यमुनानगर के कोविड अस्पताल में भर्ती एक मरीज की गुरुवार को मौत हो गई। गांव टोपरा निवासी अख्तर अली को बुखार और कमजोरी को देखते हुए कोविड अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसका बुधवार को ही कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया है। फिलहाल उसकी रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद क्लियर होगा कि मौत की वजह क्या है।
कोविड अस्पताल में यह अब तक की तीसरी मौत है। इससे पहले यहां भर्ती किए गए दो लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि दोनों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। गांव टोपरा निवासी अख्तर अली को कई दिन से बुखार था। इस वजह से वह काफी कमजोर हो चुका था। उसके भाई साजिद अली ने बताया कि पहले तो प्राइवेट अस्पताल में एडमिट कराया।
डॉक्टर ने कहा कि ज्यादा कमजोरी है और कहीं ले जाना पड़ेगा। वहां से डॉक्टर ने ईएसआई अस्पताल में बनाए कोविड अस्पताल में भेज दिया। बुधवार को ही उनका कोरोना का टेस्ट किया गया था। वीरवार को सुबह मौत हो गई। उनका कहना है कि उसका भाई मजदूरी कर परिवार को चला रहा था। मौत के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए रखवा दिया गया है। फिलहाल शव परिजनों को नहीं दिया गया। जब तक कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आती, तब तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं होगा।
हरियाणा में लॉकडाउन फेज-3 का चौथा दिन है। राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 602 पहुंच गई है। प्रदेश में अब तक कोरोना की वजह से 8 मौत हो चुकी है। वहीं इस बीच एक अच्छी खबर ये आ रही है कि कार बनाने वाली देश की अग्रणी कंपनी मारुति सुजूकी 12 मई से अपने मानेसर प्लांट में उत्पादन का कार्य शुरू करने जा रही है। इसके लिए प्रबंधन ने कंपनी के सभी संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए और उत्पादन की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए कहा है।
शुरुआत में 600 कर्मियों को पास मिले थे, अब 1200 कर्मियों को जिला प्रशासन ने दिए पास
अप्रैल में एक भी कार नहीं बिकी थी
अप्रैल में घरेलू बाजार में मारुति सुजूकी की एक भी कार की बिक्री नहीं हुई थी। इस दौरान महज 632 कार निर्यात हो सकी थी। कंपनी पहले से ही मंदी का मार झेल रही है। मारुति की मार्च 2019 में जहां 158076 कार की बिक्री हुई थी, वहीं मार्च 2020 में बिक्री घटकर 83792 रह गई, जोकि 47 फीसदी कम थी।
हरियाणा सरकार ने अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए दिए निर्देश
सीएम मनोहर लाल ने सभी जिलों केडीसी व एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे प्रदेश में अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए जिला स्तर पर मजिस्ट्रेट की अगुवाई में पुलिस व आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारियों की विशेष टीमों का गठन करें। डिस्टलरी (उत्पादन इकाई) से ठेकों तक बिना डयूटी की अदायगी वाली शराब की आपूर्ति पर भी रोक लगाएं। डीसी व एसपी को निर्देश दिए हैं किप्रत्येक डिस्टलरी में इनकी नियमित निगरानी की जाए। उन्होंने सभी एसपी को आदेश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में शराब के अवैध गोदामों का पता लगाएं। पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब की भी इन्वेंटरी तैयार की जानी चाहिए।
हरियाणा से बिहार के कटिहार के लिए विशेष ट्रेन हुई रवाना, अब 8 विशेष ट्रेन और जाएंगी
बुधवार को राज्य सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए हिसार से बिहार में कटिहार तक विशेष रेलगाड़ी रवाना की है। अगले एक-दो दिन में आठ विशेष रेलगाड़ियां विभिन्न गंतव्य स्थलों पर भेजी जाएंगी। उत्तर प्रदेश जाने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए बसों के विशेष प्रबंध भी किए गए हैं। गृह विभाग द्वारा इस सम्बंध में मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।
हरियाणा में 626 पहुंचा पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा
जींद जिले के सफीदों शहर में बुधवार देर रात नशे में चूर एक पुलिस कर्मचारी द्वारा एक प्रवासी महिला के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने मामले की शिकायत सिटी थाना में की है। पुलिस ने मामला सामने आने के बाद आरोपी हवलदार सत्यवान को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
नशे में धुत था पुलिसकर्मी, मेडिकल में हुई पुष्टि
कोरोना कोविड-19 की जंग में मजबूती से लड़ाई लड़ रहे भगत फूलसिंह महिला मेडिकल कालेज खानपुर कलां के चिकित्सकों व अन्य स्टाफ को अब कोविड-19 वार्डों में चार-चार घंटे की शिफ्टों में तैनात किया जाएगा। इसके साथ ही उनके लिए बनाई गई पीपीई किट के डिजाइन में भी बदलाव करवाया जाएगा। यह निर्णय बीपीएस मेडिकल कॉलेज में आयोजित बैठक में लिया गया है।
पीपीई किट बनाने वाली कंपनी को बुलाकर किया जाएगा उसके डिजाइन में सुधार
कोरोना वायरस का इलाज न मिलने पर दम तोड़ने वाले दिल्ली पुलिस के जवान अमित राणा का गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के पंजाबी बाग में किया गया। इस दौरान उनके परिजन वहां मौजूद थे। अमित के शव पर पुलिसकर्मियों से लेकर दूसरे लोगों ने भी फूल बरसाकर अंतिम श्रद्धांजलि दी। वहीं दिल्ली सरकार ने अमित के परिजनों को 1 करोड़ रुपये देने की घोषणा की है। यह घोषणा खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने की है।
अस्पताल दर अस्पताल जाते रहे लेकिन नहीं मिला इलाज, अॉडियो भी हुआ वायरल
दिल्ली पुलिस में कार्यरत सोनीपत के हुल्लाहेड़ी के जवान अमित राणा की मौत कोरोना की वजह से हुई लेकिन उन्हें समय पर ईलाज नहीं मिल पाया। आरोप हैं कि जवान को उसके दो दोस्त उपचार के लिए कई अस्पतालों में लेकर गए, लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया। आरएमएल अस्पताल में जाते हुए उसकी मौत हो गई।
मृतक के दोस्त नवीन ने एक जवान से दिल्ली के अस्पतालों की व्यवस्था के बारे में फोन पर बात की। इसके बाद इनकी बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग वायरल हो गई। नवीन ने बताया कि अमित को सोमवार की शाम हल्का बुखार आया था। दवाई लेकर वह कमरे पर सो गया था। रात 2 बजे अमित ने उसे बताया कि सांस लेने में दिक्कत हो रही है। वह उसे सुबह हैदरपुर में बनाए गए हेल्थ सेंटर पर ले गए।
##डॉक्टर से बात की तो जवाब मिला कि यहां महज टेस्टिंग की ही व्यवस्था है। उन्होंने डॉक्टर को कहा टेस्ट की रिपोर्ट आती रहेगी, सबसे पहले इलाज जरूरी है। लेकिन डॉक्टर ने उनकी बात नहीं सुनी इसके बाद वह अमित को लेकर अंबेडकर अस्पताल में चले गए। वहां पर भी टेस्टिंग करने की बात कही गई। जब अशोक विहार सेंटर पर पहुंचे, तो एक दिन में जितने सैंपल लिए जाने थे, वह पूरे हो चुके थे। अतंत में वह उसे आरएलएम अस्पताल में ले जाने के ले चल पड़े। अमित ने अस्पताल जाते हुए दम तोड़ दिया।
एक चार साल का बेटा
अमित का एक 4 साल का बेटा है। अमित की मां की मौत हो चुकी है । घर पर एक छोटा भाई सुमित, अमित की पत्नी व पिता है। इस पूरे घटनाक्रम पर गांव की ग्राम पंचायत ने भी रोष जताया है।
लॉकडाउन-3 में अपने पद से इस्तीफा देकर घर जाने वाली हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर की टीस गुरुवार को फिर से सोशल मीडिया पर बाहर आई। रानी नागर ने लोगों से अपील की है कि उसके इस्तीफे के लिए लोग आंदोलन न करें, क्योंकि उसके लिए अब नौकरी कर पाना संभव नहीं होगा। रानी ने यूटी गेस्ट हाउस पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके खाने में पिन डालकर दी जाती थी, इस संबंध में शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
रानी नागर ने सिलसिलेवार 5 ट्वीट किए
मायावती ने रानी नागर के पक्ष में किया था ट्वीट
मायावती ने रानी नागर के पक्ष में ट्वीट करते हुए लिखा था किहरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को नौकरी के दौरान अपनी जान को खतराके कारण अन्ततः अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों?
विवादों से जुड़ा रहा है कैरियर
रानी नागर ने वर्ष 2018 के दौरान एक आईएएस पर भी दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था। यह मामला सीएम ऑफिस भी पहुंचा था। नागर ने एक कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। सिरसा जिला के डबवाली में एसडीएम पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर गुड़गांव के उन अस्पतालों पर निशाना साधा है, जिनके यहां उत्तराखंड की कुछ नर्स संक्रमित हो गई और उन अस्पतालों ने फिर उनकी पूछ तक नहीं की। उन्होंने राज्य से जुड़े अधिकारियों को इनकी सुध लेने की गुजारिश की है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि मुझे, एक चिंताजनक समाचार गुड़गांव से मिला है। हमारी उत्तराखंड की बेटियां, ईएमआई अस्पताल में करीब 25 नर्सें, जो अपने ड्यूटी काल में कोरोना से संक्रमित हुई हैं, भर्ती हैं और जिन प्रतिष्ठित संस्था में वो काम करती थी, वो संस्था उनकी कोई पूछताछ नहीं कर रही है, उनको संक्रमित बताकर सीधे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया।
इन नर्सों को सीधे अस्पताल में भर्ती कर दिया गया। आज उनके पास कपड़े बदलने को भी हैं या नहीं हैं, कोई पूछने वाला नहीं है और 3-3, 4-4 नर्से, एक ही कमरे के अंदर रखी गई हैं। जो दूसरे की जिंदगी बचा रही थी, आज अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष करती प्रतीत हो रही हैं, भगवान उनकी मदद करें।
हरीश रावत ने राज्य सरकार के वरिष्ठ पदाधिकारियों से निवेदन किया है कि ईएसआई अस्पताल में जा कर स्थिति को देखकर उनकी मदद करें। उन्होंने कहा कि मैं राज्य सरकार के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों से निवेदन करूंगा कि, ईएसआई अस्पताल में जाकर, उनकी स्थिति को जरा देखें और मेरी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से प्रार्थना है, दूसरों के लिए अपना जीवन अर्पित करने वाली, इन नर्सों की ठीक से देखभाल की जाए।
कांग्रेस नेता के इस ट्वीट के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन हरकत में आया। जिला प्रशासन ने बताया कि गुड़गांव के ईएसआई अस्पताल में 56 कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं, जिसमें से आज शाम को 3 नए मरीज जो कि गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के स्टाफ हैं, उनको भी भर्ती किया गया है। हालांकि, इनमें कितन स्वास्थ्यकर्मी यानी नर्सें हैं, इस बारे में प्रशासन की तरफ से कोई जानकारी नहीं दी गई।
(मनोज कुमार).हरियाणा में कोराना का हमला बढ़ता ही जा रहा है। 24 घंटे में 45 नए केस सामने आए हैं। इनमें 18 गुड़गांव के हैं। यहां संक्रमितों का अांकड़ा 104 पर पहुंच गया है। झज्जर में 6, करनाल में 5, अम्बाला-जींद में 4-4, सोनीपत व पानीपत में 3-3, फरीदाबाद में दो नए केस मिले हैं। पिछले एक सप्ताह से राज्य में हर 37 मिनट में एक मरीज मिल रहा है। सात दिनों में 275 नए मामले सामने आ चुके हैं। रिकवरी रेट भी 70 की बजाए अब करीब 43 प्रतिशत पर आ गया। इस वक्त कुल एक्टिव मामले 331 हैं।
सात दिनों में पांच लोगों की मौत कोरोना से हो चुकी है। अब तक कुल आठ लोगों की जान जा चुकी है। बुधवार को आई रिपोर्ट में पानीपत का युवक पॉजिटिव मिला, जबकि उसकी मंगलवार को ही मौत हाे चुकी थी। वह दिल्ली से लौटा था। प्रदेश में 10 दिन में अब मरीज डबल हो रहे हैं। सरकार की ओर से टेस्टिंग बढ़ाते ही संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ने लगा है। राज्य में इस वक्त प्रति मिलियन 1707 लोगों की कोरोना की जांच की जा रही है। गुड़गांव में चार मरीज ठीक हुए हैं। राज्य में अब तक 260 मरीज ठीक हुए हैं। कुल मरीजों की संख्या 599 हो चुकी हैं।
1784 की रिपोर्ट निगेटिव
जानिए... आज तक की स्थिति
स्वास्थ्य मंत्री बोले-जनता का भरोसा नहीं टूटने देंगे
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने उनके काम की प्रशंसा करते हुए प्रोत्साहित भी किया। कहा कि प्रदेश की जनता का जो भरोसा हम पर है, उसे टूटने नहीं देंगे और कोरोना से इस जंग को हम जरूर जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की लड़ाई लड़ रहे सभी कर्मचारियों की जांच कराई जाए।
