राजस्थान में कोरोना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बुधवार को82 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3240पहुंच गया। वहीं मौतों की कुल संख्या 92पहुंच गई। इस बीच चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा का एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने दावा किया कि राजस्थान देश का ऐसा चौथा राज्य बन गया है, जहां प्लाज्मा थैरेपी से काेरोना संक्रमितों का ट्रायल बेस परउपचार किया गया है।
प्रदेश मेंजयपुर का सवाई मानसिंह अस्पताल ऐसा अस्पताल बन गया है, जहां दो लोगों का ट्रायल बेस पर प्लाज्मा थैरेपी सेइलाज किया गया है। राजस्थान के पहले देश मेंकेरल, मध्यप्रदेश और दिल्ली प्लाज्मा थैरेपी के जरिए कोरोना का इलाज कर पाने में समक्ष बने है।
कोरोना कब खत्म होगा, यह कहना मुश्किल है, बचाव ही एकमात्र उपचार है
वहीं, मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने बताया कि यह कहना मुश्किल है कि कोरोना कब खत्म होगा लेकिन यह जरूर है कि यदि आमजन इस दौरान सरकार द्वारा दी जा रही गाइडलाइन का अनुसरण मसलन मास्क लगाएं, बार-बार हाथ धोते रहें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, कम से कम आए-जाए तो बीमारी को फैलने से रोका जरूर जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ज्यादा दिनों तक लाॅकडाउन बढ़ना अर्थव्यवस्था की सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में हर व्यक्ति को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि इस बीमारी में बचाव ही एकमात्र उपचार है। ऐसे में आमजन को इस दौरान बरती जाने वाली सावधानियों को ही आदत में शुमार करना होगा। उन्होंने आमजन से लाॅकडाउन-3 में मिली रियायतों में लापरवाही ना बरतने का भी आव्हान किया।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि लगभग 50 फीसदीमरीज हुए पाॅजीटिव से नेगेटिव
डाॅ. शर्मा ने बताया कि चिकित्सा विभाग और प्रदेश भर के लिए यह राहत की खबर है कि प्रदेश में लगभग 50 फीसद लोग पाॅजीटिव से नेगेटिव चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार 2 बजे तक प्रदेश में 3240 कोरोना पाॅजीटिव की संख्या थी, इनमें से 1596 लोग पाॅजीटिव से नेगेटिव हो गए हैं और 1131 को तो अस्पतालों से भी डिस्चार्ज कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी के जरिए उन्हीं मरीजों को इलाज किया जा सकता है, जो गंभीर रूप से संक्रमित हो, वेंटिलेटर पर हो या किडनी, हार्ट, डायबिटीज जैसी अन्य क्राॅनिकल बीमारियों से ग्रसित हो।
प्रतिदिन हो रही हैं 10,500 से ज्यादा जांचें
डाॅ. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में 10 हजार 500 टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं। प्रतिदिन की जांच क्षमता में भी लगातार इजाफा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 1 लाख 40 हजार से ज्यादा सैंपल अभी तक लिए जा चुके हैं। जितनी ज्यादा जांचें होंगी, कोरोना की असलियत का उतना ही जल्दी पता चलेगा और पर उतना ही जल्दी उनके उपचार, आइसोलशन, आईसीयू, क्वारेंटाइन करने जैसे फैसले तुरंत ले सकेंगे और संक्रमण के खतरे को कम कर सकेंगे।
(संजीव शर्मा)।कोविड: 19 के संक्रमण के चलते लॉकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में शराब की दुकानों को खोलने व शराब की बिक्री करने के फैसले को पीआईएल के जरिए बुधवार को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है। अधिवक्ता निखिलेश कटारा की ओर से दायर पीआईएल में सीएस, एसीएस होम, संयुक्त आबकारी सचिव और आबकारी आयुक्त को पक्षकार बनाते हुए लॉकडाउन के दौरान शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाने का आग्रह किया है।
पीआईएल पर इसी सप्ताह सुनवाई होने की संभावना है। पीआईएल में कहा है कि राज्य सरकार ने दो मई के आदेश से लॉकडाउन के दौरान प्रदेशभर में शराब की दुकानों को खोलने और शराब की बिक्री करने की स्वीकृति दी है, लेकिन राज्य सरकार का यह फैसला डब्ल्यूएचओ की कोविड: 19 के संबंध में जारी गाइडलाइन्स का उल्लंघन है।
डब्ल्यूएचओ ने गाइड लाइन में कोविड : 19 को फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग की बात कही है, लेकिन चार मई को जब राज्य में शराब की दुकानें खुलीं तो वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। इससे कई जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हुआ। इससे कोरोना का संक्रमण प्रदेश में और भी बढ़ेगा।
इसलिए राज्य सरकार लॉकडाउन के दौरान शराबों की दुकानों को बंद कर शराब की बिक्री पर पाबंदी लगाए। वहीं शराब की बिक्री के लिए कोई वैकल्पिक होम डिलेवरी या अन्य कोई व्यवस्था करे। साथ ही राज्य सरकार को प्रदेश के लोगों के जीवन व स्वास्थ्य की रक्षा सहित पर्यावरण संरक्षण के संबंध में निर्देश दिए जाएं।
उदय चौधरी.शहर के ब्रह्मपुरी इलाके में कोरोना संक्रमित महिला के मकान के ताले तोड़कर अज्ञात बदमाश लाखों रुपए नकद व सामान चोरी कर भाग निकला। चोरी की यह पूरी वारदात घटनास्थल और आसपास लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। फुटेज के आधार पर बदमाश की तलाश की जा रही है। इस संबंध में महिला के पति ने ब्रह्मपुरी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
जानकारी के अनुसार महिला 18 मार्च को कोरोना पोजिटिव आई थी। तब उनको मेडिकल टीम आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया। अगले दिन परिवार को भी सीतापुरा स्थित क्वारेंटन सेंटर में भेज दिया गया। इसके बाद उनके मकान के आसपास के क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया गया। तब से मकान सूना पड़ा था।
इस दौरान 2 मई को देर रात एक युवक उनके घर पहुंचा। वहां मकान के ताले तोड़कर अंदर चला गया। जहां से लाखों रुपए नकदी व सामान चुराकर भाग निकला। अगले दिन आस-पड़ौस के लोगों ने क्वारेंटाइन सेंटर में मौजूद मकान मालिक को सूचना दी। तब उन्होंने पुलिस को सूचना देकर मुकदमा दर्ज करवाया। पीड़ित परिवार का कहना है कि कर्फ्यूग्रस्त इलाके में पुलिस के सुरक्षा व्यवस्था में होने के बावजूद भी चोर बेखौफ होकर घर में सेंधमारी कर गया।
जिले केसैंपऊ में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के2 पॉजिटिव के मिले। इसमेंपहली बार2 साल की एक बच्ची भी कोरोना पॉजिटिव पाईगई। जबकि आगरा से आया एकव्यक्ति को कोरोना पॉजिटिव पाया गया,जिसके बाद धौलपुर में कुल संक्रमितों का आंकड़ा 17 पहुंच गया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जयपुर से मिली रिपोर्ट मेंबसेड़ी के गांव नगला दरवेशा की 2 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव मिलीहै। बच्ची कुछ दिन पहले ही मुरैना जिले से लौट कर आई थी,जिसके बाद सीएचसी बसेड़ीमें उसका सैंपल लिया गया था।
बाड़ी शहर में पहली बार आया केस
पहली बार बाड़ीशहर भी कोरोना के निशाने पर आ गया है। यहां के मोहल्ला गुम्मट में एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव आयाहै। जो कुछ दिन पहले आगरा से लौटकर आया था। इसके बाद बाड़ी के सामान्य चिकित्सालय में इसकी जांच हुई, जिसकी बुधवार को रिपोर्ट मिली है।
बसईनवाब में एक परिवार से बनी कोरोना की चेन
बसईनवाब कस्बे में कोरोना पाॅजिटिव मिले दंपती परिवार से कोरोना संक्रमण की चेन बनने लगी है। दंपती के कोरोना पाॅजिटिव मिलने के बाद उनके संपर्क में आए उनकी दोनों बेटियां कोरोना पाजिटिव आई। इसके बाद 9 वर्षीय भतीजा भी कोराना से संक्रमित हो गया है। ऐसे में दंपती परिवार से बन रही कोरोना चेन से परिवार के पांच लोग कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। बसईनवाब में कोरोना की चेन बनने को लेकर कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने पूरे कस्बे में निगरानी दल के 15 हजार सदस्यों की ड्यूटी बसईनवाब कस्बे में लगाई है। साथ ही कस्बे में रहने वाले सभी आने-जाने वालों पर रोक लगा दी है।
फल-सब्जी विक्रेताओं, मेडिकल दुकानदारों व दूध वालों की भी होगी स्क्रीनिंग
कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि असाध्य रोगों से पीड़ित, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र या 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों, फल-सब्जी विक्रेताओं, मेडिकल दुकानदारों, दूध वालों की स्क्रीनिंग कराई जाए। साथ ही प्रकरण विशेष में जो भी व्यक्ति हाल में पति, पत्नी एवं पुत्रियोंके संपर्क में आए (कॉन्टेक्ट हिस्ट्री) के व्यक्तियों की सैंपलिंग कराई जाए तथा सीडीआर के माध्यम से जो भी व्यक्ति परिवारजन से संपर्क में आए हैं, उनकी भी सैंपलिंग कराई जाए। इसके अतिरिक्त बसईनबाब, खेरागढव अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों से आए हैं अर्थात् ट्रैवल हिस्ट्री के आधार पर उनकी भी सैंपलिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए।
(आरिफ कुरैशी).कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार चिकित्सा सेवा के साथ ही लॉकडाउन और कर्फ्यू समेत विभिन्न व्यवस्थाएं कर रही है। इसके साथ ही प्रदेश व देश के नागरिक इस महामारी से सुरक्षित रहें, इसके लिए प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर भी फूल पेश कर रहेहै। अजमेर में पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर और रंगजी के मंदिर के साथ ही अजमेर दरगाह में भी सीएम अशोक गहलोत की ओर से फूल पेश किए जा रहे हैं।
महात्मा ज्योतिबा फुले राष्ट्रीय जागृति मंच एवं फूल मंडी जिला अजमेर के अध्यक्ष पूनम चंद मारोठिया इस सेवा को अंजाम दे रहे हैं। मारोठिया ने कहा नियमित रूप से ख्वाजा साहब की दरगाह में दोपहर खिदमत के समय 5 किलो फूल पेश किए जा रहे हैं। फूलों की यह थैली गरीब नवाज की दरगाह में जाने वाली फूलाें की सेज के अलावा है। यह व्यवस्था पिछले कुछ दिनों से ही जारी की गई है। मारोठिया ने बताया कि पुष्कर स्थित ब्रह्मा मंदिर और पुराने रंगजी के मंदिर में भी प्रतिदिन सीएम की ओर से मालाएं पेश कराई जा रही हैं। इसके साथ ही गेगल स्थित प्रसिद्ध खोड़ा गणेश मंदिर में भी इसकी शुरूआत कर दी गई है।
