कोरोना महामारी से बचने के लिए लागू लॉकडाउन में अधिकतर काम के लिए हम ऑनलाइन बेवसाइट्स पर निर्भर हो गए हैं। इन दिनों ऑनलाइन पढ़ाई पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। कई एजुकेशनल पोर्टल खुल गए हैं। लाखों लोग ऑनलाइन क्लासेस ले रहे हैं। ऐसे में साइबर अटैक के मामले भी बढ़े हैं। शनिवार को एक रिपोर्ट पेश किया गया है कि इसके मुताबिक, साल 2020 के पहले तीन माह के दौरान एजुकेशन पोर्टल पर हैकिंग के मामलों में तीन गुनावृद्धि देखी गई है। यह साइबर अटैक डिस्ट्रीब्यूटेड डेनियल ऑफ सर्विस (डीडाॅस, DDoS) डीडाॅस के जरिए किया गया है।
मौजूदा स्थिति का फायदा उठा रहा है DDoS
साइबर सिक्योरिटी कैस्पर्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस समय जब लोग अपने घरों में बंद हैं और डिजिटल संसाधनों पर निर्भर हैं। ऐसे समय में डीडाॅस मौजूदा स्थिति का फायदा उठा रहा है। जनवरी माह से कोरोनावायरस महामारी शुरू हुई है। इस दौरान ऑनलाइन संसाधनों में बढ़ी मांग के चलते साइबर अटैक के मामले में भी तेजी से वृद्धि हो रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, हैकर्स का फोकस सबसे महत्वपूर्ण डिजिटल सेवाओं पर रहता है जिसका लाॅकडाउन में लोग ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है।
क्या होता है DDoS?
इस तरह के साइबर हमले हैकर्स साइट पर एक साथ लाखों-करोड़ों संदेशों की बौछार कर देते है, ताकि वह ठप पड़ जाए। इस तरह के हमले में अगर एक नेटवर्क पर संदेशों का जाम लग जाता है इससे दूसरा नेटवर्क भी ओवरलोड का शिकार हो जाता है और लोगों को साइट खोलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इंटरनेट ट्रैफिक जाम होने की वजह से साइट खुलने में देरी, इंटरनेट का धीमा चलना और बार-बार हैक होने से लोग परेशान है। बता दें कि साल 2016 में मुंबई में इस तरह का बड़ा हमला किया गया था। इस संबंध में आईटी कंपनी जॉइस्टर ने मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थीं।
ब्राजील के एक शख्स में तीन किडनी देखी गईं और तीनों ही सामान्य तरीके काम कर रही हैं। यह मामला तब सामने आया जब उस शख्स को पेट के निचले हिस्सेमें तेज दर्द शुरू हुआ। 38 साल का शख्स डॉक्टर के पास पहुंचा और तो उसे सीटी स्कैन की सलाह दी गई। स्कैन रिपोर्ट में तीन किडनी होने की पुष्टि हुई। जांचमें स्लिप डिस्क की समस्या सामने आई और इलाज किया गया।
हैरान हैं डॉक्टर
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, वह शख्स ब्राजील की राजधानी साओ पाउलो का रहने वाला है। अस्पताल में स्लिप डिस्कके इलाज के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज के शरीर में किडनी से जुड़ी कोई समस्या नहीं मिली। यह मामला सामने आने के बाद डॉक्टर भी हैरान हैं।
कब बनती है ऐसी स्थिति
डॉक्टरों के मुताबिक, यह एक दुर्लभ स्थिति है। ऐसी स्थिति तब बनती है जब गर्भावस्था में भ्रूण के विकास के दौरान कोई एक किडनी दो हिस्सों में बंट जाती है।हालांकि ऐसा होने पर उनमें कोई असामान्य लक्षण नहीं दिखाई देते, इसलिए उन्हें पता नहीं चल पाता कि ऐसा कुछ शरीर में हुआ है। किसी तरह की जांच या एक्सीडेंट की स्थिति में इसका पता चल पाता है।
मरीज को पेनकिलर्स दिए गए
रिपोर्ट में डॉक्टरों का कहना है कि शख्स को किसी खास तरह के किडनी ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं है। सिर्फ बैक पेन के लिए उसे पेनकिलर दिए गए हैं।
अमेरिकी सरकार एच1-बी जैसे वर्क वीजा पर अस्थाई प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में बड़ी तादाद में लोगों की नौकरियां जाने का खतरा है। इसके चलते सरकार यह फैसला ले सकती है। अमेरिका से ज्यादा एच1-बी वीजा हासिल करने वाले भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स और छात्र ही हैं।
अमेरिकी सरकार ने हाल ही में कोरोनावायरस के चलते एच-1बीवीजाधारकों और ग्रीनकार्ड आवेदकों को 60 दिन की छूट दी है।हालांकि, यह छूट सिर्फ उन लोगों को दी गई है, जिन्हें दस्तावेजोंको जमा करने के चलते नोटिस दिया गया है।
रिपोर्ट में क्या कहा गया?
शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘‘राष्ट्रपतिडोनाल्ड ट्रम्प के इमिग्रेशन एडवाइजर एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डरलाने की योजना बना रहे हैं। उम्मीद है कि यह इसी महीने आजाएगा। इसमें वर्क वीजा पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने की बात होसकती है। माना जा रहा है कि ऑर्डर की वीजा कैटेगरी मेंएच1-बी (स्किल्ड वर्कर्स) और एच-2बी (माइग्रेंट वर्कर्स) कोशामिल किया जा सकता है।’’
अमेरिका को बेरोजगारों की चिंता
कोरोना महामारी के चलते बीते 2 महीने में अमेरिका में 3.3करोड़ लोगों को नौकरी गंवानी पड़ी है। इससे देश कीअर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष(आईएमएफ) और विश्व बैंक ने भी अमेरिका की ग्रोथ रेटनिगेटिव आंकी है। व्हाइट हाउस के अफसरों के मुताबिक, वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही में देश की ग्रोथ 15-20% निगेटिव मेंरहने की आशंका है।
सांसदों ने भी ट्रम्प से वीजा सस्पेंड करने की बात कही
सीनेट के 4 सांसदों चक ग्रेसली, टॉम कॉटन, टेड क्रूज और जोशहॉल ने शुक्रवार को ट्रम्प को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने लेबरडिपार्टमेंट की रिपोर्ट दी। इसमें बताया गया कि कोरोना ने अप्रैलमें 2 करोड़ नौकरियां खत्म कर दीं। इसके चलते बेरोजगारी दर14.7% हो गई। लिहाजा विदेशों से आने वाले वर्करों का वीजाकम से कम एक साल के लिए सस्पेंड कर देना चाहिए।
सांसदों ने इन वीजा को सस्पेंड करने की मांग की
पिछले साल ओटीपी वीजा वालों में 40% भारतीय
ओटीपी वीजा के सस्पेंड होने से भारतीय छात्रों में पर असरपड़ेगा। हर साल भारत से कई स्टूडेंट फॉरेन स्टूडेंट वीजा परग्रेजुएशन के लिए अमेरिका जाते हैं। ग्रेजुएशन होने के बादअमेरिका उनके वीजा में विस्तार करता है। इसे ओटीपी वीजाकहते हैं। इसके तहत विदेशी छात्र एक से तीन साल तकअमेरिका इंटर्नशिप कर सकते हैं। 2019 में अमेरिका में विदेशके दो लाख 23 हजार स्टूडेंट ऐसे थे, जिन्हें ग्रेजुएशन के बादओटीपी वीजा मिला था, इसमें करीब 40% भारतीय थे।
क्या है एच1-बी वीजा?
एच1-बी नॉन-इमिग्रेंट वीजा है, जिसके तहत अमेरिकी कंपनियांविदेशी कामगारों (खासकर भारत और चीन के आईटीप्रोफेशनल्स) को अपने यहां काम करने बुलाती हैं। इस समयकरीब 50 हजार अप्रवासी कामगार एच1-बी वीजा पर अमेरिका मेंकाम कर रहे हैं। नियम के अनुसार, अगर किसी एच-1बीवीजाधारक की कंपनी ने उसके साथ कांट्रैक्ट खत्म कर लिया हैतो वीजा स्टेटस बनाए रखने के लिए उसे 60 दिनों के अंदर नईकंपनी में जॉब तलाशना होगा।
कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच महेंद्र सिंह धोनी का सोशल मीडिया पर नया लुक नजर आया है। उनकी बेटी जीवा धोनी सिंह नाम के इंस्टाग्राम से एक वीडियो शेयर किया गया, जिसमें धोनी काले छोटे बाल और सफेद बियर्ड दाढ़ी में नजर आ रहे हैं। वीडियो में वे अपने फार्म हाउस पर बेटी और डॉग के साथ खेल रहे हैं।
पूर्व भारतीय कप्तान धोनी वनडे वर्ल्ड कप 2019 के बाद से ही क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने आईपीएल से वापसी का प्लान बनाया था, लेकिन यह अभी संभव होता नहीं दिख रहा है। कोरोना और लॉकडाउन के कारण आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।
धोनी ने रैना से कहा- तेरी दाढ़ी सफेद हो गई
धोनी आईपीएल में फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) टीम के कप्तान हैं। इसी बीच सीएसके ने भी धोनी और सुरेश रैना का एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें धोनी क्लीन सेव नजर आ रहे हैं, लेकिन रैना बियर्ड में दिखते हैं। रैना गले मिलते हैं, तो धोनी कहते हैं कि तेरी दाढ़ी के बाल सफेद हो गई।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ा। उन्हें रायपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। उनकी हालत फिलहाल गंभीर है।डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट हुआ है।
शनिवार सुबहकरीब 7 बजे उनकी पत्नी और विधायक डॉ. रेणु जोगी ने अजीत काब्लड प्रेशर चेक किया। काफी कम होने और उसमें सुधार नहीं होने पर जोगी कोदेवेंद्र नगर स्थित श्रीनारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया। बेटे अमित जोगी ने पिता की तबीयत खराबहोने की बात कही है। वे बिलासपुर से रायपुर के लिए रवाना हो गए हैं।
अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टरसुनील खेमका ने बताया- जोगी को कार्डियक अरेस्ट आया था। अब रिकवरी हो रही है। हालांकि, स्थिति अब भी गंभीर है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बेटे अमित जोगी से फोन पर अजीत केस्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
डॉ. खेमका के मुताबिक, “जोगी घर में व्हील चेयर पर टहल कर इमली खा रहे थे। इसी दौरानइमली का बीज उनके गले मे अटक गया। इससे हार्टबीट असामान्य हो गई। हालांकि, अब ये नॉर्मल है। उन्हें दो दिन ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।” खेमका ने जोगी कोएयर एम्बुलेंससे दिल्ली ले जाने की बात से इनकार कर दिया। कहा-अभी इसकी जरूरत नहीं है।
वेटरन एक्टर ऋषि कपूर का 67 साल की उम्र में 30 अप्रैल को निधन हो गया था। वह पिछले दो साल से ल्यूकेमिया से जूझ रहे थे। लंबे समय तक अपना इलाज अमेरिका में करवाने के बाद वह पिछले साल मुंबई लौट आए थे। वह फिल्मों में 'शर्माजी नमकीन' के जरिए वापसी करने वाले थे जो कि पिछले साल दिसंबर में फ्लोर पर जा चुकी थी। इस फिल्म में वह मेन लीड में नजर आएंगे। उनके निधन से यह कयास लगाए जा रहे थे कि फिल्म अब ठंडे बस्ते में चली जाएगी लेकिन पिछले दिनों ही यह साफ कर दिया था कि ऐसा नहीं होगा।
वीएफएक्स की मदद लेंगे मेकर्स: दरअसल, ऋषि अपने हिस्से की ज्यादातर शूटिंग पूरी कर चुके थे। बस कुछ दिनों की शूटिंग ही बाकी थी। ऐसे में निर्माता हनी त्रेहान ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में फिल्म पूरी करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि निर्देशक हितेश भाटिया और क्रू के पास बिना लीड एक्टर के फिल्म को पूरा करने की चुनौती है।ऐसे में हम एडवांस टेक्नोलॉजी,वीएफएक्स और कुछ स्पेशल टेक्निक के सहारे हम बिना क्वालिटी में कॉम्प्रोमाइज किए बगैर फिल्म की शूटिंग पूरी करेंगे। हम इसे लेकर कुछ वीएफएक्स स्टूडियो से भी बातचीत कर रहे हैं कि आगे क्या और कैसे किया जा सकता है।
सिर्फ चार दिन की शूटिंग थी बाकी: त्रेहान ने आगे बताया, 'हमने जनवरी तक दिल्ली में फिल्म का काफी हिस्सा शूट कर लिया था। सिर्फ चार दिनका शेड्यूल पेंडिंग था। ऋषिजी सिल्वर स्क्रीन के लीजेंड थे, ऐसे में यह फिल्म उन्हें समर्पित है और हम उनके चाहने वालों के लिए फिल्म को ज़रूर रिलीज करेंगे। मैं हमारे अन्य निर्माताओं रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर को बहुत धन्यवाद कहना चाहता हूं जो हमें न सिर्फ आर्थिक बल्कि भावनात्मक सहयोग भी दे रहे हैं।'
कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासियों के आने का सिलसिला जारी है। शनिवार को 15 ट्रेन से 18115 लोग बिहार लौट रहे हैं। इनमें से दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुजफ्फरपुर और छपरा आ गई है।
मुजफ्फरपुर जंक्शन पर दिल्ली से ट्रेन आई। इसपर 1200 से अधिक लोग सवार थे। आरपीएफ, जीआरपी और जिला पुलिस के जवान भारी संख्या में प्लेटफॉर्म पर तैनात थे। प्रवासियों को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए बारी-बारी से प्लेटफॉर्म के बाहर निकाला गया। प्लेटफॉर्म से निकलते समय सभी यात्रियों को खाना का पैकेट और पानी दिया गया। मुजफ्फरपुर से प्रवासियों को बस द्वारा उनके जिलों के ब्लॉक में बने क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया।
सूरत से छपरा आई स्पेशल ट्रेन
छपरा स्टेशन पर शनिवार को सूरत से श्रमिक स्पेशल ट्रेन आई। इस ट्रेन में 1206 लोग सवार थे। प्लेटफॉर्म पर मेडिकल टीम ने सभी प्रवासियों की स्क्रीनिंग की। स्टेशन परिसर में यात्रियों को खाना और पानी दिया गया। इसके बाद सभी को बस से उनके जिलों के ब्लॉक में बने क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया। अपने घर पहुंचकर प्रवासी खुश दिखे।
बांका: लिंगमपल्ली से 1250 श्रमिकों को लेकर आई ट्रेन
तेलंगाना के लिंगमपल्ली से 1250 श्रमिकों को लेकर स्पेशल ट्रेन बांका स्टेशन पहुंची। सभी प्रवासियों को मेडिकल जांच के बाद बसों द्वारा उनके प्रखंड के क्वारैंटाइन सेंटर भेजा गया।
पंचकूला में एक फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों ने 2 महीने से वेतन नहीं मिलने पर हंगामा शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने फैक्ट्री संचालक पर आरोप लगाया कि उन्हें लॉगडाउन के दौरान कंपनी की ओर से मार्च-अप्रैल की वेतन नहीं दी गई। हंगामा करने वाले 30 से ज्यादा कर्मचारियों ने फैक्ट्री के बाहर बने पार्क में बैठकर विरोध किया।
जब इस बात का पुलिस को पता चला तो मौके पर पीसीआर पहुंची। कर्मचारियों ने जब वेतन न मिलने की बात पुलिस को बताई तो पुलिस ने फैक्ट्री मालिक से इस बारे बात की। उसके बाद पुलिस ने इन कर्मचारियों को यहां से जाने के लिए कहा। कर्मचारियाें ने बताया किपुलिस फैक्ट्री के मालिक से बात कर रही हैं और उनकी ओर से एक या 2 दिन के अंदर इनकी सैलरी देने के बारे में कहा गया है।
