गुरुवार कोमुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गर्मी को देखते हुएप्रदेश में पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से करने,हैण्डपंप औरनलकूपों की मरम्मत के कार्याें में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। गहलोत ने 48 घंटे से अधिक समय में पेयजल आपूर्ति वाले क्षेत्रों में यह अंतराल कम करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि लोगों को पीने का पानी कम से कम 48 घंटे में एक बार मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
गहलोत नेकहा कि गर्मी के मौसम में पानी की जरूरत बढ़ जाएगी। ऐसे मेंपेयजल आपूर्ति राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि इन गर्मियों में कोई प्यासा नहीं रहे।
टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की तैयारी रखी जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में गुणवत्ता पूर्ण पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जरूरत पड़ने पर टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की तैयारी रखी जाए। हैडपंप एवं ट्यूबवैल की जहां जरूरत हो वहां स्वीकृति जारी की जाए। मरम्मत के कार्य समय पर पूरे कर लिए जाएं। जल संरक्षण के साथ जल संचय पर भी जोर दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान काफी संख्या में श्रमिक बेरोजगार हुए हैं। ऐसे में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जल संसाधन एवं ऊर्जा विभाग के तहत चल रही परियोजनाओं में इन्हें नरेगा के तहत काम दिये जाने की संभावनाएं तलाशी जाएं।
विभाग के स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा बैठक हो
गहलोत ने कहा कि पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाएरखने के लिए जिला कलेक्टर एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के प्रमुख सचिव के स्तर पर साप्ताहिक एवं राज्य स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मासिक समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए। उन्होंने पेयजल से संबंधित शिकायतों का समय पर निस्तारण करने को कहा। उन्होंने हाल ही में आएआंधी-तूफान से जिन बिजली आपूर्ति लाइनों को नुकसान पहुंचा है। उनकी मरम्मत कर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। साथ ही आवश्यतानुसार जगह चिन्हित कर आरओ प्लांटस लगाने के भी निर्देश दिए।
50-50 लाख की आकस्मिक स्वीकृति के लिए कलेक्टर्स अधिकृत
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि राज्य सरकार ने फरवरी माह में ही 65 करोड़ रूपये का कंटीन्जेंसी प्लान मंजूर कर किया है। सभी जिला कलेक्टर्स को 50-50 लाख रूपये की आकस्मिक स्वीकृति के लिए अधिकृत कर दिया है। चार अभावग्रस्त जिलों जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर एवं हनुमानगढ़ में एसडीआरएफ के तहत पेयजल परिवहन के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत योजनाओं को भी समय पर पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रमुख सचिव, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी राजेश यादव ने गर्मियों में सुचारू पेयजल आपूर्ति के लिए तैयार कार्ययोजना तथा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जल वितरण की स्थिति के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि नएनलकूप लगाने, क्षतिग्रस्त पाइपलाइन एवं खराब पंपसेट बदलने के कार्य जिला कलेक्टर की अनुशंषा पर किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 27 शहरों में प्रतिदिन 1962 टैंकर ट्रिप जबकि 757 गांवों एवं ढ़ाणियों में 640 टैंकर ट्रिप प्रतिदिन पेयजल परिवहन किया जा रहा है, जिसे आवश्यकता अनुसार बढ़ाया जा सकेगा। अप्रेल माह में 16,610 हैडपंपों की मरम्मत करवाई गई है। फ्लोराइड प्रभावित गांव एवं ढ़ाणियों में कुल 2229 सौर ऊर्जा आधारित डी-फलोरीडेशन सयंत्र स्थापित किये गए हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर शहर में पृथ्वीराज नगर योजना के लिए मार्च माह में 295.50 करोड़ रूपये की स्वीकृति जारी कर दी गई है। इस योजना से 2 लाख से ज्यादा की आबादी लाभान्वित होगी।
पंजाब ने करवाया सरहिंद फीडर का जीर्णोद्धार
प्रमुख शासन सचिवजल संसाधन नवीन महाजन ने बताया कि पंजाब के साथ हुई बैठक के दौरान जिन प्रमुख बिदुंओं पर चर्चा हुई थी उनमें से कुछ पर पंजाब सरकार का सकारात्मक रूख रहा है। पंजाब ने 70 साल में पहली बार सरहिंद फीडर के 20 किलोमीटर के क्षेत्र की नहरों का जीर्णोद्धार कार्य पूरा किया है। इस फीडर पर राजस्थान क्षेत्र में भी जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया गया था लेकिन लॉकडाउन की वजह से काम नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि पंजाब से आने वाले प्रदूषित पानी को रोकने के लिए वहां की सरकार ने कार्य योजना बनाकर उस पर काम शुरू कर दिया है, इससे श्रीगंगानगर में नहरों में गंदा पानी आने की समस्या का समाधान भी हो सकेगा।
(अनिल कौशिक)। जयपुर जिले केकोटपूतली में गुरुवार को एक मरीज की रिपोर्टकोरोना पॉजिटिव आने से हड़कंप सा मच गया। जोधपुरा गांव के इस व्यक्ति की रिपोर्टपॉजिटिव आई है हालांकिवह पहले से ही बीडीम हॉस्पिटल में क्वारैंटाइन है। मरीज के संपर्क में आए पांच लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है।
गुरुवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारहेड़ा कोटपूतली की चिकित्सा टीम द्वारा ग्राम जोधपुरा मोहनपुरा गावों का सर्वे किया गया। प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग ने पूरे क्षेत्र का सैनिटाइजेशन कराया तथा मास्क वितरित किए। साथ ही मरीज के संपर्क में आए पांच लोगोंजिनमें मरीज की पत्नी, बेटा, ड्राइवर, ड्राइवर की पत्नी तथा ड्राइवर के भाई को क्वारैंटाइन किया गया है।
जानकारी के अनुसार मरीज दिल्ली की आजादपुर मंडी में काम करता है और वहीं रह रहा था। वहां उसकी तबीयत खराब थी। इस परपांच मई को मरीज का पुत्र व ड्राइवर प्रशासन की इजाजत लेकर जोधपुरा मोहनपुरा गांव से उसे लेने के लिए गए थे। कोरोना संदिग्ध होने के कारण उसे सीधे दिल्ली से कोटपूतली लाकर राजकीय बीडीएम चिकित्सालय, कोटपूतली में भर्ती करवाया गया एसं उसका कोरोना सैंपल जांच के लिए भिजवाया गया था।
कोटपूतली से लगती हरियाणासीमासील की
उधर, गुरुवार कोकोटपूतली से लगने वाली हरियाणा की सीमासील कर दी गईं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार देर शाम को मुख्यमंत्री निवास पर कोरोना के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की थी। इसमें उन्होंने अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए तुरंत राज्य की सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील करने का आदेश दिया था। उन्होंने कहा कि कई राज्यों में कोरोना पॉजिटिव केसेज की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। देशभर में पिछले तीन दिन में 10 हजार कोरोना पॉजिटिव केसे रिपोर्ट हुए हैं। आशंका यह जताई जा रही थी कि देश के अन्य राज्यों से भारी संख्या में लोग बिना अनुमति के प्रदेश में प्रवेश कर जाएंगे।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने गुरुवार को प्रदेश में कोरोना के हालात के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा किप्रदेश में बेचिकित्सकों की मेहनत से राजस्थान कोरोना संक्रमितों की रिकवरी में देश भर में पहले पायदान पर जगह बना पाया है।चिकित्सकों द्वारा बेहतर देखभाल के चलते करीब 52 फीसदी मरीज पॉजीटिव से निगेटिव हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की सतर्कता के साथ स्वयं मरीजों ने भी सकारात्मक रूख रखते हुए इलाज करवाया। चिकित्सकों का भरपूर सहयोग किया।
डॉ रघु शर्मा नेबताया कि गुरुवार 2 बजे तक राज्य में कुल 3400 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 1740 कोरोना संक्रमित मरीज, उपचार दिए जाने के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। इन रिकवर हुए लोगों में से 1284 को डिस्चार्ज करने के बाद उनके घर भी भेजा जा चुका है।
प्लाज्मा थैरेपी से कम होगी प्रदेश में कोरोना की मृत्यु दर
डॉ. शर्मा ने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी से दो गंभीर बीमारियों से ग्रसित कोरोना पॉजीटिव मरीजों का इलाज सवाई मानसिंह अस्पताल में ट्रायल बेस पर किया जा चुका है। आईसीएमआर ने प्रदेश के 20 मरीजों के इलाज की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थैरेपी आने के बाद हम कोरोना से होेने वाली मृत्यु दर को और भी कम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राष्ट्र के मुकाबले मृत्यु दर महज 2.79 फीसदी ही है। इस थैरेपी के आने के बाद कोरोना के गंभीर मरीजों का इलाज आसानी से किया जा सकेगा।
जयपुरिया अस्पताल में नहीं होगा कोरोना संक्रमितों का इलाज
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जयपुर स्थित जयपुरिया अस्पताल में अब तक जिन कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जा रहा था, उन्हें आरयूएसएच अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है। यहां अब कोरोना संक्रमितों का इलाज नहीं होगा। उन्होंने बताया कि सोमवार तक अस्पताल को सैनिटाइजकरवाकर इसे सामान्य बीमारियों के लिए खोला जा सकेगा।
राज्य की सीमाओं को सील करना बेहतर निर्णय
