थाना क्षेत्र के सिलदाग पंचायत स्थित हाहे गांव से पुलिस ने 8 किलो गीला अफीम के साथ गिरफ्तार कर एक अभियुक्त को जेल भेज दिया है। उक्त विषय की जानकारी देते हुए एसडीपीओ वचनदेव कुजूर ने बताया कि हमें गुप्त सूचना मिली थी कि हाहे गांव निवासी महादेव गंझू अपने घर में भारी मात्रा में गिला अफीम रखा हुआ है। जानकारी पाते ही हमने सिमरिया इंस्पेक्टर शिव प्रसाद, थाना प्रभारी श्रीराम राम,एएसआई एसएन यादव, बिरजू उरांव समेत अन्य जवानों की टीम का गठन कर हाहे गांव में छापेमारी किया।
इस दौरान जानकारी के अनुरूप ही महादेव गंझू के घर से आठ किलो गीला अफीम बरामद किया गया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर एनडीपीएस एक्ट के तहत गुरुवार को जेल भेज दिया गया। आगे उन्होंने बताया कि महादेव के बयान पर ही एक अन्य आरोपी जादो गंझू पर भी एफआईआर दर्ज की गई है फिलहाल वह फरार है। उसे भी शीघ्र ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए फ्रंट लाइन पर कार्य कर रहे नप के सफाई कर्मियों को शहर के गुरुद्वारा रोड स्थित वार्ड नंबर 13 जेपी नगर के लोगों ने गुरुवार को पुष्प वर्षा कर माला पहनाकर व अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। तत्पश्चात इन सफाई कर्मियों को उपहार दिए गए और सफाई कर्मियों को पूरे मुहल्ले में भ्रमण कराया गया। मौके पर मोहल्लेवासियों ने घरों से बाहर निकलकर व अपने-अपने छतों से सफाई कर्मियों पर पुष्प वर्षा व ताली बजाकर उनका हौसला अफजाई किया। मौके पर राजेंद्र साहू ,ओम प्रकाश साहू ,दिलीप कुमार, उमंग अग्रवाल, नीलम शहवादी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना में लॉकडाउन के दौरान जहां लोग घरों में कैद है। वही सफाई कर्मी, चिकित्सक व पुलिस कर्मी एक योद्धा की तरह कार्य कर रहे हैं। इन कर्मवीरों ने ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा के साथ लोगो की जानमाल की सुरक्षा के कार्य में लगे हुए है। सफाई कर्मियों ने पूरे मोहल्ले को सेनिटाइज भी किया।
सम्मान समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया। मौके पर सफाई कर्मी सूरज राम, दामोदर कुमार, सिकन्दर कुमार, चंद्रमौली कुमार, विनोद कुमार के अलावा स्थानीय निवासी प्रदीप शर्मा, महेश राणा ,सुरेंद्र वर्मा, सुदर्शन कुमार, बृजेश शर्मा, प्रताप कुमार, संतोष सिंह, पिंटू कुमार, रवि कुमार सहित अन्य लोग मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर लोगों ने लॉकडाउन में पेयजल स्वच्छता विभाग की ओर से प्रतिदिन स्वच्छ जल उपलब्ध करवाने के लिए कार्यपालक अभियंता को आभार पत्र सौंपा।
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर चतरा पहुंचे। परिसदन में पदाधिकारियों के साथ बैठक किया। शिक्षा मंत्री ने लॉक डाउन के दौरान स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था कर बच्चों के पठन-पाठन की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिया। अधिकारियों को जिले में मर्ज हुए विद्यालयों की समीक्षा गांव स्तर पर जाकर करने का निर्देश दिया। मंत्री ने कहा कि जिन शिक्षकों का चयन सरकारी शिक्षक के रूप में नहीं हो पाता है। वहीं शिक्षक प्राइवेट स्कूलों में पढ़ाते हैं। इसका मतलब है की प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों से गुणवत्ता के मामले में सरकारी शिक्षक आगे हैं। इसके बावजूद लोग अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाते हैं। प्राइवेट स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक है। जबकि कमीशन से मेरिट के आधार पर चुनकर आए सरकारी शिक्षकों से भरे सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है। यह शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए भी सोचने वाला प्रश्न है। उन्होंने कहा कि स्कूलों के लिए क्या-क्या संसाधन चाहिए उसे शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए वे तैयार हैं। सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेहतर शिक्षा कैसे मिल, यह सोचना अधिकारियों व शिक्षकों का काम है। बैठक में डीसी जितेंद्र कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिन्हा, जिले के सभी बीईईओ व झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष पंकज प्रजापति उपस्थित थे।
कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम को लेकर जिले में किये जा रहे उपाय को लेकर गुरुवार को बिरसा सांस्कृति भवन में उपायुक्त रमेश घोलप व पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारिब ने संयुक्त रुप से बैठक की। उपायुक्त ने सभी बीडीओ, सीओ, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं थाना प्रभारियों को ब्लॉक मुख्यालय में चिन्हित किये गये बाजार, हॉट एवं अन्य स्थानों पर सतत निगरानी रखना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने बाजारों एवं हाटों में सब्जी और फल के दुकान लाने वालों के लिए क्रमवार स्थान चिन्हित करने का निर्देश दिये। सभी दुकानों के बीच 15 फीट की दूरी हो और सोशल डिस्टेसिंग का सख्ती से अनुपालन कराने की बात कही । उपायुक्त ने सभी बाजार, हाटों के लिए 10 वॉलेंटियर को चिन्हित करने और उन्हें बाजारों एवं हाटो में प्रतिनियुक्त करने का भी निर्देश दिया।
मौके पर उप विकास आयुक्त श्री आलोक त्रिवेदी, अपर समाहर्ता अनिल तिर्की, निदेशक डीआरडीए नेलसम एयोन बागे, कार्यपालक दण्डाधिकारी नरेश कुमार रजक, गोपनीय प्रभारी जयपाल सोय, जिला योजना पदाधिकारी, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार व अन्य लोग मौजूद थे। उपायुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ-साथ जुर्माना लगाये। उपायुक्त ने बाहरी राज्यों व अन्य जिलों से हमारे जिले में आ रहे लोगों पर सख्ती से निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने सहिया, सेविका, पंचायत/ग्राम समन्वय समिति व मुखिया से लगातार संपर्क करते हुए बारह से आये हुए लोगों को सूची बनाने का निर्देश दिये। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को बाहर से आये लोगों का स्क्रीनिंग करने का निर्देश दिये। साथ ही वैसे लोग, जिन्हे होम कोरोटाइन रहने की सलाह दी गयी है, उनपर सतत निगरानी रखें। उन्होंने निर्देश दिया अगर कोई भी होम क्वॉरोंटाइन का उल्लंघन करते हुए पाया जाए तो उनके खिलाफ आपदा अधिनियम के तहत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
बिना पास के गाड़ियों को जिले में प्रवेश नहीं : एसपी
पुलिस अधीक्षक डॉ. एहतेशाम वकारिब ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिले के अंदर बनाये गये चेकपोस्ट पर सतत निगरानी रखेंगे। बाहर से आ रहे लोगों की सूची बनाना सुनिश्चित करेंगे। बिना पास के गाड़ियों को जिले में प्रवेश नहीं दिया जायेगा। इसकी निगरानी रखना सुनिश्चित करने का निर्देश दिये। साथ ही बिना मास्क लगा कर अनावश्यक रुप से घूम रहे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया।
नगर पंचायत वार्ड नंबर-8 के वार्ड पार्षद ज्योति भारती ने 26 प्रवासी मजदूरो व छात्रों की सूचि नगर पंचायत कार्यालय में जमा की है और उन्हें जीवकोपार्जन के लिए सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी को लेकर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरो व छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। जीवकोपार्जन के लिए अपने परिवार को छोड़कर लोग दूसरे राज्यों में काम कर रहे है और छात्र अपने जीवन संवारने को लेकर दूसरे राज्यों में रह रहे है, जो लॉकडाउन के कारण फंस गए है। उन्होंने प्रवासी मजदूरो व छात्रों की वापसी के पूर्व व्यवस्था करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अपने वार्ड से संबंधित 26 प्रवासी मजदूरो व छात्रों की सूचि नगर पंचायत कार्यालय में जमा की है, ताकि उन्हें समय पर सहायता राशि उपलब्ध कराया जा सके।
सीटू राज्य कमेटी सदस्य संजय पासवान ने बयान जारी कर कर्नाटक की भाजपा सरकार के द्वारा मजदूरों के घर वापस जाने से रोके जाने की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा की जिन शहरों ने मजदूरों को धकिया कर निकाल दिया, पैदल सैकड़ों किलोमीटर चलने को मजबूर किया, भूखा रखा, बेघर कर दिया उन्हें अब अहसास हो रहा है कि मजदूर उनके लिए कितना जरूरी हैं। कर्नाटक सरकार ने ट्रेन रुकवा दी, ताकि बिहार के मजदूर वहां से निकल न जाएं। राज्य के बिल्डरों से मीटिंग के बाद ये फैसला किया गया।
सब जानते हैं कि मजदूर कितने जरूरी हैं लेकिन कोई उनकी कद्र नहीं करना चाहता। जब तक सरकार ने इंडस्ट्री चालू करने की इजाजत नहीं दी थी, इन मजदूरों की किसी को फिकर नहीं थी। चूंकि पूरा सिस्टम ही रसूखदारों की तरफदारी करता है इसलिए मजदूरों की घर वापसी में बैरिकेड लगाने में पुलिस से लेकर प्रशासन तक जुट जाता है। कर्नाटक सरकार का ये कदम न सिर्फ निंदनीय बल्कि असंवैधानिक भी है। इसपर गंभीरता दिखाने की जरूरत है।
प्रवासी मजदूरो के घर वापसी की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही कोरोना महामारी को लेकर संदिग्ध लोगों की सैंपलिंग की संख्या भी बढ़ने लगी है। गुरूवार को दूसरे राज्यों से आए कुल 20 लोगों को आइसोलेट करते हुए उनके सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए भेजा गया। एसीएमओ डा. अभय भूषण ने बताया कि जिन 16 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे वह निगेटिव आया है। अब तक कुल 208 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए है, जिसमें 49 लोगों के रिपोर्ट पेंडिंग है। फिलहाल जिले में एक भी पॉजिटिव केस नहीं है। उन्होंने बताया कि बाहर से आए लोगों की विभिन्न सरकारी अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर के माध्यम से स्क्रीनिंग की जा रही है, जिसके तहत 348 लोगों की जांच की गई। जिनमें सबसे अधिक जयनगर सीएचसी में 124 लोगों की जांच की गई। वहीं सतगावां में 68, मरकच्चो में 38, कोडरमा में 3 व सदर अस्पताल में 115 लोगों की गई स्क्रीनिंग शामिल है। जिले के सरकारी क्वारेंटाइन में वर्तमान में कुल 206 लोगों को रखा गया है। वहीं 1322 लोग होम क्वारेंटाइन में है।
लॉकडाउन को सख्ती से अनुपालन को लेकर पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारिब ने बुधवार की शाम सतगावां पहुॅचें। इस दौरान एसपी ने थाना सहित सीआरपीएफ कैंप का भी निरीक्षण किया। राज्य मौके पर एसपी ने थाना प्रभारी सहित पुलिस पदाधिकारियों को लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए। एसपी ने कहा कि प्रखंड की जनता के सहयोग से क्राइम पर कंट्रोल किया जाएगा।
उन्होंने लोगों से लॉकडाउन में प्रशासन को सहयोग करने की अपील की। उन्होंने लोगों को सोशल डिस्टेसिंग के साथ सरकार व जिला प्रशासन के गाइडलाइन के अनुसार लॉकडाउन का अनुपालन करने की बात कही। उन्होंने लोगों से बेवजह घरो से बाहर नहीं निकलने और कोरोना संक्रमण के बचाव में प्रशासन का सहयोग करने का आह्वान किया। बाद में एसपी ने राज्य संपोषित प्लस टू उच्च विद्यालय बासोडीह का भी जायजा लिया। मौके पर एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद, सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट परमजीत कुमार, थाना प्रभारी अरविंद कुमार, एसआई व पुलिस बल के जवान मौजूद थे।
थाना क्षेत्र के मडुआटांड निवासी पप्पू कुमार मोदी की शिकायत पर गांव के ही राजा उपाध्याय सहित चार-पांच अज्ञात लोगोंके खिलाफ रंगबाजी कर रुपए छीनने और चाकू से हमला कर घायल करने के मामले को लेकर तिलैया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
