लॉकडाउन में मरीजों की समस्या दूर करने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर में टेलीमेडिसिन सुविधा देने की शुरूआत की गई है। एम्स की तरफ से नंबर भी जारी किए गए हैं। लेकिन नंबरों पर उन मरीजों को ही सुविधा मिलेगी, जिनका रजिस्ट्रेशन पहले से हैं। नए मरीजों के लिए यह सुविधा नहीं होगी। इमरजेंसी में भी इन नंबरों से कोई मदद नहीं मिल सकेगी।
ऑनलाइन ओपीडी का समय निर्धारित
ऐसा नहीं है कि मोबाइल नंबर के जरिए कभी भी सुविधा मिल सकेगी। बल्कि टेलीमेडिसीन के जरिए सोमवार से लेकर शुक्रवार के बीच सुबह नौ बजे से लेकर एक बजे तक ही डॉक्टर्स उपलब्ध रहेंगे। उसी समय पर आने वाली कॉल पर जानकारी दी जाएगी। संपर्क करने के लिए एम्स की तरफ से 0551-2205501, 0551-2205585 नंबर जारी किया गया है।
इन विभागों में शुरू की है सुविधा
मनोरोग चिकित्सा,सामान्य चिकित्सा,हड्डी रोग, श्वसन रोग,नाक, कान, गला रोग विभाग,शिशु रोग,स्त्री एवं प्रसूति रोग,नेत्र एवं चिकित्सा,त्वचा रोग,दंत चिकित्सा,शारीरिक चिकित्सा एंव पुर्नवास विभाग,विकिरण चिकित्सा,सामुदायिक मेडिसीन एवं फैमिली मेडिसीन विभाग के लिए यह सुविधा शुरू की गई है।
कैंसर रोगियों के लिए भी हुई व्यवस्था
गीता वाटिका स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर हॉस्पिटल एवं शोध संस्थान में भी लॉकडाउन की वजह से ओपीडी बंद है। इसलिए मरीजों की सुविधा के लिए टेलीमेडिसिन की सुविधा दी जा रही है। संस्थान के सचिव उमेश कुमार सिंहानियां की तरफ से बताया गया कि सिर्फ गंभीर मरीजों का इमरजेंसी में उपचार किया जाएगा। इसके लिए सुबह 10 बजे तक पंजीकरण होगा। अन्य कैंसर रोगी सुबह 10 बजे से लेकर दो बजे तक 9369106142 और 9721526805 नंबर पर संपर्क कर सलाह ले सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में झांसी के सिया गांव में खेल-खेल में बच्चों से झोपड़ी में आग लग गई। इसकी चपेट में आकर मासूम भाई और बहन की जलकर मौत हो गई है। तहसीलदार मनोज कुमार ने परिजनों ने सरकार से हर संभव मदद दिलाने का वादा किया है।
ग्रामीण क्षेत्र के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राहुल मिठास ने शुक्रवार को बताया कि गुरुवार दोपहर सिया गांव में करनपाल सिंह के बच्चे संजना (4), सिम्मी (3) और विशाल (2) घर से कुछ दूरी पर खेत में बनी झोपड़ी में खेल रहे थे। इसी दौरान वहां रखी माचिस की तीली बच्चों ने जला दिया, जिससे झोपड़ी में आग लग गई।
इस बीच संजना (4) मचान से कूदकर अपने परिजनों को बताने चली गई, लेकिन तब तक झोपड़ी आग की लपटों से घिर गई और सिम्मी (3) व उसका दो साल का भाई विशाल आग में बुरी तरह से झुलस गया। उन्होंने बताया कि परिजन दोनों बच्चों को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। दोनों मृत बच्चों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए गए हैं और घटना की जांच करवाई जा रही है।
गुरुवार को जिले में कोरोनावायरस के छह नए मामले सामने आए। ये सभी कुलीबाजार व उसके आसपास क्षेत्र के हैं। वहीं, गुरुवार देर रात केजीएमयू और जीएसवीएम से आई रिपोर्ट में 24 लोग संक्रमित पाए गए थे। इनमें अनवरगंज थाने में तैनात एक हेड कांस्टेबल व कुली बाजार के एक मदरसे के 13 छात्र भी शामिल हैं। हेड कांस्टेबल के संक्रमित मिलने के बाद थाने को सील कर दिया गया है। जबकि, दो दरोगा व 12 सिपाहियों को क्वारैंटाइन किया गया है। अब यहां संक्रमितों की संख्या 113पहुंच गई है। इनमें तीन की मौत हो चुकी है। सात को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। वहीं, हैलट अस्पताल के बाल रोग विभाग में 18 माह की बच्ची की मौत के बाद इमरजेंसी ओपीडी को बंद कर दिया गया है। बच्ची में कोरोना के लक्षण थे। जांच के लिए उसका सैंपल भेजा गया है।
केजीएमयू व जीएसवीएम से आई रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग ने 136 सैंपल लखनऊ के केजीएमयू जांच के लिए भेजे थे। इसमें 8 टेस्ट पॉजिटिव आए। वहीं, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 लैब में 178 नमूनों की रिपोर्ट दो चरणों में आई। जिसमें 16 लोग संक्रमित पाए गए। एक दिन में 24 लोग संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हलचल तेज हो गई है। संक्रमितों को कांशीराम ट्रामा सेंटर और हैलट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। वहीं, शुक्रवार को छह नए मामले सामने आए।
कुली बाजार का हॉटस्पॉट बना डेंजर जोन
इस हॉटस्पॉट एरिया से 53 कोरोना संक्रमित लोग पाए गए हैं। गुरूवार को देर रात आई रिपोर्ट में कुली बाजार के एक मदरसा के 13 छात्र पॉजिटिव मिले। यह सभी छात्र बिहार के हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमित ब्रश कारोबारी के मृतक पिता की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और उनका एक रिश्तेदार भी संक्रमित पाया गया। वहीं, कोरोना संक्रमण से मरे रोशन नगर के प्रापर्टी डीलर के 6 रिश्तेदार संक्रमित मिले हैं।
हॉटस्पॉट में ड्यूटी करना पड़ा भारी
अनवरगंज थाने में तैनात सिपाही की ड्यूटी हॉटस्पॉट एरिया कुली बाजार में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ लगाई गई थी। 6 सिपाहियों के रैंडम सैंपल लिए गए थे। जिसमें हेडकॉस्टेबल पॉजिटिव पाया गया। जानकारी पाकर डीआईजी अंनतदेव तिवारी और डीएम ब्रह्मदेव राम तिवारी थाने पहुंचे। थाने को 48 घंटे के लिए सील कर दिया गया है। फिलहाल थाने को कुली बाजार चौकी में शिफ्ट किया गया है। पूरे थाने को कई बार सैनिटाइज कराने के आदेश दिए गए हैं।
डीआईजी अंनत देव ने बताया- संक्रमित सिपाही के संपर्क में आने वाले दो दरोगा व 12 सिपाहियों को एक होटल में क्वारैंटाइन किया गया है। मेडिकल टीम ने थाने के इंस्पेक्टर, सीओ समेत 56 पुलिस कर्मियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। डीआईजी ने आदेश दिया है कि जिनके सैंपल लिए गए हैं वो पुलिसकर्मी 48 घंटे तक अपने घरों को नहीं जाएगें और परिवार के किसी सदस्य से नहीं मिलेंगे। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे तय किया जाएगा कि क्या करना है?
18 माहीने की कोरोना संदिग्ध बच्ची की मौत
गुरूवार को हैलट अस्पताल के बालरोग विभाग की इमरजेंसी में 18 माह की बच्ची को एडमिट कराया गया था। बच्ची को एक हफ्ते से बुखार आ रहा था और उसे सांस लेने में दिक्कत थी। इमरजेंसी में उस दौरान 9 बच्चे और भर्ती थे। इमरजेंसी विभाग के डॉक्टरों को बच्ची में कोरोना जैसे लक्षण समझ आए तो उसे शिफ्ट करने की तैयारी कर रहे थे। उसी दौरान बच्ची की मौत हो गई। डाक्टरों ने बच्ची के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है।
डॉक्टर, नर्स व बच्ची के परिजन क्वारैंटाइन
बालरोग विभागाध्यक्ष्य प्रोफेसर यशवंतराव ने कहा- रायपुरवा से एक बच्ची आई थी। जिसकी मौत हुई है। बच्ची के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा गया है। शुक्रवार को रिपोर्ट आएगी। फिलहाल बालरोग विभाग की इमरजेंसी को बंद कर दिया गया है और दूसरी जगह शिफ्ट की गई है। इमरजेंसी में इलाज करने वाले तीन जूनियर डाक्टर, दो स्टॉफ नर्स, वार्ड ब्वाय और स्वीपर और बच्ची के माता-पिता को क्वारैंटाइन किया गया है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में एक ट्रालीमैन अपनी दरियादिली के चलते चर्चा में है। दरअसल, गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे पंचगंगा घाट क्षेत्र में 30 वर्षीय व्यक्ति अचानक गली की सड़क पर गिरकर छटपटाने लगा। मुंह से झाक निकल रहा था। भीड़ जुटी तो एंबुलेंस का इंतजाम होने लगा। लेकिन एंबुलेंस सकरी गली में नहीं पहुंच सकती थी। तबतक जमीन पर गिरे युवक के पिता भी मौके पर आ चुके थे। इसी बीच वह एक ट्रालीमैन प्रेम पहुंचा। गली से सड़क की दूरी डेढ़ किमी व बीएचयू 10 किमी दूर था। उसने अपनी ट्राली पर युवक को लदवाया और अस्पताल तक पहुंचाने में मदद की। इसके बाद जब लोग किराना पूछने लगे तो उसने कहा- इंसानियत मेरे अंदर भी है।
ट्रालीमैन का साथ अन्य युवाओं अमन, निक्कू, गोविंद, घूरे ने भी दिया। ये सभी सुबह से शाम तक बीएचयू में बीमार अनिल का इलाज करवाने में लगे थे। समाजसेवी अमन ने बताया कि हम लोगों की मदद बीएचयू के पूर्व एमएस डॉ. वीएन मिश्रा ने भी की। उन्होंने तत्काल संबंधित डॉक्टर को फोन कर दिया था।
अमन ने बताया कि शाम 7 बजे हम लोगों ने प्रेम की ट्रॉली से दोनों लोगों को घर छोड़ दिया। अपने कुछ पैसों से अनिल के लिए दवा का इंतेजाम भी करा दिया। ट्रालीमैन प्रेम की दिलेरी रही कि पूरा समय भूखे वो हम लोगो के साथ रहा। सुबह अनिल के इलाज के लिए घर पर ही ड्रिप चढ़वाने की व्यवस्था कर दी गयी है। अब उसकी स्थिति ठीक है। डॉक्टरों द्वारा उसके न्यूरो का इलाज चल रहा है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में कोरोना वॉरियर्स के रुप में ड्यूटी कर रहे दो लेखपालों की दरोगा ने पिटाई कर दी। यह घटना मोठ थाना क्षेत्र की है। पिटाई से एक लेखपाल बुरी तरह जख्मी और लहूलुहान हो गया। दोनों लेखपाल ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्यान्न वितरण की ड्यूटी में लगाए गए थे।सीओ मोठ अभिषेक राहुल ने कहा- घटना के संबंध में दरोगा के खिलाफ शिकायत मिली है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल, क्षेत्र में खाद्यान्न वितरण कराने जाते समय लेखपाल मनमोहन नामदेव और दिव्यांशु मिश्रा को ग्राम बम्हरौली के निकट चेक पोस्ट पर तैनात सब इंस्पेक्टर ने लॉकडाउन के उलंघन में लाठी डंडों से पीट दिया। पीड़ित लेखपाल मनमोहन नामदेव ने बताया कि चौराहे पर पुलिस ने उन्हें यह कहकर रोका कि एसएसपी और अन्य अफसर आ रहे हैं। अफसरों की गाड़ी निकल गई तो हम भी वहां से जाने लगे। इस पर चेक पोस्ट पर तैनात सब इंस्पेक्टर ने हमें डंडा फेंक कर मार दिया।
घटना के बाद एसडीएम मोठ ने सीओ मोठ को पत्र लिखकर मारपीट के दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा है। सीओ मोठ अभिषेक राहुल ने बताया कि घटना के सम्बंध में दारोगा के खिलाफ प्रार्थना पत्र मिला है। जांच के बाद विधिक कार्रवाई की जाएगी।
लॉकडाउन के बावजूद उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। नतीजा अबतक 1555 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें एक्टिव कुल केस 1299 में 946 एक्टिव तब्लीगी जमाती हैं। राज्य के 56 जिलों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। लेकिन सात मंडलों के 15 जिलों का हाल सबसे ज्यादा खराब है। यहां 20 से अधिक संक्रमण के केस पुष्ट हो चुके हैं। सबसे ज्यादा केस 342 आगरा में व सबसे कम केस अयोध्या में एक है। योगी सरकार ने इन 15 जिलों में नोडल अधिकारी तैनात कर दिए हैं।
सात मंडलों में नोडल अफसर नियुक्त-
मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर 20 या 20 से अधिक काेरोना संक्रमित मामलों वाले जिलों के लिए7 मंडलों के 15 जिलों में नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं।अफसर जिले की प्रशासनिक खामियों को दूर करते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएंगे।संबंधित जिले में अपने आकलन के आधार पर शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। ये वहां एक हफ्ते कैंप करेंगे।
शहर | नोडल अधिकारी |
आगरा | आलोक कुमार- प्रमुख सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास |
फिरोजाबाद | अनिल कुमार- प्रमुख सचिव, होमगार्ड विभाग |
लखनऊ | दीपक कुमार- प्रमुख सचिव, आवास एवं शहरी नियोजन |
रायबरेली | मुकेश कुमार मेश्राम- मंडलायुक्त, लखनऊ |
मेरठ | टी. वेंकटेश- प्रमुख सचिव, सिंचाई एवं जल संसाधन |
गाजियाबाद | सुधीर गर्ग- प्रमुख सचिव वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन |
गौतमबुद्धनगर | नरेंद्र भूषण- मुख्य कार्यपालक अधिकारी, ग्रेटर नोएडा |
बुलंदशहर | अनीता मेश्राम- मंडलायुक्त, मेरठ |
कानपुर नगर | सुरेश चंद्रा- प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन विभाग |
मुरादाबाद | मनोज सिंह- प्रमुख सचिव, समाज कल्याण विभाग |
बिजनौर | अजय चौहान- आवास आयुक्त |
अमरोहा | सेंथिल पांडियन सी- प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम |
सहारनपुर | पी. गुरुप्रसाद- आबकारी आयुक्त |
शामली | संजय कुमार- मंडलायुक्त,सहारनपुर |
बस्ती | धीरज साहू- परिवहन आयुक्त |
11 जनपद कोरोना फ्री-
जिले का नाम | पीलीभीत, लखीमपुर-खीरी, शाहजहांपुर, हाथरस, बरेली, हरदोई, प्रतापगढ़, महराजगंज, बाराबंकी, कौशाम्बी और प्रयागराज मेंअब कोई भी एक्टिव केस नहीं हैं। पीलीभीत में बीते 14 दिनों के भीतर कोई भी नया केस नहीं आया है। |
कोरोना संक्रमितों का विवरण जिलेवार-
अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 342, लखनऊ में 174, गाजियाबाद में 52, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 103, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 96, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 97, वाराणसी में 19, शामली में 26, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 85, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 22, बस्ती में 20, हापुड़ में 18, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 7, फिरोजाबाद में 66, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 98 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 3, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 43, औरैय्या में 10, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 29, सीतापुर में 17, प्रयागराज में 1, मथुरा में 7 व बदायूँ में 13, रामपुर में 16, मुजफ्फरनगर में 12, अमरोहा में 23, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 8, उन्नाव में 1, कन्नौज में 6, संतकबीरनगर में 2, मैनपुरी में 4, गोंडा में 1, मऊ में 1, एटा में 3 व सुल्तानपुर में 2 व अलीगढ़ में 8, श्रावस्ती में 3, बहराइच में 8, बलरामपुर और अयोध्या में भी 1 पेशेंट की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
206 मरीज ठीक होकर घर पहुंचे-
अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 206 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं। इसमें आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 14, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 54, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 7, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 6, शामली से 2, जौनपुर से 4, मेरठ से 31, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, गाजीपुर से 5, आजमगढ़ से 3, फिरोजाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 8, प्रयागराज से 1 व रामपुर से 4 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया हैं।
प्रदेश में अब तक कोरोना से कुल 24 मौतें:बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3, कानपुर में 3 व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 7 मौतें हुई हैं। वहीं, प्रदेश में 90,369 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 77,616 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 12,032 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में गुरुवार देर रात एक और 55 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव की मौत हो गई। मृतक भाजपा महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल के सहायक (पीएसओ) के पिता थे। मेरठ में कोरोनावायरस से ये चौथी मौत है। संक्रमण के चलते उन्हें मंगलवार को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उनके बाद जांच में उनके दोनों बेटे भी पॉजिटिव पाए गए थे। इनमें से एक भाजपा महानगर अध्यक्ष का सहयोगी है। जिले में अब संक्रमितों की संख्या 86 हो गई है।
दस साल से शुगर व ब्लड प्रेशर कारोगी था मृतक
जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. विश्वास चौधरी ने बताया कि, मृतक की हिस्ट्री खंगाली गई थी तो पता चला कि, वे दस साल से शुगर व ब्लड प्रेशर के रोगी थे। ऐसे रोगियों की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। 21 अप्रैल को भर्ती होने के बाद से ही उनकी हेल्थ बिगड़ने लगी थी। शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा गिरती जा रही थी। गुरुवार शाम उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया। लेकिन वे मल्टीऑर्गन फेल्योर में चले गए। कई अंगों के काम न करने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया।
डॉक्टर विश्वास ने बताया कि, गुरुवार को 280 सैंपलों की जांच की गई, जिसमें एक में पॉजिटिव मिला है। चार सैंपल की रिपोर्ट आना बाकी है। संक्रमित व्यक्ति को सुभारती से पांचली स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर दिया गया। उधर, गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों समेत 140 लोगों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है।
प्रदेश में 1555 रोगी, 25 की गई जान
बीते 24 घंटे के भीतर उप्र में 98 नए केस सामने आए और तीन की मौत भी हुई है। इनमें मेरठ, कानपुर व नोएडा के 1-1 संक्रमित शामिल हैं। राज्य में संक्रमण से मरने वालों का आंकड़ा 25 पहुंच गया है। वहीं, यूपी में अब तक 1555 संक्रमित मिल चुके हैं। इस बीच योगी सरकार ने आमजनों को सहूलियत देने के लिए आईसीएमएआर से तय निजी लैब से टेस्ट करवाने का शुल्क तय किया है। यदि केस निगेटिव आए तो लैब अब सिर्फ 1500 रुपए ही वसूल पाएंगे।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में गुरुवार को लॉकडाउन के बीच घरों से बेवजह बाहर निकलने वालों को पुलिस ने पकड़कर अनोखी सजा दी। पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने वालों को कड़ी धूप में रोड पर लुढ़कने का फरमान सुनाया। साथ ही एक-दूसरे के कान पकड़कर उठक बैठक कराई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
गुरुवार को कोविड-19 लैब से आई रिपार्ट में 11 लोग संक्रमित पाए गए हैं। शहर में संक्रमितो की संख्या 94 पहुंच गई है। हालांकि, राहत की बात है कि, इनमें सात लोगों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। जबकि, 2 संक्रमितों की मौत भी हुई है। शहर के 20 एरिया को हॉटस्पॉट घोषित किया जा चुके हैं। कोरोना का संक्रमण अब घनी अबादी वालों इलाकों में पैर पसार रहा है। इसके बावजूद लॉकडाउन तोड़कर लोग बड़ी संख्या में घरों से बाहर निकल रहे हैं।
गुरूवार को पनकी पुलिस ने लॉकडाउन तोड़ने वालों को तपती धूप में सड़क पर लेटाकर लुढ़ककर चलने की सजा दी। पुलिस ने बुजुर्गो और अधेड़ उम्र वालों के साथ तो कुछ रहम दिखाया। लेकिन बेवजह बाहर निकने वालों युवाओं को सड़क पर जमकर लुढ़काया। तपती धूप में सड़क भट्टी का काम कर रही थी। इसके साथ ही शहर के कई हिस्सों में पुलिस ने एक दूसरे के कान पकड़कर उठक बैठक कराई तो कहीं पर राहगीरों हाथ उपर कर खड़े रहने की सजा दी गई। बाइक पर सवार डबल सवारी घूम रहे युवकों पर पुलिस ने लाठियां भांजी।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर सदर सीट से भाजपा विधायक राकेश राठौर को पार्टी शीर्ष नेता के निर्देश पर गुरुवार को महामंत्री विद्या सागर सोनकर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल, सोशल मीडियर पर विधायक का एक ऑडियो वायरल है। जिसमें दावा किया गया है कि, ऑडियो विधायक राकेश राठौर व बदायूं के उझानी इलाके के नेता जेपी साहू के बीच हुई बातचीत का है। बातचीत में विधायक ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में ताली-थाली बजाने को गलत करार दिया। जबकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कोरोना योद्धाओं के सम्मान में ताली-थाली बजाने का आह्वान किया था।
फोन पर बातचीत के दौरान शुरुआत में बदायूं के नेता ने विधायक से लाइसेंस बनवाने के लिए डीएम को फोन करने की बात कही। इसके बाद विधायक ने कहा- लाइसेंस लिखे नहीं जा रहे हैं। आपका तो विशेष रुप से नहीं बनेगा। कोई उच्च जाति का होता तो उसका लिखा भी जाता। लेकिन आप लोग तो भक्त बने हुए हैं। विधायक ने पूछा कि, क्या आपने ताली बजाई थी? साहू ने कहा कि उनके इलाके में खूब ताली बजी। शंख भी खूब बजा था। यह सुनते ही विधायक ने कहा- आप थाली बजाइए क्योंकि आप सिर्फ ताली बजाने वाले ही बचेंगे।
उन्होंने सवाल करते हुए पूछा कि, क्या ताली थाली बजाने से कोरोनावायरस भागेगा? कहा- जिमनास्ट में दुनिया जितने पदक पाती है, उतना चीन अकेले पाता है। चीन को नहीं मालूम कि, ताली थाली बजाकर कोरोना भगाया जाता है।इस मामले का भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने संज्ञान लिया है। प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के निर्देश पर विधायक को नोटिस जारी किया गया है। एक हफ्ते के भीतर स्पष्टीकरण देने का समय दिया गया है।आपको बता दें कि राकेश राठौर पूर्व में बसपा में रहे हैं। 2017 में भाजपा से टिकट पाकर विधायक बने थे।
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में तीन दिन पहले ब्रश कारोबारी के 72 साल के पिता का निधन हो गया था। गुरुवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। उनका बेटा भी संक्रमित है। उसका हैलट के कोविड-19 वार्ड में इलाज चल रहा है। यह बीते 26 दिन में कोरोनावायरस से 22वीं मौत है। बीते 29 मार्च को गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बस्ती के रहने वाले 25 वर्षीय युवक ने दम तोड़ा था।
मंगलवार को हुई थी कारोबारी के पिता की मौत
कुली बाजार निवासी ब्रश कारोबारी की रिर्पोट बीते सोमवार को पॉजिटिव आई थी। उसे हैलट के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य विभाग की टीम को बीते मंगलवार को ब्रश कारोबारी के परिजनों के सैंपल लेने थे। लेकिन इससे पहले ही कारोबारी के 72 वर्षीय पिता की मौत हो गई थी। बुजुर्ग को सांस और हार्ट की बीमारी थी। परिजन उनका अंतिम संस्कार करने के लिए भैरवघाट पहुंच गए थे। इस बात की जानकारी जब स्वास्थ्य विभाग को हुई तो फौरन मौके पर पहुंच कर मृतक बुजुर्ग समेत 30 लोगों के सैंपल लिए थे।
गुरुवार को आई रिपोर्ट में 6 संक्रमित कर्नलगंज के और 2 कुली बाजार के हैं और 3 संक्रमित अनवरगंज के हैं। सभी को हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी ट्रेवेल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। इसके बाद अब शहर में संक्रमितों की संख्या 94 पहुंच गई है। जिसमें से 7 लोगों को हॉस्पिटल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। इसके साथ ही अब मृतकों की संख्या तीन हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग हॉटस्पॉट क्षेत्रों में होने वाली मौतों को संदिग्ध मान रहा है। मौतों का अंतिम संस्कार कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया जाएगा।
आज 8 नए मामले
शहर में कोरोना संक्रमण से पहली मौत बीते 13 अप्रैल को कर्नलगंज के तिकुनिया पार्क निवासी रेडिमेड कारोबारी की हुई थी। दूसरी मौत रोशन नगर निवासी 52 प्रॉपर्टी डीलर की हुई थी। मौत के एक दिन बाद मृतक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। तीसरी मौत संक्रमित ब्रश कारोबारी के पिता की हुई है। सीएमओ अशोक शुक्ला ने बताया कि, जांच के लिए 132 सैंपल भेजे गए थे। इनमें 8 पॉजिटिव मिले हैं।
उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में गुरुवार को नेपाल से पहुंचे 16 लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पुलिस ने सभी को क्वारैंटाइन कराया है। जहां सभी का मेडिकल चेकअप होगा। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने तहसील स्वार के नरपतनगर में फर्जी तरीके से चल रहे नर्सिंग होम व बिजारखता में एचबीएल हेल्थकेयर को सील कर दिया गया है। ये दोनों केंद्र बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से संचालित कर मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे।
मेडिकल टीम करेगी चेकअप
दरअसल, रामपुर में शहजादनगर पुलिस लॉकडाउन में गुरुवार को जीरो पॉइंट पर चेकिंग कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने पैदल आ रहे 16 लोगों को हाईवे पर पकड़ लिया। पुलिस सभी को थाने ले आई। इसकी सूचना मेडिकल टीम को दी गई। जिसके बाद सभी को क्वारैंटाइन किया गया है। शहजादनगर प्रभारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि यह लोग अजीमनगर, भोट और मिलक खानम थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इसमें 7 पुरुष और 9 महिलाएं हैं।
जंगल रास्ते पैदल पहुंचे रामपुर
सभी नेपाल के बर्दिया जिले के जमनीपुर गांव स्थित एक ईंट भट्टे पर मजदूरी करते हैं। वहीं, पैदल आ रहे लोगों ने बताया कि लॉकडाउन के चलते काम बंद हो गया था। जब भट्टा मालिक से पैसे मांगे तो उसने मना कर दिया। जिसके बाद राशन की व्यवस्था के लिए स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई थी। मगर दो दिन तक राशन न मिलने पर 19 अप्रैल को जंगल के रास्ते पैदल घर के लिए निकल पड़े। रास्ते में कई जगह वाहनों का सहारा लेते हुए शहजादनगर जीरो पॉइंट पहुंचे थे।
नर्सिंग होम संचालक पर एफआईआर
उपजिलाधिकारी राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि, गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ नरपत नगर स्थित नर्सिंग होम पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। जहां मानकों को दरकिनार कर नर्सिंग होम का संचालन किया जाना पाया गया। इस दौरान नर्सिंग होम में बैठे मरीजो में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा था। नोडल अधिकारी देवेश कुमार चौधरी ने बताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के नर्सिंग होम का संचालन किया जा रहा था। रजिस्ट्रेशन नहीं होने पर अस्पताल को सील करते हुए नर्सिंग होम संचालिका के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। वहीं, बिजारखता में एचबीएल हेल्थकेयर को सील किया गया है।