डॉ. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा राज्य की सीमाओं को सील करना बेहतरीन निर्णय है। जबकि प्रदेश में संक्रमितों की रिकवरी रेट बढ़ रही है। प्रदेश के कई जिले संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। ऐसे में बाहर से बिना अनुमति के आने वाले लोग प्रदेशवासियों की अब तक की मेहनत पर पानी फेर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जो भी श्रमिक या अप्रवासी राज्य में आ रहे हैं उनकी स्क्रीनिंग की जा रही है। आने वाले लोगों को 14 दिनों के होम या सरकारी क्वारैंटाइन में रखा जा रहा है। ऐसे में बिना जांच के व्यक्ति प्रदेश के लिए संकट की वजह बन सकते हैं।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार तड़के एक केमिकल प्लांट से गैस लीक हो गई। हादसा तड़के 3 से 3:30 बजे के बीच एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के प्लांट में हुआ,जिसमें अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। घटना के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। गहलोत ने लिखा कि विशाखापट्टनम हादसे के बारे में जान कर हैरान हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया, उनके प्रति मेरी संवेदना है। भगवान उन्हें इसे सहने की शक्ति दे। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने लिखा कि आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम में एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में जहरीली गैस लीक होने से हुए हादसे में कई लोगों की मृत्यु होना अत्यंत दुःखद एवं दुर्भाग्यपूर्ण है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
मुख्यमंत्री गहलोत का ट्वीट
राज्यवर्धन राठौड़ ने लिखा
भाजपा सांसद राज्यवर्धन राठौड़ ने लिखा कि विशाखापट्टनम में जहरीली गैस के रिसाव की हृदय विदारक खबर सुनकर स्तब्ध हूं।वहां के वीडियो फुटेज देखकर मन बहुत विचलित है। मैं मृतकों की आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। पीड़ितों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
वसुंधरा राजे ने लिखा कि विशाखापट्टनम की घटना से गहरा दुख हुआ। उन मृतकों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना। सभी प्रभावितों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
(आरिफ कुरैशी). राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कक्षा 10वीं व 12वीं की पूर्व में हो चुकी परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओंका मूल्यांकन जल्द पूरा कराने की तैयारी में है। बोर्ड ने इस दिशा में केंद्रीय उत्तर पुस्तिका संग्रहण केंद्र में रखीं आंसर शीट्स को अब मूल्यांकन के लिए प्रदेश के अन्य जिलों में भेजना शुरू कर दिया है। गुरुवार को उदयपुर संभाग सहित विभिन्न जिलों को उत्तर पुस्तिकाएं भेजी गईं।
बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उदयपुर संभाग के अलावा, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर, बांरा और झालावाड़ आदि जिलों में उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल भेजे गए हैं। यह सभी बंडल संबंधित जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपे जाएंगे। जिला शिक्षा अधिकारी इन उत्तर पुस्तिकाओं को मूल्यांकन के लिए परीक्षकों को सौंपेंगे। बोर्ड ने यह भी तय कर किया है कि परीक्षक उत्तर पुस्तिकाएं जांच कर उनके अंक भी ऑनलाइन ही भेजेंगे। इसके लिए पोर्टल पर लिंक भी तैयार कर लिया गया है।
ऑफलाइन मोड से मुल्यांकन के अंक मिलने में लगेगा ज्यादा समय
बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि ऑफलाइन मोड से मूल्यांकन के बाद अंक मिलने में समय काफी लग जाएगा।इसे देखते हुए ही पहली बार बोर्ड ने ऑनलाइन मोड पर ही थ्योरी के अंक मंगाने शुरू किए हैं। इस सब कवायद के पीछे मंशा यही है कि बोर्ड की शेष परीक्षा होने पर जल्द से जल्द परिणाम जारी किया जा सके।
(अमित जादौन)।धौलपुरजिले में गुरुवार को चार कोरोना पॉजिटिव मिलने से लोगों के दिलों की धड़कन बढ़ गई है और प्रशासन की परेशानी बढ़ती जा रही है। एक दिन में चार कोरोना रोगी पहली बार मिले हैं। गुरुवार को जो रिपोर्ट मिली है, उसमें मनिया क्षेत्र के गांव लाडमपुर का 62 वर्षीय सुंदर सिंह पुत्र श्रीराम की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। सुंदर सिंह पहले से ही मनिया सीएचसी में क्वारैंटाइन है।
इसी प्रकार बसेड़ी क्षेत्र के गांव दोपुरा निवासी हरभजन का तीन साल का पुत्र अक्षय तथा डेढ़ वर्ष की पुत्री अक्षरा की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उसकी पत्नी शशि व खुद पहले से ही कोरोना पॉजिटिव मिल चुकी हैं।
इनके अलावा चौथा बाड़ी के गांव आदमपुर का विष्णु है, जो चार दिन पहले महाराष्ट्र से गांव पहुंचा था। यह ट्रक चालक है। 18 वर्षीय विष्णु का पिता रामचरण विष्णु को लेकर बाड़ी के सामान्य चिकित्सालय पहुंचा था, जहां उसका कोरोना का सैंपल लिया गया और उसे कोरोन टाइम किया गया था।
एक दिन में चार पेशेंट मिलना निश्चित रूप से चिंता की बात है और इस सब के पीछे कई कारण सामने आ रहे हैं। पुलिस ने अंतर राज्य सीमा पर स्थित धौलपुर में नाकेबंदी कर रखी है, मगर यह नाकेबंदी कामयाब नहीं हुई है और आगरा, मुरैना ही नहीं बल्कि महाराष्ट्र तक से लोग धौलपुर जिले के गांवों में पहुंच रहे हैं।
बाड़ी में लगा 1 किलोमीटर की परिधि में कर्फ्यू
जिला कलेक्टर के आदेश अनुसार बाड़ी कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया गया है कर्फ्यू की घोषणा जैसे ही आई लोगों में बेचैनी बढ़ गई और कुछ लोग जरूरी सामान के लिए बाहर निकले तो उनकोवही आदमपुर गांव में निकला पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद उपखंड प्रशासन गांव आदमपुर पहुंचा और प्रशासन एवं मेडिकल टीम कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी प्राप्त कर रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि उसके साथ-साथ और कौन-कौन से जो व्यक्ति हैं जो कोरोनापॉजिटिव के संपर्क में आए हैं।
(शिवांग चतुर्वेदी)।जयपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी उड़ानों का आना-जाना जारी है।एयरपोर्ट पर मंगलवार को एक मेडिकल फ्लाइट का संचालन हुआ। फ्लाइट मुंबई के जुहू एयरपोर्ट से जयपुर के शिवाली चौधरी को लेकर पहुंची। मरीज के साथ उनके दो परिजन भी आए।पहले इस मरीज के लिए एयर फ्लाइट की व्यवस्था नहीं हो रही थी। बाद में मरीज के परिजनों ने जब डीजीसीए से गुहार लगाई, तो तुरंत एयर एंबुलेंस भेजने की कार्रवाई की गई।
उल्लेखनीय है कि देशभर में जारी लॉकडाउन में उड़ानों पर भी रोक लगी हुई है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 25 मार्च से हवाई सेवाओं का संचालन पूरी तरह से बंद कर रखा है, जबकि अंतरराष्ट्रीय विमानों का संचालन 22 मार्च से ही बंद कर दिया गया था, क्योंकि कोरोनावायरस के ज्यादातर केस अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों के जरिए ही सामने आ रहे थे। ऐसे में सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय हवाई सेवाओं को प्रतिबंधित किया गया।
पहले सात इंटरनेशनल फ्लाइट्स थीं, अब सूना
जयपुर एयरपोर्ट से कोरोना के प्रभाव से पहले पांच विदेशी शहरों के लिए सात इंटरनेशनल फ्लाइट संचालित हो रही थीं। इसके अलावा देश के 21 शहरों के लिए 56 घरेलू फ्लाइट्स का भी संचालन जयपुर से हो रहा था, लेकिन पिछले एक माह से जयपुर एयरपोर्ट पूरी तरह सूना नजर आ रहा है।
महिला वैज्ञानिक को विदेश भेजा
एयरपोर्ट से केवल इमरजेंसी सेवाओं का ही संचालन हो रहा है। इनमें मेडिकल फ्लाइट्स, राहत सामग्री के परिवहन आदि कुछ विशेष फ्लाइट्स को ही संचालित करने की अनुमति दी जा रही है। लॉकडाउन के दौरान जयपुर एयरपोर्ट से 15 फ्लाइट्स का संचालन हो चुका है। इनमें मरीजों को एक से दूसरे शहर बेहतर इलाज के लिए ले जाने तथाइंटरनेशनल फ्लाइट से एक महिला वैज्ञानिक को विदेश भेजना शामिल है। दरअसल लॉकडाउन के दौरान राहत सामग्री का परिवहन करने वाली कार्गो फ्लाइट्स और विशेष अनुमति प्राप्त फ्लाइट्स के संचालन की अनुमति दी गई थी। विशेष अनुमति प्राप्त फ्लाइट्स में चिकित्सा पेशे से जुड़े लोगों के आवागमन, वैज्ञानिकों के आवागमन और मरीजों के आवागमन के लिए अनुमति दी गई थी। जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन इन इमरजेंसी सेवाओं वाली फ्लाइट्स के संचालन के लिए पूरी तरह तैयार रहता है।
स्टाफ के सदस्यों और आने-जाने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग होती है
एयरपोर्ट पर रोजाना सभी स्टाफ के सदस्यों और आने-जाने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है। साथ ही मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग भी हवाई सेवा से जुड़े सभी कर्मचारी करते हैं। एयरपोर्ट की एयर ट्रैफिक कंट्रोल यूनिट हर रोज 24 घंटे इन इमरजेंसी वाली हवाई सेवाओं के संचालन के लिए तत्पर रहती है।
जयपुर एयरपोर्ट पर कब-कब हुआ विमानों का मूवमेंट
6 अप्रैल : जयपुर से एक मरीज हिमेश सिंघल को इलाज के लिए जुहू (मुंबई) ले जाया गया।
7 अप्रैल : अरुण सोनी नाम केमरीज को लेकर एक विमान नागपुर के लिए रवाना हुआ।
10 अप्रैल : थाईलैंड से एक एयर एंबुलेंस पहुंची और एकघंटे बाद आगे अजरबैजान के लिए रवाना हुई।
12 अप्रैल : मेडिकल फ्लाइट से रामजीलाल अग्रवाल की पार्थिवदेह को हैदराबाद के लिए ले जाया गया।
16 अप्रैल : भारतीय वायुसेना का विमान राहत सामग्री लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुआ।
21 अप्रैल : एक मेडिकल फ्लाइट से मरीज हिमेश सिंघल को जुहू से जयपुर लाया गया।
23 अप्रैल : ऑस्ट्रेलिया के विएना से एक चार्टर्ड विमान जयपुर पहुंचा, 2 घंटे बाद स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख के लिए रवाना हुआ। महिला वैज्ञानिक उर्सुला जोशी इस विमान से ज्यूरिख के लिए रवाना हुई।
23 अप्रैल : गुवाहाटी से असम के पुलिस अधिकारियों को लेकर विमान जयपुर पहुंचा, खाली विमान वापस गुवाहाटी रवाना हुआ।
24 अप्रैल : हैदराबाद से एक मरीज को लेकर विमान जयपुर पहुंचा, जयपुर से मेडिकल टीम को लेकर आधे घंटे बाद करीब 2 बजे विमान दिल्ली रवाना हुआ।
