयं सारी व्यवस्थाओं की निगरानी में थे।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से की गई थी बैरिकेडिंग
श्रमिकों के आगमन को लेकर रेलवे स्टेशन पर बैरिकेटिंग की गई थी। कोई भी श्रमिक इधर-उधर नहीं जाए और सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो, इसके लिए बैरिकेटिंग की गई थी। साथ ही उसके आसपास पर्याप्त संख्या में सुरक्षा कर्मी लगाए गए थे।
स्टेशन व चियांकी हवाई हड्डा परिसर को किया गया था सैनिटाइज
स्पेशल ट्रेन से श्रमिकों को डालटनगंज आगमन को लेकर स्टेशन परिसर व उसके आसपास तथा चियांकी स्थित हवाई अड्डा परिसर को अग्निशमन केवाहन एवं टैंकर से सैनिटाइज किया गया था। ट्रेन आने के पूर्व स्टेशन के प्लेटफाॅर्म से लेकर बाहर तक सैनिटाइज किया गया।
क्वारैंटाइन सेंटर में भेजे गए पलामू के श्रमिक
श्रमिकों को पलामू आगमन को लेकर चियांकी हवाई अड्डा परिसर में विशेष व्यवस्था की गई थी। जालंधर से पलामू के डालटनगंज पहुंचे सभी श्रमिकों को रेलवे स्टेशन से बस के माध्यम सेसोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाकर चियांकी स्थित हवाई अड्डा परिसर में बने सहायता केन्द्र स्थल तक पहुंचाया गया। वहां सभी श्रमिकों को फूडपैकेट एवं बोतल बंद पानी दिया गया। चियांकी हवाई अड्डा परिसर में सभी आवश्यक कार्रवाई पूर्ण किए जाने के बाद पलामू के श्रमिकों को विभिन्न प्रखंडों में बने क्वारैंटाइन सेंटर में भेजा गया।
दिल्ली के वसंत कुंज में फंसे झारखंड के मजदूरों ने वीडियो जारी कर झारखंड और केजरीवाल सरकार से मदद मांगी है। श्रमिकों का कहना है कि या तो उन्हें राशन वगैरह मुहैया कराया जाए या फिर किसी भी तरह झारखंड उनके घर तक पहुंचा दिया जाए। श्रमिकों ने बताया कि उनकी संख्या करीब 1000 है। इनमें बच्चे, बूढ़े, महिलाएं भी शामिल है। कई लोग राशन न होने के चलते आटा घोलकर पी रहे हैं औरगुजार रहे हैं।
जामताड़ा, देवघर और गिरिडीह जिले के मजदूर हैं शामिल
मजदूरों ने बताया कि वे झारखंड के गिरिडीह, देवघर और जामताड़ा जिले के रहने वाले हैं। मजदूरों ने कहा कि तीन बार लॉकडाउन बढ़ चुका है। हम मजबूरी में यहां फंसे हुए हैं। खाने-पीने की दिक्कत हो रही है। झारखंड सरकार से अपील है कि हमें हमारे घर तक पहुंचा दिया जाए। जामताड़ा के युवक ने बताया कि तीन बार लॉकडाउन बढ़ाने के बाद हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा है, पैसे भी खत्म हो चुके हैं। न घर जा पा रहे हैं और न काम पर जा पा रहे हैं। वीडियो में एक युवक ने बताया कि उनके पास न गैस का पैसा है और न सब्जी का। कुछ लोग आटा घोलकर पी रहे हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि हमारे घर जाने का प्रबंध किया जाए।
सभी फंसे लोग यहां दिहाड़ी मजदूरी करते हैं...
मजदूरों ने कहा कि 45 दिनों के बीच केजरीवाल सरकार से 10 किलो आटा मिला है। इनमें से भी कई लोगों को मिला है तो कई छूट गए हैं। उन्होंने बताया कि ठेकेदारों से कर्ज मांग कर काम चल रहा है। कई लोग ऐसे भी है जो दूसरे साथी के कमरे में थोड़ा-बहुत खाकर काम चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार के एप के जरिए 1000 रुपए मिले थे, लेकिन ये कितने दिन चलेंगे। पानी भी 30 रुपए का 20 लीटर का खरीदना पड़ता है।
जानकारी के मुताबिक, सभी मजदूर दिल्ली के वसंत कुंज के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के पास रहते हैं। इन लोगों का कहना है कि प्रथम लॉकडाउन में लगा था कि दिन काट लेंगे, फिर दूसरा लॉकडाउन और अब तीसरा लॉकडाउन शुरू हो चुका है। 17 मई तक दिन गुजारना मुश्किल हो रहा है।
सदर थाना क्षेत्र के वृंदा गांव में ग्रामीणों के हमले में पीएलएफआई का एरिया कमांडर बसंत गोप मारा गया। दरअसल, मंगलवार देर रात करीब 9 बजे पीएलएफआई के दो एरिया कमांडर बसंत गोप व परमेश्वर गोप के नेतृत्व में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने पहुंचे। सूचना के बाद ग्रामीण भी सचेत थे। करीब एक दर्जन नक्सली ग्रामीणों के हमले के बाद नक्सलियों को भागने पड़ा। हालांकि भागने के दौरान नक्सलियों ने फायरिंग भी की लेकिन किसी ग्रामीण के हताहत होने की सूचना नहीं है।
घटना की जानकारी के बाद मंगलवार रात को ही पुलिस गांव में पहुंची। फिर सुबह जंगल में सर्च अभियान के दौरान पीएलएफआई कमांडर का शव जंगल से बरामद किया गया। जानकारी के मुताबिक, जिले के कई थाना क्षेत्रो में बसंत गोप के खिलाफ एक दर्जन से अधिक हत्या, लूट, रंगदारी,आर्म्स एक्ट आदि मामले दर्ज हैं। हाल के दिनों में बांसडीह जंगल के समीप सड़क निर्माण कार्य मे लगे पोकलेन वाहनों को जलाने व करमडीपा निवासी एक रिटायर फौजी की पत्नी से 50 लाख रुपए की लेवी (रंगदारी) मांगने आदि घटना में शामिल रहा है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि शुरूआत से ही नक्सलियों का गढ़ माने जाने वाले वृंदा गांव में पीएलएफआई का कमर टूटने के बाद उग्रवादी यहां एक बार फिर से सक्रिय होना चाहते थे। उग्रवादियों की योजना वृंदा नायक टोली गांव निवासी शनिचर उरांव के दो पुत्र भीम उरांव व पीयूष उरांव की हत्या करने की थी। मगर इसकी भनक दोनो भाइयो को भी लग चुकी थी। रात करीब 9 बजे बसंत व परमेश्वर के नेतृत्व में हथियारबंद नक्सलियों ने जैसे ही उनके घर पर धावा बोला। दोनों भाई नक्सलियों पर टूट पड़े। शोर सुन बड़ी संख्या में लाठी-डंडा व हथियार से लैस ग्रामीणों ने नक्सलियों की घेराबंदी शुरू कर दी। खुद को घिरता देख नक्सली भाग निकले।
इसी दौरान ग्रामीणों के बीच से चले तेज धारदार हथियार से एरिया कमांडर बसंत गोप गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलावस्था में ही उसके साथी उसे उठाकर अपने साथ ले गए। मगर उसकी मौत हो गई। इधर, घटना की सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस देर रात को ही घटनास्थल पहुंची। ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली। इसके बाद पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया। मगर कहीं भी उग्रवादियों का कुछ सुराग नही मिला। पुलिस ने शनिचर के घर के अंदर कई स्थानों में खून के छींटे पाए। फिर रात भर पुलिस इलाके में जमी रही।
तिलैया थाना क्षेत्र में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर शादी करना दूल्हा-दुल्हन को भारी पड़ गया। पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन समेत 10 नामजद जबकि 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि तिलैया थाना के एएसआई मंगलवार को गश्ती पर निकले थे। इस दौरान उन्हें इंदरवा बस्ती स्थित सूर्य मंदिर में कोविड-19 के गाइड लाइन का उल्लंघन कर शादी के आयोजन की जानकारी मिली। इसके बाद एएसआई ने इसकी सूचना थाना प्रभारी को दी।
थाना प्रभारी की ओर से कार्रवाई के लिए निर्देश मिलने के बाद एएसआई टीम के साथ इंदरवा के सूर्य मंदिर पहुंचे। यहां उन्होंने देखा कि शादी में करीब 50 लोगों की भीड़ है। वे सभी पुलिस की गाड़ी को देखकर भागने लगे।। इस दौरान शादी समारोह में शामिल लड़का पक्ष से सूरज यादव, बाबूलाल पांडेय, सुनीता देवी, राजेश यादव (तिलैया थाना क्षेत्र के इंदरवा निवासी ) और लड़की पक्ष की ओर से सुरेश यादव, धनेश्वर यादव, बालेश्वर यादव, डोली कुमार, अजय यादव, मोहन दास (सभी डोमचांच थाना क्षेत्र के मधुबन निवासी) को पकड़ लिया गया।
