1 अप्रैल से देशभर में बीएस6 नॉर्म्स लागू हो चुके हैं। ज्यादातर कंपनियां अपने बीएस4 व्हीकल्स को बीएस6 में कन्वर्ट चुकी हैं। लेकिन कुछ गाड़ियां ऐसी भी हैं जिनके इंजन में नए एमिशन नॉर्म्स को देखते हुए कोई बदलाव नहीं किया गया है। ऐसे में कुछ का प्रोडक्शन पूरी तरह से बंद हो चुका है तो कुछ के बीएस6 मॉडल लॉन्च होने की उम्मीद अभी भी की जा रही है। आइए देखते हैं बीएस6 के दौर में कौन से टू-व्हीलर्स हैं जो अलविदा कह चुके हैं....
रॉयल एनफील्ड 500 सीसी मॉडल्स
बीएस6 आने के कारण रॉयल एनफील्ड के 500 सीसी मॉडल्स अब नहीं खरीदे जा सकेंगे। कंपनी ने बुलेट 500, क्लासिक 500 और थंडरबर्ड 500 रेंज के सभी मॉडल्स बंद कर दिए हैं। इसकी वजह यह भी है कि कंपनी ने नए एमिशन नॉर्म्स को लेकर 500 सीसी इंजन में कोई अपडेट्स नहीं किए हैं।
सुजुकी हायाबूसा
दो दशक तक लोगों कि दिलों पर राज करने वाली सुजुकी हायाबूसा भी अब नहीं बिकेंगी। ग्लोबल मार्केट में इसका बीएस6 वर्जन उपलब्ध नही है, जिस कारण कंपनी ने इसे बंद कर दिया है। लेकिन कयास लगाए जा रहे है कि कंपनी इसकी लोकप्रियता को देखते हुए जल्द ही इसका बीएस6 वर्जन पेश करेगी।
होंडा सीबीआर250 आर
लगभग एक दशक पहले भारत में लॉन्च हुई होंडा सीबीआर 250 आर में भी कंपनी ने तब से लेकर अब तक कोई खास बदलाव नहीं किया। बीएस6 को देखते हुए भी कंपनी ने इसके इंजन में बदलाव नहीं किए। ग्लोबल मार्केट में होंडा सीबीआर250 आर के रिप्लेसमेंट के तौर पर सीबीआर 300आर को लॉन्च कर दिया गया है लेकिन भारत में ये अवेलेबल नहीं है। सीबीआर250 आर की बिक्री कई इंटरनेशनल मार्केट में बंद कर दी गई है और अब भारत में भी इसे खरीदा नहीं जा सकेगा।
होंडा यूनिकॉर्न 150
होंडा यूनिकॉर्न 150 को 2004 में लॉन्च किया गया था लेकिन तब से लेकर अबतक इसमें कोई खास बदलाव नहीं किए गए। बाद में कंपनी ने इसके रिप्लेसमेंट के तौर पर सीबी यूनिकॉर्न 160 को लॉन्च किया लेकिन पहले जैसी लोकप्रियता हासिल नहीं कर पाई, जिसके बाद कंपनी ने इसे दोबारा लॉन्च किया। यह कंपनी का सबसे पॉपुलर मॉडल है। इसके अब तक 25 लाख यूनिट्स बिक चुके हैं लेकिन बीएस6 आने के बाद कंपनी ने इसके 149.2 सीसी इंजन को बंद करने का फैसला लिया है। यानी यूनिकॉर्न 150 कि बिक्री अब हमेशा के लिए बंद कर दी गई है।
यामाहा फस्किनो
अच्छी सेल्स की बावजूद यामाहा ने 110 सीसी स्कूटर फस्किनो को बंद कर दिया है। कंपनी ने बताया है कि 2025 तक वे अपने स्कूटर सेगमेंट का मार्केट शेयर भी दोगुना करना चाहती है। ऐसे में जहां स्कूटर्स अब 125 सीसी की तरप बढ़ रही हैं तो यामाहा भी पीछे नहीं रहना चाहता। Ray Z की तरह यामाहा ने फस्किनो को फस्किनो 125 से रिप्लेस कर दिया है, जिसमें यामाहा Ray ZR का इंजन लगा हुआ है।
हीरो प्लेजर
2006 में 102 सीसी इंजन से लैस फर्स्ट जनरेशन हीरो प्लेजर को भारतीय बाजार में उतारा गया और 14 साल बाद इसे डिस्कंटीन्यू करना का फैसला लिया। हालांकि कंपनी ने इसके बदलें हीरो प्लेजर प्लस को बाजार में उतारा था, जिसमें 110 सीसी का इंजन दिया गया था लेकिन बीएस6 आने के बाद कंपनी ने इसे भी बंद कर दिया।
कोरोनावायरस की महामारी के चलते लगभग सभी कंपनियों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर कर्मचारी ऐसे हैं जो इंटरनेट की मदद से काम कर रहे हैं। ऐसे में यदि आप भी वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं और राउटर से इंटरनेट की स्पीड स्लो मिल रही है। तब टेक्नीकल गुरुजी गौरव चौधरी ने इसे फास्ट करने के कुछ टिप्स शेयर किए हैं।
1. राउटर की पोजिशन बदलें
यदि आपने राउटर को घर के किसी कौने या फिर छिपाकर रखा है, तब उसकी लोकेशन चेंज करना जरूरी है। दरअसल, राउटर जमीन से जितना ऊपर रहेगा, नेटवर्क उतने बेहतर आएंगे। ऐसे में इसे किसी ऊंची टेबल या स्टूल पर ही रखें।
2. मेटल की चीजों से हो दूरी
राउटर के पास कोई भी मेटल की चीज नहीं होना चाहिए। क्योकि मेटल की चीज से राउटर के सिगनल डिस्टर्ब होते हैं, जिससे इंटरनेट की स्पीड स्लो हो जाती है।
3. खिड़की के आसपास ही रखें
राउटर घर में ऐसी जगह पर भी नहीं होना चाहिए जहां कंक्रीट की मोटी दीवार हो। ऐसी जगह पर भी सिग्नल काफी वीक होते हैं। हो सके तो इसे किसी खिड़की के पास वाले हिस्से की तरफ रखें। राउटर की पोजिशन घर के बीचों-बीच होना चाहिए, ताकि घर के सभी हिस्से से स्पीड बेहतर मिले।
4. माइक्रोवेब से दूर रखें
राउटर को माइक्रोवेब से दूर रखें, क्योंकि जब माइक्रोवेब ऑन होगा तब उससे निकलने वाली फ्रीक्वेंसी राउटर के नेटवर्क को कमजोर कर सकती है।
5. किसी एक डिवाइस पर स्पीड बढ़ाएं
यदि राउटर से कई सारे डिवाइस कनेक्ट हैं, तो ऐसे में स्पीड स्लो हो जाएगी। हालांकि, आप चाहें तो किसी एक डिवाइस को ज्यादा स्पीड मिल सकती है। इसके लिए राउटर की सेटिंग में जाकर आपको उस डिवाइस को प्रोयोरिटी में करना होगा, जिस पर ज्यादा तेज स्पीड चाहते हैं।
6. दूसरे राउटर के सिग्नल से बचें
यदि आपके पड़ोस में भी राउटर लगा है और उसके सिग्नल आपके राउटर के सिग्लन को इंटरफेयर कर रहे हैं, तब आपको इंटरनेट स्पीड स्लो मिलेगी। ऐसे में आप वाई-फाई लेजर ऐप की मदद से इस बात का पता लगा सकते हैं कि आपका राउटर कहां से डिसटर्ब हो रहा है। यहां से वाई-फाई का चैनल बदलकर इंटरफेयर को रोका जा सकता है।
7. राउटर को भी चेक करें
आपके राउटर में भी प्रॉब्लम हो सकती है। ऐसे में यदि सारी सेटिंग सही होने के बाद भी इंटरनेट स्पीड सही नहीं आ रही है, तब आपको राउटर को चेंज करना चाहिए।
8. स्पीड का टेस्ट करें
स्पीड टेस्ट ऐप से आप राउटर की इंटरनेट स्पीड चेक कर सकते हैं। यहां डाउनलोड और अपलोड दोनों स्पीड की जानकारी मिलती है।
साल 2020 इंडस्ट्रीज के लिए काफी मुश्किलों भरा रहेगा और इसका एक ही कारण है वो है कोरोनावायरस महामारी का फैलना। यह वायरस अब तक 205 देशों को अपने जद में ले चुका है और इसकी वजह से दुनियाभर में 60 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। टेक्नोलॉजी सेगमेंट की बात करें तो स्मार्टफोन सेक्टर को इससे सबसे ज्यादा नुकसान होगा। रिसर्च कंपनी सीसीएस इन्साइट की रिपोर्ट के मुताबिक, स्मार्टफोन मार्केट के लिए यह साल काफी मुश्किलों भरा रहेगा। इस साल दुनियाभर में कुल 157 करोड़ यूनिट्स की ही बिक्री होगी जो पिछले साल की तुलना 13 फीसदी कम है। बिक्री के मामले में यह पिछले एक दशक का सबसे कम आंकड़ा है। अभी तक सिर्फ 126 करोड़ यूनिट ही बिक पाए है जबकि पिछले साल 141 करोड़ यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
कोरोना के कारण साल की दूसरी तिमाही भी काफी मुश्किलों भरी रहने वाली है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सप्लाई और डिमांड में दिक्कतें आने के कारण कम्बाइंड शिपमेंट में 29 फीसदी की गिरावट देखी जा सकती है। इतना ही नहीं छुट्टियों में होने वाली बिक्री पर भी असर पड़ेगा।
इस समय दुनियाभर के ग्राहक लॉकडाउन के कारण घरों में हैं, हालांकि डिमांड पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। लॉकडाउन के कारण सप्लाई चेन में काफी दिक्कतें आ रही हैं, इस कारण कई देशों के ग्राहक फिलहाल स्मार्टफोन नहीं खरीद पा रहे हैं। भारत की बात करें तो यहां कई ऐसे ग्राहक फोन खरीद चुके है और उसका भुगतान भी कर चुके हैं लेकिन उन्हें फोन नहीं मिला है।
दूसरा कारण जो इस समय लोगों को फोन खरीदने से रोक रहा है वो यह है कि लॉकडाउन के कारण आर्थिक स्थिति भी डगमगा गई है, ऐसे में फोन के बजाए लोग रोजमर्रा की जरूरी चीजों को खरीद रहे हैं। रिपोर्ट में बताया कि इस साल त्यौहार के समय भी साल 2019 की तुलना में कुछ फीसदी स्मार्टफोन ही ज्यादा बिके।
लेकिन अच्छी बात यह कि मार्केट तेजी से रिकवरी भी कर लेगा। इस साल आई डिमांड में कमी के कारण अलगे साल यानी 2021 में मांग में 12 फीसदी की तेजी देखी जा सकती है जो 2022 तक बनी रहेगी। उम्मीद की जा रही है कि 2022 में शिपमेंट का आंकड़ा 200 करोड़ के पार पहुंच सकता है। इतना ही नहीं स्मार्टफोन निर्माता सस्ते फोन बनाने पर भी जोर देंगे। उम्मीद की जा रही है कि 5जी मिडरेंज और फ्लैगशिप स्मार्टफोन भी सस्ते हो जाएंगे। रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि 2024 तक सिर्फ 5जी फोन ही सबसे ज्यादा बिकेंगे।
टेक कंपनी श्याओमी ने एमआई फैन फेस्टिवल 2020 इवेंट में नया रेडमी बैंड लॉन्च किया। इसमें नया कलर डिस्प्ले मिलेगा और ये कई फिटनेस ट्रैकिंग फीचर को सपोर्ट करता है जैसे साइकिलिंग, रनिंग और वॉकिंग। इसके अलावा यह हार्ट रेट मॉनिटर और स्लीप ट्रैकिंग फीचर से भी लैस है। ईजी चार्जिंग के लिए यह इंटीग्रेटेड यूएसबी प्लग से लैस है, जो हाल ही में लॉन्च हुए हुवावे बैंड 4 और ऑनर बैंड 5 आई में भी देखने को मिला था। इसमें डायल फेस को लगभग 70 तरह से चेंज किया जा सकता है, साथ ही यह चार रिस्टबैंड वैरिएंट अवेलेबल है। फिलहाल यह चीन में बिक्री के लिए उपलब्ध है, जल्द ही इसे भारत समेत अन्य बाजारों में लॉन्च किया जाएगा। चीन में इसकी कीमत 1 हजार रुपए है।
रेडमी बैंड के बेसिक स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
फुल व्यू डिस्प्ले देने की होड़ में स्मार्टफोन कंपनियां अब डिस्प्ले से नॉच हटाती जा रही हैं। कई कंपनियों ने स्मार्टफोन में पॉप-अप कैमरा देना शुरू कर दिया है, जो फोन के अंदर छुपा रहता है, ये सिर्फ सेल्फी या वीडियो कॉलिंग करते समय ही बाहर आता है। यह काफी दिलचस्प टेक्नोलॉजी है। अगर आप भी पॉप-अप कैमरा वाले स्मार्टफोन की तलाश में हैं लेकिन बजट कम है तो हम कुछ ऐसे फोन्स लेकर आए हैं, जिसमें 20 हजार से कम कीमत में यह छुपने वाला कैमरा मिल जाएगा...