26 अप्रैल : ओडिशाहाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मोहम्मद रफीक भुबनेश्वर गए।
27 अप्रैल : सेना में हवलदार राकेश कुमार की पार्थिव देह को लेकर श्रीनगर से जयपुर पहुंचा भारतीय वायुसेना का विमान।
28 अप्रैल : पुणे से एक मेडिकल फ्लाइटमरीज अनिल राव को जयपुर लेकर पहुंची।उनकी परिजन मोहिनी राव भी साथ आईं।
3 मई : शहीद जोगिंदर सिंह की पार्थिव देह को लेकर श्रीनगर से जयपुर पहुंचा वायुसेना का विमान।
4 मई : शहीद कर्नल आशुतोष शर्मा की पार्थिव देह लाई गई जयपुर।
5 मई : मुंबई से एक मेडिकल फ्लाइट मरीज शिवाली चौधरी को जयपुर लेकर पहुंची। मरीज के साथ उनके दो परिजन भी पहुंचे जयपुर।
कोरोनावायरस से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में राजस्थान में मरीज सबसे तेजी से ठीक हो रहे हैं। राजस्थान में करीब 47.4% रोगी ठीक हो चुके हैं। दूसरे नंबर पर तमिलनाडु है, जहां रिकवरी रेट 39.69% है। इसके बाद आंध्र 31.76% के साथ तीसरे और मध्य प्रदेश 29.1 प्रतिशत के साथ चौथे नंबर पर है।देश में लाॅकडाउन 2 और लॉकडाउन 3 में कोरोना की रफ्तार के अनुसार माना जा रहा है कि हर 11 दिन में केस दोगुने हो रहे। पर राजस्थान में इससे उलट ट्रेंड है।
राजस्थान में 22 अप्रैल तक पाॅजिटिव केस कुल 1517 थे। 6 मई को एक्टिव केस (जो अस्पताल में भर्ती हैं) 1614 ही हैं। बाकी ठीक होकर घर जा चुके हैं। लिहाजा 15 दिन में मात्र 97 रोगी ही बढ़े हैं।
यहां अब कोई रोगी नहीं: राजस्थान के 5 जिले कोरोना से मुक्त हो गए हैं। ये हैं- चूरू, झुंझूनूं, सवाई माधोपुर, करौली और हनुमानगढ़। यहां सभी रोग ठीक हो चुके हैं।
यहां सबसे धीमा सुधार; नागौर में 119 में 66 अब भी एक्टिव संक्रमित हैं। अजमेर में 181 में से 130 का इलाज चल रहा है। हाॅट स्पाॅट वाले जिलों में सबसे कमजोर रिकवरी रेट इन्हीं दो जगह है।
सबसे ज्यादा 80 नए संक्रमित जोधपुर में मिले
प्रदेश में बुधवार काे जयपुर, जाेधपुर, सवाईमाधाेपुर और कराैली में एक-एक माैतें हुई और 159 नए राेगी मिले। अब यहां कुल 3317 मरीज हाे गए हैं, जबकि कुल 93 माैतें हाे चुकी हैं। जयपुर में 43 राेगी मिलने के साथ ही कुल 1090 मरीज हाे गए। यहां अब तक 51 माैतें हाे चुकी हैं। जाेधपुर में बीएसएफ के 30 जवानों सहित 80, अजमेर में 5, अलवर में 3, भरतपुर में एक, चित्ताैड़गढ़ में एक, धाैलपुर में 2, डूंगरपुर में 2, जालाेर में 3, झालावाड़ में 3, कराैली में एक, पाली में 12, राजसमंद में एक, सवाईमाधाेपुर में एक, सीकर में एक नया मरीज मिला। जोधपुर में बीएसएफ परिसर सील कर दिया गया है। जालाैर में राेगी मिले तीनों प्रवासी पिछले कुछ दिन में भाग कर वीराणा-सायला तथा रायथल गांव पहुंचे थे। उनके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया गया है। दाेनाें गांवाें में कर्फ्यू लगा दिया गया।
सीबीएसई की तर्ज पर अब राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी 10वीं के शेष दो पेपरों की परीक्षा नहीं लेने का मानस बना रहा है। हालांकि, इस बारे में अभी अंतिम निर्णय हाेना बाकी है। उधर, यदि लॉकडाउन 17 मई को खुल जाता है तो कक्षा 12वीं की शेष परीक्षाएं, विशेषकर विज्ञान वर्ग की परीक्षाएं 25 मई से कराई जा सकती हैं। बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारौली ने बुधवार काे कहा कि वे स्वयं सीबीएसई की तर्ज पर 10वीं क्लास के शेष पेपर लेने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन इस मामले में अंतिम निर्णय सरकार को ही लेना है।
यदि बाकी पेपराें के एग्जाम नहीं हाेते ताे प्रदेश के 11 लाख से अधिक विद्यार्थियों को राहत मिल सकती है। इससे पहले बाेर्ड अध्यक्ष ने 10वीं-12वीं की बाेर्ड परीक्षाओंकी संभावना को लेकर अधिकारियों से विचार-विमर्श भी किया। डॉ. जारौली ने कहा कि 12वीं क्लास के शेष पेपर कराने के लिए तैयारियां जारी हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से जारी जेईई मेंस व नीट की परीक्षाओंकाे देखते हुए 12वीं विज्ञान के पेपरों का प्राेग्राम तय किया जा रहा है। बता दें कि मंत्रालय ने ऐलान किया था कि उत्तरी-पूर्वी दिल्ली काे छाेड़कर सीबीएसई 10वीं के बाकी एग्जाम देश में कहीं नहीं लिए जाएंगे।मंत्रालय ने कहा था कि 12वीं कक्षा काे लेकर फैसला जल्द लेंगे।
बाेर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारौली ने कहा कि प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से उनके जिले में कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्रों, उनमें 12वीं विज्ञान के स्टूडेंट्स और परीक्षा केंद्राें की जानकारी ली जा रही है। बोर्ड ये भी विचार कर रहा है कि यदि परीक्षा करानी पड़ जाए तो कंटेंनमेंट जोन से विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र तक कैसे ला सकते हैं। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जारौली ने कहा कि परीक्षा स्थगित होने से पूर्व एक पेपर झुंझुनूं में कर्फ्यू के दौरान हुआ है। पुलिस ने स्टूडेंट्स को परीक्षा समाप्त होने के बाद उनके घरों तक पहुंचने में मदद की है।
ऐसा ही कुछ आगामी परीक्षा में भी संभव हुआ तो कुछ किया जा सकता है। 12वीं विज्ञान में गणित और आईटी का पेपर शेष है। 12वीं कक्षामें 10वीं की तुलना में विद्यार्थी कम हैं। विश्लेषण करने पर सामने आया कि जिस परीक्षा केंद्र में 10वीं के विद्यार्थियों की संख्या 400 तक है, वहां 12वीं विज्ञान गणित के विद्यार्थियों की संख्या कहीं पर 12, कहीं पर 14, कहीं पर 37 और कहीं पर 50 तक है। एेसे में इन सेंटरों पर सोशल डिस्टेंसिंग की समस्या भी नहीं आएगी।
प्रदेश में पहली बार कोरोना पॉजिटिव मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी देने के महज दो घंटे में ही सफल परिणाम सामने आए हैं। एसएमएस अस्पताल में किए गए प्रयोग के दौरान शुरुआती दौर में दो पॉजिटिव केस को प्लाज्मा थेरेपी दी गई है और दोनों ही पहले से काफी बेहतर स्थिति में हैं। आईसीएमआर ने यहां कुल 20 मरीजों पर ट्रायल के लिए कहा है। यानी अभी 18 और मरीजों को यह थेरेपी दी जा सकती है। भास्कर ने एक दिन पहले ही बता दिया था कि प्रदेश में पहले प्लाज्मा थेरेपी दाे मरीजों को दी जा चुकी है और यह सफल रही।
बुधवार को चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने वीसी के माध्यम से अस्पताल की मेडिसिन टीम सहित पूरे प्रशासन ही हौसलाफजाई की और कहा कि नित नए प्रयोगों ने देश में राजस्थान का नाम रोशन किया है। इससे पहले भी दवाओं के कॉम्बिनेशन से कोरोना को ठीक किया गया और इसे पूरे देश ने अपनाया। इस दौरान एसीएस हैल्थ रोहित कुमार सिंह और चिकित्सा शिक्षा सचिव वैभव गालरिया ने भी प्लाज्मा थेरेपी को लेकर सवाल-जबाव किए, जिसका मेडिसिन टीम ने जबाव दिया। एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्रिंसीपल डॉ. सुधीर भंडारी, एसएमएस अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. एस बनर्जी, डॉ. रमन शर्मा, डॉ. प्रकाश केसवानी, डॉ. सुनीता बुंदास, डॉ. अजीत सिंह मौजूद थे।
महात्मा गांधी अस्पताल को भी प्लाज्मा थैरेपी की क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति मिल गई है। महात्मा गांधी मेडिकल यूनिवर्सिटी के चेयरमैन डॉ. विकास स्वर्णकार ने बताया कि अब प्लाज्मा थैरेपी के जरिये नई संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
कौन दे सकता है... ठीक हुए कम से कम 21 दिन हुए हों, तभी एंटीबॉडी बनती है
डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव के बाद निगेटिव आया हो। उसे ठीक हुए कम से कम 21 दिन हो चुके हों। वह प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। तब तक डोनर में कोरोना के अंगेस्ट एंटीबॉडी बन चुकी होती है। इसके बाद डोनर का कोविड टेस्ट, एंटीबॉडी टेस्ट, प्रोटीन टेस्ट व अन्य ब्लड टेस्ट किए जाते हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि कि वह प्लाज्मा देने योग्य है भी या नहीं।
रिसिपिएंट का ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% जरूरी
जिस मरीज को प्लाज्मा दिया जाता है, उसके भी नियम हैं। यानी कि मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन 93% से कम होना चाहिए, रेस्पाइरेटरी सिस्टम 24 प्रति मिनट से अधिक होना चाहिए। इसके बाद ही ब्लड बैंक की टीम की मदद से 200 एमएल कन्वल्सेंट प्लाज्मा लेते हैं और पेशेंट में ट्रांसफ्यूजन करते हैं। हर 20 मिनट में चेकअप करते हैं। ताकि कोई परेशानी न हो।
भास्कर अपील- प्रदेश में 1739 लोग कोरोना से जंग जीत चुके, 1275 डिस्चार्ज हाे चुके, प्लाज्मा डोनेट करें
राजस्थान में 1739 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। इनमें से 1275 तो डिस्चार्ज भी हो चुके। भास्कर इनसे अपील करता है कि आप आगे आएं और अपना प्लाज्मा डोनेट करें ताकि इस बीमारी से लड़ रहे हजारों मरीजों को ठीक किया जा सके। ये वक्त एकसाथ मिलकर लड़ने का है। किसी की जिंदगी बचाने से बड़ा दान कोई और नहीं हो सकता।
(महेश शर्मा). कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सबकुछ निगेटिव ही नहीं है। जयपुर में अब तक 506 से ज्यादा लोग काेरोना को हरा चुके हैं। इनमें से 361 डिस्चार्ज होकर घर लौट चुके हैं। यानी हौसला रखेंगे और डॉक्टर की बात मानेंगे तो काेरोना की हार तय है। कोरोना को हराने वाले लोगों में राजापार्क के राजन कालरा (36) भी हैं। महामारी को हराकर 4 दिन पहले निगेटिव रिपोर्ट के साथ ‘बेहद पॉजिटिव’ होकर लौटे कालरा ने भास्कर से काेरोना होने से महामारी से अपनी लड़ाई तक साझा की।
खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डॉक्टरों को समर्पित कर दो, कोरोना हार जाएगा
