बीकानेर शहर की आबादी 7.50 लाख के आसपास है। एक घर में औसत तीन से चार मोबाइल है। शहर की आबादी तकरीबन 10 से 12 वर्ग किलोमीटर है। कोरोना महामारी का प्रकोप भी कम नहीं है। इससे बचने के लिए सरकार ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड कर स्वयं का परीक्षण करने का आग्रह किया ताकि आसपास रहने वाले लोगों को यह पता लग सके कि उन से कितनी दूरी पर कोरोना वायरस से संक्रमित लक्षण वाले लोग हैं।
लेकिन बीकानेर शहर में करीबन 88000 लोगों ने यह एप डाउनलोड किया लेकिन स्व परीक्षण करने वाले लोग 4000 के आसपास ही हैं। यानी स्थिति स्पष्ट है कि लोगों ने एप डाउनलोड तो कर लिया लेकिन उसमें स्वयं के लक्षणों की स्थिति अपडेट नहीं की जिससे सही आंकड़े सरकार और प्रशासन के सामने नहीं आ पा रहे हैं। शहर में अधिकृत रूप से तीन कोरोना वायरस रोगी ऐप में दर्शाई जा रहे हैं लेकिन करीब 150 लोग ऐसे भी बता रहे हैं जिनमें कोरोना के लक्षण साबित हो रहे हैं। मोबाइल नंबर से आधारित जुड़े एप पर जिन लोगों पर यह लक्षण शो हो रहे हैं स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन तुरंत इनसे संपर्क करता है और इनके लक्षणों की जांच करता है अगर उनमें आंशिक लक्षण भी पाए गए तो उनको तुरंत क्वारेंटाइन किया जाता है पर हैरान करने वाली बात यह है कि अभी जितने लोगों ने एप डाउनलोड किया है उसमें सम परीक्षण करने वाले लोग 4% के आसपास हैं जो बहुत कम आंकड़ा है। इसकी कई अलग-अलग वजह है कुछ लोग मानते हैं कि यदि परीक्षण में उन्होंने कुछ लक्षण शो किए तो उन्हें करंट एंकर दिया जाएगा और वह तथ्यों को छुपाते हैं।
सीएमएचओ डॉ.बीएल मीणा ने बताया कि जो पॉजिटिव पाए जाते हैं और अगर उनके पास एंड्राइड मोबाइल है तो हम खुद उनके मोबाइल में यह एप डाउनलोड करते हैं ताकि उनके करीब आने वाले लोग सावधान हो जाएं जो क्वारेंटाइन होते हैं उन्हें भी ऐसा करने के लिए कहा जाता है लेकिन जिनके पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं होते वह एप से दूर रहते हैं इसलिए आंकड़ों में आंशिक फेरबदल संभव है। ऐप में जो भी अपने लक्षण संदिग्ध घोषित करता है हम तुरंत उसकी पड़ताल करते हैं।
जो क्वारेंटाइन या पॉजिटिव उन्होंने भी डाउनलोड नहीं किया एप इसलिए आंकड़े पुष्ट नहीं
हैरान करने वाली बात यह है कि जिस आरोग्य सेतु एप के मार्फत सरकार कोरोनावायरस से संक्रमित आंशिक लक्षण वाले लोगों को पहचानना चाहती है उसके सही आंकड़े एप पर शो नहीं हो रहे हैं खुद चिकित्सा अधिकारी मानते हैं कि जो लोग अधिकृत रूप से कोरोना वायरस हो चुके हैं और जितने भी लोगों को क्वारेंटाइन किया गया है उन सारे लोगो ने भी एप डाउनलोड नहीं किया क्योंकि उनके पास एंड्राइड मोबाइल नहीं है यह एप एंड्राइड मोबाइल में ही डाउनलोड किया जा सकता है इस वजह से इस एप का शत प्रतिशत फायदा नहीं मिल रहा लेकिन जो लोग जागरूक हैं वह इसका सही इस्तेमाल कर खुद का बचाव कर रहे हैं।
कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में उपेक्षित हुई संबल योजना को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोबारा प्रारंभ कर दिया है। साथ ही इस योजना के रद्द कार्ड को भी एक्टिव कर दिया। मंगलवार को संबल योजना से जुड़े असंगठित मजदूरों के खाते में 41 करोड़ 33 लाख रुपए एक क्लिक में डाले गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सिर्फ योजना नहीं, गरीबों का सहारा है। उन्हाेंने बताया कि योजना से जुड़े बच्चे 12वीं में सर्वाधिक अंक लाएंगे, उन्हें 30-30 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। कक्षा 12वीं के बाद उच्च संस्थानों आईआईटी, आईआईएम, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश होने पर उनकी फीस की व्यवस्था भी सरकार करेगी। विश्वविद्यालयीन राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता में भाग लेने वालों को भी 50 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसके बाद हितग्राहियों से बात की। इनके खाताें में दाे-दाे लाख रु. दिए गए।
हमीदिया अस्पताल में जिम्मेदाराें की लापरवाही के कारण यहां आने वाले अन्य मरीज और उनके परिजनाें काे काेराेना का संक्रमण हाेने का खतरा बढ़ गया है। वजह- काेराेना संदिग्ध मरीजाें के आसपास माैजूद रहने वाले स्टाफ द्वारा उपयाेग की गई पीपीई किट के डिस्पोजल में प्रोटोकॉल का पालन न होना। हमीदिया अस्पताल
परिसर में कचरे के ढेरों पर और उनके आसपास ये पीपीई किट पड़ी हुई देखी जा सकती हैं। उपयाेग के बाद
इस किट काे बायाे मेडिकल वेस्ट के प्राेटाेकाॅल के तहत डिस्पोज करने के निर्देश हैं, ताकि इससे संक्रमण का खतरा न रहे। लेकिन, स्टाफ की लापरवाही का अालम यह है कि वे पीपीई किट जहां-तहां उतारकर फेंक रहे हैं।
हमीदिया में किसे कितनी किट
प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो कार्रवाई होगी
-डाॅ. एके श्रीवास्तव, डीन, जीएमसी के मुताबिक,पीपीई किट पहनने व उतारने के लिए स्थान तय किए हैं। उतारी गई किट काे डिसइन्फेक्शन के बाद बैग में डालने का प्रशिक्षण भी दिया गया है। फिर भी काेई इसका पालन नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर और भोपाल के अलग- अलग इलाकों से पैदल डिंडोरी के लिए निकले 24 मजदूरों को रायसेन जिले की सीमा पर बंगरसिया के पास पुलिस ने राेक लिया। इन मजदूराें काे क्वारेंटाइन सेंटर भेजने के बदले पुलिस की गाड़ी इन्हें कोलार के दानिशकुंज में काॅलोनी के बीच खाली मैदान में छोड़ कर चली गई। लाॅकडाउन के बीच रात नौ बजे अचानक अनजान मजदूरों की भीड़ लगी देख स्थानीय रहवासियों ने कोलार पुलिस और जिला प्रशासन के अफसरों को सूचना दी। पूछताछ में पता चला कि इनमें आठ मजदूर इंदौर से आ रहे हैं और रास्ते में उन्हें किसी ने भी नहीं रोका-टोका। इंदौर से आ रहे इन आठ मजदूरों सहित करीब 12 मजदूरों को एडवांस मेडिकल कालेज के क्वारेंटाइन सेंटर में भेज दिया गया और शेष को कोलार में उनके घर पर भेज दिया गया। हफ्ते भर में यह चौथी घटना है जब जिले के बाहर से मजदूर इस तरह बेराेकटाेक भाेपाल पहुंच गए।
हफ्तेभर में चौथी घटना... जब भोपाल में बेरोकटाेक आ गए मजदूर
इंदौर के कोल्ड स्टोरेज में काम कर रहे थे मजदूर-इंदौर से पैदल आ रहे आठ मजदूरों से पूछताछ में यह बात सामने आई कि वे इंदौर के किसी कोल्ड स्टोरेज में काम करते थे। काम बंद होने पर वहां से पैदल चलते हुए वे भोपाल आ गए। भोपाल के भानपुर के 3 और कोलार व कटारा हिल्स के लगभग दस मजदूर भी पैदल डिंडोरी के लिए निकल गए। यह सब बंगरसिया के पास इकट्ठा हो गए। यहां बैरिकेड पर पूछताछ में ज्यादातर ने अपना घर कोलार में बता दिया तो पुलिस उन्हें यहां छोड़ कर चली गई।
रहवासियाें की शिकायत पर क्वारेंटाइन सेंटर भेजा
अफसरों ने माना कि इंदौर से आए हुए यह मजदूर पॉजिटिव भी हो सकते हैं। इंदौर व भानपुर से आए 12 मजदूरों को क्वरेंटाइन सेंटर में रखने का फैसला लिया गया। शेष मजदूर कोलार और कटारा क्षेत्र के रहने वाले थे उन्हें उनके घर पहुंचा दिया गया।
चिंता का विषय... ये मजदूर संक्रमित भी हो सकते हैं
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर, भोपाल के मुताबिक, अन्य जिलों से मजदूर भोपाल आ रहे हैं। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। अन्य जिलों से आ रहे यह मजदूर कोरोना पॉजिटिव भी हो सकते हैं। वरिष्ठ अफसरों से इस संबंध में चर्चा करेंगे कि वे जिलाें से मजदूराें काे इस तरह न जाने दें।
जहांगीराबाद के बाद शहर में दो और नए हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए हैं। ये हॉट स्पॉट हैं कोहेफिजा और मंगलवारा। 10 दिन पहले कोहेफिजा और मंगलवारा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या क्रमश: 45 और तीन थी। जो अब बढ़कर 98 और 38 तक पहुंच गई है। जहांगीराबाद में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा सोमवार को 114 हो गया। सोमवार को अलग - अलग लैब से आई कोरोना के 36 नए पॉजिटिव मरीजों में जहांगीराबाद के 16 हैं। एक ही क्षेत्र में लगातार कोरोना के नए मरीजों के मिलने से स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है। हालांकि बीमारी के संक्रमण को काबू करने स्वास्थ्य विभाग ने स्क्रीनिंग और सैपंलिंग बढ़ा दी है। आईडीएसपी की रिपोर्ट के मुताबिक 25 अप्रैल को मंगलवारा पुलिस थाना क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3 थी। अब यह 38 हो गई है। कोहेफिजा में बीते 10 दिन में कोरोना के 53 नए मरीज मिले हैं। इससे यहां मरीजों की संख्या अब 98 हो गई है। इनमें 45 जमाती हैं, जिन्हें हज हाउस में क्वारेंटाइन किया गया था।
जहांगीराबाद में मिले 114 मरीजों में से 50 अहीरपुरा और चर्च रोड के
जहांगीराबाद के अहीरपुरा में 30 और चर्च रोड क्षेत्र में 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। क्षेत्र में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने के बाद अब इलाके में नए सिरे से रहवासियों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। यह शहर का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट है।
जांच का दायरा बढ़ाया..और संक्रमण का सोर्स पता कर लिया है
कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि शहर में कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने कोरोना जांच का दायरा बढ़ाया है। अब तक जो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उन सभी के संक्रमण का सोर्स पता कर लिया गया है। कोरोना पॉजिटिव आए अधिकांश मरीज कांटेक्ट ट्रेसिंग वाले हैं।
लेकिन सुखद यह...50% मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं …
कलेक्टर ने बताया कि शहर में कोरोना के 609 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इनमें से 308 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। बीमारी का संक्रमण रोकने जरूरत केवल पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आने अथवा कोरोना के जैसे लक्षण उभरने पर , उसकी जानकारी छुपाने के बजाय नजदीकी अस्पताल में जांच कराने की है।
वजह...घनी आबादी और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने से बिगड़ते गए हालात
कोरोना और मंदी से जूझ रहे रियल एस्टेट सेक्टर को राहत देने के लिए सबसे जरूरी है कि सरकार इस सेक्टर के लिए एक पैकेज की घोषणा करे। मंगलवार को दैनिक भास्कर की अगुवाई में क्रेडाई और सेक्टर के प्रमुख लोगों ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात की और उन्हें एक विस्तृत सुझाव पत्र सौंपा। इसमें रिहायशी और व्यावसायिक संपत्तियों की स्टाम्प ड्यूटी 25 से 75 फीसदी कम करने की मांग की है। रियल एस्टेट सेक्टर को पैकेज देने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सदस्यों ने ये सुझाव दिए...
प्रतिनिधिमंडल में ये शामिल...
