कोरोना वायरस महामारी के दौरान धार्मिक और राजनीतिक संस्थाओं के साथ-साथ मानवता की सेवा करने के लिए व्यापार मंडल आनंदपुर साहिब के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह अरोड़ा व समूह व्यापारी 42 दिन से रोज करीब 10 हजार लोगों को भोजन वितरित कर रहे हैं। हर रोज हजारों की संख्या में लोगों को घर-घर जाकर लंगर बांटा जा रहा है। इंद्रजीत सिंह अरोड़ा ने कहा कि गुरु नगरी आनंदपुर साहिब में कोई भी इंसान भूखा नहीं सोएगा।
जिस दिन से कर्फ्यू लगा हुआ है उस दिन से वार्ड नंबर 11-12, 13, 2, 3, 4, 5, 6, 7, कबीर मंदिर, केसगढ साहिब की पैंटी के पास, गुरुद्वारा शीशगंज साहिब के पास, कालिया स्वीट, पुरानी आईटीआई, रविदास चौक, गांव बणी आदि जगहों पर लंगर घर-घर भेजकर बांटा जा रहा है। गुरु नगरी आनंदपुर साहिब और राणा केपी सिंह स्पीकर पंजाब विधानसभा के आशीर्वाद से रोज हजारों लोगों को घर-घर जाकर लंगर बांट रहे हैं और लोगों को दवाइयां भी मुफ्त दी जा रही है।
अरोड़ा ने बताया कि दवाइयों के अलावा व्यापार मंडल द्वारा 10 हजार के करीब मास्क, 1 हजार रूमाल भी बांटे जा चुके हैं। उनकी तीन गाड़ियां सुबह से आनंदपुर साहिब के सभी वार्ड, बढ़ी, अगमपुर, लोदीपुर, अकेडमी, नयना देवी रोड पर बसे प्रवासी मजदूरों, गरीब लोगों को तीनों समय भोजन पहुंचा रही हैं। एक गाड़ी सभी गाड़ियों को लंगर उपलब्ध कराने में लगी होती है।
पिछले 42 दिन से लगाए जा रहे लंगरों से आनंदपुर साहिब के वार्डों में व्यापार मंडल के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह अरोडा को लंगरों वाला बाबा कहा जाने लगा है। क्योंकि लंगरों में हर रोज एक अलग आइटम बनाकर दी जाती है। इस अवसर पर युवा नेता दमनप्रीत सिंह अरोड़ा उर्फ शैंपी, हरविंदर सिंह काका अरोडा, राजू अरोड़ा, जसप्रीत सिंह, प्रदीप मानू, भुपिंदर सिंह बिट्टू, सोनू अरोडा, रविंदर सिंह काला, गगन अरोडा, जसपाल सिंह, राजू अरोडा, सतनाम सिंह खालसा आदि उपस्थित थे।
डीसी रोपड़ सोनाली गिरि ने बताया कि जिले में रूरल, फोकल प्वाइंट तथा इंडस्ट्री एरिया में उद्योग चलाने के लिए प्रवानगी दी गई है। उद्योग चलाने के लिए जिला प्रशासन को अंडरटेकिंग देनी होगी। जोकि ई-मेल आईडी पर भेजी जा सकती है। सेल्फ डिक्लेरेशन (अंडरटेकिंग) से बिना किसी को भी उद्योग चलाने की परमिशन नहीं होगी। उन्होंने बताया कि अर्बन एरिया में किसी भी प्रकार के उद्योग चलाने की प्रवानगी नहीं दी है और न ही अर्बन एरिया में किसी प्रकार की उद्योगिक गतिविधि चलाई जा सकती है।
अंडरटेकिंग में फैक्ट्री में काम करते वर्करों का वेरवा, वाहनों की गिनती, स्टाफ लाने के लिए प्रयोग किए जने वाले वाहनों की संख्या समेत उद्योग संबंधी पूरी जानकारी मुहैया करवाई जाएगी। जिन उद्योगों में स्टाफ व लेबर 2 किलोमीटर दूर के एरिया से आती है, उसके लिए कर्फ्यू पास जरूरी है, पास के बिना किसी को भी मूवमेंट करने की परमिशन नहीं होगी। पास प्राप्त करने के लिए मोबाइल कोवा ऐप पर ऑनलाइन अप्लाई किया जा सकता है। पास जारी करने की प्रवानगी डीएफएससी द्वारा दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए सीनियर इंडस्ट्रियल प्रमोशन अफसर के मोबाइल 97793-63060 पर संपर्क किया जा सकता है।
कर्फ्यू में सुबह 7:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक मिली ढील और रोस्टर के मुताबिक खुली दुकानों के दौरान थाना प्रभारी पवन कुमार की अध्यक्षता में नाके लगाकर चेकिंग की गई। उपमंडल मजिस्ट्रेट ने निर्देश दिए थे कि कोई भी व्यक्ति बाजार में वाहन लेकर नहीं आएगा। इसको लेकर थाना प्रभारी पवन कुमार ने नया नंगल के एनएफएल चौक, आई ब्लॉक चौक तथा पहाड़ी मार्केट फाटक पर लोगों को जागरूक किया। थाना प्रभारी ने बताया कि शुक्रवार को बिना वजह घर से वाहन लेकर निकलने वाले व्यक्तियों को विभिन्न स्थान पर लगाए गए नाकों पर वाहन खड़ा करके पैदल आगे भेजा गया है।
कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए तथा लोगों में सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करने के साथ-साथ बिना वजह घूमने वाले लोगों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से इस कार्रवाई को किया गया है। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर आधा दर्जन के करीब शरारती वाहन चालकों के चालान भी किए गए हैं। अधिकतर वाहन चालकों को मात्र पहले दिन चेतावनी देकर भेज दिया गया है।
पवन कुमार ने अपील करते हुए कहा कि लोग अपनी नजदीकी मार्केट में बिना वाहन के जाकर खरीदारी करें। यहां सब इंस्पेक्टर राहुल शर्मा, एएसआई सुखदेव शर्मा, बलविंदर सिंह, लेखराज, वासुदेव उपस्थित थे। वहीं, कर्फ्यू तथा वाहनों को न लेकर जाने की अनुमति को लेकर काफी लोग पैदल ही नंगल तहसील में भी पहुंचेजहां पर उनके द्वारा बहाना लगाकर वाहन की परमिशन लेने की कोशिश की गई।
चमकौर साहिब में कर्फ्यू की ढील पर उमड़ी भीड़, प्रशासन ने बनाया नो व्हीकल जोन
कर्फ्यू में पंजाब सरकार द्वारा चमकौर साहिब क्षेत्र में मिली ढील पर लोग बड़ी संख्या में बाजारों में आना शुरू हो गए। कुछ लोग अपनी कारों, ट्रैक्टर और मोटरसाइकिल लेकर भी बाजारों में आने लगे। इसे देखते हुए प्रशासन ने चमकौर साहिब के मेन बाजारों को जाने वाले रास्ते पर बैरीगेड लगाकर रास्ते को बंद कर दिया और नो व्हीकल जोन बनाते हुए सिर्फ पैदल ही लोगों को बाजार में जाने की अनुमति दी गई। डीएसपी सुखजीत सिंह विर्क ने लोगों से अपील की कि अपनी गाड़ीयां बाजारों से बाहर ही खड़े करें और पैदल जाकर ही घर का सामान खरीदें। इस मौके एएसआई कुलवंत सिंह, एएसआई सुखविंदर सिंह बैरीगेड पर ड्यूटी दे रहे हैं।
शहर के बाजारों में नो व्हीकल जोन जारी है। इसके चलते जहां वीरवार को शहर के बाजारों के मेन प्वाइंटों पर ही नाके लगे हुए थे, वहीं शुक्रवार को पुलिस ने और सख्ती करते हुए मोरिंडा शहर के सभी एंट्री प्वाइंटों को रस्सीयां लगाकर और गाड़ीयां खड़ी कर बंद कर दिया ताकि कोई भी व्यक्ति शहर में व्हीकल लेकर प्रवेश न कर सके और बाजार में भीड़ न बढ़े। शहर के मेन विश्वकर्मा चौक पर एएसआई सुदेश कुमार, एएसआई धन्ना सिंह और सिपाही गुरमुख सिंह न नाका लगाया। एएसआई सुदेश कुमार ने बताया कि यहां से किसी भी वाहन को बाजारों में जाने की अनुमति नहीं दी गई। सभी लोगों की गाड़ीयां नाके पर रुकवाकर ही उन्हें पैदल खरीदारी करने के लिए जाने दिया गया।
वहीं मोरिंडा डीएसपी अनिल कुमार ने शहर में लगाए हुए नाकों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि कोरोना बीमारी के चलते पुलिस प्रशासन लोगों की सहायता के लिए तत्पर है। लोगों को भी पुलिस कर्मचारियों को पूरा सहयोग देना चाहिए। इस मौके एएसअाई विशाल कुमार, अनिल धीमान मुंडे, भाजपा के युवा मोर्चा के शहर अध्यक्ष उमेश शर्मा, कंग और प्रिंस जैन आदि उपस्थित थे।
श्री हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालुओं के लिए पंजाब सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों को लेकर भारतीय जनता युवा मोर्चा ने एतराज जताया है। भाजयुमो ने कहा कि प्रदेश सरकार अपनी नालायकी छुपाने के लिए श्रद्धालुओं को निशाना बनाकर उनको बदनाम करने में लगी है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। भाजयुमो ने प्रदेश भर में प्रदेशाध्यक्ष राणा भानू प्रताप सिंह की अगुवाई में अपने घरों में बैठकर काली पट्टियां बांधकर रोष व्यक्त किया। मोदी ऐप के प्रदेशाध्यक्ष बलराम पराशर ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने असल में श्रद्धालुओं को लाने से पहले केंद्रीय गृह व सेहत विभाग द्वारा जारी एडवाइडरी को नहीं माना और एसी बसें भेज दीं।
साथ ही वहां से कुछ श्रमिकों को भी बुला लिया। इसके चलते श्रद्धालु कोरोना प्रभावित हुए। एक तरफ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का मानना है कि प्रदेश में 87 फीसदी लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं लेकिन इसके बावजूद .87 फीसदी भी सेहत संबंधी पर्याप्त व संतोषजनक सुविधाएं नहीं हैं। सही मायने में पंजाब की कांग्रेस सरकार ऐसे प्रबंधों के मामले में बुरी तरह से फेल साबित हुई है।
आइसोलेशन सेटरों में भी प्रबंध बढ़िया नहीं हैं। कांग्रेस के बड़े नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने श्रद्धालुओं की तुलना तब्लीगी जमात से कर उनको जख्मों पर नमक डाला है। उन्होंने रोष जताया कि सेहतमंत्री ने एक बार भी श्रद्धालुओं का हाल नही जाना।
आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा लोकसभा क्षेत्र से संबंधित बार एसोसिएशनों के अध्यक्षों के साथ मीटिंग करके उन्हें पेश आ रही समस्याओं बारे चर्चा की। इस दौरान जहां कानूनी समाज ने कोराेना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के बीच आर्थिक सहायता देने की मांग की, वहीं स्थिति को सुधारने संबंधी अपने सुझाव भी रखे। जिन्हें तिवारी ने पंजाब सरकार के समक्ष रखकर उचित हल करवाने का भरोसा दिया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कानूनी समाज के नुमाइंदों ने सांसद तिवारी से मांग की है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जरूरतमंद वकीलों को पंजाब सरकार की ओर से आर्थिक सहायता मुहैया करवाई जाए। पंजाब एवं हरियाणा बार कौंसिल द्वारा वकीलों को 5000 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से आर्थिक सहायता दी गई है, लेकिन इसके लिए शर्तें ज्यादा होने कारण अधिकतर एडवोकेट दायरे में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने मांग की कि बार कौंसिल के पास वकीलों को मेडिकल सहायता देने के लिए पड़े एडवोकेट वेलफेयर फंड को महामारी के हालातों में इस्तेमाल करने बारे पंजाब सरकार तुरंत कमेटी गठित करे, जो फंड पंजाब के एडवोकेट जनरल के अधीन है।
