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फीफा के अधिकारियों पर रिश्वत लेने का आरोप, वर्ल्ड कप मेजबानी के लिए मोटी रकम या बड़ा ऑफर लिया

फुटबॉल की वर्ल्ड संस्था फीफा के पूर्व अधिकारियों पर वर्ल्ड कप की मेजबानी में मदद करने के लिए रिश्वत के आरोप लगे हैं। अमेरिका की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में नया मामला सामने आया है। इसके अनुसार फीफा की एक्जीक्यूटिव कमेटी के कई सदस्यों को मेजबानी के लिए पक्ष में वोट देने के लिए रिश्वत मिले या ऑफर दिए गए। फीफा के पूर्व उपाध्यक्ष त्रिनिदाद टोबेगो के जैक वॉर्नर को शेल कंपनियों से लगभग 37 करोड़ मिले। उन्होंने 2018 में हुए वर्ल्ड कप के लिए रूस के पक्ष में वोट किया था।

साउथ अमेरिका की गवर्निंग बॉडी के पूर्व अध्यक्ष निकोलस लियोज और ब्राजील फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष रिकार्डो टिसिरा पर आरोप लगे हैं। दोनों पर पैसे लेकर 2022 में कतर में होने वाले वर्ल्ड कप के पक्ष में वोट देने की बात कही गई है।

अमेरिका की मीडिया कंपनी फॉक्स के अधिकारी भी फंसे
अमेरिका की मीडिया कंपनी फॉक्स के पूर्व अधिकारियों पर ब्रॉडकास्ट राइट बरकरार रखने के लिए साउथ अमेरिका के अधिकारियों को पैसे देने की बात कही गई है। एफबीआई के असिस्टेंट डायरेक्टर इंचार्ज विलियम स्वीनी ने कहा कि इंटरनेशनल फुटबॉल में मुनाफाखोरी और रिश्वत की बातें दशकों से जारी है। इसके बार में सभी जानते हैं। एफबीआई पूरे मामले की जांच कर रही है। फीफा ने 10 साल पहले रूस और कतर को विवादास्पद तौर पर वर्ल्ड कप की मेजबानी दी थी। 2015 में यह मामला सामने आया। अध्यक्ष सैप ब्लेटर को इस्तीफा देना पड़ा था।



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फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी कतर को मिली है। 2014 में जांच के बाद यह साफ हो गया था कि मेजबानी लेने के लिए कतर ने गलत तरीका अपनाया था।


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क्लार्क ने कहा- आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट बचाने के लिए कोहली के खिलाफ स्लेजिंग से डरते थे ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी

पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर आरोप लगाया है कि आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट बचाने के लिए वे भारतीय कप्तान विराट कोहली के खिलाफ स्लेजिंग करने से डरते थे। क्लार्क ने ऑस्ट्रेलिया के एक रेडियो प्रोग्राम 'द बिग स्पोर्ट्स ब्रेकफस्ट' से यह बात कही। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि खेल के वित्तीय मामलों में भारत कितना मजबूत है। फिर चाहें बात अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की हो याआईपीएल की।
क्लार्क ने 2018-19 में हुई सीरीज का हवाला देते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ी कोहली और बाकी भारतीय खिलाड़ियों से थोड़े डरे हुए थे, क्योंकि उन्हें अप्रैल 2019 में उन्हीं के साथ आईपीएल खेलना था। इसलिए वे छींटाकशी से घबरा रहे थे। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को डर था कि अगर उन्होंने ज्यादा स्लेजिंग की तो फिर आईपीएल में करोड़ों रुपए का कॉन्ट्रैक्ट हाथ से निकल सकता है।

ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लाखों डॉलर कमाने के चक्कर में कोहली के खिलाफ थोड़े सॉफ्ट थे

पू्र्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने आगे कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा आईपीएल में बेंगलुरु और मुंबई टीम के कप्तान हैं। ऐसे में उन्हें टीम चुनने में उनका अहम रोल रहता है। आप ऑस्ट्रेलिया के 10 बड़े खिलाड़ियों का नाम लें और यह दोनों ऑक्शन इन खिलाड़ियों को अपनी टीम में लेने के लिए बड़ी बोली लगा रहे होते हैं। इसलिए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ऐसा सोचते थे कि मैं कोहली के खिलाफ छींटाकशी नहीं करूंगा। मैं चाहता हूं कि वे बेंगलुरु टीम के लिए मुझे चुनें, ताकि मैं 6 हफ्ते में 10 लाख डॉलर कमा पाऊं। क्लार्क ने कहा कि मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया कुछ समय के लिए ऐसे दौर से गुजरा, जहां हमारी क्रिकेट उतनी सख्त नहीं रही। जितना कि हम देखने के आदी हैं।

भारत ने 2 साल पहलेऑस्ट्रेलिया के घर में टेस्ट सीरीज जीती थी

बता दें कि 2018-19 में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया दौरे पर थी और यहां भारतीय टीम ने 4 टेस्ट की सीरीज में मेजबान को 2-1 से शिकस्त दी थी। यह ऑस्ट्रेलिया में किसी भी एशियाई देश की पहली टेस्ट सीरीज जीत थी।



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माइकल क्लार्क ने कहा कि विराट कोहली और रोहित शर्मा मुंबई और बेंगलुरु टीम के कप्तान हैं। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया खिलाड़ी इन दो टीम में चुने जाने के लिए भारतीय खिलाड़ियों पर छींटाकशी से बचते हैं।


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पहली महिला आईपीएस किरण बेदी नेशनल चैम्पियन रहीं, 3 गोल्ड और 2 सिल्वर मेडल जीते

भारत की पहली महिला आईपीएस रहीं किरण बेदी टेनिस में नेशनल चैंपियन बन चुकी हैं। उन्होंने 9 साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू किया। खेलते समय बाल आंखों में आते थे, इसलिए बाल कटवा दिए थे। 1966 और 1972 में जूनियर नेशनल चैम्पियन बनीं। 1968 में छोटी बहन रीटा के साथ ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी में डबल्स जीता। 1976 में पहली बार नेशनल लॉन टेनिस चैम्पियन बनीं। उन्होंने श्रीलंका में चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।

रिटायरमेंट के बाद किरण बेदी ने भाजपा की ओर से दिल्ली में विधायक का चुना भी लड़ा था। वे भाजपा की ओर से दिल्ली की मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी थीं। हालांकि, वे और पार्टी दोनों ही चुनाव हार गए थे। इसके बाद 70 साल की बेदी को पुडुचेरी की उपराज्यपाल गया।

  • किरण बेदी ने बहन रीटा के साथ लगातार तीन साल ऑल इंडिया इंटरवर्सिटी टाइटल जीते
  • उन्होंने 1974 में ऑल इंडिया हार्ड कोर्ट और 1975 में ऑल इंडिया इंटरस्टेट चैंपियनशिप जीती
  • {1976 में भारत में पहले नेशनल स्पोर्ट्स फेस्टिवल में तीन गोल्ड और दो सिल्वर मेडल जीते थे


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किरण बेदी 1976 में पहली बार नेशनल लॉन टेनिस चैम्पियन बनी थीं।


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खेल की 3 आदतें, जो कोरोनावायरस के बाद बदल सकती हैं; हाथ मिलाना भी छोड़ सकते हैं खिलाड़ी

कोरोनावायरस की वजह से खेल बुरी तरह प्रभावित हुआ है। स्पोर्ट्स इवेंट बंद हैं। सिर्फ 3-4 देश ही हैं, जहां फुटबॉल या बास्केटबॉल खेले जा रहे हैं। खेल के दौरान खिलाड़ियों की कुछ आदतें होती हैं, जिसे वो बार-बार दोहराते हैं। कोरोनावायरस के बाद ये शायद देखने को न मिले। इसी वजह से खेल पहले से अलग देखने को मिल सकता है।

  • मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाना

खिलाड़ी मैच से पहले और बाद में हाथ मिलाते हैं, गले मिलते हैं। कोरोनावायरस के बाद वे इससे भी बचते दिख सकते हैं। एनबीए स्टार लेब्रन जेम्स ने कुछ समय पहले कहा था कि मैं अब अपने पूरे जीवन में हाई-5 नहीं करूंगा। फुटबॉल में गोल करने के बाद खिलाड़ी साथ मिलकर खुशी मनाते हैं, ये भी कम हो सकता है।

  • टेनिस में बॉल बॉय या गर्ल से तौलिया लेना

टेनिस मैच के दौरान खिलाड़ी तौलिए का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए कोर्ट के पास ही बॉल बॉय या बॉल गर्ल तौलिया लेकर खड़े रहते हैं। एटीपी ने कुछ मैचों के दौरान ट्रायल के लिए रैक रखवाया था। लेकिन यह खिलाड़ियों को पसंद नहीं आया। अब जब मैच होंगे तो खिलाड़ी दूसरों के हाथ में तौलिया लेने से बचेंगे।

  • गेंद पर थूक लगाकर चमक बनाए रखना

क्रिकेट में गेंदबाजी करने वाली टीम गेंद पर थूक लगाकर चमक बरकरार रखने की कोशिश करती है। क्रिकेटरों की आदत होती है कि गेंद पास आने के साथ ही उस पर थूक लगाना शुरू कर देते हैं। टेस्ट में इससे रिवर्स स्विंग में काफी मदद मिलती है। कोरोना के बाद खिलाड़ी डर से शायद ही गेंद पर थूक लगाएं।



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टेनिस मैच के दौरान खिलाड़ी बॉल बॉय या बॉल गर्ल से तौलिया लेकर पसीना साफ करना छोड़ सकते हैं। -फाइल फोटो


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10 मी एयर राइफल की महिला-पुरुष कैटेगरी में भारतीय टॉप पर, दिव्यांश और एलावेनिल पहले नंबर पर

भारत के निशानेबाज पिछले कुछ सालों में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। पहले टोक्यो ओलिंपिक के लिए 15 कोटा दिलाए। अब आईएसएसएफ रैंकिंग में भी सर्वश्रेष्ठ साबित हो रहे हैं। शूटिंग की वर्ल्ड बॉडी इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन ने अप्रैल की नई वर्ल्ड रैंकिंग जारी की। इसके 12 इवेंट में से 5 में भारत के 9 खिलाड़ी टॉप-10 में शामिल हैं। 10 मीटर एयर राइफल की दोनों कैटेगरी में टॉप पर भारतीय निशानेबाज हैं। पुरुष कैटेगरी में दिव्यांश सिंह पंवार और महिला कैटेगरी में एलावेनिल वलारिवान पहले नंबर पर हैं। 18 साल के दिव्यांश के 866 पॉइंट हैं। उन्होंने रैंकिंग में एक स्थान का सुधार किया है।

वहीं, 20 साल की एलावेनिल के 1323 पॉइंट हैं और वे पहले नंबर पर बनी हुई हैं। दिव्यांश ओलिंपिक कोटा दिला चुके हैं। भारत की 5 महिला खिलाड़ी अलग-अलग इवेंट के टॉप-10 में हैं। इसमें से तीन सिर्फ 10 मी एयर राइफल और दो 10 मी एयर पिस्टल में हैं।

मनु और यशस्वनी की रैंकिंग में सुधार
मनु भाकर और यशस्वनी की रैंकिंग में एक-एक स्थान का सुधार हुआ है। मनु तीसरे से दूसरे और यशस्वनी पांचवें से चौथे नंबर पर आ गई हैं। मनु ने पिछले साल मई में म्यूनिख वर्ल्ड कप में 10 मी एयर पिस्टल में चौथे स्थान पर रहकर ओलिंपिक कोटा हासिल किया था। यशस्वनी ने रियो वर्ल्ड कप 2019 में गोल्ड जीतकर ओलिंपिक कोटा दिलाया।



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मनु भाकर की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है। वे तीसरे से दूसरे नंबर पर आ गई हैं। -फाइल फोटो


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सुशील ने कहा- लोगों को मेरी दावेदारी खारिज करने की आदत, मैं अभी संन्यास नहीं लूंगा; 2021 में होने वाले ओलिंपिक की तैयारियों में जुटा

रेसलर सुशील कुमार ने साफ कर दिया कि वे अभी संन्यास नहीं लेने वाले हैं। उन्होंने न्यूज एजेंसी को दिए इंटव्यू में कहा कि लोगों को मेरे खेल के खत्म होने के बारे में लिखने की आदत है। लेकिन इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। सुशील ने कहा कि मैं अभी कहीं नहीं जा रहा हूं। 1 साल ओलिंपिक टलने का मतलब मुझे चौथी बार इन खेलों के लिए क्वालिफाई करने का अच्छा मौका मिला है। अधिक समय का मतलब बेहतर तैयारी होता है।

सुशील ने कहा- कुश्ती ऐसा खेल है कि अगर आप चोट से बचे रहते हैं, और लक्ष्य तय कर तैयारी करते हैं तो उसे हासिल कर सकते हैं। मैं अभी रोज दो बार प्रैक्टिस करता हूं। मैं मैट पर नहीं उतर रहा हूं, लेकिन खुद को फिट रखने की पूरी कोशिश कर रहा हूं। भगवान ने चाहा तो ओलिंपिकके लिए जरूर क्वालिफाई करूंगा। इस पहलवान ने आगे कहा कि 2011 में भी लोग मेरे बारे में यही बात कर रहे थे। मुझे पता कि इसे कैसे संभालना है। यह मेरा रोज का काम है। 9 साल पहले भी आलोचक यह आशंका जता रहे थे कि सुशील बीजिंग के प्रदर्शन को नहीं दोहरा पाएंगे। हालांकि, उन्होंने 2012 के लंदन ओलिंपिक में सिल्वर जीतकर सबकी बोलती बंद कर दी थी।

नरसिंह यादव दोबारा चुनौती पेश कर सकते हैं

ओलिंपिक 1 साल टलने की वजह से सुशील के पुराने प्रतिद्धंदीनरसिंह यादव भी ओलिंपिक रेस में शामिल हो गए हैं। उन पर लगा 4 साल का बैन इसी साल जुलाई में खत्म हो रहा है। इसके बाद वे भी ओलिंपिक क्वालिफिकेशन के लिए दावा पेश कर सकते हैं। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया पहले ही यह कह चुका है कि वे नरसिंह को वापसी का मौका देंगे। फेडरेशन ने 2016 के रियो गेम्स में सुशील की जगह नरसिंह को तरजीह दी थी। हालांकि, बाद में डोप टेस्ट में वे फेल हो गए। तब सुशील की ट्रायल की मांग को फेडरेशन के साथ-साथ दिल्ली हाई कोर्ट ने भी ठुकरा दिया था और उन पर नरसिंह के खिलाफ साजिश तक का आरोप लगा था।

नरसिंह को दोबारा करियर शुरू करने की बधाई देता हूं: सुशील

इस बार नरसिंह से मुकाबला होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि जब वक्त आएगा, तब इसे देखेंगे। फिलहाल, मैं उन्हें दोबारा करियर शुरू करने कीबधाई देता हूं। सुशील 74 किलो वर्ग में दावेदारी पेश करते हैं। इसमें अभी तक किसी भी भारतीय पहलवान ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया है। नरसिंह भी इसी भार वर्ग में ही उतरेंगे।



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ओलिंपिक में 2 मेडल जीत चुके सुशील कुमार 74 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिसके लिए भारत ने ओलिंपिक कोटा हासिल नहीं किया था। उन्हें नरसिंह यादव से चुनौती मिल सकती है।


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चैम्पियंस और यूरोपा लीग रडार पर; नेहरा बोले- तेज गेंदबाज 3 महीने रनिंग नहीं करेंगे तो फिटनेस की समस्या होगी

कोरोनावायरस के कारण सभी फुटबॉल लीग स्थगित है। यूएफा ने कहा कि यदि 3 अगस्त तक फाइनल नहीं हुए तो चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग को कैंसिल किया जा सकता है। यूएफा के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफरिन ने कहा कि हम विकल्प के बारे में सोच रहे हैं। सिर्फ क्वार्टर फाइनल या सेमीफाइनल के मैच भी हो सकते हैं। मैच बिना दर्शकों के कराए जा सकते हैं। वहीं, फॉर्मूला-1 समेत अन्य टूर्नामेंट भी कोरोना की रडार पर हैं।

पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। उनका कहना है कि अगर तेज गेंदबाज लगातार 3 महीने रनिंग नहीं करेंगे तो फिटनेस की समस्या हो सकती है। नहीं दौड़ना तेज गेंदबाजों के लिए बड़ा मुद्दा है। भारतीय क्रिकेट टीम ने न्यूजीलैंड दौरे के बाद कोई मैच नहीं खेला है। उन्होंने सलाह दी है कि जिनके पास भी 15-20 मीटर का बगीचा है, उन्हें रनिंग करनी चाहिए।

22 में से 8 रेस रद्द या पोस्टपोन हुईं

फॉर्मूला-1 के पूर्व मुख्य कार्यकारी बर्नी एक्लेस्टोन का कहना है कि 2020 सीजन को रद्द कर देना चाहिए। अभी तक 22 में से 8 रेस को रद्द या पोस्टपोन किया जा चुका है। एक्लेस्टोन ने कहा, ‘हमें चैंपियनशिप अगले साल फिर से शुरू करना चाहिए क्योंकि मुझे नहीं लगता कि विजेता चुनने के लिए पर्याप्त रेस हो पाएंगी।’ 89 की उम्र के एक्लेस्टोन जल्द ही पिता बनने वाले हैं।

