पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने महेंद्र सिंह धोनी के करियर को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि धोनी बड़ी खामोशी के साथ टीम से दूर हो गए हैं। लगता है उन्होंने अपना आखिरी मैच खेल लिया है। अब धोनी को नीली जर्सी में नहीं देख पाएंगे। आकाश ने यह बात पूर्व पाकिस्तानी कप्तान रमीज राजा के साथ यूट्यूब पर बात करते हुए कही। वहीं, धोनी ने अपना पिछला मैच जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। तभी से वे टीम से बाहर चल रहे हैं।
आकाश ने कहा, ‘‘आज हर फैन यही सोचता है कि आईपीएल में अच्छे प्रदर्शन के दम पर धोनी टीम में वापसी कर सकते हैं। जबकि मुझे लगता है कि ऐसा बिल्कुल भी सच नहीं है। शायद धोनी ने अपना आखिरी मैच मैनचेस्टर में न्यूजीलैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेल लिया है। तब से धोनी अपनी मर्जी से ही टीम से बाहर चल रहे हैं, जबकि उन्हें ड्रोप नहीं किया गया। शायद धोनी ने भारत के लिए नहीं खेलने का मन बना लिया है।’’
गांगुली, कोहली फोन लगाएं तभी वापसी की उम्मीद
उन्होंने कहा, धोनी की वापसी का एक रास्ता है कि सौरभ गांगुली, विराट कोहली या रवि शास्त्री फोन लगाकर बात करें। वे धोनी से वर्ल्ड कप में खेलने के लिए कहें, तो शायद धोनी की टीम में वापसी हो सकती है। यदि ऐसा नहीं होता है यही मानना होगा कि धोनी खामोशी के साथ विदाई लेना चाहते हैं। वे खामोशी से ही टीम में आए भी थे। वे बड़ी विदाई लेने वाले खिलाड़ियों में से नहीं हैं। अगर टी-20 वर्ल्ड कप की तारीख आगे बढ़ती है, तो फिर धोनी की वापसी नामुमकिन है।’’ दरअसल, इस साल टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में खेला जाएगा। टूर्नामेंट पर कोरोनावायरस का खतरा मंडरा रहा है।
आईपीएल नहींं होता है, तो धोनी की वापसी बेहद मुश्किल: गंभीर
पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने भी धोनी के करियर को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने स्पोर्ट्स स्टार के प्रोग्राम क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘यदि इस बार आईपीएल नहीं हुआ, तो धोनी की टीम में वापसी बेहद मुश्किल होगी। यदि धोनी पिछले एक या डेढ़ साल से क्रिकेट खेले ही नहीं हैं, तो फिर उन्हें किस आधार पर वर्ल्ड कप के लिए टीम में लिया जाएगा। लाजमी है कि उसकी (लोकेश राहुल) की कीपिंग धोनी जैसी अच्छी नहीं है, लेकिन आप देखेंगे कि टी-20 में राहुल बहुत उपयोगी खिलाड़ी है। वह कीपिंग के अलावा 3 और 4 नंबर पर शानदार बल्लेबाजी कर रहा है।’’
धोनी अगले कुछ साल आईपीएल खेलते रहेंगे: लक्ष्मण
वहीं, पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि धोनी अगले कुछ सालों तक आईपीएल खेलते रहेंगे। इसके बाद ही वे अपने क्रिकेट करियर के बारे में कुछ फैसला करेंगे। लक्ष्मण ने खुलासा किया कि नए मुख्य चयनकर्ता सुनील जोशी ने उनसे धोनी के भविष्य के बारे में एक बार चर्चा जरूर की थी।
भारतीय महिला टीम की ओपनर स्मृति मंधाना लॉकडाउन के दौरान साथी खिलाड़ियों के साथ ऑनलाइन लूडो खेलकर समय बिता रही हैं। बीसीसीआई ने सोमवार को मंधाना का एक वीडियो शेयर किया। इसमें मंधाना ने बताया कि सभी खिलाड़ी एक-दूसरे से जुड़े रहने के लिए लूडो खेल रहे हैं। दरअसल, देश में कोरोनावायरस के कारण 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। वहीं, जुलाई तक के दुनियाभर में सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या टाल दिए गए हैं। मंधाना इस साल के फरवरी में हुए महिला टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा थीं।
मंधाना भी अन्य खिलाड़ियों की तरह लॉकडाउन के दौरान घर में ही फिट रहने के लिए वर्कआउट कर रही हैं। उन्होंने कहा, ‘‘फिट रहना काफी जरूरी है, इसलिए मैं घर में ही वर्कआउट कर रही हूं। मैं अपने ट्रेनर के संपर्क में बनी हुई हूं। वही हमें वर्कआउट के लिए टिप्स भेजते हैं।’’ मंधाना ने लोगों को घर में सुरक्षित रहने और खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखने की भी अपील की है।
‘भाई को परेशान करती हूं और 10 घंटे सोती हूं’
भारतीय ओपनर ने कहा, ‘‘इसके बाद के मैं बाकी समय में अपने परिवार के साथ बिताती हूं। हम सभी कार्ड खेलते हैं। मां के साथ खाना बनाना और बर्तन साफ करना दिनचर्या बन गया है। बाकी समय भाई को परेशान करती हूं, जो मुझे काफी पसंद है। साथ ही मुझे फिल्में देखना भी पसंद है। मैं बहुत फिल्में देखती हूं। इसकी आदी न हो जाऊं, इसलिए हफ्ते में सिर्फ 2 या 3 फिल्में ही देखती हूं। इसके बाद मुझे सबसे ज्यादा सोना भी पसंद है। मैं पूरे दिन खुश रहने के लिए 10 घंटे की नींद लेती हूं।’’
कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है। इस पर भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने निराशा जाहिर की है। उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय टीम शानदार फॉर्म में थी। हमारे पास 40 साल बाद ओलिंपिक में पदक जीतने का मौका था। हमने ओलिंपिक के लिए शानदार तरीके से क्वालिफाई भी कर लिया है।’’ इससे पहले भारतीय हॉकी टीम ने 1980 में मोस्को ओलिंपिक में रिकॉर्ड 8वीं बार गोल्ड जीता था। अब टोक्यो ओलिंपिक अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे।श्रीजेश 2004 में डेब्यू किया था। वे 2014 एशियन गेम्स और 2011 एशियन चैम्पियंस ट्रॉफी विजेता टीम सदस्य रहे थे।
श्रीजेश ने कहा, ‘‘हम पिछले एक साल से ओलिंपिक पर ही अपना पूरा ध्यान लगाए हुए थे। इसके टलने से निराशा हुई है। ओलिंपिक कोटा हासिल करने के बाद से हमने शानदार प्रदर्शन किया है। हॉकी प्रो लीग में भी हमारा प्रदर्शन बेहद शानदार रहा, लेकिन अब कोरोनावायरस के कारण सबकुछ बदल गया। हालांकि, हमारा ध्यान अब भी ओलिंपिक में पदक जीतने पर ही लगा हुआ है।’’
बेंगलुरु में प्रैक्टिस कर रही भारतीय हॉकी टीम
गोलकीपर ने कहा, ‘‘टीम के सभी साथी मानसिक रूप से ओलिंपिक की तैयारी कर रहे हैं। पदक जीतने के लिए हमें पहले दिन से 365-400 दिनों तक कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। इसके लिए हमें भविष्य की चिंता छोड़कर खुद को फिट रखने की जरूरत है। जो चीजें हमारे हाथ में ही नहीं हैं, उन्हें हम बदल भी नहीं सकते हैं। फिलहाल, लॉकडाउन में टीम के सभी खिलाड़ी दो-दो के ग्रुप में प्रैक्टिस कर रहे हैं।’’ टीम इंडिया इस समय बेंगलुरु के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) में प्रैक्टिस कर रही है।
‘कोरोना को दूर रखें और लोगों को भी बचाएं’
श्रीजेश ने कहा, ‘‘टीम के सभी खिलाड़ी अपने-अपने रूम में पुराने मैचों को देखकर विश्लेषण कर रहे हैं। इसके बाद एकदूसरे को फोन पर अपनी राय भी दे रहे हैं। हमारे कोच भी ऑनलाइन हमसे जुड़ते हैं और सवालों के जवाब देते हैं। फिलहाल, हॉकी से जुड़े रहने के लिए हम यही सब कर रहते हैं।’’ उन्होंने कोरोना को लेकर संदेश दिया, ‘‘इस वक्त हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना को खुद से दूर रखें और दूसरों को भी इससे बचाएं।’’
पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने रामायण के अंगद की एक फोटो शेयर कर अपने आलोचकों को जवाब दिया है। अंगद तस्वीर में रावण को पैर हटाने की चुनौती देते दिख रहे हैं। इस फोटो के साथ वीरू ने लिखा, ‘‘मैंने अपनी बल्लेबाजी की प्रेरणा यहीं से ली है। पैर को हिलाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।’’ दरअसल, आलोचक हमेशा से ही वीरू के फुटवर्क की आलोचना करते रहे हैं। वीरू ने इसी का जवाब दिया है।
भारत में कोरोनावायरस के कारण 15 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया गया है। इसी दौरान दूरदर्शन पर रामायण के पुराने एपिसोड प्रसारित किए जा रहे हैं। हाल ही में अंगद का यह रावण को चुनौती देने वाली एपिसोड दिखाया गया था। जिसमें युद्ध से पहले अंगद रावण के दरबार में शांति का संदेश देते हैं। रावण के नहीं मानने पर अंगद जमीन पर रखा अपना पैरा हटाने की चुनौती देते हैं। वीरू के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर कमेंट किए।
##इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने फुटबॉल का उदाहरण देकर भारतीय कप्तान विराट कोहली की जीत की ललक और रनों की भूख को बताया। उन्होंने कहा कि कोहली मैच से पहले फुटबॉल खेलकर प्रैक्टिस करते हैं, तो उन्हें देखकर लगता है जैसे वे क्रिकेट मैच की नहीं बल्कि फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल की तैयारी कर रहे हैं। इन दिनों कोरोनावायरस के कारण विश्व के सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। सभी खिलाड़ी घर में बैठकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए लाइव चैटिंग कर रहे हैं।विराट कोहली ने 86 टेस्ट में 7240, 248 वनडे में 11867 और 82 टी-20 में 2794 रन बनाए हैं।
नासिर ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल के कार्यक्रम 'क्रिकेट कनेक्ट' में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि उनके (कोहली) सफल होने में उनकी रन बनाने की भूख और जीतने की ललक काफी महत्वपूर्ण है। मैंने उन्हें फुटबॉल खेलते देखा है। टीम इंडिया जब प्रैक्टिस के दौरान फुटबॉल खेलती है, तब कोहली का खेल देखने लायक होता है। वे ऐसी फुटबॉल खेलते हैं, जैसे फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल, एफए कप का फाइनल या फिर प्रीमियर लीग का आखिरी मुकाबला खेल रहे हों।’’
‘कोहली की नजर सिर्फ जीत पर होती है’
नासिर ने कहा, ‘‘कोहली इसी ऊर्जा को क्रिकेट में भी लेकर जाते हैं, इसलिए वे रन चेज करने के मामले में शानदार हैं। उनका पूरा ध्यान मैच निकालने पर होता है, और आप भी उन्हें ऐसी स्थिति दे देते हैं, जहां से वे मैच आसानी से निकाल देते हैं। मैच जीतने की ललक उनसे ज्यादा किसी में नहीं है। सच कहूं तो मेरा मानना है कि कोहली निजी रिकॉर्ड्स पर ध्यान नहीं देते हैं। वे सिर्फ जीत और हार के आंकड़े पर ही ध्यान देते हैं।’’ नासिर ने 1999 से 2004 तक इंग्लैंड का नेतृत्व भी किया है।
कोरोनावायरस के कारण विश्व के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या फिर टाल दिए गए हैं। कुछ मैचों को बगैर दर्शकों के भी कराया गया। ऐसे में अब कोरोना का खतरा क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और टी-20 वर्ल्ड कप पर भी मंडराने लगा है। कई लोगों ने सलाह दी है कि दोनों टूर्नामेंट्स बगैर दर्शकों के कराए जा सकते हैं। इस पर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लैन मैक्सवेल ने नकार दिया है। उन्होंने कहा कि बगैर दर्शकों के आईपीएल हो सकता है, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप नहीं।
कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाला था, लेकिन इस पर अब भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। जबकि वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया में 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक खेला जाना है। आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब की ओर से खेलने वाले मैक्सवेल ने कहा है कि खिलाड़ी इस साल आईपीएल के होने को लेकर असमंजस में हैं।
‘सभी के स्वास्थ्य का ध्यान भी रखना होगा’
मैक्सवेल ने एबीसी ग्रैंडस्टैंड से कहा, ‘‘हमारे लिए दर्शकों का जुटाना मुश्किल होगा। मेरा मानना है कि यदि आईपीएल बगैर दर्शकों के होता है, तो इसके सफल होने की उम्मीद है, मैं बिना दर्शकों के टी-20 वर्ल्ड कप को सफल होते नहीं देख रहा। हमारे लिए स्टेडियम में दर्शकों के बिना वर्ल्ड कप को सही ठहराना मुश्किल होगा, इसलिए मुझे टूर्नामेंट के जल्दी होने की संभावना भी नहीं दिखती। हमें सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा।’’
कमिंस खाली स्टेडियम में भी खेलने के लिए तैयार
वहीं, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस तो खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हो गए हैं। हाल ही में उन्होंने बीबीसी से कहा था, ‘‘बिल्कुल मैं इसके लिए तैयार हूं। हर वह फैसला या चीज जो इस तरह के बड़े टूर्नामेंट्स को सफलतापूर्वक कराए, मैं उसका समर्थन करूंगा। यदि बगैर दर्शकों के भी यह टूर्नामेंट कराया जाता है, तो मुझे कोई शक नहीं है कि यह बहुत शानदार होगा। हां, भारत में खेलने पर हर गेंद पर चौका और छक्का लगने पर काफी शोर उठता है, जो मुझे पसंद है। मैं इस चीज को जरूर मिस करूंगा।’’ हालांकि, उन्होंने लोगों की जान बचाने को प्राथमिकता दी है। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने इस बार आईपीएल की सबसे महंगी बोली 15.50 करोड़ रुपए लगाकर कमिंस को खरीदा है।
हैरी केन मौजूदा सीजन में टॉटेनहम छोड़कर मैनचेस्टर यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। टॉटेनहम के चेयरमैन डेनियल लेवी ने इसकी मंजूरी दे दी है। हैरी केन लगभग 1900 करोड़ रुपए में यूनाइटेड से जुड़ सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह रिकॉर्ड डील होगी। इसके पहले 2017 में पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) ने बार्सिलोना से नेमार को 1880 करोड़ रुपए में खरीदा था। कोरोनावायरस के कारण इंग्लिश प्रीमियर लीग के मुकाबले अभी स्थगित हैं।
लॉकडाउन के कारण टॉटेनहम आर्थिक रूप से परेशानी में हैं। नए स्टेडियम के लिए टॉटेनहम ने लगभग 6 हजार करोड़ रुपए का लोन भी लिया है। लेवी हैरी केन के उस बयान से भी नाराज हैं, जिसमें उन्होंने जून तक लीग के पूरा नहीं होने पर इसे खत्म करने की बात कही थी। केन ने कुछ दिन पहले कहा था कि यदि वे क्लब की ओर से ट्रॉफी नहीं जीत पाते हैं तो उसे छोड़ देंगे।
