गैजेट डेस्क. एलजी ने भारतीय बाजार में अपने डुअल डिस्प्ले वाले स्मार्टफोन एलजी G8X ThinQ को लॉन्च कर दिया है। भारत में इसकी कीमत 49,999 रुपए है। यह स्मार्टफोन डुअल स्क्रीन एक्सेसरीज के साथ आता है, जिससे दूसरी स्क्रीन को डिवाइस के साथ जोड़ा जा सकता है और सुविधानुसार अलग भी किया जा सकता है। यह ऑरोरा ब्लैक कलर ऑप्शन में अवेलेबल है।
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गैजेट डेस्क. अमानी ब्रांड ने भारतीय बाजार में अफोर्डेबल ब्लूटूथ नेकबैंड लॉन्च किया है। इस नेकबैंड की कीमत 1099 रुपए है। इसका मॉडल नंबर ASP BT 5510 है। कम कीमत के साथ इसकी बिल्ड क्वालिटी बेहतर है। साथ ही, इसे प्रीमियम लुक दिया गया है। ग्राहक इस नेकबैंड को कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट amanimart.com से खरीद सकते हैं।
अमानी ब्लूटूथ नेकबैंड के स्पेसिफिकेशन
इस नेकबैंड की वजन महज 15 ग्राम है। वहीं, इसके ईयरफोन का वजन 2 ग्राम है। इसमें 10mm के स्पीकर्स दिए हैं। इसमें 450mAh की बैटरी दी है। जो 6 घंटे से ज्यादा का बैकअप देती है। 2 घंटे में ये इसकी बैटरी फुल चार्ज हो जाती है। स्पार्ट्स एक्टिविटी के लिए ये पूरी तरह परफैक्ट है। ये एंड्रॉयड और आईओएस दोनों डिवाइस के साथ कम्फर्टेबल है। वहीं, इसे सभी तरह के ब्लूटूथ डिवाइस से कनेक्ट किया जा सकता है।
प्रीमियम लुक के लिए LED दी
नेकबैंड के दोनों तरफ कंपनी ने अपनी ब्रांडिंग की है। इसमें ब्लू LED दी है। जो इसके लुक को प्रीमियम बना देती है। इन लाइट्स को वॉल्यूम बटन (+) को दो बार दबाकर बंद कर सकते हैं। वहीं, वॉल्यूम बटन (-) को दो बार दबाने से ये ऑन हो जाती है। कंपनी इस नेकबैंड पर 1 साल की वांरटी भी दे रही है।
गैजेट डेस्क. यूएस की कंपनी क्रॉसएयर ने बीते दिनों भारत में अपनी नया हेडफोन लॉन्च किया है। इस हेडफोन का मॉडल नंबर HS35 स्टीरियो है। ये वायर्ड गेमिंग हेडफोन है। इसे कार्बन, ब्लू, रेड और ग्रीन कलर्स में खरीदा जा सकता है। कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट पर इसकी कीमत 40 डॉलर यानी करीब 2800 रुपए है। कंपनी अपनी साउंड प्रोडक्ट के साथ 'नेवर मिस ए बीट' का स्लोगन देती है। यही वजह है कि इसकी साउंड क्वालिटी जबरदस्त है। इस हेडफोन में और क्या खूबियां है, वीडियो में देखते हैं...
ऑटो डेस्क. घने कोहरे में कार चलाने से अच्छे अच्छे ड्राइवर कतराते हैं। कोहरे में न सिर्फ विजिबिलिटी कम हो जाती है बल्कि कार चलाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में सावधानी हटने पर हादसा होने का डर भी बना रहता है। ऑटो एक्सपर्ट नीरज उपाध्याय ने बताईं 10 जरूरी बातें, जिन्हें ध्यान में रखकर घने कोहरे में भी सेफ ड्राइविंग की जा सकेगी।
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क्षितिज राज, नोएडा. हर आते साल के साथ दुनिया इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (ईवी) की तरफ कदम बढ़ा रही है। 2020 में भी कई बड़े बदलाव सामने आ सकते हैं, इन ट्रेंड्स पर सबसे ज्यादा ध्यान होगा...
1. चार्जिंग टेक्नोलॉजी में सुधार 2020 में भी जारी रहेगा। भले ही पर्यावरण का भला इनसे होता हो लेकिन इलेक्ट्रिक व्हीकल्स लंबी दूरी के लिए अभी भी सुविधाजनक नहीं माने जाते हैं। हर दो-तीन घंटे के सफर के बाद इन्हें चार्ज करने के लिए कम से कम 30 मिनट खर्च करना होते हैं। इस साल कुछ देशों में 'पोर्टेबल चार्जिंग सॉल्यूशन' से परदा उठ जाएगा। पोर्श भी इस साल सुपरचार्जिंग सॉल्यूशन्स सामने ला सकती है जो केवल 15 मिनट में फुल चार्ज देगा।
2. आने वाले साल में सोलर पावर्ड कार्स पर भी खूब बातें होने वाली हैं। कई निर्माता इस कंसेप्ट पर काम शुरू कर चुके हैं इसलिए सोलर कार 2020 में सच्चाई हो सकती है। इसमें कार की बैट्री इसकी दौड़ के साथ ही चार्ज होती रहेगी। ईवी बाजार में यह गेम चेंजर साबित होगा। बेहद रोचक प्रोटोटाइप्स बन चुके हैं और 2020 में इनकी टेस्टिंग जारी रहेगी। सोलर पावर्ड हाइब्रिड्स पर भी काम जारी है।
3. ईवीज़ के लिए कुछ एप्स बन चुकी हैं। विदेश में 'ई-कार क्लब' और 'ब्लूसिटी' एप का उपयोग बढ़ा है जिससे यूजर फायदा उठा रहे हैं। इन्हीं से प्रेरणा लेते हुए कई कंपनियों को इस बाजार में दम नजर आने लगा है। 2020 में कई कार-शेरिंग एप्स और कंपनियां उभर सकती हैं।
4. नए साल में इन कारों के सॉफ्टवेअर में इनोवेशन नज़र आना तय है। कनेक्टिविटी, सेफ्टी, इंफर्मेशन और इन-कार एंटरटेनमेंट पर अगले साल कई चौंकाने वाली बातें सामने आएंगी। इन-कार एंटरटेनमेंट में 3के-4के वीडियोज़ को रिअरटाइम चलाने के लिए हायर बैंडविड्थ की जरूरत होगी और यही कनेक्टिविटी ऑटोनॉमस कारों को सुरक्षित बनाएगी। 'टेस्ला' के 'सम्मन' फीचर में नए साल में मिलने वाले अपडेट में नए फंक्शन दिख सकते हैं।
5. हर साल की तरह 2020 में भी ईवीज़ की बैट्री टेक्नोलॉजी में कुछ कदम बढ़ेंगे। नए साल में भी इनकी कीमत छह फीसद तक कम हो सकती हैं। लिथियम-आयोन के विकल्पों पर नए साल में काम होगा और माइक्रो कैपेसिटर्स, एल्यूमिनम-ग्रेफाइट और गोल्ड नैनोवायर टेक्नोलॉजी से जुड़ी नई बातें सामने आना तय है।
ऑटो डेस्क. कारड्राइव के दौरान बच्चों को आरामदायक और सुरक्षित सफर देने के लिए टेक कंपनी श्याओमी ने 360 डिग्री घूमने वाली QBORN 360° रोटेटिंग बेबी सीट लॉन्च की है। यह श्याओमी के क्राउडफंडिंग प्लेटफार्म पर उपलब्ध है। इसकी कीमत 14 हजार के लगभग है। इसकी खासियत यह है कि इसे वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की गाइडलाइन को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसे चीन और यूरोपियन यूनियन के जरूरी सेफ्टी सर्टिफिकेट भी मिल चुके हैं। इसे खासतौर से 12 साल तक के बच्चे इस्तेमाल कर सकेंगे।
गैजेट डेस्क. गूगल के एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम पर अपनी निर्भरता खत्म करने के लिए दिग्गज सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक खुद के ऑपरेटिंग सिस्टम बना रही है। कंपनी इसे अपने हार्डवेयर समेत स्मार्ट डिवाइस में इस्तेमाल करेगी। गुरुवार को जारी हुई द इंफोर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक फेसबुक ने अपना ओएस बनाने की जिम्मेदारी मार्क लुकोवस्की को सौंपी है, जो माइक्रोसॉफ्स ओएस जिसे विंडोज एनटी भी कहा जाता है कि को-ऑथर रह चुके हैं।
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ऑटो डेस्क. मारुति सुजुकी ने एंट्री लेवल हैचबैक अल्टो 800 का नया VXI+ वैरिएंट लॉन्च कर दिया है। इसकी एक्स शोरूम कीमत 3.80 लाख रुपए है। इसे VXI के अपग्रेड वर्जन के तौर पर बाजार में उतारा गया है। इसमें कई नए एंटरटेनमेंट और सेफ्टी अपडेट्स देखने को मिलेंगे। नए वर्जन की सबसे बड़ी खासियत है इसमें मिलने वाला नया स्मार्टप्ले स्टूडियो इंफोटेनमेंट सिस्टम है और डुअल टोन इंटीरियर। इसमें 7 इंच का टचस्क्रीन डिस्प्ले मिलेगा, जो कंपनी की ही सुजुकी एस-प्रेसो और वैगन-आर में मिलता है। सुजुकी अल्टो 800 का मुकाबला 800 सीसी कैटेगरी की अन्य हैचबैक जैसे डटसन रेडी-गो और क्विड जैसी कारों से है।
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गैजेट डेस्क. एक्सेसरीज बनाने वाली कंपनी पीट्रॉन ने अपने सबसे सस्ते ट्रूली वायरलेस हेडफोन पीट्रॉन बेसबड्स को लॉन्च कर दिया है। इसकी कीमत 899 रुपए है। कीमत के हिसाब से देखा जाए तो यह बाजार में मौजूद सबसे सस्ते ट्रूली वायरलेस ईयरफोन में से एक है। हालांकि अपने स्लीक और प्रीमियम डिजाइन की बदौलत यह देखने में किसी महंगे ईयरबड्स जैसे लगताहै। यह दो कलर ऑप्शन ब्लैक और व्हाइट कलर में अवेलेबल है। इसमें 10 एमएम के डाइवर्स लगे हैं साथ ही कनेक्टिविटी के लिए इसमें ब्लूटूथ 5.0 की सुविधा मिल जाती है।
गैजेट डेस्क. भारतीय संस्थाओं के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में सबसे बड़ी बाधा सायबर अटैक की है। सायबर सिक्योरिटी कंपनी फोर्सप्वाइंट ने आईटी एनालिस्ट फर्म फ्रोस्ट एंड सुलिवन के साथ मिलकर एक स्टडी के आधार पर यह बात कही है। स्टडी के मुताबिक भारत डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की तरफ तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन हम इसके लिए अभी पूरी तरह तैयार नहीं है। स्टडी में पाया गया कि लगभग 95 फीसदी कंपनियां डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की नाव पर सवार हो चुकी हैं, जबकि 61 फीसदी कंपनियों का कहना है कि सायबर अटैक के कारण चुनौती बढ़ती जा रही है। डिजिटली ट्रांसफॉर्मेशन हो चुकी करीब 46 फीसदी कंपनियों पर साइबर अटैक हुआ है।
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ऑटो डेस्क. यूरो एनकैप ने 2019 के आखिरी राउंड के रिजल्ट अनाउंस किए। इस टेस्ट में ऑडी क्यू8, फोर्ड पूमा, एमजी ZS इलेक्ट्रिक शामिल हुए थे। इनमें से एमजी की इलेक्ट्रिक एसयूवी ZS को 5 स्टार रेटिंग दी गई है, जो बाकी सभी कारों में सबसे ज्यादा है।
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गैजेट डेस्क. डेनमार्क की ऑडियो-वीडियो इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी जाबरा ने भारत में अपने नए ट्रूली वायरलेस ईयरबड को लॉन्च किया। इसे 'जाबरा एलीट 75टी' नाम से बाजार में उतारा गया है। इसकी कीमत 15,999 रुपए है। कंपनी का कहना है कि इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह लंबी सर्विस और बेहतरीन फिटिंग दे सके। इसे IP55 रेटिंग दी गई है, यानी इसे पानी और धूल दोनों से नुकसान नहीं पहुंचेगा।
कंपनी इस पर दो साल की वारंटी ऑफर कर रही है। यह न सिर्फ छोटा, सिक्योर और कंफर्टेबल फिटिंग देता है बल्कि लंबी बैटरी लाइफ भी मुहैया कराता है। सिंगल चार्ज में इसे बिना किसी बैकअप के 7.5 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत में इसका मुकाबला 14,900 रुपए कीमत के एपल एयरपॉड्स से देखने को मिलेगा।
गैजेट डेस्क. मंगलवार को टेक कंपनी रियलमी ने अपनी डिजिटल पेमेंट सर्विस रियलमी पैसा (Paysa) को लॉन्च किया। इसी के साथ कंपनी फाइनेंशियल सर्विस सेगमेंट में भी एंट्री कर ली है। कंपनी का कहना है कि यह पहला ऐसा फुल स्टेक फाइनेंशियल सर्विस प्लेटफार्म है। इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यूजर्स समेत देश के छोटे और मध्यम उद्योगों को लोन मुहैया कराएगी। कंपनी ने फाइनेंशियल सर्विस मुहैया करान के लिए ओप्पो के फिनटेक स्टार्टअप कंपनी फिनशेल के साथ साझेदारी की है। फिलहाल इसे सिर्फ बीटा यूजर्स ही इस्तेमाल कर सकेंगे, जल्द ही इसकी एंड्रॉयड ऐप को जारी कर दिया जाएगा, जिसमें फ्री क्रेडिट रिपोर्ट, स्क्रीन इंश्योरेंस और पर्सनल लोन जैसी सुविधाओं का लाभ लिया जा सकेगा।
रियलमी पैसा भारत में पहले से मौजूद श्याओमी की एमआई क्रेडिट सर्विस को चुनौती देगी। एमआई क्रेडिट सर्विस भी 5 मिनट में एक लाख रुपए तक का लोन अपने यूजर्स को मुहैया कराती है। रियलमी ने सिर्फ टीयर-1 और टीयर-2 शहरों में बल्कि टीयर-4 और टीयर-5 शहरों में रहने वाले यूजर्स को इस सर्विस से जोड़ेगी। श्याओमी वित्तिय वर्ष 2019 खत्म होने से पहले एमआई क्रेडिट सर्विस को देश के 19 हजार पिन कोड तक बढ़ाने की योजना पर काम कर रही है।
गैजेट डेस्क. टेक कंपनी रियलमी ने मंगलवार को अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन रियलमी X2 को लॉन्च किया। कंपनी ने इसकी तीन वर्जन लॉन्च किए हैं। इसके शुरुआती कीमत 16,999 रुपए से 19,999 रुपए तक है। पर्ल व्हाइट और पर्ल ब्लू के बाद कंपनी ने इसमें नया पर्ल ग्रीन कलर जोड़ा है, जो फोन को प्रीमियम फील देता है। फोटोग्राफी के लिए फोन में चार रियर कैमरे हैं, जिसमें कई सारे लेटेस्ट फीचर्स का सपोर्ट मिल जाता है। फोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 730G प्रोसेसर है, जिसे खासतौर से गेमिंग के लिए बनाया गया है। सबसे खास बात फोन में 4000 एमएएच बैटरी है, यह फास्ट चार्जिंग तकनीक को सपोर्ट करती है। तो आइए करते हैं इसकी अनबॉक्सिंग और बात करते हैं इसके अन्य खास फीचर्स के बारे में...