कोरोनावायरस को मात देने के लिए संपूर्ण भारत में लॉकडाउन है। लोग घरों में कैद हैं। बावजूद इसके कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला बाराबंकी जिले का है। यहां लॉकडाउन के बीच टिकैतनगर थाना क्षेत्र के पानापुर गांव में क्रिकेट खेलने के आरोप में पुलिस ने भाजपा नेता समेत 9 नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह कार्रवाई दरोगा जवाहर पाल की तहरीर पर हुई है।
दरअसल, कोरोनावायरस को लेकर बाराबंकी जिले में धारा 144 लागू है। लेकिन टिकैत नगर थाना क्षेत्र के पानापुर गांव में दर्जनों की संख्या में लोग क्रिकेट खेल रहे थे। ग्रामीणों ने क्रिकेट मैच खेल रहे लोगों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद टिकैतनगर थाना के दरोगा जवाहर पाल हमराही सिपाहियों के साथ पानापुर गांव पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से पूछताछ की। मामला सही पाए जाने पर वीडियो दिखाकर उसमें शामिल लोगों की पहचान कराई गई। इसके बाद भाजपा नेता सुधीर कुमार सिंह समेत 9 नामजद व 20 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।
बाराबंकी यूपी के 11 कोरोना मुक्त जिलों में शामिल है। यहां अब वर्तमान में कोई एक्टिव कोरोना का मामला नहीं है। इसी के चलते इसे कोरोना मुक्त जनपद घोषित किया गया है। हालांकि, जिला अधिकारियों को राज्य सरकार द्वारा सावधानी बरतने और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि लोग उन सभी सलाह का पालन करें। जिससे कोरोनावायरस के प्रसार को रोका जा सके। शहर की पुलिस ने सभी चौराहों पर बैरिकेडिंग कर दी है और आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों को केवल सड़क पर आने दिया जा रहा है।
कोरोना के खिलाफ जारी जंग में गुरुवार को योगी सरकार ने 20 या उससे अधिक संक्रमितों वाले जिलों में दो नोडल अधिकारी तैनात करने का निर्णय लिया है। इसमें सीनियर आइएएस और मेडिकल अफसर शामिल होंगे। आइएएस अफसर जिले की प्रशासनिक खामियों को दूर करते हुए बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएगा, जबकि मेडिकल अफसर स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करेंगे। संबंधित जिले में अपने आकलन के आधार पर शासन को रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इस तरह राज्य के 15 जिलों में नोडल अधिकारी भेजे जाएंगे। ये वहां एक हफ्ते कैंप करेंगे।
माल वाहक गाड़ियों में बैठे मिले लोग तो होगी कार्रवाई
गुरुवार को टीम इलेवन के साथ समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने का निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर मिली रही शिकायतों पर सीएम ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा-शहरों के घनी आबादी वाले क्षेत्र व मंडी क्षेत्र में पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। उन्होंने डीएम व एसएसपी को हर हाल में सामाजिक दूरी का पालन कराए जाने का निर्देश दिया है। फील्ड में तैनात सभी अधिकारी नियमित पेट्रोलिंग करें। यह सुनिश्चित करें कि आवश्यक सप्लाई चैन से जुड़ी गाड़ियों को चेक किया जाए, अनाधिकृत रूप से ट्रकों में लोगों को बैठाने पर ट्रक जब्त कर लिया जाएगा मालवाहक गाड़ियों मेंकेवल ड्राइवर और क्लीनर गाड़ी में रहेंगे।यह भी कहा कि, क्वारैंटाइन सेंटर में पूल टेस्टिंग भी कराई जाए।
187 मरीज डिस्चार्ज, 21 की मौत
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन ने बताया कि, प्रदेश के 56 जिलों में अब तक 1507 टेस्ट पॉजिटिव मिले हैं। जिनमें 1299 एक्टिव केस हैं। 11 जिलों में अब कोई भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं है। 187 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं। 21 की मौत हुई। जबकि, तब्लीगी जमाती व उनके संपर्क में आए 1004 लोग संक्रमित पाए गए हैं। इनमें 938 एक्टिव केस हैं। बताया कि, 3737 सैंपल बुधवार को लिए गए हैं। इनमें 3955 की जांच की गई। पूल टेस्टिंग भी लगातार हो रही है।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में लॉकडाउन के बीच कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग से सटे क्षेत्रों में वन्यजीवों के हमले बढ़ गए है। गुरुवार को सुजौली वन रेंज के धनियाबेली गांव में तेंदुए ने किसान पर हमला कर उसे घायल कर दिया। उसके शोर मचाने पर जब लोग दौड़े तो तेंदुआ आबादी में जाकर एक मकान में छिप गया। इसके बाद ग्रामीणों ने घेराबंदी कर करते हुए उसे लाठी-डंडों से पीट कर मार डाला। वनकर्मियों ने मृत तेंदुए के शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
एक साल की उम्र का था तेंदुआ
दरअसल, गुरुवार की सुबह करीब 10 बजे खेत में गेहूं काट रहे धनियाबेली निवासी किसान राजू (20 वर्ष) गुरुवार सुबह अपने खेत में गेहूं की कटाई कर रहे थे। तभी तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। राजू ने मदद के लिए शोर मचाया तो आसपास खेतों में काम कर रहे अन्य किसानों ने लाठी लेकर तेंदुए की तरफ दौड़े। जिस पर तेंदुआ छोटेलाल के मकान में घुस गया। जहां ग्रामीणो ने उसे बुरी तरह पीटा।ग्रामीणों ने वन विभाग को घटना की जानकारी दी। तेंदुए की उम्र करीब एक साल बताई जा रही है।
फील्ड डायरेक्टर दुधवा ने जताई नाराजगी
सूचना मिलते ही सुजौली रेंज के वनकर्मी व पुलिसकर्मियों ने मौके पर पहुंच भीड़ को नियंत्रित किया। वनकर्मी तेंदुए को वापस जंगल में भगाने का प्रयास करने लगी। भीड़ को देख गुस्साए तेंदुए ने घर से निकल फॉरेस्ट गार्ड पवन शुक्ला पर हमला किया। इसके बाद तेंदुआ गांव के समीप गन्ने के खेत में चला गया। जहां उसकी मौत हो गयी। तेंदुए के मौत की खबर पाकर मौके पर पहुंचे फील्ड डायरेक्टर दुधवा संजय पाठक भी पहुंचे। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। फील्ड डायरेक्टर ने ग्रामीणों पर कार्रवाई के लिए निर्देश दिया है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने गुरुवार सुबह निजामुद्दीन मरकज के प्रमुखमौलाना मोहम्मद साद कंधालवी के शामली स्थित फार्म हाउस पर छापेमारी की।सुरक्षा के लिहाज से क्राइम ब्रांच टीम ने पीपीई किट पहना था। करीब डेढ़ घंटे छानबीन के बाद टीम वापस दिल्ली लौट गई है। टीम ने मौलाना साद के परिजनों से भी पूछताछ की है।उत्तर प्रदेश में तब्लीगी जमातियों के चलते कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। अब तक मिले 1473 पॉजिटिव केस में 1004 जमाती हैं। कई जमाती अभी भी जांच के लिए सामने नहीं आ रहे हैं। बीते दिनों आजमगढ़-कानपुर में पुलिस और जौनपुर में डीएमने जमातियों पर इनाम भी घोषित किया था। फिलहाल, पुलिस कोमौलाना साद की भी तलाश है।
कांधला थाना एसएचओ कर्मवीर ने बताया कि, दिल्ली क्राइम ब्रांच की पांच सदस्यीय टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मौलाना साद के फार्म हाउस पर छापेमारी की। करीब डेढ़ घंटे तक क्राइम ब्रांच ने उनके परिजनों से बात की है। हालांकि, क्राइम ब्रांच के हाथ क्या लगा? इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। टीम वापस दिल्ली जा चुकी है।
जमात में शामिल हुए थे पांच हजार से ज्यादा लोग
दिल्ली के निजामुद्दीदन मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच हुए कार्यक्रम में देश-विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे, लेकिन इसके बाद भी करीब 2000 लोग यहां रुके रहे, जबकि ज्यादातर लॉकडाउन से पहले अपने घरों को लौट गए। मौलाना पर इस आयोजन में शामिल लोगों को कोरोना पर गुमराह करने और लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप है। दिल्ली की क्राइम बांच अब तक दो बार उसे नोटिस जारी कर चुकी है। वहीं, यूपी सरकार ने भी मौलाना साद की गिरफ्तारी के लिए 5 टीमें गठित की हैं।
22 राज्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ा
मरकज से संक्रमण उत्तर प्रदेश समेत देश के 22 राज्यों तक पहुंचा। इनमें तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, आंध्रप्रदेश, श्रीनगर, दिल्ली, ओडिशा, प.बंगाल, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात, मेघालय, मणिपुर, बिहार, केरल और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
यूपी में अब तक 1400 से अधिक जमाती पकड़े गए
मरकज मामला सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को जामातियों को ढूंढकर तुरंत क्वारैंटाइन करने काआदेश दिया था। मरकज में संक्रमण का खुलासा होने के बाद केंद्र ने देशभर के 10 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना के 16 हॉटस्पॉट चिह्नित किए। ये वो इलाकेहैं, जहां संक्रमण का सामुदायिक फैलाव (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) हो सकता है। वहीं, यूपी में अब तक 1400 से ज्यादा जमाती खोजे जा चुके हैं। इनमें 355 से अधिक विदेशी जमाती हैं। जिन पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है। इनके वीजा रद्द किए जा चुके हैं।
कोरोनावायरस को मात देने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन है। लेकिन, कानपुर के उर्सला अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा प्रयोग की जा रही पीपीई किट, मास्क व ग्लब्स आवासीय परिसर में फेंके जा रहे हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने इस बाबत कई बार सीएमओ से शिकायत की, लेकिन अभी महकमा लापरवाही बना हुआ है। इससे कर्मियों में कोरोनावायरस से संक्रमित होने का भय है।
उर्सला अस्पताल में बनाया गया कंट्रोल रूम
जिला अस्पताल उर्सला में कोविड-19 का कांट्रोल रूम बनाया गया है। कोविड-19 से संबधित जब कोई भी कॉल आती है तो उर्सला अस्पताल से एंबुलेंस और डाक्टरों की टीम को भेजा जाता है। कोरोना संदिग्धों और संक्रमितों के सैंपल लिए जाते हैं। इसके साथ ही संक्रमितों को एडमिट भी किया जाता है। मेडिकल स्टॉफ कोरोना मरीजों का इलाज पीपीई किट, मास्क और ग्लब्स पहन कर करते हैं। इसके बाद उसी पीपीई किट, ग्लब्स और मास्क को उर्सला के अवासीय परिसर में फेंक दिया जाता है। इसके साथ ही संक्रमित मरीजों को लाने वाली एंबुलेंस को भी अवासीय परिसर में धुला जाता है।
कर्मी ने कहा- परिवार में संक्रमण फैलने का खतरा
अवासीय परिसर में रहने वाले लोगों को इस बात का संदेह है कि इस तरह से यूज किए गए मास्क और पीपीई किट खुले में फेके जाएंगे तो उन्हें भी संक्रमण भी का खतरा हो सकता है। बल्कि यह ऐसा मेडिकल कचरा है, जिसको नष्ट किया जाए चाहिए। इसे खुले में नहीं फेंकना चाहिए। परिसर में रहने वाले स्वास्थ्यकर्मी मोहम्मद रईश ने कहा- मैं उर्सला हॉस्पिटल कैंपस में रहता हूं। लेकिन, यहां खुले में पीपीई किट फेंके जाने से परिवार को संक्रमित होने का खतरा है। बताया कि, सीएमओ अशोक शुक्ला से इस बात की शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। सीएमओ इस संबंध में कुछ भी कहने तैयार नहीं हैं। वह फोन भी रिसीव नहीं कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में कोरोना संक्रमितों के इलाज में जुटे डॉक्टरों को लिए अब एक गेस्ट हाउस की व्यवस्था की गई है। इससे पहले ये सभी बछरावां में बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में थे। लेकिन बुधवार को वीडियो जारी कर सेंटर की दुर्दशा का जिक्र किया था। साथ ही खुद को असुरक्षित बताया था। जिसका दैनिक भास्कर ने 'कोरोना वॉरियर्स का छलका दर्द / 25 की टीम पर 20 लीटर मिला पानी; नहाने के लिए एक वॉशरूम, वीडियो जारी कर डॉक्टर ने कहा- हमें पिकनिक नहीं, सुरक्षा तो मिले' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। जिसका संज्ञान लेकर सीडीओ खुद मौके पर पहुंचे और गेस्ट हाउस की व्यवस्था कराई है।
पहले फटकारा बाद में बदले सुर
मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल बुधवार रात आइसोलेशन सेंटर पहुंचे। सीडीओ ने कोरोना वॉरियर्स से पूछा कि वॉशरूम के अलावा आपको क्या चाहिए? जवाब मिला बाथरूम। थोड़ी देर बातचीत के बाद सीडीओ ने कहा देखिए समझ लीजिए जो हमारे पास फैसिलिटीज है, वही हम दे सकते हैं। इस पर कोरोना वॉरियर्स ने रोज घर आने जाने की बात कही तो सीडीओ प्रोटोकाल का हवाला दिया। कहा 'जो प्रोटोकाल है, आप लोग इसी परिधि मे रहेंगे वही हम लोग फालो कर रहे हैं।' इसके बाद मेडिकल स्टाफ ने अपनी सुरक्षा से सम्बंधित कई मुद्दे उठाए तो सीडीओ के सुर बदल गए। कहा कि 'आप लोग जिस तरह से बात कर रहे वो सही नही है।' लंबी बातचीत के बाद सीडीओ उसी बिल्डिंग मे एक्टिव क्वारैंटाइन के लिए अड़े थे और मेडिकल स्टॉफ कह रहा था कि ये नही हो सकता है।
सीएमओ ने अपनी रिपोर्ट में आइसोलेशन सेंटर को अनुपयुक्त माना
सीएमओ संजय कुमार शर्मा ने बताया कि मैंने भी उस जगह का निरीक्षण किया तो वो स्थल संतोषजनक नहीं लगा। प्रशासन के सहयोग से गीतांजलि गेस्ट हाउस में अब एक्टिव क्वारैंटाइन की व्यवस्था कराई गई है। अब वहां पर उनको ताजा और बढ़िया खाना उपलब्ध हो सके, इसके लिए भी मैंने व्यवस्था करा दी है। ताकि रहने और खाने के लिए मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ असंतुष्ट था वो न रहे और पूरी तरह से संतुष्ट होकर के वो अपने कार्य मे जुटे।
यह है मामला?