सिविल एयरपोर्ट पर काम करने वाली लेबर को ठेका कंपनी द्वारा वेतन न देने का मामला सामने आया है। बुधवार को संगम कंस्ट्रक्शन के सुपरवाइजर मोहन सिंह के साथ काम करनी वाली लेबर थाना प्रभारी नरेश जोशी के पास पहुंचे। जहां थाना प्रभारी ने कहा कि मामला लेबर अधिकारी के ध्यान में है। इसलिए वो कुछ नहीं कर सकते। वहीं संगम कंस्ट्रक्शन के मालिक अरुण प्रताप सिंह ने बताया कि ठेका कंपनी का 10 फरवरी से 21 मार्च तक लगभग चार से साढ़े चार लाख रुपए बकाया है।
22 मार्च को लॉकडाउन के बाद काम बंद होने पर लेबर अपना बकाया पैसे मांग रही है। अब एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर केवल कृष्ण को हस्तक्षेप कर पैसा दिलवाने के लिए कहा है। पिछले एक हफ्ते से लेबर के 14 व्यक्तियों को खाना देना भी बंद कर दिया है। लेबर से 25 अप्रैल तक काम करवाया गया है। लेबर चाहती है कि हम मजदूरी का पैसा लेकर गांव जाना चाहते हैं। उधर, एयरपोर्ट अथॉरिटी के डायरेक्टर केवल कृष्ण ने कहा कि मामला निपट चुका है।
(विवेक मिश्र)कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित मरीजों का सैंपल टेस्ट के जरिए पता लगाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश भर में संचालित सरकारी लैब को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में पहल की है। प्रदेश के सभी सात संस्थानों में संचालित लैब में कुल 31,731 सैंपल टेस्ट किए गए और 461 सैंपल की रिपोर्ट ही पॉजीटिव आई है। प्रदेश के 11 जिलों से एकत्रित किए जाने वाले कोरोना संदिग्धों की सैंपलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं पीजीआई में भी अब सैंपल टेस्टिंग की क्षमता बढ़ाई गई है। दरअसल पीजीआई ने 67 लाख रुपए कीमत की एक रियल टाइम पीसीआर मशीन खरीदी है। इसके बाद लैब में 24 घंटे में पांच सौ की बजाय आठ सौ से ज्यादा सैंपल टेस्ट हो सकेंगे। अभी तक पीजीआई की वायरल रिसर्च लैब में अभी तक एक ही रियल टाइम पीसीआर मशीन से रिसर्च टीम सैंपल टेस्ट कर रही थी।
पीजीआई में अब तक 13,199 सैंपल टेस्टिंग रिपोर्ट में 176 में संक्रमण मिला
7 सरकारी व एडिड मेडिकल कॉलेजों में कोरोना सैंपल टेस्ट के लिए लैब का संचालन की है। 6 मई के आंकड़े बताते हैं कि पीजीआई लैब में पिछले 24 घंटे में 11 जिलों से आए 573 कोरोना संदिग्धों का सैंपल टेस्ट किया, जिनमें पांच सैंपल की रिपोर्ट में कोराेना पॉजीटिव आया। लैब में 13,199 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। 176 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण पाया। बीपीएस खानपुर सोनीपत की लैब में 24 घंटे में 419 सैंपल टैस्ट हुए, जिनमें 19 में कोरोना पॉजीटिव पाया गया। लैब में अभी तक 7,224 सैंपल टेस्ट किए जिनमें 224 कोरोना पॉजीटिव मिले। ईएसआईसी फरीदाबाद की लैब में 24 घंटे में 167 सैंपल टेस्ट हुए जिनमें एक भी पॉजीटिव मरीज नहीं मिला। यहां की लैब में अभी तक 2748 सैंपल टेस्ट किए गए और 49 सैंपल में कोरोना पॉजीटिव मिला।
2 दिन लगेंगे इंस्टॉल होने में
मशीन को इंस्टॉल होने में 2 दिन लगेंगे। करीब 67 लाख रुपए कीमत की एक रियल टाइम पीसीआर की मशीन की खरीद करवाकर लैब में इंस्टाल कराने के लिए भेज दिया है। 2 दिन में कंपनी की तरफ से इंजीनियर लैब में पहुंचकर आरटी पीसीआर मशीन इंस्टाल कर देंगे। लैब में 24 घंटे में पांच सौ की बजाय आठ सौ से ज्यादा सैंपल टेस्ट हो सकेंगे। 33 लाख रुपए से एक और मशीन खरीदी जाएगी।
कल्पना चावला में 5832 सैंपल टेस्ट
कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज की लैब में 24 घंटे में 405 सैंपल टेस्ट हुए। यहां लैब में अब तक 5832 सैंपल टेस्ट हो चुके हैं। हिसार के आईसीएआर एनआरसीई में लैब में अब तक 2508 सैंपल टेस्ट हुए और चार सैंपल की रिपोर्ट कोरोना पॉजीटिव आई। कमांड अस्पताल चंडी मंदिर पंचकूला में कुल 103 सैंपल ही टेस्ट किए गए हैं। सिविल हास्पिटल पंचकूला में कुल 117 सैंपल टेस्ट हुए, सभी की रिपोर्ट निगेटिव रही।
हरियाणा में भूजल लगातार नीचे जा रहा है। प्रदेश में धान का एरिया भी बढ़ता जा रहा है और पानी की खपत भी बढ़ रही है। सीएम मनोहर लाल ने बुधवार को बुधवार को उन्होंने ‘मेरा पानी, मेरी विरासत कार्यक्रम लांच किया है, ताकि हम भावी पीढ़ियों के लिए पानी की बचत कर सकें। आंकड़ों पर गौर किया जाए तो प्रदेश में वर्ष 1974 से 2019 तक प्रदेश में भू-जल स्तर 10.65 मीटर नीचे गया है। वर्ष 1984 से 2019 तक यह 10.19 मीटर, वर्ष 1995 से 2019 तक 9.17 मीटर, वर्ष 2008 से 2019 तक 5.22 मीटर, वर्ष 2018-19 तक 0.54 मीटर पानी नीचे गया है। सीजन 2019 जून से अक्टूबर तक 0.23 मीटर पानी में सुधार हुआ है। जून-2019 में जहां प्रदेश का औसतन भू-जल स्तर 20.85 मीटर नीचे था, अक्टूबर 2019 में यह 20.65 मीटर हो गया। चिंता की बात भी है कि प्रदेश का भू-जल स्तर पिछले 45 सालों मंे 10.65 मीटर से 20.65 मीटर हो चुका है। यानी करीब 10 मीटर पानी नीचे की ओर गया है।
हरियाणा में वर्ष 1966 में जहां 1.92 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई होती थी, अब यह करीब सात गुणा से अधिक बढ़ चुका है। अब यह 14 लाख हेक्टेयर से अधिक हो चुका है और हर साल इसमें बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्ष 2014 में 12.77 लाख हेक्टेयर, 2015 में 13.53, वर्ष 2016 में 13.86, वर्ष 2017 में 14.22, वर्ष 2018 में 14.47 और वर्ष 2019 में 14.70 लाख हेक्टेयर एरिया में धान की रोपाई की गई थी। हरियाणा में पिछले 67 दिनों में करीब 88 एमएम बरसात हो चुकी है। इस अवधि में अमूमन 22.5 एमएम बरसात होती है।
जल नहीं बचाया तो भावी पीढ़ियों को पेयजल की होगी दिक्कत
सरकार के निर्णय के पीछे ये बड़ा कारण
भू-जल की कमी धान उत्पादक जिलों में सबसे अधिक हो रही है। कुरूक्षेत्र में जहां यह 41.4 मीटर, करनाल में 21.2 मीटर, कैथल में 31.95 मीटर तक नीचे जा चुका है। जबकि महेंद्रगढ़ में भू-जल सबसे अधिक नीचे है, यहां आंकड़ा 47.36 मीटर तक जा चुका है। पिछले साल हरियाणा में मानसून सीजन के दौरान 255 एमएम बरसात हुई है, जो सामान्य से करीब 42 फीसदी कम है।
देश की अर्थ व्यवस्था की धुरी कही जाने वाले श्रमिक लॉकडाउन में बुरी तरह फंस गए हैं। ठेकेदार व कारखाना मालिक ने साथ छोड़ दिया, वेतन तक काट लिया और खाने को नहीं दिया तो पैदल ही सैकड़ों-हजारों किलोमीटर दूर यूपी व बिहार के लिए रेल लाइनों, खेतों व सड़कों के किनारे से निकल लिए। जब वे यमुनानगर में यूपी-हरियाणा बार्डर पर पहुंचे तो पुलिस ने रोक लिया। यूपी में प्रवेश नहीं करने दिया। श्रमिकों में सबसे ज्यादा संख्या यूपी के उन श्रमिकों की है, जो जालंधर, लुधियाना, कालाअंब व बदी इंडस्ट्रियल एरिया के कारखानों का पहिया घुमाने के लिए कुछ दिन पहले तक अपना पसीना बहा रहे थे। ऐसे में सीएम मनोहर लाल ने कहा कि थोड़ा संयम रखें, सभी को उनके घर भेजने के लिए ट्रेन व बसों से व्यवस्था की जा रही है।
श्रमिकों का कहना है कि पंजाब पुलिस व लेबर ठेकेदार डंडे मारकर भगा रहे हैं। क्वार्टरों को खाली करा लिया है। मजबूरी में वे पैदल निकल लिए। श्रमिक अब एक साथ बहुत अधिक संख्या में नहीं निकल रहे हैं। पकड़े जान के डर से वे रेलवे लाइन व खेतों के रास्ते दो से पांच की संख्या में आ रहे हैं, लेकिन हर तरफ नाके लगे होने के कारण यूपी में प्रवेश नहीं कर पा रहे। वहीं, कलानौर स्कूल में रोके उत्तराखंड के प्रदीप, केशव, भूपेंद्र, मंजीत का कहना है कि वे करनाल के नामी होटल में काम करते थे। लॉकडाउन बढ़ा तो मालिक ने मदद नहीं की, वेतन नहीं दिया। जेब में पैसे नहीं हैं। इसलिए पैदल ही घर के लिए निकल पड़े। यहां पर पुलिस ने रोक लिया और स्कूल में भेजा है।
बार्डर का दर्द : 300 श्रमिकों को रोका
कलानौर बार्डर पर 300 श्रमिकों को पुलिस ने रोका है। बाइपास पर वाहन चालकों के लिए बने रेस्ट एरिया में धूप में श्रमिक अपने सामान व साइकिलों के साथ बैठे हैं। जब बात की तो कई रोने लगे। लुधियाना व पटियाला से यहां पहुंचे श्रमिक प्रदीप, पंकज, धर्मवीर, सुरेश समेत अन्य ने बताया कि 3 दिन पैदल चलकर यहां पर पहुंचे हैं। वे भूखे हैं पर खाना नहीं मिल रहा। इन्हें कलानौर के स्कूल में शिफ्ट किया जाएगा।
कलानौर स्कूल से बसों द्वारा श्रमिकों को भेजना किया शुरू
कलानौर स्कूल में यूपी के 306, बिहार के 51 व उत्तराखंड के नौ श्रमिकों को प्रशासन ने ठहराया है। यहां पर श्रमिकों को खाने की तो कोई परेशानी नहीं है पर लेटने की दिक्कत जरूर है। यहां पर पुलिस कर्मचारी डीएसपी हेड क्वार्टर सुभाष के नेतृत्व में जिले के हिसाब से श्रमिकों की सूची तैयार करने में लगे हैं। बाहर रोडवेज की बसें श्रमिकों को यूपी ले जाने के लिए लगाई जा चुकी हैं।
पानीपत में 80 हजार रजिस्ट्रेशन
लॉकडाउन 3.0 के तीसरे दिन यानी 46 दिन बाद बुधवार को हिसार से बिहार के कटिहार के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन दिन में 2:10 बजे रवाना हुई। 24 कोच की इस ट्रेन में 1200 मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बैठाया गया। ट्रेन में सवार श्रमिकों के चेहरे पर घर जाने की खुशी थी। श्रमिक स्पेशल ट्रेन को चलाने के लिए मंगलवार से जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी तैयारी में जुटे थे। बुधवार तड़के ही हांसी, हिसार, बरवाला, नारनौंद में फंसे बिहार के श्रमिकों को लेकर रोडवेज की बसें स्टेशन पहुंचने लगी थीं। डीसी डाॅ. प्रियंका सोनी, एसपी की गंगाराम पूनिया साथ ही अफसरों का अमला भी स्टेशन पर मौजूद रहा। स्टेशन अधीक्षक केएल चौधरी ने बताया कि गुरुवार को भी दोपहर दो बजे हिसार से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी।
फ्री टिकट देकर ट्रेन में डिस्टेंसिंग के साथ बैठाए गए श्रमिक
सीएम ने मजदूरों से कहा-नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा
सीएम मनोहर लाल ने मोबाइल पर वीडियो कॉल से मजदूरों का कुशलक्षेम पूछा। सीएम ने पूछा कि पानी, खाना, दवा आदि के लिए पैसे तो नहीं लगे तो श्रमिक ने कहा एक भी पैसा नहीं लगा। मजदूरों को सीएम ने बिहार के सीएम के साथ अपने संबंधों के बारे में बताया और कहा कि नीतीश बाबू को हमारा राम-राम कहिएगा।
लॉकडाउन-3 में सरकार ने थोड़ी राहत देनी शुरु कर दी है, जिससे अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाया जा सके। इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से नई गाइडलाइन जारी की गई। इसके अनुसार अब शर्तों के साथ इंडस्ट्री खोलने की अनुमति दी जाने लगी है। प्रदेश सरकार ने इंडस्ट्री ओपन करने के लिए दूसरे चरण का रजिस्ट्रेशन पोर्टल शुरू कर दिया है। इस बार फिजिकल वेरिफिकेशन के बाद अनुमित देने की व्यवस्था खत्म कर दी गई। शर्त यही है कि उद्यमी गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन का पालन करें। अब ऑटोेमेटिक सिस्टम से परमिशन मिल जाएगी। माना जा रहा है कि इस कदम से सरकार श्रमिकों के पलायन को रोक रही है। लॉकडाउन में काफी फैक्टरी बंद रहीं। काम न मिलने के कारण बड़ी संख्या में श्रमिकों ने घर वापसी का रुख कर लिया। उद्योग धंधे चलने से जब काम मिलना शुरू हो जाएगा तो इनके घर की ओर बढ़ते कदम रुक जाएंगे।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार पहले चरण में जो इंडस्ट्री चलाने की परमिशन थी वह निगम क्षेत्र के बाहर की थी। अब निगम क्षेत्र की इंडस्ट्री चलाने के लिए अनुमति लेकर शुरू की जा सकती है। औद्योगिक नगरी की बात करें तो यहां छोटी बड़ी मिलाकर दो हजार के करीब फैक्टरी हैं। इनके माध्यम से डेढ़ लाख श्रमिकों को रोजगार मिलता है। सरकार ने दूसरे चरण का सरल हरियाणा पोर्टल ओपन कर दिया है। अब कोई भी उद्यमी पोर्टल पर आवेदन कर मंजूरी ले सकता है। उद्यमी को अपनी अंडरटेकिंग देनी होगी। इसके बाद खुद ब खुद परमिशन जनरेट होकर मिल जाएगी। इसके लिए टीम मौके पर जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन नहीं करेगी।
