राजस्थान के कोटा में फंसे कोचिंग के छात्र-छात्राओं को उनके घर तक पहुंचाने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ की वरीयता में देश के अन्य राज्यों में फंसे प्रदेश के मजदूर तथा गरीब लोग हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज बैठक में सभी राज्यों में फंसे यूपी के कामगारों और श्रमिकों से भावुक अपील भी की। उन्होंने कहा कि अभी तक आप लोगों ने जिस धैर्य का परिचय दिया है उसे बनाए रखें। हम संबंधित राज्यों की सरकारों से संपर्क कर सभी को घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज लोकभवन में टीम-11 के साथ बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने के उपाय के साथ ही लोगों के उपचार तथा निदान की प्रगति की समीक्षा की। इसके बाद उन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों एवं श्रमिकों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने में सरकार के अभियान की प्रगति को परखा।
बारी बारी से सभी प्रदेशों से श्रमिकों को वापस लाया जाएगा
योगी ने कहा कि प्रदेश में हरियाणा से लगभग पूरे मजदूर तथा गरीब लोग प्रदेश में अपने-अपने जिलों में पहुंच गए हैं। आज यानी गुरुवार को मध्य प्रदेश में प्रदेश के कामगारों और श्रमिकों को उनके घरों तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। आज मध्य प्रदेश से प्रदेश के श्रमिक कामगार लाए जाएंगे। इसके बाद शुक्रवार को गुजरात से श्रमिक तथा कामगार को वापस लाया जाएगा। कहा-हरियाणा से चंद रोज पहले ही श्रमिक तथा कामगार आए हैं। हरियाणा और राजस्थान से भी 50 हजार लोगों को घरों तक पहुंचाया गया है। आज भी हरियाणा से 13 हजार लोगों को भी लाया जा रहा है।
प्रयागराज से भी छात्रों को घर पहुंचाने में जुटी है सरकार
प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे प्रदेश के विभिन्न जनपदों के 15 हजार छात्रों को सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। राजस्थान के कोटा में फंसे 11,500 छात्र-छात्राओं को भी सरकार सुरक्षित घरों तक पहुंचा चुकी है। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की थी।
वहीं योगी ने बैठक में छह लाख लोगों के लिए क्वारंटीन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन का राजस्व विभाग से ब्यौरा भी मांगा। कोरोना से हर तरह से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी ने लेवल - 1, लेवल - 2 और लेवल -3 के कोविड अस्पतालों की क्षमता विस्तार करके 52 हजार बेड तैयार करने का भी ब्यौरा प्राप्त किया है।
कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण के बीच डॉक्टर भगवान बनकर सामने आ रहे हैं। इस बीच आगरा के एस एन मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित प्रसूताओं के प्रसव कराए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित चौथी डिलीवरी हुई है। महिला ने बेटे को जन्म दिया है। इससे पहले तीन और कोरोना संक्रमित महिलाओंके ऑपरेशन हो चुके हैं। नवजात को प्रसूता से स्पर्श नहीं करने दिया है, जिससे वह संक्रमण से बच जाए। चिकित्सकों ने नवजात को परिजनों को सौंप दिया।
माईथान निवासी 28 वर्षीय गर्भवती महिला का लेडी लॉयल में इलाज चल रहा था। परिवार उन्हें विगत 24 अप्रैल को हरीपर्वत क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में ले गया लेकिन, यहां से उन्हें कोरोना की जांच कराने के लिए भेज दिया। मंगलवार को कोरोना की पुष्टि होने के बाद एसएन मेडिकल कॉलेज में महिला को भर्ती कराया गया।
प्रसव पीड़ा होने के बाद डॉक्टरों की टीम ने सिजेरियन डिलीवरी कराई, महिला ने बेटे को जन्म दिया है।वहीं 48 घंटे बाद नवजात के सैंपल जांच को भेजे जाएंगे।डॉ. शिखा सिंह के निर्देशन में डॉ. अंकिता मीना और डॉ. दीपा सिंह ने सिजेरियन डिलीवरी कराई।
लॉकडाउन ने देश में संक्रमण को काबू में रखने में मदद तो की है, लेकिन इसके चलते साधनों और पैसों की जो दिक्कतें खड़ी हुई हैं, उनके चलते लोगों को दुश्वारियों का सामना भी करना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के तीन शहरों में ऐसी ही दुश्वारियों की 4 कहानियां मिली हैं। कहीं बीमार पिता की दवा लाने के लिए बेटे को 160 किलोमीटर साइकिल चलानी पड़ी तो कहीं बीमार बेटे को अस्पताल पहुंचाने के लिए पिता ने ही 18 किलोमीटर तक ठेला खींचा। 3 शहर, 3 कहानियां...
बलरामपुर: बीमार बेटे को18 किलोमीटर दूर ठेले से पहुंचाया अस्पताल
सोनपुर गांव में रहने वाले अंगनू के 15 साल के बेटे राजाराम की मंगलवार को तबीयत बिगड़ गई। पड़ोसियों ने एंबुलेंस के लिए टोल फ्री नंबर पर फोन किया, लेकिन कॉल नहीं लगी। बेटे की हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी, ऐसे में अंगनू उसे ठेले पर लादकर 18 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां कुछ स्टाफ था, लेकिन उन्होंने कहा कि बच्चे को संयुक्त चिकित्सालय ले जाओ। अंगनू यहां से बेटे को लेकर दूसरे अस्पताल पहुंचा। इस अस्पताल से भी अंगनू के बेटे को बहराइच मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। अंगनून ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में डॉक्टरों ने भर्ती करने से मना कर दिया, एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं मिली।
सीएमएस एनके बाजपेई ने कहा कि मरीज को बेहोशी हालत में संयुक्त हॉस्पिटल लाया गया था। स्थिति गंभीर लगी इसलिए उसे बहराइच रेफर कर दिया गया था। इसके लिए उसके परिजन भी तैयार हो गए थे। उस वक्त एंबुलेंस की सुविधा भी दी गई।
हरदोई: पिता की दवा लेने के लिए 160 किलोमीटर साइकिल चलाई
रसूलपुर गांव निवासी राजेश कुमार के पिता स्वामी दायल (60) दिमागी तौर पर अस्वस्थ हैं। 20 साल से उनका बरेली से इलाज चल रहा है। लॉकडाउन के दौरान उनकी दवाएं खत्म हो गईं। बेटा राजेश हरदोई और सीतापुर की मेडिकल शॉप्स के चक्कर काटता रहा। राजेश से कहा गया कि दवाएं सिर्फ बरेली में मिलेंगी। राजेश को जब कोई साधन नहीं मिला तो वह साइकिल से ही 160 किलोमीटर दूर बरेली पहुंचा। पूरा दिन साइकिल चलाकर दवा उसे मिल गई। जब दवा विक्रेता दुर्गेश खटवानी को पता चला कि राजेश इतना लंबा सफर साइकिल से तय करके आया है, तो उन्होंने दवा के आधे पैसे लिए और खाने-पीने की भी व्यवस्था कर दी।
बलरामपुर: सरकारी अस्पताल में पैसे लेकर डिलीवरी करवाई, नवजात ने दम तोड़ा
बलरामपुर जिले के हरिहरगंज बाजार में रहने वाले गौतम सोनी ने पत्नी को प्रसव पीड़ा रहोने पर बुधवार सुबह करीब 9 बजे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया। गौतम ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑपरेशन के लिए 10 हजार रुपए मांगे। ऑपरेशन कराने से इनकार कर दिया तो 35 सौ रुपए में नॉर्मल डिलीवरी करवाई। डिलिवरी के बाद नवजात रोया नहीं। प्रसूता को लेबर रूम से बाहर कर दिया गया और बेड भी नहीं दिया गया। गौतम की पत्नी अस्पताल के गेट पर तड़पती रही। नवजात का शरीर भी धीरे-धीरे नीला पड़ने लगा। स्वास्थ्यकर्मियों ने उसका इलाज नहीं किया और बच्चे की मौत हो गई।
जिला महिला चिकित्सालय के सीएमएस डॉ पीके मिश्रा ने कहा- डिलीवरी के बाद करीब 24 घंटे हम मरीज को अंडर ऑब्जर्वेशन रखते हैं। उसे अस्पताल से बाहर निकालने का कोई मतलब ही नहीं है। अगर किसी ने डिलीवरी के नाम पर पैसे लिए हैं तो उसकी लिखित शिकायत मेरे पास की जाए। दोषी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी में लगातार कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। गुरुवार को जिले में छह कोरोना मरीज मिले हैं। अब जिले में मरीजों की संख्या 58हो गई है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। नगर निगम पुलिस चौकी पर तैनात एक पुलिसकर्मी समेत छह लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि मरीजों को दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराने की तैयारी चल रही है। साथ ही कुछ और जगहों पर हॉटस्पॉट भी जल्द ही बनाए जा सकते हैं।
आईएमएस बीएचयू से इनकी रिपोर्ट आने के बाद सभी को दीनदयाल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया जा रहा है। इन मरीजों के साथ अब जिले में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 58 हो गई है। एक के बाद एक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं।
जैतपुरा और सिगरा में नए मामले सामने आए
गुरुवार को जिन 6 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है, उसमें जैतपुरा निवासी 50 वर्षीय पावर लूम ऑपरेटर, सिगरा थाने का पुलिसकर्मी और सीएचसी शिवपुर में कार्यरत 50 वर्षीय वार्ड बॉय, दवा कारोबारी के वहां काम करने वाला सूजाबाद निवासी कर्मचारी(24), पुलिसकर्मियों के संपर्क में आने वाले सिगरा के चंदुआ छितुपुर निवासी 40 वर्षीय डाक कर्मचारी और गोसाईपुर मोहाव के रहने वाला 20 वर्षीय ट्रक चालक संक्रमित मिला है।
वाराणसी में अब तक जो इलाके हॉटस्पॉट बनाए जा चुके हैं। जिनमें मदनपुरा, लोहता, गंगापुर, बजरडीहा, नक्खीघाट, पितरकुंडा, मढौली, सप्तसागर, मुकीमगंज, काशीपुरा, रेवड़ी तालाब, काजीपुरा खुर्द, संजय नगर पहड़िया क्षेत्र शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिला प्रशासन ने साफ किया है कि जिले में आगामी 20 जून तक निषेधाज्ञा लागू रहेगी और किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने गुरुवार को कहा कि बुद्धपूर्णिमा और ईद-उल-फितर मनाए जाने के अलावा नागरिक संशोधन अधिनियम के विरोध की आशंका के मद्देनजर जिले मे लोक व्यवस्था बनाए रखना बेहद जरूरी है।
जुलूस, मीटिंग, प्रदर्शन की नहीं होगी अनुमति
उन्होंने कहा, कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-144 के अतंर्गत निषेधाज्ञा जारी की गई है, जो अगले माह 20 जून तक लागू रहेगी। निषेधाज्ञा की अवधि में कोई भी व्यक्ति किसी प्रकार का जुलूस, प्रदर्शन, मीटिंग या जनसभा बिना सक्षम प्राधिकारी की अनुमति के नहीं करेगा।
पांच या इससे अधिक व्यक्ति एक जगह नहीं एकत्रित होंगे
जिले में सभी प्रकार के सामाजिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक, धार्मिक जुलूस, खेल संबंधी, व्यापारिक प्रदर्शनी, रैली तथा इस प्रकार के अन्य सभी कार्यक्रम प्रतिबन्धित रहेंगे। पांच या अधिक व्यक्ति समूह के रूप में एक स्थान पर एकत्रित नहीं होंगे। कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शवयात्रा में 20 व्यक्तियों से अधिक व्यक्ति सम्मिलित नही होंगे। रमजान के दौरान सामूहिक रूप से मस्जिदों/अन्य स्थलों पर नमाज अदा करना प्रतिबन्धित रहेगा।
प्रतिबंधित रहेंगे ये सामान ले जाना
कोई भी व्यक्ति किसी भी भवन पर ईंट, पत्थर के टुकड़ों को जमा नहीं करेगा, किसी भी स्थान पर गली या सड़क पर लाठी, डंडा, तलवार, भाला या आग्नेयास्त्र, विस्फोटक पदार्थ, तेजाब या अन्य चीज जो हथियार के रूप में प्रयोग की जाती हो या जिसमें जान-माल का नुकसान हो सकता है, स्वयं या किसी सवारी आदि में न ले जाएगा और न किसी को ले जाने के लिए प्रेरित करेगा। यह प्रतिबंध सिक्खों के परम्परागत कृपाण/भाला लेकर चलने पर लागू नहीं होगा।
अफवाह वाली पोस्ट पर होगी कार्रवाई
उन्होंने कहा, कोई भी व्यक्ति रेलवे प्रतिष्ठान, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, शिक्षा संस्थान, दुकान, अथवा सार्वजनिक स्थल /प्रतिष्ठान को जबरदस्ती बंद नहीं कराएगा और न तोड़फोड़ करेगा और न ही किसी को ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा। कोई भी व्यक्ति इस अवधि में पड़ने वाले किसी पर्व के अवसर पर किसी नई परम्परा को कायम नहीं करेगा और न ही किसी को नई परम्परा कायम करने के लिए प्रेरित करेगा। सोशल मीडिया पर ग्रुप एडमिन का उत्तरदायित्व होगा कि ग्रुप से जुड़ा कोई भी व्यक्ति भड़काऊ अथवा अफवाह फैलाने संबंधित कोई पोस्ट नही करेगा। यदि कोई भी ऐसा पोस्ट करता है तो ग्रुप एडमिन उसे तत्काल डिलीट कराते हुए संबंधित व्यक्ति को ग्रुप से बाहर करेगा और स्थानीय पुलिस को सूचित करेगा।
संक्रमण की सूचना तत्काल देनी होगी
जिलाधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित किसी भी व्यक्ति की जानकारी होने पर तत्काल इसकी सूचना चिकित्सा विभाग/हॉस्पिटल को दी जाएगी और संक्रमित व्यक्ति जांच/मेडिकल के लिए स्वयं उपस्थित होगा। किसी भी प्रकार से इस तथ्य को छुपाया नहीं जाएगा। इसका उल्लंघन भारतीय दंड संहिता की धारा 188, 269, 270 के अतंर्गत दण्डनीय अपराध होगा। हाॅटस्पाॅट क्षेत्रों में आम नागरिकों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। यहां कोई भी धार्मिक /सांस्कृतिक /राजनीतिक अथवा सार्वजनिक कोई भी आयोजन नहीं किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में लड़की के अपने प्रेमी के घर जाने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दोनों के परिजन को मनाकर प्रेमी जोड़े की शादी करा दी। यह शादी पुलिस ने अपनी देखरेख में थाने में ही करवाई। पुलिस ने दोनों के परिवारों को राजी किया। लॉकडाउन के कारण आयोजनों पर लगी रोक के चलते पुलिस ने थाने में ही इस जोड़े की शादी भी करा दी। दोनों के परिजन ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नवविवाहत जोड़े को आशीर्वाद दिया।