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पंजाब में कर्फ्यू में फंसे बाहरी राज्यों के श्रमिकों की शनिवार को फतेहगढ़ साहिब में भारी भीड़ उमड़ी। ये वो लोग थे, जो अपने गृहराज्य जाने की इच्छा रखते हैं। प्रशासन ने रोडवेज की12 बसों में इन मजदूरों को पटियाला रेलवे स्टेशन और सरहिंद रेलवे स्टेशन छोड़ा। वहां से स्पेशल ट्रेनों में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर और गोरखपुर जा सकेंगे।
दरअसल, पंजाब में पिछले चार-पांच दिन से बिहार और उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। इसी के चलते शनिवार को फतेहगढ़ साहिब में भारी भीड़ देखी गई। इनके लिए प्रशासन ने रोडवेजकी 12 बसें चलाई। इनमें से छह बसों में उत्तर प्रदेश के मजदूरों को पटियाला रेलवे स्टेशन छोड़ा गया। वहां से वो सुल्तानपुर जाने वाली विशेष ट्रेन में रवाना हुए। यह ट्रेन आज शाम रवाना होगी। छह अन्य बसों में मजदूरों को सरहिंद रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया। यहां से शाम छह बजे गोरखपुर चलने वाले वाली विशेष ट्रेन में ये सभी रवाना हुए।
इसके साथ ही मजदूरों को शंभू बॉर्डर छोड़ने का कार्यक्रम फिलहाल स्थगित कर दिया गया। बताया जा रहा है कि बॉर्डर पर हरियाणा में पंजाब के लोग फंसे हैं, उन्हें लेने बसें भेजी गई हैं। पहले बताया गया था कि हरियाणा और आसपास के राज्य के लोगों को पंजाब-हरियाणा सीमा शंभु बॉर्डर पर छोड़ा जाने का कार्यक्रम था।
शुक्रवार कोआठ ट्रेनों में भेजे गए9532 श्रमिक
इससे पहले पंजाब से शुक्रवार को आठ ट्रेनों में उत्तर प्रदेश और बिहार के 9532 श्रमिकों को भेजा गया था। इनमें तीन ट्रेनें जालंधर, चार लुधियाना व एक पटियाला स्टेशन से रवाना हुई थीं। जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर, अकबरपुर व बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए स्पेशल ट्रेनें रवाना हुईं। सुल्तानपुर के लिए 1200 व मुजफ्फपुर के लिए 1188 श्रमिक गए। देर रात अकबरपुर के लिए भी 1200 यात्री गए।लुधियाना स्टेशन से चार स्पेशल ट्रेनों से सहरसा के लिए 1180 तथा सीतामढ़ी, प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश व डाल्टनगंड के लिए प्रत्येक ट्रेन में 1188 श्रमिक रवाना हुए। इसी तरह पटियाला से भी 1200 श्रमिक जौनपुर उत्तर प्रदेश गए।
पूर्व आईएएस के बेटे के अपहरण और हत्या की साजिश के मामले में शनिवार को मोहाली कोर्ट में सुनवाई हुई। इस मामले में कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। दरअसल, पंजाब पुलिस का महानिदेशक रह चुके सुमेध सिंह सैनी के खिलाफ बीते दो दिन पहले 29 साल पुराने तत्कालीन आईएएस अधिकारी दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह मुल्तानी के अपहरण की साजिश का केस दर्ज हुआ है। शुक्रवार को सैनी ने मोहाली कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। शनिवार को इस याचिका पर सुनवाई हुई। माना जा रहा है कि कोर्ट सोमवार को अपना फैसला सुना देगी कि सैनी को जमानत मिलेगी या नहीं।
1991 में चंडीगढ़ के एसएसपी रहते हुए सुमेध सिंह सैनी पर एक आतंकी हमला हुआ, जिसमें हमले में सैनी की सुरक्षा में तैनात चार पुलिकर्मी मारे गए थे, वहीं सैनी खुद भी जख्मी हो गए थे। बाद में तत्कालीन आईएएस अधिकारी दर्शन सिंह मुल्तानी के बेटे बलवंत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया। हालांकि इस मामले में पुलिस की तरफ से बलवंत के पुलिस कस्टडी से भाग जाने की बात कही गई, लेकिन इस संबंध में बलवंत सिंह मुल्तानी के भाई पलविंदर सिंह मुल्तानी ने एक शिकायत दर्ज करवाई गई थी।
पलविंदर सिंह मुल्तानी ने शिकायत में कहा था कि पुलिस ने उसके भाई को मोहाली स्थित आवास से 11 दिसंबर 1991 को हिरासत में लिया था। कुछ और लोगों को भी हिरासत में लिया था। शिकायत के मुताबिक चंडीगढ़ पुलिस ने लगभग दो दिन टॉर्चर करने के बाद 13 दिसंबर को एफआइआर दर्ज कर ली जिसमें सैनी पर हुए हमले में संलिप्तता के आरोप लगाए गए थे। चंडीगढ़ पुलिस की हिरासत में लगभग सात दिन तक टॉर्चर किए जाने के बाद बलवंत को कादियां (गुरदासपुर) थाने ले जाया गया जहां से उसे फरार घोषित कर उसके खिलाफ एक और एफआईआर दर्ज कर ली गई।
पंजाब पुलिस के ही पूर्व अधिकारी ने कराया थाबलवंत की हत्या का पर्दाफाश
पंजाब पुलिस के ही पूर्व अधिकारी गुरमीत सिंह पिंकी ने 2015 में पर्दाफाश किया था कि सुमेध सिंह सैनी और अन्य पुलिस अधिकारियों के टॉर्चर से बलवंत की मौत हो गई थी। उसके साथ उठाए गए जसप्रीत, इंद्रजीत सिंह और उसके पिता मनजीत सिंह को भी टॉर्चर किया गया था। शिकायतकर्ता ने कहा है कि बलवंत के खिलाफ पुलिस की झूठी कहानी इस बात से साबित होती है कि ट्रायल कोर्ट ने 29 अगस्त, 1991 को दर्ज एफआईआर में बलवंत समेत तीन आरोपियों को बरी कर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी सीबीआई की एफआईआर
आईएएस पिता दर्शन सिंह मुल्तानी के प्रयासों से पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने बलवंत सिंह की गुमशुदगी की प्रारंभिक जांच की। इसके आधार पर दो जुलाई, 2008 को सैनी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने चंडीगढ़ में एफआइआर दर्ज की थी। सैनी ने सुप्रीम कोर्ट में इसे चुनौती दी।
सुप्रीम कोर्ट ने अधिकार क्षेत्र के उल्लंघन का मामला बताते हुए सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर को खारिज कर दिया था। साथ ही बलवंत के परिवार को जांच की मांग को लेकर कानूनी प्रक्रिया दोबारा शुरू करने की इजाजत दी थी। अब इसी मामले में गुरुवार को सैनी के खिलाफ चंडीगढ़ में धारा 364 (अपहरण या हत्या के लिए अपहरण), 201 (साक्ष्य मिटाने के कारण), 344 (गलत तरीके से कारावास), 330 और 120 (बी) (आपराधिक साजिश) के तहत दर्ज किया गया है।
पंजाब में अफगानिस्तान सेपाकिस्तान के रास्तेलाए गएनमक के बीच छिपाकर लाई गई 532 किलो हेरोइन तस्करी के आरोपी रंजीत उर्फ चीता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), पंजाब की अमृतसर पुलिस व हरियाणा पुलिस के ज्वाइंट आप्रेशन में चीता को सिरसा के बेगू गांव के एक मकान में पकड़ा गया है। उसके साथ उसके भाई गगन और मदद करने वाले सिरसा केगांव बेगू निवासी गुरमीत सिंह को भी गिरफ्तार किया है।सिरसा एसपी डॉ अरूण सिंह ने बताया कि रणजीत सिंह उर्फ चीता और उसके भाई गगन के आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद करने व आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से भी संपर्क होने की बात भी सामने आई है
पंजाब की अमृतसर पुलिस व एनआईए को गुप्त सूचना मिली थी कि हरियाणा के सिरसा जिले में नशा तस्कर रंजीत उर्फ चीता छिपा हुआ है। शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात को पंजाब पुलिस व एनआईए टीम सिरसा पहुंची। उन्होंने सिरसा के एसपी डॉ. अरुण सिंह को पूरी जानकारी दी और सिरसा पुलिस की बड़ी टीम को साथ लिया।
वे डेरा सच्चा सौदा के पास बेगू गांव में पहुंचे और घेराबंदी कर ली। रात के अंधेरे में किसी को सूचना नहीं लग पाई। इसके बाद एक घर में छापेमारी की और रंजीत उर्फ चीता व गगन को गिरफ्तार कर लिया। सूचना मिली है कि रंजीत यहां एक मकान में किराये पर रह रहा था। पुलिस उसे पकड़कर सिरसा सदर थाने ले गई है, जहां आगामी कार्रवाई की जा रही है। डीआइजी सिरसा डॉ. अरुण सिंह का कहना है कि यह संयुक्त आपरेशन था। पकड़ा गया एक नशा तस्कर देशभर में मोस्टवांटेड था।
रणजीत सिंह उर्फ चीता व उसका भाई गगनदीप उर्फ गगन एनआईए व पंजाब पुलिस को सदर अमृतसर थाना में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज अभियोग संख्या 18 व आतंकी संगठनों को मदद करने के मामले में दर्ज अभियोग संख्या 135 में मोस्ट वांटेड थे। रणजीत सिहं उर्फ चीता व उसके भाई गगनदीप उर्फ गगन को एनआईए व पंजाब पुलिस के हवाले कर दिया है जबकि मददगार गुरमीत को सिरसा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया जाएगा। गुरमीत सिंह मोस्ट वांटेड गगन का रिश्ते में साढू है और उसी ने अपनी आईडी से रणजीत व गगन को गांव बेगू में मकान दिलवाया था।
पाकिस्तान से आए नमक में छिपाकर लाई गई थी हेरोइन
बता दें कि 29 जुलाई 2019 को कस्टम ने पाकिस्तान के रास्ते आए नमक की खेप से 532 किलो हेरोइन तथा 52 किलो अन्य नशीला पदार्थ बरामद किया था। यह नमक आया अफगानिस्तान से था, हेरोइन को बोरियों में छिपाया गया था। नमक की यह कन्साइनमेंट अमृतसर के एक व्यापारी ने मंगवाई थी। इंटरनेशनल मार्केट में पकड़ी हेरोइन की कीमत 2700 करोड़ रुपये आंकी गई थई। यह खेप आज तक देश में पकड़ी गई हेरोइन की तमाम खेप में से सबसे बड़ी थी। यह मामला चंडीगढ़ की एनआईए कोर्ट में चल रहा है। इस मामले में पुलिस ने रंजीत उर्फ चीता को भी आरोपी बनाया हुआ था। रंजीत पिछले काफी समय से फरार चल रहा था। पुलिस और एनआईए लगातार उसकी तलाश कर रही थी। आरोप है कि रंजीत के संपर्क पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी हो सकते हैं।
(अश्विनी राणा). शहर के पीजीआई में कोरोना वार्ड का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में एक डेढ़ साल की बच्ची के साथ पीपीई किट पहने स्वास्थ्यकर्मी नजर आ रहा है। वह बच्ची से हाथ मिलता है फिर उसके साथ खेलता है। दरअसल, कोरोना पॉजिटिव होने के चलते बच्ची को मां से अलग कर दिया गया है। ऐसे में वार्ड में ड्यूटी दे रहे स्वास्थ्यकर्मी ही बच्ची का उसकी मां की तरह से देखभाल कर रहे हैं।
'खुश रहेगी बच्ची तो जल्दी ठीक होगी'
हालांकि, बच्ची कब से एडमिट है। इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है। हालांकि, वार्ड में ड्यूटी देने वाला स्टाफ बताता है कि किसी भी बच्चे को मां से दूर करना मुश्किल होता है। ऐसे में स्टाफ बच्ची के साथ मनोरंजर करता है। ताकि, बच्ची भी खुश रहे और उसका मन लगा रहे। क्योंकि, वह जितना खुश रहेगी उतनी जल्दी ही उसे ठीक होने में मदद मिलेगी।
