आमजन को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एक विशेष नंबर जारी किया गया है। यह नंबर है 1921, इस नंबर पर केवल मिस कॉल करने के बाद ही संबंधित व्यक्ति के पास कंट्रोल रूम से फोन आएगा। फोन पर व्यक्ति से उसके स्वास्थ्य संबंधी कुछ जानकारियां ली जाएंगी। इन जानकारियों के आधार पर उसे बताया जाएगा की उसे कोरोना वायरस का कितना खतरा है। यह भी बताया जाएगा की आपको चिकित्सक से परामर्श लेने की जरूरत है या नहीं। इतना ही नहीं, एक बार इस नंबर पर कॉल करने के बाद यदि वह व्यक्ति किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया हुआ होगा तो उसे तुरंत ही अलर्ट मैसेज जारी हो जाएगा। यह नंबर उन लोगों के लिए जारी किया गया है जिनके पास एंड्रॉयड या स्मार्ट फोन नहीं हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों ही सरकार ने कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए आरोग्य सेतू एप लांच किया था। यह एप भी लोगों को कोरोना संक्रमण से अलर्ट करता है तथा संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने पर भी संचेत करता है। यहां बता दें कि जिले में अबतक 84 हजार 138 लोगों ने आरोग्य सेतू एप अपने फोन में इंस्टाल कर ली है।
मिस काॅल के बाद पंजीकृत हो जाएगा नंबर
सरकार द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जारी किए गए 1921 नंबर पर मिस कॉल करने के बाद फोन आएगा। इसके बाद व्यक्ति का पंजीकरण हो जाएगा। पंजीकरण होने के बाद समय-समय पर मैसेज के माध्यम से लोगों को कोरोना वायरस के बारे में अलर्ट किया जाएगा तथा उन्हें कोविड-19 से बचने की सावधानियों के बारे में भी जागरूक किया जाएगा। खास बात यह है कि इस नंबर की सुविधाएं देश की 11 भाषाओं में उपलब्ध रहेंगी।
सभी कर्मचारियों व पुलिस कर्मियों को डाउनलोड करना
जिला प्रशासन ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को अपने फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टाल करने के को कहा है। वहीं पुलिस प्रशासन ने भी सभी कर्मचारियों को यह एप डाउनलोड करने को कहा है। वीरवार को डीएसपी दलजीत सिंह के नेतृत्व में पुलिस व आईटी की टीम ने जिले के कई पुलिसकर्मियों के फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टाल करवाया।
पुलिस कर्मियों को दिए निर्देश : एसपी
जिले में सभी पुलिसकर्मियों को उनके फोन में आरोग्य सेतू एप इंस्टॉल करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए डीएसपी व आईटी की टीम को लगाया गया है जो पुलिसकर्मियों को यह एप इंस्टाल करने तथा इसका प्रयोग करने के बारे में बता रहे हैं।'' -राजेश कुमार, एसपी, फतेहाबाद।
1921 पर करें मिसकॉल : डीआईओ
1921 नंबर पर मिस काॅल कर कोई भी नागरिक बेक कॉल आने पर अपने स्वास्थ्य संबंधी कुछ बातें बताकर यह जान सकता है कि उसे कोरोना का कितना खतरा है। जिले में 84 हजार लोगों ने आरोग्य सेतू इंस्टाल किया है।'' -सिकंदर, डीआईओ, एनआईसी।
गांव टिब्बी के बस स्टैंड पर बाजीगर बस्ती में बुधवार की देर शाम को दो गुटों के बीच झगड़ा हो गया। जिसमें दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए हैं। पुलिस ने दोनों पक्षों के 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सिकंदर सिंह पड़ोस की एक पम्मी नामक महिला के साथ पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट कर रहा था। महिला के परिवार के लोगों को सूचना मिली तो दोनों पक्षों के बीच हंगामा हुआ। जिसमें सिकंदर व हैप्पी को बुरी तरह से मार पिटाई की गई।
वहीं दूसरे पक्ष की पम्मी उसके पति को भी चोटें आई हैं। घायल दोनों पक्षों के लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल करवाया। उनकी हालत गंभीर होने के कारण अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पुलिस बीट इंचार्ज खेताराम ने बताया कि दोनों पक्षों के 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिनमें एक पक्ष के सिकंदर सिंह व हैप्पी के विरुद्ध केस दर्ज हुआ है।
वहीं दूसरे पक्ष के मक्खन, उसके बेटे, सतपाल, रामपाल, जंगीर, अमर, सिकंदर, काला राम, वकील, देशा राम आदि खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि मक्खन व उसके बेटे सतपाल पुत्र मक्खन लाल को हिरासत में ले लिया गया है।
फतेहाबाद के गांव भिरडाना में करीब 100 ट्रक व भारी लोडिंग वाहन हैं, जिनके चालक माल की सप्लाई करने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों व देश के कई राज्यों में जाते-आते हैं। इनमें से काफी कोरोना प्रभावित रेड जोन में जाकर आते हैं। इन चालकों के साथ कोरोना का संक्रमण हिसार मंडल में न फैले, उसके लिए हिसार जिला स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है। यहां के मलेरिया विभाग में कार्यरत जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया ने फतेहाबाद पुलिस से संपर्क किया है। उन्हें उक्त जानकारी देकर ट्रक एवं लोडिंग वाहन चालकों की सूची मांगी है।
बताया है कि चालकों व इनके साथ रहने वाले क्लीनर्स का शारीरिक परीक्षण और सैंपलिंग होना जरूरी है। ये दूसरे राज्यों में जाकर वहां से हिसार होकर आगे जाते हैं। ऐसे में फतेहाबाद जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के सहयोग से कोरोना पर नियंत्रण संभव है। इन चालकों का नाम, पता व मोबाइल नंबर मिलने पर उनसे संपर्क साधकर सैंपलिंग के लिए बुलाया जाएगा। फिर भी आकर सहयोग नहीं करते हैं तो स्वास्थ्य जांच व सैंपलिंग के लिए पुलिस की मदद ली जाएगी।
इनकी जांच बहुत जरूरी है
जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि फतेहाबाद के भिरडाना में 100 के करीब ट्रक व भारी लोडिंग वाहन चालक हैं। इनका कई राज्यों में आना-जाना है मगर उनकी स्वास्थ्य जांच नहीं हुई है। यह चिंता का विषय है, जिसको गंभीरता से लेकर फतेहाबाद पुलिस के सुरक्षा प्रभारी और सदर थाना पुलिस से संपर्क साधकर सूची तैयार करने के लिए कहा है। उम्मीद है कि फतेहाबाद प्रशासन के सहयोग से सभी चालकों व क्लीनर्स की शारीरिक व कोरोना जांच होगी। पंजाब, राजस्थान, गुजरात सहित अन्य महानगरों में तूड़ी, फल और सब्जियां लेने व सप्लाई करने आते-जाते हैं।
कई बार शारीरिक जांच के लिए कहा जा चुका
यहां लगभग 100 ट्रक व भारी लोडिंग वाहन चालक हैं। तूड़ी सप्लाई करने के लिए राजस्थान जाते हैं। वहां से लौटते वक्त फल-सब्जियां भरकर सप्लाई के लिए लौटते हैं। एक बार घर से वाहन लेकर निकल जाएं फिर चार दिन बाद ही लौटते हैं। इसके बाद अगले दिन पुन: माल सप्लाई करने चले जाते हैं। कई बार शारीरिक जांच के लिए कहा जा चुका है मगर कोई गंभीरता से नहीं लेता। स्वास्थ्य विभाग को इस तरफ ध्यान देकर उनकी जांच करनी चाहिए।'' सुभाष चंद्र, सरपंच भिरडाना, फतेहाबाद।
एसडीएम कार्यालय में बन रहे लघु सचिवालय में काम में लगे 42 मजदूरों ने प्रशासन से उन्हें घर भेजने की मांग की है। एसडीएम ने ठेकेदार सुनील कुमार को ठेकेदारों के खानपान के प्रबंध के निर्देश दिये। फिलहाल प्रशासन उन्हें उनके गांव यूपी के झांसी भेजने की प्रकिया कर रहा है। उन्हें ट्रेन के माध्यम से घर भेजा जाएगा। मजदूर नरेंद्र सिंह, हरिकेश, राकेश, विनिता रानी, संगीता, सरिता, सावित्री ने बताया कि वे करीब 42 मजदूर यूपी के झांसी से बीती 21 फरवरी को रतिया में लघु सचिवालय में निर्माण के लिए आए थे।
नागरिक अस्पताल की टीम ने एसडीएम व उनके कार्यालय के स्टाफ सदस्यों के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र व दिल्ली से आने वालों सहित 41 की रेपिड किट से जांच की। एलटी दलीप सेन ने बताया कि उन्होंने एलटी राजेश कुमार व संजय कुमार के साथ एसडीएम नवीन कुमार सहित उनके स्टाफ के 9 सदस्यों की जांच की। जिनकी सभी की रिपोर्ट निगेटिव मिली है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा नागरिक अस्पताल में गुरूवार को 31 लोगों की रेपिड जांच की गई। जिनमें एक व्यक्ति गुजरात के भड़ौली से, महाराष्ट्र से आया एक वाहन चालक, दिल्ली से आया एक सीए सहित नागरिक अस्पताल के 23 स्टाफ सदस्यों की भी जांच की गई। एसएमओ डॉ. एचएस सागु ने बताया कि अस्पताल में अब रेपिड किट से जांच की जा रही है।
गांव बादलगढ में गुरुवार को अंबेडकर नौजवान सभा द्वारा बुद्ध पूर्णिमा पर गांव के राजकीय स्कूल में सफाई अभियान चलाया गया। अध्यक्षता प्रधान मनजीत सिंह ने की। सदस्यों द्वारा स्कूल के प्रांगण, पानी की टैंकी, पार्क व खेल के मदान की साफ की।
प्रधान मनजीत सिंह ने बताया कि करीब डेढ़ माह से स्कूल बंद होने से गंदगी व खरपतवार हो गये है। पेड़ पौधों को नुकसान हो रहा है। सदस्यों ने स्कूल में पेड़ पौधों का पानी दिया। उनकी छंटाई व सफाई की। कमरों को भी साफ किया गया ताकि भवन को नुकसान न पहुंचे। इस मौके पर गुरकवंद्र सिंह, मानक सिंह, गुरप्रीत सिंह भी मौजूद थे।
गिरते भूजल स्तर को बचाने के लिए ग्राम पंचायत तलवाड़ा ने एक अहम संदेश दिया है। गांव तलवाड़ा की 70 एकड़ पंचायती जमीन पर इस बार सरकार के आदेश अनुसार धान की बिजाई नहीं की जाएगी। हालांकि इसके लिए ग्राम पंचायत को अपने राजस्व में 15 लाख रुपये का घाटा उठाना पड़ेगा। लेकिन पंचायत ने सरकार के दिशा निर्देशों की पालना करते हुए किसानों को इसके लिए प्रेरित कर पंचायती भूमि पर अन्य खेती करने के लिए उत्साहित किया है। इसके साथ ही गांव तलवाड़ा की ग्राम पंचायत ब्लॉक में ही नहीं बल्कि जिला स्तर पर पहली ऐसी पंचायत बन चुकी है जिसने प्रदेश प्रकार के दिशा निर्देशानुसार अपनी पंचायती भूमि पर धान की बिजाई ना करने की शर्त पर इसे ठेका पर दिया है।
ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि प्रदीप शर्मा ने बताया कि 70 एकड़ पंचायती जमीन की बोली करवाने के लिए विशेष तौर पर जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी बलजीत सिंह चहल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नरेंद्र सिंह, सरपंच सुखविंदर शर्मा, ग्राम सचिव तरसेम सिंह व पुलिस थाना प्रभारी अवतार सिंह मौजूद रहे। बोली देने आए सभी बोली दाताओं का सोशल डिस्टेंस रखते हुए उन्हें सेनिटाइज करवाया गया। जिसके बाद बोली के नियम और शर्त को पढ़ते हुए एक-एक कर बोली दी गई। उन्होंने बताया कि पंचायत की कुल 70 एकड़ जमीन का एक तिहाई भूमि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रखा गया। जिसके बाद पंचायती भूमि का प्लाट नंबर 1 सुखविंदर सिंह, प्लॉट नंबर 2 मलकीत सिंह, प्लॉट 3 गुरचरण सिंह, प्लॉट 4 नेक सिंह(आरक्षित), प्लॉट नंबर 5 महेंद्र सिंह, प्लॉट नंबर 6 सतपाल सिंह, व प्लॉट नंबर 7 दिलबाग सिंह को सर्वोच्च बोली देने पर इनका ठेका दे दिया गया। पिछले साल इसी पंचायती 70 एकड़ भूमि से ग्राम पंचायत को 51 लाख 24 हजार रुपये की आय हुई थी। लेकिन इस बार इस भूमि पर धान की बिजाई ना किए जाने की शर्त लगाते हुए इसे 36 लाख 25 हजार रुपये में ठेका पर दिया गया है। हालांकि इससे ग्राम पंचायत को 14 लाख 99 हजार रुपए की आय का घाटा उठाना पड़ा है। लेकिन ग्राम पंचायत ने गिरते भूजल स्तर को बचाने के लिए अन्य ग्राम पंचायतों के समक्ष एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि सभी बोली दाता किसानों ने आश्वस्त किया है कि वह ग्राम पंचायत की भूमि पर खड़े किसी भी पेड़ पौधे को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे व गिरते भूजल स्तर को बचाने के लिए इस भूमि पर उपयुक्त खेती करेंगे।
