थाना क्षेत्र अंतर्गत थरिया में जन वितरण प्रणाली के विक्रेता भूपेंद्र कुमार से रंगदारी मांगे जाने के आरोप में निर्मली थाना पुलिस ने शनिवार को तीन युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति निर्मली थाना क्षेत्र के बेला सिंगार मोती पंचायत के वार्ड-05 निवासी मो. आजाद, किशनपुर थाना क्षेत्र के मो. नदीम व सुपौल सदर थाना क्षेत्र निवासी मो. अकबर बताया जा रहा है। मामले को लेकर जन वितरण प्रणाली विक्रेता द्वारा निर्मली थाना में आवेदन दिया गया है। दिए गए आवेदन में कहा गया है कि शनिवार की सुबह में वह अपने दरवाजे पर बैठा था। उसी वक्त बाइक पर सवार होकर तीन लोग उनके दरवाजे पर आए। जिस घर में जन वितरण प्रणाली की दुकान चल रही थी। इस दाैरान अपने आप को मीडियाकर्मी बताते हुए सभी तीन युवक दुकान में घुस गए और उनसे स्टॉक रजिस्टर एवं जन वितरण की यूनिट पंजी दिखाने को कहा। तीनों अपने डायरी पर पंजी से कुछ नोट करते हुए डीलर को हस्ताक्षर करने के लिए कहा।
तीनों युवक में से एक ने दुकान की वीडियोग्राफी भी की
इतना ही नहीं, उसी तीनों युवक में से एक युवक के द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकान की वीडियोग्राफी भी की गई। मना करने पर तीनाें युवक उग्र होते हुए गाली-गलौज करने लगे और धमकी देते हुए रंगदारी के रूप में 50 हजार रुपए देने को कहा। इससे पूर्व भी ये लोग उनके दुकान का चोरी-छिपे वीडियो बनाकर मेरे व्हाट्सएप पर भेज कर मुझसे 10 हजार की मांग किया कर रहे थे। लेकिन उनके द्वारा यह कहा गया कि कोई गलत काम नहीं कर रहा हूं। इसलिए आप लोगों को रुपया नहीं दूंगा। आपको जो करना है कीजिए। इस बात पर ये लोग धमकी भी दिए थे। शनिवार को घटी घटना को गांव के कई ग्रामीणों ने भी देखा। वहीं, थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि डीलर के द्वारा थाना प्राप्त आवेदन के आधार पर थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। तीनाें आराेपियाें काे जेल भेजने की प्रक्रिया की जा रही है।
लॉकडाउन में हो रहीं मौतों के खिलाफ शनिवार को आइसा कार्यालय में शोक एवं धिक्कार दिवस मनाया गया। जिसमें विशाखापत्तनम में गैस लीक से हुई मौतें, औरंगाबाद में रेल पटरी पर हुई मौत सहित तमाम जगहों पर हो रही औद्योगिक दुर्घटना, भूख और सड़क दुर्घटनाओं से हो रही मजदूरों की मौत पर दो मिनट का रखकर श्रद्धांजलि दी गई। वहीं, माले नेताओं ने कहा कि सरकार नाकाम है और मजदूरों के प्रति संवेदनहीन है। इन घटनाओं से पहले लॉकडाउन के कारण 300 से ज्यादा मौतें हो चुकी है। ये सांस्थानिक हत्या है। जिसके जिम्मेदार सीधे तौर पर केंद्र व राज्य सरकार है। इस लंबे घेराबंदी के दौरान सबसे अधिक खराब हालत मजदूरों की हो गई है। जिसे राशन वगैरह की भी दिक्कत हो गई है। संसाधनों की कमी के कारण हज़ारों मजदूर पैदल चल चुके हैं। कई जगहों पर मजदूरों को गैरकानूनी रूप से बंधक बनाने की खबर है और बिहार से मजदूरों को वापस भी भेजा जा रहा है।
माले मांग करता है कि तत्काल इस पर रोक लगाए। मजदूरों को तत्काल लॉकडाउन भत्ता के रूप में 10 रुपए और मारे गए मजदूरों के परिजन को 20 लाख मुआवजा दिया जाए। शोक सभा में माले के जिला सचिव जयनारायण यादव, इंकलाबी नौजवान सभा के अधिवक्ता राजेश कुमार गजेश, आइसा के डॉ. अमित कुमार, सुधीर कुमार सुधांशु व विनय बिहारी उपस्थित थे।
पिपरा प्रखंड अंतर्गत रामपुर पंचायत के मुखिया राकेश कुमार द्वारा पंचायत में जरूरतमंद लोगों के बीच मास्क और साबुन का वितरण करवाया जा रहा है। साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। शनिवार को मुखिया द्वारा पंचायत के कई वार्डों में लोगों के बीच मास्क और साबुन का वितरण किया गया। वहीं मुखिया ने कोरोना से बचाव के लिए लोगों से सरकार के निर्देशों का शत-प्रतिशत पालन करने की अपील की।
बीडीओ के कार्यालय में सीओ को खोजने के लिए आए मुलाकातियों और बीडीओ के बीच मारपीट हो गई। घटना शनिवार की दोपहर 12 बजे के बाद की है। बीडीओ ललन चौधरी ने बताया कि वे शनिवार को अपने कार्यालय वेश्म में कर्मियों के साथ विचार-विमर्श कर रहे थे। इसी दौरान तीन लोग उनके वेश्म में घुसे और सीओ के बारे में पूछने लगे। इसपर उन्होंने कहा कि आप उन्हें मोबाइल से फोन कर पता कर लें या उनके कार्यालय जाकर पता कर लें। इसी बात पर वे लोग तू-तू मैं-मैं करने लगे। उनलोगों को जब सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने को कहा तो दीनापट्टी वार्ड 2 निवासी जय नारायण यादव के पुत्र जयंत यादव मारपीट कर कपड़े फाड़ दिए। घटना के दौरान उनलोगों ने उनकी जेब में रखे 2500 रुपए भी निकाल लिए। बाद में वहां मौजूद कार्यालय कर्मियों एवं अंचल गार्ड की सहायता से उनलोगों को पकड़कर थाना लाया गया। मारपीट में बीडीओ को हल्की चोटें आई है। पीएचसी में प्राथमिक उपचार कराया गया।
पिता ने कहा-बीडीओ ने मेरी बेइज्जती की पुत्र को बर्दाश्त नहीं हुआ तो उलझ गया
दीनापट्टी सखुआ निवासी पिता-पुत्र बीते दिनों आई आंधी में हुए फसल व गृह क्षति के संबंध में सीओ से जानकारी लेने आए थे। इस दौरान वे लोग सीओ शशि भूषण कुमार को खोजते हुए बीडीओ के कक्ष में घुस गए थे। सीओ के बारे में बीडीओ द्वारा मुकम्मल जानकारी नहीं मिलने और कथित तौर पर पिता की बेइज्जती होते देख पुत्र से बर्दाश्त नहीं हुआ और वह बीडीओ से उलझ गया। आरोपी जयनारायण यादव ने बताया कि सीओ के बारे में सही जानकारी मिलने के बाद उन्होंने बीडीओसे कह दिया कि आप यहां के स्टाफ हैं, आप सीओ के बारे में नहीं बताएंगे तो कौन बताएगा। इसी पर उन्होंने कहा कि लाओ तो लाठी अभी इसकी पिटाई करो। इसपर उनके बेटे ने बीडीओ से कहा कि तमीज से बात किजिए। इसपर बीडीओजानबुझकर उलझ गए।
कार्यालय में अफरा-तफरी का बन गया माहौल
बीडीओ के साथ मारपीट के बाद कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कुछ लोगों का कहना था कि बीडीओ के कक्ष में सीओ को खोजने जब उक्त व्यक्ति गया तो कुछ अप्रिय शब्द का प्रयोग किया गया। यह किसके तरफ से हुआ नहीं पता। सीसीटीवी के फुटेज से सारी बातें साफ हो जाएगी।
बीडीओ के आवेदन पर दर्ज हुआ केस
बीडीओ के आवेदन के आधार पर पिता-पुत्र जय नारायण यादव व जयंत यादव और अनमोल यादव पर सरकारी कामकाज में बाधा उत्पन्न करने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर उनलोगों को जेल भेजा जा रहा है।
धनेश्वर मंडल, प्रभारी थानाध्यक्ष
कोरोना के संकट में सभी परेशान हैं, पर कई जगहों पर डीलरों के द्वारा राशन वितरण में गड़बड़ी करने का आरोप भी लग रहा है। जिला मुख्यालय के वार्ड 23 के डीलर नीतीश कुमार पर कई लोगों ने आराेप लगाया है कि उसके नाम से अनाज का उठाव कर लिया गया है, जबकि उनलोगों को राशन नहीं मिल रहा है। इतना ही नहीं, दो साल पूर्व एक मृत महिला जिसके परिवार में अन्य कोई सदस्य भी नहीं हैं, उनके नाम से भी लगातार अनाज का उठाव किया जा रहा है। त्रिफुल देवी की मौत 15 मई 2017 को ही हो चुकी है। उसकी मौत की पुष्टि वार्ड पार्षद अनमोल कुमार भी करते हैं। इस मृत महिला त्रिफुल देवी के नाम से लगातार कई बार अनाज का उठाव हुआ है। विभाग के वेबसाइट पर खोजने पर पता चलता है कि अप्रैल ही नहीं, फरवरी और दिसम्बर 2019 में भी उसके नाम से अनाज का उठाव हुआ है।
सवाल यह है कि एक बार किसी ने गलतफहमी में मृत महिला का अनाज का उठाव कर लिया होगा, लेकिन मौत के दो साल तक अलग-अलग तिथियों में कई बार अनाज का उठाव किया गया है। इसके अलावा सरकारी कागजों में पॉश मशीन से राशन उठाव का समय भी रात का है। मामले की जानकारी होने के बाद सदर एसडीएम वृंदा लाल ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। दूसरी ओर, डीलर नीतीश कुमार का कहना है कि अप्रैल माह में शारीरिक सत्यापन के आधार पर अनाज दिया गया है। लाभुक शांति देवी, सोनी देवी, संजय कुमार आदि का कहना है कि उसे डीलर कहते हैं कि उसके नाम से राशन का उठाव हो चुका है।
गिद्धा पंचायत स्थित बगबियानी गांव के वार्ड संख्या-8 में शुक्रवार की रात बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग की और जान से मारने की धमकी भी दी।
पीड़ित संजय कुमार मेहता ने दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि शुक्रवार की रात करीब 11 बजे वे खाना खाकर सोए हुए थे। इसी बीच दरवाजे पर फायरिंग की आवाज सुनकर उनकी नींद खुल गई। नींद खुलते ही उन्होंने देखा कि दरवाजे पर गांव के ही रमेश मेहता और दिलीप मेहता सहित 8 से 10 अज्ञात बदमाश बंदूक से फायरिंग कर रहा है।
वे लोग बाइक से आए थे और गाली-गलौज भी कर रहे थे। वे जान से मारने की धमकी भी दे रहे थे। थानाध्यक्ष राम बाबू विश्वकर्मा ने बताया कि आवेदन मिला है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
ग्राम पंचायत बेलो के पंचायत भवन में मुखिया स्वदेश कुमार की अध्यक्षता में पंचायत कार्य समिति की बैठक हुई। बैठक में सभी वार्ड सदस्य एवं पंचायत कर्मी भाग लिया। निर्णय लिया गया कि दूसरे राज्यों से पंचायत वापस आने वाले मजदूरों को मनरेगा के अंतर्गत जनजीवन हरियाली कार्यक्रम में चयनित योजनाओं में रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि जनजीवन हरियाली के तहत नाली, नाला का निर्माण, ड्रेनेज की सफाई व प्रबंधक का कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। इससे किसानों को फसल पटवन में काफी सुविधा मिलेगी। दूसरी तरफ जल संचय के लिए सरकारी तालाब का जीर्णोद्धार, नए तालाब की खुदाई कार्य, किसानों के अपने भूमि पर तालाब खुदाई का कार्य हेतु किसानों का चयन किया जा रहा है। ताकि किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा पंचायत के सरकारी भवन में सोखता का निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। ताकि जलजमाव की समस्या ना हो और भूमि के अंदर पानी का लेवल बना रहे। साथ ही प्रत्येक वार्ड में शौचालय निर्माण भी प्रारंभ हो चुका है।
मकई क्षतिपूर्ति के लिए लिया जा रहा ऑनलाइन आवेदन
एक साथ कई तरह की योजना को शुरू करने का उद्देश्य प्रवासी मजदूरों को गांव से सीधे जोड़ने के साथ-साथ रोजगार मुहैया कराना है। वहीं एक साथ कई योजना के माध्यम से मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंचायत इस दिशा में प्लानिंग के तहत कदम बढ़ा चुका है। साथ ही उन्होंने कहा कि मकई क्षति के लिए किसानों ऑनलाइन आवेदन जमा लिया जा रहा है। इसके लिए किसान सलाहकार नंदन कुमार और कृषि को-ऑर्डिनेटर मनीष कुमार लगातार खेतों में जाकर निरीक्षण का कार्य कर रहे हैं। बैठक में सरपंच बुद्धदेव शर्मा, पंचायत सचिव बिंदेश्वरी राम, ग्राम रोजगार सेवक मनीष कुमार, उपमुखिया प्रतिनिधि अजय कुमार, चंदन मंडल, राम प्रसाद साह आदि मौजूद थे।