शनिवार को सैलरी नहीं मिलने पर विरोध कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि उनकी फैक्ट्री में ढाई सौ से ज्यादा कर्मचारी हैं जिन्हें सैलरी नहीं मिली है। अब जब पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को इस बात का पता चला तो फैक्ट्री संचालक अगले 2-4 दिनों में कर्मचारियों की सैलरी देने के लिए बात कर रहे हैं।
शहर में शनिवार दोपहर 6 नए करोना संक्रमित मिले। यह पहला अवसर है, जब हॉट स्पॉट बन चुके भीतरी शहर से एक भी नया पॉजिटिव केस नहीं मिला है। आज मिले सभी 6 संक्रमित बाहरी शहर के हैं। इस तरह अब तक शहर में 857 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं, अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 339 लोग कोरोना को मात देकर अपने घर लौट चुके हैं।
आज मिले संक्रमितों में से तीन हनवंत बीजेएस कॉलोनी से हैं। जबकि एक-एक मधुबन, मेहलों की ढाणी व भदवासिया क्षेत्र से हैं। आजबड़ी राहत यह रही कि भीतरी शहर से कोई नया मामला सामने नहीं आया। लम्बे अरसे बाद यह पहला ऐसा दिन है, जब भीतरी शहर से कोई नया मामला नहीं मिला। शहर में अब तक मिले 857 संक्रमितों में सबसे अधिक मामले भीतरी शहर से है।
अब मेड़ती गेट में सर्वाधिक 83 पॉजिटिव केस
पहले विदेश से लौटे लोगों में कोरोना वायरस मिला तो उसके बाद नागौरी गेट, उदयमंदिर कोरोना पॉजिटिव केस के लगातार सामने आने से हॉट स्पाट बने। अब मेड़ती गेट शहर के सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस देने वाला क्षेत्र बन गया है। वार्ड-44 के इस एरिया में अब तक 83 केस सामने आ चुके हैं। स्थानीय लोगों में कोरोना का विस्फोट नागौरी गेट, नया तालाब और उदयमंदिर से शुरू हुआ था। परकोटे के किनारे बसे इन इलाकों की बसावट, तंग गलियां और छोटे मकानों में ज्यादा लोगों के एक साथ रहवास ने कोरोना संक्रमण को एक से दूसरे में पहुंचने का मौका दिया। यहां से कागा कागड़ी, अजय चौक, मेहरों का चौक, गुलाब सागर, उम्मेद चौक, फतेहसागर, घोड़ों का चौक, कबूतरों का चौक व जालप मोहल्ला तक में यह फैल चुका है। जब नागौरी गेट व उदयमंदिर आसन में तेजी से मामले बढ़ रहे थे, तब यही माना जा रहा था कि बाकी शहर में इतना असर नहीं है। अप्रैल के तीसरे सप्ताह में इस संक्रमण ने भीतरी इलाकों को भी चपेट में लेना शुरू कर दिया। ठेठ जालप मोहल्ले व चांदी हॉल के बाद कोरोना वायरस खांडा फलसा, जूनी मंडी, सिटी पुलिस व सिवांची गेट थाना क्षेत्र तक पहुंच गया। उदयमंदिर से नई सड़क की ओर जाने वाली सड़क पर आगे बढ़ा तो बम्बा, मेड़ती गेट, घंटाघर, नई सड़क, पुराने स्टेडियम, सोजती गेट, मकराना मोहल्ला, नया बास, लखारा बाजार, सोनारों का बास, कबूतरों का चौक जैसे अंदरुनी इलाकों में अब असर दिखा रहा है।
शहर में शनिवार को कुल 20 नए कोराना पॉजिटिव केस सामने आए। इसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 1165 पहुंच गया। इनमें 54 मरीजों की मौत हो चुकी है। शनिवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जारी कोरोना अपडेट्स केआंकड़ों के अनुसार जयपुर में 1165 में से 720 मरीज रिकवर हो चुके हैं। उनकी मेडिकल रिपोर्ट अब नेगेटिव आ चुकी है। इनमें 641 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया जा चुका है। इसके बाद अब 391 एक्टिव केस बचे हैं,जिनका अस्पताल में उपचार जारी है।
वहीं, राजधानी में लॉकडाउन 3.0 के दौरान अब शहर के 34 थाना क्षेत्रों के चिन्हित इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। यहां कोरोना संक्रमित केस आने से एक किलोमीटर के दायरे मेंकर्फ्यू लगाया गया है। वहीं, परकोटे के सभी थाना इलाकों में कर्फ्यू जारी है। परकोटे के सात थाना क्षेत्रों में 27 मार्च को कर्फ्यू लगाया गया था। इससे पहले शुक्रवार रात को कोरोना संक्रमितों के नए केस आने के बाद शिप्रापथ, सोढाला, खोनागोरियान, जालूपुरा व शास्त्री नगर थाना इलाकों में चिन्हित एरिया में कर्फ्यू लगाया गया।
शहर के 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि शहर में 566 स्थानों पर सुबह व रात को नाकाबंदी जारी है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों में पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। 3 मई से एक आदेश जारी कर शाम 7 से सुबह 7 बजे तक सभी क्षेत्रों में आवाजाही पर पूरी तरह से निषिद्ध किया गया है। शहर में लॉकडाउन के दौरान गारमेंट्स, ज्वैलर्स, बैंगल्स एवं हेयर ड्रेसर की दुकानों के खुलने पर कार्रवाई की जा रही है।
लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक जयपुर में 897 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उल्लंघन करने पर 16 आपराधिक केस दर्ज किए गए हैं। इसी तरह, शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रोन से निगरानी जारी है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर अब तक 16 हजार 253 वाहन जब्त किए गए हैं। वहीं, शहर के क्वारेंटाइन सेंटर्स में रखे गए लोगों की निगरानी के लिए आरएसी बल के जवानों कीतैनातगी जारी है।
रविवार को अंतरराष्ट्रीय मदर्स डे है। माता खुद के सुख का ध्यान न रखते हुए अपने बच्चों को खुश रखने के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करती है। निस्वार्थ भाव से संतान का पालन करती है। इसी वजह से मां को सबसे महान माना गया है। इस दिन दुनियाभर में लोग अपनी-अपनी मां के सामने आभार प्रकट करते हैं, माता के सम्मान में उत्सव मनाते हैं, उपहार देते हैं। माताएं भी अपनी संतान को जीवनभर सुखी रहने का आशीष प्रदान करती हैं। हिन्दू धर्म में जन्म देने वाली मां के साथ ही देवियों के अलग-अलग स्वरूपों को भी मां माना गया है। मदर्स डे के अवसर जानिए कुछ ऐसे शहरों के बारे में जिनके नाम देवी मां के अलग-अलग स्वरूपों के नाम पर रखे गए हैं। मान्यता है कि इन शहरों पर देवी मां की विशेष कृपा रहती है, यहां रहने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
मुंबई
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई का ये नाम वहां स्थित मूंबा देवी के नाम पर रखा गया है। मुंबई शब्द मुंबा यानी महा अंबा और आई यानी मां से मिलकर बना है। पहले इसे बॉम्बे या बंबई कहा जाता था, लेकिन 1995 में इसका मराठी नाम मुंबई कर दिया गया। मुंबा देवी मंदिर लगभग 400 साल पुराना है। पुराने समय में यहां मछुआरों की बस्ती थी। इन लोगों ने मुंबा देवी की स्थापना की थी।
चंडीगढ़
पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का नाम चंडी माता के नाम पर पड़ा है। चंडीगढ़ यानी चंडी का किला। ये मंदिर चंडीगढ़ से करीब 15 किमी दूरी पर स्थित है। मंदिर में देवी चंडी के साथ ही श्रीराम, शिव, राधा-कृष्ण और हनुमानजी की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर का इतिहास काफी पुराना है।
नैनीताल
नैनीताल उत्तराखंड का बहुत ही सुंदर पर्यटन स्थल है नैनीताल। यहां नैना देवी का प्राचीन मंदिर स्थित है। यहां कई झीलें हैं। नैनी झील के किनारे परे देवी मंदिर है। नैना यानी आंखें और ताल यानी झील। प्राचीन कथा के मुताबिक दक्ष प्रजापति के हवन कुंड में कूदकर देवी सती ने अपना शरीर त्याग दिया था। इसके बाद शिवजी सती के जलते हुए शरीर को लेकर पूरी सृष्टि में घूमे थे। इस दौरान जहां-जहां सती के शरीर के हिस्से गिरे वहां-वहां शक्तिपीठ स्थापित हुए। नैनीताल में देवी की आंखें गिरी थीं। इसीलिए इसे नैनादेवी कहा जाता है।
त्रिपूरा
भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है त्रिपूरा। इस राज्य का नाम त्रिपूरासुंदरी देवी के नाम पर पड़ा है। अगरतला इस राज्य की राजधानी है। यहां मान्यता प्रचलित है कि प्राचीन समय में ययाति वंश के एक राजा त्रिपुर के नाम पर इस क्षेत्र का नाम पड़ा है। एक अन्य मान्यता प्राचीन त्रिपुरासुंदरी देवी मंदिर से जुड़ी है।
मैंगलोर या मैंगलुरु
मैंगलोर यानी मैंगलुरु कर्नाटक में अरब सागर के पास स्थित है। यहां मान्यता प्रचलित है कि इस नगर का नाम यहां स्थित मंगलादेवी मंदिर के नाम पर पड़ा है। इस मंदिर का निर्माण अट्टावर के बलाल वंश द्वारा करवाया गया है।
लॉकडाउन के चलते सभी राज्य अपने- अपने स्तर पर बच्चों की पढ़ाई को जारी रखने में मदद कर रहे है। इसी क्रम में अब मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए दूरदर्शन पर क्लासेस शुरू होगी। इसके लिए सरकार ने तैयारी भी शुरू कर दी गई है। फिलहाल राज्य में 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स का पढ़ाई दूरदर्शन के माध्यम से शुरू होंगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन से अनुबंध कर लिया है। यह 'क्लासरूम' दूरदर्शन पर सोमवार, 11 मई से शुरू होगी, जो 30 जून तक चलेगी।
दो पालियों में होगी क्लासेस
दरअसल, राज्य में लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल बंद हैं। ऐसे छात्रों की पढ़ाई में कई तरह की बाधाएं आ रही है। इन्हीं सब को देखते हुए शिक्षा विभाग ने दूरदर्शन के साथ अनुबंध कर यह पहल की है। जिसके बाद अब दूरदर्शन मध्य प्रदेश पर सोमवार से शुक्रवार तक दो पालियों में दो घंटे तक कक्षाएं चलेगी। 10वीं कक्षा के लिए दोपहर 12 बजे से एक बजे तक और 12वीं के छात्रों के लिए दोपहर 3 से 4 बजे तक 'क्लासरूम' चलेगा। इसमें एक घंटे का प्रसारण निशुल्क होगा और इसका खर्च विभाग करेगा।
18 लाख छात्रों को फायदा
दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले 'क्लासरूम' कार्यक्रम के लिए शिक्षकों को भी डिजिटल कंटेंट उपलब्ध कराया जाएगा। ऐसा होने से ऑनलाइन क्लास के दौरान शिक्षक छात्रों के सवालों पर समझा सकेंगे। दूरदर्शन के जरिए शुरू होने वाली क्लासेस से राज्य में 10वीं- 12वीं के करीब 18 लाख छात्रों को फायदा होगा। इससे पहले बिहार, उत्तर प्रदेश, मेघालय आदि राज्य भी क्षेत्रीय दूरदर्शन पर बच्चों के लिए क्लासेस शुरू कर चुके हैं।
सौराष्ट्र यूनिवर्सिटी के मनोविज्ञान भवन के काउंसिलिंग सेंटर में मिल रही शिकायतों में लॉकडाउन से संतानों की आदतें बिगड़ने की समस्याएं सामने आ रही हैं।
मेरी बेटी का दिमाग फिर गया है
एक महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि इस लॉकडाउन ने मेरी बेटी का दिमाग फिर गया है। मैं अपनी इकलौती बेटी का भविष्य बिगड़ते देख रही हूं। अब तक वह सोशल मीडिया से दूर रहती थी, पर अब वह इसमें इतनी अधिक तल्लीन हो गई है कि केवल टिकटॉक में रमी रहती है। वह तो साफ कहती है कि अब मुझे पढ़ाई करनी ही नहीं है।
गाड़ी पंक्चर है, उसे कैसे ठीक करवाएं
साहब, मुझे बेटे को लेकर हॉस्पिटल जाना है, इतने दिनों से पड़ी गाड़ी पंक्चर हो गई है। कोई गैरेज खुला नहीं है, हमारे लिए तो बहुत ही ज्यादा मुश्किल है। हम जैसे लोग छोटी-छोटी समस्याओं में ही उलझ जाते हैं। वह तो अच्छा हुआ कि पड़ोसी ने अपना धर्म निभाते हुए हमें सहायता की, नहीं तो न जाने हमारे साथ क्या होता। कोरोना के समाचार सुन-सुनकर हम तो पागल ही हो गए हैं। आवश्यक सेवाओं को तो अब शुरू कर देना चाहिए। ऐसी मेरी सरकार से अपील है।
सासु को समझाओ, मुझे मेरे बेटे से दूर रखती है
एक महिला ने शिकायत की कि मेरा बेटा अभी केवल दो महीने का है। मेरी सास उसे हमेशा अपने पास रखती है। केवल दूध पिलाने के लिए ही उसे मेरे पास लाती है। उसके बाद दिन भर वही रखती है। बच्चे को मां का दुलार चाहिए। इसे मेरी सास नहीं समझ पा रही है। वह कहती है कि बच्चे को कोरोना हो जाएगा। उसे कौन समझाए कि दूध पिला रही हूं, तो उसे कोरोना कैसे हो सकता है। पहले मुझे होगा, तभी तो उसे होगा।
पार्टी में शामिल नहीं हुआ, तो रिश्ता ही तोड़ दिया
एक व्यक्ति ने फोन करके कहा-मेरे रिश्तेदार का फोन आया कि बेटे का जन्म दिन है, शाम को पार्टी में आ जाओ। मैंने उनसे कहा कि लॉकडाउन चल रहा है, नियमों को तोड़कर आना संभव नहीं है। मैंने अपने अन्य रिश्तेदारों को भी समझाया कि उन रिश्तेदार के यहां पार्टी में न जाएं। अब वह रिश्तेदार मुझसे नाराज है। उसने सारे रिश्ते तोड़ दिए हैँ। अब वह मेरे साथ कोई रिलेशन नहीं रखना चाहता। अब आप ही उसे समझाओ। मैं आपको उनका नम्बर दे रहा हूं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज करने की पॉलिसी में बदलाव किया है। ऐसे मरीज जिनमें बहुत हल्के (वेरी माइल्ड), हल्के (माइल्ड) या फिर संक्रमण से पहले के लक्षण (प्री-सिम्पटमिक) हैं, उन्हें कोविड केयर फैसिलिटी में भर्ती किया जाएगा। उनके शरीर के तापमान और ऑक्सीजन के स्तर की नियमित जांच होगी। ऐसे मरीजों को 10 दिन बाद छुट्टी दी जा सकती है, बशर्ते उन्हें तीन दिन से बुखार नहीं आया हो। डिस्चार्ज से पहले कोरोना टेस्ट जरूरी नहीं होगा,लेकिनघर जाने के बाद 7 दिन आइसोलेशन में रहना पड़ेगा।
मॉडरेट केस ऑक्सीजन बेड वाले सेंटर में भेजे जाएंगे
कोरोना के औसत लक्षण(मॉडरेट) वाले मरीज ऑक्सीजन बेड वाले डेडिकेटेट कोविड हेल्थ सेंटर में भर्ती किए जाएंगे। बॉडी टेम्परेचर और ऑक्सीजन की नियमित जांच होगी। अगर बुखार 3 दिन में उतर जाता है और अगले 4 दिन तक ऑक्सीजन लेवल 95% से ज्यादा रहता है तो 10 दिन बाद छुट्टी दी जा सकती है,लेकिनसांस लेने में दिक्कत और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं होनी चाहिए।मॉडरेट केस में भी डिस्चार्ज से पहले टेस्ट जरूरी नहीं होगा।
तीन दिन में बुखार नहीं उतरे तो कितने दिन में छुट्टी मिलेगी?
ऐसे मरीज जो ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं और तीन दिन में बुखार नहीं उतरता, उन्हें बीमारी के लक्षण पूरी तरह खत्म होने पर ही छुट्टी दी जाएगी। लेकिनलगातार तीन दिन ब्लड में ऑक्सीजन का लेवलमेंटेन होना चाहिए।
गंभीर मरीजों को छुट्टी कब मिल पाएगी?
