राजस्थान में एलडीसी-2018 भर्ती में आरक्षण प्रक्रिया में छेड़छाड़ की गई है। सिर्फ ओबीसी और सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के आरक्षण में ही 587 पदों में सीधे-सीधे छेड़छाड़ की गई है जबकि नोटिफिकेशन और जारी रिजल्ट की प्रेस रिलीज के आंकड़ों के अंतर को देखें तो 1271 पदों पर सवाल उठ रहे हैं। नॉन टीएसपी के 562 पदों के बारे में भी तथ्य सरकार की तरफ से छिपाए गए हैं।
आरक्षण में छेड़छाड़ की स्क्रिप्ट कैसे लिखी गई, इसे समझने के लिए दैनिक भास्कर ने तमाम दस्तावेजों की पड़ताल की है। घोटाले की पूरी कहानी समझने के लिए दो साल पहले के आंकड़े देखने होंगे। 16 अप्रैल 2018 को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने नोटिफिकेशन जारी कर 11,255 पदों के लिए भर्ती निकाली। यह भर्ती लिपिक ग्रेड-2 और जूनियर असिस्टेंट की भर्ती के लिए थी। इसमें स्टेट सेक्रेटेरिएट के लिए 329 सीट, राजस्थान लोक सेवा आयोग में नौ सीट और अधीनस्थ विभागों की 10917 सीटों के लिए आवेदन मांगे गए थे। एक मार्च 2018 को पदों की संख्या बढ़ाकर 12456 कर दी गई।
यह पद इसलिए बढ़ाए गए, क्योंकि-प्रशासनिक सुधार विभाग ने 1175 पदों के लिए और अभिशंषा की। 12 अगस्त से 16 सितंबर 2018 तक चार पारियों में प्री-एग्जाम हुआ। एक मार्च 2019 को नया नोटिफिकेशन जारी हुआ। इसमें पदों की संख्या बढ़ाकर 12456 कर दिया गया। सात मार्च को तीन गुना अभ्यर्थियों को टाइपिंग व एफिशिएंसी टेस्ट के लिए पास किया गया। एक आरटीआई से पता चलता है कि ओबीसी के 227 और सामान्य वर्ग के 360 पदों पर आरक्षण छेड़छाड़ की गई है। क्योंकि-नियमों के अनुसार ओबीसी को 21 और सामान्य वर्ग को 50 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए।
आरटीआई में खुलासा हुआ-ओबीसी व सामान्य वर्ग का आरक्षण करके 587 पद ही गायब कर दिए प्रशासनिक सुधार विभाग के पत्र में ओबीसी वर्ग के कुल पद 2093 बताए गए थे जबकि आरटीआई में इनकी संख्या 1866 दिखाई गई है। सवाल है-227 पद कहां गए? जबकि प्रशासनिक सुधार विभाग के पत्र में सामान्य वर्ग के 5303 पद दिखाए गए हैं, जबकि आरटीआई में इनकी संख्या 4943 ही है। अब सवाल-सामान्य वर्ग के 360 पद कहां गए? दरअसल, ओबीसी को 21 के बजाए 17 प्रतिशत और सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 50 के बजाए 46 प्रतिशत आरक्षण ही दिया गया। ऐसा क्यों किया गया-अधीनस्थ सेवा चयन चुप है? 587 पदों का सीधा-सीधा छेड़छाड़ की गई है?
सवाल इसलिए
आरपीएससी की सभी भर्तियों में सामान्य को 50 और ओबीसी को 21 फीसदी आरक्षण मिला : आरपीएससी की एलडीसी 2013, स्कूल व्याख्याता 2018, ग्रेड सैकंड शिक्षक भर्ती 2018 और रीट में ओबीसी को 21, सामान्य को 50, एससी को 16 और एसटी को 12 फीसदी आरक्षण दिया गया है। जबकि अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड में ओबीसी व सामान्य वर्ग का आरक्षण कम दिया। यह किस नियम के तहत किया गया?
2018 में 11,255 पदों के लिए निकाली भर्ती, बाद में बढ़ाकर 12906 किए, 2020 में भर्ती पूरे होते ही घट गए-
एमबीसी में पांच फीसदी आरक्षण से 450 पद बढ़े, कुल पद हुए 12906 : भर्ती घोटाले की पूरी स्क्रिप्ट यही से लिखनी शुरू हुई। टाइपिंग व एफिशिएंसी टेस्ट के 15 दिन बाद यानी 23 जून 2019 को कार्मिक विभाग ने सभी प्रक्रियाधीन भर्तियों में एमबीसी यानी मोस्ट बैकवर्ड क्लास के लिए पांच प्रतिशत आरक्षण देने के आदेश जारी कर दिए। एमबीसी में गुर्जर, गाडिया लोहार, बंजारा, रेबारी व राइका समुदायों को शामिल किया गया है। हालांकि इस कैटेगरी को एक प्रतिशत आरक्षण पहले से ही दिया जा रहा था। इसलिए एलडीसी में भी 450 पद और बढ़ गए। एलडीसी भर्ती के लिए कुल पदों की संख्या 12906 हो गई।
23 दिसंबर से 11 फरवरी 2020 तक दस्तावेजों का सत्यापन हुआ-
25 अक्टूबर 2019 को खाली सीटों के मुकाबले डेढ़ गुना अभ्यर्थियों को दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया। इसमें 17451 गैर अनुसूचित क्षेत्र और 977 अनुसूचित क्षेत्र के अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। 23 दिसंबर 2019 से लेकर 11 फरवरी 2020 तक दस्तावेज सत्यापन हुआ।
वर्गवार जानकारी नहीं दी
14 फरवरी 2020 को फाइनल रिजल्ट जारी किया गया। इस रिजल्ट में यह बताया ही नहीं गया कि कुल कितनी सीटों पर भर्ती हुई है। इसमें विभागवार सफल अभ्यर्थियों और एमबीसी के पदों की जानकारी भी नहीं थी। 14 फरवरी को ही जारी प्रेस नोट पर नजर डालिए। इसकी हैड लाइन है-लिपिक ग्रेड द्वितीय के 11 हजार 322 पदों के लिए चयन सूची जारी। छह मार्च को द्वितीय चयन सूची में 313 अभ्यर्थियों के रोल नंबर और जारी किए गए। अब सवाल यह है कि 1271 पद कहां गए?
वे सवाल, जिनके जवाब राजस्थान अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड को देने ही होंगे?-
1. आरटीआई में अभ्यर्थी ने 14 फरवरी 2020 को एलडीसी भर्ती-2018 का अंतिम परिणाम एआरडी के नए वर्गीकरण के आधार पर जारी हुआ है। इसी आधार पर वर्गवार बताए। इसी के जवाब में 10732 पदों की संख्या बताई गई। यह नोन टीएसपी क्षेत्र में अधीनस्थ विभागों के ही आंकड़े है। इसमें टीएसपी के 1241 पदों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। अगर हम आरटीआई के आंकड़ों में 1241 को भी जोड़ दे तो यह संख्या 11973 होती है। इसमें आरपीएससी के 36 और सचिवालय के 335 पदों को भी जोड़ना होगा।
2. अंतिम अपडेट पदों की संख्या 12906 थी। सरकार ने 14 फरवरी 2020 को रिजल्ट जारी किया, उसमें चयनित अभ्यर्थियों की संख्या 11322 थी। छह मार्च 2020 को संख्या 313 बताई गई। इन्हें जोड़े तो यह संख्या 11635 होती है। सवाल उठता है कि 1271 पद कहां गए?
काश्तकारों को उनकी उपज का उचित दाम दिलाने के उद्देश्य से क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा शहर के महाराजा उम्मेदसिंह कृषि उपज मंडी में एक मई से शुरू हुए खरीद केन्द्र पर पिछले पांच दिनाें में 31 लाख रुपए कीमत के जिंसाें की खरीद हुई।
मंडी स्थित छाेटी दुकान नंबर 108 पर शुक्रवार काे 6 किसानाें से 134.5 क्विंटल चने व 2 किसानाें से 35 क्विंटल सरसाे की खरीद की गई। समिति व्यवस्थापक करणसिंह ने बताया कि गत 4 मई से शुरू हुए खरीद केंद्र पर शुक्रवार तक 11 किसानाें से कुल 270 क्विंटल चना की खरीद की गई, जिसका समर्थन मूल्य के हिसाब से कीमत 13 लाख 16 हजार 250 रुपए है। उन्हाेंने बताया कि समर्थन मूल्य पर कुल 17 किसानाें से 17 लाख 63 हजार 362 रुपए की 398.50 क्विंटल सरसाें की खरीदी हुई। वहीं सांडेराव जीएसएस उपकेन्द्र पर अब तक 3 किसानाें से 111.5 क्विंटल सरसाें की खरीद हुई।
अब तक 150 किसानाें ने करवाया पंजीयन
कोरोना के चलते खरीद केंद्र 1 अप्रैल की जगह 1 मई से शुरू हुआ है। जिसके तहत एक मई से ही पंजीयन की ऑनलान प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई, जिसमें अब तक करीब 150 काश्तकाराें ने समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। खरीद केंद्र से दूरभाष पर सम्पर्क कर सुविधा अनुसार किसानाें काे सामान बेचने के लिए बुलाया जा रहा है। इसके पीछे का उद्देश्य खरीद केंद्र में काश्तकारों की भीड़ ना पड़े।
समर्थन मूल्य में गत वर्ष की तुलना में हुई बढ़ोतरी
इस बार शुरू हो रहे खरीद केंद्र पर आने वाली उपज में 470 रुपए की समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि खरीद केंद्र पर चना,गेहूं व सरसों की ही खरीद की जाएगी। जहां चना पर 4 हजार 875 रुपए प्रति क्विंटल व सरसों 4 हजार 425 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीद की जाएगी। जबकि पूर्व में चना 4 हजार 620 व सरसों 4 हजार 200 रुपए प्रति क्विंटन समर्थन मूल्य पर खरीद की गई थी। ऐसे में इस बार काश्तकारों को चने पर 255 व सरसाे पर 220 रुपए का लाभ प्राप्त होगा।
ई-मित्र पर होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
खरीद केंद्र पर अपनी उपज को बेचने के लिए काश्तकार को ई मित्र द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा कर खरीद का टोकन प्राप्त करना होगा। काश्तकार सुबह 9 से शाम 6 बजे तक ही ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। इसके लिए काश्तकार को भामाशाह कार्ड, आधार कार्ड, बैंक पासबुक, गिरदावरी रिपोर्ट सहित काश्तकार को बायोमेट्रिक प्रणाली से खुद की उपस्थिति में अंगूठे का निशान देना होगा। इस बार काश्तकारों को खरीद केंद्र पर स्वंय आकर अपनी उपज का बेचान करना अनिवार्य होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद जारी की गई तारीख के सात दिन के अंदर ही उपज की तुलाई करवानी होगी। काश्तकार को बैंक खाता,आईएफसी कोड, बैंक का नाम व शाखा का सही विवरण पंजीकरण के समय देना होगा। काश्तकार को राजफैड द्वारा ऑनलाइन भुगतान सीधा ही किसान के बैंक खाते में किया जाएगा।
ज्य में विभिन्न स्थानों पर चिकित्साकर्मियों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन ब्लैक फ्राइडे के दौरान कस्बे के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों ने काले कपड़े पहनकर एवं काला मास्क लगाकर विरोध जताया। स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी चिकित्सक जेपी सुंडा ने बताया चिकित्सकों के विरोध के दौरान अस्पताल में सभी चिकित्सक सेवाएं निरंतर जारी रही एवं चिकित्सकों ने काले कपड़े, काला मास्क, काली पट्टी बांधकर काम किया। इस मौके पर चिकित्सक अशोक कुमार चौधरी, सरदार मल यादव, विकास मील आदि मौजूद रहे।
मौजमाबाद| देशभर में चिकित्साकर्मियों पर हो रहें हमलों से नाराज राजस्थान सेवारत चिकित्सा संघ के आह्वान पर मौजमाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत चिकित्साकर्मियों ने ब्लैक फ्राइडे रखते हुए डॉ अशफाक अहमद, डॉ बनवारी लाल जाट, डॉ मदन लाल जाट, मेल नर्स महेंद्र सिंह सहित सीएसची स्टाफ ने काल पट्टी और काला झंडा लहराकर विरोध जताया।
शहर के एक होटल में आइसोलेशन में रह रहे कोरोना योद्धाओं के प्रति गैर जिम्मेदाराना बर्ताव करने का मामला सामने आया। नवाखेड़ा में पॉजिटिव मिले युवक के सैंपलिंग के दौरान ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ को चिकित्सा विभाग ने गुरुवार शाम को 14 दिन तक आइसोलेशन के लिए होटल में भेज दिया। होटल स्टाफ ने डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ को न तो सवेरे चाय-नाश्ता दिया और न ही दोपहर 2 बजे तक खाना। डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ ने पीएमओ समेत जिला अस्पताल में कार्यरत अन्य साथियों को इसकी जानकारी दी। जिस पर डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ होटल पर पहुंच गए और कोरोना मरीजों के इलाज करने वाले डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के प्रति इस तरह के बर्ताव पर नाराजगी जताई। पीएमओ डॉ. दर्शन ग्रोवर ने प्रशासन को इसकी सूचना दी। जिस पर एसडीएम हसमुख कुमार व तहसीलदार प्रवीण रत्नू होटल पर पहुंचे। एसडीएम से फोन पर बातचीत के दौरान होटल मालिक ने उसके पास स्टाफ नहीं होने का हवाला दिया। मामला बढऩे के बाद होटल संचालक ने खाना दिया और कमरे में एसी भी रिपेयरिंग भी करवाया। गुरुवार की रात नर्सिंग स्टाफ ने बिना एसी-कूलर के निकाली।
सवेरे न चाय-नाश्ता, 2 बजे तक खाना भी नहीं दिया तो डॉक्टर ने की शिकायत
डॉ. राशि अग्रवाल ने बताया कि विभागीय आदेशानुसार दो नर्सिंग स्टाफ व एक वार्ड ब्वॉय समेत वे खुद आइसोलेशन के लिए होटल पहुंचीं। होटल स्टाफ ने सवेरे न तो चाय दी और न ही नाश्ता। दोपहर 2 बजे तक कमरे में खाना भी नही आया तो पीएमओ डॉ. दर्शन ग्रोवर को इसकी शिकायत दी। साथ डॉक्टर्स को भी ये समस्या बताई। पीएमओ के आदेशानुसार एसडीएम से बात की तो एसडीएम मौके पर पहुंचे, फिर भी होटल कर्मचारी को कोई फर्क नहीं पड़ा। एसडीएम ने होटल मालिक से फोन पर बात की तो उसने भी स्टाफ नहीं होने का हवाला दिया। डांट फटकार के बाद खाना पहुंचाया और शाम 4 बजे कमरों में कूलर भी रिपेयर करवाएं। डॉ. राशि अग्रवाल ने बताया कि यदि डॉक्टर्स व नर्सिंग स्टाफ के साथ ऐसा बर्ताव करेंगे तो कोरोना से कैसे लड़ेंगे। इधर, होटल संचालक ने बताया कि उनकी होटल में केवल रहने की सुविधा है और आम दिनों में भी यहां रहने वाले लोग बाहर से खाना मंगवाते हैं।
सैनीपुरा गांव में एक युवक ने घर में फंदा लगा कर जान दे दी। थानाधिकारी राकेश कुमार मीणा ने बताया कि सैनीपुरा के सुरेंद्र कुमार मेघवाल ने रिपोर्ट दी कि उसका बड़ा भाई मोहर सिंह मेघवाल (30) आदतन शराबी था। तीन रोज से लगातार शराब पी रहा था।
