कोविड-19 के कारण पूरी दुनिया में क्रिकेट रुका हुआ था। लेकिन शनिवार से प्रशांत महासागर में स्थित वानुआतू और एशियन देश ताइवान में क्रिकेट गतिविधियां शुरू हुईं। दोनों आईसीसी के एसोसिएट सदस्य देश हैं। 42 दिन बाद पहली बार क्रिकेटर मैदान पर उतरे। आखिरी मैच 13 मार्च को ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड के बीच हुआ था। वानुआतू में महिला क्लब सुपर लीग फाइनल्स हुआ। घरेलू टी20 लीग में मेले बुल्स ने पावर हाउस शार्क्स को 7 विकेट से हराकर टाइटल जीता। वानुआतू में 40 ओवर का क्लब टूर्नामेंट दो मई से शुरू होगा, जिसमें 7 टीमें खेलेंगी। यहां कोरोनावायरस का एक भी मामला नहीं है।
ताइवान में टी10 लीग में पहले दिन तीन मैच हुए
ताइपेे टी10 लीग शनिवार से शुरू हुई। पहले दिन तीन मुकाबले हुए। इसमें 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं। ये टीमें हैं- सिंचू टाइटंस, ताइवान डेयरडेविल्स, टीसीए इंडियंस, चेयाई स्विंगर्स, पीसीसीटी यूनाइटेड, आईसीसीटी स्मैशर्स, ताइवान ड्रैगंस और एफसीसी फोरोमसंस।
ऑस्ट्रेलिया सरकार इस साल के अंत तक होने वाले भारतीय टीम के दौरे के लिए यात्रा पाबंदियों में छूट दे सकती है। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्टके मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई सरकार आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मदद करने के लिए यह फैसला कर सकती है। कोरोना के कारण इसे 30 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है। इसने अपने 80 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी भी कर दी है। भारतीय टीम का ऑस्ट्रेलिया का दौरा इस साल दिसंबर से अगले साल जनवरी होने वाला है।
फिलहाल ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए अपनी सभी सीमाएं 30 सितंबर तक सील कर दी है। इसके साथ ही सभी प्रकार के खेल आयोजनों को भी बैन कर दिया गया है। ऐसे में इस बात को लेकर संशय हैकि क्या भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जा पाएगी।
दौरा से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को 3815 करोड़ रुपए की कमाई की उम्मीद
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सरकार से भारतीय टीम के दौरे को मंजूरी देने का अनुरोध किया था। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने उसे इसका सकारात्मक जवाब दिया था।भारतीय टीम के पहुंचने पर क्रिेकेट ऑस्ट्रेलिया को 3815 करोड़ रुपए की कमाई की उम्मीद थी।इसमें एक बड़ी रकम इसे विभिन्न चैनलों पर प्रसारित करने के राइट्स बेचनेसे मिलती है।अगर खाली स्टेडिय में सिर्फ टीवी के लिए मैच होता है तो नुकसान घट कर 381.5 करोड़ रह जाएगा।ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने शुक्रवार को कहा था कि उनकी सरकार खेलों की बहाली के लिए हर विकल्प पर विचार कर रही है।
टीम इंडिया 1947 से ही कर रही है ऑस्ट्रेलिया का दौरा
भारतीय क्रिकेट टीम का पिछला ऑस्ट्रेलिया दौरा नवम्बर 2018 से जनवरी 2019 के बीच हुआ था। इस दौरान चार टेस्ट मैच, तीन वनडे और तीन ट्वेंटी-ट्वेंटी मैच खेले गए थे। इस दौरानटी-20 सीरीज एक-एक सेड्रा रहा था। वहींदूसरा मैच बिना किसी नतीजे के समाप्त हुआ था। भारत ने टेस्ट सीरीज2-1 से जीती था।वहीं सीरीज का चौथा मैच ड्रॉ रहा था। टीम इंडिया 1947 से ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर रही है। तब से अब तक टीम इंडिया 12बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेल चुकी है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने कहा है कि विराट कोहली में सचिन तेंदुलकर का रिकार्ड तोड़ने की क्षमता है। हालांकि, सचिन के बड़े रिकार्ड को तोड़ना इतना आसान नहीं होगा। सचिन क्रिकेट के भगवान की तरह हैं। ऐसे में आप यह कैसे कह सकते हैं कि कोई सचिन से भी आगे निकल सकता है। क्या कोई भगवान से बेहतर हो सकता है? इसके लिए हम इंतजार करेंगे और देखेंगे। अगर तथ्यों के आधार पर रन कीसंख्या के बारे में बात करें तो विराट ने अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले सात से आठ साल के क्रिकेट के दौरान वे जिस दर से रन बना रहे है, वह निश्चित तौर पर सचिन का रिकार्ड तोड़ सकते हैं।
तेंदुलकर ने 49 एकदिवसीय और 51 टेस्ट शतक बनाए हैं। वे 100 अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। वहीं, कोहली ने अपने करियर में अब तक 44 एकदिवसीय शतक और 27 टेस्ट शतक बनाए हैं। तेंदुलकर की बराबरी करने के लिए उन्हें अब और 29 शतक बनाने होंगे। ऐसे में यह देखना होगा कि वह अपना प्रदर्शन किस तरह से जारी रखते हैं।
तीन कारण हैं जिससे विराट सचिन की बराबरी कर सकते हैं: ली
ली ने कहा कि तीन ऐसे कारण है जिससे मुझे लगता है कि विराट सचिन की बराबरी कर सकते हैं। सबसे पहला और अहम कारण है कि विराट निश्चित तौर पर एक बल्लेबाज के तौर पर प्रतिभाशाली है। दूसरी कारण उनकी फिटनेस है। कोहली 30 साल की उम्र में भी काफी फिट हैं। तीसरा कारण यह है कि बड़े लक्ष्य हासिल करने के लिए उनके पास मानसिक ताकत है। वह अपनी प्रतिभा के साथ इसे आसानी से कर लेंगे। अगर विराट फिट रहते हैं तो यह उनकी मानसिक मजबूती कही जा सकती है।
ली ने सचिन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी
ली ने शुक्रवार को सचिन तेंदुलकर को उनके 47 वें जन्मदिन पर ट्वीट किया था, हैप्पी बर्थडे लेजेंड सचिन तेंदुलकर। अब मैदान पर लड़ाईयां खत्म हो गई हैं, हमारी दोस्ती हमेशा बनी रहेगी। सुरक्षित रहें दोस्त और जन्मदिन बेहतर ढंग से मनाएं।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तानविराट कोहली ने कहा है कि उनके फैन्स का प्यार और वफादारी उन्हें कभी भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) छोड़ने नहीं देगा। उन्होंने शुक्रवार को एबी डिविलियर्स के साथ अपने फैन्स के साथ इंस्टाग्राम चैट में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘आरसीबी के साथ मेरा सफर गजब का रहा। टीम के साथ आईपीएल में जीत हासिल करना हमेशा मेरा सपना रहा। हालांकि, ऐसी कोई स्थिति नहीं बनी जहां मैं इस टीम को छोड़ने के बारे में सोच सकूं।’
आरसीबी तीन बार आईपीएल के फाइनल में पहुंची है लेकिन अभी तक जीत हासिल नहीं कर सकी है। उन्होंने इस बारे में कहा कि टूर्नामेंट जीतना हमेशा मेरा लक्ष्य रहेगा लेकिन टीम के परिणाम चाहे जो भी हो मैं इसे कभी नहीं छोड़ूंगा।सीजन अच्छा नहीं होने पर आप भावुक महसूस कर सकते हैं लेकिन जब तक मैं आईपीएल खेल रहा हूं, मैं इस टीम को नहीं छोडूंगा। प्रशंसक औरउनकी वफादारी गजब की है।
मुझे उम्मीद है कि आईपीएल को लेकर कुछ होगा: कोहली
आईपीएल का आयोजन पिछले महीने होेने वाला था लेकिन कोरोना को लेकर इसे अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इस बारे में उन्होंने कहा कि फिलहाल हम इसे लेकर स्पष्ट नहीं है। हालांकि, मुझे उम्मीद है ऐसा समय आएगा जबइस पर कुछ जरूर होगा। कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना करियर शुरु करने के समय को भी याद किया। उन्होंने कहा कि उस समय नए क्रिकेटर्स में सिस्टम के प्रति काफी सम्मान हुआ करता था। मैं चाहता हूं कि जोनए क्रिकेटर्स आएं वे500-600 रन तक स्कोर करें। मैं चाहता हूं कि युवा खिलाड़ी बंधनों को तोड़ कर खेलें। जब आप ऐसा करेंगे तो कुछ खास करेंगे।
डिविलियर्स ने भी आरसीबी नहीं छोड़ने का भरोसा दिलाया
एबी डिविलियर्स ने भी विराट की बात का समर्थन करते हुए कहा कि मैं भी कभी आरसीबी नहीं छोड़ूंगा। हालांकि, मैं रन बनाते हुए ऐसा करना चाहूंगा। डिविलियर्स और कोहली दोनों ही आरसीबी के लिए खेलते हैं। 2016 में दोनों ही खिलाड़ियों ने आईपीएल मैच की एक ही पारीमें शतक लगायाथा।14 मई 2016 कोआरसीबी और गुजरात लायंस के बीच खेले गए मैच में विराट ने 109 तो डिविलियर्स ने 129 रन बनाए थे। यह मैच आरसीबी ने144 रन से जीता था।
कोहली और एबी डिविलियर्सने आरसीबी की ओर से 2016 में शतकीय पारियां खेली थीं। अब कोहली ने ग्लव्स और बैट जबकि डिविलियर्स नेअपनी जर्सी, ग्लव्स और बैट नीलामी के लिए द. अफ्रीका की एक वेबसाइट पर ऑनलाइन डालने का फैसला किया है। इससे मिलने वाला पैसा डिविलियर्स के फाउंडेशन में जाएगा, जिससे कोरोना पीड़ितों कीमदद की जाएगी।विराट और डिविलियर्स ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरान इसकी घोषणा की। दोनों खिलाड़ियों ने अपने फैन्स को लॉकडाउन का पालन करने और सुरक्षित रहने की अपील भी की।
डिविलिर्स ने चैट के दौरान कहा कि आईपीएल 2016 की एक मैच में हम दोनों शतक लगाया था। हमारी बल्लेबाजी शानदाररही थी। मैं वो पारी हमेशा याद रखूंगा। कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए मैं अब उस मैच में इस्तेमाल किए गए बल्ले और जर्सी को नीलाम करने जा रहा हूं। इससे जो भी पैसे मिलेंगे उसे भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बांटा जाएगा।
महामारी में जितना संभव हो सके मदद करूंगा: कोहली
कोहली ने फैन्स को लाइव चैट में बताया कि वे उस सीजन में इस्तेमाल किया बैट नीलाम करेंगे जिसमें उन्होंने 900 से ज्यादा रन बनाए थे। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फिर कभी इतने रन बना पाऊंगा। उन्होंने अपने ग्लव्स भी कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए नीलाम करने का ऐलान किया। कोहली ने कहा कि इस महामारी में जितना संभव हो सके मदद करूंगा।
4 साल पहले एक ही मैच में कोहली और डिविलियर्स ने शतक लगाया था
14 मई 2016 को आरसीबी और गुजरात लायंस के बीच खेले गए मैच में विराट और डिविलियर्स दोनों ने ही शतकीय पारी खेली थी। कोहली ने 109 तो डिविलियर्स ने 129 रन बनाए थे। इस मैच में आरसीबी ने गुजरात लायंस को 20 ओवर में 3 विकेट खोकर 248 रन का लक्ष्य दिया था। हालांकि,गुजरात लायंस की टीम 18.4 ओवर में 108 रन पर ही ऑल आउट हो गई थी। आरसीबी ने यह 144 रन से यह मैच जीता था। आईपीएल मैच की एक ही पारी में दो बल्लेबाजों का शतक लगाना काफी खास माना जाता है।
पीएसजी के फुटबॉलर नेमार लॉकडाउन के कारण अपने देश ब्राजील में हैं। इस दौरान वे एंग्जाइटी से जूझ रहे हैं। नेमार ने कहा, ‘मैं क्लब का माहौल, टूर्नामेंट, मैदान सभी कुछ बहुत मिस कर रहा हूं। मैं फुटबॉल को लेकर अनिश्चितता के कारण चिंतित हूं। हमें अभी तक नहीं पता कि वापसी कब कर सकेंगे।’
रोनाल्डो अगले हफ्ते इटली लौट सकते हैं
इटैलियन फुटबॉल लीग सीरी ए के 2019-20 सीजन को 2 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है। फिर भी लीग के स्टार खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो अगले हफ्ते इटली लौट सकते हैं। फिलहाल वे पुर्तगाल में गृहनगर मेडेरा में हैं। लीग का अंतिम मैच 9 मार्च को खेला गया था।
नेमार को एक सीजन के लिए 415 करोड़ रु. का ऑफर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेमार पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को छोड़कर बार्सिलोना जा सकते हैं। यदि वे ऐसा करते हैं तो उन्हें 245 करोड़ का नुकसान हो सकता है। 2013 से 2017 तक वह स्पेनिश क्लब बार्सिलोना का ही हिस्सा थे। फ्रेंच क्लब पीएसजी रुकने के लिए उन्हें एक हफ्ते का 5.66 करोड़ रुपए देने को तैयार है। उन्हें एक सीजन के लिए 415 करोड़ रुपए का ऑफर मिला है।
इस सीजन में नेमार ने 18 गोल दागे
वहीं, बार्सिलोना जाने पर एक सीजन के 170 करोड़ रुपए ही मिल पाएंगे। नेमार ने 2017 में पीएसजी से 5 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया था। उसके बाद से वो न तो चैंपियंस लीग जीत पाए हैं और न ही कोई व्यक्तिगत अवॉर्ड। बार्सिलोना के साथ 2015 में वो चैंपियंस लीग विजेता बने थे। इस सीजन में उन्होंने पीएसजी के लिए 18 गोल किए हैं।
बीसीसीआई ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप स्थगित करने का सुझाव दिया है। आईसीसी चैम्पियनशिप की अंक तालिका में भारतीय टीम 360 प्वाइंट के साथ टॉप पर हैऔर फाइनल के लिए क्वालिफाई करने की प्रबल दावेदार है।टीम ने 9 मैच में से 7 जीते और दो हारे हैं। ऑस्ट्रेलिया 296 प्वाइंट के साथ दूसरे नंबर पर है, उसने 10 में से 7 मैच जीते हैं और 2 हारे और एक ड्रॉ खेला है। भारत और ऑस्ट्रेलिया को इस साल के अंत में चार टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। आईसीसी ने गुरुवार को कोरोना के कारण पैदा हुई स्थिति पर चर्चा करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक भी की थी। बीसीसीआई ने सुझाव दिया था कि वर्ल्ड चैम्पियनशिप स्थगित कर दी जाए क्योंकि 2023 के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) में बदलाव की योजना है।
बैठक में यह फैसलाकिया गया था कि टेस्ट चैम्पियनशिप और पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप सुपर लीग को लेकर चर्चा के लिए बाद में बैठक की जाएगी। समझा जाता है कि बैठक में भारत एकमात्र बोर्ड था, जिसने स्थिति सामान्य होने तक टेस्ट चैम्पियनशिप स्थगित करने की बात कही थी।
मनोहर दो महीने और रह सकते हैं चेयरमैन
आईसीसी के चेयरमैन शशांक मनोहर को कार्यकाल में दो महीने का विस्तार मिल सकता है, क्योंकि महामारी के कारण जून में होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठक टलने की पूरी संभावना है। हो सकता है कि आईसीसी को अगस्त में नया चेयरमैन मिले। इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख कोलिन ग्रावेस उनकी जगह ले सकते हैं।
आईसीसी की बैठक में एफटीपी में बदलाव पर सहमति बनी थी
आईसीसी के चीफ एक्जीक्यूटिव कमेटी (सीईसी) ने कोविड-19 को देखते हुए एफटीपीमें 2023 तक बदलाव पर सहमति जताई। टेली कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में फैसला लिया गया कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप और प्रस्तावित वनडे लीग पर बाद में निर्णय होगा। वनडे लीग जून में शुरू होनी है। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘इस पर सहमति बनी कि एफटीपी की समीक्षा करनी होगी और जितने भी टूर्नामेंट स्थगित हुए हैं। उन्हें फिर से आयोजित करने की कोशिश की जाएगी।’
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर काशुक्रवार को 47वां जन्मदिन था।कोरोनावायरस की वजह से इस साल उन्होंने अपना जन्मदिन नहीं मनाया। लेकिन सुबह सबसे पहले अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। मां ने भी सचिन को गणेश जी की एक तस्वीर गिफ्ट की। इसे उन्होंने ट्वीटर पर शेयर कर लिखा-दिन की शुरुआत मां के आशीर्वाद से हुई। उन्होंने गणेश जी की तस्वीर भेंट की। वाकई यह अनमोल है।
इस मौके पर खेल जगत के दिग्गज समेत फिल्मी सितारों ने भी अपने-अपने अंदाज में सचिन को बधाई दी है। भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट किया, ‘‘हैप्पी बर्थडे बॉसमैन, आपने खेल में जो विरासत छोड़ी है, वह अमर रहेगी। भगवान आप पर हमेशा आशिर्वाद बनाए रखे चैम्पियन।’’ वहीं, सचिन ने कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी के समय में अपना जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। ऐसे समय में सचिन ने लोगों से घर में ही परिवार के साथ सुरक्षित रहने की सलाह दी है।
