कोरोना आपदा से प्रभावित लोगों के लिए समाजसेविका प्रितपाल कौर जरूरतमंद और स्लम बस्तियों में रहने वालों परिवारों की मदद कर रही है। गुरदासी फाउंडेशन के सहयोग से 25 जरूरतमंद परिवारों को राशन की किट मुहैया करवाई गई।
उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश में कर्फ्यू और लॉकडाउन जारी रहेगा, उनकी ओर से जरूरतमंद की सेवा जारी रहेगी। इसके अलावा समाजसेविका प्रितपाल कौर ने प्रवीन कौर गुरदासी फाउंडेशन (कनाडा) का आभार जताया।
गंगानगर से पंजाब रोडवेज की बस में हरिके 30 मजदूर आए, जिन्हें सेहत विभाग आैर पुलिस की टीम ने हाईवे नंबर-54 पर रोक लिया। सभी मजदूरों को पीएचसी हरिके पत्तन लाया गया। सेहत विभाग की टीम ने मजदूराें की मेडिकल जांच करके मेडिकल सर्टीफिकेट जारी कर दिए हैं। मेडिकल अफसर बेअंत सिंह ने बताया कि तरनतारन के 30 लोग, जो गंगानगर में लेबर का काम करते थे। सभी मजदूरों की मेडिकल जांच की गई है। हरिके थाना प्रभारी नवदीप सिंह ने बताया कि सभी मजदूरों को घरों के लिए रवाना कर दिया गया है।
खेमकरण एरिया को कोरोना पाॅजीटिव केसों के कारण सील कर दिया गया है और किसी को भी बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। वीरवार को स्थानीय लोग और दुकानदार सड़कों पर उतर आए और कहा कि तरनतारन में डीसी के आदेशों पर रोटेशनवाइज दुकानें खुल रही हैं तो खेमकरण में ढील क्यों नहीं दी जा रही है।
दुकानदारों ने कहा कि वह शुक्रवार से दुकानें खोल देंगे, क्योंकि घर का खर्च करना मुश्किल हो गया है। वीरवार को दुकानदार दुकानों को खोलने के लिए बाजार में प्रशासन के खिलाफ इकट्ठे हो गए। खेमकरण के बाजार 45 दिन से बंद हैं और कई दुकानदारों के दुकानों के किराए और बिजली बिल उनके सिर पर हैं। उन्होंने बताया कि अब वह मजबूर होकर दुकानों को खोलेंगे। लोगों ने कहा कि जिला तरनतारन के पट्टी, भिखीविंड, अमरकोट आदि कई कस्बों में दुकानें खुल रही हैं, लेकिन खेमकरण जो पहले आम इलाकों से पिछड़ा हुआ है वहां की दुकानें बंद हैं।
इस मौके पर बाजार यूनियन के प्रधान गुरमेल सिंह, गुरचेत सिंह लाडा, बूटा सिंह, राम भंडारी, बलदेव सिंह, ज्ञानी हरभजन सिंह, सतनाम सिंह, प्रमोद सेठी, पुनीत कुमार, अमरजीत मेहता, बिट्टू, विनय सेठी, लाडी, जसपाल आदि दुकानदार उपस्थित थे। पट्टी के एसडीएम नरिंदर सिंह धारीवाल ने कहा कि किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी। पूर्व विधायक विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि अगर लाॅकडाउन लगा है तो सबके लिए कानून एक होना चाहिए और दुकानदारों की मुश्किलों को समझते हुए उनके बारे में भी ध्यान रखना चाहिए। सभी दुकानदारों ने तरनतारन के डिप्टी कमिश्नर से खेमकरण एरिया में रोटेशनवाइज दुकानें खोलने की मांग की है ताकि वह भी अपने घर काे संभाल सकें।
23 मार्च से पूरे प्रदेश में लाॅकडाउन और कर्फ्यू लागू हैं। हालांकि प्रशासन की ओर से राेजमर्रा की जरूरताें के लिए करियाना, मेडिकल शाॅप, डेयरी आदि की दुकानाें काे कुछ घंटे की छूट दी गई थी। पंजाब सरकार की ओर से हाल ही में दिए आदेशा के मुताबिक शराब की दुकानें वीरवार काे पहली बार करीब 42 दिन बाद फगवाड़ा में खाेली गईं।
अभी फगवाड़ा में केवल 5 ही शराब की दुकानें खुलीं जबकि अन्य दुकानें बंद थीं। भास्कर टीम ने जब शहर का दाैरा किया ताे पाया गया कि फगवाड़ा के हरगाेबिंद नगर, चाचाेकी, अर्बन एस्टेट और शिवपुरी में ही शराब की दुकानें खुलीं थीं, जाे करीब 1 बजे तक खुली रहीं। शराब के ठेकेदार संजय भंडारी ने बताया किवीरवार काे जारी नए अादेशाें के मुताबिक शुक्रवार से सुबह 7 बजे से दाेपहर 3 बजे तक शराब की दुकानें खुली रहेंगी।
कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए सरकार की ओर से देशभर में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं सारे कारोबार चौपट हो गए हैं और मजदूरों को दिहाड़ी नहीं मिल पा रही है। गरीब परिवार सरकारी गेहूं की आस लगाए बैठे हैं, जो उम्मीद भी अब टूटती नजर आरही है। गांव निजामपुरा में करीब 50 और गांव छापा राम सिंह में 350 जरूरतमंद परिवारों को सरकारी गेहूं 6 महीने से नहीं मिला है।
स्थानीय लाेगों ने फूड सप्लाई विभाग के इंस्पेक्टर पर 6 महीने से सरकारी गेहूं न बांटने के आरोप लगाए हैं। डिपो होल्डर भी बिना फूड इंस्पेक्टर के गेहूं बांटने के लिए तैयार नहीं, जबकि इंस्पेक्टर से किसी का संपर्क नहीं हो रहा। जिला शिकायत निवारण कमेटी के मेंबर लखबीर सिंह निजामपुरा ने बताया कि कर्फ्यू के कारण लोग घरों में बैठे हैं। ऐसे में विभाग के इंस्पेक्टर से संपर्क नहीं हो रहा और वह डिपो होल्डर भी अब फोन नहीं उठा रहा।
लोग शिकायत लेकर गांव निजामपुरा के सरपंच मेजर सिंह के पास पहुंच रहे हैं। जब सरपंच ने विभाग के एक कर्मचारी बॉबी से संपर्क किया तो उसने कहा कि जब तक फूड इंस्पेक्टर नहीं कहेगा तब तक वह गेहूं नहीं बांट सकता। लोगों ने फूड इंस्पेक्टर के खिलाफ डिप्टी कमिश्नर ऑफ अमृतसर, एसडीएम-1 और फूड सप्लाई विभाग के जिला अधिकारी से कार्रवाई की मांग की। उन्होंने उक्त मामले में शिकायत व्हाट्सएप के जरिए उच्चाधिकारियों को भेजी है। गांव छापा राम के लोगों ने सरपंच मेजर सिंह, तेजिंदर सिंह रवि, रिटायर्ड कृषि अफसर जगतार सिंह की मौजूदगी में आरोप लगाया कि बार-बार उच्चाधिकारियों तक गुहार लगाने पर भी कोई असर नहीं हो रहा।
डिपो होल्डर इंस्पेक्टर के बगैर गेहूं बांटने को तैयार नहीं
लोगों का कहना है कि 12 अप्रैल को डीसी को पत्र लिखा था, जिसे उन्होंने जिला फूड सप्लाई अफसर को कार्रवाई करने को कहा था। एसडीएम को भी शिकायत करने पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। 20 अप्रैल को जिला प्रशासन को दोबारा से पत्र लिखने पर भी कोई असर नहीं हुआ। लोगों का अारोप है कि फूड सप्लाई विभाग का इंस्पेक्टर डिपो होल्डरों के साथ मिलीभगत करके लोगों के राशन को हड़पना चाहता है। उन्होंने चेतावनी देकर कहा कि एक हफ्ते के अंदर सरकारी गेहूं न मिला तो फूड सप्लाई विभाग के दफ्तर जंडियाला गुरु पर धरना दिया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। इस अवसर पर किरपाल सिंह, कर्म सिंह, दर्शन सिंह, सुखजिंदर सिंह, गुरजीत सिंह, कुलवंत सिंह, लखविंदर कौर, दलबीर कौर, तोशी, सर्बजीत कौर, कुलविंदर कौर, जसपाल कौर, नरिंदर कौर, हरभजन कौर आदि गांव के लोग मौजूद थे।
कन्नौजियां बिरादरी की तरफ से हर साल माता भद्रकाली की होने वाली पूजा अर्चना इस बार नहीं होगी। इसी को लेकर बिरादरी की तरफ से सोशल डिस्टेंस रखते हुए बैठक की। प्रधान रोशन लाल की अध्यक्षता में हुए बैठक में चिरंजी लाल, विनोद, राजन, दीपक, मनोहर लाल, हंसराज, शाम सुंदर, कमल, बाबू राम ने कहा कि इस साल 9 मई को होने वाली माता भद्रकाली की पूजा अर्चना कोरोना वारयक के चलते मंदिर में नहीं होगी।
वहीं बिरादरी के सभी लोग अपने-अपने घरों में सोशल डिस्टेंस रखकर पूजा अर्चना करके माता भद्रकाली का आशीर्वाद प्राप्त करें।
हिमाचल लौटने वाले हिमाचल सुधार सभा से मिलें
हिमाचल सुधार सभा अमृतसर की अहम बैठक हिमाचल भवन में वीरवार को हुई। सभा के प्रधान शविंद्र सिंह पटियाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में महासचिव कमलेश कुमार, रणवीर सिंह राणा मुख्य रूप से शामिल हुए। इस मौके पर महासचिव कमलेश ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अमृतसर में हिमाचल प्रदेश के कई लोग फंसे हुए हैं, जो अपने घरों को लौटना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी हिमाचल भाई अपने घरों को जाना चाहते है वह हिमाचल सुधार सभा से संपर्क करें। इसी के साथ वह सरकार की कोविड 19 के वेबसाइड पर अपना नाम पता दर्ज करवाएं ताकि जल्द ही हिमाचल सरकार से बात करके उन्हें घरों को वापस भिजवाया जाएगा।
पंजाब सरकार ने लोगों को कुछ राहत देते हुए कुछ दुकानें खोलने के आदेश दिए है। उनका समय और दिन निर्धारित किए हैं। ऐसे में बाजारों, सड़कों और अन्य जगहों पर लोगों को ट्रैफिक की समस्या न आए, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग भी बनी रही।
इसके लिए पुलिस ने शहर के मुख्य बाजारों को जाने वाले रास्तों को वन-वे कर दिया है। शहर के कुछ मार्गों को ट्रैफिक पुलिस की ओर से पहले से ही वन-वे कर रखा है। ऐसे में लोग अपनी खरीदारी आराम से कर सकेंगे।
ट्रैफिक पुलिस की ओर से लिंक रोड, शिवेन होटल, मुख्य डाक घर के पास भारी संख्या में बेरिकेट्स लगाकर वन-वे किया हुआ है। जहां पुलिस पक्के तौर पर तैनात है। वन-वे में किसी को भी घुसने की इजाजत नहीं है। ट्रैफिक पुलिस के इस कदम से न तो नियमों की उल्लघंन होगा और न ही सरकार और स्वास्थ्य विभाग की हिदायत की धज्जियां उड़ेंगी।
बाजारों में फोर व्हीकल की एंट्री बंद
एसपी मनदीप सिंह ने बताया कि लॉकडाउन में लोगों को जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए जिला मजिस्ट्रेट कम डीसी दीप्ति उप्पल की ओर से राहत देते हुए कुछ दुकानदारों को दुकानें खोलने के आदेश दिए हैं। जिनका समय और दिन निर्धारित किए गए हैं। इस बीच बाजारों में भीड़ और ट्रैफिक की समस्या न हो, इसके लिए पुलिस ने पहले से प्लान तैयार कर रखा था।
पुलिस ने छूट के समय तक बानिया बाजार जाने वाले, थाना कोतवाली से सदर बाजार, अमृत बाजार, सुभाष चौक को जाने वाले, श्री सत्यनारायण बाजार चौक से सदर बाजार, पुरानी सब्जी मंडी, पुरानी कचहरी को जाने वाले, फव्वारा चौक से पुरानी सब्जी मंडी, कायमपुर बाजार, अमृत बाजार को जाने वाले चारबत्ती चौक से नई सब्जी मंडी सुल्तानपुर लोधी रोड जाने वाले पुरानी सब्जी मंडी को जाने वाले मार्ग को वन-वे कर दिया है। बाजारों में चार पहिया वाहनों की एंट्री बंद है।
अपराध जमानत योग्य होने के कारण सभी को थाने से किया रिहा
जिले के विभिन्न थानों की पुलिस ने कर्फ्यू नियमों की उल्लघंन करने और मास्क न बांधने के आरोप में 10 लोगों के खिलाफ इंडियन पैनल कोर्ट की धारा 188, 269 के तहत मामले दर्ज किया है।
पहला मामला
थाना तलवंडी चौधरियां के एएसआई हरजिंदर सिंह जब वह शालापुर बेट पहुंचे तो एक युवक बलदेव सिंह पुत्र सुरजन सिंह निवासी गांव पम्मण तलवंडी चौधरियां बिना मुंह में मास्क बांधे पैदल आ रहा था। रोक कर कर्फ्यू में घूमने व मुंह में मास्क न बांधने का कारण पूछा तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका।
दूसरा मामला
थाना कबीरपुर पुलिस के एसआई रणजीत सिंह लोधीवाल के समीप पहुंचे तो गांव की ओर से पैदल आ रहे एक युवक को कर्फ्यू में घूमने सबंधी दस्तावेज दिखाने को कहा तो वह कोई संतोषजनक उत्तर न दे सका। आरोपी ने मुंह में मास्क नहीं बांधा हुआ था। आरोपी की पहचान शिव दयाल पुत्र शिंगारा राम निवासी गांव भागो बुड्डा कबीरपुर के रुप में हुई।
तीसरा मामला
थाना तलवंडी चौधरियां पुलिस के एएसआई हरजिंदर सिंह तलवंडी चौधरियां के समीप मौजूद थे। पैदल आ रहे एक युवक बिट्टू पुत्र बग्गा निवासी तलवंडी चौधरियां को कर्फ्यू में घूमने व मुंह में मास्क न बांधने का कारण पूछा तो आरोपी कोई भी संतोषजनक उत्तर न दे सका।
चौथा मामला
