पुलिस पार्टी ने रोपड़-बलाचौर मुख्य मार्ग पर अवैध माइनिंग के आरोप में तीन व्यक्तियों को काबू करके एक टिप्पर को कब्जे में लिया गया है। आसरों पुलिस चौकी के इंचार्ज एसआई दरबारा सिंह ने बताया कि हाईवे पर एएसआई कुलदीप सिंह व एएसआई महिंदर पाल द्वारा वाहनों की चैकिंग की जा रही थी। उन्हें सूचना मिली कि गांव फतेहपुर (काठगढ़) का हिम्मत सिंह राजा अपने साथी टिप्पर चालक गांव फतेहपुर के हरप्रीत सिंह हैप्पी तथा जेसीबी ऑपरेटर जस्सी मंड अवैध तौर पर माइनिंग करके रेत बेचते हैं और वे रेत से भरा हुआ टिप्पर काठगढ़ साइड से ला रहे हैं।
जब उन्होंने टिप्पर को जांच के लिए रोका तो चालक रेत की मंजूरी के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। जिस पर पुलिस ने टिप्पर को कब्जे में लेकर उक्त तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है।
जिला मैजिस्ट्रेट विनय बुबलानी ने जिले में कोविड-19 कर्फ्यू व लॉकडाउन के देखते हुए अतिरिक्त प्रमुख सचिव (गृह), पंजाब सरकार, गृह मामला और न्याय विभाग द्वारा जारी निर्देशों के तहत जिले की हद में आम लोग की जरूरतों के साथ संबंधित दुकानें सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक ‘रोस्टर’ के अनुसार खोलने की अनुमति दी है। दुकानों में खरीददारी के लिए बाजार जाते समय पैदल या केवल दोपहिया वाहन का ही इस्तेमाल किया जा सकता है, दोपहिया वाहन पर केवल एक ही व्यक्ति को बैठने की आज्ञा होगी।
कनटेनमेंट जोन यानि जिन 24 गांवों व वार्डों को सील किया गया है में यह ढील लागू नहीं होगी। डीएम द्वारा निर्धारित रोस्टर के अनुसार जिले में दूध डेयरी, मिल्क बूथ, प्लांट, दवा, मिठाई, हलवाई, कोल्ड स्टोरेज, वेयर हाउसिंग सर्विस संबंधित दुकानें सप्ताह के सभी दिन खुलने की छूट दी है। इसके अलावा पेट्रोल व डीजल पंपों को खोलने के आदेश संबंधित डीएम द्वारा पहले जारी किए गए आदेश ही लागू रहेंगे। ग्रामीण इलाकों में वह सभी दुकानें जो कि शॉप्स और इस्टेबलिशमेंट एक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड हैं (मल्टी ब्रांड और सिंगल ब्रांड मॉल्ज को छोड़ कर), वह अपने मजदूरों की कुल संख्या के 50 प्रतिशत के साथ खुल सकती है।
शहरी इलाकों में वह दुकानें जो कोई कि एक ही समान की, अन्य दुकानों और रिहायशी इलाकों में स्थित दुकानों को खोलने की मंज़ूरी होगी, ई -कामर्स कंपनियों को केवल जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के लिए आज्ञा होगी।
डीएम : यह दुकानें खुलेंगी पूरा सप्ताह
डीएम के अनुसार किराना, फल, सब्जियां, पीने वाला पानी, ब्रेड-बेकरी, आटा चक्कियां, एलपीजी गैस एजेंसियां, लेबोरटरियों, सर्जीकल, पशुओं के लिए हरा चारा, पशु फीड, पोल्ट्री फीड, ताजा मीट, मछली, पोल्ट्री, अंडा, साइकिल, दो पहिया और चार पहिया वाहनों के साथ संबंधित दुकानें और ऑटो मोबाइल एजेंसियां रिपेयर और स्पेयर पार्टस (केवल सर्विस और रिपेेयर), टायर पंक्चर, कोरियर सर्विस, ईंट के भट्ठे, खादें, बीज, कीड़ेमार दवा आदि, इलेक्ट्रॉनिकस, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर के नए समान/मरम्म्त, लकड़ी चीरने वाले आरे आदि संबंधित दुकानें सोमवार से शनिवार तक खोलेंगी।
ये बंद रहेंगे : नाई, ब्यूटी पार्लर, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, मार्केट, मार्केट कॉम्पलेक्स, शॉपिंग माल
सोमवार, बुधवार व शुक्रवार खुलेंगी यह दुकानें
-डीएम के अनुसार सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को मोबाइल रिपेयर, रिचार्ज, टेलीकॉम ऑपरेटर्स और एजेंसियां, हार्डवेयर, पेंट, कंस्ट्रक्शन मटीरियल, लोहा सीमेंट, सरिया, प्लाई, सेनेटरी, एल्यूमीनीयम, शीशा के साथ सबंधित, बोरिंग वर्कस, वेल्डिंग की दुकानें खुलेंगी।
यह दुकानें सिर्फ मंगलवार व शुक्रवार ही खुलेंगी
डीएम के अनुसार मंगलवार और शुक्रवार को मनियारी, कपड़ा, रेडिमेड कपड़ा, ड्राइक्लिन, हैंडलूम, फोटोस्टेट, स्टेशनरी, थैला, चमड़े की वस्तुएं, प्रिटिंग प्रेस, खेल का समान, गिफ्ट, खिलौने की दुकानें खुलेंगी।
यह दुकानें मंगलवार और शुक्रवार सिर्फ दो दिन ही खुलेंगी
मंगलवार और शुक्रवार वाले दिन जूते, दर्जी, लेंसों व गोटा किनारी, फर्नीचर, कारपेंटर, मनीग्राम, वेस्टर्न यूनियन, टिंबर मर्चेंट की दुकानें खुलेंगी।
यह दुकानें बुधवार व शनिवार को खुलेंगे
डीएम के अनुसार बुधवार और शनिवार को ज्यूलरी, बर्तन भंडार, क्रॉकरी, प्लास्टिक, ऐनके, घड़ियां, गैस चूल्हे रिपेेयर, फोटोग्राफर की दुकानें खुलेंगी। इसके अलावा पेट्रोल व डीजल पंपों को खोलने के आदेश संबंधित डीएम द्वारा पहले जारी आदेश ही लागू रहेंगे।
कोविड-19 से बचाव संबंधी निर्देशों का करना होगा पालन
डीएम के अनुसार उक्त दुकानों को खोलने की इजाजत इन शर्तों के तहत दी गई है कि कोविड-19 संबंधित प्रोटोकोल की पालना में सैनिटाइजर की सुविधा, कम से कम 2 मीटर की दूरी और हरेक व्यक्ति द्वारा अपने मुंह पर मास्क लगाना यकीनी होगा। संबंधित दुकान मालिक द्वारा हर प्रकार की कोरोना वायरस के साथ संबंधित सावधानियों की पालना करनी जरूरी होगी और सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखने के लिए दुकान के बाहर 2-2 मीटर की दूरी पर चूने आदि के साथ सड़क के एक तरफ़ सर्कल बनाए जाएं और इन सर्कलों में ही ग्राहकों को खड़ा किया जाए। इसके अलावा संबंधित दुकान मालिक काम करने वाले कर्मचारियों के लिए सफाई (सेनिटेशन और हाईजिन) सबंधी जारी सलाह की पालना भी यकीनी बनाएंगे।
जिला व्यापार मंडल ने जताया आभार
इस मौके पर जिला व्यापार मंडल के सीनियर वाइस प्रधान प्रवीन भाटिया ने दुकानों को रोस्टर के अनुसार खोलने के लिए जिला प्रशासन, डिप्टी कमिश्नर विनय बुबलानी, विधायक अंगद सिंह व एसएसपी अलका मीणा का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से जारी ताजा दिशा- निर्देशों के तहत बीते करीब 8 हफ्तों से बंद पड़े विभिन्न प्रकार के व्यवसाय को खोलने की अनुमति से लोगों/दुकानदारों को कुछ राहत मिली है। जबकि प्रशासन की ओर से बाजारों में दो पहिया वाहन चलाने की अनुमति भी लोगों के हित में है। उन्होंने प्रशासन का आभार जताया।
इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर विनय बुबलानी ने व्यापार मंडल के सदस्यों को अपील करते हुए कहा कि दुकानें खोलते समय जनता की सहूलियतों का भी विशेष ध्यान रखा जाए। हर दुकानदार लोगों के हाथ सेनिटाइज करना यकीनी बनाए। सफेद चूने से दुकानों को बाहर घेरे बनाए जाएं ताकि लोग सोशल डिस्टेंसिंह रखें।
आरएमबी डीएवी सेंटेनरी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने प्राधानाचार्या सोनाली शर्मा व चेयरमैन अरविंद घई के नेतृत्व में विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी होकर प्रदेश भर में अपने स्कूल व अपने माता पिता का नाम रौशन किया। पिछले दिनों डीएवीआईईटी द्वारा जालंधर में डीएवी स्कूल नवांशहर के विद्यार्थियों ने भाग लिया और गतिविधियों तथा प्रतिभाओं से उन में रंग भरकर कलाकृति का परिचय दिया। यह प्रतियोगिता कई रुपों में ली गई जो इस प्रकार आयोजित की गई।
28 अप्रैल तक इस प्रतियोगिता की नियत तिथि थी। जिस का परिणाम 5 मई को आया और इस में सर्वप्रथम संगीत प्रतियोगिता में कक्षा यूकेजी की जैविक, कक्षा छठी के दानिश ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। स्कैचिंग प्रतियोगिता में अंडर-14 में कक्षा सातवीं की कुमकुम कुमारी, कक्षा नवमी की मानसी शर्मा, मनप्रीत जांगड़ा ने कोरोना महामारी और उससे बचाने के उपाय पर चित्रांकित करके सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। नेता शर्मा ने भी इस प्रतियोगिता में पुरस्कार प्राप्त किया।
इसी प्रकार कक्षा ग्यारहवीं की छात्रा आर्ची शर्मा ने भी भाषण प्रतियोगिता में श्रेष्ठता पाई, पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में आठवीं कक्षा की प्रियंका पुरस्कृत की गई। कक्षा दसवीं की छात्रा हिमांशी ने भी निबंध लेखन प्रतियोगिता में पुरस्कृत की गई। इस प्रकार विद्यालय के अन्य बहुत से छात्र-छात्राओं द्वारा इस प्रतियोगिता में भाग लिया गया। जिन्होंने अपने घर में रहकर ऑनलाइन अपनी कलाकृति का परिचय दिया। पार्थ शर्मा ने इसी प्रतियोगिता के अन्तर्गत अपने शब्दों व बाणी के माध्यम में मन के विचारों को विडियोग्राफी में पिरोकर अपनी कला को चित्रित किया। प्रधानाचार्या सोनाली शर्मा ने इन बच्चों का उत्साह बढ़ाया।
मनासा उपखंड में दो दिन टोटल लॉकडाउन के बाद शुक्रवार सुबह खरीदी के लिए प्रशासन ने चार घंटे की छूट दी। बाजार खुलते लोगों की भीड़ लग गई। प्रशासन द्वारा अपील की गई थी कि छूट के दौरान भीड़ ना लगाए, जरूरी होने पर ही बाजार जाए। सोशल डिस्टेंस का पालन करें। लेकिन लोगों ने इस अपील को नजर अंदाज कर दिया। वहीं पुराने ढर्रे से बाजार में पहुंच गए। यहीं लापरवाही शहर को संक्रमण में धकेल सकता है। दुकानदारों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने की हिदायत दी गई थी। लेकिन वे ग्राहकी में व्यस्त हो गए और आदेशों की दुकान के बाहर ही लोग धज्जियां उड़ाते नजर आए। छूट के दौरान खरीदी करने पहुंचे लोगों के मुंह पर मास्क तक नहीं थे। अधिकारी व पुलिस जवान लोगों को सुरक्षा संबंधी जानकारी देकर जागरूक करते रहे। फिर भी लोग मनमानी करते दिखे।
कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में अपना सहयोग डालते हुए आईएमए के डाक्टरों द्वारा कोरोना प्रभावित इलाकों व पुलिस नाकों पर पहुंच कर मुफ्त जांच कैंप लगाए गए। आईएमए पंजाब के महासचिव डॉ. परमजीत मान (बच्चों के माहिर) द्वारा पंजाब में कोरोना महामारी के पहले हॉटस्पॉट गांव पठलावा में गांववासियों की अपील पर कैंप लगा कर जांच की गई। यह कैंप समाजसेवी संस्था ‘एकनूर सेवा सोसायटी के सहयोग से लगाया गया। गांव पठलावा में डॉ. परमजीत मान ने कैंप दौरान 50 बच्चों की जांच की।
इसके अलावा उन्होंने गांववासियों को इस महामारी से बचाव के लिए सेहत विभाग की ओर से जारी सावधानियों प्रति जागरुक करते हुए कहा कि वह सोशल डिस्टेंस रखें, मुंह पर मास्क लगा कर रखें। आईएमए स्टेट कौंसिल मेंबर डॉ. कुलविन्दर मान द्वारा कोरोना महामारी दौरान जिले के प्रमुख दफ्तर, सीटी पुलिस स्टेशन और अलग अलग स्थानों और लगाए पुलिस नाको पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मचारी जो कि फ्रंट लाइन वॉरियर (कोरोना योद्धा) के तौर पर अपनी तन, मन से सेवा निभा रहे हैं, उनकी मेडिकल जांच लगातार कर रहे हैं। डॉ. कुलविन्दर मान ने बताया कि अब तक 200 से अधिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच की जा चुकी है।
सूबे में शुक्रवार को 3 और कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मौत हो हुई। 2 मौत मोहाली जबकि एक होशियारपुर से है। कोरोना संक्रमण से पिछले 6 दिनों में 11 मौत हो चुकी हैं। सूबे में मृतकों का आंकड़ा 31 हो गया है। मोहाली के जीरकपुर में रहने वाले 75 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। वह कैंसर का उपचार करवा रहे थे, लेकिन उनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव थी। चंडीगढ़ के सेक्टर 22 में पुलिस द्वारा भर्ती करवाए गए व्यक्ति की मौत होने के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। होशियारपुर के कोरोना पॉजिटिव मरीज हरनेक सिंह (37) की अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में शुक्रवार को मौत हो गई। अब तक होशियारपुर के तीन लोगों की मौत हो चुकी है। 3 मई को सूबे में 3 पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई थी। 4 व 5 मई को 1-1 जबकि 6 मई को 2 कोरोना पॉजिटिव मरीजों ने दम तोड़ा। 7 मई को एक जबकि 8 मई को फिर तीन मरीजों की मौत हो गई। शुक्रवार को ही सूबे के 9 जिलों से 40 नए केस पॉजिटिव भी आए। इनमें 20 श्रद्धालु हैं। नवांशहर में सबसे ज्यादा 17 केस पॉजिटिव आए। सूबे में कुल संक्रमितों की संख्या 1757 हो गई है। 5000 लोगों की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। सूबे में अब तक 157 मरीज ही ठीक हो पाए हैं। यह आंकड़ा राष्ट्रीय स्तर पर ठीक हो चुके मरीजों के मुकाबले काफी कम है।
जालंधर में 7 नए मरीज, अब तक 155 हुए पॉजिटिव केस