बीएनएमयू ने पूर्णिया प्रमंडल के डिग्री पार्ट थ्री 2019 का रिजल्ट शनिवार को जारी कर दिया। परीक्षा नियंत्रक डॉ. नवीन कुमार ने बताया कि छात्र-छात्राएं वेबसाइट www.nictpatna.com माध्यम से ऑनलाइन अपना रिजल्ट देख सकते हैं। उप कुलसचिव (परीक्षा) डॉ. शशि भूषण ने बताया कि पूर्णिया डिवीजन के 7066 छात्र फर्स्ट क्लास, 11487 छात्र सेकंड क्लास उत्तीर्ण हुए हैं, वहीं 621 छात्र फेल किए हैं, जबकि 3907 का रिजल्ट पेंडिंग है। शनिवार को जारी रिजल्ट में कोसी डिवीजन के 10014 छात्र फर्स्ट क्लास, 7138 छात्र सेकंड क्लास, 325 फेल तथा 3055 का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे पूर्व फरवरी माह में कोसी प्रमंडल के छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया गया था। जबकि पूर्णिया प्रमंडल के छात्रों के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नहीं होने के कारण उस समय रिजल्ट जारी नहीं किया गया था। उप कुलसचिव ने बताया कि कोसी प्रमंडल के डिग्री पार्ट वन व पार्ट टू के मार्क्स के कारण जिनका रिजल्ट पेंडिंग रह गया था, ऐसे छात्रों के रिजल्ट में सुधार किया जा रहा है। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन लागू रहने के कारण प्रेस का काम बंद है। लॉकडाउन खत्म होते ही पेंडिंग छात्रों का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा।
देश के विभिन्न राज्यों से प्रवासी बिहारियों को लाने और पहुंचाने में भोजपुर जिला का आरा शहर ट्रांजिट प्वाइंट बना हुआ है। देश के विभिन्न राज्यों से आने वाले बिहार के कई जिलों के प्रवासियों को सरकारी मदद से एक दर्जन से अधिक बसों के माध्यम से आरा शहर लाया गया। इस क्रम में जैन कॉलेज अवस्थित आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। इसके बाद ऐसे प्रवासी लोगों को उनके मूल जिला में बसों के माध्यम से भेजा जा रहा है। इस लिहाज से आरा शहर प्रवासियों के लिए ट्रांजिट प्वाइंट बन गया है।
शुक्रवार की रात से शनिवार शाम तक कई जिलों के लगभग 800 प्रवासियों को आरा शहर लाया गया। यह सिलसिला रात तक जारी रहा। शनिवार देर रात तक यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा था। इन प्रवासियों में लगभग आधी संख्या भोजपुर जिले के प्रवासियों की थी। इन प्रवासियों को बिहार- यूपी बॉर्डर पर कैमूर जिला अवस्थित मोहनिया सीमा से बसों में बैठा कर लाया गया। दूसरी तरफ गोपालगंज जिले से बिहार-यूपी बॉर्डर से भी बसों में बैठाकर प्रवासी लोगों को लाया गया। इस सिलसिले में सहरसा जिले से आंध्र प्रदेश में सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले बक्सर जिले के छात्रों को भी लाया गया। भागलपुर से भी प्रवासियों को लाने की सूचना है। खास बात यह कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रवासियों को बसों में सोशल डिस्टेंस के लिए कम संख्या में बैठा कर लाया जा रहा है। ताकि संक्रमण का खतरा कम रहे।
बॉर्डर पर रिकॉर्ड और मेडिकल के बाद लाए जा रहे हैं प्रवासी: माधव
जिला परिवहन पदाधिकारी माधव कुमार सिंह ने बातचीत में बताया कि डीएम रोशन कुशवाहा के निर्देश पर प्रवासियों को लाने और पहुंचाने में परिवहन विभाग तत्परता से जुटा हुआ है। कोरोना वायरस के संकट काल में लोगों को सरकारी व परिवहन विभाग की सुविधा मिले इसके लिए भरपूर सहायता की जा रही है। प्रवासियों को को लाने और पहुंचाने में बसों की कमी नहीं हो रही है। बॉर्डर पर लाने के वक्त इन प्रवासियों का ब्योरा दर्ज किया जाता है। मेडिकल चेकअप की जाती है। इसके बाद इनको बसों से लाया जाता है। आरा में लाने के बाद इनको जैन स्कूल के आइसोलेशन सेंटर में पहुंचाया जाता है। जहां इनकी मेडिकल चेकअप होती है।कोरोना से बचाव के लिए सभी लोगों को सजगता और आपसी सहयोग करने की जरूरत है।
अगिआंव प्रखंड में पहला कोरोना पॉजीटिव मरीज मिलने से दहशत
अगिआंव क्वारन्टीन सेंटर में एक कोरोना पोजेटिव मरीज मिलने से इलाके में हड़कम्प मच गई। कोरोना पोजेटिव मरीज स्थानीय प्रखण्ड इलाके का चालीस वर्षीय युवक है। वह तीन मई को सूरत से अपने गांव आया था। जिसे पहले से ही अधिकारियों द्वारा चिन्हित कर अगिआंव स्थित राजकीय बुनियादी विद्यालय में बने क्वारन्टीन सेंटर में रखा गया था। जिसका शुक्रवार को जिला द्वारा गठित मेडिकल टीम ने सत्रह क्वारन्टीन हुए संदिग्ध का सैम्पल स्वाब टेस्ट के लिए आईजीएमएस भेजा गया था। उसकी मेडिकल पाॅजीटिव रिपोर्ट पोजेटिव आई है। अगिआंव प्रखंड में कोरोनावायरस मरीज मिलने का यह पहला मामला है। इससे इलाके सनसनी फैल गयी। स्थानीय प्रशासन इस सिलसिले में सजग हो गया है और विशंभरा गांव सहित 3 किलोमीटर की एरिया को कंटेंटमेंट जोन घोषित कर इलाके को सील करने की तैयारी शुरू हो गई है। पहले के सभी मरीजों के स्वस्थ होने 1 घंटे बाद ही रिपोर्ट आयी कि अगिआंव क्षेत्र के रहने वाले एक व्यक्ति का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है। बताते चलें कि पहला मरीज भोजपुर जिले में बड़हरा क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला मिला था।
शनिवार को भी 43 कोरोनावायरस संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया पटना
सदर अस्पताल के स्थान पर अब महाराजा कॉलेज में कोरोना से जुडा स्वाब टेस्ट संक्रमित मरीजों का लिया जा रहा है। शनिवार को भी 43 संदिग्ध का जांच के लिए स्वाब टेस्ट लिया गया। इसके बाद देर शाम उसे पटना भेज दिया गया। दो दिनो में यह रिपोर्ट आने की बात कही जा रही है।
लॉकडाउन में कुत्ता काटने से पीड़ित एक बच्चे को सरकारी अस्पताल में एंटीरेबीज वैक्सीन नहीं मिला। ना अस्पताल में बालक के परिजनों को आरा सदर अस्पताल में एंटी रेबीज की उपलब्धता की जानकारी दी गई। इधर, लॉकडाउन के कारण वाहनों का परिचालन बंद होने से परिजन बालक को लेकर 40 किमी दूर सदर अस्पताल आरा भी नहीं पहुंच सके। विवशता में परिजन उसे पड़ोसी अरवल जिला में इलाज के लिए ले गए। इस बीच बालक में कुत्ते के लक्षण आने लगे और एंटी रेबीज वैक्सीन का अभाव में उसकी मौत हो गई।
मृत 6 वर्षीय गुलशन कुमार शहर के भरत शर्मा का पुत्र था। जानकारी के अनुसार बच्चे को 15 दिन पहले घर के बाहर खेलने के दौरान कुत्ते ने कई जगह काट लिया था। परिजनों जब उसे इलाज के लिए सीएचसी सहार ले गए तो वहां एंटीरेबीज उपलब्ध न होने की बात कह कर टेटनेस का सुई लगा छोड़ दिया गया था। कुत्ते के काटने के बाद बच्चे के व्यवहार में परिवर्तन आ गया था और वह कभी-कभी कुत्ते की तरह भौंकने की तरह व्यवहार करने लगा था।
गरीब परिवार होने और लॉक डाउन में काम बंद होने के बावजूद परिजनों के द्वारा अरवल से प्राइवेट में इंजेक्शन खरीद कर बच्चे को तीन बार एंटी रेबीज की सुई दी गई थी। शनिवार की सुबह तबीयत बिगड़ने पर सवारी की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण पैदल ही बच्चे को इलाज के लिए अरवल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। परिजनों के अनुसार बच्चे के मुंह से गाज निकल रहा था।
ईमादपुर थाना क्षेत्र के पश्चिमी इंग्लिश गांव में दो पक्षों के बीच हुई लाठी-डंडे से मारपीट में दो लोग जख्मी हो गए। जिसमें से एक 60 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति तेज नारायण सिंह का मौत पटना पीएमसीएच में हो गई। मौत की खबर सुनते ही घर मे अफरा तफरी मच गई।
घटना के बारे में बताया जाता है कि जमीनी विवाद में तेज नारायण सिंह तथा महाबीर सिंह के बीच पूर्व से ही विवाद चला आ रहा था। शुक्रवार की रात दोनों लोगों के बीच विवाद गहरा गया और लाठी- डंडे से मारपीट में तेज नारायण सिंह, फूलकुमारी देवी, रमुन यादव तथा दूसरे पक्ष के महाबीर सिंह और अजित कुमार जख्मी हो गए। पुलिस को मामला संज्ञान में आते ही दोनों लोगों को इलाज के लिए तरारी भेजा। जहां से चिकित्सकों ने उसे आरा रेफर कर दिया था।
महज पांच हाथ जमीन पर भूसा रखने के विवाद में जान गंवानी पड़ी वृद्ध तेज नारायण को
तेज नारायण सिंह और महाबीर सिंह के बीच काफी दिनों से विवाद चला आ रहा था। इसी बीच शुक्रवार की देर शाम विवादित जमीन पर तेज नरायण सिंह के द्वारा भूसा रखा जा रहा था। जिसका विराेध महाबीर सिंह द्वारा विराेध किया जाने लगा। और विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से लाठी डंडे से जमकर मारपीट हो गई। जिसमें तेज नरायण सिंह की जान गंवानी पड़ी। शनिवार की शाम मृतक का शव घर पहुंचते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। मृतक की पत्नी लखमुना देवी, बेटी गीता देवी, अनिता देवी का हाल रोते रोते बेहोश हो जा रही थी। पति का शव देखते ही पत्नी की सूझ बूझ खो चुकी है। मृतक का एक पुत्र लुधियाना में रहता है। और दूसरा गांव पर रहता है।
लॉकडाउन में परदेश से मजदूरों के आने का सिलसिला होते ही प्रशासनिक व्यवस्था चरमराने लगी है। इसका कारण कर्मचारियों की कमी या फिर तैनात कर्मी-पदाधिकारियों पर हावी होता थकान हो सकता है। क्वारेंटाइन सेंटर में रहने वालों को अच्छा रहन-सहन और भोजन पानी देने का निर्देश है। पर यह कुछ सेंटर पर ही देखा जा रहा है। कहीं पर सिर्फ खानापूरी की जा रही है।
दूसरे राज्यों से आने के बाद उन्हें उनके संबंधित ब्लॉक तक पहुंचाने या दूसरे राज्यों को जाने वाले मजदूरों की व्यवस्था करने के लिए शहर के बीएन मंडल स्टेडियम में शिविर
बनाया गया है।
व्यवस्थाओंमें कमी के कारण ही शुक्रवार को कोटा से लाए गए भूख से बिलबिलाते छात्रों काे जब अपशब्द सुनना पड़ा, तो शाम को उनका आक्रोश फूट पड़ा। शुक्रवार को लाए गए बच्चों को तो अच्छी व्यवस्था नहीं मिल पाई, अलबत्ता उनकी व्यवस्था करने के नाम पर दिनभर बैठाकर रखे गए इंजीनियरिंग कॉलेज निर्माण में काम करने वाले झारखंड जाने वाले 17 मजदूरों को भी न तो भेजा गया और न ही रात को उन्हें सोने के लिए जगह मिली। दिनभर भी वे लोग स्टेडियम में उनके लिए व्यवस्था हो जाने की आस लगाए बैठे रहे।
कोई व्यवस्था नहीं होने से स्टेडियम की सीढ़ी पर सोना पड़ा
रात में कोई व्यवस्था नहीं हो पाई तो वे लोग स्टेडियम के सीढ़ी पर सो गए। झारखंड के इन मजदूरों का कहना था कि शुक्रवार सुबह ग्यारह बजे पुलिस द्वारा यह कहकर लाया गया कि उनलोगों को सरकारी गाड़ी से घर भेजा जाएगा। इसी के उम्मीद में वे लोग स्टेडियम आ गए। लेकिन यहां दिनभर कोई पूछने वाला नहीं था। पूछने पर सभी यही कह रहे थे कि अभी कोटा से आने वाले छात्रों की व्यवस्था करने में लगे हुए हैं। एक बार खाना मिला। शुक्रवार की रात लगभग साढ़े नौ बजे स्टेडियम में उनलोगों ने कहा कि 10 घंटा बीत जाने के बाद भी उन्हें घर नहीं भेजा जा रहा है। सामने में मंच पर बैठे-कर्मचारी बोतलबंद पानी पी रहे हैं और नाश्ता-खाना खा रहे हैं। लेकिन उनलोगों को कुछ नहीं दिया गया। पुलिस कहती है कि यहीं रहो, सब को भेजा जाएगा।
मूढ़ी और दालमोट खाकर रात गुजारना मजबूरी
शंकरपुर के मनखुश कुमार रात को मूढ़ी खा रहे थे। बताया कि वह यूपी के इटावा से आया है। ट्रेन से दरभंगा आने के बाद शाम छह बजे बस से मधेपुरा के लिए चले। आठ बजे आने के बाद कोई कुछ नहीं बता रहा है। सिर्फ बोल रहे हैं कि गाड़ी से भेजेंगे। मूढ़ी खाने के बाबत बताया कि अभी यही मिला है, तो खा लेते हैं। पता नहीं, बाद में कब कुछ खाने को मिलेगा। शनिवार की सुबह नौ बजे नाश्ता के लिए बुलाया गया। एक छोटे से पैकेट में थोड़ा मूढ़ी, दालमोट और दो बिस्कुट के लिए लोग टूट पड़े। वकर्मचारी लोगों को लाइन में खड़ा होने के लिए कहा भी, लेकिन लोग नहीं माने। मजबूर होकर उनलोगों को मूढ़ी-दालमोट का पैकेट दिया।
स्टेडियम में सोने की व्यवस्था नहीं
विभाग की ओर से स्टेडियम में सिर्फ रिफ्रेशमेंट की व्यवस्था है। यहां सोने और खाना की व्यवस्था नहीं है। हां, नाश्ता की व्यवस्था है।
शिव कुमार शैव, एडीएम
दूसरे राज्य भेजने की डायरेक्ट व्यवस्था नहीं
दूसरे राज्य भेजने की डायरेक्ट व्यवस्था नहीं है। दूसरे राज्य जाने-वालों को पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होता है। इसके बाद राज्य स्तर पर निर्णय लेने के बाद ही प्रक्रिया होती है।
पवन कुमार, नोडल पदाधिकारी,
वाहन कोषांग