थाना फत्तूढींगा पुलिस के एएसआई दलविंदरबीर सिंह ने बताया कि जब वह वह गुरु अमरदास पब्लिक स्कूल उच्चा बेट के समीप पहुंचे तो गांव की तरफ से फत्तूढींगा की ओर पैदल आ रहे जोगा सिंह पुत्र हजारा सिंह निवासी गांव उच्चा बेटा से कर्फ्यू में घूमने का कारण और मास्क न बांधने के बारे में पूछताछ की तो वह कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका।
पांचवां मामला
थाना सुल्तानपुर लोधी पुलिस के एएसआई हरजिंदरपाल सिंह बस अड्डा सुल्तानपुर लोधी की ओर से श्री बेर साहिब से पैदल आ रहे व्यक्ति से मास्क न बांधने के बारे में पूछा तो आरोपी टाल मटोल करने लगा। आरोपी की पहचान सुखविंदर सिंह उर्फ सन्नी पुत्र तरसेम सिंह निवासी मोहल्ला शाह सुल्तान के रुप में हुई है।
छठा मामला
थाना सुल्तानपुर लोधी के एएसआई रणजीत सिंह बस अड्डे के समीप पहुंचे तो दूसरी दिशा से बिना मास्क बांधे पैदल आ रहे गुरप्रीत सिंह पुत्र शिंगारा सिंह निवासी गांव अदालत चक्क से पूछताछ तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका।
सातवां मामला
थाना तलवंडी चौधरियां के एएसआई जसबीर सिंह सरकारी स्कूल तलवंडी चौधरियां के समीप पहुंचे तो 3 युवक जिन्होंने मास्क नहीं बांधा था, मोटरसाइकिल नंबर पीबी-09 एजे 4061 पर आ रहे थे। सरकारी आदेशों के मुताबिक दो पहीया वाहन में एक व्यक्ति आ-जा सकता है। आरोपी कोई भी दस्तावेज या कर्फ्यू में घूमने का कोई भी कारण नहीं बता सके। आरोपियों की पहचान कुलदीप सिंह पुत्र हरभजन सिंह, दर्शन सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र दलीप सिंह, इकबाल सिंह उर्फ बाली पुत्र बगीचा सिंह निवासी गांव अमृतपुर राजेवाल तलवंडी चौधरियां के रुप में हुई है।
आठवां मामला
थाना सुल्तानपुर लोधी के एएसआई गुरदेव सिंह गुरुद्वारा श्री बेर साहिब के समीप पहुंचे तो एक युवक सुखराज सिंह पुत्र जसमेल सिंह निवासी गुरु नानक नगर सुल्तानपुर लोधी पैदल आता दिखाई दिया। कर्फ्यू में घूमने और मास्क न बांधने का कारण पूछा तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे सका।
हलका विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने गुरु हरगोबिंद नगर और हदियाबाद में सफाई सेवकों को सरकार की ओर से भेजी राशन की किट वितरित की। उन्होंने सफाई सेवकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोविड-19 वायरस के खात्मे में सफाई सेवक जिस निडरता से खतरा उठाकर स्वच्छ वातावरण बनाने में डटे हैं, वह सराहनीय है उन्होंने कहा कि पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार कोरोना योद्धाओं के रूप में काम कर रहे सफाई सेवकों का सम्मान करती है हदियाबाद में सफाई सेवकों ने कोरोना आपदा के दौरान जनप्रतिनिधि के रूप में विधायक धालीवाल की ओर से निभाई जा रही भूमिका को देखते हुए स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मार्केट कमेटी फगवाड़ा के चेयरमैन नरेश भारद्वाज, वरिष्ठ नेता विनोद वरमानी, ब्लाक कांग्रेस फगवाड़ा शहरी प्रधान संजीव बुग्गा, पूर्व प्रधान गुरजीत पाल वालिया, पूर्व पार्षद मनीष प्रभाकर, दर्शन लाल धर्मसोत, के अलावा गुरदीप दीपा, जगजीत सिंह बिट्टू, राकेश दुग्गल, अश्वनी शर्मा, विपन बेदी, तरलोचन सिंह, मनोज मिड्डा, कमल धालीवाल, अनुराग मनखंड, डॉ. कटारिया उपस्थित थे।
8000 व्यक्तियों को किया भोजन वितरित
श्री छिन्न मस्तिका लंगर कमेटी की ओर से शिव मंदिर पक्का बाग में दानी सज्जनों एवं संस्थाओं के सहयोग से जारी भोजन सेवा के आज 44वें दिन लगभग 8000 व्यक्तियों का भोजन घर-घर जाकर वितरित किया गया।
लंगर कमेटी की ओर से विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल, एसपी फगवाड़ा मनविंदर सिंह, डीएसपी सुरिंदेर चाँद, इंस्पेक्टर ओंकार सिंह बराड़, सब इंस्पेक्टर ऊषा रानी, एडीसी राजीव वर्मा, एसडीएम गुरविंदर सिंह जोहल, मधूभूषण कालिया, कमल अरोड़ा, अशोक सेठी, शिव मंदिर महिला संकीर्तन मंडल सराय रोड फगवाड़ा श्री इच्छापूर्ण बाला जी परिवार, श्री खाटू श्याम परिवार, नरेश भारद्वाज, संजीव बुग्गा, विनोद वरमानी, जतिंदर वरमानी, रामपाल उप्पल, गुरजीत वालिया, महेश अग्गरवाल, संजीव खुराना, शमां कालरा, सीमा बजाज को करोना योद्धा के अवॉर्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर इंदरजीत कालरा, बलराज कालरा, राजू बजाज, बिट्टु बजाज, रोहित गुप्ता, अमित कपूर, अशोक लूथरा, संजीव चावला, यश पाल वधवा, हरमोहन जुनेजा, बोबी अरोरा, जतिन, रमन छाबरा, पवन मक्कड़ आदि उपस्थित थे।
कोरोना वायरस के चलते शहर में लगे लाॅकडाउन और कर्फ्यू में कोई भी परिवार भूखा न सोए। इसके लिए जय हो क्लब के सभी सदस्य बीते 48 दिनों से दिनरात लोगों की सेवा करने के लिए लगे हैं। क्लब के प्रधान विक्की दत्ता की अध्यक्षता में लोगों के लिए सूखा राशन पैकिंग कर कर शहर के कई इलाकों में बांटा जा रहा है। साथ ही कई इलाकों को सेनिटाइज भी कर रहे हैं। क्लब की ओर से वीरवार को 30 जरूरतमंद परिवारों को गैस सिलेंडर दिए।
उन्होंने कहा कि इन परिवारों को लकड़ी नहीं मिल रही थी जिसके चलते इन घरों में चूल्हा तक नहीं जल रहे थे। इसी को ध्यान में रखते लोगों को गैस सिलेंडर दिए हैं। इन गैस सिलेंडर को देने में क्लब के साथ-साथ दानी सज्जन, बिन्नी कनौजिया, मनीष भारद्वाज ने सहयोग किया। क्लब के सदस्यों ने ऐसे दािनयों का धन्यवाद किया। हर्ष गोसाई, तरुण अरोड़ा, दीपक कुमार, सुभाष दत्ता, गोपाल अरोड़ा समेत कई लोगों ने सोशल डिस्टेंस की पालना करते सेवा निभाई।
परम पूज्य भगत हंसराज महाराज के आशीर्वाद से उनके शिष्य तिलक राज वालिया के सािनध्य में और आईजी डाॅ. कुवर विजय प्रताप सिंह के मार्ग दर्शन से रणजीत एवेन्यू बी-ब्लाॅक स्थित श्रीराम शरणम् अमृतसर अस्पताल आश्रम की ओर से नागी ज्यूलर के प्रिंस रानी के सहयोग से जरूरतमंद लोगों को राशन बांटा। उन्होंने कोट खालसा, छेहर्टा, जगदंबे काॅलोनी और नौशहरा 71 परिवारों को राशन की जरूरतमंद किट बांटी। इससे पहले वालिया ने कहा कि मनुष्य का किया हुआ सेवा का काम और पुण्य कर्म अपने आप परमेश्वर के चरणों में जाकर बढ़ जाता है।
यह कभी भी निष्फल नहीं जाता। इसलिए जो लोग संपन्न है उनके लिए सेवा यज्ञ में शामिल होने का यह समय सबसे बढ़िया है। वालिया ने कहा कि इन दिनों अपने आस-पास के उन जरूरतमंदों की तन, मन और धन से सहायता करें। उन्होंने कहा कि ऐसे कष्ट के समय प्रभु नाम का सिमरन एक सहारा है ताकि कोरोनावायरस पर विजय पा सके। इस मौके पर अमित सेठ, सुशील धवन, अंचला वालिया, नीरा धवन, दीना नाथ देवगन, राजीव शर्मा, मनी राम, डाॅ. यशपाल, संदीप शर्मा, कमला रानी ने घरों में जाकर राशन की किटें भेंट की।
राष्ट्रीय बिहार विकास मंच के उपाध्यक्ष उमाशंकर सिंह के नेतृत्व में प्रवासी भाईचारे ने वीरवार को स्थानीय फोकल प्वाइंट में जिला प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। उमाशंकर ने बताया कि लॉकडाउन के कारण वह लोग घरों में बंद है। लेकिन जिला प्रशासन की ओर से इन बीते 45 दिनों में उन्हें कोई भी सरकारी राशन मुहैया नहीं करवाया गया। जबकि फोकल प्वाइंट क्षेत्र में 5 हजार के करीब प्रवासी लोग रहते हैं। उन लोगों की ओर से मकबूलपुरा थाने के एसएचओ इंद्रजीत सिंह को समस्या के बारे में बताया गया था। एसएचओ की ओर से लंगर की व्यवस्था की गई थी। लेकिन पिछले 2 दिन से लंगर की गाड़ी भी फोकल प्वाइंट में नहीं आ रही है।
जिस कारण वह लोग अब भूखे मरने पर मजबूर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि मजदूरों को फैक्ट्री मालिक भी सैलरी नहीं दे रहे हैं। वही फैक्ट्री मालिकों की ओर से लॉकडाउन से पहले की 21 दिन की सैलरी भी नहीं दी गई। जबकि प्रधानमंत्री की ओर से फैक्ट्री मालिकों को आग्रह किया गया था, कि वह अपनी फैक्ट्री में काम करते मजदूरों और श्रमिकों की सैलरी जरूर दें। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि उन्हें उनके गांव भिजवाया जाए, नहीं तो वह लोग पंजाब में भूखे मर जाएंगे। इस मौके पर रमेश मास्टर, पप्पू यादव, अमरजीत कुमार, रतन यादव इत्यादि प्रवासी भाईचारे के लोग मौजूद थे।
कोरोना योद्धाओंके पास अगर पीपीई किट नहीं होगी तो वह इस संक्रमण से कैसे लड़ेंगे और लोगों को बचाएंगे। इसी सोच के साथ वी केयर फाॅर यू सोसायटी की तरफ से पंजाब फिल्म ‘चल मेरा पुत्त-2’ के प्रोड्॑यूसर कार्ज गिल से मिलकर गुरु नानकदेव अस्पताल के डाॅक्टरों को 100 पीपीई किट दीं। सोसायटी के सदस्य साहिल बख्शी, सचिन ढ़ींगरा, प्रदीप दत्ता, तेजबीर गिल और कानव विज के साथ मिलकर पीपीई किट दीं। बख्शी ने कहा कि डाॅक्टर, पुलिस और जिला प्रशासन को पीपीई किट में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि इसी तरह तरनतारन और लोपोके के सरकारी अस्पतालों में भी पीपीई किट दी गई हैं ताकि फ्रंट लाइन में रहने वाले हमारे सभी कोरोना योद्धा भी सुरक्षित रहें। उन्होंने शहर की सभा सोसायटियों, व्यापारिक वर्ग, ज्यूलरों से अनुरोध किया है कि वह भी अपने बच्चों के जन्म दिन, शादी की वर्षगांठ और अन्य समारोह को न करके जिला प्रशासन को पीपीई किट दें। इससे शहर के लोगों की सुरक्षा में लगे वाॅरियर्स सुरक्षित रहेंगे। और वे कोरोना संक्रमितों को अच्छे से इलाज करते रहेंगे।
दरबार साहिब में लंगर के लिए संगत ने 500 क्विंटल गेहूं दिया
दरबार साहिब में लंगर के लिए संगत की ओर से गेहूं भेजने का सिलिसला जारी है। माेगा जिले के विभिन्न हल्काें से पूर्व मंत्री ताेता सिंह की अगुवाई में संगत की ओर से 500 क्विंटल गेहूं दरबार साहिब में दिया। सामान लेकर पहुंचे निहाल सिंह वाला के नेता भुपिंदर सिंह साहू व अन्य काे दरबार साहिब के मैनेजर मुखतार सिंह व अतिरिक्त मैनेजर सुखबीर सिंह ने सिराेपा देकर सम्मानित किया। इसी दाैरान हल्का भुल्तथ व हाेशियारपुर से भी संगत ने गेहूं भेजा। अमृतसर के सैशन जज हरजीत सिंह खालसा व बलविंदर सिंह संधू की प्रेरणा से 50 हजार की राशि दरबार साहिब काे भेंट की गई। पू्र्व कैप्टन बाबा बखशीश सिंह ने 50 हजार, दरबार साहिब के हजूरी रागी भाई कारज सिंह ने 20 हजार, गुरप्रीत सिंह वडाली ने 21 हजार रुपए का याेगदान डाला गया।
सरबत का भला चैरीटेबल ट्रस्ट की ओर से एसजीपीसी के बेराेजगार हुए 50 पाठी सिंहाें के परिवाराें काे राशन दिया।गुरु की वडाली गांव में राशन बांटने पहुंचे ट्रस्ट के जिला प्रधान सुखजिंदर सिंह हेर, माझा जाेन के सलाहकार सुखदीप सिंह सिद्धू, महा सचिव मनप्रीत संधू, उप प्रधान शिशपाल सिंह लाडी व नवजीत सिंह घई ने बताया कि डाॅ. एसपी सिंह ओबराय की देखरेख में राशन बांटा गया। गुरु की वडाली स्थित गुरुद्वारा जन्म स्थान गुरुद्वारा गुरु हरगाेबिंद साहिब में पाठी सिंहाें काे एक माह का राशन दिया गया।
यह पाठी गुरुद्वाराें में चल रहे पाठाें के बंद हाेने से बेराेजगार हैं। हालात ठीक नहीं हाेने तक ट्रस्ट की ओर से महीने की शुरुआत हाेते ही जरूरतमंद परिवाराें के घर राशन पहुंचाया जाएगा।
बोले-होम डिलीवरी से बढ़ेगी अवैध शराब की बिक्री