33 साल के मायरोन रोले अमेरिका की नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) में टेनेसी टाइटंस की ओर से खेलते थे। 2013 में उन्होंने खेलना छोड़ दिया और फ्लोरिडा स्टेट यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ मेडिसिन में दाखिला लिया। 2017 में वे ग्रेजुएट हुए। अब मेसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल से न्यूरोसर्जरी की पढ़ाई कर रहे। यहां वे कोविड-19 के मरीजों को भी ट्रीटमेंट दे रहे हैं। वे इमरजेंसी रूम के डॉक्टरों वाली टीम में हैं। वे और उनके साथी 24-24 घंटे सेवा दे रहे हैं।
रोले कहते हैं, ‘हमें सुबह 4-5 बजे से काम शुरू करना पड़ता है। सभी मरीजों को देखने के बाद उनकी पूरी डिटेल लेकर उसे हमारी जगह आने वाले डॉक्टर को बताने का काम भी जुड़ गया है। ऐसे में 24 घंटे काम करना पड़ रहा है। बीच में एक-दो घंटे की नींद ले पाएं तो खुद को खुशकिस्मत समझते हैं। रोले कहते हैं, ‘यहां मुझे परेशानी नहीं आती क्योंकि फुटबॉल ने मुझे अनुशासन, फोकस, कड़ी मेहनत, निष्ठा, टीमवर्क और प्रतिकूल परिस्थितियों से उबरना सिखाया है।’
हेले मेडिकल उपकरण जुटा रहीं
कनाडा की हेले विकेनहेसर चार बार की ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट हैं। पूर्व आइस हॉकी खिलाड़ी हेले अब यूनिवर्सिटी ऑफ केलगेरी से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं। वे बताती हैं, ‘जब वे 10 साल की थीं, तब उन्होंने दो सपने देखे थे। एक तो प्रोफेशनल हॉकी खेलना और दूसरा डॉक्टर बनना। मेरा एक सपना तो पूरा हो गया है। अब दूसरा सपना पूरा कर रही हूं।’ 41 साल की हेले ने 2017 में आइस हॉकी से संन्यास ले लिया था। दो हफ्ते पहले तक वे टोरंटो में इमरजेंसी रूम में रोटेशन पर थीं। लेकिन जब देश में कोरोनावायरस से स्थिति खराब होने लगी, तब सभी मेडिकल स्टूडेंट और ट्रेनी को उससे निपटने के काम में लगा दिया गया।
हेले ने कहा, ‘मेडिकल स्टूडेंट को कोविड-19 के मरीज के इलाज की अनुमति नहीं है। इसलिए हमें पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) जुटाने के काम में लगा दिया गया। इसके अलावा हम उन मरीजों को भी ट्रेस कर रहे हैं, जो संक्रमित हैं।’ हेले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के ऑफिस से लगातार संपर्क में हैं आैर कनाडा में सोशल डिस्टेंसिंग एडवाइजरी को प्रमोट करने में भी मदद कर रही हैं।
फुटबॉलर विनीतजरूरत की चीजें पहुंचा रहे हैं
आईएसएल टीम जमशेदपुर एफसी के फुटबॉलर सीके विनीत केरल के कन्नूर जिले में 11 दिनों से एक कॉल सेंटर एग्जीक्यूटिव के तौर पर काम कर रहे हैं। वह मंगटीडम पंचायत में लगे कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं, जिसे कन्नूर प्रशासन और केरल स्पोर्ट्स काउंसिल ने शुरू किया है। विनीत स्थानीय लोगों द्वारा किए गए कॉल उठाते हैं जिसमें लोग उनसे जरूरत की चीजें मांगते हैं और उनतक वे चीजें पहुंचाई जाती हैं। विनीत ने कहा, ‘इस सेंटर पर 28 मार्च से काम चल रहा है।
जब कोई कठिनाई आती है तब या तो हम चुपचाप बैठ सकते हैं या आगे आकर अपनी जिम्मेदारी निभा सकते हैं। मेरा राज्य और जिला कन्नूर पीड़ित है और मैं पीछे रहकर यह सब नहीं देख सकता था।’ जिस कॉल सेंटर में विनीत काम कर रहे हैं वहां कुल 15 लोग हैं और हर दिन करीब 200 कॉल आते हैं।
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने लॉकडाउन के दौरान देश के 12 हजार डॉक्टरों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लाइव चैटिंग की। इस दौरान सचिन ने खेल से जुड़ी चोटों और अन्य समस्याओं पर अपने अनुभव शेयर किए। दरअसल, पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स रद्द या टाल दिए गए हैं। ऐसे समय में सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव चैटिंग कर समय बिता रहे हैं।
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधीर वारियर ने सचिन को बताया था कि कई युवा डॉक्टर खेलों से जुड़ी चोटों पर जानकारी चाह रहे हैं। उनकी रिक्वेस्ट पर सचिन ने सभी से डॉक्टर से लाइव वेबिनार के जरिए बात की। दो दशक से भी ज्यादा समय क्रिकेट को देने वाले सचिन कई चोटों से गुजरे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा टेनिस एल्बो की चोट ने उन्हें परेशान किया है। उन्होंने अपने करियर में 200 टेस्ट और 463 वनडे खेले हैं।2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं।
‘खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से अलग’
यह लाइव वेबिनार शनिवार डॉ. वारियर ने डॉ. नितिन पटेल के साथ मिलकर किया। नितिन भारतीय क्रिकेट टीम और आईपीएल में मुंबई इंडियंस के फिजियो हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस चर्चा के दौरान सचिन ने सभी युवा डॉक्टरों को बताया कि किस तरह से खिलाड़ियों की चोट आम लोगों की चोट से काफी अलग होती है। सचिन ने यह वेबिनार अपने अनुभव को युवाओं के साथ शेयर करने के लिए जॉइन किया था, ताकि डॉक्टरों के जीवन में यह काम आ सके।
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने भारत के पूर्वकप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लेकर बयान दिया। अख्तर ने कहा कि वे किसी के कद को नहीं माप रहे, लेकिन धोनी का करियर काफी लंबाखिंच गया है।वे बीच में लटक गएहैं। धोनी के पास 2019 वर्ल्ड कप के बाद हीआदरपूर्वक संन्यास लेने का सही समय था। अख्तर ने उम्मीद जताई है कि धोनी को उनकी चुप्पी के रूप में शानदार विदाई मिलेगी। दरअसल, धोनी वर्ल्ड कप के बाद से ही टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था।
धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के कप्तान हैं। कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाल दिया था, लेकिन अब भी इस पर संकट छाया हुआ है। भारतीय चयनकर्ता और मुख्य कोच रवि शास्त्री कई बार कह चुके हैंकि धोनी के पास टी-20 वर्ल्ड कप में वापसी के लिए आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन ही एकमात्र मौका है। यह वर्ल्ड कप अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा।
‘धोनी की जगह मैं होता तो संन्यास ले लेता’
अख्तर ने इस्लामाबाद से ही भारतीय न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया। उन्होंने कहा, ‘‘उस खिलाड़ी (धोनी) ने अपनी योग्यता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। उसे सम्मानजनक विदाई मिलनी चाहिए। मुझे समझ नहीं आता कि क्यों उसने अपने करियर को इतना लंबा खींचा है। उसे वर्ल्ड कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था। यदि मैं उसकी जगह होता तो अपने जूते उतारकर टांग (संन्यास ले लेता) देता। मैं तीन-चार साल छोटे फॉर्मेट में खेल सकता था, लेकिन मैंने (2011 वर्ल्ड कप के बाद) संन्यास ले लिया, क्योंकि मैं अपने खेल में 100 प्रतिशत नहीं था तो क्यों लंबा खींचता?’’
अख्तर ने कहा, ‘‘जब वह (धोनी) वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में (न्यूजीलैंड के खिलाफ) मैच फिनिश कर टीम को नहीं जिता पाया था। तब मुझे महसूस हुआ कि वह संन्यास ले लेगा, लेकिन उसने ऐसा क्यों नहीं किया, इसका जवाब वही दे सकता है। मुझे लगता है कि वह वर्ल्ड कप के बाद अपनी विदाई स्वरूप एक आखिरी सीरीज खेलना चाह रहा है।’’
‘मध्यक्रम में भारत को मैच विनर चाहिए’
भारतीय टीम ने 2013 चैम्पियंस ट्रॉफी से अब तक कोई आईसीसी खिताब नहीं जिता है। तब फाइनल में इंडिया ने इंग्लैंड को 5 रन से हराया था।इसको लेकर अख्तर ने कहा कि भारतीय टीम को मध्यक्रम में एक मैच विनर की काफी जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘टूर्नामेंट जीतना और टॉप पर बने रहना दोनों अलग-अलग बात है। भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर है। जबकि वह सीमितओवरों के फॉर्मेट की टॉप टीमों में शामिल है। ऐसे में हमें टीम इंडिया की काबिलियत को सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट्स के प्रदर्शन के आधार पर नहीं आकना चाहिए। बिल्कुल उन्हें आईसीसी इवेंट जीतने चाहिए और वह जीतेगी भी।’’
अख्तर ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में टॉप के 4 बल्लेबाज जब बेहतर प्रदर्शन करते हैं, तो टीम को जीत मिलती है। हालांकि, टॉप ऑर्डर फ्लॉप होने पर हार मिलती है। मैंने यह नोटिस किया है कि मौजूदा टीम को मध्यक्रम में युवराज सिंह और धोनी की तरह मैच जिताने वाला खिलाड़ी चाहिए।’’
वर्ल्ड नंबर-1 रह चुके भारतीय बैडमिंटन स्टार किंदाबी श्रीकांत ने इस दौर को काफी निराशाजनक बताया है। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के कारण उन्हें जो जबरदस्ती का आराम मिला है, इससे वे खुश नहीं हैं। दरअसल, कोरोना के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट को रद्द या टाल दिया गया है। सबसे बड़े खेल इवेंट टोक्यो ओलिंपिक भी एक साल टल गया है। भारत में कोरोना के कारण 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इसकी अवधि बढ़ने की पूरी संभावना है।
श्रीकांत ने पिछली बार मार्च में ऑल इंग्लैंड चैम्पियनशिप में खेले थे। उन्हें इस चैम्पियनशिप के पहले ही राउंड में चीन के चेन लोंग के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। श्रीकांत ने एक अंग्रेजी अखबार के लिए लिखे में कहा, ‘‘मैं इस जबरदस्ती के आराम से बिल्कुल भी खुश नहीं हूं। हम खिलाड़ी के तौर पर लगातार हो रहे टूर्नामेंट के तनाव से बचने के लिए आराम लेते हैं। इस दौरान ट्रेनिंग भी करते हैं और फिर टूर्नामेंट खेलना होता है।’’
‘जैसा आप चाहते हैं, यह वैसा आराम नहीं’
किंदाबी अब तक टोक्यो ओलिंपिक का कोटा हासिल नहीं कर सके हैं। शटलर ने कहा, ‘‘मैं कह रहा हूं कि यह वह आराम नहीं है, जैसा आप चाहते हैं। आप उस स्थित में कभी नहीं होना चाहेंगे, जहां आप ट्रेनिंग भी नहीं कर सकते। यह दौर बहुत ही निराशाजनक है। न तो आप कहीं बाहर जा सकते हैं और न ही आपके पास ट्रेनिंग या मजेदार करने के लिए कुछ है। हमारे पास समय काफी ज्यादा है, लेकिन करने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं 12 से 14 घंटे सोकर ही दिन निकाल रहा हूं। कुछ करने के लिए बहुत कम समय होता है।’’
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भारतीय कप्तान विराट कोहली की 3 साल की बादशाहत को खत्म कर 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए। विजडन के टॉप-5 खिलाड़ियों में किसी भी भारतीय को जगह नहीं मिली। इस पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि इस लिस्ट में रोहित शर्मा का नाम नहीं है। यह देखकर उन्हें काफी हैरानी हुई। भारत वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में हारा था, लेकिन रोहित ने टूर्नामेंट में 5 शतक लगाए थे जो वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
इस बार विजडन के टॉप-5 खिलाड़ियों में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर, ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस और मार्नस लाबुशेन, एसेक्स के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर और एलिस पैरी को जगह मिली है। महिलाओं में एलिस पैरी को यह खिताब मिला। वहीं, स्टोक्स ने इंग्लैंड को पहला वनडे वर्ल्ड कप जिताया था। उन्होंने फाइनल में नाबाद 84 और टूर्नामेंट में 465 रन बनाए थे। स्टोक्स ने 7 विकेट भी हासिल किए थे।
‘वर्ल्ड कप में 5 शतक लगाने वाले को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता’
लक्ष्मण ने स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड में कहा, ‘‘मुझे इस फैसले से हैरानी हुई है, क्योंकि वह (रोहित) इस लिस्ट में जगह पाने के दावेदार थे। मुझे लगता है जो क्रिकेट को समझते हैं वे इस बात से अचंभित होंगे कि रोहित का नाम टॉप-5 खिलाड़ियों की सूची में शामिल नहीं हैं। यह ठीक है कि एशेज एक बड़ी सीरीज है, लेकिन वर्ल्ड कप एशेज से भी बड़ा है। वर्ल्ड कप में 5 शतक बनाने वाले को कैसे नजरअंदाज किया जा सकता है। उन्होंने सॉउथम्टन की मुश्किल पिच पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शतक बनाया था, जबकि उसी पिच पर अन्य बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा था। रोहित ने पाकिस्तान के खिलाफ भी शानदार पारी खेली थी। रोहित का इस सूची में नाम न होना वाकई हैरान करने वाला है।’’
ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों को सम्मान मिला
पैरी ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीत में सबसे ज्यादा रन बनाने के साथ सर्वाधिक विकेट भी लिए थे। वे 2016 में भी साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुनी गईं थीं। पैरी इस सूची में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं। उनके अलावा मार्नस लबुशाने, पैट कमिंस को भी विजडन ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना है।
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा 59 विकेट लिए
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 12 टेस्ट में 59 विकेट लिए, जबकि लाबुशाने ने 11 मैच में सबसे ज्यादा 1104 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी 65 के करीब रहा।
टोक्यो ओलिंपिक कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए स्थगित किया जा चुका है। अब यह 2021 में होगा। इस बीच आयोजन समिति ने 2021 में भी गेम्स के आयोजन पर संशय जताया है। टोक्यो ओलिंपिक आयोजन समिति के सीईओ तोशिरो मुतो ने कहा कि अभी कोई यह कहने की स्थिति में नहीं है कि वायरस पर अगले साल तक नियंत्रण पाया जा सकेगा। हम इस बारे में सही उत्तर देने की स्थिति में नहीं हैं। हमने गेम्स को एक साल के लिए स्थगित किया है। ऐसे में हमें गेम्स को कराने के लिए काफी मेहनत करनी होगी।
