कोरोनावायरस से दुनिया ठहर सी गई है। इस वैश्विक महामारी को मात देने के लिए लोग घरों में कैद हैं। ऐसे में लोग घरों में रहकर नए-नए क्रिएटिव काम कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही अनूठा काम बलिया की रहने वाली नेहा सिंह ने किया है। उन्होंने अपने मेकअप किट व किचन के मसालों से एक पेंटिंग बनाई है। जिसमें उन्होंने ज्ञान और विज्ञान का संगम को दर्शाया है। पेंटिंग में एक तरफ वैदिक ज्ञान का जिक्र है तो दूसरी तरह आज के भगवान डॉक्टरों को दिखाया गया है। नेहा ने अपनी ये पेंटिंग डॉक्टरों, वैज्ञानिकों को समर्पित किया है।
बीएचयू में छूट गया था पेंटिंग का सामान
नेहा सिंह वर्तमान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के वैदिक विज्ञान केन्द्र में अध्ययन कर रही हैं। कोरोना संकट काल में जब लॉकडाउन का ऐलान हुआ तो वे अपने घर बलिया चली गई थीं। पेंटिंग की सामग्री काशी में ही छूट गई थी। ऐसी परिस्थिति में नेहा ने इस बात को भी सिद्ध किया कि परिस्थिति कैसी भी हो, अभाव कितना भी हो, हुनर किसी का मोहताज नहीं होता है।
इन सामानों से बनी पेंटिंग
इसके बाद नेहा ने किचेन के मसालों जैसे हल्दी, दालचीनी, लौंग, अदरख, मिर्च व मेकअप के सामान सिंदूर, लिपिस्टिक, क्रीम, पाऊडर से पेंटिंग बनाने का निर्णय लिया। उन्होंनेआधुनिक विज्ञान व वैदिक ज्ञान को आधार मानकर अपनी उंगलियां फेरना शुरू किया तो एक ऐसी कला ने मूर्तरूप लिया, जो खुद में बहुत कुछ बयां कर रही थी। नेहा ने कहा- आज आधुनिक विज्ञान कितना भी आगे चला गया हो, कहीं न कहीं उसकी जड़ें वैदिक ज्ञान से ही जुड़ी हैं। ईशावास्योपनिषद इस बात को और स्पष्ट करती है। इसी सोच विचार पर आधारित एक चित्रांकन को घर बैठकर किया है।
वेद विज्ञान एक साथ तभी कोरोना हारेगा
नेहा ने कहा- घरेलू सामानों से एक ऋषि एवं उनके बगल में बैठकर ज्ञान प्राप्त करते हुए एक आधुनिक वैज्ञानिक का चित्रांकन किया है। ऋषि, मुनियों और ऊपर वाले के आशीर्वाद से ही कोरोना का जंग जीता जा सकता है।वेद एवं विज्ञान जब एक साथ रहेंगे, तभी कोरोना हारेगा।
नेहा के नाम दर्ज है दो रिकार्ड
नेहा ने अपनी कला के माध्यम से दो रिकॉर्ड भी अपने नाम किए हैं। उन्होंने पहला रिकॉर्ड16 लाख मोतियों से 10×11 फुट का भारत का नक्शा बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया में नाम दर्ज कराया था। इसके बाद449 फीट कपड़े पर उंगलियों के निशान से 38417 डॉट डॉट करके हनुमान चालीसा लिख कर यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। यहां पॉजीटिव मरीजों का आंकड़ा2 हजार के करीब पहुंच गया है। इस बीच सरकार के कैबिनट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सरकार की नीति स्पष्ट है, जिसकीबदौलत कोरोना महामारी से भारत जीतेगा। ‘भारत को बचाना है’ की नीति के साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं, लेकिन विपक्षी राजनीतिक दलों के नेता प्रियंका गांधी और अखिलेश नकारात्मक बयानबाजी कर सियासी रोटियां सेंकने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरों को नसीहत देने के बजाय प्रियंका गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करनी चाहिए। वे लॉकडाउन आगे बढ़ाने या न बढ़ाने को लेकर राहुल गांधी और सोनिया गांधी तक से तो बात नहीं करतीं। जब आपस में ही खटपट है, फिर दूसरों को नसीहत क्यों दे रही हैं।अखिलेश यादव को लेकर सिद्धार्थनाथ ने कहा कि सपा प्रमुख ने एक दिन भी सकारात्मक सुझाव नहीं दिया। उन्होंने हमेशा नकारात्मक बयानबाजी कर राजनीतिक स्वार्थहित साधने का प्रयास किया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर साधा था निशाना
अखिलेश यादव ने लिखा है, "कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी में लगे हर स्टाफ को तत्काल पीपीई किट दिए जाएं, जिनका लोगों से ज्यादा संपर्क होता है। स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, आपूर्ति सेवा में लगे ड्राइवर और राशन डीलर, इनकी नियमित जांच होनी चाहिए।’ इससे पहले अखिलेश ने कहा था, "कोरोना संक्रमण झेल रहे प्रदेश के किसानों पर बे-मौसम बरसात, आंधी और ओलावृष्टि की भी प्राकृतिक मार भी पड़ी है। उसका जीवन घोर संकट में पड़ गया है। आजीविका के सभी रास्ते बंद होते दिख रहे हैं। जिलों के अधिकारी भी किसानों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाये हुए हैं। गेहूं और आम की फसल की हुई बर्बादी का सरकार के पास कोई ब्यौरा नहीं है।’
प्रियंका गांधी भी कम जांच को लेकर उठा चुकी हैं सवाल
कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार से अनुरोध किया है कि वह समय रहते टेस्टिंग पर ध्यान दे और इसमें पारदर्शिता बरते। उन्होंने कहा,मैं टेस्टिंग की बात पहले ही उठा चुकी हूं। कोरोना को यदि रोकना है तो बड़े पैमाने पर जांच होना बहुत जरूरी है। प्रियंका ने रविवार को लगातार दो ट्वीटकिए। उन्होंने लिखा है कि आगरा शहर में हालात खराब हैं और रोज नए मरीज निकल रहे हैं। आगरा के मेयर का कहना है कि अगर सही प्रबंध नहीं हुआ तो मामला हाथ से निकल जाएगा। कल भी मैंने इसी चीज को उठाया था। पारदर्शिता बहुत जरूरी है। टेस्टिंग पर ध्यान देना जरूरी है।
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की मॉब लिंचिंग के बाद अब उत्तर प्रदेश में साधुओं की हत्या की घटनासामने आई है। बुलंदशहर के अनूपशहर इलाके में दो साधुओं की मंदिर परिसर में सोते वक्त धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई।वारदात मेंगांव के ही नशेड़ी युवक मुरारी का नाम सामने आया है। पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
यहांपगोना गांव में घटना के बाद बुलंदशहर एसएसपी समेत पुलिस के तमाम आला अधिकारीमौके पर पहुंचे और साक्ष्य इकट्ठे किए। पुलिस का दावा है कि हिरासत में लिया गया आरोपी मुरारी लंबे समय से भांग के नशे का आदीहै।आरोपी पर दो दिन पहले साधुओं का चिमटा चुराने का भी आरोप लगा था। इसी बात को लेकरसाधुओं और आरोपी मुरारी के बीच कहासुनी हुई थी। इस दौरानआरोपी मुरारी ने दोनों साधुओं को अंजाम भुगत लेने की धमकी भी दी थी।पुलिस अधिकारियों का कहनाहै कि आरोपी अभी नशे की हालत में है। दोनों संतोंके शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। घटनास्थल की फॉरेंसिकजांच भी कराई गई।
एसएसपी ने कहा-चिमटे को लेकर विवाद हुआ था
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक(एसएसपी) संतोष कुमार सिंह ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि कुछ दिन पहले आरोपी ने साधुओं काचिमटाछीन लिया था, जिसके बाद साधुओं ने उसे डांटा था। इससे नाराज होकर आरोपी ने दोनों साधुओं की हत्या कर दी। मामले की जांच की जा रही है।
10 दिन पहले महाराष्ट्र में साधुओं की पीटकर हत्या की गई थी
इससे पहले महाराष्ट्र के पालघर में 16-17 अप्रैल की दरमियानी रात दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। ग्रामीणों ने चोर के शक में तीनों की पिटाई की थी।मौके पर पुलिसकर्मी भी बेबस नजर आएथे। मामले में 100 से अधिक लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के चमनगंज हॉटस्पॉट क्षेत्र में सिपाही व होमगार्ड पर थूकने वाले एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पानी के विवाद को सुलझाने पहुंचे पुलिसकर्मियों पर युवक थूककर उन्हें संक्रमित करने का प्रयास कर रहा था। वहीं, अति संवेदनशील कुलीबाजार हॉटस्पॉट एरिया में पीएसी तैनात की गई है। यहां लोग शारीरिक दूरी के साथ लॉकडाउन के नियमों को भी तोड़ रहे थे। कानपुर में सबसे ज्यादा संक्रमित इसी क्षेत्र से हैं।
होमगार्ड की शिकायत पर हुआ एक्शन
दरअसल, बीते रविवार को होमगार्ड अमित पांडेय व सिपाही रोहित सिंह अति संवेदनशील हॉटस्पॉट चमनगंज में पड़ोसियों के बीच पानी को लेकर हुए झगड़े को सुलझाने पहुंचे थे। इसी दौरान एक मकान की छत पर खड़ा युवक होमगार्ड और सिपाही पर थूक रहा था। होमगार्ड ने इसकी शिकायत थाने में भी की थी। इस घटना से आहत होकर सिपाही ने पीआरवी प्रभारी निरीक्षक को पत्र लिख हॉटस्पॉट एरिया से ड्यूटी हटवाने की मांग की थी। होमगार्ड ने लिखा था कि मेरे छोटे बच्चे और बुजुर्ग मां हैं। यहां लोग थूकते हैं। मैं ऐसी जगह ड्यूटी नहीं करूंगा। सोमवार को प्रभारी निरीक्षक ने होमगार्ड को रिजर्व कर लिया था।
सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि, होमगार्ड अमित पांडेय के प्रकरण में चमनगंज निवासी एखलाक को गिरफ्तार किया गया है। इस पर थूकने का अरोप है। घटना की जांच कर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, कुलीबाजार में पीएसी लगाई गई है।
चेस्ट हॉस्पिटल का वार्ड बॉय संक्रमित, 26 क्वारैंटाइन
कानपुर में मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल का एक वार्ड बॉय कोरोना पॉजिटिव निकला है।वह पिछले कई दिनों से लगातार मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल के मरीजों की देखरेख कर रहा था। प्रशासन ने हिस्ट्री खंगाली तो पता चला कि,लगभग 26 लोग इस वार्ड बॉय के संपर्क में आए थे और सभी को क्वारैंटाइन किया गया है।जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. आरती लाल चंदानी ने बताया कि, वार्ड बॉय के कांटेक्ट में आने वाले सभी लोगों को क्वारैंटाइन कराया गया है।
शहर में तेजी से बढ़ रहा संक्रमण का दायरा
शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। सक्रमितों की संख्या दोहरे शतक के करीब है। शहर में संक्रमितों की संख्या में 199 पहुंच गई है। जिसमें से 18 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं और तीन लोगों की मौत हुई है। सोमवार को आई रिपोर्ट ने पुलिस विभाग में हड़कंप मचा दिया। कोरोना की चपेट की चपेट में एक खूफिया विभाग इंस्पेक्टर, आरआई लाइन और एक सिपाही संक्रमित पाए गए हैं। पुलिस विभाग के लिए सबसे सुरक्षित कही जाने वाली पुलिस लाइन में कोरोना की एंट्री से हलचल मची हुई है। लाइन में रहने वाले परिवार एक दूसरे को शक भरी नजर से देख रहे हैं।
कोरोनावायरस वैश्विक महामारी पूरी तरह से पांव पसार रही है। जिले के बदलापुर तहसील का है जहां तीननए मामने सामने आए हैं। यहां के दो गावों में लोग ट्रक से मुम्बई से आए थे। इन लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें दोलोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके अलावा एक और मामला सामने आया है जिसके बाद जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 8 तक पहुंच गई है।
जानकारी के मुताबिक, मुम्बई के पनवेल से फत्तूपुर में 22 व करनपुर गांव के 9 लोग ट्रक द्वारा मुम्बई से आए हुए थे सभी को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए सैम्पल वाराणसी भेजते हुए सभी को फत्तूपुर के प्राथमिक विद्यालय व सल्तनत बहादुर इण्टर कालेज में क्वारैंटाइन किया था।
जिले के सीएमओ ने बताया कि आज जिले के बदलापुर थाना क्षेत्र के जो ट्रक में छिपकर बॉम्बे के कांदिवली,पनवेल से छिपकर आये थे जिसे जिले के बदलापुर के फत्तूपुर के प्राथमिक विद्यालय व करनपुर के कुल 31 लोगों की रखकर कोरण्टाइन कर इनकी रिपोर्ट भेजी गई जिसमें एक मामला जफराबाद नेहरू नगर और दो मामले बदलापुर के शेल्टरहोम में सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में कोरोनावायरस से पहली मौत का मामला सामने आया है। यहां सोमवार को वृंदावन स्थित जिला संयुक्त चिकित्सालय में एक 65 वर्षीय महिला की मौत हो गई थी। वह डायबिटीज रोगी थी। डॉक्टरों ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया था। हालांकि सोमवार को उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बता दें कि, मथुरा में अब तक कोरोना के 13 केस मिल चुके हैं। इनमें तीन की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
सोमवार की शाम शुगर बढ़ने से बिगड़ी थी सेहत
दरअसल, लाल दरवाजा निवासी जगदीश प्रसाद अग्रवाल की पत्नी आशा देवी पिछले काफी समय से हाईशुगर से पीड़ित थीं। अभी हाल ही में महिला के दो देवरों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उनके परिजनों सहित महिला को भी कृष्णा कुटीर में बने सेंटर में क्वारैंटाइन किया गया था। यहां महिला का शुगर लेवल बढ़ गया। जिस पर उन्हें मथुरा के अस्पताल में ले जाया गया।
लेकिन जिला प्रशासन के निर्देश पर उन्हें जिला संयुक्त चिकित्सालय में भर्ती किया गया। लेकिन यहां पर वेंटिलेटर की सुविधा न होने के कारण इलाज के दौरान उनकी सोमवार शाम करीब 7:30 बजे मौत हो गई। मृतक महिला की मंगलवार को कोविड-19 पॉजिटिव रिपोर्ट आयी।
प्रदेश में 1993 बीमार हुए
उत्तर प्रदेश के 60 जनपदों में अब तक कुल 1993 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 1089 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं। राज्य में कोरोना के 1565 एक्टिव केस हैं, यानी ये मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अब तक कुल 34 मौतें हुईं हैं। जबकि 399 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं।
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में मंगलवार की सुबह टेप बनाने वाली एक कंपनी में भीषण आग लग गई। मामला बादलपुर थाना क्षेत्र का है। आग लगने की सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई और आग को बुझाने में जुट गई। दमकल की 14 गाड़ियों ने करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। हालांकि आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। लेकिन कंपनी में लाखों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