इससे वर्करों को मिलेगा काम | लॉकाडाउन लागू होने के बाद श्रमिकों का गांव की ओर पलायन जारी है, हालांकि सरकार औद्योगिक संस्थानों को अपने वर्करों को लॉकडाउन का भी वेतन देने का आदेश दिया है, लेकिन कारोबारियों का कहना है कि खर्चे बहुत हैं। फिर भी अगर संभव हुआ तो सरकार के आदेशों पर अमल किया जाएगा। वैसे वे इतनी मजबूत स्थिति में नहीं है कि वेतन जारी कर सकें। सरकार को इस कड़ी में प्रयास करना चाहिए, जिससे उद्यमी वर्करों के हित में कार्य कर सकें। कारोबारियों का कहना है कि सरकार की गाइड लाइन के अनुसार पहले सप्ताह में 50 प्रतिशत और दूसरे सप्ताह में 75 प्रतिशत वर्करों के साथ काम करने की अनुमति देने की बात कही है। लेकिन कंटनेमेंट एरिया में स्थित किसी भी फैक्टरी को अभी चलाने की परमिशन नहीं है। दो दिन पहले सीएम ने वीडियो कांफ्रेंस से उद्यमियों से बातचीत की थी जिसमें उद्यमियों ने उनके सामने कई प्रकार के प्रस्ताव रखे थे। जिन गौर करने की बात कही गई है।
अनाज मंडी में बाहरी राज्यों का गेहूं पहुंच रहा है। मार्केट कमेटी की ओर से बाहरी राज्यों के अनाज को रोकने का कोई प्रबंध नहीं किया गया। आढ़तियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से सरकारी आदेशों की सरेआम अवहेलना की जा रही है। सुबह होते ही नवाजपुर, लाक्कड़, भीलपुरा की ओर से यमुना नदी के रास्ते से यूपी से गेहूं से लदी ट्रालियां छछरौली अनाज मंडी में पहुंच
रहीं हैं।
नाके बाद भी पहुंचा गेहूं| यमुना के रास्ते से आने वाली गेहूं की ट्राॅलियां किसानों की नहीं बल्कि व्यापारियों की होती हैं, जिनकी पहले से ही कुछ खिजराबाद व छछरौली के आढ़तियों के साथ लेन देन होता है। बड़े व्यापारियों के साथ मिलकर आढ़ती दूसरे राज्यों में अनाज खरीदते हैं। सीजन के शुरू में ही सरकार द्वारा आदेश जारी किए गए थे कि मंडियों में बाहरी राज्यों का अनाज नहीं खरीदा जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से नाके भी लगाए गए, लेकिन उसके बाद भी अनाज मंडियों में बाहरी राज्यों का गेहूं पहुंचा। छछरौली अनाज मंडी के बाहर खड़ी यूपी नंबर के ट्रैक्टर ट्राॅलियां इस बात की गवाही दे रहीं हैं कि यहां पर बाहरी राज्यों का अनाज धड़ल्ले से खरीदा जा रहा है।
सिरे नहीं चढ़ पाई योजना | सरकार द्वारा जारी आदेशों के अनुसार जिस किसान का मेरी फसल मेरा ब्यौरा होगा, उसी किसान के पास विभाग की ओर से संदेश भेजा जाएगा और उसी किसान का अनाज खरीदा जाएगा, लेकिन आढ़तियों और विभाग की मिलीभगत के चलते सरकारी योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। अनाज मंडी में भी कई तरह की गड़बड़ी के चलते किसानों का अनाज खरीदा गया। सूत्रों के अनुसार जिस किसान के नाम पर रजिस्ट्रेशन हुआ है उस किसान के नाम पर बाहरी राज्यों का अनाज भी खरीदा गया।
नहीं आया बाहरी राज्यों का अनाज |छछरौली अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रेम सागर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मंडी के बाहरी राज्यों से आने वाले अनाज को रोकने के लिए उनके स्तर पर कोई प्रबंध नहीं किए गए। मंडी में बाहरी राज्यों का अनाज नहीं आया है।
श्रीनागेश्वर धाम मंदिर में बुधवार को भगवान नरसिंह जयंती मनाई गई। महंत दंडी स्वामी महेशाश्रम महाराज ने बताया कि भगवान नरसिंह जयंती बैसाख महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनायी जाती है। नरसिंह जयंती हिंदुओं का एक बहुत बड़ा त्योहार है। भगवान नरसिंह शक्ति का प्रतीक माने जाते हैं। नरसिंह चतुर्दशी के दिन ही भगवान विष्णु ने नरसिंह अवतार लेकर दैत्यों के राजा हिरण्यकश्यप का वध किया था। उन्होंने बताया कि प्राचीन काल में कश्यप नाम के ऋषि रहते थे। उनकी पत्नी का दिति था। ऋषि कश्यप के दो पुत्र थे एक नाम हरिण्याक्ष और दूसरे का नाम हरिण्यकशिप था। हरिण्याक्ष से पृथ्वी को बचाने के लिए भगवान विष्णु ने वाराह का रूप धारण कर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद हिरण्यकश्यप अपने भाई के वध से बहुत क्रुद्ध हुआ। उसने वर्षों तक कठोर तपस्या की। उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने उसे अजय होने का आशीर्वाद दिया। इस तरह हिरण्यकश्यप अजेय बनकर अपनी प्रजा पर अत्याचार करने लगा। अब कोई भी हरिण्यकश्यपु को हरा नहीं सकता था। हरिण्यकश्यप की पत्नी कयाधु से उसे प्रहलाद नाम का एक पुत्र पैदा हुआ। प्रहलाद के अंदर राक्षसों वाले गुण नहीं था। वह बहुत संस्कारी था और नारायण का भक्त था। प्रहलाद की आदतें देख हरिण्यकश्यप ने उसमें बदलाव लाने की कोशिश की। लेकिन भक्त प्रहलाद में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।
उसके बाद हरिण्यकश्यप ने बालक प्रहलाद को मारने के लिए अपनी बहन होलिका की गोदी में बैठाकर अग्नि में प्रवेश का आदेश दिया, लेकिन इस घटना में प्रहलाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका जलकर भस्म हो गई। उसके बाद हरिण्यकश्यप ने प्रहलाद को मारने के लिए योजना बनानी शुरू कर दी। एक दिन हरिण्यकश्यप ने बालक प्रहलाद से कहा कि तुम्हारे भगवान कहां हैं? तो प्रहलाद ने कहा कि वह तो अन्तर्यामी है और सर्वत्र व्याप्त हैं। इस पर हरिण्यकश्यप ने कहा कि वह खम्भे में हैं, तो बालक बोला हां। इस पर वह दैत्य राजा ने खंभे पर मारना प्रारम्भ कर दिया, तभी भगवान नरसिंह खंंभा फाड़ कर बाहर आए और उन्होंने हरिण्यकश्यप का वध कर दिया।
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लॉकडाउन-3 शुुरू हो गया है। स्कूल बंद होने से बच्चों को अप्रैल में मिड डे मील का सूखा राशन पहले ही दिया जा चुका है। अब शिक्षा विभाग पहली से आठवीं तक के बच्चों को मई के साथ जून का राशन देगा। राशन देने के लिए मौलिक शिक्षा निदेेशालय की ओर से पत्र जारी किया गया। जिसमें ये निर्देश दिए गए हैं कि अध्यापक बच्चों के घर जाकर मिड डे मील दें। बीईओ रविंद्र राणा का कहना है कि विभाग की ओर से निर्देश हैं कि मई के साथ जून का मिड डे मील का सूखा राशन बांटा जाएगा। 48 दिन का राशन अध्यापक बच्चों के घर जाकर देंगे। इससे पहले अध्यापकों ने अप्रैल में घर जाकर बच्चों में राशन वितरित किया था।
इसके साथ ही पहली बार बच्चों को घरों में ही अध्यापक मिड डे मील राशन के साथ फ्लेवर चॉकलेट, इलायची व वनिला सूखा दूध हर बच्चे को वितरित करेंगे। इससे पहले कभी बच्चों को जून का मिड डे मील नहीं मिला। जून में स्कूल बंद रहते हैं। इसलिए मिड डे मी नहीं दिया जाता। शिक्षा विभाग ने बच्चों को घर में ही विटामिन व प्रोटीन की सुविधाएं लॉकडाउन के दौरान छात्रों को प्रदान की। इसके साथ ही कोरोना महामारी में शिक्षक मिड डे मील राशन बांटने में अहम भूमिका निभा रहे हैं ।
व्यंजन के लिए सरकार ने बढ़ाई कुकिंग कोस्ट | इस बार बच्चों को अधिक स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे। मिड डे मील व्यंजन के लिए सरकार ने कुकिंग कोस्ट को बढ़ा दिया है। पहले पहली से पांचवीं तक बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा चार रुपए 48 पैसे थी, जिसे अब बढ़ाकर चार रुपए 97 पैसे कर दिया गया। इसी तरह छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए पकने वाले व्यंजन की कुकिंग कोस्ट प्रति बच्चा छह रुपए 71 पैसे थी ये अब बढ़ाकर सात रुपए 45 पैसे कर दी गई।
बच्चों के खाते में डाली जाएगी कोस्ट
मिड डे मील के राशन कुकिंग लागत बच्चों के बैंक खातों में अध्यापकों की ओर से डाली जाएगी। इसके अलावा सूखा राशन अध्यापकों की ओर से घरों में जाकर बांटा जाएगा। अप्रैल माह में का राशन भी अध्यापक घर जाकर एक बार बांट चुके हैं।
डीसी मुकुल कुमार ने बताया कि डेयरी और अन्य संबंध दुकानें प्रात: 7 बजे से सायं 7 बजे तक खुली रहेंगी। सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को खेडा मोहल्ला बाजार व मीरा बाई बाजार की दाईं ओर दुकानें खुलेंगी तथा मंगलवार, गुरुवार व शनिवार को खेडा मोहल्ला बाजार व मीरा बाई बाजार की बाई ओर दुकानें खुलेंगी। उन्होंने बताया कि एमसी यमुनानगर, एमसी साढौरा, एमसी रादौर, सरस्वती नगर की ग्राम पंचायत, छछरौली, प्रतापनगर और लेदी की चिहिंत (01 मार्क) दुकानें सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को सभी दुकानें प्रात: 8 बजे सायं 4 बजे तक खुली रहेगी तथा उपरोक्त चिह्नित (02) मंगलवार, वीरवार और शनिवार को खुली रहेगी।
डीसी ने बताया कि रेस्टोरेंट व मिठाई की दुकानें, आम जनता के लिए सेवाओं और भोजन प्रदान करने के लिए सुबह 8 बजे से दोपहर बाद 4 बजे तक होम डिलीवरी के लिए अनुमति दी गई है। उन्हे आदेश दिए जाते हैं कि वे कम से कम समय में 5 से अधिक कस्टमर/आगंतुकों को अनुमति न दें। सभी केमिस्ट की दुकानें, पंजीकृत 24 घंटे का अमरजैंसी, ओपीडी मेडिकल प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप खुले रहेंगे।
मास्क/फेस कवर पहनना दुकानदारों और ग्राहकों दोनों के लिए अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि सोशल-डिस्टेंसिंग की पालना अनिवार्य है और हर दुकान के सामने 6 फीट गैप पर मार्किंग की जानी चाहिए, दुकान के सामने हाथ सफाई की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए, दुकानें काउंटर/डेस्क/कुर्सियों को दिन में दो बार साफ किया जाना चाहिए, दुकानों के सामने वाहनों की पार्किंग नहीं होगी, कोई भी दुकानदार किसी भी उत्पाद/वस्तुओं को दुकान के बाहर नहीं रखेगा, मेडिकल स्टोर और दूध/डेयरी की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें रविवार को बंद रहेंगी, एक समय में दुकान (दुकानदार और सहायकों सहित) में पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होंगे, यह अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए संबंधित दुकानदार की जिम्मेदारी होगी।
रिटेल लिकर की दुकानें सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक खोली रहेगी तथा प्रत्येक रविवार को बंद रहेंगी।डीसी ने आदेश दिए कि पुलिस अधीक्षक, आयुक्त नगर निगम, सभी एसडीएमस, ड्यूटी मजिस्ट्रेट, एसएचओ, सचिव, नगर समितियां, रादौर और सढौरा इस आदेशों की सख्ती से पालन करवानासुनिश्चित करें।
लॉकडाउन में बेटी का अपने ही घर में बर्थडे मनाना मर्चेंट नेवी के कर्मचारी को भारी पड़ गया। पुलिस ने उस पर आधा दर्जन धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोपी ने घर में बेटी का जन्मदिन मनाया और लोगों को बुलाया, यह बात तब पता चली जब उसकी भाभी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गई। पुलिस का मानना है कि बर्थडे की पार्टी में जुटे लोगों की वजह से ही महिला कोरोना संक्रमण की चपेट में आई है। बर्थडे 27 अप्रैल को था, तब न तो पुलिस को इसका पता चला और न ही स्वास्थ्य विभाग को। उस दिन बर्थडे में जुटे लोगों को लेकर पुलिस ने अब एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला के जेठ को आरोपी बनाया है। बर्थडे पर 20 से 25 लोग जुटे थे। इसमें परिवार के साथ-साथ पड़ोस और कुछ अन्य जानकार भी थे। अब इन सभी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। बताया जा रहा है कि बेटी का जन्मदिन मनाने के बाद व्यक्ति अपने परिवार के साथ वापस पंजाब में चला गया था।
लॉकडाउन में मोहाली से यमुनानगर आए और वापस भी चले गए| सीआईए 2 के इंचार्ज महरूफ अली ने फर्कपुर थाने में केस दर्ज कराया है। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया एसपी की तरफ से कोरोना महामारी में उनकी ड्यूटी विदेश और बाहर से आने वालों की जानकारी लेने और उनकी जांच कराने में लगी है। वे अपनी टीम के साथ चेकिंग पर थे। उन्हें पता चला कि सरोजनी कॉलोनी में मोहाली पंजाब से अपने पिता के घर सरोजनी कॉलोनी में परिवार समेत आए है। वह 9 अप्रैल को यहां आया था। उसने अपनी बेटी का 27 अप्रैल को जन्मदिन मनाया। इस जन्मदिन में परिवार के लोग और पड़ोस से भी कई लोग शामिल हुए थे। परिवार से एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई है। जन्मदिन में जुटे लोगों की वजह से महिला कोरोना की चपेट में आई है। शिकायत पर मोहाली से परिवार के साथ बेटी का जन्मदिन मनाने वाले पर फर्कपुर पुलिस ने धारा 188, 267, 268, 269 और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट में केस दर्ज किया है।