किसी दूसरे प्लान के सवाल पर मुतो ने कहा कि अभी सिर्फ कोरोनावायरस से लड़ने पर ध्यान दे रहे हैं। ओलिंपिक के एक साल के लिए टलने के बाद आयोजन के खर्च में करोड़ों रुपए की बढ़ोत्तरी होगी। इस पर उन्होंने कहा कि हमने बीमा पॉलिसी ली है। लेकिन देखना होगा कि क्वालिफायर इसमें शामिल हैं या नहीं।
ईपीएल शुरू करने से पहले सभी खिलाड़ियों का टेस्ट हो
इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) मैनेजर्स एसोसिएशन के चीफ एग्जीक्यूटिव रिचर्ड बेवन का कहना है कि ईपीएल के शुरू होने से पहले सभी खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट होना चाहिए। इससे पहले खिलाड़ियों को मैदान पर उतारने को वो बड़ा रिस्क मानते हैं। मैचों के शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को कम से कम 3 हफ्ते की ट्रेनिंग करनी पड़ेगी। बेवन ने कहा, ‘‘मैच कब शुरू होंगे, इसका अनुमान अप्रैल के अंत से पहले नहीं लगाया जा सकता है। जर्मनी में मई में फुटबॉल के वापस आने के बारे में चर्चा हो रही है क्योंकि वे एक दिन में 50 हजार टेस्ट कर रहे हैं। हमारे देश में एक दिन में 10 हजार टेस्ट हो रहे हैं।’’
दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम मालिकों की फोर्ब्स की लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्री के चेयरमैन मुकेश अंबानी पहले से दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। अंबानी आईपीएल की टीम मुंबई इंडियंस के मालिक हैं। इस लिस्ट में अब माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सीईओ और बास्केटबॉल टीम लॉस एंजिलिस क्लिपर्स के मालिक स्टीव बॉलमर पहले स्थान पर आ गए हैं। उनकी नेटवर्थ 52.7 अरब डॉलर यानी 3.95 लाख करोड़ रुपए है।
पिछले साल बॉलमर की नेटवर्थ 41.2 अरब डॉलर थी, जो इस साल बढ़कर 52.7 अरब डॉलर हो गई है। यानी उनकी कमाई में करीब 11.5 अरब डॉलर यानी 86 हजार 250 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा
फोर्ब्स के मुताबिक पिछले साल की तुलना में बॉलमर की संपत्ति में 28 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके दम पर वे दुनिया के सबसे अमीरों की सूची में भी 11वें स्थान पर हैं। पिछले साल मुकेश अंबानी 50 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ फोर्ब्स की लिस्ट में सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर थे। दुनियाभर में आई मंदी की वजह से इस साल तेल और गैस से जुड़ी उनकी कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई है। इसी वजह से उनकी नेटवर्थ 13 अरब डॉलर घटकर 36.8 अरब डॉलर यानी 2.76 लाख करोड़ रुपए रह गई है और वे लिस्ट में दूसरे नंबर पर चले गए हैं।
बॉलमरऐसे बने दुनिया की सबसे अमीर टीम के मालिक
पिछले एक साल में दुनिया के कई शेयर बाजारों में 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के शेयर में 30 फीसदी का इजाफा हुआ। क्लाउड कम्प्यूटिंग से जुड़े बिजनेस में कंपनी को काफी मुनाफा हुआ। इसी वजह से कंपनी के पू्र्व सीईओ बॉलमर की संपत्ति 11 अरब डॉलर यानी 82 हजार 500 करोड़ रुपए बढ़ गई। 2014 में उन्होंने डोनाल्ड स्टर्लिंग से 2 अरब डॉलर यानी 15 हजार करोड़ रुपए में बास्केटबॉल टीम क्लिपर्स खरीदी थी। स्पोर्ट्स बिजनेस में यहीं से उनकी शुरुआत हुई। इसके बाद से वे इस टीम में काफी पैसा लगा रहे हैं।बॉलमर ने हाल में दो खिलाड़ियों कावी लियोनार्ड और पॉल जॉर्ज को मोटा पैसा देकर टीम से जोड़ा है।
इतना ही नहीं, अपनी टीम क्लिपर्स के लिए अलग से स्टेडियम और एंटरटेनमेंट सेंटर बनाने के लिए उन्होंने एक कंपनी से 40 करोड़ डॉलर यानी 3 हजार करोड़ रुपए में जगह खरीदी है। यह स्टेडियम बनाने पर करीब 1 अरब डॉलर खर्च होंगे।
कोरोनावायरस की वैक्सीन की शोध में जुटी टीम को 75 करोड़ रुपए दान किए
बॉलमर सिर्फ कमाई के मामले में ही आगे नहीं हैं, बल्कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में भी वे दिल खोलकर दान कर रहे हैं। उन्हें कोरोना के वैक्सीन पर काम कर रही यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन को रिसर्च के लिए 10 मिलियन डॉलर (75 करोड़ रुपए) दान किए हैं।
दुनिया के 20 सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम चलाने वालों में ज्यादातर बास्केटबॉल से जुड़े
स्पोर्ट्स टीमें चलाने वाले दुनिया के टॉप-20 अमीरों की फोर्ब्स की लिस्ट में बॉलमर के अलावा 6 और ऐसे व्यक्ति हैं, जो अमेरिकी बास्केटबॉल लीग एनबीए की टीमों के मालिक हैं। इसमें डेनवर नगेट्स के स्टेनली क्रोएनके (10 अरब डॉलर), ब्रूकलिन नेट्स के जोसेफ साई (10 अरब डॉलर), मेम्फिस ग्रिजलिज के रॉबर्ट पेरा (7 अरब डॉलर), क्लीवलैंड कैवेलियर्स के डेनिएल गिल्बर्ट (6.5 अरब डॉलर), डेट्रॉयट पिस्टन्स के टोम गोरेस (5.7 अरब डॉलर), मियामीहीट के मिकीएरिसन (5.1 अरब डॉलर) शामिल हैं।
फोर्ब्स कीसबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम ओनर्स की लिस्ट
नाम | टीम | नेटवर्थ(रुपए में) |
स्टीव बॉलमर | लॉस एंजिलिस क्लिपर्स | 3.95 लाख करोड़ |
मुकेश अंबानी | मुंबई इंडियंस | 2.76 लाख करोड़ |
फ्रैंकोइस पिनॉल्ट एंड फैमिली | स्टेड रेनेस एफसी | 2.02 लाख करोड़ |
डिएट्रिच माटेशिट्ज | रेड बुल रेसिंग | 1.23 लाख करोड़ |
हासो प्लैटनर एंड फैमिली | सैन जोन्स सार्क | 93 हजार करोड़ |
डेविड टेपर | कैरोलीना पैंथर्स | 90 हजार करोड़ |
रोमन अब्रमोविच | चेल्सी एफसी | 84 हजार 750 करोड़ |
फिलिप एनशूट्ज | लॉस एंजिलिस किंग्स | 82 हजार 500 करोड़ |
स्टेनली क्रोएन्के | डेनवर नगेट्स | 75 हजार करोड़ |
जोसेफ साई | ब्रूकलिन नेट्स | 75 हजार करोड़ |
जेरी जोन्स | डलास कॉउबॉयज | 60 हजार करोड़ रुपए |
शाहिद खान | जैक्सनविले जैगुआर्स | 58 हजार 500 करोड़ |
स्टीफन रॉस | मायमी डॉलफिन्स | 57 हजार करोड़ |
रॉबर्ट पेरा | मेम्फिस ग्रिजलिज | 52 हजार 500 करोड़ |
रॉबर्ट क्राफ्ट | न्यूलैंड पेट्रियट्स | 51 हजार 750 करोड़ |
60 अरबपतियों के पास 80 स्पोर्ट्स टीमें
फोर्ब्स के मुताबिक, अभी 60 अरबपति ऐसे हैं, जिनका दुनिया की बड़ी स्पोर्ट्स लीग की 80 टीमों पर मालिकाना हक है। हालांकि, कोरोनावायरस की वजह से इनकी नेटवर्थ में गिरावट दर्ज की गई है। बीते 5 हफ्तों में इनकी नेटवर्थ 455 अरब डॉलर से घटकर 383 अरब डॉलर हो गई है।
फोर्ब्स ने दुनिया के सबसे अमीर स्पोर्ट्स टीम मालिकों की लिस्ट जारी की। पिछले साल टॉप पर रहे भारत के मुकेश अंबानी दूसरे नंबर पर खिसक गए हैं। जबकि माइक्रोसाॉफ्ट के सीईओ रहे स्टीव बॉलमर पहले नंबर पर आ गए हैं। वे पिछले साल दूसरे पर थे। बॉलमर की नेटवर्थ 28% बढ़ी जबकि अंबानी की 26% कम हुई। लिस्ट में टॉप-10 में शामिल बिजनेसमैन में 5 की संपत्ति कम हुई।
अब्रामोविच पिछले साल टॉप-5 में थे, इस बार 7वें
अमेरिकन फुटबॉल टीम कैरोलिना पैंथर्स के मालिक डेविड टेपर की नेटवर्थ 91 हजार करोड़ है। रोमन अब्रामोविच 86 हजार करोड़ रु. की नेटवर्थ के साथ सातवें पर हैं। चेल्सी के मालिक पिछले साल पांचवें पर थे। आइस हॉकी टीम एलए किंग्स के मालिक फिलिप एनशट्ज 8वें पर हैं।
अमेरिकन अरबपति स्टेनले पांच टीमों के मालिक
अमेरिका के 72 साल के स्टेनले क्रोएंके की नेटवर्थ 76 हजार करोड़ रु. है। वे लॉस एंजिलिस रेम्स (अमेरिकन फुटबॉल), आर्सनल (फुटबॉल), डेनवर नगेट्स (बास्केटबॉल), कोलोराडो एवलांच (आइस हॉकी), कोलोराडो रेपिड्स (सॉकर) क्लबों के मालिक हैं। वे नौवें पर हैं।
वर्ल्ड मैराथन रिकॉर्ड होल्डर केन्या के धावक इलियुड किपचोगे आइसोलेशन के दौरान स्ट्रेंथ ट्रेनिंग कर चोटिल होने से बच रहे हैं। ओलिंपिक मैराथन चैंपियन किपचोगे को अप्रैल में लंदन मैराथन और फिर टोक्यो ओलिंपिक में अपने खिताब का बचाव करने उतरना था, लेकिन कोरोनावायरस के कारण ये इवेंट स्थगित हो गए। केन्या के 35 साल के लॉन्ग डिस्टेंस रनर किपचोगे का कहना है, ‘‘खिलाड़ियों को ट्रेनिंग बंद नहीं करनी चाहिए। अगर खिलाड़ी अभी ट्रेनिंग बंद कर देंगे तो फिर जब वे किसी इवेंट में हिस्सा लेंगे, तब उन्हें अपने शरीर पर ज्यादा दबाव डालना होगा। इससे उनके चोटिल होने का खतरा बढ़ जाएगा।’’
किपचोगे ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को पहले जैसी ट्रेनिंग करते रहनी चाहिए। उन्हें एक-दो मील का वॉर्मअप भी करना जरूरी है। मेरे पास एक फिजियो है, जो जरूरत पड़ने पर मेरी मदद करता है। लंबे समय तक दौड़ने से मुझे चोट से दूर रहने में मदद मिलती है।’’
ऐसे वर्कआउट करें, जो साल भर कर सकें: अमेरिकी कोच
इस समय कुछ खिलाड़ियों के पास फिजियो और ट्रेनर नहीं होंगे। इसलिए अमेरिका की नार्दर्न एरिजोना एलीट टीम को कोचिंग देने वाले बेन रोसारियो रनर को फिटनेस बनाए रखने और चोट से बचने के लिए रनिंग करने की सलाह दे रहे हैं। रोसारियो कहते हैं, ‘नहीं पता कि रेस कब शुरू होंगी। इसमें एक साल भी लग सकता है। ऐसे वर्कआउट करना चाहिए, जो पूरे साल कर सकें। जो सिर्फ थकाए नहीं बल्कि फिटनेस भी बनाएं। मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए खुद को आगामी दौड़ के लिए प्रेरित करना चाहिए।’
इस शेड्यूल के अनुसार ट्रेनिंग कर फिट रह सकते हैं-
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्वकप्तानमाइकल क्लार्क ने दावा किया कि 2018-19 टेस्ट सीरीज टीम इंडिया ने इस कारण जीती, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट के कारण कोहली के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की। क्लार्क ने कप्तान टिम पेन को लेकर तल्ख टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम आईपीएल के कारण अपना सामान्य खेल नहीं दिखा सकी। क्लार्क ने कहा कि इंटरनेशनल लेवल पर भारत फाइनेंशियल तौर पर शक्तिशाली है। टिम पेन ने क्लार्क की बात का खंडन किया।
पेन ने कहा कि हम कोहली को उकसाना नहीं चाहते थे। ऐसे में वह अच्छा खेल दिखाता है, तो क्लार्क या पेन कौन सही है। मुझे लगता है कि क्लार्क मजबूत, कठोर, टकराव वाले माने जाते थे। लेकिन पेन सरल स्वभाव के हैं। द. अफ्रीका दौरे पर बॉल टेम्परिंग के कारण स्मिथ और वार्नर पर बैन लगा। इससे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को काफी अपमानित होना पड़ा। भारतीय सीरीज के पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मैदान पर आक्रमक थी। पेन टीम के नए कप्तान थे। जबकि कोहली बड़ा नाम था। इसका प्रभाव दिखा। बड़े खिलाड़ी दबाव में हमेशा अच्छा खेल दिखाते हैं।
भारत को पहली बार जीत मिली
क्लार्क का बयान अनुचित था, क्योंकि कोहली ने अच्छी कप्तानी कर टीम को पहली बार जीत दिलाई। कोहली ने हालांकि बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया जैसा उन्होंने इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किया था। ऑस्ट्रेलिया को उम्मीद नहीं थी कि पुजारा अच्छा प्रदर्शन करेंगे, जो अंत में निर्णायक साबित हुआ। यह, वास्तव में उस सीरीज की वास्तविक कहानी है, जिसे बताया और लगातार बताया जाना चाहिए।
खेल डेस्क. पाकिस्तान की टेस्ट टीम के कप्तान अजहर अली ने शनिवार को कहा कि कोरोनावायरस की वजह से अगर लॉकडाउन बढ़ता है तो पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड खिलाड़ियों के वेतन में कटौती कर सकता है। हम मानसिक रूप से इसके लिए तैयार हैं। हम जानते हैं कि मौजूदा हालात में बोर्ड हमें पुराने या नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में कटौती के लिए पूछ सकता है। हम पीसीबी के साथ बैठकर सही फैसला करेंगे। उन्होंने पाकिस्तानी मीडिया से वीडियो कॉल के दौरान यह बात कही।
पीसीबी ने अब तक कहा है कि वह सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल सभी खिलाड़ियों को वेतन देगा। इसके अलावा बोर्ड के साथ जिन घरेलू क्रिकेटरों का अनुबंध जून तक है, उन्हें भी उस महीने तक पूरी तनख्वाह मिलेगी। हालांकि, बोर्ड ने साफ कर दिया है कि जून के बाद क्या हालात होंगे, इसका उसे पता नहीं है। पीसीबी ने पिछले साल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों की संख्या 33 से घटाकर 19 कर दी थी। अनुबंध 1 अगस्त 2019 से 30 जून 2020 तक है।
ग्रेड-ए में बाबर आजम समेत 3 खिलाड़ी
बोर्ड ने ए-ग्रेड में सिर्फ तीन खिलाड़ियों को रखा है। इसमें बाबर आजम, सरफराज अहमद और यासिर शाह शामिल हैं। ग्रेड-बी में टेस्ट टीम के कप्तान अजहर अली समेत 8 खिलाड़ी शामिल हैं, जबकि हसन अली और मोहम्मद आमिर को ग्रेड-सी में रखा गया है। इस कैटेगरी में कुल 8 खिलाड़ी हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल खिलाड़ियों को हर महीने 3 से लेकर 12 लाख तक का वेतन मिलता है।
खिलाड़ी महीनों तक घर पर नहीं बैठ सकते: अजहर अली
पाकिस्तान के लिए 78 टेस्ट खेल चुके अली ने कहा कि क्रिकेट खेलने वाले देश और खिलाड़ी महीनों तक घर पर नहीं बैठ सकते। उन्होंने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फैंस टीवी पर भी मैच नहीं देख पा रहे हैं। अगर खाली स्टेडियम में क्रिकेट होता है तो कम से कम दर्शकों पास घर बैठकर तो देखने का मौका होगा। लेकिन यह तभी संभव है जब सभी पक्षों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए सभी जरूरी इंतजाम हों।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कॉमेंटेटर नासिर हुसैन ने महेंद्र सिंह धोनी को लेकर कहा कि उन्हें संन्यास के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि एक बार वो चले तो वापस नहीं आएंगे। उन्होंने एक स्पोर्ट्स चैनल के शो में यह बात कही। हुसैन ने कहा किधोनी जैसे खिलाड़ी कई पीढ़ियों बाद आते हैं। जितना मैंने उन्हें देखा है, मुझे अभी भी लगता है कि वे भारतीय क्रिकेट को काफी कुछ दे सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि हां, यह सही है कि एक-दो बार टारगेट का पीछा करने में उनसे चूक हुई। खासतौर पर बीते साल इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप मुकाबले में। लेकिन उनमें अभी भी टैलेंट है।