पंजाब सरकार चाहे रेवेन्यू एकत्रित करने के लिए प्रदेश में वीरवार को शराब के ठेके खोलने की परमिशन दे दी थी। लेकिन ऐन मौके पर शराब ठेकेदारों ने पंजाब सरकार के आदेश को दरकिनार कर दिया। शराब ठेकेदारों का तर्क था कि 22 मार्च को लॉकडाउन हुआ था। विभाग की ओर से मार्च महीने की फीस ली जा चुकी थी। ऐसे मेंसरकार ने 9 दिन के हिसाब के बारे में उन्हें कुछ नही बताया। प्रदेश के कई जिलों में शराब ठेकेदारों ने एकता दिखाते हुए वीरवार को ठेके नहीं खोले। इसी तर्ज पर जिले में भी शराब के ठेके नहीं खुले। जब शराब के शौकीन ठेके पहुंचे तो ठेकेदारों ने शराबियों को शराब नहीं बल्कि कोल्ड ड्रिंक पिलाकर उनका स्वागत किया और पंजाब सरकार के नाम पर सहायक आबकारी और टैक्सटेशन अधिकारी को ज्ञापन दिया।
मांग-9 दिन का बकाया दें या अगले सेशन में करें एडजस्ट
शराब ठेकेदारों का कहना है कि 22 मार्च को पंजाब में लॉकडाउन था। 2019-20 के शेष 9 दिन का पंजाब सरकार हिसाब नहीं दे रही है। उनका कहना है कि पंजाब सरकार उन 9 दिनों का रिफंड दे या फिर कारोबार को चलाने के लिए 9 दिन दिए जाए। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मैरिज पैलस में शादी समारोह न होना भी उनके कारोबार के लिए हानिकारक है। वहीं, होम डिलीवरी करने के लिए उनके पास स्टाफ भी नहीं है। इसके अलावा शराब की होम डिलीवरी अवैध शराब की बिक्री को भी बढ़ावा देगी।
शराब ठेकेदारों का कहना है कि पंजाब सरकार 2020-21 की आबकारी पॉलिसी का दोबारा रेवेयू करे। सहायक आबकारी व टेक्सटेशन अधिकारी दरवीर राज कौर का कहना है कि ठेकेदारों की ओर से उन्हें पंजाब सरकार के नाम पर ज्ञापन दिया गया है।
कोरोना रोकथाम के लिए 46 से चले आ रहे लॉकडाउन की वजह से इंडस्ट्री पहले से ही आर्थिक मार झेल रही है। वहीं अब 30 फीसदी के करीब लेबर की घर वापसी इंडस्ट्रियलिस्ट की चिंता का विषय बन चुकी है। इंडस्ट्रियलिस्ट का मानना है कि इससे आने वाले समय में 25 फीसदी इंडस्ट्रियल यूनिट्स डांवाडोल होंगे। जिले की बात करें तो 20,200 इंडस्ट्रियल यूनिट्स में से अभी फिलहाल 325 यूनिट ही चल रहे हैं।
माइक्रो-स्माल यूनिट्स पर ज्यादा असर पड़ेगा : नवनीत मित्तर
कोरोना के बाद बने हालातों में जो लेबर जा रही है, वो जल्द वापस आने की उम्मीद नहीं लग रही। वहीं आगे डिमांड बढ़ने से लेबर भी महंगी मिलेगी। इसके अलावा एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भी लेबर जाएगी। इसका असर 30 फीसदी के करीब माइक्रो-स्माल इंडस्ट्रियल यूनिट्स बुरी तरह से प्रभावित होंगे। लॉकडाउन के कारण टाइम बाउंड एक्सपोर्ट के कई आर्डर कैंसिल हुए हैं। - नवनीत मित्तर, चेयरमैन सीआईआई अमृतसर जोनल काउंसिल
6 महीने के लिए माफ हो इंडस्ट्री की लायबिलिटी : संदीप खोसला
इस वक्त 30% प्रवासी लेबर घर जा रही है। इससका असर 30% छोटे यूनिटों पर पड़ेगा। लेबर को रोका नहीं जा सकता, इस वक्त वो लोग अपने परिवार के पास जाना चाहते हैं। वहीं कोरोना के कारण बने हालात कब नार्मल होंगे, कहना मुश्किल है। इंडस्ट्री की लायबिलिटी 6 महीने के लिए माफ की जानी चाहिए। बैंकों में ब्याज पड़ रहा है। वहीं उद्योगपतियों के लिए कई खर्चों की मार झेलना मुश्किलें खड़ी किए हुए है। संदीप खोसला, प्रधान फोकल प्वाइंट इंडस्ट्रियल वेलफेयर एसो.
टैक्सटाइल इंडस्ट्री में डिमांड 60 फीसदी रहेगी : कमल डालमिया
कोविड-19 के कारण पहले ही इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है, अब लेबर के जाना नई मुश्किलें खड़ी करेगा। समर सीजन तो पहले ही खराब हो चुका है, वहीं अब मई-जून विंटर सैंपलिंग का समय होता है। जुलाई में प्रोडक्शन का समय आने पर लेबर की वापसी नहीं हुई तो मुश्किलें बढ़ेंगी। टैक्सटाइल इंडस्ट्री में डिमांड 50 से 60 फीसदी रह जाएगी, वहीं लेबर की मार इंडस्ट्री को अलग से झटका देगी। -कमल डालमिया, चेयरमैन, फोकल प्वाइंट इंडस्ट्रीज एसोसिएशन
पंजाब सरकार ने डेढ़ महीने तक कर्फ्यू लागू करने के बाद अब तहसीलों में रजिस्ट्री दफ्तरों को खोलने का नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसके बाद अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। रजिस्ट्री दफ्तर में राशन रखा गया था, जिसे वीरवार सुबह खाली करवा यहां बैठने प्रबंध कर दिया गया है, लेकिन सरकार का यह फरमान डीड राइटरों और आम लोगों के लिए अब भी मुसीबत बना हुआ है। चूंकि अभी भी कर्फ्यू में कोई भी रिलेक्सेशन नहीं दी गई है। नोटिफिकेशन सिर्फ रजिस्ट्री दफ्तरों को खोलने के लिए जारी किए गए हैं, जबकि डीडी राइटर और रजिस्ट्री कराने वाली पार्टियां कैसे दफ्तरों तक पहुंचेंगी, इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है।
वसीका नवीसों का कहना है कि वह अपने घरों से दफ्तर तक कर्फ्यू के बीच कैसे पहुंचेंगे। जिन लोगों को दूर-दराज से रजिस्ट्री कराने आना होगा, वह कैसे तहसीलों तक आएंगे, जब रास्तों में कई नाके लगे हुए हैं और उनको कर्फ्यू पास जारी नहीं किया गया।डीआरओ मुकेश शर्मा ने बताया कि तैयारियां कर ली गई हैं। दफ्तरों को साफ सुथरा कराने के बाद सेनिटाइज भी करा दिया गया है। डीड राइटरों और सब रजिस्ट्रार कार्यालयों को रोज ही सेनिटाइज कराया जाएगा।
सोशल डिस्टेंसिंग के लिए प्लान तैयार करना होगा : प्रधान
वसीका नवीस प्रधान नरेश शर्मा ने बताया कि कर्फ्यू में कोई ढील नहीं है तो वह दफ्तर तक कैसे आएंगे। साथ ही पार्टियों को भी कर्फ्यू पास की जरूरत होगी। यदि समय पर पास नहीं जारी हुआ तो अप्वाइंटमेंट के 500 रुपए बेकार चले जाएंगे। सामान्य तौर पर एक व्यक्ति के रजिस्ट्री की बात की जाए तो भी 4 लोगों की जरूरत होती है। चूंकि एक बेचने और एक खरीदने वाले के अलावा दो गवाह भी लगते हैं। इसके अलावा रजिस्ट्री के काम में एक एडवोकेट भी लोग अपना रखते हैं। इसी तरह यदि एक ही प्रॉपर्टी के 10 मालिकान हैं, संख्या उस हिसाब से बढ़ जाएगी। जबकि डीड राइटरों का चैंबर महज 8 बाई 8 का ही है।
वहीं, दो तहसीलों की बात करें तो यदि 45-45 लोगों की रजिस्ट्री एक दिन में होती है, तो एक दफ्तर में करीब 250 लोगों की भीड़ नॉर्मल तौर पर एकत्रित होगी। इस तरह एक दिन में रजिस्ट्री का काम शुरू होने पर 500 लोग पहुंचेंगे। सबसे अधिक मुसीबत डीडी राइटरों को होगा चूंकि डॉक्यूमेंट और सिग्नेचर कराने व अंगूठा लगवाने का काम इनका ही होता है। डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने बताया कि सभी डीड राइटरों को कर्फ्यू पास जारी कर दिए जाएंगे। इसके अलावा जिनको रजिस्ट्री करानी है, वह अप्वाइंटमेंट लेंगे, इसके बाद कर्फ्यू पास के लिए आवेदन करेंगे। अप्वाइंटमेंट लेने वालों को पास जारी किया जाएगा।
फर्द केंद्र भी खोल जाएंगे
शुक्रवार से फर्द केंद्रों को खोला जाएगा। डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने डीआरओ को आदेश दे दिया है। यहां बायोमेट्रिक सिस्टम को बंद कर दिया जाएगा और लोग पासपोर्ट फोटो चिपकाएंगे।
पट्टी के सैदपुर गांव में बुधवार रात मामूली झगड़े के बाद एक युवक ने अपने दोस्त की हत्या कर लाश सड़क किनारे फेंक दी और खुद फरार हो गया। देर रात लोगों ने लाश देखकर पट्टी के सदर थाने में सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि लाश रमनजोत सिंह उर्फ रम्मी निवासी सैदपुर की है। उसका किसी बात पर अपने साथ काम करने वाले जोबनजीत से झगड़ा हुआ था, जिसके बाद जोबन ने साइिकल की गरारी से बनाए हथियार से रमन की हत्या कर दी। पुलिस ने वीरवार शाम आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कार्रवाई में देरी से नाराज घरवालों ने लगाए नारे
मृतक रमन के पिता सुबेग सिंह ने बताया कि उनका बेटा गांव के सरपंच मनजिंदर सिंह की बहक पर खेत मजदूरी का काम करता था। उसके साथ ही सरपंच का भतीजा भी मजदूरी का काम करता था, जो नशे का आदी है। रोज की तरह रमन बुधवार को भी काम पर गया था, लेकिन देर रात तक वापस नहीं आय। देररात उन्हें उसकी लाश सड़क किनारे पड़ी होने की सूचना दी। पुलिस सारी रात जांच में लगी रही। इसके बाद वीरवार दोपहर रमन के घरवालों ने शक जताया कि कत्ल के मामले को दबाया जा रहा है। इसी बात को लेकर रमन के घरवालों ने गांव में नारेबाजी शुरू कर दी।
पुलिस थाना सदर पट्टी के प्रभारी हरप्रीत सिंह ने बताया कि लाश को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल पट्टी में भेजा गया है। जोबनजीत सिंह ने रोमन के सिर पर साइकिल की गरारी से बनाए हथियार से कई वार किए, जिससे उसकी मौत हो गई।
तेज धूप के कारण महिला सड़क पर बेहोश हो गई थी। पुलिस ने पहले उसे पानी पिलाया। बाद में खुद उसे सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। इलाज हुआ, बाद में पुलिस महिला को घर छोड़ कर आई। महिला मंडी में लेबर का काम करती है। काम के बाद वापस गांव जाते हुए तेज धूप में बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ गई। डीएसपी संदीप सिंह मंड ने बताया कि वह शहर में सभी चौकों और बाजारों में चेकिंग कर रहे थे। जब वह कपूरथला-सुल्तानपुर लोधी रोड पर रमणीक चौक के पास पहुंचे तो वहां से गुजर रही महिला अचानक बेहोश हो गई।
पुलिस के पानी पिलाने पर आया होश, जांच के बाद पहुंचाया घर
रमणीक चौक पर नाके पर मौजूद पुलिस ने उक्त महिला को पानी पिलाया। होश आने के बाद पुलिस टीम ने उसका नाम और पता पूछा। उसका नाम बीरो है और वह डडविंडी की रहने वाली है। वह दाना मंडी में लेबर का काम करती है। दोपहर के समय काम से छुट्टी के बाद वापस गांव जाने लगी तो तेज धूप के चलते वह बेहोश होकर सड़क पर गिर पड़ी थी। पुलिस ने महिला के होश आने पर उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल ले गई। जहां ड्यूटी डॉक्टर ने उक्त महिला का चेकअप किया और दवाई दी। चेकअप करवाने के बाद पुलिस महिला को उसके घर गांव डडविंडी छोड़कर आई। महिला और उसके परिवार वालों ने पुलिस का आभार जताया।
2 मुख्यारोपी पकड़े, हथियार भी बरामद, अन्यों की तलाश की जा रही : डीएसपी
कस्बा काला संघिया में रविवार शाम हमले में मारे गए कांग्रेसी नेता के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मृतक बलकार सिंह मंत्री के मोबाइल से वीडियो परिवार वालों को मिली है, जिसमें उसने पहले ही अपने उपर हमला होने और जान से मारने की आशंका जताई थी। वीडियो परिजनों ने पुलिस को दी है और यह वीडियो वायरल भी हुई है। मृतक के भाई तीर्थ सिंह ने आरोप लगाया कि जब उसके भाई ने हत्या की आशंका जाहिर थी, तब भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। तीर्थ सिंह ने बताया कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तब तक मृतक का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। डीएसपी सब-डिवीजन का कहना है कि एफआईआर में नामजद दो मुख्यारोपियों को पकड़ लिया गया है। हत्या में प्रयोग हुए हथियार भी बरामद कर लिए हैं। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है। गौरतलब है कि बीते रविवार को काला संघिया में बिस्तर भंडार की दुकान चलाने वाले बलकार सिंह मंत्री पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। उसकी छाती पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सदर पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर पत्रकार समेत 22 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
वीडियो में ‘मंत्री’ ने पुलिस से हाथ जोड़कर की थी विनती
