तकनीकी शिक्षण संस्थानों में इस बार होने वाले एडमिशन पिछले सत्र के मुकाबले एक महीना आगे तक बढ़ेंगे। एआईसीटीई ने एक्सटेंशन ऑफ अप्रूवल को लेकर गाइडलाइन जारी की है। इसके हिसाब से नए कोर्स की अप्रूवल के लिए अंतिम तारीख 15 जून रखी है जोकि पहले 30 अप्रैल निर्धारित की गई थी। एक्सपर्ट ने बताया कि इसमें नई प्रवेश प्रक्रिया को लेकर जिक्र किया गया है। इसके हिसाब से वर्ष 2020-21 के लिए होने वाले एडमिशन अगस्त तक किए जाएंगे, जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक महीना ज्यादा है। इस बार नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत सितंबर से होगी।
1 सितंबर से नया सत्र शुरू होगा
सर्कुलर के मुताबिक शिक्षण संस्थानों में 1 सितंबर से नया सत्र शुरू होगा, जोकि पहले 1 अगस्त से होना था। इस तरह नए शैक्षणिक सत्र में पूरे 1 महीने का अंतर आ गया है।
ऐसे समझें अंतर : एक्सटेंशन ऑफ अप्रूवल में जो नई तारीख में बताई गई है, उसके मुताबिक पहले राउंड की काउंसिलिंग 15 अगस्त से पहले पूरी करनी होगी। इसी तरह दूसरे राउंड की काउंसिलिंग 25 अगस्त से पहले पूरी करनी होगी। इसके अलावा जो खाली सीट रह जाएंगी, उन पर 31 अगस्त तक प्रवेश दिए जा सकेंगे। इस तरह पिछले साल के मुकाबले इस बार काउंसिलिंग एक महीना अधिक चलेगी।
महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए ग्राम पंचायत गढ़ी ने मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 21 लाख की राशि दी है। राशि का चेक पंचायत की ओर से भाजपा विधायक विनोद भयाना को प्रदान किया गया। इस राशि के साथ ही हांसी हलके से रिलीफ फंड के लिए आई राशि बढ़कर 51 लाख हो गई है। हांसी हलके का प्रतिनिधि होने के नाते भाजपा विधायक विनोद भयाना पूरी राशि के चेक मुख्यमंत्री मनोहर लाल को प्रदान करेंगे। विधायक भयाना ने बताया कि रिलीफ फंड के लिए हांसी हलके से कुल 30 पंचायतें अपनी तरफ से राशि जमा करा चुकी हैं। महामारी के दौर में पंचायतों की ओर से दी जा रही राशि एक सराहनीय कदम है। उन्होंने कहा कि पंचायतों ने रिलीफ फंड में राशि देकर यह साबित कर दिया है कि संकट की घड़ी में सब लोग एकजुट हैं और महामारी से निपटने के लिए कटिबद्ध हैं।
लाॅकडाउन के दाैरान काेराेना याेद्धा जहां प्रतिदिन घर से दूर रहकर ड्यूटी कर रहे हैं, वहीं बीड़ गांव के पेंटर हरीश चंद्रा योद्धाओं का हौसला बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। हरीश अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर शहर में विभिन्न स्थानाें पर अपने खर्च पर काेराेना योद्धाओं की वाॅल पेंटिंग बनाकर लाेगाें काे उनका सम्मान करने का संदेश दे रहे हैं। सुबह सात बजे ही हरीश पंेटिंग बनाने के लिए निकल पड़ते हैं। मंगलवार काे हरीश ने कैंप चाैक पर करीब 40 फीट लंबी वाॅल पंेटिंग बनाई। जिसमें करीब तीन हजार का खर्च आया। हरीश चंद्रा ने बताया कि मूलरूप से वह राजस्थान के चुरु के हैं। मगर पिछले करीब तीस साल से बीड में रहते हैं।
परिवार करता है सहयाेग हरीश ने बताया कि परिवार में पत्नी मदनावत के अलावा बेटी पूजा, सरस्वती, बेटा विद्यासागर है। पेंटिंग बनवाने काे उसका उत्साहवर्धन करते हैं।
कोरोना की आपदा के दौरान कुछ ऐसे भी महिलाएं हैं जो घर के अंदर रहकर अपनी और परिवार की सुरक्षा के साथ-साथ अपने नैतिक कर्तव्य को भी निभा रही हैं। सद्भावना संस्था की महिला विंग की 110 सदस्यों ने अपने घरों में काम करने वाली 82 मेड को 45 दिन बिना काम किए एडवांस सैलरी देने के साथ ही एक महीने का राशन भी दिया। राशन में चीनी, चावल, तेल, आटा, मसाले और सब्जियां शामिल थीं। राशन का इंतजाम सद्भावना संस्था के चेयरमेन डॉ. मनोज सोनी, पार्षद अमित ग्रोवर, दर्शना सिंगल, दीपक जैन और महेंद्र भयाना ने मिलकर किया। इसके साथ ही सद्भावना संस्था की युवा विंग व सीनियर सिटीजन विंग ने हिसार में रहने वाले 75 ऑटो चालकों, सेक्टरों में प्रेस का काम करने वाले प्रवासी परिवारों सहित शिव कॉलोनी, सूर्य नगर, पटेल नगर, आज़ाद नगर, कैमरी रोड, डोगरान बाजार, विजय नगर सहित अन्य क्षेत्रों में भी राशन पहुंचाया है।
इन सदस्याें ने दिया मानवता का परिचय
संस्था की सदस्य डॉ. परवीन खुराना, रेजी, डॉ. शिखा गांधी, निशा गोयल, विनीता जैन, दर्शना सिंगल, बबिता दीक्षित, चन्द्र छाबड़ा, मनीषा चावला, ज्योति सिक्का, सुनीता गिरधर, शकुंतला रहेजा, कोमल राठोड, शशि शर्मा, दर्शन शर्मा, रेणु शर्मा, राज ठकराल, कृष्णा अग्रवाल, गोल्डी गाबा, अमरजीत कौर, शालिनी अग्रवाल, मंजू तनेजा, शशि गिरधर, बिमला जैन, डिम्पल कालड़ा, डाॅ. ज्योति, स्वीटी गेरा, सुमन बतरा आरती शर्मा, शशि नारंग ने अग्रणीय भूमिका निभाई।
प्रवासी महिलाओं के दर्द और जरूरत काे समझ की सहायता
सद्भावना संस्था के अध्यक्ष अमित ग्रोवर ने बताया कि घरों में सफाई करने वाली ये महिलाएं सेक्टर-16-17 की झुग्गियों, प्रेम कॉलोनी, पटेल नगर व अन्य क्षेत्रों से आती हैं। इनमें करीब 82 ऐसी महिलाएं थीं जो घरों में सफाई करके अपनी जीविका चलाती हैं ये महिलाएं बिहार, मध्यप्रदेश, यूपी की है जो लंबे समय से हिसार में अपने परिवार के साथ है। इसके अलावा स्थानीय पटेल नगर व आसपास के क्षेत्र की महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सद्भावना संस्था के नाम के अनुरूप इन महिलाओं ने प्रवासी महिलाओं के दर्द और जरूरत को समझा क्याेंकि ये वाे महिलाएं हैं जिनके पास आजीविका चलाने का कोई दूसरा रास्ता नहीं है इस आपात स्थिति में उनकी मदद करते हुए इन सभी महिलाओं ने अपना नैतिक फर्ज निभाया।
मॉडल टाउन स्थित संतोषी माता मंदिर के पदाधिकारियों को कोरोना संकट में जरूरतमंदों की मदद के लिए किए गए कार्यों के लिए हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा ने सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि संतोषी माता मंदिर के पदाधिकारियों ने जिस प्रकार मानवता की मदद के लिए अपने हाथ बढ़ाए उसकी जितनी सराहना की जाए, उतनी कम है। डिप्टी स्पीकर ने सभी पदाधिकारियों काे पटका पहनाकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में मंदिर द्वारा बेरोजगारों, श्रमिकों, रोगियों, उनके परिजनों व पुलिस नाकों तक भोजन, दलिया, दूध व चाय-काफी पहुंचाकर जनसेवा की जा रही है। इस अवसर पर हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा, मंदिर के प्रधान एनसी अग्रवाल, संयोजक राजमल काजल, कमल गोयल, रमेश चुघ, लोकनाथ सिंघल, सुभाष बंसल, मुकेश गर्ग, राजेंद्र नांगरू, अनिल मेहता, मुकेश ठसका, दिनेश शर्मा, जयप्रकाश जेपी, रवि कुमार, सुशील कुमार बुडाकिया, धर्मबीर काजल, केएस सरदाना, एडवोकेट राघव काजल, अरुण अग्रवाल, रवि कुमार, राधेश्याम, पतराम, दिनेश, रतन गोयल और कमल गोयल सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
महाराजा मेडिकल कॉलेज अग्रोहा के नोडल अधिकारी एवं डीएमएस डाॅ. राजीव चौहान ने बताया कि मंगलवार को कोविड हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में पांच पॉजिटिव मरीजों सहित केवल 10 मरीज भर्ती थे। जिनमें तीन मरीजों के सैंपल भेजे गए थे। जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आ गई है। बुधवार को आईसोलेशन वार्ड में फतेहाबाद से एक नया पॉजिटिव मरीज भर्ती हुआ है। जिसके चलते आईसोलेशन वार्ड में 6 पॉजिटिव मरीजों सहित 21 लोग भर्ती हो गए हैं। पांच लोगों की निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।
10 लोगों के सैंपल गुरुवार को लिए जाएंगे। मेडिकल के डीएमएस डाॅ. संदीप राणा के
नेतृत्व में सीएमओ डाॅ. राकेश शर्मा, डाॅ. राहुल गौतम,डाॅ. कवलपाल सिंह, डाॅ. अबूब खान, संदीप पातड़, नर्सिंग ऑॅफिसर सोनम, वार्ड ब्वॉय सुभाष भांभू के नेतृत्व में पूरी टीम मरीजों के उपचार में लगी हुई है।
इधर, सिवानी मंडी में पेट्रोल पंपों पर कर्मचारियों का स्वास्थ्य जांचा
कोरोना के चलते स्वास्थ्य विभाग टीम का स्वास्थ्य जांच अभियान जारी है। बुधवार को टीम में शामिल सदस्यों ने शहर के अलावा बड़वा, किकराल, गुरेरा और नलोई स्थित पेट्रोल पंपों पर जाकर वहां कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच की और उन्हें महामारी से बचाव के लिए आवश्यक सुझाव भी दिए। टीम में शामिल डॉ. रिसाल सिंह श्योराण ने बताया कि कुल 60 लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई है। अभी तक इलाके में टीम को कोई भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। इस दौरान फार्मासिस्ट दयानंद मुआल, कृष्ण कुमार, सीमा कुमारी और सुमित्रा रानी भी साथ मौजूद थी।
धान्सू के युवक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही भैरी अकबरपुर गांव की एक युवती की संदिग्ध मौत के मामले में उकलाना पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस इस मामले में गहनता से जांच कर रही है। इसके साथ ही धान्सू निवासी युवक राकेश ने बुधवार को पूरे मामले की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए एसपी कार्यालय हिसार में भी शिकायत दी है।
गौरतलब है कि दो दिन पूर्व धासू के राकेश ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि भैरी अकबरपुर की युवती पिछले कुछ दिन से उसके साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। उसने आरोप लगाया कि युवती का नाते में ताऊ लगने वाला एक व्यक्ति उसे 3 मई काे हिसार से गांव ले गया था। उसकी युवती के साथ 4 मई शाम करीब साढ़े तीन बजे तक बात हो रही थी। इसके बाद अचानक युवती का फोन बंद आने लगा। इसके बाद उसने युवती के पिता को फोन कर उससे बात करवाने की बात कही तो उसने फोन उठाने बंद कर दिए। राकेश को किसी अनहोनी की आशंका हुई उसने अपने स्तर पर पड़ताल की ताे पता चला कि युवती की मौत हो चुकी है।
तीन साल पहले हुई थी मुलाकात
राकेश ने बताया युवती के साथ उसकी मुलाकात करीब 3 साल पहले हुई थी। उनकी दोस्ती को लेकर युवती के भाई ने उसे कई बार धमकी भी दी थी। इसके बाद 13 अप्रैल को युवती ने हिसार आकर उसके पास फोन किया था और घर न जाकर उसके साथ रहने की इच्छा जताई थी। इसके साथ ही दोनों ने सदर थाना हिसार में जाकर लिव इन रिलेशनशिप का सर्टिफिकेट जमा करवा दिया और साथ रहने लगे।
20 दिन पहले हांसी की संस्था ने कराया था पंचायती समझाैता
हांसी की एक संस्था के माध्यम से दोनों परिवारों के बीच पंचायती तौर पर बातचीत हुई थी। इस दौरान युवती के पिता ने बताया था कि उसे अपनी बड़ी बेटी और बेटे की शादी करनी है इसलिए वे युवती को कुछ दिन के लिए साथ ले जाना चाहते हैं। इसके बाद युवती हिसार के एक पीजी में रहने लगी जिसे रविवार को नाते में ताऊ लगने वाला एक व्यक्ति भेरी अकबरपुर ले गया था। दूसरे दिन परिवार के लोगों ने बताया कि युवती की करंट से मौत हो गई और उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। राकेश का अाराेप है युवती के परिजनों ने उसकी हत्या कर दी।
वीडियो जारी कर बताया था- कुछ भी होता है तो परिजन होंगे जिम्मेवार
मृतका ने घर से आने के बाद करीब बीस दिन पूर्व एक वीडियो भी जारी किया था जिसमें उसने बताया था कि वह राकेश से प्यार करती है और उसके साथ शादी करना चाहती है। मगर उसके पिता उस पर शादी न करने का दबाव बना रहे हैं। इसके साथ ही उसने यह भी बताया कि अगर राकेश या मेरे साथ कुछ होता है तो उसके जिम्मेवार मेरे घरवाले होंगे।
आदमपुर खंड के एक गांव में घर में सो रहीं एक महिला के साथ दो व्यक्तियों द्वारा गैंगरेप करने के आरोप का मामला सामने आया है। पुलिस ने पीड़िता का लीगल एड के सामने बयान करवाकर आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि उसका पति अपने परिवार के साथ मजदूरी करता है। 2 मई की रात को उसका पति, सास, ससुर गेहूं निकलवाने के लिए किसी के खेत में दिहाड़ी पर गए हुए थे।
रात को वह अपने बच्चों के साथ घर पर सो रही थी कि सुबह 4 बजे बाबू व छिंदी हमारे घर आए और आते दोनों ने मुझे गलत नियत से पकड़ लिया और चारपाई पर गिरा दिया। उसके बाद पहले छिंदी ने दो बार दुष्कर्म किया। इसके बाद बाबू ने भी मेरी मर्जी के खिलाफ कई बार दुष्कर्म किया।