धोनी अगर अच्छा खेलेंगे तो उनके पास टीम में चुने जाने का मौका: हुसैन
सुनील गावस्कर, कपिल देव जैसे कई पूर्व दिग्गज यह बात कह चुके हैं कि इतने लंबे ब्रेक के बाद धोनी के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी आसान नहीं होगी। लेकिन 1999 से 2003 तक इंग्लैंड के कप्तान रहे हुसैन अलग राय रखते हैं। उनका कहना है कि अगर वह अच्छा क्रिकेट खेलेंगे तो उनकी टीम में जगह होगी। यह हर खिलाड़ी पर लागू होता है। उन्होंने आगे कहा किसिर्फ धोनी को ही अपनी मानसिक स्थिति के बारे में पता है और आखिर में सिलेक्टर्स को ही उन्हें चुनना है।
आईपीएल के टलने से धोनी की वापसी मुश्किल
धोनी ने जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में आखिरी मैच खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड से हार मिली थी। इसके बाद से ही धोनी टीम से बाहर चल रहे हैं। इस साल की शुरुआत में बीसीसीआई ने भी उन्हें अपनी सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर कर दिया। तभी से उनके संन्यास की अटकलें लग रही हैं। वहीं, पूर्व भारतीय कप्तान की वापसी का इकलौता जरिया माने जा रहे आईपीएल पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बीसीसीआई पहले ही इसे 15 अप्रैल तक के लिए टाल चुका है। मौजूदा हालात में इसके होने की उम्मीद भी कम है। क्योंकि देश में लॉकडाउन की मियाद बढ़ने की पूरी उम्मीद है।
धोनी की वापसी आईपीएल के प्रदर्शन पर टिकी: रवि शास्त्री
टीम इंडिया के हेड कोच रवि शास्त्री भी यह कह चुके हैं कि धोनी की टीम इंडिया में वापसी आईपीएल में उनके प्रदर्शन पर ही निर्भर करेगी। शास्त्री के मुताबिक, इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप से पहले आईपीएल आखिरी बड़ा टूर्नामेंट है। इसके खत्म होने तक 15 संभावित खिलाड़ी चुन लिए जाएंगे। ऐसा हो सकता है कि किसी एक खिलाड़ी के चोटिल होने की स्थिति में टीम में जगह खाली हो। लेकिन इस पर कयास लेने के बजाए आईपीएल का खत्म होने का इंतजार करना चाहिए।
(क्रेग एस. स्मिथ) माइक्रोसॉफ्ट के सीनियर मैनेजर जैफ एल्गर नेे नौकरी छोड़कर स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में मास्टर्स डिग्री हासिल की। फिर उन्होंने सिएटल स्पोर्ट्स साइंस नामक कंपनी शुरू की, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से खिलाड़ियों की प्रतिभा का आंकलन करती और फिर ट्रेनिंग देती। इसका एआई सिस्टम बनाने वाले आर्किटेक्ट जॉन मिल्टन कहते हैं, ‘हमारी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी आईएसओ टेक्ने है। इसकी मदद से खिलाड़ियों के स्किल, उनकी निरंतरता के अलावा कौन खिलाड़ी किस तरीके से गेंद को पास करता है, उस दौरान उसकी फ्रीक्वेंसी क्या रहती है, यह सब पता चल जाता है। इसके अलावा टीम के डिफेंस की जानकारी भी मिल जाती है। यहां तक कि यह सिस्टम गेंद के घूमने की स्पीड और उसका रोटेशन भी बताता है।’
एआई के जरिए खिलाड़ी की क्षमता के अनुसार वैल्यू तय हो रही है
आईएसओ टेक्ने क्लाउड बेस्ड आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम है। बड़े प्रोफेशनल फुटबॉल क्लब सिर्फ मैदान पर ही इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल नहीं करते। वे खिलाड़ियों के ट्रांसफर के दौरान भी एआई का प्रयोग करते हैं। वे इस टेक्नीक की मदद से उनकी क्षमता के अनुसार वैल्यू तय करते हैं। उदाहरण के लिए अगर कोई फुटबॉलर थोड़ा कम प्रतिभाशाली है, लेकिन उसकी कॉर्नर किक व फ्री किक की क्षमता सर्वश्रेष्ठ है और कोच वैसा ही खिलाड़ी अपनी टीम में चाह रहा है, तो एआई उसकी इस काम में मदद करता है।
20 सेकंड में जंपिंग और बैलेंसिंग का टेस्ट कर लेता है
आईएसओ टेक्ने के 2विक्टा ट्रेनिंग सिस्टम में ऐसा प्रोग्राम फीड किया गया है, जिसके जरिए गेंद को 10 से 76 मील प्रतिघंटे की स्पीड से 75 यार्ड तक फेंका जा सकता है। इसमें गेंद की दूरी और उसके घूमने की गति पता चलती रहती है।
यह खिलाड़ी और गेंद के मूवमेंट के आधार पर रियल टाइम एनालिसिस करता है, डेटा स्टोर भी करता है
दैनिक भास्कर से विशेष अनुबंध के तहत
टीम इंडिया ने जब 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, तब रामजी श्रीनिवासन ने धोनी की टीम को ट्रेनिंग दी थी। 2011 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान भी रामजी ने टीम इंडिया को तैयार किया था। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में आप घर पर भी फिटनेस बनाए रख सकते हैं। बस आपके शरीर को जानने की जरूरत है। मुझे वेट ट्रेनिंग का जुनून नहीं है। हां, यह कुछ एथलीटों के लिए काम करता है। मैं भारतीय टीम के साथ रहा हूं।
मैंने कभी सचिन, धोनी, सहवाग या रोहित शर्मा को वेट ट्रेनिंग काे लेकर ऑब्सेस नहीं देखा था। सभी जिम आते थे। सचिन कलाई और कंधों पर बहुत काम करते थे। धोनी को अलग रखें क्योंकि मेरा मानना है कि वे एक स्वाभाविक व्यक्ति थे। सहवाग स्मार्ट थे। उन्हें पता था कि वे क्या चाहते हैं। उन्होंने बहुत सारी कोर एक्सरसाइज की। रोहित ने भी ऐसा किया। मैंने युवराज को भी भारी वेट उठाते हुए कभी नहीं देखा।
टीम इंडिया के पूर्व ट्रेनर रामजी श्रीनिवासन ने न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में खुलासा किया कि सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा को उन्होंने कभी भी वेट ट्रेनिंग के पीछे पागल होते नहीं देखा। रामजी ने कहा कि मुझे इन दिनों ज्यादा वजन उठाने को लेकर लोगों में जो जुनून है वो समझ में नहीं आता। हां, यह कुछ खिलाड़ियों के लिए काम आ सकता है, लेकिन यह फिट और हेल्दी रहने का इकलौता रास्ता नहीं है। मौजूदा टीम के खिलाड़ियों के लगातार चोटिल होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके पीछे सबसे बड़ी वजह गलत तरीके से एक्सरसाइज करना है। इसके अलावा वर्कलोड, खाने-पीने की गलत आदतें और शरीर के तैयार होने से पहले उसे फिटनेस के सबसे ऊंचे स्तर पर ले जाने की कोशिश करना भी एक कारण है।
रामजी 2011 में वर्ल्ड कप और 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम के ट्रेनर रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि मैंने कभी सचिन, धोनी, सहवाग और रोहित को जिम में बहुत ज्यादा वेट ट्रेनिंग करते नहीं देखा। उनके मुताबिक, ये सभी खिलाड़ी जिम जाते थे, लेकिन हर खिलाड़ी का अपना कारण था। सचिन कंधे और कलाई को मजबूत रखने पर ज्यादा ध्यान देते थे। धोनी को इससे अलग रखते हैं, क्योंकि वह नैचुरली फिट थे। जिस तरह धोनी का पूरा करियर रहा, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। इतना वर्कलोड होने के बावजूद आप उनकी चोटों को उंगलियों पर गिन सकते हैं। इससे पता चलता है कि वे कितने फिट खिलाड़ी हैं।
सहवाग को पता था, उनका शरीर क्या चाहता है
इन खिलाड़ियों के अलावा उनकी नजर में सहवाग काफी स्मार्ट थे, क्योंकि उन्हें पता था कि उनका शरीर क्या चाहता है। यही बात रोहित के बारे में भी कही जा सकती है। आपने उसके छक्के देखे हैं। मैं कह सकता हूं कि वे युवराज की तरह लंबे छक्के मार सकते हैं। लेकिन, मैं उन्हें भी कभी जिम में ज्यादा वजन उठाते नहीं देखा।
जहीर खान को शरीर की सारी मांसपेशियों के बारे में पता
आपको यह जानकार भी हैरानी होगी कि जहीर खान ऐसे क्रिकेटर थे, जिन्हें अपने शरीर की हर मांसपेशी के बारे में पता था। एक तेज गेंदबाज होने के नाते उन्हें पता था कि कैसे ट्रेनिंग करनी है, ताकि हैमस्ट्रिंग और कमर को मजबूत रखा जा सके। उन्होंने कहा कि परेशानी यह है कि हम यह भूल जाते हैं कि जो बातें एक के लिए काम कर सकती हैं, जरूरी नहीं कि वह बाकी खिलाड़ियों के भी काम आएं।
मौजूदा टीम में जडेजा सबसे फिट
इस पूर्व ट्रेनर की नजर में मौजूदा टीम इंडिया में फिटनेस और फील्डिंग के मामले में रविंद्र जडेजा सबसे आगे हैं। उन्होंने बताया कि जडेजा भी वेट ट्रेनिंग नहीं करते हैं। लेकिन फिर भी फील्डिंग के दौरान उनके थ्रो देखिए। उन्हें तेज दौड़ना पसंद है और यही उनके फिट रहने का राज है।
अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी ने सोशल मीडिया पर चल रही रोनाल्डिन्हो की जमानत और इंटर मिलान क्लब जॉइन करने की खबरों को अफवाह बताया है। मेसी स्पेनिश फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के लिए खेलते हैं। उन्होंने अपने अर्जेंटीना के पुराने क्लब नेवेल्स ओल्ड बॉयज में जाने की खबरों को भी गलत बताया है। दरअसल, ब्राजील के पूर्व फुटबॉल लेजेंड रोनाल्डिन्हो फर्जी पासपोर्ट के मामले पैराग्वे जेल में बंद थे। उन्हें हाल ही में करीब 12 करोड़ रुपए की जमानत पर छोड़ा है। अब वे पैराग्वे की राजधानी असुनसियान की एक होटल में हाउस अरेस्ट हैं।
मेसी ने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर की। इसमें लिखा, ‘‘कुछ दिन पहले ही मीडिया रिपोर्ट्स में नेवेल्स ओल्ड बॉयज के बारे में जो कुछ भी कहा गया, वह सब गलत है। भगवान का शुक्र है कि किसी एक ने भी इन अफवाहों पर विश्वास नहीं किया।’’
मेसी ने लिखा- झूठ नंबर-1 और झूठ नंबर-2
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि रोनाल्डिन्हो की जमानत के लिए भी मेसी ने ही रुपए दिए थे। इसको मेसी ने अफवाह बताते हुए एक फोटो शेयर किया। जिस पर एक पॉइंट में लिखा था इंटर मिलान जॉइन करेंगे, जबकि दूसरे पॉइंट में रोनाल्डिन्हो की जमानत के लिए रुपए देने की बात लिखी थी। इसके ऊपर मेसी ने लाल स्याही से ‘झूठ नंबर-1 और झूठ नंबर-2’ लिखकर बताया कि यह गलत रिपोर्ट्स हैं।
मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड: काका
हाल ही में ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने इंस्टाग्राम पर चैटिंग के दौरान एक सवाल पर कहा था, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’
मेसी ने रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता
बार्सिलोना के मेसी ने दिसंबर 2019 में रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता था। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। इस मामले में भी मेसी ने युवेंटस के रोनाल्डो (5 बार) को पीछे छोड़ दिया। लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वान डिक दूसरे और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो तीसरे स्थान पर रहे थे।
कोरोनावायरस के बीच ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस खाली स्टेडियम में भी आईपीएल खेलने के लिए तैयार हो गए हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने इस बार आईपीएल की सबसे महंगी बोली 15.50 करोड़ रुपए लगाकर कमिंस को खरीदा है। इससे इतर, 1983 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे मदन लाल ने कहा है कि बगैर दर्शकों आईपीएल कराने का कोई मतलब नहीं है। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था, लेकिन अब भी टूर्नामेंट के होने पर संशय बरकरार है।
खाली स्टेडियम में आईपीएल कराने के सवाल पर कमिंस ने बीबीसी से कहा, ‘‘बिल्कुल मैं इसके लिए तैयार हूं। हर वह फैसला या चीज जो इस तरह के बड़े टूर्नामेंट्स को सफलतापूर्वक कराए, मैं उसका समर्थन करूंगा। यदि बगैर दर्शकों के भी यह टूर्नामेंट कराया जाता है, तो मुझे कोई शक नहीं है कि यह बहुत शानदार होगा। हां, भारत में खेलने पर हर गेंद पर चौका और छक्का लगने पर काफी शोर उठता है, जो मुझे पसंद है। मैं इस चीज को जरूर मिस करूंगा।’’ हालांकि, उन्होंने लोगों की जान बचाने को प्राथमिकता दी है।
आईपीएल से खिलाड़ी-दर्शक के अलावा कई लोग जुड़े हैं
वहीं, मदन लाल ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘आईपीएल एक बड़ा ब्रांड है, लेकिन बोर्ड स्थिति सामान्य होने और कोरोनावायरस के खत्म होने के बाद ही इस पर कोई फैसला ले सकता है। इस परिस्थित में टूर्नामेंट से पटरी पर नहीं है, इसलिए कोई रिस्क भी नहीं लेना चाहेगा। एक बार कोरोना चला जाए, फिर क्रिकेट पटरी पर आ जाएगा। इसे दुनिया में सभी पसंद करते हैं। खिलाड़ी भी दर्शकों के बीच ही खेलना पसंद करते हैं। खाली स्टेडियम में मैच कराने का कोई मतलब नहीं है। यह सिर्फ खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए ही नहीं बल्कि उन लोगों के लिए भी बेहतर होगा जो इस पूरे टूर्नामेंट से जुड़े हैं। इनमें आयोजनकर्ता, प्रसारण और यात्रा से जुड़े लोग भी शामिल हैं।’’
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का खतराक्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर भी मंडराने लगा है। आईपीएल के पूर्व चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि कोरोना के कारण 15 अप्रैल से भी टूर्नामेंटहोना संभव नहीं है। उन्होंने देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन की तारीख बढ़ने की आशंका जताई है। दरअसल, इस बार आईपीएल 29 मार्च से होना था, लेकिन वायरस और वीजा प्रतिबंध के कारण बीसीसीआई ने इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया था।
राजीव ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘मुझे कोई तैयारी नहीं दिख रही है। हमारी प्राथमिकता कोरोनावायरस से लड़ना और लोगों की जान बचाना है। फिलहाल, सबकुछ सरकार के फैसले पर ही निर्भर है। देखते हैं सरकार लॉकडाउन, वीजा प्रतिबंध और कोरोना को लेकर क्या फैसला करतीहै। हम भी सरकार के आदेश के हिसाब से ही काम करेंगे।’’
वीजा प्रतिबंध की तारीख भी बढ़ सकती है