बिहार राज्य ग्रामीण विद्युत फ्रेंचाइजी कामगार संघ के सदस्यों ने शनिवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित दुर्गा मंदिर परिसर में बैठक आयोजित की। बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेश सचिव वरुण कुमार मेहता ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संघ अपनी छह सूत्री मांगों के समर्थन में 08 मई से हड़ताल पर है जिसकी पूर्व सूचना सीएम, उर्जा मंत्री और प्रधान सचिव समेत तमाम वरीय पदाधिकारियों को मेल पर दिया गया था। किसी भी मंत्री अथवा पदाधिकारी के द्वारा आज तक कोई सकारात्मक पहल नहीं होने से जिले में राजस्व वसूली समेत बिलिंग का कार्य ठप है। यह काफी चिंतनीय है। संघ इसका घोर निंदा करता है। प्रखंड अध्यक्ष आदित्य कुमार रमन ने कहा कि जब तक छह सूत्री मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक हड़ताल जारी रहेगा। मौके पर विश्वनाथ कुमार, गुडडू, ललटू, संतोष, क्यूमउद्दीन रहे।
महाराष्ट्र सहित दूसरे राज्य सरकार द्वारा लगातार दावा किया जा रहा है कि बिहारियों को सहायता पहुंचाई जा रही है। उन्हें ट्रेनों से बिहार भेजा जा रहा है। लेकिन,यह दावा महाराष्ट्र के मुंबई स्थित कारपोरेट थाना क्षेत्र के गीता नगर बस्ती में रहने वाले 500 से ज्यादा बिहारियों पर आकर पूरी तरह से फेल हो जा रहा है। बिहार के रहने वाले मजदूरों की स्थिति लॉक डाउन के बाद से बेहद खराब है।
इस बस्ती में भोजपुर जिले के 200 से ज्यादा मजदूर है। इनमें से ज्यादातर मजदूर पेट भरने के लिए दूसरों का दरवाजा खट-खटाकर भोजन की अब मांग कर रहे हैं। स्थानीय थाना द्वारा भोजपुर जिले के रहने वाले कुछ मजदूरों का मेडिकल कराने के बाद पास भी बनवाया गया। यह आश्वासन दिया गया कि आपको ट्रेन से बिहार जल्द ही भेजा जाएगा।
दरवाजा खटखटा कर मांगना पड़ता है भोजन
जगदीशपुर थाना क्षेत्र के करन टोला गांव के मुंबई के कारपोरेट थाना क्षेत्र के गीता नगर बस्ती में कमलेश सिंह रामकुमार सिंह, सत्येंद्र कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह ,रंजन कुमार, मुन्ना यादव, महेश कुमार ,राजकुमार पासी ,लाल साहब यादव, प्रमोद विकास सहित 15 लोग रहते हैं। डेढ़ महीने से चल रहे लॉक डाउन की वजह से काम नहीं मिल रहा है। जहां काम कर रहे थे वहां ताला लगा हुआ था।
पास बनवाया, फिर बोले बिहार जाने पर है रोक
करन टोला के रहने वाले कमलेश सिंह, रामकुमार सिंह, सत्येंद्र सिंह यह कहते हैं कि हम चार लोगों ने 4 मई को कारपोरेट थाना के पास जाकर फॉर्म भरा था। फॉर्म भरने के बाद हमें पास भी मेडिकल कराकर दे दिया गया। यह कहा गया कि किसी वक्त दो-तीन दिन के भीतर फोन आ सकता है बिहार जाने के लिए। तुम लोग तैयारी करो। पर फिर बिहार जाने पर रोक है कहकर बहना बनाने लगे।
आंध्र प्रदेश से आए अजगैवा गांव निवासी राजेश साह, फुलौत बड़ीखाल निवासी सुनील कुमार, रविन्द्र मंडल तथा दिलीप कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात करीब आठ बजे वे मधेपुरा पहुंचे। रात में उन लोगों को खाना नहीं दिया गया। सुबह केवल 100 ग्राम सूखा चूड़ा दिया गया। 12 बजे दिन से जांच कराने के लिए लाइन में खड़े हैं। दो बजने चला है।
अब तक खाना नहीं मिला है। भूख से वे लोग खड़े रहने के लायक नहीं है। सरकार उन लोगों को कोरोना वायरस से क्या बचाएेगी। पहले तो वे लोग भूखे- प्यासे ही मर जाएंेगे। उन्होंने बताया कि जांच कराकर एक घंटा से इंतजार में हैं जहां उन लोगों को रखना है ले जाए और उसे खाना खिलाया जाए। ड्यूटी पर अस्पताल के डॉक्टर से कहते हैं तो उनका कहना है कि सीओ उन लोगों को कहां रखने का इंतजाम किए हैं इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। स्वास्थ्य जांच के बाद सभी लोगों को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। जब सीओ से बात करने का प्रयास किया गया तो बात नहीं हो सकी।
साइकिल चलाकर सोनीपत से मधेपुरा पहुंचे मजदूर
हरियाणा के सोनीपत से लंबी दूरी तय कर मजदूरों का एक जत्था साइकिल से 10 दिनों का सफर तय करते हुए शुक्रवार की रात मधेपुरा पहुंचे।
मधेपुरा से बस द्वारा साइकिल सवार सहित 50 लोगों को चौसा पीएचसी में मेडिकल टीम ने स्क्रीनिंग कर सभी लोगों को क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया। प्रवासी मजदूर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों से पहुंच रहे हैं। मेडिकल टीम ने बताया कि इसमें प्रखंड मुख्यालय के विभिन्न पंचायतों के लोग शामिल हैं।
वहीं मधेपुरा से बस से 44 लोगों और दिल्ली से तीन बाइक पर सवार आधा दर्जन लोगों को जांच कर बाबा विशु राउत क्वारेंटाइन सेंटर भेजा गया।
बाहर से आए फुलौत पूर्वी और फुलौत पश्चिमी, मोरसंडा, चिरौरी, पैना, लौआलगान पश्चिमी और लौआलगान पूर्वी, अरजपुर पूर्वी व अरजपुर पश्चिमी, घोषई, रसलपुर धुरिया, चौसा पश्चिमी व चौसा पूर्वी पंचायत सहित करीब चार दर्जन से अधिक लोगों को मेडिकल जांच कर 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है।
अधिकारियों ने शनिवार को क्वारेंटाइन सेंटरों का जायजा लिया। अपग्रेड उच्च विद्यालय उदा, चंद्रकांता काॅलेज, मध्य विद्यालय बालक एवं केपीएन पिपरा करौति उच्च विद्यालय में जाकर एडीएम उपेंद्र कुमार, सीओविजय कुमार राय व अन्य अधिकारियों ने वहां की व्यवस्थाओं को देखा। इस दौरान क्वारेंटाइन केंद्र पर बिजली, पानी, शौचालय, साफ-सफाई आदि की व्यवस्था का जायजा लिया। वहां रह रहे लोगों से एडीएम ने नाश्ता, खाना, पेयजल, बिजली, थाली, कटोरा, बाल्टी, लूंगी, धोती, गंजी-गमछा, साड़ी सहित अन्य रोजमर्रा के काम आने वाली वस्तुओं की आपूर्ति एवं उनकी गुणवत्ता से संबंधित सवाल किया। लोगों के जवाब से वे संतुष्ट दिखे। साथ ही वहां रह रहे कर्मियों और नोडल पदाधिकारियों को क्वारेंटाइन भवन में रह रहे लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। एडीएम श्री कुमार ने बताया कि लोगों ने साबुन, तेल आदि के खत्म हो जाने की बात कही। उन्हें दोबारा उपलब्ध करा दिया जाएगा। सीओश्री राय ने बताया कि शनिवार को लगभग प्रवासी लोग अन्य राज्य से आए हुए हैं। सभी लोगों को भिन्न-भिन्न क्वारेंटाइन सेंटर पर भेज दिया गया।
बीकानेर जिले के डूंगरगढ़ कस्बे में नगरपालिका द्वारा भगवान देवनारायण का मंदिर तोड़ने की घटना का पथिक सेना और देव सेना ने विरोध जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है। पथिक सेना जिलाध्यक्ष बजरंग मरियाड़ा व देव सेना जिलाध्यक्ष जलसिंह कसाना ने मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में बताया कि नगरपालिका द्वारा भगवान देवनारायण का मंदिर तोड़ने की घटना निंदनीय है। दोनों संगठनों ने इस घटना का विरोध जताते हुए इस मामले के दोषी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने व मंदिर का पुनः निर्माण करवाने की मांग रखी।
प्रखंड मुख्यालय स्थित संयुक्त ई -किसान भवन में रबी फसल एवं अप्रैल माह में असमय आंधी और बारिश व ओलावृष्टि के कारण चौसा में मक्के की फसलों को काफी प्रभावित हुई है।
डीएओ राजन बालन ने शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय के आसपास खेतों का आकलन कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी सहित अन्य कर्मियों के साथ बैठक आयोजित कर कर्मियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश देते हुए कहा कि चौसा से 1298 हेक्टर मक्के की प्रभावित होने की आकलन प्राप्त हुआ है। कर्मी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किसानों का काम करेंगे। साथ ही सरकार की बहुआयामी योजना को शत प्रतिशत किसानों तक योजनाओं का लाभ समय से पहुंचे। चौसा प्रखंड से 1298 हेक्टेयर मक्का फसल क्षति का प्रतिवेदन प्राप्त है। इसके अनुरूप ऑनलाइन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। आवेदन में रकवा को डिसमिस में लिखेंगे। एक एकड़ को 100 डिसमिस में अंकित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में पति पत्नी को लाभ नहीं दिया जाएगा। किसान सलाहकार सहित कृषि अधिकारी को इन सब बातों पर ध्यान रखने की बात कही। इस योजना के पात्र किसानों को लाभ से वंचित नहीं किया जाएगा।
इस मौके पर जिला कोऑर्डिनेटर सोहन सिंह ने कहा कि सभी कृषि कर्मी अपने-अपने पंचायत में रहकर किसानों के हित में आवश्यक कार्यों का संपादन करें। ताकि किसानों को ससमय अनुदान का लाभ मिल सके। मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी श्याम सुंदर यादव, मुखिया प्रतिनिधि अभिनंदन मंडल, पंचायत समिति प्रतिनिधि सुमन कुमार, आत्मा अध्यक्ष विजय यादव, किसान मोहम्मद इफ्तिखार, सहायक तकनीकी प्रबंधक क्यूरी कुमारी, लेखापाल अमित कुमार, किसान सलाहकार धीरज कुमार, पंकज कुमार, अनुज कुमार, सुनील कुमार, मणिकांत कुमार, केशव कुमार एवम कुंज बिहारी शास्त्री आदि उपस्थित थे।
अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की घटी कीमतों के बावजूद भी केंद्र सरकार की ओर से डीजल और पेट्रोल के उत्पाद शुल्क में 10 और 13 रुपए की बढ़ोतरी का एआईवाईएफ कड़ा विरोध किया संगठन के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह राज्य सचिव मण्डल सदस्य शंभू क्रांति ने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों में आई गिरावट के बाद भी भारत सरकार द्वारा उत्पाद शुल्क में की गई भारी बढ़ोतरी जनता को परेशान करने वाला और तानाशाही रवैया को दर्शाता है।
आज पूरी दुनिया कोरोना नामक महामारी ने त्राहिमाम है। हर सरकार अलग अलग स्तर पर जनता को राहत देने वाले फैसले ले रही है। लेकिन देश में केंद्र सरकार द्वारा यह रुलाने वाला फैसला दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह फैसला पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने वाली है। एआईवाईएफ सरकार के इस फैसले का विरोध करती है और अविलंब इसे वापस लेने की मांग करती है। साथ ही पीएम केयर फंड में जमा राशि में से गरीबों के खाते में पन्द्रह हजार रुपए भेजने की मांग करती है।
घाव पर मरहम लगाने की बजाय नमक लगा रही है सरकार
संगठन के जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना ने इस फैसले को जन विरोधी बताते हुए कहा कि सरकार घाव पर मरहम लगाने के बजाय नमक लगा रही है। जिसे गरीबों की नहीं अमीरों की चिंता है। इस फैसले से आमलोगों में निराशा का संचार हुआ है। संगठन के जिला संयुक्त सचिव सौरव कुमार ने इसे आमजन पर दोहरी मार बताते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार में फैसले लेने वालों का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ है। जिसके कारण जनता को परेशान करने वाले फैसले लिए जा रहे हैं। छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने भी दुखद और जनता पर आर्थिक दबाव बनाने वाला निर्णय बताया। एआईवाईएफ के सह सचिव प्रीति कुमारी प्रिया, विनोद कुमार, साह, गौतम प्रवीण, रणवीर सिंह यादव आदि ने भी इस फैसले को जन विरोधी बताते हुए अविलंब इसे वापस लेने की मांग की है।