गुरुवार की रात्रि को भी शराब पीकर आया तथा रात्रि 10 बजे घर के कमरे में कुंडी लगा कर सो गया। सुबह नहीं उठा तो घरवालों ने कमरे की खिड़की से झांक कर देखा तो छत की पाइप से फंदा लगा कर लटका मिला। घटना के समय मोहर सिंह की पत्नी व बच्चे पीहर जाखोड़ा गए हुए थे। पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया।
रुंडल में परशुराम तपोस्थली के निकट पहाड़ी पर शुक्रवार को खान मालिक ने स्थानीय ग्रामीणों को अवैध रूप से खनन कर पत्थर ले जाने से मना दिया। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने खान मालिक सहित अन्य मजदूरों पर हमला कर दिया तथा एक जेसीबी को क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंची मानपुरा चौकी तथा चंदवाजी थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो जनों को गिरफ्तार कर लिया।
चौकी प्रभारी ने बताया कि परमानपुरा निवासी राकेश चौधरी ने इस संबंध में मामला दर्ज करवाया है। प्राथमिकी अनुसार उसकी रूंडल में चेजा पत्थर खान की लीज है। खान से चोरी-छिपे कुछ ग्रामीण पत्थर निकालकर ले जाते हैं। पत्थर निकालने से मना करने पर शुक्रवार को दो ट्रैक्टरों में सवार होकर दर्जनभर लोग खान पर आए तथा राकेश चौधरी सहित अन्य मजदूरों के साथ लाठी, सरियों पत्थरों से मारपीट की। आरोपितों ने सरिए से तोड़फोड़ करते हुए एक जेसीबी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।
सूचना पाकर उप निरीक्षक बभ्रुभान यादव, सहायक उप निरीक्षक कबूल सिंह मय पुलिस जाब्ता के मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से उदावाला की ढाणी तन रूण्डल निवासी रामचंद्र मीणा तथा रामप्रताप मीणा को गिरफ्तार कर लिया।
पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने राज्य सरकार द्वारा कृषि एवं फल सब्जी कारोबार पर लागू की गई दो फीसदी किसान कल्याण फीस को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार के इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि किसानों को कर्ज माफी के नाम पर ठगने वाली कांग्रेस सरकार का यह कदम व्यापारियों, किसानों एवं उपभोक्ताओं के लिए नुकसानदेह साबित होगा। जिस प्रकार कृषि मंडियां इसके विरोध में हड़ताल पर चली गई, ऐसी स्थिति में किसान अपनी उपज कहां बेचे और जब जिंस मंडियों में नहीं आएगी तो इसका सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने में प्रदेश के व्यापारी वर्ग का भरपूर सहयोग रहा है। प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों के कहने पर व्यापारियों ने खुले मन से सहयोग किया है। ऐसे में सरकार कोरोना के नुकसान कि पूर्ति के लिए पूरा खजाना ही व्यापारियों से भरना चाहती है तो यह बड़ा दुखद पहलू है। सरकार को चाहिए कि इसे तुरंत वापस लें।
पूर्व विधायक ने राज्य सरकार द्वारा लाॅक डाउन में तीसरी बार पेट्रोल डीजल पर वेट बढ़ाने को जनविरोधी कदम बताते हुए कहा कि इससे पूर्व राज्य सरकार ने 21 मार्च को 4 और 15 अप्रैल को 2 प्रतिशत वेट बढ़ाया था। अभी पेट्रोल पर 1.50 रुपए एवं डीजल पर 80 पैसे प्रति लीटर महंगा हो जाएगा, जिसका सीधा सीधा असर सामान्य व्यक्ति पर भी पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 3 मई से प्रदेश में छोटा-मोटा कारोबार शुरू हुआ ही था कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना का सारे खर्चे का भार आम आदमी पर डालकर खजाना भरने का जो निर्णय किया है वह पूर्णतया जनविरोधी है। सरकार को किसान कल्याण टैक्स सहित डीजल पेट्रोल पर बढ़ाया गया वेट वापस लेना चाहिए। पिछले लंबे समय से कोरोना के कारण व्यापार घाटे से जूझ रहे व्यापारियों द्वारा हड़ताल पर जाने के दर्द को समझना चाहिए। इसी तरह उप सभापति दीपक सिंघल ने भी सरकार के कृषि, फल-सब्जी कारोबार पर लगाए गए 2 प्रतिशत किसान कल्याण फीस का विरोध जताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से कृषि, फल-सब्जी व्यापारियों में रोष है।
राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ अरिसदा के प्रदेशव्यापी आह्वान पर शुक्रवार काे जिले के चिकित्सकाें ने काली पट्टी बांध कर विराेध जताया। बीडीके जिला अस्पताल में ओपीडी शुरू हाेने के साथ ही चिकित्सक एकत्रित हाे गए और विराेध करने लगे। इसके बाद चिकित्सकाें ने काली पट्टी बांध कर अब तक हुई घटनाओं की कड़ी निंदा करते हुए विराेध किया।
इस दौरान डाक्टर्स ने कहा कि घटना के 15 दिन बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। डाॅक्टराें ने विराेध के दाैरान काले कपड़े पहने। प्रदर्शन के दाैरान पीएमओ डाॅ. शुभकरण कालेर, अरिसदा के जिला अध्यक्ष एस. जब्बार, डाॅ. राजेन्द्र ढाका, डाॅ. कैलाश राहड़, डाॅ. रमेश यादव, डाॅ. सहीराम, डाॅ. अनिता गुप्ता, डाॅ. कमलेश कटेवा, डाॅ. शीशराम गाेठवाल, डाॅ. जयसिंह, डाॅ. सुमन भालाेठिया, डाॅ. संजय समेत अन्य चिकित्सक शामिल हुए।
डाक्टराें ने साेशल मीडिया पर डीपी पर ब्लैक फ्राइडे का बैनर लगाया
खेतड़ी राजकीय अस्पताल के चिकित्सकों ने काली पट्टी बांध कर विरोध जताया। सीएचसी प्रभारी डॉ. संजय कुमार सैनी ने बताया कि चिकित्सक समुदाय कोरोना में दिन-रात मेहनत कर काम कर रहा है, लेकिन विभाग के कर्मचारियों पर अत्याचार किया जा रहा है। राज्य में विभिन्न स्थानों पर चिकित्सकों व विभाग के कर्मचारियों पर अत्याचार किया जा रहा है। चिकित्सकों ने बताया कि जल्द ही सरकार ने ठोस कदम नही उठाया तो चिकित्सक आगे की रणनीति तय कर आवाज उठाएंगे। इस दौरान बबाई के सेठ सूरजमल राजकीय अस्पताल में भी चिकित्सकों ने विरोध जताया। डॉ. जीएल शर्मा, डॉ. रणजीत जाखड़, डॉ. सुरेश मील, डॉ. विष्णुदयाल मीणा, डॉ. सोनल ठोलिया, डॉ. आशीष गुप्ता, डॉ. मनोहर बिजारणिया, मेहरचंद जाखड़, जयप्रकाश आदि मौजूद थे।
यहां भी बांधी काली पट्टी
बड़ागांव छावसरी की पीएचसी में चिकित्सकों ने हाथों पर काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया गया। अस्पताल के सभी चिकित्सकों ने ब्लैक फ्राइडे मनाया।दिन भर अस्पताल में काली पट्टी बांध कर ही काम किया गया। इस दौरान पीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डाॅ. रजनीश कुमार, डॉ. मदन लाल वर्मा, जीएनएम सुमन, जीएनएम सुरेंद्र, एलएचवी शोभना, एएनएम प्रेमलता, एएनएम नीलमणी, लैब असिस्टेंट सज्जना, पीएचएस देशराज आदि शामिल थे।
सूची जारी नहीं होने से रोष
राज्य सरकार की प्रयोगशाला सहायक भर्ती प्रक्रिया 2018 की चयन सूची दो साल बाद भी जारी नहीं होने से प्रदेश के ठेके व संविदा व यूटीआई कार्मिकों में रोष है। गुरुवार को अशोक कौशिक, मंगल चंद सैनी, उमेश कटारिया ने कार्यस्थल पर काली पट्टी बांध कर विरोध जताते हुए कार्य किया। इन कार्मिको ने बताया कि नियमित नियुक्ति प्रदान करने के लिए 29 मई 2018 को विभाग द्वारा 1534 पदों की प्रयोगशाला सहायकों की सीधी भर्ती निकाली गई थी। इन पदों के लिए सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन होने के साथ ही प्रोविजनल सूची तक तैयार है। इसे लेकर मंडावा विधायक रीटा चौधरी ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर प्रयोगशाला सहायकों की भर्ती प्रक्रिया 2018 की चयन सूची जारी करने की मांग की थी।
लॉकडाउन बढ़ते ही 100 मजदूरों से ठेकेदार से नाता तोड़ दिया। मजदूरों को बिना तनख्वाह दिए ही कंपनी से बाहर निकाल दिया। अब मजदूर एक निजी स्कूल में रहकर रात गुजार रहे हैं। मजदूरों ने जब आपबीती बताई तो आंखों से आंसू छलक आए।
मजदूरों से जब भास्कर संवाददाता ने तकलीफ जानी तो बताया कि ठेकेदार ने बाहर निकाल दिया। जेब में पैसे नहीं है। खाने के लिए भामाशाहों पर निर्भर हैं। जिस दिन भामाशाह खाना देने नहीं आते उस दिन भूखा सोना पड़ता है। मजदूरों ने जब नरैना थाने में मदद की गुहार लगाई तो थाने से मदद की जगह फटकार मिली।
मजदूरों की मदद करेंगे
मेरी जानकारी में नहीं है। पता कर के मजदूरों की मदद की जाएगी। - राजकुमार कंस्वा, एसडीएम सांभरलेक
तहसीलदार को बता दिया
मेरे पास मदद के लिए आए थे। मैंने तहसीलदार को अवगत करा दिया| - रघुवीर सिंह, एसएचओ, नरैना
नवाखेड़ा के युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बावजूद उसे राजकीय पीजी कॉलेज के क्वारेंटाइन सेंटर में अपने दूसरे साथी के साथ रखने की लापरवाही सामने आई है। ये दोनों युवक 3 मई से क्वारेंटाइन सेंटर के एक कमरे में साथ-साथ रह रहे थे और गुरुवार को एक जने की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, फिर भी दोनों को साथ रखा। यहीं, नहीं कोरोना पीडि़त युवक के परिजनों व उसके संपर्क में आने वाले 22 लोगों को भी गुरुवार को इसी क्वारेंटाइन सेंटर में लाया गया।
हालांकि, अन्य लोगों को दूसरे कमरों में रखा गया, लेकिन एक ही परिसर में रह रहे अन्य लोगों समेत क्वारेंटाइन सेंटर में सेवा दे रहे कॉलेज स्टाफ की शिकायत के बाद शुक्रवार सवेरे पॉजिटिव युवक को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जानकारी के अनुसार पीजी कॉलेज को क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। लॉकडाउन के बाद जिलेभर में जितने भी लोग कोरोना संदिग्ध लगते हैं उनके सैंपल लेने के बाद रिपोर्ट आने तक उनको यहां रखा जा रहा है। कॉलेज प्राचार्य प्रो. के.के. शर्मा को इस क्वारेंटाइन सेंटर का प्रभारी बनाया गया है और आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में एक-एक व्याख्याता, मंत्रालयिक कर्मचारी व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की टीम यहां ड्यूटी दे रही है। अहमदाबाद से आए नवाखेड़ा के दो युवकों को संदिग्ध मानकर उनके सैंपल लेकर दोनों को एक ही कमरे यहीं रखा था। गुरुवार को इसमें से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव व दूसरे की नेगेटिव आई थी। पॉजिटिव आने के बावजूद पीडि़त युवक को इसी क्वारेंटाइन सेंटर में रखा। यहीं, नहीं पॉजिटिव युवक के संपर्क में आने 22 लोगों को भी इसी क्वारेंटाइन सेंटर में लाया। इस मामले में छात्रनेता दशरथ सिंह नरूका ने विधायक संयम लोढ़ा से शिकायत की। यह मामला जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में भी पहुंचा। इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और शुक्रवार सवेरे करीब 11.30 बजे पॉजिटिव युवक को कोविड-19 अस्पताल में शिफ्ट किया।
विधायक ने चिकित्सा मंत्री से की शिकायत, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में भी पहुंचा मामला
पॉजिटिव आने के बावजूद युवक को अस्पताल की बजाय पीजी कॉलेज क्वारेंटाइन सेंटर में रखने का मामला चिकित्सा मंत्री तक पहुंच गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में भी ये शिकायत हुई। विधायक संयम लोढ़ा ने शुक्रवार सवेरे जयपुर प्रवास के दौरान चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा से भेंटकर ये मामला उनके ध्यान में लाया। विधायक ने बताया कि कॉलेज प्रशासन ने चिकित्सा विभाग को सूचित भी किया, लेकिन गाइड लाइन का हवाला देकर पॉजिटिव युवक को क्वारेंटाइन सेंटर में अन्य लोगों के साथ रख दिया। जबकि, कॉलेज में स्टाफ समेत इग्नू व कोटा ओपन से जुड़े छात्र-छात्राएं परीक्षा आदि की जानकारी के लिए यहां आते रहते हैं। अन्य लोगों की जान खतरे में डालने की शिकायत के बाद चिकित्सा मंत्री ने कलेक्टर भगवतीप्रसाद से बात करके कोरोना संक्रमित मरीज को अस्पताल में शिफ्ट करने के निर्देश दिए। जिस पर मरीज को शुक्रवार सवेरे अस्पताल में शिफ्ट किया गया। इस मामले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में भी शिकायत हुई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने भी कलेक्टर को क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे कोरोना संक्रमित को यहां रह रह अन्य लोगों से अलग रखने के निर्देश दिए। छात्रनेता दशरथ सिंह नरूका ने कलेक्टर को ज्ञापन भेजकर पीजी कॉलेज को पूर्ण सेनेटाइज कर कॉलेज स्टाफ को भी मेडिकल संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की।
पीजी कॉलेज क्वारेंटाइन सेंटर में हैं अभी 30 लोग
3 मई को यहां नवाखेड़ा के दो युवकों को रखा गया था। जिसमें से एक गुरुवार को पॉजिटिव आया। गुरुवार को 22 अन्य लोगों को भी यहां लाया गया। शुक्रवार सवेरे करीब 11.30 बजे पॉजिटिव युवक को अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद 7 लोग और यहां लाने से क्वारेंटाइन सेंटर में अभी 30 लोग हो गए हैं।
प्रो. के. के. शर्मा, प्रभारी पीजी कॉलेज क्वारेंटाइन सेंटर, सिरोही