पूर्व चेयरमैन ने कहा, ‘‘हमने सुना है कि 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन की तारीख बढ़ सकती है। ऐसी स्थिति में यदि आप 15 अप्रैल से आईपीएल कराने के बारे में सोच रहे हैं, तो यह बिल्कुल ही नामुमकिन है।’’ विदेशी खिलाड़ियों के आईपीएल खेलने के सवाल पर राजीव ने कहा कि ऐसी स्थित में तो यह भी संभव नहीं है। उनके मुताबिक, भारत सरकार वीजा प्रतिबंध की तारीख भी बढ़ा सकती है, जो अभी 15 अप्रैल है।
दुनियाभर में कोरोना से 95,722 मौतें
कोरोनावायरस से दुनिया भर में शुक्रवार सुबह तक 16 लाख से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 95 हजार 722 मौतें हुई हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें इटली में हुई हैं। यहां अब तक 18 हजार 279 लोगों की मौत हो गई। यहां 1 लाख 43 हजार 626 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं, भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 6 हजार 412 बताई है। इनमें से 5 हजार 218 का इलाज चल रहा है। 477 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 169 की मौत हुई।
इन दिनों कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया की हालत खराब है। जुलाई तक होने वाले सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या फिर टाल दिया गया है। ऐसे में अब दुबई में होने वाले एशिया कप पर भी संकट मंडराने लगा है। टूर्नामेंट को सितंबर में होना है। पहले यह पाकिस्तान में होने वाला था, लेकिन भारत के ऐतराज के बाद इसे दुबई में शिफ्ट कर दिया गया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष एहसान मनी ने कहा कि अभी पाकिस्तान समेत दुनियाभर में कोरोना के कारण हालात खराब हैं। एक महीने बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
एक अंग्रेजी अखबार ने मनी के हवाले से कहा, ‘‘एशिया कप को लेकर अभी के हालात में कुछ भी कहना सही नहीं रहेगा। फिलहाल, कोरोना के कारण पूरी दुनिया असमंजस में हैं। अभी से किसी प्रकार का अंदाजा लगाना भी ठीक नहीं रहेगा। मुझे गलत न समझें, लेकिन यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है। आप नहीं जानते कि सितंबर में कैसा माहौल रहने वाला है। अभी किसी भी प्रकार का अंदाजा लगाना ठीक नहीं रहेगा। हो सकता है हम अगले महीने कुछ कह पाने की बेहतर स्थिति में हों।’’
एशिया कप में 6 टीमें शामिल होंगी
एशिया कप में कुल 6 टीमें लेंगी। ये हैं- भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश। छठवीं टीम का फैसला क्वॉलिफायर के जरिए होगा। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी सीरीज 2012-13 में हुई थी। तब पाकिस्तान टीम तीन वनडे मैच खेलने भारत आई थी। भारतीय टीम ने 2007-08 में आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा किया था। आईसीसी के टूर्नामेंट्स में दोनों टीमें आमने-सामने होती रही हैं। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर दबाव था कि वो एशिया कप की मेजबानी के लिए न्यूट्रल वेन्यू पर राजी हो जाए।
भारत ने 7 बार खिताब जीता
1984 में पहला एशिया कप संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में खेला गया था। टूर्नामेंट हर 2 साल में होता है। 2018 का एशिया कप भी यूएई में ही खेला गया था। टीम इंडिया ने अब तक 7, श्रीलंका 5 और पाकिस्तान 2 बार विजेता बना। बांग्लादेश टीम अब तक यह ट्रॉफी नहीं जीत पाई है।
भारतीय टीम को 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप जिताने वाले तेज गेंदबाज जोगिंदर शर्मा हरियाणा के हिसार में डीएसपी की भूमिका में नजर आ रहे हैं। वे लोगों को कोरोनावायरस से बचाने के लिए सड़क पर उतर आए हैं। इस समय जोगिंदर लॉकडाउन का पालन कराने और कोरोना से बचाने के लिए लोगों को घर में रहने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट वेबसाइट क्रिकइंफो से कहा, ‘‘कोरोना अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है। फिलहाल, आमलोगों के साथ पुलिस और डॉक्टरों को भी खतरा है। सभी को बचाना बड़ी जिम्मेदारी है।’’
जोगिंदर ने कहा, ‘‘कोरोना के कारण उत्पन हुई स्थिति बेहद गंभीर है और इसे गंभीरता से लेना चाहिए। मैंने अपने जीवन में बहुत सी चुनौतियां देखीं, लेकिन कोरोना के कारण बनी स्थिति अब तक की सबसे बड़ी चुनौती है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस वायरस से लड़ने के लिए कोई वैक्सीन भी नहीं है, जो इसे और भी खतरनाक बनाता है।’’
लोग ऑटोग्राफ और सेल्फी मांगते हैं
जोगिंदर ने अपनी पुलिस की ड्यूटी को लेकर कहा, ‘‘लॉकडाउन के बावजूद हमें अपनी ड्यूटी पर जाना होता है। लोगों का जीवन संकट में है। सभी को बचाना पुलिस का काम है और इस दौरान खुद को और अपने साथी पुलिसकर्मियों को भी बचाना बड़ी चुनौती है।’’ अपनी पहचान को लेकर जोगिंदर ने कहा, ‘‘काफी लोग उन्हें उनकी वर्दी पर लिखे नाम से पहचान जाते हैं क्योंकि मास्क के कारण लोगों को चेहरा नहीं दिखाई देता है। कई लोग उनसे ऑटोग्राफ और सेल्फी मांगते है, लेकिन इस स्थिति में वह सबको मना कर देते हैं।’’
आईसीसी ने असली हीरो बताया
इससे पहले आईसीसी ने ट्वीट कर जोगिंदर को आज का असली हीरो बताया था। आईसीसी ने ट्वीट किया, ‘‘2007 में टी-20 वर्ल्ड कप के हीरो, 2020 में दुनिया के असली हीरो। क्रिकेट करियर के बाद एक पुलिसकर्मी के रूप में भारत के जोगिंदर शर्मा वैश्विक स्वास्थ्य संकट के बीच अपना काम कर रहे हैं।’’
वर्ल्ड कप फाइनल में जोगिंदर ने आखिरी ओवर में जिताया
2007 टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी ओवर जोगिंदर ने ही डाला था। इस ओवर में पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 13 रन चाहिए थे और उसके 9 खिलाड़ी आउट हो चुके थे। जोगिंदर ने शानदार गेंदबाजी करते हुए सिर्फ 7 रन देकर आखिरी विकेट लेकर टीम को जीत दिलाई थी। मैच में जोगिंदर ने 3.3 ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट हासिल किए थे। इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान टीम 19.3 ओवर में 152 रन ही बना सकी।
दुनियाभर के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण पाकिस्तान का हाल भी खराब है। यहां लोग बेरोजगार होकर घरों में कैद हैं। इस दौरान पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने गुरुवार को 500 परिवारों को राशन बांटा, लेकिन इस दौरान उन्होंने कई बार चेहरे से मास्क हटाया था। साथ ही राशन लेने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई, जिसने सोशल डिस्टेंस का नियम भी तोड़ दिया। इसका वीडियो वायरल होने पर यूजर्स ने जमकर ट्रोल किया। एक यूजर ने लिखा कि यह तो मूर्खता की हद हो गई।
वायरल वीडियो में अफरीदी ने कहा, ‘‘इस नेक काम को लेकर मैं परेशान था कि कैसे कर पाऊंगा। लोगों का सही तरीके से इकट्ठा कर पाऊंगा कि नहीं... लेकिन पुलिस प्रशासन का शुक्रिया कहना चाहता हूं कि उन्होंने सबकुछ ठीक ढंग से करने में मदद की। इस दौरान भीड़ सोशल डिस्टेंस को फॉलो करती दिख रही है।’’ हालांकि, वीडियो के अंत में लोगों को सोशल डिस्टेंस नियम तोड़ते और बगैर मास्क के भी देखा जा सकता है।
अफरीदी ने ‘डोनेट करो ना’ मुहिम चलाई
पूर्व क्रिकेटर एक सामाजिक संस्था चलाते हैं, जिसका नाम शाहिद अफ्रीदी फाउंडेशन (एसएएफ) है। अफरीदी ने कोरोना जैसी महामारी के संकट से निपटने के लिए ‘डोनेट करो ना’ नाम से एक मुहिम चलाई है। अफरीदी ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर काफी सारी फोटो शेयर की हैं। इन तस्वीरों में भी अफरीदी को बगैर मास्क के देखा जा सकता है। पाकिस्तान में गुरुवार तक करीब 4500 कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इनमें से 65 की मौत हो चुकी।
वेस्टइंडीज के पूर्व क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स ने कहा कि वह बिना हेलमेट के क्रिकेट खेला करते थे। वे जोखिम लेने के साथ काफी सहज रहते थे। रिचर्ड्स ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉट्सन से पोडकास्ट पर ऑनलाइन चैटिंग की। उन्होंने वॉट्सन से कहा कि वे बिना हेलमेट के बल्लेबाजी करते हुए मर भी जाते, तो कोई दुख नहीं था। रिचर्ड्स ने विंडीज के लिए 121 टेस्ट में 8540 रन और 187 वनडे में 6721 रन बनाए हैं।
रिचर्ड्स ने कहा, ‘‘खेल के प्रति जुनून इतना था कि मैं जिस खेल को प्यार करता हूं, उसे खेलते हुए मर भी जाता तो दुख नहीं होता। मैं दूसरे खेलों के पुरुष और महिला खिलाड़ियों को देखता था जो किसी भी हद तक अपने खेल का सम्मान करते थे। मैं फॉर्मूला-1 में रेसर को कार चलाते देखता था। इससे ज्यादा खतरनाक क्या हो सकता है। मेरे डेंटिस्ट ने मुझे माउथपीस दिया था जो मैंने कुछ ही दिन इस्तेमाल किया। इसके कारण मैं चुइंगगम नहीं खा पाता था, इसलिए मैंने नहीं फिर कभी लगाया।’’
रिचर्ड्स की मंडेला से मुलाकात
रिचर्ड्स ने बताया, ‘‘हमारी मुलाकात मोनाको में हुई थी। वह उस समय हमारे मुख्य अतिथि थे। नेल्सन हर किसी से जाकर मिल रहे थे। वह मेरे सामने रुके मुझे हाथ मिलाया और कहा कि विवियन मैं तुम्हें यह बात बताना चाहता हूं कि हम रंगभेद काल के दौरान तुम्हारे दक्षिण अफ्रीका न जाने के फैसले से खुश थे।’’ लॉरेंस रोव की कप्तानी वाली बाकी टीम ने रंगभेद काल के दौरान दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था। इस टीम में कोलिन क्रॉफ्ट भी शामिल थे। वहीं, रिचर्डस लॉरेस स्पोर्ट्स फॉर गुड के संस्थापक सदस्य थे, जो मंडेला के संरक्षण में बना था।
ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने कहा कि हम किसी खिलाड़ी को उकसाना नहीं चाहते थे। इस कारण कोहली सहित भारतीय खिलाड़ियों पर 2018-19 में सीरीज के दौरान स्लेजिंग नहीं की। यह टेस्ट सीरीज भारत ने 2-1 से जीती थी। इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने आरोप लगाया था कि आईपीएल में कॉन्ट्रैक्ट पाने के लिए हमारे खिलाड़ियों ने कोहली के खिलाफ स्लेजिंग नहीं की थी। पेन ने कहा, कि मैंने कई खिलाड़ियों को विराट के साथ अच्छा व्यवहार करते हुए नहीं देखा था।
बॉल टेम्परिंग के पहले ही खिलाड़ियों का व्यवहार औसत था: इयान गाउल्ड
आईसीसी एलीट पैनल के पूर्व अंपायर इयान गाउल्ड ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बॉल टेम्परिंग विवाद के दो-तीन साल पहले ही औसत इंसान की तरह व्यवहार करने लगे थे। गाउल्ड ने टीवी पर देखने के बाद मैदानी अंपायरों को खिलाड़ियों के पास सैंडपेपर होने की जानकारी दी थी।। गाउल्ड ने कहा, ‘मुझे पता नहीं था कि विवाद के क्या परिणाम होंगे। मैं केवल यही सोच रहा था कि खिलाड़ी के पास से सैंडपेपर बाहर करवा सकूं।’
कोरोनावायरस के कारण विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट का मौजूदा सीजन रद्द किया जा चुका है। इसके बाद भी आयोजकों को बीमा के तौर लगभग 950 करोड़ रुपए मिलेंगे। ऑल इंग्लैंड क्लब ने 2003 में सार्स महामारी के बाद अपनी बीमा पॉलिसी को अपडेट किया था। इसमें आतंकी हमले के अलावा महामारी को भी शामिल किया गया था। ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के रद्द होने से आयोजकों को लगभग 2400 करोड़ रुपए के रेवेन्यू का नुकसान होने का अनुमान है। विंबलडन के चीफ एक्जीक्यूटिव रिचर्ड लेविस ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि टूर्नामेंट का बीमा है। इससे काफी मदद मिलेगी। आयोजन में शामिल सभी लोग अच्छा काम कर रहे हैं। लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। टूर्नामेंट का आयोजन अब जून-जुलाई 2021 में किया जाएगा।
नियम जगह-जगह के हिसाब से बदलते रहते हैं
विंबलडन के बीमा के तौर पर पैसे मिलने के सवाल बीसीसीआई का कहना है कि नियम जगह-जगह के हिसाब से बदलते रहते हैं। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि विंबलडन की आईपीएल से तुलना करने से कई बातें ध्यान में रखनी चाहिए। यह देखने की जरूरत है कि भारतीय बाजार में महामारी के कारण कैंसिल होने जैसी कोई धारा है या नहीं। बीमा एक रीजन से दूसरे रीजन में बहुत अलग है। उन्होंने इंग्लिश फुटबॉलर के उदाहरण का हवाला दिया।
जैसे डेविड बेकहम ने अपने पैर का बीमा करवाया था, जबकि बीसीसीआई को भारत के कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले खिलाड़ियों की सैलरी वेतन के नुकसान के लिए पॉलिसी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। मेरी जानकारी के अनुसार हमारे बाजार में ऐसा कुछ नहीं है। लेकिन कोरोनावायरस के कारण स्थिति में बदलाव आ सकता है। भविष्य में हम भी ऐसा कर सकते हैं। टी20 टूर्नामेंट अभी 15 अप्रैल तक के लिए स्थगित है।
दक्षिण अमेरिकी फुटबॉल फेडरेशन ने फीफा से कहा- जल्द बैठक करो
साउथ अमेरिकन फुटबॉल फेडरेशन के चीफ प्रमुख एलेजांद्रो डोमिंगुएज ने फीफा से जल्द बैठक करने को कहा है। इसमें कोरोनोवायरस के दौरान फुटबॉल क्लबों की मदद के लिए ग्लोबल फंड बनाने पर चर्चा होनी है। टूर्नामेंट रद्द होने से क्लबों को नुकसान हुआ है। इसके लिए हमने लगभग 570 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए हैं। फीफा ने कोरोनावायरस से सामने आई समस्या से निपटने के लिए वर्किंग ग्रुप भी बनाया है।
कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन और वीजा प्रतिबंध लगा है। ऐसे में भारत के पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक दीवान (65) अमेरिका में फंस गए हैं। दीवान ने भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा से मदद की गुहार लगाई है। वे 1976 ओलिंपिक गेम्स और 1975 वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य भी रह चुके हैं। दीवान हाई ब्लड प्रैशर के कारण अमेरिका के अस्पताल में भर्ती थे। उन्हें 20 अप्रैल को भारत आना है, लेकिन ऐसा संभव होता नहीं दिख रहा है।
कोरोना से विश्व में 88 हजार लोगों की मौत