माणिकपुर ओपी क्षेत्र के कवादपुर पंचायत के आजाद चौक के समीप वार्ड 6 में घर में अकेले रह रहे एक 50 वर्षीय लकड़ी कारोबारी ने अपने घर के छत की कुंडी में फांसी से लटककर आत्महत्या कर लिया। मृतक की पहचान कवादपुर गांव निवासी प्रसादी महतो के पुत्र संजय महतो के रूप में हुई है। शनिवार को उसके घर से अचानक दुर्गंध आने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद घटना का खुलासा हुआ। शव को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि करीब 2-3 दिन पूर्व ही फांसी लगाई गई थी। कारोबारी का घर एकांत में होने के कारण किसी को इसकी भनक नहीं लगी। घटना की सूचना मिलते ही माणिकपुर एसएचओ ब्रजेश कुमार व एसआई रवींद्र कुमार यादव घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ की। पुलिस ने घटना को प्रथम दृष्टया आत्महत्या मानकर छानबीन शुरू कर दिया है। मृतक पीरीबाजार मेें लकड़ी कारोबार करता था और होली में घर आया था। पत्नी व बच्चे से कलह रहने के कारण वह घर में अकेले रहता था।
इधर, संजय के आत्महत्या को लेकर गांव में कई तरह की चर्चाएं हैं। हत्या या आत्महत्या यह तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा। ग्रामीणों के अनुसार माणिकपुर गांव के किसी महिला के साथ मृतक का अवैध संबंध था। जिसके कारण उसकी पत्नी ने 10 वर्ष पहले ही उसे छोड़ दिया था। तब से वह अकेले घर में रह रहा था। प्रखंड क्षेत्र में इधर-उधर रहकर लकड़ी का कारोबार कर अपना जीवन व्यतीत कर रहा था। ग्रामीणों के अनुसार जिस महिला के साथ मृतक का अवैध संबंध था, वह विगत तीन दिनों से गायब है। मृतक के घर सिर्फ उसका ही आना-जाना था। 4-5 दिन पूर्व किसी बात को लेकर दोनों में झगड़ा होने की भी सूचना है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा खुलासा
थानाध्यक्ष ब्रजेश कुमार ने बताया कि शव को ऐसा प्रतीत होता है कि घटना दो-तीन दिन पूर्व का है। यह मामला प्रथम दृष्टया आत्महत्या का प्रतीत होता है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा होगा।
आत्महत्या या हत्या पर बना है संशय
संजय की मौत के बाद उसकी पत्नी महेश्वरी देवी व पुत्री घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन कुछ भी बताने से इंकार किया। वही एक अन्य चर्चा के अनुसार लाॅकडाउन के दौरान संजय का काम धंधा बंद हो गया था। जिससे वह कई दिनों से डिप्रेशन में था। बहरहाल महिला से अवैध संबंध में हत्या या घर में अकेले रहने के कारण डिप्रेशन में आकर आत्महत्या की गई है, इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट व पुलिस जांच में ही चलेगा।
एनएच-80 किनारे अचेतावस्था में मिला होटल संचालक, इलाज के लिए ले जाने के दौरान मौत
बड़हिया| थाना क्षेत्र के तहादिया एनएच-80 पर प्राथमिक विद्यालय के समीप रिमझिम लाइन होटल के संचालक 35 वर्षीय प्रवीण कुमार उर्फ कारू सिंह अचेत अवस्था में पड़े मिले। इसकी सूचना मिलने के बाद बड़हिया थाना के एसआई ज्योतिष कुमार व रंजन कुमार तथा एएसआई मनोज कुमार ने उन्हें इलाज के लिए लखीसराय सदर अस्पताल लेकर आ रहे थे। लेकिन अस्पताल आते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही मृतक के घर कोहराम मच गया। घटना की सूचना पर मृतक के घर पर लोगों की भीड़ लग गई। लोग मृतक के परिजनों को ढांढस बंधाने में लगे थे।
मृतक के पुत्र गौतम कुमार ने अज्ञात वाहन के खिलाफ बड़हिया थाना में मामला दर्ज कराया है। प्राथमिकी में कहा गया कि पिता कारू सिंह का तहादिया एनएच-80 के किनारे रिमझिम लाइन होटल है। लॉकडाउन में होटल बंद रहने के कारण सिर्फ रात में घर से लाइन होटल सोने के लिए जाते थे। शुक्रवार की रात होटल जाने के क्रम में तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने धक्का मार दिया। जिससे गंभीर रूप से घायल रहने के कारण इलाज के लिए सदर अस्पताल लखीसराय ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। मृतक के सिर के आगे-पीछे चोट के निशान हैं। घटनास्थल से एक काले रंग का जिओ का मोबाइल मिला है। इस बाबत एसडीपीओ रंजन कुमार ने बताया कि मृतक के बेटे के द्वारा अज्ञात वाहन चालक के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया है। घटनास्थल पर से बरामद मोबाइल को पुलिस खंगाल रही है।
गेहूं की बाली चुनने के दौरान करंट लगने से महिला की मौत
लखीसराय| सदर थाना क्षेत्र के रेहुआ गांव निवासी मोती साव की 60 वर्षीय पत्नी यशोदा देवी शनिवार की सुबह केशरी सिंह के खेत में गिरा हुआ गेहूं की बाली चुन रही थी। खेत में बिजली का तार गिरा रहने के कारण वह उसकी चपेट में आ गई, जिससे उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि मृतका कई दिनों से बहियार में खेतों में गिरा हुआ गेहूं का बाली चुनकर घर लाती थी। बहियार में एक किसान के बोरिंग के समीप पूर्व से बिजली का तार टूटा हुआ था। जिसे महिला देख नहीं पाई और उसकी चपेट में आ गई। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीणों की बहियार में भीड़ लग गई। परिजनों ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। उसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
राशन कार्ड की मांग को लेकर लोगों ने शनिवार को नगर परिषद कार्यालय में हंगामा किया। इस दौरान लोगों ने कार्यालय में ताला जड़ दिया। राशन कार्ड नहीं मिलने पर आक्रोशित लोगांे का कहना था कि सरकार द्वारा 10 दिनों में राशन कार्ड मुहैया कराने की घोषणा की गई थी। लाभुकों ने राशन कार्ड के लिए आवेदन भी किया। लेकिन राशन कार्ड मिलने में हो रही देरी से लोग उग्र हो गए। नगर परिषद सभापति अरविंद पासवान ने बताया कि राशन कार्ड बनाना जिला प्रशासन का काम है। प्रशासन की लापरवाही से अब तक राशन कार्ड नहीं बना है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद को प्राप्त आवेदन जिला आपूर्ति विभाग को समर्पित किया गया है। प्रशासनिक उदासीनता के कारण राशन कार्ड नहीं मिल पाया है। राशन कार्ड के लिए 2500 आवेदन सालों से आपूर्ति विभाग में लंबित हैं। उन्होंने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधियों ने संकट की घड़ी में यहां के लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया। सारी जिम्मेवारी नगर परिषद पर थोपना ठीक नहीं हैं। सभापति ने कहा कि सांसद द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि जनसंख्या के आधार पर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण की व्यवस्था करनी चाहिए थी।
डाक विभाग ने एक दिन में 1.55 लाख लोगों को राशि का भुगतान कर देश में नया रिकॉर्ड बनाया है। डाक विभाग के बिहार सर्किल ने पूरे देश में पहला स्थान बनाया है। लखीसराय के सहायक डाक अधीक्षक उमाशंकर कुमार ने बताया कि मुंगेर डाक प्रमंडल में लखीसराय ने 1.30 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया है। सिर्फ एक दिन में शुक्रवार को 26 लाख रुपए का भुगतान किया गया।
लखीसराय मुख्य डाकघर द्वारा शहरी क्षेत्र में चलंत आधार डाक का परिचालन किया जा रहा है। घूम-घूम कर जरूरतमंदों को राशि का भुगतान किया जा रहा है। मुख्य डाकघर में पोस्टमास्टर मनीष कुमार आनंद ने बताया कि समाजसेवा से जुड़े डाक कर्मियों को अच्छे कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाना है। अनिमेश कुमार, सुजीत कुमार, अरविंद सिंह, रंजीत कुमार, मो. शमीम, सोनू कुमार, अनुराग कुमार, सदन सिंह, सुमित कुमार, अशोक कुमार, अमरनाथ झा एवं फूलचंद को सराहनीय कार्य के लिए डाक विभाग द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।
कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ रहे नगर परिषद के सफाई कर्मियों को मानदेय में वृद्धि का लाभ दिया जाएगा। नगर प्रशासन के मुताबिक कोराेना के खिलाफ जंग में इन कर्मियों का विशेष योगदान रहा है। नगर परिषद सभापति अरविंद पासवान ने बताया कि लॉकडाउन खत्म होने के तुरंत बाद नगर परिषद बोर्ड की एक दिन में दो बैठकें होगी। जिसमें इन कोरोना वारियर्स को लाभ देने का निर्णय लिया जाएगा। कहा कि 46 दिनों से ये कर्मी लगातार जंग लड़ रहे हैं। शहर के सभी गली-मोहल्लों में साफ-सफाई के अलावा दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। शहर में सेकेंड शिफ्ट में भी व्यवसायिक क्षेत्रों की सफाई कराई जा रही है। लगभग 300 कर्मियाें की सेना को जंग में लगाया गया है। कर्मियों की सुरक्षा के लिए पीपीई कीट दिया गया है।
वज्रपात से बचाव को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अमेरिकी कंपनी के साथ मिलकर सेंसर लगाने व कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। बावजूद हाल में ही बिहार में वज्रपात से दाे दर्जन जानें चली गई। इस त्रासदी को ध्यान में रखकर आपदा प्रबंधन विभाग ने वज्रपात से बचाव के लिए इंद्रवज्र नामक मोबाइल ऐप जारी किया है। इस ऐप की मदद से ठनका गिरने से जान माल की होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। इंद्रवज्र ऐप खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए काफी लाभकारी साबित होगा।
बता दें कि ठनका गिरने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जान-माल की क्षति ज्यादा उठानी पड़ती है। वज्रपात मामले के जानकार कर्नल संंजय श्रीवास्तव का मानना है कि मोबाइल ऐप इंद्रवज्र के उपयोग से इस प्रकार की क्षति को काफी हद तक कम किया जा सकता है। क्योंकि इस ऐप की खासियत है कि यह ठनका गिरने से पहले ही हमें सूचनाएं पहुंचा देता है।
अलार्म टोन देकर यूजर को करेगा अलर्ट
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर उपयोग कर सकते हैं। मोबाइल ऐप में वज्रपात से 40 मिनट पूर्व ही अलार्म टोन के साथ यूजर को अलर्ट करेगा। साथ ही यह बताएगा कि 20 किलोमीटर की परिधि में ठनका गिरने वाला है। इससे उपयोगकर्ता को ठनका गिरने से पूर्व ही आभास हो जाएगा। जिससे व्यक्ति सुरक्षित स्थान पर जा सकता है। इस ऐप में जीपीएस के माध्यम से ठनका गिरने वाले स्थान के बारे में लोग जान जाएंगे।
मौसम के साथ तापमान भी बताएगा
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप मौसम के पूर्वानुमान की भी जानकारी देगा। साथ ही यह स्मार्ट मोबाइल एप अधिकतम और न्यूनतम तापमान भी बताएगा। आपदा प्रबंधन विभाग ने इंद्रवज्र मोबाइल ऐप को तमाम सुविधाओं से लैस किया है। यह हर तरह से उपयोगी है।
ऐसे कर सकते हैं इस ऐप को इंस्टॉल
इंद्रवज्र मोबाइल ऐप कोई भी स्मार्टफोन यूजर आसानी से अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। उसके बाद इसमें अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें। इसके बाद एक ओटीपी आएगा। फिर एक चित्र दिखेगा ऑल मोबाइल एप्लीकेशन की अनुमति के लिए अलाउ बटन पर क्लिक करें। तत्पश्चात इस ऐप को उपयोग में ला सकते हैं। इसके बाद आपको वज्रपात से संबंधित जानकारियां मिलती रहेंगी।
ठनका से पूर्व की चेतावनी
इंद्रवज्र ऐप ठनका से पूर्व की चेतावनी के साथ इससे बचाव के भी उपाय बताएगा। यदि आपके सिर के बाल खड़े हो जाएं, तो समझ लीजिए कि आपके आसपास ठनका गिरने का खतरा है। अनहोनी से बचने के लिए हाथों से बालों को ढंक कर सिर को घुटने से छुपा लें। आसमान में बिजली चमके तो पेड़ के नीचे खड़े ना हों।
लॉकडाउन के बीच अवैध शराब के निर्माण में लगे कारोबारियों के खिलाफ उत्पाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। शनिवार को अधीक्षक उत्पाद शैलेंद्र कुमार चौधरी के नेतृत्व में चलाए गए अभियान में नगर परिषद क्षेत्र के गंगटा गांव में छापेमारी की गई। हालांकि इस दौरान कारोबारी फरार हो गए। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि शनिवार की अहले सुबह की गई छापेमारी के दौरान 2000 से 2500 किलो शराब बनाने के लिए तैयार जावा महुआ, किशमिश, गुड़, शराब बनाने का उपकरण को नष्ट किया गया। इसके अलावा महुआ शराब को भी बरामद किया गया। वही वार्ड 29 में मकुना गांव के पास चले अभियान में चार लीटर महुआ चुलाई शराब को बरामद हुआ।
