सरिस्का के अलवर बफर जोन में बाघ-बाघिन ने स्थाई ठिकाना बना लिया है। एसटी-18 बाघ और एसटी-19 बाघिन बारा लिवारी और डढ़ीकर के बीच घने जंगल में 3 महीने से स्वच्छंद विचरण कर रहे हैं।
ये पहले बाघ-बाघिन हैं जो इतने लंबे समय तक बफर जोन में डेरा डाले हुए हैं। यह जंगल करीब 13 हजार 650 हैक्टेयर में फैला हुआ है। इस जंगल में इनके भोजन और पानी की पर्याप्त व्यवस्था है। पहले एसटी-4 और एसटी-11 ने भी अलवर बफर जोन की ओर रुख किया था, लेकिन वे बफर के जंगल में चक्कर लगाकर सरिस्का के कोर एरिया में लौट गए थे।
बाघ-बाघिन के जोड़े के बफर के जंगल में स्थाई ठिकाने से पर्यटन की संभावनाएं बढ़ेंगी। पर्यटकों को शहर के नजदीक जंगल में ही सफारी से बाघ की साइटिंग हो सकेगी। वहीं लोगों को रोजगार भी मिलेगा। बफर में बघेरों की बहुतायत है और यहां जंगल सफारी भी पहले से ही संचालित है। बाघ-बाघिन के विचरण वाले क्षेत्र में सफारी के ट्रेक भी बने हुए हैं, जिससे कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के खत्म होने पर लोग सफारी के आनंद के साथ बाघ की साइटिंग कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि बफर जोन में आया बाघ एसटी-18 सरिस्का की एसटी-14 का बेटा है और एसटी-19 भी सरिस्का की बाघिन एसटी-12 की बेटी है।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बाघ-बाघिन ने अलवर बफर जोन में टेरीटेरी बना ली है। इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा। बाघ-बाघिन के विचरण से जंगल का संरक्षण भी होगा। वहीं लोगों को सफारी के माध्यम से शहर के नजदीक ही साइटिंग हो सकेगी। इनका बफर जोन में ठहराव अलवर के पर्यटन के लिए अच्छे संकेत हैं।
- घनश्याम प्रसाद शर्मा, मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक सरिस्का
एनईबी थाना पुलिस ने युवक शिवचरण उर्फ गोलू सैन की हत्या के आरोपियों को गिरफ्तारी को लेकर शुक्रवार को कई जगह दबिश दी, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा।
थानाधिकारी विनोद सामरिया ने बताया कि आरोपी रवि चौधरी व उसके भाई देवेंद्र चौधरी व मुकेश चौधरी निवासी ट्रांसपोर्ट नगर सहित उनके साथी मोंटी सरदार व एक अन्य आरोपी की तलाश में रामगढ़, बड़ौदामेव, एमआईए सहित एनईबी इलाके में अलग-अलग जगहों पर दबिश दी गई।
हत्या आरोपी तीनों भाई ट्रांसपोर्ट नगर में वाहन पार्किंग का संचालन व फाइनेंस रिकवरी का काम करते हैं। आरोपी रवि चौधरी व उसके भाई देवेंद्र व मुकेश के पास शिवचरण उर्फ गोलू पुत्र अशोक सैन निवासी ट्रांसपोर्ट नगर नौकरी करता था। शिवचरण वेतन व फाइनेंस रिकवरी का कमीशन मांग रहा था। इसी बात से गुस्सा होकर आरोपियों ने बुधवार देर रात ट्रांसपोर्ट नगर स्थित वाहन पार्किंग के बाड़े के अंदर शिवचरण की मारपीट कर हत्या कर दी थी और फरार हाे गए थे।
लाॅक डाउन की वजह से जिले में फंसे दूसरे प्रदेशाें के मजदूराें काे पंचायताें की ओर से नरेगा में राेजगार दिया जाएगा।
जिले में कोरोना महामारी के दौरान चिड़ावा ब्लॉक की भामरवासी, ओजटू, भुकाना, किठाना, सारी ग्राम पंचायतों में करीब 200 एवं सूरजगढ़ के गांवाें में एक हजार श्रमिक उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों से जिले में फसल काटने के लिए आए थे।
काम खत्म होने पर अप्रवासी मजदूर घर लौटने के लिए बेताब हैं, लेकिन अंतर राज्यीय सीमा सील होने के कारण ये हरियाणा की सीमा पर रोक लिए गए।
जिले में चार स्थानाें पर हुई फायरिंग एवं ताेड़फाेड़ की वारदात करने वाले बदमाशाें काे पुलिस दूसरे दिन भी नहीं पकड़ पाई है।
फायरिंग करने वालाें में स्थानीय लाेगाें की भूमिका काे देखते हुए पुलिस ने सदर थाना इलाके व गुढ़ा उदयपुरवाटी क्षेत्र तथा संभावित स्थानाें पर दबिश दी, लेकिन उनका सुराग नहीं लग पाया।
रायपुर से घरड़ाना जाने वाले रोड स्थित शराब ठेके पर हफ्ता वसूली व दुकान में हिस्सेदारी देने से मना करने पर फायरिंग करने व दुकान में तोड़फोड़ कर गल्ले से डेढ़ लाख रुपए लूट ले जाने के आरोपियों का दूसरे दिन भी सुराग नहीं लगा।
आरोपियों की धरपकड़ करने के लिए गाडाखेड़ा चौकी प्रभारी शेरसिंह फोगाट व सिंघाना थानाधिकारी प्रमोद चौधरी के नेतृत्व दो टीम गठित कर आरोपियों के रिश्तेदारी, जान पहचान व संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी। थानाधिकारी प्रमोद चौधरी ने बताया कि घरड़ाना कलां निवासी जयवीर, राकेश उर्फ हनी, सिलारपुरी निवासी योगी मेघवाल व मोई निवासी अजय सोमरा नामजद सहित 10-12 अन्य को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की दो टीम अलग-अलग संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।
लॉकडाउन के बाद प्रवासियों का आना पिछले चार दिनाें से निरंतर जारी है। अलग-अलग प्रदेशों से सैकड़ों लोगों का आगमन तीन दिनों के अंतराल में हुआ है जो अन्य प्रदेशों से व राजस्थान में भी अलग-अलग जिलों में रहने वाले लोग शामिल हैं। बांगड़ अस्पताल के पीएमओ डॉ. जीके शर्मा ने बताया कि 3 तीनों में 258 लोगों के सैम्पल लिए जा चुके हैं, जो बाहर से आए हुए है। अभी तक 506 लोगों के लिए गए सैम्पल में 433 सैम्पल निगेटिव आ चुके हैं। 73 की रिपोर्ट आना बाकी है। प्रवासियों की स्क्रीनिंग कर जिसमें हल्के से लक्षण दिखाई देते हैं उन्हें तो बांगड़ स्कूल में क्वारेंटाइन किया जा रहा है व जो पूर्ण रूप से स्वस्थ दिखते हैं मगर फिर भी उन्हें 14 दिन के लिए होम आइसोलेट किया जा रहा है। अभी तक डीडवाना ग्रामीण क्षेत्र में 743 तो शहरी क्षेत्र में 301 लोग आ चुके हैं। मकराना से शुक्रवार को 50 लिए
इधर..., परबतसर में भी 42 नए सैंपल लिए गए
खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीपी जोशी ने शुक्रवार को ग्राम भड़सिया के नाका व स्कूल में स्थापित क्वारेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया तथा सभी व्यवस्थाएं देखी। स्वास्थ्य कार्मिकों को मास्क व सेनिटाइजर उपलब्ध कराए। यहां व्यवस्थाएं सही पाई गई। होम क्वारेंटाइन किए गए लोगों के रेंडम सैम्पलिंग के निर्देश दिए गए। इसके पश्चात कालेटड़ा स्कूल के क्वारेंटाइन सेंटर को देखा व रिड़ तथा बाजवास में भी बाहर से आने वाले लोगों को चिकित्सा विभाग द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं व स्क्रीनिंग का कार्य देखा जो संतोषजनक पाया गया। ग्रामीण क्षेत्रों से लाए गए 38 लोगों की परबतसर में सैम्पलिंग की गई व 04 शहरी क्षेत्र के लोगों की भी सैम्पलिंग की गई। ग्रामीण स्वास्थ्य केन्द्रों से गठित टीम द्वारा डाॅ. शैलेष शर्मा के निर्देशन में कार्य किया गया। इस कार्य में राकेश गोरा (बीपीएम), बाबूलाल चौधरी, चेतनदान, डाॅ. वन्दना व्यास, बन्नाराम आदि ने सहयोग किया। इसी तरह सैंपलिंग का कार्य प्रातः 11ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक किया जाएगा।
वर्तमान में जिले से लिए 717 सैम्पल की रिपोर्ट बाकी
जेएलएन में भर्ती कोरोना पाॅजिटिव मरीजों में से शुक्रवार को 20 की सैम्पल रिपोर्ट दो बार नेगिटिव आने पर डिस्चार्ज किया। अब 14 मरीज जेएलएन में है। सभी बासनी के है। इनमें एक दिन का शिशु अाैर तीन साल गाेसिया भी शामिल है। गांव में अब तक 106 संक्रमित पाए गए हैं, अब तक 93 की रिपोर्ट दो बार नेगेटिव आने के बाद वे ठीक हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि जिले से अब तक 4427 सैंपल लिए गए है, इनमें 3710 की रिपोर्ट मिल चुकी है। 3592 निगेटिव है। शुक्रवार को जिले में 379 सैंपल लिए गए। वर्तमान में 717 सैम्पल की रिपोर्ट आना शेष है
कांस्टेबल से लेकर एसआई तक के पद पर पदाेन्नत 1100 जवानाें काे लाॅक डाउन में ट्रेनिंग पूरी नहीं करवाई जा सकी है और पदाेन्नति परीक्षा भी नहीं हाे पाई है। ऐसे में पुलिस मुख्यालय ने नियमाें में शिथिलता देकर प्रमाेशन देने की सिफारिश कर फाइल गृह विभाग काे भेजी है। इसमें कहा गया है कि नियमाें में कुछ संशाेधन कर व शिथलता देकर याेग्यता रखने वाले जवानाें काे प्रमाेशन दे सकते हैं। अब फैसला सरकार को करना है। लाॅक डाउन में कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल, हैड कांस्टेबल से एएसआई और एएसआई से एसआई पद के लिए पीसीसी नहीं हाे पाई है। साथ ही दाे से तीन माह तक भी इस तरह से पीसीपी कर इंडाेर व आउटडाेर ट्रेनिंग करना मुश्किल है।
जिसके चलते समय पर पदाेन्नति देने के लिए मु्ख्यालय ने गृह विभाग काे प्रमाेशन के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है। दाे साल पहले भी मुख्यालय ने हैड कांस्टेबल के लिए सृजित पदाें पर पदाेन्नति संवर्ग पाठ्यक्रम पूरा किए बिना ही पदाेन्नति प्रस्ताव भेजा था और सरकार ने सहमति जता दी थी मगर उस समय पदाेन्नत जवान काे उसके पद के अनुसार वेतनमान उस स्थिति में देने का नियम लगा दिया था जिसमें जवान काे पुलिस मुख्यालय की ओर से तय किया गया काेर्स पूरा कर लिया हाे। मगर इस बार पुलिस मुख्यालय ने इस तरह के किसी पाठ्यक्रम काे पूरा करने के नियम रखने की सिफारिश नहीं की है।
गांव फुलवाड़ा के पास शुक्रवार को सुबह एक अधेड़ का शव मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना पर डीएसपी सदरथाना प्रभारी पहुंचे तो शव एक होटल के सामने चारदीवारी के पास बने कचरे के हौज में पड़ा हुआ था। शव को हौज से निकालकर हिंडौन के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बीती रात घर से लापता था अधेड़
सदरथाना प्रभारी विजय सिंह छोंकर ने बताया कि फुल वाडा के मूडियाकापुरा निवासी हरज्ञान जाटव ने बताया कि उसके पिता सुआलाल जाटव गुरुवार की रात साढ़े 7 बजे बिना बताए घर से चले गए थे। रात्रि को घर नहीं पहुंचने पर उनकी सब जगह तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला। शुक्रवार को सुबह साढ़े 6 बजे गांव के एक जने ने सूचना दी कि उसके पिता का शव फुलवाड़ा की एक होटल के सामने पड़ा है। जिसकी सूचना सदर थाना पुलिस को दी।
शव मिलने की सूचना पर डीएसपी श्योराजमल मीना व सदर थानाप्रभारी विजय सिंह छौंकर पुलिस दल के साथ पहुंचे और मौका मुआयना किया। शव को अस्पताल में लाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। हरज्ञान जाटव की ओर से मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