पुलिस ने इनसे शादी के लिए वैध अनुमति पत्र की मांग की लेकिन वे कोई कागजात नहीं दिखा पाए। उन्होंने बताया कि कोडरमा के प्रखंड विकास पदाधिकारी के पास शादी के आयोजन के लिए आवेदन दिया है। वैध अनुमति पत्र उनके पास नहीं है। एएसआई ने बताया कि दूल्हा-दुल्हन समेत लड़का पक्ष के चार और लड़की पक्ष से छह नामजद के खिलाफ कोरोनावायरस संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया। 10 नामजद औ र 40 अज्ञात के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
रांची जिले में दूसरे राज्य से आए लोग या दूसरे जिलों मेंरह रहे लोगों को पास लेने के लिए काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।आपात स्थिति में बाहर जाने के लिए पास बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जारी दो मेल आईडी फेल होने से लोगों की परेशानी और बढ़ गई। पहले dtovahanpass@gmail.com जारी किया गया था। लेकिन इसका मेमोरी फुल होने के कारण फिर नया ईमेल आईडी ranchivahanpass@gmail.com जारी कर लोगों से इस पर आवेदन मांगा था। लेकिन मंगलवार को भी ईमेल काम करना बंद कर दिया। बुधवार को ऑफलाइन आवेदन लेने के साथ vahanpass-ranchi@jharkhandmail.gov.in जारी किया गया है। कई लोगों को वाहन पास भी इश्यू किए गए।
आए दिन नियम चेंज करने के कारण लोगों में बढ़ रही नाराजगी
कभी ई-पास लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन, कभी डीटीओ के ईमेल पर आवेदन तो कभी ऑफलाइन आवेदन मांगे जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि ईमेल पर आवेदन करने के बाद पास जारी होने की जानकारी लेने पहुंचे तो पता चलता है कि ऑफलाइन आवेदन करना होगा जिला प्रशासन पास देने के नाम पर लोगों को परेशान करने का काम कर रही है। लॉकडाउन में लोग समाहरणालय कैसे पहुंचे इसकी परवाह पदाधिकारियों को नहीं है।
दोदिनों से बदली स्थिति
मंगलवार को आवेदन करने वाले लोगों को किसी प्रकार की जानकारी देने के लिए कोई कर्मचारी उपलब्ध नहीं थे। लेकिन बुधवार को खबर प्रकाशित होने के बाद स्थिति बदली बदली नजर आई। ऑफलाइन आवेदन जमा करने के लिए भी कर्मचारी गेट पर मौजूद थे जबकि 2 गार्ड भी लोगों को लाइन से वाहन पास के लिए आवेदन जमा करने की बात कह रहे थे कल से कम लोगों को इस बात की राहत थी कि डीटीओ ऑफिस के कर्मी जानकारी देने के लिए उपलब्ध थे।
नवलशाही थाना क्षेत्र में बुधवार की सुबह पुलिस ने एक वृद्ध का शव बरामद किया। मृतक की पहचान गिरिडीह जिला के राजधनवार थाना क्षेत्र के डोरंडा मस्जिद मुहल्ला निवासी मो कल्लू खान (65) के रूप मे की गई। वृद्धा पेंशन की निकासी की बात कह कर वो डोरंडा के लिए पैदल निकला था। रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। शव कोडरमा-गिरिडीह मेन रोड के देवीपुर जंगल स्थित लेवडा बर यात्री शेड के पास से बरामद किया गया।
जानाकरी के अनुसार, पुलिस गश्ती दल हर रोज की तरह जंगल की ओर गईतो यात्री शेड के पास बुजुर्ग का शव देखा। लेकिन काफी देर तक शव की पहचान नहीं हो सकी। आसपास के ग्रामीणों को बुलाकर पूछताछ की गई। लेकिन किसी ने शव कीपहचान नहीं की। जब सोशल मीडिया पर शव की फोटोवायरल हुईतो उसके परिजन थाना पहुंचे और शव की पहचान की।
सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत सीआरपीएफ की 154 बटालियन द्वारा पारसनाथ की तराई में बसे निमियाघाट थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित ग्रामीणों के बीच मंगलवार को कोरोना आपदा शिविर लगा कर अनाज और पर्सनल हाइजीन से संबंधित सामग्री बांटी गयी। उप्रवि खुटा के परिसर में बटालियन के कमांडेंट आलोक वीर यादव के निर्देश पर गिरिडीह जिला के ऑफिसर कमांडिंग संजय चौहान के नेतृत्व में लगाये गये इस शिविर में खूटा, खेजवाली, बंदखारो और चपरखो के लगभग दो सौ ग्रामीण महिला और पुरुषों को चावल, चना दाल, नमक, साबुन, मास्क और सैनेटाइजर का वितरण किया गया। इस दौरान ग्रामीणों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाते हुए सामग्रियों का वितरण किया गया।
मौके पर उपस्थित ऑफिसर कमांडिंग चौहान ने लोगों से कोरोना महामारी से बचाव के लिए समाजिक दूरी बनाये रखने, एक-दूसरे के संपर्क से बचने, नियमित अंतराल पर साबुन से हाथ धोने, सैनेटाइजर का प्रयोग करने और अपने आसपास के क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने की अपील की। कहा कि आज देश महासंकट से गुजर रहा है। ऐसे में इस महामारी से लड़ने के लिए उनकी जिम्मेवारी बढ़ जाती है। इस मौके पर थाना प्रभारी विकास पासवान, उपनिरीक्षक सुरेन्द्र सिंह, आरक्षी रूपेश कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, मनोज कुमार, मुखिया पति दौलत तुरी आदि उपस्थित थे।
लाॅकडाउन के दाैरान कई जगह पुलिस बर्बरता दिखा रही है। ऐसा ही मामला साेमवार रात काेडरमा में सामने आया। यहां गर्भवती बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहे काराेबारी मनाेज माेदी की नशे में धुत तिलैया थाने के दाराेगा अखिलेश सिंह ने बेरहमी से पिटाई की। वे बार-बार चिल्लाते रहे कि बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं, लेकिन दाराेगा इसे लाॅकडाउन का उल्लंघन बताते हुए लाठियां बरसाता रहा। पिटाई से मनाेज माेदी बुरी तरह से जख्मी हाे गए। उनका हाथ भी टूट गया। मंगलवार काे काेडरमा एसपी डाॅ. एहतेशाम बकारिब ने दाराेगा काे निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया कि दाराेगा अखिलेश सिंह ने नशा कर काराेबारी के साथ मारपीट की है। जांच में तिलैया के थाना प्रभारी ने दाराेगा के शराब पीकर ड्यूटी करने की जानकारी दी है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
19 अप्रैल काे भी तोड़ दिया था एक दुकानदार का हाथ
इससे पहले लाॅकडाउन के दाैरान 19 अप्रैल काे भी तिलैया पुलिस ने खुदरा पट्टी के एक दुकानदार ताराटांड़ निवासी दाराेगी लाल के साथ मारपीट की थी। इसमें दुकानदार का हाथ टूट गया था। इसके अलावा कई और ऐसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें लाेगाें की पिटाई की जा चुकी है। लाेगाें ने इस मामले की जानकारी भी ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री, डीजीपी और पुलिस मुख्यालय काे दी थी। डीजीपी के निर्देश के बाद इस मामले की जांच एसडीपीओकाे साैंपी गई थी।
मुख्यमंत्री और एसपी काे ट्वीट कर दी जानकारी, फिर हुई कार्रवाई
पुलिस पिटाई के शिकार हुए मनाेज माेदी ने कहा-मेरी तिलैया में किराना दुकान है। मैं साेमवार रात करीब 12 बजे बेटी काे आर्यन हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर बाइक से घर लाैट रहा था। तिलैया थाने के पास पुलिस जांच कर रही थी। मुझे राेका। मैंने बताया कि बेटी काे हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं। लेकिन दाराेगा कुछ भी सुनने काे तैयार नहीं थे। नशे में धुत दाराेगा ने मुझपर ताबड़ताेड़ लाठियां बरसानी शुरू कर दी। पिटाई के बाद मैंने अपने बेटे सूरज कुमार काे बुलाया और उसके साथ घर गया। सूरज ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन और काेडरमा के एसपी काे घटना की जानकारी दी। सूरज ने कहा कि जब वह पिता काे लाने पहुंचे ताे दाराेगा अखिलेश सिंह थाने में नशे की हालत में बैठे थे। उनकी हालत ऐसी थी कि वह खड़ा भी नहीं हाे पा रहे थे। ट्वीट मिलने के बाद कोडरमा एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दाराेगा काे सस्पेंड कर दिया। कहा-कड़ी कार्रवाई होगी।
