कस्बे की अंबेडकर चौक पर डॉ. अंबेडकर शिक्षित मंच ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर थानाधिकारी दारासिंह सहित पुलिसकर्मियों, चिकित्सा कर्मियों व नपा ईओ मुकेश शर्मा, कनिष्ट अभियंता मोतीलाल वर्मा सहित सफाई कर्मियों का सम्मान किया गया।
इस माैके पर दौलत नागर, रामसिंह बुराहेड़िया, राजेंद्र रसगोन, रामचंद्र कामरेड, शादी लाल, रतिराम डागी, अशोक सरपंच, संदीप कुमार, राजेश आचार्य, सरोज प्रताप, प्रमोद ठेकेदार, मनोज, तिलकराज, गोपीराम आदि मौजूद रहे।
विधायक ने चिकित्सा कर्मियों का सम्मान किया
लक्ष्मणगढ़ के क्षेत्रीय विधायक जोहरी लाल मीणा ने शुक्रवार को लक्ष्मणगढ़ अस्पताल में कोरोना योद्धा चिकित्सा कर्मियों को माला पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान उप जिला कलेक्टर सुरेंद्र प्रसाद, तहसीलदार हनीफ खान, थानाधिकारी अजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। हरियाणा बॉर्डर पर राजस्थान सीमा सील होने के बावजूद शुक्रवार को मजदूर कच्चे रास्तों से निकलकर यूपी, झारखंड़, एमपी, बिहार के लिए रवाना हो गए।
हरियाणा में ठहरे प्रवासी मजदूर सिर पर गृहस्थी की पोटली लिए अपने घर को बढ़ते जा रहे हैं। कुछ लाेग साइकिलों पर सामान व बच्चाें काे लेकर जा रहे है। इन्हें ना तो हरियाणा पुलिस रोक पा रही और ना ही राजस्थान पुलिस समझा पा रही। बहरोड़-नीमराना क्षेत्र से हरियाणा की नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, कुंड तथा कायसा डूमरोली और शाहजहांपुर के बॉर्डर लगते हैं। जहां जिला कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस मुस्तैद है, सीमाएं सील की जा चुकी है। लेकिन हरियाणा से प्रवासी मजदूर बहरोड़ होते हुए जिले में दाखिल हो कोटपूतली, अलवर के रास्ते आगे बढ़ रहे हैं।
बहरोड़ में भामाशाहाें के द्वारा कुछ प्रवासियाें काे भोजन पानी की व्यवस्था भी करवाई जा रही है। पुलिस की सुरक्षा और प्रशासन के पुख्ता बंदोबस्त प्रवासी मजदूरों के लिए नाकाम साबित हो रहे हैं। प्रवासियाें ने कहा कि45 दिनाें में काफी परेशान है। गांव में परिजनाें का बेहाल बना हुआ है। ऐसे में पैदल निकलना मजबूरी है। अधिकारी भी जानकारी जुटाकर चले जाते है। रास्ते में ग्रामीण व भामाशाहाें के सहयाेग से भाेजन मिल रहा है।
लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। हरियाणा बॉर्डर पर राजस्थान सीमा सील होने के बावजूद शुक्रवार को मजदूर कच्चे रास्तों से निकलकर यूपी, झारखंड़, एमपी, बिहार के लिए रवाना हो गए।
हरियाणा में ठहरे प्रवासी मजदूर सिर पर गृहस्थी की पोटली लिए अपने घर को बढ़ते जा रहे हैं। कुछ लाेग साइकिलों पर सामान व बच्चाें काे लेकर जा रहे है। इन्हें ना तो हरियाणा पुलिस रोक पा रही और ना ही राजस्थान पुलिस समझा पा रही। बहरोड़-नीमराना क्षेत्र से हरियाणा की नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, कुंड तथा कायसा डूमरोली और शाहजहांपुर के बॉर्डर लगते हैं। जहां जिला कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस मुस्तैद है, सीमाएं सील की जा चुकी है। लेकिन हरियाणा से प्रवासी मजदूर बहरोड़ होते हुए जिले में दाखिल हो कोटपूतली, अलवर के रास्ते आगे बढ़ रहे हैं।
बहरोड़ में भामाशाहाें के द्वारा कुछ प्रवासियाें काे भोजन पानी की व्यवस्था भी करवाई जा रही है। पुलिस की सुरक्षा और प्रशासन के पुख्ता बंदोबस्त प्रवासी मजदूरों के लिए नाकाम साबित हो रहे हैं। प्रवासियाें ने कहा कि45 दिनाें में काफी परेशान है। गांव में परिजनाें का बेहाल बना हुआ है। ऐसे में पैदल निकलना मजबूरी है। अधिकारी भी जानकारी जुटाकर चले जाते है। रास्ते में ग्रामीण व भामाशाहाें के सहयाेग से भाेजन मिल रहा है।
लाॅकडाउन में प्रवासी मजदूरों का पलायन नहीं रुक रहा है। हरियाणा बॉर्डर पर राजस्थान सीमा सील होने के बावजूद शुक्रवार को मजदूर कच्चे रास्तों से निकलकर यूपी, झारखंड़, एमपी, बिहार के लिए रवाना हो गए।
हरियाणा में ठहरे प्रवासी मजदूर सिर पर गृहस्थी की पोटली लिए अपने घर को बढ़ते जा रहे हैं। कुछ लाेग साइकिलों पर सामान व बच्चाें काे लेकर जा रहे है। इन्हें ना तो हरियाणा पुलिस रोक पा रही और ना ही राजस्थान पुलिस समझा पा रही। बहरोड़-नीमराना क्षेत्र से हरियाणा की नांगल चौधरी, नारनौल, अटेली, कुंड तथा कायसा डूमरोली और शाहजहांपुर के बॉर्डर लगते हैं। जहां जिला कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस मुस्तैद है, सीमाएं सील की जा चुकी है। लेकिन हरियाणा से प्रवासी मजदूर बहरोड़ होते हुए जिले में दाखिल हो कोटपूतली, अलवर के रास्ते आगे बढ़ रहे हैं।
बहरोड़ में भामाशाहाें के द्वारा कुछ प्रवासियाें काे भोजन पानी की व्यवस्था भी करवाई जा रही है। पुलिस की सुरक्षा और प्रशासन के पुख्ता बंदोबस्त प्रवासी मजदूरों के लिए नाकाम साबित हो रहे हैं। प्रवासियाें ने कहा कि45 दिनाें में काफी परेशान है। गांव में परिजनाें का बेहाल बना हुआ है। ऐसे में पैदल निकलना मजबूरी है। अधिकारी भी जानकारी जुटाकर चले जाते है। रास्ते में ग्रामीण व भामाशाहाें के सहयाेग से भाेजन मिल रहा है।
श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली के प्रयासों से मालाखेड़ा व जमालपुर में समर्थन मूल्य पर चने व सरसों की खरीद शुरू हो गई है।
समर्थन मूल्य पर खरीद ग्राम सेवा सहकारी समिति जमालपुर व मालाखेड़ा के तत्वावधान में की जा रही हैं। समित व्यवस्थापक ने बताया कि मालाखेड़ा क्षेत्र के किसान पूर्व में सरसों व चने की फसल समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए अलवर जाते थे। क्षेत्र के किसानों की समस्या को देखते हुए श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने उक्त स्थानों पर खरीद शुरू करवाई है।
स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिन शर्मा ने बताया कि अजमेर में हुई घटना के विरोध में सीएचसी खैरथल के सभी चिकित्सकों ने काले कपड़े पहनकर, काले रिबन लगाकर व काला झंडा फहराकर विरोध प्रदर्शन किया।
इस दाैरान डॉ. नितिन शर्मा, डॉ. राजेश लालवानी, डॉक्टर पंकज गोयल, डॉक्टर नरेंद्र सिंह, डॉक्टर मोनिका नेहरा, डॉ अनुज गुप्ता, डॉ. पूर्ण आर्य ने ब्लैक फ्राईडे मनाया।
भिवाड़ी जिला के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा शुक्रवार को कस्बे में सोडियम हाइपो-क्लोराइट दवा का छिड़काव किया गया।
खंड कार्यवाह मुकेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को हनुमान मंदिर पहाड़ी से शुरूआत कर दो वार्डों में छिड़काव किया गया। बाद में कस्बे के अस्पताल, अंबेडकर चौराहा, हरसौली रोड़, रेल्वे फाटक, अनाज मंडी, मातोर रोड पर छिड़काव किया जाएगा। अभियान में सौरभ कन्हैया, कुलदीप जोशी, बिट्टू, सुभाष मौजूद रहे।
उपखण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत करनोस क्षेत्र में प्रवासी आये मजदूरों में 4 कोरोना संदिग्ध पाए जाने पर अजमेर रेफर किया गया। चिकित्सा विभाग ने घर-घर जाकर स्क्रीनिंग शुरू कर दी।
चिकित्सा प्रभारी डॉ. हरि किशन शर्मा के अनुसार गत 6 मई को करनोस ग्राम पंचायत में हैदराबाद से प्रवासी मजदूरों का दल पहुंचा तो इसकी सूचना मिलते ही 7 मई को करनोस से एएनएम राजकुमारी को प्रवासियों की स्क्रीनिंग करने भेजा गया। करीब 12 मजदूराेंकी स्क्रीनिंग किए जाने पर चार प्रवासियों को अजमेर जांच करने के लिए 108 में रेफर किया गया।
चिकित्सा विभाग हरकत में आया और करनोस ग्राम पंचायत के सभी गांवों में स्क्रीनिंग शुरू कर दिया और संदिग्धाें के परिवार काे हाेम आइसाेलेट किया गया। चिकित्सा विभाग ने दो दिनों में 39 लाेगाें की जनों की स्क्रीनिंग की है।
जांच के बाद मिलेगी जानकारी
करनोस पंचायत में पाए गए कोरोना संदिग्धों की जांच आने पर ही पता लगेगा। उसके बाद आगे का कार्य किया जाएगा।
- डॉ घनश्याम मोयल, बीसीएमएचओ, पीसांगन
