जिले के लिए यह खुशी की ही बात है कि एक तरफ बढ़ते कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के साथ ही कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने किराना, जनरल स्टोर्स, फल एवं सब्जी की दुकानों के खुलने के समय को बढ़ाकर आमजन को राहत दी है। ऐसे में अब लोग अब दो घंटे अधिक खरीदारी कर सकेंगे।
कलेक्टर जायसवाल ने कहा कि दुकान के बाहर दुकानदार का नाम, मोबाइल नम्बर चस्पा करेंगे। जिस उपभोक्ता ने मास्क नहीं पहना उसको सामान नहीं मिलेगा। एक समय में छोटी दुकान में 2 से अधिक व बड़ी दुकान में 5 से अधिक उपभोक्ताओं को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। अन्य व्यक्ति सामाजिक दूरी का पालन करते हुए दुकान के बाहर पंक्ति में अपनी बारी की प्रतिक्षा करेंगे।
इसके साथ ही दुकान मालिक गोला बनाकर अथवा पेशानी बनाकर यह सुनिश्चित करेंगे कि सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा रही है। इधर, सागर पाड़ा और मदीना कॉॅलोनी में 25 अप्रैल को कर्फ्यू घोषित किया था, जिसे शुक्रवार शाम को जिला कलेक्टर ने आदेश जारी कर हटा दिया है।
दूध का वितरण अब सुबह 7 बजे से 10 बजे तक और शाम 4 से 7 बजे तक
कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि जिले में समस्त किराना एवं जनरल प्रोवीजन स्टोर्स, फल एवं सब्जी की दुकाने व लॉक डाउन में अनुमत अन्य दुकानें आगामी आदेशों तक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित रहेंगी। सब्जी मण्डी आगामी आदेशो तक सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक संचालित रहेगी। रेस्टोरंेट एवं भोजनालय आदि आगामी आदेशों तक सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक संचालित रहेंगे। रेस्टोरंेट एवं भोजनालय में केवल होम डिलीवरी रहेगी। रेस्टोरेंट एवं भोजनालय आदि में अन्दर या बाहर बैठकर अथवा खड़े होकर खाने में प्रतिबन्ध रहेगा। जिले में दूध का वितरण सुबह 7 बजे से सुबह 10 बजे तक व शाम 4 से शाम 7 बजे तक ही किया जा सकेगा। जिला कलक्टर ने बताया कि उक्त आदेश मेडीकल स्टोर्स पर लागू नहीं होगा। सभी होलसेल व रिटेलर होम डिलेवरी करने के लिए अनिवार्य रूप से बाध्य रहेंगे। अनुमत दुकानें यह सुनिश्चित करेगी कि उनके पास होम डिलीवरी व्यवस्थाएं हो।
बसईनवाब के एक ही परिवार के चार सदस्यों की रिपोर्ट भी नेगेटिव, एक की अभी पेंडिंग
कलक्टर ने बताया कि कोरोना संक्रमित पाए गए 21 व्यक्तियों में से 13 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिले में पहला मरीज राठौर कॉलोनी में संक्रमित पाया गया था, जो ठीक होकर अपने घर जा चुका हैं। इसके अलावा जिले में 20 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए थे, इनमें से 12 की रिपोर्ट पाॅजिटिव से नेगेटिव हो गई हैं। उन्होंने बताया कि बसईनबाब क्षेत्र में पाए गए एक ही परिवार के 5 कोरोना संक्रमित सदस्यों में से दोबारा जांच करवाने पर 4 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, जबकि एक सदस्य की रिपोर्ट आना शेष हैं। बसईनबाब क्षेत्र में हॉट स्पॉट क्षेत्र का खतरा न बने इसके लिये संक्रमित मरीजों के संपर्क में 74 लोगों की सेम्पलिंग करवाई गई थी, इन सभी लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। इसी प्रकार जिले के विभिन्न स्थानों सागरपाडा, मदीना कॉलोनी, दारासिंह नगर-2, लालपुर, कूकरा माकरा, भूतपुरा, दौपुरा एवं जिरौली से पाए गए संक्रमित व्यक्तियों के सम्पर्क में आए लोगो की रिपोर्ट भी नेगेटिव आई हैं।
जिले में कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। इसमें कई संस्थाएं अपना सहयोग प्रदान कर रही है। इनर व्हील क्लब ने भी कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए पीपीई किट उपलब्ध कराने के लिए 11 हजार रुपए की राशि झालावाड़ मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दी। शुक्रवार को क्लब की सदस्याओं ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. दीपक गुप्ता व अस्पताल अधीक्षक डॉ. राजेंद्र गुप्ता से भेंट कर उनको 11 हजार रुपए की राशि का चेक सौंपा। इसके अलावा क्लब द्वारा 200 खाने के पैकिट भी वितरित किए गए। साथ ही क्लब की सदस्याओं द्वारा बनाए गए करीब 3500 मास्क भी जरूरत मंद लोगों को वितरित किए गए। क्लब सदस्याओं द्वारा लोगों को मास्क क्यों पहनना जरूरी है, ये भी समझाइश की गई। इस मौके पर क्लब अध्यक्ष शकुंतला जैन, डॉ. सुषमा पांडे व ममता मौजूद रहे।
राजस्थान शिक्षक संघ द्वारा कोरोना महामारी में सेवाएं दे रहे शिक्षकों की समस्याओं के निराकरण के लिए शुक्रवार को जिला कलेक्टर को मांग पत्र सौंपा। जिलाध्यक्ष सीताराम गोड़ व जिलामंत्री रामकिशन नागर ने बताया कि महामारी के दौर में भी शिक्षक प्रशासन के आदेशानुसार शिक्षक कर्मवीर योद्धा की तरह जिला मुख्यालय, उपखंड स्तर, पंचायत स्तर, चैक पोस्ट, कंट्रोल रूम, कर्फ़्यूग्रस्त क्षेत्र में सामग्री वितरण, राशन वितरण, सब्जी-फल क्रय-विक्रय सेंटर, आइसोलेशन सेंटर आदि सर्वे कई क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे है। इस दौरान शिक्षक संघ ने कलेक्टर से मांग पत्र देकर लंबे समय से ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को राहत प्रदान करने हेतु रोटेशन से वांछित शिक्षकों की ड्यूटी लगाने व ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को स्वास्थ्य रक्षा सामग्री दस्ताने, मास्क, सेनेटाइजर उपलब्ध करवाने की मांग की गई।
जिले में शुक्रवार को खाटूश्याम जी की महिला कोरोना पॉजिटिव मिली है। जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 9 पहुंच गई है। कोरोना पॉजिटिव महिला गुरुवार को जयपुर गई थी। निजी हॉस्पिटल में महिला की हार्ट सर्जरी होनी थी। सर्जरी से पहले जांच हुई, जिसमें महिला कोरोना पॉजिटिव निकली। कोरोना पॉजिटिव महिला 5 मई को भी जयपुर गई थी। वहां पर महिला का सेलबी में चैकअप हुआ। 8 मई को सर्जरी करना तय किया। इसलिए महिला गुरुवार को जीवनरेखा हॉस्पिटल पंहुच गई। महिला को भर्ती कर सर्जरी से पहले कोरोना का सेम्पल लिया। शुक्रवार को महिला की जांच रिपोर्ट आई। जांच रिपोर्ट में महिला कोरोना पॉजिटिव मिली। महिला को भर्ती कर इलाज शुरू किया है।
जयपुर में महिला के साथ गए 5 जनों के सेम्पल लिए। खाटू में भी टीमों ने 7 जनों के सेम्पल लिए है। इसके अलावा महिला और उसके परिवार की ट्रेवल हिस्ट्री खंगाली जा रही है। पॉजिटिव महिला का पति खाटू में गेस्ट हाउस संभालता है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग को महिला और उसके परिवार की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है। कोरोना पॉजिटिव महिला का तीन साल से इलाज चल रहा था। महिला के लकवा भी था। शुरुआत में महिला का खाटू सीएचसी के डॉक्टर से इलाज कराया, लेकिन आराम न मिलने कारण उसे जयपुर के निजी हॉस्पिटल लेकर गए।
निजी लेब में हुई जांच, 6 जने क्वारेंटाइन : कोरोना पॉजिटिव महिला की जांच जयपुर में निजी लैब में हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने महिला के पति, बेटे समेत 6 जनों को क्वारेंटाइन किया है। इनमें 3 को होम और 3 को संस्थागत क्वारेंटाइन किया है।
इब्राहिम सामुदायिक स्वास्थ्य पर सेवारत डॉक्टर ने शुक्रवार को ब्लैक फ्राइडे मनाया। मेडिकल टीम के प्रभारी बालमुकुंद वर्मा, गायनिक डॉ. राम भरत मीणा व उमेश पाटीदार ने बताया कि अजमेर में प्रशासनिक अधिकारी द्वारा डॉक्टरों से अभद्रता करने को लेकर सांकेतिक रूम से अस्पताल में सभी कर्मचारियों ने मुंह पर काला मास्क और हाथों पर काली पट्टी बांधकर रोष जताया।
पनवाड़. दहीखेड़ा व हरिगढ़ गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर शुक्रवार को स्वास्थ्यकर्मियों ने हाथ पर काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। पीएचसी के डाॅ. नरेन्द्र नागर व प्रदीप शर्मा ने बताया कि अजमेर में एसडीएम के द्वारा सीएमएचओ एवं डाॅक्टरों से अभद्रता करने की घटना को लेकर दहीखेड़ा व हरिगढ़ पीएचसी में कर्मचारियों सांकेतिक ने विरोध जताया।
गुरूवार शाम साढे छह बजे करीब खरौली में खरौली सरपंच रवि मीणा पर चुनावी रंजिश को लेकर रायफल से फायरिंग करते हुए जानलेवा हमला कर दिया। हमलावर खरौली सरपंच की स्कार्पियो के चालक को पकडकर लहूलुहान कर घायल अवस्था में पटककर भाग गए। खरौली सरपंच तेजापुरा में मनरेगा के स्वीकृत कार्यो की जीओ टेगिंग कर वापस लौट रहे थे। सरपंच के साथ चालक सहित एलडीसी मुकेश भी मौजूद था।
वारदात की सूचना सरपंच ने सरमथुरा पुलिस को दी लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले हमलावर भाग गए। हमलावरो ने सरपंच को मोबाइल पर घमकी देते हुए कहा कि खरौली गांव में विकास के कोई काम कराए तो जिंदा नही छोडेगे।
खरौली सरपंच रवि मीणा ने बताया कि गुरूवार शाम छह बजे करीब एलडीसी मुकेश के साथ तेजापुरा के समीप मेडी नरी में मनरेगा के स्वीकृत कार्यो की जीओ टेगिंग करने गए थे। इतने में मेरे मोबाइल पर 9521761457 नम्बर से काॅल आई ओर गाली गालौच करते हुए कहने लगा कि खरौली गांव में विकास के काई काम नही कराओगे अगर कोई काम कराया तो जिंदा नही रहेगा।
आरोपी की धमकी को नजरअंदाज करते हुए सरपंच जीओ टेगिंग करने के बाद एलडीसी के साथ वापस लौटने लगा तो खरौली गांव में कल्ला उर्फ मनोज, जीतू पुत्रगण राजाराम, राजाराम पुत्र भंवर निवासी खरौली एवं 3 अन्य लोगो ने स्कार्पियो के आगे आकर झगडा करने की नीयत से स्कार्पियो को रूकवा लिया। सरपंच रवि शराब के नशा में धुत युवको से बातचीत कर रहे थे कि इतने में कल्ला उर्फ मनोज व जीतू स्कार्पियो में बैठे चालक विक्रम पुत्र रामस्वरूप को पकडकर ले गए। जब मैने चालक को छुडाना चाहा तो कल्ला ने जान से मारने की नीयत से रायफल से दो फायर कर दिए।