जालंधर में 7 नए मरीजों की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को संख्या 155 पहुंच गई है। शुक्रवार को 4 साल के बच्चे समेत चार पॉजिटिव केस बस्तीयत क्षेत्र से हैं। जिनमें 35 व 49 साल के पुरुष और 27 साल की महिला शामिल हैं। इनके अलावा 3 केस हजूर साहिब के श्रद्धालु हैं। तीनों महिलाएं हैं जिनकी आयु क्रमश: 30,35, 55 साल है। यहां रिपोर्ट निगेटिव आने पर 7 मरीजों को छुट्टी भी दे दी गई। इनमें दो बच्चे शामिल हैं। पटियाला में 2 नए केस में एक युवती राजपुरा में और समाना के धनेठा में एक श्रद्धालु पॉजिटिव आया। फतेहगढ़ साहिब में 4 नए केस। इनमें से 3 कंबाइन अाॅपरेटर अाैर एक हजूर साहिब से लाैटे ड्राइवर के सम्पर्क में रहा है। तरनतारन में 48 रिपोर्ट में से में 4 लोग पॉजीटिव पाए गए। तरनतारन में कुल मरीजों की संख्या 161 हो गई है। पठानकोट में दो नए केस श्रद्धालू हैं।
सुखद तस्वीर... लुधियाना में एसएचओ अर्शप्रीत और जालंधर में 7 मरीजों को छुट्टी
डीएमसी अस्पताल में भर्ती बस्ती जोधेवाल की एसएचओ अर्शप्रीत कौर को 21 दिन बाद पांचवी रिपोर्ट निगेटिव रही। उनकी तीसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी। चौथी और पांचवी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। सूबे में कुल 10 मरीज ठीक हो चुके हैं।
कोरोना का कहर झेल रहे जालंधर में शुक्रवार को राहत भी बरसी, कुल 7 मरीजों को कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त करार देते हुए निगेटिव आने पर छुट्टी दे दी गई। इसके सिविल से कोरोनावायरस से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या 19 पहुंच गई है।
पेशेंट निकला पॉजिटिव, अस्पताल व बैंक समेत 150 लोग क्वारेंटाइन
नवांशहर में नाक की हड्डी का इलाज करवाने गए लुधियाना के एक किसान की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसका इलाज कर रहे अस्पताल के स्टाफ को क्वारेंटाइन किया गया है। वहीं लुधियाना प्रसासन के मुताबिक किसान गांव के ही बैंक में भी गया था। प्रशासन ने बैंक की इमारत सील करते हुए बैंक के स्टाफ समेत 150 लोगों को होम क्वारेंटाइन कर दिया है।
नवांशहर देगा फिर टेंशन
नवांशहर में शुक्रवार को एक बार फिर 18 नए पॉजेटिव केस सामने आए हैं। इनमें 10 श्रद्धालु हैं। इसके अलावा पांच मामलों में कोरोना पॉजिटिव लोग दूसरे प्रदेशों या दूसरे जिलों से पंजाब में आए हैं, जबकि तीन मामलों में तफ्तीश की जा रही है कि वे कहां से संक्रमित हुए हैं।
कोरोना वायरस से दो लोगों की सूबे से बाहर मौत हो गई। टांडा उड़मुड़ (होशियारपुर) के गांव प्रेमपुर के युवक गुरजसप्रीत सिंह की कुईंस न्यूयॉर्क अमेरिका में मौत हो गई। मृतक की चाची बचन कौर ने बताया कि गुरजसप्रीत सिंह के पिता डा. गुरचरण सिंह की भी कोरोना संक्रमण से 15 दिन पहले ही मौत हुई थी। वहीं गांव जहूरा के एक व्यक्ति की मुंबई में कोरोना से मौत हो गई। मृतक की पहचान गुरबचन सिंह के रूप में हुई। मृतक के भांजे गुरबिंदर सिंह ने बताया कि गुरबचन सिंह सीआईएसएफ में बतौर हवलदार की नौकरी करते थे और मुंबई एयरपोर्ट पर ड्यूटी निभा रहे थे। गुरबचन सिंह 10 दिन से बीमार चल रहे थे और दो दिन पहले कोरोना टेस्ट हुआ था जो पॉजिटिव आया। 6 मई की रात को गुरबचन सिंह ने अपने बेटे को फोन करके कहा कि आज की रात मेरी आखिरी रात है और तुम्हारे साथ आखिरी बार बात कर रहा हूं इसके बाद फोन काट दिया।
लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला की तरफ से बच्चों के हुनर को निखारने के लिए तैयार किए ऑनलाइन मंच पर बंगा के विभिन्न स्कूलों के बच्चों ने अपने अंदर की प्रतिभाओं की वीडियो के माध्यम से शिक्षा मंत्री के एंबेसडर आफ होप (Ambassadors of Hope) पेज पर अपलोड किया। शिक्षा मंत्री ने एंबेसडर को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है। अहम पहलू यह है कि सभी विद्यार्थियों ने अपने हुनर को पेश करने के लिए कोरोना वायस और लॉकडाउन के विषय को ही चुना है।
अधिकतर संदेश कोरोना वायरस से बचाव व शारीरिक दूरी को लेकर दिए गए हैं। बंगा के भगवान महावीर स्कूल की के विद्यार्थियों मेघना शर्मा तथा कृति जैन ने आज के माहौल पर कविता पेश करके सुंदर संदेश दिया। इसके अलावा जैन माडल स्कूल की के विद्यार्थियों जसमीन कौर, साक्षी, जसमीत कौर, नवजीत कौर, प्रभनूर सिंह, लवलीन कौर, आनिक पुरी बहुत अच्छे ढंग से बताया कि यह वक्त न ठहरा है यह वक्त न ठहरेगा, यूंं ही गुजर जाएगा घबराना कैसा।
केंद्र व पंजाब सरकार द्वारा गरीब जनता को वितरित करने के लिए भेजे गए राशन को जिला डिपो होल्डर एसोसिएशन ने बिना पुलिस सुरक्षा के नहीं बांटने का फैसला लिया है। एसोसिएशन के जिला प्रधान राम सरूप सहजल ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन के दौरान राशन वितरित करना बेहद मुश्किल हो रहा है। लाभार्थियों की भीड़ इतनी जमा हो जाती है तो सोशल डिस्टेंसिंग कायम रख पाना कठिन हो जाता है।
पिछले दिनों कपूरथला के डिपो होल्डर के भाई अनिल महाजन को राशन वितरण के दौरान कुछ लोगों ने मारपीट करके मौत के घाट उतार दिया था, जिसके चलते सभी जिलों के डिपो होल्डर काफी सहमे हुए हैं। इसलिए सभी डिपो होल्डर राशन वितरण के समय पुलिस कर्मचारियों को तैनात करने की मांग कर रहे हैं। इस मौके पर एसोसिएशन के महासचिव हरमिंदर सिंह, शहरी प्रधान बहादुर चंद अरोड़ा, ब्लाक बलाचौर प्रधान नाजर सिंह, परमजीत सिंह राहों, सरबजोत सिंह, सोम नाथ मौजूद रहे।
श्री आनंदपुर साहिब से सांसद मनीष तिवारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए लोकसभा हलके के साथ संबंधित बार एसोसिएशनों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को जाना। इस दौरान जहां कानूनी समाज ने कोराेना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के बीच उन्हें आर्थिक सहायता देने की मांग की, वहीं पर स्थिति को सुधारने संबंधी अपने सुझाव भी रखे। जिन्हें तिवारी ने पंजाब सरकार के समक्ष रखकर उचित हल करवाने का आश्वासन दिलाया।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में कानूनी समाज के प्रतिनिधियों ने सांसद तिवारी से मांग की कि कोरोना संक्रमण के तहत जरूरतमंद वकीलों को पंजाब सरकार द्वारा आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए। पंजाब एवं हरियाणा बार कौंसिल द्वारा वकीलों को 5 हजार रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से आर्थिक सहायता दी गई हैं, लेकिन इसके लिए शर्तें ज्यादा होने के कारण अधिकतर एडवोकेट दायरे में शामिल नहीं हो सके।
उन्होंने मांग की है कि बार कौंसिल के पास वकीलों को मेडिकल जरूरत में सहायता देने के लिए पड़े एडवोकेट वेलफेयर फंड को महामारी के हालातों में इस्तेमाल करने बारे पंजाब सरकार तुरंत कमेटी गठित करे, जो फंड पंजाब के एडवोकेट जनरल के अधीन है। इसके अलावा उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर भी कई सुझाव दिए और लॉकडाउन में दी जा रही छूट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को सख्ती से लागू करवाने की मांग की। इन सुझावों पर प्रतिक्रिया देते हुए, सांसद तिवारी ने आश्वासन दिया कि कानूनी समाज की समस्याओं को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के साथ बात करके हल करवाने का प्रयत्न करेंगे।
कांफ्रेंस में पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट बार काउंसिल के प्रधान डीपी रंधावा, पंजाब लार्ज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन पवन दीवान, बार एसोसिएशन मोहाली के प्रधान मनप्रीत चाहल, रोपड़ के प्रधान जेपीएस ढेर, नवांशहर के प्रधान वरिंदर पाहवा, गढ़शंकर के प्रधान पंकज किरपाल, बलाचौर के प्रधान हरजिंदर सिंह, खरड़ के प्रधान सचिन कुमार, श्री आनंदपुर साहिब के प्रधान दौलत सिंह, अमन स्लैच भी शामिल रहे।
जिले में शुक्रवार को एक बार फिर कोरोना विस्फोट हुआ तथा कुल 18 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इन मामलों में से 10 लोग महाराष्ट्र से लौटे हैं। इसके अलावा पांच मामलों में कोरोना पॉजिटिव लोग दूसरे प्रदेशों या जिलों से पंजाब में आए हैं, जबकि तीन मामलों के बारे में अभी तफ्तीश की जा रही है कि वे कहां से संक्रमित हुए हैं। इस तरह जिले में अब तक कुल कोरोना मामलों का आंकड़ा अब 104 पर पहुंच गया है। एक्टिव मामलों की संख्या 84 हैं, जिनका नवांशहर के सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है।
जबकि 18 कोरोना मरीज ठीक होकर घरों को जा चुके हैं, जबकि एक की मौत हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ. रजिंदर भाटिया ने बताया कि सभी लोगों को अस्पताल या घरों में क्वारेंटाइन किया हुआ था। हालांकि जिन लोगों के संपर्कों के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है, उनके गांवों व इलाकों को सील करने की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।
डॉ. सुक्खी का पेशेंट निकला कोरोना पॉजिटिव, सेल्फ क्वारेंटाइन
जिले के 18 पॉजिटिव मरीजों में से एक माछीवाड़ा का है जो बंगा के विधायक डॉ. एसके सुक्खी से अपने नाक में रसोली का इलाज करवाने के लिए था। कुछ दिनों पहले वे उनके अस्पताल में आया था तथा इस दौरान वे अस्पताल के स्टाफ के चार लोगों के संपर्क में आया। डॉ. सुक्खी ने बताया कि वह उस दिन अभी अस्पताल नहीं पहुंचे थे तो उन्होंने उसे सलाह दी की रसोली की सर्जरी से पहले वे कोरोना टेस्ट करवाएं। कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने अपने स्टाफ के चार कर्मचारियों को क्वारेंटाइन में भेज दिया है तथा उनका सैंपल लेने व टेस्ट आने के बाद ही आगे अस्पताल चलाने पर विचार करेंगे।
उन्होंने बताया कि मंगलवार तक उन्होंने खुद भी घर में अकेले ही रहने का फैसला किया है तथा स्टाफ की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे के संबंध में फैसला लिया जाएगा। फिलहाल सेहत विभाग की टीम इस मरीज को माछीवाड़ा ले गई है जो कि लुधियाना में है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल इस समय कोरोना के खिलाफ जंग में पूरी तनदेही के साथ लगे हुए हैं। मगर इस समय सबसे अधिक जरूरत प्राइवेट अस्पताल के कर्मचारियों को सरकार की ओर से प्रोत्साहित करने की है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में काम करने वाले सेहत कर्मचारियों का सरकार को बीमा करवाना चाहिए तथा उनके लिए भी कोई योजना बनानी चाहिए।
गांव गुणाचौर, कमाम और गरचा से सामने आए तीन कोरोना पॉजिटिव मरीज, ढाहां में किया क्वारेंटाइन
सिविल अस्पताल मुकंदपुर के एसएमओ डॉ. रविंदर सिंह ने बताया कि जिनकी शुक्रवार को रिपोर्टें सामने आई हैं और इनमें गांव गुणाचौर से राज कुमार (22), गांव कमाम से रछपाल कौर (20) तथा गरचा से बलकार सिंह (40) कोरोना संक्रमित पाए गए। इसके बाद उन्हें ढाहां के क्वारेंटाइन सेंटर में भेजा गया। उधर, बंगा के तहसीलदार अजीतपाल सिंह तथा थाना मुकंदपुर के एसएचओ पवन कुमार ने तीनों गांवों को सील करवाया।
थाना पोजेवाल के एसएचओ रघुवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जैसे ही 40 लोगों के सैंपलों की रिपोर्ट आई तो पता चला कि गांव मंगूपुर व माहीपुर के दो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हैं, जोकि महाराष्ट्र से आए हैं। दोनों को उक्त गांवों के स्कूलों में बनाए क्वारेंटाइन सेंटरों में भेदा और आशा वर्कर राकेश कुमारी मंगूपुर व सुनील कुमारी माहीपुर ने कोविड आरआर टीम को सूचित किया। टीम के इंचार्ज डॉ. भूपिंदर कुमार अपनी टीम सदस्यों साथ पहुंचे और दोनों संक्रमित व्यक्तियों के सैंपल लिए। टीम में क्रांतिपाल सिंह, सुनील कुमार, वरुण कुमार थे।
लॉकडाउन के बीच अजीबोगरीब केस सामने आ रहे हैं। ऐसा ही किस्सा पंजाब और जेएंडके सीमा पर देखने को मिला। यहां पंजाब व हरियाणा से आए 5 दूल्हों को पूरा दिन लखनपुर नाके के पास सड़क पर बिताना पड़ा। उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं मिली। हालांकि देर शाम सड़क पर ही वरमाला समेत शादी की अन्य रस्में अदा कर दूल्हे-दुल्हनों को अपने घर ले गए। पठानकोट के राहुल, अमृतसर से रिशु, फगवाड़ा से रोहित, ब्यास से लाभ सिंह और हरियाणा के पानीपत से गौरव फूलों से सजी कारें और सीमित बारात लेकर जम्मू-कश्मीर की सीमा पर पहुंचे थे।
केस-1: अब फिर से नहीं टाल सकते थे शादी
फगवाड़ा के रोहित की जम्मू की ज्योति से बुधवार को शादी तय थी। रोहित के पिता रणजीत सिंह के मुताबिक उनके पास गृह जिलाधिकारी की अनुमति थी। लेकिन उसके बावजूद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन्हें जम्मू जाने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने बताया कि रोहित और ज्योति की शादी अप्रैल में तय थी लेकिन लॉकडाउन के चलते वह रद्द हुई और फिर मई में तारीख निकाली गई थी।
केस-2: अमृतसर का दूल्हा बोला-परेशानी तो हुई पर हिम्मत नहीं हारी...