मैंने मेरे पति के आने के बाद उसे सारी बातें बताईं, उसके बाद अस्पताल में ले गया तथा पुलिस को शिकायत दी। जांच अधिकारी एएसआई अंजुबाला ने बताया कि पीड़ित महिला का ड्यूटी मजिस्ट्रेट के सामने बयान करवाकर आरोपियों के खिलाफ धारा 323, 34, 354, 376(2)एन, 376डी व 452 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
कोरोना से जंग जारी है। इसके फ्रंट लाइन पर हेल्थ टीम डटकर मुकाबला कर रही है। संदिग्धों के सैंपल लेने और घर-घर जाकर स्क्रीनिंग करने काम किया जा रहा है। यह कम जोखिम भरा नहीं है, मगर हेल्थ टीम के हौसले बुलंद है। कोरोना को मात देकर ही रहेंगे। ऐसे संकट की घड़ी में डॉक्टर शिद्दत के साथ अपनी ड्यूटी में जुटे हुए हैं। ऐसे ही एक चिकित्सक गांव सीसवाल की सीएचसी के एसएमओ डॉ. रोशनलाल शर्मा है। अपने विभाग के 125 योद्धाओं को साथ लेकर कोरोना को हराने में लगे हैं। उनका कहना हैं कि महामारी के दौर में जब सब लोग हताश हो चुके हैं और सारा समाज डॉक्टरों की ओर देख रहा है तो ऐसे समय में उनका भी दोगुना दायित्व बन जाता है वे अपने देशवासियों के लिए जी जान से अपनी ड्यूटी करते हुए इस लड़ाई को लड़ते हुए उस पर विजय प्राप्त करें।
चूली बागड़ियान की पीएचसी में डाला डेरा, गांवों में स्क्रीनिंग जारी
डॉ. रोशन लाल ने बताया कि पिछले करीब डेढ़ माह से दिन-रात जुटे हैं और टीम को मोटिवेट कर रहे हैं। वे खुद सीएचसी सीसवाल से अपनी पूरी टीम को निर्देश देते हैं। उनकी 120 योद्धाओं की टीम फील्ड में उतरकर हर गांव-गांव जाकर थर्मल स्क्रीनिंग कर रही है। इसके बाद जैसे ही गांव दड़ौली में एक युवक की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई तो उन्होंने अपना डेरा गांव चूली बागड़ियान की पीएचसी में डाल लिया और वहां से गांव दड़ौली, चूली बागड़ियान, चूली खुर्द व चूली कलां के ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच में अपनी टीम के साथ जुट गए। इन चारों गांवों में प्रत्येक ग्रामीण की थर्मल स्क्रीनिंग करवाई व जो ग्रामीण संदिग्ध पाए गए उनकी सैम्पलिंग करवाई गई। इस दौरान वो सुबह जल्दी घर से आते और देर रात ही घर पंहुचते। घर में वे अलग कमेरे में रहते हैं और बच्चों को दूर से देखते हैं। डॉ. रोशनलाल शर्मा ने बताया कि गांवों में थर्मल स्क्रीनिंग व अन्य स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उनके अलावा डॉ. संदीप, डॉ. कमल, डॉ. संदीप दहिया, डॉ. अर्चना, वीर पीएचएन, ईश्वर सिंह फार्मासिस्ट, बलविंद्र सिंह, राजेश, उमेद, सत्यवान, गुप्तसिंह, बलवान सिंह, बिमला, निर्मला, कुलवंत कौर, कृष्णा देवी सहित सीएचसी सीसवाल का पूरा स्टाफ, एएनएम, एमपीएचडब्लू, आशा वर्कर व आंगनबाड़ी वर्कर सहित लगभग 125 कर्मचारियों का स्टाफ ग्रामीणों का डाटा जुटाने व उनको स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान में लगा हुआ है।
(महबूब अली)पापा...आप घर कब आओगे। आपकी बहुत याद आ रही है। पड़ाेस की पूजा, निकिता, साेनू के पापा ताे घर पर ही रहते हैं। खूब मस्ती करते हैं। पापा आप भी आ जाओ ताकि हम भी साथ खेल सकें। मम्मी, दादा-दादी, चाचा-चाची, बुआ सभी काे आपकी चिंता है। यह शब्द उन बच्चाें के है, जिनके पापा काेराेना महाहारी से जंग में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसमें चाहे सिविल पुलिस हाे या फिर जीआरपी या फिर आरपीएफ के जवान।
काेराेना याैद्धाओं की तरह पुलिसकर्मी परिवार से दूर रहकर लगातार ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे याैद्धाओं के बच्चे राेज फाेन पर पापा के घर पर आने की जिद कर रहे हैं।़
बीरबल कुमार, थाना इंचार्ज, आरपीएफ :लॉकडाउन के बाद से घर नहीं जा पा रहे, बच्चे प्रतिदिन काॅल कर बुलाने की जिद कर रहे
अारपीएफ थाना इंचार्ज बीरबल कुमार मूलरूप से रेवाड़ी के हैं। उनके परिवार में बड़ी बेटी के अलावा 9 वर्षीय बेटा मस्तान और पांच वर्षीय बेटा छाेरे यादव है। बताया कि लाॅकडाउन के बाद से वह घर नहीं जा पा रहे हैं। वीडियाे काॅल पर ही बात बच्चाें और परिवार के अन्य सदस्याें से बात कर पा रहे हैं। बताया कि बच्चे घर बुलाने की जिद करते हैं। कहते हैं कि पड़ाेस में दाेस्त अपने पापा के साथ ही मस्ती करते हैं। आप भी आ जाओ। हालांकि परिवार के लाेग इंचार्ज का मनाेबल बढ़ा रहे हैं। ईमानदारी के साथ ड्यूटी देने काे हाैसला बढ़ाया जा रहा है।
भीम सिंह, पीसीआर, सिटी थाना :वीडियाे काॅल से ही कर रहे बात, रोज घर बुलाते हैं बच्चे
सिटी थाने की पीसीआर पर तैनात एसआई भीम सिंह मूल रूप से सिरसा के हैं। उनके दाे बेटे हैं। बताया कि लाॅकडाउन के बाद से घर नहीं जा सके है। वीडियो काॅल के माध्यम से ही परिवार के सदस्याें से बात कर पा रहे हैं। बताया कि बच्चे घर पर बुलाने की जिद करते हैं। हालांकि ड्यूटी के लिए उनका लगातार हाैसला भी बढ़ा रहे हैं।
रमेश कुमार, सिपाही, सिटी थाना झ:पापा प्लीज आ भी जाओ, हम भी आपके साथ खेलेंगे
सिटी थाने की पीसीआर पर तैनात सिपाही रमेश कुमार लाॅकडाउन के बाद से लगातार ड्यूटी दे रहे हैं। उनके दाे संतानें हैं, जिनमें बेटी रीतू और बेटा साहिल है। बताया कि बच्चे कई बार जहां घर पर बुलाने की जिद करते हैं, वहीं ड्यूटी के लिए हाैसला भी बढ़ाते हैं।
बसंत कुमार, कांस्टेबल, आरपीएफ :बच्चे और परिवार के सदस्य खुद बढ़ाते हैं हाैसला
आरपीएफ थाने पर तैनात कांस्टेबल बसंत कुमार राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं। पिछले करीब तीन माह से घर नहीं जा सके हैं। बताया कि परिवार के बच्चाें के अलावा सभी सदस्य उसका ड्यूटी के लिए हाैसला बढ़ाते हैं। वीडियाे काॅल पर ही वह बात कर पाते हैं।
प्रदीप कुमार, थाना प्रभारी, जीआरपी :परिवार के सदस्य बढ़ा रहे हाैसला, बच्चे जिद पर अड़े
जीआरपी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार यादव भी लाॅकडाउन के बाद से ही लगातार रेलवे स्टेशन के अलावा आसपास क्षेत्र में ड्यूटी दे रहे हैं। बताया कि परिवार भिवानी में रहता है। परिवार के सदस्य भी उनका हाैसला बढ़ा रहे हैं। हालांकि कई बार बच्चे घर पर बुलाने की जिद करते हैं।
लाेगाें काे यह दिया संदेश : काेराेना याैद्धाओं ने लाेगाें से कहा कि काेराेना से बचाव के मद्देनजर लाेगाें काे लाॅकडाउन का पूरी तरह से पालन करना चाहिए। बेवजह बाहर निकलने से बचना चाहिए। तभी काेराेना काे हराया जा सकता है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लॉकडाउन में ढील के चलते ट्रासंपोर्ट करने वाले साधनों व ड्राइवरों की सेहत व उनके स्वास्थ की जांच करने की और खासा ध्यान देना शुरू कर दिया है। टीम ने ट्रक यूनियन कार्यालय में जाकर चालकों के सैंपल लेने शुरू कर दिया है। विभाग द्वारा यह इसलिए किया जा रहा है कि चालकों को सामान का ट्रांसपोर्ट करने के लिए एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश व शहरो में वाहन लेकर आना-जाना पड़ता है। इसके चलते संक्रमित होने का खतरा उन्हें सबसे अधिक है। विभाग द्वारा लगातार पांच दिन से जारी रैंडम सैंपलिंग अभियान के अंतर्गत बुधवार को मोबाइल टीम ज़िला मलेरिया अधिकारी डॉ. जया गोयल और नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष खटरेज़ा के निर्देशानुसार नई सब्जी मंडी पहुंची।
जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पुनिया के नेतृत्व में पहुंची टीम में हेल्थ इंस्पेक्टर पवन आहुजा और एमपीएचडब्ल्यू नूर मोहमद ने बताया कि रेड जोन एरिया और दूसरे प्रदेशों के विभिन्न शहरों से मालवाहक गाड़ी के माध्यम से आवागमन करने वाले 31 चालक और परिचालकों के सैम्पल लिए और इसके अलावा उक्त चालक और परिचालकों की यात्रा का पूरा विवरण,गाड़ी नम्बर,फोन नम्बर,पूरा पता सहित तमाम महत्वपूर्ण स्वास्थ्य संबंधी जानकारी प्राप्त की गई। इससे पूर्व मंडी में स्थित सभी दुकानदार और आढ़तियों से उनकी दुकानों पर पहुंचने वाले मालवाहक गाड़ी चालकों और परिचालकों का पूरा विवरण प्राप्त किया और उनकी सैम्पल करवाने का आह्वान किया।
गौरतलब है कि हरियाणा के कई जिलों में सब्जी मंडी में कोरोना के काफ़ी मामले सामने आए हैं जिनको लेकर हिसार की स्वास्थ्य विभाग की टीम विगत 5 दिनों से सब्जी मंडी में रैंडम सैंपलिंग कर रही है। ज़िला मलेरिया अधिकारी कार्यालय के हेल्थ इंस्पेक्टर पवन आहुजा और एमपीएचडब्ल्यू नूर मोहमद के नेतृत्व में शहर की नई सब्जी मंडी में प्रातः 5 बजे ही अपनी टीम के साथ पहुंच गए। नूर मोहमद ने बताया कि बरसात के दौरान भी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अपना अभियान जारी रखा। सैम्पल लेने की टीम में डॉ. रवि चोहान, डेंटल सर्जन, एलटी राकेश शर्मा, ईएमटी कुलदीप, सुनील सहित एमपीएचडब्ल्यू कर्मी सुनील शर्मा, सौरभ, सुनील भानखड़, वेद प्रकाश और परमजीत शामिल रहे।
स्टाॅर्म वाटर लाइन यानी बारिश के पानी निकासी के लिए बनाया गया नाला। मगर ये हैरानी की बात है कि यह नाला बिना बारिश के भी बह रहा है। डाबड़ा व कैमरी गांव के लाेग बरसाती पानी की निकासी के लिए खेताें से बनाए गए ड्रेनेज में बार-बार सीवरेज का पानी डाले जाने काे लेकर शिकायत कर रहे हैं। हालांकि ये हकीकत भी है कि नगर निगम जिस स्टाॅर्म वाटर डिस्पेजल काे मेनटेन कर रहा है उसमें बिना बारिश के ही लगातार पानी पहुंच रहा है।
मामले काे लेकर हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर सिंह गंगवा भी बार-बार संबंधित विभागाें के अधिकारियाें काे लिख चुके हैं मगर एचएसवीपी ये मामला नगर निगम पर डाल रहा है और नगर निगम ये मामला एचएसवीपी अाैर पब्लिक हेल्थ पर डाल रहा है। मामले के समाधान काे लेकर नगर निगम के एसई रामजीलाल कई बार चिट्ठी लिख चुके हैं कि अगर सीवरेज के अवैध कनेक्शन हैं ताे कटवाओ दूसरा अगर संबंधित विभाग ने कहीं सीवरेज लाइन स्टाॅर्म वाटर में जाेड़ रखी है ताे इसे हटाया जाए। मगर इसके बावजूद अाज भी स्थिति ज्याें की त्याें बनी हुई है। आखिर में अब मामला जिला प्रशासन के पास पहुंच गया है। एसडीएम ने की तीन सदस्यीय कमेटी जाे एक साथ करेगा माैके का निरीक्षण मामले का समाधान न निकलने के बाद अब एसडीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी जांच के लिए गठित की है। इसमें नगर निगम, पब्लिक हेल्थ और एचएसवीपी के अधिकारीशामिल हैं।
सीवरेज एचएसपीपी और पब्लिक हेल्थ के पास
यहां सबसे बड़ा सवाल उठता है कि आखिर स्टाॅर्म वाटर लाइन में जाे सीवरेज का पानी जा रहा है वह किसका है। क्याेंकिसीवरेज पब्लिक हेल्थ व हुडा यानी एचएसवीपी के पास है। ऐसे में नगर निगम के पास ताे सीवरेज मेंटीनेंस का काम नहीं है।
फसलें हाे रही है खराब, पाॅल्यूशन भी हाे रहा
दरअसल ड्रेनेज में जाे पानी डाला जा रहा है वह सीवरेज का है। ये पानी बिना ट्रीट हुए लाेगाें के खेताें तक पहुंच रहा है। क्याेंकि ये बरसाती नाले की ड्रेनेज है। ऐसे में किसानाें की जमीनें व फसलें खराब हाे रही है। इसके अलावा ये एनजीटी के आदेशाें की उल्लंघना भी है। क्याेंकि सीवरेज का पानी ऐसे ओपन में डालना अपराध है क्याेंकिइससे पाॅल्यूशन हाेता है।
कमेटी गठित की जो एसडीएम को देगी रिपोर्ट
हमारे डिस्पाेजल में बिना बारिश भी पानी पहुंच रहा है। डिप्टी स्पीकर साहब खुद इस मामले काे लेकर गंभीर है। एसई साहब की तरफ से दाेनाें विभागाें काे भी लिखा जा चुका है। अब एक तीन सदस्यीय ज्वाइंट कमेटी गठित की जाे माैके का निरीक्षण कर एसडीएम साहब काे रिपाेर्ट देगी।- संदीप सिहाग, एक्सईएन, निगम।
जिलेभर में मार्च माह के अंत में हुए लॉकडाउन की वजह से बंद हुए बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण कार्यक्रम की शुरुआत बुधवार से जिलेभर की सभी संस्थाओं में कर दी गई। जिसको लेकर विभाग ने सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों का पालन करवाई।
एमपीएचई एसोसिएशन के जिला प्रधान अनिल गोयत और प्रेस प्रवक्ता नूर मोहमद ने बताया कि नोवेल कोरोना महामारी के प्रकोप के चलते विगत मार्च माह से शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में बच्चों और महिलाओं के टीकाकरण कार्यक्रम के बंद होने के कारण काफ़ी संख्या में लाभार्थी बढ़ गए हैं। अनिल गोयत ने बताया कि विभाग द्वारा पिछले दिनों जारी निर्देशों के सप्ताह के सोमवार, बुधवार और शनिवार को टीकाकरण कैंप आयोजित करके पिछला लक्ष्य पूरा करने को कहा गया है।