दुनियाभर में कोरोनावायरस से गुरुवार शाम तक 88 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 15 लाख 17 हजार संक्रमित हैं, जबकि तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अमेरिका में मौतों का आंकड़ा 14 हजार 795 हो गया है, जबकि चार लाख 35 हजार संक्रमित हो चुके हैं। भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 6 हजार 245 हो गई है। इनमें से 472 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 205 की मौत हो चुकी है।
मेरी हालत गंभीर है: दीवान
दीवान ने लिखा, ‘‘मैं इन दिनों अच्छा महसूस नहीं कर रहा हूं। मेरे पास कोई बीमा भी नहीं है। आप जानते हैं कि यहां मेडिकल संबंधी खर्चे काफी ज्यादा हैं। मैं आपसे अपील करता हूं कि आप मेरे संदेश को खेल मंत्री और विदेश मंत्री तक पहुंचा दें ताकि वे सैन फ्रांसिस्को में भारतीय दूतावास से मेरी अस्पताल की जांच में मदद करा सकें। साथ ही संभव हो सके तो मुझे भारत बुला सकें। यहां मेरी हालत गंभीर है।’’
चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद जर्मनी में फंसे
इससे पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर और 5 बार के वर्ल्ड चेस चैम्पियन विश्वनाथन आनंद जर्मनी में फंसे हुए हैं। उन्हें 16 मार्च को ही लौटना था। आनंद बुंदेसलीगा चेस टूर्नामेंट खेलने के लिए फरवरी में जर्मनी गए थे। बढ़ते कोरोना प्रकोप के चलते उन्होंने खुद को आइसोलेशन में रखा है। आनंद की पत्नी अरुणा ने 16 मार्च को कहा था, ‘‘मैं बहुत बुरा अनुभव कर रहीं हूं, क्योंकि वे वहां (जर्मनी) फंसे हैं। हालांकि, हमें इसके लिए भी आभारी होना चाहिए कि उनकी स्थिति अन्य फंसे हुए लोगों से बेहतर है। हम उन्हें हर रोज याद करते हैं और उन्हें याद दिलाते हैं कि अच्छा खाना खाएं और हाथ बार-बार धोएं। उम्मीद है कि वे महीने के आखिर में लौट आएंगे।’’
कोरोनावायरस ने भारत और पाकिस्तान समेत विश्व के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले लिया है। इसके कारण खेल जगत के सभी टूर्नामेंट रद्द या टाल दिए गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कोरोना से लड़ने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच 3 चैरिटी मैच की सीरीज कराने का प्रस्ताव रखा है। यह बात उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बुधवार को कही। साथ ही शोएब ने कहा कि यदिभारत उन्हेंमदद के तौर पर 10 हजार वेंटिलेटर देता है, तो वे इसे कभी नहीं भूलेंगे। वहीं, 1983 वर्ल्ड कप विजेता पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने चैरिटी सीरीज को नकार दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच फिलहाल को मैच नहीं हो सकता। भारत के पास पैसों की कमी नहीं है।
भारत और पाकिस्तान के बीच पिछली बार दिसंबर 2012 में 3 वनडे की द्विपक्षीय सीरीज खेली गई थी। सीरीज में भारत को अपने ही घर में 1-2 से हार मिली थी। यदि मैच की बात करें तो दोनों टीमों के बीच पिछले साल ही वनडे वर्ल्ड कप में मुकाबला हुआ था। इस मैच में भारतीय टीम ने हर बार की तरह वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ जीत हासिल की थी। टीम इंडिया यह मैच 89 रन से जीती थी।शोएब ने पाकिस्तान के लिए 46 टेस्ट, 163 वनडे और 15 टी-20 खेले हैं।
क्रिकेट मैच के लिए लोगों की जान का खतरा नहीं ले सकते: कपिल देव
कपिल देव ने न्यूज एजेंसी से कहा, ‘‘भारत को पैसों की जरूरत नहीं है। हम एक क्रिकेट मैच के लिए लोगों की जान का खतरा नहीं ले सकते हैं। इस समय जरूरी है कि हम अपने प्रशासन से मिलकर कोरोनावायरस के संकट से लड़ें। क्रिकेट सीरीज खेलना खतरे से खाली नहीं है। और आप तीन मैच खेलकर कितना पैसा कमा लेंगे? मेरा मानना है कि हमें अगले 6 महीने तक के लिए सभी खेलों भूल ही जाना चाहिए।’’
‘35 दर्शकों के साथ होना चाहिए भारत-पाकिस्तान सीरीज’
शोएब ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि इस संकट के समय में भारत-पाकिस्तान के बीच खाली स्टेडियम में मैच होना चाहिए। इस दौरान सिर्फ स्टार स्पोर्ट्स चैनल समेत 35 दर्शक ही मौजूद रहें, जो इस मैच को टेलिकास्ट करेंगे। यदि दोनों देशों के बीच 3 वनडे या टी-20 की सीरीज होती है, तो करोड़ों लोग इसे घर बैठे देखेंगे। कई कंपनियां इस पर खुलकर पैसा लगाएंगी। इससे 200 से 300 मिलियन डॉलर (करीब 1500 से 2 हजार करोड़ रुपए) कमाई हो सकती है, जिसे दोनों देश आधा-आधारख सकते हैं।’’
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के समय को हमें सही से उपयोग करना है। यदि यह मैच होते हैं, तो इसे अब तक के सबसे ज्यादा दर्शक देखेंगे। मैच में विराट कोहली शतक मारेगा तो हमें बहुत खुशी होगी। जब बाबर आजम 100 रन बनाएगा, तो आपको बहुत खुशी होगी। जीत हार तो मैच में होती है, लेकिन इन मैचों में कोई नहीं हारेगा।’’
‘इस समय वेंटिलेटर और टेस्ट किट बहुत जरूरी’
उन्होंने कहा, ‘‘यह संकट का समय है। हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इस समय लोगों की जान बचाना, उनके लिए वेंटिलेटर और टेस्ट किट जाना बहुत जरूरी है। इसके लिए बहुत ज्यादा पैसों की जरूरत होगी।’’ शोएब ने कहा, ‘‘भारत अगर हमें 10000 वेंटिलेटर देता है तो पाकिस्तान इसे हमेशा याद रखेगा। हम तो सिर्फ मैचों की पेशकश कर सकते हैं, बाकी अधिकारियों को तय करना है। वैसे संकट के इस समय में ये सीरीज होती है तो मैच के रिजल्ट पर कोई भी देश निराश नहीं होगा।’’
पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस महामारी के कारण टोक्यो ओलिंपिक और आईपीएल समेत सभी खेल टूर्नामेंट टाले या रद्द कर दिए गए हैं। फिलहाल, दुनियाभर की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। ऐसे में सभी भारत और पाकिस्तान समेत सभी क्रिकेट बोर्ड को अपने खिलाड़ियों की फिटनेस चिंता सता रही है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने अपने 200 से ज्यादा खिलाड़ियों का ऑनलाइन ही फिटनेस और यो-यो टेस्ट कराने का फैसला किया है। वहीं, भारतीय टीम के ट्रेनर कप्तान विराट कोहली समेत सभी खिलाड़ियों की फिटनेस पर नजर बनाए हुए हैं।
पीसीबी यह टेस्ट वीडियो लिंक के जरिए 20 और 21 अप्रैल को करेगा। पाकिस्तान के मुख्य चयनकर्ता और कोच मिस्बाह-उल-हक ने सभी खिलाड़ियों को लेटर लिखकर फिटनेस टेस्ट के बारे में जानकारी दे दी है। यह टेस्ट टीम ट्रेनर यासिर मलिक लेगें। टेस्ट में 2.5 मीटर की स्टैंडिंग ब्रॉड जंप, 1 मिनट में 50 सिट-अप (फुल रेंज), एक मिनट में 60 पुश-अप (फुल रेंज), 1 मिनट में 30 बर्पीस, एक मिनट में 10 फुल चिन-अप, 25 बुल्गारियाई स्पिलट स्कॉट्स (दोनों तरफ), 2 मिनट के लिए रिवर्स प्लैंक और लेवल-18 का यो-यो टेस्ट शामिल है।
बीसीसीआई ने खिलाड़ियों इंडोर वर्कआउट प्लान दिया
वहीं, बीसीसीआई ने अपने कॉन्ट्रैक्ट खिलाड़ियों की फिटनेस के लिए उनके वर्कआउट रुटीन पर नजर रखे हुए है। भारतीय टीम के ट्रेनर निक वेब और फिजियो नितिन पटेल एथलीट मॉनिटरिंग सिस्टम (एएमएस) एप के जरिए नजर रख रहे हैं। कुछ ही दिन पहले बीसीसीआई की तरफ से खिलाड़ियों को इंडोर वर्कआउट का निर्देश दिया गया, जिसका बखूबी किया जा रहा है। निक वेब ने नितिन के साथ मिलकर खिलाड़ियों के लिए इंडोर वर्कआउट प्लान तैयार किया था, जिसको सभी खिलाड़ी फॉलो कर रहे हैं। लोकेश राहुल और ऋषभ पंत के अलावा कई अन्य खिलाड़ी भी अपने वर्कआउट का वीडियो और फोटो शेयर कर चुके हैं।
भारत के सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू अपने ऊपर लगे 8 महीने के बैन को लेकर कहा कि खेल से दूर रहना मेरे लिए किसी टॉर्चर से कम नहीं था। ऐसा किसी और के साथ नहीं होना चाहिए। शॉ ने कहा कि आप क्या दवा खा रहे हैं, इसे लेकर बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। मेरे मामले में ही देखें, मैंने कफ सिरप ली थी, मुझे यह नहीं पता था कि इसमें प्रतिबंधित पदार्थ है। मैंने अपनी गलती से सीखा और इसे फिर कभी नहीं दोहराऊंगा। वहीं, उन्होंने आलोचकों के लिए कहा कि मैं सबको खुश नहीं रख सकता। बस बल्ले से जवाब देना चाहता हूं।
उन्होंने डोपिंग को लेकर कहा कि मैं अब कोई भी दवा खाने से पहले बीसीसीआई के डॉक्टर से बात करता हूं।ताकि यह पता रहे कि जो दवाई खा रहा हूं उसमें कोई प्रतिबंधित पदार्थ तो नहीं। इस बल्लेबाजपर पिछले साल जुलाई में डोपिंग के कारण 8 महीने का बैन लगा था। उन्होंने इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की। उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 टेस्ट की 4 पारियों में सिर्फ 98 रन बनाए थे। इस दौरान वे 1 बार ही 50 रन का आंकड़ा पार कर पाए। वनडे में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। शॉ ने 3 वनडे में 84 रन बनाए थे।
शॉ ने कहा- मुश्किल वक्त में परिवार दोस्तों से मिली मदद का शुक्रगुजार
इस इंटरव्यू में इस सलामी बल्लेबाज ने करियर की शुरुआत में मिली सफलता के खुद पर हावी होने से जु़ड़े सवाल पर कहा कि हां अंडर-19 वर्ल्ड कप जीतना और टेस्ट डेब्यू में शतक लगाना मेरे लिए बड़ी बात थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह मेरे ऊपर हावी हो गए थे। डोपिंग बैन जैसी चीजें मेरे नियंत्रण में थी, लेकिन चोटिल होना (2018 में एड़ी में लगी चोट) मेरे हाथ में नहीं था। अपने आलोचकों को जवाब देते हुए उन्होंने कहा- मैंने महसूस किया कि आप सभी को खुश नहीं रख सकते। हालांकि, मैं जनता हूं कि आलोचक भी जिंदगी का हिस्सा होते हैं। मैं उन्हें सकारात्मक रुप से लेकर खुद में सुधार की कोशिश करता हूं। बीता साल उतना अच्छा नहीं था। मैं हर चीज का जवाब अपने बल्ले से देना चाहता हूं। मुश्किल वक्त में आदमी की असली परीक्षा होती है। मैं इस बात का शुक्रगुजार हूं कि मेरे पास पिता, करीबी दोस्त और मैनेजमेंट एजेंसी है, जो कठिन समय में मेरे साथ खड़ी थी।
कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के खिलाफ दान देने के लिए खेल जगत के कई दिग्गज सामने आ रहे हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय कप्तान सनील गावस्कर ने 59 लाख रुपए दान दिए। इस बात का खुलासा पूर्व क्रिकेटर अमोल मजूमदार ने किया। उन्होंने बताया कि गावस्कर ने पीएम राहत कोष में 35 लाख रुपए और महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 24 लाख रुपए दान दिए हैं। इस पर सुनील के बेटे रोहन ने जवाब देते हुए कहा, ‘‘क्योंकि उन्होंने (सुनील) ने देश के लिए खेलते हुए 35 और मुंबई के लिए 24 शतक लगाए हैं।’’
सुनील ने 125 टेस्ट में 10,122 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 34 शतक और 45 अर्द्धशतक लगाए। पूर्व कप्तान ने 108 वनडे में 1 शतक और 27 अर्द्धशतकों की मदद से 3092 रन बनाए थे। इसके अलावा 348 फर्स्ट क्लास मैचों में 81 शतकों की मदद से 25834 रन बनाए। वे 1983 की वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे हैं।
पुजारा समेत खेल जगत के अन्य दिग्गजों ने भी मदद की
भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भी दान दिया है। उन्होंने कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहे डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ और पुलिस सहित सभी फ्रंट-लाइन वॉरियर्स को धन्यवाद दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरे परिवार और मैंने पीएम CARES फंड और गुजरात CM राहत कोष में अपना योगदान दिया है और आशा करते हैं कि आप भी करेंगे।’’ इनके अलावा सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, सौरव गांगुली, सुरेश रैना, युवराज सिंह, गौतम गंभीर, हरभजन सिंह समेत खेल जगत की कई हस्तियों ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं।
दुनियाभर को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दो हफ्ते में खेल जगत के 6 बड़े खिलाड़ी अपनी जान गंवा चुके हैं। इटली की ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने बुधवार को बताया कि धावक दोनातो साबिया (56) की कोरोना से मौत हो गई। वे 800 मीटर वर्ग में दो बार ओलिंपिक फाइनलिस्ट रह चुके हैं। कुछ दिन पहले ही उनके पिता की भी कोरोना के कारण मौत हो चुकी है। कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले इटली के साबिया खेल जगत के छठे दिग्गज हैं।
धावक दोनातो साबिया 1984 लॉस एंजेलिस ओलिंपिक में 5वें और 1988 सोल ओलिंपिक में 7वें स्थान पर रहे थे। उन्होंने 800 मीटर में ही 1984 की यूरोपियन इंडोर चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था। आईओसी के मुताबिक, साबिया दुनिया के पहले ऐसे ओलिंपिक फाइनलिस्ट हैं, जिनकी कोरोना से मौत हुई है।
कोरोना से विश्व में 88 हजार लोगों की मौत
दुनियाभर में कोरोनावायरस से गुरुवार सुबह तक 88 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। 15 लाख 17 हजार संक्रमित हैं, जबकि तीन लाख 30 हजार से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। इटली में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 39 हजार के पार पहुंच गई है। इनमें मरने वालों का आंकड़ा 17 हजार 669 हो गई है। भारत में कुल संक्रमितों की संख्या 5 हजार से ज्यादाहो गई है। इनमें से 472 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 200 की मौत हो चुकी है।
बुधवार को स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन हो गया। वे 79 साल के थे। 1964 विंटर ओलिंपिक खेल चुके शैपो ने अपने देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेले हैं। इससे पहले फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड किया
रीम्स क्लब के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को डेविड हॉजकिस और फ्रांस के पेप दिऑफ की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तानी स्क्वैश लेजेंड आजम खान का निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।