शास्त्री के अलावा भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी सचिन को बधाई दी। कोहली ने ट्वीट किया, ‘‘उस इंसान को जन्मदिन की शुभकामनाएं, जिसके खेल के प्रति जुनून ने कई लोगों को प्रेरित किया है। प्रार्थना करता हूं कि आपका साल शानदार रहे पाजी।’’
##सचिन ने वनडे-टेस्ट में सबसे ज्यादा 100 शतक लगाए
इसी साल फरवरी में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में सचिन को 2011 वर्ल्ड कप विनिंग मोमेंट के लिए लॉरेस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया था। सचिन के इस लम्हे को ‘कैरीड ऑन द शोल्डर्स ऑफ ए नेशन’ शीर्षक दिया गया। उन्होंने 200 टेस्ट में 53.79 की औसत से 15921 और 263 वनडे में 44.83 की औसत से 18426 रन बनाए हैं। सचिन ने एकमात्र इंटरनेशनल टी-20 में 10 रन की पारी खेली। मास्टर ब्लास्टर ने आईपीएल के 78 मैच में 33.83 की औसत से 2334 रन बनाए हैं। 2012 में संन्यास लेने वाले सचिन के नाम टेस्ट में 51 और वनडे में 49 शतक हैं।
‘हमेशा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहेंगे’
साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार चिरंजीवी ने ट्वीट किया, ‘‘क्रिकेट के भगवान को हैप्पी बर्थडे। भारत के गर्व और एकमात्र मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर आप हमेशा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा रहेंगे।’’
##कांबली ने परिवार के साथ बधाई दी
सचिन के बचपन के दोस्त विनोद कांबली ने वीडियो शेयर कर परिवार के साथ बधाई दी। इनके अलावा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, वीरेंद्र सहवाग, वीवीएस लक्ष्मण, वेस्टइंडीज के क्रिकेटर क्रिस गेल ने भी ट्वीट कर सचिन को शुभकामनाएं दी।
######सचिन की दो तस्वीरों से सहवाग ने बताई हार से जीत की कहानी
सहवाग ने सचिन की 2007 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप वाली दो फोटो शेयर की। 2007 में भारतीय टीम नॉकआउट तक नहीं पहुंच पाई थी। तब सचिन साथी खिलाड़ियों के साथ उदास बैठे थे, जबकि 2011 खिताब जीतने के बाद जमकर जश्न मनाया। सहवाग ने ट्वीट किया, ‘‘ये सच है कि जब यह महान बल्लेबाज बैटिंग करता था, तब भारत में समय रुक जाता था। पाजी के करियर की दो सबसे बड़ी सीख इन दो तस्वीरों में है। मुश्किल समय में यह याद रखना जरूरी है कि कठिन वक्त के बाद जीत जरूर मिलती है।’’
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण आने वाले वक्त में क्रिकेट में कई बदलाव देखने को मिल सकते हैं। संक्रमण की आशंका को देखते हुए लाल बॉल को चमकाने के लिए अब लार की जगह आर्टिफिशियल पदार्थ के इस्तेमाल को मंजूरी दी जा सकती है। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्रक्रिया कीनिगरानी अंपायर करेगा। आईसीसी के मौजूदा नियमों के मुताबिक, आर्टिफिशियल पदार्थ से गेंद चमकाना बॉल टेम्परिंग माना जाता है। यानी इस तरह से बॉल टेम्परिंग को अब आने वाले वक्त में वैध किया जा सकता है।
कोरोनावायरस के संक्रमण के खतरे को देखते हुए लार से गेंद चमकाने के मुद्दे को आईसीसी की मेडिकल कमेटी के प्रमुख पीटर हरकोर्ट ने बैठक में उठाया था। हरकोर्ट ने कहा, ‘‘हमारा अगला कदम इंटरनेशनल क्रिकेट को फिर से शुरू करने के लिए एक अच्छा रोडमैप तैयार करना है। इसमें उन सभी बदलावों को शामिल किया जाएगा, जो क्रिकेट और खिलाड़ियों के लिए जरूरी हैं।’’
टेस्ट क्रिकेट में बगैर चमक के गेंदबाजी करना मुश्किल
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने भी कहा था कि आने वाले समय में टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाजी करना काफी मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि सफेद गेंद से बॉलिंग करना तो ठीक रहेगा, लेकिन टेस्ट क्रिकेट बहुत कठिन हो जाएगा। यदि आप गेंद को 80 ओवर तक ठीक से नही रखेंगे, तो बॉल की चमक जाने के बाद यह बल्लेबाजी के लिए काफी आसान हो जाएगी।’’ वहीं,भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने गेंद पर लार नहीं लगाने की बात कही थी। उन्होंने कहा था, ‘‘क्रिकेट शुरूहोने के साथ ही कुछ समय के लिए सिर्फ पसीने का ही इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे ऊपर है। लार का इस्तेमाल करना घातक हो सकता है।’’
बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ-वॉर्नर पर 1-1 साल का प्रतिबंध लगा था
दक्षिण अफ्रीका में स्टीव स्मिथ की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम को मार्च 2018 में बॉल टेम्परिंग के कारण शर्मसार होना पड़ा था। इसको लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग समेत कई दिग्गजों ने खिलाड़ियों की आलोचना की थी। केपटाउन टेस्ट में हुई इस घटना के बाद स्मिथ और डेविड वॉर्नर पर 1 साल का प्रतिबंध लगा था, जबकि कैमरून बेनक्राफ्ट को 9 महीने के लिए निलंबित किया गया था।यह तीनों खिलाड़ी सैंडपेपर का इस्तेमाल करके गेंद से छेड़छाड़ करने के दोषी पाए गए थे।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस महीने में दूसरी बार एशिया कप और आईपीएल को लेकर बयान दिया है। पीसीबी के सीईओ वसीम खान ने एक चैनल से कहा कि एशिया कप को लेकर कोई बदलाव नहीं होगा। कोरोनोवायरस महामारी जैसा संकट टल गया तो एशिया कप सितंबर में यूएई में ही होगा। इस टूर्नामेंट को टालकर आईपीएल के लिए जगह नहीं बनाई जाएगी। इससे पहले 14 अप्रैल को यही बात पीसीबी के चेयरमैन एहसान मनी ने भी कही थी। दरअसल, 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को पहले 15 अप्रैल और फिर अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है।
सूत्रों की मानें तो बीसीसीआई अब एशिया कप रद्द होने पर सितंबर या फिर नवंबर-दिसंबर के बीच आईपीएल कराने पर विचार कर रही है। 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। पहले एशिया कप पाकिस्तान में ही होना था, लेकिन भारत के ऐतराज के बाद इसे यूएई में शिफ्ट किया गया। यह टूर्नामेंट अब भी पाकिस्तान की मेजबानी में ही होना है।
‘एशिया कप को लेकर कोई भी बदलाव मंजूर नहीं’
वसीम ने कहा, ‘‘हमारा रुख एकदम साफ है। एशिया कप सितंबर में ही होगा। उस समय यदि सेहत से जुड़ा कोई गंभीर मामला होने पर ही इसमें कोई बदलाव किया जा सकता है। आईपीएल के लिए यदि एशिया कप के शेड्यूल में कोई बदलाव किया गया तो यह हमें मंजूर नहीं होगा। मैंने सुना है कि एशिया कप को नवंबर-दिसंबर में शिफ्ट करने की बात चल रही है, लेकिन यह हमारे लिए संभव नहीं है। किसी एक सदस्य देश के लिए एशिया कप में बदलाव की कवायद सही नहीं है। हम इसका समर्थन नहीं करेंगे।’’
‘एशिया कप भारत-पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है’
इससे पहले पीसीबी ने एक पोडकास्ट वीडियो जारी किया था। इसमें एहसान मनी ने कहा था, ‘‘मैंने इन सभी अटकलों के बारे में पढ़ा और सुना भी है, लेकिन अभी यह याद रखना होगा कि एशिया कप का होना या नहीं होना, भारत-पाकिस्तान का मुद्दा नहीं है। इस टूर्नामेंट से और भी कई सारे देश जुड़े हुए हैं।’’
एशिया कप में 6 टीमें शामिल होंगी
एशिया कप में कुल 6 टीमें लेंगी। ये हैं- भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश। छठवीं टीम का फैसला क्वॉलिफायर के जरिए होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 में हुई थी। तब पाकिस्तान टीम तीन वनडे मैच खेलने भारत आई थी। भारतीय टीम ने 2007-08 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था। आईसीसी के टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें आमने-सामने होती रही हैं।
भारत ने 7 बार खिताब जीता
1984 में पहला एशिया कप संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेला गया था। टूर्नामेंट हर 2 साल में होता है। 2018 का एशिया कप भी यूएई में ही खेला गया था। टीम इंडिया ने अब तक 7, श्रीलंका 5 और पाकिस्तान 2 बार विजेता बना। बांग्लादेश टीम अब तक यह ट्रॉफी नहीं जीत पाई है।
भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने कहा है कि उन्हें खाली स्टेडियम में आईपीएल या अन्य मैच खेलने को लेकर कोई परेशानी नहीं है। कार्तिक ने कहा कि कई भारतीय खिलाड़ी खाली स्टेडियम में ही खेलकर बड़े होते हैं, इसलिए यह उनके लिए बड़ी बात नहीं है। दरअसल, कोरोनावायरस और लॉकडाउन के कारण बीसीसीआई ने 14 अप्रैल को ही आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया है। पहले यह टूर्नामेंट 29 मार्च से 15 अप्रैल तक टाला गया था। आईपीएल का दिसंबर से पहले होना मुश्किल नजर आ रहा है। कई दिग्गज अनुमान लगा रहे हैं कि यह टूर्नामेंट बगैर दर्शकों के ही कराया जा सकता है।
कार्तिक आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) टीम के कप्तान भी हैं। उन्होंने इंग्लैंड की पूर्व महिला खिलाड़ी ईशा गुहा के साथ इंस्टाग्राम पर चैटिंग की। इस दौरान कार्तिक ने कहा, ‘‘हमने आईपीएल कभी बिना दर्शकों के नहीं खेला है, इसलिए यह निश्चित तौर पर थोड़ा अजीब होगा। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में हम बिना दर्शकों के ही मैच खेलकर बड़े हुए हैं।’’
‘कमेंटेटर्स की टिप्पणी से कई खिलाड़ी आहत होते हैं’
कई बार क्रिकेट कमेंटेटर खिलाड़ियों के प्रति विवादास्पद टिप्पणी कर देते हैं। इस पर कार्तिक ने कहा, ‘‘कमेंटेटर्स खिलाड़ी के तौर पर किसी के बारे में बात करते हैं, तो कई बार उन प्लेयर्स को बुरा लगता है। वे आहत होते हैं। मुझे लगता है इसमें एक और बात यह भी है कि वे आपके बारे बात नहीं करेंगे, मतलब आप इतने योग्य नहीं हो। मुझे इयान चैपल (पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी) का एक इंटरव्यू याद है, जिसमें एक खिलाड़ी उनसे आकर पूछता है कि आपने मेरे बारे में ऐसा क्यों कहा। इस पर चैपल ने कहा था कि तुम्हारा काम खेलना है और मेरा काम बात करना। चलो अपना अपना काम करते हैं।’’
ऑलटाइम प्लेइंग-11 टीम में धोनी को नहीं चुन पाने का अफसोस
एक दिन पहले ही कार्तिक ने आईपीएल की अपनी ऑलटाइम प्लेइंग-11 टीम चुनी थी। इस टीम को चुनने के साथ यह शर्त थी कि वह सिर्फ उन खिलाड़ियों को ही शामिल कर सकते हैं, जिनके साथ वह खेले हों। कार्तिक आईपीएल के अपने सफर में अब तक 6 टीम के लिए खेल चुके हैं। वे चेन्नई के लिए नहीं खेल सके। ऐसे में कार्तिक ने अपनी टीम में महेंद्र सिंह धोनी और रविचंद्रन अश्विन को शामिल नहीं किया। क्रिकेट वेबसाइट क्रिकबज से बात करते हुए कार्तिक ने इसके लिए अफसोस भी जताया था।
ऑलटाइम प्लेइंग-11 टीम
वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, दिनेश कार्तिक, आंद्रे रसेल, सुनील नरेन, ग्लेन मैकग्रा, जसप्रीत बुमराह, मिशेल स्टार्क औरयुजवेंद्र चहल।
‘चेन्नई ने मेरी जगह धोनी को चुना, मुझे इस बात का अब तक दुख है’
आईपीएल के 13 साल के इतिहास में दिनेश कार्तिक 6 टीमों के साथ खेले, लेकिन कभी भी अपनी घरेलू टीम चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए नहीं खेल सके। चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हैं। इस पर कार्तिक ने कहा, ‘‘2008 में मुझे भरोसा था कि मैं देश और चेन्नई के लिए खेल रहा हूं, इसलिए सीएसके मुझे जरूर चुनेगी। मुझे कप्तान बनाएंगे या नहीं, बस यही सवाल मेरे मन में चल रहा था। हालांकि, चेन्नई ने धोनी को सबसे पहले 6 करोड़ रुपए में खरीदा। मुझे इस बात का बहुत दुख हुआ था। मुझे उम्मीद थी कि बाद में कभी मुझे चुनेंगे, लेकिन 13 साल से मैं चेन्नई के बुलावे का इंतजार कर रहा हूं।’’
ओलिंपियन बॉक्सर एमसी मेरीकॉम लॉकडाउन के दौरान घर पर ही हैं। सोशल साइट पर उन्होंने अपने तीन बच्चों के डांस करते हुए फोटो डाली और लिखा, ‘मुझे बच्चों की ज्यादा जरूरत है। लॉकडाउन के कारण उन्हें परिवार के साथ रहने का मौका मिल गया है।’ 37 साल की मेरीकॉम ने 2012 लंदन ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। 2021 टोक्यो ओलिंपिक के लिए भी मेरीकॉम सहित 9 भारतीय बॉक्सर क्वालिफाई कर चुके हैं।
6 बार की वर्ल्ड चैम्पियन मैरी कॉम का एकमात्र सपना ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है। उम्र के आखिरी पड़ाव में खेल हीं 37 साल की बॉक्सर ने कहा कि जब तक उनका यह सपना पूरा नहीं होता, जब तक वे हार नहीं मानेंगी। हाल ही में मैरी कॉम ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के लिए लाइव फेसबुक के दौरान यह बात कही थी।
‘ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना बहुत मुश्किल था’
मैरी कॉम ने कहा था, ‘‘मेरा पूरा ध्यान सिर्फ ओलिंपिक गेम्स में भारत के लिए गोल्ड जीतना है। इस उम्र में भी मैं काफी कड़ी मेहनत कर रही हूं। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना मेरे लिए बेहद मुश्किल था।’’ सफलता को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सफलता का कोई मंत्र नहीं है। ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करो। मैं भी यही करती हूं। उतार चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन आपको अपने सपनों को साकार करने के लिए ध्यान नहीं हटाना चाहिए।’’
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सासंद गौतम गंभीर ने घर में काम करने वाली नौकरानी सरस्वती पात्रा (49) का अंतिम संस्कार किया। उड़ीसा की रहने वाली सरस्वती ने 21 अप्रैल को अंंतिम सांस ली। वे काफी समय से शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारी से जूझ रही थीं। गंभीर ने ट्वीट कर जानकारी दी और सरस्वती को परिवार का सदस्य ही बताया। भाजपा सांसद के इस काम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस दया भाव के लिए गंभीर को धन्यवाद दिया।
गंभीर ने ट्वीट किया, ‘‘जो मेरे बच्चों की खास देखभाल करती हो, वह कभी भी नौकरानी नहीं हो सकती। वह परिवार की सदस्य ही थीं। उनका अंतिम संस्कार करना मेरा कर्तव्य था। मैं जाति, धर्म, संप्रदाय और समाज से ज्यादा इंसानियत को मानता हूं। बेहतर समाज बनाने का एक यही रास्ता है। भारत के लिए भी मेरे यही विचार हैं। ओम शांति।’’
गंभीर के घर 6 साल से काम कर रहीं थी सरस्वती
सरस्वती पिछले 6 साल से गंभीर के घर में काम कर रही थीं।शुगर और ब्लड प्रेशर के कारण उन्हें दिल्ली के ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सरस्वती उड़ीसा के जाजपुर जिले की रहने वाली थीं। धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘गंभीर के इस काम से लाखों गरीब लोगों में इंसानियत पर विश्वास बढ़ेगा, जो अपने घरों से दूर काम कर रहे हैं। इस काम से लोगों में भी गरीबों के प्रति सम्मान बढ़ेगा।’’
(यह इंटरव्यू फोन पर लिया गया है)
24 साल तक करोड़ों भारतीयों की उम्मीदें अपने कंधे पर लेकर चलने वाले सचिन आज 47 साल के हो रहे हैं। 24 अप्रैल 1973 को जन्मे सचिन के दिल में हर पल इंडिया धड़कता रहा है। आज जब देश ऐसी लड़ाई लड़ रहा है, जिसमें दुश्मन दिखाई नहीं देता, तो वे अपने फैन्स से इस जंग में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहने की अपील कर रहे हैं। तेंदुलकर कहते हैं कि आज के हालात में पूरा देश टीम इंडिया है और इसका कोई भी खिलाड़ी आउट नहीं होना चाहिए।
सचिन कहते हैं कि कोरोना के खिलाफ जंग में जीत तभी मुमकिन है, जब लोग घरों पर रहें और सरकार जो कह रही है, उस पर अमल करें। कोरोना, क्रिकेट, जन्मदिन और जिंदगी से जुड़े कई पहलुओं पर सचिन ने भास्कर से बात की...