प्रतिनिधि मंडल में सेज ग्रुप के चेयरमैन संजीव अग्रवाल, स्वदेश ग्रुप के डायरेक्टर नितिन अग्रवाल, फॉर्च्यून बिल्डर के डायरेक्टर अजय मोहगांवकर, मेकर रियल वेंचर के नीरज मेकर, एबीडीएल ग्रुप के डायरेक्टर दीपेश असनानी, स्टर्लिंग कॉन्ट्रेक्टर एंड बिल्डर्स के डायरेक्टर समीर सबरवाल, दैनिक भास्कर मध्यप्रदेश के बिजनेस हेड सुमित मोदी शामिल थे।
गुरुदत्त तिवारी.लॉकडाउन में एक माह से बंद गोविंदपुरा के उद्योगों को बिजली कंपनियों ने जोर का झटका दिया है। वास्तविक खपत की तुलना में उन्हें 11 से 12 गुना अधिक बिल थमाए गए हैं। वह भी तब जब सरकार ने फिक्स चार्ज इस माह के बिल में नहीं जोड़ा। इसे दो माह बाद जोड़ा जाएगा। इसके जुड़ने से कंपनियों का बिल दोगुना हो जाएगा। एसोसिएशन का कहना है कि उन्हें सरकार के आदेश पर उद्योग बंद करने पड़े। सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि छोटे-मझौले उद्योग अपने कर्मचारियों को नियमित वेतन भी देें, इसलिए अब सरकार को उद्योगों का ख्याल करना चाहिए। बिजली के बिल वास्तविक खपत के आधार पर लिए जाएं।
5,120 यूनिट बिजली का बिल 6.63 लाख रु
कोचर ग्लास इंडिया ने 5,120 यूनिट की खपत की, लेकिन उसे 1 लाख यूनिट का बिल 6.63 लाख रुपए थमा दिया। 5 लाख 4 हजार का फिक्स चार्ज जोड़ने के बाद यह 11.68 लाख हो जाएगा। एल्को इंडस्ट्रीज के योगेश गोयल ने बताया कि उन्होंने 874 यूनिट की खपत की थी, उन्हें 5,000 यूनिट का बिल थमा दिया गया है। उनका बिल 35,421 रुपए आया है।
16 उद्योगों की खपत 21 हजार यूनिट, बिल आया 2.82 लाख यूनिट का...
गोविंदपुरा के 16 उद्योगों को 23 मार्च से 23 अप्रैल की अवधि के बिल मिले हैं। इनकी बिजली की खपत 21 हजार यूनिट के आसपास रही, लेकिन बिल 2.82 लाख यूनिट का आया। दरअसल, यह मिनिमम चार्ज है। बिजली कंपनियां जितने केवी का कनेक्शन देती हैं, उसी के आधार पर वे न्यूनतम खपत तय करती हैं। खपत कम होने पर भी बिल उतना ही आता है। इन कंपनियों का औसतन बिल खपत के आधार पर 1.47 लाख रुपए होना चाहिए था, लेकिन उनका यह बिल करीब 16 लाख हो गया। इसमें फिक्स चार्ज जुड़ना बाकी है।
सरकार से मांग... एक्चुअल खपत के आधार पर ही लें बिल
-अमरजीत सिंह, अध्यक्ष, गोविंदपुरा इंडस्ट्रीयल एसो. के मुताबिक,कई सरकारों ने फिक्स व मिनिमम चार्ज हटाए। वे एक्चुअल खपत के आधार पर बिल ले रहे हैं। ऐसे में सरकार उद्योगों को राहत दे और बिल एक्चुअल खपत पर ले।
-योगेश गोयल, संचालक, एल्को इंडस्ट्रीज,मंडीदीप के मुताबिक,हमारी जमा पूंजी तो बिजली बिल जमा करने में जा रही है। अगर सरकार एक्चुअल खपत के आधार पर बिल ले तो हर उद्योग 8-10 श्रमिकों को वेतन देने की स्थिति में आ जाएगा।
गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने उच्चतम वेतनमान पर कार्यरत पुलिसकर्मियों को पदनाम देने पर सैद्धांतिक सहमति व्यक्त करते हुए प्रस्ताव देने के निर्देश पुलिस महानिदेशक को दिए हैं। उन्होंने शहीद पुलिसकर्मी व अन्य मृतक पुलिसकर्मियों के परिवारों की सहायता के लिए हेल्प डेस्क प्रारंभ करने को कहा है। डाॅ. मिश्रा ने गृहमंत्री बनने के बाद मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ पहली बैठक की। इससे पहले डॉ. मिश्रा व डीजीपी विवेक जौहरी ने कोरोना जंग में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। मंत्री मिश्रा ने कहा कि उन सभी पुलिसकर्मियों को कर्मवीर पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने कोरोना की जंग में 30 दिन तक अपनी सेवाएं दी।
डायल-100 लोगों की शिकायत पर घर जाकर दर्ज करेगी एफआईआर
गृहमंत्री मिश्रा ने कहा कि पुलिस विभाग सुधारात्मक प्रक्रिया के अंतर्गत वन स्टेप-अप होकर कार्य करेगा। डायल-100 एफआरवी लोगों की शिकायत पर घर जाकर एफआईआर दर्ज करेगी। शीघ्र ही इसके लिए आवश्यक कदम उठाएं जा रहे हैं। अति गंभीर मामलों को छोड़कर सामान्य मामलों में इस प्रकार की एफआईआर डायल-100 द्वारा दर्ज की जा सकेगी। बैठक में एडीजी एवं आईजी स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित थे।
क्रमोन्नति व पदोन्नति पर निर्णय तत्परतापूर्वक किया जाए
मंत्री मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों के कल्याण की प्रक्रिया नीचे से ऊपर की ओर चलेगी। उनकी क्रमोन्नति, पदोन्नति पर निर्णय लिए जाने संबंधी आवश्यक कार्रवाई तत्परतापूर्वक की जाए। उन्होंने पुलिसकर्मियों के कल्याण के लिए आला अधिकारियों से आवश्यक सुझाव भी मांगे।
राजधानी के बैरसिया इलाके में मामूली बात पर हुई बहस के बाद पति ने पत्नी पर केरोसिन डालकर आग लगा दी। 70 प्रतिशत झुलसी महिला की हालत गंभीर बनी हुई है। बागसेवनिया और भानपुर क्षेत्र में पारिवारिक विवाद में दो जान चली गईं।
70 प्रतिशत झुलसी महिला का हमीदिया में चल रहा है इलाज
बैरसिया इलाके में दाल की बड़ी पड़ोसी की छत पर सुखाने को लेकर हुए विवाद में पति ने पत्नी को केरोसिन डालकर जला दिया जिसमें महिला 70 प्रतिशत झुलस गई। गंभीर हालत में उसका हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में लिया है।
थाना प्रभारी अजय मिश्रा के मुताबिक बसई मोहल्ला निवासी विनोद विश्वकर्मा मजदूरी करता है। उसकी पत्नी नीतू बाई (35) ने दाल की बड़ी पड़ोसी की छत पर सूखने रखी थी। इस बात पर विनोद ने आपत्ति की। गुस्से में नीतू ने बड़ी फेंक दी। 2 मई की सुबह 11 बजे पति-पत्नी में फिर विवाद हुआ। विनोद ने नीतू के साथ मारपीट कर उसके ऊपर केरोसिन डालकर आग लगा दी, जिसमें नीतू लगभग 70 प्रतिशत झुलस गई। पुलिस ने नीतू के बयान दर्ज कर लिए हैं, जिसमें उसने पति द्वारा शारीरिक प्रताड़ना और केरोसिन डालकर जलाने की बात दोहराई है।
पत्नी से बहस के बाद युवक ने लगाई फांसी
बागसेवनिया में एसी-फ्रिज मैकेनिक ने मंगलवार दोपहर घर में फांसी लगाकर जान दे दी। युवक का पत्नी से विवाद हुआ था। गुस्से में पत्नी घर से चली गई। युवक पत्नी की तलाश में घर से निकला। जब पत्नी नहीं मिली तो घर लौटकर ये कदम उठा लिया। दोनों की 7 महीने पहले ही लव मैरिज हुई थी। टीआई शैलेंद्र शर्मा के मुताबिक आदर्श नगर, बागसेवनिया निवासी करण वर्मा (23) ने अक्टूबर 2019 में गंगा साहू से लव मैरिज की थी। पारिवारिक मसलों पर दोनों के बीच अक्सर बहस होती रहती थी। मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे दोनों का एक बार फिर विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ गई कि गंगा गुस्से में घर से बाहर निकल गई। कुछ देर तक जब वह नहीं लौटी तो करण उसे तलाशने निकला। पत्नी जब नहीं मिली तो वह घर लौटा और अपने कमरे में साड़ी से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी रास्ते में मौत हो गई। मौके पर पहुंची बागसेवनिया पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
भानपुर... ट्रेन के सामने कूदकर की खुदकुशी
पति-बेटी को छोड़कर लिव-इन में रह रही महिला ने दी जान
भानपुर रेलवे ट्रैक पर एक महिला ने ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली। महिला पति व 4 साल की बेटी से अलग लिव-इन में रहती थी। छोला मंदिर पुलिस के मुताबिक बरखेड़ी, जहांगीराबाद निवासी अन्नू प्रजापति (25) की शादी राज से हुई थी। उनकी 4 साल की बेटी है। बीते दो माह से अन्नू, पति व बेटी से अलग पिपलिया पेंदे खां निवासी एक युवक के साथ लिव-इन में रह रही थी। सोमवार शाम साढ़े सात बजे अन्नू ने ट्रेन के सामने कूदकर खुदकुशी कर ली। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि लिव-इन पार्टनर से उसका ब्रेकअप हो गया था, इससे वह डिप्रेशन में थी। इसके चलते उसने आत्महत्या की।
आबकारी विभाग द्वारा मंगलवार को शासन के आदेश पर नरसिंहगढ़ स्थित अंग्रेजी शराब दुकान की सील खोली गई। जिसमें पटवारी एवं कोटवार एवं ठेकेदार गोविंद भायल की उपस्थिति में सील तोड़कर दुकान के अंदर जितना माल था उसकी सूची बनाई गई। इसके बाद पंचनामा तैयार किया गया।
गौरतलब है कि पिछले दिनों शराब दुकान के पीछे की दीवार में छेद कर चोरी कर ली गई थी। जिसे आबकारी विभाग द्वारा बंद कराया गया था। हालांकि पुलिस अभी भी चोरी का सुराग नहीं लगा पाई है। अाकारी अधिकारी सिरोठिया ने बताया कि जिला कार्यालय में पुराना पंचनामा से मिलान किया जाएगा। पूर्व में जब सील बंद हुई थी तब कितना माल था। फिलहाल मंगलवार को शराब दुकान खुलने के बाद बड़ी संख्या में लोग शराब लेने पहुंचे। जिन्हें सोशल डिस्टेंस का पालन कराते हुए पुलिस की मौजूदगी में बिक्री की गई।
लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद लगातार दूसरे दिन भी बाजार में जमकर भीड़ रही। लॉकडाउन के दौरान 42 दिन की मेहनत पर पानी न फिर जाए, इसलिए जिला प्रशासन ने दुकानों को लेकर नए आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के मुताबिक अब हफ्ते में तीन दिन वे सभी दुकानें खुलेंगी जिनको तीसरे लॉकडाउन में प्रतिबंध से मुक्त किया गया था। वहीं जिन दुकानों को पहले से छूट थी उनको सम और विषय संख्या के अनुसार एक दिन छोड़कर खोलने की अनुमति दी जाएगी। सोमवार की तरह मंगलवार को बाजार में दुकानों पर भीड़भाड़ रही। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन लगातार जागरुकता के बाद भी हुआ। इन हालातों को देखकर कलेक्टर डा. मंजू शर्मा ने शहर में दुकानें खोलने के लिए नए आदेश जारी कर दिए हैं। इन आदेशों के मुताबिक जिन दुकानों को 4 मई से खोलने की छूट प्रदान की गई थी उन दुकानों को हफ्ते में तीन दिन के हिसाब से विभाजित किया गया है। जो दुकानें सोमवार को खुलेंगी वे मंगलवार को बंद रहेंगी। वहीं मंगलवार को जो दुकानें खुलेंगी वे बुधवार को बंद रहेंगी। इस तरह एक दिन छोड़कर दो पार्ट में भी विभाजित विभिन्न सामग्री की दुकानें खुलेंगी। इसके अलावा जिन दुकानों को दूसरे लॉकडाउन में खोलने की अनुमति दी गई थी उन दुकानों की नम्बरिंग की जा रही है। सम और विषम संख्या में विभाजित दुकानें एक दिन छोड़कर खुलेंगी। जिससे बाजार में सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे।
सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को खुलेंगी ये दुकानें
जारी आदेश के मुताबिक जिले में सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रीकल्स, स्टेशनरी, गिफ्ट सेंटर, टेलरिंग, कॉस्मेटिक, शॉप, कंगन स्टोर्स की दुकानें खुलेंगी। यानी इन सामग्री की दुकानें हफ्ते में बचे अन्य दिनों में पूरी तरह से बंद रहेंगी।
मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को खुलेंगी ये दुकानें
मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को शहर में ज्वैलर्स, बर्तन, हार्डवेयर, सेनेटरी, प्लास्टिक मटेरियल, पूजन सामग्री, फर्नीचर शॉप, जूता चप्पल की दुकानें खोल सकेंगी। यानी ये दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को नहीं खुल सकेंगी।
डा.मंजू शर्मा, कलेक्टर अशोकनगर के मुताबिक, लॉकडाउन में छूट देने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन हो रहा है। यह स्थिति हमारे जिले के लिए घातक हो सकती है। इसलिए अब रोस्टर पद्धति के मुताबिक दुकानों का संचालन दुकानदारों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ करना होगा।
लोगों को इन शर्तों का करना ही होगा पालन
इन क्षेत्रों में आदेश पूरी तरह से होगा प्रभावशील
कलेक्टर का आदेश नगरीय क्षेत्र में गांधी पार्क, इंदिरा पार्क, स्टेशन रोड, बिलाला मिल रोड, तुलसी पार्क, सुभाष गंज, विदिशा रोड, कोलुआ रोड, पछाड़ी खेड़ा रोड सहित इन क्षेत्रों के आसपास पूरे क्षेत्र में लागू रहेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पूरा तरह से आदेश लागू रहेगा।
होगी कार्रवाई : आदेशों का उल्लंघन करने पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। दुकानों पर अधिकतम 5 व्यक्ति व दो कर्मचारी के साथ ही संचालन करना होगा।
ये दुकानें खुलेंगी सम और विषय संख्या में
हफ्ते में तीन दिन खुलने वाली सामग्री की दुकानों के अलावा बची दुकानें पूरे 6 दिन खुलेंगी। लेकिन इन दुकानों को नंबर दिए जा रहे हैं। सम और विषय संख्या के दुकानदार एक दिन छोड़कर दुकानें खोल सकेंगे। इस दायरे में राशन, किराना, रेडिमेड, कपड़ा से संबंधित दुकानों को नगर पालिका द्वारा संख्यात्मक रूप से संचालित करने की व्यवस्था की जा रही है। सम संख्या वाली दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को खुलेंगी जबकि विषम संख्या वाली दुकानें मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को ही खुल सकेंगी।
अन्य दुकानें पूर्व की तरह की खुलेंगी
इसके अलावा कृषि संयंत्र, बिल्डिंग मटेरियल, कृषि खाद, बीज, ट्रैक्टर पार्टस सहित ऐसी दुकानें जिनको दूसरे लॉकडाउन में खोलने की छूट दी गई थी वे पूर्व की तरह की निर्धारित समय पर खुल सकेंगी।
राजघाट डैम के पानी में नहाने गई 11 वर्षीय बच्ची की डूबने से मौत हो गई। यह अपने चचेरे भाई को डूबने से बचाने के लिए पानी में कूद गई थी। जब पिता ने चिल्लाने की आवाज सुनी तो पानी में कूंद गया लेकिन अपनी बच्ची को नहीं
बचा सका। जब उसे अस्पताल लेकर पहुंचा तो वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पीएम के बाद शव परिजनों को पुलिस ने सौंप दिया।
दरअसल श्यामगढ़ टाडा से प्रताप पुत्र कल्लू आदिवासी की बच्ची अंजना 11 साल अपने चचेरे भाई अरविंद 8 साल सहित गांव के ओर बच्चों के साथ राजघाट डेम पर नहाने के लिए गई थी। उबड़ खाबड़ जमीन पर डेम का पानी भरा हुआ है जिस पर उसका चचेरा भाई अन्य बच्चों के साथ नहा रहा था। नहाते हुए गहरे गड्ढे में पहुंच गया, जो डूबने लगा। जिसके चिल्लाने की आवाज सुनकर उसकी बहन बचाने का प्रयास करने पानी में चली गई, लेकिन उसका पैर भी फिसल गया जिससे वो डूबने लगी। इस बीच वहां खड़े बच्चे चिल्लाने बलगे। जिसके चिल्लाने की आवाज सुनकर समीप के खेत पर काम कर रहे प्रताप ने दौड़ लगा दी और पानी में कूंद गया, जिसने अरविंद को तो बचा लिया लेकिन अपनी बेटी को नहीं बचा सका। पानी में से बेटी को निकालकर अस्पताल ले गए जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
डूबने पर भाई ने लगाई थी बचाने के लिए आवाज
अरविंद जब डूबने लगा था तो उसने अपनी बहन से बचाने के लिए आवाज दी थी। जिसकी आवाज सुनकर बहन बिना कुछ सोच विचार किए ही कूंद गई। अंजना 7वीं क्लास में पढ़ती थी जो प्राणपुर पढ़ाई के लिए आती थी। उसकी 3 बहनें और 2 भाई हैं।
डूबने से बच्चों की हो चुकी हैं पहले भी मौतें
राजघाट डेम के क्षेत्र में पहले भी कई बच्चों की डूबने से मौत हो गई। यहां कम गहराई वाली जगह पर बच्चे नहाने जाते हैं लेकिन नहाते हुए गहराई वाली जगह तक पहुंच जाते हैं जिससे डूबने से उनकी मौत हो जाती है। पूर्व में श्यामगढ़ के 2 बच्चों की डूबने से मौत हुई थी। इसी तरह नहाने गए 2 अन्य बच्चों की भी मौत हो चुकी हैं।
मंडी में अनाज की बोरी की तौल को लेकर व्यापारी और तुलावट एक राय नहीं हुए। इसके चलते उनके बीच विवाद की स्थिति बन गई। विवाद इतना बढ़ गया कि तुलावट हड़ताल पर बैठने की चेतावनी देने लगे। दोनों के बीच चल रहे विवाद में पूर्व विधायक ने हस्तक्षेप किया और बीच का रास्ता निकालते हुए प्रत्येक तौल पर 4.22 रुपए रेट तय की गई।
दरअसल कृषि उपज मंडी में अनाज की तुलाई चल रही है। इस बीच तुलावट संघ व्यापारियों से प्रत्येक बोरे की तौल पर 4.24 रुपए मांग रहा था। जबकि व्यापारी सरकारी द्वारा तय की गई रेट 4.18 से बढ़ाकर 4.20 रुपए तक देने तैयार थे, लेकिन दोनों के बीच जब आपसी सामंजस्य नहीं बना तो तुलावटों ने हड़ताल पर बैठने का मन बना लिया।
इससे मंडी में कामकाज बंद होने की संभावना बन रही थी। इसकी जानकारी पूर्व विधायक जजपाल सिंह को लगी तो उन्होंने व्यापारी, तुलावट, मंडी प्रशासन के साथ बैठक की।
बैठक में एसडीएम सुरेश जादव, मंडी सचिव मनोज शर्मा मौजूद रहे। इस बीच दोनों पक्षों को सुना गया, फिर बीच का रास्ता निकालते हुए रेट 4.22 रुपए की गई। जिस पर व्यापारी और तुलावट दोनों ही तैयार हो गए।
मंगलवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर चालानी कार्रवाई करते हुए जुर्माना वूसला गया। इस दौरान प्रतिबंध के बाद भी दुकान खोलने पर एक प्रतिष्ठान को सील कर दिया गया। दूसरे दिन 143 लोगों से आदेश की अवेहलना करने पर कुल 12 हजार रुपए वसूल किए गए।
मंगलवार को कुछ दुकानदार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नजर आए तो कुछ का ढर्रा सोमवार की तरह दिखाई दिया। बाजार में पुलिस और प्रशासन की टीम निगरानी करती रही। गांधी पार्क पर टीआई पीपी मुदगिल की मौजूदगी में बगैर मास्क लगाए, वाहनों पर दो सवारी या उससे अधिक लोगों पर कार्रवाई की गई। 102 वाहन चालकों को रोककर उन पर जुर्माना वसूलते हुए नियमों का पालन करने की समझाइश दी गई। टीम ने दुकानों पर पहुंचकर सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने पर 41 दुकानदारों पर सांकेतिक तौर पर जुर्माना वसूला।
सांवरिया स्वीट्स की दुकान सील
लॉकडाउन में फिलहाल स्वीट्स, होटल, रेस्टोरेंट को खोलने की अनुमति नहीं है। लेकिन प्रतिबंध के बावजूद भी विवेक टॉकीज गली में जब सांवरिया स्वीट्स की दुकान खुली होने की सूचना मिली तो तहसीलदार इसरार खान, नायब तहसीलदार सहित पुलिसकर्मी वहां पहुंचे। दुकान खुली मिलने पर उसको सील कर दिया गया।
कोरोना मंगलवार को शराब व्यवसायी पीएन ग्रुप के ऑफिस पर पहुंचकर आबकारी विभाग ने दुकानें खोलने का नोटिस चस्पा किया। वहीं दूसरी तरफ नोटिस चस्पा होने के बाद जिले के शराब ठेकेदार ने प्रेसवार्ता बुलाकर दुकानें नहीं खोलने की वजह बताई। ठेकेदार का कहना है कि भले ही हमारा जिला ग्रीन है लेकिन शराब रेड जोन क्षेत्र से आ रही है। ऐसे में संक्रमण के खतरे के बीच वे सामान्य हालत न होने तक दुकानें नहीं खोलेंगे। मंगलवार को प्रदेश सरकार ने शराब दुकानें खोलने के आदेश जारी करने के बाद कलेक्टर के निर्देश पर आबकारी विभाग के अधिकारी पीएन ग्रुप के दफ्तर पर पहुंचे। जहां उन्होंने दुकान खोलने की सूचना बाहर दीवार पर चस्पा की। कुछ देर बाद जिले के शराब कारोबारी घनश्याम राठौर ने पत्रकार वार्ता बुलाकर दुकानें न खोलने का कारण बताया।
श्री राठौर ने पत्रकारों को बताया कि प्रदेश के सभी शराब व्यापारियों ने देश और समाज हित को देखते हुए दुकानें नहीं खोलने का निर्णय लिया है। सोमवार को कई प्रदेशों में दुकानें खुलीं तो वहां सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रहीं। इससे संक्रमण फैलने की आशंका अधिक रहती है। श्री राठौर का कहना था कि जब तक प्रदेश के हालात सामान्य नहीं हो जाते तक तक दुकानें नहीं खुलेंगी।
उनका कहना है कि भले ही जिला ग्रीन जोन में हैं पर रेड जोन से सामग्री आने से संक्रमण का खतरा रहेगा। लॉकडाउन मेंे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने प्रदेश के सभी शराब कारोबारियों ने दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। शराब कारोबारी के ऑफिस में उप जिला आबकारी अधिकारी आजाद सिंह आर्य सहित स्टाफ मौजूद रहा।
जोगियाना मोहल्ला में रात को अज्ञात चोरों ने एक मकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोर 50 हजार रुपए नकद सहित 25 हजार रुपए के दो मंगलसूत्र चोरी कर ले गए। चोरी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई।
कलेक्टर सिंह यादव अपनी पत्नी प्रियंका के साथ खाना खाने के बाद नीचे कमरे में ताला लगाकर छत पर सोने चले गए। सुबह 6 बजे उठकर जब वे नीचे आए तो उनको कमरे के ताले टूटे मिले और कमरे में रखा सामान बिखरा पड़ा था। दूसरे कमरे में रखे 50 हजार रुपए नकद गायब मिले और मंगल सूत्र भी नहीं मिला। इसकी शिकायत करने सुबह कलेक्टर सिंह थाने पहुंचा। जहां उसने बताया कि करीब 9 बजे सोने के लिए छत पर गए थे। जब नीचे आकर देखा तो कमरे में बड़े बक्से के कपड़े फैले मिले। दूसरे कमरे में एक छोटी पेटी जिसमें 50 हजार रुपए, दो मंगल सूत्र सोने के रखे थे। इस तरह चोर 75 हजार रुपए का सामान चुरा कर ले गए। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और पुलिस की जांच का एक बिंदु ये भी रहेगा कि रात 11 बजे बारिश हुई थी। इसे आधार बनाकर पुलिस संदेह के आधार पर संदेहियों से पूछताछ भी कर सकती है। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात चोर के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज किया है।
हरियाणा और बांग्लादेश के ऊपर बने चक्रवाती घेरे के कारण सोमवार की शाम भी तेज आंधी के साथ क्षेत्र में बारिश और ओलावृष्टि हुई। जिले के ककरूआ गांव में 7 मोरों की मौत हो गई। खरीदी केन्द्रों पर खुले में रखा गेहूं भी खराब हो गया। मौसम विभाग ने आगामी दो दिन और इसी तरह कर मौसम रहने का अनुमान जताया है।
सोमवार शाम को मौसम बदल गया। तेज हवाओं के साथ करीब आधा घंटे जोरदार बारिश हुई। वहीं कुछ गांव में ओले भी गिरे। रात 9 बजे 10 से 12 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हवाओं का रुख करीब 15 मिनट बाद ही उग्र हो गया। 25 से 30 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार के दौरान ही बारिश और ओलावृष्टि शुरू हो गई। बेर के आकार के ओले गिरने से ककरूआ गांव में 7 मोरों की मौत हो गई।