इसके अलावा, उन्होंने कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर भी कई सुझाव दिए और लॉकडाउन में दी जा रही छूट के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को सख्ती से लागू करवाने की मांग की।
सुझावों पर प्रतिक्रिया देते हुए सांसद तिवारी ने भरोसा दिया कि कानूनी समाज की समस्याओं को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बात करके हल करवाने का प्रयत्न करेंगे। इस दौरान पंजाब एवं हरियाणा हाइकोर्ट बार कौंसिल के प्रधान डीपी रंधावा, पंजाब लार्ज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट बोर्ड के चेयरमैन पवन दीवान, बार एसोसिएशन मोहाली केअध्यक्ष मनप्रीत चाहल, रोपड़ के अध्यक्ष जेपीएस ढेर, नवांशहर अध्यक्ष वरिंदर पाहवा, गढ़शंकर अध्यक्ष पंकज कृपाल, बलाचौर अध्यक्ष हरजिंदर सिंह, खरड़ अध्यक्ष सचिन कुमार, आनंदपुर साहिब के अध्यक्ष दौलत सिंह चबरेवाल, अमन स्लैच भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल रहे।
सीनियर कांग्रेसी नेता जैलदार सतविंदर सिंह चैड़ीयां ने फोकल प्वाइंट भागोमाजरा की मंडी और घनौली अनाज मंडी का दौरा कर गेहूं की खरीद प्रबंधों का जायजा लिया। जैलदार चैड़ीयां ने बताया कि भागमाजरा मंडी में गेहूं की बोरियों का तोल चेक किया गया। जिसका भार 30 किलो 100 ग्राम पाया गया। इस मौके चैड़ीयां ने बताया कि मंडी में 35 हजार कट्टा खरीदा गया है। उन्होंने किसानों को सूखी गेहूं ही मंडी में लेकर आने की अपील की और कोरोना वायरस से बचाव के लिए आपसी दूरी, मास्क और सेनिटाइजर का प्रयोग करने की अपील की।
इस मौके आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष सतपाल चौधरी, यूथ अकाली दल शहरी अध्यक्ष हरविंदर सिंह, आढ़ती सुरिंदरपाल सिंह, आढ़ती बलदेव सिंह घनौली, आढ़ती नरिंदरपाल सिंह, आढ़ती अजैब सिंह, जगपाल सिंह फौजी, पनग्रेन एजेंसी के इंस्पेक्टर रणबीर सिंह, पनसप इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह, मंडी इंचार्ज गुलजार सिंह आदि उपस्थित थे।
कोरोना महामारी की रोकथाम में सफाई सेवकों का अहम योगदान है। यह बात डीसी रोपड़ सोनाली गिरि ने नगर कौंसिल के ईओ दफ्तर में सफाई सेवकों को 200 से अधिक राशन की किटें, सेनिटाइजर व अन्य जरूरी सामान मुहैया करवाते हुए कही। उन्होंने सफाई सेवकों की सराहना करते हुए कहा कि शहर में की जा रही सफाई और छिड़काव, सेनिटेशन संबंधी सभी कर्मचारियों को ध्यान में रखते हुए इनका अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि इन वर्करों ने अपनी कारगुजारी उम्मीद से अधिक दिखाई है और इलाका निवासियों को भी इन पर मान महसूस होना चाहिए।
उन्होंने सभी वर्करों को कोरोना बीमारी से बचाव के लिए मास्क का प्रयोग करने, सेनिटाइजर तथा समय-समय पर हाथ धोने के लिए प्रेरित किया। इस मौके 200 से अधिक सफाई सेवकों को राशन किटें, सेनिटाइजर, मास्क तथा फल बांटे। इस दौरान डोमीनोज द्वारा सभी वर्करों को पीजा भी बांटा गया। इस मौके नगर कौंसिल के ईओ भजन चंद समेत अन्य सफाई सेवक उपस्थित थे।
कोरोना महामारी के खिलाफ लोगों की दिन-रात सेवा में जुटे पुलिस अधिकारी और कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा कर रहे हैं। इसको लेकर सीनियर कांग्रेसी नेता जैलदार सतविंदर सिंह चैड़ीयां ने थाना सिंह भगवंतपुर में डीएसपी राज कपूर, एसएचओ रोहित शर्मा व अन्य पुलिस मुलाजिमों को सम्मानित किया गया। जैलदार सतविंदर सिंह चैड़ीयां ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए पुलिस की तरफ से लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। वहीं जरूरतमंदों तक सूखा राशन, दवाइयां और लंगर पहुंचाया जा रहा है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि कर्फ्यू का पालन करते हुए घरों में रहें। इस मौके ब्लाॅक समिति रोपड़ के चेयरमैन रुपिंदर सिंह राजू, जिला परिषद मेंबर जसवंत सिंह बावा, अटलगढ़ के सरपंच बलविंदर सिंह, गांव चैड़ीयां के सरपंच जसवीर सिंह, गुरविंदर सिंह चैड़ीयां, गांव लुहारी के सरपंच हरदीप सिंह, गांव भागोमाजरा के सरपंच रणजीत सिंह उपस्थित थे।
रोपड़ जिला के यूथ कांग्रेस के उपाध्यक्ष तथा समाज सेवक डॉक्टर अच्छर शर्मा ने शुक्रवार को गांव कलित्रा के 14 परिवारों को 10 दिन का राशन दिया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि इस मुश्किल की घड़ी में जरूरतमंद लोगों की सहायता करनी चाहिए। समाज में फैले संक्रमण को रोकने के लिए हमें संक्रमण से लड़ने की जरूरत है न कि संक्रमित लोगों से। इससे पहले भी उनके द्वारा श्री आनंदपुर साहिब के नजदीक अनाज मंडी में मास्क वितरित किए गए। वहीं गांव दसग्राईं तथा महेन के 125 जरूरतमंद विद्यार्थियों को पाठ्य सामग्री वितरित की गई। इसके साथ लोअर बरहमपुर, अप्पर गंभीरपुर, ढेर तथा उप्पर ब्रम्हपुर के 100 परिवारों को राशन वितरित किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जरूरतमंद लोगों की सहायता की जाती रहेगी।
कोरोना वायरस के चलते पंजाब विधानसभा के स्पीकर व हलका आनंदपुर साहिब से विधायक राणा केपी सिंह द्वारा भेजी 30 राशन की किटें गांव प्रिथीपुर के पूर्व सरपंच गंगा राम द्वारा जरूरतमंदों को बांटी गई। गंगा राम ने कहा कि राणा केपी सिंह द्वारा यह सख्त हिदायतें की गई है कि किसी भी गांव में कोई भी परिवार भूखा न रहे। खाने के लिए विशेष तौर पर राशन की किटें भेजी जा रही है। इस मौके मलकीत सिंह, महिंदर सिंह, सोनू पंच, कश्मीरी लाल, पवन कुमार फौजी, प्रेम चंद आदि मौजूद थे।
पंजाब विधानसभा के स्पीकर राणा केपी सिंह ने अपनी सुरक्षा में तैनात रणजीत सिंह को बतौर सहायक सब इंस्पेक्टर पदोन्नत होने पर स्टार लगाया। इस मौके इंप्रूवमेंट ट्रस्ट रोपड़ के चेयरमैन सुखविंदर सिंह विस्की, अमरजीत सैनी, अशोक कुमार वाही, पूर्व पार्षद पोमी सोनी उपस्थित थे।
मोरिंडा शहर और आसपास लगते गांवों में प्रवासियों को कोरोना महामारी के चलते खाने पीने की परेशानी पेश आने लगी है। हालांकि सरकार और प्रशासन इन प्रवासी मजदूरों को उनके राज्यों में भेजने के प्रयास कर रहे हैं। शहर में रह रहे प्रवासी मजदूरों के पास इस समय खाने पीने का राशन खत्म होने की कगार पर है। अब्दुल खान, सलीम, मुस्लिम, बुद्धू और मनीर ने बताया कि वह लोग पश्चिमी बंगाल के रहने वाले हैं और एक ही कमरे में 6 से 7 लोग रहते हैं।
उनके द्वारा रजिस्ट्रेशन करवा दी गई है और उनका मेडिकल भी हो चुका है। उन्होंने सरकार से अपील की कि जिस तरह यूपी, बिहार के लोगों को जल्दी घर भेजा जा रहा है। उसी तरह उन्हें भी जल्दी उनके गांव भेजा जाए। उन्होंने कहा कि खमाणों, चमकौर साहिब, रोपड़, मोरिंडा और इनके आसपास के गांव में लगभग 100 से 150 बंगाली मजदूर रहते हैं। उनके पास राशन की कमी हो रही है। उन्होंने पंजाब सरकार और जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द ही एक रेलगाड़ी कोलकाता के लिए भी चलाई जाए ताकि वह घर पहुंच सकें। इसी तरह गांव धनोरी में भी यूपी, बिहार के कुछ मजदूर रहते हैं।
जिनके द्वारा रजिस्ट्रेशन करवा दी गई है।
इस संबंधी एसडीएम हरबंस सिंह ने कहा कि जिन लोगों की भी रजिस्ट्रेशन हो रखी है, वह अपना मेडिकल जरूर करवा लें। यूपी, बिहार के लिए जिला वाइस ट्रेनें चल रही हैं। बाकी ज्यादा जानकारी डीसी अॉफिस से ही प्राप्त हो सकती हैं क्योंकि डीसी अॉफिस के कर्मचारी रेलवे विभाग के कर्मचारियों से संपर्क में हैं।
जिले में काेराेना ने 40 दिन में अपना शतक पूरा कर लिया। शुक्रवार काे (दाे नए केस) राजपुरा में एक युवती और समाना के धनेठा में एक 50 साल का श्रद्धालु संक्रमित निकला। इसके साथ ही जिले में संक्रमित मरीजाें की संख्या 101 पहुंच गई। क्रिकेट की तर्ज पर पहले 50 मरीज 27 दिन में सामने आए थे। जबकि दूसरे 50 मरीज संक्रमित हाेने में महज 13 दिन ही लगे। जिले में अब तक सबसे ज्यादा केस राजपुरा से आए हैं, यहां पर संक्रमिताें की संख्या 48 है। उसके बाद पटियाला में 42 केस हैं। 2-2 केस धनेठा और काहलेमाजरा में हैं। जबकि एक केस नाभा में हैं।
इधर, राजपुरा में कोरोना की चेन टूटती नजर नहीं आ रही है। शुक्रवार को 22 साल की जाे युवती कोरोना पॉजिटिव आई, वह सबसे पहले संक्रमित हुई कमलेश रानी के परिवार से ताल्लुक रखती है। 22 साल की यह युवती घरों में काम करती थी। राजपुरा में पाॅजिटिव आई 22 साल की यह युवती गुलाब नगर निवासी संक्रमित मां-बेटा की रिश्तेदार है। साथ ही समाना में गांव धनेठा में 50 साल के श्रद्धालु की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई है। अब यहां पर दाे केस हाे गए हैं।
उधर, अमन नगर और किला चाैक की एसबीआई की ब्रांचाें और नाभा में पाॅजिटिव आई युवती के संपर्क में आए सभी की रिपाेर्ट निगेटिव आई है। वीरवार काे लिए गए 201 सैंपल में से 198 की रिपाेर्ट निगेटिव रही। शुक्रवार को सेहत विभाग ने 69 सैंपल लिए हैं
‘निकलेंगे बाहर तो कोरोना लेकर लौटेंगे घर’
निकलेंगे बाहर तो कोरोना लेकर लौटेंगे घर’ यह संदेश अपनी पेंटिंग से जसप्रीत सिंह दे रहे हैं। 10वीं के छात्र ने हीराबाग में 6 घंटे में यह पेंटिंग बनाई। उसने बताया कि सड़क पर कोरोना वायरस है इसलिए आप घर से न निकलें और सुरक्षित रहें। जसप्रीत ने हीरा बाग से ऋषि काॅलाेनी काे जाने वाली सड़क पर पेंटिंग बनाई है। पेंटिंग बनाने में 4 लीटर पेंट का इस्तेमाल किया।
जब शिकायत थी ताे साेमवार काे टेस्ट क्याें नहीं लिया?