डायलिसिस सेंटर के बिल्डिंग में जाने पर रोक| कोरोना पॉजिटिव पाए गए गांव कुटीपुर निवासी बुजुर्ग ने जगाधरी के सिविल अस्पताल में चल रहे डायलिसिस सेंटर में डायलिसिस करवाई थी। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने उस पूरी बिल्डिंग में किसी को भी जाने नहीं दिया। उस बिल्डिंग में डायलिसिस सेंटर के साथ-साथ फूड सेफ्टी अधिकारी और ड्रग कंट्रोलर का ऑफिस भी है। दोनों ऑफिस भी सील हैं। स्वास्थ्य विभाग ने डायलिसिस करने वाले कर्मचारियों के भी सैंपल लिए हैं। वहीं उन्हें का क्वारेंटाइन किया गया है। जिस मशीन पर कोरोना पॉजिटिव पाए गए पेशेंट की डायलसिस हुई थी, उस पर 12 मरीजों के डायलिसिस हुई थी।
306 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी| सीएमओ डॉ विजय दहिया ने बताया हमने कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं। बुधवार तक 306 सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। सीएमओ डॉ विजय दहिया ने बताया बुधवार को 77 सैंपल की रिपोर्ट आई है। सभी रिपोर्ट नेगेटिव है। यह रिपोर्ट सब्जी मंडी यमुनानगर में काम करने वाले वॉलिंटियर और अन्य सब्जी विक्रेताओं की है।
पीजीआई से वापस भेजा गया मरीज
कोरोना पॉजिटिव पाए गए गांव कुटीपुर निवासी बुजुर्ग को मंगलवार को पीजीआई चंडीगढ़ भेजा गया था, लेकिन वहां पर पहले से ही काफी संख्या में भर्ती कोरोना पेशेंट की संख्या को देखते हुए बुजुर्ग को एडमिट करने से मना कर दिया गया। इसके बाद यमुनानगर स्वास्थ्य विभाग बुजुर्ग को वापस लेकर आया। अब उसे यहां ईएसआई अस्पताल में बनाए गए कोविड- सेंटर में एडमिट किया गया है। बुजुर्ग पहले से किडनी पेशेंट है, लेकिन अब उसे कोरोना होने से हर किसी की चिंता बढ़ी हुई है।
लॉकडाउन-3 प्रशासन की ओर से छूट दी गई है। मंगलवार से मार्केट की सभी दुकानें प्रशासनिक आदेशों पर खुल गईं। दूसरे दिन शहर की प्रमुख मार्केटाें में भीड़भाड़ देखी गई। मीरा बाजार खचाखच भरा नजर अाया। यहां के दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते नजर नहीं आए। वे न अपनी अाैर अपने ग्राहकों की चिंता नहीं कर रहे। न मास्क लगा रहे हैं न ही दुकानों पर सेनिटाइजर िदखा। कई दुकानाें के अंदर 7-8 ग्राहक घुसे थे।
मीरा बाई मार्केट शहर का प्रमुख बाजार है। यहां 700 से अधिक दुकानें हैं। एक दिन पहले ही प्रशासन की ओर से यहां दोनों साइड की दुकान खोलने पर फैसला बदला गया। यह तय किया गया कि एक दिन एक और अगले दिन दूसरी साइड की दुकानें खोली जाएं, जिससे बाजार में भीड़ की स्थिति न हो। ऐसा ही हुआ। बुधवार को दूसरी साइड की दुकानें खुली। यहां सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते दुकानदार दिखाई नहीं दिए। दुकानों के बाहर रस्सी तो बंधी थी, लेकिन ये दिखाने के लिए लगाई गई है। दोपहर तक यहां पूरी भीड़ रही। सामान लेने आए अधिकतर लोग मास्क पहन कर ही नहीं आए। इनको दुकानदारों ने भी सुझाव नहीं दिया कि वे अगली बार जब भी सामान लेेने आएं तो मास्क जरूर लगाएं। दुकानों पर सेनिटाइजर रखा नहीं दिखा। ये भी हिदायत दी गई थी कि सेनिटाइजर रखना जरूरी है। ये ग्राहक व दुकानदार दोनों के हित में है। बाहर से आए लोगों के हाथ पहले सेनिटाइज करने हैं। इसके बाद उन्हें दुकानदार सामान दिखाएगा। ऐसा मीरा बाजार में ही नहीं दूसरे बाजार में भी नहीं दिखाई दिया। दुकानदार खुद मुंह पर रुमाल रखे बैठे थे। जिन लोगों ने बांध रखा था वह मुंह से नीचे किया हुआ था। बाजार में आए खरीदार विशाल ने बताया कि उसको शर्ट लेनी है। लॉकडाउन के कारण वह बाजार में नहीं आ पा रहा था। बाजार खुलते वह तुरंत आया। उसने मास्क, सेनिटाइजर अपनी जेब में रखा है।
कैंप एरिया में भी टूटती नजर आई सामाजिक दूरी
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी अपनाने को कहा गया है। इसके लिए प्रशासनिक एडवाइजरी भी जारी हुई है। इसके बावजूद कैंप एरिया में सोशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई। दुकानों के बाहर ग्राहक एक दूसरे से सट कर खड़े थे। जबकि दूरी बनाने के आदेश हैं। यहां दुकानदार विक्रम, कृष्ण, संत सिंह ने बताया कि वे लोग खुद मास्क पहने हैं, ग्राहकों को समझा रहे हैं कि सामान लेने के लिए बारी का इंतजार करें, लेकिन कोई इंतजार नहीं करना चाहता। सबको जल्दी है। इसलिए उनकी बात को अनसुना कर एक दूसरे से पहले सामान लेने की होड़ लगी रहती है। एक दो दिन अगर पुलिस गश्त बाजार में रहे तो ग्राहक भी सामाजिक दूरी के नियम को फॉलो करेंगे। ये उनके हित में रहेगा।
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर आमजन में सामाजिक दूरी बनाए रखने के उद्देश्य से सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दी जाने वाली विभिन्न स्वस्थ्य सेवाओं को स्वास्थ्य संस्थानों मे निर्धारित किया गया है। सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि सभी स्वास्थ्य सेवाएं आरंभ कर दी गई हैं। लेकिन सभी सुविधाओं को अलग-अलग स्वास्थ्य संस्थानों पर बांटा गया है। जिला अस्पताल में मेडिसन, सामान्य ओपीडी, बाल-रोग ओपीडी बाल-रोग विभाग, आपातकालीन सेवाए, मेडिकल सेवाएं व पोस्टमॉर्टम सेवाएं जारी रहेंगी। नाक-कान-गला, नेत्र रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग, व शल्य चिकित्सक की ओपीडी भी अब चलाई जाएगी। महिला रोग चिकित्सक की ओपीडी के साथ प्रसूति ग्रह की सभी सुविधाएं केवल नागरिक अस्पताल जगाधरी में चलेंगी। सभी आपातकालीन सेवा केवल मुकंद लाल जिला नागरिक अस्पताल में ही मिलेंगी। लड़ाई-झगड़े व पोस्टमॉर्टम सेवाएं यमुनानगर व उप-जिला नागरिक अस्पताल जगाधरी में पहले की ही तरह जारी रहेंगी।
यहां रहेगी सामान्य रोग ओपीडी|इसी प्रकार से मनोचिकित्सक, दंत चिकित्सक व सामान्य रोग चिकित्सक की ओपीडी हुड्डा डिस्पेंसरी सेक्टर-17 हुड्डा, जगाधरी में चलाई जाएंगी।
24 घंटे मिलेगी इलाज सुविधा| कोरोना से संबंधित सभी प्रकार की सेवाएं जैसे की फ्लू (खांसी-जुखाम, बुखार) व बुखार की ओपीडी, आइसोलेशन वार्ड, कोविड केयर वार्ड व सैंपल व कोविड जांच सेवाएं केवल ईएसआई अस्पताल जगाधरी में 24 घंटे 7 दिन उपलब्ध रहेंगी।
शहर का सिविल अस्पताल पहले डॉक्टर्स और स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। अभी तक सरकार स्वास्थ्य विभाग यहां जरूरत के मुताबिक डॉक्टर्स मुहैया नहीं करा पाया। दो साल से कई गंभीर रोगों से संबंधित ओपीडी डॉक्टर होने के कारण बंद पड़ी हैं। एक तरफ जहां विभाग डॉक्टर मुहैया नहीं करा पा रहा है। वहीं सरकारी अस्पताल में नौकरी को अलविदा कहने वाले डॉक्टरों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अस्पताल से पहले ही चर्म राेग विशेषज्ञ व मनाेराेग प्रमुख इस्तीफा दे चुके हैं। अब एलएनजेपी में मनोरोग ओपीडी में एक ही चिकित्सक रह गया है जिससे मरीजाें काे इलाज के लिए परेशानी झेलनी पड़ेगी।
मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा दुआ सोबती ने भी नौकरी छोड़ने के लिए विभाग को नोटिस दे दिया है। सरकार और विभाग सरकारी अस्पतालों में स्टाफ से लेकर हर सुविधा मुहैया कराने के दावे कर रहा है लेकिन चाह कर भी सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी दूर नहीं कर पा रहे हैं। एलएनजेपी के लिए 42 चिकित्सकों की जरूरत है। इतनी पोस्ट भी यहां के लिए सेंक्शन हैं, लेकिन महज 30 ही डॉक्टर यहां उपलब्ध हैं। इनमें भी ज्यादातर एमओ हैं। स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स काफी कम हैं।
हर माह भेज रहे डिमांड
अधिकारी ने बताया कि चिकित्सकों की कमी को लेकर कई बार महानिदेशक को अवगत करा चुके हैं। अब फिर से डिमांड भेजेंगे।
कई विशेषज्ञ छोड़ चुके नौकरी
जिला अस्पताल से डॉ. अनुराग कौशल ने 2011, गायनी सर्जन डॉ. नेहा 2015, डॉ. विवेक ने 2016 में, मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नरेंद्र परूथी, दंत राेग विशेषज्ञ डॉ. पूजा ललित भी नौकरी छोड़ चुकी हैं।
औसतन 200 की ओपीडी, मरीजों को होगी दिक्कत
अब मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नेहा दुअा साेबती ने भी इस्तीफा दे दिया है। मनोरोग विभाग में औसतन 200 मरीज पहुंचते हैं। मनाेराेग अाेपीडी में दाे चिकित्सक थे अब डाॅ. सुरेंद्र मढान ही मरीजाें का इलाज करेंगे। अब मरीजों को इलाज लेने में ज्यादा समय लगेगा जिससे मरीजों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। बता दें कि मनोरोग में अधिकांश का लंबे समय तक इलाज चलता है। ऐसे में जिनका पहले से इलाज यहां चल रहा है, उन्हें भी दिक्कत होगी।
अधिकांश ने खोले क्लीनिक
हालांकि जिन चिकित्सकों ने पिछले पांच साल के दौरान नौकरी छोड़ी है, उनमें से अधिकांश अब अपना ही क्लीनिक खोल चुके हैं। बताया जाता है कि डॉ. नेेहा की रिटायरमेंट में अभी दस साल बाकी हैं, लेकिन वे भी अपना ही क्लीनिक खोलेंगी इसीलिए उन्होंने भी सरकारी नौकरी को अलविदा कहा है। सिविल सर्जन डाॅ. सुखबीर सिंह ने कहा किहाल ही में मनाेराेग विशेषज्ञ डाॅ. नेहा दुआ साेबती ने इस्तीफा दिया है। अब मनाेराेग की ओपीडी में एक ही चिकित्सक से व्यवस्था बनाई जाएगी।
छह अप्रैल को शराब के ठेकों का लॉकडाउन खुल गया। ठेके खुलने की सूचना पर पीने वालों के चेहरे खिल उठे, लेकिन ठेकों पर पहुंच कइयों को मायूसी हाथ लगी। दरअसल अधिकांश ठेकों पर शराब ही नहीं पहुंची। ऐसे में खाली ठेकों के बाहर लोग दिनभर चक्कर ही काटते दिखे। इधर जिले में आबकारी विभाग की तरफ से इस साल के लिए अब तक 54 ठेके अलॉट किए जा चुके हैं। नए ठेके देने की प्रक्रिया लॉकडाउन से पहले ही पूरी हो चुकी थी, लेकिन नए ठेके छूटते ही लॉकडाउन शुरू हो गया था।
मार्च में हुई बोली, 98 करोड़ मिले
मार्च में नए ठेके देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। 18 मार्च को जिले में इस साल के लिए ठेके ऑनलाइन बोली के द्वारा दिए गए। इससे पहले की नए ठेकेदार काम संभालते, 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू हो गया। जिला आबकारी अधिकारी राजकुमार के अनुसार जिले में शराब ठेकों के लिए 27 रीजन बनाए गए हैं। हर रीजन में दो ठेके हैं। इस साल विभाग का लक्ष्य 100 करोड़ लाइसेंस फीस जुटाना है।
मार्च में हुई बोली, 98 करोड़ मिले
मार्च में नए ठेके देने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। 18 मार्च को जिले में इस साल के लिए ठेके ऑनलाइन बोली के द्वारा दिए गए। इससे पहले की नए ठेकेदार काम संभालते, 24 मार्च से लॉकडाउन शुरू हो गया। जिला आबकारी अधिकारी राजकुमार के अनुसार जिले में शराब ठेकों के लिए 27 रीजन बनाए गए हैं। हर रीजन में दो ठेके हैं। इस साल विभाग का लक्ष्य 100 करोड़ लाइसेंस फीस जुटाना है।
हर साल गर्मियों के सीजन में शहर व जिला वासियों को अघोषित कट झेलने पड़ते हैं। इस बार भी गर्मी बढ़ने के साथ ही कटों का सिलसिला बढ़ने लगा है। हालांकि अभी लॉकडाउन की वजह से पर्यावरण साफ सुथरा होने के चलते लोग एसी-कूलर आदि कम ही चला रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन के बाद इस स्थिति में बदलाव होना तय है। ऐसे में कट और बढ़ेंगे। हालांकि बिजली विभाग भी अपनी तरफ से प्रबंधों में जुट गया है। शहर में कटों से बचाने के लिए और फीडर बढ़ाए जा रहे हैं। शहर में तीन फीडर नए बनेंगे जिससे मोहननगर, सेक्टर 17 और साधुमंडी एरिया में लोगों को कटों से निजात मिल सकेगी। इसे लेकर बुधवार को विधायक सुभाष सुधा ने सर्किट हाउस में अधिकारियों की मीटिंग ली। बाढ़ बचाव व पानी निकासी के प्रबंधों को लेकर भी मीटिंग हुई। इससे पहले विधायक सुभाष सुधा ने बिजली विभाग, जन स्वास्थ्य, नगर परिषद, सिंचाई व लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों के अधिकारियों से मानसून सीजन के लिए बरसात के पानी निकासी और बाढ़ बचाव को लेकर किए गए प्रबंधों तथा गर्मी के सीजन में लोगों को निरंतर बिजली मुहैया करवाने के लिए बिजली महकमे द्वारा किए प्रबंधों की फीडबैक ली।
अटके काम अब होंगे शुरु
विधायक ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गुरुद्वारा छटी पातशाही से लेकर नरकरतारी रोड पर जयभारती स्कूल तक नाले की सफाई करने, शहर की सीवरेज व्यवस्था को ठीक करने, लोगों को पीने के पानी की निरंतर सप्लाई देने, नगर परिषद के अधिकारियों को नालों की सफाई करने, अमृत योजना के साथ-साथ अन्य अधूरे विकास कार्यो को शुरू करने, रेलवे रोड़ सड़क निर्माण कार्य को शुरु करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है।
ड्रेनेज सिस्टम की होगी सफाई, 8 तक टेंडर
