राजस्थान के कोटा से गाजीपुर पहुंची एक छात्रा का रैपिड डायग्नोस्टिक किट से हुई जांच में टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। इसके बाद सैंपल बीएचयू जांच के लिए भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट देर शाम तक आने की उम्मीद है। डीएम ओमप्रकाश आर्य ने कहा- दूसरी रिपोर्ट आने के बाद ही कोरोना संक्रमित माना जाएगा। छात्रा को जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा जिस बस से छात्रा आई थी, उसके ड्राइवर, दो पुलिसकर्मियों व 25 छात्रों को भी क्वारैंटाइन कर दिया गया है।
कुल 28 को क्वारैंटाइन किया गया
दरअसल, योगी सरकार की पहल पर राजस्थान के कोटा में मेडिकल व इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 211 छात्रों को सात बसों से गाजीपुर लाया गया है। सभी को लंका रामलीला मैरिज हाल में रोका गया। रविवार को सभी की रैपिड किट के जरिए जांच की गई। जिसमें एक छात्रा का टेस्ट पॉजिटिव आया। इसके बाद बस से आए कुल 28 लोगों को क्वारैंटाइन कराया गया है। अन्य निगेटिव मिले छात्रों को होम क्वारैंटाइन में भेज दिया गया है।
डीएम कार्यालय के क्लर्क की पत्नी मिली कोरोना पॉजिटिव
जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य के कार्यालय के एक क्लर्क की पत्नी कोरोना पॉजिटिव मिली है। जबकि कर्मी का टेस्ट निगेटिव पाया गया है। दरअसल, गाजीपुर में अब तक कोरोना के पांच रोगी मिल चुके हैं। जिनमें तीन जमाती व दो उनके संपर्क में आए एक मस्जिद के मौलाना व एक ऑटो रिक्शा चालक है। जमातियों ने दिल्ली से लौटने के बाद गाजीपुर के दिलदारनगर में एक जमात की थी। जिसमें क्लर्क भी शामिल हुआ था। संभावना जताई जा रही है कि, क्लर्क की पत्नी भी जमात में गई थी। प्रशासन ने परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया है।
भले ही कोरोना वॉरियर्स पर पुष्पवर्षा हो रही हो, लेकिन इससे इतर कुछ स्याह तस्वीरें भी हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के संभल जिले का है। यहां एक होटल में ठहरे सरकारी डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को होटल मानिक ने खाली करने पर मजबूर कर दिया। शनिवार रात पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई। रविवार सुबह तक जब पानी नहीं मिला तो एक डॉक्टर ने होटल मालिक को फोन किया। जिसमें होटल मालिक ने स्थानीय लोगों, नेताओं के आक्रोश का हवाला देकर कहीं और जाने की सलाह दे दी। यह भी कहा- जंगल या मुख्य मार्ग के किनारे वाले किसी होटल में चले जाएं। मजबूरन डॉक्टरों ने होटल खाली कर दिया।
बिना नहाए ड्यूटी पर गए कर्मी
जिले के तीन डॉक्टरों और छह अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को संभल के आलमसराय के करीब एक होटल में 15 अप्रैल को प्रशासन ने ठहराने की व्यवस्था कराई थी। ये कोरोनोवायरस के उपचार में लगे हुए हैं। डॉक्टरों की मानें तो अगले दिन उनके कमरों की सफाई नहीं की गई थी और बाद में कमरों के टीवी भी बंद करा दिया गया। इसके बाद चिकित्साकर्मी ठहरे रहे। शनिवार की रात अचानक पानी खत्म हो गया। रविवार सुबह भी पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई। कई चिकित्साकर्मी बिना नहाए ड्यूटी पर चले गए।
अफसरों को बताया, फिर भी नहीं हुई होटल मालिक पर कार्रवाई
जो कर्मी ठहरे थे, उन लोगों ने होटन मालिक से संपर्क साधा। होटल मालिक ने बताया कि, आसपास के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। इसलिए कहीं और ठहरने का इंतजाम कर लिया जाए। असुविधा की जानकारी अफसरों को दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हालांकि, जब मामला डीएम के संज्ञान में आया तो उनके निर्देश पर सीएमओ डॉक्टर अमिता सिंह ने दूसरे होटल का इंतजाम किया है।
कोरोनावायरस की चेन को तोड़ने के लिएप्रयागराज जिले में स्वास्थ्य विभाग ने रैपिड टेस्ट शुरू कर दिए हैं। राजस्थान के कोटा से आए 792 छात्र-छात्राओं के साथ कुल 804 लोगों का रैपिड टेस्ट किया गया। इनमें कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला। देर रात सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सोमवार सुबह से ही बच्चों को घर भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रयागराज में कोरोना का अब कोई केस नहीं है। इससे पहले इंडोनेशिया के एक जमाती में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अब वह स्वस्थ्य हो चुका है।
गेस्ट हाउसों में रखे गए थे सभी छात्र छात्राएं
राजस्थान के कोटा से छात्रों को प्रयागराज लाया गया था। यहां से प्रतापगढ़, कौशांबी और फतेहपुर के छात्रों को उनके घर भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इससे पहले छात्र-छात्राओं को धूमनगंज में हनुमान वाटिका, सुधा गार्डन, करेली के एचएस गार्डन, रंगोली गेस्ट हाउस, पालकी गेस्ट हाउस, शहनाई गेस्ट हाउस, शगुन गेस्ट हाउस, जनवासा गेस्ट हाउस, अमर पैलेस, सिविल लाइंस में गंगोत्री गार्डन, पृथ्वी गार्डन, पंखुड़ी गार्डन, केसरी भवन, हारमोनी गेस्ट हाउस, कमला गेस्ट हाउस, हमसफर गेस्ट हाउस, कैंट में सारस्वत गेस्ट हाउस में रखा गया था।
14 दिनों तक रहना होगा क्वारैंटाइन
रविवारदोपहर बाद से ही छात्र-छात्राओं का स्वास्थ्य परीक्षण के साथ रैपिड डायग्नोस्टिक किट द्वारा कोविड-19 से संबंधित टेस्ट कराया शुरू किया गया, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 15 टीमों को लगाया गया था। सीएमओ मेजर डॉक्टर जीएस बाजपेई ने बताया कि सभी छात्र छात्राओं की रिपोर्ट देर रात निगेटिव आई। छात्रों से कहा गया है कि घर पहुंचने के बाद भी 14 दिनों तक खुद को वह क्वारैंटाइन रखेंगे।
जिलेवार छात्र-छात्राओं को अलग करने में प्रशासन की हुई फजीहत
छात्रों को जिलेवार एक साथ नहीं रखा गया था। सभी गेस्ट हाउस में मंडल के सभी जिलों के छात्र-छात्राएं ठहराए गए थे। उनको एक साथ करने में प्रशासनिक अफसरों को काफी दिक्कत हुई। एडीएम प्रशासन ने बताया कि छात्रों को जिलेवार एकत्र करके ही घर भेजा जा रहा है। मंडलायुक्त रमेश कुमार ने कोटा राजस्थान से लाया गए छात्र छात्राओं से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से छात्र छात्राओं को दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी भी ली।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के तीर्थंकर महावीर मेडिकल कॉलेज में कोरोनावायरस से पीड़ित भर्ती एक डॉक्टर (कोरोना वॉरियर) की मौत हो गई। वह बीते 10दिनों से आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थे। डॉक्टर की मौत के बाद उनके पूरे परिवार को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। इससे पहले मुरादाबाद जिले में अब तक दो की मौत हो चुकी है। अब यहां मौत का आंकड़ा तीन हो गया है। जबकि प्रदेश में मरने वालों की संख्या 18 हो गई है।
10 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई, देर रात हार्ट अटैक पड़ा
सीएमओ डॉक्टर एमसी गर्ग ने बताया कि, डॉक्टर ताजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात थे। उनकी ड्यूटी कोरोना संदिग्ध तब्लीगी जमातियों के सर्वे में लगी थी। इसी बीच कोरोना संक्रमण के लक्षण मिलने पर उन्हें उनका सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। 10 अप्रैल को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। डॉक्टरों ने उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। लेकिन 11 अप्रैल को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ी तो उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया। रविवार देर रात उन्हें हार्ट अटैक आया। डॉक्टरों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन सोमवार सुबह जान चली गई। सीएमओ ने बताया कि, परिवार के पांच लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
जिले में अब तक 57 संक्रमित, तीन की हुई मौत
जिले में अब तक 57 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जबकि, तीन लोगों की मौत हो चुकी है। जिनमें एक तब्लीगी जमाती था। वहीं, प्रदेश में अब मृतकों की संख्या 18 पहुंच गई है। इनमें सर्वाधिक छह आगरा के हैं। राज्य में सबसे पहले बस्ती के रहने वाले एक युवक की 30 मार्च को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में मौत हुई थी। उसके बाद मेरठ व मुरादाबाद के तीन-तीन और कानपुर, लखनऊ, बस्ती, बुलंदशहर, वाराणसी तथा फिरोजाबाद के एक-एक कोरोना वायरस पॉजिटिव ने दम तोड़ा है। बता दें, राज्य के 50 जिलों में अब तक 11 सौ मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। जिनमें 781 तब्लीगी जमाती हैं।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में वैलेंटिस कैंसर अस्पताल द्वारा समाचार पत्र में दिए गए विज्ञापन पर विवाद हो गया है। 17 अप्रैल को दिए गए विज्ञापन में लिखा था कि यहां भर्ती होने वाले हिंदू-मुस्लिम मरीजों और तीमारदारों को कोरोनावायरस की जांच कराना और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आना जरूरी है। हिंदू और जैन समाज के लिए भी विवादित शब्दों का प्रयोग किया। अब स्पष्टीकरण छपवाते हुए माफी मांगी गई है। इस मामले में अस्पताल संचालक पर इंचौली थाने में केस दर्ज किया गया है।
यह है पूरा मामला
मवाना रोड स्थित वैलेंटिस कैंसर हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अमित जैन द्वारा एक समाचार पत्र में विज्ञापन प्रकाशित कराया गया था। इस विज्ञापन में जहां मुस्लिम धर्म के लोगों को कोरोना की जांच के बाद ही हॉस्पिटल में भर्ती किए जाने की बात लिखी गई थी, वहीं हिंदू विशेषकर जैन समाज के लोगों को कंजूस बताते हुए उनसे अधिक से अधिक मात्रा में कोरोना फंड के लिए दान देने की अपील की गई थी।
इस विज्ञापन के प्रकाशित होने के बाद शहर के नागरिकों में जबरदस्त रोष था। जिसके चलते अगले ही दिन हॉस्पिटल संचालक द्वारा समाचार पत्र में विज्ञापन का खंडन और माफीनामा प्रकाशित कराया गया था। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि आपत्तिजनक विज्ञापन प्रकाशित कराने के मामले में हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसी के साथ साक्ष्यों के आधार पर जांच जारी है। वहीं, हॉस्पिटल संचालक डॉ अमित जैन ने इसे मानवीय भूल बताते हुए माफी भी मांगी है। उधर, सीएमओ डॉक्टर राजकुमार ने भी हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है।
अब अस्पताल के संचालक ने ये कहा?
अस्पताल के डॉक्टर अमित जैन ने कहा- विज्ञापन से सभी लोगों से अपील थी कि वे सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करें ताकि सभी लोग सुरक्षित रहें। इसका धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। हम माफी मांगते हैं, क्योंकि कुछ शब्द लोगों की भावनाओं को आहत करते हैं। अस्पताल का कभी किसी की भावनाओं को आहत करने का इरादा नहीं था।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में रविवार रात रक्सा क्षेत्र में जुआरियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। सिपाही की कार भी तोड़ डाली। पथराव में एक ग्रामीण घायल हो गया। सूचना पाकर कई थानों की फोर्स व अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू की है।
सीओ सिटी संग्राम सिंह ने बताया कि, रक्सा थाने में तैनात कांस्टेबल राकेश द्विवेदी के पास सूचना आई थी कि डेली गांव में जुआ खेला जा रहा है। कांस्टेबल ने इसकी सूचना थाना प्रभारी को दी। थाना प्रभारी ने मौके पर दबिश देने के निर्देश दिए।पुलिस जब मौके पर पहुंची तो वहां जुआरियों की संख्या ज्यादा थी और उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया।
सिपाही ने वीडियो बनाने की कोशिश की तो टीम पर आरोपियों की तरफ से पथराव किया गया, जिसमें एक राहगीर शिवचरन वर्मा व्यक्ति घायल हो गया। जुआरियों ने सिपाही की कार तोड़ डाली। घायल को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया गया है। हमले की खबर पाकर एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, एएसपी साद मिया खान, सीओ सिटी संग्राम सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए गांव में दबिश दी। लेकिन कोई आरोपी पकड़ा नहीं जा सका। सीओ सिटी ने बताया कि, पुलिस आरोपियों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई कर रही है। जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्तार होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात अपने संसदीय क्षेत्र काशी के सात भाजपा नेताओं से बात कर जिले का हाल जाना। पीएम मोदी ने कहा- काशी कोरोना की जंग में मिसाल कायम कर रही है। लोगों का उत्साह कम नहीं होना चाहिए। कोई भूख न रहे, इसलिए मदद करते रहिए। उन्होंने नेताओं से आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड कराने की सलाह दी। वाराणसी में अब तक 14 टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। जिनमें एक की मौत हुई, जबकि दो मरीज ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
पीएम से बातचीत के बाद नेताओं ने क्या कहा?