बादलपुर थाना क्षेत्र के अच्छेजा में टेप बनाने वाली हिंदुस्तान एडहैसिव लिमिटिड कंपनी है। मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे कंपनी की बिल्डिंग से धुआं उठता दिखाई दिया। इसकी तत्काल सूचना इलाकाई पुलिस व दमकल विभाग को दी गई।
अग्निशमन अधिकारी अरुण कुमार ने बताया कि, सुबह आठ बजे आग लगने की सूचना मिली थी। उसके तुरंत बाद दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची। लेकिन आग इतनी भीषण थी कि, काबू पाने में कठिनाई हो रही थी। जिस पर और गाड़ियां बुलाई गईं। 14 गाड़ियों ने करीब 2 से ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया है। लेकिन इस दौरान कंपनी में लाखों के नुकसान की आशंका जताई जा रही है। उन्होंने बताया कि, आग लगने के कारणों की जांच होगी, तभी कुछ कहा जा सकता है। हालांकि, शार्ट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दो साधुओं की हत्या किए जाने के मामले को लेकर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्राने प्रदेश सरकार को घेरा है। प्रियंका ने कहा कि अप्रैल के पहले 15 दिनमें ही उत्तर प्रदेशमें 100 लोगों की हत्या हो गई।ऐसी जघन्य घटनाओं की गंभीरता से जांच होनी चाहिए।
प्रियंका गांधी का ट्वीट-
बुलंदशहर मेंदो साधुओं की पीट-पीटकर हत्या की गई
महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की मॉबलिंचिंग के बाद अब उत्तर प्रदेश में साधुओं की हत्या की घटना सामने आई। बुलंदशहर के अनूपशहर इलाके में दो साधुओं की मंदिर परिसर में सोते वक्त धारदार हथियार से हमला करके हत्या कर दी गई। वारदात में गांव के ही नशेड़ी युवक मुरारी का नाम सामने आया है। पुलिस हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।यहां पगोना गांव में घटना के बाद बुलंदशहर एसएसपी समेत पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और साक्ष्य इकट्ठे किए। पुलिस का दावा है कि हिरासत में लिया गया मुरारी लंबे समय से भांग के नशे का आदी है। आरोपी पर दो दिन पहले बाबा का चिमटा चुराने का भी आरोप लगा था। इसी बात को लेकर साधुओं और आरोपी मुरारी के बीच कहासुनी हुई थी। इस दौरान आरोपी मुरारी ने दोनों साधुओं को अंजाम भुगत लेने की धमकी भी दी थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी अभी नशे की हालत में है। दोनों संतो के शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है। घटनास्थल की फॉरेन्सिक जांच भी कराई गई।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा है, "कोरोना संक्रमण के दौरान ड्यूटी में लगे हर स्टाफ को तत्काल पीपीई किट दिए जाएं, जिनका लोगों से ज्यादा संपर्क होता है। स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस, आपूर्ति सेवा में लगे ड्राइवर और राशन डीलर, इनकी नियमित जांच होनी चाहिए।’ इससे पहले अखिलेश ने कहा था, "कोरोना संक्रमण झेल रहे प्रदेश के किसानों पर बे-मौसम बरसात, आंधी और ओलावृष्टि की भी प्राकृतिक मार भी पड़ी है। उसका जीवन घोर संकट में पड़ गया है। आजीविका के सभी रास्ते बंद होते दिख रहे हैं। जिलों के अधिकारी भी किसानों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाये हुए हैं। गेहूं और आम की फसल की हुई बर्बादी का सरकार के पास कोई ब्यौरा नहीं है।’
यह की है मांग :
समाजवादी पार्टी की मांग है कि आकाशीय बिजली गिरने, दीवार और मकान गिरने से हुई मौतों पर प्रत्येक मृतक आश्रितों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। फसलों के हुए नुकसान की भरपाई के तौर पर पर्याप्त मुआवजा भी दिया जाए।
शहरमें कोरोना वायरस का कहर थम नहीं रहा है। एसएन (सरोजिनी नायडू) मेडिकल कॉलेज में सोमवार को 25 वर्षीय कोरोना संक्रमित युवक की मौत हो गई। वहसांस की बीमारी से भी पीड़ित था। चिकित्सकों का कहना है कि दिल का दौरा पड़ने से जान गई। जिले में संक्रमित मृतकों की संख्या 12 हो गई है।आगरा में जगह-जगह हॉटस्पॉट बना दिए गए हैं। ऐसे में हर इलाके के हॉटस्पॉट पर पुलिस लगाना मुश्किल हो गया है। इस पर हॉटस्पॉट क्षेत्र का दायरा बढ़ा दिया गया है। जिले में संक्रमितों की संख्या 389 तक पहुंच गई है।
आगरा में सबसे कम उम्र के युवक की हुई मौत
एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना उपचार के नोडल अधिकारी डॉ. आशीष गौतम ने बताया कि मस्ता की बगीची निवासी 25 वर्षीय युवक 23 अप्रैल को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। ताजनगरी में जान गंवाने वाले 12 संक्रमितों में यह सबसे कम उम्र का था। सोमवार को कोरोना के 16 नए मरीज मिले। इसके साथ अब संक्रमितों की संख्या 389 हो गई है। इनमें अब तक 54 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।रविवार को कोरोना संक्रमितों की संख्या में सिर्फ दो मरीज जुड़े थे।
उम्मीद थी कि सोमवार को भी ये आंकड़ा अधिक नहीं होगा। लेकिन सुबह आई रिपोर्ट में आठ नए मामले सामने आए। इसके बाद रात को आठ और लोगों की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि हॉटस्पॉट की संख्या अब 33 हो गई है। दायरा बढ़ने से कम पुलिसकर्मियों को लगाया जा सकेगा। मानीटरिंग करने में भी आसानी होगी।
सब्जी विक्रेताओं को मुहैया कराया जाएगा टी-शर्ट
जिलाधिकारी पी एन सिंह की मानें तो सब्जी विक्रेताओं को जिला प्रशासन द्वारा अलग से टी-शर्ट मुहैया कराई जा रही है जिससे सब्जी विक्रेता आम जनता में अलग से चिन्हित हो पाएंगे। इस दौरान एसपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि ताजगंज क्षेत्र की बसई चौकी में इस तरह की पहल की गई है जिसके अंतर्गत स्वस्थ्य विभाग की मोबाइल वैन द्वारा सब्जी विक्रेताओं की कोरोना जांच की गई है। सब्जी विक्रेताओं की जांच करने आई
स्वास्थ विभाग की टीम में मौजूद चिकित्सक ने बताया कि 150 सब्जी विक्रेताओं के सैंपल लिए गए हैं और आगे ताज नगरी आगरा की अन्य सब्जी मंडियों में भी सैंपल लेने का काम बदस्तूर जारी रहेगा।
बसई सब्जी मंडी के सब्जी विक्रेता ने बताया कि प्रशासन द्वारा उन्हें कोरोना के प्रति पूर्ण रूप से जागरूक कर दिया गया है और उनका सैंपल भी लिया गया है प्रशासन द्वारा जो भी दिशा निर्देश दिए गए हैं सभी सब्जी विक्रेता उसका पालन करेंगे
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार देर शाम20 लोगकोरोना से ठीक होने परडिस्चार्ज किए गए। इस बीच पैरामेडिकल स्टाफपर थूकने वाला जमाती डिस्चार्ज होने पर भावुक हो गया। उसने अपनी करतूत पर पैरामेडिकल स्टाफ से मांगी और बोला- आप लोग खुदा का दूसरा रूप हैं।मैंने तो जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मैं आज घर जा रहा हूं। पैरामेडिकल स्टाफ ने भी उसे समझाकर शांत कराया।
सरसौल के सीएचसी अस्पताल को कोविड-19 हॉस्पिटल बनाया गया है। इसमें 30 बेडों वाले हाईरिस्क आईसोलेशन वार्ड में 21 कोरोना पॉजिटिव पेशेंटएडमिट थे। सभी पेशेंट तब्लीगी जमात से संबध रखते थे। उपचार के दौरान सभी मरीजों की तीन से चार बार रिपोर्टनिगेटिव आ चुकी हैं। इसके बाद डाक्टरों ने सभी को डिस्चार्ज करने का फैसला किया। पैरामेडिकल स्टाफ ने तालियां बजाकर मरीजों को डिस्चार्ज किया। इसमें 11 कानपुर के हैं।इटावा का एक, औरैया के 6 और एककन्नौज का रहने वालाहै।डाॅक्टर्सने सभी को घर में ही 14 दिन तक खुद को क्वारैंटाइन करने की सलाह दी है।
दिल्ली मरकज में शामिल हुआ था तब्लीगी जमाती
मूलरूप से मेरठ का रहने वाला तब्लीगी जमात का सदस्य निजामुद्दीन मरकज से कानपुर आया था। पुलिस ने उसे बीते 31 मार्च को नौबस्ता की खैर मस्जिद से पकड़ा था। उसके सैंपल लेकर लखनऊ केजीएमयू भेजागया था।इसके बाद उसे रामा मेडिकल काॅलेज में क्वारैंटाइन किया गया था। बीते 5 अप्रैल को जमाती की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।इसके बादशाम को सरसौल में बने हाईरिस्क आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया। वार्ड में पहुंचते ही उसने हंगामा करना शुरू कर दिया। जांच के लिए पहुंची मेडिकल टीम से भिड़ गया, उनके साथ बदसलूकी की। पैरामेडिकल स्टाफ के साथ गाली-गलौच करने लगा था। जब डाॅक्टर्सने उसके साथ सख्ती दिखाई तो उसने पैरामेडिकल स्टाफ पर थूकना शुरू कर दिया था। स्टाफ ने पीपीई किट पहनी थी। इसके बाद खुद को सैनिटाइज किया था।
आइसोलेशन वार्ड में खुद को बंद कर लिया था
थूकने के बाद जमाती ने खुद को आइसोलेशन वार्ड में बंद कर लिया था। स्टाफ के समझाने के बाद भी वहवार्ड का दरवाजा नहीं खोल रहा था। जब डाक्टरों ने जमाती को धमकी दी कि तुम्हारी शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जाएगी और रासुका लगाई जाएगी। इसके बाद जमाती ने वार्ड का दरवाजा खोला था। सोमवार शामडिस्चार्ज होने के बाद मेरठ के इस जमाती की आंखों में आंसू थे। उसे अपनी इस करतूत पर पछतावा था। जिस पैरामेडिकल स्टाफ के साथ उसने बदसलूकी की थी उसी स्टाफ ने उसकी जान बचाई है ।
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 3 हो गई है। तीसरा पॉजिटिव मरीज उरई के पीएल कमला नर्सिंग होम का ओटी मैनेजर निकला है, पूर्व में संक्रमित जिला अस्पताल के चिकित्सक के संपर्क में आया था। जिलाधिकारी डॉक्टर मन्नान अख्तर ने बताया कि कोविड-19 प्रोटाकॉल का पालन करते हुए संदिग्धों को क्वारैंटाइन करने व प्रभावित क्षेत्र को सील करने की प्रक्रिया शुरु की गई है।
दरअसल, बीते 25 अप्रैल को उरई में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला सामने आया था। जिसमें जिला अस्पताल में तैनात चिकित्सक कोरोना पॉजीटिव निकले थे। उनको लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। साथ ही उनके संपर्क में आने वाली पत्नी और दोनों बच्चों को भी केजीएमयू में क्वारैंटाइन किया गया। उनके जांच के लिए नमूने लिए गए थे। जिसमें चिकित्सक की पत्नी भी कोरोना पॉजीटिव निकली थी, जबकि उनके दोनों बच्चों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
इसके बाद जिला प्रशासन ने डॉक्टर के संपर्क में आने वाले 62 लोगों को क्वारैंटाइन किया था। सभी के नमूने झांसी मेडिकल कॉलेज भेजे थे। जिसमें 36 लोगों की रिपोर्ट आ गयी है। एक व्यक्ति की कोरोना से संक्रमित निकला। वह पीएल कमला नर्सिंग होम में ओटी मैनेजर है। जबकि 35 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डीएम ने बताया कि अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या 3 हो गई है। तीसरे संक्रमित को झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जाएगा। 62 लोगों में से प्रशासन को 28 लोगों की रिपोर्ट का इंतजार है।
मथुरा में सोमवार रात एक सिपाही ने बैरक में गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मूलरूप से एटा निवासी सिपाही मथुरा में पिछले 14 सालों से तैनात था। बताया गया है कि सोमवार रात सिपाही ड्यूटी खत्म करके बैरक में वापस आया था। पुलिस आत्महत्या के पूरे मामले की छानबीन कर रही है।सूचना मिलते ही आलाधिकारी मौके पर पहुंच गये । हाइवे पुलिस ने मुख्य आरक्षी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है । घटना की सूचना मिलते ही मृत मुख्य आरक्षी के परिजन एटा से आ गए।
एटा के गांव मरगोजिया निवासी घनश्याम सिंह यादवकी तैनाती थाना सदर बाजार में थी। सोमवार रात ड्यूटी करके करीब सवा आठ बजे सिपाही हाईवे थाना की बैरक में वापस आया था। घनश्याम यादव ने सोमवार देर रात बैरक में किसी कारणवश खुद को गोली मार ली। सिपाही की मौके पर मौत हो गई। इस घटना के बाद स्थानीय पुलिस में हड़कंप मच गया।पुलिस ने मृतक सिपाही के परिजनों को घटना की जानकारी दी है। वहीं सिपाही की आत्महत्या के कारणों को जांचने में जुटी है।
इस संबंध में सीओ रिफाइनरी वरूण कुमार सिंह ने बताया कि थाना सदर बाजार में तैनात मुख्य आरक्षी सोमवार शाम को ड्यूटी के वापस आकर थाना हाइवे की बैरिक में सोने गए थे, रात्रि करीब 11 बजे तमंचा से गोली मारकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। मृत मुख्य आरक्षी के परिजनों से जानकारी की जाएगी, ताकि आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।
कोरोनावायरस के संक्रमण का पता लगाने के लिए चीन से आयात की गई रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट को लेकर विवाद जारी है। अब बसपा प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार से टेस्टिंग उपकरणों आदि की खरीद के समय विशेष सावधानी बरतने की मांग व अपील की है। कहा- पूर्व में कांग्रेस सरकार के शासनकाल में कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी में विदेशों से सामान मंगाए गए थे, जिसमें भयंकर भ्रष्टाचार हुआ था। ऐसे में कोरोना प्रकोप से लड़ाई किसी भी प्रकार कमजोर न हो, इस पर भाजपा सरकार को ध्यान देना चाहिए।
कांग्रेसकाल में भयंकर भ्रष्टाचार हुआ था
बसपा प्रमुख मायावती ने टि्वट कर लिखा- केंद्र में कांग्रेस के रहते हुए दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारी में खासकर विदेशों से मंगाए गए सामान में भयंकार भ्रष्टाचार हुआ था। साथ ही गरीब दलितों के कल्याण हेतु स्पेशल कम्पोनेट प्लान का भी पैसा डाइवर्ट करके इसी पर अनुचित तौर पर खर्च कर दिया गया था। अतः केन्द्र की वर्तमान भाजपा सरकार को भी उससे सबक सीखकर कोरोना बीमारी की विशेषकर जांच से जुड़ी टेस्टिंग उपकरणों आदि को विदेशों से मंगाते समय जरूर पूरी-पूरी सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि कोरोना प्रकोप से लड़ाई किसी भी प्रकार कमजोर न पड़े। बसपा की यह मांग व अपील भी है।
सरकार गोदामों में गल्ला आखिर किस दिन काम आएगा?