सीएम हाउस के पीछे पड़ती गुरुतेग बहादुर काॅलाेनी निवासी काेराेना पाॅजिटिव ने सेहत विभाग की कारगुजारी पर सवाल खड़े किए हैं। किला चाैक एसबीआई ब्रांच में मैसेंजर पद पर तैनात काेराेना पाॅजिटिव युवती ने बताया कि साेमवार काे उसको एक फाेन आया। एक व्यक्ति ने अपना नाम सेहत विभाग में नाेडल अफसर युवराज नारंग बताया, उसने फाेन पर सूचना दी थी कि किसी ने उनकी शिकायत की है कि उनकाे काेराेना है। नाेडल अफसर के कहने पर मैं मम्मी काे साथ लेकर माॅडल टाउन कम्युनिटी हेल्थ सेंटर पहुंची।
यहां डाॅक्टराें ने पूछताछ की और यह कहकर घर लाैटा दिया कि आप दाेनाें काे काेराेना की काेई शिकायत नहीं है। बुधवार काे एक बार फिर युवराज का फाेन आया और माता काैशल्या अस्पताल में आकर टेस्ट देने के लिए बुलाया। हम दाेनाें मां-बेटी एक बार फिर अस्पताल में करीब साढ़े 11 बजे पहुंच गए। यहां आकर युवराज काे फाेन किया और पहुंचने की सूचना दी। युवराज ने यह कहकर गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब बुलाया लिया कि अब टाइम ज्यादा हाे गया है आप गुरुद्वारा ही आ जाओ यहां पर टेस्ट ले लेंगे। जब हम गुरुद्वारा साहिब पहुंचे ताे वहां पहले से सैंकड़ाें श्रद्धालु लाइनाें में बैठे हुए थे। हम दाेनाें काे वहां पर बैठा दिया।
काफी समय बैठने के बाद हमारा टेस्ट लिया गया। इसके बाद हम घर लाैट अाए। फिर शाम काे एक फाेन आया ओर बताया गया कि मेरी मम्मी ओर मैं दाेनाें काेराेना पाॅजिटिव हैं। उसने सवाल उठाया कि जब मुझे काेई शिकायत थी ताे साेमवार काे बिना टेस्ट लिए क्याें? घर लाैटा दिया था। हमारे टेस्ट गुरुद्वारा में पहले से माैजूद श्रद्धालुअाें के साथ क्याें लिए। उन्हाेंने काेराेना रिपाेर्ट में गड़बड़ी हाेने की अाशंका जताई है। दाेबारा काेराेना टेस्ट कराने की मांग की।
तब्लीगी जमात की महिलाओं के ठीक हाेने के बाद 8 दिन में आए केवल 21 संक्रमित
तब्लीगी जमात की दोनाें पाॅजिटिव महिलाओंके ठीक हाेने के बाद जिले में वायरस से दाेबारा से दस्तक दी थी। 30 अप्रैल से 7 मई तक कुल 21 नए केस सामने आए हैं। अब तक जिले में संक्रमिताें की संख्या 23 हाे चुकी है। सिविल सर्जन डा. एनके अग्रवाल ने बताया कि चार नए पाॅजिटिव आए केस में एक गांव सहिजादपुर का, एक गोपालों कोटला, एक बहिरामपुर असैा एक खमाणों का है। सहिजादपुर, गोपालों कोटला व बहिरामपुर में पाॅजिटिव पाए गए तीनों लोग दूसरे राज्यों से पंजाब आए थे। इनमें कंबाइन ऑपरेटर शामिल हैं। खमाणों का पाॅजिटिव आया व्यक्ति बीते दिनों हजूर साहिब से श्रद्धालुओं की बस लेकर आए ड्राइवर के संपर्क में आने वाला है।
7 मरीजों का लुधियाना में इलाज जारी
सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में पाॅजिटिव पाए गए सभी केसों में 2 तब्लीगी जमात से, 14 हजूर साहिब से आई संगत में (जिनमें एक बस चालक शामिल है), 6 कंबाइन ऑपरेटर और 1 केस बस चालक के संपर्क में आने वाले का है। पीड़ितों में एक बस चालक गुरदासपुर में, 7 लुधियाना में, 13 लोगों का ज्ञान सागर अस्पताल में इलाज चल रहा है। मौजूदा समय में सभी पीड़ितों की हालत ठीक है।
उतर प्रदेश के निवासियों को लेकर बुधवार शाम को दूसरी विशेष ट्रेन जौनपुर एक्सप्रेस पटियाला से देर शाम रवाना हुई। ट्रेन में करीब 1188 लोग थे। डिप्टी कमिश्नर कुमार अमित ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने घर वापसी के इच्छुक व्यक्तियों को वापस भेजने का फैसला किया है पूरा खर्च पंजाब सरकार उठा रही है। इस बार बस स्टैंड की बजाए रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई।
वार्ड 15 में पड़ते ग्रीन पार्क कॉलोनी में बुधवार देर रात राशन न मिलने पर गुस्साए इलाका निवासियों द्वारा कौंसलर के घर के अागे धरना लगाने के मामले में त्रिपड़ी पुलिस ने 2 दिन बीतने बाद 2 युवक पकड़े। वार्ड 15 की कौंसलर के पति और कांग्रेसी नेता अमनदीप सिंह ने पुलिस को शिकायत सौंपी थी कि इन युवकों ने बुधवार रात लोगों को गुमराह करके उनके घर के आगे एकत्र किया। इन युवकों ने पहले सारे मोहल्ले में यह मैसेज लगाया कि कौंसलर राशन बांट रहा है, जब सारे लोग इक्ट्ठे हो गए तो युवकों ने अफवाह फैला दी कि कौंसलर ने राशन देने से मना कर दिया, इसके बाद पब्लिक भड़क गई और उनके खिलाफ नारेबाजी करने लगी।
अमनदीप के मुताबिक नारेबाजी तक तो ठीक था, लेकिन उक्त युवक उन्हें घर के आगे खड़े होकर गालियां देने लगे। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना दी। अमनदीप के मुताबिक पुलिस ने शुक्रवार सुबह शैंकी और डिंपी नामक दो युवकों को उठाया। थाने में इन दोनों युवकों के पेरेंट्स भी बुलाए गए। इलाके में चर्चा रही कि पुलिस पहले इन दोनों युवकों को वीरवार घर से पकड़ कर ले गई। पूरा दिन थाने में रखा। वीरवार देर रात इन्हें छोड़ा गया। शुक्रवार सुबह फिर दोबारा घर से पकड़ा गया। जानकारी पर इलाका निवासी थाने पहुंच गए। चर्चा छिड़ी तो कई और कांग्रेसी नेता थाने पहुंचे। दोनों युवकों अौर उनके पेरेंट्स की माफी के बाद मामला सुलझाया गया।
संगरूर के युवक का पातड़ां के व्यक्ति से चल रहा था झगड़ा
जमीन के विवाद में गांव लाडबंजारा कलां में एक व्यक्ति पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, जिससे उसकी माैत हाे गई। उसकाे तुरंत पातड़ां के कम्युिनटी हेल्थ सेंटर ले गए। वहां डाॅक्टराें ने उसे मृत घाेषित कर दिया। सूचना पर पुलिस ने लाश कब्जे में लेकर पड़ताल शुरू कर दी है। पारिवारिक सदस्याें के मुताबिक संगरूर के थाना दिड़बा के गांव लाडबंजारा कला निवासी हरविन्दर सिंह (33 साल) का पातड़ां के गांव हामझेड़ी के किसी व्यक्ति से जमीनी विवाद चलता आ रहा था। शुक्रवार काे हामझेड़ी वाले पक्ष के लाेगाें ने एकजुट हाेकर जमीन काे जाेतना शुरू कर दिया था।
पता चलने पर हरविन्दर सिंह ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस चौकी कौहरिया काे दी। पुलिस हरविन्दर के साथ विवादित जगह के लिए रवाना हुई। माैके पर लाेग जमीन काे जाेत रहे थे, जब हरविन्दर ने अपनी बाइक पर उनका पीछा करते हुए ट्रैक्टर काे रोकने की कोशिश की तो ट्रैक्टर चालक ने सीधा ट्रैक्टर उस पर चढ़ा दिया। जिस कारण हरविन्दर सिंह की माैके पर माैत हाे गई।
जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए सबसे जरूरी नई फर्द न हाेने के चलते लाेग अपनी रजिस्ट्री करा नहीं सके। जिन्हाेंने अाज फर्द केंद्राें से फर्द निकलवा ली हैं, वे लाेग अाॅनलाइन अप्वाइंटमेंट के जरिए रजिस्ट्री करवा पाएंगे। सरकार के आदेश मिलने के बाद सब रजिस्ट्रार दफ्तर का स्टाफ जरूर तैनात रहा है। दाेपहर तक स्टाफ ने रजिस्ट्री कराने वाले लाेगाें का इंतजार किया जब काेई नहीं अाया ताे वे भी ड्यूटी देकर अपने-अपने घराें काे लाैट गए।
इसी तरह शुक्रवार से सेवा केंद्राें में सेवाएं शुरू हाे गई हैं, यहां का हाल कुछ उल्ट था। यहां इक्का दुक्का लाेग काम कराने जरूर पहुंचे थे, स्टाफ माैजूद नहीं था। मिली जानकारी के मुताबिक स्टाफ की ड्यूटी काेविड-19 काे लेकर किसी दूसरे काम में लगी हाेने के कारण वे सेवा केंद्र में नहीं अाया। पंजाब सरकार ने लाॅकडाउन के 49 दिन बाद सरकार ने जनता काे राहत कुछ राहत दी थी।
बिजली बिल भरने के लिए किया इंतजार
शुक्रवार से तहसीलों में रजिस्ट्री कराने काे लेकर अंदेशा दिए थे। उधर, बिजली दफ्तराें में सुबह ही बिजली के बिल भराने लाेगाें की लाइन लग गईं, लेकिन यहां साेशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया था। लाेग एक-एक मीटर की दूरी पर खड़े हाेकर बारी का इंतजार करते नजर आए।
अब जिला पुलिस की ओर से कोरोना वायरस के कारण कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए इलाकों की ड्रोन की सहायता से निगरानी की जाएगी। इस दौरान अगर इन इलाकों में कोई भी व्यक्ति घरों से बाहर पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी। ज्ञात रहे कि कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने के कारण जिला प्रशासन की ओर से गुरदासपुर के मोहल्ला संत नगर, गांव रामनगर भून और बटाला के गांव दमोदर को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इन इलाकों की ड्रोन से निगरानी की शुरुआत शुक्रवार को मोहल्ला संत नगर से की गई।
खास बात यह है कि ड्रोन के साथ स्पीकर अटैच किया गया है, जिस पर लोगों को अपने घरों में ही रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या के बारे में बताया जा रहा है ताकि लोग इस बीमारी के प्रति अवेयर हो सकें। वहीं बटाला में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की पहली कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जो पुलिस अधिकारी क्वारेंटाइन किए गए थे। वह अभी भी क्वारेंटाइन रहेंगेे। एसपी हेडक्वार्टर जसबीर सिंह राय ने बताया कि करीब 74 अधिकारी व कर्मचारियों को क्वारेंटाइन किया गया है।
जग्गू की दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। जग्गू के करीब रहने वाले लगभग 25 अधिकारियों व कर्मचारियों के शुक्रवार को सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस टैस्ट के लिए सैंपल लिए गए हैं।
पुलिस की सेफ्टी का भी ध्यान
एसपी नवजोत सिंह ने बताया कि संत नगर इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। इसलिए यहां पर ड्रोन के साथ वायरलेस स्पीकर लगाकर लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अगर बिना वजह कोई घरों से बाहर पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। डीएसपी सिटी सुखपाल सिंह ने कहा कि इलाके का एक युवक कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, इसके चलते संत नगर को कंटेंनमेंट जोन बनाया गया है। पुलिस मुलाजिम इलाके में जाए बिना ही ड्रोन की सहायता से नजर रख सकेंगे।
इससे इलाके में तैनात पुलिस मुलाजिमों को भी इन्फेक्शन का कोई खतरा नहीं रहेगा। डीएसपी सुमीर सिंह ने बताया कि लोगों को वायरलेस स्पीकर से पुलिस और जिला प्रशासन का मेसेज पहुंचाया जा रहा है ताकि कंटेंनमेंट जोन में लोगों की कम से कम मूवमेंट रहे।
488 श्रद्धालुओं में से 107 पॉजिटिव 379 निगेटिव, दो की रिपोर्ट पेंडिंग
शुक्रवार को श्री हजूर साहिब नांदेड़ से लौटे 8 और श्रद्धालु पॉजिटिव पाए गए हैं। जिले में कोरोना के एक्टिव पॉजfटिव मरीजों की संख्या अब बढ़कर 117 पर पहुंच गई है, जबकि एक पॉजिटिव मरीज की पहले ही मौत हो चुकी है। सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद ने बताया कि जिले में पहुंचे 488 श्रद्धालुओं में से 107 पॉजिटिव पाए गए है, जबकि 379 की रिपोर्ट निगेटिव रही है और 2 की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जिले में कुल 1655 संदिग्ध कोरोना मरीजों के सैंपल लिए गए थे, इनमें से 1296 की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई थी, जबकि 252 मरीजों की रिपोर्ट पेंडिंग है, जबकि 117 की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिले में कर्फ्यू लगाया गया है, इसलिए लोग जिला प्रशासन की हिदायतों का पालन करें। लोग घरों में ही रहें और सोशल डिस्टेंस को मेंटेन रखें। आवश्यक काम के लिए घरों से निकलते समय मास्क अवश्य पहनें और हाथों को बार-बार धोते रहें। कोरोना से बचने के लिए घर सबसे सुरक्षित जगह है। घरों में रहकर ही इस महामारी के खिलाफ जंग लड़ी जा सकती है।
इधर...11 में से आठ श्रद्धालु निगेटिव
गाहलड़ी स्थित क्वारेंटाइन सेंटर में 3 रिपोर्ट में गड़बड़ी, दोबारा सैंपलिंग
श्रद्धालु बोले-मानसिक परेशान किया जा रहा
