ब्लड डोनर्स पठानकोट द्वारा चलाई गई मुहिम ‘जस्ट हेल्प’ के तहत 16 परिवारों को राशन वितरित किया गया। इस मौके पर टीम ने कोरोना वारियर्स एडिशनल एसएचओ करिश्मा और कांस्टेबल चंद्रशेखर को सम्मानित भी किया। सदस्यों ने कहा कि इस वैश्विक महामारी के समय में पंजाब पुलिस के जवान 24 घंटे हमारी सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे हैं। इस मौके पर कृष्ण मोहन, विक्की रेहान, अवनीत सिंह, हरीश कुमार, गोरखा, अश्वनी महाजन, रकित महाजन, मंकीर्त सिंह, सनी और अन्य मौजूद रहे।
काजी मोहल्ला में रहने वाले 29 साल के कोरोनावायरस पॉजिटिव युवक का वीरवार को हरनामदासपुरा श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया। युवक का पीजीआई चंडीगढ़ में निधन हो गया था। इस मौके सेहत विभाग और कोरोनावायरस मरीजों के संस्कार के लिए बनाई गई कमेटी के सदस्य मौजूद रहे। वहीं बुधवार को काजी मोहल्ला के युवक के संपर्क में आने वाले 11 नए लोगों को कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है।
सेहत विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक काजी मोहल्ला के रहने वाली 65 और 37 साल की महिला, काजी मोहल्ला के 19-19 साल के युवक और युवती, रस्ता मोहल्ला की दो महिलाएं जिनकी उम्र 50 और 28 वर्ष है। वहीं, रस्ता मोहल्ला के 28 और 30 साल के व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है। इसके अलावा किला मोहल्ला की रहने वाली 27 और 45 साल की महिलाओं समेत 25 साल के व्यक्ति को संक्रमण की पुष्टि हुई है। वीरवार तक सेहत विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले में कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या 148 तक पहुंच गई है। वहीं वीरवार 200 अन्य संदिग्ध लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि सिविल के डॉक्टरों ने 107 लोगों के सैंपल लिए हैं।
युवक को पीजीआई ले जाने वाला दोस्त और उसका परिवार भी संक्रमित
काजी मोहल्ला के युवक का किडनी का इलाज पहले शहर के ही एक अस्पताल में चल रहा था। लॉकडाउन के दौरान युवक पहले अपने जीजा और बहन के साथ शहर के अस्पताल में इलाज करवा रहा था। जो पहले से ही संक्रमित आ चुके हैं। वीरवार की रिपोर्ट के मुताबिक युवक को पीजीआई लेकर जाने वाला दोस्त और उसका परिवार संक्रमित पाया गया है। जांच में यह बात सामने आई है कि पीजीआई से आने के बाद युवक सीधा अपने घर गया था। पीजीआई में दाखिल युवक के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद विभाग ने दोस्त और उसके परिवार का सैंपल ले लिया था।
मृतक के पिता, बहन और जीजा पहले से आ चुके हैं चपेट में
काजी मोहल्ला के युवक के संस्कार के लिए पहले विभाग ने उसकी माता को श्मशानघाट साथ लाने का प्रोसेस पूरा किया लेकिन माता की रिपोर्ट अभी आनी बाकी थी तो अंतिम संस्कार से पहले माता ने सिविल अस्पताल में ही बेटे के अंतिम दर्शन किए। युवक के पिता, बहन, जीजा और अन्य रिश्तेदार पहले से ही संक्रमित होने के कारण युवक के संस्कार की अनुमति परिजनो को नहीं मिली। वहीं इन सबके बीच युवक के दो दोस्तों ने पीपीई किटें पहनकर श्मशानघाट पहुंचकर अपने दोस्त का अंतिम संस्कार किया।
पहली बार किसी मरीज से 20 लोग संक्रमित
जिले में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या तक 148 पहुंच गई है। इन आंकड़ों में 75 फीसदी मरीज संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले हैं और कुछ लोग एेसे भी हैं, जो संपर्क में आने वाले लोगों के आगे संपर्क में रहे। इसके बावजूद ऐसा पहली बार हुआ है कि एक संक्रमित मरीज के सीधे संपर्क में आने वाले 20 लोग एक साथ संक्रमित पाए गए हों। वहीं सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि अभी तक युवक के संपर्क में आए 2 या 3 मरीजों को छोड़कर किसी भी मरीज को कोई गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दिए हैं। इसके अलावा बाकी किसी भी मरीज में कोई लक्षण नहीं है। वीरवार को संक्रमित पाए गए लोगों के अागे संपर्क में आने वाले लोगों के सैंपल लिए जाने का प्रोसेस सेहत विभाग की तरफ से शाम को आरंभ कर दिया गया।
काजी मोहल्ला के बाद रस्ता मोहल्ला बना हॉटस्पाट, नहीं खुल सकेगा अटारी बाजार
वीरवार को रस्ता मोहल्ला से 4 लोगों को संक्रमण होने की पुष्टि होने से रस्ता मोहल्ला भी कोरोनावायरस हॉटस्पॉट की श्रेणी में आ गया है। अब सेहत विभाग काजी मोहल्ला और रस्ता मोहल्ला में ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग की रणनीति बनाई रहा है। विभाग का कहना है कि इन एरिया में लोग एक-दूसरे के साथ मिलते रहे हैं। वहीं सेहत विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले 14 दिनों में रस्ता मोहल्ला के साथ सटे पूरे एरिया में लोगों की स्क्रीनिंग का प्रोसेस शुरू किया जाएगा। अगर इस एरिया में अगर कोई पॉजिटिव मरीज मिलता है तो आने वाले दिनों में अटारी बाजार में कोई छूट मिलना मुश्किल है।
कर्फ्यू लगने के 45 दिन बाद शुक्रवार से रजिस्ट्री का काम शुरू हो रहा है लेकिन अगर आप बिना ग्लव्स, मास्क या फेस कवर के आए तो रजिस्ट्री नहीं होगी। रजिस्ट्रार दफ्तर आने पर प्राॅपर्टी के दस्तावेजों के अलावा कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सरकार ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा फर्द काउंटर भी लोगों के लिए आम दिनों की तरह खोल दिए जाएंगे। जबकि निगम में बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट के आवेदन शुरू हो गए हैं।
हालांकि अभी शहर रेड जोन में है, इसलिए अभी सिर्फ 50 फीसदी प्राॅपर्टी की रजिस्ट्रियां होंगी। जबकि 17 मई के बाद से तहसील परिसर कार्यालय में इंतकाल निकलवाने सहित अन्य करीब 50 प्रतिशत काम शुरू हो जाएंगे। यही नहीं, 17 मई तक आरटीए में बीएस-4 सहित अन्य सभी वाहनों की ऑनलाइन आरसी का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से दिशा निर्देश जारी किए जा रहे हैं। उधर, सेवा केंद्र खोलने के आदेश अभी डीएम को नहीं मिले हैं। उनका कहना है कि फिलहाल आम लोग उपलब्ध सेवाओं की सूची https: //dgrpg.punjab.gov.in पर देखें।
सोमवार से तेजी पकड़ेगा रजिस्ट्रियों का काम
सरकार ने यह फैसला आर्थिक तंगी को देखते हुए लिया है लेकिन पहले दिन कार्यालय में कोई रजिस्ट्री हो पाना संभव नहीं लग रहा क्योंकि ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने के बाद ही लोगों को कार्यालय में रजिस्ट्री के लिए बुलाया जाएगा। इस वजह से रजिस्ट्री का काम सोमवार को तेजी पकड़ पाएगा। सब-रजिस्ट्रार-1 मनिंदर सिंह का कहना है कि शुक्रवार से रजिस्ट्री कार्यालय खुलेंगे
सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों का टारगेट
डीसी कांप्लेक्स के सब-रजिस्ट्रार ऑफिस-1 और 2 में एक दिन में 200 रजिस्ट्रियां करने का टारगेट रहता है लेकिन सरकार के द्वारा तय हुए दिशा निर्देश के तहत दोनों कार्यालयों में 100 रजिस्ट्रियां ही हो पाएंगी।
ऐसे काम करेगा रजिस्ट्री कार्यालय
हथियार, मैरिज रजिस्ट्रेशन पर लगी रोक, सेवा केंद्र 9 से 5 तक खुलेंगे
राज्यभर में सेवा केंद्र सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुलेंगे। सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक आम लाेग यहां मिलने मिलने वाली सेवाअाें का लाभ ले सकते हैं, जबकि दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कर्फ्यू पास वाले लोगों को सेवाओं का लाभ मिलेगा। सरकार ने सेवा केंद्रों पर गैदरिंग रोकने के लिए हथियार और वैवाहिक रजिस्ट्रेशन से संबंधित सेवाओं पर रोक लगी दी है। सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासकीय सुधार विनी महाजन ने सभी डीसी को 8 मई से सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सभी सेवा केंद्रों को फिर से खोलने के निर्देश दिए हैं।इस संदर्भ में डीएम सेवा केंद्र हरप्रीत सिंह का कहना है कि अभी तक उनके पास सेवा केंद्र खोलने को लेकर कोई निर्देश नहीं आया है।
सूबे में कोरोना का कहर जारी है। जालंधर में सबसे ज्यादा खराब हालात हैं। यहां हर दिन नए इलाके से केस आरहे हैं। हालांकि बाकि जिलों अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर, पटियाला समेत 19 जिलों में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है लेकिन यहां 85% श्रद्धालु हैं जो हजूर साहिब से लौटने के बाद क्वारेंटाइन कर लिए थे। सैंपल जांच के दौरान उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है और वह इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। इससे लिए संक्रमण फैलने का खतरा कम है। जालंधर में इससे उलट है यहां पॉजिटिव 148 मरीजों में सिर्फ 9 ही यानी 6% श्रद्धालु हैं जबकि 75% केस एक-दूसरे के संपर्क में आने से आए हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि 6 हॉट स्पॉट हैं और 32 इलाके सील किए जा चुके हैं।
वीरवार को 11 नए केस आए
बावजूद इसके कोरोना का फैलाव नहीं रुक रहा है। वीरवार को 11 नए केस आए। सभी काजी मोहल्ला के उसी युवक के पड़ोसी हैं जिसकी बुधवार को मौत हुई थी। वीरवार को जालंधर समेत सूबे में 60 नए केस आए। एक व्यक्ति की मौत हो गई। अमृतसर में 11, तरनतारन में 13, गुरदासपुर में 20, बठिंडा में 2, होशियारपुर, फतेहगढ़ साहिब व फरीदकोट में 1-1 केस आया। आंकड़ा अब 1717 हो गया है। 1278 श्रद्धालु हैं। मौतों की संख्या 28 हो गई है। होशियारपुर के हरखोवाल निवासी हरनेक सिंह 55 की 6 मई को अमृतसर में हुई मौत के बाद 7 को रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वीरवार को तरनतारन में 13, अमृतसर में 9, गुरदासपुर में 16, फतेहगढ़ साहिब व फरीदकोर्ट में 1-1 श्रद्धालु संक्रमित पाया गया।
पटियाला और मोहाली में चेन थमी, लेकिन जालंधर में बढ़ती ही जा रही
जालंधर के काजी मोहल्ला में कोरोना से हुई युवक की मौत के बाद वीरवार को उसका संस्कार कर दिया गया। उसके संपर्क में आए 11 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। कई अन्य रिश्तेदारों व घरवालों की रिपोर्ट पेंडिंग है। आंकड़ों के मुताबिक जालंधर में 8 लोगों से वीरवार तक 75% लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसका बड़ा कारण है कि लोग कर्फ्यू का उल्लघंन कर आपस में मिल रहे हैं। इसलिए चेन नहीं टूट रही है। इससे पहले मोहाली के जवाहरपुर गांव में एक व्यक्ति से 35 से ज्यादा, पटियाला के राजपूरा में महिला से 46 और नवांशहर में बुजुर्ग रागी से 20 से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।
लेकिन यहां समय पर लोग प्रशासन के साथ खुद भी आगे आए और धीरे-धीरे काेरोना को मात दे रहे हैं। सूबे में अभी तक 34701 संदिग्धों में 28933 की रिपोर्ट निगेटिव व 4124 की पेंडिंग है। 149 मरीज ठीक हो चुके हैं।
होशियारपुर के संक्रमित युवक की हालत गंभीर
गुरु नानक देव अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में होशियारपुर से रेफर होकर आए 37 वर्षीय कोरोना पॉजीटिव मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है और ऑक्सीजन भी दी गई है। उसे सांस लेने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। मरीज की हालत में सुधार होता नहीं दिख रहा है।
उपभोक्ता आज से कैश काउंटर पर जाकर बिल जमा करा सकेंगे
बिजली उपभाेक्ता 8 मई से काउंटर पर जाकर सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक बिल जमा करवा सकते हैं। काउंटर पर अदायगी के समय भीड़ न लगे इसके लिए सरकार ने सभी डीसी व एसएसपी को हिदायत जारी की हैं। काउंटरों पर भीड़ रोकने व सोशल डिस्टेंस को मेंनटेन रखने को पुलिस तैनात की जाएगी। बिजली मेंटेनेंस का काम भी किया जाएगा। ई सेवा केंद्र आज से 9 से 5 बजे तक खुलेंगे।
काॅलेजों व यूनिवर्सिटीज में 15 जून तक छुट्टियां, नया सत्र सितंबर से
सरकार ने सरकारी काॅलेजों व यूनिवर्सिटीज में 15 मई से 15 जून तक गर्मियों की छुट्टियां करने का फैसला किया है। नया शैक्षिणिक सत्र सितंबर से शुरू होगा। शिक्षा मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने बताया कि यूनिवर्सिटीज व काॅलेजों में 80 फीसदी सिलेबस पूरा हो चुका है। यूनिवर्सिटी और काॅलेज स्टूडेंट्स के पेपर 1 जुलाई से लिए जा सकते हैं।