हिसार से लगातार दूसरे दिन गुरुवार को ट्रैक पर बिहार के लिए ट्रेन दौड़ी। ये खुशियों की रेलगाड़ी पिछले करीब सवा महीने से लॉकडाउन में अलग-अलग जिलों में फंसे प्रवासियों के लिए चलाई गई। इसका रूट रहा हिसार टू मुजफ्फरपुर। श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बैठते ही 1200 श्रमिकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अधिकतर श्रमिक ट्रेन में बैठते ही पत्नी और परिवार के अन्य सदस्याें काे माेबाइल पर काॅल कर जल्द घर आने की बात बताते नजर अाए। श्रमिकों के चेहरों पर अलग तरह की खुशी नजर आई। श्रमिकों के बीच डिस्टेंस के लिए उचित व्यवस्था की गई थी। यात्रियाें में चार महिलाएं भी थी। श्रमिकाें के बच्चाें काे प्रशासन की तरफ से खिलाैने, चाॅकलेट बांटी गईं। दोपहर दाे बजकर 5 मिनट पर ट्रेन काे मुजफ्फरपुर के लिए डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा, विधायक कमल गुप्ता, हिसार के मेयर गाैतम सरदाना ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ट्रेन के रवाना हाेते समय श्रमिकाें ने रेलवे अधिकारियाें, पुलिस प्रशासन का ताली बजाकर धन्यवाद दिया। इससे पहले एसपी और डीसी जहां रेलवे स्टेशन पर व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।
गुरुवार काे भी 300 जवानाें काे विभिन्न स्थानाें पर तैनात किया गया था। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही श्रमिकों की प्लेटफार्म पर एंट्री हुई। घर लौटते श्रमिकों ने पुुलिस प्रशासन और रेलवे अधिकारियाें का ताली बजाकर धन्यवाद दिया। श्रमिकों काे श्रमिकों काे 6 लाख 96 हजार के टिकट बांटे गए।
दूसरे दिन गाइडलाइन को लेकर विशेष इंतजाम किए गए। बीकानेर डिविजन के डीआरएम संजय श्रीवास्तव औैर सीनियर डीसीएम जितेंद्र कुमार मीणा ने डिस्टेंस बनाने काे अलग से कर्मचारियाें की तैनाती के निर्देश दिए। डिस्टेंस बनवाने के लिए प्रत्येक बाेगी में दाे दाे कर्मचारियाें की अलग से ड्यूटी लगा दी गई। यही नहीं श्रमिकों काे सेनिटाइजर की बाेतल भी बांटी गई। वहीं डीसी डाॅ. प्रियंका साेनी औैर एसपी गंगाराम पूनिया ने सुबह के अलावा दोपहर के समय रेलवे स्टेशन का जायजा लिया। एसपी ताे ट्रेन जाने के करीब एक घंटे बाद तक भी रेलवे स्टेशन पर ही डेरा डाले रहे। साथ ही स्टेशन अधीक्षक केएल चाैधरी के साथ भी मीटिंग की।
डीसी ने श्रमिकों का जाना हाल, बाेलीं- काेई परेशानी ताे नहीं
ट्रेन के मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हाेने से पूर्व ही डीसी डाॅ. प्रियंका साेनी हिसार रेलवे स्टेशन पर पहुंची। डीसी ने ट्रेन में बैठे श्रमिकों से पूछा कि उन्हें किसी तरह की काेई दिक्कत ताे नहीं है। श्रमिकों ने किसी भी तरह की दिक्कत हाेने से इनकार कर दिया। साथ ही घर पहुंचाने के लिए ट्रेन में फ्री यात्रा कराने के लिए डीसी का धन्यवाद भी दिया। दोपहर करीब एक बजे प्रशासन के अलावा गुरुद्वारा समिति के पदाधिकारियाें ने श्रमिकों काे ट्रेन में ही खाना उपलब्ध कराया। खाना बंटवाने में मेयर गाैतम सरदाना भी आगे रहे।
घर जाते समय यह बाेले श्रमिक : तीन माह बाद देखूंगा बेटी का चेहरा, बच्चाें के साथ खूब करूंगा मस्ती
अधिक संख्या में श्रमिकाें ने रजिस्ट्रेशन कराया ताे जल्द चलेगी श्रमिक स्पेशल ट्रेन
बिहार व अन्य स्थानाें के श्रमिकाें के लिए जल्द ही स्पेशल श्रमिक ट्रेन चल सकती है। हालांकि अभी श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए काेई आधिकारिक घाेषणा नहीं की गई है। श्रमिक आनॅलाइन रजिस्ट्रेशन कराने में लगे हुए हैं। हरियाणा विस के डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा ने बताया कि श्रमिक अभी भी घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं। जल्द ही श्रमिकाें के लिए एक और स्पेशल श्रमिक ट्रेन चलाई जा सकती है। हालांकि यह श्रमिकाें की संख्या पर डिपेंड करेगा। बिहार हाे या फिर अन्य प्रदेश के श्रमिकों काे परेशानी का सामना नहीं करने दिया जाएगा।
साहब, हमें भी पहुंचा दाे घर
उत्तराखंड के देहरादून के मनाेज कुमार, विमल कुमार, सूरज कुमार, सुनील राम, सागर कुमार ने प्रशासन से मांग की है कि बिहार के श्रमिकाें की तरह उन्हें भी उनके प्रदेश पहुंचाया जाए। कहा कि घर नहीं जाने के कारण परिवार काे परेशानी हाे रही है। स्पेशल ट्रेन या बस चलवाने की मांग की।
शहर में बाजार तो खुल गए हैं लेकिन दुकानों पर स्टॉक की समस्या होने लगी है। कपड़े, फुटवियर से लेकर हर तरह का सामान दिल्ली के जरिए आता था। लॉकडाउन के चलते दिल्ली में अभी थोक बाजार, फैक्ट्रियां न खुलने के कारण यहां पर स्टॉक नहीं आ रहा। न ही कारोबारी दिल्ली से माल लाने के लिए जा सकते हैं। रेडीमेड गारमेंट्स, फुटवियर, लेडीज सेट, जनरल आईटम, ब्यूटी प्रॉडक्टस जैसी आईटम का माल दिल्ली से नहीं आ रहा। न ही कारोबारी अभी माल खरीदने के लिए वहां जा सकते हैं।
ट्रांसपोर्ट के जरिए माल मंगवाने वाली सुविधा अभी शुरू नहीं हुई। कुछ तरह का माल आ रहा है, वहां पेमेंट एडवांस मांगी जा रही है। ऐसे में कारोबारी एडवांस पेमेंट का रिस्क नहीं ले रहे, क्योंकि बाजार खुले अभी ज्यादा दिन नहीं हुए। रेडीमेड गारमेंट्स का माल दिल्ली व लुधियाना से आता है। दिल्ली रेड जोन में है। वहीं पंजाब में कर्फ्यू है। गर्मियों का ज्यादा स्टॉक दुकानदारों के पास नहीं है। गारमेंट्स व कपड़ों का माल नवरात्रि के आस पास मंगवाया जाता है। नवरात्रि से पहले ही लॉकडाउन लागू हो गया। ऐसे में कारोबारी गर्मियों का ज्यादा स्टॉक नहीं ले सके। जिनके पास है, वह मुहमांगे दामों पर माल बेच रहे हैं। शूज आईटम जैसे फैंसी जूती, स्पोर्टस शूज जैसी आइटम भी दिल्ली से आती हैं।
हांसी से भी दिल्ली जाता है स्टॉक
हांसी की अमर मार्केट में जूती का स्टॉक दिल्ली भी जाता है, लेकिन यहां से यह स्टॉक अब दिल्ली भी नहीं जा पा रहा। वहीं लेडीज सूट का माल गुजरात के सूरत, अहमदाबाद से दिल्ली व रोहतक तक आता है। जिसके बाद कारोबारी वहां से खरीद कर दुकानों पर लाते हैं। लेकिन गुजरात के यहां माल नहीं आने के कारण स्टॉक नहीं है। न ही ट्रांसपोर्ट वहीं जनरल स्टोर की शॉप पर ब्यूटी प्रॉडक्ट्स भी मनचाहे ब्रैंड के नहीं मिल रहे। जो मिल रहे हैं उनमें भी पैकिंग नहीं है। इसके अलावा रुटीन की आइटम जैसे अंडरगारमेंट्स, पर्स, बेल्ट आदि का स्टॉक भी एजेंसियों के माध्यम से पूरा नहीं मिल रहा। ऐसे में दुकानों पर अभी जो स्टॉक पड़ा है, उसकी बिक्री की जा रही है। ग्राहकों को अपने मनचाहे कपड़े, शूज नहीं मिल रहे। वैसे लॉकडाउन में अभी बाजारों में ऐसे गैर जरूरी सामानों की सेल अभी कम है।
खेड़ी चौपटा के पास एक कार की बिजली के खंभे से सीधी टक्कर हो गई। इस हादसे में कार में सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। हैबतपुर निवासी 21 वर्षीय सन्नी व जींद जिले के बराह गांव का 24 वर्षीय भीम सिंह उर्फ भोलू वीरवार सुबह करीब चार बजे सिरसा के नाथूसरी चौपटा जाने के लिए रवाना हुए थे। खेड़ी चौपटा पहुंचते ही उनकी गाड़ी बिजली के खंभे से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। बिजली का पोल बीच में से टूट गया। दोनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और दोनों युवकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए हांसी के सामान्य अस्पताल में भेज दिया। उनकी पहचान करके इसकी सूचना परिजनों को दी गई। पुलिस ने मृतक सनी के ताऊ दलेल सिंह के बयान पर इत्तफाकिया मौत की कार्रवाई कर शवों का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया।
3 दिन पहले ही लाया था गाड़ी
तीन दिन पहले ही सन्नी दिल्ली से यह क्रूज गाड़ी लेकर आया था। सन्नी ने सिरसा में कुछ जमीन ली हुई थी और उसी जमीन को देखने के लिए वह अपने दोस्त के साथ सुबह रवाना हुआ था। पुलिस के जांच अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि दोनों युवकों के शवों को पोस्टमार्टम करवाकर उनके परिजनों के हवाले कर दिया है।
शहर की एक महिला ने अपने पति, सास ससुर पर जबरन जहरीला पदार्थ पिलाने का आरोप लगाया। आरोप है कि टॉयलेट साफ करने वाला लिक्विड उसे पिला दिया गया। हालत बिगड़ी तो उसे अस्पताल में दाखिल करवाया। मायके पक्ष के लोग उसे उपचार के लिए भिवानी के अस्पताल में ले गए। पुलिस ने पति, सास व ससुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में 28 वर्षीय पूनम ने बताया कि दस वर्ष पहले उसकी शादी चारकुतुब निवासी अजय से हुई थी। वह घरेलू काम करती हैं। उसका पति अजय, सास व ससुर उसको तंग करते थे।
एक साल से वह अपने पिता के पास रह रही थी। करीब एक महीना पहले वह अपने ससुराल हांसी में आई थी। उसके दो बच्चे हैं। बुधवार शाम को पति, सास ससुर उसके साथ झगड़ा करने लगे। सास व पति ने उसको पकड़ लिया आरोप है कि शौचालय में रखी हारपिक की बोतल उठाकर गिलास मे डालकर उसे जबरदस्ती पिला दी थी। इसके बाद से उसकी तबीयत खराब होने लगे। उसके पति ने इलाज के लिये सरकारी अस्पताल हांसी दाखिल करवाया। जहां से उसे हिसार रेफर कर दिया गया। सूचना पाकर उसके माता पिता व मायके पक्ष के अन्य सदस्य पहुंच गए। उन्होंने उपचार के लिए भिवानी के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। पुलिस ने पूनम की शिकायत पर पति अजय, सास लक्ष्मी उर्फ गुड्डी व ससुर लीला के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अलसुबह सब्जी मंडी में 50 लोगों को सैंपल लिए। जिन लोगों के सैंपल लिए गए, वह मंडी में काम करने वाले मजदूर और पल्लेदार हैं। सैंपल जांच के लिए विभाग की प्रयोगशाला में भेजे गए। शुक्रवार तक रिपोर्ट आने के आसार हैं। लॉकडाउन में सब्जी मंडी प्रशासन के लिए सबसे बड़ी परेशानी का सबब बनी है। मंडी में उमड़ने वाली भीड़ प्रशासन और शहर के लोगों को डरा रही है। प्रशासन ने भीड़ पर नियंत्रण के लिए सख्ती की। सब्जी मंडी को दिल्ली रोड पर शिफ्ट करने की चेतावनी भी दी। मंडी के एक प्रभावशाली दुकानदार पर एफआईआर भी दर्ज की, लेकिन भीड़ लगातार जारी है। दो दिन पहले एसडीएम डॉ. जितेंद्र सिंह वेश बदलकर सवेरे साढ़े चार बजे मंडी में गए थे और हालात का निरीक्षण किया। आलम यह है कि सब्जी मंडी को हांसी शहर के हॉटस्पॉट के रूप में देखा जाने लगा है। गुरुवार अलसुबह स्वास्थ्य विभाग की हिसार की टीम डॉ. बंसीलाल बैनीवाल और तकनीकी अधिकारी वेदव्रत जाखड़ की अगुवाई मंडी में आई। मंडी में काम कर रहे लोगों के सैंपल लिए गए। सैंपल लक्षण के आधार पर नहीं, बल्कि रैंडमली लिए गए। कुल 50 लोगों के सैंपल लिए गए। जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिए गए। टीम ने मजदूरों को सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जागरूक किया।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ की सेवाओं को कोविड-19 के चलते आवश्यक सेवाओं में शामिल किया हुआ है। ऐसे में कोरोना के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट के हालातों में कंपनियों और कर्मचारियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पीएफ संबंधित 2 प्रमुख लाभ मिल रहे हैं। एक तो यह कि कर्मचारी तीन माह की सैलरी जितना वेतन बतौर पीएफ खाते से निकलवा सकते हैं। दूसरा यह कि कर्मचारी के खाते से बिना पीएफ काटे कंपनी मार्च, अप्रैल व मई माह का पूरा वेतन देगी। कंपनी व कर्मचारी का पीएफ ईपीएफओ की तरफ से उनके खातों में जमा होगा। कर्मचारियों को वेतन और पीएफ में कुल 24 फीसद का डबल लाभ दिया है।
ईपीएफओ के क्षेत्रिय भविष्य निधि आयुक्त पारितोष कुमार ने बताया कि रोहतक जोन में हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, रोहतक, जींद, झज्जर और भिवानी शामिल हैं। यहां की 2399 कंपनियों के 42 हजार 296 कर्मचारियों को मार्च, अप्रैल और मई माह के बिना कटे वेतन के साथ पीएफ का लाभ मिलना है। साथ ही कंपनियों को अपनी तरफ से एम्प्लॉयर या पीएफ शेयर भी कर्मियों के खातों में नहीं जमा करवाना होगा। दोनों का पीएफ संगठन की तरफ से जमा हो रहा है। अभी तक इस सुविधा का लाभ जोन की 385 कंपनियों के 5 हजार 769 कर्मचारी उठा चुके हैं। इन्हें 97 लाख 18 हजार 967 रुपये का लाभ दिया है। तीन माह की सैलरी जितना पीएफ पाने के लिए आए 3386 दावों का निपटान करते हुए 8 करोड़ 52 लाख रुपये कर्मचारियों के खाते में डलवा चुके हैं। ऑनलाइन भी दावों का निपटान हो रहा है। दरअसल, इस योजना का लाभ उन छोटी कंपनियों या लघु उद्योगों व उनके कर्मचारियों को मिल रहा है, जहां 100 से कम कर्मचारी काम करते हैं और उनमें से 90 फीसद कर्मचारियों का वेतन 15000 से कम है। इसके साथ ही कर्मचारियों को रुपयों की जरूरत है तो कोविड-19 के तहत जरूरत बताकर अपने पीएफ खाते से तीन माह जितनी सैलरी ले सकता है।