एक तरफ सरकार प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन कर उन्हें संबंधित राज्यों के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध करवा रही है। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को एक्सप्रेस हाइवे पर बिलौंची में अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां मजदूर पैदल ही सड़क मार्ग से जयपुर से दौसा की ओर जा रहे थे। पूछने पर बताया कि वे यूपी से गुड़गांव गेहूं काटने के लिए गए थे। वहां से एक ट्रक चालक ने उनको यूपी छोड़ने की बात कहकर बैठा लिया, बाद में सभी को अजमेर के पास किशनगढ़ में छोड़ दिया। अजमेर से ये मजदूर अब पैदल ही घर के लिए चल पड़े। महिला-बच्चों समेत करीब 60 की संख्या से अधिक मजदूर दोपहर 1 बजे बिलौंची पहुंचे।
किशनगढ़-अजमेर से बिलौंची तक 120 किलोमीटर के रास्ते में मजदूरों को किसी ने न रोका न टोका। ऐसे में बिना स्क्रीनिंग इलाके से इन मजदूरों का गुजरना संक्रमण का बड़ा कारण बन सकता है।सर गांव निवासी भामाशाह प्रकाश गुर्जर, आमेर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सचिव कैलाश इंदौरा, कैलाश यादव, हेमराज गुर्जर ने भूखे-प्यासे मजदूरों को अल्पाहार दिया। बाद में भामाशाह महेश पारीक तथा पवन शर्मा ने सभी मजदूरों को भोजन के पैकेट वितरित किए। बाद में मजदूर मनोहरपुर की तरफ आगे जाने के लिए रवाना हो गए।
लॉकडाउन में शुक्रवार को रमजान के दूसरे जुमे की नमाज अदा की गई। हालांकि मस्जिदों में सिर्फ इमाम पहुंचे। लोगों ने घर पर ही सोशल डिस्टेंसिंग में नमाज अदा की। लोगों ने घरों में रहकर ही जुमे की नमाज अदा कर देश में कोरोना महामारी के खात्मे की दुआ की। साथ ही अन्य लोगों से भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की अपील की। लॉकडाउन व कफ्र्यू का उल्लंघन न हो, इसके लिए पुलिस भी मस्जिदों के बाहर मुस्तैद नजर आई। जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना खलीक ने बताया कि जामा मस्जिद में पांच नमाजियों ने नमाज अदा की। बाकी मोहल्ले वालों ने घरों में नमाज अदा कर मुल्क की सलामती व कोरोना वायरस से निजात की दुआ की। जिन बच्चों ने पहली बार रोजा रखा, उनका इनाम देकर हौसला बढ़ाया। मस्जिदों के मौलानाओं ने रोजेदारों को भी भीड़ से बचने, इफ्तार पार्टी नहीं करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि रमजान का महीना हमें गुनाहों से बचने और भलाई के रास्ते पर चलने की सीख देता है।
दिन भर रोजे से रहकर पांच वक्त की नमाज, शाम को इफ्तारी की तैयारी, रोजा इफ्तार मगरीब की नमाज और फिर रात को ईशा की नमाज के बाद तराबी..रात करीब 11 बजे तक इबादतों का दौर चलता है। दिन भर तेज गर्मी और चिलचिलाती धूप भी रोजेदारों के हौसलों के आगे पस्त दिखाई देती है। रोजेदारों द्वारा दिन में रोजे रखे जा रहे हैं और रातों को कयाम करते हुए अपने गुनाहों की बख्शीस और अमन-चैन की दुआएं मांगी जा रही है। इशा की नमाज के बाद होने वाली तरावीह की नमाज घरों पर अदा की जा रही है।
जिले में करीब पांच हजार प्रवासी बीते दिनों लौटे हैं। इनके अलावा करीब 26650 ने लौटने के लिए आवेदन किया हुआ है। इनमें 50 प्रतिशत लोग महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और तमिलनाडू प्रदेशों के हैं। प्रशासन के लिए यह आंकड़ा बेहद चिंता का विषय बना हुआ है।
दरअसल, दूसरे प्रदेशों में फंसे हमारे लोगों को लाने के लिए सरकार ने पहल की। ताकि उन्हें राहत मिल सके, लेकिन इससे एक नई समस्या सामने आने लगी है। प्रदेश के ऐसे दो जिले जो अब तक ग्रीन जोन में थे यानी वहां कोरोना का एक भी केस नहीं था बीते दो दिन में वहां छह मामले सामने आ गए। इनमें एक मामला सिरोही में और पांच जालोर में सामने आए। झुंझुनूं में अब तक 42 मामले सामने आ चुके हैं। दो दिन पहले ही ये सभी मरीज सही हुए हैं।
रेड जाेन से आने पर हाेगी सैंपलिंग
जिले में आने वाले प्रवासियाें के लिए प्रशासन ने थ्री लेयर याेजना बनाई है। इसमें जिले में 41 चैक पाेस्ट पर इनकी पूरी जांच की सुविधा दी गई है। रेड जाेन वाले राज्याें से आने वाले लाेगाे की सैंपलिंग करने की याेजना बनाई गई है। इनकी बार्डर पर स्क्रीनिंग हाेगी। इसके बाद इनके सैंपल लिए जाएगे। इनकाे क्वारेंटाइन किए जाने की याेजना भी बनाई गई है।
सीएमएचओ डाॅ. छाेटेलाल गुर्जर ने बताया कि रेड जाेन से आने वालाें काे हाईरिस्क पर रखा जा रहा है। इनकी पूरी निगरानी की जाएगी। ओरेंज और ग्रीन जाेन से आने वालाें की स्क्रीनिंग हाेगी। उनके लक्षण हाेने पर सैंपल लिए जाएगे। बार्डर पर ही माेहर लगाकर इनकाे क्वारेंटाइन का नाेटिस दे रहे हैं। डाॅ. गुर्जर ने बताया कि दूसरे राज्याें से आने वालाें काे अनिवार्य रूप से 14 दिन क्वारेंटाइन किया जा रहा है। इसमें काेताही बरतने पर उनके खिलाफ कार्रवाई हाेगी।
जिले में चैक पाेस्ट के अलावा अन्य रास्ताें से छिपकर आने वालाें की पहचान के लिए शुक्रवार से अभियान चलेगा। इसके लिए हर गांव और कस्बे में ग्रामसेवक, बीएलओ, पटवारी काे ऐसे लाेगाे की पहचान कर उनकी सूचना भिजवाने के निर्देश दिए गए हैं।
कई शहरों में फंसे हैं झुंझुनूके लोग
जिले में आने के लिए किए ऑनलाइन आवेदनों की संख्या देखे ताे महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, थाणे और सिंधदुर्ग से आवेदन अधिक हैं। दूसरे नंबर पर गुजरात के वलसाड़, सूरत, अहमदाबाद, वडाेदरा, गांधीनगर, कच्छ और भरूच से आवेदन आए हैं। इसके बाद दिल्ली में नार्थ, साउथ, वेस्ट और सेंट्रल दिल्ली से काफी आवेदन आए हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल के काेलकता, हावड़ा, कर्नाटक के बैंगलाेर और तमिलनाडु के तिरूवल्लुवर, यूपी के बरेली, फरूखाबाद, लखनऊ से आवेदन मिले है। आसाम के कामरूप मैट्राेपाॅलीटन, हरियाणा के सिरसा और पंजाब के चंडीगढ़, लुधियाना, जालंधर से काफी आवेदन आ चुके हैं।
5000 अब तक लाैटे, 100 के लिए सैंपल
सीएमएचओ डाॅ. गुर्जर ने बताया कि अब तक जिले में 5 हजार लाेग दूसरे प्रदेशाें से आ चुके हैं। उनका पंजीकरण कर उनकी स्क्रीनिंग कर चुके है। इनमें 100 लाेगाे के सैंपल लिए है। इनकाे रिपाेर्ट आने तक क्वारेंटाइन में भेजा जा चुका है।
काेराेना ने हमारी दिनचर्या काे किस तरह से बदल दिया है इसका अंदाजा शुक्रवार काे सैनिक परिवाराें के लिए संचालित सीएसडी कैंटीन में देखने काे मिला।
काेराेना की वजह से लगे लाॅक डाउन के कारण डेढ़ माह से अधिक समय बाद शुक्रवार काे सीएसडी कैंटीन शुरू हुई। सैनिक परिवाराें के लाेग सामान खरीदने के लिए आए। यहां काेराेना के संक्रमण काे राेकने के लिए रेड कलर के दाे-दाे मीटर की दूरी पर गाेले बनाए गए। उनमें खड़े रहकर साेशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा सके।
कैंटीन आने वाले का मैनगेट के बाहर की साबुन से हाथ धुलवाने, सेनिटाइजर का उपयाेग करने काे कहा जाता है। शरीर का तापमान मापकर ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी। आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का एड्रेस, माेबाइल नंबर तथा कैंटीन में रहने व आने जाने का समय नाेट किया जाता।
कार्ड धारक काे ही सामान खरीदने के लिए प्रवेश दिया जा रहा था। 37 डिग्री से अधिक तापमान हाेने पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था। आने वाले का मैनगेट के बाहर की साबुन से हाथ धुलवाने, सेनिटाइजर का उपयाेग करने काे कहा जाता है।
शरीर का तापमान मापकर ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही थी। आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का एड्रेस, माेबाइल नंबर तथा कैंटीन में रहने व आने जाने का समय नाेट किया जाता। कार्ड धारक काे ही सामान खरीदने के लिए प्रवेश दिया जा रहा था। 37 डिग्री से अधिक तापमान हाेने पर प्रवेश नहीं दिया जा रहा था।
लॉकडाउन के बाद चाकसू क्षेत्र में फंसे उत्तरप्रदेश के 62 लोगो को शुक्रवार को तहसीलदार अर्शदीप बरार ने रोडवेज की दो बसो से बरेली व शहजानपुर के लिए रवाना किया। तहसीलदार बरार ने बताया कि इनमें 4 व्यक्ति बरेली के तथा 58 व्यक्ति शहजानपुर के है। इन सभी 62 व्यक्ति की मेडिकल जांच करवा प्रमाण पत्र देकर रवाना किया। 62 लोगों में 35 पुरुष व 27 महिलाएं व 19 बच्चे भी शामिल है। इस अवसर पर ऑफिस कानूनगो प्रभुलाल बागडी, डॉ. शंकर सिंह भी उपस्थित थे।
कोटखावदा| लॉकडाउन में अटके प्रवासी मजदूरों को घर वापसी भेजने के राज्य सरकार के फैसले को लेकर तहसील प्रशासन ने रोडवेज बस से यूपी पीलीभीत 19 प्रवासी मजदूरों महिला व बच्चों को तहसीलदार कोटखावदा मुकेश कुमार अग्रवाल ने बस में बिठा कर शुक्रवार को रवाना किया यूपी पीलीभीत के प्रवासी मजदूर कोटखावदा स्थित सांवरिया रोड पर ईंट भट्टे पर मजदूरी का काम करते थे।
जयपुर की मुहाना मंडी में व्यापारी कोरोना पॉजिटिव मिलने पर प्रशासन ने एहतियात बरतते हुए जोबनेर में सब्जी विक्रेताओं से मुहाना मंडी से सब्जी लाकर बेचने से बचने के निर्देश दिए हैं। पालिका कार्यालय में पालिकाध्यक्ष राजेंद्र दायमा की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई। एसडीम सांभर राजकुमार ने सब्जी विक्रेताओं को मुहाना मंडी से सब्जी व फल लाकर नहीं बेचने के निर्देश दिए। पालिका ईओ महिपाल सिंह ने सब्जी विक्रेताओं को क्षेत्र के आसपास के किसानों से सब्जी खरीद कर ही बेचने के लिए कहा। पालिकाध्यक्ष राजेंद्र दायमा ने बताया कि संक्रमण के फैलने के तरीकों को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
लॉकडाउन में फंसे लोगों को जहां अन्य जिलों व प्रदेशों में सरकार द्वारा भिजवाए जा रहा है। वहीं अन्य जिला व प्रदेशों से आने वाले लोगों को घरों में ही क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। सरकार द्वारा अन्य प्रदेशों से आने वाले लोगों को छूट देने के बाद अब तक सरकार चौमू उपखंड क्षेत्र में 148 लोगों को अन्य प्रदेशों से लेकर आई है। ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. एसके चौपड़ा ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी भी सरकार व अन्य वाहनों से आने वाले करीब 934 लोगों को 14 दिन के क्वारेंटाइन में रखा गया है। जिनका अभी तक 14 दिन का क्वारेंटाइन का समय पूरा नहीं हुआ है। अब तक 3171 लोगों को क्वारेंटाइन में रखा जा चुका है।
सांभरलेक| सांभरलेक उपखंड में सरकार के माध्यम से अब 86 लोगों को सांभर उपखंड क्षेत्र में लाया जा चुका है। प्रशासन की ओर से एहतियात के तौर पर 86 लोगों को ही घरों में ही क्वारेंटाइन किया गया है।
बुध 9 मई को राशि बदलकर मेष से वृष में प्रवेश कर रहा है। वृष राशि में बुध 24 मई तक रहेगा। पं. रामेश्वर शास्त्री और पं. हेमंत कुमार शर्मा ने बताया कि ये बुद्ध के शत्रु शुक्र के स्वामित्व वाली राशि है। राशि परिवर्तन के चलते मेष राशि के लोगों को बुध की वजह से धन लाभ मिल सकता है और मिथुन राशि के लोगों को सावधान रहने का समय है। उन्होंने बताया कि सभी राशियों पर इसका सीधा असर होगा।
किस राशि पर कैसा असर
मेष राशि : इस राशि के जातकों के लिए बुध राशि से द्वितीय हो रहा है। ये शुभ योग बनाएगा और धन संबंधी कामों में राहत मिलेगी व परेशानियों दूर होगी।
वृष राशि : इस राशि के जातकों के लिए बुध शुभ स्थिति में रहेगा, नौकरी में उन्नति, घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
मिथुन राशि : इस राशि के जातकों के लिए यह समय परेशानियां बढ़ाने वाला रहेगा। द्वादश बुध आर्थिक मामलों में बाधाएं उत्पन्न करेगा, सावधान रहें और जोखिम लेने से बचें।
कर्क राशि : इस राशि के जातकों केलिए बुध एकादश हो रहा है जिससे कार्यों मेंबढ़ोतरी हो सकती है। मनचाहे काम पूरेहोंगे और शुभ समाचार मिल सकता है।
सिंह राशि : इस राशि के जातकों के लिए बुध दशम में रहेगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा, अटके काम पूरे होंगे। धन संबंधी कार्यों में गति आ सकती है और परिवार का सहयोग मिलेगा।
कन्या राशि : इस राशि के जातकों के लिए नवम बुध सुख में वृद्धि करने वाला रहेगा। पुराने विवादों का निपटारा हो सकता है, अटके काम फिर से शुरू हो सकते हैं।
तुला राशि : इस राशि के जातकों के लिए अष्टम बुध परेशानियां बढ़ा सकता है। धैर्य से काम करें, सावधान रहेंगे तो हानि से बच सकते हैं। विवादों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि : इस राशि के जातकों के लिए बुध की सप्तम स्थिति सामान्य फल देने वाली रहेगी। अपने काम के अनुसार फल प्राप्त करेंगे और मेहनत करने में पीछे न हटें।
धनु राशि : षष्टम बुध लाभ के योग बना सकता है। शत्रुओं को पराजित कर पाएंगे। परिवार से कोई शुभ समाचार मिल सकता है, समय पक्ष का रहेगा।