ऑलराउंडर खेल में तो ठीक है, असल जिंदगी में हमें सिर्फ एक्सपर्ट पर भरोसा करना चाहिए। कोरोनाकाल में मैंने सिर्फ दो काम किए- बिना डिग्री वाले डॉक्टरों की अनदेखी करो और खुद को आज्ञाकारी लड़के की तरह डाॅक्टरों को समर्पित कर दो। बुखार हुआ तो मैंने एक-दो दिन क्रोसिन खाई। इसके बाद बहन की सलाह पर दोस्त के साथ सीके बिरला अस्पताल पहुंचा। सारी जांचें हुईं। कोरोना निगेटिव था, डेंगू-मलेरिया-वायरल नहीं था पर लेकिन बुखार बना रहा। तब डॉ. पुनीत गुप्ता ने अस्पताल के एमडी से बातकर पहले ही मेरा रूटीन मरीजों से अलग इलाज शुरू किया। पीपीई किट वाले नर्सिंग स्टाफ ने पूरा ध्यान रखा, बल्कि कई बार तो खाना भी हाथ से खिलाया।
8 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई, तब तक मैं बेहतर महसूस कर रहा था। इलाज कर रहे डॉक्टरों को भी क्वारेंटाइन होना पड़ा। मुझे एसएमएस शिफ्ट किया गया। यहां डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. एस बनर्जी, डॉ. श्रीकांत के रूप में फरिश्ते मिले। आईसीयू में शिफ्ट हुआ तो यहां 92 साल के एक ‘जवान’ और क्वारेंटाइन वार्ड में 4 साल की बच्ची (निश्चिंत मुस्कराती जिंदगी) को देखा।मेरी तबीयत में सुधार हो रहा था। बुखार कम था और घबराहट भी नहीं थी। एसएमएस में भी जो डॉक्टरों ने कहा, वही किया। हमेशा मास्क पहना और खाने-पीने में परहेज किया। एडमिट रहते हुए मैंने 4 डेडबॉडी भी देखी। सारा माहौल डर, हताशा, घबराहट की ओर खींचता रहा। परिवार की चिंता सो अलग। माता-पिता भी क्वारेंटाइन थे। ऐसे समय में बहनों और समाज के अजय पाल ने पॉजिटिविटी से भरे रखा। दवा का असर सोच और डॉक्टरों की सलाह पर निर्भर करता है। समझदारी और हौसला ही आपको बचाएगा। डॉक्टराें की सलाह मानें।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की। गहलोत ने बैठक में अनाधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश को रोकने के लिए तुरंत प्रभाव से राज्य की सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि विगत दिनों में देश के कई राज्यों में कोरोना पाॅजिटिव केसेज की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। देशभर में गत तीन दिन में 10 हजार कोरोना पाॅजिटिव केसेज रिपोर्ट हुए हैं।
इसको देखते हुए सीमाएं सील करने का फैसला किया गया है। आशंका यह जताई जा रही थी कि देश के अन्य राज्यों से भारी संख्या में बिना अनुमति के लोग प्रदेश में प्रवेश कर जाएंगे। संकट की इस घड़ी में प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि निर्धारित प्रक्रिया अपनाकर ही कोई व्यक्ति राज्य में प्रवेश कर सके, इसलिए यह निर्णय लिया गया है।
गृह विभाग के स्तर पर ही जारी हाेगा आने-जाने का पास
गहलोत ने निर्देश दिए कि मुख्य सचिव अन्य सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर यह सूचित करें कि राजस्थान में आने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों में अनुमति श्रेणी के उन्हीं लोगों को आवागमन की अनुमति दी जाएगी, जो इसकी सभी शर्तें पूरी करेंगे तथा राजस्थान की पूर्व सहमति भी प्राप्त करेंगे। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप पात्रता पूर्ण करने वाले व्यक्ति को जिला कलेक्टर की अनुशंसा पर स्वीकृति गृह विभाग के स्तर पर जारी हाेगी।
अन्य कोई अधिकारी इसके लिए अनुमति नहीं दे सकेगा। अगर किसी ने अनुमति दी तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। केवल मेडिकल इमरजेंसी एवं परिवार में मृत्यु के मामलों में राज्य के कलेक्टर ई-पास जारी कर सकेंगे। इसकी सूचना भी उसी दिन राज्य के गृह विभाग को देनी होगी। गहलोत ने निर्देश दिए कि विदेश से आने वाले व्यक्ति जहां भी लैंड करेंगे, उन्हें वहीं पर क्वारैंटाइन किया जाएगा
प्रदेश में घर वापस लौटे प्रवासी कोरोना भी साथ लाए। गुजरात के सूरत और अहमदाबाद से जालाेर के वीराणा-सायला तथा रायथल गांव में लाैटे तीन प्रवासी काेराेना से पीड़ित मिले। जालोर जिले में पहली संक्रमित मिले हैं। अब प्रदेश के 30वें जिले में यह महामारी पहुंच गई है। जाेधपुर में बीएसएफ के 30 जवान संक्रमित मिले। इन जवानाें ने गत माह दिल्ली पुलिस के साथ जामा मस्जिद सहित तब्लीगी जमात की गतिविधियों वाले क्षेत्र में ड्यूटी की थी। दिल्ली पुलिस के तीन जवानों के संक्रमित मिलने के बाद सोमवार को 57 जवानों को जोधपुर में भेजा गया था। उधर, देश में बुधवार काे लगातार तीसरे दिन तीन हजार से ज्यादा संक्रमित मिलने के साथ ही मरीजों का आंकड़ा 52 हजार के पार पहुंच गया। देश में अब तक 52,782 लाेग संक्रमित हो चुके हैं। वहीं, 24 घंटे में 89 मौतों के साथ मरने वालों का आंकड़ा भी 1703 तक पहुंच गया है। कोरोना का गढ़ बने महाराष्ट्र के मुंबई में बुधवार को 769 नए मामले सामने आए। यहां 10,527 संक्रमित हो चुके हैं।
सबसे ज्यादा 80 नए संक्रमित जोधपुर में मिले
प्रदेश में बुधवार काे जयपुर, जाेधपुर, सवाईमाधाेपुर और कराैली में एक-एक माैतें हुई और 159 नए राेगी मिले। अब यहां कुल 3317 मरीज हाे गए हैं, जबकि कुल 93 माैतें हाे चुकी हैं। जयपुर में 43 राेगी मिलने के साथ ही कुल 1090 मरीज हाे गए। यहां अब तक 51 माैतें हाे चुकी हैं। जाेधपुर में बीएसएफ के 30 जवानों सहित 80, अजमेर में 5, अलवर में 3, भरतपुर में एक, चित्ताैड़गढ़ में एक, धाैलपुर में 2, डूंगरपुर में 2, जालाेर में 3, झालावाड़ में 3, कराैली में एक, पाली में 12, राजसमंद में एक, सवाईमाधाेपुर में एक, सीकर में एक नया मरीज मिला। जोधपुर में बीएसएफ परिसर सील कर दिया गया है। जालाैर में राेगी मिले तीनों प्रवासी पिछले कुछ दिन में भाग कर वीराणा-सायला तथा रायथल गांव पहुंचे थे। उनके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया गया है। दाेनाें गांवाें में कर्फ्यू लगा दिया गया।
बिना बॉडी बने आरटीओ अफसरों द्वारा यूरो-4 की 331 रोडवेज बसों का रजिस्ट्रेशन का मामल आया है। बसों का रजिस्ट्रेशन सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लॉकडाउन में यूरो-4 के वाहनों के रजिस्ट्रेशन के लिए दी गई परमिशन में किया गया है। रजिस्ट्रेशन के लिए एआरआ ई से प्रमाणित बाॅडी निर्माता कंपनी का सर्टिफिकेट और आरटीओ निरीक्षकों की भौैतिक सत्यापन रिपोर्ट जरूरी है, लेकिन आरटीओ निरीक्षकों ने बिना बाॅडी बने बसाें की ओके रिपोर्ट जारी कर दी और कंपनी ने सर्टिफिकेट भी दे दिया।
कंपनी बाॅडी काेड के तहत बसों में सीट, लंबाई, ऊंचाई, चौडाई निर्धारित मापदंड के तहत बनाती है। इसमें खरी उतरने पर बस का रजिस्ट्रेशन किया जाता है, लेकिन इसमें फर्जी निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर बसों का रजिस्ट्रेशन कर दिया। कोर्ट और सडक परिवहन मंत्रालय ने रजिस्ट्रेशन की स्वीकृति नहीं दी थी। दूसरी ओर, यूरों-4 की बसों का लॉकडाउन में रजिस्ट्रेशन का बस ऑपरेटर्स ने विरोध किया है। ऑपरेटर्स का आरोप है नियम-कायदे एक होने के बाद भी अफसर भेदभाव कर रहे हैं। ऑपरेटर्स ने उनकी बसों के भी इसी तरह से रजिस्ट्रेशन करने की मांग की है।
मुझे जानकारी नहीं है
मैंने तो बसों का रजिस्ट्रेशन आरटीओ निरीक्षक की भौतिक सत्यापन रिपोर्ट और बाबू की ओर से दस्तावेज की जांच के बाद किया है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं की बसों की बॉडी नहीं बनी। -दयाशंकर गुप्ता, डीटीओ यात्री वाहन
बार काउंसिल ऑफ राजस्थान काेविड-19 में लॉकडाउन के हालात को देखते हुए जरूरतमंद वकीलों को पांच हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। इसके लिए अावेदन करने की अंतिम तिथि गुरुवार को है। उधर, आर्थिक सहायता की राशि केवल 5 हजार रुपए होने व चुनिंदा वकीलों को ही देने का विरोध शुरू हो गया है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया एडवोकेट्स वेलफेयर एंड कमेटी फॉर दी स्टेट ऑफ राजस्थान की बैठक में प्रदेश के सभी जरूरतमंद वकीलों को पांच हजार रुपए आर्थिक सहायता देने का निर्णय किया गया था। बार काउंसिल के सचिव आरपी मलिक ने बताया कि आवेदन करने की अंतिम तिथि 7 मई ही है।
मानसरोवर थाना इलाके में शाम करीब साढ़े छह बजे शराब के नशे में धुत कार सवार दो युवक नाकाबंदी तोड़कर भागे। जिनका आठ किलोमीटर तक पीछाकर पुलिस ने पकड़ा। पुलिस ने बताया कि वरूण पथ पर एक कार लहराती हुई तेज रफ्तार में आती दिखी। जिसे रोकने के लिए पुलिसकर्मी आगे आए तो बदमाशों ने उन्हें कुचलने का प्रयास किया। इस दौरान नाकाबंदी प्वाइंट पर तैनात कांस्टेबल नेमीचंद और घासीराम ने बदमाशों की कार का पीछा किया और इस्कॉन मंदिर के पास उन्हें पकड़ा।
इस दौरान उन्होंने आधा दर्जन से ज्यादा बाइकों के भी टक्कर मारी। हालांकि किसी के चोट नहीं आई है। दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों नशे में धुत है। इस कारण उनसे अधिक पूछताछ नहीं हो सकी है।
लॉकडाउन मेंशराब की दुकाने खोलने के फैसले को पीआईएल के जरिए हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। अधिवक्ता निखिलेश कटारा की पीआईएल में सीएस, एसीएस होम, संयुक्त आबकारी सचिव व आबकारी आयुक्त को पक्षकार बनाया गया है। पीआईएल में कहा सरकार ने 2 मई के आदेश से दौरान शराब की दुकानों को खोलने और शराब की बिक्री करने की स्वीकृति दी है। लेकिन राज्य सरकार का यह फैसला डब्ल्यूएचओ की कोविड: 19 के संबंध में जारी गाइडलाइनों का उल्लंघन है। डब्ल्यूएचओ ने गाइड लाइन में कोविड: 19 को फैलने से रोकने के लिए सोश्यल डिस्टेंसिंग की बात कही है।
हाईकोर्ट ने गैंगरेप मामले मेंं नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता के गर्भपात की मंजूरी देते हुए अलवर सीएमएचओ को कहा वे तीन विशेषज्ञ डॉक्टर्स का बोर्ड बनाकर पीड़िता की जांच करें। यदि पीड़िता गर्भपात के लिए सक्षम हो तो तत्काल उसका गर्भपात किया जाए। साथ ही अदालत ने पीड़िता भ्रूण को भी डीएनए टेस्ट के लिए सुरक्षित रखने का निर्देश दिया है। जस्टिस एके गौड़ ने यह आदेश पीड़िता की पिता के जरिए दायर याचिका पर दिया। याचिका में कहा कि पीड़िता के भाई ने 23 मार्च को अलवर के तिजारा पुलिस थाने में पीड़िता के अपहरण व गैंगरेप का मामला दर्ज कराया था। इसमें कहा था कि कुछ लड़कों ने पीड़िता के साथ कई महीने से दुष्कर्म किया।