लॉकडाउन के दौरान आर्थिक संकट का सामना कर रहे और बच्चाें की पढ़ाई काे लेकर चिंतित अभिभावकों को मुख्यमंत्री ने कई राहतें दी हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आर्थिक स्थिति के चलते अगर कोई अभिभावक फीस जमा नहीं करा पा रहे ताे निजी स्कूल ऐसे विद्यार्थी का नाम नहीं काटें। यदि कोई स्कूल ऐसा करता है तो राज्य सरकार उसकी मान्यता निरस्त कर सकती है। इसके अलावा राइट टू एजुकेशन (आरटीई) के तहत प्रवेश के लिए अभिभावकों की आय सीमा को भी 1 लाख रुपए से बढ़ाकर 2.50 लाख रु. किया जाएगा। शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के जरिए स्कूल शिक्षा, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा से जुड़े विषयों की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने ये अहम निर्णय लिए।
ब्लॉक में बाहरी राज्यों के प्रवासियों की आवक शुरू हो गई है। इसके साथ ही मेडिकल टीम आने वाले हर प्रवासी पर पूरी नजर रख रही है। शुक्रवार को इन प्रवासियों में 4 जने संदिग्ध मिले। उन्हें हल्का सर्दी-जुखाम पाया गया।
इस पर बीसीएमओ डॉ. सुशील दिवाकर ने इन चारों के सैम्पल के लिए उन्हें नागौर के राजकीय चिकित्सालय भेजा है। बीसीएमओ डॉ. दिवाकर ने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए जा रहे सर्वे में चार बाहरी व्यक्ति जो मेड़ता ब्लॉक में आए उनके सैम्पल जांच के लिए 108 एंबुलेंस के जरिए नागौर रेफर किया गया है। इन 4 संदिग्धों में एक हैदराबाद व तीन अहमदाबाद से आए हैं। डॉ. दिवाकर ने बताया कि पूरे ब्लॉक में मेडिकल टीमें घर-घर जाकर सर्वे कर रही है।
इसी दौरान एक रेण गांव में, एक बासनी सेजा और 2 कलरू में संदिग्ध मिले हैं। ये बाहर से आए हुए हैं और प्रथम दृष्टया संदिग्ध मिले इसलिए उन्हें तत्काल नागौर रेफर किया गया।
गौरतलब है कि ब्लॉक सीएमएचओ मेड़ता की ओर से पूर्व में 12 जनों के सैम्पल लिए गए थे मगर सभी निगेटिव निकले। अब इन चार नए संदिग्धों के सैम्पल का सभी को इंतजार रहेगा।
55 चिकित्सा टीमों ने 1160 घरों का किया सर्वे
बीसीएमओ डॉ. दिवाकर ने बताया कि विभाग द्वारा लगातार सर्वे किया जा रहा है। शुक्रवार को 55 टीमों द्वारा 1160 घरों का सर्वे किया गया। जिसमें 6756 व्यक्तियों के स्वास्थ्य को जांचा गया। शुक्रवार शाम तक पूरे ब्लॉक में 341 बाहरी व्यक्ति आए जिनमें अन्य राज्य से 244 नागरिक व राजस्थान के अन्य जिलों से 17 नागरिक आए हैं। जिनमें 297 नागरिकों को होम क्वारेंटाइन किया गया और 44 नागरिकों को संस्थागत सरकारी स्कूलों में क्वारेंटाइन किया गया है। उल्लेखनीय है कि चिकित्सा टीमों की ओर से क्षेत्र में सर्वे का कार्य किया जा रहा है।
पुलिस ने दहेज के लिए विवाहिता की हत्या करने के आरोप में पति व ससुर को गिरफ्तार कर मेड़ता न्यायालय में पेश किया। जहां से दोनों को जेल भेजा गया है। पुलिस के अनुसार जायल तहसील निवासी श्रवण नायक ने 2 मई को रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसकी पुत्री किरण की शादी रेण निवासी जसुराम नायक के साथ 1 साल पहले की थी। पुत्री को दहेज के लिए पति जसुराम व ससुर भंवरलाल तंग व परेशान करते हुए मारपीट करते थे। 2 मई को सुबह रेण से फोन कर बताया कि आपकी पुत्री की मौत हो गई है। तब वो, उसका पुत्र सहित अन्य रेण पहुंचे तो देखा कि उसकी पुत्री की जहर देकर या गला दबा कर हत्या की है। पुलिस ने पति, ससुर, सास के विरूद्ध मामला दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया था। मेड़ता सीओ ने जांच शुरू की। पुलिस ने पति जसुराम व ससुर भंवरलाल निवासी रेण को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से जेल भेजा।
कोरोना लॉकडाउन के बीच प्रकृति व पक्षी प्रेमियों के लिए खुश खबर है। ग्लोबल बिग डे पर 24 घंटे की समयावधि में कोई भी व्यक्तिबर्ड वॉचर्स बनकर इनाम जीत सकता है।दरअसल, ई-बर्ड की ओर से हर वर्ष की भांति इस बार भी 9 मई की रात 12 से अगली रात्रि 12 बजे यानी 24 घंटे तक पक्षियों के अवलोकन व रिकॉर्ड संधारण का कार्य होता है। अबकी बार भारत सहित 174 देशों ने विभिन्न प्रजातियों की एक लाख पक्षियों की एंट्री का लक्ष्य निर्धारित किया है।
गौरतलब है कि पक्षियों के अवलोकन व रिकॉर्ड संधारण के लिए प्रतिवर्ष 9 मई को ग्लोबल डे मनाया जाता है। इस बार वैश्विक महामारी कोरोना के चलते भारत में भी लॉकडाउन एवं स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों की पालना में बर्ड वॉचर्स यह कार्य करेंगे।
करौली जिले के स्थानीय पक्षी विशेषज्ञ राव शिवराजपाल सिंह के अनुसार गत वर्ष 174 देशों के 35209 बर्ड वॉचर्स ने 92284 एंट्री दर्ज कीं, जिसमें 6331 प्रजाति के पक्षी देखे गए। लिहाजा, इस बार कोविड-19 के चलते विश्वभर में लॉकडाउन के चलते बाहर जाना भी संभव नहीं है।
ऐसे में स्थानीय प्रशासन के निर्देशों की पालना करते हुए घर में आने एवं आसपास में रहने वाले पक्षियों का ही रिकॉर्ड बनाकर एक लाख एंट्री का टारगेट हासिल करना है। इसमें आमजन भी सहभागिता निभाकर पक्षी प्रेमी के रूप में भूमिका निभा सकता है।
पक्षियों के वीडियो या फोटो लेकर बन सकते हैं विजेता, मोबाइल से कराएं एंट्री
ग्लोबल बिग डे पर जिले का कोई भी व्यक्ति अपने आसपास के पक्षियों के कलरव या अनूठी अवस्था में फोटो या आवाज दोनों मोबाइल से रिकॉर्ड कर इसमें एंट्री करा सकता है। करौली जिले में प्रकृति प्रेमी व पक्षी विशेषज्ञ राव शिवराजपाल सिंह को मोबाइल नं. 7728855553 पर कॉल अथवा वाट्सअप भी कर सकता है। इसके अलावा (ebird.org/ ebird.online या ebird.mobile) पर भी शेयर की जा सकती है। करौली में पक्षियों के प्रति प्रेम, लगाव व संरक्षण के प्रति जाग्रति पैदा करने के लिए करौली इंटेक चैप्टर की ओर से तीन सर्वश्रेष्ठ फोटो की एंट्री शामिल करने पर प्रतिभागियों को लॉकडाउन हटने के बाद सम्मानित भी किया जाएगा।
24 घंटे विशेष रूप से कैमरों में कैद होंगे पक्षी
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 9 मई, शनिवार की रात 12 से अगली रात्रि 12 बजे तक पक्षियों के कलरव, अठखेलियां व उनकी दिनचर्या आदि का चित्रण पक्षी प्रेमियों के कैमरों में कैद होगा। ज्यादातर लोग अपने मोबाइल में भी इनके फोटो या वीडियो बनाकर अपनी सहभागिता निभाएंगे। हालांकि, कोरोना लॉकडाउन का ग्रहण लग जाने से अबकी बार ग्लोबल बिग डे व्यापक स्तर पर नहीं मन पाएगा,फिर भी पक्षी प्रेमी विशेषज्ञों में खास रुचि रहती है और लॉकडाउन की पालना करते हुए लक्षित एक लाख के एंट्री टारगेट को हासिल कर पिछले वर्ष के रिकॉर्ड को अवश्य तोडेंगे। करौली के पक्षी विशेषज्ञ राव शिवराजपाल सिंह भी घर व आसपास में रहने वाले पक्षियों का ही रिकॉर्ड बनाकर एक लाख से अधिक एंट्री का लक्ष्य पूरा करने को लेकर आश्वस्त हैं।
गांव पालनपुर में बीती रात आपसी विवाद को लेकर हुए खूनी संघर्ष में एक युवक की मौत हो गई। युवक की मौत से पत्नी एवं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं गांव में शोक है। सूचना मिलने पर सदर थानाप्रभारी विजय सिंह छोंकर पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। मृतक के चचेरे भाई ने पांच लोगों के खिलाफ सदर थाने में हत्या के आरोप की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जयपुर में उपचार के दौरान तोड़ा दम
सदरथाना प्रभारी विजय सिंह छौंकर ने बताया कि पालनपुर निवासी चचेरे भाई गंगासहाय जाटव ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उसके चचेरा भाई निखिल जाटव(24) पुत्र स्व. रामरूप जाटव और दूसरे पक्ष के लोगों के बीच आपसी विवाद को लेकर गुरुवार की रात झगड़ा हो गया। वहीं के लखन जाटव, रामबाबू जाटव, सुमेर सिंह, रेंडायल के संतोष व कोटा छाबर निवासी एक जने ने निखिल जाटव पर लाठियों से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। जिसमें सिर व शरीर पर चोटें आने से गंभीर हालत में उसे करौली के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से हालत गंभीर होने के कारण डाक्टरों ने जयपुर रेफर कर दिया है। शुक्रवार को सुबह उपचार के दौरान निखिल की जयपुर के अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि निखिल नहाने की तैयारी कर रहा था। इसी दौरान घर परिसर में ही उस पर हमला किया गया।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
निखिल की मौत से पत्नी एवं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना हुआ है। निखिल की शादी 5 वर्ष पूर्व हिंडौन के खातीपुरा निवासी राखी देवी के साथ हुई थी। जिनके कोई संतान नहीं हैं। निखिल के दो भाई और एक बहिन है। निखिल बाहर मजदूरी करता था और लॉकडाउन के कारण घर पर आया हुआ था। मृतक का शव शुक्रवार शाम तक गांव नहीं आया था। शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए सुबह ही एएसआई भवानी सिंह पुलिस दल के साथ जयपुर पहुंच गए थे। मामला दर्ज होने के बाद आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश दी है।
गांव बरगमां में बीती रात साड़ी से फंदा लगाकर एक विवाहिता ने आत्महत्या कर ली। परिजनों के अनुसार विवाहिता मानसिक रोग से पीड़ित थी। विवाहिता के आत्महत्या की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर हिंडौन के राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां शुक्रवार को सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतका के पिता की ओर से मामला मर्ग में दर्ज किया गया है। जिसकी जांच एसडीएम की ओर से की जा रही है।
सदर थाना प्रभारी विजय सिंह छौंकर ने बताया कि थाना सलेमपुर के नाहिडकापुरा निवासी रामसिंह पुत्र भोरया जाटव ने रिपोर्ट दी है कि उनकी दो पुत्री अनीता व प्रियंका की शादी वर्ष 2009 में बरगमां के श्रीमोहन जाटव व सुग्रीव जाटव के साथ हुई थी। गुरुवार रात पुत्री प्रियंका(24) पत्नी सुग्रीव जाटव जो मानसिक रोगी थी ने पाटोरपोश घर में साडी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।
एसडीएम ने अस्पताल में की पूछताछ
