विश्व थैलेसीमिया दिवस के अवसर पर डेरा सच्चा सौदा सिरसा के तत्वावधान में शुक्रवार को अलवर शहर के ब्लड बैंक में 105 यूनिट रक्तदान किया गया।
कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं ने मानवता के प्रति समर्पित अपनी श्रद्धा भाव को दिखाते हुए थैलेसीमिया से जूझ रहे लोगों के लिए एक दिवसीय रक्तदान शिविर का आयोजन किया था। शिविर के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा गया।
जिला खाद-बीज व दवाई विक्रेता संघ ने शुक्रवार काे प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएम केयर्स) में 51 हजार रुपए की सहायता राशि का डीडी भाजपा जिलाध्यक्ष संजय नरूका तथा विधायक संजय शर्मा को सौंपा।
इस अवसर पर संघ के अध्यक्ष नरेश गोयल, सचिव हितेश गुप्ता, काेषाध्यक्ष सुनील गोयल आदि उपस्थित रहे। इसी प्रकार महावर वैश्य महिला विकास समिति ने कोरोना पीड़ितों की सहायता के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 हजार रुपए की राशि दी है।
समिति की अध्यक्ष कमला गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शशि गुप्ता व मंत्री शिवानी गुप्ता ने बताया कि एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा को सहायता राशि का चेक सौंपा गया।
प्रदेश में नर्सेज के पदनाम परिवर्तन को लेकर डिजिटल मुहिम चल रही है। इस मुहिम के समर्थन में 70 से अधिक जनप्रतिनिधियाें ने सरकार काे अनुशंसा पत्र भेजे हैं।
राजस्थान नर्सेज़ एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्यारेलाल चौधरी के साथ कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष प्रेम पटेल, प्रदेश उपाध्यक्ष दयानंद यादव व प्रदेश महासचिव राजपाल सिंह यादव ने मांग की है कि नर्स द्वितीय को नर्सिंग ऑफिसर, नर्स प्रथम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर व नर्सिंग ट्यूटर को लेक्चरर या प्रोफेसर मय राजपत्रित पदनाम किया जाए।
प्रदेश महासचिव राजपाल सिंह यादव ने बताया कि केंद्र के अधीन सभी संस्थानों में नर्सेज का पदनाम परिवर्तन किया जा चुका है। अब नर्सेज दिवस 12 मई काे सरकार काे पदनाम परिवर्तन का तोहफा देना चाहिए। इससे काेई वित्तीय भार भी नहीं पड़ेगा।
प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह व प्रदेश संयोजक शशिकान्त शर्मा ने कहा कि यह वर्ष विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा नर्सेज के लिए समर्पित किया गया है। नर्सेज भी जान की परवाह किए बिना काेराेना महामारी में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहे हैं। इसके लिए सांसद, श्रम राज्य मंत्री सहित विधायक अाैर 70 जनप्रतिनिधियाें ने पदनाम परिवर्तन के लिए सरकार काे अनुशंसा की है।
बीट कांस्टेबल व ग्राम स्तरीय सर्वे कमेटी के लोग होम क्वारेंटाइन वाले व्यक्तियों की मॉनिटरिंग करें तथा डब्ल्यूएचओ की गाइड लाइन की पालना करवाएं। जो लोग होम क्वारेंटाइन की पालना नहीं कर रहे हैं तथा इधर-उधर घूमते हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन एफआईआर दर्ज करवाए।
यह निर्देश कलेक्टर ने काेर ग्रुप की बैठक के दाैरान दिए। कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो लोग होम क्वारेंटाइन कर रहे हैं, उनकी सख्त मॉनिटरिंग करवाएं। यह सुनिश्चित करें कि जो लोग बाहर से आए हैं तथा होम क्वारेंटाइन कर रहे हैं, वे होम क्वारेंटाइन की पालना सख्ती से करें। उनके घर के बाहर मुख्य द्वार पर स्टीकर लगवाएं।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि शहर में भी सघन रूप से सैम्पल लेकर जांच शुरू की जाए। एहतियात के तौर पर शहर में एडीएम सिटी व पुलिस प्रशासन को साथ लेकर मेडिकल टीम सैम्पल लेने का कार्य करें।
उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों, सब्जी मण्डी व बाजारों में भीड़ वाले स्थानों सहित संदिग्ध लोगों के सघन रूप से सैम्पल लिए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले में जो भी श्रमिक आ गया है, उपखण्ड अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि आया हुआ श्रमिक पैदल यात्रा नहीं करे।
न्होंने क्वारेंटाइन प्रभारी एवं परिवहन अधिकारी नवीन यादव को निर्देशित किया कि विदेशों से जो लोग इस जिले में आएंगे ,उनको क्वारेंटाइन करने के लिए आवास हेतु होटलों को चिन्हित किया जाए। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले सभी लोग क्वारेंटाइन का खर्चा स्वयं वहन करेंगे।
कलेक्टर ने जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता को निर्देशित किया कि शहर में पानी की व्यवस्था को सुधारा जाए तथा जलदाय विभाग अभावग्रस्त क्षेत्रों में पानी की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि टैंकरों से पानी सप्लाई करने वाला ठेकेदार समय पर व निविदा शर्तों के अनुसार पानी सप्लाई नहीं कर रहा है तो ऐसे ठेकेदार व फर्म को ब्लैक लिस्ट किया जाए।
राजस्थान आयुर्वेद नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति आयुर्वेद विभाग की ओर से जिले में फरवरी में नियुक्त 20 नर्सेज काे वेतन दिलाने की मांग की गई है।
समिति के जिला संयाेजक गाेकुल राम शर्मा ने बताया कि काेराेना महामारी में आयुर्वेद नर्सेज अग्रिम पंक्ति में काम कर रही हैं। काेराेना ड्यूटी के कारण उनका काम भी बढ़ा है, लेकिन उन्हें वेतन नहीं मिलने से आर्थिक स्थिति खराब हाे रही है। उन्हाेंने सरकार से इन नर्सेज काे समय पर वेतन भुगतान की मांग की है।
अन्नपूर्णा सेवा समिति द्वारा शुक्रवार को नंगली सर्किल, बिजलीघर व भगत सिंह चौराहा पर लोगों को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया गया।
समिति के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र जुनेजा व सदस्य विजेंद्र खंडेलवाल ने बताया कि समिति द्वारा आने वाले 2 दिनों में भी लगातार शाम 4.30 से 6 बजे तक चौराहाें पर लोगाें को आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जाएगा।
इस मौके पर विभाग संघचालक डॉ. केके गुप्ता, विभाग प्रचारक मुकेश कुमार, जिला प्रचारक नरेंद्र भारत, सांसद बालक नाथ, संतोष जैमन, रामजीलाल शर्मा, एबीवीपी विभाग संगठन मंत्री समशेर सिंह, सतीश शर्मा, डॉ. दुष्यंत यादव, पार्षद अजय पूनिया, हेमंत सैन, वैद्य हरिशंकर, संदीप योगी, राहुल, शैलेंद्र, रुचि आदि उपस्थित रहे।
कर्मचारी महासंघ (एकीकृत) व फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार काे जिला परिषद के सभी अधिकारी-कर्मचारियों की थर्मल स्कैनिंग का कार्य किया गया। परिषद के 70 से अधिक कर्मियों के शरीर का तापमान जांच करने के साथ मास्क का वितरण भी किया गया।
इस मौके पर महासंघ जिलाध्यक्ष पंकज शर्मा, फार्मासिस्ट यूनियन अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, लैब टेक्नीशियन जिलाध्यक्ष श्रीराम मीणा, डीआरडीए संघ अध्यक्ष अशोक मालिक, अशोक लखेरा, संतोष मीणा, अनूप छाबड़ा, दीपक यादव, करतार यादव, विजय सैनी अादि मौजूद रहे।
वित्तीय वर्ष 2018-19 का वार्षिक जीएसटी रिटर्न व ऑडिट दाखिल करने की अंतिम तिथि 30 जून से बढ़ा कर अब 30 सितंबर 2020 तक कर दी गई है।
उद्याेग और व्यवसाय के पक्ष में यह निर्णय लिया गया है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ने 24 मार्च को या इससे पहले लिए गए ई-वे बिलाें, जिसकी वैद्यता अवधि 20 मार्च से 15 अप्रैल की बीच थी। उनकी वैद्यता अवधि को भी बढ़ा दिया है।
सीए जिम्मी माेदी ने बताया कि जीएसटी रिटर्न फाइलिंग और कर भुगतान की इलेक्ट्राेनिक वेरिफिकेशन काेड (इवीसी) से सत्यापित करने की अनुमति भी दे दी गई है। यह 30 जून तक के लिए दी गई है।
‘हम तजाकिस्तान में फंसे हुए हैं। कोरोना की वजह से हमारे दिन का चैन और रातों की नींद हराम हो गई है। घर में खाने-पीने का स्टॉक भी तेजी से खत्म हो रहा है। सात दिन से चाय-कॉफी के लिए दूध तक नहीं मिल पा रहा। फाइनल इयर के एग्जाम भी डरते-डरते देने पड़ रहे हैं।’ यह कहते हुए राजस्थान के ब्यावर की मुदिता गौड़ के चेहरे से हताशा साफ झलकती है। तजाकिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई करने गए भारत के 1287 से ज्यादा स्टूडेंट्स फंसे हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 828 राजस्थान के हैं।
जम्मू-कश्मीर से लेकर बंगाल तक के छात्र अपने घर लौटने के लिए भारतीय दूतावास से लगातार मांग कर रहे हैं। तजाकिस्तान में कोरोना के 379 केस आ चुके हैं और अब तक आठ लोगों की मौत हो गई है। मुदिता गौड़ ने दैनिक भास्कर को बताया कि एमबीबीएस फाइनल इयर के एग्जाम अभी कैंसिल नहीं किए गए हैं। हम काफी डरे हुए हैं। भारतीय दूतावास से भी सिर्फ यही मैसेज आया कि आप घरों में ही रहें। एग्जाम देने के लिए प्राइवेट टैक्सी करके यूनिवर्सिटी जाना पड़ता है, साथ में मास्क, ग्लव्ज और सेनिटाइजर रखना होता है। यूनिवर्सिटी की तरफ से साफ कहा गया है कि अगर कोई भी स्टूडेंट मास्क व सेनिटाइजर साथ नहीं लाएगा तो उसे परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा।
राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक आरएमजीबी में कोविड-19 के प्रभाव व लॉकडाउन को देखते हुए संकट की घड़ी में अतिरिक्त वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने के लिए 3 नई सरलीकृत ऋण योजनाएं लॉन्च की है।
बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक पंकज भार्गव ने बताया कि बैंक द्वारा अपने आवास ऋण, कार ऋण व मॉर्गेज लोन के वर्तमान ग्राहकों को जिन्होंने 3 मासिक किस्तों का भुगतान फरवरी 2020 तक कर दिया है व जिनके ऋण खाते एनपीए में वर्गीकृत नहीं थे, ऐसे पात्र ग्राहकों को उनकी कुल चुकाई जाने वाली मासिक किस्तों के 15 प्रतिशत तक की राशि की नई ईएमआई के अनुसार न्यूनतम 25 हजार व अधिकतम 5 लाख तक का पर्सनल लोन प्रदान किया जाएगा।