ऐसे हुई शुरूआत
मारोठिया ने कहा कि सीएम गहलोत से हुई चर्चा के दौरान उन्हाेंने गरीब नवाज के दर और पुष्कर में फूल पेश करने की इच्छा जाहिर की थी। उसी के अनुरूप यह सिलसिला शुरू कराया गया है। दरगाह में बिना कांटे केपिंक गुलाब भेजे जा रहे हैं। ब्रह्मा मंदिर और पुराने रंगजी के मंदिर में मालाएं बनवा कर भगवान के अर्पित की जा रही है। इसके पीछे एक ही मंशा है कि हमारे प्रदेश और देश से यह खतरनाक बीमारी जल्द से जल्द खत्म हो। सभी नागरिक सुरक्षित रहें। देश में खुशहाली वापस लौटे, जो लोग बेरोजगार हो गए हैं, वे वापस रोजगार में जुटे।
(मनीष चौहान / मुकेश परिहार)। अजमे में जिस कोरोना पॉजिटिव को हाल ही मौत हुई थी उसकी देखभाल करने वाला नर्सिंगकर्मी भी कोरोन संक्रमित हो गया है। बीमारी के लक्षण नजर आने पर उसने खुद ही अपनी जांच करवाई। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उसे भर्ती कर लिया गया तथा प्रशासन अलर्ट हो गया। अब इसके संपर्क में आए छह नर्सिंगकर्मियों की जांच चल रही है। अजमेर जिले में अभी तक दो लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है तथा 178 कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं।
स्वास्थ्यकर्मियों के एक दल ने बुधवार को शहर के लोहा खान क्षेत्र का सर्वे किया जहां यहकोरोना पॉजिटिव रहता है। एक अधिकारी ने बताया कि कंट्रोल रूम से फोन आया था कि जेएलएन हॉस्पिटलका एक कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव है और वह अस्पताल में भर्ती है, उसके इलाके में सर्वे किया जाए तथा आस-पास के लोगों की जांच की जाए।
उन्होंने बताया कि जांच में सामने आया है कि वह किराए के मकान में रहता है और चार-पांच दिन मे एक बार यहां आता है। वह मंगलवार को यहां आया था।मकान मालिक के परिवार में 10-11 लोग हैं जिनमें अभी कोई बीमारी जैसे लक्षण नहीं मिले हैं। दरअसल अभी हाल ही जिसकी कोरोना से मौत हुई है उसकी देखभाल में यह लगा हुआ था। और संभव है तभी संक्रमिम हो गया।
(शिवांग चतुर्वेदी)।दूसरे राज्यों में फंसे राजस्थान के विद्यार्थियों और श्रमिकों को प्रदेश में लाने का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में कर्नाटक से 1318 विद्यार्थियों और श्रमिकों को लेकर एक विशेष ट्रेन चिक्काबनावारा स्टेशन से बुधवार को यहां पहुंची। मजदूर 14.25 घंटे की यात्रा कर जयपुर पहुंचे।
यह ट्रेन सोमवार दोपहर 3:30 बजे बेंगलुरु के चिक्काबनावारा स्टेशन से रवाना हुई थी। ट्रेन आज सुबह5.05 बजे जयपुर जंक्शन पहुंची। जयपुर जंक्शन पर रेलवे सुरक्षा बल के जवानों और जिला प्रशासन के अधिकारियों ने समन्वय करते हुए सभी लोगों को रोडवेज बसों के जरिए उनके गंतव्य स्थानों तक भिजवाया।
ट्रेन में खाना-पानी नि:शुल्क मिला
विद्यार्थियों ने बताया कि ट्रेन में उन्हें राज्य सरकार की ओर से खाना और पानी भी नि:शुल्क मुहैया करवाया गया। जयपुर जंक्शन पर इन सभी की स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी को रोडवेज बसों के जरिए उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन किया गया।
राजधानी जयपुर में कोराेना के एपिसेंटर रहे रामगंज में केस कुछ कम हुए ही थे कि अब दो नई चुनौतियां सामने आ गई हैं। पिछले एक हफ्ते से जयपुर में मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। वहीं पिछले 4 दिन में ही 12 लोग जान गंवा चुके हैं। मंगलवार को भी एक साथ 6 लोगोंकी जान चली गई। इनमें 20 और 30 साल की दो युवतियां भी शामिल थी। देर रात जारी रिपोर्ट के अनुसार शहर में 25 नए पॉजिटिव मिले। इनमें 5 सब्जी वाले, 2 दुकानदार और सिविल लाइंस मंे मोटर गैराज विभाग का ड्राइवर शामिल है। इसी के साथ जयपुर में छह और मौत हो गई। इसके अलावा शहर में पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 1047 व मृतकों का आंकड़ा 50 पहुंच गया है। बीते 5 दिन में 13 से अधिक क्षेत्रों में हुई 1710 रैंडम सैंपलिंग में अब तक 15 सुपर स्प्रेडर (दुकानदार, सब्जीवाले, दूध विक्रेता, फार्मासिस्ट, गैस सप्लायर) पॉजिटिव मिल चुके हैं। इनमें 8 सब्जीवाले शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मोटर गैराज विभाग का ड्राइवर की ड्यूटी 3 दिन पहले सिविल लाइंस में थी और वह गांधीनगर में क्वार्टर में रह रहा था। सूचना मिलते ही संबधित लोगों की जानकारी जुटाकर सैंपल लिया। संपर्क में आए लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है।
यहां मिले पॉजिटिव
चांदपाेल 4, आदर्श नगर 3, रामगंज (खजाने वालों का रास्ता), जयसिंहपुरा खोर, किशनपोल बाजार, ग्लास फैक्ट्री टोंक रोड, कल्याण नगर टोंक रोड 2-2, पुराना जालूपुरा, माधवास कॉलोनी, सिविल लाइंस, बापू बाजार, चार दरवाजे के बाहर, पोलो विक्ट्री, मानसरोवर, पुरानी बस्ती 1-1
25 नए केस, कुल आंकड़ा 1047 हुआ
लोगों को बचाने में मुंबई-दिल्ली बेहतर
शहर | मृत्युदर % |
अहमदाबाद | 6.16 |
पुणे | 5.59 |
इंदौर | 4.77 |
जयपुर | 4.77 |
मुंबई | 3.87 |
दिल्ली | 1.25 |
गृह क्लेश में महिला ने खुदकुशी की, मौत के बाद कोरोना निकला
जिन 4 मृतकों की रिपोर्ट पॉजिटिव है उनमें पुराना जालूपुरा स्थित नुरानी मस्जिद के पास रहने वाली 22 वर्षीय विवाहिता भी है। महिला ने गृहक्लेष में तंग आकर सोमवार को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने शव को एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां विवाहिता की िरपोर्ट मंगलवार को पॉजिटिव आई। पुलिस ने परिवार के 10 लोगों को जगतपुरा स्थित क्वारेंआइन सेंटर जबकि 6 को होम क्वारेंटाइन किया है। इस क्षेत्र में एरिया में कर्फ्यू पहले से लगा हुआ है।
राजस्थान में कोरोना मरीजों के लिए अच्छी खबर है। जयपुर के एसएमएस अस्पताल में दो कोरोना मरीजों पर प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल किया गया था, जिसमें सौ फीसदी सफलता मिली है। दोनों ही मरीज अब स्वस्थ हो गए हैं। उन्हें जल्दी ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। बता दें कि जयपुर का एसएमएस प्लाज्मा थेरेपी से कोराेना का सफल इलाज करने वाला प्रदेश का पहला अस्पताल बन गया है।
इससे पहले राजस्थान सरकार ने आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) से मंजूरी मांगी थी कि उन्हें प्लाज्मा थेरेपी का ट्रायल करने दिया जाए। आईसीएमआर से अनुमति मिलने के बाद यह ट्रायल किया गया था। चूंकि अब इसके सकारात्मक नतीजे सामने आए हैं तो ऐसे में उम्मीद है कि कोरोनावायरस से पीड़ित दूसरे मरीजों पर भी इसे इस्तेमाल किया जाए। दिल्ली, केरल और मध्यप्रदेश में प्लाज्मा थेरेेपी से इलाज शुरू हो चुका है। इन जगहों पर भी इसके अच्छे नतीजे आए हैं।
इसलिए कारगर है प्लाज्मा थेरेपी
जिन मरीजों में कोरोना खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है, उनके लिए प्लाज्मा थेरेपी बेहद कारगर है। इसमें एंटीबॉडी इस्तेमाल किया जाता है। किसी खास वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी तभी बनता है, जब इंसान उससे पीड़ित होता है। अभी कोरोना फैला है, जो मरीज इससे बीमार होने के बाद ठीक हो जाता है तो उसके शरीर में इस कोविड वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बन जाता है। इसी एंटीबॉडी का इस्तेमाल करके इलाज किया जाता है। इसका सबसे बड़ा लाभ ये है कि कोरोना से होने वाली मौतें काबू हो सकती हैं।
भास्कर अपील- जो कोरोना से जंग जीत चुके हैं, वे प्लाज्मा डोनेट करें
राजस्थान में 1525 लोग कोरोना से जंग जीत चुके हैं। भास्कर इनसे अपील करता है कि आप आगे आएं और अपना प्लाज्मा डोनेट करें ताकि इस बीमारी से लड़ रहे हजारों मरीजों को ठीक किया जा सके। ये वक्त एकसाथ मिलकर लड़ने का है। किसी की जिंदगी बचाने से बड़ा दान कोई और नहीं हो सकता।
राजस्थान आने के लिए देशभर से करीब 17 लाख प्रवासियों और श्रमिकों ने अपना पंजीकरण करा लिया था। प्रदेश सरकार इन्हें लाना भी चाहती थी लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन बाधा बन गई। ऐसे में राज्य सरकार को मजबूरी में केंद्रीय गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन जारी करनी पड़ी है। मंगलवार काे सीएमअार में सीएम अशाेक गहलाेत की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में नई गाइडलाइन काे लेकर फैसला किया गया। गहलोत ने कहा-केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइन में सिर्फ उन्हीं श्रमिकों एवं अन्य लोगों को अन्तरराज्यीय आवागमन के लिए अनुमति दी है, जो लाॅकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंस गए हैं। जो लोग कार्यस्थल पर आराम से रह रहे हैं और सिर्फ घर जाने की इच्छा रखते हैं, उन्हें घर जाने की इजाजत नहीं है। सीएम ने यह भी कहा कि प्रदेश में संक्रमितों की वृद्धि दर 21 अप्रैल से 5 मई के बीच स्थिर रही है। यह अच्छा संकेत है। राजस्थान में संक्रमण का डबलिंग रेट भी 16 दिन है, जो राष्ट्रीय औसत 12 दिन से कम है।
प्रदेश के 10 में से 5 हॉटस्पॉट में बढ़ रहे रोगी... बाकी 5 में तेजी से ठीक हो रहे... लेकिन 3 नए हॉटस्पॉट भी बन रहे हैं
प्रदेश के 10 सबसे खतरनाक हॉटस्पॉट में से पांच में कोरोना के रोगी तेजी से बढ़ रहे हैं। बाकी पांच हॉटस्पॉट में एक्टिव रोगी (जो इलाज करा रहे हैं) तेजी से ठीक हो रहे हैं और यहां नए रोगी भी इक्का-दुक्का ही आ रहे हैं। हालांकि, चिंता ये भी है कि दो से तीन नए हाई रिस्क जोन भी बन रहे हैं। इनमें चित्तौड़गढ़ का निंबाहेड़ा, पाली सिटी और अलवर के कुछ इलाके इनमें शामिल हैं। पढ़ें डूंगरसिंह राजपुरोहित की रिपोर्ट..