इन मरीजों को पूरी तरह रिकवर होने के बाद ही छुट्टी मिलेगी। डिस्चार्ज से पहले कोरोना टेस्ट भी होगा। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आनी चाहिए। गंभीर मामलों में कोरोना के वे मरीज शामिल होंगे जिनमें पहले से किसी गंभीर बीमारी की वजह से इम्युनिटी की कमी है। जैसे- एचआईवी पेशेंट, ऑर्गन ट्रांसप्लांट वाले या किसी और गंभीर बीमारी वाले मरीज।
(दिलीप ब्राम्हणे). महाराष्ट्र के अकोला मेंहैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक वर्दीधारी और एक बिना वर्दीधारी पुलिसवाले सड़क पर लॉकडाउन के नियम मनवाने के मामले में एक-दूसरे से भिड़ गए। दोनों ने एक-दूसरेको जमकर गालियां दीं और मारपीट की। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसके बाद आलाधिकारियों ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है। फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से अभी कोई भी केस दर्ज नहीं करवाया गया है।
ऐसे शुरू हुआ दोनों के बीचविवाद
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम को हुई इस घटना में एक पुलिसवाला दिन की ड्यूटी खत्म करके अपनी पत्नी के साथ किराने की दुकान परसामान खरीदने के लिए गया था।दुकान पर लंबी कतार लगी हुई थी और बिना वर्दीमेंफारुख खानबिना कतार के वहां खड़ा था। इसी दौरान वहांवर्दी मेंकांस्टेबलचंद्रकांत बराठे आए और दोनों के बीच में कतार में लगने को लेकर विवाद होने लगा।
वायरल हुआ घटना का वीडियो
कुछ ही देर में मामला बढ़कर मारपीट तक पहुंच गया। इस बीच फारुख ने चंद्रकांत को जमीन पर पटक दिया और उसी का डंडा छीनकर उसकी पिटाई कर दी। इसमें उसकी पत्नी ने भी उसका साथ दिया और दोनों ने मिलकर चंद्रकांत पर डंडे से कई वार किए।
पुलिस ने मामले में शुरू कीजांच
घटना का वीडियो मौके पर मौजूद किसी शख्स ने अपने मोबाइल फोन से तैयार किया और सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।लोग पुलिस वालों पर ट्विटर और फेसबुक पर हमलाकर रहे हैं। इस घटना को लेकर जिले के एसपी ने जांच के आदेश दिए हैं।दोनों पुलिसवालों को पूछताछ के लिए एसपी ऑफिस बुलाया गया है।
झज्जर के छुछकवास कस्बे में एक महिलापुलिसकर्मी के 20 वर्षीय बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना शुक्रवार रात की है। हत्या का आरोप उसी के साथियों पर है, जिनके साथ वह आखिरी बार देखा गया था। हालांकि युवक कई दिन से घर से गायब था। मृतक की पहचान सुशील उर्फ सोनू पुत्र राज सिंह निवासी मांगवास के रूप में हुई है। पुलिस ने मृतक के चाचा बिजेन्द्र पुत्र महाबीर की शिकायत पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सुनील पिछले काफी दिनों से घर से गायब था। वह अपने साथी मनीष निवासी अच्छेज व सोमबीर निवासी छुछकवास के साथ देखा गया था। इसी सूचना पर सुशील के परिजन अच्छेज भी गए थे। लेकिन वहां उन्हें सुशील नहीं मिला।
शुक्रवार देर रात परिजनों को सूचना मिली की सुशील का शव झज्जर के एक निजी अस्पताल में पड़ा है, उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। सुनील को उसका साथी सोमबीर ही अस्पताल में भर्ती करवाकर गया था और फरार हो गया। पुलिस ने अब छुछकवास पुलिस चौकी में मनीष, सोमबीर व अन्य पर मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत के दक्षिण में शुक्रवार को एक लैंडमाइन विस्फोट में पाकिस्तानी सेना के मेजर समेत छह सैनिक मारे गए। हमलापाकिस्तान-ईरान सीमा से 14 किलोमीटर अंदर हुआ। बताया कि विस्फोट एक रिमोट कंट्रोल डिवाइस के जरिए किया गया था।
पाकिस्तानी मिलिट्री के प्रवक्ता ने बताया कि फ्रंटियर कार्प्स साउथ बलूचिस्तान के जवान केछ जिले के बुलेदा से लौट रहे थे। इसी दौरान उन पर हमला किया गया। पाक सेना ने अपने बयान में कहा कि सैनिक मेक्रान के पहाड़ी इलाके में आतंकवादियों की ओर से इस्तेमाल किए जाने वाले रास्तों की जांच करने गए थे। मरने वाले मेजर की पहचान नदीम अब्बास भट्टी के रूप में हुई है। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के हफिजाबाद के रहने वाले थे।
बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली जिम्मदारी
स्थानीय मीडिया द बलूचिस्तान पोस्ट ने कहा है कि बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए लड़ रही ‘बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए)’ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, एक अन्य वेबसाइट में बताया गया कि ‘बलूच राजी अजोई संगर’ समूह ने भी हमले की जिम्मेदारी ली है।
वहीं, बीएलए ने हमले में मारे गए मेजर पर केच क्षेत्र में आपराधिक गैंग बनाने का आरोप लगाया है। कहा कि पाक सेना यहां ऐसे दस्ते का गठन कर रही है जो बलूच लोगों को मार रहे हैं। मेजर पर ड्रग डीलरों की मदद करने का भी आरोप लगाया गया है। बीएलए के प्रवक्ता को कोट करते हुए बलूचिस्तान पोस्ट ने लिखा, ‘‘पाकिस्तानी सेना ने पिछले कई दिनों से तिगरान और तुर्बत के इलाकों में अभियान चलाकर बलूच नागरिकों को निशाना बनाया है। इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों का उत्पीड़न भी किया गया है।’’
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और 5 अन्य बैंकों से 411 करोड़ रुपए लेकर तीन प्रमोटर देश छोड़कर भाग गए हैं। यह तीनों प्रमोटर रामदेव इंटरनेशल कंपनी चलाते हैं। इसकी शिकायत बैंक ने सीबीआई में दर्ज कराई थी और यह सभी प्रमोटर गिरफ्तार भी हुए थे।
कैनरा बैंक, यूनियन बैंक, आईडीबीआई बैंक ने भी दिया था कर्ज
जानकारी के मुताबिक रामदेव इंटरनेशनल के तीन प्रमोटरों ने एसबीआई सहित 6 बैंकों के कंसोर्शियम से 411 करोड़ रुपए का कर्ज लिए हैं। इसमें से 173 करोड़ रुपए का कर्ज एसबीआई ने दिया है। एसबीआई के अलावा बैंकों के इस कंसोर्शियम में सभी सरकारी बैंक हैं जिसमें कैनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया,आईडीबीआई बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और कॉर्पोरेशन बैंक का समावेश है। तीनों प्रमोटर नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता इस कंपनी के जरिए बासमती चावल का निर्यात करते हैं। यह निर्यात मुख्य रूप से पश्चिम एशियाई और यूरोपियन देशों में किया जाता है।
कंपनी ने प्लांट से मशीन भी निकाल लिया था
एसबीआई ने शिकायत में कहा है कि हरियाणा स्थित उक्त कंपनी के पास करनाल जिले में 3 राइस मिल और 8 सॉर्टिंग और ग्रेडिंग इकाईयां हैं। कंपनी की सउदी अरबिया और दुबई में भी कारोबार के लिए ऑफिस है। एसबीआई की शिकायत के मुताबिक 27 जनवरी 2016 को ही उस अकाउंट को एनपीए घोषित कर दिया गया था। जानकारी के मुताबिक सीबीआई जांच में मदद ना करने की स्थिति में आरोपियों को समन भेजेगी और उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी। बैंक ने संयुक्त रूप से अगस्त और अक्टूबर में कंपनी की प्रॉपर्टी का निरीक्षण किया था। तब पता चला कि प्रमोटर फरार हैं। बैंक ने शिकायत में कहा है कि प्रमोटर ने प्लांट से मशीनों को निकाल लिया था और बैलेंसशीट को भी फर्जी बनाया था।
राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 76 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 23, जयपुर में 20, अजमेर में 13, जोधपुर में 6,पाली में 4, जालौर में 3, चूरू और राजसमंद में 2-2, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3655 पहुंच गया।
तजाकिस्तान में फंसे1287 भारतीय छात्रों में 828 राजस्थान के
तजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए भारत के 1287 छात्र लॉकडाउन की वजह सेफंसे हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 828 राजस्थान के हैं। राजस्थान की छात्रा मुदिता गौड़ ने कहा कि घर में खाने-पीने का स्टॉक भी तेजी से खत्म हो रहा है। बाहर निकलने में खतरा है। सात दिन से चाय-कॉफी के लिए दूध तक नहीं मिलरहा। फाइनल ईयर के एग्जाम भी डरते-डरते देने पड़ रहे हैं।
गहलोत बोले- ई-पास वालोंके प्रवेश पर रोक नहीं
मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने कहा है कि राजस्थान की दूसरे राज्यों के साथ सीमाओं पर प्रवासियों के प्रवेश को रोका नहीं गया है, बल्कि अंतर्राज्यीय आवागमन को सुगम बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिन लोगों को ई-पास जारी हो चुके हैं, उनके राजस्थान में प्रवेश पर कोई रोक नहीं है। राजस्थान में फंसे हुए अन्य राज्यों के प्रवासी भी भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अनुमति लेकर अपने स्थान पर जा सकते हैं। मुख्यमंत्री नेई-पास की अनुमति के लिए जिला स्तर पर विशेष सेल बनाने के निर्देश दिए हैं।
जयपुर: कर्फ्यू क्षेत्र में ड्रोन उड़ा रहे पुलिस मित्रों पर हमला
रामगंज कर्फ्यू क्षेत्र में लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग औरआवाजाही की निगरानी के लिए ड्रोन उड़ा रहे 2 पुलिस मित्रों पर हमला करने का मामला सामने आया है। संजय बाजार निवासी आकिब कुरैशी ने रामगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उनके दो साथीएचएआर कॉलोनी में ड्रोन से निगरानी औररिकॉर्डिंग कर कर रहे थे। इस दौरान कॉलोनी से निकले कुछ लोगों ने उनके साथ गाली-गलौज औरमारपीट की।पुलिस ने आपदा प्रबंधन, महामारी एक्ट और राजकार्य में बाधा डालने की धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।
उदयपुर: एक दिन में57 संक्रमित मिले, इनमें 36 महिलाएं,26 सफाईकर्मी
शहर के कोरोना एपिसेंटर कांजी का हाटा क्षेत्र में शुक्रवार को एक ही दिन में 57 मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इनमें34 महिलाएं शामिल हैं। इनमें एक 9 साल की बच्ची भी है। 26 सफाईकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं।
अब अजमेर से बिहार के लिए ट्रेन भेजने की तैयारी
अजमेर से बिहार के पूर्णिया के लिए 1-2 दिन में स्पेशल ट्रेन रवाना की जा सकती है। इस मामले में अजमेर जिला प्रशासन ने रेलवे से बात की है। इस ट्रेन से करीब 900 मजदूरों को रवाना किया जाएगा। जिला प्रशासन ने 5 दिन पहले ही अजमेर से कोलकाता के लिए 1086 जायरीन को रवाना किया था। तब से ही बिहार के मजदूरों के लिए भीट्रेन भेजने की तैयारी चल रही थी।
33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1169 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 904 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 233, अजमेर में 209, टोंक में 136, उदयपुर में 102, नागौर में 119, चित्तौड़गढ़ में 126, भरतपुर में 116, बांसवाड़ा में 66, पाली में 59, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 16, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर, डूंगरपुर और सीकर में 9-9, जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ औरबाड़मेर में 4-4, सिरोही में 2, बारां में 1 संक्रमित मिला। वहीं, जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी संक्रमित हैं।
अब तक 103 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 100 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर 56 (इनमें दो यूपी से), जोधपुर 17, कोटा 10, अजमेर 4, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, नागौर, सीकर और भरतपुर में 2-2, करौली, प्रतापगढ़, अलवर, बीकानेर, सवाई माधोपुर और टोंक में एक-एक की जान गई।
कोरोनावायरस के प्रकोप पर रोकथाम के लिए दुनियाभर में लाॅकडाउन है। लॉकडाउन के बीच लोगों की प्राथमिकताएं काफी बदल गई हैं। अब लोग गूगल पर कई नई चीजें सर्च कर रहे हैं। गूगल ने इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट का नाम है What is india Searching for? यानी 'भारत क्या खोज रहा है'। रिपोर्ट के मुताबिक अब 'ग्रॉसरी डिलीवरी नियर मी' खूब सर्च हो रहा है। लोग इम्युनिटी बढ़ाने के नए-नए तरीके भी खोज रहे हैं। लोग ऑनलाइन क्लासेज, यूपीआई ट्रांजेक्शंस भी खूब सर्च कर रहे हैं।
नजदीकी राशन की दुकान सर्च कर रहे हैं लोग
गूगल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समय ज्यादातर लोग अपने नजदीकी किराना स्टोर्स, ऑनलाइन ग्राॅसरी डिलीवरी के बारे में सर्च कर रहे हैं। पिछले साल के मुकाबले इस साल यह शब्द 550 फीसदी से ज्यादा सर्च किए गए हैं। वहीं, इम्युनिटी शब्द 500 फीसदी से अधिक बार सर्च किया जा चुका है। इतना ही नहीं लोग गूगल पर कोरोना बीमा से संबंधित जानकारी भी जुटा रहे हैं।
'चिकन मोमो की रेसिपी' भी खूब हो रहा है सर्च
बता दें कि लाॅकडाउन के दौरान बाहर के फूड को लोग अवाॅयड कर रहे हैं जिसके चलते अपने घरों में ही अलग-अलग प्रकार की रेसिपी ट्राय कर रहे हैं। इस दौरान सबसे ज्यादा लोगों ने चिकन मोमो की रेसिपी शब्द को सर्च किया है। इस शब्द को करीब 4,350 फीसदी बार से ज्यादा सर्च किया गया है। वहीं 'दालगोना काफॅी रेसिपी एट होम' को 5,000 से ज्यादा बार सर्च किया गया है। साथ ही 'मैंगो आइसक्रीम रेसिपी' को भी काफी सर्च किया जा रहा है। इतना ही नहीं लोग पानीपुरी, समोसा, जलेबी के रेसिपी को भी सर्च कर रहे हैं।
घर में मनोरंजन को दे रहे हैं महत्व
रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पिछले साल के मुकाबले हॉरर फिल्में और सर्वश्रेष्ठ तेलुगु फिल्में 2020 की खोज क्रमशः 950% और 450% बढ़ गई है। यह दर्शाता है कि घर में मनोरंजन को अधिक समय दे रहे हैं।
पाकिस्तान ने भारत पर नया आरोप लगाया है। उसनेकहा है कि चिनाब नदी में पानी का प्रवाह बहुत कम हो गया है। भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपोंको आधारहीन बताया है।
इंडस वाटर ट्रीटी के लिए नियुक्त पाकिस्तानी कमिश्नर सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह ने बुधवार को भारतीयकमिश्नर प्रदीप कुमार सक्सेना को लेटर भेजा था। उन्होंने लिखाथा कि चिनाब पर बने माराला हेडवर्क्स में पानी का प्रवाह 31,853 क्यूसेक से अचानकघटकर 18,700 क्यूसेक रह गया है। उन्होंने स्थिति को देखने और बताने की भी मांग की थी।
सक्सेना ने पाकिस्तान के दावे को एक अधारहीन कहानी बताया है। उन्होंने पीटीआई से बातचीत में बताया कि चिनाब और तवी नदियों पर अखनूर और सिधरामें बने गेज पर बहाव सामान्य है। हमें जांच के दौरान कुछ नहीं मिला है। उन्होंने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वह खुद अपने यहां मामले की जांच करे।
इंडस कमीशन को जानिए
इंडस वाटर ट्रीटी (सिंधु जल संधि) के तहत बने परमानेंट इंडस कमीशन पर 1960 में भारत और पाकिस्तान ने हस्ताक्षर किए गए थे। इस कमीशन के तहत दोनों देशों में कमिश्नर नियुक्त किए गए थे। वेसरकारों के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करते हैं। इस ट्रीटी के चलते दोनों देशों के कमिश्नरों को साल में एक बार मिलना होता है। उनकी बैठक एक साल भारत और एक साल पाकिस्तान में होती है।
दोनों देशों में इस तरह पानी का बटवारा है
इस ट्रीटी में कहा गया है कि पूर्व की तीन नदियों रावी, ब्यास और सतलज का पानी भारत को विशेष रूप से बांटा गया है। इन नदियों के कुल 16.8 करोड़ एकड़-फीट में भारत का हिस्सा 3.3 करोड़ एकड़-फीट है, जो लगभग 20 प्रतिशत है। वहीं, पश्चिम की नदियां सिंधु (इंडस), चिनाब और झेलम का पानी पाकिस्तान को दिया गया है। हालांकि, भारत को अधिकार है कि वह इन नदियों के पानी को कृषि, घरेलू काम में इस्तेमाल कर सकता है। इसके साथ ही भारत निश्चित मापदंडों के भीतर हाइड्रोइलेक्ट्रिक पॉवर प्रोजेक्ट भी बना सकता है।
31 मार्च को होती है दोनों देशों की बैठक