कोरोना को हराने के लिए देशभर में तीसरे फेज के लॉकडाउन के पांच दिन बीत चुके हैं। पंजाब में भी कर्फ्यू जारी है। राज्य सरकार द्वारा सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक जरूरी चीजों की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है। साथ ही केंद्र सरकार की अनुमति पर शराब के ठेके भी खुले हैं। जहां नहीं खुले हैं, वहां से शराब ब्लैक में बेचे जाने की शिकायतें मिल रही हैं। शनिवार को पंजाब सरकार की नई आबकारी नीति पर फैसला होगा। राज्य में शराब पर कोरोना सेस भी लगाया जा सकता है। इसी बीच राज्य में कोरोना का संकट भी गहराता जा रहा है। अब तक राज्य में 1753 लोग संक्रमित पाए जा चुके हैं, जिनमें से 28 की मौत भी हो चुकी है।
पहले हो चुकी बैठक में कुछ मंत्री नहीं थे सहमत, आज फिर बैठेंगे एक साथ
राज्य की आबकारी नीति पर शुक्रवार को भी कैबिनेट की बैठक हुई थी। इसमें टैक्सेशन विभाग की ओर से लाई गई पॉलिसी पर कोई फैसला नहीं हो सका था। मंत्रियों ने कहा कि उन्हें इसके अध्ययन के लिए समय दिया जाए। कई मंत्रियों ने कहा कि कैबिनेट की बैठक सोमवार को फिर से बुलाई जाए, लेकिन मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले ही देर हो चुकी है। इसलिए शनिवार को कैबिनेट की बैठक होगी। दिल्ली में 70 व हरियाणा में 30 फीसदी कोरोना सेस लिया जा रहा है।
बुलाया कटिहार के श्रमिकों को गया और पहुंच गए आजमगढ़ वाले भी, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से शनिवार सुबह 11 बजे विशेष रेलगाड़ी श्रमिकों को लेकर कटिहार के लिए रवाना हुई। शाम 5 बजे आजमगढ़ और रात 11 बजे फैजाबाद के लिए श्रमिक ट्रेनें चलेंगी। सुबह की ट्रेन के लिए यात्रियों को निर्धारित स्थानों पर सुबह 6 बजे तक आने के लिए कहा गया था, मगर अधिकतर सुबह 4 बजे से ही गेट के बाहर खड़े होने शुरू हो गए थे। श्रमिकों की भारी भीड़ में शारीरिक दूरी के सभी नियम टूट गए। यही नहीं, पुलिस वाले भी बिना मास्क व ग्लव्स के नजर आए। प्रशासन ने मास्टर तारा सिंह नगर के रिहायशी एरिया में निरंतर बढ़ रही भीड़ के कारण वहां पर श्रमिकों के लिए बनाया गया जांच केंद्र बंद कर दिया है। इस वजह से अब पठानकोट चौक के पास स्थित बल्ले-बल्ले फार्म में भीड़ देखने को मिल रही है। यूं तो सुबह कटिहार जाने वाले यात्रियों को बुलाया गया था, मगर वहां आजमगढ़ जाने वाले यात्री भी पहुंच गए। भीड़ दोगुनी होने से पुलिस प्रशासन को भी प्रबंध करने में दोगुनी परेशानी हुई।
लुधियाना में जिला प्रशासन की अनुमति के बाद मिठाई की दुकानें खुली
लुधियाना में जिला प्रशासन ने सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक हलवाई, खाने पीने एवं रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत दे दी है। हलवाई एसोसिएशन पंजाब के प्रधान नरिंदर पाल सिंह एवं लुधियाना हलवाई एसोसिएशन के प्रधान चरणजीत सिंह ने कहा कि शहर में करीब ढाई सौ हलवाई की दुकानें हैं, इनमें लगभग छह हजार वर्करों को रोजगार मिला है। दुकानें खुलने से उनको भी काम मिलेगा। इसके अलावा दूध की खपत भी बढ़ेगी। हलवाई फिजिकल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखेंगे। होम डिलीवरी के लिए स्वीगी एवं जोमेटो से तालमेल किया जाएगा। इसके अलावा दुकान के आसपास के इलाकों में कारोबारी अपने स्टाफ के जरिए होम डिलीवरी कराएंगे। नरिंदर पाल सिंह के अनुसार शुरुआत में सिर्फ 20 से 30 फीसदी का कारोबार किया जाएगा, क्योंकि बाजार में मांग कमजोर है। इधर, रेस्टोरेंट को दोपहर 12 से रात 10 बजे तक खोलने की वकालत होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ लुधियाना के प्रधान अमरवीर सिंह ने भी जिला प्रशासन के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही उनका कहना है कि रेस्टोरेंट का ज्यादातर काम दोपहर बाद ही शुरू होता है। ऐसे में डीसी से आग्रह किया गया है कि रेस्टोरेंट को दोपहर 12 से रात 10 बजे तक खोलने की इजाजत दी जाए।
पटियाला में शराब के ठेके नहीं खुले
पंजाब सरकार के निर्देशों के बाद भी पटियाला में शराब के ठेके नहीं खुले। हालांकि पंजाब कैबिनेट ने शराब की पॉलिसी पर चर्चा की, लेकिन यह बेनतीजा ही रही। दूसरी ओर एक्साइज पॉलिसी को लेकर नया ड्राफ्ट बनाया जा रहा है। यह ड्राफ्ट कैबिनेट में भेजा जाएगा। ईटीओ (एक्साइज) उपकार सिंह ने कहा कि अभी तक शराब ठेकेदारों ने ठेके नहीं खोले हैं। इस बारे में पॉलिसी सरकार को ही तय करनी है।
तरनतारन में हर बोतल पर 150 रुपए तक ज्यादा लिए जा रहे
तरनतारन जिले में एक्साइज विभाग की मिन्नतों के बावजूद ठेके तो नहीं खुले, पर पता चला है कि लोगों को होम डिलिवरी करके शराब ब्लैक में बेची जा रही है। चंडीगढ़ में बिकने वाली अंग्रेजी शराब का बड़ा स्टॉक कई दिनों से जिले में बिक रहा है, जिसे 100 से 150 रुपए प्रति बोतल अधिक पर बेचा जा रहा है। कर आबकारी विभाग के एइटीसी सुलखण सिंह ममणके ने बताया कि शराब ठेकेदारों की मांग को सरकार तक पहुंचा दिया गया है। कैबिनेट की बैठक में शराब ठेकेदारों की मांग पर विचार होने की उम्मीद है।
गुरदासपुर के कंटेनमेंट जोन में ड्रोन के साथ स्पीकर बांध बताए प्रशासन के आदेश
गुरदासपुर के संत नगर में एक समाज सेवक के पॉजिटिव आने के बाद से ही जिला प्रशासन ने इस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर रखा है। मोहल्ले को चारों तरफ से सील कर पुलिस कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। किसी भी मोहल्ला वासी को बाहर आने जाने की अनुमति नहीं है। यहां तक खुद पुलिस कर्मचारी भी क्षेत्र में नहीं जा रहे। एसपी नवजोत सिंह के नेतृत्व में पुलिस पार्टी ने संत नगर के ऊपर ड्रोन के साथ स्पीकर बांधकर उड़ाया और लोगों को जिला प्रशासन की हिदायतों की जानकारी दी। डीएसपी सुखपाल सिंह ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में फिजिकल रूप से जाना मना है, इसीलिए पुलिस ने ड्रोन का सहारा लिया। इस दौरान पुलिस यह भी ख्याल रख रही है कि लोगों को घरों में हर सुविधा मिल सके।
आरोप- 1200 मजदूर परिवारों वाले गांव में विधायक ने सिर्फ चहेते 200 घरों में दिया राशन
पंजाब खेत मजदूर यूनियन की अध्यक्षता में गांव भागसर के मजदूरों ने कर्फ्यू में सरकार द्वारा मजदूरों को डिपुओं में बांटे जाने वाले राशन का वितरण न करने के विराेध पंजाब के कैप्टन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस माैके पर जिला महासचिव तरसेम सिंह खूंडेहलाल, इकाई प्रधान अमरीक सिंह व डाॅ. हरभिंदर सिंह भागसर ने कहा कि करोना महामारी किकारण सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाकर लोगों के रोजगार के सभी धंधे बंद कर दिए गए हैं, परंतु 40 दिन बीतने के बाद भी सरकार द्वारा मजदूरों को राशन तक भी नहीं दिया जा रहा। 1200 मजदूर परिवारों वाले गांव में हलके के विधायक द्वारा पंचायत के माध्यम से सिर्फ 200 घरों को राशन दिया गया, वह भी जरूरतमंदों को देने की जगह सियासी आधार पर अपने पक्के वोटरों को ही बांटा गया।
कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू में क्लीन एंड ग्रीन सेवा सोसायटी ने शुक्रवार को शहर के थाना सिटी, डीएसपी दफ्तर, एडीसी दफ्तर समेत विभिन्न चौक-चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस मुलाजिमों को जलजीरा पिलाया। वहीं, राहगीरों को मास्क भी बांटे।
इस दौरान सोसायटी के अध्यक्ष तरसेम गोयल ने एडीसी हरिंदर सिंह सरां को सिरोपाव भेंटकर सम्मानित भी किया। गोयल ने कहा कि अधिकारी व पुलिस मुलाजिम कफ्र्यू में गर्मी के मौसम में सड़कों में ड्यूटी कर रहे हैं। एडीसी ने सोसायटी की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। वहीं, डीएसपी तलविंदर सिंह, एसएचओ अमनदीप सिंह ने भी सोसायटी की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। इस मौके सोसाइटी के सदस्य अशोक तायल, अजय कुच्छल भी मौजूद थे।
सुबह-शाम 200 जरूरतमंदों को पहुंचा रहे भोजन |गोयल भाजपा के मंडल अध्यक्ष भी हैं। सोसायटी की ओर से अध्यक्ष गोयल के नेतृत्व में 20 मार्च से ही समाजसेवा के कार्य किए जा रहे हैं। कोरोना प्रति जागरुकता सेमिनार कराने के अलावा सुबह-शाम 200 जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाया जा रहा है। यही नहीं, अब तक 950 परिवारों को सूखा राशन भी वितरित किया गया है।
हलके के गांव गुरुसर की कराईवाला रोड से गुजरता मलोट रजबाहा आज सुबह अचानक टूट गया जिसके चलते खेतों में तूड़ी बनाने के लिए पड़ी नाड़ खराब हो गई। इस संबंधी जानकारी देते हुए गांव गुरुसर के किसान मुखत्यार सिंह, केवल सिंह, मनजीत सिंह, मेजर सिंह, सुक्खा सिंह और गोपी सिंह आदि ने बताया कि उक्त रजबाहे में आज सुबह करीब 6 बजे अचानक छोटा सी दरार पडनी शुरू हुई और करीब आधे घंटे में उक्त छोटी सी दरार एक बड़े पाड में तबदील हो गई और देखते ही देखते यह करीब 20 से 25 फुट चौड़ी हो गई। उन्होंने बताया कि रजबाहे में पाड़ पडऩे से करीब 30-35 एकड़ रकबे में तूड़ी बनाने के लिए पड़ी गेहूं की नाड़ का नुकसान हो गया है।
उन्होंने बताया कि जैसे ही उनको आज सुबह रजबाहे में दरार पड़ने संबंधी पता लगा तो उन्होंने तुरंत संबंधी विभाग को सूचित कर दिया था परंतु उनके सूचित किये जाने के बावजूद भी विभाग ने न तो रजबाहे में पानी कम किया और न ही अब तक कोई विभागीय या प्रशासनिक अधिकारी ही उनका हाल जानने के लिए पहुंचा है। किसानों ने बताया कि उक्त रजबाहे में इस जगह के नजदीक ही धान की फसल के दौरान भी गत वर्ष पाड़ पड़ गया था जिसको विभाग ने मिट्टी आदि के गट्टे लगा कर भर दिया था। उक्त किसानों ने सरकार से खराब हुई नाड़ के मुआवजे की मांग की है। इस संबंधी विभाग के एसडीओ बलविन्द्र सिंह ने कहा कि उक्त रजबाहे की लाइनिंग काफी पुरानी हो चुकी है जिसकी वजह से यह टूटी है। उन्होंने बताया कि इसके लिए प्रोजैक्ट पास हो चुका है व टेंडर लग चुके हैं व फंड्स प्राप्त होने पर काम शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनका फील्ड स्टाफ हर समय मुस्तैद रहता है व जैसे ही उनको रजबाहे के पाड़ का पता चला तो उन्होंने हेड से तुरंत पानी को कम करवा दिया था।