लॉकडाउन में मजदूरों की स्थिति बदतर होने लगी है और परिवार के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है। ऐसे में निगम मजदूरों को रोजगार देने की तैयारी में है। पहले चरण में 2 हजार मजदूरों से नाले साफ कराए जाएंगे और सड़क मरम्मत का काम करवाया जाएगा। निगम कमिश्नर विजय पाल सिंह ने जोन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। नगर निगम में सांगानेर, मानसरोवर, मोतीडूंगरी, सिविल लाइन, विद्याधर नगर, हवामहल ईस्ट व हवामहल वेस्ट जोन और आमेर में करीब 250 काम चिन्हित कर लिए हैं। इधर, हैरिटेज निगम में ओएसडी मोनिका सोनी का कहना है वाॅल सिटी का ज्यादातर एरिया कर्फ्यू ग्रस्त है। पेचवर्क अाैर नालियाें की सफाई के काम हैरिटेज निगम में भी हाेंगे।
कोरोना लॉकडाउन के दौरान बुधवार को उल्लंघन करने पर 111 वाहन जब्त कर लिए और धारा 144 का उल्लंघन करने पर 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही बिना अनुमति मिष्ठान भंडार आदि दुकानें खोलने पर पुलिस ने आपदा प्रबंधन व महामारी एक्ट के तहत 10 प्रकरण दर्ज कर लिए। जो अब तक बढ़कर 330 हो गए। पुलिस ने शहर में लॉक डाउन की पालना करने के लिए दिन 448 और रात में 118 जगह पर नाकाबंदी प्वाईट लगा रखे है। पुलिस ने लॉक डाउन के दौरान अब तक 15962 वाहन जब्त लिए और धारा 144 का उल्लंघन करने पर 840 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी।
कोरोना वायरस के प्रकोप बुधवार को दो और कॉलोनियों में पहुंच गया। सदर व बजाज नगर इलाके में कोरोना पॉजिटिव मिलने के कारण बुधवार को गांधी नगर स्थित राजकीय आवास और सदर इलाके में हसनपुरा स्थित लोको कॉलोनी में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है।
कमिश्नरेट के 4 थाना रामगंज, सुभाष चौक, माणकचौक व कोतवाली के सम्पूर्ण क्षेत्र और 29 थाना इलाके में आंशिक कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है। मुहाना के गणपत विहार में कोरोना पॉजिटिव मिलने पर बुधवार रात को यहां कर्फ्यू लगा दिया गया।
परकोटे के कर्फ्यू क्षेत्र में पुलिस 15 ड्रोन से सघन और तंग गलियों में भी निगरानी कर रही है। सीसीटीवी कैमरों से भी कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी लोगों की आवाजाही और सोशल डिस्टेंसिंग पर नजर रखे हैं।
लाॅकडाउन में भीलवाड़ा जिले में कई जगह आवश्यक सामग्री की दुकानें खोलने के आदेश हैं। लेकिन गंगापुर के व्यापारियों में बार-बार बदलते आदेश से व्यापारी असमंजस में हैं। तीन दिन में अधिकारियों ने तीन आदेश जारी कर दिए।
पहले दिन 4 मई को उपखंड अधिकारी ने सुबह 7 से 11:30 बजे तक दुकान खोलने का आदेश जारी किया था। उस दिन 1 घंटे बाद ही बाजार बंद करवा दिया। फिर कलेक्टर के आदेश पर 10 बजे से 5 बजे तक बाजार खुला। दूसरे दिन यानी 5 मई को बाजार 10 से 5 बजे तक खुला। बुधवार काे फिर आदेश बदल दिया।
बाजार 7 से 11 बजे तक खोलने के लिए कहा। कुछ व्यापारियाें ने इसी समय पर दुकानें खाेलीं ताे कई दुकानें बंद ही रहीं। लगातार बदलते आदेश से ग्राहक भी नहीं आ रहे।
जाेधपुर से मध्यप्रदेश लाैटते श्रमिकाें काे कराया भाेजन
कोशीथल के देवीलाल सालवी ने मंगलवार रात जाेधपुर से मध्यप्रदेश के रतलाम जा रहे 13 लाेगाें काे भाेजन कराया। बिजली ग्रिड के पास देवीलाल की पंक्चर की दुकान है। मंगलवार रात करीब 9 बजे वहां रतलाम जिले के भभाना गांव के लाेग पहुंचे। इनमें शामिल बच्चे भी भूखे थे। देवीलाल ने सभी के लिए भाेजन का प्रबंध किया। रात 11 बजे इन लाेगाें ने भोजन किया।
जैसलमेर जिले में रामदेवरा के पास काहला फील्ड फायरिंग रेंज में बुधवार रात स्क्रैप में पड़े जीवित बम से छेड़छाड़ के बाद धमाका हाे गया। इसमें तीन लाेगाें की माैत हाे गई। धमाके से मगाराम (32), फगाराम (31) और भूराराम (33) के शरीर के चीथड़े उड़ गए। जानकारी के अनुसार ये तीनों व्यक्ति डेलासर में चारे की टाल से चारा भरवाकर ट्रैक्टर-ट्राॅली से वापस टेकरा की तरफ जा रहे थे। लॉकडाउन के दौरान सभी सड़क मार्ग बंद होने के कारण ये काहला फील्ड फायरिंग रेंज में कच्चे सड़क मार्ग से निकल रहे थे। इस दाैरान फील्ड फायरिंग रेंज के पास पड़े स्क्रैप के ढेर से ये छेड़छाड़ करने लगे। इसी दाैरान बम फट गया। धमाके की आवाज सुनकर कुछ लोग वहां पहुंचे और रामदेवरा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद रामदेवरा थानाधिकारी दलपतसिंह मय स्टाफ घटनास्थल पर पहुंचे।
उपखंड के देवली गांव उप स्वास्थ्य केंद्र को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सवा माह पूर्व नवीन क्रमोन्नत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी के मद्देनजर तीन कार्मिकों को अतिरिक्त कार्य दिया गया है। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर देवली गांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ब्लॉक कार्यालय में पदस्थापित साधना मीणा एनएचवी को समस्त रिपोर्टिंग एवं कोल्ड चेन कार्य में,मांगीलाल खटीक बीएचएस को आशाओं से संबंधित कार्य एवं आशा सॉफ्ट तथा रासबिहारी शर्मा बीएनओ को पीसीटीएस एवं ओजस कार्य को करने के लिए नियुक्त किया है। नवीन क्रमोन्नत पीएचसी देवली गांव अंतर्गत देवपुरा, बोयडा कासीर,पनवाड़, एवं सावतगढ़ को शामिल किया गया है। आगामी आदेशों तक देवली गांव पीएचसी एवं उप स्वास्थ्य केंद्र की मासिक बैठक ब्लॉक कार्यालय के सभागार में आयोजित की जाएगी। टीकाकरण हेतु वैक्सीन ब्लॉक कार्यालय से प्राप्त करेंगे।
कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन की बौंली में पूरी तरह पालना नहीं हो रही है। लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा धारा 144 लगा रखी है लेकिन बौंली में सरेआम धारा 144 की धज्जियां उड़ रही हैं। बाजार में कई गैर अनुमति वाली दुकानें खुल रही हैं। जिसके कारण बाजार में लोगों की भीड़ रहती है। भीड़ के दौरान न तो दुकानदार सोसल डिस्टेंसिंग की पालना करवाते हैं और न ही स्वयं ग्राहक पालना करता है। कई गैर अनुमत दुकान वाले दुकानदार भी उनको अपनी दुकान खोलने की अनुमति नहीं मिलने से परेशान हैं। ऐसे में आर्थिक परेशानी के मध्यनजर वे लुकाछिपी कर अपनी दुकान खोलकर ग्राहकों को सामान बेचते है। लेकिन पुलिस के डर से भी वे लोग भयभीत नजर आते हैं। बौंली में नाई, फुट वीयर, रेडीमेड, कपड़े, रेस्टोरेंट्स, ढाबा, मिष्ठान भंडार आदि कई प्रकार की दुकानों को अनुमति नहीं है। जिसके कारण संबंधित दुकानदार आर्थिक परेशानी को लेकर परेशान है। ऐसे दुकानदारों ने प्रशाशन से रोजाना कुछ घंटे तक के लिए उन्हें दुकान खोलने की अनुमति देने की मांग की है। कुछ व्यापारियों ने तो दुकान खोलने की अनुमति को लेकर एसडीएम को ज्ञापन भी दिया था। कुछ दुकानदारों का कहना है कि जिन दुकानदारों को जिन सामान के बेचने की अनुमति मिली है उसकी आड़ में अन्य सामान भी बेच रहे है। ऐसे में गैर अनुमत श्रेणी के दुकानदारों ने दुकान खोलने की अनुमति की माग की है।
ग्राम पंचायत शेषा के ग्राम सेवा सहकारी समिति में बुधवार को सरसों व चने की समर्थन मूल्य के कांटे का शुभारंभ किया गया। शेषा सरपंच एवं जीएसएस अध्यक्ष बाबूलाल मीणा ने तुलाई यंत्र का पूजन कर एवं फीता काटकर समर्थन मूल्य कांटे का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कृषि पर्यवेक्षक गिर्राज प्रसाद कोठारी, उपाध्यक्ष मुख्त्यार खान व सहायक व्यवस्थापक बत्ती लाल मीणा सहित आसपास के किसान भी मौके पर मौजूद रहे। ग्राम सेवा सहकारी समिति व्यवस्थापक अलीमुद्दीन ने बताया कि राजफैड द्वारा खरीदे जा रहे सरसों का समर्थन मूल्य 4425 रुपए व चने का समर्थन मूल्य 4875 रुपए निर्धारित किया गया है। समर्थन मूल्य कांटे पर किसानों की 1 हेक्टर पर 18 क्विंटल एवं एक किसान की अधिकतम 40 क्विंटल की खरीद की जायेगी। किसानो को आवश्यक दस्तावेज लेकर ईमित्र पर रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है।
पतंजलि योग समिति एवं युवा भारत के स्वदेशी संकल्प अभियान के अंतिम दिन कार्यकर्ताओं ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को स्वदेशी अभियान से जुड़ने का आह्वान किया। साथ ही स्वदेशी वस्तुओं को अपने दैनिक उपयोग में लेने का आग्रह किया। प्रभारी मोहनलाल कोशिक ने बताया कि स्वदेशी सप्ताह के दौरान जिले के लगभग 500 परिवारों ने स्वदेशी की शपथ ली। साथ ही अपील करते हुए बताया कि व्यक्ति को स्वस्थ रहने के साथ देश को समृद्ध बनाना है तो हमें स्वदेशी वस्तुओं को अपनाना होगा। युवा जिला प्रभारी रजत भारद्वाज ने अपेक्स रणथम्भौर सेविका के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. मनीष शर्मा सहित अन्य लोगों को स्वदेशी वस्तुओं की पुस्तक भेंट की। इसके साथ ही कार्यकर्ताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लॉकडाउन में कोरोना वायरस जैसी महामारी से बचाव के लिए घर पर रहने तथा स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की शपथ दिलाई।
थाना क्षेत्र अंतर्गत दिवाड़ा गांव की एक विवाहिता ने इसी गांव के एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला स्थानीय थाने में दर्ज कराया है ।पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 5 मई की मध्यरात्रि आरोपी पप्पू नाथ अकेलेपन का फायदा उठाते हुए मकान में घुस गया तथा उसके साथ दुष्कर्म किया विरोध करने पर पप्पू नाथ ने उसका हाथ पर दराती से चोट मारी। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
