कोरोनाकाल में जब खेत मजदूरों के बगैर सूने पड़े हैं, मौसम ने इसमें दोहरी मार कर दी। एक तरफ खड़ी फसल पक रही है क्योंकि मजदूर नहीं हैं, वहीं दूसरी तरफ ओलावृष्टि ने सब्जियों और फलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। ये पूरे प्रदेश का हाल है। फिलहाल के अनुमान के मुताबिक राज्य स्तर पर जो आंकड़े आए हैं, उसमें गेहूं की फसल को 15 प्रतिशत तक और चने की फसल को 60 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है। गर्मी के कारण चना पक रहा है, जबकि मजदूर न होने के कारण कटाई नहीं हो पाई।
भास्कर ने पूरे प्रदेश में किसानों की खेती और सरकार द्वारा की जा रही जांच का ब्यौरा निकाला। आलम यह है कि कवर्धा, दुर्ग, धमतरी जिले के किसानों ने तो चने की फसल खेतों में ही छोड़ दी है, क्योंकि उन्हें फसल कटाई में लगने वाले मजदूरों की लागत निकलने का भी भरोसा नहीं है। कवर्धा जिले की किसान सुनीता बघेल के मुताबिक उसने 70 एकड़ में चने की फसल लगाई थी लेकिन फसल पूरी तरह खराब हो गई है। पांच से छह लाख रुपए डूब गए।
इधर, राज्य सरकार ने बेमौसम बारिश आैर ओलावृष्टि के कारण खराब हुई फसल के नुकसान का आंकलन के निर्देश सभी जिला कलेक्टरों को दिए हैं। कृषि विभाग के अपर संचालक एमएस केरकेट्टा ने बताया कि प्रदेश में इस बार चने की फसल को बहुत नुकसान हुआ है, लेकिन गेहूं की फसल ज्यादा प्रभावित नहीं होगी। बावजूद इसके यह अभी आकलन के दौर में है। फाइनल रिपोर्ट नहीं है। तकरीबन 60 फीसदी चने फसल खराब हो सकती है।
कृषि विभाग के अपर संचालक एमएस केरकेट्टा के मुताबिक सरगुजा, कवर्धा, रायगढ़, बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर-कांसाबेल, कोरिया-भरतपुर, बिलासपुर- पेंड्रा, गरियाबंद आैर धमतरी में गेहूं का उत्पादन होता है। प्रदेश में गेहूं का आैसत उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर होता है जबकि सरगुजा जिले में इसका उत्पादन 40 से 50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक होता है।
जगदलपुर: 500 एकड़ में लगी सब्जी की फसल तबाह, राहत में जुटा सरकारी अमला
जगदलपुर जिले में 500 एकड़ में सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा है। सबसे ज्यादा नुकसान बकावंड ब्लाक में हुआ है। यहां पर करीब 400 एकड़ में लगी फसल नष्ट हो गई है, जिसमें लौकी, कुम्हड़ा, कुंदरू, करैला, बिन्स, मिर्च, बरबट्टी, टमाटर और पपीता शामिल है। सबसे ज्यादा नुकसान मिर्च की खेती करने वालों को हो रहा है। 15-20 रुपए थोक के रेट में बिकने वाली मिर्च 5-6 रुपए किलों में बिक रही है। उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक अजय कुशवाहा ने बताया कि करीब 6 हजार हेक्टेयर में सब्जी की खेती की गई थी। नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। इधर बस्तर किसान कल्याण संघ के कोषाध्यक्ष रमेश चावड़ा के अनुसार बस्तर जिले के सब्जी उत्पादक किसानों को करीब 2 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
मिर्च के रेट कम होने से कई किसान इसकी तुड़ाई नहीं करवा रहे हैं, क्योंकि मिर्च की कीमत से ज्यादा खर्च तुड़ाई का आ रहा है।
दुर्ग: किसानों ने मुफ्त बांटी सब्जियां, जानवरों को चराया
दुर्ग जिले में 31649 हेक्टेयर में गेंहू, चना, तिवरा, मक्का, उड़द की फसलों को नुकसान पहुंचा है। इससे 39819 किसान प्रभावित हुए। दुर्ग ब्लॉक में 5705 किसानों का 3484 हेक्टेयर व पाटन में 9569 किसानों का 20384 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। धमधा ब्लॉक में 24545 किसानों का 20384 हेक्टेयर फसल को क्षति पहुंची। यहां टमाटर सहित साग सब्जी 42699 हेक्टेयर में ली गई थी। जिसमें 21 हजार हेक्टेयर की टमाटर, लौकी, करेला, गोभी, मिर्च आदि क्षति हुई है। तीन दिन कर्फ्यू में मंडी बंद रहने से 2490 टन सब्जी इस्तेमाल करने लायक नहीं बची। जिसे मवेशियों को फार्मरों ने खिलाई। मुफ्त भी बांटे।
खेतों में यूं ही छोड़ दिए।
जांजगीर: 690 एकड़ धान व 250 एकड़ की सब्जी बर्बाद
जांजगीर में सब्जी, धान, मक्का, दलहन, तिलहन की फसल को नुकसान का आकलन चल रहा है। कृषि विभाग के सर्वे में 690 एकड़ के धान और 250 एकड़ में लगी सब्जी की फसल तथा 75 एकड़ में लगी मक्के की खेती को नुकसान हुआ है। जिले में इस बार 10 हजार हेक्टेयर में धान 54सौ हेक्टेयर में गेहूं, 2820 हेक्टेयर में सब्जी की फसल लगाई गई है। 650 हेक्टेयर में पहली बार मक्का भी लगाया गया गया है। अफसरों के मुताबिक मालखरौदा क्षेत्र में 26 हेक्टेयर में धान की फसल, जैजैपुर क्षेत्र में 250 हेक्टेयर में धान की फसल, 30 हेक्टेयर में मक्का और 100 हेक्टेयर में सब्जी की फसल को नुकसान हुआ है।
कोरबा: तीन हजार एकड़ की फसल को नुकसान
यहां सब्जी के साथ ही धान, उड़द, मटर की फसल प्रभावित है। सर्वे चल रहा है। लगभग एक हजार हेक्टेयर में लगे टमाटर, मखना व प्याज बारिश व ओले से खराब हो गए हैं। इसी तरह सूर्यमुखी, सरसो, चना व मटर की फसल को नुकसान हुआ है। पानी भरने से प्याज सड़ गया। सब्जी की फसल में लगभग 50 प्रतिशत नुकसान उठाना पड़ेगा। करतला व पाली ब्लाक में सबसे ज्यादा बारिश और ओले गिरे थे। नवापारा के किसान रामकुमार राठिया का कहना है कि हर साल सब्जी की फसल से 45 से 50 हजार तक कमाई हो जाती थी, इस साल 10 से 15 हजार हो जाए तो बहुत है।उत्पादन कम होने से सब्जी के दाम बढ़ेंगे। यहां उद्यानिकी विभाग व पटवारियों को सर्वे करने कहा गया है।
बिलासपुर: टमाटर की फसल तबाह, जो बचा उसका रेट नहीं
जिले में 14 मिलीमीटर औसत बारिश हुई, वहीं तखतपुर और कोटा के इलाके में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी हुई, लेकिन यहां उद्यानिकी विभाग कह रहा है कि सब्जी की फसल खराब नहीं हुई है। लेकिन ग्राम चोरभट्टी में 80 एकड़ में सब्जी उगाने वाले अयूब ने बताया कि कोरोना वायरस से वैसे ही इस बार सब्जी की कीमत नहीं मिल रही है। सेंदरी के किसान सुरेंद्र कश्यप, छतौना के शकील भाई, मोहनभाठा के प्रदीप गुप्ता भी लाखों का नुकसान होने की बात कह रहे हैं।इधर उद्यानिकी विभाग के उप संचालक राम चतुर्वेदी के मुताबिक गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ होगा, बिलासपुर जिले में नहीं हुआ है। मजदूर भी लौटे हैं, और वे शायद ही जाना चाहेंगे। बता दें कि श्रम विभाग के मुताबिक जिले के करीब 50 हजार किसान पलायन करते हैं।
बालोद: गुरूर ब्लॉक में धान की बालियां गिरीं जमीन पर
बारिश और ओले से गुरूर ब्लॉक में धान को बहुत नुकसान हुआ है। सरकारी आंकलन के मुताबिक गुरूर तहसील के 6398 किसानों की कुल 4512 हेक्टेयर फसल नष्ट हुई है। किसानों के अनुमान मुताबिक 5 हजार से ज्यादा हेक्टेयर रकबे में लगी धान फसल को नुकसान हुआ है। 80 हजार से ज्यादा किसानों ने धान की फसल लगाई है। किसान महेश साहू, भोजेश साहू का कहना है कि फसल पककर तैयार होने वाली थी कि बारिश के साथ ओला गिर गया, इससे नुकसान तय है। लागत राशि भी नहीं मिल पाएगी। डिप्टी कलेक्टर हितेश्वरी बाघे ने बताया कि गुरूर में नुकसान पर सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
खरसिया: खरबूज तीन से चार रुपए किलो बिक रहा
खरसिया में लगभग 40 एकड़ में खरबूजे की खेती होती है, जो बे-मौसम बारिश और आंधी के कारण खराब हो गई सारंगढ़ और सरिया के इलाकों में थोड़ी बहुत तरबूज की फसल होती है। किसानों को तीन से चार रुपए किलो का भाव मिला।
राजधानी में पीलिया के नए मरीज मिलने के साथ ही टाटीबंध इलाके में एक महिला की मौत हो गई। महिला को अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला की मौत के बाद टाटीबंध इलाके में पानी का दोबारा सैंपल लिया गया। नए सिरे से जांच कर बैक्टीरिया की जांच की जाएगी। पूरे इलाके में फिर संदिग्धों की खोज शुरू कर दी गई है। कैंप लगाकर ऑन द स्पॉट संदिग्धों का ब्लड सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा जा रहा है। रविवार को भी एक-एक घर में दस्तक देकर बीमारों के संबंध में जानकारी इकट्ठा की जाएगी।
निगम अफसरों के अनुसार पीलिया पीड़ित महिला की शुक्रवार को ही मौत हो चुकी थी। डाक्टरी रिपोर्ट का परीक्षण करने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य विभाग ने उसकी मौत से संबंधित बुलेटिन जारी किया। पिछले तीन दिन में पीलिया से यह दूसरी मौत है। इस बीच 15 नए मरीज मिलने के साथ राजधानी में पीलिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 695 पहुंच गई है। लगातार प्रयासों के बावजूद पीलिया के मरीज मिलने का सिलसिला बंद नहीं हुआ उल्टे अब मौत होनी शुरू हो गई है। इससे निगम के अमले में खासी खलबली मची है। पीलिया के नए मरीज वहीं मिल रहे हैं जहां पहले से लोग पीड़ित हैं हालांकि पिछले एक महीने के दौरान पाइप लाइनें बदली जा रही हैं। अमृत मिशन योजना के तहत 100 करोड़ केवल पाइप लाइन बदलने में खर्च किया जा रहा है। उसके बाद भी प्रभावित इलाकों में इसका प्रकोप कम नहीं हो रहा है। निगम कमिश्नर सौरभ कुमार के अनुसार पाइप लाइन के काम में और तेजी लायी जाएगी। फिल्टर प्लांट में 24 फिल्टर बेड में से 8 बदले जा चुके हैं। 16 बेड भी बदले जा रहे हैं। इसकी कवायद शुरू कर दी गई है।
एक दिन में सबसे कम मरीज मिले
शहर में पीलिया का प्रकोप फैलने के बाद से ही रोज औसतन 30 से 35 मरीज मिल रहे हैं। शनिवार को एक दिन में मरीजों की संख्या सबसे कम 15 बढ़ी है। अफसरों के अनुसार पाइप लाइन बदलने के साथ क्लोरीन की टेबलेट बांटी जा रही है। उसका असर अब सामने आएगा। गौरतलब है कि निगम प्रशासन दूसरी खेप में 100 से ज्यादा जगहों पर पानी का टेस्ट कर चुका है, इसमें पानी अब मानक मिल रहे हैं। अफसरों का कहना है कि धीरे-धीरे मरीज मिलने कम होंगे।
निगम के ड्राइवर ने दिया पीड़ित को खून
निगम के एक ड्राइवर ने शनिवार को पीलिया पीड़ित एक गर्भवती को खून देकर मदद की। दरअसल मठपुरैना की रहने वाली महिला सात माह की गर्भवती है। उसका अंबेडकर अस्पताल में इलाज चल रहा ह। वह 29 अप्रैल से भर्ती है। शनिवार को उन्हें बी पाजिटिव खून की जरूरत पड़ी।
इस दौरान निगम जोन-6 की पीलिया नियंत्रण अभियान की नोडल अधिकारी इंजीनियर निवृत्रि परमार व जोन स्वास्थ्य अधिकारी संजीव शर्मा निरीक्षण के लिए अंबेडकर अस्पताल पहुंचे थे। उन्हीं के सामने डाक्टरों ने खून की जरूरत बतायी। महिला के परिवार में किसी का ब्लड बी पाजीटिव ग्रुप का नहीं था। जोन-6 के ड्राइवर राजेश वर्मा ने आगे आगकर अपना खून देने की सहमति दी। निगम कमिश्नर सौरभ कुमार इसके राजेश वर्मा की तारीफ की।
देश के जिन शहरों को रेड जोन में शामिल किया गया है, वहां कोरोना के मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है। मुंबई, दिल्ली, भोपाल, इंदौर, कोलकाता समेत कई शहर ऐसे हैं जहां कोरोना बहुत तेजी से फैला है। इस वजह से इन सभी शहरों को रेड जोन में शामिल किया गया। लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कोरोना का पहला मरीज 18 मार्च को मिला था। इसके बाद केवल 5 और लोग कोरोना प्रभावित हुए। अभी अप्रैल में लगातार 24 दिनों तक कोरोना का कोई नया मरीज नहीं मिला। इसके बावजूद रायपुर को रेड जोन में शामिल कर दिया गया है। 9 दिन पहले ही एम्स का एक पैरामेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित मिला। अफसरों का दावा है कि राज्यभर के मरीजों का इलाज एम्स रायपुर में होने की वजह से इसे रेड जोन में रखा गया है। लॉकडाउन-3 में लोगों को ग्रीन आैर ऑरेंज जोन में कई प्रकार की राहतें दी जाएंगी, जिससे वे धीरे-धीरे अपने कामकाज में लौट जाएं।