घटना के सूचक ने आरोप लगाया है कि बुधवार की रात्रि को राजा उपाध्याय व उनके साथियों ने उसे मोबाइल के जरिए घर से बाहर आने को कहा। इसपर घर से बाहर आने पर आरोपी राजा उपाध्याय एवं अन्य ने दारू पीने के लिए रुपए की मांग की। इसपर इंकार करने पर वे सभी मिलकर जोर जबरदस्ती पॉकेट से 1300 रुपए निकाल लिए। रात्रि होने के कारण उस दिन शिकायतकर्ता चुपचाप अपने घर जाकर परिवार वालो को बताया।
दूसरे दिन गुरुवार की सुबह आरोपी से पूछताछ की नियत और रुपए लौटाने की बात कहने के लिए राजा उपाध्याय के घर के पास पहुंचे थे। इसपर क्रोधित होकर उसने चाकू से वार कर सूचक को घायल कर दिया। बीच बचाव के लिए पहुंचे सूचक के फुफेरा भाई को भी चाकू से घायल कर दिया। इसके अतिरिक्त आरोपी ने थाना नहीं जाने की भी धमकी दी।
जिले के जन वितरण प्रणाली दुकानों में एसएफसी गोदाम से अनाज पहुंचाने के वास्ते की गई डोर स्टेप डिलेवरी की व्यवस्था में परिवहन अभिकर्ताओं द्वारा लगातार मनमानी किए जाने की शिकायते मिलती रही है। वहीं निविदा के माध्यम से परिवहन अभिकर्ताओं की चालू वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए किए गए चयन की अवधि में मार्च माह में ही खत्म हो चूकी है। वहीं चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए परिवहन अभिकर्ताओं के चयन की प्रक्रिया विभाग स्तर से अब तक लंबित पड़ी है। साथ ही पूर्व के अभिकर्ता को अनाजों के ढुलाई के लिए अप्रैल व मई माह का अवधि विस्तार दिया गया है। साथ ही विभाग स्तर से इन्हें जून माह में भी अवधि विस्तार दिए जाने की संभावना जताई गई है। परिवहन अभिकर्ताओं की पूर्व में रही मनमानी को लेकर लगभग सभी प्रखंडों के डीलरों द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के दौरान परिवहन अभिकर्ता के चयन की प्रक्रिया पूरी होने तक अनाज ढुलाई का कार्य विभागीय स्तर पर ही कराए जाने की मांग की गई है, ताकि उनके दुकानों तक सरकारी प्रक्रिया के तहत अनाज पहुंचाए जाने का कार्य सुलभ रूप में पूरी हो सके।
डीलरों द्वारा परिवहन अभिकर्ताओं के विरूद्ध मनमानी के किए जाने वाले शिकायतों में पीडीएस दुकानों तक समय से अनाज पहुंचाने में विलंब किए जाने के अलावा कई बार उन्हें गोदाम आकर अपने खर्चे पर ही अनाज ले जाने जैसे किए जाने वाले मनमानी शामिल है। वहीं कुछ डीलरों द्वारा विभाग के मापदंड अनुसार अभिकर्ताओं द्वारा दुकान पर वाहनों से अनाज को उतारे जाने का कार्य नहीं किए जाने व उन्हें खुद के खर्चे से अनाज के अनलोडिंग कराए जाने की शिकायत की जाती रही है। वहीं अभिकर्ताओं पर गोदामों में अनाज के उठाव में लगे मजदूरो द्वारा भी सरकार द्वारा तय राशि का भुगतान नहीं किए जाने व उनका शोषण किए जाने की शिकायत की जाती रही है। इन शिकायतों को लेकर सतगावां प्रखंड सहित कुछ अन्य प्रखंडों के डीलरों द्वारा जिला आपूर्ति कार्यालय को आवेदन दिए गए है। इधर इस प्रकार के शिकायतों पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी नेलसम एयोन बागे ने बताया कि अभिकर्ताओं के विरूद्ध मिली शिकायतों की जांच कराई जा रही है। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रखंड के रांची-पटना मुख्य मार्ग पर पुराना थाना चौक पर रोड के दोनों साइड में लगाए जा रहे फल- सब्जी दुकानों को बीडीओ विनय कुमार, सीओ मो. मुजाहिद अंसारी, थाना प्रभारी शाहिद रजा ने सोशल डिस्टेसिंग को मेनटेन करने व रांची पटना मुख्य मार्ग पर भीड़ भाड़ कम होने को लेकर मंगला हाट में शिफ्ट कराया। मौके पर सीओ अंसारी ने बताया कि रांची-पटना मुख्य मार्ग के किनारे लगाए जा रहे सब्जी व फल दुकान को मंगला हाट में शिफ्ट कराया गया है, ताकि दुकानदारों व ग्राहक साेशल डिस्टेसिंग का पालन कर सके। उन्होंने कहा कि कोई सब्जी व फल दुकानदार रोड के किनारे सब्जी बेचते पकड़े गए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार व प्रशासन के नियमों का पालन करने की अपील की।
चतरा डीएसपी वरुण देवगम गुरुवार को मयूरहंड थाना मामले की जांच करने सेवई गांव पहुंचे। 29 मई को फुलांग निवासी मिथलेश कुमार सिंह सेवई गांव से होकर गुजर रहा था। इसी दौरान सेवई गांव निवासी धर्म रविदास व बद्री रविदास लॉकडाउन में शराब पीकर आ रहे थे। इस दौरान धर्म रविदास और मिथलेश कुमार सिंह के साथ मार पीट की घटना घटी। घटना कि जानकारी मिथलेश ने अपने करीबियों को दिया। वहीं ग्रामीणों ने इसकी जानकारी मुखिया को दिया सुचना पाकर घटना स्थल पर मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार एवं उपमुखिया प्रतिनिधि सुभाष कुमार सिंह पहुंचे।तबतक अगल बगल के लोग भी उपस्थित हो गए थे।इस दौरान पूछताछ में धर्म रविदास और मिथलेश के करीबियों में मारपीट की घटना घट गई।जिसमें में सेवई निवासी गीता देवी पति धर्मदेव रविदास ने फुलांग निवासी मिथलेश कुमार सिंह पिता सीताराम सिंह सहित 7 लोगों के विरुद्ध मारपीट, गाली-गलौज वह जाति सूचक गाली देने का आरोप लगाया था,इसी मामले की जांच को लेकर डीएसपी ने सेवई गांव पहुंचे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार व सृजन महिला विकास मंच की ओर से कोडरमा प्रखंड के गरहाई, बेहराडीह, गरान्डीह के गरीब, असहाय व विकलांग लोगों के बीच फूड पैकेट, मास्क व अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण किया गया। मौके पर सृजन महिला विकास मंच के प्रोजेक्ट कॉडिनेटर पूनम बोदरा व प्राधिकार के पारा लीगल वॉलेंटियर सरोज कुमार सिंह, महेश पंडित, विनय कुमार ने जरूरतमंदों के बीच फूड पैकेट का वितरण किया।
मौके पर पुनम बोदरा ने कहा कि इस वैश्विक महामारी जैसे प्रतिकूल परिस्थितियों में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे इसके लिए संस्था कृतसंकल्पित है। उन्होंने लोगों से सतर्क व सुरक्षित रहने और बेवजह घरो से नहीं निकलने, सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की। उन्होंने लोगों से मास्क का अवश्यक प्रयोग करने व कोरोना संक्रमण के लड़ाई में प्रशासन को पूरा सहयोग करने की अपील की। मौके पर संस्था की किरण देवी, कंचन देवी सहित अन्य लोग मौज्ूद थे।
कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन को लेकर पिपराडीह रेलवे रैक प्वाइंट पर काम करने वाले मजदूरों व ट्रक चालकों की परेशानी को देखते हुए ट्रक एसोसिएशन की ओर से खाने की व्यवस्था की जा रही है। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सह चंदवारा पूर्वी मुखिया मो. नसीम की देखरेख में भारतीय खाद्य निगम के पहला रैक से लेकर अब तक काम कर रहे लगभग 300 मजदूर व 100 ट्रक ड्राइवर के लिए दो टाइम खाने की व्यवस्था प्रतिदिन की जा रही है।
मो. नसीम ने बताया कि ट्रक एसोसिएशन कोविड-19 को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन है। जिसके कारण पूरा जिला में एक भी भोजनालय व होटल नहीं खुला हुआ है। इससे मजदूरो के सामने खाने की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो रही थी। जिसको देखते हुए स्थानीय ट्रक एसोसिएशन ने अपने कोष से पिपराडीह रेलवे के द्वारा बनाए गए मजदूर शेड में सामूहिक किचन में प्रतिदिन लगभग 300 मजदूरो को सोशल डिस्टेसिंग का पालन कराते हुए भोजन कराया जा रहा है। मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष बालेश्वर यादव, अज्जू सिंह, सचिव अनिल पांडेय, राजकुमार यादव, रंजीत कुमार, प्रमोद वर्मा, सतेंद्र यादव के अलावा अन्य लोग इस कार्य में पूरी लगन के साथ लगे हुए है।
जिला प्रशासन की ओर से कोडरमा जिले से बाहर जाने हेतु ई-पास की व्यवस्था की गई है। इसकी जानकारी देते हुए उपायुक्त बताया की कोडरमा जिले के नागरिकों को आवश्यक कार्यों (यथा आवश्यक सेवा, चिकित्सीय सेवा, झारखण्ड राज्य में दूसरे राज्य के फंसे हुए व्यक्ति जो अपने राज्य वापस जाना चाहते हों) हेतु जिला प्रशासन द्वारा ऑनलाइन पोर्टल https://epassjharkhand.nic.in/public/index.php के माध्यम से ई-पास निर्गत करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया की ई पास तीन प्रकार का निर्गत किया जाएगा।
पहला झारखण्ड से दूसरे राज्य जाने के लिए दूसरा झारखण्ड राज्य के अन्दर किसी अन्य जिला में जाने व तीसरा अपने जिला के अन्दर आवश्यक सेवाएं के लिए पास जारी किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए आवेदन प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया की इसके लिए सबसे पहले पोर्टल पंजीकरण कराना होगा। इसके बाद एस एम एस द्वारा प्राप्त पासवर्ड और मोबाइल नंबर के माध्यम से लॉगिंग करेंगे। विवरणी प्रविष्ट करने के बाद अपना पहचान पत्र अपलोड करते हुए ई-पास के लिए अनुरोध करेंगे। उन्होंने बताया की ऑनलाईन माध्यम से ही आपका ई-पास स्वीकृत/अस्वीकृत कर दिया जाएगा, जिसे आप डाउनलोड कर सकते है। उन्होंने बताया की अधिक जानकारी के लिए जिला कंट्रोल रूम के नंबरों पर 06534-252685/9508287049 संपर्क कर सकते हैं।
पास निर्गत कराने में अब भी लोगों को हो रही है परेशानी : इधर प्रशासन स्तर से पास निर्गत करने को लेकर की गई व्यवस्था के मामले में अब भी लोगों की शिकायत मिल रही है। इसके तहत बिमारी के अलावा अन्य जरूरी कार्यों के लिये बाहर जाने को लेकर किये गये आवेदन पर पास निर्गत करने को लेकर स्वीकृति दिया जाना शामिल है। कुछ लोगों द्वारा विभाग के कर्मियों द्वारा इस बावत परेशान किये जाने की भी बात कही जाती रही है। वहीं पास की केवल ऑनलाईन व्यवस्था होने से वैसे लोग जो कम्प्यूटर व नेट चलाना नही जानते है उनकी परेशानी बढ़ गई है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत लाल एवं अंत्योदय योजना के कार्डधारियों को समान (बराबर )मात्रा में चावल वितरण किया जाएग।इस योजना के तहत मई माह में हर एक कार्डधारियों को प्रति सदस्य 10-10 किलोग्राम चावल दिया जाएगा। यह चावल कार्डधारियों को मुफ्त में वितरण करना है।
यह जानकारी जिला आपूर्ति पदाधिकारी विपिन कुमार दुबे ने दी। उन्होंने बताया कि कार्डधारियों के बीच इस योजना का अनाज अप्रैल एवं मई माह का दिया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें भी कार्डधारियों को कम अनाज मिलने की सूचना है। इसी सूचना के आधार पर डीसी जितेंद्र कुमार सिंह के निर्देशानुसार पिछले महीने अनाज वितरण के दौरान जन वितरण प्रणाली दुकानों का औचक निरीक्षण किया गया था। अधिकारियों के जांच रिपोर्ट के आधार पर डीसी ने लगभग देढ दर्जन पीडीएस दुकानों को निलंबित किया है।उन्होंने बताया कि अनाज वितरण में अनियमितता न हो इसके लिए सभी पीडीएस दुकानों पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की है।
उन्होंने बताया कि पीडीएस दुकानों पर लाल कार्डधारियों को प्रति सदस्य पांच किलोग्राम अनाज देने का प्राविधान है। जबकि अंत्योदय योजना कार्डधारियों के जितने भी सदस्य हो ,प्रतयेक कार्ड पर 35 किलोग्राम अनाज देने का प्राविधान है। लेकिन प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत दोनों कार्डधारियों में कोई अंतर नहीं है। दोनों कार्ड पर समान अनाज देने का आदेश है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल कार्डधारियों की संख्या एक लाख 69 हजार 400 है। इनमें लाल कार्ड धारी एक लाख 30 हजार 727 एवं अंत्योदय कार्ड धारी 38 हजार 673 है।
कहां कितने कार्डधारी हैं