इंडस वॉटर ट्रीटी के अनुसार हर साल 31 मार्च को दोनों देशों के कमिश्नरों की बैठक होती है। हालांकि, कोरोनावायरस के प्रकोप को देखते हुए इस साल इस बैठक कोटाल दिया गया था।
खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) का वित्त वर्ष 2019-20 में कुल कारोबार 88 हजार 887 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने शनिवार को कहा कि खादी उद्योग को पुनर्जीवित करने के सरकार के निरंतर प्रयासों और खादी को दैनिक जीवन की आवश्यकता के रूप में अपनाने के लिए प्रधानमंत्री की अपील करने के परिणामस्वरूप केवीआईसी लगातार विकास कर रहा है।
खादी फैब्रिक उत्पादों की बिक्री 179 प्रतिशत बढ़
आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में खादी का उत्पादन 1,066 करोड़ रुपए आंका गया था, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 2,292.44 करोड़ रुपए हो गया है। इसमें 115 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई। दूसरी ओर, खादी की बिक्री और भी ज्यादा रही। खादी फैब्रिक उत्पादों की बिक्री वित्त वर्ष 2015-16 में 1,510 करोड़ रुपए थी, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में 179 प्रतिशत बढ़कर 4,211.26 करोड़ रुपए हो गई। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में खादी का कारोबार वित्त वर्ष 2018-19 में 3215.13 करोड़ रुपए था जो 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 में 4211.26 करोड़ रुपए हो गया।
84 हजार 675.39 करोड़ के ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री
वित्त वर्ष 2015-16 में ग्रामोद्योगों के उत्पादों का उत्पादन 33 हजार 425 करोड़ रुपए था और यह उत्पादन वित्त वर्ष 2019-20 में 96 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 65 हजार 393.40 करोड़ रुपए हो गया। वित्त वर्ष 2015-16 में ग्रामोद्योगों के उत्पादों की बिक्री 40 हजार 385 करोड़ रुपए थी, जिसमें लगभग 110 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह वित्त वर्ष 2019-20 में 84 हजार 675.39 करोड़ रुपए हो गया।
देश-विदेश के उपभोक्ता भी कर रहे खरीदारी
सक्सेना ने बताया कि खादी परिधानों के अलावा, ग्राम उद्योग उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला जैसे सौंदर्य प्रसाधन , साबुन और शैंपू ,आयुर्वेदिक दवाएं , शहद , तेल, चाय, अचार, पापड़, हैंड सैनिटाइजर, मिष्ठान, खाद्य पदार्थ और चमड़े की वस्तुओं ने भी बड़ी संख्या में देश-विदेश के उपभोक्ताओं को आकर्षित किया है। इसके परिणामस्वरूप, पिछले पांच वर्षों में ग्रामोद्योग उत्पादों के उत्पादन और बिक्री में लगभग दोगुनी वृद्धि दर्ज की गई है।
खादी का इस्तेमाल कर पीपीई किट बनाई
उन्होंने कहा कि खादी इंडिया ने खादी का इस्तेमाल करते हुए पीपीई किट तैयार की है जो अभी परीक्षण के दौर पर है और इसकी मंजूरी की प्रक्रिया चल रही है। आयोग ने अभी तक खादी किट बाजार में जारी नहीं की है। खादी इंडिया ने कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में योगदान के लिए मास्क का निर्माण किया है। यह पूरी तरह से सुरक्षित है और इनको बनाने में हाथ से बुने कपड़े का इस्तेमाल किया जाता है।
उंडारी गांव में बालक औरएक 40 वर्षीय व्यक्ति को घायल करने वाली मादा तेंदुआ पिंजरे में फंस गई है। उसे पकड़ने के लिए इंदाैर से रेस्क्यू टीम गांव पहुंची और यहां सर्चिंग करने के बाद दो स्थानों पर बकरे रखकर दो पिंजरे लगाए। पहला पिंजरा जहां पदचिह्न मिले, वहां लगाया गया। इसी तरह दूसरा पिंजरा पेड़ के पास लगाया, यहांपर खराेंच के निशान थे। तड़के 3 बजे बकरे के लालच में पिंजरे में घुसा तेंदुआ उसी में कैद हो गया।
रेंजर संदीप रावत के निर्देशन पर वन विभाग ने मंगलवार रात से क्षेत्र में सर्चिंग शुरू कर दी थी। इसदौरान मादा तेंदुआ औरशावक होने के पदचिह्न मिलने के बाद इंदौर से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया था। बुधवार को इंदौर से 6 सदस्य टीम वाहन से ग्राम उंडारी पहुंची। टीम के सदस्य प्रमुख शेर सिंह कटारे ने बताया कि पदचिह्न, विस्टा के साथ पेड़ों पर खरोंच के चिह्न मिलने के बाद पिंजरे टेस्ट किए। अलग-अलग स्थानों पर बकरे के दो पिंजरे तेंदुए के रेस्क्यू के लिए रखे। टीम ने कहा कि हम इस पर नजर बनाए हुए हैं।
बड़ी जुआरी व जमेरी से पकड़ चुके हैं तेंदुआ
टीम के सदस्यों ने बताया तेंदुए चट्टानी जगह में बनी खोह या पेड़ पर निवास करते हैं। एक बार बड़ा शिकार करने के बाद बाद 15 से 20 दिनों तक किसी पर भी हमला नहीं करते। पहले भीहम जोबट क्षेत्र से दो नरभक्षी तेंदुए पकड़ चुके हैं। इनमें एक तेंदुआ ग्राम बड़ी जुआरी औरदूसरा जमेरी गांव से पकड़ा था।
शेर के दहाड़ने की आती है आवाज : चौकीदार
ग्राम उंडारी के आसपास के जंगल के चौकीदार मोहन सिंह पिता नसरू का कहना है कि इस गांव की पहाड़ियों में शेर की चार खो हैं। रात में इनके दहाड़ने की आवाज कई बार सुनने को मिलती है। चौकीदार ने कहा कि 1 माह पूर्व तेंदुए या किसी अज्ञात जानवर ने गांव के किशनसिंह की गाय का शिकार भी किया था।
राजस्थान में कोरोनावायरस के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को 76 नए पॉजिटिव केस आए। इनमें उदयपुर में 23, जयपुर में 20, अजमेर में 13, जोधपुर में 6,पाली में 4, जालौर में 3,चूरू और राजसमंद में 2-2, कोटा, बाड़मेर और दौसा में 1-1 संक्रमित मिला। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3655पहुंच गया।
इससे पहले शुक्रवार को कोरोना के 152 नए पॉजिटिव मामले सामने आए। जिसमें उदयपुर में 59, जयपुर में 34, चित्तौड़गढ़ में 10, कोटा में 9, जोधपुर में 9, अजमेर में 9, राजसमंद में 6, पाली में 5, भीलवाड़ा में 4, अलवर और झालावाड़ में 2-2, सिरोही, करौली और सीकर में 1-1 संक्रमित मिला। वहीं चार लोगों की मौत भी हो गई।
33 में से 31 जिलों में पहुंचा कोरोना
प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 1169(2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 904 (इनमें 47 ईरान से आए), कोटा में 233, अजमेर में 209, टोंक में 136, नागौर में 119, चित्तौड़गढ़ में 126, भरतपुर में 116, बांसवाड़ा में 66, पाली में 59, जैसलमेर में 49 (इनमें 14 ईरान से आए), झालावाड़ में 47, झुंझुनूं में 42, भीलवाड़ा में 43, बीकानेर में 38, मरीज मिले हैं। उधर, उदयपुर में 102, दौसा में 22, धौलपुर में 21, अलवर में 20, चूरू में 16, राजसमंद में 15, हनुमानगढ़ में 11, सवाईमाधोपुर, डूंगरपुर और सीकर में 9-9,जालौर में 7, करौली में 5, प्रतापगढ़ में 4, बाड़मेर में 4 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। सिरोही में 2, बारां में 1 संक्रमित मिला है। वहीं जोधपुर में बीएसएफ के 42 जवान भी संक्रमित हैं।
अब तक 103 लोगों की मौत
राजस्थान में कोरोना से अब तक 103 लोगों की मौत हुई है। इनमें 10 कोटा, 2 भीलवाड़ा, 2 चित्तौड़गढ़ 56 जयपुर (जिसमें दो यूपी से), 17 जोधपुर, 4 अजमेर, दो नागौर, दो सीकर, दो भरतपुर, एक करौली, एक प्रतापगढ़, एक अलवर, एक बीकानेर, एक सवाई माधोपुर और एक टोंक में हो चुकी है।
जयपुर-जोधपुर मेडिकल काॅलेजों को प्लाज्मा थैरेपी की स्वीकृति
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने बताया कि आईसीएमआर ने जयपुर के बाद जोधपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज को कोरोना से संक्रमित और गंभीर रूप से पीड़ित लोगों का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज करने के ट्रायल की अनुमति दी है। अब प्रदेश में दो सरकारी और एक निजी चिकित्सा संस्थान में प्लाज्मा थैरेपी के जरिए इलाज करवाया जा सकेगा। डॉ. शर्मा ने बताया कि कोटा, बीकानेर, अजमेर और उदयपुर मेडिकल कॉलेज को आईसीएमआर से ट्रायल की अनुमति लेेने के निर्देश दिए हैं। इस थैरेपी के द्वारा इलाज से प्रदेश में कोरोना से होनी वाली मृत्यु दर पर कमी लाई जा सकेगी।
304 मरीज जिन्होंने सैंपलिंग में गलत पता दिया, ढूंढने में पुलिस को घंटों लग गए
6 मई तक आए 1075 मरीजों में से 304 मरीज यानी 28% ऐसे हैं जिन्होंने कोरोना के डर से टेस्ट तो कराया लेकिन अपना पता या फोन नंबर सही नहीं दिया। ताकि अस्पताल में भर्ती न होना पड़े। हालांकि केस पॉजिटिव मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस को जानकारी दी और इनका पता लगाकर अस्पतालों मंे भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक ये ‘कोरोना बम’ बाहर ही रहे। यही नहीं कई लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कोई जानकारी दिए बिना ही टेस्ट करा लिया या फाॅर्म में पता नहीं भरा। रैंडम सैंपलिंग के समय भी मरीज से कोई एड्रेस प्रूफ नहीं लिया जा रहा। ऐसे में मरीज के पॉजिटिव मिलते ही पुलिस को उसे ढूंढने में काफी समय लग जाता है। तब तक कई लोगों तक संक्रमण फैलने की आशंका रहती है। चिकित्सा विभाग ने ऐसे 304 लोगों को अन्य की सूची में डाला। इनमें से 121 सही हो चुके हैं। शेष अस्पतालों में भर्ती हैं।
आज हम उस फोटो जर्नलिस्ट की कहानी लाए हैं, जिन्होंने चार दिन पहले पुलित्जर अवॉर्ड जीता है। जम्मू में एसोसिएट प्रेस एजेंसीयानी एपी के लिए काम करनेवाले चन्नी आनंद। हमने जब उन्हें फोन किया तो वह उन तमाम ईमेल का जवाब दे रहे थे, जो उन्हें अवॉर्ड जीतने के बाद दुनियाभर से आए थे। एक दो नहीं बल्कि सौ से भी ज्यादा। इससे कहीं अधिक फोन और मैसेज उन्हें पिछले चार दिनों में आ चुके हैं। आखिर उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा जर्नलिज्म अवॉर्ड जो जीता है।
चन्नी आनंद की कहानी वैसे ही जैसी उन्होंने बताई...
एजेंसी ने ही मेरा नाम भेजा था। मुझसे फोटो मंगवाए थे, शायद तीन-चार महीने पहले की बात है। ठीक से याद भी नहीं। फिर 4 मई को शाम ऑफिस से फोन आया। जूम कॉल पर आ जाओ बात करना है। मीटिंग है।
मुझे लगा रूटीन मीटिंग होगी। या फिर कोरोना का अलर्ट देने मीटिंग बुलाई होगी। मेल भी आते रहते हैं इसके लिए।
मीटिंग शुरू हुई तो बॉस ने रोज के हालचाल पूछे। मैंने मजाक में ही सीनियर से पूछ लिया- ‘सैलरी तो नहीं बढ़ रही।’उन्होंने कहा- आज पुलित्जर अवॉर्ड दिए जाने हैं तो लिंक भेजेंगे, आप लोग देखना। फिर बॉस ने पूछा- आपने देखा है कभी? मैंने कहा- नहीं। ऑफिस ने कहा- अलर्ट रहना, आपको देखना चाहिए।
रात 12 बजे के करीब भेजे गए लिंक पर अवॉर्ड सेरेमनी देखना शुरू किया। इतने में बेटा आ गया पूछा- पापा सोना नहीं है? मैंने कहा- अवॉर्ड निकला है मेरा। बेटा मजाक उड़ाने लगा। क्या पापा आपको पता है कितना बड़ा अवॉर्ड है? बेटी तो गूगल करने लगी कि आखिर ये अवॉर्ड क्या होता है। बेटा अपनी मां को बताने लगा कि पता है ये अवॉर्ड क्या होता है।
इस बीच हम वीडियो लिंक पर अवॉर्ड सेरेमनी देख रहे थे। तभी मुझे मेरा नाम सुनाई दिया। मैं तो एक मिनट के लिए अवाक ही रह गया। फिर कुछ संभला तो रोने लगा। वो भी जोर-जोर से। बच्चे भी खुशी से उछल पड़े। तभी ऑफिस से फोन आ गया। वो कहने लगे फोटो शूट करो और तुरंत फैमिली पिक्चर भेजो। घर पर हम चार ही थे।
मैंने पड़ोसी को उठाया। तब रात के पौने एक बज रहे होंगे। यूं तो मास्क के बिना घर से नहीं निकलता,लेकिन तब मास्क डाले बिना ही चला गया था। पड़ोसी को आवाज दी तो उसकी मम्मी बाहर आई। वो घबरा गईं इतनी रात को क्या हो गया।
पड़ोसी बाहर आया तो मैंने बोला- जल्दी कर, तेरा कैमरा ला। उसने सोचा एनिवर्सरी है शायद। बिना चप्पल पहने ही वह आ गया। मैंने बताया- अवॉर्ड निकला है मेरा। तभी बीवी तैयार होने चली गई, बेटी भी नहीं मानी वो भी मैकअप के बाद ही फोटो खिंचवाने को राजी हुई।
रात को सवा बजे दफ्तर को फोटो भेजी। साथ ही सब तरफ से फोन आना शुरू हो गए। मुझे नहीं पता कि सब देख रहे होंगे। मैंने तो पहली पहली बार ये अवॉर्ड देखा था। चैनल के फोन, आने लगे। तड़के तीन बजे तक फोन आते रहे। नींद तो पता नहीं कहां चली गई थी।
पूरी जिंदगी उस एक रात में फ्लैश बैक कि तरह मेरी आंखों में घूम गई। सोचा कहां से कहां पहुंच गया। 17-18 साल उम्र होगी जब परिवार में एक शादी थी। वहां आए एक फोटोग्राफर से लेकर पहली बार मैंने कैमरा छुआ था। दो तीन क्लिक भी की थीं। पता नहीं कैसी फोटो आई,लेकिन कैमरे से ये मेरी पहली मुलाकात थी।
फिर कुछ दिनों बाद मेरा बड़ा भाई एक कैमरा खरीदकर लाया। उसके बाद उस कैमरे पर मैंने कब्जा ही कर लिया। शौकिया फोटोग्राफी करने लगा। उसका नाम था मिनॉल्टा, वो पहला ऑटोमैटिक कैमरा था जो मैंने देखा।
भाई का एक जनरल स्टोर था। पूरा परिवार मुझ पर दबाव डालने लगा कि मैं दुकान पर बैठा करूं। मैं दुकान पर जाता, लेकिन फिर बीच में से भागकर कैमरा लेकर निकल जाता। परिवार वाले कहने लगे, इसकी शादी कर दो तो ये दुकान पर बैठने लगेगा।
लेकिन मैंने सोच लिया था कि दुकान पर तो कभी नहीं बैठूंगा। मैं वहां के लोकल अखबार में नौकरी ढूंढने लगा। एक दो जगह इंटरव्यू भी हुआ। ये 1996 की बात है। इसी बीच परिवार ने मेरी शादी तय कर दी। 7 दिसंबर को मेरी शादी हुई और 11 दिसंबर को मैंने जम्मू के ही एक लोकल अखबार स्टेट टाइम्स में नौकरी कर ली।
फोटोग्राफी के लिए कभी कोई क्लास नहीं की, कोई कोर्स भी नहीं। खुद प्रैक्टिकल करता गया और सीखता गया। बीबीसी, सीएनएन के वीडियो-फोटो देखे। पहले मैं वीडियोग्राफी करना चाहता था। फिर सोचा इसमें क्रिएटिविटी ज्यादा नहीं दिखा पाऊंगा। आइडिया तो फोटो में ही निकलेगा।
मैंने फोटोग्राफी खुद डेवलप कर खुद प्रिंट बनाकर सीखी। लैब के मालिक नखरे दिखाते थे कि लाइट नहीं है। तब फील्ड में काम करनेवाले किसी फोटोग्राफर को पकड़ लेता और कहता सिखाओ कैसे खींचते हो। ऑफिस में जितने न्यूजपेपर-मैगजीन आते थे, सभी देखता था। रात को 12 बजे तक ऑफिस में बैठा रहता था इसके लिए।
लोकल अखबार में काम करता था तो मन में था कि किसी नेशनल अखबार के लिए काम करूं। फिर जम्मू में अमर उजाला अपना एडिशन लेकर आनेवाला था। वहां इंटरव्यू दिया, सिलेक्शन हुआ और ज्वाइन कर लिया। लेकिन दो साल अखबार ही नहीं आया। फिर मैं एसोसिएट प्रेस में बतौर कंट्रीब्यूटर काम करने लगा।
उन दिनों जम्मू में न्यूज बहुत होती थी, आतंकी हमले होते थे। 1999-2000 की बात है। एजेंसी के लिए काम करनेवाले हम तीन फोटोग्राफर थे, डेस्क वाले मेरा इंतजार करते थे। मैं फोटो भेजूंगा फिर रिलीज करेंगे।
कैमरा रोल पर शूट करते, लैब में धुलवाते, फिर पिक्चर बनती थी, तब स्कैन कर भेजते थे। काफी वक्त लग जाता था। तभी कासिम नगर में आतंकी अटैक हुआ। मैं एक और लड़के के साथ सबसे पहले वहां पहुंच गया।
मेरे पास पुराना स्कूटर था। उसके पास नया था। हम उसके स्कूटर पर फर्राटे से पहुंच गए।जब पहुंचे तो डेड बॉडी निकाल रहे थे। बच्चे रो रहे थे। फायरिंग शुरू हो गई। वहां घर बनाने को बड़े-बड़े गड्डे थे। हम उसी में बैठे रहे। वो मेरी जिंदगी की सबसे मजबूत तस्वीरें थीं।
मैंने एजेंसी में साथ काम करनेवाले एक सीनियर से पूछा ऑफिस कैमरा नहीं देता क्या? वो मुझ पर हंसने लगे। बोले- एपी कैमरा नहीं देती, जम्मू मैं क्यों देगी, देना होगा तो कश्मीर में देगी।
इसके कुछ ही दिन बाद की बात है। अमेरिका से मेरी बॉस एलिजाबेथ ने मुझे एक डिजिटल कैमरा गिफ्ट किया। उन्हें पता था लैब जाना पड़ता है मुझे, तो उन्होंने डिजिटल कैमरा दिया था।
रघुनाथ मंदिर पर अटैक हुआ था। मेरी पिक्चर सबसे पहले आई थी। रात को डेवलप करवाई। रात को ही लैब खुलवाई और काम किया। तब से अब तक न जाने कितने इवेंट कवर किए, न जाने कितने आतंकी हमले, ऑपरेशन और बॉर्डर के इलाके।
लेकिन पुलित्जर मिलेगा कभी नहीं सोचा था। आखिरकार मिल ही गया...