इसलिए रेड जोन में
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार जब आरेंज जोन में 21 दिन तक कोई नया मरीज नहीं मिले, तब यह ग्रीन जोन में तब्दील होगा। इस जोन का मतलब यह है कि क्षेत्र कोरोनामुक्त है। रायपुर में एक भी नया केस नहीं मिलता है तो 15 मई को ग्रीन जोन हो सकता है। लेकिन राज्यभर के कोरोना मरीजों को रायपुर में ही लाया जा रहा है इस वजह से रायपुर को रेड जोन में रखा गया है।
छत्तीसगढ़ की राजधानी में पीलिया से बीते तीन दिनों में दो लोगों की मौत हो गई। एक महिला की मौत शुक्रवार को हुई थी। जिसकी सरकारी पुष्टि शनिवार देर शाम को की गई। राजधानी में मरीजों की संख्या बढ़कर 695 पहुंच गई है। शनिवार को पीलिया के 15 नए मरीज मिले हैं। निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के अलग-अलग इलाकों में कैंप लगाए हैं। लोग यहां पहुंचकर अपने ब्लड सैंपल टेस्ट करा रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों से लगातार 30-35 मरीज हर रोज मिल रहे थे। 100 से ज्यादा जगहों पर पीने के पानी की टेस्टिंग की गई है। निगम के एक ड्राइवर ने शनिवार को पीलिया पीड़ित एक गर्भवति को अपना खून देकर उनकी मदद की। मठपुरैना की रहने वाली महिला 29 अप्रैल से अस्पताल में इलाज करवा रही है। उसे बी पाजीटिव ब्लड ग्रुप की जरूरत पड़ने पर जोन-6 के ड्राइवर राजेश वर्मा ने आगे आगकर अपना खून देने की सहमति दी। निगम कमिश्नर सौरभ कुमार ने राजेश की तारीफ भी की। नगर निगम के जोन-6 के इलाके में अब तक लोगों को 1.10 लाख से अधिक क्लोरीन गोलियां बांटी जा चुकी है, ताकि घर में लोग पानी साफ कर सकें।
लॉकडाउन के दौरान फंसे हुए लोगों के लिए राज्य सरकार ने हेल्पलाइन नंबराें की संख्या बढ़ा दी है। इसे 3 से बढ़ाकर 7 कर दिया गया है। इन नंबरों पर छत्तीसगढ़ में आने और यहां से अपने प्रदेश को जाने वाले दोनों लोग संपर्क कर सकते हैं। यह नंबर सभी राज्यों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे। इन नंबरों पर घर वापसी के साथ ही कोई और जरूरत पड़ने पर संपर्क कर सकेंगे।
श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हेल्पलाइन नंबर के अलावा छत्तीसगढ़ आने वाले व्यक्ति या उनके रिश्तेदार संबंधित जिले के प्रशासन से भी संपर्क कर सकते हैं। कलेक्टर कार्यालय में श्रमिकों या व्यक्तियों का पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड की लिखित जानकारी के साथ आवेदन देना होगा। अनुमति प्राप्त होने पर, वे आ सकेंगे। हालांकि हॉट स्पॉट वाले जिलों से आने की अनुमति नहीं होगी।
इन हेल्पलाइन नंबरों को किया गया है जारी
छत्तीसगढ़ स्टेट | हेल्पलाइन नंबर |
0771-2443809 | |
91098-49992 | |
75878-21800 | |
75878-22800 | |
96858-50444 | |
91092-83986 | |
88277-73986 | |
राज्य का नाम | हेल्पलाइन नंबर |
उत्तर प्रदेश | 75878-21800,96858-50444 |
दिल्ली और हरियाणा | 74772-13986 |
बिहार | 88199-53807 |
पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी राज्य | 83494-68006 |
रायपुर में फंसे लोगों की बस से होगी झारखंड वापसी
रायपुर में फंसे झारखंड के श्रमिकों, यात्रियों और नागरिकों की बस से वापसी होगी। इसके लिए 3 मई को झारखंड से बस व अन्य वाहन पहुंचेंगे। यह बसें व वाहन राधस्वामी सत्संग व्यास, ऑफिसर्स कॉलोनी के पास, कृषि महाविद्यालय, धरमपुरा से मिलेंगे। इस संबंध में रायपुर के नोडल अधिकारी चंद्रवंशी (7987774020), झारखंड के नोडल अधिकारी नितांत कुमार सिंह (9472749978) और कुमार कौशमभ (7250818520) से संपर्क कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ में 3022 करोड़ रूपए की लागत के 857 निर्माण कार्य जल्द ही शुरू होंगे। लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शनिवार को रायपुर स्थित अपने आवास में एक बैठक ली। राज्य में सड़क, भवन, पुल-पुलिया, अंडरब्रीज-ओव्हर ब्रीज, राष्ट्रीय राजमार्ग और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वीकृत कार्यों के टेंडर की प्रक्रिया को पूरा करते हुए काम शुरू करवाने के निर्देश दिए। मंत्री ने बताया कि सड़कों और पुलों के मेंटनेंस के लिए निर्धारित अवधि 3 साल से बढ़ाकर 5 साल कर दी गई है। उन्होंने विभागीय जांच समिति बनाकर निर्माण कार्यों की जांच कराने के भी निर्देश दिए।
इन कामों को लिए बड़े पैमाने पर अगले दो महीने में निविदा आमंत्रित की जायेगी। रायपुर जिले के चंदेरी से खौली तक, दुर्ग जिले के पुलगाव नाका से अंजोरा तक फोरलेन सड़क निर्माण, जिला दुर्ग के बसनी कन्हारपुरी तुमाकला बोरी पर 15 कि.मी की सड़क, बोरसी हनोदा कोकडी पाउवारा सड़क, तरीघाट कोही रानीतराई , उतई पाउवारा जंजगिरी, अंडा , छुईखदान में सड़कें बनेंगी। सभी कामों की हर अपडेट अधिकारी मंत्री को देंगे। यह तय किया गया है कि आने वाले दिनों में एक और समीक्षा बैठक के जरिए मॉनिटरिंग की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रेलमंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर 28 ट्रेनें चलाने की मांग रखी है। देश के विभिन्न शहरों से इन ट्रेनों का परिचालन किया जाए। जिससे वहां फंसे श्रमिकों की घर वापसी हो सके। साथ ही कोराेना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन को देखते हुए मानवीयता के आधार पर इन ट्रेनों का परिचालन निशुल्क किया जाए और आने वाले श्रमिकों से टिकट नहीं लिया जाए।
केंद्रीय मंत्री को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा है किपिछले कुछ दिनों के दौरान देशभर में कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ राज्य में भी इसका बहादुरी से मुकाबला किया जा रहा है। हमने अपने राज्य में इस महामारी के संक्रमण को रोकने में काफी हद तक सफलता पाई है। इस समय बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिक देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं।
जिलेवार ट्रेनें चलाने के लिए सौंपा ब्यौरा
स्थान | ट्रेनों की संख्या |
जम्मू से रायपुर-बिलासपुर | 7 |
लखनऊ से रायपुर-बिलासपुर | 3 |
कानपुर से रायपुर-बिलासपुर | 2 |
चेन्नई से रायपुर-बिलासपुर | 1 |
बैंगलुरू से रायपुर-बिलासपुर | 1 |
पुणे से रायपुर-बिलासपुर | 2 |
इलाहाबाद से बिलासपुर | 1 |
दिल्ली से रायपुर-बिलासपुर | 3 |
हैदराबाद-सिकंदराबाद से रायपुर-बिलासपुर | 3 |
विशाखापट्नम से रायपुर | 1 |
सूरत-अहमदाबाद से रायपुर | 1 |
कोलकाता से रायपुर | 1 |
जयपुर से रायपुर | 1 |
पटना से दुर्ग | 1 |
ट्रेनों के परिचालन के बाद बढ़ सकता है आंकड़ा
मुख्यमंत्री बघेल ने लिखा कि हेल्पलाइन और अन्य माध्यमों से प्राप्त सूचना के आधार पर पता चला है कि करीब 1.17 लाख से भी अधिक प्रवासी कामगार देश के 21 राज्यों और 4 केंद्र शासित प्रदेशों में फंसे हैं। परिवहन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह संख्या बढ़ सकती है। इनमें छात्र, पर्यटक सहित अन्य लोगों को जोड़ते हैं तो यह संख्या बहुत बड़ी होगी।
जिले के एक गांव में नक्सलियों ने पुल को तोड़ दिया। इसी पुल से ग्रामीण आना-जाना करते थे। अब लोगों के सामने माओवादियों की इस करतूत की वजह से नई मुसीबतें खड़ी होंगी। दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में इस पुल के जरिए गांव में स्वास्थ्य कार्यकर्ता पहुंच रहे थे। लोगों की जांच भी हो रही थी। क्षेत्र में सुरक्षाबलों की वजह से लोगों तक कई सुविधाएं पहुंचना शुरू हुई थी, यह बात नक्सली पचा नहीं पाए।
तुमकपाल और टेटम गांव में यह घटना हुई है। लॉकडाउन के बीच इस इलाके में अन्य राज्य से ग्रामीण लौट रहे हैं। यह वो लोग हैं जो रोजी-रोटी के लिए तेलंगाना और आंध्रप्रदेश मजदूरी करने गए थे। सभी की जांच के लिए मेडिकल टीम इसी रास्ते का इस्तेमाल करती थी। हालांकि प्रशासन दावा कर रहा है कि जल्द ही इस पुल के मरम्मत का काम पूरा कर लिया जाएगा। इस घटना को अंजाम देने वाले नक्सलियों की तलाश भी की जा रही है।
यहां एक युवती ने जहर खाकर जान दे दी। इससे दो दिन पहले एक युवक ने भी आत्महत्या कर ली थी। युवक-युवती दोनों एक ही गांव के रहने वाले थे। हालांकि दोनों की खुदकुशी का कारण पता नहीं चल सका है, लेकिन पुलिस इसे प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही है। अब दोनों मामलों की एक साथ जांच के लिए उसे मैनपुर थाने भेजा जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, मैनपुर थाना क्षेत्र के बेगरापाला गांव निवासी नंदनी ठाकुर (21) को गुरुवार देर रात गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुक्रवार को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस को कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। दो दिन पहले इसी गांव के युवक ज्ञानसिंह मरकाम फंदा लगाकर खुदखुशी कर ली थी। उसके भी मौत के कारणों का पता नहीं चला।
दोनों घटनाओं को देखते हुए पुलिस प्रेम प्रसंग का अंदेशा लगा रही है। बताया जा रहा है कि गांव में भी इसी बात को लेकर चर्चा है। ऐसे में गरियाबंद थाने से मैनपुर पुलिस को केस डायरी का इंतजार है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने युवती के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
लॉकडाउन के बीच छत्तीसगढ़ के रायपुर में एसडीएम ने शुक्रवार देर रात फिल्मी स्टाइल से अवैध रेत खनन करने वालों पर छापा मारा। बाइक से पहुंचे आरंग एसीडीएम विनायक शर्मा ने इस दौरान मंदिर हसौद रोड और ग्राम चिखली से जेसीबी सहित 32 ट्रक जब्तकिए हैं। इसके बाद खनिज विभाग को आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, आरंग एसडीएम विनायक शर्मा का लगातार महानदी के तटों पर रेत के अवैध खनन की सूचना मिल रही थी। इस पर राजस्व अधिकारी के साथ शुक्रवार देर रात करीब 1 बजे उन्होंने बाइक से छापा मारा। महानदी के किनारे ग्राम चिखली के हल्दीडीह रेतघाट पर सबसे पहले कार्रवाई की गई। इस दौरान वहां रेत का खनन चल रहा था।
आगे की कार्रवाई के लिए खनिज विभाग को सौंपा गया
एसडीएम ने मौके से 10 बड़े ट्रक और 1 जेसीबी मशीन जब्त की। इसके बाद मंदिर हसौद क्षेत्र में रेत का अवैध परिवहन करते 16 ट्रक पकड़े। इन सभी वाहनों को जब्त कर आगे की कार्रवाई के लिए खनिज विभाग को सौंपा गया है। इसके बाद विभाग को आगे की कार्रवाई के लिए कहा गया है। हालांकि इस दौरान आरोपी पकड़ में नहीं आए।
शनिवार को शहर की सड़कों पर काफी भीड़ दिखी। संतोषी नगर, टिकरापारा, उरला, राजेंद्र नगर और टाटीबंध इलाकों में लॉकडाउन के पिछले दिनों के मुकाबले लोग सड़कों पर ज्यादा दिखे। जयस्तंभ चौक, घड़ी चौक और शारदा चौक पर भी लोगों को पहले की तरह रोककर पूछताछ करते पुलिसकर्मी नजर नहीं आए। हालांकि की कुछ हिस्सों में नगर निगम ने मास्क लगाकर बाहर ना आने वालों पर कार्रवाई की है। लोगों का चालान काटा जा रहा है। सरकारी दफ्तर जल्द ही खुलेंगे। इन्हें सैनिटाइज करने के निर्देश मुख्य सचिव आरपी मंडल ने जारी कर दिए।