हंटरगंज में कार्डधारियों की संख्या 29 हजार 800 है। इनमें लाल कार्ड धारी 23हजार 645 एवं अंत्योदय कार्ड धारी छह हजार 155 है। प्रतापपुर में कार्डधारियों की संख्या 18हजार 494 है। लालकार्ड धारी 13 हजार 308 एवं अंत्योदय कार्ड धारी पांच हजार 186 है। कुंदा में संख्या पांच हजार 350 है। इनमें लाल कार्ड धारी तीन हजार 620 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 730 है। लावालौंग में संख्या 10 हजार 381 है। लाल कार्ड धारी छह हजार 941 एवं अंत्योदय कार्ड धारी तीन हजा र 440 है। सिमरिया में संख्या 19 हजार 470 है। लालकार्ड धारी 14 हजार 468 एवं अंत्योदय कार्ड धारी पांच हजार दो है। टंडवा में संख्या 17 हजार 921है।इनमें लाल कार्ड धारी एक लाख 13 हजार 614 एवं अंत्योदय कार्ड धारी चार हजार 307 है।चतरा ग्रामीण में कार्डधारियों की संख्या17 हजार 492 है। इनमें लाल कार्ड धारी 14 हजार 130 एवं अंत्योदय कार्ड धारी तीन हजार 362 है।कान्हाचट्टी में कार्डधारियों की संख्या10 हजार 399 है। इनमें लाल कार्ड धारी आठ हजार 637 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 762 है।चतरा नगर परिषद में कार्डधारियों की संख्या सात हजार 839 है। इनमें लाल कार्ड धारी छह हजार 693 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 146 है ।
ईटखोरी में कार्डधारियों की संख्या11 हजार 89 है।इनमें लाल कार्ड धारी नौ हजार 49 एवं अंत्योदय कार्ड धारी दोहजार 40 है।मयूरहंड में कार्डधारियों की संख्या नौ हजार 388 है। इनमें लाल कार्ड धारी सात हजार 740 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 648 है। गिद्धौर में कार्डधारियों की संख्या छह हजार 738 है।इनमें लाल कार्ड धारी पांच हजार 353 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 385 है। पत्थलगड़ा प्रखंड में कार्डधारियों की संख्या पांच हज़ार 39 है। इनमें लाल कार्ड धारी तीन हजार 529 एवं अंत्योदय कार्ड धारी एक हजार 510 है।
सदर थाना क्षेत्र के ओबरा गांव निवासी कामेश्वर यादव के 30 वर्षीय पुत्र रंजीत कुमार यादव की हत्या मामले का उद्भेदन सदर थाना पुलिस ने कर दिया है। युवक की हत्या प्रेम प्रसंग में की गई । थाना प्रभारी प्रमोद कुमार पांडेय ने गुरुवार को सदर थाना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस हत्याकांड में मृतक रंजीत कुमार यादव की प्रेमिका चंचला कुमारी उर्फ मुन्नी व इससे दो भाइयों उमेश दांगी व उपेंद्र दांगी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । उन्होंने बताया कि मृतक रंजीत कुमार यादव व चंचला के बीच डेढ़ वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मंगलवार की देर रात लगभग दस बजे भाइयों के कहने पर चंचला ने अपने प्रेमी रंजीत कुमार यादव को फोन कर मिलने के लिए गांव के बाहर बगीचे में बुलाया। प्रेमिका के बुलावे प रंजीत यादव प्रेमिका से मिलने पहुंचा।
जहां उपेंद्र दांगी, उमेश दांगी व संदीप दांगी ने मिलकर रंजीत कुमार यादव की हत्या कर दिया । हत्या के बाद आरोपियों ने शव को छुपाने के उद्देश्य से एक डंफर पर लोड किया और उसे देल्हो जंगल में जाकर फेंक दिया। उन्होंने बताया कि जांच के क्रम में पुलिस को रंजीत व चंचला के बीच चल रहे प्रेम प्रसंग की जानकारी मिली। पुलिस ने चंचला व उसके एक भाई उपेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू किया । इस दौरान दोनों ने पुलिस के सामने सारे राज खोल दिया। इसके बाद एक अन्य आरोपी उमेश दांगी को गिरफ्तार कर लिया गया । घटना में शामिल एक अन्य आरोपी संदीप दांगी फरार है । जल्द हीं उसकी भी गिरफ्तारी कर लिया जाएगा।
बंगलुरु, ओडिशा, दिल्ली आदि से 12 प्रवासी मजदूर गुरुवार को मयूरहंड लौटे। रेड जोन क्षेत्र से लौटे एक मजदूर को जिला भू-अर्जन पदाधिकारी गौरांग महतो व बीडीओ संतोष कुमार के निर्देश पर प्रखंड मुख्यालय में क्वारेंटाइन करवाया गया। वहीं एक युवक बांसडीह गांव स्थिति अपना घर बस से उतरते के साथ भाग गया। मयूरहंड के युवक अनिल गोस्वामी को पंचायत के मुखिया ईश्वर पासवान,जीपीएस खिरोधर मेहता,चौकीदार रामप्रवेश पासवान ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के क्वारेंटाइन केंद्र में रखवाया। अन्य लोगों में कुम्हारी गांव के दासों ठाकुर का पुत्र अमलेश ठाकुर,कदगावांकला गांव के श्रीराम राणा का पुत्र अमित राणा व शशि राणा, लराही गांव छेदी भुइयां के पुत्र निरंजन भुइयां, दिगही गांव के अश्विनी सिंह, सचित सिंह, बांस डीह गांव के सकलदेव ठाकुर के पुत्र अमित कुमार ठाकुर, मयूरहंड गांव के रामदेव गोस्वामी के पुत्र अनिल गोश्वामी,चोरहा गांव के अनिमेष राणा,प्रदीप राणा,बेबी देवी व प्रभाष कुमार अपने अपने घरों में होम क्वारेंटाइन पर हैं।
मनरेगा में भ्रष्टाचार किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसमें शत-प्रतिशत पारदर्शिता लाई जाए।अधिक से अधिक श्रमिकों को काम आवंटित करें। हर एक पंचायत में प्रति दिन कम से कम 100-150 तक मानव दिवस का सृजन हो। यह बात डीडीसी मुरली मनोहर प्रसाद ने डीआरडीए प्रशिक्षण भवन में मुख्यमंत्री बिरसा हरित ग्राम योजना पर आयोजित कार्यशाला में कही।कार्यशाला में बीपीओ, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, ग्राम रोजगार सेवक तथा कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल थे।कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीडीसी ने कहा कि लोगों को गांव में ही रोजगार मुहैया कराने के लिए झारखंड सरकार ने तीन नई योजनाएं शुरू की है। इनमें नीलाम्बर-पीताम्बर जल समृद्धि योजना , बिरसा हरित ग्राम योजना एंव वीर शहीद पोटो हो खेल विकास योजना शामिल है। उन्होंने कहा मनरेगा की 75 प्रतिशत योजनाएं बिरसा हरित ग्राम योजना से लें। उन्होंने बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत योजना का स्थल चयन, स्वीकृति कराकर अविलंब कार्य शुरू करने की बात कही। साथ ही अधिक मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके।डीडीसी ने मनरेगा में मशीन से कार्य किसी भी स्थिति में न हो यह सुनिश्चित करने का सख्त निर्देश सभी बीपीओ, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, ग्राम रोजगार सेवक को दिया गया। परियोजना पदाधिकारी फनिंदर गुप्ता ने एमआईएस में योजनाओं की सही-सही इंट्री हो इसके बारे में सभी कंप्यूटर ऑपरेटर को विस्तार से बताया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य: कार्यशाला में मजदूरों को सोशल डिस्टेंनसिंग, नाक-मुंह को गमछा से ढंककर एवं समुचित दूरी के साथ कार्य कराने का निर्देश दिया गया। डीडीसी ने स्पष्ट कहा कि कोरोना को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य है। ताकि संक्रमण का खतरा किसी भी स्तर पर ना रहे। कार्यशाला में जेएसएलपीएस के सभी बीपीएम , डीआरडीए सूरज कुमार, मरगूब आलम उपस्थित थें।
प्रखंड के कान्हाचट्टी स्थित बड़की नदी पर बनाया गया पुल की पहुंच पथ की मरम्मती कराने की मांग ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से किया है। यह पुल कान्हाचट्टी प्रखंड का प्रमुख पुल माना जाता है। इस पुल से करीब दर्जनों गांवों का ग्रामीण प्रखंड मुख्यालय व कान्हाचट्टी बाजार आते-जाते हैं। फिलहाल पुल की पहुंच पथ बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। जो निरंतर दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहा है। पुल की पहुच पथ टूट जाने से वाहनों का परिचालन बंद हो गया है। पुल अवरुद्ध होने से पंडाखाप, ढेबरो, डोंडागड़ा, हेसापारण, पेलतौल, जमरी, बकसपुरा, राजाचक, चारु, बकोइया तथा पांडेय महुवा आदि गांवों के ग्रामीणों की काफी परेशानी हो रही है। गर्मी के मौसम में तो किसी तरह ग्रामीण आ जा रहे है। लेकिन बरसात में आवागमन बिल्कुल अवरुद्ध हो जाएगा। यदि बरसात के पूर्व पुल की पहुच पथ की मरम्मती नहीं कि गई तो पुल भी पानी में समाहित होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता । उक्त पुल का निर्माण राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने वर्ष 2006 में कराया गया था । 2018 में नदी में अत्यधिक बाढ़ आ जाने के कारण यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था।
देश मे लगे लॉक डाउन से उड़ीसा के कटक मे फंसे टंडवा तथा इसके आस पास गांवों के लगभग डेढ़ दर्जन प्रवासी मजदूर पैदल चलकर गुरुवार टंडवा पहुंचे। मजदूरों ने छः दिनों की कठिन यात्रा कर कटक से लगभग पांच सौ किलोमीटर की दूरी तय कर टंडवा पहुंचे। आए प्रवासी मजदूरों में टंडवा प्रखंड क्षेत्र के राहम के आठ, दुंदवा के दो, कुड़लौंगा के दो, गाड़ीलौंग के एक, बालुमाथ थाना क्षेत्र के मनातु गांव के दो तथा केरेडारी थाना क्षेत्र के दो मजदूर शामिल है।
टंडवा आए प्रवासी मजदूरों ने बताया कि हम सभी कटक मे एनसीसी कंपनी मे एक साथ काम करते थे। लॉक डाउन नहीं टूटने तथा कटक मे समस्याओं से घिरे प्रवासी मजदूरों ने पैदल यात्रा कर घर वापसी का निर्णय लेकर निकल पड़े। इस दौरान सभी मजदूरों ने खाने मुड़ही सतु तथा बिस्कुट का सहारा लेकर घर पहुंचे हैं। टंडवा पहुंचे प्रवासी मजदूरों पर पुलिस की नजर पड़ते ही सभी को टंडवा थाना ले गई। जिसकी सुचना कोविड19 नियंत्रण कक्ष के प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रताप टोप्पो को दी गई। इस बीच कटक से आए सभी मजदूरों को पुलिस ने सामुदायिक किचन मे भर पेट भोजन कराया। प्रशासन ने आए मजदूरों के स्क्रीनिंग व स्वास्थ जांच को लेकर अस्पताल ले जाया गया। जहां जांच के बाद सभी को चौदह दिनो तक होम क्वारेंटाइन मे रहने को कहा गया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड के पीएलवी संजय कुमार ने गुरुवार को नगर परिषद क्षेत्र के किशनपुर टोंगरी महल्ला का दौरा किया। इस दौरान मोहल्ले के मलूटी भुइयां पिता कनिया भुइया, शांति देवी पति आकौन भुइया, किशन भुइयां पिता कनिया भुइयां, राज भुइयां पिता राजू भुइया, कानीया भुइयां पिता मोहन भुइयां ने बताया कि हम लोगों का राशन कार्ड नहीं बना है ।कोरोना वायरस को लेकर लागू लॉकडाउन में भोजन इत्यादि में कठिनाई हो रही है ।हम सभी रोज कमाने खाने वाले हैं। पिछले देढ़ माह लॉकडाउन है। इस हम सभी का काम बंद है। ऐसे हालात में हम सभी के समक्ष रोजी- रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। पीएलवी ने इन सभी को ग्रामीण विधिक सलाह सहायता केंद्र सदर प्रखंड में बुलाकर आवेदन लिए।इसके बाद उन्होंने सभी का राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन करवाया । पीएलवी ने इन सभी को शुक्रवार को 10 किलोग्राम अनाज दिलाने के लिए विधिक सहायता केंद्र बुलाया है।
कोरोना संक्रमण को लेकर लगातार लॉकडाउन रहने के कारण भद्रकाली मंदिर प्रांगण में बुद्ध पूर्णिमा के दिन भी सन्नाटा पसरा रहा। दिन भर यहां सन्नाटा पसरा रहा। इस तरह की शुभ दिन में भी भद्रकाली मंदिर में छायी रही वीरानी मंदिर के इतिहास की पहली बार देखा गया है। जहां बुद्ध पूर्णिमा के दिन भक्तों से अंटी रहने वाली यह सुप्रसिद्ध भद्रकाली मंदिर प्रांगण में वीरानी का माहौल छायी रही। साथ ही मंदिर के बगल में विराजमान विशाल बौद्ध स्तूप पर भी मत्था टेकने कोई भी भक्त मंदिर प्रांगण नहीं पहुंचे। यहां हर साल बुद्ध पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में भक्तों की जनसैलाब मां भद्रकाली माता के पूजा अर्चना करने एवं बौद्ध स्तूप पर मत्था टेकने आते थे।मगर इस बार यह वैश्विक महामारी के कारण भक्तों के श्रद्धा और भक्ति के दरवाजे भी बंद कर दिए गए हैं।
प्रतापपुर पुलिस गुरुवार को सुबह गजवा पुलिस पिकेट पर हंगामा करने वाले दो युवकों को गिरफ्तार कर चतरा जेल भेज दिया है। गिरफ्तार दोनों युवक उज्जवल कुमार एवं पंकज कुमार ग्राम भूसिया निवासी है। गिरफ्तार दोनों युवक गजवा मुखिया रोहित यादव के अपने चचेरे भाई हैं। इस संबंध मे प्रतापपुर थाना प्रभारी पी सी सिन्हा ने बताया कि गजवा पुलिस पिकेट पर हंगामा करने, एवं बम से पिकेट को उड़ाने की धमकी करने वाले सभी अभियुक्तों को धड़पकड़ एवं गिरफ्तार करने का निर्देश चतरा पुलिस अधीक्षक ऋषभ झा के निर्देश पर स्पेशल टीम गठित किया गया। इस गठित टीम मे इंस्पेक्टर रंजीत रौशन ,थाना प्रभारी पी सी सिन्हा,एस आई गुलाम सरवर, अनिल कुमार,श्री राम पंडित,बिरसा उरांव,सीडी राम,निर्मल मुण्डा,कमल यादव,सत्यवान कुम्भकार,महिला कांस्टेबल सहित गजवा पुलिस पिकेट के बलों के द्वारा तीन विभिन्न स्थलों प्रतापपुर,भूसिया एवं मुखिया के संबंधी के यहां एक साथ छापेमारी किया गया।