चंडीगढ़ में वीरवार को 9 कोरोना पेशेंट मिले। इनमें 8 बापूधाम के और 1 सेक्टर-30 का छह साल का बच्चा है। अब शहर में मरीजों का कुल आंकड़ा 137 पर पहुंच गया है। इनमें से 101 पेशेंट तो पिछले 10 दिनों में आए हैं। शहर में सबसे बड़े हॉटस्पॉट बने बापूधाम से ही अब तक 81 मरीज आ चुके हैं। यह कुल मरीजों का 60% है। बापूधाम में सबसे पहले 25 अप्रैल को जीएमसीएच-32 में काम करने वाले वार्ड अटेंडेंट नरेंद्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उसके बाद पता चला कि उसने 17 अप्रैल को अपनी मैरिज एनिवर्सिरी की पार्टी दी थी जिसमें 100 से ज्यादा लोगों को बुलाया गया था।
इस आरोप में उसके खिलाफ पर्चा भी दर्ज किया गया था। उसके बाद से कॉलोनी में कम्युनिटी संक्रमण फैलना शुरू हो गया। पिछले 12 दिनों में वहां 81 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा सेक्टर-30 में भी 15 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। अब यह आंकड़ा 200 की ओर बढ़ता नजर आ रहा है। कुछ दिन पहले प्रशासक के एडवाइजर मनोज परिदा ने भी 200 का आंकड़ा छूने के संकेत दिए थे।
मोहाली से 1288 मजदूरों को लेकर ट्रेन हरदोई गई
माेहाली| वीरवार काे माेहाली रेलवे स्टेशन से मजदूराें काे लेकर पहली ट्रेन यूपी के हरदोई के लिए रवाना हुई। कुल 1288 मजदूराें काे उनके घर भेजा गया। उनके खाने-पीने का पूरा इंतजाम किया गया। कुछ लाेग मायूस भी लाैटे क्याेंकि उन्हाेंने रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था। इस वजह से ट्रेन में नहीं बैठ सके। जैसे ही ट्रेन चली, गाड़ियों में बैठे लोगों ने हाथ हिलाकर पुलिसवालों का धन्यवाद किया। इन सब बातों से अनजान एक नन्हा बच्चा डिब्बे की खिड़की पर खड़ा होकर मुस्कुरा रहा था मानो वह अपनी भाषा में उन कोरोना वॉरियर्स का धन्यवाद कर रहा हो जिन्होंने उसके घर लौटने का इंतजाम किया।
पंजाब :19 जिलों में 90 फीसदी हजूर साहिब से लौटै श्रद्धालु
पंजाब में कोरोना पीड़ितों के आंकड़े दिनोंदिन बढ़ते जा रहे हैं। वीरवार को 42 नए केस आए। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 1699 पहुंच गया है। इनमें 1266 श्रद्धालु हैं। वहीं मरने वालों का आंकड़ा भी 28 पहुंच गया है। पिछले 4 दिनों में कुल 8 लोग मर चुके हैं। राज्य के बाकी जिलों में राहत की बात इसलिए है क्योंकि यहां पाए गए संक्रमितों में ज्यादातर हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालु हैं। वे सभी क्वारेंटाइन हैं इसलिए उनसे कोई खतरा नहीं है। लेकिन सबसे ज्यादा खराब हालात जालंधर के हैं क्योंकि यहां हर दिन नए इलाकों से मरीज सामने आ रहे हैं। वीरवार को भी जिले में 11 नए केस सामने आए। यहां संक्रमित पाए गए कुल 148 मरीजों में सिर्फ 9 ही श्रद्धालु हैं। बाकी केस कम्युनिटी संक्रमण से फैल रहे हैं।
काॅलेज-यूनिवर्सिटी में 15 जून तक गर्मियों की छुट्टियां, नया सत्र सितंबर से
पंजाब सरकार ने राज्य के सरकारी काॅलेजों और यूनिवर्सिटीज में 15 मई से 15 जून तक गर्मियों की छुट्टियां करने का फैसला किया है। उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने बताया कि यूनिवर्सिटीज और काॅलेजों से मिली जानकारी के अनुसार चालू सेमेस्टर व क्लास का तकरीबन 80 % सिलेबस पूरा हो चुका है। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा लॉकडाउन से बाहर आने के लिए बनाई गई लखनपाल समिति और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार यूनिवर्सिटी और काॅलेज स्टूडेंट्स के इम्तिहान 1 जुलाई से लिए जा सकते हैं। नया शैक्षणिक सत्र सितंबर से शुरू किया जाएगा।
बिजली के बिल आज से कैश काउंटर पर
बिजली उपभाेक्ता 8 मई से काउंटर पर जाकर सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक बिल जमा करवा सकते हैं। पंजाब बिजली निगम लिमिटेड पावरकॉम ने कैश काउंटर खोलने का निर्णय लिया है। काउंटर पर अदायगी के समय भीड़ न लगे इसके लिए सरकार ने सभी डीसी और एसएसपी को हिदायत जारी की हैं। कैश काउंटरों पर भीड़ रोकने और सोशल डिस्टेंसिंग को यकीनी बनाने के लिए पुलिस तैनात होगी।
हरियाणा: गुड़गांव में सबसे ज्यादा 13 मरीज और आए सामने
कोरोनावायरस अब हरियाणा के 21वें जिले में भी पहुंच गया है। अब तक संक्रमण से बचे महेंद्रगढ़ जिले में वीरवार को कोरोना के दो मरीज मिले हैं। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 29 नए केस मिलने से यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 629 पर पहुंच गई है। साथ ही काेरोना से पानीपत में एक युवक की मौत हो गई है। समालखा के झट्टीपुर के 28 साल के युवक की बुधवार 6 मई को मौत हो गई थी।
उसकी रिपोर्ट वीरवार को पॉजिटिव निकली। यह जिले में दूसरी, राज्य में 8वीं मौत है। नए केसों में गुड़गांव जिले में सबसे ज्यादा 13 नए मरीज मिले। फरीदाबाद में छह, सोनीपत और झज्जर में तीन-तीन और पानीपत-फतेहाबाद में एक केस मिला है। अब सिर्फ रेवाड़ी ही कोरोना फ्री जिला बचा है।
कोरोना संक्रमित जवान को अस्पतालों में भर्ती नहीं किया, इलाज न मिलने से मौत
कोरोना वायरस का इलाज न मिलने की वजह से दम तोड़ने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा का वीरवार को अंतिम संस्कार किया गया। अमित के शव पर पुलिसकर्मियों व अन्य ने फूल बरसाकर श्रद्धांजलि दी। दिल्ली सरकार ने अमित के परिजनों को 1 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। बुधवार रात 2 बजे अमित ने सांस लेने में दिक्कत की बात कही थी। अमित के साथी उन्हें कई अस्पतालों में ले गए लेकिन उन्हें भर्ती नहीं किया। आरएमएल अस्पताल जाते हुए उनकी मौत हो गई।
हिमाचल,मंडी जिले के कोरोना संक्रमित युवक की मां भी पॉजिटिव
सरकाघाट के कोरोना पॉजिटिव 21 वर्षीय युवक की मौत के बाद अब उसकी मां की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इस तरह पिछले चार दिनों में 6 नए मामले आ गए हैं जिनमें दो चंबा, तीन मंडी और एक कांगड़ा जिले का है। मंडी जिले के सरकाघाट का युवक किडनी की बीमारी से पीड़ित था। दो दिन पहले ही उसकी मौत हुई थी। राज्य में अब कुल एक्टिव केस 6 हो गए हैं।
जिला प्रशासन ने बाजारों में दुकानें खोलने की छूट दी है, पर एंट्री प्वाइंटों से पुलिस लोगों को बाजारों में जाने नहीं दे रही और लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि प्रशासन ने खरीदारी को बाजार में आने वालों को लिए कोई रूट मैप तैयार नहीं किया है। न ही बाजारों के पास कोई पार्किंग व्यवस्था की है। किसी को 30 से 40 किलो वजन सामान लेना है तो पैदल खरीदारी नहीं हो सकती। लोगों ने यह समस्या विधायक अमित विज के सामने उठाई। उन्होंने कहा कि यदि बाजारों में जाने की छूट दी है तो फिर नाकाबंदी क्यों की जा रही है। बाजार में लोग कैसे पहुंचें। इसके लिए प्रशासन को व्यवस्था करवानी चाहिए।
वीरवार को दूसरे दिन भी शहर में रोटेशन वाइस दुकानें खुलीं। लेकिन ग्राहक और दफ्तरों में जाने वाले लोग शहर के एंट्री प्वाइंटों पर परेशान होते रहे। जिनके पास पास थे उन्हें कभी जाने दिया जा रहा था और कभी रोक लिया जा रहा था।
पुलिस ने शहर में इन स्थानों पर की थी नाकाबंदी
ढांगू रोड पर पीरबाबा चौक, कॉलेज रोड पीर बाबा चौक, सलारिया चौक, सैली रोड से पटेल चौक, पटेल चौक से काली माता मंदिर रोड रेलवे फाटक पर पहले लोहे की चेन बांधकर लोग रोके जा रहे थे। पुलिस कर्मचारी चेन उठाता तो रेलवे लाइन क्रास करते ही लोग मनचंदा टावर के पास लगाए बेरिकेड पर फंस जाते। जहां पुलिस उन्हें लौटने को कह देती, जिससे लोग परेशान होते रहे। इसी तरह होटल आपुलेंस के बाहर राजकरणी महाजन हाल, डलहौजी रोड से रामलीला ग्राउंड मार्ग, गाड़ी अहाता पुराना फव्वारा चौक, मेन बाजार डाकखाना चौक, सलारिया चौक से गांधी चौक पर बेरिकेड लगाए गए थे। वाल्मीकि चौक, इंदिरा कालोनी रोड, अबरोल नगर रोड पर नाकाबंदी थी।
ट्रस्ट की पार्किंग व पुराने वेटनरी अस्पताल में वाहन पार्क कर बाजार में पैदल जाएं लोग
डीएसपी सिटी राजेंद्र मन्हास ने कहा कि खरीदारी के लिए आ रहे लोग दोपहिया वाहन या कार डलहौजी रोड स्थित पुराना वेटनरी अस्पताल व वाल्मीकि चौक के पास ट्रस्ट की पार्किंग में खड़े कर बाजारों में पैदल जाएं।
काली माता मंदिर रोड पर लगाए गए नाक पर वाहन चालकों को रोकती पुलिस।
पावरकॉम के एक्सईएन कुलदीप सिंह ने कहा कि 7 मई को कैश काउंटर खोला जाना था, लेकिन ऐन मौके पर पंजाब सरकार की गाइडलाइन जारी हुई कि कैश काउंटर न खोले जाएं। इसका पालन किया गया पर 7 मई की शाम को ही फिर इंस्ट्रक्शन जारी हो गई कि वर्किंग डे सोमवार से शुक्रवार तक लोगों के बिल जमा करने के लिए कैश काउंटर खोल दिए जाएं।
अब शुक्रवार सुबह 9 से दोपहर 2 बजे तक कैश काउंटर खोले जाएंगे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि हाथों को सैनिटाइज व मुंह पर मास्क लगाकर ही बिल जमा करवाने आएं। सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करें। वहीं, अब जिन लोगों के मीटर जल गए हैं या फाल्ट पड़ा है उन्हें भी बदला जाएगा।कर्मचारी फील्ड में मीटर रीडिंग भी करेंगे।
बिजली बिल जमा करवाने आया था, नहीं हुआ : हरीश
वीरवार को पावरकॉम में बिजली बिल जमा करवाने गए लोग परेशान हुए। बिल काउंटर बंद था और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों ने लोगों को यह कहकर लौटा दिया कि बिल कैश काउंटर पर नहीं बल्कि अॉनलाइन ही जमा करवाएं। इसे लेकर लोग असमंजस में पड़ गए और बिल बिन जमा करवाए ही लौटना पड़ा। हालांकि, पावरकॉम की ओर से वीरवार को बिजली बिल जमा करवाने को लेकर काउंटर खोले जाने थे। लेकिन, ऐन मौके पर पंजाब सरकार की गाइडलाइन जारी हुई कि काउंटर न खोले जाएं। इसके बाद शाम को फिर इंस्ट्रक्शन जारी हो गई कि शुक्रवार को बिल जमा करने के काउंटर खोल दिए जाएं। अब शुक्रवार को जहां कैश काउंटरों पर बिजली बिल जमा होंगे, वहीं फाल्ट वाले मीटर बदले जाएंगे। इंदिरा कालोनी निवासी हरीश ने कहा कि पता चला था कि 7 मई को काउंटर पर बिल जमा होंगे। वह बिल लेकर कैश काउंटर पर पहुंचा तो काउंटर बंद था। मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने यह कहकर लौटा दिया कि बिल आज कैश काउंटर पर जमा नहीं होगा, ऑनलाइन ही जमा करवाएं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय और पंजाब गृह विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुरूप अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रशासकीय सुधार विनी महाजन ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी करते हुए राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों को 8 मई (शुक्रवार) से सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सेवा केंद्रों को फिर से खोलने के निर्देश दिए हैं। महाजन ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य सरकार ने सेवा केंद्रों को फिर से खोलने के आदेश दिए हैं जो कोविड -19 महामारी के दौरान कर्फ्यू /लाॅकडाउन के चलते बंद कर दिए गए थे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि विभिन्न जी2सी और बी2सी सेवाएं मुहैया करवाने वाले यह सेवा केंद्र पंजाब के एकीकृत सेवाएं मुहैया करवाने वाले केंद्र हैं और यह कल से फिर से खुल जाएंगे। सभी डिप्टी कमिश्नरों को मानक संचालन प्रक्रिया जारी की गई है। कोविड-19 दौरान इन सेवा केंद्रों में आने वाले नागरिकों और इन केंद्रों में काम कर रहे स्टाफ के लिए जारी एडवाइजरी का पालन किया जाए।
हथियार और विवाह के रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे, इसलिए सुविधा केंद्र न जाएं
पहले चरण में 516 सेवा केंद्रों में 467 खोले जाएंगे, जिनमें कुल 217 में से 153 सेवाएं दी जाएंगी। हथियार और विवाह रजिस्ट्रेशन दूसरे चरण में होगा। उपलब्ध सेवाओं की सूची https: // dgrpg.punjab.gov.in/ पर भी देखी जा सकती है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक कोई भी नागरिक जा सकता है जबकि दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक मान्य नियोजित भेंट और कर्फ्यू पास वाले लोगों ही सेवा का लाभ ले सकते हैं।