सरकारी दफ्तरों में भी हैंडवॉश
सरकार की तरफ से जारी किए गए निर्देश में कहा गया है कि रायपुर स्थित राज्य स्तरीय कार्यालयों सहित जिला और मैदानी क्षेत्रों में स्थित सभी शासकीय कार्यालयों में सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जाएगा। मुख्य सचिव ने कहा है कि नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते संक्रमण के कारण देश व्यापी लॉकडाउन के चलते सभी दफ्तरों में काम नहीं हो रहे। आने वाले दिनों में लॉकडाउन खत्म हुआ तो कार्यालयों में काम शुरू किया जाएगा। यहां आम लोग बड़ी तादाद में आते हैं। इसलिए सभी जिला, तहसील, जिला पंचायत, जनपद और ग्राम पंचायतों के कार्यालय सहित अन्य मैदानी कार्यालय में नियमित साफ-सफाई, रंग-रोगन, हाथ धोने के लिए हैण्डवाश की व्यवस्था करनी होगी।
मास्क ना लगाने वालों से 81 हजार 700 रुपए की वसूली
रायपुर नगर निगम के सभी आठ जोन के नगर निवेश एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों की टीम हर दिन लोगों पर नजर रखने का काम कर रही है। मास्क ना पहनकर नियम तोडने, सडक को थूककर गंदगी फैलाने वालों पर कार्रवाई हो रही है। जोन 7 कमिश्नर विनोद पाण्डेय ने बताया कि मुख्य बाजार क्षेत्र जयस्तंभ चौक, आमापारा चौक, लाखे नगर चौक, गोलबाजार और सिटी कोतवाली थाने के पास लोगों पर कार्रवाई की गई। 19 अप्रैल से लेकर 1 मई तक 13 दिनों के भीतर कुल 81700 रूपए का जुर्माना वसूला गया है।
जैसे-जैसे सुपर स्प्रेडर्स की सैंपलिंग बढ़ती जा रही है, उनके कोरोना पॉजिटिव मिलने की संख्या भी बढ़ती जा रही है। शुक्रवार काे भी 12 सुपर स्प्रेडर पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें 9 सब्जी विक्रेता व 3 दुकानदार शाामिल हैं। इनके संपर्क में आने वाले 80 लाेगाें काे क्वारैंटाइन किया गया है। गुरुवार काे विद्याधर नगर, भट्टा बस्ती, रेलवे कॉलोनी, शास्त्री नगर, मुरलीपुरा, फिल्म कॉलोनी, चांदपोल गेट के पास, रामगंज और आदर्श नगर में 1007 रैंडम सैंपल लिए गए थे।
इन्हीं की रिपोर्ट शुक्रवार को आई। यही नहीं कोरोना जांच किए बिना ही नगर निगम ने शहरभर में ठेला संलाचकों को 900 पास आंवटित कर दिए। पासधारकों को अनुमति पत्र के साथ पीली टोपी भी दी गई है। बड़ा सवाल यह है कि क्या सभी पास आंवटियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया?सुपर स्प्रेडर्स के 8 दिन में 3937 रैंडम सैम्पल लिए गए। अब तक 33 पाॅजिटिव पाए गए हैं। इनमें इनमें 23 सब्जी वाले व 10 दुकानदार हैं। करीब 350 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया।
शहर में 10 जगह से 580 सैंपल लिए
शुक्रवार काे 10 स्थानाें- विद्याधर नगर में 36, भट्टा बस्ती में 52, शास्त्री नगर में125, ढहर का बालाजी व मुरलीपुरा में 60, आदर्श नगर, राजापार्क, तिलक नगर, गलता गेट व रामगंज में 202, जवाहर नगर में 8, सिविल लाइंस व सोढ़ाला में 24, स्वेज फार्म व नंदपुरी में 17, आमेर क्षेत्र में 56 रेंडम सैंपल लिए गए।
प्रदेश में पहली बार कोरोना वॉरियर की ऑन ड्यूटी मौत हो गई। एसएमएस में गर्ल्स हॉस्टल के सामने मुख्य गेट पर ड्यूटी दे रहे एक्स सर्विसमेन हरीसिंह (65) अचानक बेहोश होकर गिरे और माैत हाे गई। बाद में कोरोना जांच की तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जयपुर में मृतकों की संख्या 54 हो गई है। पूर्व सैनिक की मौत के बाद नजदीकी स्टाफ और अन्य की भी सैंपलिंग कर 15 को क्वारेंटाइन किया है। हरीसिंह वायुसेना में अपनी सेवाएं दे चुके थे।
शुक्रवार को 34 नए केस सामने आए। मरीजों का आंकड़ा 1145 हो गया है। नए संक्रमितों में ठठेरों की बस्ती में एक ही परिवार के 11 लोग भी हैं। इसके अलावा महिला चिकित्सालय में भर्ती 8 दिन के एक बच्चे में भी काेरोना मिला है। मां के पॉजिटिव आने के बाद बच्चे के सैंपल लिए गए थे। नगर निगम के सांगानेर जोन में कार्यरत कार्मिक और निगम की ही सेनिटाइज करने वाली टीम में शामिल सिविल डिफेंस का कर्मचारी भी पॉजिटिव पाया गया। दो दिन के लिए निगम मुख्यालय बंद कर दिया गया है।
मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर, उनकी पत्नी और पीडियाट्रिक विभाग का रेजिडेंट भी कोरोना पॉजिटिव, असिस्टेंट प्रोफेसर की कोरोना बर्न वार्ड में ड्यूटी थी। पत्नी भी पीडियाट्रिक विभाग में फर्स्ट इयर की रेजिडेंट हैं।
नगर निगम के सांगानेर जोन में कार्यरत कार्मिक और निगम की ही सैनेटाइज करने वाली टीम में शामिल सिविल डिफेंस के कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने से खतरे की नई घंटी बज गई है। एक साथ दो लोगों के कोरोना पॉजिटिव आने से नगर निगम की सैनिटाइजेशन टीम, जिला प्रशासन के भोजन वितरण में लगे कार्मिक, क्वारैंटाइन सेंटर्स की देखभाल और सूखी सामग्री वितरण करने वाले कर्मचारी नए सुपर स्प्रेडर के तौर पर सामने आने की आशंका बढ़ गई है। क्योंकि करीब साढ़े पांच हजार कर्मचारी रोजाना यह काम देख रहे हैं। इनके टेस्ट हो नहीं रहे हैं।
अलग से जांच कराएंगे : सीएमएचओ
सीएमएचओ प्रथम डॉ नरोत्तम शर्मा बोले- वैसे तो जांच करवाई जा रही है। फील्ड में लगे कर्मचारियों की अलग से नियमित जांच की व्यवस्था की जाएगी।
लॉकडाउन एवं कफ्रयू के चलते जयपुर कमिश्नरेट में अपराधों के मामलों में भारी कमी दर्ज की गई है। जयपुर की ओर से जारी अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक मार्च की तुलना में अपराध 79 प्रतिशत और पिछले साल अप्रैल के मुकाबले 88 फीसदी तक अपराध घटे हैं। हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण एवं चोरी के मामले 80 फीसदी से भी कम सामने आए हैं। यहां तक कि अप्रैल महीने में सिर्फ एक चौपहिया वाहन चोरी गया जबकि मार्च महीने में 37 ऐसे वाहन चोरी हो गए थे।
पुलिस कमिश्नरेट के अनुसार इस साल अप्रैल महीने में सिर्फ 307 एफआईआर पुलिस थानों में दर्ज की गई। जो मार्च की तुलना में 1185 यानी 79 फीसदी और पिछले साल अप्रैल के मुकाबले 2316 यानी 88 प्रतिशत कम है। अप्रैल महीने में हत्या, हत्या के प्रयास एवं चौपहिया वाहन चोरी के तो सिर्फ एक-एक मामले ही दर्ज हुए है। लूट के तीन, अपहरण के सात, दुष्कर्म के 10 एवं नकबजनी के दस मामले पुलिस थानों में आए हैं। चोरी के 86 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें 45 दुपहिया चोरी, 40 अन्य चोरी एवं एक मामला चौपहिया वाहन चोरी से संबंधित है। आईपीसी की अन्य धाराओं के तहत 171 मामले पुलिस ने दर्ज किए हैं।
महिला अपराध कम तो शराब तस्करी बढ़ी
महिला अत्याचाराें में 70 प्रतिशत कमी हुई है। पिछले अप्रेल में 2926 मामले दर्ज थे वहीं इस साल अप्रैल 879 मामले आए। अप्रैल में अपहरण के 123 मामले सामने आए। प्रदेश में लाॅक डाउन के कारण अवैध शराब के सबसे ज्यादा मामले सामने आए। अप्रेल में 2210 मामले दर्ज किए गए। मादक पदार्थ तस्करी में भी 166 मामले दर्ज किए ।
दुर्घटनाओं में 39% तक की कमी आई
सड़क दुर्घटनाओं में पिछले अप्रैल की तुलना में इस साल 39% की कमी आई। हादसों में मरने वालों की संख्या में 22 प्रतिशत एवं घायलों की संख्या में 37% कमी आई है। अप्रैल तक 1118 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं। 249 लोगों की मौत और 926 लोग घायल हुए थे। अप्रैल तक 685 दुर्घटनाएं हुई हैं। इनमें 194 मौत और 582 लोग घायल हुए। वेस्ट में 73, ईस्ट में 58, साउथ में 47 और सबसे कम नॉर्थ में 16 मौत हुई है।
एडिशनल कमिश्नर अशोक गुप्ता ने बताया लॉक डाउन के कारण अपराधों एवं दुर्घटनाओं में कमी आई है। पुलिस चौकसी की वजह से वाहन चोरी जैसी घटनाओं में गिरावट दर्ज की गई है।
राजस्थान में कोरोना मरीजों की संख्या 3579 हो गई है लेकिन इस बीच राहत देने वाले कुछ आंकड़े भी सामने आए हैं।प्रदेश में अब कोरोना के नए केसों की रफ्तार या तो घट रही है या स्थिर है। पहले केसों के दोगुने होने की रफ्तार 11 दिन थी, लेकिन पिछले 18 दिन से इसमें लगाम लग गई है।आंकड़ों के अनुसार 14 अप्रैल तक प्रदेश में 1000 कोरोना मरीज थे लेकिन 11 दिन बाद ही 25 अप्रैल को कोरोना केस 2000 के पार पहुंच गए।इस हिसाब से अगले 11 दिन यानी 6 मई को ही प्रदेश में कुल कोरोना केस 4000 के पार पहुंचने चाहिए थे, लेकिन अभी कुल संख्या 3579 ही है। 21 अप्रैल तक प्रदेश में कुल एक्टिव केसों की संख्या 1435 थी। इसके बाद बीते 18 दिन में प्रदेशभर में केवल 1844 केस ही बढ़े हैं। अब 1465 एक्टिव केस ही बचे हैं।
लगातार बढ़ रही है रिकवरी रेट
राजधानी जयपुर में प्रदेश के सबसे अधिक 1145 रोगी हैं, लेकिन इनमें से अब 720 रिकवर हो चुके हैं। यानी प्रदेश के कुल मरीजों के 20 फीसदी। जयपुर की ही बात करें तो यहां अब तक 63 फीसदी रोगी रिकवर हो चुके हैं।
जोधपुर-चित्ताैड़, अजमेर को छोड़ बाकी जगह रफ्तार कम
लगातार बढ़ रही है रिकवरी रेट
54.88 फीसदी रिकवरी रेट हो गई है प्रदेश की। रिकवरी के मामले में एक हजार से अधिक मरीजों वाले राज्यों की सूची में राजस्थान पहले नंबर पर है।
{यहां अब तक 2012 रोगी रिकवर, 1770 डिस्चार्ज हो चुके हैं।
21 अप्रैल, 2020
1435 कुल कोरोना पाॅजीटिव एक्टिव केस थे प्रदेश में, हर दिन पॉजिटिव बढ़ ही रहे थे।
8 मई, 2020
1465 कुल एक्टिव केसेज हैं राजस्थान में, हालांकि कुल संक्रमितों की संख्या 3579 है। शुक्रवार को 122 रोगी रिकवर।
एक मई को 145 रोगी कम मिले
सबसे बड़ी राहत 1 मई को मिली। पिछले दिन के मुकाबले 145 केस कम मिले। कुृल 9 दिनों में मरीज घटे, इन दिनाें में 381 रोगी कम मिले।
मौतों पर लगाम कसने में नाकाम
103 लोगों की मौत हो चुकी है प्रदेश में अब तक। इनमें सर्वाधिक 54 मौतें जयपुर में हुई।
राहत... डेथ रेट 3 से नीचे ही है
2.87 फीसदी मृत्युदर है प्रदेश में। यानी हर 100 में से करीब 3 लोगों को ही जान का खतरा है।
हरमाड़ा इलाके में सफेदा फार्म के पास दिल्ली-अजमेर एक्सप्रेस हाइवे से करीब 500 मीटर दूर महिला का जला हुआ शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची हरमाड़ा थाना पुलिस व एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर शव को मोर्चरी में पहुंचाया। एडिशनल कमिश्नर बजरंग सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया शव दो से तीन दिन पुराना लग रहा है। मृतका की उम्र करीब 25 वर्ष बताई जा रही है। शुक्रवार दोपहर में जंगल में बकरी चराने गए लोगों ने जली लाश देखकर पुलिस को सूचना दी।
हाईकोर्ट ने राजेन्द्र मिर्धा अपहरण केस में जयपुर जेल में उम्रकैद काट रहे आतंकी हरनेक सिंह को सशर्त 28 दिन की विशेष पैरोल पर रिहा करने का निर्देश दिया है। वहीं राज्य सरकार के 17 अप्रैल 2020 के उस आदेश को रद्द कर दिया जिसमेंं अभियुक्त को 13 अप्रैल को दी गई विशेष पैरोल पर रिहा करने का आदेश निरस्त कर दिया था। सीजे इन्द्रजीत महान्ति व जस्टिस एसके शर्मा ने यह आदेश हरनेक सिंह की याचिका पर दिया। अदालत ने कहा अभियुक्त 13 साल से ज्यादा की सजा काट चुका है और पूर्व में मिली पैरोल के तय समय में वापस आ गया था।