शहर में 4 घंटे रहा ब्लैक आउट- तेज आंधी के कारण शहर में करीब 4 घंटे ब्लैक आउट रहा। विद्युत कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि 33केवी लाइन में पतंग फंसने की वजह से फॉल्ट आ गया था। इस बीच शहर में कई स्थानों पर तार भी तेज आंधी में टूट गए।
तापमान गिरकर पहुंचा 37.40, सामान्य से रहा 30 कम
मौसम में बदलाव के बाद मंगलवार को दिन का तापमान भी लुढ़क गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान भी 22 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री कम रहा। इस दौरान दोपहर की आर्द्रता 85 और शाम की आर्द्रता 35 फीसदी रही।
खुले में रखा गेहूं भीगा
खरीदी केन्द्रों पर सोमवार की रात हुई बारिश से गेहूं भीग गया। केन्द्र संचालकों ने बचाने का प्रयास किया लेकिन एक घंटे तक चली बारिश से बारदाना में नीचे रखा गेहूं भीग गया। जिले के अधिकांश खरीदी केन्द्र बारिश से प्रभावित रहे। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में टीन, छप्पर भी तेज आंधी में उड़ गए। जिले में सोमवार को मुंगावली और अशोकनगर तहसील में 2.25 मिमी बारिश दर्ज की गई। वहीं कई बगीचों में लगी सब्जी और आम के बोर भी तेज आंधी से झड़ गए।
अखिल भारतीय दिगंबर जैन महिला परिषद की सदस्याओं ने कोरोना संकट के समय लोगों की दिन रात सेवा कर रहे पुलिस कर्मियों का ताला बजाकर होंसला बढ़ाया। सदस्याओं ने पुलिस कर्मियों को स्वल्पाहार और एनर्जीो ड्रिंग ओआरएस की व्यवस्था कर पुलिस कर्मियों को सम्मानित किया। इस मौके पर परिषद की अध्यक्ष प्रमिला चौधरी, सचिव प्रियंका बरखेड़ा, कोषाध्यक्ष मनीषा अरिहंत, वर्षा बड़कुल, नीलू बरोदिया, ममता अथाईखेड़ा, ममता मोहरी, मनीषा सोगानी, प्रीति बाबा, रानी गांधी आदि उपस्थित रहीं।
ग्राम पंचायत में सफाई व्यवस्था के लिए मात्र चार सफाई कर्मियों की पदस्थापना है। आठ हजार की आबादी वाले कस्बे की सफाई की जिम्मेदारी जिन चार सफाई कर्मियों पर है, उन्हें 1200 रुपए माहवार मिलने वाला मामूली वेतन भी पिछले पांच माह से नहीं मिला है।
सफाईकर्मी ओमप्रकाश वाल्मीकि, शिवचरण वाल्मीकि, संजय वाल्मीकि और कमलेश वाल्मीकि ने बताया कि पिछली बार पंचायत द्वारा जनवरी के महीने में वेतन दिया गया था, तब से कई बार गुहार लगाने के बाद भी पंचायत सचिव और सरपंच ध्यान नहीं दे रहे हैं।
वर्तमान में लॉकडाउन के कारण शादी विवाह के आयोजनों में बैंड बाजा भी प्रतिबंधित हैं, ऐसे में इन सफाई कर्मियों के पास रोजगार का कोई विकल्प भी नहीं है। ओमप्रकाश वाल्मीकि ने बताया कि वेतन मांगने पर सरपंच-सचिव द्वारा बिल्कुल अनसुनी कर दी जाती है, ऐसे में तंगी के दिनों में उधार मांग कर घर खर्चा चलाना पड़ रहा है।
ध्वस्त है कस्बे की सफाई व्यवस्था
पंचायत द्वारा भौगोलिक और जनसंख्या की दृष्टि से काफी बड़े कस्बे में अव्वल तो मात्र चार सफाई कर्मी लगाए गए हैं जबकि जनपद की ही पिपरई ग्राम पंचायत में 20 सफाई कर्मी हैं। वहीं चार सफाई कर्मियों को समय पर वेतन न देने और उनके कार्य की समीक्षा न होने से कस्बे की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। यहां के मुक्तिधाम और कब्रिस्तान में कचरे के ढेर लगे हैं। नालियों में जमने वाला पॉलीथिन और प्लास्टिक भरा हुआ है। मुख्यमार्ग पर थाना परिसर में बनी प्याऊ के सामने बेहिसाब गंदगी पड़ी हुई है। इसी प्याऊ के पास बने मूत्रालय में स्थानीय दुकानदारों को स्वयं के व्यय पर सफाई करानी पड़ती है।
इस मामले में सचिव से बात करूंगा
सलीम खान, जनपद सीईओ मुंगावली के मुताबिक, मुझे पता नहीं है कि बहादुरपुर ग्राम पंचायत ने सफ़ाई कर्मियों की वेतन का भुगतान क्यों नहीं किया। जबकि जनपद की अन्य पंचायतों में बाकायदा भुगतान किए जा रहे हैं। मैं सचिव से बात करता हूं कि वह प्राथमिकता से सफाई कर्मियों के वेतन का भुगतान कराएं।
पूर्व विधायक पूर्व विधायक जजपाल सिंह जज्जी, ने मंगलवार को कोलुआ रोड पर स्थित जय बाबा गैस इंडेन एजेंसी पर पहुंचकर गैस सिलेंडरों का वितरण करने वाले कोरोना योद्धाओं का माला पहनाकर स्वागत किया। एसडीएम सुरेश जाधव, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र रघुवंशी, महेंद्र भारद्वाज, पार्षद मनोज शर्मा, श्याम कन्हौया, पंडित नंदकिशोर शर्मा (नंदू हलवाई), धर्मेंद्र रघुवंशी आदि मौजूद थे। पूर्व विधायक श्री जज्जी ने कहा कि कोरोना महामारी में आप सभी ने सबसे अहम योगदान देकर हर घर का चूल्हा जलवाया है। अपनी और अपने परिवार की परवाह न करते हएु शहर के लोगों तक गैस सिलेंडर पहुंचाया और कोरोना संक्रमण का डटकर मुकाबला किया।
यदि छात्रों की समस्या हल हो जाए तो वे भविष्य में अपने लिए एवं अपने समाज के लिए कुछ अच्छा कर सकते हैं। आज दुनिया में अच्छे गुरु और अच्छे शिष्य दोनों मौजूद हैं परेशानी यह है कि वे एक-दूसरे को ढूंढ़ नहीं पा रहे हैं। गलत व्यक्ति नहीं केवल नजरिया होता है अत: उसे ठीक करने की जरूरत है।
यह बात कॉलेज के फेसबुक पेज पर लाइव व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश के प्रसिद्ध मोटीवेटर एवं मनोविशेषज्ञ डॉ. संजय सक्सेना ने कही। उन्होंने छात्रों द्वारा पहले प्राप्त प्रश्नों के उत्तर भी दिए। उन्होंने कहा तकलीफ हमें है तो दवाई भी हमें ही लेनी होगी। किसी और के लेने से हमारी तकलीफ दूर नहीं होगी। विद्यार्थी जीवन एक ऐसा जीवन है जिसमें आप अपने ऊपर जितना काम करेंगे उतने ही अच्छे से सफल होते जाएंगे, क्योंकि यह वह समय है जब यहां भविष्य के वृक्ष के बीज का अंकुरण हो रहा होता है। विद्यार्थी जीवन की समस्याओं को लेकर कहा कि समस्या नाम की कोई चीज नहीं है, अपितु समस्या के बारे में आप जिस प्रकार से सोचते हैं वह सोच परेशानी का कारण है। मेरे हिसाब से सफलता का केवल एक मूल मंत्र है‘ जीवन में आप निश्चित रूप से सफल होगें यदि आप उन बातों पर अमल करेंगे करते हैं जिन्हें आप दूसरों से कहते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास इस बात का गवाह है कि जो मेहनत के सहारे होता है वही सबसे आगे होता है।
देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अधिक से अधिक लोगों के कोरोना टेस्ट करने का निर्णय लिया है। इससे समय पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान होने से तत्काल उसका इलाज शुरू होने से क्षेत्र में अन्य लोगों में संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। अभी कोरोना वायरस के संदिग्ध व्यक्ति का सैंपल जिला मुख्यालय पर लिया जा रहा था।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सोमवार को ग्रामीण क्षेत्र में जाकर कोरोना सैंपल लेने की सुविधा उपलब्ध हो गई है। बीएमओ डॉ शिवराज सिंह भदौरिया ने बताया कि सही समय पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति की पहचान हो सके इसके लिए शाढौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत चार टीमें बनाई गई हैं जो गांव-गांव पहुंचकर संक्रमित व्यक्ति की जानकारी इकट्ठा कर सेम्पल ले रही हैं।
इनमें तीन टीमें पहले गांवों में पहुंचकर बाहर से आने वाले एवं संदिग्ध लोगों की स्क्रीनिंग कर रही हैं तथा उनकी जांच में संदिग्ध होने पर लोगों को सैंपल के लिए चिन्हित किया जाता है। इसकी सूचना सैम्पल लेने वाली टीम को दी जाती है। सूचना मिलने पर चौथी टीम द्वारा संबंधित गांव में पहुंच कर चिन्हित किये गए संदिग्ध व्यक्तियों के कोरोना वायरस की जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र में इस मुहिम को सोमवार से शुरू किया है। पहले दिन इसके शुभारंभ में मूडरा गांव से दो संदिग्ध व्यक्तियों का सैंपल टीम द्वारा लिया गया है।इसी क्रम में मंगलवार को यह टीम क्षेत्र के मैनाइ बरखेड़ा गांव पहुंची और यहां से स्क्रीनिंग टीम ने चिन्हित 3 संदिग्धों के सैम्पल लिए हैं।
सैंपलिंग के लिए तैयार टीम जरूरी संसाधनों से लैस है
कोरोना जैसे खतरनाक वायरस की जांच सैम्पल लेने के लिए टीम को पीपीई किट तथा थर्मल स्केनर के साथ अन्य जरूरी सामान मुहैया कराया गया है। इस टीम में डॉ. प्रदीप सिहारे के साथ एक ट्रेंड लेब टेक्नीशियन दीपेंद्र रघुवंशी, बीईई रुचि रघुवंशी तथा एएनएम पूजा साहू शामिल हैं। इस टीम को क्षेत्र में जाने के लिए दीन दयाल वाहन उपलब्ध कराया गया है। इसी तरह स्क्रीनिंग करने वाली टीमों का जिम्मा यहां राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत नियुक्त आयुष डॉ. राजेन्द्र जाटव, डॉ शालिनी जादौन एवं डॉ. रश्मि छारी को सौंपा गया है। इन टीमों में अस्पताल का अन्य स्टाफ शामिल है।
कोल्ड चेन कर रहे मेंटेन
संदिग्ध लोगों का सैम्पल लेकर उसे जिला चिकित्सालय से उपलब्ध कराए गए विशेष बॉक्स में रख कर सावधानी पूर्वक कोल्ड चेन मेंटेन करते हुए जांच के लिए जिला चिकित्सालय भेजा जा रहा है।
अब संदिग्ध व्यक्ति के गांव में ही लिए जाएंगे सैंपल
डॉ. शिवराज सिंह भदौरिया, बीएमओ शाढ़ौराके मुताबिक, विभाग के निर्देशानुसार क्षेत्र में स्क्रीनिंग व सैंपल लेने का काम किया जा रहा है। यह सैम्पल जांच के लिए जिला चिकित्सालय भेजे जा रहे हैं। किसी भी संदिग्ध को अब जांच के लिए जिला चिकित्सालय नहीं जाना पड़ेगा। संदिग्ध व्यक्ति के सैंपल गांव में जाकर लिए जाएंगे।
ग्रीन जोन में जिला आने के कारण लोग सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे हैं और न ही अपने मुंह पर मास्क लगा रहे हैं। लोगों की इस लापरवाही से हमारे जिले कोरोना संक्रमण फैल सकता है। इससे बचने के लिए हमें सोशल डिस्टेंस का पालन करना जरूरी है।
मंगलवार को मेडिकल ऑफिसर डॉ. पंकज शुक्ला, गांव के पूर्व सरपंच राधेकिशन शर्मा, सुपरवाइजर महेंद्र पुष्पध, एएनएम पूनम पटवा ने ग्राम सागर, सागर चक्क, बेलई आदि गांव में जाकर लोगों को समझाइश दी और उन्हें मास्क वितरित कर मुंह पर लगाने की सलाह दी।
इस मौके पर डॉ. पंकज शुक्ला ने कहा कि अभी भी हमारे जिले से कोरोना का खतरा गया नहीं है। अभी भी हमें पूर्ण सावधानी रखना है। सभी लोग मासक का प्रयोग करें। एक-दूसरे से डेढ़ मीटर की दूरी बनाए रखें। तथा बार-बार साबुन से हाथ धोएं। किसी भी तरह की लापरवाही घातक सिद्ध हो सकती है। अभी कोरोना से लबी लड़ाई चलना है इसलिए सभी सतर्क एवं सावधान रहें। शासन के निर्देशों का पालन करें। इसी से हम कोरोना से बच पाएंगे।