पहली बार होगा जब लॉकडाउन में आपका 47वां जन्मदिन आ रहा है। यह बर्थडे बाकी 46 जन्मदिन से कितना अलग है?
सचिन: मैं यह जन्मदिन नहीं मना रहा हूं। हालात बहुत खराब हैं। ऐसे में जश्न मनाने का समय नहीं है। इसलिए लोगों से कहूंगा कि आप घर पर रहें। सेफ और हेल्दी रहें। परिवार का ध्यान रखें। यही मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात होगी।
कोरोना के बाद जब क्रिकेट पटरी पर लौटेगा, तो वह कितना बदल चुका होगा?
सचिन: जश्न मनाने के तरीके बदल सकते हैं। खिलाड़ी पहले गले मिलते थे, एकदम पास-पास खड़े होते थे और एक-दूसरे से हाथ मिलाते थे। यह बदल सकता है, क्योंकि लोग एक-दूसरे को सोशल डिस्टेंसिंग का मैसेज दे रहे हैं। गेंदबाज भी बॉल को शाइन करने के तरीके बदल सकते हैं। अलग-अलग रूल्स आ सकते हैं। अगर अंपायर खिलाड़ियों के कपड़े या सामान नहीं रखना चाहता तो उसे भी यह अधिकार मिल सकता है। ऐसा हो तो खिलाड़ी को बाउंड्री लाइन पर अपना सामान रखकर गेंदबाजी करने आना होगा।
लॉकडाउन काे नहीं मानने वालों से क्या कहेंगे? आप खुद कैसे मैनेज कर रहे हैं?
सचिन: लॉकडाउन होने से भी पहले से, यानी 15 मार्च से मैं किसी से भी नहीं मिला हूं। दोस्तों से भी नहीं। सबको देश के लिए यही करना पड़ेगा। हमें एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ लड़ना होगा, नहीं तो हम जीत नहीं पाएंगे। यह वायरस कहीं दिखता नहीं है। पता भी जल्दी नहीं लगता। जब पता लगता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। मैं इसलिए अपने जन्मदिन पर यही विश करूंगा कि जब मैं क्रिकेट खेलता था, तब लोग दुआ करते थे कि मैं आउट न हो जाऊं। तो मेरी भी यही विश है कि यू शूड ऑल्सो नॉट गेट आउट।
आप खिलाड़ियों और लोगों को क्या संदेश देना चाहेंगे? कोरोना वॉरियर्स के लिए आपका क्या मैसेज है?
सचिन: मैं हमेशा से डॉक्टरों का सम्मान करता रहा हूं। पूरी मेडिकल बिरादरी ने बहुत अच्छा काम किया है। खुद की जान खतरे में डालकर हमारी जिंदगी बचा रहे हैं। उनका सम्मान करना हमारा फर्ज है। पुलिस ने भी हमारे लिए अपनी जान खतरे में डाली है। इन्हें सम्मान दीजिए। मेरे लिए तो ये हीरोज हैं। इनसे बदसलूकी ठीक नहीं है। लोग सही तरह से सोचें। यही अपील करूंगा।
आप फिट इंडिया मूवमेंट, यूएन के हाईजीन और सैनिटेशन कैंपेन से जुड़े रहे हैं। मौजूदा माहौल में इसकी कितनी जरूरत महसूस होती है?
सचिन: फिटनेस पर लोग काफी ध्यान दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग वीडियो भी शेयर कर रहे हैं। ये अच्छी बात है। फिटनेस के लिए जिम की जरूरत नहीं है। बहुत लोग योग कर रहे हैं। ब्रीदिंग टेक्नीक्स, स्ट्रेचिंग कर रहे हैं। मैं हाईजीन का मैसेज लंबे समय से देते आ रहा हूं। खासतौर पर हैंडवॉश का मैसेज। लगातार साबुन से हाथ धोने से आप अपनी सेहत का काफी हद तक ख्याल रख सकते हैं। इससे पेट की बीमारियों को दूर रखा जा सकता है। हम हमेशा यह सोचते हैं कि हमें कुछ नहीं हो सकता, लेकिन ऐसा नहीं है। कोरोनावायरस से बचें और अपनी सेहत से खिलवाड़ न करें। आपकी हेल्थ का चैलेंज पूरे परिवार का चैलेंज बन जाता है।
कोरोना और दुनियाभर में लॉकडाउन खत्म होने के बाद किस क्रिकेट टूर्नामेंट का इंतजार रहेगा?
सचिन:रोज टीवी के सामने नहीं बैठता हूं। सारे मैच नहीं देखता हूं। रोमांचक मुकाबला होता है तो ही देखता हूं। फिर वह क्रिकेट हो या कोई दूसरा खेल। अच्छा टेनिस चल रहा है तो मैं वो भी देखता हूं। अच्छे लेवल पर मैच चल रहा है तो मैं देखता हूं। इस बार टूर्नामेंट लोगों की सेहत को देखते हुए रद्द किए गए हैं। कोई भी इवेंट किसी की जिंदगी से बड़ा नहीं हो सकता है। हमारे लिए लोगों की जान बचाना ज्यादा जरूरी है। कोई भी टूर्नामेंट सरकार की अनुमति के बाद ही होना चाहिए।
कोरोना से सबसे ज्यादा मुंबई प्रभावित है। इस मुश्किल घड़ी में मुंबई की स्पिरिट को जिंदा रखने के लिए क्या कहेंगे?
सचिन: यह वायरस कब हमला करेगा, पता नहीं चलता। हमें इकट्ठेहोकर इससे लड़ना होगा। हमें सोशल डिस्टेंसिंग रखना है। सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करना है। मैं लगातार यही बात दोहरा रहा हूं। लोग सोचते हैं कि हमें कुछ नहीं होगा। हमारी इम्युनिटी अच्छी है, लेकिन अनजाने में आप दूसरे के संपर्क में आकर उसे संक्रमित कर सकते हैं। किसी की लापरवाही से जान जाए, यह बात अच्छी नहीं।
भारत के सीमित ओवर के कप्तान रोहित शर्मा ने अगले तीन में से दो वर्ल्ड कप जीतने के लक्ष्य को लेकर बात की। उन्होंने पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की। इस दौरान रोहित ने कहा, ‘‘मेरा व्यक्तिगत लक्ष्य है कि हम एक टीम के तौर पर आने वाले 3 में से 2 वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब हों।’’ दरअसल, इस साल ऑस्ट्रेलिया और अगले साल भारत में टी-20 वर्ल्ड कप होना है। इसके बाद 2023 में वनडे वर्ल्ड कप होगा। भारतीय टीम 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद से कोई आईसीसी इवेंट नहीं जीत सका।
इस बार टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाएगा। हालांकि, टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस (कोविड-19) का संकट मंडरा रहा है। इस महामारी के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। 29 मार्च से होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है।रोहित शर्मा ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंने आईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं।
‘जल्दी विकेट नहीं गंवाते तो सेमीफाइनल जीत जाते’
भारतीय टीम वनडे वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारकर बाहर हो गया था। इस पूरे टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ने रिकॉर्ड 5 शतक लगाए थे। उन्होंने लगातार तीन मैच में शतक लगाए थे। 3 दोहरे शतक लगाने वाले रोहित ने इस वर्ल्ड कप में अपने खेल को थोड़ा बदला था। उन्होंने बड़े शतक लगाने की जगह टिककर बल्लेबाजी की थी। सेमीफाइनल को लेकर रोहित ने कहा, ‘‘यदि हम शुरुआती आधे घंटे तक कोई विकेट नहीं गंवाते तो भारतीय टीम यह मैच जीत सकती थी। शुरुआती 10 ओवर काफी अहम होते हैं।’’
‘कोच और कप्तान पर दबाव होता है’
उन्होंने कहा, ‘‘हम टीम में खिलाड़ियों की वापसी पर भी बात करते रहते हैं, ताकि वे अपनी जगह पक्की कर सकें। कप्तान और कोच पर किसी खिलाड़ी को मौका देने और वापसी कराने को लेकर काफी दबाव होता है। यह बहुत जरूरी है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके दिए जाएं। हमने सुना है कि किस तरह दादा (सौरव गांगुली) ने आपको (हरभजन) और यूवी (युवराज सिंह) को किस तरह समर्थन किया और टीम में वापसी कराई। इसी प्रक्रिया को मौजूदा समय में भी अपनाना चाहिए।’’
वेस्टइंडीज का क्रिकेट बोर्ड आर्थिक संकट से जूझ रहा है। क्रिकेट वेस्टइंडीज ने (सीडब्ल्यूआई) ने अपने खिलाड़ियों को जनवरी से उनकी मैच फीस नहीं दी है। भुगतान में देरी का कारण नकदी संकट माना जा रहा है। वेस्टइंडीज बोर्ड की आर्थिक स्थिति पहले ही अच्छी नहीं थी। अब कोविड-19 महामारी आने के बाद उसकी मुसीबतें और बढ़ गई हैं। इंटरनेशनल पुरुष खिलाड़ियों की 11 और महिला खिलाड़ियों की 4 मैच की फीस बकाया है। सबसे ज्यादा नुकसान घरेलू खिलाड़ियों का हो रहा है।
वेस्टइंडीज ने जनवरी में आयरलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज खेली थी और फरवरी-मार्च में श्रीलंका का दौरा किया था। वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड जनवरी से मैच फीस नहीं दे पाया, जबकि सामान्य परिस्थितियों में फरवरी 2020 के अंत तक यह भुगतान हो जाना था।
घरेलू खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा नुकसान
पुरुष खिलाड़ियों को आयरलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज (3 वनडे और 3 टी-20) और श्रीलंका का दौरा (3 वनडे और 3 टी-20) की मैच फीस नहीं मिली है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय महिला टीम को ऑस्ट्रेलिया में फरवरी-मार्च में खेले गए टी-20 विश्व कप में अपने खेले 4 मैचों की मैच फीस नहीं मिली है। वहीं, सबसे ज्यादा नुकसान झेल रहे घरेलू खिलाड़ियों को 2020 वेस्टइंडीज चैम्पियनशिप के लिए उनकी मैच फीस के ज्यादातर हिस्से का भुगतान नहीं हुआ है।
आईसीसी के चीफ एक्जीक्यूटिव कमेटी (सीईसी) ने कोविड-19 को देखते हुए फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) में 2023 तक बदलाव पर सहमति जताई। टेली कॉन्फ्रेंसिंग से हुई बैठक में फैसला लिया गया कि वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप और प्रस्तावित वनडे लीग पर बाद में निर्णय होगा। वनडे लीग जून में शुरू होनी है। आईसीसी ने बयान में कहा, ‘इस पर सहमति बनी कि एफटीपी की समीक्षा करनी होगी और जितने भी टूर्नामेंट स्थगित हुए हैं। उन्हें फिर से आयोजित करने की कोशिश की जाएगी।’
इंग्लैंड का श्रीलंका दौरा और न्यूजीलैंड का ऑस्ट्रेलिया दौरा बीच में ही रद्द करने पड़े थे। पाकिस्तान और वेस्टइंडीज के इस साल इंग्लैंड दौरों को लेकर भी आशंका बनी हुई है। यह भी पता चला है कि टी-20 वर्ल्ड कप के लिए भी आपात योजना बनाई जा रही है। आईसीसी ने कहा, ‘सीईसी को आईसीसी के ग्लोबल टूर्नामेंट की आपात योजनाओं के बारे में बताया गया। इसमें पुरुष टी-20 वर्ल्ड कप 2020 और महिला वनडे वर्ल्ड कप 2021 शामिल हैं। अभी इन प्रतियोगिताओं को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित करने की योजना है।’
एरॉन फिंच खाली स्टेडियम में खेलने के लिए तैयार
ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवर के कप्तान आरोन फिंच ने कहा है कि कोरोनावायरस महामारी के कारण टी-20 वर्ल्ड कप तीन महीने के लिए टल सकता है। फिंच ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमें टी20 वर्ल्ड कप के लिए थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। मुझे लगता है कि यह एक, दो या तीन महीने के लिए स्थगित हो सकता है। कोरोनावायरस महामारी पर नियंत्रण के बाद खाली स्टेडियम में मैच के आयोजन से मुझे फर्क नहीं पड़ता।’’ वर्ल्ड कप इस साल ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाना है।
भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह को लगता है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया के लिए दोबारा नहीं खेलेंगे। उन्होंने वनडे टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट के दौरानयह बात कही। एक फैन ने धोनी के भविष्य को लेकरसवाल पूछा था। इस पर हरभजन ने कहा- मैं जब चेन्नई सुपर किंग्स के कैम्प में था। तो लोगों ने मुझसे धोनी के बारे में पूछा। तो मेरा यही जवाब था कि यह धोनी पर ही निर्भर करता है कि वे खेलना चाहते हैं या नहीं। लेकिन जितना मैं जानता हूं कि धोनी दोबारा टीम इंडिया की जर्सी नहीं पहनना चाहते। वे आईपीएल जरूर खेलेंगे, मुझे लगता कि 2019 वर्ल्ड कप उनका भारतीय टीम के साथ आखिरी टूर्नामेंट था।
38 साल के धोनी फिलहाल क्रिकेट से दूर परिवार के साथ वक्त बिता रहे हैं। उनका आखिरी मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल था, जिसमें भारत को हार मिली थी। बीसीसीआई ने उन्हें इस साल की शुरुआत में जारी की गई अपनी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में भी शामिल नहीं किया। इसके बाद से ही उनके संन्यास की अटकलें लगने लगी थीं। हालांकि, उन्होंने इस पर अब तक कुछ नहीं कहा है। वे लॉकडाउन से पहले आईपीएल की तैय़ारियों के लिए चेन्नई में थे। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह से आईपीएल अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में उनके जल्दी मैदान पर वापसी की उम्मीद नहीं दिख रही।
भारतीय टीम में मैच विनर खिलाड़ियों की कमी
हरभजन नेटीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर कहा किमैच विनर खिलाड़ियों के न होने की वजह से भारत को लगातार हार झेलनी पड़ रही है। विराट कोहली और रोहित शर्मा पर टीम ज्यादा निर्भर है। इन दोनों के आउट होने के बाद टीम 70 फीसदी से ज्यादा मैच गंवा देती है। ऐसे में अगर निचले क्रम में कुछ बल्लेबाज अच्छा खेले तो हम ज्यादा मैच जीत सकते हैं।
लीवर कैंसर से जंग लड़ रहे भारतीय बॉक्सर डिंको सिंह भारत के लिए एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इम्फाल में रह रहे 41 साल के डिंको की रेडिएशन थेरेपी लॉकडाउन के कारण नहीं हो पा रही है। इलाज के लिए उन्हें स्पाइसजेट की एयर एम्बुलेंस से इम्फाल से दिल्ली लाया जाएगा। बॉक्सर को एयर एम्बुलेंस की सेवा मुफ्त में दी जा रही है। यह फैसला स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने लिया है। वे बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के अध्यक्ष भी हैं।
अर्जुन और पद्म पुरस्कार से सम्मानित डिंको सिंह की मदद के लिए भारत के अनुभवी मुक्केबाज विजेंदर सिंह और मनोज कुमार भी धन जुटा रहे हैं। विजेंदर ने कहा, ‘‘हम वॉट्सएप ग्रुप ‘हममें है दम’ के जरिए धन जुटा रहे हैं। हमने एक लाख रुपए से ज्यादा इकट्ठे कर लिए हैं, जो सीधे उनके खाते में जाएंगे।’’
राष्ट्र नायक को सेवा प्रदान करना स्पाइसजेट के लिए सौभाग्य की बात