‘जून से पहले फुटबॉल शुरू करना संभव नहीं’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में खेलों के जल्द बहाल होने की बात की है। कोरोनावायरस की वजह से दुनिया के सभी स्पोर्टिंग इवेंट रोक दिए गए हैं। स्पोर्ट्स लीग के उच्च अधिकारियों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘अगर अगस्त तक स्टेडियम भर जाएं तो अच्छा होगा।’ वहीं, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज का कहना है कि देश में फुटबॉल जून से पहले शुरू करना मुश्किल है।



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पूर्व भारतीय गेंदबाज आशीष नेहरा ने 3 महीने के लंबे ब्रेक को तेज गेंदबाजों के लिए बड़ी चुनौती मान रहे हैं। -फाइल फोटो


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आईपीएल नहीं होने से डिप्रेशन में आ सकते हैं कई क्रिकेटर: पैडी अपटन, पैट कमिंस बोले- टी-20 वर्ल्ड कप ज्यादा जरूरी

कोरोनावायरस के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) समेत दुनियाभर में जुलाई तक होने वाले तमाम खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। अब 15 अप्रैल को होने वाले आईपीएल पर संकट के बादल छाने लगे हैं। इसको लेकर दक्षिण अफ्रीका के पैडी अपटन का मानना है कि आईपीएल को रद्द नहीं होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कई खिलाड़ी डिप्रेशन में आ सकते हैं। पैडी भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा रह चुके हैं। वहीं, इस बार नीलामी में सबसे मंहगे 15.50 करोड़ रुपए में बिके ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने आईपीएल से ज्यादा जरूरी टी-20 वर्ल्ड कप को बताया है।

पैडी 2011 वर्ल्ड कप विजेता भारतीय टीम के मेंटल कंडिश्निंग कोच थे। उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार से कहा, ‘‘आईपीएल क्रिकेटर्स के लिए एक बड़ा टूर्नामेंट और दुधारू गाय है। लॉकडाउन जैसे हालात में जब कोई स्वस्थ और सामान्य व्यक्ति खुद के बारे में ज्यादा सोचता है, तो वह एंग्जाइटी और डिप्रशन का शिकार हो सकता है। ऐसे समय में मैं खिलाड़ियों के साथ अन्य लोगों को भी सलाह देता हूं कि वे खुद के बारे में ज्यादा न सोचें और अपने लोगों पर ध्यान दें। साथ ही दूसरे विकल्पों पर विचार करें।’’

टी-20 वर्ल्ड कप इस साल का सबसे बड़ा क्रिकेट टूर्नामेंट
वहीं, कमिंस ने कहा, ‘‘2-3 साल से हम लगातार टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर बात कर रहे हैं। 2015 वनडे वर्ल्ड कप मेरे करियर का स्पेशल टूर्नामेंट था, जबकि मैं फाइनल में खेला भी नहीं था। अब मैं चाहता हूं कि इस बार टी-20 वर्ल्ड कप होना चाहिए। यह इंटरनेशनल क्रिकेट में इस साल का सबसे बड़ा इवेंट है। मेरी इच्छा है कि सबकुछ जल्दी ठीक हो और यह टूर्नामेंट अच्छे से संपन्न हो। यदि मैं थोड़ा और लालची होता, तो चाहता कि इस बार आईपीएल भी होना चाहिए।’’

इस साल आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी। पहला मैच मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना है। कोरोनावायरस और वीजा प्रतिबंध के कारण टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया। वहीं, इस बार टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी ऑस्ट्रेलिया को मिली है। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होना है।

‘पीटरसन ने छोटे फॉर्मेट में आईपीएल कराने का सुझाव दिया’
हाल ही में इंग्लिश खिलाड़ी केविन पीटरसन ने छोटे फॉर्मेट में आईपीएल कराने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’



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पैट कमिंस ने कहा- यदि मैं थोड़ा और लालची होता, तो चाहता कि इस बार आईपीएल भी होना चाहिए। -फाइल फोटो


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विंबलडन रद्द होने पर सिमोना बोलीं- अच्छा है खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा, दो साल डिफेंडिंग चैम्पियन रहूंगी

दुनियाभर में महामारी की तरह फैले कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाला टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन रद्द हो गया है। अब यह अगले साल 28 जून से 11 जुलाई के बीच होगा। डिफेंडिंग चैम्पियन रोमानिया की सिमोना हालेप ने इस फैसले का सकारात्मक तौर पर स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए अच्छछा है, क्योंकि अब उन्हें इस साल अपना खिताब बचाने के लिए नहीं लड़ना होगा। वे अब दो साल तक चैम्पियन रहेंगी।

हालेप ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए अपने देश को अस्पतालों को जरूरी उपकरण दान में दिए हैं। वे फिलहाल रोमानिया में ही क्वारैंटाइन हैं। सिमोना ने ऑनलाइन चैटिंग के दौरान कहा, ‘‘विंबलडन का रद्द होना मेरे लिए सकारात्मक खबर ही है, क्योंकि मैं अब दो साल के लिए डिफेंडिंग चैम्पियन रहूंगी।’’

न्यूयॉर्क के हालात खराब होने से यूएस ओपन की उम्मीद कम
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस साल विंबलडन में अपना पहला मैच खेलने के लिए काफी उत्साहित थी। मैं यह अनुभव करना चाहती हूं। मेरे दिमाग में इस समय यह ग्रैंडस्लैम रद्द होने की बेकार बातें चल रहीं हैं। मुझे पक्का विश्वास है कि यदि हम सरकार के आदेशों का पालन करते हैं और घर में रहते हैं तो यह मुश्किल पल भी बीत जाएगा। मेरा मानना है कि यह खराब पल (कोरोना) जुलाई से भी लंबा चल सकता है। यूएस ओपन होने की उम्मीद है, लेकिन यह पक्का नहीं है क्योंकि न्यूयॉर्क के हालात अभी बहुत बेकार हैं।’’ यूएस ओपन 31 अगस्त से 13 सितंबर तक होना है।

हालेप विंबलडन खिताब जीतने वाली रोमानिया की पहली खिलाड़ी
हालेप ने पिछली साल विंबलडन के फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलियम्सन को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराया था। यह उनका पहला विंबलडन खिताब था। हालेप यह टूर्नामेंट जीतने वाली रोमानिया की पहली महिला खिलाड़ी हैं। जबकि, यह उनका दूसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है। उन्होंने 2018 में फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था। वहीं, हालेप पिछली बार यूएस ओपन के दूसरे राउंड से ही बाहर हो गई थीं। इस बार वे जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन के सेमीफाइनल तक पहुंची थीं, लेकिन यहां उन्हें स्पेन की गार्बिन मुगुरूजा ने 7-6, 7-5 से हराया था।



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सिमोना हालेप (दाएं) ने विंबलडन 2019 फाइनल में अमेरिका की सेरेना विलिम्सन 6-2, 6-2 से हराया था।


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पूर्व अंडर-12 चैम्पियन चहल फिर शतरंज खेलते नजर आए, कहा- इस खेल ने मुझे क्रिकेट में संयम रखना सिखाया

शतरंज चैम्पियन से क्रिकटर बने भारतीय स्पिनर युजवेंद्र चहल लॉकडाउन के दौरान फिर से चेस खेलते नजर आए हैं। उन्होंने रविवार को चेस.कॉम के ऑनलाइन ब्लिट्ज टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। गेम से पहले उन्होंने ग्रैंडमास्टर अभिजीत गुप्ता और अंतरराष्ट्रीय मास्टर राकेश कुलकर्णी से बातचीत की। चहल ने कहा कि शतरंज ने उन्हें क्रिकेट के कठीन समय में धीरज रखना सिखाया है। दरअसल, कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान खेल जगत के कई दिग्गज घर में प्रैक्टिस कर रहे हैं या फिर सोशल मीडिया पर चैटिंग के साथ ऑनलाइन गेमिंग खेल रहे हैं।

चहल ने कहा, ‘‘शतरंज ने मुझे संयम रखना सिखाया है। जिस तरह टेस्ट मैच में किसी दिन आपको अच्छी गेंदबाजी करने के बावजूद विकेट नहीं मिलता। लेकिन आप अगले दिन जब फ्रैश मूड में मैदान पर उतरते हैं, तब आपको संयम की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इस मामले में शतरंज ने मेरी काफी मदद की है। मैं संयम रखते हुए गेंदबाजी करता हूं और बल्लेबाज को आउट कर देता हूं।’’

आईपीएल में बेंगलुरु के लिए खेलेंगे चहल
उन्होंने चैटिंग के दौरान क्रिकेट को शतरंज से ज्यादा रोमांचक बताया। चहल ने कहा, ‘‘एक समय मुझे शतरंज और क्रिकेट में से किसी को चुनना था। इस बारे में पिता ने मुझसे कहा कि यह मेरी मर्जी है कि मैं किसे चुनता हूं। मुझे क्रिकेट ज्यादा पसंद है, इसलिए मैंने इसे चुना।’’ चहल ने अब तक 52 वनडे में 91 और 42 टी-20 में 55 विकेट हासिल किए हैं। वे आईपीएल में विराट कोहली की अगुआई वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए खेलेंगे। चहल ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वार्न को अपना आदर्श बताया।

कोरोनावायरस को लेकर चहल ने अपील की, ‘‘आपसे निवेदन की घर पर ही रहें। यह मौका आपके पास हीरो बनने का है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हम सभी को एकजुट होना है। आपके पास लॉकडाउन का यह समय नई चीजें सीखने का है। आप अच्छा पढ़ सकते हो, डांस सीख सकते हो और खाना बनाने की कला भी जान सकते हो।’’



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कोरोनावायरस के कारण 14 अप्रैल तक लगे लॉकडाउन के दौरान युजवेंद्र चहल घर में परिवार के साथ समय बिता रहे हैं। -फाइल फोटो


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फ्रेंच फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर ने खुदकुशी की, कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद डिप्रेशन में थे

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने के कारण कोरोनावायरस का डर लोगों के मन में घर कर गया है। इसी डर के चलते फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) ने खुदकुशी कर ली। सूत्रों की मानें तो बर्नार्ड कोरोना से संक्रमित थे। इसके साथ ही वे डिप्रेशन में आ गए थे। फ्रांस के फुटबॉल टूर्नामेंट लीग-1 के क्लब रीम्स ने बयान जारी किया कि बर्नार्ड के निधन से खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि रीम्स शहर के भी हजारों लोगों को गहरा आघात पहुंचा है। बर्नार्ड 20 साल से क्लब के साथ जुड़े हुएथे।

204 देशों में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा सोमवार सुबह तक 69 हजार 424 पहुंच गया। 12 लाख 72 हजार 860 लोग महामारी से संक्रमित हैं। इलाज के बाद दो लाख 62 हजार स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं, फ्रांस में महामारी से मरने वालों की संख्या 8 हजार से ज्यादा हो गई है, जबकि करीब 93 हजार लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।

बर्नार्ड ने सुसाइड नोट छोड़ा
रीम्स शहर के मेयर अर्नाड रॉबिनेने कहा, ‘‘बर्नार्ड की खुदकुशी से मुझे झटका लगा है। मैं उन्हेंकई सालों से जानता था। बर्नार्ड नेएक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें उन्होंने खुद को कोरोना संक्रमित होने की बात लिखी है। बर्नार्ड को शहर के सभी लोग पसंद करते थे। वेअपने अच्छे व्यक्तित्व को लेकर काफी प्रसिद्ध थे।’’ वहीं, क्लब की मेडिकल टीम ने बताया कि बर्नार्ड दो दिन पहले काफी स्वस्थ थे।

खेल जगत के तीन दिग्गजों की मौत हो चुकी
कोविड-19 के कारण 31 मार्च को खेल जगत के दो दिग्गज इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71) और फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) की मौत हुई थी। इससे पहले 28 मार्च को पाकिस्तान के स्क्वैश लीजेंड आजम खान का 95 साल की उम्र में निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।



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डॉक्टर बर्नार्ड गोंजालेज (60) फ्रांस के फुटबॉल क्लब रीम्स के साथ 20 साल से जुड़े हुए थे। -फाइल फोटो


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ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही से 37% बढ़ी, 80 लाख लोग रोजाना लॉग-इन हो रहे

कोरोनावायरस के कारण दुनिया के लगभग सभी देशों में खेल की गतिविधियां बंद हैं। ऐसे में ई-स्पोर्ट्स यानी ऑनलाइन गेमिंग लगातार बढ़ रही है। खिलाड़ी खेल मैदान से तो दूर हैं लेकिन वर्चुअल मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे हैं। ई-स्पोर्ट्स के खिलाड़ी के अलावा अन्य खेलों के खिलाड़ी भी इससे जुड़ रहे हैं। शनिवार को ही इंग्लैंड के क्रिकेटर बेन स्टोक्स ने फॉर्मूला-1 रेसर चार्ल्स लेकलेर्क और एलेक्स एलबोन के साथ फॉर्मूला-1 ई-स्पोर्ट्स रेस में हिस्सा लिया। पिछले महीने भी लेकलेर्क आैर एलबोन वर्चुअल ग्रांप्री में शामिल हुए थे। इसे हजारों लोगों ने देखा था।

स्पेन की वीडियो गेम एनालिटिक्स कंपनी स्ट्रीम हेटचैट के अनुसार, ई-स्पोर्ट्स की व्यूअरशिप पिछली तिमाही (अक्टूबर, नवंबर, दिसंबर) की तुलना में इस तिमाही (जनवरी, फरवरी, मार्च) में 37% तक बढ़ गई। हर टूर्नामेंट की व्यूअरशिप में इतनी बढ़ोत्तरी हुई है। कई खिलाड़ी आॅनलाइन गेमिंग के जरिए चैरिटी भी जुटा रहे हैं। वहीं, कई ब्रॉडकास्टर ई-स्पोर्ट्स के इवेंट दिखा रहे हैं।

ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए यह सबसे सही समय
अमेरिका की टेलीकम्युनिकेशन कंपनी वेरिजन की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च में क्वारेंटाइन के पहले हफ्ते में वीडियो गेम्स की एक्टिविटी में 75% की बढ़ाेत्तरी हुई। वहीं, लाइव स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यू-ट्यूब गेमिंग और ट्विच पर व्यूअरशिप में 10% की बढ़त देखी गई। नॉर्थ अमेरिका के सबसे बड़े ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट लीग ऑफ लीजेंड्स चैंपियनशिप सीरीज के अनुसार, ऑनलाइन गेमिंग के लिए दुनियाभर में 80 लाख लॉग-इन रोजाना हो रहे हैं। यह ई-स्पोर्ट्स कैलेंडर के लिए सबसे सही वक्त है।

पिछले हफ्ते आई-रेसिंग को टीवी पर 9 लाख लोगों ने देखा
एनवी गेमिंग कंपनी के सीईओ माइक रुफेल ने कहा, ‘इस समय ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री ग्रोथ कर रही है।’ एनवी गेमिंग दुनिया का 8वां सबसे वैल्यूएबल ई-स्पोर्ट्स आर्गनाइजेशन है। अमेरिका में कार रेसिंग के इवेंट नेसकार ने भी आई-रेसिंग ऑनलाइन लीग शुरू की। इसे टीवी पर 9 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा। यह सबसे ज्यादा देखा जाने वाला ई-स्पोर्ट्स इवेंट रहा।

अमेरिका में आर्मी, एयरफोर्स और नेवी की अपनी ई-स्पोर्ट्स टीमें हैं
यूएस नेवी ने हाल ही में ‘गोट्स एंड ग्लोरी’ नाम की ई-स्पोर्ट्स टीम बनाई। यूएस आर्मी और एयरफोर्स की पहले से टीमें हैं। नेवी रिक्रूटिंग कमांड के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर कैप्टन मैट स्मोक बोरेन बताते हैं, ‘ई-स्पोर्ट्स की इंडस्ट्री अरबों डॉलर की है, जहां काफी संभावनाएं हैं।’ वहीं, केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू कियस है। इस लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है। एनएफएल ने भी ऑनलाइन खेलना शुरू किया है।



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केविन डुरंट और लुका डोनकिच समेत कई एनबीए स्टार ने चैरिटी के लिए ‘एनबीए 2के2020’ लीग में हिस्सा लेना शुरू किया है।
एनबीए 2के2020 लीग का टेलीकास्ट भी हो रहा है।


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तीरंदाज दीपिका और अतानु ने घर में बनाया पोर्टेबल रेंज, ओलिंपिक की तैयारियों को लेकर लगातार प्रैक्टिस कर रहे

पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस के कारण विश्व की एक तिहाई आबादी अपने घरों में कैद है। भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज अपने घर में ही प्रैक्टिस कर रहे हैं। फ्री टाइम में वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव होते हैं और अपने फैन्स को कोरोना से लड़ने का संदेश देते नजर आते हैं। ऐसी ही प्रैक्टिस की कुछ तस्वीरें और वीडियो ओलिंपियन तीरंदाज दीपिका कुमारी और अतानु दास के सामने आए हैं।

दीपिका और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे। उन्होंने बताया-हमने पहले की तरह अपना रूटीन बनाकर रखा है। दिन की शुरुआत मेडिटेशन-योगा से होती है। घर में 10 मीटर का पोर्टेबल रेंज बनाया है। इसमें हम प्रैक्टिस करते हैं। दोनों ने 2018 में सगाई की थी। दीपिका-अतानु ने ओलिंपिक के लिए मिक्स्ड डबल्स का टिकट हासिल कर लिया है।