3 श्रद्धालुओं की टेस्ट रिपोर्ट में हुई गड़बड़ी के चलते उनका फिर से टेस्ट करवाने के लिए पहुंची सेहत विभाग की टीम को देख दीनानगर के गाहलड़ी स्थित बाबा श्रीचंद खालसा स्कूल में क्वारेंटाइन किए गए श्रद्धालु भड़क गए। श्रद्धालुओं ने कहा उन्हें मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है। मामले को प्रशासन के ध्यान में आने के बाद तीन श्रद्धालुओं को छोड़ कर बाकी 30 श्रद्धालुओं को घर भेज दिया गया। गाहलड़ी में क्वारेंटाइन किए 45 श्रद्धालुओं में से 12 पॉजिटिव आ चुके हैं। 23 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट दो दिन पहले निगेटिव आई।
जबकि 11 की रिपोर्ट आना अभी बाकी थी। वीरवार शाम को इन 11 में से 8 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट निगेटिव आई। तीन श्रद्धालुओं की रिपोर्ट में गड़बड़ी के चलते फिर से टेस्ट लेने के लिए सेहत विभाग की टीम शुक्रवार सुबह क्वारेंटाइन सेंटर पहुंची। इन्हें लेने आई एंबुलेंस को देख वहां क्वारेंटाइन किए श्रद्धालुओं का गुस्सा फूट पड़ा।
वहां मौजूद बाकी श्रद्धालुओं ने कहा कि वह तीनों को अकेले नहीं जाने देंगे। मौके पर पहुंचे दीनानगर के तहसीलदार मनजीत सिंह ने स्थिति के बारे में डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर को अवगत करवाया। इसके बाद तीनों श्रद्धालुओं को छोड़ कर बाकी श्रद्धालुओं को उनके घर में भेजा गया।श्रद्धालुओं को लेने के लिए उनके परिजन खुद क्वारेंटाइन सेंटर आए थे।
गड़बड़ी के चलते 3 सैंपल दोबारा लिए : तहसीलदार
तहसीलदार मनजीत सिंह ने बताया कि 45 श्रद्धालुओं में से 11 की रिपोर्ट आना बाकी थी। इनमें से आठ की रिपोर्ट निगेटिव आई जबकि तीन की रिपोर्ट में कुछ गड़बड़ी होने के कारण फिर से गुरदासपुर ले जाकर सैंपल लिए गए हैं। निगेटिव आने के बाद दूसरे श्रद्धालुओं को घर भेज दिया है।
संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म का प्रसिद्ध त्यौहार है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार कोई भी शुभ काम करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश को सभी देवी-देवताअों में प्रथम पूजनीय माना गया है। इन्हें बुद्धि, बल और विवेक के देवता का दर्जा प्राप्त है। भगवान गणेश अपने भक्तों की परेशानियों और विघ्नों को हर लेते हैं इसीलिए इन्हें विघ्नहर्ता और संकटमोचन भी कहा जाता है। वैसे तो देवी-देवताओं को प्रसन्न करने के लिए कई व्रत रखे जाते हैं लेकिन भगवान गणेश के लिए किया जाने वाले संकष्टी चतुर्थी व्रत का खास महत्व है।
आचार्य इंद्रदास ने बताया कि संकष्टी चतुर्थी का मतलब होता है संकट को हरने वाली चतुर्थी। संकष्टी संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है, जिसका अर्थ है कठिन समय से मुक्ति पाना। इस दिन भक्त अपने दुखों से छुटकारा पाने के लिए गणपति जी की अराधना करते हैं। पुराणों के अनुसार चतुर्थी के दिन गौरी पुत्र गणेश की पूजा करना फलदायी होता है। इस दिन उपवास करने का और भी महत्व होता है। इस बार यह व्रत 10 मई को आ रहा है।
भगवान गणेश को समर्पित इस व्रत में श्रद्धालु अपने जीवन की कठिनाइयों और बुरे समय से मुक्ति पाने के लिए उनकी पूजा-अर्चना और उपवास करते हैं। कई जगहों पर इसे संकट हारा कहते हैं तो कहीं इसे संकट चौथ भी। इस दिन भगवान गणेश का सच्चे मन से ध्यान करने से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं और लाभ प्राप्ति होती है।
यह है पूजा की विधि
इस दिन सुबह सूर्योदय से पहले उठ जाएं। सबसे पहले स्नान कर साफ कपड़े पहनें। इस दिन लाल रंग का वस्त्र धारण करना बेहद शुभ माना जाता है, कहा जाता है कि ऐसा करने से व्रत सफल होता है। स्नान के बाद गणपति जी की पूजा की शुरुआत करें। गणपति जी की मूर्ति को फूलों से अच्छी तरह से सजा लें। पूजा में तिल, गुड़, लड्डू, फूल, तांबे के कलश में पानी, धूप, चंदन, प्रसाद के तौर पर केला या नारियल रखें। संकष्टी को भगवान गणपति को तिल के लड्डू और मोदक का भोग लगाएं। शाम को चांद निकलने से पहले आप गणपति की पूजा करें और संकष्टी व्रत कथा का पाठ करें।
प्रदेश सरकार की ओर से सूबे में शुक्रवार से प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रियों का काम शुरू किया गया है, लेकिन तहसीलदार ऑफिस गुरदासपुर में कोई भी पहले दिन जमीन की रजिस्ट्री कराने नहीं पहुंचा। इसे कोरोना वायरस के खौफ से जोड़कर देखा जा रहा है। कोरोना के कारण लोग केवल आवश्यक कामों के लिए घरों से बाहर निकलने को तरजीह दे रहे हैं। तहसीलदार अरविंद सलवान का कहना है कि आम दिनों में रोजाना 20 से 25 लोग रजिस्ट्री कराने पहुंचते हैं। फिलहाल आज पहले दिन कोई भी रजिस्ट्री कराने के लिए नहीं पहुंचा है।
आने वाले दिनों में आशा है कि लोग रजिस्ट्री कराने के लिए पहुंचना शुरू हो जाएंगे। ज्ञात रहे कि पंजाब की तहसीलों में वीरवार से प्रॉपर्टी की रजिस्ट्रियों का काम शुरू होना था। इसको लेकर राज्य सरकार ने नियम एवं मापदंड तैयार कर रखे हैं। इसमें रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर अलग-अलग मापदंड तय किए हैं। इसमें ऑरेंज और ग्रीन जोन को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने वालों में से 50 फीसदी की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की जाएगी। अन्य को उसी हिसाब से आगे की तारीख अलॉट की जाएगी।
रजिस्ट्रेशन करने वालों को लेकर बायोमेट्रिक अटेंडेंस का सिस्टम शुरू किया गया था। उस पर फिलहाल रोक जारी रहेगी।
2020-21 की फौज संबंधी भर्ती रैलियां पोस्टपोंड कर दी गई हैं। इन रैलियों में हिस्सा लेने के चाहवान युवाओं को ट्रेनिंग देने हेतु सी-पाईंट सेंटर डेरा बाबा नानक की तरफ से 15 मई से ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो रही हैं। जानकारी देते हुए जिला रोजगार अधिकारी पुरषोतम सिंह ने बताया कि फौज में भर्ती होने के चाहवान युवा ऑनलाइन क्लासेस लगाने के लिए अपनी रजिस्ट्रेशन सी-पाइंट डेरा बाबा नानक के इंचार्ज नवजोध सिंह से उनके मोबाइल नंबर 97818-91928 पर संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि बेरोजगार प्रार्थी जो नौकरी या स्व:रोजगार करने के इच्छुक हैं, वह अपना नाम अपने मोबाइल से ही विभाग की http://pgrkam.com/ वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू के दौरान गांव हरचोवाल के जरूरतमंद परिवारों को राशन न मिलने के कारण उन्होंने सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। जानकारी देते हुए बताया कि जब से कर्फ्यू लगा है, उनको सरकार व प्रशासन ने किसी तरह का राशन मुहैया नहीं करवाया, इस कारण उनको परिवार का पालन पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि उनको राशन मुहैया करवाया जाए। यहां पर रविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, दलबीर सिंह, अमरजीत सिंह, बलकार सिंह, दयाल सिंह, अजीत सिंह, गुरपिंदर सिंह, सुरजीत कौर, हरपाल कौर, निंदर कौर मौजूद रही।
लोगों को फोटो खींचने से रोका
यूं तो समाज में अनेकों समाजसेवी संस्थाएं हैं, जिन्होंने इस आपदा के समय में लोगों की मदद की है। लेकिन पिछले करीब 3 दिनों से स्थानीय नगर कौंसिल मैदान के बाहर अपनी पहचान बताए बिना लोगों को हजारों रुपए बांटने वाले आदमी से आज पहली बार मिलने का मौका मिला। शुक्रवार सुबह 8 बजे नगर कौंसिल के बाहर लोगों की भीड़ जमा थी। लोग लाइन लगा कर खड़े थे। जानकारी मिली कि एक व्यक्ति रोज आता है और हजारों रुपए गरीब मजदूरों को बांट कर चला जाता है।
वहां मौके पर जाकर देखा गया तो थोड़ी देर में मोटरसाइकिल पर सवार होकर एक करीब 60 साल का व्यक्ति आया और सभी लोगों को पैसे बांटने लगा। जब पत्रकारों ने उसकी तस्वीर खींचना चाही तो उसने हाथ जोड़ कर कहा मेरी तस्वीर न खींचना, यहां तक कि उसने अपना नाम बताने से इंकार कर दिया। बहुत ज्यादा पूछने पर उसने कहा कि ‘मैं इस भारत देश का नागरिक हूं, मेरा धर्म इंसानियत है और अपने गरीब भाइयों की मदद कर रहा हूं’। उनके वहां से जाने के बाद जब वहां पर उपस्थित मजदूरों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति करीब 3 दिन से रोज सुबह इस स्थान पर आता है और यहां पर उपस्थित मजदूरों को 200-200 रुपए बांट कर चला जाता है। आज भी उक्त
व्यक्ति ने 100 के करीब व्यक्तियों को 20 हजार रुपए बांटे हैं।
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पंजाबी विषय के पार्क और कॉर्नर बनाया जा रहा है। सेवामुक्त अध्यापिका पुष्पा देवी व उनके पति पूर्ण चंद ने साडा पिंड की तर्ज पर कुएं का निर्माण करवाने के अलावा पुराने पंजाबी सभ्याचार को ताजा करवाने वाला सामान भेंट किया। यह काम पंजाबी अध्यापक सुरिन्द्र मोहन के प्रयासों से किया जा रहा है। प्रिंसिपल राजविन्द्र कौर ने जहां पुष्पा देवी और उनके पति पूर्ण चंद पंजाबी सभ्याचार को दोबारा सृजित करने के लिए किए जा रहे प्रयासों की प्रशंसा की।
इसे विंडबना कहिए या कुछ और कोरोना के चलते लोग अपनों का संस्कार भी नहीं कर पा रहे हैं। 6 मई को अमृतसर में कोरोना वायरस से जिंदगी की जंग हारने वाले गांव हरखोवाल
(थाना मेहटियाना) के 55 वर्षीय बुजुर्ग हरनेक सिंह का अंतिम संस्कार शुक्रवार को एसएमओ डॉ. सुनील अहीर के ने तृत्व में किया गया।
हरनेक सिंह को मेडिकल कॉलेज अमृतसर होशियारपुर से गंभीर हालत में रेफर किया गया था। हरनेक सिंह के शव को शुक्रवार को उनके गांव लाया गया, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पीपीई किटें पहन कर मौके पर रही। जबकि गांव वालों को श्मशानघाट से दूर रखा गया। जिले में अब तक कोरोना से मरने वालों की संख्या 3 हो गई है।
शुक्रवार को भी 31 लोगों के लिए सैंपल
सिविल सर्जन डॉ. जसवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिले में 31 लोगों के सैंपल लिए गए। इसमें हरनेक सिंह के पारिवारिक सदस्य भी शामिल हैं। इन्हें सैपलिंग के बाद होम क्वारेंटाइन किया गयाहै। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में कुल 1234 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 139 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने बताया कि अब तक 90 पॉजिटिव केस में से 81 एक्टिव केस हैं। उन्होंने बताया कि जिले के 6 लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि तीन मरीजों की मौत हो चुकी है।
होशियारपुर-चंडीगढ़ रोड पर गांव बाहोवाल के पास शुक्रवार सुबह करीब 9.45 बजे एक ओवरस्पीड कार ट्रक से भिड़ गई जिससे कार सवार 2 युवकों की मौत हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। एक की मौके पर जबकि दूसरे व्यक्ति की मौत अस्पताल में हुई। मृतकों की पहचान गुरदीप सिंह उर्फ दीप (55) निवासी महमदोवाल (चब्बेवाल) और गुरजिंदर सिंह उर्फ काका (45) निवासी फतेहपुर कोठी के रूप में हुई है। थाना माहिलपुर के एएसआई राजवीर सिंह ने बताया कि जसवीर सिंह ट्रक (पीबी 08 डीएस 2154) लेकर बलाचौर से होशियारपुर को जा रहा था।
जब वह गांव बाहोवाल के पास पहुंचा तो होशियारपुर की ओर से आ रही तेज रफ्तार स्विफ्ट कार (पीबी 07 एएक्स 8982) की ट्रक से टक्कर हो गई। ट्रक चालक ने कार को बचाने की कोशिश की, लेकिन कार-ट्रक से टकरा कर रोड के किनारे पलट गई। जबकि ट्रक रोड पर ही पलट गया। कार चालक की मौके पर जबकि साथ बैठा युवक गंभीर रूप से घायल होने पर उसे सिविल अस्पताल माहिलपुर में भर्ती करवाया गया, जहां से नाजुक हालत देखकर उसे होशियारपुर सिविल अस्पताल रेफर किया गया लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हादसे की जानकारी होने के बाद मृतक युवकों के परिवार सिविल अस्पताल होशियारपुर पहुंच गए।
हार्डवेयर का सामान लेने गया था गुरजिंदर