हमलावरो ने चालक विक्रम को लाठी डण्डो से मारपीट करते हुए लहूलुहान कर दिया। वारदात की सूचना सरपंच ने पुलिस को दी लेकिन पुलिस के पहुॅचने से पहले ही हमलावर फरार हो गए। सरपंच चालक विक्रम को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया लेकिन गंभीर हालत में घायल होने के कारण चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार कर धौलपुर रैफर कर दिया।
हमलावर बोला : पुलिस की धमकी मत देना
सरपंच रवि को युवक मोबाइल पर धमकी देने लगा तो सरपंच ने पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने की बात कही। सरपंच के पुलिस में मुकदमा दर्ज कराने की कहते ही युवक बौखला गया तथा कहने लगा मुझे पुलिस की धमकी मत देना मेरे पास अभी कारतूस नहीं है, कारतूस आने के बाद बता दूंगा। और तुम्हारी डेड बॉडी स्कार्पियों की सीट पर पडी मिलेगी। जिसकी आॅडियो सरपंच के पास मौजूद है। घायल चालक का धौलपुर के निजी अस्पताल में उपचार होने के कारण वारदात की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज नही हुई है।
अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन पूर्वी राजस्थान की ओर से सरकार द्वारा कृषि जिंस की खरीद फरोख्त पर लगाए गए दो फीसदी किसान कल्याण फीस का विरोध करते हुए राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ की टैक्स वापिसी मांग का समर्थन करने की बात कही है।
सम्मेलन के प्रदेश अध्यक्ष गिरीश गर्ग ने कहा कि किसान कल्याण फीस का प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से असर आमजन पर पडेगा। चूंकि इसके असर से सारी कृषि जिंस महंगी हो जाएंगी। जनता लॉक डाउन के चलते पहले से ही काफी परेशान है ऐसे में इसे लेकर और अधिक परेशानी बढ़ जाएगी।
प्रदेश महामंत्री दामोदर अग्रवाल ने कहा कि इस टैक्स के चलते पडोसी राज्यों से भाव में फर्क आने के कारण कालाबाजारी बढ़ने की संभावना भी रहेगी।
पांच दिन की ऊहापोह के बाद जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि मोडिफाइड लाॅकडाउन 3.0 के दौरान मिठाई तो बिक सकेगी लेकिन दुकान में काउंटर पर डिस्पले कर इसे नहीं बेचा जा सकेगा। जिला प्रशासन के निर्देश के बाद रसद विभाग ने इसके लिए गाइड लाइन जारी जारी कर दी है। दूसरी तरफ नगरपरिषद ने भी ऑड-इवन दिनांक वार बाजार खुलने के संबंध में शुक्रवार को संशोधित आदेश जारी कर दिया है। इसमें रविवार को बाजार खुलने, एकाकी दुकानों और दुकानों के समय को लेकर चल रही भ्रांतियों पर स्पष्टीकरण जारी किया गया है। जिला रसद अधिकारी राकेश सोनी के अनुसार अब मिठाई विक्रेता काउंटर पर मिठाई डिस्पले करने की बजाय ऑर्डर लेकर पैकेट में ही सामग्री देंगे। विक्रेताओं को मिठाइयां 250 ग्राम, 500 ग्राम, 1 किलोग्राम व 2 किलोग्राम की पैकिंग में तैयार रखनी होंगी। पैकेट के ऊपर दुकान का नाम, सामग्री की मात्रा, निर्माण तिथि, उपयोग की अंतिम तिथि व एमआरपी लिखना होना। कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के दृष्टिगत काउंटर पर मिठाई नहीं तौली जा सकेगी।
दुकानदार मिठाइयों के अलावा जंक या फास्ट फूड की श्रेणी में आने वाली खाद्य सामग्री, कचाैरी, समोसा, पिज्जा, बर्गर आदि नहीं बेच सकेगा। मिठाई की दुकान के बाहर ‘हमारे द्वारा केवल मिठाई की होम डिलीवरी व टेकअवे की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है’ की लिखित सूचना प्रदर्शित करनी होगी। रेट लिस्ट लगाना भी अनिवार्य होगा।
जिला रसद अधिकारी राकेश सोनी के अनुसार शुक्रवार को प्रवर्तन निरीक्षकों ने शहर में मिठाई की 10 दुकानाें का निरीक्षण किया। इसमें िबक्री की व्यवस्थाओं का जायजा लेकर मिठाई बेचने की गाइड लाइन तय की।
एकाकी दुकानें वे जो बाजार से अलग :नगरपरिषद ने एकाकी यानी स्टेंड अलाेन दुकानों के बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी है। एकाकी दुकानें उसे माना जाएगा कि बाजार से अलग हैं। जो किसी मार्केट, कांपलेक्स व शॉपिंग कांपलेक्स भवन का हिस्सा नहीं है। ऐसी दुकानें प्रतिदिन खोली जा सकेंगी लेकिन इनके लिए एकाकी दुकान के मापदंडों को पूरा करना होगा।
एसपी मृदुल कच्छावा के नेतृत्व व एसपी राजेन्द्र वर्मा एवं सीओ मनियां वासुदेव सिंह के सुपरविजन में जिले में डकैतों के उन्मूलन, अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने एवं अपराधियों की धरपकड़ हेतु चलाये जा रहे अभियान के अन्तर्गत डीएसटी टीम एवं थाना मनियां पुलिस को एक 10000 रुपये के ईनामी बदमाश राजवीर सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल हुई है।
एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया है कि जिले को दस्यु व बदमाशों से मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे विशेष धरपकड़ अभियान के अन्तर्गत गुरुवार को दिहौली थाना प्रभारी अभिजीत सिंह एवं डीएसटी प्रभारी सुमन कुमार के नेतृत्व में दिहौली पुलिस व डीएसटी टीम ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए विभिन्न मुकदमों में वांछित व 11 से फरार चल रहे 10000 रुपये के अन्तर्राज्यीय ईनामी बदमाश राजवीर पुत्र हुकम सिंह उर्फ हुक्मा गुर्जर निवासी सामौर थाना दिहौली हाल महुखेडा थाना दिमनी जिला मुरैना मध्यप्रदेश को डीएसटी टीम के कानि. रामसहाय की सूचना पर कठूमरी के जंगलों से एक अवैध देशी कट्टा 315 बोर मय 04 जिन्दा कारतूस के गिरफ्तार किया है। जिसके विरूद्ध आर्म्स एक्ट में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान व पूछताछ कराई जा रही है। जिससे अन्य वारदातों के खुलासे की सम्भावना है।
एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि उक्त अन्तर्राज्यीय बदमाश राजवीर गुर्जर मारपीट, चोरी, हत्या का प्रयास, अपहरण व आदि के विभिन्न मुकदमों में राजस्थान व मध्यप्रदेश में करीब 11 साल से फरार चल रहा है जिसकी गिरफ्तारी के लिए धौलपुर पुलिस द्वारा 5000 रुपये वाह एमपी पुलिस द्वारा 5000 का इनाम घोषित है।
पंजाब से श्रीगंगानगर एक केंटर में लाया गया जर्दा सैनी का बड़ा जखीरा पुलिस ने पकड़ा है। जवाहरनगर थाना पुलिस के एएसअाई महेंद्र कुमार के नेतृत्व में टीम ने साधुवाली तिराहे के पास शुक्रवार काे शाम एक केंटर काे रुकवाकर तलाशी ली। पहले चालक से केंटर में माैजूद माल के संबंध में पूछताछ की ताे वह काेई संताेषजनक जवाब नहीं दे सका। इस पर पुलिस ने केंटर की तलाशी ली ताे केंटर में अनेक कट्टे पड़े थे। कट्टाें काे खाेलकर देखा ताे उसमें जर्दे के पैकेट निकले।
एएसअाई महेंद्र कुमार ने बताया कि हेड कांस्टेबल अब्दुल जब्बार काे मुखबिर से सूचना मिली थी कि साधुवाली हाेते हुए जर्दे का जखीरा शहर के लिए अा रहा है। इस पर तुरंत टीम गठित कर माेके के लिए रवाना हाे गए। मुखबिर से मिली जानकारी के अनुसार केंटर काे रुकवाकर तलाशी ली ताे उसमें 105 कट्टे गणेश छाप जर्दे के निकले। प्रत्येक कट्टे में 84 पैकेट थे। इस पर जर्दा जब्त कर लिया गया तथा अबाेहर निवासी रामजीत पुत्र करनैल सिंह काे गिरफ्तार कर थाने ले अाए। पुलिस ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। अागे जांच व पूछताछ के बाद ही पता चल सकेगा कि अाराेपी यह माल कहां बेचने की फिराक में था अाैर लाॅकडाउन के दाैरान जर्दा कहां से लाया, पूर्व में कहां बेचा गया।
जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान भ्रामक व गलत तथ्यों के आधार पर समाचारों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्म पर न्यूज चैनल के रूप में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संचालन करने पर आदेश जारी करते हुए रोक लगा दी गई हैं।
इस सम्बन्ध में जिले में सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर होने वाली दिन प्रतिदिन गतिविधियों पर साइबर सैल के माध्यम से नजर रखी जाएगी। इसके लिए सभी ग्रुप एडमिन को निर्देशित किया गया हैं। किसी व्हाट्सअप ग्रुप में भी किसी भी प्रकार की भ्रामक, सामाचार जिससे आमजन में घबराहट व उत्तेजना पैदा हो को शेयर न करने के निर्देश दिए। अगर ऐसा समाचार प्रेषित होता है तो संबंधित ग्रुप एडमिन के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं।
निकायाें की ओर से विभिन्न कार्याें के लिए निकाली गई निविदाओंपर राेक लगा दी गई है। 29 अप्रैल के बाद जारी निविदाएं लॉकडाउन जारी रहने तक नहीं खोली जा सकेंगी। इस संबंध में स्वायत्त शासन विभाग ने सभी निकाय अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। स्वायत्त शासन विभाग के मुख्य अभियंता भूपेन्द्र माथुर ने इस संबंध में हाल ही एक आदेश जारी किए, जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस की वजह से प्रदेश में लॉकडाउन होने के कारण संवेदक निविदा में भाग नहीं ले पा रहे हैं। क्योंकि लॉकडाउन होने की वजह से आने और जाने पर प्रतिबंध होने से डीडी व अन्य दस्तावेज कार्यालय में जमा नहीं कर पा रहे हैं। इससे निविदाओं में पर्याप्त प्रतिस्पर्धा नहीं हो रही है।
जिले में कोरोना वायरस संक्रमण के 21 मामले सामने आ चुके हैं। धौलपुर जिला औरेंज जोन में होने के बाद भी बाजारों में कई दुकानें नहीं खुल पा रही है। कोरोना वायरस से जिले की जनता को बचाने के लिए जिला प्रशासन ने क्या-क्या तैयारियां की हैं।
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन को लेकर कई तरह की अफवाहें चल रही हैं। इसे लेकर जनता के मन में कई तरह के सवाल हैं। दैनिक भास्कर आमजन की सुविधा और उनके मन में उठ रहे सवालों के जवाब जानने के लिए एक बार फिर ऑनलाइन मंच उपलब्ध करा रहा है।
इसके तहत शनिवार को कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल दैनिक भास्कर कार्यालय से एक बार फिर आपके सवालों के जवाब देंगे। कोरोना संक्रमण और इस पर नियंत्रण के लिए प्रशासनिक स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में बताएंगे।
कलेक्टर शनिवार दोपहर एक से दो बजे के बीच 8770592342 नंबर पर फोन कर अपने सवाल दर्ज करा सकते हैं। आप अपने सवाल वॉट्सएप के जरिए भी भेज सकते हैं। अगले दिन के अंक में सवालों के जवाब प्रकाशित किए जाएंगे। सवाल-जवाब का लाइव प्रसारण जिला कलेक्टर के फेसबुक पेज पर भी किया जाएगा।