मायापुर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कोर कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में नाहरपुरा में कोरोना पोजिटिव मिलने के बाद गांव का सर्वे करवाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में कमेटी अध्यक्ष उषा खत्री पीईईओ मायापुर, ग्राम विकास अधिकारी विजय कुमार शर्मा, एलडीसी सीतादेवी गेना, कृषि पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी, चिकित्सा विभाग व अन्य सदस्य मौजूद थे। बैठक में राशन व्यवस्था पर चर्चा की गई। करोना वायरस महामारी के दौरान कार्यरत कर्मचारियों को अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाही नहीं भरने के लिए कहा गया।
कमेटी अध्यक्ष ने नाहरपुरा की पुत्र वधू पॉजिटिव निकलने के बाद गांव का सर्वे करवाने की योजना भी बनाई। कमेटी अध्यक्ष ने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि लाॅकडाउन के नियमों का पालन करें, मुंह पर मास्क लगाकर रहे, अपने घरों में रहे, अति आवश्यक कार्य होने पर ही बाहर निकलें, सोशल डिस्टेंस का पालन करें।
काेराेना के प्रकाेप से बचने के लिए हर व्यक्ति प्रयास कर रहा है वहीं कस्बे में एक परिवार सुंदरकांड का नियमित पाठ कर रहा है।
दरड़ा बास बस्सी माेहल्ला में कैलाश जोशी राेजाना शाम काे परिवार के सदस्यों के साथ सुंदरकांड का पाठ कर रहे हैं। जाेशी काे विश्वास है कि सुंदरकांड से काेराेना का यह संकट भी दूर हाे जाएगा।
कोटा से लौटे एक परिवार के छह माह के बच्चे की क्वारेंटाइन सेंटर में तबीयत बिगड़ने पर जिला अस्पताल रैफर किया गया था। जिला अस्पताल में उसे परिजनों के साथ आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। वहां शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे बालक की मृत्यु हो गई। बच्चे के माता-पिता ने अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया।
छह महीने के बेटे की मृत्यु से बदहवाश हुए माता-पिता अस्पताल रोड की मुख्य सड़क तक आ गए। वहां एसडीएम, डीएसपी ने दोनों से समझाइश कर मामले में जांच का भरोसा दिया। जिला अस्पताल के पीएमओ ने मामले में लापरवाही बरतने से इनकार किया है। बच्चे के शव को पोस्टमार्टम करवाया गया है। उसके पिता की रिपोर्ट पर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐसे हुआ पूरा घटनाक्रम
शहर निवासी रामसिंह ने बताया कि वह, उसकी पत्नी, बेटी व छह माह का बेटा करीब 2 दिन पहले ही कोटा से बारां लौटे थे। इस दौरान चिकित्सा विभाग की टीम ने परिवार के चारों सदस्यों को आमापुरा क्वारेंटाइन सेंटर पर भर्ती करवाया था। वहां पर 6 माह के बेटे को यूरिन प्राॅब्लम हो गई। इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए जिला अस्पताल रैफर किया गया। जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। बच्चे के साथ माता-पिता व बड़ी बहन भी थी। रामसिंह ने आरोप लगाया कि अस्पताल में उसके बच्चे के इलाज में लापरवाही बरती गई। बच्चे को सिर्फ पानी के साथ पाउडर ही पिलाने की सलाह दी गई। गुरुवार रात में भी तबीयत बिगड़ने पर बुलाने के बावजूद स्टाफ नहीं आया। उसका आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही के कारण ही बच्चे की शुक्रवार सुबह मृत्यु हाे गई। पीड़ित ने प्रशासनिक अधिकारियों से दोषी चिकित्साकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। कोतवाली सीआई सीआई रामकिशन वर्मा ने बताया कि रामसिंह ने लापरवाही की रिपोर्ट दी है। बालक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया है। मामले में पुलिस की ओर से जांच की जा रही है।
मासूम को खोकर सड़क पर ही बिलख पड़ी मां, पुलिस ने सांत्वना देकर समझाया
बालक की मृत्यु पर उसकी मां और पिता अस्पताल के बाहर बीच सड़क पर बिफर गए। करीब 20 मिनट तक महिला बार-बार बिलखकर जमीन पर गिर गई। सड़क पर भीड़ लगने से आवाजाही भी बंद हो गई। इसकी सूचना मिलने पर थानाधिकारी रामकिशन वर्मा जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे और समझाइश के बाद महिला व उसके पति को सड़क से हटवाया। एसडीएम शत्रुघ्न गुर्जर, डीएसपी महावीर शर्मा, पीएमओ डॉ. अख्तर अली भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों से समझाइश कर मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया।
जांच करवा रहे, परिवार की मदद करेंगे
एसडीएम शत्रुघ्न गुर्जर ने बताया कि बच्चे व उसके परिवार के चारों सदस्य कोटा से आए थे। उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर मंे भर्ती करवाया गया था। वहां बच्चे की तबीयत खराब हो गई तो गुरुवार शाम को ही अस्पताल में लाया गया। वहां शुक्रवार सुबह बच्चे की मृत्यु हो गई। मामले की जांच करवाई जा रही है। पोस्टमार्टम करवाया गया। पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया है कि तथ्यात्मक जांच रिपोर्ट आने पर जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। परिवार की उचित मदद करेंगे।
अस्पताल में मासूम का इलाज ठीक चला : पीएमओ
पीएमएओ डॉ. अख्तर अली ने बताया कि बच्चे को यूरिन प्राॅब्लम होने पर आइसोलेशन के काॅटेज वार्ड में भर्ती किया था। वहां उसका इलाज चल रहा था। डाॅक्टरों के अनुसार बच्चे की तबीयत में सुधार भी हुआ था। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे डाॅक्टर ने देखा था। उसके बाद एक्स-रे करवाया और बच्चे का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया। उसकी मां ने दूध व पानी पिलाया। इसके बाद नहाने चली गई। करीब 10 मिनट बाद जब बच्चे का पिता आया तो बच्चे की सांस रुकने की बात कही। चिकित्सक ने जांच की और काफी प्रयास किए, लेकिन तब तक बच्चे की मृत्यु हो गई थी। प्रथमदृष्टया सामने आया है कि दूध व पानी पिलाने के बाद बच्चे को डकार नहीं दिलवाने के कारण सांस नली में चला गया।
देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण बड़ी त्रासदी बनकर उभरा है। इससे बचाव और फैलाव को रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन से उद्योग, धंधे बंद हो गए हैं। ऐसे में मजदूर, कारीगर वर्ग को सैंकड़ों की किमी का सफर तय कर घरों को लौटना पड़ रहा है। कोई साधन मिल जाए, तो लिफ्ट लेते हैं, फिर पैदल चलना शुरू कर देते हैं।
अहमदाबाद के हाट स्पॉट एरिया होने के बाद भी वहां से निकले मजदूर, कारीगर आिद पैदल घरों को लौटने को मजबूर हैं। कोई खाना दे देता है, तो खा लेते, नहीं तो भूखे पेट सफर करते हैं। अहमदाबाद से 58 कारीगर, मजदूर 3 मई को रवाना हुए थे। इनका कहना है कि रास्ते में ट्रक, टेंपों में लिफ्ट मिली, जहां साधन नहीं मिला वहां पैदल चल रहे हैं। शुक्रवार तक 622 किमी का सफर तय किया। अभी भी किसी को 400 तो किसी को 700 किमी दूर जाना है।
इनका कहना है कि झारखंड, कटनी, कानपुर सहित विभिन्न स्थानों पर पहुंचना है। एक तरफ विभिन्न राज्य सरकारों की ओर से कोचिंग स्टूडेंट व अन्य लोगों को घरों तक पहुंचाने का इंतजाम किया, लेकिन गरीब व मजदूर वर्ग सड़कों पर भटकने को मजबूर है। तेज गर्मी व धूप में महिलाओं और बच्चों के साथ पैदल चल रहे मजदूरों के सामने कई तरह की समस्याएं हैं।
खास बात यह है कि हाट स्पॉट से निकले लोग खुद की जान जोखिम में डालकर जा रहे हैं। अब राज्य का बॉर्डर सील है, तो इस प्रकार लोगों को कहीं रुकने का इंतजार किया जाए या उन्हें छोड़ने के लिए बसों का प्रबंध हो।
खतरे के संकेत... सीमाएं सील, फिर भी 9 जने पहुंचे
सीमाएं सील होने के बावजूद शुक्रवार को कई राज्यो के 9 जने यहां पहुंच गए। जिन्हें चिकित्सा विभाग ने क्वारेंटाइन किया। ब्लॉक सीएमएचओ डा. महेश भूटानी ने बताया कि शुक्रवार को भी सीकर, झुंझुनू, एमपी सहित अन्य राज्यो से 9 लोग यहां आए। उन्होंने कहा कि रेड जोन से लोग आ रहे हैं, जो खतरा बन सकते हैं। एमपी से भी ट्रकों व बसों में भर कर सीमा पर 157 लोग पहुंचे। जिन्हें गन्तव्य स्थानों पर रवाना किया गया।
मध्यप्रदेश से लगती सीमा सील की, लोग जंगल व खेतों से कर रहे आवाजाही