अमृतसर से बारात लेकर आए दूल्हे रिशु के परिवार ने बताया कि उन्हें जम्मू के प्रीतनगर जाना था लेकिन लखनपुर से आगे नहीं जाने दिया गया। इस पर वधु पक्ष को यहीं बुलाकर शादी कर ली। करीब 5 घंटे वहीं फंसे रहे। बाद में मंजूरी मिलने के बाद हाईवे किनारे टेंट लगाकर शादी की पूरी रस्में निभाईं। बाद में दूल्हे रिशु ने बताया कि बेशक उन्हें परेशानी झेलनी पड़ी, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपनी दुल्हन को जय माला पहना ले आए।
केस-3:मजबूरी थी इस साल बेटे की शादी
पानीपत (हरियाणा) से जम्मू शादी करने जा रहे गौरव की रिश्ता भारती से तय था। गौरव के मुताबिक उन्होंने शादी लॉकडाउन में इसलिए नहीं टाली क्योंकि उनकी कुंडली के मुताबिक अगले एक साल तक शादी का उचित मुहूर्त नहीं था। वह जम्मू नहीं पहुंच पाए। इसके बाद गौरव के परिवार की अपील पर प्रशासन ने उनकी शादी कठुआ के एक होटल में करवाई।
होशियारपुर-चंडीगढ़ रोड पर गांव बाहोवाल के पास शुक्रवार सुबह करीब 9.45 बजे एक ओवरस्पीड कार ट्रक से भिड़ गई जिससे कार सवार 2 युवकों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान गुरदीप सिंह निवासी महमदोवाल और गुरजिंदर सिंह निवासी फतेहपुर कोठी के रूप में हुई है। एएसआई राजवीर सिंह ने बताया कि बलाचौर से होशियारपुर जा रहे ट्रक से तेज रफ्तार स्विफ्ट कार टक्कर हो गई। कार-ट्रक से टकरा कर रोड के किनारे पलट गई। जबकि ट्रक रोड पर ही पलट गया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी की कार सवारों को कार के दरवाजे तोड़कर शवों को निकला गया।
सहायक कमिश्नर फूड मनोज खोसला ने बताया कि सेहत मंत्री पंजाब की हिदायतों को प्रमुख रखते हुए कमिशनर फूड और ड्रग प्रशासन पंजाब काहन सिंह पन्नू के निर्देशों अनुसार हलवाइयों को पुरानी व खराब मिठाइयां नष्ट करने की सख्त हिदायत दी गई है। यदि किसी हलवाई ने पुरानी मिठाइयों को स्टोर किया है तो तुरंत नष्ट कर दिया जाए, क्योंकि जो पुरानी और खराब मिठाइयों में तेजाबी मादा बढ़ने के कारण भयानक बीमारियां लग सकतीं हैं। विभाग पहले ही चौकसी इस्तेमाल कर रहा है और जिले के सभी हलवाई एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ तालमेल करके इस सबंधी जरूरी कार्रवाई करने के लिए हिदायतें जारी की जा चुकीं हैं।
लूट की शिकायत लेकर थाने पहुंचे युवक को इंसाफ देने की बजाए पुलिस मुलाजिमों ने युवक को ही पीट डाला। डीएसपी सुमित सूद ने बताया कि मामले की जांच के बाद एएसआई सुखविंदर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, एएसआई यादविंदर सिंह, कांस्टेबल गुरदीप सिंह को लाइन हाजिर किया जबकि होमगार्ड केसर सिंह के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दिया है। डैपी निवासी सिमरनजीत सिंह ने पुलिस को बताया कि उसे और उसके भाई लखवीर सिंह को गांव मानिकी के पास चार लोगों ने घेर लिया। जिन्होंने खुद को सीआईडी मुलाजिम बताया और मारपीट कर 20 हजार 500 रुपए छीन कर फरार हो गए। इसकी शिकायत लेकर वह थाना में पुलिस के पास पहुंचा तो पुलिस ने उसकी बात सुनने की बजाए उसके साथ ही मारपीट की। जिस कारण युवक को अस्पताल भर्ती करवाना पड़ा।
नोडल अधिकारी अशोक कुमार द्वारा कस्बा बहराम की अनाज मंडी में आढ़तियों के तुलाई कंडों की चेकिंग की गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार का मुख्य प्रयास है कि किसानों, आढ़तियों तथा मजदूरों को गेहूं के संबंध में कोई भी मुश्किल नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बहराम मंडी में 69 हजार क्विंटल गेहूं की आवक हो चुकी है। अशोक कुमार ने लेबर, किसानों व आढ़तियों को काम के दौरान मास्क से मुंह ढकने तथा आपसी दूरी बनाए रखने का संदेश दिया, ताकि कोरोना से बचा जा सके। इस मौके पर सुरजीत कुमार, गोपाल राये भी मौजूद रहे।
एसडीएम जसवीर सिंह ने नोडल अफसर, मेंबरों तथा कलस्टर कोआर्डिनेटरों के अधिकारियों के साथ की गई बैठक में जिला मैजिस्ट्रेट द्वारा गेहूं की नाड़ को आग न लगाने संबंधी लगाई गई 144 धारा पर सख्त अमल करने की हिदायतें जारी की हैं। जिसके तहत एसडीएम ने ब्लॉक विकास व पंचायत अधिकारी से कहा कि गांवों में सुबह-शाम गेहूं की नाड़ को आग न लगाने के संबंध में अनाउंसमेंट करवाई जाए कि अगर किसी किसान द्वारा नाड़ को आग लगाई जाती है तो उसके खिलाफ जुर्माना तथा कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने किसानों से अपील की कि फसल की तूड़ी बनाने बाद शेष बचने वाले अवशेष को आग न लगाई जाए। प्रशासन कोरोना जैसी भयानक बीमारी से निपट रहा है। अगर गेहूं की नाड़ को आग लगाई जाती है तो इस बीमारी के फैलाव का अंदेशा और ज्यादा बढ़ जाएगा। इन आदेशों का पालन करवाने के लिए गांव स्तर पर नोडल अधिकारी लगाए गए हैं। बैठक में खेतीबाड़ी अधिकारी कुलभूषण चंद्र ने फसली अवशेष को जलाने पर होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर बैठक में बलाचौर के डीएसपी जतिंदरजीत सिंह के अलावा तहसीलदार चेतन बंगड़, विजय महेशी, बीडीपीओ सतईश्वर सिंह ढिल्लों, बीडीपीओ सड़ोआ धर्मपाल, ऊधम सिंह कंग, गुरदेव सिंह, कपिल आदि गणमान्य भी मौजूद रहे।
थाना सदर पुलिस ने एक महिला की शिकायत के आधार पर उनकी जमीन पर कब्जा करने की नीयत से बहाई करके आम के पौधे लगाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। चौकी जाडला के इंचार्ज गुरबख्श सिंह ने बताया कि गांव मुजफ्फरपुर की रहने वाली महिला कुलविंदर कौर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उनकी गांव चराण में 15 कनाल 7 मरले जमीन है, जो उनके पति ने 2006 में खरीदी थी। 6 मई को उन्हें एक फोन आया कि उनकी जमीन पर कोई बहाई करवा रहा है।
वे अपने जेठ के साथ मौके पर पहुंचीं तो वहां पर गांव चराण के रहने वाले उपकार सिंह उर्फ बग्गी, सेवा सिंह व सरबजीत सिंह साबी आदि खेतों में ट्रैक्टरों से बहाई कर रहे थे। जबकि रघुवीर सिंह व अवतार सिंह खेतों में डंडे लेकर खड़े थे। उक्त लोगों से डर कर वे वापस अपने घर लौट गईं। जबकि वे अपने परिवार के अन्य सदस्यों को साथ लेकर दूसरे दिन खेतों में पहुंचे तो पाया कि जमीन की बहाई करने के बाद आरोपियों ने उनकी जमीन पर कब्जा करने की नीयत से उस पर आम के पौधे लगा दिए हैं।
चौकी इंचार्ज ने बताया कि जमीनी रिकार्ड के अनुसार महिला के पति की मौत के बाद जमीन महिला के नाम पर है। जबकि दूसरे पक्ष द्वारा कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं दिखाया गया, जिससे यह साबित हो सके कि यह जमीन उनकी है। इस संबंधी पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए उक्त आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करके मामले की आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
(सुरजीत मोगा )पंजाब-हरियाणा की सीमा से सटे मानसा के गांव राजराणा के नायक राजेश कुमार 4 मई को जेएंडके के हंदवाड़ा में हुई आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। 29 साल के इस वीर ने मातृभूमि का कर्ज अदा तो कर दिया। मगर परिवार जिसने मजदूरी कर 3 बेटों में से मझले बेटे राजेश को सेना में भेजा वह अब अकेला पड़ गया है। परिवार टूट गया। है। मां नायक बेटे का सेहरा सजाए रह गई और बेटा भाइयों और पिता को आत्मनिर्भर बनाने का सपना दिल में लिए देश पर कुर्बान हो गया। परिवार के लिए इस दुख को भुलाना मुश्किल हो गया है। क्योंकि राजेश के बाद परिवार का कोई आर्थिक सहारा नहीं रहा है।
सालों बाद मुिश्कल से खुशी के पल आए थे
आंखों में बेचेनी, वर्दी पर हाथ... कई दिनाें से बेटे के लाैटने का इंतजार कर रही मां सपने पल भर में चूर हाे गए। बेसुध मां बार-बार बेटे की वर्दी पर निगाह टिकाए बैठी रहती हैं कि शायद बेटा आकर बोले... मां मैं आ गया। शहीद नायक की मां बदामी देवी नम आंखों से बतातीं हैं कि... सारी उम्र हम मेहनत मजदूरी करते रहे... बेटा भर्ती हुआ तो लगा खुशियां आने वाली हैं। घर ठीक नहीं था। उसे हमारी चिंता लगी रहती थी। उसने हमें सुख के दिन दिखाने को पहले घर ठीक कराया। जब उसे शादी को कहते तो वह बोलता... मां पहले बहन की शादी हो जाए, फिर आपके लिए घर बनवा दूं। अपने लिए तो उसने कभी कुछ सोचा ही नहीं। उसे नहीं पता था कि जिसके सिर पर वह सेहरा बांधने की आस लगाए बैठी है, उसकी अर्थी भी उसकी बूढ़ी आंखों को देखनी होगी।
पापा... जल्दी घर आऊंगा, काम में हाथ बटाऊंगा
बेटा राजेश इस बार छुट्टी काटकर यह बोलकर गया था कि पापा इस बार मैं जल्द आऊंगा और खेत के काम में हाथ बटाऊंगा। मगर उसके साथ गांव करंडी का भी एक नायक उसकी यूनिट में ही तैनात था जो पहले छुट्टी आया था। इसी दरमियान लॉकडाउन हो गया और वह जवान वापस ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाया। इससे राजेश कुमार को छुट्टी मिलने में देरी हो गई। अगर लॉकडाउन न हुआ होता तो राजेश छुट्टी पर घर आ गया होता। जब बेटी की शादी थी तो हमारे पास पैसों की कमी थी तब राजेश ने हौसला दिया था कि पापा शादी में पैसे की फिक्र न करें। उसके इन्हीं शब्दों ने वर्षों से चेहरे पर मुस्कराहट भरकर पूरी जिंदगी की थकान को दूर कर दिया था। खुशी से बेटी की शादी कराई थी।राम सिंह गोदारा, नायक राजेश के पिता
पिता को ठेके पर जमीन लेकर खेती की थी योजना
गरीब परिवार का राजेश सहारा था। सेना में भर्ती होने के बाद पहले छोटी बहन की शादी की। फिर घर पक्का करवाया। अब पिता व दोनों भाइयों को आत्मनिर्भर बनाने का सपना सजो रहा था। राजेश के कहने पर उसके पिता ने डेढ़ एकड़ जमीन ठेके पर लेकर बेटों सहित उस पर खेती शुरू की थी। मगर अब हौसले एक बार फिर पस्त हो गए। पिता राम सिंह के मुताबिक नायक राजेश प्लस टू के बाद 2010 में भर्ती हो गया था। पढ़ाई के साथ राजेश कुश्ती के खेल में रुचि लेता था। नायक राजेश ने कुश्ती के कई टूर्नामेंट में फर्स्ट स्थान हासिल कर ईनाम भी जीते हुए थे। परिवार के पांच भाई बहनों में राजेश मंझला था। इसी पर पूरा परिवार आश्रित था। दो भाई और पिता मजदूरी करते थे जो अब राजेश के कहने पर जमीन ठेके पर लेकर खेती करने लगे थे। वहीं, परिवार पर संकट छाने के बाद पंजाब सरकार ने भी आर्थिक मदद का ऐलान किया है। इससे परिवार को उम्मीद जगी है कि उनका थोड़ा सुधार हो सकेगा।
शहीद के लिए भास्कर अपील
मानसा के 29 साल के शहीद नायक राजेश कुमार 4 मई को जेएंडके के हंदवाड़ा में देश के दुश्मनों का सफाया करने के दौरान शहीद हो गए। भीषण आर्थिक हालात से गुजर रहे अपने परिवार का वही सहारा थे। उनके परिवार की आर्थिक हालत सही नहीं है। भास्कर की अपील है कि अगर आप मदद करना चाहते हैं तो उनके पिता राम कुमार के मोबाइल नंबर 9068834115 पर संपर्क कर सकते हैं।