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दीपिका कुमारी (बाएं) और अतानु दास लॉकडाउन के कुछ घंटे पहले पुणे से कोलकाता पहुंचे थे।


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कोहली और सहवाग समेत खेल जगत के कई दिग्गजों ने दीपक जलाए, सचिन बोले- निस्वार्थ भाव से सफाई करने वाले योद्धाओं का धन्यवाद

दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस (कोविड-19) के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से एक अपील की थी। मोदी ने कोरोना के अंधकार को दूर करने के लिए रविवार रात 9 बजे 9 मिनट तक लाइटें बंद कर दीया, मोमबत्ती, टॉर्च या फोन की फ्लैश लाइट जलाने को कहा था। इसका समर्थन करते हुए सचिन तेंंदुलकर, विराट कोहली, वीरेंद्र सहवाग समेत खेल जगत के दिग्गज पहलवान बजरंग पुनिया, गीता फोगाट, योगेश्वर दत्त, निशानेबाज मनु भाकर और पूर्व खेल मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने भी साथ दिया है।

सचिन ने परिवार के साथ दीपक जलाए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘मेरा परिवार और मैं निस्वार्थ भाव से सफाई करने वाले योद्धाओं का धन्यवाद करते हैं। अस्पताल के साथ वे हमारे चारों ओर सफाई करते हुए कीटाणूओं को दूर रखते हैं। आइए हम अपने बड़ों की देखभाल का संकल्प लेते हैं।’’

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सचिन तेंदुलकर ने परिवार के साथ प्रधानमंत्री मोदी की अपील का समर्थन किया। उन्होंने कोरोना के अंंधेरे के खिलाफ दीपक जलाए।


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थाईलैंड-मलेशिया पर  3 और 1 साल का प्रतिबंध, इन देशों के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में नहीं जा पाएंगे

इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (आईडब्ल्यूएफ) ने थाई एमेच्योर वेटलिफ्टिंग एसोसिएशन (टीएडब्ल्यूए) पर 3 और मलेशियन वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (एमडब्ल्यूएफ) पर 1 साल का प्रतिबंध लगाया है। दोनों देशों पर कई सारे डोपिंग आरोप लगने के कारण आईडब्ल्यूएफ शनिवार को यह प्रतिबंध लगाया है। इसके कारण अब थाईलैंड और मलेशिया के वेटलिफ्टर टोक्यो ओलिंपिक में शामिल नहीं पाएंगे। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो गेम्स को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह ओलिंपिक अगले साल 24 जुलाई से 8 अगस्त के बीच होंगे।

इंटरनेशनल फेडरेशन ने कहा है कि टोक्यो ओलिंपिक चाहे जब भी हों, इन दोनों देशों के खिलाड़ी इसमें हिस्सा नहीं ले सकेंगे। इसके अलावा इटनेशनल फेडरेशन ने थाई फेडरेशन पर दो लाख डॉलर (करीब 1.53 करोड़ रुपए) का जुर्माना भी लगाया है। थाई फेडरेशन ने 2018 वर्ल्ड चैम्पियनशिप में अपने 9 वेटलिफ्टरों के डोपिंग में फंसने के बाद खुद ही ओलिंपिक से नाम वापस ले लिया था।

मलेशिया के 3 खिलाड़ी डोप टेस्ट में फेल
वहीं, मलेशिया की बात करें तो एक कैलेंडर ईयर में उसके तीन खिलाड़ियों को डोप टेस्ट में फेल हो के कारण सजा मिल चुकी है। आईडब्ल्यूएफ ने मलेशिया के सभी खिलाड़ियों पर 5 महीने का अतिरिक्त प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले लगभग सभी इवेंट टाले या रद्द किए जा चुके हैं। थाईलैंड और मलेशियाई संस्था 1 अप्रैल से 21 दिन के अंदर कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में इस प्रतिबंध के खिलाफ अपील कर सकते हैं।



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मलेशिया के वेटलिफ्टर मोहम्मद अज्निल बिदिन ने कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 में स्वर्ण जीता था।


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पीटरसन ने आईपीएल को लेकर सुझाव दिया, कहा- तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के छोटे फॉर्मेट में टूर्नामेंट होना चाहिए

कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने आईपीएल कराए जाने को लेकर सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि यदि संभव हो तो आईपीएल के 13वें सीजन को कराया जाना चाहिए। कोरोना के कारण दर्शकों की जान को कोई खतरा न हो, इसके लिए टूर्नामेंट को तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर फैन्स के ही कराया जाना चाहिए।

पीटरसन ने कहा कि इस बार आईपीएल का फॉर्मेट भी छोटा हो सकता है। इस बार टूर्नामेंट तीन या चार हफ्ते में खत्म हो सकता है। पिछले ही महीने बीसीसीआई ने कोरोना और वीजा प्रतिबंध के कारण 29 मार्च से शुरु होने वाले आईपीएल को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। पहला मैच डिफेंडिंग चैम्पियन मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच होना था।

‘हर एक खिलाड़ी आईपीएल खेलने के लिए बेताब है’
इंग्लिश खिलाड़ी ने स्टार स्पोर्ट्स चैनल से कहा, ‘‘चलिए अब जुलाई-अगस्त भी जल्दी ही आने वाला है। मेरा मानना है कि आईपीएल के इस सीजन को भी कराया जाना चाहिए। विश्व का हर एक खिलाड़ी भी यही चाहता है और वह खेलने के लिए भी बेताब है। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजियों के साथ-साथ आईपीएल उन लोगों के लिए भी बहुत महत्व रखता है, जो इसके पर्दे के पीछे काम करते हैं। ऐसा कोई तरीका भी ढूंढना चाहिए, जिससे की फ्रेंचाइजी कुछ कमाई कर सके। जैसे कि सभी मैच सिर्फ तीन सुरक्षित स्टेडियम में बगैर दर्शकों के कराए जाएं। इसे तीन या चार हफ्ते में सीमित कर सकते हैं।’’

आईपीएल से कई लोगों को रोजगार मिलता है: मांजरेकर
पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने भी पीटरसन की बात से सहमत जताते हुए आईपीएल की अहमियत बताई। सरकार, बोर्ड और फ्रेंचाइजी समेत अन्य सभी संबंधित संस्थाओं से सहमति मिलती है, तो आईपीएल को जरूर कराया जाना चाहिए। इससे एक विशेष अर्थव्यवस्था भी शुरू हो जाएगी, क्योंकि जब भी इस टूर्नामेंट की बात आती है, तो यह मुंबई इंडियंस, महेंद्र सिंह धोनी या विराट कोहली के बारे में नहीं होती, बल्कि उन लोगों के लिए होती है, जो आईपीएल के जरिए रोजगार पा रहे हैं।

खाली स्टेडियम में सभी क्रिकेट मैच कराए जाएं: लैंगर
वहीं, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट जस्टिन लैंगर ने बीबीसी रेडियो से कहा, ‘‘जब आप क्रिकेट खेलना शुरू करते हैं, जब आज छोटी उम्र में होते हैं तो उस समय आपके सामने कोई भीड़ नहीं होती है। आपने तब क्रिकेट खेला, क्योंकि आप इस खेल को पसंद करते हैं। आपको अपने साथियों के साथ खेलना पसंद आता है और आपको खेलना अच्छा लगता है। इस खेल के प्यार के कारण और लोगों को टीवी सेट तथा रेडियो के जरिए लोगों का मनोरंजन करने में अब भी सक्षम हैं। ऐसे में ही खाली स्टेडियम में मैच कराए जाने का महत्व है।हां यह थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन हमें इस बात को किसी भी हाल में कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए कि हम सभी कितने भाग्शाली हैं।’’



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इंग्लैंंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन (दाएं) ने आईपीएल के 36 मैच में 35.75 की औसत से 1001 रन बनाए हैं।। -फाइल फोटो


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फाइनल में मैंने ही धोनी को ऊपर आने के लिए कहा था, गंभीर के साथ लेफ्ट-राइट के कॉम्बिनेशन की रणनीति सफल रही: सचिन

पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर शनिवार को वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। सचिन ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में उन्होंने ही कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को एक स्थान ऊपर 5वें नंबर पर आकर बल्लेबाजी करने के लिए कहा था। जब विराट कोहली के रूप में चौथा विकेट गिरा था, तब बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर क्रीज पर थे। सचिन ने लेफ्ट-राइट का कॉम्बिनेशन बनाने के लिए दाएं हाथ के बल्लेबाज धोनी को ऊपर भेजा। जबकि छठे नंबर पर शानदार फॉर्म में चल रहे राइट हैंड बेट्समैन युवराज सिंह को आना था। गंभीर-धोनी के बीच 5वेंं विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई थी। धोनी ने आखिरी बॉल पर छक्का लगाकर मैच जिताया था।

भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जबकि फाइनल में नाबाद 91 रन की पारी खेलने वाले धोनी मैन ऑफ द मैच रहे थे। वहींं,वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था।

श्रीलंकाई स्पिनर के लिए लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाया

सचिन ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि श्रींलका में दो शानदार स्पिनर खेल रहे थे, इसलिए मुझे लगा की बल्लेबाजी में लेफ्ट-राइट कॉम्बिनेशन बनाए रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘‘गौतम शानदार बल्लेबाजी कर रहा था। उसके साथ धोनी जैसा बल्लेबाज ही लगातार स्ट्राइक बदल सकता था। तभी मैंने वीरू (वीरेंद्र सहवाग) से संदेशा भिजवाया। मैंने वीरू से कहा कि तू ओवर के बीच में जाकर सिर्फ ये बात बाहर जाकर एमएस (धोनी) को बोल देना और अगला ओवर शुरू होने से पहले वापस आ जाना। मैं यहां से नहीं हिलने वाला।’’

सचिन ने कहा, ‘‘जैसा मैंने कहा था, वीरू ने वैसा ही किया। इसके बाद धोनी ड्रेसिंग रूम में लौट गए। यहां उन्होंने कोच गैरी कर्स्टन से इस रणनीति पर बात की। हमारे (सचिन-वीरू) आउट होने के बाद गैरी और धोनी समेत हम चारों ने मिलकर इस पर चर्चा की। गैरी को अटैकिंग के लिए लेफ्ट-राइट की रणनीति बेहतरीन लगी। धोनी भी इस पर राजी भी हो गए और 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए।’’

‘धोनी ने कोच से कहा था कि वे मुरली को अच्छे से खेल सकते हैं’
वहीं, ऑलराउंडर सुरेश रैना ने कहा कि धोनी मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’

फाइनल में गंभीर ने 97 और धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे
मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। जबकि सचिन 18 रन और सहवाग शून्य पर पवेलियन लौट गए थे।



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वर्ल्ड कप जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था।


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हॉकी इंडिया ने एक करोड़ दिए, गांगुली ने 10 हजार लोगों को भोजन कराया; वसीम अकरम बैट-बॉल नीलाम करेंगे

कोरोनावायरस से लड़ने में हॉकी इंडिया (एचआई) ने एक बार फिर मदद का हाथ बढ़ाया है। एक अप्रैल को 25 लाख देने की घोषणा करने वाली एचआई ने 75 लाख रुपए और डोनेट करने का फैसला किया है। अब कुल राशि एक करोड़ रुपए हो गई है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज वसीम अकरम और इंग्लैंड के डैरेन गॉफ भी मदद के लिए आगे आए हैं। दोनों ने फंड जुटाने के लिए अपनी यादगार चीजों को नीलामी के लिए देने का फैसला किया है। अकरम ने नीलामी के लिए अपना ऑटोग्राफ किया बल्ला और गेंद देने का फैसला किया है। इंग्लैंड के लिए वनडे के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज गॉफ नीलामी के लिए ऑटोग्राफ्ड गेंद देंगे।

इस बीच, गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी ने पीएम केयर्स फंड में 7 लाख रुपए दान किए हैं। वहीं, पूर्व वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद और कोनेरू हंपी सहित कई भारतीय शतरंज खिलाड़ी फंड जुटाने के लिए ऑनलाइन एग्जिबीशन गेम खेलेंगे।

गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद की
बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कोलकाता के इस्कॉन मंदिर की मदद कर करीब 10 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम किया है। कोलकाता इस्कॉन रोज करीब दस हजार लोगों को भोजन दे रहा था। अब वह 20 हजार लोगों के भोजन का इंतजाम कर सकेगा।

स्टेडियम को अस्पताल और टेस्टिंग सेंटर में बदला
अमेरिका का बीजेके नेशनल टेनिस सेंटर और जर्मनी का इडुना पार्क स्टेडियम कोरोनावायरस महामारी में मदद के लिए आगे आया है। यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम के क्वींस स्टेडियम को अस्थाई हॉस्पिटल में बदल दिया है। आर्मस्ट्रांग स्टेडियम को डिस्ट्रिब्यूशन सेंटर में बदल दिया है। यहां रोजाना 25 हजार खाने के पैकेट तैयार किए जा रहे हैै। इस बीच, जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।

महिला खिलाड़ी 3 महीने की सैलरी में कटौती कराएंगी
इंग्लैंड के पुरुष और महिला क्रिकेटर सैलरी कटौती की बात पर सहमत हो गए हैं। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट पाने वाले पुरुष खिलाड़ियों ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को पांच लाख पाउंड (लगभग 4.71 करोड़ रुपए) देने की पेशकश की है। कोरोनावायरस के खिलाफ मदद के लिए खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। ईसीबी ने खिलाड़ियों की सैलरी में 20 प्रतिशत की कटौती का प्रस्ताव रखा था। वहीं महिला क्रिकेटरों ने अप्रैल, मई और जून की सैलरी में कटौती का प्रस्ताव रखा है। बयान में कहा गया कि इंग्लैंड के कॉन्ट्रैक्ट प्राप्त पुरुष खिलाड़ी बातचीत के बाद ईसीबी को दान देने पर सहमत हुए हैं। इसमें कहा गया कि पूरी जानकारी अगले सप्ताह दी जाएगी। कुछ क्रिकेटर व्यक्तिगत तौर पर भी योगदान दे चुके हैं। विकेटकीपर जोस बटलर अपनी 2019 वर्ल्ड कप की जर्सी की नीलामी कर रहे हैं जबकि महिला टीम की कप्तान हीथर नाइट नेशनल हेल्थ सर्विस से जुड़ी हुई हैं। नाइट ने कहा कि सभी खिलाड़ी सैलरी कटौती के पक्ष में हैं।



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जर्मन क्लब बोरुसिया डॉर्टमंड के स्टेडियम का इस्तेमाल कोरोना टेस्टिंग सेंटर के रूप में होगा।


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अक्टूबर से शुरू होने वाला टी-20 वर्ल्डकप मुश्किल में, इस दौरान आईपीएल हो सकता है

कोरोनावायरस के कारण कई और खेल स्थगित हो गए। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन के एक ट्वीट ने आईपीएल के आयोजन पर दिलचस्प बहस छेड़ दी है। आईपीएल अभी 15 अप्रैल तक स्थगित है। बोर्ड की ओर से अभी इसे रद्द नहीं किया गया है। यदि लॉकडाउन हट जाता है तो भी बीसीसीआई और फ्रेंचाइजी के पास छोटे टूर्नामेंट के लिए भी समय नहीं है। भले ही बोर्ड, टीम के मालिक और ब्रॉडकास्टर घाटे को तैयार हों, लेकिन कोई खिलाड़ी तब तक नहीं खेलना चाहेगा जब तक कि महामारी पूरी तरह से काबू में नहीं आ जाती।

वॉन ने कहा कि सितंबर-अक्टूबर में 5 हफ्ते का आईपीएल कराया जा सकता है। यह ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिहाज से अच्छा है। वॉन की सोच बताती है कि आईपीएल न केवल भारतीय बल्कि विदेशी खिलाड़ियों के लिए भी महत्वपूर्ण है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के एक्सपर्ट पीटर लालोर इसे दूसरी ओर ले गए और कहा कि खिलाड़ियों की कठिनाई को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप को रद्द किया जा सकता है।

बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी में
इस दौरान बीसीसीआई अक्टूबर-नवंबर में आईपीएल कराने की तैयारी में है। यह बताता है कि टी20 वर्ल्ड कप को कितनी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि अभी 6 महीने का समय बाकी है। ऑस्ट्रेलिया इसे बिना फैंस के करा सकता है। यदि वर्ल्ड कप नहीं होता है तो इसे 2022 में कराया जा सकता है। सभी के अपने-अपने फाइनेंशियल हित हैं। भले यह अटकलबाजी हो लेकिन देखना होगा कि यह मामला कैसे सुलझता है।



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टी-20 वर्ल्ड कप में भारत का पहला मुकाबला दक्षिण अफ्रीका से 24 अक्टूबर को होना है। -फाइल फोटो
भारतीय टीम के कोच और चयनकर्ता कई बार कह चुके हैंं कि आईपीएल के प्रदर्शन के आधार पर ही धोनी का टी-20 वर्ल्ड कप में चयन संभव है। -फाइल फोटो


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टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ाई, अब 24 साल के खिलाड़ी भी खेल सकेंगे