लाॅकडाउन के दाैरान कई जगह पुलिस बर्बरता दिखा रही है। ऐसा ही मामला साेमवार रात काेडरमा में सामने आया। यहां गर्भवती बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहे काराेबारी मनाेज माेदी की नशे में धुत तिलैया थाने के दाराेगा अखिलेश सिंह ने बेरहमी से पिटाई की। वे बार-बार चिल्लाते रहे कि बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं, लेकिन दाराेगा इसे लाॅकडाउन का उल्लंघन बताते हुए लाठियां बरसाता रहा। पिटाई से मनाेज माेदी बुरी तरह से जख्मी हाे गए। उनका हाथ भी टूट गया। मंगलवार काे काेडरमा एसपी डाॅ. एहतेशाम बकारिब ने दाराेगा काे निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया कि दाराेगा अखिलेश सिंह ने नशा कर काराेबारी के साथ मारपीट की है। जांच में तिलैया के थाना प्रभारी ने दाराेगा के शराब पीकर ड्यूटी करने की जानकारी दी है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
19 अप्रैल काे भी तोड़ दिया था एक दुकानदार का हाथ
इससे पहले लाॅकडाउन के दाैरान 19 अप्रैल काे भी तिलैया पुलिस ने खुदरा पट्टी के एक दुकानदार ताराटांड़ निवासी दाराेगी लाल के साथ मारपीट की थी। इसमें दुकानदार का हाथ टूट गया था। इसके अलावा कई और ऐसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें लाेगाें की पिटाई की जा चुकी है। लाेगाें ने इस मामले की जानकारी भी ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री, डीजीपी और पुलिस मुख्यालय काे दी थी। डीजीपी के निर्देश के बाद इस मामले की जांच एसडीपीओकाे साैंपी गई थी।
मुख्यमंत्री और एसपी काे ट्वीट कर दी जानकारी, फिर हुई कार्रवाई
पुलिस पिटाई के शिकार हुए मनाेज माेदी ने कहा-मेरी तिलैया में किराना दुकान है। मैं साेमवार रात करीब 12 बजे बेटी काे आर्यन हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर बाइक से घर लाैट रहा था। तिलैया थाने के पास पुलिस जांच कर रही थी। मुझे राेका। मैंने बताया कि बेटी काे हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं। लेकिन दाराेगा कुछ भी सुनने काे तैयार नहीं थे। नशे में धुत दाराेगा ने मुझपर ताबड़ताेड़ लाठियां बरसानी शुरू कर दी। पिटाई के बाद मैंने अपने बेटे सूरज कुमार काे बुलाया और उसके साथ घर गया। सूरज ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन और काेडरमा के एसपी काे घटना की जानकारी दी। सूरज ने कहा कि जब वह पिता काे लाने पहुंचे ताे दाराेगा अखिलेश सिंह थाने में नशे की हालत में बैठे थे। उनकी हालत ऐसी थी कि वह खड़ा भी नहीं हाे पा रहे थे। ट्वीट मिलने के बाद कोडरमा एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दाराेगा काे सस्पेंड कर दिया। कहा-कड़ी कार्रवाई होगी।
लाॅकडाउन के दाैरान कई जगह पुलिस बर्बरता दिखा रही है। ऐसा ही मामला साेमवार रात काेडरमा में सामने आया। यहां गर्भवती बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहे काराेबारी मनाेज माेदी की नशे में धुत तिलैया थाने के दाराेगा अखिलेश सिंह ने बेरहमी से पिटाई की। वे बार-बार चिल्लाते रहे कि बेटी काे अस्पताल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं, लेकिन दाराेगा इसे लाॅकडाउन का उल्लंघन बताते हुए लाठियां बरसाता रहा। पिटाई से मनाेज माेदी बुरी तरह से जख्मी हाे गए। उनका हाथ भी टूट गया। मंगलवार काे काेडरमा एसपी डाॅ. एहतेशाम बकारिब ने दाराेगा काे निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया कि दाराेगा अखिलेश सिंह ने नशा कर काराेबारी के साथ मारपीट की है। जांच में तिलैया के थाना प्रभारी ने दाराेगा के शराब पीकर ड्यूटी करने की जानकारी दी है। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
19 अप्रैल काे भी तोड़ दिया था एक दुकानदार का हाथ
इससे पहले लाॅकडाउन के दाैरान 19 अप्रैल काे भी तिलैया पुलिस ने खुदरा पट्टी के एक दुकानदार ताराटांड़ निवासी दाराेगी लाल के साथ मारपीट की थी। इसमें दुकानदार का हाथ टूट गया था। इसके अलावा कई और ऐसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं, जिनमें लाेगाें की पिटाई की जा चुकी है। लाेगाें ने इस मामले की जानकारी भी ट्वीट के जरिए मुख्यमंत्री, डीजीपी और पुलिस मुख्यालय काे दी थी। डीजीपी के निर्देश के बाद इस मामले की जांच एसडीपीओकाे साैंपी गई थी।
मुख्यमंत्री और एसपी काे ट्वीट कर दी जानकारी, फिर हुई कार्रवाई
पुलिस पिटाई के शिकार हुए मनाेज माेदी ने कहा-मेरी तिलैया में किराना दुकान है। मैं साेमवार रात करीब 12 बजे बेटी काे आर्यन हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर बाइक से घर लाैट रहा था। तिलैया थाने के पास पुलिस जांच कर रही थी। मुझे राेका। मैंने बताया कि बेटी काे हाॅस्पिटल में भर्ती कराकर लाैट रहा हूं। लेकिन दाराेगा कुछ भी सुनने काे तैयार नहीं थे। नशे में धुत दाराेगा ने मुझपर ताबड़ताेड़ लाठियां बरसानी शुरू कर दी। पिटाई के बाद मैंने अपने बेटे सूरज कुमार काे बुलाया और उसके साथ घर गया। सूरज ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन और काेडरमा के एसपी काे घटना की जानकारी दी। सूरज ने कहा कि जब वह पिता काे लाने पहुंचे ताे दाराेगा अखिलेश सिंह थाने में नशे की हालत में बैठे थे। उनकी हालत ऐसी थी कि वह खड़ा भी नहीं हाे पा रहे थे। ट्वीट मिलने के बाद कोडरमा एसपी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दाराेगा काे सस्पेंड कर दिया। कहा-कड़ी कार्रवाई होगी।
राज्य में मंगलवार के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण के 126 पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद भी जिले में लोगों के बीच जागरूकता में भारी कमी दिख रही है। शहर के बाजार टांड में प्रत्येक शनिवार व मंगलवार को लगने वाले साप्ताहिक हाट में लॉकडाउन वन से लेकर थ्री के शुरूआत में भी अभी तक सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन करने वाली तस्वीर उभर कर सामने आरही है।
कोरोना वायरस के बीच बाजार में उमड़ने वाली भीड़ की स्थिति देख कभी भी किसी मामले के सामने आने के बाद इसके घातक परिणाम से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। इस बात से लोगों को अब चौकाने नहीं बल्कि चौकन्ना रहने की जरूरत है।
इधर बाजार टांड के अलावा शहर के विभिन्न मार्गों में प्रशासनिक आदेशों के बावजूद शहर के दुकानदार अब अपनी आदेशों पर चल रहे है। अहले सुबह 5 बजे से ही मेन रोड, सिसई रोड, थाना रोड, पालकोट रोड,जशपुर रोड, मधुबाला गली, लोहरदगा रोड समेत कई स्थानों में दुकानदार चोरी छुपे दुकानदारी करते नजर आते है।
जिसके कारण सड़कों में बेवजह भीड़ उमड़ रही है। साथ ही लॉकडाउन का उलंघन हो रहा है। लोगों की ये लापरवाही हजारों लोगों की जान को मुश्किल मेंं डाल सकती है। किसी कोरोना संक्रमित के संपर्क में आने से इसके तेजी से प्रवाह होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है।
भीड़ वाली दुकानाें काे एसडीओने किया चिह्नित, कार्रवाई होगी