नए पुल के डाउन लाइन पर शुरू करने के लिए रविवार को आठ घंटे का मेगा ब्लॉक लगेगा। पुराने पुल के डाउन लाइन को डिसमेंटल किया जाएगा। नए पुल से कनेक्शन के बाद पुराने पुल पर अप एवं डाउन में ट्रेनों का परिचालन हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। शनिवार को सेंट्रल केबिन के पास यार्ड एनआई कार्य हुआ। आज से लाइन नंबर पांच का संबंध पुराने पुल से खत्म कर नये पुल से जोड़ा जाएगा। देर शाम नए पुल के डाउन लाइन पर परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद यार्ड को जोड़ने वाली शेष लाइनों को डिसमेंटल किया जाएगा।
एनआई के चौथे दिन नए ट्रैक को यूनिमेट मशीन से बैलास्ट की पैकिंग की गई। वहीं टी-28 मशीन द्वारा पूर्व से बने ट्रैक प्वाइंट काे उठा कर कार्यस्थल पर रखा गया। इन कार्यों में बड़ी संख्या में रेलकर्मियों के अलावा निजी एजेंसी कर्मियों को भी लगाया गया। वही नई बिछाई गई ट्रैक के इलेक्ट्रिफिकेशन के लिए बिजली खंभा लगाया गया और पुराने खंभों का हटाया गया। सोमवार तक किऊल स्थित सेंट्रल केबिन को ध्वस्त किया जाएगा। एसटीई राजीव रंजन ने बताया कि किऊल में पैनल केबिन से ट्रेनों का परिचालन होगा। वहीं लखीसराय में वेस्ट रिले हट बनाया गया है। वहां रिले हट से ट्रेनों का परिचालन होगा। उन्होंने कहा कि एनआईएस टेस्टिंग का कार्य भी पूरा कर लिया गया है। 17 मई से एनआईएस पूरी तरह से काम करने लगेगा।
नई पुल पर दौड़ती रही मालगाड़ियां
शुक्रवार की देर रात नये पुल पर परिचालन शुरू होने के बाद रविवार को सुबह से मालगाड़ियों का परिचालन होता रहा। परिचालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यार्ड काफी घुमावदार होने के कारण नए पुल पर ट्रेनें 50 किलोमीटर की स्पीड से ही चल सकेंगी। डाउन की तुलना में अप लाइन की ट्रेनों की स्पीड ज्यादा होगी। पुल के दक्षिणी दिशा में होने के कारण यार्ड की दिशा भी बदल गई है।
रेलवे कर्मियों की हुई थर्मल स्क्रीनिंग, दवा का किया वितरण
लखीसराय| दानापुर के डीआरएम सुनील कुमार के निर्देश पर रेलवे स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों की टीम शनिवार को किऊल पहंुची। रेलवे स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा रेलवे कर्मियों के बीच होमियोपैथ आर्सेनिक अलबम 30 नामक दवा का वितरण किया गया।
पहले दिन रेलवे कॉलोनी के सेक्टर टू में कर्मियों के अावास पर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग की गई। जिसके बाद दवा का वितरण किया गया। टीम में पटना के होमियोपैथ डाॅक्टर अरूण कुमार श्रीवास्तव, किऊल रेलवे अस्पताल के डाॅक्टर आलोक कुमार, मनोज पासवान तथा वेलफेयर निरीक्षक प्रकाश कुमार व विमलेश कुमार शामिल थे। पहले दिन लगभग 250 कर्मियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई और दवा का वितरण किया गया। शेष बचे कर्मियों को सोमवार या मंगलवार तक थर्मल स्क्रीनिंग कर दवा दी जाएगी। इसीआरकेयू के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेक्टर टू घूम घूम कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दवा उपलब्ध कराया। यूनियन के सचिव पी सुबंधु, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव रंजन कुमार, रामचंद्र यादव, सुरेंद्र कुमार यादव, श्याम कुमार एवं नीरज कुमार ने यूनियन की ओर से टीम को सहयोग किया।
कस्बे में बस स्टैंड पर शनिवार को एक थैला सब्जी विक्रेता से मास्क लगाने के लिए कहने पर पुलिसकर्मी से गंभीर मारपीट कर दी। पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सीआई राजेंद्र मीणा ने बताया कि कस्बे के बस स्टैंड पर सब्जी का ठेला लगाने वाले कस्बा निवासी रूपनारायण से ड्यूटी के दौरान एक पुलिसकर्मी ने मास्क लगाने के लिए फटकार लगाई। इसके बाद आपसी कहासुनी हो गई। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। बीच बचाव करने पहुंचे कांस्टेबल दीपक भार्गव मारपीट के दौरान घायल हो गया। इस दौरान बस स्टैंड पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। घायल पुलिसकर्मी का किशनगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार करवाया गया। सीआई मीणा ने बताया कि पुलिसकर्मियों से मारपीट करने के मामले में रूपनारायण व उसके पुत्र के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है।
राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए गृह विभाग ने सभी जिलों में अस्थाई जेल बनाने का निर्णय लिया है। डीएम को इससे संबंधित पत्र जारी करते हुए भवन चिह्नित कर अस्थाई जेल का प्रस्ताव शीघ्र भेजने का अनुरोध किया है। जेल में आने वाले नए कैदियों को अस्थाई जेल में ही रखा जाएगा। दो माह के लिए जिलों में स्थित मंडल कारा के अतिरिक्त अस्थाई कारा भी रहेगा। जेल में रखे गए बंदियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर कई उपाय किए गए हैं। सभी जेलों में आमद कक्ष की क्षमता का विस्तार कर नए बंदियों को तत्काल 14 दिनों तक इसी कक्ष में क्वारेंटाइन किया जा रहा है।
किसी तरह का संदिग्ध लक्षण नहीं मिलने पर जेल के वार्ड में शिफ्ट किया जाता है। इसके अतिरिक्त शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए सभी जेलों में ई-मुलाकाती की भी व्यवस्था की गई है। संक्रमण से बचाव के लिए जेल के बंदियों के स्वास्थ्य पर नियमित रूप से ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।
एक सप्ताह पूर्व जेलों में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर किए जा रहे उपाय की उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा की गई। समीक्षा में राज्य के जेलों में प्रतिदिन न्यायिक हिरासत में आने वाले विचाराधीन कैदियों से संक्रमण की आशंका को देखते हुए अस्थाई जेल बनाने का निर्णय लिया गया। राज्य के कई जेलों में पुराने भवन उपलब्ध हैं। इन भवनों को बंदी रखे जाने योग्य बनाते हुए अस्थाई कारा के रूप में बदला जाएगा। स्थान उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में नए भवन को चिह्नित किया जाएगा। सहायक जेल अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि जमुई जिले के खाली पड़े जेल को फिलहाल अस्थाई जेल के लिए भवन को चिह्नित किया गया है। संक्रमण के दौरान पकड़े जाने वालों को उसी जेल में भेजा जाएगा।
फ्लाइ एस ब्रिक्स और आरा मिल को मिली में छूट
लखीसराय | लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं की छूट देने की पहल जिला प्रशासन ने की है। विभिन्न व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को खोलने के निर्देश के बाद शनिवार को डीएम शोभेंद्र कुमार चौधरी ने आरा मिल एवं फ्लाइ एस ब्रिक्स निर्माण इकाई को लॉकडाउन के शर्तों के अनुसार खोलने का निर्देश दिया है। डीएम द्वारा जारी आदेश में फ्लाइ ऐश ब्रिक्स निर्माण इकाई के संचालन के दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन करने एवं कार्यरत कर्मियों को रहने एवं खाने की सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया। इकाई में सैनिटाइजर एवं मास्क का उपयोग करने को कहा गया है। इसके अलावा आरा मिल, विनिमय, प्लाई वूड इंडस्ट्रीज को संचालन करने आदि का निर्देश दिया गया। फैक्ट्री के संचालन के दौरान तंबाकू व गुटखा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
कोरोना संकट को लेकर जिले में लॉकडाउन लागू है। बाजार में व्यावसायिक प्रतिष्ठान को मामूली रूप से छूट दी गई है, लेकिन परिवहन की सभी सेवाएं बंद हैं। शनिवार को बाजार में मामूली रूप से चहल-पहल रही। फल, सब्जी, दवा, दूध, किराना व कृषि संबंधी सामान व पशुचारा की दुकानें खुली। लेकिन ग्राहक की संख्या कम थी।
इसी बीच कुछ फुटपाथी दुकानदारों ने कवैया थाना क्षेत्र में अपने-अपने दुकानों को खोल लिया। दुकान खुलने की जानकारी के बाद कवैया थानाध्यक्ष राजीव कुमार के नेतृत्व में पहुंची पुलिस ने अवैध रूप से खुली दुकानों को बंद कराया। इस दौरान उन्होंने घर के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे लोगों को भी हिदायत दी। विदित हो कि शहर के पोस्ट ऑफिस के पास कई फुटपाथी दुकानदारों ने बिना अनुमति के अपनी दुकानों को खोल लिया था।
प्रखंड अंतर्गत आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविका के द्वारा घर-घर किए गए सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक प्रखंड में एक भी व्यक्ति में कोरोना के संक्रमण का लक्षण नहीं पाया गया है। बता दें कि पल्स पोलियो की तर्ज पर 5 दिनों तक प्रखंड में सर्वे के लिए 34 टीम का गठन किया गया था, जिसमें 13 सुपरवाइजर कार्य कर रहे थे। इनके द्वारा प्रखंड के सभी घरों में जाकर कोरोना संक्रमण के संदिग्धों की पहचान को लेकर सर्वे कराया गया। इस दौरान प्रखंड के कुल 16 हजार 384 घरों का सर्वे किया गया। जिसमें कुल 1 लाख 3 हजार 500 लोगों के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़े एकत्रित किए गए। आंकड़े में सर्दी, खांसी, बुखार एवं सांस लेने में तकलीफ होने का एक भी व्यक्ति का रिपोर्ट नहीं पाया गया।
इस रिपोर्ट में जो पूर्व में बाहर से मजदूर आए थे, उनको होम क्वारेंटाइनमें रखा गया था, वह अवधि भी समाप्त हो चुकी है। वहीं प्रवासी मजदूर, जो रेड जोन राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश से आ रहे हैं, उन सभी का सैंपल लिया जाएगा और जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक में पंचायत सरकार भवन कैंदी के क्वारेंटाइन सेंटर पर 35 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। जिसमें 10 व्यक्ति रेड जोन से आए हैं। उन सभी का सैंपल जांच के लिए पटना भेजा जाएगा। वही क्वारेंटाइन सेंटर मध्य विद्यालय परसामा में 50 व्यक्ति क्वारेंटाइन में हैं। उनमें 28 व्यक्ति रेड जोन राज्य से आए हैं। उन सभी काे भी सैंपल लेने के लिए सदर हॉस्पिटल लखीसराय भेजा जाएगा।
मां बाला त्रिपुर सुंदरी जगदंबा मंदिर न्यास परिषद ट्रस्ट के उपसचिव नपं के वार्ड एक निवासी 68 वर्षीय विजय कुमार सिंह के आकस्मिक निधन से उनके पैतृक गांव बड़हिया में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन पर शनिवार को बड़हिया स्थित भक्त श्रीधर सेवा आश्रम में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा की अध्यक्षता डॉ. सत्येन्द्र अरुण सिंह एवं संचालन रामप्रवेश कुमार ने किया।
शोकसभा में शामिल लोगों ने उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण किया तथा दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ग्यारह बार गायत्री मंत्र व महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया। मौके पर दो मिनट का मौन धारण किया गया। इस अवसर पर मिथलेश कुमार सिंह, विनय कुमार झा, जयशंकर सिंह उर्फ भादो बाबू, फुलेना सिंह आस्क, कृष्णमोहन सिंह, संजय सिंह, बासुकीनाथ सिंह, जदयू नेता सुजीत कुमार, प्रो. नरेंद्र प्रसाद सिंह ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा की। शोक सभा में दिलीप सिंह, उपेंद्र सिंह शिव दानी सिंह, बच्चन अरुण सिंह, श्रीकांत प्रसाद, अजय सिंह, सौरभ कुमार, अंजनी कुमार, अशोक कुमार सिंह, संजीव कुमार, विकास सिंह, आलोक कुमार, पंकज कुमार, गणेश सिंह, अनिल सिंह, ललित झा, विशंभर झा, राम नारायण सिंह, जय नारायण सिंह, अमित कुमार, कन्हैया कुमार, बबलू सिंह, प्रिंस कुमार, आयुषी कुमारी, रिया कुमारी, बरखा कुमारी, रिया कुमारी, अंकिता कुमारी आदि शामिल हुए।
