भाड़े का रुपए मांगने गए चालक के साथ दो लोगों ने मारपीट की और उसकी गाड़ी में पथराव कर दिया । इ सकी शिकायत चालक नेचंदेरी थाने में दर्ज कराई।
उसका कहना था कि आरोपियों ने उसे थप्पड़ मारे और कह रहे थे तूने मंडी में हमारा गल्ला सस्ता बिकवा दिया।
दरअसल रमेश पुत्र खेत सिंह विश्वकर्मा निवासी निदानपुर एमपी 67 जी 0828 को भाड़े पर चलाता है। भाड़े के रुपए मांगने पर तिलकराम यादव और वीरन आदिवासी से उसका झगड़ा हो गया। झगड़ा इतना बढ़ गया कि उन्होंने उसकी गाड़ी पर पथराव कर दिया, जिससे गाड़ी का शीशा फूट गया। रमेश विश्वकर्मा ने बताया कि बुधवार शाम करीब 4 बजे लोडिंग का भाड़ा लेने के लिए आदिवासी मोहल्ला निदानपुर गया था। जहां दोनों मिल गए और कहने लगे तूने मंडी में गल्ला सस्ता बिकवा दिया। हम तेरा भाड़ा नहीं देंगे और गालियां देने लगे।
जब मैंने रोका तो वीरन ने कालर पकड़ ली और तिलक ने थप्पड़ मारे। जब मैं गाड़ी काे स्टार्ट करने लगा तो दोनों ने गाड़ी में पत्थर मारे। चंदेरी पुलिस ने उसकी शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया।
लॉकडाउन के 47 दिन बाद जिले में काेविड 19 का पहला पॉजिटिव केस गुरुवार को आया । बीनागंज के पास बापचा लहरिया गांव में रहने वाले एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि 5 मई को उसका सैंपल भेजा गया था। वह इंदौर से 22 अप्रैल को अपने गांव आया था। वह वहां पर पुलिस विभाग में कुक के पद पर कार्यरत है।
यह खबर मिलते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। इस मामले में चिंता की बात यह है कि उक्त युवक अस्पताल लाए जाने से पहले 6 दिन तक अपने परिवार के बीच रहा। गांव के एक सूत्र ने बताया कि इस दौरान वह व उसके परिवार के लोग गांव में घूमते रहे। अब आशंका यह है कि वे बीनागंज भी गए होंगे।
इस दौरान उनका कई लोगों से संपर्क भी हुआ होगा। यानि एक परिवार की लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण की एक पूरी चेन सक्रिय होने की आशंका बनने लगी है। इसी को लेकर बापचा लहरिया गांव को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है क्योंकि जब मरीज रेड जोन इंंदौर से आया तो उसको क्वारेंटाइन क्यों नहीं किया गया। इसके बाद जब उसके 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया तो फिर सैंपल इतनी देरी से क्यों ?
कई स्तरों पर लापरवाही सामने आई
सबसे बड़ी लापरवाही हाईवे के नाके पर तैनात अमले की है। जब इंदौर से कोई शख्स आया हो तो उसे सीधे तौर क्वारेंटाइन किया जाना चाहिए था। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाना थी। इस मामले में 6 दिन तक किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई। इस बात की संभावना है कि उसके पुलिस बल में होने की वजह से संभवत: उसे रियायत दे दी गई हो। गांव के लोग बताते हैं कि उसे व परिवार को क्वारेंटाइन नहीं किया गया था। न ही किसी तरह का चेतावनी बोर्ड लगाया गया था।
आइसोलेशन वार्ड मेंभर्ती अन्य मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक जिस आइसोलेशन वार्ड में उक्त युवक को रखा गया था, उसमें तीन अन्य मरीज भी थे। उनके सैंपल भी भेजे गए थे। पर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना है। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इंदौर पुलिस में कुक है पॉजिटिव युवक
हैरानी की बात यह है कि पाॅजिटिव पाया गया युवक पुलिस बल में आरक्षक है। वह कुक के पद पर है और इंदौर के नेहरू नगर का रहने वाला बताया जाता है। पुलिस बल के जिम्मेदार पद पर रहने के बावजूद उसने इतनी बड़ी लापरवाही कर दी, यह बात हैरान करती है।
आज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी, मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे, बाकी दुकानें बंद रहेंगी
गुना जिले में मरीज मिलने के बाद रात 10 बजे पुलिस ने मुनादी कराई कि आज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी। बाकी दुकानें बंद रहेगी, सिर्फ मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे। इसके अलावा बापचा लहरिया गांव के पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। आज बाजार को लेकर निर्णय होगा।
वन वे : बाजार में वन वे व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा सदर बाजार और नई सड़क में यह व्यवस्था लागू करने से भीड़ को काबू करने में बड़ी मदद मिलेगी।
लेफ्ट-राइट : एक सुझाव यह भी आया कि बाजार में एक दिन सड़क के बाईं यानि लेफ्ट साइड वाली दुकानों को खोला जाए। दूसरे दिन राइट साइड वाली दुकान खोली जा सकती हैं। जिस साइड की दुकान बंद रहेंगी, वहां पार्किंग रखी जा सकती है, जिससे सड़क पर लोग दूरी को बनाए रख सकेंगे।
क्रम : अनाज मंडी की तरह क्रम व्यवस्था को लागू करने का सुझाव भी आया। इसके तहत हर तरह की दुकान के खुलने का एक दिन तय कर दिया जाए। मसलन किसी दिन जनरल स्टोर खोले जाएं तो किसी दिन जूते-चप्पल या कपड़ा दुकानें।
पार्किंग : कुछ लोगों का मानना था कि बाजारों वाहनों की वजह से ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। इसलिए इन पर पूरी रोक लगाई जाए। यह सही मौका है कि नगर पालिका पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा सकती है। त्यौहार के दौरान ऐसा होता भी है।
एस. विश्वनाथन, कलेक्टर के मुताबिक,बाजार में भीड़ नियंत्रित करने के लिए कई सुझाव आए हैं। इसे लेकर हम जल्द ही फैसला लेंगे। यह बहुत जरूरी है, हमारी जरा सी लापरवाही हमें रेड जोन में धकेल देगी।
जेल में मंगलवार रात महिला कैदी के साथ हुई मारपीट के मामले में उच्च स्तर से जांच शुरू हो गई है। डीआईजी जेल एमआर पटेल में गुरुवार सुबह जेल पहुंचकर कैदियों से चर्चा की। इस दौरान महिला कैदियों ने उनके साथ हुई मारपीट की पूरी कहानी बयां कर दी। कुछ महिलाओं ने तो मारपीट के अपने हाथ-पैर पर मौजूद जख्म भी दिखाएं। 2 महिला प्रहरी को पहले ही निलंबित किया जा चुका था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जेलर दिलीप सिंह को गुना से हटाकर एक माह के लिए जेल मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया है। उधर जेल में कैदियों को मिलने वाली सुविधा और उनके साहब के बंगले पर कार्य कराने संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। जेल में हुए पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच की जा रही है।
एक महिला कैदी के पति की शिकायत पर हुई थी जांच
गुना जेल में 3 मई को रात में पहरा देने के लिए एक महिला कैदी की ड्यूटी लगाई थी। इस दौरान उसे नींद आ गई तो महिला प्रहरी प्रियंका भार्गव और रीना मिश्रा को निलंबित कर दिया था। वहीं खुद जेल डीआईजी एमआर पटेल पूरे मामले की जांच के लिए गुना आए। इस दौरान जेल प्रबंधन भी हरकत में आ गया। वहां मौजूद अव्यवस्थाओं को ठीक करने में जुट गया।
जेलर को मुख्यालय किया हाजिर : इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जेलर दिलीप सिंह को भी लापरवाह माना है। उन्होंने समय रहते महिला कैदी से हुई मारपीट की जानकारी जेल मुख्यालय में नहीं दी। इस वजह से प्रारंभिक तौर पर लापरवाही सामने आने पर उन्हें गुना से हटा कर 1 माह के लिए जेल मुख्यालय अटैच कर दिया है।
कैदियों के हाथ में जर्दा, बीड़ी और सिगरेट का वीडियो वायरल
जेल में हुए इस घटनाक्रम के बाद अब अंदर होने वाले कई गतिविधियां भी बाहर आने लगी हैं। एक वीडियो वायरल हुआ है, इसे गुना जेल का ही बताया जा रहा है। इसमें कुछ कैदी हैं, जो जेल परिसर में ही जर्दा, बीड़ी और सिगरेट आदि लेकर घूम रहे हैं। वहीं इन कैदियों से साहब के बंगले का भी काम कराया जाता था। इस पर भी जांच होगी।
मामले की पूरी जांच होगी
-एमआर पटेल, डीआईजी जेल के मुताबिक, महिला बंदियों के साथ हुई मारपीट को लेकर जांच की जा रही है। सभी महिला कैदियों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने अपनी-अपनी समस्याएं बताई हैं। इस मामले में लापरवाही पर जेलर को मुख्यालय हाजिर कर दिया है। वहीं दो महिला जेल प्रहरी निलंबित की जा चुकी है।
फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के थापर सिंह के टपरों पर रहने वाली भील महिलाओं के साथ हुई कथित तौर पर मारपीट मामले में अब नया मोड़ आ गया है। पहले जो महिला पुलिस पर मारपीट का आरोप लगा रही थी। अब उसका नया वीडियो वायरल हुआ है। इसमें उसका कहना है कि शराब ठेकेदार के आदमी आए थे, वह उसके बच्चों के पीछे पड़े, मैं बचाने के लिए दौड़ी तो गिरकर घायल हो गई। महिला ने पहले वीडियो में थाना प्रभारी पर मारपीट का आरोप लगाया था, इसके बाद ही एसपी तरुण नायक ने थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा को लाइन अटैच कर दिया है। एसडीओपी प्रियंका करचाप ने कहा कि जांच में पुलिस द्वारा मारपीट किए जाने की बात सामने नहीं आई है। सिर्फ सूचना पर पुलिस बचाने के लिए पहुंची थी। अब सवाल खड़ा होता है कि गलती नहीं है तो थाना प्रभारी को लाइन हाजिर क्यों किया गया?