विवाहिता की मौत की सूचना पर एसडीएम सुरेश कुमार यादव ने अस्पताल पहुंचकर पूछताछ की। पुलिस ने मेडिकल बोर्ड के डॉ. डीसी कोली, डॉ. रामराज मीना व डॉ. आरपी शर्मा से शव का पोस्टमार्टम कराया और परिजनों को सुपुर्द कर दिया। मेडिकल बोर्ड के डॉक्टर डीसी कोली ने बताया कि मृतका प्रियंका जाटव साढे चार माह की गर्भवती थी। पोस्टमार्टम के दौरान गर्भ से मृतक शिशु को निकाला। मृतका के एक पुत्र पहले से है। महिला की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और बेटे से उसकी मां छिन गई है।
राजस्थान की दूसरे राज्यों के साथ सीमाओं पर प्रवासियों के प्रवेश को रोका नहीं गया है बल्कि अंतर-राज्यीय आवागमन को सुगम बनाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जिन लोगों को ई-पास जारी हो चुके हैं, उनके राजस्थान में प्रवेश पर कोई रोक नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलाेत ने शुक्रवार को ये निर्देश दिए। इसी प्रकार, राजस्थान में फंसे हुए अन्य राज्यों के प्रवासी भी भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार अनुमति लेकर अपने स्थान पर जा सकते हैं। गहलोत ने सीएम निवास पर कोरोना संक्रमण से बचाव की स्थिति की नियमित समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाना और संक्रमण के फैलाव को रोकना है। उन्होंने ई-पास की अनुमति के लिए जिला स्तर पर विशेष सेल बनाने के निर्देश दिए। अंतरराज्यीय व जिले के अंदर आवागमन सुगम बनाने की मंजूरी देने के लिए स्टैण्डर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री ने की अपील... दूसरे राज्यों के श्रमिक घरों के लिए पैदल न निकलें
मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों के श्रमिकों से अपने गृह राज्य के लिए पैदल नहीं निकलने की अपील करते हुए कहा कि वे बिना अनुमति लिए प्रस्थान न करें। निर्धारित प्रक्रिया से अनुमति लेने वाले श्रमिकों के लिए राजस्थान सरकार उनके गृह राज्य से एनओसी प्राप्त कर उचित प्रबंध कर रही है। राजस्थान में लगभग 18 लाख लोग अंतर-राज्यीय आवागमन के लिए रजिस्टर करा चुके हैं, जिनमें से 11 लाख लोग प्रदेश में आने वाले हैं। इतनी बड़ी संख्या में लोगों को यहां आना तब तक संभव नहीं है, जब तक लाॅकडाउन समाप्त होने पर नियमित रूप से सड़क, हवाई एवं रेलवे सेवाएं शुरू नहीं हो जाएं।
दूसरे जिले में भी जाने की सोच रहे हैं तो ये जरूर पढ़ें
आपात स्थिति में प्रदेश में अंतर-जिला आवागमन के लिए कलक्टर एवं उपखण्ड अधिकारी (एसडीएम) को पास जारी करने के लिए अधिकृत किया गया है। लाॅकडाउन के तीसरे चरण के लागू होेने के समय राजस्थान के 10 जिले ग्रीन जोन में थे, जो संक्रमण बढ़ने से अब घटकर सिर्फ दो रह गए हैं। इस कारण श्रमिकों एवं अन्य प्रवासियों के आवागमन की प्रक्रिया को तर्कसंगत बनाया गया है।
देशभर में लॉक डाउन के चलते लोग अपने घरों में ही रहकर अपना कुछ काम और कुछ समय बिताने के लिए अलग काम करके अपने लॉक डाउन के समय को बिता रहे हैं। कुछ युवा किसान घरों में सब्जियां तो कुछ अपने आंगन में फूलों के पौधे लगा रहे हैं। इसी तरह शेरानी आबाद के युवा किसान याकूब खान व सुल्तान खान ने अपने घर के छोटे से कोने में शानदार फूलों का गार्डन सजा दिया। लॉक डाउन के चलते उनकी रोजाना सार संभाल करते रहे और अब वहा पूरी तरह से फूल खिल कर तैयार है। गुरुवार को आसमान में बादलों की घटा छाई हुई थी, अचानक शाम को मौसम कुछ खुशगवार हुआ। इस दौरान घर में बने छोटे से बगीचे से लिया गया यह फोटो कश्मीर की वादियों की यादें ताजा कराता हुआ दिखाई दिया।
रसीदपुरा स्टैंड से गुर्जर रही मेगा हाईवे पर टैम्पो व बस की जोरदार भिड़ंत होने से टैम्पो चालक की मौके पर ही मौत हो गई। मौलासर थानाधिकारी पांचूराम चौधरी ने बताया कि लगभग सुबह साढ़े 9 बजे मेगा हाईवे पर रसीदपुरा गांव स्टैंड पर मौलासर की ओर से आ रहा टैम्पो व कुचामन सिटी की ओर से आ रही बस दोनों की जोरदार टक्कर होने से टैम्पो चालक की मौके पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार टैम्पो चालक लादड़िया निवासी प्रहलाद धानका (40) पुत्र सुगनचंद धानका मौलासर से अपने गांव लादड़िया जा रहा था। तभी कुचामन की तरफ से तेज गति व लापरवाही से आ रही बस ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि टैम्पो काफी दूर जाकर गिरा व टैम्पो चालक प्रहलाद धानका की मौके पर ही मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस काफी तेज स्पीड से आ रही थी। सूचना मिलने पर मौके पर मौलासर थानाधिकारी चौधरी ने आकर शव को राजकीय सोमानी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौलासर पहुंचाया, जहां पर चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द किया। मृतक प्रहलाद धानका लादड़िया में सब्जी की थड़ी लगाता था लेकिन लॉकडाउन की पालना में प्रहलाद ग्रामीणों को टैम्पो से घर-घर जाकर सब्जी पहुंचाता था।
कुचामन सिटी : सरियों से भरे हुए ट्रक में घुसा इंडेन गैस का टैंकर, दो घायल
शहर के मेगा हाईवे स्थित बूड़सू चौराहे पर गुरुवार रात सड़क के किनारे खड़े एक सरियों से भरे ट्रक के पीछे से एक गैस का टैंकर टकरा गया, जिससे टैंकर में सवार दो जनों को मामूली चोटें आई। जानकारी के अनुसार गुरुवार रात साढ़े 9 बजे लोहे के सरियों से भरा एक ट्रक डीडवाना की तरफ जा रहा था। इस दौरान ट्रक के चालक ने चौराहे से थोड़ा साइड में ट्रक को रोका और वह किसी काम से नीचे उतरा था। इस दौरान हाईवे पर पीछे से आ रहा इण्डेन गैस का टैंकर सरियों से भरे ट्रक में पीछे से टकरा गया। दुर्घटना में दोनों ट्रक काफी ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गए और एक बारगी हाईवे पर वाहनों का जाम भी लग गया। घटना की जानकारी मिलने पर कुचामन पुलिस मौके पर पहुंची। वही इण्डेन गैस के ट्रक में सवार दो जनों को मामूली चोट आने पर उनका प्राथमिक उपचार करवाया गया। गैस का टैंकर हनुमानगढ़ जा रहा था।
परबतसर: ट्रक- पिकअप में भिड़ंत, दो को लगी चोटें
मेगा हाईवे बाईपास स्थित माॅडल स्कूल के समीप ट्रक और पिकअप की भिड़ंत हो गई, गनीमत रही कोई जनहानि नहीं हुई। हादसे में प्याज से भरी पिकअप पलट गई। सड़क पर प्याज बिखर गए। गनीमत रही कि बड़ा हादसा टल गया। दोनों चालक के मामूली चोटें आई। हैड कांस्टेबल रतीराम विश्नोई मौके पर पहुंचे व घायलों को अस्पताल पहुंचाया। सड़क से वाहनों को हटाकर यातायात शुरू करवाया गया।
खेत में पेड़ की टहनियां काट रहा था युवक, अचानक ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आया
गांव के एक खेत में कृषि कार्य करते समय करंट की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। गुरुवार शाम करीब साढ़े पांच बजे सोहनलाल 30 पुत्र जीवण राम कुमावत अपने खेत में कृषि कार्य करने के दौरान बबूल के पेड़ की छंगाई कर रहा था। इसी दौरान पेड़ के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन टहनियां को छू गई। जिससे उसे करंट का झटका लगने से युवक पेड़ के नीचे गिर गया। आवाज सुनकर परिजन दौड़े तथा घायलावस्था में उसे रेनवाल अस्पताल पहुंचाया। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर माराेठ थाने से हैड कांस्टेबल लालचंद ने शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। युवक की मौत के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। आर्थिक रूप से कमजोर सोहनलाल के कंधों पर घर की जिम्मेदारी थी। वो टाइल-मार्बल का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन के चलते खेत पर फसल बुवाई को लेकर जमीन तैयार करने के लिए पेड़ों की छंगाई कर रहा था। मृतक अविवाहित था, उसके पिता की मौत कई वर्ष पहले हो चुकी है।
खेरूला ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक राधाकिशन नागर ने शादी की सालगिरह पर जरूरतमंदों को राशन सामग्री के किट बांटे। नागर ने बताया कि फिजूलखर्ची नहीं करते हुए जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री दी है। वहीं कस्बे में विनीत शर्मा के नेतृत्व में जरूरतमंदाें को राशन सामग्री दी गई।
बैंक ऑफ बडौदा की ओर से शुक्रवार को यहां जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री के किट बांटे गए। वरिष्ठ शाखा प्रबंधक ने बताया कि लाॅकडाउन में जरुरतमंदाें की परेशानी काे देखते हुए खाद्य सामग्री दी गई।
विधायक रामनारायण मीणा के निर्देश पर ठाकुर नन्दसिंह महुपुरा की पुण्यतिथि पर ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह आसावत की ओर से ग्राम पंचायत क्षेत्र में जरुरतमंदों को खाद्य सामग्री के किट वितरित किए गए। इस दाैरान कांग्रेस नगर अध्यक्ष रामस्वरूप गोचर, बेरोजगार संघ नगर अध्यक्ष महेश सुमन, अशोक गौड़, गोविंद नामा, सूरजमल कुशवाहा, लेखराज कुशवाह शामिल रहे।
काेराेना संक्रमण के दाैरान लाॅकडाउन में स्काउट-गाइड भी सेवा कार्य में जुटे हैं। स्काउट गाइड स्थानीय संघ कोटा दक्षिण एवं इको व यूथ क्लब राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आवासन मंडल केशवपुरा की ओर से जरुरतमंदाें काे राशन व खाने के पैकेट वितरित किए। गाइड की ओर से बनाए मास्क वितरित किए जा रहे हैं। वहीं पक्षियाें के लिए दाना-पानी की व्यवस्था की।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की 12वीं और वरिष्ठ उपाध्याय परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के अंक अब परीक्षक ऑनलाइन बोर्ड मुख्यालय भिजवाएंगे। अब तक परीक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के बाद विद्यार्थियों को मिले अंक ओएमआर शीट के माध्यम से बोर्ड मुख्यालय भेजते थे।
बोर्ड ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ऑनलाइन अंक भेजने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड ने कोरोना के कारण उपजे हालातों को देखते हुए इस बार विद्यार्थियों के अंक बोर्ड की वेबसाइट के पोर्टल पर अपलोड करने की व्यवस्था की गई है। सभी परीक्षक इसी पोर्टल पर विद्यार्थियों के अंक अपलोड करेंगे। बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के लिए परीक्षकों को उनके घर पर भिजवाई गई है। अधिकांश परीक्षकों ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर लिया है, लेकिन अंकों की ओएमआर शीट बोर्ड मुख्यालय में भिजवाने की कोई व्यवस्था नहीं है। इस समस्या के समाधान के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड की वेबसाइट पर व्यवस्था शुरू की है।