45 दिन से जारी लॉकडाउन के बाद शुक्रवार को इलेक्ट्रिक एवं इलेक्ट्रॉनिक्स सहित अन्य दुकानें खोलने की अनुमति दी गई। जिसके बाद शनिवार को सूर्यगढा के दुकानदारों द्वारा सैनिटाइजर से ग्राहकों का हाथ साफ कराने के बाद ही सामग्री दी जा रही है।
वही 45 दिनों से खुले किराना स्टोर में खाद्य सामग्री की बिक्री के दौरान न तो सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखा जा रहा है और न ही सैनिटाइजर से ग्राहकों का हाथ साफ कराया जा रहा है। इधर, प्रशासन द्वारा किराना स्टोर के दुकानों पर सोशल डिस्टेंस व सैनिटाइजर के प्रयोग को लेकर बार-बार जागरूक किया जा रहा है। लेकिन दुकानदार इसे हल्के में लेकर प्रशासन के साथ ही आम लोगों को भी मुश्किल में डाल रहे हैं। वही प्रशासन भी इन पर नरमी से पेश आ रही है। शुक्रवार का खुले दुकानों में पहले व दूसरे दिन भी ग्राहकों की कम भीड़ देखी गई, लेकिन दुकानदार प्रशासन के आदेशों का पालन करते दिखे। निर्धारित समय के अनुसार ही दुकानें खुली और बंद हुई। इधर, आवश्यक सेवाओं की दुकान खुलने से बाजार में चहल-पहल बढ़ गई है।
दिल्ली से बिहार आ रहे प्रवासी मजदूर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। दिल्ली में काम करने वाले प्रवासी मजदूर भोजपुर जिला के चरपोखरी थाना क्षेत्र के खरांटी गांव निवासी बताए जाते हैं। जो चौदह की संख्या में दिल्ली से अपने गांव बिहार सब्जी लदी ट्रक से आ रहा थे। इसी बीच पलवल क्षेत्र में अचानक ट्रक पलट गई। जिसमें सभी मजदूर जख्मी हो गए। सभी जख्मी लोगों के इलाज के बाद चिकित्सकों ने सफदरगंज अस्पताल में रेफर कर दिया लेकिन वाहां जाने के क्रम में ही एक जख्मी कि मौत हो गई।
मृतक चरपोखरी प्रखंड के खारांटी निवासी हरिदयाल सिंह का पुत्र श्याम बहादुर (23) बताया जाता है। घटना की सूचना मिलते हीं गांव में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया, परिजन रोते हुए चीखने चिल्लाने लगे। वहीं परिजनों ने इसकी सूचना स्थानीय प्रखंड प्रशासन को दी। बीडीओ संदीप कुमार पांडे ने बताया कि परिजनों को सूचना देने के साथ ही प्रखंड एवं जिला प्रशासन के सहयोग से दिल्ली स्थित बिहार भवन से संपर्क बनाकर सभी जख्मों का इलाज की समुचित व्यवस्था एवं मृतक के शव को परिजनों तक लाने के लिए एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में पहल की गई।
मृतक व्यक्ति के चचेरे भाई कन्हैया सिंह शव को पोस्टमार्टम कराकर एंबुलेंस से पैतृक गांव लेकर आएंगे। वहीं राजद के प्रखंड अध्यक्ष विमल यादव ने राजद के जिला अध्यक्ष बीरबल यादव एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मेल संदेश भेज कर मृतक के पैतृक गांव खारांटी तक शव को परिजनों को उपलब्ध कराने एवं सभी जख्मी को इलाज की समुचित व्यवस्था करने के बाद सकुशल घर तक छुड़वाने की गुहार लगाई।
प्रखंड में पैक्स द्वारा गेहूं खरीदारी का लक्ष्य निर्धारित होने के बावजूद पैक्स केंद्रों द्वारा गेहूं की खरीदारी नहीं हो पा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण गेहूं का बाजार भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य के करीब रहना है। दरअसल 15 अप्रैल से पैक्स द्वारा गेहूं की खरीदारी शुरू कर दी गई है।
जिसमें सरकार ने गेहूं खरीदारी का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रखंड में कुल 10 हजार क्विंटल गेहूं खरीदारी का लक्ष्य तय किया है। वही बाजार में दो हजार रुपए प्रति क्विंटल गेहूं आसानी से बिक रहा है। जिसके कारण अभी तक पैक्स में गेहूं भी खरीदारी नहीं हो रही है। जबकि प्रखंड के सभी 10 पंचायतों में प्रत्येक पंचायत को एक हजार क्विंटल गेहूं खरीदारी का लक्ष्य निर्धारित कर दिया गया है।
सरकारी दर और बाजार दर के लगभग-लगभग बराबर रहने और पैक्स द्वारा गेहूं खरीद की जटिल कागजी प्रक्रिया के कारण किसान पैक्स के बजाय खुले बाजार में ही गेहूं बेचना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। जहां किसान को दो हजार रुपए प्रति क्विंटल बाजार में गेहूं की कीमत आसानी से मिल जाती है। जबकि सरकारी दर 1925 रुपए प्रति क्विंटल है।
किसान विजय यादव का कहना है कि एक तो फसल के कटनी के समय पैक्स अनाज खरीद नहीं करती और उस पर भी बाजार भाव से कम मूल्य दे रही है। वही महेशपुर गांव के किसान ब्रह्मदेव यादव का कहना है कि पैक्स में अनाज बेचते समय नमी के नाम पर परेशान किया जाता है। जबकि व्यापारी के हाथों बेचने में इस प्रकार की परेशानी नहीं होती है। किसान विपिन महतो का कहना है कि लॉकडाउन के कारण अनाज बेचने में आ रही परेशानी के कारण उनके लिए बच्चों की स्कूल फीस भरने में परेशानी आ रही है। बाजार में गेहूं बेचने पर पैसा तुरंत मिल जाता है। किसान विनय मोदी का कहना है कि किसानों के लिए पहले लॉकडाउन फिर पैक्स के साथ तालमेल में हुई कमी के कारण उनके अनाज नहीं बिक पा रहा है।
जिससे उनके घरेलू जरूरत के साथ बच्चों की पढाई में व्यवधान उत्पन्न हो गया है। इस बाबत प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राजेश कुमार पासवान ने कहा है कि प्रखंड के सभी पैक्स को गेहूं अधिप्राप्ति का लक्ष्य दे दिया गया है। लेकिन अब तक गेहूं की खरीदारी नहीं हुई है। लॉकडाउन के कारण भी गेहूं अधिप्राप्ति पर प्रभाव पड़ा है।
सर्वर डाउन से बढ़ी किसानों की परेशानी
पिपरिया | फरवरी और मार्च महीने में हुए बेमौसम बारिश, आंधी और ओलावृष्टि से दियारा इलाके में रबी फसल को व्यापक क्षति हुई है। इसकी भरपाई के लिए कृषि विभाग द्वारा किसानों से ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है। लेकिन आवेदन जमा करने में सर्वर डाउन होने से किसानों को परेशानी हो रही है। लॉकडाउन के बावजूद किसान साइबर कैफे जाकर घंटों इंतजार कर बिना कार्य संपन्न किए ही लाचार होकर घर वापस लौट रहे हैं। मोहनपुर पंचायत के पूर्व मुखिया रंजन कुमार सिंह ने बताया कि प्रखंड कृषि कार्यालय में एक भी कर्मी नहीं रहते हैं।
कोरोना संकट की घड़ी में शहर के पूर्वी कार्यानंद नगर स्थित साई मंदिर निर्माण समिति भी बढ़-चढ़ कर गरीब व भूखों की मदद कर रही है। समिति की ओर से शनिवार को लगभग 500 जरूरतमंदों के बीच सूखे राशन का वितरण किया गया। राशन लेने बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची थी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोग बने गोल घेरे में अपनी बारी का इंतजार करते रहे। साई मंदिर समिति ने कहा कि पूरा साई परिवार मिल कर कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है। समिति के सचिव गंगाराम ने बताया कि मंदिर निर्माण समिति की अध्यक्ष व पूर्व विधायक सुनैना शर्मा की देखरेख में लगातार सातवें दिन राशन का वितरण किया गया।
कुलसचिव, परीक्षा नियंत्रक और कॉलेज इंस्पेक्टर समेत विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए राजभवन ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से पैनल मांगा है। इसके लिए एक फॉर्मेट भी उपलब्ध कराया है। इस फॉर्मेट में विश्वविद्यालय को जानकारी उपलब्ध करानी है। भेजे जाने वाले पैनल को गोपनीय तरीके से भेजने को कहा गया है। राजभवन स्तर से होने वाली नियुक्ति को ले राज्यपाल सचिवालय ने सूबे के सभी विश्वविद्यालय से पैनल की मांग की है। राज्यपाल सचिवालय के अवर सचिव राम अनुग्रह नारायण सिंह ने सूबे के सभी कुलपति को एक पत्र जारी कर फाॅर्मेट को भरकर देने का निर्देश है।
फॉर्मेट में शैक्षणिक योग्यता सहित अन्य कई बिंदुओं पर जानकारी अभ्यर्थी की देनी है। मालूम हो कि विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक एवं कॉलेजइंस्पेकटर का पद प्रभार पर ही चल रहा है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ सिद्धेश्वरनारायण सिंह के बाद डॉ लत्तिका वर्मा को परीक्षा नियंत्रक बनाया गया है। जिसकाअनुामोदन राजभवन से नहीं हो पाया है। इधर कॉलेज इंस्पेक्टर का पद भी स्थाई नहीं है। विज्ञान संकाय के कॉलेज इंस्पेक्टर लॉ ऑफिसर भी है। अब देखना यह है वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय से परीक्षा नियंत्रक समेत अन्य पदों पर पैनल में किसका नाम भेजा जाता है। गौरतलब हो कि कई विश्वविद्यालय के कुलसचिव का कार्यकाल भी पूरा हो गया है। राजभवन ने सेना के सेवानिवृत्त अधिकारियों को कुलसचिव बनाया था।
मूल डिग्री बनाने के लिए वीकेएसयू ने कवायद की तेज, लॉकडाउन में आउटसोर्सड कर्मियों की ली जाएगी मदद
मूल डिग्री के लिए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के गलियारों काचक्कर काटने वाले विद्यार्थियों के लिए खुशखबरी है। लॉकडाउन में विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग विभिन्न सत्रों के हजारों विद्यार्थी का डिग्री तैयार करने का कार्य करेगा। सोमवार से विश्वविद्यालय के नूतन कैम्पस स्थित परीक्षा विभाग में यह कार्य शुरू हो जाएगा।परीक्षा नियंत्रक डॉ लतिका वर्मा ने बतायाकि वर्ष 2011 से लेकर अब तक की मूल डिग्री जल्द ही विद्याथिर्यों को उपलब्ध करा दीजाएगी। इसमें कई सत्र के वैसे भी विद्यार्थी है जिनसे परीक्षा फॉर्म भरने के दौरा नही शुल्क लिया जा चुका है।
दूसरी तरफ अन्य सत्रों के भी विद्याथिर्यों का मूल डिग्री तैयार कराया जा रहा है ताकि उन्हें भी समय पर डिग्री उपलब्ध करा दिया जाए। उन्होंने बताया मूल डिग्री देने से पहले परीक्षा विभाग उनके रिजल्ट का सत्यापन करेगा। इसके बा दही उस पर कुलपति का हस्ताक्षर होगा। सत्यापन कार्य के लिए आउटसोर्सिंग के कर्मियों को लगाया जाएगा।लॉक डाउन में पीजी विभाग बन्द होने पर वहां आउटसोर्सिंग पर कार्य कर रहे कंप्यूटर ऑपरेटर को मूल डिग्री सत्यापन में लगाया जाएगा। ऑपरेटर टी आर से मिलान कर डिग्री सत्यापित कर परीक्षा नियंत्रक को लिस्ट देंगे। यह कार्य सोमवार से शुरू हो जाएगा। भोजपुर, बक्सर, रोहतास एवं कैमूर जिले के विद्यार्थियों को बार-बार डिग्री के लिए विश्वविद्यालय नहीं आने पड़ेगा।
चाैरी थाना क्षेत्र के अंधारी सोन नद में एक युवक के शव होने की सूचना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम हो गया है। ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिलने के बाद चाैरी पुलिस के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा भेज दिया गया है। मृतक की पहचान अरवल जिला के मेहंदिया थाना क्षेत्र अंतर्गत सोहसा गांव निवासी स्वर्गीय राजदेव रवानी के 45 वर्षीय पुत्र कटोल रवानी के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार मृतक शुक्रवार की सुबह दियारे में मूंज काटने के लिए गया हुआ था।
शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों ने अपने स्तर से खोजबीन की परंतु उन्हें कामयाबी नहीं मिली। शनिवार की सुबह सोन नद में एक अज्ञात शव होने की सूचना के बाद परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। शव की पहचान होते ही परिजन चित्कार कर रोने लगे। क्षेत्र में शव मिलने की सूचना पर पूर्व प्रमुख मदन सिंह और भाकपा माले के प्रखंड सचिव उपेंद्र भारती कार्यकर्ताओं के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। माले के नेताओं ने प्रशासन से मृतक के हत्यारों की गिरफ्तारी और परिजनों के लिए मुआवजे की मांग की।