इससे पहले मायावती ने टेस्टिंग बढ़ाने व जरूरतमंदों के लिए भोजन का इंतजाम करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था- केन्द्र व सभी राज्य सरकारें कोरोना वायरस की टेस्टिंग बढ़ाने के साथ-साथ खासकर लाचार लाखों गरीब मजदूर प्रवासियों को पेट भर खाना उपलब्ध कराए। वरना भूख से तड़पते ये लोग कैसे अपनी इम्यूनिटी बढ़ाकर घातक कोरोना बीमारी से बच पाएंगे? सरकारी गोदामों का गल्ला आखिर किस दिन काम आएगा? वैसे बेहतर तो यही होगा कि सरकारें लॉकडाउन से पीड़ित इन लाखों मजलूम व मजबूर लोगों की जल्दी से जल्दी उचित व्यवस्था करके इन्हें इनके घरों में सुरक्षित भिजवाए तथा इनको जीने के लिए फौरी तौर पर इनकी कुछ आर्थिक मदद भी जरूर करें।
उत्तर प्रदेश में 1993 कोरोना पेशेंट्स में पूरे प्रदेश में सिर्फ आज कोरोना के 115 नए केस पॉजिटिव मिले हैं। जिसमें 1565 एक्टिव केस हैं। लखनऊ के मंगलवार सुबह 6 और सीतापुर में एक मरीज में पॉसिटिव पाया गया हैं। हाल ही में कोरोना मुक्त हुए 4 जनपदों में पुनः कोरोना पॉजिटिव मरीज आए हैं। प्रदेश के 60 जनपदों में अब तक कुल 1993 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, इनमें 1089 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं। वहीं केजीएमयू के सीसीएम विभाग में जिन दो रोगियों की मृत्यु हो गयी थी, उन दोनों में कोरोना संक्रमण नहीं मिला है। दोनों की कोविड जाँच निगेटिव पाया गया है।
अब तक यूपी में बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद, अलीगढ़ व श्रावस्ती में 1-1, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 12मौतें हुईं हैं।
399 कोरोना पेशेंट डिस्चार्ज: आगरा से 52, लखनऊ से 37, गाजियाबाद से 31, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 71, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 7, पीलीभीत से 2, मुरादाबाद से 3, वाराणसी से 8, शामली से 18, जौनपुर से 4, बागपत से 11, मेरठ से 46, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 9, बस्ती से 13, हापुड़ से 4, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 3, फ़िरोज़ाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, सहारनपुर से 10, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाँथरस से 4, मिर्जापुर से 1, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, बिजनौर से 1, सीतापुर से 12, प्रयागराज से 1, बदायूं से 1, रामपुर से 5, मुजफ्फरनगर से 3, अमरोहा से 5 व कन्नौज से 1 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया हैं।
उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर जिले में कोरोना के दो नए मामले सामने आए हैं। इनमें एक देवबंद से मदरसा छात्र के संपर्क में आई परिवार की एक महिला है, जबकि दूसरा संक्रमित मुंबई से आया एक युवक है। जिला प्रशासन ने संक्रमितों को अस्पताल में भर्ती करवाया है। साथ ही संपर्क में आए लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
मुंबई से लौटे युवक की बस्ती में बिगड़ी थी सेहत
संतकबीरनगर जिले में अब तक कोरोना के 23 टेस्ट पॉजिटिव मिल चुके हैं। सीएमओ डॉक्टर हर गोविंद सिंह ने बताया कि, देवबंद से लौटे मगहर के शेरपुर रेहरवा मोहल्ला निवासी छात्र समेत परिवार के 19 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अब छात्र के संपर्क में आई मगहर कस्बे की 25 वर्षीय महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। इसी तरह परतिया गांव निवासी 27 वर्षीय युवक भी कोरोना से संक्रमित मिला है। वह 25 अप्रैल को मुंबई से लौटा था। लेकिन रास्ते में बस्ती में उसकी तबियत बिगड़ गई थी। इसके बाद उसे सीधे जिला अस्पताल पहुंचाया गया था। डॉक्टरों ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। अब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
प्रदेश में 1993 बीमार हुए
उत्तर प्रदेश के 60 जनपदों में अब तक कुल 1993 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 1089 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं। राज्य में कोरोना के 1565 एक्टिव केस हैं, यानी ये मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं। अब तक कुल 33 मौतें हुईं हैं। जबकि 399 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों से प्रयागराज में तैयारी और पढ़ाई के लिए आए हजारों छात्र-छात्राओं को लॉकडाउन के बीच भारी राहत मिली है। सभी विद्यार्थियों को उनके घर पहुंचाने की शुरूआत हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर सोमवार रात में छात्रों को लेकर बसों की रवानगी भी शुरू हो गई।लॉकडाउन में सभी तरह की शैक्षणिक गतिविधियां ठप हो गई हैं लेकिन बड़ी संख्या में विद्यार्थी यहीं फंसे रह गए। हॉस्टल तथा डेलीगेसी में छात्र-छात्राओं के सामने अब भोजन का भी संकट खड़ा हो गया था।
ऐसे में घर भेजे जाने की मांग वे कई दिनों से कर रहे हैं। अब उनका यह कष्ट दूर होने जा रहा है। कोटा के बाद मुख्यमंत्री ने अब यहां अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को भी उनके घर पहुंचाने का आदेश दिया।प्रशासन का आकलन है कि यहां 10 हजार से अधिक युवा फंसे हैं। इन्हें 300 बसों की मदद से दो दिनों में घर पहुंचाने के दावे किए जा रहे हैं।प्रतियोगी परीक्षाओं का केंद्र होने की वजह से दूसरे जिलों के हजारों युवा यहां आकर पढ़ाई करते हैं।
चरणबद्ध रूप से लोगों के लाने प्रक्रिया शरू: प्रयागराज में पूरे प्रदेश के कई जनपदों के छात्र फंसे हुए हैं। छात्र-छात्राओं को प्रदेश की धरोहर मानते हुए मुख्यमंत्री जी ने आदेश दिए हैं कि प्रयागराज के लगभग 9- 10 हजार ऐसे छात्रों को उनके घर चरणबद्ध रूप से भेजा जाएगा। चरणबद्ध तरीके से यूपीएसआरटीसी की 300 बसों से सभी छात्र-छत्राओं को भेजा जाए। जनपद के जिलाधिकारी व पुलिस अधिकारी यह सुनिश्चित किया जाए। सीएम योगी ने कहा है कि यदि हम छात्र-छात्राओं को कोटा से ला सकते हैं तो हम प्रदेश के अंदर फंसे छात्र-छात्राओं को उनके घर जरूर पहुंचाएंगे।
दो दिनों में 2 शिफ़्ट में भेजे जाएंगे घर
प्रयागराज में अध्यनरत छात्र छात्राओं को आज से उनके घऱ भेजा जाएगा। सोमवार रात्रि 9 बज़े से रात्रि 12 बज़े के बीच एवं अगले दिन सुबह 8 बज़े से बसें जाएंगी। प्रयागराज में अध्यनरत अपने घऱ जाने के इच्छुक छात्र छात्राओं को को दो चरणों में भेजा जायेगा। पहले चरण में सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, फतेहपुर एवं चित्रकूट जनपद के छात्र छात्राओं को भेजा जायेगा।
जौनपुर, भदोही, वाराणसी एवं चंदौली के लिए सिविल लाइंस हनुमान मन्दिर से हिंदू हॉस्टल चौराहे के बीच से बसें संचालित होगी। सोनभद्र, मिर्जापुर एवं चित्रकूट जनपद के लिए सिविल लाइंस हनुमान मन्दिर से बसें मेडिकल चौराहे से जाएंगी। फतेहपुर औऱ कौशाम्बी के लिए सिविल लाइंस पत्थर गिरजाघर के पास से बस जाएगी। प्रतापगढ़ के लोकसेवा आयोग चौराहे के पास से बस जाएगी।
बनाया गया कंट्रोल रूम
दुसरे चरण में 29-4-20 को सुबह 10 बज़े से संचालित क़ी बसें जाएगी। अपने गृह जनपद जाने वाले छात्र छात्राओं को अपने विश्विद्यालय, महाविद्यालय, शिक्षण संस्थान द्वारा ज़ारी पहचान पत्र एवं कोचिंग संस्थानो द्वारा ज़ारी फोटोयुक्त पहचान पत्र अथवा विगत दो वर्षों में किसी प्रतियोगी परीक्षा में प्रतिभाग करने संबंधी प्रवेश पत्र लाना होगा।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में कोरोनावायरस के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए अनोखा प्रयोग किया गया है। यहां जिला प्रशासन ने बॉलीवुड फिल्मों के मशहूर डायलॉग के पोस्टर शहर के 10 मुख्य चौक-चौराहों पर लगाए हैं। जिसमें कहीं अमिताभ बच्चन व शशि कपूर की फिल्म दीवार का प्रसिद्ध डायलॉग मेरे पास बंगला है, गाड़ी है, पैसा, तुम्हारे पास क्या है... की तर्ज पर पोस्टर लगाए गए हैं। कहीं राजेश खन्ना व बाहुबली के अभिनेता प्रभाष के जरिए मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की नसीहत दी गई है। लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं।
जेल अधीक्षक ने 10 स्थनों पर लगवाए पोस्टर
दरअसल, पीलीभीत में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए जिला प्रशासन नए नए तरीके इजाद कर रहा है। यहां जेल अधीक्षक अनूप सिंह ने शहर के 10 स्थानों पर फिल्मी डायलॉग वाले पोस्टर लगवाए हैं। किसी पोस्टर में शाहरूख खान शराब की बोतल की जगह सैनिटाइजर पकड़े दिख रहे हैं तो किसी पोस्टर में बाहुबली फिल्म के एक्टर प्रभास सैनिटाइजर उठाए हुए हैं। फिल्म दीवार के मशूहर डायलॉग के साथ शशि कपूर को मास्क पहनाया गया।
कोरोना का नया केस मिला
पीलीभीत जिले को कोरोना मुक्त कर दिया गया था। यहां पूर्व में मां-बेटे संक्रमित मिले थे। जिन्हें इलाज के बाद स्वस्थ्य होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। 14 दिन से अधिक समय हो चुके थे। इस जिले से कोई केस नहीं आया था। इस बीच रविवार रात आई रिपोर्ट में एक नए केस की पुष्टि हुई है। डीएम वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि, मध्यप्रदेश से 22 अप्रैल को पीलीभीत वापस आए एक 24 साल के युवक में कोरोना के लक्षण पाए गए, जिसका सैंपल पॉजिटिव आया है। फिलहाल युवक को हायर सेंटर बरेली रेफर कर आइसोलेट किया गया है। संक्रमित युवक पीलीभीत जिले के अमरिया तहसील के टोन्डरपुर का रहने वाला है।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में सोमवार को लॉकडाउन के बीच तीन थाना क्षेत्रों व अमेठी जिले में दबिश देकर अंतरजनपदीय सात लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है। इन शातिर लुटेरों ने दो दिन पहले कंधई व कोहंडौर क्षेत्र में सब्जी विक्रेताओं से लूट की थी। आरोपियों के कब्जे से लूटी गई चार बाइक, 18 मोबाइल, दस हजार रुपए के साथ चार तमंचा बरामद किया गया है। एसपी के मुताबिक, इस गैंग के सदस्यों ने हवाई चप्पल, डेढ़ किलो भिंडी व मछली तक लूटी है।
एसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि, इन लुटेरों ने तीन दिन पहले सब्जी विक्रेताओं से लूट की थी। ये बदमाश लॉकडाउन का उलंघन कर रहे थे, साथ ही जनता में भय का माहौल पैदा कर रहे थे। इसलिए पुलिस की टीमें इनके खिलाफ लगाई गईं। सोमवार को कोहंडौर कोतवाली के चमरौरा के पास पुलिस से बदमाशों की मुठभेड़ हो गई।
मुठभेड़ में घेराबंदी कर पुलिस ने सातों को पकड़ लिया। आरोपियों में पांच प्रतापगढ़ के तो दो अमेठी जनपद के रहने वाले हैं। गिरोह का सरगना मुकेश सरोज अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। मुकेश सरोज एक लाख का इनमिया रहा हब्बू सरोज का मौसेरा भाई है। उस पर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में सोमवार को गांव के बाहर क्वारैंटाइन किए गए एक युवक की मौत हो गई। वह सुबह ही मुंबई से पैदल गांव आया था। लेकिन विद्यालय पहुंचने के करीब चार घंटे के बाद उसे उल्टी-दस्त शुरू हुई। इसके बाद उसने दम तोड़ दिया। प्रशासन ने परिवार के आठ लोगों को क्वारैंटाइन किया है। मृतक के सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद शव का अंतिम संस्कार कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत होगा।
मल्हीपुर थाना क्षेत्र के मटखनवा गांव निवासी एक युवक सुबह करीब सात बजे बहराइच होकर पैदल अपने गांव आया। यहां उसे प्राथमिक विद्यालय में क्वारैंटाइन कर दिया गया। लेकिन तकरीबन साढ़े दस बजे उसे पेट दर्द के साथ उल्टी-दस्त शुरू हो गई। गांव के सेक्रेटरी ने युवक की हालत बिगडने की जानकारी भंगहा सीएचसी अधीक्षक डॉ. प्रवीर कुमार को दी। जब तक सीएचसी से एंबुलेंस पहुंचती। तब तक युवक ने दम तोड़ दिया।
प्रशासन को जब इस घटना की जानकारी हुई तो जिम्मेदारों में हड़कंप मच गया। सीएमओ डॉ. एपी भार्गव सहयोगियों के साथ क्वारैंटाइन स्थल पहुंचे। सीएमओ ने बताया कि मृतक युवक का सैंपल कोविड 19 जांच के लिए भेजा गया है। क्वारंटीन सेंटर में पहुंचने के बाद उसके संपर्क में आए परिवार के आठ लोगों को स्कूल में ही क्वारैंटाइन किया गया है। शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया है। सैंपल रिपोर्ट आने के बाद अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर निर्णय लिया जाएगा।
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर कोरोना को मात देकर अपने परिवार के साथ समय बिता रही हैं। लेकिन, अब उन पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार को पुलिस कनिका के आवास परपहुंची। यहां पुलिस ने उन्हें नोटिस तामील कराया। कनिका ने खुद नोटिस हासिल की। पुलिस ने गायिका को 30 अप्रैल की सुबह 11 बजे सरोजनी नगर पुलिस स्टेशन में तलब किया है। दरअसल, कनिका के खिलाफ दूसरों की जान खतरे में डालने सहित आईपीसी की धारा 188, 269 व 270 के तहत केस दर्ज किया गया था।
कनिका नेप्लाज्मा डोनेट करने का निर्णय लिया
वहीं, कनिका कपूर ने कोरोना से बीमार लोगों के इलाज के लिएप्लाज्मा डोनेट करने का निर्णय लिया है। पीजीआई लखनऊ की टीम ने उनका सैंपल लिया है। संभवत: मंगलवार को प्लाज्मा लिया जाए। मालूम हो कि, लखनऊ में प्लाज्मा से कोरोना संक्रमितों का इलाज रविवार से ही शुरू किया गया है।
कोरोना से ठीक होने के बाद कनिका ने पहली तस्वीर पोस्ट की
कनिका कपूर ने कोरोना से ठीक होने के बाद अपनी फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है। इस तस्वीर में कनिका अपने माता-पिता के साथ आराम से चाय पीती नजर आ रही हैं। कनिका फोटो का कैप्शन लिखा है कि, आपको बस एक प्यारी मुस्कान, एक प्यारा दिल और गर्म चाय के कप की जरूरत है।
मैंने कोई पार्टी होस्ट नहीं की, जब लक्षण दिखे तो टेस्ट कराया था: कनिका