बुधवार को बछरावां में बने आइसोलेशन सेंटर से कोरोना वॉरियर्स का एक वीडियो सामने आया था। आरोप लगाया था कि, उन्हें न तो सही भोजन दिया जा रहा न ही पर्याप्त पानी। 25 की टीम पर 20 लीटर पानी मिल रहा है। सेंटर का बाथरूम चोक है। एक बाथरूम में 25 लोगों को नहाना पड़ रहा है। पीपीई किट भी संक्रमण रोक पाने में अक्षम है। डॉक्टरों ने साफ कहा कि, वे यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। लेकिन हमें सुरक्षा तो जरूर चाहिए। यदि कोई एक पॉजिटिव हो गया तो पूरी टीम संक्रमित हो जाएगी। आरोप है कि, शिकायत करने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गई हैं।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। गुरुवार को 24 नए मामले सामने आए। जिनमें लखनऊ के दो, कानपुर के 14 और आठ मामले आगरा के हैं। अब तक राज्य में 1473 संक्रमित हो गए हैं। जबकि, 1279 एक्टिव केस हैं। बुधवार देर रात तक 112 नए केस पॉजिटिव मिले थे। इनमें नेपाल मूल की एक महिला समेत 8 रोगी बहराइच के थे। वहीं, संक्रमित तब्लीगी जमातियों की संख्या 1004 होगई है। राहत की बात यह है कि 11 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं। अब तक 173 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है। प्रदेश के 34 जिलों में अस्थाई जेल का निर्माण किया गया है।
अस्थाई जेलों में बंद हुए 156 विदेशी समेत 288 लोग
कोरोना महामारी छिपाने के आरोप में राज्य में कई कार्रवाई भी हुई है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 34 जिलों में अस्थाई जेलों का निर्माण किया है। इन अस्थाई जेलों में अब तक 156 विदेशी नागरिकों समेत 288 लोगोंको रखा गया है। विदेशियों में फ्रांस, मोरक्को, मलेशिया, थाईलैंड, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, बांग्लादेश, सूडान, फिलिस्तीन, सीरिया, माली के नागरिक शामिल हैं। लखनऊ के कश्मीरी मोहल्ला म्युनिसिपल गर्ल्स इंटर कॉलेज को अस्थाई जेल बनाया गया है। यहां 19 पुरुष और 4 महिला विदेशी नागरिक रखे गए हैं। विदेशियों में मलेशिया के 2, किर्गिस्तान के 23, कजाकिस्तान के 2, बांग्लादेश के 54, इंडोनेशिया के 41, सूडान के 4, थाईलैंड के 13 विदेशी नागरिक शामिल हैं। लखनऊ व बुलंदशहर की अस्थाई जेल में 4-4 विदेशी महिला नागरिकों को रखा गया है।
कोरोना पॉजिटिव केसों का जिलेवार विवरण-
ये है आंकड़े: अभी तक उत्तरप्रदेश के आगरा में 327, लखनऊ में 182, गाजियाबाद में 48, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) में 103, लखीमपुर खीरी में 4, कानपुर नगर में 91, पीलीभीत में 2, मुरादाबाद में 94, वाराणसी में 19, शामली में 26, जौनपुर में 5, बागपत में 15, मेरठ में 82, बरेली में 6, बुलन्दशहर में 22, बस्ती में 20, हापुड़ में 18, गाजीपुर में 6, आज़मगढ़ में 7, फिरोजाबाद में 65, हरदोई में 2, प्रतापगढ़ में 6, सहारनपुर में 98 व शाहजहांपुर में 1, बांदा में 3, महराजगंज में 6, हाथरस में 4, मिर्जापुर में 3, रायबरेली में 43, औरैय्या में 9, बाराबंकी में 1, कौशाम्बी में 2, बिजनौर में 28, सीतापुर में 17, प्रयागराज में 1, मथुरा में 7 व बदायूं में 13, रामपुर में 16, मुजफ्फरनगर में 12, अमरोहा में 23, भदोहीं में 1, कासगंज में 3 व इटावा में 2, संभल में 7, उन्नाव में 1, कन्नौज में 6, संतकबीरनगर में 1, मैनपुरी में 4, गोंडा में 1, मऊ में 1, एटा में 3 व सुल्तानपुर में 2, बहराइच में 8,श्रावस्ती के 3व अलीगढ़ में 5 की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
173 डिस्चार्ज किए गए: आगरा से 18, लखनऊ से 9, गाजियाबाद से 13, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 44, लखीमपुर-खीरी से 4, कानपुर नगर से 1, पीलीभीत से 2, मोरादाबाद से 1, वाराणसी से 6, शामली से 2, जौनपुर से 4, मेरठ से 17, बरेली से 6, बुलन्दशहर से 2, गाजीपुर से 5, आज़मगढ़ से 3, फिरोजाबाद से 3, हरदोई से 2, प्रतापगढ़ से 6, शाहजहांपुर से 1, महराजगंज से 6, हाथरस से 4, बाराबंकी से 1, कौशाम्बी से 2, सीतापुर से 6, प्रयागराज से 1 व रामपुर से 4 कोरोना मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है।
21 हो चुकी मौत: बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मुरादाबाद में 5, मेरठ में 3, व आगरा में कोरोना से अब तक कुल 6 मौतें हुईं। वहीं 90,248 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की है। प्रदेश में कुल 62,946 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,826 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा गया है।
उत्तरप्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1473 हो गई है। गुरुवार को 24 रिपोर्ट पॉजिटिव आईं। इनमेंकानपुर में14, आगरा में8 और लखनऊ में2 मरीजमिले। कुलसंक्रमितों मेंतब्लीगी जमातियों की संख्या 1004 है।राज्य में संक्रमितों की संख्या1473 हो गई है। इनमें से 1279 का इलाज चल रहा है। 173 मरीज ठीक हुए हैं, जबकि 21 की मौत हुई है।राहत की बात यहहै कि11 जिले कोरोना मुक्त हो चुके हैं।
प्रदेश में 472 की रिपोर्ट आना बाकी
संक्रामक रोग विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विकासेंदु अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा 327 मरीज आगरा में हैं। इसके बाद लखनऊ में 182 मरीजहैं। यूपी में 42192 लोगों के सैम्पलजांच के लिए लैब में भेजे गए।इनमें से 40255 की रिपोर्ट निगेटिव आई। 472 मरीजों की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। प्रतापगढ़, पीलीभीत, हाथरस, प्रयागराज, महाराजगंज, बरेली, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, शाहजहांपुर, हरदोई और कौशांबी जिले कोरोना मुक्त हो गए हैं।
कोरोना से संबंधित अहम अपडेट
तीन नई लैब खोलने के लिए 13 करोड़ रुपए रिलीज
योगी सरकार ने अलीगढ़, मुरादाबाद और सहारनपुर में मॉलिक्युलर लैब खोलने के लिए 13 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की है। इससे पहले 12 लैब खोलने के लिए 54 करोड़ रुपए मंजूर किए जा चुके हैं। राज्स में 15 लैब में पहले से ही कोरोना की जांच हो रही है।
प्रदेश में अब1473कोरोना पॉजिटिव
आगरा327, लखनऊ 182, गौतमबुद्धनगर (नोएडा) 103, सहारनपुर 98,मुरादाबाद 94, कानपुर नगर 91, मेरठ 82, फिरोजाबाद 65, गाजियाबाद 48, रायबरेली 43, बिजनौर 28, शामली 26, अमरोहा 23, बुलन्दशहर 22, बस्ती 20, वाराणसी 19, हापुड़ 18, सीतापुर 17, रामपुर 16, बागपत 15, बदायूं 13, मुजफ्फरनगर 12, औरैया9, बहराइच 8, संभल, आज़मगढ़ और मथुरा 7-7,महाराजगंज, प्रतापगढ़, गाजीपुर, कन्नौज औरबरेली 6-6,जौनपुर औरअलीगढ़ 5, एटा, लखीमपुर खीरी, हाथरस, मैनपुरी 4-4, मिर्जापुर, बांदा,कासगंज 3-3,पीलीभीत, कौशाम्बी, सुल्तानपुर,हरदोई, इटावा में2-2, भदोही, उन्नाव, शाहजहांपुर, संतकबीरनगर, गोंडा, मऊ, बाराबंकी,प्रयागराजमें एक-एककी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। गुरुवार को यहां 8 नए संक्रमित मिले। इससे अब संक्रमितों की संख्या 335 पहुंच गई है। इनमें 6 की मौत हो चुकी है। जबकि 30 पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इसी के साथ यहां हॉटस्पॉट की संख्या भी 84 हो गई है। मेडिकल कॉलेज में एक लैब टेक्नीशियन भी संक्रमित मिला है। यहां कोरोना का सबसे बड़े हॉटस्पॉट पारस अस्पताल को प्रशासन ने दोबारा सील किया है। जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने बताया कि, यहां से 62 संक्रमित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए सैफई पीजीआई शिफ्ट किया गया है।
प्रशासन ने यहां नेशनल हाइवे 2 स्थित हिंदुस्तान कॉलेज कैंपस को नया क्वारैंटाइन सेंटर बनाया है। यहां 600 संक्रमितों को रखने की व्यवस्था है। जिसमें कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था की गई है। अभी तक कई जगहों पर कोरोना संदिग्ध रखे गए थे। जिन्हें संभालने में प्रशासन को कठिनाई आ रही थी। प्रशासन के मुताबिक, जिले में अब तक 500 ज्यादा लोगों को इंस्टिट्यूशनल क्वारैंटाइन में रखा जा चुका है।
एसएन मेडिकल कॉलेज का एक लैब टेक्नीशियन भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। टेक्नीशियन कोरोना संदिग्धों के सैंपल लेते हुए वक्त संक्रमित हुआ है। अब तक मेडिकल कॉलेज के चार डॉक्टर समेत छह स्टाफ संक्रमित हो चुके हैं। इससे पहले एक एंबुलेंस ड्राइवर भी संक्रमित मिला था। इसके बाद से अब मेडिकल स्टॉफ में भय है। गुरुवार को माइक्रोबायोलॉजी लैब में टेक्नीशियनों ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी नाराजगी जताई है।
दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल होकर लौटे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद शाहिद की कुंडली खंगाल रही पुलिस जल्द से जल्द उनके खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है। वहीं, इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन भी प्रोफेसर शाहिद पर कार्रवाई करने की फाइल तैयार कर रहा है। फिलवक्त 7 सात इंडोनेशियाई और 9 थाईलैंड के नागरिकों समेत 29 लोगों के साथ केंद्रीय कारागार नैनी के महिला बैरक में रखे गए प्रोफेसर शाहिद पर महामारी एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज है। मुख्यमंत्री के आदेश पर प्रयागराज पुलिस प्रशासन सभी तब्लीगी जमातियों को सेंट्रल जेल नैनी से हटाकर यमुनापार के घूरपुर इलाके में स्थित ग्रीन फील्ड स्कूल में बनाई गई अस्थाई जेल में रखे जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
खुफिया एजेंसियां खंगाल रहीं प्रोफेसर की कुंडली
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग में वर्ष 1988 में तत्कालीन कुलपति वहीदउद्दीन मलिक के कार्यकाल में प्रोफेसर शाहिद की नियुक्ति से लेकर अब तक की कुंडली खुफिया एजेंसियों ने खंगाल ली है। उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि से लेकर करीबियों की भी फाइल तैयार हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक परिवार के पांच सदस्यों तथा चार छात्रों समेत मो. शाहिद के 28 करीबियों को रडार पर रखकर उनके संपर्कों को भी खंगाला जा रहा है। प्रोफेसर चार मोबाइल प्रयोग करते थे। सभी कनेक्शन उनके नाम है। पुलिस उनके सभी नम्बरों की भी कॉल हिस्ट्री निकाल कर खंगाल रही है।
अंतिम बार दिसंबर महीने में विदेश गए थे प्रोफेसर
खुफिया एजेंसियों ने यह ब्यौरा भी जुटा लिया है कि प्रोफेसर शाहिद इथोपिया, सोमालिया, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, उज्बेकिस्तान, टर्की समेत कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। वहां मुस्लिम संगठनों के कार्यक्रमों में हिस्सा ले चुके हैं। उन संगठनों के बारे में छानबीन के लिए भारतीय दूतावासों समेत अन्य एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है। खासतौर पर इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा स्थित मुस्लिम संगठनों को खास टारगेट पर रखा गया है। दरअसल, प्रो. शाहिद अदीस अबाबा में मुस्लिम संगठनों के दो जलसे में एक-एक हफ्ते के लिए जा चुके हैं। अंतिम बार वह दिसंबर 2019 में आठ दिन के लिए अदीस अबाबा गए थे।
पॉलिटिकल कनेक्शन पर भी है पुलिस की नजर
इस्लामिक पॉलिटिकल थॉट, इस्लामिक डायसपोरा इन द वर्ल्ड के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले प्रोफेसर के निजामुद्दीन शहर के उच्च मुस्लिम वर्ग में विशेष पहचान है। कई सफेदपोश से भी उनके नजदीकी रिश्ते हैं। पुलिस उनका पॉलिटिकल कनेक्शन भी तलाश रही है।
मुस्लिम यूनिवर्सिटीज की तरफ था ज्यादा झुकाव
प्रोफेसर शाहिद का मुस्लिम विश्वविद्यालयों, शिक्षकों और छात्र-छात्राओं की तरफ झुकाव अधिक था। मूलरूप से मऊ जनपद के दक्षिण टोला कोतवाली स्थित बुलाकी का पूरा निवासी प्रोफेसर वर्ष 1988 में इविवि के राजनीति विज्ञान विभाग में लेक्चरर नियुक्त हुए। 2003 में जेएनयू से पीएचडी की उपाधि हासिल करने के बाद 2004 में वह रीडर के पद पर पदोन्नत हुए। 2015 में प्रोफेसर नियुक्त किए गए। एएमयू, जेएनयू और जम्मू विवि में इनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है। वहां के शिक्षकों को अक्सर वह बुलाते भी थे। प्रो. शाहिद के बड़े भाई प्रो. एसए अंसारी इविवि में वाणिज्य विभाग में और भांजा डॉ. कासिफ उर्दू विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।
आईजी ने कहा- कई अहम तथ्य सामने आए, चल रही जांच
आइजी रेंज प्रयागराज केपी सिंह ने बताया कि प्रोफेसर को जेल भेजने के बाद उनकी स्थानीय गतिविधियों को लेकर पुलिस तथा सर्विलांस टीमें जांच कर रही हैं। उनके विदेश कनेक्शन की जांच खुफिया एजेंसियां कर रही हैं। कई अहम तथ्य सामने आए हैं। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में सिगरा थाना क्षेत्र के अशोक नगर कॉलोनी के बच्चों ने लॉकडाउन का शति प्रतिशत पालन कराने के लिए मुहिम छेड़ी है। बच्चों ने कॉलोनी की मुख्य सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी है। बच्चों का कहना है कि, कॉलोनी के तमाम लोग बेवजह बाहर जाते थे। सब्जी वाले भी मोहल्ले का चक्कार लगाते थे। जिससे भीड़ जुटती है। सोशल डिस्टेंसिंग भी फॉलो नहीं किया जाता था। बच्चों की इस मुहिम में बड़े भी साथ दे रहे हैं। अब वही लोग बाहर निकल रहे हैं, जिन्हें किसी चीज की सख्त जरुरत होती है।
अब तक 19 टेस्ट पॉजिटिव
वाराणसी में अब तक 19 टेस्ट पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें छह को डिस्चार्ज कर दिया गया है। प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है। प्रशासन ने नगर में विद्युत उपकरणों की खरीद एवं मरम्मत कार्य के लिए कुल 65 दुकानों को चिन्हित किया है, जो होम डिलीवरी के रूप में विद्युत उपकरणों के साथ-साथ घरों पर इलेक्ट्रीशियन भेजकर मरम्मत का कार्य भी कराएंगे।दुकानें सुबह 10 बजे तक ही खुली रहेंगी।