यहां खतरा बढ़ रहा
यहां राहत दिख रही
...और ये नए डेंजर जोन
चित्तौड़गढ़ में 99 केस आए, उनमें से एक की मौत और 98 भर्ती हैं। कोई ठीक नहीं हुआ। पाली में 28 केस में से 2 ठीक हुए 26 भर्ती हैं।
प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से सोमवार को किए गए कनिष्ठ सहायक लिपिक ग्रेड द्वितीय सीधी भर्ती-2018 के चयनितों के जिला और विभाग आबंटन को लेकर बवाल मच गया। विभाग ने जिले की वरियता को दरकिनार करके कई अभ्यर्थियों को 500 किमी दूर तक जिला आबंटन कर दिया। इसमें अधिकांश महिलाएं शामिल हैं। इतनी दूर विभाग आबंटन के बाद कई महिला अभ्यर्थियों को तो घरवालों ने कहा दिया कि इतनी दूर जाने से अच्छा है कोई दूसरी भर्ती की तैयारी कर ले। ऐसे में उनके सामने संकट खड़ा हो गया है और उनकी दो साल की मेहनत बेकार जाती दिख रही है। विभाग ने एक दिन पहले ही एलडीसी भर्ती के 11258 चयनित अभ्यर्थियों को विभाग और जिला आबंटन किया था। अभ्यर्थियों का कहना है कि विभाग ने साफ्टवेयर के भरोसे सारा काम किया है। इसलिए यह गड़बड़ हुई है। साफ्टवेयर ने अभ्यर्थियों के विभाग को वरियता दी, इस कारण जिला आबंटन गड़बड़ हो गया। जबकि अधिकांश अभ्यर्थी ऐसे हैं जो विभाग चाहे कोई भी मिल जाए, लेकिन गृहजिले में या आसपास ही नियुक्ति चाहते हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि कई मामलों में तो कम मेरिट वालों को गृह जिला मिल गया। ऐसे में विभाग को परिवेदना लेकर तुरंत इस समस्या का निराकरण करना चाहिए।
अभियोजन निदेशालय के आदेश में गफलत : मंगलवार को अभियोजन निदेशालय ने एक आदेश जारी कर इस विभाग को आबंटित होने वाले अभ्यर्थियों के लिए एक फार्मेट जारी कर दिया। इसमें नाम,पते की सूचनाओं सहित यह सूचना भी मांग ली गई कि उनका गृह जिला कौन सा है और प्रशासनिक सुधार विभाग ने कौन सा जिला दिया है। इसके बाद पदस्थापन के लिए 3 जिलों के विकल्प भी मांग लिए। इससे गफलत की स्थिति पैदा हो गई कि क्या प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से दिया गया जिला अभियोजन निदेशालय बदल देगा। हालांकि बाद में निदेशक पीसी बेरवाल ने बताया कि हम जिला नहीं बदल सकते।
आरपीएससी की 2013 की भर्ती में भी हुई थी गड़बड़ी
आरपीएससी की ओर से 2013 में हुई एलडीसी भर्ती में भी प्रशासनिक सुधार विभाग ने जिला आबंटन में गड़बड़ी कर दी थी। तब बवाल मचने के बाद विभाग को गृहजिले से दूर जाने वालों से परिवेदना मांगते हुए उनको विभाग बदलने का मौका दिया था। इसके बाद विभाग ने गलती सुधारते हुए कई अभ्यर्थियों का विभाग बदलते हुए गृह जिला आबंटित किया था। अब 2018 की एलडीसी भर्ती में फिर वही समस्या उत्पन्न हो गई है।
केस-1 : प्रतापगढ़ सुनते ही मां ने कहा छोड़ दे नौकरी : एलडीसी भर्ती में 11864 पर आई जयपुर की मोहिनी सैनी को प्रतापगढ़ में शिक्षा विभाग मिला है। जबकि उसने जयपुर को पहली वरियता दी थी। मोहिनी का कहना है कि भर्ती में जिले की बजाय विभागों की वरियता ही देखी गई है। मां को जब मैंने प्रतापगढ़ के लिए बताया तो उसने कहा कि बेटी छोड़ देना नौकरी। इतनी दूर जाकर क्या करेगी। दूसरी तैयारी कर। मेरी तो दो साल की मेहनत बेकार हो गई।
केस-2 : कम रेंक वाले को मिल गया गृह जिला : विकास चौधरी की रेंक 1150 है। उन्होंने हनुमानगढ़ मांगा था। उन्हें जयपुर जिले में कोआपरेटिव विभाग मिला है। उनसे नीचे के रेंक के एक जने को कोआपरेटिव में ही हनुमानगढ़ जिला मिल गया। चौधरी ने कहा कि विभाग ने आंख मूंद कर जिला आबंटन किया है।
नियम यह कहता है कि पहले मेरिट के आधार पर विभाग आबंटन किया जाए। इसके बाद इच्छानुसार जिला आबंटन की कोशिश की जाए। हमने भी यही किया है। पहले विभाग आबंटन किया और इसके बाद उस विभाग के जिलों में जो पद खाली थे। उसके आधार पर जिला आबंटन किया। जिला व विभाग आबंटन में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। काम पारदर्शिता के साथ हुआ है।
- डॉ.आर.वेंकटेश्वरन, एसीएस, प्रशासनिक सुधार विभाग
प्रदेश से बाहर कामकाज के लिए गए लोगों में से नौ लाख 77 हजार 125 प्रवासी राजस्थानी वापस घर लौटना चाहते है। वहीं यहां काम कर रहे दूसरे राज्यों के सात लाख 14 हजार 877 लोगों ने अपने गांव-शहर जाने के लिए आवेदन किया है। राजस्थान में आने व जाने के लिए 16 लाख 92 हजार 2 लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है। अब उद्योग विभाग जिले वार इसकी सूची बना कर इनके लिए बस व ट्रेन का इंतजाम कर रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर अब तक 80 हजार लोगों के परिवहन की निशुल्क व्यवस्था की गई है। जिसमें से 55 हजार लोगों को बॉर्डर से राजस्थान के जिलों में भिजवाया जा रहा है और 25 हजार लोगों को संबंधित राज्यों की बॉर्डर तक छोड़ा जा रहा है।
उद्योग विभा के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल का कहना है कि प्रदेश में फैक्ट्रियां व काम-धंधे शुरु हो गए है। ऐसे में सरकार चाहती है कि दूसरे राज्यों के श्रमिक भी यही रह कर काम करे। फिर भी कोई जाना चाहता है तो संबंधित राज्य सरकार की सहमति से उनके जानने की निशुल्क व्यवस्था करवाई जाएगी। यात्रियों की रेलवे स्टेशन पर मेडिकल स्क्रीनिंग की जा रही है। यात्रियों के लिए खाने व पीने का इंतजाम है। लंबी यात्रा के दौरान भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। किराया भी सरकार दे रही है।
ट्रेनों से भेज रहे है कोटासे छात्र और श्रमिक
कोटा से आठ हजाऱ 762 विद्यार्थियों को लेकर आठ ट्रेन बिहार व झारखंड के लिए रवाना हो चुकी है। नागौर में फंसे 1187 मजदूरों को लेकर पटना बिहार जा चुकी है। एक ट्रेन नागौर से रांची के 905 मजदूरों को लेकर गई है। अजमेर में फंसे 1186 लाेगाें काे ट्रेन से पश्चिम बंगाल पहुंचाया जा रहा है। जयपुर से 1150 श्रमिकों को लेकर ट्रेन कटियार बिहार गई है। हालांकि केंद्र के नए गाइडलाइंस के बाद मजदूरों के आवाजाही पर अब रोक लग जाएगी।
इन प्रदेशों में अब तक आने वाले व जाने वाले लोग
राज्य : राजस्थान आने वाले प्रवासी
: यहां से जाने वाले श्रमिक
गुजराज : 1,47,331 : 3117
मध्यप्रदेश : 6596 : 30,858
पंजाब : 757 : 6596
हरियाणा: 1870 : 3848
उत्तरप्रदेश : 1336 : 14,101
उत्तराखंड : 876 : 960
पश्चिम बंगाल: 277: 332
बिहार : 192 : 2652
महाराष्ट्र : 8352 : 326
उड़ीसा: 99 : 380
देश में पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 121 लोगों ने दम तोड़ा। 3,318 नए मरीज भी मिले। अब कुल 49,336 संक्रमित हो गए। माैताें का अांकड़ा डेढ़ हजार पार चला गया। राजस्थान में भी मंगलवार को सर्वाधिक 12 मौतें हुई, जबकि 97 नए रोगी सामने आए। नई माैतों में सर्वाधिक 6 जयपुर में हुईं। यहां 25 नए राेगी भी मिले। जयपुर के अलावा जाेधपुर अाैर कोटा में तीन-तीन मौतें हुईं। जोधपुर में सबसे ज्यादा 41 नए राेगी सामने अाए। चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा व कोटा में 9-9, अजमेर में 5, भीलवाड़ा व टाेंक में 2-2, भरतपुर, अलवर, राजसमंद और झालावाड़ में 1-1 रोगी मिला। अब तक प्रदेश में कुल 3158 राेगी हो गए हैं, जबकि 89 माैतें हाे चुकी हैं। देश में पिछले तीन दिन में रोगियों की संख्या 10 हजार बढ़ी है। यह हाल तब है, जब पूरा देश 40 दिन के सख्त लाॅकडाउन में रहा और पिछले दो दिन से ही छूट मिलना शुरू हुई है। देश में काेराेना मरीजों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंच गई है। मरीजों की संख्या के लिहाज से भारत अब दुनिया में 14वें स्थान पर पहुंच गया है।
भास्कर अपील
कोरोना से जंग में देश ने अब तक जिस संयम का परिचय दिया है, उसकी परीक्षा की घड़ी आ गई है। आज देश में काेरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार के पास है। हमारी थोड़ी सी लापरवाही देश को कोरोना के गहरे संकट में धकेल सकती है। इसलिए, आप सभी से अनुरोध है कि लॉकडाउन में मिली छूट का इस्तेमाल सिर्फ बेहद जरूरी कामों के लिए ही करें। अनावश्यक रूप से घरों से नहीं निकलें। कोरोना अब भी घर के बाहर ही है। इसे अपनी और अपनों की जिंदगी में दखल देने का मौका नहीं दें।
इजरायल और इटली में वैक्सीन बनाने का दावा
इजरायल और इटली में कोरोना की वैक्सीन बनाने का दावा किया गया है। इजरायल के रक्षामंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा- ‘देश के मुख्य जैविक अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने कोरोनावायरस के लिए एक एंटीबॉडी विकसित करने में अहम सफलता हासिल की है। हमारी टीम ने कोरोनावायरस को खत्म करने के टीके के विकास का चरण पूरा कर लिया है। अब इसके पेटेंट और बड़े पैमाने पर उत्पादन का काम चल रहा है।’ वहीं दूसरी ओर, साइंस टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में बताया कि इटली में संक्रामक बीमारी से संबंधित स्पालनजानी अस्पताल में वैक्सीन का ट्रायल सफल रहा है। वहां चूहे में एंटीबॉडी तैयार किया गया। इसका प्रयोग इंसानों पर भी हुआ, जिसके अच्छे नतीजे आए हैं। अभी इसके कुछ और ट्रायल होने बाकी है।
दिल्ली एम्स के डायरेक्टर का अनुमान :25 मई से 5 जून के बीच चरम पर पहुंच सकती है मरीजों की संख्या
आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. गंगाखेड़कर बोले- मजदूराें की घर वापसी के बाद पैदा हाेने वाले हालात पर बहुत कुछ निर्भर करेगा।
एम्स कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर संजय राय ने कहा- अभी इसी रफ्तार से मरीज बढ़ेंगे, अक्टूबर में चरम आ सकता है।