प्रशासन ने शहर में सुबह 9 से 4 बजे तक बाजार खोलने की अनुमति दी है। साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ ही अन्य नियमों का पालन करने की सख्त हिदायत दी है। इसके बाद भी लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इस पर प्रशासन ने मंगलवार को शहर का भ्रमण कर चालानी कार्रवाई की।
मंगलवार को एसडीएम बृजबिहारी श्रीवास्तव, तहसीलदार गजेंद्र लोधी, थाना प्रभारी दीपक जाधव, सीएमओ डीपी शर्मा, नायब तहसीलदार अनिल शर्मा, आरआई प्रदीप दुबे ने शाम चार बजे के बाद शहर का भ्रमण किया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 1, दुकानों के बाहर सामान रखने पर 26, समय सीमा के बाद दुकान खुलने पर 1 व्यक्ति का चालान काटा गया। सिंधिया चौराहे पर पहुंचकर वाहन चैकिंग की। इसमें कुछ वाहनों में परमिशन के अतिरिक्त सवारी बैठाए जाने पर वाहन चालकों को समझाइश देकर छोड़ दिया गया।
पुलिस ने 7 वाहनों पर की कार्रवाई 1750 रुपए शुल्क वसूला: पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन, मास्क नहीं पहनने एवं मोटरसाइकिल पर 3 सवारियां बैठाने पर चालानी कार्रवाई की। इस दौरान 7 वाहनों पर कार्रवाई करते हुए 1750 रुपए शुल्क वसूला।
प्रशासन ने जिले को ग्रीन जोन में आने पर लॉकडाउन तीन में कई तरह की रियायतें दी हैं। इससे बाजार में कपड़ा, जूते, रेडीमेड, हार्डवेयर सहित कई तरह की दुकानों को खोलने की छूट दी है। छूट मिलने के बाद शहरी और ग्रामीण क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने बाजार में पहुंच रहे हैं। इससे शहर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा है। वहीं शहर में बिना मास्क लगाकर घूम रहे लोगों और दुकानदारों पर नप द्वारा चालानी कार्रवाई की जा रही है। लॉकडाउन के दूसरे दिन नप ने 47 लोगों के चालान बनाए हैं।
भारतीय स्टेट बैंक में पैसे जमा कराने और निकालने के लिए आने वाले लोग सोशल डिस्टेंस का ध्यान नहीं रख रहे हैं। बैंक के बाहर सैकड़ों की भीड़ जमा थी। लोग लाइन में चिपक-चिपक कर खड़े थे। सुबह 9 से 4 बजे तक बाजार खुलने की जानकारी लगने पर बड़ी संख्या में लोग बाजार में पहुंचे। लोग कोरोना जैसी महामारी के फैलने के खौफ के बावजूद सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं कर रहे थे। वहीं लोग बिना मॉस्क लगाए घूम रहे थे। इससे लोगों को कोरोना संक्रमण का डर रहता है। वहीं बैंक के बाहर लगी लोगों की लाइन की तरफ बैंक प्रबंधक द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया।
नप ने आज फिर की नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई
शहर में बिना मास्क लगाकर घूमने वाले लोगों और दुकान में बिना मास्क लगाकर बैठे दुकानदारों पर नगर परिषद के कर्मचारी ने दूसरे दिन भी अभियान चलाकर चालानी कार्रवाई की। दूसरे दिन नप अमले ने 47 लोगों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई की। नगर परिषद के राशिद खान ने बताया कि यह चालानी कार्रवाई आगे भी इसी तरह जारी रहेगी। बिना मास्क लगाकर घूमने वाले लोगों के चालाना बनाए जाएंगे।
मुंगावली के नगर मुख्यालय से 8 किमी दूर चिनकुपुर गांव में सोमवार रात 12 बजे गेहूं से भरा ट्रक पलट गया। ट्रक पलटने से ट्रक ड्राइवर और क्लीनर मामूली घायल हो गया। दरअसल ट्रक नयाखेड़ा से महाराष्ट्र के सतारा जा रहा था। ट्रक ड्राइवर त्रिलोक सिंह ने बताया कि रात 12 बजे ट्रक चलाते समय उसे अचानक नींद आ गई। ऐसे में ट्रक सड़क से नीचे उतरकर पलट गया। ट्रक पलटने से ड्राइवर और क्लीनर को मामूली चोट आई है। भगवान की कृपा से गंभीर हादसा नहीं हो सका।
मुंगावली में कोरोना वायरस से लड़ने वाले कोरोना योद्धाओं का मंगलवार को जनप्रतिनिधियों ने पुष्प बरसा कर स्वागत किया। इस दौरान कोरोना योद्धाओं को मास्क और सैनिटाइजर भेंट किया गया।
पूर्व विधायक ब्रजेंद्र सिंह यादव मंगलवार को सुबह 10 बजे नगर परिषद कार्यालय पहुंचे जहां सफाई कर्मियों को मास्क और सैनिटाइजर बांट कर सभी सफाई कर्मियों को पुष्प बरसाकर सम्मानित किया। इस दौरान सभी सफाई कर्मियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन किया। सभी ने तालियां बजाकर भारत माता की जय के नारे लगाए। इस मौके पर सीएमओ विनोद उन्नीतान, प्रभारी एसडीएम यूसी मेहरा आदि मौजूद थे। इसके बाद सभी लोग सिविल अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों, नर्सों व स्वास्थ्य कर्मचारियों का पुष्प बरसाकर स्वागत किया। इस मौके पर डॉ. दिनेश त्रिपाठी, डॉ. अमित आर्य, डॉ. पंकज सोनी आदि मौजूद थे। इसके बाद सभी लोग थाने पहुंचे जहां थाना प्रभारी रोहित दुबे सहित पूरा स्टाफ मौजूद रहा। सभी पुलिस कर्मियों पर फूल बरसाए और मास्क और सैनिकटाइजर बांटे। पूर्व विधायक श्री यादव ने कि आज पुलिस ने हम सभी को सुरक्षित रखने में दिन रात एक कर दिया। हमें पुलिस पर गर्व है। इसके बाद यह टीम मप्र मध्यक्षेत्र बिजली वितरण कंपनी पहुंची। जहां डीई संदीप शाक्य, एई अरविंद राणा आदि मौजूद थे। तहसील कार्यालय में एसडीएम यूसी मेहरा, जितेंद्र शर्मा, सहित कई कर्मचारियों पर पुष्प बरसाकर मास्क और सैनिकटाइजर बांटे।
जिले को कोरोना मुक्त रखने के लिए प्रशासन ने जिले की सीमा पर सिंध नदी के पुल के पास बनाए गए वैकल्पिक मार्ग को पुलिस ने जेसीबी मशीन की सहायता से खोदकर बंद करवा दिया। इससे जिले में बाहर से आने वाले कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के प्रवेश को रोका जा सके। दरअसल जिले की सीमा पर सिंध नदी के दोनों ओर गुना और अशोकनगर जिले की चैकपोस्ट बनी है। चैक पोस्ट के पहले ही एक वैकल्पिक रास्ता नदी पार करने के लिए बना है। चैकपोस्ट पर होने वाली चैकिंग से बचने के लिए कई वाहन इस रास्ते से निकल जाते हैं। रेलवे पुल के दूसरी तरफ एक कच्ची सड़क बनी है। इस सड़क पर कई वाहन चैक पोस्ट से बचने के लिए निकल जाते थे। शाढ़ौरा थाना और गुना जिले के कैंट थाने की पुलिस ने सोमवार को जेसीबी मशीन की सहायता से खोदकर इस मार्ग को बंद कर दिया। इससे अब कोई भी वाहन पुलिस की नजर से बचकर हाईवे से नहीं निकल पाएगा।
हेल्थ वेल्नेस सेंटर पर विश्व हाथ स्वच्छता दिवस एवं विश्व अस्थमा दिवस मनाया। इस साल विश्व हाथ स्वच्छता दिवस की थीम सेव लाइव्य क्लीन योग हेंड्स है अर्थात आपके स्वच्छ हाथ ही लोगों की जिंदगी को बचाते हैं।
विश्व हाथ स्वच्छता दिवस पर हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेडीकल ऑफिसर डॉ. अशोक शाक्य ने कहा कि हर साल 5 मई को विश्व हाथ स्वच्छता दिवस मनाने का उद्देश्य हाथ नहीं धोने से होने वाली स्वास्थ्य जटिलताओं व बीमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है जिसमें संक्रमण भी शामिल है। हैंडवॉश करना सबसे प्रभावी कार्यों में से एक है। यह आपको रोगों के प्रसार को कम करने में मदद कर सकता है। इस साल कोरोना वायरस का प्रकोप फैला हुआ है और इससे बचने के लिए हाथों को धोना सबसे प्रभावी उपाय है। हाथों की सफाई के जरिये इस खतरनाक वायरस से बचा जा सकता है। विश्व अस्थमा दिवस के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि अस्थमा या दमा श्वसन तंत्र की बीमारी है जिसके कारण सांस लेना मुश्किल हो जाता है। धूल और वायु प्रदूषण, सर्द-गर्म की समस्या, मौसम में बदलाव, इन्फेक्शन, ठंडी चीजों का सेवन, एलर्जी, परागकण, जेनेटिक कारण, मानसिक तनाव, जानवरों की डेड स्किन, स्मोकिंग और शराब का सेवन आदि अस्थमा को बढ़ावा दे सकते हैं।
अस्थमा पीड़ितों को बरतना चाहिए अधिक सावधानी
कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए अस्थमा से पीड़ित लोगों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। कोरोना वायरस फेफड़ों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है और ऐसे में अस्थमा के मरीजों को ज्यादा सतर्क रहें की जरूरत होती है। अगर आपको पहले से ही सांस की कोई बीमारी है तो आप सावधान रहें। इस अवसर पर अस्पताल में नियमित टीकाकरण जयमाला चौहान ने किया। इसमें रामकिशोर कुशवाह, उषा ओझा, पलक सेन, राजपाल बाई, गायत्री देशमेर, महाराज सिंह कुशवाह आदि का सहयोग रहा। अस्पताल में आने वाले मरीजों को एक मीटर की शारीरिक दूरी बनाने की समझाइश दी साथ ही उनके हाथ को रोगाणु रहित कर उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं दी गईं।
मुंगावली मेंखरीदी उपार्जन केंद्रों पर परिवहन नहीं होने के कारण हजारों क्विंटल गेहूं खुले में रखा है। उपार्जन केंद्रों पर जल्दी-जल्दी मैसेज आने के कारण तेजी से गेहूं की खरीदी हुई। इससे खरीदी केंद्र पर गेहूं रखने के लिए जगह नहीं बची। इस कारण मैसेज मिलने के बाद अपनी उपज लेकर पहुंचे कई किसानों की गेहूं की तुलाई नहीं होने के कारण वह अपनी उपज को बिना तुलाई कराए ही वापस लेकर चले गए। मौसम में आए दिन हो रहे परिवर्तन के कारण पिछले दो दिन से रोज रात को बारिश हो रही है। सोमवार मंगलवार की रात को हुई बारिश से खरीदी केंद्रों पर रखा गेहूं भीग गया। परिवहन नहीं होने के कारण सरकार को लाखों रुपए का नुकसान होने की संभावना है। केंद्र संचालकों का कहना कि परिवहन धीमी गति से हो रहा है। इस कारण अभी मात्र 50 प्रतिशत गेहूं का ही परिवहन हो सका है।
मंगलवार की सुबह पौने दस बजे तीन युवक सोकलपुर घाट स्थित नर्मदा नदी में डूब गए, जबकि उन्हें बचाने के लिए परिवार के लोग नदी के उस पार स्थित पुलिस चौकी से नाव लाने के लिए गुहार लगाते रहे। इन युवकों के डूबने की जानकारी मिलने पर गांव के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित होकर नदी पर पहुंचे।
ग्रामीण तैरकर नदी के उस तरफ पहुंचे और वे स्वयं वहां से नाव लेकर इस तरफ आए। इसके बाद नदी में डूबे युवकों को खोजने का खोजने की कवायद प्रारंभ हो पाई घटना के आधे घंटे बाद दो युवकों के शव मिल गए है, लेकिन तीसरे युवक की तलाश करने में गोताखोरों और परिजनों को अच्छी खासी मशक्कत करनी पड़ी। नदी में महाजाल फेंका गया, तब कहीं जाकर दोपहर तीन बजे उसका शव मिल मिल पाया। यह तीनों युवक सोकलपुर गांव में एक तेरहवीं कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आए हुए थे। सोकलपुर गांव में रहने वाले भगवान सिंह लोधी की पत्नी ममता लोधी का निधन होने के कारण सोमवार को तेरहवीं का कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनके रिश्तेदार घर पर आए थे। मंगलवार की सुबह परिवार के 7-8 युवक नर्मदा नदी में नहाने के लिए चले गए। नहाते समय थाला दिघावन निवासी 17 वर्षीय साहिल पुत्र यशपाल सिंह लोधी, भाई साहब उर्फ संजीव लोधी पुत्र महाराज सिंह लोधी 22 साल और कृष्णपाल लोधी पुत्र झलकन सिंह लोधी 22 साल निवासी रमखिरिया अचानक गहरे पानी में जाने से डूब गए। तीनों युवक आपस में रिश्ते में भाई बताए जा रहे हैं।