राज्य की सीमा सील किए जाने के बाद भले ही सीमावर्ती सड़क मार्गों पर पुलिस की सख्ती बढ़ गई हो, लेकिन इसके बावजूद लोग जंगल व खेतों के रास्ते से गुजरकर सीमा पार कर रहे हैं। कस्बे के समीप हाईवे 27 पर सीमा सील जाने के बाद भी पूर्व में जारी परमिशन से लोग आते-जाते दिखाई दिए। वहीं रोके गए दुपहिया वाहन चालक डावर क्षेत्र के खेतों से निकल रहे हैं। हालांकि पुलिस ने कस्बाथाना हाईवे, मझोला, ओगाढ़, पुरैनी सहित अन्य प्रमुख मार्ग सील कर दिए हैं। लॉकडाउन को डेढ़ माह गुजर जाने के बाद भी लोगों की पैदल आवाजाही हो रही है। कई लोग अपने घर बसों से जा रहे हैं, तो कई लोग अभी भी पैदल चलकर अपना सफर तय कर रहे हैं। इनके साथ महिलाएं और बच्चे हैं। ऐसे में ये थककर बेहाल हो चुके हैं। तपती धूप में रास्ते में सड़क पर ही बैठकर सुस्ताने लगते हैं।
पैदल ही चल रहे, नमकीन चना खाकर भर रहे पेट
शुक्रवार को सीमा पर पहुंचे बरेली के करणपाल, शिवनारायण, रामेश्वर, बांकेलाल, राहुल मोरपाल, किशनलाल ने बताया कि वह परवन डैम पर कार्य कर रहे थे। लॉकडाउन के तीसरे फेज में बढ़ने के बाद वह अपने गांव जाने के लिए प्रशासन से परमिशन ली। परमिशन नहीं मिलने के बाद गुरुवार को सुबह 10 बजे पैदल ही रवाना हुए। सुबह का खाना साथ लेकर चलने के बाद रातभर भूखे प्यासे पैदल चलते रहे। शुक्रवार सुबह रास्ते में एक दुकान पर नमकीन, चना ही मिले। जिनको साथ लेकर रास्ते में खाकर अपना पेट भरा और पानी पीते हुए सीमा पर पहुंचे। सीमा पर पहुंचने पर उन लोगों को छाया में बैठाकर श्याम मित्र मंडल कस्बाथाना की ओर से खाना खिलाया गया। पानी पिलाकर छाया में व्यवस्था की गई।
मध्यप्रदेश के शिवपुरी में मरीज आने से खतरा बढ़ा
समीपवर्ती मध्यप्रदेश के शिवपुरी गुना जिले में कोरोना मरीज मिलने के बाद कस्बे में भी खतरा बढ़ गया है। स्थानीय लोग प्रशासन की आंखों में धूल झोंक कर शिवपुरी कोलारस प्रतिदिन जंगल व खेतों के रास्तों से आ जा रहे हैं। जिससे वहां के लोगों से संपर्क में आने के बाद यहा आकर बाजार में घूमते फिरते नजर दिखाई दे रहे हैं। जिससे कस्बे में भी खतरा बढ़ने की संभावना बढ़ गई है। राज्य सीमा पर गुरुवार रात 10 बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक 12 घंटों में उत्तर प्रदेश के लिए 646 मध्य प्रदेश के लिए 116 बिहार के लिए 34 लोग जाते हुए नजर आए। जबकि राज्य में उत्तर प्रदेश के 47 व एमपी के 6 लोगों ने राज्य में प्रवेश किया।
काेरोना वायरस की रोकथाम के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। सीएमएचओ संपतराज नागर ने बताया कि जिले में अब तक 1161 लोगों के कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। इनमें 1105 की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है।
शुक्रवार को अस्पतालाें की ओपाीडी में 5 हजार 253 मरीजों की स्क्रीनिंग की गई, जिसमें 216 मरीज आईएलआई (इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस) के पाए गए हैं। डिप्टी सीएमएचओ राजेंद्र मीणा ने बताया कि शुक्रवार को 51 लोगों के कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। वहीं शुक्रवार को 39 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जो निगेटिव है। चिह्नित होम क्वारेंटाइन में कुल 3851 व्यक्तियों को रखा गया है, जिसमें से कुल 1985 व्यक्तियों को डिस्चार्ज किया गया है। जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 5 लोगों को भर्ती कर रखा है। शुक्रवार को टीमों की ओर से 28956 घरों का सर्वे किया गया है, सर्वे में 33 लोग आईएलआई के मरीज पाए गए हैं।
जयपुर में जिस मकान में रहते थे उसके मालिक ने निकाल दिया। ठेकेदार भी भाग गया। सरकार ने घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की तो हमने रजिस्ट्रेशन कराए। लेकिन, कई दिन तक कोई जवाब नहीं आया। मजबूरन मोबाइल और सोने की अंगूठी बेचकर चार साइकिलें खरीदी और चल दिए घर की ओर।
यह दर्द सिर्फ यूपी के मजदूर विनोद का नहीं बल्कि गुजरात और राजस्थान के विभिन्न जिलों में काम कर रहे यूपी, बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश के उन सैकड़ों श्रमिकों का है जो बेबसी में पैदल, साइकिल अथवा दुपहिया वाहनों पर सफर कर रहे हैं। जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे पर भरतपुर जिले की सीमा में सुबह से लेकर शाम तक ऐसे अनेक दृश्य देखे जा सकते हैं।
राज्य सरकार के आदेश पर उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लगती हुई जिले पर बार्डर बंदी है। लेकिन, यह केवल दिखावे की है। अभी भी सैकड़ों मजदूर कच्चे-पक्के रास्तों से पैदल ही आसानी से इधऱ-उधर आ-जा रहे हैं। भरतपुर में भी लोहागढ़ स्टेडियम और रारह बार्डर पर कैंप भी बनाए गए हैं। लेकिन, रोजाना सैकड़ों श्रमिक रात 10 बजे से सुबह 8 बजे तक हाइवे के अलावा कच्चे-पक्के रास्तों से पैदल ही बॉर्डर पार कर रहे हैं।
पैदल जा रहे श्रमिकों को लेकर भरतपुर जिला कलेक्टर नथमल डिडेल का कहना है कि पैदल जा रहे श्रमिकों को लेकर मथुरा जिला प्रशासन से बात की जाएगी। अगर वे इन्हें आने की अनुमति देते हैं तो पैदल जा रहे इन श्रमिकों को बसों से सीमा तक छुड़वाया जाएगा। वहीं मथुरा के जिला कलेक्टर सर्वज्ञ राम मिश्रा का कहना है कि राजस्थान से उत्तर प्रदेश में पैदल आ रहे श्रमिकों की बॉर्डर पर स्क्रीनिंग की जा रही है।
रजिस्ट्रेशन करने के बाद बसों से उन्हें आगे भेजा जा रहा है। जिले की सीमाएं पूरी तरह बंद हैं। इधर, लोहागढ़ आगार के सीएम महेश गुप्ता ने बताया कि दूसरे दिन राजस्थान रोडवेज की बसों से 2549 यात्री यूपी भेजे गए जबकि 29 बसों से 1134 श्रमिक पाली, सीकर, जोधपुर भेजे गए।
लॉकडाउन से नुकसान झेल रहे पर्यटन उद्योग को पटरी पर लाने के लिए पर्यटकों की खास पसंद रही पैलेस ऑन व्हील्स का किराया कम हो सकता है अथवा यात्रियों को छूट दी जा सकती है। इसके लिए पर्यटन विशेषज्ञों, होटल संचालकों और टूर ट्रेवल्स एजेंसियों से बात करके पर्यटन विभाग कार्य योजना तैयार कर रहा है।
पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने शुक्रवार को मीडिया कर्मियों से बात करते हुए यह संकेत दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन व्यवसाय को संकट से उबारने के लिए विभाग अब विदेशी पर्यटकों के बजाय घरेलू पर्यटकों पर फोकस कर रहा है। उन्हें लुभाने के लिए कुछ अन्य उपाय भी किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से होटल, टूर-ट्रेवल्स के साथ-साथ प्रमुख पर्यटन स्थलों को काफी नुकसान हुआ है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से अभी भी बडे़ पैमाने पर श्रमिक पैदल ही सैकड़ों मील की यात्रा कर अपने घरों को जा रहे हैं। इस भीषण गर्मी में छोटे बच्चों और महिलाओं के साथ भूखे-प्यासे सफर कर रहे इन श्रमिकों की मीडिया के माध्यम से सामने आ रही तस्वीरें हृदय विदारक हैं।
एक गांव में युवती से दुष्कर्म के बाद जब पीडित युवती के परिजन घटना के विरोध में आए तो आरोपियों के परिजन लाठी-डंडा लेकर पीडित युवती के घर पहुंच गए और जान से मारने की धमकी तक दे डाली।
युवती ने अपनी मां से साथ मामला दर्ज कराया कि 5 मई को दोपहर वह अपने ताऊ के घर जा रही थी। रास्ते में बरई निवासी संजय उसका मुंह बंद कर पास ही गली के अंदर शौचालय में ले गया। शौचालय में पहले से ही मौजूद सौरव ने उसे पकड़ लिया और संजय ने उससे दुष्कर्म किया।
पीडित के परिजनों ने विरोध करने की कोशिश की तो आरोपियों के परिजन हाथों में लाठी-डंडा लेकर पीडिता के घर पहुंच जान से मारने की धमकी देते हुए मारपीट करने पर आ गए।
भारत सरकार की ओर से कोरोना आपदा के तहत समस्त नागरिकों को हेल्थ स्टेटस संबंधी जानकारी से अपडेट रखने के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म लांच किया गया है। सूचना विज्ञान अधिकारी मनीष शर्मा ने बताया कि जिन लोगों के पास लैंड लाईन व साधारण मोबाइल है उनको आरोग्य सेतु आईवीआरएस प्लेटफार्म के नंबर 1921 पर एक मिस्ड कॉल देनी होगी। 1921 से संबंधित व्यक्ति को कॉल आएगा। आरोग्य सेतु एप कि तर्ज पर ही स्वास्थ्य संबंधी प्रश्न पूछे जाएंगे और दिए गए उत्तर के आधार पर संबंधित नागरिक को एक एसएमएस प्राप्त होगा जिसमें संबंधित नागरिक के हेल्थ स्टेटस के बारे में बताया जाएगा।
आगरा से नदबई क्षेत्र के अरौदा के पास ईंट भट्टे पर आए 76 लोगों की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। उनके लिए वहीं टेंट लगवाकर क्वारिन्टाइन सेंटर खोल दिया गया है।