इससे पहले रविवार को कनिका कपूर ने सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दीथी।कनिका ने लिखा- वह इस समय अपने लखनऊ वाले घर में हैं। माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। जब 10 मार्च को वह लंदन से मुंबई आई थी, तब एयरपोर्ट पर जांच भी की गई थी। उस समय क्वारैंटाइन में रहने के संबंध में कोई एडवायजरी नहीं थी। इसके बाद जब वह मुम्बई से लखनऊ आईं, तब भी उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। न ही एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई। उस समय स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं थी, इसलिए कुछ कार्यक्रमों में गई थी। खुद कोई पार्टी आयोजित नहीं की। 17 मार्च को जब उन्हें कुछ समस्या लगी, तब खुद से कोरोनावायरस टेस्ट कराने को कहा था। टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद 20 मार्च को अस्पताल चली गई। मैं उम्मीद करती हूं कि इस मैटर से लोग सच्चाई और संवेदनशीलता के साथ डील करें। इंसान पर नकारात्मकता थोपने से सच्चाई नहीं बदलती।
तमाम प्रयासों के बावजूद गौतमबुद्धनगर (नोएडा/ग्रेटर नोएडा)में कोरोना का कहर थम नहीं रहा है। अब जिले के स्वास्थ्यकर्मी भी वायरस की चपेट में आने लगे हैं। जिला अस्पताल की वार्ड आया, चाइल्ड पीजीआई के कुक समेत 6 स्वास्थ्य कर्मियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। अन्य आठ संक्रमितों मेंकुछ का ताल्लुक तब्लीगीजमातियों से है तो कुछ में संक्रमण फैलने काकारण अभी अज्ञात बना है। स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी की ट्रेवेल हिस्ट्री खंगाल रही है।इसके साथ अब जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 129 पर पहुंच गया है।
बीते 22 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य कर्मचारियों समेत 186 संदिग्धों के नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे थे। इनमें 4 सैम्पल रिपीट किएगए थे। रविवार देर रात इन सैम्पलों का नतीजा स्वास्थ्य विभाग को मिला।इनमें 15 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। पॉजिटिव मरीजोंमें 6 स्वास्थ्यकर्मी सेक्टर 30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ के हैं, इनमें कुक भी शामिल है। इसके अलावा जिला अस्पताल की वार्ड आया और सेक्टर 39 में बने क्वारैंटाइन वार्ड के प्लम्बर भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। एक मरीज कुलेसरा औरएक मरीज एच्छर गांव में मिला है। इनमें संक्रमण का कारण जमात है।
शेष सिरसा, सुपरटेक, ग्रेटर नोएडा, सेक्टर 63 में भी एक-एक कोरोना के मरीज मिले, जबकि 15वां मरीज दिल्ली का रहने वाला है। एक साथ 15 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य व प्रशासन के अधिकारी मीटिंग कर अस्पतालों व सेक्टरों को सील करने की तैयारी कर रहे हैं। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है किपॉजिटिव मरीजो में एक महिला पहले से ही आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है। उसकी पांचवीरिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। 14 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। इसी के साथ अब जिले में कोरोना मरीजो का आंकड़ा 129 पर पहुच गया है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में अब तक 192 कोरोना टेस्ट पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 40 मरीज सिर्फ मदरसा छात्र हैं। जिनकी उम्र 10 से 20 साल की है। ये सभी तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आए थे। लॉकडाउन होने के बाद ये अपने घरों को नहीं जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 90 मदरसा छात्रों का अब तक टेस्ट हुआ है। संक्रमित छात्र बिहार, झारखंड व कोलकाता के रहने वाले हैं।
कानपुर में नौबस्ता की हिदायतुल्लाह मदरसा, जाजमऊ के अशरफाबाद मदरसा, कुलीबाजार और कर्नलगंज मदरसा हॉटस्पॉट एरिया में स्थित है। जानकारी के अनुसार, निजामुद्दीन मरकज से आए तब्लीगी जमातियों ने इन मदरसों में जाकर छात्रों को तालीम दी थी। छात्रों के साथ खाना खाया था और ठहरे भी थे। इसी बीच लॉकडाउन लगने के बाद गैरजनपदों में रहने वाले छात्र घरों को वापस नहीं लौट पाए। हॉटस्पॉट एरिया में बने मदरसों में रहने वाले 90 छात्रों के सैंपल लेकर जांच कराई गई। जिसमें 40 मदरसा छात्र संक्रमित पाए गए हैं।
सीएमओ अशोक शुक्ला के मुताबिक 90 मदरसा छात्रों में से 40 बच्चे संक्रमित हैं। सभी का उपचार डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा है। पहले से अब से वो बेहतर स्थिति में हैं। प्रतिदिन उनकी मॉनिटिरिंग की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में सोमवार को एक महिला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतका के मायकेवालों का आरोप है कि, यह हत्या उसके पति ने की है। वह आगरा में यूपी पुलिस के 112 हेल्पलाइन में तैनात है। वारदात के बाद वह तीन बच्चियों को लेकर फरार है। आशंका है कि, उसने बेटियों के साथ अनहोनी कर दी हो। घटना के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों ने कहा- आरोपी की तलाश की जा रही है।
आगरा में डायल 112 में तैनात सिपाही यतेंद्र व मैनपुरी की रहने वाली सरोज उर्फ पिंकी की शादी 2008 में हुई थी। वह आवास विकास कॉलोनी में एक मकान में रहती थी। उसकी तीन बेटियां हैं। जबकि यतेंद्र आगरा में नौकरी करता था। आरोप है कि, उसका मथुरा की किसी युवती से अवैध संबंध था। जिस कारण दोनों में आए दिन विवाद होने लगा। आवास विकास कॉलोनी के जिस मकान में सरोज रहती थी, वो मकान उसके नाम था। यतेंद्र मकान बेचने का दबाव सरोज पर बना रहा था। 25 अप्रैल की रात यतेंद्र सरोज के भाई को फोन किया और कहा कि, तेरी बहन को मैंने मार दिया है। लाश उठाकर ले जा।
इसके बाद मायके वालों ने शिकोहाबाद पुलिस को सूचित किया और खुद भी मौके पर पहुंचे तो देखा कि घर के दरवाजे पर ताला लगा था। आसपास देखने पर ताले की चाभी मिली। जिसे खोला गया मो सरोज की लाश घर में मिली। उसकी तीनों बच्चियां गायब थीं। सरोज के पिता राम प्रकाश ने आरोप लगाए हैं कि यतेंद्र ने गोली मारकर सरोज की हत्या कर दी। इसके बाद तीनों बेटियों को लेकर फरार हो गया।
आरोप है कि, हत्या के बाद यतेंद्र ने मृतका के चचेरे भाई को फोन कर पिंकी की लाश घर में होने की जानकारी दी। मृतका के पिता का आरोप है कि यतेंद्र के किसी महिला से संबंध थे जिसके चलते उसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
पुलिस अधीक्षक देहात राजेश कुमार का कहना है कि मृतका के पिता ने आरोप लगाए हैं कि सिपाही यतेंद्र ने ये हत्या की है। पुलिस इस मामले पर पड़ताल कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है।
जानलेवा कोरोनावायरस से दुनिया परेशान व भयभीत है। लेकिन उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का आइसोलेशन वार्ड में डांस करते हुए वीडियो सामने आया है। वह बीमारी से बेफिक्र ठुमके लगा रहा है। मरीज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। मरीज ने कहा-कोरोना को भगाने के लिए हम दिल खोलकर डांस करेंगे। सीएमओ डॉक्टर सुरेश ने इस बात की पुष्टि की है ये वीडियो बहराइच के एल 1 हॉस्पिटल में भर्ती मरीज का है।
बहराइच में अब तक कोरोना वायरस से 9 केस मिले हैं। इन्हें चित्तौरा में भर्ती किया जा रहा है। इस समय एल वन हॉस्पिटल में कुल 12 मरीज भर्ती है। इसमें नौ बहराइच के व तीन श्रावस्ती जिले के मरीज हैं। इस बीमारी को मात देने के लिए लोग घरों में कैद हैं। इसी बीच बहराइच से मरीजों के डांस का वीडियो सुकून देने वाला है।
डांस करने वाले युवक का साथी सवाल करता है कि, कोरोना के बारे में आप क्या संदेश देना चाहते हैं लोगों के तो वह कहता है कि, कोरोना फोरोना कुछ नहीं है। ये एक केवल एक बीमारी है। सब खेल कूद रहे हैं। डांस कर रहे हैं। नाचते गाते हैं पर क्या करें मजबूरी है यहां कैमरा लगा हुआ है नहीं तो खूब डांस करते। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है न हमें कोई तकलीफ है न इससे से कोई परेशानी है। बस जितना जल्दी हमें यहां से डिस्चार्ज कर दें। हम अपने घर पहुंच जाए। कोरोना को भगाने के लिए हम दिल खोल कर डांस करेंगे।
उत्तर प्रदेश में कोरोना से बचाव के लिए योगी सरकार ने युद्ध स्तर पर प्रयास शुरू कर दिया है। हर जिले में 15 से 25 हजार लोगों की क्षमता के क्वारैंटाइन सेंटर बनाए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी ने 10 से 15 लाख लोगों को क्वारैंटाइन केंद्रों में रखने की क्षमता का विस्तार करने का निर्देश दिया है। इन क्वारैंटाइन सेंटर्स की जियो टैगिंग होगी। योगी ने पीपीई किट, एन-95 मास्क हर जिले में उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
हर श्रमिका का होगा मेडिकल टेस्ट
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा- 1 मई से फिर से राशन वितरण होगा।पिछले 2 चरणों मे जो राशन बांटा गया है, उसका पॉजिटिव रिस्पांस आया है। कोविड-19 के एल 1, एल 2 व एल 3 हास्पिटल बढ़ाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि, रविवार को हरियाणा में फंसे 9,992 श्रमिक यूपी आए हैं। हर श्रमिक का मेडिकल टेस्ट हुआ है। श्रमिकों को349 बसों से उनके गृह जनपद के क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया है।अभी तक कुल 12,200 श्रमिक हरियाणा से उत्तर प्रदेश आ चुके हैं।
प्रयागराज से करीब 10 हजार छात्रों को उनके घर भेजा जाएगा
अवस्थी ने कहा-प्रयागराज तमाम बच्चे सिविल सर्विसेज की तैयारी करते हैं। ये बच्चे भी लॉकडाउन में वहां फंसे हैं। इन छात्रों को भी चरणबद्ध तरीके से जनपदों में भेजा जाएगा। इनकी संख्या करीब 9 से 10 हजार है। 300 बसों से इन्हें भी चरणबद्ध तरीके से भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि, निर्णय लिया गया है कि, डिग्री कॉलेज से लेकर बेसिक शिक्षा स्तर तक के अध्यापकों को कोरोना से बचाव की ट्रेनिंग दी जाए।
1784 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन ने बताया कि, अब तक राज्य में कोरोना के 1955 टेस्ट पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 1589 एक्टिव केस हैं। कोरोना का संक्रमण राज्य के59 जिलों तक पहुंच चुका है। हालांकि, 9 जिलों में अभी कोई एक्टिव संक्रमित मरीज नहीं है। अब तक 335 मरीज हो डिस्चार्ज हो चुके हैं।31 लोगों की मौत हुई है।1784 मरीज आइसोलेशन में भर्ती हुए हैं। जबकि,11363 मरीज क्वारैंटाइन सेंटर में भर्ती हैं।
कोरोना की जंग में हर कोई अपने त्याग की आहूति डाल रहा है। प्रदेश की 23 करोड़ जनता के हित में योगी सरकार ने सत्र 2020-21 की विधायक निधि स्थगित कर दी थी। जिसके बाद कई विधायकों ने पत्र लिखकर अपनी निधि अपने क्षेत्र में कोविड से बचाव पर खर्च करने की बात कही। लेकिन अब वही विधायक ठेंगा दिखा रहे हैं। ताजा मामला हरदोई के गोपामऊ से भाजपा विधायक श्याम प्रकाश का है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार, कमीशन खोरी का हवाला देते हुए निधि की राशि लौटने की मांग की है। विधायक ने सैनिटाइजर, मास्क व उपकरणों की खरीद के लिए अपनी निधि से 25 लाख रुपए दिए थे। इससे पहले 16 अप्रैल को विधायक ने पत्र लिखकर सीडीओ से खर्च का हिसाब मांगा था। लेकिन जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने पत्र लिखकर धनराशि वापस देने की बात कही है।
प्रशासन अभी तक निधि से खरीद नहीं पाया बचाव के उपकरण
दरअसल, भाजपा विधायक श्याम प्रकाश ने 26 मार्च को पत्र लिखकर 25 लाख रुपए की निधि मुख्य विकास अधिकारी को यह कहकर दी थी कि उनके इलाके की सीएचसी, पीएचसी में चिकित्सा की सामग्री किट और इलाके की जनता के लिए सैनिटाइजर और मास्क की खरीद की जाए। लेकिन प्रशासन विधायक निधि से अब तक न तो सैनिटाइजर खरीद पाया और न ही कोई मास्क या चिकित्सा सामग्री ही खरीदी गई। 16 अप्रैल को विधायक श्याम प्रकाश ने सीडीओ को पत्र लिखकर यह जानकारी चाही कि उनकी निधि से अब तक सामान क्यों नहीं खरीदा गया? लेकिन उस चिट्ठी का कोई भी जवाब विधायक को नहीं मिला। इस बीच चिकित्सा सामग्री में खरीद-फरोख्त को लेकर भ्रष्टाचार की खबरें जब सामने आई, तो इन खबरों का हवाला देते हुए विधायक श्याम प्रकाश ने पाला बदला और अपनी विधायक निधि यह कहकर वापस मांग ली कि चिकित्सा सामग्री खरीद में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। लिहाजा उनकी निधि को वापस कर दिया जाए ताकि उनकी निधि सही काम में जनता के काम आ सके।
नहीं मिला ऑर्डर, अन्य विधायकों की निधि से हो रहा खर्च
डीएम पुलकित खरे ने बताया कि, इस संबंध में उनकी सीडीओ निधि गुप्ता से बात हुई। उन्होंने बताया कि सैनिटाइजर और मास्क की इन दिनों खासी किल्लत है। जेल से प्रतिदिन बनने वाले 800 मास्क और एक स्वयं सेवी संस्था के द्वारा प्रतिदिन 1000 मास्क बनाए जाते हैं। इसके अलावा हरियावां शुगर मिल से सैनिटाइजर की खरीद की जा रही है। और भी कई विधायकों ने अपनी निधि से फंड दिया है। लेकिन सामान पर्याप्त मात्रा में न मिल पाने की वजह से अभी तक इस निधि से कोई खरीदारी नहीं की जा सकी है। हालांकि ऑर्डर बरेली और मुरादाबाद में दिया गया है।
जौनपुर में भाजपा एमएलसी समेत पांच विधायकों ने वापस ली थी निधि
इससे पहले जौनपुर में भाजपा के एमएलसी सहित चार विधायकों व बसपा की एक विधायक ने सीडीओ को पत्र लिखकर निधि की धनराशि का उपयोग करने से मना कर दिया था। इनमें सदर विधायक गिरीश चंद्र यादव व एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू ने सीएमएस व जिला अस्पताल को निधि का पैसा आवंटित किया था, जबकि शेष आठ विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में सीएचसी पर उपकरण के लिए सीएमओ को राशि दी थी। वहीं, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने विधायक निधि के साथ ही विधायकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती का फरमान जारी किया था। इस आदेश के बाद पांच जनप्रतिनिधियों ने सीडीओ को पत्र भेजकर धनराशि खर्च न करने की बात कही थी।
किस विधायक ने कितने दिए थे?
