केरल से आए 24 प्रवासी मजदूरों की सोमवार की रात सदर अस्पताल कोडरमा में स्क्रीनिंग की गई। दो अलग अलग बसों में सवार होकर ये सभी लोग कोडरमा पहुंचे। पहली बस सोमवार की रात 8 बजे धनबाद से आई, जिसमें कुल 14 मजदूर सवार थे। वहीं दूसरी बस रात 10 बजे जसीडीह स्टेशन से आई जिसमें 10 लोग सवार थे। अलग अलग प्रखंडों से सभी लोगोें को जिला प्रशासन के द्वारा जांच के उपरांत उनके घर तक छोड़ा गया। जांच में सभी यात्री स्वस्थ पाए गए। किन्हीं में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं था। सभी को 28 दिनों के होम क्वारेंटाइन में घर भेजा गया। स्क्रीनिंग में डा. सुरेंद्र कुमार, सीएचओ रतन सिंह, मीना, दीपेश कुमार मौजूद थे। वहीं वरीय दंत चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. शरद कुमार के नेतृत्व में दोनों स्क्रीनिंग का कार्य किया गया।
लॉक डाउन के तृतीय चरण में भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी की चतरा शाखा में मंगलवार को रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को रक्त उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। रेड क्राॅस सोसायटी के कोषाध्यक्ष स्नेह राज ने बताया कि जिले में लगभग 20 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे हैं। इन बच्चों के लिए प्रत्येक 20 दिन के अंतराल पर नियमित रूप से रक्त की आवश्यकता होती है। लाॅकडाउन में इन बच्चों को रक्त की कमी नहीं हो इसके लिए रक्त दान शिविर का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि रेड क्राॅस सोसायटी में आयोजित रक्त दान शिविर में युवा लोग बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। मंगलवार को आठ युवकों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया। युवाओं के द्वारा रक्त दान करने से जरूरतमंदों को समय से रक्त उपलब्ध हो जा रहा है । शिविर में रक्तदान करने वाले युवाओं में निश्चल प्रकाश, निशांत कुमार, सागर कुमार, ध्रुव कुमार, मनीष कुमार, सूचित सिन्हा, मनीष कुमार, मोहम्मद आरिफ का नाम शामिल है। रक्तदान शिविर आयोजित करने वाले मनीष कुमार ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना को देखते हुए रक्तदान शिविर के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा झारखण्ड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के निर्देशों का अनुपालन करते हुए युवकों ने रक्त दान किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में कोषाध्यक्ष स्नेह राज, टेक्नीशियन इम्तियाज अहमद, सुनीता कुमारी, जीएनएम रंजीता कुमारी, एएनएम जयंती वॉयलेट तिर्की ने अहम भूमिका निभाई ।
उपायुक्त रमेश घोलप की अध्यक्षता में कोरोना वायरस के बचाव व रोकथाम को लेकर मंगलवार को वरीय पदाधिकारियों के साथ एक बैठक समाहरणालय सभाकक्ष में की। मौके पर उपायुक्त ने बाहरी राज्यों व अन्य जिला से आये हुए लोगों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया। वहीं जिला में अन्य राज्यों व जिलों के फंसे लोगों के बारे में भी सूची तैयार करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने नपं के कार्यपालक पदाधिकारी को लगातार क्वारेंटाइन सेंटर व सभी स्थानों में सेनेटाइज करने का निर्देश दिया। मौके पर डीडीसी आलोक त्रिवेदी, एसी अनिल तिर्की, डीआरडीए निदेशक, एसडीओ विजय वर्मा, श्रम अधीक्षक अभिषेक वर्मा, कार्यपालक दण्डाधिकारी नरेश कुमार रजक, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय मौजूद थे।
प्रतापपुर प्रखण्ड के टंडवा पंचायत स्थित यादव नगर गांव के 32 वर्षीय युवक सुरेंद्र भारती की मौत मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर में हो गई। इस संबंध में मृतक सुरेंद्र भारती के परिजनों ने डॉक्टर पर रोगी को ठीक से नहीं देखने का आरोप लगाया।परिजनों ने बताया कि सुरेंद्र भारती को सोमवार की शाम में गंभीर अवस्था में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर लाया। उसका सांस बहुत तेज गति से चल रहा था तथा वह जोर जोर से हांफ रहा था। लेकिन अस्पताल कर्मियों द्वारा बोला गया कि आज अस्पताल बंद है कल आना। परिजन गंभीर स्थिति में ही सुरेंद्र भारती को अपने घर ले गये।
मंगलवार की सुबह परिजन फिर उसे लेकर अस्पताल आए। लेकिन डॉक्टर तथा कर्मी सहित किसी ने भी उसका इलाज नहीं किया तथा दोपहर करीब 12:30 उसकी मौत हो गई। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अरुणोदय कुमार ने बताया कि सुरेंद्र भारती सोमवार को आया था। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। मंगलवार को गंभीर अवस्था में उसे अस्पताल लाया गया।। वह टीबी रोग से भी ग्रसित था। दिसंबर तक उसे 6 महीने का टीबी की दवा का कोर्स चल चुका था। मंगलवार को गंभीर अवस्था में वह अस्पताल आया था। उसका इलाज तथा बाहर भेजने की तैयारी कर ही रहा था कि उसकी मौत हो गरीब। मृतक सुरेंद्र भारती तथा उसके कुछ परिजनों के खून का नमूना लेकर कोविड 19 के जांच के लिए बाहर भेजा जाएगा।
नईकी तालाब का पानी का रंग मंगलवार को एकाएक लाल हो गया। इससे पहले भी तालाब का पानी का रंग दो बार लाल हो चुका है। वह भी पिछले माह अप्रैल में। इस महीने के पांच और 18 तारीख में पानी लाल हुआ था। बार-बार तालाब का पानी का रंग लाल होने से लोगों में कौतूहल का विषय बना हुआ है। लोग इसे देवी का प्रकोप या कोई चमत्कार मान रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि तालाब की गंदगी रहने के कारण तो नहीं पानी का रंग लाल हो जा रहा है।
बहरहाल जो भी हो तालाब का पानी रंग अपने आप लाल हो जाना एक गंभीर विषय बन गया है। बताया जाता है कि तालाब का पानी का रंग लाल डेढ़ से दो घंटे तक ही रहता है। इसके बाद अपनेआप ही पानी का रंग सामान्य हो जाता है। जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह जब लोगों ने तालाब के पास पहुंचा तो देखा कि पानी का रंग लाल है। लोगों ने इसकी सूचना नगर परिषद उपाध्यक्ष सुदेश कुमार उर्फ फंटूश को दिया। सुदेश कुमार ने जब तालाब पहुंचे तो उन्होंने भी पानी का रंग लाल देखा। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी रामनारायण खलखो को दिया। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने उपाध्यक्ष के सूचना पर नईकी तालाब पहुंचे।
उन्होंने भी पानी का रंग लाल देखा। उन्होंने कहा कि किस कारण से पानी रंग बदला है, इसकी जांच के बाद ही पता चलेगा। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस पानी को जांच के लिए रांची लैब भेजा जाएगा।लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।उल्लेखनीय है कि नईकी तालाब शहर के बीचो बीच कई एकड़ भूमि पर फैला है। इसके आस-पास मुहल्ले के लोग नईकी तालाब का उपयोग नहाने एवं कपड़े धोने में करते है। इस तालाब में मच्छली पालन भी किया जाता है। मछली पालन के तालाब के टेंडर से नगर परिषद विभाग को हर साल लाखो रुपये की राजस्व प्राप्त होता है।
जिले में सीबीएसईसी से मान्यता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के संचालकों द्वारा एनसीईआरटी की पुस्तकों के बजाए दूसरे प्रकाशकों की किताबें छात्रों को उपलब्ध कराए जाने की मिली शिकायत पर डीईओ द्वारा कड़ा निर्देश जारी किया गया है। इसके तहत वैसे स्कूलों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। इस संबंध में डीईओ द्वारा जिले के 12 प्राइवेट स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को पत्र के माध्यम से सूचित करते हुए अध्ययनरत छात्रों को चालू सत्र के दौरान एनसीईआरटी की पुस्तकें ही उपलब्ध कराने के निर्देश जारी किए गए है।
पत्र में कहा गया है कि कोरोना महामारी को लेकर लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान पुस्तकों की दुकानें बंद रहने को लेकर उनके स्तर से विद्यालय संचालकों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए पुस्तक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। अभिभावकों द्वारा शिकायत प्राप्त हो रही है कि स्कूलों में एनसीईआरटी के बजाए अन्य पब्लिकेशन की पुस्तकें उपलब्ध कराई जा रही है। जबकि सरकार द्वारा सीबीएसईसी से संबद्ध विद्यालयों में एनसीईआरटी पब्लिकेशन की पुस्तकें ही उपलब्ध कराई जानी है। वहीं नियम के तहत विद्यालय के द्वारा किसी भी हाल में किताब-कॉपी, स्कूल ड्रेस, जूता सहित पठन पाठन व छात्रों से संबंधित वस्तुओं की बिक्री नहीं की जानी है। डीईओ द्वारा सभी प्राईवेट स्कूल संचालकों को निर्देशों का पालन करने की बात कही है। साथ ही इसके उल्लंघन की शिकायत मिलने पर विधि सम्मत कार्रवाई की बात कही गई है।