नई दिल्ली | देश में काेराेना मरीजों की संख्या में एकाएक बढ़ोतरी चाैंकाने वाली है। दिल्ली एम्स के निदेशक प्रो. रणदीप गुलेरिया के अनुसार, भारत में मई के आखिरी या जून के पहले सप्ताह में कोरोना चरम पर पहुंच सकता है। लॉकडाउन के कारण अभी मरीज बढ़ने की दर कम रही है। दूसरी तरफ, एम्स के ही कम्युनिटी मेडिसिन के प्रो. संजय राय कहते हैं कि अभी इसी रफ्तार से मरीजों की संख्या बढ़ती रहेगी। लेकिन, सितंबर से अक्टूबर में मरीजाें की सबसे ज्यादा संख्या आ सकती है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा िक कोविड-19 चरम पर कब जाएगा, यह इस बात पर निर्भर है कि हम सब मिलकर इस बीमारी से कैसे निपटते हैं। वहीं, आईसीएमआर के वैज्ञानिक डॉ. आर. गंगाखेड़कर के मुताबिक प्रवासी मजदूराें की घर वापसी के बाद पैदा हाेने वाले हालात पर काफी कुछ निर्भर करेगा। हालात अच्छे से नियंत्रित कर लिए गए ताे मरीजों का माैजूदा ट्रेंड जारी रहेगा। अगर इनमें संक्रमण फैला तो कुछ भी कहना मुश्किल है।
राज्यों में लाैटने वाले मजदूरों की बड़े पैमाने पर जांच जरूरी: सुजाता राव
पूर्व स्वास्थ्य सचिव सुजाता राव ने बताया कि सरकार पहले दिन से कह रही है कि बचाव का सबसे अच्छा तरीका सोशल डिस्टेसिंग है। मजदूर बड़ी संख्या में घर लाैट रहे हैं। राज्यों में शायद ही इतनी बड़ी आबादी को क्वारेंटाइन में रखने की व्यवस्था होगी। सभी लोगों की जांच भी संभव नहीं है। सिर्फ थर्मल स्कैनिंग से कोई फायदा नहीं। अधिक से अधिक जांच करने पर ही हालात नियंत्रण में किए जा सकते हैं।
एसएमएस अस्पताल में साढे तीन माह पहले किए गए पहले हार्ट ट्रांसप्लांट के रिसिपिएंंट की मौत हो गई। बामनवास निवासी विशाल (17) को किसी भी सरकारी अस्पताल का पहला हार्ट लगाया गया था। तबीयत खराब होने पर विशाल को 28 अप्रैल को एसएमएस लाया गया था। यहां हर दिन उसकी तबीयत बिगड़ती चली गई। अन्तत: तीन दिन पहले उसकी मौत हो गई। हालांकि उसका कोविड टेस्ट निगेटिव आया है। मालूम हो कि अस्पताल में 16 जनवरी को पहला ट्रांसप्लांट हुआ था।
लॉकडाउन के कारण समय पर नहीं पहुंच पाया अस्पताल
विशाल के गेस्ट्रो एंट्रोटाइटिस हो गया था। लॉकडाउन के चलते वह समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका। जिस दिन उसे यहां लाया गया, उसी दिन कम ब्लड प्रेशर और अन्य कई शिकायतें सामने आई। संभवतया विशाल ने स्थानीय स्तर पर ही कुछ दवाइयां ले ली जिसकी वजह से यह साइड इफेक्ट हो गया। अस्पताल में आने के बाद उसकी किडनी फेल्योर हो गया और डायलिसिस करना पड़ा। लेकिन हर दिन उसकी तबीयत खराब होती चली गई।
(संदीप शर्मा)कोरोना से जयपुर में लगातार बढ़ती मौतों ने चिंता बढ़ा दी है। भास्कर ने डेटा से मौतों का कारण जाना तो सामने आया कि सबसे ज्यादा खतरा उन्हीं को है जिन्हें दो से अधिक गंभीर बीमारियां हैं। 50 मौतों में से 24 से ज्यादा लोगों को गंभीर बीमारियां थी। इसके अलावा 12 लोगों को हायपरटेंशन और 7 को पहले से डायबिटीज था। किडनी की दिक्कत 3 लोगों को थी। 8 लोगाें को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया, जबकि 3 में पहले से कोई बीमारी नहीं पाई गई।
सबसे बड़ी चिंता : 8 मरीजों को अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया, 3 को कोई बीमारी नहीं थी
मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. रमन शर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा मौतें उन लोगों की हुई जिन्हें पहले से दो बीमारियां थी। इनकी संख्या करीब 60% है। इसके अलावा डायबिटीज के साथ हार्ट डिजीज वाले पेशेंट के लिए कोरोना सबसे घातक है। क्योंकि ऐसे मरीजों को तेजी से इम्युनिटी कम करता है और हार्ट और शरीर के अन्य अंगों को खराब कर देता है। हाइपरटेंशन और उसके साथ अन्य कोई भी बीमारी मौतों की बड़ी वजह बनी है। इसके साथ ही टीबी और सीओपीडी के मरीजों के लिए भी काफी घातक है।
मोटापा भी घातक... ज्यादातर मामलों में सीवियर कंडीशन में भर्ती हुए मरीज
भास्कर एक्सपर्ट डॉ. सुधीर भंडारी, सीनियर प्रोफेसर मेडिसिन डॉ. रमन शर्मा, एचओडी मेडिसिन डॉ. एस बनर्जी, सीनियर कंसल्टेंट मेडिसिन डॉ. अजीत सिंह के अनुसार मोटे लोगोें में भी कोरोना काफी खतरनाक दिख रहा है। जिन लोगों की मौत हुुई, उनमें से 88 फीसदी का वजन अधिक था। इसके अलावा िजन मरीजों की मौत हुई, उनमें से अधिकांश में निमोनिया की काफी सीवियर स्टेज सामने आई है। इन मरीजों में अलग तरह के ही साइटोकाइंस मार्कर्स काफी अधिक संख्या में रिलीज हो रहे थे।
उपखण्ड मुख्यालय की इंद्रा कॉलोनी में छह माह से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है। लोगों ने नलों में पानी की सप्लाई न होने की समस्या को लेकर मंगलवार को एसडीएम को ज्ञापन दिया।
कॉलोनी निवासी रामस्वरूप रेगर, जगदीश रैगर, दामोदर, धर्मेंद्र, राजू, गिर्राज आदि ने बताया कि इंद्रा कॉलोनी की गली नंबर एक मे करीब छह माह से नलों में पानी नहीं आ रहा है। इस बारे में कई बार जलदाय कर्मियों को अवगत करवा दिया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। लोगों ने नल उपभोक्ताओं की पेयजल समस्या का समाधान करवाने की मांग की है।
सैनी माली समाज के जिला प्रवक्ता एवं योग सेवा दल समिति सवाई माधोपुर के योग प्रशिक्षक तथा जिला अस्पताल में कोरोना योद्धा बनकर सेवा दे रहे राजेश सैनी ने अपने माता पिता के साथ परिंडा बांधकर एवं गोशाला में गायों को चारा खिलाकर जन्मदिन मनाया। सैनी समाज के जिलाध्यक्ष सचिन सैनी, पूर्व प्रधान आशा मीणा, पार्षद अल्का शर्मा, नगरपरिषद सभापति गीता सैनी, योग सेवा दल समिति के पदाधिकारियों, जिला अस्पताल के स्टाफ व समाज के लोगों ने दिनभर फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, वाट्स एप के माध्यम से बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की। योग सेवा दल समिति के अध्यक्ष रविशंकर सैनी ने निज आवास पर जाकर सोशल डिस्टेसिंग को ध्यान में रखते हुए माला पहनाकर केक काटा। राजेश सैनी ने बताया कि वह उनका जन्मदिन हर बार धूमधाम से मनाते हैं, लेकिन देश में कोविड 19 महामारी के चलते इस बार जन्मदिन सेवा के रूप में मनाया।
ग्रामीण शिक्षा केंद्र की ओर से जिले में रह रहे विमुक्त एवं घुमंतू जनजातियों को रसद सामग्री का वितरण कार्य किया जा रहा है। संस्था सचिव राधेश्याम सेन ने बताया कि संस्था ने जिले में घुमंतु एवं विमुक्त जनजातियों के लगभग 700 परिवारों का चयन रसद सामग्री के वितरण के लिए किया है।संस्था निदेशक शुभम गर्ग ने बताया कि ग्रामीण शिक्षा केंद्र ने इनकी मदद के लिए गत सप्ताह जिले में फंड-रेजिंग अभियान शुरू किया है, जिसमें अभी तक 40 से अधिक सवाई माधोपुर के निवासी अपना योगदान दे चुके हैं। संस्था पिछले 3 दिन में खंडार ब्लॉक के ग्राम खंडार, रायखेड़ा, कटार, बाजोली, अल्लापुर, फलौदी, कैलाशपुरी, खानपुर, बोदल एवं सवाई माधोपुर ब्लॉक में कुंडेरा, निवाड़ी, सूरवाल, भारजा व कुंडली गांव में निवास कर रहे गाड़िया लोहार, भोपा और मोग्या समुदायों के 350 परिवारों को राशन सामग्री वितरित कर चुकी है।
ग्राम पंचायत मुख्यालय थडोली में कोर ग्रुप बैठक पीईईओ नरेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में अनावश्यक भीड़, सोशल डिस्टेंस, बाहरी व्यक्तियों की निगरानी आदि मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी बृजमोहन शर्मा, पंचायत सहायक रामसहाय गुर्जर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एलडीसी आदि मौजूद रहे।
शहर के वस्त्र व्यापार कमेटी और हॉल सेल व्यापार मंडल के पदाधिकारियों ने विनोद जैन के नेतृत्व में एडीएम भवानी सिंह से व्यापार खोलने के संदर्भ में चर्चा की। वस्त्र व्यापार कमेटी के महामंत्री रूपेश नामा ने बताया कि इस दौरान पता चला कि अभी तक इस बारे में राज्य सरकार के आदेश नहीं आए तो उन्होंने कपड़ा व्यापार बंद रखने की बात कही। इसको सभी व्यापारियों ने माना और निर्णय लिया कि जब तक लॉकडाउन रहेगा जब तक व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद रखेंगे।
सूरवाल में सोमवार शाम को अंधड़ एवं बरसात के बाद गुल हुई बिजली मंगलवार सुबह सुचारू हुई। बिजली गुल होने के बाद पेयजल टंकियों में पानी नहीं भर पाया। जिससे मंगलवार को पेयजल सप्लाई नहीं होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ा। अनिल कुमार वैष्णव, मकरध्वज मीणा सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि थोड़ी सी हवा चलने के बाद गांव में रात भर के लिए बिजली गुल हो जाती है। बिजली निगम के अधिकारियो से बात करने पर उनके द्वारा कोई भी संतुष्ट पूर्वक जवाब नहीं दिया जाता है।