नई सुविधा : डिजिटल साइन के साथ ई-साइन से केवाईसी और क्लेम
कोरोना पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन घोषित है। इसके कारण पीएफ संबंधित मैन्युअल व डिजिटल साइन से काम करवाने के लिए कंपनियों व कर्मचारियों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा था। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए उनकी समस्या का समाधान कर दिया है। अब ऑनलाइन दावों का निपटान किया जाएगा। पीएफ खाते के केवाईसी, क्लेम या अन्य कामों के लिए डिजिटल साइन के साथ ई-साइन का प्रयोग कर सकेंगे। इसके लिए ईपीएफओ पोर्टल पर सुविधा मिलेगी। जहां पर पीएफ खाता धारी को अपना अधिकृत मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करवाना होगा। इसके बाद उस मोबाइल नंबर पर जारी ओटीपी से उक्त कार्य आसानी से करवा सकेंगे। इस संबंध में क्षेत्रीय ईपीएफओ से संपर्क किया जा सकता है।
सभी को फोन व ई-मेल के माध्यम से सूचित किया है
हिसार, सिरसा, फतेहाबाद के प्रवर्तन अधिकारी अनुरंजन कपूर ने बताया कि योजना के दायरे वाली कंपनियों को फाेन व ई-मेल के माध्यम से समय-समय पर जानकारी दे रहे हैं ताकि कोई भी योजना का लाभ उठाने से वंचित न रहे। जिंदल स्टेनलेस कंपनी के 1153 दावों का निपटान करते हुए कर्मचारियों को 5 करोड़ 9 लाख 64 हजार 285 रुपयों का भुगतान हुआ है। डिजिटल साइन व मैन्युअल कामों को आसान बनाने के लिए ई-साइन की सुविधा पोर्टल पर उपलब्ध है। दावों के निपटान की प्रक्रिया को तेज कर दिया है।
लाॅकडाउन थ्री फेज के चौथे दिन बाजाराें में भीड़ दिखाई दी। सुबह के वक्त ग्राहक बाजाराें में निकले। नगर निगम की अलग-अलग चार टीमें शहर में लाॅकडाउन का पालन कराने व माॅनीटिरिंग के लिए निकलीं। टीम ने राजगुरु मार्केट, पड़ाव मार्केट, पीएलए सहित सभी मुख्य बाजाराें में निरीक्षण किया। कहीं बाजाराें में भीड़ दिखी ताे कहीं कुछ दुकानदार भी नियमाें की अवहेलना करते नजर अाए। निगम टीमाें ने लाॅकडाउन का पालन न करने वालाें काे चेतावनी दी कि कल से ये बर्दाश्त नहीं हाेगा। अगर एमएचए की गाइडलाइन का पालन नहीं किया ताे कल से चालान व पैनल्टी लगाना शुरू कर दिया जाएगा। पब्लिक काे भी चेताया गया कि अगर साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया ताे फिर से बाजार बंद हाे सकते हैं।
कहीं दिखी अधिक भीड़ तो कहीं पूरी व्यवस्थाएं रहीं
राजगुरु मार्केट, नागाेरी गेट, गणेश मार्केट, वाल्मीकि चाैक, पड़ाव चाैक, सब्जी मंडी चाैक के अासपास ग्राहकों की अधिक भीड़ दिखाई दी। सब्जी फलाें की रेहड़ियाें पर, काॅस्मेटिक की दुकानाें पर भीड़ दिखी। कई दुकानाें के सामने गाेलदारे लगाए थे। सेनेटाइजर रखा था। दोपहर बाद रौनक कम रही।
निगम कमिश्नर के मैसेज के बाद अलर्ट हुईं टीमें
नगर निगम कमिश्नर ने बुधवार काे ऑफिस स्टाफ के व्हाट्सएप ग्रुप में मैसेज किया था कि बाजाराें में जाकर स्थिति जांची जाए। कुछ लाेग लाॅक डाउन का पालन नहीं करते। इसके बाद नगर निगम की टीम एक्टिव हुई। चाराें एक्सईएन की ड्यूटी इसकाे लेकर लगाई गई।
कई बाजारों में टीम पहुंची, आज से होगी सख्ती
अलग-अलग बाजाराें में हमारी टीम गई थी। पहले दिन चेतावनी दी गई है। जाे लाेग अब भी साेशल डिस्टेंसिंग का ध्यान नहीं रखेंगे अाैर गाइडलाइन का पालन नहीं करेंगे शुक्रवार से उनके चालान किए जाएंगे।'' -संदीप, एक्सईएन नगर निगम।
लाॅकडाउन के चलते नगर निगम पहली बार बजट की मीटिंग ऑनलाइन करेगा। निगम ने बजट मीटिंग 8 मई काे रखी है। मीटिंग में 78.10 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। यह पिछले साल से 20 करोड़ अधिक है। वर्ष 2019-20 का बजट 58 करोड़ रुपये का रखा गया था। ऑनलाइन मीटिंग के लिए निगम अधिकारियों की तरफ से सभी पार्षदाें, दाे विधायकों व तीनाें सांसदों तथा डिप्टी स्पीकर काे लेटर भेजकर इस बार जूम एप्लीकेशन के माध्यम से बजट की मीटिंग अटेंड करने बारे सूचना भेजी है। साेशल डिस्टेंसिंग काे ध्यान में रखते हुए घर से ही जूम एप्लीकेशन पर ऑनलाइन मीटिंग में ही हाउस की सहमति बजट पर ली जाएगी। मीटिंग ठीक 11 बजे शुरू हाेगी। शहर के विकास के लिए मदाें से हाेने वाली आय में से 4.21 करोड़ रुपये बजट रखा गया है।
हाउस टैक्स-स्टांप ड्यूटी
निगम अधिकारियों ने साल 2021 का बजट में मुख्य इनकम हाउस टैक्स और स्टांप ड्यूटी की दिखाई है। हाउस टैक्स के ~24 करोड़ की इनकम प्रपाेज की गई है। वहीं स्टांप ड्यूटी की 21 करोड़ की इनकम प्रपाेज की गई है। निगम की दुकानाें के किराये से करीब डेढ़ करोड़ रुपये की इनकम दिखाई गई है। एमटैक्स से 13 करोड़ की इनकम दिखाई है। बजट में रखा गया है कि सालभर में 54.23 करोड़ रुपये कर्मचारियाें के वेतन, पेंशन तथा अन्य भत्ताें पर खर्च हाे जाएगा। वहीं जाे दुकानें 20 साल से ज्यादा समय से किराये पर हैं उनकाे बेचा जाएगा। कलेक्टर रेट के आधार पर ये दुकानें दी जाएंगी।
पिछले साल की बजाय इस बार 20 करोड़ अधिक बजट
पार्षद उतरे विराेध में...
जुनेजा बाेले करूंगा बहिष्कार, जूम से नहीं हाे पाएगी मीटिंग, साेशल डिस्टेंसिंग का पालन कर लेते बुलानी चाहिए थी मीटिंग पार्षद महेंद्र जुनेजा ने बजट की मीटिंग काे लेकर बहिष्कार की घाेषणा की है।
पिछले साल की बजाय इस बार 20 करोड़ अधिक बजट
खेड़ी चौपटा के पास एक कार बिजली के खंभे से टकरा गई। इस हादसे में कार सवार दोनों युवकों की मौत हो गई। हैबतपुर वासी 21 वर्षीय सन्नी व जींद के बराह गांव का 24 वर्षीय भीम सिंह उर्फ भोलू गुरुवार सुबह करीब चार बजे सिरसा के नाथूसरी चौपटा के लिए रवाना हुए थे। खेड़ी चौपटा पहुंचते ही कार खंभे से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और पोल बीच में से टूट गया। दोनों दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जाता है कि तीन दिन पहले ही सन्नी दिल्ली से यह क्रूज गाड़ी लेकर आया था। सन्नी ने सिरसा में कुछ जमीन ली हुई थी और उसी जमीन को देखने के लिए वह अपने दोस्त के साथ सुबह रवाना हुआ था। पुलिस के जांच अधिकारी रमेश कुमार ने बताया कि दोनों युवकों के शवों को पोस्टमार्टम करवाकर उनके परिजनों के हवाले कर दिया है।
यह नजारा फव्वारा चौक पर देखने को मिला। सिविल अस्पताल के लैब टेक्निशियन वेदव्रत पुलिस कर्मियों का सम्मान करने के लिए आए थे। उन्होंने कोरोना काल में डयूटी दे रहे पुलिस कर्मियों पर पुष्प वर्षा करके तालियां बजाकर उनका हौसला बढ़ाया। फिर सेल्यूट किया। पुलिस कर्मी ने कहा कि आप भी योद्धा हैं इसलिए आपको भी सेल्यूट।
प्रदेश के कई जिलों की सब्जी मंडी से कोरोना मरीज मिले हैं। ये हालात हिसार में पैदा न हो, इसको लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है। विभाग का मुख्य फोकस भी सब्जी-मंडियों के साथ जनता से सीधे जुड़े दुकानदार, हॉकर्स और वेंडर्स पर है। कोरोना पर नियंत्रण के लिए रेंडम सैंपलिंग जारी है।
हिसार के बाद हांसी और बरवाला सहित अन्य इलाकों की मंडियों में अलसुबह 5.30 बजे मोबाइल हेल्थ टीमें आढ़तियाें, ट्रक चालकों, क्लीनर्स, सब्जी विक्रेताओं के सैंपल लेने जा रही हैं। दंत सर्जन बंसीलाल और एलटी वेदव्रत जाखड़ की टीम ने हांसी की सब्जीमंडी में जाकर 50 सैंपल लिए। वहीं, डॉ. रवि चौहान की टीम ने बरवाला सब्जी मंडी में जाकर आढ़तियों, पल्लेदारों, सब्जी विक्रेताओं व खरीदारों के 43 सैंपल लेकर उन्हें कोरोना से बचाव एवं रोकथाम के प्रति जागरूक भी किया। इधर, हिसार शहर में डॉ. पुलकित की टीम ने फव्वारा चौक से कैंप चौक के बीच जनता से जुड़ी सुपर मार्केट में 2, एक वीटा बूथ संचालक, 4 केमिस्ट के अलावा 2 सब्जी विक्रेता, 2 किरयाना स्टोर, जिंदल चौक स्थित स्वीट्स शॉप से 1, कैमरी रोड स्थित फूड शोरूम से 2, दिल्ली रोड स्थित सैनी स्वीट्स से 1, कैंप के पास किरयाणा स्टोर से 1, कैंप चौक के पास फूड स्टोर से 2 सहित कुल 18 सैंपल लिए हैं। वहीं सिविल अस्पताल के फ्लू क्लीनिक में शाम 6 बजे तक स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंचे 101 लोगों में इनफ्लूएंजा इलनेस के लक्षण देखते हुए सैंपल लिए हैं। इधर, एनआरसीई लैब से राहत की खबर है कि 152 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
इन दिनों लॉकडाउन की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। ऐसे में ऑनलाइन स्टडी की हेल्प से वर्चुअल क्लासेज के जरिए लर्निंग प्रोसेज जारी है। मगर जहां बड़े बच्चे इस बात को समझ पा रहे हैं कि अब कुछ समय उन्हें इसी तरीके से अपनी पढ़ाई करनी है तो वहीं ऐसे में नौनिहालों के लिए भी स्कूलों की आेर से खास तैयारी के साथ क्लासेज लगाई जा रही है। जिससे बच्चे क्रिएटिव तरीके से खेल-खेल में नया सीख पाएं। ऐेसे में हमने शहर के कई स्कूलों से बात की और यह जाना कि कौन से वो तरीके हैं जिन्हें अपनाकर स्कूल जूनियर्स स्टूडेंट को मस्ती की पाठशाला में नाॅलेज की क्लास लगा पा रहे हैं।
डीपीएस : टीचर्स करते हैं पर्सनल इंट्ररेक्शन एक्टीविटीज की भी लगती है क्लास
दिल्ली पब्लिक स्कूल की पब्लिक कॉर्डिनेटर सरला शर्मा ने बताया कि छोटे बच्चे वर्चुअल क्लासेज को समझें, इसके लिए स्कूल की ओर से बच्चे ऑनलाइन क्लासेज का सीरियस लेना शुरू करें। टीचर्स बच्चों के साथ पेेरेंट्स से वाइस और वीडियो कॉल के जरिए इंट्रेक्शन करते हैं और बच्चों को यह समझाते हैं कि ऑनलाइन क्लास के समय पेरेंट्स ही आपके टीचर हैं और आपको उनका कहना मानना होगा। इसके साथ ही आर्ट एंड क्राफ्ट और म्यूजिक डांस की वीडियो के जरिए बच्चों को खेल-खेल में नया सिखाने की कोशिश की जाती है।
डिस्कवरी जूनियर्स स्कूल: वीडियो से लर्निंग बच्चे भी घर से परफॉर्मेंस की भेजते वीडियो
डिस्कवरी जूनियर्स स्कूल की प्रिंसिपल अनीता सैनी ने बताया कि छोटे बच्चों को लगातार एक घंटे की ऑनलाइन क्लास अटैंड करने के लिए नहीं कह सकते, इसी वजह से कुछ क्रिएटिव आइडियाज निकाले हैं जिससे बच्चा मस्ती करता हुआ अपनी पढ़ाई भी कर पाए। स्कूल टीचर्स की ओर से बच्चों को वीडियो बनाकर भेजा जाता है, जिसमें वो बॉडी पार्ट्स के साथ बर्ड नेम और डेज नेम जैसी एक्टीविटीज परफॉर्म करती हैं। वीडियो भेजने के बाद बच्चों से भी ठीक वैसा ही वीडियो बनाकर भेजने को कहा जाता है। इसके साथ ही बच्चों के पास गायत्री मंत्र और एक प्रेयर भी भेजी जिससे बच्चे स्कूल कल्चर को भूले नहीं।
लिटिल विंग जूनियर स्कूल : पेरेंट्स को समझाया, बच्चों को छोटे काम खुद करने दें
बच्चे तो बच्चे हैं। वे कोरोना के बारे में बहुत नहीं जानते पर उन्हें पता है कि कोरोना के कारण उनका स्कूल बंद करा दिया गया है। बच्चों के लिए स्कूल बंद होने का मतलब मस्ती करना है। ऐसे में लिटिल विंग जूनियर स्कूल की ओर से पहले बच्चों को स्कूल की टीचर्स की ओर से वीडियो भेजकर यह समझाया गया कि इन दिनों भी पढ़ाई बेहद जरूरी है। इसके साथ ही पेरेंट्स तक यह मैसेज दिया गया कि अपने छोटे-छोटे कामों में बच्चों को जरूर शामिल करें, इसी से बच्चे बहुत कुछ नया सीख जाएंगे। इसके साथ ही कई तरह कि क्रिएटिव वर्कशीट्स भी बच्चों तक पहुंचाई जा रही है।
जीडी गाेयनका ग्लोबल स्कूल: योग और म्यूजिक सेशन से बढ़ाते हैं लर्निंग इंट्रेस्ट
जीडी गाेयनका ग्लोबल स्कूल की ओर से भी नौनिहालों को नया सिखाने के लिए और लर्निंग प्रोसेस से जोड़े रखने के लिए कई तरह के एफर्ट किए जा रहे हैं। जिसमें क्रिएटिव थीम वीडियो सबसे खास है, जिन्हें देखकर बच्चे भी कुछ नया करने को प्रेरित होते हैं, इसके साथ ही बच्चों को किसी तरह की बोरियत न हो, इसके लिए योग और म्यूजिक सेशन की क्लास भी दी जाती है। इसके साथ ही स्पेशल डेज परफॉर्मेंस टास्क की वीडियो बच्चों से मंगवाई जाती है, जिससे बच्चे खेल-खेल में नया सीख पाएं।