भाजपा एमएलसी विद्यासागर सोनकर ने एक करोड़, बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने 23 लाख, केराकत के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने 10 लाख मुंगराबाद शाहपुर की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने पांच लाख व जफराबाद के भाजपा विधायक डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद सिंह ने 10 लाख रुपए दिए थे। फिलहाल सभी ने सीडीओ को पत्र भेजकर निधि की जारी धनराया के आदेश को निरस्त करने के लिए कहा है।
दिल्ली के बाद अब उत्तर प्रदेश में भी प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना संक्रमितों के इलाज की शुरुआत हो गई है। रविवार को किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में भर्ती एक डॉक्टर की जान एक डॉक्टर ने प्लाज्मा डोनेट कर बचाई।इस बीच, दूसरे राज्यों से मजदूरों कावापस लौटना जारी है। उन्हें बसों से उनके गृह जनपद लाया जा रहा है।
शुक्रवार को उरई में तैनात एक एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉक्टर को केजीएमयू में भर्ती किया गया। उनकी तबियत लगातारबिगड़ती जा रही थी। इस पर उन्हें प्लाज्मा थैरेपी देने की योजना बनाई गई। संक्रमित डॉक्टर का ब्लड ग्रुप ओ था। वहीं, इससे पहले कनाडा से लौटी एक महिला डॉक्टर में कोरोना की पुष्टि बीते 11 मार्च को हुई थी। यह लखनऊ की पहली मरीज थी। संयोग से इनका भी ब्लड ग्रुप ओ था। ऐसे मेंकेजीएमयू के डॉक्टरों ने फोन कर उन्हें बुलाया।
कोरोना संक्रमित डॉक्टर को प्लाज्मा थैरेपी दी गई
ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग की एचओडीडॉक्टर तूलिका चंद्रा ने महिला डॉक्टर का कोरोना टेस्ट के साथ अन्य जांचें कराई। इसक बाद उनके खून सेप्लाज्मा निकालकर कोरोना संक्रमित डॉक्टर को चढ़ाया गया।अब डॉक्टरों को उनकीहालत में सुधार का इंतजार है। बता दें कि, इससे पहले दिल्ली में प्लाज्मा थैरेपी से संक्रमितों का इलाज करने की शुरुआत हुई थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कोरोनावायरस के संक्रमण से ठीक हो चुके लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील कर चुके हैं।
उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1800 के पार
इधर, प्रदेश में अब मरीजों का आंकड़ा 1880पहुंच गया है। 1784 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया। अब तक 327 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।राज्य में सबसे अधिक 327 मरीज आगरा में हैं। दूसरे स्थान पर 207 मरीजों के साथ लखनऊ है। वहीं, कानपुर में बीते 24 घंटे में 26 मरीज मिलने के बाद अब वहां 191 संक्रमित हो गए हैं। 10 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं।
कोरोना अपडेट्स
24 घंटे 82 नए केस, 66 डिस्चार्ज हुए
उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस के 82 नए केस सामने आए। इनमें लखनऊ, सहारनपुर व कानपुर में 21-21 वाराणसी में 11, हापुड़ में 7, गाजियाबाद में 5, नोएडा में 4, अलीगढ़ में दो और जालौन, बहराइच, श्रावस्ती, संभल, मुजफ्फरनगर, बदायूं, मथुरा, गोरखपुर, झांसी व आगरा में एक-एक मरीज मिला। इस दिन 66 मरीजों को अस्पतालों से डिस्चार्ज किया गया। यह प्रदेश में एक दिन में डिस्चार्ज होने वाले मरीजों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, मेरठ, आगरा व लखनऊ में 1-1 रोगी की मौत भी हुई।
अब तक 31 की गई जान: आगरा में 10, छह मुरादाबाद में, मेरठ में 5, कानपुर में 3, लखनऊ में दो और बस्ती, वाराणसी, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, अलीगढ़ में एक-एक रोगी की कोरोना वायरस से जान गई है। अब तक 61799 सैंपल लैब भेजे जा चुके हैं। इनमें से 58,492 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 984 लोगों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
कोरोनावायरस वैश्विक महामारी के बीच देश में लॉकडाउन जारी है। स्कूल-कॉलेज बंद हैं। लोग घरों में कैद हैं। इस बीच कई जगहों पर स्कूलों द्वारा अभिभावकों पर माह जून तक फीस जमा करने का दबाव बनाया गया। नतीजा लखनऊ, नोएडा में प्रशासन ने दबाव बनाने वाले स्कूलों पर कार्रवाई की चेतावनी दी। लेकिन वाराणसी में पुष्पा सिटीप्राइड स्कूल सामने आया है, जिसके प्रिंसपल ने अपनी मां की एक बात पर सभी बच्चों की फीस जून माह तक की फीस माफ कर दी है। यह भी कहा- किसी कर्मी के वेतन में कटौती नहीं की जाएगी।
नई बस्ती पांडेयपुर स्थित पुष्पा जूनियर हाईस्कूल के प्रबंधन समिति ने अप्रैल, मई व जून माह तक की फीस माफ करने का ऐलान किया है। प्रिंसिपल वाचस्पति श्रीवास्तव ने बताया कि फीस को लेकर तमाम अभिभावकों के फोन आ रहे थे। इस संबंध में मैंने अपनी 65 वर्षीय मां पुष्पा श्रीवास्तव से बात की। मां ने कहा- पूरा देश कठिन परिस्थिति से गुजर रहा है। हम कैसे किसी की मदद करें? यही हमारे लिए महत्वपूर्ण है। सभी बच्चों की फीस माफ कर दो और ये मदद नहीं, कर्तव्य समझ कर कर दो। इतना ही नहीं मां ने सभी 15 स्टाफ की तनख्वाह न रोकने की हिदायत भी दी।
यह स्कूल कक्षा आठ तक है। पुष्पा श्रीवास्तव ने कहा- ये हमारे संस्कार में है। जब कोई दुखी हो तो उसके दुख में शमिल हो। तभी एक दूसरे को समझ पाएंगे, जो 500 से ज्यादा बच्चे हमारे स्कूल में पढ़ रहे हैं, वो भी हमारे घर के सदस्यों की तरह ही है। समय, परिस्थितियां ठीक होंगी तो पैसे आते जाते रहेंगे।
हिंदी की टीचर पूजा श्रीवास्तव ने भी इस पहल में पति वाचस्पति का साथ दिया। उनका भी यही कहना था कि अगर किसी अभिभावक को कोई अन्य मदद चाहिए तो वो भी किया जाएगा। किसी भी स्टाफ के वेतन में कटौती नहीं की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में स्थित हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट को क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां संक्रमण के डर सेपीपीई किट पहनकर सरकारी कर्मचारी पानी की बोतल, बिस्किट लोगों को फेंकदे रहे हैं। यहां क्वारैंटाइन किए गए व्यक्ति चैनल गेट के भीतर से हाथ बाहर निकालकर खाने पीने की चीजों पर टूट पड़ रहे हैं। डीएम प्रभु नारायण सिंह ने इसका वीडियो सामने आने पर जांच के निर्देश दिए हैं।नोडल अधिकारी आलोक कुमार ने बताया कि, जांच में प्राथमिक तौर पर दोषी पाए गए बीडीओ मनीष को सस्पेंड करने का निर्देश दिया गया है।
आगरा-मथुरा रोड पर स्थित हिंदुस्तान इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (एचआइटीएम) को जिला प्रशासन द्वारा क्वारैंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां 600 लोगोंको रखा जा सकता है। वर्तमान में यहां दो सौ लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। लेकिन जिस तरीके से लोगोंके रहने, खाने व पीने का इंतजाम होना चाहिए। वह नहीं है। सोमवार को इस सेंटर का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, इसमें पीपीई किट पहनकर सरकारी कर्मचारी क्वारैंटाइन किए गए लोगोंको पानी की बोतल और चाय दे रहे थे, लेकिन यह सब दूर से दिया जा रहा था। दरवाजा बंद था और लोग सामान लेने के लिए एक दूसरे पर टूट पड़ रहे थे। ऐसे में एक मीटर की शारीरिक दूरी का पालन ठीक से नहीं किया जा रहा था। यहां भर्ती एक व्यक्ति ने बताया कि बेडशीट को दो दिन से नहीं बदला गया है। शौचालय गंदे पड़े हुए हैं और खाने की गुणवत्ता भी ठीक नहीं है। खाना दूर से दिया जा रहा है। परिसर में सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है और हर दिन सेनिटाइजेशन भी नहीं हो रहा है।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि, कोविड-19 के शीर्ष अधिकारियों को मामले की जांच सौंपी गई है। जिम्मेदार पर कार्रवाई के लिए कहा गया है। क्वारैंटाइन सेंटर में व्यवस्थाएं बढ़ाने के साथ ही भोजन वितरण कराने का निर्देश दिया गया है।
क्वारैंटाइन सेंटर में धरने पर बैठे 41 लोग
ताजनगरी में स्थित क्वारैंटाइन सेंटर में बदइंजामी का सिलसिला थम नहीं रहा है। यहां अग्रवन में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर में 41 लोग धरने पर बैठ गए हैं। पानी लेने से भी इंकार कर दिया है। लोगों का आरोप है कि 14 दिन क्वारैंटाइन समय पूरा हो चुका है। अब तक यहां रहते हुए 16 दिन बीत चुके हैं। जांच तक नहीं कराई गई है। एसीएम द्वितीय वीके गुप्ता लोगों को समझाने के लिए मौके पर पहुंचे हैं।
जिले के चमनगंज क्षेत्र को कोरोनावायरस का हॉटस्पॉट बनाया गया है। यहां रविवार को पतंगबाजी पर भी रोक लगा दी गई, ताकि पतंगों के जरिए अन्य मोहल्लों में संक्रमण न फैलने पाए। लेकिन रविवार को ही यहां एक ऐसा मामला सामने आया, जो बेहद शर्मनाक है। दरअसल, झगड़े की सूचना पर पहुंचे 112 हेल्पलाइन के सिपाही व होमगार्ड पर छतों से थूका गया। इससे आहत होमगार्ड ने पीआरवी प्रभारी को पत्र लिखकर अपनी ड्यूटी इस क्षेत्र से बदले जाने की मांग की। लिखा- मेरे छोटे छोटे बच्चे हैं और मां बजुर्ग है। यहां लोग छतों से थूकते हैं। मेरी ड्यूटी यहां न लगाई जाए। जिस पर उसे रिजर्व रखा गया है।
संकरी गली में हुआ था विवाद
बिधनू थाना क्षेत्र के न्यू आजाद नगर निवासी होमगार्ड अमित पांडेय बजरिया थाने टू व्हीलर पीआरवी 4720 में तैनात है। परिवार में पत्नी बुजुर्ग मां और छोटे बच्चे के साथ रहते हैं। पूरे परिवार की जिम्मेदारी अमित पर ही है। रविवार को एक सूचना आई कि अति संवेदनशील हॉटस्पॉट चमनगंज में पड़ोसियों के बीच पानी को झगड़ा हुआ है। इस सूचना पर कॉस्टेबल रोहित सिंह के साथ होमगार्ड अमित पांडेय पहुंचे थे।
होमगार्ड अमित पांडेय ने बताया कि जहां पर झगड़ा हुआ था, वो एक बहुत ही संकरी सी गली और गली के दोनो तरफ ऊंची-ऊंची बिल्डिंग थी। कांस्टेबल रोहित सिंह और मैं झगड़े की वजह को समझ रहे थे। तभी मुझे ऐसा लगा कि ऊपर से मेरी वर्दी पर कुछ गिरा है। मुझे कुछ गीला-गीला सा महसूस हुआ। इसके बाद मेरे साथी रोहित के साथ भी ऐसा हुआ। जब हम लोगों ने एक दूसरे की वर्दी को देखा तो वो थूक था। हम लोगों ने ऊपर छतों पर देखा तो लोग हम पर थूक रहे थे। हमने इसका विरोध किया, फिर भी लोग नहीं माने। चमनगंज पुलिस को इस घटना की जानकारी दी गई। लेकिन किसी ने मदद नहीं दी।
होमगार्ड ने बताया कि शहर में तेजी वायरस बढ़ रहा है। मैं इस घटना से बहुत आहत हूं। मैंने फैसला किया कि मुझे इस क्षेत्र में ड्यूटी नहीं करनी है। शाम को मैंने पीआरवी प्रभारी निरीक्षक मोहम्मद शईद खान को पत्र लिखा कि जिसमें पूरी घटना का विस्तार से विवरण लिखा। मुझे यहां से हटाकर कहीं तैनात करने की मांग की थी। सोमवार को मेरे पास कंट्रोल रूम से फोन आया था कि मुझे वहां से हटाकर रिर्जव कर लिया गया है।
शहर में 192 संक्रमित, चमनगंज अतिसंवेदनशील
शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सख्या तेजी बढ़ रही है। शहर में पॉजिटिव मरीजों की सख्या 192 पहुंच गई है। वहीं 7 मरीज हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुके हैं और तीन संक्रमितों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 28 हॉटस्पॉट एरिया घोषित किए जा चुके हैं। जिसमें से शहर के 7 पुलिसकर्मी संक्रमित पाए गए हैं। शहर के सबसे संवदेनशील हॉटस्पॉट में चमनगंज, कर्नलगंज कुलीबाजार और बेगमपुरवा को रखा गया है।
कोरोनावायरस भले ही एक आपदा हो, लेकिन इससे समाज में फिजूलखर्ची पर रोक लगी है। शादी समारोहों का स्वरुप बदल गया है तो लोग सामाजिक दूरी बनाते हुए भी एक दूसरे का पहले से ज्यादा फिक्र कर रहे हैं। रविवार की रात मेरठ जिले में एक दूल्हा महज तीन बाराती लेकर अपनी ससुराल पहुंचा। जहां बिना दहेज दूल्हे ने सात फेरे लिए और अपनी दुल्हनिया को साथ लेकर गया। इस शादी में सिर्फ परिवार के लोग शामिल हुए।
ये मामला मेरठ जिले के दुल्हैड़ा चौहान गांव का है। दरअसल, लॉकडाउन के दौरान तय हुई शादी बिना बैंड बाजों व बिना दान दहेज के रीति रिवाज से हो रही है। दूल्हा चंद बरातियों को साथ लेकर ही अपनी दुल्हन को लेने के लिए पहुंच रहा है। पहले से शादी की तारीख तय होने के कारण कुछ लोग तय समय पर ही शादी कर रहे हैं। ऐसा ही देखने को मिला रविवार को अक्षया तृतीय पर हुई एक शादी का। लॉक डाउन कारण बारात नहीं आ सकती थी, इसलिए दूल्हे ने तय किया कि वह तीन लोगों के साथ ही दुल्हन को लेने जाएगा।
रविवार को दुल्हैड़ा चौहान गांव में दतावली का रहने वाला लुक्स चौहान पुत्र पदम सिंह तीन बराती लेकर दूल्हन आंचल पुत्री वीरेंद्र चौहान के घर पहुंचा। रीति रिवाज के साथ जयमाला व फेरे की रस्म निभाई गई। जिसके बाद दुल्हन पक्ष ने दूल्हे के साथ दुल्हन को विदा कर दिया। बिना बैंड बाजे व दान दहेज के हुई शादी की गांव में सराहना हो रही है। दुल्हन के परिजनों ने दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद देकर विदा किया।
लॉकडाउन फेज दो के 13वें दिन सोमवार को झांसी में पहले कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन के अनुसार, रविवार को 114 सैंपल की जांच की गई, जिसमें एक केस पॉजिटिव आया है। 59 वर्षीय संक्रमित मरीज ओरछा गेट का रहने वालीहै। उसे मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। हालत स्थिर बताई जा रही है। उसकी ट्रेवेल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। जिला प्रशासन ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ओराछा गेट एरिया को हॉटस्पॉट बनाते हुए इसे सील कर दिया है। गंज क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
राहत का सबब बने कम्युनिटी किचेन
कोरोनावायरस कम्युनिटी स्तर पर न फैलने पाए, इसके लिए लॉकडाउन जारी है। इस बीच मजदूरी पेशा वर्ग व रोड किनारे रहकर जीव बिताने वालों के सामने खाने पीने का संकट है। इनके लिए झांसी में जिला प्रशासन व स्वयं सेवियों द्वारा 80 सामुदायिक रसोई घर राहत का सबब बन रहे हैं। ये रसोई अब तक चार लाख अस्सी हजार से ज्यादा लोगों की भूख मिटा चुके हैं। इनकी गुणवत्ता परखने के लिए स्वयं जिला अधिकारी अलग-अलग जगह जाकर खाना खाते हैं।