दूसरों की बातों में आकर वीडियो बनाया
महिला रेखा बाई का कहना है कि वह गिरकर घायल हुई है, शराब ठेकेदार का मुनीम घर आया था और वह बच्चों के पीछे पड़ गया। मैं दौड़ी तो गिर गई। महिला ने कहा कि दूसरों की बातों में आकर पुलिस का नाम लेकर वीडियो बना दिया था। पुलिस ने मारपीट नहीं की। वहीं जांच में एक और बात सामने आई है कि थाना प्रभारी तो घटना स्थल पर गए नहीं थे? लेकिन वीडियो में उनका जिक्र किया गया है।
बीजी रोड स्थित जॉन डियर ट्रैक्टर कंपनी के वर्कशॉप में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई। इससे लाखों के नुकसान की आशंका है।शोरूम संचालक आलोक अग्रवाल ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे उन्हें चौकीदार ने इसकी जानकारी दी। आग इतनी भीषण थी कि वर्कशॉप से करीब डेढ़ किमी दूर लक्ष्मीगंज स्थित उनके मकान की छत से काला धुंआ उठता दिख रहा था। जब वे मौके पर पहुंचे तो आग की लपटों में वहां रखा एक पुराना ट्रैक्टर व जिप्सी बुरी तरह से जल रही थी। वर्कशॉप में ट्यूबवेल भी लगा है लेकिन लोड न मिलने की वजह से वह भी नहीं चल पाया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आगपर काबू पाया। उन्होंने बताया कि दो वाहनों के अलावा नए टायरों के कुछ सेट भी रखे हुए थे, जो इस आग में जलकर राख हो गए।
आग के कारण तापमान इतना बढ़ गया था कि शेड को थामने वाले लोहे के पाइप पिघलकर मुड़ गए। हालांकि यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था, क्योंकि वर्कशॉप व शो रूम में दो दर्जन से ज्यादा नए पुराने ट्रैक्टर रखे हुए थे। फायर ब्रिगेड के समय पर पहुंचने से नुकसान ज्यादा नहीं हुआ। आग शार्ट सर्किट से लगी थी।
कोरोना संकट के कारण देश में लॉकडाउन 3 चल रहा है। लॉकडाउन के कारण काम धंधे बंद होने के कारण दूसरे राज्यों में मजदूरी करने गए लोगों को परेशानी हो रहे हैं। इन मजदूरों को अपने घर पहुंचाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके लिए स्पेशल ट्रेन व बसों से इन मजदूरों को अपने राज्य भेजा जा रहा है।
इसके बाद भी गुना-अशोकनगर स्टेट हाइवे पर लोगों के कई जत्थे रोजाना पैदल, साइकिल की सहायता से अपने घरों की ओर रवाना हो रहे हैं। बुधवार को नासिक महाराष्ट्र से पैदल चल कर आ रहे मजदूर शाढौरा पहुंचे। राजकुमार ने बताया कि वह सभी मप्र के कटनी व सीधी जिले के हैं। काम की तलाश में वह नासिक गए थे। कुछ ही दिन मजदूरी का काम किया था कि लॉकडाउन लग गया। काम बंद हो गया। कोई सुविधा नहीं मिली जो कमाया था वह भी खर्च हो गया। भूखे मरने की स्थिति में कब तक रहते। करीब 8 दिन पहले पैदल ही अपने घर की ओर चल दिए। बीच बीच में कुछ जगह वाहनों से बाकी पैदल ही यात्रा करते आ रहे हैं। उनके साथ अजय, कन्हैयाराम तथा विजय आदि हैं जो अपने घर की ओर पैदल ही चल रहे हैं। स्थानीय लोगों ने उनसे यहां बने आश्रयस्थल में ठहरने व भोजन करने का आग्रह भी किया लेकिन वह बिना रुके अशोकनगर की ओर रवाना हो गए।
एक दिन से कुछ नहीं खाया: इसी प्रकार बैंगलुरू से उत्तरप्रदेश के गोरखपुर की तरफ जा रहे 20 मजदूरों के जत्थे में शामिल राजकुमार ने बताया कि वह लॉकडाउन के पहले मजदूरी के लिए बैंगलुरू गए थे। बैंगलुरू में पुताई का काम करते थे। कुछ दिन काम किया इसी दौरान लॉकडाउन हो गया। एक महीने से अधिक समय हमने बैठकर खाया। जो कमाया था वह खर्च हो गया। इसके बाद हम लोग साधन नहीं मिलने पर पैदल ही गोरखपुर के लिए रवाना हो गए। इंदौर से 80 किमी पहले एक ट्रक में 800 रुपए प्रति सवारी देकर झांसी तक के लिए आए हैं। ट्रक के खराब होने पर वह पैदल ही शाढ़ौरा तक आ गए। हमने एक दिन से कुछ भी नहीं खाया है।
जिले में कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के मिलने पर प्रशासन ने तहसील क्षेत्र में दुकान खुलने के समय को बदला है। अब तहसील क्षेत्र में सुबह 7 से 11 बजे तक ही दुकानें खुलेंगी।
ईसागढ़ एसडीएम ने आदेश जारी कर ब्लॉक के सभी कस्बों और गांव में दुकानें खुलने के समय में परिवर्तन किया गया है। इसके तहत तहसील मुख्यालय पर किराना दुकानें 7 मई से सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को खुलेंगी। ऑटो पार्टस, इलेक्ट्रॉनिक एवं अन्य दुकानें मंगलवार, गुरुवार, शनिवार को खुलेंगी।
इन सबका खुलने का समय 7 से सुबह 11 बजे तक है। दूध, फल, सब्जी की दुकानें सुबह 7 बजे से 9 बजे तक खोलने की अनुमति रहेगी। मेडीकल, पेट्रोल पम्प व एटीएम पर प्रतिबंध नहीं रहेगा । किसी भी प्रतिष्ठान में पांच से अधिक व्यक्ति नहीं होना चाहिए। गुरुवार को सभी दुकानें रोज के समय के हिसाब से खुल गई थी लेकिन एसडीएम ईसागढ के आदेश जारी होने के बाद पुलिस व राजस्व विभाग ने बाजार में खुल रही किराना दुकानों को बंद कराया।
वहीं अन्य दुकानें सुबह 11 बजे स्थानीय प्रशासन के द्वारा बन्द करा दी गई।
कोरोना महामारी को लेकर एसडीएम ने नवीन आदेश जारी किया है। इसके तहत शहर में अलग-अलग दुकानों किस दिन खुलेंगी इसकी जानकारी दी गई है। आदेश में सकरी गलियों में दोपहिया वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया गया है। सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए एसडीएम देवेंद्र प्रताप सिंह ने गुरुवार को नवीन आदेश जारी किया है। आदेश में उन्होंने कहा कि दिल्ली दरवाजा सदर बाजार से ढोलिया दरवाजा की गलियां सकरी होने के कारण कई दुकानें पास-पास स्थित हैं। इस कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था।
इसलिए इन स्थानों पर दो पहिया वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। शहर में सप्ताह के प्रत्येक दिन दूध डेयरी, सब्जी और टाटा चक्की सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक खुलेंगी। सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक किराना, बेकरी की दुकानें खुलेंगी। मंगलवार गुरुवार को सुबह 7 से दोपहर 12 बजे तक कपड़ा, जनरल स्टोर, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक, हार्डवेयर, कृषि उपकरण एवं उससे संबंधित रिपेयरिंग की दुकान खुलेंगी।
शनिवार को फर्नीचर, ज्वेलर्स, घड़ी, स्टेशनरी की दुकानें खुलेंगी। नवीन आदेश में तंबाकू, गुटका, सैलून, ब्यूटीपार्लर पूर्णत: बंद रहेंगे। रविवार को दूध, डेयरी, फल एवं सब्जी के अतिरिक्त सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
विश्व व्यापी कोरोना महामारी पुरी दुनिया में अपना विकराल रूप दिखा रही है। हमारे देश में दिनो दिन रोगी बढ़ रहे हैं। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को सावधान करने की आवश्यकता है। हर समय तो सरकार का साया आपके पीछे रह नहीं सकता इसलिए कार्यकर्ता आगे के लिए तैयार रहें। उक्त आशय के उद्गार तपोदय तीर्थ से सीधे प्रसारण में मुनि सुधासागरजी महाराज ने व्यक्त किए।
मुनिश्री ने कहा कि आज सबसे पहले अपने आपको सुरक्षित रखने की आवश्यकता है। इस घड़ी में बहुत से ऐसे लोग भी हैं जो अभी तक आपके पास नहीं आए। वे इज्जत वाले हैं और किसी से कुछ चाहते भी नहीं है फिर भी मजबूरी में सहयोग की आवश्यकता पड़ें तो आपको उनका सहयोगी बनना है। कल तक बहुत से लोग सहयोग करने देश भर में आगे आ रहे थे वे भी धीरे-धीरे गायब होते जा रहे हैं। इसलिए वितरण करने वालों से कहना है वे अभी तैयार रहें। हो सकता है इससे भी खराब स्थिति देखना पड़ें।
थूबोन जी कमेटी के प्रचार मंत्री विजय धुर्रा ने बताया कि मुनिश्री रोजाना अपने प्रवचनों में लोगों को सावधान कर रहे हैं। उन्हीं की प्रेरणा से दर्शनोदय तीर्थ क्षेत्र थूबोनजी कमेटी के तत्वावधान में तीसरे दौर में समाज के उन जरूरतमंदों को जो इस कोरोना महामारी के दौरान अपना छोटा मोटा काम कर गुजारा करने वालों को सुखी सामग्री घरों तक पहुंचाई है।
गर्मी बढ़ने के साथ-साथ क्षेत्र में जलसंकट की स्थित बननी शुरू हो गई है। पानी के लिए लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चंदेरी के वसुरयाना मोहल्ले में लगा हैंडपंप कई दिन से खराब पड़ा है। हैंडपंप दुरुस्त नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है।
इसी प्रकार ईसागढ़ ब्लॉक के महिदपुर गांव में करीब कई साल से नल-जल योजना बंद पड़ी है। इस कारण स्थानीय रहवासियों को खेतों में लगे ट्यूबवैल और गांव में लोगों के घरों पर लगे ट्यूबवैल से पानी भरना पड़ रहा है। सेहराई कस्बे में जलस्तर गिरने के कारण कई हैंडपंप दस मिनट चलाने के बाद मात्र 3 बाल्टी ही पानी दे रहे हैं। लोगों को आधा से 1 किमी दूर से पानी भरकर लाना पड़ रहा है।
कई बार शिकायत की पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
चंदेरी नगर पालिका के वार्ड 16 के वसुरयाना मोहल्ला का हैंडपंप कई दिनों से खराब पड़ा है। स्थानीय रहवासियों ने इसे दुरुस्त कराने की कई बार शिकायत की है। इस पर बुधवार को नगरपालिका के कर्मचारी हैंडपंप ठीक करने के लिए गए। हैंडपंप दुरुस्त करने के लिए जब कर्मचारियों ने पाइप निकालने शुरू किए तो हैंडपंप के पास बने मकान के छज्जे के कारण पाइप नहीं निकल पाए।
इस कारण मैकेनिक हैंडपंप को सुधारे बिना ही वापस आ गए। हैंडपंप खराब होने के कारण स्थानीय रहवासियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। मोहल्ले में कई लोगों के घरों में नल नहीं है। इस कारण लोगों को मोहल्ले से करीब आधा किमी दूर घोसियाना मोहल्ला और हुक्की तिराहे के हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है। हैंडपंप पर लोगों की भीड़ लगने के कारण काफी समय के इंतजार के बाद पानी भर पाते हैं। वहीं भीड़ लगने के कारण सोशल डिस्टेंस का पालन भी नहीं हो पा रहा है। पानी भरने में काफी समय लगने के कारण लोग अपने काम धंधे पर भी नहीं जा पा रहे हैं। नगरपालिका के आलोक सिंह गौर ने बताया कि हैंडपंप के पास मकान बना हुआ है। मकान का छज्जा हैंडपंप के ऊपर बना हुआ है। इस कारण हैंडपंप के पाइप बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इस कारण हैंडपंप ठीक नहीं हो सका। रहवासी आनंद, भगवान दास, श्याम भाई, प्रदीप, विशाल, भूरा आदि ने बताया कि हैंडपंप खराब होने से परेशानी हो रही है। उन्होंने नपा से हैंडपंप को जल्द ठीक कराने की बात कही।
योजना बंद होने से पेयजल के लिए परेशान हो रहे रहवासी
महिदपुर गांव में 2001 में नल-जल योजना शुरू हुई थी। उस समय गांव के सरपंच नथन सिंह थे। लेकिन देखरेख के अभाव में यह नल-जल योजना कुछ साल चलने के बाद बंद हो गए। इसके बाद से जिम्मेदार अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। तब से स्थानीय रहवासियों को पेयजल के लिए परेशान होना पड़ रहा है। नल-जल योजना बंद होने के कारण स्थानीय रहवासियों को खेतों में लगे ट्यूबवैल और गांव के दूसरे मोहल्लों में लगे ट्यूबवैल हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों का समय खराब हो रहा है। गांव में हायर सेकंडरी स्कूल के पास विजयपुरा रोड पर पानी की टंकी बनी हुई है। इस टंकी को चालू कराने के लिए कई बार स्थानीय रहवासियों ने प्रयास किया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। सरपंच दामोदर राय ने बताया कि नल-जल योजना को चालू कराने के लिए ग्राम पंचायत की बैठक में प्रस्ताव पास कर प्रशासन को भेज दिया है।
10 मिनट चलाने के बाद 3 बाल्टी निकलता है पानी
सेहराई | कस्बे में गर्मी बढ़ने के कारण भूजल स्तर लगातार गिर रहा है। इस कारण कस्बे के कई हैंडपंप और कुओं में पानी कम हो गया है। कई हैंडपंप 4-5 बाल्टी पानी भरने के बाद बंद होते हैं। तीन घंटे बाद फिर हैंडपंप से इतनी ही पानी निकल जाता है। कस्बे के कृष्ण गोपाल शर्मा, नरोत्तम शर्मा ने बताया कि हमारे घरों में लगे तीनों भाइयों के हैंडपंप लगभग सूख चुके हैं। इनमें सुबह-शाम 3-4 बाल्टी ही पानी निकल पा रहा है। इस कारण हम लोग घर से करीब 500 मीटर दूर सरकारी बोर से साइकिल पर पानी की कैन रखकर पानी ढो रहे हैं। राम शंकर मिश्रा ने बताया कि हमारे यहां लगे दो हैंडपंप में से 1 जनवरी माह में ही सूख गया था। दूसरे हैंडपंप में दो-तीन गुंड पानी तीन घंटे बाद निकलता है। इसी प्रकार कस्बे के कई हैंडपंपों में पानी कम हो गया है। कस्बे के विजय रैकवार, शिब्बू रैकवार ने बताया कि शिवमंदिर के पास लगे हैंडपंप को 10 मिनट चलाने के बाद मात्र 3 बाल्टी पानी निकलता है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ तहसील के पटवारी हल्का नं 17 के किसानों को नहीं मिला है। परेशान किसानों ने गुरुवार को तहसीलदार कमल सिंह मंडेलिया को ज्ञापन सौंपकर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ दिलाने की मांग की।