सिंहपुर ग्राम पंचायत सैकंड बनी गांव का राशन डीलर लोगों को 10 किलो की बजाय 5 किलो ही गेहूं दे रहा था। इस पर लोगों ने हंगामा कर विरोध जताया।
सरकार ने इस लॉकडाउन को देखते हुए गरीब परिवारों को 10 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति देने की स्वीकृति जारी की है, लेकिन डीलर जब पांच किलो ही गेहूं देने लगा तो लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। ग्रामीण सीताराम मेघवाल, भागीरथ मेघवाल, बालूराम मेघवाल, लीलाबाई मेहर, दरियाव बाई, उदय राम मेघवाल, सज्जन भाई मेहर, नंदू बाई मेघवाल सहित अन्य ने बताया कि हमें पांच किलो ही प्रति परिवार गेहूं दिया जा रहा है। जबकि गेहूं दस किलो मिलना चाहिए था। इधर, डीलर नाथूलाल का कहना है कि उसको अतिरिक्त गेहूं का आवंटन नहीं हुआ है। इस कारण पांच किलो ही गेहूं दिया जा रहा है। इधर, रसद विभाग के अधिकारियों ने यहां निरीक्षण तक नहीं किया। इसी का नतीजा है कि निरीक्षण के अभाव में डीलर भी मनमर्जी करने लगे हैं।
कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को मेला ग्राउंड में अवैध हथियार लेकर घूमते एक युवक को गिरफ्तार किया है।
कोतवाली थाना प्रभारी रमेश तंवर ने बताया कि मेला ग्राउंड में हंसा पुत्र रामचित्र गुर्जर निवासी बरैलापुरा मौरोली हाल जाहिद होटल के पीछे गुर्जर काॅलोनी 15 बोर तमंचा व एक जिंदा कारतूस लेकर खड़ा हुआ था। पुलिस की टीम गश्त करते हुए निकली तो वह पुलिस को देख भागने लगा।
जिले में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत बने राशन कार्डों में अतिरिक्त यूनिट के तौर पर जोड़े गए करीब 8 हजार लोगों में कुछ नामों की छंटनी हो सकती है। शुक्रवार को हुई वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के उच्चाधिकारियों ने जिला रसद अधिकारी राकेश सोनी को निर्देश दिए कि अतिरिक्ति यूनिट के तौर पर एनएफएसए में जोड़े नामों की पात्रता की जांच की जाए। इसमें से अपात्र लोगों को नाम हटाए जाएंगे।
जिला रसद अधिकारी सोनी ने उच्चाधिकारियों केा बताया कि ई पीडीएस सॉफ्टवेयर संचालित होने के बाद जिले में करीब 8 हजार नाम पहले चल रहे एनएफएसए कार्डों में जोड़े गए हैं। अगर जोड़े गए लोग एनएफएसए की पात्रता नहीं रखते तो उनके नाम हटा दिए जाएंगे।
वीसी में अधिकारियों ने बताया कि इस बार महिला एवं बाल विकास विभाग को दाल की आपूर्ति राशन डिपो के माध्यम से होगी। अंत्योदय परिवारों को एक किलो प्रति परिवार के हिसाब से चीनी मिलेगी। अधिकारियों ने जून महीने के केंद्र व राज्य सरकार के कोटे का गेहूं 25 मई तक उठाने के निर्देश दिए।
राशन डिपो संचालक अब पुराने बारदाने को बेच नहीं सकेंगे। एफसीआई के बारदाने के कई रैक अटकने की वजह से इस बार पुराने बारदाने की बाेरियों को गेहंू की खरीद के बाद भराव के लिए उपयोग में लिया जा सकेगा। वीसी में खाद्य आयुक्त सिद्धार्थ महाजन, अतिरिक्त आयुक्त सुरेश कुमार गुप्ता, सचिव महेंद्र सिंह राठौड़, राज्य आपूर्ति निगम के प्रबंधक सेवाराम गुप्ता आदि शामिल थे।
सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी की जा रही है। ऐसे में सुंवास गांव के ताेल केंद्र पर माल का उठाव ना होने व गाड़ियां खाली होने के कारण मंडिया बंद है। सुंवास ग्राम सेवा सहकारी समिति में राजफैड द्वारा की जा रही गेहूं की खरीदी 2 दिन से बंद है जिसके चलते हैं टोकन धारी किसान परेशान है। व्यवस्थापक युवराज सिंह ने बताया कि ठेकेदार द्वारा जमा गेहूं के कट्टाें का उठाव नहीं होने से नियमित मंडी परिसर में कट्टे रखने की जगह नहीं है। वहीं मौसम खराब होने से जिसें खराब हाेने का खतरा बना हुआ है, जिसके चलते 2 दिन से तोल बंद है। ठेकेदार का कहना है कि वेयर हाउस में गाड़ियां खाली न होने के कारण माल का उठाव नहीं हो रहा है। वहीं रायपुर में भी एफसीआई द्वारा की जा रही खरीद केंद्र पर भी 12000 कट्टे जमा होने से तोल केंद्र पर तुलाई बंद होने की संभावना है।
टिडि्डयों ने एक बार फिर सीमावर्ती क्षेत्रों के खेतों में हमला बोला। इस बार टिडि्डयां श्रीकरणपुर के साथ-साथ श्रीगंगानगर से सटे दौलतपुरा गांव में भी पहुंचीं। करीब ढाई किमी. लंबे व डेढ़ किमी. लंबे चौड़े टिड्डी दल ने खेतों में हुई नरमा की बुवाई के साथ किन्नू के बागों को भी खासा नुकसान पहुंचाया। कांग्रेस नेता व किसान जगदीश जांदू ने बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे पाकिस्तान सीमा से गांव दौलतपुरा, संगतपुरा, चक 2, 3 एच, 1 क्यू, 2 क्यू व 3 क्यू में टिडि्डयां आईं, जो शाम तक इधर-उधर उड़ती रहीं। इस दौरान कृषि विभाग के सहायक निदेशक डॉ. रमेश बराला के नेतृत्व में कृषि पर्यवेक्षक नेतराम भुंवाल, आकाश भांभू और कृष्ण जांदू ने किसानों की मदद से कीटनाशक का छिड़काव करवाया। वहीं, श्रीकरणपुर के गांव 7एसए,7एसबी,7वी आदि सीमावर्ती क्षेत्रों में भारी संख्या में टिड्डी दल ने सीमा पार से अाकर पेड़ों व खेतों में डेरा डाल दिया। किसानों ने इस पर पीपे व ढोल बजाकर उन्हें उड़ाया।
सालों से यहां चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हो रहा था। प्रशासन ने शुक्रवार को ऐसी 50 बीघा भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया। विकास अधिकारी हनुमान मीणा, कार्यवाहक तहसीलदार महेश शर्मा और कामखेडा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अतिक्रमण हटाया। बीडीओ हनुमान मीणा ने बताया कि शुक्रवार को ग्रामपंचायत बांसखेड़ी मेवातीयान के गांव घडावली में करीब 50 बीघा भूमि पर सालों से बजरंग लाल लोधा, बीरम लाल लोधा, रोडू लाल, दिनेश कुमार, राकेश, पानमल, मांगीलाल सहित अन्य ने अतिक्रमण कर रखा था। शुक्रवार को जब पूरा प्रशासनिक अमला अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो वहां अतिक्रमियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। काफी देर की जद्दोजहद के बाद अतिक्रमण हटाया गया। यहां महिलाओं ने अतिक्रमण हटाने का काफी विरोध किया। अतिक्रमण हटाने में पटवारी सुजान सिंह, ग्राम विकास अधिकारी रूप चंद मीणा मौजूद रहे।
एसडीएम ने शुक्रवार को कस्बे के मार्केट में सोशल डिस्टेंस की अवहेलना करने को लेकर किराने की तीन दुकानों को सील करने की कार्रवाई की है।
एसडीएम परशुराम मीणा ने बताया कि कस्बे के कई दुकानदारों के द्वारा कालाबाजारी एवं कीमत से अधिक राशि वसूलने की शिकायत आने पर पुलिस एवं प्रशासन की टीम के द्वारा बाजार का निरीक्षण कर लॉक डाउन की स्थिति का जायजा लिया गया।
इस दौरान तीन दुकानों पर अव्यवस्था पाई जाने पर बाड़ी मार्ग और बसेड़ी मार्ग पर मौजूद किराने की तीन दुकानों को 17 मई तक सीज करने की कार्रवाई की है। 17 मई तक दुकानों को लॉक डाउन अवधि तक बंद करने हेतु नोटिस चस्पा किया गया है।
उपखंड अधिकारी मीणा ने बताया कि क्षेत्र में लॉक डाउन की व्यबस्थाओ के लिए निगरानी दल, पुलिस व प्रशासन पूरी तरह निगरानी कर रहा है। बाजार में आए दिन शिकायत मिल रही थी यहां सोशल डिस्टेंस की पालना नहीं की जा रही है। जिसको लेकर दुकानदारों को कई बार हिदायत भी दी गई लेकिन व्यवस्थाएं नहीं सुधारे जाने पर आज बाजार में तीन दुकानों को17 मई तक सील किया गया है।
कोरोना वायरस काे हराने के लिए राज्य सरकार ने पंजाब क्षेत्र की सभी सीमाएं सील कर दी हैं परंतु व्यवस्थाएं वही पुरानी ही हैं। न ताे यहां स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है और न ही काेई ज्यादा राेक-टाेक है। बिना अनुमति वाले लाेग कैमरे से बचने के लिए इधर-उधर से सीमा के आर -पार आ जा रहे हैं। ‘भास्कर’ ने शुक्रवार को यहां कई घंटे रुककर हकीकत जानने की कोशिश की तो नजारा कुछ इस तरह का मिला। भीलवाड़ा से किशनगढ़, रतनगढ़, सरदारशहर, हनुमानगढ़ से लोगों का जत्था पंजाब बॉर्डर की पतली चेक पोस्ट पर पहुंचा। यहां से उन्हें बिना स्वास्थ्य परीक्षण एवं बिना पता लिखे ही नाके की रोड की बजाय खाली पड़ी कच्ची गंगकैनाल लिंक चैनल के अंदर से पंजाब सीमा में भेज दिया गया। भीलवाड़ा से पैदल जम्मू जा रहे श्रमिकों ने भास्कर को अपनी पीड़ा बताते हुए कहा िक वे रोए, गिड़गिड़ाए परंतु किसी ने परमिशन नहीं दी। वाहन उपलब्ध नहीं हाेने पर 175 लोगों का जत्था पैदल ही रवाना हाे गया।
ये चारों श्रमिक पिठू बैग टांगे नहर से क्रॉस कर पंजाब सीमा में पहुंच गए। यहां भी बहाववाला पुलिस नाके पर न जाकर मलोट रोड से रवाना हुए करीब चार किलोमीटर की दूरी पर दोदेवाला की दाना मंडी से निकलकर अबोहर मार्ग पर चले गए। इन चारों श्रमिकों राकेश, योगेंद्र, जीवनराम एवं मस्तराम ने बताया कि करीब 7-8 दिन पूर्व रात को भीलवाड़ा से करीब 175 श्रमिकों का दल जम्मू क्षेत्र के लिए पैदल रवाना हुआ था, जो बीच मार्ग आगे-पीछे हो गए। कुछ बुजुर्ग एवं महिलाएं पीछे रह गईं तो कई युवाओं के जत्थे आगे आ गए। इन चारों श्रमिकों ने बताया कि बीच मार्ग कई नाके आए, सभी ने आगे से आगे धकेल दिया। बीच-बीच में कहीं पर खाना और पानी पीने को मिला, कहीं पर पैसे देकर होटल पर खाना खाया। श्रमिकों ने बताया कि वे फैक्ट्रियों में रुई की गांठों की लोडिंग-अन लोडिंग का कार्य करते थे। इस संकट की घड़ी में उन्हें उनकी मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया। अधिकारियों और संबंधित जनप्रतिनिधियों के समक्ष खूब गिड़गिड़ाए, रोए परंतु किसी ने न तो स्वीकृति दिलाई और न ही कोई वाहन उपलब्ध करवाया। ऐसी स्थिति में पैदल ही चल पड़े। रास्ता भी पूछ-पूछकर आगे बढ़ रहे हैं। पैरों में छाले पड़ चुके हैं। थकान के मारे शरीर टूट रहा है। ऊपर से पुलिस द्वारा पकड़ने का भय भी सताता रहता है।
पतली चेक पाेस्ट अंतरराज्यीय नाका है। यहां 24 घंटे पुलिस की ड्यूटी रहती है। दाेपहर 2 बजे रात 11 बजे तक हवलदार रामकुमार अाैर रात को 11 से सुबह 7 बजे तक नाका प्रभारी के रूप में एक कांस्टेबल सुरेश कुमार तैनात रहते हैं। सुबह 7 से दाेपहर 3 बजे तक एसअाई धर्मपाल िसंह नाके के प्रभारी के रूप में ड्यूटी देते हैं। हालांकि आरएसी का हवलदार और जवान नाके पर 24 घंटे तैनात रहते हैं।