लॉकडाउन थ्री को लेकर लोग ज्यादा उत्साहित नहीं हो। लॉकडाउन थ्री में कोई विशेष छूट नहीं है। शराब दुकान व निजी कार्यालयों को कुछ शर्तों पर खोलने की छूट दी गई है। इसके अलावा पूर्व से संचालित व्यवस्थाएं ही सुचारू रहेंगी। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई जाएगी तथा मुकदमा दर्ज किया जाएगा। ऐसे में लोग अधिक जागरूकता के साथ लॉकडाउन थ्री की पालना करें। यह बात मंगलवार को कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव को लेकर जिले में किए जा रहे कार्यों की कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान जिलाधिकारियों ने कही। इस मौके पर कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा उपस्थित रहे। जिले में 304 मजदूर आए तो 1010 गए: कलेक्टर ने बताया कि राज्य सरकार के आदेशानुसार दूसरे जिलों के लोगों को उनके क्षेत्र में पहुंचाया गया तथा अन्य जिलों व प्रदेशों से जिले के लोगों को बुलाया गया है। कोरोना संक्रमण काल के दौरान जिले में मध्यप्रदेश से 75 व अन्य जिलों व प्रदेशों से 229 कुल 304 मजदूर आए हैं। इसी तरह जिले से उत्तरप्रदेश में 312, एमपी में 667, तमिलनाडु में 171 कुल 1 हजार 10 लोगों को भेजा गया है। बाहर से जिले में आने वाले लोगों की चिकित्सा विभाग द्वारा सैंपलिंग कर होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। ऐसे लोगों से एक फार्म भी भरवाया जा रहा है, जिसमें उनकी पूरी डिटेल तथा होम क्वारेंटाइन का उल्लंघन नहीं करने व होम क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने पर आपराधिक कृत्य के लिए स्वयं दोषी होने का शपथ पत्र लिया जा रहा है। ऐसे लोगों को राज कोविड एप से जोड़कर प्रदेश स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है। हॉट स्पॉट एरिया से जिले में आने वाले लोगों की जांच कर होम क्वारेंटाइन किया जा रहा है। टीकाकरण तथा नॉन कोविड बीमारियों के उपचार के लिए ओपीडी की समुचित व्यवस्था करवाने, मोबाइल ओपीडी वेन के माध्यम से लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए है। एक कार्मिक व दो पड़ोसी को दी जाएगी जिम्मेदारी कलेक्टर ने बताया कि होम क्वारेंटाइन वाले लोग मेडिकल प्रोटोकॉल की पालना करें, इसके लिए एक कार्मिक तथा दो पड़ोसियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। होम क्वारेंटाइन का उल्लंघन करने पर इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकेगी। बाइक पर एक ही व्यक्ति हो। प्रात: 7.30 बजे से शाम 6 बजे तक ही दुकानें खुलेंगी। इसके बाद दुकानें खुली पाई जाने पर नियमानुसार दुकानदार पर कार्रवाई की जाएगी। जिले में बाहर से आने वाले 8211 प्रवासियों का ऑनलाइन पंजीयन हो चुका है। इनमें से 7222 को अनुमति पास जारी हो चुके हंै। इसी प्रकार जिले में 2830 लोगों ने अन्य प्रदेश/जिले में जाने के लिए पंजीयन करवाया है। जिनमें से 1762 के अनुमति पत्र जारी हो चुके हैं। हमारी सैंपलिंग दर स्टेट एवरेज से अधिक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि हमारे जिले में सैंपलिंग दर स्टेट एवरेज से अधिक है। जिले में मिले आठ पॉजीटिव केस में से पांच ठीक हो चुके हैं। शेयर नहीं करें शराब, साफ करें हाथ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि लॉक डाउन थ्री में शराब की दुकानों को खोलने की छूट दी गई है। शराब एक दूसरे से शेयर नहीं करें। सेनिटाइजर से हाथ साफ करें। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। सार्वजनिक स्थानों पर शराब का सेवन निषेध है। ऐसा करते पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। अभी नहीं टला है कोरोना का खतरा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अभी कोरोना का खतरा टला नहीं है। ऐसे में बाहर से आने वाले सभी लोग होम क्वारेंटाइन हो। कर्फ्यू क्षेत्र में जीरो मोबिलिटी हो यही हमारी प्राथमिकता है। लॉकडाउन थ्री में राहत का दुरूपयोग नहीं करें। ऐसे में लोग विशेषकर बाहर से जिले में आने वाले लोग मेडिकल प्रोटोकाल का पालन कर पुलिस, प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग का सहयोग करें। जिले में 2324 लोगों की हुई सैंपलिंग सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा ने बताया कि जिले में दो हजार 324 लोगों की सैंपलिंग हुई है। इसमें से 2270 की जांच प्राप्त हुई। 2262 की रिपोर्ट नेगेटिव, 8 की पॉजीटिव आई। 54 की जांच आनी शेष है। 8 पॉजीटिव केस में से 5 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अब जिले में मात्र 3 केस पॉजीटिव हैं। जिले में 123 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। नौ स्थानों पर 449 संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर बनाए गए है। अब तक 23 लाख 54 हजार 79 का सर्वे किया जा चुका है। जिले में 92 लोग आइसोलेशन वार्ड में है। 25 हजार 427 लोग होम क्वारेंटाइन है। इसमें से 5 हजार 271 लोगों को छोड़कर सभी को 28 दिन पूरे हो चुके हैं। जिले में सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद है।
कस्बे में मंगलवार को बाजार में दुकानें खुलने के साथ ही खरीदारों की भीड़ लगना प्रारम्भ हो गई। ऐसे में लॉकडाउन की पालना में पुलिस ने लोगों को दूर दूर रहने व भीड़ नहीं करने के लिए समझाइश की, लेकिन पुलिस के जाने के बाद पुनः भीड़ लगना प्रारम्भ हो गई। इसकी जानकारी पुलिस को लगने पर पुन: बाजार में जाकर भीड़ नियंत्रण करने के लिए सख्ती दिखाई, तब जाकर बाजार से ग्राहकों की भीड़ कम हुई।
पंचायत मुख्यालय निमोद राठौद सरपंच राजन्ती गुर्जर ने कोरोना वायरस के बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया।
भारतीय डाक विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता 2019-20 में नवदीप पब्लिक सीनियर सेकंडरी स्कूल की छात्रा सृष्टि गौतम ने राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस पर डाक अधीक्षक गुमान सिंह शेखावत द्वारा विभाग की ओर से 25 हजार रुपए की राशि का चेक भेंट किया गया। डाक अधीक्षक ने बताया कि भारतीय डाक विभाग द्वारा राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता 2019-20 का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में सृष्टि गौतम ने इनलेण्ड लेटर कैटेगरी में राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस मौके पर निरीक्षक परिवाद राजीव शर्मा, रामावतार बंसल, पिन्टू शर्मा, सिस्टम मैनेजर राजेश साहू आदि उपस्थित रहे।
कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने सोमवार की रात को चौथ का बरवाड़ा के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर पहुंचकर आंधी, तूफान के कारण घरों की दीवार गिरने, ट्राली पलटने, पेड गिरने से हुए हादसों में घायल हुए लोगों के संबंध में जानकारी ली तथा उनके उपचार के संबंध में चिकित्सकों को निर्देश दिए। कलेक्टर पहाड़िया एवं पुलिस अधीक्षक ने सोमवार की रात को ही चौथ का बरवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचकर मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा घायलों के समुचित उपचार के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने उपखंड अधिकारी चौथ का बरवाड़ा दामोदर सिंह से उपखंड क्षेत्र में हुए हादसों, जान-माल एवं पशुधन की हानि के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट बनाकर देने के निर्देश दिए। सोमवार को बरवाड़ा क्षेत्र में दो जनों एवं खंडार उपखंड में एक जने की आंधी तूफान के कारण हुए हादसों में मृत्यु हो गई। चौथ का बरवाड़ा से पांच जनों को एवं खंडार से चार जनों को अधिक चोट होने एवं गंभीर होने के कारण सामान्य चिकित्सालय में रेफर किया गया था। सामान्य चिकित्सालय सवाई माधोपुर पहुंचकर हादसों में घायल हुए तथा रैफर किए गए लोगों से मुलाकात की। यहां उनके साथ पूरी संवेदना दिखाते हुए कलेक्टर ने पीएमओ एवं चिकित्सकों से घायलों का समुचित उपचार करने के निर्देश दिए। उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी करवाई। घायलों को सांत्वना देते हुए कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उनके उपचार में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। कलेक्टर पहाड़िया ने उपखंड अधिकारियों को ओलावृष्टि एवं आंधी-तूफान से हुए नुकसान के मुआवजे के रूप में पीड़ितों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से सहायता उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।
बालिका शिक्षा को बढावा देने के लिए बालिका शिक्षा फाउंडेशन द्वारा दिए जाने वाले गार्गी, बालिका शिक्षा प्रोत्साहन एवं इंदिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार की राशि तीन माह बाद भी पात्र छात्राओं को नहीं मिली है। जबकि संबंधित छात्राओं द्वारा पूर्व में ही ऑनलाइन कर दिया था। इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक रामखिलाड़ी बैरवा ने बताया कि गार्गी एवं इंदिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार की राशि बालिका शिक्षा फाउंडेशन द्वारा दिए जाते हैं। इसलिए प्रोत्साहन राशि भी फाउंडेशन द्वारा ही संबंधित छात्राओं के बैंक खातों में सीधे ही हस्तांतरित की जाएगी।
छात्रा मास्क बनाकर जरुरतमंदों को बांट रही
सवाईमाधोपुर|आवासन मंडल श्याम वाटिका निवासी छात्रा नेहा शर्मा पुत्री मोहनलाल शर्मा घर पर रोजाना मास्क बनाकर लोगों को प्रतिदिन वितरित कर रही है। कोरोना से बचने ओर सुरक्षित रहने सम्बन्धी सुझाव देने का कार्य भी कर रही है ।
कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने सभी उपखंड अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों, विकास अधिकारियों, बीसीएमएचओ एवं अन्य अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूरी सतर्कता बरतते हुए लॉकडाउन की पालना करवाने तथा बाहर से आने वाले प्रवासियों की स्क्रीनिंग, सेंपलिंग एवं होम/संस्थागत क्वारिन्टाइन की पूरी मॉनिटरिंग रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि दूसरे प्रदेशों से या राज्य के अन्य जिलों से आने वाले प्रवासियों का मेडिकल जांच एवं मॉनिटरिंग के लिए कार्मिकों की ड्यूटी लगाकर जिम्मेदारी दी जाए।