किसानों ने ज्ञापन में कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2019 से यह योजना शुरू की थी। लेकिन तहसील क्षेत्र के पटवारी हल्का नंबर 17 के किसानों को अभी तक इसका लाभ नहीं मिल पाया है। जबकि किसानों द्वारा इसके लिए पोर्टल पर अपना पंजीयन भी कराया जा चुका है फिर भी उन्हें योजना के तहत अभी तक राशि प्राप्त नहीं हुई है। जबकि क्षेत्र के अन्य हल्कों में किसानों को इसकी दो किश्त मिल चुकी हैं।
ज्ञातव्य है कि देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए यह योजना शुरू की गई है। इसके तहत ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है उन्हें न्यूनतम आय सहायता के रूप में प्रति वर्ष 6 हजार रुपये तक मिलेगा। प्रत्येक पात्र किसान को तीन किश्तों में यह भुगतान किया जाएगा। इस राशि को सीधे उनके खातों में जमा किया जा रहा है। लेकिन शाढ़ौरा हलका के किसानों को अभी तक यह राशि प्राप्त नहीं हुई है। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने जल्द ही उन्हें इस योजना का लाभ दिलाए जाने की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में सत्येंद्र रघुवंशी ,अवधेश शर्मा, विनय रघुवंशी, दुर्गेश, अमित, मुकेश रघुवंशी, रवि रघुवंशी व उमेश रघुवंशी आदि शामिल थे।
वेरिफिकेशन नहीं होने की वजह से नहीं मिल रहा योजना का लाभ
तहसीलदार कमल सिंह मंडेलिया ने बताया है कि शाढ़ौरा तहसील में एक नवीन वृत बरखेड़ा (नईसराय) बनने से एमपी लैंड रिकॉर्ड से पोर्टल पर डिवाइडेशन हुआ है। जिससे सारा डाटा लाक हो गया है। डाटा लाक होने से किसानों के खातों का वेरिफिकेशन नहीं हो पाया है। इस कारण कुछ किसानों को पीएम सम्मान निधि की राशि प्राप्त नहीं हुई है।
तपोवन कॉलोनी में गुरुवार को भगवानबुद्ध की 2564 वीं जयंती लोगों ने अपने-अपने घरों में रहकर मनाई। समाज के शिवराज सिंह चिरोली ने बताया कि लॉकडाउन के चलते भगवान बुद्ध की जयंती के अवसर पर राम सिंह शिक्षक, गोपीलाल शिक्षक, सुजान सिंह शिक्षक व मल्थूराम के निवास पर भगवान बुद्ध की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
समाजजनों ने घरों में भगवान बुद्ध के चित्र के आगे दीपक जलाए और माल्यार्पण किया। समाज जनों ने पूजन कर आरती उतारी। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन होने के कारण भगवान बुद्ध की जयंती सामूहिक तौर पर नहीं मनाई गई। सभी लोगों ने अपने परिवार के साथ अपने घर में जयंती मनाई। खीर और प्रसाद का वितरण सभी घरों में किया गया। इस अवसर पर प्रधान अध्यापक गिरधारीलाल अहिरवार व शिवराज सिंह अहिरवार ने भगवान बुद्ध के जीवन पर प्रकाश डाला। भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए संदेश का सभी से पालन करने का अनुरोध किया।
नगर एवं ग्राम रक्षा समिति के सदस्य पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलकर पिछले 10 दिन से शहर में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।यह सदस्य कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिए सोशल डिस्टेंस का पालन कराने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का सहयोग कर रहे हैं। समिति के सदस्य अपनी जान की परवाह न करते हुए शहर के प्रमुख चौराहों पर ड्यूटी दे रहे हैं।
ड्यूटी करने वालों में रवि कुमार पालीवाल, कमल सिंह लोधी, भवदीप सिंह यादव, लाला राम प्रजापति, संजीव कुमार अहिरवार, राजकुमार यादव, मनोज अहिरवार, कमलेश बाई अहिरवार, श्रीबाई अहिरवार, रमेश आदि सहयोग कर रहे हैं।
शासकीय अस्पताल में एनएसडी क्लिनिक आयोजित की गई। इसमें एएनएम सुनीता पटेल ने मरीजों की जांच की। क्लिनिक में आशा कार्यकर्ता रामदेवी राय एवं सफाई कर्मचारी सोनाबाई ने सहयोग किया। शिविर में बुखार के मरीजों की जांच आरती ने की।
शिविर में 10 महिलाओं सहित कई मरीजों की शुगर और बीपी की जांच की गई। जांच के बाद शुगर और बीपी के मरीजों को एक महीने की दवा दी गई। इस मौके पर मलेरिया विभाग के प्रकाश सिंह शाक्य सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
एक ओर जहां सोशल डिस्टेंस को लेकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। चालानी कार्रवाई की जा रही है। बावजूद इसके लोग न तो सोशल डिस्टेंस के नियम का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क पहन रहे हैं। इससे कोरोना वायरस फैलने का डर भी बढ़ रहा है।
वहीं कोरोना महामारी से बचने के िलए छीरखेड़ा गांव में लोगों ने जागरुकता का परिचय दिया। लोग न सिर्फ मास्क पहन रहे बल्कि गांव में होने वाली पंचायत भी सोशल डिस्टेंस में कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पेड़ के नीचे चबूतरे पर गोल घेरे भी बनाए। इनपर बैठकर लोग चर्चा करते देखे जा रहे हैं। गांव के शिक्षक विनोद राजोरिया ने बताया कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाना अनिवार्य हैं। इसके लिए नगर के लोगों में चेतना लाने के लिए घर-घर जाकर समझाया गया है। ताकि छीरखेड़ा गांव कोरोना वायरस से मुक्त रह पाए।
गांव के पेड़ के नीचे जो चबूतरा है जहां लोग बैठकर गांव की चर्चाएं किया करते हैं वहां गोल घेरे बनवाए गए हैं। जहां बैठकर लोग चर्चाएं कर रहे हैं।
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्य और गणमान्य नागरिक समय-समय पर जिला अस्पताल में रक्तदान करते रहते हैं। रक्तदान सबसे बड़ा दान है। इससे हम किसी दूसरे व्यक्ति की जान बचा सकते हैं। विश्व में फैल रही कोरोना महामारी को हराने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल के ब्लडबैंक में पहुंचकर 11 यूनिट रक्तदान किया। रक्तदान करने वालों में संघ के अरविंद सिंह रघुवंशी, संजीव बोहरे, नवीन सेन, प्रहलाद यादव, अमरनाथ माहौर, जितेंद्र कुशवाह, अर्पित नामदेव, शैलेंद्र दुबे, महेंद्र सिंह यादव, अरविंद रजक, नरेश रघुवंशी ने रक्तदान किया। संघ के कार्यकर्ताओं ने लोगों से कहा कि रक्तदान करने से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती है। कोई भी स्वस्थ व्यक्ति 3 महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है। रक्तदान के समय जो रक्त शरीर से निकाला जाता है उसकी पूर्ति शरीर 7 दिन में कर लेता है।
लॉकडाउन के 47 दिन बाद जिले में काेविड 19 का पहला पॉजिटिव केस गुरुवार को आया । बीनागंज के पास बापचा लहरिया गांव में रहने वाले एक युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। तबीयत बिगड़ने के बाद उसे 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जबकि 5 मई को उसका सैंपल भेजा गया था। वह इंदौर से 22 अप्रैल को अपने गांव आया था। वह वहां पर पुलिस विभाग में कुक के पद पर कार्यरत है।
यह खबर मिलते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया है। इस मामले में चिंता की बात यह है कि उक्त युवक अस्पताल लाए जाने से पहले 6 दिन तक अपने परिवार के बीच रहा। गांव के एक सूत्र ने बताया कि इस दौरान वह व उसके परिवार के लोग गांव में घूमते रहे। अब आशंका यह है कि वे बीनागंज भी गए होंगे। इस दौरान उनका कई लोगों से संपर्क भी हुआ होगा। यानि एक परिवार की लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमण की एक पूरी चेन सक्रिय होने की आशंका बनने लगी है। इसी को लेकर बापचा लहरिया गांव को पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है क्योंकि जब मरीज रेड जोन इंंदौर से आया तो उसको क्वारेंटाइन क्यों नहीं किया गया। इसके बाद जब उसके 28 अप्रैल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया तो फिर सैंपल इतनी देरी से क्यों भेजा गया।
कई स्तरों पर लापरवाही सामने आई
सबसे बड़ी लापरवाही हाईवे के नाके पर तैनात अमले की है। जब इंदौर से कोई शख्स आया हो तो उसे सीधे तौर क्वारेंटाइन किया जाना चाहिए था। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी जाना थी। इस मामले में 6 दिन तक किसी भी तरह की कोई सूचना नहीं दी गई। इस बात की संभावना है कि उसके पुलिस बल में होने की वजह से संभवत: उसे रियायत दे दी गई हो। गांव के लोग बताते हैं कि उसे व परिवार को क्वारेंटाइन नहीं किया गया था। न ही किसी तरह का चेतावनी बोर्ड लगाया गया था।
आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से जो जानकारी सामने आ रही है उसके मुताबिक जिस आइसोलेशन वार्ड में उक्त युवक को रखा गया था, उसमें तीन अन्य मरीज भी थे। उनके सैंपल भी भेजे गए थे। पर सभी की रिपोर्ट निगेटिव आने की सूचना है। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
इंदौर पुलिस में कुक है पॉजिटिव युवक
हैरानी की बात यह है कि पाॅजिटिव पाया गया युवक पुलिस बल में आरक्षक है। वह कुक के पद पर है और इंदौर के नेहरू नगर का रहने वाला बताया जाता है। पुलिस बल के जिम्मेदार पद पर रहने के बावजूद उसने इतनी बड़ी लापरवाही कर दी, यह बात हैरान करती है।
अाज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी, मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे, बाकी दुकानें बंद रहेंगी
गुना जिले में मरीज मिलने के बाद रात 10 बजे पुलिस ने मुनादी कराई कि आज से दूध की दुकानें सुबह 6 से 9 बजे तक खुलेंगी। बाकी दुकानें बंद रहेगी, सिर्फ मेडिकल स्टोर दिनभर खुलेंगे। इसके अलावा बापचा लहरिया गांव के पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया गया है। आज बाजार को लेकर निर्णय होगा।
बाजार को लेकर सुबह ये आए थे सुझाव
वन वे : बाजार में वन वे व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा सदर बाजार और नई सड़क में यह व्यवस्था लागू करने से भीड़ को काबू करने में बड़ी मदद मिलेगी।
लेफ्ट-राइट :वन वे : बाजार में वन वे व्यवस्था लागू करने पर जोर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने कहा सदर बाजार और नई सड़क में यह व्यवस्था लागू करने से भीड़ को काबू करने में बड़ी मदद मिलेगी।
लेफ्ट-राइट : एक सुझाव यह भी आया कि बाजार में एक दिन सड़क के बाईं यानि लेफ्ट साइड वाली दुकानों को खोला जाए। दूसरे दिन राइट साइड वाली दुकान खोली जा सकती हैं। जिस साइड की दुकान बंद रहेंगी, वहां पार्किंग रखी जा सकती है, जिससे सड़क पर लोग दूरी को बनाए रख सकेंगे।
क्रम : अनाज मंडी की तरह क्रम व्यवस्था को लागू करने का सुझाव भी आया। इसके तहत हर तरह की दुकान के खुलने का एक दिन तय कर दिया जाए। मसलन किसी दिन जनरल स्टोर खोले जाएं तो किसी दिन जूते-चप्पल या कपड़ा दुकानें।
पार्किंग : कुछ लोगों का मानना था कि बाजारों वाहनों की वजह से ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। इसलिए इन पर पूरी रोक लगाई जाए। यह सही मौका है कि नगर पालिका पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा सकती है। त्यौहार के दौरान ऐसा होता भी है। वाहनों को बापू पार्क, हायर सेकंडरी स्कूल, पशु चिकित्सालय व पुराने आरटीओ परिसर में खड़ा करवाया जाए।
पार्किंग : कुछ लोगों का मानना था कि बाजारों वाहनों की वजह से ज्यादा भीड़ भाड़ होती है। इसलिए इन पर पूरी रोक लगाई जाए। यह सही मौका है कि नगर पालिका पार्किंग व्यवस्था को प्रभावी तरीके से लागू करा सकती है। त्यौहार के दौरान ऐसा होता भी है। वाहनों को बापू पार्क, हायर सेकंडरी स्कूल, पशु चिकित्सालय व पुराने आरटीओ परिसर में खड़ा करवाया जाए।
सभी का सहयोग जरूरी है
एस. विश्वनाथन, कलेक्टर,बाजार में भीड़ नियंत्रित करने के लिए कई सुझाव आए हैं। इसे लेकर हम जल्द ही फैसला लेंगे। यह बहुत जरूरी है, हमारी जरा सी लापरवाही हमें रेड जोन में धकेल देगी।
नानखेड़ी गल्ला मंडी में जिंसों की नीलामी के लिए अलग-अलग दिन तय करने का प्रयोग लागू किया गया। पहले दिन इसे अच्छा रिस्पांस मिला और मात्र 3 घंटे में 595 किसानों की डाक हो गई। दोपहर साढ़े 12 बजे तक तो मंडी तकरीबन खाली करवाई जा चुकी थी। उधर पुरानी गल्ला मंडी में लगने वाली सब्जी मंडी को भी बंद कर दिया गया। कलेक्टर एस. विश्वनाथन एवं एसपी तरुण नायक खुद पुरानी मंडी पहुंचे और वहां मौजूद सभी सब्जी वालों को हटा दिया। कलेक्टर ने कहा कि सब्जी वालों को कह दिया गया है कि वे पूरे शहर में घूम-घूमकर अपना सामान बेचे।