काशी के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार रात 9 बजे के आसपासमहापौर मृदुला जयसवाल, काशी क्षेत्र अध्यक्ष भाजपा महेश चंद्र श्रीवास्तव, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनीष कपूर, प्रदेश मंत्री शंकर गिरी, काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह, महामंत्री अशोक चौरसिया, मंत्री अशोक तिवारी से बातचीत की है। शंकर गिरी ने बताया कि, पीएम ने उनसे व उनकी पत्नी से बात की है। उन्होंने काशीवासियों का हाल चाल लिया। बोला कि, लाकडाउन का पालन हो रहा है न? आसपास कोई भूखा न रहने पाए, एक दूसरे की मदद करते रहें। किसी का उत्साह भी कम नहीं होना चाहिए। मॉस्क न हो तो गमछा का इस्तेमाल होना चाहिए।
अस्पताल में ओपीडी बंद, 13 डॉक्टर व कर्मियों को क्वारैंटाइन किया
पितरकुंडा निवासी बुजुर्ग में शनिवार को कोरोना का टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। हिस्ट्री के मुताबिक उसने अपना इलाज महमूरगंज स्थित एक अस्पताल में कराया था। इसके बाद प्रशासन ने अस्पताल में ओपीडी बंद करा दी है। 13 डॉक्टरों और कर्मचारियों को क्वारैंटाइन कर दिया गया है। वहीं कोटा से 289 बच्चे जिले के काशी इंस्टीट्यूट पहुंचे। रैपिड टेस्ट के बाद बच्चों को घरों के लिए छोड़ा गया।
सर सुंदरलाल चिकित्सालय में आमजन का प्रवेश पर रोक
कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर सर सुंदरलाल चिकित्सालय परिसर को "कोरोना वायरस संक्रमित क्षेत्र" घोषित किया गया है। अस्पताल परिसर में चिकित्सा विज्ञान संस्थान के फैकल्टी सदस्यों, विश्वविद्यालय व जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारियों, रेजिडेंट डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ व सहायक स्टाफ को छोड़ कर किसी के भी प्रवेश को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को केवल वैद्य गेट पास दिखाने पर ही संभावित संक्रमण की चेतावनी के साथ प्रवेश की अनुमति होगी। चिकित्सा अधीक्षक, सर सुंदरलाल चिकित्सालय, की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार अस्पताल परिसर में किसी भी तरह की मीडिया कवरेज/वीडियोग्राफी/फोटोशूट या इंटरव्यू की अनुमति नहीं होगी और न ही किसी मीडियाकर्मी को चिकित्सालय परिसर में प्रवेश की अनुमति होगी।
तीन मई तक जिले में धारा 144 प्रभावी
कोरोना की चेन तोड़ने के लिए वाराणसी में धारा 144 तीन मई तक प्रभावी है। सुबह 10 बजे तक फल, सब्जी, दूध और अनाज/गल्ला, पोल्ट्री व अंडा, कृषि संबंधी बीज, संयंत्र, रसायन, उर्वरक, पशु चारा की दुकानों को खोलने की छूट है। जबकि दवा की दुकानें दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी। सामानों की होम डिलीवरी शाम छह बजे तक किया जाएगा। रमजान महीने के दृष्टिगत इफ्तार में प्रयुक्त होने वाली सामग्री यथा-सेवईयां, खमीरी रोटी, बिस्किट, भुजिया, ब्रेड आदि तैयार करने वाली ब्रेकरी को इन सभी खाद्य पदार्थों को बनाने की अनुमति रहेगी।ग्रामीण क्षेत्र में मछली मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में तब्लीगी जमात और उनके संपर्क में आने वाले संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बीते 24 घंटे के भीतर 43 नए कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए। अब जिले में संक्रमितों की संख्या 74 पहुंच गई है। जिसमें से 7 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं और एक की मौत हो चुकी है। एक साथ कई केस बढ़ने से जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है। कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए शहर में चार नए हॉटस्पॉट बनाए गए। अब तक 17 हॉटस्पॉट को चिन्हित किया जा चुका है।
कानपुर में बढ़ रहा संक्रमण का ग्राफ
बीते 24 घंटे में गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) ने कोविड-19 लैब से तीन रिपोर्ट जारी की गई। सोमवार को 17 नए पॉजिटिव केस की रिपोर्ट आई है। जबकि, इससे पहले रविवार को 14 लोग संक्रमित पाए गए। जिसमें कुलीबाजार के एक मदरसे के 7 छात्र शामिल थे। इसके साथ ही कुली बाजार के कर्नलगंज से 7 संक्रमित मिले थे। इन सभी को दोपहर को कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद रविवार रात को दूसरी रिपोर्ट सामने आई, जिसमें 12 संक्रमितों की पुष्टि हुई। इस रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ। ग्वालटोली थाना के डीएस टॉवर में रहने वाली एक महिला संक्रमित पाई गई है। दरअसल यह महिला कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले रेडीमेड कारोबारी की भांजी है। महिला पति के साथ रेडीमेड कारोबारी को अस्पताल देखने गई थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला और उसके पति की हिस्ट्री खंगलना शुरू कर दिया है। कर्नलगंज से पांच लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही जाजमऊ के अशरफाबाद मदरसे के 6 छात्र संक्रमित पाए गए हैं।
मदरसे में बिहार व झारखंड के बच्चे
इस मदरसे में बिहार और झारखंड के छात्र रह कर पढाई करते है। लॉकडाउन की वजह से 89 छात्र अपने घर नहीं जा पाए थे। दो दिन पहले मदरसे के छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई थी इसके बाद छात्रों के सैंपल लिए गए थे। मदरसे के 6 संक्रमित छात्रों को हैलट के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया है। अभी मदरसे के और भी छात्रों की रिपोर्ट आना बाकी है। इस पूरे इलाके को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है।
ये नए चार हॉटस्पॉट सील हुए
शहर में अभी तक 13 हॉटस्पॉट थे। लेकिन कोरोना के नए मामले आने के बाद पुलिस प्रशासन ने चार नए हॉटस्पॉट एरिया घोषित किए हैं। जिसमें संक्रमितों के घरों को सेंटर प्वाईंट मानकर एक किलोमीटर के एरिया को सील किया गया है। नए हॉटस्पॉट में ग्वालटोली थाना क्षेत्र का डीएस टॉवर, चकेरी थाना क्षेत्र का जाजमऊ का अशरफाबाद मदरसा के आसपास का एरिया सील किया गया है। किदवई नगर थाना क्षेत्र का एचटू ब्लॉक व कर्नलगंज का तिकुनियापार्क का क्षेत्र सील किया गया है।
10 थाना क्षेत्रों में 13 मस्जिदों के आसपास का क्षेत्र सील
पहले से घोषित हॉटस्पॉट में चमनगंज और बेकनगंज थाना क्षेत्र में आने वाली हलीम प्राइमरी मस्जिद, कर्नलगंज और बजरिया थाना क्षेत्र की हुमांयू मस्जिद, अनवरगंज और बादशाहीनाका थाना क्षेत्र में आने वाली कुली बाजार की हाजी इनायत मस्जिद, शेख लल्लन मस्जिद व हाता वाली मस्जिद का इलाका आता है। नौबस्ता थाना क्षेत्र के मछरिया की खैर मस्जिद, नसीमाबाद मस्जिद व मदरसा इदायतुल्ला, बाबूपुरवा थाना क्षेत्र की सुफ्फा मस्जिद और मुशीपुरवा की बिलाल मस्जिद का इलाका शामिल है। घाटमपुर थाना क्षेत्र की कजियानी मस्जिद और रहमानिया मस्जिद, सजेती थाना क्षेत्र की बरीपाल बड़ी मस्जिद शामिल है। 10 थाना क्षेत्रों में आने वाली 13 मस्जिदों के एक किलोमीटर तक की सीमाओं को सील किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सोमवार सुबह कोरोना के 12 नए मामले आए। केजीएमयू ने बताया कि, दो लखनऊ और 10 आगरा में नए मरीज मिले हैं। वहीं, 50 जनपदों में फैले कोरोना वायरस के प्रकोप से अब तक 1100 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। जिनमें 781 लोग तब्लीगी जमात के हैं। राहत की बात है कि, अबतक 127 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं। इस तरह कुल 966 एक्टिव केस हैं। इससे पहले रविवार देर रात तक 125 नए मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
लॉक डाउन की स्थिति रहेगी बरकरार
सीएम योगी के निर्देश के बाद सोमवार से लॉकडाउन में छूट पर डीएम लखनऊ ने पहले जैसी स्थिति बरकरार रखने का फैसला किया है। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने देर रात अफसरों के साथ बैठक कर जिले में कोरोना के नए इलाकों में बढ़ने से रोकने के लिए निर्णय लिया है। लखनऊ में अब तक 165 रोगी मिल चुके हैं। इनमें 155 एक्टिव केस हैं। 9 रोगी इलाज के बाद स्वस्थ्य हुए हैं। जबकि एक की मौत हुई है। यहां 21 हॉटस्पॉट सील हैं। निगरानी के लिए सीसीटीवी लगाए गए है। प्रशासन ने साफ किया है कि, केवल आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी। केवल किसानों को कुछ छूट देने की बात चल रही है।
क्या क्या खुला रहेगा?
लखनऊ में दवा की दुकानें, पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी, अस्पताल, खाद्य वस्तुओं को ले जाने वाले सभी प्रकार के परिवहन को अनुमति के साथ छूट, कानून व्यवस्था व न्याय और सुधार सेवाएं, पुलिस सशस्त्र बल और अर्धसैनिक कार्यलय, बिजली पानी से संबंधित कार्यालय, किराने का सामान की आपूर्ति, फल एवं सब्जियों की आपूर्ति, पशुओं के लिए चारे की आपूर्ति, दुग्ध एवं डेयरी प्लांट, दूरसंचार सेवाएं, बीमा कंपनियां, बैंक और एटीएम, पोस्ट ऑफिस ही खुले रहेंगे।
आठ जनपद कोरोना मुक्त हुए
संक्रमण रोग निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. विकसेंदु अग्रवाल ने बताया कि 50 में से 8 जनपद कोरोना मुक्त हुए हैं। इनमें पीलीभीत, बाराबंकी, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी हाथरस, बरेली, महराजगंज और प्रयागराज शामिल है। वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना मरीज नहीं हैं। प्रदेश में 75,764 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की गई हैं। प्रदेश में कुल 36,893 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 10,336 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।
जिलेवार कितने कोरोना के केस
अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 250, लखनऊ में 167, गाजियाबाद में 41, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 95, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 30, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 57, वाराणसी में 14, शामली में 26, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 74, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 15, बस्ती में 19, हापुड़ में 16, गाजीपुर में 5, आज़मगढ़ में 7, फिरोजाबाद में 48, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 72 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 2, महराजगंज में 6, हाँथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 2, औरैय्या में 6, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 22, सीतापुर में 17, प्रयागराज में 1, मथुरा में 5 व बदायूँ में 8, रामपुर में 14, मुजफ्फरनगर में 5, अमरोहा में 10, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 3, संभल में 7, उन्नाव में 1, कन्नौज में 5, संतकबीरनगर में 1, मैनपुरी में 4, गोंडा में 1 व मऊ में भी 1 एक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
अब तक 127 कोरोना मरीज डिस्चार्ज
आगरा से 18, गाजियाबाद से 10, नोएडा से 38, लखनऊ से 9, कानपुर से 1, शामली से 2, पीलीभीत से 2, लखीमपुर खीरी से 4, मोरादाबाद से 1, प्रयागराज से 1, बरेली से 6, हाथरस से 4, मेरठ से 15, महराजगंज से 6, प्रतापगढ़ से 3, जौनपुर से 1, बुलन्दशहर से 2, बाराबंकी से 1, शाहजहांपुर से 1 व वाराणसी से 2 कोरोना मरीजों को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया है। जबकि बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ व फिरोजाबाद में 1-1, मुरादाबाद में 2, मेरठ में 3 व आगरा में 6, कुल 17 मौतें हुई हैं।
उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोनावायरस के मामले को देखते हुए योगी सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्र सरकार की ओर से छूट को लेकर गाइडलाइन जारी होने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ नेरविवार को जिलोंके डीएम के साथ वीडियोकॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंनेसोमवार को लॉकडाउन में ढील पर छूट पर निर्णय लेने की जिम्मेदारी डीएम को सौंप दी लेकिन साथ ही यह भी कहा है कि जो भी फैसले लिए जाएं उससे शासन को अवगत जरूर कराया जाए। केंद्र की ओर से20 अप्रैल से लॉकडाउन में छूट देने को लेकर जारी की गईएडवायजरी को लेकरयोगी ने जिलों के डीएम को ये निर्देश जारी किएहैं।
स्थानीय स्तर पर परिस्थिति को देख लें निर्णय लें डीएम
उन्होंने कहा- 19 ऐसे संवेदनशील जिलों में जिनमें 10 या उससे अधिक के कोरोना पॉजिटिव मामलेपाए गए हैं, वहां केभी जिलाधिकारी सजगता और सतर्कता के आधार पर निर्णय लें। यह निर्णय हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में किसी छूट के लिए लागू नहीं होगा। हाॅटस्पाॅट वाले क्षेत्रों में मेडिकल, स्वच्छता तथा डोर स्टेप डिलीवरी सम्बन्धी गतिविधियां ही संचालित की जा सकेगी। अन्य कोई भी नई गतिविधि नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन की अवधि तक उसका शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ्र
योगी ने कहा कि किसी भी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग और लाॅकडाउन के मानकों का उल्लंघन न हो। जनपद स्तर पर कुछ औद्योगिक गतिविधियों में छूट दिए जाने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, मण्डलायुक्त, डीआईजी, आईजी, एडीजी, एसपी, एसएसपी, जिला उद्योग केन्द्र के अधिकारी, उद्यमी आदि परस्पर विचार-विमर्श कर निर्णय लें। भीड़ व अराजकता की स्थिति न पैदा होने पाए। एक्सप्रेस-वे, हाईवे तथा अन्य निर्माण के सम्बन्ध में स्थानीय स्तर पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
किसानों की उपज को खेतों सेखरीदने की व्यवस्था हो
उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसल का हर हाल में न्यूनतम समर्थन मूल्य मिले। शासन द्वारा किसानों की उपज को क्रय केन्द्रों के अलावा, उनके खेतों पर भी खरीदने की व्यवस्था की जाए। हाॅटस्पाॅट के साथ ही अन्य सभी स्थलों को व्यापक स्तर पर सैनेटाइज किया जाए। मार्च के अन्तिम दिनों में बाहर से प्रदेश में आए प्रवासी मजदूरों को भी उनके घरों में पहुंचाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
क्वारैंटाइन और सोशल डिस्टेंसिंग का हो पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आए व्यक्ति को हर हाल में क्वारैंटाइनकिया जाए। यह देखा जाए कि मण्डी, बैंक, राशन व दवा की दुकान आदि पर भी सोशल डिस्टनसिंग में किसी भी प्रकार की कोताही न हो। उन्होंने कहा कि मेडिकल इंफेक्शन को भी रोका जाना सुनिश्चित किया जाए। मीडिया ब्रीफिंग शासन स्तर पर नियमित रूप से प्रतिदिन की जा रही है। यदि स्थानीय स्तर पर इसकी आवश्यकता होती है, तो सावधानी बरतते हुए पूरी तथ्यपरक जानकारी और तैयारी के साथ मीडिया को अवगत कराया जाए।
रमज़ान में भीड़ न हो इसके लिएधर्म गुरुओं से करें वार्ता
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 23 अप्रैल, से रमजान माह प्रारम्भ होने जा रहा है। इस सम्बन्ध में भी धर्मगुरुओं, मौलवियों व मौलानाओं से संवाद स्थापित करते हुए यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ एकत्रित न होने पाए। सभी धार्मिक कार्य घर से ही सम्पन्न किए जाएं।
लखनऊ में नहीं मिलेगी छूट
लखनऊ डीएम अभिषेक प्रकाश ने आदेश जारी कर कहा है कि लखनऊ में बड़ी संख्या में हॉटस्पॉट क्षेत्र चिन्हित किये गए हैं जबकि कोरोना पॉजिटिव पेशेंट भी बढ़ रहे हैं, ऐसे में लखनऊ में लॉकडाउन में अभी कोई छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा सभी को सूचित किया जाता है कि लखनऊ में पूर्व की तरह लॉकडाउन जारी रहेगा। नगरीय क्षेत्र में किसी भी तरह कोई इकाई, कार्यालय, प्रतिष्ठान इत्यादि नहीं खुलेगा।
उत्तर प्रदेश के अवध क्षेत्र में रविवार की शाम अचानक मौसम बदल गया। तेज हवाओं के साथ बारिश हुई और कई जगहों पर ओले गिरे। इस दौरान अंबेडकरनगर व कुशीनगर में आकाशीय बिजली की चपेट में आकर तीन महिलाओं की मौत हो गई। इस बेमौसम बारिश से खेतों में काटकर रखी गई गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। जिला प्रशासन ने नुकसान के आकलन के लिए राजस्वकर्मियों को निर्देश दिया है।
अंबेडकरनगर: दो महिलाओं की मौत, दो झुलसे
अकबरपुर थाना इलाके के ताहिरपुर निवासी 35 वर्षीय उर्मिला रविवार को अपने खेत में राबी बहाउद्दीनपुर निवासी संजू देवी, राम सुरेश व चन्द्रावती को लेकर गेहूं काटकर उसका बोझ बना रही थी। इसी दौरान बादलों की गड़गड़ाहट के साथ गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आकर उर्मिला व संजू देवी झुलस गईं। उन्होंने जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में मौत हो गई। जबकि चन्द्रावती और राम सुरेश घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एडीएम डॉक्टर पंकज वर्मा ने बताया कि परिवारीजनों को शासन की तरफ से आर्थिक सहायता दी जाएगी। अकबरपुर कोतवाल अमित सिंह ने बताया कि मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