पलामू जिले में कोरोना के 5 नए केस मिले हैं। इसमें चार पुरुष और एक महिला शामिल है। इसमें दो पुरुषों की उम्र 21 और दो की उम्र 23 साल है। जबकि महिला की उम्र 30 साल की है। इसमें दो पुरुष मनातू, दो पुरुष नौडीहा और महिला पाटन की है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार ये सभी प्रवासी मजदूर, छत्तीसगढ़ के जिला कोरिया (बैकुंठपुर) से लौटे थे। सभी मजदूर बगैर लक्षण हैं। संदिग्ध होने के कारण जिला प्रशासन ने सभी मरीजों को कोविड केयर सेंटर में शुरुआत से ही भर्ती कर दिया था, जिससे इन सभी मजदूरों का अन्य किसी से भी संपर्क नहीं हो पाया है। इसके अलावा इनके साथ आए हुए लोगों को भी कोविड केयर सेंटर में शुरुआत से ही जिला प्रशासन द्वारा रखा गया है।
उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने इसकी पुष्टि करते हुए सभी पलामू वासियों से अपील की है कि वे घबराए नहीं। जानकारी मिलने पर डीसी सेंटर पहुंचे और आगे की तैयारियाें के लिए बैठक भी की। गौरतलब है कि पलामू जिला में कोरोना का पहला केस 25 अप्रैल को मिला था। जब लेस्लीगंज प्रखंड के मुंडरिया क्वारेंटाइन सेंटर में भर्ती तीन लोगों का सैंपल पॉजिटिव पाया गया था। हालांकि 2 मई को तीनों के भेजे गए सैंपल जांच में निगेटिव पाए गए थे। उसके बाद उनके सैंपल 7 मई को लेकर दोबारा भेजे गए हैं। अगर इस बार सैंपल जांच में निगेटिव निकलेगा तो उन लोगों को कोविड अस्पताल से छुट्टी कर दी जाएगी। उसके बाद उनको उनके घरों में 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन कर दिया जाएगा।
पंजाब के लुधियाना से श्रमिक स्पेशल ट्रेन 6 जिलों के 1161 मजदूरों को लेकर पहुंची, इसमें पलामू के 739 मजदूर
लुधियाना-डालटनगंज श्रमिक सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन प्रदेश विभिन्न जिलों के 1161 कामगार पलामू के डालटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंचा। पंजाब में लॉकडाउन में फंसे झारखंड राज्य के श्रमिक अपने परिवार-बच्चों के साथ लुधियाना से पलामू पहुंचे तब उनके चेहरे पर उत्साह का माहौल था। मजदूरों को टिकट का पैसा नहीं लगा इसके लिए सरकार का शुक्रगुजार बता रहे थे। स्पेशल ट्रेन से उतरे श्रमिकों ने कहा कि दूसरे राज्यों में काम-धंधा बंद हो गया था। ऐसे में वहां एक पल भी रहना मुश्किल था। पलामू पहुंचकर वे सुरक्षित महसूस करने लगे हैं। डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर स्पेशल ट्रेन के पहुंचने के बाद प्रवासी आगंतुकों को बारी-बारी से उतारा गया।
प्लटेफार्म संख्या-1 पर बनाए गए मेडिकल सेंटर पर सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ केनेडी के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम द्वारा सभी पुरूष-महिला एवं बच्चों के हाथों को हैंड सैनेटाइजर से सैनेटाइज किया गया एवं मास्क उपलब्ध कराया गया। साथ ही थर्मल स्कैनर से सभी की स्क्रीनिंग कर प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच की गई। पलामू उपायुक्त डॉ. शांतनु कुमार अग्रहरि ने बताया कि पलामू जिले के आने वाले श्रमिकों को चियांकी एयरफील्ड स्थित विशेष सहायता केंद्र भेजा जाएगा। तत्पश्चात सभी औपचारिकताओं को पूरे किए जाने के बाद संबंधित प्रखंडों के क्वारेंटाइन सेंटर के लिए उन सभी को ले जाया जाएगा। इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अन्य जिलों के आने वाले श्रमिकों को रेलवे स्टेशन से सीधे उनके संबंधित जिला मुख्यालयों में सकुशल भेजे गए।
प्लेटफाॅर्म से निकास द्वार तक बैरिकेडिंग, पुलिस की थी नजर
कोरोना वायरस संक्रमण को ध्यान में रखते हुए एहतियातन के रूप में प्लेटफार्म से लेकर स्टेशन के निकास द्वार तक बैरिकेटिंग किया गया था। पलामू एसपी अजय लिंडा स्वयं स्टेशन पर मौजूद रहे। श्रमिकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि सभी गतिविधियों पर पुलिस नजर रख रही थी। एयरफील्ड परिसर में बने सहायता केंद्र पर विधि व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था। एयरफील्ड परिसर स्थित पार्किंग स्थल/विधि-शांति व्यवस्था पर उप विकास आयुक्त बिंदु माधव प्रसाद सिंह एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुरजीत कुमार नजर रखे हुए थे। एयरफील्ड परिसर में पलामू जिले के श्रमिकों के लिए प्रखंडवार काउंटर बनाया गया था। जहां पर श्रमिकों का स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य जांच की गई। इसके बाद श्रमिकों के हाथों पर स्टंपिंग कराने के बाद उन्हें बस से क्वारेंटाइन सेंटर के लिए रवाना किया गया।
हरियाणा के पलवल में फंसे सात मजदूरों ने कहा-यहां से निकालाे
हरियाणा प्रांत के पलवल जिला, ग्राम दुधाला में श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के भवन निर्माण में काम करने गए गढ़वा के पचौर के व मोहम्मदगंज के एक कुल 7 मजदूरों ने घर वापसी में मदद की गुहार लगाई है। लगातार लॉक डाउन के कारण अभाव में दिन बिता रहे इन मजदूरों के पास अब भोजन की भी समस्या आ गई है। उन मजदूरों ने बताया है कि दो बार पैदल ही चल कर घर वापसी का प्रयास किया। मगर 30-35 किलोमीटर बाद पुलिस ने उन्हें पुनः उनके ठिकाने पर वापस पहुंचा दिया। जब से झारखंड सरकार ने राज्य के मजदूरों को घर वापस लाने का काम शुरू किया है।
तब से इसे लेकर इन मजदूरों में भी उम्मीद जगी है। इन मजदूरों में उपेंद्र पासवान, दामोदर राम, रंजीत कुमार, नंदलाल राम, संतोष कुमार राम, बैजनाथ प्रसाद साहू (सभी ग्राम पचौर, थाना - डंडई, गढ़वा व रंजन कुमार ( मोहम्मद गंज, पलामू) शामिल है। रंजन (मोबाइल न. - 9304376171) ने एक मित्र को इस संबंध में जानकारी दी है। वीडियो व फोटो के साथ आधार संख्या भी उपलब्ध कराया है। साथ ही समाचार पत्र के माध्यम से इनकी व्यथा को उजागर करने को कहा है।
थाना क्षेत्र के भाई बिगहा गांव निवासी हसीब अहमद की पत्नी की दवा मुख्यमंत्री को किए गए एक ट्वीट पर पुलिस इंस्पेक्टर संजय रवि टोप्पो ने उनके घर पहुंचाने का सराहनीय कार्य किया है। हसीब अहमद के पुत्र ने दवा प्राप्त कर मुख्यमंत्री व पुलिस विभाग को धन्यवाद दिया है। हसीब अहमद के पुत्र मोनू ने बताया कि उनकी मां का इलाज रांची के एक चिकित्सक से चलता है। लाॅकडाउन की वजह से दवा खत्म होने के बाद आस-पास की दुकानों में नहीं मिली। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व डीजीपी को ट्वीट कर अपनी समस्या रखने का काम किया। उन्हें जवाब मिला की दवा उनके घर पहुंचा दी जायेगी। गुरुवार को पुलिस इंस्पेक्टर ने घर पर आकर दवा पहुंचाने का काम किया।
दवा उपलब्ध होने पर लोग पुलिस की सराहना कर रहे
इंस्पेक्टर संजय रवि टोप्पो ने बताया कि उन्हें मेदिनीनगर मुख्यालय से दवा मिली है। हैदरनगर के अलावा मोहम्मदगंज के भी एक व्यक्ति को दवा पहुंचाई गई है। दवा उपलब्ध होने पर परिवार के लोग पुलिस व सरकार की सराहना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस लाॅकडाउन में दवा उपलब्ध नहीं कराई जाती तो रोगी के साथ अनहोनी भी हो सकती थी।
पतरातू के नव निर्माणाधीन थर्मल पावर में कॉन्ट्रैक्टर के अधीन कार्य कर रहे मजदूर कार्य बंद होने के कारण पतरातू से पैदल रेलवे लाइन पकड़ कर यूपी पलामू व गढ़वा के लिए निकल पड़े हैं।बुधवार को मजदूरों का जत्था 22 की संख्या में चंदवा पहुंचा।जहां मारवाड़ी युवा मंच के कार्यकर्ताओं ने सबों को भोजन कराया। इस संबंध में मजदूरों ने बताया कि हम लोग उक्त पावर प्लांट के निर्माण कार्य में ठेकेदार आनंद सिंह के अधीन में काम कर रहे थे। लॉक डाउन होने बाद काम बंद हो गया। हम लोगों के समक्ष समक्ष भुखमरी की स्थिति हो गई। ठेकेदार के द्वारा तीन महीने का मजदूरी भी भुगतान नहीं किया गया है।मजदूरी मांगने पर मारने की धमकी दे रहा था। भुखमरी की स्थिति होने के कारण हम लोगों ने वहां से पैदल ही घर की ओर निकल पड़े हैं। अब ईश्वर जाने हम लोगों का क्या हाल होगा कब कैसे किस हालत में घर पहुचेंगे, यह भगवान ही जाने।
एक ओर जहां देश में फैली महामारी को लेकर केंद्र और राज्य सरकार जरूरतमंदों को राशन मुहैया कराने को लेकर लगातार अपनी सजगता दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर बरवाडीह प्रखंड के बभंडीह ग्राम के जनवितरण प्रणाली केंद्र के संचालक सह पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष इकबाल सिंह द्वारा कार्डधारियों को कम राशन दिए जाने और दुर्व्यवहार करने का ताजा मामला सामने आया है। मामले को लेकर महामारी के लिए बनाई गई कांग्रेस पार्टी की निगरानी कमेटी के सदस्य और यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता को मिली सूचना के बाद जनवितरण प्रणाली केंद्र में जांच के दौरान पाया गया कि कार्डधारकों को डीलर इकबाल सिंह द्वारा 40 किलो की जगह 36 किलो राशन दिया जा रहा है।
कार्डधारकों ने डीलर पर गलत व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। मामले को लेकर निगरानी समिति के सदस्य प्रिंस गुप्ता ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से मामले की लिखित जांच रिपोर्ट देते हुए जल्द से जल्द डीलर पर कार्रवाई करने की मांग की है। प्रिंस गुप्ता ने कहा कि कई बार बीडीओ सह एमओ दिनेश कुमार के पास प्रखंड के कई डीलरों का मामला आया है, परंतु एमओ द्वारा मामला को लीपापोती कर दबा दिया जाता है। नतीजतन, डीलर का मनोबल बढ़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि मैं इसकी शिकायत झारखंड के वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के पास करूंगा।
लॉकडाउन से देश भर में उद्योग धंधे बंद हैं। देश भर से प्रवासी मजदूरों का घर वापसी का सिलसिला जारी है। घर वापस लौटने वाले मजदूरों के समक्ष बेकारी की समस्या उत्पन्न हो गई है। उनको मनरेगा आदि योजना से रोजगार देने की सरकार की पहल नाकाफी है। ऐसे में अपनी मिट्टी से जुड़कर खेती बाड़ी करने वाले पांकी प्रखंड के लोहरसी पंचायत के किसान प्रवासी मजदूरों को राह दिखा रहे हैं कि बिना पलायन किए भी अपने खेत में वैज्ञानिक खेती कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण कर सकते हैं। किसान कह रहे कि हम यहीं रहेंगे और कमाएंगे।
गरमा सब्जी की बिक्री कर प्रतिदिन कमा रहे ~500-600
लॉक डाउन में एक ओर जहां घर लौटे प्रवासी मजदूर बेकार बैठे हुए हैं, वहीं अपनी खेत में गरमा सब्जी की खेती करने वाले किसान प्रतिदिन सब्जी की बिक्री कर 500-600 रुपए कमा रहे हैं। लोहरसी गांव के किसान नरेश राम, राजेश राम, अर्जुन राम, छेदी राम ,लखन राम, संजीवन राम, चमन राम, विनोद राम, विनय राम,शशि राम, बसंत पासवान और तेतराई के संजय राम बताते हैं कि उन्होंने अपने खेतों में भिंडी, टमाटर, नेनुआ, कद्दू ,फ्रेंच बीन, करेला, हरा और लाल साग, धनिया पत्ता, पुदीना पत्ता की खेती की है। इसके साथ ही मक्का और गरमा मूंग की खेती की है वे लोग प्रतिदिन आशा 500 से 600 ₹ की सब्जी की बिक्री स्थानीय बाजारों में कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाजार में नेनुआ 30 से 40, भिंडी 20 से 30, कद्दू 20 से 25 , करैला 30 से 40, टमाटर 10 से 20, फ्रेंच बीन्स 20 से 30, लाल/हरा साग 10 प्रति किलो की दर से बिक जाता है। वहीं मक्का 20, धनिया पत्ता 80 -100, पुदीना पत्ता 40 रुपए किलो बिक जाता है।
कृषि विज्ञान केन्द्र, चियांकी से दिया गया है प्रशिक्षण