मलेरिया और डेंगू का सीजन शुरू होने के कारण डॉ. गुरचरन सिंह सीनियर मेडिकल अधिकारी मलोट एवं डॉ. विक्रम असीजा जिला एपीडमेलोजिस्ट की अध्यक्षता में मलेरिया विंग सिविल अस्पताल मलोट के स्टाफ को डेंगू एवं मलेरिया के बचाव संबंधी गतिविधियां की जा रही हैं। इस अवसर पर हरजीत सिंह, सुखनपाल सिंह एमपीएच डब्ल्यू द्वारा शहर में खड़े पानी में काला तेल डलवाया गया, ताकि मच्छर पैदा न हो सके। उन्होंने बताया कि डेंगू एक ऐडीज अजिपट जाति के टाइगर मच्छर के काटने से होता है।
यह मच्छर साफ खड़े पानी में पैदा होता है। उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार से तेज सिरदर्द, मात्था दर्द, पसीना आना, आंखों के पीछे दर्द, छाती एवं शरीर के ऊपरी अंंगों में लाल धब्बे होने एवं नाक और मुंह में खून आ सकता है। इसी तरह मलेरिया पैदा करने वाला मच्छर छप्पड़ों एवं गंदे पानी में पैदा होता है। इससे बचाव के लिए गड्ढाें को बंद किया जाए व छप्पड़ों के किनारों पर प्रत्येक सप्ताह काला तेल डाला जाए, ताकि मच्छर पैदा न हो सकें। उन्होंने कहा कि बुखार होने की सूरत में नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं सिविल अस्पताल में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
तीसरी कक्षा के गुरकरनवीर सिंह द्वारा अपनी बुगनी (पिगी बैंक) एसएसपी मुक्तसर को जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए सौंपी। इस समय एसएसपी मुक्तसर राजबचन सिंह संधू ने कहा कि काेरोनावॉयरस बीमारी से लगे लॉकडाउन में कई ऐसे लोग भी हैं जिनका खाना पीना मुश्किल हो गया है। ऐसे लोगों के लिए पुलिस व संस्थाओं से मिलकर सहायता की जा रही है ताकि जरूरतमंद परिवारों को खाना मिल सके। उन्होंने बताया कि इसमें ही एक तीसरी कक्षा के विद्यार्थी गुरकरनवीर सिंह जो मलोट का रहने वाला है उसके द्वारा जो सेविंग अपने पिगी बैंक में की थी उस पिगी बैंक को मुझे देकर गया है। उन्होंने कहा कि इस पिगी बैंक में जितने भी रुपए होंगे उनका जरूरतमंद परिवारों के लिए राशन खरीदकर जरूरतमंद परिवारों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चे काे सम्मान चिन्ह देकर हौंसला अफजाई किया गया है। गुरकरनवीर सिंह श्री गुरु तेग बहादर पब्लिक स्कूल मलोट में तीसरी कक्षा में पढ़ता है। वह अपने पिता महिमा सिंह के साथ एसएसपी कार्याालय आया व उसने बताया कि उसे पिछले 1 साल से जेब खर्चा मिलता था वह उसे अपने पिगी बैंक में सेव करके रखता था। उसने कहा कि उसे खुशी हो रही है कि वह यह पैसा जरूरतमंद परिवारों की सहायता के लिए दे रहा है। इस समय गूरमेल सिंह एसपी एच, जसमीत सिंह डीएसपी डी व लड़के के पिता थे।
कहा- टीचर्स की कोरोना संकट में 12-12 घंटे लंबी ड्यूटी लगाई जा रही
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब द्वारा किए आह्वान के अनुसार प्रांतीय महासचिव जसविंदर झबेलवाली एवं जिलाध्यक्ष पवन कुमार की अध्यक्षता में डीसी कार्यालय के बाहर मीटिंग की एवं इमेल के माध्यम से डीसी एमके अरविंद कुमार व जिला शिक्षा अधिकारी कपिल शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री पंजाब एवं शिक्षा मंत्री के नाम मांगपत्र भेजे और इस संबंध में अधिकारियों से फोन पर बात की।
डीटीएफ के जिला महासचिव सर्दूल सिंह ने बताया कि जिला अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में अध्यापकों की कोरोना दौरान 12-12 घंटे लंबी ड्यूटी लगाई जा रही है, जिनमें पुलिस नाके, अनाज मंडियों जैसी अध्यापक वर्ग के मान सम्मान को कम करने जैसी ड्यूटी भी शामिल है।
इस दौरान अध्यापकों के समाज में रूतबे को भी अनदेखा किया जा रहा है और कोरोना के बचाव के लिए जरूरी सामान भी मुहैया नहीं करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तालाबंदी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए सिलेबस तर्कसंगत ढंग से कम करने, विद्यार्थियों के सभी रहते वजीफे जारी करने, अन्य राज्यों के डीडीओ को वेतन बिल बनाते समय हाड कॉपी जमा करवाने से पूर्ण छूट देने, महामारी दौरान दाखिलों की गिनती बढ़ाने को लेकर दबाव न डालने एवं 55 साल या इससे अधिक आयु वाले पीडि़त व अंगहीन अध्यापकों/कर्मचारियों व महिला अध्यापकों को कोरोना महामारी में फ्रंटलाईन ड्यूटी से छूट देने के मांगपत्र पर सरकार ने कोई कार्रवाई न की तो सरकार संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर कुलविंदर, पवन चौधरी, कमलजीत पाल, सुरजीत, सुरेन्द्र कुमार उपस्थित थे।
मांग- शिक्षा विभाग का दाखिले बढ़ाने को स्कूल मुखियों और अध्यापकों पर बनाया जा रहा दबाव खत्म हो
मुक्तसर में डीटीएफ ने ईमेल से भेजे मांगपत्र
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट के वफद की ओर से अध्यापकों की मांगों को लेकर सीएम पंजाब के नाम डीसी घनश्याम थोरी और शिक्षा मंत्री के नाम जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर फ्रंट के जिला कनवीनर कुलदीप सिंह, स्टेट कमेटी सदस्य मेघराज और जिला कमेटी मेंबर निर्भय सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए जो ड्यूटियां लगाई गई हैं। उसमें अध्यापकों के मान-सम्मान को ध्यान में रखते हुए सभी जिले में एक समान हिदायतें जारी की जाएं।
उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढाई का नुकसान हो रहा है। इसके लिए अगले सैशन में तर्कसंगत ढंग से पाठ्यक्रम कम किया जाए। उन्होंने कहा कि इन हालातों में स्कूल नहीं खुल पा रहे हैं। बावजूद इसके शिक्षा विभाग दाखिले बढ़ाने के लिए स्कूल मुखियों और अध्यापकों पर दबाव बना रहा है, जिसे बंद किया जाना चाहिए। महामारी दौरान जहां भी अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जाती है वहां मास्क, दस्ताने, सैनिटाइजर आदि का पूरा प्रबंध किया जाए। 55 साल से अधिक आयु वाले अध्यापकों या मुलाजिमों को ड्यूटी से छूट दी जाए। 14-14 घंटे की बजाए 6 घंटों की डयूटी लगाई जाए। ड्यूटी दे रहे हर मुलाजिम का 50 लाख रुपए का बीमा किया जाए। स्कूलों की बजाए सरकारी और निजी अस्पतालों में एकांतवास केन्द्र बनाए जाएं।
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वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जहां पूरा विश्व जूझ रहा है तो वहीं अस्पतालों में सड़क दुर्घटनाओं में घायल हुए मरीजों, गर्भवती महिलाओं व थैलिसीमिया सहित अन्य घातक बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए ब्लड बैंकों में रक्त की कमी हो रही है। इसी के चलते फिरोजपुर सिविल अस्पताल ब्लड बैंक की ओर से की गई मांग पर शुक्रवार को समाजसेवा के कार्यों में अग्रणी संस्था डेरा सच्चा सौदा की शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स के सदस्यों ने ब्लड बैंक में शिविर लगाकर 92 यूनिट रक्तदान किया। रक्तदान शिविर की शुरूआत सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. अविनाश जिंदल ने करवाई।
रक्तदान शिविर के दौरान फोर्स सदस्यों ने कोरोनावाॅयरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई हिदायतों के अनुसार सामाजिक दूरी व अन्य हिदायतों का पालन करते हुए रक्तदान किया। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स के जिम्मेदारों ने बताया कि बीते दिन सिविल अस्पताल की ओर से ब्लड बैंक में रक्त की कमी के चलते डेरा सच्चा सौदा को पत्र लिखकर रक्तदान कैंप लगाने की रिक्वेस्ट की थी। इसी के चलते डेरा सच्चा सौदा की प्रबंधन कमेटी के निर्देशानुसार आज विश्व थैलीसीमिया दिवस के मौके पर ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन कर 92 यूनिट रक्तदान किया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से आज कई जगहों पर कैंप लगाकर रक्तदान किया गया है।
इस दौरान ब्लाॅक फिरोजपुर शहरी, छावनी, बारेके व अटारी के ग्रीन एस सदस्यों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर 45 मेंबर बलकार सिंह, जगरूप सिंह, अच्छर सिंह, कमलेश रानी व जिले के जिम्मेवार राम अवतार इंसा, सुखवंत सिंह, राम लॉट, जोगिंद्र सिंह, बलदेव सिंह, सेवा सिंह, बेअंत सिंह, सतपाल इंसा, करण वोहरा सहित अन्य उपस्थित रहे।
वहीं इस शिविर में जसदीप इंसां व ज्योतिका इंसां पहली बार रक्तदान करने पहुंची। रक्तदान करने के बाद दोनों युवतियों ने कहा कि आज उन्हें बहुत अच्छा महसूस हो रहा व अब वह लगातार रक्तदान करेंगी।
भारत विकास परिषद ने ब्लड डोनेशन कैंप लगाया
मल्लांवाला|भारत विकास परिषद की ओर से शुक्रवार को ब्लड डोनेशन का कैंप लगाया गया। जतिंदर सिंह एसएचओ थाना मल्लांवाला गश्त के दौरान कैंप का जायजा लेने आए और उनके साथ आए हुए एएसआई लखविंदर सिंह और एएसआई जगरूप सिंह, हेड कांस्टेबल अमरजीत सिंह ब्लड देकर ब्लड डोनर बन गए। इससे जो ब्लड देने दूसरे नौजवान आए थे उनका भी हौसला बढ़ गया।
विश्व रेडक्रॉस दिवस के मौके पर फिरोजपुर के एक व्हाट्सएप ग्रुप ‘फिरोजपुर का मामला’ के सदस्यों ने सिविल अस्पताल के लिए वेंटिलेटर के लिए 5 लाख का चेक डिप्टी कमिश्नर को सौंपा। इस मौके पर डीसी ने रेडक्रास दिवस की बधाई और व्हाट्सएप ग्रुप सदस्यों का धन्यवाद करते हुए कहा कि कुछ दिन पहले इस व्हाट्सएप ग्रुप में फिरोजपुर के जो व्यक्ति शामिल हैं उन व्यक्तियों की तरफ से सिविल अस्पताल के लिए वेंटिलेटर लेने के बारे में बात की गई थी, इस उपरांत इन सदस्यों और ग्रुप में शामिल और दानी लोगों की तरफ से कुछ न कुछ राशि इकट्ठी की गई और कुछ ही दिनों में 5 लाख रुपए की राशि इकट्ठी हो गई।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ग्रुप की तरफ से 5 लाख की राशि इकट्ठी होने उपरांत रेडक्रॉस दिवस के मौके पर फिरोजपुर का मामला व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्यों ने जिला प्रशासन को यह 5 लाख की राशि भेंट की है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि जिला रेडक्रास शाखा के प्रधान होने के नाते उनकी तरफ से यह पांच लाख की राशि का चेक स्वीकार किया गया है।