मई के आते ही गर्मी का अहसास होने लगा है। ऐसे में पक्षियों के लिए खाना और पानी की व्यस्था जरूर करनी चाहिए। इसलिए संजय आर्ट एंड क्राफ्ट स्टूडियो से संजय जैन ने शेयर किया वेस्ट बोतल से बर्ड फीडर बनाने का तरीका। आप इसे छत या बालकनी में लगा सकते हैं। चाहे तो घर के आसपास किसी पेड़ पर भी लगा सकते हैं। ताे आइए इस बार घर पर ही पक्षियाें के लिए बर्ड फीडर तैयार करें।
आर्ट एंड क्राफ्ट, ऐसे बनाएं
काेराेना संकट काल में सिटी के लोग घर से निकलने से परहेज कर रहे हैं। इस दाैरान लाेग टाइम पास करने और तनाव काे कम करने के लिए एक-दूसरे काे चैलेंज भेज रहे हैं। कुछ इस तरह का एक चैलेंज पेंटिंग काे लेकर इन दिनाें वायरल हाे रहा है, जिसमें अपने कलर्स को इस तरह से इस्तेमाल करना है कि वो जल्दी खत्म न हों और दुकान पर जाने का रिस्क न लेना पड़े। ऐसे में बीएड की छात्रा निशा शर्मा ने कॉफी स्मार्ट पेंटिंग की।
इस पेंटिंग से अच्छा टाइम पास भी हुआ, कलर का इस्तेमाल भी नहीं हुआ और हुनर भी और निखार गया। इसके साथ निशा ने मैसेज दिया कि जब दिल में कुछ करने की चाह हो तो दिमाग अपने आप कुछ विकल्प खोज लेता है और फिर आईडिया भी कुछ हटकर आते हैं। इस वक्त घर में रहना हमारी पहली जरूरत है।
कोरोना संकट के बीच शहर के कई लोग रमजान माह में हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल कायम कर रहे हैं। ऐसे ही शख्स हैं हेतराम पार्क के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता राजीव सरदाना, कैमरी रोड क्षेत्र वासी नहर विभाग से रिटायर्ड बलदेव शर्मा, पीडब्ल्यूडी हिसार के कार्यकारी अभियंता प्रदीप शर्मा, सर्व कर्मचारी संघ के नेता सुरेंद्र मान। चारों रमजान माह में प्रतिदिन कैमरी रोड पर ही रहने वाले जमाल खान, कमाल खान और पड़ाव चौक में रहने वाले मनान मियां, शमसाद समेत 15 से अधिक मुस्लिम परिवारों को रमजान में इफ्तारी का सामान उपलब्ध करा रहे हैं। पिछले दस साल से लगातार मुस्लिम परिवारों को इफ्तारी का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। फ्रूट्स से लेकर खाना तक उपलब्ध कराया जाता है। हिंदू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल कायम करने वाले चारों सामाजिक कार्यकर्ताओं की हर कोई सराहना कर रहा है। मुस्लिम कल्याण कमेटी हिसार के प्रधान होशियार खान ने बताया कि वाकई में चारों आपसी प्यार और सौहार्द्र की मिसाल हैं। जल्द ही चारों को संस्था द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा।
राजीव सरदाना, बलदेव और सुरेंद्र का मानना है कि हिंदू हो या फिर मुस्लिम सभी धर्म सामान हैं। लोगों को किसी भी धर्म में फर्क नहीं समझना चाहिए। पिछले करीब दस साल से वह मुस्लिम भाइयों को इफ्तारी करा रहे हैं। यही नहीं साथ बैठकर भी इफ्तारी करते हैं। त्योहार मिलकर मनाते हैं।
फरिश्ते बनकर पहुंचते हैं
कमाल खान, शमसाद का कहना है कि राजीव, बलदेव, प्रदीप शर्मा सभी उनके लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं हैं। हर साल रमजान माह में उन्हें इफ्तारी का सामान उपलब्ध कराया जाता है।
होली और दीवाली पर भीकिया जाता है इन्वाइट
मुस्लिम कल्याण समिति हिसार के प्रधान होशियार खान का कहना है कि हिसार के लोग आपसी प्यार व सौहार्द्र की मिसाल हैं। होली व दीवाली पर भी मुस्लिम परिवारों को इनवाइट किया जाता है। जबकि ईद व बकरीद का पर्व भी मिलकर मनाते हैं।
महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में गुरुवार को एक नया पॉजिटिव मरीज भर्ती किया गया, अब मेडिकल कॉलेज में सात पॉजिटिव मरीजों का इलाज चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी एवं डीएमएस डाॅ. राजीव चौहान ने बताया कि बुधवार को कोविड हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में 6 पॉजिटीव सहित 21 संदिग्ध लोग उपचाराधीन थे। जिनमें से पांच लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था और 16 लोगों का उपचार चल रहा था, लेकिन गुरुवार को मेडिकल कॉलेज अग्रोहा एक पॉजिटिव मरीज सहित 14 संदिग्ध लोगों को भर्ती किया गया। अब आइसोलेशन वार्ड में 7 पॉजिटिव सहित संदिग्ध 30 लोग का इलाज किया जा रहा है मेडिकल कॉलेज के अिधकारियों के अनुसार पॉजिटिव मरीजों की हालत में काफी सुधार है। गुरूवार को पॉजिटिव मरीज फतेहाबाद के नागरिक अस्पातल से रेफर होकर आया है। वहीं आदमपुर खंड के गांव दड़ौली में शनिवार 25 अप्रैल को मिले कोरोना संक्रमित युवक की तीसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है। युवक के इलाज के लिए मेिडकल कॉलेज की टीम सतर्क है ।
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती पांच पॉजिटिव मरीजों के शनिवार को भेजे जाएंगे दोबारा सैंपल
नोडल अधिकारी डाॅ. चौहान ने बताया कि दड़ौली निवासी युवक की रिपोर्ट तीसरी बार पॉजिटिव आ चुकी है अब शनिवार को जांच के लिए दोबारा सैंपल भेजा जाएगा। वहीं आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य सभी संदिग्ध लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जिनकी रिपोर्ट आनी बाकि है। गुरूवार को को कोविड ओपीडी में 70 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और चार लोगों को क्वारेंटाइन होम में रहने के लिए भेजा गया है। इधर, मरीजों के उपचार को लेकर मेडिकल कॉलेज की टीम सतर्क है।
पॉजिटिव मरीजों के परिवार के 42 लोगों को अग्रोहा धाम में बने क्वारेंटाइन होम में रखा गया
डीएमएस डाॅ. संदीप राणा ने बताया कि अग्रोहा धाम के क्वारेंटाइन होम में 42 लोगों को 14 दिनों के लिए रखा गया है। वे लगभग पॉजिटिव मरीजों के परिवार के लोग है। जिनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी है। उन्हें 14 दिन बाद घर भेज दिया जाएगा। इसके अलावा उन्हें सोशल डिस्टेस बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है और उन्हें सुबह शाम योग भी कराई जा रही है ताकि वे अन्य बीमारियों से भी बच सकें।
आदमपुर खंड के गांव दड़ौली में शनिवार 25 अप्रैल को मिले कोरोना संक्रमित युवक की तीसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ चुकी है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और सतर्क हो गया है और कंटेनमेंट व बफर जोन में शामिल गांवों की निगरानी और कड़ी कर दी है।
डॉ. रोशन लाल शर्मा ने बताया कि बाहर से आने वाले लोगों को पुलिस टीम गांव में एंट्री नहीं करने दे रही है। बाहर से आने वाले लोगों को पुलिस नाके पर रोककर उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। नाकों से ही उन्हें सैंपल के लिए ऐंबुलेंस से भेजा जा रहा है ताकि गांव में एंट्री करने से पूर्व ही उनके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी जुटाई जा सके और संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। इसी कड़ी में गुरुवार को बैंगलोर से गांव दड़ौली में लौट रहे एक युवक को पुलिस टीम ने गांव के बाहर नाके पर रोक लिया और स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना देकर उसे जांच के लिए एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया।
गांव की सीमाएं रहेंगी सील
थाना प्रभारी: आदमपुर थाना प्रभारी पवन कुमार ने बताया कि कंटेनमेंट जोन में शामिल गांव दड़ौली व चूली बागड़ियान एवं बफर जोन में शामिल गांव चूली कलां व चूली खुर्द में आने व जाने वाले सभी रास्तों की सीमाएं पुलिस द्वारा सील की हुई हैं। पुलिस विभाग द्वारा इन गांवों में आने वाले सभी रास्तों पर 10 नाके लगाए हैं जिन पर 24 घंटे पुलिस कर्मचारियों द्वारा निगरानी की जाती है। गांव दड़ौली में पॉजिटिव पाया गया करीब 29 वर्षीय युवक गुरुवार 23 अप्रैल का गांव में लौटा था। युवक उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में नौकरी करता है।
नपा प्रशासन की ओर से वीरवार को शहर के मुख्य बाजार में अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू किया। अभियान की शुरूआत दोपहर दो बजे बाजार बंद होने के बाद किया गया। सूचना मिलते ही दुकानदारों ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया। इस दौरान सड़क के एक ओर जाम लग गया, वहीं सोशल डिस्टेंसिंग भी लोग भूल गए। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाबुझा कर शांत किया।
जानकारी के अनुसार दोपहर दो बजे बाजार बंद के बाद नपा प्रशासन ने दुकानों के बाहर रखे तख्त, साइन बोर्ड आदि उठाने शुरू कर दिए।
दुकानें बंद कर अपने घर बैठे दुकानदारों को जब प्रशासन की इस र्कारवाई का पता चला तो विरोध जताने के लिए सैंकड़ों की संख्या में दुकानदार सामान ले जा रहे नपा के साधन के आगे खड़े होकर विरोध जताना शुरू कर दिया। विरोध के दौरान मौके पर जमा भीड़ में शामिल लोग सामाजिक दूरी भूल बैठे। दुकानदारों का कहना था कि प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के इस कार्रवाई को अंजाम दिया है
वीरवार देर रात चोरों ने एक ही रात में सील किए गए शराब के ठेके समेत तीन दुकानों के ताले तोड़कर शराब, नकदी और सामान चुरा ले गए। खास बात यह रही कि चोरों ने सामान साथ लेने की बजाए पास के सरकारी स्कूल के खेल मैदान में छिपा कर छोड़ गए। कुछ लोगों को इसकी भनक लगी तो वे शराब यहां से उठा ले गए। सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और घटना स्थल का जायजा लिया।
जानकारी के अनुसार खल विक्रेता दुकानदार महेंद्र बंसल वीरवार सुबह दुकान पहुंचे और दुकान का ताला टूटा हुआ मिला। उन्होंने देखा कि पड़ोस में सील किया गया शराब के ठेके और एक रेडीमेड की दुकान का भी ताला टूटा हुआ पड़ा है। महेंद्र के मुताबिक चोर उनकी दुकान से पांच हजार के करीब की नकदी ले गए जबकि रेडीमेड की दुकान से चार हजार की नकदी के अलावा कुछ कपड़े भी चुरा ले गए जबकि शराब के ठेके से भारी संख्या में शराब की बोलते चुरा ली। चोर चोरी के बाद नकदी तो अपने साथ ले गए लेकिन ठेके से चुराई गई शराब के अलावा कपड़े पास के ही स्कूल मैदान में छिपा कर फरार हो गए।
(महबूब अली)पापा...आप घर कब आओगे। आपकी बहुत याद आ रही है। पड़ाेस की पूजा, निकिता, साेनू के पापा ताे घर पर ही रहते हैं। खूब मस्ती करते हैं। पापा आप भी आ जाओ ताकि हम भी साथ खेल सकें। मम्मी, दादा-दादी, चाचा-चाची, बुआ सभी काे आपकी चिंता है। यह शब्द उन बच्चाें के है, जिनके पापा काेराेना महाहारी से जंग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसमें चाहे सिविल पुलिस हाे या फिर जीआरपी या फिर आरपीएफ के जवान।
काेराेना याैद्धाओंकी तरह पुलिसकर्मी परिवार से दूर रहकर लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे याैद्धाओं के बच्चे राेज फाेन पर पापा के घर पर आने की जिद कर रहे हैं।
बीरबल कुमार, थाना इंचार्ज, आरपीएफ : लॉकडाउन के बाद से घर नहीं जा पा रहे, बच्चे प्रतिदिन काॅल कर बुलाने की जिद कर रहे
आरपीएफ थाना इंचार्ज बीरबल कुमार मूलरूप से रेवाड़ी के हैं। उनके परिवार में बड़ी बेटी के अलावा 9 वर्षीय बेटा मस्तान और पांच वर्षीय बेटा छाेरे यादव है। बताया कि लाॅकडाउन के बाद से वह घर नहीं जा पा रहे हैं। वीडियाे काॅल पर ही बात बच्चाें और परिवार के अन्य सदस्याें से बात कर पा रहे हैं। बताया कि बच्चे घर बुलाने की जिद करते हैं। कहते हैं कि पड़ाेस में दाेस्त अपने पापा के साथ ही मस्ती करते हैं। आप भी आ जाओ। हालांकि परिवार के लाेग इंचार्ज का मनाेबल बढ़ा रहे हैं। ईमानदारी के साथ ड्यूटी देने काे हाैसला बढ़ाया जा रहा है।
भीम सिंह, पीसीआर, सिटी थाना:वीडियाे काॅल से ही कर रहे बात, रोज घर बुलाते हैं बच्चे
सिटी थाने की पीसीआर पर तैनात एसआई भीम सिंह मूल रूप से सिरसा के हैं। उनके दाे बेटे हैं। बताया कि लाॅकडाउन के बाद से घर नहीं जा सके है। वीडियो काॅल के माध्यम से ही परिवार के सदस्याें से बात कर पा रहे हैं। बताया कि बच्चे घर पर बुलाने की जिद करते हैं। हालांकि ड्यूटी के लिए उनका लगातार हाैसला भी बढ़ा रहे हैं।
रमेश कुमार, सिपाही, सिटी थाना :पापा प्लीज आ भी जाओ, हम भी आपके साथ खेलेंगे