52 सेकेंड की वीडियो में बलकार सिंह मंत्री पुलिस प्रशासन से हाथ जोड़कर विनती कर रहा है कि उसे और उसकी तीनों बेटियों और भाइयों की जान जाने का खतरा है। वीडियों में एक विशेष व्यक्ति का नाम भी लिया गया है। बलकार सिंह कह रहा है कि यदि किसी भी हालत में उसकी या फिर उसके परिवार और भाइयों को कुछ होता है तो उसके लिए उक्त व्यक्ति जिम्मेवार होगा। वहीं, उसके भाई तीर्थ सिंह ने भी आरोप लगाए थे कि जब बलकार सिंह ने हत्या की आशंका जताई थी तो पुलिस ने कार्रवाई क्यों नहीं की। मृतक के पारिवारिक सदस्यों ने कहा कि जब तक हत्यारे पकड़े नहीं जाते है तब तक मृतक मंत्री का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
सदर थाने के एसएचओ बोले-मैं व्यस्त हूं, आप मुंशी से बात करें
बलकार सिंह मंत्री के कत्ल मामले को लेकर जब सदर थाने के एसएचओ गुरदयाल सिंह को फोन किया तो उन्होंने कहा कि वह बहुत बिजी है। आप मुंशी से बात करें। वहीं, जांच में जुटे डीएसपी सब-डिवीजन हरिदंर सिंह गिल से बात की तो उन्होंने कहा कि हमलावरों में 2 मुख्यारोपी भूपिंदर सिंह उर्फ शेरा और भुला को गिरफ्तार कर लिया है।
जिला प्रशासन ने वीरवार को जिले की पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से 1188 प्रवासियों को उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के लिए रवाना किया, लेकिन व्यवस्थाओं में कुछ खामियों के कारण मुसीबतें भी उठानी पड़ी।
कुछ लोगों को मैसेज ट्रेन रवानगी से महज डेढ़ घंटे पहले शाम 4 बजकर 18 मिनट पर मिले। मेडिकल सेंटर की दूरी अधिक होने के कारण लोग नहीं पहुंच पाए और यहीं रह गए। मैसेज देरी से मिलने के कारण शाम 7 बजे तक प्रवासी रेलवे स्टेशन पर पहुंचते रहे।
इसलिए ट्रेन अपने निर्धारित समय शाम 6 बजे के बजाय 7 बजकर 35 मिनट पर रवाना हुई। स्टेशन पर ट्रेन रवानागी के समय डिप्टी कमिश्नर शिवदुलार सिंह ढिल्लों, सांसद गुरजीत सिंह औजला और पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन सिंह गिल मौजूद रहे। इन प्रवासियों को फ्री भेजा गया है। रेलवे को ट्रेन किराए के अपने हिस्से के 5 लाख 82 हजार 120 रुपए पंजाब सरकार ने अदा किए हैं।
इन लोगों को प्रशासन की बसें स्क्रीनिंग सेंटरों से लेकर शाम पांच बजे के करीब स्टेशन पर पहुंचना शुरू हो गई थीं। स्क्रीनिंग सेंटरों में मेडिकल चेकअप के बाद इन्हें यहां लगाया गया। रेलवे ने अपने 108 कर्मचारियों को इन्हें ट्रेनों में बैठाने के लिए लगाया था। इनमें से सीआईटी, टीटीई, टीई सहित 91 कर्मचारी, बुकिंग स्टाफ के 13 सदस्य, पूछताछ के लिए 4 कर्मचारी लगाए गए थे।
6 बजे रवाना होनी थी ट्रेन, स्क्रीनिंग सेंटरों से 7 बजे तक लोगों को लाती रही बसें
दरअसल प्रशासन की ओर से बुधवार रात को 1500 लोगों को कॉलिंग और मैसेजिंग करनी शुरू कर दी गई थी, लेकिन वीरवार दोपहर 12 बजे तक स्क्रीनिंग सेंटरों में बहुत कम संख्या में प्रवासी मेडिकल करवाने पहुंचे। इसलिए इसके बाद 500 और लोगों को मैसेज कर दिए गए। यही मैसेज कई लोगों को ट्रेन रवानगी के टाइम से डेढ़ घंटे पहले मिले, जिससे इन लोगों को परेशानी हुई। यही नहीं जिनके मोबाइल पर मैसेज देर से गया और वह सेंटरों पर पहुंचे तो उनको यह बताया गया कि मेडिकल जांच करने वाले डॉक्टर जा चुके हैं। इससे लोगों को लौटना पड़ा। इसके अलावा कुछ लोगों के साथ यह भी समस्या आई कि लो मैसेज उनके मोबाइल पर आया था, उसके शब्द आधे कटे हुए थे। इससे यह नहीं समझ आ रहा था कि पहुंचना किस जगह पर है और वह घर पर ही रह गए।
मैसेज देर से पहुंचा, सेंटर भी 6 किमी दूर
गोंडा के मनीष कुमार बताते हैं कि वह यहां बटाला रोड की संधू कॉलोनी में रह रहे हैं। उन्हें भी वापस जाना था, लेकिन प्रशासन ने जो मैसेज भेजा उसमें लिखा था कि (डॉट डॉट...) में पहुंचें। अपना मास्क पहनकर रखें लिखा था। वहीं कुलदीप कुमार, विक्रम कुमार, बिंद्र प्रसाद, नाना बच्चा, बच्चा लाल, पुत्ती लाल और श्रवण कुमार इसलिए नहीं पहुंच सके कि लिली रिजॉर्ट में बने मेडिकल सेंटर की दूरी उनके पते से 6 किलोमीटर थी।
तकनीकी खराबी के कारण मैसेज देरी से पहुंचे होंगे : प्रशासन
प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि लोगों को रात में 9 बजे से ही फोन करना शुरू कर दिया गया था। सुबह 4 बजे तक फोन किए गए, जिन्होंने रिसीव किया उन्हें जानकारी दे दी गई। तकनीकी खराबी के कारण लोगों के मोबाइल में देर से मैसेज गया होगा। जो लोग पहली ट्रेन से नहीं जा पाए उन्हें गोंडा जाने वाली अगली ट्रेन में भेज दिया जाएगा।
मैसेज भी अधूरे मिले
सरकार के निर्देशानुसार प्रवासियों को ट्रेन से घर वापस भेजने के लिए इस तरह से मैसेज भेजा जाता रहा कि प्रिय प्रवासी आपको गोंडा ले जाने वाली गाड़ी आज 7 मई को रवाना हो रही है। टिकट के लिए तुरंत “महाराजा फार्म, वेरका मजीठा बायपास (बी-1)’ में पहुंचें। अपना मास्क पहन कर रखें। धन्यवाद।
मजदूरों को उनके घर भेजने के लिए अमृतसर से अगली ट्रेन 10 को रवाना की जाएगी : ओबरॉय
प्रवासियों की वापसी के लिए नोडल अधिकारी बनाए गए रजत ओबरॉय ने बताया कि अगली ट्रेन 10 मई को जाएगी। अगली बार लोगों को मोबाइल पर मैसेज पहले ही भेज दिए जाएंगे, जिससे लोगों को जानकारी हो जाए और वह तैयार रहें। साथ ही सेंटरों की संख्या 10 से अधिक किया जाएगा।
पलाही गेट के कोविड-19 पॉजिटिव बुजुर्ग निरंजन दास की लुधियाना के डीएमसी में मौत के बाद संपर्क में आए 8 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, श्री हजूर साहब से लौटे श्रद्धालुओं के संपर्क में आए गांव भुल्लाराई के तीन लोगों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है।
वीरवार को फगवाड़ा से भेजे कोविड-19 के सैंपल में कुल 16 की रिपोर्ट निगेटिव दर्ज आई है। अभी भी फगवाड़ा में 50 के करीब लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग है। वहीं, वीरवार को अलग-अलग इलाके से 19 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं। फगवाड़ा के सिविल अस्पताल के नोडल अफसर नरेश कुंद्रा ने बताया कि फिलहाल फगवाड़ा के सिविल अस्पताल में 43 लोग आइसोलेट वार्ड में भर्ती हैं। वहीं, जीएनए में भी 18 लोग क्वॉरेंटाइन हैं।
फगवाड़ा में 16 की रिपोर्ट आई निगेटिव, 50 सैंपल पेंडिंग
बता दें कि 2 मई को लुधियाना में पलाही गेट के बुजुर्ग निरंजन दास की डीएमसी में मौत हो गई थी। 3 मई को संपर्क में आए 28 लोगों की स्क्रीनिंग की गई थी। 10 लोगों के कोविड-19 के सैंपल लिए थे। वहीं, गांव भुल्लाराई में श्री हजूर साहिब से लौटे 3 लोगों के संपर्क में आए 8 लोगों के सैंपल लिएथे, जिसमें से 3 की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
कोरोना मरीज राजिंदर के संपर्क में आए 31 और की पहचान
अपनी निजी गाड़ी पर श्री हजूर साहिब से लौटकर 14 दिन शहर में घूमने वाले मोहल्ला नरोत्तम विहार के पॉजिटिव मरीज राजिंदर सिंह के संपर्क में आए लोगों की लिस्ट लंबी होती जा रही है। अब तक सेहत विभाग को उनके संपर्क में आए 53 लोगों का पता चला है, जिनमें से 22 लोगों के सैंपल 6 अप्रैल को भरे थे और 31 लोगों के सैंपल वीरवार को लिए गए।
सभी सैंपल जांच के लिए भेज दिए है। रिपोर्ट 5 दिन बाद आने की संभावना है। पॉजिटिव मरीज अपनी पत्नी और बेटे के साथ श्री हजूर साहिब गया था। 20 अप्रैल को तीनों अपनी निजी गाड़ी पर लौट आए थे लेकिन इन लोगों ने पुलिस और सेहत विभाग को अपने आने की सूचना नहीं दी। 30 अप्रैल को तीनों चेकअप करवाने अस्पताल पहुंचे। आशंका होने पर टेस्ट हुए थे। 5 अप्रैल को पत्नी और बेटे की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। श्रद्धालु पॉजिटिव होने का खुलासा हुआ था। तभी से पुलिस और सेहत विभाग ने पूरे मोहल्ले को सील कर रखा है।
सेहत विभाग ने पूरे मोहल्ले को सील कर दिया है। तीन दिन से आने वाले सभी रास्ते बंद हैं। सेहत विभाग की टीमें घर-घर में सर्वे कर रही है। अब तक सेहत विभाग को पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए पत्नी और बेटे समेत 55 लोगों का पता चला है। 53 लोगों के टेस्ट लेकर जांच को भेजे हैं, जिनमें 22 सैंपल 6 अप्रैल को लिए थे। 31 सैंपल वीरवार को भरे है।
वहीं, सीएमओ डा. जसमीत कौर बावा ने बताया कि सिविल अस्पताल कपूरथला की ओर से जांच के लिए भेजे सैंपल में से 330 सैंपल की रिपोर्ट पेंडिंग थी। वीरवार शाम तक 63 सैंपल की रिपोर्ट आई है और सभी निगेटिव हैं। अब 267 सेंपलों की रिपोर्ट पेंडिंग है। जिनमें से 75 लोग पीटीयू में क्वारेंटाइन हैं। वीरवार को 67 संदिग्धों जो फ्लू कॉर्नर में चेकअप करवाने आए थे के सेंपल लिए गए। जिनमें 3 लोग अन्य राज्यों और शेष कपूरथला के आसपास के हैं। वीरवार को कोई भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आया है।
ई-संजीवनी ओपीडी से मुहैया करवाई जा रहीं डॉक्टरी सुविधाएं : सिविल सर्जन
कोरोना महामारी के इस दौर में मानवता के बचाव के लिए सभी को मिलकर प्रयत्न करने की जरूरत है। यह बात सिविल सर्जन डा. जसमीत कौर बावा ने कही। लोगों को घर बैठे ई-संजीवनी ओपीडी से भी डॉक्टरी सुविधाएं मुहैया करवाने का प्रयत्न किया गया है। फ्लू कॉर्नर से चेकअप और स्टेंपिंग के बाद ही मरीज को उसके रोग के मुताबिक सबंधित डॉक्टर के पास भेजा जाता है। कोविड-19 के मद्देनजर हर मरीज का फ्लू कॉर्नर पर चेकअप जरूरी है। इस सारी प्रक्रिया में वालंटियर स्वास्थ्य विभाग को सहयोग दे रहे हैं।
जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 303 तक पहुंच गई है। वीरवार को 11 नए मरीजों की पुष्टि हुई। इनमें से 9 हजूर साहिब से लौटे श्रद्धालु हैं, जबकि दो मरीज ऐसे हैं, जो इनके संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैंं। अभी तक जिले में हजूर साहिब से आए कोरोना पॉजीटिव श्रद्धालुओं के संपर्क में आने से 28 लोगों को कोरोना हो चुका है। इनमें लैब टेक्नीशियन जसवंत सिंह, उसके माता-पिता के अलावा श्रद्धालुओं के सगे-संबंधी शामिल हैं। वीरवार को पॉजीटिव पाए गए मरीजों को शहीदां साहिब स्थित गुरु रामदास अस्पताल में दाखिल करवा दिया गया है। गौरतलब है कि जिले में अब 3 मरीजों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है, जबकि 8 इलाज करवाकर घर जा चुके हैं।
उधर, तरनतारन में भी मरीजों की आंकड़ा 157 तक पहुंच गया है। वीरवार को यहां 13 लोगाें की रिपोर्ट पाॅजीटिव आई। डीसी प्रदीप कुमार सभ्रवाल ने बताया कि नए मरीज भी नांदेड़ से लौटे श्रद्धालु हैं। इन्हें सरहाली के जीजीएम कॉलेज में बने क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। वीरवार काे रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद सभी काे गुरु नानक देव मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल के आइसाेलेशन वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक मेडिकल कालेज अमृतसर में भेजे गए सैंपलों में से 1430 की रिपोर्ट मिली है। इसमें से 1273 रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। पिछले हफ्ते में जिन 196 लोगांें की रिपोर्ट निगेटिव आई थी, उन्हें सरकारी क्वारंटाइन सेंटरों से घर भेज दिया गया है।