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ स्थित शक्ति पेपर मिल गैस हादसे में बेहोश हुए दो मजदूरों की हालत चिंताजनक है। रायपुर में भर्ती दोनों मजदूरों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। हादसे में 7 मजदूर बीमार हुए थे। इनमें 3 काे रायपुर रेफर किया गया था। इसे फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही मानते हुए एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मिल ऑपरेटर को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मालिक की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि इतने दिनों से बंद मिल की सफाई के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई है। इसके साथ घटना की जानकारी को भी छिपाया गया। पुलिस ने मामले में मिल केप्रबंधक और मालिक को दोषी माना है।थाना प्रभारी ने बताया कि मिल मालिक की तलाश मेंघर पर छापा मारा, लेकिन वहगायब था।
अस्पताल के खिलाफ भी लापरवाही बरतने का आरोप
मिल में हुए हादसे के बाद मजदूरों को संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब 18 घंटे तक उनका इलाज चलतारहा। इसकेबावजूद अस्पताल प्रबंधन ने इसकी जानकारी पुलिस औरप्रशासन को नहीं दी। शुक्रवार को पुलिस ने संजीवनी अस्पताल प्रबंधक मेडिको लीगल की कानूनी जवाबदेही में हुई चूक पर नोटिस भेजा है। इसमें कहा गया है कि गंभीर मामले की सूचना तत्काल पुलिस औरसंबंधित अधिकारियों को नहीं देकर जानकारी छिपाई गई है।
मजदूरों की तबीयत बिगड़ी तो 18 घंटे बाद प्रशासन को चला पता
दरअसल, पुसौर के तेतला स्थित शक्ति पल्स पेपर मिल में बुधवार शाम करीब 4.30 बजे रिसायकल चैंबर की सफाई के दौरान जहरीली गैस का रिसाव हुआ था। इसकी चपेट में आकर बीमार हुए मजदूरों को फैक्ट्री मालिक आरडी गुप्ता और ऑपरेटर रंजीत सिंह ने रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में भर्ती करा दिया। इसकी सूचना फैक्ट्री प्रबंधन ने पुलिस और जिला प्रशासन को नहीं दी। जब गुरूवार दोपहर तीन मजदूरों की हालत बिगड़ी तो अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गई कार्रवाई
हादसे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों के बेहतर इलाज के साथ लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई की बात कही थी। सीएम के सख्त होते ही पुसौर पुलिस ने मामले में ऑपरेटर कुमचा थाना कोपा जिला छपरा बिहार निवासी रंजीत सिंह और प्रबंधन पर एफआईआर दर्ज की। एएसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि आपरेटर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है। रायपुर में भर्ती तीन मरीजों में दो की हालत चिंताजनक है और वेंटीलेटर पर हैं, एक की हालत में काफी सुधार है।
कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से अब तक कनाडा में 30 लाख से अधिक लोग बेरोजगार हो चुके हैं। यह बात स्टैटिस्टिक्स कनाडा ने एक रिपोर्ट में शुक्रवार को कही। मार्च की तुलना में अप्रैल में करीब दोगुना लोग बेरोजगार हुए। मार्च में कनाडा में 10 लाख से ज्यादा लोगों की नौकरी छूटी थी। अप्रैल में करीब 20 लाख लोग बेरोजगार हो गए। इसके साथ ही कनाडा में बेरोजगारी की दर 5.2 फीसदी अंक बढ़कर 13 फीसदी पर पहुंच गई, जो दिसंबर 1982 से अब तक दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है।
अन्य लोगों को शामिल करने पर बेरोजगारी दर 18 फीसदी होने की आशंका
स्टैटिस्टिक्स कनाडा ने अपनी मासिक रिपोर्ट में कहा कि 11 लाख लोग ऐसे थे जो महामारी के कारण कंपनियों के बंद होने से काम नहीं कर पाए और जिन्होंने दूसरा काम ढूंढना बंद कर दिया। यदि इन लोगों को भी आंकड़े में जोड़ लिया जाए, तो अप्रैल में कनाडा की बेरोजगारी दर और बढ़कर करीब 18 फीसदी पर पहुंच जाएगी। कर्मचारियों को कंपनियों के पेरोल पर बनाए रखने के लिए सरकार ने एक सब्सिडी कार्यक्रम शुरू किया है। इसके तहत अधिकतम 610 अमेरिकी डॉलर का साप्ताहिक वेतन उठाने वाले कर्मचारियों के लिए कंपनियां सरकार से 75 फीसदी सब्सिडी हासिल कर सकती हैं। यह सब्सिडी 12 सप्ताह तक दी जाएगी, जो 6 जून को समाप्त हो जाएगी।
77 लाख ने कनाडा इमर्जेंसी रिस्पांस बनीफिट के लिए आवेदन किया है
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्र्रूडू ने शुक्रवार को अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कनाडा इमर्जेंसी वेज सब्सिडी कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि कंपनियों का परिचालन फिर से शुरू करने और रोजगार बढ़ाने में मदद मिले। अगले सप्ताह इसके विवरण जारी किए जाएंगे। गुरुवार तक 1.2 लाख कंपनियों ने वेज सब्सिडी कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए आवेदन किया था। इसका लाभ 17 लाख कर्मचारियों को मिलेगा। इसके अलावा कनाडा के करीब 77 लाख नागरिकों ने कनाडा इमर्जेंसी रिस्पांस बनीफिट के लिए आवेदन किया है। यह कार्यक्रम दिसंबर तक चलेगा। इसके तहत बेरोजगार हुए लोगों को तीन महीने तक हर सप्ताह 400 डॉलर मिलेंगे।
रोजगार की दर में रिकॉर्ड 15.7 फीसदी की गिरावट
रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल में रोजगार की दर में रिकॉर्ड गिरावट आई है। फरवरी के मुकाबले रोजगार की दर 15.7 फीसदी कम हो चुकी है। यह इससे पहले की आर्थिक सुस्ती में रोजगार की दर में हुई गिरावट के मुकाबले ज्यादा है। 1981-82 की सुस्ती में 17 महीने की अवधि में रोजगार में 5.4 फीसदी की गिरावट आाई थी। फरवरी के मुकाबले अप्रैल में ऐसे लोगों की संख्या 25 लाख बढ़ गई है, जो बेरोजगार तो नहीं हुए हैं, लेकिन वायरस के कारण उनके काम का घंटा आधे से भी कम रह गया है। 12 अप्रैल तक कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण ऐसे लोगों की कुल संख्या 55 लाख हो गई है, जो या तो बेरोजगार हो चुके हैं या जिनके काम का घंटा काफी कम रह गया है। यह फरवरी की रोजगार संख्या का एक तिहाई से ज्यादा है।
अधिक दक्ष माने जाने वाले सेक्टरों में नहीं है बेरोजगारी
अप्रैल में साल-दर-साल आधार पर प्रति घंटा औसत वेतन में करीब 11 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि स्टैटिस्टिक्स कनाडा के मुताबिक इसका एक कारण यह भी है कि कम वेतन देने वाले उद्योग में काम करने वालों की संख्या घट गई है। इनमें अकोमोडेशन, फूड सर्विसेज सेक्टटर, होलसेल और रिटेल सेक्टर शामिल हैं। अधिक वेतन देने वाले उद्योगों में काम करने वालों की नौकरी नहीं छूटी है, क्योंकि वे घर से काम कर सकते हैं। इनमें लोक प्रशासन के कर्मचारी, पेशेवर, वैज्ञानिक और टेक्निकल कर्मचारी शामिल हैं।
(गौरव भाटिया).शहर के प्राइवेट स्कूल अपने पैरेंट्स को फीस जमा करवाने के लिए कैसे-कैसे तरीके अपनाते हैं, इसकी मिसाल विवेक हाई स्कूल सेक्टर-38 में देखने को मिल रही है। स्कूल ने बच्चों के पैरेंट्स से कहा है कि वह अगर 18 मई तक फीस जमा करवाएंगे तो उन्हें 5 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। स्कूल ने यह भी लिखा है कि स्कूल के करीब 60 प्रतिशतपैरेंट्स 5 प्रतिशत डिस्काउंट के तहत फीस जमा करवा चुके हैं, लेकिन जिन्होंने नहीं करवाई वह अब भी 18 मई तक यह 5 परसेंट का ऑफर ले सकते हैं। स्कूल ने अपने सर्कुलर में स्टाफ को सैलरी देने का हवाला दिया है।
स्कूल ने यह भी लिखा है कि गर्मियों की छुटि्टयों के बाद 18 मई को ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर दी जाएंगी और स्कूल में स्टूडेंट्स के दोबारा स्कूल में आने तक यह जारी रहेंगी। बड़ा सवाल यह है कि अगर स्कूल के पास 60 प्रतिशत पैरेंट्स की फीस आ गई और वह भी तीन महीने की फीस आई है तो फिर टीचर्स को अप्रैल के महीने की सैलरी देने में स्कूल को दिक्कत क्यों आ रही हैं। जब 60 प्रतिशतफीस आ गई थी तो स्कूल ने जो 6 मई को सर्कुलर भेजा उसकी जरूरत ही नहीं थी।
पुलिस हमें रोज परेशान करती है। आज उसे हम जिंदा नहीं जाने देंगे। ऐसा कहते हुए शाहपुर के एक समूह ने शुक्रवार की शाम को पुलिस पर पत्थरबाजी की। पुलिस वहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए गई थी।
पूर्व नियोजित थी पत्थरबाजी
इस संबंध में शाहपुर पुलिस ने 17 लोगों को हिरासत में लिया है। 2000 लोगों के खिलाफ शाहपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। अन्य आरोपियों को पकड़ने की मशक्कत की जा रही है। बताया गया है कि पुलिस पर की गई पत्थरबाजी पूर्व नियोजित थी।
लोग बेरिकेडिंग तोड़ रहे हैं
शाहपुर में कोरोना पर नियंत्रण के लिए बेरिकेडिंग की गई है। लोग उसे तोड़कर कानून अपने हाथ में ले रहे हैं। अक्सर कार्पोरेशन के कर्मचारियों से विवाद होते रहते हैं। शुक्रवार की शाम को आरएएफ की टीम लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाने के लिए निकली थी। तभी डोडियावाड नाके के पास एक समूह जमा हो गया। भीड़ में से यह आवाज आ रही थी कि पुलिस हमें रोज परेशान करती है, आज उसे जिंदा नहीं जाने देना है। उसे सबक सिखाकर ही रहेंगे। ऐसा कहते हुए पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। जिससे शाहपुर पीआई आर के अमीन, पीएसआई समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
हमले के बाद क्राइम ब्रांच और पेरामिलिट्री फोर्स पहुंची
पुलिस पर चारों ओर से पत्थरबाजी हो रही थी। सूचना मिलने पर जोन 2 की सभी पुलिस, क्राइम ब्रांच और पेरामिलिट्री फोर्स भी पहुंच गई। भीड़ को काबू में लाने के लिए 57 टीयर गैस और रबर बुलेट छोड़नी पड़ी। इससे भीड़ बिखर गई। भीड़ ने ऑटो रिक्शे के कांच और अन्य वाहनों को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद पुलिस ने अंदर जाकर 17 लोगों को हिरासत में लिया।
कोरोना से बचाव के लिए आयुर्वेदिक नुस्खे और वैक्सीन से जुड़े कई अहम सवालों के जवाब आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आकाशवाणी को दिए। जानिए कोरोना से जुड़े सवाल और उनके जवाब...
#1) वायरस कैसा होता है और शरीर पर कैसे अटैक करता है?
वायरस बहुत छोटा होता है। इसको लेकर बहुत भ्रांतियां है वह जीवित कीटाणु है। ये कीटाणु नहीं है और इसे जीवित भी नहीं कह सकते। अगर वायरस की तुलना बैक्टीरिया से की जाए तो एक बैक्टीरिया के अंदर दो हजार के करीब वायरस हो सकते हैं। ये इतने सूक्ष्म होते हैं कि एक पतली छोटी सी नोक पर लाखों वायरस हो सकते हैं। जब शरीर में प्रवेश करते हैं तो एक्टिव हो जाते हैं और तेजी से बढ़ने लगते हैं।
#2) गर्म पानी पीने को कहा जा रहा है लेकिन गर्मी में क्या ठंडा पानी पी सकते हैं?
ठंडा पानी शरीर में अस्थायी रूप से सिस्टम को वायरस के लिए मौका देता है। इसलिए ठंडा पानी पीने से बचना है। हां, गर्मी में गर्म पानी अच्छा नहीं लगेगा लेकिन गर्म पानी पीने का मतलब है चाय जैसा नहीं होना चाहिए। हल्का गुनगुना पानी पिएं।
#3) खाने में किन बातों का ध्यान रखें?
ताजा खाना खाएं। एक ही खाना बार-बार न खाएं। अगर एक बार रोटी खा रहे हैं तो फिर चावल खाएं। दाल का प्रयोग करें, उसे भी बदलते रहें। इससे शरीर को जरूरी प्रोटीन, विटामिन और पोषक तत्वों की जरूरत पूरी होगी। पानी खूब पिएं।
#4) आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी की मुख्य बातें क्या हैं?
#5) आयुष संजीवनी ऐप क्या है?
आयुष मंत्रालय की जो भी एडवाइजरी है वो सभी इस ऐप पर उपलबध है। इसके अलावा ऐप में कुछ सवाल भी पूछे जाते हैं कि लोग कब से एडवाइजरी का पालन कर रहे हैं उन्हें क्या फायदा हुआ है। जब लोग अनुभव बताते हैं तो पता चलता है कि अगर किसी को परेशानी है तो कितने दिन में ठीक हुई। गाइडलाइन का उन्हें किस तरह से फायदा हुआ। इससे ऐप ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचेगा।
#6) आयुष मंत्रालय किन औषधियों पर शोध कर रहा है?
आयुष मंत्रालय कई तरह की औषधियों का क्लीनिकल ट्रायल कर रहा है। इसमें ऐसी औषधियां हैं जो हाई रिस्क वाले इलाके के लोगों के लिए या जो आवश्यक सेवाओं के कर्मचारी हैं, उन्हें दी जा सकती हैं। इससे उन्हें संक्रमण से बचाया जा सकेगा या उनके अंदर अगर वायरस प्रवेश करता है तो ये दवा संक्रमण फैलने से रोकेंगी। ये औषधि उन्हें दी जा रही है जिनमें हल्के लक्षण हैं। हम देख रहे हैं कि कितनी जल्दी वे रिकवर हो रहे हैं।
#7) गर्भवती महिलाएं और बच्चा क्या एहतियात बरतें?
गर्भवती महिलाएं, दस वर्ष से कम आयु के छोटे बच्चे और 60 साल की उम्र से अधिक के बुजुर्ग घर से बाहर न निकलें। यही उनके लिए बचाव का सबसे कारगर उपाय है। सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है कि लॉकडाउन में जो भी ढील दी गई है उसमें भी इन्हें बाहर नहीं निकलना है।
#8) बुआई के काम से शहर जाने वाले किसान क्या सावधानी रखें?