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गैजेट डेस्क. महंगे स्मार्टफोन में कई एडवांस्ड फीचर्म मिल जाते हैं लेकिन मार्केट में कई ऐसे स्मार्टफोन अवेलेबल हैं जिनमें 10 हजार या उससे कम बजट में भी हाई-रेजोल्यूशन स्क्रीन, बढ़िया कैमरा, फिंगरप्रिंट सेंसर औप 4जी कनेक्टिविटी जैसे फीचर्स मिल जाते हैं।
रियलमी C3, शुरुआती कीमत 7499 रुपए
इस स्मार्टफोन में 6.52 इंच की बड़ी स्क्रीन मिल जाती है, जिसमें 720x1600 पिक्सल रेजोल्यूशन सपोर्ट मिल जाता है। मीडियाटेक हीलियो जी70 प्रोसेसर से लैस इस फोन में 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज मिल जाता है। इसमें नॉर्म्स गेम्स आराम से खेले जा सकते हैं। इसके अलावा फोन में 5000 एमएच बैटरी है। फोन के 3जीबी+32जीबी वैरिएंट की कीमत 7499 रुपए और 4जीबी+64जीबी वैरिएंट की कीमत 8499 रुपए है।
रियलमी 5i स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.52 इंच, 720x1600 पिक्सल |
प्रोसेसर | मीडियाटेक हीलियो G70 |
रैम | 3जीबी/4जीबी |
स्टोरेज | 32जीबी/64जीबी |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियर कैमरा | 12 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 5 मेगापिक्सल |
रियलमी 5i, शुरुआती कीमत 9,999 रुपए
फोन में 6.5 इंच का बड़ा डिस्प्ले है, जिसमें 720x1600 पिक्सल रेजोल्यूशन सपोर्ट मिल जाता है। यह क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर से लैस है यानी इसमें हैवी गेम्स भी खेले जा सकते हैं। इसमें 5000 एमएएच की बड़ी बैटरी है, जिसमें 30 दिन का स्टैंडबाय टाइम मिलता है। फोन रिवर्स चार्जिंग को सपोर्ट करता है यानी इसे पावरबैंक की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है। फोन के 4जीबी+64जीबी वैरिएंट की कीमत 9,999 रुपए और 4जीबी+128जीबी वैरिएंट की कीमत 10,999 रुपए है।
रियलमी 5i स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.52 इंच, 720x1600 पिक्सल |
प्रोसेसर | क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 665 |
रैम | 4जीबी |
स्टोरेज | 64जीबी/128जीबी |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियर कैमरा | 12 मेगापिक्सल + 8 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 8 मेगापिक्सल |
रियलमी 5, शुरुआती कीमत 9999 रुपए
इसमें भी रियलमी 5i की तरह ही 6.5 इंच का डिस्प्ले, 720x1600 पिक्सल रेजोल्यूशन का सपोर्ट, क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 665 प्रोसेसर और 5000 एमएएच बैटरी मिल जाती है। अंतर बस सेल्फी कैमरा का है। रियलमी 5i में 8 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा है तो रियलमी 5 में 13 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा मिलता है। वेबसाइट के मुताबिक, इसके 3जीबी+32जीबी वैरिएंट की कीमत 9999 रुपए है। जबकि 4जीबी+64जीबी वैरिएंट की कीमत 10999 रुपए और 4जीबी+128जीबी वैरिएंट की कीमत 11999 रुपए है।
रियलमी 5 स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.50इंच, 720x1600 पिक्सल |
प्रोसेसर | क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 665 |
रैम | 3 जीबी/4 जीबी |
स्टोरेज | 32 जीबी/64 जीबी/128 जीबी |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियर कैमरा | 12 मेगापिक्सल + 8 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 13 मेगापिक्सल |
रेडमी नोट 7S, शुरुआती कीमत 8999 रुपए
यह श्याओमी का एक बजट स्मार्टफोन है। इसमें 6.3 इंच का फुल एचडी प्लस (1080x2340 पिक्सल रेजोल्यूशन) डिस्प्ले मिल जाता है। स्क्रीन में कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 का प्रोटेक्शन मिल जाता है। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर मिल जाता है, जिसकी मदद से हैवी गेम्स भी खेले जा सकते हैं। फोन में 4000 एमएएच बैटरी है। इसमें 251 घंटे का स्टैंडबाय टाइम मिलता है और फुल चार्जिंग में 23 घंटे तक कॉलिंग की जा सकती है। फोन के 3जीबी+32जीबी वैरिएंट की कीमत 8999 रुपए और 4जीबी+64जीबी वैरिएंट की कीमत 9999 रुपए है।
रेडमी नोट 7S स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.30 इंच, 1080x2340 पिक्सल |
प्रोसेसर | क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 660 |
रैम | 3 जीबी |
स्टोरेज | 32 जीबी |
बैटरी | 4000 एमएएच |
रियर कैमरा | 48 मेगापिक्सल + 5 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 13 मेगापिक्सल |
रेडमी 8, कीमत 8999 रुपए
इसमें 6.22 इंच का एचडी LCD डिस्प्ले मिलता है, जिसमें कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 5 का प्रोटेक्शन मिल जाता है। फोन 4जीबी+64जीबी स्टोरेज वालें सिंगल वैरिएंट में अवेलेबल है। इसकी कीमत 8999 रुपए है। फोन में गूगल लेंस सपोर्ट मिलता है। सिक्योरिटी के लिए फोन में फिंगरप्रिंट सेंसर और फेस अनलॉक जैसे फीचर्स मिल जाते हैं। फोन में 5000 एमएएच बैटरी है, जिसमें 18 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलता है। इसमें वायरलेस एफएम रेडियो भी है।
रेडमी 8 स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.22 इंच, 15207x20 पिक्सल |
प्रोसेसर | क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 439 |
रैम | 4 जीबी |
स्टोरेज | 64 जीबी |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियर कैमरा | 12 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 8 मेगापिक्सल |
टेक्नो केमॉन 15, कीमत 9999 रुपए
फोन में 6.55 इंच का एचडी प्लस डिस्प्ले मिलता है और फ्रंट कैमरा पंच-होल कटआउट में फिट है, जिसकी बदौलत फुल व्यू डिस्प्ले मिलता है। फोन में 5000 एमएएच की बड़ी बैटरी है। यह 4जीबी+64जीबी स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट में उपलब्ध है, इसके स्टोरेज को 256 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है।
टेक्नो केमॉन 15 स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.55 इंच |
प्रोसेसर | ऑक्टाकोर मीडियाटेक हीलियो पी22 |
रैम | 4 जीबी |
स्टोरेज | 64 जीबी |
बैटरी | 5000एमएएच |
रियर कैमरा | 48 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल+ 2 मेगापिक्सल+ QVGA |
फ्रंट कैमरा | 16 मेगापिक्सल |
टेक्नो स्पार्क पावर, कीमत 8499 रुपए
फोन 4जीबी+64जीबी स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट में उपलब्ध है। इसकी कीमत 8499 रुपए है। इसमें 6000 एमएएच बैटरी है जिसमें 29 घंटे वीडियो प्लेबैक, 35 घंटे कॉलिंग, 17 घंटे गेमिंग और 200 घंटे तक लगातार गाने सुने जा सकता हैं।
टेक्नो स्पार्क पावर स्पेसिफिकेशन | |
डिस्प्ले | 6.35 इंच, एमोलेड डिस्प्ले |
प्रोसेसर | ऑक्टाकोर मीडियाटेक हीलियो पी22 |
रैम | 4 जीबी |
स्टोरेज | 64 जीबी |
बैटरी | 6000 एमएएच |
रियर कैमरा | 13 मेगापिक्सल + 2 मेगापिक्सल+ 8 मेगापिक्सल |
फ्रंट कैमरा | 13 मेगापिक्सल |
चीनी कंपनी श्याओमी ने चीन में 8 दिन बैटरी लाइफ और डुअल कैमरे वाली स्मार्टवॉच एमआई बनी वॉच 4 लॉन्च कर दी है। इसे खासतौर से बच्चों के लिए डिजाइन किया गया है। ये कई एडवांस्ड फीचर्स से लैस है। इसमें 4जी कनेक्टिविटी सपोर्ट और ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। इसके साइड में कैमरा लगा है जिसकी बदौलत अन्य स्मार्टवॉच की तुलना में थोड़ी ज्यादा मोटी है। ये एआई सेफ पोजीशनिंग फीचर्स से लैस है, इसकी मदद से पैरेंट्स अपने बच्चों की सटीक लोकेशन का पता लगा सकेंगे। चीन में इसकी कीमत 9600 रुपए है। ये दो कलर पिंक और ब्लू कलर में उपलब्ध है।
एमआई बनी वॉच 4 स्मार्टवॉच: स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी के फेक ट्विटर अकाउंट से कई ट्वीटवायरल हो रहे हैं। इसमें तबलीगी जमात समेत कई ट्वीटहैं।ट्वीटमें कहा गया है कि 'पूरा सरकारी महकमा निजामुद्दीन से निकले 157 लोगों को क्यों ढूंढ रहा है? 10 घंटे सरेंडर का समय दे के Shoot at Sight का एलान करो।'
इस तरह के कई ट्वीट@1NitaAmbani नाम के फेक ट्विटर अकाउंट से किए गए हैं। अकाउंट असली दिखे इसलिए इसमें नीता अंबानी का फोटो भी है। जब हमने इस ट्विटर अकाउंट की पड़ताल की तो पता चला कि ये एक फेक अकाउंट है। नीता अंबानी का कोई भी आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है। हालांकि, रिलायंस ने नीता अंबानी के अकाउंट पूरी तरह फर्जी बताया है।
दरअसल ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर भी नीता अंबानी का ऐसा ही फेक ट्विटर अकाउंट बनाकर ट्विट किए गए थे। उस समय भी फेक ट्विटर अकाउंट सस्पेंड किए गए थे। रिलायंस कई बार ये स्पष्ट कर चुकी है कि नीता अंबानी का कोई भी आधिकारिक ट्विटर अकाउंट नहीं है।
भारत में 21 दिन का लॉकडाउन लगा हुआ है, जिसके चलते लोगों के साथ-साथ उनकी कारें भी घरों तक सीमित हो गई हैं। अगर कार लंबे समय तक एक जगह खड़ी रहती है तो इन्हें कुछ समय बाद चालू करने पर काफी परेशानियां आ सकती हैं। ऐसे में लंबे समय तक एक ही जगह पर खड़ी की गई कारों की देखभाल करना भी काफी जरूरी है। ऐसे में अगर आप कारदेखो की ये 5 बेसिक टिप्स फॉलो करेंगे तो आपको लॉकडाउन के बाद अपनी कार री-स्टार्ट करने में कोई परेशानी नहीं आएगी।
एक्सटीरियर को रखें साफ
एक जगह पर लंबे समय तक गाड़ी खड़ी रहने के कारण उस पर धूल और गंदगी जम जाती है। ऐसे में इसे साफ करने में एक तो ज्यादा समय लगता और कभी-कभार कार पर हमेशा के लिए दाग-धब्बे भी रह जाते हैं। ऐसे में हमें चाहिए कि हम सप्ताह में कम से कम दो बार अपनी कार को पानी से साफ करें और फिर कुछ समय के लिए इसे सूखने के लिए छोड़ दें। अगर आप कार को इंडोर में पार्क करके उसे कवर से ढक देंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
इंटीरियर को रखें साफ
अक्सर देखा गया है कि जो लोग कार को रोजाना इस्तेमाल करते हैं वे गाड़ी के स्टोरेज स्पेस में कुछ अतिरिक्त चीजों को स्टोर करके रखते हैं। अगर आपने भी कार में स्नैक्स या फिर कोई लिक्विड आइटम स्टोर कर रखे तो इन्हें निकालकर केबिन को साफ कर दें। क्योंकि लंबे समय तक गाड़ी में पड़े रहने के बाद ये चीजें खराब हो सकती हैं। लंबे समय तक गाड़ी के इंटीरियर को साफ व सुरक्षित रखने के लिए आप कीटाणुनाशक स्प्रे का उपयोग भी कर सकते हैं।
बैटरी मेंटेनेंस
अगर कार काफी दिनों तक बंद पड़ी रहती है तो इसकी बैटरी डिस्चार्ज हो जाती है। ऐसे में जरूरी है कि आप बैटरी को चार्ज रखने के लिए हर दो-तीन दिन में कार को स्टार्ट करके 15-20 मिनट तक छोड़ दें और इंजन को गर्म होने दें। आप चाहें तो इस दौरान कार के वाइपर, एसी, लाइट आदि की भी जांच कर सकते हैं कि ये सही से काम तो कर रहे हैं।
हैंड ब्रेक/पार्किंग ब्रेक
अगर आपको पहले से ही पता है कि कार लंबे समय तक खड़ी रहेगी, तो इसे हैंड ब्रेक लगाकर खड़ा ना करें। लंबे समय तक हैंड ब्रेक लगे रहने से कार के ब्रेक खराब हो सकते हैं या फिर इसका ब्रेक लॉक भी हो सकता है। आप अपनी कार को प्लेन सरफेस पर पहले गियर में डालकर खड़ी कर सकते हैं। अगर कार किसी स्लोपी जगह पर खड़ी है तो इसके टायरों के नीचे ईंट या फिर चॉक ब्लॉक लगा दें, इससे गाड़ी आगे नहीं खीसकेगी।
टायर प्रेशर
चाहे आप गाड़ी का इस्तेमाल करें या फिर नहीं, कुछ समय बाद गाड़ी के टायरों में अपने आप हवा कम हो जाती है। ऐसे में अगर लंबे समय तक कार एक जगह खड़ी रहती है तो टायर पर एक तरफ फ्लैट स्पॉट होने की संभावनाएं बढ़ जाती है, जिसका सीधा असर टायर की ग्रिप, कार की राइड क्वालिटी और माइलेज पर पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ दिनों के अंतराल में गाड़ी को थोड़ा आगे-पीछे करते रहें, जिससे टायर रोटेट हो सके। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि टायर में हमेशा हवा का सही प्रेशर रहे। हवा कम होने पर पंप से टायरों में हवा भी भर दें।