उपेंद्र भारती ने पीड़ित परिवार के लिए ₹10 लाख मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को नौकरी और अन्य सुविधाओं की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि लॉक डाउन के दौरान अपराध की घटनाओं में वृद्धि हुई है और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों का मनोबल बढ़ गया है। इस संबंध में पूछने पर थानाध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, परिजनों के द्वारा प्राथमिकी दर्ज करने के बाद इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।
गुरुवार की शाम शहर के रेलवे कॉलोनी में एक काेरोना का मरीज की पुष्टि होने के बाद शनिवार को प्रशासन ने लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए नंबर जारी किए। इनमें किराना, दूध, दवा और रसोई गैस शामिल है। इसमें सिर्फ दवा की खरीद के लिए लोग संबंधित दुकान तक जा सकेंगे। शेष सामानों की होम डिलीवरी होगी। प्रशासन ने इन दुकानदारों का नंबर सहित दुकानों के नाम, स्टेटिक दंडाधिकारी के नंबर, एसडीओ कार्यालय का नंबर सार्वजनिक कर दिया है। रेलवे कॉलोनी में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद आसपास का तीन किलोमीटर क्षेत्र पूरी तरह सील है। इस क्षेत्र में किसी प्रकार के आवागमन पर रोक लगा दी गयी है। डीएम आदित्य प्रकाश के आदेश पर एसडीएम ने पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दिया है।
शनिवार को रेलवे कॉलोनी जाने व निकलनेवाले सभी मार्गों को बांस बल्ला लगाकर पूरी तरह बंद कर दिया गया। दोपहर बाद एसडीएम शहनवाज अहमद नियाजी व एसडीपीओ अनवर जावेद अंसारी ने स्वयं घूमकर बंद रास्तों व शहर का मुआयना किया। प्रतिबंधित क्षेत्र सहित लॉक डाउन का अनुपालन के लिए जिला पदाधिकारी ने सात गश्ती दल एवं 107 चिह्नित स्थलों पर बैरिकेडिंग करने का निर्देश दिया है। जिले में 30 ड्रॉप गेट बनाए गए हैं। लोग अपनी परेशानी या जरुरत पड़ने पर एसडीओ कार्यालय के फोन नंबर 06456-222400 पर सूचना दे सकते हैं।
प्रशासन से मिले पास और शवयात्रा में शामिल लोगों के लिए छूट
पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर कंटेनमेंट जोन में किसी काे घर से निकलने की इजाजत नहीं है। एसडीएम के आदेश के अनुसार पांच या उससे अधिक व्यक्तियों का एकत्रित होना निषेध है। कोई भी व्यक्ति आग्नेयास्त्र, तीर धनुष, लाठी, भाला व घातक कोई भी हथियार लेकर उसका इस्तेमाल या प्रदर्शन नहीं कर सकते। सरकार एवं प्रशासन द्वारा निर्गत पासधारी एवं शवयात्रा में शामिल लोगों को इससे मुक्त रखा गया है। जिला पदाधिकारी आदित्य प्रकाश ने एसडीओ को कंटेनमेंट जोन से बाहर निकलने पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस क्षेत्र में दुकान या प्रतिष्ठान खोले जाने पर उसपर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट व एपिडेमिक डिजीज एक्ट तहत प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है।
उचित मूल्यों पर दुकानदार सामानाें की करें आपूर्ति
^कोरोना का मरीज मिलने के बाद चुनौती और बढ़ गई है। लोग अपने घरों में ही रहें। पूरे शहर में निषेधाज्ञा लागू कर दिया गया है। लोग घबराएं नहीं, आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना प्रशासन का दायित्व है। इसकी आपूर्ति के लिए क्षेत्रवार राशन, दूध, गैस व दवा आपूर्ति करनेवालों की सूची जारी कर दी गई है। आपूर्ति करनेवालों को भी निदेशित किया गया है कि उचित मूल्य पर सामान आपूर्ति करेंगे। साथ ही अपने कर्मचारी को मास्क, सेनिटाइजर एवं ग्लब्स उपलब्ध कराने व प्रयोग कराना सुनिश्चित करेंगे।
शहनवाज अहमद नियाजी, एसडीओ
क्षेत्र में किराना, दवा दुकान व गैस एजेंसी के नाम और मोबाइल नंबर
लक्ष्मी नारायण माहेश्वरी- 9431267858- धरमशाला रोड, नेमचंद रोड, महावीर मार्ग
जयगुरु भंडार- 9430017290- रुईधासा, लाइनपाड़ा, डे मार्केट
सपना स्टोर- 9431423225- ठाकुरबाड़ी रोड, सोनारपट्टी, डांगीबस्ती, घासपट्टी, कसेरापट्टी
बैद जेनरल स्टोर- 9097763764- पूरबपाली, धरमगंज, दिलावरगंज
ओम ट्रेडिंग- 9471836690- इमलीगोला चौक
लखन स्टोर- 9097431236- तेघरिया
बाबुल किराना स्टोर- 8986097133- तांती बस्ती, लोहारपट्टी, डांगीबस्ती
साहा ब्रदर्स- 9488824932- खगड़ा, माछमारा, हवाई अड्डा
उज्जवल किराना स्टोर- 9931733663- बहादुरगंज मोड़ से हलीम चौक
नोट : उपरोक्त किराना दुकानदार चावल, दाल, आटा व किराना के अन्य सामानों के साथ सब्जी भी देंगे।
गैस एजेंसी नाम और नंबर
मेसर्स जगदंबा गैस एजेंसी- 9934711251
मेसर्स मसूद इंडियन गैस एजेंसी- 9973736568
ताज इंटरप्राइजेज-8271308686
अरहान गैस एजेंसी- 9430993749
दवा दुकानदार - मोबाइल नंबर
जीवन ज्योति मेडिकल हॉल, गांधी चौक - 8340332747
गोयल ड्रग्स- 9431291677
न्यू लाइफ मेडिकल हॉल, सुभाषपल्ली- 9631254786
मॉडर्न मेडिकल स्टोर, डे मार्केट- 9470601825
रेणु मेडिकल, अस्पताल रोड- 9431267854
भगत मेडिकल हॉल, मेडिकल कॉलेज- 7004247522
नोट : उक्त सभी दवा दुकानें सुबह सात बजे से दस बजे एवं शाम चार बजे से छह बजे तक खुली रहेगी, इसके अलावे किसी भी बीमार व्यक्ति को अस्पताल जाने एवं डॉक्टरी पुर्जा के साथ दवा के लिए दवा की दुकान जाने में छूट रहेगी।
कोरोना महामारी से लोगों की रक्षा के लिए नियमों व जांच करने में पुलिस-प्रशासनिक और स्वास्थ विभाग के अधिकारी रात-दिन एक किये हुए हैं। स्वास्थ विभाग के चिकित्सकों की चार टीम व 23 अन्य एएनएम की टीमें भी जांच में जुटी है। लेकिन इसके साथ दूसरे चरण में पोलियो की तर्ज पर डोर टू डोर सर्वे के साथ सर्दी-खांसी, बुखार से पीड़ित लोगों की जानकारी जुटाने में आशा और सेविकाओं की भी टीम लगी हुई है। ताकि महामारी को मात देने में कोई कसर न रह जाए। बीसीएम कौशल कुमार ने बताया कि पोलियों की तर्ज पर कोरोना से बचाव के लिए दूसरें चरण में सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया है। आशा-सेविकाओं की टीम ने लक्ष्य 56 हजार 78 की तुलना में 58 हजार 238 घरों का का सर्वे किया है। साथ ही दो लाख 91 हजार 843 लोगों से सर्दी-खांसी, बुखार है कि नहीं जानकारी ली गई है। एक संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे उच्चतर जांच के लिए जिला भेजा गया है। टीम को अपना लक्ष्य प्राप्त करने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा था।
हेडक्वार्टर डीएसपी अजय कुमार झा ने शनिवार को दिघलबैंक पहुंच कर सभी प्रखंडस्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर में विधि व्यवस्था का जायजा लिया। डीएसपी ने इस दाैरान क्वारेंटाइन किए गए मजदूर व लोगों का हालचाल जाना और सोशल डिस्टेंसिग का पाठ पढ़ाया।
डीएसपी शनिवार को हरूवाडांगा स्थित प्रखंड स्तरीय क्वारंटाइन पहुंचे। उस समय क्वारेंटाइन किये गए लोगों को दोपहर का भोजन कराया जा रहा था। लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए व क्रमबद्ध होकर भोजन कर रहे लोगों को देख वे संतुषट दिखे। इस समय सोशल डिस्टेंसिग ही एक मात्र उपाय है, जिसके लिए सभी लोगों के सहयोग की जरूरत है। सभी लोग सरकार द्वारा किये गए आदेशों का पालन करें कहीं किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।
उन्होंने निरीक्षण के क्रम में हरूवाडांगा, टप्पू एवं तुलसिया सहित प्रखंड स्तरीय क्वारेंटाइन सेंटर के प्रभारी से किये गए व्यवस्था की जानकारी ली एवं कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के क्रम में क्वारंटाइन सेंटरों में डीएसपी के साथ दिघलबैंक थाना प्रभारी आरिज रहकाम एवं अन्य पदाधिकारी व पुलिस कर्मी मौजूद थे।
जिले में कोरोना पाॅजेटिव मरीज मिलने के बाद पुलिस-प्रशासन और स्वास्थ विभाग के अधिकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि लोगों काे संयम और सोशल डिस्टेसिंग से ही कोरोना से बचाव किया जा सकता है। ऐसे में शनिवार संध्या पांच बज कर 20 मिनट पर हरगौरी मंदिर जाने वाली नगर की सड़क पर एक जुगाड़ वाहन में दर्जनों लोग सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए सफर करते देखे गये। आखिर कब तक पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी निगरानी करते रहेंगे। क्या कोरोना को हराने के लिए हमारा भी कोई दायित्व बनता है कि नहीं?
सात मई को शहर के रेलवे कॉलोनी में पहला कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से ही आम लोग सहमे हैं। संक्रमित मरीज चार मई को मधेपुरा से किशनगंज आया था। संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उसे क्वारेंटाइन कर दिया गया था। पीड़ित रेलवे कॉलोनी स्थित एक क्वार्टर में रहता था। डीएम आदित्य प्रकाश ने रेलवे कॉलोनी के आस-पास पड़ने वाले सभी निजी, सरकारी व सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया है। जिसका सीधा असर शहर में देखने को मिल रहा है। सड़कें वीरान पड़ी है। लोग अपने घरों के अंदर अपने आप को बंद कर लिया है। कुछ दुकानें खुली तो प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए उसे भी बंद करा दिया।
शहर में कोरोना पॉजेटिव मरीज मरीज मिलने के बाद अधिकारियों के आदेश पर शहर के बीचों बीच स्थित रेलवे कॉलोनी परिसर को नगर परिषद के सैनेट्री इंस्पेक्टर संजीव कुमार की देख-रेख में फायर बिग्रेड की छोटी गाड़ी से सैनिटाइज किया गया। शनिवार को भी नगर परिषद के अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में शहर के धरमशाला रोड, महावीर मार्ग, मुख्य बाजार सहित विभिन्न मोहल्लों में फायर बिग्रेड की चार हजार लीटर वाली बड़ी वाहन में एसओपी का घोल तैयार कर आवास, दुकान और सड़कों पर छिड़काव किया गया। जहां वाहन नहीं पहुंच पा रहे थे, वहां हैंड मशीन से छिड़काव किया जा रहा है।
शुक्रवार को प्रखंड मुख्यालय परिसर में किसी बात काे लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई। इसी बीच दोनों पक्ष हाथापाई करते करते मनरेगा कार्यालय में घुस आए। मारपीट के दाैरान ऑफिस के सामान क्षतिग्रस्त हो गए। वहां कार्य कर रहे ऑपरेटर ने जब दोनों पक्षों को मना और बीच बचाव किया तो उसे भी चोटें आई। इन सभी मामले को लेकर मनरेगा पदाधिकारी तहसीन अंजुम ने दिघलबैंक थाना में शिकायत दर्ज कराई है। मनरेगा पदाधिकारी का अाराेप है शुक्रवार काे वे उस समय कार्यालय में मौजूद थी अाैर दूसरे में कंप्यूटर ऑपरेटर कार्यालय का कार्य कर रहा था। इसी बीच दहीभात पंचायत के कुछ लोग हाथापाई करते हुए मनरेगा कार्यालय के उस कक्ष में घुस अाए, जिसमें कंप्यूटर ऑपरेटर कार्य कर रहा था। ऑपरेटर ने उनलोगों से हाथापाई नहीं करने की अपील की एवं बीच बचाव का प्रयास करने लगा। लेकिन लोग नहीं मान रहे थे। इसी दाैरान कार्यालय की कुर्सी, कंप्यूटर, लेपटॉप तथा महत्वपूर्ण कागजात क्षतिग्रस्त कर दिया। बीच बचाव एवं मना करने पर कंप्यूटर ऑपरेटर के साथ मारपीट भी की गई। घटना को लेकर पीओ ने 8 नामजद ओर 10 से 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष आरिज एहकाम ने बताया कि पीओ के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाईकी जा रही है।
अप्रवासी 36 मजदूरों का जत्था शनिवार को ठाकुरगंज पहुंचा। केरल व अन्य स्थानों से पहुंचने वाले छह मजदूरों को चिकित्सीय जांच के बाद ठाकुरगंज हाईस्कूल क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया। दूसरी तरफ हैदराबाद और सिंकदराबाद से पहुंचे 30 मजदूरों को एम एच आजाद काॅलेज के डिग्री काॅलेज में क्वारेंटाइन किया गया।