यह पर्सनल लोन मात्र 10 प्रतिशत ब्याज दर पर प्रदान किया जाएगा। जिसको 5 वर्ष में चुकाना होगा। इसके तहत कोई निरीक्षण शुल्क नहीं लिया जाएगा तथा प्रक्रिया शुल्क भी न्यूनतम देय होगा। इसी प्रकार बैंक के मध्यम वर्गीय व्यापारी ग्राहकों को उनकी नकद साख सीमा के 10 प्रतिशत तक राशि का मांग ऋण प्रदान किया जाएगा। जो 2 वर्ष में मात्र 9.90 प्रतिशत की वार्षिक ब्याज दर पर चुकता किया जा सकेगा। बैंक के क्षेत्रीय व्यवसाय कार्यालय के मैनेजर दिलीप पिती ने बताया कि बैंक में अपने कृषकों को फसल बिक्री के विकल्प उपलब्ध ना होने के कारण उनके पास नकदी उपलब्धता की कमी के मध्यनजर उनको त्वरित वित्तीय सहायता उपलब्ध करवाने के लिए 1 लाख राशि तक का सावधि कृषि ऋण प्रदान किए जाने की ऋण योजना लॉन्च की है।
उन्होंने बताया कि नियमित रोल ओवर करने वाले किसान क्रेडिट कार्ड धारक को उसकी कृषि भूमि की डीएलसी रेट के अधिकतम 75 प्रतिशत व चालू वर्ष की केसीसी साख सीमा के 25 प्रतिशत तक की पात्रता के अधीन ऋण प्रदान किया जाएगा, जो 11 प्रतिशत की ब्याज दर पर 5 वर्ष में चुकता किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि बैंक ने लॉकडाउन को देखते रखते हुए अपने ग्राहकों को मैसेज भेज कर सरलीकृत ऋण प्रक्रिया के तहत ऋण सुविधा का उपयोग किए जाने का आह्वान किया।
एमजीएच के पास डिस्कॉम के ट्रांसफार्मर पर शुक्रवार दोपहर एक बजे किसी ने साइकिल फेंक दी। इससे ट्रांसफार्मर के नीचे पिलर बॉक्स की एलटी केबल में आग लग गई। सूचना मिलने पर जालोरी गेट बिजलीघर से जेईन अभिनव छंगाणी मौके पर पहुंचे और शास्त्रीनगर फायरब्रिगेड से दमकल बुलाई। दमकलकर्मियों ने दस मिनट में आग बुझा दी। एचटी केबल ठीक करने में 3 घंटे लगे। इससे इस केबल से जुड़े जालोरी गेट चौराहा, ब्रह्मबाग, ईदगाह सहित आसपास के 300 से अधिक घरों में 3 घंटे तक बिजली बंद रही। अब डिस्कॉम प्रशासन ने उस व्यक्ति की तलाश शुरू कर दी है।
लॉकडाउन के बढ़ने से कई सेक्टर में लोगों को आगे के दिनों की चिंता सताने लगी है। सोशल मीडिया पर ज्वैलर के सब्जी बेचने की फोटो वायरल हो रही है। जोधपुर में एक ऐसी तस्वीर हकीकत बन गई है। पावटा सब्जी मंडी के बाहर मिठाई की दुकान चलाने वाले विश्वेश्वर की दुकान पर करीब 40 दिन तक ताला लगा रहा। घर चलाने के लिए कमाना भी जरूरी है। ऐसे में उन्होंने अपनी मिठाई की दुकान को सब्जी की दुकान में तब्दील कर दिया। वे अब किलो के भाव में बर्फी या लड्डू नहीं बल्कि आलू-टमाटर बेच रहे हैं।
कोरोना से शहर को सुरक्षित रखने के लिए लॉकडाउन की प्रभावी कार्रवाईयों में जुटे पुलिस कर्मियों की शुक्रवार को एसपी ने पीठ थपथपाई। साथ ही कार्रवाई का नया टास्क भी दिया। एसपी डाॅ. विकास पाठक ने पुलिस कर्मियों से कहा कि नागौर को सुरक्षित रखने में पुलिस कर्मियों ने रात दिन ड्यूटी करते हुए कोरोना को हराने का कार्य किया है। इसके लिए सभी पुलिस कर्मियों की हौसला अफजाई की। साथ ही सुरक्षित रहते हुए और प्रभावी ड्यूटी के निर्देश दिए। एसपी ने बताया अब अनावश्यक कार्य एवं बगैर मास्क के घूमने वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। वास्तविक कार्य से निकलने वालों को कोई रोक टोक नहीं हैं। इसके लिए यातायात पुलिस से लेकर कोतवाली थाना व पुलिस की अन्य टीमें कार्रवाईयों में जुटेगी। इसके साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ की स्थिति पैदा नहीं हो। लॉकडाउन के दौरान सामाजिक दूरी से लेकर अन्य नियमों की प्रभावी तरीके से पालना करवाना जरूरी है। इस दौरान एएसपी रामकुमार कस्वां, डिप्टी मुकुल शर्मा, सीआई चन्द्र प्रकाश सहित अन्य पुलिस अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।
बोरानाडा थाना इलाके के नेशनल हाइवे के जैन मंदिर रोड पर शुक्रवार को एक कार व ट्रैक्टर में भिड़ंत हो गई। हादसे में कार चालक घायल हो गया। हादसा कार की तेज रफ्तार व ओवरटेक करने से हुआ। कार ओवरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित होकर ट्रैक्टर में जा घुसी। घायल कार चालक को पास के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रोड से ट्रैक्टर व कार को लोगों की मदद से एक तरफ करवाया।
कोरोना सर्वे में लगे कर्मचारी प्रशासन की ओर से खिलाए जाने वाले नाश्ते को खाकर बीमार हो रहे हैं। इनको पिछले कुछ दिनों से बदबूदार नाश्ता देने से कर्मचारी पेट दर्द, उल्टी-दस्त का शिकार हो गए हैं। अब चांदणा भाकर स्थित जिस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीन ये 90 कर्मचारी काम कर रहे हैं, उनमें से कुछ ने इसी स्वास्थ्य केंद्र पर दवाइयां लेकर अपना इलाज शुरू किया है। साथ ही पिछले तीन दिन से लगातार बदबूदार नाश्ते को बाहर फेंकना पड़ रहा है। अब कर्मचारी बिना सरकारी नाश्ते के ही कोरोना सर्वे के लिए चांदणा भाकर की हर गली-घर में जाकर कार्य कर रहे हैं। इस बारे में पीएचसी के प्रभारी डॉ. एमडी सिंह का कहना है कि नाश्ते में कभी पोहा, कभी खाम्मण तो कभी अन्य व्यंजन पैकेट में आ रहे हैं, लेकिन जब उन्हें खाने के लिए खोला जाता है तो इतनी बदबू आती है कि आदमी का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। खराब खाने की शिकायत कर्मचारियों ने की तो उनकी बात प्रशासन तक पहुंचाई।
लिए खोला जाता है तो इतनी बदबू आती है कि आदमी का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। खराब खाने की शिकायत कर्मचारियों ने की तो उनकी बात प्रशासन तक पहुंचाई।
शहर के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ नानूराम कुलदीप ने स्थानीय पुलिस थाने में रिपोर्ट देकर राजेन्द्र डूकिया, अर्जुनराम व उसके साथी के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि 7 मई को दोपहर पौने तीन बजे करीब वह अपने सरकारी आवास पर बैठकर सरकारी निर्देशानुसार बाहर से आए लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे थे कि खजवाना निवासी अर्जुनराम पुत्र मेहराम आया व एक्स-रे करने के लिए कहा। रिपोर्ट में बताया कि बार-बार ओपीडी के समय में ही एक्स-रे होने तथा पुलिस केस, एक्स रे रिक्वेस्ट फॉर्म भरकर पुलिस के साथ भिजवाने पर ही एक्स रे होने की बात कहने के बावजूद बार बार बहस करता रहा तथा राजेन्द्र डूकिया ने फोन कर उनके कार्य में बाधा डाली तथा सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी व साथी चिकित्सक की इज्जत धूमिल की। वही पुलिस ने चिकित्सकों राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
बोरानाडा थाना इलाके की एक फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह छह बजे आग लग गई। सूचना पर बोरानाडा से दमकल मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने का प्रयास शुरू किया गया, लेकिन हालात देखते हुए बासनी से भी एक दमकल को मौके पर बुलाया गया। आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। फैक्ट्री में आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया। आग से कुछ सामान जल गया।
कोरोना महामारी के कारण केंद्र सरकार ने 4 मई से लॉकडाउन को 17 मई तक आगे बढ़ाया है। इसी के तहत राज्य सरकार ने कुछ गाइड लाइन जारी की है। इसकी पालना नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। जारी आदेश अनुसार सार्वजनिक या कार्यस्थल पर मास्क पहनकर ही जाना होगा, नाक और मुंह अच्छी तरह से ढकना होगा। मास्क पहनकर दुकान पर आने वाले व्यक्ति को ही सामान देने को कहा। बिना सूचना के शादी समारोह करने, सार्वजनिक स्थानों पर गुटखा तंबाकू खाकर थूकने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा शादी समारोह में 50 से अधिक लोगों के शामिल होने और अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों के जाने पर पाबंदी रहेगी। लॉकडाउन के दौरान नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, इसके लिए कैटेगरी वाइज जुर्माना राशि तय की गई है। जारी गाइडलाइन के अनुसार दुकानदारों, पुलिस प्रशासन, सहित अन्य विभाग के अधिकारियों को पूर्णत: पालना करवाने के आदेश दिए हैं। हालांकि सरकार इस गाइडलाइन को लॉकडाउन के समापन के बाद भी जारी रख सकती है। ऐसे में आमजन को कड़ाई से इन नियमों की पालना करनी होगी। अन्यथा जुर्माना राशि अदा करनी पड़ सकती है।
जानिए... लॉकडाउन-3 में किस गलती पर कितना जुर्माना
> सार्वजनिक या कार्यस्थल पर बिना मास्क या फेस कवर के जाने पर (200 रुपए)
> दुकानदार द्वारा किसी व्यक्ति को मास्क या फेस कवर न पहने हुए कोई वस्तु देने पर (500 रुपए)
> गुटखा, तंबाकू खाने के बाद थूकने पर (200 रुपए)
> सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने पर अौर शराब, गुटखा तंबाकू बेचने वाले दुकानदार या दुकान में 5 से अधिक व्यक्ति मिलने पर (500 रुपए)
> सार्वजनिक स्थान पर पान, गुटखा तंबाकू खाते
पाए जाने पर (200 रुपए)
> सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी (न्यूनतम 6 फीट) नहीं बनाने पर (100 रुपए)
> बिना सूचना के शादी करने, इकट्ठा होने पर (5000 रुपए)
> विवाह संबंधी किसी समारोह में 50 से अधिक लोग मिलने पर (10 हजार रुपए)
मई महीने का प्रथम सप्ताह समाप्त हाेने के बाद गर्मी के तेवर तीखे हाेने लगे हैं। शुक्रवार काे 40 डिग्री अधिकतम तापमान के साथ जिले में भिवाड़ी सबसे गर्म रहा।
पिछले दिन की तुलना में शुक्रवार काे शहर का अधिकतम तापमान 3 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 4 डिग्री अधिक रहा।
शुक्रवार काे शहर का अधिकतम तापमान 38 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहा। सुबह 10 बजे बाद से ही गर्मी का असर बढ़ने लगा गया था। दिन चढ़ने के साथ पारा चढ़ता गया। दिन में गर्म हवा चल रही थी। पंखे भी गर्म हवा फेंक रहे थे। दाेपहर 3 बजे भिवाड़ी में पारा 40 डिग्री काे छू गया ताे अलवर में पारा 38 डिग्री काे छू गया।
एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल फॉर हैंडीक्राफ्ट की ओर से देश का पहला वर्चुअल हैंडीक्राफ्ट फेयर लगाया जाएगा। इसमें 2500 एग्जीबिटर्स शामिल होंगे। यह कहना है ईपीसीएच के डायरेक्टर जनरल राकेश कुमार का। यह ऑनलाइन फेयर 1 से 9 जून तक लगेगा। राकेेश कुमार बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते हैंडीक्राफ्ट का अप्रैल में होने वाला फेयर रद्द हो चुका है और भविष्य में निर्यातकों की स्थितियों को ध्यान में रखते हुए ईपीसीएच की बोर्ड मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि शीघ्र ही इंटरनेट बेस्ड वर्चुअल फेयर लगाया जाएगा। इससे निर्यातक अपने शहर में बैठे अपने प्रॉडक्ट का प्रस्तुतीकरण कर सकेंगे। इस फेयर से विश्वभर के ग्राहकों को जोड़ा जाएगा व इसके माध्यम से न केवल निर्यातकों को ऑर्डर दे सकेंगे, बल्कि उनसे संपर्क भी कर सकेंगे।
ईपीसीएच ने इसका जिम्मा यूके की एक कंपनी को दिया है व इस फेयर में करीब 10 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। उन्होंने बताया कि उनकी प्लानिंग है कि निर्यातकों के प्रॉडक्ट्स को अब देश में भी प्रमोट किया जाए ताकि यहां भी उनको ऑर्डर मिल सकें। गौरतलब है कि अप्रैल में होने वाले फेयर के आसपास चाइना में भी एक फेयर होता है, जो इस बार नहीं हो पाया, इस फेयर के नहीं होने की वजह से चाइना की ओर से भी 9 जून से वर्चुअल हैंडीक्राफ्ट फेयर आयोजित करने की तैयारी की जा रही है।
अमेरिका से बिजनेस मिलने की उम्मीद
राकेश कुमार ने बताया कि मौजूदा हालात में अमेरिका व चाइना के बीच ट्रेडवार चल रहा है। वहीं चाइना कोरोना के चलते कई देशों का विरोध भी झेल रहा है। ऐसे में उम्मीद है कि देश के निर्यातकों को अच्छा बिजनेस मिल सकता है।
ईपीसीएच का ऑनलाइन वर्चुअल फेयर वर्तमान समय में अच्छा कॉन्सेप्ट है। यह फेयर कितना सफल रहेगा, यह कहना अभी जल्दबाजी है। इस कठिन समय में हम सरकार से इस फेयर में निर्यातकों के लिए विशेष योजना के तहत सब्सिडी की मांग भी करेंगे। - डाॅ. भरत दिनेश, अध्यक्ष, जोधपुर हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट्स एसोसिएशन
स्थानीय पुलिस ने शुक्रवार को एक शातिर वाहन चोर को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर कुएं के अन्दर से मोटरसाइकिल भी बरामद की है। थानाधिकारी देवीलाल बिश्नोई ने बताया कि गत सप्ताह थाना क्षेत्र के खजवाना गांव के अस्पताल के पास स्थित एक मकान से मोटरसाइकिल अज्ञात चोर द्वारा मोटरसाइकिल चुराकर ले जाने का मामला थाने में दर्ज कराया गया। जांच में खजवाना से मोटरसाइकिल चुराने के आरोपी ग्वालू निवासी पप्पूराम बावरी को थाने के हैड कांस्टेबल लाला राम, कांस्टेबल जगदीश जांगु, बलदेवराम बाना की टीम ने ग्वालू से गिरफ्तार कर पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर ग्वालू गांव के कुएं में फेंकी गई मोटरसाइकिल बरामद की। थानाधिकारी बिश्नोई ने बताया कि आरोपी युवक खींवसर, भावण्डा, गोठन, भोपालगढ, सहित प्रदेश के कई थानों में मोटरसाइकिल चोरी के करीब 10 मामले में जेल जा चुका है। आरोपी आदतन चोर है। यह जेल से रिहा होते ही चोरी की वारदात को अंजाम देता है।
पूरी दुनिया में कोविड-19 महामारी के प्रकोप और इसके परिणामस्वरूप लागू लॉकडाउन के कारण होने वाली अनेक किस्म की परेशानियों के बावजूद हमारे देश भारत के फाइनेंस और एकाउंटिंग सेक्टर के पेशेवरों और यूएस सीपीए एग्जाम्स देने वाले भावी कैंडिडेट्स के लिए एक बहुत अच्छी खबर यह है कि, इस बार 1 जून को भारत में भी पहली बार यूएस सीपीए एग्जाम्स आयोजित किया जाएगा। अगर आप एक लाइसेंस्ड सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट सीपीए बनना चाहते हैं तो आपको यूनिफार्म सीपीए एग्जाम पास करना होगा। सीपीए लाइसेंस्ड कैंडिडेट्स संयुक्त राज्य अमेरिका में पेशेवर अकाउंटेंसी और टैक्सेशन की निजी प्रैक्टिस शुरू कर सकते हैं। एक क्वालिफाइड और एक्सपर्ट सीपीए बनने के लिए, कैंडिडेट्स को 3-ई अर्थात एजुकेशन, एग्जाम और एक्सपीरियंस की शर्त को पूरा करना होता है। दरअसल, अमरीकन इंस्टीट्यूट ऑफ़ सर्टिफाइड पब्लिक एकाउंटेंट्स एआईसीपीए और नेशनल एसोसिएशन ऑफ़ स्टेट बोड्र्स ऑफ़ एकाउंटेंसी एनएएसबीए ने भारत के 8 प्रोमेट्रिक टेस्ट सेंटर्स में जून और सितंबर 2020 के यूएस सीपीए एग्जाम्स आयोजित करने का निर्णय लिया है ताकि कोरोना वायरस से उत्पन्न गंभीर परिस्थितयों में इंटरनेशनल ट्रेवल की आवश्कता न पड़े।
भारत के 8 प्रोमेट्रिक टेस्ट सेंटर्स
1. अहमदाबाद, 2. बैंगलोर, 3. चेन्नई, 4. हैदराबाद, 5. कोलकाता, 6. मुंबई, 7. नई दिल्ली, 8. त्रिवेंद्रम
यूएस सीपीए एग्जाम्सः ये हैं 4 सेक्शन्स-
इस सीपीए एग्जाम में चार सेक्शन होते हैं जिनकी अवधि 4 घंटे होती है. आपको ये सभी सेक्शन्स 18 महीने अर्थात डेढ़ साल के भीतर अवश्य पास करने होते हैं. हरेक सेक्शन के लिए कम से कम पासिंग स्कोर 75 माक्र्स हैं। यूएस सीपीए एग्जाम के सभी एग्जाम्स में दो प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं, जो बहुविकल्पी मल्टीपल चॉइस - एमसीक्यू और कार्य-आधारित (टास्क-बेस्ड - टीबीएस) सिमुलेशन प्रकार के होते हैं. आमतौर पर इस एग्जाम में पूछे जाने वाले 60ः प्रश्न एमसीक्यू प्रकार के होते हैं, जबकि बाकी 40ः प्रश्न टीबीएस प्रकार के होते हैं.
> ऑडिटिंग एंड अटेस्टेशन एयूडी
> बिजनेस एनवायरनमेंट एंड कॉन्सेप्ट्स बीईसी
> फाइनेंशल एकाउंटिंग एंड रिपोर्टिंग एफएअार
> रेगुलेशन आरईजी
सीपीए एग्जाम शेड्यूल
आप निम्नलिखित चार ‘टेस्टिंग विंडोज़’ में से किसी एक विंडो अवधि के दौरान यह एग्जाम दे सकते हैं और इस एग्जाम के लिए अप्लाई करने के लिए एनएएसबीए के सीपीए सेंटर में विजिट कर सकते हैं।
> 01 जनवरी, 10 मार्च, 2020 (यह अवधि पहले ही समाप्त हो गई है.)
> 01 अप्रैल, 10 जून, 2020
(20क्यू2 टेस्टिंग विंडो की तिथि 10 जून, 2020 से बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर दी गई है.)
> 01 जुलाई 10 सितंबर, 2020
> 01 अक्टूबर,10 दिसंबर, 2020.
महत्त्वपूर्ण सूचना
> 20क्यू2 टेस्टिंग विंडो की तिथि 10 जून, 2020 से बढ़ाकर 30 जून, 2020 कर दी गई है.
> 01 अप्रैल, 2020 से 30 जून, 2020 तक समाप्त होने वाले एनटीएस को एनएएसबीए 30 सितंबर, 2020 तक बढ़ायेगा.
> प्रोमेट्रिक अपनी सभी सभी पुनर्निर्धारित फीस माफ करेगा.
> 01 जुलाई, 2020 से टेस्टिंग विंडोज़ को बदलकर “कंटीन्यूअस टेस्टिंग ” कर दिया जाएगा जिसके बाद कैंडिडेट्स पूरे साल, किसी रुकावट के बिना पर अपने पहले के एग्जाम अटेम्प्ट्स के स्कोर्स हासिल करने की प्रतीक्षा किये बिना ही अपने एग्जाम्स दे सकेंगे.
भारत में यूएस सीपीए एग्जाम देने के लिए आवश्यक शर्त
भारत में यूएस सीपीए एग्जाम देने के लिए, आपको निम्नलिखित देशों की नागरिकता प्राप्त होनी चाहिए: भारत, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार, मालदीव, नेपाल, श्री लंका, अमेरीका
जोधपुर जिले से शहर की तरफ बढ़ रहा टिड्डी दल 80 प्रतिशत नष्ट किया जा चुका है, लेकिन शेष दल का रुख अब खींवसर से होते हुए नागौर की तरफ बढ़ रहा है। विभाग का दावा है कि यह दल शनिवार को लगभग समाप्त कर दिया जाएगा। टिड्डी नियंत्रण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर केएल गुर्जर का कहना है कि गुरुवार को विभाग की दो टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर टिड्डी दल पर नियंत्रण अभियान चलाया था, जिसमें काफी हद तक सफलता मिली है, लेकिन एक दल बाड़मेर से शेरगढ़ की तरफ बढ़ रहा है, वह जोधपुर की तरफ बढ़ सकता है। गुर्जर ने बताया कि एक बड़ा टिड्डी दल कलाऊ से ओसियां व उसके आसपास के क्षेत्रों की तरफ बढ़ने की जानकारी मिली थी। गुरुवार को विभाग की पांच टीमों ने सर्वे के आधार पर 430 हेक्टेयर एरिया में टिड्डी को समाप्त करने का अभियान चलाया और 80 फीसदी टिड्डी काे समाप्त कर दिया है। कुछ क्षेत्र कंटीले होने की वजह से टीमें वहां नहीं पहुंच सकीं तो वहां मौजूद करीब 20 प्रतिशत टिड्डी ने खींवसर से होते हुए नागौर की तरफ रुख किया है। विभाग की नागौर टीम के नेतृत्व में शनिवार सुबह उन्हें समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
फलोदी टीम ने किया था टिड्डी पर हमला| फलोदी टीम के प्लांट प्रोटेक्शन ऑॅफिसर पवन कुमार ने बताया कि टीम ने कुल 580 हेक्टेयर क्षेत्र पर बैठी टिड्डी पर हमला किया था। इसके लिए 5 टीमें कार्य कर रही थी। टीम ने ओसियां के पास स्थित नांदिया जाजड़ा व नांदिया खुर्द में टिड्डी समाप्त करने के लिए कार्य किया था। पवन कुमार ने बताया कि टिड्डी का एक दल बाड़मेर से फलसूंड की तरफ से हाेते हुए सोहनपुरा की तरफ बढ़ रहा है। यह दल शनिवार तक शेरगढ़ की तरफ पहुंच सकता है। यदि हवाओं का रुख दक्षिण पश्चिम रहा तो यह दल जोधपुर की तरफ प्रवेश कर सकता है।
लॉकडाउन के चलते फंसे प्रवासी मजदूरों का आवागमन जारी है। जिले में आने के लिए औसतन 62 हजार मजदूरों का ऑन लाइन पंजीयन हुआ है। इसके लिए पुलिस और प्रशासन की अपनी व्यवस्थाएं भी चाक चौबंद हैं। हालांकि अब मजदूरों का मूवमेंट थम जाएगा। क्योंकि अब तक उन्हीं मजदूरों का मूवमेंट हो रहा था जिनके 6 मई तक पास जारी हो चुके थे। ऐसे में नए मूवमेंट के अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं हैं, लेकिन जो मजदूर आ रहे हैं उनका जिला सीमा पर बनाए गए चेक पोस्ट एवं ट्रांजिट शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके बाद पुलिस की मदद से घर भेजने या संस्थागत क्वारेंटाइन की सलाह जारी की जा रही है। वहीं जिले से बाहर जाने वाले मजदूरों को प्रशासन की मदद से रवाना किया जा रहा है।
विभिन्न राज्यों से जिले में आने के लिए 62 हजार प्रवासियों का हुआ रजिस्ट्रेशन
कार्यवाहक तहसीलदार रूघाराम सैन ने बताया उत्तर प्रदेश के श्रमिकों को शुक्रवार को दो रोड़वेज बसों से रवाना किया है। ये बसें भरतपुर सीमा तक जाएगी। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से मजदूरों को उनके घर भेजने की व्यवस्था करवाई जा रही है। वहीं 9 बसे बिहार के मजदूरों को शनिवार सुबह अजमेर लेकर जाएगी। इसके बाद वहां से उनको ट्रेन की सहायता से घर भेजने की व्यवस्था है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के मजदूरों को भी भेजने की योजना अभी बनाई जा रही है।