आसुस ने अपने डुअल स्क्रीन गेमिंग लैपटॉप रोग Zephyrus डुओ 15 को लॉन्च कर दिया है। यह नए कोर i9-10980HK सीपीयू और जीफोर्स RTX 2080 सुपर जीपीयू से लैस है। इसकी खासबात यह है कि इसमें दो स्क्रीन मिलेंगी। कंपनी का कहना है कि यह खासतौर से गेमर और उन यूजर्स के लिए बनाया गया है वीडियो स्ट्रीमिंग, चैट ऐप्स, गेम गाइड और मल्टी टास्किंग के लिए एक से ज्यादा स्क्रीन्स का इस्तेमाल करते हैं। इसमें एक्टिव एरोडायनामिक कूलिंग सिस्टम और ऑप्शनल 300 हर्ट्ज फुल एचडी स्क्रीन मिलती है।
आसुस रोग Zephyrus डुओ 15 लैपटॉप की खासियत
कोरोनावायरस के चलते दुनियाभर में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है। वर्क फ्रॉम होम और सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है। ज्यादातर कंपनियों के लोग घर से काम कर रहे हैं। ऐसे में मीटिंग और संवाद बनाए रखने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऐसी ही एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप जूम जिसे काफी पसंद किया जा रहा है, इसमें एक साथ 100 लोग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सकते हैं। लेकिन अब इस ऐप पर यूजर्स का पर्सनल डेटा चारी कर फेसबुक समेत अन्य कंपनियों से अवैध तरीके से साझा करने के आरोप लग रहे हैं। सोमवार को कैलिफोर्निया की अदालत में जूम के खिलाफ मुकदमा दायर किया। अदालत में सुनवाई के दौरान कंपनी यह बताने में विफल रही कि बिना इजाजत यूजर्स के डेटा को फेसबुक और अन्य कंपनियों के साथ क्या साझा किया गया।
क्लाइंट के ई-मेल एड्रेस लीक कर रहा है
टेकक्रंच वेबसाइट की एक रिपोर्ट में इंटरसेप्ट का हवाला देकर बताया गया है कि इसके वीडियो कॉल एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड नहीं है, यानी बीच में ही प्राइवेसी लीक हो सकती है। मदरबोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक जूम क्लाइंट के ई-मेल एड्रेस लीक कर रहा है। प्राइवेसी लीकिंग के डर से एपल को अपने लाखों मैक कंप्यूटर्स को सुरक्षित करने के लिए इंतजाम करना पड़ा था। इलेक्ट्रॉनिक फ्रंटियर फाउंडेशन ने हाल ही में चेतावनी दी है कि यह ऐप एडमिनिस्ट्रेटर्स को लोगों की गतिविधियों को ट्रैक करने की अनुमति देता है। जूम पर यह भी आरोप लगा कि यह चुपचाप यूजर्स की आदतों के बारे में फेसबुक को डेटा भेज रहा है। मदरबोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक यह आईओएस एंड्रॉयड खोलने पर फेसबुक को नोटिफाई करता है। इस तरह फेसबुक तक डेटा लीक हो जाता है। इस आरोप के बाद जूम के फाउंडर ने ये कहा है कि उस फीचर को कंपनी रिव्यू कर रही है जो यूजर का डेटा फेसबुक के साथ शेयर कर रहा है। हालांकि अब कंपनी ने फेसबुक के साथ डेटा शेयर वाले इस फीचर को हटा दिया है।
भारत में जूम ऐप 10 करोड़ बार हुआ डाउनलोड
ऐप डेटा पर काम करने वाली कंपनी ऐप एन्नी ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के मुताबिक 14 मार्च से 21 मार्च के बीच दुनिया भर में सिर्फ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप 6.20 करोड़ बार डाउनलोड हुए हैं। साल 2019 में साप्ताहिक औसत बिजनेस ऐप डाउनलोडिंग से यह 90 फीसदी ज्यादा है। यह आईओएस और गूगल प्ले स्टोर पर किसी भी ऐप कैटेगरी में अब तक की सबसे तेज ग्रोथ है। डाउनलोडिंग में मुख्य रूप से गूगल का हैंगआउट मीट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और जूम क्लाउड मीटिंग्स हैं। रिपोर्ट के मुताबिक फरवरी और मार्च में सबसे ज्यादा जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप डाउनलोड हुआ है। भारत में यह बहुत तेजी से ग्रोथ करते हुए गूगल प्ले स्टोर से 10 करोड़ बार डाउनलोड हो चुका है। 14 से 21 मार्च के रिकॉर्ड सप्ताह में यह अमेरिका में इस तिमाही में औसत साप्ताहिक डाउनलोडिंग से 14 गुना ज्यादा डाउनलोड हुआ। ब्रिटेन में साप्ताहिक औसत से 20 गुना, फ्रांस में 22 गुना, जर्मनी में 17 गुना, स्पेन में 27 गुना और इटली में 55 गुना ज्यादा डाउनलोड हुआ।
क्या है जूम
जूम एक फ्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप है। इसके जरिए यूजर एक बार में अधिकतम 50 लोगों के साथ बात कर सकते हैं। ऐप का यूजर इंटरफेस आसान है जिस वजह से हर आदमी इसे यूज कर लेता है। ऐप में वन-टू-वन मीटिंग और 40 मिनट की ग्रुप कॉलिंग की सुविधा भी मिलती है। यह आईओएस और गूगल प्ले स्टोर दोनों प्लेटफॉर्म है।
जूम के फाउंडर युआन का अमेरिका ने आठ बार कैंसिल किया वीसा
जूम ऐप की लोकप्रियता के साथ इसके फाउंडर एरिक युआन भी पूरी दुनिया की सुर्खियों में छा गए हैं। हालांकि कोरोना संकट के बीच युआन भी चीन के ही हैं लेकिन अब अमेरिकी हैं। युआन के वीसा ऐप्लीकेशन को अमेरिका ने आठ बार खारिज कर दिया था। नब्बे के दशक में एरिक ने पहली बार बिल गेट्स को इंटरनेट के बारे में बोलते हुए सुना। तभी से वह इस फिल्ड में आकर्षित हुए। कंप्यूटर कोडिंग की स्किल के दम पर 1997 में उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सॉफ्टवेयर कंपनी वेबएक्स में इंजीनियर के तौर पर नौकरी मिली। युआन ने 2011 में 40 इंजीनियरों के साथ अपना कंपनी शुरू और जूम को लॉन्च किया। कंपनी में 2018 तक 1700 कर्मचारी हो चुके थे और कंपनी का रेवेन्यू 33 करोड़ डॉलर पार गया है।
कोरोना के बारे में लोगों तक सही और सटीक जानकारी देने के लिए भारत सरकार ने नई ऐप आरोग्य सेतु को ऑफिशियली लॉन्च कर दिया है। इसे एंड्रॉयड और आईओएस दोनों यूजर इस्तेमाल कर सकेंगे। इसे इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मिनिस्ट्री के अंतर्गत आने वाली राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र ने तैयार किया है। इस ऐप के जरिए कोरोनावायरस या कोविड-19 को लेकर यूजर तक न सिर्फ सटीक और सही जानकारियां पहुंचाई जाएंगी बल्कि उन्हें किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी रोका जा सकेगा।
कैसे काम करेगा ऐप
आरोग्य सुते जिसका संस्कृत में अर्थ है हेल्थ ब्रिज। ऐप में एक चैटबॉट भी है, जिसमें यूजर को कोरोना महामारी से जुड़े सवालों के सही जवाब देते हैं। इसके जरिए न सिर्फ यूजर अपने अंदर कोरोना के लक्षणों की पहचान कर सकेंगा बल्कि ऐप यह भी पता लगाता है कि जाने-अनजाने में यूजर किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया। इसके आधार पर यह यूजर को अगला कदम उठाने की सलाह देती है। अगर यूजर 'हाई रिस्क' एरिया में हैं तो ऐप उसको कोरोना वायरस टेस्ट कराने, हेल्पलाइन पर फोन करने और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाने के लिए सलाह देती है। इसके लिए ऐप को कोरोना पीड़ितों के डेटाबेस से जोड़ा गया है, हालांकि यह धीरे-धीरे ऐप खुद का डेटाबेस भी तैयार करेगा। ऐप यूजर को इस महामारी से बचाने के टिप्स देती है बल्कि संक्रमित पाए जाने पर सरकार तक जानकारी पहुंचाती है।
11 भाषाओं को सपोर्ट करेगा
कोरोना ट्रैकर ऐप आरोग्य सेतु फिलहाल 11 भाषाओं में काम करेगा जिसमें हिंदी और अंग्रेजी भी शामिल हैं। यह ब्लूटूथ और लोकेशन एक्सेस कर काम करता है। इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले यूजर को मोबाइल नंबर से ऐप में रजिस्टर्ड होना होगा। इसके बाद ऐप यूजर से कुछ निजी जानकारियां मांगेगा जोकि ऑप्शनल है। प्राइवेसी के बात करें तो सरकार का दावा है कि ऐप पर सभी महत्वपूर्ण जानकारियां इनक्रिप्टेड फॉर्म में स्टोर होंगी और किसी थर्ड पार्टी वेंडर के साथ इन्हें शेयर नहीं की जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के लाइव ट्वीट भी देख सकेंगे
ऐप के होम स्क्रीन पर पहुंचने पर यह यूजर को लोकेशन के जरिए बताएगा कि वह सेफ जगह पर है या नहीं। एंड्रॉयड यूजर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए गए लाइव ट्वीट भी देख सकेंगे। हालांकि एंड्ऱ़ॉयड और एपल दोनों ही वर्जन में लगभग एक जैसे फीचर्स मिलेंगे, जिसमें कोरोना से जुड़ी एडवायजरी भी शामिल हैं।
पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के मुताबिक नीति आयोग भी कोरोना ट्रैकर ऐप पर काम कर रहा है, जिसका नाम कोविन-20 है। नेक्स्ट वेब का दावा है कि आरोग्य सेतु ऐप कोविन-20 का ही फाइनल वर्जन है। इसके अलावा भी कई राज्य सरकारें कोरोना ट्रैकिंग ऐप लॉन्च कर चुकी है ताकि लोग सतर्क रहें और इस वायरस से जल्द से जल्द निपटा जा सके।
गूगल की पॉपुलर वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस यूट्यूब जल्द ही शॉर्ट-वीडियो बनाने वाला शॉर्ट्स ऐप लॉन्च करने वाली है। यूट्यूब का यह ऐप भारत में पहले से मौजूद मोस्ट पॉपुलर ऐप टिक-टॉक को चुनौती देगा। 2019 में लॉन्च हुआ टिकटॉक ऐप भारत में काफी तेजी से पॉपुलर हुआ है। डाउनलोडिंग के मामले में इसने कई बड़े ऐप्स को पीछे छोड़ दिया था। साल 2019 में प्ले स्टोर पर वॉट्सऐप के बाद सबसे ज्यादा डाउनलोड किए जाने ऐप बन गया था। म्यूजिक स्ट्रीमिंग सर्विस स्पॉटिफाई और जियो सावन को चुनौती देने के लिए टिक-टॉक की ऑनर कंपनी बाइटडांस ने हाल ही में रेस्सो ऐप भी लॉन्च की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूट्यूब की इस नई ऐप का नाम शॉर्ट्स होगा, जो यूट्यूब एप्लीकेशन में ही मिलेगी। इसमें यूजर द्वारा पोस्ट किए गए शॉर्ट वीडियो का फीड होगा, इसमें यूजर यूट्यूब के लाइसेंस म्यूजिक का कैटलॉग भी इस्तेमाल कर सकेंगे। यूट्यूब की इस ऐप से टिकटॉक को तगड़ी चुनौती मिलेगी, इसमें इसमें यूजर को टिकटॉक से कहीं ज्यादा लाइसेंस म्यूजिक का एक्सेस मिलेगा।
टिकटॉक की शुरुआत साल 2016 में चीन में हुई थी और 2018 में इस दुनियाभर में पॉपुलारिटी मिली। इसके बाद इसकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई। इसे शॉर्ट लिप-सिंक वीडियो के लिए बनाया गया था, इस ऐप पर बनाए गए कई वीडियो काफी वायरल भी हुए। दो साल पहले कंपनी ने वीडिया की लिमिट 60 सेकंड कर दी, हालांकि उसके बाद भी इसकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। यूएस आर्मी और नेवी के लिए टिकटॉक के इस्तेमाल पर पाबंदी लगी दी गई है।
चीन में 8 अप्रैल को हुवावे पी40 सीरीज स्मार्टफोन के साथ कंपनी बिल्ट-इन पॉप-अप सेल्फी कैमरे वाली हुवावे विजन स्मार्ट टीवी लॉन्च करेगी। कंपनी ने चीनी माइक्रो ब्लॉगिंग साइट वीबो पर इसका ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया। हालांकि कंपनी ने टीवी के डिटेल्स के बारे में कोई सफाई नहीं दी है और न ही इसके भारत में लॉन्च होने की जानकारी दी है। कंपनी ने पिछले साल अपनी विजन स्मार्ट टीवी सीरीज लॉन्च की थी, जिसमें 6 5 इंच और 75 इंच साइज के दो मॉडल शामिल थे। 75 इंच विजन स्मार्ट टीवी में भी पॉप-अप कैमरा दिया गया था।
पिछले मॉडल से बड़ा होगा कैमरा सेटअप
वीबो साइट पर शेयर की गई फोटो में देखा जा सकता है कि पिछले साल लॉन्च की गई टीवी के मुकाबले अपकमिंग टीवी में थोड़ा बड़ा पॉप-अप कैमरा मिलेगा। उम्मीद की जा रही है कि इस साल ज्यादा बड़े साइज की टीवी लॉन्च होगी।
भारत में आने की संभावनाकम
कंपनी ने अपने विजन टीवी सीरीज को भारत में लॉन्च नहीं किया है इसलिए कहा जा सकता है कि इसके लेटेस्ट वर्जन भी भारत में आने की संभावना काफी कम है। कंपनी ने नवंबर 2019 में 75 इंच विजन स्मार्ट टीवी को लॉन्च किया था। इसमें क्वांटम डॉट अल्ट्रा एचडी और 120 हर्ट्ज डिस्प्ले पैनल है, जिसमें 3840x2160 पिक्सल रेजोल्यूशन सपोर्ट मिलता है। इसका पॉप-अप कैमरा 10 डिग्री तक छुकता है जिससे वीडियो चैट करने का बेहतरीन एक्सपीरियंस मिलता है। चीन में इस टीवी की कीमत 1.30 लाख रुपए है।
एपल ने बुधवार को आईफोन की कीमतों में बढ़ोतरी की। एपल के अलावा रियलमी, वीवो और श्याओमी ने भी अपने स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ा दी है। हालांकि श्याओमी ने फिलहाल इस बात पर कोई सफाई नहीं दी कि स्मार्टफोन की कीमतों में कितना इजाफा किया जाएगा। श्याओमी इंडिया के सीईओ मनु जैन ने एक ट्वीट कर इतना जरूर कहा कि सरकार के स्मार्टफोन पर जीएसटी दर 50 फीसदी बढ़ाकर 12 से 18 फीसदी कर दिया है। ऐसे में श्याओमी 5 फीसदी प्रॉफिट शेयरिंग के हिसाब से स्मार्टफोन की बिक्री करेगी।