21 तक भेजने होंगे विद्यार्थियों के सत्रांक नंबर
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने विद्यार्थियों के सत्रांक भी बोर्ड मुख्यालय भिजवाने के लिए अंतिम तिथि बढ़ाकर 21 मई कर दी है। विद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों को सत्रांक देने की व्यवस्था है। यह सत्रांक मुख्य परीक्षाओं के अंकों में जोड़े जाते हैं। अब तक अनेक विद्यालयों ने सत्रांक बोर्ड मुख्यालय नहीं भिजवाएं है। उनकी सुविधा के लिए अब सत्रांक भिजवाने की अंतिम तिथि 21 मई तय की गई है।
फैक्ट फाइल : 12वीं बोर्ड परीक्षार्थी-18993, वरिष्ठ उपाध्याय में 139 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं।
अब बोर्ड की साइट पर ही नंबर अपलोड किए जाएंगे
^ राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बोर्ड परीक्षा के अंक परीक्षकों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के चलते डाक से नहीं भेज पा रहे हैं। ऐसे में अब बोर्ड की साइट पर ही परीक्षक नंबर अपलोड करेंगे।
-घनश्याम बैरवा, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक, सवाईमाधोपुर
राज्य सरकार के शासन सचिव और परिवहन आयुक्त रवि जैन ने शुक्रवार काे जिला परिवहन विभाग काे कामकाज काे लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा किकि जिला परिवहन विभाग में परमिट संबंधी कार्य, नये वाहनाें के पंजीयन, वाणिज्यिक वाहनाें के स्वामित्व हस्तांतरण, वाहनाें की कर गणना, बकाया वसूली, कर चुकता प्रमाण पत्र जारी करना, लंबित चालान व ऑडिट आक्षेप के बकाया प्रकराणाें के नाेटिस, संस्थापन रिकाॅर्ड वीडिंग संबंधी कार्य, कांट्रेक्ट कैरिज और स्टेट कैरिज बसाें के परमिट ऑनलाइन करने के काम सहित अन्य ऐसे कार्य जिसमें आमजन की उपस्थिति जरूरी नहीं हाे, सुचारू रूप से किए जाएं। विभाग द्वारा सेनेटाइजर और मास्क के साथ साेशल डिस्टेंसिंग की पूर्ण रूप से पालना भी सुनिश्चित की जाए।
राज काेविड इन्फाे या आराेग्य सेतु एप करें डाउनलाेड
परिवहन विभाग के सभी अफसराें और कार्मिकाें काे परिवहन आयुक्त रवि जैन ने निर्देश दिए हैं कि काेविड-19 से सुरक्षा और बचाव के लिए राज्य सरकार के सूचना प्राैद्याेगिकी एवं संचार विभाग द्वारा राजकाेविड इन्फाे और भारत सरकार द्वारा बनाए गए आराेग्य सेतु एप काे आवश्यक रूप से डाउनलाेड करें।
विभिन्न स्थानों से रोडवेज बसों से पहुंचे लोगों को यहां बस स्टेंड पर कोराना रिलीफ की ओर से खाना खिलाया गया। ग्राम नरवास राजगढ़ निवासी अंजलि काे खाना मिला ताे उसने पहले पहले भगवान की प्रतिमा का भाेग लगाया।
अंजलि ने कहा सकंट में भगवान ही साथ देते हैं। आज यह जाे खाना हमें यहां मिला है यह भी भगवान की कृपा से मिला है। मैं जब भी खाना खाती हूं पहले लडडू गाेपाल काे खिलाती हूं। गुजरात, उत्तरप्रदेश व जयपुर से 348 श्रमिक शुक्रवार काे राेडवेज की 10 बसाें से अलवर लाए गए।
यहां से इनमें केवल रामगढ़ व राजगढ क्षेत्र के 144 श्रमिकाें काे घर भेजने के लिए तीन राेडवेज बसाें की व्यवस्था की गई। शाम 6 बजे तक बहरोड़, शाहजहांपुर, काेटपूतली, थानागाजी, साेड़ावास जाने वाले करीब 25 श्रमिक बस चलने की उम्मीद में बस स्टैंड पर ही बैठे रहे। बसाें की व्यवस्था नहीं की जाने पर अन्य श्रमिक अपने साधनाें से घर चले गए। गुरुवार देर रात 1.30 बजे बसाें से श्रमिकाें का अलवर आने का सिलसिला शुरू हुआ जाे शुक्रवार दाेपहर 3 बजे तक जारी रहा।
सहारनपुर रिश्तेदारी में मिलने गया, लॉकडाउन में अटका पवन
पेहल मुंडावर निवासी पवन ने बताया कि दाे चार दिन के लिए 19 मार्च काे रिश्तेदारी में मिलने के लिए उत्तरप्रदेश के सहारनपुर गया था। लाॅक डाउन में वहीं अटक गया। काफी दिनाें से घर आने की साेच रहा था लेकिन आ नहीं सका। अब जैसे ही माैका मिला वहां से आ गया। गुरुवार काे सहारनपुर से भरतपुर यूपी राेडवेज बस से आया। भरतपुर से अलवर राजस्थान राेडवेज बस से 8 बजे आ गया। बस चलने के उम्मीद में खड़ा हूं।
मजदूरी करते पैसे समाप्त हाे गए इसलिए अपने घर लाैट आए
बलदेव ने बताया कि राजगढ़ के पास नरवास का रहने वाला हूं। गाजियाबाद में मजदूरी कर परिवार का पालन पाेषण करता था। लाॅक डाउन में काम धंधा रहा नहीं। वहां किराए के मकान में रहते थे। जाे पैसे थे वाे भी खतम हाे गए। पता नहीं कब हालात सामान्य हाेंगे इसलिए अपने गांव लाैट आया।
कोरोना संक्रमण की रोकथाम व बचाव के लिए राज्य एवं जिले के बाहर से आने वाले हर शख्स की स्क्रीनिंग कर उन्हें होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है।
पुष्कर में वर्तमान में कुल 163 व्यक्तियों काे होम आईसोलेट किया गया है। इनमें से 63 व्यक्ति बीते 8 दिनों के दौरान क्वारेंटाइन किए गए हैं।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि होम क्वारेंटाइन किए गए लोगों की निगरानी के लिए वार्ड वार शिक्षक-शिक्षिकाओं की ड्यूटी लगाई गई है। डॉ. गुप्ता ने नगर वासियों से बाहर से आने वाले व्यक्ति की तत्काल सूचना एसडीओ ऑफिस, चिकित्सालय अथवा पुलिस थाने के कंट्रोल रूम पर देने की अपील की है।
कस्बे मे स्थित दूरसंचार विभाग की बीएसएनएल की सेवा भगवान भरोसे चल रही। आलम ये है कि कस्बे की बिजली गुल होने के साथ ही नेटवर्क सेवा ठप हो जाती है। जिससे उपभोक्ताओं के मोबाईल डेड हो जाते हैं और नेटवर्क सेवा ठप होने से ऑनलाइन कार्य प्रभावित हो जाते हैं। उपभोक्ताओं द्वारा विभागीय अधिकारियों को कई बार इस समस्या के बारे मे अवगत करवाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं होने से उपभोक्ताओं मे आक्रोश व्याप्त है।
बैट्री खराब,जनरेटर का उपयोग नहीं
कस्बे मे स्थित दूरसंचार विभाग के टॉवर पर स्थित पॉवर सिस्टम की बैट्री काफी पुरानी होने के कारण नकारा हो गई है। बिजली गुल होने के साथ ही बेट्री डिस्चार्ज हो जाती है और बीएसएनएल की सेवा ठप हो जाती है। टॉवर पर विद्युत व्यवधान उत्पन्न होने पर दूरसंचार सेवाओं को सुचारु रखने के लिये यूं तो दूरसंचार विभाग द्वारा जनरेटर की व्यवस्था है लेकिन मजे की बात तो ये है कि जनरेटर का विद्युत आपूर्ति ठप होने पर उपयोग ही नहीं किया गया है। जिसके चलते जनरेटर यहां धूल तो फांक ही रहा है,वहीं इसके सही होने पर ही संदेह नजर आता है। क्योंकि जनरेटर के उपयोग मे नहीं लिये जाने से इसके रख रखाव मेंबरती जा रही लापरवाही से जनरेटर को उपयोग मे नहीं लिये जाने से बीएसएनएल की सेवाएं तो ठप हो ही रही हैं।
सभी जगह है समस्या
^इन दिनों बिजली आपूर्ति बंद रहने से समस्या सभी जगह हो रही है। मैं इंचार्ज से बोल देता हंू, कोई समस्या होगी तो वे देखेंगे।
पुष्कर श्रीवास्तव जिला प्रबंधक दूरसंचार विभाग स.मा.
24 घंटे लाइट जरूरी है
^इन दिनों बिजली व्यवधान की वजह से समस्या पैदा हो रही है। बेट्री बैकअप के लिये 24 घण्टे लाइट जरुरी है। फिर भी कोई टेक्निकल मिस्टेक होगी तो दिखवाएंगे।
हरिप्रसाद एस.डी.ओ.टी.खंडार
किसी भी देश की सेना या पुलिस के जवान के लिए उसका मनोबल और जज्बा ही सबसे बड़ी ताकत होती है। ...और यह जज्बा ही तो था जिसके बल पर राजस्थान पुलिस के जवान दीपक योगी ने न सिर्फ कोरोना को हराया बल्कि एक साफ संदेश दिया-इस बीमारी को हराने के लिए सिर्फ और सिर्फ विलपॉवर मजबूत रखने की जरूरत है। दीपक माणकचौक थाने में तैनात थे और उनकी ड्यूटी परकोटे के कर्फ्यू वाले इलाके में लगी थी। उनकी हल्की सी तबीयत खराब हुई। जांच कराने पर रिपोर्ट पॉजिविट आई। फिर दीपक को एसएमएस के वार्ड 4 एफ में भर्ती कर लिया गया। दीपक अब घर आ चुके हैं...आइए उन्हीं की जुबानी सुनते हैं पूरी कहानी....।
दीपक बताते हैं कर्फ्यू ग्रस्त इलाके में ड्यूटी थी। इस दौरान मेरे 5-6 साथी कोरोना संक्रमित हो गए। 11 अप्रैल को तबीयत खराब हुई थी। कोरोना को लेकर आशंकाएं घर कर रही थीं। मन में उमड़-घुमड़ के बीच मैंने जांच कराई। जब तक रिपोर्ट नहीं आई थी तो बेचैनी सी थी...लेकिन 17 अप्रैल को रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही मेरा विलपॉवर मजबूत हो गया। मैं एसएमएस के वार्ड एफ 4 में भर्ती हो गया। अकेला नहीं था...साथ में कई लोग भर्ती थे। हर कोई डरा-सहमा सा...। लेकिन डॉक्टरों-नर्सिंग स्टाफ की सेवा और नसीहतों से डर कम हुआ। सुबह डॉक्टर-नर्सिंग स्टाफ के साथ....हम होंगे कामयाब दिन से शुरू होता। इससे माहौल पॉजिटिव हो जाता। एक दिन मेरे वार्ड से तीन मरीजों को वेंटिलेटर पर ले लिया गया...मन थोड़ा डरा लेकिन क्या सकता था, सब कुछ डॉक्टरों पर छोड़ दिया। धीरे-धीरे सब अच्छा होने का एहसास होने लगा। फिर वेंटिलेटर पर गए तीनों मरीज भी स्वस्थ लौटे तो लगा अब तो कोरोना को हरा कर ही निकलूंगा। 23 अप्रैल को डिस्चार्ज होकर पुलिस क्वारैंटाइन सेंटर में हूं। शुक्रवार को यहां से घर जाउंगा..फिर अपने ड्यूटी पर।
डॉक्टरों ने कहा तो मैं मरीजों के लिए प्लाज्मा डोनेट करूंगा
इन दिनों मैं न अपने परिवार से मिल सकता था और न ही बात कर सकता था। क्वारेंटाइन सेंटर से वीडियो कॉल किया। परिवार-रिश्तेदाराें का मनाेबल टूट चुका था। परिवार वाले रोने लगते तो मैं कहता था-गलत विचार लाओगे तो डिप्रेशन में जाओगे। मैं कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए अपना प्लाज्मा डोनेट करना चाहता हूं।
संदेश...विल पॉवर मजबूत रखें। डॉक्टरों के सुझाव को ब्रह्मवाक्य मानें। हर सलाह का ईमानदारी से पालन करें। खुद डाक्टर न बनें।
ग्राम स्तरीय कोरोना कोर कमेटी गोगोर के सदस्यों ने शुक्रवार को गांव में सर्वे कर ग्रामवासियों को जागरूक किया। गोगोर सरपंच कजोड़ ने स्थानीय विद्यालय के शिक्षकों राधामोहन शर्मा, सीताराम बैरवा, सुरेंद्र कर्णावत, संतोष शर्मा, पुरषोत्तम कुमार के साथ मिलकर ग्रामवासियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय बताए। ग्रामवासियों के द्वारा सूचित करने पर कोर कमेटी को ज्ञात हुआ कि तीन व्यक्ति सुरेली जिला टोंक से 7 मई को सायंकाल मोटरसाइकिल के माध्यम से आए हैं। इसके बाद चिकित्सक शहनाज परवीन व कंपाउंडर कृष्णकांत शर्मा द्वारा सूचना मिलने पर उक्त व्यक्तियों से संपर्क किया गया और उन्हें ग्राम वासियों व सरपंच द्वारा समझाइश करने के बाद जिला अस्पताल के लिए एंबुलेंस द्वारा गोगोर से रेफर किया गया। कोर कमेटी गोगोर द्वारा लाउडस्पीकर से भी एलान करवाया गया कि बाहर से आने वाले लोगों की सूचना तुरंत कमेटी को देंवे।