फुटबॉल की वर्ल्ड गवर्निंग बॉडी फीफा ने टोक्यो ओलिंपिक के लिए फुटबॉलरों की आयु सीमा बढ़ा दी है। अब ओलिंपिक में एक जनवरी 1997 या उसके बाद जन्मे फुटबॉलर हिस्सा ले सकेंगे। यानी 2021 गेम्स में 24 साल के फुटबॉलर भी हिस्सा ले सकेंगे। यह फैसला टोक्यो ओलिंपिक को एक साल बढ़ाने के कारण लिया गया है। दरअसल, ओलिंपिक फुटबॉल में सिर्फ अंडर-23 खिलाड़ी खेलते हैं। लेकिन कोरोनावायरस के कारण गेम्स एक साल बढ़ा दिए गए, इसलिए ओलिंपिक के फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए आयुसीमा बढ़ाने की मांग की थी।

साथ ही इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो गेम्स के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 हो गई। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’



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कोरोनावायरस के कारण टोक्यो ओलिंपिक एक साल टला। अब यह गेम्स अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। -फाइल फोटो


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काका ने कहा- रोनाल्डो शानदार और उसमें जीत की भूख, लेकिन मेसी जीनियस और प्योर टैलेंटेड

कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण दुनिया की एक तिहाई से ज्यादा आबादी घरों में कैद है। ऐसे में टोक्यो ओलिंपिक, विंबलडन और इंटरनेशनल फुटबॉल मैच समेत विश्व के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स टाले या रद्द कर दिए गए हैं। ऐसे में खेल जगत के दिग्गज सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं। ब्राजील के लीजेंड पूर्व फुटबॉलर काका ने इंस्टाग्राम पर फैन्स के साथ चैटिंग की। इसी दौरान एक फैन ने काका से पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी में से किसी एक को बेस्ट फुटबॉलर चुनने के लिए कहा। इस पर काका ने रोनाल्डो को शानदार और मेसी को जीनियर और प्योर टैलेंटेड बताया।

मेसी ने रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता
बार्सिलोना के मेसी ने दिसंबर 2019 में रिकॉर्ड छठी बार बैलन डी'ओर अवॉर्ड जीता था। वे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। इस मामले में भी मेसी ने युवेंटस के रोनाल्डो (5 बार) को पीछे छोड़ दिया। लिवरपूल के डिफेंडर वर्जिल वान डिक दूसरे और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो तीसरे स्थान पर रहे थे।

‘हम भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे’
काका ने फैन के सवाल पर कहा, ‘‘मैं क्रिस्टियानो के साथ खेला हूं। वह वास्तव में बहुत शानदार है, लेकिन मैं मेसी को चुनना पसंद करूंगा। वह (मेसी) जीनियस और प्योर टैलेंटेड (खालिस प्रतिभाशाली) है। वह अपने तरीके का अद्भुत खेल खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिस्टियानो एक मशीन है। वह मजबूत, शक्तिशाली और काफी तेज है। वह मानसिक तौर पर भी मजबूत है। वह हमेशा ही खेलना और जीतना चाहता है। खेल के इतिहास में वे (मेसी और क्रिस्टियानो) निश्चित तौर पर टॉप-5 में रहेंगे। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि दोनों को खेलते हुए देख रहे हैं।’’



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बार्सिलोना के लियोनल मेसी (बीच में) 6 बार और युवेंटस के क्रिस्टियानो रोनाल्डो (बाएं) 5 बार दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गए। -फाइल फोटो


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वसीम जाफर की ऑलटाइम वनडे टीम में 4 भारतीय, धोनी को कप्तान बनाया; एक भी इंडियन गेंदबाज शामिल नहीं

पूर्व भारतीय ओपनर वसीम जाफर ने शनिवार को अपनी ऑलटाइम वनडे टीम चुनी। इसमें उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान बनाया। इनके अलावा उन्होंने सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा को ओपनर के तौर पर टीम में रखा, जबकि विराट कोहली को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए रखा है। हैरानी की बात यह है कि जाफर ने अपनी टीम में ऑस्ट्रेलिया को दो वर्ल्ड कप (2003 और 2007) जिताने वाले रिकी पोंटिंग को 12वें नंबर पर रखा है।

जाफर ने टीम में तीसरे नंबर पर वेस्टइंडीज के दिग्गज विवियन रिचर्ड्स, जबकि 5वें नंबर पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर एबी डीविलियर्स और छठे पर इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को जगह दी है। उनकी टीम में एक भी भारतीय गेंदबाज को जगह नहीं मिली। जाफर स्पिनर के तौर पर पाकिस्तान के सकलैन मुश्ताक और ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न को रखा है। तेज गेंदबाजों में विंडीज के जोएन गार्नर, पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम और ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्रा को चुना।

धोनी की कप्तानी में भारत ने वनडे और टी-20 वर्ल्ड कप जीता
धोनी भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई में वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल खेला था। उन्होंने टीम के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम ने 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीता था।

जाफर घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी
वहीं, जाफर रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने रणजी में 12038, ईरानी ट्रॉफी में 1294 और दलीप ट्रॉफी में 2545 रन बनाए हैं। वे सबसे ज्यादा 156 रणजी मैच खेलने वाले खिलाड़ी हैं। उन्होंने मुंबई को दो बार रणजी चैंपियन बनाया। वे दो बार रणजी टाइटल जीतने वाली विदर्भ टीम के सदस्य थे। वे रणजी में 12 हजार से ज्यादा रन बनाने वाले इकलौते खिलाड़ी हैं।



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महेंद्र सिंह धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। वहीं, वसीम जाफर ने 31 टेस्ट और 2 वनडे खेले हैं। -फाइल फोटो


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सुरेश रैना ने विनिंग मोमेंट को याद किया, बोले- जहीर गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे, युवी का भी बड़ा योगदान रहा

भारतीय ऑलराउंडर सुरेश रैना ने वनडे वर्ल्ड कप 2011 के विनिंग मोमेंट को याद किया। उन्होंने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी से कहा कि वे इस पल को हर साल होली और दीवाली की तरह मनाते हैं। रैना ने कहा कि तब लोगों को लगता था कि भारत की बल्लेबाजी ही ज्यादा मजबूत है, लेकिन जहीर खान के नेतृत्व में भारतीय गेंदबाजी ने कमाल दिखाया था। वे गेंदबाजी डिपार्टमेंट के सचिन तेंदुलकर थे। जहीर ने जरूरत के समय हर बार विकेट लेकर जीत को आसान किया था। इसके साथ ही युवराज सिंह का भी शानदान योगदान रहा था।

कपिल देव की कप्तानी में 1983 के बाद भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। भारतीय टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। युवराज मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। जहीर ने टूर्नामेंट में पाकिस्तानी ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के साथ संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए थे। जहीर का 9 मैच में 18.76 का औसत रहा था।

‘सचिन के आउट होते ही ड्रेसिंग रूम में सन्नाटा छा गया था’
रैना ने क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 34 और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ 36 रन की पारी खेली थी। उन्होंने फाइनल को लेकर कहा, ‘‘श्रीलंका ने चुनौतिपूर्ण लक्ष्य (275 रन) का टारगेट दिया था। ड्रेसिंग रूम में शांति छाई हुई थी। कुछ लोग नहाने चले गए थे, कुछ आइस बाथ ले रहे थे। जबकि कुछ लोग सिर्फ खा रहे थे, लेकिन सभी के दिमाग में ट्रॉफी ही घूम रही थी। सभी लोग अलग-अलग बैठे थे और एक दूसरे से बात नहीं कर रहे थे। सहवाग के आउट होने पर गौतम गंभीर (97 रन) मैदान में गए। सभी की निगाहें उन्हीं पर थी। इसके बाद सचिन पाजी के आउट होने के साथ ही ड्रेसिंग रूम में मानो सन्नाटा छा गया था। ’’

‘युवी से पहले धोनी बल्लेबाजी करने आए’
उन्होंने कहा, ‘‘इस दिन गंभीर का विश्वास से भरा हुआ था। उसको देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे वह हमारे लिए वर्ल्ड कप जीतना चाहता है। धोनी (नाबाद 91 रन) फार्म में चल रहे युवराज के पहले बल्लेबाजी करने आए थे। धोनी ने कोच गैरी कर्स्टन से कहा था कि वे मुरलीधरन को अच्छे से खेल सकते हैं, इसलिए वे पहले जाना चाहते हैं। मुझे याद है कि सबकुछ कितने अच्छे से हुआ था।’’ फाइनल में रैना की बल्लेबाजी नहीं आ पाई थी।

भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था
मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इसके लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि युवी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे।



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मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका 6 विकेट से शिकस्त दी थी।


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भारत में पहली बार होने वाला अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप अनिश्चितकाल के लिए टला, कोलकाता समेत 5 जगह मैच होंगे

भारत में पहली बार होने जा रहा अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप कोरोनावायरस (कोविड-19) के कारण अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया गया है। टूर्नामेंट की नई तारीखों का जल्द ही ऐलान किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को फेडरेशन इंटरनेशनल फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा) ने दी। यह टूर्नामेंट 2 से 21 नवंबर के बीच देश में 5 जगह कोलकाता, गुवाहाटी, भुवनेश्वर, अहमदाबाद और नवी मुंबई में खेला जाना था।

कोरोनावायरस से दुनियाभर में शनिवार सुबह तक 59 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। वहीं, भारत में संक्रमितों की संख्या 2 हजार 547 तक पहुंच गई है। इनमें से 62 लोगों की मौत हो गई।

कोरोना के खतरे के चलते फैसला: फीफा

अंडर-17 वर्ल्ड कप में विश्व की 16 टीमें शामिल होंगी। मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधीएंट्री मिली। भारत में होने वाले इस टूर्नामेंट की घोषणा इसी साल फरवरी में की गई थी। वर्ल्ड कप का फाइनल नवी मुंबई में होना था। फीफा ने कहा कि टूर्नामेंट टालने का फैसला कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है। हमारे लिए खेल से पहले लोगों कीजिंदगी ज्यादा जरूरी है।

अंडर-20 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप भी टला
फीफा की गवर्निंग बॉडी ने इसी साल होने वाले अंडर-20 महिला वर्ल्ड कप को भी टाल दिया है। यह टूर्नामेंट पनामा/कोस्टारिका में अगस्त से सितंबर के बीच खेला जाना था। वहीं, कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण दुनियाभर में जुलाई तक के सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल या रद्द कर दिए गए। इसमें टोक्यो ओलिंपिक, क्रिकेट टूर्नामेंट आईपीएल और टेनिस ग्रैंडस्लैम विंबलडन शामिल हैं। ओलिंपिक अब अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे, जबकि 15 अप्रैल तक टले आईपीएल पर अब भी खतरा मंडरा रहा है।

‘अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है’
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने न्यूज एजेंसी से कहा कि उन्हें ऐसी आशंका पहले से ही थी। कुशल ने कहा, ‘‘जिस तरह से कोरोना के कारण बाकी सभी खेल टूर्नामेंट्स टाल दिए गए, तो ऐसे में वर्ल्ड कप भी टलना ही था। हमने इस फैसले को सर्वसम्मति से माना है। टूर्नामेंट के लिए यूरोप, अफ्रीका समेत अन्य जगहों पर होने वाले क्वालिफाई मुकाबलों को भी टाल दिया गया है। अगले साल वर्ल्ड कप होने की पूरी उम्मीद है।’’

‘कोरोना के कारण दुनियाभर में फुटबॉल प्रभावित’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इन्फेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा,इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा, तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इन्फेंटिनो ने दक्षिण अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें,लेकिन यह संभव नहीं। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’’



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मेजबान होने के कारण भारतीय टीम को क्वालिफाई करने की जरूरत नहीं पड़ी। टीम को सीधे एंट्री मिली है। -फाइल फोटो


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फिजिकल के साथ मेंटल फिटनेस भी महत्वपूर्ण: सचिन, हिमा दास बोलीं- डॉक्टर-पुलिस पर हमले से दुखी हूं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस को लेकर शुक्रवार को 40 खिलाड़ियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से चर्चा की। इस दौरान सचिन तेंदुलकर के अलावा विराट कोहली, रोहित शर्मा, जहीर खान, युवराज सिंह, पीवी सिंधु, नीरज चोपड़ा, विश्वनाथन आनंद, हिमा दास, अमित पंघाल, विनेश फोगाट, मनु भाकर सहित 12 खिलाड़ियों ने तीन-तीन मिनट में अपनी बात रखी। सचिन ने फिजिकल के साथ मेंटल फिटनेस को भी जरूरी बताया। वहीं, हिमा दास ने कहा कि डॉक्टर और पुलिस पर हमले से वे दुखी हैं।

मोदी ने खिलाड़ियों से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता को लेकर जागरूक करने को कहा। इस लड़ाई में खेल की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। लगभग एक घंटे तक चली बातचीत में पीएम ने खिलाड़ियों से कहा कि उनके सुझावों पर ध्यान दिया जाएगा। हम टीम इंडिया की तरह इस महामारी से लड़ रहे हैं। आपकी प्रेरणा से हम महामारी से बाहर निकल आएंगे।

सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा: चानू
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने कहा कि पीएम ने सभी से इस महामारी से एकजुट होकर लड़ने को कहा है। वहीं एथलीट हिमा दास ने देश भर में पुलिस और डॉक्टर पर हो रहे हमले पर दुख जताया और कहा कि ये लोग नियम नहीं मान रहे। सचिन ने बताया कि पीएम ने हमें 14 अप्रैल के बाद भी सतर्क रहने का कहा है। सचिन ने कहा, ‘मैंने सुझाव दिया कि मैं हाथ मिलाने की जगह ‘नमस्ते’ का उपयोग करूंगा। मेंटल फिटनेस भी फिजिकल फिटनेस की तरह महत्वपूर्ण है।



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प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के हालात पर सचिन तेंदुलकर समेत खेल जगत की 40 हस्तियों से चर्चा की।


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स्पॉट फिक्सर हत्यारे के समान, वह दोबारा खेलने लायक नहीं, उसे फांसी दे देनी चाहिए: जावेद मियांदाद

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को फांसी की सजा देने की बात कही है। उन्होंने शुक्रवार को यूट्यूब चैनल पर कहा, ‘‘स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त खिलाड़ियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। जैसे किसी की हत्या करना गंभीर अपराध है, वैसे ही यह भी माफी लायक जुर्म नहीं है। स्पॉट फिक्सिंग करने वालों को फांसी दे दी जानी चाहिए। उन्हें दोबारा क्रिकेट खेलने का अधिकार नहीं होता है।’’

मियांदाद ने कहा, ‘‘स्पॉट-फिक्सर को फांसी देकर एक उदाहरण स्थापित किया जाना चाहिए ताकि कोई भी खिलाड़ी ऐसा कुछ करने के बारे में न सोचे। ये बातें हमारे धर्म (इस्लाम) की शिक्षाओं के खिलाफ हैं। हम सभी को उसी के अनुसार व्यवहार करना चाहिए। पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) उन्हें माफ करके सही नहीं कर रहा है। स्पॉट-फिक्सर को वापस लाने वालों को खुद पर शर्म आनी चाहिए।’’

‘स्पॉट-फिक्सर इंसानियत के दुश्मन हैं’
पूर्व पाकिस्तानी कप्तान ने कहा, ‘‘जो खिलाड़ी स्पॉट फिक्सिंग कर सकते हैं, वे अपने माता-पिता और परिवार के प्रति ईमानदार नहीं होते हैं। यदि वे ईमानदार होते तो ऐसा गलत काम कभी नहीं करते। ऐसे लोग इंसानियत के भी दुश्मन होते हैं, जिन्हें जीने का हक नहीं होता। यह खिलाड़ी पैसा कमाने के लिए भ्रष्टाचार में शामिल होते हैं। बाहर होने के बाद ये अपने कनेक्शन का इस्तेमाल कर फिर टीम में आ जाते हैं।’’

‘पीएसएल मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण होता है’
हाल ही में मियांदाद ने एक इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण होता है। उन्होंने कहा था, ‘‘पाकिस्तान क्रिकेट खेलने वाला देश है। उसने कई घोटालों और समस्याओं को सामना किया है। सट्टेबाजी के कारण पाकिस्तान ने अपने कई अच्छे खिलाड़ियों को गंवाया है। इसलिए पीएसएल के मैचों का सट्टेबाजी कंपनियों की वेबसाइट पर सीधा प्रसारण मामूली बात नहीं है। इसकी जांच बोर्ड के बाहर निष्पक्ष तरीके से होनी चाहिए, क्योंकि पीसीबी के ही कुछ अधिकारी इससे मिले हैं।’’

1992 वर्ल्ड कप फाइनल में मियांदाद-इमरान ने की 139 रन की साझेदारी
मियांदाद ने 1992 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। फाइनल में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 249 रन बनाए थे। इसके जवाब में इंग्लैंड 227 रन पर ही सिमट गई थी। मैच में पाकिस्तान के दो विकेट 24 रन पर ही गिर गए थे। इसके बाद इमरान और मियांदाद ने तीसरे विकेट के लिए 139 रन की अहम साझेदारी की थी। मैच में इंजमाम उल हक ने 46 गेंद पर 42 रन और वसीम अकरम ने 18 गेंद पर 33 रनों की पारी खेली थी। जबकि अकरम और मुश्ताक अहमद ने 3-3 विकेट लिए थे। मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं।



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मियांदाद ने पाकिस्तान के लिए 124 टेस्ट में 8832 और 233 वनडे में 7381 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो


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फुटबॉलर नेमार ने यूनिसेफ को 7.5 करोड़ रुपए दिए, इंग्लिश क्रिकेटर्स ने 4 करोड़ रु. से ज्यादा जुटाए