इसी के साथ होम क्वारिन्टाइन किए जाने वाले लोगों से शपथ पत्र भरवाएं, पड़ोसियों को भी निगरानी के लिए पाबंद करें। होम क्वारिन्टाइन किए गए लोगों के मोबाइल में राज कोविड इंफो एवं आरोग्य सेतु ऐप आवश्यक रूप से डाउनलोड करवाया जाए। टीकाकरण तथा नॉन कोविड बीमारियों के उपचार के लिए ओपीडी की समुचित व्यवस्था करवाने, मोबाइल ओपीडी वेन के माध्यम से लोगों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने तथा इसका अधिक से अधिक प्रचार प्रसार करते हुए लोगों को इसका लाभ मिले, ऐसी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि लॉकडाउन के संबंध में कोई कंफ्यूजन नहीं हो, पूरी तरह से पालना हो। जीरो मॉबिलिटी क्षेत्र सहित जिले में लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क लगाने, सार्वजनिक स्थानों पर नहीं थूकने सहित अन्य निर्देशों की कड़ाई से पालना करवाई जाए। शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक मेडिकल इमरजेंसी के अलावा कोई बाहर नहीं निकले। कलेक्टर ने कहा कि जरूरतमंदों को राशन सामग्री किट का वितरण प्राथमिकता से किया जाए। जिले में कोई भूखा नहीं सोए, इसके लिए संवेदनशीलता रखते हुए पूरी मशीनरी द्वारा सक्रियता से कार्य किया जाए। ग्राम स्तरीय कमेटियों को अधिक सक्रिय किया जाए। कई लोग गांवों में इधर उधर या पगडंडियों के माध्यम से बाहर से आ जाते है, उनकी निगरानी की जाए तथा सूचना देकर मेडिकल जांच एवं स्क्रीनिंग करवाई जाए। सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना एवं सरसों के लिए खरीद
शुरू करवाई जाए। खरीद केन्द्रों पर समुचित व्यवस्थाएं करवाएं। दूसरे स्थानों से जिले में आने वाले या जिले के या जिले से होकर दूसरे स्थान पर जाने वाले प्रवासियों के संबंध में चिकित्सकीय प्रोटोकॉल, स्क्रीनिंग की जाए तथा सूचना रखी जाए तथा सूचना को नियमित जिला मुख्यालय पर भिजवाया जाए। बाहर से जिले में आने वालों के संबंध में मेडिकल स्क्रीनिंग चिकित्सक टीम द्वारा हो तथा हॉट स्पाट से आने वालों के सेंपल लेकर निर्देशों के अनुसार क्वारिन्टाइन किया जाए। बाहर से आने वालों पर निगरानी एवं मॉनिटरिंग के लिए पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी, बीएलओ की जिम्मेदारी तय की जाए। कलेक्टर ने टीकाकरण एवं अन्य बीमारियों के मरीजों को उपचार की समुचित व्यवस्था के निर्देश दिए। जिले में ओलावृष्टि, आंधी-तूफान से मकान, फसल, जन हानि, पशुधन की हानि हुई है तो इस संबंध में तुरंत रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए। जिससे पीड़ित को मुख्यमंत्री सहायता कोष से तुरंत सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों से आपसी समन्वय के साथ लॉकडाउन/की कठोरता से पालना करवाने के निर्देश दिए। अतिरिक्त जिला कलेक्टर भवानी सिंह पंवार ने सभी उपखंड अधिकारियों से उपखंड वाइज समीक्षा की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र कुमार यादव, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना ने भी दिशा निर्देश दिए।
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बजरिया की ओर से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मंगलवार को उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग कार्यालय के समस्त कार्मिकों की जांच की गई। पब्लिक हेल्थ मैनेजर विनोद शर्मा एवं मेल नर्स द्वितीय अरविन्द गुप्ता ने उपनिदेशक डॉ. इंद्रमोहन शर्मा, डॉ. विजय शंकर, योगेन्द्र शर्मा, रामलखन शर्मा, गोवर्धन लाल गुप्ता, प्रेमचन्द, रमेश सहित समस्त कार्मिकों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डॉ. इंद्रमोहन शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद विभाग सवाई माधोपुर के विभिन्न औषधालयों के स्टाफ द्वारा अब तक 61621 नागरिकों को आयुर्वेदिक काढा पिलाया जा चुका है। कोरोना वॉरियर्स को विभिन्न जड़ी बूटियों से निर्मित सूखे आयुर्वेदिक काढ़े के 5000 पैकेट्स वितरित किए जा चुके हैं तथा 08 क्वारिन्टाइन सेंटर्स में रह रहे 179 व्यक्तियों को नियमित रूप से आयुर्वेदिक काढ़ा पिलाया जा रहा है। वर्तमान में आयुर्वेद विभाग सवाई माधोपुर के 173 चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ व परिचारक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे, स्क्रीनिंग व चेक पोस्ट नाके पर स्क्रीनिंग कार्य निरन्तर कर रहे हैं।
कोरोना वायरस की विपदा वाली घडी में भामाशाह बढ़-चढ़कर सहयोग दे रहे हैं। इसी कड़ी में पंचायत समिति सवाईमाधोपुर के विकास अधिकारी राम अवतार मीना के नेतृत्व मे पंचायत समिति कार्मिकों की ओर से जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया को पांच लाख पच्चीस हजार रुपए की राशि का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए दिया है। कलेक्टर ने सहयोग देने की सराहना करते हुए अन्य लोगों से भी सहयोग की अपेक्षा की है।
क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार गिर सकती है कभी भी
मलारना डूंगर |कस्बे में बस स्टैंड के पास सडक किनारे सुरक्षा दीवार के क्षतिग्रस्त होने से हादसे की आशंका बनी रहती है। मलारना स्टेशन रोड पर सत्यनारायणजी के मन्दिर के पास छोटी पुलिया पर सुरक्षा दीवार टूट जाने से साइड के चक्कर में वाहन इसमें गिर सकते हैं। इस रोड पर प्रतिदिन सैकडों मोटरसाइकिलों, चौपहिया वाहनों सहित राहगीरों का आवागमन होने से हादसे की आशंका बनी रहती है।
स्थानीय विधायक दानिश अबरार ने एनएफएस (राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा) में चयनित होने से वंचित रहे निर्धन, मजदूरों के लिए सूखी रसद सामग्री के किट तैयार करवाए हैं। विधायक अबरार ने बताया कि 3 मई से 17 मई तक किए गए मॉडिफाइड लॉकडाउन को देखते हुए खाद्य सुरक्षा में चयन से वंचित और गरीब, असहाय परिवारों को राहत पहुंचाने के लिए सूखी रसद सामग्री के किट तैयार करवाकर वितरण का कार्य करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बीपीएल, अन्त्योदय व अन्नपूर्णा सहित खाद्य सुरक्षा में चयनित परिवारों को सरकार की ओर से राशन डीलरों के माध्यम से प्रति व्यक्ति 10 किलो गेहूं और एक किलो दाल वितरित की जा रही है। विधानसभा क्षेत्र में कई गरीब, मजदूर ऐसे भी हैं, जो न तो बीपीएल में श्रेणी में आते हैं और न ही खाद्य सुरक्षा में चयनित हैं। लॉकडाउन में रोजगार छिन जाने से बेरोजगारी के इस दौर में ऐसे परिवारों की मदद के लिए 5 किलो आटा, एक किलो चने की दाल, मिर्च मसाला के पैकेट, नमक व तेल आदि को मिलाकर किट तैयार करवाकर वितरण के लिए भिजवा दिए हैं।
कोरोना वॉरियर्स के रुप मे नियमित रोड-सफाई की सेवा दे रहे नगर परिषद सफाईकर्मी अजय संगत तथा नप जमादार ओमप्रकाश धाप का रामलीला मैदान क्षेत्र के निवासियों ने तिलक लगाकर, माला पहनाकर, साफा बांधकर, कपड़े भेंटकर, पुष्पवर्षा के साथ तालियां बजाकर के स्वागत किया। भाजपा पार्षद बलविन्दर कौर, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी दीनदयाल मथुरिया, वरिष्ठ भाजपा नेता मनजीत सिंह, महेश माथुर, कल्पना माथुर, रविता माथुर, अल्का शर्मा, मिथलेश मौजूद थे।
लॉकडाउन की वजह से किसानों द्वारा पैदा की गई सब्जियां एवं फल की सप्लाई अन्य जिलों में नहीं होने की वजह से भारी नुकसान हुआ है सब्जियां खेतों में सड़ रही है और सब्जी एवं फलों को कौड़ी के दाम बेच रहे हैं। मंगलवार को तरबूज से भरी पिकअप कस्बे के मुख्य बाजार में पहुंची और सस्ते दामों में तरबूज की बिक्री शुरू कर दी। बाजार में 20 किलो मिलने वाले तरबूज 4 किलो में बेचे गए। सस्ते तरबूज लेने के लिए पिकअप के चारों ओर भीड़ लग गई और लोगों ने सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ा दी।
अप्रैल एवं मई माह का बिल जमा करने पर मिलेगी छूट
सवाई माधोपुर |बिजली निगम द्वारा अपने उपभोक्ताओं को अप्रैल व मई माह के बिल की राशि का भुगतान 31 मई तक जमा करवाए जाने पर उनको 5% राशि की छूट दी जाएगी, जो अधिकतम 50 रुपए तक की होगी। अधीक्षण अभियंता बी.के. अग्रवाल ने बताया कि छूट की राशि अगले आने वाले बिल में समायोजित कर दी जाएगी।
कस्बे से इन दिनों रोजाना तूड़ी से भरे हुए कई ओवरलोड ट्रक निकलने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। मुख्य बस स्टैंड पर 11 केवी के तार निकल रहे हैं तथा जब तूड़ी से भरे हुए ओवरलोड ट्रक यहां से गुजरते हैं, तो से भरे ट्रकों को कई बार 11 केवी के बिजली के तार स्पर्श होने की संभावना हो जाती है, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