लॉकडाउन की लंबी अवधि गुजरने के बावजूद प्रवासी मजदूरों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पैदल और साइकिल के सहारे लंबी यात्रा पर निकले प्रवासी मजदूरों का दल हर दिन कोडरमा के रास्ते से गुजर रहा है। काम धंधे बंद होने और कोरोना के संशय के कारण अधिकांश मजदूर अपने गांव हर हाल में पहुंचने की जद्दोजहद में है। ऐसा ही एक नजारा मंगलवार की सुबह भी शहर के बाइपास ओवरब्रिज के पास दिखा, जहां हावड़ा से साइकिल पर सवार होकर छपरा (बिहार) के लिए प्रवासी मजदूरों का दल दिखा।
हावड़ा के इस्पात और जूट फैक्ट्री में कार्य करने वाले करीब एक दर्जन मजदूर काम बंद रहने के कारण 1 मई को ही वहां से साइकिल से निकल पड़े। करीब 550 किलाेमीटर की दूरी तय कर वे कोडरमा पहुंचे थे। मजदूरो के दल में शामिल सुद्दू कुमार और सुजीत कुमार ने बताया कि एकाएक लॉकडाउन होने और ट्रेन और बस की सेवा बंद रहने से वे फंस गए थे। परेशानियों के कारण उनके पास साईकिल के सहारे ही छपरा जाने की स्थिति बनी है।
महान दार्शनिक, विचारक कार्ल मार्क्स की 202वीं जयंती पर सीपीएम की ओर से याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मौके पर कार्ल मार्क्स के चित्र पर पुष्पांजलि करते माकपा के राज्य सचिव मंडल सदस्य संजय पासवान ने कहा कि पुरी दुनिया में मजदूरों का राज कायम हो, मानव के द्वारा मानव का शोषण न हो और एक शोषण मुक्त समाजवादी व्यवस्था का निर्माण मार्क्सवाद का मूल सिद्धांत है।
उन्होंने कहा कि पीएम केयर फंड मे हजारों करोड़ रुपये जमा है, प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजने मे इस फण्ड का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और प्रवासी मजदूरों व राज्य सरकारों से भाड़ा नहीं वसूलना जाना चाहिए। केन्द्र सरकार आंखें खोले और राशन कार्ड की अनिवार्यता खत्म कर सभी को अनाज दे। इनकम टैक्स देने वाले लोगों को छोड़कर सभी के खातों मे दस दस हजार का राहत पैकेज दे। कोरोना महासंकट मे बीमारी को कम करने व समाप्त करने की दिशा मे केरल मे तीन माह मे सिर्फ चार ही व्यक्ति की कोरोना से मौत हुई है। आज केरल मॉडल को पूरे देश मे लागू करने की आवश्यकता है।
प्रखंड के ग्राम पंचायत मीरगंज के ग्राम पचौड़ी के ग्रामीणों ने उपायुक्त को आवेदन देकर उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचौड़ी के विद्यार्थियों को लॉकडाउन की अवधि में प्रथम चरण का कुकिंग कॉस्ट की राशि का भुगतान नहीं कराए जाने का आरोप लगाया है। आवेदन में कहा गया है कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचौड़ी के प्रभारी प्रधानाध्यापक एसएमसी के सचिव है, उनके द्वारा नामांकित छात्र छात्राओं को बंद अवधि में प्रथम चरण में लगभग 300 ग्राम चावल प्रति विद्यार्थी को दिया गया, लेकिन कुकिंग कॉस्टिंग की राशि अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। ग्रामीणों ने पूरे मामले की जांच करते हुए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन में मंजू देवी, सिम्मी कुमारी, दुखनी देवी, वार्ड सदस्य पिंटू कुमार यादव, मुसाफिर यादव, अशोक कुमार, कुलदीप यादव, रीता देवी, मुन्नी देवी, हरिप्रसाद यादव, कमलेश यादव, रीना देवी, रवींद्र यादव, मुन्ना कुमार, कांति देवी, बच्चियां देवी, सरोज देवी आदि के हस्ताक्षर मौज्ूद है।
थाना क्षेत्र के झांझीडीह पुल के समीप स्थित ट्रांसफार्मर के समीप अर्थिंग तार की चपेट में आने से एक मवेशी की मौत हो गई। घटना शाम 6 बजे की है। ग्रामीणों ने बताया की उक्त मवेशी खेत में घास चरने के दौरान ट्रांसफार्मर के समीप विद्युत प्रवाहित अर्थिंग तार के चपेट में आ गया। जिससे उसकी मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई। उक्त मवेशी घुड़मुड़िया निवासी मधुसूदन यादव का बताया गया है।
सब्जी बाजार को बड़े प्रांगणों में शिफ्ट करने के बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग की गाइड लाइन की धज्जियां उड़ने से एक बार फिर से सरकारी अधिकारी अलर्ट हुए। मंगलवार को एसडीओ विजय वर्मा के नेतृत्व में अधिकारियों का एक दल कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर का मुआयना कर लोगो लोगो को सोशल डिस्टेनसिंग का अनुपालन करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों की टीम में विजय वर्मा के साथ एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद ,खाद सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन, नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश कुमार ,बाजार समिति सचिव रवि रंजन आदि शामिल थे। मौके पर वर्मा ने व्यापारियों को चेतावनी देते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि शहर के मुख्य स्थल पर लगने वाले सब्जी बाजारों को सरकारी बस पड़ाव व प्रखंड मैदान में शिफ्ट किया गया है, इसके बावजूद लोगो की भीड़ कम नही हो रही है।
मौके पर नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी कौशलेश कुमार ने बताया कि परेशानी को देखते हुए एक-दो जगह और सब्ज़ी बाज़ार लगाने की व्यवस्था की जाएगी। इसके तहत सुभाष चौक और गुम्मो के बीच उपयुक्त जगह की तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बारिश के कारण सरकारी बस पड़ाव की जमीन गीली हो गई है। इससे व्यापरियों और ग्राहकों की परेशानी बढ़ गई है,इसको देखते हुए बस पड़ाव के परिसर में 17 ट्रैक्टर सूखा डस्ट डाला गया है।
33केवी लाइन डंडाडीह पावर सब स्टेशन से बुधवार को 4 घंटे विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी। यह जानकारी सहायक विद्युत अभियंता झुमरी तिलैया विजय प्रसाद महतो ने दी। उन्होंने बताया कि विद्युत आपूर्ति पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 4 बजे तक बंद रहेगी। इससे मुख्य जयनगर बाजार, जयनगर के कटहाडीह, खेसकरी, डंडाडीह, पिपचो, तेतरौन, परसाबाद, कटिया, सरमाटांड, नईटांड, बाघमारा आदि गांव प्रभावित होगी। उन्होंने बताया कि तकनीकी कार्य को लेकर विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल एफ/22 बटालियन की ओर से सुदूरवर्ती पंचायत राजाबर के हंडोलवा, बैगना, छपरी, मोचरामो में मंगलवार को सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत जरूरतमंद परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। मौके पर राजाबर कैंप के सहायक कमांडेंट अन्नु नोवाल ने लोगों के बीच आलू, सत्तू, चूड़ा, चना दाल, प्याज, नमक, तेल सहित साबुन, मास्क व सेनिटाइजर का वितरण सोशल डिस्टेसिंग के तहत किया। मौके पर उन्होंने कहा की लॉकडाउन के कारण असहाय परिवार के लोगो को दैनिक जीविकोपार्जन करना मुश्किल हो रहा है।
इनके समक्ष जीविकोपार्जन का साधन बंद होने से भुखमरी की स्थिति आ गई है, इसको ध्यान में रखते हुए सीआरपीएफ की ओर से खाद्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है, ताकि कोई लोग भूखा न रहे। वहीं कंपनी के निरीक्षक सत्यपाल कुमार ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में कोई भी गरीब भूखा नहीं रहे, जिसको ध्यान में रखते हुए लोगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया है। मौके पर थाना प्रभारी अरविंद कुमार, मुखिया परमेश्वर शर्मा, सीताराम राय के अलावा सीआरपीएफ के दर्जनों जवान मौजूद थे।
जिले में कोरोना महामारी के रोकथाम को लेकर फ्रंट लाइन में अपनी सेवा दे रहे पदाधिकारियों व कर्मियों के प्रति सदर अस्पताल के एसीएमओ डाॅ. अभय भूषण प्रसाद ने कृतज्ञता जाहिर की है। उन्हाेंने कहा कि जिले में एक मात्र पॉजिटिव केस के पूर्णत: रिकवर होना पूरे जिले के लिए सुखद है। इसमें चिकित्सकों के अलावा पुलिस कर्मी, सफाई कर्मी व मीडिया का अहम योगदान रहा है। जिनके द्वारा महामारी के इस दौर में बगैर अपनी जान की प्रवाह किए जिले को इस महामारी से बचाने का अथक प्रयास जारी रखे हुए है।