राजस्थान एवं दूसरे प्रदेशों से भी बड़े पैमाने पर मजदूरों की घर वापसी हुई है। 29 अप्रैल से 7 मई तक जिले में औसतन 21 हजार 286 मजदूरों की घर वापसी हुई है। इनमें 6 हजार 146 मजदूर तो प्रदेश के दूसरे जिलों से आए हैं। जबकि 15 हजार 140 मजदूर राजस्थान के अलावा दूसरे प्रदेशों से पहुंचे हैं। जबकि ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन औसतन 62 हजार मजदूरों का हुआ है।
अब रुक जाएगा मूवमेंट
पुलिस अधीक्षक डाॅ. विकास पाठक ने बताया अब नया मूवमेंट रुक जाएगा। क्योंकि छह मई तक जिन लोगों के पास जारी हुए थे उन्हीं को मूवमेंट करना था। ऐसे में अब केवल पास धारको को ही आवागमन की स्वीकृति मिलेगी। इसके चलते ट्रांजिट कैंप भी बंद होंगे। जिले के 17 थानों पर पुलिस के 27 नाके लगाए हैं, जिनसे लोगों का आवागमन हो सकता है। वहीं चोरी छिपे जाने-जाने वालों के खिलाफ धरपकड़ के लिए पुलिस के जवान तैनात हैं। गुरुवार को डीडवाना पुलिस ने दो कंटेनरों को रुकवाकर उसमें भरे 120 मजदूरों को निकाला। जो चोरी छिपे जिले में घुसने का प्रयास कर रहे थे। सभी मजदूरों को क्वारेंटाइन कर चालक को गिरफ्तार किया गया।
सीमाएं बंद की हुई हैं
भारी तादात में मजदूरों के आवागन के चलते जिले की सीमाएं सील हैं। सभी जगह पुलिस की नाकेबंदी के साथ मेडिकल टीम व शिक्षक तैनात हैं। प्रत्येक आवागमन पर नजरें गड़ाए हुए हैं। इसके अलावा देहात में कई टीमें लगी हुई हैं। जो गांव में आने जाने वालों का पता लगाती हैं। उल्लेखनीय है कि पहला लॉकडाउन 25 मार्च को लगा था। इसके बाद से सभी तरह के कारखाने एवं उद्योग धंधे बंद हो गए थे। इसके चलते ज्यादातर मजदूर वर्ग बेरोजगार हो गए। कईयों के सामने खाने-पीने का संकट भी गहराने लग गया था। निर्माणाधीन अंबुजा सीमेंट प्लांट के ढाई हजार मजदूरों ने पथराव कर विरोध प्रदर्शन तक कर दिया था। इसके बाद सरकार की मदद से मजदूरों को बाहर भेजना शुरू कर दिया गया था।
28 अप्रैल से दो मई तक जिले से 5 हजार 210 प्रवासी मजदूरों की घर वापसी हो चुकी हैं। इनमें राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, झारखंड एवं बिहार के श्रमिकों की संख्या ज्यादा है, जिनको अब तक घर भेजा जा चुका है।
काेराेना काल में अब तक कुल 4427 सैम्पल लिए जा चुके है। जबकि 3710 सैम्पल की रिपोर्ट प्राप्त हाे चुकी है। अब तक लिए गए कुल सैम्पल में से 3592 की रिपोर्ट नेगिटिव है और जिले में शुक्रवार को एक ही दिन में 379 नए सैम्पल लिए गए। वर्तमान में 717 सैम्पल की रिपोर्ट आना शेष है। जिले में कुल 118 कोरोना पाॅजिटिव मरीजों में से 102 उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं, जिन्हें अस्पताल आइसोलेशन से संस्थागत क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है। जेएलएन अस्पताल से शुक्रवार कोे 135, राजकीय बांगड़ अस्पताल, डीडवाना में 73, राजकीय जी.आर. सरावगी अस्पताल लाडनूं में 32, राजकीय अस्पताल कुचामन में 19, राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, मकराना में 50 तथा सीएचसी परबतसर में 42 सैम्पल लिए गए। राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मूंडवा में भी पहली बार शुक्रवार को 28 सैम्पल लिए गए। उल्लेखनीय है कि एक दिन के नवजात ने भी कोरोना को हरा दिया। उसकी अब रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।
शहर में चाट और पानीपूरी आदि बेचकर गुजारा करने वाले यूपी, एमपी व बिहार के करीब 150 कामगार अपने घर लौटना चाहते हैं। पिछले 1 सप्ताह से प्रशासन और पुलिस के यहां चक्कर काट रहे हैं लेकिन भेजने की व्यवस्था नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त है। किराया मांग रहे मकान मालिकों के तानों से भी परेशान हो गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बताए गए उपायों के आधार पर ऑनलाइन आवेदन भी किया। प्रशासन से लेकर पटवारी तक अपने लोगों की लिस्ट सौंप दी है फिर भी हर जगह से निराशा हाथ लगने से हताश हो गए हैं। दूसरी ओर प्रशासन ने इनको भेजने के लिए संबंधित प्रदेशों के प्रशासन से संपर्क साध रखा है, लेकिन अब तक उधर से कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला है। जानकारी अनुसार कुम्हारी दरवाजा क्षेत्र में 5-6 कमरों में रह रहे लोगों ने बताया कि घर में बैठे होने के कारण खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हो रही है। भामाशाह की ओर से 10 से 15 दिन में राशन आता है जो पर्याप्त नहीं हाे रहा है। 6 दिन पहले कलेक्ट्रेट के सामने जाकर बैठे तो पुलिस ने हटा दिया। कोतवाली थाने लेकर गए वहां सभी की लिस्ट बना ली लेकिन भेजने का इंतजाम नहीं किया। प्रशासनिक अधिकारियों के यहां चक्कर काटने के बाद ऑनलाइन अप्लाई करने को कहा जिस पर भी 400 रुपए खर्च कर अप्लाई कर दिया है। कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने बताया कि पानीपुरी वाले कामगारों का मुद्दा उनके प्रसंग में है। हम उन्हें भेजने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनके राज्य लेने को तैयार नहीं हैं।
शहर में 2 दिन पहले हुई बारिश भी तापमान को थाम नहीं पाई है। तेज धूप की वजह से गुरुवार को जहां पारा 42 डिग्री था वहीं शुक्रवार को 1 डिग्री बढ़कर 43 डिग्री पहुंच गया है। जो इस सीजन का सर्वाधिक तापमान है। दोपहर के समय हालत यह थी कि धूप में 2 मिनट भी खड़े नहीं हो पा रहे थे। तेज गर्मी की वजह से लॉक डाउन में फायदा हुआ, क्योंकि लोगों की आवाजाही थम गई। तेज धूप के बाद दोपहर 3 बजे से बादलों की आवाजाही बढ गई जिससे तापमान एक डिग्री गिरकर 42 पर आया और शाम 6 बजे भी तापमान 41 डिग्री से नीचे नहीं उतरा। रात को भी तापामान न्यूनतम 30 डिग्री से कम नहीं हो रहा है। इससे पूर्व मई माह का पहला और दूसरा दिन सीजन का सबसे गर्म दिन रहा था। अब बारिश नहीं होने पर रात और दिन का तापमान और ज्यादा बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन तक फिर से अंधड़ और बारिश की संभावना जताई है।
लॉकडाउन के दौरान शहर में शुक्रवार को किले ढाल गांधी चौक दिल्ली दरवाजा रोड दिल्ली दरवाजा के बाहर दर्जनों नई इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिक्स, मोबाइल और डीटीएच की दुकानें और खुली। वहीं दूसरी ओर शहर के अंदरूनी बाजारों में पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए आने-जाने के रास्ते पर बैरिकेड लगा दिए हैं। गांधी चौक स्थित घंटाघर के तीनों द्वार को बैरिकेड लगाकर सील कर दिया है। इसके चलते बाजार जाने वाले ग्राहक परेशान हुए। चारों तरफ से बाजार जाने के रास्ते बंद होने से किराना आदि सामान खरीदने वाले ग्राहक बाजार में नहीं पहुंच पाए। पहले से ही रोटेशन के आधार पर खुल रहा हुक्कापोल पंसारी बाजार सुना हो गया। बाजार के रास्ते बंद करने पर किराणा मर्चेंट एसोसिएशन ने नाराजगी जताते हुए व्यापार खत्म करने की साजिश बताया है। पुलिस प्रशासन का मानना है कि बाजार में भीड़ को नियंत्रण में रखने के लिए बैरिकेड्स लगाए हैं।
जानकारी अनुसार शहर के हुक्का पोल, मोहन मार्केट आदि क्षेत्र के किराणा व्यवसायियो की दुकानें भीड़ ज्यादा होने के कारण बंद करा दी गई थी। जिसको रोटेशन के आधार पर खोला जा रहा है। प्रशासन ने रोज चार दुकान खोलने के आदेश दे रखे हैं। दूसरी ओर शहर के अन्य मार्केट में बाजार खुलने से सवेरे लोगों की आवाजाही ज्यादा रही। किले की ढाल में इलेक्ट्रोनिक्स और इलेक्ट्रिक की दुकानें खुली। मगर ग्राहकी का अभाव ही नजर आया। दोपहर में तो तेज गर्मी के कारण मार्केट सुनसान ही रहा था।
खींवसर थाना क्षेत्र के पांचला पिपलिया के पास शुक्रवार दोपहर में खेजड़ी के पेड़ पर एक ही रस्सी से शादीशुदा प्रेमी युगल के शव लटके हुए मिले। दोनों एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। जो रात को मोटरसाईकिल से फरार हुए थे। सीओ मुकुल शर्मा ने बताया कि प्रेमी युगल के शव पेड़ पर लटके होने की सूचना दोपहर ढाई बजे मिली। जानकारी पर थाना प्रभारी केशर सिंह व हैड कांस्टेबल रामप्रकाश मय जाब्ता पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से दोनों शव नीचे उतारे और सीएचसी में रखवाया। इसके बाद शव की शिनाख्त लवेरा निवासी सुरेश 23 पुत्र केशाराम मेघवाल तथा युवती विवाहिता पांचौड़ी थाना इलाके के साठीका कलां निवासी विमला के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों रात को निकले। जब किसी ग्रामीण ने शव पेड़ से लटके हुए देखे तो सूचना पुलिस तक पहुंची। पुलिस ने बताया कि सुरेश व विमला जब बाइक से निकले तो उनको ग्रामीणों ने देखा भी था। दोनों एक ही परिवार के रहने वाले बताए जा रहे हैं। सुरेश बचपन से ही अपने मामा के घर रहता आ रहा है। इसके चलते दोनों के बीच जब प्रेम संबंध बने तो फरार हो गए। पुलिस ने मर्ग दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है। विमला के परिजन नहीं आने से अभी तक पोस्टमार्टम नहीं हुआ है। शव को मोर्चरी में रखवाया गया है। परिजनों की रिपोर्ट के बाद पीएम कर शव सौंपे जाएंगे।
आखिर अपनी गलती सुधारते हुए चिकित्सा विभाग ने कुड़ी 12 सेक्टर से बुधवार की रिपोर्ट में पाॅजिटिव आई दो महिलाओं को बोरानाडा कोविड सेंटर शिफ्ट कर दिया। भास्कर ने 8 मई के अंक में...ये गलत है शीर्षक से प्रकाशित खबर में बताया था कि रिपोर्ट आने के बाद पॉजिटिव महिलाओं को तुरंत संदिग्धों से अलग कर एमजीएच, एमडीएमएच या बोरानाडा कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया जाना था, लेकिन नहीं किया गया। कुड़ी क्वारेंटाइन के इंचार्ज तो महिलाओं के पॉजिटिव रिपोर्ट आने की बात से ही इनकार कर रहे थे। जब इसकी शिकायत कलेक्टर ऑफिस पहुंची तो विभाग की नींद खुली और शुक्रवार को दो से अधिक पॉजिटिव मरीजों को बोरानाडा सेंटर भेजा गया.