कोरोना मुक्त होने से मिली थी संतुष्टि
कलेक्टर ने कहा कि जिले के सभी कोरोना पॉजीटिव की जांच नेगेटिव आई थी। जिले के कोरोना मुक्त होने की क्षणिक संतुष्टि मिली थी। अब मरमटपुरा में जो व्यक्ति कोरोना पॉजीटिव आया है, वह हमारे जिले का रहने वाला नहीं है। कोरोना पॉजीटिव यूपी निवासी, जिसकी मौत हो चुकी है उक्त पॉजीटिव व्यक्ति रिश्ते में उसका साला है। उक्त लोग मोरेल बांध में बाड़ी बनाकर सब्जी व फल पैदा करने का काम करते हैं। जिले में अब आठ कोरोना पॉजिटिव पूर्व के है, जिनकी रिकवरी के साथ ही रिपोर्ट नेगेटिव हो गई है। एक पॉजिटिव जो मूलतः उत्तर प्रदेश का था, जिसका पता जिले का दिया होने के कारण उसे जिले में जोडा गया था, उसकी मृत्यु गत दिनों हो चुकी है।
होम क्वारेंटाइन को गंभीरता से लें लोग
जिलाधिकारियों ने कहा कि जिले से बाहर से आने वालों को होम क्वारेंटाइन कर इसकी निगरानी की जिम्मेदारी एक सरकारी कर्मचारी के साथ दो पडौसियों की दी जाएगी। क्वारेंटाइन को गंभीरता से लेते हुए लोग प्रोटोकॉल का पालन करें। ऐसा नहीं किए जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सजा भी हो सकती है। कलेक्टर पहाडिया ने बताया कि शनिवार एवं रविवार को उपखण्ड अधिकारियों के माध्यम से पंचायतों को क्लस्टर बनाकर वहां के ग्राम विकास अधिकारी, पटवारी, प्रसार अधिकारी आदि को जागरूक करने, क्वारेंटिन के सम्बन्ध में निर्देशों की पालना करने, बाहर से आने वालों की सूचना देने आदि के लिए प्रशिक्षण दिए जाएंगे।
लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के साथ ही घर परिवार से दूर फंसे श्रमिकों के सब्र का बांध टूट रहा है तथा श्रमिक अपने घर जाने के लिए बेचैन हो रहे हैं। गारमेंट फैक्ट्रियों में काम करने वाले पश्चिम बंगाल, यूपी, बिहार समेत विभिन्न राज्यों के सैकड़ों श्रमिक पुष्कर में फंसे हुए हैं तथा अब वे घर लाैटने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
घर वापसी के लिए कई श्रमिकों ने अपना पंजीयन तो करा दिया। उन्हें प्रशासन की ओर से घर भेजने की व्यवस्था नहीं की जा रही है। कई श्रमिकों को तो दो वक्त की रोटी भी नहीं मिल रही है। इससे गुस्साए बिहार के श्रमिक लामबंद होकर शुक्रवार को उपखंड कार्यालय में धावा बोल दिया। इससे प्रशासन में खलबली मच गई। उन्हें तत्काल ऑफिस से परिसर से बाहर निकाल दिया। इस पर सभी श्रमिक नए बस स्टैंड पर धरना देकर बैठ गए।
सूचना मिलते ही एसडीओ देविका तोमर, तहसीलदार पंकज बडग़ुजर व थानाधिकारी राजेश मीणा लवाजमे के साथ बस स्टैंड पहुंचे तथा श्रमिकों की समस्या सुनी। श्रमिकों ने दो टूक शब्दों में कहा कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के कारण उन्हें खासा परेशान होना पड़ रहा है तथा घर पर परिजन काफी चिंता कर रहे हैं। श्रमिकों ने अधिकारियाें से कहा कि हमें अपने घर भिजवाने की व्यवस्था कराओ।
एसडीओ तोमर व थानाधिकारी मीणा ने श्रमिकों को समझाइश व आश्वासन देकर लौटा दिया। तोमर ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि श्रमिकों के गृह राज्य से अनुमति नहीं मिलने के कारण इनको भेजने की व्यवस्था नहीं हो पा रही है।
काेराेना पॉजिटिव के अंतिम संस्कार के दाैरान पहने जाने वाले पीपीई किट काे खुले में सड़क किनारे जलाया जा रहा है। यह लापरवाही शहर के लाेगाें पर भारी पड़ सकती है।
नियमों के तहत पीपीई किट काे पीले रंग की थैली में पैक करके पर्वतपुरा में बनाए गए इंसीलेटर में ही जलाया जाता है ताकि संक्रमण नहीं फैले। पीपीई किट काे पहनने व खाेलने के भी नियम हैं, लेकिन जिस तरीके से निगम के ठेके के कार्मिक इसे खाेल रहे हैं इस विधि से ताे इनके खुद के पॉजिटिव हाेने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
चिकित्सा विभाग की तरफ से काेराेना पॉजिटिव मरीज के शव काे अंतिम संस्कार के लिए लेकर जाने से पहले माेर्चरी के बाहर ही चाराें लाेगाें काे पीपीई किट पहनाया जाता है। चिकित्सा विभाग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसे पहनने व खाेलने के भी नियम हैं।
साधारण ड्रेस की तरह सड़क पर पटक रहे
यहां आने वाले लाेगाें काे पहले इसकी जानकारी दी गई है। नियमों के तहत पहले पीपीई किट के ग्लब्स पहने जाते हैं। इसके बाद जूते और पीपीई किट काे पहनकर चैन से बंद किया जाता है। हाथों में फिर से ग्लब्स पहनते हैं। सिर पर कैप लगाने के बाद थ्री लेयर का मास्क फिर एन-95 मास्क, और चश्मा पहना जाता है। खाेलने के भी यही नियम है। इसे खाेलकर पीली थैली में डाला जाता है जिसे बाद में सीज कर देते हैं। लेकिन शव के अंतिम संस्कार के बाद ठेके के यह कार्मिक आम ड्रेस की तरह इसे खाेलकर सड़क पर पटक रहे हैं जाे गलत है। इस पर लगे वायरस शरीर काे संक्रमित कर सकते हैं। सड़क पर खुले में जलाने से यह आस पास के क्षेत्र काे भी प्रभावित कर सकते हैं। इसकी जानकारी हाेने के बावजूद यह सड़क पर जलाया जा रहा है।
जिला अल्प समय कोरोना मुक्त रहा, लेकिन एक पॉजीटिव केस सामने आने के बाद पुलिस, प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग सकते में है। मित्रपुरा कस्बे के नजदीकी पीलूखेड़ा गांव में पॉजिटिव मरीज की सूचना के बाद देर शाम क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया। पीलूखेड़ा गांव में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि हुई थी। जिसके बाद जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने ग्राम पंचायत दतुली और ग्राम मरम्मटपुरा को केंद्र बिंदु मानते हुए मरम्मटपुरा, धोराला , पीलूखेड़ा ओर ग्राम पंचायत गोतोड़ को नियंत्रण क्षेत्र मानते हुए तत्काल कर्फ्यू लगाने के आदेश दिये गये। जिले में अब तक कुल 2745 लोगों की सेम्पलिंग हुई है। इसमें 2668 की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जबकि 68 की जांच आनी शेष है। जिले में सामने आए दस पॉजीटिस केस में से आठ की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है तथा एक पॉजीटिव की मौत हो चुकी है। जिले में कोरोना का प्रसार नहीं हो। यह बात शुक्रवार को कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर जिले में किए जा रहे कार्यों की प्रेस ब्रिफिंग में जानकारी देते हुए जिलाधिकारियों ने कही। पत्रकार वार्ता में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, सीएमएचओ डॉ.तेजराम मीणा, पीएमओ डॉ. बी.एल.मीणा उपस्थित रहे।
लॉकडाउन के चलते कई दिनों से बंद पड़ी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) के आदेश आने के बाद क्षेत्र में शुक्रवार से मनरेगा कार्य चालू कर दिया गया है। इससे ग्रामीण मजदूरों के चेहरे खुशी से खिल गए और उत्साह के साथ सभी मजदूरों ने फिर से क्षेत्र में मनरेगा कार्य का श्रीगणेश किया।
मजदूरों ने बताया कि कई दिनों से काम नहीं मिलने के कारण उनके पास खाने का सामान लगभग खत्म हो चुका था, इससे उनकी आजीविका पर गहरा संकट खड़ा हो गया था। अब कार्य शुरू होने से वे अपने परिवार का पेट पालन कर सकेंगे। वहीं इस दौरान सरपंच मनोहर लाल व ग्राम विकास अधिकारी प्रभु लाल मीणा ने वहां काम करने वाले सभी मजदूरों को मास्क वितरण के साथ साबुन व सेनिटाइजर उपलब्ध करवाया। साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग में कार्य करने के लिए पाबंद भी किया। इस दौरान वहां रोजगार सहायक श्यामलाल बैरवा, मेट नरेंद्र सिंह आदि लोग उपस्थित थे।
बागडोली में मनरेगामें 70 श्रमिकों को काम
बागडोली| कस्बे में मनरेगा के तहत ग्रामीण स्तर पर कार्य शुरू हो गए हैं। सरपंच गंभीर मल गुर्जर ने बताया कि मनरेगा का कार्य सोशल डिस्टेंसिंग के साथ करवाया जा रहा है।ग्रामीण क्षेत्र में काम करने वाले ग्रामवासी को आवेदन के बाद काम दिया जाएगा। वर्तमान में 70 श्रमिक काम कर रहे हैं। मनरेगा श्रमिकों को पंचायतों के पूर्व स्वीकृत कार्यों में लगाया है। सिंचाई व जल संरक्षण के तहत तालाब गहरा करना, नाली निर्माण, परंपरागत जलस्रोत आदि के कार्य किए जा रहे हैं।
प्रदेश मे कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन से शिक्षा से वंचित छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग के आदेशानुसार लॉक डाउन अवधि मे छात्र-छात्राओं का अध्ययन नियमित रखने हेतु स्माईल प्रोग्राम के तहत राजकीय माध्यमिक विधालय बाजोली मे डिजिटल/ऑनलाइन अध्ययन करवाया जा रहा है।
ऑनलाइन अध्ययन ओमप्रकाश प्रजापत प्रधानाध्यापक वऑनलाइन स्टडी प्रभारी राजेश रैबारी ने बताया कि विधालय के सभी अध्यापकों,छात्रों,अभिभावकों का डिजटल लर्निंग नाम से ग्रुप बनाया गया है।डिजिटल लर्निंग ग्रुप मे सुबह 9 बजे से सभी कक्षाओं हेतु सभी विषय की अध्ययन सामग्री,ई-कंटेन्ट व लिंक भेजे जाते है।साथ गाँव मे कोरोना सर्वे हेतु ड्यूटी शिक्षकों की टीम हंसाराम मीणा,पवन कुमार स्वर्णकार,सुनील वर्मा,जे.पी.गुप्ता द्वारा पीईईओ लक्ष्मण लाल मीणा, व मंशाराम खिजूरी प्रभारी कोरोना समिति के निर्देशन मे नियमित छात्रों द्वारा मोबाईल व लेपटॉप पर ऑनलाइन की जा रही स्टेडी की मॉनीटिरिंग की जा रही है।
बलरिया गांव में शुक्रवार सुबह खेत की मेड बंदी को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। ऐसे में लाठी डंडा तथा गंदासी चलने से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें चौथ का बरवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाया गया। इनमें रामसहाय मीणा, धर्मेंद्र मीणा, मीठा लाल मीणा तथा एक अन्य को सवाई माधोपुर उपचार के लिए रेफर किया गया है। हेड कांस्टेबल माधो सिंह ने बताया कि इस मामले में रामसहाय मीणा की ओर से दी गई रिपोर्ट पर भजन लाल मीणा, रामलाल मीणा, गोकुल मीणा, रामेश्वर मीणा, जय सिंह, कृपा शंकर, सावल राम, कांति, सुशीला, राम सिंह तथा अनीता मीणा के खिलाफ एक राय होकर हमला करने का मामला पुलिस में दर्ज कराया गया है।