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में जहां डाॅक्टर अस्पतालों में तो पुलिस व होमगार्ड के जवान जिले में विभिन्न जगहों पर लगाए गए नाकों पर अपनी जान को जोखिम में डालकर ड्यूटियां निभा रहे हैं। वीरवार की देर शाम पंजाब होम गार्ड का एक 28 वर्षीय जवान तलवंडी भाई मेन चौक नाके पर लगी अपनी ड्यूटी पर जाते समय लावारिस पशु को बचाते हुए सामने खड़े एक ट्रेक्टर में जा टकराया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलावस्था में जवान को सरकारी अस्पताल जीरा में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी माैत हाे गई। शुक्रवार को बाद दोपहर मृतक होमगार्ड जवान का गार्द सलामी के साथ गांव के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया।
28 वर्षीय होमगार्ड जवान इंद्रजीत सिंह निवासी गांव रंगा सिंह वाला (सस्ते वाली) वर्ष 2019 में अपने पिता की जगह पर होम गार्ड जवान के तौर पर भर्ती हुआ था। अब कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग के दौरान इंद्रजीत सिंह ड्यूटी तलवंडी भाई मेन चौक पर लगाए गए नाके पर थी। वीरवार रात करीब साढ़े 7 बजे अपनी ड्यूटी पर जाने के लिए घर से निकला की मात्र गांव से एक किलोमीटर दूर जाते ही ढाणी भगवान सिंह के नजदीक सड़क पर एकाएक आए लावारिश पशु को बचाते हुए उसकी बाइक सामने खड़े एक ट्रैक्टर में जा टकराई।
इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गया जिसके बाद उसे उपचार के लिए जीरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
अंतिम संस्कार में एसडीएम सहित कई अधिकारी पहुंचे
इंद्रजीत सिंह का सरकारी गारद की सलामी के साथ गांव रंगा सिंह वाला के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पारिवारिक सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। संस्कार के मौके पर एसडीएम जीरा रणजीत सिंह, एसएचओ मल्लांवाला, एसएचओ जीरा, प्लाटून कमांडर राज कुमार शर्मा, परमजीत सिंह के अलावा होम गार्ड के उच्चाधिकारी मौजूद रहे।
इंद्रजीत सिंह
2019 में ज्वाइन की थी होमगार्ड की नौकरी
राजकीय सम्मान के साथ गांव रंगा सिंह वाला के श्मशान घाट में हुआ अंतिम संस्कार
डिप्टी कमांडर बोले...जवान की कमी पूरी नहीं हो सकती परिवार के एक सदस्य को होमगार्ड में दी जाएगी नौकरी
इंद्रजीत सिंह के पिता स्वर्गीय जरनैल सिंह भी होम गार्ड जवान थे। उनकी वर्ष 2017 में कुदरती मौत हो गई थी जिसके बाद इंद्रजीत सिंह को उनकी जगह होमगार्ड में नौकरी मिली। इंद्रजीत सिंह कबड्डी का भी अच्छा खिलाड़ी रह चुका है। दिसंबर में नौकरी ज्वाइन करने के बाद मोहाली में 90 दिन की ट्रेनिंग की फिर तलवंडी भाई में तैनाती हुई। इंद्रजीत अपने पीछे डेढ़ वर्षीय बेटी, पत्नी व बहन को छोड़ गया है।
पुष्प चक्र अर्पित करते पुलिस व होमगार्ड अधिकारी।
पंजाब होमगार्ड के डिप्टी कमांडर चरणजीत सिंह ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में कोरोना योद्धा के तौर पर ड्यूटी निभा रहे जवान की मौत बहुत ही दर्दनाक है। जवान की कमी को किसी भी हाल मेंं पूरा नहीं किया जा सकता मगर विभाग की ओर से मृतक जवान के किसी पारिवारिक सदस्य को होम गार्ड में नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा होम गार्ड के फंड में से 55 हजार रुपए की नकद राशि व जवान का एक्सीडेंटल बीमा की 30 लाख रुपए की राशि परिवार को आर्थिक मदद के तौर पर मिलेगी।
आरोप- 1200 मजदूर परिवारों वाले गांव में विधायक ने सिर्फ चहेते 200 घरों में दिया राशन
पंजाब खेत मजदूर यूनियन की अध्यक्षता में गांव भागसर के मजदूरों ने कर्फ्यू में सरकार द्वारा मजदूरों को डिपुओं में बांटे जाने वाले राशन का वितरण न करने के विराेध पंजाब के कैप्टन सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस माैके पर जिला महासचिव तरसेम सिंह खूंडेहलाल, इकाई प्रधान अमरीक सिंह व डाॅ. हरभिंदर सिंह भागसर ने कहा कि करोना महामारी किकारण सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाकर लोगों के रोजगार के सभी धंधे बंद कर दिए गए हैं, परंतु 40 दिन बीतने के बाद भी सरकार द्वारा मजदूरों को राशन तक भी नहीं दिया जा रहा। 1200 मजदूर परिवारों वाले गांव में हलके के विधायक द्वारा पंचायत के माध्यम से सिर्फ 200 घरों को राशन दिया गया, वह भी जरूरतमंदों को देने की जगह सियासी आधार पर अपने पक्के वोटरों को ही बांटा गया।
प्रदेश सरकार की ओर से कर्फ्यू में ढील देते हुए सुबह 7 से दोहपर 3 बजे तक दुकानें खोलने के दिए गए निर्देशों के बाद फिरोजपुर के बाजारों में लोगों की भीड़ ने फिर से भय की स्थिति बना दी थी। बीते दो दिनों में शहर व छावनी के बाजारों में उपायुक्त के आदेशों के बाद भी लोग अपने वाहनों को लेकर बाजारों में जा रहे थे जिससे बाजारों में जाम व भीड़ होने लगी थी जिसकाे देखते हुए पुलिस ने नाकों पर सख्ती बढ़ा दी है शुक्रवार को बाजारों में लोग पैदल खरीदारी करते दिखाई दिए तो वहीं ज्यादा वाहनों के बाजार में न होने के चलते कहीं भी कोई जाम की स्थिति नहीं बनी।
पुलिस प्रशासन की ओर से अगर यूं ही सख्ती बरती गई तो बाजारों में लोग आसानी से खरीदारी करने के लिए पहुंच सकेंगें व लोगों के दिलों से भय भी खत्म होगा। कोरोनावायरस से बचाव को लेकर कर्फ्यू के बीच जिलावासियों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। जिले में अब तक 1028 लोगों की कोरोनाटेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है इसमें बीते तीन दिनों में 452 लोगों की निगेटिव रिपोर्ट शामिल है। वहीं कर्फ्यू के बीच दी गई ढील के चलते बीते दो दिनों में बाजारों में लोगों की भीड़ व वाहनाें के जाम की स्थिति को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से सख्त कदम उठाते हुए सभी नाकों पर पुलिस कर्मियों की ड्यूटियां सख्त कर दी गई है।
इसी के चलते शुक्रवार को पुलिस की ओर से किसी भी नाके से दोपहिया या चारपहिया वाहन को बाजार में ले जाने की इजाजत नहीं दी गई। इसके चलते आज लोग बाजार में पैदल ही खरीदारी करते दिखाई दिए तो वहीं बाजारों में भीड़भाड़ काफी कम दिखाई दी।
अब तक 1453 लोगों का लिए गए हैं कोरोना सैंपल, 1028 की रिपोर्ट आई निगेटिव
जिले में अब तक कुल 1453 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं, जिन्हें कोरोना टेस्ट के लिए लैब भेजा गया था। इनमें से 1028 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, 5 मई को जिले में 576 निगेटिव केस रिपोर्ट हुए थे और 8 मई को तैयार हुई रिपोर्ट के मुताबिक अब कुल 1028 निगेटिव केस रिपोर्ट हुए हैं।
अभी 379 मरीजों की टेस्ट रिपोर्ट पेंडिंग पड़ी हुई है। जिले में कुल 44 कोरोना पॉजिटिव मरीज रिपोर्ट हुए थे, जिनमें से 42 एक्टिव केस सिविल अस्पताल फिरोजपुर में उपचाराधीन हैं जबकि एक मरीज की फरीदकोट मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो चुकी है और एक अन्य मरीज कांस्टेबल परमजोत सिंह इलाज के बाद बिल्कुल ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी लेकर घर जा चुका है।
सिविल सर्जन फिरोजपुर डॉ. नवदीप सिंह ने बताया कि एक्टिव मरीजों को बेहतरीन इलाज मुहैया करवा रहा है ज्यादातर मरीजों में इम्प्रूवमेंट दिख रही है। डीसी ने अपील करते हुए कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ जंग अभी जारी है लोग अपने घरों में ही रहें। जरूरत का सामान खरीदने के लिए घर का एक सदस्य ही मास्क लगाकर घर से बाहर निकले व पैदल बाजार में जाकर खरीददारी करे ताकि हम कोरोना के खिलाफ जारी जंग को सफलतापूर्वक जीत सकें।
काेरोनामुक्त देश की कामना से हवन यज्ञ में डाली आहुतियां
जय श्री राधे श्याम सेवा मंडल की तरफ से मां छिन्नमस्तिका (चिंतपूर्णी) जी के जन्मदिवस पर सादगी के साथ खाटु धाम मन्दिर में हवन यज्ञ करवाकर जयंती समारोह मनाया गया। पंडित जसमेर गौड़ की अध्यक्षता में अध्यक्ष रिशभ गर्ग ने यज्ञ की अग्नि में आहुतियां डालकर सरबत के भले की कामना की। रिशभ गर्ग, जय गोयल ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य में कर्फ्यू लगा हुआ है, ऐसे में एक जगह भीड़ एकत्रित न हो, इसके लिए सादगी के साथ माता छिन्नमस्तिका जी का जन्मोत्सव समारोह मनाया गया है।
उन्होंने कहा कि मां छिन्नमस्तिका चिंतपूर्णी धाम में भी इस समय कर्फ्यू के कारण वहां जाने की अनुमति सरकार द्वारा नहीं दी जा रही, इसलिए सभी श्रद्धालुओं द्वारा घरों में ही रहते हुए यज्ञ करके मां चिंतपूर्णी जी के आगे देश को काेरोनामुक्त करने की फरियाद लगाई जाए। माता छिन्नमस्तिका भक्तों की चिंताओं को दूर करती हैं। इसी कामना से यज्ञ की अग्नि में आहुतियां डाली गई हैं। यज्ञ की परिक्रमा कर श्रद्धालुओं ने आरती की। इस मौके पर प्रो. सुरेश बांसल, अंकित गर्ग, तीर्थराम ज़िन्दल,दीपक गर्ग, दिनेश गर्ग, जतिंदर पूरी, मास्टर प्रेम कुमार, रजिंदर आदि उपस्थित थे।
कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू में क्लीन एंड ग्रीन सेवा सोसायटी ने शुक्रवार को शहर के थाना सिटी, डीएसपी दफ्तर, एडीसी दफ्तर समेत विभिन्न चौक-चौराहों पर ड्यूटी पर तैनात पुलिस मुलाजिमों को जलजीरा पिलाया। वहीं, राहगीरों को मास्क भी बांटे।
इस दौरान सोसायटी के अध्यक्ष तरसेम गोयल ने एडीसी हरिंदर सिंह सरां को सिरोपाव भेंटकर सम्मानित भी किया। गोयल ने कहा कि अधिकारी व पुलिस मुलाजिम कफ्र्यू में गर्मी के मौसम में सड़कों में ड्यूटी कर रहे हैं। एडीसी ने सोसायटी की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। वहीं, डीएसपी तलविंदर सिंह, एसएचओ अमनदीप सिंह ने भी सोसायटी की ओर से किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। इस मौके सोसाइटी के सदस्य अशोक तायल, अजय कुच्छल भी मौजूद थे।
सुबह-शाम 200 जरूरतमंदों को पहुंचा रहे भोजन |गोयल भाजपा के मंडल अध्यक्ष भी हैं। सोसायटी की ओर से अध्यक्ष गोयल के नेतृत्व में 20 मार्च से ही समाजसेवा के कार्य किए जा रहे हैं। कोरोना प्रति जागरुकता सेमिनार कराने के अलावा सुबह-शाम 200 जरूरतमंदों को भोजन पहुंचाया जा रहा है। यही नहीं, अब तक 950 परिवारों को सूखा राशन भी वितरित किया गया है
कहा- टीचर्स की कोरोना संकट में 12-12 घंटे लंबी ड्यूटी लगाई जा रही