मामला कानपुर के चकेरी स्थित अहरिवां चौकी का है। 18 अप्रैल से युवती अपने प्रेमी के घर रह रही थी। लड़की के घरवालों ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मामले की पूरी जानकारी की। जब प्रेम-प्रसंग के बारे में पता चला तो पुलिस ने पहले तो एक प्रेमी जोड़े के स्वजनों को राजी किया। उसके बाद सामाजिक दूरी का पालन कराते हुए चौकी के अंदर ही उनका विवाह कराया।
दोनों वयस्क थे इसलिए कराई गई शादी
अहिरवां चौकी प्रभारी विजय शुक्ला ने बताया कि बीबीपुर निवासी 24 वर्षीय प्रमोद उर्फ गोलू का इलाके में रहने वाली 20 वर्षीय बेटी तन्नू उर्फ तान्या के साथ प्रेम-संबंध थे। लॉकडाउन के दौरान 18 अप्रैल को युवती अपने प्रेमी के घर रहने चली गई। जिसके बाद युवती के स्वजनों ने चौकी में शिकायत की।
पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि दोनों बालिग हैं और एक-दूसरे से प्रेम करते है। जिसके बाद उन्होंने दोनों के स्वजनों को समझाकर राजी किया। इसके बाद उन्होंने प्रेमी युगल के साथ उनके स्वजनों को चौकी बुलाया। जहां बने मंदिर में सामाजिक दूरी के साथ प्रेमी जोड़े की हिंदू-रीति रिवाज के साथ विवाह कराया गया। दोनों के स्वजनों के साथ चौकी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें सफल वैवाहिक जीवन के लिए आशीर्वाद दिया।
कानपुर में बुधवार देर रात कानपुर देहात के जिला अस्पताल से एक कोरोना संक्रमित को सरसौल सीएचसी में रेफर किया गया था। संक्रमित युवक ने बेड के बगल रखा सैनिटाइजर पी लिया। यह देखकर पैरामेडिकल स्टॉफ के हाथ-पैर फूल गए। उसकी हालत बिगड़ने पर पैरामेडिकल स्टॉफ ने पेसेंट को हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। संक्रमित को वेंटिलेटर पर रखा गया है डाक्टरों की देखरेख में उपचार चल रहा है।
मूलरूप से झारखंड का रहने वाला 31 साल का युवक में बुधवार देर रात संक्रमण की पुष्टिहुई थी। संक्रमित युवक को जनपद कानपुर देहात के जिला अस्पताल में भर्ती था। बुधवार देर रात ढाई बजे युवक को कानपुर के सरसौल सीएचसी रिफर किया गया था। जैसे ही संक्रमित युवक सीएचसी पहुंचा तो उसे मिर्गी का दौरा पड़ गया और वो फर्श पर गिर पड़ा। जब उसका मिर्गी का दौरा शांत हुआ तो उसे आइसोलेशन वार्ड ले जाया गया।
मिर्गी का दौरा खत्म होने के बाद पी गया सैनिटाइजर
बेड के बगल में रखी सैनिटाइजर की बोतल खोलकर पी गया। वहां मौजूद वार्ड ने किसी तरह से सैनिटाइजर की शीशी को छीन लिया। इसके बाद उसकी हालत फिर से बिगड़ गई। युवक की इस हरकत से पैरामेडिकल स्टाफ भी घबरा गया। फौरन उसे हैलट कोविड-19 अस्पताल के लिए रेफर किया गया।
सीएचसी सरसौल के पैरामेडिकल स्टाफ ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि सरसौल सीएचसी का कोविड-19 अस्पताल लेबल-01 का अस्पताल है। ऐसे मरीजों को लेबल-01 अस्पताल के लिए रेफर नहीं करना चाहिए था। गंभीर मरीजों के लिए हैलट के लेबल-03 कोविड-19 अस्पताल रिफर करना चाहिए था। इसके बाद कानपुर देहात के जिला अस्पताल के डॉक्टरों को देर रात फोन किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया।
सरसौल सीएचसी अधीक्षक एसएल वर्मा के मुताबिक कानपुर देहात के सीएमओ से मेडिकल हिस्ट्री में पता चला कि संक्रमित युवक मानसिक रूप से स्वस्थ्य नहीं है उसे झटके आते हैं। उसकी पूरी रिर्पोट कानपुर देहात के जिला अस्पताल से मंगाई गई है ।
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 88 नए मामले मिलने से प्रदेश में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 2145 हो गई है। 52 जनपदों में अभी भी कोरोना के 1590एक्टिव केस हैं। इनमें 1090 जमातियों की संख्या शामिल हैं। प्रदेश में अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी हैं। वहीं 30 से ज्यादा पुलिस कर्मियों के कोरोना संक्रमित होने के वाद डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस कोरोना सहायता इकाई का गठन किया है।
उत्तरप्रदेश के 60 जनपदों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका लेकिन 15 जिलोंमें आज तक कोई भी संक्रमण नहीं पाया गया है। प्रदेश में अब तक 24,436 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। कोरोना से ग्रसित 60 जनपदों में भी अब 8 जनपद कोरोना मुक्त, भदोहीं बीते 24 घंटे पहले कोरोना मुक्त होने का दावा किया गया हैं।
पुलिस कोरोना सहायता इकाईका गठन: डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिसकर्मियों के कोरोना के चपेट में आने की स्थिति को देखते हुए "पुलिस कोरोना सहायता इकाई" का गठन किया हैं। कोरोना की रोकथाम में फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए इकाई बनाई गई हैं। फ्रंट लाइन में ड्यूटी कर रहे पुलिस कर्मियों को परामर्श और मार्गदर्शन के लिए गठित की गई हैं। अपर पुलिस अधीक्षक साधना सिंह इकाई की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया हैं। पुलिसकर्मी अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य और अन्य कठिनाइयों के विषय मे इकाई को जानकारी दे सकेंगे।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। इस बीच गोरखपुर में बुधवार की देर रात जिले में एक और कोरोना मरीज मिलने से हड़कंप मचा रहा। बांसगांव की रहने वाली एक महिला पॉजिटिव पाई गई है। वहींबांसगांव एरिया की एक फैमली मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव आई। उस परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। यह मरीज, कई साल से परिवार समेत दिल्ली में रह रहा था।
सफदरजंग अस्पताल में इलाज के बाद हालत में सुधार न होने पर परिजनों ने 23 हजार रुपए में एंबुलेंस तय किया। मंगलवार को अपने गांव आ गए।एंबुलेंस में मरीज के साथ उसकी पत्नी, दो बेटी और तीन साल का पोता भी था। ये लोग जब गांव पहुंचे तो वहां लोगों ने विरोध किया।
जानकारी होने पर प्रधान सभी को बांसगांव सीएचसी ले गए, जहां से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। उसी एंबुलेंस से सभी लोग जिला अस्पताल पहुंच गए। जिला अस्पताल में जांच के बाद सबको नंदानगर स्थित 100 बेड टीबी अस्पताल में क्वारैंटाइन किया गया। जांच के लिए उनका सैंपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया। इनमें से एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिले में अभी तक दिल्ली से लौटे दो लोगों को पॉजिटिव पाया गया। दोनों का जुड़ाव सफदरगंज से है।
साकेत नगर के 6 लोग क्वारैंटाइन, जांच की मांग
गोरखनाथ एरिया के साकेत नगर में एक परिवार के 6 लोग क्वारैंटाइन किया गया है। उनकी कोरोना जांच कराने के लिए पुलिस ने हेल्थ डिपार्टमेंट को पत्र भेजा है। उस परिवार की रिश्तेदारी कानपुर में है जहां की एक महिला कोरोना पॉजिटिव है। उससे मिलने परिवार के लोग गए थे। उनके लौटने पर पुलिस को जानकारी हुई। अब सबकी निगाहें उस परिवार की रिपोर्ट पर टिकी हैं। फिलहाल सभी को होम क्वारैंटाइनकिया गया है।
मेरठ में बुधवार को पांच और कोरोना पॉजिटिव मिलेहैं। जनपद में अब कोरोना के मरीजों की कुल संख्या 102 हो गई है। शहर में एक मरीज की पुष्टि एक निजी लैब से हुई, जबकि चार की पुष्टि मेडिकल कॉलेज की लैब में हुई है। इनमें जागृति विहार के रहने वाले फार्मासिस्ट के भाई और जेल चुंगी की रहने वाली महिला के परिवार का एक सदस्य भी कोरोना संक्रमित निकला।
कोतवाली के गेट पर डाला हथकड़ी का ताला, अब अंदर प्रवेश नहीं कर सकेंगे फरियादी मेरठ में कोरोना के मरीजों की संख्या 102 तक पहुंच गईहै। इनमें से पांच की मृत्यु हो चुकी है, जबकि 48 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हो गई है। मंगलवार को दो मरीजों की अस्पताल से छुट्टी हुई थी।
मेरठ के सदर चाणक्यपुरी में एक व्यक्ति को कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद देर रात चाणक्यपुरी को हॉटस्पॉट बना दिया गया। रात में ही सब्जी मंडी और दाल मंडी के व्यापारियों से बातचीत कर दोनों मंडी को फिलहाल बंद रखने के लिए कहा गया।
चाणक्यपुरी हॉटस्पॉट घोषित
एसओ सदर बाजार विजय गुप्ता के मुताबिक चाणक्यपुरी से दाल मंडी सटी हुई है। इसको देखते हुए दाल मंडी और सब्जी मंडी को पूरी तरह से बंद रहने पर सहमति जताई गई है। पुलिस ने रात में चाणक्यपुरी में माइक से एलान किया है कि पूरा इलाका हॉटस्पॉट बना दिया गया है। यहां पर किसी को आने-जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने देर रात चाणक्यपुरी और दोनों मंडियों का निरीक्षण किया। पूरे इलाके को रात में ही सील कर दिया गया और पुलिस फोर्स लगा दी गई है। फिलहाल मेरठ में 24 हॉटस्पाट बन गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है।24 घंटे में 88 नए मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा आगरा में 22, जबकि कानपुर देहात में पहला मामला सामने आया। राज्य में 2145 कोरोना संक्रमित हो गए। 52 जिलों में अभी भी कोरोना के 1590 एक्टिव केस हैं। इनमें 1090 जमातियों की संख्या शामिल है। प्रदेश में अब तक 39 लोगों की जान जा चुकी है। 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी संक्रमित हैं। वहीं डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने पुलिस कोरोना सहायता इकाई का गठन किया है।
कोरोना अपडेट्स
गोरखपुर: बुधवार देर रात जिले में एक और कोरोना मरीज मिला। बांसगांव की रहने वाली एक महिला पॉजिटिव पाई गई। उधर,गोरखनाथ एरिया के साकेतनगर में कानपुर से लौटे परिवार को क्वारैंटाइन किया गया है। बांसगांव एरिया काएक परिवारमंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से अपने गांव आई। उस परिवार के एक व्यक्ति के लीवर में संक्रमण है, जिसका दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार चल रहा था। यह मरीजकई साल से परिवार समेत दिल्ली में रह रहा था। सफदरजंग अस्पताल में इलाज के बाद हालत में सुधार न होने पर परिजनने 23 हजार रुपए में एंबुलेंस बुककी और मंगलवार को गांव आ गए थे।
झांसी में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के चलते जनपद प्रशासन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक जनपद में कोरोनावायरस की 4 रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी हैं। यह मरीज शहर कोतवाली क्षेत्र ओरछा गेट बाहर की रहने वाली महिला है। ऐसे में अब सैंपल लेने की स्पीड को और तेज किया जाएगा। महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज में आज से बीएसएल-3 लैब शुरू हो जाएगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, पहली कोरोना पॉजिटिव मिली महिला की पड़ोसन में संक्रमण की पुष्टि हुई है। प्रथम संक्रमित महिला के जेठ और बेटे में कल पुष्टि हो चुकी है। ऐसे में जिला प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए पूरे इलाके को सील करके सैनिटाइज शुरू कर दिया है।
आज से मेडिकल कॉलेज में शुरू होगी बीएसएल-3 लैब
वहीं, कोरोना संक्रमण की जांच के लिए आज से मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-3 लैब शुरू हो जाएगी। जिसमें हर रोज 400 सैंपल की जांच की जाएगी। पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ प्रशासन की टीमों ने लोगों के सैंपल लेने का काम तेज कर दिया है। प्रयोगशाला की श्रेणी बायो सेफ्टी लेवल (बीएसएल)-2 रखी जाती थी। सुरक्षा की दृष्टि से प्रयोगशाला को अब अपग्रेड कर बीएसएल-3 बनाया जाने लगा है। इससे लैब में कार्य करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ की सुरक्षा में बढ़ोतरी हो जाती है।
जानकारी देते हुए डीएम आंद्रा वामसी बताते हैं कि मेडिकल कॉलेज में बीएसएल-3 लैब को बृहस्पतिवार से शुरू कर दिया जाएगा। अभी इसे मंडल भर के सैंपलों की जांच के लिए तैयार किया गया है। लेकिन इसमें प्राथमिक तौर पर झांसी महानगर में लिए जा रहे सैंपल जाचे जाएंगे।
आगरा में कोरोनावायरस का असर तेजी से फैलता जा रहा है। गुरुवार को संक्रमितों की संख्या में फिर इजाफा हुआ है। जांच रिपोर्ट में 22 नए संक्रमित पाए गए। अबतक 455 लोग संक्रमित हो चुके हैं। प्रशासन ने दावा किया है कि 74 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। देश में अगरा 11वें स्थान पर है। अप्रैल में लगातार 30 वें दिन आगरा में 22 संक्रमित मिले हैं।