मंगलवार को ऐसे ही चोरी छुपे दुकान खोलने की सूचना के बाद सदर एसडीओ, बीडीओ ने सशस्त्र बल के साथ कई इलाकों में पहुंचकर दुकानों को चिह्नित किया। वहीं कई ट्रांसपोर्टर कंपनी भी राडार पर रहे। इसके बावजूद अधिकारियों ने भी ग्राहकों को रोक कर उनके हाथ मे पकड़े सामानों के आधार पर उसी दुकान के सामने खड़ा करते हुए कई दुकानों का वीडियो व फोटो ग्राफी की। इस कार्रवाई के बाद लोगों के बीच मे हड़कंप मच गया। इसके बाद लोग अपनी दुकानदारी बंद की।
गुमला नगर परिषद की चिंता इन दिनों बढ़ गई है। पिछले दो माह से नप का खर्च अधिक हो रहा है और राजस्व प्राप्ति का सभी जरिया बंद है। ऐसे में स्व-निधि फंड की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है। वर्तमान में स्व-निधि फंड में मात्र 5-6 लाख रुपए ही शेष बचे है। जबकि प्रतिमाह इस फंड से 20 लाख रुपए से ज्यादा का खर्च होता है। वेतन भुगतान भी स्व-निधि फंड की राशि से ही किया जाता है। किंतु पैसे नहीं होने के कारण कर्मियों के वेतन भुगतान में भी संकट के बादल मंडराने लगे है।
लॉकडाउन की वजह से राजस्व प्राप्त नहीं हो पा रहा है और खर्च बढ़ गया है। ऐसे में स्व-निधि फंड खाली होता जा रहा है। किसी प्रकार अभियंताओं को छोड़ शेष कर्मियों को मार्च माह तक का भुगतान कर दिया गया। लेकिन अब अप्रैल माह का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं है।
सेनिटाइजेशन और प्रचार-प्रसार पर करना पड़ रही अधिक खर्च
कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से शहर को सुरक्षित रखने के लिए कई प्रयास नप द्वारा किए जा रहे है। इसमें कर्मियों के माध्यम से पूरे शहर को सेनेटाईज, ब्लीचिंग का छिड़काव, फार्गिंग, स्प्रे छिड़काव, कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार, कर्मियों को सुरक्षा किट मुहैया कराने, उनके अतिरिक्त कार्य में व राशन सामग्री वितरित करने जैसे कार्य में राशि
खर्च करनी पड़ रही है। जिससे बजट गड़बड़ा गया है।
समय पर सैरात बंदोबस्ती हो जाती तो अब तक परिषद को मिलते 27 लाख
इस वर्ष यदि सैरात बंदोबस्ती समय से हो जाती, तो राशि की कमी नहीं होती। चुंकि बस पड़ाव बंदोबस्ती, सिसई रोड व पालकोट रोड ऑटो पड़ाव बंदोबस्ती, शौचालय बंदोबस्ती, टंगरा मार्केट बंदोबस्ती से करीब 54 लाख राजस्व मिलता है। इसमें बंदोबस्ती के साथ नप को 50 प्रतिशत राशि मिल जाती है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो पाया। ईओ ने बताया कि अब लॉकडाउन के बाद ही बंदोबस्ती संभव है।
नागरिकों से भी होल्डिंग टैक्स और जल कर जमा करने का आग्रह
कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि नप के पास पैसे की कमी है। ऐसे में वे चिंतित है कि कर्मियों का भुगतान कैसे किया जाए। चुंकि जिस उत्साह व ईमानदारी से कर्मी महामारी के बीच कोरोना योद्धा के रूप में काम कर रहे है, तो वे समय से वेतन भुगतान भी चाहेंगे। लेकिन चिंता की बात है कि राजस्व आ नहीं रहा है। वैसे स्पाइरो संस्था को होल्डिंग व जल कर वसूली में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।
विभिन्न टैक्सों का पैसा नहीं आरहा
नगर परिषद के राजस्व प्राप्ति का मुख्य माध्यम टैक्स वसूली है। किंतु लॉकडाउन से पूर्व से ही इन माध्यमों से राशि नहीं आ रही है। जबकि अभी तक सैरातों की बंदोबस्ती भी नहीं हो पाई है। जिस कारण स्व-निधि फंड में पैसे की कमी हो गई है।
उपायुक्त शशि रंजन के नेतृत्व में मंगलवार को अहले सुबह धनबाद, जसीडीह (देवघर), रांची स्टेशनों से गुमला जिला के श्रमिकों को गुमला लाने का कार्य किया गया। देर रात तक चले स्क्रीनिंग के उपरांत सभी सभी श्रमिक का निबंधन, आने-जाने वाले स्थान का नाम, आधार कार्ड तथा संपर्क सूत्र प्राप्त करते हुए होम क्वॉरेंटाइन, इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन में रहने के आदेश के साथ सभी को मंगलवार की सुबह अपने-अपने गृह प्रखंड मुख्यालय पहुंचाया गया। प्रखंडों से बीडीओ के द्वारा आवश्यक कार्रवाई को पूरा करते हुए उनके गांव-घर तक वाहन के माध्यम से भेजा जा रहा है।
केरल, कर्नाटक से विशेष ट्रेन से धनबाद पहुंचे गुमला जिले के क्रमशः 56 और 14 श्रमिकों का सोमवार रात 2 बजे नगर भवन गुमला में जिला प्रशासन की ओर से स्वागत किया गया। नगर भवन में सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए सभी श्रमिकों का निबंधन किया गया। थर्मल गन और थर्मल स्कैनर से स्वास्थ्य जांच की गई। जांचोपरांत श्रमिकों के हाथों में होम, इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन का मुहर लगाया गया।
परिजनों से जल्द मिलने की श्रमिकों में दिखी बेचैनी
नगर भवन में श्रमिकों के स्वागत एवं जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से श्रमिकों में खुशी देखी गई। प्रशासन की व्यवस्था की तारीफ की। इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से सहायक समाहर्त्ता सह सहायक दंडाधिकारी मनीष कुमार, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, कार्यपालक दंडाधिकारी विभूति मंडल, श्रम अधीक्षक एतवारी महतो, सीओ कुशलमय केनेथ मुंडू एवं सदर अस्पताल की मेडिकल टीम के सदस्य उपस्थित थे।
जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई
नगर भवन में केरल, कर्नाटक से वापस लौटे श्रमिकों को जिले में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जॉब कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई। श्रमिकों के मोबाइल में आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर इंस्टॉल कराया गया तथा सभी श्रमिकों को जिला प्रशासन के तरफ से सूखा राशन एवं मेडिकल किट प्रदान किया गया। मेडिकल किट में मास्क, ग्लव्ज, डिटॉल साबुन एवं बिस्किट आदि दिया गया।
रायडीह थाना क्षेत्र के सिलम चढ़ान के समीप मंगलवार को दिनदहाड़े करीब 11:30 बजे दो अज्ञात नकाबपोश अपराधियों ने लूटपाट की घटना को अंजाम दिया है। पालकोट रोड स्थित एसबीआई शाखा से रुपए की निकासी कर आॅटो से बक्सपुर लौट रही वृद्ध महिला एस क्लैरिस्तिका कुजूर व उनकी बेटी प्रभा लकड़ा के साथ लूटपाट की गई है। अपराधियों ने दोनों मां बेटी से एक थैला में भरे 45 हजार रुपए लूट लिया। मां-बेटी के अनुसार इस लूटपाट की घटना को उसके गांव के ही ऑटो चालक संतोष लोहरा ने एक साजिश के तहत अंजाम दिया है। घटना के बाद दोनों मां-बेटी ने संतोष को ऑटो समेत सदर थाना लेकर पहुंची। जहां पुलिस ने संतोष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। घटना के संबंध में प्रभा लकड़ा ने बताया कि पैसा निकासी व खाद्यान्न सामग्री ख़रीदने के लिए संतोष का ऑटो बुक कर गुमला पहुंची थी। बैंक से 45 हजार रुपया की निकासी की। बाजार से खाद्यान्न सामग्री की खरीदारी करने के बाद 11:30 बजे संतोष के ही ऑटो से घर की ओर लौटने लगी। इसी दौरान सड़क के किनारे खड़े दो युवक ऑटो के ऊपर गुलेल चलाने लगे। दोनों अपने चेहरे को रुमाल से ढके हुए थे। युवकों द्वारा गुलेल चलाते ही संतोष ने ऑटो को रोक दिया। ऑटो के पास पहुंचे और रुपए से भरा थैला लूटकर भाग गए।
सदर प्रखंड क्षेत्र के उर्मी गांव स्थित गोल्ड ईंट भट्ठा में कार्यरत महिला मजदूर 35 वर्षीय पदमा बाई की मौत सोमवार को देर रात सर्प दंश से हो गई। घटना के संबंध में मृत महिला मजदूर के पति परदेशी माली ने कहा कि वे लोग छत्तीसगढ़ राज्य के रहने वाले है। सोमवार को रात करीब दो बजे वह अपनी पत्नी के साथ ईंट भट्ठा में ही बने झोपड़ी में फर्श पर सो रहा था। तभी रात करीब 2 बजे एक करैत सांप ने पत्नी को डंस लिया। इसके बाद आनन फानन में पत्नी को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परदेशी ने कहा कि घटना के बाद भट्ठा के अन्य मजदूरों ने उस सांप को मार डाला। वहीं उसने कहा कि मजदूरों की मौत के बाद भट्ठा मालिक कोई मुआवजा नहीं देता है। मजदूरों का बीमा नहीं कराया गया था, मालिक ने सिर्फ अंतिम संस्कार कराने की व्यवस्था कराई गई है।