इधर, आगरा अपनी ननिहाल से लौटा सात वर्षीय बालक और एक मानसिक विज्ञिप्त कोरोना नेगेटिव हो गए हैं। इसके अलावा शुक्रवार को कोरोना का कोई नया मरीज नहीं सामने नहीं आया।
सीएमएचओ डा. कप्तान सिंह ने बताया कि जयपुर में भर्ती कन्नौज के मानसिक विक्षिप्त मरीज और भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में भर्ती आगरा से ननिहाल आया बालक इलाज के बाद नेगेटिव हो गए हैं। इन्हें कोरोना वार्ड से छुट्टी दे दी है।
लॉकडाउन में केंद्र सरकार ने ऋण लेने वाले किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना व पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना में बदलाव का विकल्प दिया है। बैंक से ऋण लेने वाले किसानों के लिए अब बीमा अनिवार्य नहीं बल्कि स्वैच्छिक रहेगा। उपनिदेशक कृषि विस्तार अतीश कुमार शर्मा ने बताया कि किसान को ऋण के साथ बीमा नहीं चाहिए तो उसे प्रीमियम भरने की अंतिम तिथि से 7 दिन पहले अंड़रटेकिंग देनी होगी। जिसमें बताना होगा कि उसे फसल बीमा या पुर्नगठित मौसम आधारित बीमा नहीं चाहिए। उसके खाते से प्रीमियम नहीं कटेगा, लेकिन फसल नुकसान पर मुआवजा नहीं मिलेगा। योजना से किसान तब तक बाहर रहेगा, जब तक दोबारा आवेदन नहीं करेगा।
शुक्रवार को प्रभारी अधिकारी गोपालसिंह गुर्जर, नायब तहसीलदार छीतरसिंह ने कस्बे के बाजार में जूता-चप्पल व फर्नीचर की दुकान खोलकर सामान बेचने व तीन दुकानों को सीज कर दिया है।
रुदावल प्रभारी अधिकारी गोपालसिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कस्बे के बाजार में लक्ष्मण प्रजापत की फर्नीचर व कल्लन, लोकेश की जूता-चप्पल की दुकान खुली पाई गई। लाॅकडाउन में प्रतिबंध के बावजूद भी दुकानदार अवैध रूप से ग्राहकों को सामान बेच रहे थे।
निरीक्षण के दौरान एक व्यक्ति टीम को देखकर सामान से भरे थैला को छोड़कर भाग गया। जिस पर टीम ने थैला की जांच की गई तो उसमें तम्बाकू की तीन पैकिट, दो किलो किशमिस, माचिस का कार्टून, नमक सामग्री पाई गई।इधर, बयाना में प्रशासन की टीम ने शुक्रवार को बयाना के छोटा बाजार में आधी शटर खोलकर सामान बेचने पर रेडीमेड गारमेंट की एक दुकान को सीलकर दिया।
राजस्व निरीक्षक आशीष सारस्वत ने बताया कि इस पर शुक्रवार को तहसीलदार के निर्देश पर टीम गठित कर जांच की गई तो छोटा बाजार अस्पताल टेक के नीचे सामान बिक्री के लिहाज से गोयल गारमेंट की दुकान की आधी शटर खुली दिखी। इस पर दुकान को बंद कराकर दुकान को सील कर दिया।
गांव खानुआ मोड के समीप शुक्रवार की शाम काे स्कार्पियो की टक्कर से बाइक सवार खानुआ निवासी राकेश कुमार की मौत हो गयी।
ग्रामीण करतार सिंह व सतेंद्र सिंघल ने बताया कि गांव खानुआ निवासी राकेश कुमार पुत्र मेघसिंह जाटव उम्र 25 साल बाइक से खानुआ मोड के पास स्थित खेत से पशुओं के लिये चारा लेने गया था। इसी दौरान तेज गति से आई एक स्कार्पियो गाडी ने बाइक को टक्कर मार दी। जिस कारण राकेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद ग्रामीण निजी वाहन से इलाज के लिये भरतपुर ले गये। लेकिन राकेश ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
जिलेभर में मंडियां कृषि कल्याण कोष लगाने के विरोध में शुक्रवार को दूसरे दिन भी बंद रही। सरकार की ओर से किसान कल्याण कोष टैक्स लगाने पर जिले पर करीब 70 करोड़ रुपए का भार बढ़ जाएगा। मंडी टैक्स 1.60 रुपए सैकड़ा के हिसाब से वर्तमान में जिले की मंडियों से खरीद-फरोख्त से करीब 55 करोड़ रुपए का टैक्स मिल रहा है।
अब किसान कल्याण कोष का दो फीसदी लगाने से यह बढ़कर करीब 125 करोड़ रुपए सालाना का टैक्स होगा। व्यापारियों का कहना है कि सीमावर्ती जिला होने से किसान मध्यप्रदेश का रुख करेंगे। वहीं किसानों का कहना है कि यह महंगाई बढ़ाने वाला कदम है। जिले में बारां, अंता, छीपाबड़ौद, छबड़ा, नाहरगढ़ सहित प्रमुख मंडियों में बुधवार से ही किसान कल्याण कोष सेस को लेकर विरोध किया जा रहा है। ऐसे में मंडियां गुरुवार को भी बंद रही और लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी मंडियां बंद रही हैं। व्यापारी व किसान संगठनों का कहना है कि पहले ही 1.60 रुपए प्रति सैकड़ा टैक्स दिया जा रहा है। अब दो फीसदी किसान कल्याण कोष के नाम पर बढ़ाकर 3.60 रुपए प्रति सैकड़ा कर दिया है। इससे किसान और व्यापारी तो प्रभावित होंगे ही, साथ ही प्रदेश में महंगाई भी बढ़ जाएगी। किसान इससे बचने के लिए समीपवर्ती मध्यप्रदेश का रुख करेंगे। मंडियों में आवक घटने का नुकसान व्यापारियों को उठाना पड़ेगा। इसको वापस लेने की मांग को लेकर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे जा रहे हैं।
देश और दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगातार हालात खराब हो रहे हैं। इससे बचाव को लेकर देश में लॉकडाउन है, ऐसे में मंडी में खरीद-फरोख्त देरी से शुरू हुई। इसमें भी किसानों से लिमिटेड मात्रा में खरीद की गई है।
पहले 1.60 रुपए प्रति सैकड़ा के हिसाब से टैक्स लिया जाता है। हाल ही में लागू किसान कल्याण कोष सेस सीधा ही राज्य सरकार के खाते में जाएगा।
- मनोज मीणा, सचिव, कृषि उपज मंडी, बारां
किसान कल्याण कोष सेस लागू करने से महंगाई बढ़ेगी। किसान समीपवर्ती मध्यप्रदेश की मंडियों का रुख करेंगे। व्यापारी, किसान, आमजन सभी इससे प्रभावित होंगे। इसलिए इसका विरोध किया जा रहा है।
- हेमराज गोयल, व्यापार संघ क वर्ग, अध्यक्ष
जिले की किसी भी जेल में अपराधी अब कोरोना जांच के बाद ही दाखिल हो सकेंगे। मुल्जिम के जेल में आने के बाद आमद दर्ज कर आइसोलेश सेंटर पर रखे जाएंगे। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश शिवकुमार ने बताया कि यह आदेश उच्चतम न्यायालय नई दिल्ली की ओर से दिए गए हैं। इस संबंध में जिला कारागृह के कारापाल, छबड़ा व अटरू सब जेल के उप कारापाल को निर्देश दिए हैं। चिकित्सा अधिकारी नहीं होने पर सीएमएचओ बारां, बीसीएमएचओ या सक्षम चिकित्सा अधिकारी के पास मुल्जिम को कोविड-19 जांच के लिए भिजवाया जाएगा। आदेश की प्रतिलिपि कलेक्टर, एसपी, सीएमएचओ एवं सभी जेल अधिकारियाें को भी प्रेषित की गई है।
डिस्कॉम के एक और कर्मी को निलंबित कर दिया गया। एसई रामखिलाड़ी मीणा ने बताया कि कामां में कार्यरत टेक्नीकल हेल्पर नीरज भास्कर ने नया कनेक्शन जारी करने पर लापरवाही बरती।
उन्होंने कनेक्शन की पत्रावली पर गलत तथ्य प्रस्तुत किए, जबकि कार्यालय अभिलेख के अनुसार आवेदक की पुत्रवधू पर निगम का 54048 रुपए बकाया था। अारोपी ने एक अन्य उपभोक्ता का मीटर सही होने पर भी उसकी सप्लाई बंद बताकर मीटर बदल दिया।
विश्व थैलेसीमिया दिवस पर ब्लड बैंक बारां में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। विश्व थैलेसीमिया दिवस पर शाह सतनाम जीएस वेलफेयर, फोर्स विंग के सेवादारों और डेरा सच्चा सौदा सिरसा के सदस्याें की ओर से ब्लड बैंक मेंआकर रक्तदान किया गया। शिविर में बारां ब्लॉक की सत्संगत ने रक्तदान किया।
सुबह 10 बजे से लेकर 2 बजे तक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 30 यूनिट रक्तदान किया गया। ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. बिहारीलाल मीणा ने बताया कि कल्पना, इंसा, बद्रीलाल, हेमराज, जगदीश राठौड़, गिर्राज, राकेश, संजय, विष्णु सुमन, योगेश, अमृता, विजय कुमार, निर्मल सुमन, हेमंत सुमन, मनमोहन मीणा, लोकेश मीणा, कार्तिक, दीपांशु, सुनील, नितेश, योगेश, सुरेंद्र, युवराज प्रजापति, रामेश्वर, अमित शर्मा, यशवंत, गणेश शर्मा, मनिंदर शर्मा आदि ने रक्तदान किया। बारां ब्लड बैंक से काउंसलर विनोद साहू, विकास बागड़ी, सुरेश मेघवाल, सोनू जांगिड़ ने अपनी सेवाएं दी।
संस्था के रक्त योद्धा ने गर्भवती महिला के लिए किया रक्तदान: किशनगंज. कोरोना संक्रमण महामारी के चलते हो रही रक्त की कमी को देखते हुए उत्थान ए हैल्पिंग हैंड संस्था के रक्त योद्धा तपेश त्यागी ने 38 किलोमीटर दूर रेलावन से बारां ब्लड बैंक पहंचकर गर्भवती महिला के लिए रक्तदान किया। संस्था प्रतिनिधि लालवीर मीणा ने बताया कि ग्राम मोयदा की गर्भवती महिला मूर्तिबाई सहरिया के रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा केवल 4.5 ग्राम रह गई थी। ऐसे में रक्त चढ़ाना अतिआवश्यक हो गया था। परिजन परेशान हो रहे थे। सूचना मिलने पर लालवीर मीणा अपने साथ रक्त योद्धा तपेश त्यागी को लेकर बारां ब्लड बैंक पहुंचे, जहां तपेश त्यागी ने मूर्ति बाई के लिए रक्तदान किया।