जिले में कोरोना के हॉट स्पॉट बासनी बेलिमा गांव में सैंपल लेने में अब ढील पोल चलने वाली नहीं है। अब डॉक्टरों की एक बार सूचना पर अगर संदिग्ध सैंपल देने नहीं आएगा तो उसको पुलिस की टीम घर से खींचकर लाएगी। इसके लिए दस पुलिस कर्मियों की एक टीम का भी गठन कर दिया गया है। इस टीम में कुछ महिला पुलिस कर्मियों को भी लिया गया है। जो पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट) किट पहनकर डॉक्टरों की सूचना के इंतजार में रहेगी।
पुलिस की यह सख्ती बीते कुछ दिनों से सैंपल देने में की जा रही आनाकानी के बाद शुरू हुई है। क्योंकि गुरुवार को पुलिस ने बासनी बेलिमा गांव में फ्लैग मार्च निकालते हुए प्रशासन के 60-70 लोगों को नोटिस थमाए थे। जो सैंपल देने में आनाकानी कर रहे थे। इन नोटिसों के तामिल होते ही रात को सैंपल देने की होड़ लग गई। पुलिस सुरक्षा के बीच में लोग सैंपल देने पहुंच गए और एक ही दिन में रिकॉर्ड तोड़ 96 सैंपल लिए गए। बासनी बेलिमा गांव से सैंपल संख्या बढ़ाने के लिए अब 25 वोलियंटर्स को भी तैयार किया गया है। जो बासनी बेलिमा में महीनों से काम कर रहे डॉक्टर एवं पुलिस कर्मियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे। ये वोलियंटर्स पुलिस और डॉक्टर के साथ लोगों को सैंपल देने के लिए प्रेरित करेंगे।
रात दो बजे तक लिए गए सैंपल, व्यवस्था के लिए 25 वॉलिंटियर्स भी लगाए
पुलिस उप अधीक्षक मुकुल शर्मा ने बताया सैंपल देने का सिलसिला रात नौ बजे से शुरू हुआ जो आधी रात दो बजे तक चलता रहा। इस बीच वे स्वयं तथा भारी संख्या में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। इससे सैंपल देने वालों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो। इसके अलावा अब हर दिन शाम के समय डॉक्टर संदिग्धों के घर पहुंचकर सैंपल लेने का बोलेंगे। इसके लिए उनकी ओर से समय बताया जाएगा और फिर टीम उसे लेने पहुंचेगी। इसके बाद संदिग्ध नहीं आता है तो पुलिस टीम घर से उठाकर लाएगी। शर्मा ने बताया बीते कुछ दिनों से लोगों ने अचानक सैंपल देना बंद कर दिया था। चिकित्सक बुलाने जाते लेकिन उनको बहानेबाजी करके टरका रहे थे। कई लोग आने का बोल देते लेकिन जब टीम पहुंचती तो आनाकानी करने लग जाते। ऐसे में प्रतिदिन सैंपल संख्या घटकर 10 -20 तक ही रह गई थी। जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो सैंपल की संख्या अचानक बढ़ गई है। डिप्टी ने बताया मुंबई से 25 लोग बस में सवार होकर बासनी बेलिमा के पास कुम्हारी गांव पहुंचे हैं। इन सभी का बासनी सीएचसी में सैंपल लेने के साथ ही सभी को इंस्टीट्यूशनल क्वोंरटाइन (संस्थागत क्वारेंटाइन) कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि बासनी बेलिमा गांव में कोरोना के संक्रमण का मुख्य स्रोत मुंबई बताया गया है। ऐसे में बासनी में आने वाले प्रत्येक का सैंपल लेना अनिवार्य है।
एक दिन के संक्रमित नवजात ने कोरोना को हरा दिया
जेएलएन में भर्ती पाॅजिटिव मरीजों में से शुक्रवार को 20 की सैम्पल रिपोर्ट दो बार नेगिटिव आने के बाद डिस्चार्ज किया गया। अब 14 मरीज जेएलएन में है। सभी बासनी के है। डिस्चार्ज करने के दाैरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सत्तार खान, सीएमएचअाे डाॅ. सुुकुमार कश्यप, एसीएमएचओ डाॅ. शीशराम चाैधरी, बीसीएमओ डाॅ. महेन्द्रसिंह मीणा, पीएमओ डाॅ. शंकरलाल, डाॅ. राजेन्द्र बेड़ा ने करतल ध्वनी से विदाई दी। बासनी में सभी का पूर्व मंत्री हबीबुर्रहमान अशरफी लाम्बा ने स्वागत किया। गांव में अब तक 106 संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 93 ठीक हो चुके हैं। 1 दिन का संक्रमित नवजात भी कोरोना को हरा चुका है। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई।
कोरोना के चलते अस्पतालों में भीड़ कम करने के लिए सरकार ने लोगों को घर-घर स्वास्थ्य सुविधा देने का फैसला लिया है। इसके लिए प्रदेश में इस संजीवनी ओपीडी परामर्श सुविधा सोमवार से शुरू कर दी गई है। प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों के विभिन्न विभागों के डॉक्टर सुबह 8:30 से दोपहर 2:00 बजे तक इस निशुल्क स्वास्थ्य परामर्श की सुविधा देने के लिए उपलब्ध रहेंगे। कोरोना के चलते बीमार लोग अस्पताल आने से असहज महसूस कर रहे हैं इसके चलते यह फैसला लिया गया है।
ऑडियो एवं वीडियो कॉल पर डॉक्टर देंगे परामर्श
जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ गोविंद गुप्ता ने बताया कि ई संजीवनी ओपीडी सुविधा का लाभ उठाने के लिए कंप्यूटर, लैपटॉप, टेबलेट के साथ वेब कैमरा, माइक, स्पीकर और इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत होगी और यह सुविधा मोबाइल फोन पर भी उपलब्ध रहेगी। रोगी को पंजीयन करने के बाद एक टोकन नंबर मिलेगा। इससे लोगिन करने के बाद डॉक्टरी परामर्श की प्रक्रिया आरंभ होगी। यदि आपके परामर्शदाता डॉक्टर को विशेषज्ञ सलाह की आवश्यकता महसूस होती है तो टेलीमेडिसन सुविधा का भी प्रयोग किया जा सकता है।
ऐसे करना होगा रजिस्ट्रेशन
इंजीनियर रोशन अग्रवाल एवं टेली मेडिसन इंचार्ज राघवेंद्र शुक्ला तथा अखिलेश गुप्ता ने बताया कि वेब पोर्टल पर जाकर संजीवनी डॉट इन टाइप करना है। जिसके बाद रजिस्ट्रेशन पर क्लिक किया जाएगा। जहां मरीज को अपनी जानकारी और मोबाइल नंबर एंटर करने होंगे। मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा। जिसे सेव करना होगा। जिसके बाद वेब पोर्टल पर ही इस संजीवनी वेबसाइट पर मरीज अपने मोबाइल नंबर और पासवर्ड में उसे मिले टोकन नंबर डाल कर लॉगइन करेगा। जिसके बाद उसे किस डॉक्टर से परामर्श लेना है इसकी जानकारी एंटर करनी पड़ेगी और उसे लगभग 10 से 15 मिनट के अंदर डॉक्टर से परामर्श मिल जाएगा।
करौली हिंडौन एवं टोडाभीम में मिलेगा परामर्श
इन तीन अस्पतालों का चयन ई संजीवनी ओपीडी परामर्श सुविधा के लिए किया गया है। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के बाद ई संजीवनी सॉफ्टवेयर को अपडेट कर कर्मचारियों ने इसे सोमवार से शुरू कर दिया है।
बांरा के चन्द्रमोहन मीना को मिला पहला परामर्श
जिला अस्पताल में ई-संजीवनी ओपीडी शुरु होते ही पहला मरीज बांरा जिले के चंद्रमोहन मीणा को ई संजीवनी ओपीडी के जरिए डॉ. गोविन्द गुप्ता ने परामर्श दिया और उसे ई-प्रिसक्रिप्शन मुहैया कराया। डॉ. गोविन्द गुप्ता ने बताया कि जिला अस्पताल में उनके साथ डॉ. जी.एन.अग्रवाल एवं डॉ. योगेश भी मरीजों को ई-संजीवनी के जरिए परामर्श देंगे।
ओपीडी के लिए तीन अस्पतालों का चयन
^जिले में ही संजीवनी ओपीडी के लिए तीन अस्पतालों का चयन किया गया है। जिसमें करौली जिला अस्पताल पर डॉक्टर गोविंद गुप्ता, डॉ योगेश एवं डॉ. जी.एन.अग्रवाल मरीजों को ई संजीवनी ओपीडी के तहत उपचार देंगे। इसके अलावा हिंडौन के सब डिविजनल हॉस्पिटल एवं टोडाभीम की सीएससी पर भी मरीजों को इस संजीवनी ओपीडी के जरिए ऑनलाइन उपचार किया जाएगा।
-डॉ. दिनेश मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी करौली।
शराब दुकानाें पर ओवर रेट वसूली राेकने के लिए उपभाेक्ता के मांगने पर बिल देना जरूरी कर दिया है। इसके अलावा लाइसेंसधारी शराब विक्रेता काे दुकान के बाहर नई रेट लिस्ट चप्पा करना भी जरूरी हाेगा ताकि कीमताें काे लेकर काेई कन्फ्यूजन नहीं है। 4 मई से शराब दुकान खुलने के साथ ही डिमांड बढ़ गई औैर दुकानाें के बाहर लम्बी-लम्बी लाइनें लगी नजर आई। राजधानी में फिलहाल 404 देशी-अंग्रेजी शराब की दुकानाें में से 228 ही खुली हुई है औैर राेजाना 3 से 4 कराेड़ रुपए की शराब बिक रही है। जिला आबकारी अधिकारी सुनील भाटी ने बताया ओवर रेट पर तीन दुकानाें पर कार्रवाई भी है। सभी ठेकेदाराें काे नई रेट लिस्ट चस्पा करने के साथ ही बिल देने के निर्देश दिए है। अगले हफ्ते से बिलिंग सिस्टम शुरू हाे जाएगा।
लाइसेंस फीस में राहत मांगा
राजस्थान लिकर वेलफेयर साेसायटी के अध्यक्ष नीलेश मेवाडा ने कहा डिपाे से माल कम मिल रहा है। इसका असर बिक्री पर पड़ रहा है। डेढ़ महीने तक दुकानें बंद रहने से ठेकेदाराें काे नुकसान हुअा है इसके लिए सरकार अंग्रेजी दुकानाें की लाइसेंस फीस में राहत दें।
नई-पुरानी रेट पर कन्फ्यूजन
नई आबकारी नीति के तहत शराब कीमताें में बढ़ाेत्तरी हुई है। लेकिन शराब की बाेतल पर पुरानी रेट की लिखी हुई है। इसके अलावा कई जगह दुकानदार नई रेट लिस्ट चस्पा नहीं कर ग्राहकाें से अधिक कीमत वसूल रहे है। वहीं कई जगह राउंड फिगर रेट काे लेकर भी कन्फ्यूजन की स्थिति बनी हुई है।
शक्कर लेकर गए राजस्थान के 120 से अधिक ट्रक गुजरात के कांडला में 10 दिन ने फंसे हुए हैं। यहां पर मजदूर के पलायन करने पर इन्हें खाली नहीं कराया जा रहा हैं। लंबा समय होने की वजह से करीब 300 से अधिक ड्राइवर –खलासी के सामने खाने-पीने, रहने की समस्या खड़ी हो गई है। इसमें अधिकतर ट्रक शाहपुरा और जयपुर के शामिल हैं। ट्रकों को जल्द खाली करा कर रवाना कराने के लिए अब ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स वेलफेयर सोसायटी के प्रदेशाध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा है।
साथ ही ट्रक ड्राइवर-खलासी के खाने-पीने की व्यवस्था कराने, हर्जाना दिलाने और जल्द रवाना कराने की मांग की है। प्रदेश से दिल्ली आजाद मंडी में फल-सब्जी लेकर जा रहे करीब 60 से अधिक ट्रकों को शुक्रवार को बहरोड पुलिस ने पास नहीं होने पर रोक लिया। ट्रक वालों को चार घंटे तक रोका रखा। इसी सूचना ट्रक ड्राइवरों ने जयपुर ट्रक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर चैंबर के प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ को दी। राठौड़ ने बहरोड डीसीपी से वस्तुस्थिति के बारे में अवगत कराया, तब जाकर ट्रकों को पुलिस ने छोड़ा।