किसान अगर बाहर जा रहे हैं तो घर आने पर जिस वाहन से गए, उसे साबुन के पानी से धोना चाहिए। जो कपड़े पहने थे उसे भी धोएं और स्नान करें। मास्क का प्रयोग जरूर करें। एक ही मास्क बार-बार न लगाएं। कपड़े का मास्क है तो दोबारा प्रयोग करने से पहले साबुन के पानी से धोकर सुखा लें।
#9) वैक्सीन बनने में कितना समय लगेगा?
देश में कई लैब हैं जहां वैक्सीन पर काम चल रहा है। दुनियाभर में जितने शोध चल रहे हैं उससे ज्यादा भारत में चल रहे हैं। उम्मीद है जल्द ही शोध पूरा होगा। कुछ महीनों में ट्रायल शुरू हो जाएगा। लेकिन तय रूप से यह बताता मुश्किल है कि इसकी वैक्सीन कब तक आएगी।
#10) क्या होम्योपैथी में कोई ऐसी दवा है जो संक्रमण से बचाव में कारगर है?
होम्योपैथी में भी कई दवाओं पर शोध चल रहा है। देश के अलग-अलग मेडिकल कॉलेजों में परीक्षण शुरू हो गया है। यूनानी चिकित्सा में भी शोध हो रहे हैं। आयुष मंत्रालय के तहत आने वाले यूनानी, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी जैसी कोई भी पद्धति की दवाएं सामने आ सकती हैं।
#11) क्या आम लोग भी अश्वगंधा और मुलेठी जैसी औषधियां ले सकते हैं?
इन औषधियों पर कई शोध हुए हैं और उनका रसायनिक परीक्षा भी हुआ है। जिसके बाद अलग-अलग रोगों के लिहाज से इसे लेने की सलाह दी जाती है। इस वक्त रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए इनके सेवन की सलाह दी जा रही है लेकिन बेहतर होगा किसी आयुष डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे लें।
भारतीय कप्तान विराट कोहली 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ मिली जीत को आज तक नहीं भूले हैं। उनके पसंदीदा मुकाबलों की लिस्ट में यह सबसे ऊपर है।विराट ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड शो में यह बात कही।
वहीं, 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में मिली जीत भी उनके दिल के करीब है। तब मोहाली में विराट ने 82 रन की नाबाद पारी खेलकर
टीम को सेमीफाइनल में पहुंचाया था।
2016 टी-20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल भारत हार गयाथा
कोहली ने कहा कि 2011 विश्व कप फाइनल के अलावा मेरा दूसरा फेवरेट मैच मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 विश्व कप का क्वार्टरफाइनल है। हालांकि, हम सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों सात विकेट से हारकर बाहर हो गए थे।
बिना फैन्स के रोमांच नहीं होगा: विराट
भविष्य में खाली स्टेडियम में मैच होने की संभावना है। इसको लेकर कोहली ने कहा था कि ऐसा हो सकता है, मुझे वाकई नहीं पता कि लोग इसे किस तरह लेने वाले हैं। क्योंकि ज्यादातर क्रिकेटर्स फैन्स के बीच खेलने के आदी हैं। ऐसे में अगर वे नहीं रहेंगे तो उनकी मौजूदगी से बनने वाले जादुई माहौल की खमी खलेगी।
स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अमेरिकी संसद में कांग्रेस ने एक बिल पेश किया है। इस बिल में हजारों विदेशी नर्सों और डॉक्टर्स को ग्रीन कार्ड देने या स्थानीय कानूनी निवास का दर्जा देने की मांग की गई है। अगर यह बिल पास हो जाता है तो इससे वहां रह रहे हजारों भारतीयों को भी फायदा हो सकता है।
कांग्रेस ने पहले दी थी मंजूरी, लेकिन किसी को नहीं मिला ग्रीन कार्ड
बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ी संख्या में भारतीय और अन्य देश के लोग काम करते हैं। कोविड-19 ने अमेरिका की स्वास्थ्य व्यवस्था को भी हिलाकर रख दिया है। ये बिल कानून बना तो अमेरिका में रह रहे भारतीय डॉक्टर्स और नर्सों को ग्रीन कार्ड देने या स्थानीय कानूनी निवास का अधिकार हासिल हो जाएगा। द हेल्थकेयर वर्कफोर्स रेसिलिएंस एक्ट' से उन ग्रीन कार्ड्स को जारी किया जा सकेगा जिन्हें पिछले वर्षों में कांग्रेस ने मंजूरी दी थी लेकिन उन्हें किसी को दिया नहीं गया।
25,000 नर्सों और 15,000 डॉक्टर्स को जारी किए जाएंगे ग्रीन कार्ड
इस विधेयक से हजारों डॉक्टर्स, नर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ अमेरिका में स्थाई रूप से काम कर सकेंगे। इस विधेयक से कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान 25,000 नर्सों और 15,000 डॉक्टरों को ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे तथा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चिकित्सा पेशेवरों की कमी न हो। इस कदम से बड़ी संख्या में उन भारतीय नर्सों और डॉक्टरों को फायदा होने की संभावना है, जिनके पास या तो एच-1बी या जे2 वीजा हैं।
ग्रामीण इलाकों में डॉक्टर्स और नर्स की भारी कमी है
प्रतिनिधि सभा में इस विधेयक को सांसद एबी फिनकेनॉर, ब्रैंड श्नीडर, टॉम कोले और डॉन बैकन ने पेश किया। सीनेट में डेविड परड्यू, डिक डर्बिन, टॉड यंग और क्रिस कून्स ने इस विधेयक को पेश किया। कांग्रेस सदस्य फिनकेनॉर ने कहा, 'हम जानते हैं कि यह कोविड का वायरस जादुई ढंग से गायब नहीं होगा।डॉ. एंथनी फॉसी जैसे विशेषज्ञ संक्रमण के दूसरे दौर की चेतावनी दे रहे हैं। खासतौर से ग्रामीण इलाकों में हालात नाजुक हैं और वहां पहले से ही चिकित्सा पेशेवरों की कमी है।
बुधवार को ट्रंप सरकार ने अपना रूख बदला
इससे पहले बुधवार को ट्रंप प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाते हुए एक संघीय जिला अदालत से कुछ श्रेणियों में एच-1बी वीजा धारकों के पति/पत्नियों को देश में काम करने की अनुमति बनाए रखने की सिफारिश की है। ट्रंप सरकार पहले इसके खिलाफ थी लेकिन बुधवार को अपना रुख बदलते हुए उसने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की सरकार उस नियम पर रोक न लगाने का अनुरोध किया जिसके तहत एच-1बी वीजा धारकों के पति-पत्नी भी काम कर सकते हैं।
जेईई, नीट, क्लैट की तैयारी करते-करते स्टूडेंट्स थकान का शिकार हो रहे हैं। अब इनकी नई डेट्स भी आ गई हैं। एक्सपर्ट बता रहे हैं- इन अतिरिक्त दिनों का सही इस्तेमाल कैसे करें। जेईई मेन्स और नीट परीक्षाओं की नई तरीखों की घोषणा कर दी गई। जेईई मेन्स 18 से 23 जुलाई के बीच होंगे। 26 जुलाई को नीट की परीक्षा होगी। दोनों की तैयारी के लिए स्टूडेंट्स को अब पर्याप्त समय मिल गया है। लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जो तैयारी करके थक चुके हैं और सैचुरेशन की फीलिंग आ गई है। शहर के एक्सपर्ट्स से हमने जाना कि इन हालात में तैयारियों को अब किस तरह से प्लान करें, ताकि फटीग से बचे रहें और आखिरी चरण की तैयारियां खराब न हों।
जेईई मेन्स (18 से 23 जुलाई):71 दिन बचे
एक्सपर्ट मितेश राठी के मुताबिक, 18 जुलाई को पेपर है तो स्टूडेंट्स के पास अब 71 दिन बचे हैं। इसमें दो रिवीजन प्लान करें। पहला रिविजन 60 दिनों में और दूसरा आखिरी के बचे हुए दिनों में।
हर हफ्ते दो पेपर- एक मेन्स, दूसरा एडवांस: सप्ताह में दो पेपर्स हल करना शुरू कर दें, जिसमें एक मेन परीक्षा का हो और दूसरा एडवांस का, चूंकि एडवांस के लिए इस बार ज्यादा टाइम नहीं मिलेगा।
तो फिर से रिविजन: फटीग आ गया है या ओवर कॉन्फिडेंट हो गए हैं और किताब देखकर लगता है कि सब आता है, तो पेपर सॉल्व करें। 90% से कम स्कोर कर रहे हैं तो रिवीजन से फिर से तैयारी शुरू करना बेहतर होगा।
पेपर एनालिसिस: कैल्कुलेशन और कॉन्सेप्ट चेक: देखें कि गलत सवालों में कैल्कुलेशन की गलती है या कॉन्सेप्ट की। कैल्कुलेशन की गलती है तो पेपर प्रैक्टिस बढ़ा दें। अगर कॉन्सेप्ट गलत था, तो गलती कहां हुई, उसे ढूंढ़कर खास उस हिस्से का रिवीजन करें।
नीट (26 जुलाई): 79 दिन बचे
एक्सपर्ट प्रकाश नंदी बताते हैं, अभी बोर्ड एग्जाम नहीं हुए हैं, मान सकते हैं कि यह अगले 15 दिनों में पूरे हो जाएंगे। तो भी स्टूडेंट्स के पास काफी वक्त बचेगा। रोजाना 600 सवाल हल करें। 8 से 10 घंटे की डेली तैयारी जरूरी है। सिर्फ एनसीईआरटी पर फोकस रखें। सवाल प्रैक्टिस करें और स्पीड मेंटेन करें। पेपर में 15 मिनट पेपर वर्क में चला जाएगा, तो 2 घंटे 45 मिनट में पेपर सॉल्व करने की प्रैक्टिस डालें। बायो पहले करें, 30 सेकेंड में एक सवाल और 45 मिनट में 90 सवालों को हल करने की प्रैक्टिस डालें। केमेस्ट्री-फिजिक्स बाद में करें, इसमें कॉन्सेप्ट रीकॉल करना पड़ता है। 720 मार्क्स के पेपर में 500 प्लस मार्क्स आए बड़ा कॉलेज मिलेगा।
पेपर एनालिसिस: एक्सपर्ट शीनू जॉन बताते हैं- पेपर हल करने में बाद देखें कि सिली मिस्टेक के कारण गलती हुई या नॉलेज की कमी के कारण। प्रैक्टिस बढ़ाकर सिली मिस्टेक दूर होंगी। एनसीईआरटी बुक्स को रिवाइज करेंगे तो नॉलेज बढ़ेगा। सवाल को जल्दीबाजी में पढ़ने, एक ही पार्ट में ज्यादा समय देने के कारण पेपर छूटने जैसी प्रॉब्लम्स को पहचानें।
क्लैट (21 जून): 44 दिन बचे
एक्सपर्ट हर्ष गंगरानी बताते हैं, कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट 21 जून को होने वाला है, पहले 10 मई को होना था। स्टूडेंट्स इस एक्स्ट्रा टाइम को लैंग्वेज और कॉम्प्रीहेंसिव स्किल्स बढ़ाने में इस्तेमाल करें। तीन दिन में एक मॉक टेस्ट दें। कम से कम 3 घंटे इसको रिवाइज करें। ऑनलाइन क्लासेज में रेगुलर रहें, इससे पढ़ाई की तारतम्यता बनी रहेगी।
पेपर एनालिसिस: मॉक टेस्ट खत्म होते ही एक पेपर पर 5 मिनट में लिखें कि क्या गलतियां कीं, कहां ज्यादा समय दिया। इन्हीं प्वाइंट्स को एनालाइज करें।
ब्रेक के दौरान टीवी नहीं लाफ्टर शो, कवि सम्मेलन देखें
डॉ. रत्ना शर्मा, साइकोलॉजिस्ट
दो दिन पहले ऐसी खबर आई थी कि टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने मुंबई स्थित 'जेनेरिक आधार' फार्मेसी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली है। कंपनी के फाउंडर अर्जुन देशपांडे ने इस डील की पुष्टि की थी, लेकिन डील की कीमत बताने से इनकार कर दिया है। ऐसे में अब रतन टाटा ने ट्वीट करके पुष्टि की है कि उन्होंने कंपनी के 50 प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं खरीदी है। बल्कि छोटा सा इनवेस्टमेंट किया है।
रतन टाटा का ट्वीट
कई स्टार्टअप में निवेश कर चुके रतन टाटा
पहले ऐसी खबर थी कि रतन टाटा ने इस कंपनी में निजी तौर पर निवेश किया है। ये टाटा ग्रुप से जुड़ा नहीं है। रतन टाटा ने पहले भी ऐसे कई स्टार्टअप में निवेश किया है, जिसमें ओला, पेटीएम, स्नैपडील, क्योरफिट, अर्बन लैडर, लेंसकार्ट और लाइब्रेट शामिल हैं।
रिटेलर्स को 20% तक मुनाफा
देशपांडे ने जेनेरिक आधार कंपनी की शुरुआत दो साल पहले की थी। तब वे महज 16 साल के थे। अब उनकी कंपनी हर साल 6 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का दावा करती है। ये स्टार्टअप यूनिक फार्मेसी-एग्रीगेटर बिजनेस मॉडल को फॉलो करता है। उसने मैन्युफैक्चरर्स को डायरेक्ट सोर्स बनाया है और रिटेल फार्मेसी तक जेनेरिक दवाओं को बेचती है। इससे रिटेल फार्मेस के 16-20 प्रतिशत मार्जिन बच जाता है, जो थोक व्याापरी कमाते हैं।
देशपांडे ने कहा, "एक साल के अंदर जेनेरिक आधार के तहत 1,000 छोटे फ्रेंचाइजी मेडिकल स्टोर खोलने की योजना है। ये महाराष्ट्र, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और दिल्ली तक फैला हुआ है।"
कंपनी मुख्य रूप से डायबिटीज और हाइपरटेंशन की दवाओं की आपूर्ति करती है, लेकिन जल्द ही बाजार मूल्य से बहुत कम दरों पर कैंसर की दवाओं की पेशकश शुरू कर देगी। इसके लिए पालघर, अहमदाबाद, पांडिचेरी और नागपुर में चार डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित निर्माताओं के साथ टाइअप है। हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एक निर्माता से कैंसर की दवाओं की खरीद की जाएगी।
रविवार, 10 मई को ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष का गणेश चतुर्थी व्रत है। इस दिन भगवान गणेश को दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं और गणेशजी के मंत्र का जाप करना चाहिए। रविवार को चतुर्थी होने से इस दिन गणेशजी के साथ ही सूर्यदेव की भी विशेष पूजा करनी चाहिए, क्योंकि गणेशजी चतुर्थी तिथि के स्वामी हैं और रविवार का कारक ग्रह सूर्य है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा से जानें गणेश चतुर्थी पर गणेशजी की सरल पूजा कैसे कर सकते हैं...