कैलादेवी झील चौराहे पर मास्क नहीं लगाने पर टोकने पर सालाबाद गांव निवासी अनिल पुत्र महेन्द्र कुम्हार उल्टा पुलिस पर ही भड़क गया।
पुलिस ने अनिल को में गिरफ्तार किया है। वहीं, गांव महलपुर चूरा में बाहर से आई महिला को जांच कराने की कहने पर नामजद लोगों ने कोर कमेटी के साथ अभद्रता करते हुए जांच कराने से मना कर दिया।
लॉकडाउन के दौरान शादी-समारोह तथा अन्य धार्मिक आयोजनों पर पाबंदी लगी हुई है। 4 मई से 17 मई तक लॉकडाउन 3 में बारां जिला ग्रीन जोन में है।
वर-वधु दोनों पक्ष बारां जिले के होने पर विवाह कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए परिजन उपखंड कार्यालय में आवेदन कर प्रशासनिक मंजूरी लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज, वर एवं वधु दोनों के आयु प्रमाण पत्र, डॉक्टर से परिजनों का स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद सीमित सदस्यों के लिए सादा विवाह समारोह की अनुमति सोशल डिस्टेंसिंग की पालना, सभी सदस्यों को मास्क लगाना अनिवार्य शर्तों के आधार पर उपखंड कार्यालय से सशर्त अनुमति दी जा रही है।
कोरोना आपदा के तहत दैनिक वॉर रूम की बैठक मिनी सचिवालय स्थित सभागार में हुई। कलेक्टर इंद्रसिंह राव ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कोरोना आपदा के तहत इन्टरस्टेट आवागमन को प्रतिबंधित किया गया है, जिसके तहत बोर्डर को सील किया गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार कलेक्टर अब इन्टरस्टेट आवागमन के लिए पास जारी नहीं कर सकेंगे, जबकि किसी मृतक को ले जाने एवं गंभीर रोगी को पास जारी किया जा सकेगा। बैठक में बताया गया कि पलायथा बोर्डर पर लोगों का आवागमन कम हुआ है। वहीं झारखंड, यूपी, बिहार व छत्तीसगढ़ के श्रमिकों की बसें जिले से होकर अन्य राज्यों के लिए जाएंगी। सीईओ जिला परिषद बृजमोहन बैरवा ने बताया कि जिले में इस वर्ष एमएसपी पर खरीद के 24 केंद्र हैं, जबकि गत वर्ष मात्र 7 केंद्र थे। इसी क्रम में कटावर व बड़ौरा के खरीद केंद्राे पर टोकन जारी कर दिए गए हैं। सहरोद में टोकन जारी नहीं हो पाए हैं, जिसे शीघ्र सुचारू किया जाएगा। बारदाना की पर्याप्त व्यवस्था होने पर अंता में खरीद केंद्र पर कोई समस्या नहीं रहेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में क्वेरेंटाईन सेंटरों के संबंध में मिल रही शिकायतों के लिए टीम गठित कर आकस्मिक जांच करवाई जानी चाहिए। बैठक में रोडवेज प्रबंधक ने बताया कि मांगरोल के लिए शुरू की गई बस को पर्याप्त यात्री भार नहीं मिल रहा है, जिससे उसे रोकना पड़ा है। सीएमएचओ ने बताया कि जिले में सब्जी ट्रक चालकों, सब्जी ठेला वालों सहित विभिन्न लोगों के रेंडम सेंपल लिए जा रहे हैं, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण की प्रभावी रोकथाम की जा सके। उन्होंने क्वेरेंटाईन सेंटर पर मौजूद लोगों की जानकारी देते हुए बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले के समस्त उपखंड क्षेत्रों में कोविड केयर सेंटर स्थापित किए जाने हैं। जो 70 से 80 बेड की क्षमता के होंगे। एसीपी राम कुमार बाथम ने बताया कि जिले में एक होम आईसोलेट व्यक्ति की ओर से आईसोलेशन के उल्लंघन की ऑनलाईन सूचना मिल रही है।
इस पर एसपी डॉ. रवि सबरवाल ने कहा कि होम आईसोलेशन का उल्लंघन करने वाले अन्य लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं, ऐसे लोगों की सूची प्रदान करे जिससे उनको सरकारी क्वेरेंटाईन सेंटर पर लाकर निगरानी में रखा जा सके। बैठक में एडीएम मोहम्मद अबूबक्र, सीईओ जिला परिषद बृजमोहन बैरवा, कोषाधिकारी धीरज कुमार सोनी सहित वॉर रूम के अधिकारी मौजूद रहे।
तहसील के गांव वल्लभगढ़ निवासी 25 वर्षीय धर्मेंद्र जाट पुत्र फत्ते सिंह जाट शुक्रवार की सुबह गाय चराने जंगल में गया। जहां सुबह 11 बजे उसका शव जंगल में संदिग्ध अवस्था में पड़ा हुआ मिला।
मृतक के शरीर पर जगह-जगह घाव होने तथा उसकी चप्पल काफी दूर मिलने पर मृतक के बड़े भाई ने हत्या की आशंका जताते हुए मामला दर्ज कराया है। गांव वल्लभगढ़ के ग्रामीणों ने बताया 25 वर्षीय धर्मेंद्र जाट पुत्र फत्ते सिंह जाट प्रतिदिन गाय, भैंस चराने जंगल में जाता था।
शुक्रवार सुबह 11 बजे कुछ ग्रामीण महिलाओं ने धर्मेंद्र के घर सूचना दी कि उनका पुत्र धर्मेंद्र जंगल में एक खेत की मेढ पर पड़ा है। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। पुलिस को सूचित करते हुए उसे अस्पताल लेकर गए तो चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
थाना प्रभारी राजेश खटाना ने बताया वल्लभगढ़ निवासी वीरेंद्र सिंह जाट पुत्र फत्ते सिंह जाट ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए उसके भाई धर्मेंद्र जाट के शरीर पर जगह-जगह चाेट के निशान थे। जिसके कारणा उन्हें उसकी हत्या की आंशका है। इधर एफएसएल टीम डा दीपक शर्मा व लवेश कुमार ने मौके पर जाकर सबूत जुटाते हुए परिजनों व ग्रामीणों से जानकारी जुटाई।
बांसी बिरहना गांव में गुरुवार को एक विवाहिता ने पति से झगड़ा होने के बाद फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली।
थानाधिकारी श्रवण कुमार पाठक ने बताया कि बांसी विरहना निवासी रामवीर सिंह के मोबाइल पर गुरूवार सुबह करीब 9 बजे कोई कॉल आया। उसकी पत्नी 28 वर्षीय इगलेश ने उस कॉल पर शक जाहिर करते हुए पति से मोबाइल छीनने की कोशिश की, इसी बात को लेकर पति-पत्नी दोनों के बीच आपस में झगड़ा हो गया। आपसी-कहा सूनी और तू-तू, मैं-मैं के बाद पति रामवीर घर से बाहर कहीं चला गया। बाद में महिला ने फांसी लगाकर जान दे दी।
राज्य सरकार की ओर से कृषक कल्याण के रूप में दो प्रतिशत अतिरिक्त टैक्स लगाने के विरोध में व्यापार संघ के राज्यव्यापी मंडी बंद के आह्वान पर शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन भी मंडी बंद रही।
व्यापार संघ के अध्यक्ष रामचंद्र धनोरिया व सचिव श्यामसुंदर अग्रवाल ने बताया कि कृषक कल्याण फीस के नाम पर अतिरिक्त टैक्स बढ़ाने का निर्णय व्यापारियों के हितों पर कुठाराघात है। सूत्रों के अनुसार जिनको मंडी बंद होने की जानकारी है, वह तो मंडी में जिंस लेकर नहीं आ रहे, लेकिन मंडी बंद होने से अनभिज्ञ अधिकांश किसान गेहूं, चना, सरसों, सोयाबीन की ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं और मंडी बंद मिलने पर निराश होकर लौट रहे हैं। वहीं कई जरूरतमंदों को मंडी यार्ड के बाहर ही अवैध कांटों पर जिंस बेचनी पड़ रही है। गुगोर रोड, रीको एरिया, धरनावदा रोड, कुंभराज रोड, सालपुरा रोड पर अवैध कांटाधारी जमकर चांदी कूट रहे हैं। किसानों ने प्रशासन से धर्मकांटों की समय-समय पर जांच करवाने की मांग की है।
शुक्रवार को कुंजेड़ ग्राम सेवा सहकारी समिति पर सरसों, चना समर्थन मूल्य खरीद केंद्र का विधिवत उद्घाटन सहकारी समिति अध्यक्ष रमेशचन्द अहीर ने किया। राज्य सरकार ने किसानों को राहत प्रदान करते हुए अटरू तहसील में 2 खरीद केंद्र बढ़ाए हैं, जिसमें जीएसएस कुंजेड़, जीएसएस कवाई में भी सरसों, चने की तुलवाई शुरू की गई। कुंजेड़ केंद्र पर प्रथम दिन 8 किसान अपनी सरसों, चना लेकर पहुंचे।
व्यवस्थापक हेमराज गोचर ने बताया कि कुंजेड़ क्षेत्र के गांवों के 10 किसानों की रोजाना उपज तौली जाएगी। लाॅकडाउन को देखते हुए भाजयुमो नेता लोकेश अहीर ने हम्मालों को मास्क वितरित किए तथा हैंड सेनेटाइजर उपलब्ध करवाए। इस दौरान समिति सदस्य जगदीश यादव, ग्रामीण राकेश, धनराज मौजूद रहे।
लॉकडाउन के दौरान जरुरतमंदों की सुविधा के लिए सरकार ने राशन सामग्री उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है लेकिन कई लोग इसका दुरुपयोग कर संपर्क पोर्टल पर झूठे परिवाद कर रहे हैं। ऐसा ही मामला बयाना के गांव पुराबाई खेड़ा में सामने आया है।