कुशीनगर: झोपड़ी में छिपी महिला की गई जान
कुशीनगर जिले के परसौनी गांव निवासी मीरा चौहान रविवार शाम जब अचानक बारिश शुरु हुई तो वह खेत से भागकर एक झोपड़ी में जाकर छिप गई। लेकिन इसी बीच आकाशीय बिजली गिरने से मीरा चपेट में आकर झुलस गई। जब तक उसे अस्पताल पहुंचाने की तैयारी हुई, उसने दम तोड़ दिया। बारिश व ओले गिरने से पटहेरवा थाना क्षेत्र में खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
मिर्जापुर: बारिश ने फेरा किसानों के अरमानों पर पानी
रविवार शाम करीब चार बजे आसमान में घने बादल छा गए, जिससे दिन में ही अंधेरा छा गया। मौसम के अचानक करवट लेते ही झमाझम बारिश से किसानों के माथे की सिलवटें बढ़ गयी। खेत में खड़ी फसल और कुछ जगह खलिहान में लगी फसल को बर्बाद होता देख बेबस किसान प्रकृति की मार सहने को विवश हो गए। कुछ फसल बच जाने की आशा पर इन्द्रदेव ने पानी फेर दिया है।
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के रहने वाले 43 वर्षीय साकेत बिलगैया की रविवार सुबह इंदौर में कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई। वे तालबेहट कस्बा के रहने वाले थे। मौत की खबर पाकर बुजुर्ग माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। लॉकडाउन के चलते बुजुर्ग माता-पिता अपने बेटे का अंतिम दर्शन भी नहीं कर सके। मृतक की ससुराल भी तालबेहट में है। दोनों परिवारों में मातम पसरा है।
कस्बा तालबेहट निवासी 43 वर्षीय साकेत बिलगैया इंदौर में रीगल सीड्स एंड बायोटेक लिमिटेड कम्पनी में मैनेजर थे और वह लगातार कई दिनों से कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे थे। 12 दिन पूर्व उन्हें अरविन्दों अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं उनकी पत्नी व बच्चों को प्रशासन ने क्वारैंटाइन कर दिया था। लेकिन रविवार सुबह साकेत की मौत हो गयी।
तालेहट में उनके बूढे माता पिता थे, जब उन्हें खबर मिली तो उनका रो-रो कर बुरा हाल हो गया। वह अपने पुत्र का अंतिम बार चेहरा भी नहीं देख सके, क्योंकि लॉकडाउन के चलते वाहनों का आवागमन बंद है। तालबेहट निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष बिलगैया के 2 पुत्र थे, साकेत इंदौर में अपनी पत्नी व बच्चों के साथ रह रहा था और छोटा पुत्र अन्य जनपद में है। साकेत भी ससुराल भी तालबेहट में ही है। ससुराल में भी मातम छा गया।
उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले का एक जवान की जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए भूस्खलन में मौत हो गई। मौत की सूचना परिवार तक पहुंची तो लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जवान की मौत पर शोक प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि दी है।
भाइयों में दूसरे नंबर पर था जवान
जगदीशपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम गूंगेमऊ निवासी स्व. दान बहादुर सिंह का पुत्र उत्तम सिंह (35) भारतीय सेना के यूनिट 11 महार रेजीमेंट उरी में तैनात था। डीएम अमेठी अरुण कुमार ने बताया कि भू स्खलन के चलते हादसे में जवान की मौत हुई है। जवान उत्तर सिंह तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था। बड़े भाई की मृत्यु पहले ही हो चुकी है और अब जवान की मौत के बाद परिवार का सारा बोझ छोटे भाई के कंधो पर आ गया है। उधर, फोन पर जवान की मौत की सूचना आने के बाद मां साबरमती सिंह, छोटे भाई प्रवीण सिंह, पत्नी रागनी सिंह, पुत्र पार्थ सिंह (7) व निर्माण सिंह (9) का रो-रो कर बुरा हाल है।
केंद्रीय मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
केंद्रीय मंत्री एवं अमेठी सांसद स्मृति ईरानी ने टि्वट कर शहीद जवान उत्तम सिंह की मौत पर विनम्र श्रद्धांजलि दिया है। उन्होंने लिखा- दु:ख की इस घड़ी में हम सभी जवान के परिजनों के साथ हैं, और ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।
कोरोनावायरस महामारी के बीच बीते 45 दिनों में देश के विभिन्न राज्यों से उत्तर प्रदेश वापस आए 5 लाख श्रमिकों को योगी सरकार रोजगार देगी। इसके लिए एक समिति गठित की गई है। जिसमें प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज, प्रमुख सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग व प्रमुख सचिव कौशल विकास शामिल हैं। यह समिति इन श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य करेगी।
रिवॉल्विंग फंड का फायदा उठाया जाए
सीएम योगी ने समिति को ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त नौकरी व रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ ही लोगों को आर्थिक रुप से स्वावलंबी बनाने की रणनीति तैयार करने का निर्देश दिया है। सीएम ने कहा- रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित करने के उद्देश्य से भारत सरकार ने रिवॉल्विंग फंड में जो बढ़ोत्तरी की है, उससे महिला स्वयंसेवी समूहों को विभिन्न गतिविधियों जैसे सिलाई, अचार, मसाला बनाना इत्यादि के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
अनिवार्य रुप से हो कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग
सीएम योगी ने निर्देश दिया है कि, समिति ओडीओपी (एक जनपद-एक उत्पाद) के तहत रोजगार सृजन के साथ-साथ बैंक के माध्यम से लोन मेले आयोजित करना सुनिश्चित करेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दया है कि, कोरोना संदिग्धों की टेस्टिंग अनिवार्य रुप से कराई जाए। कोरोना संदिग्धों के लिए शेल्टर होम तैयार रखे जाएं और सभी को नियमित रुप से सैनिटाइज किया जाए।
देश में लॉकडाउन के बीच कई ऑटो कंपनियों ने अपने प्लांट में प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। कोरियाई कंपनी हुंडई ने भी अपने चेन्नई के श्रीपेरम्बदूर स्थित प्लांट में कार प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। वहीं, पहले दिन कंपनी ने 200 कार का प्रोडक्शन शुरू किया। कंपनी इस दौरान कोरोनावायरस को लेकर जारी की गई गाइडलाइन के साथ सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो कर रही है। हुंडई इस महीने करीब 12,000 से 13,000 कारों का प्रोडक्शन करना चाहती है।
लॉकडाउन से पहले कंपनी की कई गाड़ियों को ऑनलाइन बुकिंग मिली है। जिसमें क्रेटा की 10,000 बुकिंग शामिल है। बता दें कि हुंडई ने भारत में अपने 255 शोरूम और वर्कशॉप फिर से ओपन कर दिए हैं। जिसमें उसे 500 कारों की बुकिंग भी मिली है। वहीं, 170 कारों भी बेची हैं।
बीएमडब्ल्यू कार प्रोडक्शन: बीएमडब्ल्यू ने भी अपने चेन्नई स्थित प्लांट में काम शुरू कर दिया है। इस प्लांट में कंपनी 50 प्रतिशत से कम मैनपावर के साथ सिंगल शिफ्ट में काम कर रही है। साथ ही, कोरोनावायरस को लेकर जारी की गई गाइडलाइन के साथ सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो कर रही है। वहीं, गुरुग्राम स्थित बीएमडब्ल्यू ग्रुप इंडिया के हेडक्वार्ट के वर्कर घर से काम करना जारी रखेंगे। बता दें कि कंपनी चेन्नई प्लांट में हर साल 14,000 यूनिट का प्रोडक्शन करती है।
मारुति सुजुकी कार प्रोडक्शन: मारुति सुजुकी हरियाणा के मानेसर प्लांट को 12 मई से खोलने जा रही है। ये प्लांट 24 मार्च से बंद है। प्रोडक्शन शुरू करने से पहले कंपनी ने अपने डीलर्स के लिए नए मानक परिचालन नियम (एसओपी) जारी किए हैं। नए नियमों के तहत ग्राहकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी शोरूम में साफ सफाई का ज्यादा ध्यान रखा जाएगा। मारुति सुजुकी की तरफ से बताया गया कि नए नियम लागू करके और स्थानीय राज्य सरकारों से मंजूरी लेने के बाद कंपनी धीरे-धीरे अपने डीलर शोरूम खोल रही है।
होंडा कार प्रोडक्शन: होंडा को अपने प्लांट ओपन करने में प्रॉब्लम आ रही है। हालांकि, कंपनी अगले सप्ताह राजस्थान के टापुकड़ा प्लांट को खोलने का विचार कर रही है। कंपनी के सेल्स डायरेक्टर राजेश गोयल ने बताया कि एक शिफ्ट में काम कराने और निचले स्तर पर भी उत्पादन शुरू करने के लिए लेबर नहीं मिल रही है। ये लोग धारूहेड़ा, रेवाड़ी के आसपास के इलाकों में रहते हैं, जिस वजह से प्लांट फिर से शुरू करने में प्रॉब्लम आ रही है। हालांकि, कंपनी के देशभर में डीलर स्टोर फिर खुलने लगे हैं।
फेसबुक ने यूजर्स के लिए नई डेस्कटॉप साइट को रोलआउट किया है। इस डेस्कटॉप यूजर्स के लिए इसका इंटरफेस पूरी तरह बदल चुका है। हालांकि, कंपनी ने क्लासिक फेसबुक पर स्विच करने का ऑप्शन रखा है। यानी जिन यूजर्स को नया इंटरफेस पंसद नहीं आए, तो वे किसी भी वक्त पुराने इंटरफेस पर लौट सकते हैं। इतना ही नहीं, फेसबुक ने लंबे इंतजार के बाद डेस्कटॉप यूजर्स के लिए डार्क मोड फीचर भी रोलआउट कर दिया है।
फेसबुक ने कहा, "नया फेसबुक.कॉम सरल और इस्तेमाल करने में आसान है। इसमें वे सभी फीचर्स मिलेंगे जिन्हें आप चाहते हैं। हम यूजर्स एक्सपीरियंस के आधार इसमें सुधार करते रहेंगे।" नए फेसबुक और क्लासिक फेसबुक पर जाने के लिए सेटिंग में ही स्विच का ऑप्शन दिया है। यहां पर डार्क मोड को ऑन/ऑफ करने के लिए भी स्विच दिया है। डार्क मोड को ऑन करके से यूजर्स की आंखों पर ब्राइटनेस का प्रेशर नहीं पड़ेगा।
ऐसे अप्लाई करें नया फेसबुक इंटरफेस
1. फेसबुक पर लॉगिन करने पर आपकी होम स्क्रीन पर एक विंडो नजर आएगी। जहां पर फेसबुक की तरफ से नए डिजाइन के लिए आपको इनवाइट किया जाएगा। यहां आपको Try It पर क्लिक करना है।
2. अगली विंडो पर न्यू फेसबुक के लिए वेलकम मैसेज आएगा। यहां डार्क मोड (जिसे डेस्कटॉप यूजर्स के लिए लॉन्च किया गया है) के साथ फास्ट लोडिंग टाइम और क्लीन लुक की जैसे फीचर्स की डिटेल दी है। यहां Next करना होता है।
3. अब अगली विंडो पर लाइट और डार्क थीम को दो विंडो में समझाया जाएगा। यानी डार्क थीम में इंटरफेस कैसा नजर आएगा। साथ ही, इन दोनों इंटरफेस पर कभी भी स्विच करने का ऑप्शन भी मिलेगा। यहां Get Started पर क्लिक करना है।
4. अब न्यू फेसबुक ओपन हो जाएगा। इसकी सेटिंग में डार्क मोड को ऑन/ऑफ करने का ऑप्शन दिया है। वहीं, क्लासिक फेसबुक पर स्विच करने का भी ऑप्शन मिलता है।
देशव्यापी लाॅकडाउन के चलते अधिकतर कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में कर्मचारियों को नेटवर्क की समस्या न हो इसे ध्यान में रखते हुए रिलायंस जियो ने शुक्रवार को अधिक डेटा और ज्यादा कॉलिंग वाला एक नया सालाना प्लान शुरू किया है। रिलायंस जियो ने ग्राहकों की डेटा की जरूरतों को देखते हुए कंपनी ने अपने प्रीपेड रिचार्ज पोर्टफोलियो में नया एनुअल प्लान को एड किया है। इस प्लान में जियो यूजर्स को ज्यादा डेटा और कॉलिंग बेनिफिट मिलेगा। रिलायंस जियो का नया एनुअल प्लान 2,399 रुपए का है।
जानिए, 2399 रुपए के इस प्लान में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में
रिलायंस जियो के 2,399 रुपए वाले नए प्लान में यूजर्स को डेली 2GB का डेटा मिलता है। साथ ही अनलिमिटेड कॉल और मैसेज करने की सुविधा भी दी जा रही है। इस प्लान की वैलिडिटी 365 दिन के लिए है।
2121 रुपए वाले प्लान रोजना मिलता है 1.5GB डेटा
रिलायंस जियो के रिचार्ज पोर्टफोलियो में एक और एनुअल प्लान शामिल है। इस प्लान की कीमत 2,121 रुपए है। इस प्लान में रिलायंस जियो यूजर्स को डेली 1.5GB डेटा मिलता है। इसके साथ ही जियो से जियो अनलिमिटेड कॉलिंग और महीने जियो से दूसरे नेटवर्क पर कॉलिंग के लिए 1000 मिनट मिलते हैं। इस प्लान में जियो 336 दिनों की वैलिडिटी ऑफर करता है।
'वर्क फ्रॉम होम' के लिए जियो का अन्य प्लान भी
नए एनुअल प्लान के साथ रिलांयस जियो ने नए डेटा एड-ऑन पैक भी पेश किए हैं। नए प्लान में यूजर्स को बिना डेली डेटा लिमिट के साथ इंटरनेट डेटा मिलता है। नए डेटा एड ऑन पैक की कीमत 151 रुपए, 201 रुपए, और 251 रुपए है। तीनों पैक में यूजर्स को क्रमश: 30GB, 40GB, और 50GB डेटा मिलता है।
एयरटेल और वोडाफोन के प्लान से सस्ता है जियो का प्लान
जर्मन कंपनी बीएमडब्ल्यू (BMW) ने अपने चेन्नई प्लांट में प्रोडक्शन का काम शुरू कर दिया है। इस प्लांट में कंपनी हर साल 14,000 यूनिट का प्रोडक्शन करती है। दूसरी तरफ, उसने भारतीय बाजार में अपनी 8 सीरीज ग्रेन कूपे (Gran Coupe) कार को भी लॉन्च किया है। कंपनी ने इसे बीएमडब्ल्यू 840i ग्रेन कूपे और बीएमडब्ल्यू 840i ग्रेन कूपे एम स्पोर्ट के दो वैरिएंट में उतारा है। 840i ग्रेन कूपे की एक्स-शोरूम कीमत 1.29 करोड़ रुपए और 840i ग्रेन कूपे एम स्पोर्ट की एक्स-शोरूम कीमत 1.55 करोड़ रुपए है। वहीं, एक अन्य मॉडल M8 कूपे की एक्स-शोरूम कीमत 2.15 करोड़ रुपए है।
5.2 सेकंड में पकड़ेगी 0 से 100 kmph की रफ्तार
बीएमडब्ल्यू ग्रेन कूपे के दोनों वैरिएंट में 3.0 लीटर 6-सिलेंडर इन-लाइन पेट्रोल इंजन दिया है। ये इंजन 340 hp का पावर और 500 Nm का पीक टॉर्क जनरेट करता है। ये इंजन ट्विन पावर टर्बो टेक्नोलॉजी के साथ आता है। इसे 0 से 100 kmph की रफ्तार महज 5.2 सेकंड का पकड़ लेती है। इंजन को 8-स्पीड स्टेपट्रॉनिक स्पोर्ट ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से लैस किया गया है। बेहतरीन ड्राइविंग के लिए इसमें कंफर्ट, स्पोर्ट और स्पोर्ट प्लस मोड दिए हैं।
बीएमडब्ल्यू ग्रेन कूपे के फीचर्स और स्पेसिफिकेशन
देश में लॉकडाउन जारी है। हाल ही में सभी ऑटो कंपनियों ने पहली तिमाही की सेल्स रिपोर्ट जारी की जिसमें यह सामने आया कि अप्रैल माह में किसी भी कंपनी की एक भी कार नहीं बिकी। हम आप के लिए लेकर आए हैं इस वित्तीय वर्ष पांच सबसे ज्यादा बिकने वाली मोटरसाइकिल की लिस्ट। इसमें हमने ऐसी मोटरसाइकिल्स को शामिल की हैं, जिनकी कीमत 1 लाख से 1.50 लाख रुपए के बीच है।
(आंकड़ेसियाम के सेल्स डेटा पर आधारित हैं, जो यह दर्शाते हैं कि यूनिट्स मैन्युफैक्चरर से डीलरशिप पर भेजी गई हैं।)
अपाचे RTR सीरीज (160, 180, 160 4V, 200 4V) – 3,65,232 यूनिट्स
शुरुआती कीमत- 95 हजार से शुरू
यामाहा FZ, FZ-S V3.0- 1,77,621 यूनिट्स
शुरुआती कीमत- 99200 रुपए
रॉयल एनफील्ड बुलेट 350- 1,30,820 यूनिट्स
शुरुआती कीमत- 1.21 लाख रुपए
बजाज पल्सर 180F, 160NS, 200NS – 1,18,022 यूनिट्स
शुरुआती कीमत 1.03 लाख रुपए
बजाज पल्सर 220F – 74,309 यूनिट्स
शुरुआती कीमत - 1.17 लाख रुपए
दक्षिण कोरिया की दिग्गज कंपनी सैमसंग इलेक्ट्रोनिक्स जल्द ही सैमसंग-पे के नाम से डेबिट कार्ड भी लॉन्च करेगी। इसके लिए सैमसंग ने पर्सनल फाइनेंस कंपनी सोफी (SoFi) के साथ भागीदारी की है। नॉर्थ अमेरिका में सैमसंग पे के वाइस प्रेसीडेंट और जनरल मैनेजर सांग अहन ने एक ब्लॉग पोस्ट में यह जानकारी दी है। अभी कंपनी सैमसंग पे के नाम से मोबाइल पेमेंट सेवा देती है।
चेकिंग अकाउंट से लिंक होगा यह डेबिट कार्ड
उन्होंने कहा कि यह डेबिट कार्ड एक चेकिंग अकाउंट से लिंक होगा। यह एक प्रकार का कैश मैनेजमेंट अकाउंट होगा। इससे सैमसंग पे के ग्राहकों को एक नया अनुभव मिलेगा। सैमसंग अपनी पेमेंट सर्विस सैमसंग-पे का विस्तार करना चाहती है ताकि ग्राहकों को खरीदारी में मदद मिल सके। हालांकि, यह कार्ड कैसे काम करेगा आदि के संबंध में अभी कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी है। सांग ने कहा है कि आने वाले सप्ताहों में इस कार्ड के बारे में कंपनी की ओर से विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
एपल और गूगल से मिल रही है टक्कर
सैमसंग को पेमेंट सेक्टर में टेक दिग्गज गूगल और ऐपल से कड़ी टक्कर मिल रहा है। यह दोनों कंपनियां समान फिनटेक सॉल्यूशन उपलब्ध करा रही हैं। एपल अभी तक बाजार में एपल पे और एपल कार्ड के जरिए कस्टम पेमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध करा रही है। एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार गूगल भी फिजिकल और वर्चुएल डेबिट कार्ड विकसित करने की प्रक्रिया में है। रिपोर्ट के अनुसार गूगल इस समय अपना वर्चुअल डेबिट और क्रेडिट कार्ड विकसित कर रही है जिसे ग्राहक मोबाइल फोन या ऑनलाइन खरीदारी करते समय इस्तेमाल कर सकते हैं।
नया स्मार्टफोन खरीदने के लिए ग्राहक बेसब्री से लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्रीन और ऑरेंज जोन में लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद कई कंपनियों ने ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी है तो कई ने अपकमिंग फोन्स की लॉन्चिंग डेट का ऐलान कर दिया है। ऐसे ही कुछ स्मार्टफोन की लिस्ट को आने वाले हफ्तों में लॉन्च होने वाले हैं...