रविवार और चतुर्थी के योग में गणेशजी का ध्यान करें और सूर्यदेव को जल चढ़ाएं। इसके लिए तांबे के लोटे का उपयोग करें। लोटे में चावल और लाल फूल डालें। सूर्य मंत्र ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। सूर्य पूजा के बाद सोने, चांदी, तांबे, पीतल या मिट्टी से बनी भगवान श्रीगणेश की प्रतिमा स्थापित करें। गणेशजी को जनेऊ पहनाएं।
अबीर, गुलाल, चंदन, सिंदूर, इत्र आदि गणपतिजी को चढ़ाएं। चावल सहित अन्य पूजन सामग्री अर्पित करें। गणेश मंत्र ऊँ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करें, दूर्वा की 21 गांठ चढ़ाएं। भोग लगाएं। कर्पूर और दीपक जलाकर आरती करें। पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें।
जो लोग इस तिथि पर व्रत करते हैं, उन्हें फलाहार, पानी, दूध, फलों का रस आदि का सेवन करना चाहिए, अन्न ग्रहण नहीं करना चाहिए। दिनभर भगवान का ध्यान करें और अधार्मिक कामों से बचें।
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ मंत्र का जाप कम से कम 108 बार करें। मंत्र जाप सही उच्चारण के साथ करना चाहिए।
सूर्यास्त के बाद गणेशजी के सामने दीपक जलाएं। पूजा करें। इसके बाद उनके मंत्रों का जाप कम से कम 108 बार करें। मंत्र- एकदंताय विद्महे, वक्रतुंडाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
पूजा पूरी होने के बाद अन्य भक्तों को प्रसाद वितरित करें और गणेशजी से दुख दूर करने की प्रार्थना करें। पूजा में हुई अनजानी भूल के लिए गणेशजी से क्षमा अवश्य मांगे।
देशभर में जारी लॉकडाउन के बीच राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह दोस्तारा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए करीब50 से ज्यादा शिक्षण संस्थाओं के साथ मीटिंग की। इस मीटिंग के दौरान मंत्री ने राज्य में पढ़ाई और परीक्षाओं से जुड़े कई अहम फैसले किए। इस मीटिंग के दौरान राज्य में सभी स्कूलों को 1 जुलाई से खोलने का फैसला भी लिया गया। जिसके बाद अब स्टूडेंट्स के लिए स्कूल 1 जुलाई से खुलेंगे, लेकिन टीचर्स को स्कूल खुलने से पहले ही 26 या 27 जून को स्कूलों में अपनी ड्यूटी के लिए रिपोर्ट करना होगा।
ऑनलाइन होंगे एडमिशन
इस दौरान यह भी बताया गया कि मौजूदा हालातों को देखते हुए एकेडमिक कैलेंडर में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। मंत्री ने आगे कहा कि इंग्लिश मीडियम स्कूलों में एडमिशन जल्द ही शुरू किए जाएंगे और एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही चलेगी। दरअसल, मीटिंग में टीचर ऑर्गेनाइजेशन ने सुझाव दिया कि कोरोनावायरस की वजह से पहले से ही देरी हो गई है। इसलिए अब स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जानी चाहिए।
बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला
इस सुझाव पर मंत्री ने कहा कि इंग्लिश और हिंदी मीडियम स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया ऑनलाइन ही चलेगी। वहीं, राज्य की बाकी बची हुई बोर्ड परीक्षाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 10वीं और 12वीं क्लास की बची हुई बोर्ड परीक्षा के बारे में निर्णय राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात-चीत करके लिया जाएगा।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को झटका देते फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर मिलने वाले ब्याज में कटौती की है। ग्राहकों की डिपॉजिट पर 0.20 प्रतिशत कम ब्याज मिलेगा। एफडी पर नई दरें 12 मई से लागू होंगी। ऐसे में अगर आप एफडी कराने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको ऐसे बना रहे आपको ऐसे बैंकों के बारे में बता रहे हैं जो आपको शानदार ब्याज देंगी।
एसबीआई अब एफडी पर कितना देगा ब्याज(12 मई2020 से)
अवधि | आम नागरिकों के लिए नई दर (%) | वरिष्ठ नागरिकों के लिए नई दर (%) |
7 से 45 दिन | 3.3 | 3.8 |
46 से 179 दिन | 4.3 | 4.8 |
180 से 210 दिन | 4.8 | 5.3 |
211 से एक साल | 4.8 | 5.3 |
एक साल से दो साल | 5.5 | 6.0 |
दो साल से तीन साल | 5.5 | 6.0 |
तीन साल से पांच साल | 5.7 | 6.2 |
पांच साल से 10 साल | 5.7 | 6.2 |
जन स्मॉल फाइनेंस बैंक
अवधि | ब्याज दर(%) | ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन |
181दिनसे 1 साल | 8.50 | 9.10 |
1 साल 1दिनसे 2 साल | 8.50 | 9.10 |
2 साल 1दिनसे 3 साल | 8.50 | 9.10 |
3साल | 9.00 | 9.60 |
3 साल 1दिनसे 5 साल | 8.50 | 9.10 |
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक
अवधि | ब्याज दर(%) | ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन |
1 से 2 साल से लिए | 8.30 | 8.80 |
735दिन | 8.25 | 8.75 |
799 दिन | 8.60 | 9.10 |
800दिन से 3साल | 7.50 | 8.00 |
फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक
अवधि | ब्याज दर(%) | ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन |
1साल 3 महीने 1 दिनसे18महीने | 8.25 | 8.75 |
21महीने 1 दिन से2 साल | 8.75 | 9.25 |
2 साल 1दिनसे 3 साल | 9.00 | 9.50 |
36 महीने 1 दिन से 42 महीने | 8.00 | 8.50 |
उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक
अवधि | ब्याज दर(%) | ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन |
1सालसे455दिन | 8.50 | 9.00 |
456 दिनसे 2 साल | 9.00 | 9.50 |
5साल | 8.00 | 8.50 |
सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक (डेली क्लोजिंग बैलेंस के आधार पर सालाना ब्याज)
अवधि | ब्याज दर(%) | ब्याज दर(%)सीनियर सिटीजन |
1 से 2 साल से लिए | 8.50 | 9.00 |
2 साल 1दिनसे 3 साल | 8.75 | 9.25 |
950दिन | 9.00 | 9.50 |
5साल | 8.25 | 8.75 |
सलमान और जैकलीन लॉकडाउन के बाद से ही फॉर्म हाउस में साथ समय बिता रहे हैं। हाल ही में दोनों ने फैंस को खुशखबरी देते हुए बताया है कि जल्द ही वो रोमांटिक सॉन्ग तेरे बिना लेकर आ रहे हैं। इस गाने को लॉकडाउन का पालन करते हुए महज तीन लोगों ने तैयार किया है।
हाल ही में सलमान खान ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से एक इंटरव्यू का वीडियो शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि बिना प्रोडक्शन टीम के किस तरह गाने को शूट किया गया है। सलमान ने कहा, 'मेरे दिमाग में एक गाना था तो मैंने सोचा इसे इस टाइम में ही रिलीज कर देते हैं। मैंने अब तक चार गाने गाए हैं मगर मुझे लगता है ये गाना सबसे अच्छा है'।
'तेरे बिना' गाने की शूटिंग में आई दिक्कतों पर बात करते हुए जैकलीन ने कहा, 'हमें बड़े प्रोडक्शन में कई दिनों तक शूटिंग करने की आदत है। इस गाने में हमने एक हफ्ते तैयारी की और बाद में हम तीनलोगों की टीम ने इसे शूट किया है। ये पहली बार है जब मैं खुद ही शूटिंग के दौरान लाइट का ध्यान रखते हुए उन्हें सेट कर रही थी। मैं सामान भी जमाती थी'। इसके अलावा जैकलीन ने खुद ही अपने कपड़ों और मेकअप पर भी काम किया है।
ऐसे हुई है गाने की शूटिंग
सलमान ने बताया है कि फार्महाउस में बहुत गर्मी है जिसके चलते चार दिनों तक सिर्फ 5 से 6 बजे ही शूट किया गया है। सलमान अपनी प्रॉपर्टी ज्यादा नहीं दिखाना चाहते थे इसलिए उन्होंने एहतियात रखते हुए सारी शूटिंग की है। इसकी वजह बताते हुए सलमान ने कहा, 'ये मेरा घर है'। आगे उन्होंने बताया कि सभी लोग फार्म हाउस का वाई-फाई इस्तेमाल कर रहे हैं ऐसे में एडिटर्स को वीडियो भेजने में भी काफी वक्त लगता था। इस गाने का टीजर जल्द ही रिलीज किया जाएगा।
इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) नेट्विटर पर भारतीय कप्तान विराट कोहली का 2018 के इंग्लैंड दौरे पर आउट होने का पुराना वीडियो शेयर किया है। इसमें कोहली स्पिनर आदिल राशिद की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए थे। ऐसे आउट होने की हैरानी उनके चेहरे पर साफ नजर आई थी।
ईसीबी ने इस वीडियो के साथ कैप्शन लिखकर भारतीय कप्तान से सवाल पूछा- क्या ये आपके द्वारा खेली गई अब तक की सर्वश्रेष्ठ गेंद थी?
2018 की सीरीज में राशिद ने कोहली को 2 बार आउट किया
कोहली उस मैच में 71 रन पर खेल रहे थे और अपने 36वें शतक के करीब थे। लेकिन राशिद की इस गेंद ने उन्हें शतक बनाने से रोक दिया। संयोग से कोहली को उस वनडे सीरीज में लगातार तीन मैचों में स्पिनर्स ने ही आउट किया था।पहले और तीसरे वनडे में राशिद तो दूसरे मैच में ऑफ स्पिनर मोईन अली ने उनका विकेट हासिल किया।
2014 में स्पिनर्स ने ही लगातार 3 मैच में कोहली को आउट किया
कोहली अपने करियर में दूसरी बार लगातार तीन मैचों में फिरकी गेंदबाज की गेंद पर आउट हुए थे। इससे पहले 2014 में श्रीलंका के खिलाफ लगातार तीन मैच में स्पिनर ने उनका विकेट लिया था।
कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ 3 शतक लगाए हैं
विराट अब तक 248 वनडे में करीब 60 की औसत से 11867 रन बना चुके हैं। उन्होंने अब तक 43 शतक लगाए हैं। भारतीय कप्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ 30 वनडे में 45.30 की औसत से 1178 रन बनाए हैं। इसमें तीन शतक शामिल हैं।
लॉकडाउन के पहले ही खुशी कपूर लंदन से वापस आ चुकी हैं जिसके बाद से ही वो जान्हवी के साथ मस्ती करती नजर आ रही हैं। कुकिंग एक्सपैरिमेंट और मजेदार टिकटॉक वीडियोज के बाद अब जान्हवी ने बहन को परेशान करने के अलग अलग तरीके शेयर किए हैं।
जान्हवी ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से मस्ती करते हुए कई तस्वीरें और वीडियोज शेयर किए हैं। इनमें जान्हवी कभी खुशी की सवारी करती दिख रही हैं तो कभी अजीब-अजीब आवाजें निकालते हुए उन्हें परेशान कर रही हैं। एक वीडियो में खुशी जान्हवी की मस्ती से परेशान होकर रोती हुईं भी दिख रही हैं।
इस पोस्ट के साथ जान्हवी ने कैप्शन में लिखा- ‘अपनी बहन को परेशान कैसे करें 101। क्वारैंटीन एडीशन’। इससे पहले भी दोनों कई बार अपने मजेदार वीडियोज शेयर कर चुके हैं। खुशी कपूर लंदन में रहती हैं मगर लॉकडाउन से पहले उन्हें वापस बुला लिया गया है। दोनों आपस में बहुत क्लोज हैं। इनकी बेहतरीन केमिस्ट्री को सोशल मीडिया पर खूब पसंद किया जा रहा है।
कोरोना महामारी की वजह से दुनियाभर में फंसे भारतीयों को हवाई और समुद्र मार्ग से घर लाया जा रहा है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 'वंदे भारत मिशन'और 'ऑपरेशन समुद्र सेतु'शुरू किया है। ऑपरेशन समुद्र सेतु के तहत सबसे पहले मालदीव से भारतीयों को लाया जा रहा है। माले से 698 भारतीयों को लेकर आईएनएस जलाश्व रवाना हो चुका है। इसके 10 मई को कोच्चि पहुंचने की संभावना है।
आईएनएस जलाश्व के जरिए मालदीव से 595 पुरुष और 103 महिलाएं लौट रहे हैं। इनमें 19 गर्भवती महिलाएं भी हैं। नौसेना करीब 2000 लोगों को वापस लाने के लिए आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर के जरिए ऑपरेशन चला रही है। दोनों युद्धपोत केरल के कोच्चि और तमिलनाडु के तूतीकोरिन से दो-दो बार माले जाएंगे। ऐसा बताया जा रहा है कि मालदीव से4500 लोगों ने भारत लौटने की इच्छा जताई है। मालदीव में करीब 27 हजार भारतीय रहते हैं।
आईएनएस मगर रविवार को माले से निकलेगा
मालदीवमें भारत के उच्चायुक्त संजय सुधीर ने बताया कि आईएनएस मगर रविवार को 200 भारतीय को लेकर तमिलनाडु के तूतीकोरिन जाएगा। अगले हफ्ते फिर माले आएगा।सुधीर ने बताया कि आईएनएस जलाश्व गुरुवार को माले पोर्ट पहुंचा था। भारतीयों की घर वापसी के पहले लॉकडाउन प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। सभी के स्वास्थ्य की जांच की गई है।
कितना बड़ा है ऑपरेशन समुद्र सेतु?
इटली में 2 महीने के लॉकडाउन के बाद कोरोना के एपीसेंटर में दोबारा फुटबॉल की ट्रेनिंग शुरू हुई। यह उत्तरी इटली का वही लॉम्बार्डी क्षेत्र है, देश में हुई कुल 30 हजार मौतों में से आधी यहीं हुईं हैं।
इसी इलाके में इटैलियन फुटबॉल लीग सीरी-ए की दो बड़ी टीमेंइंटर और एसी मिलान के खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। टीम के कप्तान समीर हंडानोविक के अगुआई में बेल्जियम के स्ट्राइकर रोमेलु लुकाकु और अन्य खिलाड़ी मिलान के उत्तर पश्चिम में स्थित टीम के ट्रेनिंग सेंटर में पहुंचे। यहां ट्रेनिंग से पहले खिलाड़ियों का तापमान चेक किया गया। सभी खिलाड़ियों ने मास्क और दस्ताने पहने हुए थे।
एसी मिलान के कुछ खिलाड़ीअभी पूरी तरह ठीक नहीं हुए
एसी मिलान के टेक्निकल डायरेक्टर पाउलो माल्दिनी ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था कि मैदान पर न लौटना बड़ी आपदा होगी। मिलान के युवा खिलाड़ी और टीम के पूर्व कप्तान माल्दिनी के 18 साल केबेटे डेनियल भी कोरोना को मात देकर एक फिर खेलने के लिए तैयार हैं।
माल्दिनी ने इंस्टाग्राम पर लाइव चैट में कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है और कोरोना के फैलाव से बचाव के सभी नियमों को ध्यान में रखा जाना जरूरी है।
मिलान को स्वीडिश स्टार ज्लाटन के लौटने का इंतजार
युवेंटस के स्टार स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो इटली लौट चुके हैं। उनकी टीम मंगलवार से ही अभ्यास शुरू कर चुकी है। वहीं, मिलान को स्वीडिश स्टार ज्लाटन इब्रोहिमोविच के लौटने के इंतजार है। वे आने वाले हफ्ते में टीम के साथ जुड़ जाएंगे।
दो क्लबों के 10 खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव
दो क्लबों फियोरेंटीना और सेम्पडोरिया की बैठक में यह खुलासा हुआ कि उनके खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों में से कुछ अभी भी कोरोना से संक्रमित हैं। उनकी हालिया रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें 7 खिलाड़ी शामिल हैं। बुधवार को भी टोरिनो क्लब के एक खिलाड़ी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन खबरों के बाद लीग के वक्त पर शुरू होने को लेकर संदेह हो रहा है।
18 मई से पहले टीम अभ्यास पर कोई फैसला नहीं
इटली के खेल मंत्री विन्सेन्जो स्पडाफोरा ने कहा कि टीम अभ्यास पर 18 मई के बाद ही कोई फैसला होगा। उन्होंने कहा कि इससे पहले वह टीम अभ्यास की इजाजत देकर कोई खतरा मोल लेना नहीं चाहते।
लीग शुरू करने को लेकर मतभेद
इधऱ, इटली में फुटबॉल शुरू करने को लेकर सभी पक्षों में एक राय नहीं बन पा रही है। इटली में फुटबॉल से जुड़े शीर्ष लोग देश में जर्मनी की तरह खेल शुरू करने की वकालत कर रहे हैं। जर्मनी में 16 मई से बुंदेसलीगा शुरू हो रही है।लेकिन साइंटिफिक कमेटी ने सुझाव दिया है कि जो भी खिलाड़ी या सपोर्ट स्टाफ कोरोना से संक्रमित पाया जाता है तो
उसे तुरंत आइसोलेट करना चाहिए।
खिलाड़ी के संक्रमित पाए जाने पर टीम आइसोलेट होगी