गुरजिंदर सिंह के परिजनों ने बताया कि वह सुबह ही हार्डवेयर का सामान लेने के लिए होशियारपुर गया था। उसकी माहिलपुर में जैजों-दोआबा रोड पर हार्डवेयर की दुकान है। एएसआई राजवीर ने बताया कि ट्रक चालक फरार है। पुलिस ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी कर रही है।
होमगार्ड जवान ने चेकिंग के लिए रोका तो बोलेरो चालक ने रौंदा, मौत
जालंधर-पठानकोट हाईवे स्थित कस्बा ऐमां मांगट में वाहनों की चेकिंग के लिए लगाए नाके पर तैनात होमगार्ड को एक तेज रफ्तार बोलेरो चालक ने रौंद दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार होमगार्ड का जवान निर्मल सिंह (48) पुत्र बिहारी लाल निवासी गांव संधवाल थाना हाजीपुर जो अन्य पुलिस कर्मियों के साथ वीरवार देर रात करीब 1 बजे मुकेरियां से दसूहा की ओर जा रही तेज रफ्तार बोलेरो को रोका तो बोलेरो चालक ने निर्मल सिंह को रौंद दिया। घायल निर्मल सिंह को साथी पुलिस कर्मियों ने मुकेरियां अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसएचओ सेखड़ी बोले-हमलावरों ने पिस्तौलसे 6 फायर किए
लॉकडाउन-कर्फ्यू के बावजूद तलवाड़ा में वीरवार रात करीब 9.30 बजे एक घर के बाहर 5 अज्ञात हमलावर दो बाइक पर सवार होकर आए और एक घर पर फायरिंग कर फरार हो गए। घटना के बारे में घर के मालिक अमित राणा पुत्र रमेश चन्द ने पुलिस को बताया है कि रात 9.30 बजे वह घर में खाना खा रहे थे तो उन्हें फायरिंग की आवाज सुनाई दी। जैसे ही वह गेट खोल कर बाहर निकले तो देखा कि दो बाइक पर 5 लोग सवार थे। एक के हाथ में पिस्तौल थी, जिसने हमें देखते ही तीन फायर कर बाजार की ओर फरार हो गए। शोर सुनकर लोग आ गए। अंधेरा होने के कारण हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी।
सूचना मिलते ही एएसआई राकेश कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और अमित राणा के बयान लिए। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सुबह सीआईए स्टाफ की टीम ने सतविंदर सिंह तथा अमनदीप के साथ घटनास्थल का जायजा लिया और सीसीटीवी फुटेज खंगाली। एसएचओ भूषण सेखड़ी ने बताया कि हमलावरों ने 6 फायर किए, जिनके खोल बरामद हुए हैं। वहीं एक जिंदा कारतूस भी मिला है। घटना के पीछे हमलावरों की क्या मंशा हो सकती है। इस पर एसएचओ सेखड़ी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
कोराना वायरस से बचाव के लिए सैनिटाइजर की बढ़ रही डिमांड के चलते जिला ड्रग इंस्पेक्टर बलराम लूथरा ने मेडिकल स्टोरों की चेकिंग की और सैनिटाइजर चेक किए। साथ ही एक दुकान से सैंपल भरे। ड्रग इंस्पेक्टर बलराम लूथरा ने बताया कि मेडिकल स्टोर मालिकों को चेतावनी दी गी है कि घटिया किस्म का सैनिटाइजर न बेचा जाए। सरकार और विभाग द्वारा तय किए सैनिटाइजर ही लोगों को बेचा जाए। उन्होंने कहा कि घटिया क्वालिटी के सैनिटाइजर बेचते पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
जेल से मोबाइल मिलने के मामले में पुलिस ने वीरवार को थाना सिटी में 3 हवालातियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। एसएचओ गोविंदर कुमार ने बताया कि जेल अधिकारियों ने बयान दर्ज करवाए हैं कि जेल मे बंद हवालातियों के बैरकों का तलाशी लेने पर अमृत सिंह, जिसके खिलाफ इरादा कत्ल और एनडीपीएस एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं, से मोबाइल बरामद किया गया है। इसी तरह इरादा कत्ल और आर्म्स एक्ट के तहत बंद आरोपी गुरजंट सिंह उर्फ जेंटा के पास से सिम समेत मोबाइल बरामद किया गया।
इतना ही नहीं तलाशी अभियान के तहत एक मोबाइल लावारिस हालत में मिला, जिसके चलते अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि एक मई को भी आठ आरोपियों के पास से मोबाइल बरामद किए गए थे जिसके चलते लॉकडाउन के दौरान अब तक जेल से कुल 19 मोबाइल और इस साल के दौरान अब तक बरामद हुए मोबाइलों की गिनती 38 हो गई है।
सर्वहितकारी स्कूल तलवाड़ा के प्रिंसिपल देशराज शर्मा ने कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस दौरान प्रिंसिपल शर्मा ने कहा कि तलवाड़ा पुलिस दिन-रात सामाजिक दूरी और लोगों को इस महामारी से बचाने के लिए अनुशासन का पालन करना सिखा रही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस मुलाजिम अपनी जान जोखिम में डालकर तलवाड़ा के लोगों के जीवन की रक्षा कर रहे हैं। थाना प्रभारी भूषण सेखड़ी के नेतृत्व में पुलिस की सरहाना करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस ने लोगों को महामारी से बचाने के लिए नाकों पर तैनात है। इस मौके पर एएसआई नरिंदर कुमार, मुंशी गुरमीत सिंह और
अन्य मौजूद थे।
मैं खेतां ’च पट्ठे वड्डदा सी। अचानक असमान विच्च एक जहाज नूं धमाके दे नाल अग्ग लग गई। अग्ग दा इक गोला मेरे सिर तो थोड़ा जेहा उप्परों दी हो के खेतां विच्च जा के डिग्गा। मैं वेखेया जहाज दे पायलट ने कुछ सैकंड पहलां ही जहाज विच्चों पेराशूट दे नाल छाल मार दित्ती। भाजी धमाका बहुत जोरदार सी। लागे कई पिंडा विच्च सुणेया होणा।
जहाज डिग्गण तों बाद वाहवा दूर तक ओहदे टोटे खिल्लर गए। जित्थे जहाज डिग्गेया ओहथे घट्टो-घट्ट 15-20 फुट्ट डूंगा ते 30 कू फुट्ट चौड़ा टोया पै गया। हजाज दे गोले वी खेतां विच्च खिल्लर गए। जहाज डिग्गण तों बांद वी इक-दो धमाके होए। नाड़ नूं वी अग्ग लग गई। फायर ब्रिगेड दीयां गड्डीयां आण तक वाहवा नुकसान हो गया। दो कू घंटे लग्गे ओहना नूं अग्ग बुझाण ’च।
प्रशासन ने पायलट को रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया
एयरफोर्स ने दिए हादसे की जांच के आदेश
शुक्रवार को नवांशहर-होशियारपुर जिलों की सीमा पर गांव चुहड़पुर में एयरफोर्स का मिग-29 विमान क्रैश हो गया। धमाके से चुहड़पुर व रुड़की खास के लोग दहल गए। किसी ने बताया कि जहाज को आग लगने से चंद सेकेंड पहले ही उसमें से कोई पैराशूट से कूदा है। वह कोई और नहीं पायलट एमके पांडे थे। क्रैश की सूचना पर लोगों में हड़कंप मच गया। नवांशहर का सारा प्रशासन व विधायक अंगद सिंह तुरंत मौके पर पहुंचे। हादसे के बाद विमान नवांशहर के चूहड़पुर जबकि पायलट गढ़शंकर के गांव रुड़की खास में गिरा। दोनों जिलों के प्रशासन ने तुरंत पहुंचकर रेस्क्यू अभियान चलाया। एसएसपी अलका मीणा ने बताया कि पायलट एमके पांडे ठीक हैं। एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर चेतक के जरिए वायुसेना अधिकारियों की टीम उन्हें एयरलिफ्ट कर अस्पताल ले गई। सेना, पुलिस और सिविल प्रशासन के उच्चाधिकारियों ने मौके का मुआयना भी किया। एयरफोर्स ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
डीसी अपनीत रियात ने कर्फ्यू में सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक जरूरी सामान की दुकानें खोलने की ढील तो बाजारों में भीड़ लगने लगी। कर्फ्यू में ढील का फायदा उठाते हुए शुक्रवार को लोग घंटाघर मार्ग के पास की बाजार में उमड़ पड़े। इस दौरान लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान नहीं रखा। कुछ लोग बिना मास्क के ही घूमते देखे गए। ऐसा कर आप खुद और परिवार को खतरे में डाल रहे। जिला पहले से ही रेड जोन में है। सेहत विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले के 81 लोग कोरोना संक्रमित हैं। जबकि 3 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
डीसी अपनीत रियात ने बताया कि कोविड-19 संबंधी जहां लोगों को स्वस्थ रखने के लिए कर्फ्यू लगाकर उनकी सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। डीसी के आदेश पर शुक्रवार को नगर निगम के कर्मियों ने सोडियम हाइपरक्लोराइड (रोगाणु मुक्त) का छिड़काव भी किया।
उन्होंने बताया कि जिला विकास व पंचायत विभाग की ओर से पूरे जिले के गांवों में दो चरणों में इसका छिड़काव किया गया है वहीं नगर कौंसिल भी लगातार बाजारों में यह छिड़काव कर रही हैं। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि इसी कड़ी में बाद दोपहर 3 बजे के बाद बाजार बंद होने पर नगर निगम की ओर से होशियारपुर के सभी बाजारों में सोडियम हाइपरक्लोराइड का छिड़काव किया जा रहा है ताकि लोगों को स्वस्थ माहौल दिया जा सके। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कफ्र्यू के दौरान जिस समय में छूट दी गई है, उसी समय पर वे अपने जरुरी कार्यों के लिए बाहर निकले।
उन्होंने कहा कि इस दौरान सामाजिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग यकीनी बनाया जाए ताकि अपने साथ-साथ हम दूसरों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रख सकें।
गांव नारायणगढ़ में दूसरा कोरोना पॉजिटिव आने के सबंध में सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. एसपी सिंह टीम के अधिकारी प्रमोद गिल, हेल्थ इंस्पेक्टर सुच्चा राम ,अमरजीत सिंह ,सुनील कुमार तथा रजिंदर सिंह नारायणगढ़ पहुंचे। इस मैके पर एसएचओ गुरदेव सिंह विशेष तौर पर अपनी टीम के साथ उपस्थित थे। इस मौके पर डा एसपी सिंह ने बताया की लगातार दूसरा केस नारायणगढ़ में पॉजिटिव पाए जाने पर आज उनके साथ हेल्थ टीमों ने गावं के हर जनतक जगह पर ,गाव के चारों तरफ तथा घर जाकर दवाइयों का स्प्रे किया गया तथा लोगों की स्क्रीनिंग की गई तथा मेडिकल चेकअप किया गया।
उन्होंने बताया की लोगों को कोरोना सबंधी जागरूक कियागया तथा लोगों को सामाजिक दूरी के साथ मास्क पहने की सलाहभी दी गई।एसएचओ गुरदेव सिंह ने बताया की पहले की तरह नारायणगढ़ सील रहेगा किसी को भी बिना अनुमति गांव के भीतर एवं बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।
एससीबीसी इम्प्लाइज यूनियन पंजाल प्रदेश प्रधान दलजीत सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से कोरोना कोविड दौरान पंजाब की जनता की बड़ी लूट की जा रही है। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन की तरफ से डीजल की सरकारी अदारों को 41 रुपए प्रति लीटर लॉकडाउन से पहले दियाजा रहा है।
इस तरह 20 रुपए प्रति लीटर भारत सरकार की नवरतन कंपनी इंडियन ऑयल कंपनी आम लोगों की लूट सरकार के इशारों पर कर रही है जबकि आम लोगों को 61 रुपए प्रति लीटर दिया का रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने सरकारी विभागों को तेल सस्ता देना ही है तो 3-4 रुपए का फ़र्क होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की उक्त दोगली नीति को देखते हुए यह साबित होता है कि आम लोगों की ओर से जिताकर भेजी केन्द्र सरकार और पंजाब सरकार दोनों हाथों आम लोगों की लूट कर रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब किसानी प्रधान प्रदेश है और किसान पहले ही बुरी हालत से गुजर रहा है। उक्त लूट बंद होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इंटरनेशनल मार्किट में कच्चे तेल का रेट इस समय सबसे कम है। प्रदेश सरकार की तरफ से 7 रुपए से 10 रुपए प्रति लीटर टैक्स के रूप में जनता पर अधिक बोझ पड़ रहा है। मंहगाई की चक्की में पिस रही आम जनता दुखी है। उन्होंने यूनियन की तरफ से सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पंजाब सरकार का यही व्यवहार रहा तो वह सरकार खिलाफ संघर्ष करेगी जिसके लिए सरकार खुद जिम्मेदार होगी।
पंजाब-हरियाणा की सीमा से सटे गांव राजराणा के नायक राजेश कुमार 4 मई को जेएंडके के हंदवाड़ा में हुई आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। 29 साल के इस वीर ने तो मातृभूमि का कर्ज अदा कर दिया, मगर परिवार जिसने मजदूरी कर अपने तीन बेटों में से मझले बेटे राजेश को सेना में भेजा वह अब अकेला पड़ गया है। बेटे के जाने के दुख और खराब आर्थिक हालात से जूझ रहे शहीद के इस परिवार के सपने पल भर में टूटकर बिखर गए। मां सेना में नायक बेटे का सेहरा सजाए रह गई और बेटा भाइयों और पिता को आत्मनिर्भर बनाने का सपना दिल में लिए देश पर कुर्बान हो गया। अब इस परिवार के लिए इस दुख को भुलाना और बड़ी मुश्किल से आर्थिकता की पटरी चढ़े परिवार के तिनके की तरह टूटकर बिखरने को समेटना मुश्किल हो गया है। क्योंकि नायक राजेश के शहीद होने के बाद परिवार का कोई आर्थिक सहारा नहीं रहा।