ज्यादा भीड़ न हो इसके लिए विभाग ने नियम तय किए गए जिसके अनुसार टीकाकरण कैंप वाले दिवस 1000 की जनसंख्या के लाभार्थियों को कवर किया जायेगा आशा वर्कर्स अपने संबंधित एरिया के बच्चों और महिलाओं को पूर्व सूचना प्रदान कर बच्चों को टीकाकरण कैंप पर बुलाएगी। प्रवक्ता नूर मोहमद का कहना है कि शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आज विभिन्न टीकाकरण कैंप आयोजित किए गए जिनमें प्रमुख रूप से यूपीएचसी ऋषि नगर,पटेल नगर, यूसीएचसी आज़ाद नगर, सेक्टर 1/4,मिल गेट, मिनी सैक्टरियेट कॉलोनी, कैमरी रोड आदि स्थानों पर टीकाकरण कैंप आयोजित किए गए जिनमें एमपीएचडब्ल्यू कर्मी रेखा शर्मा, मीरा, कोमल, सुनीता अहलावत, नरेश कुमारी, बबली, प्रौमीला, सीमा, रीना, मुकेश कुमारी, सपना, धोली, सरला, रूप, किरन, नीलम, सुमित्रा, रेणुका, अनूप सिंह, राजन, लकी, नरेश, मंगल, सुनील शर्मा, प्रमोद, सुरेन्द्र और सुनील भानखड़ आदि ने टीकाकरण कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
लॉकडाउन 3.0 में छूट के साथ पब्लिक डिलिंग वाले सरकारी विभागों में काम शुरू हो चुका है। कार्यालयों पर बेवजह भीड़ या पंचायत न जुटे और 2 गज की दूरी बनी रहे, इसके लिए जिला संरक्षण अधिकारी बबीता चौधरी और महिला थाना एसएचओ शीला देवी ने सराहनीय कदम उठाया है। फिलहाल उन्हीं शिकायतों को प्राथमिकता देंगी जोकि अति संवेदनशील एवं महत्वपूर्ण होंगी। पंचायत को साथ लाने पर विराम लगाते हुए जिन दो पक्षों (दंपति) के बीच मनमुटाव है उन्हें ही काउंसलिंग के लिए बुलाएंगी। दरअसल, कोरोना पर नियंत्रण के लिए सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। महिला विरुद्ध अपराध, घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना संबंधित शिकायतों में सुनवाई के लिए दोनों पक्ष अपनी-अपनी पंचायतों के साथ पहुंचते हैं। दाेनाें तरफ से समझाैते व कार्रवाई में विश्वास रखने वाले पक्ष हाेते हैं। इनके कारण जमघट लग जाता है।
बबीता चौधरी: रोज आ रहीं तीन- चार शिकायतें, पुरानी पर सुनवाई लंबित
लॉकडाउन से पहले की शिकायतों पर सुनवाई लंबित है। लॉकडाउन के दौरान महिला विरुद्ध अपराध के मामले बढ़े हैं। रोज तीन से चार शिकायतें आने लगी हैं। किसी को पति ने पीट दिया ताे कोई दहेज प्रताड़ना का आरोप लगा रही है। ऐसे में सभी को एकसाथ बुलाना सही नहीं होगा। क्योंकि मनमुटाव पति-पत्नी, बहू व ससुराल पक्ष के बीच है तो दोनों पक्षाें अपनी पंचायतें लेकर आते हैं। कोरोना को हराने के लिए सामाजिक दूरी बेहद जरूरी है। उसके मद्देनजर फैसला लिया है कि जिनके बीच मनमुटाव है, उन्हें बुलाकर काउंसलिंग करेंगे। हमारी अपील है कि पंचायत को साथ लेकर न आएं।'' -बबीता चौधरी, जिला संरक्षण अधिकारी।
शीला देवी: 1091 पर काफी कंप्लेंट्स पंचायत के नाम पर भीड़ इकट्ठी नहीं करेंगे
लॉकडाउन में घरेलू हिंसा की शिकायतें मिल रही हैं। महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 पर काफी कंप्लेंट्स हैं। पर, कोरोना के मद्देनजर फैसला लिया है कि पंचायत के नाम पर भीड़ इकट्ठी नहीं करेंगे। क्योंकि झगड़ा या मनमुटाव दंपति या दो परिवारों का है लेकिन पंचायती काफी आ जाते हैं। इनकी कोई संख्या नहीं होती। कभी 20 तो कभी 50 से ज्यादा भी। 17 मई तक अति संवेदनशील व महत्वपूर्ण शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर निपटान करेंगे। इनसे जुड़े पक्षों को बुलाएंगे। बाकी शिकायतों का फोन पर या राइडर-पीसीआर को भेजकर समाधान करवा रहे हैं।'' -शीला देवी, एसएचओ, महिला थाना।
प्रीति भारद्वाज: महिला आयोग का सखी व्हाट्सएप नंबर जारी, यहां भेजें शिकायत
लॉकडाउन में घरेलू हिंसा के मामले बढ़े हैं। इसको लेकर आयोग काफी गंभीर है। कोरोना से बचाव काे सोशल डिस्टेंसिंग की पालना जरूरी है। इसलिए जो भी शिकायतें हमारे पास पहुंच रही हैं उनका समाधान संबंधित जिला पुलिस काे सूचना देकर करवा रहे हैं। हमारी तरफ से कुछ काउंसलर्स के नंबर जारी किए हैं। इसके अलावा आयोग सखी नाम से व्हाट्सएप नंबर 95600-80115 जारी किया है। इस पर पीड़ित महिलाएं अपनी शिकायत भेज सकती हैं जिन पर समय रहते संज्ञान लिया जाएगा। उन्हें या उनके परिवारों को बेवजह भटकने या परेशान होने की जरूरत नहीं है।'' -प्रीति भारद्वाज, उपाध्यक्ष, महिला आयोग।
नई अनाज मंडी में बुधवार शाम काे साइकिल चुराकर भाग रहे युवक के पीछे बाइक सवार पुलिस कर्मचारी दाैड़े ताे वह साइकिल छाेड़कर भाग खड़ा हुअा। पुलिस ने अनाज मंडी में माैके से साइकिल ताे बरामद कर ली, लेकिन इससे पहले भी यहां दाे तीन साइकिलें उठी चुकी हैं। बुधवार शाम काे लगभग साढ़े 3 बजे मंडी में मार्केट कमेटी कार्यालय के पास कुछ लाेग चाेर चाेर चिल्ला कर एक युवा साइकिल सवार के पीछे भाग रहे थे। इसी दाैरान अनाज मंडी के मेन गेट पर ड्यूटी दे रहे पुलिस कर्मचारी भी अपनी राइडर लेकर उसके पीछे दाैड़ पड़े। चाेर काे स्थिति का पता चला ताे वह साइकिल फेंक कर फरार हाे गया। इस दाैरान साइकिल की चैन भी उतर गई थी।
हालांकि उसके पीछे लाेग दाैड़े भी, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। कुछ ही देर में साइकिल मालिक दुकानदार व उसके कारिंदे भी वहां पहुंच गए, लेकिन पुलिस कर्मचारियाें ने बरामद साइकिल काे चाैकी में भेज दिया। मंडी के व्यापारियाें ने माैके पर माैजूद भास्कर संवाददाता काे बताया कि इन दिनाें मे ंयहां से 2-3 साइकिलें उठ चुकी हैं। उन्हें संदेह है कि उक्त युवक ही अन्य साइकिलाें की चाेरी कर चुका है, जबकि कुछ दुकानदाराें ने बताया कि फसल खरीद के माैसम में मंडी के आसपास चाेर गिराेह सक्रिय है। अनाज मंडी चाैकी के अधिकारी ने कहा कि पुलिस जल्द ही चाेर गिराेह काे काबू कर अन्य चाेरी हुई साइकिलाें काे भी बरामद कर लेगी।
(महबूब अली)भले ही हिसार रेलवे स्टेशन से बिहार के श्रमिकों के लिए चलाई स्पेशल ट्रेन के लिए पुलिस प्रशासन व रेलवे के अधिकारी सभी तैयारियों का दावा कर रहे हो। डिस्टेंस बनाने और सुरक्षा के लिए 300 पुलिस के जवानों के अलावा करीब 100 रेलवे के अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात किया गया हो मगर बुधवार को दोपहर जब हिसार के अलावा हांसी, नारनौंद और बरवाला से बिहार के श्रमिक रेलवे स्टेशन पर पहंुचे तो मेन गेट के पास तो पुलिस ने श्रमिकों के बीच डिस्टेंस बना दिया। मगर आरपीएफ थाने के पास डिस्टेंस की खूब धज्जियां उड़ीं। यही नहीं ट्रेन की बोगियों में भी दो के बजाय एक सीट पर चार-चार श्रमिक बैठे नजर आए। जिनके बीच डिस्टेंस बनाने वाला कोई नहीं था। इस स्थिति में कोरोना काे किस तरह से मात दी जा सकती है। खुद ही अंदाजा लगाया जा सकता है। रेलवे स्टेशन पर पड़ताल के दौरान कुछ इस तरह का नजारा देखने को मिला। वहीं ट्रेन में सवार होते ही बिहार के कुछ श्रमिक जहां तुरंत ही सो गए। वहीं कुछ बॉलीवुड फिल्म तो कुछ सीरियल देखते नजर आए। वहीं जब एसएस से बात की तो उन्होंने कहा कि डिस्टेंस को लेकर पूरे इंतजाम किए जाएंगे।
ट्रेन में डिस्टेंस बनाने के लिए अलग से कर्मचारी किए जाएंगे तैनात
रेलवे अधिकारियों के अनुसार मुजफ्फरपुर को 7 मई को जाने वाली ट्रेन को लेकर जहां रेलवे स्टेशन पर 300 के करीब जवान तैनात रहेंगे। वहीं ट्रेन की बोगियों के अंदर डिस्टेंस बनाने को अलग से रेलवे कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। लापरवाही किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एक एक्स्ट्रा स्वास्थ्य टीम भी तैनात रहेगी।
आज दोपहर 2 बजे चलेगी ट्रेन, मुजफ्फरपुर जाएगी
स्टेश्न अधीक्षक केएल चौधरी ने बताया कि गुरुवार को भी दोपहर दो बजे हिसार से बिहार के मुजफ्फरपुर के लिए स्पेशल ट्रेन चलेगी। जिसको चलाने की सभी व्यवस्था कर ली गई है। इस ट्रेन में भी श्रमिकों को भेजा जाएगा।
7.68 लाख के टिकट बांटे
एक टिकट की कीमत 640 रुपये थी। 1200 श्रमिकों को कुल 7 लाख 68 हजार के टिकट श्रमिकों को फ्री में दिए गए। जिनमें 85 प्रतिशत टिकट का खर्च केंद्र जबकि 15 प्रतिशत प्रदेश सरकार खुद वहन करेेगी।
डिस्टेंस के लिए ये होने चाहिए थे प्रयास
डिस्टेंस के लिए ये होने चाहिए थे प्रयास
हाथ सेनेटाइज कराने की तरफ नहीं दिया कोई ध्यान
जिला प्रशासन ने दूसरे दिन भी करीब 1200 लाेगाें की लिस्ट हेल्थ विभाग काे शेयर की है। इन सभी लाेगाें काे शाैर्य पैलेस व हांसी के राधा स्वामी सत्संग भवन में ठहराया गया है। जिला प्रशासन ने करीब 400 लाेगाें काे शाैर्य पैलेस में रखा है। जिला प्रशासन के अधिकारियाें का कहना है कि बिहार जाने वाले लाेगाें के लिए गुरुवार काे भी ट्रेन जाएगी। इसमें शाैर्य पैलेस व हांसी के राधा स्वामी सत्संग भवन में ही स्क्रीनिंग का काम किया जाएगा। आसपास ठहरे लाेग जाे सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे, उनकी माैके पर ही स्क्रीनिंग की जाएगी। जिला प्रशासन ने इन स्थानाें पर ठहराने के साथ ही व्यवस्था बनाने काे लेकर 11 ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी लगाए हैं।
यहां ठहराए श्रमिक
निगम टीम ने रात में फोगिंग की
शाैर्य पैलेस में ठहरा गए प्रवासियाें का रात काे मच्छराें ने परेशान कर दिया। जिला प्रशासन के अधिकारियाें के पास मामले की शिकायत पहुंची। अधिकारियाें ने तुरंत प्रभाव से निगम टीम के पास काॅल की। रात करीब 10 नगर निगम टीम फाेगिंग करने पहुंची।
इधर, खाना और मास्क का वितरण
कांग्रेस यूथ के नेशनल सेक्रेटरी कृष्ण सातरोड, नवदीप कुमार, राजेश कृष्ण और सामाजिक कार्यकर्ता राहुल राडा ने ट्रेन में जाने वाले श्रमिकों के लिए खाने और मास्क का वितरण किया।
बुधवार को 158 लोगों की सैंपल रिपोर्ट भेजी टेस्ट के लिए, 120 की रिपोर्ट आई स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के संदेह के चलते 158 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए एनआरसीई की लैब में भेजे हैं। विभाग सैंपल एनआरसीई की लैब और रोहतक की लैब में भेजता है। लैब में वैज्ञानिक सैंपल चेक कर लिखित रिपोर्ट तैयार कर सिविल अस्पताल को भेजते हैं। मंगलवार को 150 से अधिक लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे जिसमें से 120 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट बुधवार को आई है। इसमें 119 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
वहीं एक रिपोर्ट को रिजेक्ट कर दिया गया है। बाकी पेंडिंग है। वहीं अग्रोहा मेडिकल कॉलेज के नोडल अधिकारी डाॅ. चौहान ने बताया कि मेडिकल कॉलेज अग्रोहा में पहले दिन 21 सैंपल जांचे गए। दड़ौली के युवक की तीसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। बाकी 20 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं पटेल नगर के 32 वर्षीय युवक की उपचार के दौरान अग्रोहा मेडिकल में मौत हो गई थी। जिसे खांसी व सांस लेने में तकलीफ थी। उसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। बुधवार को उसकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। वहीं पटेल नगर के अन्य परिवार की जांच रिपोर्ट भी नेगेटिव आई है। जिसके बाद उन्हें होम क्वारेंटाइन किया गया है।
सरकार के आदेशानुसार शहर के अलग-अलग इलाकों में बुधवार सुबह आठ बजे शराब के ठेकों को खोल दिया गया। कुछ शराब ठेकों पर जहां 9 बजे तक भी स्टाॅक नहीं पहुंच, वहीं कुछ ठेके 11 बजे तक भी नहीं खुल पाए। ग्राहक का कहना था कि शराब की बोतल के दोगुने दाम भी वसूले गए। जिससे काफी लोग बिना शराब खरीदे ही वापस घर लौट गए। हालांकि शराब के ठेकोें पर सेनेटाइजर और सुरक्षा के इंतजाम किए गए थए। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बैरिकेडिंग के अलावा गोल दायरे भी बनाए गए थे। ताकि भीड़ न जुट पाए।
कोरोना को हराने में जुटे फ्रंटलाइन वॉरियर्स का कदम-कदम पर बैकअप के तौर पर साथ देने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। इनकी कार्यशैली भी सराहनीय है, जोकि पीएमओ के नेतृत्व ट्राइएज क्लीनिक से लेकर फ्लू क्लीनिक और आइसोलेशन वार्ड तक प्रबंध बखूबी संभाल रहे हैं। इनमें स्वास्थ्य विभाग में मैटर्न से लेकर नर्सिंग सिस्टर, स्टाफ नर्स व स्टोर इंचार्ज शामिल हैं। आइए मिलते हैं कुछ ऐसे ही चेहरों से...