उन्होंने आशा जताई है कि सभी के प्रयास से जल्द ही जिले में इस महामारी के संकट को पूर्ण रूप से खत्म कर दिया जाएगा। एसीएमओ डाॅ. प्रसाद ने जिलेवासियों से इस महामारी लड़ने के लिए लॉकडाउन व सोशल डिस्टेसिंग का हर हाल में पालन करने की अपील की है। साथ ही इनके द्वारा लोगों को इस बीमारी से बचाव को लेकर पौष्टिक भोजन करने की भी नसीहत दी गई है। उन्होंने कहा है कि जरूरी काम से ही घर से बाहर निकले। साथ ही मास्क का प्रयोग जरूर करे।
करोना संक्रमण से बचाव को लेकर लागू लॉकडाउन का ग्रामीण क्षेत्रों में सही से पालन नहीं हो रहा है। यहां आम दिनों की तरह दुकानों के खुला रहना और लोगों के भीड़ से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है। बावजूद पुलिस प्रशासन इसके प्रति गंभीर नहीं है। मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित संचालित बैंक ऑफ इंडिया शाखा के खुलते ही राशि निकासी के लिए होड़ मच गई। लोग सोशल डिस्टेंसिंग को भी भूल गए।
वहीं पुलिस भी इस तरह के अव्यवस्था को रोकने के प्रति गंभीर नहीं दिखी। पुलिस की ओर से व्यवस्था के नाम पर एक चौकीदार को कमान सौंपा गया था। बताते चलें कि लोगों के खाते में जन धन योजना के आए 500 रुपए का लालच कम नहीं हो रहा है। इस राशि को पाने के लिए पिछले एक सप्ताह से प्रखंड के सभी बैंकों पर महिला उपभोक्ताओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। भीड़ उमड़ने से ना तो लॉक डाउन का पालन हो रहा है। और ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, जे किशन रेड्डी, मुरलीधर राव, अर्जुन मेघवाल ने मंगलवार को झारखंड व छत्तीसगढ़ के सांसदों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कोरोना महामारी के दौरान हो रही समस्याओं व चलाए जा रहे राहत कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी ने प्रवासी झारखंड मजदूरों के घर वापसी में हो रही परेशानियों को प्रमुखता से रखा। उन्होंने बांग्लादेश में फंसे लोगों का भी ध्यान आकृष्ट कराया। मौके पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जे किशन रेड्डी ने कहा कि जब तक प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्य प्रदेश में नहीं पहुंचाया जा सकता है, तब तक ट्रेन चलेगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक-एक मजदूरो को उनके प्रदेश तक पहुंचाने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि मजदूरों से एक भी रुपए किराया नहीं लिया जा रहा है। रेलवे किराया का 85 प्रतिशत सब्सिडी दे रहा है और 15 प्रतिशत राज्य सरकार को देना है। उन्होंने कहा कि जिन प्रदेशों में कांग्रेस की सरकार है, उन प्रदेशों से ही मजदूरों से भाड़ा वसूलने की बात आ रही है। वहीं केंद्रीय मंत्री मुरलीधर राव ने बताया कि 7 मई से विदेशों में फंसे लोगो का लाने की व्यवस्था शुरू की जाएगी। जिसमें मजदूर, बुजुर्ग, महिला, गर्भवती, बीमारी के इलाज के लिए गए लोग, शिक्षण संस्थाओं के छात्र छात्राओं को प्राथमिकी दी जाएगी। सांसद अन्नपूर्णा ने केंद्र सरकार द्वारा मजदूरो को गंतव्य स्थान पर पहुंचाने के लिए रेल सेवा जारी रखने के फैसले के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि वे जहां है अपना अपना निबंधन करा ले और अपनी बारी आने तक संयमित होकर इंतजार करे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सभी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाएगी।
जिले के कार्डधारियों को अब जन वितरण दुकानों में चने की दाल भी मिलेगा ।यह दाल कार्डधारियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत निःशुल्क दिया जाएगा ।प्रत्येक कार्ड पर एक किलो चने के दाल मिलेगा। इसके लिए जिले को 289.40 मीट्रिक टन दाल आबंटन किया गया है। कार्डधारियों के बीच दाल वितरण करने के लिए सभी प्रखंड के एजीएम गोदाम में दाल उपलब्ध करा दिया गया है। उल्लेखनीय है कि जिले में कार्डधारियों की संख्या एक लाख 69 हजार 400 है। इनमें लाल कार्ड धारी एक लाख 30 हजार 727 एवं अंत्योदय कार्ड धारी 38 हजार 673 है। इनमें हंटरगंज प्रखंड में 29 हजार 800, प्रतापपुर में 18हजार 494,कुंदा में पांच हजार 350, लावालौंग में 10 हजार 381,सिमरिया में 19 हजार 470, टंडवा में 17 हजार 921 ,चतरा ग्रामीण में 17 हजार 492 ,कान्हाचट्टी में 10 हजार 399, चतरा नगर परिषद में सात हजार 839, इटखोरी में 11 हजार 89 ,मयूरहंड में नौ हजार 388 ,गिद्धौर में छह हजार 738 एंव पत्थलगड़ा प्रखंड में कार्डधारियों की संख्या पांच हज़ार 39 है। जिलाधिकारी विपिन कुमार दुबे ने बताया कि जिले को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 289.04 मीट्रिक टन दाल उपलब्ध कराया गया है। इसमें से एक लाख 69 हजार 400 किलोग्राम दाल जिले के विभिन्न प्रखंडों के एजीएम गोदाम में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पीडीएस दुकानों में चने की दाल लाल एवं अंत्योदय कार्ड धारियों को निःशुल्क दिया जाएगा।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के निर्देशानुसार ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड चतरा के पीएलवी संजय कुमार ने मंगलवार को सदर प्रखंड क्षेत्र के पकरिया गांव के आसपास भ्रमण किया । इस दौरान दो व्यक्ति पप्पू रजक एवं थानेसर गंझू मिले ।इन दोनों के घर में अनाज का अभाव था। पीएलवी संजय कुमार ने दोनों के परिवार के सदस्यों को लेकर मुख्य डाकघर के नजदीक संचालित सहायतार्थ मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र पहुंचे। यहां उन्होंने सभी को भोजन करवाया।इसके बाद वे भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी पहुंचा। यहां भोजन प्राप्त करने के लिए आए ग्रामीणों का भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान संजय ने ग्रामीणों को लॉकडाउन नियम का पाठ पढ़ाना। उन्होंने लोगों को लॉकडाउन नियम का पालन करने के प्रति जागरूक किया ।बच्चों को निश्चित दूरी में बैठाकर भोजन उपलब्ध करवाया।
कानूनी सहायता केंद्र सिमरिया एवं बगरा के विधिक कार्यकर्ता चिंतामणि पाठक, सुबोध कुमार शर्मा, धर्मवीर बैठा, उमेश प्रसाद, रंजन कुमार मिश्रा, पवन कुमार मिश्रा रविकांत कुमार ने मंगलवार को सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र सबानो, रानी पोखर, पसेरी, बगरा,नवादा आदी गांवों में भ्रमण कर ग्रामीणों को विश्वव्यापी करोना महामारी से बचाव के निमित्त सरकार द्वारा सुझाए गए सभी निर्देशों का विधि सम्मत पालन करने को कहा। हाथों की स्वच्छता तथा सरकार द्वारा उपलब्ध संसाधनों व सहयोग का उपयोग विवश एवं लाचार लोगों को लेने को कहा गया। गांव में बाहर से आए लोग को चिकित्सालय में जांच करवाने तथा सांस लेने में समस्या या बुखार की स्थिति पर तत्काल चिकित्सीय देखरेख में जाने को कहा गया। समृद्ध लोगों से भी आपदा की इस घड़ी में यथासंभव व्यक्तिगत स्तर से सहयोग का अपील किया गया।
झारखंड-बिहार सीमा पर संचालित छह अवैध शराब भट्ठियों को पुलिस ने सोमवार को ध्वस्त कर दिया है। पुलिस शराब मे प्रयोग होने वाले कुछ उपकरणों को जप्त कर थाना ले आई है।अवैध शराब भट्ठी चलाने के आरोप में थाना क्षेत्र के जगनडीह के श्रीकांत प्रसाद, अशोक महतो,नकुल दांगी,श्रवन कुमार,संतोष प्रसाद,राजेन्द्र महतो,मुसाफिर व विकास यादव समेत कुल आठ लोगो के विरूद्ध मे मामला दर्ज किया गया है । थाना मे केस संख्या 77/20 मे ये सभी पर उत्पाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है । पुलिस ने बताया कि से सभी झारखंड व बिहार सीमावर्ती क्षेत्र जगनडीह मे अवैध शराब भट्ठी संचालित कर शराब की बिक्री करते थे भारी मात्रा मे अवैध शराब को बिहार मे भेजा करते थे।
प्रखंड के कान्हा कला गांव स्थित तेलिया घोघर के समीप 11 हजार वोल्ट की बिजली तार अचानक जलकर गिर पड़ा। यह घटना मंगलवार 8 बजे सुबह की है। जिस वक्त बिजली की तार गिरा उसमें करंट था। बिजली की तार जमीन पर गिरने से खर पतवार जल कर राख हो गए। जबकि इसके कुछ ही दूरी में मवेशी चर रहे थे और बच्चे क्रिकेट खेल रहे थे। जानकारी मिलते ही ग्रामीण उमेश सिंह व उपेंद्र सिंह ने इसकी सूचना पावर ग्रिड कार्यालय कर्मियों को दिया। जहां से बिजली काटी गई। इसके एक घंटे बाद बिजली विभाग में दैनिक मजदूरी पर काम मिस्त्री रोहित दांगी ने जमीन पर गिरे बिजली तार को खंभे से अलग किया। ग्रामीणों ने शीघ्र ही विभाग से बिजली तार जोड़ने की मांग की है।