उसे भी 13 अप्रैल के आदेश से 147 अन्य कैदियों के साथ पैरोल कमेटी की सिफारिश पर विशेष पैरोल मिली थी। 17 अप्रैल को पैराेल आदेश रद्द कर दिया और न ही पैरोल रद्द करने का कारण दिया है। प्रार्थी अभियुक्त को पैरोल मंजूर करने व सरकार का 17 अप्रैल का आदेश रद्द किया जाता है। प्रार्थी के अधिवक्ता विश्राम प्रजापति ने कोर्ट को बताया सरकार ने इस आधार पर हरनेक की मंजूर की गई विशेष पैरोल को रद्द कर दिया था कि वह बाहरी राज्य का है और राजेन्द्र मिर्धा अपहरण कांड का अभियुक्त है।
हाईकोर्ट ने जयपुर नगर निगम का कार्यकाल खत्म होने के बाद पूर्व में निकाय सदस्य रहे पार्षदों व पूर्व में काम कर रही समितियों को जारी रखने के मामले में प्रार्थी को याचिका की कॉपी एजी को देने का निर्देश देते हुए सुनवाई 11 मई तक टाल दी। अदालत ने यह अंतरिम निर्देश ओपी टांक की पीआईएल पर शुक्रवार को दिया। पीआईएल में कहा था कि राज्य सरकार ने नगर पालिका अधिनियम की धारा 320 के तहत दी शक्तियों का गलत उपयोग करते हुए केवल एक ही व्यक्ति को जयपुर की दोनों नगर निगमों का प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त किया है।
शहर के श्रीकल्याणसिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर से दूसरे दिन शुक्रवार को भी प्रशासन ने डेढ़ माह से घर वापसी का ब्रेसबी से इंतजार कर रहे उत्तरप्रदेश के 108 मजदूरों को रवाना किया। सहायक कलेक्टर सुनील शर्मा ने बताया कि उत्तरप्रदेश के विभिन्न जिलों के 108 श्रमिकों ने अपने घर जाने के लिए ईमित्र पर ऑनलाइन पंजीयन करवाया गया था। जिला कलेक्टर से अनुमति मिलने के बाद उपखंड क्षेत्र में अलग- अलग स्थानों पर रह रहे इन श्रमिकों को श्रीकल्याणसिंह राउमावि में एकत्र किया गया। यहां पर सभी की चिकित्सा टीम से स्क्रीनिंग एवं जांच की गई। जांच सही पाए जाने पर श्रमिकों को शाहपुरा यूनिट की तीन रोडवेज बसों में बैठाकर रवाना किया गया। श्रमिकों को खाने के पैकेट तथा भामाशाह पुनीत अग्रवाल व साहिल साैंपा जाएगा। गिरदावर मदनलाल मीणा, पटवारी कालूराम जाट, सहायक प्रोग्रामर सुनील मीणा, रोडवेज यूनिट के भवानी सिंह, रोडवेज चालक कैलाश चौधरी, रामचंद्र स्वामी, दिनेश चौधरी, परिचालक प्रकाश जाट, हरफूल जाट, संजय शर्मा मौजूद रहे। लॉकडाउन से मजदूरी नहीं मिलने से परेशान श्रमिकों में खुशी का माहौल नजर आया।
मजदूरों की घर वापसी के लिए बसाें से भेजा
जमवारामगढ़| एसडीएम विश्वामित्र मीणा व नारायण मीणा ने शुक्रवार को बस को हरी झंडी दिखाकर ईंट भट्ठा मजदूरों को उनके गांव बरेली व पीलीभीत उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया। उन्होंने मजदूरों को गांव भेजने की शुरुआत जीबीसी ईंट भट्टा लांगडियावास से की। रोडवेज बसों से प्रशासन ने दिनभर में 700 मजदूरों को घर भेजने का काम किया।
कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण वर्तमान में जिले में प्रभावी लाॅकडाउन के मध्यनजर खाद्य सुरक्षा योजनाओं के तहत केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है। यह देखने में आ रहा है कि जो परिवार खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) में चयनित नहीं हैं, वे भी उचित मूल्य दुकानों पर राशन प्राप्त करने आ रहे हैं। जिला रसद अधिकारी यशवंत भाकर ने इस संबंध में स्पष्ट किया कि निःशुल्क राशन केवल खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित पात्र परिवारों को ही दिया जाएगा। राज्य सरकार के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित पात्र परिवारों को ही आधार कार्ड नम्बर के आधार पर राशन दिया जायेगा। यह निःशुल्क खाद्यान्न सभी राशन कार्डों पर देय नहीं होगा। खाद्य सुरक्षा योजना में चयनित परिवार के सदस्य ही आधार कार्ड एवं राशन कार्ड के साथ राशन प्राप्त करने उचित मूल्य दुकान पर पहुंचे।
सरकारी कर्मचारी वाले राशन कार्ड पर नहीं मिलेगा राशन
समस्त उचित मूल्य दुकानदारों को आदेशित किया गया है कि वे राशन कार्ड में अंकित सदस्यों की सूची में से कोई सदस्य यदि सरकारी सेवा में है तो उस राशन कार्ड पर राशन वितरण नहीं किया जाए। इस प्रकार के राशन कार्ड की सूचना उचित मूल्य दुकानदारों द्वारा तत्काल जिला रसद कार्यालय को प्रेषित की जायेगी। यदि कोई सरकारी कर्मचारी राशन सामग्री प्राप्त करता है तो उसके विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
लाॅकडाउन में सायबर ठग खाताें पैसे उड़ाने के लिए सक्रिय हैं। फाेन पर परिचित बन लिंक भेजकर खाताें साफ कर रहे हैं। पुलिस भी मुस्तैदी से ठगी के प्रकरणाें से निपट रही है। कमिश्नरेट के चार थानाें में दर्ज सायबर ठगी के प्रकरणाें में पुलिस ने राशि रिफंड करवाई है। अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अशाेक गुप्ता ने बताया पेमेंट गेटवे का पता कर दाे दिन में 1.83 लाख मेंसे 1.50 लाख रुपए रिफंड करवाए।
पहला मामला: जगदीश प्रसाद को फाेन पर ठगों ने खुद काे परिचित बताते हुए खाते में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने का लिंक भेजा। क्लिक करते पीड़ित और उसके बेटे के खाते से 99 हजार रुपए निकल गए।
दूसरा मामला : बरकत नगर निवासी त्रिलाेक चन्द्र के दाे खाताें से 40 हजार निकाल लिए। इधर, सेज थाना में संजय शर्मा के माेबाइल पर लिंक भेज 13 हजार रुपए उड़ा लिए।
फेसबुक आईडी हैक 20 हजार रुपए ठगे : इस तरह एक व्यक्ति की फेसबुक आईडी हैक कर रुपए मांगे। इस पर पीड़ित ने 20 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित के दाेस्त ने सायबर थाने में मामला दर्ज करवाया।
लॉकडाउन में हथकढ़ शराब के कारोबार की सूचना पर शुक्रवार को उच्चैन थाना पुलिस ने गांव विलाचट्टपुरा में अवैध हथकढ़ शराब के खिलाफ छापामार कार्रवाई कर ढाई हजार लीटर वाॅश व शराब बनाने की चार भट्टियों को नष्ट किया है। साथ ही मौके से 30 लीटर हथकढ़ शराब व एक बाइक को बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
उच्चैन एसएचओ जमील खान ने बताया कि पुलिस को गांव विलाचट्टपुरा में हथकढ़ शराब तैयार कर बेचने की सूचना मिली। जिस पर एसएचओ, एएसआई बृजभानसिंह, हैडकांस्टेबल बृजलाल, भरतसिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने शुक्रवार को गांव विलानचट्टपुरा में अलग-अलग रास्तों से पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। जहां घरों व गैतबाडों में भट्टियों पर हथकढ़ शराब निर्मित होती हुई मिली। जिस पर पुलिस ने मौके पर ही चार भट्टियों को तोडकर मटकों व कैनों में भरी साढे ढाई हजार लीटर वाॅश को नष्ट कर दिया।
पुलिस ने गांव विलानचट्टपुरा निवासी बिरजी पुत्र कमलसिंह, राधे पुत्र नवला कंजर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीस लीटर हथकढ़ शराब को बरामद कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही मौके पर लावारिस खड़ी बाइक को पुलिस एक्ट में जब्त किया है।
एसपी हैदरअली जैदी के निर्देश पर कामां डीएसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने जुरहरा के गांव बमनवाडी व खेड़ी में अवैध शराब माफियाओं पर कार्रवाई कर जंगलों में अवैध शराब निर्माण के लिए बनाई गई भट्टियां तोड़ चार हजार लीटर वाश नष्ट कराई।
डीएसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि मेवात इलाके में शिकायते मिल रही थी कि अवैध शराब माफियाओं द्वारा जंगलों में अवैध हथकढ़ शराब बनाकर गांवों व शहरी इलाकों में शराब की सप्लाई की जा रही है। जिस पर जुरहरा थाना के गांव खेड़ी व बमनवाडी के जंगलों में कार्रवाई कर अवैध शराब निर्माण की भट्टियां तोड़कर 22 ड्रमों में भरी करीब चार हजार लीटर वाश नष्ट कराई। इसके अलावा कार्रवाई के दौरान मौके से बीस लीटर तैयार अवैध शराब भी बरामद की गई। कार्यवाही के दौरान शराब माफिया पुलिस के हाथ नहीं लग सके।
मोहनपुरा- जोधपुरा गांव में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया। गांव में चिकित्सा विभाग की 17 टीमों ने शुक्रवार को 790 घरों की डोर टु डोर स्क्रीनिंग करते हुए 2690 लोगों की जांच की। पॉजीटिव व्यक्ति के संपर्क में आए बेटे, चालक सहित 5 लाेगाें की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। शुक्रवार को एडीएम डॉ. सत्यवीर यादव, एसडीएम नानूराम सैनी, डीएसपी दिनेश यादव, तहसीलदार अनूप सिंह, एसएचओ नरेन्द्र कुमार, सरूंड एसएचओ सुभाष यादव, ब्लाॅक सीएमएचओ डॉ. रामनिवास यादव ने गांव में फ्लैग मार्च करते हुए लोगाें से घरों में ही रहने की अपील की। एसडीएम सैनी ने बताया कि गांव की सभी सीमाओं को सील करते हुए मोहनपुरा धर्मशाला, मोहनपुरा के सरकारी स्कूल, दादूपंथी रोड व मोहनपुरा ग्राम से कल्याणपुरा तिराहे पर 4 नाकों पर बैरिकेड्स लगाते हुए रास्तों को रोक दिया गया। सभी नाकों पर पुलिसकर्मियों के अलावा राजस्व कर्मियों को लगाया गया। गांव में पॉजिटिव केस के कारण दहशत के बीच शुक्रवार सुबह से ही लोग घरों में कैद रहे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने माइक से अनाउंस कर लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए पाबंद किया। घरों में कैद लोग गांव में अधिकारियों की गाडी आने पर खिड़की रोशनदान व छतों से छिपकर हालात देखते रहे। उधर, कूजोता की प्रभू की ढाणी में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए है। 11 चेकिंग प्वाइंट बनाते हुए उन पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया।
जुकाम खांसी के मरीजों को घरों में ही रहने के निर्देश
नारेहड़ा सीएचसी प्रभारी डाॅ. राहुल शर्मा ने बताया कि 17 टीमों ने शुक्रवार को 790 घरों का डोर टु डोर सर्वे करते हुए 2609 लोगों की जांच की। इनमें से जुकाम खांसी के 27 मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की हिदायत दी।
कई की रिपाेर्ट आना अभी बाकी
मोहनपुरा -जोधपुरा में मिले पॉजिटिव के संपर्क में आए उसके बेटे, चालक व अन्य तीन की रिपोर्ट शुक्रवार को नहीं आई। अस्पताल प्रशासन ने 141 मरीजों की स्क्रीनिंग की। इसके बाद आजादपुर मंडी नई दिल्ली से आए खेडा निहालपुरा निवासी युवक को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती कर सैंपल जांच के लिए जयपुर भेजे गए। अब तक 193 मरीजों के सैंपल लिए गए थे जिनमें से 182 की रिपोर्ट निगेटिव, 2 पॉजिटिव व 8 की रिपोर्ट आना बाकी है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने एवं लाकडाऊन 3 के बाद के फीडबेक लेने के लिए आयोजित वीडियो कोंफ्रेंसिंग में उद्योग व व्यवसाय क्षेत्र की समस्याओं पर तथा आगे की रणनीति पर शुक्रवार को शहर के उद्योग व व्यवसाय क्षेत्र के पदाधिकारियों ने अपने सुझाव दिए। इस दौरान राजस्थान वूलन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल कल्ला, बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया, करणी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश कोठारी, रमेश अग्रवाल, बीछवाल उद्योग संघ के अध्यक्ष सुंदर जोशी, खारा उद्योग संघ सचिव प्रदीप गुप्ता ने सरकार द्वारा जारी की गई 100 रुपए पर दो रुपए कृषक कल्याण फीस की अधिसूचना को निरस्त किए जाने, कृषि आधारित उद्योग के विकास के लिए अन्य प्रान्तों से आयातित कच्चे माल पर लागू मंडी शुल्क में भूतलक्षी प्रभाव से छूट प्रदान करवाने की मांग की।