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए लगाए गए लॉकडाउन ने अप्रैल के सारे विवाह मुहूर्त तो व्यर्थ कर ही दिए हैं, लेकिन मई-जून में जो मुहूर्त हैं, वे भी संक्रमण के डर के चलते टाल दिए गए हैं। एक जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद से मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी। यानि 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर ही शहनाइयां बजेंगी। नवंबर में 2 दिन और दिसंबर में 7 दिन ही मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद अगले वर्ष अप्रैल 2021 तक विवाह के लिए मुहूर्त का इंतजार करना होगा। राज्याचार्य पंडित प्रकाश चंद जती ने बताया कि नए साल में जनवरी से मार्च तक गुरु व शुक्र ग्रहों के अस्त रहने पर मुहूर्त नहीं रहेंगे। 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ने के मई और जून में विवाह होने की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है। हालांकि अनुमति मिलने पर कुछ विवाह चंद रिश्तेदारों की मौजूदगी में हो सकते हैं।
जनवरी से अप्रैल तक थे 38 दिन मुहूर्त
उन्होंने बताया कि इस साल 16 जनवरी से 22 व 29 से 31 जनवरी तक। फरवरी में 3 से 5, 9 से 20 व 25 से 27 तक। मार्च में 1 से 3, 7 से 13 तक और अप्रैल में 14, 15, 20 व 25 से 27 तक कुल 38 दिन विवाह मुहूर्त थे। हर वर्ष जनवरी-फरवरी में अधिक विवाह होते हैं, जबकि मार्च में होलाष्टक के कारण विवाह की संख्या घट जाती है। 2021 में गुरु अस्त रहेगा। इसके बाद शुक्र अस्त होगा, जो 21 अप्रैल को उदित होगा और 22 अप्रैल से मुहूर्त प्रारंभ होंगे।
नवंबर-दिसंबर के बाद करना होगा 3 माह इंतजार
राज्याचार्य पंडित प्रकाश चंद जती ने बताया कि 29 मई तक पांच और 30 जून तक 8 दिन विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद नवंबर में देवउठनी एकादशी पर 26 व 27 नवंबर को विवाह मुहूर्त हैं, जबकि दिसंबर में 1,2,6,7,8,9 व 11 तारीखों को ही विवाह के लिए मुहूर्त रहेंगे। इस तरह नवंबर-दिसंबर में देवउठनी एकादशी का दिन शामिल कर लिया जाए तो 10 दिन विवाह मुहूर्त रहेंगे। जिन के विवाह तिथियों में नहीं हो पाएंगे, उन्हें तीन माह बाद 22 अप्रैल तक इंतजार करना पड़ेगा। 16 फरवरी 2021 को वसंत पंचमी पर अबूझ मुहूर्त वाला दिन होने के कारण विवाह हो सकते हैं।
लॉकडाउन के चलते अक्षय तृतीया पर नहीं हो सके विवाह
उन्होंने बताया कि अगले साल 46 दिन ही रहेंगे विवाह के मुहूर्त- ज्योतिषियों के अनुसार अगले साल 22 अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक करीब 46 दिन मुहूर्त रहेंगे। अप्रैल में 6, मई में 10, जून में 11, जुलाई में 6, नवंबर में 7 और दिसंबर में 6 दिन मुहूर्त रहेंगे।
कोरोना वायरस का असर सब्जी की खेती करने वाले किसानों पर भारी पड़ रहा है। क्षेत्र में सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं होने के कारण थोक नीलाम मंडी बंद की गई है। ऐसे में किसान सब्जियां पशु को खिलाने या कचरे में फेंकने काे मजबूर हैं। जिस पर कृषि पर्यवेक्षक (उधान) जीतराम मीना ने सब्जियों के खेतों का निरीक्षण किया।
उपखंड सपोटरा की ग्राम पंचायत खेड़ला के गांव कहारपुरा की ढाणी के जमनालाल कहार,दामोदर, बाबू,राजेश,बुधराम, रामप्रसाद व केदार आदि ने बताया कि ढाणी में करीब 20-25 बीघा में टमाटर,भिंडी, बैंगन, टिंडा,ककड़ी,लोकी,पालक व मिर्ची की सब्जी बोई थी। जिसका वर्तमान में सीजन है, लेकिन थोक नीलाम मंडी बंद होने से खरीदार नहीं हैं। ऐसे में जहां रोज 30 कैरेट टमाटर बिक जाते हैं वहां एक भी नहीं बिक पा रहा है। जो बिक रहा है उसके भाव भी नहीं के बराबर हैं। ऐसे में लागत निकलना मुश्किल हो रहा है। इधर पौधे पर लगे हुए टमाटर भी खराब हो रहे हैं। जिनकी छंटनी कर फेंकने को मजबूर हैं। सब्जियों की फसल का सीजन एक से डेढ़ माह का रहता है। उसमें भी लॉकडाउन के चलते फायदे की जगह केवल नुकसान हो रहा है।
अंचल में भी आपूर्ति नहीं
थोक सब्जी मंडी बंद होने से अंचल के ग्रामों में भी नहीं पहुंच पा रही है। इससे भी मांग व भाव प्रभावित हो रहे है। थोक नीलाम कर्ताओं ने बताया मंडी में आने वाली सब्जियों में से 25 प्रतिशत शहर में बिकती है,जबकि 75 प्रतिशत अंचल में बेचने के लिए व्यापारी ले जाते हैं। इससे किसान व व्यापारी दोनों वर्ग को नुकसान हो रहा है। टमाटर के पौधे फल-फूल रहे हैं। टमाटर पककर टूटने लगे हैं।
फसल पकी हुई है,लेकिन बेचने नहीं दी जा रही। न हमारी गाडियां मंडी में जा रहीं हैं न यहां लोग आ पा रहे हैं। ऐसे में फसल बर्बाद हो रही है, लागत तो दूर मजदूरों की मजदूरी भी नहीं निकल रही। उन्होंने बताया कि हम चाहते है कि सरकार हमें सब्जियां बेचने की अनुमति प्रदान करें या फिर आर्थिक मदद प्रदान करें। कृषि पर्यवेक्षक ने किसानों को सब्जियों में आ रही परेशानी की जानकारी ली। साथ ही उधानिकी विभाग की नवीन बगीचा योजना,ड्रीप फब्बारा, पोली हाऊस व प्लास्टिक मल्च आदि की किसानों को जानकारी दी गई।
जोधपुर की ओर से इस साल में तीसरी बार नागौर जिले में कुड़छी गांव की ओर से टिड्डी ने दस्तक दी है। बड़ी तादात में पहुंचे दो टिड्डी दलों के आने की भनक लगते ही क्षेत्र के खेतों में काम कर रहे किसानों ने हो-हल्ला कर दिया। इधर, कृषि विभाग ने भी सूचना मिलते ही दल को ट्रेक करना शुरू कर दिया। सहायक कृषि अधिकारी शंकरलाल सियाक ने बताया कि शुक्रवार को जोधपुर की ओर से खींवसर के कुड़छी से प्रवेश करते हुए टांकला, भाकरोद, खरनाल, फिड़ौद होते हुए मूंडवा क्षेत्र में टिड्डी ने पड़ाव डाला। शुकवार को खींवसर से प्रवेश कर दो किमी लंबा टिड्डी दल शाम तक मूंडवा पहुंच गया।
खेतों व सड़क मार्गों पर टिड्डी की चादर बिछ गई। सबसे ज्यादा नुकसान सांगरी को पहुंचाया है। वहीं किसानों ने टिड्डी उड़ाने के लिए बर्तनों से आवाज भी की। इन दिनों में खेतों में फसलें नहीं हैं इसलिए नुकसान की कम संभावना है। लेकिन चारे को लेकर डर है। कपास फसल बुवाई का भी समय है। टिड्डी जिले मेंकपास को भी नुुकसान पहुंचा सकती है। इस बार सांगरी महंगी ही है, अब और महंगी होगी। वहीं एक टिड्डी का दल मूंडवा क्षेत्र में शाम को देखा गया तो दूसरा दल रूण क्षेत्र में था। देर रात रुपासर के पास ट्रेक कर शनिवार सुबह चार से सात बजे तक स्प्रे किया गया।
रूपासर के पास कृषि अधिकारियों ने किया ट्रेस, आज तड़के चार बजे स्प्रे शुरू
कृषि विभाग खंड सीकर के संयुक्त निदेशक प्रमोद कुमार ने भास्कर से विशेष बातचीत में बताया कि नागौर में टिड्डी दल को प्रवेश करने के लिए हिंदी महासागर पार करते हुए पाकिस्तान होकर आना पड़ता है। ऐसा प्राकृतिक चक्र के चलते होता है। टिड्डी को नागौर पहुंचने के लिए 300 किमी से भी अधिक दूरी का सफर तय करना पड़ता है। टिड्डी दल भोजन की तलाश में समुद्र पार तक की उड़ाने भरते हैं। प्रजनन काल में टिड्डी पलायन करती है। यह जीव हर प्रकार की वनस्पति व हरे पौधों को खा जाता है तथा समस्त हरी वनस्पति को नष्ट कर देता है। एक वर्ग किमी में लगभग आठ करोड़ टिड्डी साथ चलती है तथा एक बार में 10 हाथी, 25 ऊंट व 2500 लोगों जितना भोजन नष्ट कर देती है। संयुक्त निदेशक ने बताया कि नागौर में टिड्डी दल की सूचना मिलते ही विभाग की टीम को सक्रिय कर दिया है। टीम दल को ट्रेक कर रही है। टिड्डी को समाप्त करने के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करवाया जाएगा।
टिड्डी की सूचना इन नंबरों पर दे
जिला परिषद कार्यालय- 01582 240859, कृषि विभाग मेड़ता सिटी 01590 220380, कृषि विभाग कुचामनसिटी 01586 220800, टिड्डी मंडल नागौर 01582 245831 पर फोन करके सूचना दी जा सकती है।
खेजड़ियों का लूंग चट कर रही
कृषि उपनिदेशक हरजीराम चाैधरी ने बताया कि किसानाें काे बड़ा नुकसान नहीं हुआ। टिड्डी बिना छंगाई खेताें में खेजड़ियाें के लूंग खाकर चट कर रही है। इससे निपटने के लिए स्प्रे का छिड़काव करेंगे।
सांसद व विधायक ने सरकार काे करवाया अवगत
सांसद हनुमान बेनीवाल ने टिड्डी दल के आने के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चाैधरी व कलेक्टर काे फाेन पर नियंत्रण के लिए अवगत करवाया। विधायक नारायण बेनीवाल ने सीएम व कृषि मंत्री काे काे ट्वीट किया तथा पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा, सवाईसिंह चौधरी ने भी टिड्डी नष्ट करने के लिए प्रशासन को अवगत करवाया। वहीं सहायक निदेशक मेड़ता सिटी अणदाराम चौधरी, रामप्रकाश बेड़ा, कृषि पर्यवेक्षक गोविंदराम मुंडेल, रामकिशोर जीतरवाल देर रात तक टिड्डी के ट्रेकिंग करने में लगे हुए थे।
नागाैर में इस साल तीसरी बार पहुंची टिड्डी
नागाैर में इस साल जनवरी माह में बीकानेर से सटे गांवाें में टिड्डी के दाे अलग-अलग दल पहुंचे थे। दवाअाें का छिड़काव कर टिड्डी काे मार दिया गया। जिले में इस साल तीसरी बार टिड्डी पहुंची है। जनवरी में एक ही सप्ताह में दो बार टिड्डी आई थी। वहीं खींवसर क्षेत्र में सात माह में दूसरी बार टिड्डी दल पहुंचा है। वहीं देर शाम तीसरा दल पोकरण में होने की सूचना भी मिली। चारणीसरा व गलनी में टिड्डी दल अक्टूबर-2019 में आया था। उस समय नुकसान का जायजा लेने माैके पर सांसद बेनीवाल पहुंचे थे।
शुक्रवार देर रात जिले में एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने पर प्रशासन में हड़कंप मच गया। दुनिया भर में फैले कोरोना वायरस वैश्विक महामारी संकट के बीच टोडाभीम क्षेत्रवासियों के लिए फिलहाल बुरी खबर है। पालिका क्षेत्र के काजीपाड़ा निवासी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग जयपुर में कोरोना पॉजिटिव पाया गया।