विदेशों से लौटने वालों पर सरकार का फैसला
पंजाब में विदेशों से लौटने के इच्छुक एनआईआर ने सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। अभी नांदेड एवं दूसरे राज्यों से लौटे श्रद्धालुओं के संक्रमित निकलने के खतरे से बाहर भी नहीं निकले कि विदेशों से पंजाबियों के वापस आने के चलते सरकार इससे निपटने की तैयारियों में जुट गई है। सरकार की ओर से विदेशों में बसे पंजाबियों के वापस आने को लेकर अधिकारियों के बीच मीटिंगों का दौर शुरू हो चुका है। सरकार ने तय किया है कि विदेशों से आने पर पंजाब सरकार टेस्ट करवाएगी। टेस्ट रिपोर्ट आने तक इनको एकातंवास में रखा जाएगा।
जिला लेवल पर टीमें रखेंगी नजर
सरकार को मिले आंकड़ों के मुताबिक लगभग 20 हजार लोग विदेश से पंजाब पहुंच सकते हैं। इसके अलावा अन्य राज्यों से भी करीब 12 हजार पंजाबी आ रहे हैं। इनको एकांतवास में रखने और टेस्ट करवाने के लिए एनआईआर मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक के बाद तय किया गया है कि जिले लेवल पर एक एक टीमें बनाई जाएगी। जोकि इनका आंकडा रखेंगे।
(सुखबीर सिंह बाजवा)पंजाब में सरकार के ठेके खोले जाने और शराब की होम डिलीवरी पर फैसले पर शराब ठेकेदार और सरकार आमने-सामने हो गए हैं। सरकार के निर्णय का विरोध करते हुए वीरवार को केवल दो जिलों में पूरी तरह से ठेके खुले रहे, जबकि राज्य के अन्य जिलों के ठेके पूर्ण तौर पर बंद रहे। ठेकेदारों का कहना है कि सरकार ने यह निर्णय हम पर थोपा है, हम से बात तक नहीं की। सरकार को चाहिए कि पहले ठेकेदार एसोसिएशन से उनकी मांगों पर बात करें उसके बाद ही कोई फैसला ले। चूंकि एसक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है तो सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह को खदु एसोसिएशन के साथ मीटिंग कर उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए।
सरकार ने हमसे कोई बात नहीं की, इसलिए आज सरकार के निर्णय के विपरीत बहुत से ठेकेदारों ने विभिन्न जिलों में ठेके नहीं खोले। ठेकेदारों ने राज्य सरकार को साफ कह दिया जिनते घंटे ठेके खोले जाएंगे, उसी हिसाब लाइसेंस की फीस ली जाए। ठेकेदारों का कहना है कि सरकार अगर शराब की होम डिलीवरी करवाना ही चाहती है तो सरकार को इसके लिए ऐप बनवानी चाहिए ताकि इसका डाटा ऑटामेटिक जनरेट होता रहे। जो व्यवस्था अब सरकारी चाहती है, उसे शराब की तस्करी को बढ़ावा मिलेगा। क्योंकि सरकार ने यह तो कह दिया कि एक व्यक्ति दो लीटर से अधिक ऑर्डर नहीं दे सकता, लेकिन यह नहीं बताया कि कारिंदें कितनी मात्रा ले जा सकते हैं।
ठेकेदारों व आबकारी अफसरों की बैठक आज
विवाद को खत्म करने के लिए आबकारी के अफसर ठेकेदारों के साथ मोहाली में आज बैठक करेंगे और उनकी मांगों पर विचार करेंगे। इसमें ठेकेदारों द्वारा अपनी तमाम मांगो को लेकर विचार किया जाएगा। इनमें मुख्य तौर पर लाइसेंस फीस का मुद्दा है।
ये हैं मांगें
आज कैबिनेट में सरकार को करना चाहिए पुनर्विचार
ठेकेदार सिंडीकेट मेंबर इंदरपाल सिंह ने कहा कि जिले में शराब ठेकेदारों को लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण लाखों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। ऊपर से सरकार को टैक्स भी देना पड़ेगा। इन्कम इतनी हुई नहीं जितना टैक्स देना पड़ेगा। यह शराब ठेकेदारों के साथ धक्केशाही है। चूंकि शुक्रवार को कैबिनेट की मीटिंग होनी है और इसमें शराब ठेके खोलने और होम डिलीवरी पर चर्चा होनी है तो सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
कोरोना को फैलने से रोकने के मकसद से इंटर स्टेट नाका चक्की हरियाल व माधोपुर में ड्यूटी दे रहे पुलिस, शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य स्टाफ को प्रताप वर्ल्ड स्कूल के एमडी सन्नी महाजन व विशाल महाजन की देखरेख में सुरक्षा सामान भेंट किया गया।
इस मौके एसपी ऑप्रेशन हेम पुष्प शर्मा व डिप्टी डीईओ (स) राजेश्वर सिंह सलारिया, नरेन्द्र लाल विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की ओर से नाकों पर तैनात स्टाफ को मास्क, दस्ताने, सैनिटाइजर व मुंह को पूरी तरह ढकने वाला फेस शीट आदि सामान भेंट किया गया। उनके साथ चतुर सिंह मन्हास, कौशल शर्मा, नितेश शर्मा, सुमित कुमार नौशहरा नलबंदा, मनजीत सिंह पंजौड़, सांझी राम मौजूद रहे।
पुलिस व शिक्षा विभाग के स्टाफ को सुरक्षा किट देते प्रताप वर्ल्ड स्कूल के एमडी सन्नी महाजन, विशाल महाजन, एसपी आप्रेशन हेम पुष्प शर्मा।
कांग्रेस सरकार द्वारा पंजाब में शराब के ठेके खोलने और घर-घर शराब पहुंचाने के फैसले पर अकाली दल नेताओं ने प्रदर्शन किया। अकाली नेता अौर पूर्व एसजीपीसी मेंबर गुरिंदर सिंह गोगी ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते कांग्रेस सरकार की तरफ से पंजाब में शराब के ठेके खोलने और घर-घर शराब पहुंचने की हिदायतें जारी की हैं। कई जिलों में प्रशासन ने धार्मिक स्थानों पर शराब संबंधी अनाउंसमेंट की हिदायतें की हैं।
उन्होंने कहा कि मुक्तसर साहिब के प्रशासनिक अधिकारियों ने धार्मिक स्थानों पर शराब संबंधी अनाउंसमेंट करने के लिए कहा है जो कि बहुत ही मंदभागी बात है। इससे लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन दौरान हर वर्ग को राशन की जरूरत है न कि शराब की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले नहीं तो संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे।
इन्होंने किया विरोध
शराब के ठेके खोले जाने के विरोध में अकाली दल नेता रविंदर सिंह, यूथ अकाली नेता स्वर्नजीत सिंह बहादरपुर, पंच दलवारा सिंह, सुखविंदर सिंह, दलजीत सिंह थली कलां, मास्टर जोगिंदर सिंह, भाग सिंह सिंघपुरा, जत्थेदार राम सिंह घनौला, मोहन सिंह, भगत सिंह, जसविंदर सिंह, प्यारा सिंह, हरदीप सिंह, रजिंदर सिंह आदि उपस्थित थे।
शराब के ठेके खोलने संबंधी रोष व्यक्त करते अकाली दल नेता।
खेल स्टेडियम के पास स्थित छाबड़ा पैलेस में जिला प्रशासन की ओर से क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने की जानकारी प्राप्त होते ही स्थानीय लोगों में हड़कंप मचा गया। मोहल्ला वासियों ने इसके विरोध में जमकर हंगामा किया। लोगों का आरोप था कि घनी आबादी के बीच स्थित पैलेस में क्वारंटाइन सेंटर बनाना गलत है। इस मौके पर मोहल्ला वासी अशोक कुमार, राकेश कुमार, सोहन सिंह, ललित गर्ग,आदि ने बताया कि वैश्विक महामारी फैलने से पूरा देश चिंतित हैं। किसी दूसरे राज्यों से आने वालेलोगों को इस सेंटर में रखने से यहां के ग्रामीणों को इस बीमारी से संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा।
पैलेस को क्वारंटाइन सेंटर बनाना लापरवाही : सिंगला
छाबड़ा पैलेस को क्वारंटाइन सेंटर बनाने पर इलाका निवासियों ने पूर्व विधायक सरूप चंद सिंगला को अवगत कराया तो उन्होंने इसे लापरवाही भरा फैसला बताते हुए कहा कि यह इलाका रिहायशी और घनी आबादी वाला है, महामारी के संक्रमण को देखते हुए यहां क्वारंटाइन सेंटर बनाना उचित नहीं है। उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि छाबड़ा पैलेस में क्वारंटाइन बनाने का फैसला रद करके शहर से बाहरी जगह पर तब्दील किया जाए। उन्होंने निजी तौर पर डीसी को ई मेल भेजकर जीत पैलेस में क्वारंटाइन सेंटर बनाने को इस्तेमाल करने की पेशकश की है जोकि कॉमर्शियल होने के अलावा लोगों की रिहायश से भी दूर है।
(संजय मिश्रा)कोरोना संक्रमण के बीच बठिंडा सिविल अस्पताल में डॉक्टर सहित कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जो सीधे तौर पर खतरा उठाकर काम कर रहे हैं। ऐसे ही कर्मचारी हैं रेडियोलॉजी विभाग के एक्सरे टेक्नीशियन। एक माह के अंदर आइसोलेशन वार्ड में दाखिल 21 पॉजिटिव मरीजों के एक्सरे किए गए हैं। विभाग की ओर से कोविड-19 के लिए आइसोलेशन वार्ड 1 व आइसोलेशन वार्ड 2 बनाया गया है। उक्त वार्ड में दो पोर्टेबल एक्सरे मशीन भी स्थापित की गई। इस सेवा में सीनियर टेक्नीशियन जगदेव सिंह व संजीव कुमार के अलावा हरमनप्रीत सिंह, सोनिया सेवा निभा रहे हैं।
परिवार से दूर रहते हुए ड्यूटी पर डटे, बोले-दूर भागेंगे तो मरीजों का इलाज कौन करेगा
अस्पताल के एक्सरे टेक्नीशिनयन ने बताया कि उन्हें अपने प्रभारी रेडियोलॉजिस्ट की देख-रेख में सुरक्षा कवच के साथ पूरी सावधानी के साथ कार्य करना पड़ता है। अपने आप को सुरक्षित रखते हुए एक्सरे करना काफी कठिन है। क्योंकि कोरोना मरीज एक्सरे कैसेट के संपर्क में आता है एवं मरीजों को दूर से पोजिशन करना भी कठिन कार्य होता है। उन्होंने बताया कि वे पिछले कई दिनों से अपने परिवार से अलग रहते हुए अपने कर्तव्य स्थल पर डटे हुए हैं। आइसोलेशन वार्ड में संजीव कुमार, सुमन और हरमनप्रीत की ड्यूटी एक्स-रे के लिए लगी हुई है। यहां ड्यूटी करना संवेदनशील माना जाता है।
इस वार्ड में पॉजिटिव मरीज का इलाज होता है। अलग-अलग दिनों में दोनों आइसोलेशन वार्ड में 21 मरीजों का एक्सरे किया गया है। जबकि एक मरीज का एक्सरे करने के लिए कम से 5 कर्मचारियों की जरूरत होती है। उक्त चारों कर्मचारी ऑन काल, वार्ड व इमरजेंसी भी संभाल रहे हैं। एक्सरे विभाग के जगदेव सिंह, संजीव कुमार, सोनिया व हरमन प्रीत सिंह ने कहा कि मरीजों की सेवा व उनकी देखभाल करना हमारा कर्तव्य है। यदि हम लोग ही इनसे दूर भागेंगे तो इनकी देखभाल व इलाज कौन करेगा। उन्होंने कहा कि परिवार से अलग रहने का गम तो है लेकिन इस बात की खुशी है कि पूरी टीम एक महत्वपूर्ण कार्य कर रही है।
सिविल अस्पताल एसएमओ डाॅ. मनिंदर पाल सिंह ने कहा कि आइसोलेशन वार्ड में ड्यूटी करने के लिए प्रत्येक कर्मचारी का रोस्टर बनाया जाता है, इससे पहले ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों से उनकी मर्जी भी पूछा जाता है कि वह ड्यूटी के लिए तैयार है कि नहीं। फिलहाल अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध न होने पर भी अस्पताल का पूरा स्टाफ कोविड-19 की लड़ाई में साथ दे रहा है।
लॉकडाउन के बीच सूबे में रह रहे प्रवासी मजदूर घर लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। सेहत महकमे की ओर से इनका मेडिकल किया जा रहा है। जिले में अब तक 10,314 मजदूरों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। सिटी के 50 वार्डों के ही 52 सौ से ज्यादा प्रवासी घर लौटना चाहते हैं। दूसरी तरफ किसान व मजदूर जत्थेबंदियों ने पंजाब सरकार से आगे धान का सीजन और बंद पड़े कारखानों तथा निर्माण कार्य दोबारा चलाने के लिए लौट रहे प्रवासी मजदूरों को रोकने की व्यवस्था करने मांग की है। अन्यथा, पंजाब को आर्थिक नुकसान से बचाना मुश्किल हो जाएगा।
सरकार मजदूरों को घर वापसी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा रही है। बाकायदा मेडिकल सर्टिफिकेट दिया जा रहा है। उन्हें कॉल कर मेडिकल टेस्ट के लिए सिविल में बुलाया जाता है। इसके बाद बस से एक जगह इकट्ठा कर ट्रेनों के जरिए उनके सूबों में भेजा जा रहा है। जमहूरी किसान सभा के बलवंत सिंह घो, बलदेव सिंह, पंजाब निर्माण मजदूर यूनियन के शिव कुमार ने कहा कि पंजाब में गैर जत्थेबंदक मजदूरों के लिए अन ऑर्गेनाइज्ड वर्कर्स सोशल सिक्योरिटी एक्ट 2008 बना है।यह विभिन्न स्कीमों का मजदूरों को लाभ देने के लिए बनाया है, पर बड़ी संख्या में मजदूर लाभ से वंचित हैं।
पंजाब में कुल मजदूरों का 94 फीसदी हिस्सा गैर मजदूरों का है। बाकी 6 फीसदी मुलाजिम, कंस्ट्रक्शन वर्करों का है। पंजाब की अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए पहले सभी जत्थेबंदक मजदूरों और घरेलू मजदूरों का रिकार्ड दर्ज करने और पूरे विवरण के साथ उनके कार्ड बनाने के साथ ही उन्हें लाभ दिया जाएं। घरेलू मजदूर यूनियन के चेयरमैन सुभाष शर्मा ने यूनियन को भी अधिकृत करने की मांग करते हुए कहा कि रजिस्ट्रेशन के काम में तेजी लाई जाए।