इटली में 18 मई के बाद टीमें एकसाथ ट्रेनिंग शुरू करेंगी।अगर तब कोई खिलाड़ी संक्रमित पाया जाता है तो पूरी टीम को ही आइसोलेशन में जाना होगा। इसके अलावा, लगातार स्क्रीनिंग का भी सुझाव दिया गया है। ऐसे में क्लबों को पर्याप्त मात्रा में टेस्टिंग किट का इंतजाम करना होगा। लेकिन लॉम्बर्डी जैसे क्षेत्र में इसका प्रबंध करना आसान नहीं होगा।
शहर में शुक्रवार को तीन नए कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। तीनों ही कोराेना पॉजिटिव शिवनगर क्षेत्र के हैं, जो पूर्व में मिल चुके कोरेाना पॉजिटिव के संपर्क में रहे हैं। इधर, मोचीपुरा में गुरुवार रात को एसआई और वालेंटियर पर हमला करने वाले नामजद एक आरोपी पर कलेक्टर रुचिका चौहान ने रासुका लगाने के आदेश दिए हैं। हमले के आठ आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। इनमें एक आरोपी नाबालिग है जिसे बाल न्यायालय से परिजन को सौंपने के आदेश हुए। सात आरोपियों का पुलिस ने शुक्रवार को जुलूस निकाला।
मोचीपुरा कंटेनमेंट एरिया में गुरुवार रात को उत्पाती जमा हो गए थे। वालेंटियर से जानकारी मिलने पर हाकिमवाड़ा स्थित बैरियर पर तैनात एसआई जेआर जामोद ने लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट किया। कंटेनमेंट एरिया के अंदर जाकर समझाया तो आरोपी युवकों ने एसआई जामोद और वालेंटियर सोहेल पर हमला कर मारपीट की और पत्थर फेंके। घटनास्थल के फुटेज में एक बालक भी एसआई पर पत्थर फेंकते दिख रहा है। एसआई जामोद की रिपोर्ट पर स्टेशन रोड थाने में आरोपी अत्तू टेलर, चिंगीपुरा निवासी इच्छू, दानिश, अद्दू बेकरी, साजिद, गोलू उर्फ सलमान सहित 15 आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया।
पुलिस ने नामजद आरोपी चिंगीपुरा निवासी अद्दू उर्फ सोहेल पिता साबिर (19) तथा गोलू उर्फ सलमान पिता मुश्ताक (20) के अलावा अफजल पिता रशीद कुरैशी (30), शाहरुख पिता साबिर (20), जुबेर पिता जाकीर (25), शहजाद पिता सलाम (37), जफर पिता जहीर मंसूरी (28) को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया जहां से अद्दू उर्फ सोहेल और गोलू उर्फ सलमान को शनिवार तक पुलिस रिमांड पर और शेष पांचों को सैलाना जेल भेजने के आदेश हुए। विधि विरुद्ध बालक को बाल न्यायालय में पेश किया जहां से उसे परिजन को सौंपने के आदेश हुए।
फिल्ममेकर अनुराग बसु की मानें तो इरफान खान 'लाइफ इन अ मेट्रो'(2007) के सीक्वल को लेकर एक्साइटेड थे। उनके मुताबिक, फिल्म का सीक्वल बनाने का आइडिया भी उन्हें इरफान ने ही दिया था। बसु ने एक इंटरव्यू में दिवंगत इरफान और अपनी बॉन्डिंग के बारे में बात की। 29 अप्रैल को दुनिया को अलविदा कह गए इरफान अनुराग बसु के साथ लंबे समय तक जुड़े रहे।
'जग्गा जासूस' में रणबीर के पिता का रोल ऑफर किया था
मुंबई मिरर से बातचीत में बसु ने कहा, "मैंने उन्हें (इरफान को) 'जग्गा जासूस' में रणबीर कपूर के दुर्घटनाग्रस्त अडॉप्टिव पिता की भूमिका के लिए अप्रोच किया था। तब वे दूसरी फिल्मों में व्यस्त थे और 'जग्गा जासूस' की तारीखें फाइनल हो चुकी थीं। इसलिए हम उस प्रोजेक्ट पर साथ काम नहीं कर सके। लेकिन उन्होंने मुझसे कहा था- चल 'मेट्रो' का सीक्वल बनाते हैं।"
अनुराग बोले- मेट्रो 2 मुझे इरफान के साथ ही बनानी थी
अनुराग के मुताबिक, 'करीब-करीब सिंगल' के प्रमोशन के दौरान इरफान ने उन्हें 'मेट्रो' के सीक्वल के बारे में याद दिलाया था। यह कहते-कहते वे भावुक हो गए और गहरी सांस लेते हुए बोले, "मेट्रो 2 तो मुझे इरफान के साथ ही करनी थी।" जब उनसे पूछा गया कि क्या अब यह कभी बन पाएगी तो उन्होंने कहा- मैं नहीं जानता...मैं वाकई कुछ भी नहीं जानता।"
'गैंगस्टर' में कास्ट न करने पर नाराज हो गए थे इरफान
बसु के निर्देशन में इरफान ने 90 के दशक में 'स्टार बेस्टसेलर्स' जैसे शो किए थे। टीवी पर लंबी पारी खेलने के बावजूद जब बसु ने इरफान को अपनी फिल्म 'गैंगस्टर' में कास्ट नहीं किया तो वे उनसे कुछ नाराज हो गए थे। बसु बताते हैं, "मैंने उनके लिए मेट्रो में एक रोल बनाया। इसमें उनकी लाइटर साइड दिखाई गई, जिससे मैं हमारे टीवी शोज से परिचित था।"
शहर के आखलिया चौराहा पर शनिवार को अलग ही नजारा देखने को मिला। भीषण गर्मी में दो युवक भरे हुए घरेलू गैस सिलेंडर को लात मारते हुए सड़क पर लुढ़काते हुए ले जा रहे थे। बारहवीं रोड चौराहे पर पुलिस ने इनकी बाइक जब्त कर ली। इसके बाद कुछ दूरी तक सिलेंडर को उठाकर चले। बाद में थक जाने पर उसे पांवों सेलुढ़काते हुए अपने घर की तरफ चल पड़े।
शकंर नाम का एक व्यक्ति हड्डी मिल क्षेत्र से एक घरेलू गैस सिलेंडर लेकर अपनी बाइक पर कबीर नगर स्थित अपने मकान जा रहा था। सिलेंडर को पकड़ने के लिए उसने पीछे एक युवक को बैठा रखा था। बारहवीं रोड चौराहे पर पुलिस ने उसकी बाइक को रोक लिया। पीछे बैठे युवक के हेलमेट नहीं पहना था। साथ ही उसके पास बाइक के कागज भी नहीं थे। इस पर पुलिस ने बाइक को जब्त कर लिया। अब उसके सामने भरे हुए सिलेंडर को घर तक ले जाने का संकट खड़ा हो गया। उसका मकान वहां से करीब पांच किलोमीटर दूर था। शंकर ने पुलिस से मिन्नत की कि उसका चालान भले ही काट ले, लेकिन बाइक जब्त नहीं करे ताकि वह सिलेंडर घर तक पहुंचा सके। पुलिस ने उसकी बात को नहीं सुना।
फोटो- एल देव जांगिड़
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुकी कोविद -19 महामारी के कारण हुए लॉकडाउन के मद्देनजर लॉ स्कूल एडमिशन काउंसिल (एलएसएसी) ने पहली बार एलएसएटी-इंडिया प्रवेश परीक्षा 2020 का आयोजन ऑनलाइन करने का फैसला किया है। पेपर और पेंसिल को आधार पर होने वाली यह परीक्षा ऑफलाइन परीक्षा अब ऑनलाइन माध्यम से होगी। घर से परीक्षा आयोजित कराते समय सभी नियमों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि स्टूडेंट्स किसी भी तरह की गलत एक्टीविटीज में न उलझें। इसके लिए आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस और रिमोट प्रोक्टोरिंग की मदद ली जाएगी।
14 जून को होगी परीक्षा
लॉ स्कूलों में प्रवेश लेने के इच्छुक उम्मीदवार दिनांक 14 जून, 2020 को एलसैट-इंडिया ऑनलाइन दे सकेंगे। पहले यह परीक्षा 07 जून को आयोजित की जानी थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण इसकी तारीख में परिवर्तन किया गया है। यह परीक्षा आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर आधारित सॉफ्टवेयर की मदद से आयोजित की जाएगी। इसके अलावा परीक्षा प्रक्रिया के लिए उम्मीदवारों की परीक्षा की रिकॉर्डिंग भी की जाएगी। इससे पहले, जीएमएसी (GMAC) ने प्रबंधन प्रवेश परीक्षा जीएमएटी (GMAT) को समान प्रारूप में आयोजित करने की घोषणा की थी।
वर्चुअल होगा रजिस्ट्रेशन प्रोसेस
परीक्षा शामिल होने वाले स्टूडेंट्स को पहले वर्चुअल चेक-इन प्रक्रिया पूरी करनी होगी। इसमें उम्मीदवारों की आइडेंटिफिकेशन और ऑथेंटिकेशन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। पहचान प्रक्रिया पूरी करने के बाद, उम्मीदवार सिक्योर ब्राउजर की मदद से टेस्ट दे पाएंगे। इस दौरान एक वेब कैमरा एआई-असिस्टेड तकनीक का उपयोग करके इन परीक्षाओं को रिकॉर्ड करेगा। परीक्षा के दौरान अगर कोई उम्मीदवार नकल करता पाया गया तो उसकी परीक्षा को वैलिड नहीं माना जाएगा। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद सभी स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एग्जामिनेशन से जुड़ी जानकारी पर्सनली भी भेजी जाएगी।
मिलन मांजरावाला. इस शहर से अपने राज्यों के लिए जाने वाले श्रमिक सुरक्षित अपने गांव-शहर पहुंच जाएं, इसके लिए रेल्वे स्टेशन पर कई लोग अपनी ड्यूटी ईमानदार के साथ कर रहे हैं। इसमें कोई नेत्रहीन है, तो कोई दिव्यांग। यहां तक कि 3 गर्भवती महिलाओं ने अपना मातृत्व अवकाश को त्यागकर फर्ज निभाना ठीक समझा।
फ्रंट वारियर्स के बारे में
भास्कर ने ऐसे ही फ्रंट वारियर्स के बारे में जाना और उनसे बात की। सूरत के स्टेशन मास्टर सीएम खटिक ने बताया कि लोगों को अपने गांव-शहर पहुंचाने के लिए हमारा मेंटेनेंस, सिगनल, ट्रेफिक, सुरक्षा, साफ-सफाई विभाग अपने ड्यूटी निभा रहा है। कई कर्मचारियों में यह डर है कि उन्हें भी कोरोना का संक्रमण हो सकता है। इसके बाद भी वे फर्ज निभा रहे हैँ। वास्तव में यही फ्रंट वारियर्स हैं।
6 महीने की गर्भवती पति-सास के साथ काम कर रही है
रेल्वे स्टेशन में साफ-सफाई करने वाली पारुल काछी को 6 महीने का गर्भ है, अपनी मेटरनिटी लीव को त्याग कर वह ड्यूटी कर रही है। वह बताती हैं कि मैं यदि रेल्वे स्टेशन की साफ-सफाई नहीं रखूंगी, तो कोरोना यहां भी आ जाएगा। फिर श्रमिक भाई अपने गांव-शहर नहीं जा पाएंगे। मेरी मदद के लिए मेरे पति और सास आते हैं। मैं झाडू लगाती हूं, तो पति कचरा उठाते हैं। मेरी सास समय-समय पर हमारे लिए भोजन-दवाई लाती हैं। रेल्वे अधिकारी ने बताया कि पारुल को अवकाश मिल रहा है, पर वे अवकाश नहीं लेती।
नेत्रहीन होने से लोगों से टकराता हूं, तो संक्रमण का डर लगता है
वीरेंद्र भाई नेत्रहीन हैं। इसके बाद भी वे अपने घर से रेल्वे स्टेशन तक पहुंच जाते हैं। वे बताते हैं कि कई बार चलते-चलते लोगों से टकरा जाता हूं, तो कोरोना के संक्रमण का डर लगता है। मास्क-सेनेटाइजर से खुद को सुरक्षित रखने की कोशिश करता हूं। स्टेशन में जब लोग अपने गांव-शहर जाते हैं, तो उनकी खुशी देख तो नहीं सकता, पर जब सब मिलकर जय जगन्नाथ का नारा लगाते हैं, तो नारा सुनकर खुशी होती है।
चल नहीं सकता, पर कभी लेट नहीं हुआ
स्टेशन में ट्रेनों की जानकारी देने वाले पोलियाग्रस्त विकास वणवी चल नहीं सकते। इसके बाद भी वे टाइम से ड्यूटी पर पहुंच जाते हैं, कभी लेट नहीं हुए। विकास बताते हैं कि अपने राज्य जाने वाले मजदूरों की हमें आवश्यकता है। इसलिए मैं समय पर आकर लोगों को ट्रेनों के बारे में जानकारी देता हूं।
दोनों जीआरपी गर्भवती होने के बाद भी ड्यूटी पर
सूरत रेल्वे स्टेशन पर कानून-व्यवस्था कायम रहे, इसके लिए जीआरपी को तैनात किया गया है। जीआरपी में तैनात दो महिला कांस्टेबल अर्पणा और दर्शना गर्भवती हैं। उसके बाद भी वे दोनों ड्यूटी पर हाजिर हैं। वे बताती हैं कि इन हालात में हमारे श्रमिक भाई सुरक्षित अपने गांव-शहर पहुंच जाएं, यही काफी है। इस समय देश को हमारी जरूरत है। इसके बाद भी यहां हमारी देखभाल के लिए पूरा स्टॉफ है। वे हमारा पूरा खयाल रखते हैँ।
हरियाणा में लॉकडाउन फेज-3 का छठा दिन है। कोरोना की वजह से शुक्रवार शाम को प्रदेश में 10वीं मौत हो गई। पानीपत में अपनी बहन के घर ईलाज करवाने के लिए फरीदाबाद से आई 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई। उसने खानपुर पीजीआई में दम तोड़ा, उसे टीबी भी थी। वहीं ईलाज न मिलने पर कोरोना से जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा की पत्नी और बेटे को भी कोरोना की पुष्टि हुई है। उन्हें आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया गया है। हरियाणा के लिए चिंता की बात ये है कि अभी तक कोरोना से अछूते 22वें जिले रेवाड़ी में भी कोरोना के 3 मरीज मिले हैं।प्रदेश में अबकुल मरीजों की संख्या 650 पहुंच गई है। वहीं, राज्य में अब तक संक्रमण से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।
माता-पिता फरीदाबाद में संस्कार नहीं करवाना चाहते
कोरोना से पानीपत में लगातार तीन दिनों में तीन की मौत हो गई है। 2 मई को पॉजिटिव मिली 20 साल की युवती ने खानपुर में दम तोड़ दिया है। उसके परिजन उसका संस्कार अपने यहां नहीं करवाना चाहते। डॉक्टरों के मुताबिक, फरीदाबाद निवासी परिजन कह रहे हैं कि संस्कार पानीपत में करें, तो वहीं मृतका की पानीपत में रहने वालीबहन-जीजा कह रहे हैं कि उसका अंतिम संस्कार फरीदाबाद में होना चाहिए। यह जिले में कोरोना से लगातार तीसरी मौत है। इससे पहले 5 मई को दीनानाथ कॉलोनी में 24 साल के युवक और 6 मई को समालखा के गांव झट्टीपुर गांव में 28 साल के युवक की मौत हो गई थी। इन दोनों की रिपोर्ट बाद में पॉजिटिव मिली थी। वहीं शुक्रवार को सब्जी मंडी में काम करने वाला 25 वर्षीय युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है।
दिल्ली पुलिस के जवान की पत्नी और 3 साल का बेटा भी पॉजिटिव
कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाने वालेदिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा की पत्नी और तीन साल काबेटा भी कोरोना पॉजिटिव मिलेहैं। वह हाल में सोनीपत मेंजवाहर नगर में मायके में रह रही है। जवान की पत्नी व तीन साल का बेटा पॉजिटिव मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने इनके संपर्क में आए परिवार व अन्य को क्वारैंटाइन किया है।
हरियाणा में 650 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा
ट्राईसिटी में एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। अब तो कोरोना संक्रमण शहर के साथ लगती कॉलोनियाें में फैलना शुरू हो गया है। कॉलोनियों में काफी संख्या में लोग रहते हैं। ऐसे में अगर संक्रमण कम्यूनिटी में फैल गया तो फिर चंडीगढ़, मोहाली और पंचकूला सरकारों के लिए स्थिति विस्फोटक बन सकती है।
डॉक्टर संक्रमित
दिन-रात कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों के सामने भी विकट स्थिति पैदा हो गई है। शहर के अस्पतालों के कई डॉक्टर,स्टाफ नर्स और कोरोना वॉरियर्स संक्रमण से जुझ रहे है। शहर के साथ लगते गांव मलोया से भी एक कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आया है। गांव में यह पॉजिटिव मरीज किसके संपर्क में आकर संक्रमित हुआ इसकी जांच की जा रही है। शहर की बापूधाम कॉलोनी के लोगों को ही प्रशासन रोक नहीं पा रहा है। यहां से अभी तक 89 पॉजिटिव मरीज सामने आए है, जबकि शहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 148 है।
पंचकूला की कॉलोनी से भी आया पॉजिटिव मरीज
पंचकूला की राजीव कॉलोनी का एक युवक कोरोना पॉजिटिव आया है। बताया जा रहा है कि यह युवक कॉलोनी में दुकान चलाता है। ऐसे में अब यह खतरा हो गया है कि कॉलाेनी में और कितने लोग है, जो संक्रमित होंगे। प्रशासन की ओर से कॉलोनी के उन लोगों को खोजा जा रहा है जो कोरोना पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आया। पंचकूला में कोराेना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 19 है, जबकि 17 मरीज ठीक होकर अपने घरोें को चले गए हैं। अब एक्टिव मरीजों की संख्या 2 है।
मोहाली में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 98
मोहाली में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 98 है। यहां के गांव जवाहरपुर से सबसे ज्यादा पॉजिटिव मरीजों की संख्या आई है। अब शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कुछ कमी आई है। प्रशासन की ओर से बॉर्डर एरिया को पूरी तरह से सील करके लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने को कहा जा रहा है। शहर में अभी तक 52 कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक होकर अपने घरों को चले गए हैं।