भीड़ घटाने की कवायद : नानाखेड़ी में सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक ही प्रवेश : नानाखेड़ी मंडी में लागू नई व्यवस्था का पहले दिन सकारात्मक असर दिखा। मात्र 3 घंटे में 595 किसानों ने धनिया, चना और मसूर के उपज की खुली नीलामी में भाग लिया। अच्छी बात यह रही कि इस दौरान कोई हल्ला नहीं हुआ, भीड़ को पूरी तरह नियंत्रित थी। किसानों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए बोली में भाग लिया। दोपहर 2 बजे के बाद तो मंडी में एक दम सन्नाटा पसर गया। सुबह 8 बजे से ही किसान पहुंचने लगे थे, दोपहर 12 के बाद उनके प्रवेश पर रोक थी। कुछ किसान दोपहर 1 बजे भी आ गए।
यह है नई व्यवस्था : किसान सोमवार, मंगलवार और बुधवार को गेहूं, सरसों और सोयाबीन की नीलामी के लिए मंडी आ सकेंगे। वहीं गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को धनिया और गेहूं की नीलामी होगी। सुबह 8 बजे से प्रवेश होगा, और दोपहर 12 बजे बंद कर दिया जाएगा। नीलामी सुबह 9.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगी।
ऐसे संभाली पूरी व्यवस्था : मंडी सचिव रियाज अहमद खुद नीलामी के दौरान मौजूद रहे और माइक से वह संदेश देते जा रहे थे कि सामाजिक दूरी का पालन करने वाले किसानों की उपज नीलाम होगी। पहले दिन 595 किसानों ने उपज की नीलामी कराई। धनिया की उच्चतम बोली 8825 रुपए प्रति क्विंटल और न्यूनतम 3850 रुपए रही। मॉडल भाव 4650 रुपए रही। इसी तरह चना की उच्चतम बोली 4100 रुपए, न्यूनतम 3760 और मॉडल भाव 3915 रुपए थी। मसूर का उच्चतम बोली 5025 रुपए, न्यूनतम 4800 रुपए रहा।
जेल में मंगलवार रात महिला कैदी के साथ हुई मारपीट के मामले में उच्च स्तर से जांच शुरू हो गई है। डीआईजी जेल एमआर पटेल में गुरुवार सुबह जेल पहुंचकर कैदियों से चर्चा की। इस दौरान महिला कैदियों ने उनके साथ हुई मारपीट की पूरी कहानी बयां कर दी। कुछ महिलाओं ने तो मारपीट के अपने हाथ-पैर पर मौजूद जख्म भी दिखाएं। 2 महिला प्रहरी को पहले ही निलंबित किया जा चुका था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जेलर दिलीप सिंह को गुना से हटाकर एक माह के लिए जेल मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया है। उधर जेल में कैदियों को मिलने वाली सुविधा और उनके साहब के बंगले पर कार्य कराने संबंधित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं। जेल में हुए पूरे घटनाक्रम की बारीकी से जांच की जा रही है।
एक महिला कैदी के पति की शिकायत पर हुई थी जांच
गुना जेल में 3 मई को रात में पहरा देने के लिए एक महिला कैदी की ड्यूटी लगाई थी। इस दौरान उसे नींद आ गई तो महिला प्रहरी प्रियंका भार्गव और रीना मिश्रा को निलंबित कर दिया था। वहीं खुद जेल डीआईजी एमआर पटेल पूरे मामले की जांच के लिए गुना आए। इस दौरान जेल प्रबंधन भी हरकत में आ गया। वहां मौजूद अव्यवस्थाओं को ठीक करने में जुट गया।
जेलर को मुख्यालय किया हाजिर : इस पूरे घटनाक्रम को लेकर जेलर दिलीप सिंह को भी लापरवाह माना है। उन्होंने समय रहते महिला कैदी से हुई मारपीट की जानकारी जेल मुख्यालय में नहीं दी। इस वजह से प्रारंभिक तौर पर लापरवाही सामने आने पर उन्हें गुना से हटा कर 1 माह के लिए जेल मुख्यालय अटैच कर दिया है।
कैदियों के हाथ में जर्दा, बीड़ी और सिगरेट का वीडियो वायरल : जेल में हुए इस घटनाक्रम के बाद अब अंदर होने वाले कई गतिविधियां भी बाहर आने लगी हैं। एक वीडियो वायरल हुआ है, इसे गुना जेल का ही बताया जा रहा है। इसमें कुछ कैदी हैं, जो जेल परिसर में ही जर्दा, बीड़ी और सिगरेट आदि लेकर घूम रहे हैं। वहीं इन कैदियों से साहब के बंगले का भी काम कराया जाता था। इस पर भी जांच होगी।
मामले की पूरी जांच होगी
-एमआर पटेल, डीआईजी जेल खए मुताबिक, महिला बंदियों के साथ हुई मारपीट को लेकर जांच की जा रही है। सभी महिला कैदियों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने अपनी-अपनी समस्याएं बताई हैं। इस मामले में लापरवाही पर जेलर को मुख्यालय हाजिर कर दिया है। वहीं दो महिला जेल प्रहरी निलंबित की जा चुकी है।
बीजी रोड स्थित जॉन डियर ट्रैक्टर कंपनी के वर्कशॉप में गुरुवार तड़के भीषण आग लग गई। इससे लाखों के नुकसान की आशंका है।शोरूम संचालक आलोक अग्रवाल ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 5 बजे उन्हें चौकीदार ने इसकी जानकारी दी। आग इतनी भीषण थी कि वर्कशॉप से करीब डेढ़ किमी दूर लक्ष्मीगंज स्थित उनके मकान की छत से काला धुंआ उठता दिख रहा था। जब वे मौके पर पहुंचे तो आग की लपटों में वहां रखा एक पुराना ट्रैक्टर व जिप्सी बुरी तरह से जल रही थी। वर्कशॉप में ट्यूबवेल भी लगा है लेकिन लोड न मिलने की वजह से वह भी नहीं चल पाया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। उन्होंने बताया कि दो वाहनों के अलावा नए टायरों के कुछ सेट भी रखे हुए थे, जो इस आग में जलकर राख हो गए। आग के कारण तापमान इतना बढ़ गया था कि शेड को थामने वाले लोहे के पाइप पिघलकर मुड़ गए। हालांकि यह हादसा और भी बड़ा हो सकता था, क्योंकि वर्कशॉप व शो रूम में दो दर्जन से ज्यादा नए पुराने ट्रैक्टर रखे हुए थे। फायर ब्रिगेड के समय पर पहुंचने से नुकसान ज्यादा नहीं हुआ। आग शार्ट सर्किट से लगी थी।
लगातार पश्चिमी विक्षोभ आने की वजह से इस बार मौसम के तेवर बार-बार बदल रहे हैं। दो दिन लगातार बारिश होने के बाद गुरुवार को तेज गर्मी की वापसी हो गई। पिछले दिन के मुकाबले पारा 2 डिग्री बढ़कर 40 पर पहुंच गया। हालांकि बुधवार रात को हुई 2.8 मिमी बारिश की वजह से न्यूनतम तापमान में एक डिग्री की गिरावट आई और यह 22.6 पर आ गया।
गुरुवार को मौसम के रंग एकदम अलग दिखे। सुबह 6 बजे पारा 22 डिग्री पर था। दोपहर 2 बजे यह लगभग 18 डिग्री बढ़कर 40 पर पहुंच गया। आसमान भी साफ रहा और दिनभर तीखी धूप रही। हवा भी गर्म थी। इससे तापमान तेजी से बढ़ता गया। वहीं 58 फीसदी आर्द्रता की वजह से उमस ने भी लोगों को परेशान रखा।
इन पांच वजहों से दो दिन बाद बदल सकता है मौसम
चिंतन मंच, विराट हिंदू उत्सव समिति उस के तहत भगवान बुद्ध की जयंती कोरोना योद्धाओं का सम्मान कर मनाई गई। इस अवसर पर सेवा कार्य में लगे डॉक्टर्स, प्रशासनिक एवं पुलिस विभाग के अमले का हार फूलमालाओं एवं गुलदस्ते भेंट कर सम्मान किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि भगवान बुद्ध ने सभी प्राणियों के प्रति समभाव रखने की एवं मानव धर्म अपनाने की शिक्षा दी। उधर विराट हिंदू उत्सव समिति के प्रमुख एवं चिंतन मंच के संयोजक कैलाश मंथन ने बुद्ध पूर्णिमा पर चिंतन हाउस में सर्राफा बाजार में आयोजित बौद्धिक प्रसंग में संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बुद्ध की धारणा थी कि वे शाश्वत सनातन धर्म का ही उपदेश कर रहे हैं। उन्होंने मनुष्य को पशुता की ओर जाने से वर्जित करके मानवता का संदेश दिया है। श्री मंथन ने कहा कि वर्तमान में भगवान बुद्ध के शाश्वत उपदेशों को पूरे विश्व ने अंगीकृत किया है। भारत की एकता एवं अखंडता तभी संभव है जबकि भगवान बुद्ध के उपदेशों को आत्मसात किया जाए। भगवान बुद्ध ने साधन के अष्ट अंग बताए हैं। इसके तहत सत्य विश्वास, नम्र वचन, उच्च लक्ष्य, सदाचरण, सद्वृत्ति आदि अष्टांग मार्ग निर्धारित किए गए हैं। भगवान बुद्ध के बताए चार आर्य सत्य के तहत सब कुछ क्षणिक और दु:ख रूप है, तृष्णा ही दु:खों का कारण है, उपादान सहित तृष्णा का नाश होने से दु:खों का नाश होता है, हृद्य से अहंभाव और राग-द्वेष की निवृत्ति होने पर ही निर्वाण की प्राप्ति होती है।
कई देशों में किया प्रचार
श्री मंथन ने बताया कि भगवान बुद्ध ने जिस जीव दया और अहिंसा धर्म का उपदेश दिया था, उनके शिष्यों ने सुदूर देशों श्रीलंका, जावा, सुमात्रा, चीन, जापान, ब्रह्मदेश, श्याम, थाईलैंड सहित अनेक देशों में प्रचारित किया। बुद्ध धर्म के कारण ही भारत से बाहर भी भारतीय धर्मभाव, साहित्य, कला एवं संस्कृति का व्यापक प्रचार हुआ। 45 वर्ष तक धर्म प्रचार कर 80 वर्ष की अवस्था में ईस्वी सन से 535 वर्ष पूर्व गोरखपुर के निकट कुशीनगर में भगवान ने निर्वाण प्राप्त किया। चिंतन मंच के तहत महापुरुषों की जयंती पर बौद्धिक सभाएं वर्षों से की जा रही हैं।
किराना मर्चेंट एसोसिएशन ने आज पुरानी गल्ला मंडी परिसर में आमजन को हाथ जोड़कर मास्क पहनने के लिए प्रेरित किया गया। पुरानी गल्ला मंडी में अधिकांश लोग या तो मास्क पहने ही नहीं थे या सिर्फ़ गले में लटकाए हुए थे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल एवं पदाधिकारियों द्वारा सभी को समझाईश दी गई कि संक्रमण का जोखिम नाक एवं मुँह से सबसे ज़्यादा है। अत: मास्क को गले में लटकाने भर से कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव संभव नहीं हैं। खतरे से बचाव के लिए नाक एवं मुंह को ढंक कर रखें। क़रीब 2 घंटे चले इस अभियान में देखते ही देखते पूरे मंडी परिसर में मौजूद दुकानदार सब्ज़ी वाले ग्राहक हम्माल सब मास्क पहने नज़र आने लगे। एसोसिएशन द्वारा उन्हें यह भी समझाया गया कि आप के इर्द-गिर्द भी अगर कोई बिना मास्क पहने दिखाई दे तो आप भी उन्हें मास्क लगाने के लिए कहें और यदि वे ऐसा नहीं करें तो उनसे दूर रहें। उन्हें समझाएं कि वर्तमान समय में मास्क ना लगाना एक गंभीर सामाजिक अपराध है। आप मास्क ना पहन कर अपने परिवार एवं समाज के साथ अन्याय कर रहे हैं। आज कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की मीटिंग में भी कलेक्टर एवं एसपी ने भी इस बात पर ज़ोर दिया गया कि मास्क ना पहनने को कानूनन अपराध के साथ-साथ सामाजिक अपराध माना जाए।
श्री चित्रगुप्त मंदिर न्यास द्वारा कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन के कारण जरूरतमंद लोगों को भोजन पैकेट वितरित किए गए। श्री चित्रगुप्त मंदिर न्यास के अध्यक्ष जगदीश श्रीवास्तव बरखेड़ा ने बताया कि लॉक डाउन के चलते कई परिवार बेरोजगार हो गए हैं।
इस कारण कई लोगों के सामनेर दो वक्त का भोजन भी नसीब नहीं हो रहा था। क्यों न इन विषम परिस्थितियों में इनका कुछ सहयोग किया जाए पर कैसे निर्धारित करें कि कहां भोजन बांटना है क्योंकि जिला प्रशासन भी प्रतिदिन हजारों लोगों को भोजन प्रदाय कर रहा है। इस संबंध में जब समाजजनों ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी संजय श्रीवास्तव से संपर्क किया। तब श्री श्रीवास्तव ने उन्हें राय दी कि प्रशासन द्वारा जो भोजन बनाया जा रहा है उसका एक दिन खर्चा वहन कर आप लोग अपना योगदान दे सकते हैं।
कोरोना के संक्रमण काल में प्रशासन बचाव कार्य में जुटा है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अपनी भूमिका प्रभावी ढंग से निभाकर मिसाल पेश कर रहे हैं। कई कर्मचारी तो महीने भर से बिना अवकाश के कोरोना के खात्मे का बीड़ा उठाए हुए हैं। इस संक्रमण के खतरे को नियंत्रित करने में जुटे लोगों का कहना है कि आने वाले दिनों में हम और हमारे लोग सुरक्षित रहेें इसलिए हिम्मत के साथ जुटे हुए हैं। कोरोना महामारी के टीम में टोल नाके पर अपनी सेवाएं दे रहे एएनएम मुकेश शर्मा ने टोल नाके पर बाहर से आए लोगों को कोरोना से बचाव के तरीके बता कर लोगों को जागरूक किया। लोगों के पास मास्क भी नहीं है तो उन्हें तौलिया या रुमाल से मुँह ढकने की सलाह दे रहे हैं और उनकी स्क्रीनिंग कर अपना कर्तव्य पर डटे हुए हैं।
जब तक चलेगी जंग, तब तक लड़ेंगे हम
कोविड-19 टीम के जगदीश कुशवाह लगातार विष्णु प्रताप रघुवंशी के नेतृत्व में कोरोना वायरस से रात और दिन संघर्ष करते आ रहे हैं जब भी कंट्रोल रूम से सूचना प्राप्त होती है उसी समय जगदीश दायित्व निर्वाह करने लग जाते है, चाहे दिन हो या रात। उन्होंने बताया कि कभी तो रात के समय किसी के घर पर क्वारेंटाइन करने जाते हैं तो डर लगता है फिर बहुत सावधानी रखनी पड़ती है। बाहर से आए व्यक्ति का पता नहीं चलता, इसको वायरस है या नहीं इसके बावजूद भी उस व्यक्ति का स्वास्थ्य परीक्षण व थर्मल स्कैनिंग करते हैं। कोराेना वायरस से जंग लड़ रहे हैं, घरवालों को हमेशा चिंता लगी रहती है।
बेटी को घर छोड़कर आती हैं ड्यूटी पर
जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र डीईआईसी में अर्ली इंटरवेंशन कम स्पेशल एजुकेटर के पद पर पदस्थ प्रीति श्रीवास्तव अपनी 8 साल की बेटी को घर पर अकेला छोड़कर सुबह से शाम तक बिना अवकाश लिए 30 मार्च से लगातार जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में रिपोर्ट कंपाइलेशन का कार्य कर रही हैं। सभी ब्लाकों से बाहर से आने वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग, होम क्वॉरेंटाइन एवं आइसोलेशन की जानकारी प्राप्त करती हैं एवं उनका कंपाइलेशन का फाइनल रिपोर्ट गौरव रघुवंशी के सहयोग से तैयार करती हैं। उनका कहना है कि हम किसी भी तरह देश हित में अपना योगदान दे रहे हैं।