ताजनगरी में संक्रमण की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्च के 31 दिनों में संक्रमित मरीजों का जो आंकड़ा 12 था, वो 30 अप्रैल तक बढ़कर 455 हो गया। यानी 30 दिनों में 443 संक्रमित मिले। इस दौरान औसतन हर दिन 15 मरीज मिले हैं, जो चिंताजनक है।
कारोबारी से सब्जीवाले तक फैला संक्रमण
जिले में कारोबारी से लेकर सब्जी वाले तक संक्रमण की जद में आ रहे हैं। मंगलवार को मिले कोरोना संक्रमितों में सदर क्षेत्र के नौलक्खा निवासी सब्जी विक्रेता चाचा-भतीजा भी शामिल हैं। इनसे पहले पांच सब्जी विक्रेता संक्रमित मिल चुके हैं।एसएन मेडिकल कॉलेज का एक और वार्ड ब्वॉय भी पॉजिटिव मिला है। वो शाहगंज में जूता मंडी के पास का निवासी है।
एसएन मेडिकल कॉलेज से यह छठा वार्ड ब्वॉय है, जो संक्रमित मिला है। इससे पहले दवा कारोबारी भी संक्रमित मिल चुके हैं।पुलिस महकमे में भी वायरस घुस चुका है। पुलिस लाइन मेस के दो रसोइया संक्रमित मिले हैं। इनके संपर्क में आने वालों को सैंपल लेकर क्वारैंटाइन में रखा गया है। कलक्ट्रेट में एसीएम दफ्तर में तैनात एक होमगार्ड भी संक्रमित निकला है
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर ने वकील के जरिए अपने बयान दर्ज कराए हैं। कनिका कपूर ने महानगर अपार्टमेंट आवास पर बुधवार दोपहर पुलिस को वकील के जरिए अपने बयान दर्ज कराए हैं। उनके बयान में में कनिका कपूर ने खुद को निर्दोष बताया हैं। कनिका ने बयान में कहा 10 मार्च को वह यूके से आई और 18 मार्च को यूके से आने वालों के लिए क्वारैंटाइन में जाने की एडवाइजरी जारी हुई थी, इसलिए वह निर्दोष हैं।
एसीपी कृष्णानगर दीपक कुमार सिंह का कहना हैं- बुधवार दोपहर घर जाकर कनिका कपूर का बयान दर्ज किया। कनिका ने वही बयान दर्ज कराया हैं जो उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था। कनिका को दी गई नोटिस में 30 अप्रैल 11 बजे तक बयान दर्ज कराने का समय दिया गया था।
26 अप्रैल को इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया था बयान
26 अप्रैल को कनिका इंस्टाग्राम पर बयान जारी किया था। उन्होंने कहा- जिन भी लोगों के संपर्क में मैं आई थी, वे सभी जांच में निगेटिव पाए गए। मैंने एक भी पार्टी आयोजित नहीं की। मुझे यदि बीमारी के बारें में पता होता, तो ऐसा बिल्कुल न करती। मुझे जैसे ही समस्या हुई तो मैंने टेस्ट कराया। टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल चली गई।
मैं इसलिए नहीं चुप थी, क्योंकि गलत थी: कनिका
कनिका ने लिखा- मुझे पता है कि, मेरे बारें में कई कहानियां बनाईं गई हैं। कुछ तो इस वजह से ज्यादा बढ़ी क्योंकि, मैं अब तक चुप रही। मैं इसलिए चुप नहीं थी, क्योंकि मैं गलत थी। मुझे पता था लोगों को गलत जानकारी दी गई। मैं बस इंतजार कर रही थी कि लोग खुद सच को समझें। मैं अपने परिवार, दोस्त व प्रशंसकों का बहुत धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने ऐसे वक्त में मुझे समझा। लेकिन, अब मैं आपको सही बातें बताना चाहूंगी।
जब लक्षण दिखे तो टेस्ट कराया था
कनिका ने लिखा- वह इस समय अपने लखनऊ वाले घर में हैं। माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। जब 10 मार्च को वह लंदन से मुंबई आई थी, तब एयरपोर्ट पर जांच भी की गई थी।उस समय क्वारैंटाइन में रहने के संबंध में कोई एडवायजरी नहीं थी। इसके बाद जब वह मुम्बई से लखनऊ आईं, तब भी उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। न ही एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई थी। उस समय स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं थी, इसलिए कुछ कार्यक्रमों में गई थी। खुद कोई पार्टी आयोजित नहीं की। 17 मार्च को जब उन्हें कुछ समस्या लगी, तब खुद से कोरोनावायरस टेस्ट कराने को कहा था।
20 मार्च को दर्ज की गई थी एफआईआर
आईपीसी धारा 188,269 और 270 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया था। कनिका के खिलाफ लखनऊ के सरोजिनी नगर थाने में एफआईआर दर्ज हैं। लंदन से वापस आने के बाद उन्होंने अपना चेकअप नहीं कराया और वे लखनऊ में कई लोगों से मिलीं। वापस आने के बाद कनिका ने रविवार को गैलेंट अपार्टमेंट में एक पार्टी ऑर्गनाइज की थी। पार्टी में वसुंधरा राजे, दुष्यंत सिंह समेत कई बड़ी हस्तियां मौजूद थीं।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने और कोरोना योद्धाओं पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने महामारी कोविड-19 विनियमावली में पहला संशोधन कर दिया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। इसके तहत मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ, स्वच्छता और पुलिसकर्मियों समेत अन्य कोरोना वॉरियर्स पर हमला करने वालों पर पांच लाख रुपए का जुर्माना व सात साल की सजा का प्रावधान है।
कोरोना वॉरियर्स पर हमला व्यवस्था को चुनौती देना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश मजबूती से लड़ रहा है। लाखों की संख्या में कोरोना वॉरियर्स जनता की सेवा में लगे हुए हैं। ऐसे समय में कोरोना वॉरियर्स पर हमला व्यवस्था को चुनौती देने जैसी स्थिति है। इससे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कुछ लोग कोरोना कैरियर बन रहे हैं। कुछ लोग कोरोना वॉरियर्स पर हमले कर रहे हैं।
अराजकता कतई स्वीकार नहीं की जाएगी
योगी ने कहा- आज भी कानपुर में कुछ लोगों ने दुस्साहसिक कार्य किया है। इन पर एपीडेमिक एक्ट, आपदा एक्ट के अलावा गैंगस्टर व एनएसए के तहत कार्रवाई होगी। इस प्रकार की अराजकता कतई स्वीकार नहीं की जाएगी। यह तब है जब कोई एक टीम अपनी जान हथेली पर लेकर युद्ध स्तर काम कर रही है, उसे मुट्ठी भर लोग प्रभावित कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर बहुत सख्त कार्रवाई होगी।
शहर के हॉटस्पॉट एरिया गुलाब घोसी मस्जिद के पास एक कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिवार को क्वारैंटाइन कराने के लिए घर से लेने गई पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। पुलिस ने बचते बचाते हुए स्वास्थ्य विभाग व संक्रमित मरीज के परिवार को किसी तरह हॉटस्पॉट से बाहर निकाला। इसके बाद पथराव कर रहे लोगों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है। तनाव को देखते हुए पीएसी ने इस क्षेत्र में फ्लैग मार्च किया है। वहीं, पुलिस पथराव करने वालों को चिन्हित कर उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है। सीएम योगी ने पत्थरबाजों पर एनएसए लगाने का निर्देश दिया है।
यह है पूरा मामला
कानपुर में अब तक 200 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। यहां चमनगंज थाना क्षेत्र हॉटस्पॉट एरिया घोषित है। बुधवार को गुलाब घोषी मस्जिद के पास स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम एक कोरोना संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को क्वारैंटाइन कराने के लिए लेने के लिए गई थी। स्वास्थ्य टीम संक्रमित मरीज के परिवार के सदस्यों को साथ लेकर चलने लगी तो 30 से 35 लोग घरों से बाहर निकल आए। सभी परिवार के सदस्यों को ले जाने का विरोध करने लगे। जब पुलिस ने उन्हे रोकने का प्रयास किया तो पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह से स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके से निकाल दिया। इसके बाद कई थानों के फोर्स को बुलाकर पत्थरबाजों को खदेड़ दिया। घटना स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने कहा- एक शख्स कोरोना पॉजिटिव निकला था, जिसको हम लोग पहले ही क्वारैंटाइन करा चुके हैं। उसके परिवार वालों को चिन्हित किया गया था। बुधवार को स्थानीय पुलिस और मेडिकल टीम मौके पहुंची और परिवार को लेकर चली गई। उसके 15 मिनट बाद आसपड़ोस के लोग 50 से 60 की संख्या में आए और पत्थरबाजी करने लगे। इसमें कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है। उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जा रही है। किसी को किसी प्रकार की चोट नहीं आई है।
मुख्यमंत्री ने कहा- कोरोना योद्धाओं पर हमले बर्दाश्त नहीं
इस मामले का मुख्यमंत्री योगी ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा- हमला करने वालों को चिन्हित कर उन पर एनएसए व गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। कोरोना योद्धाओं पर हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
पूरा देश जहां कोरोनावायरस को मात देने के लिए संकल्पबद्ध है तो वहीं कुछ लोगों को कोरोना वॉरियर्स के साथ बदसलूकी व मारपीट कर रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले का है। बुधवार को यहां क्वारैंटाइन सेंटर का चयन करने पहुंचे लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी को पीटने के लिए ग्रामीणों ने दौड़ा दिया। उन पर भी पथराव किया गया। दोनों कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है। दरअसल, ग्रामीणों को डर था कि, उनके बीच क्वारैंटाइन सेंटर बन जाने से ये बीमारी उनको भी लग जाएगी। मौके पर फोर्स तैनात है।
दरअसल, योगी सरकार ने हर जिले में 10 से 15 हजार क्षमता वाले क्वारैंटाइन सेंटर बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में हर जिले में क्वारैंटाइन सेंटर के लिए जगह चिन्हित की जा रही है। ज्यादातर स्कूल-कॉलेजों को लिया जा रहा है। रायबरेली में सदर तहसील के मुलिहामउ गांव में लेखपाल व ग्राम विकास अधिकारी कर्मयोगी डिग्री कॉलेज पहुंचे। ग्रामीणों को जब यह जानकारी हुई कि उनके गांव में क्वारैंटाइन सेंटर बनने जा रहा है तो उन्होंने दोनों कर्मचारियों का घेराव कर लिया। उनके साथ गाली-गलौच शुरू कर दी।
तभी भीड़ में से किसी ने कर्मियों पर पथराव भी शुरू कर दिया। यह देख दोनों कर्मचारी मौके से भाग निकले और पुलिस को सूचना दी। आनन-फानन में स्थानीय भदोखर पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर किया। फिलहाल मौके पर कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है और घटना में शामिल एक युवक को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में कोरोना वायरस के 425 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इसका खामियाजा सामान्य रोगियों को भुगतना पड़ रहा है। बुधवार को इलाज के अभाव में सात माह के बच्चे की मौत हो गई। जिला अस्पताल व दो प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर लगा चुके परिजन जब एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो कागजी कार्रवाई में हुई देरी बच्चे के जिंदगी पर भारी पड़ी। जब डॉक्टरों ने बच्चे की नब्ज टटोली तो वह जिंदगी की जंग हार चुका था। मृतका की मां का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवारीजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
थाना रकाबगंज क्षेत्र के छीपीटोला तेलीपाड़ा निवासी सबा का बेटा हमजा गौरी (07 माह) के नाक से सुबह करीब दस बजे खून आ रहा था। जब परिजनों की नजर उस पर पड़ी तो जिला अस्पताल लेकर भागे। परिजन इरफान गौरी ने बताया कि, जिला अस्पताल में कोरोनों के मरीजों के आने की बात कहकर एसएन मेडिकल कॉलेज जाने के लिए कह दिया गया। लेकिन वहां जाने से पहले डॉक्टर एससी अग्रवाल व खेरिया मोड़ स्थित डॉक्टर कोहली के यहां बच्चे को लेकर पहुंचे।
लेकिन ये दोनों क्लीनिक लॉकडाउन के चलते बंद थी। यहां से निकलकर एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो गार्ड ने पहले पर्चा बनवाने की बात कही। जिसको लेकर विवाद भी हुआ कि, पहले इलाज शुरू हो जाए, बच्चे की हालत नाजुक है। लेकिन पर्चा बनवाने के बाद ही इलाज शुरू हुआ। इस बीच 15 मिनट निकल गए। लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोग उसकी मौत के लिए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। परिजनों का कहना है कि समय रहते अगर बच्चे को इलाज मिल जाता तो उसकी जान बचाई जा सकती थी।
बॉलीवुड के जानेमाने एक्टर इरफान खान का मुंबई के कोकिलाबेन हॉस्पिटल में बुधवार को निधन हो गया। वह 53 साल के थे। इरफान के साथ एक फिल्म और एक धारावाहिक बना चुकेएक्टर-डायरेक्टर राजा बुंदेला ने दैनिक भास्कर के साथ उनसे जुड़े संस्मरण साझा किए। राजा कहते हैं- इरफान बेहतरीन कलाकार होने के साथ एक अच्छे इंसान भी थे। अपने किरदार को जीते थे। हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होने पर दुखी हो जाते थे। इरफान के साथ राजा की अगली फिल्म खजुराहो इस साल के अंत में शुरू होनी थी। आइएजानते हैं इरफान से जुड़े संस्मरण राजा बुंदेला की जुबानी...