कर्मचारी राज्य बीमा निगम के फंड में लगभग 90 हजार करोड़ रुपए जमा है जो कि कर्मचारी एवं उद्यमी एवं व्यापारी वर्ग के द्वारा ही जमा होता है कर्मचारी राज्य बीमा निगम के पास पड़े फंड से अप्रैल माह की श्रमिकों एवं कर्मचारियों के वेतन का भुगतान कर्मचारी राज्य बीमा निगम में श्रमिक के अवकाश के समय दिए जाने वाले 70 प्रतिशत भुगतान की तर्ज पर वेतन रूप में देकर उद्यमी एवं व्यापारी वर्ग को राहत प्रदान की जा सकती है।
सरकार द्वारा जारी की गई 100 रुपए पर दो रुपए कृषक कल्याण फीस की अधिसूचना को निरस्त किए जाने। बंद पड़ी इकाइयों की ओर ध्यान देते हुए इकाई के बिजली के बिलों में लगने वाले स्थायी शुल्क को 25 मार्च से केंद्र सरकार द्वारा घोषित 17 मई तक के लाॅकडाउन की अवधि तक माफ़ किया जाने। सोलर आधारित इकाइयों के सोलर द्वारा उत्पन्न कुल बिजली का 25 मार्च से केंद्र सरकार द्वारा घोषित 17 मई तक के लाॅकडाउन की अवधि तक भुगतान सरकार की टेरिफ रेट के हिसाब से किए जाने। राज्य सरकार को सभी उद्यमी एवं व्यापारी वर्ग द्वारा इकाई संचालन के लिए बैंकों से लिए टर्म लोन अथवा अन्य बैंकिंग लोन के ब्याज में 6 माह के लिए माफ़ी दी जाने। थ्री डब्ल्यू स्कीम की समय सीमा बढ़ाते हुए इसके इन्वेस्टमेंट की लिमिट को कम किए जाने। पुराने उद्योगों को भी 2019 की उद्योग नीति में शामिल किए जाने। कोरोना से लड़ने की शिक्षा के लिए टास्क फ़ोर्स का गठन किए जाने का सुझाव दिया।
झोटवाड़ा स्थित उद्योग नगर (पुलिस स्टेशन) के रहने वाले पांच साल के अर्शिफ ने पहली बार रोजा रखा। सहरी से लेकर इफ्तार कर पूरी शिद्दत से रोजा रखा और नमाज पढ़ी। अर्शिफ के पहले रोजे पर उल्लास सा माहौल था।
महिलाएं पुरुषों से कम नहीं होती हैं जहां लॉकडाउन के चलते लोग घरों में कैद हैं वहीं कई महिलाएं अपने घर परिवार से दूर इस संकट की घड़ी में डटकर अपनी डयूटी कर रही है। कस्बा निवासी सुशीला देवी पत्नी हरज्ञान सिंह सांगानेरी गेट महिला चिकित्सालय में नर्सिंग स्टाफ ग्रेड द्वितीय के पद पर कार्य करते हुए कोरोना पॉजिटिव प्रसूताअाें की सेवा कर रही है। दिन-रात हॉस्पिटल में सेवाएं देने के बाद 14 दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रहने के बाद नेगेटिव रिपाेर्ट आने पर शुक्रवार को अपने घर पहुंची। घर पर पति व बेटे ने कर्मवीर योद्धा का आरती उतारकर स्वागत किया। सुशीला देवी का कहना है कि इस महामारी के संकट में लोग लाॅकडाउन का पालन करें अाैर बेवजह अपने घरों से नहीं निकल भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे ताे हम काेराेना से जंग जीत सकते है।
घर परिवार से दूर रहकर निभाई जिम्मेदारी
सुशीला देवी का कहना है कि काेराेना की जंग में अपनी ड्यूटी और घर-परिवार को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं था। हॉस्पिटल में दिन-रात कोरोना पॉजिटिव प्रसूताअाें की सेवा करती थी। मोबाइल फोन से ही अपनों के हालचाल जानती रहती थी। पति रोज हौसला बढ़ाते रहते थे जिससे मुझे हिम्मत मिलती रही। सुशीला देवी ने स्वास्थ्य विभाग में अपनी सेवाएं देकर अपनी जिम्मेदारी निभाई ताे वही पति हरज्ञान सिंह ने लॉकडाउन में परेशान जरूरतमंद लोगों काे खाने के पैकेट सहित खाद्य सामग्री मुहैया करवाई। हरज्ञान सिंह बताते हैं कि लॉकडाउन होने की वजह से मजदूर वर्ग के लोगों का पेट भरना मुश्किल हो गया था ऐसे वक्त में ऐसे लोगों की सेवा करने का बीड़ा उठाया और अपनी रसोई की शुरुआत की। रसोई घर से राेज खाने के 500 पैकेट करीब 25 दिन कानोता थाने को उपलब्ध कराएं। साथ ही आगरा रोड स्थित दर्जनों कॉलोनियों में जाकर 400 असहाय व जरूरतमंद लोगों को चिह्नित कर सूखी खाद्य सामग्री के किट्स उपलब्ध कराए।
शाहपुरा उपखण्ड के 40 लोगों की जांच रिपोर्ट आई नेगेटिव, प्रशासन ने ली राहत, रावपुरा के सभी 28 लोगों को भेजा घर
शाहपुरा/अमरसर| शाहपुरा उपखंड क्षेत्र के 40 लोगों की कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर प्रशासन एवं परिजनों ने राहत की सांस ली। ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. विनोद शर्मा ने बताया कि 27 अप्रैल को रावपुरा निवासी महिला कृष्णा कंवर पत्नी रोहिताश सिंह सवाई मानसिंह चिकित्सालय जयपुर में इलाज के दौरान कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। 27 अप्रैल को अपराह्न 3 बजे निधन होने के पश्चात कृष्णा के 25 परिजनों, धानोता में एक निजी अस्पताल संचालक तथा उसके भाई व इलाज के दौरान संपर्क में आए निजी मेलनर्स को एहतिहाती तौर पर प्रशासन व चिकित्सा विभाग ने सभी 28 जनों को शाहपुरा के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था। इनकी नेगेटिव रिपोर्ट आने के बाद घर भेज दिया गया। इसी प्रकार करीरी में पॉजिटिव मेलनर्स के संपर्क में आने वाले 6 लोगों की जांच शुक्रवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय में नेगेटिव आने पर क्षेत्र के लोगों तथा प्रशासन ने राहत की सांस ली।
रेलवे स्टेशन रोड स्थित डीआरएम ऑफिस में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। डी आर एम ऑफिस की दूसरी मंजिल पर पे-बिल सेक्शन के कमरे की छत का एक हिस्सा गिर गया। मलबे से कार्यालय अधीक्षक कौशल्या दासवानी घायल हो गई। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए रेलवे अस्पताल भिजवाया गया।
हाईकोर्ट ने लॉकडाउन में शराब की दुकानों को खोलने के मामले में सरकार से 12 मई तक जवाब मांगा है। प्रार्थी को याचिका की कॉपी व दस्तावेज एजी ऑफिस में देने के लिए कहा है। सीजे इन्द्रजीत महान्ति व जस्टिस एसके शर्मा ने यह निर्देश अधिवक्ता निखिलेश कटारा की पीआईएल पर दिया। प्रार्थी ने कहा सरकार ने शराब की दुकानें खोल दीं और वहां पर सोश्यल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा। अदालत ने सरकार से पूछा क्या हर शराब की दुकान व आबकारी विभाग का कर्मचारी लगाया जा सकता है। राज्य सरकार ने कहा कि यह संभव नहीं है, लेकिन सोश्यल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने का प्रयास करेंगे। मामले की अगली सुनवाई अब 12 मई को होगी।
जयपुर ग्रामीण पुलिस ने भाबरु व सीतापुर में हैम्प (कनोविस सतिवा, भांग) के पौधों की अवैध खेती करने वालाें पर कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया। ग्रामीणों ने एसपी ग्रामीण के नाम सरपंच को सौंपे ज्ञापन में बताया कि किसान इन पौधों को खरपतवार समझ रहे थे व पौधे के नशीला होने से अनजान थे। पुलिस ने बताया कि हैम्प के पौधों की अवैध खेती की िशकायत मिल रही थी। एसपी ग्रामीण शंकरदत्त शर्मा ने अलग-अलग 7 पुलिस टीम गठित कर कार्रवाई कराईताे हैंप (कनोविस सतिवा, भांग) के 6658 पौधों को खेतों से उखाड़कर जब्त किया। पुलिस ने इस मामले में का रमेश मीणा, मुरारी लाल योगी, पुखरज मीणा निवासी भाबरु व मुरारी लाल यादव निवासी सीतापुर को गिरफ्तार कर लिया। फरार 3 किसानों की तलाश जारी है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया, जहां से चारों आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
इन पौधे से अनजान थे किसान
ग्रामीणों ने जयपुर ग्रामीण एसपी को ज्ञापन भेजकर मामले की निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की। बताया कि किसान अपनी जमीन की मेड़ में उगे हैम्प के पौधों को खरपतवार समझ रहे थे, जिन्हें कई बार नष्ट भी कर चुके है, लेकिन वह फिर से उग आता है। बताया कि गांव में इन पौधों की कोई भी खरीद फरोख्त नहीं करता है।
भाबरु|भांग के पौधों को उखाड़ती पुलिस।
मुरलीधर व्यास काॅलाेनी में एक घर के दरवाजे पर पुलिसकर्मी ने दस्तक दी। अंदर से आए व्यक्ति काे उसने बताया, कलेक्टर साब आए हैं। आपसे बात करना चाहते हैं। हैरान व्यक्ति कुछ कह पाता उससे पहले कलेक्टर कुमारपाल गाैतम ने उसका नाम लेकर पूछा, बाहर से आप ही आए हैं। जवाब मिला-हां। तबीयत पूछी। घरवालाें काे बुलाया। पूछा- ये कमरे या घर से बाहर ताे नहीं निकले। उन्हाेंने कहा-नहीं। पड़ाैस का दरवाजा खटखटाया। पड़ाेसी से पूछा-इन्हें बाहर घूमते देखा। जवाब मिला-नहीं। कहा, बाहर निकलते ही फाेन कर देना। बाद में प्रवासी के परिवारजनाें काे समझाया, हाेम क्वारेंटाइन का मतलब 14 दिन तक सबसे अलग रहना है। यह बाहर से आए व्यक्ति, परिवार, समाज और शहर सभी की सुरक्षा के लिए है। यह एक घर की नहीं शहर के बीसियाें घराें में कुछ इसी तरह कलेक्टर ने दस्तक देकर हाेम क्वारेंटाइन रहने की हिदायत दी।
इसलिए सतर्कता जरूरी
प्रदेश के कई हिस्साें में प्रवासियाें के आने के बाद काेराेना पाॅजिटिव मामले बढ़े हैं। बीकानेर में भी गुजरात, महाराष्ट्र, बंगाल, बिहार, दिल्ली सहित देश के कई हिस्साें से लगभग 15 हजार लाेग आ चुके हैं। इनमें से 11432 पिछले सात दिनाें में आए हैं। सरकार की राेक के बावजूद जरूरत के मुताबिक अब भी लाेगाें का आना-जाना जारी है।
अब हर वार्ड में एक डॉक्टर टीम
सीएमएचओ ने आयुष, डेंटेस्ट्री, इंटर्न आदि डाक्टराें काे मिलाकर 80 लाेगाें की टीम तैयार कर। प्रत्येक डाक्टर काे एक वार्ड की जिम्मेवारी दी। उसके साथ तीन नर्सिंग स्टूडेंट या नर्सेज काे लगाया। समझाया, पूरी दुनिया एक वार्ड ही है। इस वार्ड में भी वे घर प्राथमिकता पर है जहां प्रवासी रह रहे हैं। हर दिन टीम में से काेई न काेई सदस्य इस घर तक दस्तक देगा। बाहर से आए व्यक्ति के हाल-चाल जानेगा। यह निश्चित करेगा कि व्यक्ति हाेम क्वारेंटाइन के सभी नियमाें का पालन कर रहा है। इसके साथ ही आईटी डिपार्टमेंट ने भी सतर्कता बढ़ा दी। एक-एक व्यक्ति की माेबाइल लाेकेशन के आधार पर दिन में तीन से चार बार ट्रेसिंग हाे रही है। यह स्थिति स्थिति सिर्फं बीकानेर शहर की ही नहीं है वरन जिले के हर उस गांव-तहसील मुख्यालय पर टीमें उन घराें की निगरानी में जुटी है जहां प्रवासी आए हैं। ज्यादा चिंता देश के विभिन्न हिस्साें से पिछले सात दिनाें में आए 11432 प्रवासियाें के स्वास्थ्य काे लेकर हैं। शहर में इन सात दिनाें में आए नए लाेगाें सहित अब तक 4500 लाेग आ चुके हैं। सभी की स्क्रीनिंग हाे चुकी है और रैंडम सैंपल टेस्ट भी हाे रहे हैं। मसलन, नाेखा में104 लाेगाें की जांच रिपाेर्ट नेगेटिव आ चुकी है। शुक्रवार काे श्रीडूंगरगढ़ में आए लाेगाें में से 185 के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
मंत्री कल्ला बाेले, डिस्टेंट-सतर्कता रखो-अनुमति वाली आर्थिक गतिविधियां चलाओ
बीकनेर पश्चिम के विधायक एवं कैबिनेट मंत्री डा.बी.डी.कल्ला ने शुक्रवार काे पीबीएम हाॅस्पिटल, मेडिकल काॅलेज के अधिकारियाें सहित जिलेभर के प्रशासनिक अधिकारियाें की मीटिंग ली। इस लंबी मीटिंग में माेटे ताैर पर जहां अब तक के हालात की समीक्षा की वहीं इस बात पर जाेर दिया कि साेशल डिस्टेंस मेंटेन रखते हुए वे सभी आर्थिक गतिविधियां जारी रखी जाएं जिनकी अनुमति हैं। कलेक्टर कुमारपाल गाैतम से औद्याेगिक क्षेत्र में चल रही गतिविधियाें का ब्याैरा लिया। पीबीएम हाॅस्पिटल सुपरिंटेंडेंट डा.माेहम्मद सलीम काे कहा-व्यवस्थाएं इस तरह चाक-चाैबंद करें ताकि हाॅस्पिटल में नाेन-काेविड पेशेंट्स काे भी पूरी चिकित्सा सुविधा मिल सकें। सभी तरह के जरूरी ऑपरेशन शुरू किए जा सके। यह ध्यान रखें कि हाेम क्वारेंटाइन किए गए लाेग बाहर न निकलें। जरूरत पड़े ताे इन्हें स्टेट क्वारेंटाइन में भेजें। पेयजल व्यवस्था सुचारु रखने के निर्देश भी अधिकारियाें काे दिए। मीटिंग में एसपी प्रदीप माेहन शर्मा, नगर निगम आयुक्त डा.खुशाल यादव, अतिरिक्त कलेक्टर ए.एच.गाैरी, सुनीता चाैधरी, मेडिकल काॅलेज प्राचार्य डा.एस.एस.राठाैड़ आदि माैजूद रहे।