चौथ का बरवाड़ा उपखंड मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में रविवार शाम को आए तेज अंधड़ से सबसे अधिक नुकसान बिजली निगम को हुआ है। तहसील क्षेत्र में करीब 1500 बिजली के पोल टूट जाने के कारण बुधवार को तीसरे दिन भी बिजली आपूर्ति सामान्य नहीं हो पाई। ऐसे में सबसे अधिक परेशानी जल वितरण व्यवस्था को लेकर हो रही है। बिजली नहीं आने से जलदाय विभाग के नलकूप नहीं चल पाने के कारण तहसील क्षेत्र में जबरदस्त पेयजल किल्लत हो गई है। हालांकि बिजली निगम ने मंगलवार को कस्बे के कुछ भाग में बिजली आपूर्ति बहाल कर पानी की मोटर चालू करने का प्रयास किया लेकिन बुधवार को पूरे दिन बिजली नहीं आने से लोगों को समुचित जलापूर्ति नहीं हो पाई। कई मोहल्ले में तो चार दिनों से पानी नहीं आ पाया है। ऐसे में भीषण गर्मी में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति और भी विकट है। यहां पर बिजली की सप्लाई कब होगी, इसकी जानकारी नहीं है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के साथ जानवरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली निगम के अभियंताओं ने बताया कि क्षेत्र में समुचित बिजली आपूर्ति के प्रयास लगातार जारी है। दूसरी ओर ग्राम पंचायत में चौथ का बरवाड़ा में बिजली के तारों पर आ रहे पेड़ों को काटने का अभियान चला दिया है।
अवैध कनेक्शनों पर जलदाय विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई
शिवाड़|ग्राम पंचायत टापुर के एचेर गांव में पाइप लाइनों में हो रहे अवैध कनेक्शनों पर जलदाय विभाग द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीणों को गर्मी के इस तीखे तेवर में पानी के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। खास बात यह है कि पीने के पानी के लिए मात्र एक हैंडपंप होने से एकत्रित भीड़ से कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना नही हो पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि फ्लोराइड पानी से राहत दिलवाने के लिए सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च कर जनता जल योजना के तहत पानी की व्यवस्था की गई थी, लेकिन पाइप लाइनों में हो रहे अवैध कनेक्शनों के कारण टंकियों में पानी का भराव नहीं हो पा रहा है। विभाग के अधिकारियों को अवैध कनेक्शनों पर कार्यवाही करने के लिए कई बार अवगत भी करा दिया। अधिकारी कभी आज तो कभी कल की बात कहकर पिछले एक माह से टरका रहे हैं। अवैध कनेक्शन हटवाने की कार्रवाई शीघ्र करेंगे क्षेत्र में पानी पीने के योग्य लगा एक हैंडपंप या दूर दराज के कुएं से ही पानी लाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से अवैध कनेक्शनों पर कार्यवाही करवाने की मांग की है जिससे टंकियों में पानी का भराव हो सके। दूसरी ओर जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता रघुवीर सिंह ने बताया कि पाइप लाइन में हो रहे अवैध कनेक्शन हटवाने की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जाएगी।
अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजस्थान, जयपुर अरिन्दम तोमर ने चमगादड़ों को मारने व भगाने वालों पर नियमानुसार कार्रवाई के मुख्य वन संरक्षकों को निर्देश दिए हैं। साथ ही चमगादड़ों के विरुद्ध आमजन में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए समझाइश करने के निर्देश भी दिए हैं। तोमर ने आदेशों में बताया कि कुछ रिपोर्टों में चमगादड़ों को इस बीमारी के लिए जिम्मेदार बताया गया है, जिसके कारण आमजन में चमगादड़ों के प्रति प्रतिशोध की भावना बनी है। चमगादड़ प्रकृति में परागण, बीज संवाहक एवं अन्य कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाते हैं। इस प्रकार की प्रमाणित शोध भी अब तक नहीं हुई है, जिसमें चमगादड़ों को वायरस का कारक माना गया हो। ऐसी परिस्थितियों में आमजन में चमगादड़ों के विरुद्ध फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए समझाइश की जाए। यदि चमगादड़ को मारने व भगाने आदि का कोई प्रकरण सामने आने पर नियमानुसार उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
कस्बे सहित क्षेत्र में इन दिनों खरीफ की फसल के लिए ग्राम सेवा सहकारी समितियों द्वारा किसानों को राज्य सरकार के निर्देशानुसार 15 प्रतिशत पूर्व के लोन में वृद्धि कर ऋण वितरण किया जा रहा है। ग्राम सेवा सहकारी समिति चकेरी के अध्यक्ष रामस्वरूप मीणा ने बताया कि किसानों को दिए जाने वाला यह ऋण ब्याज मुक्त है। मूल ऋण की वसूली नवंबर दिसंबर माह में की जाएगी। ओलवाड़ा समिति के सचिव चरत लाल मीणा एवं चकेरी सहकारी समिति के सचिव ओम प्रकाश योगी ने बताया कि चकेरी में 135 किसानों को एवं ओलवाड़ा में 125 किसानों को ऋण वितरण किया जा चुका है। किसान का अंगूठा प्रमाणित होने के बाद ही ऋण वितरण किया जा रहा है। ओलवाड़ा सहकारी समिति में कुल किसानों का 5761800 तथा चकेरी में 6422400 लाख का ऋण वितरण करने का लक्ष्य है।
प्रकृति के राैद्र रूप के चलते क्षेत्र में पिछले चार दिनों से अंधड़, तूफान और ओलावृष्टि से भारी तबाही के बीच रणथंभौर राष्ट्रीय अभयारण्य से सुखद समाचार मिला है। यहां पिछले कई दिनों से सूखे पड़े प्राकृतिक जलस्स्रोतों में बेमौसम बारिश का पानी आ जाने से वन अधिकारियों के चेहरे खिल गए हैं। वहीं वन्य जीवों के लिए इस भीषण गर्मी में इससे सुखद समाचार दूसरा नहीं हो सकता। खंडार क्षेत्रीय वनाधिकारी माेहनलाल गर्ग ने बताया कि पिछले तीन चार दिन से क्षेत्र में लगातार हो रही बेमौसम बारिश से अभयारण्य में कई दिनों से सूखे पड़े कई जलस्स्रोतों में पानी की भारी आवक हुई है। इससे अभयारण्य के जलस्स्रोतों में काफी मात्रा में पानी आ गया है। इसके चलते वन्य जीवों को अपने अपने ठिकानों पर इस भीषण गर्मी में पर्याप्त पीने का पानी सहजता से उपलब्ध हो सकेगा। उन्होंने बताया कि यह अभयारण्य के बाघ एवं अन्य वन्य जीवों के लिए सुखद समाचार है। हालांकि पूर्व में भी वन विभाग द्वारा अभयारण्य में वन्य जीवों के पेयजल के लिए माकूल प्रबंध निश्चित स्थानों पर कर रखे थे। यहां प्रतिदिन टैंकरों एवं कुएं बावड़ियाें से इंजन व मोटर आदि चलाकर प्रतिदिन पाइंटों पर पानी भरा जाता था। लेकिन अब प्राकृतिक जलस्स्रोतों में बारिश का पर्याप्त पानी आ जाने से काफी हद तक राहत मिलेगी। छाने लगी हरियाली अभयारण्य में बेमौसम अच्छी बारिश से हरियाली छाने लगी है और अभयारण्य का वातावरण भी मनोरम होने के साथ साथ जंगल का नजारा भी अब करवटें लेता नजर आ रहा है। वहीं भीषण गर्मी में सुरक्षित ठिकानों पर जमे बाघ एवं अन्य वन्य जीव भी अब खुले में चहल कदमी कर प्रकृति का आनंद लेते नजर आ रहे हैं क्योंकि बारिश से तापमान में भी गिरावट आई है। तूफान से गिरे कई पेड़ क्षेत्रीय वनाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में भयंकर तूफान के चलते अभयारण्य में करीब 40 से 50 पेड़ ही गिरे है, क्योंकि खंडार रेंज वन क्षेत्र में सघन वन (पास पास पेड़) होने के चलते तूफान का वेग कम रहता है। इस कारण अभयारण्य में बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि कई स्थानों पर रास्ते भी अवरूद्ध हो गए हैं। जिन्हें पिछले दो दिन से वन विभाग की विभिन्न टीमों द्वारा रास्तों में गिरे पड़े पेड़ों को हटाकर सुचारू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभयारण्य क्षेत्र के लाहपुर एरिया, नीला पट्टा, आम चौकी, कुकराज की घांटी, गिलाईसागर क्षेत्र में ज्यादा नुकसान हुआ है। हालांकि इस दौरान किसी भी वन्य जीव को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
उपखंड मुख्यालय खंडार के हलवाई बुधवार को खंडार उपजिला कलेक्टर रतनलाल अटल से मिले। इस दौरान हलवाइयों ने उनको अपनी समस्या से अवगत कराते हुए शीघ्र समाधान की मांग की। साथ ही लॉकडाउन की पालना में प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप भी लगाया। कस्बे के हलवाइयों ने एसडीएम को बताया कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ है उनकी दुकानें बंद है तथा वह सरकार एवं प्रशासन के हर तरह के आदेश का घर पर रहकर पालन कर रहे है। लेकिन कुछ दिनों से कस्बे के कई हलवाइयों द्वारा सांठ गांठ कर अपनी दुकानें खोली जा रही है। ऐसे में वह रोजगार कर रहे है तथा हम कई दिनों से बेरोजगार घर बैठे है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में कई बार प्रशासन को भी अवगत करवाया जा चुका है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ऐसे में प्रशासन की यह पक्षपातपूर्ण नीति है। उन्होंने कहा कि कस्बे में अगर दुकानें खाेलनी है तो सभी हलवाइयों की खुलेगी और नहीं खाेलनी है तो नियमानुसार किसी की भी नहीं खुलनी चाहिए। हलवाइयों ने एसडीएम से उनकी दुकानें खोलने के संबंध में आदेश प्रदान करने की मांग की। एसडीएम ने लॉकडाउन के दौरान परमिशन देने से साफ इंकार कर दिया। इससे पहले हलवाई खंडार थानाधिकारी बृजेंद्र सिंह तथा इसके बाद खंडार तहसीलदार देवी सिंह से भी मिले थे। लेकिन तहसीलदार द्वारा उन्हें एसडीएम से इस संबंध में मिलने का मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
लाॅकडाउन की पालना करें
मलारना डूंगर | कस्बे के शहर काजी अब्दुल करीम ने मुस्लिम समाज के लोगों से लॉकडाउन की पालना करने का आग्रह किया है । अब्दुल करीम ने बताया इन दिनों रमजान का महीना चल रहा है ऐसे में लोग बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर आए बाजार में अनावश्यक खरीददारी नहीं करें तथा भीड़ भी नहीं करें ।
कस्बे के बाजार में बुधवार को उप जिला कलेक्टर मनोज वर्मा ने दौरा कर लॉकडाउन पालना की स्थिति का जायजा लिया । उन्होंने दुकानदारों से मास्क लगाकर रहने तथा बिना मास्क वाले ग्राहकों को सामान नहीं देने के निर्देश दिए । इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ग्राहकों को दूर दूर खड़ा करने व भीड़ नहीं होने देने की बात भी कही । उप जिला कलेक्टर में सभी लोगों से लॉकडाउन की पालना करने की अपील भी की। इस अवसर पर मौजूद पुलिसकर्मियों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया।