वो आखिरी बोल-पापा! इस बार जल्दी घर आऊंगा
पिता राम सिंह गोदारा बताते हैं, बेटा राजेश इस बार छुट्टी काटकर यह बोलकर गया था कि पापा इस बार मैं जल्द आऊंगा। मगर उसके साथ गांव करंडी का भी एक नायक उसकी यूनिट में ही तैनात था जो पहले छुट्टी आया था। इसी दरमियान लॉकडाउन हो गया और वह जवान वापस ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाया। इससे राजेश कुमार को छुट्टी मिलने में देरी हो गई। अगर लॉकडाउन न हुआ होता तो राजेश छुट्टी पर घर आ गया होता। जब बेटी की शादी थी तो हमारे पास पैसों की कमी थी तब राजेश ने हौसला दिया था कि पापा शादी में पैसे की फिक्र न करें। उसके इन्हीं शब्दों ने वर्षों से चेहरे पर मुस्कराहट भरकर पूरी जिंदगी की थकान को दूर कर दिया था। खुशी से बेटी की शादी कराई थी।
मां कहती हैं-अपने लिए कभी कुछ नहीं सोचा राजेश ने
आंखों में बेचैनी, वर्दी पर हाथ और लंबे दिनों से बेटे का घर लौटने का इंतजार कर रही मां के पलभर में सपने चूर हो गए। बेटे के गम में बेसुध मां बार-बार बेटे की वर्दी पर निगाह टिकाए बैठी रहती हैं कि शायद उसका बेटा आकर बोलेगा कि मां मैं छुट्टी काटने के लिए आ गया। शहीद नायक की मां बदामी देवी नम आंखों से बताती हैं कि सारी उम्र हम मेहनत मजदूरी करते रहे। बेटा भर्ती हुआ तो लगा खुशियां लौटने वाली हैं। घर ठीक नहीं था। बेटे को हमारी चिंता लगी रहती थी। उसने हमें सुख के दिन दिखाने के लिए पहले घर ठीक करवाया। जब भी उसे शादी करने को कहते वह बोलता मां पहले बहन की शादी हो जाए, फिर कहता-आपके लिए घर बनवा दूं, और अब उसे पिता व भाइयों को अपने खेत काम करते देखने की इच्छा थी। अपने लिए तो उसने कभी कुछ सोचा ही नहीं। उसे नहीं पता था कि जिसके सिर पर वह सेहरा बांधने की आस लगाए बैठी है, उसकी अर्थी भी उसकी बूढ़ी आंखों को देखनी होगी।
5 भाई-बहनों का सहारा था
आर्थिक तौर पर मजदूर परिवार से संबंधित राजेश अपने परिवार की उम्मीद था। सेना में भर्ती होने के बाद पहले अपनी छोटी बहन की शादी की। फिर गांव के मकान को पक्का करवाया तांकि बुजुर्ग मां-बाप सुख के दिन देख सकें। अब वह पिता व दोनों भाइयों को आत्मनिर्भर बनाने का सपना सजो रहा था। नायक राजेश के कहने पर ही उसके पिता ने डेढ़ एकड़ जमीन ठेके पर लेकर अपने दोनों बेटों सहित उस पर खेती शुरू की थी। मगर राजेश की शहादत ने उनके आत्मनिर्भर होने के हौंसले एक बार फिर पस्त कर दिए। क्योंकि राजेश ही परिवार का एक मात्र आर्थिक सहारा था, जिस पर पूरा परिवार निर्भर करता था। पिता राम सिंह के मुताबिक नायक राजेश कुमार ने प्राइमरी शिक्षा गांव के स्कूल में करने के बाद प्लस टू की शिक्षा गांव करंडी के सरकारी स्कूल से की और साल 2010 के दौरान उसने सेना में ज्वाइन किया। पढ़ाई के समय से ही राजेश कुश्ती के खेल में रुचि लेते स्कूल स्तर पर कई इनाम हासिल कर चुका था तो सेना में उसकी सलेक्शन जल्दी हो गई। परिवार के पांच भाई बहनों में राजेश मंझला था। इसी पर पूरा परिवार आश्रित था। दो भाई और पिता मजदूरी करते थे जो अब राजेश के कहने पर जमीन ठेके पर लेकर खेती करने लगे थे।
70 साल पहले हरियाणा फतेहबाद से आकर गांव में बसा था परिवार
करीब 70 साल पहले फतेहाबाद के साबरपुरा से राजराणा में आकर बसे राजेश के पिता राम सिंह गोदारा के पास अपनी कोई जमीन न होने के चलते लंबा समय उन्होंने खेतों में मजदूरी करते अपने बच्चों को पढ़ाया। मजदूरी कर व कर्ज उठाकर बड़ी बेटी गीता की शादी की। इस दौरान बेटे जवान होने लगे तो राम सिंह को लगा कि अब शायद उसके दिन फिरने वाले हैं। मजदूरी के साथ-साथ वह अपने या पड़ोसी गांव में एक से डेढ़ एकड़ जमीन ठेके पर लेकर खेती भी करने लगा। इसमें उसके दोनों बेटे देवी लाल व सुभाष चंद उसका हाथ बंटाते थे। बड़ा भाई देवी लाल भी अभी कुंवारा है।
पंजाब के 5वीं, 8वीं और 10वीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रमोट किया जाएगा। 10वीं कक्षा का फैसला उनके प्री बोर्ड नतीजों के मुताबिक लिया जाएगा। यह फैसला पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मंत्रियों व अधिकारियों के साथ हुई बैठक में लिया। बैठक में 12वीं के विद्यार्थियों संबंधी फैसला नहीं लिया गया है। उनका फैसला बाद में लिया जाएगा।
दरअसल कोरोना वायरस से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन और कर्फ्यूके कारण कई कक्षाओं की परीक्षाएं रद्द हो गई थीं। 10 अप्रैल को ऐलान कर दिया गया था कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से आयोजित होने वाली कक्षा 5वीं, 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं फिलहाल नहीं होगी। इस संबंध में बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया था कि अगले आदेशों तक यह परीक्षाएं नहीं होंगी।
उधर, देश के लाखों स्टूडेंट्स का इंतजार आज खत्म हो गया है। सीबीएसई ने बची हुई बोर्ड परीक्षाओं की तिथियों का ऐलान कर दिया है। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं क्लास की बची हुई बोर्ड परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच होंगी। यह जानकारी मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट करके दी।
पंजाब पुलिस ने मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बलजिन्दर सिंह उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार किया है। इसका संबंध पाकिस्तान आधारित केएलएफ के मर चुके प्रमुख हरमीत सिंह हैप्पी और जर्मनी आधारित केजैडएफ के साथ भी बताया जा रहा है। इतना ही नहीं, इसके साथ एक और नामी गैंगस्टर सुखजिंदर और बिल्ला गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पाकिस्तान से तस्करी किए गए अत्याधुनिक हथियारों की बड़ी खेप के साथ-साथ ड्रोनों समेत ड्रगमनी भी कई सरहद से तस्करी की गई खेप भी बरामद की गई है।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक दिनकर गुप्ता के अनुसार गुरुवार को चंडीगढ़ से ओसीसीयू टीम, काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर यूनिट और कपूरथला पुलिस ने एक साझे अभियान के अंतर्गत यह गिरफ्तारियां की हैं। बदमाशों की पहचान बलजिन्दर सिंह उर्फ बिल्ला मंड्याला (निवासी मंडयाला, गुरदासपुर), सुखजिन्दर सिंह (निवासी गांव कमोके ब्यास, अमृतसर) के अलावा कपूरथला के मोहित शर्मा, लवप्रीत सिंह, मंगल सिंह और मनिंदरजीत सिंह उर्फ हैप्पी और लवप्रीत सिंह उर्फ लवली (निवासी अमरकोट, वलटोहा तरन तारन) के तौर पर की गई है।
बताया जाता है कि बलजिन्दर सिंह बिल्ला मंडयाला 18 से अधिक आपराधिक मामलों जैसे कत्ल, कत्ल की कोशिश और हथियारों व नशातस्करी आदि में शामिल था। गिरफ़्तार किए गए सभी मुलजि़मों को अलग तौर पर रखा गया है, क्योंकि डॉक्टरों की एक विशेष टीम द्वारा कोविड -19 के लिए टैस्ट किए जा रहे हैं।
कोरोना के कफ्र्यू का फायदा उठा गुड़ के ट्रक में अफीम की तस्करी की जा रही थी। शुक्रवार शाम कोजालंधर पुलिस ने इस तस्करी का भांडा फोड़ दिया और 18 किलो अफीम के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक उत्तर प्रदेशके शामली से ट्रक में गुड़ लोड करके ये लोग अमृतसर जा रहे थे। तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि तस्करी के दोनों आरोपी 2-2 किलो नशा अपनी कमर पर बांधे हुए थे। 2 किलो ट्रक के डैशबोर्ड में तो बाकी की 12 किलो स्टेफनी टायर में छिपा रखी थी।थाना मकसूदां में इस बाबत एनडीपीएस एक्ट की धारा-18 के तहत केस दर्ज किया गया है।
आरोपियों की पहचानपीलीभीत के गांव डगरिया के30 वर्षीयअंग्रेज सिंह और गुरदासपुर जिले के गांव आदी के रहने वाले 37 वर्षीयलखबीर सिंह के रूप में हुई है।एसएसपी नवजोत सिंह माहल ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर शुक्रवार शाम विधिपुर फाटक के पास एसपी सरबजीत सिंह की सुपरविजन में डीएसपी सरबजीत राय और सीआईए स्टाफ के इंचार्ज शिव कुमार ने विशेष नाका लगाया हुआ था। अमृतसर की ओर जाने वाले व्हीकल की चैकिंग की जा रही थी। इस बीच अमृतसर जा रहे ट्रक को रोका गया। ट्रक में गुड़लोड था। ड्राइवर ने कहा कि वह गुड़अमृतसर लेकर जा रहे थे। ड्राइवर अंग्रेज और लखबीर की तलाशी ली गई तो उनकी कमर से बंधी 2-2 किलो अफीम मिली। ट्रक की तलाशी लेने पर डैशबोर्ड से भी 2 किलो अफीम का पैकेट मिला।
दोनों को अरेस्ट करगहराई से पूछताछ की गई तो इन्होंनेने खुलासा किया कि वह लोग पीलीभीत से ही अफीम लेकर आए थे। 12 किलो अफीम उन लोगों ने स्टेफनी के अंदर छिपाकर रखी है। जब पुलिस ने ट्रक की स्टेफनी खोली तो अंदर से एक-एक किलो के 12 पैकेट निकले। आरोपी मानते हैं कि यह अफीम राज्य में सप्लाई देनी थी।थाना मकसूदां में इस बाबत एनडीपीएस एक्ट की धारा-18 के तहत केस दर्ज किया गया है। इनके पूरे नेटवर्क को ब्रेक करने के लिए दोनों आरोपी 7 दिन के रिमांड पर लिए गए हैं।
होशियारपुर में शुक्रवार को सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ, जब ये कर्फ्यू में मिली ढील का फायदा उठा होशियारपुर से सामान खरीदकर गांव वापल लौट रहे थे। रास्ते में एक ट्रक के साथ इनकी कार की टक्कर हो गई। टक्कर के बाद कार का पुर्जा-पुर्जा बिखर गया। आसपास के लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद इन्हें निकाला तो एक पहले ही दम तोड़ चुका था। अस्पताल जाने के बाद दूसरे की भी मौत हो गई।
मृतकों की पहचान गांव महमदोवाल के 50 वर्षीय गुरदीप सिंह उर्फ दीप पुत्र जोगिंदर सिंह और फतेहपुर कोठी के गुरजिंदर सिंह उर्फ काका के रूप में हुई है। हादसे की सूचना मिलने के बाद अस्पताल पहुंचे परिजनों ने बताया कि गुरदीप की माहिलपुर में जैजों-दोआबा रोड पर हार्डवेयर की दुकान है। गुरजिंदर उसके साथ कुछ सामान खरीदने उसकी कार में साथ गया था। करीब पौने 10 बजे जब वापस लौट रहे थे तो उसी वक्त नवांशहर जिले के गांव महितपुर का जसवीर सिंह पुत्र जोगा सिंह ट्रक लेकर बलाचौर से होशियारपुर को जा रहा था। माहिलपुर के आगे गांव बाहोवाल के नजदीक तेज रफ्तार स्विफ्ट कार और ट्रक में टक्कर हो गई। ट्रक चालक ने कार को बचाने की बड़ी कोशिश की, लेकिन कार ट्रक से टकरा रोड पर एक साइड पलट गई। इसी दौरान ट्रक भी पलट गया। घटना का पता चलते ही पास खेतों में काम कर रहे लोगों ने बड़ी मुश्किल से बुरी तरह फंसे दोनों युवकों को बाहर निकाला। गुरदीप की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि घायल गुरजिंदर को माहिलपुर के अस्पताल में पहुंचाया गया। वहां से होशियारपुर सिविल अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन वहां ले जाने के कुछ घंटे बाद उसने भी दम तोड़ दिया।
थाना चब्बेवाल एसएचओ इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच बचाव व राहत कार्य में जुट गई थी। मृतकोंके परिजनों की शिकायत पर आरोपी ट्रक चालक जसबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि वह खुद अभी माहिलपुर अस्पताल में उपचाराधीन है।
पंजाब यूनिवर्सिटी और इससे एफिलिएटिड कॉलेजों में यूनिवर्सिटी ने गर्मियों की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। 15 मई से 15 जून तक के समय को गर्मियों की छुट्टियां गिना जाएगा और इसी हिसाब से अगला एकेडमिक कैलेंडर तय होगा। गुरुवार की शाम तक यूनिवर्सिटी के अधिकारी यह मानकर चल रहे थे कि वह यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) की ओर से सिफारिश किए गए कैलेंडर को फॉलो कर सकते हैं। उसके अनुसार 1 जून से छुट्टियां होनी है और इसके बाद जुलाई में एग्जाम कराए जाने हैं।