एसडीओपी और तहसीलदार मौके पर पहुंचे: नदी में तीन युवकों के डूबने की जानकारी मिलते ही एसडीओपी अशोक घनघोरिया, तहसीलदार विराठ अवस्थी और देवरी थाना प्रभारी अनिरुद्घ सिंह गौर मौके पर पहुंचे।
घर में इकलौता चिराग था भाईसाहब
थाला दिघावन में रहने वाला भाई साहब उर्फ संजीव लोधी घर का इकलौता चिराग था। उसकी एक बहन है। इस हादसे के बाद माता-पिता और बहन का रो-रो कर बुरा हाल है।
मृतकों के परिजनों को सहायता स्वीकृत : कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने नर्मदा नदी में डूबने से तीन युवकों की मौत होने के बाद उनके परिजनों को रेडक्रॉस सोसायटी से तत्काल 11-11 हजार रुपए की सहायता राशि स्वीकृत की है।
7 मई को है मृतक की बहन की शादी
मृतक भाई साहब उर्फ संजीव लोधी के चाचा छत्रपाल लोधी की बेटी अर्थात उसकी बहन की 7 मई को शादी है, परिवार के सभी लोग उसकी तैयारियों में लगे हुए है। शादी की खुशियां इस हादसे के बाद मातम में बदल गई हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वह चिल्लाता रहा, पर नहीं मिली मदद, आंखों के सामने डूब गए तीनों भाई
मृतक साहिल लोधी के बड़े भाई सौरभ लोधी ने बताया कि बड़ी मम्मी के निधन के कारण परिवार के सभी सदस्य सोमवार को यहां आए थे। सुबह परिवार के 7-8 सदस्य नहाने के लिए नदी पर गए। नहाते समय उसका छोटा भाई व परिवार के दो अन्य युवक गहरे पानी में डूबने लगे, उनकी आंखों के सामने ही यह सभी लोग डूब गए। वह उन्हें बचाने के लिए नदी के उस पार स्थित पुलिस चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों को बुलाने के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन वहां से कोई भी नहीं आया। यदि पुलिस वाले और रेत ठेकेदार के कर्मचारी नाव लेकर समय पर आ जाते तो उन्हें बचाया जा सकता था।
कंजिया जामा मस्जिद में करीब 2 माह से रुके 18 जमातियों में से एक के सीने में मंगलवार की दोपहर दर्द उठ गया। जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया बाद में प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें जिला अस्पताल सागर रैफर किया गया है। जानकारी अनुसार कंजिया में रुके 2 माह से जमातियों में से एक 58 वर्षीय जमाती को मंगलवार को सीने में दर्द हुआ। जिसकी सूचना एसडीएम अमृता गर्ग को दी गई । एसडीएम ने सिविल अस्पताल प्रभारी संजीव अग्रवाल को जानकारी दी। सूचना मिलते ही प्रभारी ने अपनी टीम कंजिया भेजी । टीम जब तक वहां पहुंचती उससे पहले ही उन्हें सिविल अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया । जहां पर प्राथमिक उपचार करने के बाद उन्हें इलाज के लिए सागर रैफर किया गया है । डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि पहले से अब वह ठीक है,मरीज का इलाज सागर में चल रहा है ।
पुलिस ने अलग अलग स्थानों से 2 युवकों को पकड़ कर लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया है। यह दोनों युवक बिना मास्क लगाए, शराब के नशे सड़क पर अनावश्यक कार्य से घूम रहे थे।
पुलिस ने बताया कि एक मामले में गंगाधर पिता रामस्वरुप रैकवार उम्र 25 वर्ष निवासी रेता मुहासा वहीं दूसरे मामले में विजय पिता रमेश अहिरवार उम्र 35 वर्ष निवासी रेता मुहासा के खिलाफ धारा 188,269,270 ता हि 51 आपदा प्रबंधन के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी बिना मास्क,शराब के नशे की हालत में सड़क पर बिना कारण घूम रहे थे। कारण पूछा गया लेकिन इन के द्वारा कोई उचित कारण नही बताया गया।
दूसरे राज्यों में फंसे स्थानीय लोगों को जल्द ही श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से बीना लाया जाएगा। श्रमिकों के आने से पूर्व उन्हें क्वारेंटाइन करने के लिए क्षेत्र में क्वारेंटाइन सेंटर तैयार किए जा रहे हैं। ऐसे भवन जिन्हें क्वारेंटाइन सेंटर बनाना है उन सभी भवनों का एसडीएम अमृता गर्ग ने तहसीलदार संजय दुबे एवं नायब तहसीलदार कैलाश कुर्मी के साथ मंगलवार को निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिए।
बाहर से आने वाले संभावित 500 श्रमिकों को रोकने एवं उन्हें क्वारेंटाइन करने के लिए शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 2-2 क्वारेंटाइन सेंटर बनाए जा रहे हैं। शहर में बनाया जा रहा क्वारेंटाइन सेंटर समाज कल्याण केंद्र ( रेलवे भवन ) एवं मंगल भवन में बनाया जा रहा है। वहीं ग्राम हिरण छिपा स्थित मॉडल स्कूल एवं कंजिया की हाई स्कूल को क्वारेंटाइन सेंटर में तब्दील किया जा रहा है। इन सभी भवनों का मंगलवार को एसडीएम ने निरीक्षण कर भवनों की साफ-सफाई, बिजली, हवा, पानी सहित अन्य इंतजाम करने को कहा है।
2 दिन में मजदूरों के आने की संभावना
संभावना व्यक्त की जा रही है कि श्रमिकों को लेकर ट्रेन 2 दिन में बीना पहुंच रही है। श्रमिकों के शहर में आने से पहले यहां तैयार जोरों पर की जा रही हैं।
जिले की सीमाओं को देखा
एसडीएम अमृता गर्ग ने मंगलवार को ज्वाइन करने के बाद सबसे पहले तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार के साथ जिले की सीमाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कंजिया में सागर-अशोकनगर जिले की सीमा का निरीक्षण किया। वहां पर बने चेक पोस्ट को देखा। साथ ही वहां मौजूद स्टाफ से चर्चा की। इसके बाद एसडीएम ने कुरवाई मार्ग पर स्थित ग्राम रामपुर के पास सागर-विदिशा जिले की सीमा का अवलोकन किया और वहां से शाम को मंडीबामोरा की सीमा का निरीक्षण करने मंडीबामोरा पहुंचीं।
कोरोना वायरस के जिलेभर में अब तक 63 मरीज मिल चुके हैं। अब सुखद बात यह है कि पॉजिटिव मरीजों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है और उनकी रिपोर्ट भी निगेटिव आ रही है। डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की मेहनत से इंडियन चौराहा स्थित कोविड केयर सेंटर में भर्ती 12 मरीज ठीक हो गए है, उनकी तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मंगलवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई। इस तरह जिले भर के 20 कोरोना पॉजिटिव मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं।
मंगलवार को जब इन मरीजों की छुट्टी हुई तो उन्होंने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के साथ ही प्रशासन को धन्यवाद दिया। उनका कहना था कि जब वे यहां पर आए थे, तब उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वे इस रोग से मुक्त हो पाएंगे, लेकिन यहां के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ ने लगातार उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखा। उन्हें यहां पर लगा ही नहीं कि वे अस्पताल में भर्ती है। उन्हें ठीक होने के लिए जो उत्साह वर्धन और मार्गदर्शन मिला, हम उसी के बल पर यहां पर ठीक हो पाए हैं। जब इन मरीजों की छुटटी हुई तो उनका उत्साह वर्धन करने के लिए एसडीएम मिशा सिंह, तहसीलदार अजय पटेल, जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. विनोद परमार, मेडिकल ऑफिसर डॉ. एमएल अहिरवार और कोतवाली टीआई जगदीश सिंह सिद्दू मौजूद रहे, जिन्होंने तालियां बजाकर उन्हें घर जाने के लिए रवाना किया।
ओबेदुल्लागंज के 12 लोगों की रिपोर्ट आई निगेटिव
ओबेदुल्लागंज के बीएमओ डॉ. अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि शहर के वार्ड क्रमांक 5 में कोरोना का नया मरीज मिलने के बाद उनके परिजन और संपर्क में आए 12 लोगों के सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजे गए थे, उनकी रिपोर्ट निगेेटिव प्राप्त है।
16 लोगों के सैंपल भेजे
क्वारेंटाइन और कोविड केयर सेंटर, लैब टेक्नीशियन सहित 12 लोगों के सैंपल मंगलवार को जांच के लिए भेजे गए हैं। इनमें उनके सैंपल भी शामिल है, जिनके सैंपल भेजने के बाद रिजेक्ट हो गए थे। कोविड केयर सेंटर में 24 कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती है।
7 मई को मिलेगी कर्फ्यू में ढील, सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक खुलेंगी दुकानें
कलेक्टर ने 7 मई गुरुवार को सुबह 7 से दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू में ढील दी है। कर्फ्यू में ढील के दौरान दूध, फल, सब्जी और किराने की दुकानें खुलेंगी। दवा दुकानें पूर्वानुसार खुली रहेंगी। जबकि ढील कंटेनमेंट एरिया को नहीं मिलेगी।
पॉलीटेक्निक कॉलेज के सेंटर से 5 लोग हुए डिस्चार्ज
पॉलीटेक्निक कॉलेज के क्वारेंटाइन सेंटर से भी पांच संदिग्ध मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। एक दिन पहले यहां से 43 लोगों की छुट्टी हुई थी।
14 दिन घर में रहना होगा क्वारेंटाइन : इन मरीजों को अभी 14 दिन तक घर में अपने परिवार से दूर रहकर सावधानी रखना होगी। कपड़े, जूते-चप्पल, बिस्तर का उपयोग अलग ही करना होगा।
इन दिनों जिले में सरकारी खरीदी केंद्रों पर गेहूं की खरीदी तेजी से चल रही हैं। वहां अब आग लगने की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। बरेली की खंडराज समिति के तहत बने खरीदी केंद्र में मंगलवार सुबह 4.30 पर शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग अधिक फैलने से वहां रखा सामान भी चपेट मेें आगया। इसके चलते काफी नुकसान हुआ है।
आग लगने की सूचना खरीदी केंद्र प्रभारी मनीष सोनी ने समिति प्रबंधक और थाना प्रभारी को दी। इसके बाद मौके पर फायर ब्रिगेड भेजी गई और वहां आग बुझाई गई। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इसके चलते खरीदी केंद्र पर में रखे गेहूं में 100 क्विंटल गेहूं, 32 गठाने, जिनमें 16000 बारदाने, लेपटॉप सिलाई मशीन सहित दो इलेक्ट्रॉनिक तौल कांटे भी जल गए। इस तरह से करीब 5 लाख रुपए से अधिक के नुकसान होने की बात कही जा रही है। सीजन में नरवाई और गेहूं की फसलों में आग लगने के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन खरीदी केंद्र पर आग लगाने का यह पहला मामला सामने आया है। समिति प्रबंधक भास्कर शर्मा ने बताया कि उन्हें सुबह केंद्र प्रभारी मनीष सोनी द्वारा आग लगने की घटना की जानकारी दी गई, उसके बाद वे मौके पर पहुंचे।
एसडीएम ने की टीम ने मौके पर किया निरीक्षण
बरेली एसडीएम बृजेंद्र रावत, तहसीलदार राजीव कहार, जिला आपूर्ति निगम के प्रबंधक विवेक रंगारी भी घटना स्थल पर जांच के लिए पहुंचे। इस दौरान आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। तहसीलदार ने घटना स्थल पर पंचनामा बनाया है।