मकर राशि : इस राशि के बुध पंचम रहेगा जिससे प्रभाव में वृद्धि होगी। सभी ओर से सहयोग मिलने से मन प्रसन्न रहेगा और धन में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
कुंभ राशि : इस राशि के जातकों में अनावश्यक चिंताएं बढ़ सकती हैं। चतुर्थ बुध के कारण नुकसान हो सकता है। विवादों से बचने की कोशिश करें और सावधान रहेंगे तो अच्छा रहेगा।
मीन राशि : इस राशि के लिए तृतीय बुध पक्ष का रहेगा। नए काम कर पाएंगे। बाधाओं से मुक्ति मिलेगी और कार्यों में सफलता के साथ सम्मान मिलेगा।
नवाखेड़ा में कोरोना का मरीज मिलने के बाद शुक्रवार को सिरोही शहर का पूरा बाजार बंद रहा। व्यापार महासंघ के आह्वान पर समस्त व्यापार मंडलों ने लॉकडाउन-3 के तहत 17 मई तक बाजार को बंद रखने का निर्णय लिया है। इसके बाद शुक्रवार काे ही न्यू बस स्टैंड मार्केट, राजमाता धर्मशाला, जेल रोड, सदर बाजार, पैलेस रोड, नीलमणी चौक, कुम्हारवाडा समेत शहर के तमाम बाजार बंद रहे। केवल किराणा की दुकानें ही खुली। मेडिकल, फल-सब्जी के ठेले और दूध डेरी खुली रही। इधर, अनाज किराणा व्यापार मंडल की बैठक पणिहारी गार्डन में व्यापार महासंघ के अध्यक्ष रघुभाई माली की मौजूदगी में हुई। अनाज किराणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष खेताराम माली ने बताया कि सर्वसम्मति से 8 से 12 मई तक दुकानों का अवकाश रखने का निर्णय लिया गया। इस मौके संजय अग्रवाल, मीठालाल, अंबालाल खंडेलवाल, दिनेश पटेल, वरदाराम माली, लालाराम माली, कपूर माली, राजेंद्र माली, जयंतीलाल जैन, गोपाल माली, मदन प्रजापत, दिनेश पुरोहित, सोनाराम प्रजापत, जीवाराम पटेल, प्रकाश माली, गणेश प्रजापत, जोगाराम मेघवाल, दिनेश वैष्णव, रामलाल माली, रामलाल देवासी, मुकेश माली, पंकज माली मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत जोरपुरा की बासनी वालों की ढाणी सहित हरनाथपुरा, नरूको की ढाणी, निठार वालो की ढाणी सहित कई ढाणियों मे बीसलपुर पेयजल योजना का पानी नहीं पहुंचने से पेयजल किल्लत है। ग्रामीणों को महंगे दामों पर टैंकर डलवाना मजबूरी बनी हुई है।
ग्रामीण जयनारायण बासनीवाल ने बताया कि बासनी वालों की ढाणी मे डेढ़ माह से पेयजल आपूर्ति नहीं हुई है। पिछले 2 साल से पंचायत में बीसलपुर का पानी चालू है, लेकिन बासनी वालों की ढाणी में पिछले डेढ़ माह से पानी नहीं पहुंचने से इन परिवारों को महंगे दामों के भाव में टैंकर डलवाने पड़ रहे हैं। पीएसपी पॉइंट शोपीस बने हैं।
जोरपुरा पंचायत क्षेत्र में ही क्षेत्र का सबसे बड़ा बीसलपुर पेयजल योजना का पम्प स्टेशन बना हुआ है। फिर भी पंचायत की आस-पास की ढाणियों को पानी नहीं मिल रहा है। ग्राम वासियों ने स्थानीय पंचायत प्रशासन बीसलपुर के उच्च अधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत करा चुके है। पेयजल समस्या को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शन करने वालों में ग्रामीण सत्यनारायण बासनीवाल,भंवरलाल, लालचंद, मंगलचन्द, श्योजीराम, टीकमचन्द नेमीचन्द,जयपाल आदि थे।
कृषि उपज मंडी समिति के सामने स्थित शर्मा किराणा स्टोर पर गुरुवार रात चोर शटर तोडकर सामान व नकदी चुरा ले गए। चोरी होने की जानकारी शुक्रवार तडके 5 बजे मिली जब एक ग्राहक सामान लेने दुकान आया, तो शटर टूटे मिले। इस पर उसने इसकी सूचना संबंधित व्यापारी व पुलिस को दी। चोर चीनी, साबुन, घी, तेल, नमकीन, बिस्किट, चाय, मिर्च व आटा तथा 800 रुपए चुरा ले गए।
कालाडेरापुलिस ने ढाई साल से फरार चल रही एटीएम तोड़ने वाले गिरोह के एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शंकर दत्त शर्मा ने बताया कि कस्बे थाने की विशेष टीम का गठन कर कस्बे थाने में दर्ज प्रकरण संख्या 01/ 2018 धारा 457, 380 में टीम ने कार्रवाई करते हुए मामले में शेष वांछित अभियुक्त भवानी शंकर उर्फ भवानी जाति मीणा निवासी खाखड़की, थाना नावां, जिला नागौर को उप कारागृह बिलाड़ा जिला जोधपुर के जरिए प्रोडक्शन वारंट प्राप्त किया एवं बाद में पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार हुए आरोपी ने पूछताछ में अपने साथियों के साथ पिकअप का प्रयोग कर एटीएम तोड़ना व दुकानों की रैकी कर नकबजन की वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। मामले में इससे पूर्व सीकर निवासी पवन कुमार, नागौर निवासी मंगेज उर्फ मंगेजाराम, फूलचंद, जयपुर जिला के डोला का बास निवासी मानसिंह आदि पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। गिरफ्तार हुए आरोपी भवानी शंकर के खिलाफ कस्बे थाने के अलावा जो अपने नरैना बोरुंदा जोधपुर थाने में भी प्रकरण दर्ज है।
पालडी एम थाना क्षेत्र के सगालिया गांव में एक युवक ने घरेलू विवाद के चलते नशे में धुत होकर लाठी से वार कर पत्नी की हत्या कर दी। हत्या के बाद पति का नशा कम होने पर उसने पत्नी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए आसपास के कृषि कुएं पर रह रहे लोगों से गुहार की, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। खेत मालिक नारायणसिंह ने पुलिस को सूचना देकर बुलवाया। पुलिस ने हत्या के आरोप में वागाराम भील को गिरफ्तार कर लिया।
डीएसपी अंकित जैन ने बताया कि वाण निवासी वागाराम पुत्र हेमा भील सागलिया गांव निवासी नारायणसिंह के कुएं पर परिवार सहित रहकर खेती का काम करता है। गुरुवार शाम करीब 4 बजे वागाराम नशे में कुएं पर पहुंचा तथा वहां उसकी पत्नी इंद्रा से किसी बात को लेकर उलझ गया। दोनों के बीच विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि उसने वहीं पास ही पड़ी हुई लाठी उठा उसके ताबड़तोड़ कई वार कर दिए। घायल के वार से इंद्रा वहीं बेसुध होकर गिर पड़ी। थोड़ी देर बाद उसका नशा उतरने पर वागाराम आसपास के कुएं पर रह रहे लोगों के पास पहुंचा तथा उसकी पत्नी के बीमार होने की बात कहकर उसे अस्पताल ले जाने की बात कही। वे लोग कुएं पर पहुंचे तथा उन्होंने कुएं के मालिक नारायण सिंह को सूचना देकर बुलवाया। इस दौरान इंद्रा की मौत हो चुकी थी।
नारायणसिंह मौके पर पहुंचे तथा पालडीएम पुलिस को सूचना दी। रात के 8 बजे सूचना मिलते ही पालडीएम के थाना अधिकारी पूराराम दल सहित मौके पर पहुंचे। वहां उन्हें पता चला कि कृषि कुआं सागलिया गांव से करीब 4 किमी दूर पहाड़ी क्षेत्र के पास है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर देखा तो इंद्रा की मौत हो चुकी थी। शव को पालडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया तथा मृतका के परिजनों को सूचना देकर बुलवाया। मृतका के भाई गोवाराम पुत्र सवाराम भील ने पुलिस को रिपोर्ट दी, इस पर पुलिस ने हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के सुपुर्द किया। पुलिस कार्रवाई के दौरान पालडी एम थाना अधिकारी के साथ एएसआई रमेश चंद्र, हैड कांस्टेबल गिरधरसिंह भाटी व डूंगर सिंह, कांस्टेबल नरसिंह, पीराराम, हरीश कुमार, अमराराम, दिनेश कुमार, प्रवीणसिंह व नरेंद्र कुमार शामिल थे। मामले की जांच डीएसपी अंकित जैन कर रहेे हैं।
पुलिस की मौजूदगी में हाेगा अंतिम संस्कार
थाना अधिकारी ने परिजनों को शव सौपने के साथ ही हिदायत दी कि शव घर ले जाएं लेकिन पुलिस की मौजूदगी में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा। शव यात्रा में कम से कम लोग शामिल रहेंगे तथा बिना मास्क के कोई भी नहीं जाएगा।
काेराेना मरीजाें की संख्या में लगातार इजाफा हाे रहा है। शुक्रवार काे पांच नए पाॅजिटिव मरीज सामने आए। इनके सैंपल गुरुवार देर रात लगे और शुक्रवार सुबह रिपाेर्ट आई। जानकारी के अनुसार शुक्रवार काे पाली जिले का एक भी सैंपल जांच के लिए नहीं लगा। जालाेर के 130 सैंपल काे प्राथमिकता के आधार पर लगाया गया। शहर में नाडी माेहल्ला और शिव नगर के बाद सूरजपाेल के नाइयाें की गली से भी एक मामला सामने आया है। कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि शुक्रवार शाम तक 54 काेराेना पाॅजिटिव मरीज सामने आए, लेकिन ऑनलाइन 55 मामले दिखाए जा रहे हैं। इसमें से एक केस जाेधपुर से अभी तक चिह्नित नहीं हुआ है। वर्तमान में जिले में 53 केस एक्टिव हैं। गुरुवार देर रात और शुक्रवार तक 90 सैंपल लगे थे, इनमें से पांच की रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई थी। बाकी सैंपलाें की रिपाेर्ट शनिवार तक आने की उम्मीद है। सूत्राें की माने ताे काम की अधिकता के चलते अभी तक पूर्व में जाेधपुर भेजे गए सैंपलाें की भी रिपाेर्ट अटकी पड़ी है।
शुक्रवार काे पाली के एक भी सैंपल नहीं हो सकी जांच, जालाेर के 130 सैंपल काे दी प्राथमिकता
नेतरा में पाॅजिटीव के संपर्क में आए 15 के सैम्पल लिए
नेतरा गांव में एक युवक काेराेना पाॅजीटिव मिलने के बाद शुक्रवार काे संक्रमित के सम्पर्क में आए सभी 15 जनाें की चिकित्सा विभाग की टीम ने काेराेना सैम्पलिंग लेकर जांच के लिए भेजी। बीसीएमएचओ डॉ शरद सक्सेना के निर्देशन में नेतरा गांव में 7 टीमों ने 390 घरों का सर्वे कर 1624 लोगों की स्क्रीनिंग की। उन्होंने कोरोना से बचाव से संबंधित जानकारी देते हुए हाेम क्वारेंटाइन में रहने के लिए पाबंद किया। प्रशासन ने सुरक्षा के मध्य नजर गांव में आने-जाने के लिए एक ही रास्ता शुरू रखा, जिस पर चैक पाेस्ट स्थापित की गई है। वहीं गांव से जुड़े अन्य सभी रास्ताे पर बेरिकेड लगाकर सील कर दिए हैं। नेतरा गांव में गत 30 अप्रैल काे अहमदाबाद से चाेरी छिपे ट्रक में बैठकर आए युवक की रिपाेर्ट पाॅजिटीव आई थी। जिसके बाद प्रशासन ने गांव पहुंच आने जाने वाले सभी रास्ते सील करवाकर कंटेनमेंट जाेन घाेषित किया था। इसकी परिधि में आने वाले 7 किमी क्षेत्र काे बफर जाेन घाेषित किया एवं सुरक्षा की दृष्टि से सुमेरपुर शहर के कुछ भागाें काे भी नाे माेबिलिटी जाेन बनाया था।
843 प्रवासी पहुंचे
उपखंड क्षेत्र में शुक्रवार काे 843 प्रवासी पहुंचे। इनका अांकडा िदन ब िदन बढ़ता ही जा रहा हैं। अब तक कुुल 6736 प्रवासी पहुंचे हैं। उपखंड प्रशासन के अनुसार सुमेरपुर में 98, तखतगढ़ में 41, दुजाना पंचायत क्षेत्र में 84, अनाेपपुरा में 44, बसंत में 56 सहित नेतरा में भी 36 प्रवासी पहुंचे हैं।
15 की सैंपलिंग हुई
पाली से चिकित्सा विभाग की टीम ने शुक्रवार काे नेतरा पहुंच काेराेना पाॅजिटीव के सम्पर्क में आए 15 जनाें की जांच के लिए सैंपल लिए गए। जिसमें युवक के परिवार के 6 सदस्य भी शामिल है। वहीं सूरत से काेराेना पाॅजिटीव के भाई के साथ आए श्रीसेला के दाे युवकाें काे भी संदिग्ध मानते हुए सैंपल लिए गए।
पाली में 53 केस एक्टिव, नागाैर में 37, काेटा में 62
पाली में काेराेना के 53 केस एक्टिव हैं, जबकि नागाैर में 37 और काेटा के 62 काेराेना के एक्टिव केस हैं। काेटा में अब तक 231 काेराेना पाॅजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 62 केस एक्टिव हैं। इसी तरह नागाैर में तेजी से 119 मरीज आए थे। इसमें से अब 37 मरीज ही काेराेना संक्रमित शेष रहे हैं।
सुमेरपुर से आए मृतककी रिपाेर्ट निगेटिव
गुरुवार दाेपहर काे ढाेला निवासी मुकेश की तबीयत खराब हाेने के बाद उसे सुमेरपुर से पाली रेफर िकया गया था। बीच रास्ते में ही युवक ने दम ताेड़ दिया। इसके बाद उसे संदिग्ध मानते हुए उसकी सैंपलिंग कर उसके शव काे माेर्चरी में रखवा दिया। पीएमओ डाॅ. आरपी अराेड़ा ने बताया कि उसकी रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद परिजनाें काे शव साैंप दिया।
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन अब प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर क्वारेंटाइन सेंटर बनाएगा। इनमे रेडजोन से आने वाले श्रमिकों व लोगों को ठहराया जाएगा। इस तैयारी को लेकर शुक्रवार को एसडीएम पिंकी मीणा ने सभी सेक्टर प्रभारियों को बैठक लेकर निर्देश दिए।
बैठक में एसडीएम मीणा ने सीबीईईओ को निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एक ऐसे उपयुक्त भवन का चयन करें, जिसमें 15 से 20 लोगों को ठहरने की व्यवस्था की जा सके। ऐसे भवन को क्वारेंटाइन सेंटर बनाएं। इसमें रेडजोन से आने वाले प्रवासी श्रमिकों को ठहराया जा सके। इसके अलावा ग्रीन, ऑरेंज जॉन से आने वाले श्रमिकों को सामान्य पाए जाने पर उन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।