जिला चिकित्सालय में खतरे से न डरकर ले रहे कोरोना मरीजों के सैंपल
जिला चिकित्सालय में पदस्थ दीनदयाल रामपुरिया लैब टेक्नीशियन जब से कोरोना की टेस्टिंग शुरू हुई है तब से ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों के सैंपल ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि डर लगता है कि अनजाने में संक्रमण अपने घर न ले जाऊं। घर में छोटे बच्चे हैं पर अगर कोरोना को हराना है तो पूरी सावधानी और मेहनत से ही हरा सकते हैं। हम दिन रात निडर हो कर मरीजों के सैंपल ले रहे है जिससे जिले में काेरोना के संक्रमण को फैलने से रोक सकें। हम जो कार्य कर रहे हैं वह सभी की सुरक्षा के लिए जरूरी कार्य है।
तहसील सभाकक्ष में काेरोना संक्रमण को लेकर तहसीलदार मोहित जैन ने बैठक ली। बैठक में बमोरी तहसील के राजस्व अमले के कर्मचारी, सरपंच, सचिव, रोजगार सहायक, स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे। बैठक में बताया गया कि रेड जोन से आने वाले सभी लोेगों की आवश्यक रूप कड़ी निगरानी की जाए। रेड जोन से आने वाले लोगों की सेंपलिंग कर उन्हें क्वारेंटाइन किया जाना आवश्यक है।
बैठक में बताया गया कि यदि कोई रेड जोन से बिना अनुमति के आता है तो उस पुलिस द्वारा एफआरआर कराए जाने का प्रावधान है। जानकारी छुपाने वाले 10 हजार रुपए का जुर्माना व तीन माह की जेल हो सकती है। तहसीलदार ने इस दौरान बीएमओ को बिना रजिस्ट्रेशन वाले निजी चिकित्सकों को बुलाकर उनके रजिस्ट्रेशन चेक करने के निर्देश दिए। बिना रजिस्ट्रेशन प्रेक्टिस करने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात कही। इस दौरान दुकानदारों व आम नागरिकों से धारा 144 की पालना करने की बात कही है। अनावश्यक रूप से भीड़-भाड़ नहीं किए जाने की पर कार्रवाई की बात कही। तहसीलदार श्री जैन ने कहा कि जागरूकता ही इसका बचाव है। अधिक संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर दुकानदार को बुलाकर समझाईश देने की बात कही।
बारदाना खत्म होने के पहले ही भेजे डिमांड:
बैठक में कृषि उपार्जन केंद्रों पर बारदानों की कमी को दूर करने के लिए खाद्य आपूर्ति अधिकारी को वारदाना खत्म होने से पहले ही इसकी डिमांड भेजे जाने की बात कही। ताकि किसानों को फसल तुलाई में अधिक समय नहीं लगे। किसानों की फसल तुलाई करने में दो-तीन दिन का समय लग जाता है। वहीं मंडी उपार्जन केंद्रों पर खाद्य विभाग को सोशल डिस्टेंस का पालन कराने व सैनिटाइजर रखवाने व अन्य जरूरी व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देशित किया। वहीं खाद्य आपूर्ति विभाग से किसानों का ध्यान रखने की बात कही। उन्होंने बैंकों के बाहर लगने वाली भीड़ को लेकर बैंक अधिकारियों से चर्चा कर निश्चित संख्या में किसानों को बुलाकर भुगतान कराने के मुद्दे पर विचार विमर्श किया। इस अवसर पर खाद्य आपूर्ति अधिकारी इंदू शर्मा ने बाहर से आने वाले मजदूरों की सूची खाद्य विभाग को दिए जाने की मांग की, ताकि बाहर से आने वाले मजदूरों को खाद्यान्न वितरण किया जा सके। उन्होंने मास्क व सैनिटाइजर उपलब्ध कराने को भी कहा।
मनरेगा कार्य उपलब्ध कराएंगे सचिव : बैठक में जनपद सीईओ अजीत जैन ने बताया कि मनरेगा के तहत सभी पंचायतों में तालाब, आवास व अन्य निर्माण कार्य आरंभ कर दिए गए हैं। मजदूर सचिव से कहे तो रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में अधिकारियों को नए क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जाने के लिए स्थान चुनने के निर्देश दिए गए। वहीं शिक्षा विभाग को स्कूल भवनों में साफ-सफाई रखने और नियमित रूप से खुला रखने की बात कही। स्कूल भवनों की चाबी देकर व संबंधित का मोबाइल नंबर भवन पर अंकित करने की बात कही। ताकि जरूरत पढ़ने पर स्कूल भवनों में लोगों को क्वारेंटाइन किया जा सके। पुलिस विभाग को बाहर से आने वाले मजूदरों की सख्त निगरानी रखने की बात कही। भौंरा चेक पोस्ट को झागर में शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं पुलिस विभाग को कहा गया है फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में आने वाली दो चेक पोस्ट देहरी और बरवन की आवश्यकता हो तो इन्हें रखा जाए। इस पर थाना प्रभारी निर्णय लें। बैठक में कृषि विस्तार अधिकारी जेएस तोमर, शिक्षा विभाग के उप संचालक मोनिका सोनी, नायब तहसीलदार शैलजा मिश्रा, वन परिक्षेत्राधिकारी अजय कुमार त्रिपाठी, थाना प्रभारी बमोरी वीपेंद्र सिंह चौहान, थाना प्रभारी फतेहगढ़ गजेंद्र सिंह बुंदेला, बीएमओ शैलेंद्र गिरी गोस्वामी, वन परिक्षेत्राधिकारी फतेहगढ़ राजेंद्रसिंह भदौरिया, आरआई रामरतन, महिला बाल विकास विभाग परियोजना अधिकारी पदमजीत सिंह अरोरा सहित अन्य मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत सूजाखेड़ी के सरपंच 60 किमी दूर स्थित राजस्थान सीमा पर स्थित राजपुरा बार्डर चौराहे ड्युटी पर तैनात अधिकारी- कर्मचारियों का सम्मान किया। यह मार्ग गुना से जयपुर मार्ग को जोड़ता हैं। यहां स्थित स्टाफ सदस्य दो माह से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इस दौरान यहां तैनात कोरोना योद्धाओं द्वारा हर आने जाने वाले व्यक्ति कि स्क्रीनिंग की जा रही है। वहीं बाहर से आने वाले लोगों को क्वारेंटाइन किया जा रहा है। अभी तक 1200 लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इस कार्य में वन विभाग, पुलिस बल, पटवारी, शिक्षा विभाग का स्टाफ लगा हुआ है। इस अवसर पर रमेश सिंह, शिवराज सिंह, अनुज गुर्जर, धर्मेंद्र, लाखन सिंह, लक्ष्मीनारायण, बलराम शिवहरे, ओमप्रकाश, छतरसिंह पटेलिया, पटवारी महेंद्र सिंह धाकड़, शिक्षक सौरभ धाकड़ सिलावटी आदि यहां चेक पोस्ट पर ड्यूटी दे रहे हैं। सूजाखेड़ी सरपंच मनमोहन सिंह किरार के साथ उनके साथियों ने यहां पहुंचकर सभी अधिकारियों कर्मचारियों का सोशल डिस्टेंस बनाकर फूलमाला पहनाकर स्वागत किया।
तहसील कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे डॉक्टर,बस ऑपरेटर वेन व एम्बुलेंस के ड्रायवरों के साथ ही राजस्व कर्मचारियों का सम्मान करने पहुंचे बाबा साहब मित्र मंडल के सदस्यों ने इनको फूल-मालाऐं पहनाई। इस दौरान कंट्रोल रूम में ड्यूटी दे रहे डाॅ. रघुवंशी ने बाबा साहब मित्र मंडल का आभार माना एवं मौके पर मौजूद नर्सिंग स्टॉफ ने भी उनकाे इस संक्रमण के काल में सभी को एक-दूसरे से सोशल डिस्टेंसिंग का महत्व बताया।राजस्व कर्मचारी अवधेश शर्म ने बाबा साहब संगठन के अनिल सेलर द्वारा किए गए सम्मान के लिए सभी की तरफ से आभार ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन की घोषणा की।
कोराना वायरस कोविड-19 के कारण देश मे लॉकडाउन का पालन करते हुए घर- घर तथागत गौतम बुद्ध की 2582वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान सभी लोगों ने अपने-अपने घर पर बुद्ध एवं डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प एवं दीप प्रज्ज्वलित कर बुद्ध वंदना की।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति/जनजाति कर्मचारी कल्याण संघ के महासचिव मुन्नालाल अहिरवार एवं परिवार के सभी सदस्यों ने जयंती मनाई एवं सभी ने आग्रह किया कि बुद्ध के मार्ग को अपनाकर समस्त जगत का कल्याण करने एवं देश की सेवा में हमेशा आगे रहें। मुन्नालाल अहिरवार ने कहा कि देशहित में सरकार के बताए हुए लॉकडाउन का पालन घर पर रहकर, घर के बाहर हमेशा मास्क पहनकर एवं नियमित किसी भी तरह के साबुन से हाथ धोए, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक-दूसरे से दो गज की दूरी बनाए।
इसी दिन हुई सिद्धार्थ को हुई बुद्धत्व की प्राप्ति
उन्होंने कहा कि तथागत गौतम बुद्ध ने कम उम्र में घर त्यागकर ज्ञान की खोज में निकल गए। आज बुद्ध पूर्णिमा जिसको वैशाख की पूर्णिमा या त्रिविध पावनी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन तथागत बुद्ध का जन्म राजा शुद्धोधन के घर 563 ईसा पूर्व लुम्बनी वन में हुआ था और इसी दिन 35 वर्ष की उम्र में बोधगया में पीपल के वृक्ष के नीचे सिद्धार्थ गौतम बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी और वो बुद्ध बन गए और इसी दिन बुद्ध का 80 वर्ष की आयु में कुशीनगर में खुली प्रकृति में महा परिनिर्वाण हुआ था। इसी दिन इसी पूर्णिमा को पूरी पृथ्वी पर विश्व शांति दिवस के रूप में मनाते है। इस अवसर पर शांति पाठ नेहा अहिरवार ने किया।
संस्था द्वारा कोरोना संक्रमण काल में घर बैठे ही साहित्य-सृजन-रसवर्षण एवं देशभर के कवियों को एक मंच से जोड़ने का यह प्रयास अद्भुत है। ये शब्द मुख्य अतिथि डॉ. रवींद्र शुक्ल झांसी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में व्यक्त किए। अध्यक्षता डॉ. सुधीर शर्मा भोपाल ने की। कार्यक्रम के शुभारंभ में सरस्वती-वंदना डॉ.सुषमा जादौन, भोपाल ने प्रस्तुत की।समापन सत्र में विभिन्न वक्ताओं ने इस ऐतिहासिक कवि सम्मेलन पर अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि संकट समय में कोरोना योद्धाओं पर प्रहार निंदनीय है, वे मानवता के प्रहरी हैं-”वक्त को जिसने न समझा उसे मिटना पड़ा है,क्यों न कितनी बड़ी हो नदी की राह में, हर विघ्न की चट्टान को कटना पड़ा है। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ. सुधीर शर्मा ने कहा,”कविता हृदय से हृदय की यात्रा है,साहित्य ब्रह्मानंद का सहोदर है तथा निश्चित ही कविता कर्मश्रेष्ठ है, जिसमें राष्ट्र-चिंतन है।इसी क्रम में डॉ. रमा सिंह गुना ने इस आयोजन में अखिल भारतीय स्तर के 200 से अधिक साहित्यकारों को जोड़ने के कीर्तिमान की सराहना की,अपने उद्बोधन में प्रचार-प्रमुख,रामचरण”रुचिर”ग्वालियर ने कवरेज में सहभागिता हेतु संपादक-मंडल की महती भूमिका का स्वागत किया-काव्य कर्म ही धर्म है,कवि का हृदयागार।चित्तौड़गढ़ के वरिष्ठ गीतकार रमेश शर्मा ने सभी सहयोगी एवं पदाधिकारियों का धन्यवाद देते हुए कहा-”जब अंधेरा करे युद्ध की घोषणा,आपके द्वार पर दीप जलता मिले।मंच-सलाहकार सूरजमल मंगल ने मंच का ध्येय मनोरंजन नहीं देशभक्ति एवं राष्ट्र का हित-चिंतन बताया।सुरेंद्र सागरजी ने कहा कि सोचा नहीं था कि यह छोटा सा बिरवा वटवृक्ष बन जाएगा। डॉ.केशव शर्मा आगरा ने,”मन के हारे हार आज फिर मन के जीते जीत रे..गाकर रसविभोर किया।थाना प्रभारी दिनेश बिरथरेजी ने मजदूरों पर मार्मिक कविता पढ़ी। इसी क्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.कुंदा जोगलेकर, रेखा भदौरिया, डॉ.सुरेंद्र शर्मा भोपाल, डॉ. कादंबरी आर्य, डॉ.संजय जोशी ग्वालियर, डॉ.अशोक गोयल आदि ने बहुत सुंदर काव्य पाठ कर कार्यक्रम को ऊंचाइयां दीं। कार्यक्रम का सफल संचालन शुभम चौहान,भोपाल ने किया।अंत में आभार प्रदर्शन मंच-संचालक हरिओम शरण शास्त्री ने किया। कार्यक्रम में वी.पी.सिंह जादौन गुना, कवितागुप्ता”काव्या”लखनऊ,वसंत श्रीवास्तव शिवपुरी, हरविलास कोठारी विजयपुर आदि के साथ ही लगभग 200 साहित्यप्रेमियों ने ऑनलाइन रहते अपनी प्रतिक्रियाओं द्वारा साहित्यकारों का उत्साहवर्धन किया।
लायंस नेत्र चिकित्सालय में स्व. मनोज डाबर की पुण्यस्मृति में गुरुवार को निशुल्क नेत्र परीक्षण आयोजित किया गया।चिकित्सालय में स्व. मनोज डाबर की फोटो चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलित किया गया एवं लायंस क्लब व लायनेस क्लब के सदस्यों ने स्व. मनोज डाबर को श्रद्धांजलि अर्पित की। कोरोना वायरस जैसी महामारी के समय और लाॅक डाउन में पैरामेडिकल स्टाफ, पूरी जिम्मेदारी व निष्ठा से अपना कार्य कर रहा है। इसी संदर्भ में लायंस क्लब व लायनेस क्लब ने नेत्र चिकित्सालय के डाॅक्टर व मेडिकल स्टाफ को सम्मानित किया। इस पुण्यतिथि के अवसर पर लायनेस क्लब अध्यक्ष रीटा जैन एवं सीमा पालिया ने हेंडमेड मास्क व फल, बिस्कुट सभी स्टाफ एवं उपस्थित मरीजों को वितरित किए। लायंस अस्पताल में आने वाले मरीजों का कोरोना जैसी महामारी को ध्यान में रखते हुए सैनिटाइजेशन, थर्मल स्केनिंग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। नेत्र चिकित्सालय अपनी स्थापना से लेकर अभी तक निरंतर रूप से नेत्र रोगियों की सेवा कर रहा है और लायंस नेत्र चिकित्सालय में अभी 3 लाख 50 हजार 500 रोगियों का उपचार एवं 2312 कैंपों के माध्यम से 32 हजार 886 मरीजों के सफल मोतियाबिंद आपरेशन कर चुका है। जिनमें अधिकांश ऑपरेशन निशुल्क किए गए हैं। इस दौश्रज्ञन् लायंस क्लब, लायनेस क्लब एवं डाबर परिवार के सदस्य हरीश रतरा, आलोक अग्रवाल, गुलशन डाबर, पार्थ डाबर, रीटा जैन, विजय रतरा, अनिता डाबर, रीटा सडाना आदि उपस्थित रहेे।