सिटी थाने की पीसीआर पर तैनात सिपाही रमेश कुमार लाॅकडाउन के बाद से लगातार ड्यूटी दे रहे हैं। उनके दाे संतानें हैं, जिनमें बेटी रीतू और बेटा साहिल है। बताया कि बच्चे कई बार जहां घर पर बुलाने की जिद करते हैं, वहीं ड्यूटी के लिए हाैसला भी बढ़ाते हैं।
बसंत कुमार, कांस्टेबल, आरपीएफ :बच्चे और परिवार के सदस्य खुद बढ़ाते हैं हाैसला
आरपीएफ थाने पर तैनात कांस्टेबल बसंत कुमार राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं। पिछले करीब तीन माह से घर नहीं जा सके हैं। बताया कि परिवार के बच्चाें के अलावा सभी सदस्य उसका ड्यूटी के लिए हाैसला बढ़ाते हैं। वीडियाे काॅल पर ही वह बात कर पाते हैं।
प्रदीप कुमार, थाना प्रभारी, जीआरपी :परिवार के सदस्य बढ़ा रहे हाैसला, बच्चे जिद पर अड़े
जीआरपी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार यादव भी लाॅकडाउन के बाद से ही लगातार रेलवे स्टेशन के अलावा आसपास क्षेत्र में ड्यूटी दे रहे हैं। बताया कि परिवार भिवानी में रहता है। परिवार के सदस्य भी उनका हाैसला बढ़ा रहे हैं। हालांकि कई बार बच्चे घर पर बुलाने की जिद करते हैं।
लाेगाें काे यह दिया संदेश : काेराेना याैद्धाओं ने लाेगाें से कहा कि काेराेना से बचाव के मद्देनजर लाेगाें काे लाॅकडाउन का पूरी तरह से पालन करना चाहिए। बेवजह बाहर निकलने से बचना चाहिए। तभी काेराेना काे हराया जा सकता है।
फतेहाबाद के गांव भिरडाना में करीब 100 ट्रक व भारी लोडिंग वाहन हैं, जिनके चालक माल की सप्लाई करने के लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों व देश के कई राज्यों में जाते-आते हैं। इनमें से काफी कोरोना प्रभावित रेड जोन में जाकर आते हैं। इन चालकों के साथ कोरोना का संक्रमण हिसार मंडल में न फैले, उसके लिए हिसार जिला स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है।
यहां के मलेरिया विभाग में कार्यरत जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया ने फतेहाबाद पुलिस से संपर्क किया है। उन्हें उक्त जानकारी देकर ट्रक एवं लोडिंग वाहन चालकों की सूची मांगी है। बताया है कि चालकों व इनके साथ रहने वाले क्लीनर्स का शारीरिक परीक्षण और सैंपलिंग होना जरूरी है। ये दूसरे राज्यों में जाकर वहां से हिसार होकर आगे जाते हैं। ऐसे में फतेहाबाद जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के सहयोग से कोरोना पर नियंत्रण संभव है। इन चालकों का नाम, पता व मोबाइल नंबर मिलने पर उनसे संपर्क साधकर सैंपलिंग के लिए बुलाया जाएगा। फिर भी आकर सहयोग नहीं करते हैं तो स्वास्थ्य जांच व सैंपलिंग के लिए पुलिस की मदद ली जाएगी।
पुलिस से मांगा सहयोग
जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया ने बताया कि सूचना मिली थी कि फतेहाबाद के भिरडाना में 100 के करीब ट्रक व भारी लोडिंग वाहन चालक हैं। इनका कई राज्यों में आना-जाना है मगर उनकी स्वास्थ्य जांच नहीं हुई है। यह चिंता का विषय है, जिसको गंभीरता से लेकर फतेहाबाद पुलिस के सुरक्षा प्रभारी और सदर थाना पुलिस से संपर्क साधकर सूची तैयार करने के लिए कहा है। उम्मीद है कि फतेहाबाद प्रशासन के सहयोग से सभी चालकों व क्लीनर्स की शारीरिक व कोरोना जांच होगी। पंजाब, राजस्थान, गुजरात सहित अन्य महानगरों में तूड़ी, फल और सब्जियां लेने व सप्लाई करने आते-जाते हैं।
इनकी जांच बहुत जरूरी है: सरपंच
यहां लगभग 100 ट्रक व भारी लोडिंग वाहन चालक हैं। तूड़ी सप्लाई करने के लिए राजस्थान जाते हैं। वहां से लौटते वक्त फल-सब्जियां भरकर सप्लाई के लिए लौटते हैं। एक बार घर से वाहन लेकर निकल जाएं फिर चार दिन बाद ही लौटते हैं। इसके बाद अगले दिन पुन: माल सप्लाई करने चले जाते हैं। कई बार शारीरिक जांच के लिए कहा जा चुका है मगर कोई गंभीरता से नहीं लेता। स्वास्थ्य विभाग को इस तरफ ध्यान देकर उनकी जांच करनी चाहिए।'' - सुभाष चंद्र, सरपंच भिरडाना, फतेहाबाद।
राजगुरु मार्केट में पार्किंग व अन्य व्यवस्था काे लेकर गुरुवार शाम काे पंजाबी धर्मशाला में बैठक कर चर्चा की गई। मेयर गाैतम सरदाना, नगर निगम के अधीक्षक अभियंता रामजीलाल, राजगुरु मार्केट वेलफेयर एसाेसिएशन के प्रधान गाैतम नारंग एसाेसिएशन के कुछ सदस्य भी माैजूद रहे। साेशल डिस्टेसिंग की पालना करते हुए सभी दूर-दूर बैठे।
मेयर गाैतम सरदाना ने कहा कि पार्किंग बाजार की बजाय सिटी थाना के पास हाेनी चाहिए। इससे बाजाराें में अतिक्रमण नहीं हाेगा और पैदल आने वाले लाेगाें काे दुकानाें तक पहुंचने में सुविधा भी रहेगी। इस पर एसाेसिएशन के प्रधान गाैतम नारंग ने कहा कि यहां न केवल राजगुरु मार्केट अपितु साथ लगते अन्य बाजाराें में आने वाले लाेग भी वाहन राजगुरु मार्केट में पार्क करके जाते हैं। गाैतम नारंग ने अपनी राय देते हुए कहा कि दूसरे बाजाराें के वाहन राजगुरु मार्केट की बजाय वहीं पार्क हाेने चाहिए।
बैठक के दाैरान बरामदाें में सामान रखने काे लेकर चर्चा की गई। इस दाैरान बैठक में माैजूद एसाेसिएशन के पदाधिकारियाें टीनू आहूजा, सुरेंद्र बजाज, आरके बजाज, प्रदीप सचदेवा, रवि महता, सुशील कुमार आदि सदस्याें ने भी अपने अपने सुझाव रखे। मेयर गाैतम सरदाना व प्रधान गाैतम नारंग ने बाद में व्यापारियाें से अपील करते हुए कहा कि काेराेना महामारी के दाैरान दुकानदार और ग्राहक साेशल डिस्टेसिंग का पालन करें तथा बाजार व दुकानाें में सभी लाेग मास्क अाैर सैनिटाइजर्स का प्रयाेग भी अवश्य करें।
मंडियाें में गुरुवार काे लगातार दूसरे दिन भी गेहूं खरीद कम हुआ और उठान पर ज्यादा जाेर दिया गया। हालांकि माैसम एकदम साफ रहा, लेकिन आगामी दिनाें में माैसम विभाग की भविष्यवाणी काे देखते हुए सरकारी खरीद एजेंसियां सक्रिय हाे रही है। गुरुवार काे गेहूं का उठान साढ़े 11 हजार क्विंटल से ज्यादा हुआ। इसमें अकेले हिसार मंडी से 8 हजार क्विंटल गेहूं का उठान हुआ। हालांकि आज मंडी में कुल 1733 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई। जबकि शाहपुर गांव के खरीद केंद्र पर 2308 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई। इसी तरह मंडी में सरसाें की खरीद 2250 क्विंटल रही।
हैफेड, डीएफएससी, एफसीआई और वेयर हाउसिंग गेहूं की खरीद कर रही हैं। जबकि किसानाें और आढ़तियों की सुविधा के लिए प्रबंध मार्केट कमेटी की ओर से हैं। मंडी सुपरवाइजर जेपी सिंह ने किसानाें से बात कर उनकी समस्याओं काे जाना।
उधर, मार्केट कमेटी के चेयरमैन महावीर जांगड़ा ने कहा कि आगामी समय में खराब हाेते माैसम से पहले ही एजेंसियाें काे ज्यादा से ज्यादा गेहूं उठान के लिए निर्देश जारी किए हैं। ताकि बरसात में गेहूं खराब न हाे। गांवाें मे बने खरीद केंद्राें पर भी प्रबंधों काे सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
गरीबी में संघर्ष को अपनी ताकत बनाकर मेहनत करने वाला कभी असफल नहीं होता। ऐसी ही एक कहानी है हिसार जिले के लाडवा गांव के बहुत ही गरीब परिवार में जन्मे नवीन पुनिया की जो इंडियन टीम के हैंडबॉल प्लेयर हैं।
नवीन का सपना 2022 में होने वाला एशियन गेम में भारतीय टीम को स्वर्ण पदक दिलाना है। फिलहाल नवीन लॉकडाउन के चलते घर पर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। वे घर पर खेतों का काम कर व इस समय में गेहूं निकाल स्टोर करने में भी घरवालों का साथ दे रहे हैं। उनके पिता राम कुमार ड्राइवर थे और इतने पैसे कमा पाते कि जिससे घर का गुजारा बड़ी मुश्किल से चलता। मेहनत ऐसी की बचपन में पैरों में जूते नहीं होते थे पर आज अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी है। वे एशियाई खेलों में भारत की हैंडबॉल टीम के लिए खेलने वाले हिसार से एकमात्र खिलाड़ी हैं।
घर पर रहकर सरकार के निर्देशों का करें पालन
नवीन ने सभी काे घर पर सुरक्षित रहने का संदेश दिया है। नवीन का कहना है कि आज देश ऐसे दुश्मन से लड़ रहा है जिसको कोई देख नहीं सकता है। उसे समझने के लिए आज भी पूरी दुनिया जुटी हुई है। ऐसे में सरकार जो भी दिशा निर्देश दे रही है उनका पालन करें। जब भी घर से बहार निकलें मास्क का प्रयोग करें। जरूरी काम के लिए ही बाहर निकलें। सेनिटाइजर से हाथ धोएं व पर्सनल डस्टिेंसिंग को ध्यान रखें। इसके साथ ही फिट रहने के लिए घर पर ही वर्कआउट करें।
सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ की राज्य कमेटी के निर्णय अनुसार स्वास्थ्य विभाग और हरियाणा सरकार के दिशा निर्देशों की पूर्णतया पालन करते हुए गुरुवार को संघ के जिला प्रधान सुरेंद्र सैनी, जिला सचिव पवन कुमार, राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयबीर सिंह, राज्य उप महासचिव प्रभु सिंह और राज्य उपप्रधान धर्मेंद्र ढांडा ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव महावीर प्रसाद के नाम जिला शिक्षा अधिकारी हिसार को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के बाद संघ के राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयबीर सिंह ने बताया कि कोविड-19 महामारी और लंबे लॉकडाउन के चलते हरियाणा के 70-80 हजार अध्यापक पिछले 45 दिन से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि बार-बार प्रदेश के शिक्षा मंत्री व विभाग के उच्च अधिकारियों से आग्रह करने के बावजूद अध्यापकों को सुरक्षा संबंधी उपकरण जैसे कि पीपीई किट, मास्क, सैनेटाइजर व दस्ताने उपलब्ध नहीं करवाए जा रहे हैं, जिससे अध्यापकों का अपना जीवन ही असुरक्षित हो गया है।
राज्य उप महासचिव प्रभु सिंह ने भी बताया कि अनेक अध्यापकों का कार्यस्थल एवं निवास स्थान अलग-अलग जिलों में है। ऐसे अनेक अध्यापक हैं जिनके निवास स्थान फतेहाबाद, हिसार, भिवानी ,चरखी दादरी, रोहतक आदि में है और उनकी नौकरी गुरुग्राम, नूंह, पलवल, फरीदाबाद में है। संगठन के आवेदन पर ऐसे आदेश भी जारी हो चुके हैं कि जिन अध्यापकों का निवास स्थान दूसरे जिलों में है, उनकी ड्यूटी ना लगाई जाए।
(संजीव सैनी)आपातकालीन सेवाओं के लिए 102,108 नंबर पर दी जाने वाली सेवा पिछले एक सप्ताह से लडख़ड़ा जाने से काफी लोगों को नुकसान झेलना पड़ा है इसी दौरान रानियां क्षेत्र में गत दिवस हुई एक सड़क दुर्घटना में 2 लोगों की जान चली गई।
घटना के समय आपातकालीन सेवा का सहारा लेना चाहा तो कॉल रिसीव न होने के कारण एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पाई। जिसके चलते मैहना खेड़ा के एक व्यक्ति की जान चली गई। दूसरे व्यक्ति की जान अस्पताल में पहुंचने के उपरांत हो गई। घटना के समय प्रत्यक्षदर्शियों में अवतार सिंह, बलवंत सिंह ने आपातकालीन सेवा के लिए फोन किया था लेकिन एक घंटे तक फोन रिसीव ना होने के कारण घायल लोगों को समय पर एंबुलेंस सेवा नहीं मिल पाई। घटना के समय कुछ लोगों ने घायलों को उठाकर नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र खारिया में पहुंचाया जहां पर प्राथमिक उपचार के उपरांत रैफर कर दिया। तब तक देर हो चुकी थी जिसके कारण 2 लोगों की जान चली गई। दो अलग अलग परिवारों से संबंध रखने वाले मृतकों के परिजनों को भारी नुकसान हुआ है जिसकी भरपाई कभी भी नहीं हो सकती।
दोनों व्यक्ति दिहाड़ी मजदूरी करके परिवार का पालन पोषण करने वाले थे जिनके ऊपर दो परिवारों की जिम्मेदारी थी। परिवारजनों में अब कमाने वाला कोई नहीं है घटना के तुरंत बाद एंबुलेंस सेवा समय पर मिली होती तो इन लोगों की जान अवश्य बच जाती।
टेलीफोन सेवा प्रभावित होने से दिक्कत
आपातकालीन सेवा के ऑपरेटर विकास ने बताया कि तेज अंधड़ की वजह से टेलीफोन सेवा प्रभावित हुई है। जिसकी उन्होंने शिकायत भी दर्ज करवाई गई है। चार दिन दूरभाष सेवाएं प्रभावित रही है। अभी कई बार आवाज साफ नहीं आती जिसके कारण लोगों को परेशानी हो रही है।
आपातकालीन सेवा दुरुस्त कर दी जाएगी
इस बारे में दूरभाष विभाग के महाप्रबंधक प्रमोद गोदारा ने बताया कि आपातकालीन सेवा केंद्र के फोन नंबर की शिकायत मिली है जिसे ठीक कर दिया गया है। यदि अब भी कोई समस्या आ रही है तो जांच करके आपातकालीन सेवा दुरुस्त कर दी जाएगी।