नोडल पदाधिकारी मनरेगा बीपीओ विपन कुमार बीडीओ रविन्द्र कुमार गुप्ता से दाे दिन की मौखिक छुट्टी लेकर अपने घर हाजीपुर बिहार चले गए। अब 17 दिन बीत जाने के बाद भी कार्यलय में उपस्थित नहीं हुए है। जिससे मनरेगा सहित कोरोना महामारी की रोकथाम सम्बन्धी सभी कार्य धरातल में उतारने में प्रखण्ड कर्मियों को भारी समस्या हो रही है। इस संबंध में बीपीओ सह नोडल पदाधिकारी से दूरभाष पर बात करने पर कहा कि बीडीओ से छुट्टी लेकर घर आया हूं। वही बीडीओ रविन्द्र कुमार गुप्ता अब स्पष्टीकरण की मांग करते हुए बीपीओ के विरुद्ध आला अधिकारी को पत्र सौंपने की बात कह रहे हैं।
समाजसेवी ने जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री बांटी : गुमला शहरी क्षेत्र के करंज टोली बस्ती में मंगलवार को समाजसेवी सह कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष रमेश कुमार चीनी ने गरीब लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। मौके पर चीनी ने कहा कि लॉकडाउन में गरीबों की सेवा करना जरूरी है। क्योंकि गरीबों को ही लॉकडाउन में सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
चैंबर के प्रतिनिधिमंडल ने उपायुक्त शशिरंजन से मुलाकात की। जिसमें उपायुक्त ने जानकारी दी कि लॉकडाउन थ्री की अवधि में झारखंड सरकार के द्वारा सिर्फ पहले से ही खुलने वाले प्रतिष्ठानों को खोलने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके अलावा अन्य दुकानें नहीं खुलेंगी। यदि आवश्यक सेवाओं को छोड़ अन्य दुकानें खुलती है, तो उनपर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। वहीं जो दुकानें खुल रही है, वो भी सोशल डिस्टेंस का पूर्ण पालन करना सुनिश्चित करें। प्रतिनिधिमंडल में अध्यक्ष हिमांशु केशरी, राजेश लोहानी, दिनेश अग्रवाल, पदम साबू व अमित माहेश्वरी मौजूद थे।
पेंटिंग के जरिए लोगों को जागरूक कर रहे है अजय पांडेय एसएस टेन प्लस टू उवि के प्रधान लिपिक सह साहित्यकार अजय किशोर नाथ पांडेय इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे है। पेंटिंग के जरिए वे मास्क की आवश्यकता बताते हुए घरों से आवश्यक काम से निकलने से पहले अवश्य मास्क पहनने का आग्रह कर रहे है। साथ ही नियमित रूप से हाथ धोने व घरों में सुरक्षित रहने की सलाह दे रहे है।
गुमला के पुलिस अधीक्षक ने उपायुक्त शशि रंजन को पत्र लिखकर दूसरे राज्य से आने वाले प्रवासी मजदूरों एवं छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था में भेजे जाने वाले पुलिस एस्कॉर्ट पार्टी के लिए अलग वाहन व्यवस्था करने की मांग की है। एसपी ने पत्र में उल्लेख किया है कि मजदूरों व छात्रों को लाने ले जाने वाली बसों में पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस कर्मियों को भेजे जाने से उनमें कोरोना वायरस के संक्रमण होने की संभावना हो सकती है। ऐसे में पुलिस कर्मियों को कोरेंटिन करना पड़ेगा। जिससे जिला बल एवं पुलिस पदाधिकारी की कमी हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पुलिस पदाधिकारी और कर्मी एक साथ बैरक में रहते हैं। एक ही बैच में खाना खाते हैं और सामूहिक बाथरूम का उपयोग करते हैं। ऐसे में अगर एक कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित होता है तो संपूर्ण विभाग को कोरोना वायरस के चपेट में आने का खतरा है। इसलिए पुलिस कर्मियों के लिए अलग से वाहन की व्यवस्था की जाए।
संत इग्नासियुस उवि इंटर कॉलेज में ऑनलाइन कक्षा संचालित की जा रही है। ताकि छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो और विद्यार्थी घर बैठे शिक्षा ग्रहण कर सके। हालांकि अभी तक सभी छात्र-छात्राएं ऑनलाइन कक्षा से जुड़ नहीं पाए है। ऐसे में प्राचार्य फादर मनोहर खोया ने जल्द से जल्द छात्रों को ऑनलाइन क्लास में जुड़ने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि जो छात्र अब तक नहीं जुड़ पाए है। वे एचएम या कॉर्डिनेटर से संपर्क कर सकते है। एचएम ने मोबाइल नंबर जारी करते हुए कहा कि हाई स्कूल के विद्यार्थी 8002859516 व 8986642334 और इंटर के विद्यार्थी 7739843927 पर संपर्क कर सकते है। अभी तक इंटर के तीनों संकाय के 451 और कक्षा सात से दस तक के 317 विद्यार्थी ऑनलाइन कक्षा से जुड़ चुके है।
घाघरा प्रखंड के कुर्राग गांव में स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए गए 50 शैय्या के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के संचालित ना होने से ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा का कोई भी लाभ नहीं मिल सका। इस संबंध में कुर्राग निवासी राजू उरांव, शिव शंकर उरांव, राजमुनिया उरांव, धनमुन्नी कच्छप, सोनी उरांव, पूनम उरांव, जीरो उरांव सहित कई लोगों ने बताया कि वर्ष 2010-11 में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य उप केंद्र कुर्राग के ठीक बगल में 1.25 कराेड़ की लागत से 50 शैय्या वाले दो मंजिल के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुर्राग, तीन मंजिली भवन पारा मेडिकल आवास, जनरेटर कक्ष, एंबुलेंस कक्ष का निर्माण किया गया था।
कुर्राग ग्राम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनने से प्रखंड के पश्चिमी क्षेत्र के छह पंचायत रूकी, बीमारला, दिरगांव, देवाकी, आदर, सेहल के कई गांव के ग्रामीणों को यह आस जगी थी कि अब उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित ना होने से ग्रामीण के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा आज भी दिवास्वप्न बनकर रह गया है।
कुराग ग्राम में संचालित स्वास्थ्य उप केंद्र से कुगाव पंचायत के लोग टीकाकरण सहित छोटी बड़ी स्वास्थ सुविधा की जानकारी एएनएम शांति मिंज से प्राप्त कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी ने लॉकडाउन में फंसे मजदूरों के सहायतार्थ हेल्पलाइन नंबर जारी की है। अध्यक्ष रोशन बरवा ने बताया कि मजदूर अध्यक्ष रोशन बरवा के संपर्क नंबर 9661516341, उपाध्यक्ष अकील रहमान के 9006357896, रमेश कुमार चीनी के 9431371463, निशांत दुबे के 7250004762, रोहित उरांव के 7903458901 व रामनिवास प्रसाद के 9430144943 पर संपर्क कर सकते है।
जारी प्रखंड के विभिन्न पीडीएस दुकानदारों के द्वारा सतर्कता समिति की निगरानी के बीच सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मंगलवार को कार्डधारियों के बीच प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत प्रत्येक व्यक्तियों को अप्रैल और मई महीना का पांच पांच किलोग्राम के हिसाब से 2 माह का चावल प्रति व्यक्ति 10 किलो का वितरण किया गया। करमटोली पीडीएस दुकान में राशन लेने आए लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। सभी कार्ड धारियों को राशन लेने से पूर्व साबुन से हाथ धुलवाया गया।
गोविंदपुर पंचायत के कार्डधारियों ने भी दूरी बना कर राशन का उठाव किया। राशन वितरण के समय गोविंदपुर पंचायत मुखिया रजनी मिंज ने पीडीएस दुकान का औचक निरीक्षण भी किया।