किसान नरेश राम, राजेश राम आदि ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र, चियांकी के सहयोग से उन लोगों को रांची में सब्जी की खेती के साथ ही लाह खेती का प्रशिक्षण मिला है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में उन्होंने गरमा सब्जी, मक्का और गरमा मूंग की खेती की है। कृषि विज्ञान केंद्र, चियांकी के प्रधान सह वरीय वैज्ञानिक डॉ राजीव कुमार ने बताया कि लोहरसी के 14 किसानों को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के रिसर्च कांप्लेक्स फॉर ईस्टर्न रीजन, रिसर्च स्टेशन, पलांडू के सहयोग से प्लांडू नामकुम में लाह का भी प्रशिक्षण दिया गया था।
मजदूरों के अपने घर आने का सिलसिला जारी है। बुधवार को दो नवयुवक सतेंद्र भुइयां व अर्जुन भुइयां विशाखापत्तनम से पैदल चलकर अपने गांव सिहलदे पहुंचे। दोनों ने बताया कि हमारा ठेकेदार उड़ीसा के राउरकेला का था।कोरोना के चलते अचानक लॉक-डाउन हो गया, जिसके कारण काम बंद हो गया। 16 मजदूरों के साथ हमारा ठेकेदार विशाखापत्तनम से राउरकेला के लिए पैदल ही चल दिया। रात होता तो हमलोग स्कूलों में रुक जाते थे। गांव के मुखिया हमलोगों को खाना देता था। कई जगह पुलिस के साथ डॉक्टर भी मिले। हर जगह हमलोगों का स्क्रिनिंग टेस्ट होता। जांच के बाद कागज मिलता तब हमलोग आगे बढ़ते। राउरकेला पहुंचने पर सभी अपने-अपने गांव चल दिए। 14 मजदूर उड़ीसा के ही थे। हमलोग दो झारखंड के थे।
राज्यपाल सह कुलाधिपति द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड के तीन विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को पद पर बने रहने का आदेश जारी किया है। राजभवन ने इससे संबंधित अधिसूचना जारी की है। कार्यकाल का विस्तार पाने वाले कुलपतियों में नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. एसएन सिंह भी शामिल हैं। इसी महीने उनका कार्यकाल समाप्त होने वाला था। उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर इन विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाने की वजह से कुलाधिपति ने यह निर्णय लिया है।
कुलाधिपति द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अगले दो माह अथवा विश्वविद्यालय में नियमित कुलपति की नियुक्ति होने तक, इनमें जो भी पहले हो, तब तक के लिए इनके कार्यकाल को विस्तार दिया गया है। अधिसूचना में एनपीयू के अतिरिक्त कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा व सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय के वीसी के कार्यकाल को भी विस्तार दिया गया है। इस संबंध में एनपीयू के रजिस्ट्रार डाॅ. जयंत शेखर ने कहा कि कुलाधिपति द्वारा विश्वविद्यालयों का रूटीन वर्क चलायमान रखने के लिए उन विश्वविद्यालयों का कार्यकाल बढ़ाया है, जिनकी सेवा समाप्त होने वाली थी। यह कार्यकाल दो माह का होगा।
प्रखंड के करार पंचायत के दूरियातू गांव के कई मजदूर लॉक डाउन के कारण आंध्र प्रदेश में फंसे हुए हैं। आंध्र प्रदेश में फंसे मजदूरों ने घर वापसी आने हेतु वीडियो क्लिप के माध्यम से झारखंड सरकार से मदद की गुहार लगाई है। मजदूर कुंदन कुमार, धर्मेंद्र कुमार, लल्लन चौहान, दीनानाथ चौहान, जितेंद्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन होने की वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं उनके पास ना तो खाने की सामग्री है ना पर्याप्त पैसे हैं। ऐसे में उन्होंने एक वीडियो क्लिप बनाकर मीडियाकर्मियों को भेजा है जिसमें मजदूरों ने झारखंड सरकार से शीघ्र घर वापसी हेतु मदद की गुहार लगाई है।
दूसरे राज्यों में फंसे चैनपुर के 91 मजदूर लौटे अपने-अपने गांव
काेरोना वायरस महामारी के दौरान हुए लाॅकडाउन के कारण चैनपुर प्रखंड के कई श्रमिक मजदूर अन्य राज्यों में फंसे हुए थे। सरकार की पहल पर लोगों को बुलाने का काम जारी हो गया है। इसमें चैनपुर प्रखंड के दर्जनों गांव के सैकड़ों ग्रामीण बुधवार एवं गुरुवार को अपने-अपने घर पहुंच गए हैं। प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी मनु प्रसाद तिवारी ने बताया कि लौटे हुए सभी मजदूरों को स्क्रीनिंग टेस्ट कर ही अपने गांव जाने की इजाजत मिली है तथा कई टिप्स भी दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी को अपने अपने घरों में क्वारेंटाइन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पंजाब से लौटे 43 मजदूरों को चैनपुर कस्तूरबा विद्यालय में रखा गया है। उन्होंने बताया कि और भी अभी 5 जगहों से मजदूरों का आना बाकी है उन्हें भी बहुत जल्द अपने अपने गांव भेज दिया जाएगा तथा स्थिति के हिसाब से लोगों को घर में ही क्वारेंटाइन किया जाएगा।
जालंधर से आए 177 प्रवासी मजदूरों की हुई सैंपलिंग
जालंधर से आए 177 प्रवासी मजदूरों का गुरुवार को कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया। इसमें कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में 109 तथा स्तरोन्नत उच्च विद्यालय धनगांव में 48 तथा उत्क्रमित मध्य विद्यालय जुरू में क्वारेंटाइन 20 मजदूरों को सैंपलिंग के बाद शपथ पत्र भरवा कर होम क्वारेंटाइन में भेज दिया गया। प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी विनय कुमार शर्मा एवं चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अरुण कुमार मोहंती ने बताया कि सैंपल के बाद सभी प्रवासी मजदूरों को शपथ पत्र भरवा कर 14 दिन के लिए होम क्वारेंटाइन किया गया है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी लोगों को अपने अपने घरों में रहने की चेतावनी दी गई है।
छुपकर बाहर से आने वाले मजदूरों की सैंपलिंग नहीं
लॉकडाउन के बावजूद प्रखंड में प्रवासी मजदूरों का बाहर से आना लगातार जारी है। मजदूर पैदल या ट्रकों में छुपकर घर पहुंच रहे हैं, जिससे प्रखंड में संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है। बुधवार एवं गुरुवार को भी प्रखंड के कुंदरी गांव में जयपुर से 2 मजदूर, गुरुआ गांव में गया से 3 मजदूर, खैंराट गांव में मध्य प्रदेश से 1, मुसवाखाप में पंजाब से 1, जामुन डी गांव में सिमडेगा से 2 तथा गया से 1 एवं मुरुवार गांव में रांची से 1 मजदूर छुपकर किसी तरह घर पहुंच गए हैं। प्रवासी मजदूरों के आगमन की सूचना सहिया एवं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा मेडिकल टीम को दी गई, जिसके बाद मेडिकल सर्विलांस टीम के द्वारा गांव जाकर थर्मल स्कैनिंग की गई, लेकिन उन्हें ना तो क्वारेंटाइन किया गया और ना ही सैंपल लेकर जांच की गई। इससे प्रखंड में संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है।
उड़ीसा में फंसे हैं 300 मजदूर इतने ही मजदूर पैदल निकले
विस क्षेत्र के 44 मजदूरों ने वीडियो भेजकर प्रदेश सरकार से ओडिशा के रायगड्डा जिला के नोआपड़ा स्थित उत्कल अलुमिनियम प्लांट से अपने घर वापसी के लिए गुहार लगाई है। उन्होंने संयुक्त हस्ताक्षरित आवेदन में लगातार लॉक डाउन से हुई अपनी भुखमरी हालत व स्थानीय प्रशासन की उनकी मदद के प्रति उदासीनता का जिक्र किया है। इससे उनकी हुई दयनीय हालत से उबारने का अपने झारखंड सरकार व प्रशासन से किया है। विश्रामपुर के बघमनवा पंचायत के गौरा निवासी प्लांट में काम कर रहे कामगार गुड्डू विश्वकर्मा ने कातर स्वर में अपनी परेशानी मोबाइल पर बताया कि स्थानीय प्रशासन व उत्कल कारखाना के उपेक्षापूर्ण रवैया से आफत झेल रहे पलामू-गढ़वा जिले के लगभग 600 श्रमिक में से आधे लोग तीन दिन पहले पैदल अपने घर को निकल गए। वहीं उनकी यहां से विशेष ट्रेन के जरिये घर वापसी के लिए झारखंड सरकार कुछ नहीं करेगी, तो विश्रामपुर के 44 सहित 300 फंसे मजदूर पैदल ही अपने घर लौटने की 600 किमी राह पकड़ने को मजबूर हो जाएंगे हालांकि स्थानीय ओडिसा प्रशासन उन्हें पैदल घर नहीं जाने देने को। लेकर कड़ा पहरा बिठाया है।
सिद्धनाथ बीएड कॉलेज के छात्रों ने रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती मनाई। छात्रों ने लॉकडाउन को लेकर काॅलेज के बजाय अपने घरों पर रवीन्द्रनाथ टैगोर की तस्वीर के समक्ष पुष्प अर्पित किया। मौके पर छात्र रंजन कुमार यादव ने कहा कि गुरुदेव टैगोर ने आठ वर्ष की उम्र में ही अपनी पहली कविता लिखी, सोलह साल की उम्र में उन्होंने कहानियां और नाटक लिखना प्रारंभ कर दिया था, जो उनकी लगनशीलता और कार्य के प्रति समर्पण के भाव को सिद्ध करता है। उन्होंने कहा कि रवीन्द्रनाथ टैगोर दुनिया के संभवतः एक मात्र ऐसे कवि थे, जिनकी रचनाओं को दो देशों ने अपना राष्ट्रगान बनाया। बांग्लादेश के राष्ट्रगान के रचयिता भी टैगोर ही हैं। उन्होंने शांतिनिकेतन की स्थापना कर शिक्षा की एक अलख जगाया, इसलिए उनका विचार, उनकी कृति व रचना सदा ही हम युवाओं के लिए आदर्श बना रहेगा।
सोन एवं उसकी सहायक नदी उत्तर कोयल की घाटी में पसरा हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में विगत ढाई हजार वर्ष से लेकर बारहवीं शताब्दी तक के बुद्ध से संबंधित अवशेष खेत से बस्तियों तक तथा जंगल से पहाड़ों तक बिखरे पड़े हैं। विडंबना है कि इन अवशेषों का कोई सुध लेने वाला नहीं है। न सरकार, जनता और न बौद्ध धर्म के अनुयायी। यहां बिखरे बौद्ध अवशेषों में बौद्ध स्तूप, बुद्ध प्रतिमा, बौद्ध प्रतीक, बौद्ध मंदिर, बौद्ध देवी आदि उल्लेखनीय हैं।
हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के मोहम्मदगंज प्रखंड में उत्तर कोयल नदी के दाहिने तट पर अवस्थित पुरातात्विक महत्व के गांव सहार विहरा में पक्की ईंटों से निर्मित एक टीला है, जिसके अंड भाग के गर्भ में बुद्ध का विशाल प्रतिमा स्तंभ है। इसी नदी के तट पर पंसा गढ़ है, जो बौद्ध स्तूप है। इसके अलावा हुसैनाबाद प्रखंड के महुअरी, नील कोठी, चनकार कस्तूरी तथा झरहा टोंगरा में बौद्ध स्तूप के अवशेष पाए गए हैं। विदित हो कि सहार विहरा के टीले में जमींदोज प्रस्तर स्तम्भ में उत्केरित दो मूर्तियां हैं, जिसमें एक बुद्ध की तथा दूसरी कोई देवी की प्रतीत होती है।
स्थानीय लाेग सिर खंडित प्रतिमा काे कहते हैं-धावर गाेरया
हैदरनगर प्रखंड के सजवन गांव में सिर खंडित बुद्ध की प्रतिमा विद्यमान है, जिसे स्थानीय लोग धावर गोरया कहकर पूजा करते हैं ।कबरा कलां में बुद्ध का चित्र उकेरित एक लौह फलक मिला है, जो स्टेट म्यूजियम रांची में प्रदर्शित है। हुसैनाबाद प्रखंड के सबानो गांव में बौद्ध देवी तारा की खंडित मूर्ति एक कुआं से मिली है। इस खंडित मूर्ति के आभामंडल के पास अर्द्ध वृताकार में अंकित बौद्ध धर्म से संबंधित एक सूक्ति है।इसकी लिपि प्राचीन नागरी और भाषा पाली है।इसे पढ़ा भी गया है। यह मूर्ति नौवीं शताब्दी की है। संप्रति ग्रामीणों द्वारा एक मंदिर का निर्माण कर इस मूर्ति को स्थापित किया गया है। हिंदू धर्म के लोग देवी मानकर पूजा करते हैं।
पंसा गढ़ में मिली है हाथी की मूर्ति
उत्तर कोयल नदी के तट पर स्थित गांव पंसा के गढ़ से पत्थर की एक हाथी प्रतिमा मिली है, जो बुद्ध के जन्म का प्रतीक चिह्न है। हुसैनाबाद प्रखंड के ऊपरी कलां गांव में एक प्रतिमा उकेरित कलाकृति युक्त प्राचीन काल का एक प्रस्तर स्तम्भ मिला है, जिसे स्थानीय लोगों ने शिव लिंग के रूप में एक मंदिर बनाकर स्थापित किया है। सच यह है कि इस प्रस्तर स्तम्भ पर उकेरित प्रतिमा गजलक्ष्मी की है। प्राचीन कालीन बौद्ध स्तूपों के तोरण द्वार में गजलक्ष्मी की आकृति अंकित है।हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र को बुद्ध के नाम से जाना जाता था,तभी तो यहां के अनेक गांवों का नाम बुद्ध से संबंधित है। मसलन- बुधुआ, सजवन(सालवन से व्यूत्पन्न),हेमजा (बुद्ध का एक नाम),लूंबा (लुंबिनी से व्यूत्पन्न),तारा (एक बौद्ध देवी का नाम) आदि।