कोरोनावायरस से दुनियाभर में शनिवार सुबह तक 59 हजार 141 लोगों की मौत हो चुकी है। संक्रमितों की संख्या 10 लाख 98 हजार पहुंच गई है। ऐसे संकट के समय में खेल जगत से कई दिग्गजों ने कोरोना से बचाव के लिए खुले हाथ से दान दिया है। ब्राजील के स्टार फुटबॉल खिलाड़ी नेमार ने कोरोनावायरस के पीड़ित लोगों की मदद के लिए 7 करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंने यह राशि यूनिसेफ को दी है। इससे ब्राजील में पीड़ितों की मदद की जाएगी। हालांकि नेमार ने इसके बारे में अपनी ओर से कुछ नहीं कहा था। इसके पहले रोनाल्डो, मेसी, फेडरर, नडाल सहित कई बड़े खिलाड़ियों ने करोड़ों रुपए दिए थे। साथ ही इंग्लैंड के क्रिकेटर्स ने 4.6 करोड़ रुपएजुटाए हैं।

प्रीमियर लीग में सैलरी कटौती हो सकती है
इंग्लिश प्रीमियर के खिलाड़ियों की सैलरी में भी कटौती हो सकती है। कोरोनावायरस के कारण खेल पूरी तरह बंद है। इस बीच प्रीमियर लीग, फुटबॉल लीग और खिलाड़ियों के यूनियन के बीच चर्चा चल रही है। हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ सभी को शामिल होना चाहिए। नॉन प्लेइंग स्टॉफ को सैलरी मिलनी चाहिए। प्रोफेशनल फुटबॉलर्स एसोसिएशन ने भी जारी बयान में कहा है कि क्लबों को नॉन प्लेइंग स्टाफ को भुगतान करना चाहिए। इसके पहले स्पेनिश क्लब बार्सिलोना और एटलेटिको मैड्रिड के खिलाड़ियाें ने सैलरी में 70 फीसदी की कटौती पर सहमति दे दी है।

ओलिंपिक संघ ने 71 लाख रुपए का फंड इकट्‌ठा किया
भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओसी) ने कोरोनावायरस से लड़ाई के लिए 71 लाख का फंड इकट्ठा किया है। इसमें राज्य संघों के साथ ही नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन ने भी योगदान दिया है। महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि आईओए अपने एनएसएफ और राज्य संघों को योगदान देने के लिए आभार प्रकट करता है।

इंग्लैंड का एजबस्टन क्रिकेट स्टेडियम बनेगा कोविड-19 का टेस्टिंग सेंटर
इंग्लैंड के वारविकशायर काउंटी क्रिकेट क्लब ने कोरोना टेस्टिंग के लिए एजबस्टन स्टेडियम दिया है। स्टेडियम की कार पार्किंग का इस्तेमाल बर्मिंघम में काम करने वाले मेडिकल कर्मचारियों की नियमित टेस्टिंग के लिए किया जाएगा। इससे पहले लॉर्ड्स ने पार्किंग हॉस्पिटल कर्मचारियों के लिए खोल दी थी।



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ब्राजील के स्टार फुटबॉलर नेमार फ्रांस के क्लब पीएसजी के लिए खेलते हैंं। वे जल्द ही बार्सिलोना के साथ बड़ा करार कर सकते हैं। -फाइल फोटो


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ओलिंपिक क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021, फीफा अध्यक्ष ने कहा- नहीं पता फुटबॉल कब शुरू होगा

इंटरनेशनल ओलिंपिक कमेटी (आईओसी) ने क्वालिफिकेशन की नई समय-सीमा तय कर दी। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करने की आखिरी तारीख 29 जून 2021 है। सभी खेलों के इंटरनेशनल फेडरेशन को अपने ओलिंपिक क्वालिफायर इस तारीख से पहले करने होंगे। पहले ओलिंपिक इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त तक होने थे। लेकिन कोरोनावायरस के कारण अब ये अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होंगे। आईओसी ने कहा, ‘इंटरनेशनल फेडरेशन को अपनी क्वालिफिकेशन डेडलाइन अगले साल 29 जून से पहले रखनी होंगी। वहीं, खेलों की एंट्री की डेडलाइन पांच जुलाई रखी गई है।’

आईओसी पहले ही कह चुका है कि जो खिलाड़ी ओलिंपिक कोटा हासिल कर चुके हैं, उनका कोटा बरकरार रहेगा। आईओसी ने कहा कि खेलों की तारीख और वेन्यू बताना अभी मुश्किल है। कोरोना का प्रभाव कम होने और यात्रा प्रतिबंध खत्म होने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

‘हमारी दुनिया और खेल अलग-अलग होने वाले हैं’
फुटबॉल की वर्ल्ड बॉडी फीफा के अध्यक्ष गियानी इनफेंटिनो ने कहा कि खेल दोबारा कब शुरू होगा। इसके बारे में किसी को नहीं पता। जब यह फिर से शुरू होगा तब स्थिति बदली होगी। कोरोनावायरस के कारण पूरी दुनिया में फुटबॉल प्रभावित हुआ है। इनफेंटिनो ने साउथ अमेरिका के फुटबॉल प्रमुखों से कहा, ‘हम सभी चाहते हैं कि हम कल से खेलें। लेकिन यह संभव नहीं है। आज कोई भी नहीं जानता कि हम पहले की तरह खेल पाएंगे। जब हम सामान्य स्थिति में लौटेंगे तो हमारी दुनिया और हमारा खेल अलग-अलग होने वाला है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि फुटबॉल जीवित रहे और यह एक बार फिर से समृद्ध हो सके।’



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इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को कोरोनावायरस के कारण एक साल के लिए टाला। अब यह गेम्स अगले साल जुलाई-अगस्त में होंगे। -फाइल फोटो


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रोनाल्डो 7642 करोड़ रु. कमाने वाले पहले फुटबॉलर बन सकते हैं, टाइगर वुड्स और फ्लायड मेवेदर को पीछे छोड़ देंगे

फुटबॉल मैदान पर तो क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने तमाम बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए ही हैं। कमाई के मामले में भी वे नया रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। रोनाल्डो इस साल बिलियनेयर स्पोर्ट्स पर्सन की लिस्ट में शामिल हो सकते हैं। फोर्ब्स के अनुसार, वे 1 बिलियन डॉलर की कमाई के साथ पहले फुटबॉलर बन सकते हैं। अब तक सिर्फ दो ही खिलाड़ी हैं, जो इतनी कमाई कर सके हैं। अमेरिकी गोल्फर टाइगर वुड्स 2009 में पहले अरबपति खिलाड़ी बने थे। 2017 में अमेरिका के प्रोफेशनल बॉक्सर फ्लायड मेवेदर ने इतनी कमाई की थी। रोनाल्डो की कुल कमाई 800 मिलियन डॉलर (करीब 6087 करोड़ रुपए) है।

दूसरे सबसे ज्यादा कमाई वाले खिलाड़ी थे
रोनाल्डो ने 2019 में 109 मिलियन डॉलर (829 करोड़ रु.) कमाई की थी। वे दूसरे हाईएस्ट पेड एथलीट बने थे। उन्होंने 2018 में युवेंटस के साथ 340 मिलियन डॉलर (2588 करोड़ रु.) की डील की थी। रोनाल्डो नाइकी से 804 मिलियन पाउंड (6120 करोड़ रु.) की लाइफटाइम डील भी कर चुके हैं।

रोजाना 3 करोड़ सैलरी से कमाते हैं रोनाल्डो

  • रोनाल्डो सैलरी से सालाना 820 करोड़ कमाते हैं। यानी महीने के करीब 68 करोड़, हफ्ते के 15.7 करोड़ और दिन के 3.15 करोड़ रुपए कमाते हैं।
  • 350 करोड़ रुपए का एनुअल पे-चेक मिलेगा रोनाल्डो को इस साल। यह लियोनेल मेसी और नेमार को छोड़ दिया जाए, तो दुनिया के अन्य सभी फुटबॉलर से ज्यादा है।
  • 343 करोड़ रुपए कमाएंगे रोनाल्डो वॉकिंग बिलबोर्ड, नाइकी के एंडोर्समेंट, सीआर7 ब्रॉन्ड के अंडरवियर, फुटवियर और कोलोन से।
  • 693 करोड़ रुपए की अतिरिक्त कमाई हो सकती है। इसमें सोशल मीडिया और एंडोर्समेंट से होने वाली कमाई शामिल है।


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क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 2019 में 109 मिलियन डॉलर (829 करोड़ रु.) कमाई की थी। वे दूसरे हाईएस्ट पेड एथलीट बने थे। -फाइल फोटो


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मोदी ने सचिन-सिंधु समेत खेलजगत की 40 हस्तियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की, कोविड से निपटने के लिए 5 मंत्र दिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को खेल जगत की हस्तियों से वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए देश में बढ़ते कोरोनावायरसके हालात पर चर्चा की। इसमें बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी समेत 40 शीर्ष खिलाड़ी शामिल हुए। इस दौरान मोदी इन सभी खिलाड़ियों से कोरोना के खिलाफ जंग में साथ आने की अपील की।पहले भी मोदी ने खेल जगत के दिग्गजों के कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए दान देने के लिए अपील की थी।

21 दिन के लॉकडाउन के बाद मोदी ने पहली बार खेल जगत की हस्तियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए देश के हालात पर चर्चा की।चर्चा में पीटी ऊषा, पुलेला गोपीचंद, विश्वनाथन आनंद, हिमा दास, शरद कुमार, बजरंग पुनिया, पीवी सिंधु, रोहित शर्मा, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह और चेतेश्वर पुजारा भी शामिल रहे। फिलहाल,यह लॉकडाउन 14 अप्रैल तक रहेगा।

मोदी ने 5 मंत्र दिए

मोदी ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए 5 मंत्र दिए। यह संकल्प, संयम, सकारात्मकता, सम्मान और सहयोग हैं। मोदी ने सभी से कोरोना के खिलाफ टीम इंडिया के रूप में लड़कर भारतीय टीम को जिताने की बात कही। मोदी ने कहा, ‘‘सभी खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया है। अब वक्त आ गया है कि वे इस कठिन परिस्थिति में देशवासियों का मनोबल बढ़ाएं और सकारात्मकता फैलाएं।’’ वहीं, देशहित में सही समय पर जरूरी कदम उठाने के लिए सभी खिलाड़ियों ने मोदी को धन्यवाद दिया।

मोदी ने देशवासियों के साथ वीडियो शेयर किया

इससे पहले शुक्रवार को हीमोदी ने लॉकडाउन के बीच देशवासियों के साथ 12 मिनट का एक वीडियो मैसेज साझा किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ अब तक 9 दिन के लॉकडाउन में लोगों ने अनुशासन का परिचय दिया। इस रविवार 5 अप्रैल रात 9 बजे आप सब 9 मिनट घर की लाइटें बंद कर मोमबत्ती, टॉर्च, दीये या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाएं। 16 दिन में मोदी का यह देश के लोगों को तीसरा संबोधन था।

देश में अब तक कोरोना से 72 की मौत
कोरोनावायरस के शुक्रवार को 53 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या 2 हजार 602 हो गई है। 191 लोग ठीक हुए हैं और 72 लोगों की मौत हुई है। इससे पहले गुरुवार को देशभर में 486 मरीजों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। यह एक दिन में संक्रमण का सबसे बड़ा आंकड़ा है। हाल ही में बीसीसीआई51 करोड़ रुपए, सचिन ने 50 लाख, गौतम गंभीर ने एक करोड़ रु. और 2 साल का वेतन, रोहित ने 80 लाख, सुरेश रैनाने 52 लाख रुपएदेने की घोषणा की है। गंभीर भाजपा के सांसद भी हैं।वहीं, कोहली ने भी पीएम राहत कोष में मदद करने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने राशि नहीं बताई थी। वहीं, गांगुली ने 51 लाख रुपए के चावल दिए हैं।



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मोदी ने कोरोना को हराने के लिए खिलाड़ियों से भी अपील की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनसे सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और पीवी सिंधु जुड़ीं।
इससे पहले मोदी की अपील पर सौरव गांगुली ने लॉकडाउन से प्रभावित बेरोजगारों के लिए 51 लाख रुपए के चावल दान दिए थे।
सचिन तेंदुलकर ने भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए प्रधानमंत्री मोदी की अपील पर 51 लाख रुपए दान दिए।
मोदी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग चर्चा में युवराज सिंह, पीवी सिंधु, हिमा दास और शरद कुमार भी शामिल रहे।


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पैट कमिंस को छोटे फॉर्मेट में आईपीएल होने की पूरी उम्मीद, सुरेश रैना बोले- अभी लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी

कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण जुलाई तक होने वाले दुनियाभर के सभी खेल टूर्नामेंट्स को टाल या रद्द कर दिया गया है। टूर्नामेंट पर अब भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इसी बीच ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा है कि उन्हें इस बार आईपीएल होने की पूरी उम्मीद है। चाहे यह बहुत छोटे फॉर्मेट में ही क्यों न हो। वहीं, सुरेश रैना ने कहा है कि अभी लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी है, जबकि आईपीएल थोड़ा इंतजार भी कर सकता है।

कमिंस को इस बार नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) ने 15.5 करोड़ रुपए में खरीदा है। वे आईपीएल इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। जबकि रैना चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए खेलते हैं। टीम ने उन्हें रिटेन किया था।

‘केकेआर ने विश्वास के साथ कहा कि आईपीएल होगा’
कोरोना महामारी को लेकर कमिंस ने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, ‘‘सच कहूं तो हर दिन कुछ बदलाव आ रहा है। मैंने पिछली बार जब बात की थी (केकेआर टीम मैनेजमेंट से) तब वे काफी विश्वास और उम्मीद के साथ कह रहे थे कि आईपीएल जरूर होगा। उन्होंने आईपीएल के रद्द होने की बात को भी नकारा था। हालांकि, टूर्नामेंट का फॉर्मेट छोटा हो सकता है। मैं अपनी टीम के सम्पर्क में हूं और कुछ दिन छोड़कर बात भी करता हूं।’’

जाहिर सी बात है कि अभी भी हर कोई आगे बढ़ने के लिए उत्सुक है, लेकिन प्राथमिकता कोरोना के खतरे को खत्म करना है। यह वायरस काफी तेजी से दुनियाभर में फैल रहा है। फिलहाल, भारत में वीजा प्रतिबंध भी 14 अप्रैल तक लगा हुआ है, ऐसे में मुझे आईपीएल को लेकर कुछ भी जल्द ठीक होने की उम्मीद नहीं दिख रही है।

‘सरकार के लॉकडाउन के आदेश का पालन करें’
आईपीएल टलने के सवाल पर रैना ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि यह सब लोगों के जीवन को बचाने के लिए किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘इस समय हमारे लिए लोगों का जीवन ज्यादा जरूरी है। आईपीएल तो इंतजार भी कर सकता है। हमारे लिए जरूरी है कि हम सरकार के लॉकडाउन के आदेश का पालन करें। जब जीवन बेहतर हो जाएगा, तब हम आईपीएल के बारे में सोच सकते हैं। इस समय कोरोना के कारण कई हजारों लोगों की जान जा चुकी है। कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।’’



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पैट कमिंस ने अब तक आईपीएल के 16 मैच में 17 विकेट लिए, जबकि सुरेश रैना (दाएं) ने 193 मैच में 1 शतक के साथ 5368 रन बनाए हैं। -फाइल फोटो


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शास्त्री ने विनिंग मोमेंट शेयर करते हुए सचिन-विराट को टैग किया; युवराज बोले- माही और मैं भी टीम में थे; कोच ने कहा- तुस्सी लीजेंड हो

1983 के बाद भारतीय टीम ने 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप खिताब जीता था। जिसे 2 अप्रैल को 2020 को 9 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर मौजूदा टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने विनिंग मोमेंट ट्विटर पर शेयर किया। साथ ही सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली को टैग किया। इस पर युवराज सिंह ने शास्त्री को ट्रोल कर दिया। युवी ने कमेंट किया, ‘‘धन्यवाद सीनियर, आप मुझे और माही (महेंद्र सिंह धोनी) को भी टैग कर सकते हैं। हम दोनों भी वर्ल्ड कप का हिस्सा थे।’’ साथ ही युवी ने हंसते हुए इमोजी भी लगाया।

रवि शास्त्री पोस्ट में लिखा था, ‘‘सभी को बहुत बधाई! यह यादें आपकी जिंदगी में खुशियां लाएंगी। बिल्कुल वैसे ही जैसे हमारे 1983 के ग्रुप के जीवन में।’’ युवी के कमेंट पर कोच ने जवाब दिया, ‘‘जब वर्ल्ड कप की बात आती है, आप जूनियर में नहीं गिने जाते हैं। तुस्सी लीजेंड हो।’’

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भारत ने फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था
मुंबई में खेले गए 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। टीम के लिए महेला जयवर्धने ने 103 रन की नाबाद पारी खेली थी। इसके जवाब में भारतीय टीम ने 4 विकेट पर 277 रन बना लिए थे। टीम के लिए गौतम गंभीर ने 97 और कप्तान धोनी ने नाबाद 91 रन बनाए थे। इसके लिए धोनी को मैन ऑफ द मैच चुना गया था, जबकि युवी मैन ऑफ द सीरीज रहे थे। इससे पहले भारतीय टीम ने कपिल देव की कप्तानी में 1983 खिताब जीता था।