गुन्नौवाल में कोरोना मरीजों को लेने पहुंची टीम को गांववालों ने 2 घंटे तक रोके रखा
जंडियाला गुरु | अमृतसर में वीरवार को पॉजीटिव गए 11 लोगों में दो गांव गुन्नौवाल के हैं। यह हजूर साहिब से लौटे अवतार सिंह की पत्नी और बेटा हैं। रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद जब सेहत विभाग की टीम वीरवार दोपहर इन्हें लेने गांव गुन्नौवाल पहुंची तो गांव वालों ने इन्हें भेजने से ही इनकार कर दिया। करीब90 लोगों की भीड़ ने सेहत विभाग की टीम को करीब 2घंटे तक घेरे रखा। इसके बाद पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर बुलाया गया, जिसके बाद गांववालेदोनों मरीजों को भेजने के लिए तैयार हुए।
2 दिन घर में रहा था अवतार, बेटा-पत्नी भी पॉजीटिव
अवतार सिंह 27 अप्रैल को हजूर साहिब से लौटा था। वह दो दिन तक अपने घर में रहा था। इसके बाद 29 अप्रैल को उसे प्रशासन ने क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया। 30 अप्रैल को उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद उसे जीएनडीएच में दाखिल कर लिया गया था। अब दो दिन पहले उसकी पत्नी और बेटे परगट सिंह के भी कोरोना टेस्ट लिए गए थे। इनकी रिपोर्ट वीरवार को पॉजीटिव आई। जब टीम इन्हें लेने गई गांव पहुंची तो लोग विरोध करने लगे। उनका कहना था कि हमें पहले रिपोर्ट दिखाएं। इसके बाद पंचायत अफसर रणजीत सिंह और पुलिसकर्मियों ने लोगों को समझाया। इसके बाद दोनों मरीजों को भेजा गया।
2 प्राइवेट लैब में भी टेस्टिंग शुरू
गुरु नानक देव अस्पताल की इन्फ्लूएंजा लैब में टेस्ट सैंपलिंग का बोझ ज्यादा बढ़ जाने के बाद अब प्राइवेट लैब में भी टेस्ट सैंपल भिजवाए जारहे है। लाल पैथ लैब और तुली डायग्नोस्टिक सेंटर पर भी टैस्ट हो रहे हैं। वीरवार को पॉजीटिव पाए गए 8 लोगों की रिपोर्ट्स इन्हीं से आई हैं।
होशियारपुर के मरीज की हालत गंभीर
जीएनडीएच की आइसोलेशन वार्ड में रेफर होशियारपुर से रेफर होकर आए 37 वर्षीय कोरोना पॉजीटिव मरीज की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है और ऑक्सीजन भी दी गई है। उसे सांस लेने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। मरीज की हालत में सुधार होता नहीं दिख रहा है। यह मरीज पिछले तीन दिन पहले ही होशियारपुर से यहां रेफर किया गया था। वहां उसकी हालत खराब हो गई थी।
29 अप्रैल को स्थानीय सिविल प्रशासन ने राजस्थान से आए 176 व्यक्तियों को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (कन्या), गिद्दड़बाहा में क्वारेंटाइन किया था। इनमें से प्रशासन ने 33 व्यक्तियों को उक्त क्वारेंटाइन सेंटर से शिफ्ट कर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), गिद्दड़बाहा में भेज दिया था। आज इन बाकी बचे 143 व्यक्तियों को ओम प्रकाश एसडीएम गिद्दड़बाहा के नेतृत्व में प्रशासन द्वारा विभिन्न बसों द्वारा इनके घरों को भेज दिया है, जहां यह व्यक्ति अपने घरों में क्वारेंटाइन रहेंगे।
इस संबंधी एसडीएम ओम प्रकाश ने बताया कि सरकार से आज प्राप्त हुई नई हिदायतों के अनुसार इन क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों की मेडिकल स्क्रीनिंग करके इन्हें अपने अपने घरों में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि इन 143 व्यक्तियों में कोरोना वॉयरस संबंधी कोई भी लक्षण नहीं थे। उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति इस जगह पर क्वारेंटाइन रहने के समय से कुल 21 दिनों घरों में ही क्वारेंटाइन रहेंगे और साथ ही इन व्यक्तियों के पहले से घरों में रह रहे पारिवारिक सदस्यों को भी उक्त क्वारेंटाइन के समय घरों में रहने की सख्त हिदायतों की गई है।
उधर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के), गिद्दड़बाहा में क्वारेंटाइन किए गए व्यक्तियों की घर वापसी संबंधी एसडीएम ओम प्रकाश ने बताया कि इन व्यक्तियों में से जिनकी कोविड -19 की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है उन्हें घर भेज दिया गया है।
कोरोना महामारी के चलते लगाए गए कर्फ्यू में पंजाब वासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ अनेक प्रयास कर रहे हैं। इसी कड़ी में वीरवार को जिला कांग्रेस प्रभारी संदीप जाखड़ के निर्देश पर टैक्सी यूनियन, सीवरेज कर्मचारियों, रिक्शा चालकों, अखबार बांटने वाले हॉकरों, सफाई सेवकों, संगीतकारों आदि को सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लड़के) में राशन वितरण किया गया।
जाखड़ ने कहा कि पंजाब सरकार हर जरूरतमंद परिवार तक राशन पहुंचा रही है। उन्होंने कहा कि इलाके का कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए, इसके लिए पंजाब सरकार अनेक प्रयास कर रही है। प्रशासन ने हर वार्ड के जरूरतमंद लोगों की लिस्ट तैयार कर ली है और उन्हें समय-समय पर राशन व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सप्ताह में स्मार्ट कार्ड धारकों को भी राशन मुहैया करवाया जाएगा। वीरवार को 2049 जरूरतमंद लोगों को पंजाब सरकार द्वारा भेजा राशन बांटा गया।
संदीप जाखड़ ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना आपदा में सब लोगों का कारोबार ठप है, इसलिए संयम बनाए रखें और सरकार व प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने राशन लेने के लिए आए लोगों को भी सोशल डिस्टेंस रखने और प्रशासन की हिदायतों का पालन करने की अपील की है। सभी यूनियन सदस्यों ने राशन दिलवाने के लिए जाखड़ का आभार व्यक्त किया।
माता चिंतपूर्णी लंगर एवं जागरण सोसायटी के सदस्यों ने वीरवार को माता चिंतपूर्णी जयंती पर सिविल अस्पताल फाजिल्का में 100 पीपीई किटें और 95 मास्क डॉक्टरों को भेंट किए।
सोसायटी के चेयरमैन कृष्ण लाल छाबड़ा ने बताया कि 7 मई को मां चिंतपूर्णी की जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है मगर कोरोना वायरस को देखते हुए इस बार सोसायटी के सदस्यों की सहमति से मां की जयंती पर सिविल अस्पताल में डॉक्टरों को पीपीई किटें और मास्क भेंट किए गए।
स्थानीय सिविल अस्पताल में विधायक देवेंदर सिंह घुबाया और ब्लाक कांग्रेस प्रधान सुरेंदर कालड़ा की अगुवाई में सोसायटी के सदस्यों ने एसएमओ सुधीर पाठक को पीपीई किटें और मास्क भेंट किए। इस मौके पर ठंडी खीर का प्रसाद वितरित किया गया। सोसायटी के चेयरमैन ने बताया कि पुलिस स्टेशन सिटी फाजिल्का में थाना प्रभारी राजेंदर शर्मा सहित स्टाफ को बुके भेंट कर सम्मानित भी किया गया और खीर का प्रसाद वितरित किया गया। नाकों पर तैनात पुलिस कर्मचारियों को भी खीर का प्रसाद वितरित किया गया।
जिला सेहत विभाग के अधिकारियों ने एक मीटिंग में बताया कि मलेरिया को खत्म करने को घर-घर सर्वे करवाया जा रहा है। एंटी लारवा टीम घरों व सरकारी संस्थानों में लारभास्कर न्यूज | फाजिल्कावा ढूंढ कर लोगों को पानी न खड़ा होने देने और ठंड व कंपकंपी के साथ तेज बुखार तथा सिरदर्द होने पर मेडिकल जांच करवाने को जागरूक किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि लोगों को सलाह दी जाती है कि ऐसे लक्ष्ण होने पर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपने रक्त की जांच करवाएं और इलाज करवाएं। जिला मास मीडिया अधिकारी अनिल धामू ने कहा कि हर स्वास्थ्य प्रोग्राम लोगों के सहयोग के साथ ही कामयाब हो सकता है। इस मौके पर डाॅ. अनमोल नागपाल ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी तनदेही के साथ काम करने का आह्वान किया और सेवा भावना के साथ अपनी ड्यूटी निभाने की शपथ ग्रहण करवाई। इस मौके डाॅ. यूनिक, सुरिंदर मक्कड़, रविंदर शर्मा, कृष्ण, मनप्रीत सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
कोरोना संक्रमण रोकने के लिए 23 मार्च से लागू कर्फ्यू के 46वें दिन, वीरवार देर रात अमृतसर के डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों ने शहरवासियों को कई तरह की ढील दी। डीसी की ओर से वीरवार रात लगभग 11.30 बजे जारी आदेश में कंस्ट्रक्शन, इंडस्ट्रियल और कामर्शियल एक्टिवीटिज के लिए कुछ शर्तों के तहत ढील दी गई। कोरोना संक्रमण के लिहाज से हाॅटस्पाट और कंटेनमेंट जोन में यह ढील लागू नहीं होगी। ऐसे एरिया के बारे में बाद में स्पष्ट किया जाएगा।
एसडीएम और डीसीपी अपने एिरया में दुकानदारों को देंगे इजाजत, सैलून, स्पा सेंटर और ब्यूटी पार्लर नहीं खुलेंगे
इंडस्ट्रीज एक्टिविटीज
गांवों में सभी तरह के निर्माण हो सकेंगे
हिदायतों के मुताबिक खुलेंगे दफ्तर
कंटेनमेंट इलाकों में छूट नहीं
जिले के हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जाेन में कर्फ्यू में ढील नहीं मिलेगी। हालांकि प्रशासन ने अपने आदेश में कंटेनमेंट जोनों की जानकारी नहीं दी। अिधकारियों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में कंटेनमेंट जोन तय किए जाएंगे। हॉटस्पॉट इलाकों की पहचान अभी होनी है।
आदेश आज से लागू : एसडीएम
लोगों की जरूरतों को समझते हुए जिला प्रशासन ने सरकार के आदेश पर शुक्रवार से जिले में सशर्त ढील देने का फैसला किया है। ढील के आदेश 8 मई से लागू होंगे।-विकास हीरा, एसडीएम
स्थानीय मलोट रोड स्थित गुरु आत्मवल्लभ जैन आदर्श विद्यालय द्वारा प्रिंसिपल नरेश कुमार सपड़ा के नेतृत्व में शुरू की गई ऑन-लाइन शिक्षा के तहत विद्यार्थियों में विभिन्न प्रकार की एक्टिविटी का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत विद्यालय की तरफ से विद्यार्थियों में ऑनलाइन कुकिंग प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साह से हिस्सा लिया।
प्रिंसिपल नरेश कुमार सपड़ा ने बताया कि सरकार व प्रशासन के निर्देशों की पालना करते हुए विद्यार्थियों के लिए ऑन-लाइन शिक्षा शुरू की गई है लेकिन बच्चों को सुरक्षित तरीके से पढ़ाने के साथ-साथ उनमें सहायक पाठ्य क्रियाएं व उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए लगातार गतिविधियां करवाई जा रही हैं। इसी के तहत कक्षा छठी से नौवीं तक के विद्यार्थियों में ‘कुकिंग विदाउट फायर’ प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें विद्यार्थियों ने बिना आग का इस्तेमाल करते हुए विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए।
विद्यार्थियों ने दही पापड़ी, सलाद, जूस, शेक, सैंडविच, बेल पूड़ी आदि व्यंजनों को तैयार कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि जीएवी जैन स्कूल द्वारा ऑनलाइन शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों की कक्षा का सिलेबस कवर करना नहीं है बल्कि उनका सर्वपक्षीय विकास करना है। स्कूल के चेयरमैन एडवोकेट अनिल जैन ने कहा कि जीएवी जैन आदर्श विद्यालय आज विद्यार्थियों, अभिभावकों व अध्यापकों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के संकट का हमें सभी को मिलजुल कर सामना करते हुए एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक कक्षा के विद्यार्थी तक ऑनलाइन शिक्षा पहुंचाई जा रही है और इसमें सबसे अधिक योगदान विद्यार्थियों, अभिभावकों और अध्यापकों का है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सभी को सावधानी बरतते हुए घरों में रहना चाहिए और मास्क का इस्तेमाल व बार-बार हाथों को धोना चाहिए।