कर्फ्यू के चलते दोपहिया व चार पहिया वाहनों की शहर में एंट्री के संबंध में लागू किए गए नियमों का उल्लंघन करने वालों पर शुक्रवार को पुलिस ने सख्ती करते हुए कार्रवाई की। इस मौके पर सिटी एसएचओ हरप्रीत सिंह देहल ने बताया कि कर्फ्यू में सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक के लिए ढील दी गई है, जिसके तहत दोपहिया व चार पहिया वाहनों को शहर के बाजारों में लाना वर्जित किया गया है। जबकि पैदल या साइकिल पर मार्केट में जाया जा सकता है। बार-बार अपील करने के बावजूद भी कई वाहन चालक इन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि स्थानीय रेलवे रोड पर नाका लगाकर नियमों का उल्लंघन करने वाले 12 वाहन चालकों के चालान काटे गए, जबकि 2 वाहन बांड किए गए। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नियमों का पालन करते हुए अच्छे शहरी होने का फर्ज अदा करें। इस मौके पर एएसआई धर्मवीर, राकेश, दीपक आदि मौजूद रहे।
मजदूर संगठनों की बैठक का आयोजन बलाचौर में करनैल सिंह भल्ला की अध्यक्षता में किया गया। कंडी संघर्ष कमेटी के प्रदेश महासचिव करन सिंह राणा ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बेरोजगारी तथा महंगाई तेजी से बढ़ रही है।
देश के आर्थिक माहिर भुखमरी के खतरे का अंदेशा जाहिर कर रहे हैं और लोगों की खरीद शक्ति बढ़ाने के लिए मजदूर श्रेणी के लोगों को बड़ा आर्थिक पैकेज देने की वकालत कर रहे हैं। उन्होंने मांग की कि किसानों, मजदूरों तथा मध्यवर्ग के लिए तुरंत आर्थिक पैकेज जारी किया जाए और सरकारों की हर फिजूल-खर्ची पर पाबंदी लगे। राणा ने चिंता जताई कि केंद्र व सूबा सरकार दिहाड़ी 8 घंटे की बजाए 12 घंटे करने, श्रम कानूनों को खत्म तथा कमजोर करने, मेहनताने में कटौती, मजदूरों की छंटनी के फैसलों पर मुहर लगा रही हैं।
उन्होंने बताया कि हेल्थ कैपस फैक्ट्री मैनेजमेंट की धक्केशाही के खिलाफ जल्द ही संघर्ष शुरू किया जाएगा। बैठक में सभी ने सर्वसम्मति से पास किए गए प्रस्ताव के जरिए डीजल-पेट्रोल की कीमतों में की गई बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की गई। उन्होंने कहा कि तेल कीमतों में कटौती अंतरराष्ट्रीय भाव को मेल करके की जाए। इसके अलावा सरकार से किसानों व मजदूरों की कर्ज माफी तथा बिजली बिल माफी की मांग भी की गई। इस मौके पर जगदीश राम, चरन सिंह, सुखजिंदर सिंह, देवराज आदि मौजूद रहे।
मेडिकल प्रेक्टिशनर्स एसोसिएशन के ब्लॉक बलाचौर प्रधान तेजिंदर सिंह जोत, चेयरमैन दिलदार सिंह, हरजिंदर सिंह व ज्ञान सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान लोगों को घर-घर स्वास्थ्य सेवाएं देकर एसोसिएशन के सदस्य सरकार का सहयोग कर रहे हैं। यही नहीं एसोसिएशन ने समय-समय पर नशा विरोधी ताकतों तथा कोरोना वायरस के खत्म करने के लिए सेमिनार लगाकर सरकार का साथ दिया है। गांवों व शहरों में लोगों को प्रारंभिक सहायता देकर इलाज कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि अपने चुनाव मैनिफेस्टो में किए वायदे के तहत प्रेक्टिशनरों को रजिस्टर्ड करके मांगों मानी जाएं।
नगर कौंसिल कार्यालय में 250 जरूरतमंद लोगों को राशन की किटें कौंसिल कार्यकारी अधिकारी राजीव सरीन तथा पुलिस थाना राहों के एसएचओ सुभाष बाठ की अगुवाई में सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर वितरित की गईं। कार्यकारी अधिकारी राजीव सरीन ने बताया कि सरकार की ओर से कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते सभी जरूरतमंद लोगों को राशन वितरित करने की योजना के तहत 250 परिवारों को राशन के पैकेट वितरित किए गए हैं, ताकि कोई भी परिवार लॉकडाउन के चलते भूखा न रहे।
उन्होंने बताया कि शहर के सभी बीएलओ द्वारा तैयार की गई लिस्ट, जिसे एसडीएम कार्यालय की ओर से भेजा गया था उन्हीं लोगों को नगर कौंसिल कार्यालय में बुलाकर राशन वितरित किया गया है। इस अवसर पर बीएलओ मास्टर गुरमीत सिंह सियान, मास्टर जगदीश राय, मास्टर जसवीर राज, मास्टर दीपक कुमार, जोगिंदर सिंह, बीएलओ राजीव कुमार, धर्मपाल, जगदीप सिंह, अजय कुमार, विनोद कुमार, मनजीत कौर, नरेंद्र कुमार मौजूद रहे।
बेरोजगार नौजवानों के लिए रोजगार जेनरेशन प्रशिक्षण विभाग, पंजाब की तरफ से सी-पाॅइट शिविर चलाए जा रहे हैं। इन कैंपों का मुख्य उद्देश्य आर्मी, पुलिस और पैरा -मिलिट्री फोर्स में भर्ती होने वाले नौजवान को लिखित और फिजिकल प्रशिक्षण देना है। अब तक हजारों नौजवान इन कैंपों में से प्रशिक्षण लेकर विभिन्न फोर्स में भर्ती हो चुके हैं। जिला रोजगार और जेनरेशन व प्रशिक्षण अफसर परमिंदर कौर ने बताया कि साल 2020 -21 की भर्ती रैलियां जो कि कोरोना महामारी कारण मुल्तवी हो गई थीं।
अब उम्मीद की जा रही है कि हालात सुधरने के बाद यह भर्ती रैलियां बहुत ही कम समय के नोटिस पर शुरू हो जाएंगी और भर्ती के इच्छुक नौजवानों को तैयारी के लिए कम समय मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस समय के हालातों को समझते हुए सरकार की ओर से सी-पाॅइट कैंपों से दिए जाने वाले प्रशिक्षण को ऑनलाइन माध्यम से शुरुआत की जा रही है। पंजाब भर में स्थापित विभिन्न सी-पाॅइट कैंपों से ऑनलाइन प्रशिक्षण 15 मई से शुरू किया जा रहा है और यह प्रशिक्षण 2 महीने तक चलेगा। इस कैंप में फरीदकोट जिले के साथ संबंधित नौजवान सी-पाॅइट कैंप हकूमत सिंह वाला, जिला फिरोजपुर से ऑनलाइन प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं।
सी-पाॅइट कैंप हकूमत सिंह वाला में ऑनलाइन क्लासें 15 मई से
कोरोना महामारी के कारण अनिश्चितकाल के लिए आगे डाल दी गई भर्ती रैलियां हालात ठीक हाेने पर शार्ट नोटिस में शुरू होंगी। जिले के गांव हकूमत सिंह वाला में स्थित सी-पाॅइट कैंप के ट्रेनिंग अफसर मेजर अमरजीत सिंह ने बताया कि शार्ट नोटिस में शुरू हाेने के कारण पंजाब के युवकों को भर्ती रैलियों की तैयारियों के लिए पूरा समय नहीं मिलेगा। इस समय सी पॉइट कैंप हकूमत सिंह वाला की तरफ से कामन एंट्रेंस टेस्ट की तैयारी के लिए 27 अप्रैल 2020 से ऑनलाइन क्लासें लगाई जा रही हैं।
सी-पॉइट के सभी 14 कैंपों से ऑनलाइन क्लासें 15 मई 2020 से दो महीनों के लिए चलाईं जा रही हैं। जो युवक यह क्लासें लगाने के योग्य हैं और पढ़ने के इच्छुक हैं, इस कैंप से संबंध कायम करके प्री रिक्रूटमेंट की ऑनलाइन तैयारी के लिए आरक्षण करवा सकते हैं। उन्होंने बताया कि और ज्यादा जानकारी के लिए नौजवान सी-पाॅइट कैंप हकूमत सिंह वाला के संपर्क नंबरों शिव कुमार 98777 -12697, मनदीप सिंह 70093 -17626 पर संपर्क कर सकते हैं।
चार बोरियां चूरापोस्त खरीदने के बाद हड्डा रोड़ी पर रखकर ग्राहकों के तलाश में खड़े एक व्यक्ति को पुलिस ने 120 किलो चूरापोस्त समेत गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने बाद में
एक और व्यक्ति को नामजद कर तीन लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है।
सीआईए स्टाफ के सब इंस्पेक्टर लखविंदर सिंह ने बताया कि थाना धर्मकोट में पड़ते गांव मौजगढ़ में गश्त के दौरान गांव में बनी हड्डा रोड़ी पर बोरियां रखकर बैठे दो युवक ग्राहकों का इंतजार कर रहे थे। इतने में पुलिस ने मौके पर जाकर बोरियों की तलाशी ली तो 120 किलो चूरापोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने चूरापोस्त कब्जे में लेने के बाद गुरबचन सिंह निवासी बाकरवाला को मौके पर गिरफ्तार कर लिया जबकि इकबाल सिंह पाला निवासी पंडोरी अराईयांफरार हो गया।
जांच अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार तस्कर ने खुलासा किया है कि उनके द्वारा गांव दौलेवाला के तस्कर सुखविंदर सिंह से चार बोरियां चूरापोस्त खरीदी गई थी। उससे नशा खरीदने के बाद वह और उसका साथी इकबाल सिंह मौजगढ़ में चूरापोस्त बेचने के लिए आए थे। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
करीब एक वर्ष पहले खरीदे मोटरसाइकिल के दस्तावेज मांगने पर करीब एक महीना पहले हुए झगड़े में शिकायतकर्ता के घर आकर ईंटों से बाहरी दरवाजे को तोड़ने की कोशिश करने व गाली गलौच करते हुए धमकियां देने के आरोप में थाना कोटकपूरा पुलिस ने अब एक महीने बाद मामला दर्ज किया है।
थाना सदर कोटकपूरा के गांव चमेली वासी जसपाल सिंह द्वारा पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार उसने गांव में रहते शमशेर सिंह के पिता जसविंदर सिंह से करीब एक वर्ष पहले एक मोटरसाइकिल खरीदा था। इसका हलफनामा दस्तावेज उसने नहीं दिए थे।
अब तब उसने शमशेर सिंह से मोटरसाइकिल का हलफनामा बयान मांगा तो शमशेर सिंह ने उससे झगड़ा किया। इसी बात को लेकर गत पांच अप्रैल को शमशेर सिंह घर का दरवाजा खटखटाने लगा। जब शिकायतकर्ता ने दरवाजा नहीं खोला तो शमशेर सिंह ने दरवाजे पर ईंट मार इसे तोड़ने की कोशिश की। पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर आरोपी पर मामला दर्ज किया है।
आम आदमी पार्टी पंजाब के ज्वाइंट सचिव वरिंदर कुमार मधेके ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके पट्टी के मौजूदा विधायक की वायरल हुई ऑडियो जिसमें वह एक थानेदार को धमका रहे हैं की जांच की मांग की है। बरिंदर कुमार ने कहा कि राज्य में यह कोई पहला मामला नहीं है जिसमें सत्ताधारी पार्टी के विधायक पुलिस मुलाजिमों को धमका रहे हो। उन्होंने कहा कि राज्य में कर्फ्यू लगा होने के बावजूद भी पुलिस सड़कों पर दिन-रात लोगों की सुरक्षा में लगी है। ऐसे में विधायकों द्वारा पुलिस को धमकाना गलत है। उन्होंने कहा कि ऐसे विधायक पर राज्य सरकार कार्रवाई करे।
पट्टी के विधायक रविंद्र सिंह गिल का कहना है कि जिसने यह गलत वीडियो बनाकर वायरल की है उसके खिलाफ वह पुलिस को लिख कर दे चुके हैं और पुलिस जांच कर रही है पुलिस जांच के बाद ही अगली कार्रवाई होगी।
पिछले डेढ़ महीने से राज्य में कोविड-19 महामारी के चलते कर्फ्यू लगा हुआ है। ऐसे में जहां राज्य सरकार की ओर से जरूरतमंद परिवारों के लिए राशन मुहैया करवाया गया था। वहीं, अब राज्य सरकार ने शहरों को सैनिटाइज करने के लिए बड़े ट्रकों को सुविधाओं से लैस करके भेजा है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से सुविधाओं से लैस ट्रक को विधायक डॉ. हरजोत कमल, नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन विनोद बांसल, एडिशनल डिप्टी कमिश्नर अनीता दर्शी व पंजाब प्रदेश कांग्रेस के सचिव एडवोकेट रवि ग्रेवाल ने रवाना किया।
विधायक डॉ. हरजोत कमल ने कहा कि राज्य में कर्फ्यू लगा होने के बाद भी लोगों की सुविधा के लिए सरकार की ओर से पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं। उन्होंने शहरवासियों को अपील की है कि जिला प्रशासन की ओर से जो दुकानें खोलने के लिए छूट दी गई है। उसमें सरकारी हिदायतों का पालन करें। विधायक डॉक्टर हरजोत कमल ने कहा कि यह ट्रक सैनिटाइज के लिए सरकार द्वारा भेजा गया है। जो पूरे शहर की हर गली मोहल्ले को सैनिटाइज करेगा।
वार्ड 42 में करवाई फॉगिंग