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब द्वारा किए आह्वान के अनुसार प्रांतीय महासचिव जसविंदर झबेलवाली एवं जिलाध्यक्ष पवन कुमार की अध्यक्षता में डीसी कार्यालय के बाहर मीटिंग की एवं इमेल के माध्यम से डीसी एमके अरविंद कुमार व जिला शिक्षा अधिकारी कपिल शर्मा के माध्यम से मुख्यमंत्री पंजाब एवं शिक्षा मंत्री के नाम मांगपत्र भेजे और इस संबंध में अधिकारियों से फोन पर बात की।
डीटीएफ के जिला महासचिव सर्दूल सिंह ने बताया कि जिला अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में अध्यापकों की कोरोना दौरान 12-12 घंटे लंबी ड्यूटी लगाई जा रही है, जिनमें पुलिस नाके, अनाज मंडियों जैसी अध्यापक वर्ग के मान सम्मान को कम करने जैसी ड्यूटी भी शामिल है। इस दौरान अध्यापकों के समाज में रूतबे को भी अनदेखा किया जा रहा है और कोरोना के बचाव के लिए जरूरी सामान भी मुहैया नहीं करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तालाबंदी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान को देखते हुए सिलेबस तर्कसंगत ढंग से कम करने, विद्यार्थियों के सभी रहते वजीफे जारी करने, अन्य राज्यों के डीडीओ को वेतन बिल बनाते समय हाड कॉपी जमा करवाने से पूर्ण छूट देने, महामारी दौरान दाखिलों की गिनती बढ़ाने को लेकर दबाव न डालने एवं 55 साल या इससे अधिक आयु वाले पीडि़त व अंगहीन अध्यापकों/कर्मचारियों व महिला अध्यापकों को कोरोना महामारी में फ्रंटलाईन ड्यूटी से छूट देने के मांगपत्र पर सरकार ने कोई कार्रवाई न की तो सरकार संघर्ष किया जाएगा। इस मौके पर कुलविंदर, पवन चौधरी, कमलजीत पाल, सुरजीत, सुरेन्द्र कुमार उपस्थित थे।
मांग- शिक्षा विभाग का दाखिले बढ़ाने को स्कूल मुखियों और अध्यापकों पर बनाया जा रहा दबाव खत्म हो
मुक्तसर में डीटीएफ ने ईमेल से भेजे मांगपत्र
डेमोक्रेटिक टीचर फ्रंट के वफद की ओर से अध्यापकों की मांगों को लेकर सीएम पंजाब के नाम डीसी घनश्याम थोरी और शिक्षा मंत्री के नाम जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर फ्रंट के जिला कनवीनर कुलदीप सिंह, स्टेट कमेटी सदस्य मेघराज और जिला कमेटी मेंबर निर्भय सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए जो ड्यूटियां लगाई गई हैं। उसमें अध्यापकों के मान-सम्मान को ध्यान में रखते हुए सभी जिले में एक समान हिदायतें जारी की जाएं।
उन्होंने कहा कि स्कूल बंद होने के कारण बच्चों की पढाई का नुकसान हो रहा है। इसके लिए अगले सैशन में तर्कसंगत ढंग से पाठ्यक्रम कम किया जाए। उन्होंने कहा कि इन हालातों में स्कूल नहीं खुल पा रहे हैं। बावजूद इसके शिक्षा विभाग दाखिले बढ़ाने के लिए स्कूल मुखियों और अध्यापकों पर दबाव बना रहा है, जिसे बंद किया जाना चाहिए। महामारी दौरान जहां भी अध्यापकों की ड्यूटी लगाई जाती है वहां मास्क, दस्ताने, सैनिटाइजर आदि का पूरा प्रबंध किया जाए। 55 साल से अधिक आयु वाले अध्यापकों या मुलाजिमों को ड्यूटी से छूट दी जाए।
14-14 घंटे की बजाए 6 घंटों की डयूटी लगाई जाए। ड्यूटी दे रहे हर मुलाजिम का 50 लाख रुपए का बीमा किया जाए। स्कूलों की बजाए सरकारी और निजी अस्पतालों में एकांतवास केन्द्र बनाए जाएं।
कोरोना वायरस आपदा के चलते डेढ़ महीने से कर्फ्यू लगा हुआ है। इस बीच प्रशासन ने दुकानदारों को होम डिलीवरी के आदेश दिए थे। लोगों के स्वास्थ्य का फिक्र करते हुए जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर ने शुक्रवार को अपनी टीम के साथ कुछ चुनिंदा दुकानों पर चेकिंग की।
जिला फूड सेफ्टी ऑफिसर डाॅ. गगनदीप कौर ने शहर के विशाल मेगा मार्ट सहित 5-6 दुकानों पर चेकिंग की ताकि कोई भी दुकानदार एक्सपायरी या घटिया क्वालिटी वाला उत्पाद न बेचे। उन्होंने कहा कि चेकिंग के दौरान सब कुछ ठीक पाया गया है लेकिन फिर भी उन्होंने दुकानदारों को चेतावनी दी कि वे लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद ही उपलब्ध करवाएंं।
उन्होंने दुकानदारों को बताया कि फूड व ड्रग विभाग द्वारा फूड सेफ्टी और स्टैंडर्ड अथॉरिटी नई दिल्ली की तरफ से तैयार किए गए ऑनलाइन ट्रेडिंग प्रोग्राम के अनुसार खाने पीने वाली वस्तुओं का कारोबार करने वालों के लिए मिशन तंदुरूस्त पंजाब के तहत निशुल्क ऑनलाइन ट्रेनिंग का प्रबंध किया गया है। यह कार्यक्रम कोरोना महामारी को देखते हुए शुरू किया गया है क्योंकि अब हालात पहले जैसे नहीं रहे। इस वायरस से बचने के लिए और अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने निशुल्क ऑनलाइन ट्रेनिंग देने का प्रयास किया है, जिससे कारोबारियों को फायदा मिलेगा।
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वेतन न मिलने के विरोध में सरकारी अस्पातल में ठेके पर कार्यरत कर्मचारियों का धरना शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। किसान, मजदूर, कर्मचारी तालमेल संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने इस धरने का समर्थन करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार कह रही है कि अगर कोई कर्मचारी ड्यूटी नहीं कर पा रहा तो उनका वेतन न रोका जाए। वहीं, दूसरी तरफ इन्हें वेतन नहीं दिया जा रहा, जबकि यह कर्मचारी तो अपनी ड्यूटी कर रहे थे।
संघर्ष कमेटी के सदस्यों ने बताया कि उनकी यूनियन के साथ-साथ अन्य इंसाफ पसंद संगठन भी इन कर्मचारियों के संघर्ष में साथ देंगे। उन्होंने बताया कि 11 मई को नहरी विभाग के कर्मचारी, 12 को पीडब्ल्यूडी फील्ड एवं वर्कशाप वर्कर यूनियन, 13 को टीएसयू, 14 को बीकेयू एकता उग्राहा, 15 को सीफेट वर्कर यूनियन, 16 को ठेका मुलाजिम बिजली बोर्ड, 18 को रिटायरमेंट यूनियन, 19 को देहाती मजदूर सभा, 20 को सीवरेज बोर्ड, 21 मई को पंजाब फील्ड एंड वर्कशाप वर्कर्ज और 22 मई को जंगलात विभाग के कर्मचारी इनके संघर्ष में अपना समर्थन देंगे और आगामी संघर्ष की रूपरेखा 25 मई को होने वाली मीटिंग में तय की जाएगी। कमेटी पदाधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें जल्द न मानी गई तो संघर्ष को तेज किया जाएगा।
कर्फ्यू के बीच भी जिले के लोग सोशल डिस्टेंस के लिए संजीदा नहीं है या कहें कि इसके लिए जागरूक नहीं है। जो डिस्टेंस बन भी रहा है वह पुलिस की डर से है। राशन की दुकानों से लेकर सब्जी और फलों की रेहड़ियों पर कर्फ्यू की धज्जियां उड़ रही है। लापरवाह लोग बिना वजह घरों से बाहर निकलने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर की मुख्य सड़कें सील कर दी है और नाकाबंदी कर गश्त को बढ़ा दिया है। फिर भी कई गलियों से लगातार वाहनों का आना-जाना जारी है। बाजार में लोग खुलेआम दोपहिया वाहन लेकर घूम रहे हैं। वही बाजार में लोगों की भीड़ पहले दिन से दोगुणा रही। फाजिल्का पुलिस कर्फ्यू को पूरी तरह से लागू करने के भरसक प्रयास करती है पर असल में जमीनी हकीकत कुछ और है। शहर में कभी पुलिस-प्रशासन की सख्ती का पूरा असर दिखता है, तो कभी ऐसा लगता ही नहीं है। डीसी द्वारा कर्फ्यू में दी गई ढील के समय में बदलाव हो जाने के बाद सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक लोग जरूरी कार्यों के लिए घरों से निकल सकते है लेकिन सरकारी नियमों को दरकिनार करते हुए लोग सड़कों पर घूमते हुए देखे जा रहे हैं, जिनसे पुलिस भी पूछताछ नहीं कर रही है। शहर के कुछ गली-मोहल्लों में लोगों की लापरवाही निरंतर जारी है। हालांकि जागरूक लोग एक दूसरे से शारीरिक दूरी का ख्याल रख रहे है। |
अनेजा कालोनी जलालाबाद में विवाहिता द्वारा मायके घर में छत से कूदकर की आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जांच अधिकारी एसआई सचिन ने बताया कि राकेश कुमार अनेजा वासी जलालाबाद ने बयान दर्ज करवाया कि नाज कक्कड़ का विवाह करीब 4 साल पहले समीर वर्मा निवासी जलालाबाद से हुआ था। उसका एक बेटा भी है लेकिन नाज के ससुराल वाले अकसर उसके ऊपर दहेज लाने के लिए अत्याचार करते रहते थे।
जिसके चलते वह मायके आ जाती थी। वीरवार को उसके पति सुमीर वर्मा, ससुर सुरिंदर वर्मा, जेठ सचिन वर्मा, जेठानी बिमला रानी, जेठानी प्रिया वासी वार्ड नंबर 9 कक्कड़ स्ट्रीट जलालाबाद ने दहेज लाने की मांग को लेकर नाज के साथ लड़ाई-झगड़ा किया और उसकी मारपीट करके घर से निकाल दिया। शाम 7 बजे नाज रोते हुए मायके घर पहुंची और घर की तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। नाज की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी सुमीर वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही सभी आरोपियों पर धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया है।
नहरी पानी मुहैया करवाने वाली मलूकपुरा माइनर की तरफ सिंचाई विभाग ध्यान न दिए जाने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। शुक्रवार सुबह साढ़े 5 बजे ढाणी सुच्चा सिंह को पानी मुहैया करवाने वाले मोघे के नीचे कटाव आ गया। पानी के कटाव के कारण बने गड्ढे में गांव केरा खेड़ा का एक ग्रंथी बाइक समेत गिरकर घायल हो गया। वहीं, पानी का बहाव अधिक होने के कारण माइनर के साथ ढाणी सुच्चा सिंह का करीब 40 एकड़ गेहूं के नाड़ में पानी भर गया। जिसमें से ज्यादातर एरिया में किसानों ने अभी तूड़ी बनवानी थी।
ये कोई पहली बार नहीं है, इससे पहले भी मलूकपुरा माइनर में 2 फरवरी को भी 150 फीट का कटाव होने से गांव काला टिब्बा, रायपुरा और आसपास की ढाणियों की 700 से 800 एकड़ गेहूं की फसल पानी में डूब गई। लेकिन विभाग हर बार की तरह इसे नजरअंदाज कर देता है और किसानों पर ही नहर को तोड़ने का आरोप लगाकर जांच की जाती है। बता दें कि अभी बीते सप्ताह ही विभाग द्वारा नहरबंदी लेकर माइनर की सफाई करवाई थी।
किसानों ने नहरी विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बताया कि वीरवार से ही नहर में पहले की बजाय पानी ज्यादा मात्रा में छोड़ा गया था। इसी के चलते नहर की हालत बहुत नाजुक होने के कारण उसमें कटाव आया है। गनीमत रही कि मौके पर पहुंचे किसानों द्वारा विभाग के अधिकारियों के आने तक पानी का काबू पा लिया था। लेकिन मोघा होने के कारण सुबह साढ़े 5 बजे आया कटाव दोपहर करीब 11 बजे जाकर बंधा। इस बीच तीन जेसीबी मशीनों की सहायता लेनी पड़ी। जिनके सहयोग से किसानों द्वारा मोघे को बंद कर कटाव को भरा।
सूचना मिलते ही जेसीबी मशीनें भेज कटाव को बांधा : बलविंदर कुमार