डिंको सिंह को 25 अप्रैल को दिल्ली लाया जाएगा। अजय सिंह ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के कारण डिंको सिंह का इलाज बीच में ही रुक गया। यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारे राष्ट्र नायक को एयर एम्बुलेंस की सेवा प्रदान करना और उन्हें दिल्ली लाना स्पाइसजेट के लिए सौभाग्य की बात है। भारतीय बॉक्सर ने कई बड़े मुकाबले जीते हैं। हमारी प्रार्थना है कि वे इस जंग में भी जीत दर्ज करें।’’
इससे पहले खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी डिंको सिंह के इलाज के लिए हर संभव मदद मुहैया कराए जाने के लिए मणिपुर सरकार से बात की थी। बैंटमवेट मुक्केबाज डिंको सिंह ने बैंकाक में 1998 एशियाई गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था।
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक ने भारतीय बल्लेबाजों पर स्वार्थी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर रमीज राजा से कहा कि भारत-पाकिस्तान का जब भी मैच होता था, तब टीम इंडिया के बल्लेबाज सिर्फ खुद के लिए ही खेलते थे। वे देश के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए शतक लगाते थे। इंजमाम ने कहा कि पाकिस्तानी बल्लेबाज सिर्फ देश के लिए खेलते थे। वहीं, रमीज ने कहा कि कोरोना के कारण यदि मैच नहीं खेले गए तो क्रिकेट बोर्ड ज्यादा दिन नहीं टिक पाएंगे।
इंजमाम ने कहा, ‘‘जब हम भारत के खिलाफ खेलते थे तब उनकी बल्लेबाजी कागजों पर हमसे ज्यादा मजबूत हुआ करती थी, लेकिन हमारी टीम के बल्लेबाज 30-40 रन भी बनाते थे, तो वह सिर्फ टीम के लिए होते थे।
वहीं, दूसरी ओर भारतीय बल्लेबाज अगर 100 रन भी बनाते थे, तो वह अपने लिए खेलते थे। यही दोनों टीमों के बीच अंतर था।’’
मैच नहीं होने से पीसीबी का गुजारा नहीं हो पा रहा: रमीज
वहीं, रमीज ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘कोरोनावायरस महामारी के कारण जिंदगी थम गई है। क्रिकेट फैन्स भी तरस रहे हैं। यदि यह सब इसी तरह चलता रहा और जल्दी मैच नहीं कराए गए तो मुझे नहीं लगता है कि क्रिकेट बोर्ड ज्यादा समय तक टिक पाएंगे। क्रिकेट का आयोजन कराए बिना वे कब तक खर्च उठाएंगे और कर्मचारियों को वेतन दे पाएंगे। मैं पीसीबी से इस पर गौर करने का अनुरोध करूंगा कि वे दूसरे बोर्ड से बात करके कोई उपाय निकाले ताकि दर्शकों के बिना भी मैच हो सके। ’’
सीमित ओवर के फॉर्मेट में ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान एरॉन फिंच ने कोरोनावायरस के कारण टी-20 वर्ल्ड कप टलने की बात कही है। फिंच ने कहा है कि इस टूर्नामेंट के लिए फैन्स को 3 महीने तक का इंतजार करना पड़ सकता है। वहीं, इससे पहले न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रैंडन मैकुलम भी यही बात कह चुके हैं। उन्होंने कहा कि टी-20 वर्ल्ड कप टलने की स्थिति में इसकी जगह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को कराना चाहिए। दरअसल, 29 मार्च से होने वाला आईपीएल महामारी के कारण अनिश्चितकाल के लिए टल चुका है। जबकि टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है। कोरोना के कारण ऑस्ट्रेलिया में सितंबर तक किसी भी विदेशी के आने पर रोक लगी है।
मैकुलम आईपीएल की फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कोच भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आईपीएल को अक्टूबर विंडो में कराया जाना चाहिए। जबकि टी-20 वर्ल्ड कप की तारीख को थोड़ा बना देना चाहिए। इसका मतलब है कि महिला वनडे वर्ल्ड कप की तारीख भी आगे बढ़ सकती है। हमें तीनों बड़े टूर्नामेंट एक साथ देखने को मिल सकते हैं।’’ महिला वनडे वर्ल्ड कप फरवरी में न्यूजीलैंड में होना है।
बगैर दर्शकों के मैच होने से खिलाड़ियों को फर्क नहीं पड़ता: फिंच
फिंच ने सेन रेडियो से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमें टी-20 वर्ल्ड कप के लिए थोड़ा समय और इंतजार करना पड़ सकता है। यह टूर्नामेंट एक, दो या फिर तीन महीने के लिए भी टाला जा सकता है। हम जल्द ही लाइव मैच को देखेंगे। यह दर्शकों के साथ होते हैं या उनके बगैर, मैं नहीं मानता कि इससे खिलाड़ियों को कोई फर्क पड़ेगा। हमने न्यूजीलैंड के खिलाफ एक मैच बगैर दर्शकों के खेला था। यह सिर्फ शुरुआती 4 या 5 ओवर तक ही अजीब लगा था, लेकिन फिर सभी खिलाड़ी अपने काम में लग गए थे।’’
आईपीएल नहीं होने से सभी का बहुत नुकसान होगा
पूर्व कीवी कप्तान ने स्काय क्रिकेट पोटकास्ट में कहा, ‘‘मैं टी-20 वर्ल्ड कप को बगैर दर्शकों के देखना नहीं चाहता हूं। टूर्नामेंट के लिए ऑस्ट्रेलिया में 16 टीमों को आना होगा। साथ ही उनके सपोर्ट स्टाफ और ब्रॉडकास्टर भी आएंगे। ऐसा होता मुमकिन नहीं लग रहा है, इसलिए टूर्नामेंट को 2021 के शुरुआत में कराना चाहिए। यदि आईपीएल नहीं खेला गया तो खिलाड़ियों और सपोर्टिंग स्टाफ को बहुत नुकसान होगा, उन्हें भुगतान नहीं किया जा सकेगा।’’मैकुलम ने आईपीएल के 109 मैच में 2880 रन बनाए हैं। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत स्कोर 158 रन है।
स्विट्जरलैंड के स्टार टेनिस खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर ने इंटरनेशनल टेनिस के भविष्य को लेकर एक प्रस्ताव रखा है। फेडरर ने कहा है कि अब पुरुषों की संस्था एसोसिएशन ऑफ टेनिस प्रोफेसनल्स (एटीपी) और वीमन टेनिस एसोसिएशन (डब्ल्यूटीए) को एक करने का समय आ गया है। उनकी इस बात का स्पेनिश स्टार राफेल नडाल और डब्ल्यूटीए की संस्थापक बिली जीन किंग ने भी समर्थन किया है। अमेरिका की पूर्व टेनिस खिलाड़ी बिली ने कहा, ‘‘सच में, अब समय आ गया है कि दोनों टेनिस की पेशेवर संस्थाएं एक छाते के नीचे आ जाएं।’’
फेडरर ने बुधवार को ट्वीट किया, ‘‘पुरुष और महिला टेनिस को अब एक हो जाना चाहिए। क्या ऐसा सोचने वाला मैं अकेला इंसान हूं? मैं टूर्नामेंट्स को एक करने की बात नहीं कह रहा, बल्कि दो गवर्निंग बॉडी (संस्था) के मर्जर की बात कर रहा है। दोनों के अलग-अलग रैंकिंग सिस्टम, लोगो, वेबसाइट और अलग कैटेगरी के टूर्नामेंट्स फैन्स के लिए काफी कन्फ्यूजन पैदा करते हैं।’’
एक स्टेज पर आकर खुश हूं: बिली जीन
बिली जीन ने 1973 में डब्ल्यूटीए की स्थापना की थी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मैं सहमत हूं और 1970 के दशक से मैं भी यही कहती आ रही हूं। डब्ल्यूटीए हमेशा से ही सिर्फ प्लान बी रहा है। मुझे बहुत खुशी है कि अब हम एक ही एक ही स्टेज पर आ रहे हैं।’’
नडाल ने भी सहमति जताई
19 ग्रैंड स्लैम विजेता नडाल ने कहा, ‘‘हाय रोजर फेडरर, जैसा की तुम जानते हो, हमारी बातचीत के दौरान मैं पहले भी आपके इस मुद्दे पर सहमत जता चुका हूं। दुनिया के इस सबसे बड़े संकट से बाहर आने के लिए हम पुरुष और महिलाओं को एक होना होगा।’’
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) को लेकर भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा ने सभी को सचेत किया है। उन्होंने बुधवार को कहा कि मौजूदा हालात में लोगों को घर में ही सुरक्षित रहना चाहिए। यदि आज हमने सतर्कता नहीं बरती, तो भविष्य में यह बड़ी समस्या बन जाएगी। कोरोना के कारण विश्व की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 3 मई तक लॉकडाउन लगाया गया है। महामारी के कारण जून तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं।
रोहित ने कहा, ‘‘यह (घर में रहना) काफी परेशान करने वाला हो सकता है, लेकिन मैं सोशल मीडिया के माध्यम से आपसे अपील करता हूं आप घर में ही रहें। छोटी-छोटी चीजों का आनंद लें। आप घर पर कुछ न कुछ कर ही सकते हो। आप परिवार के साथ समय बिताने की या फिर घर के काम करने की बात हो। आप खुद को फिट रखने के लिए किसी भी प्रकार से व्यस्त रह सकते हैं।’’रोहित ने 32 टेस्ट में 2141, 224 वनडे में 9115 और 108 टी-20 में 2773 रन बनाए हैं। उन्होंंनेआईपीएल के 188 मैच में 4898 रन बनाए हैं।
‘यह सतर्कता हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए है’
आईपीएल में मुंबई इंडियंस के कप्तान ने कहा, ‘‘आप घर पर बैठकर टीवी देख सकते हैं। आजकल काफी सारे मनपसंद शो आ रहे हैं। काफी सारी चीजें हैं, जो हम कर सकते हैं। मैं जानता हूं कि यह काफी कष्टदायक है, लेकिन यह सब हमारे भले के लिए है। हमें अपना भविष्य अच्छा बनाना है। आज हम अपना ध्यान खुद नहीं रखेंगे, यदि हम आज सतर्कता नहीं बरतेंगे तो भविष्य में यह एक बड़ी समस्या बन जाएगी। यह सिर्फ हमारे लिए नहीं, बल्कि हमारे बच्चे और उनके बाद आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है।’’
‘स्मिथ-वॉर्नर वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ खेलने के लिए बेताब हूं’
रोहित ने डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ की वापसी को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेलने के लिए बेताब हूं। वॉर्नर और स्मिथ के साथ ऑस्ट्रेलिया इस बार अपने घर में एक अलग ही टीम होगी। दो साल पहले मुझसे टेस्ट में ओपनिंग के लिए कहा गया था। मैं तब से ही खुद को तैयार कर रहा हूं। हर कोई वहां (ऑस्ट्रेलिया) में खेलने के लिए मौका चाहता है। मैं भी खेलना चाहता हूं, देखना नहीं। मैं पिछली बार न्यूजीलैंड दौरे के लिए भी तैयार था, लेकिन चोट के कारण टेस्ट सीरीज नहीं खेल सका।’’
भारत में 21393 संक्रमित, 681 लोगों की मौत
दुनिया में कोरोना से गुरुवार सुबह तक एक लाख 84 हजार 217 लोगों की मौत हो चुकी है। 26 लाख 37 हजार 673 संक्रमित हैं, जबकि 7 लाख 17 हजार 625 ठीक हो चुके हैं। वहीं, भारत में कोरोना संक्रमण के कुल 21393 मामले आए हैं। इनमें 16454 का इलाज चल रहा है। 4257 ठीक हुए हैं, वहीं 681 लोगों की मौत हुई है।
पूर्व भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर शुक्रवार को 47 साल के हो जाएंगे। कोरोनावायरस (कोविड-19) जैसी महामारी के बीच सचिन ने इस बार जन्मदिन नहीं मनाने का फैसला किया है। यह फैसला उन्होंने पुलिस और डॉक्टर जैसे कई वॉरियर्स, जो कोरोना से आगे आकर लड़ रहे हैं, उनके सम्मान में किया है। यह जानकारी सचिन के करीबी सूत्र ने दी है। उन्होंने कहा है कि सचिन इस बार किसी तरह का जश्न नहीं मनाएंगे। पूर्व भारतीय कप्तान का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई में हुआ था।
सचिन का मानना है कि इस महामारी से लड़ने में फ्रंटलाइन वॉरियर्स डॉक्टर, नर्सों, चिकित्सा सहायकों, पुलिसकर्मियों, सैनिकों का आभार व्यक्त करने का यह सर्वश्रेष्ठ तरीका हो सकता है। इससे पहले भी सचिन ने इस महामारी से लड़ने के लिए 50 लाख रुपए का दान दिया था। उन्होंने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं। 2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं।
सचिन ने 12 हजार डॉक्टरों से बात की
सचिन बीसीसीआई की मास्क फोर्स का भी हिस्सा हैं। उन्होंने वीडियो के जरिए संदेश दिया था, ‘‘घर में मास्क बनाइए और मास्क फोर्स का हिस्सा बनिए। याद रखिए कि 20 सेकंड तक हाथ धोना है और सामाजिक दूरी भी बनाए रखनी है।’’ साथ ही सचिन ने लॉकडाउन के दौरान देश के 12 हजार डॉक्टरों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव चैटिंग की थी। इस दौरान सचिन ने खेल से जुड़ी चोटों और अन्य समस्याओं पर अपने अनुभव शेयर किए।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाल या रद्द कर दिए गए हैं। इस बीच जर्मन फुटबॉल लीग बुंदेसलिगा 9 मई से शुरू हो सकती है। मैच खाली स्टेडियम में कराए जाएंगे। अगर ऐसा होता है तो बुंदेसलिगा टॉप-5 यूरोपियन फुटबॉल लीग की पहली लीग होगी, जिसके मैच शुरू हो जाएंगे। लीग के 18 क्लब 3 हफ्तों से ट्रेनिंग कर रहे हैं। बायर्न म्यूनिख के खिलाड़ी बड़े डार्टबोर्ड पर फुटबॉल मारकर पासिंग एक्युरेसी बढ़ा रहे हैं। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा जा रहा है। लीग शुरू करने पर अंतिम फैसला 30 अप्रैल को होगा।
नेमार को एक सीजन के लिए 415 करोड़ रु. का ऑफर
ब्राजील के फुटबॉल स्टार नेमार पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को छोड़कर बार्सिलोना जाते हैं तो उन्हें 245 करोड़ का नुकसान हो सकता है। 2013 से 2017 तक वह स्पेनिश क्लब बार्सिलोना का ही हिस्सा थे। फ्रेंच क्लब पीएसजी रुकने के लिए उन्हें एक हफ्ते का 5.66 करोड़ रुपए देने को तैयार है। उन्हें एक सीजन के लिए 415 करोड़ रुपए का ऑफर मिला है।
इस सीजन में नेमार ने 18 गोल दागे
वहीं, बार्सिलोना जाने पर एक सीजन के 170 करोड़ रुपए ही मिल पाएंगे। नेमार ने 2017 में पीएसजी से 5 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया था। उसके बाद से वो न तो चैंपियंस लीग जीत पाए हैं और न ही कोई व्यक्तिगत अवॉर्ड। बार्सिलोना के साथ 2015 में वो चैंपियंस लीग विजेता बने थे। इस सीजन में उन्होंने पीएसजी के लिए 18 गोल किए हैं।
देश में लॉकडाउन के बीच खिलाड़ी अपने घर पर हैं। मैदान से दूर होने के बाद अधिकतर खिलाड़ियों ने किताबों से दोस्ती कर ली है। वे प्रैक्टिस और फिटनेस पर फोकस तो कर ही रहे हैं। इस बीच, किताबें पढ़कर ज्ञान भी बढ़ा रहे हैं। कुछ खिलाड़ी स्पोर्ट्स साइंस एंड टेक्नोलॉजी की किताबें पढ़ रहे हैं तो कुछ की रुचि आध्यात्मिक और ऐतिहासिक किताब पढ़ने में हैं। कुछ कथा-कहानी पढ़ रहे हैं तो कुछ उपन्यास। 23 अप्रैल को वर्ल्ड बुक डे है। पढ़िए खिलाड़ियों की रीडिंग हैबिटके बारे में...