बाैद्ध सर्किट से जाेड़ने की हाे रही काेशिश
हुसैनाबाद को बौद्ध सर्किट से जोड़ने के लिए प्रयत्नशील सोन घाटी पुरातत्व परिषद विगत दो दशकों से सोन घाटी की प्राचीन बस्तियों के उद्भेदन में लगा हुआ है। इसी साल आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया रांची के द्वारा कबरा कलां में उत्खनन कराया गया, जिसमें बुद्ध कालीन अनेक टेराकोटा के रिंग वेल मिले हैं। सोन घाटी पुरातत्व परिषद के अध्यक्ष अंगद किशोर, सचिव तापस डे एवम रांची विश्वविद्यालय के व्याख्याता डॉ अभिषेक गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि यह क्षेत्र बुद्ध काल में आबाद ही नहीं, बल्कि विकसित था। उस समय कबरा कलां एक समृद्ध शहर था, जहां से वनोपज, प्रस्तर एवं लौह-ताम्र निर्मित औजार का निर्यात होता था।
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय समिति सदस्य वशिष्ठ कुमार सिंह उर्फ बबलू सिंह ने हुसैनाबाद प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित पंचायत महूदण्ड के आदिवासी हुसैनाबाद विधानसभा परिवारों के बीच खाद्य सामग्री व मास्क का वितरण किया। मौके पर वशिष्ठ कुमार सिंह ने कहा कि सरकार व हेमन्त सोरेन का लक्ष्य है कि राज्य में कोई भी भूखा न सोये। उन्होंने कहा कि जेएमएम सुप्रीमो हेमंत सोरेन के उद्देश्य को पूरा करने को लेकर हुसैनाबाद-हरिहरगंज विधानसभा क्षेत्र के समस्त पंचायत मे घर घर जाकर लोगों को खाद्य सामग्री एवम मास्क का लाभ दे रहा हूं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि कोरोना महामारी पर हम सभी विजय प्राप्त कर लिए है और इस लड़ाई को जड़ से समाप्त करने के लिए आगामी 17 मई तक हम सभी घरों में रहेंगे और दूसरों को भी रहने के लिए प्रेरित करंगे। उन्होंने कहा कि 65 वर्ष से अधिक व 10 वर्ष से कम वाले लोग को शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक घर में रहें। इस अवसर पर प्रखंड अध्यक्ष सुरेन्द्र चौधरी, प्रखंड सचिव राजेश कुमार सिंह, बीरबल परहिया, सिवनाथु परहिया, अशोक परहिया, रामनाथ परहिया, बिनोद सिंह, पिन्टू गुप्ता, सीताराम प्रसाद, विंध्याचल सिंह सहित अन्य लोग मौजूद थे।
जरूरतमंद लोगों को अब जिला के अंदर या जिला के बाहर राज्य व राज्य से बाहर जाने के लिए कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। लॉक डाउन का पालन सख्ती से कराने के उद्देश्य अब जिला प्रशासन ने ऐसे लोगों के लिए ईपास का व्यवस्था सुनिश्चित किया है, ताकि लोगों को लोग डाउन में घर से बाहर न निकलना पड़े।ईपास झारखंड डॉट एनआईसी डॉट इन लिंक पर क्लिक कर संबंधित आवेदन जमा करने पर ऑनलाइन अप्रूवल प्रशासन की ओर से दिया जाएगा।
तीन तरह के ई पास निर्गत किए जाएंगे: उपयुक्त
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शांतनु कुमार अग्रहरि ने बताया कि ई पास सिस्टम के तहत झारखंड राज्य से बाहर जाने हेतु, पलामू जिला से बाहर झारखंड राज्य के किसी भी जिले में जाने हेतु एवं पलामू जिला अंतर्गत सभी स्थानों के लिए पास निर्गत किए जाएंगे। इसके लिए तीन अलग-अलग लॉगिन का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि पास निर्गत करने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी शैलेश कुमार को इंसिडेंट कमांडर के रूप में प्राधिकृत किया गया है। जिला परिवहन पदाधिकारी एवं जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर ऑनलाइन ई पास निर्गत करेंगे।उन्होंने बताया कि जो प्रवासी मजदूर या छात्र या तीर्थयात्री कहीं बाहर फंसे हुए हैं एवं अपने घर लौटना चाहते हैं वे सभी ई पास के लिए आवेदन कर सकते हैं।
झारखंड में कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को आई कोरोना जांच रिपोर्ट के आधार पर पांच लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई। पांचों ही पलामू के रहने वाले हैं। इनमें सेमनातू व नौडीहा से दो-दो और पाटन की एक महिला शामिल है। इसके साथ ही पलामू में आठ वराज्य में अब तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 133 हो गईहै। वायरस का संक्रमण राज्य के 12 यानी 50 फीसदी जिलों में पहुंच चुका है। राज्य के कुल कोरोना संक्रमितों में से 4 की मौत हो चुकी है। 42मरीज स्वस्थ भी हुए हैं। वहीं रिम्स से गुरुवार शाम नौ ठीक हो चुके मरीजों को छुट्टी दी गई।
वहीं, गुरुवार को बोकारोसे राहत भरी खबर आई। यहां बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में भर्तीबाकी तीन कोरोना पॉजिटिव भी स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए।बताते चलें कि बोकारो में 10 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इनमें से एक की मौत हो चुकी है और स्वस्थ होने पर 6 को पहले ही अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी थी। वहीं सिमडेगा में भी एक मरीज की तीसरी रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उसे घर भेज दिया गया। मरीज को 14 दिन होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है।
स्पेशल ट्रेन से धनबाद पहुंचे 1198 श्रमिक
इधर,लॉकडाउन फेज-3 के चौथे दिन गुरुवार को भी प्रवासी मजदूरों की झारखंड वापसी जारी रही। आज तीन श्रमिक स्पेशल ट्रेन के माध्यम से करीब 3264 मजदूरों को झारखंड लाया गया।इनमें सूरत-धनबाद,तेलंगाना के घटकेसर-जमशेदपुर व लुधियाना-पलामू के डालटनगंज आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनशामिल है। गुजरात के सूरत से स्पेशल ट्रेन के जरिए 1198 श्रमिक धनबाद स्टेशन पहुंचे।सूरत से 22 बोगियों के साथ धनबादआने वाली स्पेशल श्रमिक ट्रेन में झारखंड के गिरिडीह, देवघर, कोडरमा, हजारीबाग, जामताड़ा, सिमडेगा, सरायकेला, पलामू, लातेहार, गढ़वा तथा चतरा जिले के प्रवासी मजदूर सवार थे। बुधवार सुबह भी तीन श्रमिक ट्रेन दूसरे राज्यों से झारखंड के अलग-अलग जिलों में पहुंची थी। इन ट्रेनों में एक धनबाद, एक पलामू के डालटनगंज जबकि एक रांची के हटिया स्टेशन पर पहुंची थी। इनमें सवार सभीश्रमिकों की स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्मल स्क्रीनिंग की गई फिर बसों से उनके घर भेज दिया गया। जहां उन्हें होम क्वारैंटाइन किया गया है।
ग्रीन जोन जिलों की संख्या हुई 13
राज्य में कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के ठीक होने की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को पांच और मरीज ठीक हुए। इसके साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 38 हो गई। पांच मई तक 33 मरीज ठीक हो चुके थे। कोडरमा के बाद बुधवार को गिरिडीह भी ग्रीन जोन में आ गया। राज्य में अब ग्रीन जोन जिलों की संख्या 13 हो गई है। कोडरमा में 10 अप्रैल को मिला मरीज मंगलवार जबकि गिरिडीह में 13 अप्रैल को मिला मरीज बुधवार को ठीक हो गया।झारखंड में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का ग्रोथ रेट 2.52% है।
कोरोना अपडेट्स
राज्य में कुल 128 संक्रमित: रांची के 94, बोकारो 10, देवघर 04, पलामू में 8, हजारीबाग-गढ़वा में3-3, धनबाद-गिरिडीह-सिमडेगा- जामताड़ा-दुमका में 2-2और गोड्डा में 1 मरीज में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
राज्य में अब तक 04 की मौत: रांची में तीन जबकि बोकारो के एक मरीज की मौत हो चुकी है।
राज्य में स्वस्थ्य हुए 42मरीज: रांची में 19, बोकारो में 9, धनबाद में दो, हजारीबाग में दो, देवघर में दो, गिरिडीह में दो, सिमडेगा में दो जबकि राज्य के अन्य जिलों से संक्रमित मरीजों में 04 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
भंडरा थाना क्षेत्र के गडरपो पंचायत अंतर्गत लालपुर चेरा टोली गांव से बुधवार की देर रात लगभग 12 बजे अपहृत किसान 45 वर्षीय अगनू उरांव की धारदार हथियार से अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी। गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे घर से 3 किलोमीटर दूर सिसई थाना क्षेत्र के बारंदा बाजार के समीप सुनसान बगीचे से उक्त किसान का शव मिला। शव मिलने की सूचना पर घटनास्थल पर पुलिस पहुंच कर शव को कब्जे में लेते हुए मामले की जांच में जुट गई है। अपहरण के बाद किसान की हत्या की पुष्टि एसपी प्रियंका मीणा ने की है।
उन्होंने कहा है कि हत्या के कारणों का पता लगाने में पुलिस जुटी है। जिसे लेकर हत्यारों के गिरफ्तारी की प्रक्रिया तेज करने को लेकर दिशा निर्देश दिया गया है। मामले पर मृतक के परिजनों में उसकी पत्नी बारी उरांव ने थाना में दिए लिखित आवेदन में बताया कि बुधवार की देर रात 12 बजे अज्ञात छः से सात नकाबपोश अपराधी उनके घर पहुंचे। दरवाजा खुलवाया इस दौरान अपराधियों ने मोबाइल की तलाशी लेते हुए उसे पानी लाने को कहा। अपराधियों की बात पर डरे-सहमे वे घर के भीतर पानी लाने प्रवेश की, इसी बीच नकाबपोश अपराधियों ने उनके पति अंगनू को अपने साथ अपहरण कर ले गए।
उसने बताया कि उसके पति भट्ठा में मजदूरी का कार्य करने के साथ खेती किसानी करते थे। इस क्रम में उनका किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। इसपर गुरुवार को भंडरा थाना पुलिस को पति के अपहरण की लिखित सूचना देने आवेदन लेकर गई थी। जहां पुलिस को शव मिलने की सूचना के बाद पुलिस के साथ वह घटनास्थल चली गई। मामले पर भंडरा थाना प्रभारी संत कुमार राय ने कहा कि अज्ञात के विरूद्ध मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अपराधियों की धरपकड़ के लिए गहन अभियान चला रही है। उन्होंने बताया कि फिलहाल हत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। इधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल बना है। मृतक अगनू की चार पुत्री व एक पुत्र है।
झारखंड के पलामू जिले में गुरुवार शाम को पांच संदिग्धों की जांच रिपोर्ट में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। पांचों मरीजों में से चार पुरुष जबकि एक महिला है। फिलहाल, पांचों की कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगाली जा रही है। उधर, पांच नए मरीज मिलने के बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 133 हो गई है। वहीं पलामू में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या आठ हो गई है।
पांचों मरीज में से दो मनातू गांव जबकि दो नौडीहा और एक महिला मरीज पाटन की निवासी है। बताया जा रहा है कि पांचों मरीज छत्तीसगढ़ से पलामू लौटे हैं।वहीं, गुरुवार को बोकारो से राहत भरी खबर आई। यहां बोकारो जनरल अस्पताल (बीजीएच) में भर्ती तीन कोरोना संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें घर भेज दिया गया। अब बोकारो में एक भी कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं है।
उधर, सिमडेगा में भी गुरुवार शाम को एक मरीज के ठीक होने के बाद उसे घर भेज दिया गया। साथ ही 14 दिन के होम क्वारैंटाइन में रहने को कहा गया है। बता दें कि सिमडेगा में दो कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे। दोनों स्वस्थ्य हो चुके हैं।
लेस्लीगंज में मिले थे तीन कोरोना पॉजिटिव
इससे पहले 25 अप्रैल को पलामू के लेस्लीगंज में कोरोना संक्रमण के तीन मामले सामने आए थे। तीनों कोरोना पॉजिटिव के दूसरा सैंपल की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब तीनों का तीसरा सैंपल जांच के लिए रिम्स भेजा गया है। फिलहाल, रिपोर्ट का इंतजार है। फिलहाल, तीनों संक्रमित नवजीवन अस्पताल तुंबागढ़ में भर्ती हैं। सेंटर में रहने वाले 19 लोगों, उनके संपर्क में आने वाले रिश्तेदार और परिजनों का सैंपल भी निगेटिव मिला है।