श्याओमी इंडिया के सीईओ मनु जैन का ट्वीट
यह बढ़ी हुई कीमतें एक अप्रैल 2020 यानी बुधवार से ही देशभर में लागू हो गई हैं। मोबाइल कंपनियों स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी जीएसटी रेट में हुए बदलाव की वजह से कर रही हैं। पिछले महीने 11 मार्च को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की 39वीं बैठक में मोबाइल फोन पर जीएसटी 12% से बढ़ाकर 18% कर दिया गया था। इसके चलते ज्यादातर स्मार्टफोन कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं।
रियलमी स्मार्टफोन की बढ़ी हुई कीमतें
स्मार्टफोन | पुरानी कीमत | नई कीमत | कीमत में बदलाव |
रियलमी 6 (4GB+64GB) रियलमी X2 (4GB+64GB) रियलमी XT (4GB+64GB) | 12,999 रु. 16,999 रु. 15,999 रु. | 13,999 रु. 17,999 रु 16,999 रु | 1000 रु 1000 रु 1000 रु |
आईफोन की बढ़ी हुई कीमतें
स्मार्टफोन | पुरानी कीमत | नई कीमत | कीमतों में बदलाव |
iPhone 11 (64जीबी) iPhone XR (64जीबी) iPhone 11 Pro (64 जीबी) iPhone 11 Pro Max (64GB) iPhone 7 (32GB) | 64,900 रु. 49,900 रु. 1,01,200 रु. 1,11,200 रु. 29,900 रुपए | 68,300 रु. 52,500 रु. 1,06,600 रु. 1,17,100 रु. 31,500 रु. | 3,400रु. 2,600 रु. 5,200 रु. 5,900 रु. 1,600 रु. |
मोबाइल कंपनियों की बढ़ीं मुसीबतें
गौरतलब है कि कोरोनावायरस के चलते चीन से मोबाइल कंपोनेंट की आपूर्ति प्रभावित होने से पहले ही हैंडसेट कंपनियां कीमतों में बढ़ोतरी की बात कर रही है। कुछ ब्रांड के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की कीमतों में पहले से ही तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में अब एपल और रियलमी ने कीमतों में इजाफा करने का ऐलान किया है। रियलमी ने कहा कि जीएसटी दर में बदलाव और रुपए के अवमूल्यन की वजह से उसे स्मार्टफोन की कीमतें बढा़ने का फैसला लेना पड़ रहा है।
मोबाइल इंडस्ट्री पर 15 हजार करोड़ का बोझ
इंडस्ट्री बॉडी इंडिया सेलुलर एसोसिएशन (ICEA) ने कहा कि आर्थिक सुस्ती और कोरोना संकट के बीच सरकार की ओर से मोबाइल फोन पर जीएसटी दर 12 से 18 फीसदी करने की वजह से मोबाइल इंडस्ट्री पटरी से उतर सकती है। साथ ही बड़े पैमाने पर लोगों को नौकरियों से निकाला जा सकता है। सरकार के इस फैसले से इंडस्ट्री पर 15 हजार करोड़ का बोझ पड़ेगा। साथ ही इससे 100 करोड़ भारतीय उपभोक्ता प्रभावित होंगे।
गैजेट डेस्क. चीनी टेक कंपनी श्याओमी 3 अप्रैल को 10वीं एनिवर्सरी सेलिब्रेट करेगी। इसी दिन कंपनी एमआई फैन फेस्टिवल भी होस्ट करेगी। कंपनी ने बताया कि इवेंट में कम से कम 22 नए प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे। पिछले साल भी एमआई फैन फेस्टिवल के दौरान कंपनी ने कई सारे प्रोडक्ट्स लॉन्च किए थे, जिसमें ज्यादातर इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) प्रोडक्ट्स भी शामिल थे। इस दौरान भारतीय मार्केट में कंपनी ने अपने कई स्मार्टफोन पर डिस्काउंट ऑफर भी किया था। हालांकि इस साल कोरोनावायरस और भारत में लॉकडाउन के चलते कंपनी का सेलिब्रेशन थोड़ा फीका जरूर पड़ेगा।
कंपनी ने चीनी सोशल नेटवर्किंग साइट वीबो पर पोस्ट पर एमआई फैन फेस्टिवल से बारे में जानकारी दी। टीजर पोस्टर में बताया कि इवेंट में 22 नए प्रोडक्ट लॉन्च किए जाएंगे। हालांकि कंपनी ने प्रोडक्ट लिस्ट जारी नहीं की है। उम्मीद की जा रही है कि इवेंट में नए स्मार्ट होम डिवाइस लॉन्च किए जा सकते हैं।
पिछले साल की बात करें तो श्याओमी में भारत में एमआई फैन फेस्टिवल सेल आयोजित की थी। इसमें पोको और रेडमी स्मार्टफोन्स के लिए लिमिटेड पीरियड सेल और एमआई टीवी पर डिस्काउंट दिया गया था। इस दौरान 1 रुपए फ्लैश सेल भी आयोजित की गई थी।
लेकिन कयास लगाएं जा रहे हैं कि कोरोनावायरस के कारण हुए देश में हुए लॉकडाउन को देखते हुए कंपनी इस तरह की सेल आयोजित नहीं करेगी। वहीं, बुधवार को कंपनी ने यह ऐलान किया की जीएसटी रेट में हुई बढ़ोतरी के कारण श्याओमी अपने स्मार्टफोन की कीमतों में बढ़ोतरी करेगी।
ऑटो इंडस्ट्री पिछले करीब एक साल से बिक्री के मोर्च पर गंभीर संकट का सामना कर रही है। आर्थिक सुस्ती के बीच ऑटो इंडस्ट्री को बीएस4 से बीएस6 उत्सर्जन मानक में शिफ्ट करना पड़ा। इसकी वजह से वाहन बिक्री में हर माह गिरावट दर्ज की जा रही थी। फिर कोरोना वायरस की वजह से देश में जारी लॉक डाउन ने तो ऑटो इंडस्ट्री की कमर ही तोड़कर रख दी है। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी की मारूति सुजुकी की मार्च माह की बिक्री में 47 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
मार्च की बिक्री 47 फीसदी गिरी
कंपनी की मार्च में वाहन बिक्री 83,792 यूनिट रही। यह आंकड़ा एक साल पहले मार्च 2019 में 1.58 लाख यूनिट का था। मार्च 2020 में मारुति की कुल घरेलू बिक्री 46.4 फीसदी घटकर 79,080 यूनिट रही है। वहीं, मार्च 2019 में कंपनी की कुल घरेलू बिक्री 1.47 लाख यूनिट रही थी। अगर मारुति सुजुकी के निर्यात की बात करें, तो इस साल मार्च में मारुति के वाहनों का निर्यात 55 फीसदी घटकर 4,712 यूनिट रह गया, जो मार्च 2019 में 10,463 यूनिट था। मारुति के पैसेंजर व्हीकल बिक्री मार्च 2020 में 47.4 फीसदी घटकर 76,420 यूनिट रही है। वहीं, मार्च 2019 में कुल पैसेंजर व्हीकल बिक्री 1.45 लाख यूनिट थी।
अशोक लीलैंड की बिक्री में 90 फीसदी की गिरावट
हिंदुजा समूह के अशोक लीलैंड ने बुधवार को मार्च की बिक्री में 90 फीसदी गिरावट दर्ज की। मार्च 2020 में कंपनी के कुल 2,179 वाहनों की बिक्री की। पिछले साल इसी दौरान कपनी ने 21,535 वाहनों की बिक्री की थी। इस दौरान कुल घरेलू बिक्री 1,787 यूनिट थी, जो पिछले साल मार्च माह में 20,521 यूनिट थी। अगर मीडियम और हैवी कमर्शियल व्हीकल बिक्री की बात करें, तो इसमें भी पिछले साले के मुकाबले करीब 90 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।
देशभर में आज 1 अप्रैल 2002 से नए उत्सर्जन मानक भारत स्टेज6 यानी बीएस6 लागू हो गया है। अभी तक देशभर में बीएस4 उत्सर्जन मानक लागू था। इसके बाद बीएस5 को छोड़कर भारत में सीधे बीएस6 एमिशन नॉर्म्स लागू कर दिए गए हैं। बीएस6 लागू होने से आम लोगो की जिंदगी कुछ हद तक सीधे तौर पर प्रभावित होगी। जैसे कि वाहनों से कम हानिकारक मात्रा में प्रदूषक तत्व निकलेंगे। हालांकि बीएस6 वाहनों की कीमत बीएस4 के मुकाबले ज्यादा होगी।
पहली बार साल 2000 लागू हुआ उत्सर्जन मानक
भारत में सबसे पहले भारत स्टेज को साल 2000 में लागू किया गया था। इससे पहले तक भारत में कार्बन उत्सर्जन को लेकर कोई मानक तय नहीं था। बीएस को यूरोपियन कार्बन उत्सर्जन मानक यूरो की तर्ज पर भारत में लागू किया गया था। मौजूदा वक्त में देशभर में बीएस4 कार्बन उत्सर्जन मानक लागू है। हालांकि अब अप्रैल 2020 में अगला उत्सर्जन मानक बीएस6 लागू हुआ। भारत सरकार ने एक स्टेज छोड़कर बीएस4 के बाद सीधे बीएस6 लागू किया है। ऐसा करने के पीछे गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण के स्तर में कमी लाने को वजह बताया गया है।
सल्फर के उत्सर्जन में कमी लाना
हर एक उत्सर्जन मानक में पेट्रोल और डीजल गाड़ियों से निकलने वाले धुएं के साथ सल्फर की मात्रा को कम करना होता है। बीएस3 स्टैंडर्ड के तहत पेट्रोल गाड़ियां 150 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम सल्फर उत्सर्जित कर सकती थी। जो बीएस6 में घटकर 10 मिलीग्राम प्रति किग्रा हो गया है। इसी तरह डीजल गाड़ियां बीएस3 स्टैंडर्ड नॉर्म्स के तहत 350 मिलीग्राम प्रति किग्रा सल्फर उत्सर्जित कर सकती थी, जिसकी मात्रा घटकर 10 मिलीग्राम प्रति किग्रा हो गई है।
सल्फर उत्सर्जन | BS3 (mg/kg) | BS4 (mg/kg) | BS6 (mg/kg) |
पेट्रोल | 150 | 50 | 10 |
डीजल |
भारत स्टेज नॉर्म्स कब लागू हुआ
भारत में साल 2000 के बाद से बीएस नार्म्स एक साथ कभी लागू नहीं हुए। इन्हें चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया। पहले मेट्रो और कुछ चुनिंदा शहरों में इन्हें लागू किया गया। इसके बाद टीयर2 और टीयर3 शहरों में लागू किए जाते रहे हैं। हालांकि साल अब साल 2020 में फिर से पूरे देश में एक साथ बीएस6 इमीशन एक साथ देशभर में लागू किया जा रहा है।
ग्रेड आधारित ईंधन
बीएस6 ईंधन देशभर में एक अप्रैल 2020 से मिलना शुरू हो गया है। बीएस-6 नियम आने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। इससे पहले 1 अप्रैल 2017 से ही पेट्रोलियम मंत्रालय ने पूरे देश में बीएस-IV ग्रेड के पेट्रोल और डीजल की बिक्री शुरू किया था। भारत की सबसे बड़ी ऑयल फर्म इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (OIL) ने बीएस6 उत्सर्जन मानक वाले फ्यूल की सप्लाई शूरू कर दी है। बीएस6 पेट्रोल-डीजल दुनिया का सबसे स्वच्छ ईंधन है। आईओसी बीएस6 फ्यूल सप्लाई करने वाली पहली कंपनी बन गई है। बीएस 6 फ्यूल को पूरा देश 1 अप्रैल से अपनाएगा। आईओसी ने दो हफ्ते पहले ही 28000 पेट्रोल पंपों पर इस फ्यूल की सप्लाई शुरू कर दी है। बीएस 6 मानक वाले पेट्रोल डीजल में बहुत कम मात्रा में सल्फर होता है, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए कम खतरनाक होता है।
रॉयल एनफील्ड ने ऑफिशियल वेबसाइट पर बीएस6 बुलेट 350 और बुलेट X 350 ES(इलेक्ट्रिक स्टार्ट) की कीमत और स्पेसिफिकेशन को अपडेट कर दिया है। साइट के मुताबिक, कंपनी की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल यानी बुलेट X 350 के बीएस6 वर्जन की एक्स शोरूम कीमत 1.21 लाख रुपए होगी जबकि बीएस6 स्टैंडर्ड बुलेट 350 की कीमत 1.27 लाख रुपए और बुलेट X 350 ES की कीमत 1.37 लाख रुपए होगी। हालांकि ये बीएस4 मॉडल से 9 हजार रुपए महंगी हो गई है लेकिन बावजूद इसके यह अभी भी कंपनी की सबसे सस्ती मोटरसाइकिल है क्योंकि बीएस6 क्लासिक 350 इससे 40 हजार रुपए महंगा है। कई यह कई डीलरों ने इनकी बुकिंग्स लेना भी शुरू कर दिया है।
स्टैंडर्ड 350 और X-वैरिएंट में क्या अंतर है?
इंजन: टॉर्क पहले जितना लेकिन पावर कम हुआ
गैजेट डेस्क. वियरेबल डिवाइस बनाने वाली अमेरिकन कंपनी फिटबिट ने भारत में नया फिटबिट चार्ज 4 लॉन्च कर दिया है। इसका डिजाइन पहले जैसे ही है लेकिन इसमें कईलेटेस्ट और एडवांस्ड फीचर देखने को मिलेंगे। इसकी खासियत यह है कि यह जीपीएस फंक्शनैलिटी से लैस है। कंपनी का कहना है कि सिंगल चार्ज में यह 7 दिन तक चलेगा। यह तीन कलर में अवेलेबल है और इसका स्पेशल एडिशन ब्लैक क्लासिक बैंड के साथ आएगा। इसे एरोस्पेस ग्रेड एल्युमिनियम से बनाया गया है। इसमें स्लीप ट्रैकिंग और फिटबिट-पे जैसे फीचर्स भी मिलेंगे।
फिटबिट चार्ज 4: कीमत और उपलब्धता
फिटबिट चार्ज 4 के ब्लैक, रोजवुड और स्टॉर्म ब्लैक/ब्लू कलर वैरिएंट की कीमत 14999 रुपए है। इसके स्पेशल एडिशन ग्रेनाइट रिफ्लेक्टिव/ब्लैक वुवन कलर वैरिएंट की कीमत 16999 रुपए है। लॉकडाउन को देखते हुए फिलहाल इसकी बिक्री की तारिख तय नहीं की गई है लेकिन इसे इसी महीने से ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोर से खरीदा जा सकेगा। प्रेस रिलीज के मुताबिक, इसके प्रीमियम कस्टमर्स को 90 दिन का ट्रायल भी दिया जाएगा। इसे 819 रुपए मासिक या 6999 रुपए सालाना की किश्त पर भी ले सकते हैं।
फिटबिट चार्ज 4: फीचर्स और स्पेसिफिकेशन
गैजेट डेस्क. गेमिंग फोकस्ड स्मार्टफोन की बात करें तो यह काफी महंगे होते हैं। इनके लिए 35 हजार से 40 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन हर गेमिंग लवर इन्हें अफॉर्ड नहीं कर पाता। ऐसे में अगर आप एक ऐसे गेमिंग फोन की तलाश में है जो सस्ता भी हो और गेमिंग के लिए बढ़िया हो तो हम 15 हजार से कम कीमत के कुछ ऐसे स्मार्टफोन लेकर आए है, जिनमें आप पबजी जैसे गेम आसानी से खेल सकते हैं...