नगर निगम के सहयोग से शहर के वार्ड-42 में यूथ कांग्रेस नेता रमन माकड़ की अगुआई में फॉगिंग करवाई गई। रमन माकड़ ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते जहां राज्य में कर्फ्यू लगा हुआ है। वहीं बदलते मौसम के कारण मच्छर न बढ़ें, इसके लिए राम गंज मंडी, मेन बाजार, सब्जी मंडी में फॉगिंग करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि शनिवार को वार्ड को सैनिटाइजर भी करवाया जाएगा।
शिरोमणि अकाली दल के इंचार्ज भूपिंदर सिंह साहूके ने गेहूं से भरा ट्रक अमृतसर साहिब के दरबार साहिब में लगने वाले लंगर के लिए भेजा। भूपिंदर सिंह साहूके ने कहा कि कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण राज्य में कर्फ्यू लगा है। लेकिन कर्फ्यू से पहले श्री दरबार साहिब में रोजाना लाखों श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगता था। जो आगे भी लगेगा। इस अवसर पर खनमुख भारती ,जगरूप सिंह, अजीतपाल सिंह, बलवीर सिंह, गुरमेल सिंह, बलकरण सिंह, अमरजीत सिंह, सरपंच सुरजीत सिंह, अमरजीत सिंह, तारा सिंह, मलकीत सिंह आदि माैजूद रहे।
कोरोना वायरस रोकने के लिए चल रहे लॉकडाउन और कर्फ्यू में जरूरतमंद लोगों के लिए शहर की तीन संस्थाओं भारत विकास परिषद, अग्रवाल सभा और सेठ जीवन राम केदार नाथ धर्मार्थ ट्रस्ट की ओर से अग्रवाल भवन में पिछले 44 दिनों से लगातार लंगर तैयार किया जा रहा है। लंगर को पैकिंग करके जरूरतमंद लोगों में बांटा जाता है और अब तक करीब 55 हजार भोजन के पैकेट बांटे जा चुके हैं। इस दौरान शिअद के जिलाध्यक्ष व कोटकपूरा के पूर्व विधायक मनतार सिंह बराड़ व उनके बेटे अनु प्रताप सिंह बराड़ भी अग्रवाल भवन में पहुंचे और संस्थाओं के पदाधिकारियों को प्रोत्साहन बढ़ाया।
भारत विकास परिषद के प्रांतीय सलाहकार जयपाल गर्ग व अग्रवाल सभा के प्रधान सुभाष गोयल ने बताया कि लॉकडाउन व कर्फ्यू की वजह से लोगों की कमाई के साधन बंद हो चुके हैं। इनमें से हर रोज कमाई करके परिवार पालने वाले लोगों का बुरा हाल है और उनके सामने भूखे मरने की नौबत तक आ चुकी थी। ऐसे लोगों की ही मदद करने के लिए उनकी संस्थाओं यह लंगर चलाया जिसमें संस्थाओं के पदाधिकारियों, सदस्यों समेत शहरवासियों व प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से भरपूर सहयोग दिया जा रहा है।
लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के चलते उनकी संस्था ने लंगर जारी रखने का फैसला लिया है। इस मौके पर नरेशपाल कांसल, राम कुमार गर्ग, टीआर अरोड़ा, भूषण मित्तल, वरिंदर कटारिया, नरेश गोयल, आशु गर्ग गप्पा, राकेश मंगल मौजूद रहे।
डॉ.सैफुद्दीन किचलू पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ऑनलाइन मदर्स-डे सेलिब्रेशन का आयोजन किया गया। छह कैटेगरी में होने वाले इस आयोजन को लेकर बच्चों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। स्कूल के डीन मलकीत सिंह ने बताया कि किंडरगार्टन के बच्चों के लिए मी एंड मॉम थीम पर डांस प्रस्तुत करना है। पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों को अपनी मां के साथ भावपूर्ण ढंग से सेल्फी लेनी है। चौथी से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों पर मां विषय पर कविता उच्चारण करनी है। छठी से लेकर आठवीं कक्षा तक के बच्चों को जीवन में आइडियल महिला विषय पर भाषण देना है, नौवीं से दसवीं कक्षा तक के बच्चों को प्ले बैक सांग के साथ एक्ट करना है। 11वीं व 12वीं कक्षा के बच्चों को आदर्श महिला पर पोट्रेट तैयार करना है।
पंजाब सरकार की हिदायत के अनुसार दूसरे राज्यों के जो निवासी कर्फ्यू व लॉकडाउन के दौरान पंजाब में रह गए थे, उनको उनके राज्य में वापस भेजने के लिए फरीदकोट प्रशासन द्वारा विशेष बसों और रेल गाड़ियों का प्रबंध किया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट कुमार सौरभ राज ने बताया कि पहले पड़ाव में उत्तराखंड, झारखंड और राजस्थान के लोगों को उनके राज्यों में वापस भेजने के लिए बसें और रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के गड़वाल क्षेत्र के लोगों के लिए 9 मई को शाम को 8 बजे फरीदकोट से विशेष बसें चलाईं जाएंगी जो कि देहरादून तक जाएंगी और इनमें उत्तराखंड के चमोली, देहारादून, हरिद्वार, पौड़ी गड़वाल, रुद्र प्रयाग, टिहरी गड़वाल और उत्तर कांसी आदि क्षेत्रों के लोग शामिल हैं, जिनको देहरादून पहुंचने के उपरांत वहां से सरकार द्वारा उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा।
उन्होंने उत्तराखंड के वापस जाने वाले लोगों जिनका मेडिकल हो चुका है उनसे अपील की कि वह 9 मई को सुबह 10 बजे संबंधित एसडीएम दफ्तर में पहुंच जाएं जहां से उनको फरीदकोट लाया जाएगा और अपेक्षित खाना और अन्य समान देकर देहरादून के लिए रवानाकिया जाएगा।
जाने वालों को रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी
डिप्टी कमिश्नर ने आगे बताया कि झारखंड के डालटेल के लिए रेलगाड़ी 10 मई को बठिंडा से दिन में 12:30 बजे चलेगी। उन्होंने झारखंड के फरीदकोट में रह रहे लोगों को कहा कि जिन्होंने रजिस्ट्रेशन करवा ली है वह इस दिन सुबह 8 बजे संबंधित एसडीएम दफ्तर पहुंचे जहां से उनको बसों के द्वारा बठिंडा लेकर जाया जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि राजस्थान जाने वाले लोगों के लिए राजस्थान की सरकारी वेबसाइट www.emitraapp.rajasthan.gov.in पर रजिस्टर्ड करवाना जरूरी है इस रजिस्ट्रेशन होने उपरांत ही राजस्थान सरकार द्वारा अपने लोगों को राजस्थान दाखिल होने दिया जाएगा।
डिप्टी कमिश्नर ने उत्तराखंड, झारखंड और राजस्थान के लोगों से अपील की कि जिन्होंने पंजाब सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करवाई वह तुरंत रजिस्ट्रेशन करवाएं या तुरंत संबंधित एसडीएम दफ्तर से संपर्क करके फार्म भरें। उनको भी इस ग्रुप के साथ अपेक्षित कार्यवाही पूरी करने उपरांत उनके राज्य में भेज दिया जाएगा।
जिला मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को कर्फ्यू में 8 घंटे ढील देते सुझाए गए नियमों की पालना करने पर जोर दिया। जिला मजिस्ट्रेट संदीप हंस ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि उनके दफ्तर की तरफ से कर्फ्यू के दौरान दुकानें खोलने और आने-जाने के लिए पहले जारी किए सभी के पास रद्द कर दिए गए हैं। दफ्तर डिप्टी कमिश्नर और सिविल प्रशासन के बाकी विभागों के अधिकारी /कर्मचारी को जारी कर्फ्यू के पास पहले की तरह ही लागू रहेंगे। यदि भविष्य में किसी तरह का और कर्फ्यू पास जारी करने की जरूरत पड़ी तो उस पर अलग तौर पर विचार किया जाएगा।
जो मुलाजिम सरकारी और रजिस्टर्ड प्राइवेट अदारों में काम करते हैं, उनका दफ्तरी पहचान पत्र ही, कर्फ्यू के दौरान दफ्तर आने-जाने के लिए इस्तेमाल होगा और अलग तौर पर कर्फ्यू के पास की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी प्राइवेट अदारों ने अपने वर्करों को शिनाख्ती कार्ड जारी नहीं किए तो वह शिनाख्ती कार्ड तुरंत जारी करेंगे।
इसके अलावा बैंकों /पोस्ट ऑफिस के पब्लिक डिलिंग के लिए खुलने का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक होगा। इस श्रेणी में दफ्तरी कामकाज के लिए समय दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक होगा। कर्फ्यू के दौरान बैंक /पोस्ट आफिस के मुलाजिमों की मूवमेंट के लिए उनके सरकारी शिनाख्ती कार्ड ही कर्फ्यू के पास होंगे। अलग-अलग प्राइवेट और सरकारी प्रोजेक्टों अधीन काम करते ठेकेदार उनकी लेबर और व्हीकलों के लिए जारी किए गए कर्फ्यू पास पहले की तरह ही लागू रहेंगे। कर्फ्यू के दौरान ई-कामर्स कंपनियों को केवल जरूरी वस्तुओं की सप्लाई के लिए छूट होगी।
उन्होंने कहा कि ढील के समय लोगों को केवल पैदल या साइकिल या टू ह्वीलर पर घर से बाहर आकर जरूरी वस्तुएं खरीदने की इजाजत है। जहां तक हो सके नजदीकी दुकान से ही जरूरी समान खरीदें।
इनको नहीं कोई छूट
बस सेवा, टैक्सी कैब, ऑटो रिक्शा, साइकिल रिक्शा चलने पर पूर्ण तौर पर पाबंदी होगी। बार्बर, सैलून्स, स्पा की दुकानों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में खोलने पर पाबंदी होगी। होटल, रैस्टोरेंट, ढाबे (शहरी क्षेत्र अंदर), तम्बाकू, गुटका आदि की दुकान को खोलने पर पाबंदी होगी। सभी शैक्षिक अदारे, प्रशिक्षण और कोचिंग सेंटर, आईलेट्स सेंटर, प्रहुणचारी सेवाओं, सिनेमा हाल, जिम, खेल कांप्लैक्स, स्विमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, क्लब, थीयेटर, बार, आडीटोरियम, एसेंबली हाल और अन्य सामाजिक, धार्मिक, राजनितिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षिक या सांस्कृतिक समागम या जलसों पर पाबंदी जारी रहेगी।
यह हैं कन्टोनेमेंट एरिया
जिले के सील किए गांव जिनमें ढुडीके, चुहड़चक, मद्दोके, डेमरु खुर्द, गलोटी व बाघापुराना का बाबा रोडू शाह रोड कोन्टोनमेंट क्षेत्र में हैं। यहां कोई ढील नहीं होगी।
पहले जारी किए पास कैंसिल किए गए
इसके अलावा जिला मजिस्ट्रेट ने आम जनता को सूचित करते कहा कि इस दफ्तर की तरफ से कर्फ्यू के दौरान दुकानों को खोलने और आने जाने के लिए पहले जारी किये सभी के पास कैंसिल किए जाते हैं। दफ्तर डिप्टी कमिश्नर और सिविल प्रशासन के बाकी विभागों के अधिकारियों /कर्मचारियों को जारी कर्फ्यू के पास पहले की तरह ही लागू रहेंगे।
कोरोना के खात्मे के लिए आयुर्वेदिक इलाज प्रणाली और होम्योपैथिक दवा द्वारा कोरोना पॉजिटिव आए मरीजों, क्वारेंटाइन किये व्यक्ति, फ्रंट लाइन पर काम कर रहे सेहत विभाग के कर्मचारी और दिन रात ड्यूटी दे रहे पुलिस अधिकारी की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार की तरफ से सेहत विभाग को आयुर्वेदिक दवा मुहैया करवाई गई है।
भारत की मिनिस्ट्री आफ आयुष की तरफ से जारी एडवाइजरी के मुताबिक शुक्रवार को यह आयुर्वेदिक दवाएं जिला आयुर्वेदिक अफसर डाॅ. उषा गर्ग, एएमओ डाॅ. नवदीप बराड़, एएमओ डाॅ. भुपिन्दर सिंह ने विधायक डा. हरजोत कमल को सौंपी, जिससे वह खुद भी इन दवाओं का सेवन करें और अपने अमले को भी यह दवाएं दें।
डाॅ: नवदीप बराड़ ने कहा कि सोमवार से यह दवाएं क्वारेंटाइन किए कोरोना पॉजिटिव मरीजों और उनकी केयर करने वाले सेहत अमले को देनीं शुरू की जाएंगी।
पंजाब टीचर एंड एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन के नेता सुखजिंदर सिंह और नवदीप सिंह बाजवा ने प्रेस बयान जारी करते कहा कि एसोसिएशन की कोशिशें सफल हुई। एसएसए /रमसा /माडल और आदर्श स्कूलों के अधीन काम करते अध्यापकों की सेवाएं अप्रैल में कन्फर्म हो गई हैं और उनको अप्रैल महीने का पूरा वेतन मिल चुका है।
जिक्रयोग्य है कि लगभग 10 सालों से ठेके पर कम वेतन और अनावश्यक शर्तों के अधीन काम करते उक्त 8886 अध्यापकों / मुख्य अध्यापकों / प्रिंसिपल को मौजूदा पंजाब सरकार ने 1 अप्रैल 2018 से 2 साल के परखकाल के समय की शर्त पर शिक्षा विभाग में रेगुलर किया था। यह समय 31 मार्च 2020 को पूरा हो गया है और कर्मचारियों को 1 अप्रैल 2020 से कन्फर्म कर दिया गया है।
उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षा विभाग की तरफ से परखकाल पार करने और कन्फर्म करने की कार्यवाही बिल्कुल आसान करते ऑनलाइन व्यवस्था शुरू की गई है, जो कि कर्मचारियों के लिए बहुत लाभपरक साबित हुआ। इससे जहां समय की बचत होती है, वहीं अनावश्यक फाइलें बनाने से कर्मचारियों को राहत मिली है। लॉकडाउन के कारण जिन अध्यापकों के सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का काम अधूरा रहने कारण नौकरी कंफर्म नहीं हुई, उनके डीडीओ को एसोसिएशन की तरफ से अपील की गई कि उक्त अध्यापक से स्वघोषणा पत्र ले कर उनको कंफर्म किया जाए। उन्होंने कहा कि जो मांगें उनकी रह गई हैं, उसके लिए एसोसिएशन अपनी, कोशिशों जारी रखेगी।
इस मौके पर मनदीप शर्मा, अश्वनी कुमार, अश्वनी माहला, बलविन्दर सिंह, पुनीत कुमार, रमनदीप कपिल, बलकरन सिंह, हरमेल दास, यशवंत कड़ियाल, पुनीत चाटले आदि ने पंजाब सरकार, शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव पंजाब कृष्ण कुमार और जिला शिक्षा अफसर (सै.)जसपाल सिंह औलख का धन्यवाद किया।
विभिन्न शहरों से दूध इकट्ठा कर वेरका प्लांट ले जाने से पहले रास्ते में सस्ते रेट पर दूध बेचने व कम हुए दूध को पूरा करने के लिए गंदा पानी मिक्स करने के आरोप में पुलिस ने दो लाेगाें काे गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कैंटर कब्जे में लेने के बाद दूध के सैंपल लेकर लैंब भिजवाया है।
थाना सिटी वन के सब इंस्पेक्टर संदीप सिंह ने बताया कि गोधेवाला निवासी हरप्रीत सिंह ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह दूध की डेयरी चलाता है और वेरका मिल्क प्लांट लुधियाना वालों की ओर से कैंटरों के जरिए पंजाब भर से दुध इकट्ठा किया जाता है। ऐसे में कैंटर नंबर पीबी 29आर4524 में फिरोजपुर व फाजिल्का से वीरवार को 12 हजार लीटर दूध लेकर कैंटर लुधियाना की ओर जा रहा था। जबकि राऊके कलां निवासी मनजिंदर सिंह दूध वाले कैंटर को चलाने का काम करता है। गुरबीर सिंह कैंटर पर मुलाजिम है। वह दोनों दुध इकट्ठा करने के बाद लुधियाना जाते समय रास्ते में मोगा में भोले भाले लोगों को सस्ते रेट पर दूध निकाल कर बेचते हैं और बाद में कैंटर में दूध पूरा करने के लिए उसमें गंदा पानी मिलाते हैं।
वीरवार को भी उक्त लोगों को ऐसा करने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन समय पर पुलिस को सूचित करने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दूध से भरे कैंटर व उसमें सवार दोनों लोगों मनजिंदर सिंह, गुरबीर सिंह को गिरफ्तार करने के बाद सेहत विभाग के फूड सेफ्टी अधिकारी जतिंदर विर्क से बात करके देर शाम को दूध के सैंपल भरवाकर कैंटर को छोड़ दिया। जबकि मनजिंदर सिंह, गुरबीर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी व सरकारी राशन खुर्दबुर्द करने के आरोप में केस दर्ज किया है।
जांच अधिकारी ने बताया कि वेरका प्लांट के लिए इकट्ठा किए जाना वाला दूध रास्ते में किसी को बेचा नहीं जा सकता है। इसी के चलते उक्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
आलू व्यापारी पत्नी की तबीयत खराब होने से बाइक से पत्नी को मोगा के निजी अस्पताल के डॉक्टर से दवा दिलवाकर जब वापस घर लौटने लगा तो रास्ते में पावर ग्रिड के निकट अन्य बाइक सवार दो युवकों ने डबल बैरल गन दिखाकर गोली मारने की धमकी देते हुए एक लाख 46 हजार रुपए लूट ली। पुलिस ने अज्ञात बाइक सवार दो लुटेरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही पुलिस मोगा से पावर ग्रिड तक से सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक कर रही है, ताकि बाइक सवार लुटेरों की पहचान हो सके, जो मोगा की तरफ से आए थे और मोगा की तरफ ही फरार हुए थे।
थाना चड़िक के एसएचओ राजिंदर सिंह ने बताया कि कस्बा बाघापुराना निवासी हरीश कुमार ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि वह आलू स्टोर करने का काम करता है। इसके लिए उसने कस्बे में बराड़ कोल्ड स्टोर किराए पर ले रखा है। उसके द्वारा किसानों से आलू खरीद कर ठेके पर लिए कोल्ड स्टोर में स्टोर किए थे। जिन लोगों से उसने आलू खरीदे थे। उनको रुपये देने के लिए कोल्ड स्टोर में शुक्रवार को बुलाया था। वह सुबह घर से रुपए लेने के लिए आया था। उसने घर से एक लाख 40 हजार रुपए लिए जबकि छह हजार रुपए उसके पास पहले से मौजूद थे।
वह अभी घर से निकलने ही लगा था कि इतने में उसकी पत्नी की तबीयत अचानक खराब होने पर वह अपनी पत्नी को मोटरसाइकिल पर बिठाकर रुपए साथ लेकर मोगा निजी अस्पताल में पहुंचा और पत्नी को मोगा अस्पताल से दवा दिलवाने के बाद वापस बाघापुराना लौटते समय गांव सिंघावाला में कुछ किसानों के रुपए देने के बाद आगे अपने घर पत्नी को घर छोड़ने के बाद कोल्ड स्टोर जाकर वहां उसका इंतजार कर रहे लोगों को रुपये देने थे।
जैसे ही शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे उनकी बाइक गांव सिंघावाला के निकट पावर ग्रिड के पास पहुंची ताे इतने में मोगा साइड से आई अन्य बाइक सवार दो युवक मुंह ढके उनके पास आए तथा डबल बैरल गन दिखाकर गोली मारने की धमकी देकर 1.46 लाख रुपए छीनकर मोगा की ओर फरार हो गए।
लुटेरों की पहचान के लिए रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिस
मामले की जानकारी पुलिस को देने पर एसएचओ चड़िक, थाना सिटी साउथ के एसएचओ कर्मजीत सिंह्र, डीएसपी सिटी परमजीत सिंह, डीएसपी-डी जंगजीत सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा हरीश कुमार से घटना की जानकारी लेने के बाद जांच शुरू करते हुए अज्ञात बाइक सवारों के खिलाफ लूट व असला एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा पुलिस द्वारा लुटेरों की पहचान के लिए कोटकपूरा रोड से लेकर वारदात वाले स्थान तक रास्ते में जितने में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनकी फुटेज खंगाली जा रही है।
पुरानी रंजिश में की युवक की हत्या पांच लाेगाें के खिलाफ मामला दर्ज
नजदीकी गांव ढुड्डी में पुरानी रंजिश के चलते एक युवक पर उसी के घर के पास पांच व्यक्तियों ने तेज धार हथियारों से हमला कर दिया। इसके चलते नौजवान की मौत हो गई। उसकी पहचान 23 वर्षीय सुखदेव सिंह के तौर पर हुई। पुलिस ने घटना की जांच के बाद पांच लाेगाें पर मामला दर्ज किया है। सुखदेव सिंह (मृत) के पारिवारिक सदस्य तरसेम सिंह के अनुसार वीरवार रात्रि सुखदेव के घर के पास की गली में कुछ लोगों ने हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हमले का कारण पुरानी रंजिश बताया जा रहा है।
परिवार के सदस्यों ने कहा कि जब तक इन लोगों की गिरफ्तारी नहीं होगी हम संस्कार नहीं करेंगे। फरीदकोट थाना सदर प्रभारी इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह ने बताया कि घटना का पता चलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने गांव ढुडी के ही रहने वाले जगजीत सिंह, बिल्ला सिंह, बंता सिंह, निर्मल सिंह व जगराज सिंह पर मामला दर्ज कर इनमें से जगजीत जग्गी को काबू कर लिया जबकि बाकी के चार आरोपियों को पकड़ने के प्रयास चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों में पहले भी झगड़े होते रहे हैं इनके आपस में कई मामले चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज होने व गिरफ्तारी के बाद मृतक के परिजनों ने उसका संस्कार कर दिया है।
कोलकाता में पंजाबी ड्राइवर का हुआ कत्ल
गांव भलूर के किसान लक्खा सिंह के नौजवान बेटे सुखमंदर सिंह (37) का पश्चिमी बंगाल की राजधानी कोलकाता में अज्ञात लोगों ने हत्या कर दी। पारिवार के मुताबिक सुखमंदर सिंह 9-10 महीने से कोलकाता में ही रहकर ट्रक चालक की नौकरी कर रहा था। उसके भाई सिकंदर सिंह ने बताया कि वीरवार को हमें सुखमन्दर सिंह की हत्या के बारे में रिश्तेदार से पता लगा। उन्हें सुखमन्दर के कंडक्टर ने सारी जानकारी दी। उसने बताया कि जब किसी होटल पर चाय आदि पीने के लिए रुके तो इसी दौरान अज्ञात लोग उसकी कत्ल कर गए। उन्होंने कोलकाता प्रशासन और पंजाब सरकार से अपील की कि जांच कर दोषियों को सजा दिया जाए।
पंजाब सरकार ने 8 मई से माल विभाग से संबंधित जमीन-जायदाद की रजिस्ट्रियों का काम शुरू करने के साथ सेवा केंद्रों में भी काम शुरू करने की घोषणा की थी। सेवा केंद्रों में विवाह सर्टिफिकेट्स एवं हथियारों के लाइसेंस के बिना अन्य कामों को करने की छूट दी थी।
इन सेवा केंद्रों में हर आम व्यक्ति काम के लिए सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक आ सकता है और प्रशासन की विशेष परमिशन से 1 बजे से 3 बजे तक काम होंगे। पंजाब सरकार के सेवा केन्द्रों में सीमित स्टाफ के द्वारा कामकाज को शुरू करने के लिए इस फैसले से सेवा केन्द्रों में फिर से रौनकें लौटने की संभावना जगी थी। परंतु शुक्रवार को मोगा की मिनी सचिवालय में न तो रजिस्ट्रियों का काम शुरू हुआ और न ही सेवा केंद्र में लोग पहुंचे। इस संबंधी एसडीएम सतवंत सिंह का कहना था कि पहले इन कार्यालयों की साफ-सफाई एवं सेनिटाइज कराएंगे और सोमवार से बाकायदा काम शुरू होगा।
इस संबंधी एडवोकेट गुरजंट सिंह का कहना है कि जायदाद की खरीद-बेच संबंधी हुए इकरारों की समय सीमा निकलने से धोखाधड़ी होने की संभावना बढ़ रही थी परंतु सरकार के इस फैसले से इनको विराम लगेगा। उसने लोगों से भी अपील की कि अगर इस सुविधा को जारी रखना है तो रजिस्ट्रियां कराने आने वाले लोग अपने साथ एक या दो लोगों को ही लेकर आएं, भीड़ न करें। अर्जी नवीस राज कुमार ने कहा कि माल विभाग एवं सेवा केंद्रों के काम शुरू होने से न केवल सेवा केंद्रों में ठेके पर काम करने वाले अमले का रोजगार चलेगा बल्कि हर रोज कमाने वाले टाइपिस्टों एंव अर्जी नवीसों का काम भी चलने लगेगा।
11 मई से शुरू होंगी सेवाएं : डीसी संदीप हंस
डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने बताया कि जिले में नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने वाले सभी 13 सेवा केंद्र 11 मई से खोले जाएंगे। यह केंद्र सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक खोले जाएंगे। इसी तरह जिले में सभी 8 सब रजिस्ट्रार /ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार दफ्तर भी सुबह 10 से 1 बजे तक 11 मई से खोले जाएंगे।इन सेवा केन्द्रों में शुरुआत में केवल 153 सेवाओं प्रदान की जाएंगी। अगले आदेशों तक हथियार और विवाह की रजिस्ट्रेशन संबंधी कोई भी काम नहीं किया जाएगा। इसी तरह सब रजिस्ट्रार /ज्वाइंट सब रजिस्ट्रार दफ्तरों में रजिस्ट्रियां /इकरारनामे किये जाएंगे।
सेवा केंद्र खोलने से पहले वहां दवा का छिड़काव किया जायेगा। जिले के 13 केंद्रों में सुविधा केंद्र जिला प्रशासनिक कांप्लैक्स, सर्कुलर रोड, बीडीपीओ दफ्तर कोट इसे खां, मुगलू पत्ती बाघापुराना, नगर निगम इमारत मोगा, दफ्तर नगर कौंसिल धर्मकोट, सब तहसील बधनी कलां, तहसील दफ्तर निहाल सिंह वाला, अजीतवाल, फतेहगढ़ पंजतूर, जलालाबाद ईस्ट, माड़ी मुस्तफा और समालसर हैं। एसडीएम सतवंत सिंह ने कहा कि सोशल डिस्टेंस का सख्ती से पालना कराया जाएगा। सेनीटाइजर के प्रयोग व हैंड सेनेटाइजर के प्रयोग को भी यकीनी बनाया जाएगा।