एसडीएम ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में पीईईओ एमडीएम से भोजन, चाय, नाश्ते की व्यवस्था करेंगे। बीडीओ, ग्राम विकास अधिकारी इन सेंटरों में पानी की व्यवस्था कराएंगे। जहां पानी की व्यवस्था नहीं है वहां टैंकरों की व्यवस्था की जाए। पीईईओ इनमंे पंखे, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था करेंगे। उन्होंने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर व होम आइसोलेशन में रह रहे लोग एवं प्रवासी श्रमिकों की प्रभावी निगरानी के लिए कार्मिक नियुक्त किए जाए। पीईईओ, ग्राम विकास अधिकारी, हल्का पटवारी, सेक्टर अधिकारी माॅनिटरिंग कर यह सुनिश्चित करेंगे कि वहां रह रहे लोग सामाजिक दूरी व मास्क लगाए हुए हैं या नहीं। क्वारेंटाइन सेंटर में रह रहे लोग आपस में संपर्क नहीं करें तथा बाहर के व्यक्तियों से संपर्क नहीं करें, इस पर प्रभावी निगरानी रखें। एसडीएम ने कहा कि इन निर्देशों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डिप्टी एसपी संजय सिंह चंपावत, तहसीलदार ओम प्रकाश गुर्जर,नगरपालिका ईओ डॉ बीएल मीना, जेईन लाखन सिंह गुर्जर, सीबीईईओ चौथमल मीणा, बीडीओ मोहन सिंह, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र मीणा, डॉ. अशोक सिंह सहित अन्य मौजूद रहे।
राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल देलाड़ी क्षेत्र के कोरोना योद्धाओं का स्कूल परिसर में सम्मान किया गया। समाजसेवी अशोक मानोता व पांचूराम शर्मा देलाड़ी की ओर से पीईईओ ओम प्रकाश शर्मा, थाना प्रभारी बनवारी लाल, वैद्य रमेश चंद्र शर्मा, गिरदावर वृंदावन शर्मा पटवारी गोपी राम मीणा सहित बीएलओ, अध्यापक व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का माला साफा व शॉल से स्वागत किया गया। समारोह में सरपंच दिनेश मीणा, रतिराम गुर्जर, चौथमल जांगिड़, सीताराम शर्मा, रामदयाल गुर्जर, लल्लू राम शर्मा, सियाराम शर्मा, कैलाश मीणा, हरदयाल गुर्जर, मिथिलेश शर्मा, बनवारीलाल शर्मा, सीताराम सहित अन्य मौजूद रहे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग करने की शुरुआत शुक्रवार से की गई। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं एडीजे रेखा वधवा ने बताया कि राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर कार्यालय में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति के हाथों को सेनिटाइज से वॉश करने के बाद प्रवेश दिया जाएगा। प्रति दिन का रिकॉर्ड भी रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा।
इसके लिए एक अलग से कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि कार्यालय में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सावधानीपूर्वक स्क्रीनिंग की जा सके। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के एडीआर भवन को नगर परिषद के सहयोग से सेनिटाइज किया जा रहा है। संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए कार्यालय के समस्त कर्मचारी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने, प्रत्येक कर्मचारी को प्रति दिवस मिलने वाले व्यक्तियों का रिकॉर्ड पर्सनल डायरी में संधारित करने, आरोग्य सेतू ऐप को मोबाइल में अनिवार्य रूप से इंस्टाॅल कर एक्टिव करने, कार्यालय समय एवं सार्वजनिक स्थानों पर प्रत्येक कर्मचारी को फेस शील्ड या फेस मास्क का उपयोग करने, कार्यालय में स्वयं की पानी की बोतल का उपयोग करने, प्रत्येक घंटे के अंतराल पर अपने हाथों को सेनिटाइज करने तथा एडीआर भवन में साफ-सफाई रखने के निर्देश दिए हैं।
जिले में शुक्रवार को कोरोना का दूसरा पॉजिटिव केस सामने आया है। आबूरोड शहर के अंबाजी चौराहा के समीप निवासरत एक महिला की रिपाेर्ट पाॅजिटिव अाई है। अब जिले में दो पॉजिटिव केस हैं। इधर, सूचना मिलते ही कलेक्टर भगवतीप्रसाद कलाल, एसपी कल्याणमल मीणा, सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार, एसडीएम डॉ. रवींद्र गोस्वामी, बीसीएमओ डॉ. गौतम मोरारका, तहसीलदार दिनेश आचार्य, आबूरोड शहर पुलिस थानाधिकारी अनिल विश्नोई, नगरपालिका चेयरमैन सुरेश सिंदल एवं ईओ त्रिकमदान चारण मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आसपास के क्षेत्र में सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे करवाया।
शहर में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लागू कर गया। अधिकारियों ने बाजार क्षेत्र में निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। जानकारी के अनुसार महिला अपने पीहर, अहमदाबाद गई हुई थी। गत 6 मई को वह कार से आबूरोड आई थी। उसका भाई एवं ड्राइवर उसे यहां छोडक़र गया था। महिला काे उसी दिन होम क्वारेंटाइन कर दिया गया था। अगले दिन 7 मई को वह स्वयं सीएचसी आकराभट्टा पहुंची। सीएचसी प्रभारी डॉ. एमएल हिंडोनिया द्वारा उसका रूटीन सैंपल जांच के लिए भिजवाया गया था। शुक्रवार दोपहर को आई जांच रिपोर्ट में कोरोना पॉजिटिव पाई गई। इसके बाद रात करीब 8:30 बजे एक एंबुलेंस में महिला तथाा दूसरी एंबुलेंस में उसके पति, देवर व सास-ससुर को सिरोही लाया गया। इन दो दिनों में महिला करीब 15 लोगों के संपर्क में आई थी। इन सबको चिह्नित कर लिया गया है। इन्हें किवरली के समीप मानसरोवर आइसोलेशन में भेजा जाएगा।
मेडिकल स्टोर्स के अलावा सभी प्रकार के व्यापारिक प्रतिष्ठान रहेंगे बंद
शहर के सभी मार्गों को बंद कर दिया गया है। तरतोली मोड़ पर मेडिकल टीम एवं पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। शहर में आने वाले हर व्यक्ति को जांच के बाद ही प्रवेश मिलेगा। मेडिकल स्टोर के अलावा अन्य सभी प्रकार के व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। दूध, किराणे व सब्जियों जैसे आवश्यक सामान की प्रशासन द्वारा घर-घर सप्लाई की जाएगी।
शहर की सीमाएं सील, केवल मानपुर मार्ग से हो सकेगा प्रवेश
कर्फ्यू लागू होते ही पूरे शहर की सीमाओं को सील कर दिया गया है। मानपुर मार्ग से ही आवाजाही हो सकेगी। शहर के रेलवे स्टेशन तिराहा, अंबाजी चौराहा, पारसीचाल तिराहा, गुरुनानक कॉलोनी-सिंधी कॉलोनी चौराहा, कोर्ट रोड चौराहा व अन्य क्षेत्रों में बेरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया गया है। किसी को भी घरों से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी।
तीन किलोमीटर की परिधि में लागू रहेगा कर्फ्यू
3 किमी की परिधि में कर्फ्यू रहेगा। किसी को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं। दूध, किराणे व सब्जियां आदि जरूरत की सामग्री प्रशासन घर-घर पहुंचाएगा।
- अनिल विश्नोई, थानाधिकारी, पुलिस थाना, आबूरोड शहर।
डोर टू डोर सर्वे करवा रहे हैं
काेराेना मरीज सामने आने के बाद संक्रमण नहीं फैले, इसके लिए हर आवश्यक प्रबंध कर रहे हैं। सोडियम हाइपोक्लोराइड स्प्रे करवाने के साथ ही डोर टू डोर सर्वे करवा रहे हैं। किसी को सर्दी, जुकाम, बुखार व खांसी आदि की शिकायत होती है तो तत्काल चिकित्सक का परामर्श लेकर उपचार लें।
- डॉ. रवींद्र गोस्वामी, एसडीएम, माउंटआबू
आबूरोड के तलेटी क्षेत्र में उत्तप्रदेश निवासी बुजुर्ग की मौत, सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा
शहर के तलेटी क्षेत्र में सांस लेने में तकलीफ को लेकर निजी क्लीनिक पहुंचे एक बुजुर्ग की मौत हो गई। सूचना मिलने पर सीएचसी प्रभारी डॉ. एमएल हिंडोनिया अाैर उनकी टीम ने मृतक का सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भिजवाया। जानकारी के अनुसार उत्तरप्रदेश निवासी जीवनलाल (60) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। तलेटी क्षेत्र स्थित निजी क्लीनिक में उनकी माैत हाे गई। सदर पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इसके बाद चिकित्सा विभाग की टीम ने सैंपल लिया।
नवाखेड़ा में युवक के संपर्क में आए 21 लोगों की रिपोर्ट आज आने की संभावना
इधर, नवाखेड़ा में एक दिन पहले मिले पॉजिटिव युवक के संपर्क में आए 21 लोगों की रिपोर्ट शनिवार काे आने की संभावना है। सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि इन सभी को क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। वहीं यह जिस बस में आया था उसमें सबसे अधिक जमारोतरा के 59 लोग सवार थे। इन सभी को मांडवा स्थित एक कॉलेज में बने क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है।
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में शामिल सबसे महत्वपूर्ण मास्क लगाने की अनिवार्यता को लोग भले ही अभी भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं, लेकिन इसके बीच कालाखो कस्बे के पास पेट्रोल पंप संचालक युधिष्ठिर शर्मा ने बाकायदा नोटिस चस्पा कर पेट्रोल पंप पर अनूठी मुहीम शुरू की है। उन्होंने बताया कि उनके यहां मास्क लगाकर आने वाले लोगों के ही वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरा जा रहा है। दिनभर में रोजाना करीब 10-12 लोगों को मास्क नहीं लगाने पर ईंधन देने से मना किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इससे भले ही उनकी बिक्री कम हो, लेकिन लोगों में जागरूकता तो आएगी। राह में मास्क नहीं लगाने पर पुलिस ने कराई दंड-बैठक गढ़ कस्बे में लोगों के बेवजह घूमने के साथ-साथ मास्क नहीं लगाने पर पुलिस ने कड़ा रुख अपनाना शुरू कर दिया है आज एक युवक को बेवजह घूमने में मास्क न लगाने पर युवक को दंड-बैठक कराई व बेवजह नही घूमने और अगर हो तो मास्क लगाकर ही घूमने की हिदायत दी इधर टीम ने कस्बा के मुख्य बाजार में लोगो को मास्क लगाने के साथ-साथ उचित दूरी बनाने की अपील की
उप तहसील मुख्यालय स्थित माली कोठी पर शुक्रवार सुबह एक छप्परपोश घर में अचानक आग लग गई, जिससे घर में रखी हजारों रुपए की नकदी, घरेलू सामान और मवेशियों का चारा आग की भेंट चढ़ गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया। आग लगने की सूचना मिलने पर सरपंच कैलाश माली, पटवारी जितेंद्र कुमार, चौकी पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे।
आगजनी की घटना कस्बे की माली कोठी निवासी प्रकाश पुत्र पांच्या माली के यहां हुई। घटना के समय पीड़ित परिवार घर से दूर सब्जी की बाड़ी पर गया हुआ था। ग्रामीणों को आग लगने की घटना का पता लगते ही वे घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने पानी और मिट्टी डालकर आग पर काबू पाने का प्रयत्न किया, मगर जब तक ग्रामीण आग पर काबू पाते घर में रखा हजारों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि घर में मोटरसाइकिल रखी हुई थी। मोटरसाइकिल की पेट्रोल टंकी में आग लगने से विकराल रूप ले लिया। इस कारण समय रहते ग्रामीण आग पर काबू नहीं पा सके।
यह हुआ नुकसान
पीड़ित ने बताया कि आगजनी की इस घटना में एक मोटरसाइकिल, एक साइकिल, 8000 रुपए की नकदी, दो गाड़ी मवेशियों का चारा, दो क्विंटल प्याज, एक तिरपाल, 4 क्विंटल गेहूं, कपड़े, खाने पीने के बर्तन और अन्य घरेलू सामान आग की भेंट चढ़ गया। सूचना के बाद सरपंच कैलाश माली और पटवारी जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे और घटना का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार की। उन्होंने पीड़ित को हरसंभव सरकारी मदद करने का भरोसा दिया |
सरसों, चना खरीद के लिए सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए तीन नए केन्द्रों का शुभारंभ विधायक रामकेश मीणा द्वारा वजीरपुर, मोहचा, छोटी उदेई में शुक्रवार को किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि वजीरपुर क्षेत्र में एक भी खरीद केन्द्र स्वीकृत नहीं होने व किसानों की समस्या को देखते हुए उन्होंने जिला कलेक्टर से वार्ता कर नए खरीद केन्द्र शुरू करने के लिए कहा था। इसके बाद उन्होंने कृषि मंत्री से भी इस बाबत वार्ता कर अवगत कराया गया। जनता की मांग पर सरकार ने तीन नए खरीद केन्द्र मोहचा, वजीरपुर एवं छोटी उदेई स्वीकृत कर दिए जिनका शुभारंभ शुक्रवार को किया जा रहा है। किसानों ने बताया कि कोविड-19 करोना महामारी के चलते गंगापुर सिटी में जीरो मोबिलिटी कफ्र्यू होने के कारण गंगापुर स्थित अनाज मण्डी बन्द है, जिससे किसानों को अपनी उपज बेचने में परेशानी आ रही थी। वजीरपुर उपखण्ड में खरीद केन्द्र खुलवाने पर क्षेत्र के सभी किसानों एवं ग्रामीणों ने विधायक रामकेश मीना का आभार व्यक्त किया।
विधायक के साथ एसडीएम विजेंद्र मीना, पुलिस उपाधीक्षक किशोरीलाल, गंगापुर तहसीलदार ज्ञानचंद जैमन, वजीरपुर तहसीलदार महेन्द्र मीना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रय-विक्रय सहकारी समिति चतुर्भुज खटीक, वजीरपुर खरीद केन्द्र प्रभारी हेमराज जाटव आदि मौजूद थे।
गलत गिरदावरी रिपोर्टकी शिकायत