नहरी विभाग के एसडीओ बलविंदर कुमार ने बताया कि जैसे ही उन्हें मोघे के नीचे आए कटाव संबंधी पता चला तो उन्होंने तो तुरंत अधिकारियों को जेसीबी मशीन लेकर मौके पर पहुंचने के आदेश दिए। जिन्होंने किसानों के सहयोग के साथ मौके पर पहुंचकर कर कटाव को बांध दिया। इस कटाव से आसपास का करीब 30-40 एकड़ नाड़ खराब हुआ है
कोरोना वायरस की स्थिति में 24 घंटे फ्रंटलाइन पर काम कर रही आशा वर्करों के लिए डिप्टी कमिश्नर ने सैनिटाइजर और दस्ताने मुहैया करवाए। डिप्टी कमिश्नर की तरफ से आशा वर्कर की इंचार्ज संतोष रानी को सैनिटाइजर और दस्तानों की सप्लाई दी गई, जो कि आगे जिले के समूह आशा वर्कर को बांट दिए जाएंगे। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि ऐसे हालातों में जहां सबका घरों में रहना लाजिमी है। वहीं, ये आशा वर्कर फ्रंट लाइन में आकर काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इन आशा वर्करों को किसी तरह के सामान की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इस मौके पर एसडीएम अमित गुप्ता, सहायक कमिशनर कंवरजीत सिंह, सचिव रेडक्राॅस अशोक बहल, सिविल सर्जन डॉ. नवदीप सिंह उपस्थित थे।
पंजाब सरकार व डिप्टी कमिशनर कुलवंत सिंह की हिदायतों अनुसार शुक्रवार को जिला कांप्लेक्स के सुविधा सेंटर व रेवन्यू डिपार्टमेंट में रजिस्ट्रियों का काम शुरू हो गया। सुविधा सेंटर के एडीएम यशपाल ने बताया कि सुविधा सेंटर में सुबह 9 बजे से लेकर शाम के पांच बजे तक सभी काउंटरों पर काम शुरू किया गया। सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए सुविधा सेंटर के बाहर लोगों के लिए सफेद घेरे बनाए गए हैं। गेट पर सेंटर की ओर से एक कर्मचारी की अंदर आने के लिए सैनिटाइज करने की ड्यूटी लगाई गई है और काउंटर पर केवल एक ही आदमी काम करवा सकेगा।
उन्होंने कहा कि सुबह सुविधा सेंटर को सैनिटाइज भी किया गया। इसी प्रकार रेवन्यू डिपार्टमेंट में रजिस्ट्रियों का काम शुरू किया गया। रजिस्ट्री कोर्ट में भी एक बार केवल एक ही रजिस्ट्री की जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए रजिस्ट्री कोर्ट में सभी ओर से रस्सियों से घेराबंदी कर रखी है, ताकि लोगों की भीड़ न लगे।
सुल्तानपुर लोधी के गांव मोठावाल में वीरवार रात ओकू यूनिट और काउंटर इंटेलिजेंस के जॉइंट ऑपरेशन में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बलजिंदर सिंह उर्फ बिल्ला समेत 5 गैंगस्टर को पकड़ा है। बिल्ला के तार पाकिस्तान में मारे गए केएलएफ प्रमुख हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी और जर्मनी बेस्ड आतंकी संगठन केजेडएफ से जुड़े हैं। इनसे हाईटेक हथियार व लग्जरी गाड़ियां, 3 पिस्टल मिलीं हैं। ये पिस्टल अमेरिकी राष्ट्रपति की सिक्योरिटी में तैनात यूएस सीक्रेट सर्विस के सदस्यों के पास होती हैं। बलजिंदर गुरदासपुर के गांव मडियाला का है। उसके साथ अमृतसर के गांव कमोके का सुखजिंदर, कपूरथला का मोहित, लवप्रीत, मंगल सिंह, मनिंदरजीत सिंह ऊर्फ हैप्पी व लवप्रीत उर्फ लवली जो अमरकोट बलटोआ तरनतारन का भी था। डीजीपी ने बताया कि अब तक जांच की गई है कि बिल्ला से बरामद ज्यादातर हथियार सरहद पार पाकिस्तान से आए हैं। बिल्ला पर हत्या, हत्या के प्रयास, हथियारों व नशा तस्करी समेत 18 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं।
ऑल्ट्रेलियन डॉलर और 3 लाख रुपए भी मिले
पकड़े हथियारों में .30 बोर ड्रम मैगजीन, 3 पिस्टल जर्मनी मेड, दो ग्लॉक पिस्टल ऑस्ट्रिया मेड हैं। एक .32 बोर और एक .315 बोर की राइफल, करीब 350 कारतूस और एक दर्जन पिस्टल की मैगजीन मिले हैं और 3 लाख रुपए व कुछ डॉलर भी पकड़े हैं। वहीं, नकली दस्तावेज के साथ टोयोटा फॉर्च्यूनर, एटीओस लावा और ऑल्टो कारें भी बरामद की हैं। इनके खिलाफ सुल्तानपुर लोधी थाने में आतंकवादी गतिविधियों, नशा तस्करी जैसी धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान से है बिल्ला का कनेक्शन
बिल्ला कई बार पाकिस्तान आता जाता रहा है। जांच में सामने आया है कि बिल्ला को यह हथियार पाकिस्तान से मिर्जा और अहमद्दीन ने मुहैया करवाए हैं। यह दोनों पाकिस्तानी ड्रग और हथियारों के बड़े तस्कर हैं जो पहले भी केएलएफ के लोगों को हथियार मुहैया कराते रहे हैं। बिल्ला हैरी चट्ठा और सुख्खा भीखारीवाला गैंग के साथ जुड़ा है जो गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया का विरोधी है।
गांव लखन के पड्डा में नशा तस्कर समझ गाड़ी का पीछा कर रहे गांव वालों पर गुस्सा एएसआई ने वीरवार देर रात सीधे फायर कर दिया, जिससे प्रसिद्ध कबड्डी खिलाड़ी अरविंदरजीत सिंह की मौत हो गई, जबकि एक अन्य खिलाड़ी प्रदीप सिंह जख्मी हो गया। गांव की फिरनी के पास फायर करने वाला एएसआई परमजीत सिंह पुत्र विरसा सिंह निवासी गांव बामूवाल थाना ढिलवां में तैनात है जो हाल ही में प्रमोट हुआ था। सुभानपुर पुलिस ने हत्या व आर्म्ज एक्ट के तहत केस दर्ज कर परमजीत को उसके साथी मंगू पुत्र जसविंदर सिंह वासी लखन के पड्डा को गिरफ्तार कर लिया।इस्तेमाल लाइसेंसी रिवॉल्वर बरामद कर लिया है। एएसआई सस्पेंड कर दिया गया है। एएसआई को हथियारों से इतना लगाव था कि उसने फेसबुक अकाउंट पर अपनी कई पोस्टें अलग अलग हथियारों के साथ ही पोस्ट कर रखी हैं। देर शाम परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
स्टेडियम के पास खड़ी थी काले रंग की कार...
घायल प्रदीप सिंह ने बताया, वीरवार देर रात 9:30 बजे कबड्डी खिलाड़ी अरविंदरजीत सिंह,व साथियों समेत कार से आ रहे थे। स्टेडियम के पास एक काले रंग की कार संदिग्ध खड़ी पाई जिसपर पर्दे लगे हुए थे। गाड़ी के पास जाने पर एएसआई ने कार भगा ली। जब उन्होंने कार को रोका तो परमजीत ने बिना चेतावनी के फायर करने शुरू कर दिए।
एक गोली अरविंदर जीत के सीने में लगी, जबकि दूसरी गोली प्रदीप के कंधे में लगी। परमजीत ने कुल 4 राउंड फायर किए । बाद में उसी कार में सवार उनके गांव के ही रहने वाले मंगू ने ललकारे भी मारे। उन सभी ने गाड़ी में छिपकर अपनी जान बचाई व पूर्व सरपंच शरणजीत सिंह की मदद से अरविंदर को एसजीएल अस्पताल मुस्तफाबाद ले गए, जहां उसकी गंभीर हालत को देख उसे जालंधर कैपिटल अस्पताल रैफर कर दिया। अरविंदरजीत ने अस्पताल पहुंचते ही दम तोड़ दिया।
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के नियमों की पालना करते किया प्रदर्शन
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल की कीमतें बढ़ाने खिलाफ सीपीआईएम की राज्य कमेटी द्वारा दिए विरोध के आह्वान पर शुक्रवार जिला सचिव सुरजीत सिंह ढेर की अगुवाई में गांव ढेर में रोष प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार खिलाफ नारेबाजी भी की।
यह विरोध प्रदर्शन लॉकडाउन के नियमों की पालना करते हुए किया गया। इस मौके सुरजीत सिंह ढेर ने कहा कि संसार में कच्चे तेल की कीमतें नीचे चल गई है, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार पेट्रोल, डीजल की कीमतें कम करने के बजाए आए दिन बढ़ा रही है। कोविड-19 के कारण देश में लोगों की आर्थिक हालात पतली हो गई है। कीमतों के बढ़ने के कारण ओर चीजें भी महंगी हो जाएंगी। उन्होंने मांग की कि केंद्र व पंजाब सरकार तेलों की कीमतें कम करें।इस मौके जिला कमेटी मेंबर डॉ. रविंदर नाथ, तहसील कमेटी मेंबर चरन सिंह अटवाल, हरजाप सिंह, सरपंच रजिंदर सिंह, गुरमीत सिंह, सुरिंदर सिंह, बलम सिंह अटवाल व अन्य मौजूद थे।
लॉकडाऊन के दौरान लोगों को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके लिए राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन सभी तरह के उपाय कर रहा है। लोगों को पैसे की किल्लत न हो इसके लिए प्रशासन ने बैंकों को खोलने के उचित प्रबंध किए हैं। प्रशासन ने मंगलवार को जारी अध्यादेश के अनुसार बैंकों के समय में बदलाव किया है, जिसके तहत बैंकों का समय सुबह 7 से 11 के स्थान पर उन्हें सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक खोलने का समय तय किया है।
जिस कारण स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और लोग पहले की तरह प्रातः 7 बजे से बैंकों के आगे लाइनों में लग गए, जिससे बैंक के आगे लंबी-लंबी कतारें लग गईं। तभी लोगों को पता चला कि बुधवार से बैंकों का खुलने का समय सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक कर दिया गया लेकिन उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बैंक शाखाओं के आगे खड़े उपभोक्ताओं सुरेंद्र कुमार, निर्मला देवी, पवन कुमार, हरदेव सिंह, जानकी राम, बलदेव सिंह, चंचला रानी, हरजीत कौर, संदीप सिंह, राजकुमार, परमजीत कौर आदि ने बताया कि अगर प्रशासन की ओर से बैंकों के समय में बदलाव किया गया था तो उसे 1 दिन पहले सूचना पट्टी लगाकर ग्राहकों को जानकारी देनी चाहिए थी।
लोगों ने कहा कि वह लॉकडाउन के दौरान मुश्किल से अपने घर के काम छोड़कर सुबह 7 बजे लाइनों लगे थे ताकि उनका काम समय पर निपट सके लेकिन यहां आकर ही उन्हें पता चला कि बैंक खुलने का समय सुबह 9 हो गया है।
विभिन्न बैंक शाखाओं के मैनेजर बोले- रात को फोन पर ही मिलती है सूचना
क्षेत्र की बैंक शाखाओं के मैनेजरों से बात की गई तो उन्होंने अपना नाम प्रकाशित न करने की शर्त पर बताया कि उन्हें भी बैंक खोलने की सूचना एक दिन पहले रात को फोन पर ही दी जाती है, जिसे वे अपने स्टाफ को जानकारी दे देते हैं और लोगों को इस संबंधी बताने का समय ही नहीं मिलता।
बैंक खुलने का समय पहले सुबह 7 से 11 बजे था, अब बदलकर सुबह 9 से 1 बजे किया गया
राहों की पंजाब नेशनल बैंक शाखा के आगे लंबी कतारों में खड़े लोग।
यूपी-बिहार के लिए पैदल निकला था 20 मजदूरों का जत्था
कोरोना के चलते बैराज बांध परियोजना पर कंपनी में बैराज बांध से मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है। शुक्रवार को मजदूर पैदल ही निकल पड़े। हालांकि कंपनी के अधीन कार्यरत सैकड़ों मजदूरों ने ऑनलाइन आवेदन कर घरों को जाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी कराई हुई है। शाहपुर कंडी बैराज बांध पर कार्यरत सोमा कंपनी के करीब 20 मजदूरों का दल निर्माण कार्य स्थल से पैदल ही पठानकोट तक जाने के लिए चल पड़े। रास्ते में ही शाहपुर कंडी पुलिस व ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने रोककर वापस सोमा कंपनी के हवाले किया।