हर दिन 22 हजार लोगों को दिया जा रहा खाना
जनपद में 25 सरकारी और 55 गैर सरकारी कम्युनिटी किचन में हर रोज 20 से 22 हजार तक लोगों का खाना बन रहा है। यहां सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। प्रशासनिक अधिकारी खाने की गुणवत्ता को लेकर मॉनिटरिंग करते हैं। यहां से बने फूड पैकेट क्वॉरैंटाइन सेंटर और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचते हैं।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह गाजीपुर थाना क्षेत्र में अरावली मार्ग स्थित एपीआर काम्प्लेक्स की दूसरी मंजिल पर भीषण आग लग गई। सूचना पर पहुंची छह फायर बिग्रेड की गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है। इस अग्निकांड में कई बुजुर्ग फंस गए थे। जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। कोई जनहानि नहीं हुई है। लेकिन आग लगने के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
एसीपी अमित राय ने बताया कि, आग आलोक तिवारी के फ्लैट संख्या 401 में लगी थी। लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही आग ने विकराल रूप अख्तियार कर लिया और आग ने फ्लैट को पूरी तरह से चपेट में ले लिया। जान बचाने के लिए आलोक परिवार समेत बाहर निकल आए। आग को बुझा दिया गया है। कोई जन हानि नहीं हुई हैं। आग कैसे लगी इसके कारणों को पता किया जा रहा है।
अग्निकांड में फ्लैट में रखा लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। गनीमत रही कि, आग अन्य अपार्टमेंट में फैलने पाए, इससे पहले ही उसे रोक लिया गया। फ्लैट मालिक आलोक कुमार ने बताया कि, आग में गृहस्थी का लगभग सभी सामान जलकर राख हो गया।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। रविवार की रात तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें एक सिगरा थाना क्षेत्र में नगर निगम पुलिस चौकी का सिपाही है। इस काशी में 8 पुलिसकर्मी कोरोना से बीमारी हो चुके हैं। जबकि, दो अन्य कोलकाता से लौटे से मजदूर हैं। वे ट्रक में छिपकर गांव पहुंच गए थे। लेकिन ग्रामीणों ने उन्हें गांव में घुसने नहीं दिया था।
मजदूरों को गांव में नहीं दिया था घुसने
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि वाराणसी में रविवार को 117 सैंपल की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। जिनमें से 114 निगेटिव है। जबकि 3 पॉजिटिव रिपोर्ट में 1 सिगरा थाने की नगर निगम पुलिस चौकी का सिपाही है।दो अर्जुनपुर के रहने वाले हैं। एक की उम्र 50 व दूसरे की 37 वर्ष है। ये कोलकाता में फैले संक्रमण के डर से एक ट्रक में बैठकर छुपते हुए भाग आए थे। 17 अप्रैल को वहां से चलकर 22 अप्रैल को गांव पहुंचे तो लोगों ने इन्हें घुसने नहीं दिया। 23 अप्रैल को ग्राम प्रधान व आशा कार्यकत्री ने सूझबूझ दिखाते हुए दोनों को पीएचसी सेवापुरी पहुंचाया। वहां सैंपल लिया गया था। दोनों को डीडीयू के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है।
वाराणसी में अब तक 37 संक्रमित मिले
बता दें कि, वाराणसी में अब तक कोरोनावायरस के 37 टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। इनमें 28 एक्टिव केस हैं। वहीं सेवापुरी विकास खंड का ग्राम अर्जुनपुर 8वां हॉटस्पॉट बनाया गया है। 8 लोग स्वस्थ हुए हैं। जबकि 1 की मौत हो चुकी है।
ताजनगरी आगरा में कोरोनावायरस के तेजी से बढ़ रहे संक्रमण व मौत के मामलों से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। रविवार की शाम यहां तीन दिन पहले मृत हुए 70 साल के दूध कोरोबारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह आगरा में कोरोनावायरस से 10वीं मौत है। वहीं, बीते 24 घंटे में 9 नए केस सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 381 पहुंच गई है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए टि्वट किया है कि, आगरा मॉडल फेल है। ये कहीं वुहान न बन जाए।
23 अप्रैल को हुई थी बुजुर्ग की मौत
मोती कटरा निवासी 70 वर्षीय दूध कारोबारी की 22 अप्रैल को तबियत खराब हुई थी। इसके बाद परिजनों ने उन्हें एसएन अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन 23 अप्रैल की सुबह मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम हाउस में रखवा दिया गया। 24 अप्रैल को प्रशासन ने परिजनों को शव सौंप दिया था। बाद में विद्युत शवदाह ग्रह पर शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया। रविवार को उनकी रिपोर्ट में कोरोना मिलने की पुष्टि हुई।
प्रमुख सचिव और एडीजी पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लगातार बैठक ले रहे हैं। दोनों अफसरों ने मंटोला, नाई की मंडी समेत कई हॉटस्पॉट का निरीक्षण किया। इसके बाद हॉटस्पॉट क्षेत्रों में बदलाव किया गया है। इसका दायरा अब 800 मीटरे से बढ़ाकर 1 किमी कर दिया गया है। इस तरह 90 हॉटस्पॉट को मर्ज करके 33 कर दिया गया है। अब प्रशासन ने इन 33 हॉटस्पॉट को सैनिटाइज कराने में जुटा है।
अखिलेश बोले- जागो सरकार जागो
आगरा में कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने टि्वट कर लिखा- मुख्यमंत्री द्वारा बहुप्रचारित कोरोना से लड़ने का आगरा मॉडल मेयर के अनुसार फेल होकर आगरा को वुहान बना देगा। न जांच, न दवाई, न अन्य बीमारियों के लिए सरकारी या प्राइवेट अस्पताल, न जीवन रक्षक किट और उस पर क्वॉरैंटाइन सेंटर्स की बदहाली प्राणांतक साबित हो रही है। जागो सरकार जागो!
उत्तर प्रदेश में कोरोना कहर जारी है। अब यह कोरोना योद्धाओं को भी अपनी जद में ले रहा है। राज्य के 5 जिलों में 17 पुलिसकर्मी कोरोनावायरस सेसंक्रमित हैं। जिसमें वाराणसी, कानपुर में 7-7, मुरादाबाद, बिजनौर और आगरा में 1-1 पुलिसकर्मी शामिल हैं।डीजीपी मुख्यालय से सभी पुलिसकर्मियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, प्रदेश के 58 जनपदों में कोरोना के 1880 मरीज हो गए हैं। बीते 24 घंटे में 88 नए मरीज प्रदेश भर में आए हैं। जिसमें 1624 एक्टिव केस हैं। इनमें 1052 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं।
लखनऊ में श्रावस्ती के मरीज की मौत
पीजीआइ में भर्ती 72 वर्षीय श्रावस्ती के एक मरीज की रविवार की रातमौत हो गई। उनके 30 वर्षीय बेटे और केजीएमयू में भर्ती उरई के डॉक्टर की पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव मिली है। रविवार को तीन मरीजों में वायरस की पुष्टि के बाद राजधानी में अब कुल 208 मरीज हो गए हैं। वहीं, अब तक दो की मौत और 50 लोग ठीक हो चुके हैं। इसमें सबसे अधिक साढ़ामऊ अस्पताल में ठीक हुए। जिसमें लखनऊ निवासी कुल 30 मरीज हैं। बता दें, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को 166 संदिग्धों के सैंपल भेजे थे। पहली मौत 15 अप्रैल को हुई थी। लखनऊ के नया गांव निवासी 64 वर्षीय बुजुर्ग की मौत केजीएमयू में हुई थी।
रिटायर्ड पुलिसकर्मी की हालात गंभीर: पीजीआइ में भर्ती गोमती नगर निवासी रिटायर्ड पुलिसकर्मी की हालत गंभीर है। यह पहले से गुर्दा पीडि़त रहे हैं, वहीं वायरस की चपेट में आने पर स्थिति बिगड़ती जा रही है।
तबीयत खराब होने के बावजूद नर्स सेकराई रह थी ड्यूटी
लखनऊ केनक्खास निवासी 40 वर्षीय नर्स केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर के पांचवें तल स्थित क्रिटिकल केयर मेडिसिन आइसीयू में तैनात है। 21 अप्रैल को उसे जुकाम, बुखार का अहसास हुआ। ऐसे में अगले दिन छुट्टी पर चली गई। लिहाजा, 22 से 24 अप्रैल वह ट्रॉमा सेंटर नहीं आई। वहीं, चर्चा है कि 25 अप्रैल को उसे नाइट ड्यूटी पर बुला लिया गया। वेंटिलेटर यूनिट में वह रात भर रही। उसका बुखार, जुकाम बढ़ता देख शनिवार को स्वैब कलेक्शन कर सैंपल भेज दिया गया, मगर उसे यूनिट से छुट्टी नहीं मिली। सुबह ड्यूटी कर वह घर चली गई। रविवार को वायरस की पुष्टि हुई। इसके चलते कई डॉक्टर, नर्स, मरीज, तीमारदारों में संक्रमण का खतरा है। इस दौरान क्रिटिकल केयर यूनिट की भर्ती बंद कर दी गई है।
58 में से 10 जनपद कोरोना मुक्त: पीलीभीत, लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, बरेली, हरदोई, प्रतापगढ़, महराजगंज, बाराबंकी और कौशाम्बी के कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए।वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं हैं। वहीं प्रदेश में 90,702 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की। प्रदेश में कुल 1,12,404 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,363 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।
पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण-
अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 380, लखनऊ में 208, गाजियाबाद में 58, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 117, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 170, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 101, वाराणसी में 37, शामली में 27, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 89, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 38, बस्ती में 23, हापुड़ में 25, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 8, फिरोजाबाद में 83, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 181, शाहजहांपुर में 1, बाँदा में 3, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 43, औरैय्या में 10, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 29, सीतापुर में 20, प्रयागराज में 4, मथुरा में 10 व बदायूँ में 14, रामपुर में 20, मुजफ्फरनगर में 18, अमरोहा में 25, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 13, उन्नाव में 1, कन्नौज में 7, संतकबीरनगर में 21, मैनपुरी में 5, गोंडा में 1, मऊ में 1, एटा में 3 व सुल्तानपुर में 3, अलीगढ़ में 13, श्रावस्ती में 5, बहराइच में 9, बलरामपुर में 1, अयोध्या में 1 व जालौन में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई हैं।
327 कोरोना हुए डिस्चार्ज-
आगरा से 49, लखनऊ से 30, गाजियाबाद से 16, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 71, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 7, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 8, शामली से 18, जौनपुर से 4, बागपत से 1, मेरठ से 36, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 5, बस्ती से 5, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 3, फ़िरोज़ाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, सहारनपुर से 10, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाँथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 12, प्रयागराज से 1, बदायूं से 1, रामपुर से 4 व मुजफ्फरनगर से 3 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ पूर्णतया करवाकर डिस्चार्ज किया गया हैं।
कोरोना से कुल 31 मौतें हुईं: बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ में दो, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 10 मौतें हुईं हैं।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में उरुवा के हाटा बुजुर्ग गांव निवासी 49 वर्षीय एक शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। उसकी रिपोर्ट रविवार की शाम आई। यह गोरखपुर में कोरोना संक्रमण का पहला मामला है। मरीज को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। वहीं, योगी सरकार की पहल पर सोमवार सुबह पंजाब में लॉकडाउन के बीच फंसे मजदूरों को रोडवेज की 10 बसों से लाया गया है। इन मजदूरों की स्क्रीनिंग कर उन्हें 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन किया जाएगा।
संक्रमित के साथ एंबुलेंस से आए हैं उरुवा के तीन लोग
उरुवा के हाटा बुजुर्ग गांव निवासी व्यक्ति मजदूरी के सिलसिले में दिल्ली में था। जहां उसकी चार दिन पहले सांस लेने में दिक्कत हुई। इस पर उसके गांव के तीन साथियों ने उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन शनिवार को सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। साथियों ने उनको दिल्ली में किसी दूसरे अस्पताल ले जाने की बजाय गोरखपुर लाने का फैसला किया। साथ में तीनों साथी भी दिल्ली से एम्बुलेंस में लौटे। एम्बुलेंस ने तीनों को उरुवा में उतारा। शाम चार बजे के बाद ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर बेटा अपने पिता को लेकर पीएचसी उरूवा पहुंचा। यहां डॉक्टर आबिद ने उसकी जांच कर जिला अस्पताल रेफर किया। वहां से बीआरडी रेफर कर दिया गया।
रविवार शाम ग्रामीण को मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया।
बीआरडी के प्राचार्य डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि मरीज को उनके परिजन शाम करीब सात बजे एम्बुलेंस से लेकर पहुंचे। उसकी सांस फूल रही थी। सीने में दर्द की शिकायत थी। वह पहले से बीपी और शुगर के मरीज हैं। उनकी हालत को देखकर डॉक्टरों ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया। गले से लार का नमूना लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया। प्राचार्य ने बताया कि मरीज की हालत को देखते हुए उसके सैम्पल की जांच सीबी नेट मशीन से कराई गई। यह मशीन करीब डेढ़ घंटे में रिपोर्ट देती है। रात करीब 10 बजे रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिली। इसकी सूचना फौरन कमिश्नर, डीएम और सीएमओ को दी गई। मरीज के साथ ही परिजनों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। मरीज को लेकर उनके परिवारीजन रविवार की सुबह दिल्ली से आए थे। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुगर और बीपी का उपचार चल रहा था। घर पर शाम पांच बजे तबीयत खराब होने पर उनको पीएचसी उरुवा ले जाया गया, वहां से जिला अस्पताल फिर बीआरडी में एडमिट किया गया।
गांव के लिए रवाना हुई कोविड-19 टीम