घाघरा प्रखंड के सात मजदूर केरल से मंगलवार को घाघरा पहुंचे है। घाघरा पहुंचते हैं सातों को प्रखंड क्वारेंटाइन सेंटर मैं तत्काल के लिए रखा गया। तत्पश्चात दिन का खाना खिलाने के बाद सभी को होम क्वारेंटाइन के लिए वाहन से अपने-अपने घर पहुंचा दिया गया है। इस दौरान क्वारेंटाइन सेंटर में मजिस्ट्रेट के रूप में मौजूद अजीत पांडे ने बताया कि सभी मजदूरों को होम क्वारेंटाइन के लिए घर पहुंचाया गया। साथ ही सभी मजदूरों को एक-एक सर्टिफिकेट दिया गया है, जिसमें सभी मजदूरों ने शपथ के तौर पर कहा है कि हम सभी घर में ही क्वारेंटाइन होकर रहेंगे बाहर नहीं निकलेंगे।
घाघरा प्रखंड के बदरी, कुगांव एवं घाघरा पंचायत से अनाज की मांग को लेकर कुछ निर्धन महिलाएं व पुरुष प्रखंड कार्यालय मंगलवार को पहुंचे। घाघरा प्रखंड कार्यालय पहुंचे पूनम उरांव, शांति उरांव , रेणु उरांव, रामचंद्र लोहरा, फुलमनी कुमारी, शोभा, संतोषी,निर्मला, विनीता सहित अन्य ने बताया कि उन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है।
जिससे उन्हें सरकार की ओर से मिलने वाले खाद्यान्न नहीं मिल पा रहे हैं। जिसपर बीडीओ विष्णु देव कच्छप ने संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव एवं मुखिया को जांच कर सूची बनाते हुए प्रखण्ड कार्यालय पहुंचे लोगों के बीच खाद्यान्न वितरण करने का निर्देश दिया।
गुमला|जिला ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग के प्रशिक्षक चंद्रशेखर यादव के फोन पे से साइबर अपराधियों द्वारा 22 हजार रुपए ठगी कर लिया गया है। ठगी का शिकार होने के बाद चंदशेखर ने सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज
कराई है।दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि उनका सैलेरी अकाउंट एसबीआई गोड्डा में है। वे अपने मोबाइल में गूगल फोन पे का उपयोग कर रहे है। 4 मई को शाम करीब 5:10 बजे जब वे ड्यूटी से वापस घर लौटे तभी उनके मोबाइल में एक अज्ञात नम्बर 91..7699751101 फोन आया।
फोन करने वाला व्यक्ति खुद को फोन पे कस्टमर केअर का व्यक्ति बताया। कहा गया कि आप फोन पे यूज करते हो। इसलिए फोन पे कंपनी की ओर से आपको 5999 रुपए का अवार्ड आया है। इस अवार्ड राशि को आप मोबाइल रिचार्ज, बिजली बिल आदि में पेमेंट कर सकते है। इसके बाद मुझे फोन पे एप लॉगइन करने को कहा और पर्सनल पासवर्ड डालते ही खाता से 22 हजार रुपए कट गया।
सामाजिक संस्था जीवन ने 4 मई से राहत कार्य को बंद करने का निर्णय लिया था। इसके तहत सोमवार को दिन में भोजन वितरण भी नहीं किया गया। मगर जिला प्रशासन की पहल और असहायों की करुण पुकार से जीवन पुन: सेवा कार्य में जुट गया है। संस्था के संस्थापक सदस्य अनिकेत कुमार ने बताया कि सोमवार की रात से पुन: राहत कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। अब प्रतिदिन दोनाें पालियों में पका हुआ भोजन पूर्व की भांति जरूरतमंदों को उपलब्ध होता रहेगा।
प्रदान के द्वारा घाघरा प्रखंड में 68 एकड़ भूमि पर आम बागवानी के लिए मंगलवार को घाघरा प्रखंड कार्यालय में प्रतिवेदन जमा किया। इस संबंध में प्रदान के कार्यक्रम पदाधिकारी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि राष्ट्रीय लॉकडाउन के समय में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और गांवों में रोजगार दिलाने के लिए खरीफ सीजन में मनरेगा के माध्यम से आम की बागवानी के लिए 68 एकड़ की प्रस्तावित सूची प्रखंड कार्यालय में जमा की है। बागवानी की यह खेती बुरहु, टोटांमबी, बदरी जैसे गांव में की जाएगी। इससे 350 परिवारों को रोजगार मिलेगा।
कोरोना संक्रमण से जंग के बीच अभियंत्रण विभाग कई कर्मियाें का मुख्यालय से नदारद रहने की शिकायत पर उपायुक्त शशि रंजन ने उप निर्वाचन पदाधिकारी एवं जिला सामान्य शाखा के प्रभारी और स्थापना उप समाहर्ता विद्याभूषण को अभियंत्रण विभागों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। निरीक्षण में बड़ी संख्या में कर्मी कार्यालय से नदारद पाए गए। उपायुक्त के निर्देश के आलोक में जिला स्थापना उप समाहर्ता ने कार्यालय में उपस्थित कर्मियों से अन्य कर्मियों एवं पदाधिकारियों के बारे में आवश्यक पूछताछ की तथा कार्यालय में उपस्थित एवं अनुपस्थित कर्मियों की जांच कर उसका प्रतिवेदन उपायुक्त को सौंपा है। जांच के क्रम में वरीय पदाधिकारियों ने लॉकडाउन में कर्मियों के फंसे रहने की भी सूचना दी है।
झारखंड राज्य सूचना आयोग में खाली पड़े मुख्य सूचना आयुक्त व राज्य सूचनायुक्तों की बहाली नहीं किए जाने पर राज्य सरकार के विरोध में जिले के आरटीआई कार्यकर्ताओं, समाजसेवियों और मंच के सक्रिय सदस्यों ने मंगलवार को अपने-अपने घरों पर रह कर उपवास रखा।
आरटीआई कार्यकर्ता एवं भारतीय सूचना अधिकार रक्षा मंच के सेन्ट्रल सेक्रेट्री आनन्द किशोर पंडा ने कहा कि जब सरकार को पता था कि झारखण्ड राज्य सूचना आयोग में 8 मई को एकल सूचना आयुक्त हिमांशु शेखर चौधरी अपने पद से स्वत: सेवानिवृत हो रहे है। इसके बाद आयोग में सृजित एक मुख्य सूचना आयुक्त व 10 सूचना आयुक्त में से एक भी सूचना आयुक्त आयोग में नहीं रहेंगे। तो प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार सूचनायुक्तों की बहाली सरकार को करनी चाहिए। जान बुझकर नहीं किया गया और ना ही सूचनायुक्तों की बहाली के लिए राज्य स्तरीय कमेटी ही अब तक बनी है।
उन्होंने कहा कि आयोग में कोई सूचना आयुक्त नहीं रहने से आयोग तालाबंदी के कगार पर पहुंच जाएगा और लॉकडाउन के बाद भी आयोग में पब्लिक अपील/शिकायते की सुनवाई बाधित रहेगी। जो जनता के मौलिक अधिकार का हनन है। सरकार को चाहिए कि वो जल्द आयोग में मुख्य सूचना आयुक्त व राज्य सूचनायुक्तों की बहाली करें। भूख हड़ताल करने वालाें में गुमला से अरुण कुमार, प्रकाश साहु, आरटीआई कार्यकर्ता दिलीप कुमार साहु, घाघरा के समाजसेवी अरविन्द कुमार लाल, बसिया के समाजसेवी संदीप दास सहित दर्जनों लोगों ने लॉकडाउन का अनुपालन करते हुए अपने-अपने घरों में सांकेतिक भूख हड़ताल रखकर सरकार का ध्यान
आकृष्ट कराया।
लॉकडाउन के लंबे अंतराल के बाद लाेहरदगा पहुंचे प्रवासी मजदूर और विद्यार्थियों काे उनके गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने में जिला प्रशासन सरकार के निर्देश के बाद से युद्घ स्तर पर जुटा है। इसके लिए जिला नियंत्रण कक्ष से निरंतर प्रवासियों से संपर्क करने का कार्य चल रहा है। इस ओर अबतक जिला पहुंचे प्रवासी मजदूरों व छात्रों को स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य जांच जैसी कई अग्नि परीक्षाओं के बाद अपने परिजनों से मिल पा रहे है। प्रवासियों को जिला लाने के बाद सबसे पहले उन्हें बीएस कॉलेज निकट स्टेडियम में बनाए गए सेंटर में लाया जा रहा है। जहां उनकी स्वास्थ्य जांच सुरक्षा बलों के बीच मेडिकल टीम द्वारा किया जा रहा है।
इसी क्रम में मंगलवार को सुबह से दोपहर तक केरल, नागौर (राजस्थान) तथा टिटलागढ़ उड़ीसा, छत्तीसगढ़ आदि जगहों से 221 मजदूर अपने घर लोहरदगा पहुंचे। जहां से कुडू,भंडरा में बनाए गए सहायता एवं स्क्रीनिंग केंद्र में मौजूद जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया। केरल से 152 मजदूर, धनबाद एवं जसीडीह के रास्ते 05 मजदूर, नागौर (राजस्थान) से 17 मजदूर, बरकाकाना के रास्ते तथा रांची हटिया के रास्ते से 10 मजदूर, टिटलागढ़ ओडि़शा एवं छत्तीसगढ़ से बस द्वारा 37 मजदूरों को लोहरदगा लाया गया।