अपने हर रोल को जीते थे इरफान
राजा बताते हैं- "साल 2001 में हम ललितपुर में फिल्म प्रथा की शूटिंग कर रहे थे। यह मेरी डायरेक्टर के तौर पर पहली फिल्म थी। इरफान भी पहली बार किसी फिल्म में मेन विलेन का रोल कर रहे थे। वह ढोंगी साधू बने थे। इसमें उन्हें चिलम पीना था। वह साधू के गेट अप में नाराहट गांव के एक मंदिर में बाबा के पास पहुंच गए। बाबा को मैंने बताया था कि एक एक्टर चिलम पीना सीखने आएगा। बाबा को सौ रुपए भी दिए थे। इरफान को साधू के गेटअप में देख बाबा समझ नहीं पाया और गांजा भरी असली चिलम पिला दी। इरफान को इतना नशा हुआ कि उस दिन वह शूटिंग नहीं कर पाए।"
रोल के लिए प्रॉपर होमवर्क करते थे
"इरफान ढोंगी साधू का रोल कर रहे थे। उनसे एक शॉट के लिए पालती मारकर बैठने को कहा तो वे बोले- पद्मासन में शांत चित साधु बैठते हैं। ढोंगी बाबा नहीं। मुझे तो बार-बार अपना आसन बदलना पड़ेगा, तभी असली क्रिमिनल माइंडेड शातिर साधू लगूंगा। उनकी यह बात सुनकर मैं भी सोच में पड़ गया। मेरे पूछने पर उन्होंने बताया कि स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद से ही साधुओं के बारे में पढ़ना शुरू कर दिया था"
खुद बन गए थे कैमरामैन
"एक दिन शूटिंग में कैमरामैन आने में लेट हो गए। उनके स्टाफ ने कैमरा सेटअप कर लिया था। शूट रेडी था, बस कैमरा मैन का इंतजार हो रहा था। उस समय ललितपुर जिले में मोबाइल नहीं थे। काफी देर हुई तो इरफान ने कैमरामैन के असिस्टेंट को समझाया और शूटिंग शुरू कराई। बाद में पूछने पर उन्होंने बताया कि स्टेज का कलाकार सब जानता है और उसे सब जानना पड़ता है।"
हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होने पर दुखी हो जाते थे
"इरफान मस्तमौला स्वभाव के थे, लेकिन जब भी हिंदू-मुस्लिम की चर्चा होती थी तो दुखी हो जाते थे। प्रथा फिल्म की शूटिंग के दौरान भी यह विवाद हुआ कि मुस्लिम इरफान हिंदू साधु का रोल कैसे कर रहे हैं। इससे दुखी इरफान ने लोगों को समझाते थे- हिंदू-मुस्लिम बाद में बन लेना, पहले इंसान बन लो। इरफान शूटिंग के लिए मंदिर जाते तो वहां विराजमान शिवलिंग को प्रणाम भी करते थे।"
इरफान के पिता कहते थे- तेरी आंखें नहीं नशे के दो प्याले हैं
राजा बताते हैं- "एक बार मैंने इरफान से कहा- यार तुम्हारी आंखें बड़ी नशीली हैं। तो इरफान ने रिप्लाई किया- यार कोई नई बात कहो। ये तो मेरे पिता भी कहते हैं। वह कहते हैं कि मेरी आंखें नहीं नशे के दो प्याले हैं।"
खजुराहो के लिए करना था साइन
राजा बुंदेला खजुराहो नाम की फिल्म बना रहे हैं। इस फिल्म की मुख्य भूमिका के लिए वह इरफान को साइन करने गए थे। इरफान को स्क्रिप्ट भी दी, लेकिन कुछ ही दिनों बाद लॉकडाउन लग गया। राजा को उम्मीद थी कि इस साल के अंत तक फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी, लेकिन अब इरफान के जाने के बाद मुख्य किरदार के लिए नए चेहरे को तलाश करना होगा। राजा कहते हैं- हीरो तो बहुत मिल जाएंगे, लेकिन इरफान जैसा कोई नहीं मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का असर 60 जिलों में है। बुधवार सुबह लखनऊ केकेजीएमयू कीरिपोर्ट में 20 पॉजिटिव पाए गए।इनमें लखनऊ में 4, आगरा में 9 और फिरोजाबाद में 7 नए मरीज मिले।बीते 24 घंटे में 70 नए मरीज मिले। राज्य में अभी तक कुल 2115 कोरोना पॉजिटिव हैं। इनमें जमातियों और उनके संपर्कमें आने वालों की संख्या 1053 हैं,जबकि 462 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। प्रदेश में 24 घंटे में 63 लोगों कोस्वस्थ होने पर घर भेजा गया।राज्य मेंकोरोना से 34 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के अभी 1564 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को राज्य में कुल 66 मामले सामने आए थे।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा- सरकार ने तय किया है कि यदि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला होगा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वही, बरेली में संक्रमित मरीज की बुधवारसुबह इलाज के दौरान मौत हो गई। यहांहजियापुर के रहने वाले 35 साल के व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफके चलते सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।जांच के बाद पता चला कि पीड़ित कोरोना पॉजिटिव है।इसके बाद उसे निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया।उसके परिवार के सभी 6 सदस्यों को भी निजी अस्पताल में क्वारैंटाइन किया गया है।
आगरा:15 नए पॉजिटिव सामने आए
आगरा में 15 कोरोना मरीज और मिले हैं। इनमें एक प्रशासनिक अधिकारी का सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। शहरमें संक्रमितों का आंकड़ा 404 पर पहुंच गया है।संक्रमण के मामले में आगरा प्रदेश में पहले और देश में 11वें स्थान पर है। बुधवार सुबह 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई,जबकि 3 लोगों की मंगलवार देर शाम रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। अधिकारियों ने कई अस्पतालों के इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षणकर मरीजों को मिल रही सुविधाओं का जायजा भी लिया।
मेरठ: मुस्लिमों नेहिंदू की अर्थी को कंधा दिया
कौमी एकता की यह तस्वीर कई सांप्रदायिक दंगे देख चुके मेरठ के लिए किसी सुखद आश्चर्य से कम नहीं है।शाहपीर गेट स्थित कायस्थ धर्मशाला में नीचे भगवान चित्रगुप्त का ऐतिहासिक मंदिर है। धर्मशाला के प्रथम तल पर मंदिर के पुजारी रमेशचंद माथुर (68) परिवार के साथ रहते थे। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। मंगलवार कोउनका निधन हो गया। घर पर पत्नी रेखा माथुर और छोटा बेटा चंद्रमौलि थे। बड़ा बेटा दिल्ली में था। लॉकडाउन के चलते नहीं पहुंच सका। अर्थी को चार कंधों की जरूरत थी। ऐसे में शाहपीरगेट के मुस्लिम आगे आए और अंतिम संस्कार से पहले की रस्में पूरी कराने के साथ अर्थी को कंधा भी दिया।
वाराणसी: एक दिन के लिए पूरा शहरसील
जिले में बढ़ते संक्रमण कोदेखते हुए प्रशासन नेएक दिन के लिए काशी पूरी तरह बंद करने का निर्णय लिया है। केवल मेडिकल इमरजेंसी के अलावा कोई मिला तो उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। शहर में मंगलवार शाम को 12 केस मिलने से जिलाधिकारीकौशल राज ने बुधवार को संपूर्ण लाॅकडाउन का आदेश जारी किया। किसी भी मंडी और दुकानों के खुलने के आदेश को एक दिन के लिए रद्द किया गया है। सभी पास भी कैंसिल हैं। सुबह से ही बंदी का व्यापक असर देखने को मिला। चौक इलाका, सदर बाजार औरसारनाथ सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद दिखीं।
प्रदेश में अब तक 2073 संक्रमित: आगरा 405, लखनऊ 205, गाजियाबाद 60, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 134, लखीमपुर खीरी 4, कानपुर नगर 205, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 109, वाराणसी 50, शामली 27, जौनपुर 8, बागपत 15, मेरठ 94, बरेली 7, बुलंदशहर 50, बस्ती 23, हापुड़ 26, गाजीपुर 6, आज़मगढ़ 8, फिरोजाबाद 100, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 7, सहारनपुर 181, शाहजहांपुर 1, बांदा 4, महाराजगंज 6, हाथरस 4, मिर्जापुर 3, रायबरेली 44, औरैया 10, बाराबंकी 1, कौशाम्बी 2, बिजनौर 31, सीतापुर 20, प्रयागराज 4, मथुरा 12, बदायूं 16, रामपुर 21, मुजफ्फरनगर 18, अमरोहा 25, भदोही 1, कासगंज 3, इटावा 2, संभल 14, उन्नाव 1, कन्नौज 7, संतकबीरनगर 23, मैनपुरी 5, गोंडा 2, मऊ 1, एटा 3, सुल्तानपुर 3, अलीगढ़ 24, श्रावस्ती 5, बहराइच 9, बलरामपुर 1, अयोध्या 1, जालौन 3, झांसी 1 और गोरखपुर में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
जिस खाकी पर लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी है, वही नियम तोड़ने लगे तो क्या कहेंगे? कुछ ऐसा ही मामला बुधवार को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में सामने आया। यहां अपने कारनामों के चलते चांदा थाने के एसओ प्रवीण यादव को एसपी शिवहरि मीणा ने बुधवार को लाइन हाजिर कर दिया। लेकिन कुछ घंटो बाद क्षेत्र में उन्हें लोगों ने शाही अन्दाज में विदाई दी। फूल मामला पहने दरोगा हाईवे पर पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग व लॉकडाउन का खूब उलंघन किया गया। इस खबर का दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशन किया, जिसका संज्ञान लेकर एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है।
कार्यों में लापरवाही पड़ी भारी
एसपी शिवहरि मीणा ने बुधवार कोचांदा थाने के एसओ प्रवीण यादव को कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोपों के तहत लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर एसपी आफिस में पेशकार रहे चंद्रभान को चांदा कोतवाली की कमान सौपी। इसी क्रम में लाइन में आने से पहले विभागीय कार्रवाईका शिकार हुए दरोगा प्रवीण कुमार की विदाई हुई। जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं। हाईवे पर दरोगा वर्दी पहनकर पैदल निकल पड़ेऔर फिर जमकर फूल-मामला पहना और शाही अंदाज में विदाई ली।
लॉकडाउन में इस थाने की टीम पर हुआ था हमला
15 दिनपूर्व चांदा क्षेत्र के रामपुर बाजार में एक किराने की दुकान पर लगी भीड़ को तितर-बितर करने के दौरान दरोगा ने हल्का बल प्रयोग किया था, जिसमें हिस्ट्रीशीटर अरुण उर्फ लोहा सिंह ने अपने परिजनों के साथ मिलकर चांदा थाने पर तैनात दरोगा सुरेश कुमार पर जानलेवा हमला कर दिया था। हमले में लोहा सिंह की पत्नी व दो बेटे भी शामिल थे। थाने के वाहन चालक व अन्य हमराह सिपाहियों ने दरोगा की जान बचाने का प्रयास किया तो लोहा सिंह व उसके परिजनों ने उनको भी लाठी-डंडे से जमकर पीटा था। दरोगा सुरेश कुमार, हमराही सिपाही व वाहन चालक के साथ जीप से भागकर थाने पहुंचे थे। यहां चांदा थाने में उक्त मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। इस क्रम में बीते गुरुवार को पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया था, जिनकी पहचान विनोद सिंह, सुनील सिंह के रूप मे हुई थी।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में बुधवार को हुए दो हादसे में एक परिवार के चार लोगों समेत पांच की मौत हो गई। मृतकों में दो सगे भाई-बहन थे। एक साथ पांच मौतों से हर तरफ चीत्कार व क्रंदन की आवाज सुनाई दे रही थी। यह हादसा बरसठी थाना क्षेत्र सरसरा गांव का है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बरसठी थाना क्षेत्र के सरसरा गांव निवासी ननकू सरोज के घरवाले पड़ोसी के मकान से सटी जमीन से बुधवार सुबह नींव खुदाई कर रहे थे। अचानक पड़ोसी के मकान की दीवार भरभराकर ढह गई। जिसमें ननकू का बेटा अखिलेश सरोज (24 वर्ष) व मजदूर पंकज बिंद (27 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए। जबकि, बेटी कपूरा देवी (39 वर्ष) के पैर में चोट आई। परिजन अखिलेश व पंकज को बोलेरो पर लादकर दोनों को भदोही जिला अस्पताल ले गए।
जबकि, बहन कपूरा को परिवार के लक्ष्मीशंकर (26) व ऊषा देवी (35) बाइक पर बैठाकर मियांचक इलाज के लिए जा रहे थे। लेकिन रास्ते में विपरीत दिशा से आ रही सरकारी खाद्यान्न लदी पिकअप (यूपी 62 एटी 9913) ने बाइक को टक्कर मार दिया। जिससे तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
उधर, दीवार के मलबे में दबकर घायल हुए अखिलेश व एक अन्य मजदूर पंकज बिंद (27) ने भी दम तोड़ दिया। पुलिस ने पांचों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में मातम का माहौल है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है।उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि उप्र में अब तक 2115 संक्रमित मरीज पाए गए हैं,इनमें एक्टिव मरीज की संख्या 1602 है। अभी तक60 ज़िलों में संक्रमण फैल चुका है और 7 ज़िलों में अभी कोई एक्टिव संक्रमित मरीज नहीं हैं। अभी तक 477 मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं जबकि 36 लोगों की हो चुकी है।
अवस्थी ने पत्रकारों को बताया कि अबतक यूपी में 33000 एफआईआर दर्ज की गई है। सरकार ने तय किया है कि यदि स्वास्थ्य कर्मियों पर हमला होगा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए सरकार अध्यादेश लाने जा रही है।
उन्होंने बताया कि सीएम ने निर्देश दिया है कि अस्पतालों में बेड की क्षमता बढाकर 52000 की जाए। स्वास्थ्य विभाग में 17000 और चिकित्सा स्वास्थ्य में 35000 बेड बढ़ाए जाएंगे।अवस्थी ने कहा कि सीएम ने कहा है कि अधिकारी ये तय करें कि कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी न होने पाए। सीएम ने रेड जोन, ऑरेंज जोन ओर ग्रीन जोन की भी समीक्षा की है। उन्होंने कहा कि रेड जोन को ऑरेंज में बदलने के साथ ही ग्रीन जोन में बदलने का काम करें।
इससे पहले बुधवार सुबह केजीएमयू की ओर से जारी की गई रिपोर्ट में 20 पॉजिटिव पाये गए थे।जिसमें लखनऊ के 4, आगरा में 9 और फ़िरोज़ाबाद 7 नए मरीज मिले हैं। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 462 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। यूपी मेंअब तक 34 लोग की मौतें हुई हैं जिसमेंबस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद, अलीगढ़ व श्रावस्ती में 1-1, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 4 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 12 मौतें शामिल हैं।