मरीज के पॉजिटिव होने की सूचना के बाद प्रशासन हरकत में आ गया। कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कमान संभाली। आनन-फानन में कोविड-19 टीम को गांव के लिए रवाना किया गया। इसके साथ ही उरुवा पीएचसी के डॉक्टरों को भी गांव में भेजा गया। पुलिस टीम घर के सदस्यों का ब्योरा जुटाएगी। एम्बुलेंस से लौटे तीनों युवकों की तलाश करेगी। इसके साथ उनके परिवारीजनों को क्वारैंटाइन करेगी। टीम गांव के तीन किलोमीटर के एरिया को सील कर उसे सैनिटाइज करेगी। मरीज के बेटे से पुलिस ने जानकारी ली है। उनके संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारैंटाइन किया गया। कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद रात भर पुलिस और मेडिकल टीम दौड़भाग करती रही।
कमिश्नर ने कहा- कोविड प्रोटोकॉल का हो रहा पालन
गोरखपुर मंडल के कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने कहा- दिल्ली से रविवार को लौटे उरुवा क्षेत्र निवासी एक व्यक्ति जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज शुरू हो गया है। साथ ही वह गांव में किन-किन लोगों से मिला इन सब की जानकारी जुटाई जा रही है। जो लोग संक्रमित के साथ आए थे। सभी को आइसोलेट कर दिया गया है। साथ सभी जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
250 मजदूर पंजाब से गोरखपुर पहुंचे
गोरखपुर और आसपास के जिलों के मजदूरों को लेकर यूपी रोडवेज की दस बसें सोमवार सुबह गोरखपुर पहुंचीं।हर बस में 20 से 25 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए बैठाया गया था।एसडीएम/ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सहजनवां अनुज मलिक ने बताया कि अलग-अलग जिले के मजदूरों को उनके जिले में भेजा जा रहा है। गोरखपुर के मजदूरों को उनके तहसील और गांव में भेजकर प्राथमिक विद्यालयों में क्वारैंटाइन कराया जा रहा है।पंजाब के अलावा अन्य राज्यों से भी बसों से मजदूरों को आने का सिलसिला जारी रहेगा। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण बहुत से मजदूर अलग अलग राज्य में फंसे हुए हैं। जिन्हें वापस लाने के लिए सरकार ने पहल की है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पंचायत ने किशोरी के साथदुष्कर्म के दो आरोपियों को सजा के तौर पर पांच-पांच जूते मारे और उनका मुंह काला करके छोड़ दिया। लेकिन, पंचायत के इस फरमान से दुखी होकर किशोरी ने घर आकर फांसी के फंदे से लटककर जान दे दी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी मुनिराज ने कहा- पंचायत पर भी कार्रवाई होगी।
23 अप्रैल को हुई थी घटना
दादों क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली17 साल की किशोरी 23 अप्रैल की सुबह शौच के लिए खेत गई थी। घर लौटते समय गांव के दो युवकों ने उसे पकड़ लिया और खेत में ले गए।दोनों आरोपियों ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।हालांकि, परिजनका आरोप है कि दुष्कर्म करने वाले पांच आरोपी थे।वारदात के बाद किशोरी निर्वस्त्रही घर पहुंची,जिसे देखकर घरवाले सन्न रह गए। किशोरी ने रोते- बिलखते हुए पूरी बात परिजनको बताई।
पंचायत ने मामला निपटाया
मामला पुलिस तकपहुंचने से पहले कुछ लोग इसे दबाने में जुट गए। चूंकि, पीड़ित और आरोपी पक्ष एक ही वर्ग से थे, इसलिए सुलह समझौते का प्रयास शुरू हो गया। गांव में पंचायत बुलाई गई। किशोरी को भी बुलवाया गया। पंचों ने निर्णय लिया कि किशोरी दोनों आरोपियों को पांच-पांच जूते मारे। पंचों के सामने बेबस किशोरीने ऐसा ही किया। फिर दोनों लड़कों का मुंह काला करकेभविष्य में ऐसा करने पर कठोर कार्रवाई की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
पंचायत के बाद पीड़ित को दी गई थी धमकी
आरोप है कि किशोरीपंचायत से लौटकर अपने घर जा रही थी, तभी दुष्कर्म करने वाले लड़कों ने उसे रोककर जान से मारने की धमकी दी और उस पर फब्तियां कसी। इस बात से आहत होकर किशोरी ने जान दे दी। किसी ग्रामीण ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने गांव में पहुंचकरशव अपने कब्जे में लिया। एसएसपी मुनिराज ने बताया- जिन लोगों ने पंचायत की उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच के लिए टीम बना दी है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर के कांशीराम ट्रामा सेंटर में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने रविवार की शाम आईसोलेशन वार्ड में जमकर तोड़कर की। संक्रमित मरीजों ने भागने का प्रयास किया तो पैरामेडिकल स्टॉफ ने दौड़ाकर पकड़ लिया। इस दौरान एक मरीज को चोट भी लगी है। इसके साथ मरीजों ने मेडिकल स्टॉफ से भी बदसलूकी की है। हंगामा करने वाले मरीज तब्लीगी जमातियों के संपर्क में आए संक्रमित मरीज हैं।
कुली बाजार के मरीज यहां भर्ती
कांशीराम ट्रामा सेंटर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए लेवल टू का अस्पताल तैयार किया गया है। शहर में संक्रमितों की संख्या बढने पर मरीजों को कांशीराम अस्पताल में रखा गया है। इस अस्पताल में शहर के कुली बाजार हॉटस्पॉट एरिया के 65 मरीज भर्ती हैं। कुली बाजार कानपुर का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट है। इस क्षेत्र में अब तक 91 संक्रमित पाए गए हैं। अब यहां कुल संक्रमितों की संख्या 185 हो चुकी है। जिनमें 173 एक्टिव केस हैं।
आरोप है कि, कुछ पॉजिटिव मरीज वार्ड का दरवाजा खोलकर बाहर निकलने का प्रयास कर रहे थे। जब उनको इसके लिए मना किया गया तो वो भड़क गए। कुछ मरीज हंगामा करने लगे, इस हंगामे के बीच एक पॉजिटिव मरीज ने वार्ड में लगे दरवाजे का ग्लास तोड़ दिया। जिसकी वजह से मरीज का हाथ कांच लगने से फट गया। मौका देखकर कुछ लोगों ने भागने का प्रयास किया। पैरामेडिकल स्टॉफ ने उन्हे दौड़ाकर पकड़ लिया।
सीएमएस संतोष पांडेय ने कहा- मरीज दरवाजा खोलकर बाहर निकले का प्रयास कर रहे थे। डॉ सिद्की ने मरीजों को समझाकर शांत करा दिया है। सिर्फ ग्लास टूटा था। जिसकी वजह से मरीज को चोट लगी है। फिलहाल मेरे पास और किसी तरह की शिकायत नहीं आई है।
हैलट में जमातियों ने खाने की थाली पर मारी थी लात
बता दें, इससे पहले शनिवार शाम हैलट (जीएसपीएम मेडिकल कॉलेज) के कोविड-19 अस्पताल में जमातियों ने खाने की थाली पर लात मारकर खाना फर्श पर फैला दिया था। साथ ही वॉर्ड बॉय से मारपीट की थी। प्राचार्य आरती लाल चंदानी ने कहा- आइसोलेशन वार्ड में एडमिट संक्रमित नॉनवेज और बिरयानी की मांग कर रहे है। शनिवार को खाना लेकर गए वार्ड बॉय के संक्रमितों ने मारपीट की है, किसी तरह से वो अपनी जान बचाकर भागा था।
बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर कोरोनावायरस को मात देकर फिलहाल क्वारैंटाइन में समय बिता रहीं हैं। उन्होंने रविवार को इंस्टाग्राम पर बयान जारी कर कोरोनावायरसमहामारी फैलाने के आरोपों पर अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने कहा- जिन भी लोगों के संपर्क में मैं आई थी, वे सभी जांच में निगेटिव पाए गए। मैंने एक भी पार्टी आयोजित नहीं की। मुझे यदि बीमारी के बारें में पता होता, तो ऐसा बिल्कुल न करती। मुझे जैसे ही समस्या हुई तो मैंने टेस्ट कराया। टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल चली गई। बता दें किकनिका कपूर कोरोनावायरस की जद में आने वाली बॉलीवुड सेलेब थीं। इस दौरानकनिका पर महामारी को फैलाने के आरोप भी लगे। इतना ही नहीं इस मामले में लखनऊ के सरोजनी नगर थाने में उन परकेस भी दर्ज है।
मैं इसलिए नहीं चुप थी, क्योंकि गलत थी
कनिका ने लिखा- मुझे पता है कि, मेरे बारें में कई कहानियां बनाईं गई हैं। कुछ तो इस वजह से ज्यादा बढ़ी क्योंकि, मैं अब तक चुप रही। मैं इसलिए चुप नहीं थी, क्योंकि मैं गलत थी। मुझे पता था लोगों को गलत जानकारी दी गई। मैं बस इंतजार कर रही थी कि लोग खुद सच को समझें। मैं अपने परिवार, दोस्त व प्रशंसकों का बहुत धन्यवाद करती हूं, जिन्होंने ऐसे वक्त में मुझे समझा। लेकिन, अब मैं आपको सही बातें बताना चाहूंगी।
मैंने कोई पार्टी होस्ट नहीं की, जब लक्षण दिखे तो टेस्टकराया था
कनिका ने लिखा- वह इस समय अपने लखनऊ वाले घर में हैं।माता-पिता के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही हैं। जब 10 मार्च को वह लंदन से मुंबई आई थी, तब एयरपोर्ट पर जांच भी की गई थी।उस समय क्वारैंटाइन में रहने के संबंध में कोई एडवायजरी नहीं थी। इसके बाद जब वह मुम्बई से लखनऊ आईं, तब भी उनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। न ही एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग की गई।
उस समय स्वास्थ्य की कोई समस्या नहीं थी, इसलिए कुछ कार्यक्रमों में गई थी। खुद कोई पार्टी आयोजित नहीं की। 17 मार्च को जब उन्हें कुछ समस्या लगी, तब खुद से कोरोनावायरस टेस्ट कराने को कहा था। टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद 20 मार्च को अस्पताल चली गई। मैं उम्मीद करती हूं कि इस मैटर से लोग सच्चाई और संवेदनशीलता के साथ डील करें। इंसान पर नकारात्मकता थोपने से सच्चाई नहीं बदलती।
इंस्टाग्राम पर कनिका ने जारी किया बयान-
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में रविवार को संजाफी हॉस्पिटल व ट्रामा सेंटर के प्रबंधक व संचालक डॉक्टर मुकेश गौतम के खिलाफ अयोध्या कोतवाली में केस दर्ज किया गया है। संचालक पर कोरोना संकट को लेकर जारी लॉकडाउन में प्रतिबंधों को तोड़कर ओपीडी व आईसीयू संचालित करने का आरोप है। बता दें कि, इसी अस्पताल में जांच के लिए पहुंची सनेथू नत्थन का पुरवा गांव निवासी 25 वर्षीय गर्भवती महिला कोरोना पॉजिटिव मिली थी। 23 अप्रैल को यहां पहला कोरोना केस सामने आया था।
कोरोनावायरस के नोडल अधिकारी ने दर्ज करवाया केस
कोरोना के जिला नोडल अधिकारी डॉ. आरके देव ने संजाफी हास्पिटल के मैनेजर डॉ. मुकेश गौतम के खिलाफ धारा 188, 269, 270 व महामारी अधिनियम की धारा 3 व आपदा प्रबंधन की धारा 51 के तहत केस दर्ज करवाया है। जिसमें डॉ. गौतम पर आरोप लगाया गया है कि साजिश के तौर पर उन्होंने कोरोना को फैलाने का प्रयास किया है और लॉकडाउन को तोड़ कर डीएम की बिना अनुमति के अपने अस्पताल का ओपीडी व आईसीयू को संचालित रखा।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि जिस महिला में कोरोना पाजिटिव मिला है, उसका परीक्षण व इलाज डा आकांक्षा ने 9 मार्च व 19 अप्रैल को भी किया था। जबकि 23 अप्रैल को जब अस्पताल ने कोरोना का टेस्ट करवाया तो उसमें पाजिटिव रिपोर्ट आई। इस तरह से महामारी के बचाव को लेकर लगाए लॉकडाउन प्रतिबंधों को मनमानी तरीके से बार बार तोड़ा गया। इस समय आरोपित डॉ. मुकेश गौतम व संजाफी हास्पिटल के सभी स्टाफ को तिरूपति होटल में क्वारैंटाइन किया गया है।
संक्रमित महिला सुल्तानपुर में भर्ती
कोरोना पाजिटिव पाए जाने के बाद महिला को सुल्तानपुर के आइसोलेशन सेंटर पर इलाज के लिए भेज दिया गया है। जबकि उसके गांव सनेथू को हॉट स्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया है। गांव के सभी सदस्याँ की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटे में 177 नए केस सामने आए। इसके साथ राज्यों में मरीजों की संख्या बढ़कर 1843 पहुंच गई है। 261 मरीज ठीक हुए हैं। 1040 संक्रमित जमाती और उनसे संपर्क में आए हुए लोगहैं। उधर, झांसी पुलिस ने रविवार कोएक ट्रक को पकड़ा, जिसमें 44 मजदूर सवार थे। ये सभी महाराष्ट्र से आए थे। इन्हें मध्यप्रदेश-यूपी बॉर्डर से लौटा दिया गया।
अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा- अभी तक यूपी में कुल 402 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। लॉकडाउन के दौरान 32000 वाहन सीज किए गए हैं। सीएम ने राज्य में पूल टेस्टिंग को बढ़ावा देने का निर्देश जारी किया है। गैर राज्यों से यूपी में आने वालों को हर हाल में क्वारैंटाइन कराया जाएगा। अब तक जो औद्योगिक इकाइयां शुरू हुई हैं वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा। उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि उप्र में अभी तक 1843 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 289 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अभी तक उप्र में कुल 29 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है।
कानपुर में पतंगबाजी पर रोक लगी
कानपुर में पतंगबाजी पर भी पाबंदी लगा दी गई है। चमनगंज पुलिस ने गाना गाते हुए पतंगबाजी न करने की अपील की। पतंग उड़ाने पर मुकदमा दर्ज करने की हिदायत दी है। इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा। कानपुर में रविवार को 20 नए केस सामने आए। इनमें 10 संक्रमित मुन्नापुरवा व 10 कर्नलगंज के हैं। संक्रमितों में 13 महिलाएं भी शामिल हैं। इस तरह अब यहां कुल संक्रमितों की संख्या 185 हो चुकी है। जिनमें 173 एक्टिव केस हैं।
कोरोना अपडेट्स
पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण:
उत्तर प्रदेश में रविवार को दोपहर चार बजे तक कोरोनावायरस के 36 नए केस सामने आए। जिससे पॉजिटिव केस की संख्या 1843 पहुंच गई। इनमें 29 की मौत हो चुकी है। हालांकि, राहत की बात है कि, अब संक्रमित रोगी के ठीक होने की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। रविवार को गोरखपुर में तीन माह के बच्चे के अलावा आगरा में 19, ग्रेटर नोएडा में 8 मरीज स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। अब तक प्रदेश में 289 लोग ठीक हो चुके हैं।
तीन माह का बच्चा अपनी मां के साथ घर भेजा गया
बस्ती के रहने वाले एक युवक की बीते 29 मार्च को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई थी। मौत के बाद उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इससे पहले ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने मृतक के शव को परिजनों को सौंप दिया था। जिसके अंतिम संस्कार में कई लोग शामिल हुए। जब इन लोगों की सैंपलिंग हुई तो पता चला कि, 19 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इनमें तीन माह का बच्चा व उसके माता-पिता भी शामिल थे। जिनका 12 अप्रैल से इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। रविवार को डॉक्टरों व अन्य स्टॉफ ने ताली बजाकर बच्चे व उसकी मां को विदाई दी।