दुनियाभर के लगभग सभी 204 देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का खेल पर भी असर जारी है। इस साल जुलाई तक होने वाले टोक्यो ओलिंपिक और क्रिकेट लीग आईपीएल को टाल दिया गया है। हालांकि आईपीएल 15 अप्रैल को होना है, लेकिन इस पर अभी भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। टोक्यो ओलिंपिक अब अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। इसके साथ टकराव से बचने के लिए अगले साल जुलाई में होने वाली वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप को टाल दिया है। अब यह 15 से 24 जुलाई 2022 को होगी।
वहीं, इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) ने हॉकी इंडोर वर्ल्ड कप की मेजबानी बेल्जियम को दी है। यह टूर्नामेंट अगले साल 3 से 7 फरवरी के बीच होगा। रॉयल बेल्जियम हॉकी संघ इस टूर्नामेंट की मेजबानी लेज प्रांत के काउंटी हॉल में करेगा। टूर्नामेंट में पुरुष और महिला वर्ग में 12-12 टीमें हिस्सा लेंगी। पिछले साल जर्मनी के बर्लिन में हुए इंडोर वर्ल्ड कप 2018 में ऑस्ट्रिया की पुरुष और जर्मनी की महिला टीम ने खिताब जीते थे।
इंडोर वर्ल्ड कप की टीमें
गोल्फ एकमात्र खेल है, जो चंद्रमा पर खेला जा चुका है। अमेरिकी एस्ट्रोनॉट और शौकिया गोल्फर एलन शीफर्ड चंद्रमा की सतह पर इसे खेलने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। उन्होंने 6 फरवरी 1971 को चंद्रमा की सतह पर गोल्फ बॉल हिट की थी। वे अपोलो-14 मिशन में शामिल थे। उन्होंने 6-आयरन क्लब के हेड (गोल्फ स्टिक के हेड, जिससे शॉट जमाते हैं) को मॉडिफाई करके चांद की सतह से मिट्टी के सेंपल कलेक्ट करने वाली डिवाइस में अटैच कर लिया था। जब उन्होंने पहला शॉट जमाया तो गेंद पास में ही गिर गई थी। लेकिन दूसरी गेंद 182 मीटर ऊपर हवा में उछलकर गिरी थी।
मिशन अपोलो-14 के तहत चांद पर जाने वाली एस्ट्रोनॉट की इस जोड़ी ने सबसे ज्यादा चलने का भी रिकॉर्ड बनाया था। इस जोड़ी ने चांद की सतह पर खोज में 9 घंटे से ज्यादा वक्त बिताया था, जो पिछले किसी भी मिशन से ज्यादा था। शीफर्ड ने चंद्रमा पर इस्तेमाल हुआ आयरन क्लब गोल्फ एसोसिएशन के म्यूजियम को डोनेट कर दिया है।
आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था अपोलो-14
अपोलो-14 आधिकारिक तौर पर चांद पर पहला साइंटिफिक मिशन था और कई मायनों में ये सफल भी रहा था। चांद की सतह पर उतरने और धरती पर लौटने की तमाम तकनीकी कठिनाइयों के बावजूद नासा वैज्ञानिकों का ध्यान चांद की उत्पत्ति से जुड़े डाटा जुटाने पर था। शेफर्ड और उनके साथी अतंकरिक्ष यात्री एगर मिटशेल चांद से करीब 4,500 मिलियन साल पुराना क्रिस्टेलाइन रॉक का नमूना भी लेकर आए थे, जो बिल्कुल सफेद रंग का था।
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर युवराज सिंह ने मौजूदा भारतीय टीम में सिर्फ कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा को ही रोलमॉडल बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर चैटिंग के दौरान रोहित से कहा कि आज के युवा खिलाड़ी सीनियरों का सम्मान भी नहीं करते हैं। कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। ऐसे में भारतीय समेत विश्व के लगभग सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं।
इंस्टाग्राम पर वनडे और टी-20 टीम के उप-कप्तान रोहित ने युवराज से मौजूदा टीम और उनके समय की टीम के बीच अंतर पूछा था। इसके जवाब में युवी ने कहा, ‘‘जब मैं टीम में आया था या तुम ने डेब्यू किया था, तब हमारे सीनियर काफी अनुशासित हुआ करते थे। तब सोशल मीडिया भी नहीं हुआ करता था, इसलिए किसी का ध्यान भी नहीं भटकता था। हम भारत का प्रतिनिधित्व करते थे, इसलिए हमें अपने आचरण का ध्यान रखना होता था। कैसे लोगों से या मीडिया से बात करनी है, सबकुछ ध्यान रखना होता था।’’
‘आज टीम में आचरण और सम्मान जैसा कुछ नहीं बचा’
2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज रहे युवी ने कहा, ‘‘आज की टीम में आचरण और सम्मान जैसा कुछ नहीं बचा है। मैं आप सभी से कहना चाहता हूं कि भारत के लिए खेलते समय अपनी और देश की इमेज का खास ख्याल रखें। मौजूदा टीम में सिर्फ विराट और तुम (रोहित) ही हो, जो सभी फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे और टी-20) खेल रहे हो। बाकी खिलाड़ी तो अंदर-बाहर होते रहते हैं। अब टीम में पहले जितने रोलमॉडल नहीं हैं। सीनियरों के प्रति सम्मान भी खत्म जैसा है। कोई भी किसी से कुछ भी कह देता है। ’’ युवी ने कहा, ‘‘सचिन पाजी ने मुझसे एक बार कहा था कि अगर हम फील्ड पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो सबकुछ ठीक ही होता है।’’
युवी ने पंड्या और राहुल के विवाद पर टिप्पणी की
युवराज ने कॉफी विद करण में हुए हार्दिक पंड्या और लोकेश राहुल के विवाद पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘आचरण और छवि की बात करें तो आप राहुल और हार्दिक का मामला देख सकते हैं। हमने या किसी ने भी नहीं सोचा था कि ऐसा भी कुछ हो सकता है। मैं इसमें उन दोनों की गलती नहीं मानता। आईपीएल का फॉर्मेट और उसका करार काफी लंबा होता है। खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए नहीं भी खेलते हैं, तब भी पैसा कमा लेते हैं।’’
जब देशभर में लॉकडाउन चल रहा है, तब भी शूटर ओलिंपिक की तैयारी में जुटे हैं। दुनिया के नंबर-1 राइफल शूटर दिव्यांश सिंह पंवार और एलावेनिल वलारिवान एकेडमी तो जा नहीं सकते, इसलिए घर पर ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। दोनों इन दिनों ड्राई शूटिंग कर रहे हैं। खिलाड़ी कहते हैं- कोरेानावायरस के कारण हमारी ट्रेनिंग का तरीका बदला है, लेकिन लक्ष्य नहीं।
ड्राई शूटिंग और उसके फायदे
ड्राई शूटिंग में निशानेबाज अपने हाथ में वैपन लेकर दीवार के किसी प्वाइंट पर टारगेट करता है, लेकिन गन खाली होती है। यहां निशानेबाज टारगेट सेट करता है और निशाना लगाता है। इससे एकाग्रता बढ़ती है। निशाना भी पक्का होता है। वैपन और बॉडी के बीच संतुलन स्थापित होता है। लंबे समय तक वैपन होल्डिंग में मदद मिलती है।
एलावेनिल स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन ले रहीं
वर्ल्ड रैंक हासिल होने से आत्मविश्वास बढ़ता है। नंबर-1 बनने का सफर आसान नहीं रहा। एकेडमी की पूरी टीम, मेंटर गगन नारंग सर और कोच नेहा हर कदम पर मेरे साथ थे। वायरस की वजह से तैयारी का प्रोसेस जरूर बदल गया है, लेकिन लक्ष्य अब भी वही है- ओलिंपिक। मैं खुशनसीब हूं कि शेड्यूल मेरे मेंटर, कोच ने तय किया। मुझे तो सिर्फ उस शेड्यूल को फॉलो करना था। इन दिनों मैं योग, फिजिकल वर्कआउट के साथ-साथ मेंटल ट्रेनिंग और ड्राई शूटिंग कर रही हूं। मानसिक रूप से मजबूत करने के लिए स्पोर्ट्स साइकाइट्रिस्ट के सेशन भी ले रही हूं। एक खेल के तौर पर शूटिंग आपको अकेला महसूस करा सकता है। फायरिंग लाइन में आप अकेले ही होते हो। हर शॉट के लिए खुद जिम्मेदार। इस लॉकडाउन ने मुझे वक्त दिया कि मैं अपने रूटीन को थोड़ा ठीक करूं और ट्रेनिंग शेड्यूल पर लौटने के लिए तैयार रहूं। मेरा शेड्यूल ऐसा प्लान किया गया है कि उसमें रिकवरी और रेस्ट दोनों के लिए गुंजाइश है।’
दिव्यांश फिटनेस के लिए बैडमिंटन और खो-खो खेलते हैं
वर्ल्ड नंबर-1 रैंकिंग दो साल की मेहनत का नतीजा है। मैं सुबह 5 बजे उठकर 7 बजे तक फिजिकल वर्कआउट करता। इसके बाद 9 से 2 बजे तक शूटिंग की ट्रेनिंग। इसमें रोज का शेड्यूल अलग-अलग होता। शाम में फिटनेस के लिए बैडमिंटन खेलता था। नंबर-1 रैंकिंग हासिल करने से ज्यादा मुश्किल इसे बरकरार रखना है। फिलहाल आेलिंपिक की तैयारी में जुटा हूं। लॉकडाउन के कारण सभी शूटिंग रेंज बंद हैं। ऐसे में घर में ही कोच दीपक दुबे की देखरेख में ट्रेनिंग करता हूं। वे घर के पास रहते हैं। अभी गन होल्डिंग टेक्नीक (ड्राई शूटिंग) पर फोकस कर रहा हूं। फिटनेस के लिए अपार्टमेंट मेें नीचे ही बैडमिंटन और खो-खो जैसे गेम खेलता हूं। ओलिंपिक टलने से मुझे मेहनत और प्रदर्शन में सुधार करने का और ज्यादा समय मिल गया है। लॉकडाउन से 30 फीसदी प्रदर्शन डाउन होगा। लेकिन सही तरीके से ट्रेनिंग लेकर उसे ठीक किया जा सकता है। मैं मानसिक थकान दूर करने के लिए रोजाना डेढ़-दो घंटे गिटार बजाता हूं।’
इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स भारतीय कप्तान विराट कोहली की 3 साल की बादशाहत को खत्म कर 2019 के लिए विजडन लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए। 15 साल बाद इंग्लैंड के किसी खिलाड़ी को यह सम्मान मिला। पिछली बार 2005 में विजडन नेएंड्रयू फ्लिंटॉफ को साल का सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर चुना था।कोहली 2016, 2017 और 2018 में लगातार तीन साल लीडिंग क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने गए थे।हालांकि, इस बार किसी भी भारतीय को इस लिस्ट में जगह नहीं मिली है।
28 साल केस्टोक्स ने 2019 में इंग्लैंड की वनडे वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई थी। स्टोक्स के नाबाद 135 रन की बदौलत इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हेडिंग्ले में तीसरे एशेज टेस्ट में एक विकेट से हराया था।स्टोक्स ने 2019 में टेस्ट में 821, जबकि वनडे में 719 रन बनाए।
ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों को सम्मान मिला
महिलाओं में यह सम्मान ऑस्ट्रेलिया की एलिसा पैरी को मिला। पैरी को विजडन के साल के पांच क्रिकेटरों में भी जगह मिली है। पैरी ने पिछले वर्ष ऑस्ट्रेलिया की इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज जीत में सबसे ज्यादा रन बनाने के साथ सर्वाधिक विकेट भी लिए थे। वे 2016 में भी साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुनी गईं थीं। पैरी इस सूची में शामिल तीन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में से एक हैं। उनके अलावा मार्नस लबुशाने, पैट कमिंस को भी विजडन ने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ीचुना है।
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा 59 विकेट लिए
कमिंस ने 2019 में टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लिए थे। उन्होंने 12 टेस्ट में 59 विकेट लिए, जबकि लाबुशाने ने 11 मैच में सबसे ज्यादा 1104 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत भी 65 के करीब रहा।
दुनियाभर के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड-19) का कहर खेल जगत में भी जारी है। इसके कारण 10 दिन में 5 दिग्गजों की मौत हो चुकी है। बुधवार को स्विट्जरलैंड के आइस हॉकी लेजेंड रोजर शैपो का निधन हो गया। वे 79 साल के थे। 1964 विंटर ओलिंपिक खेल चुके शैपो ने अपने देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेले हैं। इससे पहले फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60), इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71), फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) और पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान (95) भी दुनिया को अलविदा कह चुके हैं।
इंटरनेशनल आइस हॉकी फेडरेशन (आईआईएचएफ) ने कहा, ‘‘शैपो दो हफ्ते पहले ही अस्पताल में भर्ती कराए गए थे। यहां उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव निकला था। तबीयत में सुधार होने के बाद 1 अप्रैल को ही उन्हें घर लाया गया था। फिर अचानक उनकी हालत गंभीर हो गई और उनका निधन हो गया।’’ शैपो 60 के दशक में बेस्ट सेंटर खिलाड़ी थे। वे 1964 में स्विस क्लब एचसी विलर्स के लिए खेलते थे। इस सीजन में उन्होंंने स्विस लीग में सबसे ज्यादा गोल दागे थे।
इंग्लिश फुटबॉलर जिम्मी कोरोना से संक्रमित
80 साल के इंग्लिश फुटबॉल लेजेंड जिम्मी ग्रीवेस भी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। उन्हें हालत गंभीर बनी हुई है। जिम्मी देश और सभी क्लब के लिए 357 गोल करने वाले पहले इंग्लिश खिलाड़ी हैं। साथ ही वे इंग्लैंड टीम के लिए 57 मैच में 44 गोल करने वाले चौथे खिलाड़ी हैं। उनसे पहले वायने रूनी, बॉबी कॉर्टन और गेरी लिनेकेर ने यह उपलब्धि हासिल की है।
बर्नार्ड ने डिप्रेशन के कारण सुसाइड किया
रीम्स क्लब के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज कोरोना से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में आ गए थे। इसके बाद उन्होंने 5 अप्रैल को सुसाइड कर लिया था। बर्नार्ड ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा था, जिसमें उन्होंने खुद के कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी थी। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुए थे।
सबसे पहले आजम खान की मौत हुई
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को डेविड हॉजकिस और फ्रांस के पेप दिऑफ की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तानी स्क्वैश लेजेंड आजम खान का निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।
कोरोनावायरस के कारण 29 मार्च से होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक टाल दिया गया था, लेकिन टूर्नामेंट पर अब भी संकट मंडरा रहा हैं। ऐसे में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को उम्मीद है कि अप्रैल और अगस्त में नहीं, लेकिन साल के अंत में जरूर आईपीएल हो सकता है। ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ और इंग्लैंड के क्रिकेटर जोस बटलर को भी पूरी उम्मीद है कि आईपीएल इस साल होकर रहेगा। हालांकि, अक्टूबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 वर्ल्ड कप भी होना है। ऐसे में आईपीएल के लिए विंडो ढूंढना बीसीसीआई के लिए टेढ़ी कील साबित हो रहा है।