उपखंड मुख्यालय खंडार के बाजार में सोमवार को खंडार तहसीलदार देवी सिंह ने मय जाब्ते के दौरा किया। इस दौरान तहसीलदार ने माइक से सभी दुकानदारों एवं ग्राहकों को काेराेना के संबंध में जागरूक किया। खंडार तहसीलदार ने सब्जी मंडी, कपड़ा बाजार, किराना बाजार, पुराना मार्केट, न्यू मार्केट, तहसील व पंचायत समिति के सामने, शुक्ला तिराहा, बालेर, सवाईमाधोपुर व नायपुर रोड आदि सभी स्थानों पर पहुंचकर लोगों से पूरी सतर्कता एवं सुरक्षा बरतने की अपील की। साथ ही मुंह पर हर हालत में मास्क लगाने तथा सोश्यल डिस्टेंसी की पालना करने के लिए समझाइश की। इस दौरान जो दुकानदार बिना मास्क पहने अपनी दुकानों पर कारोबार कर रहे थे उन्हें मौके पर ही जोरदार फटकार लगाते हुए तत्काल मुंह पर मास्क लगाने की बात कही। साथ ही जो ग्राहक बिना मास्क लगाए दुकान पर सामान खरीदने आए उसे किसी भी हालत में सामान नहीं देने के निर्देश दिए। तहसीलदार ने सभी दुकानदारों से अपनी दुकानों पर सेनिटाइजर रखने तथा बार बार हाथ धोने, ग्राहकों के भी हाथ धुलवाने के साथ दुकानों के सामने एक मीटर दूरी पर गोले लगाने के लिए निर्देशित किया। इस दौरान बाजारों में मोटरसाइकिलों पर तीन तीन लोग बैठकर निकल रहे थे जिन्हें मौके पर ही रोककर पुलिस को निर्देशित कर उन पर तत्काल कार्रवाई भी करवाई। साथ ही पुलिस को आवश्यक दिशा निर्देश भी प्रदान किए। इस मौके पर खंडार थानाधिकारी बृजेंद्र सिंह भी मौजूद थे।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग खंड सवाई माधोपुर के अधीनस्थ जल योजनाओं पर गत दिवस आए तूफान के कारण जल योजना चौथ का बरवाडा, शिवाड, सारसोप, ईसरदा, सेवती कलां, छाण में मंगलवार को शाम 6 बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने के कारण 6 मई बुधवार को होने वाली पेयजल आपूर्ति बाधित रहेगी।
बहरावण्डा कला में कोरोना वाॅरियर्स का सम्मान
बालेर |भास्कर न्यूज़ बहरावंडा कला पीएचसी मे कोरोना वाॅरियर्स का सम्मान पुष्पवर्षा कर एव माला पहनाकर किया गया।इस अवसर पर बहरावंडा कला सरपंच जुगलकिशोर जाट, महावीर जाट, सियाराम जाट, लक्षमीनारायण जाट, रामजीलाल जाट,जगदीश जाट सहित ग्रामीण मौजूद थे।
अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य (ग्रुप-2) विभाग के आदेशानुसार देश के विभिन्न राज्यों में मजदूरी करने वाले राजस्थान के प्रवासी श्रमिकों व अन्य निवासियों की समस्याओं को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार द्वारा इन प्रवासी श्रमिकों व निवासियों को राज्य में लाया जाकर उन्हें उनके गृह जिलों में भिजवाया जा रहा है। जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया ने पुलिस अधीक्षक, उपाधीक्षक, उपखंड अधिकारियों एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रदेश/जिले में आने वाले इन प्रवासी श्रमिकों व निवासियों की स्क्रीनिंग गृह विभाग द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार राज्य की सीमा पर की जा रही है। इस स्क्रीनिंग का इन्द्राज आईटी विभाग के एेप ई-मित्राें में भी किया जाए तथा आने वाले प्रवासी श्रमिकों व निवासियों से स्व-घोषणा पत्र भी लिया जायें। उन्होंने निर्देशित किया है कि स्क्रीनिंग के पश्चात जिले में आने वाले समस्त प्रवासी श्रमिकों व निवासियों को भारत सरकार व राज्य सरकार की क्वारेंटाइन/आईसोलेशन के संबंध में जारी एडवाईजरी के अनुसार 14 दिवस तक क्वारेंटाइन/आईसोलेशन में रखा जाकर एडवाइजरी के अनुसार कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित किया जाएं। स्क्रीनिंग के समय या क्वारेंटाइन/आईसोलेशन में रखे जाने के समय यदि किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाये जाते हैं तो उसे तत्काल कोविड हेल्थ केयर सेन्टर/हॉस्पिटल के लिए रेफर किया जाये। आदेशों की कड़ाई से पालना के निर्देश हैं।
लॉकडाउन की पालना को आवश्यक निर्देश दिए
भाड़ौती|ग्राम पंचायत कुंडली नदी के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल में मंगलवार को कोविड-19 की कोर कमेटी बीएलओ कोर ग्रुप की मीटिंग आयोजित की गई। मीटिंग में सेक्टर प्रभारी सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता हरकेश मीणा एवं कार्मिक मौजूद रहे। मीटिंग में ईमित्र पर पांच-पांच श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन करवाने, बेवजह सड़कों पर नहीं घूमने, जरूरतमंद सामग्री के लिए मास्क लगाकर बाहर निकलने के निर्देश दिए।
एक ओर कोरोना वायरस की मार तो दूसरी ओर पेयजल संकट। कोरोना वायरस से बचाव के लिए चिकित्सकों की ओर से बार-बार पानी से हाथ धोने की बात कही जा रही है तो कई बस्तियों में पीने के पानी के लिए ही मारा मारी मची हुई हैं।
शहर की कई बस्तियों में सुबह के समय नल आने पर पानी भरने वालों की गलियों में भीड़ लग जाती हैं। ऐसी स्थिति में सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं होने से बीमारी फैलने का भी खतरा बना रहता है। पानी की समस्या के समाधान के लिए अब उपजिला प्रशासन की ओर से 15 पानी के टैंकर स्वीकृत किए गए हैं। जलदाय विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिए गए है कि जरुरत वाले वार्डों में पानी के टैंकरों से आपूर्ति करवाई जाएगी ताकि किसी को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
जरुरत के हिसाब से कराएंगे टैंकरों से पानी की आपूर्ति
कोरोना वायरस से बचाव के लिए तीसरे चरण के लॉकडाउन में घरों में रहने को पाबंद किया हुआ है। ऐसे में जहां पानी की समस्या है, वे लोग पानी के टैंकर भी नहीं मंगवा सकते हैं। गर्मी की दस्तक के साथ ही कई पुरानी बस्तियों में पानी की समस्या गहरा गई है। कई स्थानों पर नलों से भी पर्याप्त पानी नहीं आने से लोग परेशान हैं। जिन्हें काफी दूर से बाइकों से पानी लाने की मजबूरी बनी हुई है। इस समस्या को देखते हुए उपखंड प्रशासन की ओर से 15 पानी के टैंकरों की स्वीकृति जारी की गई है। एसडीएम सुरेश कुमार यादव ने बताया कि शहर में पानी की किल्लत झेल रहे विभिन्न वार्डों मे जलदाय विभाग को 15 टैंकरों की स्वीकृति जारी कर जरूरत वाले लोगों को पेयजल आपूर्ति कराने के निर्देश दिए हैं।
कोरोना महामारी के चलते लगभग डेढ माह से लॉकडाउन के चलते जिले के बाजार पूरी तरह बंद थे। केन्द्र सरकार द्वारा तीसरी बार लॉकडाउन बढ़ाने के बाद जिला प्रशासन ने जिले में कुछ आवश्यक दिशा निर्देशों के साथ सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति दी है।
गौरतलब है कि लॉकडाउन के बाद सरकार व प्रशासन के दिशा निर्देशों के चलते जिले में सभी प्रकार की दुकानें बंद थे, जिसका सभी प्रकार के व्यापारियों ने सरकार व प्रशासन का साथ दिया।
लगभग एक माह बाद जब अन्य जिलों में आवश्यक वस्तु जैसे रसद, खाद्य सामग्री, मोबाइल रीचार्ज, कृषि संबंधी आदि की दुकानें खोलने के आदेश थे लेकिन करौली जिले में ऐसी अनुमति नहीं होने पर व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने प्रशासन से मांग की। जिस पर 28 अप्रैेल से प्रशासन ने आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खोलने की अनुमति दी। केन्द्र सरकार द्वारा तीसरी बार लॉकडाउन बढ़ाने पर राज्य सरकार ने जोन के हिसाब से सरकारी एडवाईजारी के साथ बाजार खोलने के निर्देश दिए। इस पर सोमवार देर शाम करौली जिला प्रशासन ने भी जिले में बाजार खोलने की अनुमति दे दी।
जिला प्रशासन द्वारा जारी अनुमत गतिविधियां
कलेक्टर डॉ.मोहनलाल यादव ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण महामारी की रोकथाम के लिए जारी किए गए लॉकडाउन को 17 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होने बताया कि जिले में लागू की गई धारा 144 लागू रहेगी एवं आमजन से कोरोना वायरस के बचाव के संबंध में पूर्व में जारी किए गए नियमों का पालन जागरूक रहकर सतर्कता से पालन करना होगा। उन्होंने आदेश जारी कर बताया कि ऐसी इकाइयां जो की अनुमति की श्रेणी में नहीं है और जारी किए गए आदेशों का उल्ल्घंन में खुली पाई जाती है तो उनके विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अनुमत गतिविधियां के अंतर्गत औद्योगिक गतिविधियां जिनमें आर्थिक क्षेत्रों, निर्यातोन्मुखी औद्योगिक संपदा टाउनशिप रीको निजी एवं उत्पादन इकाइयां शामिल है। शहरी क्षेत्र में निर्यातोन्मुखी ईकाईयां, औद्योगिक सम्पदा और टाउनशिप, उत्पादन ईकाईयां, पैकेजिंग सामग्री बनाने वाली सभी इकाईयां, ग्रामीण क्षेत्रों में सभी औद्योगिक इकाईयां, खाद्य व रसद सामग्री, मोबाइल, लैपटॉप, स्टेशनरी, कपडे, इलैक्ट्रीशियन, प्लंबर, कॉरपेंटर सेवाओं की दुकानें शामिल हैं लेकिन नाई की दुकान स्पा एवं सैलून को खोलने की अनुमति नहीं दी गई हैै।
सुविधाओं की कमी से परेशान होकर अनिश्चित काल के लिए फल सब्जी मंडी नहीं लगाने की घोषणा करने वाले विक्रेताओ से मंगलवार को सुलह हो गयी। ऐसे में गत 4 दिनों से बंद चल रही फल मंडी बुधवार से प्रशासन द्वारा पूर्व में निर्धारित स्थान नेहरू बीएड कॉलेज के पास बयाना रोड पर पुनः चालू हो जाएगी। फल मंडी संघ के अध्यक्ष जीतू गुर्जर ने बताया कि आज नगर परिषद उपसभापति नफीस अहमद ने व्यापारियों से फल मंडी में आकर हड़ताल समाप्त करने हेतु बात की और आमजन को फलों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने तथा कोरोनावायरस से बचाव के चलते सरकार द्वारा घोषित लोक डाउन में प्रशासन को सहयोग करने की अपील की।
फल व्यापार संघ के अध्यक्ष जीतू गुर्जर ने सभी व्यापारियों की ओर से लोक डाउन के नियमों की पूरी तरह से पालना करने की बात कही। जिस पर उपसभापति नफीस अहमद की मध्यस्थता से उप जिला कलेक्टर सुरेश यादव को अवगत कराया गया कि सभी व्यापारी प्रशासन द्वारा निर्धारित स्थान पर फल मंडी संचालित करने को
तैयार हैं।
लॉकडाउन में भी बदमाशों के हौंसले बुलंद हैं। मंगलवार को रानौली में एक बदमाश दिनदहाड़े एक घर में घुसकर महिला के हाथ से मोबाइल को लेकर फरार हो गया। महिला के शोर मचाने पर ग्रामीण युवकों ने दो किमी पीछा कर मोबाइल चोर को दबोच लिया। बाद में उसे पुलिस को बुलाकर सुपुर्द कर दिया गया। पूछताछ में बदमाश ने अपना नाम सोप निवासी लोकेश बताया।