वन विभाग व पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नापाहैड़ा गांव के समीप से अवैध मिट्टी खनन करते हुए 4 ट्रैक्टर-ट्रॉली व एक जेसीबी काे जब्त कर चालकों काे गिरफ्तार किया है। रेंजर रघुवीरशरण मीणा ने बताया कि रेंज सुल्तानपुर के अधीनस्थ नाका धनवा वन खंड धनवा राडी गांव प्लांटेशन नापाहैड़ा में अवैध मिट्टी खनन करते हुए जेसीबी चालक महेंद्र खारवाल व ट्रैक्टर चालक महावीर बैरवा, महावीर खारवाल, रघुवीर मीणा व बालमुकुंद मीणा को मुखबिर की सूचना पर मौके पर पहुंचकर गिरफ्तार किया। यहां चार ट्रैक्टर-ट्राॅली व एक जेसीबी मशीन को अवैध रूप से मिट्टी खनन करते हुए पकड़ा है। जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और मालिकों के बारे में पूछताछ की जा रही है।
कोरोना महामारी के दौर ने अपने शादी व संस्कारों की परिपाटी ही बदल दी है। यह एक तरह से नए युग की शुरुआत है। मकराना में हिन्दू समाज में शुक्रवार को पहली शादी संपन्न हुई, जिसमें चार सदस्यीय बारात का स्वागत शर्बत की जगह आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाकर किया गया।
विदाई में बारातियों को मास्क व सेनिटाइजर गिफ्ट किए। दूल्हे ने भी दहेज लेने से मना कर दिया और दुल्हन को मात्र शादी के जोड़े में ही विदा कर ले गया। शहर के वार्ड 34 के खातीटीबा निवासी ओमप्रकाश टेलर की पुत्री अंजली का विवाह बोरावड़ के सुरेन्द्र टेलर के पुत्र आयुष टेलर के साथ संपन्न हुआ है। इसके लिए गुरुवार शाम को दूल्हा अपने पिता, मौसी व एक ड्राइवर के साथ चार सदस्यीय बारात लेकर आया।
वार्ड पार्षद शक्ति सिंह चौहान व वधु पक्ष ने चारों बारातियों के पहले हाथ धुलवाएं, सेनिटाइजर लगाया एवं उसके बाद उनका शर्बत की जगह काढ़ा पिलाकर स्वागत किया। वधु पक्ष में पार्षद सहित परिवार के आठ सदस्य मौजूद थे। पंडित वासुदेव शास्त्री ने शुभ लग्र में विवाह की रस्में पूरी करवाई, जिसके बाद साधारण माहौल में ही शुक्रवार सुबह बारात को विदा कर दिया गया।
विदाई के वक्त मंगल गीत में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, महिलाओं ने अपने-अपने घरों की छत पर गाए मंगल गीत
शादी संपन्न होने के बाद बारातियों को गिफ्ट के रूप में हाथ से बने हुए मास्क और सेनिटाइजर भेंट किए गए एवं कोरोना महामारी से बचाव के लिए रिश्तेदारों को जागरूक करने का आग्रह भी किया गया। वहीं दूसरी ओर विदाई के वक्त कॉलोनी की महिलाओं ने अपने-अपने घरों की छत पर चढ़कर मंगलगीत गाए। इस दौरान मंगल गीत गाने वाली सभी महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह से पालना की। पार्षद शक्ति सिंह ने बताया कि फिलहाल कोरोना महामारी का प्रकोप थमता नजर नहीं आ रहा है, जिसके चलते अब सामाजिक व्यवस्थाओं में इसी अनुरूप बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि शादियों में फिजूलखर्ची रोकने की बातें होती थी परंतु अब तो स्वत: ही फिजूलखर्ची बंद हो रही है। शादी आयोजन के लिए बाकायदा उपखंड अधिकारी मकराना से परमिशन लेनी पड़ी है। शादी कार्यक्रम संपन्न होने के बाद शुक्रवार सुबह पूरी कॉलोनी को वापस सेनिटाइज करवाया गया है।
हम सब को मिलकर महामारी को मिटाना है मगर फिजूलखर्ची रोकने का भी दे रही संदेश
बेशक हमें कोरोना महामारी को मिटाना है। इसके लिए हम सबको लॉकडाउन का पालन करते हुए घरों में रहने की जरूरत है।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करना होगा, तभी कोरोना की चेन टूटेगी और हम इस महामारी को हरा पाएंगे। मगर ये महामारी फिजूलखर्ची रोकने का संदेश भी दे रही है। इस महामारी की वजह से अभी जो शादियां हो रही है, उनमें फिजूलखर्ची बिल्कुल नहीं हो रही है मगर समाज को इस महामारी से उबरने के बाद भी ऐसी पहल जारी रखनी होगी। शादियाें में सभी रीति-रिवाजों को निभाया जाए मगर बगैर जरूरत के खर्चों को बंद किए जाने से जरूर एक नया मैसेज मिलेगा।
भाजपा किसान मोर्चा ने कृषक कल्याण शुल्क वापस लेने व किसानों के बिजली के बिल माफ करने की मांग को लेकर अध्यक्ष महावीर मीणा के नेतृत्व में शुक्रवार काे राज्यपाल के नाम एसडीएम काे ज्ञापन दिया। देहात जिला प्रवक्ता मनोज तिवारी ने बताया कि किसानाें काे पहले ही उपज का पूरा दाम नहीं मिल रहा है। अब यह शुल्क लगाकर और परेशानी बढ़ा दी है। सरकार इस आदेश काे वापस ले और किसानाें के बिजली के बिल भी माफ करे। यह मांग ज्ञापन में की गई है। इस दाैरान कोषाध्यक्ष जयप्रकाश गोचर, सीमल्या भाजपा मंडल अध्यक्ष मुकुल नागर शामिल थे।
विधायक रामनारायण मीणा ने सरकार द्वारा 60 लाख लोगों को बांटे जाने वाले गेहूं को सीधा किसानों से क्रय करने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य सुनिश्चित करने के लिए शासन सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को पत्र लिखा है। पत्र में विधायक मीणा ने बताया कि सरकार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सूची से वंचित 60 लाख लोगों को 10-10 किलो गेहूं उपलब्ध करवाने के लिए एफसीआई से 21 रुपए प्रति किलो की दर से गेहूं खरीदेगी। सरकार ने 6 कृषि जिंसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया है। सरकार का दायित्व बनता है कि घोषित दर पर खरीद की जाए। मंडियाें में समर्थन मूल्य से कम पर गेहूं खरीदा जा रहा है। इससे किसान परेशान हैं। किसानाें की समस्या काे देखते हुए खरीद केंद्राें पर खरीद की सीमा बढ़ाई जाए। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा से वंचित लोगों को मिलने वाला गेहूं सीधा किसानों से क्रय किया जाए।
कृषि जिंसों की खरीद बिक्री पर लगाई गई कृषक कल्याण फीस को निरस्त करने की मांग को लेकर गुरुवार को भारतीय किसान संघ ने तहसील अध्यक्ष अखिलेश दाधीच ने नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया कि किसान कोरोना महामारी के चलते एक तरफ तो अपने खून पसीने से तैयार की गई उपज को बेचने से मोहताज हो रहा है। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने कृषि जिंस की बिक्री पर 2 प्रतिशत की दर से कृषक कल्याण फीस के नाम पर कर लगा दिया है। इसके लागू होते ही राजस्थान की मंडियों में कृषि जिंसों के भाव में 2 प्रतिशत से अधिक की मंदी आ गई। इसका सीधा असर किसानों पर हो रहा है। संघ ने मांग की है कि अविलंब इस आदेश को वापस लिया जाए। इस मौके पर पवन शर्मा, मुकेश राठौर समेत कई किसान शामिल थे।
जिलाध्यक्ष ने देखी खरीद केंद्र की व्यवस्थाएं
भाजपा देहात जिलाध्यक्ष मुकुट नागर ने खरीद केंद्र की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने केंद्र प्रभारियों से किसानों की सुविधाओं पर चर्चा की। नागर ने कहा कि सभी केंद्रों पर आवंटित लक्ष्य की प्रतिपूर्ति होनी चाहिए। किसानों ने बताया कि फसल कि कटाई के दौरान कुछ दाने कट जाते है। ऐसे माल को अधिकारियों द्वारा नापास किया जा रहा है। नागर ने यहां मौजूद लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की। मंडल अध्यक्ष हरिओम नागर भी साथ रहे।
किसानों की समस्याओं को लेकर किसान संघ का ज्ञापन
भारतीय किसान संघ तहसील पीपल्दा के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम काे ज्ञापन देकर किसानों की समस्याओं के निराकरण की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि मंडी क्षेत्रों में कृषि जिंसों की खरीद पर लगाए गए 2 प्रतिशत कृषक कल्याण शुल्क को तत्काल स्थगित किया जाए। इससे किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। वह पहले ही कोरोना के चलते उपज बेच पा रहे हैं। मंडियों में भी उन्हें फसल का भाव कम मिल रहा है। तहसील पीपल्दा क्षेत्र में समर्थन मूल्य पर खरीद जिंसों की पर्याप्त खरीद नहीं होने के कारण किसान परेशान हैं। गेहूं, चना, सरसों के लिए अधिक टोकन जारी कर किसानों की समस्याओं का निराकरण किया जाए। ज्ञापन देने वालो में अध्यक्ष रामेश्वर मीणा, जिला मंत्री भागचंद मीणा, तहसील युवा प्रमुख चंद्रमोहन धाकड़, प्रेमशंकर धाकड़ शामिल रहे।
सांगोद मंडी में कांटों की संख्या बढ़ाने की मांग
समर्थन मूल्य पर गेहूं की तुलाई के लिए कस्बे की कृषि उपजमंडी में केवल दो कांटे लगे हुए है। इससे किसानों की पर्याप्त गेहूं की तुलाई का काम नहीं हो पा रहा है। यहां 15 जून तक तुलाई के लिए टोकन तो जारी कर दिए, लेकिन वहां तक बारिश की संभावना को देखते हुए तुलाई का काम प्रभावित होने की आशंका है।
किसानाें ने बताया कि कृषि उपजमंडी में गेहूं के नगर पालिका सहित 8 ग्राम पंचायत दीगोद, दिल्लीपुर, हिंगी, किशनपुरा, अमृतकुआं, कुराडियाखुर्द, श्यामपुरा की प्रतिदिन के हिसाब से 750 किलोग्राम 1500 बेग प्रत्येक क्षेत्र के 15 जून तक के टोकन जारी किए गए है। राज्य सरकार के नियमानुसार 15 जून से बारिश का दौर शुरू होना मान लिया जाता है, इसके बाद प्रदेश में मानसून आ जाएगा। कांटे गए टोकन के आधार पर गेहूं की तुलाई दो कांटों की जगह चार कांटों से करवाई जाएं तो जल्द किसानों के गेहूं 15 जून से पहले तुलने की उम्मीद है। इससे उन्हें अनावश्यक असुविधा नहीं होगी। वर्तमान व्यवस्था से ताे किसानों का आधा भी गेहूं नहीं तूल पाएगा।गेहूं में 2 कांटे ही चल रहे हैं, जबकि क्षमता 4 कांटों की है। क्षेत्र के किसानों ने शुक्रवार को यहां विधायक भरतसिंह से भी चार कांटे लगाने की मांग की।
चने की पूरी खरीद के लिए कलेक्टर को दिया ज्ञापन
समर्थन मूल्य पर चना की पूरी खरीद करने को लेकर कांग्रेस के जिला सचिव पूर्व सरपंच अशोक रोहर ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर काे सौंपा। रोहर ने ज्ञापन में बताया कि लाडपुरा तहसील में करीब 2500 हैक्टेयर में 75000 क्विंटल चने की बम्पर पैदावार हुई है। राजफेड ने तहसील लाडपुरा में केवल 12000 क्विंटल चना खरीदा है। अधिकांश किसानाें काे कम दाम में चना मंडियाें में बेचना पड़ रहा है।
कृषक कल्याण फीस काे निरस्त करने की मांग