सिंचाई विभाग के अधिकारियों को सरस्वती की सफाई करने, अधूरे निर्माण कार्य को पूरा करने, खानपुर कोलियां से राष्ट्रीय राजमार्ग तक कार्य शुरू करने, किरमिच ड्रेन की सफाई करने, पानी निकासी के लिए 10-10 क्यूसिक के पम्प लगाने, लुखी, बगथला, समसपुर, छैलों में पानी निकासी के लिए 2 पम्प लगाने के साथ ही ड्रेनों की सफाई व्यवस्था के लिए 8 मई तक टेंडर लगाने तथा निर्धारित समयावधि में कार्यो को पूरा करने के सख्त आदेश दिए है। उन्होंने कहा कि पिपली से थर्ड गेट तक सड़क निर्माण कार्य के दौरान सभी विभाग अपने-अपने विभागीय स्तर के कार्यो का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से सम्पर्क करके सड़क निर्माण कार्य को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे। सभी अपने अपने विभाग के काम 31 मई तक पूरा करेंगे। इसके बाद जून के पहले हफ्ते में निरीक्षण होगा।
आंधी में नहीं जाएगी बिजली
अधिकारियों ने दावा किया कि बिजली विभाग की तरफ से बीबीएन से लेकर पिपली रोड स्टेडियम के सामने से ग्रीन बेल्ट में बिजली की नई केबल बिछा दी है। इसी तरह सेक्टर 7, 4, 2 व 3 ग्रीन बेल्ट में भी नई तार बिछा दी है। इन तमाम व्यवस्थाओं पर बिजली विभाग की तरफ करीब 40 लाख का बजट खर्च किया जा रहा है।
पुलिस विभाग के कर्मचारी तथा अधिकारी योद्धा की तरह लोगों की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना वायरस की आपदा के समय एक सामाजिक मिसाल भी कायम कर रहे हैं। कुरुक्षेत्र पुलिस के जवान प्रतिदिन ऐसे लोगों के घरों में अचानक पहुंच कर उन्हें आश्चर्यचकित करते हैं, जिनके बच्चे विदेश में बसे हुए हैं। ऐसे बुजुर्ग अकेले घरों में रह रहे हैं। ऐसे लोगों के जन्मदिन या विवाह की वर्षगांठ के पल मनाने पुलिस वाले पहुंचते हैं तो वे खुद भी आश्चर्य में पड़ जाते हैं। ऐसे ही सेक्टर-सात चौकी प्रभारी रमनदीप कौर अपनी टीम के साथ पूर्व पुलिस अधिकारी प्रधान सिंह कंग के घर पहुंची।
पहले पूछताछ-फिर केक देकर चौकाया : पुलिस अंदाज में पूछताछ की कि आपके घर में कोई विदेश से तो नहीं आया है। अगर कोई विदेश से आया है तो बताएं। प्रधान सिंह ने बताया कि कोई नहीं आया है। वह और उनकी धर्मपत्नी अकेले रहते हैं। इसी समय अचानक छिप कर खड़े पुलिस कर्मचारी को अधिकारी ने इशारा किया और प्रधान सिंह के सामने केक आ गया। सभी ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। प्रधान सिंह ने हैरान होकर पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि आज उनका जन्मदिन है। तब रमनदीप कौर ने कहा कि लॉकडाउन के समय में वे इस तरह के लोगों का जन्मदिन मना रहे हैं, जिनके बच्चे विदेश में हैं। बुजुर्ग अकेले घरों में रहते हैं। उन्होंने लोगों से भी अपील की कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए घरों से कम निकलें तथा लॉकडाउन के नियमों का पालन करें। प्रधान सिंह ने भी पुलिस के काम की सराहना करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान पुलिस के प्रति लोगों की विचारधारा भी बदली है। लोगों का भी मानना है कि पुलिस उनके साथ है। देशभर की पुलिस सराहनीय कार्य कर रही है। पुलिस को देखकर लगता है कि ये उनके परिवार के सदस्य हैं। लोगों को भी पुलिस कर्मचारियों का सहयोग करना चाहिए। ्रशासन का प्रयास है कि आमजन के साथ-साथ किसी अधिकारी व कर्मचारी को भी किसी प्रकार की परेशानी न आए। ऐसे ही कमेटी में कार्यकारी अभियंता के पद पर कार्यरत भूपेन्द्र सिंह के जन्मदिन पर पुलिस केक लेकर पहुंची। डीसी धीरेंद्र खड़गटा को जब पता चला कि एक्सईएन भूपेंद्र सिंह का जन्मदिन है। वहीं लॉकडाउन के शेड्यूल के तहत बेकरी की दुकानें बंद हैं तो उन्होंने पुलिस की मदद से केक का इंतजाम कराया। इसके बाद सेक्टर पांच स्थित उनके घर पर भिजवाया। यह तोहफा पाकर भूपेंद्र भी भावुक हो गए। यही नहीं उनकी इसी माह 31 मई को रिटायरमेंट भी है। जब पुलिस विभाग के अधिकारी व कर्मचारी केक लेकर उनके निवास पर पहुंचे तो भूपेन्द्र सिंह की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने डीसी धीरेन्द्र खड़गटा व एसपी आस्था मोदी का आभार भी जताया।
लॉकडाउन-3 में अब जिलेभर के राजकीय स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ रहे 52 हजार बच्चों को पहली बार मई के साथ जून महीने का राशन भी दिया जाएगा। इतना ही नहीं, इस बार बच्चों के स्वास्थ्य और पौष्टिकता को ध्यान में रखते हुए चॉकलेट, इलायची व वनीला फ्लेवर का आधा किलो सूखा दूध भी दिया जाएगा। अब से पहले तक विद्यार्थियों को मई में ही मिड-डे मील मिलता था और जून में छुटि्टयां होने के कारण मिड-डे मील देने की व्यवस्था नहीं थी लेकिन इस बार दोनों महीनों का 24-24 दिन के हिसाब से 48 दिन का मिड-डे मील राशन बच्चों को उनके घर पर ही पहुंचाया जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग की ओर से जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश आ चुके हैं जिसके चलते अगले सप्ताह में मिड-डे मील का राशन व फ्लेवर मिल्क के पैकेट बच्चों को वितरित किए जाएंगे।
मिड-डे मील के लिए कुकिंग कॉस्ट भी बढ़ी : इस बार बच्चों को अधिक स्वादिष्ट व्यंजन मिलने के साथ-साथ, विभाग की ओर से मिड-डे मील बनाने की कॉस्ट भी बढ़ाई गई है। पहले पहली से पांचवी तक बच्चों के लिए पकने वाले भोजन की कुकिंग कॉस्ट प्रति बच्चा 4 रुपए 48 पैसे थी, जिसे अब बढ़ाकर 4 रुपए 97 पैसे कर दिया है। इसी तरह छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए पकने वाले भोजन की कुकिंग कॉस्ट प्रति बच्चा 6 रुपए 71 पैसे थी, जो अब बढ़कर 7 रुपए 45 पैसे हो गई है। इन पैसों को सीधे विद्यार्थियों के अकाउंट में डाला जाएगा। पहली से पांचवी कक्षा तक के बच्चों की कुकिंग कॉस्ट 238.56 रुपए और छठी से आठवीं के बच्चों की कुकिंग कॉस्ट 357.60 रुपए बनती है।
पहली से पांचवीं कक्षा तक के बच्चों को दो किलो 160 ग्राम गेहूं और दो किलो 640 ग्राम चावल दिए जाएंगे। वहीं छठी से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को तीन किलाे 240 ग्राम गेहूं और तीन किलो 960 ग्राम चावल दिए जाएंगे।
शिक्षा विभाग की अच्छी पहल : पूर्व जिला प्रधान विनोद
राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पूर्व जिला प्रधान विनोद चौहान ने कहा कि राजकीय स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों की पौष्टिकता का ध्यान रखते हुए उन्हें दूध देने की पहल अच्छी है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट के इस दौर में सभी शिक्षक बच्चों के घर-घर जाकर मिड-डे मील पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों को रोजाना होमवर्क भेजा जा रहा है ताकि उनकी पढ़ाई सुचारु रूप से चल सके।
20 ग्राम से तैयार होता है 250 ग्राम दूध : सतनाम
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सतनाम भट्टी ने बताया कि 20 ग्राम सूखे दूध से 250 ग्राम दूध तैयार हो जाता है। उन्होंने बताया कि पहली बार विद्यार्थियों को मई महीने के साथ ही जून महीने का राशन भी दिया जाएगा। सतनाम भट्टी ने कहा कि पहली बार बच्चों की पौष्टिकता को ध्यान में रखते हुए चॉकलेट, इलायची व वनीला फ्लेवर के सूखे दूध के पैकेट भी बच्चों को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह से मिड-डे मील राशन को बांटने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
कोरोना वायरस की चेन तोड़ने को लेकर लगाए लॉकडाउन को सफल बनाने में पुलिस यूं तो पूरा प्रयास कर रही है। कई मामलों में पुलिस सख्ती से पेश आ रही है। यह जरूरी भी है, लेकिन पुलिस ने सैर पर निकले लोगों के साथ ही महिलाओं की उठक बैठक कराने का मामला भी सामने आया है। महिलाओं की उठक बैठक का वीडियो वायरल होते ही मामला तूल पकड़ गया। इस पर महिला आयोग अध्यक्षा नम्रता गौड़ ने भी संज्ञान लिया। एसपी आस्था मोदी से बात कर नाराजगी जताई । एसपी ने कहा कि वे इस मामले की जांच कराएंगी। संबंधित पुलिस अधिकारी को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया है। मंगलवार को सेक्टर सात में कुछ महिलाएं व पुरुष घर के बाहर गली में सैर कर रहे थे। यह कंटेनमेंट जोन है। ऐसे में यहां लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत है। शाम को सिटी पुलिस भी वहां गश्त करते हुए पहुंची। पुलिस टीम ने उक्त सभी लोगों को इस तरह सैर करने पर न केवल लताड़ा। बल्कि उन लोगों से उठक बैठक भी कराई। इसकी किसी ने वीडियो बना कर वायरल कर दी। टीम के साथ कोई महिला पुलिस कर्मी भी नहीं दिख रही।
सैर पर है पाबंदी
बता दें कि कुरुक्षेत्र में सुबह शाम की सैर पर भी पाबंदी लगाई हुई है। बाजार खुलने की छूट नौ से दो बजे तक है। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि जिसे जरूरी हो, वही बाजार में सामान आदि लेने जाए। बिना कारण घरों से न निकलें।
जिले को कोरोना वायरस से बचाने के लिए प्रशासन हरसंभव कदम उठा रहा है। स्थिति का आंकलन कर रोजाना नई व्यवस्थाएं भी बन रही है। जहां प्रदेश की सीमाओं को सील किया गया है। वहीं अब कुरुक्षेत्र की दूसरे जिलों से लगती सीमाओं को भी सील किया जा रहा है। यानि अब इंटर जिला मूवमेंट भी नहीं हो सकेगी। यही नहीं अधिकारियों व कर्मचारियों को भी बार्डर पार करने की अनुमति नहीं होगी। विशेष मामलों में ही बार्डर पार कर सकेंगे। हालांकि सिर्फ जरुरी सेवाओं के लिए छूट होगी। इसे लेकर डीसी धीरेन्द्र खड़गटा ने बुधवार को आदेश भी जारी कर दिए। जिसके चलते कई जगहों पर सीमा को सील भी कर दिया है ।
चंडीगढ़ नहीं कर सकेंगे अप-डाउन : सरकारी और निजी दफ्तरों के अधिकारी और कर्मचारी भी अब कुरुक्षेत्र से चंडीगढ़ और पंजाब में प्रतिदिन अप-डाउन नहीं कर पाएंगे। इन अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बार्डर क्रास करना मुश्किल होगा। इन अधिकारियों, कर्मचारियों को हिदायत जारी कर कुरुक्षेत्र या संबंधित कार्यस्थलों पर ही ठहरने की व्यवस्था करनी होगी। इतना ही नहीं जिन कुछ केसों में छूट दी जाएगी, उन लोगों का बार्डर पर थर्मल स्केनिंग, रेपिड टेस्ट भी होगा ।
पटियाला से एंट्री पूरी तरह बैन : अब पटियाला से न कोई आ सकेगा और न ही यहां से पटियाला जा सकेगा। एसपी आस्था मोदी बार्डर एरिया पर सख्ती से पालना कराएंगी। पुलिस फोर्स लगाकर बार्डर एरिया को सील करेंगी। बार्डर एरिया से आवश्यक वस्तुओं जिसमें, सब्जी-फल, अनाज, अंडे-मीट, दूध, पशुओं के चारे व अन्य सामग्री, पोल्ट्री और पशुओं के लिए खाद्य सामग्री, दवा व यंत्र, मास्क, गलब्स, सेनिटाईजर, वेंटिलेटर सहित अन्य जरुरी सामग्री को ही छूट रहेगी ।
इनको बॉर्डर क्राॅस करने की छूट
जिलाधीश ने जारी आदेशों में कहा है कि बार्डर एरिया क्रास करने के लिए कुछ विभागों के अधिकारियों को छूट दी गई है, जिसमें एम्बुलैंस, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आयुष स्टाफ, फायर बिग्रेड, कैश वैन, तेल टेंकर, पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट, भारतीय डाक विभाग, आपदा प्रबंधन, राष्ट्रीय सूचना केन्द्र व एफसीआई के सरकार द्वारा अधिकृत अधिकारी व कर्मचारी कोविड-19 के नियमों की पालना करके बार्डर क्राॅस करने की छूट दी गई है।
24 घंटे पूरा सप्ताह खुले रहेंगे पेट्रोल पम्प
वहीं बुधवार को पेट्रोल पंपों को लेेकर फिर से आदेश बदले गए। पहले पंप सुबह 7 से शाम 7 बजे तक खोलने के आदेश हुए थे। लेकिन अब जिले में सभी पेट्रोल पंप पूरे सप्ताह 24 घंटे खुले रखे जा सकेंगे। नगर परिषद और नगर पालिकाओं के अधिकारी इसकी पालना कराएंगे ।
सुविधा अनुसार करें जिले में रुकने की व्यवस्था
अन्य जिलों व राज्यों के जो व्यक्ति कुरुक्षेत्र जिले में कार्यरत हैं, वे अपनी सुविधानुसार कुरुक्षेत्र में रहने का प्रबंध करेंगे ताकि प्रतिदिन बार्डर क्रास करने से बच सकें। इसी प्रकार कुरुक्षेत्र जिले के जो व्यक्ति अन्य जिलो में कार्यरत है, वह भी अपने कार्यस्थल संबंधित जिले में ही रहे। कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए यह जरूरी है । क्योंकि दैनिक मूवमेंट से वायरस के फैलने का खतरा रहता है।