पंजाब एड्स कंट्रोल इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन ने राज्य के सेहत मंत्री को पत्र लिखकर कोविड-19 में ड्यूटी करने के बावजूद किसी तरह की सुविधा नहीं देने का विरोध जताया वहीं वीरवार से विरोध प्रदर्शन शुरू कर काम बंद कर देने की चेतावनी दी। एसोसिएशन के पदाधिकारी महिंदरपाल सिंह, जसमेल सिंह दियोल, गुरजंट सिंह, गगनप्रीत सिंह, श्याम लाल ने कहा कि वह सब पंजाब स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी चंडीगढ़ और सेहत विभाग के अधीन पंजाब के विभिन्न अस्पतालों में पिछले 20 साल से एचआईवी बचाव, टेस्टिंग, इलाज व नशे के मरीजों की देखभाल का काम कर रहे हैं।
कर्मचारी काफी कम वेतन में काम कर रहे हैं इसके बावजूद उन्हें सुविधाएं नाममात्र प्रदान की जा रही हैं। यही नहीं कोविड बीमारी के फैलने के बाद राज्य भर में उनके कर्मचारी कोरोना मरीजों के सैंपल लेने व उनकी काउंसलिंग का काम कर रहे हैं। इसमें हैरानी वाली बात यह है कि किसी कर्मचारी को किसी तरह का अतिरिक्त भत्ता व बीमा योजना नहीं दी जा रही है। वहीं कोविड मरीजों की जांच के दौरान मिलने वाली सुविधाएं भी उन्हें नहीं मिल रही है। ठेके पर काम कर रहे एनएचएम कर्मचारियों के वेतन में 18 फीसदी बढ़ोतरी कर कर्मचारियों से भेदभाव किया गया है।
मरीजों को हुई परेशानी
उन्होंने चेतावनी दी कि समस्याओं की तरफ ध्यान नहीं दिया तो एचआईवी टेस्टिंग, दवाइयां देने का काम बंद कर दिया जाएगा। आंदोलन के बाद एआरटी सेंटर, ओएसटी सेंटर के साथ नशा छोड़ने वाले मरीजों को दवाई वितरण नहीं किया जा सका जिससे हजारों मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कर्मचारियों ने वेतन में 20 फीसदी बढ़ोतरी बीमा देने की मांग की।
जिले की मंडियों में गेहूं के अंबार लगे हैं, कहीं बोली, सफाई के बाद तुलाई व भराई का इंतजार है तो कहीं लिफ्टिंग की रफ्तार बेहद धीमी है। जिला प्रशासन की ओर से खरीद व लिफ्टिंग के माकूल प्रबंध का दावा कर रहा है लेकिन अभी भी किसान मंडियों में अपनी गेहूं लेकर 10 से 12 दिन तक बैठने को मजबूर हैं। मंडियों में जिले की पैदावार का 80 प्रतिशत से ज्यादा गेहूं की आवक हो चुकी है, ऐसे में सबसे बड़ी समस्या बारदाने की कमी बनी हुई है। कीमत कम देने पर आढ़तियों ने पुराना बारदाना खरीदने से इनकार किया तो विभाग ने शैलरों से पुराना बारदाना खरीदा जोकि बेहद खस्ता हाल व फटा हुआ है।
यूनियन ने जताया रोष : भारतीय किसान यूनियन ने खरीद केंद्रों में प्रशासनिक प्रबंधों को नाकाफी बताते हुए किसानों को मंडियों में परेशान करने के आरोप लगाए हैं। जिला प्रधान बलदेव सिंह संदोहा ने कहा कि उन्होंने जिले के मेहता, कोठे संधुआ, कोठे कौर सिंह वाला, कोठे महमा सरजा व जोधपुर पाखर आदि मंडियों का दौरा किया। इन मंडियों में प्रशासन के दावों के बावजूद बारदाना न होने की वजह से किसान अपनी गेहूं की ढेरी के पास कई-कई दिन बैठने को मजबूर है।
हालांकि जिन मंडियों में पुराना बारदाना भिजवाया गया है, वो बेहद खस्ता हाल है और जगह-जगह से फटा है जिनमें भरी गई गेहूं की बर्बादी ही होगी। उन्होंने बताया कि गांव मेहता की मंडी में जगसीर सिंह, जग्गा संह, जसविंदर सिंह 10-12 दिनों से गेहूं की ढेरी लेकर बैठे हैं, इन्हें बारदाना न मिलने की वजह से गेहूं की भराई नहीं हो पा रही है। महासचिव रेशम सिंह यात्री, बूटा सिंह जोधपुर पाखर, भोला सिंह मौड़ चड़त सिंह वाला ने प्रशासन से किसानों की परेशानी को समझते हुए बारदाना उपलब्ध करवाने की मांग उठाई है।
8,25,958 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद, 1248 करोड़ की अदायगी
जिले की 20 प्रमुख मंडियों समेत 442 खरीद केंद्रों में 21 दिनों में 8 लाख 43 हजार 778 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई जिसमें से 8 लाख 25 हजार 958 मीट्रिक टन गेहूं की एजेंसियों ने खरीद की, हालांकि मंडियों में 17 हजार, 820 मीट्रिक टन गेहूं अनबिका पड़ा है। सरकार की ओर से किसानों को उनकी गेहूं का 1248 करोड़ रुपए अदा किया जा चुका है। वीरवार शाम तक जिले की मंडियों से 6 लाख 29 हजार 919 मीट्रिक टन गेहूं का लदान हुआ जबकि अभी भी 1 लाख 58 हजार 114 मीट्रिक टन गेहूं लिफ्टिंग की इंतजार में पड़ा है। अकेले वीरवार को 34 हजार 311 मीट्रिक टन गेहूं का लदान करवाकर गोदाम व ओपन प्लिंथ के स्टैग पर स्टोर करवाया गया।
कोरोना की रोकथाम के लिए चल रहे कर्फ्यू के बीच स्थानीय सिविल अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। अस्पताल के नशा छुड़ाओं केंद्र व ओट सेंटर के अंदर और बाहर बुधवार को मरीजों की भारी भीड़ दिखाई दी और सामाजिक दूरी बनाकर रखने के नियमों का सरेआम उल्लंघन किया जा रहा है। सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओं केंद्र की इमारत में स्थित ओट सेंटर के अंदर व बाहर नशा छोड़ने के लिए अपना इलाज करवाने के लिए मरीजों की भारी भीड़ जुट गई।
हालांकि कोरोना के चलते सेहत विभाग द्वारा सभी को एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने की हिदायतें दी हुई है लेकिन यहां पर इन हिदायतों का खुलेआम उल्लंघन होता रहा और सिविल अस्पताल प्रशासन मुकदर्शक बना रहा। आलम यह है कि यहां सुबह 8 बजे लोग पहुुंच जाते हैं और फर्स्ट फ्लोर पर ओट सेंटर स्थापित होने के कारण लोगों को सीढ़ियों से होकर जाना पड़ता है। यहां जगह कम होने के कारण लोग सीढ़ियों पर लाइन बना लेते है। प्रतिदिन करीब 300 से अधिक लोग नई आईडी बनवाने के लिए पहुंच रहे, लेकिन पूरे दिन में मात्र 60 से 70 लोगों की ही नई आईडी बन पा रही है। बाकी लोगों को बिना दवाई लिए वापस लौटना पड़ रहा है।
23 मार्च से 30 अप्रैल तक 1693 नए मरीज रजिस्टर्ड हुए
सामान्य दिनों में नशा छोड़ने के लिए नशा मुक्ति केंद्र में पहुंचने वाले नए मरीजों की संख्या मात्र से 5 से 10 थी, जोकि अब इनकी संख्या बढ़कर 60 से 70 हो गई है। तो वहीं जब ओट सेंटर में रोजाना एक दिन दवाई दी जाती थी, तो करीब 400 लोग दवाई लेने पहुंचते थे और अब कर्फ्यू के चलते त7 से 15 दिन की दवाई दी जा रही है तो मरीजों की संख्या में कोई ज्यादा कमी नहीं आई है। अब भी ओट सेंटर में दवाई लेने वालों की संख्या करीब 300 हो रही है इसे लेकर सेंटर के कर्मी भी अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जिले के विभिन्न ओट क्लीनिकों में 30 अप्रैल तक 10934 मरीज रजिस्टर्ड हुए है। वहीं 23 मार्च से 30 अप्रैल तक 1693 नए मरीज रजिस्टर्ड हुए हैं।
दूर दराज से सेंटर में दवाई लेने पहुंचे लोगों का कहना है कि उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही। दवा नहीं मिलने के कारण उन्हें मानसिक व शारीरिक तौर पर मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। गांव जोधपुर रोमाणा से आए हरनेक सिंह ने कहा कि सेहत विभाग द्वारा उन्हें एक-दो दिन की ही दवा दी जा रही है और कर्फ्यू लगा होने के कारण उन्हें दवा लेने के लिए बार बार आने में परेशानी आ रही है ऐसे में उन्हें कम से कम 15 दिन की दवा दी जानी चाहिए पर हमें दवाई नही मिल रही और डॉक्टर भी समय पर नहीं आ रहा जिसके चलते भीड़ ज्यादा हो गई है। जब उनसे दूरी बनाए रखने के लिए पूछा तो उन्होंने कहा के अगर हमें दवाई नहीं देनी तो कोरोना से ही हमें मरना मंजूर है। दवाई ना मिलने के चलते मरीजों ने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ गुसा भी दिखाया।
सभी पंजीकृत मरीजों को दवाई दी जा रही
सिविल सर्जन डा. अमरीक सिंह संधू ने कहा कि अस्पताल में पहुंच रहे सभी पंजीकृत मरीजों को दवाई उपलब्ध करवाई जा रही है। कुछ नए मरीज है और कुछ बाहरी जिलों से संबंधित लोग है, जिसकी वजह से व्यवस्था प्रभावित हो रही है। फिर भी अस्पताल प्रशासन द्वारा हर मरीज को दवा देने के प्रयास जारी है।
केंद्र सरकार से जीएसटी का बकाया न मिलने पर लॉकडाउन के बीच शराब की दुकानें खोलकर रेवेन्यू जुटाने में लगी कैप्टन सरकार को झटका लगा है। सरकार ने वीरवार से शराब ठेके खोलने के आदेश जारी किए थे, पर ठेकेदारों ने जिले के 198 ठेके खोलने से इंकार कर दिया और कहा कि कैप्टन सरकार एक्साइज पॉलिसी स्पष्ट कर पहले 47 दिन की एक्साइज ड्यूटी माफ करे। साथ ही ठेकेदारों ने घाटा पूरा करने के लिए ठेके खोलने की समय सीमा को भी बढ़ाने की मांग को लेकर एक्साइज विभाग के अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इधर, टैक्स माफ करने का मामला पंजाब कैबिनेट की अगली मीटिंग में होना तय माना जा रहा है।
ठेकेदार रणबीर सिंह राणा, सूरज रंधावा, अभिषेक, अनिल कोछड़, सुखदेव सिंह का कहना है कि लॉकडाउन के चलते 22 मार्च से पिछले साल का कार्यकाल खत्म होने से 9 दिन पहले ठेके बंद हैं और रिन्युअल फीस जमा करने के बाद 1 अप्रैल से लेकर अब तक 37 दिन शराब ठेके बंद रहे। इस दौरान बिना शराब बेचे ही टैक्स अदा करना पड़ेगा। इस समय के दौरान उन्हें टैक्स में छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने ठेके खोलने के लिए समय भी कम दिया और चार घंटे में 50 हजार का माल बेच भी लेंगे तो उन्हें औसतन हर दिन 2 लाख रुपए सरकार के खाते में जमा करने होंगे।
डेढ़ लाख का घाटा ठेकेदार कहां से जुटाएंगे, पहले से ही पिछले साल का उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है। उसकी भरपाई के लिए टाइमिंग सुबह 9 से रात 10 बजे तक की होनी चाहिए। दूसरी तरफ एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट एईटीसी अनीता गुलेरिया ने कहा कि ठेके खोलने की टाइमिंग डीसी की ओर से तय की जानी है, बाकी टैक्स में छूट पंजाब सरकार तय करेगी।
जिले में इन ग्रुपों के पास हैं ठेके
सिटी के 6 ग्रुप में नं.1 गांधी चौक ग्रुप के 8 ठेके प्रीत सिंह, सिटी ग्रुप नं. 2 बस स्टैंड के 9 ठेके शेर-ए-पंजाब एंड कंपनी, ग्रुप नं.3 मलिकपुर चौक के 11 ठेके आरव शर्मा वाइन, ग्रुप नं.4 गाड़ी अहाता चौक के 8 ठेके बटाला के अनिल कोछड़, ग्रुप नं.5 ओल्ड सब्जी मंडी यूनाइटेज वाइन व ग्रुप नं.6 सरना की नीशा केसी के नाम रहे। सुजानपुर ग्रुप में 30 ठेके सिया ट्रेडिंग कंपनी, मामून कैंट ग्रुप के 10 ठेके संगम ट्रेडर्स, बनीलोधी के 12 ठेके शेर-ए-पंजाब एंड कंपनी, परमानंद के 32 ठेके मनीत के नाम हैं। बार्डर के कौलियां ग्रुप के 23 ठेके पीएसपी वाइन ट्रेडर्स व जुगियाल ग्रुप के 28 ठेके पवन के नाम रहे हैं।
विभाग को ठेकों की रिन्युअल से 4.77 करोड़ मिले थे|एक्साइज एंड सेल्स टैक्सेशन विभाग ने बिना बोली ही ठेकों से 1.20 करोड़ फिक्स लाइसेंस समेत रिन्युअल फीस के तौर पर 4 करोड़ 77 लाख 67 हजार 800 रुपए इकट्ठा किए हैं। स्टॉक अलाट होने के साथ ही ठेकेदारों से 2019-20 के रेट में 12 फीसदी बढ़ा रकम वसूल होगी। 2019-20 में जिले में विभाग ने करीब 112 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया था।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले से संबंधित चार नौजवान बठिंडा से अपने गांव 1200 किलोमीटर जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े। गांव गुरने कलां में सड़क पर पैदल जा रहे इन मजदूरों में से प्रमोद ने बताया कि वह बठिंडा में एक आटा मिल में काम करते थे और डेढ़ महीने से काम न चलने के कारण उन्होंने जो अपने घर भेजने के लिए कमाया था वह खर्च हो चुका है वहीं मालिक भी इस दौर में फैक्ट्री में लेबर की छंटनी करते उन्हें काम से जबाव देते और उन्हें अपने अपने घर लौटने का फरमान सुना दिया गया। जिसके चलते अब वह वापिस लौटने के लिए मजबूर है।
पंंजाब सरकार की ओर से प्रवासी लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए दी गई रेल गाड़ियाें की सुविधा को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने पंजाब सरकार की इस स्कीम को लेकर प्रशासन के नंबरों पर कई बाद ट्राई किया और परेशानी के सिवाए उनके हाथ कुछ नहीं लगा। प्रमोद ने बताया कि उसके परिवार में चार बच्चे हैं और यहां काम बंद होने के चलते उनके भी भूखे मरने की नौबत आ गई है, ऐसे में वह अपने प्रदेश जाकर वहां भी कोई काम धंधा पकड़ लेंगे।
भारतीय स्टेट बैंक की ओर से भी महामारी से निपटने में अपनी सामाजिक व नैतिक जिम्मेदारी का पालन करते हुए जिला प्रशासन को सेनेटाइजर व मास्क भेंट किए गए जोकि कोरोना महामारी के योद्धाओं में वितरित किए जाएंगे। एसबीआई के वित्तीय समावेशन एवं सूक्ष्म व्यापार नेटवर्क के क्षेत्रीय व्यवसायिक कार्यालय बठिंडा के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन कुमार गोयल ने एसएसपी डॉ. नानक सिंह को भेंट किए।