नगर के गैरतपुर वार्ड में मंगलवार को एक युवक ने शराब के नशे में धुत होकर कुएं में छलांग लगा दी जिससे उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को बाहर निकाला तथा पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वार्ड क्रमांक 12 गैरतपुर निवासी गौरव (18) आत्मज प्रहलाद सिलावट ने मंगलवार की लगभग दोपहर 3 बजे लकड़ी डिपो के पीछे बने कुएं में छलांग लगा दी। इससे उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि युवक शराब पिए था। मौके पर खाने पीने का सामान भी मिला है। मृतक के मां-बाप सहित परिवार के लोग मजदूरी करते हैं तथा युवक अविवाहित था। घटना का कारण अज्ञात बना हुआ है।
नगर को कोरोना वायरस से बचाने के लिए कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देश पर नपा रायसेन का अमला शहर को प्रतिदिन सैनिटाइज कर रहा है। मंगलवार को जब नपा के कर्मचारी शहर की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में सैनिटाइज करने पहुंचे तो यहां के रहवासियों ने नपा कर्मचारियों पर पुष्प वर्षा कर उनका उत्साह वर्धन किया। नपा सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने बताया कि प्रतिदिन कोविड केयर सेंटर, आइसोलेशन सेंटर, चिकित्सालय और रहवासी क्षेत्रों को सैनिटाइज किया जा रहा है।
मजदूरों को छोड़ने के लिए राहतगढ़ जा रहा एक मैजिक वाहन माला पेट्रोल पंप के पास पलट गया, जिससे वाहन में सवार 34 मजदूर घायल हो गए। इन सभी घायलों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल लाया गया। इन घायलों में दो की हालत गंभीर है। घायल 32 लोगों को कन्या छात्रावास में रखा गया है।
यह सभी मजदूर सूरत, ओरंगाबाद, मुंबई में रोजगार की तलाश में गए थे। कोरोना संक्रमण के कारण बेरोजगार होने पर वे पैदल ही अपने घरों के लिए निकल पड़े है। जब यह मजदूर गैरतगंज पहुंचे तो उन्होंने तहसीलदार अंबर पंथी को अपनी पीड़ा बताई, तब तहसीलदार ने मैजिक वाहन के ड्राइवर रईस नामक व्यक्ति को बुलाया और उसके वाहन में 20 लीटर डीजल भरवाकर 20 मजदूरों को राहतगढ़ तक छोड़ने के लिए भेज दिया। लेकिन रास्ते में बूढागंज से इस वाहन में 15 मजदूर ओर सवार हो गए। बेगमगंज नगर से पहले यह वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया, जिससे उसमें बैठे मजदूर घायल हो गए। इन घायलों को सिविल अस्पताल लाया गया। इन घायलों में से राजकुमार पुत्र राजेश पाल 32 वर्ष इलाहाबाद के दोनों हाथों में फ्रेक्चर आया है, जबकि वसीत शाहनी पुत्र जहलावी शाहनी 40 वर्ष महाराजगंज यूपी के कॉलर बोन में फ्रैक्चर होने पर उन्हें भर्ती कर लिया गया है शेष 31 मजदूरों को कन्या छात्रावास में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में ठहराया गया है।
दूसरे प्रदेशों में फंसे मजदूरों को घर भेजने के लिए रेलवे केे द्वारा ट्रेनों को शुरु किया गया है। मंगलवार को गुजरात में फंसे श्रमिकों को लेकर 3 श्रमिक ट्रेनें स्थानीय स्टेशन से होकर यूपी के लिए रवाना हुईं। इन ट्रेनों को स्थानीय स्टेशन पर रोक कर वाटरिंग कराई गई। साथ ही ट्रेन के स्टाफ को बदल कर ट्रेनों को चलाया गया। केवल एक ट्रेन में स्थानीय स्टेशन पर यात्रियों को भोजन के पैकेट एवं पानी की बाॅटल उपलब्ध कराई गई।
ट्रेनों के स्टेशन पर पहुंचने से पहले एवं बाद में प्लेटफार्म काे सैनिटाइज किया गया। ट्रेनों की सुरक्षा को देखते हुए प्लेटफार्म के दोनों तरफ आरपीएफ एवं जीआरपी स्टाफ काे तैनात किया गया। मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन से 3 श्रमिक स्पेशल ट्रेन निकाली गई। पहली ट्रेन सुबह 8 बज कर 25 मिनट पर प्लेट फार्म नंबर 4 पर गोधरा से कानपुर स्पेशल ट्रेन आई जो 10 मिनट रुकने के बाद 8 बज कर 35 मिनट पर रवाना हुई। इसी तरह इसी प्लेट फार्म पर सुबह 9 बज कर 43 मिनट पर दूसरी ट्रेन पहुंची जो 5 मिनट रुकने के बाद 9 बज कर 52 मिनट पर यहां से रवाना हुई। इन ट्रेनों में केवल वाटरिंग सप्लाई की गई और स्टाफ को बदल कर ट्रेन को चलाया गया। इसके बाद दोपहर 12 बज कर 25 मिनट पर तीसरी ट्रेन साबरमती से मुजफ्फरपुर स्पेशल ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 2 पर पहुंची। जहां ट्रेन में यात्रा कर रहे 12 सौ यात्रियों को भोजन के पैकेट एवं पानी की बॉटल वितरित की गई। बाद में 12 बज कर 35 मिनट पर ट्रेन को रवाना किया गया। स्पेशल ट्रेन आने पर अन्य कोई यात्री स्थानीय स्टेशन से ट्रेन में न चढ़े सके। सुरक्षा को देखते हुए ट्रेन के दोनों तरफ आरपीएफ बल तैनात किया गया।इस मौके पर एसएस वीके दुबे, डिप्टी एसएस संजय जैन, डिप्टी एसएस एसएन सक्सेना, डीसीआई सुशील पांडे, सीटीआई पाल, सीटीआई आरके गोस्वामी, सीटीआई नरेंद्र जाटव, सीटीआई डीके लवानिया, टीटी संग्राम सिंह, टीटी शशिभूषण, आरपीएफ पोस्ट प्रभारी विपिन कुमार, जीआरपी थाना प्रभारी एसएन मिश्रा एवं अफसर अली आदि उपस्थित रहे।
जरूरतमंदों की सहायता की: पटना बुजुर्ग। मध्यांचल ग्रामीण बैंक पटना बुजुर्ग के मैनेजर केके गौतम द्वारा गरीब असहाय एवं मजदूर वर्ग के 200 लोगों को खाना के पैकेट बांटे। बैंक मैनेजर गौतम ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लाॅकडाउन होने के कारण लोग परेशान हो रहे हैं। इसलिए जरूरतमंदों की सहायता की है। उन्होंने बैंक उपभोक्ताओं से कहा है कि बैंकों में भीड़ नहीं करें। सोशल डिस्टेंस का पालन करें एवं मास्क लगाकर आएं। इस मौके पर धनराज रजक एवं राजेश प्रजापति भी शामिल हुए।
दाे चरण का लॉकडाउन पूरा हो गया हैं, अब लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। पुलिस कर्मचारी हों या अधिकारी कोरोना संक्रमण के कठिन संयम से गुजर रहे हैं। इसके बाद भी जिले की सीमाओं पर बने 15 चेकपोस्ट और जिले के सभी नगरों में के अंदर बने नाकों पर वे मुस्तैदी से काम कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच वे काम में जुटे हैं। उनके साथ कोटवार, शहर और ग्रामीण सुरक्षा समिति के सदस्य भी पुलिस के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इन सबका मनोबल बनाए रखने के लिए उनको प्रोत्साहन राशि, लिखित प्रशंसा, अथवा प्रमाण पत्र देकर हौसला अफजाई की जा रही है। एसपी मोनिका शुक्ला ने मंगलवार को दरगाह रोड पर पहुंचकर सुरक्षा समिति के सदस्यों को प्रमाण पत्र सौंपे।
चेक पोस्ट से कोविड केयर सेंटर तक तैनात हैं पुलिस
जिले में 1036 पुलिस कर्मचारी और 300 से अधिक सुरक्षा समिति के सदस्य काम कर रहे हैं। ये पुलिस कर्मचारी हर जगह अपना काम जिम्मेदारी से निभा रहे हैं, जहां आम आदमी खड़े होने की भी हिम्मत नहीं कर सकता। उनमें कोविड केयर सेंटर जहां कोरोना संक्रमित मरीजों को रखा जाता हैं। चेक पोस्ट जहां से हर तरह के लोग गुजरते हैं। पता नहीं उनमें से कौन कोरोना संक्रमित हो। इसके अलावा क्वारेंटाइन सेंटर जहां कोरोना संक्रमित संदिग्ध लोगों का रखा जाता है। इस तरह से हर जगह में रिस्क में काम कर रहे हैं। कुछ दिन पहले ही 57 पुलिस कर्मचारियों को शहर में क्वारेंटाइन करना पड़ गया था।
इस तरह से किया दिया जा रहा प्रोत्साहन
जिले में राजपत्रित पुलिस अधिकारियों को लिखित प्रशंसा की जा रही है। इससे ये उनकी सीआर में दर्ज हो सके। इसके अलावा आरक्षक से लेकर निरीक्षक तक प्रोत्साहन राशि देने का काम चल रहा है।
जिला प्रशासन द्वारा मंगलवार से शराब दुकानें खोले जाने के आदेश के बाद नगर में शराब दुकानों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां उड़ी। नगर के मुख्य बस स्टैंड पर देशी व अंग्रेजी शराब की दुकानों पर मंगलवार को भारी भीड़ रही। शराब ठेकेदार ने भी नियमों की परवाह किए बिना फुटकर के साथ थोक में भी शराब बेंची।
इस संबंध में थाना प्रभारी डीडी आजाद का कहना है कि नियमानुसार दुकान संचालन के निर्देश ठेकेदार को दिए गए है। यदि कही नियमों का पालन नहीं हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।
स्टेट हाईवे 44 पर स्टेट बैंक के पास मुख्य मार्ग पर एमपीआरडीसी के निर्माण एजेंसी के द्वारा शिवाजी नगर से निकले स्टेट हाईवे 44 पर नए पुल का निर्माण करवा रही है,लेकिन निर्माण कार्य की गति धीमी होने के कारण बारिश तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण होना संभव नहीं लग रहा है।
जिसके चलते आने वाली बारिश के दिनों में नगर दो भागों में विभाजित हो जाएगा जिससे नगर की करीब डेढ़ लाख आबादी को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। नदी के एक तरफ सभी शासकीय कार्यालय है तो दूसरी तरफ बाजार है ऐसे में बारिश के दिनों में पुल निर्माण नहीं हुआ तो दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। निर्माण एजेंसी ने नए पुल निर्माण के लिए पुराने पुल को तोड़ दिया है और आवागमन के लिए नदी में से बैकल्पिक रुप से कच्चा रास्ता बना दिया गया है। इस कच्चे रास्ते से ही वाहनों के साथ ही राहगीरों का आवागमन हो रहा है। एमपीआरडीसी के द्वारा स्टेट हाईवे 44 स्थित आमापानी कॉलोनी से नगर के बजरंग चौराहा तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य जो कि करीब एक किलो मीटर का है इस कार्य की लागत 13 करोड़ बताई जा रही है। एक किलो मीटर लंबाई के इस फोरलेन सडक निर्माण में दो पुलिया तथा एक पुल को भी शामिल किया गया है।
दो पुलिया तथा एक पुल की निर्माण राशि करीब पांच करोड़ बताई जा रही है। एमपीआरडीसी के द्वारा निर्माण एजेंसी से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। लेकिन निर्माण एजेंसी के द्वारा कछुआ चाल से निर्माण कार्य किया जा रहा है। सड़क व पुल का निर्माण अलग अलग निर्माण एजेंसी के द्वारा किया जा रहा है। पुल निर्माण एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य में लगातार लापरवाही बरती जा रही है। नवीन पुल का निर्माण किए जाने के लिए पुराने पुल को तोड़ा जा रहा है। जिस कारण पुल पर से आवागमन पूर्णत: बंद कर दिया गया है।पुल के बगल में नदी में से कच्चा रास्ता बना कर आवागमन को प्रारंभ किया गया है।
40 दिन शेष, अभी तक डले सिर्फ पिलर