भरतपुर के लिए राहत की खबर है कि शुक्रवार को कोई नया पॉजिटिव नहीं मिला। जबकि 2 और रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। इस तरह अब तक 116 में से हमारे 107 लोग ठीक हो चुके हैं।
जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में अब भरतपुर का एक भी संक्रमित रोगी भर्ती नहीं है। जबकि आरबीएम अस्पताल में केवल 7 संक्रमित रोगियों का ही इलाज चल रहा है। हालांकि कोरोना काल का एक दुखद पहलू यह है कि हमारी 2 महिलाओं को जान गंवानी पड़ी है। कोरोना महामारी किस तरह हमारे जीवन पर असर डाल रही है, इसका एक पहलू शुक्रवार को उस समय देखने को मिला जब इसकी वजह से मां-बेटे अलग हो गए।
हुआ यह कि मथुरा गेट इलाके में बिजलीघर के पास 29 अप्रैल को ही आगरा से अपनी नानी और माता-पिता के साथ 7 वर्षीय बालक भरतपुर लौटा था। पता चलने पर इन्हें क्वारेंटाइन किया गया। जांच में 3 मई को यह बालक और उसकी मां कोरोना संक्रमित पाए गए। इस पर दोनों को आरबीएम अस्पताल के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया।
इस परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही जिला प्रशासन ने मथुरा गेट इलाके को जीरो मोबिलिटी एरिया घोषित करते हुए कर्फ्यू लगा दिया था। सीएमएचओ डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि इन दोनों में से बेटे कृष्णा का दूसरा सैंपल भी शुक्रवार को नेगेटिव आ गया है। इसके बाद इसे कोरोना वार्ड से छुट्टी देकर क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। जबकि इसकी मां को लगातार 2 सैंपल पॉजिटिव आने की वजह से फिलहाल कोरोना वार्ड में ही रखा गया है।
कन्नौज का विमंदित भी डिस्चार्ज
भरतपुर में 23 अप्रैल को संक्रमित मिले कन्नौज (उत्तर प्रदेश) के युवक को भी ठीक होने पर जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल से शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया। 23 अप्रैल को भरतपुर में 50 वर्षीय एक अन्य विमंदित व्यक्ति और पॉजिटिव मिला था। कोरोना वार्ड में हंगामा करने के कारण इन दोनों को जयपुर शिफ्ट करना पड़ा था।
नदबई के 76 ईंट-भट्टा श्रमिकों की रिपोर्ट भी नेगेटिव
सीएमएचओ ने बताया कि एक और सुखद खबर यह है कि नदबई में एक ईंट-भट्टे पर उत्तर प्रदेश से आए सभी 76 श्रमिकों की जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। इनके लिए ईंट-भट्टे पर ही टैंट लगाकर क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है। दरअसल, हमारे पड़ोस में आगरा बड़ा हॉट स्पॉट बना हुआ है। वहां से अब तक 4 संक्रमित रोगी हमारे यहां मिल चुके हैं। इसलिए आगरा से जुड़ी सीमाओं को सील कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 5433 सैंपल लिए जा चुके हैं। जबकि 4814 सैंपलों की जांच रिपोर्ट मिल गई है। इनमें से अब तक 4696 लोग नेगेटिव पाए गए हैं। जबकि 602 सैंपलों की जांच रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। हालांकि इनमें 17 सैंपल रिजेक्ट हो गए हैं।
लॉकडाउन के बीच जरुरी सेवाओं की दुकानें खुलने की कुछ राहत पुलिस के लिए नई आफत बन गई है। पुलिस के पास अब उन दुकानें के खुलने की झूठी शिकायतें आनी लगी हैं जिन्हें खोलने की अनुमति नहीं है। हालांकि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए जिनमें बिना अनुमति की दुकानें खुली और फिर आस पड़ोस के लोगों ने तुरंत पुलिस को फोन कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर दुकानें बंद करवा दी, लेकिन अब अधिकांश शिकायतें झूठी मिलने लगी हैं।
शुक्रवार को ऐसा ही मामला सामने आया। पुलिस को सूचना मिली थी कि कस्बे में कुछ काॅस्मेटिक सामान बेचने वाले लोग दुकान खोले बैठे हैं। इस पर एएसआई दयानंद ने जाप्ते के साथ राउंड लगाया लेकिन कहीं भी काॅस्मेटिक की दुकानें खुली नहीं मिली। बाजार का चक्कर लगाकर पुलिस वापस लौट गई। शीतला चौक पर एक युवक बिना नंबरी बाइक लिए घूमते मिल गया। पुलिस ने बाइक जब्त कर ली।
व्यापारी धैर्य रखें, सबको अनुमति मिलेगी : कलेक्टर
बिना अनुमति दुकानें खुलने के मामले आने पर कलेक्टर ने व्यापारियों से कहा है कि वे थोड़ा धैर्य रखें। हालात और अधिक सुधरते जाएंगे। सभी को दुकानें खोलने की अनुमति दी जाएगी।
मींडा गांव में खेत में कार्य करते समय करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे सोहनलाल कुमावत (30) पुत्र जीवणराम अपने खेत में पेड़ की छंगाई कर रहा था। इसी दौरान पेड़ के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन टहनियां को छू गई। करंट से युवक पेड़ के नीचे गिर गया। परिजनों ने घायल वस्था में उसे रेनवाल के सीएचसी हॉस्पिटल भर्ती कराया,जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मारोठ पुलिस ने शव का शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। आर्थिक रूप से कमजोर सोहनलाल के कंधों पर घर की सारी जिम्मेदारी थी। मृतक अविवाहित था। उसके पिता की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है। उसके एक भाई व दो बहिनें है।
ग्राम पंचायत नांगल कोजू में चिकित्सा सुविधा के नाम पर मरीज आयुर्वेदिक औषधालय के भरोसे थे, लेकिन उसके डॉ.राजेश शर्मा को भी कोविड-19 में ड्यूटी लगा दी गई। इससे तीन गांवों के मरीजों को अब सामान्य उपचार के लिए करीब 6 किमी दूर निवाणा जाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत नांगल कोजू, कंवरपुरा, कुंभपुरिया में चिकित्सा सुविधा के नाम पर एकमात्र औषधालय है। इसमें चतुर्थश्रेणी कर्मचारी व चिकित्सक नियुक्त है। डॉ.राजेश शर्मा की ड्यूटी कोविड-19 में खेजरोली चेकपोस्ट पर लगाए जाने पर औषधालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के भरोसे रह गया है। ग्रामीणों ने चिकित्सक की व्यवस्था करने की मांग करते हुए रोष जताया है| कोविड-19 में बीएलओ श्रीहरि शर्मा ने बताया कि हमारे पास चिकित्सकों की कमी थी। ऐसे में नांगल कोजू चिकित्सक को खेजरोली चेकपोस्ट पर लगाया गया है।
ग्राम पंचायत नांगल भरड़ा की बाज्यों की ढाणी में शुक्रवार दोपहर 12 बजे कच्चे घर में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप घारण कर लिया। जब तक लोगों को आग लगने की जानकारी हुई ,तब तक छप्पर में बंधे 10 मवेशी जल गए।
नांगल भरड़ा के हनुमान सहाय देवंदा के एक छप्पर में शुक्रवार दोपहर में आग लग गई। आग की चपेट में आने के कारण घरेलू सामान सहित 2 गाय व 8 भैंस व घरेलू सामान जलकर राख हो गया। सूचना पर पहुंचे रविंद्र निठारवाल, सरपंच मनीष सामरिया, ग्राम विकास अधिकारी मीरा यादव, सामोद थाना हेड कांस्टेबल कैलाश चंद यादव, चौमू फायर ऑफिसर सुरेश यादव, पटवारी मूलचंद मीणा, पूर्व जिला पार्षद महेंद्र चौधरी ने घटनास्थल पर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी। पटवारी मीणा ने नुकसान की रिपोर्ट तैयार की। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी तेज थी,कि आपके बुझाने के सारे प्रयास विफल रहे। सरपंच मनीष सामरिया, पूर्व जिला पार्षद महेंद्र चौधरी आदि ने पीड़ितों को ढांढस बंधाते हुए राहत कोष से शीघ्र मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।
झोटवाड़ा विधानसभा में शुक्रवार को कृषि मंत्री ने ग्राम पंचायत मांचवा में मजदूर और जरूरतमंद लोगों के लिए खाद्य सामग्री के पैकेट वितरित किए गए। सरपंच जगदीश वर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण कई लोग बेरोजगार हो गए हैं। ऐसी स्थिति में उनके पास खाने-पीने का सामान नहीं है। इसलिए कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने एक हजार आटे के कट्टे भिजवाए हैं।
सबसे बड़ी बात तो यह है कि कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने स्वयं आकर सरपंच जगदीश वर्मा को आटे के कट्टे मजदूरों में वितरण करने के लिए दिए हैं। इस अवसर पर सरपंच जगदीश वर्मा, उपसरपंच रामफूल चौधरी, जनसेवक गोपीराम बुरी, रामनिवास चौधरी, मांगीलाल कुड़ी, महेंद्र, रामबाबू ,कमलेश सहित कई लोग उपस्थित थे।
मुडियागड में फुलेरा विधायक निर्मल कुमावत के द्वारा शुक्रवार को जरूरतमंद व असहाय लोगों को 70 राशन के किट वितरण किए गए। इस दौरान प्रशासक सुरेंद्र कुमार देवत, पटवारी मेनका चौधरी इत्यादि मौजूद रहे ।वही दूसरी ओर बीरमपुरा में भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र में शुक्रवार को बीरमपुरा वीर तेजा समिति पदाधिकारियों द्वारा जरूरतमंद लोगों के लिए 101 नि:शुल्क भोजन किट प्रशासक सुरेंद्र कुमार देवत व पटवारी मेनका चौधरी को सौंपे। समाजसेवी रामेश्वर बांगरवा ने बताया कि गरीबों की सहायतार्थ रमेश कुमार जाट ,कैलाश सिंह ,महेश कुमार,रमेश कुमार, लक्ष्मी नारायण काजला,ओमप्रकाश काजला, गोपाल लाल जाट, महावीर सेपट, बाबूलाल सेपट इत्यादि ने किट सौंपे है।
क्षेत्र में शुक्रवार को एक व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोनो पॉजिटिव आने पर आसपास क्षेत्र में दहशत हो गई। पुलिस ने पाजिटिव व्यक्ति के घर के अासपास के अाधा किमी क्षेत्र काे सील कर दिया है। सूचना पर ब्लाॅक सीएमएचओ डॉ.मुकेश बैरवा, सीएचसी प्रभारी डॉ.रमेश शर्मा, मेडिकल टीम पॉजिटिव मरीज के घर पहुंचे ओर परिवार के 21 सदस्यों को होम क्वारेंटाइन किया। डॉ.शर्मा ने बताया कि पॉजिटिव व्यक्ति दो दिन पहले अस्पताल में दिखाने आया था। उसको जांच कराने के लिए कहा गया था। वह फोर्टिस अस्पताल में जाकर भर्ती हो गया जिसके हार्ट की मेडिसिन भी चल रही थी। जांच करवाने पर उसकी रिपोर्ट कोरोनो पॉजिटिव आई है। सूचना मिलते ही पॉजिटिव मरीज के घर मेडिकल टीम पहुंची अाैर परिजनाें काे होम क्वारेंटाइन कर दिया। क्षेत्र में 20 दिन में तीसरे व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इससे पहले 21 अप्रैल को पीली की तलाई निवासी एसएमएस हास्पिटल में कार्यरत कर्मचारी ओर 1 मई को सीआईएसएफ के सामने रहने वाला सब इंस्पेक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इन दाेनाें के परिवार वालों को भी होम क्वारेंटाइन किया गया था।
रास्ते सील, पुलिस की नाकाबंदी, मेडिकल टीम की पैनी निगाह
मैड़| ग्राम पंचायत भामोद अंतर्गत कूकड़ेला में कोरोना संक्रमण के दस्तक देने के बाद विराटनगर एसडीएम राजवीर सिंह यादव के निर्देश पर गांव में 1 किमी तक शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया। इसके चलते गांव के मुख्य मार्ग सहित आम रास्तों को पूरी तरह सील कर नाकाबंदी कर दी गई। इलाके में पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। क्षेत्र में चिकित्सा महकमे की टीम ने 111 घरों में पहुंचकर 930 लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर स्क्रीनिंग की।