जानकारी के अनुसार काजी पाड़ा निवासी अब्दुल मुबीन काफी लम्बे समय से साँस एवं हृदय रोग से पीड़ित था जिसका जयपुर के संतोबा दुर्लभजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। वह अपने आप को चिकित्सक को दिखाने एवं रूटीन की दवाइयाँ लेने के लिए 6 मई को टोडाभीम से जयपुर गया था| जिसकी दुर्लभजी हास्पिटल में 8 मई को आई जाँच रिपोर्ट में उसे कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि कर दी गई | जिसे दुर्लभजी हास्पिटल में भर्ती कर लिया गया है। अब्दुल मुबीन जयपुर में ईदगाह में रह रहे अपने पुत्रों के पास टोडाभीम से तीन दिन पूर्व अपनी जाँच करवाने एवं रूटीन की दवाइयाँ लेने के लिए गया था | उल्लेखनीय है कि अब क्षेत्र में कोरोना कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां इससे निपटने के लिए शुरू कर दी हैं।
चिकित्सा विभाग नेझाड़ा पल्ला
सीएमएचओ डॉ दिनेश मीणा ने बताया कि जिले में जो मरीज देर रात को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है वह जयपुर का रहने वाला है और वही अपने परिवार के साथ रहता है लेकिन लगभग 10 वर्ष पूर्व वह करौली जिले के टोडाभीम कस्बे में नौकरी अवश्य करता था और यहीं से वह सेवानिवृत्त हुआ है। जिले में उसकी किसी भी प्रकार की कांटेक्ट हिस्ट्री मिलना संभव नहीं है फिर भी अभी मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
कलेक्टर-एसपी ने ली समीक्षा बैठक
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में शुक्रवार को उप तहसील कार्यालय भवन में समीक्षा बैठक ली गई। जिसमें उपस्थित सभी विभागों के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्थाओं पर कड़ी नजर रखने की बात कही गई। कलेक्टर डॉ.एमएल यादव और पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल के नेतृत्व में सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षाबैठक ली।
स्क्रीनिंग सेंटर से जांच कराने के निर्देश
1 किलोमीटर हॉटस्पॉट, 3 किलोमीटर कंटेनमेंट व 7 किलोमीटर बफर जोन वाले दायरे की सीमा तय की गई है और वहां सीमा सील की गई है। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने थानाधिकारी ओमेंद्र सिंह से बाहर शहरों से दोपहिया, निजी चौपहिया वाहनों से आने वाले प्रवासियों कि करौली-सवाई माधोपुर जिला सलेमपुर चौकी सीमा पर कड़ी नजर रख कर सभी की विद्यालय में स्थापित कोरोना वायरस स्क्रीनिंग सेंटर से जांच कराने के निर्देश दिए है। वहीं करौली जिले में आने वाला एक भी प्रवासी बिना स्क्रीनिंग जांच के नहीं निकलने की बात कही है।
परिजनों की रिपोर्ट नेगेटिव
^वृद्धा रामपति की गत बुधवार सुबह मौत गई। वहीं मौत के बाद जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई और मृतक वृद्धा महिला के दो बेटे और एक बहू मां के संपर्क में रहे। जयपुर अस्पताल में मौत के बाद तीनों परिजनों का जांच सैंपल लिया गया। डॉ. उपाध्याय ने शुक्रवार को उनके परिजनों की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आना बताया गया है।
-डॉ अमित उपाध्याय, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी
कोरोना से बचाव के लिए हाउसिंग बोर्ड मौजूदा आवासीय योजनाओं और निर्माणाधीन परियोजनाओं में मुख्य द्वार पर सेनेटाइजेशन स्टेशनों का निर्माण करवाएगा। हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया इस संबंध में उप आवासन आयुक्त और आवासीय अभियन्ताओं को आदेश जारी कर दिए गए हैं।
अरोड़ा ने बताया कि योजनाओं में एक-एक सेनेटाइजेशन स्टेशन की स्थापना की जाएगी। इसके लिए रेजीडेंट वेलफेयर सोसायटियों को प्रेरित किया जाएगा। सोसायटियों द्वारा इनका निर्माण कर लिया जाएगा, उन्हें बोर्ड की ओर से 25 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। संबंधित योजना के आवासीय अभियन्ता की सिफारिश पर यह राशि दी जाएगी। स्टेशन पर सेंसर युक्त या पेडल युक्त मशीन लगाई जाएगी, जिनमें बिना हाथ लगाए लिक्विड सोप और पानी आएगा जिससे लोग हाथ धो सकेंगे। सेंसर युक्त या पेडल युक्त हैण्ड सेनेटाईजर मशीन भी लगाई जाएगी। यह स्टेशन कवर्ड होगा और योजना के मुख्य प्रवेश द्वार पर बनाया जाएगा। अरोड़ा ने प्रताप नगर और मानसरोवर आवासीय योजना में निर्माणाधीन चौपाटी, कोचिंग हब तथा मुख्यमंत्री शिक्षक एवं प्रहरी आवासीय योजना का निरीक्षण किया। मुख्य अभियन्ता के.सी. मीणा, एसीई नत्थूराम, उप आवासन आयुक्त सीताराम बरी मौजूद रहे।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के अन्तर्गत उपखंड अधिकारी द्वारा सर्वे के अनुसार अपात्र पाए गए 210 व्यक्तियों/परिवारों के नाम खाद्य सुरक्षा सूची से हटाए गए है। इन सभी अपात्र पाए गए व्यक्तियों से नियमानुसार वसूली की जाने के लिए जिला उद्योग केंद्र को लिखा गया है। उपखंड अधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया कि खाद्य सुरक्षा सूची से अपात्र व्यक्तियों के नाम हटाए जाने के लिए भविष्य में भी सर्वे करवाया जाकर उन्हें सूची से निष्कासित किया जाएगा, जिसका अभियान निरन्तर जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि जो व्यक्ति निष्कासन श्रेणी में आते हैं अथवा राजकीय सेवा में होते हुए भी खाद्य सुरक्षा योजना का अनुचित लाभ ले रहे हैं, उन्हें स्वेच्छा से अपना नाम सूची से हटवा लेना चाहिए, ताकि पात्र लोगों को योजना का वास्तविक लाभ मिल सके। अन्यथा अपात्र पाए गए व्यक्तियों या राजकीय सेवारत कार्मिकों के खिलाफ नियमानुसार कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
मई के पहले सप्ताह में जिले की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शुक्रवार का लगातार चौथे दिन कोरोना के दो नए मामले सामने आए।
अलवर शहर और खेड़ली की दो बुजुर्ग महिलाएं कोरोना संक्रमित पाई गईं। हालांकि दोनों ही फिलहाल जयपुर में भर्ती हैं। इसके बाद जिला कलेक्टर ने खेड़ली में कुट्टीन साहबदास (खेरली रेल) गांव के एक किलोमीटर क्षेत्र में कर्फ्यू लागू कर दिया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अलवर शहर के विवेकानंद नगर में सेक्टर 4 निवासी 60 वर्षीय महिला को नवंबर 2019 में पेंक्रियाज का कैंसर हुआ। उसका परिवार कई साल से जयपुर के कालवाड़ रोड स्थित गोविंदपुरा में रहता है।
यह परिवार होली पर अलवर आकर गया था। कैंसर पीड़िता की तबीयत खराब होने पर 6 मई को उसे जयपुर के संतोकबा दुर्लभजी अस्पताल में भर्ती किया गया। यहां कोरोना टेस्ट भी हुआ, जिसकी शुक्रवार को पॉजिटिव रिपोर्ट आई है। महिला अभी दुर्लभजी अस्पताल में भर्ती है। उसमें कोरोना के लक्षण नहीं थे। जयपुर से महिला के पॉजिटिव होने की सूचना मिलते ही मेडिकल टीमें विवेकानंद नगर पहुंची और संपर्क में आने वालों के सैंपल लिए। जिले में अब तक कुल 20 संक्रमित सामने आ चुके हैं।
खेड़ली सीएचसी में 20 मिनट भर्ती रही थी बुजुर्ग महिला
उधर, खेड़ली में 38 दिन बाद कोरोना लौट आया। अब कुट्टीन साहबदास गांव की 70 साल की वृद्धा कोरोना पॉजिटिव आई है। वृद्धा को 10-12 दिन से पेट में गड़बड़ी की शिकायत हो रही थी। परिजन 4 मई को उसे खेड़ली के एक निजी क्लिनिक पर ले गए। राहत नहीं मिलने पर 6 मई को उसे खेड़ली सीएचसी में भर्ती कराया। करीब 22 मिनट यहां रखने के बाद उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। परिजन 108 एंबुलेंस से लेकर जयपुर रवाना हुए। जहां एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां महिला को कोरोना टेस्ट हुआ था। गाड़ी में महिला के साथ उसका बेटा, देवरानी और ड्राइवर गए थे। इन सभी के सैंपल लिए जाएंगे।
गांव में भी कफ्र्यू लागू कर सर्वे शुरू कर दिया है। कुट्टीन साहबदास व खेड़ली सीएचसी को नगर पालिका ने सोडियम हाइपोक्लोराइट से सेनेटाइज किया। इस दौरान उपखंड अधिकारी अनिल सिंघल, बीसीएमओ डॉ. हरगोविंद मीणा, नायब तहसीलदार अंकित गुप्ता, कठूमर शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुशवाह सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे। गांव के 1 किमी क्षेत्र में रह रहे सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसमें बंगन का नंगला के अलावा भरतपुर सीमा के गांव नारौली, खोहरा, अलीपुर के लिए भुसावर चिकित्सा अधिकारी को अलर्ट किया गया है। खेड़ली रेल, गहलावता, प्रीतमपुरा को बफर जोन में लिया है।
खेड़ली में काेराेना जांच के लिए सैंपल लेने का काम काेराेना मरीज मिलने के बाद शुरू हुआहै। यहां पिछले छह दिन से सैंपल नहीं लिए गए हैं, जबकि पहले तीन मरीज सामने आ चुके हैं।
सीएमएचओकार्यालय की ओर से जारी काेविड-19 की प्रगति रिपाेर्ट में 2 से 7 मई तक ब्लाॅक में एक भी सैंपल नहीं लिया गया है। शुक्रवार काे काेराेना संक्रमित मरीज की रिपाेर्ट आने के बाद मेडिकल टीम ने 13 सैंपल लिए। अभी जिले में बानसूर की 56, बहराेड़ की 30, खेड़ली की 15, किशनगढ़बास की 14, काेटकासिम की 19, लक्ष्मणगढ़ की 17, मालाखेड़ा की 25, मुंडावर की 21, रामगढ़ की 19, रैणी की 32, शाहजहांपुर की 23, तिजारा की 23, भिवाडी की 9 और अलवर शहर की 68 सैंपलाें की जांच रिपाेर्ट पेंडिंग है।
महिला अस्पताल में शुक्रवार काे भर्ती हुई एक महिला की माैत हाे गई। इस महिला की रामगढ़ सीएचसी में डिलीवरी हुई थी और सांस लेने में परेशानी हाेने पर अलवर रैफर किया गया था। काेराेना संदिग्ध मानते हुए उसका सैंपल लिया गया है। वहीं उसके संपर्क में आए नर्सिंग स्टाफ ने भी जांच के लिए सैंपल दिए हैं।
रामगढ़ के नाड़का गांव की महिला की रामगढ़ सीएचसी में डिलीवरी हाेने के बाद जब उसे सांस लेने में परेशानी हुई ताे अलवर रैफर कर दिया गया। महिला अस्पताल में पहुंचने के थाेड़ी देर बार उसने दम ताेड़ दिया। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक महिला काे सांस लेने में दिक्कत हाे रही थी। ऑक्सीजन सेचुरेशन बहुत कम था और ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। महिला ने थाेड़ी देर बार दम ताेड़ दिया।