पंजाब सरकार की कोविड-19 एग्जिट रिपोर्ट में भी जून के आखिरी सप्ताह या जुलाई में एग्जाम कराने का प्रावधान रखा गया है। यदि पीयू यूजीसी को फॉलो करती तो कॉलेजों के लिए समस्या खड़ी हो जाती, क्योंकि पंजाब यूनिवर्सिटी इंटर स्टेट बॉडी कॉरपोरेट है और यूजीसी की सूची के अनुसार यह स्टेट यूनिवर्सिटी है। इसके 194 कॉलेज पंजाब में है। पंजाब सरकार और पंजाब यूनिवर्सिटी के आदेश में समानता कॉलेजों के लिए जरूरी है।
सूत्रों के अनुसार पहले यह बात उठ रही थी कि पीयू सिंडिकेट के बिना यह फैसला नहीं कर सकती, लेकिन बाद में चर्चा हुई कि सर्कुलर वाइस चांसलर पंजाब यूनिवर्सिटी के नाम पर है और यह मैंडेटरी ऑर्डर हैं,इसलिए यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार बाद दोपहर छुट्टियां घोषित कर दी हैं। इससे पहले 17 मई तक लॉकडाउन और यूनिवर्सिटी बंद रहने का ऑर्डर पीयू पहले ही कर चुकी है। यूनिवर्सिटी कैंपस और कॉलेजों में छुट्टियों का सर्कुलर रजिस्ट्रार प्रो. कर्मजीत सिंह ने जारी किया है।
कपूरथला जिले के गांव लखन के पड्डे में गुरुवार देर रात खिलाड़ी के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी अरविंदरजीत सिंह उर्फ पड्डा पहलवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई। आरोप पंजाब पुलिस के एएसआई परमजीत सिंह और उसके साथी मंगू पर लगा है। इस घटना में एक युवक घायल भी हुआ है। कपूरथला पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
बयान में बताया
घायल प्रदीप सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि गुरुवार रात करीब साढ़े 9 बजे के बाद वह अपने साथी दोस्त कबड्डी खिलाड़ी अरविंदरजीत सिंह पुत्र बलबीर सिंह, बलराज सिंह पड्डा पुत्र परमजीत सिंह, गुरजीत सिंह पुत्र दीदार सिंह, मंगल सिंह पुत्र हरजाप सिंह निवासी लखन के पड्डे के साथ इंडेवर गाड़ी में गांव को आ रहे थे। गाड़ी को मनिंदर सिंह पुत्र दलबीर सिंह चला रहा था। जब गाड़ी बड़े लखन के पड्डे के पास गांव की तरफ मुड़ी तो थोड़ा आगे सड़क के किनारे ग्राउंड में एक कार खड़ी थी। इस कार के पिछले शीशे पर कपड़े के पर्दे लगे हुए थे। हमने इस कार को संदिग्ध समझते हुए अपनी गाड़ी उस कार के पास जाकर खड़ी की तो उन्होंने कार को गांव की तरफ भगा ली तो हमने उस गाड़ी का पीछा करते हुए उस कार को गांव की फिरनी के पास रोक लिया। कार को चैक करना चाहा तो कार में से एएसआईपरमजीत सिंह पुत्र विरसा सिंह निवासी बामूवाल निकला। उसके हाथ में रिवाल्वर थी। उसने बिना कोई बात किए अरविंदरजीत सिंह और उसके साथियों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी। गोलियां अरविंदर जीत सिंह ऊर्फ पड्डा पहलवान की छाती,कंधे और फेफड़ों में लगी।बाकी लोगों ने गाड़ी के पीछे छिपकर किसी तरह जान बचाई। इसके बादअरविंदर को सुभानपुर के अस्पताल में ले जाया गया, लेकिनअस्पताल वालों ने उसे दाखिल नहीं किया।
पटियाला सेंट्रल जेल में पुलिस की जांच टीम पर हमले की वारदात सामने आई है। बताया जाता है कि जेल में मोबाइल होने की सूचना पर टीम चेकिंग करने गई थी। इस टीम पर गैंगस्टर सहित दो कैदियों ने हमला कर दिया। इसमें जेल वार्डर जख्मी हो गया। उनकी वर्दी फट गई। सीनियर अधिकारियों ने कैदियों को शांत करवाया। इससे पहले भी जेल स्टाफ से हाथापाई की घटनाएं होती रही हैं, लेकिन एक महीने में जेल स्टाफ पर यह तीसरी बार हमला किया गया है। चार मई को जेल वार्डर सिकंदर सिंह व जेल स्टाफ के सहायक सुपरिंटेंडेंट चेकिंग करने के लिए पहुंचे थे।
दरअसल, हाई सिक्योरिटी जोन में गैंगस्टर व संगीन जुर्म के आरोपियों को बंद किया हुआ है। जोन की तलाशी लेने पर गैंगस्टर मनप्रीत सिंह व दर्शन सिंह के पास से फोन बरामद हुए। बरामदगी के बाद इन लोगों को फोन सौंपने को कहा गया तो विचाराधीन कैदी दर्शन सिंह ने दीवार पर फोन पटकते हुए इसे तोड़ दिया। रोकने की कोशिश करने पर इन लोगों ने वार्डर सिकंदर सिंह पर हमला करते हुए उससे मारपीट कर वर्दी फाड़ दी। इन दोनों आरोपियों से एक चार्जर व एक केबल व दो मोबाइल फोन बरामद हुआ। जेल सुपरिंटेंडेंट के बयानों पर थाना त्रिपड़ी पुलिस ने उक्त दोनों आरोपियोंके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। थाना त्रिपड़ी के इंचार्ज हरजिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि दोनों आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
जेल में 1500 कैदी और निगरानी के लिए मुलाजिम सिर्फ 300
सेंट्रल जेल में इस समय करीब 1500 कैदी बंद हैं, जिनकी निगरानी के लिए करीब 300 मुलाजिम तैनात हैं। ऐसे में उग्र हो रहे गैंगस्टरों व कैदियों को कंट्रोल करने में जेल अधिकारियों के पसीने छूटने लगे हैं।
आठ अप्रैल को सेंट्रल जेल पटियाला में बंद दो विचाराधीन कैदी के बीच हुए झगड़े के बाद फोन पकड़ा गया था। चेकिंग करने गई टीम के साथ गाली गलौज व हमला किया गया था। वहीं बीते 24 अप्रैल को सेंट्रल जेल में बंद गैंगस्टरों के बैरक की तलाशी लेने पहुंचे जेल स्टाफ पर दिलप्रीत बाबा के दो साथियों ने हमला कर दिया था।
पंजाब में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब 1717 हो गई है। 1278 नांदेड़ से लाए गए श्रद्धालु हैं। राज्य में मौतों की संख्या भी 28 हो गई है। हालात से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का शुक्रवार को तीसरे फेज का पांचवां दिन है। राज्य की सरकार ने भी कर्फ्यू लगाया हुआ है।साथ ही राज्य सरकार की तरफ से पंजाब से प्रवासियों को गृहराज्य भेजने और बाहरी राज्यों में फंसे पंजाबियों कोलाए जाने का क्रम भी जारी है। इस बीच जरूरी चीजों की दुकानें, कुछ उद्योग और शराब की दुकानें भी कुछ घंटे के लिए खुल रही हैं। बावजूद इसके लोगों को राशन जैसी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कहीं-कहीं पुलिस की सख्ती के खिलाफ भी लोगों मेंनाराजगी देखने को मिल रही है।
बिहार के मुजफ्फरपुर और उत्तर प्रदेश के अकबरपुर के लिए भी आज दो ट्रेनें जाएंगी
कर्फ्यू में फंसे श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेनों में जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन से शुक्रवार कोपहली ट्रेन 1188 लोगों को लेकर लेकर दोपहर 12 बजे उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर के लिए रवाना हुई। इसके बाद बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए शाम 5 बजे और उत्तर प्रदेश के अकबरपुर के लिए रात 11 बजे ट्रेन चलाई जाएगी। घर जाने के लिए सुबह 7 बजे गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी कॉलेज पर श्रमिकभारी संख्या में पहुंच गए। सुल्तानपुर की बजाय आजमगढ़, गोरखपुर व उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों को जाने के लिए भी लोग पहुंच गए। पुलिस को भीड़ को कंट्रोल करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। खुद एसीपी सेंट्रल हरसिमरत सिंह ने सख्ती के साथ सिर्फ सुल्तानपुर जाने वालों को रोका और दूसरे जिलों के लोगों को ग्राउंड से बाहर करवाया।
राशन न मिलने पर प्रदर्शन, पार्षद बोले- नहीं मिली सरकारी मदद
अमृतसर के वार्ड 62 में राशन न मिलने पर लोगों ने पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शकारियों ने बताया किकर्फ्यू के दौरान सिर्फ एक बार पार्षद की तरफ से राशन दिया गया था, लेकिन 40 दिन बीत जाने के बावजूद दोबारा राशन नहीं मिला। काम बंद होने के कारण लोग राशन खरीदने में असमर्थ हैं। वहीं पार्षद जगदीप सिंह रिकू नरूला ने कहा कि अब तक सरकार द्वारा किसी तरह की सरकारी राशन सामग्री नहीं दी गई है। उन्होंने अपनी तरफ से जितना हो सका लोगों को राशन दिया है।
नवांशहर में बैंक खुलने से दो घंटे पहले ही लगी लाइन, समय में बदलाव की वजह से आई दिक्कत
नवांशहर के राहों में बैंकों के बाहर दो घंटे पहले ही भीड़ लगना शुरू हो गई। लोगों को यहां खासी परेशानी का सामना पड़ा, क्योंकि पहले सुबह 7 से दोपहर 1 बजे तक समय था और फिर सरकार की तरफ से 9 से 3 बजे कर दिया। बहुत से लोगों को इस बारे में पता ही नहीं था। बैंक के बाहर पहुंचे लोगों ने कहा किअगर प्रशासन की ओर से बैंकों के समय में बदलाव किया गया था तो उसे एक दिन पहले सूचना देनी चाहिए थी। बैंकों के मैनेजरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें भी बैंक खोलने की सूचना एक दिन पहले रात को फोन पर ही दी जाती है, जिसे वे अपने स्टाफ को जानकारी दे देते हैं और लोगों को इस संबंधी बताने का समय ही नहीं मिलता।
पठानकोट में पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतरे निगम कर्मी, लगाया जाम
पठानकोट में ड्यूटी पर आ रहेनिगम कर्मियों के साथ किए गए अभद्र व्यवहार पर भड़के सफाई कर्मियों नेरोड जाम कर दिया। करीब आधा घंटा तक रोडजाम होने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने जवान के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिया तो कर्मचारियों ने रास्ता खोला। अखिल भारतीय सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान रमेश कटो ने बताया कि बीते दिन यूनियन के चेयरमैन दीपक भट्टी इलाके का दौरा कर रहे थे तो पुलिसवालों नेउन्हें रोक लिया। उन्होंने बताया कि वहनिगमकर्मी हैं और उनके पास कर्फ्यू पास भी है। बावजूद उसके पुलिस जवान ने उनके साथ गलत भाषा का इस्तेमाल किया। इसी बात को लेकर वह कार्यालय पहुंचे और पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई थी।
वीरवार को मुक्तसर के मलोट से श्रीगंगानगर गए दूल्हे ने 8 घंटे के संघर्ष के बाद आखिरकार अपनी दुल्हनिया को ले ही आया। दूल्हे के पास पंजाब की अनुमति तो थी, लेकिन राजस्थान बॉर्डर सील होने से वीरवार सुबह उसे खारिज कर दिया गया। इस कारण अधिकारियों ने दूल्हे को श्रीगंगानगर में एंट्री देने से मना कर दिया। ऐसे में दूल्हा-दूल्हन को दोबारा अनुमति लेने को 8 घंटे संघर्ष करना पड़ा। केमिस्ट्री देखिए, दूल्हा राजस्थान के बॉर्डर पर अफसरों को मनाता रहा और दुल्हन सचिवालय में अनुमति लेने पहुंची। इस घटनाक्रम में भास्कर भी मददगार बना रहा।
दूल्हा बॉर्डर पर अफसरों को मनाता रहा, दुल्हन सचिवालय अनुमति लेने पहुंच गई
बॉर्डर पर नाकाबंदी सख्त है। वीरवार सुबह 10 बजे का समय है। मलाेट से मां तारादेवी के साथ शेरवानी पहने दूल्हा अक्षय कुमार पहुंचा। नायब तहसीलदार काे दस्तावेज दिखाए। दूल्हे के हाथ में मुक्तसर डीसी का पास है। नायब तहसीलदार ने दस्तावेज देखने के बाद कहा कि बॉर्डर पर सख्ताई बढ़ा दी है और आपकी अनुमति खारिज कर दी गई है। परेशान दूल्हे ने दुल्हन समेत कई परिचितों को फोन किया।
दाेपहर 3 बजे तक दूल्हे ने मिन्नतें की ताे नायब तहसीलदार ने अफसरों से पूछकर डाेली वाली कार काे राजस्थान प्रवेश की अनुमति दे दी। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उनकी स्क्रीनिंग की। इतनी देर में ही सचिवालय से फिर नायब तहसीलदार के पास फाेन आया और अनुमति निरस्त कर दी। इस पर भास्कर टीम शाम चार बजे दुल्हन सुनीता के घर पहुंची। दुल्हन के चाचा मांगेराम, प्रेम भाटिया के साथ दुल्हन काे लेकर सचिवालय पहुंचे। हालात बताने पर डीसी ने दूल्हे काे शादी के लिए श्रीगंगानगर आने की अनुमति दे दी।
अनुमति मिलते ही सीमा पर बैठे अधिकारियों ने दूल्हे काे आने की अनुमति दी। शाम सवा 5 बजे दूल्हा अपनी मां के साथ दुल्हन के घर पहुंचा। दूल्हे की सालियों ने घर के मुख्य दरवाजे पर रिबन कटाई की रस्म पूरी की। इसके बाद दूल्हे काे घर में प्रवेश मिला। पाैने छह बजे घर की छत पर मंडप लगाकर फेराें की रस्म पूरी हुई और पंजाब वाले आखिर दुल्हनिया ले गए। इस पूरी प्रक्रिया में भास्कर रिपोर्टर और फोटो जर्नलिस्ट ने दोनों पक्षों की पूरी मदद की।