भगवतगढ़ |कोरोना संकट काल मे एकदूसरे की मदद करना मानवता का तकाजा है। सेवानिवृत्त गिरदावर लड्डूलाल तिलकर ने लॉकडाउन के चलते एक निजी विद्यालय के शिक्षक एवं अपने किराएदार का 2 माह का मकान किराया माफ कर दिया है। तिलकर ने उनके मकान में सपरिवार किराए से रह रहे गौत्तम सर, जो की स्थानीय निजी विद्यालय में अध्यापक है। उनका दो महीने का मकान किराया 4500 रु कोरोना की वजह से माफ किया। लोगों को तिलकर से प्रेरणा लेते हुए कोरोना के इस संकटकाल में ज़रुरतमंद की मदद करनी चाहिए।
शिक्षकों ने वापसी की अनुमति मांगी
सवाई माधोपुर|राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से मुख्यालय के बाहर फंसे शिक्षकों की वापसी के लिए अनुमति प्रदान करने की मांग की है। जिला प्रवक्ता महेश सेजवाल ने बताया कि लॉकडाउन के चलते जिला छोड़कर बाहर गए शिक्षक वापस नहीं लौट पा रहे हैं, जिससे लॉकडाउन के चलते शिक्षकों की मुख्यालय वापसी नहीं हो पाई है। सभी शिक्षक कोरोना से लड़ाई में अपने दायित्व का निर्वहन करना चाहते हैं, इसके लिए उन्हें जिलों से कार्यस्थल मुख्यालय पर वापस लाने की व्यवस्था करने की मांग मोहन लाल शर्मा, महेश सेजवाल, शफीक खान, हनुमान शर्मा आदि पदाधिकारियों ने की है।
खंडार विधायक अशोक बैरवा ने अंधड़ व ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।विधायक अशोक बैरवा ग्राम पंचायत पाली के धर्मपुरी, सेंवती, सतरामील सहित विभिन्न गांवों में पहुंचे तथा अंधड़ एवं ओलावृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लिया। इस दौरान सतरामील गांव में तूफान से मकान की छत ढह जाने से एक ही परिवार के घायलों एवं मृतका के परिजनों को ढाढस बंधाया। साथ ही सरकार एवं प्रशासन से उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। विधायक अशोक बैरवा ने बताया कि मृतिका के परिजनों को राज्य सरकार से शीघ्र ही सहायता राशि दिलवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि अंधड़ व ओलावृष्टि प्रभावित गांवों के संबंधित सभी पटवारियों को नुकसान का आकलन कर शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने के लिए पाबंद कर दिया है। इस मौके पर खंडार ब्लॉक अध्यक्ष चतर सिंह राजावत, विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद बैरवा, सहायक अभियंता विद्युत अशोक कुमार मीणा, पाली सरपंच राजेश मीणा, विधान सभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस जितेंद्र मीणा, जीएसएस अध्यक्ष राजेश बैरवा सहित अनेक कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी मौजूद थे।छाण मंडी में लॉकडाउन के नियमों की पालना की अपील
विधायक अशोक बैरवा ने छाण मंडी का भी दौरा किया। इस दौरान गेंहूं के सरकारी कांटे का जायजा लिया। साथ ही कांटे पर कार्यरत स्टाफ एवं किसानों से लॉकडाउन एवं सोश्यल डिस्टेंस की पूरी पालना करने तथा मुंह पर हर समय मास्क लगाने की अपील की।
सवाई माधोपुर जिला ओरेंज जोन में है। इसमें प्रशासन ने किराना सब्जी सहित रसद सामग्री की दुकानों के अलावा अन्य दुकान खोलने की अनुमति देकर लोगों को राहत दी थी। लेकिन गुटखे व बीड़ी पर अभी भी रोक बरकरार है। उसके बावजूद भी कस्बे में गुटके एवं बीड़ी सिगरेट पर पूर्णतया रोक नहीं लगी। जमाखोर बीड़ी गुटखे की कालाबाजारी कर जमकर मोटी कमाई कर रहे हैं। ग्रामीण राजू मीणा, जामवंत भाड़ाैती, अक्की मीना, राजेश मीना व बृज लाल मीणा सहित ग्रामीणों ने बताया कि बड़े व्यापारी रात में चोरी चुपके जिले एवं जिले के बाहर से गुटखे व बीड़ी के कार्टून लाते हैं और ग्रामीणों को बेचने की बजाय छोटे दुकानदारों को अधिक भाव में बेचकर मोटी कमाई कर रहे हैं। छोटे दुकानदार बीड़ी गुटखे तीन चार गुना अधिक राशि वसूल कर ग्रामीणों को बेच रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार 10 रुपए की मिलने वाली मिराज जर्दा 100 रुपए में बेच रहे हैं तथा 5 रुपए का गुटखा 30 एवं स्पेशल बीड़ी का बंडल 20 रुपए में मिलता था उसको 50 रुपए तक का बेच रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जहां एक तरफ प्रशासन ने बीड़ी गुटखों पर पूर्ण पाबंदी लगा रखी है। लेकिन व्यापारी प्रशासन की आंख में धूल झोंककर धड़ल्ले से गुटखे बीड़ी की कालाबाजारी कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
निजी स्कूलों के राज्यस्तरीय संगठन स्कूल शिक्षा परिवार की जिला कार्यकारिणी ने कोरोना महामारी से सजगता के लिए ऑनलाइन प्रतियोगिता कराने का निर्णय लिया है। जिला अध्यक्ष अनुज शर्मा एवं जिला महामंत्री दिलीप शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए ब्लॉकवार संयोजक एवं सह संयोजक नियुक्त कर दिए हैं। जिला स्तरीय कमेटी में आचार्य लोकेंद्र शर्मा संरक्षक तथा अनुज शर्मा, दिलीप शर्मा, मुमताज अहमद, कमलेश शर्मा, राजेश शर्मा, महेंद्र जैन गोविंद पाराशर, जितेंद्र गौत्तम आदि सदस्य रहेंगे। ब्लॉकों में सवाई माधोपुर से पदम सिंह आमेरा व उमेश शर्मा, खंडार से अरविंद जैन व राजेन्द्र मथुरिया, चौथ का बरवाड़ा से सत्यनारायण शर्मा व मोनू खांडल, गंगापुर सिटी से अवधेश जैमिनी व नीटू सिंह धाबाई, बौंली से महावीर सिंह नाथावत व सूरज मल वैष्णव, बामनवास से ज्ञान सिंह गुर्जर व सुमेर सिंह, मलारना डूंगर से महेश शर्मा व रमेश शर्मा को क्रमशः संयोजक व सह संयोजक बनाया गया है। प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य कोरोना महामारी से बचने के लिए जागरूक एवं सजग करना है। प्रतियोगिता में कोरोना महामारी विषय पर निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित होंगी। प्रतियोगिता ऑनलाइन आयोजित होगी।
एडीजी पुलिस सुनील दत्त एवं डीआईजी रेंज भरतपुर लक्ष्मण गौड बुधवार को सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी के दौरे पर रहे। उन्होंने कलेक्टर नन्नूमल पहाडिया, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, अतिरिक्त कलेक्टर गंगापुर नवरतन कोली, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु, उप जिला कलेक्टर विजेंद्र मीना, पुलिस उपाधीक्षक के साथ बैठक लेकर जिले में लॉकडाउन-3 की पालना के संबंध में समीक्षा कर निर्देश दिए। एडीजी ने गंगापुर एवं बामनवास के जीरो मॉबिलिटी क्षेत्र तथा जिले में सभी जगहों पर अनावश्यक लोग घरों से बाहर नहीं निकलें तथा निर्देशों एवं मेडिकल एडवाइजारी की पालना सुनिश्चित करने के संबंध में चर्चा कर समीक्षा की। एडीजी ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक से अन्य राज्यों से जिले में आने वाले तथा जिले से अन्य राज्यों में जाने के लिए प्रवासियों द्वारा किए गए ऑनलाइन पंजीयन तथा उनके मूवमेंट के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने आने एवं जाने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग पूरी सतर्कता के साथ किए जाने, आने वालों को होम/संस्थागत क्वारेंटाइन किए जाने तथा इस संबंध में तैयारियां एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी लेकर निर्देश दिए। इसी प्रकार बाहर से आने वालों को होम/संस्थागत क्वारेंटाइन किए जाने के बाद उनकी मॉनिटरिंग व निगरानी किए जाने के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी ली। गंगापुर में जीरो मॉबिलिटी का लिया जायजा गंगापुर के प्रमुख मार्गों पर पहुंचकर जीरो मॉबिलिटी का जायजा लिया। उन्होंने मिनी सचिवालय, रेलवे स्टेशन, बजरिया क्षेत्र, सब्जी मंडी, मुख्य बाजार, न्यू मार्केेट, फव्वारा चौक, हायर सैकंडरी स्कूल सहित अन्य स्थानों पर निरीक्षण किया। लोगों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता के संबंध में भी चर्चा की। पुलिस कार्मिकों की स्क्रीनिंग के निर्देश एडीजी एवं डीआईजी ने फव्वारा चौक पर ड्यूटी पर तैनात आरएसी एवं पुलिस के जवानों से वार्ता की। पुलिस के जवानों को पूरी मुस्तैदी से लगातार ड्यूटी देने पर पर उनके कार्य की सराहना की। साथ पुलिस अधीक्षक से पुलिस कार्मिकों की स्क्रीनिंग करवाने तथा सभी आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता के संबंध में निर्देश दिए।
कोविड-19 के संकट के समय तेरापंथ महिला मंडल आदर्श नगर की ओर से अध्यक्ष सुशीला जैन, सुमन जैन, सुनीता, शिमला, धनलक्ष्मी आदि ने 11 हजार रुपए की सहायता राशि का चेक जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामचंद्र को सौंपा। एसीईओ ने महिला मंडल का आभार व्यक्त करते हुए सभी को प्रेरणा लेकर संकट के इस समय में अधिक से अधिक सहयोग प्रदान करने का आग्रह किया।
खैरदा स्थित फ्लाई ओवर के नीचे लवकुश कॉलोनी की ओर जाने वाली सर्विस सड़क पर रुडीप द्वारा छोड़ा गया गड्ढा दुर्घटनाओं का सबब बन गया है। रात के समय मार्ग से गुजरने वाले दुपहिया वाहन चालक अचानक सामने गड्ढे को देखकर संतुलन खोने से दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। पास में ही रहने वाले रूपनारायण गुर्जर व जीपी वर्मा ने बताया कि करीब 10 माह पूर्व रुडीप के कार्मिकों द्वारा सीवरेज लाइन चेक होने पर फ्लाई ओवर के नीचे बनी सड़क को दो स्थानों पर काटकर लाइन को दुरूस्त किया था।
सीवरेज लाइन को सुचारू करने के बाद उन्होंने काटी गई सड़क की मरम्मत आज तक नहीं की। इसके चलते बीच सड़क में छोड़े गए लंबे गड्ढे में बारिश का पानी चले जाने से सड़क के नीचे सुरंग सी बन गई है। उन्होंने बताया कि अनजान दुपहिया वाहन चालक बीच सड़क में अचानक गड्ढा देखकर असंतुलित होने से आए दिन गिरकर चोटिल हो रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने विभागीय अधिकारियों को अवगत भी करा दिया, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से
शीघ्र समाधान की मांग की है।