पुलिस प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी लॉकडाउन की अवहेलना करने वालों की संख्या में कमी नहीं आ रही। लॉकडाउन तोड़ने के साथ-साथ लोग बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह नहीं कर रहे। इससे भय का माहौल पैदा हो गया है। प्रशासन की ओर से दुकानें खोलने का समय शाम से हटाकर दो बजे का कर दिया है, लेकिन बेवजह घूमने वालों की भीड़ काबू नहीं आ रही। बुधवार को जैसे ही दुकानें खुली तो बाजार में अचानक भीड़ जुट गई। इसके बाद पुलिस को फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को वहां से हटाना पड़ा। दो बजते ही पुलिस ने बाजार बंद करवा दिया। अब पुलिस भीड़ जुटाने वाले लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटने का मन बनाया है।
पुलिस करेगी सख्ती : एसएचओ देवेंद्र और चौकी इंचार्ज राजपाल ने बताया कि पुलिस अब सख्ती बढ़ाने जा रही है। जो व्यक्ति बेवजह घूमता पाया गया। उसके वाहन का चालान करने के साथ-साथ उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि लोग इसी तरह अपनी जिम्मेदारी से बचते रहे तो पिछले 45 दिन के दौरान जो मेहनत सरकार ने की है। उस पर पानी फिरते देर नहीं लगी। इसलिए पुलिस अब सख्त कार्रवाई करेगी।
उधर, समाजसेवी संगठन भी पुलिस की मदद में आगे आए हैं। समाजसेवी कुलदीप, संजीव शर्मा, ऋषिपाल ने कहा कि पुलिस नाकों पर चुनाव में वोटिंग के दौरान इस्तेमाल होने वाली इंक रखी जानी चाहिए। जो व्यक्ति बेवजह घूमता मिले। उसकी अंगुली पर निशान लगाया जाए और उसे चेतावनी दी जाए। यदि वह व्यक्ति दोबारा बेवजह बाहर नजर आए तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उसे हिरासत में लिया जाए। तब जाकर लोग लॉकडाउन तोड़ने से परहेज करेंगे।
प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संकट के बीच कॉलेज में पोस्ट ग्रेजुएशन तक पढ़ने वाली गरीब छात्राओं की ट्यूशन फीस माफ करेगी। इस संबंध में उच्च शिक्षा विभाग के महानिदेशक की तरफ से मंगलवार को प्रदेश के सभी सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेजों को पत्र भेजा गया है। बता दें कि प्रदेश में सरकारी और गैर-सरकारी कॉलेजों की कुल संख्या 277 है। पत्र के मुताबिक, सभी कॉलेजों को अपने यहां के ऐसे छात्राओं की सूची एक हफ्ते में विभाग को बनाकर भेजने को कहा गया है जिनके परिवार की सालाना आय हर प्रकार के सोर्स से 1.80 लाख से ज्यादा न हो। क्योंकि उन्हीं छात्राओं को ट्यूशन फीस से छूट का लाभ होगा जो यह शर्त पूरा करती हैं।
छात्राओं को नहीं होगा ज्यादा लाभ: वहीं, कुछ प्रिंसिपल ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया है कि यह सरकार का एक लुभावना कदम है। क्योंकि इससे गरीब छात्राओं को कोई खास लाभ नहीं होना वाला है। क्योंकि कॉलेज की सालाना रकम जो छात्र या छात्राओं से कॉलेज लेते हैं, उसमें ट्यूशन फीस नाम मात्र की ही होती है, असल रकम तो अन्य प्रकार के फंड होते हैं जो छात्रों से लिए जाते हैं जैसे- स्पोर्ट, इलेक्ट्रिसिटी इत्यादि। यह कदम तो ऊंट के मुंह में जीरे जैसी बात है। इन फंड में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा यूनिवर्सिटी को जाता है और बाकी कॉलेज प्रबंधन अपने खर्चे चलाने के लिए रखता है। अगर फीस की बात की जाए तो यह प्रति महीना बस 40 से 60 रुपए ही होती है।
प्रिंसिपल बोले- स्कॉलरशिप पोर्टल नहीं खुलने से अटकी फीस: कॉलेज प्रिंसिपल्स ने बताया कि गरीब छात्र हर वर्ष स्कॉलरशिप के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। अप्रैल माह बीत जाने के बाद भी पोर्टल न खुलने से छात्र स्कॉलरशिप के लिए आवेदन नहीं कर सके। इससे हमारे पैसे भी फंसे हुए हैं।
जिले में मानसून सीजन की तैयारी शुरू हाे गई है ताकि झमाझम बारिश से बाढ़ का खतरा पैदा न हो। सिंचाई विभाग अम्बाला ने जहां सिविलियंस के लिए घग्घर से जुड़ी घेल ड्रेन, कांशी नगर ड्रेन, सिंघावाला ड्रेन, अम्बाला ड्रेन और कैंट की महेश नगर ड्रेन, खुड्डा ड्रेन, गुड़गुड़िया नाला, टांगरी नदी की सफाई करने की योजना तैयार कर ली है तो आर्मी के भर्ती दफ्तर के बचाव के लिए प्लानिंग की है। आर्मी की एयर फील्ड ड्रेन को 9.30 लाख से मशीनों के जरिए साफ किया जाएगा। विभाग का कहना है कि ड्रेन क्लीयरेंस का कार्य 30 दिन में पूरा किया जाएगा। सिंचाई विभाग की ओर से सभी ड्रेन के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और 15 मई तक सभी ड्रेन के टेंडर अलॉट करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सिटी में इन ड्रेन की सिंचाई विभाग करेगा सफाई
सिंचाई विभाग अम्बाला सिटी में अम्बाला ड्रेन की सफाई 20.69 लाख से करेगा। ड्रेन की सफाई करने का समय 45 दिन तय किया गया है। घग्घर नदी के साथ घेल ड्रेन की साफ-सफाई पर 2.75 लाख से होगी। इस ड्रेन को साफ करने में 30 दिन लगेंगे। इसी प्रकार घेल राेड के साथ वाली ड्रेन भी 1.10 लाख में 0 से 4 हजार मीटर तक साफ होगी। सिटी की लिंक ड्रेन 0 से 2525 मीटर तक 1.25 लाख से और कांशी नगर ड्रेन को एक हजार फुट तक 80 हजार रुपए और सिंघावाला ड्रेन छह हजार फीट तक 2.50 लाख की लागत से सफाई की जाएगी।
कैंट की इन ड्रेन की सफाई
सिंचाई विभाग की ओर से टांगरी नदी को 30 दिन में साफ किया जाएगा। यह काम टांगरी ब्रिज तक 7.60 लाख में किया जाएगा। महेश नगर ड्रेन को दो पार्ट में साफ किया जाएगा। जिस पर 8 लाख रुपए खर्च होंगे। इसी प्रकार गुड़गुड़िया नाला 1.10 लाख से साफ किया जाएगा। एयर फील्ड ड्रेन 9 लाख 30 हजार में साफ की जाएगी।
मशीनों के जरिए ड्रेन के अंदर की सफाई के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं और 11 मई के बाद टेंडर अलॉट कर दिए जाएंगे। जुलाई में मानसून सीजन से पहले इस वर्क को पूरा किया जाएगा। सेना की तीनों ड्रेन को पूरी तरह से साफ किया जाएगा ताकि सेना को कोई परेशानी न आए।-प्रवीण गुप्ता, एक्सईएन, सिंचाई विभाग अम्बाला।
थाना नग्गल में दर्ज मारपीट के मामले में पुलिस ने आरोपी कलेरां गांव के राजन को गिरफ्तार किया है। हालांकि, आरोपी को न्यायालय से जमानत मिल गई। इस संबंध में कलेरां गांव के रकम सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था। रकम सिंह के मुताबिक 3 मई को जब वह अपने खेतों से अपने गांव के ही अन्य व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल से घर आ रहा था तब सड़क पर मारुति कार रोक कर खड़े चार युवकों ने उस पर डंडों से हमला कर दिया।
कैंट सिविल अस्पताल व स्टेडियम के निर्माण से जुड़ी जिस कंपनी के 16 श्रमिक व 2 साइट इंजीनियर पॉजिटिव मिले हैं, उससे स्थानीय लोगों का भी जुड़ाव रहा है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो कंस्ट्रक्शन साइट पर अलग-अलग जिम्मेदारी निभा रहे थे। जिससे खतरा केवल प्रवासी श्रमिकों तक सीमित नहीं है बल्कि यह स्थानीय स्तर पर भी खतरे की घंटी बजा रहा है। मुसीबत यह भी है कि अभी इनके संक्रमण का सोर्स का पता नहीं चल रहा है। सुपरवाइज की लेबर में जो लोग तीन माह से कहीं नहीं गए थे उनमें से भी 10 लोग पॉजिटिव मिले हैं। वहीं, स्टेडियम व अस्पताल पर काम करने वाली लेबर व काम करने वाले स्थानीय लोग एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं। स्टेडियम में काम करने वाले 28 लोगों को 26 अप्रैल को टांगरी बांध से रेजिडेंट क्वार्टर में बनाए शेड के नीचे शिफ्ट किया गया था।
डिस्ट्रिक्ट क्वारेंटाइन कमेटी के इंचार्ज डॉ. राजेंद्र राय के मुताबिक स्टेडियम की लेबर में एक सुपरवाइजर इस्माइलपुर गांव का है। जो व्यक्ति सरिया बांधने का काम करता था वह तोपखाना का रहने वाला है। उसके परिवार में मां व भाई के अलावा उसके दो कांटेक्ट हैं। इसी प्रकार स्टाफ रोड व बीडी फ्लोर मिल के पीछे का युवक, बब्याल में रहने वाले दो युवक इस साइट पर काम करते रहे हैं। जंडली के माता रानी चौक के पास रहने वाला व्यक्ति शटरिंग का काम करता था। एक व्यक्ति मोहड़ा से आकर काम करता था। कंस्ट्रक्शन कंपनी में बड़ा खुड्डा, जनेतपुर व काकरू से एक-एक ड्राइवर जुड़ा हुआ था। जंडली से एक व्यक्ति छोटे ठेकेदार के तौर पर काम करता था। गर्ग कंपनी का प्रोजेक्टर मैनेजर खुद सेक्टर-9 में रहता है। चार दिन पहले साइट पर गया था। अस्पताल के दो महेशनगर के रानीबाग में भी रहते हैं। स्टेडियम का एक साइट इंजीनियर टांगरी पार पूजा विहार में रहता है व दूसरा मटहेड़ी के पास इस्माइलपुर रहता है। अस्पताल व रेजीडेंट फ्लैट की 139 लेबर है। इनमें से कैंसर अस्पताल में 53 बड़ों समेत 66 लोग हैं।
रेजीडेंसियल क्वार्टर के साइट पर ऐसे फैला संक्रमण
तीन कारपेंटर एक ही कमरे में रहते थे। इनमें से एक अभी संक्रमित नहीं है। मिस्त्री का काम करने वाले की पत्नी व बेटा पॉजिटिव हैं। दोनों बेटियां व खुद अभी तक संक्रमण से बचे हुए हैं। एक कमरे में पति-पत्नी व बेटा पॉजिटिव है। तीन लड़कियां संक्रमण से बची हुई हैं। संक्रमित मिले सुपरवाइजर के साथ रहने वाला एक व्यक्ति अभी संक्रमित नहीं है। हालांकि, इनके सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद तय होगा कि ये कोरोना संक्रमित हैं या फिर नहीं हैं।
अम्बाला में एक साथ काेराेना के मामले बढ़े हैं। लाॅकडाउन के दाे फेस में ज्यादा मामले सामने नहीं आए थे, मगर जैसे ही लाॅकडाउन फेस 3 शुरू हुआ ताे केस भी बढ़ गए। ऐसे में लाॅकडाउन शुरू हाेने से अब तक वाॅलंटियर्स भी काेराेना के साए में अपनी जान की परवाह न करते हुए राेजाना नि:स्वार्थ भाव से सेवा करते हुए लाेगाें तक खाना पहुंचा रहे हैं। इन वाॅलंटियर्स में कैंट में एसडीएम सुभाष सिहाग के नेतृत्व में खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग और रेडक्राॅस साेसाइटी वॉलंटियर्स शामिल हैं, जबकि सिटी में भी वाॅलंटियर्स साेसाइटी सचिव विजय लक्ष्मी के नेतृत्व में और जिला प्राेग्राम ऑफिसर मनाेज सैनी की देखरेख में खाना पहुंचा रहे हैं।
कैंट में वाॅलंटियर्स सुनैना गुप्ता, अनिल गुप्ता, भूपेश अग्रवाल यादव धर्मशाला और लाॅर्ड महावीर स्कूल में क्वारेंटाइन किए गए लाेगाें तक खाना पहुंचा रहे हैं। राधा स्वामी सत्संग भवन द्वारा 300 लोगों का खाना बनाया जा रहा है। लाॅकडाउन शुरू हाेने से लेकर अब तक लगातार वॉलंटियर्स सुनैना गुप्ता, भूपेश अग्रवाल, गुलजार मेहता और अनिल गुप्ता काेराेना के साए में सेवा कर रहे है। इस दाैरान सुनैना गुप्ता ने बताया कि कोरोना से पहले भी वह नेहरू युवा केंद्र, रेडक्रॉस और भी संस्थाओं के साथ मिलकर समाज सेवा करती रही है। वह आर्मी में जाना चाहती है, इसीलिए अभी से समाजसेवा शुरू कर दी है।
जेसीअाई अम्बाला एंजल्स महिला क्लब की तरफ से एंजल्स वीक चल रहा है। बुधवार काे एंजल्स वीक के तीसरे दिन एंजल्स की गायिका ऑनलाइन सिंगिग कंपीटिशन रखा गया। इस कंपीटिशन में मेंबर्स ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। किसी ने भजन, किसी ने देशभक्ति ताे किसी ने अपने फैमिली मेंबर्स काे डेडिकेट करने के लिए गाने गाए। मेंबर्स ने अपनी वीडियो क्लब के वाट्सएप ग्रुप में शेयर की।
शिवानी भनाेट ने चंदा है तु मेरा सूरज है तू, वातसल्य बग्गा ने जरा-जरा महकता है, पूजा सुदन ने मेरे महबूब कयामत हाेगी, रीतू मल्होत्रा ने भजन अच्यूतम केशवम, नवनीत सेठी ने तारयां दे देश रहन वालैयाे, बिंदू ने शबद गाकर सबका मन माेह लिया। प्रेसिडेंट साेनिया काेहली ने बताया कि खुशी है कि मेंबर्स इस स्थिति में पाॅजिटिव भाव से हिस्सा ले रहे हैं।
सभी प्रतियोगिताओं के विजेताओं के नाम मदर्स-डे 10 मई काे बताएं जाएंगे और लाॅकडाउन के बाद विजेताओं काे गिफ्ट दिए जाएंगे। इस दाैरान चांदनी शर्मा, सुषमा शर्मा, शैली, पूजा, शिवानी अादि मेंबर्स ने पार्टिसिपेट किया।
काेराेना के केसों व बढ़ती सैंपलिंग काे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग अम्बाला में ही टेस्टिंग शुरू करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए इंडियन काउंसिल अाॅफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), नई दिल्ली से परमिशन ली जा रही है। अभी टेस्ट सैंपल को जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां (सोनीपत) व गुरुग्राम की प्राइवेट लैब में भेजा रहा है। जिससे रिपोर्ट के लिए 24 से 48 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि लोकल स्तर पर सैंपलिंग शुरू होने से प्रति घंटे चार सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह का कहना है कि टीबी अस्पताल में सैंपल की जांच शुरू करने पर काम किया जा रहा है और अभी करीब एक सप्ताह लग सकता है।