जांच में परिवाद झूठी मिलने पर तहसीलदार ने एफआईआर दर्ज कराने के आदेश जारी किए हैं। जानकारी के अनुसार पुराबाई खेड़ा गांव निवासी यादराम पुत्र भगवान सिंह जाट ने 2 मई को राजस्थान संपर्क पोर्टल पर परिवाद दर्ज कराया कि उसके घर में राशन सामग्री नहीं है और ना ही भोजन सामग्री खरीदने के लिए राशि है। उसने परिवार के सभी 5 सदस्यों के लिए भोजन सामग्री उपलब्ध कराने की मांग की।
परिवाद पर हल्का पटवारी ग्राम स्तरीय कमेटी के साथ 4 मई को परिवादी के घर पहुंचा। कमेटी को उसके घर पर बोलेरो गाडी, बाइक, आटा चक्की, दो बड़ी टंकी गेहूं व 25-30 कट्टे सरसों के भरे मिले। वहीं उसके पिता के नाम पर 12 बीघा कृषि भूमि व पक्का मकान मिला।
परिवादी ने बताया कि वह खाद्य सुरक्षा योजना में अपना नाम जुड़वाना चाहता है तथा पेंशन भी चाहता है। इसलिए शिकायत की थी।तहसीलदार बयाना जीपी बंसल ने बताया कि जांच में परिवादी यादराम पुत्र भगवान सिंह साधन सम्पन्न मिला है। अब इनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होगी
डीग उपकारागृह में बंदियों की ओर से चार दीवारी से मोबाइल फोन और तंबाकू पदार्थों को फिंकवा कर मंगवाने का मामला सामने आया है।
मामले के सामने आने के बाद जेल प्रशासन की ओर से ली गई जेल की तलाशी के दौरान जेल प्रशासन ने जेल से 2 मोबाइल के साथ तंबाकू, गांजा और बीड़ी पदार्थ बरामद किए हैं। मामले को लेकर प्रभारी उपकारागृह ने पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया है।
थाना प्रभारी गणपत राम ने बताया कि डीग जेल के प्रभारी जगदीश शर्मा की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि जेल के प्रहरी भरतसिंह को सूचना मिली की जेल के बैरक 3 में बंदी शादीवास पहाड़ी निवासी शहीद पुत्र कमरू मेव व आरसी नगर निवासी कुंवर पुत्र बल्लो गुर्जर ने रात्रि को चार दीवारी से फिंकवा कर जेल में निषिद्ध सामग्री मंगवाई है।
सूचना पर दोनों बंदियों से पूछताछ की गई तो दोनों ने रात्रि को चार दीवारी से फिंकवा कर सामग्री मंगवाई जाने की बात कही। जिसके बाद जेल की ली गई तलाशी में जेल से चालू हालत में एक आई टेल कंपनी और एक सैमसंग कंपनी के फोन के साथ गांजा और बीड़ी व तंबाकू पदार्थ बरामद किए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कस्बे के मंडी परिसर में लगे सरकारी कांटों पर तुलाई के लिए आने वाले काश्तकारों की फसल नापास करने से किसानों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। आए दिन किसानों और अधिकारियों के बीच बहस होती रहती है।
शुक्रवार सुबह भी मंडी में गेहूं की ट्रॉली लेकर आए काश्तकार की उपज में मिट्टी बताकर अंदर प्रवेश से रोक देने की घटना के बाद मण्डी परिसर के बाहर किसानों और खरीद केंद्र प्रशासन के बीच जोरदार बहस हो गई। वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद जैन गेहूं को नापास करने को लेकर एफसीआई, तहसीलदार रामकिशन मीणा से भिड़ गए।
जैन ने बताया कि अधिकारियों ने धांधली मचा रखी है, जिससे मंडी में आने वाले काश्तकारों की परेशानियां बढ़ती ही जा रही हैं। दूसरी ओर तहसीलदार रामकिशन मीणा का कहना है कि गेहूं में मिट्टी, कंकर की मात्रा अधिक होने से एफसीआई वाले खरीद से मना कर रहे हैं।
चोरी, लूट, डकैती को लेकर होने वाली जघन्य घटनाओं की रोकथाम के लिए नगर के प्रमुख चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे होना बेहद जरूरी हैं। कैमरे लगे होने के डर से कोई भी गलत वारदात करने से डरेगा, अगर कोई वारदात कर भी गया तो कैमरों से पुलिस को जांच में सहयोग मिलेगा।
कस्बे के तिराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो विनाेद चौपड़ा के हत्यारे पुलिस की नजर से शायद बच नहीं पाते। सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग थाने में होती आ रही सीएलजी की बैठक में वर्षो से उठती आई है। तिराहों पर कैमरे लगाने की हामी नगर पालिका ने भर रखी है, लेकिन साल गुजर जाने के बाद भी सीसीटीवी कैमरे कही भी नजर नहीं आए। पालिका के पूर्व चेयरमैन अमित चाैपड़ा ने बताया कि नगरपालिका द्वारा तिराहों पर कैमरे लगाने के लिए टेंडर निकाले गए थे, लेकिन काेई टेंडर नहीं अाने से प्रक्रिया अधूरी है।
भारतीय किसान संघ ने की शुल्क को निरस्त करने की मांग: मांगरोल. भारतीय किसान संघ ने गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भेज मंडी क्षेत्र में कृषि जिंसों की खरीद बिक्री पर लगाए गए 2 प्रतिशत कृषि कल्याण शुल्क को तुरंत निरस्त करने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में भारतीय किसान संघ मांगरोल अध्यक्ष जगदीश पारेता, जिला जैविक प्रमुख बारां चौथमल नागर, कोटा संभागीय अध्यक्ष घनश्याम मीणा आदि किसान नेता शामिल थे।
हम अपने स्वास्थ्य को लेकर कितने लापरवाह हैं, यह पता चल रहा है आरोग्य सेतु एप से। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी के लिए आरोग्य सेतु एप को फोन में डाउनलोड करना अनिवार्य किया है ताकि संक्रमितों और कोरोना संदिग्धों की आसानी से जानकारी मिल सके। उनका समय पर इलाज हो और कोरोना पर जल्द से जल्द काबू पाया जा सके। लेकिन, भरतपुर में स्थितियां इसके एकदम उलट हैं।
शहर की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक 2.52 लाख और मौजूदा करीब 3 लाख है। इनमें से शुक्रवार रात 8 बजे तक शहर के 10 किलोमीटर एरिया में 38141 यानि करीब 1 फीसदी लोगों ने ही आरोग्य सेतु एप डाउन लोड किया था। इनमें से मात्र 741 लोगों ने स्व परीक्षण किया तो उनमें 53 लोग अस्वस्थ पाए गए हैं। ये हालात तो तब हैं जब कि हम रेड जोन में हैं। जबकि देश में 9.40 करोड़ लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं।
अब एसएमएस से भी मिलेंगे अलर्ट
जिला प्रशासन ने उन लोगों के लिए आरोग्य सेतु आईवीआरएस सेवा शुरू की है जिनके पास फीचर फोन और लैंडलाइन फोन हैं। ऐसे लोगों को अब इस टोल फ्री सेवा 1921 पर एक मिस्ड कॉल करनी है। इसके बाद उनके पास फोन आएगा। फिर उस फोन करने वाले को अपने स्वास्थ्य के बारे में पूछी जाने वाली सही जानकारी देनी है।
कस्बे में लगे एफसीआई के तौल कांटे पर अब तक 462 किसानों से गेहूं की खरीद हुई है। एफसीआई के ताैल कांटे पर रोजाना करीब 20 से 25 किसानों से गेहूं की खरीद की जा रही है। एफसीआई क्वालिटी कंट्रोल प्रभारी राजेंद्र कुमावत ने बताया कि 16 अप्रैल से शुरू हुए कांटे पर अब तक 462 किसानों का 56 हजार 986 क्विंटल गेहूं की तुलाई हो चुकी है। गोदाम मैनेजर नितिन शर्मा ने बताया कि सीसवाली गोदाम में मांगरोल, सीसवाली, पाटाेंडा, बमोरी आदि चार मंडियों के 92 हजार कट्टे का अब तक गोदाम में भंडारण हो चुका है।
प्रखर कौशल ने कहा- किसानों की पूरी उपज खरीदे सरकार: अंता. भारतीय जनता युवा मोर्चा के नेता तथा यूथ चला बूथ समिति के प्रदेश सहसंयोजक एवं पूर्व सांसद स्व रघुवीरसिंह कौशल के पौत्र प्रखर कौशल ने शुक्रवार को ईमेल से राज्यपाल को पांच सूत्रीय मांग पत्र भेजा है। इसमें बारां जिले के किसानों की उपज को पूरा मूल्य दिलवाए जाने के लिए संपूर्ण उपज समर्थन मूल्य पर खरीद की मांग की है। उन्होंने बारां जिले में समर्थन मूल्य का लाभ किसानों को नहीं मिल पाने की जानकारी ईमेल से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे, क्षेत्रीय सांसद दुष्यंत सिंह, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया एवं भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को भी दी है।
नदबई के 33 केवी मांझी फीडर पर रखरखाव कार्य के चलते 9 मई को सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिजली बंद रहेगी।
डीग में नगर रोड रीको फीडर में 11 केवी बिजली ट्रांसफर शिफ्टिंग कार्य के चलते शनिवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक रीको सहित ओल्ड पान्हौरी फीडर की बिजली आपूर्ति 3 घंटे बाधित रहेगी। ।
कोरोना महामारी से आमजन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे चिकित्साकर्मी, पुलिसकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशाओं का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने पीएचसी में स्वागत किया।
इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खतरे के दौरान लोगों की सेवा में जुटे चिकित्साधिकारी अशअत इजान, कंपाउंडर हरिमोहन नागर सहित स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया। इस मौके पर पूर्व सरपंच विष्णु गुप्ता, आरएसएस के सत्यनारायण सुमन, शंकर नागर, सुनील सुमन, चंद्रप्रकाश सहित अन्य मौजूद रहे।
बोहत. कस्बे में स्वयंसेवकों ने 46 से अधिक चिकित्सक, बैंककर्मी, नर्सिंग स्टाफ, स्वच्छताकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा आशा सहयोगिनी व पंचायत कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सूरज चौधरी, मोनू चौरसिया, सुनील गौड़, मोनू राठौर, प्रदीप चौरसिया, मातादीन बागला, निर्मल सुमन, योगेश पोटर, सहित कई स्वयंसेवक मौजूद थे।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में कोरोना आपदा के तहत गोवंश, मत्स्य, पशुपालन, डेयरी के संबंध में की गई व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि किसान व पशुपालकों को कोरोना संकट के कारण कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए।
साथ ही पशुओं के लिए पशुआहार की उपलब्धता, गोशालाओं को अनुदान सुनिश्चित किया जाना चाहिए। जिला मुख्यालय से वीसी में खान एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में गोशालाओं को 275 करोड़ रूपए की अनुदान का राशि आवंटित कर जिलों को स्थानान्तरित कर दी गई है। बारां, धौलपुर, उदयपुर एवं बांसवाड़ा मंे गोशालाओं को अनुदान की पूर्ण राशि का वितरण कर दिया गया है। जबकि नागौर, जैसलमेर, चूरू, हनुमानगढ व गंगानगर जिलों में अपेक्षित प्रगति नहीं है। इस संबंध में निर्देश प्रदान किए गए हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री संबल योजना के तहत अनुदान प्रदान किया जा रहा है एवं कोरोना संकट के तहत डेयरी के क्षेत्र में डोर-टू-डोर दूध व दही के वितरण की योजना भी तैयार करने के निर्देश प्रदान किए हैं।
इसी क्रम में नंदी गोशाला योजना के प्रारूप को व्यावहारिक रूप से तैयार किया गया है, जिसके मॉडल का प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अन्नपूर्णा नगरी बारां फिलहाल ग्रीन जोन में है और सभी के सहयोग के साथ इस महामारी के संकट का सामना किया जा रहा है।
वीसी में केबिनेट मंत्री लालचन्द कटारिया, भजनलाल जाटव, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
वायरस के संक्रमण से सुरक्षा को लेकर किए गए लाॅकडाउन मे जहां अधिकतर महकमों में कामकाज ठप पड़े हैं। वही वन विभाग के कर्मचारी पर्यावरण को संतुलित बनाए रखने के लिए मानसून की पूर्व तैयारियों में जुटे हुए हैं।
लाॅकडाउन में वन विभाग की ओर से वन क्षेत्र में प्लांटेशन के लिए 11 हजार पौधे तैयार किए गए हैं। साथ ही गत वर्ष के शेष रहे 7 हजार पौधों को आम लोग खरीद सकेंगे। मानसूून से पहले नर्सरी परिसर में फल और फूल के साथ छायादार पौधों की रोनक देखने को मिल रही है। मानसून के साथ ही पौधों का वितरण शुरू किया जाएगा। डीग-भरतपुर मार्ग स्थित मांढेरा में करीब एक एकड़ में फैली वन विभाग की नर्सरी से पौधों का वितरण किया जाएगा।
वनरक्षक बबीता रानी ने बताया कि केंपा योजना के अंतर्गत 11 हजार पौधे नर्सरी में तैयार किए गए हैं। जो वन विभाग क्षेत्र में सेऊ स्थित जडखोंड में करीब 50 हैक्टेयर भूमि में रोपण किए जाएंगे। साथ ही पूर्व में बचे करीब 7 हजार पौधों को आमजन खरीद सकेंगे। जो वितरण के लिए तैयार हैं।
आमजन के लिए पौधों के दरें निर्धारित की गई हैं। नर्सरी में मानसून से पूर्व पौधे तैयार करने का कार्य किया जाता है। पौधे के लिए खाद, बीज, उपजाऊ मिट्टी के साथ पाॅलीथिन में रोपित कर अंकुरित होने तक पानी का हल्का छिडकाव किया जाता है।
बूंदीवासियों के लिए अच्छी खबर है। कोटा में रीट की तैयारी कर रही नैनवां रोड स्थित नवजीवन संघ कॉलोनी की छात्रा कोरोना संक्रमणमुक्त हो गई है। उसकी दूसरी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।
इससे पहले उसके मां-पिता, भाई की पहली रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। इलाज के बाद दो रोज पहले छात्रा का रिपीट सैंपल लिया गया, जांच में रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छात्रा को कोरोना वार्ड से हटाकर अन्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। पांच-छह रोज बाद उसका तीसरा सैंपल लिया जाएगा। तीसरा सैंपल भी निगेटिव आता है तो उसे मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 32 वर्षीय छात्रा दो मई को कोटा में कोरोना सैंपल देकर उसी रात भाई के साथ बूंदी लौट आई थी, हालांकि सैंपल की रिपोर्ट नहीं आ जाने तक उसे कोटा में ही घर पर रुकने की सलाह दी गई थी, पर वह रिपोर्ट का इंतजार किए बगैर बूंदी में उसी रात अपने घर लौट आई थी। अगले रोज सुबह रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसकी तलाश शुरू हुई पता चला कि वह बूंदी जा चुकी है, जिसके बाद कोटा से मेडिकल टीम बूंदी पहुंची और छात्रा, उसके मां-पिता, भाई को कोटा ले गई।
बूंदी क्योंकि ग्रीन जोन में है, जैसे ही कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट मिली, प्रशासन के साथ ही शहरवासियों में भी हड़कंप मच गया। नवजीवन संघ कॉलोनी एक तरह से सील कर दी गई, पुलिस का पहरा लगा दिया गया। छात्रा के घर आई काम वाली बाई, उसके परिवार, दूधिये और इनके संपर्क में आए लोगों को होम आइसोलेट कर दिया गया। यानी कोरोना संक्रमण की चैन नहीं बनने दी गई।
उधर, आइसोलेशन में भर्ती मरीज की मौत, रिपोर्ट आने तक दहशत रही
जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में शुक्रवार सुबह 56 वर्षीय बीमार की मौत हो गई। इसकी सूचना पर वार्ड में भर्ती रोगी-स्टाफकर्मी दहशत में आ गए। शहर में भी खबर फैल गई। तीतरवासा गांव के मोहनलाल कुशवाह को टीबी और सांस की तकलीफ थी, जिसे मेडिकल वार्ड से एक दिन पहले ही आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट किया गया था। उसका पहले से कोटा में इलाज चल रहा था, कोटा नहीं जा पाने के कारण 5 मई को जिला अस्पताल में दिखाने आए तो भर्ती कर लिया गया। गुरुवार सुबह एहतियात के तौर पर कोरोना जांच के लिए सैंपल लेकर कोटा भिजवाया गया था, पर रिपोर्ट नहीं आई थी। शुक्रवार सुबह उसकी वार्ड में ही मौत हो गई। कोरोना रिपोर्ट नहीं आने से शव को पोस्टमार्टम कक्ष में रखवा दिया गया। सुबह 10 बजे जब जांच रिपोर्ट निगेटिव आई, तब राहत मिली। परिजनों ने पोस्टमार्टम नहीं कराने के लिए लिखित में दे दिया तो शव सौंप दिया गया।
बाहर से आए मजदूर-परिजन भर्ती
जयपुर से 5 मजदूर आने पर उन्हें प्रशासन ने आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया है। जांच के लिए सैंपल भेजे गए हैं। ये मजदूर कई दिनों से आने के लिए प्रयासरत थे, जयपुर क्योंकि रेड जोन में है, इसलिए सतर्कता बरती जा रही है।
सीएससी व बीसीएमओ की मेडिकल टीम ने प्रशासनिक निर्देश पर हॉॅट स्पाॅट टोंक व नवलगढ़ (झुंझुनूं) से आए दो परिवारों के 7 जनों को जांच के लिए बूंदी भेजा है। इनमें एक परिवार की महिला व 3 बच्चे-बच्ची भी शामिल है। टीम के डॉ. एसएल मीना, डॉ. लालचंद, डॉ. अनिता, मेलनर्स कमलेशकुमार शर्मा, योगेंद्र महावर, बलराम शर्मा व भूपेंद्र शर्मा ने इनकी स्क्रीनिंग की। सीएचसी प्रभारी डॉ. एसएल मीना ने बताया कि टोंक से दो जने दो दिन पहले नैनवां आए थे, जिनको होम क्वारेंटाइन कर रखा था। नवलगढ़ से कीरों का झोंपड़ा परिवार के पति-पत्नी, दो बच्चे व एक बच्ची शुक्रवार सुबह आए थे। इन्हें जांच व सैंपल के लिए बूंदी भेजा।
531 सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव,16 पेंडिंग
सीएमएचओ डॉ. जीएल मीणा ने बताया कि शुक्रवार को 13 सैंपल कोरोना जांच के लिए भिजवाए गए हैं। वहीं पूर्व में भेजे गए 9 सैंपलों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब तक कोरोना संदिग्धों के 556 सैंपल लिए गए, इनमें 9 सैंपल रिजेक्ट होने के बाद 531 सैंपल निगेटिव आ चुके हैं। 16 की रिपोर्ट अभी पेंडिंग है। होम क्वारेंटाइन में रखे गए 283 लोगों को डिस्चार्ज कर कर दिया गया है। अब तक 5 लाख 36 हजार 892 स्क्रीनिंग की गई है।