रानौली निवासी महिला मोहना देवी पत्नी श्योराम मीना ने बताया कि मंगलवार को सुबह करीब 9 बजे वह अपने घर पर मोबाइल से बात कर रही थी। तभी एक युवक घर में घुसा और मोबाइल को झपट्टा देकर ले भागा। उसके शोर मचाने पर आस -पास से कई लोग आ गए। जिन्होने मोटर साइकिलो से मोबाइल चोर का पीछा करते हुए दो किमी दूर किरवाडा में जाकर उसे पकड़ लिया। इस बारे में पुलिस को भी सूचना दे दी गई। जिस पर पुलिसकर्मी भी जीप लेकर पहुंच गए। मोबाइल चोर ने पूछताछ में अपना नाम लोकेश मीना निवासी सोप बताया।
कोरोना महामारी के चलते देश में सरकारी आदेशों के विपरीत बिना मास्क के दुकान पर बैठे सात दुकानदारों का उपखंड अधिकारी देवेन्द्र सिंह परमार ने 500-500 रुपए के चालान काटे। जिला मुख्यालय पर मंगलवार के वह पुलिस दल के साथ बाजार का निरीक्षण करने गए थे। कई दुकानों पर दुकानदार बिना मास्क के बैठे थे। जिनमें मेडिकल स्टोर संचालक शिवसिंह, अभिशेक गुप्ता, राधामोहन गुप्ता व शिवदत्त शर्मा, इलैक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर धर्मेन्द्र शर्मा तथा किराने के दुकानदार दीनदयाल व घनश्याम शर्मा को बिना मास्क के दुकान पर बैठने पर 500-500 रुपए के चालान काटे।
लॉकडाउन में श्रमिकों की आवाजाही में छूट मिलने के बाद से शहर मेंश्रमिकों का आवागमन शुरु हो गया है। मंगलवार को सूरत व अजमेर में फंसे हिंडौन क्षेत्र के 50 श्रमिकों की वापसी हुई, जबकि हिंडौन में फंसे झारखंड, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश के करीब 50 श्रमिकों को बसों के माध्यम से रवानगी दी गई। इस दौरान चिकित्सा टीम ने सभी मरीजों की जांच कर उन्हें 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहने के लिए पाबंद किया है।
एसडीएम सुरेश कुमार यादव ने बताया कि क्षेत्र के श्रमिकों का भी बाहर से आना शुरु हो गया है। मंगलवार को सूरत व अजमेर से 50 श्रमिक हिंडौन आए। जिनकी चिकित्साकर्मी मनोज गुप्ता व पवन बंसल ने राजकीय सीनियर विद्यालय हिंडौन में जांच की। इसी तरह 50 श्रमिकों को झारखंड, उत्तराखंड व मध्यप्रदेश भेजा गया है।बताया कि उत्तराखंड, मध्यप्रदेश, झारखंड आदि स्थानों के श्रमिक उपखंड क्षेत्र में मजदूरी व अपना धंधा कर रोजी रोटी कमाते थे।
मासलपुर दरवाजा स्थित मोक्षधाम परिसर में मोक्षधाम सेवा समिति एवं सर्व समाज युवा परिषद द्वारा पक्षियों को पानी के लिए परिंडे लगाए गए है। इस मौके पर एडवोकेट नगेन्द्र व्यास, उधौसिंह एडवोकेट, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रमेश राजौरिया, एडवोकेट गिरधारी लाल गुप्ता, एडवोकेट गजेन्द्र शर्मा, शिवा ऐकडमी के सुधीर नायर, मुकुट विहारी श्रोत्रिय, अरुण शर्मा, आशीषकांत कौशिक, जीतू शुक्ला, सन्नी शर्मा, पूर्व पार्षद धर्मेन्द्र शर्मा,तुलसीदास मुदगल, नरेश बीज वाले, महेन्द्र शर्मा एडवोकेट, टोनू राजोरिया सहित कई सदस्य शामिल थे।
रविवार की शाम अंधड व ओलों की बारिश से ठप हुई चार गांवों की बिजली सप्लाई 48 घंटे बाद भी सुचारु नहीं होने से पेयजल की समस्या खड़ी हो गई है। खेडीघाटम, खेडीशीश, सिकरौदा मीना व जहानाबाद में बिजली लाइन व खंभे टूट जाने से बिजली आपूर्ति बाधित है। ग्रामीण कलुआराम, राजेश, बच्चू सिंह, रामप्रसाद आदि ने बताया कि बिजली निगम के कर्मचारियों ने 48 घंटे बाद भी विद्युत लाइनों एवं खंभों को नहीं बदला है। जिसके चलते ग्रामीणों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। ग्रामीणों को काफी दूर से पानी लाकर घरेलू कार्य करने पड़ रहे हैं।
कोरोना महामारी के चलते राष्ट्रीय आपदा में करौली जिले के कई युवा अपने घरों को छोड़कर कोराेना यौद्धा के रुप में राजस्थान ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों में भी अपनी सेवाऐं दे रहे है। जो कि जिले के अन्य लोगों के लिए मिसाल बने हुए है। घर से दूर परिवार छोड़ मरीजों की सेवा में लगे प्रणवेन्द्र अपने घर से दूर परिवार को छोड़कर संक्रमित मरीजों की सेवा में लगे प्रणवेन्द्र कुमार मुदगल जयपुर के सवाई मानसिंह चिकित्सालय के कोरोना वार्ड में मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे है। चौबे पाडा निवासी कोरोना वॉरियर्स प्रणवेन्द्र कुमार मुदगल पिछले 6 वर्षों से सवाई मानसिंह चिकित्सालय में नर्स ग्रेड द्वितीय के पद पर कार्यरत हैं। उनका कहना है कि जब से कोरोना महामारी के बारे में घर पर पता चला है तब से परिवार के लोग चिंता में है। वही दूसरी ओर उनकी पत्नी रेणुका एमबीएस हॉस्पिटल में अपने सेवाएं दे रही है। वह अस्पताल में नर्स ग्रेड द्वितीय के पद पर कार्यरत है और खुद पर और अपने पति पर उन्हें बहुत गर्व है कि ऐसे महामारी में जिससे पूरा देश जुझ रहा है उन हालातों में हम दोनों अपने हॉस्पिटल और देश के काम आ रहे है। अंकुर पर माता-पिता को गर्व करौली तहसील के गांव कल्याणी निवासी दिलीप कुमार पाठक का पुत्र अंकुर पाठक वर्ष 2015 से नोएडा स्थित कैलाश हॉस्पिटल एंड हर्ट इंस्टीट्यूट में अपनी सेवाऐं दे रहे है। इस महामारी के समय में अंकुर के उनके कार्य के प्रति जज्बे को उनके माता पिता ही नहीं बल्कि ग्रामीण भी सलाम करते है। अंकुर के माता पिता को अपने बेटे पर गर्व है। मोहन अस्पताल 12 से 18 घंटे करते है ड्यूटी करौली निवासी मोहन लाल शर्मा ने बताया कि वो 2 महिने से अपने घर नहीं गए है। कोरोना महामारी के चलते उनकी ड्यूटी अस्पताल में लगी हुई है और उन्हें 12 से 18 घंटे काम करना पड़ता है। ऐसे में अगर टाईम मिलता है तो ही घर पर बात हो पाती है वरना कई बार तो बिना बात किए ही सोना पड़ता है। परिवार से दूर रहकर कर रहे मरीजों की सेवाएं करौली के चौबे पाडा निवासी पंडित रामभरोसी लाल शर्मा चैनपुर वालो के पुत्र जयप्रकाश शर्मा वर्तमान में जयपुर स्थित सवाई मानसिह अस्पताल में बतौर चिकित्सक के रुप में कार्य कर रहे है। वह कोरोना मरीजों के आईसीयू वार्ड में उनका उपचार कर रहे है। और उन्होंने अपनी पत्नी एवं 5 वर्षीय बच्ची को अपने से अलग करौली अपने परिजनों के पास भेंज दिया है ताकि वे सुरक्षित रहे।
कथा कहानी और किंवदंतियों में तो महाराणा प्रताप को हल्दीघाटी के युद्ध में अपना सर्वस्व देने वाले भामाशाह की कहानी तो सब भली भांति जानते ही हैं लेकिन आज राष्ट्रीय आपदा के समय में कोरोना जैसी महामारी से भी ज्यादा संकट गरीब लोगों को लॉक डाउन में आ गया है। लॉक डाउन के कारण गरीब एवं मध्यम वर्ग के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है। ऐसे में करौली जिला मुख्यालय पर कुछ ऐसे भामाशाह भी मौजूद है।भुवनेंद्र ने जिला प्रशासन को दिलाई लाखों रुपए की सहायता जिला मुख्यालय पर 132 के में रहने वाले वरिष्ठ अध्यापक भुवनेन्द्र भारद्वाज ने कोरोना की लड़ाई को लड़ने का संकल्प लेकर रोजाना प्रशासन को आर्थिक सहायता रूपी एक चैक दिलाने पर ही भोजन करने का निर्णय लिया। उनका यह संकल्प आज भी कायम है और इस संकल्प के चलते वह जिला प्रशासन रिलीफ फंड में ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री रिलीफ फंड में भी लाखों रुपए भामाशाहों को जागरूक कर दान दिला चुके हैं।
कोरोना वायरस की जंग जीतने के लिए देशभर के विभिन्न इलाकों में क्षेत्र के डॉक्टर व चिकित्साकर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कई लोगों की डयूटी तो कोरोना पॉजिटिवों के वार्ड में ही लगी हुई हैं।
ऐसे में जान की परवाह किए बिना कर्मवीर अपना फर्ज निभा रहे हैं। मोदी कॉलोनी श्रीमहावीरजी एवं मूल रानौली के गौरव भारद्वाज पुत्र मगनलाल भारद्वाज रेड जोन क्षेत्र अजमेर के अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में नर्सिंगकर्मी के रुप में सेवा दे रहे हैं। गौरव पिछले सात दिनों से आईसोलेशन वार्ड में कोरोना के संदिग्धो व पाँजिटिव मरीजों की सेवा कर रहे हैं। बाढ करसौली के स्वास्थ्य केन्द्र पर युगलकिशोर शर्मा पूरी सजगता से कार्य कर रहे हैं। पीपरीवाला का हेमराज सैनी वाराणसी अस्पताल के आईसीयू में कोरोना पॉजिटिवों की सेवा का कार्य कर रहे हैं।गांवडा मीना के निवासी डॉ. बीआर मीना जयपुर के सवाईमानसिंह अस्पताल में कार्यरत हैं। कांचरौली निवासी भगवानसहाय शर्मा के परिवार के चार सदस्य विभिन्न अस्पतालों में कार्यरत है। इनमें डॉ. कुसुम मीना अलवर, आयुर्वद चिकित्सक भगवान
सहाय टोडूपुरा, चन्द्रमोहन मीना उत्तराखंड व डॉ. रमेश मीना उदयपुर में कार्यरत हैं।
आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 7 पर गर्भवती व धात्री महिलाओं , बच्चों एवं किशोरियों को गेहूं वितरित किया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता शर्मा एवं सहायिका जयदेई ने 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को 2 किलो गेहूं एवं गर्भवती, धात्री महिलाओं तथा 11 से 14 वर्ष तक की किशोरियों को 3 किलो गेहूं वितरित किया गया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सुनीता शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में बच्चों एवं महिलाओं को वितरित करने के लिए प्रशासन के निर्देश पर राजकीय स्कूल से आंगनवाड़ी केंद्रों पर गेहूं उपलब्ध कराया गया था।
नादौती उपखंड क्षेत्र में श्री कल्याण सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा जरूरतमंद लोगों को मास्क वितरण किया जा रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष शीशराम खटाना बताया कि ट्रस्ट के द्वारा जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री, मास्क वितरण किया जा रहा है। कोरोना महामारी से बचने के उपाय की जानकारी भी लोगों को ट्रस्ट के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं द्वारा दी जा रही है।