लॉकडाउन में बुजुर्गों से अच्छे संस्कार सीख रहे सर्वहितकारी विद्या मंदिर के विद्यार्थी
श्री रोशन लाल जैन सर्वहितकारी विद्या मंदिर द्वारा कर्फ्यू में लगाई जा रही ऑनलाइन क्लासेस और करवाई जा रही गतिविधियों के साथ-साथ विद्यार्थियों ने अपने दादा-दादी के साथ बिताए समय व प्राप्त किए अनुभवों को विद्यालय के अध्यापकों और सहपाठियों से सांझा किया।
प्रिंसिपल किरण तिन्ना ने कहा कि बच्चों ने उन्हें बताया कि उन्होंने टीवी पर प्रसारित हो रही महाभारत एवं रामायण से बहुत कुछ सीखा है। इसके अलावा अपने दादा-दादी से सीखा कि हर संकट की स्थिति में धैर्य बनाएं रखे क्योंकि संकट एवं बुराई कितनी भी बड़ी क्यों न हो उसका अंत निश्चित है और धर्म भी हमें यही सिखाता है। इसके अलावा हमें मिल-जुलकर रहना चाहिए और परमात्मा से प्रार्थना करनी चाहिए क्योंकि परमात्मा की शक्ति के आगे कोई शक्ति नहीं है और परमात्मा ही इस संकट को समाप्त कर सकते हैं।
प्रिंसिपल तिन्ना ने बताया कि अध्यापक समय-समय पर बच्चों से बातचीत करते हुए उनसे गतिविधियों की जानकारी लेते रहते हैं। इसके अलावा सभी अभिभावकों के साथ ऑनलाइन लिंक भी शेयर किया गया है, जिससे अभिभावक सीधे प्रिंसिपल से बात कर सकते हैं। विद्यालय प्रधान धनपत सियाग, उप प्रधान सीताराम और मैनेजर विक्रम दत्त ने इन प्रयासों की भरपूर सराहना करने के साथ विद्यालय के छात्रों की सराहना की है जो लॉकडाउन के दौरान अपने बुजुर्गों के साथ समय व्यतीत कर रहे हैं और उनसे संस्कार ले रहे हैं।
महात्मा गौतम बुद्ध की पेंटिंग बनाकर बुद्ध पूर्णिमा की दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के शानदार चित्र बनाकर अबोहर शहर व गांव बहाववाला का नाम रोशन कर चुकी गोपी चंद आर्य महिला कॉलेज अबोहर के फाइनल ईयर की छात्रा ऊषा रानी ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर महात्मा गौतम बुद्ध जी की पेंटिंग बनाकर समस्त क्षेत्रवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी है। अपनी चित्रा कला से अनेक युवतियों के लिए प्रेरणा बनकर उभरी ऊषा ने कुछ ही समय में महात्मा गौतम बुद्ध की शानदार तस्वीर बनाने का एक वीडियो यू-ट्यूब पर अपलोड भी किया है।
9 मिंट की इस वीडियो में उसने दिखाया कि किस प्रकार अपनी कला को साकार रूप देकर यह पेंटिंग बनाई है और यह संदेश दिया है कि इस लॉकडाउन के समय में शिक्षा के साथ-साथ समय का कैसे सदुपयोग किया जा चुका है। क्षेत्र के कुछ छात्र तो उसकी इस कला से प्रभावित होकर घरों में रहते हुए पेटिंग करने का अभ्यास भी करने लगे हैं। ऊषा ने कहा कि पेंटिंग एक ऐसी कला है, जिसे शिक्षा के साथ-साथ आसानी से सीखा जा सकता है।
लॉकडाउन में बच्चों को परिवार का महत्व बताने के लिए एंजल्स वर्ल्ड प्ले-वे काॅन्वेंट स्कूल की तरफ से ऑनलाईन फैमिली ट्री एक्टिविटी करवाई गई। स्कूल डायरेक्टर सर्बजीत पोपली ने कहा कि जीवन एक पौधे की तरह होता है और रिश्ते खाद, पानी, धूप, संभाल का रूप लेकर उसे खिलने और महकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिश्ते व्यक्ति के व्यक्तित्व को प्रफुल्लित करते हैं। उन्होंने कहा कि एक बच्चे के लिए सम्पूर्ण परिवार बहुत महत्व रखता है।
बच्चों को बचपन से ही परिवार व रिश्तों की अहमियत का एहसास होना चाहिए ताकि वे बड़े होकर रिश्तों की कद्र करना सीखें।एंजल्स वर्ल्ड स्कूल बच्चों को शिक्षित होने के सही मायने व उन्हें कुशल व सफल शख्सियत का मालिक बनाने की मजबूत नींव देने के लिए प्रयासरत रहता है। इस मौके पर बच्चों ने खूबसूरत फैमिली ट्री बनाए, जिसमें उन्होंने दादा-दादी, माता-पिता, भाई-बहन की
तस्वीरें लगाई।
कोरोना वायरस के चलते लगे कर्फ्यू में अपनी सेवाएं निभा रहे पुलिस कर्मचारियों को करियाना एसोसिएशन के सदस्यों ने डीएसपी बूटा सिंह गिल, थाना मुखी इंस्पैक्टर करतार सिंह आदि पुलिस कर्मचारियों को सम्मानित किया। इस मौके डीएसपी बूटा सिंह गिल ने एसोसिएशन सदस्यों को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि लोगों को प्रशासन व सरकार के दिशा-निर्देशों की पालना कर घर पर ही रहना चाहिए। उन्होंने समूह दुकानदारों से अपील की कि वह सरकार के निर्देशों पर लोगों को घर-घर राशन पहुंचाएं।
पंजाब राज्य योजना बोर्ड की वाइस चेयरपर्सन रजिंदर कौर के निर्देशों पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस पार्टी के सचिव पोलोजीत सिंह की अगुवाई में मनरेगा स्कीम तहत नहर की सफाई का कार्य शुरू करवाया गया। इस मौके पर मनरेगा सचिव जसवीर सिंह ने विशेष तौर पर शिरकत की। इस मौके पोलोजीत सिंह ने कहा कि जिला परिषद व नहरी विभाग के सहयोग से खनौरी हैड से मकोरड़ साहिब व गांव रामपुरा से गुजरती नहर की सफाई व मरम्मत का कार्य शुरू करवाया गया। इस मौके पर मनरेगा सचिव जसवीर सिंह कुलदीप सिंह, मैनेजर सिंह, मोहन गिर, ज्ञान सिंह, जय सिंह, टेक सिंह, सोहन सिंह आदि उपस्थित थे।
आस वेलफेयर सोसायटी की ओर से कोरोना महामारी दौरान फ्रंट लाइन पर ड्यूटी निभा रहे पुलिस मुलाजिमों के लिए एसपी मनजीत सिंह बराड़ को डबल लेयर कपड़े के मास्क दिए गए। इस मौके एसपी मनजीत बराड़ ने सोसायटी सदस्यों का धन्यवाद किया। सोसायटी सदस्य सिमरजीत सिंह ने कहा कि सोसायटी लंबे समय से समाज सेवा के कार्यों में जुटी है। भविष्य में भी यह सेवा इसी तरह जारी रखी जाए। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सोसायटी सिविल प्रशासन और पत्रकारों को मास्क मुहैया करवा चुकी है।
क्लाथ मर्चेन्ट्स एसोसिएशन गिद्दड़बाहा की बैठक एसोसिएशन के प्रधान भगवान दास आहूजा की अध्यक्षता में हुई। इसमें सरकार से मांग की गई कि सरकार अन्य दुकानों की तरह कपड़े की दुकानों को खोलने की भी इजाजत दे। उन्होंने कहा कि कपड़ा व्यापारी प्रशासन और सरकार के आदेशों अनुसार 50 दिन से दुकानें बंद करके घर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रशासन ने शर्तों के आधार पर करियाना, मेडिकल, किताबों इत्यादि की दुकानों को खोलने की इजाजत दी है, उसी तरह कपड़े की दुकानों को भी खोलने की इजाजत दी जाए।
एसोसिएशन ने मांग की कि व्यापारियों की मौजूदा आर्थिक हालत को देखते उन्हें सप्ताह में करीब तीॉन दिन दुकानें खोलने की इजाजत दी जाए। वहीं दुकानदारों के बिजली के बिल माफ करने के अलावा हर तरह के टैक्सों से भी माफी दी जाए। इस मौके पर प्रधान भगवान दास आहूजा, चेयरमैन मदन लाल बांसल, शाम लाल सेठी, बलवंत राय छाबडा, अमित गाबा, प्रदीप बांसल और जगदीश अहूजा आदि भी मौजूद थे।
कोरोना वायरस के बढ़ रहे प्रकोप को देखते हुए प्रशासन द्वारा सीतो रोड स्थित मां सरस्वती कॉलेज ऑफ फार्मेसी में 200 मरीजों की क्षमता वाला कोरोना केयर सेंटर स्थापित किया जा रहा है। तहसीलदार-कम-एसडीएम जसपाल सिंह बराड़ ने बताया कि कोविड-19 आपदा से निपटने व संक्रमित मरीजों के इलाज व बेहतर देखभाल के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सीतो रोड स्थित मां सरस्वती काॅलेज ऑफ फार्मेसी में 200 मरीजों की क्षमता वाला अति आधुनिक सुविधाओं वाला कोरोना केयर सेंटर तैयार किया जा रहा है।
अतिरिक्त जिला उपायुक्त नवल राम और फाजिल्का के एसएमओ डाॅ. सुधीर पाठक सहित अन्य प्रशासनिक व स्वास्थ्य अधिकारियों ने कोरोना केयर सेंटर का निरीक्षण किया। तहसीलदार-कम-एसडीएम बराड़ ने बताया कि बाहरी प्रदेशों से लौट रहे लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करवाकर विभिन्न जिलों के क्वारेंटाइन सेंटरों में रखा जा रहा है ताकि पहले से सुरक्षित क्षेत्रों के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों बाहरी प्रदेशों से आए लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सभी पॉजिटिव मरीजों को सिविल अस्पताल जलालाबाद के आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि निकट भविष्य में संभावित परेशानियों से बचने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सीतो रोड पर स्थित मां सरस्वती काॅलेज ऑफ फार्मेसी में 200 मरीजों की क्षमता वाले कोरोना केयर सेंट की स्थापना की जा रही है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से आसानी से निपटा जा सके।
कपूरथला में राशन बांटते समय उपभोक्ताओं की तरफ से डिपो होल्डर पर किए गए हमले के बाद डिपो होल्डर की मौत का कड़ा संज्ञान लेते पंजाब राज्य डिपो होल्डर एसोसिएशन ब्लाक सुनाम ने सीएम के नाम तहसीलदार मनमोहन सिंह को ज्ञापन सौंपा। इस मौके यूनियन के प्रधान परमजीत सिंह हांडा ने कहा कि कोरोना महामारी दौरान डिपो होल्डर अपनी जान की परवाह न करते सरकार की तरफ से भेजे गए राशन की सप्लाई कर रहे हैं। वह सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं परंतु कपूरथला के एक डिपो होल्डर पर खपतकारों द्वारा किए गए हमले के कारण उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि पंजाब में अन्य स्थानों पर भी खपतकार डिपो होल्डरों पर हमले कर रहे हैं। यूनियन की मांग है कि कपूरथला के मृतक डिपो होल्डर विजय कुमार के परिवार को 50 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए, मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए, पंजाब के डिपो होल्डरों की जान व माल की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए, पंजाब सरकार के अन्य मुलाजिमों की तरह डिपो होल्डरों को 50 लाख रुपए के बीमा के घेरे में लाया जाए, केन्द्र सरकार की तरफ से कमिशन दिया जाए, डिपो होल्डरों के ई-पास बनाए जाएं, डिपो होल्डरों को प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना अधीन शामिल किया जाए, बारदाना वापस न लिया जाए और दाल की पैकिंग करके सप्लाई दी जाए, पंजाब के समूह डिपू होल्डरों के शहरों और गांवो में राशन कार्ड बराबर किए जाए। इस मौके पर संदीप, भोला सिंह, बलदेव सिंह, परमानंद, राज कुमार, सुरेश कुमार आदि उपस्थित थे।
कर्फ्यू के दौरान दिहाड़ीदार मजदूरों व स्लम एरिया के लोगों को सरकार और विभिन्न एनजीओ सहायता दे रही है लेकिन मध्यम वर्गीय परिवारों को किसी प्रकार की सहायता नहीं मिली। वहीं, कुछ मध्यमवर्गीय परिवार ऐसे भी हैं जो इस मुश्किल घड़ी में अपना समाजसेवा का धर्म भी निभा रहे हैं। वीरवार को एक मध्यम वर्गीय परिवार ने अपनी तरफ से एकांतवास में रह रहे लोगों को फल वितरित किए।
डॉक्टर पन्ना लाल गुप्ता के परिवार ने लायंस क्लब फाजिल्का विशाल के माध्यम से अग्रवाल आश्रम और राधा स्वामी सत्संग डेरा नंबर 4 फाजिल्का में कवरेंटाइन किए करीब दो सौ लोगों को केले बांटकर सेवा की। इस मौके पर गुप्ता परिवार के संगीत गुप्ता, लायंस क्लब फाजिल्का विशाल के प्रधान लायन ओपी सचदेवा, लायन डॉ. मनोज नारंग, समाजसेवी गौरव नारंग, चरणजीत सेतिया, पटवारी सूरज कंबोज, सुपरवाइजर सतीश कुमार, बीएलओ गुरदेव सिंह, असिस्टेंट जगमीत सिंह मौजूद थे।
वहीं, जलालाबाद के लाला जगत नारायण एजुकेशन कॉलेज के चेयरमैन अशोक अनेजा ने अपने साथियों सहित काॅलेज में एकांतवास में रह रहे 20 लोगों का हाल जाना और उनको फ्रूट व अन्य वस्तुएं भेंट की। अशोक अनेजा ने कहा कि हमें सभी को इस आपदा में लोगों के सेहतयाब होने की कामना करनी चाहिए ताकि परमात्मा सभी को ठीक करके उन्हें अपने घर पर एक अच्छा जीवन व्यतीत करने का समय प्रदान करें। उन्होंने कहा कि हमें सभी को इन लोगों की सहायता के लिए आगे आना चाहिए।