क्रिकेट: तानिया को सोशल मीडिया नहीं, रीडिंग पसंद
तानिया भाटिया: भारतीय टीम की विकेटकीपर तानिया भाटिया को सोशल मीडिया की बजाय किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है। उनका मानना है कि किताबें शांत रखने में मदद करती हैं। वे हमेशा कुछ नया सीखने की कोशिश करती हैं।
स्मृति मंधाना: भारतीय क्रिकेटर स्मृति मंधाना को वर्चुअल रीडिंग ज्यादा पसंद है। वे ऑनलाइन मैगजीन और खेल से संबंधित किताबें पढ़ रही हैं। वे रोजाना अखबार भी पढ़ती हैं।
अनुजा पाटिल: भारतीय महिला टीम की स्पिनर अनुजा पाटिल कर्ण की ऑटोबायोग्राफी "मृत्युंजय' पढ़ रही हैं। वे कहती हैं, "इससे उन्हें मैदान पर रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।'
हॉकी: एक महीने में चार किताब पढ़ने का लक्ष्य
पीआर श्रीजेश: भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश बेंगलुरू स्थित साई सेंटर में हैं। वे कहते हैं, ‘रीडिंग करना अब आदत हो गई है। मैंने एक महीने में चार किताब पढ़ने का लक्ष्य रखा है।’
विवेक सागर प्रसाद: मिडफील्डर विवेक भी साई सेंटर में हैं। वे मानसिक मजबूती पर काम कर रहे हैं। वे अमेरिकी आर्मी के सबसे खतरनाक स्नाइपर की ऑटोबायोग्राफी ‘अमेरिकन स्नाइपर’ पढ़ रहे हैं।
शूटिंग/एमएमए: किताबें चिंता-मानसिक तनाव दूर कर रहीं
श्रेया अग्रवाल: शूटर श्रेया अग्रवाल फैंटेसी उपन्यास ‘द क्रोनिकल्स ऑफ नार्निया’ पढ़ रही हैं। श्रेया कहती हैं, ‘किताबें चिंता दूर करने में मदद करती हैं। इससे एकाग्रता बढ़ती है।’
रितु फोगाट: मिक्स्ड मार्शल आर्ट फाइटर रितु फाेगाट घर से दूर सिंगापुर में हैं। वे लॉकडाउन के दौरान मानसिक तनाव दूर करने के लिए ‘द सीक्रेट’ किताब पढ़ रही हैं।
तेजस्विनी सावंत: ओलिंपिक कोटा दिला चुकीं इंटरनेशनल शूटर तेजस्विनी सावंत छत्रपति शिवाजी महाराज की ऐतिहासिक बायोग्राफी ‘श्रीमान योगी’ पढ़ रही हैं। वे मराठी की माइथोलॉजिकल किताब ययाति और पानीपत पढ़ चुकी हैं।
राहुल अवारे: कॉमनवेल्थ चैंपियन रेसलर राहुल अवारे नासिक में पुलिस ट्रेनिंग ले रहे हैं। वे महाराष्ट्र पुलिस में डीवायएसपी हैं। फ्री-टाइम में अध्यात्म और कुश्ती की नई टेक्नोलॉजी पर आधारित किताबें पढ़ रहे हैं।
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) ने अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक में सेंध लगा दी है। गेम्स की तैयारियों में जुटे स्टाफ के एक सदस्य का कोरोनाटेस्ट पॉजिटिव आया है। यह जानकारी बुधवार को टोक्यो ओलिंपिक की आयोजन समिति ने दी है। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद पीड़ित को क्वारैंटाइन किया गया है। इस साल होने वाले टोक्यो गेम्स को कोरोना महामारी के कारण एक साल के लिए टाल दिया था। अब यह ओलिंपिक जुलाई-अगस्त 2021 में होंगे।
समिति ने बताया कि संक्रमित व्यक्तिका नाम हारुमी है। वह टोक्यो ओलिंपिक के मुख्यालय में कार्यरत था। यह पूरा क्षेत्र संक्रमित नहीं है। उसके साथ जितने भी लोग काम कर रहे थे, सभी को घर में सुरक्षित रहने के लिए कह दिया गया है। समिति में करीब 3500 कर्मचारी काम करते हैं। इसमें से 90 प्रतिशत घर से ही काम कर रहे हैं।
अगले साल भी ओलिंपिक होना मुश्किल: कोरोना एक्सपर्ट
जापान के कोरोना एक्सपर्ट केंतारो इवाता ने सोमवार को कहा था कि अगले साल भी ओलिंपिक का होना बेहद मुश्किल है। बगैर दर्शकों के कराया जाता है, तब ही टूर्नामेंट का होना संभव है। कोबे यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर इवाता ने मीडिया से कहा था, ‘‘यदि मैं ईमानदारी के साथ कहूं, तो मुझे नहीं लगता कि अगले साल ओलिंपिक हो पाएंगे। फिलहाल, गेम्स को कराने के लिए सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद हैं। पहला है कि हम जापान में वायरस को कंट्रोल करें, जबकि दूसरा है कि दुनियाभर में फैली महामारी पर लगाम लगाएं। क्योंकि, आप दुनियाभर से एथलीट्स और दर्शकों को आमंत्रित करेंगे।’’
जापान में कोरोना से 11543 संक्रमित, 281 की मौत
कोरोनावायरस से दुनिया में बुधवार दोपहर तक 25 लाख 56 हजार 725 संक्रमित हो चुके हैं। एक लाख 77 हजार 618 की मौत हो चुकी है, जबकि छह लाख 90 हजार 329 ठीक हुए हैं। वहीं, जापान में कोरोना के अब तक 11543 और यहां की राजधानी टोक्यो में 3,307 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 281 लोगों की जान जा चुकी है। बीबीसी के मुताबिक, जापान के नागासाकी तट पर मरम्मत के लिए रुके इटली के क्रूज पर 33 लोग संक्रमित मिले हैं। देश में बुधवार को 24 घंटे में 18 लोगों की मौत हुई जबकि 377 संक्रमित मिले हैं।
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया। लेकिन, जापान के कोरोना एक्सपर्ट केंतारो इवाता ने सोमवार को निराशा जाहिर करते हुए कहा कि अगले साल भी गेम्स का होना बेहद मुश्किल है। बगैर दर्शकों के कराया जाता है, तब ही टूर्नामेंट का होना संभव है। टोक्यो ओलिंपिक अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होने हैं। ओलिंपिक के लिए होने वाला सांस्कृतिक त्योहार निप्पन को भी रद्द कर दिया है।
कोबे यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर इवाता ने मीडिया से कहा, ‘‘यदि मैं ईमानदारी के साथ कहूं, तो मुझे नहीं लगता कि अगले साल ओलिंपिक हो पाएंगे। फिलहाल, गेम्स को कराने के लिए सिर्फ दो ही विकल्प मौजूद हैं। पहला है कि हम जापान में वायरस को कंट्रोल करें, जबकि दूसरा है कि दुनियाभर में फैली महामारी पर लगाम लगाएं। क्योंकि, आप दुनियाभर से एथलीट्स और दर्शकों को आमंत्रित करेंगे।’’
बगैर दर्शकों के सफल हो सकता है ओलिंपिक
इवाता ने कहा, ‘‘जापान में इतनी क्षमता है कि वह इस महामारी को अगली गर्मी तक काबू में कर लेगा। मैं दुआ करता हूं कि ऐसा ही हो, लेकिन मुझे नहीं लगता कि तब तक दुनियाभर में इसे रोका रोका जा सकेगा। इसी कारण मुझे आशंका है कि इस बार की तरह अगले साल भी टोक्यो गेम्स होना मुश्किल है। अब यदि इस टूर्नामेंट को बगैर दर्शकों के या फिर बहुत कम प्रतिभागियों के साथ इसे कराया जाए, तभी यह हो सकता है।’’
ओलिंपिक को प्रभावित करेगा कोरोना: आईओसी
आईओसी कोआर्डिनेशन कमीशन के अध्यक्ष जॉन कोट ने शनिवार को ही स्वीकार किया था कि कोरोनावायरस री-शेड्यूल हुए ओलिंपिक को प्रभावित कर सकता है। एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी के ग्लोबल हेल्थ के अध्यक्ष और प्रोफेसर देवी श्रीधर ने कहा था, ‘‘ओलिंपिक के समय पर होने के लिए वैक्सीन जरूरी है। बिना वैक्सीन के गेम्स का होना असंभव है।’’
जापान ने तैयारियों पर कुल 25 अरब डॉलर खर्च किया
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जापान ने ओलिंपिक की तैयारियों पर अब तक 12.6 अरब डॉलर खर्च किए हैं। कुल अनुमानित खर्च इसका दो गुना यानी करीब 25 अरब डॉलर है। वहीं, 124 साल के इतिहास में ओलिंपिक 3 बार रद्द हुए हैं और पहली बार टले हैं। इससे पहले तीनों बार विश्व युद्ध के चलते बर्लिन (1916), टोक्यो (1940) और लंदन (1944) गेम्स को कैंसिल करना पड़ा था।
आर्थिक नुकसान कितना?
सीएनबीसी के मुताबिक, 2016 से अब तक आईओसी ने टोक्यो ओलिंपिक 2020 के लिए 5.7 अरब डॉलर (40 हजार 470 करोड़ रुपए) रेवेन्यू जुटाया। इसका 73 फीसदी हिस्सा मीडिया राइट्स से आया। बाकी 27 फीसदी प्रायोजकों यानी स्पॉन्सर्स से मिला। अगर खेल रद्द होते हैं तो आईओसी को यह रकम लौटानी होगी। इतना ही नहीं आईओसी दुनियाभर में एथलीट्स के लिए स्कॉलरशिप, एजुकेशन प्रोग्राम्स के साथ ही फेडरेशन्स से जो फंड जुटाता है, वो भी उसे लौटानी होगी। लिहाजा, खेल टाले गए हैं। इन्हें रद्द नहीं किया गया।
भारतीय क्रिकेट में इस समय हर एक खेल दिग्गज के बीच अपने-अपने पसंदीदा कप्तानों को बेहतर बताने की होड़ सी लग गई है। हाल ही में युवराज सिंह ने सौरव गांगुली को, जबकि सुरेश रैना ने महेंद्र सिंह धोनी के अपना पसंदीदा कप्तान बताया था। अब पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने इन सबसे हटकर अनिल कुंबले को भारत का बेस्ट कप्तान बताया है। गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘रिकॉर्ड के मामले में धोनी टॉप पर हैं, लेकिन मेरे लिए जिनके अंडर में मैं खेला उनमें कुंबले शानदार कप्तान हैं।’’ गंभीर ने 58 टेस्ट में 4154, 147 वनडे में 5238 और 37 टी-20 में 932 रन बनाए हैं।
गंभीर ने 2004 में गांगुली की कप्तानी में टेस्ट से डेब्यू किया था। यह मैच मुंबई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला गया था। इसके बाद गंभीर ने राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और धोनी की कप्तानी में भी मैच खेले। गंभीर 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी रहे हैं। 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 97 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। इंडिया ने यह दोनों वर्ल्ड कप धोनी की कप्तानी में जीते थे।
‘कुंबले लंबे समय तक कप्तानी करते तो सारे रिकॉर्ड तोड़ देते’
उन्होंने कहा, ‘‘सौरव गांगुली ने वाकई बहुत अच्छी कप्तानी की है, लेकिन मेरा मानना था कि कुंबले लंबे समय तक कप्तानी करें। मैंने उनकी कप्तानी में 6 टेस्ट खेले हैं। यदि वे लंबे समय तक टीम इंडिया की कप्तानी करते तो सारे रिकॉर्ड तोड़ देते। कप्तान और नेता होने में फर्क होता है। मैं अपने करियर में बहुत सारे कप्तानों के अंडर में खेला हूं। उनमें से कुंबले सबसे निस्वार्थ और ईमानदार इंसान हैं। मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।’’
कुंबले ने नवंबर 2007 में राहुल द्रविड़ के कप्तानी छोड़ने के बाद भारतीय टीम की कमान संभाली थी। यह उनके क्रिकेट करियर के 17वां साल था। वहीं, गंभीर खुद भी आईपीएल के सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। उनके नेतृत्व में कोलकाता नाइट राइडर्स ने दो बार आईपीएल खिताब जीते। कुंबले ने 132 टेस्ट में 619 और 271 वनडे में 337 विकेट लिए हैं।
स्मिथ की कप्तानी का सबसे बड़ा प्रशंसक हूं: उनादकट
वहीं, भारत के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ की कप्तानी की तारीफ की है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस बात का शुक्रगुजार हूं कि यह मेरे करियर में तब हुआ जब मैं अपना नाम स्थापित करने की जद्दोजहद में लगा था। मुझे अपने आप में विश्वास था, लेकिन आप जानते हैं कि कप्तान का आप में विश्वास हो यह कितना जरूरी है। यह 2017 सीजन में हुआ। मैं उनकी (स्मिथ) कप्तानी का बड़ा प्रशंसक हूं और उनकी बल्लेबाजी का भी।’’ स्मिथ 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के कप्तान थे, तब उनादकट ने उनकी कप्तानी में आईपीएल में खेला था। स्मिथ अब राजस्थान रॉयल्स के कप्तान हैं और उनादकट भी इस टीम के सदस्य हैं। दोनों ने 2018 सीजन में रॉयल्स के लिए एक साथ खेला था।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई है। वह अपने कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दे पा रहा है। यही कारण है कि अब सीए ने अपने कर्मचारियों के लिए बड़े सुपरमार्केट और अपने प्रायोजक वूलवर्थ जैसे बड़े संगठनों में जून तक के लिए अस्थायी तौर पर नौकरी तलाशना शुरू कर दी है। कोरोना महामारी के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट रद्द या टाले जा चुके हैं। इसके कारण ऑस्ट्रेलिया में इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी खतरा मंडरा रहा है।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी केविन रॉबर्ट ने सेन रेडियो से यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने वूलवर्थ के सीईओ ब्रैड बंडूची को एक पत्र लिखा है। मौजूदा समय में वूमवर्थ जैसे संगठन को कर्मचारियों की जरूरत भी है। इनके अलावा अन्य संगठनों से भी बात की जा रही है।’’
जून तक कर्मचारियों को 20% वेतन देगा सीए
हाल ही में रॉबर्ट्स ने अपने स्टाफ से कहा था कि हमारे सामने आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। हम किसी को भी कोई भुगतान करने की स्थिति में नहीं हैं। इसके बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को 80% कर्मचारियों को 30 जून तक मात्र 20% वेतन देने की घोषणा की थी। यह स्थिति अगस्त में भी तक रह सकती है।
इस साल दो बड़े बजट की उम्मीद
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को इस साल दो बार बड़े बजट मिलने की उम्मीद है। पहला जब 18 अक्टूबर से लेकर 15 नवंबर में मैन्स टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी करेगा। दूसरा जब इस साल के आखिर में और नए साल की शुरुआत में चार टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया आएगी। इन कार्यक्रमों पर कोरोना का असर पड़ा तो ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को बड़ा झटका लगेगा।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत में जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इस महामारी के बीच सिर्फ शतरंज ही एक ऐसा खेल है, जो घर में और ऑनलाइन खेला जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय शतरंज महासंघ (फिडे) और चेस.कॉम ने ऑनलाइन नेशंस कप कराने जा रहा है। इसमें भारत, रूस, अमेरिका, चीन समेत 6 टीमें शामिल होंगी। इस टूर्नामेंट में भारत के लिए पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद खेलेंगे।
इसकी इनामी राशि 180,000 डॉलर (करीब 1.38 करोड़ रुपए) है। संन्यास ले चुके दिग्गज गैरी कास्परोव और व्लादिमीर भी इस टूर्नामेंट में शामिल होंगे। जो क्रमशः यूरोप और भारतीय टीम के कप्तान होंगे। कभी इन दोनों के प्रतिद्वंद्वी रहे आनंद भारत की तरफ से पहले बोर्ड पर खेलेंगे।5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन आनंद कोरोना और उड़ान सेवाएं रद्द होने के कारण जर्मनी में फंसे हैं। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे।