देश मे लगे लॉकडाउन के बाद दूसरे राज्यों मे फंसे प्रखंड के दर्जन भर मजदूर सकुशल अपने घर पहुंचे। जिसमे पिपरवार क्षेत्र के होशिर गांव के तथा धनगडा, बीरबीर आदि जगहों के दस प्रवासी मजदूर तेलंगाना केरल तथा छत्तीसगढ से आए हैं। वहीं टंडवा का एक छात्र कोटा से वापस घर आया है। इनके घर आते ही परिजनों मे खुशी की लहर दौड़ गई। बीडीओ प्रताप टोप्पो ने बताया कि सभी लोगों को सकुशल घर भेज दिया। सभी लोगो की स्वास्थ जांच की गई है। जो सभी लोग स्वस्थ हैं। फिर एहतियात के तौर पर उन्हें चौदह दिनों के लिए होम क्वारेंटाइन मे रहने को कहा गया है।
प्रखंड मुख्यालय स्थित लावालौंग मुख्य चौक के समीप मंगलवार को डीलर जगदेव प्रजापति ने लाभुकों के बीच 10-10 किलो चावल का वितरण किया। जानकारी देते हुए जगदेव प्रजापति ने बताया कि कोरोना को देखते हुए सरकार के द्वारा हमें जो भी निर्देश ग्रामीणों के सहयोग के लिए दिए जा रहे हैं हम उसी अनुरूप ग्रामीणों को राशन मुहैया करवा रहे हैं। आगे उन्होंने बताया कि जिन्होंने राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन एप्लाई किया था उन्हें हमने पूर्व में ही राशन मुहैया करा दिया है। वितरण के दौरान मौके पर पूर्व सरपंच सरयू प्रजापति, शिक्षक अशोक सिंह एवं धर्मेन्द्र प्रजापति ने अहम भूमिका निभाई।
थाना क्षेत्र के मायापुर व महेशा कैंप में लॉकडाउन में ठहरे मजदूर पैदल अपने घर (पश्चिम बंगाल) जाने को लेकर अड़े थे। इसकी सूचना पाते ही पार्टी के निर्देश पर कांग्रेस जिला महासचिव शशि प्रमोद लाल मजदूरों से मिले। उन्होंने मायापुर कैम्प में ठहरे 50 मजदूरों तथा महेशा कैंप में ठहरे 75 मजदूरों से मिलकर उनके नाम, आधार संख्या, मोबाइल नंबर, आदि की सूची एक दिन में तैयार कर मांगा। सूची राज्य सरकार को भेजी जाएगी। ताकि मजदूरों को घर घर पहुंचाने की योजना बनाई जा सके। उन्हें लगभग एक सप्ताह तक धीरज रखने की बात कही गई। स्थानीय प्रशासन को सहयोग करें। मजदूरों ने बताया स्थानीय प्रशासन ने रहने व खाने की समुचित व्यवस्था की है। फिर भी हम सभी को घर मे पड़े वृद्ध माता-पिता,बच्चे व पत्नी की चिंता चढ़ी रहती है। इसी चिंता को लेकर हम लोग ने पैदल जाने की योजना बनाई थी। स्थानीय प्रशासन के आग्रह पर रुक गए हैं। इस मौके पर उदय कुमार सिन्हा व शिवकुमार राम मौजूद थे।
स्थानीय सांसद सुनील सिंह की पहल से प्रखंड क्षेत्र मे सेनिटाइज कार्य मंगलवार से शुरू किया किया। जिसका शुभारंभ धनगडा से किया गया। इस मौके पर सांसद प्रतिनिधि ईश्वर दयाल पांडेय, भाजपा नेता शुभम सिंह, प्रमोद सिंह, सुमन भारतीय, रामचंद्र प्रसाद, प्रमोद सिंह, गोविंद तिवारी, शिव प्रसाद गुप्ता, आलोक कुमार छोटु उर्फ राजा समेत कई भाजपा नेता शामिल थे। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सांसद सुनील सिंह ने अपने संसदीय क्षेत्र मे सेनिटाइज छिड़काव अभियान चलाया है। जिसमे मंगलवार को धनगडा मिश्रौल नावाडीह उर्फ तेलियाडी कबरा पंचायत के सुदूरवर्ती गांवों मे सेनिटाइज छिड़काव किया जा रहा है। सांसद प्रतिनिधि ईश्वर दयाल पांडेय ने बताया कि सेनिटाइज का छिड़काव प्रखंड के हर पंचायत के गांवों मे किया जाएगा। जिसका शुभारंभ धनगडा आदि पंचायत से किया गया। बताया कि गांव के सभी गलियों के अलावे घरों के बाहर व नालियों किया जा रहा है। ताकि वायरस के फैलाव को रोका जा सके।
प्रतापपुर थाना क्षेत्र के टेटरवार निवासी शिवकुमार यादव को अपने ही घर मे आग लगाने को लेकर प्रतापपुर थाने में मामला दर्ज किया गया है। उक्त आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर मंगलवार को जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि शिवकुमार यादव अपने घर में परिजनों के साथ प्रतिदिन झगड़ा व गाली गलौज करता है। वह अपनी पत्नी के साथ मार-पीटकर मायके भेज दिया है। बीते सोमवार को वह झगड़ा कर अपने ही घर में आग लगा दिया है। जिससे घर जलकर राख हो गया है। घर मे रखे नेवारी, भूसा व खाने-पीने के समान बर्बाद हो गया है। इस रवैये से गुस्साए पिता रामविलास यादव व परिजनों ने पकड़ आरोपी अपने पुत्र शिवकुमार यादव को पुलिस के हवाले कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध मे आरोपी शिवकुमार यादव के पिता रामविलास यादव ने थाना मे लिखित आवदेन देकर मामला दर्ज कराया है।
जिला कांग्रेस कमेटी ने लाॅकडाउन में महानगरों में फंसे मजदूरों को मदद पहुंचाने के लिए जिला कार्यालय में नियंत्रण कक्ष बनाया है। पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रमोद कुमार दूबे ने बताया कि नियंत्रण कक्ष 24 घंटे मजदूरों के लिए काम करेगा। नियंत्रण कक्ष के लिए आधा दर्जन नंबर जारी किया गया है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि महानगरों में फंसे चतरा जिले के मजदूर या उनके परिजन नियंत्रण कक्ष में पंजीयन कराएं। कांग्रेस मजदूरों को उनके घर तक लाने का कार्य करेगी।
नियंत्रण कक्ष के जारी किए गए नंबरों में प्रमोद कुमार दुबे 8084279665, 7488091510, ओम प्रकाश पाठक 7870301101,संतोष केसरी 9334924271, सुधीर दुबे 8252585237, बद्री राम 9798836208 शामिल है। जिला अध्यक्ष ने बताया कि पार्टी की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने घोषणा किया है कि महानगरों में फंसे मजदूरों का रेल किराया कांग्रेस पार्टी वहन करेगी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश के बाद जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। ताकि जिले के वैसे मजदूर जो महानगरों में फंसे हैं उन्हें सही सलामत घर लाया जा सके।
इटखोरी से सटे चौपारण थाना क्षेत्र के दैहर गांव निवासी कुंजील दांगी के 38 वर्षीय पुत्र वीरेंद्र कुमार दांगी की मौत मंगलवार सुबह मुंबई के चेंबूर नामक स्थान पर हो गई। मृतक कुछ साल पहले संतान प्राप्ति के लिए अपनी पत्नी का इलाज कराने मुंबई गया था। वहां उसने ऑटो चलाकर अपनी पत्नी के साथ मुम्बई के चेंबूर में डेरा लेकर रह रहा था। 1 मई को वीरेंद्र स्वंय अचानक बीमार हो गया।इसके बाद रात 9 बजे उसे चेंबुर के बाबा अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद दो 2 बजे रात उसे भर्ती लिया गया। और तीन मई की सुबह दवा देकर उसे वहां से छुट्टी दे दिया गया।इसके बाद उसे डेरा लाया गया।और 4 मई की अहले सुबह चार बजे उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसकी पत्नी सुनीता देवी और जीजा क्रांति दांगी ने उसे तुरंत चेंबूर के ही इनस और सुमैया प्राइवेट क्लीनिक ले गए। जहां दोनों क्लिनिकों के चिकित्सकों ने कोरोना संक्रमण को लेकर उसे इलाज करने से इंकार कर दिए। इसके बाद वे लोग मरीज को लेकर शताब्दी अस्पताल ले गए।जहां उसे चिकित्सकों ने इलाज कर दवा देकर छुट्टी दे दिए। इस बीच जैसे वे लोग वीरेंद्र को लेकर डेरा पहुंचे जहां अचानक सात बजे सुबह उसकी मौत हो गई। अंत में शव का अंतिम संस्कार आसपास के लोगों के सहयोग से चेंबूर नवजीवन श्मशान घाट पर कर दिया गया।जहां मुखाग्नि दादपुर गांव के उसके जीजा क्रांति दांगी ने दिया।चिकित्सकों के अनुसार मृतक के सिने में दर्द होने से मौत बताई गई है। वही उसकी पत्नी ने बताया कि उन्हें डेंगू मलेरिया हो गया था।
सुनीता देवी ने सरकार से मांगी सहायता
पति के मौत के बाद मृतक की पत्नी सुनीता देवी डेरे में अकेले रह रही है। उसके पास एक रुपए भी नहीं है। वह बेसुध होकर अपने डेरे में अपने पति की याद में लगातार आंसू बहा रही है। उसने भास्कर से हुई बातचीत में कहा कि अब तो मेरा सहारा भी दुनिया से चला गया। मगर इस लाॅकडाउन में मुझे अब घर जाकर अपने पति का अंतिम संस्कार नियमित रूप से करना है। इसके लिए मुझे सरकार की सहारा की आवश्यकता है। इधर मुंबई जैसे महानगर में फंसे इटखोरी और मयूरहंड प्रखंड के तकरीबन डेढ़ से दो सौ दिहाड़ी मजदूर और ऑटो चालकों ने भी सरकार से अपने घर जाने की मांग की है।