अधिकारियों की उपस्थिति में क्वारेंटाइन किये गये लोगों ने बताया कि अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए फैक्टरियों में अलग-अलग कार्य करते थे। लेकिन कोरोना महामारी काल में हुए लाॅककडाउन के कारण फैक्टरियों के बंद होने के बाद जैसे-तैसे विभिन्न शहरों में गुजारा कर रहे थे।
सरकार द्वारा अप्रवासी मजदूरों को लाने का सिलसिला आरंभ किया गया तो इसी कड़ी में ठाकुरगंज में अप्रवासी मजदूरों का आने का सिलसिला जारी है। प्रखंड नोडल अधिकारी सह सीओ उदयकृष्ण यादव ने बताया कि अबतक ठाकुरगंज हाईस्कूल में 76 और एम एच आजाद डिग्री काॅलेज में 30 अप्रवासी मजदूरों को क्वारेंटाइन किया गया है। सभी प्रवासियाें को प्रसाधन किट के साथ दो वक्त का भोजन, नाश्ता दिया जाएगा। वहीं रोजेदारों के लिए सेहरी और इफ्तार की सुविधा मिलेगी। क्वारेंटाइन केन्द्रों में सीसीटीवी के साथ पुलिस के जवान निगरानी के लिए तैनात किए गए हैं।
पांच को जांच के लिए भेजा गया किशनगंज
डॉ. एके झा ने बताया कि सभी को 21 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया है। सुबह और संध्या समय स्वास्थ जांच के लिए दो चिकित्सकों की टीम दोनों केन्द्रों का जायजा लेगें। इसके अलावा केन्द्रों पर एक एएनएम और आशाकर्मी भी तैनात किये गये हैं। 21 दिनों बाद सभी स्वस्थ पाये गये तो इन्हें अपने-अपने घर जाने दिया जाएगा। ठाकुरगंज हाईस्कूल से तीन और डुमरिया से दो लोगों को उच्चतर जांच के लिए किशनगंज भेजा गया है। गौरतलब है कि जिले में कोरोना पाॅजेटीव एक मरीज की पुष्टि होने के बाद क्वारेंटाइन केन्द्रों पर भी विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
प्रखंड क्षेत्र के मक्का किसानों का एक शिष्ट मंडल शनिवार को प्रखंड कार्यालय पहुंच मक्का खरीद के लिए केंद्र द्वारा तय एमएसपी से बहुत कम मूल्य मिलने से जिला पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी एवं जिला सहकारिता पदाधिकारी के नाम बीडीओ को ज्ञापन सौंपा है।
किसानों ने कहा है कि वैश्विक महामारी के सकंट के बीच अपनी मक्का फसल को लेकर बाजार-बाजार घूम ओने-पौने भाव में बेचने को मजबूर हो रहें हैं। किंतु किसानों को एमएसपी द्वारा निर्धारित मूल्य नहीं मिल पा रहा है। जो लागत मूल्य से कम है। किसानों ने कहा कि उनकी फसल को खरीफ फसल (धान) की तरह उचित मूल्य एवं पैक्स से खरीदारी कराया जाए, जिससे किसानों को लागत और मेहनत के हिसाब से लाभ मिल सके। किसानों ने कहा है कि राज्य व केंद्र सरकार किसानों की आय दुगुनी करने की बात कर रही है पर किसान कम मूल्य में मक्का बेचने पर मजबूर हैं। धान की तर्ज पर मक्का का भी निर्धारित मूल्य तय कर पैक्स के माध्यम खरीद की जाय। उनकी मांगें नहीं सुनी गई ताे बाध्य होकर लॉकडाउन के बाद कृषक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। बीडीओ पुरण साह ने बताया कि किसानों से जिला पदाधिकारी के नाम आवेदन मिला है, जिसे जिला भेज दिया जाएगा। ज्ञापन सौंपने वाले किसानों में राम कुमार गणेश, जागेश्वर गोस्वामी, तोहीद आलम, मो. निजामुद्दीन, अरुण कुमार दास, सूर्यानंद गणेश, मोहन कामती, दीपक कुमार, नंद लाल गणेश, काशी लाल गणेश सहित दो दर्जन से अधिक किसानों के नाम शामिल हैं।
जिला पदाधिकारी आदित्य प्रकाश ने शनिवार को सभी बीडीओ एवं सभी सीओ के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर काेराेना से बचाव की चर्चा की। उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर ट्रेनों या बसों से अन्य प्रदेशों से
अप्रवासी मजदूरों एवं छात्रों का लगातार आना जारी है। जिला पदाधिकारी ने कहा कि रेड जोन की सूची अपने साथ रखें। ऐसे लोग जो रेड जोन से आएंगे ऐसे लोगों को अलग क्वारंेटाइन करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी बीडीओ व सीओ को क्वारंेटाइन सेंटरों पर व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा। क्वारंेटाइन सेंटर पर चापाकल, शौचालय, रोशनी सहित सुबह शाम का नाश्ता एवं दिन रात का भोजन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही क्वारंेटाइन में रहने वाले सभी लोगों को साबुन, मास्क, सेनेटाइजर भी उपलब्ध कराने को कहा गया। बीडीओ द्वारा बतलाया गया कि सभी क्वारंेटाइन सेंटर पर सीसीटीवी कैमरे कार्यरत हैं। इस अवसर पर डीएम के अलावे प्रशिक्षु आईएएस शेखर आनन्द, डीडीसी मनन राम, एडीएम ब्रजेश कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
पास दिखाने पर चार मजदूरों काे रहने की मिली अनुमति
पौआखाली | ठाकुरगंज प्रखंड के पौआखाली थाना क्षेत्र के खानाबाडी़ गांव में शुक्रवार की रात बाहर से आए चार मजदूरों के एक व्यक्ति के घर पर ठहरने की सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। पौआखाली पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की ताे पता चला सभी मजदूर बाढ़ नियंत्रण विभाग द्वारा कार्यों को लेकर दो दिन पूर्व ही गांव में आए हैं। थाना अध्यक्ष इकबाल अहमद खान ने कहा कि मौके पर सभी मजदूरों ने पास भी दिखाया। मजदूरों को कार्य स्थल के समीप ही रहने के लिए निर्देश देकर भेज दिया गया है। दूसरी और बाहर से अप्रवासी मजदूरों को रखने के लिए क्वारेंटाइन सेंटर पौआखाली मध्य विद्यालय में उत्तर प्रदेश के फैजाबाद, बनारस, मुंबई से आए करीब 8 प्रवासी कामगारों के पहुंचने के बाद सभी को क्वारेंटाइन किया गया। मुखिया प्रतिनिधि अहमद हुसैन उर्फ लल्लू ने बताया कि प्रवासी मजदूरों के यहां पहुंचने पर पहले स्वास्थ्य जांच कराई जाएगी।
लॉकडाउन के बाद अन्य प्रांतों में फंसे मजदूरों को लेकर पहली बार रविवार को स्पेशल ट्रेन किशनगंज पहुंचेगी। लुधियाना से यह ट्रेन शाम 5.30 बजे किशनगंज पहुंचेगी। शनिवार को डीएम आदित्य प्रकाश एवं एसपी कुमार आशीष ने स्टेशन पहुंचकर जायजा लिया। उन्होंने कहा कि आज लगभग 1250 लोगों के आने की सूचना है। इनमें सीमांचल सहित बंगाल के लोगों के शामिल होने की संभावना है। ट्रेन में कुल 24 बोगी होंगे। ट्रेन प्लेटफॉर्म संख्या दो पर आएगी। प्रत्येक बोगी का एक गेट ही खोला जाएगा। श्रमिकों की उतरते ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। स्टेशन पर ही 24 काउंटर बनाने का निर्देश दिया गया है। प्रत्येक श्रमिकों का अलग अलग काउंटर पर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद रजिस्ट्रेशन होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद उन्हें एक पर्ची दी जाएगी, जिसे दिखाने के बाद ही उन्हें निर्धारित रास्तों से निकलने दिया जाएगा।
परिवहन विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई बसों से मजदूर व नागरिकों को जिला वार एवं प्रखंड वार क्वारेंटाइन सेंटर भेजा जाएगा। डीएम ने स्टेशन प्रबंधक को निर्धारित रास्ते को छोड़कर सभी निकासी द्वार को बन्द करने का निर्देश दिया है। साथ ही शौचालय की साफ सफाई एवं सोशल डिस्टेंसिंग के लिए संकेत चिन्ह बनवाने को कहा है। बताते चलें कि रविवार को दो ट्रेनों के आने की सूचना थी। किसी कारणवश एक ट्रेन को कैंसिल कर दिया गया है। इसकी पुष्टि स्टेशन प्रबंधक ने भी किया है। इस अवसर पर डीएम आदित्य प्रकाश, एसपी कुमार आशीष, प्रशिक्षु आईएएस शेखर आनन्द, सहायक समादेष्टा कमलेश सिंह, डीडीसी मनन राम, एडीएम ब्रजेश कुमार, एसडीएम शहनवाज़ अहमद नियाजी, आरपीएफ इंस्पेक्टर गंभीर पेगू, स्टेशन प्रबंधक प्रमोद कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
आठ जोनाें में रेडक्रॉस सोसाइटी के 60 वोलेंटियर्स रहेंगे तैयार, जारी किए कार्यकर्ताअाें के माेबाइल नंबर
किशनगंज |आम लोगों की सहुलियत के लिए रेडक्रॉस सोसाइटी आगे आया है। सोसाइटी ने अपने वोलेंटियर्स के नाम व नंबर जारी कर दिये हैं जो शहर के लोगों को जरुरत के सामान उपलब्ध कराएंगे। रेडक्रॉस के सचिव मिक्की साहा ने बताया कि शहर को आठ जोन में बांटकर 60 वोलेंटियर्स को काम में लगाया गया है। जो कनटेंमेंट जोन में खाद्य समाग्री, राशन व दवा डोर टू डोर डिलिवरी कराएगी।
बहादुरगंज के विधायक तौसीफ आलम ने क्षेत्र के क्वारंेटीन केन्द्रों की व्यवस्था पर गहरी नाराजगी जताई है। शनिवार को विधायक ने कहा नगर पंचायत स्थित मिडिल स्कूल, लोहागाड़ा हाट स्थित हाई स्कूल और समेसर हाई स्कूल के क्वारंेटीन सेंटर में रह रहे छात्र, नौकरीपेशा व श्रमिकों से मुलाकात की। वहांकी स्थिति बहुत खराब थी। सबसे बदतर स्थिति नगर पंचायत स्थित मिडिल स्कूल की है, जहां 61 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है। यहां लाेगाें काे जरुरत की सामग्री भी नहीं दी गई है। खाने में सिर्फ आलू की सब्जी और चावल दी जाती है। समेसर हाई स्कूल में करीब डेढ़ सौ लोग ओर लोहागाड़ा हाट स्थित हाई स्कूल में दो सौ लोग ठहरे हैं। सभी केन्द्रों पर रह रहे लोगों ने व्यवस्था में भारी कमी की बात बताई। विपदा की इस घड़ी में जब लोग एक दूसरे की मदद कर रहे हैं ऐसे में भी जिम्मेदार अधिकारी अपने कर्तव्य का निर्वहन भलिभांति नहीं कर रहे हैं, जाे गंभीर है। विधायक ने इस मामले में डीएम से बात कर तत्काल व्यवस्था में सुधार करने की मांग की है।
विधान सभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश भाजपा नेतृत्व ने प्रत्येक विधान सभा में संगठन विस्तार के लिए कमर कस ली है। इसके लिए प्रदेश नेतृत्व ने विधान सभा वार प्रभारी प्रतिनियुक्त किया है। प्रदेश नेतृत्व ने भाजपा के प्रदेश कोषाध्यक्ष सह विधान पार्षद डॉक्टर दिलीप कुमार जायसवाल को पूर्णिया सदर विधानसभा का प्रभारी बनाया है। साथ ही पूर्व जिलाध्यक्ष राजेश्वर बैद को कोचाधामन विधानसभा और अभिनव मोदी को रुपौली विधानसभा का प्रभारी बनाया है। वहीं गोपाल मोहन सिंह को ठाकुरगंज, बब्बन सिंह को बहादुरगंज और पूर्णिया के मनोज सिंह को किशनगंज विधानसभा का प्रभारी बनाया गया है। प्रभारी बनाए जाने पर भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत दास, पंकज कुमार साहा मानू, ज्योति कुमार सोनु, राजेश गुप्ता, जय किशन प्रसाद, कमलेश शर्मा, कुमार विशाल, सुबोध माहेश्वरी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
प्रखंड क्षेत्र के अड़राहा स्थित आदिवासी टोला में लगी आग से दो घर जलकर राख हो गए। जिससे 15 हजार नगदी रुपए सहित तकरीबन डेढ़ लाख रुपये के सामान की क्षति हुई है। आगलगी में जले सामानों में अनाज, पाट, कपड़े, फर्नीचर सहित अन्य सामान शामिल है।
अगलगी में एक ही परिवार के तीन पीड़ित सदस्यों में अनूप लाल किस्कू, बाबू लाल किस्कू, संजय किस्कू शामिल हैं। ये सभी पिता व पुत्र बताए गए है। घटना के संबंध में बताया गया है कि परिवार के सभी पुरुष सदस्य खेत गए थे। घर पर महिलाएं थी। इसी बीच अचानक घर के अंदर से धुंआ एवं आग की लपटें देख महिलाओं ने शोर मचाना शुरू किया। जिसके बाद आसपास के लोग सहित परिजन पहुंचे और आग बुझाने की कोशिश की।
वहीं स्थानीय मुखिया अरुण यादव ने अंचलाधिकारी को घटना की सूचना दी। जिसके बाद
मौके पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने आग को नियंत्रित किया। पीड़ित अनूप लाल किस्कू ने बताया कि आग कैसे लगी पता नहीं चल सका। स्थानीय मुखिया ने पीड़ित परिवार को मुआवजा राशि प्रदत कराने का आश्वासन दिया। सीओ संजीव कुमार ने राजस्व कर्मचारी को मौके पर भेजकर क्षति का आंकलन कराये जाने का निर्देश देने की बात कही है।