कृषि जिंसों की खरीद पर लगाई गई कृषक कल्याण फीस को निरस्त करने की मांग काे लेकर भारतीय किसान संघ ने तहसील अध्यक्ष अश्वनी कुमार जैन के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार सुरेंद्रप्रकाश शर्मा को दिया। जिसमें बताया कि किसान पहले ही लाॅकडाउन के चलते अपनी जिंस नहीं बेच पाने के कारणा परेशान है। अब सरकार ने कृषि जिंसों की बिक्री पर 2 प्रतिशत की दर से कृषक कल्याण फीस के नाम से कर लगा दिया है। जो किसान से लिया जाने वाला अप्रत्यक्ष कर है। इसके लागू होते ही राजस्थान की मंडियों में कृषि जिंसों के भाव में 2 प्रतिशत से अधिक की मंदी आ गई है। इसका सीधा असर किसानों पर हो रहा है। किसानों की मांग है कि सरकार अविलंब इस आदेश काे निरस्त करे। नहीं ताे किसान संघ आंदाेलन करेगा।
कस्बे में काेराेना पाॅजिटिव महिला मिलने के बाद उसके घर से 100 मीटर के दायर में 15 मई की सुबह तक कर्फ्यू है। वहीं एक किमी के दायरे में शुक्रवार सुबह छह बजे तक कर्फ्यू था। इसके लिए कर्फ्यूग्रस्त एरिया में पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर पुलिसकर्मी तैनात कर रखे हैं, लेकिन रात काे यहां काेई नहीं मिला।
इसका खुलासा तब हुआ जब गुरुवार रात काे एक बजे भास्कर संवाददाता ने सभी बेरिकेट्स व चेकपाेस्ट का जायजा लिया। रात काे इन चाराें बेरिकेट्स प्वाइंट्स पर काेई भी पुलिसकर्मी नहीं था। यानि यहां से काेई भी अा-जा सकता है। केवल 100 मीटर के दायरे में बेरिकेट्स पर आरएसी के जवान तैनात थे। जानकारी के अनुसार एक किमी के दायरे के बेरिकेट्स पर पुलिस कर्मी सुबह 6 बजे तक तैनात होने थे। उधर, एसडीएम के आदेश पर 15 मई तक बढ़ाए गए कर्फ्यू व कर्फ्यू की सीमा को 100 मीटर तक घटाने के बाद शुक्रवार को कस्बे में आवश्यक सामग्री किराना, दूध डेयरी, मेडिकल आदि की दुकानें प्रशासन ने सुबह से 12 बजे तक खुलवाई। 6 दिन बाद खुले बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी पूरी तरह नहीं की। कोटा उपभोक्ता भंडार के आए चल वाहन पर भी आवश्यक सामग्री की खरीददारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं हुई। बाजार खुलने के समय पुलिस व्यवस्था नगण्य रही। थानाधिकारी महेश कुमार कारवाल का कहना है कि 100 मीटर दायरे में बेरिकेट्स करवाकर यहां पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। टैंट वाले को बेरिकेट्स हटाने के लिए कहा गया था।
क्षेत्र के नर्सेज लम्बे समय से केंद्र के अनुरूप नर्सेज के पदनाम परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। जिसको लेकर शुक्रवार को कोटा ग्रामीण जिलाध्यक्ष साबिर मिर्जा, उपाध्यक्ष मनोज शर्मा, सदस्य कय्यूम शेख, जावेद खान ने एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन साैंपा।
ज्ञापन में नर्स श्रेणी द्वितीय को नर्सिंग ऑफिसर, नर्स श्रेणी प्रथम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर, पब्लिक हेल्थ नर्स को व्याख्याता, नर्सिंग ट्यूटर स्कूल, वरिष्ठ व्यख्याता, नर्सिंग ट्यूटर कॉलेज को सहायक प्रोफेसर, इसी तरह नर्सिंग अधीक्षक को, चीफ नर्सिंग ऑफिसर पदनाम परिवर्तन की मांग की है। जिलाध्यक्ष मिर्जा ने बताया कि केंद्र सहित प्रमुख चिकित्सा संस्थानाें और अन्य राज्यों में नर्सेज के पदनाम परिवर्तन कर दिए हैं। ये बिना वित्तीय भार नर्सेज के मान सम्मान की बात है। अब 12 मई काे नर्सेज दिवस पर सरकार से इस मांग को करे पूरी करने की मांग की है। जिला उपाध्यक्ष मनोज शर्मा ने बताया कि इस मांग के समर्थन कई मंत्री व विधायक मुख्यमंत्री व चिकित्सा मंत्री काे पत्र लिख चुके हैं।
उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती खेराटा गांव के समीप तालाब में पानी पी रहे मोर पर अचानक दो तीन कुत्तों ने हमला कर दिया।
मोर के चिल्लाने की आवाज सुनकर ग्रामीणों ने शोर मचाकर कुत्तों के मुंह से मोर को बचा तो लिया लेकिन मोर उड़कर एक कांटे वाले झाड़ में जाकर फंस गया जहां मधुमक्खियों ने मोर को और ज्यादा घायल कर दिया। ग्रामीण सुरेन्द्र सिंह ने यह सूचना समाजसेवी प्रिन्स शेखर सिंह को दी।
प्रिन्स शेखर सिंह ने वन विभाग के अधिकारी भंवरा राम को सूचना देकर बुलवा लिया। विभाग के कर्मचारी बाबू सिंह, मंगल सिंह, चिमन सिंह जल्द ही मौके पर पहुंच गए और घायल मोर को बाहर निकाल कर प्राथमिक उपचार कर सीधे पशु चिकित्सालय में इलाज के बाद दुधालेश्वर ले जाया गया।
मांगलियावास व मकरेड़ा स्टेशन के बीच शुक्रवार को ट्रेन की चपेट में आने से चरवाहा किशाेरी की माैत हाे गई। मांगलियावास पुलिस ने मृतका किशोरी का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किया।
जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 11 बजे मजदूर पैसेंजर ट्रेन से टक्कर लगने से किशोरी की मृत्यु हो गई। दुर्घटना के बाद ट्रेन चालक और गार्ड ने शव को मांगलियावास रेलवे स्टेशन रेलवे स्टेशन मास्टर को सुपुर्द किया। सूचना पर रेलवे पुलिस थानाधिकारी सुशीला विश्नोई और मांगलियावास थाना अधिकारी रामचंद्र कुमावत मय जाब्ता मौके पर पहुंचे।
दुर्घटना रेलवे परिसीमा से बाहर होने के कारण मांगलियावास पुलिस ने जांच आरंभ की। ग्रामीणों से शव की शिनाख्त करवाने का प्रयास किया। मांगलियावास निवासी रामकरण भील ने मृतका की शिनाख्त करते हुए बताया कि उसके भाई प्रभु की पुत्री हेमा है। वह ह प्रतिदिन बकरियां चराने जाती है। शायद बकरियों को बचाने के प्रयास में ट्रेन की चपेट में आ गई।
एसपी परिस देशमुख ने कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद शुक्रवार को कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र घोषित मालाखेड़ा थाना इलाके के गांव लीली व खेड़ली के गांव कुट्टीन सावदास सहित नारायणपुर थाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत बसई जोगियान के गांव अंबेडकर बास, मीणाें की ढाणी का दौरा किया।
एसपी ने नाकाबंदी प्वाइंटों पर तैनात पुलिस जाप्ते को कर्फ्यू के निर्देशों की सख्ती से पालना किए जाने के लिए निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीणों से कर्फ्यू की पालना किए जाने की अपील की। एसपी ने बताया कि कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन व धारा 144 लगाई गई है। प्रत्येक व्यक्ति मोडिफाइड लॉकडाउन व कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र की गाइडलाइन की सख्ती से पालना करे। एसपी ने बताया कि कर्फ्यूग्रस्त तीनों गांवों में कर्फ्यू की पालना कराने व सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए एक एएसपी, एक पुलिस उपाधीक्षक, तीन पुलिस निरीक्षक सहित आठ हैड कांस्टेबल और पुलिस जाप्ता तैनात किया गया है।
चिकित्सा विभाग ने कठूमर के गांव टीकरी में शादी करने के बाद घर लौटने पर नवविवाहित जोड़े सहित चार लोगों को होम आइसोलेट किया है।
ग्राम पंचायत बबेखर के गांव महमदपुर निवासी प्रमोद जाटव पुत्र भदई जाटव गुरुवार को उपखण्ड अधिकारी मनमोहन मीना की स्वीकृति पर कठूमर के गांव टीकरी में शादी करके शुक्रवार सुबह लौटा और चिकित्सा विभाग को सूचना दी। चिकित्सकों ने थर्मल स्क्रीनिंग कर होम आइसोलेट किया। डाॅ. धर्मेंद्र मीना ने नवविवाहित दंपती सहित चार जनों की स्क्रीनिंग की।
शिवाजी पार्क थाना पुलिस ने गुरुवार देर रात नाकाबंदी के दौरान चोरी की बाइक के साथ 23 वर्षीय युवक कुलदीप कोली को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से एक चोरी की बाइक बरामद की है।
थानाधिकारी मालीराम ने बताया कि पुलिस ने रात को नाकाबंदी प्वाइंट पर बिना नंबरी बाइक को चैक किया और बाइक सवार कुलदीप पुत्र रमेश कोली निोवासी धोला कुआं थाना नौगांवा से बाइक के कागजात मांगे। उसके पास बाइक के कागजात नहीं मिले।
पूछताछ में आरोपी ने उक्त बाइक को शिवाजी पार्क से चोरी करना स्वीकार कर लिया। थानाधिकारी ने बताया कि जगदीश सिंह पुत्र दौलत सिंह राजपूत निवासी विजय मंदिर रोड महाराणा प्रताप नगर ने 2 फरवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि शिवाजी पार्क होम्योपैथिक कॉलेज के पास उसकी बाइक खड़ी थी। यहां से अज्ञात व्यक्ति बाइक को चोरी कर ले गया। पुलिस ने उक्त बाइक को बरामद कर लिया है।
मालाखेड़ा के लीली गांव के काेराेना पाॅजिटिव ड्राइवर पूर्व सरपंच के पति ने हरियाणा के पलवल में साथी ड्राइवराें के साथ पार्टी की थी। ताज एक्सप्रेस वे पर पार्टी में कई ड्राइवराें से उसकी मुलाकात हुई।
टीकाकरण सत्र के दाैरान संक्रमित ड्राइवर मालाखेड़ा सीएचसी दवा लेने पहुंचा और रिपाेर्ट जल्दी मंगवाने के लिए कहा, जिससे एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता संपर्क में आ गई। इसका खुलासा बीसीएमओ की रिपाेर्ट मेें हुआ है। रिपाेर्ट में बताया गया है कि इसने सीएचसी में डाॅ. जितेन्द्र शेखर से दवा लिखवाई और जांच के दाैरान तीन लैब टेक्नीशियन के संपर्क में आया। इसने मालाखेड़ा में अग्रवाल लैब पर भी जांच कराई, जिसका लैब टेक्नीशियन अलवर में रहता है। वह पिछले दिनाें 15 दिन मेें 11 बार मेरठ की सब्जी मंडी में तरबूज व खरबूजा लेकर गया था। उसने रामगढ़ में नीमली माेड़ पर दाे खाेखाें से बीड़ी और गुटखा भी खरीदा।
पीड़ित परिवार में दाे बेटाें और पत्नी, दाे मित्राें सहित 20 लाेगाें के संपर्क में आया है। लीली, सुमेल, साेता का बास, माली का बास, हल्दीना के संपर्क में आए लाेगाें काे क्वारेंटाइन किया गया है। इनमें एक रामगढ़ का व्यक्ति है, जिसके लिए रामगढ़ बीसीएमओ काे सूचना दी है। इनमें से 17 के सैंपल लिए गए हैं, जबकि दो लोगों के सैंपल पहले ही हो चुके हैं। एक व्यक्ति सैपल के लिए पहुंच नहीं सका।
टीम ने लिली गांव में सैंपल लिए
ग्राम लिली में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद गांव में प्रशासन ने 1 किलोमीटर के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया है। मालाखेड़ा तहसीलदार अनुराग हरित ने बताया कि लिली गांव में कर्फ्यू को देखते हुए लोगों के लिए घरों में ही पानी की व्यवस्था की जा रही है। बीसीएमएचओ पूर्ण मल मीणा ने बताया कि लिली गांव में शुक्रवार को 20 सैंपल लिए गए व 425 घरों का सर्वे किया गया।