मगध कोल परियोजना मे एक साथ महिला कर्मियों को टंडवा से पिपरवार के डकरा कार्यालय मे स्थानांतरित करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। एटक नेता विजय बेदिया ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 39 महिला श्रमिकों को मगध अॉफिस टंडवा से मगध-आम्रपाली क्षेत्र डकरा कर दिया गया। जो न्याय संगत नहीं है। प्रबंधक ना तो 39 महिला श्रमिकों को स्थानांतरण पत्र दे रही है। और ना ही किसी भी महिला श्रमिकों की हाजिर ली जा रही है। इससे साफ पता चलता है कि प्रबंधक महिला श्रमिकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास ने सीसीएल के मुख्य प्रबंध निदेशक के नाम को दो अलग-अलग पत्र लिखा है। जिसमे मगध कोल परियोजना में पदस्थापित महिला कर्मियों के स्थानांतरण को स्थगित करने तथा क्षेत्र में स्थानीय लोगों को किसी भी कार्य में प्राथमिकता नहीं देने पर चिंता जताई है।
काेराेना महामारी पर रोक लगाने के लिए जिले में 23 मार्च से लॉकडाउन हैं। इसके कारण 20 सालों में पहली बार प्रकृति में ऐसा बदलाव देखने को मिला है कि रैनशैडो जिला पलामू में मई माह में पारा 40 डिग्री सेल्सियस को पार नहीं किया है। पिछले 20 सालों में देखा जाए तो मई माह में जिले का 45 से ऊपर तापमान हो जाता था। लेकिन इस बार लॉकडाउन के कारण प्रकृति में बदलाव से जिले का तापमान 40 डिग्री से भी कम हो गया है। 5 मई दिन मंगलवार को करीब सुबह 6 बजे से 9 बजे तक जमकर गर्जन के साथ बारिश हुई। जिससे पारा में गिरावट तो नहीं हुई लेकिन गर्म हवा नहीं चली।
इससे लोगों को गर्मी का अहसास नहीं हुआ। सुबह में बारिश के समय ठंड का अहसास होने से मानो लोगों को ऐसा लगा रहा था कि गर्मी का मौसम अभी शुरू ही नहीं हुआ हो। इसके पहले 4 मई को दोपहर में भी हल्की बारिश हुई थी।गौरतलब है कि रैनशैडो एरिया होने के कारण मई माह में लोगों को सबसे ज्यादा गर्मी का अहसास होने लगता था। बीते 20 सालों में जिले में मई माह में तापमान 45 डिग्री से भी ऊपर चला जाता था लेकिन इस बार मई माह शुरू हो गया है और गर्मी का लोगों को ज्यादा अहसास नहीं हो रहा है। क्योंकि लॉकडाउन की वजह से इस बार तापमान में भारी गिरावट हुई है और तापमान 40 डिग्री से भी नीचे गिरा हुआ है, जिससे लोगों को इस बार मई माह में भी गर्मी का अहसास नहीं हो रहा है। हाल यह है कि मेदिनीनगर का अधिकतम तापमान 1 मई को 35.4, 2 मई को 33.8, 3 मई को 36.4, 4 मई को 32.2 और 5 मई को 36.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
9 मई तक हल्के दर्जे की बारिश के आसार
बंगाल की खाड़ी में विक्षोभ बनने से मई माह की शुरुआत से ही आसमान में बादलों का डेरा लगा रहा। चार मई को दोपहर में हल्के दर्जे की बारिश हुई। उसके बाद पांच मई को सुबह में भी बारिश हुई। एक बार तो ऐसा लगा कि आज बारिश ही नहीं खुलेगी। लेकिन दस बजे के करीब मौसम खुल गया। मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के निदेशक एसडी कोटाल के अनुसार, लॉकडाउन से प्रकृति में हुए बदलाव से मई माह में भी बारिश ने मौसम खुशनुमा बना दिया है, जिससे अभी तक गर्मी का नामोनिशान नहीं है। उन्होंने कहा कि 9 मई तक आसमान में बादल छाए रहेंगे। इस दरम्यान कहीं कहीं तेज हवा चलने के साथ हल्के दर्जे की बारिश भी हो सकती है।
लॉकडाउन की वजह से तापमान में गिरावट
जिले के तापमान में गिरावट का असर लॉकडाउन भी हो सकता है। 23 मार्च से लॉकडाउन होने के कारण ग्रामीण जंगल नहीं जा रहे हैं। पेड़ों की कटाई के साथ जंगल में आग लगने की घटनाएं भी इस वर्ष नहीं के बराबर हुई हैं। शहरों, कस्बों में प्रदूषण कम हुआ है, जिससे वहां का पर्यावरण सुधरा है। इसका असर जंगली क्षेत्र में भी देखने को मिल रहा है। इससे जंगल एक बार फिर हरा भरा नजर आ रहा है।जंगल हरा भरा होने के कारण और प्रकृति में बड़ा परिवर्तन होने के कारण प्रदूषण की मात्रा में भारी कमी आई है। जिससे सभी जंगल हरे भरे होने के कारण मौसम में ठंडक आ गई है। जिससे तापमान में भारी कमी आई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आगे भी बारिश व बादलों का मौसम बने रहने की संभावना है।
सरकार की मदद से मंगलवार की सुबह कोझीकोड (केरल), नागौर (राजस्थान) तथा कोलार (कर्नाटक) से 271 मजदूर अपने घर पलामू पहुंचे। जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में मौजूद जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने मजदूरों का स्वागत किया। बताते चलें कि कोझीकोड, केरल से 19 मजदूर धनबाद के रास्ते, नागौर (राजस्थान) से 162 मजदूर बरकाकाना के रास्ते तथा कोलार (कर्नाटक) से 90 मजदूर हटिया के रास्ते पलामू पहुंचे। उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा क्रमशः धनबाद, बरकाकाना तथा हटिया स्टेशन पर बसों को भेजकर मजदूरों को पलामू लाया गया।
पलामू आने के पश्चात मजदूरों की जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में चिकित्सकों द्वारा मेडिकल स्क्रीनिंग की गई। इस दौरान चिकित्सकों की टीम के द्वारा इंफ्रारेड थर्मामीटर के माध्यम से मजदूरों के बॉडी टेंपरेचर को नापा गया। साथ ही साथ खांसी, बुखार जैसे लक्षण की भी स्क्रीनिंग की गई। जांच उपरांत ठीक पाए जाने पर मजदूरों के हाथों में होम क्वारेंटाइन का मोहर लगा उन्हें घर भेजा गया। होम क्वारेंटाइन में मजदूरों को 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी आफताब आलम ने बताया कि जीएलए कॉलेज में बनाए गए सहायता केंद्र में दूसरे राज्यों से आ रहे प्रवासी मजदूरों के लिए विभिन्न सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन हो इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर सभी काउंटरों के आगे सामान दूरी पर सर्किल बनाकर चिह्नित किया गया है।
सबसे ज्यादा सदर के 40 व पांडू के 28 मजदूर आए थे
मंगलवार अहले सुबह पलामू पहुंचे 271 प्रवासी मजदूरों में सबसे ज्यादा सदर मेदिनीनगर के 40 हैं। लेस्लीगंज के 8, तरहसी के 9, पांकी के 25, मनातू के 14, पाटन के 17, पंडवा के 2, छत्तरपुर के 26, नौडीहा बाजार के 1, विश्रामपुर के 9, उंटारी रोड के 4, पाण्डु के 28, हरिहरगंज के 10, नाव बाजार के 1, पिपरा के 3, हुसैनाबाद के 21, हैदरनगर के 16, मोहम्मदगंज के 6, चैनपुर के 14, रामगढ़ के 9 तथा सतबरवा के 8 मजदूर भी आने वालाें में शामिल हैं।
काउंटर पर मजदूरों से कराया गया आरोग्य सेतु एप डाउनलोड
मेडिकल स्क्रीनिंग के बाद मजदूरों को संबंधित प्रखंडों के काउंटर भेजा जा रहा था। वहां मजदूरों को उनके प्रखंड जाने वाले वाहनों का नंबर बताया जा रहा था। इसके अलावा प्रखंड के काउंटरों पर मजदूरों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड तथा इंस्टॉल कराया गया। तत्पश्चात सभी मजदूरों को उनके प्रखंडों में जिला प्रशासन के द्वारा पहुंचाया गया। इसके लिए जिला प्रशासन के द्वारा 13 बसों का इस्तेमाल किया गया।
लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने के उद्देश्य से रेलवे द्वारा विभिन्न राज्यों के लिए शुरू की गयी स्पेशल ट्रेन के तहत बुधवार काे दो ट्रेन डाल्टनगंज स्टेशन पहुंचेगी। इन दो स्पेशल श्रमिक सुपरफास्ट एक्सप्रेस से जरिये करीब डेढ़ हजार मजदूर अपने घर लौट सकेंगे। पंजाब के जालंधर और लुधियाना से आने वाले दोनों श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार को डालटनगंज पहुंचेगी। 24 बोगी वाला 04602 जेयूसी-डीटीओ 9.30 बजे तथा 04604 एलडीएच-डीटीओ कल बुधवार को यहां 7.30 बजे पहुंचेगी। दोनों गाड़ियां जालंधर और लुधियाना से खुलकर सीधे डाल्टनगंज पहुंचेंगी। झारखंड वासियों के लिए मंगलवार 5 मई को पंजाब से झारखंड के लिए 2 ट्रेनें खुल गयी हैं।
पहली लुधियाना से सुबह 10 बजे और दूसरी जालंधर से सुबह 11 बजे खुली है। झारखंड के विभिन्न जिलों के मजदूर आने वाले हैं। इधर ट्रेन के आगमन को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। रेलवे स्टेशन पर बैरिकेडिंग की गई है। ट्रेन प्लेटफार्म नंबर तीन पर आएगी। प्रशासनिक व्यवस्था के तहत आने वाले लोग स्टेशन पर पंक्तिबद्ध हो कर उतरेंगे। फिर प्लेटफार्म नंबर एक पर उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। उसके बाद सभी मजदूरों को वापस उनके गृह ज़िला भेजा जाएगा। इसे लेकर डालटनगंज रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट को सील कर दिया गया है। श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए नया गेट बनाया गया है।