श्याओमी पोको F1, कीमत 14990 रुपए
वैसे को यह स्मार्टफोन मार्केट में थोड़ा पुराना है लेकिन अपने फीचर्स और स्पेसिफिकेशन की बदौलत यह आज भी लोगों की पसंद बना हुआ है। पोको एफ1 के 6 जीबी/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 14990 रुपए है। फोन में ऑक्टा-कोर स्नैपड्रैगन 845 प्रोसेसर है और एड्रिनो 630 जीपीयू है जिसकी बदौलत आसानी से हैवी गेम्स खेले जा सकते हैं।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टाकोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 845, एड्रिनो 630 जीपीयू |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB/128GB |
कैमरा | 12MP+5MP (रियर), 20MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.2 इंच |
बैटरी | 4000 एमएएच |
रेडमी नोट 8 प्रो, शुरुआती कीमत 13999 रुपए
इस फोन में गेमिंग सेंट्रिक मीडियाटेक हीलियो जी90टी प्रोसेसर है जो लिक्विड कूल्ड टेक्नोलॉजी से लैस है। इसमें हाइपर इंजन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है, जिसकी बदौलत ग्राफिक्स परफॉर्मेंस बूस्ट होती है। यह दुनिया का पहला फोन था जिसमें 64 मेगापिक्सल का एआई क्वाड कैमरा दिया गया था। इसके 6GB+64GB वैरिएंट की कीमत 13999 रुपए है। इसके 6GB+128GB वैरिएंट के लिए 15999 और 8GB+128GB वैरिएंट के लिए 17999 रुपए खर्च करने होंगे।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर मीडियाटेक हीलियो जी90टी |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 64MP+8MP+2MP+2MP (रियर), 20MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.53 इंच |
बैटरी | 4500 एमएएच |
हुवावे ऑनर प्ले, शुरुआती कीमत 11999 रुपए
फोन में किरिन 970 चिपसेट प्रोसेसर है और खासतौर से गेमिंग के लिए माली G72 MP12 जीपीयू है। यह प्रोसेसर पबजी और कॉल ऑन ड्यूटी जैसे गेमों के लिए बढ़िया है। इसमें 6 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज मिलेगा। फोन में 6.3 इंच का बड़ा डिस्प्ले है जिसमें गेम खेलने का बेहतरीन एक्सपीरियंस मिलता है। फ्लिपकार्ट पर इसके 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वाले वैरिएंट को 11,999 रुपए में खरीदा जा सकता है।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर किरिन 970 |
रैम | 6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+2MP (रियर), 16MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.3 इंच |
बैटरी | 3750 एमएएच |
वीवो Z1 प्रो, शुरुआती कीमत 12,990 रुपए
फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 प्रोसेसर है और यह 6 जीबी रैम से लैस है। यह प्रोसेसर भी गेमिंग के लिए बढ़िया है। इसके अलावा फोन में गेमिंग के लिए खासतौर से अल्ट्रा-गेम मोड दिया गया है, जिसमें 4D गेमिंग एक्सपीरियंस मिलता है। फोन के 4 जीबी रैम/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 12990 रुपए और 6 जीबी रैम/64 जीबी स्टोरेज वैरिएंट की कीमत 13900 रुपए है।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 |
रैम | 4GB/6GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+8MP+2MP (रियर), 32MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.53 इंच |
बैटरी | 5000 एमएएच |
रियलमी 5 प्रो, शुरुआती कीमत 12999 रुपए
फोन के 4GB+64GB वैरिएंट की कीमत 12999 और 6GB+64GB वैरिएंट की कीमत 13999 रुपए है। यह दो वैरिएंट है जो 15 हजार से कम कीमत में उपलब्ध है। हालांकि इसके टॉप 8GB+128GB वैरिएंट के लिए 15999 रुपए खर्च करने होंगे। फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 प्रोसेसर जिसपर पबजी जैसे हैवी गेम्स आसानी से खेले जा सकते हैं।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 |
रैम | 4GB/6GB/8GB |
स्टोरेज | 64GB/128GB |
कैमरा | 48MP+8MP+2MP+2MP (रियर), 16MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.3 इंच |
बैटरी | 4035 एमएएच |
नोकिया 6.2, कीमत 12499 रुपए
नोकिया 6.2 भी 15 हजार से कम कीमत में एक अच्छा गेमिंग स्मार्टफोन है। इसमें क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 प्रोसेसर दिया गया है। फोन में 4 जीबी रैम और 64 जीबी का स्टोरेज मिलेगा। फोन में 6.39 इंच का फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है जिसमें गेम खेलने का बेहतरीन एक्सपीरियंस मिलेगा।
बेसिक स्पेसिफिकेशन
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 636 |
रैम | 4GB |
स्टोरेज | 64GB |
कैमरा | 16MP+8MP+5MP (रियर), 8MP (फ्रंट) |
डिस्प्ले | 6.39 इंच |
बैटरी | 3500 एमएएच |
ऑटो डेस्क. हुंडई ने अपनी पॉपुलर सेडान का वरना का बीएस 6 मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसके बेस वैरिएंट की कीमत 9.31 लाख रुपए है जबकि टॉप वैरिएंट 15.10 लाख रुपए का है। इसमें तीन इंजन ऑप्शन मिलेंगे जिसमें दो पेट्रोल और एक डीजल इंजन है। कार में मैकेनिकल और फीचर अपडेट्स के अलावा 8 ऐसे फीचर्स मिलेंगे जो सेगमेंट में पहली बार देखने को मिलेंगे।
वैरिएंट वाइस कीमत
मॉडल | कीमत |
वरना 1.5 MPI MT S वरना 1.5 MPI MT SX वरना 1.5 MPI CVT SX वरना 1.5 MPI MT SX(O) वरना 1.5 MPI CVT SX(O) वरना 1.0 TRUBO DCT SX(O) वरना 1.5 CRDi MT S+ वरना 1.5 CRDi MT SX वरना 1.5 CRDi AT SX वरना 1.5 CRDi MT SX(O) वरना 1.5 CRDi AT SX(O) | 9.31 लाख रुपए 10.70 लाख रुपए 11.95 लाख रुपए 12.60 लाख रुपए 13.85 लाख रुपए 13.99 लाख रुपए 10.66 लाख रुपए 12.05 लाख रुपए 13.20 लाख रुपए 13.95 लाख रुपए 15.10 लाख रुपए |
इंजन में कितना है दम
सेफ्टी के लिए क्या मिलेगा
इसमें 8 ऐसे फीचर को सेगमेंट में पहली बार दिए गए हैं
1. ब्लू लिंक टेलीमैटिक सिस्टम
वेन्यू, एलेंट्रा और क्रेटा के बाद वरना फेसलिफ्ट में हुंडई की ब्लू लिंक कनेक्टिविटी मिलेगी जिसमें 45 फीचर्स मिलेंगे। इसमें वॉयस कमांड फॉर इन-कार फंक्शन, रिमोट इंजन और एयर-कॉन ऑपरेशन (सिर्फ ऑटोमैटिक के लिए)। इन फंक्शन को स्मार्टवॉच से भी कंट्रोल किया जा सकेगा।
2. डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर विद 4.2 इंच एमआईडी
वरना फेसलिफ्ट पहली मिड-साइज सेडान है जिसमें फुली डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलेगा। इसके अलावा इसमें 4.2 इंच का मल्टी इंफॉर्मेंशन डिस्प्ले भी है, जो इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर के ठीक बीचोंबीच रहेगा।
3. वायरलेस चार्जर
वरना फेसलिफ्ट में वायरलेस चार्जिंग की सुविधा भी मिलेगी। यह वायरलेस चार्जिंग पैड गियर लीवर के पास स्थित है।
4. रियर यूएसबी चार्जिंग पॉइंट
यह सेगमेंट की पहली कार है जिसमें रियर यूएसबी चार्जिंग पोर्ट मिलेगा।
5. वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स
यह सेगमेंट की पहली सेडान कार है जिसमें कूल्ड फ्रंट सीट्स मिलती है। गर्मी के मौसम में ड्राइवर को रिलेक्स और कूल रहने में मदद करेगा।
6, हैंड्स फ्री बूट ओपनिंग
वरना फेसलिफ्ट हैंड्स-फ्री ओपनिंग फंक्शनैलिटी से लैस है। इस फीचर की मदद से चाबी बूट स्पेस की पास ले जाने पर यह डिक्की को ऑटोमैटिक ओपन कर देता है।
7. इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल
यह सेगमेंट की पहली कार है जिसमें इमरजेंसी स्टॉप सिग्नल मिलता है। इमरजेंसी में तेजी से ब्रेक लगाने पर हजार्ड्स लाइट्स फ्लैश करने लगती है, ताकि पीछे आ रही गाड़ी से एक्सीडेंट न हो।
8. आर्केमीज ऑडियो सिस्टम
इसमें आर्केमीज का प्रीमियम साउंड सिस्टम है, जो वरना फेसलिफ्ट के बेस वैरिएंट में भी मिलेगा।
गैजेट डेस्क. साउथ कोरियाई टेक कंपनी सैमसंग ने गैलेक्सी M11 को लॉन्च कर दिया है। फिलहाल इसे सैमसंग की यूएई वेबसाइट पर लिस्टेड किया गया है। इसे गैलेक्ली M10s के अपग्रेड वर्जन और एम-सीरीज के नए बजट फोन के तौर पर लॉन्च किया गया है। इस फोन में कम कीमत में कई टॉप-एंड फीचर्स मिलेंगे जिसमें ट्रिपर रियर कैमरा और नया पंच-होल डिस्प्ले शामिल हैं। गैलेक्सी M11 में 5000 एमएएच की बड़ी बैटरी मिलेगी, जिसमें 15 वॉट फास्ट चार्जिंग सपोर्ट मिलेगा। कंपनी ने इसके प्रोसेसर की डिटेल्स जारी नहीं की है लेकिन इतना जरूर बताया है कि इसमें 1.8 गीगाहर्ट्ज का ऑक्टा-कोर प्रोसेसर मिलेगा।
सैमसंग गैलेक्स M11: कीमत और उपलब्धता
सैमसंग गैलेक्स M11: बेसिक स्पेसिफिकेशन
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
CDMA : सीडीएमए (Code Division Multiple Access) टेक्नोलॉजी बेसिक टेक्नोलॉजी है जो US में ज्यादा इस्तेमाल होती है। CDMA अन्य नेटवर्क में कम इंटरफेस करता है और इसमें कई यूजर एक साथ बात कर सकते हैं, जो एक ही फ्रीक्वेंसी को शेयर करते हों। यह अतिरिक्त सिग्नल नॉइस को कम करने के लिए ज्यादा पावर लेता है, जिससे बैटरी लाइफ कम हो जाती है। CDMA हैंडसेट अक्सर एक ही कैरियर के लिए लॉक होता है और यह ट्रांसफर नहीं हो सकता।
GSM : जीएसएम (Global System for Mobile communication) यह डिजिटल मोबाइल टेलीफोन सिस्टम है, जो यूरोप और दुनिया के अन्य भागों में इस्तेमाल की जाती है। GSM फोन अनलॉक कर सकते हैं और यह एक कैरियर से दूसरे कैरियर में ट्रांसफर हो सकता है। 2G सेलुलर नेटवर्क कमर्शियली GSM स्टैंडर्ड पर लॉन्च हुआ है और इसकी ट्रांसफर स्पीड अधिकतम 50 kbit/s है।
LTE : एलटीई (Long-Term Evolution) 4G वायरलेस ब्रॉडबैंड टेक्नोलॉजी है जिसे Third Generation Partnership Project (3GPP) ने डेवलप किया है। 4G LTE को मोबाइल फोन और डेटा टर्मिनल के लिए हाई स्पीड डेटा का स्टैंडर्ड वायरलेस कम्युनिकेशन है। इसकी अधिकतम डाउनलोड स्पीड 299.6 Mbit/s और अपलोड स्पीड 75.4 Mbit/s है जो मोबाइल के इक्विपमेंट कैटेगरी पर आधारित होती है।
GPS : GPS सर्विस एक सैटेलाइट बेस्ड सर्विस है जो डिवाइस की लोकेशन, पोजिशन और स्थान के साथ मौसम की जानकारी आदि देती है। इसे सुरक्षा के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। जब कोई मुसीबत में हो तो GPS से उस व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
कैपेसिटिव टचस्क्रीन LCD : कैपेसिटिव टचस्क्रीन मानव शरीर के इलेक्ट्रिकल प्रॉपर्टीज के सेंसिंग से काम करता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन पैनल में इंडियम टिन ऑक्साइड के ट्रांसपैरेंट कंडक्टर होता है। ह्यूमन बॉडी में भी इलेक्ट्रिकल कंडक्टर होता है, जिससे स्क्रीन को टच करने सें इलेक्ट्रोस्टेटिक फील्ड रिस्टोर हो जाता है और वह प्वाइंट इन्सट्रक्शन के रूप में लिए जाता है। कैपेसिटिव टचस्क्रीन, रेजिस्टिव टचस्क्रीन से काफी बेहतर है।
OLED : OLED का मतलब Organic Light-Emitting Diode है। OLED में ऑर्गेनिक पॉलिमर के छोटे डॉट्स होते हैं, जो इलेक्ट्रिसिटी से चार्ज होने के बाद लाइट को डेवलप करते हैं। OLED नइ डिस्प्ले टेक्नोलॉजी है, जो LCD के मुकाबले कम पावर लेती है और यह पतली, हल्की, बेहतर व्यूइंग एंगल और वीडियो और एनिमेशन के लिए अच्छा रिस्पांस टाइम है। ओएलईडी स्क्रीन में खुद एलईडी ही पिक्सल का काम करती हैं और 6 लेयर्स मिलकर तस्वीरें स्क्रीन पर लाती हैं। इसलिए ओएलईडी टीवी पर तस्वीर ज्यादा स्पष्ट दिखती है और किसी भी एंगल से देखने पर एक सा दिखाई देता है। साथ ही ओएलईडी स्क्रीन वाले गैजेट्स काफी पतले और हल्के होते हैं।
AMOLED : AMOLED एक्टिव मैट्रिक्स ऑर्गेनिक लाइट एमिटिंग डायोड है। यह मोबाइल फोन और टीवी के लिए नेक्स्ट जनरेशन डिस्प्ले टेक्निक है। यह एलसीडी की तुलना में रिच कलर, शार्पर इमेज, कम पॉवर कन्जूमशन और अधिक पतली और हल्की है।
सुपर AMOLED : सुपर AMOLED को पारंपरिक AMOLED के मुकाबले बेहतर परफॉरमेंस हे लिए तैयार किया गया है। AMOLED की तुलना में सीधे धूप में देखे जाने पर सुपर AMOLED का परफॉरमेंस अच्छा है और यह ब्राइट इमेज को सपोर्ट करता है और पॉवर कम लगती है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
रेजोल्यूशन : स्क्रीन की डिस्प्ले क्वालिटी (स्क्रीन क्वालिटी) या कैमरा की फोटो क्वालिटी आम तौर पर रेजोल्यूशन पर निर्भर करती है। जितना ज्यादा रेजोल्यूशन होगा, डिस्प्ले क्वालिटी उतनी ही बेहतर होगी। जैसे, HVGA (480x320), VGA (640x480), FWVGA (854x480), qHD (960x540 पिक्सल) जैसे रेजोल्यूशन वाले स्मार्टफोन का डिस्प्ले कमजोर होता है। 720*1280 पिक्सल (HD) के रेजोल्यूशन वाले स्मार्टफोन्स का डिस्प्ले बेहतर होता है। फुल एचडी (1920*1080 पिक्सल का रेजोल्यूशन) वाला फोन की डिस्प्ले क्वालिटी ज्यादा बेहतर होती है।
डिस्प्ले रेजोल्यूशन के टाइप
VGA (Video Graphics Array) - 640*480 पिक्स्ल
SVGA (Super Video Graphics Array) - 800*600 पिक्स्ल
QVGA (Quarter Video Graphics Array) - 320*240 पिक्स्ल
WQVGA (Wide QVGA) - XXX*240 पिक्स्ल
HVGA (Half VGA) - 480*320 पिक्स्ल
WVGA (Wide VGA) - XXX*480 पिक्स्ल
FWVGA (Full Wide Video Graphics Array) - 854*480 पिक्स्ल
Quarter HD or qHD - 960*540 पिक्स्ल
XGA (Extended Graphics Array) - 1024*768 पिक्स्ल
SXGA (Super Extended Graphics Array) – 1080*1024 पिक्स्ल