बच्चों ने कहा- लॉकडाउन का पालन करिए
आगरा में तैनात दरोगा की कार फिरोजाबाद के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में दरोगा की मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि उनकी कार अनियंत्रित होकर दूसरी साइड चली गई थी। हादसा बुधवार रात्रि करीब साढ़े आठ बजे माइलस्टोन 44.8 किलोमीटर आगरा की ओर हुआ। मटसेना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।
मटसैना थाना इलाके में हुआ हादसा
कन्नौज के नंदपुर गांव निवासी विजय सिंह (48) की आगरा के पाय चौकी में बतौर इंचार्ज तैनाती थी। जानकारी के अनुसार वे किशोरी के अपहरणकर्ता की तलाश में कार से फिरोजाबाद जा रहे थे। लेकिन आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे फिरोजाबाद के मटसैना थाना क्षेत्र में गांव दतावली के पास अचानक कार के सामने एक मवेशी आ गया। जिससे दरोगा की कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराते हुए दूसरी तरफ से आ रही एक कार से टकरा गई। हादसे की सूचना पर पुलिस व यूपीडा की गाडियां मौके पर पहुंची और दरोगा को अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
स्वयं कर रहे थे ड्राइव
दरोगा विजय सिंह अपनी कार खुद ही ड्राइव कर रहे थे। दरोगा विजय सिंह साल 1989 बैच के सिपाही थे। प्रोन्नत पाकर 2015 में दरोगा बने थे। उन्होंने दो माह पहले बेटी की शादी की थी।
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दी है। यहां गुरुवार को 20 सैंपल में से 8 की रिपोर्ट की पॉजिटिव आई है। इनमें एक नेपाल की रहने वाली 54 वर्षीय महिला भी शामिल है। डीएम शंभू कुमार ने सीएमओ, सीएमएस व सीडीओ के साथ आपातकालीन बैठक की है। राहत की बात है कि, इन संक्रमितों को संदिग्ध मानकर जिला प्रशासन ने पहले ही क्वारैंटाइन कर रखा था।
छह को जिला अस्पताल में कराया गया भर्ती
जिला प्रशासन ने आठ रोगियों में से छह लोगों को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है। जबकि, एक महिला को उसके घर में ही आइसोलेट किया गया है। वह कुछ दिनों पहले गाजियाबाद से ऑपरेशन कराकर लौटी थी। वहीं, एक युवक अभी भी शेल्टर होम में आइसोलेट है। स्वास्थ विभाग अब सबकी हिस्ट्री खंगालने में जुटा हुआ है। रिपोर्ट आने के बाद बहराइच शहर के दरगाह थाने के एसएचओ विनय सरोज ने कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजनों से उनकी ट्रेवेल हिस्ट्री की जानकारी ली व उनके ड्राइवर के घर पहुंचकर उसकी भी जानकारी प्राप्त की।
संक्रमितों में अधिकतर प्रवासी मजदूर
संक्रमित मरीजों में कई प्रवासी मजदूर हैं, जो दिल्ली से चलकर बहराइच स्थित अपने घर पहुंचे थे, जो काफी समय तक अपने गांव में अपने घर पर भी रुके थे। 8 मरीजों में एक युवक लगभग 20 दिन पहले से अपने गांव वजीरपुर में रह रहा था। जिसे कुछ दिन पहले बुखार आने पर गांव वालों ने सूचना देकर अस्पताल में आइसोलेट कराया था। जहां उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिले से भेजे गए 382 सैंपल में 260 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है। लेकिन एकाएक 8 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से जिला प्रशासन की नींद उड़ गई है। सीएमएस डॉक्टर डीके सिंह ने बताया कि, टीम ने पीड़ित के परिवारों को भी क्वारैंटाइन करा रही है।
कोरोनावायरस को मात देने के लिए तीन मई तक देश में लॉकडाउन है। लोगों के घरों से बाहर निकलने पर पाबंदी है। सिर्फ उन्हीं लोगों को बाहर निकलने की छूट हैं, जो इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े हुए हैं। लेकिन कुछ लोग इसका उलंघन कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला बुधवार को राजधानी लखनऊ में देखने को मिला। यहां गौतमपल्ली थाना क्षेत्र में लोहिया पथ पर फर्राटा भर रही रईसजादी लड़कियों को पुलिस ने रोका तो उन्होंने जमकर हंगामा किया। लड़कियों ने गाड़ी के कागजात पुलिसवाले की तरफ फेंक दिया और गाड़ी से उतरकर सड़क पर बैठकर रोने लगीं। पुलिस ने गाड़ी का चालान कर दिया है।
दरअसल, बुधवार को गौतमपल्ली थाने की पुलिस लोहिया पथ पर बैरिकेडिंग कर आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी बीच एक कार आई तो पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया। गाड़ी में तीन लड़कियां बैठी थीं। जबकि, लॉकडाउन के बीच चौपहिया वाहनों पर सिर्फ दो लोगों के बैठने की अनुमति दी है। पुलिस ने लड़कियों से कागजात व पास मांगे। यह बात कार चला रही लड़की को इतना नागवार गुजरी कि, उसने कागजात पुलिसकर्मी की तरफ सड़क पर फेंक दिया और कहा कि, कर लो कागज चेक।
फिर गाड़ी से नीचे उतरकर काफी देर हंगामा किया। एक लड़की रोते राते बीच सड़क पर बैठ गई। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उसे वहां से गाड़ी में बैठने के लिए कहा। तब जाकर वह गाड़ी में बैठी। पुलिस का कहना है कि एक बैरियर पर पुलिस ने रोका था लेकिन वह बिना रुके फरार हो गई। जिसके बाद फोन पर सूचना के बाद अगले नाके पर लोहिया पथर पर पुलिस ने रोका। फिलहाल ट्रैफिक रुल के नियमों के तहत गाड़ी का चालान कर दिया गया और लड़कियों को जाने दिया गया।
कोरोनावायरस से जंग में पीलीभीत फतेह हासिल कर चुका है। यहां अब कोई भी एक्टिव केस नहीं है। जिले में उमरा कर लौटी महिला व उसके बेटे में कोरोना का संक्रमण मिला था, लेकिन दोनों ठीक होकर घर पहुंच चुके हैं। कोरोना की लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीलीभीत को प्रदेश का मॉडल जिला घोषित किया था। ऐसे में अब डीएम वैभव श्रीवास्तव लोगों को लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में जुट गए हैं। अब वे गेहूं के खेत तक पहुंच रहे हैं। उनका खेत के बीच बैठकर लंच करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई है।
दरअसल, जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव नेबुधवार को पीलीभीत के बीसलपुर तहसील क्षेत्र की मंडी समेत क्षेत्र में कई जगह लॉकडाउन की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान वे गौहनियां गांव के पास खेत में गेहूं की कटाई कर रहे किसानों के पास पहुंचे। उन्होंने खुले आसमान तले बैठकर कम्युनिटी किचन में बने भोजन का भी लुत्फ उठाया। उन्होंने किसानों से बात की। कुछ जानकारी ली। इसके बाद उन्हें लंच पैकेट बांटे। यहां गेहूं बेचने आने वाले किसानों को कम्युनिटी किचेन के जरिए खाना भी दिया जा रहा है।
डीएम ने कहा- कोरोना फ्री होने के बाद जिले में गेहूं की कटाई व उपज की खरीद प्रशासन के लिए चुनौती है। उन्होंने कहा- किसानों को समझाया जा रहा है कि सामाजिक दूरी बनाकर काम किया जाए। संक्रमण से बचने का पाठ पढ़ाया जा रहा है।
कोरोना संकट काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार अपने पुराने नेताओं, कोरोना वॉरियर्स व कोरोना फाइटर्स से फोन पर बातकर उनका हालचाल जान रहे हैं। इसी कड़ी में पीएम ने 106 साल के बुजुर्ग भाजपा नेता व जनसंघ के पूर्व विधायक श्रीनारायण उर्फ भुलई भाई से बात की और उनका हाल जाना। पीएम ने उनसे आशीर्वाद भी लिया। इसके बाद से पूर्व विधायक भुलई भाई काफी खुश नजर आ रहे हैं।
देवरिया के संघ प्रचारक भी रहे
दरअसल, कुशीनगर जिले में रामकोला थाना क्षेत्र के पगार छपरा निवासी श्रीनारायण 106 साल हैं। वे जनसंघ पार्टी से साल 1974 से 1980 तक तत्कालीन विधानसभा क्षेत्र नौरंगिया से विधायक रहे। वर्तमान में यह विधानसभा 2012 में परिसीमन के बाद खड्डा विधानसभा के नाम से जानी जाती है। श्रीनारायण संघ के देवरिया के जिला प्रचारक भी रह चुके हैं। साथ ही भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी थे।
आइए जानते हैं क्या बात हुई?
पीएम: हैलो...हैलो।
श्रीनारायण: (पूर्व विधायक के पाते ने फोन पकड़ाते हुए कहा पीएम साहब हैं) अच्छा अच्छा प्रणाम।
पीएम: नारायण जी प्रणाम।
श्रीनारायण: आप की कृपा से सबकुछ सही चल रहा है।
पीएम: आपने तो शताब्दी पूरी कर ली?
श्रीनारायण: हां 106 हो गया।
पीएम: बस यूं ही मन कर गया कि, चलिए आपने इतने शताब्दी देखा है। सोचा संकट के समय आशीर्वाद ले लूं।
श्रीनारायण: बहुत बहुत धन्यवाद। भगवान सबकुछ ठीक करें। जब तक आप स्वस्थ्य रहें, तब तक देश का नेतृत्व करें।
पीएम: आप का आशीर्वाद है। अच्छा करूं, आप लोगों से जो सीखा है वह देश काम आए बस यही बात है।
श्रीनारायण: बहुत अच्छा।
पीएम: तबियत अच्छी रहती है?
श्रीनारायण: बहुत अच्छा।
पीएम: पांच पीढी देखी होगी?
श्रीनारायण: जी।
पीएम: परिवार को प्रणाम कहिएगा। बहुत साल हो गए आपको देखा नहीं। अच्छा जी नमस्कार।
श्रीनारायण: नमस्कार।
इससे पहले पीएम ने काशी व आगरा के लोगों से बात की थी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पूर्व अपने संसदीय क्षेत्र के महापौर समेत सात भाजपा नेताओं से बात की थी। उन्होंने मास्क न मिलने पर गमछे से चेहरे को ढंकने की सलाह दी थी। इसके अलावा उन्होंने अपने मन की बात कार्यक्रम में आगरा के कोरोना फाइटर्स के पिता से बात की थी।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में सीएचसी पर ड्यूटी करने जा रहे एक स्वास्थ्य कर्मी को पुलिसकर्मियों ने लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में पीट दिया। जबकि, स्वास्थ्यकर्मी अपना पहचान पत्र आदि दिखाता रहा। इस घटना के बाद नाराज सहकर्मियों ने आरोपी पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कार्य बहिष्कार कर ऐलान कर दिया। सीएमओ को भी अवगत कराया गया। हालांकि, मामला बिगड़ता देख आरोपी सिपाही ने पीड़ित स्वास्थ्यकर्मी को फूल देकर माफी मांग ली। इसके बाद मामले का पटाक्षेप हो गया। हालांकि, इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।
मैनपुरी के कथोली गांव निवासी कन्हैया दुबे वर्तमान में सौरिख सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर आईएचआईपी (कम्प्यूटर ऑपरेटर) पद पर कार्यरत हैं और वह कैम्पस में ही रह रहते हैं। मंगलवार को कन्हैया ग्राम भारानगला में आशा सुमन से मिलकर वापस आ रहा था। आरोप है कि बेहटा के पास बैरिकेडिंग पर तैनात पुलिस कर्मी ने उसे रोक लिया। कन्हैया ने अपना परिचय देते हुए पहचान पत्र दिखाया। लेकिन उसकी एक नहीं सुनी गई और उसको पीटना शुरू कर दिया।
इसके बाद उसने अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की जानकारी अपने चिकित्सा अधिकारी अजहर सिद्दीकी को दी। जिसपर स्वास्थ्य कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच कर उसे स्वास्थ्य केन्द्र ले आए और मामले की जानकरी सीएमओ कृष्ण स्वरुप को दी। सीएमओ ने मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी और दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की बात रखी। हालांकि, सिपाही ने ऑपरेटर से माफी मांगी और फूलों का गुलदस्ता भेंट किया। एसडीएम गौरव शुक्ला ने बताया कि बैरियर पर कहासुनी हो गई थी। सिपाही के माफी मांगने पर ऑपरेटर ने माफ कर दिया।
कोरोनावायरस से जंग के लिए नगर निगम ने चेन्नई की गरुण एरो स्पेस कंपनी को शहर में ड्रोन से सैनिटाइजेशन के लिए बुलाया है। इन दिनों इनका थीम डांस चर्चा का विषय बना हुआ। खुद को बूस्टअप और लोगों के मोटीवेट करने के लिए टीम डांस भी करती है।टीम मेम्बर रोहन ने बताया कि बुधवार को विकास भवन के आसपास सैनिटाइजेशन किया गया। टीम सुबह से शाम तक मेहनत करती है। डांस एक पॉजिटिव एनर्जी जनरेट करती है। जिस स्पॉट पर हम काम खत्म करते है, वहां थीम डांस करते हैं।
स्थानीय निवासी मनोहर चंद्र का कहना है कि ये बहुत ही बेहतरीन एप्रोच है। लोग डरे हुए हैं। इनको देखकर लोगों मे हौसला आएगा कि हमारे लिए ये लोग कोरोना से जंग भी लड़ रहे हैं और मोटिवेट भी कर रहे हैं। दरअसल, पेट्रोल से चलने वाला ये ड्रोन एक बार में 10 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइड का घोल लेकर आधे घंटे उड़ान भरेगा। दरअसल हवाई मार्ग से सैनिटाइजेशन के लिए नगर निगम, स्मार्ट सिटी लिमिटेड और गरुड़ एयरोस्पेस चेन्नई के बीच करार हुआ है।
नगर आयुक्त गौरांग राठी ने बताया कि ड्रोन गरुड़ से हॉटस्पॉट के अलावा क्वारैंटाइन सेंटर, शेल्टर होम और आइसोलेशन वार्ड में भी सैनिटाइजेशन का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह मेकैनिकल प्रोजेक्ट है। इसलिए हमारी कार्यदायी संस्था के सात व्यक्ति इसमें मौजूद रहेंगे। नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी एरिया मैपिंग के लिए साथ में मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि इस ड्रोन गरुड़ का प्रति एकड़ 700 रुपए का खर्च है, जो इससे संबंधित कार्य के अन्य साधनों पर होने वाले व्यय का 20वां हिस्सा है। इससे हॉटस्पॉट एरियों का सैनिटाइजेशन दिन में दो बार करेंगे।
कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसवालों और डॉक्टरों के साथ अभद्रता और उन पर हमले रुक नहीं रहे हैं। देश के 5 राज्यों में बुधवार को इन कोरोनावॉरियर्स के साथ बदसलूकी की घटनाएं सामने आईं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में पुलिसटीम पर हमला किया गया। मध्य प्रदेश के धार में भी रात में पेट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मियों पर चोरों ने फायरिंग कर दी। राजस्थान के जोधपुर में भी पुलिस जवान पर छत से पत्थर फेंके गए।
उत्तर प्रदेश: भीड़ के हमले में जवान को गंभीर चोटें आईं
अलीगढ़: जिले के भुजपुरा में पुलिस की टीम सब्जी के ठेलों को हटवा रही थी। इसी दौरान उस पर पथराव कर दिया गया। लॉकडाउन की अवधि खत्म हो गई थी। इसके बाद टीम ठेले हटवाने पहुंची थी। पथराव के चलते भगदड़ की स्थिति बन गई थी।