सदर थाना क्षेत्र के सासंग गांव के तुरीटोला में समाज को शर्मसार करनेवाली घटना सामने आई है। जानकारी के अनुसार तुरीटोला निवासी केशो भुइयां अपने घर से अन्यत्र बाहर गया हुआ था। उसकी पत्नी मांगो देवी घर पर अकेली थी। इसी मौका का फायदा उठाकर उसका भतीजा कला भुइयां उसके घर पहुंचा और अपनी चाची के साथ जबरन अवैध संबंध बनाने की कोशिश करने लगा, जिसपर चाची मांगो देवी ने विरोध किया। इससे नाराज भतीजा कला भुइयां ने गुस्सा में आकर पसूल व हसुआ से अपनी चाची की गला रेतकर हत्या कर दी। घटना मंगलवार की सुबह की है।
पुलिस ने आरोपी कला भुइयां को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वीरेंद्र राम व पुलिस निरीक्षक सह थानेदार अमित कुमार गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली। पुलिस निरीक्षक अमित कुमार गुप्ता ने बताया कि मृतका का शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए लातेहार सदर अस्पताल भेज दिया गया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव को उसके परिजनों को शव सौंप दिया है।
राज्य व केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से बंगलुरु से हटिया, मेदिनीनगर होते हुए 21 मजदूर मंगलवार को सुबह 9 बजे हुसैनाबाद पहुंचे। उन्हें हटिया से बस द्वारा मेदिनीनगर लाया गया था।, जहां उनकी स्क्रीनिंग के बाद बस से हुसैनाबाद भेजा गया है। उनके हुसैनाबाद पहुंचने पर उनकी स्क्रीनिंग हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी डॉ रत्नेश कुमार के मौजूदगी में डॉ. शशिभूषण ने की। स्क्रीनिंग के बाद उन्हें अपने अपने घर भेजने के पहले कुछ सावधानियां रखने की हिदायत दी गई है। उन्हें बताया गया है कि वह 14 दिनों तक घर में ही क्वारेंटाइन रहेंगे। किसी तरह की स्वास्थ्य संबंधित परेशानी होने पर स्थानीय सहिया, एएनएम या आंगनबाड़ी सेविका के माध्यम से सूचना देने का काम करेंगे।
बंगलुरु से अपने घर पहुंचे मजदूरों में काफी खुशी है। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार को धन्यवाद किया है। हुसैनाबाद आने वाले मजदूरों ने बताया कि उन्हें बहुत ही अच्छी तरह से खाने पीने के साथ लाया गया है। उन्होंने बताया कि उनके लिए आज का दिन सबसे खास है। उन्होंने सोचा भी नहीं था की वह लाॅकडाउन के दरम्यान घर पहुंच पाएंगे। छात्रों की बस को रिसीव करने बीडीओ इमानुएल जय बिरस लकड़ा, थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद, एसआई सच्चितानंद चौधरी, बीरबहादुर सिंह, बीपीओ अमन कुमार, डॉ. पीएन सिंह, कार्यक्रम प्रबंधक विभूति गुप्ता, स्वास्थ्य कर्मी समेत कई अधिकारी मौजूद थे।
मंगलवार को महापौर अरुणा शंकर ने निगम क्षेत्र में चल रहे कई दालभात केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान व्यापक अनियमितताएं देखने को मिली, जिसे देख कर महापौर काफी नाराज दिखी। उन्होंने इस संबंध में पलामू उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि से शिकायत करने की बात कही है। उन्होंने बताया कि यह केंद्र गरीबों के लिए नहीं बल्कि स्वयं सहायता समूह एवं ठेकेदारों के लिए चलाया जा रहा है। मेयर ने बताया कि सारा निगम क्षेत्र लॉक डाउन है कहीं भी खाने की कोई व्यवस्था नहीं है। वही सरकार द्वारा श्रमिकों एवं असहायो के लिए दाल भात केंद्र का संचालन कर रही है।
जहां कई शिकायत मिलने के बाद आज उन्हाेंने स्वयं निरीक्षण किया तब यह देख हैरान रह गई कि कई केंद्र बंद है। जो चल रहे हैं वहां चंद लोगों को भात और दाल का पानी दिया जा रहा है या फिर रद्दी खिचड़ी। निगम क्षेत्र के प्रस्तावित एवं स्वीकृत रांची रोड उत्क्रमित विद्यालय का तो आज तक कई बार बोलने के बाद भी नहीं खुल पाया। महापौर से निरीक्षण के क्रम में कई श्रमिकों एवं असहाय लोगों ने बताया कि केंद्र में लोग घर से दस पांच लोगों का भोजन बना कर लाते हैं, बैठा कर खाना खिलाते हुए मात्र फोटो लेकर चले जाते हैं। मेयर ने बताया कि एकमात्र केंद्र बाजार समिति को बेहतर हालत में मिला। उन्होंने बताया कि इसकी शिकायत उपायुक्त से करुंगी। सभी दाल-भात केंद्र का संचालन निगम क्षेत्र में पार्षदों के अधीन करने का आग्रह करूंगी, जिनके देखरेख में श्रमिकों को पौष्टिक आहार दिया जा सके।
उन्होंने बताया कि दाल भात केंद्र के संचालकों से आगाह किया है कि 24 घंटा के अंदर अगर वह भोजन जो सरकार द्वारा प्रस्तावित है श्रमिकों एवं असहाय लोगों को नहीं दिया गया तो वे उपायुक्त से बात कर दूसरे स्वयं सहायता समूह के माध्यम से चलवाना सुनिश्चित करूंगी और ऐसे समूह निगम क्षेत्र में काली सूची में डाले जाने की अनुशंसा करूंगी।
पश्चिम बंगाल व केरल राज्य से प्रवासी मजदूरों को लातेहार लाया गया, लेकिन बीडीओ गणेश रजक की निगरानी में सभी प्रवासी मजदूरों को एक ही सवारी गाड़ी की छत पर भेड़-बकरियों की तरह लादकर गंतव्य के लिए भेजा जा रहा है। ऐसे में छत पर बैठे मजदूर कभी भी दुर्घटना के शिकार भी हो सकते हैं, लेकिन बीडीओ साहब को इनकी तनिक भी चिंता नहीं।
एक ओर, सरकार और जिला प्रशासन लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने का पाठ पढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी गणेश रजक स्वयं ही सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाने में जुटे हैं।दूसरे राज्य से आए सभी प्रवासी मजदूरों को एक ही सवारी गाड़ी में 25-30 की संख्या में लादकर बरवाडीह व पलामू भेजा गया है। बता दें कि जिला परिवहन विभाग द्वारा जिले में लगातार सघन वाहन चेकिंग अभियान चलाकर छोटी-छोटी गलती करनेवाले बाइक चालकों से चालान काटा जा रहा है, जिससे लोग आक्रोशित हैं।
प्रखंड के खुरा खुर्द और खुराकला गांव में वज्रपात से तीन बच्चे की मौत की खबर सुनते ही पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने सोमवार के शाम ही मृतक के परिजन बिगन उरांव, जगदीश उरांव से मिलकर घटना की जानकारी लेते हुए लोगों को आश्वासन दिया है कि सरकार के तरफ से मिलने वाले सारी सुविधा के साथ-साथ चार चार लाख रुपया आपदा कोष से बहुत जल्द दिया जाएगा। मृतक के परिजनों से सांत्वना देते हुए कहा कि किसी भी मामले में कोई दिक्कत हो तो जरूर संपर्क करें। उल्लेखनीय है कि सोमवार की दोपहर तेज आंधी बारिश के दौरान तीन बच्चों की मौत वज्रपात से हो गई थी।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अप्रैल-मई माह के अतिरिक्त चावल का मुफ्त वितरण प्रखंड के 46 पीडीएस में प्रतिनियुक्त शिक्षकों की मौजूदगी में शुरू हो गया है। प्रभारी प्रखंड आपूर्ति सह सहकारिता पदाधिकारी उग्रनाम बड़ाईक ने बताया कि शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति वितरण के प्रति निगरानी व अनियमितता पर नजर रखने के लिए की गई है। कुल 48 में 2 डीलर सस्पेंड कर दिए गए हैं, जिनके विरुद्ध अनियमितता बरतने की शिकायत मिली थी। इन पीडीएस के उपभोक्ताओं को पड़ोस के डीलर से टैग कर इनके राशन का भी वितरण सुनिश्चित हो गया है। इस योजना के चावल का वितरण अनुमंडल पदाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देशानुसार शुक्र बाजार के पीडीएस डीलर मृत्युंजय सिंह ने अपग्रेडेड उच्च विद्यालय परता के शिक्षक रामकुमार की मौजूदगी में उपभोक्ताओं के बीच किया।
शिक्षक ने बताया कि वितरण पूरी पारदर्शिता के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रति सतर्कता के मद्देनजर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए उपभोक्ताओं को चिन्हित घेरा में खड़ा कर बारी बारी से कराया जाता है। डीलर मृत्युंजय सिंह ने बताया कि वितरण के दौरान सभी उपभोक्ताओं के हाथों को सैनिटाइज कराकर ही पॉश मशीन के जरिए चावल का वितरण किया जाता है। सभी उपभोक्ताओं को आदेश अनुसार प्रति यूनिट 2 माह के 10 किलोग्राम के हिसाब से चावल उपलब्ध कराने के आदेश का पालन हो रहा है । फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के प्रखंड अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने कोरोना वायरस के विरुद्ध जंग में योद्धा की तरह समर्पण भाव से सभी डीलरों को निर्देशानुसार राशन वितरण सुनिश्चित करने को कहा है।