जिला प्रशासन की ओर से दुकानों को रोटेशन के हिसाब से खोलने की छूट देने के बाद बाजारों में बढी भीड़ को नियंत्रण करने और सोशल डिस्टेंस बरकरार रखने के लिए अब एक बार फिर दुकान खोलने के शेड्यूल में परिवर्तन किया है। अब दुकानें रोटेशन के हिसाब से नहीं, लेफ्ट राइट साइड के अनुसार खुलेगी। इसके लिए बकायदा दिन तय किए गए हैं।
तीन दिन लेफ्ट साइड और तीन दिन राइट साइड की सभी दुकानें खुलेगी। मेडिकल, पैट्रोल पंप, दुध और दुध से बने पदार्थों वाली दुकानें ही प्रतिदिन खुला करेगी। बाकी सभी दुकानें अब सुबह 9 बजे के बजाए साढे 9 बजे से शाम साढे 4 बजे तक लेफ्ट और राइट साइड के हिसाब से खुलेगी। इसके अलावा कई दुकानों और बाजार का समय भी बदला गया है।
इधर शहर के चारों प्रमुख बाजारों की नाकाबंदी कर दी गई है। ट्रैफिक पुलिस ने बैरिकेट्स लगाकर फोर व्हीलर वाहनों की इंट्री रोक दी है। वाहन इंपाउंड भी कर लिया जाएगा। ट्रैफिक एसएचओ ने बताया कि अतिक्रमण और ट्रैफिक बढने के कारण बाजारों की गलियों में स्पेश कम हो जाता है। कोरोना के प्रभाव में कोई व्यक्ति ना आए इसलिए फोर व्हिलर वाहनों की इंट्री रोकी गई है। फिर भी कोई आएगा तो केस भी दर्ज किया जाएगा।
फास्ट फूड के लिए भी किया समय निर्धारित
अब जिला प्रशासन ने फास्ट फूड, चाट, पकौड़े, पापड़ी, रेहड़ी वालों के लिए भी मार्केट खोलने का प्रावधान कर दिया है। इसके लिए जिला प्रशासन ने समय सीमा निर्धारित कर दी है। नए प्रावधान के अनुसार अब शाम 4 बजे से लेकर साढ़े 6 बजे तक चाट, पापड़ी, गोल गप्पे, स्नेक्स स्टॉल, रेहड़ी वाला अपनी दुकानदारी लगा सकते हैं। जबकि वहां ग्राहकों को बैठाकर खिला नहीं सकेंगे। घर के लिए पैक करके देंगे। इसके अलावा स्वीटस शॉप के लिए सुबह साढे 9 से शाम साढे 4 बजे तक खुलेगी।
भादरा बाजार में सुबह लोडिंग-अनलोडिंग
भादरा बाजार को लेकर भी प्रशासन ने एक बार फिर फेरदबल कर दिया है। अब भादरा बाजार में लोडिंग और अनलोडिंग का काम केवल सुबह के समय 7 बजे से लेकर 9 बजे तक ही दुकानदार कर पाएंगे। इसके बाद लोडिंग-अनलोडिंग नहीं हो पाएगी। केवल मार्केट खुलेगी। शाम साढ़े 4 बजे भादरा बाजार को बंद करना होगा। बता दें कि भादरा बाजार में करियाना संचालकों की थोक की दुकानें हैं। यहां जिला के लगभग सभी करियाना संचालक सामान खरीदने के लिए आते-जाते हैं।
सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं करने वालों पर नप ठोकेगा जुर्माना
जिला प्रशासन ने वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए नया नियम जिले में लागू किया है। अब घर से बाहर निकलने के बाद अगर किसी ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के नियमों का उल्लंघन किया तो उसे पहली बार में 25 रुपये और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। नप के सचिव गुरशरण सिंह ने बताया कि उल्लंघन करने वालोंपर केस दर्ज करके उल्लंघन की गंभीरता के अनुसार आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के साथ-साथ भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 188 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। गुरुवार को नप के सफाई निरीक्षक जोगेंद्र व टीम ,ने शहर के बाजारों का निरीक्षण किया। इस दौरान रोड़ी, सदर, रानियां बाजार, मोहता मार्केट, हिसारिया बाजार की दुकानों पर जाकर सोशल डिस्टेसिंग का निरीक्षण किया। 2 दुकानों पर सोशल डिस्टेंस मैंटेंन नहीं था उनके चालान काटे गए।
सख्ती के बाद चौथे दिन खुले नजर आए बाजार
लाॅकडाउन-3 के चौथे अधिकारियों के एक्शन में आने के बाद बाजार खुले-खुले नजर आने लगे हैं। शहर का सबसे व्यस्तम रोड़ी बाजार में चोपहिया वाहनों की इंट्री बंद होने से स्थिति में सुधार हुआ। केवल दोपहिया वाहनों की ही एंट्री हो रही है। सदर बाजार, हिसारियाबाजार, पुराना सिविल अस्पताल रोड, रानियां बाजार व भादरा बाजार में दुकानों के आगे खड़े बाइकों को भी ट्रैफिक थाना प्रभारी ने हटवा दिया। यातायात थाना प्रभारी ने दुकानों के आगे खड़ी बाइकों के चालान भी काटे और दुकान के आगे अतिक्रमण न करने की भी चेतावनी दी। सिटी व ट्रैफिक थाना प्रभारी बुधवार को बाजारों में उतरे और दुकानों के आगे अतिक्रमण करके रखा सामान को अंदर करवाया। बुधवार को बाजारों में भीड़ कम ही नजर आई।
मोबाइल मार्केट में सोशल डिस्टेंसिंग भी टूटी
मोबाइल मार्केट में भीड़ बढ़ने के कारण जाम की स्थिति भी पैदा हुई। बाजार में ट्रैफिक पुलिस ने जाकर दुकान संचालकों को बाइक गलियों में खड़े करवाने के लिए कहा। इस दौरान चेतावनी की कि अगर किसी भी दुकान के बाहर बाइक खड़ा मिला तो चालान काटा जाएगा। वहीं नपकी टीम ने सोशल डिस्टेंस का पालन न करने वाले दुकानदारों के चालान काटे।
शहर के नाकों पर बाहर से आने वालों की हुई स्क्रीनिंग
लॉकडाउन में बाहर से आने वाले लोगों के स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्क्रीनिंग करने का काम शुरू किया गया है। पिछले कई दिनों से सिरसा में पंजाब व राजस्थान के वाहनों में लोग आ रहे हैं। हालांकि दूसरे प्रांतों से आने वाले वाहनों पर रोक है, इसके बावजूद लोग आ रहे हैं और एक ही बहाना है कि सिरसा में चिकित्सक से दवा लेने आए हैं। लॉकडाउन में बाजारों में ढील देने के बाद शहर में लगे सभी नाके हटा दिए गए थे। इस दौरान बाहर से भी काफी लोगों का शहर में आना जाना शुरू हो गया था। इस पर संज्ञान लेते हुए डीसी ने आदेश कि सिरसा में यदि कोई भी व्यक्ति बाहर से आता है तो पुलिस नाका पर ही उनकी स्क्रीनिंग की जाए। इस आदेश पर आज स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हाउसिंग बोर्ड चौक पर पंजाब की ओर से आने वाले वाहनों में सवार लोगों का नाम-पता दर्ज किया। विस्तार से पूछताछ के बाद उनकी स्क्रीनिंग की गई।
बिजली की लाइन ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़े एक लाइनमैन की बुधवार सायं करंट लगने से मौत हो गई। पिछले सप्ताह में दो-तीन बार आए तेज अंधड़ के कारण विद्युत पोल टूट जाने से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प हो गई थी, जिसके चलते लाइनमैन देशराज(50) विद्युत आपूर्ति को बहाल करने में जुटे हुए थे। बुधवार शाम को वह गांव ममेरां कला क्षेत्र में बिजली लाइन को ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़े हुए थे। इसी दौरान अचानक करंट लगने से वह खंभे से नीचे आ गिरे और गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्हें गंभीर हालत में तुरंत शहर के उपमंडल नागरिक अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उनकी गंभीर अवस्था को देखते हुए सिरसा रैफर कर दिया गया वहां उनकी मौत हो गई। बिजली विभाग के अनुसार बिजली की लाइन बन्द थी, लेकिन जरनेटर, इनवर्टर वगैरह का बेकअप करंट आने से यह हादसा हुआ।
राजस्थान क्षेत्र से आए पिकअप सवार से एक बाइक सवार युवक ने बुधवार रात्रि डेढ़ लाख रुपये छीनकर फरार हो गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान कर उसको काबू किया व छीने गए रुपये बरामद कर कर लिए। पुलिस ने अभियुक्त के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश किया जहां उसे जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि मनीराम पुत्र मुखराम जाट निवासी जैतसर जिला चूरु ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने भतीजे के साथ पिकअप में सवार होकर तेल लेने आए थे। वे बुधवार रात्रि को करीब 10:30 बजे ऐलनाबाद के हरचंद का बास से निकल रहे थे तो एक बाइक सवार से रिलायंस पंप के बारे में पता करना चाहा।
मनीराम के अनुसार जब वह पिकअप से उतरकर बाइक सवार के पास पंप के बारे में पूछने गया तो उसने रास्ता बताने के बहाने बहकाकर उसके हाथ से रुपयों से भरा बैग छीनकर बाइक पर फरार हो गया। बैग में करीब एक लाख 57 हजार रुपये थे। मनीराम ने तुरंत शोर मचा दिया जिससे आसपास के लोग भी घरों से निकलकर आ गए। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई जिसपर पीडित द्वारा बताए गए हुलिए के आधार पर पुलिस ने संदिग्ध व्यक्ति को रात को ही काबू कर लिया।थाना प्रभारी ने बताया कि अभियुक्त की पहचान हरचंद का बास निवासी विनोद कुमार पुत्र राजेंद्र के रूप में हुई जिसको काबू कर छीने गए 1 लाख 57 हजार रुपये बरामद कर लिए गए ।गुरुवार को उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां उसे न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया है।
लॉकडाउन में ढील मिलने के बाद सोशल संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया है और विभाग ने अपनी तैयारियों की एक बार फिर समीक्षा शुरू कर दी है। सिरसा काेविड-19 अस्पताल को दो नये वेंटीलेटर मिल गए हैं। अस्पताल प्रशासन ने वेंटीलेटर लाने के लिए गाड़ी को रवाना कर दिया है और साथ ही एक डॉक्टर को भी ट्रेनिंग पर भेज दिया है।
शहर में भीड़ बढ़ने लगी है और सोशल डिस्टेंसिंग के भी नियमों का पालन नहीं हो पा रहा। ऐसे में संक्रमण फैलने का भय बना हुआ है। संक्रमण फैलने पर मरीजों की बढ़ने वाली संख्या की आशंका के चलते हुए स्वास्थ्य विभाग ने भी अपने स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। इसी के तहत पत्र भेजा गया है। इस पर एक्शन लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सिरसा को दो नये वेंटीलेटर भेजने की मंजूरी दी। मंजूरी मिलने पर गुरुवार कोसिरसा अस्पताल प्रशासन ने गाड़ी भेज दी है।
अभी तक 14 वेंटीलेटर उपलब्ध
नए वेंटीलेटर आने के बाद डॉक्टरों की भी जरूरत पड़ेगी ताकि इसका प्रयोग किया जा सके। इसलिए सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने अस्पताल के एक डॉक्टर को वेंटीलेटर संचालित करने की ट्रेनिंग के लिए भी भेज दिया है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर वेंटीलेटर का प्रयोग करेंगे। सिरसा में इस समय 14 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। दो नये वेंटीलेटर आने पर इनकी संख्या 16 हो जाएगी। उम्मीद है कि गुरुवार देर रात तक वेंटीलेटर सिरसा पहुंच जाएंगे।
पंजाब की ओर से पत्र आने का प्रशासन को इंतजार
हरियाणा सीमा के साथ लगते पंजाब के क्षेत्र किलियांवाली में कोरोना पॉजिटिव का नया केस सामने आया है। प्रोटोकॉल अनुसार जिस क्षेत्र में नया केस मिलता है, उसके पास के एरिया को कंटेनमेंट और बफर जोन घोषित किया जाता हालांकि पंजाब की ओर से औपचारिक पत्र जारी नहीं हुआ।
78 नये सैंपल भेजे, रैपिड किट से जांच 50 लोग
स्वास्थ्य विभाग ने गुरुवार को 78 नये सैंपल जांच के लिए भेजे हैं। अब तक कुल 693 सैंपल भेजे जा चुके हैं। इनमें से 579 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। अब 101 सैंपल की रिपोर्ट का विभाग को इंतजार है। रैपिड किट से भी स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने 50 लोगों की जांच की।
आशंकितों के सैंपल लगातार भेजे जा रहे हैं: सीएमओ
हमें दो नये वेंटीलेटर मिल जाएंगे। एक डॉक्टर को भी वेंटीलेटर संचालन की ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है। आशंकितों की जांच कर रहे हैं और सैंपल भी भेज रहे हैं।'' -डॉ. सुरेंद्र नैन, सिविल सर्जन, सिरसा।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से सब्जी मंडी में लगातार हो रही भीड़ और कई मंडियों में कोरोना पॉजिटिव केस सामने आने के बाद शहर की सब्जी मंडी में भी व्यापारियों के सैंपल लिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 8 व्यापारियों के रेंडमली सैंपल लेकर रिपोर्ट के लिए भेजे गए हैं। साथ ही सब्जी मंडी के व्यापारियों और खरीददारों को सोशल डिस्टेंस कायम करने व स्वास्थ्य जांच और सिंपटम्स के प्रति सचेत किया गया है। इसके लिए पुलिस प्रशासन की ओर से भी सख्ती बढ़ाई गई है। हालांकि सब्जी मंडी की जगह कम होने और भीड़ ज्यादा आने के चलते इसे नई सब्जी मंडी में शिफ्ट किए जाने की जरूरत है।