शशि बाला (मैटर्न): राउंड लेकर व्यवस्था बनाती हैं
इनके सुपरविजन में सभी ड्यूटी लग रही हैं। लगातार 2 महीनों से सुबह से शाम तक राउंड लेकर व्यवस्था सुनिश्चित करती हैं। इनका कहना है कि संकट के इस दौर से निपटने में पसीना बहा रही टीम की मेहनत बेकार नहीं जाएगी। यह वक्त जल्द बीत जाएगी।
कविता (स्टाफ नर्स): संकट के दौर में 10-10 घंटे ड्यूटी
मुख्य स्टोर से तालमेल के साथ दवाइयां व अन्य जरूरी सामान ट्राइएज क्लीनिक, आइसोलेशन वार्ड और फ्लू क्लीनिक में जरूरी दवाइयां व सामान की उपलब्धता सुनिश्चित करती हैं। संकट के दौर में 10-10 घंटे ड्यूटी करना अपना फर्ज समझती हैं।
कृष्णा (नर्सिंग सिस्टर): फ्रंट लाइन की सुरक्षा संभाली
आइसोलेशन स्टोर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं। वार्ड में भर्ती मरीजों को पानी व खाना उपलब्ध करवाती हैं। वहीं सभी अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कर्मियों को किट, मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित करवाती है। ड्यूटी ऑवर्स में बिना रुके-थके व्यवस्था बनाने में भरपूर सहयोग करती हैं।
भूपेंद्र (स्टोर इंचार्ज ): टीम को देख मिलती है ऊर्जा
सिविल अस्पताल के मुख्य स्टोर का काम देखते हैं। बिजली, पानी, खाने की वस्तुओं सहित मूलभूत एवं आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करवाना इनकी जिम्मेदारी है। भूपेंद्र कहते हैं कि फ्रंटलाइन टीम को देखकर जोश आ जाता है। सुविधाएं मुहैया करवाना मेरी जिम्मेदारी है।
महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा कॉलेज अग्रोहा में अब कोरोना सैंपलों की जांच शुरू कर दी है।
मेडिकल कॉलेज अग्रोहा के निदेशक डाॅ. गोपाल सिंघल ने बताया कि मेडिकल सोसायटी कोविड-19 में हर सुविधा व उपचार देने के लिए काफी प्रयासरत है। लेकिन मेडिकल कॉलेज में कोरोना के सैंपलों की जांच नहीं होती थी। जिसकी जांच के लिए सैंपल रोहतक पीजीआई भेजने पड़ते थे और सैंपलों की रिपोर्ट आने में 24 से 48 घंटे लग जाते थे। अब मेडिकल कॉलेज प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने समाधान कर लिया और मेडिकल कॉलेज की लैब में ही कोरोना की जांच की मशीन शुरू कर दी है।
मेडिकल के निदेशक डाॅ. गोपाल सिंघल ने कोरोना जांच की मशीन सीबीनाट का शुभारंभ किया है। जिसकी सैंपलों की टेस्टिंग नोडल अधिकारी डाॅ. राजीव चौहान, डीएमएस डाॅ. शमशेर मलिक, डाॅ. हरविंद्र, डाॅ. भारती अरोड़ा करेंगे।
नोडल अधिकारी डाॅ. राजीव चौहान ने बताया कि कोरोना की जांच के लिए मशीन में एक बार में चार सैंपल लगाए जाएंगे जिनकी एक घंटे में रिपोर्ट आ जाएगी और प्रतिदिन 50 से 60 सैंपलाें की जांच की जाएगी। जिसके पहले दिन 21 सैंपलों की जांच की गई। प्रदेशभर में कोरोना पर विजय हासिल करने के लिए 11 कोविड-19 हाॅस्पिटल बनाए गए हैं। जिनमें महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा भी शामिल है। यहां करीब 500 बेड है।
लॉकडाउन में लंबे अंतराल तक बंद रहे शराब के ठेके खोलने की परमिशन बुधवार से दी गई थी, मगर ठेकों पर शराब का स्टॉक नहीं होने के कारण अधिकतर बंद ही रहे। शहर में केवल 5 ठेके खुले जिनपर करीब 25 लाख की शराब बिकी। वहीं शराब को लेकर शाम तक लोगों में कोई रुचि नहीं दिखी। इक्का दुक्का ग्राहक ही आए। शाम को 5 बजे के बाद शराब लेने वालों में थोड़ा उत्साह दिखा। शहर के प्रमुख ठेकों पर कतारें नजर आईं। मगर इतनी भी नहीं थी कि सोशल डिस्टेंस टूटे। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से पुलिस तैनात की गई थी। प्रत्येक ठेके पर दो से तीन मुलाजिम तैनात रहे। इसलिए किसी प्रकार की कोई गड़बड़ नजर नहीं आई। इधर शराब ठेकेदारों ने अपनी मनमर्जी से महंगे दाम पर शराब बेची। करीब डेढ गुणा अधिक रेट में शराब बेची गई थी। फिर भी लोग खुशी खुशी ले रहे थे।
ठेकेदार बोले स्टॉक नहीं
जिले में कुल 144 शराब ठेके हैं। जिनमें से 120 ठेके मार्च में छूट पाए थे। उनके सब बैंड भी है। बुधवार को इन 120 ठेकों में से भी करीब 50 ऐसे ठेके थे जिनमें स्टॉक ही नहीं था। इसलिए वे बंद रहे। ठेकेदारों का कहना था कि नया माल आया नहीं। बीच में लाॅकडाउन हो गया। जो माल था वो पुराने ठेकेदारों का था। वे अपना माल बेच गए या ले गए। इसके अलावा सेल्ज मैनेजर भी प्रवासी थे। वे भी जिला से जा चुके हैं। इन सब कारणों के चलते अधिकतर शराब ठेके बंद रहे।
स्टॉक न होने पर ठेकेदारों ने डेढ़ गुना रेट में बेची शराब
शराब ठेकेदारों ने शराब बिक्री और स्टॉक कम होने का जमकर फायदा उठाया। अपनी मनमर्जी के रेट तय करके शराब बेची । उन्होंने डेढ़ गुणा अधिक दाम वसूले। जिस प्रकार पहले देसी शराब 120 रुपये की बोतल थी। अब 200 रुपये की बोतल दी गई। वहीं अंग्रेजी में ओसियन ब्लू पहले 400 रुपये की थी। अब 500 रुपये की बेची गई। इंपिरियल ब्लू पहले 300 की अब 500 , ब्लंडर प्राइड पहले 600 रुपये की। अब 800 रुपये में बेची जा रही है। रॅायल स्टेग पहले 450 रुपये की अब 600 रुपसे की बेची जा रही है।
जिला में रोजाना 22 हजार प्रूफ लीटर पीते हैं शराब
जिला में शराब का कुल कोटा 81 लाख प्रूफ लीटर है। जिसमें देसी 72 लाख प्रूफ लीटर, जबकि 9 लाख प्रूफ लीटर अंग्रेजी शराब का कोटा है। इस हिसाब से रोजाना 22 हजार प्रूफ लीटर शराब की औसत पड़ती है। 45 से 50 लाख रुपये रोजाना की शराब बिकती है। मगर बुधवार को शराब की कमी के चलते यह आंकड़ा काफी कम रहा है। जिला में सबसे ज्यादा देसी शराब पी जाती है।
पंजाब सीमा पर स्थित डबवाली और कालांवाली उपमंडल में शहरों सहित सभी शराब ठेके खुल गए हैं इसके बावजूद किसी भी ठेके पर भीड़ देखने को नहीं मिली। पंजाब में भी ठेके बंद होने के बावजूद शराब की लोक डाउन से पहले के आम दिनों से भी कम सेल हुई है। इससे इलाके में लोक डाउन के बावजूद अवैध शराब आसानी से मिलने की आशंका है। वही रोड़ी में कंटेनमेंट जॉन होने से शराब ठेके बंद रखे गए हैं।
शहर के सिरसा रोड पर गांव डबवाली के पास शराब ठेका पर बहुत कम संख्या में ग्राहक पहुंचे वहीं गोल चौक पर भी कमोबेश सुनसान स्थिति है। बाजार के अंदर व चौटाला रोड पर भी शराब ठेका भी सामान्य ग्राहकी में रहा है। शाम को कई ठेकों पर लोग शराब खरीदने पहुंचे लेकिन सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं किया। इसके बावजूद शराब ठेकेदारों की ओर से काफी कम मात्रा में शराब बिकने का दावा किया गया है बल्कि लोक डाउन के पहले आम दिनों में होने वाली सेल से भी कम शराब बिक्री हुई है। इससे सीमावर्ती इलाके में लोक डाउन के दौरान शराब आसानी से मिलने का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। शराब ठेके के कारिंदे भीम सिंह व रमेश ने बताया कि कई दिनों बाद ठेका खुलने पर ज्यादा कस्टमर आने की आशंका थी लेकिन पहले के मुकाबले सामान्य सेल भी कम हो रही है कोई भीड़ की स्थिति नहीं है।
रोड़ी कंटोनमेंट जोन मेंठेके बंद
वहीं कालांवाली उपमंडल के पंजाब सीमा पर बसे बड़े गांव रोड़ी में कंटेनमेंट जोन घोषित होने से शराब ठेके नहीं खोले गए। उल्लेखनीय है कि रोटी गांव की मस्जिद में रहने वाले परिवार की एक महिला पिछले माह कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के चलते कंटेंटमेंट जोन घोषित है।
शहर के वाल्मीकि चौक के निकट पैदल दूध लेने जा रही दो महिलाओं को तेज रफ्तार कार चालक ने टक्कर मार दी, जिससे एक महिला की उपचार के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरी को मामूली चोटें आई हैं। कार चालक मौके से भागने में कामयाब हो गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लेने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में पहुंचाया।
पुलिस को दिए बयानों में सीएमके कॉलेज रोड स्थित इंद्रपुरी मोहल्ला निवासी महिला मंजू ने बताया कि बीते दिवस की सुबह वह अपनी जेठानी पूनम के साथ पैदल दूध लेने के लिए आईटीआई चौक की ओर जा रही थी। इसी दौरान एक तेज रफ्तार कार चालक ने पीछे से दोनों को टक्कर मार दी। टक्कर लगने से उसकी जेठानी रोड पर जा गिरी और गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि उसे मामूली चोटें आई। उसने तुरंत परिजनों को सूचित कर एंबुलेंस की मदद से पूनम को अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया।
गंभीर चोटें होने के कारण चिकित्सकों ने उसे रैफर कर दिया। शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान पूनम ने जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर आकर स्थिति का जायजा लिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल में पहुंचाया। बाद में पुलिस ने परिजनों के बयानों के आधार पर शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों के सौंप दिया।
केंद्रीय गृह मंत्रलाय के दिशा-निर्देशों पर लॉकडाउन में फंसे तीर्थ यात्री, छात्र, श्रमिक, पर्यटक व अन्य लोगों को उनकी इच्छा अनुसार घर वापस भेजने की प्रक्रिया तो शुरू हो गई है, मगर बुधवार से जो मजदूर बिहार जाने थे। उन्हें हिसार की ट्रेन में सीट नहीं मिली पाई। इसलिए वे नहीं जा सके। अब पता लगा है कि गुरुवार को अंबाला से जाने वाली ट्रेन में उन 54 मजदूरों को भेजा जाएगा। यहां बता दें कि हिसार से बिहार के लिए दोपहर दो बजे ट्रेन रवाना हुई जिसमें अलग अलग जिलों से 1200 मजदूर गए हैं। इधर बुधवार को शहीद भगत सिंह स्टेडियम में घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने आए लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग हुई। लेकिन इस दौरान लोगों की भीड़ स्टेडियम में जुट गई। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार नहीं रह पाई। हालांकि पुलिस ने लोगों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन बाहर छाया का इंतजाम नहीं होने से आवेदक कम जगह में एकत्रित होते देखे गए। ड्यूटीरत पटवारी ने बताया कि पहले दिन 150 के आसपास लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग हो पाई, जिनमें 2 महिलाएं शामिल थी। प्रशासनिक स्वीकृति के बाद यह लोग लोग रेल, रोडवेज बस व निजी वाहन के माध्यम से अपने घर वापस जा पाएंगे। स्टेडियम में खाने, पीने, मॉस्क, शौचालय, सेनेटाइजर के साथ-साथ सफाई की व्यवस्था की गई। वहीं पुलिस ने स्टेडियम में कानून व्यवस्था बनाए रखी। हालांकि छाया का इंतजाम नहीं होने से लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पाए।
दस्तावेजों की जांच के बाद ही ई-पास को मिलेगी मंजूरी
मेडिकल स्क्रीनिंग पश्चात मेडिकल अधिकारी की ओर से संबंधितों को मेडिकल सर्टिफिकेट जारी किया गया। मेडिकल प्रमाण पत्र प्राप्त व्यक्ति ई-पास के लिए पोर्टल-सरलहरियाणाडोटजीओवीडोटइन पर ऑनलाइन माध्यम से आवेदन करेंगे। दस्तावेजों की जांच उपरांत ई-पास को मंजूरी देंगे।
जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने जहां एक ओर 18 सैंपल नए भेजे हैं वहीं दूसरी ओर रैपिड किट से भी 168 आशंकितों की जांच की। राहत वाली बात ये है कि सिरसा जिला को अब गुरुवार को दो नए वेंटीलेटर मिल जाएंगे। अभी तक स्वास्थ्य विभाग सिरसा के पास केवल एक और जिला भर में प्राइवेट अस्पतालों के पास मिलाकर कुल 14 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं।
कोरोना पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग नियमित रूप से अभियान चला रहा है। इसके तहत गुरुवार को 18 नये सैंपल लिए गए हैं जबकि रैपिड किट से 168 की जांच की गई। इतना ही नहीं सिविल अस्पताल में चल रही फ्लू ओपीडी में 313 की जांच की गई है। मोबाइल ओपीडी में 255, स्लम एरिया में 138, 44 सब्जी विक्रेताओं की भी स्वास्थ्य जांच की गई है।
सिरसा सिविल अस्पताल में उपचाराधीन दो कोरोना पॉजिटिव और डबवाली के कॉलेज में क्वारेंटाइन किए गए 16 नांदेड़ साहिब से आए श्रद्धालुओंकी रिपीट सैंपल रिपोर्ट का अभी इंतजार है। सिविल सर्जन डॉ. सुरेंद्र नैन ने बताया कि डबवाली में स्वास्थ्य विभाग ने दो टीमों को बढ़ा दिया है ताकि जांच का दायरा बढ़ाया जा सके।
राहत: अब 16 हो जाएगी वेंटीलेटरों की संख्या, आपात स्थिति में नहीं होगी मुश्किल
स्वास्थ्य विभाग सिरसा के पास इस समय केवल 1 सरकारी वेंटीलेटर उपलब्ध है जबकि प्राइवेट अस्पतालों के मिलाकर इनकी संख्या 14 हैं। विभागीय अधिकारियों ने नये वेंटीलेटर की डिमांड भेजी थी। इनमें से विभाग ने सिरसा दो नये वेंटीलेटर भेजने का फैसला लिया है। ये दोनों नये वेंटीलेटर गुरुवार को सिरसा पहुंच जाएंगे। इससे स्वास्थ्य विभाग के पास सुविधाओं में इजाफा होगा।
बाहर से आए सभी 1063 को किया ट्रेस, 546 का क्वारंटाइन पीरियड पूरा
जिला में बाहर से आए सभी 1063 लोगों को ट्रेस कर लिया गया है। इनमें से 546 लोगों ने अपना 28 दिन का क्वारंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है। कुल 615 लोगों के सैंपल भेजे गए, इनमें से 526 की रिपोर्ट नेगिटीव आई है जबकि 76 की रिपोर्ट लंबित है। इसके अलावा 5 व्यक्तियों के सैंपल रिजेक्ट हो चुके हैं।
शहर के भादरा बाजार स्थित गली फडिया वाली में स्थित मंदिर के गेट के ताले तोड़कर हजारों रुपए के चांदी के मुकट व छतर चोरी कर लिए गए।