टीबी अस्पताल में पहले ही लगाई सीबीनेट मशीन पर ही यह टेस्टिंग करने की प्लानिंग है। इस मशीन पर एक घंटे में 4 सैंपल रिपोर्ट आएगी यानि की अराउंड द क्लॉक 96 सैंपल की जांच रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर मिल पाएगी। अभी इस मशीन का उपयोग टीबी की जांच के लिए किया जाता है। वहीं, टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश वर्मा ने बताया कि सीबीनेट से कोरोना टेस्टिंग करने की योजना अभी प्रारंभिक स्तर पर है। हालांकि, आईसीएमआर से इसके लिए परमिशन लंेगे।
लाॅकडाउन के फेस थ्री में कई छूट दी गई है। छूट मिलते ही शहर में वाहनाें की भीड़ जमा हाेने लगी है। कई ताे एेसे वाहन चालक हैं जाे बिना किसी वजह के ही शहर में चक्कर काटते हैं। एेसे ही वाहन चालकाें ने मार्च से लेकर अप्रैल माह में लाॅकडाउन के दाैरान खूब नियम ताेड़े। पुलिस ने नियम ताेड़ने वाले वाहन चालकाें पर न केवल सख्ती की, बल्कि इनके ऊपर लाखाें रुपए जुर्माना भी लगाया। सिर्फ अप्रैल माह में ही ट्रैफिर पुलिस ने 4651 चालान काटे, जबकि नियम ताेड़ने वाहन चालकाें से 20.18 लाख जुर्माना लगाया।
वहीं पुलिस ने जिले में कुल 296 मामलों में नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर 1 करोड़ 13 लाख 77 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। साथ ही 331 वाहनों को जब्त किया गया है। पुलिस ने जिन वाहन चालकाें के चालान किए, उनसे सबसे ज्यादा चालान बिना हेलमेट, ट्रिपल राइडिंग अाैर बिना लाइसेंस के किए गए।
जालंधर की एक महिला ने डिफेंस कॉलोनी में आयुर्वेदिक प्रोड्क्टस बनाने वाली कंपनी के सामने हंगामा किया। महिला का आरोप था कि 20 हजार सेनिटाइजर के ऑर्डर दिए। जिसमें दो हजार ही मिले। उनकी भी क्वालिटी खराब थी। जब उसने फैक्टरी संचालक से पैसे वापस मांगे तो उसने पहले साथ घूमने चलने का ऑफर दिया। महिला ने 21 अप्रैल को पंजोखरा थाने में शिकायत दी थी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। बुधवार को मामला एसडीएम तक पहुंचा तब ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान महिला फैक्ट्री के बाहर जमीन पर बैठकर जोर-जोर से रोने लगी।
उसका कहना था कि लॉकडाउन के दौरान ही उसने हैंड सेनिटाइजर की डीलिंग इस फैक्टरी संचालक से शुरू की थी। 20 हजार सेनिटाइजर का ऑर्डर दिया था जिसमें से 2 हजार हैंड सेनिटाइजर ही उसने मिले। जबकि वह एडवांस में मोटी रकम फैक्टरी मालिक को दे चुकी है। जब उसे डिलिवरी नहीं मिली तो उसने कई बार फैक्टरी मालिक से संपर्क किया। एक दिन मालिक ने उसे घूमने चलने का आॅफर दिया। महिला ने 21 अप्रैल को फैक्टरी मालिक के खिलाफ गलत नीयत से मैसेज और आॅफर करने, घटिया सेनिटाइजर देने और पैसे वापस नहीं लौटाने की शिकायत दी थी। पुलिस ने कहा कि मामला कंज्यूमर कोर्ट का बनता है। एसएचओ हरभजन सिंह ने कहा कि मामला आपसी लेनदेन का है।
महिला को 4.38 लाख लौटा दिए
मैं फैक्टरी में नहीं था। महिला ने आकर फैक्टरी में हंगामा किया। महिला की शिकायत पर मॉल चेक कराकर वापस करने की बात कही गई थी लेकिन उसने नहीं मानी। महिला पैसे वापस मांग रही थी। हमने कहा था कि आपने 3.95 लाख का जो माल दिया है उसे बदलकर दे देते हैं। हमने महिला को 4.83 लाख रुपए लौटा दिए हैं और समझौता हो चुका है। मेरे ऊपर मैसेज करने और आॅफर देने के आरोप गलत है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने सारा सामान ठीक मिला है।
फैक्टरी संचालक
काेराेना के केसों व बढ़ती सैंपलिंग काे देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग अम्बाला में ही टेस्टिंग शुरू करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए इंडियन काउंसिल अाॅफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर), नई दिल्ली से परमिशन ली जा रही है। अभी टेस्ट सैंपल को जांच के लिए पीजीआई चंडीगढ़, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल, बीपीएस मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां (सोनीपत) व गुरुग्राम की प्राइवेट लैब में भेजा रहा है। जिससे रिपोर्ट के लिए 24 से 48 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। जबकि लोकल स्तर पर सैंपलिंग शुरू होने से प्रति घंटे चार सैंपल की रिपोर्ट मिल जाया करेगी। सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह का कहना है कि टीबी अस्पताल में सैंपल की जांच शुरू करने पर काम किया जा रहा है और अभी करीब एक सप्ताह लग सकता है।
टीबी अस्पताल में पहले ही लगाई सीबीनेट मशीन पर ही यह टेस्टिंग करने की प्लानिंग है। इस मशीन पर एक घंटे में 4 सैंपल रिपोर्ट आएगी यानि की अराउंड द क्लॉक 96 सैंपल की जांच रिपोर्ट स्थानीय स्तर पर मिल पाएगी। अभी इस मशीन का उपयोग टीबी की जांच के लिए किया जाता है। वहीं, टीबी रोग विशेषज्ञ डॉ. हितेश वर्मा ने बताया कि सीबीनेट से कोरोना टेस्टिंग करने की योजना अभी प्रारंभिक स्तर पर है। हालांकि, आईसीएमआर से इसके लिए परमिशन लंेगे।
छोटे भाई के परिवार ने बड़े भाई के परिवार को पीट दिया। मारपीट में बड़े भाई समेत उनके 2 बेटे घायल हो गए। तीनों घायलों को कैंट सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया जहां मारपीट में बड़े भाई का दांत टूट गया जबकि दोनों भाइयों को हथियारों से चोटें भी लगी। मामले की शिकायत महेशनगर थाना पुलिस से की गई जिसके बाद छोटे भाई समेत उनकी पत्नी व 3 बेटे के खिलाफ मारपीट, लॉकडाउन तोड़ घर से बाहर निकलने व धमकी देने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
महेशनगर निवासी अश्वनी शर्मा ने बताया कि गत दिवस उनके घर पर उनके चाचा देवेंद्र के साथ उनकी पत्नी सीमा, बेटे राहुल, अमित व अभिषेक ने लाठियों व तलवारें लेकर हमला बोल दिया। आरोप है कि चाचा व उसके बेटों ने अश्वनी समेत उनके पिता धर्मपाल शर्मा व बड़े भाई विक्रम शर्मा से मारपीट की। इस दौरान धर्मपाल शर्मा का दांत तक टूट गया जबकि विक्रम को टांगों व पीठ पर हथियारों से मारा गया। दोनों को गहरे घाव लगे। इतना ही नहीं हमलावरों ने मारपीट के बाद बड़े भाई व उनके परिवार सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी। मामले की शिकायत पर पुलिस ने मामले में जांच कर अब देवेंद्र व उसके बेटों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
लॉकडाउन 3 में मिली छूट के बाद खुले बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाने की पालना करवाने के लिए बुधवार को प्रशासन ने ओर सख्ती दिखाई दिए। 28 दुकानदारों के काटे चालान, छह दुकानों को बंद करवाया। इसके अलावा जो लोग बिना मास्क के बाजारों में दिखाई दिए उनको चेतावनी दी। बाजारों में वाहनों के कारण जाम की स्थिति न बने इसके लिए बाजर के सभी एंट्री प्वाइंट पर बैरिकेड लगाए और ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों ने किसी भी फोर व्हीलर को बाजार में नहीं घुसने दिया।
लॉकडाउन 3 के तीसरे दिन बुधवार को बाजारों में खरीददारों की भारी भीड़ रही। बाजार सुबह आठ बजे खुले लेकिन दस बजे तक स्थिति सामान्य दिखाई दे रही थी। लगभग 11 बजे बाजारों में भीड़ बढ़नी शुरू हो गई। तहसीलदार मोहनलाल, नगरपरिषद ईओ दीपक गोयल, नप सफाई निरीक्षक विकास कुमार, शहर थाना प्रभारी रविंद्र कुमार टीम के साथ घंटाघर चौक पर पहुंचे और बाजार में निरीक्षण कार्य शुरू किया। अधिकारियों ने एक-एक दुकान के अंदर जाकर देखा की दुकान में कितने ग्राहक सामान खरीद रहे हैं।
पालना करते भी दिखाई दिए दुकानदार
इस तरह दिखाई प्रशासन ने सख्ती
1. घंटाघर चौक व हांसी गेट चौक पर बैरिकेड लगाकर बाजार की तरफ जाने वाले फोर व्हीलर वाहनों को रोक दिया गया। मौके पर तैनात 20 कर्मचारियों ने दोनों स्थानों से किसी भी फोर व्हीलर को बाजार में एंट्री नहीं दी। सराय चौपटा पर पुलिस व स्काउट के छात्र तैनात रहे ओर नया बाजार की तरफ से आने वाले किसी भी फोर व्हीलर को बाजार में नहीं घुसने दिया। साढ़े 11 बजे खुद एसएचओ रविंद्र कुमार ने सराय चौपटा से बाजार में प्रवेश करने की कोशिश करने वाले फोर व्हीलर वाहनों को वापस कर दिया। इसके अलावा गोशाला मार्केट में भी बैरिकेड लगाकर फोर व्हीलर वाहनों को एंट्री नहीं दी। इसके अलावा दादरी गेट, बावड़ी गेट क्षेत्र में भी एंट्री बाेर्ड ओर बैरिकेड लगाए गए तथा पुलिस कर्मचारियों ने टू व्हीलर को छोड़कर अन्य वाहनों को बाजार में एंट्री नहीं दी।
2. पुलिस, प्रशासन व नगरपरिषद अधिकारियों की संयुक्त टीम ने बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क की अनिवार्यता का निरीक्षण किया। टीम को सराय चौपटा पर एक दुकान में पांच से अधिक ग्राहक दिखाई दिए और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना भी नहीं कर रहे थे। सैनिटाइजर की भी व्यवस्था भी नहीं थी। अधिकारियों ने मास्क और सोशल डिस्टेंस के बारे में पूछा तो दुकानदार ने कहा कुछ नियमों के बारे में पता नहीं। इस पर अधिकारयों ने दुकान को बंद करवा दी। बिचला बाजार में भी एक साड़ी की दुकान में 5 से अधिक ग्राहक दिखाई दिए। सैनिटाइजर भी नहीं मिला तो दुकान बंद करवा दी गई। टीम ने कपड़े की दुकानों में नियमों की अवहेलना होती देखी। ऐसे में टीम ने नियम तोड़ने वालों के चालान काटे और छह दुकानें बंद करवाईं।
3. बाजार में जो भी व्यक्ति बिना मास्क के दिखाई दिया उसे रोक कर पुलिस कर्मचारियों ने कहा कि शर्म करों और मौके पर ही मुंह पर उसका जेब से रूमाल निकलवाकर लगवाया। जिसके पास रूमाल नहीं था उसको मास्क दिया गया। साथ ही चेतावनी देकर जागरूक किया और घर से बाहर निकलने से पहले मुंह पर मास्क लगाने को कहा।
ऑटो रिक्शा भी चली बाजार में
लॉकडाउन के 43 वे दिन बुधवार को सवारी ऑटो रिक्शा भी चलती दिखाई दी। शहर में लगभग 5 हजार से ज्यादा ऑटो हैं, लेकिन बुधवार को 200 ही ऑटो सड़कों पर चलती दिखी। पुलिस की सख्ती के चलते दुकानदारों ने बुधवार को डेढ़ बजे ही सामान समेटना शुरू कर दिया था। क्योंकि मंगलवार को एसडीएम व डीएसपी ने बाजारों का निरीक्षण किया था जो जिन दुकानदारों ने दोपहर दो बजकर दो मिनट पर भी दुकानें बंद नहीं की थी, उनका चालान काट दिया था। इसके चलते बुधवार को दो बजे पूरा बाजार बंद हो गया।
ये कहना है अधिकारियों का
तहसीलदार मोहनलाल, एसएचओ रविंद्र कुमार ने बताया कि जो दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे दुकानदारों के चालान काटे है और दुकानें भी बंद करवाई है। उन्होंने दुकानदारों से हर हाल में अपनी दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करवाना होगा। सैनिटाइजर व मास्क की भी उपयुक्त व्यवस्था रखनी होगी।
स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को 28 लोगों के कोरोना से संबंधित सैंपल लिए है। इनमें से 21 सैंपल जांच के लिए रोहतक पीजीआई भेजे गए तथा 7 सैंपलों की जांच रैपिड किट से की है, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। अभी तक 24 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है। सिविल सर्जन डाॅ. जितेंद्र कादयान ने बताया कि सामान्य अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में 6 व्यक्तियों को रखा गया है। विभाग का सर्वे अभियान लगातार जारी है। इस दौरान जिन व्यक्तियों में खासी, बुखार आदि के लक्षण दिखाई दिए थे ऐसे 28 व्यक्तियों के बुधवार को सैंपल लिए गए हैं। इनमें से सात व्यक्तियों की रेपिड किट से जांच की तो निगेटिव रिपोर्ट आई है जबकि शेष की रिपोर्ट पीजीआई भेजी गई है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को 2500 मजदूरों की लिस्ट प्राप्त हुई थी। दो दिन में सभी 2500 प्रवासी मजदूरों की स्क्रीनिंग कर उन्हें हेल्थ फिटनेस कार्ड जारी किए हैं ताकि उन्हें अपने अपने प्रदेशों में लौटने के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़ी। उन्होंने जिले में रहने वाले प्रवासी मजदूरों से आह्वान किया कि अगर कोई भी प्रवासी मजदूर किसी भी प्रदेश का हो वह अपने घर जाने से पहले हेल्थ चेकअप अवश्य करवाएं।