विधायक कमलेश कुमार सिंह ने मंगलवार को मुख्यमंत्री को ट्वीट कर सिमडेगा जेल में बंद हुसैनाबाद क्षेत्र के 5 मजदूरों के अलावा बिहार व उत्तरप्रदेश के 19 मजदूरों को रिहा कराने का आग्रह किया है। विधायक ने बताया कि मजदूरों के परिजनों ने उन्हें दूरभाष पर इसकी सूचना दी है। उन्होंने बताया कि सभी मजदूर उड़ीसा के झारसुगोड़ा के भूषण स्टील प्लांट में मजदूरी करने गए थे। लॉक डाउन में प्लांट बंद होने के बाद सभी मजदूर साइकिल से अपने घर आ रहे थे, जिन्हें सिमडेगा जिले के बोलबा प्रखंड में पहुंचने के बाद पुलिस ने हिरासत में लेकर लॉकडाउन उल्लंघन के मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया है।
विधायक ने इन मजदूरों पर किए गए केस को भी वापस लेने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट में मुख्यमंत्री को बताया है कि मजदूरों ने खाने पीने की किल्लत के कारण मजबूरी में सैकड़ों किलोमीटर साइकिल से घर जाने का निश्चय किया था। उनपर केस दर्ज कर जेल भेज देना न्यायोचित नहीं है। जब पूरे भारत के विभिन्न राज्यों से मजदूर पैदल या साइकिल से अपने घर जा रहे हैं, तो इनपर कार्रवाई करना सही नहीं है।
पांकी विधायक कुशवाहा डॉ. शशिभूषण मेहता ने मंगलवार को सेहरा, धावाडीह, नौरंगा, लोहरा पोखरी गांव का दौरा किया। इस दौरान लोहरा पोखरी गांव में स्थित जन वितरण प्रणाली दुकान का निरीक्षण किया। वहीं शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के छात्रावास प्रांगण में स्थित धान क्रय केंद्र का निरीक्षण भी किया, जिसमें कई अनियमितता पाई गई। लोहरा पोखरी के डीलर जमेदार उरांव को चेतावनी देते हुए कहा कि गरीब लोगों का हक नहीं मारें जितना राशन देना है वह कार्डधारी को दें, नहीं तो कानूनी कार्रवाई से नहीं बच सकते हैं। धान क्रय केंद्र में किसान इंदर सिंह, अर्जुन साहू, मुकेश कुमार समेत दर्जनों किसानों ने विधायक से अनियमितता की शिकायत की। किसानों ने कहा कि यहां पर दलाल, बिचौलियों की सुनी जाती है।
दलालों का धान नंबर से पहले ले लिया जाता है जबकि किसान कई कई दिन धान क्रय केंद्र के बाहर इस इंतजार में रहते हैं कि आज मेरा धान की खरीदारी हो जाएगी। साथ ही 12 रुपया प्रति बोरा पैसा लिया जाता है और धान क्रय केंद्र पदाधिकारी 40 के जगह बिना तौले 42 किलो धान लेते हैं। साथ ही धान क्रय केंद्रों से बोरा भी नहीं दिया जाता है। किसानों ने कहा कि अगर नंबर से धान की खरीददारी नहीं हुई तो हम लोग रोड पर धान बिखेर देंगे। विधायक मेहता ने गोदाम इंचार्ज श्याम लाल उरांव व धान क्रय केंद्र पदाधिकारी राजेश कच्छप को हिदायत देते हुए कहा कि सरकारी निर्देशानुसार धान की खरीददारी करें, जो भी किसान की शिकायत है उसे दूर करें। मौके पर कमल वर्मा, राजेंद्र सिंह चेरो, मुमताज अंसारी, अजय उरांव, राजेंद्र मेहता, महेश यादव समेत कई लोग उपस्थित थे।
बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति, सदर प्रखंड के अध्यक्ष सुशील कुमार सिंह ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को ज्ञापन देकर एफसीआई के द्वारा धान उठाव नहीं करने की शिकायत की हैं। ज्ञापन में जिक्र किया गया है कि बैरिया बाजार समिति स्थित धान अधिप्राप्ति केंद्र के द्वारा धान का उठाव नहीं किया जा रहा है, जिससे कई किसान प्रभावित है। धान लेकर पहुंचने के बाद केंद्र संचालक के द्वारा वजन नहीं कराया जा रहा है। वजन नहीं कराए जाने से किसानों को धान लेकर वापस अपने घर लौटना पड़ रहा है। वहीं कई किसानों ने अपने ध्यान को अधिप्राप्ति केंद्र के बाहर ही छोड़ दिया है। मौसम के बदलाव बेमौसम वर्षा से बाहर रखे किसानों के धान के सड़ने की सम्भावना है। इस संबंध में सूचना देने के लिए एफसीआई के गोदाम प्रबंधक को फोन भी किया गया लेकिन उनके द्वारा कॉल रिसीव नहीं किया जाता है।
भारत ज्ञान विज्ञान समिति पलामू के तत्वावधान में हैदरनगर, मोहम्मद गंज व हुसैनाबाद के प्रखंड समिति के पदाधिकारियों की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को हुई। बैठक की अध्यक्षता शशि कला कुमारी एवं संचालन संजय कुमार रवि ने किया। बैठक में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। साथ ही भारत ज्ञान विज्ञान समिति निर्मित प्रचार सामग्री को व्यापक पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने, कोरोना वायरस से बचाव हेतु खुद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन व अन्य लोगों को प्रेरित करने, खाद्यान्न वितरण योजना के तहत राशन उठाव के लिए लोगों में जागरूकता फ़ैलाने, पंचायत स्तर पर संचालित दीदी किचन के सफलता पूर्वक संचालन में सहयोग करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा प्रवासी मजदूर व छात्र जो दूसरे राज्यों में फंसे हैं, उनकी वापसी के लिए सम्बन्धित एप में पंजीकरण कराने में सहयोग करने के अलावा लॉक डाउन के बाद लोगों का भावी जीवन कैसा होगा, इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में ज्ञान विज्ञान समिति के राज्य अध्यक्ष शिव शंकर प्रसाद, उपाध्यक्ष रामा अनुग्रह सिंह व पलामू जिला सचिव अजय साहू ने भाग लिया।
डंडिलाकला में एनएच75 पथ से सटे नौका जलाशय के एक सप्ताह पूर्व गोल्डन ट्रांसपोर्ट के टैंकर के बहाए रासायनिक द्रव से दूषित हुए पानी का मंगलवार को शुद्ध किया गया। रेहला ग्रासिम औद्योगिक संस्थान प्रबंधन ने स्थानीय पुलिस-प्रशासन के आग्रह पर बड़ी मात्रा में पोटाश एलम फायर टेंडर के जरिये जलाशय में डालकर पानी में मौजूद जहरीले असर को निरस्त करने का कार्य घंटाें चलाया गया। इस शुद्धिकरण अभियान के नेतृत्व कर रहे संस्थान के प्रशासनिक पदाधिकारी ज्योति जंग सिंह के साथ वरीय सुरक्षा पदाधिकारी जयपाल सिंह राठौर व फायर ऑफिसर श्रीखण्डे ने फायर टेंडर से पोटाश एलम के घोल को तेज धार से जलाशय में चारों तरफ से छिड़काव कराया। एओ जेजे सिंह ने कहा कि अब जलाशय का पानी मवेशी के पीने सहित पटवन व अन्य जरूरी कार्य में स्थानीय निवासी काम में ले सकते हैं। इस मौके पर रेहला थाना प्रभारी लालजी यादव पूरे समय तक मौजूद रहे।
लॉकडाउन के कारण आम लोग काफी परेशान व तनावपूर्ण माहौल में आ गए हैं। इस दौरान घरेलू हिंसा व आत्महत्या की घटनाएं भी बढ़ी हैं। ऐसे में मनोचिकित्सक औऱ चिकित्सकों के द्वारा निशुल्क टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिए परामर्श देने के लिए आगे आना समाज हित में है। इसका लाभ आम नागरिक ले रहे हैं। लॉक डाउन के कारण घरों में बंद लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्या के समाधान के लिए कई डॉक्टर आ गए हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विकास चंद्र अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन के दिशा निर्देश के आलोक में 12:00 से 2:00 तक निशुल्क काउंसलिंग की सुविधा है जहां कोई भी अभिभावक अपने बच्चों से संबंधित किसी भी समस्या के बारे में बातचीत कर सकता है टेलीफोन के माध्यम से उसे उचित सलाह व मार्गदर्शन दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 से पूरा देश लड़ रहा है ऐसे में डॉक्टरों का भी परम कर्तव्य है कि वे चाहे जिस रूप में भी हो आम लोगों की मदद करें। डॉ. विकास चंद्र अग्रवाल ने परामर्श के लिए एक नंबर-94311 59452 को जारी किया है। दूसरी ओर मनोचिकित्सक सह क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट नीना अग्रवाल ने भी बताया कि घर में बंद रहने के कारण लोग कई तरह की मानसिक परेशानी से गुजर रहे हैं ऐसे में उन्हें उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस हो रही होगी इसलिए वे परामर्श देने के लिए 9334602506 नंबर पर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक प्रतिदिन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी नागरिक उनसे मार्गदर्शन प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि धैर्य पूर्वक रहने की जरूरत है। हर समस्या का समाधान है। उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी पर रोक लगाने के लिए प्रदेश में 23 मार्च से लॉकडाउन है। लॉकडाउन के एक माह बीत जाने के बाद उसके साइड इफेक्ट्स नजर आने लगे हैं। लॉक डाउन में कोरोना की वजह से लोगों में मानसिक समस्या जैसे भय, घबराहट, बेचैनी, अनिंद्रा का शिकार, गुस्सा, भविष्य को लेकर अनिश्चितता, बेकारी, बेरोजगारी के कारण लोगों में आत्म हत्या की प्रवृति बढ़ रही है। जिले में अब तक दो से अधिक लोग सुसाइड कर चुके हैं इस तरह की प्रवृत्ति ना बढ़े। इसको देखते हुए मनोचिकित्सकों एवं काउंसलर के माध्यम से टेली काउंसलिंग दी जा रही है।