संदीपसिंह धामू साधुवाली चेक पोस्ट से. अंतरराज्यीय सीमाएं सील करने के बाद शुक्रवार को भी पंजाब से आवाजाही पर सख्ती रही। जम्मू-कश्मीर में लॉकडाउन के दौरान अटके गुजरात के पालनपुर के 12 यात्रियों को एंट्री के लिए अंतरराज्यीय बॉर्डर पर 7:30 घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद इन्हें एंट्री देकर गंतव्य की ओर रवाना किया गया। जिन लोगों ने राज्य के गृह विभाग से अनुमति ली थी, उन्हें ही राज्य सीमा में एंट्री दी गई। अंतरराज्यीय बॉर्डर पर स्थित साधुवाली चेक पोस्ट पर अन्य दिनों की अपेक्षा सख्ती रही। अबोहर से आए तीन मेडिकल इमरजेंसी प्रकरणों में भी हाथोंहाथ आवेदन करवा स्वीकृति जारी होने पर ही एंट्री दी गई। चेक पोस्ट पर खाली ट्रकों की निगरानी के लिए दो सीसीटीवी कैमरे और लगाए गए हैं।
गुजरात के बनासकांठा जिले के पालनपुर निवासी यासीन अहमद, सद्दाम, फारुख, हामीद सहित 12 लोग 13 मार्च को जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में गए। उन्हें एक माह रहने के बाद लौटना था। यासीन अहमद के अनुसार उन्होंने बड़ी मशक्कत के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन से घर लौटने की अनुमति और गुजरात सरकार से एनओसी ली। गुरुवार रात 10 बजे वे गुजरात की बस से रवाना हुए। जम्मू-कश्मीर-पंजाब बॉर्डर पर उन्हें अनुमति पत्र की चेकिंग के बाद एंट्री दे दी गई। यासीन के अनुसार शुक्रवार सुबह 6 बजे वे साधुवाली स्थित पंजाब राजस्थान चेक पोस्ट पर पहुंचे। तब राजस्थान के प्रशासन ने उन्हें एंट्री नहीं दी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से दिया गया यात्रा का पास और गुजरात की एनअाेसी भी दिखाई लेकिन उन्हें आगे नहीं जाने दिया गया। चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों व प्रशासनिक अमले ने अंतरराज्यीय इंट्री नहीं होने का हवाला देकर उन्हें रोक लिया। हालांकि उन्होंने राजस्थान में ठहराव नहीं करना था। उनके पास शिनाख्त के सभी दस्तावेज गुजरात के थे, फिर भी गर्मी में सात घंटे तक रोके रखा गया। जबकि उनके पास कोरोना टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट भी थी।
श्रीगंगानगर से इलाज करवाने के लिए अबोहर कई लोग आए। सामान्य राेगियों को अनुमति नहीं होने पर लौटा दिया गया। डायलिसिस करवाने आए तीन रोगियों को गंभीरता के आधार पर मौके पर ही ई मित्र संचालक को बुलाकर आवेदन करवाया गया। तब प्रशासनिक अमले ने कलेक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते को फोन कर अनुमति दिलवाई। कलेक्टर नकाते के अनुसार साधुवाली चेक पोस्ट पर एक ई मित्र संचालक भी रहेगा, जो मेडिकल इमरजेंसी मामलों में लोगों की आवेदन करने में मदद करेगा। राजस्थान में पंजाब की अपेक्षा किडनी रोगियों का डायलिसिस सस्ता होने की वजह से वहां के लोग श्रीगंगानगर आते हैं।
कोडियापुरा में टावर के नीचे अवैध खनन एवं बसेडी में लाइन के नीचे दुकान निर्माण करने से विधुत प्रसारण निगम ने अवैध खनन से विधुत टावर गिरने व बसेडी में हादसे की आशंका जताई है।
सहायक अभियंता प्रसारण बसेडी ने बताया कि 132 केवी जीएसएस बसेरी के अधीन 132 केवी हिंडोन बसेरी लाइन से बसेडी, बाड़ी, सरमथुरा उपखंड के अलावा धौलपुर जिला व रूपबास (भरतपुर) क्षेत्र को विधुत आपूर्ति की जाती है।
उक्त लाइन के टावरों के सपोर्टिंग पीस (चैनल) बार बार अज्ञात लोगों द्वारा चोरी कर लिए जाते है जिसके कारण टावर कमजोर हो रहे है। वही टावरो के सपोर्टिंग पीस चोरी होने के कारण टावरों के गिरने का खतरा बढ गया है। एईएन ने बताया कि प्रसारण निगम द्वारा सपोर्टिंग पीस चोरी होने की वारदात की रिपोर्ट पुलिस थाना गढ़ी बाजना (भरतपुर) में पूर्व में कई बार करवाई जा चुकी है परन्तु उक्त सन्दर्भ में अभी तक पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं कि गई है। साथ ही कोडियापुरा की पहाड़ी पर टावर न. 102 के पास कई बर्षो से अवैध खनन को अंजाम दिया जा रहा है।
टावर के इर्द-गिर्द पहाडी पर अवैध खनन के कारण टावर की मीनार कमजोर हो चुकी है। तेज आंधी तूफान में टावर के गिरने का खतरा मंडराने लगा है। एईएन ने टावर गिरने कि स्थिति में बसेडी, बाड़ी, सरमथुरा उपखंड के अलावा धौलपुर जिला सहित रूपबास (भरतपुर) क्षेत्र में विधुत आपूर्ति कई दिनों तक बाधित होने की संभावना जताई है। वही अवैध खनन के सन्दर्भ में अधीक्षण अभियंता खनिज बिभाग भरतपुर को कई बार पत्र लिखकर अवगत कराया जा चूका है परन्तु खनिज विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नही लाई गई है।
एईएन ने बताया कि 132 केवी लाइन के टावर न. 165 व 166 नजदीक बयाना मोड़ बसेड़ी के पास लाइन के नीचे दूकान, मकान, मंदिर, धर्मशाला का अवैध निर्माण किया गया है जो कि भारतीय विद्युत नियम 1956 के नियम 79 एवं 80 का उल्लघंन है। जिसके कारण कोई भी जनहानि व अप्रिय घटना का खतरे की आशंका बनी रहती है। प्रसारण निगम द्वारा निर्माणकर्ता को कई बार नोटिस जारी किए जा चुके है साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों को कई बार पत्र लिखकर अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। गौरतलब है कि दैनिक भास्कर ने चार दिन पूर्व खबर प्रकाशित कर टावर गिरने की आशंका जताई थी।
प्रदेश में कई जगह खाली ट्रक, पिकअप सहित अन्य मालवाहक खाली वाहनों में लोगों के छिप कर इधर-उधर जाने की घटनाएं सामने आने के बाद साधुवाली चेक पाेस्ट पर भी निगरानी बढ़ाई है। पहले यहां रोड पर लगे साइन बोर्ड के पिलरों पर साइड में दो सीसीटीवी कैमरे लगाए थे। अब साइन बोर्ड के ऊपरी तरफ भी दो सीसीटीवी कैमरे लगाए दिए हैं, जिन्हें चेक पोस्ट के कंप्यूटर और अभय कमांड कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया गया है। इससे ऊपर से खाली ट्रकों व वाहनों की निगरानी की जा सकेगी। राज्य सरकार की सीमाएं सील कर बाहरी लोगों के राज्य में आने अौर यहां अटके लोगों के बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है। इससे जिले में 19932 लोगों का आना जाना अटक गया है।
जिले के 6577 लोग बाहरी राज्यों में अटके हुए हैं। जिन्होंने यहां आने के लिए एनओसी के लिए आवेदन किया गया है। वहीं, बाहर जाने के लिए 13355 लोगों ने आवेदन किया है। नई गाइड लाइन की वजह से इनके आवेदनों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। कलेक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते के अनुसार अब अनुमति राज्य सरकार के गृह विभाग के स्तर पर दी जा रही है। पंजाब व दूसरे राज्यों में जाने वाले लोगों को केवल मेडिकल इमरजेंसी के ही पास प्रशासन द्वारा दिए जा रहे हैं। फोटो |राकेश वर्मा
शुक्रवार को बिजली,पानी,मनरेगा एवं स्वच्छ भारत मिशन को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक हुई। जिसमें कलेक्टर ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस दौरान कलेक्टर ने मनरेगा कार्यों में अधिक से अधिक श्रमिकों के नियोजन करने पर जोर दिया, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल मिल सके। उन्होंनें वन विभाग के अन्तर्गत आने वाले कार्याे में भी कार्य संख्या बढाने के निर्देश दिए। उन्होंनें कहा कि मनरेगा कार्यों में मेट उसी गांव का होना चाहिए जिस गांव में मनरेगा कार्य चल रहे है।
कार्य के दौरान श्रमिकों की उपस्थिति, भोजन करने की व्यवस्था के दौरान ही सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंनें सार्वजनिक निर्माण विभाग के अन्तर्गत स्वीकृत किए गए कार्यों में भी श्रमिक संख्या बढाने के निर्देश दिए। गर्मी के मौसम को देखते हुए अधिकारियों से बिजली व पानी की व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त करने क निर्देश दिए। जलदाय विभाग के अधिकारियों को नियमित पानी की आपूर्ति करने एवं खराब पड़े हैंडपंपों को दुरुस्त करने के साथ ही समस्याओं के समाधान के लिए विभाग में कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए।
उन्होनें कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में उचित मूल्य के दुकानदारों द्वारा टोकन सिस्टम के माध्यम से राशन वितरण के निर्देश दिए, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की पालना हो सके। बैठक के दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर नरेन्द्र कुमार वर्मा, सीईओ जिला परिषद शिव चरण मीना सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
इस बार हाड़ाैती में लहसुन की बंपर पैदावार हुई है। किसानाें ने इस बार 92 हजार से ज्यादा हैक्टेयर में लहसुन का बाेया और 6 लाख मीट्रिक टन से अधिक पैदावार हुई। बंपर पैदावार हाेने से किसान पहले खुश नजर आ रहे थे, लेकिन अब मायूस हाेने लगे हैं। क्याेंकि सरकार ने अभी तक लहसुन खरीद के काेई प्रयास नहीं किए हैं, जबकि 15 अप्रैल से गेहूं, चना, सरसोंकी समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू हाे गई है। लहसुन की पैदावार अधिक हाेने और खरीद शुरू नहीं हाेने से किसानाें से सामने भंडारण की समस्या आ रही है।
लाॅकडाउन के कारण बेच नहीं पा रहे हैं, जाे मंडी में लेकर जा रहे हैं, उन्हें सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। इससे उनका भाड़ा भी नहीं निकल पा रहा है। उनका कहना है कि लहसुन की खरीदी सरकार काे जल्द शुरू करनी चाहिए। इसकी रेट भी 50 रुपए किलाे हाेनी चाहिए। तब जाकर किसानाें काे नुकसान से बचाया जा सकेगा। क्याेंकि इस फसल से किसानाें बहुत आस है। वे अपना कर्जा उतारना चाहते हैं और घर में अन्य जरूरी काम कर पाएगा। दैनिक भास्कर में पढ़िए लहसुन काे लेकर हाड़ाैती के किसानाें की परेशानी की रिपाेर्ट।
करीब 1200 कराेड़ का सालाना होता है काराेबार
एक्सपर्ट्स की माने ताे हर साल 1000 से 1200 कराेड़ का काराेबार लहसुन से हाेता है। यानि बाजार में हर साल लहसुन से इतना पैसा अाता है। इस बार भी एक्सपर्ट बताते हैं कि अगर 3500 रुपए क्विंटल भी लहसुन बिका