गर्मी बढ़ने पर पक्षियों को दाना-पानी उपलब्ध कराने अनिल सेन अनूठी पहल की। उन्होंने अपने जन्मदिन पर अपने गांव में पक्षियों को पानी पीने के लिए नीम के पेड़ पर मिट्टी का पात्र बांधकर मनाया। उन्होंने इस अवसर पर अपने मित्रों व परिजनों से कहा कि गर्मियों में पक्षी हो, गाय सभी को पानी पिलाएं और जीव हिंसा न करने का संदेश दिया। बल्कि मूक पक्षी, जानवर पर दया का भाव रखें। वैज्ञानिक युग में जीवों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं। आज पूरा विश्व करोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इसलिए मनुष्य, पशु पक्षी सभी पर दया करें और सभी को जीने दें।
देशभर में 17 मई तक लॉकडाउन लागू है। नतीजतन कई हिस्सों में वायरस के अलावा अन्य बीमारियों के लिए खून की किल्लत सामने आ रही है। ऐसे में एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने कोरोना संकट की मुश्किल घड़ी में लोगाें को जीवनदान देने रक्तदान किया। इस अवसर पर 41 यूनिट रक्तदान किया गया।
क्षेत्रीय सेवा प्रमुख अशोक अग्रवाल ने बताया कि समय-समय पर डॉक्टर्स, पुलिस, सफाईकर्मी सहित कोरोना संकट में सेवाकार्य कर रहे लोगों को सम्मानित कर उत्साह बढ़ाने का काम हमारे स्वयंसेवकों द्वारा किया जा रहा है। हर जरूरतमंद की मदद एवं भूखे व्यक्ति तक भोजन संघ द्वारा पहुँचाया जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मार्गदर्शन में सेवा भारती गुना एवं स्व.नाथूलाल मंत्री जनकल्याण न्यास के तत्वावधान में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर गौशाला में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर अतिथियों द्वारा शुरू किया गया। इस मौके राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक रामवीर सिंह कौरव, जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके श्रीवास्तव, पूर्व सीएचएमओ डॉ. रामवीर सिंह रघुवंशी, ब्लड बैंक इंचार्ज डॉ. हर्षवर्धन जैन, डॉ. पीएन धाकड़, जन कल्याण न्यास के सचिव दिनेश शर्मा, सेवा भारती अध्यक्ष महेंद्र सिंह संधू, सचिव डॉ. मनोज सिंह रघुवंशी सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे। श्री जैन ने बताया कि कोरोना के संकट में जिला चिकित्सालय के सरकारी ब्लड बैंक में रक्त की कमी न हो इसी को ध्यान में रखते हुए समाजसेवा संस्थाओं द्वारा रक्तदान शिविर लगाए जा रहे है। ऐसे में गुना में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। इसमें स्वयंसेवकों द्वारा भारी संख्या में रक्तदान किया गया।
पुलिस, प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तमाम मेहनत तब जाया हो जाती है जब लोग खुद कोरोना पॉजिटिव होने की बात छिपाकर आम लोगों के बीचे मेल-जोल रखें और दूसरे में भी संक्रमण फैलाने का काम करें। ऐसा ही एक मामला रायसेन के ताजपुर सूर गांव में आया है। जहां भोपाल में रहने वाला सेवानिवृत आरक्षक आया और गांव वालों के संपर्क मे भी रहा। जबकि कोरोना संक्रमण की जांच के लिए उसका सैंपल लिया गया था और दूसरे दिन उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। सांची बीएमओ डॉ. एके माथुर ने बताया कि संपर्क में आए 14 लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है।
यह इसलिए गंभीर घटना है कि जिले में 64 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। इसके चलते जिला पूरे प्रदेश में हाइलाइट हुआ है। आसपास के जिलों के अपनी सीमाओं में रायसेन के लोगों को प्रवेश ही नहीं होने दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला रायसेन के ताजपुर सुर गांव में आया है जहां भोपाल निवासी एक सेवानिवृत्त आरक्षक आया और गांव वालों के साथ संपर्क में रहा, मेहगांव स्थित गेहूं खरीदी केंद्र पर अपने गेहूं की तुलाई कराने भी गया। जब अगले दिन बुधवार की शाम को पता चला की सेवानिवृत्त आरक्षक कोरोना पॉजिटिव निकला है, तो गांव और खरीदी केंद्र पर हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम बुधवार की शाम ताजपुर सुर गांव पहुंची वहां संपर्क में आए लोगों का पता लगाकर 14 लोग चिह्नित किए गए। इन सभी लोगों को रायसेन के उत्कृष्ट विद्यायल में संस्थागत क्वारेंटाइन करा दिया गया। इन सभी लोगों के सैंपल जांच के लिए एम्स में भेजे जाएंगे और उन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रखा जाएगा। यदि इनमें 14 लोगों में किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उन्हें कोविड केयर सेंटर शिफ्ट कर दिया जाएगा।
सेवानिवृत आरक्षक बोला- उसे कुछ नहीं हुआ फिर भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई
कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद सेवानिवृत आरक्षक को चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया गया है। भास्कर से बात कर उन्होंने बताया कि वह हार्ट पेशेंट हैं और बीपी की समस्या है। इसके लिए 4 मई को भोपाल मेमोरियल अस्पताल में दवाई लेने गए थे। उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार कुछ भी नहीं था। इसके बावजूद भी वहां सैंपल ले लिया गया। उसके बाद वे रायसेन स्थित अपने गांव ताजपुर सूर पहुंच गए। वहां गांव वालों से मिले और मेहगांव स्थित गेहूं खरीदी केंद्र पर भी पहुंचे जहां उनका 80 क्विंटल गेहूं तुलाई के लिए पड़ा हुआ है। 6 मई को उन्हें कोरोना पॉजिटिव होने की फोन पर जानकारी मिली।
2 कोरोना मरीज हुए ठीक अभी तक 24 लोग डिस्चार्ज
रायसेन शहर, अल्ली गांव में तेजी से कोरोना का संक्रमण फैला, इससे जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 64 हो गई। इतनी संख्या में मरीज मिलने को लेकर रायसेन को लेकर चिंता बढ़ गई। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम के संयुक्त प्रयासों से कोरोना पॉजिटिव मरीज भी स्वस्थ होकर घर लौट रहे हैं। गुरुवार को फिर कोविड केयर सेंटर से दो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को स्वस्थ होने के बाद घर भेज दिया। इन दोनों की तीसरी रिपोर्ट आने के बाद डिस्चार्ज किया है। अभी तक कोरोना को हराने वाले 24 लोग हैं। इसके अलावा पॉलीटेक्निक कॉलेज में क्वारेंटाइन किए गए दो लोगों की भी रिपोर्ट निगेटिव आई है।
टिफिन सेंटर संचालक परिवार की हर घंटे ली जा रही है रिपोर्ट, अभी तक सभी का स्वास्थ्य बेहतर
शहर के वार्ड नंबर 7 में रहने वाले टिफिन सेंटर संचालक के परिवार को लेकर भी अच्छी खबरें आ रही हैं। घर के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा कोरोना का हराकर घर वापस लौटने नई उम्मीदें जगी हैं। उनके परिवार के दो बहुएं, एक बेटा और 5 छोटे बच्चे जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देश पर नर्सिंग स्टाफ हर घंटे उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने का काम कर रहा है। अभी तक सब का स्वास्थ्य बेहतर बताया जा रहा है। उनके गुरुवार को फिर सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इनके अलावा मासेर गांव में कोरोना के संक्रमण से एक वृद्ध की मौत हो गई थी। उनके परिजनों को भी रायसेन में क्वारेंटाइन कराया गया था। इनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ चुकी हैं।
डिस्चार्ज हुए लोगों को 14 दिन घर में ही रहना होगा
कोरोना के जो मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। इन मरीजों को अभी 14 दिन तक घर में अपने परिवार से दूर रहकर सावधानी रखना होगी। कपड़े, जूते-चप्पल, बिस्तर का उपयोग अलग ही करना होगा। घर पर भी पूरी सावधानी बरतनी होगी।
24 लोग ठीक हो चुके हैं
उमाशंकर भार्गव, कलेक्टर रायसेन के मुताबिक, कोरोना संक्रमण की लड़ाई में हमने पूरी ताकत झोंक दी है। अब इसके अच्छे परिणाम में देखने को मिलने लगे हैं। 24 लोग कोरोना को हरा चुके हैं। बड़ी संख्या में निगेटिव रिपोर्ट आ रही हैं। फिर बहुत सावधान रहने की जरुरत है। जिस भी किसी व्यक्ति को सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार और सांस लेने में तकलीफ हो तो बिना देर किए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी जांच कराएं।
रायसेन में कोरोना के मरीज बढ़ने के बाद जिला प्रशासन ने 26 अप्रैल को कर्फ्यू लगा दिया था, जो 11 दिन से लगातार जारी है। इसमें एक बार 3 मई को ढील दी गई थी। ढील मिलते ही लोग बाजार में बड़ी संख्या में खरीदारी करने के लिए उमड़ पड़े थे। खतरे को भांप कर कलेक्टर 4 मई से कर्फ्यू फिर लागू कर दिया। गुरुवार को कर्फ्यू में ढील मिलने के कारण रामलीला मैदान में सब्जी के ठेले पुलिस और प्रशासन द्वारा व्यवस्थित तरीके से खड़े करवाए गए थे, लेकिन कुछ सब्जी विक्रेताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग तोड़कर बनाए घेरे से हटकर ठेला खड़ा किया तो पुलिस ने उन पर डंडे चलाए।
नहीं ले रहे सबक: रायसेन में कोरोना के 64 मरीज मिल चुके है, इसके बाद भी लोग सबक नहीं ले रहे हैं। कर्फ्यू में छूट मिलते ही लोग बड़ी संख्या में शहर की सड़कों पर आ गए, जिससे संक्रमण फैलने का डर बना रहा।
लॉकडाउन फंसे लोग अपने घरों तक नहीं पहुंच पा रहे है। इसके चलते उन्हें कई तरह की परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है। मुंबई में फंसे यूपी प्रतापगढ़ निवासी पिता और पुत्र बस और ट्रेन बंद होने से अपनी बाइक से घर के लिए निकल पड़े।
जब वे गुरुवार को बरेली की तरफ से आ रहे थे उस समय बाड़ी से महज 3 किमी पहले दुर्घटना ग्रस्त हो गए। हुआ यूं कि सुबह 5 बजे करीब पारतलाई गांव के पास उनकी बाइक सड़क पर लगे मिट्टी के ढेर पर चढ़ गई और उछलकर दूर जा गिरी। घटना इतनी जबर्दस्त थी कि 62 वर्षीय पिता बनवारी लाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 28 वर्षीय पुत्र धर्मेंद्र गंभीर रुप से घायल हो गया। घटना के बाद उन्हें एंबुलेंस से बाड़ी स्थित स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां डॉक्टर ने बनवारी को मृत घोषित कर दिया। जबकि धर्मेंद्र काे वहां भर्ती कर उसका इलाज शुरु कर दिया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
23 अप्रैल की रात भी हो चुका हादसा: इसी सड़क पर एक टोल नाका बनाने के लिए गड्ढे के खोदकर छोड़ दिए गए हैं। 23 अप्रैल को एक ट्रैक्टर चालक को ये गड्ढे दिखाई नहीं दिए और ट्रैक्टर उस गड्ढे में जा गिरा। वहां संकेतक भी नहीं लगाए गए थे।
लापरवाही और धीमी गति से चल रहा है काम
एमपीआरडीसी के तहत दिल्ली की ब्रजगोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी बिनेका से बरेली तक 60 किमी लंबाई वाले एनएच 12 का निर्माण कर रही है। इससे लापरवाही और धीमी गति से कंपनी द्वारा काम किया जा रहा है। जहां और सड़क पर जगह-जगह निर्माण सामग्री डाली हुई है वहीं संकेतक भी नहीं लगाए गए हैं। इसके चलते इस मार्ग सड़क दुर्घटनाएं अधिक हो रही हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार संबंधित ठेकेदार कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। वे जांच की बात जरुर कह रहे हैं।
कुंडाली बम्होरी से आ रहे पति-पत्नी और उनका 2 साल का बच्चा उदयपुरा से 6 किलोमीटर दूर उड़द मऊ सिलवानी रोड पर बाइक के गाय से टकराने से घायल हो गए। इस हादसे नंदकिशोर आदिवासी 30 वर्ष, दिव्या आदिवासी 25 वर्ष और उनका 2 वर्षीय पुत्र वंश आदिवासी घायल हो गया। इसमें पत्नी और बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदयपुरा में प्राथमिक उपचार के बाद तत्काल रायसेन रेफर कर दिया गया। पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुटी है।
पिकअप और बाइक की टक्कर में 2 घायल
गुरुवार को सिलवानी रोड पर पिकअप और बाइक की टक्कर हो गई, इसमें दो लोग घायल हो गए। पिकअप बरेली से उदयपुरा आ रही थी। बाइक पर दो व्यक्ति सवार होकर सिलवाहा जा रहे थे, तभी पिकअप की टक्कर से बाइक सवार घायल हो गए। हादसे में घायल प्रताप सिंह सिलावट और संजू अहिरवार सिलवाहा बरेली के निवासी हैं।