यूपी में डॉक्टरों से मारपीट पर सात साल की सजा : केंद्र की तर्ज पर यूपी में भी कोविड-19 अस्पतालों में क्वॉरेंटाइन के दौरान डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों व अन्य देखभाल करने वालों के साथ मारपीट और तोड़फोड़ अब दंडनीय अपराध होगा। प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश महामारी कोविड-19 विनियमावली में पहला संशोधन कर दिया है। यह तत्काल प्रभाव से लागू हो गया हैं। इसमें आरोपी को दो लाख रुपये का जुर्माना बमव सात साल की सजा का प्रावधान है।
7 जनपद कोरोना मुक्त: लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाँथरस, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए, वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं हैं। प्रदेश में 90,916 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की हैं। प्रदेश में कुल 1,24,808 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,487 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है।
कोरोनावायरस का संक्रमण देश में तेजी से बढ़ रहा है। बावजूद इसके कुछ लोग हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला महोबा के चरखारी से भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत का है। बुधवार को उनका एक वीडियो सामने आया, जिसमें वे एक सब्जी वाले को भगाते नजर आए। आरोप है कि, सब्जी वाले मुस्लिम था, बावजूद इसके वह हिंदू नाम बताकर सब्जी बेच रहा था।
विधायक ने हड़काकर सब्जी वाले को भगाया
भाजपा विधायक बृजभूषण राजपूत अपने लखनऊ में गोमती नगरस्थित आवास पर थे। तभी विधायक ने एक सब्जी विक्रेता को गली में प्रवेश करते हुए देखा। उसके हाथ में न दस्ताने थे और न ही चेहरे पर मास्क लगा रखा था। विधायक ने सब्जी वाले से नाम पूछा तो उसने राजकुमार बताया। इस पर विधायक सब्जी वाले को हड़काने लगे। पिटाई की भी धमकी दी। सब्जी वाले के साथ उसका बेटा भी था। विधायक ने लड़के से नाम पूछा तो उसने अपने पिता का नाम अजीजुर्रहमान बताया। भाजपा विधायक ने सब्जी वाले को मोहल्ले में दोबारा न दिखने की दी धमकी देते हुए मौके से भगा दिया।
विधायक बृजभूषण ने कहा- हां मैंने उसे फटकारा था, क्योंकि वह झूठ बोल रहा था। उसने अपना नाम राजकुमार बताया था, जबकि उसका नाम रेहमुद्दीन है। उसने मास्क और दास्ताने नहीं पहने थे। उन्होंने यह भी कहा कि, कानपुर, लखनऊ व आगरा में कई सब्जी विक्रेता कोरोनावायरस पॉजिटिव पाए गए हैं।
देवरिया विधायक ने की थी विवादित बयानबाजी
इससे पहले देवरिया से भाजपा विधायक सुरेश तिवारी ने विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि लोग मुस्लिम सब्जीवालों से सब्जी ना खरीदें। क्योंकि वे अपनी सब्जी पर पहले थूकते हैं और फिर उस बेचते हैं। क्षेत्र में जब मैं दौरा कर रहा था, तब यह सारी बातें मुझे पता चलीं और इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिमों से सब्जी खरीदने को मना किया। इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिम सब्जीवालों से खरीदारी ना करने की बात कही। अब लोग कह रहे हैं कि विधायक ने ऐसा कहा है, हम लोगों को क्या करना चाहिए? मैंने गलत क्या कहा है? इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना रहे हैं? उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने सुरेश तिवारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
फिरोजाबाद में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पकड़ने वालेचार पुलिसकर्मी भी कोरोना पॉजीटिव पाए गए हैं। इसके चलते जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 103 पर पहुंच गई है। एक्टिव केस अभी भी 90 हैं। सभी कोरोना पॉजीटिव पुलिसकर्मी एक ही थाने में तैनात थे।लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पुलिसकर्मियों ने पकड़ा। बाद में वह संक्रमित पाया गया था। हालांकि बाद में उसे छोड़ दिया गया था।
रामगढ़ थाना क्षेत्र का मामला
फिरोजाबाद के रामगढ़ थाने में पुलिस ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले एक आरोपी को पकड़ा था। बाद में जिसे छोड़ दिया गया था। जांच में आरोपी कोरोना संक्रमित पाया गया था। जिसके चलते थाने के 27 पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कराते हुए रिपोर्ट जांच को भेजी गई थी। आज उनकी जांच रिपोर्ट आई जिसमें एक एसएसआई सहित तीन सिपाही कोरोना संक्रमित पाए गए।
एडीजी पहुंचे फिरोजाबाद
इस मामले को लेकर एडीजी अजय आनंद फिरोजाबाद के टूंडला पहुंचे। जहां उन्होंने बताया कि थाने में आरोपी के संपर्क में आने से पुलिसकर्मियों को क्वारंटाइन कराया गया था। चार पुलिसकर्मियों में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने जनता से अपील की कि वह लॉक डाउन का पालन करें और घर से बाहर न निकलें।
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में बुधवार सुबह एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह बिजली विभाग में संविदा कर्मचारी था। वह अपने एक सहकर्मी के साथ बिजली घर जा रहा था कि, रास्ते में बाइक सवार बदमाशों ने उसके चेहरे से सटाकर तमंचे से फायर कर दिया। जिससे युवक की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। गंगानहर थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। दो संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
रजपुरा गांव का रहने वाला रजत उर्फ मोनू (27 वर्ष) मंगलपांडे नगर बिजलीघर पर संविदा कर्मचारी था। इसी बिजलीघर पर गंगानगर की एक युवती भी कर्मचारी है। मोनू अक्सर इसी यवुती की स्कूटी से बैठकर बिजलीघर जाता था। बुधवार सुबह वह युवती की स्कूटी पर पीछे बैठकर बिजलीघर जा रहा था। बताया गया कि रास्ते में बाइक सवार दो हमलावरों ने अपनी बाइक स्कूटी के सामने अड़ा दी। जिससे युवती ने स्कूटी रोक दी। इससे पहले कि युवती और रजत कुछ समझते बाइक सवार युवकों ने रजत के जबड़े पर सटाकर गोली चला दी। गोली लगने से रजत की मौके पर ही मौत हो गई।
वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक सवार दोनों हमलावर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर एएसपी सदर देहात अखिलेश भदोरिया, एसपी देहात अविनाश पांडे और गंगानगर इंस्पेक्टर बृजेश शर्मा मौके पर पहुंचे। पुलिस अधिकारियों ने घटना को लेकर जानकारी की और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। एएसपी अखिलेश भदौरिया ने बताया कि घटना के खुलासे के लिए पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। दो युवकों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, जल्द ही घटना का खुलासा कर दिया जाएगा। परिजनों की तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में लगातार दो रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद एक मदरसा छात्र को डिस्चार्ज कर दिया गया। जबकि, तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीएमओ की टीम मदरसा पहुंची और छात्रा को फिर से अस्पताल लाया गया। इसी तरह आगरा जिले में एसजीआई संस्थान में क्वारैंटाइन किए गए खटीक पाड़ा के चार युवकों को मंगलवार की रात छोड़ दिया। बुधवार को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। ये दो मामले स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की बानगी हैं। इससे पहले मुरादाबाद में निगेटिव की जगह दो कोरोना संक्रमितों को घर भेज दिया गया था।
आगरा डीएम बोले- कपड़े लाने के लिए भेजा गया घर
थाना हरिपर्वत क्षेत्र के खटीकपाड़ा क्षेत्र के रहने वाले चार युवकों को एसजीआई संस्थान में क्वारैंटाइन किया गया था। लेकिन मंगलवार रात चारों को सेंटर से मुक्त कर दिया गया। सभी अपने परिवार में पहुंचे। इसी बीच बुधवार को इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई तो स्वास्थ्य विभाग ने चारों को दूसरे सेंटर भेज दिया है। डीएम प्रभु नारायण सिंह ने कहा- चारों युवकों की कोविड-19 रिपोर्ट इनडिटरमिनेट (दुविधा) थी। लिहाजा उन्हें घर कपड़े लेने के लिए जाने दिया था। सभी हमारे संपर्क में थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद चारों युवकों को दूसरे कोविड सेंटर भेज दिया गया है। बता दें, बुधवार को आगरा में 21 नए केस सामने आए। यहां संक्रमितों की संख्या 425 पहुंच चुकी है।
कानपुर में 20 मरीजों को तीसरी रिपोर्ट आने से पहले डिस्चार्ज किया
वहीं, कानपुर में सरसौल ब्लॉक सीएचसी में हाईरिस्क कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है। सीएचसी में 21 संक्रमित एडमिट थे। दो दिन पूर्व 27 अप्रैल को सीएमओ अशोक शुक्ला और सीएचसी अधीक्षक डॉ. सीएल वर्मा समेत पैरामेडिकल स्टॉफ की मौजूदगी में 20 संक्रमितों को तालियां बजाकर डिस्चार्ज किया गया था। जिसमें कानपुर के 12, औरैया के 6 और कन्नौज व इटावा के एक-एक रोगी थे। इन सभी की दूसरी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि, तीसरी जांच के लिए भी सैंपल भेजा गया था। लेकिन इसके परिणाम का इंतजार किए बगैर 20 को डिस्चार्ज कर दिया गया।
स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित छात्र को फिर से भर्ती कराया
मंगलवार शाम जब तीसरी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ में आई तो सभी हैरान रह गए। उसमें से एक मदरसा छात्र की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। सीएमओ की टीम मदरसा पहुंची और छात्र को दोबारा लाकर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया। जानकारी के मुताबिक छात्र की तबियत भी बिगड़ गई थी। सीएमओ अशोक शुक्ला ने कहा- यह चूक कैसे हुई? इसकी जांच कराई जाएगी। छात्र को दोबारा सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
प्रयागराज के लालापुर थाना क्षेत्र के अमिलिया तरहार गांव में एक युवक ने अपने बड़े भाई की लाइसेंसी दो नाली बंदूक से मंगलवार की रात12 बजे खुद कोगोली मारली। उसका बड़ा भाई आटाचक्की सेअपनी आजीविका चलाता था। पुलिस ने बताया कि वह मानसिक विक्षिप्त था। बन्दूक को कब्जे में लेकर जांच करने के लिए भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि तीन भाइयों मे सबसे छोटा रामभोला द्विवेदी (20) पुत्र स्व.रामसुख द्विवेदी का था। सूचना पर पहुची स्थानीय पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने किया मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर अन्त्य परीक्षण के लिये पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।
मौके पर क्षेत्राधिकारी आरपी दोहरे, फॉरेंसिक औरडॉग स्क्वायडकी टीम ने पहुंचकर जांच पड़ताल की।बताया जा रहा है किखुदकुशी के पीछे आशनाई का चक्कर है, जिसे परिजन छिपा रहे हैं। थानाध्यक्ष लालापुर संतोष कुमार सिंह ने बताया की घटना की जांच की जा रही है। अभी कोई तथ्य सामने नहीं आया है। जांच के बाद ही करवाई की जाएगी।
कोरोनावायरस के चलते लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश के बारांबकी के सीएचसी सूरतगंज में एक महिला ने 5 बच्चों को जन्म दिया है। नार्मल डिलीवरी के दौरान तीन लड़की और दो लड़के का जन्म हुआ है। जच्चा व बच्चा स्वस्थ है। इससे पहले गोंडा जिले से ताल्लुक रखने वाली एक महिला ने लखनऊ के अस्पताल में एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया था।
मामला जिले के सूरतगंज क्षेत्र का है। यहां के कुतलूपुर निवासी कुंदन की पत्नी अनिता नौ माह की गर्भवती थी। बुधवार की सुबह आठ बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सूरतगंज में दूसरी बार मां बनी है और उसके घर खुशियां आई हैं। इस प्रसूता ने एक साथ पांच बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि, पांच बच्चे होने की वजह से नवजातों का वजन सामान्य से कम है। इनमें से दो का वजन 1100 ग्राम है वहीं दो का 900 ग्राम है। जबकि एक का 800 ग्राम है। महिला का यह दूसरा प्रसव है। इससे पहले उसका एक पुत्र भी है।
लखनऊ की महिला ने भी एक साथ दिए थे 4 बच्चों को जन्म
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले से ताल्लुक रखने वाली 28 वर्षीय रेहाना ने पिछले साल एक साथ चार बच्चों को जन्मा तो वह हैरान रह गई। लखनऊ के अस्पताल में रेहाना ने अपने चार बच्चों का सफलतापूर्वक जन्म दिया, इनमें से दो लड़के और दो लड़कियां हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन का उल्लंघन करने और कोरोना योद्धाओं पर हमले करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कड़े कानून बनाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदिनाथ ने इस संबंध में अपने वरिष्ठ अफसरों की टीम-11 से चर्चा की है। यहां पुराने एपीडेमिक एक्ट 1897 में संशोधन पर विचार किया जा रहा है। इसके तहत मेडिकल स्टाफ, पारा मेडिकल, क्लीनिंग स्टाफ और पुलिसकर्मियों समेत कोरोना वॉरियर्स की रक्षा के लिए कड़े कानून बनाए जाने की कवायद की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक कोरोना योद्धाओं पर हमले करने और उन पर थूकने जैसी घटनाओं को देखते हुए संशोधित कानून में सजा के कड़े प्रावधान किए जाएंगे।रिपोर्ट के अनुसार नए कानून को यूपी एपीडेमिक डिसीज कंट्रोल एक्ट 2020 के नाम से जाना जाएगा और इसे अध्यादेश के जरिये अमल में लाया जाएगा।
सख्त होगी सजा
सूत्रों के मुताबिक नए कानून में यह सजा का प्रावधान होगा कि जो भी क्वारेंटाइन या आइसोलेशन के दौरान भागेगा या फिर लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करेगा उसे जेल के साथ जुर्माना भी लगाया जाएगा। वहीं कोरोना वॉरियर्स पर हमले करने वालों को सात साल की जेल और पांच लाख रुपए तक जुर्माना लगाया जा सकेगा।
केंद्र ने भी किया है संशोधन