ताे करीब 1200 से 1400 कराेड़ का काराेबार हाेगा। इससे हाड़ाैतीकी अर्थ व्यवस्था काे काफी मजबूती मिलेगी।
किसानाें का दर्द : व्यापारी भी लहसुन खरीदने नहीं आ रहे, समय पर नहीं बिका तो हो जाएंगे बर्बाद
1. सांगोद के नागल खेड़ी निवासी किसान श्याम बिहारी मेहरा बताते हैं कि उन्होंने 3 बीघा में लहसुन की फसल बोई थी। अब लहसुन की फसल तैयार कर घर में रखी है। मंडी में नहीं ले जा पा रहे हैं और न ही कहीं और बेच पा रहे हैं। व्यापारी भी खरीदने नहीं आ रहे हैं। इससे सब काम रुक गए हैं। लेन-देन का हिसाब भी नहीं हुआ। परेशानी बनी हुई है। करें भी ताे क्याें करें। घर में ही लहसुन सड़ने लगा है।
2. इटावा क्षेत्र के सन्मानपुरा गांव निवासी मुकेश कुमार नागर ने बताया कि इस बार 5 बीघा में लहसुन उत्पादन किया है। इसमें करीब 90 हजार रुपए का खर्चा आ गया है। लेकिन, इस बार अभी तक मंडी में इसका सही भाव नहीं आया है। इस भाव में तो केवल लागत ही निकलेगी। इस फसल से घर का खर्च अाैर लोगों का कर्ज चुकाना था। मजबूरन लहसुन बेचना पड़ेगा, जिससे पैसों का इंतजाम हो सके।
3. बूंदी के जमीतपुरा के लहसुन उत्पादक किसान सत्तार मोहम्मद ने 10 बीघा में लहसुन बोया, एक बीघा पर करीब 25 हजार रुपए खर्च पड़ा। उनका कहना है कि कैसे भी लहसुन बिके ताे काम चले, लेकिन कम रेट में बिका ताे किसान बर्बाद हाे जाएगा। वहीं, रफीक मोहम्मद ने बताया कि प्रति बीघा 25 हजार रुपए का खर्च आया। लहसुन बिक नहीं रहा। घर खर्चे नहीं चल रहे। वे समर्थन मूल्य पर लहसुन खरीद शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं। जहुर हुसैन ने 6 बीघा में लहसुन बोया। गेहूं की कटाई के बाद यह माल भी बाहर पड़ा है।
4. बारां के गोदयापुरा निवासी प्रकाश नागर ने बताया कि 10 बीघा में लहसुन की बुवाई की थी। 8 क्विंटल प्रति बीघा के हिसाब से पैदावार हुई है। अभी बिल्कुल भी नहीं बिका है। अभी मजदूरों के 25 हजार और ट्रैक्टर खर्च 75 हजार रुपए सहित कुल एक लाख रुपए की देनदारी है। घर में जैसे-तैसे एक-दूसरे से मांगकर काम चला रहे हैं। घर में लहसुन के खराब होने का डर सता रहा है। उधर, मंडियाें में पहले लिमिटेड खरीद हो रही थी, अब बंद कर दी गई है। अभी घर में कोई भी आयोजन करने लायक बंदोबस्त ही नहीं है।
5. बारां दुर्जनपुरा निवासी भरतराज नागर ने बताया कि 32 बीघा में लहसुन की फसल की थी। 8-10 क्विंटल प्रति बीघा की पैदावार हुई है। 64 हजार मजदूरों की खुदाई, 10 हजार घर पहुंचाने और 10 हजार रुपए कटाई सहित कुल 84 हजार रुपए की देनदारी हो गई है। व्यापारियों ने मनमानी कर मंडियां बंद कर दी हैं। अब पैसे है नहीं कैसे अगली फसल की बुवाई करेंगे। ट्रैक्टर खड़ा कर दिया है न तो डीजल के पैसे और न ही टायर रिपेयरिंग के।
6. झालावाड़ के पाटलिया कुल्मी निवासी श्याम बाबू पाटीदार का कहना है कि लॉकडाउन के चलते मंडिया नहीं लग पा रही हैं। साथ ही राज्य की बाहरी सीमा में जाने पर रोक होने से क्षेत्र के किसान नीमच व पिपलिया मंडी लहसुन बेचने नहीं जा पा रहे हैं । जिले की अन्य मंडियों में लहसुन की खरीदी बहुत कम होती है और भाव भी नहीं मिल पाते। इस कारण आर्थिक रूप से परेशानी उठानी पड़ रहे है।
किसानों की दो बड़ी चिंता
1- हर साल मार्च में शुरू होने वाली लहसुन खरीद अब तक नहीं हुई। लॉकडाउन के चलते जल्दी संभावना भी नहीं।
2-जून तक खरीद पूरी नहीं हुई तो घरों में ही सड़ जाएगा 50 प्रतिशत लहसुन, क्योंकि बारिश आते ही नमी से बेकार हाे जाएगा
गंभीर है सरकार, जल्द हल निकालेंगे
संभाग में लहसुन ज्यादा हुआ है। बाजार हस्तक्षेप याेजना के लिए जल्द से निर्णय किया जाएगा।इसके लिए आज ही सरकार में बात की जाएगी। किसानाें के लिए सरकार गंभीर है और जल्द निर्णय किया जाएगा। वहीं आपदा में केंद्र सरकार काे चाहिए कि वे लहसुन काे समर्थन पर लें और उसकी पूरी खरीदी करे ताे किसानाें काे बड़ी राहत मिलेगी।
- शांति धारीवाल, स्वायत्त शासन मंत्री
कैसे हाेगी किसानाें की आय दुगुनी
प्रधानमंत्री 2022 में किसानाें की आय दुगनी करने की बात कर रहे हैं और समर्थन मूल्य पर ही किसानाें की फसलें नही बिक पा रही हैं। लहसुन के लिए अभी तक काेई प्रयास नहीं किए गए। कई जगहाें पर गाैण मंडियां खाेलने की बात कही, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सरकार किसानाें के हित पर पूरी तरह से फेल हुाे रही है। सरकार काे आपदा के समय सारी फसलें समर्थन मूल्य पर ही खरीदी चाहिए। -भरतसिंह, विधायक कांग्रेस
राज्य सरकार कुछ नहीं कर पा रही है
राज्य सरकार किसानाें के साथ धाेखा कर रही है। संभाग में जमकर पैदावार हुई है, लेकिन राज्य सरकार किसानाें से सरकारी खरीद नहीं कर पा रही है। लहसुन से किसानाें काे फायदा हाे, इस बारे में कुछ नहीं साेचा रहा है। तेज गर्मी से किसानाें काे लहसुन घरोंमें खराब हाेने लगा है। सरकार काे समय रहते इसे खरीदना हाेगा, इससे किसानाें काे बचाया जा सके। -संदीप शर्मा, विधायक भाजपा
सरकार काे 50 रुपए प्रति किलाे के हिसाब से खरीदना चाहिए लहसुन
सरकार काे बाजार हस्तक्षेप याेजना की जगह 50 रुपए किलो के हिसाब लहसुन खरीदना होगा। तब जाकर किसानाें काे बचा पाएंगे। नहीं ताे किसानाें काे प्रति हैक्टेयर 10 हजार रुपए का नुकसान हाेने वाला है। किसान बर्बाद हाे जाएगा सरकार काे जल्द से जल्द कदम उठाने हाेंगे। -दशरथ कुमार, किसान नेता
चिकित्सा विभाग व प्रशासन की संयुक्त टीम ने शुक्रवार काे बाेरखेड़ा क्षेत्र में एक अवैध क्लीनिक पर कार्रवाईकी। इसे लेकर सीएमएचओ कंट्रोल रूम पर शिकायत आई थी। मौके पर पहुंची टीम ने पाया कि क्लीनिक पर अमानत अहमद खान (एए खान) द्वारा आधुनिक चिकित्सा पद्धति में प्रैक्टिस की जा रही है, दस्तावेज मांगने पर प्रस्तुत नहीं कर पाए। टीम ने मौके से जरूरी उपकरण, उपयोग में ली गई दवाइयां एवं फोरसेफ, सर्जिकल सूचर्स, उपयोग में ली गई आईवी फ्लूड की बोतल, केनुला, आईवी सेट, ब्लड प्रेशर नापने का उपकरण, स्टेथोस्कोप, नेबुलाइजर मशीन आदि को ज़ब्त कर क्लीनिक को सील कर दिया। क्लीनिक में 4 बेड एवं ड्रिप स्टैंड भी लगे थे। टीम ने बोरखेड़ा थाने में झोलाछाप व्यक्ति एए खान के खिलाफ भारतीय चिकित्सा परिषद अधिनियम, एपेडेमिक डिजीज एक्ट तथा भारतीय दंड संहिता की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए जब्त की गई अाैर दवाइयां व उपकरण पुलिस के हवाले किए हैं। टीम में औषधि नियंत्रण अधिकारी डॉ. संदीप कुमार, रोहिताश्व नागर, निशांत बघेरवाल, उमेश मुखीजा एवं डॉ. मनोज नागर, नायब तहसीलदार अनिता सिंह एवं अमित शर्मा, यश शर्मा, श्रीमन लाल मीणा हैड कांस्टेबल मौजूद रहे।
शहर के अस्पताल में कोरोना के मरीजों को रखा जा रहा है। इन मरीजो के उपचार में जुटा स्टाफ कोरोना संक्रमण से तो लड़ ही रहा है वहीं अन्य कई समस्याओं से भी जूझ रहा है। इसके लिए नर्सिंग स्टाफ ने पहले भी कई बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को अपनी समस्याओ के बारे में बता चुका है।
इस सबके बावजूद भी अब तक उनकी किसी भी समस्या का समाधान नहीं किया गया है। इसके चलते स्टाफ को हमेशा कोरोना से संक्रमित होने का डर सताता रहता है। इसके चलते शुक्रवार को आइसोलेशन वार्ड का पूरा स्टाफ बाड़ी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के आवास पहुंचा और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। साथ ही यह भी चेतावनी दी है कि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो कार्य का बहिष्कार करेंगे।
अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक दिनेश कुमार मंगल का आरोप है की वे कई बार सामान्य चिकित्सालय के प्रभारी डॉ. एसडी मंगल को लिखित रूप से आइसोलेशन वार्ड में आ रही समस्याओं को लेकर ज्ञापन दे चुके हैं, कई बार जिला चिकित्सा अधिकारी को भी अवगत कराया जा चुका है, लेकिन 22 मार्च से ड्यूटी पर तैनात इन कर्मचारियों की कोई सुनने को तैयार नहीं है।
उनका कहना है कि आइसोलेशन वार्ड में कोई भी स्थाई स्वीपर नहीं है। ऐसे में बायो मेडिकल वेस्ट का भी समुचित रूप से निस्तारण नहीं हो पा रहा। यही नहीं आइसोलेशन वार्ड को प्रत्येक 2 घंटे में सेनेटाइज करना चाहिए वह भी पूरे दिन में बमुश्किल एकाध बार ही हो रहा है। इस वार्ड में पांच कोरोना मरीज भर्ती हैं, जिनमें एक 2 वर्ष की मासूम बालिका भी है। इन मरीजों को प्रॉपर संसाधन भी नहीं मिल रहे हैं। विधायक मलिंगा ने ज्ञापन लेकर समस्या समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान नरेंद्र सिंह,भानु प्रताप तोमर,मनोज मीणा,चंद्रकांत,पबन कुमार,ज्ञान सिंह,भागीरथ,शुभम शर्मा,डॉ अजी कुमार,और नर्सिंग अधीक्षक दिनेश मंगल मौजूद रहे।
स्टाफ ने ज्ञापन में इन समस्याओं के समाधान की मांग की
आइसोलेशन वार्ड की सफाई व्यवस्था को लेकर स्थाई स्वीपर लगाया जाए, वार्ड के समस्त स्टाफ को आठ-आठ घंटे पर पीपीई किट, मास्क और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, पूरे स्टाफ को घर की जगह किसी सुरक्षित और स्थाई सुविधा युक्त आवास में रखा जाए, सरकार के निर्देशानुसार मिलने वाले गरम पानी चाय अन्य सुविधाएं दी जाएं।
कोरोना संक्रमित मरीजों को जिला मुख्यालय पर भेजा जाए
स्टाफ का आरोप है कि बाड़ी का अस्पताल ऐसी जगह पर स्थित है जो शहर के बीचों-बीच है। इस अस्पताल में अन्य सामान्य मरीज भी आते हैं। ऐसे में संक्रमित मरीजों से खतरा बना रहता है। इसको लेकर उन्होंने विधायक से मांग की है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को धौलपुर जिला मुख्यालय पर रखा जाए। इससे न केवल संसाधनों की बचत होगी बल्कि संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा। ठेकेदार के सफाईकर्मी पिछले 3 दिन से काम नहीं कर रहे। ऐसे में 3 दिन की गंदगी वार्ड में डली हुई है।