82 साल बुजुर्ग व नवजात शिशु ने कोरोना को दी मात
रविवार को ग्रेटर नोएडा के जिम्स (गवर्मनेट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस) हॉस्पिटल से 8 कोरोना संक्रमित मरीजों को ठीककर डिस्चार्ज कर दिया गया। हालांकि ये सभी घर पर 14 दिन होम क्वारैंटाइन रहेंगे। रोगियों में 82 वर्षीय वृद्ध महिला भी शामिल थी। एक नवजात शिशु के साथ मां को भी अस्पताल से छुट्टी मिली। डीएम सुहास एलवाइ ने कहा- जिम्स हॉस्पिटल में अब तक 89 फीसदी कोरोना संक्रमित मरीजों को स्वस्थ कर घर भेज चुका है। अब यहां
सिर्फ 4 मरीज भर्ती हैं। पूरे देश मे नोएडा मरीजों को ठीक करने के मामले में सबसे ऊपर है। इस दौरान डीएम ने सभी डिस्चार्ज हुए मरीजों को गिफ्ट दिए और पूरे स्टाफ ने ताली बजाकर सभी का अभिनंदन किया।
अब तक 140 की रिपोर्ट निगेटिव, आज 19 डिस्चार्ज
यूपी में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज आगरा में हैं। यहां अब तक 372 मरीज मिल चुके हैं। जबकि 9 की जान गई है। लेकिन रविवार ताजनगरी वालों के लिए सुखद एहसास देने वाला रहा। यहां आज 19 संक्रमितों ने कोरोना को मात देकर अस्पताल से छुट्टी ली है। जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि अभी तक 140 ऐसे लोग हैं जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी हैं। जिन्हें चरणबद्ध तरीके से डिस्चार्ज किया जा रहा है। अब तक लगभग 65 मरीजो को डिस्चार्ज किया जा चुका है। आगरा में 46 मरीज अन्य शहरों और राज्यों के भर्ती हैं।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में कोरोनावायरस का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को 20 नए केस सामने आए। इनमें 10 संक्रमित मुन्नापुरवा व 10 कर्नलगंज के हैं। संक्रमितों में 13 महिलाएं भी शामिल हैं। इस तरह अब यहां कुल संक्रमितों की संख्या 185 हो चुकी है। जिनमें 173 एक्टिव केस हैं। वहीं प्रदेश में1843 मामले आ चुके हैं।आज कानपुर में पतंगबाजी पर भी पाबंदी लगा दी गई है। चमनगंज पुलिस ने गाना गाते हुए पतंगबाजी न करने की अपील की। पतंग उड़ाने पर मुकदमा दर्ज करने की हिदायत दी है। इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा।
लॉकडाउन में देखा गया है कि लोग बड़ी संख्या में अपने घरों की छतों पर पतंग उड़ा रहे हैं। ऐसे में पंतग वायरस को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का माध्यम बन सकती है। जिला प्रशासन ने पतंग उड़ाने वालों पर सख्ती से नकेल कसने का प्लान तैयार किया है। गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पतंग उड़ाने वालों पर ड्रोन से भी नजर रखा जा रहा है। पुलिस ने शहर के सभी थानों में पंतग उड़ाने वालों को चेतावनी दी है। जगह-जगह इसके लिए पुलिस ने माइक से अनांउस भी किया है। चमनगंज पुलिस ने क्षेत्र में माइक से गाना गाकर अपील की है कि 'भैया मेरे पतंग नहीं उड़ाना नहीं तो पड़ेगा जेल जाना, सभी अपने बच्चों को बताना है छत पर पतंग न उड़ाना'।
सीसामऊ सीओ त्रिपुरारी पांडेय ने बताया कि, चमनगंज पुलिस द्वारा गाने के माध्यम से पतंगबाजी पर प्रतिबंध की सूचना शहरवासियों को दी गई है। पतंग उड़ाने से कोरोना महामारी की घटना हो सकती है। पतंग एक जगह से दूसरी जगह जाती है, उस पतंग को कौन उसको छू रहा है और कौन उसको बना रहा है। ऐसे में संक्रमण बढ़ने की संभवाना बढ़ जाती है। इसके साथ यह भी देखा गया है कि बच्चे पतंग के पीछे दौड़ते है और दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।
उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में पुलिस ने 15तब्लीगी जमातियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सभी को फरीदीपुर में बने अस्थायी जेल में शिफ्ट किया गया है, ये सभी पहले से ही क्वारैंटाइन थे। जमातियों में 9 सूडानी नागरिक, उनके ट्रांसलेटर और कार्य करने वाले शामिल हैं।
31 मार्च को शहर के जामे इस्लामिया मदरसे में सूडान से आए 10 जमाती समेत कुल 15 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया था। दूसरे दिन पुलिस ने सूडानी नागरिको के विरुद्ध वीजा नियमों के उल्लंघन व महामारी अधिनियम समेत अन्य आरोपों के तहत मुकदमा दर्ज किया। चार अप्रैल की रात इन जमातियों को मदरसे से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां सैंपलिंग के बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हे वापस मदरसे में क्वारैंटाइन किया गया गया।
इसके बाद हाल ही में सभी सूडानी जमाती समेत उनके साथ चलने वालों को फरीदीपुर स्थित क्वारैटाइन सेंटर में ले जाकर रखा गया था। यहां दोबारा सैंपल लिया गया और एसजीपीजीआई लखनऊ भेजा गया। जिसमें एक सूडानी नागरिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसे कुड़वार सीएचसी के आईसोलेशन सेंटर में रखा गया। अन्य सभी सूडानी नागरिकों व उनके साथ रहने वाले कुल 15लोगों को मजिस्ट्रेट सिद्धार्थ वर्मा के समक्ष रविवार को पेश किया गया। जहां से मजिस्ट्रेट ने सभी को 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में रखे जाने का निर्देश दिया। इस पर सभी को फरीदीपुर क्वारैंटाइन सेंटर में बने अस्थाई जेल में लाकर रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का असर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।उत्तर प्रदेश में अभी तक 1843 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से 289 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अभी तक उप्र में कुल 29 लोगों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है।इस मौके पर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि अभी तक यूपी में कुल 402 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं और अब तक लॉकडाउन के दौरान 32000 वाहन सीज किए गए हैं। कहा कि सीएम ने राज्य में पूल टेस्टिंग को बढ़ावा देने का निर्देश जारी किया है।
अवस्थी ने रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना से मेडिकल टीम को संक्रमण से मुक्त करने के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। जो भी गैर राज्यों से उप्र में आ रह हैं उन्हें हर हाल में क्वारैंटाइन कराया जाएगा। सभी नोडल अधिकारियों से रिपोर्ट लेकर भी आगे का काम शुरू किया जाएगा। अब तक जो औद्योगिक इकाइयां शुरू हुई हैं वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाएगा।
289कोरोना पेशेंट डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 18, लखनऊ से 29, गाजियाबाद से 16, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 59, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 7, पीलीभीत से 2, मुरादाबाद से 1, वाराणसी से 6, शामली से 15, जौनपुर से 4, बागपत से 1, मेरठ से 36, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 3, फ़िरोज़ाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, सहारनपुर से 9, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाँथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 8, प्रयागराज से 1 व रामपुर से 4 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया है।
कुल 29मौतें हुईं:यूपी में अब तक कोरोना संक्रमण से 29लोगों की मौत हो चुकी है जिसमें बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 6, मेरठ में 5, कानपुर में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 9 मौतें हुईं हैं।
प्रदेश में 90,606 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की हैं। प्रदेश में अब तक 18,890 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण की वजह से क्वारैंटाइन किया गया है। प्रदेश के 57 जनपदों में अब तक कुल 1807 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई, इनमें 1040 लोग तब्लीगी जमात से सम्बंधित हैं।उत्तरप्रदेश के 47 जनपदों में अभी भी कोरोना के 1512 एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कुल 1,03,533 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,715 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है।
मुंबई से आए कोरोना पॉजिटिव चाचा भतीजे के कार ड्राइवर के संपर्क में आने की वजह से पूरे कौंधियारा थाने के स्टाफ को क्वारैंटाइन किया गया है। ड्राइवर अपने निजी काम से दो दिन पहले कौंधियारा थाने पहुंचा था। वहां पर उसका चचेरा भाई पोस्टेड है। ड्राइवर उससे मिला था। जिसके चलते एहतियातन एसएसपी ने थानाध्यक्ष प्रवीण सिंह समेत 51 पुलिसकर्मियों को क्वारैंटाइन में भेज दिया है। यही नही कौंधियारा थाने से सटे घूरपुर के कर्मा पुलिस चौकी में तैनात चौकी इंचार्ज समेत आधा दर्जन पुलिस वाले भी क्वारन्टीन किये गए है।
इस तरह से प्रयागराज में 57 पुलिस वालों को एक साथ क्वारैंटाइन किया गया है। हांलांकि ड्राइवर मुम्बई वापस चला गया है। पुलिसकर्मियों को क्वारैंटाइन किए जाने की वजह से थाने में नए इंचार्ज की तैनाती भी कर दी गई है। सभी 51 पुलिसकर्मियों को पास के ही स्कूल में क्वारैंटाइन किया गया है जिससे पूरे कस्बे में सनसनी फैल गई है।
कपारी गांव के 192 लोग भेजे गए क्वारैंटाइन सेंटर
शंकरगढ़ के कपारी गांव में कोरोना पॉजिटिव मिले चाचा भतीजे के सम्पर्क में आये 192 लोगों को पुलिस और प्रशासन ने चिन्हित कर उन्हें क्वारैंटाइन सेंटर भेज दिया है। इसके साथ ही उनके सैंपल भी कोरोना की जांच के लिए लैब भेज दिए गए हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने तेहरवीं के भोज में अनुमति से ज्यादा लोगों को इकठ्ठा कर लिया था।
इसके साथ ही दोनों युवकों को मुंबई से कार से प्रयागराज लेकर पहुंचे ड्राइवर के सम्पर्क में आये कौंधियारा थाना और कर्मा पुलिस चौकी के पुलिस वालो को भी एहतियातन आइसोलेट कर दिया गया है। प्रशासन ने शंकरगढ़ के कपारी गांव के तीन किलोमीटर के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है और हॉटस्पॉट के रूप में उसे तब्दील कर दिया है।
एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने कहा है कि फिलहाल तीन मई तक लॉकडाउन प्रभावी है और इसमें कोई ढ़ील नहीं दी गई है। जिले में कोरोना के तीन पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद इसका संक्रमण रोकने के लिए पुलिस सख्ती से लॉकडाउन का पालन करा रही है
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में शनिवार की शाम एक 15 वर्षीय किशोर अपनी छत पर खेल रहा था। तभी वह पिलर पर लगे सरिया (लोहे की छड़) पर गिर गया,जिससे सरिया किशोर के जबड़े से आरपार कर गया। उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन,डॉक्टरों ने उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है।
गौरीबाजारथाना क्षेत्र केबौड़ीतिवारी गांव निवासीरामलखनराजभर का बेटा राज (15) लॉकडाउन के चलतेशनिवार की शाम अपने घर कीछतपर खेल रहा था। खेलते वक्तअनियंत्रितहोकर वहछतपर पिलरमेंलगेलोहेकीसरियापर जा गिरा। जिससेउसके मुंह में सरियाघुस गया और सरियाउसके जबड़े केआर पार निकल गई।
यह देख अन्य बच्चों ने शोर मचाया तो परिजन मौके पर पहुंचे।लेकिन, जिसने भी राज को देखा वह दहल उठा। कुछ लोगों ने बच्चे के मुंह में फंसेसरियाकोनिकालने का प्रयास किया, लेकिनसफलनहींहुए और आनन फानन में देवरिया जिलाअस्पताल पहुंचे। जहांडाक्टरोंने प्राथमिक उपचार के बाद उसे गोरखपुर मेडिकल कालेज रेफरकर दिया।
उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में कोरोना के फैलने के लिए जिम्मेदार जमातियों के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं आ रहा है। कानपुर में शनिवार को जमातियों ने हैलट के कोविड-19 अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में खाने की थालियों को फेंक दिया। लात मारकर वार्ड में खाना फैला दिया, संक्रमितों को खाना लेकर पहुंचे वार्ड ब्वॉय के साथ गाली-गलौजकरने लगे। जमाती उसे मारने के दौड़ाने लगे किसी तरह से वार्ड ब्वॉय वहां से जान बचाकर भागने लगा।
दरअसल, जमातियों और उनके संपर्क में आने वाले लोगों का कहना है कि रोजाना मरीजों वाला खाना नहीं खाएंगे। वार्ड ब्वॉय ने फौरन इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन को दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया। हैलट के कोविड-19 अस्पताल के तीसरे फ्लोर में बने आइसोलेशन वार्ड में 20 से 25 जमातियों समेत उनके संपर्क में आए 60 संक्रमित भर्ती हैं। वार्ड ब्वॉय दोहपर के वक्त पैक्ड थाली में दाल, चावल रोटी लेकर गया था। वार्ड ब्वॉय से संक्रमितों ने पूछा आज खाने में क्या लाए हो। वार्ड ब्वॉय ने बताया कि मैन्यू के हिसाब से आज दाल चावल, रोटी खाने के लिए है। वहीं लेकर आया हूं। दाल रोटी का नाम सुनकर जमाती भड़क गए।
रोटी दाल का नाम सुनकर भड़के जमाती
जमाती और उनके साथी वार्ड ब्वॉय से कहने लगे कि यह खाना ले जाओ। वार्ड ब्वॉय ने कहा कि अपनी बात अस्पताल प्रशासन के सामने रखो। इस जमातियों ने खाने की थालियों को फर्श पर फेंक दिया। पैक्ड थालियों में लात मार कर पूरा खाना फर्श में फैला दिया। वार्ड ब्वाय ने जब जमातियों की इस करतूत का विरोध किया तो उसे मारने के लिए दौड़ा लिया। जमातियों की इस हरकत के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए सुबह के वक्त नाश्ता, दो वक्त का खाना मिनरल वाटर और पौष्टिकफल खाने को दिया जाता है। वहीं जमातियों का कहना है कि हम रोजोना एक जैसा सादा खाना खाकर परेशान हो गए हैं। रोज मरीजों वाला खाना नहीं खाएंगे।हमें कुछ स्पाइसी खाना भी दिया जाए।
अधीक्षक आर के मौर्या के मुताबिक घटना संज्ञान में आई है। इसकी सूचना स्वरूप नगर थाने को दी गई है। रविवार को पुलिस की मौजूदगी में खाना दिया जाएगा।