श्रमिकाें के लाैटने का सिलसिला जारी है। वीरवार काे जिला प्रशासन ने 3720 लाेगाें काे आजमगढ़, दरभंगा और बहराइच भेजा। स्पेशल ट्रेन में आजमगढ़ में 1320, दरभंगा में 1200 और बहराइच 1200 यात्री रवाना किए गए। किसी भी यात्री से पैसा नहीं लिया गया। डीसी ने रेलवे काे 20.30 लाख रुपए की अदायगी की है। इसके लिए जिला प्रशासन रेलवे काे अब तक 51.24 लाख रुपए की पेमेंट कर चुका है। लाेगाें के चेहराें पर जहां घर लाैटने की खुशी थी, वहीं अपने भविष्य काे लेकर चिंता भी थी।
वीरवार दाेपहर बल्ले-बल्ले फार्म की खुली ग्राउंड में बैठे मजदूर बेचैनी से मेडिकल और बस में बैठने का इंतजार कर रहे थे। धूप काफी तेज थी। प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी टेंट में बैठे थे। जिनकी स्क्रीनिंग हो जाती, उन्हें बस में बैठा दिया जाता था। इस दाैरान एक श्रमिक से जब पूछा कि तेज धूप मे बैठे हैं, गर्मी नहीं लगती। श्रमिक ने जवाब दिया, भूख से अच्छी धूप है।
मंगलवार से लेकर वीरवार तक 7 ट्रेनें रवाना की गईं। दरभंगा वाली ट्रेन रवाना हाेने से पहले विधायक सुशील रिंकू भी सिटी स्टेशन पर पहुंचे। जिन्होंने मजदूरों को अलविदा कहा। मंगलवार को झारखंड और गाजीपुर, बुधवार बनारस, लखनऊ और गोरखपुर, वीरवार को आजमगढ़, दरभंगा और बहराइच के लिए ट्रेनें रवाना हो चुकी हैं।
पत्नी और मां के संस्कार में नहीं पहुंच सका, अब बच्चाें से मिलूंगा
सिटी स्टेशन से पहली ट्रेन आजमगढ़ के लिए सुबह 11 बजे रवाना की गई। इसमें 1320 यात्रियों को बैठाया गया। इससे पहले जो ट्रेनें रवाना हुईं उनमें सोशल डिस्टेंस मेनटेन करने के लिए 1188 यात्री बैठाए गए। तीन ट्रेनों का किराया 20.30 लाख रुपए डीसी की ओर से रेलवे विभाग को दिया गया। बस्ती शेख निवासी प्रमोद मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन से पहले पत्नी गांव चली गई थी। वहां जाकर वे बीमार हो गई। उन्होंने अपनी ट्रेन की बुकिंग करवाई तो लॉकडाउन हो गया। बीवी बीमाारी से मर गई और मां पोते और पोती को देखते हुए गम में डूब गई और आखिर मां ने भी दम तोड़ दिया। अब मौका मिला तो लाैट रहा हूं बच्चों के पास। लॉकडाउन के कारण न पत्नी का मुंह देख सका और न मां का।
8 साल की बेटी काे धूप लगी ताे पिता ने छांव दी
दरभंगा जाने के लिए बल्ले-बल्ले फार्म पहुंचे सूरज अपनी बेटी सारिका, बेटे राहुल और बीवी के साथ पहुंचे। दो घंटे धूप में बैठने के बाद जब मेडिकल की बारी आई तो बाहर जाने के लिए लाइन में लग गए। धूप तेज होने के कारण 8 साल की सारिका ने अपने पिता को कहा कि धूप लग रही है तो सूरज अपनी बेटी के आगे खड़े हो गए। अागे खड़े हाेकर बेटी काे धूप नहीं लगने दी।
तीन ट्रेनों के यात्रियों को एक ही समय फाेन और मैसेज
तीनाें ट्रेनों के यात्रियों को एक ही समय पर मैसेज और फोन किया जा रहा है। इस कारण तीनों ट्रेनों के यात्री एक साथ आरहे हैं जिससे भीड़ लग रही है। जिस यात्री की ट्रेन रात 11 बजे होती है वे भी जल्दी आकर बैठ रहे हैं। हरगोबिंद नगर निवासी अशोक कुमार ने बताया कि दोपहर काे बच्चों और पत्नी के साथ बल्ले-बल्ले फार्म पहुंचे। बसें भी फुल हो गईं और ट्रेन भी। इसके बाद वे वापिस आ गए। उनसे जब पूछा गया कि आप क्यों नहीं गए तो उन्होंने कहा कि बसें रवाना हो चुकी थीं और वहां कहा जा रहा था कि अब बहराइच जाने वालों की रजिस्ट्रेशन होगी।
बच्चों को सिर्फ 1-1 पैकेट बिस्किट
चीफ सेक्रेटरी चंडीगढ़ की ओर से आदेश जारी किए गए हैं कि जो श्रमिक अपने गांव जा रहे हैं। उनके लिए खाने, पीने का इंतजाम जरूर किया जाए। बच्चों को सिर्फ एक पैकेट बिस्किट का मिल रहा है। श्रमिकों ने कहा कि एक पैकेट से बच्चे का क्या बनेगा। 15 से 18 घंटे का सफर एक पैकेट के सहारे कट जाएगा। इस पर जिला प्रशासन गौर करे।
मजदूरों को रेलवे स्टेशन तक रोडवेज और पीआरटीसी दे रही सर्विस
पंजाब सरकार की तरफ से मजदूरों को अपने अपने राज्यों को भेजने के लिए स्पेशल श्रमिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं। करीब 2 दिनों में 10,000 के करीब यात्रियों को ट्रेनों से रवाना किया गया है। मजदूरों की रजिस्ट्रेशन के लिए शहर के बाहरी क्षेत्र बल्ले-बल्ले फार्म और शहर के अंदरूनी क्षेत्र लाडोवाली रोड पर जीएनडीयू कॉलेज में कैंपस बनाया गया है। जहां पर मजदूरों को ट्रेनों से रवाना करने से पहले उनके रजिस्ट्रेशन और मेडिकल चेकअप सहित अन्य खानापूर्ति की जा रही है। इन दोनों जगहों से यात्रियों को रेलवे स्टेशन छोड़ने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी की बसों की मदद ली जा रही है।
पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग की तरफ से 30 से 35 बसें जिला प्रशासन को मुहैया करवाई गई हैं जो श्रमिकों को फ्री में रेलवे स्टेशन छोड़ रही हैं। बसों सहित रेलवे का किराया पंजाब सरकार की तरफ से दिया जा रहा है लेकिन पंजाब ट्रांसपोर्ट विभाग अपने अंदरूनी खर्चे को पूरा करने के लिए प्रत्येक यात्री का ₹40 के हिसाब से इसका किराया जिला प्रशासन से बाद में क्लेम करेगी। पंजाब रोडवेज जालंधर डिपो एक के जनरल मैनेजर नवराज बातिश ने बताया कि पंजाब सरकार और जिला प्रशासन के निर्देशों पर पंजाब रोडवेज और पीआरटीसी की तरफ से श्रमिकों को रेलवे स्टेशन छोड़ने के लिए बसों की सर्विस दी जा रही है। बसों के ड्राइवरों की तरफ से सारी मेडिकल गाइडलाइन का इस्तेमाल किया जा रहा है और अंदर सोशल डिस्टेंस रखा जा रहा है।
पावरकॉम की सभी डिविजनों के ऑफिस वीरवार को खुले जरूर पर कोई पब्लिक डीलिंग नहीं की गई। जबकि ऑफिस को पब्लिक डीलिंग के लिए ही खोला गया था।उपभोक्ता बिजली के बिल ठीक करवाने और मीटर के बारे में जानकारी लेने ऑफिस में पहुंचे तो जवाब मिला कि जो भी काम होगा वे लॉकडाउन के बाद ही होगा। वहीं पावरकॉम से रिटायर्ड पेंशनर्ज अपना लाइफ सर्टिफिकेट लेने के लिए बूटा मंडी ऑफिस में पहुंचे तो उन्हें भी ये कहकर वापस भेज दिया गया कि अभी सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा। आप बाद में आ जाना। ऑफिस खुलते ही सभी डिवीजनों के कमरों में सैनिटाइजेशन करवाई गई।
ऑफिस खुलने पर सभी कमरों की करवाई गई सैनिटाइजेशन
उपभोक्ताओं को जैसे ही पता लगा कि पावरकॉम ने दफ्तरों में काम शुरू कर दिया है तो उपभोक्ता ऑफिस पहुंचने लगे। सूरज ने बताया कि बिजली का बिल अधिक आया था। वे केवल ये जानने के लिए बूटा मंडी ऑफिस में गए कि कैसे ठीक करवाया जा सकता है। गेट पर खड़े कर्मचारी ने गेट को बंद करते हुए कहा कि अभी कोई काम नहीं होगा जो होगा लॉकडाउन के बाद ही होगा।
सीढ़ियां चढ़कर गए पेंशनर्ज भी वापस लौटे
पावरकॉम के रिटायर्ड पेंशनर्ज जब लाइफ सर्टिफिकेट लेने बूटा मंडी ऑफिस की सी़ढ़ियां चढ़कर गए तो जवाब मिला कि अभी नहीं मिलेगा आप बाद में आ जाना। पेंशनर्ज ने कर्मचारियों को कहा भी कि पहले उन्हें अप्रैल महीने में आाने के लिए बोला गया और फिर मई में और अब कोई समय नहीं दिया जा रहा है।
कैश काउंटर भी रहे खाली
ऑफिस तो खुले लेकिन कैश काउंटर पर भी कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। इस कारण बिल जमा करवाने आए उपभोक्ताओं को वापस जाना पड़ा। वैसे तो शुक्रवार को सभी ऑफिस खुल जाएंगे और काम भी शुरू हो जाएगा। पब्लिक डीलिंग होती है या नहीं ये बाद में पता लगेगा।
कोविड-19 को लेकर डेढ़ माह से चल रहे कर्फ्यू के पालना में शहर के मुकाबले बाहरी इलाके के लोग ज्यादा समझदारी दिखा रहे हैं। न सड़कों पर लोगों की भीड़ है, न ही गली-मोहल्ले में टाइम पास करने वालों का झुंड। इस कारण से पुलिस की गश्त भी न के बराबर है और पुलिस का नाका सिर्फ मेन रोड तक ही सीमित है। यही बड़ा कारण है कि शहर के अंदरूनी इलाके के मुकाबले बाहरी इलाके में कोरोना के पॉजिटिव मरीज से लेकर वायरस का संक्रमण अब तक नियंत्रण में है।
दैनिक भास्कर की टीम ने वीरवार को गुरु नानक पुरा, चौगिट्टी, लद्देवाली, रामामंडी, ढिलवां, धन्नोवाली, दकोहा के इलाके का दौरा किया, जो 4 से 5 वार्ड के इलाकों से जुड़ा है। मेन रोड से लेकर गली-मोहल्ले में मेडिकल स्टोर या फिर एकल करियाणा की दुकानें खुली थी। लेकिन शहर जैसी भीड़ कहीं नहीं दिखी। रामामंडी-होशियारपुर रोड पर कुछ जगहों पर एक साथ कई गाड़ियां पार्किंग में नजर आई और लोगों की संख्या ज्यादा थी, लेकिन ऐसा माहौल सिर्फ अस्पताल, नर्सिंग होम और बैंक के बाहर का था।
शहर के बाहरी इलाकों के विपरीत कंपनी बाग चौक और दिलकुशा मार्केट के बाहर दोपहर तक सड़क किनारे दर्जनों की संख्या में कार पार्क थे। पुलिस के नाके से महज 100 मीटर दूर ही मंडी फैंटनगंज रोड पर लोगों ने कर्फ्यू के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाकर रख दी। मंडी रोड पर होलसेल की दुकान में खुदरा खरीददारी करने वालों की संख्या सैकड़ों में थी।
रामामंडी इलाके में नहीं खुला शराब का कोई ठेका
बीएसएफ चौक से लेकर परागपुर जीटी रोड के साथ लगते इलाके, रामामंडी-होशियारपुर रोड, ढिलवां रोड, ढिल्लों पैलेस के साथ, लद्देवाली, जीएनडीयू कैंपस रोड, गुरु नानक पुरा, लाडोवाली रोड, जीटी रोड के साथ बड़िंग, दीप नगर जैसे इलाके में एक भी शराब का ठेका नहीं खुला। न ही ठेके के आसपास शराब खरीदने वालों की कोई हलचल या भीड़ दिखी। ढिलवां चौक पर लगे नाके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने भी ठेका नहीं खुलने को राहत ही बताया।
पार्षद का फरमान, कोई काम है तो फोन करो
दकोहा इलाके के पार्षद जगदीश गग ने अपने घर के मेन गेट पर नया फरमान लिखकर लगा रखा है। हालांकि यह कोशिश कोरोना वायरस से बचाव को लेकर ही है, लेकिन निगम दायरे में किसी जनप्रतिनिधि द्वारा ऐसे फरमान का पहला मामला है। गेट पर चिपकाए गए कागज पर लिखा है कि कोई काम है, तो दिए गए फोन नंबर पर संपर्क करें। अर्थात घर के अंदर आने या दरवाजा खटखटाने की कोई जरूरत नहीं है।
करोना महामारी के चलते जिला पठानकोट लीची जोन के बागवानी के साथ-साथ बगीचे खरीदारों को भी बहुत नुकसान का सामना करना पड़ा रहा है। पूर्व मंत्री रमण भल्ला, ठाकुर हरदयाल सिंह रंजीत सिंह, अवतार सिंह, बलकार सिंह, करण सिंह, भूपिंदर सिंह, रंजीत सिंह, जापान सिंह का कहना है कि पठानकोट में जो लोग बगीचा खरीदने के लिए यूपी से आते हैं, लॉकडाउन के कारण वो नहीं आ रहे, जिस कारण लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। लोगों का कहना है कि महामारी के कारण बागवानी काफी नाजुक दौर से गुजर रही है।
यही हालात 2018 में हुए थे, जब तेज तूफान से काफी पेड़ टूटकर गिर गए थे। 2019 में भी चमकी नाम की बीमारी से आर्थिक हानि हुई थी, पर प्रशासन की ओर से कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई। बड़े अफसोस की बात है कि जिला पठानकोट लीची जोन घोषित किया जा चुका है पर इसके बावजूद सरकार की ओर से कोई भी ऐसी नीति नहीं बनाई गई, जिससे बागवानी को नुकसान होने पर मुआवजा मिल सके। गुरविंदर सिंह, ज्योति वाजवा, जगीर सिंह, वजीर सिंह, मिंटू ने बताया कि किला जमालपुर व अन्य क्षेत्रों के अलग-अलग भागों के लोगों को मुश्किल दौर से गुजरना पड़ रहा है।
लीची जोन घोषित होने के कारण किला जमालपुर में 92 प्रतिशत लोगों ने खेती छोड़कर लीची के बाग लगा दिए गए थे। 15 साल बाद लीची का फल बेचने के लायक होता है जिस जगह पर लीची लगा दी जाती है, वहां कोई और पैदावार नहीं होती। अब महामारी के कारण आर्थिक परेशानी का समाना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि सरकार को एेसी नीति बनानी चाहिए कि बागवानी को नुकसान होने पर मुआवजा मिल सके।