चेयरमैन अशोक अनेजा ने कहा कि उनके जिम्मे जो भी सेवा कार्य लगेगा, वह उसे मन से उसे पूर्ण करेंगे। इस मौके पर शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष टिकन परुथी, भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रवि कुक्कड़ और अधिकारी मौजूद थे।
पंजाब सरकार के ठेके खोलने के आदेश के बावजूद जिले में वीरवार को शराब का कोई ठेका नहीं खुला। पंजाब सरकार और शराब ठेकेदारों के बीच एक्साइज ड्यूटी को लेकर पेंच फंसा हुआ है, इसके चलते ठेकेदार शराब के ठेके न खोलने पर अड़े हुए हैं। ठेकेदारों का कहना है कि सरकार साल 2019-20 की एक्साइज ड्यूटी 28 फरवरी को ही ली जा चुकी है। इसके बाद 21 मार्च से 31 मार्च तक ठेके बंद रहे हैं। उक्त 11 दिन ठेके बंद रहने के कारण प्रत्येक यूनिट ठेकेदार को घाटा हुआ हैै।
उनकी सरकार से मांग है कि उक्त 11 दिनों की बनती एक्साइज ड्यूटी वापस की जाए। इसके अलावा लॉकडाउन के दौरान डेढ़ माह तक ठेके बंद रहने के कारण इन दिनों का पूरा टैक्स माफ किया जाए। यही नहीं अब उन्हें थोड़े समय के लिए ठेके खोलने को कहा जा रहा है, जबकि टैक्स उन्हें पूरे दिन का भरना होगा। होम डिलीवरी करने से भी उन्हें नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती शराब के ठेके नहीं खोले जाएंगे।
शराब ठेकेदारों के अनुसार शराब के ठेके औसतन 14 घंटे खुलते थे। सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक ठेके की सेल 20 फीसदी होती है जबकि चार बजे से 10 बजे तक 80 फीसदी सेल होती है। बुधवार तक दुकानों के खुलने का समय सुबह 9 बजे से 1 बजे तक था। इससे वे असमंजस में थे। शराब ठेकेदार प्रति घंटे के हिसाब से एक्साइज ड्यूटी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि होम डिलिवरी करने का भी अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ेगा। शराब ठेकेदारों ने कहा कि उनकी लागत पहले से भी ज्यादा बढ़ जाएगी और ऐसे में उनको भारी नुकसान हो सकता है।
ठेकों का समय 4 से बढ़ा 8 घंटे किया दुकानें खोलने का समय 4 घंटे बढ़ाया
डिप्टी कमिश्नर अरविंद पाल सिंह ने जिले में विभिन्न क्षेणी की दुकानों को कर्फ्यू के दौरान 50 प्रतिशत स्टाफ के साथ खोलने की ढील दी है। इसमें शराब के ठेकों का भी समय 4 घंटे बढ़ा दिया है मगर इसके बावजूद ठेकेदार शराब के ठेके खोलने को तैयार नहीं हैं। अगर किसी ग्राहक द्वारा होम डिलीवरी की मांग की जाती है तो हिदायतों की पालना करते हुए ग्राहक को होम डिलीवरी भी इस समय के दौरान की जा सकती है। सहायक आबकारी व कर कमिश्नर फाजिल्का यह कार्यवाही यकीनी बनाएंगे। बता दें कि शराब के ठेके खोलने का समय सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक निश्चित किया गया था, जिसे बढ़ाकर अब सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक किया गया है।
शराब के शौकीन बोले- सरकार का होम डिलीवरी का फैसला जायज
शराब पीने के शौकीन लोगों ने सरकार के होम डिलिवरी के फैसले को जायज ठहराया है। उनको बेसब्री से शराब के ठेके खुलने का इंतजार है। वहीं, कुछ लोग इस फैसले को गलत ठहरा रहे है। शराब पीने के शौकीन एक व्यक्ति ने कहा कि शराब के ठेके पर लाइन में लगने से बीमारी फैलने का खतरा बढ़ सकता है। बढ़िया है कि घर बैठे ही उनको शराब मिल जाए और समय की तो बचत होगी। बता दें कि आबकारी एवं कराधान कानून-1994 में शराब की होम डिलीवरी का प्रावधान नहीं है लेकिन विभाग ने होम डिलीवरी की विशेष छूट दी है। यह छूट तब तक जारी रहेगी, जब तक ठेके पूरे समय के लिए नहीं खुल जाते।
इन वेंडरों को इजाजत
जिन वेंडरों ने 2020-21 के लिए लाइसेंस रिन्यू करवाने के लिए 23 मार्च तक बकाया राशि फीस जमा दी होगी।
जिन लाइसेंस को रिन्यू का विकल्प दिया गया है और 23 मार्च तक उनकी देनदारी बकाया है, उन्हें इस शर्त पर ठेका खोलने की इजाजत होगी कि वह दो दिनों में 23 मार्च तक का भुगतान करेंगे।
नए ग्रुप जिन्होंने 50 फीसदी अपनी लाइसेंस फीस जमा नहीं करवाई है, वह अपनी फीस जमा करवाकर ठेका खोल सकते हैं।
अवैध शराब के धंधे से भी लग रही है चपत
फाजिल्का क्षेत्र में कर्फ्यू में अवैध शराब का धंधा करने वाले लोग खूब चांदी लूट रहे हैं और इसका सीधा नुकसान शराब ठेकेदारों को पहुंच रहा है क्योंकि ये लोग शराब ठेकों के मुकाबले सस्ते दाम में शराब दे रहे हैं। इस समय पुलिस का सारा ध्यान कोरोना पर केंद्रित है, जिसके चलते शराब तस्करों की राह काफी आसान हो रही है। इसलिए ठेकेदार मात्र 4 घंटे ठेके खोलकर सरकार को देने वाले टैक्स की भरपाई नहीं कर सकते।
कोरोना कर्फ्यू के चलते 47वें दिन शराब के ठेके खोलने की मंजूरी दी गई। नूरपुरबेदी में ठेके खुलते ही लोग शराब लेने पहुंच गए और सोशल डिस्टेंस का भी उल्लंघन किया। नूरपुरबेदी में शराब के ठेके पर ठेकेदार ने ठेके के बाहर सोशल डिस्टेंस के नाम पर एक दूसरे के साथ जोड़कर मार्किंग के गोले बना दिए जबकि इनमें 1 मीटर की दूरी रखनी थी। लोग भी उन गोले को सोशल डिस्टेंस मानकर उनमें खड़े हो गए। पुलिस को पता चला तो थाना प्रभारी जतिन कपूर ने मौके पर पहुंच कर ठेके को बंद करवाया।
मौके पर ही एक्साइज इंस्पेक्टर रोपड़ राज कुमार भी पहुंचे। वह दावा कर रहे थे कि यहां पर कोई समस्या नहीं है लेकिन वह खुद मास्क के बिना ही घूम रहे थे। पुलिस ने भीड़ को हटाया और करीब डेढ़ घंटे तक वहां पुलिस तैनात रही। फिर ठेकेदार के द्वारा पेंट से दोबारा गोले बनाए अौर 2 घंटे बाद ठेका खोला गया।
सोशल डिस्टेंस की पालना करवाएंगे : इंस्पेक्टर
एक्साइज इंस्पेक्टर राज कुमार ने कहा कि अभी ही मौके पर पहुंचा हूं। सोशल डिस्टेंस की पालना करवाई जाएगी। गोले बनवाए जा रहे हैं।
उल्लंघन करने वाला ठेका बंद करवा देंगे : थाना प्रभारी
थाना प्रभारी नूरपुरबेदी जतिन कपूर ने कहा कि जो भी दुकानदार तथा ठेकेदार सोशल डिस्टेंस की उल्लघंना करेगा और कर्फ्यू के नियमों की पालना नहीं करेंगे उस दुकान को बंद करवा दिया जाएगा।
रोपड़ और मोरिंडा में ठेके पर शराब खरीदने वाले नाममात्र लोग पहुंचे
वीरवार को शराब के ठेके खुलने पर रोपड़ और मोरिंडा में ठेकों पर ग्राहक नाममात्र ही रहे। मोरिंडा शहर में करीब 8 शराब के ठेके हैं। किसी भी ठेके पर भीड़ दिखाई नहीं दी। दोनों जगह ठेकों पर सोशल डिस्टेंस के लिए मार्किंग नहीं की गई है और सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं कर रहे।
सरकार अौर प्रशासन मजदूरों को उनके राज्यों में भेजने के प्रयास कर रहे हैं अौर मजदूरों की रजिस्ट्रेशन की जा रही है। इसके बावजूद मजदूर पैदल यूपी-बिहार को जा रहे हैं। वीरवार दोपहर करीब 1 बजे पुराने बस स्टैंड के पास भीषण गर्मी में मजदूरों का एक टोला पैदल जा रहा था। उन्हें रोका गया तो मजदूर प्रमोद कुमार ने बताया कि वह पैदल ही बिहार जा रहे हैं क्योंकि 17 मई को उनकी बहन की शादी है। जिसमें उसने शामिल होना है। 17 मई तक तो वह पैदल पहुंच ही जाएंगे।
ट्रेन का क्या पता कब चलनी है। प्रमोद ने बताया कि उसने रजिस्ट्रेशन भी करवाई है। इसी तरह मजदूर पप्पू ने कहा कि वह आईआईटी में एनसीसी कंपनी में काम करता है। लेकिन ठेकेदार न पैसे देता है और न खाने को। जब ठेकेदार से पैसे मांगे तो उसने मारपीट की। वह पैदल ही अपने गांव को जा रहे हैंं। इनके साथ पंकज, अमरनाथ, राज कुमार, उमेश कुमार, अकलेश, सुनील कुमार आईआईटी में स्टिचिंग व वाटर प्रूफ का काम करते हैं।
वहीं, जब इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गई तो तहसीलदार कुलदीप सिंह मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने पुलिस की सहायता से बस मंगवाकर सभी मजदूरों को समझाकर आईआईटी ओल्ड कैंपस में बनाए क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया। तहसीलदार ने कहा कि अब प्रशासन की जिम्मेदारी है कि इन्हें रहने, खाने का प्रबंध करना।
मजदूरों से ठेकेदार की मारपीट के संबंध में कुलदीप सिंह ने कहा कि पुलिस को जांच करने के लिए कहा है। जब मजदूरों को आईआईटी ले जाया जा रहा था तो रास्ते में 4 और मजदूर नूरपुरबेदी के गांव अबियाणा से पैदल बिहार जा रहे थे। उन्हें भी पुलिस की गाड़ी मैं बैठा कर क्वारेंटाइन सेंटर लेजाया गया।
25 किमी. चलकर रजिस्ट्रेशन कराने पहुंचे मजदूर
इसी बीच एसडीएम ऑफिस में गांव भरतगढ़ से 25 किलोमीटर पैदल चलकर रोपड़ पहुंचे 6 मजदूर अपनी रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए पहुंचे। मजदूरों में शामिल मुन्ना, गणेश, रविंद्र, टॉफी, संजय, अकर ने कहा कि उन्होंने यूपी स्थित अपने गांव जाना है। वह पैदल भरतगढ़ से यहां आए हैं। वह सुबह 7 बजे चले थे और दोपहर 3 बजे रोपड़ पहुंचे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि भरतगढ़ में भी एक रजिस्ट्रेशन सेंटर खोलना चाहिए। ताकि उस इलाके के लोगों को रोपड़ न आना पड़े।
जिला प्रशासन रोपड़ द्वारा लाॅकडाउन कारण जिले में फंसे 57 कश्मीरी यात्रियों को परिवार समेत बसों द्वारा कठुआ, जम्मू कशमीर की तरफ रवाना किया गया। डिप्टी कमिश्नर सोनाली गिरी ने बताया कि जिले में लॉकडाउन के कारण फंसे दूसरे राज्यों के व्यक्तियों की शिनाखत कर, उनके राज्य से उनके वापस आने संबंधी प्रवानगी प्राप्त कर उनको एहतिहात व निगरानी में बसों द्वारा उनके राज्य में पहुंचाया जा रहा है। जिला प्रशासन इन सभी का इस ठहराव दौरान ध्यान रख रहा है।
इस काम के लिए बड़े स्तर पर प्रशासनिक अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। उन्होंने बताया कि पिछले दिनी 165 के करीब जम्मू-कश्मीर के निवासियों को भी भेजा गया था। जम्मू व कश्मीर के लिए रवाना हुए इन व्यक्तियों ने प्रशासन का धन्यवाद करते कहा कि अगर प्रशासन इन दिनों दौरान उनकी संभाल न करता और आज उनकी वापसी का प्रबंध न करता तो पता नहीं अौर कितना समय अपने परिवारों से दूर रहना पड़ता।
डीसी रोपड़ सोनाली गिरी ने वीरवार को बताया कि जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 14 है। किसी की नई रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। जिले में 53 लोगों के और सैंपल लिए गए हैं, जिससे अब तक कुल सैंपल 647 हो गए हैं। वीरवार को 17 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिससे अब तक कुल 498 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव है और 136 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट अभी पेंडिंग चल रही है। जिले में अब तक 17 केस पॉजिटिव हो चुके हैं जिनमें से 14 केस एक्टिव हैं, जिनमें रोपड़ जिले की एक महिला डीएमसी लुधियाना, एक व्यक्ति नवांशहर अौर एक ड्राइवर अमृतसर में दाखिल है। इसके अलावा 2 लोग कोरोना मुक्त हो चुके हैं और एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।