प्रदेश की झज्जर व दिल्ली में अंतर राज्य आजादपुर मंडी में कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अलसुबह सब्जी मंडी में पहुंचकर रेंडम लिस्ट सैंपल लिए। जिसमें 8 व्यापारियों के सैंपल जांच रिपोर्ट के लिए भेजें हैं। इस बारे में शहर थाना प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि पुलिस प्रशासन की ओर से सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने करने अपील की जा रही है।
सरकार द्वारा आर्थिक गतिविधियों को बढावा देने के उद्ेश्य से तीसरे चरण के लॉकडाउन में औद्योगिक इकाइयों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालन बारे छूट प्रदान की गई है। राज्य सरकार द्वारा लॉकडाउन के दौरान बंद औद्योगिक व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में दोबारा कार्य शुरू करने के लिए सरल पोर्टल के माध्यम से अनुमति प्रदान की जा रही है।
इसमें अब कर्मियों की संख्या को लेकर भी नई गाइडलाइन जारी की है। जिसके तहत लॉकडाउन के पीरियड को दो चरणों में बांटा है। जिसमें पहले सप्ताह के अंदर यानि 4 मई से 11 मई तक 75 प्रतिशत श्रमिकों के साथ काम किया जा सकता है। वहीं 11 मई के बाद 17 मई तक यानि दूसरे वीक में पूरे स्टॉफ को काम पर लगाया जा सकता है यानि 100 प्रतिशत श्रमिकों के साथ उद्योग चलाया जा सकता है। उद्यमियों को कार्य शुरू करने की अनुमति बारे सरल हरियाणा पोर्टल पर ऑनलाइन अप्लाई करना जरूरी है। जिला का कोई भी व्यवसायी या उद्यमी दोबारा से कार्य शुरू करना चाहते हैं, उन्हें सरल हरियाणा डोट जीओवी डोट इन पर आवेदन करना होगा। आवेदन करने के उपरांत संबंधित को तुरंत प्रभाव से ऑटो अपू्रवल प्रदान कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कार्य स्थलों पर कोविड-19 से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों बारे एक मई को नई गाइडलाइन जारी की हैं। सभी व्यवसायियों को अपने प्रतिष्ठानों में इन गाइडलाइन की अनुपालना बारे आवेदन के साथ शपथ पत्र देना होगा।
जिले में अब तक 265 उद्योग और फैक्ट्रियों को मिली परमिशन
जिला में अब तक 265 उद्योग और फैक्ट्रियों को परमिशन मिल चुकी है। इनमें 3500 मजदूर काम कर रहे हैं। जिला उद्योग केंद्र के उप निदेशक गुरप्रताप सिंह ने बताया कि अभी तक कुल 800 के करीब आवेदन आए थे। जिसमें से 265 को मंजूरी मिल चुकी है। 524 के आवेदन दस्तावेज की कमियों के चलते रिजेक्ट हो गए हैं।
कार्य स्थल बारे ये हैं गाइडलाइन :
1.कार्य स्थल पर मॉस्क पहनना अनिवार्य है व मॉस्क आदि की उपलब्धता जरूरी है। 2. कार्यस्थलों पर संबंधित प्रभारी सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना करवाना सुनिश्चित करेंगे।
3. कार्यस्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए शिफ्टों व लंच के समय अंतराल करना अनिवार्य है।
4. कार्यस्थल पर थ्रमल स्कैनिंग, थ्रेटुल हैंड वॉश और सैनिटाइजर रखना जरूरी। 5. कार्यस्थल के उन सभी जगहों जो व्यक्यिों द्वारा संपर्क में आए हों, जैसे दरवाजे, हैंडल आदि को समय-समय पर सेनेटाइज किया जाना अनिवार्य है।
6. सभी के लिए आरोग्य सेतू एप डाउनलोड करना अनिवार्य है। संबंधित प्रबंधक सुनिश्चित करेगा कि उनके अधीन काम करने वाले कर्मचारी आरोग्य सेतू एप डाउनलोड करेंगे। 7. अधिक संख्या वाली बैठकों से बचा जाए। 8 कार्यस्थल के आसपास के अस्पताल / क्लीनिक, जो सीओवीआईडी-19 रोगियों के इलाज के लिए अधिकृत हैं, उनकी सूची उपलब्ध होनी चाहिए, ताकि कोविड-19 के किसी भी लक्षण से जूझ रहे कर्मचारियों को ऐसी सुविधाओं की जांच के लिए तुरंत भेजा जा सके।
रतिया के सामुदायिक केंद्र में क्वारेंटाइन किए गए महाराष्ट्र के नांदेड़ साहिब से आए श्रद्धालुओं में से एक और व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिला है। पॉजिटिव मिले रतिया के ही रहने वाले 37 वर्षीय व्यक्ति की यह दूसरी टेस्टिंग थी। इससे पहले करवाई गई पहली टेस्टिंग में इसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी। संक्रमित व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग ने अग्रोहा मेडिकल रैफर कर दिया है।
इधर भट्टूकलां मॉडल टाउन में बुधवार को एक युवती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद प्रशासन ने यहां कपास मंडी में बनाए गए फसल खरीद केंद्र का स्थान भी बदल दिया है। इसके अलावा मॉडल टाउन में ही स्वास्थ्य विभाग ने कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया है जहां से कंटेनमेंट जोन व बफर जोन में आने वाले सभी घरों की मॉनिटरिंग की जाएगी तथा सर्वे करने वाली सभी टीमें भी यहीं रूकेंगी। इतना ही नहीं कंटेनमेंट जोन में आने वाले सभी 50 घरों में सभी प्रकार की आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई प्रशासन द्वारा की जाएगी। उक्त जोन के लोगों के लिए कंट्रोल रूम का नंबर भी जारी किया है। जिले के लिए राहत की बात यह है कि पॉजिटिव आए अबतक 6 लोग क्वारेंटाइन में थे तथा किसी के भी संपर्क में नहीं आए हैं।
नांदेड़ से आए व्यक्ति की वीरवार को रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिले में अब कुल 6 एक्टिव केस हो गए हैं। बता दें कि इससे पहले रतिया में ही नांदेड़ साहिब से आए तीन महिला व एक पुरूष की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी। जबकि बुधवार को भट्टूकलां मॉडल टाउन में दिल्ली से आई युवती कोरोना संक्रमित पाई गई थी।
मुख्य मंडी में शुरू करवाई खरीद
कोरोना पॉजिटिव केस मिलने से पहले मॉडल टाउन कपास मंडी में सरसों व चने की सरकारी खरीद होती थी। अब इन फसलों की खरीद मुख्य अनाज मंडी में ही होगी। गुरुवार को प्रशासन ने अनाज मंडी में ही सरसों व चने की सरकारी खरीद की व्यवस्था कर दी है।
इस नंबर 9416415948 पर बताएं समस्या
कंटेनमेंट जोन बनाई गई 50 घरों के लोगों को यदि किसी भी प्रकार की समस्या या जरूरत है तो वे 9416415948 इस नंबर पर फोन कर सकते हैं। जिला प्रशासन समस्या का समाधान करेगा। इसके अलावा कंटेनमेंट जोन के अंतर्गत आने वाले घरों में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई की जाएगी।
कोरोना वैश्विक महामारी के चलते विश्व के कई देशों में संकट की स्थित बनी हुई। इसी के चलते 22 देशों में रह रहे जिले के 115 लोग विदेश से जल्द ही जिले में वापिस आएंगे। उक्त सभी 115 लोगों ने जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए नंबरों पर फोन कर घर वापिस आने की इच्छा जाहिर की थी।
विदेश से आने वाले इन सभी 115 लोगों को जिला प्रशासन रोडवेज बसों में गुरुग्राम से लेकर आएगा तथा यहां होटलों में इनके क्वारिन्टाइन की व्यवस्था की जाएगी। इन लोगों के आने के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सभी की स्क्रीनिंग करेगा तथा इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन किया जाएगा। इस संबंध में सरकार ने जिला प्रशासन को पत्र जारी की विदेश से आने वाले नागरिकों के रहने आदि की व्यवस्था करने को कहा है। जैसे ही विदेशों से कोई फ्लाइट आएगी जिला प्रशासन को सूचना मिलने के बाद यहां से बसें भेजी जाएंगी। विदेश से वापिस आने वाले इन लोगों को वापिस लाने तथा इनके रहने की व्यवस्था करने के लिए डीसी रवि प्रकाश गुप्ता ने
जिला राजस्व अधिकारी राजेश ख्यालिया को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
धर्मशाला की बजाय, होटल में किया जाएगा क्वारेंटाइन
विदेश से आने वाले सभी 115 लोग अलग-अलग समय पर आएंगे। इन सभी को जिला प्रशासन होटल में क्वारेंटाइन करेगा। यहां बता दें कि इससे पहले जिले में दूसरे राज्यों से आए हुए लोगों को क्वारेंटाइन करने के लिए जिला प्रशासन ने उपमंडल स्तर पर धर्मशालाओं को क्वारेंटाइन होम बनाया हुआ है जहां संदिग्धों को 14दिन तक रखा जाता है। लेकिन विदेश से आने वाले सभी लोगों के लिए विशेष तौर पर होटल बुक करवाए जाएंगे।
उक्त 115 ऐसे नागरिक हैं जिन्होंने जिला प्रशासन को फोन कर सूचना दी थी कि वे भारत वापिस आना चाहते हैं। अधिकारियों के अनुसार काफी लोग ऐेसे में भी हैं जो फोन नहीं कर पाए थे। ऐसे लोगों की सूची केंद्र सरकार की तरफ से जिला प्रशासन के पास आएगी। ऐसे में संभावना है कि जिलें में उक्त 115 के अलावा ओर भी कई नागरिक वापिस आएंगे।
रोडवेज ने डिपो में बुलाए 30 फीसदी कर्मचारी
विदेश से जिले के नागरिकों के आने की सूचना के बाद रोडवेज मुख्यालय ने भी जिला रोडवेज को डिपो के 30 फीसदी कर्मचारियों को राेजाना ड्यूटी पर आने के आदेश दिए हैं।
रोडवेज जीएम आरएस पूनियां ने बताया कि जिला प्रशासन को किसी भी समय रोडवेज की बसों की जरूरत पड़ सकती है। ऐसे में मुख्यालय के आदेशों पर राेजाना 70 चालकों व इतने ही परिचालकों को बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बसें भी तैयार रखी गई हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पषट किया की अबतक जिला प्रशासन ने बसों की मांग नहीं की है।
कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए हर कोई अपना सहयोग कर रहे हैं और हर प्रकार से मदद में लगे हुए हैं। इसी कड़ी में आईटीआई भी मास्क तैयार कर अपनी भूमिका निभा रहा है। जिला की सभी राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के अनुदेशक मास्क तैयार करने में जुटे हैं। अब तक 11 हजार से अधिक मास्क तैयार किए जा चुके हैं। राजकीय आईटीआई सिरसा के प्रधानाचार्य एवं नोडल अधिकारी लाल चंद रिवाड़िया ने बताया कि आईटीआई में तैयार मास्क काफी उच्च गुणवत्ता के हैं। उन्होंने बताया कि जिला की सभी आईटीआई में अनुदेशकों द्वारा अब तक 11024 मास्क बनाए गए हैं, जिनमें सिरसा आईटीआई द्वारा 2260, चौटाला आईटीआई द्वारा 1290, रानियां आईटीआई द्वारा 1420 तथा महिला आईटीआई सिरसा द्वारा 6054 मास्क बनाए जा चुके हैं। जिसमें से अब तक 400 मास्क बेचे जा चुके हैं। विभाग द्वारा एक मास्क की कीमत 10 रुपये निर्धारित की गई है।
युवा क्लब लक्ष्य ने बांटा राशन
युवा क्लब लक्ष्य 2020 खैरेकां क्लब की ओर से गरीब का मुख गुरु की गुलक मुहिम के तहत जरूरतमंदों में राशन वितरित किया जा रहा है। ऑल युवा क्लब एसोसिएशन सिरसा, नेहरु युवा केंद्र सिरसा व निफा संस्था के सहयोग से आयोजित इस मुहिम के तहत अब तक सैंकड़ों लोगों को राशन दिया जा चुका है। इस सिलसिले में खैरेेकां क्लब के प्रधान लवप्रीत खैरेकां ने बताया कि सिरसा, रानियां व गांव खैरेकां में 160 जरुरतमंद परिवारों को राशन दिया गया है। अन्न सेवा सबसे बड़ी सेवा है और इस सेवा में हर व्यक्ति को आगे आना चाहिए। इस पुनीत कार्य में सुशील बिश्नोई, लवप्रीत खैरेकां, नवजोत रंधावा, राजेश बलजोत, पवन बिश्नोई, अजय कम्बोज, सन्दीप राय, शुभम कम्बोज, नोविल कम्बोज, सुभाष भाटिया, विनोद बिश्नोई, संदीप गुच्छा, इंद्राज माही, विपिन का महत्त्वपूर्ण सहयोग है
(जगसीर शर्मा)जिले में बरसात से लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आई गेहूं के दाम में अब कटौती की जाएगी। मंडियों में जांच के बाद जिस गेहूं में 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस होगा, उस किसान को 4 रुपये 81 पैसे प्रति क्विंटल की चपत लगने वाली है। पिछले दिनों जिला की कुछ मंडियों में लस्टर लॉस की शिकायत आई थी, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लेते हुए खरीद एजेंसी प्रबंधकों को निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस वाली गेहूं को निर्धारित सरकारी दाम पर खरीदा जाएगा।
पिछले तीन सप्ताह से अचानक बेमौसमी बरसात ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। कटाई सीजन के दौरान खड़ी गेहूं की फसलें बारिश की चपेट में आई थी। जिससे कुछ इलाकों में गेहूं लस्टर लॉस की श्रेणी में आने से किसानों को परेशानी आने लगी हैं। मंडियों में किसानों की गेहूं को खरीद एजेंसियां रिजेक्ट कर देती थी। जिसके बाद लस्टर लॉस गेहूं की सैंपलिंग करवाई गई, तो सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस गेहूं को 4 रुपये 80 पैसे प्रति क्विंटल कटौती से खरीदने के निर्देश खरीद एजेंसियों को दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस पाया जाता है, तो किसान को गेहूं का पूरा दाम खरीद एजेंसी को देना होगा।