बैंक के मुख्य प्रबंधक एसके सिंह, बीके लद्धा व चार्टर्ड अकाउंटेंट रजत मेहता उपस्थित थे। बैंक के सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) के इस प्रोजेक्ट में मुख्य प्रबंधक संजीव गोयल व संजय कुमार का विशेष योगदान रहा। इस सहयोग के लिए एसएसपी ने आभार जताया।
सहारा जनसेवा की ओर से 22 मार्च से पंजाब में कोरोना प्रकोप के कारण लगे कर्फ्यू के 46वें दिन सहारा जन सेवा द्वारा करीब 5200 लोगों को भोजन खिलाया गया। सहारा जन सेवा द्वारा विनोद कुमार गर्ग, वेद प्रकाश, सतपाल गर्ग, मॉडर्न ऑटोमोबाइल्स व जन सहयोग से लगातार 46वें दिन आज 5200 लोगों को भोजन करवाया गया। संस्था ने भोजन में जरूरतमंद लोगों को दाल, रोटी, सब्जी और चावल खिलाए।
जानकारी देते हुए सहारा अध्यक्ष विजय गोयल ने बताया कि माल गोदाम, पट्टा मार्केट, परसराम नगर ओवर ब्रिज के नीचे, पानी की टंकी के नीचे व शहर के विभिन्न स्थानों पर 5200 जरूरतमंद लोगों को दोनों समय भोजन उपलब्ध करवाया गया।अध्यक्ष विजय गोयल ने बताया जब तक संभव होगा भोजन लंगर सेवा जारी रहेगी। विजय गोयल ने बताया कि यह कार्य जन सहयोग से चलाया जा रहा है।
जिला शिक्षा अफसर की ओर से स्कूल मुखियाओं से जूम ऐप के जरिए बैठक करके डीईओ व डिप्टी डीईओ ने कोरोना कर्फ्यू के बीच सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के दाखिला हर हाल में करने के जुबानी आदेश दिए जा रहे हैं। नाजुक हालात को देखते हुए डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रधान रेशम सिंह, सचिव बलजिंदर सिंह, वित्त सचिव बलविंदर शर्मा, उपप्रधान परविंदर सिंह, सहसचिव गुरप्रीत सिंह ने जिला मजिस्ट्रेट-कम-डीसी को पत्र लिखकर दखलअंदाजी करने का आग्रह किया है। डीटीएफ का कहना है कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने तमाम शैक्षिक संस्थान बंद रखने के निर्देश दिए हैं, ऐसे नाजुक हालात में बठिंडा के शिक्षाधिकारी बैठक करके दाखिला बढ़ाने के लिए अध्यापकों को गांवों व शहरों में जाने को मजबूर कर रहे हैं।
कमेटी मेंबर बलजिंदर कौर, बग्गा सिंह, जसविंदर बॉक्सर व हरमंदर सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे अभिभावकों के बच्चे आर्थिक तौर पर कमजोर होने व ऑनलाइन दाखिला लेने की जानकारी की कमी के कारण ऐसे अभिभावक पिछड़ रहे हैं लेकिन शिक्षाधिकारी ने दाखिला कम होने के लिए अध्यापकों को लताड़ देकर दाखिला के लिए हर हथकंडा अपनाने के मौखिक आदेश देकर लॉकडाउन व कर्फ्यू का उल्लंघन करके फील्ड में जाने को मजबूर किया जा रहा है। डीटीएफ ने मांग उठाई है कि इस मामले की पड़ताल करके इसे अमल होने से रोका जाए। लॉकडाउन खत्म होने पर स्कूल खुलते ही विद्यार्थियों के युद्धस्तर पर दाखिला मुहिम चलाकर किए जाएंगे लेकिन पंजाब में 10 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने राज्यों में पलायन करने से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के दाखिला प्रभावित हो सकते हैं।
कोरोना महामारी के बावजूद अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को घर बैठे सेवाएं देने वाले पावरकॉम कर्मचारियों का सम्मान किया गया। शहर के वार्ड नंबर 24 के आजाद नगर की गली में बिजली केवल का कम करने पहुंचे पावरकॉम कर्मचारियों का समाजसेवी तरसेम चंद बिट्टू, रछपाल सिंह रेशी कामरेड, सोमी, डीसी, पवन कुमार की ओर से गले में हारकर डालकर उनकी हौसला अफजाई की गई।
सिधाना के सरकारी हाई स्कूल को एकांतवास सेंटर बनाया
डिप्टी कमिश्नर बठिंडा के आदेश पर एसएमओ भगता राजपाल सिंह तथा एसआई राम गोपाल की अगुवाई में गांव सिधाना में सरकारी हाई स्कूल में एकांतवास कोविड केयर सेंटर बनाया गया जहां बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को 14 दिन के लिए एकांतवास में रहना पड़ेगा। गांव सरपंच हरप्रीत कौर और बूटा सिंह ने स्कूल में नरेगा मजदूर से सफाई करवाई गई, बिस्तरों का प्रबंध किया गया। सब सेंटर सिधाना के समूह स्टाफ पैरामेडिकल सेहत कर्मचारी गुरप्रीत सिंह, सीएचओ अर्शप्रीत कौर, एएनएम अमरजीत कौर, जीओजी रणजीत सिंह ने सफाई प्रबंधों का जायजा किया।
भाकियू लक्खोवाल के नेताओं सुरमुख सिंह सिद्धू, सुखदेव सिंह गंगा और मुख्तियार सिंह बजोयाणा के नेतृत्व में बारदाने की कमी के कारण नथाना के खरीद केंद्रों में दौरा कर किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। किसान नेताओं ने गांव कल्याण सुखा,बजोयाणा,बुर्ज डल्ला,गंगा,नाथपुरा और नथाना के खरीद केंद्र में से किसानों से जानकारी ली और बताया कि राज्य सरकार द्वारा गेहूं की खरीद संबंधी किए गए दावों की हवा निकलती नजर आ रही है बारदाने की कमी के कारण किसान परेशान हो रहे हैं।
मांगों को लेकर आशा वर्करों ने सरकार के प्रति जताया रोष
आशा वर्करों की ओर से अपनी मांगों को लेकर बरेटा में रोष प्रकट किया गया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते वह अपनी ड्यूटी दिन रात ईमानदारी से कर रही है, लेकिन फिर भी उनकी मेहनत को सरकार की ओर से अनदेखा किया जा रहा है। आशा वर्करों ने मांग रखी कि उन्हें मास्क, सेनेटाइजर, दस्ताने के साथ बनता वेतन भी दिया जाए।
कोविड-19 के मद्देनजर लोगों की सेहत सुरक्षा को ध्यान में रखते डिप्टी कमिश्नर मानसा गुरपाल सिंह चहल की ओर से जिला परिषद के नेतृत्व मेंं चलती 37 डिस्पेंसरियों को 3 लाख 23 हजार रुपए की दवाएं उपलब्ध करवाई गई है। जिसमें दो लाख रुपए का प्रबंध जिला प्रशासन की ओर से किया गया वही 1 लाख 23 हजार रुपए के फंड जिला परिषद की ओर से अपने स्तर पर जुटाए गए ताकि ग्रामीण एरिया में रहने वाले लोगों को इसका फायदा मिल सके।
जिला परिषद चेयरमेंन बिक्रम मोफर ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते जिले में लगे कफर्यू के चलते ग्रामीण क्षेत्र की डिस्पेंसरियों में दवा की कमी का मामला उनके ध्यान में आया था। जिसको लेकर उन्होंने डिप्टी कमिशनर मानसा के साथ विचार विमर्श किया गया। इस मौके अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर विकास गुरमीत सिंह सिद्वू,सिवल सर्जन मानसा डा. लाल चंद ठकराल मौजूद थे।
कोविड-19 के प्रसार खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई के बावजूद पुलिस विभाग की ओर से अन्य क्षेत्रों में दी पब्लिक सेवाओं और गांवों व वार्डों में बुजुर्गों, अंगहीनों और विधवाओं को पेंशन वितरित करने का किया गया उद्यम भी जिला पुलिस का एक प्रशंसायोग कदम है। जिला पुलिस की अपने स्टाफ की सेवाएं हासिल करते समय उनकी सुविधाओं का भी ध्यान रखती है। जिसको लेकर उनका समय समय पर किया जाने वाला सम्मान भी इस लड़ी का हिस्सा है। जिला पुलिस मुखी मानसा डाॅ. भार्गव ने कहा कि बुजुर्गों और विधवाओं को बैंकों से पेंशन हासिल करते समय काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। जिसको ध्यान में आने के बाद जिला पुलिस की ओर से इन पेंशनों को गांव और वार्ड स्तर पर ही वीपीओज व बैंकों के बिजनेस प्रतिनिधियों द्वारा विशेष मुहिम चलाकर वितरित करने का फैसला किया गया।
जिला पुलिस मुखी मानसा डॉ. नरिंदर भार्गव की ओर से पेंशन वितरित करते समय दी गई शानदार सेवाओं के बदले जिला लीड बैंक के जिला मैनेजर कमल गर्ग को प्रशंसा पत्र देकर उनका सम्मान किया गया। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि बैंकों के सभी बीसीज को भी प्रशंसा पत्रों से नवाजा जाएगा, कयोंकि इन सभी की ओर से जिला पुलिस के 326 वीपीओज की कड़ी मेहनत के साथ ही यह काम पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि समाज के इस कमजोर वर्ग को अगले महीने की पेंशन भी गांवों व वार्डों में जाकर वीपीओ ओर बैंक बीसीज द्वारा बांटी जाएगी।
मार्केट कमेटी नथाना के अधीन आते खरीद केंद्रों में बारदाने की कमी और लिफ्टिंग की रफ्तार धीमी होने कारण किसान परेशान हैं। जानकारी मुताबिक लहरा मोहबत खरीद केंद्र में मार्कफेड का 3535 मीट्रिक टन गेहूं खरीद किया गया है जिसमें से 2015 टन लिफ्टिंग नहीं हुआ और पनग्रेन एजेंसी द्वारा खरीद किए गए 3530 टन गेहूं में से 1150 टन अभी लिफ्टिंग का इंतजार कर रहा है। इस खरीद केंद्र में एक सप्ताह से बारदाने की कमी चल रही है।
गांव लहरा बेगा के खरीद केंद्र में 900 टन, बाठ में 400 टन, नथाना में 1930 टन, कल्याण सुखा में 2845 टन, गोबिंदपुरा में 2450 टन, ढेलवंा में 1100 टन, भैणी में 820 टन, नाथपुरा 1070 टन, पूहली 1400 टन, जोगानंद 1000 टन, माडी 525 टन, गिदड़ 1350 टन, पूहला 2825 टन, गंगा 1750 टन, बुर्ज डल्ला 305 टन गेहूं लिफ्टिंग नहीं हुआ। नथाना मार्केट कमेटी के नथाना, कल्याण सुखा, गोबिंदपुरा, नाथपुरा, जोगानंद, पूहली, माडी, गिदड, पूहला और गंगा में बारदाना नहीं है। भुच्चो मंडी, लहरा मोहबत, चक फतेह सिंह वाला, झंडूके, चक बख्तू, गिल खुर्द और लहरा बेगा में भी बारदाना नही है। कमेटी सचिव गुरविंदर सिंह ने कहा कि बारदाने की डिमांड संबंधी उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
72 घंटे के दौरान आढ़ती से वजन कटौती नहीं होगी
कोरोना वायरस के चलते कर्फ्यू के दौरान लोगों की समस्याओं का हल करना समय की मुख्य जरूरत है। उक्त जिक्र लोकसभा हलका बठिंडा इंचार्ज व विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने वीरवार को जिले की अनाज मंडियों के दौरे दौरान किया। उन्होंने कहा कि गेहूं की लिफ्टिंग 72 घंटे में मुकम्मल की जाएगी। इस दौरान किसी भी आढ़ती से तोल की कटौती नहीं ली जाएगी। पूर्व विधायक मंगत राय बांसल ने किसानों अाैर आढ़तियों की मुश्किलों संबंधित विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर जिला योजना बोर्ड चेयरमेंन प्रेम मितल, रणजीत कौर भट्टी,पूर्व जिला यूथ कांग्रेस प्रधान गुरप्रीत सिंह विक्की,आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान केशों राम गोयल, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रधान तीर्थ सिंह स्वीटी मौजूद थे।
बस स्टैंड भुच्चो मंडी के दुकानदारों व गुरु तेग बहादर ऑटो चालक यूनियन के सदस्यों ने सफाई सेवकों की ओर से बस स्टैंड में बनाए गए कूड़े के आरजी डंप के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। आप नेता लखबीर सिंह काका, ऑटो यूनियन के अजायब सिंह, दुकानदार बूटा सिंह व गुरतेज सिंह ने कहा कि लॉकडाउन के चलते उनकी दुकानें काफी देर से बंद थी जिसका नाजायज फायदा उठाते हुए नगर कौंसिल के सफाई कर्मचारियों ने बस स्टैंड के अंदर बने ऑटो स्टैंड में पूरे शहर का कूड़ा एकत्रित कर यहां आरजी डंप बना दिया है।
उन्होंने बताया कि यहां कूड़े के ढेर से हर समय बदबू ही बदबू फैली रहती है। उन्होंने बताया कि इस सबंधी वह कई बार नगर कौंसिल के अधिकारियो को कह चुके हैं पर कोई उनकी बात नही सुन रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यहां से कूड़े का आरजी डंप न उठाया गया तो वह कड़ा संघर्ष करेंगे। आप नेता लखबीर सिंह काका ने कहा कि नगर कौंसिल ने पहले तो सारी सरकारी जमीनें बेच दी और अब जब कूड़ा डंप करने की जगह भी नहीं बची तो शहर के आबादी वाले इलाकों में कूड़े के ढेर लगा कर लोगों को परेशान किया जा रहा है। इस मौके पर सुखदेव सिंह, राज सिंह, मक्खन सिंह, शमशेर सिंह, बलवीर सिंह, सूजन, सुरेश कुमार, पप्पू, हरबंस सिंह, प्रितपाल सिंह, साधू राम आदि उपस्थित थे|
प्रशासन ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए बुधवार को मौड़ शहर को सील कर दिया। बुर्ज राठी गांव में एक पॉजिटिव युवक मिला था। हालांकि यह क्षेत्र मानसा जिले में ही सील किया जा चुका है। लेकिन पीड़ित परिवार का मौड़ मंडी के आढ़तिए के पास आना-जाना था। इसके बाद बुर्ज राठी की अनाज मंडी में आढ़त का कारोबार करने वाले व्यापारी को होम क्वारंटाइन कर दिया गया। शहर में लगातार कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है।