WXGA (Wide Extended Graphics Array) - 1366*768 पिक्स्ल
HD (High Definition) – 1360*768 पिक्स्ल
HD+ (High Definition) – 1600*900 पिक्स्ल
Full HD (High Definition) - 1920*1080 पिक्स्ल
Hd ready (720*1280 पिक्स्ल)
Quad HD (1440*2560 पिक्स्ल)
Ultra HD 4K (3840*2160 पिक्स्ल)
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
क्लॉक-स्पीड : मोबाइल और कम्प्यूटर दोनों के लिए ही अब प्रोसेसर्स के विकल्प की भरमार है। कई बार एक ही नाम का प्रोसेसर अलग-अलग स्पीड देता है। ऐसा क्लॉक स्पीड की वजह से होता है। यह इस बात का माप होता है कि कोई भी प्रोसेसर एक साइकिल (एक सेकंड) के दौरान कितने ऑपरेशन पूरे कर सकता है। चूंकि नए जमाने के प्रोसेसर एक सेकंड में लाखों क्लॉक साइकिल पूरे कर सकते हैं, इसलिए इन्हें आमतौर पर गीगाहर्ट्स या मेगाहर्ट्ज में मापा जाता है। प्रोसेसर की ओवरऑल परफॉर्मेंस क्लॉक स्पीड पर भी निर्भर करती है। यानी प्रोसेसर में बाकी कंपोनेंट अच्छे हैं, लेकिन उसकी क्लॉक स्पीड कम है, तो वह धीमा काम करेगा। इसलिए मोबाइल, लैपटॉप या कम्प्यूटर खरीदते समय उसके प्रोसेसर की क्लॉक स्पीड की जानकारी भी लेनी चाहिए।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
एन्क्रिप्शन : आपके स्मार्टफोन की सेटिंग्स में ‘Encrypt your data' या एनक्रिप्शन से जुड़े अन्य विकल्प उपलब्ध होते हैं। कम्प्यूटर में भी इस तरह की सुविधा होती है। एनक्रिप्शन या अपने डाटा को ‘एनक्रिप्टेड’ फॉर्म में बदलना। यह एक ऐसा तरीका होता है, जिसमें आप से जुड़ी संवेदशनशील या निजी जानकारियों की फाइल्स को सिस्टम ऐसी फाइल्स में बदल देता है और पासवर्ड, प्राइवेट की या अन्य तरीकों से सुरक्षित कर देता है। इसके बाद आपके अलावा अगर कोई इन फाइल्स को देखने की कोशिश करता है, तो उसे अजीब आकृतियां और उल्टे-सीधे शब्द नजर आते हैं। इसके बाद फाइल को पासवर्ड के जरिए डिक्रिप्ट करके ही देखा जा सकता है। यह अपनी निजी या संवेदनशील फाइल्स को और भी ज्यादा सुरक्षित बनाने का कारगर तरीका होता है। इससे फाइल सिस्टम (मोबाइल या कम्प्यूटर) की सुरक्षा प्रणाली पर निर्भर नहीं रहती।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
USB Type-C : इस पोर्ट की मदद से सभी केबल एक ही पोर्ट में कनेक्ट किए जा सकते हैं। इसके लिए अलग-अलग पोर्ट्स किसी डिवाइस में देने की जरूरत नहीं होगी। इसका मतलब चाहे की बोर्ड की पिन लगानी हो या माउस या फिर चार्जर अटैच करना हो, सब एक ही पोर्ट से हो जाएगा। इसके अलावा, इस पोर्ट में चाहे केबल उलटा लगाया जाए या सीधा केबल लग जाएगा।
mAh : ये किसी डिवाइस की बैटरी के चार्ज पावर को दर्शाता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो एक बैटरी में कितनी इलेक्ट्रिकल चार्ज पावर है, ये mAh से पता चलता है। ये आंकड़ा जितना ज्यादा होगा, उतनी ही डिवाइस को ज्यादा पावर मिलेगी और बैटरी लंबे समय तक काम करेगी।
4K : 4K डिस्प्ले क्वालिटी का मतलब है HD से 8 गुना बेहतर डिस्प्ले क्वालिटी वाला डिवाइस। 4K उस डिस्प्ले रेजोल्यूशन को कहा जाता है जिसमें 4000 पिक्सल होते हैं। इसे आम तौर पर अल्ट्रा हाई डेफिनेशन टेलीविजन भी कहा जाता है। कुल मिलाकर कहा जाए तो ये अभी कमर्शियल टीवी में सबसे बेस्ट क्वालिटी में से एक है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
जाइरोस्कोप : इसका इस्तेमाल मोबाइल गेम खेलने में किया जाता है। जब हम रेसिंग गेम खेलते हैं और कार को दाएं या बाएं मोड़ने के लिए मोबाइल फोन को भी दाएं या बाएं घुमाते हैं, तब ऐसा इसी सेंसर की वजह से होता है।
एक्सेलोमीटर : मोबाइल की स्क्रीन को पोर्टेट या लैंडस्कैप में करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। मोबाइल को हम जिस भी दिशा में घुमाते हैं, ठीक उसी दिशा में मोबाइल की स्क्रीन भी घुम जाती है। मोबाइल में 'ऑटो रोटेड' सेटिंग इसी पर काम करती है। इसका इस्तेमाल इमेज-रोटेशन में भी किया जाता है।
प्रोक्सिमिटी सेंसर : कई बार होता है कि हम फोन को कान पर लगाकर किसी से बात कर रहे होते हैं और तभी हमारा कान मोबाइल के टचस्क्रीन को छू लेता है और इस वजह से फोन कट जाता है या फिर कोई ऐप चालू हो जाता है। कॉल के दौरान ऐसी किसी भी स्थिति से बचने के लिए प्रोक्सिमिटी सेंसर का उपयोग किया जाता है। प्रोक्सिमिटी सेंसर आपके फोन और उसके सामने की वस्तु के बीच की दूरी की पहचानकर स्क्रीन को इनएक्टिव कर देता है।
लाइट एम्बिएंट सेंसर : मोबाइल फोन की ब्राइटनेस को सेट करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। जब हम किसी डिवाइस में ब्राइटनेस सेटिंग को 'ऑटो' मोड में सेट करते हैं तब वह डिवाइस हमारे आस-पास मौजूद लाइट के हिसाब से मोबाइल स्क्रीन की ब्राइटनेस को सेट करता है ताकि मोबाइल स्क्रीन पर देखने में आंखों को कोई परेशानी ना हो।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
कैश मेमोरी : ये डिवाइस मेमोरी में एक ऐसी जगह होती है जहां से हाल ही में एक्सेस किया गया डाटा आसानी से रिट्रीव किया जा सकता है। यूजर्स अपने डिवाइस पर जो भी काम करते हैं उसकी कॉपी कैश मेमोरी में भी सेव रहती है। मेन मेमोरी की जगह कैश मेमोरी से प्रोसेसर डाटा लेता है।
हॉटस्पॉट : वाई-फाई हॉटस्पॉट एक ऐसा फीचर होता है जिसके जरिए एक डिवाइस अपने इंटरनेट कनेक्शन को बाकी डिवाइसेस में वाई-फाई सिग्नल की मदद से भेज सकता है। ऐसे में अगर किसी एक डिवाइस में इंटरनेट है तो एक या एक से ज्यादा डिवाइसेस उससे कनेक्ट हो सकेंगे।
बास (BASS) : बास एक तरह का म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट होता है जो साउंड क्वालिटी को लो पिच रेंज (लो फ्रीक्वेंसी) देता है। इससे साउंड में धमक आती है। इससे म्यूजिक की क्वालिटी कई गुना बेहतर हो जाती है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
GPRS : इसका पूरा नाम जनरल पैकेट रेडियो सर्विस है। मोबाइल नेटवर्क के जरिए डाटा ट्रांसफर की तकनीक को GPRS कहा जाता है। इसे मोबाइल इंटरनेट कहते हैं जो आम सिम के जरिए काम करता है।
इन्फ्रारेड पोर्ट : इन्फ्रारेड पोर्ट की मदद से डिवाइस को रिमोट में बदला जा सकता है। इन्फ्रारेड सेंसर ही टीवी, DVD, AC आदि डिवाइसेस के रिमोट में लगे होते हैं। अगर किसी फोन में इन्फ्रारेड फीचर है, तो उसे होम अप्लायंस के रिमोट में बदला जा सकता है। इसके लिए गूगल प्ले स्टोर पर कई ऐप्स उपलब्ध हैं।
HDMI : इसका पूरा नाम हाई-डेफिनेशन मल्टीमीडिया इंटरफेस है। डिजिटल ऑडियो और वीडियो ट्रांसफर करने के लिए HDMI पोर्ट और केबल का इस्तेमाल किया जाता है। अब ये पोर्ट सभी टेलीविजन में दिया जाता है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
NFC : नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) शॉर्ट रेंज में ज्यादा फ्रीक्वेंसी के साथ डिवाइसेस को कनेक्ट करने में मदद करता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो लिमिटेड दूरी में तेज स्पीड के साथ NFC की मदद से वायरलेस डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं। ये फाइल शेयरिंग, इंटरनेट एक्सेस और अन्य सभी तरह के ट्रांसफर के लिए काफी उपयोगी साबित होता है।
मोबाइल पेमेंट : मोबाइल पेमेंट का सीधा मतलब मोबाइल से पेमेंट करना है। साथ ही, इसके द्वारा पैसा ट्रांसफर भी किया जा सकता है। मोबाइल पेमेंट के चार प्राइमरी मॉडल हैं, जिनमें इसमें SMS (शॉर्ट मैसेज सर्विस), डायरेक्ट मोबाइल बिलिंग, मोबाइल वेब पेमेंट (WAP) और नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) शामिल हैं।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
64 बिट प्रोसेसर : 64 बिट प्रोसेसर का मतलब है कि जो प्रोससेर फोन में इस्तेमाल किया गया है, वो फोन में ज्यादा रैम, ज्यादा मेमोरी और बेहतर कैमरा फीचर्स सपोर्ट कर सकता है। 64 बिट प्रोसेसर के साथ फोन में बेहतर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर फीचर्स दिए जा सकते हैं। इससे बेहतर बैटरी बैकअप भी मिलता है। बता दें कि आईफोन में भी 64 बिट प्रोसेसर मिलता है।
क्वाड-कोर या ऑक्टा-कोर प्रोसेसर : मल्टीकोर प्रोसेसर (एक से ज्यादा लेयर वाले) आम प्रोसेसर से बेहतर काम कर सकते हैं। सिंगल कोर प्रोसेसर एक समय पर एक ही काम करता है, वैसे ही क्वाड-कोर प्रोसेसर एक समय में चार अलग-अलग काम कर सकते हैं। मल्टीटास्किंग के लिए ये जरूरी है कि फोन में मल्टीकोर प्रोसेसर हो। प्रोसेसर को CPU भी कहा जाता है।
GPU : ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट एक स्पेशल सर्किट होता है जो फोन में इमेज इनपुट और आउटपुट का काम करता है। आसान शब्दों में कहा जाए तो GPU की मदद से गेमर्स को गेम खेलने के दौरान बेहतर डिस्प्ले क्वालिटी मिलती है और ऐसा ही मूवी या वीडियो देखने के दौरान होता है।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
BSI सेंसर : BSI सेंसर या बैक इल्युमिनेटेड सेंसर एक तरह का डिजिटल इमेज सेंसर है जो फोटो क्वालिटी को बेहतर बनाता है। इस सेंसर के कारण ही खींची जा रही फोटो में बेहतर लाइट आती है और कम लाइट की कंडीशन में भी बेहतर क्वालिटी मिलती है। आसान शब्दों में कहें तो फोटो में कितनी ब्राइटनेस होगी, इसे BSI सेंसर कंट्रोल करता है।
पिक्सल डेनसिटी : इसे पिक्सल पर इंच (ppi) के रूप में मापा जाता है। जिस मोबाइल का ppi सबसे ज्यादा होता है वह मोबाइल उतना ही अच्छा होता है। स्क्रीन के डिस्प्ले के एक इंच की दूरी में जितने अधिक पिक्सल होंगे आपके डिवाइस का स्क्रीन डिस्प्ले उतना ही अच्छा होगा।
बेंचमार्क ऐप : बेंचमार्क ऐप आपके स्मार्टफोन को टेस्ट करते रहते हैं। ये ऐप बताते हैं कि आपका फोन कैसा काम कर रहा है। साथ ही, इस ऐप को इस्तेमाल करने वाले सभी स्मार्टफोन्स का डाटा भी ये आपसे शेयर करते हैं। यानी बेस्ट मोबाइल कौन से हैं और मार्केट में कौन से नए फोन आने वाले हैं।
टेक्नोलॉजी और गैजेट्स से जुड़े ऐसे कई शब्द हैं, जिनके बारे में हमें जानकारी नहीं होती। इनमें ज्यादातर शब्द तो हमारे द्वारा डेली इस्तेमाल किए जाने वाले स्मार्टफोन से जुड़े होते हैं। ऐसे में हम टेक गाइड की मदद से आपको इन शब्दों के मतलब समझा रहे हैं।
मेगापिक्सल : कैमरा मेगापिक्सल का काम फोटो साइज को बढ़ाना होता है। जितने ज्यादा मेगापिक्सल होंगे, फोटो साइज भी उतना ही बड़ा होगा। हालांकि, इससे क्वालिटी में ज्यादा अंतर नहीं आता। कई लोगों को लगता है कि ज्यादा मेगापिक्सल होने से फोटो क्वालिटी बेहतर होगी, लेकिन ये सच नहीं है। फोटो क्वालिटी कैमरा सेंसर से बेहतर होती है, जो कलर और फोटो लाइट को संभालता है। वैसे, मेगापिक्सल फोटो क्वालिटी बढ़ाने में मददगार होता है।
रियर कैमरा : रियर कैमरा मतलब फोन का बैक कैमरा है, जो पोर्ट्रेट या लैंडस्केप में यूजर्स को फोटो खींचने की सुविधा देता है।
फ्रंट कैमरा : किसी भी गैजेट में फ्रंट कैमरा यूजर को सेल्फी खींचने और वीडियो कॉलिंग के काम आता है।
भोपाल. टोटल लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद के लिए कई लोग आगे आए हैं। ऐसे समाजसेवियों से जुड़ने का झांसा देकर शातिर ठग उनके खाते से ही रकम उड़ा रहे हैं। ऐसे कुछ मामले राजधानी में भी हो चुके हैं। राजधानी के कोलार इलाके में रहने वाले संजय सुलानिया लॉक डाउन के दौरान लोगों को बचाव के प्रति जागरूक कर रहे हैं। साथ ही घरों में फंसे लोगों की मदद के लिए अपने साथियों के साथ प्रतिदिन भोजन के पैकेट बांट रहे हैं। इसकी फोटो भी उन्होंने फेसबुक और वॉट्सएप पर शेयर की है। गुरुवार को उनके पास राजेश शाक्य नामक व्यक्ति का मोबाइल नंबर 789674898 से काॅल आया। उसने कहा कि वह भी इस अभियान में मदद करना चाहता है। संजय को खुशी हुई कि उनकी मुहिम में लोग जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने राजेश को हां कह दिया तो बदले में राजेश ने संजय से फोन पे की डिटेल मांगी। संजय ने कहा कि जिस नंबर पर आप बात कर रहे हैं, उसी नंबर पर राशि भेज दीजिए। तब संजय ने पूछा कि आपके अकाउंट में अभी कितना बैलेंस है। संजय ने कहा कि बैलेंस से आपको क्या करना है? क्योंकि राशि डालने के लिए बैलेेंस का होना जरूरी नहीं है। तब राजेश ने जवाब दिया कि उनका व उनके कुछ मित्रों का अकाउंट फाॅरेन में है। इसलिए कम से कम एक हजार रुपए अकाउंट में होना चाहिए।
संजय को शक हुआ, लेकिन उसने कह दिया कि इतनी राशि तो उसके अकाउंट में है। राजेश ने कहा कि आप लाइन पर रहिए, वे राशि जमा कर रहे हैं। इतने में संजय के पास एक ओटीपी नंबर आया और थोड़ी देर में 1150 रुपए ट्रांजेक्शन का मैसेज आ गया। यानि उनके खाते में कुल जमा राशि निकाल ली गई थी।
संजय को समझ में आ गया कि वे ठगे गए। यानि एकदम नया तरीका ऑनलाइन ठगी करने वालों ने ईजाद कर लिया है। वे पहले लोगों की फेसबुक प्रोफाइल खंगाल रहे हैं। फिर देख रहे हैं कि कौन लोग इस समय जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। जब उन्हें ऐसे लोग मिल जाते हैं तो इनकी पुरानी फोटो देखते हैं और उसी हिसाब से बातचीत का सिलसिला शुरू करते हैं। जब सामने वाले को यकीन हो जाता है तो उसे मदद का आश्वासन देकर उसी का पैसा उड़ा देते हैं। सायबर एक्सपर्ट ऐसे में प्रोफाइल को सुरक्षित करने की सलाह देते हैं।