रियलमी नारजो सीरीज- 11 मई को लॉन्चिंग
चीनी टेक कंपनी रियरमी अपनी मोस्ट अवेटेडे स्मार्टफोन सीरीज नारजो 11 मई को भारतीय बाजार में लॉन्च करेगी। सीरीज में दो मॉडल नारजो 10 और 10A शामिल हैं। पहले इसे 29 मार्च को लॉन्च किया जाना था लेकिन लॉकडाउन की वजह से कंपनी को लॉन्चिंग डेट आगे बढ़ानी पड़ी।
रियलमी हेड माधव सेठ ने ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी
ऑनर 9X प्रो स्मार्टफोन- 12 मई को लॉन्चिंग
ऑनर 9X प्रो भारतीय बाजार में 12 मई को लॉन्च होगा। इसे बिक्री फ्लिपकार्ट के जरिए की जाएगी। फिलहाल इसकी कीमत का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि इसकी कीमत 15 हजार से 20 हजार के बीच हो सकती है। इसे फरवरी में ग्लोबली लॉन्च किया जा चुका है। फोन हाई सिलिकॉन किरिन 810 चिपसेट के साथ लॉन्च होगा। इसमें गूगल सर्विस और एंड्रॉयड प्ले स्टोर की बजाए हुवावे ऐप गैलरी मिलेगी।
Mi10 5G - 8 मई को लॉन्च हुआ
चीनी कंपनी शाओमी अपने लेटेस्ट एमआई 10 स्मार्टफोन 8 मई को भारतीय बाजार में लॉन्च हुआ। भारत में इसे लाइव स्ट्रीमिंग इवेंट के जरिए लॉन्च किया गया। इसे दो वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। इसकी शुरुआती कीमत 49,999 रुपए है।फोन की खास बात यह है कि इसमें 108 मेगापिक्सल का मेन कैमरा मिलेगा साथ ही इसमें 8K वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकेगी। इसकी प्री-बुकिंग 8 मई (दोपहर 2 बजे) से 17 मई तक चलेगी। बुकिंग करने वाले ग्राहकों को 2499 रुपए का वायरलेस पावरबैंक मुफ्त मिलेगा। लॉन्चिंग से पहले ही कंपनी ने अमेजन इसकी तस्वीरें जारी कर दी है।
श्याओमी हेड मनु जैन का ट्वीट
##मोटो रेजर: 8 मई सेपहली सेल शुरू
भारत में पॉपुलर फोल्डेबल स्मार्टफोन मोटो रेजर की पहली सेल 8 मई से शुरू हुई। ग्रीन और ऑरेंज जोन में लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद कंपनी नेइसकी फर्स्ट सेल आयोजित की।फोन को पिछले साल नवंबर में ही लॉन्च कर दिया गया था लेकिन लॉकडाउन के कारण इसकी बिक्री शुरू नहीं हो पाई थी। इसे फ्लिकार्ट से खरीदा जा सकेगा। फोन की कीमत 1,24,999 रुपए है। रेड जोन के ग्राहकों को इसे खरीदने के लिए थोड़ा और इंतजार करना होगा। फ्लिपकार्ट सिटीबैंक क्रेडिट-डेबिट कार्ड से खरीदी करने पर 10 हजार रुपए का कैशबैक दे रही है।
कंपनी का ऑफिशियल ट्वीट
##हुवावे Y9s, रजिस्ट्रेशन शुरू (फिलहाल लॉन्चिंग डेट का ऐलान नहीं)
चीनी कंपनी हुवावे जल्द ही भारतीय बाजार में अपना लेटेस्ट हुवावे Y9s लॉन्च करने की तैयारी में है। कंपनी ने फिलहाल इसकी कीमत और लॉन्चिंग डेट का ऐलान नहीं किया है लेकिन अमेजन इंडिया पर इसके रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुके हैं। अमेजन पर इसकी फुल हार्डवेयर डिटेल्स की जानकारी देखी जा सकती है। फोन में 6.59 इंच का डिस्प्ले, 6 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज, ऑक्टा-कोर किरिन 710F प्रोसेसर, 48 मेगापिक्सल ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप और 16 मेगापिक्सल का पॉपअप सेल्फी कैमरा मिलेगा।
शाओमी ने शुक्रवार को एमआई 10 5G स्मार्टफोन को भारतीय बाजार में लॉन्च किया। फोन दो वैरिएंट में लॉन्च किया गया और इसकी शुरुआती कीमत 49,999 रुपए है। इसकी प्री-बुकिंग शुक्रवार (8 मई) दोपहर दो बजे से शुरू होगी जो 17 मई तक चलेगी। बुकिंग करने वाले ग्राहकों के लिए कंपनी ने कई सारे ऑफर्स जारी किए हैं। फोन कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। फोटोग्राफी के लिए इसमें 108 मेगापिक्सल का मेन कैमरा है तो हैवी गेमिंग और तेज परफॉर्मेंस के लिए इसमें अबतक का सबसे पावरफुल प्रोसेसर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 865 मिलेगा।
Mi 10 5G: वैरिएंट वाइस कीमत और ऑफर
Mi 10 5G: बेसिक स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
एमआई ट्रू वायरलेस ईयरफोन 2
शुक्रवार को हुए ऑनलाइन इवेंट में शाआमी ने एमआई बॉक्स 4K स्ट्रीमिंग डिवाइस लॉन्च किया। इसकी कीमत 3499 रुपए है। यह स्टैंडअलोन एंड्ऱॉयड टीवी 9 पाई पावर्ड डिवाइस से जिसे एचडीएमआई पोर्ट से किसी भी टीवी में कनेक्ट कर उसे स्मार्ट टीवी में बदला जा सकेगा। कनेक्टिविटी के लिए इसमें वाई-फाई की सुविधा मिलती है। इसमें एड्रॉयड टीवी पर उपलब्ध तमाम ऐप्स और सर्विस एक्सेस की जा सकेंगी जिसमें नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, डिज्नी प्लस हॉटस्टार शामिल हैं।
Mi Box 4K: भारत में कीमत और ऑफर्स
Mi Box 4K: फीचर्स और स्पेसिफिकेशन
वनप्लस ने अपने 7T प्रो स्मार्टफोन की कीमत में आधिकारिक तौर पर 6 हजार रुपए की कटौती कर दी है। पहले इसकी कीमत 53,999 रुपए थी लेकिन अब इसे 47999 रुपए में खरीदा जा सकेगा। यह अमेजन और वनप्लस के ऑफिशियल स्टोर पर बिक्री के लिए उपलब्ध है। कंपनी इस पर जो 12 महीने तक के लिए नो-कॉस्ट ईएमआई सुविधा भी मुहैया करा रही है। हालांकि यह सुविधा अमेजन पर वनप्लस 7 प्रो और 7T सीरीज स्मार्टफोन पर भी उपलब्ध है।
वनप्लस इंडिया के जनरल मैनेजर विकास अग्रवाल ने कहा
कटौती पर वनप्लस इंडिया के जनरल मैनेजर विकास अग्रवाल ने बताया कि हम लोगों के शुक्रगुजार है जो उन्होंने हमारी 7 और 7T सीरीज फ्लैगशिप फोन को इतना प्यार दिखाया। इन डिवाइस दुनियाभर में काफी सफल हुए और वनप्लस 7T प्रो ने बेस्ट स्मार्टफोन 2019 का GSMA अवॉर्ड भी अपने नाम किया। इसी सफलता को देखते हुए कंपनी ने 18 फीसदी जीएसटी कॉस्ट अवशोषित करने और ग्राहकों तक एडिशनल कॉस्ट पारित न करने का फैसला लिया है।
वनप्लस 7T प्रो स्मार्टफोन: ऑफर
भारत में स्मार्टफोन की बिक्री दोबारा शुरू होने के बाद, वनप्लस ने 12 महीनों के मासिक किश्त कम करने के लिए बजाज फाइनेंस के साथ पार्टनरशिप की है। फोन खरीदने वाले ग्राहक को फोन की सिर्फ एक तिहाई जमा करना होगा बाकी अमाउंट 12 महीने के किश्त के रूप में जमा करना होगा।
वनप्लस 7T प्रो स्मार्टफोन: बेसिक स्पेसिफिकेशन
डिस्प्ले साइज | 6.67 इंच |
डिस्प्ले टाइप | QHD+, 1440x3120 पिक्सल रेजोल्यूशन, फ्लूइड एमोलेड डिस्प्ले विद 90Hz रिफ्रेश्ड रेट, 3D कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास प्रोटेक्शन |
ओएस | ऑक्सीजन ओएस 10.0 बेस्ड एंड्ऱॉयड 10 |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 855+ प्रोसेसर विद एड्रिनो 640 जीपीयू |
रैम | 8 जीबी |
स्टोरेज | 256 जीबी |
रियर कैमरा | 48MP(सोनी IMX586 प्राइमरी सेंसर विद OIS और EIS सपोर्ट)+ 8MP (टेलीफोटो लेंस विद OIS सपोर्ट)+16MP (117 डिग्री अल्ट्रा-वाइड-एंगल) |
फ्रंट कैमरा | 16MP(सोनी IMX471 सेंसर) |
कनेक्टिविटी | 4जी, वाई-फाई 802.11, ब्लूटूथ 5.0, जीपीएस, एनएफसी, यूएसबी टाइप-सी पोर्ट |
बैटरी | 4085mAh विद 30T फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी सपोर्ट |
डायमेंशन | 162.6x75.9x8.8 एमएम |
वजन | 206 ग्राम |
पिछले हफ्ते महिंद्रा ने अपनी अपग्रेडेड BS6 स्कोर्पियो को लॉन्च किया। इसके कीमत 12.40 लाख रुपए से 16 लाख रुपए तक है। अपग्रेड के साथ ही कंपनी ने स्कोर्पियो लाइनअप को थोड़ा छोटा कर दिया है। अब इसमें सिर्फ चार वैरिएंट S5, S7, S9 और S11 में ही अवेलेबल है। गौर करने वाली बात यह है अब किसी भी वैरिएंट में ऑल-व्हील ड्राइव ऑप्शन नहीं मिलेगा।
140 हॉर्स पावर जनरेट करेगा इंजन
इसमें 140 हॉर्स पावर और 320 एनएम टॉर्क जनरेट करने वाला 2.2 लीटर का mHawk टर्बो लीटर डीजल इंजन है, जो नए एमिशन नॉर्म्स को फॉलो करता है। इसमें सिर्फ सिंगल 6 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स ऑप्शन मिलेगा। हालांकि इससे पहले बेस मॉडल (S3) में 2.5 लीटर का डीजल इंजन था जिसे अब लाइनअप से ड्रॉप कर दिया गया है। जिसे अब कम पावर 2.2 लीटर वाले कम पावरफुल इंजन से रिप्लेस कर दिया गया है।
वैरिएंट वाइस फीचर लिस्ट
महिंद्रा स्कोर्पियो S5: कीमत 12.40 लाख रुपए |
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महिंद्रा स्कोर्पियो S7: कीमत 14.21 लाख रुपए |
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महिंद्रा स्कोर्पियो S9: कीमत 14.84 लाख रुपए |
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महिंद्रा स्कोर्पियो S11: कीमत 16 लाख रुपए |
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अपने थ्री-मंथ्स चैलेंज में टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने हैकर्स को खुली चुनौती दी है। कंपनी का कहना है कि कस्टम लिनक्स ओएस की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले हैकर को एक लाख डॉलर की ईनामी राशि दी जाएगी। यह चैलेंज खासतौर से ऐज़र( Azure) स्पीयर ओएस पर फोक्स है, जिसके लिए माइक्रोसॉफ्ट ने पिछले साल लिनक्स के कॉम्पैक्ट और कस्टम वर्जन तैयार किया था। इस ओएस को इंटरनेट ऑफ थिंग्स प्लेटफार्म के चिपसेट में इस्तेमाल किया जाता है।
इस चैलेंज के जरिए ओएस को और ज्यादा सुरक्षित किया जा सकेगा
माइक्रोसॉफ्ट के सिक्योरिटी रिस्पॉन्स सेंटर के सिक्योरिटी प्रोग्रामर मैनेजर Sylvie Liu ने बताया कि इस नए रिसर्च चैलेंज का लक्ष्य ऐज़र स्पीयर ओएस को और अधिक सुरक्षित बनाना है। यह एक आईओटी सिक्योरिटी सॉल्यूशन है, जो हार्डवेयर को सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने आगे कहा कि इस चैलेंज से सिक्योरिटी रिसर्च कम्युनिटी को भी व्यस्त रखा जा सकेगा ताकि हैकर्स से पहले वे इसमें खामी ढूंढे, ताकि ऐज़र स्पीयर के हैक होने के रिस्क को कम किया जा सके।
तीन महीने तक चलेगा चैलेंज
यह चैलेंज थ्री-मंथ्स रिसर्च चैलेंज का हिस्सा है, जो 1 जून से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। इसमें जीतने वाला प्रतिभागी को ईमान स्वरूप एक लाख डॉलर की राशि दी जाएगी। कंपनी ने ऐज़र स्पीयर को पिछले साल बिल्ड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस में पेश किया था।
इस चैंलेंज में हिस्सा लेने के लिए यहां क्लिक करें
शाओमी एमआई 10 स्मार्टफोन 8 मई को भारतीय बाजार में लॉन्च होगा। कंपनी ने हाल ही में हुई ऑनलाइन प्रेस ब्रीफिंग में इसका ऐलान किया। भारत में इसे लाइव स्ट्रीमिंग इवेंट के जरिए लॉन्च किया जाएगा, जिसकी डिटेल कंपनी जल्द ही जारी करेगी। फोन की खास बात यह है कि इसमें 108 मेगापिक्सल का मेनकैमरा मिलेगा साथ ही इसमें 8K वीडियो रिकॉर्डिंग की जा सकेगी। इसकी प्री-बुकिंग 8 मई से 17 मई तक चलेगी। बुकिंग करने वाले ग्राहकों को 2499 रुपए का वायरलेस पावरबैंक मुफ्तमिलेगा।
31 मार्च को होना था लॉन्च, लॉकडाउन के कारण इवेंट टला
भारत में कितनी हो सकती है कीमत
एमआई 10 के बेसिक स्पेसिफिकेशन
कंपनी का ऑफिशियल ट्वीट
कोरोना महामारी का असर ई-कॉमर्स, टूरिज्म और एविएशन सेक्टर के साथ टैक्सी सर्विस कंपनीयों पर भी देखने मिल रहा है। हाल में अमेरिकी राइड शेयरिंग उबर ने लगभग 14 फीसदी स्टाफ यानी लगभग 3700 फुल टाइम कर्मचारियों की छटनी करने का ऐलान किया। कंपनी ने महामारी के कारण जारी लॉकडाउन में आई ट्रिप में आई कमी को इसकी वजह बताया। यह ऐलान कंपनी ने अपने तिमाही परिणाम जारी होने के बाद किया।
पिछले साल कंपनी को 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ
कंपनी की चीफ एग्जीक्यूटिव दारा खोस्रोशाही ने भी सालभर के लिए अपनी बेस सैलरी में कटौती की जो पहले एक मिलियन डॉलर तय थी। महामारी के पहले भी उबर आर्थिक संकट से जूझ रही थी। कंपनी को 2019 में 8.5 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था। कंपनी ने कहा कि यह छटनी कस्टमर सपोर्ट और रिक्रूटिंग टीम में की गई है, जिन्हें बदले में 20 मिलियन डॉलर और अन्य खर्चों का भुगतान करना पड़ा।
कंपनी ने मार्च में दे दी थी चेतावनी
बुधवार को टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने यह ऐलान किया कि अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप माइक्रोसॉफ्ट टीम्स में 250 पार्टिसिपेंट्स एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़े सकेंगे। पहले यह लिमिट सिर्फ 100 पार्टिसिपेंट्स तक सीमित थी। अपडेट का ऐलान करने के बाद कंपनी को उम्मीद है कि वह गूगल मीट और जूम ऐप को टक्कर देने में कामयाब होगी। लॉकडाउन के कारण घर से काम कर रहें यूजर्स बड़ी संख्या में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के 7.5 करोड़ यूजर्स हैं।
फ्री वर्जन में सिर्फ 20 पार्टिसिपेंट्स ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं
कंपनी का कहना है कि, टीम्स में यह अपडेट इस महीने के मध्य में मिलेगा। फिलहाल यह फीचर डेवलपमेंट प्रोसेस में है। कंपनी ने बताया कि कभी-कभी आपको एक बड़े ग्रुप के साथ बड़े प्रोजेक्ट पर बात करना की आवश्यकता होती है या किसी कार्यक्रम में लेकर पूरे स्टॉफ के साथ एक चर्चा करने की जरूरत होती है। ऐसे में बार-बार एक नई टीम्स शुरू करना अनावश्यक है। ऐसे में मीट के नए फीचर के जरिए 250 लोगों के साथ मीटिंग की जा सकेगी। यह नया फीचर सभी पेड प्लान्स में उपलब्ध रहेगा। वर्तमान में माइक्रोसॉफ्ट टीम्स के फ्री प्लान में सिर्फ 20 पार्टिसिपेंट्स ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ पाते हैं।