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वर्ल्ड कप 2011 फाइनल में युवराज सिंह ने 21 और महेंद्र सिंह धोनी ने 91 रन की पारी खेली थी।


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कोहली ने पीटरसन से कहा- टेस्ट क्रिकेट ने बेहतर इंसान बनाया, यह मुश्किल वक्त में लड़ने का जज्बा सिखाता है

कोरोनावायरस के कारण दुनिया की एक तिहाई आबादी घरों में कैद है। भारत में भी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया है। ऐसे में भारतीय समेत विश्व के लगभग सभी खिलाड़ी सोशल मीडिया पर चैटिंग कर समय बिता रहे हैं। गुरुवार को भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन से लाइव चैटिंग की। इस दौरान अपने फेवरेट क्रिकेट फॉर्मेट के सवाल पर कोहली ने टेस्ट का नाम लिया। कोहली ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट ने ही उन्हें बेहतर इंसान बनाया है। यह फॉर्मेट मुश्किल वक्त में लड़ने का जज्बा सिखाता है।

कोहली ने कहा, ‘‘टेस्ट क्रिकेट जीवन का प्रतिनिधित्व करता है, जहां किसी व्यक्ति के पास मुश्किल समय में भागने का विकल्प नहीं होता। आप रन बनाएं या नहीं, आपको अन्य बल्लेबाज के लिए ताली तो बजानी ही होती है। आपको अपने कमरे में वापस लौटने के बाद अगले दिन उठकर फिर मैदान में उतरना पड़ता है। टेस्ट क्रिकेट में आपको दिनचर्या का पालन करना होता है, फिर आप चाहे इसे पसंद करें या नहीं।’’

4 दिवसीय टेस्ट के विचार को पीटरसन ने खारिज किया

पीटरसन ने चार दिवसीय टेस्ट के विचार को खारिज करने के लिए कोहली की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विचार-विमर्श के लिए बुलाया गया और मैंने उन्हें कह दिया कि अगर विराट कोहली नहीं चाहता कि 4 दिवसीय टेस्ट हो तो ऐसा नहीं होगा।’’

‘मैं अपना रवैया नहीं बदलूंगा’

अपने आक्रामक रवैये पर कोहली ने कहा, ‘‘मैं नहीं मानता हूं कि सिर्फ कप्तान होने के कारण मुझे अपने रवैये में बदलाव करना चाहिए। जरूरी है कि मैं लुत्फ उठाऊं और इसके बाद रणनीति आती है।’’ एबी डिविलियर्स पर छिंटाकशी को लेकर कोहली ने कहा, ‘‘आपसी सम्मान के मामले में आईपीएल की बड़ी भूमिका रही है। मैं कभी एबी के साथ ऐसा (छींटाकशी) नहीं कर पाऊंगा। हमारे बीच ऐसी मित्रता है जो इन चीजों से काफी अधिक समय तक बरकरार रहेगी।’’



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इंग्लैंड के क्रिकेटर केविन पीटरसन से भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लाइव चैटिंग की। -फाइल फोटो


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दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ इंटरनेशनल गोल कर चुके, इनमें 5 भारतीय खिलाड़ियों का नाम भी

हॉकी को ओलिंपिक में 1908 गेम्स में पहली बार शामिल किया गया था। इसके बाद से हॉकी खेल सभी ओलिंपिक में शामिल रहा। इस दौरान गोल के कई रिकॉर्ड बने। दुनिया के 67 खिलाड़ी 100+ गोल कर चुके हैं। इसमें 45 पुरुष और 22 महिला खिलाड़ी हैं। भारत के चार पुरुष, एक महिला खिलाड़ी ऐसा कर चुके हैं। सबसे ज्यादा गोल 346 गोल पाकिस्तान के सोहेल अब्बास ने किया है।

राशिद जूनियर और फिएकी सबसे पहले 100+ गोल के रिकॉर्ड तक पहुंचे
पुरुष कैटेगरी में सबसे पहले 100 गोल करने का रिकॉर्ड पाक के राशिद जूनियर के नाम है। 1976 में बेल्जियम के खिलाफ यह कारनामा किया। महिला वर्ग में यह रिकॉर्ड नीदरलैंड की फिएकी बोएहॉर्स्ट के नाम है। 1984 में बेल्जियम के खिलाफ ऐसा किया।

  • पुरुष कैटेगरी में 13 देश के 45 खिलाड़ियों ने 100+ गोल किए हैं। सबसे ज्यादा 10 खिलाड़ी नीदरलैंड के हैं। ऑस्ट्रेलिया के 7 खिलाड़ी हैं।
  • भारत की ओर से संदीप सिंह (138), वीआर रघुनाथ (132), रुपिंदरपाल सिंह (125) और धनराज पिल्ले (121) ने ऐसा किया है।
  • महिला वर्ग में 10 देशों की 22 खिलाड़ियों ने 100+ गोल का कारनामा किया है। सबसे ज्यादा 5 खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया की हैं।
  • अर्जेंटीना की 4 जबकि नीदरलैंड-जर्मनी की 3-3 खिलाड़ियों ने ऐसा किया है। भारत की ओर से रानी रामपाल (138) ने ऐसा किया है।

पाकिस्तान के सोहेल 300+ गोल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी


टॉप-5 पुरुष खिलाड़ी

खिलाड़ी देश गोल
सोहेल अब्बास पाकिस्तान 346

लिट्जेंंस

नीदरलैंड 267
ड्वायर ऑस्ट्रेलिया 243
निकोल द. अफ्रीका 236
लॉम्बी अर्जेंटीना 231


टॉप-5 महिला खिलाड़ी

खिलाड़ी देश

गोल

कोएटजी द. अफ्रीका 282
क्रासनिकोवा रूस 220
केलर जर्मनी 204
एनान ऑस्ट्रेलिया 166
एमर अर्जेंटीना 162


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भारतीय महिला टीम की कप्तान रानी रामपाल ने करियर मेंं अब तक 138 गोल दागे हैंं। -फाइल फोटो


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सचिन ने ओपनिंग के लिए कोच और कप्तान से कहा था- अगर फेल हुआ तो दूसरा मौका मांगने नहीं आऊंगा

सचिन तेंदुलकर ने 1994 में पहली बार वनडे में सलामी बल्लेबाजी की थी। उससे पहले वे मध्यक्रम में खेला करते थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे से पहले नवजोत सिंह सिद्धू चोटिल हो गए थे। सचिन ने कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और कोच अजीत वाडेकर से एक मौका देने की मांग की थी।

अपने पर्सनल एप 100एमबी पर इसका खुलासा करते हुए मास्टर ब्लास्टर ने कहा, ‘जब मैं होटल से निकला तो मुझे नहीं पता था कि मैं बल्लेबाजी करने जा रहा हूं। ड्रेसिंग रूम में अजहर और वाडेकर सर थे। उन्होंने कहा कि सिद्धू अनफिट है, क्योंकि उसकी गर्दन मुड़ गई है। इसलिए हम किससे ओपनिंग कराएं और मैंने कहा मुझे एक मौका दें। मुझे पूरा विश्वास है कि मैं गेंदबाजों पर आक्रमण कर सकता हूं।’

सचिन के वनडे में 49 शतक समेत 18,426 रन
उस मैच में सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 49 गेंदों पर 82 रनों की पारी निकली थी। इसमें 15 चौके और 2 छक्के भी शामिल थे। इसके बाद वे नियमित ओपनर बने। सचिन ने ये भी बताया कि उन्होंने कोच और कप्तान से कहा था कि अगर मैं फेल होता हूं तो दूसरा मौका मांगने कभी नहीं आऊंगा। उस समय पहले 15 ओवर पावरप्ले के होते थे। सचिन ने इसका फायदा उठाने के लिए ही सलामी बल्लेबाजी करने की मांग की थी। उन्होंने बताया कि उस समय बल्लेबाज शुरुआत में नई गेंद के खिलाफ तेजी से रन नहीं बनाते थे। 2012 में वनडे से संन्यास लेने वाले सचिन के नाम 49 शतक समेत 18,426 रन हैं।



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सचिन तेंदूलकर ने डेब्यू ओपनिंग मैच में 49 गेंदों पर 82 रनों की पारी खेली थी। तब टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन (बाएंं) थे।


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गौतम गंभीर ने दो साल की सैलरी डोनेट की, बांग्लादेशी गेंदबाज जहांआरा ने जन्मदिन पर पीड़ितों की मदद की

पूर्व क्रिकेटर और दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने पीएम केयर्स फंड में अपनी दो साल की सैलरी देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘लोग पूछते हैं कि उनका देश उनके लिए क्या कर सकता है? असली सवाल तो यह है कि आप अपने देश के लिए क्या कर सकते हैं? लोकसभा की वेबसाइट के मुताबिक, सांसद को हर महीने एक लाख रुपए मिलते हैं। वहीं,बांग्लादेश की तेज गेंदबाज जहांआरा आलम ने जन्मदिन पर कोरोनावायरस पीड़ितों की मदद की। 1 अप्रैल को जहांआरा ने 50 से अधिक घरों में जाकर जरूरत के सामान वितरित किए। उन्होंने कहा कि आपदा के इस समय पर सभी को गरीब लोगों की मदद करनी चाहिए।

भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर ने भी मदद के लिए 4 लाख रुपए डोनेट किए हैं। वहीं, शूटर अपूर्वी चंदेला ने पीएम केयर्स फंड में 3 लाख और राजस्थान सीएम रिलीफ फंड में 2 लाख रुपए देने की घोषणा की। बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने भी 10 लाख दिए।

ईसीबी की दो महीने की सैलरी में कटौती करेगा
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने घोषणा की है कि वे अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती करेंगे। 1 अप्रैल से 2 महीने के लिए सभी की सैलरी घटाई गई है। कोरोनावायरस की वजह से हो रहे नुकसान से बचने के लिए ऐसा किया गया है। कटौती कर्मचारियों के ग्रेड पर निर्भर करेगी। न्यूनतम 10% और अधिकतम 25% की कटौती की जाएगी। कार्यकारी प्रबंधन टीम और बोर्ड को वेतन में 20% कम सैलरी मिलेगी। जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन को 25% कम। इसके साथ ही अमेरिका की मेजर लीग सॉकर ने भी अपने टाॅप एग्जिक्यूटिव और कुछ स्टाफ की सैलरी में कटौती की। सैलरी में 10-20 प्रतिशत की कटौती की जाएगी।



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पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर और बांग्लादेश की तेज गेंदबाज जहांआरा आलम। -फाइल फोटो


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धोनी के विजयी छक्के को ज्यादा त्वज्जो देने से गंभीर नाराज, कहा- पूरी टीम की वजह से बने थे विश्व चैम्पियन

खेल डेस्क. पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंहधोनी के विजयी छक्के को ज्यादा त्वज्जो देने से नाराज हैं। क्रिकेट वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने गुरुवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उसनेवर्ल्ड कप फाइनल में तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी द्वारा लगाए गए विजयी छक्के की तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज ही के दिन 2011 में इस एक शॉट ने लाखों भारतीयों को जश्न मनाने का मौका दिया। इसी ट्वीट से गंभीर भड़क गए और उन्होंने जवाब दिया- बस आपको याद दिला दूं कि 2011 का विश्व कप पूरे भारत ने जीता था। पूरी टीम इंडिया और सपोर्ट स्टाफ ने जीता था। सही समय है कि आप भी अपने जुनून को हवा में छक्के की तरहउड़ा दें।

2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। महेला जयवर्धने के शतक की बदौलत मेहमान टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 31 रन के भीतर ही सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग आउट हो गए। इसके बाद गौतम गंभीर और 4 नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए धोनीने भारतीय पारी को संभाला। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई। हालांकि, गंभीर तीन रन से शतक चूक गए। लेकिन उनके आउट होने के बाद आए युवराज सिंह और भारतीय कप्तानने टीम इंडिया को 28 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बना दिया। धोनी 79 गेंद पर 91 और युवराज 24 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे।

'धोनी की वजह से शतक नहीं लगा पाया था'
वर्ल्ड कप के बाद जब गंभीर से शतक पूरा नहीं कर पाने को लेकर सवाल पूछा गया था तो उन्होंने इसके लिए भी धोनी को ही जिम्मेदार ठहराया था। तब गंभीर ने कहा था कि जब फाइनल में मैं 97 रन पर पहुंचा, तो मेराध्यान अपने स्कोर पर नहीं, बल्कि टारगेट पर था। उन्होंने कहा- जब ओवर खत्म हुआ तब धोनी ने मुझसे कहा कि सिर्फ 3 रन बचे हैं और तुम अपना शतक पूरा कर लो।गंभीर के मुताबिक, अगर तब वह मुझे मेरे स्कोर के बारे में याद नहीं दिलाते तो मैं आसानी से सेंचुरी पूरी कर लेता। उनके याद दिलाने के बाद मैं ज्यादा सावधान हो गया और थिसारा परेरा की गेंद पर एक खराब शॉट खेलकर बोल्ड हो गया।



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2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में गौतम गंभीर ने 97 रन की पारी खेली थी। तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ उन्होंने चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की थी।


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वर्ल्ड रैंकिंग में बजरंग दूसरे और रवि दहिया चौथे स्थान पर, दोनों को टोक्यो ओलिंपिक की टॉप-4 सीड में जगह मिलना तय

यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) ने बुधवार को ताजा रैंकिंग जारी की। इसमें भारतीय पहलवान बजरंग पुनिया 65 किलोग्राम वर्ग में दूसरे नंबर पर हैं, जबकि रवि दहिया 57 किग्रा में चौथे स्थान पर काबिज हैं। इस लिहाज से दोनों स्टार पहलवानों को अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक के टॉप-4 सीड में जगह मिलना तय है। कोरोनावायरस के कारण इस साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक को एक साल के लिए टाल दिया गया है। अब यह टूर्नामेंट अगले साल 23 जुलाई से 8 अगस्त को होगा।

पिछले ही साल नूर-सुल्तान में स्वर्ण जीतने वाले रूस के ओलिंपिक चैम्पियन गधजिमुराद रशीदोव 65 किग्रा में शीर्ष पर हैं। गधजिमुराद के 60 और बजरंग के नाम 59 पॉइंट हैं। वहीं, 57 किग्रा वर्ग में भी रूस के ही जॉर उगुयेव टॉप पर काबिज हैं। वर्ल्ड रैंकिंग में जॉर के 60 और दहिया के 46 अंक हैं।

दीपक पुनिया 86 किग्रा में दूसरे नंबर पर
वहीं, विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक विजेता दीपक पुनिया 86 किग्रा में ईरान के दिग्गज हसन यजदानी के बाद दूसरे स्थान पर हैं। हसन के 60 और दीपक के 54 पॉइंट हैं। इनके अलावा ओलिंपिक के अन्य तीन भार वर्ग 74 किग्रा, 97 किग्रा और 125 किग्रा के टॉप -10 में कोई भारतीय पहलवान नहीं है। हर भार वर्ग के शीर्ष चार खिलाड़ियों को टोक्यो ओलिंपिक में वरीयता दी जाएगी।



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बजरंग पुनिया वर्ल्ड चैम्पियनशिप में 3 पदक जीतने वाले पहले भारतीय रेसलर हैैं। -फाइल फोटो


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डकवर्थ-लुईस नियम बनाने वाले 78 साल के गणितज्ञ टोनी का निधन, ईसीबी ने कहा- क्रिकेट हमेशा उनका ऋणी रहेगा

क्रिकेट जगत को डकवर्थ-लुईस नियम देने वाले गणितज्ञ टोनी लुईस का निधन हो गया है। वे 78 साल के थे। उन्होंने साथी गणितज्ञ फ्रैंक डकवर्थ के साथ मिलकर मौसम के कारण बाधित क्रिकेट मैच के लिए 1997 में डकवर्थ-लुईस फॉर्मूला दिया था। इसे आईसीसी ने इंग्लैंड में खेले गए 1999 वर्ल्ड कप से अपनाया था। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बुधवार को कहा, ‘‘टोनी और फ्रैंक के योगदान कोई नहीं भूल सकता। क्रिकेट उन दोनों का हमेशा ऋणी रहेगा।’’

टोनी और फ्रैंक के फॉर्म्युले को कई बार आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था। तब ऑस्ट्रेलिया के एक गणितज्ञ स्टीवन स्टर्न ने मौजूदा स्कोरिंग-रेट के हिसाब से इस फॉर्मूले को रिवाइज किया। इसके बाद इस नियम को2014 से डकवर्थ-लुईस-स्टर्न कहा जाने लगा।

1992 वर्ल्ड कप के बाद फॉर्मूले को लागू करने पर विचार हुआ
1992 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के सेमीफाइनल के बाद इस फॉर्मूले को बनाने पर विचार किया था। इस मैच में लक्ष्य का पीछा कर रही अफ्रीका टीम को जीत के लिए 13 गेंद पर 22 रन की जरूरत थी। इसी दौरान कुछ समय के लिए हुई बारिश के कारण मैच रोक दिया गया था। इसके बाद अफ्रीकी खिलाड़ी उस समय हैरान रह गए, जब जीत के लिए स्कोरकॉर्ड पर 1गेंद पर 21 रन का टारगेट दिखायाथा। यह मैच अफ्रीका 19 रन से हार गई थी। इसके बाद ही आईसीसी ने डकवर्थ-लुईस सिस्टम तैयार करने पर विचार किया।