सुबह मंदिर के पुजारी को घटना बारे पता चला, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस को दी शिकायत में मंदिर के पुजारी ललित कुमार ने बताया कि 4 मई की रात्रि को पूजा अर्चना के बाद वह मंदिर के गेट को ताला लगाकर घर चला गया। बीते दिवस की सुबह पूजा के लिए आया तो देखा कि मंदिर के मेन गेट का ताला टूटा पड़ा है।
अंदर जाकर देखा तो 3 चांदी के मुकट व 2 चांदी के छतर जिनका वजन करीब 600 ग्राम है गायब थे। उसने तुरंत मंदिर कमेटी के प्रबंधक को इस बारे सूचित किया। सूचना मिलने पर कमेटी पदाधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। जांच अधिकारी हेड कांस्टेबल बाबूलाल ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द आरोपियों का सुराग लगाया जाएगा।
शहर में लोकडाउन थर्ड के दौरान दुकाने खोलने की छूट मिलने पर बाजार में और अधिक भीड़ आ रही है। बाजारों में दुकानदार और प्रशासन भी सोशल डिस्टेंस मेंटेन कराने में लापरवाह बने हुए हैं जबकि पुलिस प्रशासन की ओर से व्यवस्था बनाने की बजाय चालान काटने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इसके अलावा शराब ठेके खुल जाने से भी नशा करने वाले लोगों का आवागमन बढ़ गया है।
बुधवार को बाजार में अधिकतर दुकानंे खुलने से ग्राहकों की भीड़ की स्थिति रही। बाजार में हैवी वाहनों का आवागमन भी ज्यादा देखने को मिला और करियाना स्टोर में मेडिकल के अलावा बैंकों के बाहर भी लोग लाइनों में लगे रहे। इसके अलावा अधिकतर दुकानों और प्रतिष्ठानों पर सोशल डिस्टेंस मेंटेन किए बिना ही ग्राहक और दुकानदार लेन-देन करते रहे। दुकानदारों की ओर से बिना मास्क पहने ग्राहकों को भी सामान दिया गया। कई ग्राहक जरूरत से अधिक सामान अपने वाहनों पर लोड कर ले जाते रहे। पुलिस प्रशासन की ओर से बाजार में व्यवस्था बनाने की बजाए चालान काटने में अधिक स्टाफ लगाए जाने से उम्मीद के अनुसार सुधार नहीं हो रहा है। इस बारे में शहर थाना प्रभारी सत्यवान शर्मा ने बताया कि पुलिस की ओर से लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है और उचित कार्रवाई भी की जा रही है लेकिन अधिकतर लोग खुद ही लापरवाही बरत रहे हैं जिससे ऐसी स्थिति बनी हुई है।
पंजाब सीमा पर भी नहीं जागरूकता
उल्लेखनीय है कि शहर के साथ पंजाब सीमा में बसे दशमेश नगर में रहने वाले पुलिसकर्मी को रोना पॉजिटिव पाए जाने पर खतरे की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में दशमेश नगर से शहर के बाजार और दुकानों में आने वाले व्यापारी कर्मचारी और ग्राहक को की मूवमेंट से लोगों में अधिक जागरूकता की जरूरत है लेकिन प्रशासन और आमजन इसके प्रति जागरूकता नहीं भरते रहे हैं। इससे लोगों में नाराजगी और भय बढ़ता जा रहा है।
गत दिन अतिरिक्त अनाज में नरमा बेचने आए किसानों को गेट पास कटवाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस दौरान किसानों की भीड़ जमा होने के कारण सोशल डिस्टेंस की पालना भी नहीं हो रही थी। इसी पर कार्रवाई करते हुए मार्केट कमेटी के चेयरमैन गुरचरण सिंह मत्तड़ और सचिव मेजर सिंह सिद्धू ने अतिरिक्त अनाज मंंडी निरीक्षण किया और व्यवस्था को बेहतर बनाकर किसानों की समस्याओं का समाधान किया। इसके अलावा उन्होंने किसानों व मजदूरों को करीब 200 मास्क वितरित कर सोशल डिस्टेंस रखने और लॉक डाउन के नियमों की पालना करने की अपील की। इस मौके पर मार्केट कमेटी के अतिरिक्त सचिव हेत राम, मंडी सुपरवाइजर अमन बाना, रवि कुमार, सीसीआई अधिकारी सुशील मित्तल मौजूद रहे।
इस दौरान मार्केट कमेटी चेयरमैन गुरचरण सिंह मत्तड़ और सचिव मेजर सिंह सिद्धू ने बताया कि गत दिन बिगड़ी अव्यवस्था से सबक लेते हुए प्रशासन ने अब सोशल डिस्टेंस की पालना करवाते हुए किसानों के लिए बेहतर व्यवस्था बनाई है। मंडी में नरमा बेचने आए किसानों के लिए अतिरिक्त अनाज मंडी स्थित फायर बिग्रेड कार्यालय और मार्केट कमेटी कार्यालय में गेट पास काटने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा किसानों की भीड़ जमा न हो, इसके लिए सुबह 8 बजे से ही सोशल डिस्टेंस बनाकर गेट पास काटे गए। वहीं इस दौरान उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना वायरस पूरे विश्व में महामारी का रूप धारण कर चुका है। ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि हम संयम से काम लेकर प्रशासन की ओर से जारी दिशा निर्देशों का पालन करें।
कोविड-19 से बचाव में लॉकडाउन के दौरान विवाह- शादियों का स्वरूप भी बदलने लगा है। जिला में 150 से ज्यादा शादियों के शुभ मुहूर्त हाेने पर भी अधिकतर परिवाराें काे शादी टालनी पड़ी तो कहीं दूल्हा- दुलहन ने मास्क पहन शादी रचाई। बिना बारात, ढोल-बैंड बाजे के शांदियां हुईं। विवाह कार्यक्रमों में बैंड- बाजों की एडवांस बुकिंग तक कैंसिल हो गईं। इससे बैंड बाजे वालों के 250 परिवारों पर आर्थिक संकट गहरा गया है। शहर के मशहूर जनता बैंड के संचालक राजकुमार लाडवाल ने बताया कि 25 मार्च से 30 अप्रैल तक शादी विवाह का साल में सैकेंड सीजन होता है। जिसकी उनके पास 45 शादियों की एडवांस बुकिंग थी। इसके अलावा भी शहर में 6 बैंड हैं। जिसमें 110 के आसपास शादियांे में बैंड- बाजे की बुकिंग थी। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव में हुए लॉकडाउन के दौरान जिला में विवाह सम्मेलन मांगलिक कार्य सब स्थगित हो गए हैं।
आगामी समय में भी मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लगा रह सकता है। इसके अलावा टेंट, कैटर्स व हलवाई को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। लाडवाल ने बताया कि जिला में 150 के आसपास शादियों के शुभ मुहूर्त निकल गए, जबकि कई दुल्हा- दुलहन ने मास्क पहन शादी रचाई है।
सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ रचाई शादी
कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव को रोकने की मुहिम में 24 मार्च को अचानक लॉकडाउन की घोषणा हो गई। यह लॉकडाउन 17 मई तक चलने वाला है। ज्यादातर शादियांे के शुभ मुहूर्त निकल गए हैं। जबकि कुछ परिवारों ने सहमति से बिना बारात, मैरिज पैलेस, ढोल-बैंड बजे और बिना दावत के शादियां निपटा ली। ऐसे कार्यक्रमों में लॉकडाउन की पालना करते हुए दोनों पक्षों के पांच-पांच घराती-बाराती शामिल हुए। जिससे उनके हलवाई, बैंड बाजे, ढोल, घोड़ी, डैकोरेशन के खर्च की बचत हुई।
जिला बाल कल्याण परिषद की ओर से 8 से 15 मई तक ऑनलाइन प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं। बड़ी बात ये है कि ये प्रतियोगिता पहली बार ऑनलाइन हो रही है और तीन आयु वर्गों में होगी। इस संबंधी विभाग की ओर से सभी संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी किया जा चुका है। डीसीडब्ल्यूओ पूनम नागपाल ने बताया कि प्रतियोगिता को लेकर बच्चों में काफी उत्साह है। प्रतियोगिता के लिए तीन अधिकारियों की ड्यूटियां लगाई गई हैं। जिला स्तर पर जो बच्चे प्रथम रहने वाले बच्चे स्टेट के लिए जाएंगे। पत्र की कॉपी लेखा लिपिक भूषण कुमार, प्रयास स्कूल के प्राचार्य राजेंद्र सिंह व डे केयर टीचर शीला देवी को भी प्रेषित की गई है।
अलग-अलग आयु वर्ग के अनुसार ये रखा गया है कार्यक्रम का शेड्यूल
विभाग की ओर से जारी किए गए पत्र के मुताबिक 8 मई को 3 से 5 साल के बच्चे कोरोना से बचाव के लिए भगवान से प्रार्थना करते हुए की दो मिनट की विडियो बनाएंगे। इसी दिन 6 से 10 साल के बच्चे देशभक्ति गीत की दो मिनट की वीडियो व 11 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चे फॉल्क सांग की विडियो बनाएंगे। 9 मई को 3 से 5 वर्ष के बच्चे क्लासिकल डांस प्रस्तुत करेंगे, जिसमें कोई अश्लीलता न हो। इसी वर्ग में फॉल्क सांग व फिल्मी कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसी दिन क्लासिकल डांस, फॉल्क व फिल्मी कार्यक्रम में 6 से 10 वर्ष व 11 से 14 वर्ष के बच्चे भाग लेंगे। 10 मई को भाषण प्रतियोगिता होगी, जिसके विषयों अच्छी आदतें अनुशासन, सुरक्षा, डायरी लिखने के फायदे, जीवन का लक्ष्य, शिक्षा में मोबाइल का इस्तेमाल, लॉकडाऊन में पर्यावरण, स्कूलों पर कोरोना वायरस का प्रभाव विषयों पर भाषण प्रतियोगिता में 6 से 10 व 11 से 14 वर्ष के बच्चे भाग लेंगे। 10 मई को ही 3 से 5 व 6 से 10 वर्ष के बच्चों में कविता स्पर्धा करवाई जाएगी।
प्रतियोगिताओं के लिए लगाई ड्यूटियां
लेखा लिपिक भूषण कुमार 3 से 5 वर्ष के बच्चों के सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं के वीडियो सुरक्षित रखेंगे व परिणाम घोषित करेंगे, 6 से 10 वर्ष तक के बच्चों की सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं के विडियो सुरक्षित रखने व परिणाम के लिए प्रयास स्कूल के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह व 11 से 14 वर्ष के बच्चों की सभी प्रकार की प्रतियोगिताओं के विडियो सुरक्षित रखने व परिणाम घोषित करने के लिए डे केयर टीचर शीला देवी को नियुक्त किया गया हैं।
भाग लेने वाले बच्चों की बनेगी सूची
विभाग की ओर से इन कर्मचारियों को प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले बच्चों की सूची बनाने के भी आदेश दिए गए हैं। सूची में बच्चे का नाम, पिता का नाम, जन्मतिथि, आधार नंबर, स्थाई पता व संपर्क नंबर भरवाना जरूरी है। अगर इस कार्य में कोई अधिकारी लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब और राजस्थान से आने वाले लोगाें को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस सख्त हो गए हंै। बॉर्डर पर 24 नाके लगाए गए हैं और इन पर पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही जिला में आने वालों को एंट्री मिल पा रही है। ऐसे में बुधवार को पंजाब के मलेरकोटला से सिरसा सीमा में प्रवेश कर रहे 7 जमातियों को जिला और पुलिस प्रशासन ने एंट्री करने से रोक दिया। उन्हें वापस भेज दिया गया।
जिला के गांव मुसाहिबवाला में पंजाब और हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस का नाका है। यहां प्रत्येक आने-जाने वाले की जांच की जा रही है। बुधवार को पंजााब की ओर से एक कार आई जिसमें 7 लोग सवार थे। पुलिस ने पूछताछ की और आने का कारण और परमिट मांगा तो वे नहीं
दिखा पाए। पूछने पर बताया कि वे सभी जमाती हैं और पंजाब के मलेरकोटला में ठहरे थे। उन्होंने बताया कि वे सभी सिरसा के हैं और अब सिरसा आना चाहते हैं। इस पर उनसे परमिट मांगा तो वे नहीं दिखा पाए। पुलिस ने परमिट न होने के कारण उन्हें वापस भेज दिया। उन्हें कहा कि बिना अनुमति जिला की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
पंजाब में कोरोना संक्रमण के बढ़ते हए मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन और सख्त हो गया है। अब पंजाब और राजस्थान से सिरसा में एंट्री करने वालों के लिए बॉर्डर पर पुलिस जांच के साथ-साथ स्क्रीनिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी तैनात कर दिया है। पूरी जांच के बाद ही केवल आवश्यक कार्यों के लिए आने वालोें काे ही जिला की सीमा में प्रवेश दिया ला रहा है। यहां पुलिस को तैनात किया गया और स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी। जहां एक ओर पुलिस गहनता से पूछताछ करती है वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी थर्मल स्कैनिंग के साथ-साथ स्वास्थ्य जांच भी करती है। इसके बाद यदि आवश्यक कार्य हो तभी पंजाब और राजस्थान से आने वालों को सिरसा की सीमा में एंट्री मिलती है।
पंजाब बॉर्डर पर लगे सूरतिया नाके पर तैनात एएनएम कुंती देवी, संदीप कुमार, प्रकाश सिंह, निर्मल आदि ने बताया कि कोरोना के बढ़ रहे प्रकोप पर काबू पाने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान केवल महत्वपूर्ण कारण के चलते ही आने-जाने की छूट दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि सभी की स्क्रिनिंग कर व उनका पता और मोबाइल नंबर पूछ जाता है। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जा रही ताकि लोगों को सुरक्षित माहौल मिल सके। इसका बाकायदा रिकार्ड भी तैयार किया जाता है और रजिस्टर में एंट्री की जाती है।
शहर के बरनाला रोड पर सदर थाना के पास लगे महिला थाना के पुलिस नाके पर स्कूटी पर अपने बेटे के साथ बिना मास्क और हेल्मेट के जा रही महिला ने हंगामा कर दिया। इतना ही नही महिला ने तैश में आकर जहां नाके पर तैनात महिला सब इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी दी। वहीँ थाने में लाने पर उसने महिला पुलिस कर्मियों को स्कॉर्पियो चढ़ाकर जान से मारने की धमकी दे डाली। महिला ने थाने से भागने का भी प्रयास किया। उसके बाद महिला पुलिस कर्मियों ने अधिकारियों से बात करके उसके और बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