पेड वर्जन में 1TB और फ्री वर्जन में 1 GB स्टोरेज मिलता है
इसके अलावा भी पेड सब्सक्राइबर्स को शेड्यूल मीटिंग, रिकॉर्ड मीटिंग फोन कॉल्स विद ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं। पेड वर्जन में हर यूजर को 1टीबी स्टोरेज मिलता है। जबकि फ्री प्लान्स में हर यूजर को 1 जीबी और 10 जीबी शेयर्ड स्टोरेज मिलता है।
विवादित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप सूरक्षा को लेकर सख्त होती दिखाई दे रही है। कंपनी ने कहा कि अब जूम मीटिंग या वेबिनार जिसमें पहले से शेड्यूल इवेंट भी शामिल हैं में जल्द ही बाय डिफॉल्ट पासवर्ड प्रोटेक्शन मिलेगा, जिससे जूम बॉबिंग के बढ़ते खतरे पर नजर रखने में मदद मिलेगी। यह सुविधा 9 मई से फ्री और बेसिक अकाउंट और 30 मई से प्रो, एपीआई, बिजनेस, एजुकेशन और इंटरप्राइस अकाउंट पर लागू हो जाएगी।
यह फीचर नए जूम अपडेट 5.0 का ही हिस्सा
आईडी ड़ालने पर हमेशा पासवर्ड भरना होगा
बाय डिफॉल्ट जूम ने पासवर्ड को मीटिंग और वेबिनार लिंक में जोड़ रखा है। यदि प्रतिभागी इस लिंक पर क्लिक करता है तो उसे इसमें शामिल होने के लिए पासवर्ड डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन अगर यूजर मैनुअल मीटिंग या वेबिनार आईडी दर्ज करता है तो उसे हमेसा पासवर्ड डालना पड़ेगा।
इन्क्रिप्शन स्टैंडर्ड को बेहतर किया जा रहा
एक और अन्य बदलाव जो ऐप में किया जा रहा है वो यह कि जूम के इन्क्रिप्शन को बढ़ाया जा रहा है। जूम इन्क्रिप्शन को स्टैंडर्ड AES 256-bit GCM में अपडेट कर रही है। जो पुराने AES-256 ECB स्टैंडर्ड से बेहतर है। कंपनी का दावा है कि यह पहले से बेहतर सुरक्षा प्रदान करेगा।
मंगलवार को टेक कंपनी एपल ने ऐलान किया कि उनकी वर्ल्डवाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस ऑनलाइन होगी और 22 जून से शुरू होगी। यह कॉन्फ्रेंस सभी डेवलपर्स के लिए फ्री रहेगी, जिसे एपल डेवलपर ऐप या एपल डेवलपर वेबसाइट पर देखा जा सकेगा। कोरोना के कारण कंपनी ने इवेंट को ऑनलाइन करना का फैसला लिया है। पहले इसे मार्च में किया जाना था। अब कंपनी ने इसकी नई तारीखों का ऐलान किया है। हालांकि इसमें कौन से नए सॉफ्टवेयर्स पेश किए जाएंगे इस पर एपल ने कोई सफाई नहीं दी। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस साल आईओस 14, वॉचओएस 7 के साथ मैकओएस, आईपैडओएस और टीवीओएस में अपडेट्स वर्जन लॉन्च हो सकते हैं।
समय-समय पर इवेंट से जुड़ी जानकारियां साझा करते रहेंगे
एपल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और वर्ल्डवाइड मार्केटिंग फिल शिलर ने बताया कि हम जून अपनी ग्लोबल डेवलपर्स कम्युनिटी से ऑनलाइन मिलने के लिए इंतजार नहीं कर सकते। हम उनके साथ नए टूल्स को शेयर करेंगे जिन्हें हम अद्भुत ऐप्स बनाने के लिए तैयार कर रहे हैं। जैसे-जैसे इवेंट नजदीक आएगा हम WWDC20 इवेंट से जुड़ी कई सारी डिटेल्स शेयर करते रहेंगे।
एपल डेवलपर ऐप डाउनलोड करे सभी डेवपलर्स
कंपनी ने अपने ब्लॉग में सभी डेवलपर्स से एपल डेवलपर ऐप डाउनलोड करने की भी बात कही है, जिसमें WWDC20 इवेंट से जुड़ी कई अन्य डिटेल्स भी उनके साथ साझा की जाएंगी, जिसमें कीनोट डिटेल्स, सेशन्स और लैब शेड्यूल के बारे में जानकारी शामिल है। यह जानकारियां जून में रिलीज की जाएंगी।
नया फिटनेस ऐप हो सकती है लॉन्च-रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, WWDC इवेंट में एपल सॉफ्टवेयर की नई लाइनअप का ऐलान करेगी, जिसमें आईओएस का नेक्स्ट वर्जन और एपल सॉफ्टवेयर शामिल हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि आईओएस 14 के साथ एपल नए फिटनेस ऐप भी पेश करेगी जिसमें यूजर वर्कआउट के लिए ट्रेनिंग वीडियो गाइड भी डाउनलोड कर सकेगा। इसके अलावा एक नई और पहले से बेहतर मैसेज ऐप के मिलने के भी कयास लगाए जा रहे हैं जिसमें उल्लेख जोड़ने और भेजे गए मैसेज को रिकॉल करने की भी क्षमता होगी।
वॉचओएस में मिलेंगे स्कूल टाइम और किड्स मोड
इसी तरह एपल वॉच के लिए नया ऑपरेटिंग सिस्टम मिलने की भी उम्मीद की जा रही है। पिछले महीने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, एपल वॉचओएस के किड्स मोड पर काम कर रही है जिसमें पैरेंट्स एपल वॉच को अपने आईफोन से कनेक्ट कर बच्चों की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे। इसके अलावा कंपनी अपकमिंग वॉचओएस के लिए स्कूल टाइम फीचर पर भी काम कर रही है, जिसमें पैरेंट्स स्कूल टाइम के दौरान ऐप्स को मैनेज कर सकेंगे।
एपल इस साल आईफोन 12 सीरीज लॉन्च कर सकती है। अब लोगों का रूझान आईफोन SE 2020 से हटकर आईफोन 12 सीरीज की और जाने लगा है। हाल ही में एक यूट्यूबर ने आईफोन 12 की कीमत और स्पेसिफिकेशन की लीक जानकारी साझा की। लीक रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन 12 सीरीज में चार मॉडल शामिल होंगे और इसकी शुरुआती कीमत $649 यानी करीब 49 हजार रुपए के लगभग होगी। हालांकि इनकी वास्तविक कीमत लॉन्चिंग के बाद ही सामने आएगी।
49 हजार रुपए होगी एंट्री-लेवल मॉडल की कीमत
यूट्यूबर जॉन प्रोसर के मुताबिक, आईफोन 12 सीरीज में चार मॉडल लॉन्च किए जाएंगे। इसके एंट्री लेवल आईफोन 12 की कीमत 49,000 रुपए होगी, इसमें 5.4 इंच का OLED डिस्प्ले और डुअल रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। इन्होंने पहले भी आईफोन SE 2020 की बारे में जानकारियां लीक की थीं, जो सही निकली। जॉन का कहना है कि यह अफॉर्डेबल फोन होगा जिसमें 5G सपोर्ट मिलेगा।
OLED डिस्प्ले और 5G सपोर्ट मिलेगा
लीक रिपोर्ट के मुताबिक, आईफोन 12 के दो मॉडल्स में 6.1 इंच का डिस्प्ले, जिसमें से एक नॉन-प्रो वैरिएंट होगा। एपल आईफोन 11 के सक्सेसर के तौर पर लॉन्च कर रही है आईफोन 12 के डिस्प्ले में एलसीडी की जगह ओएलईडी पैनल देगी। इनमें भी डुअल रियर कैमरा और 5G सपोर्ट मिलेगा और इसकी शुरुआती कीमत $749 यानी करीब 56500 रुपए के लगभग होगी।
82900 रुपए हो सकती आईफोन 12 प्रो मैक्स की कीमत
प्रो मॉडल्स की बात करें तो जॉन ने बताया कि एपल आईफोन 12 प्रो और आईफोन 12 प्रो मैक्स भी लॉन्च करेगी। इनकी कीमत पिछले साल लॉन्च हुए मॉडल जितनी ही होगी। यानी दोनों हाई-एंड 5G आईफोन की कीमत $999 (लगभग 75300 रुपए) और $1,099 (लगभगम 82900 रुपए) तक होगी। दोनों प्रीमियम आईफोन में 6.1 इंच और 6.7 इंच का ओएलईडी डिस्प्ले मिलेगा। इसके अलावा इसमें तीन रियर कैमरा सेटअप मिलेगा। इसमें नए आईपैड प्रो 2020 की तरह LiDAR सेंसर भी मिलेगा।
आईफोन 11 से छोटा नॉजम मिलेगा- रिपोर्ट
एक अन्य रिपोर्ट में दावा किया जा चुका है कि आईफोन 11 की तुलना में आईफोन 12 सीरीज में छोटा नॉज मिलेगा। चारों मॉडल में 5nm एपल A14 बायोनिक चिपसेट मिलेगा। प्रो मॉडल में 120 हर्ट्ज डिस्प्ले मिलेगा।
लॉकडाउन के वजह से दो महीने देरी से होगी लॉन्चिंग- एनालिस्ट मिंग-ची-कुओ
एनालिस्ट मिंग-ची-कुओ ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि कोरोना के कारण जारी लॉकडाउन की वजह से आईफोन 12 की लॉन्चिंग दो महीने देरी से हो सकती है। इसके चीन मॉडल का प्रोडक्शन सितंबर से जबकि प्रीमियम प्रो मैक्स मॉडल का प्रोडक्शन अक्टूबर से शुरू होगा।
टेक कंपनी एपल और गूगल ने सोमवार को बताया कि वे अपने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप में लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम के इस्तेमाल पर रोक लगाने जा रही है। दोनों ही कंपनियां मिलकर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सिस्टम पर काम कर रही है, जिससे कोरोना संक्रमित को ट्रैक किया जा सकेगा, जिससे अन्य लोगों को संक्रमित होने से बचाया जा सकेगा। कंपनियों को मानना है कि कोरोनावायरस के संक्रमण को ट्रैक करने के लिए आजकल कई ट्रैकिंग ऐप्स बनाए जा रहे हैं और इनके इस्तेमाल की वजह से यूजर्स के प्राइवेसी को खतरा हो सकता है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 99 फीसदी स्मार्टफोन गूगल और एपल के ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करते हैं। गूगल ने पिछले महीने कहा था कि दोनों मिलकर एक ऐसा सिस्टम तैयार कर रहे हैं जो कोरोना पॉजीटिव व्यक्ति के आस पास या उससे मिलने जुलने वाले लोगों को अलर्ट करेगा। कंपनी ने कहा था कि सिर्फ पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी को ही इस तकनीक को इस्तेमाल करने की अनुमति दी जाएगी।
यूजर के प्राइवेसी हमारी प्राथमिकता: गूगल-एपल
दोनों कंपनियों का कहना था कि प्राइवेसी और सरकार द्वारा लोगों के डेटा को इस्तेमाल करने के बचाना ही हमारी प्राथमिकता है। यह सिस्टम ब्लूटूथ सिग्नल के जरिए काम करेगा और संक्रमितों की पहचान करने के लिए न जीपीएस लोकेशन इस्तेमाल करेगा न स्टोर करेगा। लेकिन ऐप के डेवलपर्स का कहना था कि यह जरूरी है कि हमें यूजर के जीपीएस लोकेशन ट्रैक करने की अनुमति दी जाए ताकि कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग ऐप के जरिए यह ट्रैक किया जाएगा कि वायरस कहां फैल रहा है साथ ही हॉटस्पॉट की पहचान की जा सके।
लोकेशन ट्रैकिंग में होती है बैटरी की ज्यादा खपत
एपल-गूगल के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप में जीपीएस लोकेशन इस्तेमाल न करने के फैसला लिया है क्योंकि उनका मानना है कि ये अनस्टेबल है और इससे बैटरी की खपल ज्यादा होगी। लेकिन पब्लिक हेल्थ अथॉरिटी इसी के भरोसे हैं ताकि वे अपने लोगों को ट्रैक कर सके। इसके अलावा यह खामियां भी सामने आई कि एपल और गूगल के डिवाइस कुछ समय बाद बैटरी सेव करने और अन्य कारणों से ब्लूटूथ बंद देते हैं, फिर इन्हें यूजर को ही दोबारा ऑन करना होता है।
गूगल-एपल के सिस्टम हमारे अनुकूल नहीं- सॉफ्टवेयर कंपनी ट्वेंटी
कुछ ऐप्स अपने दृष्टिकोण पर ही अड़ी है। सॉफ्टवेयर कंपनी ट्वेंटी जिसने उताह हेल्दी टूगेदर कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ऐप बनाई है का कहना है कि हमारी ऐप ब्लूटूथ और जीपीएस दोनों पर काम करती है। और एपल-गूगल के नए टूल के बगैर भी बेहतर तरीके से काम कर रही है। उन्होंने आगे बताया कि अगर उनके अप्रोट हमसे से ज्यादा बेहतर होती तो हम उनके फीचर को अपनी ऐप में जरूर शामिल करते। कनाडा की कंपनी अल्बर्टा प्रांत के कहा कि जीपीएस डेटा नहीं कलेक्ट करते और कभी भी एपल-गूगल सिस्टम को अपनी एबीट्रेसटूगेगदर ऐप में इस्तेमाल नहीं करेंगे।
डेटा लीक यूजर को नुकसान पहुंचा सकता है- एक्सपर्ट
प्राइवेसी एक्सपर्ट ने बताया कि किसी यूजर के स्वास्थ्य संबंधित लोकेशन डेटा लीक हो जाए तो उससे यूजर को काफी नुकसान पहुंचाया जा सकता है। एपल-गूगल ने कहा कि वे कॉन्टैक्ट सिस्टम इस्तेमाल करने के लिए हर देश के लिए अलग ऐप तैयार करेगा ताकि इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि वे उन देशों का समर्थन करेंगे जो राज्य या क्षेत्रीय दृष्टिकोण का विकल्प चुनते हैं।
कोरोना से जुड़ी अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (IFCN) ने वॉट्सऐप चैट बॉट पेश किया है। चैट बॉट में लगभग 4 हजार खारीज अफावाहों का डेटाबेस हैं। बॉट न सिर्फ यूजर को सही जानकारी मुहैया कराता है बल्कि कोविड-19 से जुड़ी किसी भी अफवाह के सही-गलत होने की पुष्टि भी करता है। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि इसकी मदद से यूजर न सिर्फ फेक न्यूज की पहचान कर सकें बल्कि उन्हें फैलने से रोक सकें।
मैसेज फॉर्वर्ड करने की लिमिट घटा चुकी है वॉट्सऐप
इससे पहले भी वॉट्सऐप फेक न्यूज को रोकने के लिए कई तरह के कदम उठा चुकी है। हाल ही में कंपनी ने मैसेज फॉर्वर्ड करने की लिमिट को 5 से घटाकर 1 कर दिया था, कंपनी ने बताया कि इससे मैसेज फॉर्वर्ड करने में 70 फीसदी की कमी आई है।
फिलहाल अंग्रेजी भाषा में ही कर सकेंगे इस्तेमाल
वर्तमान में चैट बॉट सिर्फ अंग्रेजी भाषा में काम करता है, जल्दी ही इसमें हिंदी, स्पैनिश जैसी भाषाओं को भी जोड़ा जाएगा। IFCN चैट बॉट में 74 देशों के 80 से ज्यादा फैक्ट-चैकिंग संस्थानों का डेटा है। इन संस्थानों ने मिलकर कोरोना से जुड़ी लगभग 4000 अफवाहों की पुष्टि कर उनका डेटाबेस तैयार किया, जो रोजाना अपडेट होता रहता है।
IFCN चैट बॉट सभी यूजर्स के लिए फ्री अवेलेबल है। इसे इस्तेमाल करने किए यूजर को कॉन्टैक्ट में +1 (727) 2912606 नंबर सेव करना होगा। नंबर सेव करने के बाद चैट पर हाई (Hi) भेजना होगा, जिसके बाद तुरंत बाद यूजर को ऑटोमैटेड मैसेज मिलेगा। चैट पर आए मैसेज में यह दावा किया गया है कि यह सर्विस 24x7 अवेलेबल है, इसमें किसी भी वक्त कोविड-19 से जुड़ी अवफाह और उसकी सत्यता की पुष्टि की जा सकेगी।
चैट बॉट में मिलेंगे ये 6 ऑप्शन्स
1. सर्च फोर फैक्ट चैक
2. लेटेस्ट फैक्ट चैक
3. टिप्स टू फाइट मिस इंफॉर्मेशन
4. फाइंड फैक्ट चेकर नीयर मी
5. अबाउट अस
6. प्राइवेसी
ऊपर बताए गए ऑप्शन्स इस्तेमाल करने के लिए उसके सामने दिए गए नंबर को चैट पर भेजना होगा। उदाहरण के तौर पर...