झारखंड भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश की गुरुवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें रिम्स में भर्ती कराया गया। फिलहाल,एंजियोप्लास्टी के बादउनकी तबीयत ठीक बतायी जा रही है। जानकारी के मुताबिक, दीपक प्रकाश को सीवियर हार्ट अटैक आया था। इसके बाद परिजनों ने उन्हें रिम्स में भर्ती कराया। उधर, डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। वे अभी रिम्स के सीसीयू वार्ड में भर्ती हैं। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टरप्रशांत की देख-रेख में उनकी चिकित्सा और एंजियोप्लास्टी की गई। डॉक्टरप्रशांत ने बताया कि उनकी स्थित में तेजी से सुधार हो रहा है।
उधर, दीपक प्रकाश को सीवियर हार्ट अटैक की खबर के बादमुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता रिम्स पहुंचे और डॉक्टरों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। साथ ही डॉक्टरों को दीपक प्रकाश के उचित इलाज का निर्देश दिया।इससे पहले मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नेरिम्स निदेशक को फोन कर उनके बेहतर इलाज का निर्देश दिया। वहीं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी रिम्स निदेशक को फोन कर दीपक प्रकाश का हाल जाना।
दीपक प्रकाश से मुलाकात और चिकित्सकों से बातचीत करने के बाद हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्हें उपचार की जो तत्काल जरूरत थी, वह कर दिया गया है। चिकित्सकों ने उन्हें अब अाराम की सलाह दी है। जल्द ही उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होगा। वह स्वस्थ होकर घर लौटेंगे। रिम्स पर जगे भरोसा के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है। जिन सरकारी अस्पतालों पर उंगलियां उठायी जाती रही है, उसकी अालोचना की जाती रही है, अाज उसी के जिम्मे पूरे देश के स्वास्थ्य की जिम्मेवारी है।
कार्यकर्ताओं से रिम्स न आने की अपील
वहीं, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और दीपक प्रकाश के पुत्र हर्ष ने बताया कि दीपक प्रकाश की तबीयत अब ठीक है। प्रतुल शाहदेव ने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे रिम्स की ओर न जाएं। दीपक प्रकाश की उचित देखभाल डॉक्टर्स कर रहे हैं। प्रतुल शाहदेव ने बताया कि एंजियोप्लास्टी के बाद अब दीपक प्रकाश की हालत ठीक है।
हार्ट अटैक से कुछ मिनट पहले विशाखापट्टनम की घटना को लेकर कियाट्वीट
सीवियर हार्ट अटैक से कुछ मिनट पहलेदीपक प्रकाश ने विशाखापट्टनम हादसे को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा किविशाखापट्टनम के एक पॉलीमर प्लांट में सुबह अचानक केमिकल गैस लीक होने से बड़ा हादसा हो गया है।केन्द्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है, राहत और बचाब कार्य जारी है। लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।मैं प्रार्थना करता हूं कि प्रभु सबको जल्द स्वस्थ करें।
फरवरी में केंद्रीय नेतृत्व ने सौंपी है प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी
दीपक ने करियर की शुरुआत एबीवीपी से की थी। 2000 में जब झारखंड राज्य अलग हुआ तो मुख्यमंत्री बाबूलाल के कार्यकाल में झारखंड स्टेट मिनिरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (जेएसएमडीसी) के चेयरमैन बनाए गए। जब बाबूलाल ने भाजपा छोड़ी और झाविमो बनाया तो दीपक प्रकाश उनके साथ चले गए थे। हालांकि, जल्द वह पुन: भाजपा में वापस आ गए। भाजपा की पिछली कमेटी में दीपक प्रकाश प्रदेश उपाध्यक्ष के पद पर रह चुके। लक्ष्मण गिलुवा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद महामंत्री बने। फिलहाल, वे झारखंड भाजपा के अध्यक्ष हैं। बता दें कि दीपक प्रकाश झारखंड की दो में से एक सीट के लिए भाजपा की तरफ से राज्यसभा के उम्मीदवार भी हैं।
लुधियाना-डालटनगंज श्रमिक सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन गुरुवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों के 1161 मजदूरों को लेकर पलामू के डाटनगंज रेलवे स्टेशन पहुंची। इस दौरानमजदूरों के चेहरे पर खुशी दिखी। मजदूरों को टिकट का पैसा नहीं लगा। श्रमिकों ने कहा कि दूसरे राज्यों में काम-धंधा बंद हो गया था। ऐसे में वहां एक पल भी रहना मुश्किल था। पलामू पहुंचकर वे सुरक्षित महसूस करने लगे हैं।
इस ट्रेन सेआने वालों मेंपलामू के 739, हजारीबाग के 99, गिरीडीहके 58, रांची के 73, चतरा के 151 एवं बोकारो के 41 श्रमिक शामिल हैं।डालटनगंज रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या 3 पर स्पेशल ट्रेन के पहुंचने के बाद प्रवासी मजदूरों को बारी-बारी से उतारा गया। प्लटेफॉर्म संख्या-1 पर बनाए गए मेडिकल सेंटर पर सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ केनेडी के नेतृत्व में विशेषज्ञ चिकित्साकों की टीम द्वारा सभी के हाथों सैनिटाइज किया गया एवं मास्क उपलब्ध कराया गया। साथ ही थर्मल स्कैनर से सभी की स्क्रीनिंग कर प्रारंभिक स्वास्थ्य जांच की गई। पलामू को छोड़ अन्य जिलों के मजदूरों को बसों से उनके जिले में भेज दिया गया।
इसके बाद श्रमिकों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए सुरक्षित एवं स्वच्छता पूर्वक चियांकी एयरफील्ड स्थित सहायता केंद्र तक पहुंचाया गया। एयरफील्ड परिसर में पलामू जिले के श्रमिकों के लिए प्रखंडवार काउंटर बनाया गया था। जहां पर श्रमिकों की स्क्रीनिंग व स्वास्थ्य जांच की गई। इसके बाद श्रमिकों के हाथों पर क्वारैंटाइन की मुहर लगा कर बस से क्वारैंटाइन सेंटर के लिए रवाना किया गया।
झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसमेंसबसे तेजी से राजधानी रांची में मरीजों की तादाद बढ़ी है। अब तक रांची में 94 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। इसमें सबसे ज्यादा मरीज हिंदपीढ़ी से हैं। लेकिन अब भी कई लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करते नजर नहीं आ रहे हैं। रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को भी लोग बिना वजह घरों से बाहर निकले। भीड़ में सब्जी की खरीदारी की। ऐसी तस्वीर कोराेना संक्रमण के चेन को नहीं तोड़ पाएगी। हालांकि राजधानी रांची में पुलिस की सख्ती बढ़ी है।
रिम्स में टेक्नीशियन के बाद अब नर्स भी हुई कोरोना संक्रमित
बुधवार को राजधानी में दो पॉजिटिव मरीज मिले, जिसमें एक रिम्स की स्टाफ नर्स है। संक्रमित नर्स रिम्स के कोविड19 वार्ड में ड्यूटी कर रही थी। ड्यूटी के बाद वह क्वारैंटाइन में होटल पार्क प्राइम में रह रही थी। वहीं से उसका सैंपल लिया गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसे रिम्स के कोविड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। इससे पहले हिंदपीढ़ी थाने के एएसआई, सदर अस्पताल की 5 नर्सें और एंबुलेंस ड्राइवर संक्रमित हो चुके हैं। हिंदपीढ़ी की एक 52 वर्षीय महिला भी पॉजिटिव मिली है। इसके साथ ही राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 133हो गई है।
इधर, रांची में लॉकडाउन का उल्लंघन कर काफी लोग घरों से बाहर निकल आना-जाना कर रहे हैं। इस वजह से सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ गई है। प्रशासन ने भी सख्ती में कमी कर दी है। पहले जगह-जगह लोगों को रोककर बाहर निकलने का कारण पूछा जा रहा था और पास चेक किया जा रहा था। लेकिन अब कुछ ही चौक-चौराहों पर वाहनों की जांच हो रही है। इस वजह से शहर में लोगों की गतिविधि बढ़ गई है। अल्बर्ट एक्का चौक व कचहरी रोड के आसपास काफी संख्या में फल सब्जी की दुकान भी सजने लगी है।
सदर थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार टीओपी इलाके में गुरुवार को एक महिला दो बच्चों के साथ आत्मदाह कर लिया। मृतका मधु देवी बेबी और उसके दोनों बच्चों तीन वर्षीय अभय कुमार और डेढ़ वर्षीय राखी कुमारी के शव को बड़ा बाजार पुलिस ने कब्जे में लेकर एचएमसीएच अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिर पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया। उधर, घटना के बाद मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या का आरोप लगाया है।
मृतका के पिता दारु थाना क्षेत्र के दिगवार लुंगा निवासी अशोक साव ने बताया कि उनकी बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था। यह आत्महत्या नहीं बल्कि दहेज के लिए की गई हत्या है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में बेबी की शादी खिरगांव के नमस्कार चौक निवासी पहल साव के पुत्र वीरेंद्र साव के साथ हुई थी। तब से 50 हजार रुपए नगद और जमीन की मांग को लेकर बेटी को प्रताड़ित किया जा रहा था जबकि शादी के बाद भी तीन लाख रुपए हमने दिए हैं।
मृतका के पिता ने बताया कि दहेज को लेकर पति-पत्नी के बीच पिछले तीन दिन से विवाद चल रहा था। मृतका ने गुरुवार को अपने मायके वालों को सुबह नौ बजे मारपीट की सूचना भी दी थी। बताया जा रहा है कि जिस वक्त घटना हुई, महिला का पति डेमोटांड़ गया हुआ था। वीरेंद्र साव डेमोटांड़ औद्योगिक क्षेत्रस्थित एक गैराज में काम करता है।
तीनों की अस्पताल में हुई मौत
उधर, पुलिस ने बताया कि बेबी देवी ने दोपहर 12 बजे मिट्टी का तेल छिड़ककर अपने दोनों बच्चों के साथ आग लगा लिया। आग लगाने के बाद आसपास के लोगों ने बेबी देवी और उसके तीन वर्षीय बेटा और डेढ़ वर्षीय बेटी को हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल इलाज के लिए लाए। जहां इलाज के दौरान तीनों की मौत हो गई। वहीं मौके पर दमकल पहुंच कर आग बुझाया गया।
अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार घटनास्थल पर ही तीनों 90 फीसदी झुलस चुके थे। तीनों को बचाने का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। उधर, घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ कमल किशोर और बड़ा बाजार थाना से एएसआई नारायण प्रसाद पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने कहा कि महिला बच्चों के साथ जल गई या जलाया गया, इसकी जांच चल रही है।
कोरोना पॉजिटिव केस का हॉटस्पॉट बने राजधानी में रांची नगर निगम ने सैनिटाइजेशन का दायरा बढ़ा दिया है। गुरुवार को निगम ने एक साथ 26 वाहनों को शहर में उतारा,जिससे शहर के 26 वार्डोंको सैनिटाइज किया गया। इस दौरान वार्ड के एक-एक गली- मुहल्लों में स्थित घरों दुकानों को सैनिटाइज किया गया। निगमकर्मियों ने 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट की घोल से प्रत्येक स्थान को सैनिटाइज किया ताकि विषाणु का नाश हो।
प्रथम पाली में वार्ड नंबर 42 ,34, 36, 48 ,50, 53 में ट्रैक्टर द्वारा सैनिटाइजेशन का कार्य किया गया। वहीं, वार्ड नंबर 2, 4, 6, 8, 10, 12, 14, 16, 18, 20, 22 24, 26, 28, 30, 32,38, 40, 44, 46 इत्यादि वार्डों में ऑटो से यह अभियान चलाया गया। इसके अलावा वाटर टैंकर से वार्ड नंबर 8, 17, 50 के विभिन्न मुहल्लों के अलावा रिम्स, सदर हॉस्पिटल हिंदपीढ़ी के वार्ड, गांधीनगर स्थित क्वारैंटाइनसेंटर, सर्ड एवं दलादाली में बने हुए क्वारैंटाइन सेंटर को सैनिटाइज किया गया। साथ ही कांटा टोली स्थित बस टर्मिनल और निगम के 4 एमटीएस को भी सैनिटाइज किया गया।
ओडिसा के राउरकेला से सात दिनो में पैदल चल मांडर पहुंचे दस मजदूरों को मांडर पुलिस ने शेल्टर होम क्वारैंटाइन के लिए भेज दिया है। सभी लोग गढ़वा के कांडी थाना के रहने वाले हैं और राउरकेला मे दिहाड़ी मजदूरी करते थे।
लॉकडाउन के कारण खाने-पीने की परेशानी होने लगी तो पैदल ही घर के निकल पड़े थे। रास्ते में खाना बनाते और दिनभर पैदल चलते हुए सात दिनों में मांडर पहुंचे। मांडर थाना पुलिस की नजर इनपर पड़ी तो पूछताछ किया। इसके बाद थाना परिसर में ही सभी को खाना खिलाने के बाद मिशन स्थित शेल्टर होम भेज दिया।