सीएमओ ने बताया कि विभाग अभी तक कोरोना से संबंधित 930 व्यक्तियों के सैंपल ले चुका है। 465 ऐसे व्यक्ति है जिनका 28 दिन का निगरानी समय पूरा हो चुका है। उन्होंने जिलावासियों से कहा कि लॉकडाउन को गंभीरता से ले और मुंह पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें। बाजार में जरूरी काम से ही घर से बाहर निकलें। किसी भी दुकान या ऑफिस में जान दूरी अवश्य बनाएं रखें। अगर फिर भी किसी व्यक्ति को कोरोना वायरस के प्रति कोई भी जानकारी लेनी है तो वह विभाग के कॉल सैंटर नंबर 01664242130, 9050397313 तथा हेल्पलाइन नंबर 7027847102, 108 पर सम्पर्क कर सकता है।
भले ही शहर का बाजार दो बजे बंद हो गया लेकिन शहर में शराब के ठेके 36 दिन बाद खुलने पर शराब के दीवानों में खुशी छा गई। रोहतक रोड स्थित बस स्टैंड के पास अंग्रेजी शराब के ठेके में चार घंटे में 52 पेटी शराब बिक्री हुई। शाम छह बजे तक शहर में चार अंग्रेजी शराब के ही ठेके खुले पाए थे। शाम तक शहर में लगभग 15 लाख रुपये की शराब की बिक्री हुई है। खास बात यह हैं कि ठेके के बाहर शराब खरीदने वाले सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए दिखाई दिए और ठेके पर अधिक भीड़ नहीं रही।
सरकार की स्वीकृति व प्रशासन के आदेशों के बाद बुधवार दोपहर बाद आबकारी एवं कराधान विभाग ने ठेकेदारों को ठेके खोलने निर्देश दिए। नए ठेकेदारों को लाइसेंस जारी किए गए है। क्योंकि 31 मार्च को शराब ठेकेदारों की ठेका अवधि समाप्त हो गई थी। इसके बाद लॉकडाउन के चलते ठेके खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसके बाद से नए ठेकेदारों को लाइसेंस जारी नहीं किए गए थे। बुधवार को ही नए ठेकेदारों को आबकारी एवं कराधान विभाग की तरफ से प्रोविजनल लाइसेंस जारी किए हैं। इसके बाद ही ठेकेदारों ने नए ठेके खोलने की व्यवस्था की। इस प्रक्रिया को शाम तक शहर के चार ठेकेदार ही पूरा कर पाए थे। सुबह दस बजे ही जिन ठेकेदारों को शराब के ठेके अलॉट हुए थे वह लघु सचिवालय स्थित आबकारी एवं कराधान विभाग के दफ्तर में पहुंच गए थे और जरूरी कागजी कार्रवाई शुरू की। लगभग सभी ठेकेदारों को प्रोविजनल लाइसेंस जारी कर दिए है। लाइसेंस जारी होने के बाद ही शाम को ठेकेदारों ने ठेका शॉप की व्यवस्था की और विभाग के गोदामों से शराब लेकर ठेके में लेकर आए। शहर के चार ठेकेदार ही शाम तक ठेके खोलने की व्यवस्था कर पाए थे।
बस स्टैंड के सामने पहले खुला ठेका
बुधवार को सबसे पहले रोहतक रोड स्थित बस स्टैंड के सामने बना अंग्रेजी शराब का ठेका खुला। ठेकेदार ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए ठेका शॉप के बाहर बाकायदा बास व बल्लियां लगाई गई थी ताकि ठेके पर अधिक भीड़ होने पर लोगों को नियंत्रित किया जा सके और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाई जा सके। विभाग के नियम व शर्तों के अनुसार ठेका खोलने से पहले ठेके के बार सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित करने की व्यवस्था करने के आदेश दिए गए थे। इसी के चलते चारों ठेकों के बाहर बास व बल्लियों के सहारे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की व्यवस्था की गई थी।
शाम 6 बजे तक 200 पेटी बिकी
शाम 6 बजे तक 4 घंटे में शहर के 4 ठेकों पर 200 पेटी शराब बिक्री हुई। नया बस स्टैंड के नजदीक बने ठेके पर शाम छह बजे तक 52 पेटी शराब बिक्री हो चुकी थी। अन्य तीन ठेकों पर भी प्रत्येक पर लगभग 45 से 50 पेटी शराब बिक्री हुई।
ठेकों के बाहर बैरिकेड लगाने के भी दिए हैं निर्देश
ठेकेदारों को प्रोविजनल लाइसेंस जारी कर दिए हैं। ठेकेदारों को ठेकों के अंदर व बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करवाने, मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए है। ठेकों के बाहर बैरिकेड लगाने के भी निर्देश दिए हैं ताकि दिल्ली की तरह ठेकों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन न होने पाए। जो ठेकेदार बुधवार को व्यवस्था नहीं कर पाए हैं, वे एक-दो दिन में ठेके खोलने की व्यवस्था कर लेंगे।'' -अनिल यादव, डीईटीसी, आबकारी एवं कराधान विभाग।
सेक्टर 13 स्थित संचार कॉलोनी सड़क का निर्माण कार्य बुधवार को लगभग 12 वर्षों के बाद शुरू हुआ। शुक्रवार तक महम रोड से कॉलेज मोड़ तक के अधूरे पड़े सड़क मार्ग का निर्माण कार्य भी शुरू होगा। दोनों मार्गों के निर्माण पर लगभग एक करोड़ 30 लाख की राशि
खर्च होगी।
शहर में 150 सड़क व गलियों का निर्माण का कार्य अधूरा है। पिछले वर्ष बढ़ते प्रदूषण के कारण एनजीटी ने निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध हटने के बाद नवंबर माह में मौसम 8 डिग्री से कम होने के कारण रोड़ी व तारकोल से बनने वाले मार्गों का निर्माण शुरू नहीं हो पाया। फिर कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन लगने से कार्य आरंभ नहीं हुआ।
अब बेहद जरूरी मार्गों का ही स्वीकृति लेने के बाद निर्माण कार्य शुरू किया जा सकता है। दोनों मार्ग बेहद क्षतिग्रस्त हालत में हैं, जिसके कारण आवागमन में बाधा बनी हुई थी। नगरपरिषद ने दोनों मार्गों की स्पेशल स्वीकृति ली है। इसी के तहत बुधवार को सेक्टर 13 स्थित संचार कालोनी से वीकर सेक्शन तक जाने वाले क्षतिग्रस्त मार्ग का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। इस पर लगभग 30 लाख की लागत आएगा।
दो किलोमीटर लंबी सड़क पर करीब96 लाख रुपये की आएगी लागत
महम रोड से हांसी रोड स्थित कालेज रोड तक दो किलोमीटर लंबी सड़क क्षतिग्रस्त है। इस मार्ग का निर्माण कार्य पिछले वर्ष नंवबर में शुरू हुआ था लेकिन एनजीटी के निर्माण कार्याें पर प्रतिबंध के बाद कार्य बंद कर दिया गया था। लॉकडाउन से पूर्व फिर से इस मार्ग का कार्य शुरू हुआ लेकिन कुछ दिन बाद भी लॉकडाउन के कारण कार्य को बंद करना पड़ा था। अब नगरपरिषद ने इस अधूरे पड़े मार्ग का निर्माण कार्य फिर शुरू करवाने का फैसला लिया है। इसी के तहत शुक्रवार तक इस मार्ग का कार्य शुरू हो जाएगा। जिस पर लगभग 96 लाख की लागत आएगी।
ये होगा लाभ
सेक्टर वासियों को राहत
सेक्टर-13 निवासी सेवानिवृत्ति शिक्षा बोर्ड के सचिव राम कुमार गर्ग, तेजपाल तंवर, महेंद्र परुथी, संदीप वधवा, संजय अरोड़ा, जय भगवान शर्मा, डॉक्टर विनोद शर्मा, सुभाष आदि ने सड़क मार्गों का निर्माण कार्य शुरू करवाने पर नगर परिषद के चेयरमैन रण सिंह यादव, वार्ड पार्षद मुकेश रहेजा आदि का आभार जताया। उन्होंने बताया कि संचार कॉलोनी की सड़क जर्जर अवस्था में थी। इस सड़क का निर्माण लगभग 12 वर्ष पहले हुआ था।
जुई अनाज मंडी में मार्केट कमेटी चेयरमैन के साथ मारपीट करने के मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस को दिए बयान में घायल मार्केट कमेटी चेयरमैन जुई बिचली निवासी संजय कुमार ने बताया कि चार मई को वह मंडी में एक दुकान के बाहर बैठा था। तभी जुई बिचली निवासी सुरेश उसके पास आया और डंडे से हमला कर दिया। इसके बाद जुई कलां निवासी सुरेंद्र व सुरेंद्र पुत्र सुरेश भी मौके पर पहुंचे और उसे पीटने लगे। शोर सुनकर पहुंचे लोगों ने उसे बचाया। इस दौरान उसकी जेब से 96 हजार रुपये भी गायब हो गए। पुलिस ने घायल चेयरमैन के बयान पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 332, 353, 506 व 34 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ईशरवाल में हुए झगड़े में घायल हुए बनवारीलाल ने हिसार के एक निजी अस्पताल में बुधवार को दम तोड़ दिया। 22 अप्रैल को ईशरवाल के होशियार सिंह ने पुलिस को शिकायत में आरोप लगाया था कि 11 बजे पत्नी सविता, भाई मुकेश, मुकेश की पत्नी माया, छोटा भाई महेंद्र व पिता बनवारी खेत में गेहूं के भरोटे बांध रहे थे। इस दौरान गांव के लोग आए और उनमें एक ने बनवारी लाल के सिर मे कुल्हाड़ी मारी। आरोपियों ने अन्य महिलाओं सहित मौके पर मौजूद सभी को लाठी-डंडों से चोट मारी। गंभीर रूप से घायल बनवारीलाल ने बुधवार को दम तोड़ दिया है। पुलिस ने भादसं की धारा 302 सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए हनुमान जोहड़ी धाम मंदिर की मदद रसोई व बालाजी रसोई से 700 जरूरतमंद लोगों के लिए दोपहर व रात्रि का भोजन तैयार कर बैंक कॉलोनी, कमला नगर, नया बाजार, कोर्ट फुटपाथ पर, नया बस स्टैंड दिनोद गेट, ठा.बीर सिंह पार्क स्थल के पास, हालुवास गेट पर वितरण किया गया।
बाल योगी महंत चरणदास महाराज व विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा कि जरूरतमंद लोगों तक मदद व बालाजी रसोई के द्वारा स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए भोजन पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में अनेक सामाजिक संगठन इस प्रकार का प्रयास कर रहे है जिनकी बदौलत जरूरतमंद लोगों को भोजन मिल रहा है। समाजसेवी प्रवीण गर्ग व सामाजिक कार्यकर्ता रोहित गोयल दिल्ली ने कहा कि हमें लॉकडाउन के नियमों का पालन लंबे समय तक करना होगा। उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन खत्म हो जाएगा तब भी लोगों को डिस्टेंस, मास्क, सैनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सावधानी से हम इस प्रकार की महामारी को मात दे सकते हैं।
पीएचसी बीरन के अंतर्गत प्रवासी मजदूरों को घर भेजने बारे स्क्रीनिंग की गई व 185 मजदूरों का स्वास्थ्य जांचा गया। इस अवसर पर डॉ. बीके अरोड़ा, डॉ. ज्योति, हरिनिवास व शीला एमपीएचएस, स्टाफ नर्स पूनम,कविता, शीला की टीमों ने मजदूरों की स्क्रीनिंग की। पीएचसी बीरन के सुपरवाइजर व बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी एसोसिएशन हरियाणा के राज्य महासचिव हरिनिवास ने बताया कि आज प्रदेश का हर एमपीएचडब्लू कर्मचारी कोरोना जंग में 16 से 18 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीज के परिवारजनों के सैंपल के लिए राउंड अप करवाने, बाहर से आए व्यक्तियों को ट्रेस करने, संदिग्धों को आइसोलेट करवाने सहित कार्य करने के साथ ही डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी विषाणु जनित बीमारियों भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए कूलर व टंकियों को सप्ताह में एक बार जरूर धोकर सुखाएं। सप्ताह में एक दिन ड्राई डे मनाएं। अपने आसपास गड्ढों को मिट्टी से भर दें, मच्छरदानी का प्रयोग करें। मच्छर के लार्वा यदि दिखाई दे तो उसमें मिट्टी का तेल डाल दें। जागरूक रहकर सभी अपने आपको व परिवार को कोरोना व डेंगू मलेरिया जैसी भयानक बीमारियों से सुरक्षित रख सकता है।
युवा कल्याण संगठन के सरंक्षक व अन्य पदाधिकारियों ने चांग अनाज मंडी का जायजा लेकर आढ़तियों व किसानों की समस्याओं का जाना। इस दौरान संगठन सरंक्षक कमल सिंह प्रधान ने आढ़तियों, किसानों व मजदूरों के सैनिटाइजर से हाथ धुलवाए व मास्क वितरित किए। उन्होंने कोराेना संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिग रखने की भी अपील की। संगठन सरंक्षक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि वे दादरी व भिवानी जिला की 38 मंडियों या परचेज सेंटरों का दौरा कर चुके हैं। सभी मंडियों में उठान की भारी समस्या बनी हुई है तथा किसानों के खाते में उनकी फसल के पैसे डालने में देरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसान पहले ही बेमौसमी बरसात, ओलावृष्टि आदि की समस्या से जूझ रहा है। अब किसान मंडी में फसल लेकर आ रहा है तो उसके खाते में पैसे डालने में देरी की जा रही है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि जल्द ही मंडी से गेहूं व सरसों का उठान करवाया जाए तथा किसानों के खाते में पैसा डालने में देरी न की जाए।
वैश्विक महामारी कोरोना के दाैरान दिन-रात अपने कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करने वाले सफाई कर्मचारियों को डॉ. रहीश कुमार, रवि सोलंकी व दीपक कुमार ने फूलमालाएं पहनाकर सम्मानित किया। उन्होंने कर्मचारियों को मास्क, दस्ताने, सैनिटाइजर व विटामिन-सी की गोलियां भी दी तथा सुरक्षा उपायों के बारे में बताया। डॉ. रहीश कुमार ने बताया कि जिस प्रकार चिकित्सक, पुलिस, प्रशासन काेराेना महामारी को खत्म करने के लिए दिन-रात प्रयासरत है। उसी प्रकार आम नागरिक का भी यह कर्तव्य बनता है कि वह सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें तथा सभी काेरोना योद्धाओं का सम्मान करें। सफाई-कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से डॉ. रहीश कुमार, रवि सोलंकी व दीपक कुमार की सराहना की।