विभिन्न मांगाें काे लेकर काेटा में डाॅक्टराें ने शुक्रवार काे काली पट्टी बांधकर काम किया। डाॅक्टराें ने इसे ब्लैक फ्राईडे घाेषित किया था। आए दिन चिकित्सकों के साथ हाे रहे अभद्र व्यवहार से आहत हाेकर राज्य स्तर से आईएमए के आह्वान पर डाॅक्टराें ने यह प्रदर्शन किया। काेटा आईएमए के अध्यक्ष डाॅ. एस सान्याल व सचिव डाॅ. केके डंग ने कहा कि अजमेर एसडीएम द्वारा सीएमएचओ के कक्ष में आकर अभद्रता की गई। प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा डाॅक्टराें से इस तरह का बर्ताव बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक कोविड-19 की भयंकर महामारी से लड़कर मानवता की सेवा में जुटे हैं और दूसरी ओर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस तरह का अप्रिय व्यवहार किया जा रहा है। इससे पहले पीलीबंगा, भरतपुर, झालावाड़, ब्यावर में भी ऐसी ही घटनाएं हो चुकी हैं। ऐसे समय में यह सब स्वीकार नहीं किया जा सकता।
भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंगठन एनएसयूआई की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हुआ जिसमें कोरोना वायरस के चलते एनएसयूआई द्वारा चलाए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा की गई।
एनएसयूआई जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने बताया कि इस समय पूरा विश्व कोरोना नामक भयंकर वैश्विक संकट से गुजर रहा है। जिसके चलते संपूर्ण देश में लॉक डाउन लगा हुआ है और लोग अपने अपने घरों एवं जिलों से बाहर निकलने में असमर्थ हैं।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया और प्रदेश प्रभारी एवं राष्ट्रीय सचिव गौरव तुषीर ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान के सभी एनएसयूआई जिला अध्यक्षों से वार्तालाप किया और उनके द्वारा उनके जिले में कोरोनावायरस से लड़ने के लिए चलाए जा रहे राहत कार्यों की समीक्षा की एवं आगामी कार्य योजना पर चर्चा की गई।
जिलाध्यक्ष तिवारी ने बताया कि एनएसयूआई द्वारा पूर्व में कोरोना वॉरियर्स श्रमिकों को सम्मानित किया गया था। आगामी श्रृंखला में एनएसयूआई पूरे जिले में मुहिम चलाकर हाथ से बने कपड़े के मास्को का वितरण तथा भीषण गर्मी को देखते हुए पेड़ों पर परिंदे लगाने का कार्य करेगी। साथ ही एनएसयूआई द्वारा प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में प्रमोट करने एवं तृतीय वर्ष के छात्रों को पिछली कक्षा के प्राप्त अंकों में 10 प्रतिशत बोनस के साथ उत्तीर्ण करने की मुहिम चलाई जाएगी। क्योंकि कोरोना वायरस के चलते अब परीक्षाएं होना संभव नहीं लग रहा।
नेशनल हाइवे 11 बी स्थित सुनीपुर के पास एक पिकअप माल वाहक गाड़ी की टक्कर ट्रैक्टर से हो गई, जिसमे पिकअप में सवार दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें एनएचएआई एम्बुलेंस से सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने दोनोंं को जिला अस्पताल के लिये रैफर कर दिया है।
एनएचएआई एम्बुलेंस के चालक सत्येंद्र मीणा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि सुनीपुर के पास कोई दुर्घटना हुई है, जिस पर वह मौके पर पहुंचे तो वहां पिकअप ट्रैक्टर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमे अनवर पुत्र शकुर, सूरज पुत्र प्रेम निवासीगण चाकसू गम्भीर रूप से घायल पड़े हुए थे। घायलों को एम्बुलेंस से सामान्य चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखकर जिला चिकित्सालय रैफर कर दिया।
कोचिंग स्टूडेंट्स को लेकर अगरतला जाना निजी बस चालकों को पिछले 3 दिन से उन्हें वहां पर क्वारेंटाइन सेंटर में रखा हुआ है। बस संचालकों का कहना है कि उन्हें न ठीक से खाना दिया जा रहा और न ही पानी मिल रहा। हालात यह है कि वे कुछ कहते हैं ताे उनकी सुनने की जगह एक साल के लिए जेल में डालने की धमकी और दी जाती है।
अगरतला में फंसे बस चालक राजेन्द्र व देवराज ने बताया दाे मई काे वे काेटा से काेचिंग स्टेडेंट्स काे लेकर पहुंचे थे। उन्हें अगरतला बाेर्डर पर राेक दिया और वहीं स्टूडेंट्स के साथ उन्हें भी क्वारेंटाइन कर दिया, उनकी जांच की गई। सभी की जांच सही आ गई। पिछले तीन दिन वे करीब 10 चालक व सीपीओ यहां पर फंसे हुए हैं। बसाें के मालिक पुरुषाेत्तम ने बताया कि इस बारे में कलेक्टर काे भी जानकारी दे दी है।
64 लाेगाें काे किया क्वारेंटाइन
भरतपुर बाॅर्डर से काेटा पहुंचे करीब 64 लाेगाें काे हाेम क्वारेंटाइन किया है। 4 बसाें से यह लाेग
काेटा पहुंचे। बाेरखंडी स्कूल में पहले उन सभी की जांच की गई और हाथ में माेहर लगाकर पता नाेट कर इस चेतावनी के साथ घर भेजा कि वे 14 दिनाें तक घराें से बाहर नहीं निकलेंगे।
कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए घाेषित लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर जिले में पुलिस की ओर से लगातार कार्रवाई की जा रही है। एसपी हेमंत शर्मा ने बताया कि जिले में अब तक कुल 113 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 259 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा सीआरपीसी की धारा 151 के तहत 325 व्यक्तियों के खिलाफ 114 इस्तगासे से पेश किए गए हैं। अनावश्यक रूप से वाहन लेकर घूम रहे लोगों के खिलाफ भी बड़ी संख्या में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
एसपी ने बताया कि अब तक 15 हजार 471 वाहनों के चालान काटे गए हैं और 3 हजार 652 वाहन सीज किए गए हैं। इन कार्यवाहियों के तहत 30 लाख 40 हजार 450 का जुर्माना वसूल किया गया है। राज्य सरकार की ओर से जारी किए गए महामारी आपदा प्रबंधन अध्यादेश 2020 के तहत जिले में अभी तक 320 व्यक्तियों की जुर्माना रसीदें पुलिस और प्रशासन द्वारा काटी गई हैं। यह रसीदें उन व्यक्तियों की काटी गई हैं जिन्होंने मास्क नहीं पहने हुए थे। इनसे 69800 का जुर्माना वसूल किया गया है। जिले में 381 व्यक्तियों के खिलाफ इस्तगासा किया गया है। जिले के रामसिंहपुर सिंहपुर थाना में लवप्रीत और मदनलाल नामक व्यक्तियों के मास्क नहीं पहने होने के कारण महामारी आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
गांव नौहरदा निवासी राजा जाट के कोरोना पॉजीटिव निकलने के बाद कस्बे के राउमावि व किसान सेवा केंद्र के प्रांगण में भरतपुर से आई मेडिकल टीम ने पुलिस, न्यायिक, शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों सहित संदिग्ध 128 लोगो के सैंपल लिए। वही पुलिसकर्मियों को गांव खानसूरजापुर के लालसिंह राउमावि में कोरोंटाइज करके न्यायिक अधिकारी व कर्मचारियों को होम आइसोलेट किया गया हैं।
बीसीएमओ डा. रामअवतार शर्मा ने बताया कि नौहरदा निवासी राजा जाट के कोरोना पॉजीटिव निकलने के बाद 128 लोगो के सैंपल लिए गए हैं। जिनमें न्यायिक मजिस्ट्रेट, न्यायिक कर्मचारी, थानाधिकारी, पुलिसकर्मी, चिकित्सक, 108 एंबुलेंस के कार्मिक, नौहरदा स्कूल में डयूटी देने वाले कार्मिक, पत्रकार, पूर्व सरपंच सहित राजा के संपर्क में आने वाले लोग हैं।
वहीं ग्राम पंचायत नौहरदा की तीन किमी सीमा से सटे में गांवों व उनमेें रहने वाले सभी लोगों का 14 नर्सिंगकर्मी घर-घर जाकर सर्वे करेंगें तथा तीन प्रपत्रों में पूरी सूचना एकत्रित कर लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ कोरोना से बचाने का काम करेंगे। प्रशासन द्वारा पूरे परिक्षेत्र में कर्फ्यू लगाने के बाद घर-घर दमकल व मशीनों के जरिये सैनेटाइज का काम कराया जा रहा हैं।
गांव नौहरदा व आसपास के कफर्यूग्रस्त गांवों में एएसपी एडीएफ सुरेश खींची, एसडीएम कमल सिंह यादव, सीओ बयाना खींवसिंह राठौर, तहसीलदार अल्का श्रीवास्तव गश्त कर लोगो से घरो में रहने व उनकी जरूरी सुविधाओं की पूर्ति का काम कर रहे हैं।
मोबाइल यूनिट ने 95 जनो का किया स्वास्थ्य परीक्षण
वैरकस्बा के कुम्हेर गेट वार्ड नम्बर 20 में मेडिकल मोबाइल यूनिट ने 95 जनो को स्वास्थ्य जांच कर दवाई वितरण की। टीम में डाॅ नरेन्द्र वर्मा, गोपेश कुमार धाकड़, मुरारी लाल शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, कार्यकर्ता माया देवी व आशा लक्ष्मी देवी ने शिविर में सहयोग प्रदान किया।
कोरोना से लड़ रहे पुलिसकर्मियों ने एक बार फिर आला अफसरों के साथ शहर में फ्लैग मार्च निकाला। पुलिस ने इस दौरान कोरोना से सतर्क रहने, लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने, बिना मास्क न घूमने का संदेश दिया।
कोटा रेंज डीआईजी रवि दत्त गौड़ की अगुवाई में पुलिसकर्मी गुमानपुरा स्थित मल्टीपरपज स्कूल में एकत्रित हुए और वहां से फ्लैग मार्च निकाला गया। जो सबसे पहले कैथूनीपोल थाने पहुंचा और वहां से पाटनपोल, मथुराधीश मंदिर से मकबरा थाना से बजाजखाना, बर्तन बाजार रामपुरा, आर्य समाज रोड होते हुए नयापुरा, कुन्हाड़ी खेड़ली फाटक से स्टेशन, रंगपुर पुलिया से बोरखेड़ा, एपी ऑफिस चौराहा से बजरंग नगर पुलिस चौकी, कोटड़ी से गुमानपुरा होते हुए इन्द्रा सर्किल से घोड़े वाले बाबा चौराहा, सीएडी सर्किल से प्रताप नगर, केशवपुरा, तलवंडी सर्किल, शीला चौधरी रोड से विज्ञाननगर, नूरी मस्जिद से संजय नगर पुलिया होते हुए एरोड्रम से मल्टीपरपज स्कूल पहुंचा।
फ्लैग मार्च में डीआईजी के पीछे कोटा सिटी एसपी गौरव यादव, एएसपी दिलीप कुमार सैनी, एएसपी मुख्यालय राजेश मील व समस्त डीएसपी, सीआई, व पुलिस लाइन व थाने का जाब्ता चल रहा था। पुरुष पुलिसकर्मियों के अलावा महिला पुलिसकर्मियों का अभया गश्ती दल भी मार्च में साथ था। वहीं, पुलिसकर्मियों ने परकोटे एरिया में पैदल फ्लैग मार्च भी निकाला।
उप कारागृह के विचाराधीन बंदियों की भूख हड़ताल शुक्रवार काे तीसरे दिन प्रशासन से वार्ता के दाैरान सहमति के बाद समाप्त हो गई।बंदी एनडीपीएस एक्ट के मामलों में पैरोल पर छोड़ने की मांग को लेकर भूख हड़ताल कर रहे थे। उप कारागृह के इन्चार्ज ओमप्रकाश ने बताया कि एसडीएम मूलचंद लूणियां ने बंदियों को उनकी बात प्रशासन के माध्यम से न्यायालय व सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। इस पर बंदियों ने भूख हड़ताल समाप्त कर दी। वहीं भूख हड़ताल पर बैठे 28 बंदियों की डाॅक्टर महेश गुप्ता ने स्वास्थ्य की जांच की।