हालांकि महिला को कोर्ट ने जमानत दे दी है। खुद को दबंग लेडी बताकर बोली सबको लगा दूंगी ठिकाने, स्कॉर्पियो ऊपर चढ़ा कर लूंगी बदलान्यू हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी की तरफ से बुधवार की दोपहर 12 बजे एक महिला स्कूटी पर अपने बेटे के साथ आई। उसका नाबालिग बेटा स्कूटी चला रहा था। पंजाब की ओर से आने वाला मुख्य रास्ता होने के चलते यहाँ पर महिला थाना पुलिस का नाका लगा हुआ है। जैसे ही महिला और उसके बेटे को बिना मास्क और हेलमेट के देखा तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। महिला को सब इंस्पेक्टर और एएसआई ने मास्क ना लगाने का कारण पूछा तो वो भड़क गई। महिला पुलिस की जवानों ने उसे बिना मास्क और हेलमेट के आगे जाने से मना कर दिया। इस पर स्कूटी सवार महिला और उसका बेटा वहां हंगामा करने लगे। महिला ने खुद को वीआईपी बताते हुए कहा कि आप लोगों की हिम्मत कैसे हुई मुझे रोकने की। महिला ने तैश में आकर सब इंस्पेक्टर को जान से मारने की धमकी दे दी और हंगामा करने लगी। इस पर जवानों ने सूचना महिला एसएचओ सुनीता रानी को दी। सुनीता रानी ने उसे महिला थाने लाने को कहा। जब नजदीक ही थाने में उसे लेकर गए तो महिला ने पुलिस कर्मियों से कहा कि तुमने दबंग लेडी से पंगा लिया है। मै स्कॉर्पियो चलाती हु। किसी दिन तुम्हारे ऊपर चढ़ाकर ठिकाने लगा दूंगी। मेरी जो ये बेइज्जती हुई है। इसका बदला जरूर लूंगी।
केस दर्ज किया
महिला थाना पुलिस ने महिला को हद पार करते हुए देखकर उसके खिलाफ महिला सब इंस्पेक्टर की शिकायत पर केस दर्ज कर दिया।उसे कोर्ट में पेश किया गया। जहां उसे और उसके बेटे को जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद फिर महिला ने सबको ठिकाने लगाने की धमकी दे डाली। महिला एसएचओ सुनीता रानी ने बताया कि महिला ने बहुत हंगामा किया और सब इंस्पेक्टर सहित अन्य को जान से मारने की धमकी दी है। वह अपने नाबालिग बेटे के साथ स्कूटी पर बाजार जा रही थी । बिना मास्क और हेल्मेट के जो कानूनी रूप से गलत था। जब उसे रोका तो उसने हंगामा करते हुए जान से मारने की धमकी दी थी।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगा हुआ है। इसलिए विभाग ने सभी रक्षा पैंशनरों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जीवन प्रमाण पत्र मोबाइल के माध्यम से भिजवाने का निर्णय लिया है।
रक्षा पैंशनर संंबंधित बैंक टॉस्क होल्डर स्टाफ सहित विभिन्न माध्यमों से प्रमाणित करवाकर अपना जीवन प्रमाण पत्र विभाग के अधिकारी/कर्मचारी के मोबाइल पर भिजवा सकते हैं। जिला सैनिक एवं अर्ध सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल डॉ. दीप डागर ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन होने के कारण रक्षा पैंशनरों को अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा करवाने में किसी प्रकार की कठिनाई न हो इसके लिए विभाग द्वारा जीवन प्रमाण पत्र मोबाइल के माध्यम से ही प्राप्त किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पैंशनर डीपीडीओ कार्यालय में प्रात: 10 से शाम 5 बजे तक संपर्क कर अपना जीवन प्रमाण पत्र मोबाइल से भेज सकते हैं।
इन माध्यमों से करवा सकते हैं जीवन प्रमाण पत्र प्रमाणित
कर्नल डाॅ. दीप डागर ने बताया कि रक्षा पैंशनर जीवन प्रमाण पत्र के निर्धारित प्रारूप को संबंधित टॉस्क होल्डर स्टाफ, किसी भी सरकारी राज पत्रित अधिकारी या गांव/शहर के सरपंच अथवा प्रधान से प्रमाणित करवा सकते हैं। प्रमाणित उपरांत जीवन प्रमाण पत्र डीपीडीओ कार्यालय के वरिष्ठ लेखा अधिकारी वजीर सिंह (82951-36435), लेखा अधिकारी सौरभ मदान (70150-65583) व कोमल भ्याण (99962-14323) तथा लिपिक संदीप श्योकंद (99924-72222) से प्रात: 10 से शाम 5 बजे के बीच संपर्क कर इनके मोबाइल पर भिजवा सकते हैं।
शहर के नर्सिंग कॉलेज में पढ़ रही हिमाचल प्रदेश की 31 छात्राओं को उपमंडल प्रशासन ने बुधवार को उनके घर पहुंचाया। हरियाणा रोडवेज की बस में आज इन छात्राओं को हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में प्रशासनिक अधिकारियों को सुपुर्द किया। इन छात्राओं के परिजनों ने प्रशासन से इनके घर वापसी की गुहार लगाई थी।
तहसीलदार हरकेश गुप्ता ने बताया कि शहर की नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली 31 छात्राओं के परिजनों ने हिमाचल प्रदेश से गुहार लगाई थी कि उनकी बच्चियों को किसी तरह उनके घर पहुंचाया जाये। जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने बुधवार 5:30 बजे हरियाणा रोडवेज की बस से बिलासपुर भिजवाया जहां यह छात्राएं सकुशल अपने अपने घर पहुंच चुकी है। उन्होंने बताया कि 31 छात्राओं में 11 छात्राएं हमीरपुर जिला की, 8 छात्राएं मंडी जिला की, 5 बिलासपुर जिला की, 3 छात्राएं शिमला जिला की तथा 2 छात्राएं ऊना व एक -एक छात्रा कुल्लू व कांगड़ा जिला की रहने वाली है। रवाना करने से पूर्व सभी 31 छात्राओं की मेडिकल जांच की गई जो मंगलवार मध्य रात्रि तक जारी थी। इस अवसर पर स्वयं एसडीएम दिलबाग सिंह व थाना प्रभारी राधेश्याम भी मौजूद थे। सभी की जांच पूर्ण होने पर बुधवार प्रातः ही तहसीलदार हरकेश गुप्ता व पटवारी राजेंद्र जांगिड़ की उपस्थिति में इन छात्राओ को हरियाणा रोडवेज की सैनिटाइज की गई बस में रवाना कर दिया गया।
विदेशों से लोगों को वापस लाने के बाद होगी जांच
सिरसा| डीसी रमेश चंद्र बिढ़ान ने बताया कि ऐसे भारतीय नागरिक जो विदेशों में रह रहे हैं और वापिस आने के इच्छुक हैं। ऐसे नागरिकों को वापिस लाने संबंधी कार्य के लिए सरकार प्रयासरत है। विदेशों में रह रहे ऐसे कुछ व्यक्तियों का संबंध जिला सिरसा जिला से भी हो सकता है। ऐसे में उनकी वापसी के मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा उनकी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत स्वास्थ्य जांच व अन्य आवश्यक प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए राज्य कृषि विपणन बोर्ड के कार्यकारी अभियंता विरेंद्र शर्मा 94170-95657 को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
पिछले छह दिनों से ऑटो मार्केट में सेवा बस्तियों के सुधार में जुटे सफाई कर्मचारियों को भाजपा नगर के मंडलाध्यक्ष नीरज बांसल ने सम्मानित किया। नीरज बांसल ने इस अवसर पर कहा कि कोरोना महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन है। इस परिस्थिति में शहर को साफ व स्वच्छ रखने में सफाई कर्मचारी जी-जान से जुटे हैं और जान-जोखिम में डालकर शहर की काया कल्प कर रहे हैं। नीरज बांसल ने कहा कि कोरोना संकटकाल में मीडिया कर्मी, पुलिस कर्मी, चिकित्सक, सफाई कर्मी व जिला प्रशासन सभी सम्मान के योग्य है और आमजन को घर पर रहकर इनका सहयोग करना चाहिए। पिछले छह दिनों में सफाई कर्मचारियों ने सेवा बस्तियों की तस्वीर बदल दी है और अब यह बस्ती पूरी तरह से स्वच्छ है, जिसके चलते उन्हें सम्मानित किया गया है। नीरज बांसल की ओर से सेवा बस्तियों में लंगर सेवा शुरू की गई है, जोकि अभी तक जारी है। इस दौरान नीरज बांसल ने स्वच्छता अभियान, जांच शिविर व रक्तदान शिविर जैसे अनूठे कार्य जिला प्रशासन के सहयोग से किए। वहीं बस्ती में रक्तदान शिविर में लगाया गया। जिसमें शिव शक्ति ब्लड बैंक की टीम ने 66 यूनिट रक्त एकत्रित किया। इस अवसर पर बांसल ने कहा कि रक्तदान महादान है और इस महादान में रक्त रूपी आहुति डालना पुण्य का काम है। इस पुनीत कार्य में योगेश ठाकुर, डॉ. जगत, ब्रह्म गिल, सोनू, मोनू, राजेंद्र जिंदल, प्रहलाद राय मीणा आदि का योगदान रहा।
लॉकडाउन के दौरान सिरसा जिले में लोगो को इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस) के माध्यम से उनके बैंको से पैसे निकालने के लिए डाकिये चलते फिरते एटीएम के रूप में लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं।
डाकियों के पास उपलब्ध माइक्रो एटीएम से प्रतिदिन एक व्यक्ति अपने आधार लिंक खाते से 10 हजार तक की राशि निकलवा सकता है, जिसके लिए किसी भी प्रकार का चार्ज नहीं लिया जाता है। कोई भी आमजन किसी भी प्रकार की योजना चाहे फिर वो नरेगा, किसान सम्मान निधि योजना, गरीब कल्याण योजना, मातृत्व योजना, पेंशन इत्यादि की पेमेंट अपने नजदीकी डाकघर से निकलवा सकता है। इसके अलावा हरियाणा सरकार के पोर्टल बैंक स्लॉट या हरियाणा पोस्ट एप के द्वारा भी अपने बैंक खाते से निकासी की रिक्वेस्ट भेज सकता है। इसी मुहिम में अभी तक सिरसा जिले में 2500 से ज्यादा लोगों को करीब 65 लाख रुपये की धनराशि वितरित की जा चुकी है।
इन डाकियों को उपलब्ध करवाए एईपीएस
सिरसा जिले के अंतर्गत शाखा डाकपाल गुरमेल सिंह तारुआना, कुम्भाराम फिरोजाबाद, राजेश कुमार चकराइयां, दलीप सिंह खारी सुरेरां, कुलदीप सिंह जोधकां, सुखपाल कौर चकेरियां, रणसिंह भड़ोलियांवाली, सुखवंत सिंह ओटू, चुन्नीलाल घोड़ावाली, मोहन सिंह मोजूखेड़ा ने अधिकतम लोगों एईपीएस के माध्यम से रुपये उपलब्ध करवाए हैं।
162 उप डाकघरों में आधार एटीएम सुविधा शुरू
मुख्य डाकपाल नवीन शर्मा ने बताया कि जिले के सभी डाकघरों में एईपीएस सुविधा शुरू कर दी है। जिला में 26 हजार उपभोक्ता सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। डाक विभाग ने जिले के 162 उप डाकघरों में आधार एटीएम सुविधा शुरू कर दी गई है। इस सुविधा से उपभोक्ता एक बार में 10 हजार रुपये तक निकाल सकते हैं।
जिले की मंडियों में खुले आसमान तले बरसात में बार- बार भीगता गेहूं प्रशासनिक प्रबंधों के दावों की पोल खोल रहा है। बरसात से भीगा गेहूं मंडियों में सड़ने लगा है। लेकिन संबंधित अधिकारी इसको लेकर गंभीर नहीं हैं। पिछले दिनों बारिश से जिले की मंडियों में खुले आसमान तले भीगी 20 लाख क्विंटल गेहूं सुखाने का काम सिरे नहीं चढ़ पाया है कि बुधवार सुबह झमाझम बरसात से गेहूं की बोरियां एक बारगी फिर से भीग गई। अनाज मंडी में मजदूर गेहूं की बोरियों को बरसाती पानी से निकालते नजर आए। वहीं गेहूं सूखने तक मंडियों से उठान हो पाना मुश्किल है।
जिले में 27 हजार किसानों से 13 दिनों में 43 लाख 31 हजार 760 क्विंटल गेहूं खरीदी थी। लेकिन मंडियों से 20 लाख क्विंटल गेहूं उठान नहीं हो पाया था। पिछले दिनों बरसात में खुले आसमान तले गेहूं की बोरियां भीग गई थी, जिनको मजदूर सुखाने में जुटे थे कि बारिश से दोबारा गेहूं भीग गया। गेहूं जल्दी से सुखाया नहीं गया, तो इसके सड़ने की नौबत आ जाएगी। जिससे स्टोरेज की दिक्कतें आएंगी और मंडियों से उठान में देरी किसानों की मुश्किलें बढ़ा सकती है, क्योंकि संबंधित अधिकारियों की लापरवाही व उदासीनता के चलते मंडियां गेहूं की बोरियों से अटी पड़ी हैं। किसानों के लिए गेहूं उतारने की मंडियों में जगह तक नहीं है।
मंडियों में कैरेट और तिरपाल की व्यवस्था नहीं
डीसी की ओर से दो दिन पहले ही गेहूं की सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध करने के निर्देश दिए गए थे। मगर उसी दिन बरसात आने से लाखों क्विंटल गेहूं भीग गई थी। इसलिए उसका उठान नहीं हो पाया। उसके बाद तेजी से गेहूं मंडी में आती रही। उठाने नहीं होने के कारण गेहूं खुले में डालनी पड़ रही है। जो बैग भरे जा रहे हैं। वे नीचे ही रखे जा रहे हैं। कैरेट नहीं होने के कारण बरसात का पानी नीचे घुस जाता है। गेहूं भीग रही है। तिरपाल का भी पुख्ता प्रबंध नहीं है। इसलिए नुकसान हो रहा है।
बेमौसम बारिश के चलते किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है बुधवार को बादल छाए रहे और उपमंडल के एरिया में कई जगह मंगलवार देर रात हल्की बूंदा बांदी हुई। पिछले दिनों हुई बेमौसमी बारिश से किसानों द्वारा नरमे की बिजाई प्रभावित हुई है जो किसानों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। वहीं किसानों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है और दोबारा बिजाई करनी पड़ रही है।
14 एकड़ की हुई थी बजाई : किसान सुखमंदर सिंह निवासी माखा ने बताया कि उन्होंने 6 दिन पहले 14 एकड़ में नरमे की बिजाई की हुई है जो बैमोसमी बारिश से खराब हो गई और नरमा करंड हो गया है। उन्होंने बताया कि अब उन्हें मजदूर लगाकर नरमा की करंड तुडबा रहे हैं जबकि उन्हें चिंता है कि नरमा बाहाल नहीं होगा उन्हें दोबारा बजाई करनी पड़ सकती है। एक और जहां बिजाई लेट होगी दूसरी ओर किसानों का खर्च दुगना हो रहा है जिसके चलते किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
किसान मिट्ठू कंबोज व सुरेश पुनिया ने बताया कि कुदरती मार के चलते उन्हें हर बार नुकसान झेलना पड़ रहा है। सरकार की गलत नीतियों के कारण सरकार की ओर से किसानों को कोई सहयोग नहीं किया जा रहा जिसके चलते किसान दिनों दिन गरीब हो रहे हैं और आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं। वहीं बेमौसमी बारिश के चलते किसानों की गेहूं की फसल मंडियों में खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई है जो भीगने से खराब हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से कोई सुविधा मुहैया नहीं करवाई जा रही।
कोरोना आपातकाल में निजी स्कूलों द्वारा कथित रूप से लूटपाट मचाने के विरोध में आज अभिभावक संघ सिरसा की जिला कार्यकारिणी सदस्य राकेश जैन, प्रमोद वधवा, हरीश कुमार, राहुल महिपाल ने डीसी कार्यालय में जिला राजस्व अधिकारी को उपरोक्त मामले को लेकर मांग-पत्र सौंपा।