लखनऊ: शहर का कैंट थाना क्षेत्र हॉटस्पॉट है। यहां लॉकडाउन तोड़ने वाले करीब 20 युवाओं को हटाने के लिए पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। एक सिपाही को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस अधिकारियों ने लोगों को समझाने के लिए स्थानीय पार्षद को बुलाया और भीड़ से अपने घरों में वापस जाने को कहा। लखनऊ में 181 संक्रमित हैं। इनमें 89 मरीज कैंट में ही हैं।
मध्य प्रदेश: सर्वे करने गई स्वास्थ्य विभाग की टीम को खदेड़ा
श्योपुर:इंदौर से आए युवक की स्क्रीनिंग करने श्योपुर के गसवानी कस्बे में पहुंची स्वास्थ्य और पुलिस टीम पर पथराव कर दिया गया। सिर में पत्थर लगने से एक एएसआई श्रीराम अवस्थी घायल हो गए। श्योपुर पुलिस ने स्क्रीनिंग टीम पर हमले को लेकर एक महिला सहित चार लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा, पथराव व आपदा प्रबंधन अधिनियम की धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज कर ली है।
रायसेन: जिले के अल्ली गांव में सोमवार को 10 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। यहां पर बुधवार को स्वास्थ्य महकमे की टीम पहुंची। लेकिन, ढाई घंटे तक टीम को सर्वे नहीं करने दिया गया। टीम ने बताया कि अगर हम गांव में घुसने की कोशिश करते तो हम पर हमला भी किया जा सकता था।
धार: जिले के राजगढ़ में रात में गश्त पर निकले पुलिस जवानों पर चोरों ने फायरिंग कर दी। यहां 15 दिन में चोरों ने ऐसी दूसरी घटना को अंजाम दिया है। इससे पहले सोनगढ़ रोड पर प्याज की रखवाली कर रहे किसान पिता-पुत्र की गोली मार कर हत्या की जा चुकी है।
महाराष्ट्र: आशा कार्यकर्ता ने कहा- लोग पत्थर मारते हैं
नागपुर: आशा कार्यकर्ता ऊषा ठाकुर ने कहा कि जब हम सर्वे करने जाते हैं तो लोग हमें पत्थर मारते हैं और गालियां देते हैं। उन्होंने बताया कि लोग हमसे सवाल करते हैं कि सर्वे करने के लिए क्यों आ रही हो। जब लोगों को समझाओ कि यह सब आपकी बेहतरी के लिए है तो अभद्रता का शिकार होना पड़ता है।
राजस्थान: एसडीआरएफ जवान पर पथराव
जोधपुर: मंगलवार देर रात गश्त कर रहे एक एसडीआरएफ जवान रामलेख गुर्जर पर घास मंडी में एक मकान की छत से दो भाइयों ने पत्थरों से हमला कर दिया। हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शहर के 7 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है।
झारखंड: होमगार्ड जवान के साथ धक्का-मुक्की
गोड्डा जिले के ललमटिया थाना क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के एक जवान के साथ धक्का-मुक्की की गई थी। जवान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में लॉकडाउन के बीच बुधवार सुबह नोनहरा थाना क्षेत्र के शक्करपुर गांव में तेंदुआ दिखाई दिया। जिससे लोगों में दहशत मच गई। सूचना पाकर वनविभाग की टीम मौके पर पहुंची। ड्रोन कैमरे से तेंदुए के मूवमेंट पर नजर रखी गई। उसे पकड़ने के लिए वनकर्मियों ने जाल लगाया, जिसमें तेंदुआ फंसा। लेकिन उसके बाद वह जाल से निकलकर आबादी के बीच पहुंच गया। ट्रेंकुलाइज करने के लिए महाराजगंज से गन मंगाई गई। शाम करीब चार बजे तेंदुए को पकड़ लिया गया।बता दें हाल ही में इसी थाना क्षेत्र के सुसुंडी गांव में दो ग्रामीणों पर हमले के बाद लोगों ने एक तेंदुए को पीट-पीटकर मार डाला था।
नोनहरा क्षेत्र के शक्करपुर गांव के लोग बुधवार सुबह करीब पांच बजे खेतों की तरफ गए थे। तभी उन्हें गेहूं के खेतों में तेंदुए की हलचल दिखाई दी। यह देख किसान मौके से भाग निकले और वन विभाग को सूचना दी। मौके पर मौजूद वन विभाग की टीम ने ड्रोन कैमरे से देखे जाने के बाद तेंदुआ होने की पुष्टि की। तेंदुए के मूवमेंट के आसपास जाल बिछाया गया। जिसमें तेंदुआ करीब तीन घंटे तक फंसा रहा। लेकिन ट्रेंकुलाइज करने की व्यवस्था न होने के कारण वनकर्मी पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके।
इसके बाद तेंदुआ जाल से निकलकर शक्करपुर गांव की तरफ चला गया। इसके बाद गांव वाल अपने घरों में दुबक गए। फिलहाल मौके पर मौजूद प्रशासन की टीम डटी रही। मौके पर डीएम ओमप्रकाश आर्य, एसडीएम व क्षेत्राधिकारी फोर्स के साथ मौके पर मौजूद रहे। जिस इलाके से तेंदुआ गुजरा है, उसके चारों तरफ नाकाबंदी कर दी गई है। ग्रामीण कोचौकन्ना कर दिया गया।डीएफओ गिरीश चंद ने बताया कि तेंदुए को पकड़ लिया गया है। जिसका मेडिकल चेकअप करने के बाद उसे सुरक्षित स्थान पर भेजा जाएगा।
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बुधवार की दोपहर सादी वर्दी में बिना हेलमेट लगाए पीएसी के दो जवानों को नागरिक पुलिस द्वारा पकड़ने के मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला रौनाही थाना क्षेत्र है। दरअसल, रौनाही थाने के दरोगा कपिलदेव यादव ने पीएसी के दो जवानों को लॉकडाउन के उलंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया। जब यह बात साथियों को पता चली तो दो ट्रकों में भरकर पीएसी के जवान थाने पहुंच गए। आरोप है कि, पुलिस से भिड़ंत कर जबरन दोनों जवानों को मुक्त कराया गया। जब यह बात अफसरों को पता चली तो पूरे थाने को सील कर दिया गया और जांच शुरू की गई है।
अफसरों ने मामले को सुलझाने की कोशिश की
बुधवार को सुचितागंज बाजार में सादी वर्दी में पीएसी के दो जवान जयशकंर यादव व शाबान बिना हैलमेट व मास्क लगाए टहलते हुए मिले। उनका कहना है कि वे दवा लेने निकले थे। जिन्हें एसआई कपिलदेव यादव ने लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में पकड़ा तो यादव व दोनों पीएसी के जवानों के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों पीएसी के जवानों को पुलिस रौनाही थाने ले गई। जिसकी खबर जब आरडी इंटर कालेज में ठहरे पीएसी कैंप में पहुंची तो जवाबी कार्रवाई में पीएसी के जवानों का दल दो ट्रकों में थाने पहुंचा और थाने पर धावा बोलकर दोनों को छुड़ा लाया। जब इस घटना की जानकारी अधिकारियों को हुई तो थाना परिसर को सील कर दिया गया। मामले को एसएसपी, सीओ पीएसी के डिप्टी कमांडेंट संजय कुमार व अन्य अधिकारियों ने सुलझाने का प्रयास किया है। लेकिन अभी कोई बात नहीं बनी है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी आशीष तिवारी ने पूरे प्रकरण पर जांच बैठा दी है। एसएसपी ने बताया कि सीओ सदर वीरेंद्र विक्रम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिनकी जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन होगा। एसएसपी के मुताबिक पीएसी के दो जवान सुचितागंज बाजार में सादी वर्दी मे टहल रहे थे, जो हेलमेट नहीं लगाए हुए थे। जिन्हे पुलिस ने चेक किया। जिसको लेकर पुलिस व पीएसी के जवानो में विवाद हो गया।
पुलिस से नाराज थे पीएसी के जवान
जानकारी के मुताबिक, दो दिन पहले एमएस नाज इंटर कॉलेज परिसर में ठहरे पीएसी की टुकड़ी से भी पुलिस वालों से विवाद हुआ था। जिसको लेकर पहले से पुलिस से पीएसी के जवान नाराज थे। इस मामले मे कोई केस अभी दर्ज नहीं किया गया है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पुलिस और दुकानदारों के बीच बुधवार को झड़प हो गई। सर्कल अधिकारी के मुताबिक, दुकानें बंद कराने के वक्तकुछ सब्जी बेचने वाले आपस में झगड़ रहे थे। जब पुलिस ने झगड़ा रोकने की कोशिश की, तो इनलोगों ने उन पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इस दौरानएक जवान जख्मी हो गया।
इस बीच,बुधवार सुबह राज्य में12 नए मरीज मिले। इनमेंलखनऊ केपांच और आगराके 7 मरीज शामिल हैं। उत्तरप्रदेश में संक्रमितों की संख्या 1343 हो चुकी है।उधर,प्रयागराज की अब्दुल्लाह मस्जिद औरमुसाफिर खाने में31 मार्च को मिले 30 तब्लीगी जमातियों कोसेंट्रल जेल नैनी भेज दिया गया।इनमें7 इंडोनेशियाई नागरिक शामिल हैं।
कोरोना अपडेट्स
उत्तरप्रदेश में अभी भी कोरोना के 1166 एक्टिव केस
कोरोना वायरस को लेकर उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 13 हजा 130 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण आए गए हैं। 53 जनपदों में अब तक कुल 1343 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 814 लोग तब्लीगी जमात के हैं।
लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से अपने पांव पसार रहा है। बुधवार की शाम तक राज्य के 53 जिलों में 1412 लोगों के टेस्ट कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। इनमें 1226 एक्टिव केस हैं। अब तक 21 की जान गई है। हालांकि, राहत की बात है कि अब तक 165 मरीज ठीक होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं। दस जनपद कोरोना फ्री हो गए हैं। यहां अब एक भी एक्टिव केस नहीं है।
कहीं भी लॉकडाउन में नहीं मिलेगी ढील
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने कहा- टेस्टिंग क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक मेडिकल टेक्नीशियन की ट्रेनिंग कराई जाएगी। 10 जनपद कोरोना मुक्त हो चुके हैं, लेकिन यहां लॉकडाउन में कोई ढील दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि, पूरे प्रदेश में 77 फीसदी गेहूं की कटाई हो चुकी है। गन्ना व गेहूं की कटाई के लिए श्रमिकों की कोई दिक्कत नहीं है। अब तक 30 लाख क्विंटल गेहूं खरीदा जा चुका है, जो कुल लक्ष्य का 62 फीसदी है। राज्य में 119 चीनी मिल हैं, इनमें 96 अभी चल रही हैं। उन्होंने कहा- रमजान माह में डोर स्टेप डिलीवरी की जाएगी। लेकिन इफ्तार व सहरी के समय भीड़ इकट्ठा नहीं होनी चाहिए। वरना कठोर कार्रवाई की जाएगी।
ये जिले हुए कोरोना फ्री
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि, पीलीभीत, लखीमपुरखीरी, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महाराजगंज, शाहजहांपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशांबी कोरोना मुक्त हो चुका है। उन्होंने बताया कि,पूल टेस्टिंग का काम लगतार चल रहा है।मेरठ और इटावा में भी पूल टेस्टिंग शुरू हो चुकी है।बहुत जल्द प्रयागराज व झांसी में भी पूल टेस्टिंग शुरूहोगी। अभी इस बीमारी की न कोई वैक्सीन है न दवा, बचाव ही सुरक्षा है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस को लेकर पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है। इस बीच कानपुर में सख्त रवैये के बाद भी बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन तोड़कर घरों से निकल रहे है। लॉकडाउन का उल्लंघनकरने वालों के साथपुलिस ने गांधीगीरी करना शुरू कीहै। बेवजह घरों से निकलने वालों को पुलिस ने लाइन में खड़ाकर थाल सजाकर वैदिक मंत्रोचारण के साथ उनकी आरती उतारी। उन पर फूल बरसाए और केले भी दिए। पुलिस ने ऐसे लोगों से अपील की है कि घरो पर ही रहे खुद को परिवार और समाज को सुरक्षित रखने में भागीदार बने।
चौकी इंचार्ज ने किया मंत्रोच्चार, दरोगा ने आरती की
लॉकडाउन-2 के आठवें दिन पुलिस ने बेवज घूमने वालों को पीटा नहीं बल्कि उनको लाइन में खड़ा कर दिया। दरोगा देवेंद्र कुमार एक थाली सजाकर लाए जिसमें फूल थे और कपूर जल रहा था। लॉकडाउन तोड़ने वालों की दरोगा देवेंद्र कुमार ने आरती उतारी। उनके पीछे चल रहे रहे किदवई नगर चौकी इंचार्ज अशोक मिश्रा वैदिक मंत्रोच्चार कर रहे थे।
कानपुर में 79 लोग संक्रमित
शहर में जमात और उनके संपर्क में आए लोग बड़ी संख्या में संक्रमित पाए जा रहे है। संक्रमितों की संख्या में शहर में 79 पहुंच गई है। जिसमें से दो संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 7 लोग हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रशासन ने शहर के 18 स्थानों को हॉटस्पॉट घोषित किया है। दिनरात पुलिसकर्मी और जिला प्रशासन के अधिकारी काम रहे हैं।
पहले मुर्गा बनाकर उठक-बैठक करा चुकी पुलिस
पुलिस पर सख्ती से लॉकडाउन का पालन कराने का आदेश है। लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के लिए पुलिस ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों , चौराहों और गलियों में जमकर लाठिया भांजी है । इसके साथ ही बेवहज सड़क पर घूमने वालों को मुर्गा बनाने और कान पकड़कर उठक बैठक की तस्वीरें और वीडियों भी सामने आ चुके है। वहीं पुलिस जनता के फोन पर लोगों को लंच पैकेट, दवा और बच्चो के बर्थडे पर केक लेकर घर पहुंचा रही है। पुलिस के इतने रूप देखकर सभी उनके कार्यो की सराहना कर रहे है।
लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना से संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इससे हमारे कोरोना वॉरियर्स भी अछूते नहीं है। इस बीच रायबरेली जिले में 43 कोरोना संक्रमितों के इलाज में लगे डॉक्टरों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यहां बछरावां में बने आइसोलेशन सेंटर के डॉक्टर ने बुधवार को वीडियो जारी किया। आरोप लगाया कि, उन्हें न तो सही भोजन दिया जा रहा न ही पर्याप्त पानी। 25 की टीम पर 20 लीटर पानी मिल रहा है। सेंटर का बाथरूम चोक है। एक बाथरूम में 25 लोगों को नहाना पड़ रहा है। पीपीई किट भी संक्रमण रोक पाने में अक्षम है। डॉक्टरों ने साफ कहा कि, वे यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। लेकिन हमें सुरक्षा तो जरूर चाहिए। यदि कोई एक पॉजिटिव हो गया तो पूरी टीम संक्रमित हो जाएगी। आरोप है कि, शिकायत करने के बाद भी सुविधाएं नहीं दी गई हैं।
उठाए सवाल- क्या हमें पॉजिटिव करने के लिए यहां भेजा गया
डाक्टर ने बताया कि सोने की व्यवस्था ऐसे दी गई है कि एक स्कूल है। जिसमे बड़े-बड़े क्लास रूम हैं और उसमें चार बेड लगाकर दे दिए गए हैं। इसके अलावा यहां तीन जेंट्स वाशरूम हैं, और तीनो चोक हैं। शिकायत पर एक सचल शौचालय बाहर खड़ा कर दिया गया है। नहाने के लिए बाथरूम नहीं है। रात भर लाइट नहीं थी, सुबह से नाश्ता पानी कुछ नहीं आया। पीने का पानी नहीं है। एक बॉटल पानी 20 लीटर का 11:30 बजे दिया गया। कहा गया कि, 25 लोगों के स्टाफ पर प्रतिदिन इतना ही दिया जाएगा।