एसडीएम ने बताया कि कूकड़ेला निवासी मंजू देवी अपनी बेटी अल्का देवी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद गांव में भी सतर्कता बढ़ा दी गई। मंजू 14 अप्रैल से बेटी के साथ रह रही है, तब से वह गांव नहीं आई है जिससे कोरोना वायरस फैलने का खतरा नहीं है। एहतियाती तौर पर कर्फ्यू लगाकर राशन सामग्री सहित मेडिकल टीम निगरानी रख रही हैं। नवरंगपुरा मोड़ से मनोहरपुर, कूकड़ेला जाने वाली सड़क को सील कर दिया गया। भामोद पंचायत मुख्यालय गांव से नवरंगपुरा मार्ग को बंद कर पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया।
ब्लॉक सीएमएचओ डॉ. सुनील कुमार सिसोदिया ने बताया कि कूकड़ेला निवासी महिला जो बहरोड़ में कोरोना पॉजिटिव अपनी बेटी के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद चिकित्सा दल ने पूरे इलाके में घर-घर सर्वे कर स्क्रीनिंग करने का कार्य कर दिया। स्वास्थ्य टीम ने भामोद, कूकडेला में 111 घर सहित मैड़ में 193 घरों में 1295 लोगों की स्क्रीनिंग की। शंकरलाल रैगर, माया देवी, आशा वर्मा, गायत्री शर्मा, रमा मीणा, गुलाब यादव, विनोद झिगानिया उपस्थित रहे। सरपंच लक्ष्मी कंवर ने लोगों से घरों में रहने की अपील की। एसडीएम ने बताया कि मैड़, नवरंगपुरा, पालड़ी व आसपास गांव में लॉकडाउन को लेकर उल्लंघन की शिकायत मिलते ही सख्ती से कार्यवाही होगी। इसके लिए पुलिस प्रशासन को निर्देश दे दिए है। थाना अधिकारी सुरेश चंद्र ने बताया कि बेवजह सड़क पर निकलने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
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पहले पाॅजिटिव राेगी रिपाेर्ट हाेने के बाद नूरानी मस्जिद क्षेत्र की जिन गलियाें में पहले कर्फ्यू और बाद में महाकर्फ्यू लगा दिया गया था वहां अब सुबह 10 से शाम पांच बजे तक की राहत दी गई है। सदरथाना क्षेत्र के इस इलाकाे काे पहले दी गई छूट में वंचित रखा गया था। जिला मजिस्ट्रेट कुमारपाल गाैतम ने शुक्रवार काे हालात की समीक्षा के बाद मस्जिद वाली गली और सांसियाें के माेहल्ले में छूट का आदेश दिया। इसके साथ ही गंगाशहर थाना क्षेत्र के भी कई इलाकाें में अब कर्फ्यू में छूट दी गई है। हरिरामजी मंदिर के पीछे पुरानी लाइन, टावरवाली गली सहित इसके एक किमी परिधि में छूट दी गई है।
कर्फ्यू में छूट के दाैरान लाेग अत्यावश्यक काम से इजाजत लेकर बाहर जा सकेंगे लेकिन पांच बजे से पहले लाैटना हाेगा। इस इलाके में सब्जी, राशन, दवाई, दूध, पंखा मिस्त्री अादि की दुकानें खुल सकेगी। पान-गुटखा, शराब की दुकान अादि यहां भी नहीं खुलेगी।
भामाशाह हैल्पिंग हैंड सोसाइटी अध्यक्ष सुरेश सेरावत व चौमू बराला हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. हनुमान बराला ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगे चिकित्सकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पीपीई किट का वितरण किया है। शुक्रवार को हैल्पिंग हैंड सोसाइटी के द्वारा चीथवाड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. रामधन जाट को मुख्यालय पर पीपीई किट प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि धरती के भगवान विकट परिस्थितियों में इस किट को पहनकर मरीजों की और बेहतर सेवा कर सकेंगे। इस कार्य के लिए चिकित्साधिकारी ने सोसायटी के लोगों का आभार जताया। इस दौरान ट्रस्ट अध्यक्ष राजेंद्र डागर, सरपंच प्रतिनिधि मुकेश डागर, शंकर सेरावत, लेब असिस्टेंट प्रहलाद सैनी, पंचायत कर्मचारी मदनलाल जाट व गणेश मीणा आदि मौजूद रहे।
रक्तदान करना महादान है। यह बात सिमरन निवास निठार वालो की ढाणी नांगल पुरोहितान में युवा सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय राजीव निठारवाल की प्रथम पुण्यतिथि पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर के मुख्य अतिथि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष में विधायक सतीश पूनिया ने कही।
रामपुरा डाबड़ी भाजपा मंडल अध्यक्ष पप्पू लाल सैनी ने कहा कि राजीव निठारवाल हमेशा रक्तदान शिविरों में अपनी भूमिका निभाते थे। चौमू विधायक रामलाल शर्मा, जीवन ज्योति मानवसेवा संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत सिंह यादव, कार्यक्रम आयोजक रमेश निठारवाल, कमल निठारवाल, मोहनलाल प्रसाद, मुकेश निठारवाल, गोवर्धन निठारवाल, हुकम सिंह निठारवाल सहित आदि ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम आयोजक रमेश निठारवाल ने अतिथियों को सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पुष्पा देवी मेमोरियल ब्लड बैंक ,वडाला ब्लड बैंक के तत्वाधान में 103 यूनिट रक्तदान एकत्रित किया गया।
काम ना मिलने से परेशान भीनासर और उसके आसपास रहने वाले सैकड़ाें श्रमिक घराें से बाहर निकल आए और इकट्ठा हाेकर प्रदर्शन करने लगे। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी माैके पर पहुंचे और उन्हें भाेजन-राशन की व्यवस्था का आश्वासन देकर वापस भेज दिया।
भीनासर, मुरली मनाेहर मंदिर, सुजानदेसर और आसपास के एरिया में सैकड़ाें ऐसे मजदूर हैं जाे ठेले-दुकाने लगाकर, दुकानाें, फैक्ट्री-कारखानाें में काम करते हैं। इनमें ज्यादातर बिहारी हैं। लाॅकडाउन के कारण उनके कामकाज बंद हैं और घराें में रहना पड़ रहा है। इस स्थिति से परेशान सैकड़ाें श्रमिक शुक्रवार काे घराें से बाहर निकल आए और भीनासर में एसबीआई के पास इकट्ठा हाे प्रदर्शन करने लगे। ज्यादातर श्रमिक अपने मूल निवास जाने और भाेजन-राशन की मांग करने लगे। इत्तला मिलने पर गंगाशहर पुलिस थाने के एसएचओ अरविन्द भारद्वाज माैके पर पहुंचे और उन्हें समझाने का प्रयास किया। श्रमिकाें के जमावड़े काे देखते हुए एसडीएम रिया केजरीवाल और सीओ सदर पवन कुमार भदाैरिया भी पहुंच गए। पुलिस की गाड़ियां पहुंचने पर एकबारगी वहां माैजूद श्रमिक इधर-उधर भागने लगे। बाद में अधिकारियाें ने श्रमिकाें से बातचीत की और उन्हें समझाया। श्रमिकाें काे उनके भाेजन-राशन की व्यवस्था का आश्वासन दिया और इसके लिए भामाशाहाें से बातचीत की। करीब 300 श्रमिकाें की लिस्ट बनाई गई जिनके भाेजन और राशन का इंतजाम किया जाएगा। आश्वस्त हाेने के बाद श्रमिक अपने घराें काे लाैट गए।
कस्बे में अब दुकानदार आठ घंटे खोल दुकान खोल सकेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को व्यापार मंडल की बैठक में लिया गया।
प्रमोद बंसल की अध्यक्षता में हुई व्यापारियों की बैठक में लाॅकडाउन तक रोजाना सुबह 8 से शाम 4 बजे तक दुकान खुली रखने का निर्णय लिया गया। इसके बाद कोई दुकान खोलेगा तो पुलिस कार्रवाई के लिए वह खुद जिम्मेदार होगा। बैठक में वरिष्ठ व्यापारी कैलाश चेजारा, प्रमोद कसेरा, लाला बिरमीवाला, रामवतार जेजाणी, मनीष पोदार आदि व्यापारी मौजूद थे।
बैठक के बाद सभी व्यापारियों ने थाने में जाकर थानाधिकारी रिया चौधरी से मिल कर व्यपार मंडल द्वारा दुकानें खोलने व बंद करने के बारे में किए निर्णय से अवगत करवाया। गौरतलब है कि गुरुवार को थानाधिकारी शाम को कस्बे के राउंड पर निकली तो बाजार में कुछ दुकानदार देर शाम तक अपनी दुकानें खोले बैठे नजर आए।
मानपुरा माचेडीएक्सप्रेस हाइवे पर दौलतपुरा के अप्पू घर के पास में एक खेत में शुक्रवार दोपहर 2 बजे एक युवती का अर्द्ध जला शव मिलने से सनसनी फैल गई। हरमाड़ा थाने से मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को एसएमएस अस्पताल के डी-फ्रिज में रखवाया। सूचना मिलने पर मौके पर डीसीपी पश्चिम, एसीपी चौमू भी मौके पर पहुंचे। चरवाहे बाबूलाल बुनकर ने दोपहर को बकरी चराने के दौरान बदबू आने पर देखा ,तो युवती का अर्द्ध जला शव दिखा। उसने शव की सूचना पुलिस को दी।
मौके पर अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक गुप्ता, जयपुर पश्चिम पुलिस उपायुक्त कावेंद्र सिंह सागर, एडिशनल एसपी बजरंग सिंह, चौमू एसीपी प्रियंका कुमावत पहुंचे तथा मौका मुआयना किया। मौके पर एफएसएल टीम भी पहुंची और साक्ष्य जुटाए। हरमाड़ा थाना प्रभारी रमेश सैनी ने बताया कि युवती की उम्र 25 साल के करीब है और शव करीब 2 दिन पुराना है। पुलिस ने बताया कि हत्या के बाद शव को जलाने की कोशिश की गई है।
कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम के लिए वायरस से संक्रमित व्यक्ति से सम्पर्क में आए या संक्रमित देशों से आने वाले यात्री एवं ऐसे यात्रियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों को होम क्वारेंटाइन में रखा जा रहा है। उपखंड अधिकारी राजेन्द्रसिंह ने होम क्वारेंटाइन में रखे व्यक्तियों के लिए शुक्रवार काे एडवायजरी जारी की है। एसडीएम सिंह ने बताया कि हाेम क्वारेंटाइन मे रहने वाले ऐसे कमरे में रहे जो हवादार हो एवं उस कमरे में ही अटैच्ड टायलेट हो। परिवार के किसी अन्य सदस्य को यदि उसी कमरे में रहना पड़े तो दोनों व्यक्तियों के बीच कम से कम एक मीटर की दूरी बनाई रखी जाना आवश्यक है। वह व्यक्ति घर में निवास करने वाले अन्य व्यक्तियों विशेषकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बीमार व्यक्तियों से दूर रहे। साथ ही आगन्तुकों, मित्राे व रिश्तेदार आदि से नहीं मिले। उन्हाेंने बताया कि वह अपने घर से बाहर न निकले। किसी भी परिस्थिति में किसी भी सामाजिक या धार्मिक सभा में शामिल न हो।
उपयाेग में लिए मास्क काे नष्ट करे
होम क्वारेंटाइन में रहने वाला व्यक्ति समय-समय पर अपने हाथों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह से रगड़ कर धोए या एल्कोहल बेस्ड हैंड सेनेटाइजर का उपयोग करे। वह दैनिक उपयोग में आने वाले घरेलू सामान जैसे पानी का गिलास, कप व अन्य बर्तन, तौलिया, बिस्तर, मोबाइल आदि किसी अन्य से साझा न करें। साथ ही सर्जिकल मास्क हर समय लगाए रखे। मास्क को प्रति 6 से 8 घंटे के भीतर बदले तथा पुराने मास्क को तत्काल नष्ट करे। पुराने मास्क को दुबारा इस्तेमाल में ना ले। उन्हाेंने बताया कि रोगियों की देखभाल करने वाले व्यक्तियों एवं अन्य परिवारजनों द्वारा पहने जाने वाले मास्क साधारण ब्लीच सोल्यूशन 5 प्रतिशत अथवा सोडियम हाइपो क्लोराइड सोल्यूशन 1 प्रतिशत से सेनेटाइज करने के पश्चात् जला कर या जमीन में गहरा दबा कर नष्ट करने चाहिए। नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी योगेश आचार्य ने बताया की होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति के परिवार वालों को चाहिए कि वे ऐसे व्यक्ति की देखभाल परिवार के किसी जिम्मेदार एक ही व्यक्ति द्वारा की जानी चाहिए। क्वारेंटाइन किए गए व्यक्ति द्वारा उपयोग में लिए जा रहे बिस्तर, कपड़े, अन्य दैनिक सामान अथवा त्वचा के सीधे सम्पर्क में आने से बचना चाहिए। उन्हाेंने बताया कि कपड़ों अथवा सतह की सफाई करते समय डिस्पोजेबल दस्तानों का उपयोग करना चाहिए। सावधानी पूर्वक दस्ताने निकालने के पश्चात साबुन या एल्कोहल बेस्ड हैंड सेनेटाइजर से अच्छी तरह रगड़ कर हाथ धोने चाहिए। आगन्तुकों को होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति से मिलने नहीं देना चाहिए। उन्हाेंने बताया कि होम क्वारेंटाइन में रहने वाले व्यक्ति के कमरे को व उसकी सतहों सहित बैड, टेबिल आदि को प्रतिदिन 1 प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइड सोल्यूशन के साथ कीटाणुरहित किया जाना चाहिए। टायलेट एवं उसकी सतहों को कीटाणुरहित करने के लिए नियमित रूप से ब्लीच या फेनोलिक कीटाणुनाशक से साफ करना चाहिए। क्वारेन्टाइन किए व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़ों की सफाई सामान्य डिटरर्जेंट से अलग-अलग रूप से करनी चाहिए व कपड़े भी अलग से धूप में सुखाने चाहिए।