ज्ञापन कहा गया है कि लॉडाऊन के दौरान निजी स्कूलों द्वारा सरकार के आदेशों की अवहेलना करते हुए अभिभावकों को स्कूल एक्टिवटी चार्ज, एनुएल चार्ज व कम्प्यूटर चार्ज आदि के नाम पर परेशान किया जा रहा है। लॉकडाउन में भी सिरसा के कई निजी स्कूलों ने फीस में मनमाने रूप से 10 प्रतिशत की वृद्धि कर दी है जोकि सरासर नाजायज है। स्कूल प्रशासन आपातकाल में भी निर्धारित दुकानों से किताबें, स्टेशनरी, वर्दियां व अन्य सामान खरीदने के लिए दबाव बना रहे हैं। अभिभावक परेशान हैं क्योंकि या तो किताबें व स्टेशनरी बाजार में नहीं है या फिर यह सामान प्रिंट रेट पर ही दिया जा रहा है।
इसके अलावा स्कूलों द्वारा नियमों को ताक पर रखते हुए व पुरानी परिपाटी पर चलते हुए कई स्कूलों ने पाठ्यक्रम बदल दिया है और अभिभावकों को नई किताबें खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है जोकि नियमों के खिलाफ है। अभिभावक संघ ने डीसी से जांच करवाकर शिक्षा के नाम पर मची लूट को रोकने व सरकार के निर्देशों की पालना नहीं करने वाले शिक्षा माफिया पर नकेल सकते हुए कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
29 अप्रैल को नांदेड़ साहिब से लौटने के बाद अम्बाला की कंबोज धर्मशाला में क्वारेंटाइन किए गए 11 श्रद्धालुओं में से अब 4 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। चारों एक ही परिवार से हैं। इस परिवार के 6 सदस्य नांदेड़ साहिब में थे। पॉजिटिव मरीजों को एमएम अस्पताल (कोविड19) में आइसोलेट कर दिया गया है। अब 7 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अम्बाला के इन 11 श्रद्धालुओं समेत कुल 39 लोग पंजाब रोडवेज की बस में अम्बाला आए थे। 30 अप्रैल को सभी के सैंपल भेजे गए। रिपोर्ट निगेटिव रहने पर सभी को उनके जिलों करनाल, कैथल, फतेहाबाद, यमुनानगर व दिल्ली भेज दिया गया था। यहां से लौटने के अगले दिन ही यमुनानगर के श्रद्धालु का दोबारा सैंपल लिया जो पॉजिटिव निकल गया था।
जिन श्रद्धालुओं की रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है, यह नारायणगढ़ के अकबरपुर का रहने वाला परिवार है। इसमें 75 व 70 वर्षीय बुजुर्ग दंपती, उनके 42 वर्षीय बेटा व 9 साल की पोती है। पुत्रवधू व 5 साल के पोता की रिपोर्ट निगेटिव है। कंबोज धर्मशाला में ही क्वारेंटाइन किए गए पिलखनी गांव से डेनमार्क गए 63 वर्षीय व 52 वर्षीय एनआरआई दंपती, कैंट रेलवे कॉलोनी के 24 व 59 वर्षीय व्यक्ति और शहजादपुर की जनक कॉलोनी निवासी 24 वर्षीय युवक शामिल हैं।
घर पर ताला, पड़ोसी कर रहे घर के पौधों और डॉग की देखभाल
गांव अकबरपुर के 6 लोगों का परिवार 17 मार्च को नांदेड़ साहिब के लिए रवाना हुआ था। यह परिवार लॉकडाउन के दौरान 29 अप्रैल को अम्बाला लौटा। इस परिवार के घर पर ताला लगा हुआ है। पिछले एक महीने से इस परिवार के कुत्ते और पौधों की रखवाली पड़ोसी कर रहे हैं। पड़ोसियों को उम्मीद थी कि अब परिवार के सदस्य वापस अपने घर आ जाएंगे लेकिन उनमें से चार के पॉजिटिव आने की खबर सुनकर वह दुखी हैं।
एमएम अस्पताल की कोविड यूनिट में अब 26 मरीज
एमएम अस्पताल की कोविड-19 यूनिट में बुधवार को कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 26 हो गई है। नांदेड़ से लौटे 4 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें उपचार के लिए एमएम अस्पताल के कोविड यूनिट में ही भेजा गया है। कोविड यूनिट से भी 10 संदिग्ध केसों के सैंपल भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट का इंतजार है। एमएम कोविड यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ. एलएन गर्ग ने बताया कि 3-4 मरीजों को हलका खांसी-बुखार की शिकायत है।
सोमवार व मंगलवार के 445 सैंपलों में से 130 की रिपोर्ट का इंतजार
सोमवार को लिए गए 139 सैंपलों में से 4 पॉजिटिव मिले हैं। 4 की रिपोर्ट पेंडिंग हैं। बाकी रिपोर्ट निगेटिव रही हैं। मंगलवार को लिए गए सैंपलों में से लिए गए थे। इनमें से 96 सैंपल पीजीआई चंडीगढ़, 81 सैंपल करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, 68 सैंपल खानपुर कलां मेडिकल कॉलेज और 53 सैंपल रोहतक पीजीआई भेजे गए थे। रोहतक पीजीआई से 53, खानपुर कलां से सभी 68, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज से 5 सैंपलों की रिपोर्ट आनी बाकी है। कुल मिलाकर अभी 130 सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार है। इसमें करीब 20 श्रमिकों के सैंपल भी शामिल हैं। शाहाबाद की गर्भवती महिला, बंद फाटक के पास के स्लम एरिया के परिवार के 6 सदस्यों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जिनमें 4 माह का बच्चा भी शामिल है।
बुधवार को 198 सैंपल लिए
एपेडेमियोलॉजिस्ट डॉ. सुनील हरि ने बताया कि बुधवार को 198 सैंपल लिए गए हैं। सबसे ज्यादा 127 सैंपल अम्बाला कैंट से लिए गए हैं। सिटी सिविल अस्पताल से 41, शहजादपुर से 24, ठरवा से 3, एमएम मुलाना से 2 और मिलिट्री अस्पताल से 1 सैंपल लिया है। मंगलवार को सिटी सिविल को ट्रामा सेंटर में 85 साल की महिला की मौत हो गई थी। उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। सिजेरियन डिलीवरी के लिए आई रविदास माजरी की महिला का भी सैंपल भेजा गया है। सीएमओ डॉ. कुलदीप सिंह ने बताया कि जिले में अब तक 3,135 सैंपल लिए जा चुके हैं। 2,769 की रिपोर्ट निगेटिव रही है। बुधवार को 7 कंटेनमेंट जोन से 127 सैंपल लिए हैं, जिनमें से 50 सैंपल स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के हैं।
22 वर्षीय ऑटो चालक की चेन
कोरोना संक्रमित मिला निशात बाग का 22 वर्षीय अॉटो चालक ने कैंट में माया वाला चौक के पास डॉ. रामकुमार गुप्ता के पास से भी 2 मई को ट्रीटमेंट लिया था। बुधवार को इस डॉक्टर से उन मरीजों की लिस्ट मांगी गई है जो पिछले 4 दिन में क्लीनिक में आए है। क्लीनिक में एक युवती भी काम करती है। इस क्लीनिक में ज्यादातर ग्वाल मंडी के लोग आते हैं। यह युवक सदर थाने के पास डॉ. रामनाथ के पास भी 4 मई को गया था।
नारायणगढ़ में ट्रैक्टरों लोन का बड़ा गड़बड़झाला सामने आ रहा है। एक ट्रैक्टर एजेंसी ने करीब 100 किसानों के नाम पर महेंद्रा फाइनेंस कंपनी से ट्रैक्टर लोन करवाया। हकीकत में किसानों को ट्रैक्टर मिले ही नहीं। मामला तब सामने आया जब फाइनेंस कंपनी ने किस्तें न आने पर किसानों को डिफॉल्टर नोटिस भेजने शुरू किए। ऐसे ही एक किसान चंद्रकांत शर्मा ने पुलिस को शिकायत की। जिसकी डीएसपी अमित भाटिया जांच कर रहे हैं। डीएसपी ने मामले में मिली शिकायत पर जांच करने की पुष्टि की।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ट्रैक्टर एजेंसी संचालक किसानों को अॉफर देता था कि वे अपने नाम पर ट्रैक्टर फाइनेंस करवा लें। एजेंसी संचालक ट्रैक्टरों को किराये पर चलाएगा। जिसमें से किस्त भी कटती रहेगी और जो मुनाफा होगा उसमें से किसान को हिस्सा मिलेगा। जिन लोगों के नाम लाखों रुपए का लोन खड़ा है, उनके पास न ट्रैक्टर है और न ही ट्रैक्टर के कागजात हैं। क्योंकि ट्रैक्टरों का सिर्फ लोन करवाया गया था किसी को ट्रैक्टर बेचा नहीं गया। महिंद्रा फाइनेंस के मैनेजर शिव राणा का कहना है कि एक ट्रैक्टर पर 5 से 6 लाख रुपए तक का लोन करवाया गया था। इस समय 70 से 80 किसान डिफॉल्टर लिस्ट में हैं, जिनकी 5 से 15 किस्तें बकाया हैं।
राणा का मानना है कि यह पूरा खेल कस्टमर और ट्रैक्टर डीलर के तालमेल से खेला गया है। लोन देने से पहले कंपनी ने कस्टमरों से फोन पर वेरिफिकेशन की गई थी कि उनके पास कितनी जमीन है, ट्रैक्टर से और क्या काम करेंगे। डीलर ने ट्रैक्टर का बिल फाइनेंस कंपनी को दिया था, जिसके बाद फाइनेंस कंपनी डीलर के खाते में पैसा ट्रांसफर किया है। जिनके नाम लोन है, उनमें से कुछ के पहले भी कारों या अन्य वाहनों के लोन चल रहे थे। कई लोगों की जमीन की फर्दें और कुछ किसानों के जे फार्म आदि दस्तावेज कंपनी के पास हैं।
किराए के लालच में फंसाया गया: शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता चंद्रकांत शर्मा ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि गोपाल ट्रैक्टर के मालिक ने कहा था कि लोन पर ट्रैक्टर ले लो। ट्रैक्टर किराए पर चलाएंगे। जो आमदनी होगी उसमें से किस्त का पैसा काटकर बाकी उसे हर महीने दे दिया जाएगा। ट्रैक्टर को लोन हुए कई महीने बीत गए लेकिन कुछ नहीं मिला। कुछ महीने बाद ही फाइनेंस कंपनी वाले किस्त के लिए परेशान करने लगे थे। ट्रैक्टर डीलर से बात की तो किस्तें भरने का आश्वासन दिया था लेकिन किस्तें भरी नहीं ।
हरियाणा में बुधवार को 41 दिन के बाद शराब के ठेके खुले। जैसे ही ठेकों के शटर उठे, ग्राहकों की लाइनलग गई। हरियाणा में दिल्ली की तरह धक्का-मुक्की नजर नहीं आई। यहां लोगों ने शराब की दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन किया। शराब खरीदने में महिलाएं भी पीछे नहीं हटीं। गुड़गांवमें उन्होंने भी लाइन लगाकर शराब खरीदी।
हरियाणा सरकार ने बुधवार को अपने खर्च पर 1200 मजदूरों को हिसार से बिहार के कटिहार के लिए रवाना कर दिया है। इन मजदूरों के लेकर चली ट्रेन में इनके खाने-पीने की पूरी व्यवस्था का खर्च भी हरियाणा सरकार ने उठाया है। सीएम मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि इन मजदूरों को सुरक्षित स्थानों तक भेजना हमारा दायित्व है।
ट्रेन में सफर के लिए खाना और पानी की व्यवस्था हिसार से ही करके भेजी गई है। इसका पूरा खर्च भी हरियाणा सरकार ने उठाया है।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि किसी भी श्रमिक को घर जाने के लिए कोई पैसा खर्च करने की जरुरत नहीं है। सारा खर्च हरियाणा सरकार करेगी।
सीएम मनोहर लाल का कहना है कि किसी भी श्रमिक को किसी के बहकावे में आने की भी जरुरत नहीं है। घर भेजने के नाम पर यदि कोई पैसे ऐंठने की कोशिश करे तो उससे बचें।
सीएम ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मजदूर हरियाणा के उद्योगों की रीढ़ है। ऐसे में यदि संभव है तो उन्हें यहीं रूकना चाहिए, क्योंकि हरियाणा की स्थिति अन्य राज्यों से अच्छी है।
हिसार की तरह आने वाले दिनों में हरियाणा के दूसरे हिस्सों से भी ट्रेन मजदूरों को लेकर अलग-अलग राज्यों के लिए रवाना होंगी। इसके लिए सरकार योजना बना रही है।
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि यह संकट की घड़ी है। इस महामारी के चक्र में हमें कोशिश करनी चाहिए कि जहां हैं वहीं रहें। इससे अपना भी बचाव होगा और अपने परिजनों का भी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर महामारी के चलते चार हजार कैदियों की पैरोल और अंतरिम जमानत की अवधि पांच सप्ताह के लिए बढ़ा दी गई है। अब कोरोना टेस्ट के बाद ही कैदियों को जेल में लाया जाएगा।
बुधवार को चंडीगढ़ में हरियाणा आज कार्यक्रम के दौरान प्रदेश वासियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश की सभी जेलों में सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य सुरक्षा उपायों का प्रबंध किया जा रहा है। जेलों की डयोढी में कैदियों व बंदियों के हाथ धुलवाने के आदेश पहले ही जारी हो चुके हैं।
आर्थिक मंदी से बचने के लिए हमने आर्थिक गतिविधियां शुरू की हैं और बाजारों को खोला गया है। जिस तरह भीड़ जमा हो रही, वह ठीक नहीं है। अनुशासन बनाकर रखें। मुख्यमंत्री ने फसल खरीद पर जानकारी देते हुए बताया कि इस पर 1800 गेहूं खरीद केंद्र और 200 सरसों खरीद केंद्र बनाए गए हैं। अभी तक साढ़े चार लाख टन सरसों खरीदी गई है और किसानों को 800 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका। इसी तरह 50 लाख टन गेहूं की खरीद करते हुए 820 करोड़ रुपये किसानों को दिए हैं।
हरियाणा में बुधवार को लॉकडाउन फेज-3 के तीसरे दिन कोरोना सेस लगने के बाद शराब की दुकानें खुल गईं। 41 दिन बाद दुकानें खुलते ही लंबी-लंबी लाइनें लग गईं। कई जगह दुकानों के बाहर पुलिसकर्मियों को तैनात करना पड़ा ताकि स्थिति सामान्य बनी रहे और लोग सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें। हालांकि, कंटेनमेंट जोन में शराब के ठेके नहीं खुले हैं। हरियाणा में शराब की दुकानें खोलने का समय सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक निर्धारित किया है। सरकार ने लॉकडाउन के बीच 27 मार्च रात 12 बजे के बाद से शराब की बिक्री बंद कर दी थी। इसके बाद बुधवार को शराब के ठेके खुले हैं।
कोरोना सेस लगने से 5 रुपए से 20 रुपए तक महंगी हुई शराब
हरियाणा सरकार ने शराब पर कोविड सेस (उपकर)लगा दिया। देसी शराब की बोतल पर 5 रुपए, अंग्रेजी शराब की बोतल पर 20 रुपए सेस लगाया है। यह निर्णय मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में मंगलवार को मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया था। शॉपिंग मॉल में शराब की बिक्री पर रोक रहेगी। आबकारी नीति में संशोधन के अनुसार, एल-2, एल-14ए औरअन्य सहवर्ती लाइसेंसों की वैधता अवधि 19 मई 2021 तक रहेगी। सरकार ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की अध्यक्षता में सब कमेटी का गठन किया है। इसमें परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा और खेल मंत्री संदीप सिंह हैं,जो केंद्र सरकार द्वारा नियमों को लागूकराएगी