सदर थाना क्षेत्र में पुलिस ने चार पेशेवर अपराधियों को हथियार व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। सभी अपराधियों को जेल भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार अपराधियों ने दो लोगों से लूट की घटना में खुद की संलिप्तता स्वीकार की है। वहीं अपराधियों में से दो पहले दुष्कर्म व हत्या के मामले में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने अपराधियों के पास से पिस्तौल व जिंदा कारतूस समेत नगदी भी बरामद किया है। इस संबंध में गुरुवार को प्रेसवार्ता कर पुलिस ने जानकारी दी।
प्रेसवार्ता कर एसपी हृदीप पी जनार्धननऔर थाना प्रभारी शंकर ठाकुर ने बताया कि 21 मार्च को रात करीब साढ़े आठ बजे रामनगर स्थित हनुमान भंडार के काउंटर में बैठे व्यक्ति से तीन अज्ञात अपराधियों ने हथियार दिखाकर 15 हजार रुपए की लूट की थी। वहीं 17 अप्रैल को रात करीब आठ बजे शास्त्री नगर स्थित हरिलाल साहू के घर एवं दुकान के काउंटर से चार अज्ञात अपराधियों द्वारा हथियार दिखाकर 21 हजार रुपए की लूट की थी। दोनों ही मामले को लेकर सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
दोनों मामले के खुलासे के लिए गठित की गई थी टीम
दोनों मामलों के खुलासे के लिए गुमला के एसपी ने एक जांच व छापेमारी टीम का गठन किया था। जांच के दौरान सामने आया कि रॉबिन्सन भगत उर्फ तूफानी बाबा के गैंग ने दोनों घटनाओं को अंजाम दिया है। इसके बाद अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जाने लगी। बुधवार को शाम करीब सात बजे एसपी गुमला को गु्प्त सूचना मिली कि रॉबिन्सन भगत अपने गैंग के चार-पांच लड़कों के साथ जशपुर रोड स्थित जगन्नाथ मंदिर के पास करौंदी बगीचा में बैठा है और उनके पास हथियार भी है। सूचना के बाद पुलिस की टीम उक्त स्थान पर पहुंची तो पुलिस को देख चार-पांच लड़के भागने लगे। पुलिस ने चार को पकड़ लिया जबकि एक अन्य भागने में सफल रहा।
पूछताछ के दौरान चारों ने अपना नाम गुमला के सरहुल नगर निवासी 27 वर्षीय रॉबिन्सन भगत उर्फ तूफानी बाबा, जारी थाना निवासी 22 वर्षीय महेंद्र पन्ना उर्फ काड़ा, रायडीह थाना निवासी 19 वर्षीय बीरेंद्र खड़िया और करमटोली अखाड़ा निवासी 19 वर्षीय अशोक उर्फ लाइसो उरांव बताया। साथ ही उन्होंने फरार अभियुक्त का नाम करमटोली निवासी आरसेल मिंज बताया।
तलाशी के दौरान हथियार व कारतूस बरामद
चारों की तलाशी के दौरान रॉबिन्सन के पास से लोडेड दोनाली देशी कट्ट, बीरेंद्र के पास से .315 बोर की दो मिस्फायर एवं एक जिंदा गोली बरामद किया गया। हरिलाल साहू व हनुमान भंडार से लूट की घटना के संबंध में पूछताछ में चारों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की। इसके बाद उनकी निशानदेही पर 10,400 रुपए बरामद किये गए। पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वो लूट की घटना को अंजाम देने के लिए जुटे थे, तभी पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस ने पकड़े गए चारों अभियुक्तों के खिलाफ सदर थाना में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों के पास से .315 बोर का तीन पिस्तौल, चार जिंदा, दो मिसफायर गोली मिली है। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए चारों आरोपी पेशेवर अपराधी हैं। चारों के खिलाफ पहले से मामले दर्ज हैं। इनमें से दो पहले भी जेल जा चुके हैं। पुलिस ने बताया कि रॉबिन्सन भगत के खिलाफ गुमला थाना में 10 जबकि अशोक उर्फ लाइसो उरांव के खिलाफ एक मामला दर्ज है। वहीं महेंद्र पन्ना उर्फ काड़ा जारी थाना में 2010 में दर्ज दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है। वहीं बीरेंद्र खड़िया 2018 में रायडीह थाना में दर्ज हत्या के मामले में जेल जा चुका है।
कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन में कोई भी पास की वैधता नहीं होगी। कोई भी व्यक्ति न तोकंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन में प्रवेश कर सकते हैं और न ही वह उस क्षेत्र से निकल सकते हैं। इस नियम के मद्देनजर रांची जिला के सभी कंटेनमेंट जोन और माइक्रो कंटेनमेंट जोन में कोई भी ऑनलाइन पास की वैधता नहीं है। वहीं,हिंदपीढ़ी में नए मजिस्ट्रेटों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। नए प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट ने कार्य भी शुरू कर दिया। मालूम हो कि इससे पूर्व यहां कार्यरत करीब डेढ़ सौ पुलिसकर्मियों और वॉलिंटियर्स को चेंज किया गया था। यह जानकारी डीसी राय महिमापत रे गुरुवार को दी।
डीसी ने समाहरणालय सभागार में आयोजित कोरोना रोकथाम के लिए गठित विभिन्न टास्क फोर्स तथा कोषांग की बैठक की। बैठक में जानकारी दी गई कि सीएम राशन के वितरण का कार्य शुरू किया जाएगा। आवश्यकतानुसार किट की पैकिंग कर जरूरतमंद लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा।इस बैठक में एसएसपी , उपविकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, एडीएम लॉ एंड आर्डर, एडीएम नक्सल, अनुमंडल पदाधिकारी रांची, अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू समेत वरीय एवं नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।
डीसी ने निर्देश दिया कि रांची जिला से बाहर भेजी जाने वाले व्यक्ति की सूची होगी तैयार
ऐसे व्यक्ति जिन्हें रांची जिला से बाहर के जिला या किसी अन्य राज्य में भेजा जाना है। उनकी सूची तैयार कर जिला भू अर्जन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करेंगे। उन लोगों को भेजने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी पर्याप्त संख्या में गाड़ियों की व्यवस्था करेंगे।
रेड जोन से आने वाले व्यक्ति केस्वाबिंग की होगी जांच
रांची जिला में प्रवेश करने वाले बाहरी जिला एवं अन्य राज्य से आने वाले लोगों के लिए कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा। जो लोग रांची जिला मेंरेड जोन से आने वाले हैं, उनकी स्वाबिंग की जानी अनिवार्य होगी। स्वाबिंग के पश्चात उन्हें क्वारैंटाइन किया जाएगा। सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी कोविड-19 के प्रोटोकॉल का अक्षरशः पालन करना सुनिश्चित करेंगे। अन्य प्रदेशों केरेड जोन से ट्रेन से आनेवाले सभी लोगों को क्वारैंटाइन किया जाएगा। ग्रीन जोन और ऑरेंज जोन से आने वाले लोगों को शेल्टर होम में रखा जाएगा। अपर समाहर्ता, जिला मत्स्य पदाधिकारी और जिला कल्याण पदाधिकारी इस कार्य के सफल संचालन का निर्वहन करेंगे।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार सुबह हुए हादसे को लेकर दीपक प्रकाश ने सीवियर अटैक के कुछ मिनट पहले एक ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा कि विशाखापट्टनम के पॉलीमर प्लांट में सुबह अचानक केमिकल गैस लीक होने से बड़ा हादसा हो गया है। केंद्र सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। राहत और बचाव कार्य जारी है। लोगों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने लिखा कि मैं प्रार्थना करता हूं कि प्रभु सबको जल्द स्वस्थ करें।
बता दें कि सीवियर हार्ट अटैक के बाद दीपक प्रकाश को रिम्स में भर्ती कराया गया है जहां उनकी हालत स्थिर बतायी जा रही है। उधर, दीपक प्रकाश की तबीयत बिगड़ने की सूचना पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता रिम्स पहुंचे और डॉक्टरों से उनका हाल जाना। इस संबंध में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने डॉक्टरों को दीपक प्रकाश के उचित इलाज का निर्देश दिया है।
वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विशाखापट्टनमहादसे को लेकर ट्वीट किया कि विशाखापट्टनम के गोपालपट्टनम में घटी गैस लीक घटना अत्यंत पीड़ा देने वाली है। इस हादसे में कुछ लोगों के हताहत होने की भी जानकारी आ रही है। विपदा की इस घड़ी में लोग शीघ्र-अतिशीघ्र स्वस्थ हो जाएं, मैं इसकी कामना करता हूं।
##वहीं पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी ट्वीट कर विशाखापट्टनम हादसे पर दुख जताया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि विशाखापत्तनम के पास एक संयंत्र में गैस रिसाव की खबर से मन दुखी, जिसने कई लोगों की जान ले ली। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदना, ईश्वर उन्हें दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।
बता दें कि आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में गुरुवार तड़के एक केमिकल प्लांट से गैस लीक हो गई। हादसा तड़के 2:30 से 3:30 बजे के बीच हुआ। इसमें 2 बच्चे समेत अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है। यह गैस एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के प्लांट से लीक हुई और 4 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 5 छोटे गांवों में फैल गई। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, एनडीएमए और नौसेना की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही है।
हादसा विशाखापट्टनम से करीब 30 किलोमीटर वेंकटपुरम गांव में हुआ। एक हजार से ज्यादा लोग बीमार हैं। 80 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं। 3 वेंटिलेटर पर हैं। 15 बच्चों की हालत नाजुक है। हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी से फोन पर बात की।
राज्य में कोरोना के 128 मरीज मिल चुके हैं। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में डॉक्टर संक्रमण के खतरे के बीच इनका इलाज कर रहे हैं। फिर भी जज्बे में कोई कमी नहीं है। ऐसे ही एक कोरोना वॉरियर रिम्स के कोविड सेंटर में ड्यूटी कर रहे सीनियर रेजिडेंट डॉ. संजय सिंह के साथ दैनिक भास्कर ने एक दिन बिताया। जाना कि इस जंग के मोर्चे पर वह कैसे खुद को मुस्तैद रखते हैं। डॉ. संजय बताते हैं कि उन्होंने अब तक घर वालों को नहीं बताया है कि उनकी ड्यूटी कोरोना वार्ड में लगी है। घर पर बात तो रोज करते हैं, मगर बताते नहीं हैं...वरना घरवाले चिंता करेंगे। बुधवार को उनकी ड्यूटी खत्म हो गई...क्वारेंटाइन में जाएंगे तो घर वालों को सच भी बता देंगे।
ड्यूटी से पहले घरवालों से बात
डॉ. संजय रिम्स के पेइंग वार्ड में बने आइसोलेशन वार्ड में ही रहते हैं। अभी उनके साथ डॉ. संदीप, डॉ. कमाल, डॉ. सुचिता, डॉ. सत्येंद्र, डॉ प्रकाश कोविड वार्ड में ड्यूटी पर है। ड्यूटी से पहले फोन पर परिजनों से बात जरूर करते हैं।
ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर पहनते हैं पीपीई किट
फिर ट्रॉमा सेंटर में जाकर पीपीई किट पहनना पड़ता है। मास्क, ग्लव्स तो हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही पहने रहते हैं। सैनिटाइजेशन के बाद पर्सनल प्रोटक्शन किट का नया सेट पहन कर तैयार होते हैं।
वार्ड में हर मरीज पर पूरा ध्यान
अभी पूरे वार्ड में करीब 54 मरीज भरती हैं। डॉ. संजय बताते हैं कि कई मरीज कंफर्टेबल हैं। लेकिन कई मरीज पैनिक है।
ऐसे में मरीजों को समझाना पड़ता है। कई मरीज सोचते हैं कि उन्हें कुछ नहीं हुआहै फिर क्यों रखा है। उन्हें समझाना पड़ता है।
...ड्यूटी के बाद फिर अपनों से बात
ड्यूटी खत्म कर वापस पेइंग वार्ड पहुंचते हैं तो एक बार फिर परिवार वालों से बात करते हैं।
लालपुर थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह पुलिस को सूचना मिली कि एक जिम खुला हुआ है। पुलिस तुरंत वहां पहुंची और जिम संचालक को अपने साथ थाना ले आई। पुलिस ने जिम में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की। जिम संचालक ने बताया कि वह साफ-सफाई और अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए जिम खोले हुए था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पीआर बांड पर उसे छोड़ दिया।