नेहरा ने स्टार स्पोर्ट्स के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘अप्रैल में आईपीएल होने की उम्मीद बेहद कम है। यदि टूर्नामेंट टलता है, तो यह अगस्त में भी नहीं हो सकेगा, क्योंकि यह बारिश का मौसम होता है। इसके कारण कई मैच रद्द होने की पूरी आशंका रहेगी। यदि दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस पर अक्टूबर तक काबू पा लिया गया, तो मुझे पूरा विश्वास है कि साल के आखिरी में आईपीएल 100 प्रतिशत होकर रहेगा।’’आशीष नेहरा ने अब तक आईपीएल के 88 मैच में 23.54 की औसत से 106 विकेट हासिल किए हैं।
खुशनसीब हैं कि यशस्वी और पराग को खेलते देखेंगे
वहीं, राजस्थान रॉयल्स के कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा कि वे युवा खिलाड़ी यशस्वी जायसवाल और रियान पराग को खेलते देखने के लिए उत्साहित हैं। स्मिथ ने यह बात साथी खिलाड़ी ईश सोढ़ी के साथ राजस्थान रॉयल्स के फेसबुक पेज पर बातचीत में कही। उन्होंने कहा, 17 साल का युवा पराग टेडी बियर को साथ लेकर खेलता है। उसने पिछले सीजन में धोनी को आउट किया है। यशस्वी अंडर-19 वर्ल्ड कप का टॉप स्कोरर था। वह क्वालिटी प्लेयर है। हम खुशनसीब हैं कि इस साल दोनों को राजस्थान के लिए खेलते हुए देखेंगे।
मिलकर कोरोना से लड़ना है, खेल के बारे में बाद में सोचेंगे: पुजारा
आईपीएल और खेल की बातों को नकारते हुए भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने मिलकर कोरोना से लड़ने की बात कही है। उन्होंने अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘‘आज लोग जिस सबसे बड़ी समस्या (कोरोना) का सामना कर रहे हैं, उसे देखें तो हमें अभी क्रिकेट के बारे में बिल्कुल नहीं सोचना चाहिए। इस खतरनाक वायरस से हमें युद्ध की तरह मिलकर लड़ना होगा। हमारी सबसे पहली कोशिश स्थिति को सामान्य करने की है। इसके बाद हम क्रिकेट और अन्य खेल के बारे में सोच सकते हैं।’’ वहीं, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कोच और न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर ब्रेंडन मैकुलम अपने घर पर आराम करते नजर आए। उनका भी मानना है कि स्थिति सामान्य होने तक हमें किसी भी खेल के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
पैराग्वे कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट मामले में ब्राजील के पूर्व फुटबॉलर रोनाल्डिन्होऔर उनके भाई को जेल से रिहा करने के आदेश दिए हैं। आदेश मुताबिक, जेल से रिहा होने के बाद फुटबॉल लेजेंड और उनके भाई को पैराग्वे की राजधानी असुनसियान के पालमारोगा होटल में हाउस अरेस्ट किया जाएगा। पुलिस ने 2002 के वर्ल्ड कप विजेता रोनाल्डिन्हो को फर्जी पासपोर्ट के मामले में 5 मार्च को असुनसियान के होटल से गिरफ्तार किया था। तभी से वे ट्रायल के चलते जेल में बंद थे।
जज गुस्तावो अमरिल्ला ने कहा, ‘‘रोनाल्डिन्हो के वकील ने बतौर जमानत 12 करोड़ रुपए जमा कर दिए हैं। वे केस चलने तक असुनसियान के होटल मेंअपने ही खर्चे पर रहेंगे। होटल मैनेजमेंट को आदेश दिया गया है कि वे इन पर निगरानी रखें। होटल में पुलिस भी मौजूद रहेगी। ’’ इससे पहले रोनाल्डिन्हो की दो बार जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। पूर्व फुटबॉलर को कोरोनावायरस के कारण जेल में ही लॉकडाउन किया गया था। पुलिस ने वकील के अलावा किसी भी व्यक्ति के मिलने पर रोक लगा दी थी।
असुनसियान शहर के होटल से गिरफ्तार किए गए थे रोनाल्डिन्हो
स्टार फुटबॉलर रोनाल्डिन्हो पिछलेमहीने एक इवेंट चिल्ड्रेन चैरिटी कैम्पेन में शामिल होने के लिए अपने भाई के साथ असुनसियान पहुंचे थे। वे जिस होटल में रुके थे, पुलिस ने उन्हें वहीं से गिरफ्तार किया था। रोनाल्डिन्हो के भाई के एक अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया है। फुटबॉलर का आरोप है कि इसी व्यक्ति ने उन्हें फंसाया है।
रोनाल्डिन्होने अपने फुटबॉल करियर में पेरिस सेंट-जर्मेन (पीएसजी), बार्सिलोना और मिलान जैसे क्लब की तरफ से खेला है। उन्होंने 2018 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था और इससे पहले भी वह कई मामलों के चलते सुर्ख़ियों में रहे हैं।
कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगा है। इस दौरान 7 अप्रैल से हर रोज डीडी स्पोर्ट्स चैनल पर भारत समेत कुछ अन्य यादगार क्रिकेट मैच के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। यह फैसला भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) और भारत सरकार ने किया है। इस दौरान क्रिकेट फैन्स वीवीएस लक्ष्मण की 2001 में ऑस्ट्रेलियाई के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में खेली गई 281 रन की पारी भी देख पाएंगे। यह टेस्ट मैच 13 अप्रैल को दिखाया जाएगा। आखिरी दिन 14 अप्रैल को भारत-श्रीलंका के बीच 2005 में खेला गया वनडे दिखाया जाएगा।
लॉकडाउन के दौरान 8 दिनों में डीडी स्पोर्ट्स पर कुल 20 मैच दिखाए जाएंगे। यह सभी मैच भारत में खेले गए थे। इनमें 19 वनडे और एकमात्र कोलकाता में खेला गया यादगार टेस्ट मैच है। इस टेस्ट में भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को हराया था। मैच में लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने 180 रन की साझेदारी की थी।
2003 ट्राई-सीरीज के फाइनल में भारत डकवर्थ-लुईस नियम से हारा था
मंगलवार को भारत-ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड 2003 ट्राई-सीरीज के 3 मैचों के हाइलाइट्स दिखाए जाएंगे। सीरीज में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया दूसरा वनडे सबसे पहले दिखाया जाएगा। इस मैच में टीम इंडिया 37 रन से जीता था। इस मैच में लक्ष्मण ने सबसे ज्यादा 102 और सचिन तेंदुलकर ने 100 रन की पारी खेली थी। हालांकि सीरीज के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया डकवर्थ-लुईस नियम से 37 रन से जीता था।
पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर क्रिकेट इतिहास में तेज रफ्तार गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वे 2003 वर्ल्ड कप में अपनी सबसे अच्छी फॉर्म में थे। लेकिन, पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ के बेटे कबीर ने शोएब की गेंद को बहुत आसान बताया। कबीर ने कहा कि शोएब की गेंद काफी तेज आती थी, इसलिए बल्लेबाज को हिट लगाना बहुत आसान है। इस पर पाकिस्तानी गेंदबाज ने मजाकिया अंदाज में कहा कि मेरे बेटे मिकाइल और कबीर के बीच एक मैच होना चाहिए।
कोरोनावायरस के कारण देश में 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के बीच टीवी चैनल्स पर पुराने मैच दिखाए जा रहे हैं। ऐसा ही एक मैच देखते हुए कैफ के बेटे कबीर ने यह बात कही। कैफ ने इसका एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘‘धन्यवााद, आखिरकार कबीर को भारत-पाकिस्तान का ऐतिहासिक मैच देखने को मिल गया, लेकिन जूनियर अपने पापा से ज्यादा प्रभावित नहीं है। उसे लगता है कि शोएब अख्तर की गेंद पर हिट करना आसान रहा होगा, क्योंकि उनकी गेंदबाजी में रफ्तार है। आज के बच्चे... !’’
शोएब अख्तर ने कैफ को जवाब दिया
अख्तर ने जवाब दिया, ‘‘तो फिर मोहम्मद कैफ मैच हो जाए कबीर और मिकाइल अली अख्तर का? उसे गेंदबाजी की रफ्ताार को लेकर सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। हाहा उसे मेरा प्यार देना।’’ मिकाइल शोएब के बेटे का नाम है, जिसका जन्म नवंबर 2016 में हुआ था।
वर्ल्ड कप 2003 के मैच में भारत ने पाकिस्तान को हराया था
भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 वर्ल्ड कप में 1 मार्च को सेंचुरियन में मैच खेला गया था। इस मैच में टीम इंडिया ने 26 गेंद शेष रहते 6 विकेट जीत हासिल की थी। मैच में पाकिस्तान ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 273 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारत ने 45.4 ओवर में 4 विकेट पर 276 रन बना लिए थे। टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने 98, युवराज सिंह ने 50, राहुल द्रविड़ ने 44 और मोहम्मद कैफ ने 35 रन की पारी खेली थी। सचिन और कैफ के बीच 102 रन की साझेदारी हुई थी। अख्तर ने एकमात्र विकेट सचिन का लिया था। उन्होंने 10 ओवर में 72 रन लुटाए थे।
पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच वकार यूनुस का मानना है कि टी-20 लीग से खिलाड़ी आसानी से पैसे कमा लेते हैं। यही वजह है कि वो देश का हित नहीं देखते। पाक गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने 27 साल की उम्र में टेस्ट से संन्यास ले लिया था। वहाब रियाज भी टेस्ट से ब्रेक ले चुके हैं। वकार ने कहा, ‘लीग से खिलाड़ियों को आसानी से पैसे मिलते हैं। वो आराम से रह सकते हैं, क्योंकि मैच में उन्हें सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी करनी होती है।’
वकार ने आमिर और वहाब के फैसले की भी आलोचना की। वकार के अनुसार दोनों खिलाड़ियों को टीम मैनेजमेंट से चर्चा करनी चाहिए थी। सिर्फ सोशल मीडिया पर अपने फैसले की घोषणा करना काफी चोट पहुंचाता है।
मुश्किल घड़ी लेकिन समय का सदुपयोग करने का मौका
वकार ने दुनियाभर में फैल चुके कोरोनावायरस के कारण बंद हो चुकी खेल गतिविधियों को लेकर कहा है कि यह बहुत ही मुश्किल का समय है। हमारे पास इस समय का सही इस्तेमाल करने का अच्छा मौका भी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह देखना होगा कि कोरोना के कारण बनी लॉकडाउन की स्थिति कब तक बनी रहेगी। अगर अगले दो महीने तक तब सामान्य हो जाता है तो इससे परेशानी नहीं होगी। यह खिलाड़ियों के लिए मौका भी है कि वह घर पर रह कर जो करना चाहें कर सकते हैं और ख़ास कर वो चीजे जो उन्हें सकारात्मक और उत्साहित रखें।
कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) समेत दुनियाभर में जुलाई तक होने वाले तमाम खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। अब 15 अप्रैल को होने वाले आईपीएल पर संकट के बादल छाने लगे हैं। कई दिग्गज टूर्नामेंट को खाली स्टेडियम में भी कराने की बात कह रहे हैं। इस पर भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि उन्हें खाली स्टेडियम में आईपीएल खेलने में दिक्कत नहीं है। लेकिन कोरोनावायरस पर नियंत्रण के बाद ही टूर्नामेंट का आयोजन होना चाहिए। क्योंकि इस पर कई लोगों की आजीविका निर्भर है।
हरभजन ने कहा, ‘दर्शक महत्वपूर्ण होते हैं। लेकिन अगर परिस्थितियां अनुकूल न हों तो मुझे बिना दर्शक के खेलने में दिक्कत नहीं है। एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे दर्शकों का समर्थन नहीं मिलेगा, लेकिन यह सुनिश्चित होगा कि प्रत्येक प्रशंसक टीवी पर आईपीएल देख पाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हमें हर चीज के लिए सतर्क रहना होगा और खिलाड़ियों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखना होगा।’
आईपीएल नहीं होने से डिप्रेशन में आ सकते हैं कई क्रिकेटर: पैडी अपटन
जबकि, 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच रहे पैडी अपटन का मानना है कि आईपीएल को रद्द नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका के पैडी ने हाल ही में कहा था, ‘‘आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट और दुधारू गाय है। लॉकडाउन जैसे हालात में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद के बारे में ज्यादा सोचता है, तो वह एंग्जाइटी और डिप्रशन का शिकार हो सकता है। ऐसे समय में मैं खिलाड़ियों के साथ अन्य लोगों को भी सलाह देता हूं कि वे खुद के बारे में ज्यादा न सोचें और अपने लोगों पर ध्यान दें। साथ ही दूसरे विकल्पों पर विचार करें।’’
कोरोनावायरस के कारण यूरोपियन फुटबॉल की पांच प्रमुख लीग मार्च से ही स्थगित हैं। इनके भी शुरू होने की उम्मीद नहीं दिख रही है। सबसे ज्यादा कमाई करने वाली इंग्लैंड की प्रीमियर लीग की बात करें तो यह अप्रैल तक के लिए स्थगित है। मौजूदा हालात में इसके स्टेक होल्डर्स आशंका जता रहे हैं कि लीग का मौजूदा सीजन शायद ही पूरा हो। अभी लीग की सभी 20 टीमों के 9-10 मैच बाकी हैं। अगर लीग का बाकी सीजन कैंसिल हो गया तो इसके क्लबों को कमाई में घाटा हो सकता है। इन्हें 10 हजार 77 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। सबसे ज्यादा घाटा तो मैनचेस्टर यूनाइटेड का हो सकता है। आशंका है कि उसे 116.4 मिलियन पाउंड (करीब 1080 करोड़ रुपए) कम कमाई होगी।
वहीं, कोरोनावायरस महामारी के बाद पहली बार मंगलवार को सभी जर्मन फुटबॉल क्लब ने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। 13 मार्च से लीग के मुकाबले नहीं हो रहे हैं। सभी टीमें छोटे-छोटे ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। फ्रेंकफर्ट के खिलाड़ी सिर्फ तीन के ग्रुप में ट्रेनिंग कर रही हैं। क्योंकि यहां के खिलाड़ी पॉजिटिव पाए गए थे।
दोनों मैनचेस्टर क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे
हाल ही में ऐसी खबरें आई थीं कि लॉकडाउन के कारण लीग के कुछ क्लब स्टाफ को सैलरी नहीं देंगे या फिर सैलरी कम कर देंगे। लिवरपूल ने कहा था कि वह नॉन-प्लेइंग स्टाफ को अस्थाई छुट्टी पर भेज देगा, ताकि सैलरी न देनी पड़े। उसके इस कदम की फैंस ने काफी अालोचना की थी। इसके बाद लीग में टॉप पर चल रहे क्लब लिवरपूल ने सरकार की जॉब रिटेंशन स्कीम के तहत स्टाफ को 80% सैलरी देने का फैसला किया। वहीं, मैनचेस्टर के दोनों क्लब सिटी और यूनाइटेड अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं। आर्सनल ने भी अप्रैल तक की पूरी सैलरी देने का फैसला किया है। इसके बाद जैसी भी परिस्थिति होगी, वैसा निर्णय लेगा। वाटफोर्ड, वेस्टहैम, बर्नले, क्रिस्टल पैलेस सहित कई क्लब अपने स्टाफ को पूरी सैलरी दे रहे हैं।