उपायुक्त आकांक्षा रंजन के निर्देश पर जिला प्रशासन के द्वारा क्रमशः धनबाद, बरकाकाना तथा हटिया स्टेशन, टिटलागढ़ पर बसों को भेजकर मजदूरों को लोहरदगा लाया गया। मेडिकल टीम के द्वारा इंफ्रारेड थर्मामीटर गन के माध्यम से मजदूरों के बॉडी टेंपरेचर को मापा गया। साथ ही साथ खासी, बुखार जैसे लक्षण की भी स्क्रीनिंग की गई। जांच उपरांत ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगाकर उन्हें होम क्वारेंटाइन पर भेजा गया। जहां सभी को 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया। कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए अल्पाहार, पानी एवं राशन की व्यवस्था की गई है।
मेडिकल टीम में कमल कांत मौर्य, विकास कुमार महतो, आलोक कुमार, मनीष कुमार, प्रभाकर पाठक, अनुज कुमार सिन्हा, नितिन कुमार गुप्ता, सीताराम खेरवार सभी एमपीडब्लू शामिल थे। वहीं मौके पर अपर समाहर्ता अंजनी मिश्र, कार्यपालक पदाधिकारी देवेंद्र कुमार, बीडीओ लोहरदगा राजेश डुंगडुंग, सीओ भंडरा महेंद्र कुमार, अवर निबंधक मनोजित प्रसाद, नारायण राम, सीओ कुडू कमलेश उरांव सहित अन्य उपस्थित थे।
लॉकडाउन में ग्रामीण डाक विभाग क्षेत्रों में डोर टू डोर पहुंच कर डाक विभाग के कर्मी अपनी सेवा दे रहे हैं। विभाग का बैंक आपके द्वार योजना का लाभ बड़े पैमाने पर उठा रहे हैं।इस क्रम में गोवरसेला में ग्रामीण डाक विभाग की ओर से आयोजित चलंत बैंकिंग सेवा में सैकड़ों लोगों ने इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक, वृद्घा पेंशन, छात्रवृति एवं बचत खाते से पैसे की निकासी की।
वहीं दर्जनों लोगों ने एईपीसी ऑन लाइन सिस्टम के माध्यम से दूसरे अन्य बैंकों से अपने आईपीपीबी खाते में राशि ट्रांसफर कराया। मंगलवार को गोवरसेला में लगभग 33 हजार रुपए का भुगतान किया गया। मौके पर अनुमंडलीय डाक निरीक्षक प्रवीण चंद्र पंत, आईपीपीबी क्षेत्रीय परिचालन प्रबंधक जॉन रॉबिन मिंज, डाक अधिदर्शक सुरेश साहू, अरेया पोस्टमास्टर राधेश्याम प्रजापति, अरेया गोवरसेला वार्ड 12 की प्रमिला कुजूर, आंगनबाड़ी सेविका शीलवती कुजूर
उपस्थित थीं।
अखिल भारतीय धोबी महासंघ के प्रखंड इकाई के बैनर तले संघ के युवा प्रदेश अध्यक्ष राजू कुमार रजक, युवा उपाध्यक्ष अमित राज व पीएम जनकल्याणकारी योजना प्रचार प्रसार अध्यक्ष अनिल कुमार राम लॉकडाउन के दौरान लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक कर रहे है। साथ ही रोजाना गरीबों के बीच खाद्यान्न सामाग्री का वितरण भी कर रहे है। लोगों के घरो पर जाकर सेनेटाइजर का छिड़क कर सेनेटाइज कर रहे है ताकि लोगों को कोरोना वायरस से बचाव हो।
मौके पर राजू कुमार रजक ने बताया गरीबों की सेवा करने में उनके पिता पूर्व शिक्षक रामपद राम व मां पूर्व शिक्षिका मुनी देवी ने काफी सहयोग किया है।
किस्को प्रखंड मुख्यालय के समीप लगने वाले साप्ताहिक बाजार को कोविड-19 को लेकर लॉक डाउन में लोगों को लगने वाली भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होने की संभावना को देखते हुए बाजार बंद कर दुकानों को हटवाया गया। इस दौरान किस्को प्रखंड में कूड़ु लोहरदगा प्रखंड से काफी संख्या में व्यापारी एवं किसान पहुंचे थे।
जिसे अंचलाधिकारी बूढ़ाय सारू एवं किस्को थाना एएसआई अविनाश कुमार सिंह की अगुवाई में पुलिस बल के द्वारा लगा बाजार को हटवाया गया।अंचलाधिकारी ने बताया कि बाजार में अनियंत्रित भीड़ और सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन को देखते हुए बाजार को हटवाया गया। लोग अपने गांव और मोहल्ले में बाजार लगाएं। साथ ही अंचलाधिकारी ने बताया कि किस्को में लगने वाले साप्ताहिक शनिवार और मंगलवार बाजार लॉकडाउन लगे रहने तक
नहीं लगेगी।
मंगलवार सुबह तेज हवा के साथ हुई जोरदार बारिश ने कुड़ू थाना क्षेत्र में तबाही मचा दी। इस दौरान ग्रामीण इलाकों में कई जगहों पर पेड़ भी गिरे। तेज हवा के कारण कुड़ू थाना क्षेत्र के सलगी पंचायत के महतो टोली निवासी जगेश्वर उरांव के घर पर एक विशालकाय करंज का पेड़ उखड़ कर गिर गया। इस दौरान परिवार के सभी लोग घर के अंदर ही थे। किसी तरह डाली काटकर ग्रामीणों ने सभी को निकाला। उन्होंने बताया कि यदि पेड़ कमरे के ऊपर गिरता तो काफी बड़ा नुकसान हो सकता था।
राज्य परियोजना निदेशक झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद रांची के निर्देश पर मंगलवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी रतन कुमार महावर ने ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कई जानकारियों की लेन देन की। उन्होंने जिले के सभी बीईईओ, बीपीओ, बीआरपी और सीआरपी के साथ विद्यालयों में ऑनलाइन क्लास और पारा शिक्षक के प्रोफाइल वेरिफिकेशन से संबंधित ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंस किया। उन्होंने डीजी साथ के माध्यम से ऑनलाइन क्लासेज की समीक्षा की। डीजी सात का मुख्य उद्देश्य बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन उनके घर तक पहुंचाना बताया गया।
उन्होंने सभी को निर्देश दिया कि लॉकडाउन अवधी में राज्य स्तर के समूह से जिले के सभी सीआरपी, बीआरपी के व्हाट्सएप ग्रुप में क्लास 1 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए उनके विषय के अनुसार कंटेंट उपलब्ध कराए जा रहें हैं। संबंधित सभी बीआरपी, सीआरपी उन कंटेंट को विद्यालय के व्हाटसएप्प ग्रुप में ससमय उपलब्ध कराएंगे। तत्पश्चात संबंधित विद्यालय के व्हाट्सएप समूह में बच्चों, उनके अभिभावकों को क्लास वाइज व अध्याय वाइज और टॉपिक वाइज सेंड की जाएगी। साथ ही संकुल स्तर के 10-15 शिक्षकों को प्रतिदिन दूरभाष द्वारा उनसे डीजी साथ की सफलता की फीडबैक प्राप्त करेंगे अाैर जानकारी विभाग को उपलब्ध कराएंगे। एडीपीओ अंबुज पांडेय ने कहा कि संकुल के सभी शिक्षकों को व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाना आवश्यक है। जिन विद्यालयों में व्हाट्सएप ग्रुप नहीं बने है वहां व्हाट्सएप ग्रुप बनवाना तथा 50 प्रतिशत तक अभिभावकों को स्कूल के व्हाट्सएप ग्रुप में ऐड करना सुनिश्चित किया जाए।
जिला के कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती कोरोना पीड़ित मरीज की दूसरी रिपार्ट आर-2 के निगेटिव आने के बाद मंगलवार को उसे डिस्चार्ज किया गया। मौके पर उपायुक्त रमेश घोलप, एसपी एतेहशाम वकारिब, डीडीसी आलोक त्रिवेदी, सीएस पार्वती कुमारी नाग के अलावा अन्य पदाधिकारियों ने कोरोना पीड़ित मरीज को ताली बजाकर व पुष्पवर्षा कर विदाई दी। स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहे युवक ने बेहतर इलाज की सुविधा के लिए जिला प्रशासन सहित चिकित्सकों के प्रति आभार जताया। युवक ने बताया की उसे आज काफी खुशी है की वह स्वस्थ्य होकर अपने घर लौट रहा है।