पिछले 45 दिनों के लाॅकडाउन व कर्फ्यू के दौरान जिला प्रशासन के आदेश पर शुक्रवार से जिले की सभी तहसीलों में रजिस्ट्रियों का काम काज शुरू हुआ। तहसील खुलते ही तहसील में काम करते इकरारनामा नवीस, टाईपिस्ट, फोटोस्टेट, अष्टामफरोश , फोटोग्राफर व काम करवाने को आने वालों से तहसील में रौनक लौट आई।
नोटरी पब्लिक विनोद कुमार बांसल, दर्शन गुप्ता एडवोकेट, सुमित शर्मा एडवोकेट, और परमिन्दर कुमार, दिनेश शर्मा, योगराज शर्मा आदि वसीकानवीसों ने बताया कि जिस दिन से लॉकडाउन लगा था उसी दिन से वह कामकाज शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।
टाईपिस्ट बलकरन खारा, जतिन्दर कुमार कक्कड़िया, कृष्ण लाल और अष्टाम फरोश करमजीत सिंह, हरप्रीत सिंह ने बताया कि उनके परिवार में कई सदस्य हैं। लॉकडाउन के कारण कोई आमदन न होने के चलते गुजारा मुश्किल हो गया था। तहसीलदार कोटकपूरा रजिन्दर सिंह सरां और नायब तहसीलदार चरणजीत सिंह वडिंग ने बताया कि आज कई लोग रजिस्ट्रियां करवाने के लिए तहसील में आये हैं जो सभी कुछ बंद होने के कारण अपने कागज पत्र तैयार करवा रहे हैं कागज तैयार होने पर रजिस्ट्रियां की जाएंगी।
तहसील कॉम्प्लेक्स में काम करते टाइपिस्ट, अष्टाम फरोश, वसीकानवीस, आदि को तहसीलदार ने सेनिटाइजर, मास्क, और दस्ताने आदि उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उल्लेखनीय है कि आज सरकार के ऐलान बाद भी सेवा केंद्र नहीं खोले गये।
श्री हजूर साहिब नांदेड़, राजस्थान और अन्य राज्यों से जिले के साथ संबंधित लोगों को फरीदकोट वापस लाने वाले पीआरटीसी डीपू फरीदकोट के 24 चालकों को पंजाब सरकार और स्वास्थ्य विभाग की हिदायत क अनुसार जिला प्रशासन की तरफ से सरकारी स्कूल नई पिपली में एकांतवास करके इनके सैंपल लिए गए थे।
सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद और इनके डाक्टरी जांच के बाद सभी चालकों की स्वास्थ्य बिलकुल ठीक पाई गई है और एसडीएम फरीदकोट परमदीप सिंह और तहसीलदार परमजीत सिंह बराड़ आदि अधिकारियों की हाजिरी में उपरोक्त सभी चालकों को अब सरकारी स्कूल नई पिपली के एकांतवास केंद्रों से घर भेज दिया गया है। जहां इनको 14 दिन और एकांतवास में रखा जाएगा। इस मौके पीआरटीसी के चालकों ने जिला प्रशासन की तरफ से एकांतवास के दौरान उनके लिए रिहायश, खाने, स्वस्थ सहूलियतों आदि और बढ़िया प्रबंध करने पर जिला प्रशासन और पंजाब सरकार, गांव की पंचायत का धन्यवाद किया। इस मौके इकबाल सिंह सरपंच पुरानी पिपली, सिमरजीत सिंह बराड़ आदि उपस्थित थे।
बाहरी राज्यों से आए 10 मजदूरों को किया क्वारेंटाइन
बीते दिनों नजदीकी गांव भलूर (मोगा) में दूसरे राज्यों से मजदूरी करके वापस लौटे लगभग 10 मजदूरों को 14 दिनों के लिए एकांतवास किया गया।मौके गांव की सरकारी डिस्पेंसरी और गांव में तैनात सेहत विभाग के मुलाजिमों ने इन परिवारों से अपील की कि वह सेहत विभाग की हिदायतें की सख़्ती से पालना करें। यदि बीमारी से संबंधित किसी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत सेहत केंद्र के साथ संपर्ककिया जाए।
मोगा जिले में शुक्रवार तक 11 काेरोना मरीज ठीक हो चुके हैं और वीरवार एवं शुक्रवार को एक भी पॉजिटिव मरीज नहीं आया और अब तक जिले में कोरोना पॉजिटिव एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है।
इस संबंधी जानकारी देते डिप्टी कमिश्नर संदीप हंस ने बताया कि जिला मोगा में अब तक 11 कोरोना पॉजिटिव मरीज सेहतमंद होकर अपने घर वापस जा चुके हैं और इस समय पर जिले में कुल एक्टिव मामलों की संख्या 43 है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कोरोना संबंधी 180 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है।
संदीप हंस ने बताया कि जो 11 लोग सेहतमंद हो कर अपने घर वास लौटे हैं उनमें 4 महाराष्ट्र से आए मरीज, 6 बाघापुराना से और 1 माणूंके का मरीज शामिल है। उन्होंने बताया कि अब तक 209 श्रद्धालु श्री हजूर साहिब से लौटे हैं। इसी तरह 426 बाहर के राज्यों से आए मजदूर, कंबाइनों के चालक और अन्य मजदूरों के भी नमूने लिए गए हैं। सिविल सर्जन मोगा डा. अन्देश कंग ने बताया कि 43 एक्टिव मामलों बीच में से 17 मरीज सिविल अस्पताल बाघापुराना में और 26 सिविल अस्पताल मोगा में दाखिल हैं।
फरीदकोट जिले में आई 237 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव
फरीदकोट जिले से कोरोना जांच के लिए भेजे गए सैंपल में से शुक्रवार काे आई सभी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। जिला मास मीडिया अधिकारी प्रभदीप सिंह चावला ने बताया कि जिले भर में अब तक कुल 2481 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिनमें से अब तक 1419 की रिपोर्ट आ चुकी है जबकि 1062 की रिपोर्ट का इंतजार है।
उन्होंने बताया कि जिले में से जांच के लिए भेजे गए स्वास्थ्य कर्मचारियों के 24 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। उन्होंने बताया जिले में अब तक संक्रमित मिले 45 में से 42 मरीजों का उपचार फरीदकोट के श्री गुरु गोविंद सिंह मेडिकल काॅलेज अस्पताल में चल रहा है व सभी मरीजों की हालत स्थिर है।
पंजाब जल स्त्रोत इंप्लाइज यूनियन टेवू की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा मीटिंग सूबा चेयरमैन साथी सुरिन्दर कुमार की अध्यक्षता में हुई। मीटिंग के फैसले प्रेस बयान जारी करते सूबा प्रधान सतीश राणा और जनरल सचिव नवजोत पाल सिंह ने बताया कि मीटिंग दौरान कोविड -19 महामारी के साथ हो रहे जानी और आर्थिक नुकसान और चिंता का प्रगटावा करते जरूरतमंद परिवारों की आर्थिक मदद करने का फैसला किया, पंजाब जल स्रोत सांझी मुलाजिम एक्शन समिति के वक्ताओं और पंजाब जल स्त्रोत प्रबंधन और विकास निगम के मुलाजिमों की तरफ से मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मैनेजमेंट को हर कर्मचारी और अधिकारी की तरफ से दी एक दिन की तनख़्वाह के लिए मुलाजिमों का धन्यवाद किया।
मीटिंग के दौरान कोविड -19 महामारी के चलते पंजाब सरकार की तरफ से दफ्तर खोलने के आदेश को मुख्य रखते मुख्य दफ्तर और क्षेत्रीय दफ्तरों अंदर साफ-सफाई, सैनिटाइज, पीने वाले साफ पानी आदि के लिए मैनेजमेंट की तरफ से उचित प्रबंध करन की मांग की। नेताओं बताया कि मैनेजमेंट की तरफ से जत्थेबंदी के साथ बार - बार मीटिंगों करके मिनट्स जारी करने के बावजूद मुलाजिम मांगों का हल नहीं किया जा रहा, जिसके चलते मैनेजमेंट प्रति मुलाजिमों अंदर व्यापक रोष है।
8 मई का दिन जो कि हर साल विश्व भर के में विश्व रेडक्रास दिवस के तौर पर मनाया जाता है और इस दिन रैडक्रास संस्था के संस्थापक सर जिने हेनरी ड्यूना को दुनिया भर में याद किया जाता है। रेलवे मंडी स्कूल में भी विश्व रेडक्रास दिवस पर प्रिंसिपल ललिता रानी की योग्य नेतृत्व में समूह अध्यापकों और छात्राओं ने वीडियो कांफ्रैंसिग के द्वारा आज के इस दिन को मनाने के लिए अपने अपने विचार प्रकट किए और रेडक्रास के संस्थापक सर जिने हेनरी ड्यूना को याद किया।
स्कूल के रेडक्रास इंचार्ज मीना कुमारी, रविन्द्र कुमार और रेडक्रास वालंटियर्स की तरफ से स्कूल के समूह अध्यापकों और छात्राएं को कोरोना वायरस से बचने संबंधित वीडियो कान्फ्रेंसिंग के द्वारा कसम उठवाई गई। इस मौके पर रेलवे मंडी स्कूल की छात्राओं का कोरोना महामारी से बचने संबंधी पोस्टर मेकिंग मुकाबला करवाया गया। छात्राओं ने अपने अपने घरों में बैठ कर ही अपने अपने पोस्टर वीडियो कान्फ्रेंस के द्वारा बना कर पेश किए, माहिर अध्यापकों की टीम ने पोस्टर मेकिंग मुकाबले की जजमेंट की और पहले तीन स्थानों ऊपर आने वाली छात्राओं को विजेता घोषित किया गया।
इस मौके पर समूह स्टाफ और छात्राओं को संबोधन करते स्कूल के प्रिंसिपल ललिता रानी ने कहा कि विश्व रेड क्रास दिवस के मौके पर हमें सब को देश के जागरूक नागरिक और रैड क्रास के वालंटियर बनकर कोरोना जैसी महामारी से ख़ुद अपना बचाव करना चाहिए और अपने आस -आसपास और परिवार के बाकी सदस्यों को भी इस महामारी से बचने के तरीकों से जानकार करवाना चाहिए।
उन्होंने कहा कर हमें बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए यदि बहुत जरूरी हो तो नाक और मुँह पर मास्क लगा कर जाना चाहिए और एक दूसरे के साथ सामाजिक दूरी बनाई रखनी चाहिए। इस मौके पर वीडियो कांफ्रैंस में अध्यापक शालिनी अरोड़ा रवीन्द्र कौर, बलदेव सिंह, संजीव अरोड़ा, जसपाल सिंह ने शिरकत की।
कोरोना संकट से निपटने के लिए लगे लॉकडाउन तथा कर्फ्यू के कारण शुरू से ही स्थानीय बाबा बन्ना वेलफेयर सोसायटी तथा गुरुद्वारा सिंह सभा कमेटी वालों ने भाजपा नेता सतीश बाबा के सहयोग से अलग-अलग चलाए जा रहे लंगरों द्वारा गांव के करीब 2500 लोगों के लिए लगातार लंगर सेवा उपलब्ध करवाई गई।
लंगरों को विधिवत तथा लॉकडाउन की शर्तों के अनुसार चलाने के लिए स्थानीय ग्राम पंचायत व सिंह सभा गुरुद्वारा कमेटी के सदस्यों हरभजन सिंह, विशन सिंह, गुरदीप सिंह, कुलवंत सिंह, कुलवीर सिंह, गुरबक्श सिंह, बलविंदर कौर, सतनाम कौर, सतवीर, राजेश, पंकज, सतिंदर सिंह,सरबजीत कौर, नीतू, मंजीत कौर,जसपाल कौर, आरती, प्रीती, राजेश शर्मा, चन्द्र मोहन, राजन शर्मा, परविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, राजू, निर्मल सिंह, गुरमीत सिंह, राजिंदर सिंह, जरनैल सिंह, अमर सिंह तथा शेर सिंह का भी योगदान रहा।
समय-समय पर लंगर के राशन तथा अन्य सामग्री उपलब्ध करवाने में पूर्व मंत्री तीक्ष्ण सूद तथा उनके सहयोगी जिला भाजपा अध्यक्ष विजय पठानिया, पूर्व मेयर शिव सूद, जिला महामंत्री विनोद परमार, निपुण शर्मा, सुरेश भाटिया बिट्टू आदि का भी भरपूर सहयोग रहा अब कर्फ्यू में ढील मिलने के कारण तथा लोगों को आजीविका व खाद्य में आज का लंगर बरता कर लंगर समाप्ति की घोषणा की। इस मौके पर तीक्ष्ण सूद आदि ने लंगर कमेटी के सदस्यों को सरोपे डालकर समाज तथा मानवता की सेवा के लिए सम्मानित किया। सूद ने कहा कि बुरे वक्त में दूसरों के काम आना ही भारतीय संस्कृति की विशिष्ट पहचान है।
पंजाब सरकार द्वारा कोरोना संकट के समय में भी राजनीति करके जनता को गुमराह किया है, जो निंदनीय है। यह बात पूर्व सरपंच सुखबीर सिंह नंदन ने एक प्रेस बयान कही। नंदन ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा मेडिकल सेवाओं के लिए 4675 करोड़ बजट में रखे गए हैं। पंजाब का कुल क्षेत्रफल 50 हजार 362 स्केवयर किलोमीटर है, 22 जिलों में एलोपैथी अस्पताल जिला स्तरीय 22, तहसील स्तरीय 42, मैडीकल कालेज व अस्पताल 3, डेंटल कालेज व अस्पताल 2, टीवी अस्पताल 2, कैंसर अस्पताल 2, नशा छुड़ाओ केन्द्र 29, पुनर्वास केन्द्र 20, होम्योपैथी डिस्पैंसरी 111, आयुर्वेदिक एवं यूनानी अस्पताल 5, एलोपैथी डिस्पैंसरी 87, अर्बन प्राइमरी हैल्थ सैंटर 99, अर्बन कम्युनिटी हेल्थ सैंटर 13, आयुर्वेदिक व यूनानी डिस्पैंसरी 507, स्वास्थ्य केन्द्र 17, प्राइमरी हेल्थ सेंटर 432, सब सेंटर हेल्थ 2950, स्वास्थ्य एवं तंदरुस्ती केन्द्र 1361, गांवों में कम्युनिटी हेल्थ सेंटर 152 हैं। इसके अलावा 5-5 गांवों पर एक-एक पीएचसी सेंटर बनाया गया था, जोकि बंद पड़े हैं।