माैत के बाद अस्पताल में पहुंची रामगढ़ पुलिस की माैजूदगी में काेविड-19 प्राेटाेकाॅल के अंतर्गत शव परिजनाें काे साैंप दिया। काेराेना जांच के लिए मृतका का सैंपल लिया गया है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर द्वारा अलवर के सैनी उच्च माध्यमिक विद्यालय में स्थापित बोर्ड परीक्षा संग्रहण एवं वितरण केंद्र में नगर परिषद द्वारा शुक्रवार को सेनेटाइज का कार्य किया गया।
परीक्षकों को जांचने के लिए उत्तर पुस्तिकाएं वितरित करने से पहले इन उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल काे सेनेटाइज किया गया। इनमें अलवर व जयपुर जिले की उत्तर पुस्तिकाएं शामिल हैं। प्रभारी अधिकारी अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश किराड़ ने बताया कि लॉकडाउन से पहले कक्षा 10 की विज्ञान विषय तथा कक्षा 12 की जीव विज्ञान, अर्थशास्त्र विषय की उत्तर पुस्तिकाएं अलवर के परीक्षकों को आवंटित की गई थीं, वह लॉकडाउन की वजह से अब प्राप्त हुई हैं।
इनके अलावा रेड जोन वाले जयपुर आदि जिलों के परीक्षकों को उपरोक्त विषय की आवंटित उत्तर पुस्तिकाएं भी अब अलवर जिले के परीक्षकों द्वारा जांची जाएंगी, इसलिए जिन परीक्षकों को यह उत्तर पुस्तिकाएं आवंटित की गई हैं वे प्रातः 8 से दोपहर 12 बजे तक अपने से संबंधित विषय की उत्तर पुस्तिकाएं सैनी उच्च माध्यमिक विद्यालय से प्राप्त कर उनका अंकन कार्य करेंगे। इसके साथ ही बोर्ड ने यह भी निर्देशित किया है कि कक्षा 12 के विभिन्न विषयों की उत्तर पुस्तिका जांचने के उपरांत उनके अंकों को ऑनलाइन भरा जाना है।
शुक्रवार को उत्तर पुस्तिकाओं के बंडलों को सेनेटाइज करने के दौरान नगर परिषद के सफाई एवं स्वास्थ्य निरीक्षक महेश कुमार पावट, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक मुकेश किराड़, प्रधानाचार्य घनश्याम सैनी, व्याख्याता राजेश मुखीजा, सुनील शर्मा, विजय शर्मा, जगदीश मीणा, कुलदीप सैनी तथा मुकेश शर्मा उपस्थित थे।
शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने गुरुवार देर रात नाकाबंदी के दौरान चोरी की बाइक के साथ 23 वर्षीय युवक कुलदीप कोली को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक चोरी की बाइक बरामद की है। थानाधिकारी मालीराम ने बताया कि पुलिस ने रात को नाकाबंदी प्वाइंट पर बिना नंबरी बाइक को चैक किया और बाइक सवार कुलदीप पुत्र रमेश कोली निवासी धोला कुआं थाना नौगांवा से बाइक के कागजात मांगे। उसके पास बाइक के कागजात नहीं मिले। पूछताछ में आरोपी ने उक्त बाइक को शिवाजी पार्क से चोरी करना स्वीकार कर लिया।
थानाधिकारी ने बताया कि जगदीश सिंह पुत्र दौलत सिंह राजपूत निवासी विजय मंदिर रोड महाराणा प्रताप नगर ने 2 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शिवाजी पार्क होम्योपैथिक कॉलेज के पास उसकी बाइक खड़ी थी। यहां से अज्ञात व्यक्ति बाइक को चोरी कर ले गया। पुलिस ने उक्त बाइक को बरामद कर लिया है।
शहर के ट्रांसपोर्ट नगर में शुक्रवार शाम काे एडीएम व सीएमएचओ की टीम ने फर्जी तरीके से संचालित हॉस्पिटल पर छापे की कार्रवाई की।
बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे हॉस्पिटल में 6 बैड और लेबर टेबल लगी मिली। यह हॉस्पिटल गलत तरीके से एमबीबीएस, एमएस डीजीओ डाॅ. आरके डाेगीवाल के दस्तावेजों से चला रखा था, जबकि माैके पर डॉक्टर का काेई अनुबंध पत्र नहीं मिला।
पुलिस ने काेराेना का शर्तिया इलाज करने वाले फर्जी डाॅक्टर रवि शर्मा काे गिरफ्तार कर लिया। सीएमएचओ डाॅ. ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि एडीएम उत्तम सिंह शेखावत के नेतृत्व में हॉस्पिटल पर कार्रवाई की गई। इस हॉस्पिटल में अवैध रूप से गर्भपात कराने और कोरोना का शर्तिया इलाज करने की शिकायत मिली थी। पुलिस के साथ कार्रवाई में हॉस्पिटल में जिस डॉक्टर डोगीवाल के दस्तावेज मिले थे, उसने मोबाइल पर बात करने पर इस हॉस्पिटल से अनुबंध से साफ इनकार कर दिया।
न ही हॉस्पिटल का क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट में रजिस्ट्रेशन मिला। हॉस्पिटल में लेबर टेबल मिली, जिससे पता चलता है कि यहां अवैध रूप से गर्भपात और डिलीवरी कराने की आशंका है। हॉस्पिटल में 5 बैड लगे मिले और एक मरीज भर्ती मिला, जिसका इलाज चल रहा था। यहां अलग से डॉक्टर कक्ष और रिसेप्शन भी बनाए हुए थे। अभी हॉस्पिटल में मिले मेडिकल की जांच कराई जा रही है।
संचालक ने हॉस्पिटल के बाेर्ड पर डायरेक्टर के साथ एमडी, सीसीसीएच, सीएमएस एंड ईडी, एनडीडीवाई लिख रखा था, जिसके वह काेई दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा सका। इस फर्जी डॉक्टर के खिलाफ एनईबी थाने में धोखाधडी का मामला दर्ज कराया जाएगा। टीम अभी दवा दुकान की जांच कर रही है।
अजमेर में डॉक्टर के साथ प्रशासनिक अधिकारी की ओर से किए गए दुर्व्यवहार के खिलाफ आईएमए और सेवारत चिकित्सक संघ ने शुक्रवार को ब्लैक डे मनाया।
डॉक्टरों ने अस्पतालों में काली पट्टी बांधकर काम किया। सामान्य अस्पताल, सैटेलाइट अस्पताल, सीएचसी व पीएचसी में डॉक्टरों ने काली पट्टी बांध काम किया और कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
सेवारत चिकित्सक संघ के अध्यक्ष डॉ. मोहनलाल सिंधी, महासचिव डॉ. विकास भारद्वाज, कोषाध्यक्ष डॉ. तरुण तिवारी, पीएमओ डॉ. सुनील चौहान, उप नियंत्रक डॉ. सुशील बत्रा आदि डॉक्टरों ने पीएमओ चैंबर में विरोध जताया और निंदा की।
उन्होंने कहा कि संगठन की सरकार से कैडर गठन की मांग रही है, जिससे ऐसी घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके। वहीं आईएमए के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. एमएन थरेजा सहित अन्य डॉक्टरों ने अपने निजी अस्पतालों में भी काली पट्टी बांधकर काम किया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार काे सब्जी मंडी में काेराेना जांच के लिए 5 सैंपल लिए। एडीएम सिटी उत्तमसिंह शेखावत के नेतृत्व में मेडिकल टीम ने सब्जी मंडी से डायबिटीज, 60 साल से अधिक उम्र, हाई ब्लड प्रेशर व दमा राेगियाें के रेंडम सैंपल लिए।
सीएमएचओडाॅ. ओमप्रकाश मीणा ने बताया कि प्रशासन व चिकित्सा विभाग की टीम अब सब्जी मंडी, कृषि उपज मंडी व बाजाराें में पहुंचेगी और रेंडम सैंपल लेगी। जाे दुकानदार साेशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके माैके पर सैंपल लेकर हाथ पर माेहर लगाकर 14 दिन के लिए क्वारेंटाइन किया जाएगा। जाे दुकानदार क्वारेंटाइन का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ आपदा प्रबंधन के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जिले की 16 में से 9 तहसील क्षेत्रों में कोरोना का संक्रमण पहुंच चुका है। अब तक सर्वाधिक 5 संक्रमित बानसूर तहसील क्षेत्र में मिले हैं, जबकि कठूमर और कोटकासिम में 3-3 कोरोना मरीज मिले हैं।
अभी 7 तहसीलों में लोग कोरोना वायरस से सुरक्षित हैं, लेकिन इसमें जरा सी असावधानी भारी पड़ सकती है। काेराेना के संक्रमण की राेकथाम के लिए अभी 6 तहसील क्षेत्राें के गांवों में कर्फ्यू लगा हुआहै। यहां लाेगाें के अावागमन पर पाबंदी है।
बानसूर के चैनपुरा, नयाबास, चतरपुरा, कराना, काेटकासिम के चावंडी व देवास, बहराेड़ के अजमेरीपुर, मालाखेड़ा के लीली, थानागाजी के अंबेडकर मीणा का बास और कठूमर के कुट्टीन सामदास खेरली रेल में कर्फ्यू लगा हुआ है। जिले में संक्रमण की शुरुआत बहरोड़ तहसील से हुई, जहां पहला कोरोना पॉजिटिव मिलकपुर गांव का फिलीपींस से लौटा एमबीबीएस का छात्र निकला।
बाद में अजमेरीपुर गांव की जयपुर के एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती महिला भी पॉजिटिव आई। इसके बाद कठूमर तहसील क्षेत्र में खेड़ली सीएचसी की नर्स, नगला माधोपुर के दादा-पोता नगला माधोपुर और कुट़टीन साबदास गांव की महिला पॉजिटिव निकली है।
इसी प्रकार किशनगढ़बास क्षेत्र में मरकज से लौटे 3 तब्लीगी जमाती संक्रमित निकले। बानसूर में चैनपुरा, कराना और चतरपुरा में दिल्ली की आजादपुर मंडी में सब्जी ले जाने वाले सब्जी उत्पादक, पिकअप ड्राइवर सहित संपर्क में आए 5 लोग कोरोना पॉजिटिव आए।
कोटकासिम के चावंडी गांव के ड्राइवर सहित परिवार के 3 सदस्य और थानागाजी और मालाखेड़ा में पिकअप ड्राइवर संक्रमित हुए हैं। शुक्रवार को अलवर तहसील क्षेत्र में शहर के विवेकानंद नगर की महिला भी संक्रमित आई है। हालांकि यह महिला जयपुर में ही रहती है, इसलिए यहां संक्रमण का खतरा नहीं है।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गैस रिसाव की घटना के बाद अलवर जिले में कैमिकल फैक्ट्रियाें की जांच का काम शुरू कर दिया गया है। शुक्रवार काे भिवाड़ी के औद्योगिक क्षेत्र व अलवर के एमआईए में कैमिकल फैक्ट्री व बायलर विभाग के निरीक्षकाें ने स्थिति का जायजा लिया और जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी
श्रम विभाग के श्रम उप आयुक्त व जिले की औद्योगिक इकाइयों के नोडल अधिकारी ने बताया कि भिवाड़ी में दो टीमों ने तथा अलवर में एक टीम ने केमिकल की फैक्ट्रियों में जाकर जांच का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही अन्य क्षेत्राें की औद्याेगिक इकाइयाें में भी कैमिकल फैक्ट्रियाें में प्लांट व अन्य सिस्टम का निरीक्षण किया।
जांच के बाद रिपोर्ट तैयार कराई जाएंगी। इसके बाद जिन फैक्ट्रियाें में प्लांटाें की स्थिति सही नहीं है, उन्हें सही कराने के लिए नाेटिस जारी किए जाएंगे। जांच रिपोर्ट में स्थिति जानने के बाद औद्योगिक इकाइयों पर एक्शन भी लिया जाएगा। विभिन्न इलाकों में जांच का काम फैक्ट्री बॉयलर निरीक्षक से कराया जा रहा है। रीकाे भी इसमें सहयाेग कर रहा है। एमआईए में फैक्ट्री वायलर निरीक्षक अरविंद दीक्षित व भूपेंद्र कुमार की देखरेख में कार्य शुरू किया गया है।