इस नियम सेपहले क्या होता था
इस फॉर्मूले से पहले आईसीसी का नियम सिर्फ टीम का रन औसत ही देखती थी। यानीमैच मेंजिस टीम ने बारिश के समय ज्यादा औसत से रन बनाए होते थे, उसे विजेता घोषित कर दिया जाता था। इस पुराने नियममें विकेट गिरने की बात का ख्याल नहीं रखा जाता था। जबकि डकवर्थ-लुईस नियम में बारिश से बाधित मैच तक के ओवरों में दोनों टीमों का रन औसत और विकेट को ध्यान में रखा जाता है।



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गणितज्ञ टोनी लुईस (दाएं) और फ्रैंक डकवर्थ ने मिलकर डकवर्थ-लुईस फॉर्मूला बनाया था। 1997 मे दिए गए इस फॉर्मूले को आईसीसी ने 1999 वर्ल्ड कप में अपनाया था।


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ऋषभ पंत के छक्का लगाने के चैलेंज पर रोहित ने कहा- अभी उसे खेलते हुए एक साल भी नहीं हुआ और चुनौती दे रहा

कोरोनावायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप के कारण दुनियाभर में जुलाई तक क्रिकेट समेत सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। साथ ही भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाइन किया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी घर बैठकर सोशल मीडिया पर लाइव चैट कर रहे हैं। ऐसे ही बुधवार को चैटिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह ने रोहित शर्मा को ऋषभ पंत की ओर से छक्का लगाने का चैलेंज दिया। इस पर रोहित ने कहा कि उसे अभी खेलते हुएएक साल हुआ नहीं और चुनौती दे रहा है।

वायरल वीडियो में बुमराह ने रोहित से कहा, ‘‘ऋषभ पंत आपको सबसे लंबा छक्का मारने का चैलेंज करना चाहता है।’’ यह सुनकर रोहित हैरानी से पूछते हैं, ‘‘कौन... पंत ऐसा बोल रहा है।’’ बुमराह ने कहा, ‘‘वह चैलेंज करना चाहता है।’’ इस पर रोहित ने कहा, ‘‘एक साल हुआ नहीं उसको क्रिकेट खेलते हुए, छक्के का कॉम्पिटीशन कर रहा है।’’

कोरोना के कारण आईपीएल 15 अप्रैल तक टला
देश के 29 राज्यों में गुरुवार सुबह तक कोरोनावायरस के संक्रमितों की संख्या 2 हजार 105 हो गई है। 169 लोग ठीक हुए, जबकि 56 मौतें हुईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 14 अप्रैल तक 21 दिन का लॉकडाउन किया है। साथ ही 15 अप्रैल तक वीजा प्रतिबंध भी लगाया है। इसी के चलते बीसीसीआई ने 29 अप्रैल से शुरू होने वाले क्रिकेट टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया है। टूर्नामेंट पर अब भी खतरा मंडरा रहा है।



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भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंंत और ओपनर रोहित शर्मा (दाएं)। -फाइल फोटो


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यूईएफए चैम्पियंस और यूरोपा लीग अनिश्चितकाल के लिए स्थगित; यूएस ओपन तय समय पर होगा, महिला-पुरुष के सभी एटीपी टूर टले

विश्व के लगभग सभी देशों को अपनी चपेट में चुके कोरोनावायरस के कारण यूनियन ऑफ यूरोपियन फुटबॉल एसोसिएशन (यूईएफए) ने चैम्पियंस लीग और यूरोपा लीग को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया। पहले इन दोनों लीग को सिर्फ एक हफ्ते के लिए टाला गया था। इसके अलावा टेनिस में महिलाओं के डब्ल्यूटीए और पुरुषों के एटीपी टूर ने अपने सभी टूर्नामेंट 7 जून तक स्थगित कर दिए हैं। जबकि इस साल अगस्त में होने वाला आखिरी ग्रैंडस्लैम यूएस ओपन अपने तय समय पर होगा।

इस साल बड़े खेल आयोजनों में ऑस्ट्रेलियन ओपन, भारत की श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के साथ क्रिकेट सीरीज ही हो सकी है। वहीं, जुलाई-अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलिंपिक और जून-जुलाई में होने वाले विंबलडन को भी एक साल के लिए टाल दिया गया है। कोरोनावायरस के कारण मई-जून तक के लगभग सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है।

यूरो 2020 प्लेऑफ भी एक साल टला
यूईएफए ने कहा कि नेशनल टीम के भी सभी शेड्यूल को जून तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसके अलावा यूरो 2020 के प्लेऑफ को 2021 तक के लिए टाल दिया गया। यूएफा के 55 सदस्यीय संघों ने वीडिया कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक की जिसमें ताजा हालात और आने वाले हफ्ते में खेल कराने को लेकर विकल्पों पर भी चर्चा की गई थी। इस दौरान चैंपियंस लीग और यूरोपा लीग के फाइनल को दर्शकों के बिना ही कराने पर चर्चा की थी, लेकिन बात नहीं बन सकी।

यूएस ओपन की तैयारियां तय अनुसार चल रहीं
यूएसटीए ने कहा, कोरोनावायरस समेत अन्य सभी पहलूओं पर हम पैनी नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल, 31 अगस्त से न्यूयार्क में खेले जाने वाले यूएस ओपन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। टूर्नामेंट की तैयारियां भी तय अनुसार ही चल रही हैं। हम स्वास्थ्य एडवाइजरी ग्रुप, सरकार और सुरक्षा अधिकारियों के सम्पर्क में हैं। किसी भी प्रकार की कोई अनहोनी की आशंका होने पर बड़ा फैसला लिया जा सकेगा।



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कोरोनावायरस के कारण मई-जून तक के लगभग सभी स्पोर्ट्स टूर्नामेंट्स को टाल दिया गया है। -फाइल फोटो


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इंग्लैंड बोर्ड ने 574 करोड़ रु. के राहत पैकेज की घोषणा की, बटलर अपनी वर्ल्ड कप जर्सी नीलाम करेंगे

इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने फाइनेंशियल इम्पैक्ट का सामना करने के लिए 61 मिलियन पाउंड (574 करोड़ रुपए) के राहत पैकेज की घोषणा की। हालांकि, ईसीबी ने खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती करने की कोई घोषणा नहीं की है। ईसीबी के अनुसार, यह मदद काउंटी, बोर्ड, क्लब हर लेवल पर की जाएगी। ईसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम हैरिसन ने कहा, ‘यह बेहद चुनौतीपूर्ण समय है। क्रिकेट परिवार के सभी सदस्यों को सहायता पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है।’

बटलर अपनी वर्ल्ड कप जर्सी नीलाम करेंगे, अस्पतालों के लिए फंड जुटाएंगे इंग्लैंड टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर वर्ल्ड कप फाइनल में पहनी अपनी जर्सी नीलाम करेंगे। इसके जरिए वे अस्पतालों के लिए फंड जुटाएंगे। उनकी जर्सी की बोली लगनी शुरू हो गई है।

‘हॉकी को हमेशा देशवासियोंं से प्यार मिला’
ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन ने पीएम केयर्स फंड में 25 लाख रुपए डोनेट किए। हॉकी इंडिया ने भी 25 लाख रु. डोनेट किए हैं। अध्यक्ष मोहम्मद मुश्तफा अहमद ने कहा, ‘हॉकी को देश के लोगों से हमेशा प्यार और समर्थन मिला है। हम देशवासियों को मुश्किल समय से उभारने में मदद करना चाहते हैं।’ उन्होंने लोगों को घर पर रहने की भी सलाह दी।



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इग्लैंड ने वर्ल्ड कप 2019 के फाइनल में न्यूजीलैंड को हराकर पहली बार खिताब जीता था। मैच मेंं जोस बटलर ने 59 रन की पारी खेली थी।


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स्किल में ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड से बेहतर हैं हम, पर घरेलू स्ट्रक्चर में काफी पीछे: हरमन

भारतीय महिला टी-20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि हमारा घरेलू स्ट्रक्चर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से पांच-छह साल पीछे है। लेकिन स्किल के मामले में हम उनसे बेहतर हैं। हरमनप्रीत ने कहा, ‘हमारी खिलाड़ी पिछले तीन साल से फिटनेस पर ध्यान दे रही हैं। जबकि इन दोनों देशों में इस पर बहुत पहले से ध्यान दिया जा रहा है।’

हरमनप्रीत ने कहा, ‘खिलाड़ी अब फिटनेस पर ध्यान दे रही हैं। पिछले दो-तीन वर्षों में हमने जो चीजें हासिल की हैं, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया बहुत पहले से कर रहे हैं।’ हरमनप्रीत ने कहा कि सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट और बेहतर सुविधाओं के कारण जागरूकता बढ़ रही है। पहले घरेलू खिलाड़ी और इंटरनेशनल खिलाड़ी के प्रदर्शन में काफी अंतर रहता था, लेकिन अब बीसीसीआई द्वारा महिला खिलाड़ियों के लिए अलग कार्यक्रम चलाया जा रहा है।

ट्राई सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को हराया
अगले साल न्यूजीलैंड में वनडे वर्ल्ड कप होना है। उन्होंने कहा, ‘फिटनेस, फील्डिंग, दो-तीन तेज गेंदबाजों पर हमारा फोकस है। हमारे पास इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया से बेहतर बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। इस कारण वर्ल्ड कप और उससे पहले ट्राई सीरीज में हमने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों को हराया।’

स्पिनर्स की निर्भरता को कम करना होगा
हरमनप्रीत ने कहा, ‘हमें स्पिनर्स की निर्भरता को कम करना होगा। टी-20 वर्ल्ड कप में बतौर तेज गेंदबाज सिर्फ शिखा पांडे ही अच्छा कर सकीं जबकि स्पिन में काफी विकल्प थे। अगर हम एक-दो साल पहले तेज गेंदबाज को तैयार करने पर ध्यान देते तो ऐसी स्थिति नहीं आती।’ उन्होंने कहा कि टीम में कम से कम तीन तेज गेंदबाज हमें चाहिए। उम्मीद है कि अगले एक-दो साल में हमें अच्छी गेंदबाज मिल जाएंगी।

कप्तानी का कोई दबाव नहीं
हरमनप्रीत ने कहा कि उन पर कप्तानी का कोई दबाव नहीं है। टी-20 वर्ल्ड कप में 15 रन उनका उच्चतम स्कोर रहा था। टी-20 में उन्होंने 16 महीने पहले जबकि वनडे में 2 साल पहले फिफ्टी लगाई थी। उन्होंने कहा कि बाहर से लगता होगा कि मैं दबाव में हूं, लेकिन ऐसा नहीं है। मैं कप्तानी में हर समय चौकन्ना रहती हूं।



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हरमनप्रीत कौर ने देश के लिए 2 टेस्ट, 99 वनडे और 114 टी-20 खेले हैं। -फाइल फोटो


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दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहली बार विंबलडन रद्द, 75 साल में ऐसा कभी नहीं हुआ; अब 2021 में खेला जाएगा

कोरोनावायरस के कारण विंबलडन टेनिस चैम्पियनशिप रद्द हो गई है। दूसरे विश्व युद्धके बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब ग्रास कोर्ट के इस टूर्नामेंट को कैंसिल करना पड़ा। अब यह ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट 2021 में 28 जून से 11 जुलाई तक खेला जाएगा। ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब (एईएलटीसी) ने बुधवार को इसकी घोषणा की।
क्लब ने एक बयान जारी कर कहा- बहुत अफसोस के साथ यह बताना पड़ रहा है कि ऑल इंग्लैंड क्लब के मुख्य बोर्ड और चैंपियनशिप की प्रबंधन समिति ने कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य चिंताओं की वजह से इस साल टूर्नामेंटको रद्द करने का फैसला किया। अब 134वीं चैंपियनशिप का आयोजन 28 जून से 11 जुलाई 2021 तक किया जाएगा। समिति ने कहा जिन लोगों ने इस टिकट खऱीद लिए हैं, उन्हें राशि रिफंड की जाएगी।इस साल विम्बलडन का आयोजन 29 जून से 12 जुलाई तक होना था।इससे पहले, आयोजकों ने विंबलडन को खाली स्टेडियम में करवाने से इनकार कर दिया था। 3 बार के चैम्पियन बोरिस बेकर ने मंगलवार को आयोजकों से इंतजार करने की अपील की थी। उन्होंने ट्वीट किया था- मुझे पूरा विश्वास है कि आयोजन समिति फैसला करने से पहले अप्रैल के आखिर तक इंतजार करेगी।

फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था

विंबलडन को रद्द करने से पहलेफ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिएटाल दिया गया था। यह ग्रैंड स्लेम इस साल 24 मई से 7 जून तक होना था। लेकिन अब 20 सितंबर से शुरू होकर 4 अक्टूबर तक चलेगा। फ्रेंच ओपन की नई तारीख यूएस ओपन के सिर्फ एक हफ्ते बाद तय की गई है।



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इससे पहले, फ्रेंच ओपन को 20 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया था। इसके बाद से ही विंबलडन के रद्द होने की आशंका बढ़ गई थी। आखिरकार बुधवार को इसे 1 साल के लिए आगे बढ़ाने का फैसला लिया गया।


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अफरीदी को मदद करने की अपील कर ट्रोल हुए युवराज, सफाई में कहा- मेरा किसी को आहत करने का इरादा नहीं था

कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी और उनके फाउंडेशन को सहयोग करने की अपील करने पर युवराज सिंह और हरभजन सिंह को क्रिकेट फैन्स ने ट्रोल किया था। अब इस पर युवराज ने जवाब दिया। उन्होंने कहा- मुझे समझ में नहीं आ रहा कि कैसे कमजोर लोगों की मदद करने के लिए दिए गए एक संदेश को जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया। इसके जरिए मैंने लोगों से अपने-अपने देश में जरूरतमंदों की मदद की अपील की थी। मेरा मकसद किसी को आहत करना नहीं था। मैं एक भारतीय हूं और हमेशा रहूंगा और मानवता की भलाई के लिए खड़ा रहूंगा, जय हिंद। हालांकि, उनके इस पोस्ट पर भी लोग उन्हें खरी-खोटी सुनाने लगे।

युवराज ने एक दिन पहले ट्वीट कर अफरीदी और उनके फाउंडेशन का सहयोग करने को कहा था। इसके लिए उन्होंने एक वीडियो मैसेज जारी किया था। इसमें उन्होंने कहा था- इस मुश्किल वक्त में हम एकदूसरे के साथ आएं और उन लोगों के लिए काम करें, जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है। मैं शाहिद अफरीदी और उनके फाउंडेशन का समर्थन करता हूं। कृपया डोनेटकोरोना डॉट कॉम पर दान दीजिए और घर में रहिए।

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हरभजन सिंह ने भी अफरीदी की तारीफ की थी

अफरीदी ने कुछ दिन पहले ही जरूरतमंदों को खाने-पीने के सामान के साथ साबुन और दूसरी जरूरी चीजें बांटी थी। तब हरभजन सिंह ने भी उनके इस कदम की तारीफ की थीऔर इस मुश्किल वक्त में लोगों से उनके फाउंडेशन को मदद करने की अपील की थी।



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युवराज सिंह ने एक दिन पहले ट्वीट कर लोगों से शाहीद अफरीदी और उनके फाउंडेशन को सहयोग करने की अपील की थी। लोगों ने इसे शर्मनाक बताते हुए युवराज को ट्रोल किया।


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गांगुली की कप्तानी में मुझे जितना सपोर्ट मिला, उतना धोनी और कोहली ने कभी नहीं किया: युवराज सिंह

भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को लेकर एक खुलासा किया है। युवराज ने स्पोर्ट्स चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि सौरव गांगुली की कप्तानी में मुझे काफी समर्थन मिला था। इतना सपोर्ट मुझे महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली से कभी नहीं मिला। युवराज ने पिछले साल ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। वे 2007 टी-20 और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य थे। 2011 में युवी को मैन ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था। दोनों ही बार भारतीय टीम के कप्तान धोनी थे। युवराज ने कहा, ‘‘मैंने सौरव गांगुली के साथ क्रिकेट खेला है। उनकी कप्तानी में मुझे बहुत सपोर्ट मिला था। इसके बाद माही (धोनी) ने टीम की कमान संभाली। सौरव और माही में से किसी एक को चुनना काफी मुश्किल था। मेरी ज्यादातर यादें सौरव के साथ जुड़ी हुई हैं, क्योंकि उन्होंने मुझे ज्यादा सपोर्ट किया। इस तरह का समर्थन मुझे माही और विराट कोहली से कभी नहीं मिला।’’

‘भारतीय खिलाड़ियों को मनोवैज्ञानिक की जरूरत’

मौजूदा टीम को लेकर युवी ने कहा, ‘‘भारतीय टीम में एक अच्छे व्यक्ति की जरूरत है, जो मैदान के बाहर के सभी मामलों पर खिलाड़ियों से बात कर सके। इन मामलों वजह से खिलाड़ी के प्रदर्शन पर असर पड़ता है। उन्हें एक ऐसे मनोवैज्ञानिक की जरूरत है, जोकि उनके निजी मुद्दों पर बातचीत कर सके। खिलाड़ियों को बेहतर इंसान बना सके। हमारे पास पैडी उप्टनथे जोकि जीवन से जुड़े दूसरे मुद्दों पर भी बात करते थे। वह असफलता के डर जैसे मामलों पर भी बातचीत करते थे और इससे काफी मदद मिलती थी। टीम को उनके जैसे विशेषज्ञ की जरूरत है।’’