मौड़ सब डिवीजन में अब तक करीब 450 से ज्यादा लोग होम क्वारंटाइन किए गए हैं। वहीं अन्य क्षेत्रों से आने वाले गैरजरूरी वाहन मौड़ शहर की सीमा पर रोक दिए गए। पुलिस ने करीब 25 जगह बेरिकेडिंग लगाकर सीमाएं सील की हैं। पुलिस ने निजी वाहनों को पास होने के बाद भी एंट्री नही दी। वहीं जरूरी सामान ले जा रहे वाहन पर किसी तरह की कोई रोक नहीं लगाई गई।
मानसा: जिला मजिस्ट्रेट ने आबकारी ग्रुप बुढलाडा, गोबिंदपुरा और जौड़किया के शराब ठेके खोलने की दी मंजूरी
डीसी गुरपाल सिंह चहल ने बताया कि भारत सरकार ग्रह मंत्रालय दिल्ली ने अपने हुक्म के द्वारा पूरे देश में शराब के शराब ठेके खोलने की दी इजाजत के मद्देनजर पंजाब सरकार ने शराब ठेके खोलने का फैसला किया है वही पंजाब सरकार ग्रह मामले ओर न्याय विभाग चंडीगढ के हुक्म अनुसार कर्फ्यू में छूट देते दुकानें खोलने का समय सुबह 7 बजे से शाम 3 बजे तक किया गया है। मानसा जिले की सीमा में आते आबकारी ग्रुप बुढलाडा, गोबिंदपुरा ओर जौड़किया के शराब ठेके खोलने की मंजूरी दी दी गई है।
जिला मजिस्ट्रेट ने बताया कि काॅलेज रोड बुढलाडा के वार्ड नंबर 1, 2, 3, 4 ओर 5 को पहले ही कंटोनमेंट जोन घोषित किया हुआ है इस लिए काॅलेज रोड बुढलाडा पर मौजूद ठेका खोलने की इजाजत नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि लाइसेंसी अपनी दुकान में अपने मुलाजिमों के बीच 2 गज की सामाजिक दूरी सुनिश्चित करेंगे। दुकान के बाहर पांच से अधिक व्यक्ति एक ही समय पर नहीं होंगे। ग्राहकों के बीच सामाजिक दूरी के लिए जमीन पर निशान लगाए जाएं। जिला मजिस्ट्रेट गुरपाल सिंह चहल ने बताया कि होम डिलीवरी की सुविधा केवल कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान ही रहेगी।
दुकानें खोलने का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक किया निर्धारित
डिप्टी कमिश्नर कम जिला मजिस्ट्रेट मानसा गुरपाल सिंह चहल ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिले की सीमा में जारी कफर्यू के दौरान दुकानें, कारोबार, संस्थाओं को निश्चित समय के लिए खोलने के लिए जारी किए गए आदेशों में आंशिक शोध करते दुकानें खोलने का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक का किया गया है। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि दुकानदार यकीनी बनाए कि जिन दुकानों को जिस खुलने के आदेश जारी किए गए है, उस दिन ही खोली जाएं।
(दिनेश बस्सी)सरकार की ओर से बैंकों को शेड्यूल अनुसार वर्क परमिशन देने के बाद से लोगों तथा सिस्टम को पैसे के आदान-प्रदान से गति मिली है, लेकिन लाइफ सेविंग में सरकार के सबसे बड़े नाम एलआईसी का अभी तक शहर में काम शुरू नहीं का पाया है जिससे लोगों के पॉलिसी प्रीमियम रुकने से जहां पॉलिसी के ब्रेक होने का खतरा खड़ा हो गया है, वहीं एलआईसी ने 23 मार्च 2020 के बाद से अभी तक कोई क्लेम भी सेटल नहीं किया है जिससे कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों के लिए दुविधा पैदा हो गई है तथा अधिकांश लोगों को ऑनलाइन पेमेंट देने की जानकारी नहीं होने से उनके पर्सनल इंश्योरेंस को बड़ा नुकसान होने की संभावना है।
हालांकि एलआईसी पर इस कठिन समय में क्लेम सेटल किए जाने का दबाव भी है, लेकिन परमिशन नहीं मिलने का तर्क देकर अधिकारी अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं। अकेले बठिंडा में ही मार्च से अब तक 12 करोड़ के प्रीमियम व 20 करोड़ के क्लेम बाकी हैं।
ऑनलाइन पेमेंट का आप्शन है, लेकिन बहुत कम लोग इसका उपयोग करते हैं
बठिंडा में एलआईसी के दो ब्रांच बठिंडा सिटी व रामपुरा में हैं जबकि सेटेलाइट ऑफिस बठिंडा के अलावा रामामंडी में हैं। बठिंडा में 12 से 14 हजार पॉलिसी के प्रीमियम लटक गए हैं जिनकी कुल अमाउंट 12 करोड़ से अधिक बनती है, 40 दिनों से अधिक समय से भरे नहीं जाने से लोग परेशान हैं। ऑनलाइन पेमेंट का आप्शन है, लेकिन कम लोग इसका उपयोग करते हैं। सेटलमेंट की पॉलिसी मात्र 3 से 4 हजार के बीच हैं, लेकिन इनका क्लेम सेटलमेंट 20 करोड़ से अधिक है।
एजेंट्स या एडवाइजर को परमिशन मिलने से भी हाेगी आसानी
एलआईसी के मार्च व अप्रैल माह के प्रीमियम लॉकडाउन के एक्सटेंड होने से इसे मई में भरना जरूरी है, लेकिन आफिस के वर्किंग में नहीं होने से लोग ना तो पैसा भर पा रहे हैं तथा ना ही ही अपना क्लेम आदि ले पा रहे हैं। पॉलिसी से संबंधित अन्य काम भी रुके हैं। एलआईसी से जुड़े एक सदस्य कहतेे हैं कि अगर प्रशासन शहर में एलआईसी एजेंट्स या एडवाइजर को परमिशन देता है तो भी लोगों को प्रीमियम देना व क्लेम सेटल करवाना आसान हो जाएगा।
संचालन की परमिशन दें
एलआईसी गाइडलाइंस के अनुसार 33 फीसदी स्टाफ से ऑफिस का संचालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करेगी। प्रशासन से अपील है कि वह ऑफिस संचालन की परमिशन दें। हमें लुधियाना व मानसा प्रशासन से परमिशन मिल चुकी है। गणेश लाल, सीनि, डिवीजनल मैनेजर, एलआईसी, लुधियाना
कोटफत्ता पुलिस ने गांव माईसर खाना मैं अवैध माइनिंग करने के आरोप में दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी पुलिस को देखकर भाग गए जबकि पुलिस ने बजरी से भरी दो ट्रैक्टर ट्राली बरामद कर लिए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस तलाश कर रही है।
मामले की जांच कर रहे एएसआई जगजीत सिंह का कहना है कि उन्हें 6 मई को गुप्त सूचना मिली कि कुछ लोग गांव मायसर खाना मैं कर्फ्यू के दौरान चोरी-छिपे बजरी की अवैध माइनिंग कर ट्रैक्टर ट्राली में भरकर लेकर जा रहे हैं। वह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो आरोपी दोनों ट्रैक्टर ट्राली ना छोड़कर फरार हो गए। पुलिस ने उक्त दोनों ट्रैक्टर-ट्राली को कब्जे में ले लिया है और दो अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज लिया है।
नथाना पुलिस ने चोरी की सफारी गाड़ी पर नकली नंबर लगाकर नशे की तलाश में घूम रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया है। मामले की जांच कर रहे एएसआई कुलविंदर सिंह ने बताया वह कर्फ्यू ड्यूटी के दौरान बुधवार को इलाके में गश्त कर रहे थे इस दौरान उन्होंने एक सफारी गाड़ी को रुकने का इशारा किया। गाड़ी में उक्त दो युवक सवार थे जब उनसे कर्फ्यू के बीच सड़क पर निकलने की मंजूरी मांगी तो वह कोई जवाब नहीं दे सके।
जब उनसे उनकी गाड़ी के दस्तावेज मांगे तो तो उन्होंने कोई दस्तावेज पेश नहीं जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपियों ने माना कि वह सफारी गाड़ी चोरी की है जिस पर वह फर्जी नंबर लगाकर नशे की तलाश में घूम रहे थे। जांच अधिकारी का कहना है कि उक्त गाड़ी आरोपियों ने कहां से चुराई इसके बारे में पुलिस जांच कर रही है।
जिला प्रशासन की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दूसरे जिले और राज्यों से फलों और सब्जियों के शहर में लाने पर पाबंदी लगा रखी है लेकिन इसके बावजूद पिछले 15 दिनों से लगातार दूसरे राज्यों से पपीता, केला और तरबूज आदि फल ट्रकों के माध्यम से बठिंडा में पहुंच रहे हैं लेकिन पुलिस सिर्फ मामला दर्ज करके सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। जिला पुलिस ने पिछले 24 घंटे के दौरान 14 के करीब लोगों को दूसरे राज्यों से लाए गए फलों के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने केले, पपीता और तरबूज से भरे ट्रकों और अन्य गाड़ियों को जब्त किया।
सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद सभी आरोपियों को जमानत दे दी और साथ ही सभी की गाड़ियों को भी छोड़ दिया गया। इसके बाद उक्त फल अलग-अलग जगहों में बने गोदामों में पहुंच गए और गोदामों से गली-गली बेचने वाले विक्रेताओं के पास। थाना कोतवाली के इंचार्ज दविंदर सिंह का कहना था कि जो धारा लगाई जाती है वह जमानती है जिसके तहत आरोपी को छोड़ने के साथ-साथ उनके जब्त माल को कोर्ट के ऑर्डर मिलने पर छोड़ दिया जाता है।
पुलिस मामला दर्ज करने तक सीमित, नियम ताक पर रख घर-घर पहुंच जाते हैं फल
थाना कोतवाली के हवलदार दविंदर सिंह ने बताया कि गुप्त सूचना मिली के अनिल कुमार निवासी हिसार तरबूज बठिंडा लाया है जिसे परसराम नगर निवासी सुशील कुमार और रवि ने मंगवाया था। तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करके जमानत पर रिहा कर दिया गया है। वर्धमान चौकी के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर मलकीत सिंह ने बताया कि मिल्क प्लांट ओवरब्रिज के नीचे विजय सैनी और सोनू सिंह राजस्थान से आए एक ट्रक में से कच्चे केले मंडियों में सप्लाई कर रहे थे। पुलिस ने मौके पर विजय सैनी, सोनू सिंह और ट्रक ड्राइवर केसाराम को गिरफ्तार कर लिया।
थाना सदर पुलिस के सब इंस्पेक्टर दर्शन सिंह ने बताया कि उन्हें एएसआई विष्णु दास की सूचना पर छापामारी कर संतोष कुमार निवासी भगवानपुरा मोहल्ला बठिंडा, रतन लाल निवासी करतार बस्ती बठिंडा, दिलबाग सिंह निवासी तरनतारन, कुलदीप सिंह निवासी जोधपुर रोमाणा, प्रेमदास निवासी जोधपुर राजस्थान, मोहन दास निवासी नागौर राजस्थान और सुभाष सैनी निवासी जयपुर को काबू किया। इनसे दो ट्रक जो फलों से भरे हुए थे और एक कैंटर खाली, एक पिकअप गाड़ी और एक कैंटर व एक महिंद्रा गाड़ी कब्जे में लेकर कार्रवई शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार की ओर से प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की मंजूरी के बाद इन्हें रेलवे के जरिए भिजवाने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए बड़े रेलवे जंक्शन पर स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई जा रही हैं। इसी कड़ी में बठिंडा जंक्शन से भी उत्तरप्रदेश और बिहार के लिए दो श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलेंगी जोकि 10 मई को सुबह 11 व शाम 5 बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 5 से रवाना होंगी।
पूरी तरह से आइसोलेट इन रेलगाड़ियां को प्रवासी मजदूरों के निर्धारित सामाजिक दूरी के अनुसार इनकी सीटों बिठाकर बोगियां बंद की जाएंगी जोकि यूपी के मुजफ्फरपुर व बिहार झारखंड के डालटन गंज में ही खुलेंगी जबकि बीट वाइज स्टेशन पर रेलगाड़ी के गार्ड व ड्राइवर बदलने के लिए रेलगाड़ी डिविजनल अफसर की मौजूदगी में सिर्फ 5 मिनट के लिए ही रुकेगी। बठिंडा जिले से 1200 प्रवासी मजदूर अपने यूपी व बिहार में अपने घर लौट रहे हैं, इनकी सूची रेलवे को सौंप दी गई है।
24 बोगियों की ट्रेन, हर बोगी में 54 मुसाफिर
श्रमिक स्पेशल सुपरफास्ट ट्रेन 24 बोगियों की होगी जिसकी हर बोगी में 54 मुसाफिर ही सफर कर सकेंगे। लगभग 40 मिनट पहले मुसाफिरों को वाहनों के जरिए ठंडी सड़क पर स्थित रेलवे ग्राउंड लाया जाएगा जहां से इन्हें रेलवे ओवरब्रिज के जरिए सीधे प्लेटफार्म नंबर 5 पर खड़ी रेलगाड़ी में निर्धारित सीट पर बिठाया जाएगा।
एसएसपी ने लिया रेलवे प्रबंधों का जायजा
प्रबंधों का जायजा लेने एसएसपी डॉ. नानक सिंह व डीएसपी गुरजीत रोमाणा ने रेलवे ग्राउंड का दौरा किया। नोडल अफसर एओएम हरमीत सिंह ने उन्हें बेरिकेडिंग व मुसाफिरों को प्लेटफार्म नंबर 5 में खड़ी रेलगाड़ी तक पहुंचाने आदि का रूट मैप बताया। स्टेशन सुपरिटेंडेंट प्रदीप कुमार शर्मा ने कहा कि रेलगाड़ियाें की बोगियां मुजफ्फरपुर व डालटनगंज झारखंड में ही खुलेंगी।
कोरोना के चलते लगाए गए लॉकडाउन में सभी कारोबार बंद हैं और दुकानों पर काम करने वाले कारीगर अपने घरों को लौटना चाहते हैं। अमृतसर के गुरु बाजार में सोने-चांदी के कारीगर 46 दिन से बेकार बैठे हैं, जिसमें यूपी, बंगाल, महाराष्ट्र और हिमाचल के 6400 कारीगर शामिल हैं। सभी कारीगर ने अपने घरों को वापस जाने के लिए कोविड-19 के फार्म भर रहे हैं।
स्वर्णकार संघ पंजाब के प्रधान अश्विनी नागे शाह, जिला स्वर्णकार संघ के प्रधान अश्विनी काले शाह और अमृतसर सर्राफा एसो. के महासचिव सुनील चोपड़ा कारीगरों को फाॅर्म भरने में लगे हैं। चोपड़ा ने कहा कि कारीगरों के चले जाने से सभी ज्वैूलर्स बेकार बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर कारीगर घरों को वापस चले गए तो कर्फ्यू खुलने के बाद भी कामकाज ठप होंगे।