राम प्रसाद सूरज कुमार, रिशी पाल, रवि कुमार, हनीफ मुहम्मद, रफीक दीन, राज मुहम्मद, शिंटू सिंह, सूरज कुमार ने बताया कि वह एक वर्ष से यहां कार्य में जुटे हुए हैं। घरों को जाने के लिए अॉनलाइन पंजीकरण करवाया है। यदि उनको कोई रेलगाड़ी व साधन नहीं मिला तो वह पैदल ही अपने घरों तक चले जाएंगे।
मजदूरों से पुलिस बोली-सरकार आपके लिए अच्छे कदम उठा रही
वहीं, सूचना शाहपुर कंडी पुलिस थाना प्रभारी अश्वनी कुमार व ड्यूटी मजिस्ट्रेट एसके राणा को मिली तो उन्होंने उसी समय अपनी टीम के साथ पंगोली चौक पर मजदूरों को रोककर वापस सोमा कंपनी प्रबंधन के हवाले कर उनकी पूरी संभाल करने के निर्देश दिए। ड्यूटी मजिस्ट्रेट व थानाध्यक्ष ने बताया कि सरकार सकारात्मक कदम उठा रही है। वह यहीं पर रुककर इंतजार करें, जिसके लिए सोमा कंपनी को विशेष निर्देश भी दिए गए हैं।
लॉकडाउन के चलते स्थगित की गई पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड (पीएसईबी) की परीक्षाएं दोबारा से कराने के लिए पंजाब सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। एजुकेशन सेक्रेटरी की ओर से सभी जिलों से प्लस-टू के एग्जामिनेशन सेंटरों की सूची मांगी गई है और कंटेनमेंट जोन में आए परीक्षा केंद्रों को तबदील करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला शिक्षा विभाग की ओर से सुजानपुर कस्बे में पड़ते 3 एग्जामिनेशन सेंटरों को बदलकर डिटेल विभाग को भेज दी है। अब सरकार प्लस-टू के एग्जाम की डेटशीट जारी करेगा। अधिकारियों के मुताबिक एग्जाम की डेटशीट जारी कर तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को एक हफ्ते या फिर 10 दिन का समय दिया जाएगा। बता दें कि लॉकडाउन के चलते दो बार बोर्ड की दसवीं और प्लस-टू के एग्जाम स्थगित हो चुके हैं। जिले में 78 परीक्षा केंद्र बनाए थे, 5996 स्टूडेंट्स ने दी थी 12वीं की परीक्षा 12वीं के एग्जाम 3 मार्च और दसवीं के 17 मार्च को सूबे में शुरू हुए थे। जिले में 78 परीक्षा केंद्र बनाए थे, जिन पर पठानकोट में 12वीं में 5996, 10वीं कक्षा में 8093 एग्जाम देने के लिए बैठे। बीच में 22 मार्च से लॉकडाउन के चलते परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद 10वीं क्लास के 3 से 23 अप्रैल तक और 12वीं क्लास के एग्जाम 3 अप्रैल से 18 अप्रैल तक दोबारा से आयोजित की जाने वाली थीं, लेकिन देशभर में लॉकडाउन को बढ़ाए जाने के बाद पंजाब बोर्ड ने दूसरी बार परीक्षाएं स्थगित कर दी थी। हालांकि, बोर्ड ने परीक्षाओं की नई तारीख जारी नहीं की है। अब लॉकडाउन धीरे-धीरे खुलने के बाद एग्जाम कराने के लिए सरकार तैयारी में जुटी है। डीईओ सेकेंडरी संजीव गौतम ने बताया कि परीक्षा सेंटरों की डिटेल मांगी थी और कंटेनमेंट जोन में आते 3 सेंटरों को बदलकर रिपोर्ट भेजी है। वहां आवाजाही पर रोक होने की वजह से परीक्षा देने के लिए कोई नहीं आ सकता है। डीईओ ने बताया प्लस-टू के एग्जाम के लिए वर्किंग करवाई गई है। 10वीं की परीक्षा पर संशय पीएसईबी द्वारा 10वीं की परीक्षाएं दोबारा कराए जाने को लेकर संशय बरकरार है। मानव संसाधन मंत्रालय ने राज्यों से पिछले दिनों 10वीं व 12वीं की परीक्षा कराने के सुझाव मांगे थे जिन पर 10वीं के एग्जाम कराए जाने पर राज्य सरकार द्वारा कोई ठोस जवाब नहीं मिला था। उसकी जगह ग्रेडिंग सिस्टम से स्टूडेंट्स को पास किए जाने का सुझाव दिया गया था। |
लॉकडाउन में जो उपभोक्ता बिल जमा नहीं करवा पाए उनको बिजली बिल 10 मई तक जमा करवाना अनिवार्य होगा। इसके बाद जमा करवाने वालों को 2 प्रतिशत जुर्माना पड़ेगा। इसके अलावा जिन लोगों को मैसेज भेजकर एस्टीमेट के आधार पर बिल जमा करवाने को कहा जा रहा है, उन लोगों ने भी यदि तय तिथि अनुसार बिल जमा नहीं करवाया तो जुर्माना सहित भुगतान करना होगा। पहले पावरकॉम ने लॉकडाउन के तहत लगाए गए कर्फ्यू के दौरान बिल जमा करवाने की तारीख बिना जुर्माने के 30 मई निर्धारित की थी, लेकिन अब बिल जमा न करवाने वालों को भी जुर्माना लगेगा।
वहीं, शुक्रवार को ढांगू रोड स्थित पावरकॉम कार्यालय में कैश काउंटर खोले गए। पहले दिन सब डिवीजन अर्बन में कैश काउंटर पर 7 लाख और अॉनलाइन 4 लाख रुपए जमा करवाए गए। पावरकॉम के एक्सईएन कुलदीप सिंह ने कहा कि जो बिल 23 मार्च या इसके बाद जमा किए जाने थे और कोरोना को लेकर जमा नहीं हो पाए। ऐसे लोग 10 मई तक बिल जमा करवाकर जुर्माने से छूट पा सकते हैं। जिन लोगों को एस्टीमेट के आधार पर बिजली बिल मैसेज भेजकर भेजे गए हैं उन्हें तय तिथि के अनुसार बिल जमा करवाना ही होगा, अन्यथा उन्हें जुर्माना लगेगा
दूसरे दिन भी जिले में नहीं खुले शराब के 198 ठेके
लॉकडाउन के बीच 45 से ज्यादा दिन तक का टैक्स माफ किए जाने को लेकर पंजाब सरकार कोई निर्णय नहीं ले सकी है। डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा ने शराब ठेके सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक खोलने और उसके बाद शाम 6 बजे तक होम डिलीवरी करने की छूट दे दी है। जबकि ठेकेदारों ने फीस माफ नहीं होने तक ठेके खोलने से इंकार कर दिया है। इसके चलते दूसरे दिन भी जिले में ठेकेदारों ने शराब के 198 ठेके नहीं खोले हैं। डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा ने शराब ठेके सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक खोलने की छूट देने के आदेश जारी किए।
इसके साथ ही शराब ठेकों से होम डिलीवरी के लिए समय शाम 3 से 6 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस दौरान सामाजिक दूरी, मास्क पहनना, सैनिटाइजर का प्रयोग करना और पांच व्यक्तियों से अधिक न होने का पालन करने की हिदायतें दी गई हैं। पांच व्यक्तियों से ज्यादा व्यक्ति एक जगह इकट्ठा होंगे तो ठेका बंद करने की चेतावनी दी गई है।
डीसी ने बताया कि शराब की ट्रांसपोर्टेशन गुड्स मूवमेंट की तरह ही होगी और अहाते नहीं खोले जाएंगे। विशेष तौर पर अर्बन एरिया में पड़ते जहां ज्यादा भीड़ इकट्ठी होने का अंदेशा हो तो आबकारी विभाग पठानकोट की तरफ से उन्होंने स्थानों पर सामाजिक दूरी आदि का प्रबंध किया जाना यकीनी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि हरेक लाइसेंसी को अपने ठेकों पर सेनिटाइजेशन का प्रबंध करना पड़ेगा और सोशल डिस्टेंस बनकर शराब बेचनी पड़ेगी और जरूरत अनुसार स्पीकर आदि का प्रबंध भी करेंगे। दूसरी तरफ शराब ठेकेदारों ने कहा कि जब तक उनका टैक्स माफ नहीं किया जाता, तब तक जिले में ठेके नहीं खोले जाएंगे।
उन्होंने कहा कि बिना कमाई के ठेकेदार अपनी जेब से टैक्स क्यों भरेंगे। एक्साइज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक में फीस माफी पर कोई फैसला नहीं हो सका है और 9 मई को दोबारा से कैबिनेट की मीटिंग में एक्साइज टैक्स माफ किए जाने पर फैसला हो सकता है
अब रोजाना दोपहर 3 बजे के बाद सिटी के बाजार और दुकानें सैनिटाइज होंगी। यह बात एमएलए अमित विज ने गाड़ी अहाता चौक में कपूरथला के एमएलए गुरजीत राणा के प्रयासों से पठानकोट में मंगवाई गई बड़ी सैनिटाइजिंग मशीन द्वारा शहर की सड़कों, दुकानों को सैनिटाइज करवाने के काम का शुभारंभ करते हुए कही। उन्होंने कहा कि वह आभारी हैं कि सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह और एमएलए गुरजीत राणा के प्रयासों से आज हमारे शहर में एक बड़ी 40 हजार लीटर क्षमता वाली सैनिटाइजिंग मशीन पहुंची है।
इससे कुछेक दिन लगातार शहर के डलहौजी रोड, ढांगू, रोड, एपीके रोड, सैली रोड, ढांगू, रोड रेलवे रोड मेन बाजार, ढाकी रोड आदि पर रोजाना दोपहर 3 बजे के बाद सड़कों और दुकानों को सैनिटाइज किया जाएगा। यह मशीन यूं तो 44 किलोमीटर एरिया को कवर कर सकती है परंतु सिटी में 15 से 20 किलोमीटर एरिया को कुछेक दिन सैनिटाइज करेगी। इसके अलावा सिटी को फायर टेंडर गाड़ी भी सैनिटाइज करने के लिए लगाई गई है, जो रोजाना शहर को सेनिटाइज कर रही है। उन्होंने कहा कि शहर के लिए व्यापारियों और दानी सज्जनों के सहयोग से एक छोटी सैनिटाइजिंग मशीन मंगवाने का प्रयास किया जाएगा ताकि रोजाना सिटी को कोरोना जैसी भयानक बीमारी से बचाने के लिए सैनिटाइज किया जाए।
लोगों से अपील-डलहौजी रोड पर पुराने वेटरनरी अस्पताल में वाहनों को पार्क कर खरीदारी के लिए पैदल जाएं बाजार
विधायक ने कहा कि दुकानें सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक रोटेशन मुताबिक दी हैं। काली माता मंदिर रोड भी खोल दिया है। डलहौजी रोड पर पुराना वेटरनरी अस्पताल को खोल दिया है। वहां वाहन पार्क कर बाजार जाएं। इस मौके वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आशीष विज, पूर्व पार्षद राकेश बबली, पूर्व पार्षद अजय कुमार, गणेश विक्की, पन्ना लाल भाटिया, जोगेंद्र पहलवान, उपदेश गब्बर, दिनेश महाजन, चरणजीत हैप्पी, अश्वनी, जतिन वालिया, रोहित कोहली, राजकुमार, बलजीत, टिंकू, विक्रमजीत, शशि शर्मा, गौरव वडैहरा आदि मौजूद थे।विधायक अमित विज ने मशीन से डलहौजी रोड से सैनिटाइजेशन का शुभारंभ करवाया और कहा कि कपूरथला के एमएलए गुरजीत राणा के प्रयासों से मशीन मंगवाई गई है।
सड़क किनारे कचरा फेंकने पर दुकानदार को लगाई फटकार
डलहौजी रोड पर मनचंदा टावर के पास सैनिटाइज मशीन पहुंची नहीं थी कि एक दुकान के बाहर लिफाफे में सड़क किनारे रखा कचरा देख विधायक भड़क उठे। 10 मिनट तक दुकानदार को ढूंढने में लगे कि आखिर किस दुकानदार ने यह फेंका है। पता चला तो उन्होंने दुकानदार को फटकार लगाई और कहा कि कोरोना मामले में पॉल्यूशन विभाग भी सख्त है। कचरे में भी कोरोना हो सकता है। इसलिए कचरा दुकानों के बाहर मत रखएं। डस्टबीन लगाएं और निगम की गाड़ी में ही फेंंकें। दोबारा सड़क पर कूड़ा दिखा तो वायलेशन के तहत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी से शहर को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करने की अपील भी की।