ऐसे करते हैं ठगी
ये लोग ऑनलाइन तरीके से पूरे मोबाइल को रिमोट पर ले लेते हैं और फिर आपसे ही अपना एप ओपन करवाएंगे। जैसे ही आप एप को ओपन करते हैं तो खुद का नंबर डालकर आपके खाते में जमा पैसा दूसरे के खाते में ट्रांसफर करते हैं। इसके लिए आपके पास ओटीपी आता है तो वह भी रिमोट सेंसिंग की वजह से उन्हें दिखाई देता है। यह एक तरह की हाई टेक्नालाॅजी है, जिसका इस्तेमाल कम ही लोग करते हैं। दूसरा तरीका यह है कि वह आपसे ओटीपी पूछ लें और फिर उसकी मदद से पैसा खाते से उड़ा दें। हालांकि अब लोग ओटीपी को लेकर जागरुक हो गए हैं। ऐसे मामले कम ही सामने आते हैं, जिसमें ओटीपी के जरिए ठगी होती हो।
केस - एक
कोलार के ही मनोहर लोवंशी के पास भी राजेश शाक्य का कॉल आया। उसने वही बातचीत की जो संजय से की थी। उसकी बातों में आकर मनोहर ने उस अकाउंट की डिटेल दे दी, जिसमें कुल 100 रुपए थे। राजेश ने अकाउंट को रिमोट सेसिंग के जरिए ऑपरेट करना शुरू किया और दो ओटीपी मनोहर को मिले और ट्रांजेक्शन फेल्ड के मैसेज आए। मनोहर समझ गया कि उनका मोबाइल हैक हो गया, लेकिन वे ठगी से बच चुके थे।
केस - दो
जरूरतमंदों को ढूंढ-ढूंढकर मदद कर रहे धीरज सोनी के पास भी इसी प्रकार का काॅल आया। जैसे ही उनसे अकाउंट की डिटेल मांगी तो उन्हें शक हुआ। बैलेंस पूछने पर उन्हें पक्का यकीन हो गया कि यह कोई गिराेह है जो सक्रिय हो गया। पहले उन्होंने इस नंबर को ब्लॉक किया और फिर उसे वायरल कर दिया कि इस नंबर से सावधान रहे। इसके बाद मामले की जानकारी डीबी स्टार को दी।
फोटो, फ्रेंड्स करें हिडन
फेसबुक प्रोफाइल पर लगभग हमारी पूरी जानकारी मौजूद होती है। जैसे कि आपके फ्रेंड व रिलेटिव कौन हैं और कौन ज्यादा लाइक, कमेंट करता है। यात्राओं का विवरण होता है। यहां तक कि मोबाइल नंबर और ईमेल भी लिखा होता है। इन्हीं को आधार बनाकर सामने वाले आपसे ठगी करते हैं। इससे बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपनी सेटिंग में जाकर बदलाव कर दें। यानि फ्रेंड्स के अलावा कोई भी आपके फोटो नहीं देख सके। नंबर्स और ईमेल आदि तो केवल स्वयं के लिए ओपन रखें। जन्मतिथि में वर्ष को हाइड कर दें। ऐसा करने से कोई भी आपके बारे में कुछ पता नहीं लगा पाएगा। - हेमराज सिंह चौहान, सायबर एक्सपर्ट
गैजेट डेस्क. डब्ल्यूएचओ से लेकर सरकार तक कोरोना से जुड़ी जानकारियां देने के कई प्लेटफॉर्म इस्तेमाल कर रहे हैं। इन दिनों केवल वॉट्सऐप का इस्तेमाल ही 40% तक बढ़ गया है। वहीं कई फर्जी ऐप्स, वेबसाइट और नंबर भी आ गए हैं जो जानकारी का दावा करते हैं। आप इन विश्वसनीय प्लेटफॉर्म से जानकारी ले सकते हैं।
ऐप: कोरोना कवच
कैसे जुड़ें: प्ले स्टोर से Corona Kavach डाउनलोड करें। इसपर अपना फोन नंबर डालकर एकाउंट बनाएं।
क्या करता है: ऐप लोकेशन के आधार पर कोरोना मरीजों को ट्रैक कर यूजर को आगाह करता है, ताकि मरीज के आसपास होने पर सावधानी बरत सकें। कोरोना से जुड़ी जानकारी भी देता है।
टेलीग्राम पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: टेलीग्राम ऐप पर ‘MyGov Corona Newsdesk’ सर्च करें और Join पर क्लिक करें।
क्या बताएगा: यह कोरोना से जुड़ी खबरें देगा और अफवाहों से सचेत करेगा। वर्क फ्रॉम होम टिप्स, घर बैठे पढ़ाई जैसी कई काम की जानकारियां भी दे रहा है। इसमें 7.8 लाख सदस्य हैं।
वॉट्सऐप पर डब्ल्यूएचओ
कैसे जुड़ें: +41798931892 नंबर सेव कर इस पर ‘Hi’ वॉट्सऐप करें या wa.me/41798931892?text=hi लिंक ब्राउजर में डालें।
क्या बताएगा: वायरस से जुड़े नए आंकड़े, खबरें, दान देने के विकल्प, कोरोना से जुड़े भ्रम और सावधानी आदि से जुड़ी जानकारियां।
फेसबुक पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: फेसबुक पर MyGov Corona Hub सर्च करें। पेज को लाइक कर मैसेंजर में जाएं और ‘Get Started’ पर क्लिक करें।
क्या बताएगा: आपात स्थिति के लिए नंबर, ईमेल बताएगा। साथ ही आप सवाल लिखकर भी कोरोना से जुड़ी जानकारियां पूछ सकते हैं।
वॉट्सऐप पर भारत सरकार
कैसे जुड़ें: 9013151515 नंबर सेव करें। इस पर ‘Namaste’ वॉट्सऐप करें।
क्या बताएगा: हेल्पलाइन नंबर, कोरोना मरीजों के आंकड़े, वायरस से जुड़ी जानकारियां, जोखिम कम करने के तरीके, एम्स अस्पताल से पेशेवर जानकारियां आदि। जानकारी हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध।
अन्य तरीके
आप कोरोना से जुड़े अपने सवाल यहां भी पूछ सकते हैं-
नेशनल हेल्पलाइन नंबर: 011-23978046
टोल फ्री नंबर: 1075
ईमेल आईडी: ncov2019@gov.in
गैजेट डेस्क. चीनी कंपनी श्याओमी ने यूरोपियन मार्केट में एमआई 10 लाइट 5जी स्मार्टफोन लॉन्च किया। इसे अबतक का सबसे सस्ता 5G स्मार्टफोन भी कहा जा रहा है। यूरोप में इसकी कीमत 29200 रुपए है। फोन में वॉटरड्रॉप नॉच डिस्प्ले दिया गया है। हालांकि इसके साथ लॉन्च हुए एमआई 10 और एमआई 10 प्रो में पंच-होल डिस्प्ले डिजाइन दिया गया है। तीनों फोन में चार रियर कैमरे दिए गए हैं। एमआई 10 लाइट 5जी में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 765 जी प्रोसेसर है। एमआई 10 लाइट 5जी को भारत में कब लॉन्च किया जाएगा फिलहाल इसे लेकर कंपनी ने कोई सफाई नहीं दी है।
एमआई 10 लाइट के स्पेसिफिकेशन और फीचर्स
गैजेट डेस्क. कोरोनावायरस से बढ़ते प्रभाव को देखते हुए विश्व के कई देश पूरी तरह से लॉकडाउन हो चुके हैं। सैकड़ों लोगों का जीवन प्रभावित हुआ है और इसका असर मोबाइल इंडस्ट्रीज देखने को मिला है। काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक, व्यापार बंद होने की वजह से वैश्विक स्तर पर स्मार्टफोन की सेल्स में 14 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है और इस गिरावट की वजह कोई और नहीं सिर्फ कोरोनावायरस है जो चीन से होकर कई देशों तक पहुंच चुका है। बताया जा रहा है कि अलग 18 महीने कई इंडस्ट्रीज के लिए काफी मुश्किल भरे होंगे।
कई ब्रांड्स जैसे रियलमी और श्याओमी ने अपने स्मार्टफोन के लॉन्चिंग इवेंट्स कैंसिल कर दिए हैं। एपल ने भी इस महामारी के चलते चीन समेत दुनियाभर के कई स्टोर्स बंद करने पड़े। राउटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी में एपल समेत अन्य स्मार्टफोन कंपनियों ने चीन में अपने स्टोर्स को बंद कर दिए थे। सेल्स के आंकड़ों की बात करें तो एपल ने इस दौरान चीनी बाजार में 5 लाख से कम यूनिट्स की बिक्री की।
हालांकि अब चीन में इस महामारी की रिकवरी होती दिखाई दे रही है जिसके चलते कई सारे स्टोर्स को दोबारा खोल दिया गया है। वहीं साउथ कोरिया में इसकी रिकवरी हो रही है लेकिन दुनिया के अन्य भागों में इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं।
इस मुश्किल समय में अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए रियलमी और कई अन्य ब्रांड्स ने मिलकर अपने डिवाइस पर एक्सटेंडेड वारंटी ऑफर करना शुरू कर दिया है। कंपनियों ने ऐलान किया है कि जिनकी वारंटी मार्च और अप्रैल के बीच खत्म हो रही है उन्हें 31 मई 2020 तक अतिरिक्त वारंटी प्रदान की जाएगी। इसके अलावा कंपनी ने 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से फोन में खराबी आने पर रिप्लेसमेंट वारंटी को भी बढ़ा दिया है।
गैजेट डेस्क. वैसे तो यह स्मार्टफोन जमाना है। रोजाना नए-नए स्मार्टफोन लॉन्च हो रहे हैं, कुछ की कीमत तो एक लाख रुपए से भी ज्यादा है। लेकिन आज भी आबादी का एक हिस्सा ऐसा है जो स्मार्टफोन यूज करना पसंद नहीं करता है न ही सोशल मीडिया पर वक्त गुजारना। वे सिर्फ कॉल करने के लिए छोटा सा फोन रखना पसंद करते हैं ताकि नाते-रिश्तेदारों के हाल-चाल लिया जा सके। आज हम आपके लिए कुछ ऐसे ही स्मार्टफोन की लिस्ट लेकर आए हैंजो सस्ते भी है और थोड़े एडवांस्ड भी...
जियो फोन
फीचर फोन की बात करें तो सबसे पहला नाम आता है रिलायंस के जियो फोन का। यह बाजार में थोड़ा पुराना जरूर है लेकिन काफी लोकप्रिय भी है। इसमें सिर्फ जियो की सिम ही चलती है। फोन की कीमत है 699 रुपए और इसमें सोशल मीडिया साइट्स वॉट्सऐप और फेसबुक चलाने की भी सुविधा मिल जाती है। फोन में 2.4 इंच का डिस्प्ले मिल जाता है और फोटोग्राफी के लिए 2 मेगापिक्सल का रियर कैमरा और 0.3 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है।
जियो फोन 2
यह कंपनी का दूसरा फोन है लेकिन इसमें क्वार्टी की-पैड मिल जाता है। इसकी कीमत 2999 रुपए है। इसमें में भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म को चलाया जा सकता है। फोन में डुअल सिम सपोर्ट मिल जाता है और 2.4 इंच का डिस्प्ले मिल जाता है। फोन में इंटरटेनमेंट के लिए एफएम रेडियो, कैमरा समेत कई सारे फीचर्स मौजूद है।
नोकिया 8110 4G
नोकिया का 8110 4G फीचर फोन बाकी फीचर फोन से थोड़ा स्टाइलिश है। इस थोड़ा कर्व्ड शेप में डिजाइन किया गया है और इसके की-पैड पर कवर दिया गया है। इसकी कीमत 2999 रुपए है। फोन में 2.4 इंच का कर्व्ड डिस्प्ले है, इसकी बॉडी पोलीकार्बोनेट से बनी है। इसमें स्मार्ट फीचर ओएस है। फोन में 512 एमबी रैम है और 4 जीबी का स्टोरेज मिलता है। इसमें 2 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। फोन में 1500 एमएएच बैटरी है।
नोकिया 5310
कंपनी ने हाल ही में इसे ग्लोली लॉन्च किया है और जल्द ही इसे भारतीय बाजार में भी उतारा जाएगा। फोन को खासतौर से म्यूजिक लवर्स के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें डुअल फ्रंट फेसिंग स्पीकर्स हैं साथ ही इसमें एमपी3 प्लेयर और एफएम रेडियो का फीचर भी है। इसमें 8 एमबी रैम और 16 एमबी का इंटरनल स्टोरेज है जिसे 32 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें 1200 एमएएच बैटरी है। फिलहाल भारत में इसकी कीमत का ऐलान नहीं किया गया है लेकिन उम्मीद की जा रही है कि इसकी कीमत 3000 रुपए तक होगी।
गैजेट डेस्क. साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग जल्द ही अपने नए टैबलैट S6 लाइट लॉन्च करने की तैयारी में है। लेकिन लॉन्चिंग से पहले जर्मन पब्लिकेशन ने इसकी स्पेसिफिकेशन लीक कर दिए हैं। इसे पिछले साल लॉन्च हुए गैलेक्सी टैब एस6 के अफोर्डेबल वर्जन के तौर पर बाजार में उतारा जाएगा। इस टैब में 10.4 इंच का डिस्प्ले मिलेगा और एस-पेन सपोर्ट भी मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें एक्सीनोस 9611 प्रोसेसर मिलेगा। हालांकि, फिलहाल इसकी कीमत और स्पेसिफिकेशन को लेकर कोई ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं किया गया है लेकिन कई सारी सर्टिफिकेशन साइट पर इसे स्पॉट किए जाने के बाद उम्मीद की जा रही है कि इसे जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
दो स्टोरेज वैरिएंट में लॉन्च होगा-रिपोर्ट
गैजेट डेस्क. कोरोनावायरस अबतक 195 देशों को अपनी जद में ले चुका है। इससे अबतक 24 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पूरी दुनिया इससे निजात पाने के लिए हर संभव कोशिशें कर रही है। अमेरिका में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे में कोरोना से बचने के लिए अब अमेरिकी ऐप की मदद ले रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में कोविड-19 यानी कोरोना के लक्षणों की पहचान करने वाली ऐप काफी पॉपुलर हो रही है। इसे काफी संख्या में डाउनलोड किया जा रहा है और यह सबसे ज्यादा डाउनलोड की जाने वाली ऐप की लिस्ट में भी शामिल हो चुकी है।
अमेरिका में इस तरह की ऐप के बारे में डेवलपर्स का मनाना है कि इससे लोगों को यह पता चलेगा कि क्यों कुछ लोगों में कोरोना संक्रमित होने के ज्यादा संभावना होती है। इसके अलावा इससे यह जानकारी भी मिलेगी किन इलाकों में कोरोना सबसे ज्यादा फैला और कैसे यह आम सर्दी-जुकाम से अलग है। हालांकि इस समय कई सारी कोरोना ट्रैकर ऐप यूएस मार्केट में उपलब्ध है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन्हें डाउनलोड करते समय यूजर को सतर्क रहने की जरूरत है कि वह सही ऐप डाउनलोड कर रहे हैं।
अब सवाल यह उठता है कि क्या भारत में भी इस तरह की ऐप है जो कोरोनावायरस पर फोकस्ड है, तो जबाव यह है कि भारत में भी कई सारी ऐप हैं जिन्हें खासतौर से कोविड-19 के लिए ही डिजाइन किया गया है। कर्नाटाका, गुजरात, पंजाब समेत कई राज्यों की अलग अलग ऐप्स है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में एक ऐसी ऐप पर भी काम चल रहा है जो यूजर किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के नजदीक जाते ही अलर्ट कर देगी। इसका नाम है कोविन-20।
कैसे काम करेगा कोविन-20 ऐप
कोरोना कवच ऐप भी गूगल प्ले स्टोरपर अवेलेबल है