कोरोना के चलते पिछले 46 दिन से बंद हुए पावरकॉम के कैश काउंटर और बिल सेवक मशीनों समेत मीटर रीडिंग लेने, एमई लैब समेत बाकी ऑफिस सुबह 9 से 2 बजे तक शुक्रवार से खोले जा रहे हैं। पावरकॉम के अधिकारियों नसारी तैयारियां कर ली है। सभी ऑफिस कैश काउंटर और बिल सेवक मशीनें को सेनिटाइजर करा दिया गया है, जबकि काउंटरों में बिल भरने आने वाले लोगों के लिए एक-एक मीटर की दूरी बनाए रखने के लिए जमीन पर सफेद रंग के निशान लगा दिए हैं और सेनिटाइजर भी रखा गया है। उपभोक्ता के घरों में लगे बिजली मीटरों की रीडिंग लेने के लिए आन द स्पाट बिलिंग वाले भी अपना काम शुरू करेंगे।
पावरकॉम मैनेजमेंट और सरकार की ओर से जिला और पुलिस प्रशासन को पत्र भेजकर बिजली बिल देने वाली भीड़ को नियंत्रण करने के निर्देश दिए गए हैं। उपभोक्ता को बिना मास्क के आने की इजाजत नहीं होगी। इसी को लेकर वेरका बिजलीघर के ऑफिस अयूब वधवार, एसडीओ कश्मीर सिंह, केवल सिंह विपिन कुमार, संदीप कौर और परमजीत कौर पहुंचीं और उन्होंने अपना सारा ऑफिस सेनिटाइजर करवाया है।
शहर में नाका तोड़ने की कोशिश करने वाले आरोपी सहित 9 लोगों के खिलाफ कर्फ्यू उल्लंघन के केस दर्ज हुए हैं। थाना सुल्तानविंड पुलिस ने सब इंस्पेक्टर अमरजीत कुमार की शिकायत पर बाइक सवार हरप्रीत सिंह निवासी नगर निगम काॅलोनी के खिलाफ बिना पास नाका तोड़ने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा थाना बी डिवीजन पुलिस ने हरजिंदर सिंह निवासी न्यू शहीद ऊधम सिंह नगर, जसप्रीत सिंह निवासी तेज नगर, ए डिवीजन पुलिस ने अनिल कुमार निवासी गली महिंद्रपाल, कंवलजीत सिंह निवासी चाटीविंड गेट, राजेश चड्ढा निवासी जोशी काॅलोनी, छेहर्टा पुलिस ने परविंदर सिंह निवासी शहीद ऊधम सिंहनगर, बरजिंदर सिंह वासी गेट भगतांवाला और गुरप्रीत सिंह निवासी कोट खालसा के खिलाफ कर्फ्यू उल्लंघन का केस दर्ज किया है।
स्कूटी सवार युवकों से 7 बोतलें शराब बरामद
थाना राजासांसी पुलिस ने एएसआई बलदेव सिंह की शिकायत पर सुरजीतपाल और सविंद्र सिंह निवासी राजासांसी के खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक वह पुलिस पार्टी के साथ पुल सुआ मोड़ तोलानंगर पर मौजूद थे। तभी एक स्कूटी पर आ रहे दो युवक को शक के आधार रोका और उनकी चेकिंग की गई तो उनसे 9 बोतलें शराब की बरामद हुईं।
थाना घरिंडा पुलिस ने हरपाल सिंह निवासी रणीके की शिकायत पर राजबीर सिंह निवासी रणीके के खिलाफ हत्या का प्रयास और असलाह एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक 2 मई की शाम 7.30 बजे उन्होंने पड़ोसी गुरबिंदर सिंह के घर में शोर-शराबा सुना तो वह और उसकी ताई रसाल कौर दौड़ कर उनके घर पहुंचे। उन्होंने देखा कि राजबीर सिंह ‘और आरोपी गुरबिंदर सिंह आपस में लड़ रहे थे, उन्होंने दोनों भाइयों की लड़ाई में बीचबचाव करते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की। तभी आरोपी राजबीर सिंह गुस्से मेंं आ गया और उन्हें भला-बुरा कहने लगा। जिसके बाद वह और उसकी ताई अपने घर लौट आए।
कुछ देर बाद आरोपी अपनी छत पर आ गया और ललकारते हुए हरपाल और उसकी ताई को दोनों भाइयों की लड़ाई में दखल देने के लिए मचा चखाने की बात कहने लगा। जिसके बाद आरोपी ने अपनी दोनाली राइफल से उनके घर की ओर जान से मारने की नीयत से फायर किए। जिसके 7-8 छर्रे उसके शरीर में लगे और एक छर्रा उसकी ताई को लगा। आरोपी इसके बाद राइफल सहित मौके से फरार हो गया।
थाना घरिंडा पुलिस ने हरपाल सिंह निवासी रणीके की शिकायत पर राजबीर सिंह निवासी रणीके के खिलाफ हत्या का प्रयास और असलाह एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक 2 मई की शाम 7.30 बजे उन्होंने पड़ोसी गुरबिंदर सिंह के घर में शोर-शराबा सुना तो वह और उसकी ताई रसाल कौर दौड़ कर उनके घर पहुंचे। उन्होंने देखा कि राजबीर सिंह ‘और आरोपी गुरबिंदर सिंह आपस में लड़ रहे थे, उन्होंने दोनों भाइयों की लड़ाई में बीचबचाव करते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की। तभी आरोपी राजबीर सिंह गुस्से मेंं आ गया और उन्हें भला-बुरा कहने लगा। जिसके बाद वह और उसकी ताई अपने घर लौट आए।
कुछ देर बाद आरोपी अपनी छत पर आ गया और ललकारते हुए हरपाल और उसकी ताई को दोनों भाइयों की लड़ाई में दखल देने के लिए मचा चखाने की बात कहने लगा। जिसके बाद आरोपी ने अपनी दोनाली राइफल से उनके घर की ओर जान से मारने की नीयत से फायर किए। जिसके 7-8 छर्रे उसके शरीर में लगे और एक छर्रा उसकी ताई को लगा। आरोपी इसके बाद राइफल सहित मौके से फरार हो गया।
कोरोना वायरस के प्रकोप में जहां रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं सेहत विभाग की लापरवाहियां भी कुछ कम नहीं हो रही है। सेहत विभाग की दो लापरवाहियां सामने आईं। एक बस ड्राइवर को कोरोना पॉजीटिव कहकर उसे जीएनडीएच की आइसोलेशन में रखा, जबकि एक कंडक्टर को पहले निगेटिव कह दिया और बाद में पॉजीटिव कहकर उसे अस्पताल में दाखिल करने के लिए ले गए। कंडक्टर बस स्टैंड पर ही क्वारंटाइन था। करीब चार दिन तक यह कंडक्टर यहीं पर रहा। सेहत विभाग की लापरवाहियों से साफ है कि कोरोना वायरस से मात पाना बहुत मुश्किल होगा। फिलहाल सेहत विभाग की लापरवाही पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
जानकारी के अनुसार ड्राइवर सुखचैन सिंह हजूर साहिब से बसों में श्रद्धालुओं को लेकर अमृतसर आया था। यहां आने के बाद उसके टेस्ट सैंपल ले लिए गए और उसे क्वारंटाइन कर दिया गया। इसी दौरान जब उसके टेस्ट सैंपल लिए तो उस बस की सवारियों के भी टेस्ट लिए गए थे। उसी में एक शख्स सुखचैन सिंह (33) के नाम का था, जो तरनतारन का रहने वाला था। दो मई को तरनतारन निवासी की रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई और सेहत विभाग की टीम उसे ले जाने की बजाय ड्राइवर सुखचैन सिंह (43) को पॉजीटिव कहकर गुरु नानक देव अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करने के लिए ले गए। दो दिन तक वह अस्पताल में ही रहा।
बाद में डाक्टरों को पता चला कि वह गलत युवक को उठा लाए हैं, तो उसे आनन-फानन में बस स्टैंड पर छोड़कर आ गए। इसके बाद डेरा राधा स्वामी में क्वारंटाइन सुखचैन सिंह को आइसोलेशन वार्ड में लाया गया।
ड्राइवर सुखचैन सिंह ने वीडियो वायरल करते हुए सेहत विभाग की लापरवाही को उजागर किया। उन्होंने कहा कि जब सेहत विभाग की तरफ से उनके सैंपल लिए जा रहे थे तो उन्होंने कहा था कि जिस बस को वह लेकर आए है, उसमें उन्हीं के नाम का एक और शख्स भी है। बाद में कहीं गड़बड़ न हो जाए, इसलिए उनके सैंपल पर निशानी के तौर पर ड्राइवर लिख दिया जाए। लेकिन सेहत विभाग की टीम ने उन्हें कहा कि कुछ नहीं होगा और दोनों के सैंपलों के आगे उम्र लिख दी जाएगी। इसके बावजूद भी इतनी बड़ी लापरवाही हो गई।
कंडक्टर गुरशरण सिंह को पहले निगेटिव कहा, बाद में पॉजीटिव बताकर ले गए
कंडक्टर गुरशरण सिंह भी उन स्टाफ में शामिल था, जो श्रद्धालुओं को अमृतसर लाया था। सेहत विभाग की टीम ने पहले इन्हें निगेटिव बताया और बाद में पॉजीटिव। कंडक्टर गुरशरण सिंह के टेस्ट सैंपल एक मई को लिए थे और 3 मई को उसकी रिपोर्ट निगेटिव कहकर उसे बस स्टैंड पर क्वारंटाइन कर दिया। बुधवार को कंडक्टर की रिपोर्ट पॉजीटिव बता उसे वहां से ले गए। उसे गुरु रामदास शहीदां साहिब में दाखिल करवाया है। सेहत विभाग की लापरवाही के बाद स्टाफ में खौफ बना हुआ है कि इनकी लापरवाही से कहीं वे कोरोना पॉजीटिव न हो जाए।
कोरोना वायरस के प्रकोप में जहां रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वहीं सेहत विभाग की लापरवाहियां भी कुछ कम नहीं हो रही है। सेहत विभाग की दो लापरवाहियां सामने आईं। एक बस ड्राइवर को कोरोना पॉजीटिव कहकर उसे जीएनडीएच की आइसोलेशन में रखा, जबकि एक कंडक्टर को पहले निगेटिव कह दिया और बाद में पॉजीटिव कहकर उसे अस्पताल में दाखिल करने के लिए ले गए। कंडक्टर बस स्टैंड पर ही क्वारंटाइन था। करीब चार दिन तक यह कंडक्टर यहीं पर रहा। सेहत विभाग की लापरवाहियों से साफ है कि कोरोना वायरस से मात पाना बहुत मुश्किल होगा। फिलहाल सेहत विभाग की लापरवाही पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
जानकारी के अनुसार ड्राइवर सुखचैन सिंह हजूर साहिब से बसों में श्रद्धालुओं को लेकर अमृतसर आया था। यहां आने के बाद उसके टेस्ट सैंपल ले लिए गए और उसे क्वारंटाइन कर दिया गया। इसी दौरान जब उसके टेस्ट सैंपल लिए तो उस बस की सवारियों के भी टेस्ट लिए गए थे। उसी में एक शख्स सुखचैन सिंह (33) के नाम का था, जो तरनतारन का रहने वाला था। दो मई को तरनतारन निवासी की रिपोर्ट पॉजीटिव आ गई और सेहत विभाग की टीम उसे ले जाने की बजाय ड्राइवर सुखचैन सिंह (43) को पॉजीटिव कहकर गुरु नानक देव अस्पताल की आइसोलेशन वार्ड में दाखिल करने के लिए ले गए। दो दिन तक वह अस्पताल में ही रहा।
बाद में डाक्टरों को पता चला कि वह गलत युवक को उठा लाए हैं, तो उसे आनन-फानन में बस स्टैंड पर छोड़कर आ गए। इसके बाद डेरा राधा स्वामी में क्वारंटाइन सुखचैन सिंह को आइसोलेशन वार्ड में लाया गया।
ड्राइवर सुखचैन सिंह ने वीडियो वायरल करते हुए सेहत विभाग की लापरवाही को उजागर किया। उन्होंने कहा कि जब सेहत विभाग की तरफ से उनके सैंपल लिए जा रहे थे तो उन्होंने कहा था कि जिस बस को वह लेकर आए है, उसमें उन्हीं के नाम का एक और शख्स भी है। बाद में कहीं गड़बड़ न हो जाए, इसलिए उनके सैंपल पर निशानी के तौर पर ड्राइवर लिख दिया जाए। लेकिन सेहत विभाग की टीम ने उन्हें कहा कि कुछ नहीं होगा और दोनों के सैंपलों के आगे उम्र लिख दी जाएगी। इसके बावजूद भी इतनी बड़ी लापरवाही हो गई।
कंडक्टर गुरशरण सिंह को पहले निगेटिव कहा, बाद में पॉजीटिव बताकर ले गए
कंडक्टर गुरशरण सिंह भी उन स्टाफ में शामिल था, जो श्रद्धालुओं को अमृतसर लाया था। सेहत विभाग की टीम ने पहले इन्हें निगेटिव बताया और बाद में पॉजीटिव। कंडक्टर गुरशरण सिंह के टेस्ट सैंपल एक मई को लिए थे और 3 मई को उसकी रिपोर्ट निगेटिव कहकर उसे बस स्टैंड पर क्वारंटाइन कर दिया। बुधवार को कंडक्टर की रिपोर्ट पॉजीटिव बता उसे वहां से ले गए। उसे गुरु रामदास शहीदां साहिब में दाखिल करवाया है। सेहत विभाग की लापरवाही के बाद स्टाफ में खौफ बना हुआ है कि इनकी लापरवाही से कहीं वे कोरोना पॉजीटिव न हो जाए।
एसडीएम ने सेंटर्स में लिया प्रबंधों का जायजा
लॉकडाउन के कारण कई बाहरी राज्यों में हजारों लोग फंसे हैं, जिन्हें पंजाब वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रयास कर रहे हैं। एसडीएम डा. चारुमिता ने बताया कि हर मजदूर को घर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए पैनिक की जरूरत नहीं है। सरकार की ओर से श्रमिक ट्रेन से प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का प्रबंध किया गया है। प्रवासी मजदूर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाएं, जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्हें पहले 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया जाएगा। उपरांत रिपोर्ट आने पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए विभिन्न स्थानों पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए है। जिसमें सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), क्राइस्ट ज्योति कॉन्वेंट स्कूल, अकाल गलैक्सी कॉन्वेंट स्कूल, गुरु नानक खालसा कॉलेज, ब्रिटिश विक्टोरिया स्कूल आदि में 600 के करीब बाहर से आने वाले लोगों को क्वारेंटाइन करने का इंतजाम किया है। उन्होंने सेंटर में जाकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जो लोग रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते है वह वेबसाइट http://www.covid help.Punjab.gov.in/punjab out registration.as पर आवेदन कर सकते है।
एसडीएम ने सेंटर्स में लिया प्रबंधों का जायजा