‘महिला खिलाड़ियों ने भी टूर्नामेंट खेलने की इच्छा जताई’
इनके अलावा भी टूर्नामेंट में कई दिग्गज शामिल होंगे। पहले चरण में 6 टीमें डबल राउंड रोबिन में एक दूसरे से भिड़ेंगी। यह मुकाबले 9 मई तक खेले जाएंगे। इसके बाद अंक तालिका में शीर्ष पर रहने वाली दो टीमें 10 मई को सुपर फाइनल खेलेंगीं। हर एक खिलाड़ी को 25 मिनट और एक्स्ट्रा टाइम के तौर पर 10 सेकंड दिए जाएंगे। वहीं, फिडे के जनरल डायरेक्टर इमिल सुतोव्स्की ने कहा है कि टूर्नामेंट में शामिल होने के लिए दुनिया की कई दिग्गज महिला खिलाड़ियों ने भी अपनी इच्छा जताई है।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली का नाम आज दिग्गज क्रिकटरों में शुमार है। लेकिन, एक समय ऐसा भी था, जब उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा था। 'अनअकैडेमी' ऑनलाइन क्लास में कोहली और उनकी पत्नी बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा ने संघर्ष के बारे में खुलकर बात की। कोहली ने बताया कि एक बार स्टेट टीम में उनका चयन नहीं हुआ था। इसको लेकर वे काफी परेशान थे और रातभर रोते रहे थे। कोहली ने अपनी कप्तानी में भारत को 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप भी जिताया था। उन्होंने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं।
कोहली ने कहा, ‘‘पहली बार में मुझे स्टेट टीम में सेलेक्शन के दौरान रिजेक्ट कर दिया गया था। मुझे याद, तब मैं रातभर रोता रहा था। मैं काफी निराश और मुझे रोते हुए रात को करीब 3 बज गए थे। मुझे खुद पर यकीन नहीं हो रहा था कि मैं रिजेक्ट हो गया हूं।’’ कोहली ने 2006 में घरेलू टीम दिल्ली से डेब्यू किया था। इसके 2 साल बाद उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली। पहला मैच उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे खेला था।
‘अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम में सेलेक्शन नहीं हुआ था’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मैंने सभी मैचों में अच्छा स्कोर किया था। सबकुछ अच्छा ही रहा था। लोग मेरे प्रदर्शन से खुश भी थे। मैंने हर स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया था। इसके बावजूद मैं रिजेक्ट हो गया। मैंने अपने कोच से इस बारे में 2 घंटे बात की थी। मुझे अब तक उस बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। मेरा मानना है कि जहां धैर्य और प्रतिबद्धता होती है, वहां प्रेरणा अपने आप आती है और सफलता मिलती है।’’
‘महामारी के कारण हम अब ज्यादा उदार हो गए हैं’
भारतीय कप्तान ने कोरोना महामारी को लेकर बात करते हुए इसका एक पॉजिटिव पहलू भी बताया। कोहली ने कहा, ‘‘इस संकट का एक पॉजिटिव हिस्सा यह है कि हम सभी समाज के तौर पर ज्यादा उदार हो गए हैं। जितने भी योद्धा पुलिसकर्मी, डॉक्टर या नर्सें कोरोना के खिलाफ लड़ रहे हैं, हम उनके प्रति आभार प्रकट कर रहे हैं। उम्मीद है कि संकट से उबरने के बाद भी यह जज्बा कायम रहेगा। जीवन के बारे में कुछ नहीं कह सकते। जिससे खुशी मिले, वही करो और हर समय तुलना नहीं करते रहना चाहिए। इस महामारी के बाद जिंदगी में काफी परिवर्तन आने वाला है।’’
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) ने आई लीग के मौजदा सीजन को रद्द कर दिया है। फेडरेशन की एक्जीक्यूटिव कमेटी ने मंगलवार को इसकी मंजूरी दे दी है। कोरोनावायरस के कारण इसे रद्द किया गया। सीजन के 28 मैच खेले जाने बाकी थे। मोहन बागान 16 मैच के बाद 39 पॉइंट के साथ टॉप पर था। ऐसे में उसे चैंपियन घोषित किया गया। उसे 1 करोड़ की प्राइज मनी मिली। अन्य 10 टीमों को 12.5-12.5 लाख रुपए की राशि मिली।
स्पेनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के कैंप नाउ स्टेडियम का नाम बदलेगा। क्लब ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। 1957 से बने स्टेडियम का नाम अब तक नहीं बदला गया था। क्लब ने बयान में कहा कि नेमिंग राइट्स से मिलने वाले फंड का उपयोग कोरोनावायरस के लिए रिसर्च और उसकी रोकथाम पर किया जाएगा।
स्पेन में कोरोना से 20 हजार से ज्यादा की मौत
स्पेन में वायरस के कारण अब तक 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच यूएफा ने अपने 55 सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। इसके बाद यूएफा ने बयान में कहा कि सभी ने घरेलू लीग, चैंपियंस लीग और यूरोपा लीग के मौजूदा सीजन को पूरा किए जाने पर जोर दिया। हालांकि इस पर कोई अंतिम फैसला गुरुवार को होने वाली एक्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में होगा। इसके पहले यूरोपा लीग को पहले ही 2021 तक के लिए टाल दिया गया है। 2021 में वाली महिला यूरोपियन चैंपियनशिप को 2022 में कराया जाएगा।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण पूरी दुनिया की करीब एक तिहाई से ज्यादा आबादी लॉकडाउन के कारण घरों में रहने को मजबूर है। खेल जगत में भी जून तक के लगभग सभी टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। ऐसे में ज्यादातर खिलाड़ी सोशल मीडिया पर समय बिता रहे हैं, या फिर डाउनटाइम डायरी लिख रहे हैं। ऐसी ही एक डायरी भारतीय क्रिकेटर चेतेश्ववर पुजारा ने भी लिखी है। उन्होंने बताया कि वे 9 घंटे की नींद ले रहे हैं। इसके बाद पत्नी के साथ घर के काम में हाथ भी बंटाते हैं। अगर लॉकडाउन नहीं होता तो इस समय चेतेश्वर पुजारा काउंटी खेल रहे होते।
पुजारा ने कहा, ‘‘फिलहाल मैं नौ घंटे से ज्यादा नहीं सो पाता क्योंकि मेरी बेटी अदिति 7.30 बजे उठ जाती है। उसे दिनभर खेलना पसंद है। मेरे घर के पीछे गार्डन है, जहां हम उसके साथ खेलते हैं। मैं घर के कामों में पत्नी पूजा की मदद भी करता हूं। कुकिंग मैं बहुत अच्छा नहीं हूं। मेरा मानना है कि सभी को घर के काम में मदद करनी चाहिए। बतौर खिलाड़ी पहले हमारे पास परिवार और दोस्तों के लिए ज्यादा वक्त नहीं होता था। अब मौका मिला है।’’
क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन को भी मिस कर रहा: पुजारा
उन्होंने लिखा, ‘‘मैं फिलहाल क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन को भी मिस कर रहा हूं। आमतौर पर जब मैं राजकोट में घर पर होता था तो वीकेंड्स पर जयदेव उनादकट के साथ बैडमिंटन खेलने जाता था। मुझे बैडमिंटन बहुत पसंद है। मैं उसमें काफी प्रतिस्पर्धी हूं। पूजा मुझसे बैडमिंटन सीखती है, लेकिन मैं उसे जीतने नहीं देता। मेरे हारने पर उसे खुशी होगी, इसलिए मैं हार जाऊं, ऐसा नहीं होता। मैं उससे कहता हूं कि अगर मुझे हराना है तो मुझसे बेहतर खेलना होगा। हालांकि मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा वक्त नहीं बिताता। मैं दिन में अधिकतम एक घंटे फोन का इस्तेमाल करता हूं। आजकल हम नेटफ्लिक्स पर होमलैंड और हॉटस्टार पर स्पेशल ऑप्स देख रहे हैं।’’
कोरोनावायरस के कारण जहां एक ओर पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां बंद हैं। दूसरी ओर, खिलाड़ी फैंस से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। टेनिस के सुपर स्टार रोजर फेडरर और राफेल नडाल ने इंस्टाग्राम लाइव किया। नडाल तो पहली बार इंस्टाग्राम लाइव कर रहे थे। उन्हें कई बार तकनीकी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। कॉल कनेक्ट होने पर फेडरर बोले- हमने कर दिखाया। नडाल का जवाब था- फाइनली... फिर दोनों देर तक हंसते रहे।
फेडरर ने कहा कि पता नहीं कितनी बार कोशिश की, तब ऐसा हो पाया है। रोजर फेडरर और नडाल ने एक-दूसरे की फिटनेस और प्रैक्टिस पर भी सवाल किए। इस बीच फेडरर ने नडाल से पूछा कि आप बाएं हाथ से टेनिस क्यों खेलते हैं। इससे मुझे बहुत परेशानी होती है। इस पर नडाल ने कहा, ‘क्योंकि मैं दाएं हाथ से टेनिस नहीं खेल सकता। मैं दाएं हाथ से लिख सकता हूं, बास्केटबॉल खेलते हुए दाएं हाथ का ज्यादा इस्तेमाल करता हूं। लेकिन टेनिस दाएं हाथ से नहीं खेल सकता। मैं टेनिस और फुटबॉल में लेफ्टी हूं।’
फेडरर-नडाल के बीच 5 मिनट तक चैटिंग हुई
चैट के दौरान नडाल ने कहा कि उन्होंने मार्च से टेनिस रैकेट नहीं छुआ है। आखिरी टूर्नामेंट इंडियन वेल्स था। फेडरर ने मजाक में कहा- परफेक्ट, वापस आने पर आप टेनिस खेलना भूल जाएंगे। नडाल ने हंसते हुए जवाब दिया- मुझे कुछ-कुछ याद रहेगा। नडाल ने फेडरर की घुटने की सर्जरी के बारे में पूछा तो फेडरर ने कहा- ये ठीक है और खुशी है कि वापसी करने के लिए उन्हें फिलहाल जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। फेडरर और नडाल की शुरुआती 5 मिनट की चर्चा में ही 50 हजार से ज्यादा व्यूअर्स जुड़ गए थे।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत में जून तक होने वाले लगभग सभी टूर्नामेंट्स को टाला या रद्द किया जा चुका है। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। जबकि ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि अदला-बदली करके इस बार टी-20 वर्ल्ड कप भारत में, जबकि अगले साल यह टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया में कराया जाना चाहिए। 2021 वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत को मिली है।
गावस्कर ने कहा, ‘‘इस समय, हम सभी जानते हैं ऑस्ट्रेलिया ने 30 सितंबर तक विदेशी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा रखी है। टूर्नामेंट (टी-20 वर्ल्ड कप) अक्टूबर के मध्य या तीसरे सप्ताह से शुरू होगा, इसलिए यह इस समय मुश्किल लग रहा है। अगले साल टी-20 वर्ल्ड कप भारत में होना है। दोनों देश एक करार पर पहुंच सकते हैं और वर्ल्ड कप मेजबानी की अदला-बदली कर सकते हैं। ऐसे में होगा यूं कि इस साल अक्टूबर-नवंबर में भारत में टी-20 वर्ल्ड कप होगा, जबकि अगले साल अक्टूबर- नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में वर्ल्ड कप होगा।’’
वर्ल्ड कप से पहले आईपीएल होना मुश्किल
गावस्कर ने कहा, ‘‘यदि ऐसा होता है तो आईपीएल टी-20 वर्ल्ड कप से पहले किया जा सकता है। इससे वर्ल्ड कप के लिए प्रैक्टिस भी हो जाएगा।’’ हालांकि, गावस्कर का यह सुझाव सिर्फ कहने में ही ठीक लगेगा, वास्तविकता में संभव होना मुश्किल है। क्योंकि टीम इंडिया को जून-जुलाई में श्रीलंका से उसी के घर में 3 वनडे और 3 टी-20 की सीरीज खेलनी है। सितंबर में एशिया कप भी होना है। इसके बाद अगस्त में जिम्बाब्वे दौरे पर 3 वनडे खेलने हैं। भारतीय टीम अगस्त के तीसरे हफ्ते से लेकर 15 नवंबर तक व्यस्त रहेगी। इस दौरान केवल 7 दिन का गैप रहेगा। यदि बीसीसीआई आईपीएल को वर्ल्ड कप से पहले कराने के लिए एक तरफा फैसला लेकर इन सीरीज को रद्द करता है, तो आईसीसी उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है।
मानसून फैक्टर
भारत में मानसून सीजन 1 जून से 30 सितंबर तक होता है। हालांकि, इस पैटर्न में बदलाव देखा जा रहा है। देश के ज्यादातर हिस्सों में यह 15 जून तक ही सक्रिय हो पाता है। यही वजह है कि आईएमडी कुछ राज्यों की संभावित मानसून तारीखों में बदलाव पर विचार कर रहा है। मौसम संबंधी जानकारी देने वाली अमेरिकी कंपनी ‘वेदर’ के मुताबिक, इस बार मानसून 30 मई तक केरल के तट से टकराएगा। अल नीनो की बजाए ला नीना की स्थितियां बनेंगी। लगातार दूसरी साल सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। आईपीएल के संदर्भ में बात करें तो मानसून को देखते हुए जून से मध्य अक्टूबर तक इसका भारत में होना लगभग नामुमकिन है।
चीन में कोरोनावायरस की वजह से बिगड़े हालात अब काबू में आने लगे हैं। वुहान, जहां से कोरोनावायरस पूरी दुनिया में फैला, उसे भी अब खोल दिया गया है। इस बीच, अपनी ताकत दिखाने के लिए चीन का एक रियल स्टेट ग्रुप एवरग्रांड दुनिया का सबसे बड़ा फुटबॉल स्टेडियम बनाने जा रहा है। इसके निर्माण में 1.7 बिलियन डॉलर( करीब 13 हजार करोड़) रुपए खर्च होंगे। इसकी दर्शक क्षमता 1 लाख होगी। फिलहाल, बार्सिलोना का कैम्प नाऊ दुनिया का सबसे बड़ा क्लब फुटबॉल स्टेडियम है। इसमें 99,354 दर्शक बैठ सकते हैं।
ग्वांगझू में तैयार हो रहा स्टेडियम 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा। बीते गुरुवार कोग्वांगझू में इसका निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। यह चीन के फुटबॉल क्लब ग्वांगझू एवरग्रांडका होम ग्राउंड होगा।निर्माण कार्य में जुटी रियल स्टेट कंपनी एवरग्राउंड के अध्यक्ष शिया हुजैन ने बताया कि हमारा लक्ष्य ऐसी इमारत बनाना है, जिसकी तुलना सिडनी के ओपेरा हाउस और दुबई के बुर्ज खलीफा से हो। यह स्टेडियम दुनिया में चीनी फुटबॉल की नई पहचान बनेगा। मुझे उम्मीद है कि 2023 के एशियन कप की ओपनिंग सेरेमनी इसीमें होगी। फिलहाल एवरग्रांड क्लब का घरेलू मैदान तियान्हे स्टेडियम है। इसकी दर्शक क्षमता 60 हजार है। टीम 2011 से यहां प्रैक्टिस कर रही है।
कमल के आकार का है फुटबॉल स्टेडियम
ग्वांगझू को फ्लावर सिटी कहा जाता है। इसलिए इस स्टेडियम का आकार कमल के फूल जैसा रखा गया है। इसे शंघाई के अमेरिकी डिजाइनर हसन सईद ने तैयार किया है। इसका कंस्ट्रक्शन एरिया करीब 3 लाख स्क्वायर मीटर होगा। इसमें कुल 16 वीवीआईपी रूम, 152 प्राइवेट रूम, फीफा सदस्यों और एथलीट्स के लिए अलग से एरिया और मीडिया रूम होगा।
एवरग्रांड1 लाख दर्शक क्षमता वाले और स्टेडियम बनाएगा
ईएसपीएन के मुताबिक, रीयल स्टेट ग्रुप एरवग्रांड चीन में ऐसे 3 और स्टेडियम बनाने की प्लानिंग कर रही है। इनकी दर्शक क्षमता भी 80 हजार से 1 लाख होगी। इस तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर के दम पर चीन भविष्य में फुटबॉल वर्ल्ड कप की मेजबानी का दावा कर सकता है। हालांकि, इसी साल चीन में फीफा क्लब वर्ल्ड कप होना था। लेकिन कोरोना की वजह से इसे 1 साल के लिए टाल दिया गया।
ग्वांगझू एवरग्राउंड क्लब ने 8 बार चाइनीज सुपर लीग जीता