नए रेडमी नोट 9 प्रो की पहली सेल मंगलवार से शुरू होने जा रही है। सरकार के ऑरेंज और ग्रीन जोन में लॉकडाउन में ढील देने के बाद शाओमी इन जगहों पर अपना कामकाज शुरू कर रही है। फोन को अमेजन और एमआई डॉट कॉम से खरीदा जा सकेगा। ऑफर के तहत ICICI बैंक के क्रेडिट कार्ड या ईएमआई ऑप्शन से खरीदी करने पर एक हजार रुपए का डिस्काउंट दिया जा रहा है। श्याओमी इंडिया के हेड मनु जैन ने सोमवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। फिलहाल सिर्फ ऑरेंज और ग्रीन जोन के ग्राहक ही फोन ऑर्डर कर सकेंगे। रेड जोन में पाबंदी के चलते फोन ऑर्डर नहीं किए जा सकेंगे।
शाओमी इंडिया के हेड मनु जैन का ट्वीट
कंपनी ने ऑनलाइन इवेंट में लॉन्च किया था फोन
रेडमी नोट 9 स्मार्टफोन: स्पेसिफिकेशन
डिस्प्ले साइज | 6.67 इंच |
डिस्प्ले टाइप | फुल एचडी प्लस |
सिम टाइप | डुअल सिम + डेडिकेटेड माइक्रो एसडी स्लॉट |
ओएस | MIUI 11 बेस्ड एंड्रॉयड 10 |
प्रोसेसर | क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 720G |
रैम/स्टोरेज | 4GB+64GB/6GB+128GB |
एक्सपेंडेबल | 512GB |
रियर कैमरा | 48MP(सैमसंग GM1 सेंसर)+8MP(अल्ट्रा-वाइड सेंसर)+5MP(डेप्थ लेंस)+2MP(मैक्रो लेंस) |
फ्रंट कैमरा | 16MP |
बैटरी | 5020 एमएएच विद 18 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट |
सिक्योरिटी | साइड माउंडेट फिंगरप्रिंट स्कैनर, एआई फेस अनलॉक |
अमेरिकी टेक कंपनी एपल ने मैकबुक प्रो का मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसकी खासियत यह है कि इसमें 13 इंच की स्क्रीन मिलेगा और मैजिक की-बोर्ड मिलेगा, जिसे पुराने बटरफ्लाई कीबोर्डसे रिप्लेस किया गया है। इसमें 10th जनरेशन इंटेल कोर प्रोसेसर मिलेगा जो पुराने मॉडल से 80 फीसदी ज्यादा बेहतर परफॉर्म करेगा। इसमें 16 जीबी रैम मिलेगी, जिसे 32 जीबी तक बढ़ाया जा सकेगा। बेस वैरिएंट में 256 जीबी का स्टोरेज मिलेगा, जिसे 4 टीबी तक बढ़ाया जा सकेगा।
भारत में कीमत और उपलब्धता
फीचर्स और स्पेसिफिकेशन
क्या है मैजिक की-बोर्ड
डेटा चोरी के आरोपों को झेल रहे शाओमी अब एक और बयान सामने आया है। शाओमी का कहना है कि अब हम यह बात यूजर पर छोड़ रहे हैं कि वे अपना डेटा कंपनी के साथ शेयर करना चाहते हैं या नहीं। लेकिन सवाल है कि यह संभव कैसे होगा। इस पर कंपनी ने बताया कि अब यूजर यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि श्याओमी उनके प्राइवेट ब्राउजिंग डेटा को ट्रैक कर सके या नहीं। हाल ही में कंपनी ने इस बात से खारिज किया था कि वे एमआई और रेडमी फोन यूजर्स कि गतिविधियों को ट्रैक करते हैं, जिस समय वे इन्कॉग्निटो मोड में ब्राउजिंग कर रहे होते हैं।
हालांकि इस बात पर अभी भी संशय बना हुआ है कि क्यों कोई कंपनी प्राइवेट मोड में ब्राउजिंग के दौरान यूजर को ट्रैक करेगी लेकिन शाओमी के केस से पुष्टि होती है कि वास्तव में यह मामला है। दूसरे शब्दों में कहें तो शाओमी के पास सबसे अधिक संभावना है कि वे एमआई और रेडमी फोन यूजर्स को ट्रैक करने की कि वे वेब पर क्या सर्च कर रहे हैं या तक कि इन्कॉग्निटो मोड में वे क्या देख रहे हैं। मामला सामने आने के बाद भी यह उम्मीद नहीं लग रही है कि कंपनी जल्द ही इस गंभीर मामले को खत्म करेगी। क्योंकि कंपनी अपने यूजर्स को इस फीचर को चुनने और ना चुनने की अनुमति दे रही है।
क्या था मामला
सभी दावे झूठे, प्राइवेसी के प्रति सख्त है कंपनी- शाओमी
मनु कुमार जैन ने दी सफाई
शाओमी इंडिया के हेड मनु कुमार जैन ने ट्विटर पर एक पोस्ट करके कहा है कि कंपनी पर डेटा ट्रैक करने का आरोप लग रहा है, वह बेबुनियाद है। भारत का डेटा भारत में ही है और हम इसका दुरुपयोग नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय यूजर्स का डेटा पिछले दो सालों से इंडिया में ही सेव होता है।
लॉकडाउन के दौरान लोगों का रूझान जानने के लिए एलजी मेने स्मार्टफोन समेत टीवी, फ्रिज जैसे कई होम अप्लायंसेज के रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं। फोल्डेबल फोन एलजी G8X ThinQ की खरीदारी करने पर ग्राहकों को 5 हजार रुपए का इंस्टेंट डिस्काउंट और दो हजार रुपए के ब्लूटूथ हेडसेट मिलेगा, तो टीवी खरीदने पर 15 हजार रुपए तक कैशबैक दिया जा रहा है। वहीं एसी, फ्रिज और वॉशिंग मशीन समेत अन्य होम अप्लायंसेज पर 12.5 फीसदी तक का कैशबैक दिया जा रहा है। कंपनी ने डेडिकेटेड साइट जारी की है, जिनपर सभी प्रोडक्ट्स और उनसे जुड़े ऑफर्स के बारे में जानकारी दी है। ग्राहक 15 मई तक प्री-बुकिंग कर सकेंगे।
30 मई से पहले खरीदारी करने पर ही मिलेगा।
कंपनी ने डेडिकेटेड साइट जारी की है, जिसमें लॉकडाउन के दौरान भी चुनिंदा प्रोडक्ट्स की प्री-बुकिंग की जा रही है। हालांकि इस समय देश में गैर जरूरी चीजों कि बिक्री फिलहाल बैन है, ऐसे में कंपनी सिर्फ ग्राहकों का रूझान जानने के लिए प्री-बुकिंग कर रही है ताकि अंदाजा लगाया जा सके कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद कितने लोग इन्हें खरीदेंगे। बुकिंग करने पर कंपनी का एग्जीक्यूटिव ग्राहकों से संपर्क कर ऑफर की जानकारी मुहैया कराएगा। ऑफर का लाभ ग्राहकों को 30 मई से पहले खरीदारी करने पर ही मिलेगा।
साइट के मुताबिक ऑफर की जानकारी
LG की डेडिकेटेड माइक्रोसाइडट पर जाने के लिए क्लिक करें
एपल वॉच द्वारा लोगों की जान बचाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल में एक मामला सामने आया कि जिसमें एपल वॉच की वजह से 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला की जान बच पाई जोकि वॉच की ईसीजी फंक्शनैलिटी की वजह से संभव हो पाया। वॉच ने हृदय संबंधित समस्या की पहचान की जो अस्पताल में हुई ईसीजी के दौरान भी पकड़ में नही आ सकी।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने यूरोपीयन हार्ट जर्नल में बताया कि बुजुर्ग महिला ने जोहान्स गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय (जर्मनी) के यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर मेंज में सामान्य एनजाइना लक्षणों (रक्त संचार कम होने से उठे सीने में दर्द) की जांच कराई। उन्होंने बताया कि उन्हें दो बार praesyncopy का सामना भी करना पड़ा। (praesyncopy, ऐसी स्थिति जिसमें दिमाग में ऑक्सीजन युक्त रक्त का संचार कम होने के कारण बेहोशी छाने लगती है)
डॉक्टर्स की ईसीजी रिपोर्ट में सब नॉर्मलग
महिला के सारी समस्या सुनने के बाद डॉक्टर्स ने शुरुआती तौर पर 12-चैनल ईसीजी की। टेस्ट के दौरान इस्किमिया (ischaemia) के कोई लक्षण सामने नहीं आया। (ischaemia, जिसमें रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के जामने के कारण अंगों में सहीं तरह से रक्त नहीं पहुंच पाता है)
एपल वॉच की ईसीजी में मायोकार्डियल इस्किमिया की पुष्टि
बाद में महिला ने डॉक्टर्स को खुद के लिए हुए ईसीजी टेस्ट के रिजल्ट दिखाए, जो उन्होंने अपनी एपल वॉच से लिए थे। जिसमें महिला को एसटी सेगमेंट डिप्रेशन का खुलासा हुआ। इन टेस्ट में डॉक्टर्स को महिला में मायोकार्डियल इस्किमिया (Myocardial Ischemia) के लक्षण भी मिले, जिसके बाद उन्होंने उन्हें कैथेराइजेशन लैब में ट्रांसफर किया। इसके बाद उनकी कोरोनरी अर्ट्री स्टेंटिंग हुई जिसके बाद अगले दिन उन्हें घर भेज दिया गया। (Myocardial Ischemia, जिसमें रक्त वाहिकाओं में खून के थक्के जामने के कारण हृदय तक बेहतर तरीके से रक्त संचार नहीं हो पाता)
पीडीएफ में स्टोर कर सकते हैं एपल वॉच की ईसीजी
स्टडी में सामने आया कि स्मार्ट टेक्नोलॉजी से आने से इलाज के नई तरीके खोजे जा रहे हैं। एपल वॉच के केस में मोबाइल ऐप इंस्टॉल करते ही यह ईसीजी रिकॉर्ड करना शुरू कर देती है। इसे पीडीएफ फॉर्म में स्टोर भी किया जा सकता है। ऐसे में एपल स्मार्टवॉच को सिर्फ अनियमित हार्ट रेट मॉनिटर करने के काम के अलावा रक्त संचार मापने के काम में भी लिया जा सकता है।
ग्रीन और ऑरेंज जोन में स्मार्टफोन शॉप खोलने और फोन बिक्री की इजाजत मिलने के बाद स्मार्टफोन कंपनी वीवो ने "स्मार्ट रिटेल प्रोग्राम" शुरू किया है। जिसमें ग्राहक वीवो के फेसबुक पेज (@vivoIndia), वीवो ई-स्टोर (shop.vivo.com) और 8955771110 पर एसएमएस कर अपनी पसंदीदा वीवो स्मार्टफोन ऑर्डर कर सकेंगे। इसके तहत वीवो फोन को 30 हजार ब्रांड एंबेसडर और 20 हजार रिटेलर्स की मदद से ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा। वीवो के डायरेक्टर (ब्रांड स्ट्रैटजी) निपुन मार्या की मानें, तो वीवो के कुल ग्राहकों में 60 फीसदी ऑफलाइन कस्टमर हैं।
फोन की होम डिलीवरी की सुविधा भी उपलब्ध
फेसबुक पेज और एसएमएस से ग्राहक कंपनी के ब्रांड एबेंसडर से जुड़कर फोन से जुड़ी सारी डिटेल हासिल कर सकेंगे। इसके बाद अगर ग्राहक को फोन पसंद आता है, तो ब्रांड एंबेसडर ग्राहक के नजदीकी रिटेलर्स तक उसकी सारी डिटेल भेजते हैं, जहां से ग्राहक जाकर फोन खरीद सकते हैं। साथ ही रिटेलर्स ग्राहक को फोन की होम डिलीवरी भी कराएंगे। वीवो ने बताया कि मौजूदा वक्त में एसएसएस बेस्ड कनेक्टिविटी जारी है, जबकि अन्य दो ऑपेरशन ग्राहकों के लिए 12 मई से पहले उपलब्ध हो जाएंगे।
सैमसंग ने बजट फोन गैलेक्सी M21 और मिड रेंज स्मार्टफोन गैलेक्सी A50s की कीमत में कटौती कर दी है। बता दें कि 1 अप्रैल से नई जीएसटी दर लागू होने के बाद से कंपनी ने अपने कई मॉडल्स की कीमतें बढ़ा दी थीं। स्मार्टफोन पर टैक्स की दर को 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी कर दिया गया है। लेकिन इस बढ़ोतरी के बाद पहली बार सैमसंग ने अपने कई स्मार्टफोन की कीमत में कटौती की है। कटौती के बाद गैलेक्सी M21 स्मार्टफोन 1023 रुपए और गैलेक्सी A50s स्मार्टफोन 6300 रुपए तक सस्ता मिल रहा है।इनके अलावा भी सैमसंग ने अपने कई मॉडल्स की कीमत में कटौती की है।
कटौती के बाद गैलेक्सी M21 की कीमत
कटौती के बाद गैलेक्सी A50s की कीमत
सैमसंग गैलेक्सी एम21 के बेसिक स्पेसिफिकेशन
डिस्प्ले साइज | 6.4 इंच |
डिस्प्ले टाइप | फुल एचडी प्लस, 1080x2340 पिक्सल रेजोल्यूशन, गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन |
सिम टाइप | डुअल नैनो सिम |
ओएस | वन UI 2.0 बेस्ड एंड्रॉयड 10 |
प्रोसेसर | एक्सीनोस 9611 |
रैम/स्टोरेज | 4GB/64GB, 6GB/128GB |
एक्सपेंडेबल मेमोरी | 512GB |
रियर कैमरा | 48MP(प्राइमरी)+8MP(अल्ट्रा-वाइड एंगल)+5MP(डेप्थ सेंसर) |
फ्रंट कैमरा | 20MP |
बैटरी | 6,000mAh विद 15W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट |
कलर | ब्लैक, ब्लू |
सिक्योरिटी | फिंगरप्रिंट और फेसअनलॉक |
सेंसर | एक्सीलेरोमीटर, फिंगरप्रिंट सेंसर, जायरोस्कोप, जियोमैग्नेटिक सेंसर, प्रॉक्सिमिटी, वर्चुअल लाइट सेंसिंग |
वजन | 188 ग्राम |
गैलेक्सी A50s के बेसिक स्पेसिफिकेशन
डिस्प्ले साइज | 6.40 इंच |
डिस्प्ले टाइप | इंफिनिटी-यू, सुपर एमोलेड, फुल एचडी प्लस डिस्प्ले, 1080x2340 रेजोल्यूशन |
ओएस | एंड्रॉयड 9 पाई विद वन यूआई |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर एक्सीनोस 9611 |
रैम | 4 जीबी / 6 जीबी |
स्टोरेज | 128 जीबी |
एक्सपेंडेबल मेमोरी | 512 जीबी (माइक्रो एसडी) |
रियर कैमरा | 48MP(प्राइमरी सेंसर)+8MP(अल्ट्रा वाइड)+5MP(डेप्थ सेंसर) |
फ्रंट कैमरा | 32MP |
बैटरी | 4,000mAh विद 15W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट |
सिक्योरिटी | इन-डिस्प्ले फिंगरप्रिंट सेंसर |
व्यापारियों के संगठन अखिल भारतीय व्यापारी संघ (CAIT) ने शुक्रवार को बताया कि वे जल्द ही नेशनल ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस 'भारतमार्केट' लॉन्च करेंगे। कई टेक्नोलॉजी पार्टनर के साथ मिल कर तैयार किया गया यह प्लेटफार्म खासतौर से देशभर के खुदरा व्यापारियों के लिए बनाया गया है। मैन्युफैक्चर्स से सीधे कंज्यूमर तकप्रोडक्ट पहुंचाने के लिए प्लेटफार्म मेंकई लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें होम डिलीवरी की सुविधा भी मिलेगी।