कोरोना वायरस का संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन जिले की सीमा में लॉकडाउन का पालन होते दिखाई नहीं दे रहा है। न तो पुलिस और न ही प्रशासनिक अधिकारी किसी प्रकार की सख्ती कर रहे है।
इस लापरवाही का ताजा उदाहरण गुरुवार को बुद्घ पूर्णिमा के दिन नर्मदा तट के घाटों पर दिखाई दिया। यहां पर बड़ी संख्या में लोगों ने पहुंच कर नर्मदा नदी में स्नान किया। यहां पर सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक लोगों की भीड़ देखी गई। इतनी बड़ी संख्या में लोग नदी तक पहुंच गए, लेकिन किसी भी जिम्मेदारों ने उन्हें रोकने की हिम्मत तक नहीं दिखाई। इस तरह लॉकडाउन में बरती जा रही यह लापरवाही गंभीर स्थिति को निर्मित कर दे, उससे इंकार नहीं किया जा सकता है। जिले भर में कोरोना संक्रमण के 64 मरीज मिल चुके है। इसके बाद भी लोग भी किसी प्रकार का सबक नहीं ले रहे हैं। जबकि धार्मिक, सामाजिक और अन्य सभी कार्यक्रम के लिए एक स्थान पर बड़ी संख्या में लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा हुआ है। फिर लोग नहीं मान रहे आैर संक्रमण का खतरा मोल ले रहे हैं।
2 दिन पहले हुआ था हादसा: 5 मई को सोकलपुर घाट पर डूबे थे तीन युवक
नर्मदा नदी के सोकलपुर घाट पर दो दिन पहले 5 मई को तीन युवक नहाते समय डूब गए थे। तीन युवक आपस में रिश्तेदार थे, जो थाला दिघावन और रमखिरिया गांव से सोकलपुर में एक तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए थे और वे नर्मदा नदी में नहाते समय हादसे का शिकार हो गए थे।
लोग बोले- आते जाते किसी ने नहीं रोका
सिलवानी तहसील के सियरमऊ गांव के रहने वाले रामकिशोर आदिवासी ने बताया कि वह अपने साथी के साथ बाइक से सुबह 5 बजे निकले थे और 6.30 बजे नर्मदा के बौरास घाट पर आ गए, लेकिन रास्ते में उन्हें आते जाते किसी ने नहीं रोका।
महामाया चौक स्थित जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की रायसेन शाखा कंटेनमेंट एरिया में आने से बंद पड़ी है, जिससे इस बैंक में जिन किसानों का खाता है, उन किसानों का भुगतान अटक गया है, वे अपने भुगतान के लिए परेशान हो रहे है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी किसानों की समस्या का कोई निराकरण नहीं हो पाया है।
महामाया चौक पर रहने वाले टिफिन संचालक के दो बेटों की मौत के बाद इस एरिया को कंटेनमेंट एरिया में शामिल कर प्रशासन ने उसके रास्ते को सील कर रखा है। इसी स्थान पर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की रायसेन शाखा है, जिसमें करीब 6 हजार से अधिक किसानों के खाते हैं, जो किसान अपना गेहूं सोसायटी बेचते जा रहे है, उनका भुगतान खातों में पहुंच रहा है, लेकिन बैंक बंद होने से किसान राशि नहीं निकाल पा रहे है। यह बैंक 26 अप्रैल से बंद चल रही है। ऐसी स्थिति में किसानों को अपनी राशि निकलना तक मुश्किल हो गया है।
बैंक बंद होने से नहीं निकाल पा रहे राशि
किसान चैन सिंह मीणा, विष्णु मीणा, करोड़ीलाल मिरैया, खेमचंद लोधी और भीकम सिंह मीना ने बताया कि गेहूं बेचे 15- 20 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। खाते में राशि आने का मैसेज भी आ गया है, लेकिन रायसेन के महामाया चौक स्थित सहकारी बैंक कंटेनमेंट एरिया में आने से बंद पड़ी है, इस कारण उनका भुगतान अटक गया है। जबकि उन्हें लोन व अन्य जरुरतों की पूर्ति के लिए राशि की आवश्यकता है।
सोमवार तक बैंक खुलने की है उम्मीद
- बुंदेल सिंह चंदेल, शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक रायसेन के मुताबिक, महामाया चौक पर कोरोना पॉजिटिव दो मरीजों की मौत होने के बाद बैंक का एरिया कंटेनमेंट एरिया में आ गया था, इस कारण यहां पर बैंक में लेन देन बंद करना पड़ा है। ऐसी उम्मीद है कि सोमवार तक कंटेनमेंट एरिया से यह क्षेत्र मुक्त हो जाएगा। बैंक खुलने पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करातेे हुए किसानों को भुगतान करने की व्यवस्था की जाएगी।
गुरुवार को जिला पंचायत सीईओ ने औचक निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने लाखों की लागत से बनाये जा रहे गौशाला भवन के निर्माण कार्य मे गड़बड़ी पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही गढ़ी में स्थित पुराने तालाब के जीर्णोद्धार एवं प्राथमिक शाला में किचिन शेड निर्माण के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सीईओ अवि प्रसाद ने जनपद क्षेत्र में औचक निरीक्षण के दौरान आरईएस द्वारा बनाये जा रहे लगभग 30 लाख रु लागत के गोशाला भवन का निरीक्षण किया। निरीक्षण में सीईओ को निर्माण कार्य में गड़बड़ी मिली। तथा निर्माण में उपयोग होने वाली सामग्री गुणवत्ताहीन पाई गई। मौके पर मौजूद आरईएस के अधिकारियों को निर्माण की जांच कर जांच प्रतिवेदन भेजने एवं निर्माण कार्य मे सुधार के निर्देश दिए। गौशाला में सेवा दे रहे संचालक इंद्रेश कुमार दीक्षित ने सीईओ को गोशाला के संचालन के बारे में विस्तार से बताया। तथा लॉकडाउन में गौशाला संचालन में आ रही परेशानियों से अवगत कराया। उन्होंने गौशाला में पल रही गायों के लिए भूसा चारे की राशि की मांग की। सीईओ ने गढ़ी में पूर्व से निर्मित प्राचीन तालाब का निरीक्षण किया। तथा मनरेगा से राशि स्वीकृत कराकर तालाब के जीर्णोद्धार के निर्देश दिए। इसके अलावा गढ़ी के देवनारायणगढ़ प्राथमिक शाला में ड्राइंग किचिन शेड निर्माण,देवनगर में मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित पुल के नीचे पुलिया बनाने के निर्देश भी दिए। इस दौरान जनपद पंचायत सीईओ एसएल कुरैले, आरईएस के एसएडीओ प्रवीण ठाकरे, एसडीओ सुभाष गोस्वामी सहित अन्य अफसर मौजूद रहे।
नगर के फुटवियर विक्रेता यूनियन ने एक ज्ञापन विधायक लीना जैन और व्यापार महासंघ के अध्यक्ष मनोज डागा को ज्ञापन सौंपा और बोले जूतों से कोरोना संक्रमण नहीं फैलता। जैसे दूसरी दुकानें खुल गईं उसी तरह हमारी भी खुलवाई जाएं।
फुटवेयर संघ के अध्यक्ष गगन दुबे ने बताया की नगर में सभी फुटवियर विक्रेताओं ने अपनी-अपनी दुकानें 22 मार्च से शासन प्रशासन के निर्देश अनुसार बंद कर रखी हैं। शासन के दिशा निर्देशों का पालन भी कर रहे हैं। परंतु इस व्यापार को करने वालों में 80 फीसदी लोग गरीब तबके के हैं। पिछले डेढ़ माह से जारी लॉकडाउन के कारण आर्थिक रूप से परेशानी का सामना करने लगे हैं। इस साल फरवरी में ग्रीष्मकालीन सीजन को देखते हुए व्यापारियों ने भरपूर स्टाक रख लिया था। वह स्टाक बिक्री न होने के कारण खराब होने लगा है।
इन दिनों कोरोना वायरस से बचाव के लिए प्रशासन अपने स्तर पर हर संभव प्रयास कर रहा है। वहीं व्यापारी भी जागरुक होकर सोशल डिस्टेंस का ध्यान रखते हुए अपना व्यापार कर रहे हैं। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। इसलिए बाजार खुलते ही गुरुवार को सर्राफा दुकानों पर भी भीड़ देखी गई। लेकिन यहां पर अधिकतर व्यापारियों ने सोशल डिस्टेंस का पूरा ध्यान रखा ताकि नगर में कोरोना वायरस की दस्तक नगर में न हो सके। पूर्व अध्यक्ष एवं सराफा व्यापारी महेंद्र कुमार सोनी ने बीमारी के बचाव हेतु एवं लोगों को जागरूक करने के लिए अपने चैनल गेट लगाकर व्यापार कर रहे हैं उन्होंने बताया कि इन दिनों बीमारी के चलते लोगों को शादी कार्यक्रमों के लिए आभूषण एवं अन्य कार्य करना है इसके चलते दुकान पर ग्राहकों का आना जाना है। मगर उन लोगों को जागरूक एवं दूर रहकर हाथों में सैनिटाइजर का उपयोग कर रहे हैं जिससे कि हमारे नगर में बीमारी प्रवेश न कर सके। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बाहर दो कर्मचारी लगा रखे हैं साथ ही कैमरों से भी निगरानी की जा रही है।
मेहर समाज जागृति मंच ने बांटी राहत सामग्री
बुधवार को मेहर समाज जागृति मंच के अध्यक्ष मनोहर मेहरा ने सलामतपुर क्षेत्र के लगभग 50 गरीब लोगों में राहत सामग्री का वितरण किया। नगर के राजीव नगर, सलामतपुर, रातातलाई में गरीब वृद्ध व विकलांगों लोगों को कच्चा राशन आटा, चावल, दाल, शकर, चाय पत्ती, मीठा तेल, धनिया, मिर्च, हल्दी, साबुन, मास्क आदि का वितरण किया। राहत सामग्री वितरण के समय एक दूसरे से दूरी बनाते हुए सोशल डिस्टेंस का भी पालन कराया। इस दौरान उन्होंने लोगों से कहा कि घरों में रहें मास्क और रूमाल का प्रयोग हमेशा करें। सेनेटाइजर या साबुन से हाथ धोएं व सरकार के आदेशों का पालन करें। राहत सामग्री वितरण कार्यक्रम में तुलसीराम मेहरा, सुरेंद्र मेहरा (बब्लू), चक्रेश जैन, हरि मेहरा, उमेश मेहरा, विजय परिहार, उमाशंकर शर्मा सलाम मंसूरी, हरिसिंह मीणा सहित आदि लोग उपस्थित थे।
किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय मजदूर महासंघ ने एसडीएम व स्टेट बैंक शाखा प्रबंधक को अलग अलग मांग पत्र सौंप कर मांग पत्र में वर्णित किसानों की मांगों का निराकरण किए जाने का आग्रह किया। स्टेट बैंक व एसडीएम कार्यालय पहुंचे,किसान महासंघ के पदाधिकारियों ने मांग पत्र में उल्लेख किया कि तहसील में चना व मसूर उपज के 7 उपार्जन केंद्र खोले जाएं ताकि इन उपार्जन केंद्रों पर किसान अपनी फसल की तुलाई करा सके।
सिलवानी तहसील में चना का रकबा अधिक है, इस कारण 7 उपार्जन केंद्र प्रारंभ किए जाएं। गेहूं उपार्जन केंद्रों पर बड़े किसानों के पास गेहूं तुलाए जाने के एसएमएस नहीं आ रहे है जबकि छोटे किसानों के पास एसएमएस आ रहे है बड़े किसानों के पास भी एसएमएस डाले जाए। खरीफ फसल बीमा वर्ष 2018 की राशि राष्ट्रीयकृत बैंकों में आ चुकी है जबकि जिला सहकारी बैंक की शाखा में बीमा राशि नहीं आई है। शीघ्र ही जिला सहकारी बैंकों की शाखाओं में बीमा की राशि जमा कराई जाए। कुछ किसान एेसे है जिनके द्वारा गांव के पास के गेहूं उपार्जन केंद्र पर गेहूं तुलाए जाने का पंजीयन कराया गया था लेकिन प्राप्त हो रहे एसएमएस गांव से कई किलो मीटर दूर बनाए गए उपार्जन केंद्र में गेहूं की तौल कराए जाने के एसएमएस आ रहे है। पंजीयन अनुसार एसएमएस दिए जाए। शासन ने कोरोना वायरस को लेकर सभी बैंकों की ऋण की राशि की वसूली स्थगित कर दिए जाने की घोषणा की जा चुकी है,लेकिन जिला सहकारी बैंक की सिलवानी शाखा के द्वारा किसानों से ऋण राशि वसूली जा रही है। गेहूं खरीदी केंद्रों पर किसानों से गेहूं खरीदी की 50 प्रतिशत राशि काटी जा रही है। किसानों के द्वारा खाद, बीज क्रय किए जाने के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से बीते सालों में ऋण लिया गया था। उस ऋण की राशि का समायोजन किया जा रहा है किसानों मांग पत्र में ऋण राशि की वसूली को तत्काल ही स्थगित किए जाने की मांग की है।
कोरोना महामारी के बीच चल रहे लॉकडाउन में परिवहन की सेवाएं पूरी तरह से बंद है, ऐसे में अति आवश्यक काम के लिए जाने के लिए शासन प्रशासन स्तर पर आने जाने की कोई व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई है। ऐसे में निर्धन तबके के लोगो को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसा ही एक मामला गुरूवार को सामने आया है जब एक कैंसर पीड़ित मरीज ने अपना इलाज कराने 125 किमी की यात्रा साइकिल से प्रारंभ कर दी। हालांकि रास्ते में समाजसेवियों को जानकारी मिलने पर उसे वाहन उपलब्ध कराया गया। मुख्यालय गैरतगंज से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम करहौला के निवासी राकेश यादव 40 वर्ष लंबे समय से मुंह के कैंसर से पीड़ित है। उनका भोपाल के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज चल रहा है। देश में चले रहे लॉकडाउन के खुलने की आस लिए बैठे लंबे समय से इंतजार कर रहे राकेश को जब आवागमन सेवाएं प्रारंभ होते नही दिखी तो उसने खुद के इलाज के लिए भोपाल जाने का मन बनाया।
और स्वयं की साइकिल से यात्रा प्रारम्भ कर दी। राकेश की माली हालात ठीक नही है कैंसर से जूझ रहे राकेश के परिवार में पत्नी समेत 4 बेटियां एवं 1 बेटा है। वर्तमान में आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। ऐसे में उसने अपने इलाज के लिए ऑनलाइन ई पास तो हासिल कर लिया। लेकिन भोपाल तक जाने के लिए प्राइवेट वाहन व्यवस्था में खर्च करने की उसकी स्थिति नही थी। ऐसे में उसने ग्राम करहौला से भोपाल स्थित अस्पताल तक लगभग 125 किमी की यात्रा साइकिल से ही तय करने की ठानी।