डॉक्टर ने सवाल उठाते हुए कहा- हम जानना चाहते हैं कि हम लोग अगर मरीज को देख रहे हैं तो क्या एक्टिव क्वारैंटाइन के लिए यही मानक हैं? प्रशासन क्या हम लोगों की लाइफ से खिलवाड़ करना चाहता है या वो चाहता है कि डाक्टर जाए ड्यूटी करें, पाजिटिव होंगे तो हम बाद में इलाज कर लेंगे।
डाक्टर ने कहा कि जब हम लोगों ने प्रशासन के सामने ये बात रखी तो कहा गया कि हम इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते। यहां फर्श पर बड़े-बड़े गढ्ढे हैं। उसको छिपाने के लिए दरी बिछा दी गई है। इस पर सैनिटाइजेशन हो ही नहीं सकता। सेनेटाइजेशन के मानक हैं हर तीन घंटे में सैनिटाइज किया जाए। आज कुछ लोग बाहर और कुछ मोबाइल टायलेट में गए हैं। प्रिंसिपल का आफिस है। वहां एक बाथरूम है। जिसमे 25 लोग नहाते हैं। पीपीई किट पर्याप्त नहीं है। एक तो ये प्लास्टिक का नहीं झिल्ली दार है। चश्मे भी जो मिले हैं वो छोटे साइज के हैं। शू कवर छोटा दिया गया है।
सीडीओ ने खड़े किए हाथ: डॉक्टर का आरोप
डॉक्टर ने कहा- मंगलवार की रात में एक रेड कलर की झिल्ली में पूड़ी डालकर उसे बांध दिया गया था। उसी तरह रेड झिल्ली में पेपर में सब्जी बांध दी गई थी। सुबह से 11 बजे तक चाय नहीं मिली। किंग जार्ज मेडकिल यूनिवर्सिटी से जारी डाक्टरों के चार्ट का वन पर्सेंट भी फालो नहीं हो रहा है। हमें फाइव स्टार व्यवस्था नहीं चाहिए, हम अपनी सुरक्षा मांग रहे हैं, हम यहां पिकनिक मनाने नहीं आए हैं। डाक्टर ने कहा के जब हम लोगों ने सीडीओ अभिषेक गोयल से मांग की तो उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। हालांकि इस मामले पर कोई अधिकारी अब कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
उत्तर प्रदेश में एटा जिले के बागवाला थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार सुबह नाबालिग प्रेमी व प्रेमिका के शव एक फंदे से लटकते मिले। प्रेमी युगल रिश्ते में चचेरे भाई-बहन थे। मंगलवार रात से दोनों लापता थे। सुबह गांव के बाहर एक पेड़ से दोनों के शव लटके मिले। पास ही सिंदूर की डिब्बी व एक अधजली मोमबत्ती पड़ी थी। जिससे कयास लगाए जा रहे हैं जलती मोमबत्ती के सात फेरे लिए गए ओर सिंदूर भरने के बाद दोनों ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अभी इस मामले में पुलिस को कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है।
बागवाला थाना क्षेत्र के खड़ौआ गांव के बाहर बुधवार सुबह कुछ बच्चे बकरी चराने गए थे। तभी ट्यूबबेल के पास एक पेड़ पर एक युवक और युवती की लटकती हुई लाश को देखकर बच्चे डर गए। सभी शोर मचाते हुए गांव की तरफ भागे। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मृतकों की शिनाख्त की। पुलिस को भी बुलाया गया। पुलिस ने शवों को पेड़ से उतारकर विधिक प्रक्रिया शुरू करते हुए तफ्तीश आगे बढ़ाई।
जानकारी के अनुसार, मृतक नाबालिग थे। दोनों एक ही विद्यालय में पढ़ते थे और दोनों के बीच प्रेम संबंध काफी दिनों से थे। मृतक के पिता ने बताया कि, दोनों शाम को अपने घर में लेटे थे, फिर पता नहीं क्या हुआ कब बाहर चले गए? कुछ पता नहीं है। गांव वाले ऑनर किलिंग की संभावना जता रहे हैं। हालांकि, एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह का कहना है कि ये ऑनर किलिंग का मामला नहीं लगता। पूरी जांच और पोस्टमार्टम के बाद ही सच्चाई का पता चल सकेगा।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बुधवार को तीन और कोरोना से संक्रमित लोगों की पुष्टि हुई है। जिले में अब कोरोना मरीजों की संख्या 19 पहुंच गई है। पांच दिन पहले पितरकुंडा में जिस सुपारी व्यापारी में कोरोना की पुष्टि हुई थी, उसके संपर्क में आने से ही तीनों मरीज संक्रमित हुए हैं। सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है।
पांच दिन के भीतर पितरकुंडा का यह चौथा मामला है। इधर आईएमएस बीएचयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग से पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद स्वास्थ विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। जिस तरह से एक के बाद एक बनारस में संक्रमित मरीज मिलते जा रहे हैं, उससे स्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ गई है।
व्यापारी के संपर्क में आने वालों का सैंपल 19 अप्रैल को स्वास्थ विभाग की टीम ने लेकर माइक्रोबायोलॉजी लैब में जांच के लिए भेजा था। इधर बीएचयू से बुधवार को दोपहर रिपोर्ट जारी होने के बाद उसे डीएम और स्वास्थ्य विभाग को भेजी जा चुकी है।
व्यापारी के परिजनों के साथ ही आसपास के 10 लोगों के सैंपल लिए गए थे
जानकारी के अनुसार इसमें व्यापारी की बहू, पोता और पोती की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। सुपारी व्यापारी के परिजनों के साथ ही आसपास के कुल 15 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इसके साथ ही अब जिले में संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। अब तक 6 लोग ठीक हो चुके हैं, दो क्वारंटीन में हैं और एक की मौत हो गई है। 10 मरीज आइसोलेशन में भर्ती हैं।
डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया कि पितरकुंडा में तीन और लोगों मे कोरोना की पुष्टि हुई है। इसके बाद जिले में पॉजिटिव मरीजों की संख्या 19 हो गई है, जिसमें 10 भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम पितरकुंडा पहुंच गई है।
नोएडा में कोरोना के मामले रुकते नहीं दिख रहे। दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। दिल्ली से सटा गौतमबुद्धनगर जिला भी हॉटस्पॉट जोन की श्रेणी में आता है। ऐसे में संक्रमण फैलने के खतरे को देखते हुए गौतमबुद्धनगर प्रशासन ने दिल्ली से लगी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया है।केवल मीडियाकर्मियों, डॉक्टरों, सैनिटाइजेशन के काम में शामिल लोगों और फल-सब्जी ले जाने वाले वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति मिलेगी। ऐसे लोग जिनके पास प्रशासन द्वारा जारी किए गए पास हैं, उन्हें भी अनुमति मिलेगी।
इसपर अब डीएम सुहास एलवाई ने सख्त आदेश देते हुए बॉर्डर को सील कर दिया। गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना मरीजों की संख्या मंगलवार तक 102 पहुंच गई थी। इसमें से 43 ठीक हो चुके हैं। डीएम ने बताया था कि नए केसों में से कुछ का दिल्ली लिंक मिला, इसलिए दिल्ली से आवाजाही बंद रहेगी। बुधवार सुबह नोएडा बॉर्डर पर ऐसी ही सख्ती देखने को मिली। पुलिस बिना चेकिंग के किसी वाहन को वहां से निकलने नहीं दे रही थी।
बिना आईडी के नहीं मिल रही प्रवेश की इजाजत
नोएडा पुलिस सुबह से ही दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सख्त दिखी। पुलिस इस बात का पूरा ख्याल रख रही थी कि बिना आईडी चेकिंग एक भी वाहन बॉर्डर पार न जाए। दिल्ली से नोएडा की तरफ अब सिर्फ वही लोग जा सकते हैं जिनके पास पास होगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मीडिया कर्मी, डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, फल-फ्रूट ले जा रहे वाहनों को नोएडा में सख्त लॉकडाउन के दौरान मेडिकल सेवाओं को छूट है। जैसे ऐंबुलेंस आ सकती है। इमर्जेंसी की स्थिति में नहीं रोका जाएगा।
राजधानी लखनऊ में कोरोना के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बने कैंट थाना क्षेत्र में बुधवार की दोपहर लॉकडाउन तोड़कर जुटे 10-15 युवाओं को हटाने के दौरान लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें एक सिपाही को गंभीर चोटें लगी हैं। सूचना पाकर पहुंची फोर्स ने हमलावरों को खदेड़ा दिया है। इंस्पेक्टर कैंट ने स्थानीय पार्षद को बुलाकर लोगों को घर में वापस जाने की अपील कराई। तनाव को देखते हुए पुलिस बल मौके पर तैनात है। बता दें कि, राज्य में अब तक कोरोना के 1343 संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसमें 1166 एक्टिव केस हैं। इनमें लखनऊ के 181 संक्रमित हैं। 89 मरीज इसी सदर क्षेत्र से हैं।
राजधानी लखनऊ में 22 हॉटस्पॉट चिन्हित हैं। इनमें सदर थाना क्षेत्र एक है। इस क्षेत्र को प्रशासन ने सील कर दिया है। बावजूद इसके बुधवार दोपहर लॉकडाउन का नियम तोड़ते हुए कुछ लोग रेलवे क्रॉसिंग पारकर दूसरे क्षेत्रों में जा रहे थे। जबकि कसाइबाड़ा मोहल्ले में युवाओं की भीड़ एक जगह पर जुटी थी। उन लोगों के द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया जा रहा था। पुलिस की गश्ती टीम ने उन्हें घर जाने के लिए समझाया गया। लेकिन लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। जिसमें एक सिपाही घायल हुआ है।
इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। यह देख पुलिस ने स्थानीय पार्षद को बुलाया और लोगों से घरों में रहने की अपील कराई। लोग घरों में चले गए हैं। पुलिस बल की सतर्कता की बढ़ा दी गई है। इंस्पेक्टर कैंट ने किसी भी प्रकार की झड़प से इंकार किया हैं। कहा कि, थाना क्षेत्र के हॉटस्पॉट इलाके में लोग बाहर निकले थे। उन्हें समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है। इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
वहीं, पुलिस उपायुक्त पूर्वी सोमेंद्र वर्मा ने कहा कि, पुलिस गश्त पर थी, एक जगह 10 से 15 लोग थे। पुलिस टीम ने हिदायत दी तो 12 लोग चले गए, लेकिन दो तीन लड़को ने पुलिस से झड़प कर ली। जिसमें एक सिपाही को चोट आई हैं। पुलिस विधिक कार्यवाही कर रही है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। उप्र में अब तक 53 जिले इसकी चपेट में आ चुके हैं। संक्रमित मरीजों की संख्या 1300 को पार कर गई है। इस बीच वाराणसी में भी लॉकडाउन के दौरान कई जगहों पर लोग नियमों का उल्लंघन करते नजर आए। ऐसे लोगों को पुलिस माला पहनाकर उन्हें दोबारा लॉकडाउन में बाहर न निकलने के लिए शपथ दिलायी।
पापा आप घर के अंदर क्यों नहीं आते?......हमें प्यार भी नहीं करते... हम अब पापा बदमाशी नहीं करेंगे। ये अल्फाज सात साल की बच्ची सृष्टि के हैं। सृष्टि के पिता दीनानाथ कोरोना वॉरियर (पुलिसकर्मी) हैं। वर्तमान में उनकी तैनाती उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के फेफना थाने में है। बीते 32 दिनों से वे अपने घर के भीतर नहीं गए हैं। तीन-चार दिन बाद जब अपनों की याद आती है तो वे घर के बाहर बैठकर खाना खा लेते हैं और हालचाल लेकर वापस अपनी ड्यूटी पर आ जाते हैं।
सात किमी की दूरी पर सिपाही का घर
फेफना थाने में तैनात सिपाही दीनानाथ का आवास महज सात किमी की दूरी पर है। उनकी दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी सृष्टि सात साल की, जबकि छोटी बेटी चार साल की है। कोरोना महामारी को मात देने के लिए बीते 22 मार्च को जनता ने खुद पर कर्फ्यू लगाया। इसके बाद से उत्तर प्रदेश में लॉकडाउन है। ऐसी आपदा में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बढ़ गई है। वे अपराध से दो हाथ तो कर ही रहे हैं, लॉकडाउन का पालन करा रहे हैं। यह सबकुछ खुद की जान जोखिम में डालकर किया जा रहा है। क्योंकि पुलिसकर्मियों के लिए अभी कोरोना से समुचित बचाव का कोई इंतजाम भी नहीं हो सका है।
पत्नी कर रही बच्चों का देखभाल
दीनानाथ की पत्नी सावित्री दोनों बेटियों का देखभाल अकेले कर रही हैं। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू वाले दिन ही दीनानाथ घर से कपड़ा, ब्रश व अन्य जरूरत का सामान लेकर थाना फेफना के लिए निकल गए थे। अब तीन से चार दिनों में एक बार घर जाते हैं। पत्नी फोन पर ही सब्जी, राशन व जरूरत की चीजें को बता देती हैं, दीनानाथ उसे घर पहुंचा देता है। दीनानाथ कहते हैं कि, दरवाजे पर ही दो रोटी खा लेता हूं। अंदर नही जाता। डर लगता है कि कहीं मेरी वजह से मेरे परिवार को यह बीमारी न लग जाए।
पत्नी ने बढ़ाया हौसला
आम दिनों में थाने पर ही कभी ब्रेड दूध, किसी ने दिया तो रोटी सब्जी खा लेता हूं। ड्यूटी इस घड़ी में मेरे लिए जुनून सा बन गया है। पत्नी भी कहती है कि बच्चो को संभाल लूंगी आप देश को संभाले।पत्नी सावित्री का कहना है मुझे अपने पति पर गर्व है। ये कठिन समय बीत जाएगा।बड़ी बेटी सृष्टि ने बताया पापा घर के अंदर नहीं आते। लाकडाउन के समय से ही बाहर ही खाना खाते और चले जाते हैं।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली में चौबीस घंटे के भीतर ही कोरोना पॉजिटिव के 8 और मरीज मिलने से पूरे जिले में दहशत फैल गई है। खबर लगते ही स्वास्थ्य महकमे की टीम कृपालु इंस्टिट्यूट में बने क्वारैंनटाइन सेंटर पहुंची है। अब टीम की निगरानी में सभी आठों पाजिटिव मरीजों को आगे मुख्य क्वारैंनटाइन सेंटर में भेजे जाने की तैयारी हो रही है।
एडीएम प्रशासन रायबरेली राम अभिलाष ने बताया कि जिले में बुधवार को कोरोना के 8 नए मामले सामने आए हैं। ये सभी कृपालु नर्सिंग इंस्टीट्यूट में क्वारैनटाइन किये गए थे, जिनकी रिपोर्ट आज एसजीपीजीआई से पाजिटिव आई है। वहीं मंगलवार शहर कोतवाली क्षेत्र के दक्षिण दरवाजा मोहल्ले से 30 संदिग्धों को लेकर पुलिस जिला अस्पताल पहुंची थी। जहां सभी का सैम्पल लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया है।