ग्वांगझू एवरग्रांडचीन और एशिया के सबसे सफल फुटबॉल क्लबों में से एक है। इस टीम ने 8 बार चाइनीज सुपर लीग और 2 बार एशियन चैम्पियंस लीग का खिताब जीता है। ऐसा करने वाला चीन का यह इकलौता क्लब है। इस साल भी इसे लीग का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। लेकिन 22 फरवरी से शुरू होने वालाटूर्नामेंट कोविड-19 की वजह से रद्द कर दिया गया।
दुनिया के बड़े स्टेडियम
वैसे दर्शक क्षमता के लिहाज से उत्तर कोरिया का रुंगराडो सबसे बड़ा स्टेडियम है। 51 एकड़ में फैले इस स्टेडियम की दर्शक क्षमता 1 लाख 14 हजार से ज्यादा है। हालांकि, यह केवल फुटबॉल के लिए नहीं बल्कि दूसरे खेलों के लिए भी इस्तेमाल होता है। जबकि चीन में तैयार हो रहा स्टेडियम सिर्फ फुटबॉल के लिए होगा।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण खेल जगत के जून तक होने वाले लगभग सभी टूर्नामेंट्स टाले या रद्द किए जा चुके हैं। इंग्लैंड मेंइस बीच कोरोना के बीच अधिकारियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अंपायर मैनेजर क्रिस कैली के साथ बैठक की। इस दौरान एक नियम बनाया गया, जिसके तहत अंपायर्स को अधिकार दिया गया है कि वे मैच के दौरान गेंदबाज समेत किसी भी खिलाड़ी का कोई भी सामान रखने से मना कर सकते हैं। साथ ही जब भी मैच (खासकर टी-20) में गेंद दर्शकों में जाएगी, उसे हर बार जांचा जाएगा। यह सब लगातार फैल रही महामारी को ध्यान में रखकर फैसले किए गए हैं।
कोरोनावायरस खत्म होने और जल्द क्रिकेट के पटरी पर लौटने की उम्मीद बेहद कम है। इंग्लैंड में पहला 100 बॉल टूर्नामेंट ‘द हंड्रेड’ 17 जुलाई से 15 अगस्त तक होना है। अंपायरों के लिए यह नए फैसला इसी टूर्नामेंट से लागू करने की योजना है। हालांकि, महामारी के कारण ‘द हंड्रेड’के टलने की पूरी संभावना है।
गेंदबाज फेंककर अपना सामान मैदान से बाहर रख सकेंगे
मैच में अब अंपायर खिलाड़ियों खासकर गेंदबाजों के स्वैटर, कैप और अन्य सामान रखने से मना कर सकते हैं। गेंदबाजों को बाउंड्री के पास से ही कपड़े समेत अन्य सामान को फेंककर बाहर रखना होगा। बैठक में एक और फैसला लिया गया। इसके मुताबिक, जब भी मैच के दौरान कोई बॉल सिक्स के जरिए या अन्य कारणों से दर्शकों के बीच जाएगी, तो हर बार गेंद की जांच करना अनिवार्य होगा। यह नियम खासकर टी-20 में कोरोनावायरस का संकट पूरी तरह खत्म नहीं होने तक लागू रहेगा।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने पूर्व कप्तान वसीम अकरम को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है। अख्तर ने कहा कि अकरम यदि मुझसे मैच फिक्सिंग को लेकर एक बार भी बात करते तो उन्हें जान से मार देता। दरअसल, पाकिस्तान क्रिकेट जगत में स्पॉट और मैच फिक्सिंग को लेकर काफी बदनाम है। हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने फिक्सिंग को लेकर सरकार से आपराधिक कानून बनाने की मांग भी की थी। इससे पहले जावेद मियांदाद कह चुके हैं कि मैच फिक्सिंग हत्या के समान है। फिक्सर को फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।
अख्तर ने एक टीवी शोमें कहा, ‘‘मैंने 1990 के दशक में कुछ ऐसे मैच भी देखे हैं, जिनमें असंभव परिस्थितियों में भी अकरम ने शानदार गेंदबाजी से पाकिस्तान को जिताया है। मेरा साफ कहना है कि यदि वसीम अकरम मुझसे मैच फिक्सिंग के लिए कहता, तो मैं उसे बर्बाद कर देता या उसे जान से भी मार देता। लेकिन, उसने ऐसी कोई भी बात मुझसे नहीं कही।’’
‘अकरम ने कई मौकों पर मुझे बचाया है’
करियर के शुरुआती दिनों में सपोर्ट करने के लिए अख्तर ने अकरम को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं उसके साथ 7 से 8 साल तक क्रिकेट खेला हूं। मैं ऐसे कई मौके गिना सकता हूं, जहां मुझे अकरम ने बचाया है। एक तरह से उन्होंने टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के विकेट लेने की जिम्मेदारी ली थी, जबकि टेलेंडर्स (निचले क्रम के बल्लेबाज) को मेरे लिए छोड़ देते थे। वे मुझे अपनी पसंद से गेंदबाजी करने का मौका देते थे।’’
अख्तर ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट में 178, 163 वनडे मे 247 और 15 टी-20 में 19 विकेट लिए हैं। वहीं, अकरम ने 104 टेस्ट में 414 और 356 वनडे में 502 विकेट झटके हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण विश्व की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन के कारण घर में कैद है। इस दौरान भारतीय क्रिकेटर समेत खेल जगत के दिग्गज सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं या फिर कुछ नई गतिविधियां करने में व्यस्त हैं। इसी बीच पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें धोनी अपने बेटी जीवा को बाइक पर पीछे बैठाकर घुमाते नजर आ रहे हैं। धोनी ने अपने फार्म हाउस के बगीचे में ही जीवा को घुमाया था।
साक्षी के इंस्टाग्राम वीडियो को चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसके) ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकांउट से भी शेयर किया। साक्षी इस वीडियो को शूट करते समय कह रहीं हैं, ‘‘यहां दो बच्चे यहां खेल रहे हैं...... एक बड़ा बच्चा और एक छोटा बच्चा।’’
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान जहीर अब्बास ने पाकिस्तान में बर्बाद हुए क्रिकेट को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का हमेशा से ही भ्रष्टाचारियों के खिलाफ नरम व्यवहार रहा है। इसने यहां क्रिकेट को खोखला किया। वहीं, 2009 में श्रीलंका क्रिकेट टीम पर लाहौर में हुए आतंकी हमले ने तो पाकिस्तान क्रिकेट को बर्बाद ही कर दिया। हाल ही में पीसीबी ने स्पॉट और मैच फिक्सिंग को लेकर आपराधिक कानून बनाने की मांग की थी। अब्बास ने इसी मांग को लेकर यह बयान दिया है। पूर्व कप्तान ने पाकिस्तान के लिए 78 टेस्ट में 44.8 की औसत से 5062 और 62 वनडे में 47.6 की औसत से 2572 रन बनाए हैं।
जहीर ने कहा, ‘‘पाकिस्तान बोर्ड की यह बहुत अच्छी सोच है, क्योंकि हम काफी लंबे समय से भ्रष्टाचार के साथ नरम व्यवहार करते आ रहे हैं। भ्रष्टाचारियों ने पाकिस्तान में कई बड़े घोटालों को अंजाम दिया, जिसने क्रिकेट के विकास और हमारे देश की छवि को लेकर बुरी तरह नुकसान पहुंचाया है।’’ पाकिस्तान क्रिकेट में मैच फिक्सिंग के कई मामले सामने आए हैं। इनमें कुछ पूर्व टेस्ट कप्तान सलीम मलिक, दानिश कनेरिया, सलमान बट्ट, मो. आसिफ, मो. आमिर और शर्जील खान जैसे उदाहरण हैं।
‘पाकिस्तान ने कई अच्छे खिलाड़ियों को खोया’
एशिया के ब्रेडमैन नाम से मशहूर जहीर ने कहा, ‘‘यदि श्रीलंका टीम की बस पर उग्रवादी हमले ने पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा। हमारी टीम घर में नहीं खेल सकी। उसे विदेश में जाकर खेलना पड़ा। तो वहीं, कई सालों से चले आ रहे भ्रष्टाचार ने भी पाकिस्तान क्रिकेट को कम नुकसान नहीं पहुंचाया है। इतने सालों में हमने कई अच्छे खिलाड़ियों को खोया है। सबसे ज्यादा जरूरी है कि हमने दुनियाभर के क्रिकेटर को गलत संदेश भी दिया। साथ ही उन्हें भी लालच दिया और भ्रष्ट बनाने की कोशिश ही की।’’
फिक्सिंग के खिलाफ आपराधिक कानून बने: एहसान मनी
हाल ही में पीसीबी के अध्यक्ष एहसान मनी ने सरकार से फिक्सिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा था, ‘‘आज के समय में हमारे पास ऐसी कोई अथॉरिटी या कानून नहीं है, जिसकी मदद से हम गवाहों को बुलाकर, बैंक खाते जांच कर या अन्य तरीकों से जांच कर सकें। मैं पहले ही सरकार को इसके (कानून बनाने) बारे में कह चुका हूं, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका जैसे देशों में इसके लिए अलग से कानून बना हुआ है। इन देशों के कानून के मुताबिक, स्पॉट या मैच फिक्सिंग को अपराध माना गया है।’’
रमीज और मियांदाद ने टिप्पणी की
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान रमीज राजा और जावेद मियांदाद ने भी पाकिस्तान क्रिकेट में मैच फिक्सिंग और स्पॉट फिक्सिंग को लेकर तीखी टिप्पणी की थी। रमीज ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘‘मेरा उस वक्त खून खोल गया था, जब मैंने देखा कि तेज गेंदबाद मोहम्मद आमिर को प्रतिबंध के बाद टीम में वापस ले लिया गया।’’ वहीं, मियांदाद ने मैच फिक्सर की तुलना हत्यारे से की थी। उन्होंने कहा था कि मैच फिक्सर को फांसी की सजा देनी चाहिए।
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण भारत में 3 मई तक लॉकडाउन लगा है। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान और 1983 वर्ल्ड कप विजेता कपिल देव ने लॉकडाउन के दौरान नए लुक में नजर आए हैं। उन्होंने सिर के बालों को पूरा साफ कर लिया और ग्रे कलर की फ्रेंच दाढ़ी रख ली। इस लुक के साथ उन्होंने फोटो शेयर की, जिसमें वे चश्मा और शूट में नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनके इस लुक को काफी पसंद किया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर सचिन तेंदुलकर एक यूट्यूब चैनल पर खुलासा किया है कि रोड सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज के दौरान मोहम्मद कैफ का नाम ‘भाई साहब, भाई साहब, थोड़ा संभलके’ रखा था।
लॉकडाउन पार्लर और सैलून भी बंद है, ऐसे में बढ़ते बालों की बड़ी समस्या है। खेल जगत के दिग्गज विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना समेत कई खिलाड़ी घर में ही बाल काटते हुए नजर आए थे। यहां तक की कोहली ने तो ट्रीम चैलेंज भी दिया था। हाल में ही ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेविड वार्नर ने कहा था कि वे कोरोना वारियर्स और मेडिकल स्टॉफ को ट्रिव्यूट देने के लिए सिर के बाल पूरी तरह साफ करवाएंगे।
‘कैफ बहुत फिट खिलाड़ी, उनके लिए डाइव लगाना आम बात’
वहीं, रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज में इंडिया लेजेंड्स की ओर से खेलने वाले सचिन ने वेस्टइंडीज लेजेंड्स के खिलाफ एक मैच को लेकर चर्चा की। मैच में कैफ काफी फुर्ती दिखा रहे थे। इस पर सचिन ने कहा, ‘‘टूर्नामेंट का यह पहला मैच था और हमें आगे काफी मुकाबले खेलने थे। ऐसे में हमें कैफ को सतर्क रहने के लिए कहना पड़ा। हमने उनका नाम ‘भाई साहब, भाई साहब, थोड़ा संभलके’ रखा था। क्योंकि उन्हें चोट लग जाती या कुछ हो जाता तो क्या होता। उसके लिए मैदान में डाइव लगाना आम बात है। वह वास्तव में बहुत फिट खिलाड़ी है।’’
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने इंस्टाग्राम पर पूर्व साथी खिलाड़ी मोहम्मद कैफ के साथ लाइव चैट की। इस दौरान उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को लेकर कई खुलासे किए। युवराज ने कहा कि आईपीएल में मिलने वाली मोटी रकम खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ाती है। खिलाड़ी जल्दी आउट हो जाता है या रन नहीं बना पाता तो लोग ताने मारते हैं कि इतना पैसा लेकर भी अच्छा नहीं खेला।
युवराज आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। 2015 में उन्हें दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 16 करोड़ रुपए बोली लगाकर खरीदा था। उस समय युवी ने 14 मैच में सिर्फ 248 रन बनाए थे। युवराज ने अब तक आईपीएल में 132 मैच खेले, जिसमें 24.77 की औसत से 2750 रन बनाए हैं। इतने ही मैच में उन्होंने 29.92 की औसत से 36 विकेट भी लिए हैं।
‘युवा खिलाड़ी टीवी-अखबार से दूर रहें’
युवराज ने कहा, ‘‘आईपीएल में दबाव का कारण मोटी रकम होती है। दबाव का कारण मोटी रकम होती है। मैं यह नहीं कहूंगा कि यह खिलाड़ी को बदल देती है। आप जब सफलता की सीढ़ी चढ़ लेते हो तो लोग आपको नीचे खींचने लगते हैं। प्वाइंट यह है कि.. दबाव रहता है क्योंकि जब आप आउट हो जाते, अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो लोग कहने लगते हैं कि इसको इतना पैसा मिला और यह अच्छा नहीं कर रहा है। नकारात्मक खबरें ज्यादा बिकती हैं और यह आपको प्रभावित करती हैं। सारे युवाओं को मेरी सलाह है कि टीवी और अखबारों से दूर रहें।’’
युवी ने अच्छा फील्डर बनने की बात बताई
युवराज ने अपनी फील्डिंग को लेकर भी बात की और बताया कि वह कैसे अच्छे फील्डर बने। उन्होंने कहा, ‘‘मैं काफी तेज था, लेकिन फील्डिंग का आइडिया नहीं था। मेरे अपने पहले रणजी मैच में मैं 15-16 साल का था और मैंने खराब फील्डिंग की। अगले दिन अखबार में आर्टिकल आया, जिसमें लिखा था 'गेटवे ऑफ इंडिया'। मेरे पिताजी ने यह पढ़ा और कहा कि अब मैं देखता हूं कि तू कैसे फील्डिंग नहीं सुधारता। वहां से मैं बेहतर होता चला गया।’’
आईसीसी 23 अप्रैल को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चीफ एक्जीक्यूटिव कमेटी (सीईसी) की बैठक करने जा रही है। बैठक में 12 पूर्ण सदस्यों के चीफ एक्जीक्यूटिव के अलावा तीन एसोसिएट सदस्यों के पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक में कोरोनावायरस के कारण खेल पर पड़े प्रभाव के बारे में चर्चा की जाएगी। इसमें स्थगित हुई सीरीज के अलावा 2023 से शुरू होने वाले फ्यूचर टूर प्रोग्राम, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और वर्ल्ड कप सुपर लीग शामिल हैं।
आईसीसी के चीफ एक्जीक्यूटिव मनु साहनी ने कहा, ‘टीम के रूप में हम कोरोनावायरस के कारण पड़े प्रभाव पर चर्चा करेंगे। ताकि हमें क्रिकेट को फिर से शुरू करने में मदद मिल सके।’
द.अफ्रीका ने श्रीलंका दौरा रद्द किया
दक्षिण अफ्रीका का श्रीलंका दौरा कोरोनावायरस के कारण रद्द हो गया। टीम को जून के पहले हाफ में तीन वनडे, तीन टी-20 खेलेने थे। द. अफ्रीका बोर्ड के अंतरिम चीफ एक्जीक्यूटिव डॉ जैक्स फाउल ने कहा कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को देखते हुए निर्णय लिया गया। दौरे के रद्द होने से अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप की तैयारियों को झटका लगा है।