मौके पर उपायुक्त घोलप ने मरीज को स्वस्थ होने पर बधाई देते हुए कोविड अस्पताल के सभी स्वास्थ्य कर्मियों व जिला के सभी स्वास्थ कर्मियों और जिला प्रशासन की टीम को भी बधाई दी है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में हमें और भी सतर्क रहने की जरूरत है, चूंकि अन्य राज्यों से प्रवासी मजदूर व अन्य लोगों का जिला में आगमन हो रहा है। ऐसे लोगों का जांच करके 28 दिनों के लिए होम क्वॉरेंटाइन के लिए भेजा जा रहा है। मौके पर उपायुक्त ने लोगों से अपील किया कि क्वारेंटाइन के लिए दिए गये निर्देशों का अनुपालन करें और अन्य राज्यों व अन्य जिलों से आए लोगों की जानकारी जिला प्रशासन को दें। वहीं होम क्वॉरेंटाइन का उल्लंघन करने वालों के बारे में भी जानकारी दें। मौके पर एसी अनिल तिर्की, डीआरडीए निदेशक नेलसम एयोन बागे, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एबी प्रसाद, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय, डॉ मनोज कुमार, डॉ शरद कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी व अन्य लोग मौजूद थे।
23 मार्च को मुंबई से लौटा था
कोरोना पॉजिटिव मरीज गिरिडीह जिला के ग्राम जहनाडीह निवासी है, जो मुंबई से 23 मार्च को अपने घर पहुंचा था। उसमें खांसी, सर्दी, बुखार के लक्षण दिखाई देने के बाद मरकच्चो बंधन चौक स्थित एक झोलाछाप चिकित्सक से अपना इलाज कराया था। स्थिति बिगड़ने पर वे अपने एक अन्य साथी के साथ स्कूटी से मरकच्चो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए गया।
जहां पर चिकित्सकों द्वारा कोरोना के लक्षण को देखते हुए उसे 4 अप्रैल को एम्बुलेंस से सदर अस्पताल रेफर कर दिया।
जहां उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था और उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था, 11 अप्रैल की सुबह उसका रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे कोविड अस्पताल में शिफ्ट कराया गया था और उसके पूरे परिवार को जांच कराकर क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया था और सभी परिवार के लोगों का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। जिसमें उसकी मां का रिपोर्ट पाॅजिटिव आया था, जिसे गिरिडीह कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि बाकि सदस्यों का रिपोर्ट निगेटिव आया था।
11 अप्रैल को रिर्पोट पॉजिटिव आने के बाद किया था भर्ती
जिला में एकमात्र कोरोना पॉजिटिव मरीज का इलाज कोविड अस्पताल होली फैमिली में 11 अप्रैल से किया जा रहा था। वह गिरिडीह जिला के राजधनवार प्रखंड अंतर्गत ग्राम जहनाडीह के निवासी है। 11 अप्रैल के बाद कोडरमा अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड से उसे कोविड अस्पताल होली फैमिली में भर्ती किया गया था। इसका पहला आर-1 निगेटिव रिपोर्ट 2 मई को आया था। वहीं आर-2 का रिपोर्ट 4 मई की शाम निगेटिव आई थी।
लॉकडाउन के कारण बैंगलुरु, केरल, कोटा सहित विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड राज्य के 113 लोगों को बीती रात चतरा लाया गया। इनमें प्रवासी मजदूर,व्यक्ति ,छात्र एवं पर्यटक शामिल हैं। इन सभी को प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कोडरमा, धनबाद, बरकाकाना, हटिया सहित अन्य रेलवे स्टेशनों से पूरे ससम्मान के साथ रिसीव कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते बस से चतरा लाया गया। चतरा पहुंचने पर सभी को स्क्रीनिंग के बाद उन्हें उनके घर पहुंचा दिया गया। इस तरह अब तक लाॅकडाउन में अन्य राज्यों में फंसे जिले के 192 लोगों को चतरा लाकर उनके घर तक पहुंचाया गया। इससे पहले दो मई को तेलंगाना से 33 मजदूर एंव तीन मई को कोटा से 46 छात्र एंव मजदूर चतरा लाकर उन्हें उनके घर तक पहुंचाया गयाथा।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण बैंगलुरु, केरल, कोटा सहित विभिन्न राज्यों में फंसे झारखण्ड राज्य के मजदूर, व्यक्तियों व छात्रों को चरणबद्ध तरीके से रेल गाड़ी के माध्यम से राज्य वापस लाया जा रहा। यह सभी आए दिन राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंच रहे हैं। उपायुक्त जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वापस लौट रहे प्रवासी मजदूर,व्यक्तिय,छात्रों एवं पर्यटकों में चतरा जिले के भी लोगों के होने की सूचना पर समुचित व्यवस्था के साथ जिला प्रशासन द्वारा प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में विभिन्न रेलवे स्टेशनों से उन्हें ससम्मान रिसीव किया जा रहा एवं बसों के माध्यम से सामाजिक दूरी का अनुपालन करते हुए चतरा लाया गया । चतरा पहुंचने पर सभी को नव निर्मित अनुमंडल कार्यालय भवन लाया गया। यहां स्वास्थ्य टीम द्वारा वापस लौटे लोगों की अच्छे से स्क्रीनिंग की गई।
स्क्रीनिंग में सामान्य पाए जाने पर उन्हें होम क्वारेंटाइन का मुहर लगाया गया। साथ ही संबंधित पदाधिकारियों ने राहत सामग्री देकर उन्हें घर तक छोड़ते हुए आगले 28 दिनों तक के लिए होम क्वारेंटाइन में रहने के निर्देश दिए । उल्लेखनीय है कि उपायुक्त स्वयं सभी प्रक्रियाओं की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों, व्यक्तियों, छात्रों एवं पर्यटकों को ससम्मान के साथ रिसीव करने, सुरक्षा व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण समेत समुचित व्यवस्था को लेकर दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की है। जिससे चतरा जिला लौट रहे लोगों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो।
जयनगर के बाधमारा-परसाबाद मुख्य मार्ग पर 28 अप्रैल को विद्यालय के निदेशक के साथ के साथ अपराधियों के मारपीट व छिनतई की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। इसमें शामिल तीन अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। पुलिस ने अपराधियों के पास से घटना में प्रयुक्त रिवॉल्वर जैसा हथियार व लूटी हुई राशि में 1650 रुपए नकद और तीन मोबाइल को बरामद किया है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों में परसाबाद निवासी पप्पू कसेरा, घुरमुंडा जयनगर निवासी मकबुल अंसारी व बरकट्ठा थाना क्षेत्र के बरकनगांगो निवासी राकेश महतो के नाम शामिल है।
एसपी डाॅ. एहतेशाम बकारिब ने मंगलवार को प्रेसवार्ता कर जानकारी देते हुए बताया कि जयनगर थाना के मामले में पब्लिक स्कूल परसाबाद के निदेशक मो. मुस्ताक खान के साथ तीन अज्ञात अपराधियों ने बाइक रोक कर और मारपीट करते हुए तथा पिस्तौल का भय दिखाकर 22 हजार रुपए लूट लिया था। घटना को 28 अप्रैल की रात 10 बजे मुसौवा के सुनसान रास्ते में पूर्व से घात लगाकर पांच अपराधियों द्वारा अंजाम दिया गया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय व थाना प्रभारी जयनगर तकनीकी शाखा के सहयेाग से एक सप्ताह के अंदर कांड का उद्भेदन करते हुए इसमें शामिल अपराधियों की गिरफ्तार किया गया है। अपराधियों ने घटना में अपनी संलिप्पतता स्वीकार कर ली है। उसके स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर लूटे गए नकदी, घटना में प्रयुक्त हथियार व मोबाइल फोन बरामद किया गया है।
पकड़े गए अपराधियों ने घटना में शामिल दो अन्य अभियुक्तों के बारे में भी जानकारी दी है। वहीं गिरफ्तार अपराधी राकेश महतो के हाथ में दांत से काटने का निशान पाया गया है, जो घटना के समय भुक्तभोगी द्वारा अपने बचाव में काटा गया था। उन्होंने बताया कि छापेमारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारियों में जयनगर थाना प्रभारी श्यामलाल यादव, पुलिस अवर निरीक्षक धर्मवीर सिंह, रंजीत कुमार साहा, अनंत कुमार साहा, सहायक अवर निरीक्षक रामानंदन पाठक, कृष्णा राम, तकनीकी शाखा के तेजस्वी ओझा, फैसल खान व जयनगर थाना के सशस्त्र बल शामिल थे।