विश्वभर में आई कोरोना विषाणु जनित आपदा के चलते पूरे देश में जगह-जगह इस महामारी को चिकित्सा कर्मी अपनी जान की परवाह न करते हुए कोरोना से पीड़ित मरीजों की जान बचाने में लगे हुए हैं। इनमें सरमथुरा उपखंड के आंगई निवासी सौरव शर्मा पुत्र महावीर शर्मा जयपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
सौरव महात्मा गांधी हॉस्पिटल में नर्सिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। सौरव के पिता का कहना है कि मुझे खुशी है कि मेरा बेटा इस जंग में अपने फर्ज को बखूबी निभा रहा है। हमने उसे सावधानी बरतने के लिए कहा है। इसी तरह आंगई के ही ब्रजमोहन शर्मा पुत्र बाबूलाल शर्मा भोपाल के जेके हॉस्पिटल में सेवाएं दे रहे हैं।
ब्रजमोहन शर्मा का कहना है कि मैं इसी कार्य के लिए प्रशिक्षित हुआ हूं और मुझे खुशी है कि मैं संकट के समय में देश के लिए कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं। उनका कहना है कि यह शत्रु अदृश्य है। इसके खिलाफ हम घर में रहकर ही उस पर विजय पा सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि सरकार के दिए गए निर्देशों का पालन करें। घर पर रहें और लॉक डाउन के नियमों का उल्लंघन ना करें।
प्रयोगशाला सहायक भर्ती 2018 से पूर्ण नहीं होने से नाराज प्रयोगशाला पद पर लगे संविदा कर्मियों ने शुक्रवार को हाथों पर काली पट्टी बांधकर काम किया। संविदा कर्मियों ने शुक्रवार को जितने भी मरीजों के सैंपल लिए उस दौरान हाथों में काली पट्टी बंधी हुई थी।
संविदा कर्मी संघ के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र शर्मा व सुशील कुलश्रेष्ठ ने बताया कि भर्ती में सभी संविदा कर्मचारियों ने आवेदन किया था। जिसका दो बार सत्यापन हो चुका है। फिर भी भर्ती को पूर्ण नहीं कराया गया। संविदा कर्मचारी करोना वायरस जैसी महामारी बीमारी से जूझ रहे हैं जो कि अल्प वेतन पर काम कर रहे हैं। प्रदेश में जितना नियमित कर्मचारी इस वायरस से जूझ रहे हैं, उससे कहीं ज्यादा संविदा कर्मचारी अपनी अहम भूमिका रख रहे हैं।
राज्य सरकार से मांग है कि भर्ती को जल्द से जल्द पूर्ण करवाया जाए। इस मौके पर जिला अध्यक्ष पुष्पेंद्र शर्मा, सुशील कुलश्रेष्ठ, विष्णु दयाल शर्मा, नवीन, राजेंद्र, दयाशंकर, अरुण, नीरज, जितेंद्र, मुरारी लाल आदि उपस्थित थे।
आज मिलिए 6 साल की बेटी अवनि अरोड़ा से। अवनि की खूबी यह है कि पिछले 35 दिनों ने रोजाना एक पेंटिंग बना रही है और हर पेंटिंग में कोरोना से जीतने का एक सकारात्मक संदेश। अवनि द्वारा बनाई यह सारी पेंटिंग सरकारी कार्यालयों में, पुलिस की गश्ती गाड़ी पर, एटीएम, राशन डिपो, दुकानों पर लगाई गई हैं। मकसद-लोग कोराेना के खिलाफ जागरूक हों। अवनि के सोशल मीडिया पर भी काफी वीडियाे आ हैं। जिसमें वह लोगों को जागरूक कर रही है।
बच्ची के पापा हरीश अरोड़ा ने बताया कि अवनि का शौक है पेंटिंग करना। जब लॉकडाउन हुआ, तब अवनि ने पूछा कि पापा यह सब क्या है? हम स्कूल क्यों नहीं जा रहे? फिर अवनि को बताया कि कोरोना वायरस के कारण हमें अपने घरों में ही रहना है। हम घरों में रहेंगे, तभी सुरक्षित रहेंगे। तब से अवनि सारा दिन घर में रहती और कोरोना के ऊपर ही पेंटिंग बनाती रहती। पेंटिंग बनाते समय बहुत सवाल करती है। पापा कोराेना को कैसे हराएंगे। कभी टीवी पर देखकर तो कभी अखबारों में देखकर कोरोना के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के संदेश के साथ वह पेंटिंग बनाती है। इस काम में सारा परिवार अवनि की सहायता करता है। इतना ही नहीं, परिचित, मित्र और विभिन्न कार्यालयों से जुड़े लोग अवनि की पेंटिंग को वहां लगा देते हैं। हमारा सब का एक ही मकसद है- काेराेना को हराना, ताकि ग्रीन रहे हमारा जिला।
जिले के ओरेंज जोन में आने के बाद कोरोना पॉजिटिव के आंकड़ों में जहां तेजी से कमी आई हैं। वही इस दौरान महज दो ही पॉजिटिव केस सामने आए हैं। शुक्रवार को राहत की खबर यह रही हैं कि कुल 136 पॉजिटिव में महज 3 संक्रमित रोगी बचे हैं। 132 रिकवर हो चुके हैं।
करीब एक सप्ताह पूर्व एक मई को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत कोविड-19 संक्रमण में जिला रेड़ से ओरंेज जोन में आ गया था। उस दिन ठीक होने के वाले मरीजों की संख्या 85 थी जो शुक्रवार को आठवेंे दिन 131 हो चुकी हैं। ओरेंज जोन में आने के बाद 45 से ज्यादा की रिपोर्ट नेगेटिव से पॉजिटिव आ चुकी हैं। वही दौरान 38 लोग स्वस्थ होकर घर भी लौट चुके हैं। अब तक टोंक सआदत व जयपुर से कुल 57 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं।
संघपुरा में पॉजिटिव आए व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। जिसका दूसरा सेंपल भेजा जाएगा। कलेक्टर केके शर्मा ने बताया कि जिले मंे 4 हजार 196 व्यक्तियों के सैम्पल लिए जा चुके हैं। इनमें से 136 व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हैं तो 208 का परिणाम आना बाकी है।
फिलहाल 76 लोग अभी भी क्वारेंटाइन सेन्टर में है। वहीं होम आइसोलेशन में 42 हजार 383 लोगों मे से 40 हजार 243 ने होम आइसोलेशन की 14 दिन की अवधि पूर्ण कर ली हैं। अब तक 2 हजार 140 लोग ही होम आईसोलेशन में है। सआदत अस्पताल पीएमओं डॉ. नविंद्र पाठक ने बताया कि संघपुरा में पॉजिटिव आए व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उसका दूसरा सेंपल भेजा जाएगा। वही उसके परिजनों की रिपोर्ट भी नेगेटिव है। उन्होंने बताया कि अब तक भेजे गए कुल 4196 सेंपल में से 3866 नेगेटिव मिले हैं और कुल 136 संक्रमितों में से 132 ठीक हो चुके हैं।
57 की दो बार सैंपलिंग, रिपोर्ट नेगेटिव
जिले के लिए सुखद भरी खबर यह है कि कोरोना पॉजिटिव से नेगिटिव होकर स्वस्थ होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अस्पताल व क्वारेंटाइन सेंटर से क्वारेंटाइन अवधि पूरी कर अपने घर लौट रहे हैं। आज तक जिले में 136 में 75 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। कलेक्टर के.के. शर्मा एवं मेडिकल स्टाॅफ ने शुक्रवार काे एक निजी विद्यालय के छात्रावास से स्वस्थ हुए 16 कोरोना पाॅजीटिव मरीजों को पुष्पवर्षा कर उनके घर के लिए एम्बुलेन्स में बिठाकर विदा किया। कलेक्टर ने कहा कि अब तक 136 पाॅजीटिव में से 75 पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है। शुक्रवार को 16 व्यक्ति टोंक से तथा 18 व्यक्ति जयपुर से स्वस्थ होकर अपने-अपने घर पहुंच चुके है, जहां यह 14 दिन होम आइसोलेशन में रहेंगे। 57 व्यक्ति ऐसे है जिनकी दो बार की सैंपल रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है, और वे भी स्वस्थ है। केवल 3 कोरोना पाॅजीटिव मरीज है जिनमें एक टोंक में तथा 2 जयपुर में भर्ती है। जिला अभी ओरेंज जोन में है।
कंटेनमेंट व बफर जोन में 16 लाख 41 हजार 114 का सर्व
कलेक्टर केके शर्मा ने बताया कि शहर में आठवें सर्वे राउण्ड़ के तहत सर्वे टीमों की ओर से कंटेनमेंट जोन में 1 लाख 51 हजार 247 घरों के 9 लाख 5 हजार 91 व्यक्तियों के किए गए में 1 हजार 130 आइएलआइ के केस हैं। बफर जोन में 1 लाख 26 हजार 125 घरों के 7 लाख 36 हजार 23 व्यक्तियों का सर्वे किया गया हैं। इनमंे आइएलआइ के 200 केस हैं। उन्होने बताया कि आईएलआई मरीजों की क्लोज मॉनिटरिंग कर किसी भी व्यक्ति में लक्षण दिखने पर चिकित्सक टीम भेज कर स्क्रीनिंग व सैम्पलिंग की जाती हैं। सीएमएचओें डाॅ. अशोक कुमार यादव ने बताया कि कर्फ्यूग्रस्त इलाकों के चलाए जा रहे मोबाईल मेडिकल ओपीडी के माध्यम से 5 हजार 162 लोगों की जांच कर उपचार कर उन्हे जरुरी दवाएं भी वितरित की गई हैं।
बीसीएमएचओ ने किया बस स्टैंड का दौरा
रोडवेज बसों के माध्यम से लाए जा रहे प्रवासियों का चिकित्सा विभाग की टीम की ओर से स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। टोंक ग्रामीण के बीसीएमओ डॉ. कमलेश चांवला ने टोंक बस स्टैंड ने बस स्टेंड़ का दौरा कर प्रवासियों की स्क्रीनिंग करने के बाद उनको होम क्वारेन्टाइन के लिए पाबंद किया। वही कोरोना से बचाव के लिए जरुरी जानकारी भी दी। इस मौके पर बीपीएम जावेद अली, डॉ. रक्षंदा खान, डॉ. अंजनी कुमार व अन्य उपस्थित रहे। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान ने बताया कि जिले से बाहर रहकर अपना कारोबार, मजदूरी करने वाले प्रवासी कोरोना काल में अपने गृह जिले में वापस आ रहे हैं। जिन्हे रोडवेज बसों के माध्यम से लाया जा रहा हैं।
टोंक शहर में पसरा है सन्नाटा
शहर में लॉकडाउन के 47वेंऔर कर्फ्यू के 35वें दिन विभिन्न चौराहों, मुख्य सड़क सहित बस्तियाें में सन्नाटा पसरा नजर आया। शहर में केमिस्ट व किराना व्यापारियों की ओर से अपने-अपने कर्मचारियों के साथ सामान व दवाइयां सप्लाई के अलावा गली-मोहल्लों में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में सोशल डिस्टेंस की पालना कर के साथ सब्जियां व किराना सामान बैचे गए। घंटाघर, बमोर गेट, धन्नातलाई, नोशेमियां का पुल, काफला बाजार सहित विभिन्न चौराहे पर पसरा सन्नाटा। वही कर्फ्यू में गश्त करते वाहन प्रशासन व पुलिस के वाहन दौड़ते नजर आए। वही बाकि समय शहर में सड़कों व गलियों सहित सभी चौराहों पर ड्यूटी कर रहे जवानों के अलावा सन्नाटा पसरा नजर आया।
लॉकडाउन के दौरान शहर में गुरुवार को दाे शादियां हुई। नयापुरा स्थित माताजी चाैक निवासी हेमंत उर्फ टींकू दुल्हन रवीना के साथ परिणय सूत्र में बंधे। नवविवाहित युगल ने बताया कि पंडित द्वारा तय शुभ मुहूर्त होने पर दोनों परिवारों ने शादी करना तय किया। हेमंत ने बताया कि कलेक्टर ओम कसेरा के आदेशों की पालना पर हमने 5 लोगों की परमिशन लेकर शादी की है। वहीं महावीर नगर विस्तार योजना कोटा के गणगाैर पार्क में दूल्हा बसंत विहार निवासी तनुज खंडेलवाल व दुल्हन महावीर नगर विस्तार योजना निवासी प्रिया ने मास्क पहनकर सात फेरे लिए। रिश्तेदार, परिवारजनाें ने वीडियो कॉलिंग कर दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया। शादी में दूल्हा-दुल्हन, पंडित और दुल्हन के माता-पिता शामिल हुए।