अधिकारियों की लापरवाही से अटकी किसानों की पेमेंट
जिले में 25 दिनों में 54 लाख 15 हजार 736 क्विंटल गेहूं खरीदी है, जबकि मंडियों में 24 लाख 14 हजार 809 क्विंटल उठान पेंडिंग है। वहीं पिछले दिनों खरीद एजेंसियों की लापरवाही से 20 लाख क्विंटल गेहूं खुले आसमान तले बरसात में भीग गया था। उन गेहूं की बोरियों को मजदूर सुखाने में जुटे हैं, लेकिन नमी की मात्रा ज्यादा होने से स्टोरेज में दिक्कतें बरकरार हैं। जिसके चलते लोडिंग गाड़ियां वापस लौटाई जाती हैं। जिससे मंडियों से उठान में देरी किसानों की मुश्किलें बढ़ाएगी। उधर दी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान हरदीप सरकारिया ने गेहूं स्टोरेज के दौरान गोदामों में सरेआम रिश्वतखोरी चलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो पैसा देता है उसकी गाड़ियां बिना चेकिंग के अनलोड की जाती हैं। जबकि जो रिश्वत नहीं देता उसकी गाड़ियों में कुछ बोरियां नमी ज्यादा बता वापस लौटा दी जाती हैं। इसके अलावा अधिकारियों की लापरवाही से किसानों की पेमेंट समयानुसार नहीं मिल पाती है। सरकारिया ने बताया कि 5 मई को उनके किसानों की पेमेंट आनी थी, लेकिन तीन दिनों बाद उसके खाते में किसानों का पैसा नहीं आया है। जोकि अधिकारियों ने प्राइवेट बैंकों में खाते खुलवाए हैं और वह पेमेंट का ब्याज खाने के लिए आढ़तियों को देरी से किसानों की पेमेंट करते हैं।
गेहूं बेचने के इंतजार में हैं 50 हजार से ज्यादा किसान
जिले में 3 लाख 2 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती है। सालाना सवा करोड़ क्विंटल से ज्यादा गेहूं की आवक होती है। वर्ष 2019 में गेहूं खरीद का यह आंकड़ा 1 करोड़ 24 लाख 22 हजार क्विंटल तक पहुंचा था। 7 मई तक 1 करोड़ 10 लाख क्विंटल गेहूं की खरीद हो चुकी थी। लेकिन इस बार सिर्फ 54 लाख क्विंटल गेहूं खरीद हो पाई है। कोरोना संक्रमण से बचाव के चलते मंडियों में गेहूं की 40 प्रतिशत आवक भी नहीं हो पाई है। जिससे 50 हजार से ज्यादा किसानों को अपनी गेहूं फसल बेचने का इंतजार है।
कटौती के साथ खरीदी जाएगी लस्टर लॉस गेहूं
गेहूं में लस्टर लॉस यानि चमक रहित दाने की श्रेणी में आए अनाज को पहले खरीदा नहीं जाता था, लेकिन अब सरकार ने 10 से 30 फीसदी लस्टर लॉस वाली गेहूं को 4 रुपये 81 पैसे कटौती के साथ किसानों से खरीदने के निर्देश दिए हैं। जबकि 10 प्रतिशत से कम लस्टर लॉस की गेहूं पूरे दाम में खरीदी जाएगी।'' - प्रदीप कुमार, मैनेजर एफसीआई, सिरसा।
दक्षिणी हरियाणा विद्युत वितरण निगम की ओर से डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान का विकल्प मुहैया करवाया है। निगम की ओर से उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए क्यूआर कोड जारी किया है, जिसे निगम के सभी सब डिविजन और कलेक्शन सेंटर पर उपलब्ध करवाया जाएगा। बिजली उपभोक्ता अपने मोबाइल फोन से क्यूआर कोड को स्कैन करके बिजली का भुगतान कर सकेंगे।
इसके लिए उपभोक्ता को निगम के क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, इसके पश्चात अपनी डिटेल डालनी होगी। इसके बाद भुगतान का विकल्प चुनना होगा। इसके बाद बेहद आसानी से बिजली का बिल अदा हो जाएगा। डिजिटल भुगतान की इस प्रणाली से एक तो करंसी का लेनदेन नहीं होगा।
दूसरे कोरोना संक्रमण के फैलने की भी आशंका नहीं रहेगी। इसके साथ ही उपभोक्ता को खुले पैसे की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। जितना बिजली का बिल होगा, उतनी ही राशि वह अदा कर सकेगा।
बिजली विभाग रानियां के एसडीओ ने सरकारी कार्य में बाधा डालने व सरकारी संपति के चुराए जाने को लेकर पुलिस थाना में एक शिकायत दर्ज करवाई है। जिसमें रानियां के एक व्यक्ति द्वारा सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने व बिजली के पॉल चोरी किए जाने का मामला दर्ज किया गया है। इस बारे में थाना प्रभारी साधुराम ने बताया कि बिजली विभाग के एसडीओ सतीश कुमार ने लिखित में शिकायत देते हुए बताया कि रानियां के सोनू नामक व्यक्ति ने विभाग के कनिष्ठ अभियंता धर्मवीर को ड्यूटी के दौरान दो बार बाधा डाली व बिजली के 2 पोल भी चुरा ले गए।
एसडीओ ने बताया कि सोनू का टयूबवेल कनेक्शन शहरी फीडर पर चल रहा था जिसे हटाकर एग्रीकल्चर फीडर पर किया जा रहा था। इस दौरान सोनू ने सरकारी कार्य में दो बार बाधा डाली जिसके उपरांत उन्होंने लिखित में पुलिस थाना रानियां में शिकायत दर्ज करवाई है । जिसके आधार पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर के आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 9 को फोरलाइन बने हुए लगभग डेढ़ वर्ष हो चुका है लेकिन ओढ़ा में अभी तक 30 प्रतिशत सर्विस लाइन बनना बाकी है। जो बनी हुई है उसका लेवल बहुत ऊंचा नीचा है। जिस कारण थोड़ी सी बरसात होने पर भी कई दिनों तक पानी दुकानों के सामने खड़ा रहता है।
पानी की समस्या को देखते हुए मोंगा ट्रेडिंग कंपनी, पवन ट्रेडिंग कंपनी व अन्य का काम धंधा प्रभावित हो गया है। इसलिए वे अन्य जगह पर शिफ्ट हो गए हैं। दो धर्मकांटों का काम ठप्प होने के कारण वे सारा दिन बिल्कुल खाली बैठे रहते है। तीन दिन पहले हुई बरसात में जो अनाज मंडी में गेहूं भीगने से नुकसान हुआ उसका मुख्य कारण पानी की निकासी का ना होना था। क्योंकि हाईवे की ओर से पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं है । सर्विस लाइन के दोनों ओर नाले हमेशा भरे रहते हैं।
थोड़ी सी बरसात आने पर ही पूरी सड़के पानी से लबालब भर जाती है। जो प्रत्येक आने जाने वालों के लिए परेशानी का सबब बनती है। लोगों की मांग है कि सर्विस लाइन व नाले का काम शीघ्र पूरा किया जाए। इस संबंध में कंपनी के एसडीओ ज्ञानचंद गर्ग से बात किए जाने पर उन्होंने बताया कि 17 मई के बाद लॉक डाउन खुलते ही मजदूर मिलना शुरू हो जाएंगे व सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा और नाले की सफाई करवा कर पानी निकासी का भी उचित प्रबंध किया जाएगा।
कोविड-19 के चलते केंद्र सरकार द्वारा किए गए लॉकडाउन का सख्ती से पालन किए जाने की हिदायतों के अनुसार रानियां शहर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। ऐसे कई वाहन भी पकड़ में आ रहे हैं जिनकी गाड़ी के शीशे पर कंप्यूटर से प्रिंट किए हुए फर्जी पास चिपके हुए है और वे अपना धंधा कर रहे हैं।
रानियां के गोविंदपुरा पुलिस नाके पर तैनात ड्यूटी मजिस्ट्रेट प्राे गोपाल सिंह ने बताया कि रानियां शहर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है। जिन वाहनों के शीशे पर पास चिपके हुए हैं उनकी जांच करने के उपरांत पाया गया कि कई वाहन चालक फर्जी पास लगाकर अपना धंधा कर रहे हैं। प्रशासन के नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों को रानियां में प्रवेश करने की बजाय वापस भेज दिया और 8 लोगों के फर्जी पास फाड़कर चेतावनी देते हुए वापस भेज दिया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट गोपाल सिंह ने बताया कि प्रशासन के नियमों की अवहेलना करने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
चालकों को जारी किया जाए फिटनेस प्रमाण पत्र : दूसरे राज्यों से आने वाले वाहन चालकों ने बताया कि वे खाद्य सामग्री लेकर कई शहरों में जाते हैं और हर जगह मेडिकल जांच करवाई जाती है जबकि एक बार मेडिकल जांच होने के उपरांत प्रमाण पत्र जारी किया जाए जिसके कारण उन्हें हर जगह पर जांच करवानी पड़ रही है।
उन्होंने बताया कि एक अधिकारी द्वारा जांच करके समय अवधि का प्रमाण पत्र जारी किया जाए ताकि उन्हें हर शहर में चैकअप न करवाना पड़े जिसके कारण उन्हें व अधिकारियों को बार बार परेशानी का सामना ना करना पड़े।
श्रमिकों को कटिहार तक ले जाने के लिए कैंट रेलवे स्टेशन से वीरवार को चलाई गई श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन तय समय से डेढ़ घंटा लेट चलीं। ट्रेन चलाने के लिए शाम 4 बजे का समय निर्धारित था, लेकिन ट्रेन शाम करीब साढ़े 6 बजे रवाना हुई।
रेलवे स्टेशन पर श्रमिक यात्रियों के दस्तावेजों की पड़ताल व अन्य कार्य के चलते विलंब हुआ। ट्रेन अम्बाला कैंट से कटिहार तक 1445 किमी. का सफर 24 घंटे में तय करेगी। रेलवे स्टेशन पर अन्य श्रमिक ट्रेनों में जाने के लिए न उमड़े इसलिए रेलवे द्वारा सुबह से ही रेलवे स्टेशन व परिसर को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। एसपी अभिषेक जोरवाल के अलावा आरपीएफ कमांडेंट चोक्का रघुबीर सहित कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। सुबह से ही अलग-अलग जिलों से बसें रेलवे स्टेशन पर श्रमिक यात्रियों को लेकर पहुंचने लगी थी। इंक्वायरी काउंटर के बाहर ही मुख्य काउंटर पर श्रमिकों के कार्ड चेक किए गए। इस दौरान उन्हें पानी की बोतल व खाने के पैकेट भी दिए जा रहे थे। श्रमिकों की थर्मल स्कैनिंग के बाद एक नंबर अलॉट किया जा रहा था।
मुरादाबाद तक अम्बाला का स्टाफ ले जाएगा ट्रेन
श्रमिक स्पेशल एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन अम्बाला कैंट रेलवे स्टेशन का रनिंग स्टाफ मुरादाबाद रेलवे स्टेशन तक करेगा। ट्रेन के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गार्ड व आरपीएफ स्टाफ की ड्यूटी मुरादाबाद स्टेशन पर ऑफ होगी। ट्रेन का बीच मार्ग में 6 रेलवे स्टेशनों पर केवल टेक्निकल हॉल्ट होगा। इस दौरान किसी भी यात्री को ट्रेन से उतरने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वीरवार को एसडीएम अदिति व डीएसपी अमित भाटिया ने नारायणगढ़ एवं शहजादपुर के बाजार का दौरा किया। बाजार में बायीं ओर तथा दांयीं ओर की दुकानें यानि वैकल्पिक दिवस (अलटरनेट-डे) के तहत दुकानें खोलने की व्यवस्था का जायजा लिया। एसडीएम, डीएसपी ने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों के साथ बाजार में पैदल चलकर यह देखा कि क्या बाजार में व्यवस्था अनुसार ही दुकानें खुली हैं। खरीदारी करने आये लोग व दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं।
दुकानदारों ने सेनिटाइजर एवं हैंड वाशिंग की सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। मास्क पहने या नहीं। निरीक्षण के उपरांत एसडीएम अदिति व डीएसपी अमित भाटिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि निरीक्षण के दौरान व्यवस्थाओं को ठीक पाया गया है। अधिकतर लोगों ने मास्क लगाया हुआ था, जिन एक-दो लोगों ने मास्क नहीं लगाया हुआ था। उन्हें मास्क दिया गया और बताया गया कि घर से बाहर निकले तो मास्क अवश्य लगाएं। नारायणगढ़ तथा शहजादपुर कस्बा में स्थित बाजार में बायीं ओर (लेफ्ट साइड) की दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगी। इसी प्रकार दाहिने ओर (राइट साइड) की दुकानें मंगलवार, वीरवार और शनिवार को खुलेंगी। यानि वैकल्पिक दिवस (अलटरनेट-डे) के तहत दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है।
करनाल के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में ऊपर से कूदने से दूसरी मौत हो गई। मेडिसिनविभाग में दाखिल एक व्यक्ति की चौथी मंजिल से कूद गया।उसका लीवर डैमेज था और चार दिन से अस्पताल में दाखिल था। बुधवार को इसकी रिपोर्ट कोरोना निगेटिव भी आ गई थी। उसको समझा दिया गया था।
वह शराब का आदी था। बुधवार को चौथी मंजिल से कूद गया,इससे गंभीर रूप से घायल हो गया। गुरुवार अलसुबह 4बजे सदर बाजार वासी रूबल (40) की मौत हो गई। परिवार के लोगों ने बताया कि वह शराब का आदी था और पिछले 12 साल से ज्यादा शराब पी रहाथा। सिविल लाइन थाना पुलिस ने कार्रवाई करके शव परिजनों को सौप दिया है।
इस घटना के बादअब मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने खिड़कियों पर ग्रिल लगाने का काम शुरू कर दिया है।करनाल में इस तरह मेडिकल कॉलेज की खिड़की से कूदने का दूसरा मामला है। इससे पहले भी एक कोरोना आशंकितआइसोलेशन वार्ड में से भागने की कोशिश कर रहा शख्स कूदा था, जिससे उसकी मौत हो गई थी।