खरीद केन्द्रों के उद्घाटन के दौरान किसानों द्वारा अपनी फसल की सही गिरदावरी नही होने की शिकायत विधायक रामकेश मीना से की। इस पर तुरन्त ही मौके पर मौजूद उपजिला कलेक्टर विजेंद्र मीना व वजीरपुर तहसीलदार महेन्द्र मीना को किसानों की समस्या से अवगत कराया। किसानों ने कहा कि पटवारी व गिरदावरों द्वारा फसल की गिरदावरी मौके पर नहीं आकर अपनी मनमर्जी से गलत ऑनलाइन इन्द्राज की गई। जिससे किसानों को अब राजफैड द्वारा खरीद केन्द्रों पर गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर फसल बेचने के राज्य सरकार के निर्देश हैं, गलत गिरदावरी के कारण किसान अपनी उपज नही बेच पा रहे हैं।
विधायक मीना ने इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से मिनी सचिवालय गंगापुर सिटी में प्रशासनिक अधिकारियों की मीटिंग ली जिसमें अतिरिक्त जिला कलेक्टर नवरतन कोली, उपजिला कलेक्टर विजेंद्र मीना, तहसीलदार वजीरपुर महेन्द्र मीना, तहसीलदार गंगापुर ज्ञानचंद जैमन, पुलिस उपाधिक्षक किशोरी लाल मौजूद थे। मीटिंग के दौरान पटवारी व गिरदावर द्वारा की गई गलत गिरदावरी रिपोर्ट को विधायक ने तुरन्त दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जिससे किसान अपनी उपज राजफैड द्वारा खरीद केन्द्रों पर बेच सके।
भाजप किसान मोर्चा की ओर से शुक्रवार को भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ.रतन तिवाड़ी व किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष जयसिंह मानोता के नेतृत्व में एसडीएम पिंकी मीना को राज्यपाल के नाम राज्य सरकार की ओर से लगाए गए कृषि कल्याण शुल्क को वापस लेने एवं किसानों के बिजली बिल माफ कर पैकेज देने की घोषणा करने के लिए ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष तिवाड़ी ने बताया कि वर्तमान में किसान वर्ग बेमौसमी वर्षा एवं ओलावृष्टि के कारण पीड़ित है साथ ही कोरोना महामारी के कारण किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने किसान कल्याण के नाम से दो प्रतिशत मंडी शुल्क लागू किया है। जिसका सर्वत्र विरोध हो रहा है। इसका भार भी किसान पर ही है। व्यापारी वर्ग द्वारा भी मण्डी शुल्क का विरोध किया जा रहा है। किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष जय सिंह मानोता ने बताया कि इस वर्ष बार-बार हुई बेमौसम वर्षा एवं ओलावृष्टि के कारण बहुत से किसानों की संपूर्ण फसलें नष्ट हो गई एवं बड़ी संख्या में अन्नदाता प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं। किसानों की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर हो रही है। इन परिस्थितियों में किसान बिजली बिलों का भुगतान करने में असमर्थ है। उन्होंने बताया कि यदि सरकार ने इस आदेश को वापस नहीं लिया तो भाजपा किसान मोर्चा को प्रदर्शन के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस दौरान किसान मोर्चा के जिला महामंत्री पुष्पेंद्र सिंह, कैलाश तांबी, जिला मीडिया प्रभारी बने सिंह माल हरिपुरा, जिला उपाध्यक्ष उदय भान सिंह पटेल,जिला उपाध्यक्ष सुशील खंडेलवाल, मनोज टोडवाल,शिवकुमार शर्मा सहित अन्य मौजूद थे।
पालनपुर-उदयपुर फोरलेन हाईवे पर किवरली गांव के समीप शुक्रवार दोपहर हुए भीषण सड़क हादसे में सिरोही जिले के कालंद्री के पास चडुआल व सवराटा के छह लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
दुर्घटना में दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए तथा मृतक व घायल इनमें फंस गए। इसकी सूचना मिलने पर एलएनटी पेट्रोलियम पार्टी के साथ आबूरोड सदर पुलिस थानाधिकारी अानंद कुमार अपने सहयाेगियाें के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। क्रेन की सहायता से कार में फंसे लोगों को बाहर निकालकर ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। आवश्यक कार्रवाई के बाद शवों को मोर्चरी में रखवाया गया है। सदर थाना अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे सिरोही की ओर जा रही इनोवा कार का संतुलन बिगड़ने से वह रोड के दूसरी ओर पहुंच गई। इस दौरान सामने से आ रही एक अन्य कार से भिड़ गई। भिड़ंत इतनी खतरनाक थी कि दोनों कारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। इसमें सवार सभी लोग फंस गए। सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को निकालने का काम शुरू किया। लेकिन कार में शव भी बुरी तरह से फंस गए थे। इस पर क्रेन की मदद से शवों को बाहर निकाला गया। सूचना मिलने पर कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल व एसपी कल्याण मल मीणा मौके पर पहुंचे। घायलों को पहले ट्रोमा सेंटर अाैर वहां से गुजरात रेफर किया गया। कलेक्टर ने हाथों-हाथ पास जारी कर इन्हें गुजरात भेजा। कलेक्टर ट्रोमा सेंटर भी गए अाैर घायलाें के बारे में जानकारी दी।
इन छह लोगों की मौत, तीन घायल
चडुवाल व सवराटा निवासी स्विफ्ट कार में सवार गोविन्द्र पुत्र भोमजी पुरोहित, भागुदेवी (50) पत्नी गोविन्द, सरवाटा, कालंद्री निवासी विपुल कुमार (35)पुत्र कालू, चडुवाल निवासी रेखा (30) प्रवीण पुरोहित, उस्मित (7) पुत्र प्रवीण, अरविन्द (28) पुत्र गोविन्द पुरोहित की मौत हो गई।
ये हुए घायल
स्विफ्ट कार में सवार प्रवीण (32) पुत्र गोविन्द, दिव्यांशी (2) पुत्री प्रवीण तथा जोगेश्वरी वेस्टमुंबई निवासी इनोवा कार चालक चंदन यादव (34)पुत्र अवधनारायण यादव घायल हो गए।
दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल दो लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया। शवों को मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों को सूचना दे दी गई है। उनके यहां पहुंचने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
आनन्द कुमार, सीआई, पुलिस थाना, आबूरोड सदर
गांव व ढाणियों में रहकर कोरोना से जंग में सरकार का सहयोग कर रही बांदीकुई ब्लॉक की 44 एएनएम व एलएचवी को एक महीने से राज्य सरकार की ओर से दी जा रही पोषण राशि का इंतजार है।
राज्य सरकार ने चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य कर रहे सभी अधिकारी व कर्मचारियों को प्रोत्साहन के रूप में राशि देने का निर्णय लिया था। इसे लेकर डॉक्टर को 5000 तथा अन्य सभी मेडिकल स्टाफ को 2500-2500 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जानी थी। बांदीकुई ब्लॉक में कार्यरत चिकित्सा विभाग के 9 डॉक्टर,17 नर्सिंग कर्मी, 10 लैब टेक्नीशियन, 11 वार्ड बॉय, चार स्वीपर,एक वाहन चालक एवं चिकित्सा विभाग की 20 एएनएम व एलएचवी को विभाग अब तक इस राशि का भुगतान कर चुका है।
इसमें खास बात यह है कि विभाग ने चिकित्सा विभाग की 20 एएनएम व एलएचवी को तो प्रोत्साहन राशि का भुगतान 31 मार्च को ही कर दिया। जबकि परिवार कल्याण के अंतर्गत कार्यरत 41 एएनएम व एलएचवी को अभी तक यह प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है।
सरकार की ओर से फील्ड में कार्य कर रही एलएचवी व एएनएम को हौसला अफजाई के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली यह प्रोत्साहन राशि अभी तक नहीं मिलने से एएनएम व एलएचवी मायूस हैं। विभाग इनको भुगतान नहीं करने के पीछे बजट की कमी बता रहा है।
बांदीकुई बीसीएमएचओ कार्यालय के सहायक लेखा अधिकारी मनोहर लाल का कहना है कि हमने चिकित्सा विभाग के अंतर्गत कार्यरत सभी डाॅक्टर व कर्मचारियों का प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया है, लेकिन परिवार कल्याण मद में बजट नहीं होने के कारण 44 एएनएम और एलएचवी का भुगतान बाकी है, जिसकी हमने जिला स्तर पर बजट की डिमांड कर रखी है। जैसे ही बजट प्राप्त होगा इन्हें भी प्रोत्साहन राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
कस्बे के पुलिस थाने में शुक्रवार को लोगों द्वारा कोरोना योद्धाओं का स्वागत व सम्मान किया गया। जानकारी के अनुसार जिपस रोशन हवलदार के नेतृत्व में स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस थाने पहुंचकर कोरोना संकट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले और अपनी जान पर खेलकर लोगों की जान बचाने के लिए दिन-रात ड्यूटी करने वाले योद्धाओं का सामाजिक दूरी बनाते हुए फूलमाला व साफा पहनाकर स्वागत किया गया। गर्मी के मौसम में गर्मी से बचाव के लिए सभी को गमछा भेंटकर सम्मान किया।
कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने और एक के बाद एक कर 8 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद लॉकडाउन के बाद लगाई गई जीरो मोबिलिटी के आदेश में कलेक्टर ने गंगापुर की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए आंशिक संशोधन किया है। कलेक्टर के नए आदेश के अनुसार गंगापुर नगर परिषद क्षेत्र में अब केवल जीरो मोबिलिटी (कर्फ्यू ) को कोरोना प्रभावित कॉलोनियों तक सीमित कर दिया है।
गौरतलब है कि गंगापुर क्षेत्र में कोविड़-19 से संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने व संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कलेक्टर ने नागरिकों के स्वास्थ्य की सुरक्षा व शांति बनाए रखने की दृष्टि से 19 अप्रैल को गंगापुर नगर परिषद क्षेत्र में जीरो मोबिलिटी लागू कर दी। इसके बाद 3 मई को हुई बैठक में एडीएम, एएसपी, एसडीएम, पुलिस उपाधीक्षक और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी व तहसीलदार ने प्रस्ताव भिजवाया था कि 8 मई तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमित 8 में से सभी व्यक्ति रिकवर हो चुके है। अब वर्तमान में गंगापुर उपखंड में एक भी व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव नहीं है, साथ ही सभी 8 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। बैठक में लिए प्रस्ताव के अनुसार अधिकारियों ने कलेक्टर से गंगापुर नगर परिषद क्षेत्र से कफ्र्यू वापस कर केवल कोरोना प्रभावित कॉलोनियों तक ही सीमित क्षेत्र के लिए लगाए जाने का आग्रह किया था।
आदेशों का पालन नहीं किया तो होगी कार्रवाई
शुक्रवार को विभिन्न व्यापारिक संगठनों से जुड़े व्यापारियों का एक प्रतिनिधि मंडल विधायक रामकेश मीणा से उनके निवास पर मिला। व्यापारियों का कहना था कि गंगापुर में सभी कोरोना संक्रमितों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है और अब एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है, ऐसे में गंगापुर में लगी जीरो मोबिलिटी निषेधाज्ञा को हटवाकर शहर के बाजार खुलवाए जाए। इस पर विधायक ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि शीघ्र इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद विधायक ने कलेक्टर व मुख्यमंत्री से से वार्ता कर गंगापुर में लगे कर्फ्यू को हटाने का आग्रह किया। इस पर कलेक्टर ने गंगापुर क्षेत्र में लगी जीरो मोबिलिटी के आदेश में संशोधन कर दिया।
अब नए आदेश के अनुसार केवल कोरोना प्रभावित कॉलोनियों तक ही जीरो मोबिलिटी लागू रहेगी। कलेक्टर के संशोधित आदेश के अनुसार कोरोना प्रभावित अमनपुरा, वसुंधरा कॉलोनी और इस्लामपुरा बैरवा बस्ती तक ही जीरो मोबिलिटी लागू रहेगी। साथ ही कलेक्टर ने सरकार के निर्देश व चिकित्सकीय एडवाइजरी एवं प्रोटोकॉल की पालना किए जाने की शर्तें पर आंशिक छूट प्रदान की है, शर्तों का पालन करना अनिवार्य है, आदेशों की पालना नहीं करने वालों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 व महामारी अध्यादेश 2020 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
गंगापुर शहर में कोरोना वायरस महामारी के चलते धारा 144, कर्फ्यू और लॉकडाउन के दौरान कोतवाली थाना पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए गोदाम से तम्बाकू व गुटखा बेचने के मामले में दो जनों को पकड़ कर उनके कब्जे से लगभग ढाई लाख रुपए का तम्बाकू व गुटखा जब्त किया है।
कोतवाली थाना प्रभारी दिग्विजयसिंह ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि चौपड़ बाजार, सर्राफा बाजार में गोदाम मालिक आलोक कुमार गर्ग पुत्र मुरारी लाल गर्ग अपने गोदाम से तम्बाकू व गुटखा बेच रहा है। इस पर कोतवाली थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और गोदाम से 5 कार्टन में कुल 513 प्रीमियम जर्दा के पैकेट, गोल्ड किंग सिगरेट के 30 पैकट, गोल्ड फाइटर सिगरेट के 30 पैकेट, जिसमें एक पैकेट में 20 डिब्बियां थी, जब्त की। इसके साथ ही हाथी छाप तम्बाकू के 9 पैकेट, 7 बोरी में खुली बीड़ी का जर्दा बरामद किया गया। कोतवाली थाना प्रभारी ने बताया कि जब्त किए गए माल की अनुमानित कीमत ढाई लाख रुपए है। उन्होंने बताया कि जबकि कोरोना महामारी संक्रमण के चलते तम्बाकू व गुटखा पर प्रतिबंधित है। ऐसे में गोदाम से तम्बाकू व गुटखा बेचा जा रहा था। पुलिस ने गोदाम मालिक आलोक कुमार गर्ग व नौकर चूली की बगीची निवासी शाहबाज अहमद को गिरफ्तार कर लिया। बाद में पुलिस ने जमानत पर दोनों को छोड़ दिया।