शुक्रवार को उपखंड अधिकारी संतोष कुमार गोयल ने मुख्य बाजारों में व्यापारी निशांत जैन, राकेश आयल मिल, दीपक मेडिकल स्टोर, एस आर मेडिकल स्टोर के मालिकों को बिना मास्क के ही ग्राहकों को सामान बेचते पकड़ा।
सभी से 500 रुपये प्रति व्यक्ति का जुर्माना तो वसूल किया ही गया। इसके अलावा बाजार में बिना मास्क लगाए ही खरीददारी करने चले आये 4 नागरिकों को भी 200 -200 रुपये प्रति व्यक्ति का भी जुर्माना वसूला किया गया।
शहर की एक पाॅश काॅलाेनी में चाेराें द्वारा कार चुराने के प्रयास का मामला प्रकाश में आया है। घटना जवाहरनगर के सेक्टर नंबर 2 में गुरुवार देर रात हुई। बताया जा रहा है कि एक वरना कार और एक्टिवा स्कूटर पर सवार हाेकर आए तीन संदिग्ध युवकों ने घर के बाहर खड़ी कार चोरी करने का प्रयास किया। इन युवकों ने कार की ड्राइविंग सीट वाली विंडो का कांच तोड़ दिया। जैसे ही कार स्टार्ट करने की कोशिश की, खटपट की आवाजें सुनकर कार मालिक का परिवार जाग गया।
उन्होंने शोर मचाया ताे यह युवक अपनी कार और एक्टिवा पर भाग निकले। वार्ड 50 पार्षद प्रियंक भाटी सहित अन्य ने बताया कि घटना गुरुवार रात लगभग 12:15 बजे सेक्टर नंबर 2 में डॉ. अजय मिश्रा के निवास के नजदीक शीतल बिड़ला के घर के सामने हुई। पुलिस के मुताबिक शीतल बिड़ला ने रिपोर्ट दी है, जिसके आधार पर चाेराें तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। लाेगाें का आराेप था कि पुलिस काे घटनाक्रम की जानकारी दी लेकिन ना ताे नाकाबंदी कराई गई और न ही चाेराें के पकडने के लिए काेई प्रयास हुए। जवाहरनगर थाने के एएसआई व जांच अधिकारी राजेंद्र स्वामी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर माैका निरीक्षण कर जानकारी जुटाई गई है। मामला दर्ज कर लिया गया है। सीसीटीवी कैमरे देखे जा रहे हैं। जल्द आराेपी पकड़े जाएंगे।
पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान गुरुवार रात्रि को खाद्य सामग्री का बैनर लगे एक कंटेनर को रुकवा कर उसके अंदर बैठे 11 बिहारी मजदूरों को क्वारेंन्टाइन किया गया है। यह 11 मजदूर ट्रक में सवार होकर बिना अनुमति के अपने गांव बिहार की ओर गुपचुप तरीके से निकल रहे थे। पुलिस द्वारा कंटेनर को जब्त कर लिया गया है।
रात्रि को देवली थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान खाद्य सामग्री का बैनर लगे एक कंटेनर को रुकवाया। कंटेनर की जांच की गई तो उसके अंदर 11 मजदूर यात्रा करते मिले। पुलिस द्वारा कंटेनर को जब्त कर लिया गया है वहीं चिकित्सा टीम ने सभी 11 मजदूरों को क्वारिन्टाइन कर दिया है। पूछताछ में पता चला कि यह सभी मजदूर निंबाहेड़ा से बिहार के पटना बिना अनुमति के ही जा रहे थे। मेडिकल टीम ने सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की तथा सभी को क्वारिन्टाइन सेंटर में भर्ती कर दिया है।
मुख्य बाजार की पुरानी सब्जी मंडी के व्यापारी विनोद कुमार शुभम कुमार की दुकान में गुरुवार रात्रि में अज्ञात चोर दुकान के तख्तों ओर तालों को तोड़कर अंदर प्रवेश कर गए और गल्ले में रखे दस हजार से अधिक की नकदी ओर अन्य सामान चोरी कर ले गए।
व्यापारी शुभम गुप्ता थाना राजाखेड़ा में तहरीर दी है कि गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद वे दुकान को सही तरीके से बन्द कर घर चले गए थे शुक्रवार प्रातः कुछ लोगों ने चोरी की सूचना दी तब वे दुकान पहुंचे तो देखा कि अंदर दुकान का सामान बिखरा पड़ा हुआ था। घटना को लेकर पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लॉकडाउन के बाद जिले में हथकढ़ शराब बनाने के कारोबार में तेजी आई है। शुक्रवार को आबकारी की संयुक्त टीमों में शामिल आबकारी निरीक्षक ने चूरिया बिठोला गांव में छापे मारे। इस बीच चूरिया के समीप बनास नदी के किनारे पुलिस को जाब्ते को देखकर लोगों में हड़कंप मच गया। वहां खड़े लोग भट्ठियां छोड़कर भाग छूटे। आबकारी पुलिसकर्मियों ने पीछा किया, लेकिन लोग हाथ नहीं लगे। टीम ने इस मौके पर करीब 50 लीटर हथकढ़ शराब और 1500 लीटर वाश नष्ट की। आबकारी थाना प्रभारी प्रभुदयाल ने बताया कि आबकारी विभाग की टीमों की ओर से एक माह में करीब 60 हजार लीटर वाॅश नष्ट की गई है।
दो को भेजा जेल: उनियारा| बाडे निर्माण को लेकर दो जने आपस में झगड़ा करने पर नगर फोर्ट पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार कियाl दोनों आरोपितों को पुलिस ने उपखंड मजिस्ट्रेट एवं एसडीएम के समक्ष पेश करने पर दोनों को जेल भेज दिया।
कोरोना वायरस के खौफ व लॉकडाउन के बीच माहे रमजान का दूसरा अशरा शुरू हो गया है। दूसरे जुमे पर शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घरों पर नमाज अदा कर इबादत की। वहीं मस्जिदों में इमाम की मौजूदगी में नमाज अदा कर अमन-चैन की दुआ की गई। दूरदराज की जगहों पर मस्जिदों के बाहर पुलिस के जवान नजर आए। किसी भी मस्जिद में सामूहिक नमाज नहीं हुई।
पूर्व पार्षद उमर सीआईडी ने बताया की 14वां रोजा जो मझला रमजान कहलाता है। मुस्लिम समाज के लोगों ने घरों पर ही जुमे की नमाज अदा की। यह दूसरे अशरे का जुम्मा था। बच्चों ने भी घरों में दुआएं की व कुराने पाक की तिलावत की। शहर की सभी मस्जिदों में भी कोरोना वायरस से निजात के लिए दुआएं की गई। शाम को रोजा इफ्तार घरों पर ही परिवार के साथ किया जा रहा है। इफ्तार में घरेलू सामान काम में लिए जा रहे हैं।
ज्यादा से ज्यादा मदद करें, आस-पड़ौस की
माौलानाओं ने कहा है कि कोरोना वायरस के चलते ज्यादा से ज्यादा लोग आस-पड़ौस की मदद करें और खाने-पीने के इंतजाम करें। इस स्थिति में घर में रहकर भी जुमे की नमाज अदा की जा सकती है। इस दौरान लोगों के सवाब में कोई कमी नहीं आएगी।
मस्जिद कमेटियों से की अपील
शहर की मस्जिद कमेटियों से भी अपील की है कि वे इन दिनों मस्जिदों में खास तौर पर साफ सफाई का ध्यान रखें। प्रशासन की ओर से लगाई धारा 144 की पालना करें। मस्जिदों में चुनिंदा लोग ही नमाज अदा करें। लोगों की समझाइश करें और किसी भी हालत में भीड़ जुटने न दें।
मुस्लिम समाज इन जरूरी हिदायतों पर भी गाैर फरमाए
एहतियाती तदाबीर का लिहाज रखते हुए नमाज अदा की जाए।
सभी मुस्लिम समाज के कानून की पालना करें। मस्जिदों में सिर्फ पांच-पांच आदमी नमाज अदा करेंगे।
खुत्बे वाली अजान के बाद मुखतसर दाे खुत्बे दिए जाएं। माैजूदा हाल के पेशे नजर दर्जे जेल खुत्बे मुनासिब हाेंगे।
जुमा के लिए खुत्बा शर्त है, लेकिन खुत्बे के लिए मिम्बर शर्त नहीं है। दाेनाें खुत्बे के दाैरान किसी कुर्सी पर बैठना काफी हाेगा।
घर या अन्य जगह पर नमाज पढ़ी जाए ताे दाे अजान कहने की जरूरत नहीं, माैहल्ले ही मस्जिद की अजान अव्वल सबकी जानिब से काफी हाेगी।
कोरोना महामारी को लेकर वन विभाग के डीएफओ के सी मीणा ने महिला विभागीय कर्मचारियों से मास्क के उपयोग के लिए बनाने और वितरण करने के लिए आग्रह किया था।
इसी को लेकर डीएफओ मीणा को प्रभा शर्मा नाका राजाखेड़ा ने डीएफओ को 50 मास्क प्रदान किए। इस मौके पर उन्होंने महिला की उत्साह वर्धन भी किया। इसी तरह सीमा त्यागी वनरक्षक नाका मनिया, लक्ष्मी त्यागी नाका राजाखेड़ा ने शुक्रवार को 50-50 मास्क वन कर्मियों को उपयोग में करने के लिए प्रदान किए।
जम्मू-कश्मीर में लॉकडाउन में अटकने के बाद शहर में पहुंचे भीलवाड़ा के 45 प्रवासी श्रमिकों को दूसरा दिन भी सड़क पर ही बिताना पड़ा। प्रवासी श्रमिकों के एक दर्जन परिवारों को भीलवाड़ा पहुंचाने का शुक्रवार को भी प्रशासनिक स्तर प्रबंध नहीं हो सका। इससे श्रमिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को समाज सेवियों ने इन अटके हुए श्रमिकों को आटा, दूध व अन्य राशन सामग्री उपलब्ध करवाई। श्री दूध सप्लाई मजदूर संघ के अध्यक्ष सुभाष स्वामी एवं उपाध्यक्ष बृजलाल जांदू ने इन्हें दोनों समय 20 लीटर दूध और छह एलएनपी के अमर सिंह यादव ने परिवार को 10-10 किलो आटा उपलब्ध करवाया। इन्हें जूते, चप्पल व नहाने का साबुन भी उपलब्ध करवाया गया।
मोहन सोनी ने इन्हें कपड़े, जूते, चप्पल एवं नहाने के लिए साबुन उपलब्ध करवाई।भाजयुमो नगर मंडल अध्यक्ष रजत स्वामी के अनुसार इन प्रवासियों की घर वापसी के उन्होंने दूसरी बाद आसींद विधायक जब्बर सिंह से संपर्क किया तो विधायक ने बताया कि इनकी घर वापसी का रास्ता एक-दो दिन में साफ हो जाएगा। विधायक जब्बर सिंह ने कहा कि श्रीगंगानगर प्रशासन यदि बस उपलब्ध नहीं करवाता है तो विधायक स्वयं के खर्च पर इन प्रवासी मजदूरों को ले जाने के लिए तैयार हैं। जिला प्रशासन श्रीगंगानगर केवल अनुमति दे। स्वामी ने बताया कि अभी तक गंगानगर ग्रीन जोन में है। प्रवासी मजदूर जम्मू-कश्मीर के सांबा से श्रीगंगानगर आ गए हैं। प्रशासन इन्हें यहां से भेजने की अनुमति नहीं दे रहा है। तहसीलदार संजय कुमार अग्रवाल के अनुसार अटके हुए मजदूरों को भीलवाड़ा भेजने का प्रयास किया जा रहा है।
अगमगढ़ गुरुद्वारा में सेवादारों की कमी होने के कारण अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। समाजसेवी अमित धारीवाल काे इसकी जानकारी मिली ताे उनके निर्देश पर गणेशपाल और नयाखेड़ा क्षेत्र के 20 युवाओं की टीम तैयार की गई। टीम के अजय मेघवाल ने बताया कि सभी युवाओं ने ठाना है कि जब तक गुरुद्वारे से लाॅकडाउन में जरूरतमंदाें काे भाेजन पहुंचाने की व्यवस्था जारी रहेगी। पूरी टीम गुरूद्वारे में सेवा देती रहेगी।
मास्क बनवाकर सिख वेलफेयर सोसाइटी दे रही रोजगार
कोरोना संकट में अभावग्रस्त, अक्षम लोगों की सहायता के लिए कोटा सिख वेलफेयर सोसाइटी व गुरुद्वारा आरकेपुरम ने नया प्रयास किया है। सोसाइटी जिन लोगों को राशन किट उपलब्ध करवा रही थी अब रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए उनसे 1000 मास्क भी तैयार करवाएगी। यह जानकारी उपाध्यक्ष मनिन्दर सिंह ने दी है।