सिकराय के कोरोना वारियर्स पिछले डेढ़ माह से परिवार के दूर प्रदेश ही नहीं अन्य राज्यों के अस्पतालों में मरीजों के उपचार व देखभाल में जुटकर महामारी को हराने के लिए जंग लड़ रहे हैं। कोरोना योद्धा परिजनों व परिचितों को वीडियो कॉल कर महामारी से बचाव के लिए सरकार की एडवायजरी का पालन करने एवं घर से बाहर नहीं निकलने के लिए भी सावचेत कर रहे हैं। उपखंड मुख्यालय व आस-पास के गांवों से नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत युवा उड़ीसा, जयपुर व जोधपुर सहित अन्य शहरों के अस्पतालों में कोरोना पीडि़त मरीजों की दिन-रात सेवा में जुटकर फर्ज निभा रहे हैं।मोरेड़ निवासी रामेश्वर मीना के बेटे जितेंद्र मीना व पुत्रवधु मंजू मीना करीब एक साल से भुवनेश्वर एक्स अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। जो 25 मार्च से कोरोना वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल में जुटे हुए हैं। वहीं मूंडियाखेड़ा निवासी रामरतन मीना के बेटे रजनीश मीना व सिकराय निवासी श्याम बिहारी शर्मा के बेटे अनुपम शर्मा भी एम्स में ही नर्सिंग ऑफिसर के रूप में कोरोना वार्ड में ड्यूटी कर रहे हैं। इसी प्रकार कस्बे निवासी सेवानिवृत्त पशुधन सहायक राजेंद्र तिवाड़ी के बेटे मनोज तिवाड़ी नर्सिंगकर्मी के तौर पर जोधपुर के मथुरादास माथुर राजकीय चिकित्सालय में कोरोना योद्धा बनकर मरीजों की देखभाल में जुटे हुए हैं। इसके अलावा बड़े बेटे डॉ. भूपेंद्र तिवाड़ी व बेटी एएनएम चंद्रप्रभा शर्मा भी जयपुर व बस्सी में मानव धर्म निभा रहे हैं। इसी प्रकार राजकीय अस्पताल में कार्यरत फिजियोथैरेपिस्ट की पत्नी पूर्णिमा शर्मा फार्मासिस्ट के रूप में उनियारा ब्लॉक सीएमएचओ कार्यालय में ढाई साल की बेटी भव्या के साथ डोर टू डोर सर्वे कर कोरोना संदिग्ध मरीजों को दवाइयां वितरण कर रही हैं। पूर्णिमा की मां भी नर्स के रूप में जयपुर में कोरोना को हराने के लिए सेवाएं दे रही हैं। फार्मासिस्ट पूर्णिमा ने बताया कि महामारी के दौर में मानव रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित कर ढाई साल की बेटी को मास्क लगाकर एवं पूरी सावधानी के साथ टीम के साथ सर्वे कर रही है। उन्होंने बताया कि संकट के इस समय में बीमारी को हराने में ही सबसे बड़ी जीत है। वहीं भुवनेश्वर के एम्स अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर युवाओं ने बताया कि अस्पतालों में भर्ती कोरोना पॉजीटिव मरीजों के कारण डेढ़ माह से परिवार से दूर रहकर स्वयं को मानव सेवा के लिए समर्पित कर दिया है। परिवार को चिंता सताती है, इसलिए समय निकालकर वीडियो कॉल के माध्यम बात कर मरीजों की पीड़ा को साझा कर महामारी से सुरक्षित रहने के लिए अनावश्यक घर से बाहर नहीं निकलने व सरकार की एडवायजरी का पालन करने के लिए जागरुक किया जा रहा है। वहीं क्षेत्र के नर्सिंग ऑफिसर युवाओं द्वारा कोरोना को हराने के लिए दिए जा रहे महत्वपूर्ण योगदान के लिए लोग गर्व महसूस कर रहे हैं।
उपखंड मुख्यालय पर अनाज मंडी को शुरू नहीं किए जाने पर भारतीय पल्लेदार मजदूर संघ ने उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर पल्लेदारों तथा मजदूरों को बेरोजगारी भत्ता सहायता दिलाए जाने की मांग की है। संघ के अध्यक्ष हीरालाल माली ने जानकारी देते बताया कि अनाज मंडी पिछले डेढ़ महीने से बंद पड़ी हुई है जबकि दौसा जिले के अन्य मंडी चालू है यहां तक कि लालसोट में मंडावरी मंडी की चालू है। लालसोट मंडी में 1000 पल्लेदार काम करते हैं जिनके सामने जीवन यापन का संकट बना हुआ है। इस वक्त गेहूं सरसों तथा सौंफ की फसल का आवक का सबसे बड़ा सीजन है। जिससे पल्लेदार 1 साल की रोजी रोटी की मजदूरी कमा कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। मंडी बंद रखने के फैसले से पल्लेदारों मजदूरों के सामने अपने परिवार के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई है।
रेलवे स्टेशन परिसर में लगा तिरंगा सोमवार शाम आई आंधी और बारिश सिर फट गया था, जिसे 24 घंटे बाद मंगलवार देर शाम उतार लिया गया। फटे झंडे की जगह नया झंडा लगाने का इंतजार है। स्थानीय स्तर पर स्टेशन अधीक्षक सुपरवाइजर गिर्राज प्रसाद मीणा का कहना है कि हमारे पास स्पेयर में नया झंडा नहीं है। उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया।
शहर में बुधवार शाम इंद्रधनुष लोगों के कौतूहल का कारण बना रहा। शाम को बारिश के बाद आसमान में इंद्रधनुष दिखाई दिया तो लोग एकटक निहारने लगे। काफी दिनों बाद दौसा में इंद्रधनुष दिखाई दिया।
सदर थाना इलाके के ग्राम खारड़ी में बुधवार दोपहर को छप्परपोश कच्चे घरों में अचानक लगी आग से हजारों रुपए का घरेलू सामान नगदी अनाज जलकर स्वाहा हो गया। एक भैंस की जलने से मौके पर ही मौत हो गई। तेज हवाओं की लपटें उठती देख कर पूरी ढाणी में अफरा-तफरी मच गई ग्रामीणों ने पानी के मटके व इंजन चला कर आग पर काबू पाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका आग लगने की सूचना मिलते ही सरपंच विनोद जी गुर्जर कालूराम खारंडी ग्राम विकास अधिकारी बाबूलाल प्रजापत मौके पर पहुंचे तथा आग लगने की सूचना दमकल कार्यालय में दी। सूचना के 1 घंटे बाद दमकल गांव में पहुंची तथा आग बुझाने का प्रयास शुरू किया 1 घंटे के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया जा सका विनोदी गुजर ने बताया कि गांव में अचानक लाली देवी पत्नी श्री राम मीणा के घरों में आग लग गई आग से मौके पर ही एक भैस की मौत हो गई।
कोरोना योद्धाओं के सम्मान करने का दोर बना हुआ है। पुलिस चिकित्सा कर्मियों व सफाई कर्मियों के अलावा अब शिक्षकों के साथ साथ कोरोना के खिलाफ काम करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया है। पंचायत समिति के प्रांगण में विकास अधिकारी योगेश मीना, पीसीसी सचिव कमल मीना, यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव सोनू बिनोरी, प्रदेश नेता चौथमल सुकारिया, अभिषेक जोशी,बीसीएमएचओ डॉ धीरज शर्मा, प्रद्युमन सिंह, अंशुल सोनी सहित अन्य लोगों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को फूल माला भेंट कर उनका सम्मान किया तथा उनके द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान की गई जन जागृति वो उनकी सेवाओं के लिए आभार जताया। वहीं दूसरी तरफ सामाजिक कार्यकर्ता राम अवतार जोरवाल द्वारा कोरोना संक्रमण के दौरान लोगों की सहायता करने, खाद्य सामग्री पहुंचाने, किसी को भूखा नहीं सोने देने का प्रण लेकर किए गए कार्यों को लेकर उनका शहर वासियों ने सम्मान किया गया। इसी तरह भाजपा नेता रामविलास मीणा डूंगरपुर, शंभूलाल कुईवाला, प्रेम प्रकाश चौधरी, नंदकुमार पाखला, शिव शंकर जोशी, अशोक चौधरी, सुरेश प्रजापत पूरणमल सहित अनेक लोगों ने योद्धाओं का सम्मान किया।
ग्राम पंचायत बहरावंडा में आईटी केंद्र पर बुधवार को ग्राम पंचायत कोर कमेटी की ओर से गरीब परिवारों, दैनिक मजदूरी परिवारों, दिव्यांग व कोरोना से प्रभावित लोगों को मिड डे मील में उपलब्ध खाद्य सामग्री का वितरण किया। पीईईओ जोहरी लाल मीणा ने बताया कि जिन परिवारों का खाद्य सुरक्षा सूची में नाम नहीं है। ऐसे 18 परिवारों को 10 -10 किलोग्राम गेहूं मिड डे मील में से वितरण किया गया। इस अवसर पर ग्राम विकास अधिकारी बलविंद्र सिंह गुर्जर, हल्का पटवारी नंद किशोर महावर, कृषि पर्यवेक्षक लालचंद सैनी, रामजी लाल मीणा, मानाराम सैनी, राधेश्याम, उज्जवल तोतला, कमलेश सैनी व पप्पूराम सैनी सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
जिसमें सेवा भाव का जज्बा होता है वह हर परिस्थिति में सेवा देने के लिए तत्पर रहते हैं। उनका रास्ता कोई रोक भी नहीं सकता। उन्हीं में से एक है रामगढ़ पचवारा अंतर्गत नया गांव का सन्नी गोठवाल जो 23 साल की उम्र में 29 बार रक्तदान कर चुका है। सन्नी गोठवाल ने आन कॉल 1 दिन पहले मंगलवार को 80 किमी दूर जाकर गंगापुर सिटी में रक्तदान किया और पीलिया से पीड़ित व्यक्ति की जान बचाने में मदद की। पीड़ित व्यक्ति लालसोट अंतर्गत चैनपुरा खुर्द का रहने वाला है जिससे दो यूनिट बी नेगेटिव ब्लड की जरूरत थी। आन काल सन्नी गोठवाल और उसके साथी नंदलाल मीणा ने गंगापुर सिटी सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती मरीज के लिए रक्तदान किया। सन्नी गोठवाल ने बताया कि लालसोट में परिचित बनवारी भाई का फोन आया कि अर्जेंट दो यूनिट बी नेगेटिव रक्त चाहिए। इस पर सन्नी और नंदलाल ने गंगापुर सिटी में पहुंच कर दोनों ने रक्तदान दान किया। इसमें महत्वपूर्ण बात यह है कि सन्नी गोठवाल का ब्लड ग्रुप बी पॉजिटिव है जबकि नंदलाल मीणा का बी नेगेटिव है। ऐसे में सन्नी गोठवाल द्वारा रक्तदान को ब्लड बैंक से चेंज करा कर पीड़ित रामजीलाल सैनी को चढाए गया।
पूर्व प्रधान राजेंद्र मीणा ने किसानों को लेकर सरकार द्वारा अनाज मंडी पर किसान कल्याण कोष के द्वारा लगाए गए टैक्स का विरोध जताते हुए उपखंड अधिकारी मानसिंह आमेर को ज्ञापन सौंपा है। मंडी अधिनियम 1961 की धारा 17 के अधीन बदलाव करते हुए मंडी क्षेत्र में लाई गई क्रय विक्रय जींस पर 2% का भार लगाया गया है जिसका सीधा असर गरीब किसान पर पढ़ रहा है। उक्त आदेश के बाद संपूर्ण राजस्थान में करीब 247 अनाज मंडियों में किसान के हितों को देखते हुए बंद का आह्वान किया गया है पूर्व में भी कोरोना वायरस लोग डाउन के कारण व्यापारी व समस्त किसान पीड़ित हैं उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि किसान के हित को ध्यान में रखते हुए ऐसे आदेशों को वापस लिया जाए जिससे किसान को राहत मिल सके। उधर राजस्थान सरकार द्वारा बनाए गए, किसान कल्याण कोष को लेकर अनाज मंडी के व्यापारियों में भारी रोष व्याप्त है मंडी सदस्य हरिओम सिंघल ने बताया कि सरकार द्वारा बनाए गए किसान कल्याण कोष में 2% की दर से सीमा बार लगाया जाएगा जिसका सीधा असर किसानों पर पड़ेगा मंडी व्यापारियों ने इसका नाम काला टैक्स भी रख दिया है।