भारत के नंबर-1 टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंत शरत कमल का मानना है कि ओलिंपिक में हमारा सिंगल्स में मेडल जीतना काफी मुश्किल है। लेकिन मिक्स्ड डबल्स में मौका है। मैंने मणिका बत्रा के साथ जोड़ी बनाई है। अगर हम क्वालिफाई कर लेते हैं तो हमारा मेडल जीतने का चांस होगा। हमने एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज जीता था। 37 साल के शरत कमल ने पिछले हफ्ते ही वर्ल्ड नंबर-31 रैंकिंग हासिल की है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि ओलिंपिक तय समय पर होता तो यह रैंकिंग मोटिवेशनल साबित होती। यह मेरी ओलिंपिक तैयारियों का हिस्सा थी।’’
शरत ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के कारण सारी प्रतियोगिताएं रद्द होने से मुझे सारी चीजें नए सिरे से शुरू करनी पड़ेंगी। तय समय पर ओलिंपिक होने की स्थिति में मैं इस रैंकिंग के बाद ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई हो जाता। मुझे अच्छी सीडिंग और ड्रॉ मिलता। साथ ही अच्छे फॉर्म में रहता। अब हमें नहीं पता कि क्वालिफिकेशन कब और कैसे होगा, मापदंड क्या होंगे। यह काफी मुश्किल दौर है।’’
ओमान में खिताब जीतने से रैंकिंग में सुधार हुआ
शरत कमल ने कहा, ‘दो सालों में मेरी रैंकिंग 30-40 के बीच रही है। पिछले महीने ओमान ओपन जीता था। यह मेरा दस साल बाद पहला आईटीटीएफ खिताब था। जिसका मुझे फायदा हुआ और रैंकिंग ऊपर आई।’ वे कहते हैं, ‘मेरे घर पर टेबल नहीं है। इसलिए जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से टेबल टेनिस नहीं खेला। सुबह छह से आठ बजे तक फिटनेस वर्कआउट कर लेता हूं। फिर शाम में बच्चों के साथ फुटबॉल खेलता हूं।’ साथियान के रोबोट से अभ्यास के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि रोबोट के साथ थोड़ा खेल सकते हैं।
टेनिस के नंबर-1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का कहना है कि रोजर फेडरर और राफेल नडाल के साथ मिलकर वे निचले रैंकिंग के खिलाड़ियों की मदद करने का प्लान बना रहे हैं। कोरोनावायरस की वजह से सभी इवेंट रद्द हैं। जोकोविच ने कहा कि उन्होंने इस बारे में फेडरर और नडाल से बात की है। जोकोविच ने कहा, ‘हमने टेनिस के भविष्य के बारे में काफी बात की। क्या होने वाला है। हम कैसे निचले रैंक के खिलाड़ियों की मदद कर सकते हैं।’
जोकोविच ने कहा, ‘जिन खिलाड़ियों की रैंकिंग 200, 250, 700 या 1000 के आसपास है और फेडरेशन का सपोर्ट नहीं है। वे खेल छोड़ने के बारे में सोच रहे हैं।’ जोकोविच ने कहा कि खिलाड़ी, एटीपी टूर और चारों ग्रैंडस्लैम मिलकर खिलाड़ी राहत कोष में योगदान देंगे, इसे एटीपी बांटेगा। 23 से 35 करोड़ रुपए तक की राशि के आने की संभावना है।
ऑस्ट्रेलियन ओपन सफलतापूर्वक हुआ
हर साल चार ग्रैंड स्लैम होते हैं। पहले ऑस्ट्रेलियन ओपन, दूसरा विंबलडन, तीसरा फ्रेंच ओपन और आखिर में यूएस ओपन होता है। इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन बगैर किसी बाधा के हो चुका है। टूर्नामेंट के फाइनल में सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने ऑस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को हराकर 8वीं बार खिताब जीता था। जबकि महिला सिंगल्स के फाइनल में अमेरिका की सोफिया केनिन स्पेन की गारबिन मुगुरुजा को हराया था। सोफिया का यह पहला ग्रैंड स्लैम खिताब है।
वहीं, विंबलडन इस साल रद्द हो गया है। अब यह अगले साल 28 जून से 11 जुलाई के बीच होगा। जबकि पेरिस में होने वाले फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक टाल दिया है। आखिरी यूएस ओपन अपने समय पर ही 31 अगस्त से 13 सितंबर के बीच होगा।
विश्व के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का वैक्सीन बनाने के लिए दुनियाभर के साइंटिस्ट जुटे हुए हैं। इससे पहले ही सर्बिया के टेनिस स्टार और वर्ल्ड नंबर-1 नोवाक जोकोविच ने इसका व्यक्तिगत तौर पर विरोध किया है। उन्होंने कहा कि टीका लगवाना है या नहीं, यह लोगों की मर्जी होनी चाहिए। इसके लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। हाल ही में पूर्व वर्ल्ड नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी एमी मैरेस्मो ने कहा था कि टेनिस शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ियों और दर्शकों को वैक्सीन लगवाना अनिवार्य होना चाहिए।
एमी ने 31 मार्च को ट्वीट किया था, ‘‘टेनिस से जुड़े सभी खिलाड़ी, स्टॉफ, सदस्य और मैच देखने आए दर्शकों के लिए टीकाकरण जरूरी होना चाहिए।’’ एमी ने एक स्लोगन भी लिखा, ‘नो वैक्सीन-नो टेनिस।’ इसके बाद से ही खेल जगत में चर्चा होने लगी थी कि कोरोना का टीका बनने के बाद कोई अगर विदेश जाता है तो उसके लिए टीकाकरण जरूरी होगा।
‘व्यक्तिगत तौर पर वैक्सीन का विरोध कर रहा’
जोकोविच ने साथी प्लेयर्स के साथ एक लाइव फेसबुक चैट में कहा, ‘‘व्यक्तिगत तौर पर मैं वैक्सीन का विरोध कर रहा हूं। मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि किसी खिलाड़ी को विदेश यात्रा करने से पहले वैक्सीन लगाया जाए। यदि यह अनिवार्य हो जाता है, तो क्या होगा? मुझे खुद को यह फैसला करना चाहिए। मैं इस मामले में अपने विचार अलग रखता हूं, जो किसी फैसले में बदल जाएंगे, मुझे नहीं पता। यदि जुलाई, अगस्त या सितंबर में टेनिस टूर्नामेंट शुरू होता है, जिसकी संभावना कम है, तब क्वारैंटाइन से बाहर आए लोगों के लिए टीका जरूरी होगा। वैसे अभी कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं बनी।’’
सभी टेनिस टूर्नामेंट्स 13 जुलाई तक टले
मौजूदा समय में 13 जुलाई तक के सभी प्रोफेशनल टेनिस टूर्नामेंट्स को रोक दिया गया है। इनके अलावा इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है, जबकि क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगति कर दी गई। सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप होना है, जिस पर संकट के बादल छाए हुए हैं। वहीं, फुटबॉल टूर्नामेंट्स में यूरोपियन चैम्पियंस लीग (यूईएफए) और यूरोपा समेत अन्य देशों की घरेलू लीग को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोनावायरस (कोविड-19) ने चीन के वुहान शहर से ही अपने पैर पसारने शुरू किए थे। अब पूरी दुनिया संकट में है, लेकिन चीन ने इस पर काबू पा लिया है। इस देश ने अब रुके हुए खेलों को भी पटरी पर लाने की कवायद शुरू कर दी है। यहां फुटबॉल टूर्नामेंट चाइनीज सुपर लीग (सीएसएल) जून के आखिरी या जुलाई के पहले हफ्ते से शुरू होने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह जानकारी गुआंगझोऊ आरएंडएफ क्लब के चेयरमैन हुआंग शेंघुआ ने दी है। वहीं, तुर्कमेनिस्तान में भी रविवार से फुटबॉल लीग के सीजन का आगाज हो गया है।
तुर्कमेनिस्तान में पहला मैच देखने के लिए 500 लोग पहुंचे, जबकि स्टेडियम की दर्शक क्षमता 20 हजार है। यहां देश में कोरोनावायरस काएक भी मामलानहीं आयाहै। मार्च में अन्य देशों की तरह सुरक्षा को देखते हुए यहां भी लीग के मैच स्थगित कर दिए गए थे। यहां की लीग में 8 टीमें उतरती हैं। इस लीग के शुरू पर विश्व के अन्य बड़े देशों ने आपत्ति जताई है।
सीएलएल में हर टीम 30-30 मैच खेलेगी
शेंघुआ ने कहा, ‘‘यहां की मौजूदा स्थिति काफी बेहतर है। इसे देखते हुए यह फैसला किया गया है कि सीएसएल के इस सीजन की शुरुआत जून के आखिरी या जुलाई के पहले हफ्ते से होगी। यह टूर्नामेंट तय फॉर्मेट के अनुसार ही होगा। सभी टीमें 30-30 मैच खेलेंगी।’’ हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स में चाइनीज फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा कोई आधिकारिक घोषणा की बात नहीं की गई है। वहीं, चीन ने कहा है कि उन्होंने देश में फैली महामारी पर नियंत्रण कर लिया है, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों पर अब भी सतर्क रहने की जरूरत है। वरना कोरोना के दूसरे चरण में हालत और भी ज्यादा खराब हो सकती है।
फरवरी में होने वाली चाइनीज लीग अनिश्चितकाल के लिए टली थी
सीएसएल 22 फरवरी से होनी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया था। इनके अलावा इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है, जबकि क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगति कर दी गई। सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप होना है, जिस पर संकट के बादल छाए हुए हैं। वहीं, फुटबॉल टूर्नामेंट्स में यूरोपियन चैम्पियंस लीग (यूईएफए) और यूरोपा समेत अन्य देशों की घरेलू लीग को भी अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया।
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुकी कोरोनावायरस जैसी महामारी के कारण जून तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप पर भी इसका खतरा मंडराने लगा है। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होना है, लेकिन महामारी की स्थिति में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) इस पर जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेना चाहता। आईसीसी अगस्त तक किसी नतीजे पर पहुंच सकता है। परिस्थिति नहीं सुधरने की स्थिति में वर्ल्ड कप को एक साल के लिए टाला या बगैर दर्शकों के भी कराया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना संकट के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) की आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वर्ल्ड कप से पहले ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड की अहम सीरीज होनी है। जबकि टूर्नामेंट से ठीक पहले भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 3 टी-20 की सीरीज खेलनी है। वर्ल्ड कप के बाद भारत मेजबान टीम से 4 टेस्ट और 3 वनडे की सीरीज भी खेलेगा।
‘आईसीसी के फैसले से पहले कोई अनुमान न लगाएं’
एक अंग्रेजी अखबार ने विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से लिखा, ‘‘आईसीसी अगस्त के आखिर में ही वर्ल्ड कप को लेकर कोई फैसला करेगा। मौजूदा समय में कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा है। आईसीसी के लिए लोगों का स्वास्थ्य सबसे ज्यादा जरूरी है। हालांकि, कुछ समय में हालात बेहतर होते हैं, तो क्या कुछ होगा? क्या हो सकता है यदि आईसीसी खुद से फैसला लेकर टी-20 वर्ल्ड कप को मई तक टाल दे। इन पर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है। कुछ ही समय में स्थितियां काफी खराब हुई हैं और आईसीसी के लिए वर्ल्ड कप को लेकर कोई फैसला करना काफी कठिन साबित हो रहा है। फिलहाल, हमें आईसीसी के फैसले से पहले कोई अनुमान नहीं लगाना चाहिए।’’
खाली स्टेडियम में भी हो सकता है वर्ल्ड कप
सूत्र के मुताबिक, ‘‘सबकुछ एक प्लानिंग के तहत ही किया जाएगा। सभी की कोशिश रहेगी कि वर्ल्ड कप अपने तय समय पर ही सफलतापूर्वक हो जाए। इसलिए आईसीसी की स्थानीय संगठन समिति (एलओसी) ने ऑस्ट्रेलिया में अपनी सभी तैयारियां कर ली हैं। परिस्थिति ठीक रही तो सबकुछ अच्छा होगा।’’ आईसीसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस अनिश्चितता के समय में हमारी पहली प्राथमिकता खिलाड़ियों, सभी कोच, अधिकारियों, फैन्स और पूरे क्रिकेट समुदाय की सुरक्षा करना है। वर्ल्ड कप को लेकर जो भी हमारी तैयारियां की जा रही हैं, उनमें सभी की सुरक्षा को ध्यान में रखा गया है।’’ यह भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वर्ल्ड कप बगैर दर्शकों के हो सकता है।
2018 वर्ल्ड कप सीजन भी दो साल टला था
2016 वर्ल्ड कप में वेस्टइंडीज ने फाइनल में इंग्लैंड को 4 विकेट से हराकर दूसरी बार खिताब जीता था। हर दो साल में होने वाले इस टूर्नामेंट के 2018 सीजन को आईसीसी ने टाल दिया था। 2017 में अधिकारियों ने कहा था कि इस सीजन में कई देशों की बीच सीरीज खेली जानी है, इसलिए टाइमिंग की समस्या को लेकर टूर्नामेंट को 2020 के लिए टाला जा रहा है। आईसीसी ने कहा था कि इन दिनों कई सारे आईसीसी इवेंट्स हो रहे हैं, इसलिए टी-20 क्रिकेट को बोरिंग नहीं करना चाहते। इससे पहले 2007 से शुरू हुए इस टूर्नामेंट के2011 सीजन कोवनडे वर्ल्ड कप के कारणएक साल पहले कराया गया था।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह को लगता है कि सुरेश रैना को कप्तान धोनी का सपोर्ट था। युवराज ने कहा, ‘रैना को धोनी का समर्थन प्राप्त था। हर कप्तान का पसंदीदा खिलाड़ी होता है। 2011 वर्ल्ड कप में युसूफ को शुरुआती मैचों में युवराज के साथ खेलने का मौका मिला था। कुछ मैचों बाद यूसुफ को बाहर कर रैना को शामिल किया गया।’ साथ ही युवी ने पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की फिर से तारीफ की और उन्हें अपना पसंदीदा कैप्टन बताया। युवी 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।उन्होंने 9 मैच में 362 रन बनाए थे। साथ ही 15 विकेट भी हासिल किए थे।
युवराज ने स्पोर्ट्स तक से कहा, ‘‘2011 में युसूफ पठान बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे और विकेट भी ले रहे थे, जबकि रैना कुछ खास फॉर्म में नहीं थे। उनके (धोनी) पास उस समय बाएं हाथ का स्पिनर नहीं था और मैं विकेट ले रहा था, इसलिए उनके पास कोई विकल्प नहीं था।’’
‘गांगुली ने ही मेरे टेलेंट को पहचाना’
युवी ने कहा कि गांगुली ही थे, जिन्होंने उनके टेलेंट को पहचाना था। उन्होंने कहा, ‘‘दादा मेरे पसंदीदा कप्तान हैं। मैं जितने भी कप्तान के साथ खेला उनमें से दादा ने ही मेरा सबसे ज्यादा समर्थन किया। दादा युवा प्रतिभा को पहचानते थे। उन्होंने उस वक्त कहा था कि उन्हें लगता है कि चार-पांच खिलाड़ी टीम को मजबूत बना सकते हैं और वह इन खिलाड़ियों का समर्थन करते थे।’’ युवराज ने कहा, ‘‘लोगों की आपत्ति के बाद मैच रेफरी ने मेरे 6 छक्के लगाने वाले बल्ले की जांच की थी। लेकिन ईमानदारी से कहूं तो वह बल्ला मेरे लिए काफी स्पेशल है। मैंने पहले कभी ऐसे बल्ले से नहीं खेला। ना सिर्फ वो बल्ला बल्कि 2011 विश्वकप में इस्तेमाल किया गया बल्ला भी मेरे लिए बहुत मायने रखता है।’’