इससे ठीक चौबीस घंटे पहले मंगलवार को एक दिन में 33 कोरोना पाजिटिव मरीज जिले में मिले थे। इनमें 16 जमाती थे, जो सहारनपुर जिले के हैं, इसके अलावा रायबरेली निवासी 17 लोगों की रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई थी। ये सभी शहर के फातिमा मस्जिद एरीये में रह रहे थे, जबकि पूर्व में दो जमाती पाजिटिव पाए गए थे। पुलिस ने शहर के फातिमा मस्जिद एरीये और बछरावा क्षेत्र के एरीये को हाट स्पाट कर दिया गया है। सीमाएं सील कर सख्ती बढ़ा दी है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एक तरफ जहां 9 जिले कोरोनामुक्त हो चुके हैं, वहीं दूसरी ओर सुल्तानपुर में कोरोनावायरस पॉजीटिव की संख्या बढ़ती जा रही। दिल्ली के निजामुद्दीन तब्लीगी जमात से लौटे 10 सूडानी नागरिकों में से एक की दूसरी रिपोर्ट मंगलवार को पॉजीटिव आ गई है। इससे पहले इन्हीं में से एक बुजुर्ग भी सोमवार को कोरोना पॉजीटिव मिला था।
रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन ने कोरोना पॉजीटिव को फरीदीपुर के केएनआईएमटी क्वारैंटाइन सेंटर से निकाल कर कुड़वार के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनाए गए एल-1 हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया है। मंगलवार देर रात जिला प्रशासन द्वारा जारी पत्र के अनुसार, 19 अप्रैल को निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज में शामिल 14 व्यक्तियों के दूसरे सैंपल टेस्ट के साथ 40 व्यक्तियों के सैंपल लखनऊ के एसजीपीजीआइ भेजे गए थे। मंगलवार को आई रिपोर्ट में मो. अब्दुल्ला जैम की रिपोर्ट पॉजीटिव आई है।
हालांकि, उक्त व्यक्ति में कोरोनावायरस का कोई लक्षण नहीं पाया गया था। जिला प्रशासन के मुताबिक 13 तब्लीगियों सहित अन्य 39 की रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। जिलाधिकारी सी इंदुमति ने जनपदवासियों से कोरोना बचाव के उपाय व शारीरिक दूरी का अनुपालन करने के साथ घरों में रहने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 1300 को पार कर गई है, अब तक 21 की मौत हो चुकी है। इस बीच राज्य के पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी एवं प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने पंचायती राज विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुधवार को यहां लोकभवन में 53 करोड़ 20 रुपये का चेक सौंपा। सीएम ने विभाग के इस योगदान की सराहना की है।
योगी ने कोविड-19 से उत्पन्न हुई स्थिति के मद्देनजर प्रदेशवासियों से आर्थिक मद्द का आह्वान किया है। इसी क्रम में पंचायती राज विभाग द्वारा स्वैच्छिक योगदान किया गया है। ‘मुख्यमंत्री का पीड़ित सहायता कोष-कोविड केयर फण्ड’की धनराशि का उपयोग कोविड-19 के उपचार व बचाव के लिए इस्तेमाल की जाएगी। फंड की धनराशि से टेस्टिंग, एल-1, एल-2 तथा एल-3 अस्पतालों की स्थापना एवं सुदृढ़ीकरण, लाजिस्टिक्स यथा पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, वेंटिलेटर्स आदि की व्यवस्था की जाएगी।
यूपी में अब तक 162 डिस्चार्ज, 21 की हो चुकी हैं मौत
अब तक प्रदेश के विभिन्न जनपदों से 162 कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए। गौतमबुद्धनगर (नोएडा) से 43, आगरा से 18, मेरठ से 17, गाजियाबाद से 13, लखनऊ से 9, वाराणसी-बरेली-महराजगंज-सीतापुर से 6-6, गाजीपुर से 5, लखीमपुर खीरी-जौनपुर-हाथरस से 4, प्रतापगढ़-फ़िरोज़ाबाद से 3-3, हरदोई-पीलीभीत-शामली-बुलन्दशहर-कौशाम्बी से 2-2, प्रयागराज-शाहजहांपुर-कानपुर नगर-मुरादाबाद-बाराबंकी से 1-1 कोरोना पेशेंट्स को स्वस्थ करवाकर डिस्चार्ज किया गया। प्रदेश में अब तक कोरोना से कुल 21 मौतें हुईं हैं। इनमें बस्ती, वाराणसी, बुलन्दशहर, कानपुर, लखनऊ, फिरोजाबाद व अलीगढ़ में 1-1, मेरठ में 3, मुरादाबाद में 5 व आगरा में 6 मौतें हुईं है।
53 जिलों में से 9 कोरोना मुक्त हुए: पीलीभीत, शाहजहांपुर, हाथरस, बरेली, हरदोई, महराजगंज, बाराबंकी, कौशाम्बी और प्रयागराज के कोरोना पेशेंट स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए, वर्तमान में इन जनपदों में एक भी कोरोना पेशेंट नहीं हैं। प्रदेश में 89,131 लोगों ने सर्विलांस की 28 दिन की समय सीमा पूरी की गई हैं। प्रदेश में कुल 49,428 पैसेंजर्स को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। 11,871 लोगों को इंस्टीट्यूशनल क्वॉरेंटाइन में रखा गया है।
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ जिले के भुजपुरा में बुधवार दोपहर लॉकडाउन का पालन कराने गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला कर दिया गया। दरअसल, पुलिसकर्मी लॉकडाउन में छूट की अवधि 10बजे खत्म होने के बाद सब्जी का ठेला हटवा रहे थे। इस दौरान कुछ लोगों ने पथराव कर दिया,जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सूचना पाकर फोर्स पहुंची तो पथराव कर रहे लोगों को खदेड़ा गया। इलाके में तनाव की स्थिति बरकरार है। सीओ का कहना है- वहां झगड़ा कर रहे सब्जी बेचने वालों को रोकने गई थी, तभी पुलिस पर पथराव किया गया।
विवाद बढ़ने पर लोगों ने किया पथराव
कोरोनावायरस की चेन तोड़ने के लिए देशभर में तीन मई तक लॉकडाउन है। ऐसी स्थिति में सब्जी, दूध, दवा व राशन की खरीद के लिए अलीगढ़ जिले में सुबह छह बजे से दस बजे तक चार घंटे हर दिन लॉकडाउन में छूट दी जाती है। हालांकि, प्रशासन का सख्त निर्देश भी है कि, इस दौरान सामाजिक दूरी का विशेष ख्याल रखा जाए। लेकिन बुधवार को लॉकडाउन में छूट का समय खत्म होने के बाद भी शहर कोतवाली क्षेत्र के भुजपुरा में सब्जी के ठेले लगे हुए थे। लोगों की भीड़ जुटी हुई थी। पुलिस ने ठेला हटाने का प्रयास किया तो लोग गाली-गलौच पर उतर आए। विवाद इतना बढ़ा कि, आसपास के लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया।
गलियों में आरोपियों की तलाश जारी
इसकी सूचना अफसरों को दी गई तो कोतवाली के अलावा सासनी गेट से भी फोर्स मौके पर पहुंची। इसके बाद पुलिस ने पथराव करने वालों को जवाबी कार्रवाई करते हुए खदेड़ा। हालांकि, पथराव में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। सूचना है कि, आरोपी आसपास के घरों में छिपे हैं। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल भेजा गया है।
कोरोनावायरस का असर पूरे प्रदेश में तेजी से फैलता जा रहा है। इस बीच पवित्र रमजान महीने को देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से अपील की है कि वह रमजान में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें। ऐसे में जब स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, बाजार व इबादतगाहें बंद है तो लोगों अपने घरों में रह कर इबादत करनी चाहिए। यहां तक की वह अपने पड़ोसी तक को न बुलाए। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वह मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सफाई व बिजली के पुख्ता इंतजाम करें। प्रशासन खजूर की उपलब्धता भी बाजार में कराएं।
नमाज अदा करने के लिए पड़ोसियों को घर न बुलाएं
उन्होंने कहा कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से 16 बिन्दुओं की एक गाइडलाइन भी मुसलमानों के लिए जारी की गई है। इनमें जो लोग मस्जिद में रहते हैं, वहीं नमाजअदा करें, मस्जिद में एक समय पर 5 लोग से अधिक न हो, घर पर नमाज अदा करने के लिए पड़ोसियों को न बुलाए, इफ्तार अपने घर पर करें, कोरोना वायरस खत्म होने की दुआ करें, गरीबों के लिए इफ्तारी उनके घर तक पहुंचाए, इफ्तार पार्टी करने के बजाए गरीबों को उसी पैसे से अनाज दें।
माह-ए-रमज़ान में पूरे शहर विशेषकर मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों जैसे एैशबाग, बिल्लौचपुरा, नक्खास, अकबरी गेट, चैक, चैपटियर, हुसैनाबाद, सआदतगंज, मौलवीगंज, गोलागंज, अमीनाबाद, कसाईबाड़ा, हुसैनगंज, सदर, डालीगंज, खदरा, निशातगंज, खुर्रमनगर और अन्य मोहल्लों में सफाई सुत्थराई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
सेहरी और इफ्तार के समय में बिजली और पानी की सप्लाई को सुनिश्चित किया जाए। शहर में विशेषकर पुराने लखनऊ में अमन व अमान बनाये रखा जाए। असम्प्रदायिक तत्वों पर विशेष निगाह रखी जाए जो अमन व कानून के साथ खिलवाड़ करे उसको सख्त सज़ा दी जाए। इस माह में जरूरी चीज़ों विशेषकर खुजूर की उपलब्धता बिना किसी रोक टोक के आसान की जाए।
उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में कोरोना का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यहां अबतक 81 टेस्ट पॉजिटिव आ चुके हैं। ऐसे में एक चूक तमाम पर भारी पड़ सकती है। मंगलवार को 14 घंटे के भीतर कोरोना संदिग्ध 10 मरीज मेडिकल कॉलेज के क्वारैंटाइन सेंटर से फरार हो गए। इनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं। रिपोर्ट निगेटिव आने पर इन्हें सुभारती मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस ने छानबीन की तो 8 को पकड़ा गया है। हालांकि, अभी दो फरार हैं। वहीं, भाजपा के महानगर अध्यक्ष के ड्राइवर के पिता की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद पूरे परिवार को आइसोलेट किया गया है। अब उसकी ट्रेवेल हिस्ट्री तलाशी जा रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि, ड्राइवर का टेस्ट यदि पॉजिटिव आया तो मेरठ की पूरी भाजपा क्वारैंटाइन की जा सकती है।
जहर खाकर आया मरीज, बाेला मैं कोरोना पीड़ित, फिर फरार
मेरठ में लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज से मंगलवार की सुबह एक कोरोना संदिग्ध मरीज खिड़की से कूदकर फरार हुआ था। वह 19 अप्रैल को भर्ती हुआ था। उसने खुद को कोरोना मरीज बताया था, लेकिन जब उसकी जांच की गई थी तब पता चला था कि उसने जहरीले पदार्थ का सेवन किया था, जिस कारण उसकी तबियत खराब हो गई थी। जांच में उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
एक रोगी का पता दुरुस्त नहीं मिला
वहीं, मंगलवार की देर शाम मेडिकल अस्पताल से 14 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें क्वारैंटाइन कराने के लिए सुभारती अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा था। लेकिन इसी दौरान 9 मरीज लापता हो गए। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। रात में ही मेडिकल अस्पताल से मिली सूची के आधार पर फरार हुए मरीजों की जानकारी की गई। एसपी सिटी अखिलेश नारायण ने बताया कि इनमें से 6 मरीज अपने घर पर मिले, उन्हें वापस मेडिकल कॉलेज लाकर भर्ती कराया गया है। एक मरीज मेडिकल अस्पताल के क्वारैंटाइन सेंटर में ही मिल गया, जबकि एक सुभारती अस्पताल में मिला। एक का पता ठीक न होने के कारण उसका पता नहीं चल रहा है, उसकी भी तलाश की जा रही है।
मेरठ में अब तक 81 संक्रमित
कोरोना वायरस को लेकर उत्तरप्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 13 हजार130 लोगों में कोरोना जैसे लक्षण आए गए हैं। 53 जनपदों में अब तक कुल 1343 लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनमें 814 लोग तब्लीगी जमात के हैं। मेरठ में 81 संक्रमित मिल चुके हैं।
कोरोनावायरस (कोविड-19) को मात देने के लिए एक तरह जहां नेता-अभिनेता व समाजसेवी अपनी क्षमता के अनुसार दान दे रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां भाजपा के एमएलसी सहित चार विधायकों व बसपा की एक विधायक ने सीडीओ को पत्र लिखकर निधि की धनराशि का उपयोग करने से मना कर दिया है। बता दें कि, शासन ने एक साल की विधायक निधि स्थगित कर दी है।
अस्पतालों में उपकरणों के लिए दी थी धनराशि
सदर विधायक गिरीश चंद्र यादव व एमएलसी बृजेश सिंह प्रिंसू ने सीएमएस व जिला अस्पताल को निधि का पैसा आवंटित किया था, जबकि शेष आठ विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में सीएचसी पर उपकरण के लिए सीएमओ को राशि दी थी। वहीं, कोरोना संकट को देखते हुए सरकार ने विधायक निधि के साथ ही विधायकों के वेतन में 30 फीसदी कटौती का फरमान जारी किया था। इस आदेश के बाद पांच जनप्रतिनिधियों ने सीडीओ को पत्र भेजकर धनराशि खर्च न करने की बात कही है।
किस विधायक ने कितने दिए थे?
भाजपा एमएलसी विद्यासागर सोनकर ने एक करोड़, बदलापुर के भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा ने 23 लाख, केराकत के भाजपा विधायक दिनेश चौधरी ने 10 लाख मुंगराबाद शाहपुर की बसपा विधायक सुषमा पटेल ने पांच लाख व जफराबाद के भाजपा विधायक डॉक्टर हरेंद्र प्रसाद सिंह ने 10 लाख रुपए दिए थे। फिलहाल सभी ने सीडीओ को पत्र भेजकर निधि की जारी धनराया के आदेश को निरस्त करने के लिए कहा है।
सीडीओ बोले- वापस दी गई धनराशि
मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ल ने बुधवार को बताया कि बदलापुर, केराकत, मुंगराबादशाहपुर व जफराबाद क्षेत्रों के विधायकों ने पत्र भेजकर निधि से दिए गए रुपए वापस मांगा था। उन्होंने बताया कि पूर्व में दी गई धनराशि को वापस कर दी है।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में घटतौली का वीडियो बनाने पर कोटेदार ने एक ग्रामीण को पीट दिया। जिसका वीडियो भी सामने आया है। यह मामला उल्दन थाना क्षेत्र का है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए आरोपी कोटेदार को गिरफ्तार कर लिया है। ग्रामीण की पिटाई करने वाले अन्य लोगों की भी तलाश जारी है।
उल्दन थाना क्षेत्र के घांघरी गांव निवासी फिरोज खान के मुताबिक वह मंगलवार को अनाज लेने कोटेदार के घर गया तो कोटेदार कम राशन तौल रहा था। इस पर उसने वीडियो बनाना शुरू किया तो कोटेदार संतोष सिंह दांगी ने अपने साथियों के साथ मिलकर फिरोज को बुरी तरह से पीटा और फिर मौके से भगा दिया। पीड़ित ने घटना की शिकायत पुलिस से करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
सीओ टहरौली हरिराम यादव ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर कोटेदार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस सम्बंध में एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर एसडीएम को भेजी जा रही है, जिससे कोटेदार के काम की समीक्षा कर अगली कार्रवाई की जाएगी।