95%खुदरा व्यापारियों को इस प्लेटफार्म पर लाने का लक्ष्य
CAIT के मुताबिक, ई-कॉमर्स प्लेटफार्म में देशभर के व्यापारी शामिल हो सकेंगे। CAIT के सेक्रेटरी-जनरल प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि हमारा लक्ष्य देश के 95 फीसदी खुदरा व्यापारियों को इस प्लेटफार्म पर लाने का है, जो इसके शेयरहोल्डर्स भी होंगे और इसे खासतौर से व्यापारियों के लिए चलाया जाएगा।
सफल रहापायलट प्रोजेक्ट
इसे देश के कुछ हिस्सों में पायलट प्रोजेक्ट कर शुरू किया जा चुका है, जहां काफी बढ़िया रिस्पॉन्स देखने में आया है। कुछ जरूरी चीजों के साथ शुरुआती तौर पर इसे प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, कानपुर और बेंगलुरु में शुरू किया जा चुका है। जहां खुदरा व्यापारियों, डिस्ट्रीब्यूटर्स और उपभोक्ताओं की बेहतरीन प्रतिक्रियाएं मिली हैं।
90शहरों में इसकी पहुंच
खंडेलवाल ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के दौरान मिले अनुभवों के आधार पर अब हम इसे दो हफ्ते के भीतर इसे देश के 90 शहरों में शुरू कर चुके हैं और जल्द ही इसे देश के अन्य शहरों में भी शुरू किया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान कंटेनमेंट जोन में लोगों तक जरूरी सामान पहुंचने की क्षमता को देखते हुए इस पहल को मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा भी सराहा जा चुका है। संगठन को उम्मीद ही कि इस साल प्लेटफार्म पर 1 करोड़ से ज्यादा खुदरा व्यापारी जुड़ेगें और जल्द ही यह दुनिया का सबसे बड़ा और यूनिक ई-मार्केटप्लेट बनकर उभरेगा।
टेक कंपनी हुवावे भारतीय बाजार में हुवावे वॉच GT2e लॉन्च करने की तैयारी में है। ऑफिशियल लॉन्चिंग से पहले ही फ्लिपकार्ट पर इसकी कीमत की जानकारी सामने आ गई है। जिसके मुताबिक भारत में इसे 19990 रुपए में बेचा जाएगा। यूरोपीयन बाजार में इसकी कीमत लगभग 16500 रुपए है यानी भारत में यह वॉच लगभग 3500 रुपए तक महंगी मिलेगी। हालांकि कंपनी की तरफ से भारत में इसकी कीमत को लेकर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। हुवावे इंडिया ने इसका डेडिकेटेड पेज भी जारी किया है, जिसमें इसके फीचर्स और स्पेसिफिकेशन डीटेल्स दी गई है। इसे मार्च में ग्लोबली लॉन्च हुए हुवावे पी-40 सीरीज स्मार्टफोन के साथ लॉन्च किया गया था। कंपनी का दावा है कि सिंगल चार्ज में यह 14 दिन तक चलेगी। इसे हुवावे वॉच GT2 के अपग्रेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया है।
हुवावे वॉच GT2e: भारत में इतनी हो सकती है कीमत
हुवावे वॉच GT2e: फीचर्स एंड स्पेसिफिकेशन
भारत में 25मार्च से जारी लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन कंपनियां अप्रैल माह में शिपमेंट नहीं कर पाई, नतीजन अप्रैल में किसी भी कंपनी का स्मार्टफोन नहीं बिका। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण देश में मौजूद तमाम मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बंद पड़े हैं। कंपनियां का कहना है कि लॉकडाउन खत्म हो भी गया तो वापस सामान्य स्थिति में आने में दो से चार हफ्ते लग जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मार्च के महीने में स्मार्टफोन शिपमेंट में 19 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी।
सामान्य महीने में 1.2 करोड़ स्मार्टफोन तक बिकते हैं
काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्रियों और रिटेल शॉप बंद है और ऑनलाइन प्लेटफार्म जरूरी समानों की डिलीवरी करने में व्यस्त है। जिसके कारण अप्रैल में सेल्स शून्य रही। इसके अलावा स्मार्टफोन शिपमेंट भी शून्य रहा और अब हम मई में कदम रख चुके हैं और अभी भी कोरोना संकट मंडरा रहा है, ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि दूसरी तिमाही में भी स्मार्टफोन कंपनियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा सकता है। पाठक ने आगे बताया कि लॉकडाउन के दौरान कुछ बिक्री हुई भी लेकिन नॉर्मल महीने में होने वाला 1.1 करोड़ से 1.2 करोड़ की तुलना में वह न के बराबर है।
लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही बंद है प्लांट- माधव सेठ, रियलमी इंडिया हेड
सैमसंग से लेकर शाओमी और रियलमी तक सभी की मैन्युफैक्चरिंग और असेंबलिंग प्लांट्स लगभग 20 मार्च से ही लॉकडाउन के कारण बंद है। रियलमी ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही अपनी फैक्ट्रियां बंद कर दी थी। रियलमी इंडिया हेड माधव सेठ ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार ग्रेटर नोएडा स्थित प्लांट 21 मार्च से बंद है। सेल्स पर भी रोक लगा दी है। इसके अलावा रियलमी ने नारजो सीरीज समेत कई स्मार्ट प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग भी टाल दी है।
कोरोनावायरस ने संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं, इससे मरने वाले लोगों की संख्या में भी तेजी आई है। ऐसे में चीनी स्टार्टअप कंपनी रोकिड ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए एक खास थर्मल इमेजिंग गॉगल्स बनाया है। इसकी मदद से कोरोना संक्रमित लोगों को स्कैन किया जा सकता है।
कंपनी के मुताबिक इस थर्मल ग्लास में एक इन्फ्रारेड सेंसर लगा है, जो दो से तीन मीटर के दायरे में मौजूद किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति को ढूंढ लेता है। ये दो मिनट के अंदर 200 लोगों के तापमान का पता लगा सकता है। गॉगल्स में क्वालकॉम प्रोसेसर और 12 मेगापिक्सल कैमरा है। ये कैमरा ऑगमेंटेड रियलिटी फीचर्स से लैस है। साथ ही, इसमें हैंड्स-फ्री वॉयस कंट्रोल, लाइव फोटो और वीडियो रिकॉर्डिँग की सुविधा भी है। इसमें कंपनी का लेटेस्ट ओएस दिया है, जो फेस रिकग्निशन का भी काम करता है।
कोरोना से देश और दुनिया में मौतें
देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 37,412 हो गई है। इनमें 26,115 की रिपोर्ट पॉजीटिव है। वहीं 10,063 संक्रमित ठीक हो गए हैं। देश में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 1,230 हो चुकी है। ये आंकड़े covid19india.org के अनुसार हैं। दूसरी तरफ, दुनियाभर में कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 3,417,609 हो चुकी है। इनमें 239,900 की मौत हो चुकी है। इसी दौरान 1,088,223 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या 65,782 हो चुकी है।
देश की ऑटो इंडस्ट्री की हालत चिंताजनक है। इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है किसी महीने में एक भी कार नहीं बिकी। बता दें कि देश में नेशनल लॉकडाउन के चलते किसी भी कंपनी की कोई कार नहीं बिकी है। वहीं, आने वाले कुछ महीनों में कार की बिक्री पर असर रहेगी। हालांकि, ऑटोकार की रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के बाद दो पहिया वाहनों की बिक्री बढ़ सकती है। बता दें कि देश में 1 अप्रैल से BS6 नोर्म्स वाली गाड़ियां चलाना ही अनिवार्य हो गया है। पहले ऐसा माना जा रहा था कि BS4 इंजन से BS6 इंजन पर स्विच करने से टू-व्हीलर की सेल पर असर होगा, क्योंकि इससे गाड़ी की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन अब कोविड-19 के चलते इसकी बिक्री में तेजी देखने को मिल सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक ये साल टू-व्हीलर की बिक्री के लिए अब तक अच्छा नहीं रहा। पहले जहां BS6 इंजन के चलते टू-व्हीलर की कीमतें बढ़ी। तो अब कोविड-19 महामारी के चलते गाड़ियों की ब्रिकी पूरी तरह रुक गई। ऐसा माना जा रहा है कि फेस्टिव सीजन तक राहत की उम्मीद नहीं है। हालांकि, लॉकडाउन हटने के बाद कोविड के कारणों से ही टू-व्हीलर की बिक्री में बढ़ोतरी देखने को मिलगी। बता दें कि 25 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन को तीन अलग-अलग फेज में 17 मई तक बढ़ा दिया गया है।
अप्रैल महीने में एक भी कार नहीं बिकी। इस पर फाडा (फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) प्रेसिडेंट आशीष हर्षराज काले ने कहा, "लॉकडाउन के चलते नई गाड़ियों के बिक्री पूरी तरह बंद है। जो भी गाड़ियों लॉकडाउन से पहले बेची गई थी, सिर्फ आरटीओ में उनकी की प्रॉसेस पूरी हो रही है। आने वाले महीनों में भी हमारे लिए मुश्किल समय होगा। क्योंकि जब भी हमने स्लोडाउन या मंदी को फेस की है, तब वो डिमांड साइट से ही होती है। लेकिन इस बार 3 से 4 तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। जैसे, लॉकडाउन खुलते ही डिमांड कम रहेगी। इकोनॉमिक स्थिति कैसी रहती है इसका पता भी बाद में ही चलेगा। सप्लाई की तरफ से भी सपोर्ट नहीं मिल पाएगा, क्योंकि सभी प्रोजेक्ट को दिन-रात के लिए शुरू नहीं किया जा सकता। हो सकता है कि पहले 2 या 3 जोन ही खुलें। ऐसे में यदि कोई कम्पोनेंट मैन्युफैक्चर रेड जोन में हुआ तब भी गाड़ी का प्रोडक्शन शुरू नहीं हो पाएगा। लॉकडाउन खुलने के बाद सप्लाई की क्या स्थिति बनती है, ये आगे ही पता चलेगी।"
वैश्विक स्मार्टफोन मार्केट पर भी कोरोनावायरस का काफी गहरा असर पड़ा है। रिसर्च फर्म कैनालिक ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि स्मार्टफोन शिपमेंट की दर 13 फीसदी गिरकर 27.2 करोड़ यूनिट पर तक पहुंच गई। काउंटर पॉइंट रिसर्च ने भी अपनी रिपोर्ट में बताया कि मार्च 2014 तिमाही के बाद ऐसा पहली बार देखने को मिला है जब किसी तिमाही में ग्लोबली स्मार्टफोन शिपमेंट का आंकड़ा 30 करोड़ यूनिट से कम रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना के कारण अगली तिमाही में इससे भी बुरा असर देखने को मिल सकता है।
कैनालिस में आगे बताया कि स्मार्टफोन मार्केट ने 2020 में अच्छी खासी शुरुआती की थी लेकिन कोरोना के कारण नए डिवाइस की मांग खत्म हो गई। जब कोरोना चीन में फैलाना शुरू हुआ तो वेंडर्स को यही चिंता सता रही थी कि ग्लोबाल मार्केट में स्मार्टफोन की डिमांड की पूर्ति कैसे की जाएगी। लेकिन मार्च में सारी परिस्थितियां बदल गई। स्मार्टफोन निर्माता धीरे-धीरे रिकवर कर रहे हैं लेकिन कई देशों में जारी लॉकडाउन के कारण बिक्री रूकी हुई है।
लोगों ने फोन खरीदने का प्लान टाला
स्टैनटोन में बताया कि फोन अभी भी लोगों की जरूरत बना हुआ है। जिनके फोन चोरी हो गए हैं या खराब हो गए हैं वो ऑनलाइन चैनल से इसे खरीद रहे हैं लेकिन जो लग्जरी के लिए फोन खरीदना चाहते हैं उन्होंने अभी फोन खरीदने के फैसले को टाल दिया है।
21.9 मार्केट शेयर के साथ सैमसंग आगे
कैनालिस की रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग सबसे आगे रहा, मार्च तिमाही में कंपनी का मार्केट शेयर 21.9 फीसदी रहा,जिसके बाद हुवावे 18 फीसदी, एपल 13.6 फीसदी, शाओमी11.1 फीसदी और वीवो 8.9 फीसदी का स्थान रहा।
चीन में शिपमेंट 27 फीसदी गिरी
काउंटर पॉइंट रिसर्च के मुताबिक, पहली तिमाही में सबसे 27 फीसदी शिपमेंट चीन में गिरी, जहां से महामारी दुनियाभर में फैली। चीन में महामारी फैलने के बाद अन्य कंपनियों को हैंडसेट के कम्पोनेंट्स नहीं पहुंच पाए, जिसने ग्लोबल शिपमेंट को काफी नुकसान पहुंचाया।
गेमिंग और ओटीटी सर्विस का ग्राफ बढ़ा
लॉकडाउन के कारण स्मार्टफोन शिपमेंट में भले ही गिरावट रही लेकिन घर पर रहने की वजह से लोगों ने स्मार्टफोन का काफी इस्तेमाल किया, जिसके बाद गेमिंग और ओटीटी सर्विस का ग्राफ लगातार बढ़ाता चला गया। इस दौरान ऑपरेटर्स ने काफी मात्रा में डेटा पैक की बिक्री की।
नए एमिशन नॉर्म्स को देखते हुए तमाम कंपनियों ने अपने बीएस 6 पेट्रोल और डीजल व्हीकल लॉन्च किया है। लॉकडाउन के दौरान देशभर के डीलरशिप बंद है, ऐसे में शोरूम पर जाकर कार के बारे में जानकारी जुटाना फिलहाल मुश्किल है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अगर डीजल कर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो हम कुछ ऐसे ऑप्शन्स बता रहे हैं, जिनमें 25.40 किमी प्रति लीटर तक का माइलेज मिलेगा....