हाल ही में केंद्र ने एपीडेमिक 1897 एक्ट में अध्यादेश के जरिए संशोधन किया है। इसके तहत कोरोना वॉरियर्स की रक्षा के लिए जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अनूपशहर पुलिस ने पूर्व विधायक भगवान दास उर्फ गुड्डू पंडित व उनके 15-16 समर्थकों पर आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत केस दर्ज किया है। उनपर आरोप है कि, मंगलवार को पूर्व विधायक दो साधुओं की हत्या के बाद मौके पर पहुंचे थे। उनके साथ समर्थक भी थे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा गया। जबकि गुड्डू पंडित ने इसे एक साजिश करार दिया है।
पूर्व विधायक पर यह केस अनूपशहर थाना निरीक्षक बृज किशोर द्वारा दर्ज कराया गया है। एफआईआर के अनुसार गुड्डू पंडित और उनके 15-16 अज्ञात समर्थकों ने नोएडा से अनूपशहर पहुंचकर लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग का खुला उल्लंघन किया। अनूपशहर के पगोना में शिव मंदिर चौराहे के पास बिना किसी कारण के गुड्डू पंडित केवल मौज-मस्ती के लिए टहल रहा था। जबकि, कोरोनावायरस के मद्देनजर सभी को लॉकडाउन का पालन करने का निर्देश है। आपातकाल में यदि बाहर निकलना भी पड़े तो सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जाए।
वहीं, गुड्डू पंडित ने अनूपशहर जाने की बात स्वीकारते हुए दावा किया कि जनपद में दो साधुओं की हत्या हो जाए और वे वहां न जाएं ऐसा नहीं हो सकता। हालांकि पूर्व विधायक ने यह भी दावा किया कि इस दौरान उनकी ओर से सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा गया था। मालूम हो कि, भगवान शर्मा उर्फ गुड्डू पंडित बुलंदशहर में बसपा और सपा से दो बार विधायक रह चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के क्वारैंटाइन सेंटर से एक भयावाह तस्वीर सामने आई है। कोरोना संदिग्ध रेल कर्मचारी ने कक्ष के अंदर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उसका शव कमरे में पंखे पर लटका मिला। मृतक रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। मृतक कोरोना की रिपोर्ट न आने से परेशान था। वहीं, एक बुजुर्ग की रिपोर्ट मंगलवार रात पॉजिटिव आई है। इस तरह जिले में कोरोना से मृतकों की संख्या दो हो चुकी है।
मृतक बुजुर्ग के 11 परिजन क्वारैंटाइन हुए
जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 99 हो गई है। इनमें 87 मामले सक्रिय हैं। यहां मंगलवार की देर शाम एक बुजुर्ग की मौत के बाद उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट आई। दरअसल, जलेसर रोड निवासी दंपती का बेटा अमेरिका में रहता है। दंपती दस फरवरी को अमेरिका से लौटे। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक 72 वर्षीय वृद्ध को तबियत खराब होने उनके घर वाले 25 अप्रैल को अस्पताल लाए थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी। इलाज शुरू होने के कुछ देर बाद ही उनकी मौत हो गई। एहतियातन उनका सैम्पल लिया गया और शव को सील करके परिवार वालों के हवाले कर दिया था। मंगलवार को आई रिपोर्ट में वृद्ध कोरोना पॉजिटिव पाए गए। स्वास्थ्य विभाग की टीम और उत्तर थाना प्रभारी नीरज मिश्र फोर्स के साथ मृतक के घर पहुंचे। परिवार के 11 सदस्यों को क्वारैंटाइन किया गया है।
एफएच मेडिकल कॉलेज में था रेलकर्मी
टूंडला फिरोजाबाद की रेलवे कॉलोनी में रहने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को कोरोना संदिग्ध मानकर 20 अप्रैल को फिरोजाबाद के यूनिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 23 अप्रैल को उसे टूंडला के एफएच मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। तभी से उसकी जांच रिपोर्ट नहीं आई थी। इसे लेकर वह काफी परेशान था। पहला सैंपल कैंसिल हो जाने के कारण मंगलवार को उसका सैंपल दोबारा भेजा गया था। बुधवार सुबह नाश्ता देने पहुंचे कर्मचारी को उनका शव फंदे पर लटका मिला। इसके बाद से पूरे सेंटर सहित जिला प्रशासन में खलबली मच गई।
डिप्रेशन में था कर्मचारी
20 अप्रैल को क्वारंटाइन के लिए मेडिकल कॉलेज में लाए गए रेलकर्मी पिछले तीन चार दिनों से डिप्रेशन में चल रहेे थे। क़वारंटाइन सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ पंचशील शर्मा ने बताया कि नाश्ता देने पहुंचे कर्मचारी ने रेल कर्मचारी को सबसे पहले फंदे पर लटके देखा। इसके बाद तत्काल सूचना दी गई है। नगला कुम्हारन के रेलवे अधिकारी के संपर्क में आने के बाद उन्हें क्वारैंटाइन में भेजा गया था।
छह दिन बाद भी नहीं आई रिपोर्ट से बाद अवसाद में आए रेलकर्मी
रेल कर्मचारी को 22 अप्रैल को क्वारैंटाइन किया गया था। उनके संपर्क वालों से अलग कमरेे में रखा गया था।अगले दिन सैम्पल भेजा गया। तीन दिन बाद पता चला कि सैम्पल फेल हो गया। इसके बाद वह डिप्रेशन में आ गए। उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने का खतरा लगने लगा था।
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में मंगलवार रात दड़ियाल कस्बे की गलियों में लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर शरारती तत्वों ने हमला कर दिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस से हाथापाई कर बाइक सवार दो युवकों को जबरन छुड़ा लिया। पुलिस ने बल प्रयोग किया तो भीड़ ने उन पर पथराव किया। प्रशासनिक टीम ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया। इस मामले में 10 नामजद लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बुधवार को पूरे इलाके में सन्नाटा नजर आया।
दरअसल, लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने को लेकर पुलिस व प्रशासनिक अमला दड़ियाल कस्बे की गलियों में देर रात गश्त पर था। इसी दौरान दो बाइक सवार लोगों को आता देख पुलिस ने उन्हें रोका। लेकिन बाइक सवार हंगामा करने लगे। इसी बीच उनको छुड़ाने के लिए महिलाएं भी सड़कों पर आ गईं और उन्होंने उन दोनों बाइक सवारों को पुलिस से जबरन छुड़वा लिया। इसके बाद पुलिस पर पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें सभी लोग बाल बाल बच गए।
पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने वा लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला पंजीकृत किया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने कहा- वह लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर किसी भी सूरत में चाहे वह कितना भी रसूखदार व्यक्ति क्यों न हो? किसी को छोड़ा नहीं जाएगा। फिलहाल पुलिस उन अज्ञात लोगों को भी चिन्हित करने में लगी है। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे विश्व में कोरोनावायरस के असर के चलते बदलते वैश्विक परिवेश में अमेरिका की कई कंपनियां यूपी मेंनिवेश करने की तैयारी में हैं। यूएस-इंडिया स्टेटिजिक पार्टनरशिप फोरम से जुड़े उद्यमियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग संवाद के दौरान मंगलवार को कई अमेरिकी कंपनियों ने मेडिकल इक्यूपमेंट, डिजिटल पेमेंट तथा अन्य क्षेत्रों में निवेश करने में रूचि दिखाई। इस मौके परसूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि कई कंपनियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, खाद्य प्रसंस्करण, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में अपने निवेश को चीन से यूपी लाने में रुचि दिखाई है।
अमेरिकी उद्यमियों ने कोविड-19 से निपटने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उठाए गए कदमों की तारीफ भी की। राज्य के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक कुमार टंडन तथा प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम डा. नवनीत सहगल ने इस संवाद के दौरान प्रदेश में निवेशकों को दी जा रही सुविधाओं से अमेरिकी उद्यमियों को अवगत कराया। संवाद में अमेरिकी की 100 से ज्यादा कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
उप्र में बेहतर निवेश को लेकर दिया गया प्रजेंटेशन
यूपी निवेश के लिए बेहतर है, इससे संबंधित प्रजेंटेशन भी प्रस्तुत किया गया। निवेशकों के लिए राज्य में कई सुविधाएंलोक भवन में आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह कहा कि राज्य में करीब 90 लाख एमएसएमई उद्योग हैं। कुशल कारीगर अच्छी तादाद में उपलब्ध हैं। राज्य की कानून व्यवस्था उद्योगों के अनुकूल है। उद्योगों की स्थापना के लिए पर्याप्त भूमि, जल संसाधन और बेहतर माहौल है।
इस अवसर पर एडोब कंपनी के प्रतिनिधि रोहन मित्रा ने उत्तर प्रदेश में एडोब प्लांट की क्षमता बढ़ाने की बात कही। मास्टर कार्ड कम्पनी के प्रतिनिधि ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों की किराना दुकानों में डिजिटल पेमेंट की सुविधा उलपब्ध कराने की इच्छा जताई। दो अग्रिणी लाजिस्टिक कम्पनी यूपीएस और फ्रेडिक्स ने जेवर एयरपोर्ट पर लाजिस्टिक सेंटर बनाने में निवेश की इच्छा जताई। बोस्टन साइंटिक कम्पनी ने उत्तर प्रदेश में मेडिकल एक्यूपमेंट प्लांट लगाने के लिए निवेश की पेशकश की।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इसमें आगरा पहले नंबर पर है। यहां पिछले 24 घंटे में 15 कोरोना मरीज पाए गए हैं। इनमें एक प्रशासनिक अधिकारी का सुरक्षाकर्मी भी शामिल है। इसके साथ ही आगरा में संक्रमितों का आंकड़ा 404 पर जा पहुंचा है। वहीं, संक्रमण के मामले में आगरा प्रदेश में पहले और देश में 11वें स्थान पर है। हालांकि प्रशासन के अनुसार 46 अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को आईसोलेशन वार्ड से क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सेंटर से उन्हें घर भेजा जाएगा।
आगरा में मंगलवार को कोरोनावायरस की दो बार रिपोर्ट आईं। इनमें प्रशासनिक अधिकारी का होमगार्ड पॉजिटिव होने की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया। होमगार्ड दो अप्रैल को प्रशासनिक अधिकारी को आवंटित किया गया था। लेकिन तबियत खराब होने पर घर भेज दिया गया था। अब उसके साथी कर्मचारियों को होम और परिजनों को क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि संक्रमित 46 अन्य लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को आईसोलेशन वार्ड से क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सेंटर से उन्हें घर भेजा जाएगा। जारी रिपोर्ट के मुताबिक, न्यू आगरा के कौशलपुर निवासी दो भाई भी संक्रमित मिले हैं। इस इलाके से अब तक 10 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। नगला महादेव सेवला जाट में दंपति संक्रमित मिला है। लेडी लॉयल में भर्ती टीला माईथान निवासी प्रसूता की रिपोर्ट भी संक्रमित आई है।
दो और सब्जी विक्रेता संक्रमित
संक्रमितों में सदर के नौलक्खा निवासी सब्जी विक्रेता चाचा-भतीजा भी हैं। दोनों सिकंदरा से सब्जी ले जाकर सदर में बेचते थे। इनसे पहले पांच सब्जी विक्रेता संक्रमित मिल चुके हैं। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि उसके घर के पास बैरियर लगाकर आसपास के लोगों को जानकारी दे दी गई है। इसके अलावा सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज का एक और वार्ड ब्वॉय संक्रमित मिला है। इससे पहले एसएन मेडिकल कॉलेज के पांच और वार्ड ब्वॉय संक्रमित हो चुके हैं। यह जूता मंडी शाहगंज का निवासी है।
दीनी तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम देवबंद ने अहमफतवा जारी किया है। मंगलवार को आई खबर के मुताबिक,फतवे में कहा गया है किरोजे की हालत में कोरोनावायरस (कोविड-19) का टेस्ट कराना जायज है। जांच के दौरान स्टिक पर कोई केमिकल नहीं लगा होता है। इसलिए, कोरोना का टेस्ट कराने से रोजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
दरअसल, बिजनौर के रहने वाले अरशद अली ने दारुल उलूम देवबंद से सवाल किया थाकि, क्या रोजेदारों का टेस्ट करवाना जायज है? इससे कहीं रोजा तो टूट नहीं जाएगा? कारण कि इस बार माह-ए-रमजान कोरोना केसंकट काल में शुरू हुआ है। मुस्लिम धर्मावलंबी 30 दिन रोजा रखते हैं। रोजे के दौरान टेस्ट कराने को लेकर कई तरह की आशंकाएं लोगों के मन में उमड़ रही हैं।
फतवे में कहा- टेस्ट करवाने से रोजे पर फर्क नहीं पड़ेगा
दारुल उलूम देवबंद के मुफ्तियों की खंडपीठ ने फतवे में कहा कि कोरोना टेस्ट के दौरान नाक या हलक (मुंह) में रुई लगी स्टिक डाली जाती है। उस स्टिक पर किसी तरह की कोई दवा या केमिकल नहीं लगा होता है। यह स्टिक नाक या मुंह में सिर्फ एक बार ही डाली जाती है। ऐसे में रोजे की हालत में कोरोनावायरस का टेस्ट कराने के लिए नाक या हलक का गीला अंश देना जायज है। ऐसा करने से रोजे पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
उत्तर प्रदेश में 1993 संक्रमित, इसमें से 1089 जमाती
उत्तर प्रदेश में अब तक संक्रमण के1993 मामले सामने आ चुके हैं।इनमें से 1089 लोग तब्लीगी जमात से जुडे़ हुए हैं। संक्रमण से अब तक 33 की जान जा चुकी है।
उत्तर प्रदेश में अध्योध्या के पास छात्र-छात्राओं को ले जा रही एक रोडवेज बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में बस में सवार 12 लोग घायल हो गए। इसमें से ड्राइवर और दो छात्राओं की हालत गंभीर बताई जा रही है। इन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार यह बस प्रयागराज से कुशीनगर जा रही थी। बस में 27 छात्र-छात्राएं सवार थे। वहीं बस का ड्राइवर के अलावा बस में ड्यूटी पर तैनात सिपाही भी दुर्घटना में घायल हुआ है।
बताया जा रहा है कि यह बस प्रयागराज से पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले तक छात्र-छात्राओं ले जा रही थी। अयोध्या के निकट कोतवाली बीकापुर के बिलारी के पास रोडवेज की यह बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि रोडवेज बस ने पीछे से ट्रक में टक्कर मार दी। जिसके चलते बस में सवार सभी 27 लोग घायल हो गए।