लॉकडाउन के कारण कई बाहरी राज्यों में हजारों लोग फंसे हैं, जिन्हें पंजाब वापस लाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह प्रयास कर रहे हैं। एसडीएम डा. चारुमिता ने बताया कि हर मजदूर को घर पहुंचाया जाएगा। इसके लिए पैनिक की जरूरत नहीं है। सरकार की ओर से श्रमिक ट्रेन से प्रवासी मजदूरों को वापस लाने का प्रबंध किया गया है। प्रवासी मजदूर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाएं, जो लोग बाहर से आ रहे हैं, उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्हें पहले 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया जाएगा। उपरांत रिपोर्ट आने पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए विभिन्न स्थानों पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए है। जिसमें सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), क्राइस्ट ज्योति कॉन्वेंट स्कूल, अकाल गलैक्सी कॉन्वेंट स्कूल, गुरु नानक खालसा कॉलेज, ब्रिटिश विक्टोरिया स्कूल आदि में 600 के करीब बाहर से आने वाले लोगों को क्वारेंटाइन करने का इंतजाम किया है। उन्होंने सेंटर में जाकर व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि जो लोग रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते है वह वेबसाइट http://www.covid help.Punjab.gov.in/punjab out registration.as पर आवेदन कर सकते है।
प्रदेश के 13 मोबाइल विंग्स को आडिट और इन्वेस्टिगेशन विंग बनाए जाने के बाद शहर में इंसेशियल गुड्स की आड़ में बिना किसी रोक-टोक के बिना बिल माल आ रहा है। यहां तक की हाल ही में सीआईए स्टाफ ने ट्रांसपोर्टर के गोदाम से दवाइयों की आड़ में मंगवाई गई 4 लाख ट्रामाडोल की गोलियां बरामद की थी। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान इंसेशियल गुड्स की आड़ में सिगरेट, तंबाकू, आ जा रहे हैं। इसके अलावा शहर से पंखे भी भारी मात्रा में भेजे जा रहे हैं। यहां तक की प्रेस लिखित गाड़ियों में स्पेयर पार्ट्स, स्टेशनरी और स्पोर्ट्स गुड्स आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक इंसेशियल गुड्बस की सप्लाई के बीच बिना बिल करियाना और कॉस्मैटिक का काफी सामान कस्बों में चोरी छिपे आ--जा रहा है। यह माल रेलवे और सड़क मार्ग से आ-जा रहा है। कुछ दिन पहले ही अमृतसर ब्रिक किलन आर्नस एसो. ने 13 अप्रैल को डीसी, पुलिस कमिश्नर, डीएफएससी और डीईटीसी अमृतसर डिवीजन को शिकायत दी थी। जिसमें एसो. ने कहा था कि राजस्थान. अबोहर, फाजिल्का व अन्य इलाकों से इंसेशियल गुड्स के तौर पर ईंटे आ रही हैं। जिसमें बिलों में गड़बड़ियों केतहत टैक्स की चोरी हो रही है। एसो. के प्रधान मुकेश नंदा ने बताया कि उनकी एसो. ने 20,21,22,23 अप्रैल को लगातार चार दिन पुलिस को ईंटों से लदे ट्रक भी पकड़वाए थे। हर ट्रक के माल के साथ रखे बिल में गड़बड़ियां थीं।
लगातार दूसरे दिन 7 घंटे तक गोदाम में की चेकिंग
असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट टैक्स मोबाइल विंग की टीम ने वीरवार को दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्ट नगर, जहाज-गढ़ के ट्रांसपोर्टर के दूसरे गोदाम में चेकिंग की। टीम ने सुबह 11.30 से 6.30 बजे तक तक चेकिंग की। रिपोर्ट तैयार करके असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट टैक्स मोबाइल विंग को भेजी जाएगी। अगली कार्रवाई उच्चाधिकारियों की हिदायतों पर होगी। वीरवार को चेकिंग में गोदाम से तंबाकू, मेहंदी, ड्रिल मशीनें, हार्डवेयर, निटिंग, डिस्पोजेबल सामान, रबड़ पाइप्स, फुटवियर,टू व्हीलर स्पेयर पार्ट्स मिले।
ट्रांसपोर्टर की ओर से टीम को बिल भी दिखाए गए। विंग की टीम ने बुधवार को भी 4 घंटे गोदाम के माल को खंगाला था। विंग की टीम मंगलवार शाम 4 बजे हेड ऑफिस की हिदायतों पर गोदाम की चेकिंग करने पहुंची थी। ट्रांसपोर्टर के शहर से बाहर होने के कारण चौकीदार ने गेट नहीं खोला था। इसके बाद वहां पर इंस्पेक्टरों और आईआरबी के जवानों की अलग-अलग शिफ्ट्स में ड्यूटी लगा दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक ट्रांसपोर्टर के गोदाम से मिले एक-दो आइटम के बिल नहीं थे और कुछेक के अंडर वैल्यू होने का अंदेशा है।
प्रदेश के 13 मोबाइल विंग्स को आडिट और इन्वेस्टिगेशन विंग बनाए जाने के बाद शहर में इंसेशियल गुड्स की आड़ में बिना किसी रोक-टोक के बिना बिल माल आ रहा है। यहां तक की हाल ही में सीआईए स्टाफ ने ट्रांसपोर्टर के गोदाम से दवाइयों की आड़ में मंगवाई गई 4 लाख ट्रामाडोल की गोलियां बरामद की थी। गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान इंसेशियल गुड्स की आड़ में सिगरेट, तंबाकू, आ जा रहे हैं। इसके अलावा शहर से पंखे भी भारी मात्रा में भेजे जा रहे हैं। यहां तक की प्रेस लिखित गाड़ियों में स्पेयर पार्ट्स, स्टेशनरी और स्पोर्ट्स गुड्स आ रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक इंसेशियल गुड्बस की सप्लाई के बीच बिना बिल करियाना और कॉस्मैटिक का काफी सामान कस्बों में चोरी छिपे आ--जा रहा है। यह माल रेलवे और सड़क मार्ग से आ-जा रहा है। कुछ दिन पहले ही अमृतसर ब्रिक किलन आर्नस एसो. ने 13 अप्रैल को डीसी, पुलिस कमिश्नर, डीएफएससी और डीईटीसी अमृतसर डिवीजन को शिकायत दी थी। जिसमें एसो. ने कहा था कि राजस्थान. अबोहर, फाजिल्का व अन्य इलाकों से इंसेशियल गुड्स के तौर पर ईंटे आ रही हैं। जिसमें बिलों में गड़बड़ियों केतहत टैक्स की चोरी हो रही है। एसो. के प्रधान मुकेश नंदा ने बताया कि उनकी एसो. ने 20,21,22,23 अप्रैल को लगातार चार दिन पुलिस को ईंटों से लदे ट्रक भी पकड़वाए थे। हर ट्रक के माल के साथ रखे बिल में गड़बड़ियां थीं।
लगातार दूसरे दिन 7 घंटे तक गोदाम में की चेकिंग
असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट टैक्स मोबाइल विंग की टीम ने वीरवार को दूसरे दिन भी ट्रांसपोर्ट नगर, जहाज-गढ़ के ट्रांसपोर्टर के दूसरे गोदाम में चेकिंग की। टीम ने सुबह 11.30 से 6.30 बजे तक तक चेकिंग की। रिपोर्ट तैयार करके असिस्टेंट कमिश्नर स्टेट टैक्स मोबाइल विंग को भेजी जाएगी। अगली कार्रवाई उच्चाधिकारियों की हिदायतों पर होगी। वीरवार को चेकिंग में गोदाम से तंबाकू, मेहंदी, ड्रिल मशीनें, हार्डवेयर, निटिंग, डिस्पोजेबल सामान, रबड़ पाइप्स, फुटवियर,टू व्हीलर स्पेयर पार्ट्स मिले।
ट्रांसपोर्टर की ओर से टीम को बिल भी दिखाए गए। विंग की टीम ने बुधवार को भी 4 घंटे गोदाम के माल को खंगाला था। विंग की टीम मंगलवार शाम 4 बजे हेड ऑफिस की हिदायतों पर गोदाम की चेकिंग करने पहुंची थी। ट्रांसपोर्टर के शहर से बाहर होने के कारण चौकीदार ने गेट नहीं खोला था। इसके बाद वहां पर इंस्पेक्टरों और आईआरबी के जवानों की अलग-अलग शिफ्ट्स में ड्यूटी लगा दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक ट्रांसपोर्टर के गोदाम से मिले एक-दो आइटम के बिल नहीं थे और कुछेक के अंडर वैल्यू होने का अंदेशा है।
हलका बाबा बकाला साहिब से विधायक संतोख सिंह भलाईपुर ने राधा स्वामी डेरे में बनाए क्वारंटाइन सेंटर वडाला, धरदयो और टांगरा का दौरा किया और श्रद्धालुओं का हाल जाना। उन्होंने कहा कि सेंटरों में श्रद्धालुओं की सेवादार निष्काम सेवा कर रहे हैं। इस दौरान डीएसपी बाबा बकाला हरकृष्ण सिंह, पुलिस चौकी रईया के इंचार्ज चरण सिंह पहलवान, चेयरमैन बलकार सिंह, केके शर्मा, ब्लाॅक समिति सदस्य नवपड्डा, थाना खिलचियां के प्रभारी सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।
धूलका गांव में दानियों के सहयोग से बांटा राशन
कर्फ्यू के कारण मजदूर परिवारों का कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। ब्लाॅक समिति मेंबर गुरप्रताप सिंह चाहल और गांव धूलका के सरपंच वरिंदर सिंह मिट्ठू ने बताया कि दानी-सज्जनों के सहयोग से 250 जरूरतमंद परिवारों को राशन बांटा गया है। इस दौरान सूबेदार हरबंस सिंह, थानेदार बलजीत सिंह, रणजीत सिंह, हरबंस लाल, कुलविंदर बावा, जगजीत सिंह, अंग्रेज सिंह, जीओजी मेंबर जरनैल सिंह आदि हाजिर थे।
जंडियाला गली दरबार में गुरुद्वारा बाबा हुंदल का जन्मदिवस श्रद्धा मनाया गया। इस दौरान सरबत के भले के लिए अखंड साहिब पाठ के भोग डाले गए। इस अवसर पर थाना प्रभारी उपकार सिंह, एएसआई जोबन सिंह पखोके, चौकी इंचार्ज चरण सिंह को अच्छी सेवाओं के प्रति सम्मानित किया गया। इस मौके पर गुलशन जैन, संजीव कुमार, दीपक भाटिया, दानिश, अर्पित जैन आदि हाजिर थे।
जंडियाला गर्ल्स स्कूल में सेनिटाइजर का छिड़काव
जंडियाला में संत निरंकारी मिशन चेरिटेबल फाउंडेशन के सेवादारों की ओर से एटीएम कैबिन, वाल्मीकि चौक, घास मंडी चौकी और कन्या स्कूल में सेनिटाइजर का छिड़काव किया गया। कोरोना की रोकथाम के लिए भवन इंचार्ज अवतार सिंह की अध्यक्षता में काम चल रहा है।
सीएचसी सरहाली में आवेक एजुकेशन फाउंडेशन की ओर से कोरोना से बचाव के प्रति जागरूकता कैंप लगाया गया। शिविर में लोगों को साफ-सफाई, सेनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताया गया। इस दौरान सचिव मंनजीत सिंह, वित्त सचिव शिनाग सिंह, रणजोध सिंह, शमिंदर कौर रंधावा, गुरपाल सिंह, हेल्थ इंस्पेक्टर बिहारी लाल, ब्लॉक एजुकेटर हरदीप सिंह, मनदीप सिंह, विशाल कुमार आदि उपस्थित थे।
डीएवी के स्टूडेंट्स ने परीक्षा में पाए शीर्ष स्थान
बीबीके डीएवी काॅलेज फाॅर वुमन अमृतसर की छात्राओं ने गुरु नानक देव विश्व विद्यालय की ओर से दिसम्बर 2019 में ली सैमेस्टर परीक्षाओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करके काॅलेज का नाम रोशन किया है। बीएससी सैम पहला की छात्रा एकमदीप कौर विवि में प्रथम, जबकि इंद्रप्रीत कौर बीएफए सैम पहला, मलकीत कौर बीएफए सैम 5वां, पलक मेहरा बीवाॅक सॉफ्टवेयर डवल्पमेंट सैम पहला और सोनाली शर्मा पीजीडी सीए फैशन डिजाइन सैम पहला ने विवि में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है।
इसी तरह नैना बीएफए सैम पहला और सिमरन गोसेन बीवाॅक बैंकिंग एंड फाइनांशियल सर्विसेज सैम पहला विवि में तृतीय स्थान पर रही हैं। प्राचार्या डाॅ. पुष्पिंदर वालिया शर्मा, सुदर्शन कपूर, डाॅ. नीनू, उप-प्राचार्या, डाॅ. सिमरदीप, किरण गुप्ता ने भी टापर्स को बधाई दी।
माझा हाउस की ओर से 2 पंजाब की सांझी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दोनों ओर के कलाकारों को एक मंच मुहैया कराया गया। ऑनलाइन सेशन में भारत के पंजाब ऑर पाकिस्तान के पंजाब के कलाकारों ने अपने-अपने विचार सांझे किए, जबकि सेशन में करीब 100 से ज्यादा कलाकारों-लोगों ने हिस्सा लिया। माझा हाउस की संस्थापक प्रीति गिल ने कहा कि सांझा पंजाब एक ऑनलाइन मंच है, जिस पर लेखक, कलाकार, कवि और संगीतकार सीमा पार से विचार सांझा करने के लिए आएंगे। इस दौरान सीमा पार से कवि अफजल साहिर, अध्यापिका एवं लेखिका मदीहा हनीफ, पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ लैंग्वेज की निदेशक एवं लेखिका सुगड़ा सदाफ और लेखक, नीति विश्लेषक रजा रूमी के साथ डाॅ. अरविंदर चमक, प्रो. सर्बजोत बहल और प्रीति गिल ने बात की।
अफजल ने कहा कि वह सामान्य इतिहास और संस्कृति से जुड़े हैं और कोई इसे उनसे दूर नहीं ले जा सकता। मदीहा ने कहा कि जब भी मिले हैं तो केवल प्रेम का अनुभव किया है, जबकि विभाजनकारी नीतियों से सावधान रहना चाहिए। डॉ. सुगड़ा सदाफ ने कहा कि आज भी वह संस्कृति से जुड़े हैं जो हमारे कपड़े, भोजन, संगीत, नृत्य में दिखाई देता है। रजा ने कहा कि वह कई वर्षों से इतिहास और भाषा का विकास सिखा रहे हैं और दोनों पंजाब एक हैं। प्रीति गिल ने बताया कि एक मासिक सत्र होगा, जिसमें प्यार करने के अलावा कुछ भी नहीं होगा।
एक तरफ कुछ लोग गरीब होने का दावा कर सरकारी मदद की उम्मीद में बैठे हुए हैं। वहीं कस्बा हंसावाला का रहने वाला नानक सिंह जो जन्म से ही दिव्यांग हैं और अपनी रोजी रोटी के लिए मेहनत करना ही जरूरी समझता है। वह किसी पर अाश्रित नहीं बनना चाहता है।
दिव्यांग नानक सिंह सुबह गांव हंसावाला से आसपास के कस्बों गोइंदवाल साहिब और फतेहाबाद में घर-घर जाकर बूट पॉलिश और जूतों की मरम्मत का काम करता है और मेहनत-मजदूरी करके अपना और अपने पिता का पेट पाल रहा है। नानक सिंह ने कहा कि उसे किसी से भीख मांगने में बहुत शर्म महसूस होती है, इसलिए वह छोटा ही सही खुद का काम करता है और अपना और अपने पिता खर्च खुद करता है।