सामान्य अस्पताल में गुरुवार देर रात विषाक्त पदार्थ खाकर भर्ती हुए 35 वर्षीय युवक सुभाष यादव की मौत हो गई। अस्पताल चौकी पुलिस ने घटना की सूचना मुंडावर थाना पुलिस को दी।
मृतक के परिजनों ने पुलिस को बताया कि सुभाष देर शाम खेत पर गया और वहां दवा का छिड़काव किया। इसी दौरान उसकी विषाक्त पदार्थ खाने से तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसे सीएचसी मुंडावर में भर्ती करवाया। वहां से अलवर रैफर कर दिया। अलवर में उसकी मौत हा़े गई।
ग्राम चतरपुरा, चैनपुर व कराणा में मेडिकल टीम द्वारा सर्वे किया गया। टीम ने ग्राम चतरपुरा में कोरोना पॉजिटिव मिले युवक के संपर्क में आए 8 लोगों के सैंपल लिए।
इसके साथ ही ग्राम गुंता शाहपुर व हरसोरा में सब्जी ले जाने वाले 7 ड्राईवरों के भी सैंपल लिए गए। 43 मेडिकल टीमें गठित कर चतरपुरा, रावत का तिबारी, आडी गैली व रेडी वाली बास में 10671 लोगों की स्क्रीनिंग की गई।
सरस डेयरी अब जिले के दो हजार गांवों में जाकर डेयरी के उत्पाद बेचेगी। इसके लिए शुक्रवार को डेयरी की 70 रूटों पर 70 गाड़ियां रवाना हुई।
डेयरी के दूध, छाछ, श्रीखंड, घी सहित अन्य उत्पादों को बेचने के लिए चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने झंडी दिखाकर गाड़ियों का रवाना किया। डेयरी चेयरमैन मीणा ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण डेयरी उत्पादों को गांव-गांव बेचने के लिए सरस आपके द्वार पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है।
गांवों में 70 गाड़ियों में सरस के उत्पाद जाएंगे, जो गांवों के मोहल्लों में सीधे बेच जाएंगे। इन्हें बेचने और मॉनिटरिंग के लिए डेयरी के कर्मचारी लगाए गए हैं। ये पायलट प्रोजेक्ट लॉकडाउन में सरस डेयरी के दूध व उत्पादों की बिक्री को बढ़ाने और डेयरी उत्पादों को उपभोक्ताओं का घर तक पहुंचाने क लिए शुरू किया है। अभी डेयरी के दूध की बिक्री रोजाना मात्र 95 हजार लीटर है, जो पिछले साल मई में करीब दो लाख लीटर थी।
दूध की आवक लगातार करीब दो लाख लीटर बनी रहने और बिक्री कम होने के कारण अब भी पाउडर बनाया जा रहा है। अलवर शहर में भी दूध सप्लाई करने वाली गाड़ियों से उत्पादों की कॉलोनियों और मोहल्लों में पहुंचकर बिक्री की जाएगी। इससे लोगों को घर के पास ही डेयरी उत्पाद मिल सकेंगे। इस मौके पर डेयरी के एमडी एमएल जैन सहित कर्मचारी मौजूद रहे।
संक्रमण के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए सरकार की ओर से दिए गए बॉर्डर सीज करने के आदेशों के बाद पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर खासी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है। बार-बार बदल रहे आदेशों से नाकों पर तैनात पुलिसकर्मी भी गफलत में हैं।
गुुरुवार रात से शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे तक आवश्यक सेवाओं और खाद्य सामग्री से लदे वाहनों को ही राजस्थान सीमा में प्रवेश दिए जाने से बॉर्डर पर अन्य गुड्स व्हीकल की लंबी कतार लग गई। शुक्रवार सुबह पुलिस अधिकारियों को जब मामले से अवगत कराया गया तो नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों को सभी तरह के गुड्स व्हीकल को जाने की अनुमति दी गई।
मामले की सूचना मिलने पर भास्कर रिपोर्टर ने शुक्रवार सुबह तावडू बैरियर और धारुहेड़ा मोड नाके का जायजा लिया। यहां भिवाड़ी पुलिस की सख्ती के कारण गुड्स व्हीकलों की हरियाणा सीमा में लंबी लाइन लगी हुई थी। पुलिस केवल आवश्यक सेवाओं के अलावा खाद्य सामग्री लेकर आने वाले वाहनों को भी जांच के बाद ही प्रवेश दे रही थी। नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों से बात की तो उनका कहना था कि उनके पास जो आदेश है उसके हिसाब से वाहनों को आवागमन की अनुमति दी जा रही है।
खाद्य सामग्री के अलावा अन्य तरह के उद्योगों में सामान लेने जा रहे ट्रकों या उनके लिए माल लेकर आ रहे वाहनों को पुलिस ने रोका हुआ था। जिनके चक्कर में कई खाद्य सामग्री के वाहन भी इनके बीच में फंस गए।
परमिशनों को लेकर घूमते रहे वाहन चालक
हरियाणा से निजी वाहनों से भिवाड़ी में प्रवेश पाने वालों की भी सुबह अच्छी खासी भीड़ धारुहेड़ा मोड, भिवाड़ी मोड़, तावडू वैरियर पर देखने को मिली। इन सबके पास पूर्व में बनवाई गई परमिशन थी, जिनको ये पुलिस को दिखाकर भिवाड़ी में प्रवेश की गुहार लगाते दिखे। लेकिन पुलिस ने कहा कि सभी पुरानी परमिशन रद्द हो गई हैं। केवल गृह मंत्रालय की परमिशन से ही निजी वाहन को प्रवेश मिलेगा।
जांच के बाद मिलेगा प्रवेश
सभी नाकों पर तैनात पुलिसकर्मियों को यह साफ कर दिया गया है कि वो गुड्स व्हीकल काे न रोकें। ऐसे वाहनों में चालक व खलासी के अलावा कोई और नहीं होना चाहिए, जांच के बाद प्रवेश मिलेगा। आदेशों के बार-बार बदलने की वजह से थोड़ी गफलत हो गई होगी। अब किसी को नहीं रोका जा रहा।
- अरुण मच्या, एएसपी भिवाड़ी
लॉकडाउन की पालना के नाम पर प्रशासनिक अधिकारियों के अजीबो-गरीब तौर-तरीके सामने आ रहे हैं। जो व्यवस्थाएं बिगाड़ने की वजह बनते जा रहे हैं।
शुक्रवार को प्रशासन ने बाजारों में दुकानों के आगे खड़े वाहनों को जब्त कर थाने पहुंचा दिया। एसडीएम सीएल शर्मा व तहसीलदार हेमेन्द्र गोयल तथा पुलिस जाप्ते की इस कार्रवाई से बाजार में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। व्यापारियों व ग्राहकों में इसे लेकर रोष व्याप्त हो गया। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर बाजार में ग्राहक आएगा तो वाहन कहां खड़े करेगा। प्रशासन कार्रवाई का डंडा चलाने से पहले पार्किंग बनाने की जिम्मेदारी निभाए।
दरअसल सुबह करीब 10 बजे गंज रोड से गाड़ी में बैठ कर निकल रहे एसडीएम सीएल शर्मा की निगाहें मेडिकल स्टोर वे क्लिनिक के आगे खड़े दुपहिया वाहनों पर पड़ी। उन्होंने तहसीलदार हेमेंद्र गोयल और पुलिस जाब्ते को बुलाकर मेडिकल स्टोर वह क्लिनिक के आगे खड़े दोपहिया वाहनों को जब्त कर पुलिस थाना भिजवा दिया। इसके बाद शाम करीब 4 बजे तहसीलदार हेमेंद्र गोयल पुलिस जाब्ते के साथ मेन मार्केट मैं पहुंचे और दुकानों के बाहर व्यापारियों एवं ग्राहकों के खड़े दुपहिया वाहनों को हटवा दिया। दुकानदारों को बाहर वाहन खड़े नहीं होने देने की हिदायत दी।
लॉकडाउन के नाम पर मन चाहे नियम, जिम्मेदारी भूले
उपखंड में लॉकडाउन के नाम पर अफसरों की मनमानी लगातार अव्यवस्था की वजह बन रही है। पहले बाजार खोलने के मामले में ऐसा हुआ। शुक्रवार को नई पाबंदी लगा दी। बड़ा सवाल यह है कि जब प्रशासन बाजार में लोगों को आने दे रहा है तो वाहनों की पार्किंग को लेकर अफसरों ने पहले कोई रणनीति क्यों नहीं बनाई। व्यवहारिक बात ये है कि ग्रामीण क्षेत्रों से ग्राहक व व्यापारी बाइक पर ही आते हैं। ऐसे लोग वाहन कहां खड़े करें? जबकि कोई पार्किंग निर्धारित नहीं है। चोरी होने पर क्या प्रशासन उनकी जिम्मेदारी लेकर नुकसान की भरपाई करेगा।
खोहदरीबा के खात्याला निवासी एक व्यक्ति ने अपनी 13 वर्षीय बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मामला दर्ज कराया है। पीड़ित ने बताया कि उसकी बेटी सुबह 10.15 बजे के लगभग गांव के ही सुनील के यहां से लूगड़ी लेकर आने की बात कहकर निकली। उसके बाद घर नहीं लौटी।
बालिका के पिता ने घाटड़ा निवासी छोटेलाल पर बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लगाया है। लड़की ने नीला कुर्ता, काला पायजामा, मुंह पर काला दुपट्टा लगाया हुआ था। पुलिस थानाधिकारी कैलाश चंद यादव ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
कोरोना महामारी काे रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के बावजूद बेवजह घूमने वाले लोगों की संख्या कम नहीं हो रही।
मामले को देखते हुए शुक्रवार को थानाधिकारी दिनेश मीणा एवं प्रधानाध्यापिका कुसुम जैन की उपस्थिति में व्यापारियों की मीटिंग आयोजित की गई। इसमें सर्वसम्मति से कस्बे के बाजार सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक खोलने का निर्णय लिया गया। थानाधिकारी ने बताया कि बाजार में लगी हुई अस्थाई सब्जी की दुकानों को भी हटाया जाएगा।
बाजार खुलने के 6 घंटे के समय में व्यवस्था बनाने के लिए प्रशासन सक्रिय रहेगा। कपड़ा, रेडीमेड एवं फुटवियर की छोटी दुकानों पर दो और बड़ी दुकानों पर पांच व्यक्तियों की ही अनुमति रहेगी। सुनार, हलवाई, दर्जी, सैलून एवं खोमचा की दुकानों पर प्रतिबंध रहेगा।
किसी भी दुकान पर भीड़ मिलने पर प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी व्यापारी अपनी दुकानों के बाहर स्थाई गोले, हाथ धुलवाने के लिय पानी की बाल्टी, मास्क की अनिवार्यता, मास्क वाले ग्राहक को ही सामान की बिक्री, सैनिटाइजर का उपयोग करना सुनिश्चित करें।
सरपंच ने सभी प्रतिष्ठान बंद करवाए, सात दिन बंद रहेगा बाजार
मालाखेड़ा सरपंच हिम्मत सिंह चौधरी ने कस्बे के समीपवर्ती गांव लीली में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद सतर्कता दिखाते हुए शुक्रवार को कस्बे के व्यापारियों व दुकानदारों से आग्रह कर सभी प्रतिष्ठानों को बंद करवा दिया। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को कस्बे के हल्दीना रोड़, बस स्टैंड, मेन बाजार आदि जगह के सभी प्रतिष्ठान बंद करवा दिए। यह प्रतिष्ठान आगामी सात दिनों तक बंद रहेंगे।
राजगढ़ में ढिगावड़ा के राजीव गांधी सेवा केंद्र पर ग्राम पंचायत स्तरीय समिति की बैठक प्राचार्य कन्हैयालाल सैनी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। समिति संयोजक बृजेंद्र सिंह बबेली ने बताया कि बैठक में सब्जी, किराना आदि दुकानों का समय तय किए जाने को लेकर ज्ञापन सौंपा।
समिति ने सभी दुकानें सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक खोलने के निर्देश दिए। साथ ही नियमों की पालना करने को कहा व इसकी निगरानी के लिए रामस्वरूप मीणा के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया। इसके अलावा ग्रामवासियों ने बताया कि गांव में एक ढाबा संचालित हो रहा है जिसपर ट्रक ड्राइवर खाना खाने आते हैं जिससे वहां कोरोना संक्रमण होने की ज्यादा संभावना है। ग्रामीणों ने ढाबे को बंद करवाने की मांग की।