कर्फ्यू में जरूरी सामान लेजाने के लिए सरकार ने कुछ ट्रांस्पोर्टरों को मंजूरी दी है। लेकिन कुछ लोग टोल प्लाजा बचाने के लिए झज्ज चौक से होते हुए नूरपुरबेदी के रास्ते से बुंगा साहिब की तरफ आ रहे हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए ट्रैफिक पुलिस कीरतपुर साहिब के बलबीर सिंह ने एक ट्रक ट्राला चालक का चालान काटा। उन्होंने कहा कि नूरपुरबेदी-बुंगा साहिब मार्ग पर भारी वाहनों के निकलने पर पाबंदी लगाई गई है। अगर कोई भी वाहन चालक उल्ल्घंन करते हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर एएसआई सीता राम, एएसआई बलवंत सिंह, हवलदार हरजाप सिंह आदि उपस्थित थे।
टारइल बेस पर लॉकडाउन में दी गई रियायतों के चलते कंपनियों ने अपने रूके हुए फील्ड वर्क शुरू हो गए है। एनएच 7 पर गैस पाइप लाइन दबाने का काम कर रही कंपनी ने भी वीरवार को अपने वर्कर फील्ड में भेज दिए है।देश में लॉकडाउन के चलते वर्करों ने काम रोक दिया था। कंपनी ने बनूड़ के निकट गांव जांगपुर के पास गैस पाइप लाइन दबाने का काम आंरभ कर दिया है। ट्रेंट गैस पाइप लाइन लिम. कंपनी के क्वालिटी इंजीनियर दाउद ने कहा कि पीएम प्रेम कुमार की तरफ से काम शुरू करने के लिए कहा गया है।
सरकार की तरफ से जारी हिदायतों को फॉलो किया जा रहा है। यूनिट पर करीब दस से बाहर वर्कर काम कर रहे है। काम करने से पहले एरिया को पहले सेनेटाइज किया जाता है। सभी वर्करों को भी गल्वज, सेनेटाइजर प्रोवाइड किए गए है और काम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने को कहा गया है।वर्करों को कोरोना से बचने के लिए बताया गया है कि अपने हाथों को धोते रहना है और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए मुंह पर मास्क लगाकर और हाथों में ग्लव्स डालकर रखना बहुत जरूरी है।
क्वारेंटाइन सेंटर बनाई 177 कमरों व 33 हाल कमरों वाली श्री गुरु तेग बहादर सराय का एडीसी रोपड़ दीपशिखा ने आनंदपुर साहिब के एसडीएम कन्नू गर्ग व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को साथ जायजा लिया और प्रबंधों पर तसल्ली प्रगट की। एसडीएम कन्नू गर्ग ने बताया कि शिरोमणि कमेटी द्वारा कोरोना मरीजों को रखने व देखरेख संबंधी प्रशासन को मुहैया करवाई गई इस सराय में बने कमरे अटैच बाथरूम समेत सभी सुविधाओं से लैस हैं। यहां 400 मरीज रखने का प्रबंध है।
यहां रखे जाने वाले मरीजों की देखरेख के लिए सेहत विभाग के स्टाफ के अलावा 100 के करीब वह वालंटियर हैं। जिन्होंने मुश्किल समय के दौरान खुद ही अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। उन्होंने बताया कि प्रशासन किसी भी प्रकार की हंगामी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और 24 घंटे लोगों की सेवा में हाजिर है। इस मौके तख्त श्री केसगढ़ साहिब के मैनेजर जसबीर सिंह, सीएमओ डॉ. एचएन शर्मा, एसएमओ चरनजीत कुमार, एसडीओ ब्रह्मजीत सिंह, संदीप कलोतां, ब्लड बैंक के इंचार्ज बख्तावर राणा आदि उपस्थित थे।
कर्फ्यू में सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक सरकार ने ढील दी है अौर पुलिस ने रोपड़ शहर के एंट्री प्वाइंट बंद कर दिए हैं। किसी भी वाहन चालक को वाहन सहित शहर में नहीं आने दिया जा रहा। इस कारण रोपड़ शहर के साथ लगते क्षेत्रों से शहर में खरीददारी व दवा लेने वाले लोगों को वीरवार को परेशानी हुई। पुलिस लोगों को पैदल जाने को कह रही है। इसका दुकानदारों व लोगों ने रोष जताया है। पुलिस ने पुराने पुल, नए पुल, बेला चौक, बचत चौक, बाजार की एंट्री पर नाके लगाए हैं। लोगों को कई जगह जाने के लिए घूम कर जाना पड़ रहा है।
लोग बोले- रोपड़ का बाजार 2 से ढाई किलोमीटर लंबा, सबके लिए इतना पैदल चलना मुश्किल
पूर्व पार्षद अमरजीत सिंह जोली, महिंदर ढल्ल, गुरविंदर सिंह जग्गी, संत सिंह आदि ने पुलिस प्रशासन द्वारा शहर के चारों तरफ नाकाबंदी करके नो व्हीकल जोन बनाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि रोपड़ का बाजार करीब 2 से ढाई किलोमीटर लंबा है। अगर किसी ने अपने बच्चे के लिए किताबें, दवाइयां या अन्य कोई सामान लेना हो तो वह इतनी दूर तक पैदल नहीं जा सकता। उन्होंने मांग की कि दोपहिया वाहनों को जाने की अनुमति दी जाए। दुकानदारों को सोशल डिस्टेंस मेनटेन रखने के लिए प्रेरित किया जाए।
प्रशासन की हिदायतों पर ही की नाकेबंदी : ट्रैफिक इंचार्ज
ट्रैफिक इंचार्ज अनिल कुमार ने बताया कि प्रशासन की हिदायतों के अनुसार शहर के चारों तरफ नाके लगाकर लोगों को पैदल ही बाजार में आने के लिए कहा गया है ताकि सामाजिक दूरी बनी रहे और भीड़ न लगे।
कोविड-19 की महामारी के चलते पंजाब सरकार के फूड एंड ड्रग प्रशासन द्वारा फूड सेफ्टी व स्टैंडर्ड अथॉरिटी नई दिल्ली द्वारा तैयार किए गए ऑनलाइन ट्रेनिंग प्रोग्राम अनुसार सभी खाने पीने वाली चीजों के कारोबार करने वालों के लिए मिशन तंदरुस्त पंजाब तहत मुफ्त ऑनलाइन ट्रेनिंग का कार्य किया है। कोविड-19 महामारी के चलते पहले जैसे हालात नहीं रहे। इस कारण खाने-पीने वाली चीजों का कारोबार करने वालों के लिए वायरस से बचने के लिए अौर भी सावधानी प्रयोग करने की जरूरत है ताकि बचाव के ढंग अपनाकर कारोबार के साथ महामारी से बचाव हो सके।
इसके लिए पंजाब सरकार ने मुफ्त ऑनलाइन ट्रेनिंग देने का कार्य किया है जोकि कारोबार के लिए लोग हित में बहुत ही लाभदायक सिद्ध होगा। मनोज खोसला सहायक फूड कमिशनर ने बताया कि ‘fssai.gov.in’ की वेबसाइट पर पूरी जानकारी दी गई है। लिंक व ऑनलाइन ट्रेनिंग उपरांत एफएसएसएआई द्वारा सर्टीफिकेट जारी किया जाएगा। यह ट्रेनिंग मोबाइल, लेपटॉप जा कंप्यूटर पर ली जा सकती है।
कर्फ्यू के कारण जिला प्रशासन की अाेर से दी गई छूट में कमाही देवी की सीएसडी कैंटीन भी खोल दी गई, जिसके कारण लोगों की भीड़ इकट्ठी हो गई। सुबह 5 बजे से ही लोग कैंटीन के बाहर अपने खाली बैग रखकर अपना नंबर लगाते देखे गए। सुबह 9 बजे के करीब बहुत बड़ी भीड़ कैंटीन के आसपास बिना साेशल डिस्टेंसिंग के इकट्ठी हो गई। कैंटीन प्रबंधक और स्टाफ की ओर से लोगों को बार-बार एक-दूसरे से उचित दूरी बनाए रखने की अपील की गई, परन्तु लोगों का इस पर असर न होने पर कैंटीन स्टाफ की अाेर से पुलिस को स्थिति को काबू करने के लिए बुलाया गया।
वहीं, एएसआई सतनाम सिंह ने पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंच लोगों को उचित दूरी बनाए रखने की हिदायत दी और इसको न मानने वालो पर उचित कार्रवाई करने की चेतावनी दी और साथ में कैंटीन स्टाफ को दिन में टोकन देकर उतने ही लोगों को सामान देने के निर्देश दिए। स्थानीय लोगों ने कहा कि कैंटीन में ग्रोसरी का सामान लेने कई गांवों से लोग आते हैं, इसलिए
सरकार के कैंटीन सेवा को खोलने की अनुमति देने के फैसले से कोरोना के फैलने का खतरा और बढ़ सकता है। समाजसेवी सुभाष सिंह ने सरकार से मांग की है कोरोना को रोकने के लिए फिलहाल कैंटीन सेवा बंद कर देनी चाहिए।
इधर, बाजारों को नो व्हीकल जोन
घोषित करने से कई लोग परेशान
शहर के बाजारों में भीड़ कम करने के लिए बाजारों को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। इसके चलते लोग बाजारों में पैदल ही खरीदारी करते दिखाई दिए। पुलिस द्वारा शहर के एंट्री प्वाइंट पर नाके लगाए हुए थे। किसी भी वाहन चालक को बाजार में वाहन लेकर जाने नहीं दिया गया, जिस कारण लोगों को परेशानी भी पेश आई। नो व्हीकल जोन घोषित किए जाने पर शहर के लोगों की अलग-अलग राय है।
बीजेपी के जिला लाेकल बाॅडी सैल के अध्यक्ष संजीव सूद का कहना है कि पुलिस प्रशासन को बाजारों में सिर्फ चारपहिया वाहनों पर ही रोक लगानी चाहिए, क्योंकि इन्हीं के कारण बाजार में जाम की स्थिति उत्पन्न होती है। दोपहिया वाहनों को शहर में आने की परमिशन मिलनी चाहिए।
वहीं, शहर के समाजसेवी और अकाली लीडर अमरिंदर सिंह हैली का कहना है कि गर्मी के चलते लोगों काे बाजारों में पैदल सामान खरीदने में परेशानी पेश आएगी। सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को पेश आएगी, क्योंकि उनके द्वारा कोई भी भारी सामान उठाकर घर ले जाना मुश्किल होगा।
वहीं, भाजपा पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष योगेश सूद का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा लिया गया यह फैसला बिल्कुल सही है। इससे बाजारों में भीड़ नहीं हो रही और लोग आराम से अपनी खरीददारी कर रहे हैं। बाजारों में वाहनों के कारण भारी भीड़ हो जाती है, जिससे बाजारों में जाम लगता है और परेशानी पेश आती है।
दो ट्रॉली तूड़ी और दवाएं भी दान के रूप में दीं
करोना महामारी जैसी विश्वव्यापी आपदा के चलते गौशाला में तूड़ी व चारे के लिए आए संकट में गोवंश की मदद के लिए एक एनआरआई परिवार आगे आया है। इन्होंने वीरवार को गौशाला में पहुंचकर गोवंश की सेवा की और गौशाला के लिए आर्थिक सहयोग भी दिया। एनआरआई परिवार ने बजरंग दल पंजाब प्रदेश के वरिष्ठ नेता नरेश पंडित की अपील पर गौशाला में गउअाें की सेवा की।
गौर हो कि भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है।
इसे रोकने के लिए पूरे भारत में 17 मई तक लॉकडाउन-3 लागू है। इस लॉकडाउन में कोई भूखा न रहे, इस संकल्प के साथ सरकारें और सभी संगठन कई प्रकार की मुहिम चला रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर गोबिंद गोधाम गौशाला कमेटी गायों की सेवा में लगी है। लॉकडाउन के कारण गोशाला में रहने वाले गोवंश को भी भूसा और चारे की समस्या आ रही है।
गोबिंद गोधाम स्थित गोशाला में करीब 1000 से अधिक गाय हैं। इस संकट की घड़ी में बजरंग दल नेता नरेश पंडित ने जनता से गोवंश की सेवा व आर्थिक मदद की अपील की थी, जिसके चलते कपूरथला का एक एनआरआई परिवार
गोवंश की सेवा के लिए आगे आया है। एनआरआई सुखदेव शर्मा, दीपक कुमार शर्मा गोबिंद गोधाम गोशाला में अाए और गायों की सुध ली है। गायों के लिए दो ट्रॉली तूड़ी और दवाएं दान के रूप में गोशाला को दीं। उन्होंने कहा आगे भी जरूरत पड़ने पर वह मदद करने को तैयार रहेंगे।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी सरकारी या गैरसरकारी संस्थाएं अपनी अहम भूमिका निभा रही हैं। इसी संदर्भ में वीरवार काे एससीबीसी कर्मचारी फेडरेशन तलवाड़ा की अाेर से फेडरेशन के चेयरमैन रमेश कुमार के नेतृत्व में थाना प्रभारी भूषण सेखड़ी तथा उनके स्टाफ मेंबरों को पीपीई किट्स का योगदान दिया गया।
इस मौके पर फेडरेशन के चेयरमैन रमेश कुमार तथा प्रधान करनाल सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जहां डाक्टर व अन्य चिकित्सा स्टाफ अपनी भूमिका निभा रहे हैं, वहीं पुलिस प्रशासन भी उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है, इसलिए एससीबीसी कर्मचारी फेडरेशन द्वारा तलवाड़ा पुलिस प्रशासन के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए उन्हें आवश्यकतानुसार कोरोना से बचाव के लिए यह पीपीई किट भेंट की जा रही हैं।
एससीबीसी फेडरेशन तलवाड़ा के इस योगदान के लिए थाना प्रभारी तलवाड़ा भूषण शेखड़ी द्वारा पुलिस स्टाफ की तरफ से धन्यवाद किया गया। इस मौके पर फेडरेशन के अन्य सदस्य व श्री गुरु रविदास धार्मिक सभा तलवाड़ा के चेयरमैन राज कुमार विरदी, प्रधान जगदेव सिंह, महासचिव विजय पाल सिंह, बोधराज प्रधान, पीएसपीसीएल तलवाड़ा, मास्टर जसवीर, दीपक ठाकुर तथा अन्य पुलिस स्टाफ के सदस्य माैजूद थे।