तम्बाकू व गुटखा बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई
कोतवाली थाना प्रभारी दिग्विजयसिंह ने बताया कि प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण के चलते तम्बाकू व गुटखा पर प्रतिबंधित है। ऐसे शहर में तंबाकू उत्पाद गुप्त रूप से लोगों को बेचा जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहर में कोई भी दुकानदार तम्बाकू व गुटखा बेचता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
थूकने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका, इसलिए प्रतिबंध
लॉकडाउन और जीरो मोबिलिटी कर्फ्यू के चलते बाजार बंद हैं। लॉकडाउन के दौरान सरकारी एडवाइजरी के मुताबिक थूकने से कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रदेश में गुटखा और तंबाकू की बिक्री व भंडारण पर प्रतिबंध है। इसके बावजूद शहर में कुछ लोगों द्वारा दबे छिपे गुटखा और तंबाकू उत्पादों का विक्रय किया जा रहा है। इसमें कालाबाजारी भी जमकर हो रही है और लोग मुंह मांगे दाम देकर तंबाकू उत्पाद खरीद रहे हैं। लत के शिकार लोग मनमाना दाम दे रहे हैं और कालाबाजारी करने वाले जमकर चांदी कूट रहे हैं। यही कारण है कि थोक डीलर चोरी छिपे माल मंगवाकर ऊंचे दामों पर दुकानदारों को सप्लाई कर रहे हैं और वे भी मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। इस पूरे गोरखधंधे पर पुलिस और प्रशासन कड़ाई से कार्रवाई करे तो कई और बड़े व्यापारी कार्रवाई के लपेटे में लिए जा सकते हैं।
लाॅकडाउन के चलते बिजली निगम ने इन दिनों डोर टू डोर बिजली रीडिंग का काम बंद कर रखा है। ऐसे में उपभोक्ताओं को एवरेज के बिल भेजे जा रहे हैं। लेकिन यदि कोई उपभोक्ता मीटर की स्पाट रीडिंग का बिल लेना चाहे तो निगम ने इसकी भी व्यवस्था की है। इसके अंतर्गत उपभोकता को अपने बिजली मीटर की फोटो खेंचकर बिजली मित्र ऐप पर डालनी होगी।
बिजली निगम ने अप्रैल माह से डोर टु डोर रीडिंग कार्य बंद कर रखा है। इसकी एवज में उपभोक्ताओं को एवरेज रीडिंग का मोबाइल पर मैसेज भेजा रहा है। लेकिन निगम ने ऐसे उपभोक्ता जो एवरेज का बिल नहीं लेकर मीटर की वास्तविक रिडिंग का बिल लेना चाहते हैं।
लाॅकडाउन में प्रभावित जरुरतमंदाें काे राशन सामग्री के नाम पर आधा किलाे दलिया वितरित कर प्रशासन द्वारा उनका मजाक उड़ा रहा है। जिला प्रशासन दम भरता है कि एक भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए, लेकिन आधा किलाे दलिया से कितने दिन तक एक परिवार का पेट भरेगा। इसमें भी महत्वपूर्ण यह है कि गिनती के लाेगाें काे ही दलिया मिलता है, जबकि जरुरतमंद बहुत हैं। वहीं दूसरी बार दलिया मिलने की काेई गारंटी भी नहीं है।इसका एक बड़ा कारण उच्चाधिकारियाें द्वारा माॅनिटरिंग नहीं करना है, जबकि दूसरे जिलाें में एसडीएम/एडीएम राशन वितरण व्यवस्था संभाल रहे हैं।नई मंडी राेड स्थित प्रकाश लाॅन के पीछे कई परिवार रहते हैं, जाे पानी-पतासी और हाेटल में काम करते हैं। वे मध्यप्रदेश के भिंड व हिमाचल प्रदेश के रहने वाले हैं। इसमें संताेष, किशाेरी, सुगर सिंह व कल्याण शामिल हैं।लाॅकडाउन में इन सभी का काम-धंधा चाैपट हाे गया।
इससे उनके सामने राेजी-राेटी का संकट खड़ा हाे। यह सभी लाेग मेहनतकश और स्वाभिमानी हैं, लेकिन मजबूरी ने इन्हें लाचार बना दिया।ऐसे में इन्हें दाे जून की राेटी के लिए बाहरी मदद पर निर्भर रहना पड़ रहा है। प्रशासन ने इन लाेगाें काे एक दिन पहले गुरुवार काे आधा किलाे दलिया देकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। दूसरी ओर दानदाता और आम लाेग स्वेच्छा से इन जरुरतमंद लाेगाें की मदद के लिए हाथ बढ़ाएं ताे इन्हें बड़ी राहत मिलेगी।पिछले माह वरिष्ठ अधिवक्ता डी.पी.सैनी द्वारा इन लाेगाें काे राशन किट दिलाई थी। मदद के विज्ञान की बात करें ताे जरुरतमंदाें की मदद करने वालाें काे उसका फल स्वत: ही मिलता है तथा हारी-बीमारी से भी बचाता है। इस समय दाैर भी बीमारी का ही चल रहा है। एेसे में सभी लाेगाें काे अपनी हैसियत और इच्छा अनुसार जरुरतमंदाें की मदद के लिए तत्पर रहना चाहिए।
जिले में सभी कोरोना मरीज ठीक हो गए। सभी की अस्पतालों से छुट्टी भी हो गई। अब एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। यह जिले के लिए राहत की खबर है, लेकिन अब भी लॉकडाउन में लापरवाही बरती तो घातक हो सकती है। जिले में 20 कोरोना पॉजिटिव आए थे। ये मरीज ठीक होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी हो गई थी। जिले में 22 अप्रैल के बाद कोई पॉजिटिस केस नहीं आया है। हालाकि अब अन्य राज्यों व जिलों से आए संदिग्धों के सैंपल लिए जा रहे हैं। अब 202 सैंपलों की रिपोर्ट आना शेष है। ऐसे में लापरवाही घातक हो सकती है। गौरतलब है कि जिले में 20 दिन में 20 कोरोना पॉजिटिव मिले थे। पहला मरीज महाराष्ट्र का तबलीगी जमाती 3 अप्रैल को मिला था। 22 अप्रैल को लैब टैक्नीशियन कोरोना पॉजिटिव निकला था। इसके बाद कोई मरीज नहीं आया। लैब टैक्नीशियन 29 अप्रैल से होम क्वारेंटाइन पर है। 22 अप्रैल से 21 दिन पूरे होने तक अन्य कोई मरीज पॉजिटिव नहीं निकला तो जिले को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया जाएगा।
128 कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे
जिला अस्पताल व लालसोट से शुक्रवार को 128 काेरोना संदिग्धों के सैंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे हैं। अब तक 2500 सैंपल भेजे गए हैं। इनमें 202 सैंपलों की रिपोर्ट अाना शेष है। सीएमएचओ डॉ. पी. एम. वर्मा ने बताया कि अन्य राज्य व जिलों से आए लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। संदिग्धों के सैंपल लेकर जांच के लिए भिजवाए जा रहे हैं। जिले में सर्वे जारी है। टीमों ने शुक्रवार को 6 हजार 985 घरों का सर्वे किया। अब तक जिले में 5 लाख 17 हजार 431 घरों का सर्वे कर इनके परिवारों को 23 लाख 1 हजार 313 लोगों की स्क्रीनिंग की गई है। अोपीडी में 1 हजार 754 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। अब तक अस्पतालों में ओपीडी में 62 हजार 460 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। आइसाेलेशन वार्ड में 11 लोग भर्ती हैं। 26 लोगों को क्वारेंटाइन में रखा गया है। 3 हजार 406 लोग होम आइसोलेशन पर हैं। वहीं 18 हजार 202 लोगों का आइसोलेशन पूरा हो चुका है। सीएमएचओ ने बताया कि अब 3400 पीपीई किट, 718 वीटीएम, 5000 एन-95 मास्क, 35 हजार ट्रिपल लेयर मास्क व 500 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट उपलब्ध है।
क और आमजन कोरोना महामारी के बीच बने बेरोजगारी जैसे संकट से जुझता नजर आ रहा है। वहीं दूसरी ओर विद्युत निगम द्वारा मित्रों में बिना रीडिंग लिए ही 3000 के एवरेज राशि के बिल भिजवा दिए जाने के कारण लोगों में रोष व्याप्त हो गया है। बैरावास निवासी नारायणलाल रेगर, जयराम, लालाराम, मुकेश कुमार, छाजू लाल सहित अनेक लोगों ने रोष जताते बताया कि बिजली कर्मियों द्वारा बिना रीडिंग लिए ही कृषि व घरेलू कनेक्शन पर 3000 की एवरेज राशि के बिल भिजवा दिए। बिल जमा नहीं कराने पर कनेक्शन काटने की दी जा रही है धमकी। ग्रामीणों ने बताया कि बिल दिए जाने के बाद से ही लाइनमैन द्वारा बिल जमा कराने का दबाव बनाया जा रहा है। अब कनेक्शन कटने की चिंता सताने लगी है।
कहां से आएंगे रुपए
ग्रामीणों में वहीं दूसरी और रोजगार के बिना आखिर कहां से आएंगे रुपए। अब तो लोग उधारी पर भी रुपए देने से मना करने लगे हैं, जिससे परिवार का जीवन यापन करना भी मुश्किल नजर आ रहा है।
इनका कहना है कनिष्ठ अभियंता रामकेश सैनी का कहना है कि निगम द्वारा 3 माह के बिल भेजे हैं। जिन्हें जमा कराने के लिए ही कर्मचारियों ने उपभोक्ताओं को कहा होगा।
कोरोना से लोगों महफूज रहें इसके लिए जिले में कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा, जिससे संदिग्धों को हर सुविधा के इंतजाम किए जाएंगे। सेंटर की स्थापना के लिए कलेक्टर द्वारा एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में कलेक्टर का प्रतिनिधि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग का प्रतिनिधि, लेखाधिकारी, नगर निगम/नगर पालिका/पंचायत समिति का प्रतिनिधि व सार्वजनिक निर्माण विभाग का एक प्रतिनिधि शामिल होगा। इसके लिए सेंटर पर चिकित्सा व्यवस्था के लिए सीएमएचओ नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे और अन्य व्यवस्था के लिए कलेक्टर की ओर से किसी भी राजपत्रित अधिकारी को नोडल अधिकारी मनोनीत किया जा सकेगा।
किन मरीजों को रखा जाएगा
कोरोना के दौरान अभी तक उपलब्ध आंकडों के अनुसार सरकार का मानना है कि 70 प्रतिशत पाॅजिटिव केस में या तो हल्के लक्षण पाए गए हैं या फिर लक्षण नहीं पाए गए। ऎसे केसेज की देखभाल के लिए इन सेंटर्स की स्थापना की जा रही है। इस केन्द्र पर असिम्टोमैटिक, मिड सिम्टोमैटिक और सस्पैक्टेड केसों को रखा जाएगा ताकि उनका स्वास्थ्य प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा सके।
इनकी रहेगी जिम्मेदारी
सेंटर पर भर्ती किए जाने वाले मरीजों को प्रतिदिन दो समय चाय, नाश्ता, भोजन, पानी डिस्पोजल में उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं साफ-सफाई, कचरा निस्तारण, सुरक्षा व्यवस्था, पंखे, कूलर, वाटर कूलर,पलंग, गद्दे, तकिए, चादर, बाल्टी, मग, साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश, मास्क, हैंड सेनिटाइजर व अन्य आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का कार्य नगर परिषद, नगर पालिका या पंचायत समिति की होगी।
सेंटर की स्थापना के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं
सीएमएचओ डाॅ. पी.एम. वर्मा ने बताया कि सेंटर की स्थापना के लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सरकार की मंशा है कि इस सेंटर की स्थापना से कोविड 19 की रोकथाम और नियंत्रण का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से हो सकेगा।
केयर सेंटर की स्थापना आबादी से दूर की जाएगी। सेंटर किसी सरकारी या निजी भवन में स्थापित किया जा सकेगा। इसमें आवश्यकतानुसार 500 से 1000 आइसोलेशन बेड की क्षमता होगी। पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की व्यवस्था होगी और दस व्यक्तियों पर एक शौचालय, स्नान घर हो सकता है। सेंटर पर व्हील चेयर, रैंप और रेलिंग की व्यवस्था भी होना जरूरी है, ताकि दिव्यांग व्यक्तियों को आने-आने की सुविधा मिल सके। सभी रूम प्राकृतिक हवादार होंगे, जिनमें सूर्य का प्रकाश आता हो। संभव हो तो प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग रूम की उपलब्ध होगी, ऎसा नहीं होने की स्थिति में एक रूम में एक से अधिक व्यक्ति रखे जा सकेंगे, लेकिन दो बेड के बीच एक मीटर की दूरी जरूरी होगी। सेंटर पर सिंगल एंट्री, एग्जिट प्वाइंट, रिस्पेशन एरिया, सीसीटीवी, माईकिंग व्यवस्था, चिकित्सक कक्ष, सैंपल कलेक्शन कक्ष, दवा स्टोर, डोनिंग एवं डोफिंग कक्ष, व्हील चेयर, ट्राॅली, मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
ग्राम पंचायत नारायणपुरा के मोती की ढाणी में पुलिस ने शुक्रवार सुबह संदिग्ध अवस्था में एक जने का शव बरामद किया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मेडिकल टीम बुलाकर शव को कोरोना जांच के लिए दौसा भिजवा दिया। बसवा थाना प्रभारी राम शरण ने बताया कि सौदान सिंह उम्र 30 साल घर में अकेला था। शुक्रवार सुबह उसकी मौत हो गई। सूचना पर बसवा पुलिस एवं मेडिकल टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने आसपास के लोगों से मृतक के बारे में जानकारी ली। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की पत्नी कुछ दिनों से अपने पीहर गई हुई थी। मृतक घर पर अकेला ही रह रहा था। उन्होंने बताया कि शव को 3 दिन तक दोसा अस्पताल में रखा जाएगा वहां कोरोना जांच के बाद लाया जाएगा। दूसरी ओर इस घटना के बाद ढाणी में हड़कंप मच गया। मेडिकल टीम देख लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। पुलिस ने भीड़ को हटाया।