शुरु में घायलों को फस्टएड के लिए बीकापुर के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। इनमें से 11 छात्र छात्राएं जिला अस्पताल में भर्ती करा दी गईं। फिलहाल सभी का इलाज चल रहा है। बस ड्राइवर व 2 छात्राओं की हालत नाजुक बताई जा रही है।
15 छात्र छात्राओं को इलाज के बाद मिली छुट्टी
डीएम अनुज झा ने जिला अस्पताल में घायलों का हालचाल लिया उन्होंने बताया कि ड्राइबर के घुटने फ्रैक्चर हो गया है। स्टूडेंट्स भी घायल हुए हैं पर गंभीर हालत में नहीं हैं। जैसे-जैसे ठीक रहे हैं उनको उनके घरों को भेजा जा रहा है। 10 छात्र छात्रा समेत 12 लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। साधारण तौर पर घायल 15 छात्र-छात्राओं को जिला अस्पताल से बस लेकर कुशीनगर रवाना हो गई है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। बुधवार को यहां दो नए केस मिले हैं। 2 दिन पहले एक महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। नई रिपोर्ट में उसका बेटा और देवर भी संक्रमित पाया गया है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र को सील कर दिया है।
जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बताया कि 2 दिन पहले ओरछा गेट की रहने वाली एक 59 वर्षीय महिला में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसकी अब हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। मंगलवार रात ऑक्सीजन सपोर्ट भी हटा दिया गया। महिला के संपर्क में आने वाले 44 लोगों को चिन्हित कर उनकी जांच की गई। जांच में 42 मामले निगेटिव निकले और दो पॉजिटिव निकले हैं। पॉजिटिव निकलने वालों में से महिला का बेटा और देवर हैं।दोनों नए कोरोना पॉजिटिव मरीजो को भी आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। वहीं, आने वाले 2 दिनों में हॉटस्पॉट एरिया से 100 नए सैंपल और लिए जाएंगे।
झांसी मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को 4 जनपदों के 119 नमूने जांच के लिए आए थे। इनमें बांदा से 38, जालौन से 28, ललितपुर व झांसी के 26-26 सैंपल शामिल थे। झांसी के दो सैंपल को छोड़कर शेष सभी निगेटिव पाए गए हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण फैलने के पीछे तब्लीगी जमातियों की लापरवाही भी शामिल है। इसकी वजह से यूपी में संक्रमितों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। इस बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर आए शहर आए आठ विदेशी जमातियों पर संक्रमण फैलाने का आरोप है। पुलिस ने 8 विदेशी जमातियों को अस्थाई जेल में शिफ्ट कर दिया है। एलआईयू ने विदेशी जमातियों के पासपोर्ट पहले ही जब्त कर लिए गए थे। मंगलवार को भारी सुरक्षा व्यावस्था के बीच जेल अस्थाई जेल लाया गया।
8 विदेशी जमातियों चार आफगानी , तीन ईरानी और एक यूके था। यह विदेशी जमाती टूरिस्ट वीजा लेकर इंडिया आए थे। टूरिस्ट वीजा का गलत इस्तेमाल करते हुए यह सभी दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इसके साथ ही धार्मिक प्रचार प्रसार में लिए यह सभी बीते 14 मार्च को दिल्ली से कानपुर आए थे। शहर की विभिन्न मस्जिदों में घूमते रहे थे। इन सभी विदेशी जमातियों को दिल्ली वापस लौटना था । लेकिन लॉकडाउन की वजह से नहीं निकल पाए।
बाबूपुरवा थाना क्षेत्र स्थित सुफ्फा मस्जिद से पुलिस ने 8 विदेशी नागरिकों को पकड़ा था। पकड़े गए जमातियों को जांच के लिए उर्सला अस्पताल भेजा गया था। सभी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें से दो आफगानी नागरिक संक्रमित मिले थे। दोनों संक्रमितों को हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाकी के 6 विदेशी नागरिकों को क्वारैंटाइन कराया गया था।
बेलरोड पर बनी है अस्थायी जेल
दरअसल,19 अप्रैल को हैलट के कोविड-19 अस्पताल से 6 जमाती डिस्चार्ज किए गए थे। जिसमें दोनों आफगानी नागरिक भी शामिल थे। डिस्चार्ज होने के बाद दोनों आफगानियों को एक इंजीनियरिंग कॉलेज में क्वारैंटाइन कराया गया था। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बेलरोड पर बने विद्या भवन इंजीनियरिंग कॉलेज में जिला प्रशासन ने अस्थाई जेल है।
अस्थाई जेल के अंदर और बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई है। ताकि कोई भी भागने का प्रयास भी न कर सके। इसके साथ ही 24 पैरामेडिकल स्टॉफ भी रखा गया है। यदि किसी प्रकार की कोई दिक्कत हो तो डाक्टर उपचार कर सकें।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच वाराणसी में मंगलवार देर शाम को उस समय अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया जब एक साथ 12 पॉजिटिव मामले सामने आ गए। गंभीरता को देखते हुए शाम को डीएम ने आला अधिकारियों के साथ बैठक की जिसके बाद यह फैसला लिया गया कि काशी को एक दिन के लिए टोटल लॉकडाउन में रखा जाएगा। शहर में अब तक कुल 49 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जिसमें 8 स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें से एक कीमौत हो चुकी है और 40 केस अभीएक्टिव हैं।
अधिकारियों के मुताबिक शहरी सीमा में प्रतिदिन बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए आज एक दिन के लिए टोटल लॉकडाउन लागू रहेगा।इस दौरान सभी प्रकार की दुकानें, मंडी, होम डिलीवरी, व्यावसायिक गतिविधियां बंद रहेंगी। केवल सरकारी कार्य और व्यवस्था में लगे लोग, सामाजिक भोजन के पैकेट देने वाली संस्थाएं, सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल और दूध की होम डिलीवरी और उनसे जुड़े लोगों का आवागमन ही अनुमन्य होगा।इनके अलावा कल के लिए सब प्रकार के पास निलंबित रहेंगे।
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि बुधवार के बाद से दुकानें और अन्य गतिविधियां नए प्रकार से खोलने पर निर्णय लिया जा सकता है। यह आदेश केवल नगर निगम सीमा के लिए है, ग्रामीण क्षेत्र पर लागू नही है। नगर निगम सीमा में मेडिकल कारणों के अलावा घुसना प्रतिबंधित होगा। शहर में जो घर से बाहर बिना मेडिकल इमरजेंसी के निकलेगा उस पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
प्रयागराज में रहने वाले हजारों छात्रों को उनके घरों को भेजने की कवायद शुरू कर दी गई है। अब तक प्रशासन ने 7500 छात्रों को उनके घर भेज दिया है। इस बीच जिला प्रशासन की ओर से छात्रों को घर वापस भेजे जाने की व्यवस्था किए जाने के बाद इविवि के हॉस्टलों को खाली करने का फरमान जारी कर दिया गया है। छात्र-छात्राओं को निर्देश दिए गए हैं कि वे हॉस्टल छोड़कर घर लौट जाएं। इविवि प्रशासन ने हॉस्टल में रह रहे छात्रों की सूची जिला प्रशासन और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेज दी है।
लॉकडाउन की घोषणा के बाद इविवि के हर हॉस्टल में 25 से 50 छात्र रह रहे हैं। वहीं, एएन झा हॉस्टल में छात्रों की संख्या इससे कहीं अधिक है। इस हॉस्टल में केवल शोधार्थी हैं। साथ ही महिला छात्रावास परिसर में भी तमाम छात्राएं हैं। अब इन सभी को हॉस्टल छोड़कर जाना होगा। मंगलवार को चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके उपाध्याय, डीएसडब्लयू प्रो. केपी सिंह संबंधित हॉस्टल के अधीक्षकों के साथ छात्रों के बीच पहुंचे और उन्हें पूरी स्थिति से अवगत कराया।
हॉस्टल में रह रहे छात्रों को जाना होगा
छात्रों को बताया गया किया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला प्रशासन ने छात्रों के घर लौटने की व्यवस्था कर दी है। इसके लिए शहर के विभिन्न स्थानों से बसों का संचालन किया जा रहा है। छात्र-छात्राएं इन बसों से लौट जाएं। अगर कोई छात्र दूसरे राज्य का है और वहां जाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है तो ऐसे छात्रों को भी हॉस्टल छोड़कर जाना होगा।
प्रयागराज के डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने कहा कि अभी तक 7500 से अधिक छात्र एवं छात्राओं को भेजा गया है। इसके लिएकुल 290 बसों का संचालन किया गया है।पहले चरण में नौ जिलों के छात्र एवं छात्राओं को भेजा गया और अब दूसरे चरण में 27 जनपदों के छात्र/छात्राओं को भेजने क़ी प्रक्रिया ज़ारी कर दी गई है।
उत्तर प्रदेश के एक भाजपा विधायक ने कोरोना संक्रमण और मुस्लिमों को लेकर विवादित बयान दिया है। देवरिया से भाजपा विधायक सुरेश तिवारी ने कहा कि लोग मुस्लिम सब्जीवालों सेे सब्जी ना खरीदें। उन्होंने कहा कि ऐसा करने से लोग कोरोनावायरस के संक्रमण से बचे रहेंगे।
उत्तर प्रदेश में अब तक 1993 कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं, इनमें से 1089 तब्लीगी जमात से जुड़े हुए लोग हैं। उत्तर प्रदेश में 33 लोगों की जान संक्रमण की वजह से गई है।
मैंने गलत क्या कहा- विधायक
सुरेश तिवारी ने बताया- मुस्लिम सब्जीवालों से सामान खरीदने से बचें, क्योंकि वे अपनी सब्जी पर पहले थूकते हैं और फिर उस बेचते हैं। क्षेत्र में जब मैं दौरा कर रहा था, तब यह सारी बातें मुझे पता चलीं और इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिमों से सब्जी खरीदने को मना किया। इसके बाद मैंने लोगों को मुस्लिम सब्जीवालों से खरीदारी ना करने की बात कही। अब लोग कह रहे हैं कि विधायक ने ऐसा कहा है, हम लोगों को क्या करना चाहिए? मैंने गलत क्या कहा है? इतना बड़ा मुद्दा क्यों बना रहे हैं?
"बयान को इतना बड़ा मुद्दा बना दिया गया'
जब तिवारी से बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन उवैसी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा- ओवैसी भी हिंदुओं के बारे में आपत्तिजनक बयान देते रहते हैं, इस पर तो किसी को कोई परेशानी नहीं होती है। अगर कोई विधायक अपने क्षेत्र के लोगों के भले के बारे में कोई बात कह रहा है, तो उसे इतना बड़ा मुद्दा बना दिया गया है।
गौतमबुद्धनगर जिले में मंगलवार को पांच महिलाएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। इनमें दो 18 वर्षीय युवतियां भी शामिल हैं। पांच नए मरीज मिलने के बाद जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 134 पहुंच गई है। जबकि आज 8 मरीजों के डिस्चार्ज होने से अब तक 79 लोग ठीक भी हुए हैं।
नोएडा में 773 क्वारैंटाइन, 55 का चल रहा इलाज
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार को आई जांच रिपोर्ट में सेक्टर-34 में रहने वाली 45 वर्षीय महिला, सेक्टर-93 ए की 71 वर्षीय महिला व ग्रेटर नोएडा के बेगमपुर गांव में रहने वाली 50 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। इसके अतिरिक्त सेक्टर-15 व सेक्टर-50 में 18 वर्षीय दो युवतियां भी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। विभाग इन सभी की हिस्ट्री खंगाल रहा है। सभी को फिलहाल आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करके इनके स्वजनों को होम क्वारैंटाइन किया गया है।
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. सुनील दोहरे ने बताया कि बीते 24 घंटे में 190 लोगों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इसमें पांच पॉजिटिव मिले है। मंगलवार को आठ लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। इसमें चार लोग ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल, एक-एक व्यक्ति जिम्स व चाइल्ड पीजीआई व दो व्यक्ति जो दिल्ली के अस्पताल में भर्ती थे। जिले में अब तक विदेश यात्रा करके लौटे 2161 लोगों को चिन्हित किया गया है। साथ ही 3531 लोगों की जांच की गई है। जिसमें 134 लोग पॉजिटिव मिले है। अब तक 79 लोग ठीक अपने घर जा चुके है। 55 मरीजों का भर्ती करके आइसोलेशन वार्ड में उपचार किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त 773 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
उप्र में 2043 रोगी मिले, 31 की जान गई
वहीं, उत्तर प्रदेश के 60 जिलों में अब तक 2043 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 1612 एक्टिव केस हैं। 7 जिलों में अभी कोई एक्टिव संक्रमित मरीज नहीं है। राज्य में 400 मरीज डिचार्ज किए गए हैं।31 लोगों की मौत हुई है।4384 सैंपल कल टेस्ट हुए हैं।11,725 मरीज क्वारैंटाइन सेंटर में हैं।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीरउल्लाह ने मंगलवार को सीएम योगी को पत्र लिखकर मीट की दुकानों को खोले जाने की मांग की है। उनका तर्क है कि, मीट खाने से ताकत आएगी और कोरोना से बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं। जमीरउल्लाह ने इस मसले पर अलीगढ़ के डीएम चंद्रभूषण सिंह से मुलाकात की। कहा- हमारे डीएम की छवि सीएम की नजरों में बहुत अच्छी है। अगर वे चाहें तो परमीशन ले सकते हैं।
जमीरउल्लाह ने कहा- हमने जिलाधिकारी से दूध, फल, पानी और मीट की दुकानें खोलने की मांग की थी। उन्होंने 3 मांगे मान ली है, लेकिन मीट की दुकानों को खोलने से इंकार कर दिया है। केंद्र ने मीट, मुर्गा, मछली की दुकानों को खोलने के लिए आदेश दिए हैं, लेकिन यूपी में यह लागू नहीं है। यह रमजान का समय है। रोजेदार को 16 घंटे रोजा रखना पड़ रहा है। वह भरपेट खाना खा सके, इसके लिए मीट की बहुत जरूरत है। अगर वह नहीं खाएगा तो कमजोरी पैदा हो जाएगी।
पूर्व विधायक ने कहा- मीट हमारी जरूरत भी है और आदत में भी है। इससे बीमारियों से लड़ने के लिए प्रोटीन की जरूरत है और उसका फायदा पहुंचेगा। कोरोना से लड़ने में हमें ताकत आएगी।
उत्तर प्रदेश के कानपुर में संक्रमण के मामलों के साथ मौत का भी ग्राफ बढ़ने लगा है। यहां मंगलवार को एक मृतक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसकी मौत बीते रविवार को हैलट अस्पताल के कोविड-19 वार्ड में हुई थी।शहर में कोरोना संक्रमण से यह चौथी मौत है। वहएक गल्ला व्यापारी की पत्नी थी।प्रशासन ने उसके घर की तरफ जाने वाले रास्तों को सील कर दिया है।