फोर्ड इकोस्पोर्ट
माइलेज: 21.7 किमी प्रति लीटर
कीमत: 8.54 लाख से 11.67 लाख रुपए (दिल्ली एक्स-शोरूम)
फोर्ड की यह कॉम्पैक्ट एसयूवी भारतीय बाजार में काफी लोकप्रिय है। इसमें 1.5 लीटर का बीएस 6 डीजल इंजन मिलेगा, जो 100 हॉर्स पावर की ताकत और 215 एनएम कास टॉर्क जनरेट करता है। इसका 21.7 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलता है, जोकि ARAI सर्टिफाइड है। यह क्रेटा से 0.3kpl ज्यादा माइलेज देती है।
टाटा नेक्सन
माइलेज: 22.4 किमी प्रति लीटर
कीमत: 8.54 लाख से 12.70 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
इसे टाटा की सबसे छोटी डीजल कार कहना गलत नहीं होगा। इसमें 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर, टर्बो-डीजल इंजन है, जिसमें 110 हॉर्स पावर की ताकत और 260 एनएम का टॉर्क मिलता है। इसका ARAI रेटेड माइलेज 22.4 किमी प्रति लीटर है। यह 6 स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स ऑप्शन में अवेलेबल है।
हुंडई वेन्यू
माइलेज: 23.3 किमी प्रति लीटर
कीमत: 8.10 लाख से 11.40 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
इसे भारत की सबसे अफॉर्डेबल और फ्यूल एफिशिएंट कॉम्पैक्ट एसयूवी भी कहा जा सकता है। इसमें 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर टर्बो डीजल इंजन मिलेगा, जिसमें 100 हॉर्स पावर की ताकत और 240 एनएम का टॉर्क मिलता है। यह 6 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स में अवेलेबल है। इसमें 23.3 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलेगा।
फोर्ड फ्रीस्टाइल
माइलेज: 23.8 किमी प्रति लीटर
कीमत: 7.34 लाख से 8.19 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
इकोस्पोर्ट की तरह इसमें भी 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर टर्बो-डीजल इंजन है, जिसमें 100 हॉर्स पावर की ताकत और 215 एनएम का टॉर्क मिलता है। कार में 23.8 किमी प्रति लीटर मिलता है जो इकोस्पोर्ट्स की तुलना में ज्यादा है। इसमें 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन अवेलेबल है। यह 96 हॉर्स पावर वाले 1.2 लीटर पेट्रोल इंजन में भी अवेलेबल है।
फोर्ड फिगो और एस्पायर
माइलेज: 24.4 किमी प्रति लीटर
फिगो कीमत: 6.86 लाख से 7.85 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
एस्पायर कीमत: 7.49 लाख से 8.34 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
फिगो हैचबैक की बात करें या कॉम्पैक्ट सेडान एस्पायर की दोनों में ही कंपनी का दमदार 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर इंजन है, जो 100 हॉर्स पावर और 215 एनएम का टॉर्म जनरेट करता है। दोनों ही 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन में अवेलेबल है। दोनों में ही 24.4 किमी प्रति लीटर मिलता
होंडा अमेज
माइलेज: 24.7 किमी प्रति लीटर
कीमत: 7.34 लाख से 8.19 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
होंडा की कॉम्पैक्ट सेडान अमेज सबसे ज्यादा बिकने वाली कारों में से एक है। इसके 1.5 लीटर फोर सिलेंडर टर्बो डीजल इंजन में अवेलेबल है। इसके 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन वर्जन में 100 हॉर्स पावर और 200 एनएम टॉर्क मिलता है। इसमें 24.7 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलेगा। जबकि इसके सीवीटी ट्रांसमिशन वर्जन में 80 हॉर्स पावर और 160 एनएम का टॉर्क मिलेगा। इसमें 21 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलेगा।
हुंडई वरना
माइलेज: 25 किमी प्रति लीटर
कीमत: 10.66 लाख से 15.10 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
जबतक नेक्स्ट जनरेशन होंडा सिटी बाजार में नहीं आ जाती जबतक हुंडई वरना ही इकलौती मिड साइज सेडान बाजार में अवेलेबल है। इसमें 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर टर्बो डीजल इंजन है, इसमें 115 हॉर्स पावर और 250 एनएम का टॉर्क मिलता है। यह 6 स्पीड मैनुअल (माइलेज- 25 किमी प्रति लीटर) और टॉर्क कन्वर्टर (माइलेज- 21.3 किमी प्रति लीटर) ऑप्शन में अवेलेबल है।
हुंडई ग्रैंड i10 निओस
माइलेज: 25.1 किमी प्रति लीटर
कीमत: 6.75 लाख से 8.04 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
इसमें 1.2 लीटर U2 CRDi इंजन है, जोकि भारत में अवेलेबल अबतक का सबसे छोटा डीजल इंजन है। तीन सिलेंडर वाले इस इंजन में 75 हॉर्स पावर की ताकत मिलती है। यह 5 स्पीड मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में अवेलेबल है। इसमें 25.1 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलता है। फिलहाल इसके ऑटोमैटिक वर्जन के माइलेज के आंकड़े जारी नहीं किए गए हैं।
टाटा अल्ट्रोज
माइलेज: 25.11 किमी प्रति लीटर
कीमत: 6.99 लाख से 9.34 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
टाटा के यह प्रीमियम हैचबैक भारत में अवेलेबल सबसे फ्यूल एफिशियंट डीजल हैचबैक है। इसमें 25.11 किमी प्रति लीटर जो ARAI सर्टिफाइड है। यह सिर्फ 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स वर्जन में अवेलेबल है। इसमें 1.5 लीटर का फोर सिलेंडर टर्बो इंजन है, जिसमें 90 हॉर्स पावर और 200 एनएम की ताकत मिलती है।
हुंडई ऑरा
माइलेज: 25.40 किमी प्रति लीटर
कीमत: 7.74 लाख से 9.23 लाख रुपए (एक्स-शोरूम)
हुंडई की इस कॉम्पैक्ट सेडान में 1.2 लीटर का थ्री सिलेंडर टर्बो डीजल इंजन है। यह 75 हॉर्स पावर और 190 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। इसके 5 स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन वर्जन में 25.35 किमी प्रति लीटर का माइलेज और 5 स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वर्जन में 25.40 किमी प्रति लीटर का माइलेज मिलता है।
(माइलेज के आंकड़ें ARAI सर्टिफाइड हैं, ड्राइविंग स्टाइल के हिसाब से यह बदल सकते हैं)
कोरोना महामारी के कारण हुए देशव्यापी लॉकडाउन ने लगभग सभी व्यवसायों की कमर तोड़ दी है। बात करें ऑटो सेक्टर की तो इसके हालत सबसे ज्यादा खराब है। इंडियन ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल में किसी भी कंपनी की एक कार भी नहीं बिकी। इतिहास में ये पहला ऐसा मौका है जब कार की बिक्री का आंकड़ा शून्य रहा।। देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड से लेकर लग्जरी कार बेचने वाली मर्सिडीज, स्कोडा तक सभी का ऐसा ही हाल रहा।
मई में भी यह हालात बने रहने के आसार
इस बारे में मारुति सुजुकी के आरसी भार्गव, टीवीएस मोटर के वेणु श्रीनिवासन, महिंद्रा एंड महिंद्रा के पवन गोयनका और दूसरी लीडिंग ऑटो इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि अगले महीने भी बिक्री में सुधार की उम्मीद नहीं है। इस वजह से ऑटो सेक्टर को लंबे समय तक संकट का सामना करना पड़ सकता है। मारुति सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने कहा कि मई में भी इसी तरह के हालात रहने की उम्मीद है। और यह पूरी तरह से कोरोनावायरस पर ही निर्भर करता है। बता दें कि देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा था और इसे 21 दिन बढ़ाकर 3 मई तक कर दिया गया है। इस दौराना देश में मारूति सुजुकी, हुंडई, टाटा समेत सभी कंपनियों के शोरूम बंद रहे।
30 साल में यह पहला मौका जब एक भी कार नहीं बिकी- जैक हॉलिस (स्कोडा हेड )
स्कोडा कार कंपनी के हेड जैक हॉलिस ने एक ट्वीट के जरिए बताया कि अप्रैल महीने में उनकी एक भी कार नहीं बिकी है। उन्होंने लिखा कि पिछले 30 सालों में पहला मौका है जब हमने एक भी कार की बिक्री नहीं की। मैं अपने करियर के दौरान पहली बार ऐसा देख रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि ऑटो इंडस्ट्री जल्द वापसी करेगी।
घरेलू सेल्स का आंकड़ा शून्य रहा- मारुति सुजुकी
देश की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री मारुति सुजुकी में शुक्रवार को सेल्स रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब अप्रैल में कंपनी की एक भी कार नहीं बिकी। उन्होंने आगे बताया कि सरकार के आदेश के बाद उन्होंने 22 मार्च को अपने ऑपरेशन बंद कर दिए थे। हालांकि, मुंद्रा पोर्ट से दोबारा ऑपरेशन शुरू होने से पहले ही कंपनी 632 यूनिट्स का निर्यात कर चुकी है।
लॉकडाउन की वजह से नहीं बिकी एक भी कार- एमजी मोटर्स
एमजी मोटर्स ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि लॉकडाउन की वजह से सभी डीलरशिप बंद रहे। इस कारण अप्रैल माह में एमजी कारों की एक भी यूनिट नहीं बिकी। कंपनी ने बताया कि अप्रैल के आखिरी हफ्ते में हमने हालोल (गुजरात) स्थित प्लांट में ऑपरेशन और मैन्युफैक्चरिंग को शुरू कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि मई में प्रोडक्शन फिर से पटरी पर आ जाएगा। कंपनी ने सैनेटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर काम किया जा रहा है।
4 करोड़ लोगों को रोजगार देती है ऑटो इंडस्ट्री
देश की ऑटो इंडस्ट्री प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 40 मिलियन ( यानी 4 करोड़) से अधिक लोगों को रोजगार देती है। वहीं, ये देश की जीडीपी में 8% और सरकार के टैक्स कलेक्शन में 15% का योगदान देती है। सरकार ने कोविद -19 हॉटस्पॉट के बाहर रहने वाली फैक्ट्रियों को शुरू करने की परिमिशन दे दी थी, लेकिन ऑटोमेकर्स कंपनियों ने अभी अपने प्लांट को शुरू नहीं किया है। वे स्थिति के सामान्य होने का इंतजार कर रहे हैं।
मार्च में 46% की गिरावट आई
कोरोनावायरस ने अपना असर मार्च में दिखाने शुरू कर दिया था। ऐसे में मार्च से ही कारों की बिक्री प्रभावित होने लगी थी। देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनियां मारूति सुजुकी और हुंडई जैसी कार कंपनियों की बिक्री में 46 फीसदी तक की गिरावट आई। मारुति सुजुकी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा अप्रैल महीने में सेल्स आंकड़ों में बड़ी गिरावट होगी। ये पहला ऐसा महीना है जब एक भी कार की बिक्री नहीं हुई है। जबकि फरवरी के ऑटो एक्सपो 2020 इवेंट के दौरान मारुति के साथ कई कंपनियों ने अपने नए मॉडल को शोकेस किया था।
शुक्रवार को लगभग सभी कंपनियों ने अपनी सेल्स रिपोर्ट जारी कीं। इसमें बेहद चौंकाने वाला आंकड़ें सामने आए। रिपोर्ट के मुताबिक, किसी भी कंपनी की एक भी कार नहीं बिकी। चाहे देश में सबसे ज्यादा कारों की बिक्री करने वाली मारुति सुजुकी की बात करें या लग्जरी कार बनाने वाली मर्सिडीज, सभी का एक जैसा हाल था। देश के सात दशक के इतिहास में पहली बार ऑटोमोटिव कंपनियों ने इन हालातों का सामना किया। व्यापार को दोबारा पटरी पर लाने के लिए ऑटो कंपनियों में कदम बढ़ाना शुरू कर दिए हैं। सरकार द्वारा बनाए गए ग्रीन जोन में आदेशानुसार डीलर्स शोरूम दोबारा शुरू कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है इससे मई के आंकड़ों में थोड़ा इजाफा जरूर देखने को मिलेगा।
ग्रीन जोन में ऑटो कंपनियों ने कामकाज शुरू किया
देश में दो बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी और हुंडई ने सरकार के आदेशानुसार ग्रीन जोन में स्थित कई डीलर आउटलेट और सर्विस सेंटर्स शुरू कर दिए हैं वहीं देश के कई हिस्सों में परमिशन का इंतजार किया जा रहा है। वहीं टाटा मोटर्स, होंडा कार्स, फॉक्सवैगन और टोयोटा जैसे ब्रांड्स ने अपने ऑपरेशन शुरू करने से पहले डीलर्स के लिए कुछ स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रक्रियाएं और गाइडलाइन्स जारी की हैं।
कंपनी के पास 13 हजार कारों की इन्वेंट्री- मारुति सुजुकी
मारुति सुजुकी इंडिया के हेड आरसी भार्गव ने बताया कि सभी ऑटो कंपनियां दुकानें और प्रतिष्ठान अधिनियम के अंतर्गत आती हैं, ऐसे में कुछ जगहों पर जिसे सरकार ने ग्रीन जोन बनाया है वहा आउटलेट खोलने की इजाजत मिल गई है। यह एक सकारात्मक कदम है क्योंकि कई कंपनियां इस वक्त कैश की समस्या से जूझ रहे हैं। यह समस्या बिक्री शुरू होने के बाद और बुकिंग्स मिलने पर सही हो सकेंगी। इस समय कंपनी की फैक्ट्री और डीलरों के पास 13 हजार कारों की इन्वेंट्री है।
डीलर्स को भेजेंग मास्क और सैनेटाइजर- हुंडई
हुंडई इंडिया के तरुण गर्ग (सेल्स एंड मार्केटिंग डायरेक्टर) ने बताया कि सरकार की तरफ से लॉकडाउन में दी गई ढील से डीलर्स आगे की तैयारी कर सकेंगे। अन्य कंपनियों की तरह हुंडई ने आगे काम करने के लिए चैनल पार्टनर्स के साथ गाइडलाइन शेयर कर दी है। हमने 5 लाख मास्क और सैनेटाइजर्स डीलरों को भिजवा रहे हैं। इस समय कंपनी के पास 50 हजार कारों की इन्वेंट्री मौजूद है।
फॉक्सवैगन के ज्यादातर डीलरशिप रेड जोन में
जर्मन कार कंपनी फॉक्सवैगन के एग्जीक्यूटिव का कहना है कि उनकी डीलरशिप लॉकडाउन पूरी तरह से खत्म होने के बाद ही खुल सकेंगे, क्योंकि कंपनी के ज्यादातर डीलरशिप रेड जोन में स्थित हैं।
ऐसे समझें जोन का गणित
देश में कुल 733 जिले। इसमें से 130 रेड जोन, 284 ऑरेंज जोन और 319 ग्रीन जोन में।जहां सबसे कम मामले वे जिले रेड जोन में, जहां 14 दिन से नए मामले सामने नहीं आए वे जिसे ऑरेंज जोन में और जहां 21 दिन से नए मामले सामने नहीं आए वे जिसे ग्रीन जोन में हैं।