शहर में शुक्रवार पांच और कोरोना पॉजिटिव मिले। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने शहर के 45 वार्डों को कर्फ्यू क्षेत्र घाेषित कर दिया है। वहीं 5 वार्डों में आंशिक कर्फ्यू रहेगा। अब इन वार्डों में न तो दुकानें खुलेंगी और न ही कोई व्यक्ति बाहर आ सकेगा। आखिर पाली में 80 फीसदी शहर में कर्फ्यू क्यों लगाना पड़ा। दैनिक भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि इसकी प्रमुख 2 मई से लगातार काेराेना के मरीज सामने आना है। बीते सात दिन में 43 नए मरीज मिले हैं, जिनमें से 38 मरीज शहर के हैं। साथ ही,एक बड़ा चिंता का कारण ये है कि अब तक जिले में 55 मरीजों में से 48 मरीजों में किसी तरीके के बीमारी के कोई लक्षण नहीं मिलना है। ऐसे में ये डर है कि वायरस कितना तेजी से शहर में फैला होगा। सामाजिक संक्रमण के खतरे व सात दिन में तीन गुना रफ्तार से मरीजाें की संख्या बढ़ने पर कलेक्टर ने कर्फ्यू लगाने का फैसला किया। पाली में काेराेना मरीज का पहला केस 21 मार्च काे सामने आया। यह मरीज जिले के ढाेला का था। इसके बाद 5 अप्रैल काे लापोद का मरीज मिला। शहर में पहला काेराेना मरीज 27 अप्रैल काे सामने आया। यह पाॅजिटिव महिला नाडी माेहल्ला की रहने वाली है।
अब सूरजपाेल पर भी मिला रोगी, शुक्रवार को नहीं हो पाईं जांचें
शुक्रवार काे पाली जिले का एक भी सैंपल जांच के लिए नहीं लगा। जालाेर के 130 सैंपल काे प्राथमिकता के आधार पर लगाया गया।
शहर में नाडी माेहल्ला और शिव नगर के बाद सूरजपाेल के नाइयाें की गली से भी एक मामला सामने आया है।
एक्टिव केस के मामले में नागाैर से आगे निकला पाली, काेटा से थाेड़ा पीछे, शुक्रवार काे पाली का एक भी सैंपल नहीं लगा, जालाेर के 130 सैंपल काे दी प्राथमिकता, सुमेरपुर के मृतक की रिपाेर्ट भी निगेटिव।
गर्भवती महिलाओं के लिए एमसीएच भवन में अलग लेबर रूम बनाया
गर्भवती महिलाओं को कोरोना से बचाने के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा अलग से लेबर रूम तैयार करवाया गया है। डायलिसिस के मरीजाें के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। गायनिक विभाग के एचओडी डाॅ. बालगोपाल भाटी ने यह जानकारी दी।
जिस क्षेत्र में पॉजिटिव केस मिले, वहां सबकुछ बंद रहेगा
कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि जिस क्षेत्र में पाॅजिटिव केस मिला है, उस क्षेत्र में सब कुछ बंद रहेगा। आसपास वाले कंटेनमेंट जोन में पासधारी चिकित्सा एवं किराणा दुकान खोल सकेंगे।
कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा, इसीलिए कर्फ्यू
शहर में कोरोना महामारी का ग्राफ दोगुनी रफ्तार से बढ़ रहा है। हमें तेजी से बढ़ रहे संक्रमण को फैलने से रोकना जरूरी है। इसके लिए सख्त कदम उठाने पड़ रहे हैं। यह कर्फ्यू से ही संभव है।
-अंशदीप, कलेक्टर
भास्कर अपील: घबराएं नहीं, अब आपका धैर्य व संयम जरूरी, प्रशासन-पुलिस की मदद करें
काेराेना की चेन काे ताेड़ने के लिए अब संयम व धैर्य के साथ घराें में रहना जरूरी है। शहर में लगातार मरीज सामने आ रहे हैं, ऐसे में हमारा संयम ही काेराेना काे हराएगा। भीलवाड़ा ने भी इसी तरह कर्फ्यू का सामना किया था, उसी का नतीजा है कि वहां अब स्थिति काबू में हैं। पाली में भी यह कर्फ्यू काेराेना काे हराने के लिए अब जरूरी हाे गया है। साेशल डिस्टेंसिंग के साथ अब ज्यादा जागरूक रहने की आवश्यकता है, ताकि इस भयावह बीमारी काे हम सब मिलकर हरा सकें। इस समय यह जरूरी है कि हम अपने घरों में आवश्यक सामग्री को ही मंगवाएं। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि रास्ते बंद न हो। आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों को दिक्कतें न हो। प्रशासन व पुलिस की पूरी मदद करें।
केंद्र सरकार ने कोविड-19 के फैलने से पैदा हुए संकट के दौरान मीडिया का परिचालन व संचालन जारी रहने के संबंध में एक बार फिर गाइडलाइन जारी की है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के डायरेक्टर गोपाल साधवानी ने सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 के संक्रमण के दौरान सूचना देने वाले मजबूत और जरूरी नेटवर्क के रूप में प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सबसे सशक्त साधन है और इस महामारी में मीडिया का काम करना अतिआवश्यक है। इसके लिए कोविड-19 में मीडिया को अतिआवश्यक सेवा में शामिल किया गया है, ताकि समय पर सही व सटीक जानकारी का प्रसार हो सके। मीडिया नेटवर्क का सही से संचालन इसलिए जरूरी नहीं है कि लोगों को जागरूक करके उन्हें जरूरी संदेश दिया जा सके, बल्कि इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि देश-प्रदेश के वर्तमान हालात से सूचित किया जा सके। गलत और झूठी खबरें रोककर सही जानकारी देने में मीडिया खासतौर से मुख्य भूमिका निभाते हैं। केंद्र सरकार ने सभी गृह सचिवों को आदेश दिए हैं कि बगैर किसी रुकावट के मीडिया का परिचालन व संचालन सुचारू रखा जाएगा।
प्रशासन ने कहा- हॉकर पास दिखा अखबार बांट सकेंगे
शहर में अखबारों के वितरण को लेकर जिला प्रशासन ने साफ किया है कि अखबारों का वितरण होता रहेगा। कुछ क्षेत्राें काे छाेड़कर बाकी शहर में शुक्रवार शाम से कर्फ्यू लगाया गया है। पाली एसडीएम रोहिताश्वसिंह तोमर ने बताया कि उनके कार्यालय द्वारा पूर्व में जारी पास से ही समाचार पत्र वितरक संबधित इलाके में समाचार-पत्र का वितरण करते रहेंगे। समाचार-पत्र वितरक को एसडीएम कार्यालय द्वारा अनुज्ञा पत्र जारी किए गए हैं, जो वैध रहेंगे। मीडियाकर्मी संस्थान की आईडी से काम कर सकेंगे।
जिले में बाहर से आ रहे श्रमिक व प्रवासियों को लॉकडाउन व होम क्वारिंटाइन के नियमों की पालना करनी होगी। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अन्य राज्यों के शिविरों में रह रहे जिले के श्रमिकों व प्रवासियों को प्राथमिकता प्रदान करते हुए लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि अन्य राज्यों से आने वाले हाट स्पॉट जिलों के अतिरिक्त अन्य जिलों से श्रमिकों व प्रवासियों जो निजी वाहन से अनुमति लेकर आ रहे हैं, उन्हें उनके नियत स्थान पर पहुंचने के बाद उन्हें 14 दिवस के लिए होमक्वारेंनटाइन किया जाएगा। जिले में अन्य राज्यों के प्रवासी जिनके पास अपने निजी वाहन हैं, उन्हें चरणबद्ध तरीके से पास जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जो श्रमिक व प्रवासी पब्लिक ट्रांसपोर्ट तथा बसों से आना जाना चाहते हैं, उनके लिए एकीकृत काॅल सेंटर स्थापित किया गया है, जिसका नंबर 1800-180-6127 है। इस दौरान कोई भी व्यक्ति ई मित्र तथा मोबाइल एप पर अपना रजिट्रेस्शन करा सकेंगे इसके साथ ही वे ई-मित्रा कियोस्क की सेवाएं ले सकेंगे।श्रमिकों व प्रवासियों के गंतव्य स्थल के लिए रवाना होने से पूर्व इनकी आईएलआई के लक्षणों की स्क्रीनिंग की जाएगी। सीमावर्ती जिलों में बोर्डर चैक पोस्ट के पास भोजन, पेयजल, चिकित्सा की सुचारू व्यवस्था की जाएगी।
कोरोना वायरस के डर से अब लोग खुद खुदखुशी करने जैसा खतरनाक कदम उठाने लगे हैं। देशभर में इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, अब कोटा में ऐसा पहला मामला गुरुवार को कैथूनीपोल क्षेत्र में सामने आया। बहन कोरोना पॉजिटिव आई तो 50 वर्षीय भाई अवसाद में आ गया और अपने मकान की तीसरी मंजिल की छत से कूद गया। उसे लगा कि वो भी पॉजिटिव हो गया है और अब नहीं बचेगा। जबकि बहन शादी-शुदा है और वो ससुराल इंद्रा मार्केट इलाके में रहती है। तीन मंजिल से कूदने पर भाई के गंभीर चोटें आई हैं और उसका उपचार एमबीएस अस्पताल में चल रहा है। जानकारी के मुताबिक कैथूनीपोल थाना क्षेत्र में 50 वर्षीय एक अधेड़ रहता हैं।
उसकी बहन इंदिरा मार्केट में रहती है और वह पिछले दिनों पॉजिटिव आई थी। जिसे मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया था और वो मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। जहां उसका डॉक्टरों की देखरेख में उपचार चल रहा है। इसका सदमा भाई को ऐसा लगा कि उसने यह मान लिया कि वो भी पॉजिटिव हो गया है और अब वह बच नहीं पाएगा। उसने इसके लिए डॉक्टर परामर्श नहीं लिया और ना ही अपना टेस्ट नहीं करवाया। खुद के न बच पाने की गलतफहमी में वह गुरुवार को तीसरी मंजिल छत पर चढ़ा और कूद गया। कैथूनीपोल थाने के एसआई लक्ष्मण लाल ने बताया कि सूचना पर तुरंत पुलिस और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची। उसको समय रहते अस्पताल भेज दिया गया, जिससे डॉक्टरों ने उसकी जान बचा ली है।
शहर में चाट और गोलगप्पे बेचकर गुजारा करने वाले उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 150 लोग अपने घर लौटना चाह रहे हैं। यहां पर लॉक डाउन के कारण काम धंधा बंद पड़ा है जिससे खाने-पीने की भी व्यवस्था नहीं हो रही है। पिछले 1 सप्ताह से प्रशासन और पुलिस के यहां चक्कर काट रहे हैं लेकिन भेजने की व्यवस्था नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त है। किराया मांग रहे मकान मालिकों के तानों से भी परेशान हो गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बताए गए उपायों के आधार पर ऑनलाइन आवेदन भी कर दिया है प्रशासन से लेकर पटवारी तक अपने लोगों की लिस्ट सौंप दी है फिर भी हर जगह से निराशा हाथ लगने से हताश हो गए हैं। यह लोग अब मांग कर रहे हैं कि प्रशासन उनको घर भेजने की व्यवस्था करें नहीं तो कलेक्ट्रेट पर आकर बैठ जाएंगे। जानकारी अनुसार एमपी यूपी और बिहार 3 राज्यों के 150 लोग अपने घर जाना चाह रहे हैं। कुम्हारी दरवाजा क्षेत्र में पांच- छह कमरों में रह रहे लोगों ने बताया कि घर में बैठे होने के कारण खाने पीने की व्यवस्था नहीं हो रही है। भामाशाह की ओर से 10 से 15 दिन में राशन आता है जो पर्याप्त नहीं हाे रहा है।
प्रशासन का दावा है कि काेरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए राज्य व जिले की सीमाएं सील हैं, लेकिन इसके बावजूद शुक्रवार सुबह 8 बजे करीब 60 की संख्या में नारनौल से निकले मजदूर करीब 88 किलाेमीटर की दूरी पैदल ही तय कर अलवर पहुंच गए। इनमें अधिकतर युवा थे।
नायलॉन की चप्पल पहने और सिर पर सामान रख पैदल ही ये लोग अपने घर के लिए निकल पड़े। अंतरराज्यीय सीमा सील हाेने के बावजूद इन मजदूरों का यहां पहुंचना यह दर्शाता है कि सीमाओं पर कड़ाई नहीं बरती जा रही है। शहर में पहुंचे इन मजदूरों से 200 फुट रोड पर भास्कर प्रतिनिधि ने बातचीत की ताे उन्होंने कहा कि हमें सीमा पर किसी ने नहीं रोका।
नारनाैल क्षेत्र में क्रेशर व निर्माण कार्यों से जुड़े श्रमिक यूपी के शाहजहांपुर क्षेत्र के रहने वाले विमलेश ने बताया कि हम ताे संख्या में इतने अधिक हैं कि राेकने वाले हमारी व्यवस्थाएं कहां से करते। हमें देखा ताे कहा जल्दी से निकल जाओ, रुकाे मत। क्रेशराें पर हमारे पास काम नहीं था। निर्माण के काम भी रुके थे। हम वहां क्या करते। अब हमारे पास पैसा भी नहीं बचा, इसलिए निकल पड़े हैं।
हम में से ज्यादातर लोग उत्तरप्रदेश और झारखंड के हैं। हम जिस रास्ते से निकले, उसी रास्ते पर अधिकांश लाेग यह चाहते थे कि हम वहां से जल्द से जल्द निकलें। हम भी यही चाहते थे। काेई मदद नहीं मिल रही थी। ऐसे में अलवर शहर में पहुंचे तो यहां टेल्को चौराहे पर लोगों ने मिलकर हमारे के लिए भोजन की व्यवस्था की। खाना खाने के बाद हमने फिर से अपना सफर शुरू कर दिया है।
झारखंड क्षेत्र के लाल सिंह ने बताया कि हम अपने साथियाें के साथ निकले हैं। कुछ यूपी के हैं। अधिकांश झारखंड के हैं। हमने तय कर लिया है कि अपने घर पहुंचना है। जिससे हम अपने परिवार का हाल देख सकें। वे भी हमारा हाल जान सकें। हम जिन लाेगाें के लिए इतनी दूर मेहनत करने के लिए आए थे, वे भी नहीं चाहते कि हम दूर रहें। सरकार काे हमारे लिए व्यवस्था करनी चाहिए थी पर नहीं की गई, इसलिए हम निकल पड़े हैं।
अब देखते है कि रास्ते में कितने लाेग मदद करते हैं। सरकार हमारी सहायता के लिए कुछ करती है या नहीं, हमें ताे घर पहुंचना है। हम जानते हैं कि रास्ते में बहुत परेशानी आने वाली है लेकिन इसके लिए हम तैयार हैं।
श्री तीर्थंकर नवयुवक जैन सेवा समिति की ओर से सामाजिक कार्यकर्ता तोष कुमार जैन की पहली पुण्यतिथि पर तीन दिवसीय स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
तिजारा फाटक रेलवे ओवरब्रिज से सटी कर्मचारी कॉलोनी के पास स्थित जीवनधारा ब्लड बैंक में आयोजित शिविर में पहले दिन 52 युवाओं ने रक्तदान किया। 10 मई तक चलने वाले इस शिविर में कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से आकर सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक रक्तदान कर सकता है।
समिति के प्रवक्ता धरणेन्द्र जैन व विशाल जैन ने बताया कि तीन दिन में 100 यूनिट रक्तदान का लक्ष्य रखा है। शिविर में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की गई। शिविर को सफल बनाने के लिए गुजारिश एक पहल संस्था, विजन संस्थान एवं जैन समाज की अन्य संस्थाएं सहयोग कर रही हैं।