कितनी महंगी हुई शराब
कोरोना मरीज ठीक होने की दर गिरी
हरियाणा में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर एक सप्ताह पहले 72% थी। अब यह गिरकर 46.2% पर आ गई है। अब तक 4 जिलों में सभी मरीज ठीक होकर घर आ चुके हैं। इन जिलों में कुरुक्षेत्र, कैथल, भिवानी व चरखी दादरी शामिल है। पंचकूला, मेवात, पलवल जिले ऐसे हैं, जिनमें रिकवरी रेट 75 से लेकर 94% तक है। हिसार, सिरसा, फरीदाबाद, गुड़गांव, करनाल व रोहतक ऐसे जिले हैं, जहां रिकवरी रेट 26 से 40 फीसदी तक पहुंचा है। झज्जर जिले में अभी कोई भी मरीज ठीक नहीं हो पाया है। जबकि 0 से 25% तक की रिकवरी रेट में झज्जर के अलावा जींद, फतेहाबाद, पानीपत व सोनीपत जिले हैं। रेवाड़ी औरमहेंद्रगढ़ में एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला है।
इंटर डिस्ट्रिक्ट मूवमेंट बंद करने के लिए कच्चे रास्ते खोदे
हरियाणा में हाइवे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं लेकिन लोग कच्चे रास्तों से आवागमनकर रहे हैं। ऐसे में अब कच्चे रास्तों को खोद दिया गया है ताकि लोग इंटर ड्रस्ट्रिक्ट मूवमेंट न कर पाएं। अम्बाला सिटी के गांव डडियाना के पास रोजाना तीन से चार पुलिस की गाड़ियां प्रवासी मजदूरों को छोड़कर जा रही थी। घग्घर नदी क्रॉस करके प्रवासी अम्बाला में क्रॉस कर रहे थे। गांव डडियाना में कोरोना वायरस संक्रमण न फैले, इसलिए गांव की सरपंच अमनदीप कौर ने डीसी अम्बाला को एक चिट्टी लिखी।जिला प्रशासन हरकत में आ गया और गांव डडियाना पहुंचा। गांव के लोगों ने मौके पर पहुंचे अधिकारियों से कहा कि यह रास्ता एक ठेकेदार ने पाइप डालकर बनाया था ताकि उसके मिट्टी के ट्रक उसके ऊपर से गुजर सके।
इसी तरह करनाल जिले के असंध में हुआ, जहां दूसरे जिले की सीमा से एंट्री न कर पाए, इसके लिए पुलिस प्रशासन ने सड़क को खोद दिया है। इसी के साथ वहां नाका बनाकर पुलिस कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। जिले की सीमा पर 24 घंटे चौकसी है।
हरियाणा में कोरोना मरीजों की संख्या 595 हो गई है। बुधवार को 47 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं प्रदेश में मरने वालों की संख्या भी 8 हो गई है। बीते सोमवार को पानीपत की दीनानाथ कॉलोनी में रहने वाले 24 वर्षीय युवक की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने उसके सैंपल जांच के लिए भेजे थे। बुधवार को रिपोर्ट में उसके कोरोना की पुष्टि हुई है। उस युवक ने मरने से पहले एक महिला के हाथ पर काट लिया था। स्वास्थ्य विभाग ने उस महिला को भी क्वारैंटाइन किया हुआ है। बुधवार को प्रदेश में सामने आए 47 मरीजों में सबसे ज्यादा गुड़गांव में 20 मरीज आए। इसके अलावा, झज्जर में 6, पानीपत और करनाल में 5-5, अम्बाला में 4, सोनीपत में 3, फरीदाबाद में 2 और जींद व फतेहाबाद में 1-1 मरीज मिला है। बुधवार को महज चार मरीज ठीक हुए हैं।
गुड़गांव में एक दिन में कोरोना के 20 केस मिले, 10 केस सब्जी मंडी से जुड़े
बुधवार को एक दिन में कोरोना के एक साथ 20 पॉजिटिव मरीज मिले। जिसके साथ कोरोना संक्रमित मरीजों का आकड़ा शतक को भी पार गया। कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या अब 104 हो गई है। हरियाणा प्रदेश में सर्वाधिक मरीजों के साथ गुरुग्राम नंबर एक पर आ गया है। पॉजिटिव मिले मरीजों में 10 खंडसा मंडी के सब्जी व्यापारी हैं। इससे पहले भी इसी मंडी के नौ सब्जी विक्रेता कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं बचे हुए मरीजों में चार डूंडाहेड़ा गांव के रहने वाले हैं और तीन निजी अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये सभी पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। वहीं तेजी से बढ़ रहे पेशंट की संख्या पिछले छह दिन में ही 47 हो गई है। जबकि कुल 104 केस में से 51 पेशंट ठीक हो चुके हैं जबकि 53 का ईलाज किया जा रहा है।
पानीपत में कोरोना मरीज की सोमवार रात को साढ़े 8 बजे हुई थी मौत
दीनानाथ कॉलोनी में सोमवार रात साढ़े 8 बजे 24 साल के एक युवक की मौत हो गई थी। वह एक दिन पहले दिल्ली से आया था। स्वास्थ्य विभाग व पुलिस को मंगलवार सुबह 4 बजे सूचना मिली तो स्वैब सैंपल ले लैब में भेज दिए। डॉक्टर मान रहे थे कि उसकी रैबिज से मौत हुई है क्योंकि उसने मरने से पहले पड़ोस की एक महिला के हाथ पर काट लिया था। महिला के सैंपल ले क्वारैंटाइन कर दिया गया था। मौत से पहले युवक के मुंह से लार निकली थी। यह रैबीज के लक्षण हैं। वहीं कोरोना की दहशत के चलते कोई पड़ोसी युवक के अंतिम संस्कार में मदद कराने नहीं आया।
महिला को काटा और घर आते ही अचानक गिर गया और मौत हो गई
मृतक की दादी ने बताया, 'मेरा पोता रविवार को दिल्ली से आया था। वह मजदूरी करता था। उसके तीन-भाई बहन हैं। पिता फलों का काम करता है। मां की 7 साल पहले मौत हो गई थी। सोमवार रात को पोता बोला कि उसे पानी से डर लगा रहा है। वह बहुत घबराया हुआ था। फिर बोला दादी पपीता खाना है, वो पपीता काटने चली गई। इतने में पोता डरकर बाहर भाग गया, पड़ोस की एक महिला के हाथ पर काट लिया। फिर घर आते ही अचानक गिर गया और उसके मुंह से लार टपक रही थी। फिर अचानक मर गया। रात भर उसके शव के पास बैठी रही। कोरोना के डर के कारण कोई पड़ोसी घर नहीं आया। संस्कार में कोई शामिल नहीं हो पाया। लोग घरों की छतों पर खड़े होकर सिर्फ देखते रहे। युवक का पिता भी संस्कार में शामिल नहीं हो पाया। पिता बाहर है, दोनों बहनों की शादी हो चुकी है, वो भी नहीं आ पाई।'
करनाल में 5 पॉजिटिव मिले सभी एक ही परिवार के सदस्य
करनाल में कोरोना वायरस के पांच और पॉजिटिव केस सामने आए है। ये सभी कस्बा तरावड़ी के गांव पधाना के रहने वाले है, जो नांदेड साहिब से लोटे थे। अब इन सभी को शाहाबाद के आदेश अस्पताल में भेजा जाएगा। इससे पहले ऊतम नगर से एक केस मिला था, जबकि करनाल में ही परसो भी कोरोना वायरस के दो पॉजिटव केस मिले थे। जिनमें रामनगर से एक तथा पृथ्वी विहार इलाके का एक सब्जी विक्रेता कोरोना पॉजिटिव निकला था। इधर आज घरौंडा के विधायक हरविंद्र कल्याण व उनके तीन सहयोगियों ने भी कोरोना वायरस का टेस्ट कराया है। इन सब की रिपोर्ट निगेटिव आई है।
अम्बाला में चार नए मरीज आए सामने
बुधवार को अम्बाला में चार नए मरीज सामने आए हैं। इसकी पुष्टि अम्बाला के सिविल सर्जन कुलदीप सिंह ने की है। ये चारों कोरोना संक्रमित नांदेड़ से लौटे श्रद्धालु हैं। उन्होंने बताया कि इन्हें क्वारैंटाइन किया हुआ है। इनकी रिपोर्ट दूसरी बार भेजी गई थी, जिसमें कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। पहले रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
हरियाणा में मौत का आंकड़ा 8 पहुंचा
हरियाणा में अब तक संक्रमण से कुल 8 लोगों की मौत हो चुकी है। पहली मौत 2 अप्रैल को अम्बाला के 67 वर्षीय बुजुर्ग की हुई थी। जिन्होंने चंडीगढ़ पीजीआई में दम तोड़ा था। इसके बाद दूसरी मौत 3 अप्रैल को हुई थी जब रोहतक की कोरोना पॉजिटिव महिला ने दिल्ली में दम तोड़ा था। तीसरी मौत 5 अप्रैल को करनाल के बुजुर्ग की हुई थी। उनकी मौत चंडीगढ़ पीजीआई में हुई थी। चौथी मौत 28 अप्रैल को फरीदाबाद में हुई थी। यहां 68 वर्षीय बुजुर्ग ने ईएसआई अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पांचवीं मौत 2 मई को हुई। जब 63 वर्षीय कोरोना पीड़ित एक महिला ने चंडीगढ़ पीजीआई में दम तोड़ दिया था। छठी मौत 3 मई रात को रोहतक पीजीआई में हुई। यहां गुरुग्राम के सेक्टर-18 के रहने वाले 45 वर्षीय व्यक्ति की रोहतक पीजीआई में दम तोड़ा। 7वीं मौत 4 मई को फरीदाबाद में हुई थी। 8वीं मौत भी 4 मई को पानीपत में एक युवक की हुई थी लेकिन उसकी कोरोना होने की पुष्टि 6 मई को हुई।
गुड़गांव में एक फरीदाबाद के डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
वहीं गुड़गांव में एक डॉक्टर की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। डॉक्टर ईएसआई अस्पताल में कार्यरत है। वे मूल रूप से फरीदाबाद के रहने वाले हैं, ऐसे में उन्हें फरीदाबाद के मरीजों में जोड़ा जा रहा है। हालांकि वह संक्रमित गुड़गांव में हुए हैं और वह ड्यूटी करने के बाद पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाऊस में रह रहे थे। रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने पर उन्हें प्राइवेट अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है। संक्रमित पाए गए डॉक्टर अभी तक 25 अन्य लोगों के संपर्क में आ चुके हैं।
हरियाणा में 595 पहुंचा आंकड़ा
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने मेरा पानी-मेरा विरासत योजना लॉन्च की है। उन्होंने किसानों को फसल विविधिकरण को अपनाने पर जोर देते हुए कहा है कि डार्क जोन में शामिल क्षेत्रों में धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को 7 हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि योजना के प्रचार के लिए जल्द ही वेब पोर्टल बनाया जाएगा जिस पर किसान अपनी समस्याएं उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि योजना के पहले चरण में 19 ब्लॉक शामिल किए गए हैं जिनमें भू-जल की गहराई 40 मीटर से ज्यादा है। इनमें से भी आठ ब्लॉक में धान की रोपाई ज्यादा है जिनमें कैथल के सीवन और गुहला, सिरसा, फतेहाबाद में रतिया और कुरुक्षेत्र में शाहाबाद, इस्माइलाबाद, पिपली और बबैन शामिल हैं।
इसके अलावा वह क्षेत्र भी योजना के दायरे में होंगे जहां 50 हार्स पावर से अधिक क्षमता वाले ट्यूबवेल का इस्तेमाल किया जा रहा। मक्का, अरहर, मूंग, उड़द, तिल, कपास, सब्जी की खेती कर सकते हैं। सरकार मक्का व दाल की खरीदारी करेगी। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इनकी गारंटी से खरीदारी होगी।जिन ब्लॉक में पानी 35 मीटर से नीचे है, वहां पंचायती जमीन पर धान की खेती की अनुमति नहीं मिलेगी। इसमें पेहवा, थानेसर, जाखल, पटौदी और फतेहाबाद शामिल हैं। अन्य ब्लॉक के किसान भी धान की खेती छोड़ना चाहते हैं तो वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। उन्हें भी अनुदान मिलेगा।
यमुनानगर में लॉकडाउन के दौरान बर्थडे मनाने पर एक परिवार के लोगोंऔर उनके रिश्तेदारोंपर मामला दर्ज हो गया है। बर्थडे मनाने का खुलासा तब हुआ जब एक कोरोना पॉजिटिव से उसकी ट्रैवल हिस्ट्री पूछी गई औरउसने बताया कि घर में बर्थडे मनाया था, जिसमें काफी लोग जमा हुए थे। पुलिस ने अब पीड़िता के जेठ व रिश्तेदारों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के मुताबिक यमुनानगर की सरोजिनी कॉलोनी की 33 वर्षीय महिला 4 मई को कोरोना पॉजिटिव मिली थी। महिला को जब आइसोलेट किया गया तो स्वास्थ्य विभाग ने उससे ट्रैवल हिस्ट्री पूछी थी। महिला ने खुलासा किया कि 27 अप्रैल 2020 को कोरोना पॉजिटिव पाई गई महिला के जेठ की लड़की का बर्थडे था।
उसका जेठ पंजाब के मोहाली के सेक्टर-65 में रहता है। वह जन्मदिन मनाने के लिए अपनी पत्नी, लड़की, लड़के, पिता और माता के साथ यमुनानगर के सरोजिनी नगर में पहुंचा। यहां उसने पॉजिटिव पाई गई महिला समेत रिश्तेदारों व पड़ोसियों को भी इकट्ठा किया
यहां उन्होंने अपनी लड़की का जन्मदिन मनाया। अब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कोरोना पॉजिटिव महिला के जेठ व रिश्तेदारों पर आईपीसी की धारा 188, 268, 269 व 270, डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 51 व एपिडेमिक एक्ट की धारा 3 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पानीपत सिविल अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेट किया गया एक संदिग्ध कोरोना मरीज फरार हो गया। अब इस युवक के खिलाफ आईसोलेशन वार्ड की प्रभारी डॉ शशि लता ने सिटी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 269, 271 के तहत केस दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
शिकायत में डॉ. शशि लता ने बताया कि पानीपत के सिवाह गांव का रहने वाला एक युवक सिविल अस्पताल में लाया गया था। उसके कोरोना सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई खानपुर भेजे गए थे। रिपोर्ट आने से पहले ही वह मंगलवार शाम को सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से फरार हो गया।
शाम के समय जब आइसोलेशन वार्ड में खाद्य पदार्थ वितरित किया जा रहा थे तो वह वहां नहीं मिला। उसकी तलाश करवाई गई लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद सिविल अस्पताल प्रशासन की शिकायत पर थाना सिटी पुलिस अस्पताल पहुंची और इस मामले की जानकारी ली।
पुलिस ने जिलेभर में थानों, चौकियों, पीसीआर और राइडर प्रभारियों को जानकारी दे दी है। थाना सिटी के प्रभारी राजपाल ने बताया कि सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से फरार हुए युवक की तलाश जारी है। उसे जल्द पकड़ा जाएगा। कोरोना का एक रोगी सोमवार को भी फरार हो गया था। उसे जयपुर से पकड़ा गया है और राजस्थान स्वास्थ्य विभाग ने आइसोलेट किया है।