ऑटो डेस्क. रॉयल एनफील्ड पिछले साल लॉन्च हुई ट्रायल्स 350 और 500 का प्रोडक्शन बंद करना जा रही है। कंपनी ने 1 अप्रैल से लागू होने वाले नए एमिशन नॉर्म्स को देखते हुए अपनी पूरी लाइन-अप को रिफ्रेश कर लिया है लेकिन ट्रायल्स 350 और 500 में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं, जिससे कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही कंपनी इन मॉडल्स को बंद करने का फैसला ले सकती है। मार्च 2019 में लॉन्च हुई ट्रायल्स काफी हद तक बुलेट 350 क्लासिक से मिलती जुलती है लेकिन सेल्स और लोकप्रियता के मामले में यह उसकी बराबरी नहीं कर पाई। बीएस4 350 ट्रायल्स की एक्स शोरूम कीमत 1.62 लाख रुपए है और ट्रायल्स 500 की कीमत 2.07 लाख रुपए है।
कंपनी ने इसे 40 और 50 के दशक की रॉयल एनफील्ड ट्रायल्स को ट्रिब्यूट देने के लिए लॉन्च किया था। ट्रायल्स में बुलेट 350 का तरह ही टैंक, सस्पेंशन, साइड पैनल्स और इंजन लगा है। लेकिन इसके चॉप्ड फेंडर्स, अनस्वेप्ट एग्जॉस्ट और बड़ी व्हील्स दिए गए हैं वहीं इसमें रियर सीट की जगह लगैज रैक दी गई है जो इसे अलग लुक देते हैं। डुअल चैनल एबीएस से लैस इस बाइक के दोनों व्हील्स में डिस्क ब्रेक्स लगे हैं। फ्रंट व्हील में 280 एमएम और रियर व्हील में 240 एमएम का डिस्क दिया गया है।
ट्रायल्स 350 में बुलेट 350 की तरह ही 346 सीसी का सिंगल- सिलेंडर, 4-स्ट्रोक, ट्विन स्पार्क, एपर कूल्ड इंजन है, जो 19.8 बीएचपी का पावर और 28 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। जबकि ट्रायल्स 500 में 499 सीसी का सिंगल सिलेंडर, 4-स्ट्रोक, स्पार्क इग्निशन, एयर कूल्ड, फ्यूल इंजेक्शन इंजन है जो 27.2 बीएचपी का पावर और 41.3 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। दोनों में ही 5-स्पीड गियर ट्रांसमिशन है।
गैजेट डेस्क. गुरुवार को हुए हुवावे के ऑनलाइन इवेंट में कंपनी ने पी40 स्मार्टफोन सीरीज के साथ नई स्मार्टवॉट भी पेश की। इसे हुवावे वॉच जीटी 2ई नाम दिया गया है। इसकी खासियत यह है कि इसमें 14 दिन की बैटरी लाइफ मिलेगी साथ ही यह 5ATM वॉटर रेजिस्टेंट भी है यानी इसे 50 गहरे पानी में 10 मिनट तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा इसमें SpO2 सेंसर भी है जो ब्लड में ऑक्सीजन लेवल का पता लगाती है। इसमें 100 वर्कआउट मोड्स का सपोर्ट मिलता है जिसमें 15 प्रोफेशनल वर्कआउट और 85 कस्टम वर्कआउट मोड्स शामिल हैं। इसे पिछले साल लॉन्च हुई हुवावे वॉच जीटी 2 के अपग्रेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया गया है।
हुवावे वॉच जीटी 2e: कीमत
हुवावे वॉच जीटी 2e: बेसिक स्पेसिफिकेशन
गैजेट डेस्क. गुरुवार को चीनी टेक कंपनी हुवावे ने ऑनालाइन इवेंट में तीन स्मार्टफोन समेत कई प्रोडक्ट लॉन्च किए। कंपनी ने हुवावे पी40 सीरीज लॉन्च की, जिसमें हुवावे पी40, पी40 प्रो और पी40 प्रो प्लस शामिल हैं। इसमें किरिन 990 5जी चिपसेट दिया गया है, जिसकी बदौलत तीनों ही फोन 5जी कनेक्विविटी और वाई-फाई 6 को सपोर्ट करते हैं। हुवावे पी40 प्रो और पी40 प्रो प्लस में क्वाड-कर्व ओवर फ्लो डिस्प्ले मिलता है जो इसे बेजल लेस लुक देते हैं। तीनों ही फोन फोटोग्राफी फोकस्ड है। हुवावे पी40 में तीन रियर कैमरें मिलेंगे तो पी40 प्रो में चार और पी40 प्रो प्लस में पांच रियर कैमरे मिलेंगे। तीनों ही स्मार्टफोन में डुअल फ्रंट कैमरा सेटअप दिया गया है।
हुवावे P40 5G सीरीज: वैरिएंट वाइस कीमत
मॉडल | कीमत |
हुवावे P40 5G 8GBरैम+128GB स्टोरेज | 66,300 रुपए |
हुवावे P40 प्रो 5G 8GBरैम+256GB स्टोरेज | 82,900 रुपए |
हुवावे P40 प्रो प्लस 5G 8GBरैम+512GB स्टोरेज | 1,16,000 रुपए |
हुवावे P40 5G: बेसिक स्पेसिफिकेशन
कंपनी ने सभी मॉडल्स को सिंगल वैरिएंट में उतारा है। हुवावे पी40 में 8 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज मिलेगा। इसमें तीन ग्लोसी कलर ऑप्शन मिलेंगे जिसमें ब्लैक, डीप सी ब्लू और आइस व्हाइट के साथ दो मैट कलर ब्लश गोल्ड और सिल्वर फोरेस्ट कलर शामिल है।
डिस्प्ले साइज | 6.1 इंच |
डिस्प्ले टाइप | OLED पैनल विद 60Hz रिफ्रेश्ड रेट, 1080x2340 पिक्सल सपोर्ट |
ओएस | एंड्रॉयड 10 विद EMUI 10.1 |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर किरिन 990, माली-G76 MC16 जीपीयू |
रियर कैमरा | 50MP(मेन कैमरा)+16MP(अल्ट्रा-वाइड-एंगल)+8MP(टेलीफोटो) |
फ्रंट कैमरा | 32MP+इंफ्रारेड सेंसर |
रैम | 8GB |
स्टोरेज | 128GB |
बैटरी | 3800mAh विद सुपरचार्ज 22.5W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट |
हुवावे P40 प्रो 5G: बेसिक स्पेसिफिकेशन
यह 8 जीबी रैम और 256 जीबी स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट में उपलब्ध है। इसमें नैनो मेमोरी 2 कार्ड की मदद से स्टोरेज को बढ़ाया जा सकेगा। यह भी हुवावे पी40 जैसे कलर ऑप्शन में उपलब्ध है।
डिस्प्ले साइज | 6.58 इंच |
डिस्प्ले टाइप | OLED पैनल विद 90Hz रिफ्रेश्ड रेट, 1200x2640 पिक्सल सपोर्ट |
ओएस | एंड्रॉयड 10 विद EMUI 10.1 |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर किरिन 990, माली-G76 MC16 जीपीयू |
रियर कैमरा | 50MP(मेन कैमरा)+40MP(अल्ट्रा-वाइड-एंगल)+12MP(टेलीफोटो)+3D(डेप्थ सेंसिंग) |
फ्रंट कैमरा | 32MP+डेप्थ सेंसर |
रैम | 8GB |
स्टोरेज | 256GB |
बैटरी | 4200mAh विद सुपरचार्ज 40W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट और 27W वायरलेस सुपरचार्ज सपोर्ट |
हुवावे P40 प्रो प्लस 5G: बेसिक स्पेसिफिकेशन
यह 8 जीबी रैम और 512 जीबी स्टोरेज वाले सिंगल वैरिएंट में उपलब्ध है। यह दो कलर ब्लैक सेरामिक और व्हाइट सेरामिक कलर में उपलब्ध है।
डिस्प्ले साइज | 6.58 इंच |
डिस्प्ले टाइप | OLED पैनल विद 90Hz रिफ्रेश्ड रेट, 1200x2640 पिक्सल सपोर्ट |
ओएस | एंड्रॉयड 10 विद EMUI 10.1 |
प्रोसेसर | ऑक्टा-कोर किरिन 990, माली-G76 MC16 जीपीयू |
रियर कैमरा | 50MP(मेन कैमरा)+40MP(अल्ट्रा-वाइड-एंगल)+8MP(सुपर जूम पेरिस्कोपिक लेंस)+8MP(टेलीफोटो लेंस)+3D(डेप्थ सेंसिंग लेंस) |
फ्रंट कैमरा | 32MP+ IR TOF 3D सेंसर |
रैम | 8GB |
स्टोरेज | 512GB |
बैटरी | 4200mAh विद सुपरचार्ज 40W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट और 27W वायरलेस सुपरचार्ज सपोर्ट |
नई दिल्ली. हुंडई ने एलीट आई20 हैचबैक का बीएस6 मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 6.50 लाख रुपए है। यह प्रीमियम हैचबैक अब सिर्फ पेट्रोल-मैनुअल वर्जन में ही मिलेगी। कंपनी ने इसके 1.4 लीटर डीजल इंजन और सीवीटी ऑटोमैटिक ऑप्शन को बंद कर दिया है। नई बीएस6 एलीट आई20 में अब सिर्फ चार वैरिएंट में अवेलेबल होगी।
इंजन की बात करें तो इसमें 1.2 लीटर का पेट्रोल इंजन है जो 83 हॉर्स पावर की ताकत और 114 एनएम का टॉर्क जनरेट करता है। कार में स्टैंडर्ड तौर पर 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स ट्रांसमिशन मिलेगा। बीएस6 अपग्रेशन के बाद कार पहले से 15 हजार रुपए तक महंगी हो गई है।
BS6 हुंडई एलीट आई20: वैरिएंट वाइस कीमत
मैग्ना प्लस | 6.50 लाख रुपए |
स्पोर्ट्स प्लस | 7.36 लाख रुपए |
स्पोर्ट्स डुअल टोन | 7.66 लाख रुपए |
एस्टा (O) | 8.31 लाख रुपए |
किस वैरिएंट में क्या खास फीचर्स मिलेंगे
हुंडई आई20 मैग्ना प्लस, कीमत 6.50 लाख रुपए |
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हुंडई आई20 स्पोर्ट्स प्लस, कीमत 7.36 लाख रुपए |
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हुंडई आई20 स्पोर्ट्स प्लस डुअल टोन, कीमत 7.66 लाख रुपए |
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हुंडई आई20 एस्टा (O), कीमत 8.31 लाख रुपए |
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गैजेट डेस्क. कोरोनावायरस (Covid-19) तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है। वायरस की चपेट में 195 देश आ चुके हैं और अबतक 16 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। भारत में इस महामारी को रोकने के लिए कई राज्यों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसे में लोग घर पर बैठे-बैठे कोरोना और अन्य मामलों से जुड़ी जानकारियों को ऑनलाइन शेयर कर रहे हैं इनमें से कुछ को सही है तो कुछ फेक। इन्हें शेयर करने का सबसे बड़ा सोर्स है वॉट्सऐप जिसपर इस समय धड़ल्लें से कोरोनावायरस से जुड़ें मैसेजेज शेयर किए जा रहे हैं जबकि इस समय लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसे में अफवाहों को वायरल होने से रोकने के लिए वॉट्सऐप भी लगातार कोशिशें कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी एक ऐसे फीचर पर काम कर रही है जिससे यूजर के पास आए मैसेज की सत्यता की पुष्टि की जा सकेगी। इससे यह पता लगाया जा सकेगा मैसेज सही है या अफवाह मात्र है। उम्मीद की जा रही है कि इससे फेक मैसेज पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकेगी। कंपनी ने भी यह कंफर्म किया है कि इस फीचर की टेस्टिंग कर रही है।
कैसे काम करेगा ये फीचर
गैजेट डेस्क. साउथ कोरियाई कंपनी सैमसंग ने बुधवार को नया स्मार्टफोन गैलेक्सी एम21 लॉन्च कर दिया है। इसे एम20 के अपग्रेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया गया है। इसे 4 जीबी और 6 जीबी रैम वाले दो वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। फोन की शुरुआती कीमत 13,499 रुपए है। खासबात यह है कि फोटोग्राफी के लिए फोन में 48 मेगापिक्सल का ट्रिपल रियर कैमरा और 20 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा मिलेगा। इसके अलावा फोन में सुपर एमोलेड डिस्प्ले समेत 6000 एमएएच बैटरी भी मिलेगी।
सैमसंग गैलेक्सी एम21: वैरिएंट वाइस कीमत और ऑफर
वैरिएंट वाइस कीमत
वैरिएंट | कीमत |
4GB/64GB | 13,499 रुपए |
6GB/128GB | 15,499 रुपए |
सैमसंग गैलेक्सी एम21 के बेसिक स्पेसिफिकेशन
डिस्प्ले साइज | 6.4 इंच |
डिस्प्ले टाइप | फुल एचडी प्लस, 1080x2340 पिक्सल रेजोल्यूशन, गोरिल्ला ग्लास 3 प्रोटेक्शन |
सिम टाइप | डुअल नैनो सिम |
ओएस | वन UI 2.0 बेस्ड एंड्रॉयड 10 |
प्रोसेसर | एक्सीनोस 9611 |
रैम/स्टोरेज | 4GB/64GB, 6GB/128GB |
एक्सपेंडेबल मेमोरी | 512GB |
रियर कैमरा | 48MP(प्राइमरी)+8MP(अल्ट्रा-वाइड एंगल)+5MP(डेप्थ सेंसर) |
फ्रंट कैमरा | 20MP |
बैटरी | 6,000mAh विद 15W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट |
कलर | ब्लैक, ब्लू |
सिक्योरिटी | फिंगरप्रिंट और फेसअनलॉक |
सेंसर | एक्सीलेरोमीटर, फिंगरप्रिंट सेंसर, जायरोस्कोप, जियोमैग्नेटिक सेंसर, प्रॉक्सिमिटी, वर्चुअल लाइट सेंसिंग |
वजन | 188 ग्राम |
फोन का यूएसपी है इसका दमदार ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप
सैमसंग गैलेक्सी एम21 में तीन रियर कैमरे मिलेंगे। इसमें 48 मेगापिक्सल का मेन कैमरा, 5 मेगापिक्सल का डेप्थ कैमरा और 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रा-वाइड एंगल कैमरा मिलेगा।
सेल्फी के लिए इसमें 20 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा दिया गया है।
कंपनी ने इसके पेज पर कुछ सैंपल इमेज भी जारी की
गैलेक्सी एम20 और एम21 में क्या है अंतर...
गैजेट डेस्क. कोरोनावायरस को हराने के लिए दुनियाभर में हरसंभव कोशिशें की जा रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने लोगों में जागरुकता लाने और लोगों तक वायरस से जुड़ी सही और सटीक जानकारी पहुंचाने के लिए वॉट्सऐप नंबर जारी किया है। एक डेडिकेटेड बोट है यानी इस नंबर पर मैसेज भेजने पर रोबोट यूजर से मैसेज के जरिए बात करेगा। दावा किया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ की इस नई पहल से न सिर्फ अफवाहों को फैलने से रोका जा सकेगा बल्कि लोगों तक इस महामारी से बचने के लिए सीधे वॉट्सऐप पर जानकारियां पहुंचाई जा सकेगी। डब्ल्यूएचओ की तरह ही भारत सरकार भी वॉट्सऐप पर MyGov कोरोना हेल्पडेस्क लॉन्च कर चुकी है ताकि यूजर से इस महामारी से संबंधित जानकारियां पहुंचाई जा सके।
डब्ल्यूएचओ यूगांडा ने ट्वीट कर बताया कि यह बोट (वेब रोबोट) यूजर को कोरोना से संबंधित लेटेस्ट अपडेट मुहैया कराएगा, साथ ही इससे जुड़े भ्रम और अफावाहों के बारे में भी सही और सटीक जानकारियां देगा। इसमें कोरोना के केस की संख्या, ट्रेवल एडवाइस और लेटेस्ट न्यूज भी मिलेंगी।
कॉन्टैक्ट लिस्ट में एड करना होगा नंबर
इस बोट को वॉट्सऐप पर इस्तेमाल करने के लिए, यूजर को +41-79-893-18-92 नंबर अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में एड करना होगा। इसके बाद यूजर को इस वॉट्सऐप नंबर पर मैसेज भेजना होगा। हालांकि डब्ल्यूएचओ ने इसके लिए एक डेडिकेटेड लिंक भी जारी की गई है जिसे डेस्कटॉप/लैपटॉप पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
एक बार बोट से कनेक्ट होने के बाद यूजर को इसमें उपलब्ध ऑप्शन की लिस्ट मिलेगी। इसमें ऑप्शन के सामने दिए गए नंबर या ईमोजी के जरिए रिस्पॉन्ड कर संबंधित जानकारी हासिल की जा सकेगी।
इसके अलावा यूजर कोरोनावायरस से जुड़ी जानकारी और उसके प्रभाव के बारे में भी पता लगा सकेंगे। इस बोट को डब्ल्यूएचओ ने डेवलप किया गया है, इसमें डब्ल्यूएचओ से जुड़े तमाम लेटेस्ट अनाउंसमेंट भी पढ़े जा सकेंगे। इसमें जरूरी जानकारी और नई स्टोरी की लिंक भी यूजर को मिलेगी जिसे अन्य कॉन्टैक्ट से शेयर किया जा सकेगा।
डब्ल्यूएचओ यूगांडा का ट्वीट