शनिवार को कराया गया था भर्ती
कलक्टरगंज में रहने वाले गल्ला कारोबारी की 49 वर्षीय पत्नी को सांस लेने में दिक्कत थी। बीते शनिवार को परिजनों ने हैलट के न्यूरोसाइंस कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। जहां उन्हें डॉक्टरों नेवेंटिलेटर पर रखा था,लेकिन रविवार देर रात महिला की मौत हो गई थी। महिला का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत हुआ था।
संक्रमितों की संख्या 200 पहुंची
शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 200 पहुंच गई है, जिसमें से 18 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं और चार की मौत हो चुकी है। संक्रमितों में बड़ी संख्या में जमाती और उनके संपर्क में आए हुए लोग हैं। फिलहाल शहर में कोरोना से किसी महिला की यह पहली मौत है। मृतका के घर को सेंटर प्वाइंटमानते हुए एरिया को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है।मृतका की चेन हिस्ट्री का पता लगाया जा रहा है कि उसके संपर्क में कौन-कौन था। परिवार के सदस्यों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।
13 अप्रैल को हुई थी पहली मौत
शहर में कोरोना संक्रमण से पहली मौत बीते 13 अप्रैल को कर्नलगंज के तिकुनिया पार्क निवासी रेडिमेड कारोबारी की हुई थी। दूसरी मौत रोशन नगर निवासी 52 प्रॉपर्टीडीलर की हुई थी। मौत के एक दिन बाद मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तीसरी मौत संक्रमित ब्रश कारोबारी के पिता की हुई थी। चौथी मौत गल्ला व्यापारी की पत्नी की हुई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार की शाम राजस्थान के कोटा से वापस अपने घर आए छात्र-छात्राओं से वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए संवाद स्थापित किया। योगी ने छात्रों को होम क्वारैंटाइन का पूरी तरह से पालन करने व ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली से तैयारी करने का सुझाव दिया। योगी ने इस दौरान बच्चों से हल्के फुल्के अंदाज में कहा- आप घर अपनों के बीच पहुंच गए, लेकिन हमारा किराया नहीं दिया। यह सुनते ही माहौल हंसी-खुशी में तब्दील हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा- आप सभी पढ़ लिखकर जीवन में कुछ कर जाएं, यही हमारा किराया होगा। वहीं, प्रदेश सरकार अब मध्य प्रदेश में फंसे करीब 4 हजार श्रमिकों को यूपी वापस लाएगी।
योगी बोले- सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा- ये बिमारी किसी का चेहरा, जाति या धर्म नहीं देखती। सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।मैं धन्यवाद देता हूं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को, जिन्होंने 135 करोड़ लोगों की भलाई के लिए समय पर कदम उठाए। देश में मार्च प्रथम सप्ताह में ही अलर्ट जारी हो गया था। इसी के कारण भारत इस महामारी की चपेट में आने से बचा है।जहां भी लापरवाही बरती वहां संक्रमण उतनी ही तेजी से फैला है। 200 से ज्यादा देश वर्तमान में कोरोना संक्रमण की चपेट में हैं। दुनिया की वे ताकतें जो अपने आप को सर्वशक्तिमान मानते थे, उनकी स्थिति आप देख सकते हैं।
अब मध्य प्रदेश से वापस आएंगे मजदूर
कोटा से छात्रों व हरियाणा से श्रमिकों को वापस लाने के बाद अब योगी सरकार मध्य प्रदेश में फंसे मजदूरों को लाएगी। मंगलवार को टीम इलेवन के साथ बैठक के दौरान सीएम योगी ने इस बाबत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। अनुमान है कि, मध्य प्रदेश में यूपी के 4 हजार मजदूर फंसे हैं। लेकिन उन्हीं को लाया जाएगा, जिन्होंने 14 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड पूरा कर लिया और स्वस्थ हैं। योगी ने कहा- सभी राज्यों से संपर्क कर उनके वहां क्वारैंटाइन हुए यूपी के लोगों की सूची मांग लें। जिससे उनकी वापसी की कार्ययोजना बनाई जा सके। उन्होंने हर जिले में क्वारैंटाइन सेंटर्स की क्षमता बढ़ाने का निर्देश दिया है।
पांच जिलों में नोडल अफसर नियुक्त होंगे
सीएम योगी ने केस बढ़ने के बाद हापुड़, रामपुर, वाराणसी, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ में नोडल अफसर नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। यहां एक वरिष्ठ आईएएस अफसर, आईजी स्तर के पुलिस अफसर व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी की तैनाती की जाएगी। इससे पहले योगी सरकार ने 18 जिलों में नोडल अफसर नियुक्त किए थे।सीएम ने कहा- तीन मई के बाद ग्रीन व येलो जोन वाले क्षेत्रों में औद्योगिक गतिविधियों के संचालन की पूरी योजना बना लें। मेडिकल इंफेक्शन रोकना सबसे अहम है। पुलिस कर्मियों को इंफेक्शन से बचाया जाए। इसके लिए उन्हें आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने के भी निर्देश सीएम ने दिए है।
उत्तर प्रदेश में127 नए संक्रमित मिले। कुल आंकड़ा 2005 हो गया। 1556 एक्टिव केस हैं। 399 मरीज स्वस्थहोने के बाद डिस्चार्ज किए गए। अब तक 31 लोगों की मौत हो चुकी है। प्रयागराज में मौजूद छात्रों को इनके घर भेजने की प्रक्रिया सोमवार रात शुरू हो गई। एक अहम खबर अयोध्या से। यहां धारा 144 अब 24 जून तक जारी रहेगी।
मंगलवार को वाराणसी में एक दवा व्यापारी के संपर्क में आने वाले 12 लोग संक्रमित मिले। लखनऊ में6 औरसीतापुर में एक पॉजिटिव मिला। हाल ही में कोरोना मुक्त हुए 4 जनपदों में फिरसंक्रमित मिलेहैं। कुल 60 जनपदों में कोरोना केस पाए गए हैं। कुल 1089 संक्रमितों का जमात से कनेक्शन है। केजीएमयू में जिन दो मरीजों की मौत हुई। उन दोनों की रिपोर्टनिगेटिव आई है।
लखनऊ: छात्रों को घर भेजना शुरू
मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथके निर्देश पर अब प्रदेश के उन छात्रों को भी घर भेजाजा रहा है,जो प्रयागराज में पढ़ाई कर रहे हैं। करीब 10 हजार छात्रों को 300 बसों से उनके गृह जनपद तक भेजने की कवायद शुरू हो गईहै। इससे पहले हरियाणा में फंसे मजदूरों को उत्तर प्रदेश लाया गया था। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए हर जिले में 15 से 25 हजार क्षमता के क्वारैंटाइन सेंटरतैयार करने का निर्देश दिए गए हैं।
अयोध्या : 24 जून तक धारा 144
जिले में धारा 144 को 24 जून तक बढ़ाया गया है। आदेश में कोविड-19 प्रतिबंधों को भी जोड़ा गया है। गुटखा, मसाला और शराब की बिक्री पर प्रतिबंध जारी रहेगा। सोशल डिस्टेंस जरूरी होगी। बाइक पर एक औरकार मेंदो ही लोग और बेहद जरूरी होेने पर ही जा सकेंगे। मीडिया को डिबेट औरअन्य कार्यक्रमों के लिए मंजूरी लेनी होगी।
संतकबीरनगर: दो और पॉजिटिव
सोमवार रात यहां दो और कोरोना पॉजिटिव मिले। एक बखिरा का रहने वाला युवक है। मगहर की एक महिला को भी संक्रमित पाया गयाा। अब जिले में कुल 23 पॉजिटिव हो गए हैं।
झांसी: बॉर्डर परेशानी का सबब
यहांं यूपी - एमपी बॉर्डर परेशानी का कारणबनता जा रहा है।शिवपुरी हाइवे पर हैदराबाद, तेलंगाना, सूरत और इंदौर से हर रोज हजारों प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए यहां जुट रहे हैं। पुलिस इन्हें झांसी सीमा में प्रवेश नहीं करने दे रही है। येछिपकर खेतों के रास्ते यूपी-एमपी बॉर्डर पार कर जाते हैं। पुलिस, पीएसी, एनसीसी और एरियल सर्विस के अलावा आसपास के गांव में प्रधानों ने बैरिकेडिंग लगाई है। इसके बावजूद कुछ मजदूर खेतों के रास्ते झांसी जनपद में आ जाते हैं। कुछ को बड़ागांव थाना क्षेत्र में लगी बेरीकडिंग पर रोक दिया जाता है। यहां से इन्हें क्वारैंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है।
प्रदेश में अब तक 1993 संक्रमित
आगरा 384, लखनऊ 204, गाजियाबाद 58, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 133, लखीमपुर खीरी 4, कानपुर नगर 197, पीलीभीत 3, मुरादाबाद 104, वाराणसी 49, शामली 27, जौनपुर 5, बागपत 15, मेरठ 92, बरेली 7, बुलन्दशहर 50, बस्ती 23, हापुड़ 26, गाजीपुर 6, आज़मगढ़ 8, फिरोजाबाद 100, हरदोई 2, प्रतापगढ़ 7, सहारनपुर 181, शाहजहांपुर 1, बाँदा 3, महाराजगंज 6, हाथरस 4, मिर्जापुर 3, रायबरेली 43, औरैया10, बाराबंकी 1, कौशाम्बी 2, बिजनौर 30, सीतापुर 20, प्रयागराज 4, मथुरा 10, बदायूं16, रामपुर 21, मुजफ्फरनगर 18, अमरोहा 25, भदोही1, कासगंज 3,इटावा 2, संभल 13, उन्नाव 1, कन्नौज 7, संतकबीरनगर 21, मैनपुरी 5, गोंडा 1, मऊ 1, एटा 3 औरसुल्तानपुर 3, अलीगढ़ 23, श्रावस्ती 5, बहराइच 9, बलरामपुर 1, अयोध्या 1, जालौन 2, झाँसी 1 औरगोरखपुर में भी 1 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के रहने वाले एक व्यक्ति की मुंबई में कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते मौत हो गई। वह मुंबई में एक निजी कंपनी में सप्लाई डिपार्टमेंट में काम करता था। अस्पताल प्रबंधन ने उसके शव का अंतिम संस्कार कराया है। परिजन उसे आखिरी समय देख भी नहीं सके। परिवार व गांव में मातम का माहौल है।
मुसाफिरखाना ब्लॉक के भीखीपुर के पूरेओझा निवासी विनोद कुमार यादव (40) मुंबई में एक निजी कंपनी में सप्लाई का काम करता था। पिछले तीन दिनों से उसको बुखार आ रहा था। वहां लोगों ने उसे केएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। रविवार की रात करीब एक बजे उसने आखरी सांस ली। डॉक्टरों ने बताया कि विनोद कोरोना पॉजिटिव थे, अस्पताल प्रबंधन ने अगले दिन उसके शव को जला दिया। परिजनों को जब खबर हुई तब से घर में मातम पसरा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि विनोद कुमार अकेले ही अपने घर में कमाने वाले व्यक्ति थे। वे अपने पीछे अपनी पत्नी, एक बेटा व तीन बेटियों को छोड़ गए। ग्रामीणों ने बताया कि आखिरी वक्त में भी शव को न देख पाने का मलाल परिजनों को जिन्दगी भर रहेगा। विनोद की मृत्यु से पूरे गांव में माहौल गमगीन हो गया है।
वाराणसी में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। पहली बार शहर में एक साथ 12 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है।शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 49 हो गई है। इसमें आठ लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई है। डीएम ने बताया कि नए मरीजों में संक्रमण एक दवा व्यवसायी की वजह से फैला है।
मढौली निवासी संक्रमित दवा व्यवसायी के परिवार में चार कोरोना मरीज मिले हैं। वाराणसी के मंडुआडीह थाना क्षेत्र के मढौली निवासी कोरोना संक्रमित दवा व्यापारी के परिवार के चार सदस्य और दुकान के तीन कर्मचारियों सहित 12 नए मरीज मंगलवार को सामने आए हैं। दवा व्यवसायी के संपर्क में आने से एक उपभोक्ता भी कोरोना की चपेट में आया है। इसके अलावा कर्नाटक के जमाती के संपर्क में आने से रेवड़ी तालाब और भेलूपुर में तीन लोग कोरोना संक्रमित हुए हैं। काजीपुर निवासी 60 वर्षीयएक अधिवक्ता भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं।
दवा व्यवसायी की वजह से फैला संक्रमण
जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमित दवा व्यवसायी के 50 वर्षीय पिता, 30 वर्षीय बहन, 24 वर्षीय पत्नी और डेढ़ साल की बेटी भी पॉजिटिव हैं। उसकी दुकान पर काम करने वाले तीन कर्मचारी और एक ग्राहकभी दवा व्यवसाई से संक्रमित हुए हैं।
रेवड़ी तालाब और भेलूपुर में तीन नए मरीज जमाती के संपर्क में आने से सामने आए हैं। सिगरा के काजीपुरा खुर्द निवासी 60 वर्षीय अधिवक्ता की अब तक कोई ट्रैवेल और कांटेक्ट हिस्ट्री नहीं मिली है। बुखार की शिकायत पर उन्हें रेफर किया गया था। नए मरीज सामने आने के बाद कुल संख्या 49 हो गई है। शहर में नए हॉटस्पॉट विकसित होंगे, इसके लिए अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच अन्य राज्यों में काम करने वाले यूपी के श्रमिक लगातार यहां पहुंच रहे हैं। इस बीच झांसी में स्थित यूपी एमपी बॉर्डर पुलिस के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। शिवपुरी हाईवे पर हैदराबाद, तेलंगाना, सूरत और इंदौर से हर रोज हजारों प्रवासी मजदूर अपने घरों के लिए वापस आ रहे हैं। पुलिस इन्हें झांसी सीमा में प्रवेश नहीं करने दे रही है. लेकिन यह पुलिस से छिपकर खेतों के रास्ते यूपी-एमपी बॉर्डर पार कर जाते हैं। ऐसे मजदूरों को बड़ागांव थाना क्षेत्र में लगी बेरी कटिंग पर रोक दिया जाता है और वहां से क्वारन्टीन सेंटर भेजा जा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशासन ने यूपी एमपी बॉर्डर पर चार श्रेणी की सुरक्षा का इंतजाम किया है. पुलिस, पीएसी एनसीसी और एरियल सर्विस इसके अलावा आस-पास के गांव में ग्राम प्रधानों ने बैरिकेटिंग लगा रखी है.।इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूर छिपकर खेतों के रास्ते जनपद की सीमा में प्रवेश कर रहे हैं।
मजदूरों ने सुनाई आपबीती
कन्नौज जनपद के रहने वाले नीतू बताते हैं कि 3 महीने पहले मैं तेलंगाना गया था। वहां आइसक्रीम की फैक्ट्री में काम कर रहा था। अचानक से लॉकडाउन हो गया और हमें खाने के लाले पड़ गए। हम पैदल ही अपने घर के लिए चल दिए। लेकिन जैसे ही यूपी की सरहद पार की हमें पकड़ लिया गया।
वहीं कन्नौज के ही रहने वाले राहुल बताते हैं कि मैं 8 दिन से लगातार पैदल चल रहा हूं। हैदराबाद की एक पेंट कंपनी में काम करता था। लॉकडाउन के बाद मालिक ने पैसा देना बंद कर दिया। हमें पैदल ही मजबूरी में अपने घर के लिए निकलना पड़ा। हर रोज सैकड़ों प्रवासी मजदूरों को क्वारैंटाइन किया जा रहा है जो छिपकर यूपी एमपी बॉर्डर पार कर लेते हैं. इनके लिए प्रशासन द्वारा उचित रहने और खाने की व्यवस्था है.