गुरुवार को अपने घर से साइकिल पर एक बैग एवं पानी की बोतल बांधकर घर से निकल पड़ा। राकेश ने अभी 25 किमी का सफर ही तय किया था कि रास्ते में नगर के समाजसेवियों नवीन व्यास, राम माहेश्वरी, जितेन्द्र मालवीय, राकेश गौर, राजेश श्रीवास्तव, हर्ष मेडिकल के संचालक शैलेष श्रीवास्तव एवं पैथोलॉजी के संचालक अमित श्रीवास्तव को पूरे मामले की जानकारी का पता चला। तो उन्होंने राकेश की हर संभव मदद की। भोपाल जाने के लिए राकेश को चार पहिया वाहन उपलब्ध कराया।
संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रशासन के द्वारा की जा रही तमाम कोशिशें नाकाम साबित होते दिखाई दे रही हैं। आम जनता को प्रशासनिक अफसर और पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क लगाकर खरीदारी करने की समझाइश अनाउंस करके दी जा रही है लेकिन इस समझाइश का असर लोगों पर दिखाई नहीं दे रहा है। यदि ऐसे में संक्रमण बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
इन दिनों प्रशासन धीरे-धीरे करके बाजार खोलने के लिए छूट दे रहा है ताकि लोगों को परेशानियों का सामना न करना पड़े लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रही है जिसका खामियाजा प्रशासनिक अफसरों के साथ पूरे नगर को भुगतना पड़ेगा। गुरुवार को बाजार जैसे ही छूट की अवधि में बाजार खुला तो ऐसा लग रहा था कि मानों होली दीवाली जैसे त्योहारों की खरीदारी चल रही हो। यही नहीं प्रशासन ने शराब दुकान खोलने के भी आदेश दे दिए हैं जिसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। जहां पिछले 45 दिनों में एक भी अपराध नहीं हुआ वहां गुरुवार को ही एक दिन में 10 अपराध दर्ज हो गए। जिसका सबसे बड़ा कारण शराब है। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर आम जनता गंभीर होती हुई नहीं दिख रही है।
गंभीरता प्रतिदिन खुलने वाले बाजार में बड़ी मात्रा में लोगों की भीड़ देखी जा रही है, वहीं प्रत्येक दुकान पर ग्राहक भीड़ की शक्ल में एकत्रित हो जाते हैं। जिसके कारण प्रशासन को सोशल डिस्टेंस बनाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर दुकानदार भी अपनी दुकान पर बढ़ने वाली ग्राहकों की भीड़ को लेकर किसी प्रकार की न तो समझाइश दे रहे न ही सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहे और तो और न स्वयं और दुकान के कर्मचारी मास्क का उपयोग कर कर रहे हैं। विगत तीन दिनों से देखने मे आ रहा है कि बाजार में अचानक से ग्राहकों की भीड़ कुछ इस तरह बढ़ गई हो कि आने वाले दिनों में कोई त्योहार आने वाला हो बाजार में इस बड़ी हुई भीड़ को नियंत्रण करने के लिए प्रशासन के द्वारा नगर के मुख्य बाजार को पूरी तरह बैरिकेड लगाकर बंद तो कर दिया है लेकिन आज आम जनता में जागरूकता के अभाव में प्रशासन की जाने वाली कार्यवाही पर पानी फिरते हुए देखा जा रहा है। जिसके संबंध में प्रशासन के द्वारा सोशल डिस्टेंस एवं बाजार में बढ़ने वाली भीड़ को लेकर सख्त कदम उठाते हुए नई रूपरेखा तैयार की गई है, पुलिस ने नगर परिषद से 20 से 30 कर्मचारियों की मांग की है। प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि लगभग 60 नगर सुरक्षा समिति के जवान इतना ही पुलिस बल एवं नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा अब कड़ाई से सोशल डिस्टेंस का पालन करवाया जाएगा।
एक ही दिन में 10 प्रकरण मारपीट के दर्ज
5 मई से खुलने वाली शराब दुकान के साथ ही 10 से अधिक लड़ाई झगड़े के प्रकरण थाने में दर्ज किए गए हैं। थाना प्रभारी कुंवर सिंह मुकाती ने बताया कि शराब दुकानों खुलने के कारण अपराधों में इजाफा हुआ है। मंगलवार को दस मुकदमे लड़ाई झगड़े के दर्ज किए गए। वही जब तक शराब दुकान बंद थी तब तक थाना बरेली में लड़ाई झगड़े के मुकदमे नहीं आए थे। वही एक किसान के द्वारा अपने साथ हुई मारपीट एवं पैसे छुड़ाने की शिकायत भी दर्ज कराई गई है।
बाहर से शटर बंद कर अंदर से कर रहे व्यापार
छूट की अवधि के दौरान कई दुकानदार ऐसे थे जहां न तो सोशल डिस्टेंस का पालन हो रहा था न ही उन्होंने ग्राहकों की सुविधा को लेकर व्यवस्था की थी। जिसको लेकर प्रशासन ने ऐसे दुकानदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना शुरू कर दी। यही नहीं अफसरों की नजर दुकानों पर न पड़े इसके लिए बाहर से दुकान बंद कर अंदर व्यापार कर रहे थे। जानकारी लगने पर तहसीलदार राजीव कहार, थाना प्रभारी, कुंवर सिंह मुकाती, नायब तहसीलदार सौरभ मालवीय दल बल के साथ पहुंच और संबधितों पर कार्रवाई की। इस दौरान करीब एक दर्जन दुकानदारों पर अफसरों ने कार्रवाई की। दुकानदार सामने की शटर बंद कर साइट की शटर से एक साथ दुकान में 10, 12 लोगों को अंदर कर व्यापार कर रहे थे जिन पर तहसीलदार राजीव कहार ने 188 की कार्रवाई करवाई। इसके अलावा थाने के सामने लगभग 100 से अधिक बाइक चालकों को रोककर डबल, त्रिपल बैठी हुई देखा तो वाहन थाने में रखवाकर सभी को पैदल यात्रा करवाई।
गत दिवस घाट पिपरिया उपार्जन केंद्र से आने वाला अनाज का ट्रक जो जेके वेयर हाउस में खाली होने था। गाड़ी खाली होने से पहले गाड़ी का वजन तौला जाता है। जब इस गाड़ी की तौल की गई तो वजन में लगभग ढाई क्विंटल गेहूं कम निकला। जिसको लेकर समिति प्रबंधक ने एसडीएम, कलेक्टर एवं नापतोल विभाग को शिकायत की गई थी। वही कांटे में गड़बड़ी की शिकायत के चलते जिला नापतोल अधिकारी राजीव सचदेवा सहित टीम के सदस्यों नो जेके वेयरहाउस के कांटे की जांच की गई जांच के दौरान कांटे में किसी प्रकार की कोई कमी नहींं पाई गई। नापतौल विभाग के अफसरों ने जांच के बाद कांटे को सही ठहराया।
वेयर हाउस संचालक का कहना है कि हमारे धर्म कांटे में कोई गड़बड़ी नहीं है हमने वेयरहाउस में नया कांटा लगवाया है जिस का सत्यापन पूर्व में भी नापतौल इंस्पेक्टर द्वारा किया जा चुका है किसी और धर्म कांटे से तुलना करना एवं उसके आधार पर यह कहना कि जेके वेयरहाउसिंग का धर्म कांटा में गड़बड़ी है यह गलत है हमें किसी के धर्म कांटे को गलत सिद्ध करने का कोई अधिकार नहीं है। अगर धर्म कांटे में गड़बड़ी समझ आती है तो शासन द्वारा उसकी जांच करा ली जाए सच्चाई सामने आ जाएगी।
दरअसल विगत दिवस घाट पिपरिया सोसाइटी से लाए जाने वाले गेहूं अधिक मात्रा में मिट्टी मिली होने के कारण जेके वेयरहाउसिंग मैनेजर द्वारा गोदाम में रखने से रिजेक्ट कर दिया था साथ ही इसकी जानकारी मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कापोर्रेशन शाखा प्रबंधक बरेली अनिल तिवारी, नागरिक आपूर्ति निगम सेक्टर इंचार्ज आरके पाटीदार को गई थी। जिसके बाद से ही समिति प्रबंधक संचालक पर कम गेहूं रखवाने का दबाव बना रहे थे। इस सबंध में नागरिक आपूर्ति अधिकारी आर के पाटीदार ने बताया कि जेके वेयरहाउस के द्वारा घाट पिपरिया से आया एक गाड़ी माल में अधिक मिट्टी की शिकायत की गई थी जिसके आधार पर घाट पिपरिया का एक गाड़ी माल रिजेक्ट कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
गेहूं उपार्जन केन्द्र ध्वाज पर तौल कांटे और एसएमएस की संख्या बढ़वाने के लिए जय किसान शक्ति ने एसडीएम संजय उपाध्याय को सौंपकर व्यवस्थाएं कराने की मांग की है।
ज्ञापन में कहा गया है कि गेहूं उपार्जन केन्द्र एलएसएस बेगमगंज के द्वारा ग्राम ध्वाज केन्द्र क्र. 1 व 2 पर उपार्जन कार्य चल रहा है लेकिन दोनों केन्द्रों पर तोल कांटे कम होने के कारण से तुलाई समय पर नहीं हो पा रही है साथ ही केन्द्र पर प्रभारी द्वारा किसानों को आने वाले एसएमएस कम कर दिए जाते है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि समय पर किसानों की उपज की तौल नहीं हो पाएगी। उपार्जन का कार्य 25 मार्च के स्थान पर 15 अप्रैल से प्रारंभ हो पाया है इस प्रकार लगातार एसएमएस कम करवाने से कई किसानों का गेहूं उपार्जन में नंबर ही नहीं आ पाएगा और समय सीमा पूर्ण हो जाएगी। दूसरी ओर बेमौसम बारिश ने भी किसानों को चिंता में डाल दिया है। ज्ञापन में मांग की गई है कि ध्वाज उपार्जन केन्द्र पर तौल कांटे बढ़वाए जाएं ताकि किसानों की उपज जल्द तुल सके ओर एसएमएस की संख्या बढ़ाई जाए। ज्ञापन सौंपने वालो में बालगिरी गोस्वामी, डा. रवि शर्मा, सौरभ शर्मा, लाल साहब यादव, ओमकार सिंह, प्रदीप करोलिया सहित अन्य लोग शामिल है।
कोरोना वायरस संक्रमण का असर वन विभाग के कार्यों पर भी पड़ रहा है। जिसके चलते अभी तक तेंदूपत्ता तोड़े जाने का कार्य प्रारंभ नहीं हो सका है। जबकि प्रत्येक वर्ष मई माह के प्रथम सप्ताह में ही तेंदुपत्ता तोड़े जाने का कार्य प्रारंभ हो जाता था। बताया जा रहा है कि वन विभाग सिलवानी की पूर्व तथा पश्चिम रेंज में प्रतिवर्ष करीब 10 हजार मजदूर जंगल से तेंदुपत्ता तोड़ने का कार्य करते है।
करीब 50 लाख तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जाता है। बीते साल 5 मई से पूर्व व पश्चिम रेंज में तेंदुपत्ता तोड़े जाने का कार्य मजदूरों के द्वारा प्रारंभ कर दिया गया था, लेकिन इस वर्ष मई माह का एक सप्ताह गुजर चुका है बावजूद अभी तक वन विभाग के द्वारा तेंदूपत्ता तोड़े का कार्य ही प्रारंभ नहीं किया गया है। न ही तेंदूपत्ता क्रय करने वाले ठेकेदारों का ही आना हो सका है। वन विभाग सूत्रों के मुताबिक करीब 10 हजार मजदूर तबके के लोग जिनमें महिलाएं भी शामिल है, प्रतिवर्ष जंगल से तेंदूपत्ता तोड़े जाने का कार्य करते है, पत्ता की गिड्डी बना कर वन समितियों के द्वारा तय फड़ पर प्रतिदिन तेंदूपत्ता दिए जाने का कार्य करते है। लेकिन इस वर्ष अभी तक तेंदूपत्ता तुड़ाई का कार्य प्रारंभ नही हो सका है। जिससे मजदूर परेशान हो रहे है
दीवानगंज निवासी मनोज अग्रवाल ने सलामतपुर थाने में 6 मई को एक शिकायत आवेदन दिया था। जिसमें बताया गया है कि उपेंद्र गौतम पिता राज नारायण गौतम निवासी वार्ड नंबर 9 रायसेन ने मेरे नाम का उपयोग करते हुए एक काल्पनिक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
वीडियो में एक व्यक्ति को जो शराब पिए हुए है को मनोज अग्रवाल बताया गया है कि यह वही मनोज अग्रवाल है जिसे कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया गया है। जबकि वीडियो में जो व्यक्ति दिख रहा है वह में नहीं कोई और है। उपेंद्र गौतम द्वारा मेरा अपमान किया गया है व उक्त वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत सारे लोगों को वायरल किया गया है। पुलिस ने मनोज अग्रवाल की शिकायत पर रायसेन वार्ड नंबर 9 निवासी उपेंद्र गौतम पर अपराध क्रमांक 73/20 धारा 188, 500 आईपीसी के तहत दर्ज कर जांच में लिया है। गौरतलब है कि विगत दिनों मध्यप्रदेश में राजनीतिक उठापटक के चलते कांग्रेस सरकार में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी ने अपने पद से इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी। जिसके चलते डॉ. प्रभुराम के खास समर्थकों में गिने जाने वाले मनोज अग्रवाल दीवानगंज ने भी सांची कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उसी कारण कुछ दिन पूर्व कांग्रेस पार्टी द्वारा इनका निष्कासन किया गया था। इन्ही बातों को आधार मानते हुए उपेंद्र गौतम ने फर्जी वीडियो वायरल कर मनोज अग्रवाल की छवि धूमिल की है।
मामला दर्ज किया है
रमेश रघुवंशी, थाना प्रभारी सलामतपुर के मुताबिक, मनोज अग्रवाल ने रिपोर्ट की थी कि सोशल मीडिया पर इनका एक काल्पनिक वीडियो वायरल किया जा रहा है। मामले की जांच कर रायसेन निवासी उपेंद्र गौतम पर धारा 188, 500 आईपीसी का मामला दर्ज किया है।
मेरा अपमान किया गया
मनोज अग्रवाल, पीड़ित दीवानगंज के मुताबिक, रायसेन निवासी उपेंद्र गौतम द्वारा मेरा अपमान किया गया है। और उक्त काल्पनिक वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से कई जगह वायरल कर दिया है। जिससे मेरी छवि धूमिल हो रही है। इस पर कड़ी कार्रवाई होना चाहिए।
कियोस्क संचालक के द्वारा ग्राहकों को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण कर कोरोना से बचाव किए जाने को लेकर जागरूक किया गया। गांधी चौक के पास कियोस्क का संचालन करने वाले फहीम मंसूरी, टीआई आशीष धुर्वे व एसआई आरती धुर्वे के हाथों कियोस्क सेंटर पर आने वाले ग्राहकों को मास्क व सैनिटाइजर का वितरण कराया गया। कियोस्क संचालक फहीम मंसूरी ने बताया कि सेंटर पर आने वाले ग्राहकों को कोरोना को लेकर जागरूक किया जा रहा है। ग्राहकों के हाथों को सैनिटाइज भी किया जा रहा है। टीआई ने लोगों सोशल डिस्टेंस का पालन किए जाने,घर के अंदर रहने, मास्क लगाने आदि के लिए जागरूक किया। इस अवसर पर रंजीत परमार, अंसार मंसूरी, सौरभ चौहान, सिक्योरिटी गार्ड रंजीत सोनी उपस्थित रहें।