गांवों की डिस्पेंसरी में बीपी व शूगर की दवा थी जोकि अब खत्म है तथा सरकार द्वारा एक भी गोली वहां नहीं भेजी गई। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के पास स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए लंबा चौड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तो है पर दवा व सुविधाएं नहीं हैं। जिस कारण लोग सब कुछ होते हुए भी शोषण का शिकार होने को मजबूर हो रहे हैं। सुखबीर ने कहा कि कोरोना आपदा प्रबंधन की बात करें तो पंजाब सरकार के पास 6 हजार करोड़ आपदा प्रबंधन पड़ा है, 247 करोड़ केन्द्र ने दिया, 112 कोविड फंड दिया, 40 से 50 लाख रुपया का वेंटिलेटर, एम्बुलैंस, कोविड-19 किट आदि खरीदने के लिए लगता है तथा पंजाब सरकार ने एक भी वस्तु नहीं खरीदी।
प्रदेश की जनसंख्या 3 करोड़ 20 लाख के करीब है तथा सरकार द्वारा यदि स्वास्थ्य सेवाओं की तरफ ध्यान दिया जाए तो प्रदेश के लोगों को प्राइवेट अस्पतालों की तरफ मुंह ही न करना पड़े तथा लेकिन पंजाब सरकार की करनी और कथनी में अंतर के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अगर सरकार अपने द्वारा शुरु किए मिशन फतेह को कामयाब करना चाहती है तो वह अपनी नीति और नीयत साफ करे तथा जनता को बताए कि अब तक कोरोना संकट से जूझने के लिए उसने जमीनी स्तर पर क्या किया और कितना पैसा खर्च किया।
सुखबीर ने बताया कि प्रदेश में सरकारी वेंटिलेटर 110 हैं व प्राइवेट 250 हैं तथा कोरोना आपदा के बावजूद सरकार द्वारा वेंटिलेटर खरीदे जाने जरुरी नहीं समझे जड़ा रहे। इस आपदा की घड़ी में शहरों में तो सैनिटाइजेशन की तरफ ध्यान दिया गया, लेकिन गांवों की तरफ ध्यान देना जरुरी नहीं समझा गया।
कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों का अपने राज्यों में पलायन जारी है। प्रवासी मजदूर रोजाना रजिस्ट्रेशन करवा रहें हैं वहीं कुछ मजदूर पैदल और साइकिलों पर भी निकल पड़े हैं। इसी तरह पठानकोट से गुवाहाटी (असम) जाने के लिए निकले 5 फैक्ट्री कर्मी शुक्रवार को 190 किलोमीटर साइकिल चला कर रोपड़ पहुंचे। सभी ने घर जाने के लिए नए साइकिल खरीदें है और उम्मीद है कि 20 दिन में 2500 किलोमीटर का रास्ता तय करके अपने घर पहुंच जाएंगे।
रोपड़ पहुंचे साइकिल सवार उद्धबरो, धनेसवर, सीदम, वनीस और सुरजीत ने बताया कि वह पठानकोट की एक प्लाइवुड फैक्ट्री में सालों से काम कर रहे थे। लॉकडाउन के बाद खाने के लाले पड़ गए। फैक्ट्री मालिक से पिछले दो महीने का वेतन मांगा तो उसने सिर्फ एक महीने का वेतन दिया और काम करने को कहा। उन्हें 8 से 9 हजार वेतन मिलता है। कुछ रुपए खाने में खर्च हो गए और परेशानी के चलते सभी ने गांव जाने के लिए 5 हजार रुपए की नई साइकिल खरीद ली। फैक्ट्री मालिक ने पिछला वेतन देने से मना कर दिया और कहा कि फैक्ट्री में रात को काम करना पड़ेगा और अगर काम नहीं करना तो यहां से चले जाएं।
सिर्फ एक रात जालंधर में रुके, 2 दिन में तय किए 190 किमी.
उन्होंने बताया कि वह 6 मई को पठानकोट से साइकिलों पर चले थे। रास्ते मे सिर्फ एक रात के लिए जालंधर में रुके। अब तक करीब 190 किलोमीटर साइकिल चलाकर रोपड़ पहुंचे हैं। पठानकोट से गुवाहाटी (असम) की दूरी 2500 किलोमीटर है और 20 दिन तक अपने गांव में पहुंच जाएंगे।
सेवा केंद्र में 100 से अधिक मजदूरों की जांच
उधर, सेवा केंद्र रोपड़ में प्रवासी मजदूरों द्वारा गांव जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए लंबी कतार लगी रही। सेवा केंद्र में 100 से अधिक प्रवासी मजदूरों की सेहत की जांच की गई और रजिस्ट्रेशन की गई। सेवा केंद्रों में सफाई करके सेनिटाइज किया गया और सोमवार से काम शुरू किया जाएगा।
खालसा पंथ की जन्मभूमि आनंदपुर साहिब में खालसा साजना दिवस पर बनाई गई श्री गुरु तेग बहादर यात्री निवास सराय को कोरोना वायरस के चलते अस्थायी तौर पर अस्पताल बना दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने गत देर रात कोरोना वायरस के चलते मानवता की भलाई के लिए यह अहम फैसला लिया है। इसके तहत श्री गुरु तेग बहादर यात्री निवास सराय के 170 कमरे और 33 हाल कमरे सेनिटाइज किए गए हैं। शिरोमणि कमेटी के कर्मचारियों ने साफ-सफाई और सेनिटाइज कर इसको तैयार किया है।
आनंदपुर साहिब में 300 साला खालसा साजना दिवस के लिए बनाई गई सरां को तमाम आधुनिक सुविधाओं के साथ लैस किया है, जिसमें गीजर, बेड, हर कमरे के साथ शौचालय और कुर्सी-टेबल तथा अन्य जरूरी समान कमरे में उपलब्ध है। श्री गुरु तेग बहादर यात्री निवास का दौरा जिले के एडीसी दीपशिखा व एसडीएम कन्नू गर्ग ने किया और प्रबंधों को लेकर तमाम बैठकें भी की तथा गहराई से जांच की। इसके बाद ही इसे अस्थायी अस्पताल बनाया गया है। एडीसी ने बताया कि सराय में 400 मरीजों को रखा जा सकता है। उनकी संभाल करने के लिए उनके पास सेहत विभाग के स्टाफ के अलावा 100 वालंटियर तैयार हैं।
670 सैंपल में से 523 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव
रोपड़ | डीसी रोपड़ सोनाली गिरि ने बताया कि जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 14 हो गई है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में कुल 670 सैंपल लिए गए थे जिनमें से 523 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव है तथा 134 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। उन्होंने बताया कि जिले में 17 केस पॉजिटिव हो चुके हैं जिनमें से 14 केस एक्टिव हैं (रोपड़ जिले के 1 डीएमसी लुधियाना और 1 एसबीएस नगर, 1 अमृतसर में दाखिल) और 2 कोरोना मुक्त हो चुके हैं और 1 व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
मरीजों को रखा तो एसजीपीसी देगी लंगर और बाकी सुविधाएं
तख्त श्री केसगढ़ साहिब के मैनेजर जसवीर सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के तालमेल के साथ अभी तक 170 कमरों को अस्थायी तौर पर अस्पताल बनाया गया है। उन्होंने बताया कि अगर भविष्य में यहां पर लोगों को रखा जाता है तो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से लंगर व अन्य सुविधा प्रदान की जाएगी।
चर्चा- विदेश से लोगों को लाने की तैयारी कर रही है सरकार और प्रसाशन
सरकार द्वारा विदेशों में फंसे पंजाबियों को लाने की तैयारी हो रही है। इसमें चर्चाएं चल रही हैं कि विदेश से आने वाले पंजाबियों को क्वारेंटाइन करने के लिए सराय को तैयार किया जा रहा है। जिसके मद्देनजर प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पंजाब में कर्फ्यू लगे होने के कारण गत दिनों में शराब के ठेके बंद किए गए थे। इस दौरान नूरपुरबेदी के गांव बजरूड़ में शराब के ठेका से शराब चोरी की गई थी। अब पुलिस ने चोरी करने के आरोप में 3 नौजवानों को काबू कर उनसे शराब की 121 बोतलें बरामद की हैं और आरोपियों पर केस दर्ज किया है।
थाना मुखी जतिन कपूर ने बताया कि 3 व 4 मई के बीच रात को गांव बजरूड़ के शराब के ठेके पर चोरी करने वाले आरोपियों में 3 को गिरफ्तार किया गया है। जबकि अन्य फरार हैं। उन्होंने बताया कि इस ठेके से चोरी की गई 15 शराब की पेटियों में 121 बोतलें बरामद की गई हैं। फरार हुए दोनों आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनसे रिकवरी हो सकती है। जिक्रयोग्य है कि लुटेरे नूरपुरबेदी ब्लॉक के विभिन्न गांवों से संबंधित बताए जा रहे हैं।
20 बोतल अवैध शराब समेत एक पकड़ा, केस
आनंदपुर साहिब पुलिस ने अवैध शराब समेत एक व्यक्ति को काबू किया है। चौकी इंचार्ज सरबजीत सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा लोधीपुर फाटक के पास लगाए एक नाके दौरान रवि कुमार निवासी वार्ड नंबर 12 लोधीपुर को 20 बोतल शराब समेत काबू किया है। इसके खिलाफ आबकारी कानून के तहत केस दर्ज किया गया है।
भाखड़ा डैम से दरिया सतलुज में छोड़े भारी मात्रा में पानी ने सब डिवीजन श्री आनंदपुर साहिब में दरिया के पास के गांवों के लोगों को बाढ़ आने का अभी से डर सताने लगा है। गत वर्ष आनंदपुर साहिब के नजदीकी गांव लोधीपुर की दोला बस्ती के पास से सतलुज दरिया के टूटे बांध को सरकार ने करीब 8 माह से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी नहीं लगाया है। जबकि दरिया में बीबीएमबी की तरफ से गत दिनों से पानी अधिक मात्रा में छोड़ना शुरू कर दिया है। भाखड़ा डैम में इस समय पर 15895 क्यूसिक पानी की आमद हो रही है।
जबकि डैम से 29863 क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। इसमें से नंगल डैम से भाखड़ा नहर में 12350, आनंदपुर साहिब हाइडल नहर में 10150 क्यूसिक और दरिया में 7323 क्यूसिक पानी छोड़ा गया है। श्री आनंदपुर साहिब के पास के गांव लोधीपुर में गत वर्ष टूटे बांध पर लगाए गए पत्थरों के क्रेट वॉल के ऊपर से पानी गुजरना शुरू हो गया है।
पंजाब सरकार द्वारा प्राइवेट स्कूलों को आरजी तौर पर बच्चों से फीसें न लेने के दिए आदेशों के चलते परेशान प्राइवेट स्कूलों के पदाधिकारियों द्वारा एक मेमोरेंडम पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह तथा कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी को दिया गया। इसमें उन्होंने प्राइवेट स्कूलों की सुनवाई की गुहार लगाई और कहा कि स्कूलों को समर्थ पेरेंट्स से फीसें लेने की अनुमति दी जाए। ताकि स्कूलों का रिजर्व फंड जारी किया जाए और स्कूल अपने खर्च पूरे कर सकें।
उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार के फीस न लेने के फैसले ने स्कूलों को बंद होने के मुकाम तक पहुंचा दिया है। चाहे राज्य स्तर पर फेडरेशन के अध्यक्ष जगजीत सिंह धूरी और कोर कमेटी मेंबरों द्वारा शिक्षा मंत्री तथा मुख्यमंत्री को लिखती रूप में प्राइवेट स्कूलों को पेश आ रही मुश्किलों संबंधी मार्च माह से ही अवगत करवाया जा रहा है लेकिन कोई भी फैसला न आने के कारण प्राइवेट स्कूल परेशानी में हैं। फीसें न आने के कारण स्कूल अपने अध्यापकों व बाकी स्टाफ को वेतन नहीं दे पा रहे।
इस मौके स्पीकर राणा केपी सिंह तथा कैबिनेट मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने भरोसा दिया कि वह जाति तौर पर मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री को मिलकर जल्द ही समस्याओं का हल करेंगे। इस मौके रोपड़ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह, जेके जग्गी, माधुरी सैनी, नरेश गौतम, रणजीत सिंह संधू, विजय कुमार टिंकू, जोगिंदर कुमार, यूएस ढिल्लों, मैथ्यू, छिंदरपाल कौर, जुझार सिंह गरचा, हरजिंदर सिंह मल्ली, कुशल, अभिजोत सिंह, अमित चड्ढा तथा सुखजिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।