लॉकडाउन में हथकढ़ शराब के कारोबार की सूचना पर शुक्रवार को उच्चैन थाना पुलिस ने गांव विलाचट्टपुरा में अवैध हथकढ़ शराब के खिलाफ छापामार कार्रवाई कर ढाई हजार लीटर वाॅश व शराब बनाने की चार भट्टियों को नष्ट किया है।
साथ ही मौके से 30 लीटर हथकढ़ शराब व एक बाइक को बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। उच्चैन एसएचओ जमील खान ने बताया कि पुलिस को गांव विलाचट्टपुरा में हथकढ़ शराब तैयार कर बेचने की सूचना मिली। जिस पर एसएचओ, एएसआई बृजभानसिंह, हैडकांस्टेबल बृजलाल, भरतसिंह के नेतृत्व में गठित टीमों ने शुक्रवार को गांव विलानचट्टपुरा में अलग-अलग रास्तों से पहुंचकर छापामार कार्रवाई की। जहां घरों व गैतबाडों में भट्टियों पर हथकढ़ शराब निर्मित होती हुई मिली। जिस पर पुलिस ने मौके पर ही चार भट्टियों को तोडकर मटकों व कैनों में भरी साढे ढाई हजार लीटर वाॅश को नष्ट कर दिया।
पुलिस ने गांव विलानचट्टपुरा निवासी बिरजी पुत्र कमलसिंह, राधे पुत्र नवला कंजर को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से तीस लीटर हथकढ़ शराब को बरामद कर आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही मौके पर लावारिस खड़ी बाइक को पुलिस एक्ट में जब्त किया है।
कामां| एसपी हैदरअली जैदी के निर्देश पर कामां डीएसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने जुरहरा के गांव बमनवाडी व खेड़ी में अवैध शराब माफियाओं पर कार्रवाई कर जंगलों में अवैध शराब निर्माण के लिए बनाई गई भट्टियां तोड़ चार हजार लीटर वाश नष्ट कराई। डीएसपी देवेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि मेवात इलाके में शिकायते मिल रही थी कि अवैध शराब माफियाओं द्वारा जंगलों में अवैध हथकढ़ शराब बनाकर गांवों व शहरी इलाकों में शराब की सप्लाई की जा रही है।
जुरहरा थाना के गांव खेड़ी व बमनवाडी के जंगलों में कार्रवाई कर अवैध शराब निर्माण की भट्टियां तोड़कर 22 ड्रमों में भरी करीब चार हजार लीटर वाश नष्ट कराई। इसके अलावा कार्रवाई के दौरान मौके से बीस लीटर तैयार अवैध शराब भी बरामद की गई। कार्यवाही के दौरान शराब माफिया पुलिस के हाथ नहीं लग सके।
लॉकडाउन ने शहरों की फिजां ही बदल दी। हवा में धूल-धुआं कम हुआ तो शोर-प्रदूषण भी घट गया। लोग घरों से कम बाहर निकले, माहौल शांत रहा। इसी का नतीजा है कि जिन परिंदों को हम अक्सर जंगलों में फुदकते-चहचहाते देखा करते थे, वे इन दिनों शहर के मेहमान बने हुए हैं। कइयों ने तो शहर के पेड़ों पर घोंसले तक बना लिए हैं। हालांकि लॉकडाउन-03 के बाद ग्रीन जोन में बंदिशें घटने से शोर-वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है, पर सर्किट हाउस और कई जगह पेड़ों के झुरमुट में इन परिंदों की अठखेलियां देख सकते है।
पक्षी प्रेमी एवं बूंदी के पूर्व मानद वन्यजीव प्रतिपालक पृथ्वीसिंह राजावत बताते हैं कि इस बार अधिक बरसात से पर्यावरण तंत्र बेहतर हुआ है। इसका असर प्रवासी पक्षियों पर भी देखने को मिल रहा है। कहीं पेड़ों पर तीतर के परिवार दिख रहे हैं तो कहीं नाचते मोर, उल्लू, हॉर्नबिल, रोफस ट्रीपाई, गोल्डन ओरियोल, नीलकंठ, कॉपर स्मिथ बारबेट, सनबर्ड, कोयल, हरियाल, रोज रिंग्ड पाराकीट (तोते), कॉमन इंडियन बारबेट, बुलबुल, मैना, डव, स्पोटेड डव सरीखी प्रजातियों के परिंदे नजर आ रहे हैं। शहर में अठखेलियां करते जंगल के इन खूबसूरत बाशिंदों को पर्यटन अधिकारी विवेक जोशी ने डीएसएलआर कैमरे से कैद किया है।
रंग-बिरंगे विदेशी परिंदों से गुलजार रहती है हाड़ौती की फिजां
जिले की प्राकृतिक आबोहवा विदेशी परिंदों को रास आने लगी है। जलस्रोत व सघन जंगलों में रंग-बिरंगे परिंदों का कलरव बढ़ रहा है। भीमलत वनक्षेत्र में लुप्त होते गिद्धों की कुछ प्रजातियां फिर दिखने लगी है। इनमें उत्तरी चीन, मंगोलिया से आने वाले बड़े आकारवाला यूरेशियन काला गिद्ध भी शामिल है। हिमालयन ग्रिफान, इजिप्शियन व भारतीय गिद्ध भी दिखाई दिए हैं। स्पेन, दक्षिणी अफ्रीका-मध्य यूरोप से भारत के दक्षिणी-पूर्वी राज्यों में शीतकालीन प्रवास पर आनेवाले ब्लैक स्टॉर्क पक्षी अभयपुरा डैम पर जमे हैं। प्रवासी ब्लैक स्टोर्क, काला गिद्ध व ग्रेटर बीटर्न पहली बार दिखाई दिए। इसके अलावा नोर्थन शोवलर, सुर्खाब, पोचार्ड, पैलिकन सहित 25 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी सर्दी में यहां के जलाशयों पर जलक्रीड़ा करते हैं।
शुक्रवार को कस्बे में शराब ठेका शुरू हुआ। जिससे खुलेआम शराब बिक्री शुरू हुई। कस्बे में लाॅक डाउन चल रहा है। लेकिन लोग नियमों की परवाह किए बिना ही सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीकर सड़क पर पीकर मदहोश होकर पड़ गया है। यह व्यक्ति बस स्टैण्ड पर स्टेट मेगा हाइवे 45 के किनारे शराब पीकर मदहोश होकर पडा रहा है।
कस्बे में गुरुवार देररात 1:15 बजे दो नकाबपोशों ने एसडीएम कार्यालय के सामने बैंक ऑफ बड़ौदा का सरियों से एटीएम तोड़ने का प्रयास किया। 4 मिनट तक जतन करने के बावजूद वे सफल नहीं हुए तो एक लाख की कीमत वाले कीबोर्ड व मॉनिटर को तोड़कर भाग गए। घटना की सूचना तुरंत एटीएम सॉफ्टवेयर से कोलकाता पहुंची, जहां से कंपनी की ओर से पुलिस थाने को सूचना दी गई। उसी समय हाईवे पर गश्त कर रहे एएसआई इंदरराजसिंह पहुंच गए। सीआई रमेश तिवारी ने आधे घंटे के बाद बैंक मैनेजर को बुलाया। रात को ही बैंक खुलवाकर सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज से मिले हुलिए की जानकारी सीआई ने चौतरफा नाकाबंदी कर रहे गश्ती दल को दी। इलाके में पुलिसकर्मी भेजे। केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
बैंक प्रबंधक आलोककुमार सिंह के अनुसार एटीएम के प्रबंधन-सुरक्षा की जिम्मेदारी एटीएम कंपनी की होती है। प्रबंधक एटीएम में रखे कैश का विवरण नहीं दे सके। क्षेत्र की सबसे बड़ी बैंक ऑफ बड़ौदा में रात्रिकालीन चौकीदार भी नहीं है। प्रबंधक के अनुसार पुलिस के भरोसे ही बैंक की सुरक्षा है।
खेत के ऊपर से गुजर रही 220 केवी हाइटेंशन लाइन में फाल्ट से जमीन में इतना तेज करंट दौड़ा कि रानीपुरा गांव के एक किसान का कुआं ही ढह गया। 75 फीट गहरे सीमेंट और पत्थर के कुएं में बोरिंग, पाइप, मोटर-अन्य सामान भी कुएं में दब गए। किसान के मुताबिक उसे करीब 15 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। जिला परिषद सदस्य महेश दाधीच के साथ किसान महावीर जैन ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की है। उसने लिखा कि उसके पास अब सिंचाई का कोई साधन नहीं बचा है। उसकी फसल पानी के बिना नष्ट हो जाएगी। उसे मुख्यमंत्री सहायता कोष से मदद दिलवाई जाए।
दाउलपीर बस्ती में दो पक्षों के बीच हुई चाकू व पत्थरबाजी के घटनाक्रम में पुलिस ने शुक्रवार को 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गुरुवार रात को मुस्लिम समाज की महिलाओं ने पुलिस पर बेगुनाहाें को परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया। डीएसपी की गाड़ी का घेराव भी किया था। डीएसपी दीपक गर्ग ने बताया कि हमले में घायल श्याम वाल्मीकि ने अबूबकर, उबरने अंसारी, अब्दुल खालिक, मोहम्मद अशरफ व पांच अन्य के खिलाफ जानलेवा हमला करने, एससीएसटी एक्ट के तहत केस दर्ज करवाया था।
घटनाक्रम की जांच के बाद हमले में शामिल अबूबकर, उबरेन अंसारी, वसीम अकरम, मोहम्मद अशरफ, आशिक मोहम्मद, गुलफाम अंसारी व अब्दुल वहीद को गिरफ्तार कर लिया गया। थाने पर पहुंची महिलाओं को समझाया गया था। जांच कर रहे डीएसपी ने कहा कि पुलिस गुनहगार के खिलाफ ही कार्रवाई कर रही है।
कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जिले में घोषित लाॅक डाउन का उल्लंघन करते पाए जाने पर पुलिस ने शुक्रवार को 11 जनों को गिरफ्तार किया है।
बिना जरूरी काम के वाहनों पर घूमते पाए जाने और फल, सब्जी, किराना का सामान लेने के लिए वाहनों का उपयोग करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्यवाही की है। कार्रवाई के दौरान 29 वाहनों को जप्त किया गया है जबकि 64 वाहन चालन के बाद छोड़ दिए गए।