‘आज कोई खिलाड़ी अपने जूनियर को सही व्यवहार नहीं सिखाता’
युवराज ने अपने करियर को लेकर कहा, ‘‘मैंने 2000 में डेब्यू किया था। उस समय कोई आईपीएल नहीं था। मैं अपने आदर्श खिलाड़ियों को सिर्फ टीवी पर ही खेलते देखता था, लेकिन अचानक मुझे उनके साथ बैठने का मौका मिला। उन सभी के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। उन्हीं सब सीनियर खिलाड़ियों से मैंने मीडिया के सामने बात करना सीखा है। अपने व्यवहार के बारे में आज मुश्किल से ही कोई सीनियर खिलाड़ी अपने जूनियर्स को गाइड करता होगा।’’

‘बीमारी के बारे में सही जानकारी होना जरूरी’
कोरोनावायरस और लॉकडाउन को लेकर युवी ने कहा, ‘‘लॉकडाउन के फायदे और नुकसान दोनों ही हैं। आज कोरोनावायरस के चलते दुनियाभर में लोगों की मौत हो रही है। यह देखना बहुत ही दुखद है। यह बहुत तेजी से फैल रहा है। मुझे जिस वक्त कैंसर हुआ था, तब में शुरुआत में काफी डर गया था। फिर सही जानकारी मिलने के बाद डर दूर हुआ और मैं वक्त पर सही हॉस्पिटल और सही डॉक्टर के पास गया। यही कारण है कि बीमारी के बारे में सही जानकारी होना बहुत जरूरी है।’’

युवराज ने गांगुली की कप्तानी में 110 वनडे में 2640 रन बनाए
युवी ने 2000 चैम्पियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से करियर की शुरुआत की थी। तब टीम के कप्तान गांगुली ही थे। इसके बाद युवी ने राहुल द्रविड़, वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, धोनी और कोहली की कप्तानी में भी क्रिकेट खेला। उन्होंने 2007 टी-20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ एक ओवर में 6 सिक्स भी लगाए थे। युवी ने 40 टेस्ट में 1900, 304 वनडे में 8701 और 58 टी-20 में 1177 रन बनाए हैं। उन्होंने गांगुली की कप्तानी में खेले गए 110 वनडे में 2640 रन बनाए हैं।



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युवराज सिंह ने सौरव गांगुली की कप्तानी में 110 वनडे में 2640 रन बनाए। -फाइल फोटो


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उम्र के आखिरी पड़ाव में खेल रहीं मैरी कॉम बोलीं- जब तक ओलिंपिक में गोल्ड नहीं जीत लेती, हार नहीं मानूंगी

छह बार की वर्ल्ड चैम्पियन भारतीय बॉक्सर एमसी मैरी कॉम ने एकमात्र सपना ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है। उम्र के आखिरी पड़ाव में खेल हीं 37 साल की बॉक्सर ने कहा किजब तक उनका यह सपना पूरा नहीं होता, जब तक वे हार नहीं मानेंगी। 2012 लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के लिए लाइव फेसबुक के दौरान यह बात कही। इस साल होने वाला टोक्यो ओलिंपिक कोरोनावायरस के कारण एक साल टाल दिया गया है। अब यह टूर्नामेंट अगले साल जुलाई में होगा। यह मैरी कॉम का आखिरीओलिंपिक होगा।

दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस के कारण हजारों लोगों की जान जा चुकी है। भारत में 15 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन किया गया है। वहीं, मैरी कॉम भी पिछले महीने ही जॉर्डन की राजधानी अम्मान से लौटी थीं। तभी से वे सेल्फ क्वारैंटाइन में थीं। हालांकि उन्होंने राष्ट्रपति के एक कार्यक्रम में शामिल होकर यह नियम तोड़ दिया था। इसके लिए उनकी काफी आलोचना हुई थी।

‘ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना बहुत मुश्किल था’
37 साल की मैरी कॉम ने कहा, ‘‘मेरा पूरा ध्यान सिर्फ ओलिंपिक गेम्स में भारत के लिए गोल्ड जीतना है। इस उम्र में भी मैं काफी कड़ी मेहनत कर रही हूं। टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई करना मेरे लिए बेहद मुश्किल था।’’ सफलता को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘मेरे पास सफलता का कोई मंत्र नहीं है। ईमानदारी के साथ कड़ी मेहनत करो। मैं भी यही करती हूं। उतार चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन आपको अपने सपनों को साकार करने के लिए ध्यान नहीं हटाना चाहिए।’’

मैरी कॉम ने कहा, ‘‘बॉक्सिंग का मेरा सफर आसान नहीं रहा है। नेशनल, इंटरनेशनल और ओलिंपिक स्तर पर पहुंचना आसान नहीं था, लेकिन आपके अंदर इच्छाशक्ति है और जिंदगी में कुछ हासिल करना चाहते हो तो आप कर सकते हो। मेरी शुरुआती जिंदगी कठिनाईयों से भरी थी। मैं गरीब परिवार में पली-बढ़ी जहां कई तरह की मुश्किलें थी। मैं उन्हें याद तक नहीं करना चाहती हूं।’’

‘लॉकडाउन में परिवार के साथ एंजॉय कर रही हूं’
बॉक्सर ने कोरोना जैसे प्रकोप के समय सभी को अपने घर में रहने की सलाह दी है। मैरी कॉम ने कहा, ‘‘मैं भी अभी क्वारैंटाइन में हूं। घर पर रहकर भी मैं लगातार अपनी तैयारियां कर रही हूं। मैं फिट रहने की कोशिश कर रही हूं ताकि अपने लक्ष्य को हासिल कर सकूं। कभी-कभी घर पर रहना काफी मुश्किल होता है, लेकिन मैं अपने परिवार के साथ इस समय काफी एंजॉय कर रही हूं। मुझे मेरा लक्ष्य हासिल करने के लिए देशवासियों के प्यार और आशिर्वाद की जरूरत है।’’



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भारतीय बॉक्सर मैरी कॉम ने पिछले साल ही इंडोनेशिया में गोल्ड मेडल जीता था।


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क्रिकेट क्लब लंकाशायर के चेयरमैन की मौत; हंगरी की तैराक बोग्लार्का और ब्राजील के स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष संक्रमित

दुनियाभर के सभी 195 देश को अपनी चपेट में ले चुके कोरोनावायरस (कोविड 19) के कारण खेल जगत में मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई। इंग्लैंड के लंकाशायर क्रिकेट क्लब के अध्यक्ष डेविड हॉजकिस (71) और फ्रांस के ओलिंपिक डी मार्शल फुटबॉल क्लब के पूर्व अध्यक्ष पेप दिऑफ (68) की मौत हो गई। लंकाशायर ने बयान में उनके निधन का कारण नहीं दिया है, लेकिन क्लब के प्रवक्ता ने बताया कि उनकी मौत कोरोनावायरस के कारण ही हुई है। वहीं, हंगरी की तैराक बोग्लार्का कपास और ब्राजील में क्रूजीरो स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष जोस दलाई रोचा कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं।

लंकाशायर के मुख्यकारी अधिकारी अधिकारी डेनियल गिडने ने कहा- दोस्त डेविड हॉजकिस को खोकर पूरी तरह से टूट चुका हूं। क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, हॉजकिस करीब 22 साल तक ओल्ड ट्रैफर्ड में भी अपने सेवाएं दे चुके थे। वे 1998 में लंकाशायर से जुड़े थे और अप्रैल 2017 से चेयरमैन पद पर कार्यरत थे। वे इससे पहले कोषाध्यक्ष और उप-चेयरमैन भी रहे थे।

दिऑफ किसी यूरोपियन फुटबॉल क्लब के पहले अश्वेत अध्यक्ष थे
पेप दिऑफ की मौत हो गई। वे 68 साल के थे। दिऑफ किसी यूरोपियन फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष बनने वाले पहले अश्वेत हैं। इससे पहले वे पत्रकार और मार्शल क्लब के एजेंट रहे थे। दिऑफ का निधन सेनेगल में हुआ है। उनकी अध्यक्षता में मार्शल काफी मजबूत टीम बनी थी। इसके परिणाम स्वरूप टीम ने 2010 में फ्रांस का लीग-1 खिताब जीता था।

दुनियाभर में 42 हजार से ज्यादा मौत
दुनियाभर में कोरोनावायरस से 8 लाख 58 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। अब तक 42 हजार 140 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में एक दिन में 770 लोगों की जान गई है। यहां अब तक तीन हजार 889 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत में बुधवार सुबह तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 1400 के पार हो गई है। इनमें से 1238 एक्टिव केस हैं और 124 ठीक हो चुके हैं। 35 लोगों की मौत हुई है।

बोग्लार्का ने 2016 रियो ओलिंपिक में कांस्य जीता था

2016 रियो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता हंगरी की बोग्लार्का कपास ने खुद ही कोरोना टेस्ट पॉजिटिव होने की जानकारी दी है। संक्रमण के बाद हाल ही में उनकी पहली रिपोर्ट निगेटिव आई थी। क्वारैंटाइन के कुछ दिन बाद मंगलवार को उनकी दूसरी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बुधवार सुबह तक हंगरी में कोरोनावायरस से संक्रमितों की संख्या 492 पहुंच गई है। इसमें 16 की मौत हो गई।

क्रूजीरो क्लब के सीईओ और एक सदस्य भी संक्रमित
क्रूजीरो स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष जोस दलाई रोचा ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर खुद के कोरोना से संक्रमित होने की जानकारी दी। उन्होंने वीडियो में कहा, ‘‘नमस्कार मेरे दोस्तों, मैं आपको बता रहा हूं कि मैंने अपना टेस्ट कराया है, जो पॉजिटिन आया। इसके बावजूद मैं बेहतर महसूस कर रहा हूं।’’ इससे पहले क्लब के सीईओ सेंड्रो गोंजालेज और सदस्य एलेक्जेंडर फारिया की कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।

4 बार ब्रिटिश ओपन विजेता रहे आजम की मौत
इससे पहले 28 मार्च को आजम खान का 95 साल की उम्र में निधन हो गया था। आजम ने 1959 से 1962 के बीच लगातार 4 बार ब्रिटिश ओपन खिताब जीता था। आजम को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ स्क्वैश खिलाड़ियों में गिना जाता था। उन्होंने 1962 में चोट और अपने 14 साल के बेटे की मौत के कारण खेलना छोड़ दिया था। पेशावर के गांव नवाकिले में जन्मे आजम 1956 में यूके में बस गए थे। आजम ने उन्होंने 1962 में पहली बार सबसे अहम हार्डबॉल टूर्नामेंट यूएस ओपन भी जीता था।



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डेविड हॉजकिस 1998 में लंकाशायर से जुड़े और अप्रैल 2017 से चेयरमैन पद पर कार्यरत थे। -फाइल फोटो


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भारतीय फुटबॉलर्स ने मिलकर मदद की, अनिल कुंबले ने कहा- कोरोना को बोल्ड करने के लिए एकजुट होना है

कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई के लिए दुनियाभर में सभी खिलाड़ियों ने एकजुटता दिखाते हुए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। इसी क्रम में भारतीय फुटबॉलर्स ने भी प्रधानमंत्री राहत कोष में दान की राशि जमा कराई है। इससे पहले क्रिकेटर रोहित शर्मा, विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, बीसीसीआई और गौतम गंभीर समेत अन्य खिलाड़ियों ने भी मदद की है। वहीं, पूर्व भारतीय स्पिनर और कोच अनिल कुंबले ने भी दान दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कोविड-19 को बोल्ड करने के लिए हमें एकजुट होना है और इसके खिलाफ जंग लड़नी है।’’

दुनियाभर में कोरोनावायरस से 8 लाख 58 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। अब तक 42 हजार 140 लोगों की मौत हो चुकी है। अमेरिका में एक दिन में 770 लोगों की जान गई है। यहां अब तक तीन हजार 889 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, भारत में बुधवार सुबह तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 1400 के पार हो गई है। इनमें से 1238 एक्टिव केस हैं और 124 ठीक हो चुके हैं। 35 लोगों की मौत हुई है।

‘हम हमेशा देने से ज्यादा पा सकते हैं’

भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री ने ट्वीट किया, ‘‘हम हमेशा देने से ज्यादा पा सकते हैं। यही कारण है कि जरूरत के समय में राष्ट्रीय टीम के हम सभी खिलाड़ी एक साथ आए हैं। हम सभी ने पीएम-राहत कोष राशि जमा कराईहै। हम यहां (ट्विटर पर) इसके बारे में बात इसलिए कर रहे हैं ताकि यह अन्य ऐसे लोग भी दान करें, जो सक्षम हैं।’’

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मिडफील्डर हल्दर बच्चों को खाना खिला रहे
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने कहा कि मिडफील्डर प्रणॉय हल्दर भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं और बच्चों को भोजन मुहैया करा रहे हैं। हल्दर ने कहा, ‘‘बैरकपुर मंगल पांडे फुटबॉल कोचिंग शिविर में काफी सारे बच्चे हैं जो रोज कमाकर खाते हैं। अब हालात थोड़े मुश्किल हो गए हैं और मैं इस समय उनकी मदद करने की कोशिश में जुटा हूं। इसलिए मैं उन्हें भोजन और कुछ जरूरी चीजें बांट रहा हूं। मैं अपने दोस्तों के साथ मिलकर स्टेशन पर रहने वालों और बाहर रहने वाले अन्य लोगों को बुनियादी चीजें बांट रहा हूं।’’

हल्दर ने इसके अलावा सीएम राहत कोष में 20000 रुपये भी दान किया है। वहीं, पूर्व खिलाड़ियों महताब हुसैन, रहीम नबी, डेंसन देवदास, संदीप नंदी, देबब्रत रॉय ने मौजूदा खिलाड़ियों प्रिटम कोटाल, अरिंदम भटटाचार्य, प्रबीर दास, सौविक चक्रवर्ती, देबजीत मजूमदार और कई अन्य खिलाड़ियों ने भी इस मुश्किल समय में एकजुटर होकर लोगों की मदद करना शुरू कर दिया है।

रोहित शर्मा ने 80 लाख रुपए दिए
भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा ने कोरोना पीड़ितों की मदद के लिए 80 लाख रुपए डोनेट किए हैं। रोहित ने ट्वीट किया, ‘‘हमें अपने देश को फिर से पैरों पर खड़े करने की जरूरत है और ये हम पर है।’’ टेनिस स्टार सानिया मिर्जा मदद के लिए आगे आई हैं। उन्होंने यूथफीड इंडिया के साथ मिलकर एक हफ्ते में 1.25 करोड़ का फंड इकट्ठा किया। इससे करीब एक लाख लोगों की मदद हुई है। इससे कई शहरों में गरीब मजदूरों के लिए जीवनयापन का सामान मुहैया कराया गया। सानिया ने बताया कि आगे भी ये जारी रखेंगी। जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने भी मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। हरियाणा के इस खिलाड़ी ने सीएम फंड में एक लाख और पीएम केयर्स में 2 लाख डोनेट किए।

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अमेरिका के अगस्ता गोल्फ क्लब ने 15 करोड़ रुपए दिए
अमेरिका कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों में शामिल है। वहां के अगस्ता नेशनल गोल्फ क्लब ने करीब 15 करोड़ रुपए डोनेट किए। ये क्लब गोल्फ मास्टर्स का आयोजन करवाता है। साथ हीइंग्लैंड में एमसीसी ने हॉस्पिटल के लिए लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड की पार्किंग और स्टोरेज स्पेस खोल दिया है। नेशनल हेल्थ सर्विस का स्टाफ इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।



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सुनील छेत्री समेत सभी भारतीय फुटबॉलर्स ने दान राशि प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराई। -फाइल


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रवींद्र जडेजा फॉर्म हाउस पर घुड़सवारी करते नजर आए, कहा- यह मुझे हर समय पसंद आता है

विश्व के सभी 195 देश को अपनी चपेट में चुके कोरोनावायरस के कारण भारत में 14 अप्रैल तक के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इस दौरान भारत समेत दुनियाभर में सभी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द या टाल दिया गया है। ऐसे में सभी खिलाड़ी लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने-अपने घरों में हैं। इसी दौरान भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा मंगलवार को अपने फॉर्म हाउस पर घुड़सवारी करते नजर आए। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि घुड़सवारी उन्हें सबसे ज्यादा पसंद है।

देश में कोरोना संक्रमण ने 29 राज्यों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है। देश में मंगलवार को कोरोना संक्रमण के 272 नए मामले सामने आए हैं। पहली बार एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित मिले। देश में अब कोरोना के कुल केस 1397 हो गए हैं। इनमें से 1238 एक्टिव केस हैं और 124 ठीक हो चुके हैं। 35 लोगों की मौत हुई है।

जडेजा ने लोगों से घर में रहने की अपील की
रविंद्र जडेजा इससे पहले जिम में रनिंग करते हुए एक वीडियो शेयर किया था। तब उन्होंने ट्वीट किया था, रनिंग ही मेरी ताकत है। यह मेरे शरीर को हर समय स्वस्थ रखती है। साथ ही उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लोगों से लॉकडाउन का पालन करने और घर में रहने की अपील भी की थी। कोरोना के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को भी 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया। यह लीग पहले 29 मार्च से होनी थी। हालांकि, कोरोना के चलते आईपीएल पर अब भी संकट मंडरा रहा है।



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लॉकडाउन के दौरान फॉर्म हाउस पर घुड़सवारी करते रविंद्र जडेजा।


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