देशव्यापी लाॅकडाउन के दौरान ओडिशा में फंसे जिले के 136 प्रवासी मजदूर मंगलवार को बस से लातेहार पहुंचे। लातेहार की धरती में कदम रखते ही उनके आंखों से खुशी के आंसू छलक पड़े। चंदवा प्रखंड के बालदेव गंझू व सुरेन्द्र गंझु, बारियातू के यमुना गंझु, लातेहार के ललन पासवान, राजेन्द्र पासवान समेत कई प्रवासी मजदूरों ने लॉक डाउन के दौरान ओडिसा में गुजारे 40 दिन के दर्द को बयां किया। कहा, सरकार एवं जिला प्रशासन ने हमें नई जिंदगी दी है। इस एहसान को हमलोग कभी नहीं भूलेंगे।
इससे पहले उपायुक्त जिशान कमर समेत जिले के कई पदाधिकारियों ने जिला खेल स्टेडियम में प्रवासी मजदूरों का स्वागत किया। यहां मेडिकल टीम द्वारा सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई।
जांच में सभी स्वस्थ पाए गए। सभी को चावल, दाल, सैनिटाइजर समेत जरूरत के अन्य सामान दिए गए। उपायुक्त कमर में प्रवासी मजदूरों से कहा शासन व प्रशासन अपना फर्ज निभाया है। इसी तरह आप सभी 14 दिनों तक अपने अपने घर में होम क्वारेंटाइन रहकर अपना फर्ज निभाएं। इसके बाद सभी प्रवासी मजदूरों को छोटे वाहन से घर के लिए रवाना किया गया। मौके पर अपर समाहर्ता आलोक शिकारी कच्छप, डीटीओ बंधन लांग, नगर पंचायत पदाधिकारी अमित कुमार, स्थापना उपसमाहर्ता कयूम अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कंडुलना, रितेश पाण्डेय, आशीष पाण्डेय, कलंदर आजाद समेत कई पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।
दूसरे जिले के 5 मजदूर भी भेजे गए अपने घर
लाॅक डाउन में फंसे 136 प्रवासी मजदूरों को जिला प्रशासन द्वारा छह बस से लातेहार लाया गया। इसमें पलामू जिला के तीन, गुमला के एक व चतरा जिले का एक मजदूर शामिल थे। स्वास्थ्य जांच के बाद उन्हें भी सुरक्षित वाहन से संबंधित जिला भेजा गया।
कोरोना संक्रमण के मामले को बढ़ते देख पूरे देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद बाहर रह रहे प्रवासी मजदूरों का अब धैर्य टूटता जा रहा है। अब वे किसी तरह अपने घर-परिवार के बीच पहुंचना चाह रहे हैं। मंगलवार को कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। पलामू के पोलपोल से पैदल कटिहार और साहेबगंज के लिए पैदल जा रहे आठ मजदूर हेरहंज पहुंचे थे। सभी मजदूर लॉकडाउन के बढ़ते समय और कोरोना के संक्रमण के भय से किसी तरह घर पहुंचना चाह रहे थे। पोलपोल से पैदल जा रहे मजदूरों ने बताया कि हम सभी मार्च महीने में नहर में काम करने आये थे। मात्र एक सप्ताह ही काम कर पाए, जिसके बाद लॉकडाउन लागू हो गया। हमलोग वहां पर रुक गए। इसके बाद लॉकडाउन की तिथि बढ़ती चली गई और काम करा रहे पेटी कांट्रैक्टर ने भी हमलोगों को अपने घर जाने को कह दिया।
कोरोना महामारी में नक्सल अभियान के साथ-साथ सीआरपीएफ जरूरतमंद लोगों के घरों तक भोजन पहुंचाने का अभियान चला रही है। इसी कड़ी में सीआरपीएफ की 11वीं बटालियन के कमांडेंट विनय कुमार त्रिपाठी के निर्देश पर बरवाडीह थाना क्षेत्र के मंगरा पंचायत अंतर्गत चंद्रदहा विद्यालय में मंगलवार को सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत कंपनी कमांडर रूपेश सिंह के नेतृत्व में जरूरतमंद परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। इस दौरान 200 जरूरतमंद परिवारों के बीच चावल, दाल और आटा का पैकेट बनाकर वितरण किया गया। अनाज पाकर ग्रामीण खुश दिखे। मौके पर मौजूद कंपनी कमांडर रूपेश सिंह ने मौजूद ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंस का पाठ पढ़ाते हुए लॉकडाउन का पालन करने की भी नसीहत दी। मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए रुपेश सिंह ने कहा कि देश में संकट की घड़ी में जरूरतमंद परिवारों के समक्ष भुखमरी न हो, इसके लिए सीआरपीएफ के वरीय अधिकारियों द्वारा खाद्य सामग्री वितरण करने का कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
कोरोना वायरस विश्वव्यापी महामारी से बचाव को लेकर पूरे देशभर में लॉकडाउन लगा हुआ है, जिसकी वजह से बरवाडीह के भी दिहाड़ी मजदूर दूसरे राज्य में फंसे हुए थे। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर बेंगलुरू से 11 दिहाड़ी मजदूर मंगलवार को बरवाडीह पहुंचे। इसके बाद प्रशासन ने संबंधित पंचायत के मुखिया को सौंप दिया। सभी 11 मजदूर बेतला पंचायत के हैं। इनमें बेतला गांव नौ और पोखरीखुर्द के दो मजदूर शामिल हैं। पंचायत की मुखिया माया देवी ने सभी मजदूरों को उनके परिजनों को सौंप दिया है और उन्हें 14 दिन तक होम क्वारेंटाइन में रहने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करने, हमेशा चेहरे पर मास्क लगाने तथा कोरोना से बचाव के लिए कई सलाह दी गयी।
झालसा रांची के निर्देश पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश विष्णुकांत सहाय के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकार की सचिव कमला कुमारी ने सदर प्रखंड के परसही पंचायत के होटवाग ग्राम में चल रहे मुख्यमंत्री दीदी किचन केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में सचिव ने पाया कि इस केंद्र में राहगीरों एवं आसपास के गांवों के जरूरतमंदों को सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। सचिव कमला ने केंद्र संचालक को आसपास स्वच्छता रखने एवं सामाजिक दूरी बनाकर लोगों के बीच भोजन परोसने का निर्देश दिया। उन्होंने लोगों को कोरोना महामारी को देखते हुए मास्क या साफ कपड़ा से अपने चेहरे को ढंकने तथा सैनिटाइजर या साबुन से समय-समय पर हाथ धोने की सलाह दी। लाॅकडाउन के शर्तों के पालन करने का भी निर्देश दिया गया। मौके पर पीएलवी रविंद्र कुमार तथा मिथिलेश कुमार उपस्थित थे।
एक तरफ सरकार गरीबों को हरसंभव मदद करने का प्रयास कर रही है तो दूसरी तरफ राशन दुकानदार मौका का फायदा उठाने में जुटे हैं। ऐसा ही एक मामला मनिका प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित पंचायत बड़काडीह के हुमामारा गांव का आया है। यहां आरती महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा चलाए जा रहे राशन दुकान पर कार्डधारियों ने 10 किलो तक राशन कम देने का आरोप लगाया है। यह दुकान समूह के अध्यक्ष के पति महेंद्र सिंह और मोहन ठाकुर द्वारा चलाया जाता है।
राशन कार्डधारी रमेश सिंह ने बताया कि हमारी मां के नाम से राशन कार्ड है, जिसमें आठ सदस्यों का नाम अंकित है। इसके हिसाब से एक माह का 40 किलो राशन होता है, लेकिन डीलर द्वारा 30 किलो ही राशन मुझे दिया गया है। वहीं, दूसरे लाभुक गुर्जर सिंह ने बताया कि मेरे कार्ड में मेरा और मेरी पत्नी का नाम अंकित है। ऐसे में हमें एक माह का दस किलो राशन देना चाहिए था, लेकिन तौलने पर आठ किलो ही राशन निकला। वहीं, पीला कार्डधारी धर्म सिंह ने बताया कि पीला कार्डधारी को 35 किलो राशन देना है, लेकिन डीलर द्वारा मुझे 25 किलो राशन दिया जाता है।
पीडीएस दुकान का लाइसेंस निलंबित
लातेहार | एसडीओ सागर कुमार ने राशन वितरण में अनियमितता बरतने वाले मनिका प्रखंड के मतनाग गांव के तारा स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित जन वितरण प्रणाली दुकान के अनुज्ञप्ति को निलंबित कर दिया है। समूह संचालक से एक सप्ताह के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब भी मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर अनुज्ञप्ति रद्द करते हुए नियम के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।
मैं मामले की जांच करता हूं। दोषी किसी भी हालत में बख्शे नहीं जाएंगे।
एनके राम, सीओ, मनिका।
यह मामला गंभीर है। मैं एमओ से मामले की जांच कराता हूं। यदि मामला सत्य पाया गया तो दोषी डीलर पर हर हाल में कार्रवाई होगी।
सागर कुमार, एसडीओ, लातेहार।