निर्माण एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य में लगातार मनमानी बरत रही है। यह बजह है कि अभी तक नवीन पुल निर्माण के लिए मात्र दो पिलर ही डाले गए है। जबकि अभी तक पुल का काम अंतिम चरणों में होना था। चूंकि निर्माण की समय अवधि में अब 40 दिन का समय ही शेष बचता है। अमूमन जून के द्वितीय सप्ताह में बारिश प्रारभ हो जाती है। बरसात प्रारभ होने तक पुल का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाना संभव नहीं लग रहा है। अभी तक 10 प्रतिशत काम ही हुआ है। इसी मार्ग से इंदौर, भोपाल, रायसेन, गैरतगंज, बेगमगंज, विदिशा आदि नगरों के लिए यात्री बसों का संचालन होता है। स्टेट हाईवे होने के कारण दिनरात के समय सैंकड़ों की संख्या में लोडिंग अनलोडिंग वाहन पुल पर से निकलते है। बताया जा रहा है कि करीब 3 साल पूर्व सरकार के द्वारा क्षेत्रीय विधायक व तत्कालीन लोनिवि मंत्री रामपाल सिंह राजपूत के प्रयासों से आमापानी कॉलोनी से बजरंग चौराहा तक फोरलेन सड़क निर्माण स्वीकृत 13 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई थी।
जिला मुख्यालय के दरगाह शरीफ से गढ़ी मदरसा में क्वारेंटाइन किए गए सभी 6 लोगो की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसके बाद प्रशासन ने उन्हें क्वारेंटाइन सेंटर से मुक्त कर उनके घर वापिस कर दिया है। इसके पहले इन्ही क्वारेंटाइन लोगो में से एक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। जिसके चलते क्षेत्र में हडकंप मच गया था।
दरगाह शरीफ रायसेन से बीते एक पखवाड़े पहले 7 लोगो को तहसील के कस्बा गढ़ी स्थित मदरसा में क्वारेंटाइन किया गया था। इन लोगो में से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद शेष 6 लोगो की जांच के सेम्पल दोबारा भेजे गए थे। मंगलवार को इन सभी 6 लोगो की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आ गई। प्रशासन ने इसके बाद कदम उठाते हुए इन सभी लोगो को उनके निवास रायसेन एवं अंडोल वापिस भेजकर उनके घरों में होम क्वारेंटाइन के आदेश किए है। एसडीएम प्रियंका मिमरोट ने बताया कि मंगलवार को सभी की रिपोर्ट आने के बाद यह कदम उठाया गया है।
स्टेट हाईवे 45 पर मुख्यालय से 4 किलोमीटर दूर जूनिया पुल के पास वन विभाग डिपो के सामने रात 10:30 बजे एक बाइक चालक अनियंत्रित होकर गिर गया जिसमें 1 युवक घायल हो गया।
जिसे प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया।एस आई सीएम मर्सकोले ने बताया कि श्रवण गौर पुत्र तखत सिंह गौर उम्र लगभग 35 वर्ष निवासी सिमरिया (गढ़ी) जो कि सिलवानी से अपने घर जा रहा था। घाटी पर बाइक अनियंत्रित हो गई। जिससे उसे सिर में गंभीर चोट आई। सूचना पर मौके पर पहुंच कर घायल को सरकारी अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद रायसेन रेफर कर दिया गया।
कस्बा से तीन किलोमीटर दूरी पर स्थित सिलवानी पश्चिम वन में गजंदा ग्राम में जो कि जंगल से लगा हुआ है जिसमें इन दिनों तेंदुआ की दहशत फैली है ।
यही वजह है कि लोग अपने घरों से नहीं निकल पा रहे हैं। तेंदुआ को ग्रामीणों ने कई बार देखा है और उनकी बकरा, बकरी का शिकार कर चुका है अजहर खा की बकरी और रामभगत की बकरी ओर बकरा राशिद खा का बकरा एवं कल्याण की बकरी इन सभी का शिकार कर चुका है। लोग इतनी दहशत में की अपना रोजमर्रा का सामान लाने के लिए खौफ खा रहे है। इस संबंध में रेंजर संजय राजपूत ने बताया कि हमने पंचनामा बना लिया है और जांच चल रही है ग्रामीणों के जो भी बकरा बकरी का नुकसान हुआ है हम उनको उचित मुआवजा दिलवाएंगे।
समर्थन मूल्य गेहूं खरीदी के लिए स्थापित सायलो बैग केन्द्र पर तुलाई में लंबे इंतजार के हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। यहां किसानों की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है।
मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी तुलाई के लिए किसानों की ट्रेक्टर ट्राली वाहन की चार किमी लंबी कतार इस केंद्र पर देखी गई। किसान संगठन एवं कांग्रेस कमेटी ने इस पर अपना विरोध जताया है तथा केंद्र किसानों को सुविधाएं देने व जल्द तुलाई कराने की मांग की है। किसानों को तुलाई के इंतजार व सुविधाओं के अभाव में भीषण गर्मी की परेशान होना पड़ रहा है। मंगलवार को किसानों की उपज भरकर लाई गई ट्रेक्टर ट्राली की लगभग चार किमी लंबी लाइन इस केंद्र पर दिन भर लगी रही, वहीं बीती रात क्षेत्र में तेज पानी गिरने के दौरान भी किसानों को परेशान होना पड़ा। सोमवार को भी इसी तरह के हालात इस केंद्र पर थे। किसान संगठन और कांग्रेस कमेटी ने इस तरह से परेशान होने पर कड़ा एतराज जताया है तथा प्रदर्शन की चेतावनी दी है। कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालजी ठाकुर, किसान संगठन के मुकेश धाकड़, गगन गौर, हरनाम लोधी, हेमंत गुर्जर आदि ने बताया कि इस केंद्र पर सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है। यहां तक की पीने के पानी और छाया की व्यवस्था तक नहीं कराई गई है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और केंद्र प्रबंधन तत्काल व्यवस्था सुधारे अन्यथा हमें प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। इस भीषण गर्मी में भी सायलो बैग प्रबंधन इन समस्याओं को ठीक करने की तरफ कोई ध्यान नही दे रहा है। इस संबंध में एसडीएम प्रियंका मिमरोट ने बताया कि प्रबंधन को समय सीमा में तुलाई करने एवं व्यवस्था ठीक रखने के निर्देश दिए गए हैं
वैश्य महासम्मेलन मप्र ईकाई बीना के नेतृत्व में समस्त व्यापारी संघ अध्यक्षों ने विधायक महेश राय को ज्ञापन सौंप कर बीना तहसील में लघु एवं मध्यम वर्गीय दुकानदार और फुटपात पर बैठकर रोजगार चलाने वाले दुकानदार की दुकानें समय सीमा में खुलवाने की मांग की है ।
व्यापारियों ने बताया कि 22 मार्च से जनता कर्फ्यू एवं लॉकडाउन के कारण शहर की दुकानें बंद है। जबकि बीना में कोई भी कोरोना का संक्रमित मरीज नहीं मिला है। लगातार दुकानें बंद होने के कारण दुकानदार मानसिक एवं आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में छोटे और मध्यम दुकानदारों को अपने परिवार के भरण पोषण करने में किसी प्रकार का अन्य रोजगार नहीं है। जो पूंजी थी वह भी लॉकडाउन के चलते खत्म हो गई है। व्यापारियों ने विधायक को ज्ञापन सौंप कर मप्र सरकार पुनः विचार कर दुकानें खोलने की अनुमति प्रदान करने की मांग की है । इसके अलावा ज्ञापन प्रधानंत्री, प्रदेश के मुख्यमंत्री, सागर कलेक्टर सहित अन्य स्थानों पर भी भेजा गया है ।
व्यापारियों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि सागर जिले की सभी तहसील में जिस तरह ग्रामीण क्षेत्र में सभी तरह की दुकानों को खोलने की अनुमति प्रदान की गई है उसी तरह जिले की सभी तहसील एवं नगर निकाय की अलग से नीति बना कर दुकानें खुलवाए । उन्होंने गमछा जो कि मास्क का स्वरुप है, जूता चप्पल एवं लकडी के कारीगर, पटवा, फोटोग्राफर, फोटो काफी, मोबाइल रिपेयरिंग, बिल्डिंग मटेरियल, प्रिटिंग प्रेस, बर्तन दुकानदार, सुनार, मंगलसूत्र, पायल बिछिया बनाने वाले,छोटे गारमेंट्स, जरनल स्टोर आदि को समय सीमा में खुलवाने की मांग की है । ज्ञापन सौपने वालों में वैश्य महासम्मेलन मप्र की ईकाई बीना के तहसील प्रभारी मनोज अग्रवाल,अध्यक्ष मुकेश जैन,लोहा सीमेंट एवं सेनेट्री व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेश साहनी,मोबाइल एसोसिएशन अध्यक्ष गोल्डी अरोरा,किराना कंफेक्शनरी,पान मशाला व्यापारी संघ अध्यक्ष अरविंद बरया आदि उपस्थित रहे।
शहर का तापमान इन दिनों 41 से 42 डिग्री के बीच चल रहा है। ऐसे में बार-बार हो रही बिजली गुल के कारण शहरवासी परेशान हैं। बीती रात भी काफी देर तक बिजली गुल रही। इसके अलावा आंधी के कारण रायसेन ग्रामीण बेगमगंज क्षेत्र में 40 से अधिक बिजली के खंभे गिरने के बात सामने आई हैं। शहर में तेज हवा व मेंटेनेंस के कारण बिजली बंद करना पड़ रही है।
इस बार मेंटेनेंस पूरे एक महीने देरी से शुरु किया गया है। यदि यही काम समय पर कर लिया जाता तो शहरवासियों को तेज गर्मी में बार-बार होने वाली बिजली गुल के कारण परेशान नहीं होना पड़ता। हालांकि इसके लिए बिजली कंपनी के अधिकारी लॉकडाउन को दोषी ठहरा रहे हैं। इसके कारण वे समय पर शहर में मेंटेनेंस का काम नहीं कर पाए। इन सब के चलते तेज गर्मी के बीच होने वाली बिजली गुल से शहर के लोग परेशान हो रहे हैं। बताया गया है कि शहर के 5 फीडरों में से तीन का मेंटेनेंस पूरा कर लिया गया है और अभी 2 फीडरों को मेंटेनेंस किया जाना बाकी हैं।
अप्रैल में होने वाला मेंटेनेंस का काम मई में शुरू हुआ
शहर में सबसे अधिक बिजली गुल सड़कों के किनारे लगे पेड़ों की शाखाएं के बिजली के तारों से टकराने से होती हैं। इसके लिए समय रहते बिजली कंपनी द्वारा पेड़ों की छटाई की जाती हैं। इससे टहनियां बिजली के तारों से न टकराएं। लेकिन इस बार यह काम अप्रैल में नहीं किया गया। अब जब तेज हवाएं चलने लगी हैं तो बार-बार बिजली गुल होने लगी हैं। अप्रैल में किया जाने वाला काम बिजली कंपनी द्वारा मई किया जा रहा है।
तेज आंधी में गिरे 40 खंभे
डीई राजेश दुशाद के मुताबिक लॉकडाउन के चलते मेंटेनेंस के काम में देरी हुई है। वहीं तेज आंधी के कारण रायसेन ग्रामीण और बेगमगंज क्षेत्र में 40 से अधिक बिजली के खंभे गिर गए हैं। वहां बिजली सप्लाई चालू कराने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। इस तरह शहर में भी 5 फीडरों में से 3 का मेंटेनेंस काम पूरा कर लिया गया है। दो का और किया जाना है।
हमारा भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है। इस भयंकर बीमारी को लेकर हमारे स्वास्थ्य कर्मी 24 घंटे कार्य कर रहे हैं। साथ ही उनका कंधे से कंधे मिलाकर हमारे पुलिस कर्मचारी एवं पत्रकार बंधु भी अपनी पूरी जिम्मेदारी के साथ सेवा का कार्य कर रहे हैं। इसी क्रम में नगर सिलवानी की वॉइस आॅफ सिलवानी ग्रुप द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिलवानी पहुंचकर मौजूद सभी डॉक्टरों का नर्सों का और उपस्थित कर्मचारियों का फूल और श्रीफल से स्वागत किया गया। इसके अलावा पुलिस कार्यालय एवं नगर परिषद पहुंचकर हमारे ग्रुप के लोगों ने उपस्थित सभी पुलिसकर्मियों एवं नगर परिषद के कर्मचारियों आइसोलेशन सेंटर पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों का भी स्वागत किया। यह कोरोना योद्वा अपना घर और परिवार छोड़कर देश और समाज के लिए लगे हुए हैं। गोविंद नामदेव, राशिद पेंटर, मनीष मालवीय, अक्षय पाल, नीलू चौरसिया, सचिन नामदेव, आशीष, वेदराज, शुभम शर्मा, रागिनी बघेल आदि लोगों ने स्वागत किया। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि यह कोरोना महामारी से हमारा भारत और पूरा विश्व मुक्त हो और हम पहले की भांति अपना कार्य खुलकर कर सके ऐसी कामना के साथ ऐसी आशा के साथ हम लोगों ने सभी लोगों का स्वागत किया है।