लक्षण िदखाई देने पर कंट्राेल रूम या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में सम्पर्क करें
साथ ही कोरोना वायरस के लक्षण खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ दिखाई देने पर तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारीए स्टेट कंट्रोल रूम नंबर 0141 2225624 अथवा हेल्पलाइन नम्बर 011 23978046 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
(अनिल कौशिक)कोटपूतली से सटे अलवर व सीकर जिले सहित हरियाणा बोर्डर से काेराेना वायरस के संक्रमण का खतरा कोटपूतली में आ रहा है। औपचारिक तौर पर बनी चौकियां बना रखी है। हरियाणा, अलवर व सीकर सीमा पर शिक्षकों व चिकित्सा कार्मिकाें की डयूटी लगा रखी है जो स्क्रीनिंग के नाम पर आने वाले लोगों के नाम- पते नोट कर रहे है, साथ ही शरीर का तापमान नोट कर उन्हे होम क्वारेंटाइन की हिदायत दे रहे है। मगर सैंपल नहीं लिए जा रहे। आधे-अधूरे उपकरणों के साथ चिकित्साकर्मी व पुलिसकर्मी बॉर्डर पर जांच कर रहे है। बाहर के राज्यों से संक्रमण का खतरा पूरे क्षेत्र को है।
इतना ही नहीं, रात के अंधेरे में ना तो कोई जांच होती है और ना ही स्क्रीनिंग की जाती है। दैनिक भास्कर ने काेटपूतली क्षेत्र में प्रवेश के लिए 6 बॉर्डर पर बनी चौकियों की हकीकत जानी तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। भले ही प्रशासन व पुलिस महकमा शहर के भीतरी इलाकों व शहरों की सीमा पर चौकन्ना हाे मगर क्षेत्र में प्रवेश कर रहे प्रवासियों की जांच और उनकी देखरेख अाैपचारिक ही है। कोटपूतली में मिले दोनों पॉजिटिव केस बाहर से ही आए है। 15 अप्रैल को कूजोता में मिला पॉजिटिव युवक हरियाणा के सोहना स्थित कंपनी से बाइक से आया था। यह युवक वहीं पॉजिटिव युवक के संपर्क में आया था। इसी प्रकार 7 मई को मोहनपुरा-जोधपुरा में मिला पॉजिटिव युवक दिल्ली की आजादपुर मंडी से संक्रमित होकर यहां पहुंचा था।
छह चौकियों पर 70 पुलिस कर्मचारी तैनात
अनुमत वाहनों के अलावा सीकर व अलवर बॉर्डर से बहुत कम वाहन आ रहे है। अलवर सीमा पर चतुर्भुज, सीकर सीमा पर पदमा की ढाणी व जयपुर हाइवे पर बागावास चेकपोस्ट पर पुलिस कर्मी तैनात दिखे। मेडिकल कर्मी भी यहां पर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे थे। पुलिसकर्मी बोले - कोरोना में तो सेवा करना ही सबसे बड़ी बात है। अब लोगों को समझाकर घरों में रहने के लिए प्रेरित कर रहे है। कोटपूतली सीमा में आने जाने वालों की चैकिंग की जा रही थी। डीएसपी दिनेश यादव का कहना है कि कोटपूतली सर्किल में हरियाणा सीमा सहित अलवर व सीकर जिले की सीमा व जयपुर -दिल्ली एनएच पर 6 चेकपोस्ट बना रखी है। यहां करीब 70 पुलिसकर्मी दिन- रात डयूटी कर रहे है। गोनेड़ा चेकपोस्ट पर अंतरराज्यीय सीमा को सील कर दिया गया है। बाहरी प्रदेशों में जाने के लिए अब राज्य सरकार अनुमति देगी।
सोतानाला चेकपोस्ट से हजारों वाहन आ रहे हैं
हरियाणा बॉर्डर सहित दिल्ली हाइवे पर सोतानाला सीमा पर पुलिस कर्मी मुस्तैदी के साथ डयूटी कर रहे है। पुलिस कर्मी बिना परमिशन किसी को भी नहीं आने दे रहे। इस दौरान मेडिकल टीम स्क्रीनिंग में जुटी है। हरियाणा सीमा पर गोनेड़ा चेकपोस्ट से रेाज सैकडों वाहन आ रहे है। दिल्ली हाइवे पर सोतानाला चेकपोस्ट से हजारों वाहन कोटपूतली क्षेत्र में आ रहे है। अनुमत वाहनों के अलावा बिना परमिशन किसी को भी यहां से नहीं निकलने दिया जा रहा।
भांकरोटा, आमेर व हिरनोदा क्षेत्र में कोरोना के तीन पाॅजिटिव केस मिले। इसके बाद क्षेत्र में रास्तों को सील कर दिया गया। भांकरोटा थाना इलाके के नगर निगम क्षेत्र में आने वाले सिरसी नाडिया में एक युवक कोरोना पॉजिटिव आने की सूचना मिलते ही क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गयाl पुलिस ने बताया कि सिरसी के नाडिया निवासी सिविल डिफेंस में कार्य करने वाले एक कार्यकर्ता की स्वास्थ्य जांच की गई, तो उसके कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट आईl सूचना मिलते ही चिकित्सा विभाग एवं पुलिस की टीम नाडिया पहुंच गई और यहां की मुख्य मार्ग को सील कर दिया और लोगों को घरों में रहने की अपील की गईl
कॉलोनी सेनिटाइज
इस प्रभावित क्षेत्र में चिकित्सा विभाग सिरसी की टीम मौके पर पहुंच गई और यहां मुख्य कॉलोनी सहित आसपास सेनेटाइज किया। नाडिया में कोरोना पॉजिटिव आने की सूचना मिलते ही सिरसी निमेड़ा, मुंडियारामसर, पांच्यावाला, बिश्नावाला, जयसिंह पुरा नट लालपुरा, भांकरोटा सहित आसपास के क्षेत्र में लोगों में दहशत फैल गई।
परिजनों की सैंपलिंग
बीसीएमएचओ डॉ. विजय सिंह ने बताया की नाडिया के रैगरों के मोहल्ले में परिवार के साथ रहने वाले सिविल डिफेंस के कर्मचारी पॉजिटिव आने के बाद उसे निम्स भेज दिया गया। परिवार के सदस्यों की सैंपलिंग की जा रही है। सिरसी नाडिया में कर्फ्यू लगा दिया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्या डाॅ रंजू रामावत ने शुक्रवार काे सुमेरपुर पंचायत समिति के सलोदरिया, पालडी जोड, बामनेरा, कोरटा भारूंदा व नोवी ग्राम पंचायत के नरेगा कार्य स्थलाें का निरीक्षण कर श्रमिकों काे कोरोना से बचाव की जानकारी दी। उन्हाेंने कार्य कर रहे श्रमिकाें काे सामाजिक दूरी बनाए रखने, बार-बार हाथ धाेने, मुंह पर मास्क लगाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्हाेंने श्रमिकों को मास्क व सैनेटाइजर वितरित किए। नरेगा श्रमिकों के लिए पंचायत प्रशासन काे कार्य स्थल पर छाया-पानी की उचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इस मौके पर नेपालसिंह पावा, सेवादल ब्लाॅक अध्यक्ष चंपालाल राजपुरोहित, ब्लाॅक महासचिव सोहन गोमतीवाल, जिला सचिव लक्ष्मण मेघवाल, जोगेंद्रसिंह पुनिया, कोसेलाव उप सरपंच महावीरसिंह, ब्लाॅक सचिव फूलाराम देवासी, पार्षद नरेंद्र कुमावत, भरत राठौड, महिपालसिंह बांकली, जसवंतसिंह कानपुरा सहित सरपंच व ग्रामविकास अधिकारी उपस्थित रहे।
महात्मा ज्योतिबा फूले फल-सब्जी गौण मंडी शिवगंज में शनिवार सुबह 11 बजे सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए फल सब्जी कल्याणकारी समिति की बैठक हुई। बैठक में व्यापारियों ने राज्य सरकार की ओर से 2 प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क लगाने के विरोध में 10 मई से 5 दिन के लिए मंडी बंद रखने का निर्णय लिया है।
बैठक में फल-सब्जी के व्यापारियों ने कृषक कल्याण शुल्क 2 प्रतिशत लगाने का विरोध करते हुए कहा है कि इससे फल-सब्जियां ओर मंहगी होगी और किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। वैसे भी इस समय फल सब्जी का व्यवसाय मंदा चल रहा है और इसके भाव भी गिर हुए है। ऐसे में कृषक कल्याण शुल्क के आदेश को निरस्त किया जाए। व्यापारियों ने कृषक कल्याण शुल्क 2 प्रतिशत वापस लेने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिवगंज एसडीएम भागीरथराम चौधरी के मार्फत भेजने एवं 10 मई से 5 दिन के लिए मंडी को पूर्णत्या बंद रखने का निर्णय लिया है। बैठक के बाद व्यापारियों ने उपखंड कार्यालय पहुंचकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन दिया, जिसमें बताया है कि कृषक कल्याण शुल्क को अगर वापस नहीं लिया तो 14 मई के बाद भी विरोध की रणनीति पर विचार किया जाएगा। बैठक में समिति अध्यक्ष अमृतलाल गहलोत, मांगीलाल भाटी, मंछाराम गहलोत, राजेंद्र कुमार परिहार, जिगनेश परिहार, चंपालाल परिहार, अहमद हुसैन, रतनलाल, कालुराम सोलंकी, नरसींगदास हरवानी, हकमाराम परिहार, मोहम्मद हुसैन, मांगीलाल गहलोत, छगनलाल गहलोत, हरीश कुमार परमार, छगनलाल परिहार, परेश कुमार, प्रवीण कुमार, हितेष कुमार भाटी, हितेष कुमार गहलोत, इमरान हुसैन,अशोक कुमार, गोरधन टांक, राजू अडवाणी, अक्षय, शनी व हरीश कुमार हरवानी मौजूद थे।
किसानों को सब्जियां खराब होने की आशंका
किसानों का कहना है कि मंडी लगातार पांच दिन के लिए बंद रहेगी तो उनके खेतों में फल-सब्जियां खराब हो जाएगी। भिंडी, बैंगन समेत कई सब्जियां तो ऐसी है, जिन्हें दूसरे-तीसरे दिन तो तोड़कर बेचने के लिए मंडी मेें लाना ही पड़ता है। लगातार पांच दिन तक अगर इन सब्जियों की पौधों पर रखा गया, तो वे कठोर होकर खराब हो जाएगी। भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष बस्तीमल माली ने बताया कि कृषक कल्याण शुल्क के बारे में सरकार को पुन: विचार करना चाहिए, इससे किसानों को ही नुकसान होगा।
मंडी में नहीं हो रही संक्रमण से बचाव की पालना
कोरोना महामारी को लेकर चल रहे लॉकडाउन के दौरान प्रत्येक व्यक्ति के बीच सोशल डिस्टेंस व मास्क पहनना जरूरी है। लेकिन हाल ही में बाहर से आए कई लोग भी मंडी में आने शुरू हो गए है। लोगों की संख्या अधिक होने से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हो पा रही है। शुक्रवार सुबह तो मंडी में करीब 6 हजार लोग पहुंचे। ऐसे में कोई बाहरी व्यक्ति अगर कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया, तो उसके संपर्क में आने वाले लोगों की मुश्किलें भी बढ़ जाएगी।
ममाणा पंचायत के बोकड़ावास व साली पंचायत के खाजपुरा गांव में कोरोना के दो मामले पॉजिटिव मिलने के बाद शुक्रवार को जयपुर रेंज आईजी एस सेंगाथिर ने दोनों गांवों की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। क्षेत्र में बनाई गई पुलिस चौकियों का निरीक्षण कर वहां तैनात पुलिसकर्मियों का हौसला बढ़ाया। नरिना थाना प्रभारी रघुवीर सिंह से पुलिस इंतजामों के बारे में जानकारी ली। रेंज आईजी ने उपखंड अधिकारी दूदू राजेंद्र सिंह शेखावत से दोनों गांवों के पॉजिटिव आए व्यक्तियों के बारे में जानकारी ली। उपखंड अधिकारी ने बताया कि खाजपुरा के वृद्ध की मौत हो गई है व बोकड़ावास के पॉजिटिव युवक सहित दोनों गांवों के 98 लोगों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस मौके पर एसडीएम राजेंद्र सिंह शेखावत, एएसपी लक्ष्मण दास स्वामी, सी ओ देवेंद्र सिंह व नरैना थाना प्रभारी रघुवीर सिंह, ग्राम विकास अधिकारी महेंद्र प्रताप चारण, कोर ग्रुप के अध्यक्ष विजेंद्र बासवाल भी मौजूद थे।
जोबनेर| नगरपालिका के वार्ड 15 में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद कर्फ्यू की व्यवस्थाओं को देखने के लिए 3 दिन में ही पुलिस के दूसरे बड़े अधिकारी ने दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
2 दिन पहले एसपी जयपुर ग्रामीण शंकर दत्त शर्मा भी दौरा कर चुके हैं। शुक्रवार दोपहर बाद आईजी रेंज जयपुर अधिकारियों के दल बल के साथ पहुंचे। जयपुर तिराहे पर पुलिस जवानों के साथ चर्चा कर निर्देश दिए। पॉजिटिव आए वार्ड में की गई व्यवस्थाओं को देखा और ड्यूटी दे रहे जवान से जानकारी ली। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष राजेंद्र दायमा, व्यापार मंडल अध्यक्ष अमित छाबड़ा ने पुलिस महानिदेशक जयपुर का मोतियों की माला से स्वागत किया।